1 Kings

1:1 राजा दाऊद बहोत जियादा बूढ़ा रहा। उ अपन क गरम नाहीं रख सकेत। ओकर सेवक ओका कमरी स ओढ़ावत रहेन मुला उ फुन भी ठंडा रहत रहा। 2 एह बरे ओकर नौकर ओहसे कहेन, “हम आप क देख-भाल बरे एक ठु जुवती क हेरब। उ आप क निचके ओलरी अउ आप क गरम राखी।” 3 एह बरे राजा क नउकरन इस्राएल पहँटा मँ चारिहुँ कइँती एक ठु जुवती क हेरब सुरु किहन। उ पचे राजा क गरम रखइ बरे एक ठु सुन्नर लड़की क हेरत रहेन। ओनका अबीसग नाउँ क एक लड़की मिली। उ सूनेनिम नगर क रही। उ पचे जुवती क राजा क लगे लइ आएन। 4 लड़की बहोत सुन्नर रही। उ राजा क देख-रेख अउ सेवा किहस। किन्तु राजा दाऊद ओकरे संग सारीरिक सम्बन्ध नाहीं किहस। 5 अदोनिय्याह राजा दाऊद अउर ओकर पत्नी हग्गीत क पूत रहा। अदोनिय्याह आपन भाई अबसालोम क बाद पइदा भवा। उ बहोत सुन्नर मनई रहा। राजा दाऊद ओकर सुधार कबहुँ नाहीं किहस। उ कबहुँ नाहीं पुछेस: “तू काहे अइसा बेउहार करत ह?” अदोनिय्याह बहोत घमम्डी होइ गवा, उ फइसला किहस, मइँ अगला राजा होउब एह बरे उ अपने बरे एक ठु रथ, घोड़न अउ अगवा दउड़इवाले पाचस मनइयन क लिआएस। 6 7 अदोनिय्याह सरुयाह क पूत योआब अउ याजक एब्यातार स बातन किहस। उ पचे ओकरे राजा बनई बरे मदद देइ क फइसला किहेस। यह बरे उ पचे ओकर मदद किहेन। 8 मुला कछु लोग उ स्वीकार नाहीं किहेन जउन कछु अदोनिय्याह करत रहा। उ पचे राजा दाऊद क संग वफ़ादार रहेस। उ अदोनिय्याह क संग नाहीं मिलेस। इ सबइ लोग याजक सादोक, यहोयादा क पूत बनायाह, नातान, नबी, सिमी, रेई अउर राजा दाऊद क बिसेस रच्छक रहेन। 9 तब अदोनिय्याह कछू जनावरन क मेलबलि बरे मारेस। उ कछू भेड़िन, कछू गइयन अउ कछू मोटवार बछवन क मारेस। अदोनिय्याह एनरोगेल क लगे जोहेलेत क चट्टान पइ इ सबइ बलियन चढ़ाएस। अदोनिय्याह आपन सबहिं भाइयन, (राजा क दूसर पूतन) अउ यहूदा क समूचे राज्ज कर्मचारियन क न्यौतेस। 10 मुला अदोनिय्याह नातान नबी, या बनायाह या अपने बाप क खास रच्छकन या अपने भाई सुलैमान क न्यौतेस नाहीं 11 जब नातान एकरे बारे मँ सुनेस, उ सुलैमान क महतारी बतसेबा क लगे गवा। नातान ओहसे पूछेस, “का तू सुन्या ह कि हग्गीत क पूत अदोनिय्याह का करत अहइ? उ अपने क राजा घोसित कइ दिहेस अउ हमार सुआमी राजा दाऊद एकरे बारे मँ कछू नाहीं जानत। 12 तोहार जिन्नगी अउ तोहार पूत सुलैमान क जिन्नगी खतरे मँ पड़ सकत ह। किन्तु मइँ तोहका बताउब कि अपने क बचावइ बरे तोहका का करइ चाही। 13 राजा दाऊद क लगे जा अउर ओहसे कहा, ‘मोर राजा, आप मोका बचन दिहे रहेन कि आप क पाछे मोर पूत सुलैमान अगला राजा होइ। फुन, अदोनिय्याह राजा काहे बन गवा ह?’ 14 तब, जब तू ओहसे बात कर ही रही होउबी, मइँ अन्दर आउब। तोहार जाइ क पाछे, तब मइँ जउन कछू घटित भवा ह ओकरे बारे मँ राजा क बताउब। एहसे इ प्रदसिर्त होइ कि तू अदोनिय्याह क बारे मँ जउन कछू कह्या ह, उ फुरइ अहइ।” 15 एह बरे बतसेबा राजा क सोवइ क कमरा मँ भीतरे ओहसे मिलइ गइ। राजा बहोत जियादा बुढ़वा रहा। सूनेमिन स आई लड़की अबीसग हुवँा ओकर देख-रेख करत रही। 16 बतसेबा राजा क समन्वा प्रणाम करइ निहुरी। राजा पूछेस, “तू का चाहति अहा?” 17 बतसेबा जवाब दिहस, “मोर राजा, आप अपने परमेस्सर, यहोवा क नाउँ लइके मोहसे प्रतिग्या किहे रह्या। आप कहे रह्या, ‘तोहार पूत सुलैमान मोरे पाछे राजा होइ। मोरे सिंहासने पइ सुलैमान हुकूमत करी।’ 18 मुला अब अदोनिय्याह राजा होइ गवा ह अउर आप एका जानतेन भी नाहीं। 19 अदोनिय्याह मेलबलि बरे कहउ जनावरन क मार डाएस ह। उ बहोत स बर्धन, मोटवार बछवन अउ भेड़िन क मारेस ह अउर उ आप क सबहिं पूतन क न्यौतेस ह। उ याजक एब्यातार अउ आप क फउज क सेनापति योआब क भी न्यौतेस ह। किन्तु उ आप क पूत सुलैमान क न्यौतेस नाहीं, जउन आप क सेवा करत ह। 20 मोर सुआमी अउर राजा, इस्राएल क सबहिं लोगन क निगाहन आप पइ लगी अहइँ। उ पचे आप क इ निर्णय क प्रतीच्छा करत अहइँ कि आप क पाछे कउन राजा होइ। 21 जब आप मरिहीं तउ आप अपने पुरखन क संग दफनावा जइहीं। तउ लोग मोर अउर मोर पूत सुलैमान क संग अपराधी जइसा बेउहार करिहीं।” 22 जब बतसेबा राजा स बातन करत रही, नातान नबी ओहसे भेेंटइ आवा। 23 सेवक लोग राजा स कहेन, “नातान नबी आवा अहइँ।” एह बरे नातान प्रवेस किहस अउ राजा क लगे गवा। नातान राजा क समन्वा धरती तलक निहुरा। 24 तब नातान कहेस, “मोर राजा, का आप इ घोसना कइ दिहा ह कि आप क पाछे अदोनिय्याह नवा राजा होइ? का आप इ निर्णय कइ लिहा ह कि आप क पाछे अदोनिय्याह लोगन पइ हुकूमत करी। 25 आजु उ घाटी मँ खास मेलबलियन भेंट किहस ह। उ कइउ बर्धन, मोटवार बछवन अउर भेड़िन क मारेस ह उ आप क दूसर सबहिं पूतन, फउज क सेनापतियन अउ याजक एब्यातार क न्यौतेस ह। अब उ पचे ओकरे संग खात अहइँ अउर पिअत अहइँ अउर उ पचे कहत अहइँ, ‘राजा अदोनिय्याह दीर्घायु होइ।’ 26 मुला उ मोका या याजक सादोक, यहोयादा क पूत बनायाह या आप क पूत सुलैमान क न्यौतेस नाहीं। 27 मोर सुआमी अउर राजा, का आप आपन सेवकन हम पचन्क, बिना कहइ इ किहेस? आप हम लोगन स पहिले ही काहे नाहीं कह्या कि उ तोहार पाछे होइवाला राजा चुना गवा ह?” 28 तब राजा दाऊद कहेस, “बतसेबा स भितरे आवइ क कहा।” एह बरे बतसेबा भितरे आइ अउर राजा क समन्वा खड़ी भई। 29 तब राजा एक प्रतिग्या किहेस: “यहोवा परमेस्सर मोका हर एक खतरा स बचाएस ह अउर यहोवा क जिन्नगी क किरिया खाइके मइँ तोहसे प्रतिग्या करत हउँ। 30 मइँ आजु उ प्रतिग्या क पूरा करब जेकर बचन मइँ पहिले तोहका दिहे रहेउँ। मइँ इ प्रतिग्या यहोवा इस्राएल क परमेस्सर स किहे रहेउँ कि तोहार पूत सुलैमान मोरे पाछे राजा होइ अउर मोरे पाछे सिंहासने पइ मोरे जगह उहइ लेइ। यह बरे आजु मइँ आपन प्रतिग्या क पूरा करब।” 31 तब बातसेबा राजा का समन्वा धरती तलक निहुरी के प्रणाम किहेस अउ कहेस, “मोर सुआमी राजा दाऊद हमेसा हमेसा जिअत रहे! 32 तब राजा दाऊद स कहेस, “याजक सादोक नातान नबी अउ यहोयादा क पूत बनायाह स हिआँ अन्दर आवइ क कहा।” एह बरे तीनहुँ मनइयन राजा क समन्वा आएन। 33 तब राजा ओनका कहेस, “मोरे अधिकारियन क अपने संग ल्या अउर मोरे पूत सुलैमान क मोरे निजी खच्चर पइ बइठावा। ओका गीहोन सोता पइ लइ जा। 34 उ जगह पइ याजक सादोक अउ नातान नबी, इस्राएल क राजा क रूप मँ ओकर अभिसेक करइँ। तू लोग तुरही बजावा अउ इ घोसणा करा, ‘इ सलेमान नवा राजा बा।’ 35 तब एकरे पाछे ओकरे संग हिआँ लउट आवा। सुलैमान मोरे सिंहासने पई बइठी अउर हमरे जगह पइ नवा राजा होइ। मइँ सुलैमान क इस्राएल अउ यहूदा क सासक होइ बरे चुनेउँ ह।” 36 यहोयादा क पूत बनायाह राजा क जवाब दिहस्, “आमीन! यहोवा परमेस्सर खुद इ कहेस ह, मोर सुआमी अउ राजा! 37 मोर सुआमी राजा, यहोवा हमेसा आप क संग रहेस ह। यहोवा सुलैमान क भी संग रहइ अउर ओकर राज्ज तेहार राज्ज स भी बड़का अउर मज़बूत होइ, मोर सुआमी अउ राजा!” 38 एह बरे सादोक, नातान, बनायाह अउ राजा क अधिकारियन राजा दाऊद क आग्या क पालन किहस। उ पचे सुलैमान क राजा दाऊद क खच्चरे पइ चढ़ाएन अउर ओकरे संग गीहोन क सोते पइ लइ गएन। 39 याजक सादोक पवित्तर तम्बू स तेल लिहस। सादोक, इ देखावइ क बरे कि सुलैमान राजा अहइ, ओकरे मूँड़े पइ तेल डाएस। उ पचे तुरही बजाएन अउर सबहिं लोग उद्घोस किहेन, “राजा सुलैमान दीर्घायु होइ।” 40 सबहिं लोग नगर मँ सुलैमान क पाछे आएन। उ पचे बांसुरी बजावत रहेन अउ खुसी क नारा लगावत रहेन। उ पचे ऍतना सोर करत रहेन कि धरती काँप उठी। 41 इ समइ अदोनिय्याह अउ ओकर संग क सबहिं अतिथि आपन भोजन खतम करत रहेन। उ पचे तुरही क अवाज सुनेन। योआब पूछेस, “इ सोर कइसा अहइ? नगर मँ का होत अहइ?” 42 जब योआब बोलत ही रहा, याजक एब्यातार क पूत योनातन हुँवा पहोंचा। अदोनिय्याह कहेस, “हिआँ आवा। तू एक योग्य मनई अहा। मोका सुभ समाचार सुनावा।” 43 मूला योनातन जवाब दिहेस, “नाहीं! इ तोहरे बरे सुभ सूचना नाहीं अहइ। हमरे राजा दाऊद सुलैमान क नवा राजा बनाएस ह। 44 अउर राजा दाऊद याजक सादोक, नातान नबी, यहोयादा क पूत बनायाह अउर राजा क सबहिं अधिकारियन क ओकरे संग पठएस ह। उ पचे सुलैमान क राजा क खच्चर पई बइठाएन। 45 तब याजक सादोक अउ नातान नबी गीहोन सोते पइ सुलैमान क अभिसेक किहेन अउर तब उ पचे नगर मँ गएन। लोग ओनकर अनुसरण किहन अउर अब नगर मँ लोग बहोत खुस अहइँ। उ सोर जउन् तू सनत अहा, उहइ क अहइ। 46 सुलैमान अब राजा क सिंहासने पइ बइठा अहइ। 47 हिआँ तलक कि राजा क सबहिं सेवक राजा दाऊद क धन्यवाद देइ बरे आएन, अउ कहेन, ‘राजा दाऊद, आप एक ठु महान राजा अहइँ अउर अब हम पराथना करित हीं कि आप क परमेस्सर, सुलैमान क आप स भी जियाद प्रसिद्ध बनाई। आप क परमेस्सर सुलैमान क आप स भी जियादा महान राजा बनाई अउर ओकर राज्ज आप क राज्जय स भी जियादा महान होई।’“हिआँ तलक कि राजा दाऊद भी हुवाँ रहेन, अउर उ अपने बिछउना स ही निहुरेन। 48 राजा दाऊद केहस, ‘इस्राएल क परमेस्सर यहोवा क स्तुति करा। यहोवा मोरे पूतन मँ स एक क मोरे सिंहासने पइ बइठाएस ह अउर एका मोका लखइ दिहेस ह।’“ 49 तब अदोनिय्याह क सबहिं अतिथि डेराइ गएन अउर हाली स चले गएन। 50 अदोनिय्याह भी सुलैमान स डेराइ गवा रहा। एह बरे उ वेदी तलक गवा अउ वेदी क सींगन क धइ लिहस। 51 तब कउनो सुलैमान स कहेस, “अदोनिय्याह तोहसे बहोत डेरान अहइ। अदोनिय्याह वेदी क लगे अहइ। उ वेदी क सींगन क धइ लिहेस ह अउ ओका तजइ स इन्कार करत ह। अदोनिय्याह कहत ह, ‘राजा सुलैमान स इ प्रतिग्या करइ क कहा कि उ मोका मारी नाहीं।’“ 52 एह बरे सुलैमान जवाब दिहेस, “जदि अदोनिय्याह इ प्रमाणित करत ह कि उ एक नीक मनई अहइ तउ मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि ओकरे मूड़ि क एक ठु बार बाँका नाहीं होइ। किन्तु जदि उ कछू बुरा करी तउ मार दीन्ह जाइ।” 53 तब राजा सुलैमान कछू मनइयन क अदोनिय्याह क लिआवइ बरे पठएस। उ पचे ओका वेदी स नीचे लिआएस। अदोनिय्याह क राजा सुलैमान क समन्ना आवा अउर निहुरिके प्रणाम किहेस। तब सुलैमान कहेस, “घरे जा।”

2:1 दाऊद क मरइ क समइ लगभग आइ पहोंचा। एह बरे दाऊद सुलैमान स बातन किहस अउर ओहसे कहेस, 2 “मइँ मरइ प हउँ जइसा सबहिं मनई मरत ह। लेकिन तू मज़बूती क संग बढ़त अहा अउर एक मनई बनत अहा।” 3 ओन सबहिं आदेसन क होसियारी क संग पालन करा जउन यहोवा हमार परमेस्सर दिहस ह। ओकरे सबहिं नेमन, आदेसन, फइसलन अउ करारन क पालन करा जउन मूसा क बेवस्था क किताबे मँ लिखा अहइ। जदि तू एन सबहिं क पालन करब्या तउ तू जउन कछू करब्या अउर जहाँ कहूँ जाब्या, सफल होब्या। 4 अउर जदि तू यहोवा क आग्या क पालन करत रहब्या तउ यहोवा मोरे बरे कीन्ह गइ प्रतिग्यन क पालन करी। मोरे बरे यहोवा जउन प्रतिग्या किहेस, उ इ अहइ, ‘तोहरे पूतन क मोरी आग्या क पालन करइ चाहो अउर ओनका वइसे रहइ चाही जइसा रहइ बरे मइँ कहउँ। तोहरे पूतन क पूरे हिरदय अउ आतिमा स मोहमाँ बिस्सास रखइ चाही। जदि तोहरे पूत इ करिहीं तउ तोहरे परिवार क एक ठु मनई सदा इस्राएल क लोगन क सासक होइ।’“ 5 दाऊद इ भी कहेस, “तू इ भी याद राखा जउन सरुयाह क पूत योआब मोरे संग किहेस ह। उ इस्राएल क फउजे क दुइ सेनापतियन क मार डाएस। उ नेर क पूत अब्नेर अउ येतेर क पूत अमासा क मारेस। तोहका जरूर याद होइ कि उ ओनका सान्ति क समइ मारेस रहा। एन मनइयन क खून क दाग ओकरी तरवार क मूठ अउ ओकरे पहिरे भए फउजियन क जूतन पइ लगा भवा रहा। मोका ओनका सज़ा देइ चाही। 6 किन्तु अब राजा तू अहा। एह बरे तोहका ओका इ तरह सजा देइ चाही जेका तू सब स जियादा बुद्धिमत्तापूर्ण समुझा। किन्तु तोहका इ निहचइ कइ लेइ चाही कि उ मार डावा जाइ। ओका बुढ़ापे क सान्ति स भरी मौत न पावइ द्या। 7 “गिलाद क बजिर्ल्लै क बच्चन पइ दयालु रहा। ओनका आपन मीत होइ द्या अउ अपनी मेज पइ भोजन करइ द्या। उ पचे मोर तब मदद किहेन, जब मइँ तोहरे भाई अबसालोम स भाग खड़ा भवा रहेउँ। 8 “अउर याद राखा गेरा क पूत सिमी तोहरे संग हिआ अहइ। उ बहूरीम क बिन्यामीन परिवार समूह क अहइ। याद राखा कि उ मोका दुःखदायक सराप स सरापेस हजउने दिन मइँ महनैम क भाग गवा रहेउँ। तब उ मोहसे मिलइ यरदन नदी पइ आवा रहा। किन्तु मइँ यहोवा क समन्वा प्रतिग्या किहे रहेउँ, ‘सिमी मइँ तोहका नाहीं मारब।’ 9 किन्तु सिमी क सजा दिए बगैर न रहइ द्या। तू बुद्धिमान मनई अहा, तू समुझ जाब्या कि ओकरे संग का करइ चाही। मुला ओका बुढ़ापे क सान्ति स भरी मौत न पावइ द्या।” 10 तब दाऊद मर गवा। उ दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। 11 दाऊद इस्राएल पइ चालीस बरिस तलक हुकूमत किहस। उ हेब्रोन मँ सात बरिस अउ यरूसलेम मँ तैतींस बरिस तलक हुकूमत किहस। 12 अब सुलैमान दाऊद क सिंहासन पइ हुकूमत करइ लाग अउर उ आपन राज्ज पइ पूरा अधिकार कइ लिहेन। 13 इ समइ हग्गीत क पूत अदोनिय्याह सुलैमान क महतारी बतसेबा क लगे गवा। बलसेबा ओहसे, पूछेस्, “का तू सान्ति क भाव स आवा अहा?”अदोनिय्याह जवाब दिहस्, “हाँ इ सान्ति स भरा मिलन अहइ। 14 मोका आप स कछू कहब अहइ।” बतसेबा कहेस, “तउ कहा।” 15 अदोनिय्याह कहेस, “तोहका याद अहइ कि एक समइ राज्ज मोर रहा। इस्राएल क सबहिं लोग मोका आपन अगला राजा समुझत रहेन। किन्तु स्थिति बदल गइ। अब मोर भाई राजा अहइ। यहोवा ओका राजा होइ बरे चनेस। 16 एह बरे मइँ तोहसे एक ठु चीज माँगत हउँ। मेहरबानी कइके इन्कार न करइँ।”बतसेबा पूछेस, “तू का चाहत अहा?” 17 अदोनिय्याह जवाब दिहेस, “मइँ जानत हउँ कि राजा सुलैमान उ सब कछू करिहीं जउन तू कहबिउ। एह बरे कृपा कइके ओनसे कह्या कि मोका सुनेम क अबीसग क संग बियाह करइ द्या।” 18 तब बतसेबा कहेस, “ठीक अहइ, मइँ तोहरे बरे राजा स बात करब।” 19 एह बरे बतसेबा राजा सुलैमान क लगे ओहसे बात करइ गइ। राजा सुलैमान ओका लखेस अउर उ ओहसे मिलइ बरे खड़ा भवा। तब उ ओकरे समन्वा प्रणाम करइ निहुरा अउ सिंहासने पइ बइठ गवा। उ सेवकन स, अपनी महतारी बरे दूसर सिंहासन लिआवइ क कहेस। तब उ ओकरी दाहिन कइँती बइठ गइ। 20 बतसेबा ओहसे कहेस्, “मइँ तोहसे एक नान्ह चीज माँगत हउँ। कृपा कइके इन्कार न कर्या।”राजा उत्तर दिहेस, “महतारी तू जउन चाहा, माँग सकति अहा। मइँ तोहका मना नाहीं करबेउँ।” 21 एह बरे बतसेबा कहेस, “सूनेमिन मेहरारू अबीसग क अपने भाई अदोनिय्याह क संग बियाह करइ द्या।” 22 राजा सुलैमान अपनी महतारी स कहेस, “तू अबीसग क ओका देइ बरे मोहसे काहे कहति अहा? तू मोहसे इ काहे नाहीं कहतिउ कि मइँ ओका राजा भी बनाइ देउँ काहेकि उ मोर बड़का भाइ अहइ? याजक एब्यातार अउ योआब ओकर समर्थन करिहीं।” 23 तब सुलैमान यहोवा स एक ठु प्रतिग्या किहेस। उ कहेस्, “मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मोहसे इ माँग करइ क बरे मइँ अदोनिय्याह स भुगतान कराउब। उ पचे इ माँग बरे आपन जिन्नगी देइ देब। 24 यहोवा मोका इस्राएल क राजा होइ दिहस ह। उ उ सिंहासन मोका दिहेस ह जउन मोर बाप दाऊद क अहइ। यहोवा अपनी प्रतिग्या पूरी किहेस ह अउ राज्ज मोका अउ मोरे परिवार क दिहस ह। मइँ सास्वत परमेस्सर क समन्वा, प्रतिग्या करत हउँ कि अदोनिय्याह आज मरी!” 25 राजा सुलैमान बनायाह क आदेस दिहस। बनायाह बाहेर गवा अउर उ अदोनिय्याह क मार डाएस। 26 तब राजा सुलैमान याजक एब्यातार स कहेस, “मोका तोहका मार डावइ चाही, किन्तु मइँ तोहका अपने घरे अनातोत मँ लउट जाइ देत हउँ। मइँ तोहका अबहुँ मारब नाहीं काहेकि मोर बाप दाऊद क संग चलत समइ तू पवित्तर सन्दूख क लइ चलइ मँ मदद किहे रह्या जब तू मोरे बाप दाऊद क संग रह्या। मइँ जानत हउँ कि तू मोर बाप क मदद किहे रहा अउर मोर बाप क सबहिं कठिन समइ मँ साथ दिहे रहा।” 27 सुलैमान एब्यातार स कहेस कि तू याजक क रुप मँ यहोवा क सेवा करत नाहीं रह सकत्या। इ सब बइसे ही भवा, जइसा यहोवा होइ बरे कहे रहा। परमेस्सर याजक एली अउ ओकरे परिवार क बारे मँ सीलो मँ इ कहे रहा अउर एब्यातार एली क परिवार स रहा। 28 योआब इ बारे मँ सुनेस अउर उ डेराइ गवा। उ अदोनिय्याह क समर्थन किहे रहा, किन्तु अबसालोम क नाहीं। योआब यहोवा क तम्बू कइँती दउड़ा अउर वेदी क सींगो क धइ लिहस। 29 कउनो राजा सुलैमान स कहेस कि योआब यहोवा क तम्बू मँ वेदी क लगे अहइ। एह बरे सुलैमान बनायाह क जाइ अउ ओका मार डावइ क आदेस दिहस। 30 बनायाह यहोवा क तम्बू मँ गावा अउ योआब स कहेस, “राजा कहत हीं, ‘बाहेर आवा।’“मुला योआब जवाब दिहेस, “नाहीं, मइँ हिअइँ मरब।”एह बरे बनायाह राजा क लगे वापस गवा अउ ओहसे उहइ कहेस जउन योआब कहे रहा। 31 तब राजा बनायाह क आदेस दिहस, “वइसा ही करा जइसा उ कहत ह। ओका हुवँइ मार डावा। तब ओका दफनाइ द्या। तब हमार परिवार अउर हम योआब क दोख स अजाद होब। इ अपराध एह बरे भवा कि योआव निरपराध लोगन क मारे रहा। 32 योआब दुइ मनइयन क मार डाएस, जउन ओहसे बहोत नीक रहेन। इ पचे नेर क पूत अब्नेर अउ येतेर क पूत अमासा रहेन। अब्नेर इस्राएल क फउज क प्राधान सेनापति रहा अउर अमासा यहूदा क फउज क सेनापति रहा। उ समइ, मोर बाप दाऊद इ नाहीं जानत रहेन कि योआब ओनका मार डाए रहा। एह बरे यहोवा योआब क ओन मनइयन बरे सजा देइ जेनका उ मार डाए रहा। 33 उ ओनकर मउत बरे अपराधी होइ अउर ओकर परिवार भी सदा बरे दोखी होइ। किन्तु परमेस्सर कइँती स दाऊद क, ओकरे सन्तानन, ओकरे राज परिवार अउ सिंहासन क सदा-सदा बरे सान्ति मिली।” 34 एह बरे यहोयादा क पूत बनायाह योआब क मार डाएस। योआब मरुभूमि मँ अपने घरे क लगे दफनावा गवा। 35 सुलैमान तब योहादा क पूत बनायाह क योआब क जगह पइ सेनापति बनाएस। सुलैमान एब्यातार क ठउरे पइ सादोक क महायाजक बनाएस। 36 एकरे पाछे राजा सिमी क बोलाएस। राजा ओहसे कहेस्, “हिआँ यरूसलेम मँ तू अपने बरे एक ठु घर बनावा, उहइ घरे मँ रहा अउर नगर क जिन तजा। 37 जदि तू नगर क तजब्या अउ किद्रोन क नाले क पार जाब्या तउ तू मार डावा जाब्या अउर इ तोहार दोख होइ।” 38 एह बरे सिमी जवाब दिहेस, “मोर राजा, आप जउन कहेन ह, ठीक बाटइ। मइँ आप क हुकुम क मानब।” एह बरे सिमी यरूसलेम मँ बहोत समइ तलक रहा। 39 किन्तु तीन बरिस पाछे सिमी क दुइ सेवक पराइ गएन्। उ पचे गत क राजा क लगे पहोंचेन। ओकर नाउँ आकीस रहा जउन माका क पूत रहा। सिमी सुनेस कि ओकर सेवक गत मँ अहइ। 40 एह बरे सिमी आपन काठी अपने खच्चर पइ रखेस अउर गत मँ राजा आकीस क लगे गवा। उ अपने सेवकन क प्राप्त करइ गवा। उ ओनका ढूँढ़ लिहस अउर अपने घरे वापस लिआवा। 41 मुला कउनो सुलैमान स कहेस, कि सिमी यरूसलेम सगत गवा रहा अउर लउटि आवा ह। 42 एह बरे सुलैमान ओका बोलवाएस। सुलैमान सिमी स कहेस, “मइँ तोहका चिताउनी देत हउँ कि मइँ यहोवा क नाउँ पइ इ प्रतिग्या किहे रहेउँ कि जदि तू यरूसलेम तजब्या, तउ मारा जाब्या। मइँ चितउनी दिहे रहेउँ कि जदि तू दूसर कहूँ जाब्या तउ तोहरे मारे जाइ क दोख तोहार होइ। अउर तू ओका अंगीकार किहे रहा जउन कछू मइँ कहेस रहा। तू कहेस रहा कि तू मोर आग्या अउर आदेसन क पालन करब्या। 43 तू अपनी प्रतिग्या काहे तोड़्‌या? तू मोरे आदेस क पालन काहे नाहीं किहा? 44 तू जानत ह कि तू मोरे बाप दाऊद क खिलाफ बहोत स गलत काम किहा, अब यहोवा ओन गलत कामन बरे तोहका सजा देइ। 45 किन्तु यहोवा मोका आसीर्वाद देइ। उ दाऊद क सिंहासन क सदा ही सुरच्छा करी।” 46 तब राजा बनायाह क सिमी क मार डावइ क आदेस दिहेस अउर इ एका पूरा किहस। अब सुलैमान अपने राज्ज पइ पूरा नियंत्रण कइ चुका रहा।

3:1 सुलैमान मिस्र क राजा फिरौन क बिटिया के संग बियाइ कइके ओकरे संग सन्धि किहेस। सुलैमान ओका दाऊद नगर क लइ आवा। इ समइ अबहुँ भी सुलैमान आपन महल अउर यहोवा क मन्दिर बनावत रहा। सुलैमान यरूसलेम चहारदीवारी भी बनावात रहा। 2 मन्दिर अबहुँ तलक पूरा नाहीं भावा रहा। एह बरे लोग अबहुँ भि उच्च जगहन पइ जनावरन क बलि भेंट करत रहेन। 3 सुलैमान देखाएस कि उ यहोवा स पिरेम करत ह। ओकरे आपन बाप दाऊद जउन कछू करइ क कहे रहा, उ ओन सब क पालन किहेस किन्तु सुलैमान कछू अइसा भी किहस जेका करइ बरे दाऊद नाहीं कहे रहा। सुलैमान अबहुँ तलक उच्च जगहन क उपयोग बलि भेंट अउ सुगन्धि बारइ क बरे करत रहा। 4 राजा सुलैमान बलि भेंट करइ गिबोन गवा। उ हुँवा एह बरे गवा काहेकि उ सब स जियादा महत्वपूर्ण ऊँच जगह रही। सुलैमान एक हजार बलियन उ वेदी पइ भेंट किहस। 5 जब सुलैमान गिबोन मँ रहा उहइ रात क ओकरे लगे सपन मँ यहोवा आवा। परमेस्सर कहेस, “जउन चाहत अहा तू माँगा, मइँ ओका तोका देबउँ।” 6 सुलैमान जवाब दिहेस, “तू अपने सेवक मोर बाप दाऊद पइ बहोत दयालु रह्या। उ तोहार अनुसरण किहेस। उ नीक रहा अउ सच्चाई स रहा अउर तू ओकरे बरे तब सब स बड़की कृपा किहा जब तू ओकरे पूत क ओकरे सिंहासने पइ हुकुमूत करइ दिहा। 7 यहोवा मोर परमेस्सर, तू मोका अपने बाप क जगह पइ राजा होइ दिहा ह। किन्तु मइँ एक नान्ह बालक क नाईं हउँ। मोरे लगे, मोका जउन करइ चाही ओका करइ बरे बुद्धि नाहीं अहइ। 8 तोहार सेवक, मइँ हिआँ तोहरे चुने लोगन मँ एक महान लोगन मँ अहउँ, उ पचे ऍतने जियादा अहइँ कि गना नाहीं जाइ सकतेन। 9 एह बरे मइँ तोहसे माँगत हउँ कि तू मोका बुद्धि द्या जेहसे मइँ सच्चाई स लोगन पइ हुकूमत अउ ओनकर निआउ कइ सकउँ। एहसे मइँ सही अउ गलत क फरक क जान सकउँ। इ स्रेस्ठ बुद्धि क बिना ऍन महान रास्ट्रन पइ सासन करब असंभव अहइ।” 10 यहोवा खुस भवा कि सुलैमान ओहसे इ माँगेस। 11 एह बरे परमेस्सर ओहसे कहेस, “तू अपने बरे दीर्घायु नाहीं माँग्या। तू अपने बरे सम्पत्ति नाहीं माँग्या। तू अपने दुस्मनन क मउत नाहीं माँग्या। मुला तू बु़द्धि अउर सही निर्णय करइ बरे ग्यान माँग्या। 12 एह बरे मइँ तोहका उहइ देब जउन तू माँग्या। मइँ तोहका बुद्धिमान अउ बिवेकी बनाउब। मइँ तोहरी बुद्धि क ऍतना महान बनाउब कि बीते जमाने मँ कबहुँ तोहरे जइसा कउनो मनई नाहीं भवा ह अउर भविस्स मँ जइसा कबहुँ कउनो नाहीं होइ। 13 अउर तोहका पुरस्कृत करइ बरे मइँ तोहका उ सबइ चिजियन भी देबउँ जेनका तू नाहीं माँग्या। तोहरे पूरी जिन्नगी मँ सम्पत्ति अउ प्रतिस्ठा बनी रही। संसार मँ तोहरे जइसा महान राजा दूसर कउनो नाहीं होइ। 14 मइँ तोहसे चाहत हउँ कि तू मोर अनुसरण करा अउर मोरे नेमन अउर आदेसन क पालन करा। इ उहइ प्रकार करा जउने प्रकार तोहार बाप दाऊद किहस। जदि तू अइसा करब्या तउ मइँ तोहका दीर्घायु भी करब।” 15 सुलैमान जाग गवा। उ जान गवा कि परमेस्सर ओकरे संग सपन मँ बातन किहस ह। तब सुलैमान यरूसलेम गवा अउर यहोवा क करार क सन्दूखे क समन्वा खड़ा भवा। सुलैमान यहोवा क होमबलि अउर मेलबलि चढ़ाएस। एकरे पाछे उ ओन सबहिं प्रमुखन अउ अधिकारियन क दावत दिहस जउन हुकूमत करइ मँ ओकर मदद करत रहेन। 16 एक दिन दुइ मेहररुअन जउन रंडियन रहिन, सुलैमान क लगे आइन। 17 मेहररुअन मँ स एक कहेस, “महाराज, इ मेहरारु अउर मइँ एक ही घरे मँ रहत हीं। हम दुइनउँ गर्भवती भएन अउर अपने बच्चन क जन्म देइ ही वाले रहेन। मइँ अपने बच्चे का जन्म दिहेउँं जब इ हुवाँ मोरे साथ रही। 18 तीन दिन बाद इ मेहरारु भी अपने बच्चा क जन्म दिहस। हम लोगन क संग कउनो दूसर मनई घरे मँ नाहीं रहा। सिरिफ हम दुइनउँ ही रहेन। 19 एक रात इ मेहरारु क बच्चा मर गवा काहेकि उ बच्चा पइ सोई गइ रही। 20 एह बरे रात क जब मइँ सोई रही, इ मोरे पूत क मोरे बिछउन स लइ लिहस। तब इ मरे बच्चे क मोरे बिछउन पइ डाइ दिहस। 21 अगले भिंसारे मइँ जागी अउर अपने बच्चे क दूध पिआवइ वाली रही। किन्तु मइँ लखेउँ कि बच्च मरा भवा ह। तब मइँ ओका जियादा निचके स लखेउँ। मइँ लेखेउँ कि इ मोर बच्च नाहीं अहइ।” 22 मुला दुसर मेहरारु कहेस, “नाहीं! जिअत बच्चा मोर अहइ। मरा बच्चा तोहार अहइ।”किन्तु पहिली मेहरारु कहेस, “नाहीं! तू गलत अहा। मरा बच्चा तोहार अहइ अउर जिअत बच्चा मोर अहइ।” इ तर दुइनउँ मेहररुअन राजा क समन्वा बहस किहन। 23 तब राजा सुलैमान कहेस, “तू दुइनउँ कहति अहा कि जिअत बच्चा हमार आपन अहइ अउर तू पचन मँ स हर एक कहत अहइ कि मरा बच्चा दूसरी क अहइ।” 24 तब राजा सुलैमान अपने सेवक क तरवार लिआवइ पठएस। 25 अउर राजा सुलैमान कहेस, “हम इहइ करब। जिअत बच्चे क दुइ ट्कन कइ द्या। दुइनउँ मेहरारु क आधा आधा बच्चा दइ द्या।” 26 दूसर मेहरारु कहेस, “इ ठीक अहइ। बच्चा क दुइ टूकन मँ काट डावा। तब हम दुइनउँ मँ स ओका कउनो नाहीं पाई।” किन्तु पहिली मेहरारु, जउन सच्ची महतारी रही, अपने बच्चे क बरे पिरेम स भरी रही। उ राजा स कहेस, “मेहरबानी कइके बच्चा क जिन मारा। एका ओका ही दइ देइँ।” 27 तब राजा सुलैमान कहेस, “बच्च क जिन मारा। एका, पहिली मेहरारु क दइ द्या। उहइ सच्ची महतारी अहइ।” 28 इस्राएल क लोग राजा सुलैमान क निणर्य क सुनेन। उ पचे ओकर बहोत आदर अउ सम्मान किहेन काहेकि उ पचे जान गएन कि ओकर ठीक निआउ करइ क बुद्धि ओकरे लगे परमेस्सर स आई।

4:1 राजा सुलैमान इस्राएल क सबहिं लोगन पइ सासन करत रहा। 2 इ सबइ प्रमुख अधिकारियन क नाउँ अहइँ जउन सासन करइ मँ ओकर मदद करत रहेन:सादोक क पूत अजर्याह याजक रहा। 3 सीसा क पूत एलीहोरेप अउ अहिय्याह उ विवरण क लिखइ क कार्य करत रहेन जउन निआबालय मँ होत रहा।अहीलूद क पूत यहोसापात, यहोसापात लोगन क इतिहास क विवरण लिखत रहा। 4 यहोयादा क पूत बनायाह सेनापति रहा,सादोक अउ एब्यातार याजक रहेन। 5 नातान क पूत अजर्याह जनपद- प्रसासकन क अधीच्छक रहा।नातान क पूत जाबूद याजक अउर राजा सुलैमान क एक सलाहकार रहा। 6 अहीसार राजा क घर क हर एक चीज क उत्तरदायी रहा।अब्दा क पूत अदोनीराम दासन क अधीच्छक रहा। 7 इस्राएल बारह छेत्रन मँ बँटा रहा। जेनका जनपद कहत रहेन। सुलैमान हर जनपद पइ सासन करइ क बरे राज्जपालन क चुनत रहा। एन राज्जपालन क आदेस रहा कि उ पचे अपने जनपद मँ भोजन क चीज एकटठ्ा करइँ अउर ओका राजा अउ ओकरे परिवारन क देइँ। हर साल एक महीने क भोजन सामग्री राजा क देइ क जिम्मेदारी बारह राज्जपालन मँ हर एक क रहा। 8 बारह राज्जपालन क इ नाउँ सबइ अहइँ:बेन्हूर, एप्रैम क पर्वतीय प्रदेस क राज्जपाल रहा। 9 बेन्देकेर, माकस, साल्बीम, बेतसेमेस अउ एलोनबेथानान क राज्जपाल रहा। 10 बेन्हेसेद, अरूब्बोत, सौको अउर हेपेर क राज्जपाल रहा। 11 बेनबीनादाब, नपोत दोर क राज्जपाल रहा। ओकर बियाह सुलैमान क बिटिया तापत स भवा रहा। 12 अहीलूद क पूत बाना, तानाक, मगिद्दो स लइके अउर सारतान स लगे पूरे बेतसान क राज्जपाल रहा। इ यिज्रेल क खाले, बेतसान स लइके आबेलमहोला तलक योकमाम क पार रहा। 13 बेनगेबेर, रामोत गिलाद क राज्जपाल रहा। उ गिलाद मँ मनस्से क पूत याईर क सारे सहरन अउ गाँवन क भी राज्जपाल रहा। उ बासान मँ अगोर्ब क जनपद क भी राज्जपाल रहा। इ पहँटा मँ ऊँची चहारदेवारवाले साठ नगर रहेन। ऍन नगरन क फाटकन मँ काँसे क छड़न लगी रहिन। 14 इद्दो क पूत अहीनादाब, महनैम क राज्जपाल रहा। 15 अहीमास, नप्ताली क राज्जपाल रहा। ओकर बियाह सुलैमान क बिटिया बासमत स भवा रहा। 16 हूसै क पूत बाना, आसेर अउ आलोत क राज्जपाल रहा। 17 पारुह क पूत यहोसापात, इस्साकार क राज्जपाल रहा। 18 एला क पूत सिमी, बिन्यामीन क राज्जपाल रहा। 19 ऊरी क पूत गेबेर गिलाद क राज्जपाल रहा। गिलाद उ पहँटा रहा जहाँ एमोरी लोगन क राजा सीहोन अउर बासान क राजा ओग रहत रहेन। किन्तु सिरिफ गेबेर ही उ जनपद क राज्जपाल रहा। 20 यहूदा अउ इस्राएल मँ बहोत बड़ी गिनती मँ लोग रहत रहेन। लोगन क गनती समुद्दर क किनारे क बालू क कणन जेतनी रही। लोग सुख स भरी जिन्नगी बितावत रहेन: उ पचे खात पिअत अउ आनन्दित रहत रहेन। 21 सुलैमान परात नदी स लइके पलिस्ती लोगन क पहँटा तलक सबहिं राज्जन पइ हुकूमत करत रहा। ओकर राज्ज मिस्र क सीमा तलक फइला रहा। इ सबइ देस सुलैमान के भेंट पठवत रहेन अउर ओकरे पूरी जिन्नगी तलक ओकर आग्या क पालन करत रहेन। 22 इ भोजन साम्रगी अहइ जेकर जरूरत हर रोज सुलैमान क खुद अउ ओकरी मेज पइ सबहिं भोजन करइवालन क बरे होत रही:डेढ़ सौ बुसल महीन आटा,तीन सौ बुसल आटा, 23 अच्छा अन्न खाइ भवा दस ठु बर्धा,मैदानन मँ पाले गए बीस ठु बर्धा अउर सौ भेड़िन,जंगली जनावरन जइसा हिरन, चिकारे, मगृ अउ सिकारी पछियन भी! 24 सुलैमान परात नदी क पच्छिम क सबहिं देसन पइ हुकूमत करत रहा। इ प्रदेस तिप्सह स अज्जा तलक रहा अउर सुलैमान क राज्ज क चारिहुँ कइँती सान्ति रही। 25 सुलैमान क जिन्नगी क समइ इस्राएल अउ यहूदा क सबहिं लोग लगातार दान स लइके बेसेर्बा तलक सान्ति अउ सुरच्छा मँ रहत रहेन। लोग सान्ति क साथ अपने अंजीर क बृच्छन अउ अंगूरे क बेलन क तले बइठत रहेन। 26 सुलैमान क लगे ओकरे रथन क बरे चार हजार घोड़न क रखइ क जगह अउ ओकरे पास बारह हजार घोड़सवार रहेन। 27 हर महीने बारह जनपद क राज्जपालन मँ स एक ठु सुलैमान क उ सबइ चिजियन देत रहा जेकर ओकर जरूरत पड़त रही। इ राजा क मेज पइ खाइ वाले हर एक मनई बरे काफी होत रही। 28 जनपद राज्जपालन राजा क रथन क घोड़न अउ सवारी क घोड़न बरे बहोत अधिक चारा अउ सूखा घास भी देत रहेन। उ पचे इ अन्न क एक उचित जगह पइ लिआवत रहा। 29 परमेस्सर सुलैमान क उत्तिम बुद्धि दिहेस। सुलैमान अनेक बातन समुझ सकत रहा। ओकर बुद्धि कल्पना क परे तेज रही। 30 सुलैमान क बुद्धि पूरब क सबहिं मनइयन क बुद्धि स जियादा तेज रही। ओकर बुद्धि मिस्र मँ रहइवाले सबहिं मनइयन क बुद्धि से जियादा तेज रही। 31 उ पृथ्वी क कउनो भी मनइयन स जियादा बुद्धिमान रहा। उ एज्रेही एतान स भी जियादा बुद्धिमान रहा। उ हेमान, कलकोल अउ दर्दा स जियादा बुद्धिमान रहा। इ सबइ माहोल क पूत रहेन। राजा सुलैमान इस्राएल अउ यहूदा क चारिहुँ कइँती क सबहिं देसन मँ प्रसिद्ध होइ गवा। 32 अपने जिन्नगी क समइ मँ राजा सुलैमान तीन हजार बुद्धि क बातन अउर पन्द्रह सौ गीतन लिखेस। 33 सुलैमान प्रकृति क बारे मँ बहोत कछू जानत रहा। सुलैमान लबानोन क बिसाल देवदारू बृच्छन स लइके देवारन मँ उगलवाली जूफा क अलग प्रकार क पेड़-पौधन मँ स हर एक क बारे मँ सिच्छा दिहस। राजा सुलैमान जनावरन, पँछियन अउ रेंगइवाले जान्तुअन अउ मछरियन क चर्चा किहेस ह। 34 सुलैमान क बुद्धिमत्तापूर्ण बातन क सुनइ बरे सबहिं रास्ट्रन स लोग आवत रहेन। सबहिं रास्ट्रन क राजा अपने बुद्धिमान मनइयन क राजा सुलैमान क बातन क सुनइ बरे पठवत रहेन।

5:1 हीराम सोर क राजा रहा। हीराम सदा ही दाऊद क मीत रहा। एह बरे जब हीराम क मालूम भवा कि सुलैमान दाऊद क पाछे नवा राजा भवा ह तउ उ सुलैमान क लगे आपन सेवक पठएस। 2 सुलैमान हीराम राजा क इ सबइ संदेस पठाएस: 3 “तोहका याद अहइ कि मोर बाप राजा दाऊद क अपने चारिहुँ कइँती अनेक जुद्ध लड़इ पड़े रहेन। एह बरे उ यहोवा अपने परमेस्सर क मन्दिर बनवावइ मँ समर्थ नाहीं होइ सका। राजा दाऊद तब तलक प्रतीच्छा करत रहा जब तलक यहोवा ओकर सबहिं दुस्मनन क ओहसे पराजित नाहीं होइ दिहस। 4 किन्तु अब यहोवा मोर परमेस्सर मोर देस क चारिहुँ कइँती मोका सान्ति दिहस ह। अब मोर कउनो दुस्मन नाहीं अहइ। मोर प्रजा अब कउनो खतरे मँ नाहीं अहइ। 5 “यहोवा मोर बाप दाऊद क संग एक ठु प्रतिग्या किहे रहा। यहोवा कहे रहा, ‘मइँ तोहरे पूत क तोहरे पाछे राजा बनाउब अउर तोहार पूत मोर सम्मान करइ बरे एक ठु मन्दिर बनाई।’ अब मइँ, यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करइ बरे उ मन्दिर बनावइ क जोजना बनाएँउ ह। 6 अउर एह बरे मइँ तोहसे मदद माँगत हउँ। अपने मनइयन क लबानोन पठवा। हुवाँ उ पचे मोरे बरे देवदारु क बृच्छन क कटिहीं। मोर सेवक तोहरे सेवकन क संग काम करिहीं। मइँ उ कउनो भी मजदूरी भुगतान करब जउन तू अपने सेवकन बरे तय करब्या। किन्तु मोका तोहार मदद क जरुरत अहइ। मोर बढ़ई सीदोन क बढ़इयन क तरह नीक नाहीं अहइँ।” 7 जब हीराम, जउन कछू सुलैमान माँगेस, उ सुनेस तउ उ बहोत खुस भवा। राजा हीराम कहेस, “आजु मइँ यहोवा क धन्यवाद देत हउँ कि उ दाऊद क इ विसाल रास्ट्र पइ सासन करइ बरे एक ठु बुद्धिमान पूत दिहस ह।” 8 तब हीराम सुलैमान क एक संदेसा पठएस। संदेसा इ रहा, “तू जउन माँग किहा ह, उ मइँ सुनेउँ ह। मइँ तोहका सारे देवदारु क बच्छ अउर चीर क बृच्छ देब, जेनका तू चाहत अहा। 9 मोर सेवक लबानोन स ओनका समुदद्र तलक लइहीं। तब मइँ ओनका एक संग बाँध देब अउर ओनका समुद्दर मँ उ जगह कइँती बहाइ देब जहाँ तू चाहत अहा। हुवाँ मइँ लटठ्न क अलग कइ देब अउर बृच्छन क तू लइ सकब्या। एकर बदले मँ तू मोर साही घरे क लोगन बरे भोजन प्रदान कराउब्या।” 10 एह बरे हीराम, सुलैमान क सबइ देवदार अउर सनौवर क बृच्छ दिहेन जेका उ चाहत रहेन। 11 अउर सुलैमान हर साल लगभग एक लाख बीस हजार बुसल गोहूँ अउ लगभग एक लाख बीस हजार गैलन निखालिस जइतून क तेल हीराम क ओकरे परिवार क भोजन बरे दिहस। 12 यहोवा आपनी प्रतिग्या क अनुसार सुलैमान क बुद्धि दिहस अउ सुलैमान अउ हीराम क बीच सान्ति रही। इ दुइनउँ राजा लोग आपुस मँ सन्धि किहन। 13 राजा सुलैमान इ काम मँ मदद बरे इस्राएल क तीस हजार मनइयन क मजबूर किहन। 14 राजा सुलैमान अदोनीराम नाउँ क एक ठु मनई क ओनकी ऊपर अधिकारी बनाएस। सुलैमान ओन मनइयन क तीन ठु टुकड़ियन मँ बाँटेस। हर एक टुकड़ी मँ दस हजार मनई रहेन। हर समूह एक महीना लबानोन मँ काम करत रहा अउर तब दुइ महीना बरे अपने घरे लउटत रहा। 15 सुलैमान अस्सी हजार मनइयन क भी पहाड़ी प्रदेस मँ काम करइ बरे मजबूर किहस। एन मनइयन क काम चट्टानन क काटब रहा अउर हुवाँ सत्तर हजार मनई पाथर क ढोवइवाले रहेन। 16 अउर तीन हजार तीन सौ मनई रहेन जउन काम करइवाले मनइयन क ऊपर अधिकारी रहेन। 17 राजा सुलैमान, मन्दिर क नेंव बरे बिसाल अउ कीमती चट्टानन क कटाइ क आदेस दिहस। इ सबइ पाथर सावधानी स काटे गएन। 18 तब सुलैमान क मकान बनावइया अउ कारीगरन अउ हीराम क मकान बनावइया अउ कारीगरन अउ गबाली क मनइयन पाथरन क काटेन अउ ओन पइ नक्कासी क काम किहेन। उ पचे मन्दिर क बनावइ बरे पाथरन अउ लट्ठन क तइयार किहेन।

6:1 तब सुलैमान मन्दिर बनाउब सुरु किहस। इ इस्राएल क लोगन क जरिये मिस्र तजइ क चार सौ अस्सीवाँ बरिस पाछे रहा। इ राजा सुलैमान क इस्राएल पइ हुकूमत क चउथे बरिस मँ रहा, इ जीव क महीना, बरिस क दूसर महीना रहा। 2 मन्दिर साठ हाथ लम्बा, बीस हाथ चौड़ा अउर तीस हाथ ऊँचा रहा। 3 मन्दिर मण्डप तीस हाथ लम्बा अउ दस हाथ चौड़ा रहा। इ मण्डप मन्दिर क ही मुख्य हींसा क समन्वा बराबर लम्बा रहा। एकर लम्बाई मन्दिर क चौड़ाई क बराबर रही। 4 मन्दिर मँ सँकरी खिड़कियन रहिन। इ सबइ खिड़कियन बाहेर कइँती सँकरी अउ भीतेर कइँती चौड़ी रहिन। 5 तब सुलैमान मन्दिर क मुख्य हींसा क चारिहुँ कइँती कमरन क एक कतार बनाएस। उ पचे एक दूसर क छते क ऊपर बने रहेन। 6 कमरन मन्दिर क देवार स सटा रहेन किन्तु ओनकर सहतीरन ओनकी देवार मँ नाहीं घुसी रहिन। सिखर पइ, मन्दिर क देवार पातर होइ गइ। एह बरे ओन कमरन क एक कइँती क देवार ओकरे खाले क देवार स पातर रही। खाले क मंजिल क कमरन पाँच हाथ चौड़ा रहेन। बीच क मंजिल क कमरन छ: हाथ चौड़ा रहेन। ऊपर क कमरन सात हाथ चौड़ा रहेन। 7 काम करइवाला मनईयन देवारन क बनावइ बरे बड़के पाथरन क उपयोग किहन। काम करइवाला मनईयन उहइ जगह पइ पाथरन क काटेन जहाँ उ पचे ओनका जमीने स निकारेन। एह बरे मन्दिर मँ हथौड़ियन, कुल्हाड़ियन अउ दूसर कउनो भी लोहा क औजार क आवाज़ मन्दिर क बगल मँ ऐकरे निर्माण क समई नाहीं सुनाई दिहे रहेन। 8 खाले क कमरन क प्रवेस दुआर मन्दिर क दकिाखन कइँती रहा। भीतर सीढ़ियन रहिन जउन मन्दिर क दूसर मंजिल क कमरन अउ तब तीसरे मंजिल क कमरन तलक जात रहिन। 9 इ तरह सुलैमान मन्दिर बनाउब पूरा किहस। मन्दिर क हर एक भाग देवदारु क तख्तन स मढ़ा गवा रहा। 10 सुलैमान मन्दिर क चारिहुँ कइँती कमरन क बनाउब भी पूरा किहस। हर एक मंजिल पाँच हाथ ऊँचा रही। ओन कमरन क देवदार क सहतीरन मन्दिर क छुअत रहिन। 11 यहोवा सुलैमान स कहेस, 12 “इ मन्दिर क बारे मँ जका तू निमार्ण करत ह जदि तू मोर सबहिं नेमन अउ आदेसन क पालन करब्या तउ मइँ उ सबइ करब जेकरे बरे मइँ तोहरे बाप दाऊद स प्रतिग्या किहे रहेउँ। 13 अउर मइँ इस्राएल क गदेलन क संग रहब, अउर मइँ इस्राएल क लोगन क कबहुँ छोड़ब नाहीं।” 14 इ तरह सुलैमान मन्दिर क निर्माण पूरा किहस। 15 मन्दिर क भीतर क देवारन देवदारु क पल्लन स मढ़ी गइ रहिन। देवदारु क पल्लन फर्स स छत तलक रहेन। पाथर क फर्स चीड़ क पल्लन स ढका रहा। 16 उ पचे मन्दिर क पिछले हींसा मँ एक ठु कमरा बीस हाथ अन्दर गहिरा बनाएन। उ पचे इ कमरा क देवारन क देवदारु क पल्लन स मढ़ेन। देवदारु क पल्लन फर्स स छते तलक रहेन। इ कमरा सब स जियादा पवित्तर जगह कहा जात रहा। 17 महा पवित्तर स्थान क समन्वा वाला भाग मन्दिर क सबन त जियादा पवित्तर भाग रहा। इ कमरा चालीस हाथ लम्बा रहा। 18 उ पचे इ कमरे क देवारन क देवदारु क पल्लन स मढ़ेन, देवारे क कउनो भी पाथर नाहीं लखा जाइ सकत रहा। उ पच्चे फूलन अउ कद्द् क चित्र देवदारु क पल्लन मँ नक्कासी किहन। 19 सुलैमान मन्दिर क पाछे भीतर गहिर कमरन क तइयार किहस। इ कमरा यहोवा क करार क सन्दूखे क बरे रहा। 20 इ कमरा बीस हाथ लम्बा बीस हाथ चौड़ा अउ बीस हाथ ऊँचा रहा। 21 सुलैमान इ कमरे क निखालिस सोना स मढ़ेस। उ इ कमरा क समन्वा एक ठु धूप वेदी बनाएस। उ वेदी क सोने स मढ़ेस अउर एकरे चारिहुँ कइँती सोने क जंजीरन लपेटेस। 22 सारा मन्दिर सोना स मढ़ा रहा अउर सब स जियादा पवित्तर जगह क समन्वा वेदी सोना स मढ़ी गइ रही। 23 सिल्पकार पखना सहित दुई ठु करूब सरगदूतन क मूरती बनाएन। सिल्पकार जइतून क काठे स मूतियन बनाएन। दुइनउँ सरगदूतन सब स जियादा पवित्तर जगह मँ धरे गएन। हर एक सरगदूत दस हाथ ऊँच रहा। 24 उ सबइ दुइनउँ सरगदूत एक ही माप क रहेन अउर एक ही सैली मँ बने रहेन। हर एक सरगदूत क दुइ पखनन रहेन। हर एक पखना पाँच हाथ लम्बा रहा। एक पखना क सिरे स दूसर पखना क सिरे तलक दस हाथ रहा अउर हर एक सरगदूत दस हाथ ऊँच रहा। 25 26 27 इ सबइ करूब सरगदूत सब स जियादा पवित्तर ठउर मँ धरे गए रहेन। उ सबइ एक दूसर क बगल मँ खड़े रहेन। ओनकर पखना कमरा बीच मँ एक दूसर क छुअत रहेन। दूसर दुइ पखनन हर एक बगल क देवार क छुअत रहेन। 28 दुइनउँ करूब सरगदूत सोना स मढ़े गए रहेन। 29 मुख्य कच्छ अउ भीतरी कच्छ चारिहुँ कइँती क देवारन पइ करूब सरगदूतन, ताड़ क बृच्छन अउ फूल क चित्र उकेरे गए रहेन। 30 दुइनउँ कमरन क फर्स सोना स मढ़ी गइ रही। 31 कारीगरन जइतून क काठे क दुइ दरवाजा बनाएन। उ पचे ओन दुइ दरवाजन क सब स जियादा पवित्तर जगह क प्रवेस दुआर मँ लगाएन। दरवाजन क चारिहुँ कइँती क चौखट पाँच पहलदार बनी रही। 32 उ पचे दुइनउँ दरवाजन क जैतून क काठे क बनाएन। कारीगरन दरवाजन पइ करूब सरगदूत, ताड़ क बृच्छन अउ फूलन क चित्रन क उकेरेन। तब उ पचे दरवाजन क सोना स मढ़ेन। 33 उ पचे मुख्य कच्छ मँ प्रवेस बरे भी दरवाजन बनाएन। उ पचे एक वर्गाकार दरवाजे क चौखट बनावइ बरे जैतून क काठे क उपयोग किहन। 34 तब उ पचे दरवाजा बनावइ बरे चीर क लकड़ी क उपयोग किहन। 35 हुवाँ दुइ दरवाजा रहेन। हर एक दरवाजे क दुइ भाग रहेन, एह बरे दुइनउँ दरवाजन मुड़िके बंद होत रहेन। उ पचे दरवाजन पइ करूब सरगदूत ताड़ क बृच्छन अउ फूलन क चित्रन क उकेरेन। तब उ पचे ओनका सोना स मढ़ेन। 36 तब उ पचे भीतरी आँगन बनाएन। उ पचे इ आँगन क चारिहुँ ओर देवारन बनाएन। हर एक देवदार कटे पाथरन क तीन कतारन अउ देवारु क काठन क एक कतार स बनाइ गइ। 37 उ पचे बरिस क दूसरे महीने जिब माह मँ मन्दिर क निर्माण सुरु किहन। इस्राएल क लोगन पइ सुलैमान क हुकूमत क चउथे बरिस मँ, इ भवा। 38 मन्दिर क निर्माण बरिस क अठएँ महीने बूल माह मँ पूरा भवा। लोगन पइ सुलैमान क हुकूमत क गियारहवें बरिस इ भवा रहा। मन्दिर क निर्माण मँ सात बरिस लगेन। मन्दिर ठीक उहइ प्रकार बना रहा जइसा ओका बनावइ क जोजना रही।

7:1 राजा सुलैमान अपने बरे एक महल भी बनवाएस। सुलैमान क महल क निर्माण क पूरा करइ मँ तेरह बरिस लगेन। 2 उ उ इमारत क भी बनाएस जेका, “लबानोन क बन” कहा जात ह। इ सौ हाथ लम्बा, पचास हाथ चौड़ा, अउर तीस हाथ ऊँच रहा। एहमाँ देवदारु क खम्भन क चार कतारन रहिन। हर एक कतारे क सिरे पइ देवदारु क सीर्स रहा। 3 खम्भन क कतारन क आर पार जात भइ देवदारु क सहतीरन रहिन। उ पचे देवदारु क पल्लन क छते क बरे एन सहतीरन पइ धरे रहेन। खम्भन क हर एक विभाग क बरे पन्द्रह सहतीरन रहिन। सब निलाइके पैंतालीस सहतीरन रहिन। 4 बगल क हर एक देवारे मँ खिड़कियन क तीन कतारन रहिन। खिड़कियन परस्पर आमने-सामने रहिन। 5 हर एक क आखिर मँ तीन दरवाजन रहेन। सबहिं दरवाजन क दुुआर अउ चौखटन वर्गाकार रहेन। 6 सुलैमान “खम्भन क प्रवेस दुआर मण्डप” भी बनाएस। इ पचास हाथ लम्बा अउ तीस हाथ चौड़ा रहा। प्रवेस दुआर मण्डप क अगला भाग क संग-संग खम्भन पइ टिकी एक ठु छत रही। 7 सुलैमान एक ठु सिंहासन कच्छ बनाएस जहाँ उ लोगन क निआउ करत रहा। उ एका “निआव कच्छ” कहत रहा। कच्छ फर्स स लइके छते तलक देवदारु स मढ़ा रहा। 8 जउन भवन मँ सुलैमान रहत रहा, उ निआव महाकच्छ क पाछे दूसर आँगन मँ रहा। इ महल वइसे ही बना रहा जइसा निआव महाकच्छ बना रहा। उ अपनी मेहरारु स जउन मिस्र क राजा क बिटिया रही, क बरे बइसा ही महल बनाएस। 9 इ सबहिं इमारतन महंगा पाथर क ठुकन स बनी रहिन। इ सबइ पाथर समुचित आकार मँ आरे स काटे ग रहेन। उ सबइ सामने अउ पाछे कइँती स कटे रहेन। इ सबइ महंगा पाथर नेंव स लइके देवार क ऊपरी तहे तलक लगे रहेन। अँगने क चारिहुँ कइँती क देवार भी महंगा पाथर टूकन स बनी रहिन। 10 नेव बिसाल महंगा पाथरन स बनी रही। कछू पाथर दस हाथ लम्बे रहेन अउर दूसर बारह फुट लम्बे रहेन। 11 ओन पाथरन क सीर्स पइ दूसर महंगा पाथर अउ देवदारु क सहतीरन रहिन। 12 महल क आँगन, मन्दिर क आँगन अउ मन्दिर क प्रवेस दुआर मण्डप क चारिहुँ कइँती देवारन रहिन। उ सबइ देवारन पाथर क तीन कतारन अउ देवदारु काठे क एक कतार स बनी रहिन। 13 राजा सुलैमान हीराम नाउँ क मनई क लगे सोर मँ सँदेसा पठएस। सुलैमान हीराम क यरूसलेम लिआवा। 14 हीराम क महतारी नप्ताली परिवार समूह स इस्राएली रही। ओकर मरा बाप सोर क रहा जउन काँसा क काम मँ कुसल रहा। हीराम काँसे स चिजियन बनावत रहा। उ बहोत कुसल अउ अनुभवी कारीगर रहा। एह बरे राजा सुलैमान ओका आवइ बरे कहेस अउर हीराम ओका स्वीकार किहस। एह बरे राजा सुलैमान हीराम क काँसे स निमिर्त सबहिं चिजियन क बनाएस। 15 हीराम काँसा क दुइ खम्भा बनाएस। हर एक खम्भा अठारह हाथ लम्बा अउ बारह हाथ गोलाईवाला रहा। खम्भा खोखले रहेन अउर धातु तीन इन्च मोटी रही। 16 हीराम दुइ काँसा क सीर्स भी बनाएस जउन पाँच हाथ ऊँचे रहेन। हीराम एन सीर्सन क खम्भन क सिरन पइ रखेस। 17 तब उ दुइनउँ खम्भन क ऊपर क सीर्सन क ढाँपइ बरे जंजीरन क दुइ जाल बनाएस। 18 तब उ अलंकरन क दुइ कतारन बनाएस जउन अनार क तरह देखात रहेन। उ पचे एन काँसन क अनारन क हर एक खम्भा क जालन मँ, खम्भन क सिरन क सीर्सन क ढाँपइ बरे रखेस। 19 पाँच हाथ ऊँच खम्भन क सिरन क सीर्स फूल क आकार क बना रहेन। 20 सीर्स खम्भन क सिरन पइ रहेन। उ सबइ कटोरन क आकार क जाल क ऊपर रहेन। उ ठउरे पइ सीर्सन क चारिहुँ कइँती कतारन मँ दुई सौ अनार रहेन। 21 हीराम एन दुइनउँ काँसा क खम्भन क मन्दिर क प्रवेस दुआर पइ खड़ा किहस। दुआर क दक्खिन कइँती एक खम्भा अउ दुआर क उत्तर कइँती दूसर खम्भा खड़ा कीन्ह गवा। दक्खिन क खम्भा क नाउँ याकीन रखा गवा। उत्तर क खम्भा क नाउँ बोआज़ रखा गवा। 22 उ पचे फूल क आकार क सीर्सन क खम्भन क ऊपर रखेन। इ तरह दुइनउँ खम्भन पइ काम पूरा भवा। 23 तब हीराम काँसा क एक गोल हौज बनाएस। उ पचे इ हउज क “सागर” कहेन। हौज लगभग तीस हाथ गोलाई मँ रहा। इ आर-पार दस हाथ अउर पाँच हाथ गहिर रहा। 24 हौज क बाहरी सिरे पइ एक ठु बारी रही। इ बारी क खाले काँसा क कददुअन क दुइ कतारन हौज क घेरे भए रहिन। काँसे क कद्दू हौज क हींसा क रूप मँ एक ठु इकाई मँ बने रहेन। 25 हौज बारह काँसे क बर्धन क पीठन पइ टिका रहा। इ सबइ बारँहु बर्धा तालाब स दूर बाहेर क लखत रहेन। तीन ठु उत्तर कइँती, तीन दक्खिन क अउ तीन पच्छिम कइँती लखत रहेन। 26 हौज क देवारन तीन इन्च मोट रहिन। तालाब क चारिहुँ कइँती क किनारी एक पयाले क किनारी या फूल क पुंखड़ियन क तरह रहिन। तालाब क छमता लगभग गियारह हजार पाँस सौ गैलन रही। 27 तब हीराम दस काँसे क गाड़ियन बनाएस। हर एक चार हाथ लम्बी, चार हाथ चौड़ी अउ पाँच हाथ ऊँच रही। 28 गाड़ियन वर्गाकार पल्लन क चउखटन मँ मढ़िके बनाई गइ रहिन। 29 पल्लन अउ चउखटन पइ काँसे क सिंह, बर्धा अउ करूब सरगदूत रहेन। सिंह अउ बर्धन क ऊपर अउ खाले फूलन क डिज़ाईन हथौड़ा स पीट-पीट के काँसे मँ बनावा ग रहेन। 30 हर एक गाड़ी मँ चार काँसे क पहियन काँसे क धुरी क संग रहेन। कोनन पइ काँसे क टेकन बिसाल कटोरा बरे बने रहेन। टेकन पइ हथौड़न स पीट-पीट के फूलन क डिज़ाईन काँसे मँ बनावा ग रहेन। 31 कटोरा बरे ऊपरी सिरे पइ एक ढाँचा बना रहा। इ कटोरन स ऊपर स एक हाथ ऊँच रहा। कटोरा क खुल भवा गोल हींसा डेढ़ हाथ व्यास वाला रहा। काँसे क ढाँचे पइ जउन डिज़ाईन खोदा गए रहेन इ चौकोर रहेन, गोल नाहीं। 32 ढाँचा क खाले चार पहियन रहेन पहिये डेढ़ हाथ व्यासवाले रहेन। पहिये क बीच धुरे गाड़ी क संग एक इकाई क रूप मँ बने रहेन। 33 पहियन रथे क पहियन क नाईं रहेन। पहियन क हर एक चीज-धुरे, परिधि, तीलियन अउ नाभी काँसे क बनी रही। 34 हर एक गाड़ी क चारिहुँ कोनन पइ चार आधार रहेन। उ सबइ गाड़ी क संग एक इकाई क रुप मँ बने रहेन। 35 हर एक गाड़ी क ऊपरी सिरे क चारिहुँ कइँती एक काँसा क आधा हाथ गहिरा पट्टी रही। टेकन अउर पटरियन एक इकाई मँ बन के गाड़ी क साथ जुड़े रहेन। 36 इ गाड़ी बगल अउ ढाँचे पइ करूब सरगदूतन, सिंहन अउ ताड़ क बृच्छन क चित्र काँसा मँ गाड़ी क बगल अउर ढाँचे पइ खोदे गए रहेन। इ सबइ चित्र गाड़ियन पइ जहाँ भी जगह रही, उकेरे गए रहेन अउर गाड़ी क चारिहुँ कइँती क ढाँचे पइ फूल उकेरे गए रहेन। 37 हीराम दस गाड़ियन बनाएस अउर उ सबइ सबहिं एक जइसी रहिन। हर एक गाड़ी काँसा क बनी रही। काँसा क गलावा गवा रहा अउर साँचा मँ ढाला गवा रहा। एह बरे सबहिं गाड़ियन एक ही आकार अउर एक ही रूप क रहिन। 38 हीराम दस कटोरन भी बनाएस। एक कटोरा दस गाड़ियन मँ स हर एक बरे रहा। हर एक कटोरा चार हाथ व्यास वाला रहा अउर हर एक कटोरे मँ दुइ सौ तीस गैलन आइ सकत रहा। 39 हीराम पाँच गाड़ियन क मन्दिर क दक्खिन अउ दूसर पाँच गाड़ियन क मन्दिर क उत्तर मँ धरेस। उ बिसाल तालाब क मन्दिर क दक्खिन पूर्व कोने मँ धरेस। 40 हीराम बर्तन, नान्ह बेलचन अउ नान्ह कटोरन भी बनाएस। हीराम ओन सारी चिजियन क बनाउब पूरा किहस जेनका राजा सुलैमान ओहसे बनावावइ चाहत रहा। हीराम यहोवा क मन्दिर बरे जउन कछू बनाएस ओकर सूची इ अहइ: 41 दुइ खम्भा, खम्भन क सिरन बरे कटोरा क आकार क दुइ सीर्स, सीर्सन क चारिहुँ कइँती लगाए जाइवाले दुइ जाल। 42 दुइ जातन बरे चार सौ अनार खम्भन क सिरन पइ सीर्सन क दुइनउँ कटोरन क ढकइ बरे हर एक जात क वास्ते अनारन क दुइ कतारन रहिन। 43 हुँवा दस गाड़ियन रहिन, हर गाड़ी पइ एक कटोरा रहा, 44 एक बिसाल तालाब जउन बारह बर्धन पइ टिका रहा, 45 बर्तन, नान्ह बेल्चन, नान्ह कटोरन, अउर यहोवा क मन्दिर बरे सबहिं तस्तरियन।हीराम उ सबहिं चिजियन बनाइन जेनका राजा सुलैमान चाहत रहा। उ सबइ सबहिं झलकाए भए काँसा स बनी रहिन। 46 सुलैमान उ काँसे क कबहुँ नाहीं तौलेस जेकर उपयोग एन चिजियन क बनावइ बरे भवा रहा। उ ऍतना जियादा रहा कि एकर तउलब संभव नाहीं रहा। एह बरे सारे काँसे क तौल क कुल योग कबहुँ मालूम नाहीं भवा। राजा ऍन चिजियन क सुक्कोत अउ सारतान क बीच यरदन नदी क निचके बनावइ क आदेस दिहस। उ पचे ऍन चिजियन क, काँसा क गलाइके अउर जमीन मँ बने साँचन मँ ढालिके, बनाएस। 47 48 सुलैमान इ भी आदेस दिहस कि मन्दिर बरे सोने क बहोत स चिजियन बनाई जाइँ। सुलैमान मन्दिर बरे सोना स जउन चिजियन बनाएस, उ सबइ इ अहइँ।सुनहरी वेदी;सुनहरी मेज ओन रोटी बरे जउन कि पवित्तर स्थान मँ धरी जात रहा। 49 सुद्ध सोना क दीपधार सब स जियादा पवित्तर ठउर क समन्वा इ सबइ मँ स पाँच दीपधार दक्खिन कइँती अउर पाँच उत्तर कइँती धरी जात रहेन।सुनहरा फूल, दीपक अउ चिमटन; 50 सुद्ध सोना क कटोरन, पलीता काटई बरे कैंचियन, छोटा कटोरन, कढ़ाईयन, कोइला ढोवइ बरे सुद्ध सोना क तस्तरियन; भीतरी कमरा क दरवाजन बरे जउन सबन त जियादा पवित्तर स्थान अहइ, अउर मन्दिर क मुख्य कमरा क दूसर दरवाजन बरे सोने क कब्जन। 51 इ तरह सुलैमान, यहोवा क मन्दिर बरे जउन काम उ करइ चाहत रहा, पूरा किहस। तब सुलैमान उ सबइ सबहिं चिजियन लिहस जेनका ओकर पिता दाऊद इ उद्देस्य क बरे सुरच्छित रखे रहिन। उ एन चिजियन क मन्दिर मँ लिआवा। उ चाँदी अउ सोना यहोवा क मन्दिर क खजानन मँ धरेस।

8:1 तब राजा सुलैमान इस्राएल क सबहिं बुर्जुगन, परिवार समूहन क प्रमुखन अउ इस्रएल क परिवारन क प्रमुखन क एक संग यरूसलेम मँ बोलाएस। सुलैमान ओनका सामिल करइ चाहत रहा कि उ पचे करार क सन्दूख क दाऊद नगर स मन्दिर मँ लिआवइँ। 2 एह बरे इस्राएल क सबहिं लोग इकट्ठा होइके राजा सुलैमान क लगे आएन। इ एतानीम महीना मँ कुटीर क त्यौहार क मौका रहा, इ बरिस क सतवाँ महीना रहा। 3 इस्राएल क सबहिं बुर्जुगन उ ठउरे पइ आएन। तब याजक लोग पवित्तर सन्दूख उठाएन। 4 उ पचे पवित्तर तम्बू अउ तम्बू मँ क सबहिं चिजियन सहित यहोवा क पवित्तर सन्दूख क लइ आएन। लेवी वंसियन याजक लोगन क मदद एन चिजियन क लइ जाइ मँ किहेन। 5 राजा सुलैमान अउर इस्राएल क सबहिं लोग करार क सन्दूख क समन्वा इकट्ठे भएन। उ पचे अनेक बलि भेंट किहन। उ पचे ऍतना जियादा भेंड़िन अउ गोरुअन मारेन कि ओन सबहिं क कउनो मनई गनइ या दर्ज करइ मँ सार्मथ नाहीं रहा। 6 तब याजक लोग यहोवा क करार क सन्दूखे क ओकरे उचित ठउरे पइ धरेन। इ मन्दिर क भीतर सब स जियादा पवित्तर ठउरे मँ रहा। करार क सन्दूख करूब सरगदूतन क पखनन क खाले धरा गवा। 7 करूब सरगदूतन क पखना करार क सन्दूख क अउर ओका लइ चलइ मँ सहायक बल्लियन क ढाँपे रहेन। 8 इ सबइ सहायक बल्लिायन बहोत बड़ी रहिन। जदि कउनो मनई पवित्तर ठउर मँ सब स जियादा पवित्तर ठउर क समन्वा खड़ा होइ, तउ उ बल्लियन क सिरन क लख सकत ह। किन्तु बाहेर क कउनो भी ओनका नाहीं लख सकत। उ सबइ बल्लियन आजु भी हुँवा अहइँ। 9 हिआँ पवित्तर सन्दूख क भीतर सिरिफ दुइ सिलन रहिन। उ सबइ दुइ सिलन उहइ रहिन जेनका मूसा होरेब नाउँ क ठउरे पइ पवित्तर सन्दूख मँ धरे रहेन। होरेब उ ठउर रहा जहाँ यहोवा इस्राएल क लोगन क संग ओनके मिस्र स बाहेर आवइ क पाछे करार किहस। 10 याजक सन्दूखे क सब स जियादा पवित्तर ठउर मँ धरेस। जब याजक पवित्तर ठउर स बाहेर आएन तउ बादल यहोवा क मन्दिर मँ भर गवा। 11 याजक आपन सेवा करत नाहीं रहि सकेन काहेकि बादर क कारण मन्दिर यहोवा क प्रताप स भर गवा रहा। 12 तब सुलैमान कहेस:“यहोवा अकासे मँ सूरज चमकाएस, मुला उ करिआ बादर मँ रहब पसन्द किहेस। 13 मइँ तोहरे बरे एक सानदार मन्दिर बनाएउँ, एक निवास जेहमाँ तू सदा ही रहब्या।” 14 इस्राएल क सबहिं लोग हुँवा खड़े रहेन। एह बरे सुलैमान ओनकी ओर मुड़ा अउर परमेस्सर ओनका आसीर्बाद देइ क कहेस। 15 तब राजा सुलैमान यहोवा स एक लम्बी पराथना किहस। उ जउन पराथना किहस उ इ अहइ:“इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क प्रसंसा करा। यहोवा मोर पिता दाऊद स जउन कछु प्रतिग्या किहेस ओनका उ खुद पूरा किहस ह। यहवा मोरे बाप स कहेस, 16 ‘मइँ अपने लोगन, इस्राएल क मिस्र स बाहेर लिआएउँ। लेकिन मइँ अबहिँ तलक इस्राएल परिवार समूह स कउनो नगर क नाहीं चुनेउँ ह, कि मोका सम्मान देइ बरे मन्दिर-निर्माण करइ। अउर मइँ इस्राएलियन क नेता कउनो मनई क नाहीं चुनेस ह। किन्तु अब मइँ यरूसलेम क चुनेउँ ह जहाँ मइँ सम्मानित होत रहब अउर मइँ दाऊद क इस्राएली लोगन पइ हुकूमत करइ बरे चुनेउँ ह।’ 17 “मोर बाप दाऊद जियादा चाहत रहेन कि उ पचे यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क सम्मान बरे मन्दिर बनावइँ। 18 किन्तु यहोवा मोर बाप दाऊद स कहेस, ‘मइँ जानत हउँ कि तू मोरे सम्मान बरे मन्दिर बनावइ क प्रबल इच्छा रखत अहा अउर इ नीक अहइ कि तू मोर मन्दिर बनावइ चाहत अहा। 19 किन्तु तू उ मनई नाहीं अहा जेका मइँ मन्दिर बनावइ बरे चुनेउँ ह। तोहार पूत मोर मन्दिर बनाई।’ 20 “इ तरह यहोवा जउन प्रतिग्या किहे रहा ओका पूरी कइ दिहेउँ ह। अब मइँ अपने बाप दाऊद क ठउरे पइ राजा अहउँ। अब मइँ यहोवा क प्रतिग्या क अनुसार इस्राएल क लोगन पइ सासन करत हउँ अउर मइँ यहोवा इस्राएल क परमेस्सर बरे मन्दिर बनाएउँ ह। 21 मइँ मन्दिर मँ एक ठउर पवित्तर सन्दूखे बरे बनाएउँ ह। उ पवित्तर सन्दूखे मँ उ करार अहइ जउन वाचा यहोवा हमरे पुरखन क संग किहे रहा। यहोवा उ वाचा तब किहेस जब उ हमरे पुरखन क मिस्र स बाहेर लइ आवा रहा।” 22 तब सुलैमान यहोवा क वेदी क समन्वा खड़ा भवा। सबहिं लोग ओकरे समन्वा खड़े भएन। राजा सुलैमान अपने हाथन क अकासे कइँती फइलाएस। 23 उ कहेस,“हे यहोवा इस्राएल क परमेस्सर तोहरे समान धरती पइ या अकास मँ कउनो दूसर परमेस्सर नाहीं अहइ। तू अपने लोगन क संग करार किहा अउर ओहमाँ कायम रह्या। तू ओन लोगन क बरे दयालु अउर स्नेहपूर्ण रहा जउन तोहार अनुसरण आपन पूरा हिरदइ स करत हीं। 24 तू अपने सेवक मोरे बाप दाऊद स, एक प्रतिग्या किहे रह्या अउर तू उ पूरी किहा ह। तू उ प्रतिग्या खुद अपने मुँह स किहे रह्या अउर तू अपनी महान सक्ती स उ प्रतिग्या क आज फुरइ घटित होइ दिहा ह। 25 अब, यहोवा इस्राएल क परमेस्सर, ओन दूसर प्रतिग्यन क पूरा करा जउन तू अपने सेवक, मोर बाप दाऊद स किहे रह्या। तू कहे रह्या, ‘दाऊद जइसा तू किहा वइसे ही तोहार सन्तानन क मोर हुकुम क पालन होसियारी स करइ चाही। जदि उ पचे अइसा करिहीं तउ तोहरे परिवार क कउनो न कउनो मनई सदा इस्राएल क लोगन पइ सासन करी।’ 26 अउर हे यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर, मइँ फुन तोहसे माँगत हउँ कि तू कृपा कइके मोरे बाप क संग कीन्ह गइ प्रतिग्या क पूरी करत रहा। 27 “मुला परमेस्सर, का तू फुरइ इ पृथ्वी पइ हम लोगन क संग रहब्या? तोहका सारा आकास अउ सरग क उच्चतम ठउर भी धारण नाहीं कइ सकत्या? निहचइ ही इ मन्दिर भी, जेका मइँ बनाएउँ ह, तोहका धारण नाहीं कइ सकत। 28 मुला तू मोर पराथना अउ मोरे निवेदन पइ धियान द्या। मइँ तोहार सेवक हउँ अउर तू मोर यहोवा परमेस्सर अहा। इ पराथना क तू स्वीकार करा जेका आज मइँ तोहसे करत हुउँ। 29 बीते समइ मँ तू कह्या रहा, ‘मोर हुवाँ सम्मान कीन्ह जाइ।’ एह बरे इ मन्दिर क देख-रेख दिन-रात करा। कृप्या कइके तू मोर, आपन सेवक क पराथना क सुन्या, जेका मइँ तोहसे इ मन्दिर मँ कहत हउँ। 30 यहोवा, मइँ अउर तोहरे इस्राएल क लोग इ मन्दिर की ओर पराथना करिहीं। कृपा कइके एन पराथनन पइ धियान द्या। हम जानित ह कि तू सरग मँ रहत ह। कृप्या कइके हुँवा स आपन सेवक क पराथना सुन्या अउर हम क छिमा कर्या। 31 “जदि कउने मनई कउनो दूसर मनई क खिलाफ कउनो अपराध करी तउ उ हिआँ तोहरी वेदी क लगे लिआवा जाइ। जदि उ मनई दोखी नाहीं अहइ तउ उ एक किरिया लेइ। उ किरिया लेइ कि उ निदोर्ख अहइ। 32 उ समइ तू सरग मँ सुना अउर उ मनई क संग निआव करा। जदि उ मनई अपराधी अहइ तउ कृपा कइके हम क दिखावा कि उ अपराधी अहइ। जदि उ मनई निरपराध अहइ तउ हमक दिखावा कि उ अपराधी नाहीं अहइ। 33 “कबहुँ-कबहुँ तोहरे इस्राएल क लोग तोहरे खिलाफ पाप करिहीं अउर ओनकर दुस्मन ओनका हराइ देइहीं। तब लोग तोहरे लगे लउटिहीं अउर उ सबइ लोग इ मन्दिर मँ तोहार नाउँ क स्तुति करिहीं अउ तोहसे पराथना अउर निवेदन करइहीं। 34 तउ मेहरबानी कइके सरग स ओनकर पराथना सुना। तब अपने इस्राएली लोगन क पापन क छिमा करा अउर ओनकर भुइँया ओनका फुन स प्राप्त करइ द्या। तू इ भुइँया ओनके पुरखन क दइ दिहे रह्या। 35 “कबहुँ-कबहुँ उ पचे तोहरे खिलाफ पाप करिहिं, अउर तू ओनकर भुइँया पर बर्खा होब बन्द कइ देब्या। तब उ पचे इ ठउरे की ओर मुँह कइके पराथना करिहीं। अउर तोहरे नाउँ क स्मुतिर् करहीं। तू ओनका कस्ट सहइ देब्या अउर उ पचे अपने पापन वापिस घूमि जाइहीं। 36 एह बरे मेहरबानी स सरग मँ ओनकर पराथना सुना। तब हम पचन्क हमरे पापन बरे छिमा करा। लोगन क सच्ची जिन्नगी जिअई क सिच्छा द्या। हे यहोवा तब कृपा कइके तू उ भुइँया पई बर्खा करा जेका तू ओनका दिहा ह। 37 “भुइँया बहोत जियादा झुराइ सकत ह अउर ओह पइ कउनो अन्न उग नाहीं सकी। संभव अहइ लोगन मँ महामारी फइलइ। संभव अहइ सारा पइदा भवा अन्न कीड़न मकोड़न क जरिये बर्बाद कइ दीन्ह जाइ या तोहार लोग अपने कछू नगरन मँ अपने दुस्मनन क हमला क सिकार बनइँ या तोहार अनेक लोग बीमार पड़ि जाइँ। 38 जब एनमाँ स कछू भी घटित होइ, अउर एक भी मनइ अपने पापन बरे पछतावा करइ, अउर अपने हाथन क इ मन्दिर कइँती पराथना मँ फइलावइ तउ 39 मेहरबानी कइके ओकर पराथना सुना। ओकर पराथना क सुना, जब तू अपने निवास स्थान सरग मँ अहा। तब लोगन क छिमा करा अउर ओनकर मदद करा। सिरिफ तू इ जानत अहा कि मनई क हिरदय मँ का बाटइ? एह बरे हर एक क संग ओकर काम अउर उद्देस क अनुसार निआव करा। 40 इ एह बरे करा ताकि तोहार लोग तोहसे डेराइँ अउर तोहार सम्मान उ समइ तलक करइँ जब तलक उ पचे इ भुइँया पइ रहइँ जेहका तू हमरे पुरखन क दिहे रह्या। 41 “दूसर जगहन क लोग तोहार महानता अउ तोहरी सक्ती क बारे मँ सुनिहीं। उ पचे बहोत दूर स इ मन्दिर मँ पराथना करइ अइहीं। 42 43 मेहरबानी कइके आपन निवास स्थान, सरग स ओनकर पराथना सुना। मेहरबानी कइके तू उ सब कछू करा जेका दूसर जगहन क लोग तोहसे माँगत हीं। तब उ सबइ लोग भी इस्राएली लोगन क तरह ही तोहसे डेरइहीं अउर तोहार सम्मान करिहीं। तब सबहिं जगहन क लोगन इ जानिहीं कि मइँ इ मन्दिर क तोहका सम्मान देइ बरे बनाएउँ ह। 44 “कबहुँ-कबहुँ तू अपने लोगन क अपने दुस्मनन क खिलाफ जाइ अउर ओनसे जुद्ध करइ क आदेस देब्या। तब तोहार लोग तोहार चुने भए इ नगर अउर मोर बनाए भए मन्दिर की ओर अभिमुख होइहीं। जेका मइँ तोहरे सम्मान मँ बनाएउँ ह अउर उ पचे तोहार पराथना करिहीं। 45 उ समइ तू अपने निवास स्थान सरग स ओनकर पराथना क सुना अउर ओनकर मदद करा। 46 “तोहार लोग तोहरे खिलाफ पाप करिहीं। मइँ एका एह बरे जानत हउँ काहेकि हर एक मनई पाप करत ह अउर तू अपने लोगन पइ कोहाब्या। तू ओनके दुस्मनन क ओनका हरावइ देब्या। ओनकर दुस्मन ओनका बंदी बनइहीं। अउर ओनका कउनो बहोत दूर क देस मँ लइ जइहीं। 47 उ दूर क देस मँ तोहार लोग समुझिहीं कि का होइ गवा ह। उ पचे अपने पापन बरे पछतावा करिहीं अउर तोहसे पराथना करिहीं। उ पचे आप क समन्वा पराथना करिहीं अउर कहिहीं, ‘हम पाप अउ अपराध किहा ह।’ 48 उ पचे उ दूर क देस मँ रहिहीं। किन्तु जदि उ पचे इ देस जेका तू ओनके पुरखन क दिहा अउर तोहार चुने नगर अउर इ मन्दिर जेका मइँ तोहरे सम्मान मँ बनाएउँ ह। अउर अगर उ तोहरे पास पूरा हिरदय स लउटत ह, 49 तउ तू मेहरबानी कइके ओकर पराथना अउर माँग क अपने निवास स्थान सरग स सुना अउर ओकरे उद्देस क सहारा द्या। 50 अपने लोगन क सबहिं पापन बरे छिमा कइ द्या अउर तू ओनका तोहार विरोध होइ बरे छिमा करा अउर कइके ओनके दुस्मनन क ओनके बरे दयालु बनावा। 51 याद राखा कि उ पचे तोहरे लोग अहइँ, याद राखा कि तू ओनका मिस्र स बाहेर लिआया। इ वइसा ही रहा जइसा तू बरत भट्ठी स ओनका धइके हींच लिहे ह्वा। 52 “यहोवा परमेस्सर, कृपा कइके मोर पराथना अउ अपने इस्राएली लोगन क पराथना सुना। ओनकर पराथना, जब कबहुँ उ पचे तोहार मदद करइ, सुना। 53 तू ओनका पृथ्वी क सारे मनइयन मँ स अपन खास लोग होइ बरे चुन्या ह। यहोवा तू ओका हमरे बरे करइ क प्रतिग्या किहा ह। तू हमरे पुरखन क मिस्र स बाहेर लिआवत समइ इ प्रतिग्या अपने सेवक मूसा क माध्यम स किहे रह्या।” 54 सुलैमान परमेस्सर स इ पराथना किहेस। उ वेदी क समन्वा अपने घुटनन क बल रहा। सुलैमान सरग कइँती भुजन उठाइके पराथना किहेस। तब सुलैमान पराथना पूरी किहेस अउर उ उठ खड़ा भवा। 55 तब उ ऊँच आवाज मँ इस्राएल क सबहिं लोगन क आसीर्वाद देइ बरे परमेस्सर स याचना किहस। सुलैमान कहेस: 56 “यहोवा क स्तुति करा। उ प्रतिग्या किहेस, कि उ अपने इस्राएल क लोगन क आराम देइ अउर उ हम क आराम दिहेस। यहोवा अपने सेवक मूसा क उपयोग किहस अउर इस्राएल क लोगन क बरे बहोत स नीक प्रतिग्या किहस अउर यहोवा ओन हर एक प्रतिग्यन क पूरा किहेस ह। 57 मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा, हमार परमेस्सर हम लोगन क संग उहइ तरह होइ जइसे उ हमरे पुरखन क संग रहा। मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा हम क कबहुँ न तजी। 58 मइँ पराथना करत हउँ कि हम ओकरी कइँती अभिमुख होब अउर ओकर अनुसरण करब। तब हम लोग ओकरे सबहिं नेमन, निर्णयन अउ आदेसन क पालन करब जेनका उ हमरे पुरखन क दिहस। 59 मइँ आसा करत हउँ कि यहोवा हमार परमेस्सर सदा ही इ पराथना क अउर जउने चिजियन क मइँ याचना किहेउँ ह, याद राखी। मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा अपने सेवक राजा अउर अपने लोग इस्राएल क बरे इ सबइ सब कछू करी। मइँ पराथना करत हउँ कि उ हर रोज इ करी। 60 जदि यहोवा एन कामन क करी तउ संसार क सबहिं मनई इ जनिहीं कि मात्र यहोवा ही फुरइ परमेस्सर अहइ। 61 ऐ लोगो, तू पचन्क यहोवा हमरे परमेस्सर क वफ़दार अउर ओकरे बरे सच्चा होइ चाही। तू पचन्क ओकरे सबहिं नेमन अउ आदेसन क हमेसा अनुसरण अउ पालन करइ चाही। जइसा कि अबहुँ करत ह।” 62 तब राजा सुलैमान अउ ओकरे संग क इस्राएल क लोग यहोवा क बलि भेंट किहन। 63 सुमैलान बाईस हजार गोरुअन अउ एक लाख बीस हजार भेड़िन क मारेस। इ सबइ मेलबलि बरे रहिन। इहइ मारग रही जेहसे राजा अउ इस्राएल क लोग यहोवा क मन्दिर क समर्पण किहन। 64 उहइ दिन राजा सुलैमान मन्दिर क समन्वा क आँगन समपिर्त किहस। उ पचे होमबलि, अन्नबलि अउ मेलबलि क चबीर् क भेंट चढ़ाएस। उ इ एह बरे किहस कि एन सारी भेंटन क धारण करइ बरे यहोवा क समन्वा क काँसा क वेदी बहोत जियादा नान्ह रही। 65 इ तरह मन्दिर मँ राजा सुलैमान अउ इस्राएल क सारे लोग छुट्टी क पर्व मनाएन। सारा इस्राएल, उत्तर मँ हमात दरेर् स लइके दक्खिन मँ मिस्र क सीमा तलक हुवाँ मोजूद रहा। हुवाँ असंख्या लोग मोजूद रहेन। उ पचे सात दिना तलक यहोवा क संग मिलिके उत्सव मनाएन। तब उ पचे अगले सात दिनन तलक हुवाँ ठहरेन। उ पचे सब मिलिके चौदह दिनन तलक उत्सव मनाएन। 66 अगले दिन सुलैमान लोगन स घरे जाइ क कहेस। सबहिं लोग राजा क धन्यवाद दिहन, बिदा लिहन अउर उ पचे घरे चले गएन। उ पचे खुस रहेन काहेकि यहोवा अपने सेवक दाऊ क बरे अउर इस्राएल क लोगन क बरे बहोत सारी नीक चिजियन किहे रहेन।

9:1 इ तरह सुलैमान यहोवा क मन्दिर अउर अपने महल क बनाउब पूरा किहस। सुलैमान ओन सबहिं क बनाएस जेनकर निर्माण उ करइ चाहत रहा। 2 तब यहोवा सुलैमान क समन्वा फुन वइसे ही परगट भवा जइसे उ एकरे पहिले गिबोन मँ भवा रहा। 3 यहोवा ओहसे कहेस: “मइँ तोहार पराथना सुनेउँ। मइँ तोहरे निवेदन भी सुनेउँ, जउन तू मोहसे करवावइ चाहत रह्या। तू इ मन्दिर क बनाया अउर मइँ ऍका एक पवित्तर ठउर बनाएँउ ह। एह बरे हिआँ मोर सदा ही सम्मान होइ। मइँ एह पइ अपनी निगाह रखब अउर एकरे बारे मँ सदा ही सोचत रहब। 4 तोहका मोर सेवा वइसे ही करइ चाही जइसी तोहरे बाप दाऊद किहेस। उ एका मन क खराई अउ ईमानदारी स किहेस अउर तोहका मोरे नेमन अउर ओन आदेसन क पालन करइ चाही जेनका मइँ तोहका दिहेउँ ह। 5 “जदि तू इ सब कछू करत रहब्या तउ मइँ इ निहचित लखब कि इस्राएल क राजा सदा ही तोहरे परिवार मँ स ही कउनो होइ। इहइ प्रतिग्या अहइ जेका मइँ तोहरे बाप दाऊद स कहे रहेउँ। मइँ ओहसे कहे रहेउँ कि इस्राएल पइ सदा ही ओकरे सन्तानन मँ स एक क सासन होइ। 6 “मुला जदि तू या तोहार सन्तानन मोर अनुसरण करब तजत हीं, मोर दिए गए नेमन अउ आदेसन क पालन नाहीं करत हीं अउर दूसर देवता क सेवा करत अहीं तउ मइँ इस्राएल क उ देस तजइ क मजबूर करब जेका मइँ ओनका दिहेउँ ह। इस्राएल दूसर लोगन क बरे उदाहरण होइ अउर इस्राएल दूसर लोगन क मजाक क बिसय होइ। मइँ मन्दिर क पवित्तर किहेउँ ह। इ उ जगह अहइँ जहाँ लोग मोर सम्मान करत हीं। किन्तु जदि तू मोर आग्या क पालन नाहीं करत्या तउ एका मइँ बर्बाद कइ देब। 7 8 इ मन्दिर बर्बाद कइ दीन्ह जाइ। हर एक मनई जउन एका लखी अचम्भ अउ हैरान होइ। उ पचे पूछिहीं, ‘यहोवा इ देस क बरे अउर इ मन्दिर क बरे ऍतना भंयकर बात काहे किहेस?’ 9 दूसर लोग जवाब देइहीं, ‘इ एह बरे भवा कि उ पचे यहोवा अपने परमेस्सर क तजि दिहस। उ ओनके पुरखन क मिस्र स बाहेर लिआए रहा। मुला उ पचे दूसर देवतन क अनुसरण करइ क निहचइ किहेन। उ पचे ओन देवतन क सेवा अउ पूजा करब सरु किहन। इहइ कारण अहइ कि यहोवा ओनके बरे ऍतना खौफनाक कार्य किहस।’“ 10 यहोवा क मन्दिर अउ अपना महल बनावइ मँ सुलैमान क बीस बरिस लगेन। 11 बीस बरिस क पाछे, राजा सुलैमान सोर क राजा हीराम क गलील मँ बीस नगर दिहस। सुलैमान राजा हीराम क उ सबइ नगर दिहस काहेकि हीराम मन्दिर अउ महल बनावइ मँ सुलैमान क मदद किहेस। हीराम सुलैमान क ओतने सारे देवदारु अउर चीर बृच्छ तथा सोना दिहस जेतना उ चाहेस। 12 एह बरे हीराम सोर स एन नगरन क लखइ बरे जात्रा किहस, जेनका सुलैमान ओका दिहस। जब हीराम ओन नगरन क लखेस तउ उ खुस नाहीं भवा। 13 राजा हीराम कहेस, “जउन नगरन तू मोका दिहा ह उ सबइ का अहइँ?” राजा हीराम उ पहँटा क नाउँ काबूल प्रदेस धरेस अउर उ छेत्र आजु भी कबूल कहा जात ह। 14 हीराम सुलैमान क लगे लग भग नौ हजार पौंड सोना मन्दिर क बनावइ मँ उपयोग करइ बरे पठए रहा। 15 राजा सुलैमान दासन क अपने मन्दिर अउ महल बनावइ क बरे काम करइ क नाते मजबूर किहस। तब राजा सुलैमान एन दासन क उपयोग बहोत स चिजियन क बनावइ मँ किहस। उ मिल्लो बनाएस। उ यरूसलेम नगर क चारिहुँ कइँती देवार भी बनाएस। तब उ हासोर, मगिद्दो अउर गेजेर नगरन क फुन बनाएस। 16 बीते समइ मँ मिस्र क राजा गेजेर नगर क बिरूद्ध लड़ा रहा अउर ओका जराइ दीन्ह ग रहा। उ ओन कनानी लोगन क मार डाएस जउन हुवाँ रहत रहेन। सुलैमान फिरौन क बिटिया स बियाह किहेस। एह बरे फिरौन उ नगर क सुलैमान क बरे बियाह क भेंट क रुप मँ दिहस। 17 सुलैमान उ नगर क फुन बनाएस। सुलैमान खाले बथोरेन नगर क भी बनाएस। 18 राजा सुलैमान जुदैन रेगिस्तान मँ बालात अउ तामार नगरन क भी बनाएस। 19 राजा सुलैमान उ सबइ नगर भी बनाएस जहाँ उ अन्न अउर दूसर चिजियन क भण्डार करत रहत रहेन। उ अपने रथन अउ घोड़न क बरे जगह बनाएस। सुलैमान दूसर बहोत स चिजियन बनाएस जेनका उ यरूसलेम, लबानोन अउ अपने सासित दूसर सबहिं जगहन मँ चाहत रहा। 20 देस मँ अइसे लोग भी रहेन जउन इस्राएली नाहीं रहेन। उ सबइ लोग एमोरी, हित्ती, परिज्जी, हिब्बी अउर यबूसी रहेन। 21 किन्तु इस्राएली ओन लोगन क बर्बाद नाहीं कइ सके रहेन। किन्तु सुलैमान ओनका दास क रुप मँ अपने बरे काम करइ क मजबूर किहस। उ पचे अबहिं तलक दास अहइँ। 22 सुलैमान कउनो इस्राएली क अपना दास होइ बरे मजबूर नाहीं किहस। इस्राएल क लोग फउजी, राज्ज कर्मचारी, अधिकारी, नायक अउर रथचालक रहेन। 23 सुलैमान क परिजोजनन क साढ़े पाँच सौ पर्यवेच्छक रहेन। उ पचे मजदूरन क अधिकारी रहेन। 24 फिरौन क बिटिया दाऊद क नगर स हुवाँ गइ जहाँ सुलैमान ओकेर बरे बिसाल महल बनाएस। तब सुलैमान मिल्लों बनाएस। 25 हर बरिस तीन दाईं सुलैमान होमबलि अउ मेलबलि वेदी पइ चढ़ावत रहा। इ उहइ वेदी रही जेका सुलैमान यहोवा बरे बनाए रहा। राजा सुलैमान यहोवा क समन्वा सुगन्धि भी बारत रहा। एह बरे मन्दिर क बरे जरूरी चिजियन दिया करत रहा। 26 राजा सुलैमान एस्योन गेबेर मँ जहाज भी बनाएस। इ नगर एदोम पहँटा मँ लाल सागर क किनारे एलोत क लगे रहा। 27 राजा हीराम क लगे नाविक रहेन जउन समुदद्र क बारे मँ बढ़िया गियान रखत रहेन। राजा हीराम ओन मनइयन क सुलैमान क नाविक ब़ेडा मँ सुलैमान क मनइयन क संग सेवा करइ बरे पठएस। 28 सुलैमान क जहाज ओपोर क गएन। उ सबइ जहाज एकतीस हजार पाँच सौ पौण्ड सोना आपोर स सुलैमान क बरे लइके लउटेन।

10:1 सीबा क रानी सुलैमान क बारे मँ सुनेस। एह बरे उ कठिन सवालन स ओकर परीच्छा लेइ आइ। 2 उ सेवकन क बिसाल गिनती क संग यरूसलेम क जात्रा किहस। अनेक ऊँट मसालन, रतन अउ बहोत सा सोना ढोवत रहेन। उ सुलैमान स मिली अउर उ ओन सब सवालन क पूछेस जेनका उ सोच सकत रही। 3 सुलैमान सबहिं सवालन क जवाब दिहेस। ओकर कउनो भी सवाल ओका जवाब देइ बरे बहोत जियादा कठिन नाहीं रहा। 4 सीबा क रानी समुझ लिहस कि सुलैमान बहोत बुद्धिमान अहइ। उ उ सुन्नर महल क भी लखेस जेका उ बनाए रहा। 5 रानी राजा क मेज पइ भोजन भी लखेस। उ ओकरे अधिकारियन क एक संग मिलत लखेस। उ महल क सेवकन अउर पिलाइवालन जउन अच्छे ओढ़नन क पहिर रखे रहा ओनका भी लखेस। उ ओकर दावतन अउर उ भेंटन क लखेस जउन उ यहोवा क मन्दिर मँ चढ़ाएस रहा। ओन सबहिं चिजियन असल मँ ओका चकित कइ दिहन। ‘मानो ओकर मुँह क बोली बन्द होइ गवा!’ 6 एह बरे रानी राजा स कहेस, “मइँ अपने देस मँ आप क बुद्धिमानी अउ बहोत सी बातन क बारे मँ सुनेउँ जउन आप किहन। उ सबइ सबहिं बातन फुरइ अहइँ। 7 मइँ एन बातन मँ तब तलक नाहीं पतियात जब तलक मइँ हिआँ नाहीं आइ अउर एन चिजियन क अपनी आँखियन स नाहीं लखेउँ। अब मइँ लखत हउँ कि मोका एकर आधा भी नाहीं कहा गवा रहा। जेतना मोका लोग कहे रहा तोहार बुद्धिमत्ता अउ सम्पत्ति ओहसे बहोत जियादा अहइ। 8 आप क मेहररुअन अउ आप क अधिकारी बहोत भाग्गसाली अहइँ। उ पचे रोजाना आप क सेवा कइ सकत हीं अउर आपका बुद्धिमत्ता स भरी बातन सुन सकत हीं। 9 आप क यहोवा परमेस्सर स्तुति जोग्गा अहइ। उ तोहका इस्राएल क राजा बनावइ मँ खुस भइ रहा। यहोवा परमेस्सर इस्राएल स हमेसा पिरेम करत ह। एह बरे उ आप क राजा बनाएस। आप नेमन क अनुसरण करत हीं अउर लोगन क संग निआव स भरा बेउहार करत हीं।” 10 तब सीबा क रानी राजा क लगभग नौ हजार पौण्ड सोना दिहेन। उ ओका अनेक मसालन अउ रतन भी दिहस। जेतना मसाला पहिले कबहुँ कउनो इस्राएल क लिआइके दिहे रहा। सीबा क रानी ओहसे जियादा मसालन सुलैमान क दिहस। 11 हीराम क जहान ओपोर स सोना लइ आएन। उ सबइ जहाज बहोत जियादा लकड़ी अउ रतन भी लिआएन। 12 सुलैमान लकड़ी क उपयोग मन्दिर अउ महल क सम्भारइ बरे किहस। उ लकड़ी क उपयोग गायकन क बरे वीणन अउ बाँसुरियन बनावइ मँ भी किहेस। दूसर कउनो भी मनई उ तरह क लकड़ी इस्राएल मँ कबहुँ नाहीं लिआवा, अउर कउनो भी मनई तब स उ प्रकार क लकड़ी नाहीं लखेस। 13 तब राजा सुलैमान सीबा क रानी क उ सबइ भेंटन दिहस जउन कउनो कउनो दूसर देस क सासक क सदा ही देत ह। तब उ ओका सब कछू दिहस जउन कछू भी उ माँगेस। एकरे पाछे रानी सेवकन सहित अपने देस क वापस लउट गइ। 14 राजा सुलैमान हर बरिस लगभग उन्नासी हजार नौ सौ बीस पौण्ड सोना प्राप्त करत रहा। 15 बइपार क जहाजन स सोना लिआए जाइ क अलावा उ वाषिक, बइपारियन अउ अरब क राजा लोग अउ देस क प्रसासकन क भी सोना प्राप्त किहन। 16 राजा सुलैमान दुइ सौ बड़की ढारन पीटा भवा सोना स बनाएस। हर एक ढार मँ लगभग पन्द्रह पौण्ड सोना लगा रहा। 17 उ पीटा भवा सोना स तीन सौ नान्ह ढारन भी बनाएस। हर एक ढार मँ लगभग चार पौण्ड सोना लगा रहेन। राजा ओनका उ भवन मँ धरेस जेका “लबानोन क वन” कहा जात रहा। 18 राजा सुलैमान एक ठु बिसाल हाथी दाँत क सिंहासन भी बनाएस। उ ओका निखालिस सोना स मढ़ेस। 19 सिंहासने पइ पहोंचइ बरे ओहमाँ छ: पैड़ियन रहिन। सिंहासन क पिछला भाग सिरे पइ गोल रहा। कुस्री क दुइनउँ कइँती हत्थन अउर कुर्सी क बगल लगे रहेन, अउ कर्सी क दुइनउँ हत्थन क खाले सिंहन क मूरती बनी रहिन। 20 छ: पैड़ियन मँ स हर एक पइ दुइ सिंह रहेन। हर एक क सिरे पइ एक सेर रहा। कउनो भी दूसर राज्ज मँ इ तरह क कछू भी नाहीं रहा। 21 सुलैमान क सबहिं पियालन अउ मग सोना क बने रहेन। सबहिं बरतन “लबानोन क वन” नाउँ क भवन मँ रखा रहेन उ सबइ भी निखालिस सोना क बने रहेन। हुवाँ महल मँ कछू भी चाँदी क नाहीं बना रहा। सुलैमान क समइ मँ सोना ऍतना जियादा रहा कि लोग चाँदी क महत्वपूर्ण नाहीं समुझत रहेन। 22 राजा क लगे बहोत स बइपार क जहाज भी रहेन जेनका उ दूसर देसन स चिजियन क बइपार करइ बरे बाहेर पठवत रहा। इ सबइ जहाज हीराम क जहाज क संग जात्रा करत रहेन। हर तीसरे बरिस जहाज सोना, चाँदी, हाथी दाँत अउ गोरु लिआवत रहेन। 23 सुलैमान भुइँया पइ महानतम राजा रहा। उ सबहिं राजा लोगन स जियादा धनवान अउ बुद्धिमान रहा। 24 सर्वत्र लोग राजा सुलैमान क लखइ चाहत रहेन। उ पचे परमेस्सर क जरिये दीन्ह गइ ओकर बुद्धिमानी क बात सुनइ चाहत रहेन। 25 हर बरिस लोग राजा क दर्सन करइ आवत रहेन अउ हर मनई भेंट लिआवत रहा। उ पचे सोना, चाँदी, ओढ़नन, अस्त्र-सस्त्र, मसालन, घोड़न अउ खच्चरन लिआवत रहेन। 26 एह बरे सुलैमान क लगे अनेक रथ अउर घोड़न रहेन। ओकरे पास चौदह सौ रथ अउर बारह हजार घोड़न रहेन। सुलैमान एन रथन क बरे बिसेस नगरन बनाएस। राजा सुलैमान इ नगरन मँ कछू रथन राखेन अउर कछू क अपने लगे यरूसलेम मँ भी रखेस। 27 राजा इस्राएल क बहोत सम्पन्न बनाइ दिहस। यरूसलेम नगर मँ चाँदी ऍतनी साधारण रही जेतनी चट्टानन, देवदारु क लकड़ी अउ पहाड़न पइ उगइवाले असंख्य अंजीर क बृच्छ साधारण रहेन। 28 सुलैमान घोड़न क मिस्र अउ कुए स मँगाएस। ओकरे बइपारी ओनका कुए मँ खरीदेस रहेन अउर ओनका इस्राएल लिआवत रहेन। 29 मिस्र क एक ठु रथ क कीमत लगभग पन्द्रह सौ पौण्ड चाँदी रही अउर एक ठु घोड़े क कीमत पौने चार पौण्ड चाँदी रही। सुलैमान घोड़न अउर रथ हित्ती अउ अरामी राजा लोगन क हाथ बेचत रहा।

11:1 राजा सुलैमान बहोत सारे गैर इस्राएली मेहररूअन स पिरेम किहे रहा। एनमाँ फिरौन क बिटिया, हित्ति, मोआबी, अम्मोनी, एदोमी अउर सीदोनी मेहररुअन रहिन। 2 बीते समइ मँ यहोवा इस्राएल क लोगन स कहे रहा, “तोहका दूसर रास्ट्रन क मेहररुअन स बियाह नाहीं करइ चाही। जदि तू अइसा करब्या तउ उ सबइ लोग तोहार हिरदय क आपन देवतन क अनुसरण करइ बरे फिराइ लेइ।” किन्तु सुलैमान ओन मेहररुअन क पिरेम पासा मँ पड़ा। 3 सुलैमान क सात सौ पत्नियन रहिन। (इ सबइ राजकुमारी रहिन।) ओकरे पास तीन सौ दासियन भी रहिन, जउन ओकर रखैल रहिन। ओकरी पत्नियन ओकरे हिरदय क परमेस्सर स दूर हटाइ दिहेन। 4 जब सुलैमान बुढ़वा भवा तउ ओकर पत्नियन ओहसे दूसर देवतन क अनुसरण करइ बरे मज़बूर किहेन। सुलैमान पूरी हिरदय स यहोवा क अनुसरण नाहीं किहेस जउने तरह ओकर बाप दाऊद किहे रहा। 5 सुलैमान सीदोन क देवी, असतोरेत क पूजा किहस। उ अम्मोनियन क भयानक देवमूरति, मिलकोम क भी पूजा किहेन। 6 इ तरह सुलैमान यहोवा क बरे अपराध किहस। सुलैमान यहोवा क अनुसरण पूरी तरह उहइ प्रकार नाहीं किहस जउने प्रकार ओकर बाप दाऊद किहे रहा। 7 सुलैमान कमोस क पूजा बरे ऊँच ठउर बनाएस। कमोस मोआबी लोगन क भयानक देवमूरति रही। सुलैमान कामोस क ऊँच ठउर क यरूसलेम क अगली पहाड़ी पइ बनवाएस। सुलैमान उहइ पहाड़ी पइ मोलेक क ऊँच ठउर भी बनाएस। मोलेक अम्मोनी लोगन क भयानक देवमूरति रही। 8 तब सुलैमान दूसर देसन क अपनी सबहिं मेहररुअन क बरे उहइ किहस। ओकर मेहररुअन सुगन्धि बारत रहिन अउर अपने देवतन क बलि भेंट करत रहिन। 9 सुलैमान यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क अनुसरण करइ स दूर हट गवा। ओकरे पाछे यहोवा सुलैमान क लगे दुइ दाईर् प्रगट भवा रहा। एह बरे यहोवा सुलैमान पइ कोहाइ गवा। 10 यहोवा सुलैमान स कहेस कि तोहका दूसर देवतन क अनुसरण नाहीं करइ चाही। किन्तु सुलैमान यहोवा क आदेस क पालन नाहीं किहस। 11 एह बरे यहोवा सुलैमान स कहेस, “तू मोरे सँग कीन्ह गइ आपन करार क तोड़ब पसन्द किहा ह। तू मोरे आदेसन क पालन नाहीं किहा ह। एह बरे मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहसे तोहार राज्ज लइ लेब। मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहसे तोहार राज्ज धोर लेब। मइँ एका तोहरे सेवकन मँ स एक क देब। 12 मुला मइँ तोहरे बाप दाऊद स पिरेम करत रहेउँ। एह बरे जब तलक तू जिअत अहा तब तलक मइँ तोहार राज्ज नाहीं लेब। मइँ तब तलक प्रतीच्छा करब जब तलक तोहार पूत राजा नाहीं बन जात। तब मइँ ओहसे एका लेब। 13 तउ भी मइँ तोहरे पूत स सारा राज्ज नाहीं लेब। मइँ ओका एक परिवार समूह पइ हुकूमत करइ देब। इ मइँ दाऊद बरे करब। उ एक ठु नीक सेवक रहा। अउर इ मइँ अपने चुने भए नगर यरूसलेम बरे भी करब।” 14 उ समइ यहोवा एदोमी हदद क सुलैमान क दुस्मन बनाएस। हदद एदोम क राजा परिवार क रहा। 15 इ इ तरह घटित भवा। कुछ समइ पहिले दाऊद एदोम क हराएस। योआब दाऊद क सेना क सेनापति रहा। योआब एदोम मँ मरे मनइयन क दफनावइ गवा। तब योआब हुवाँ जिअत सबहिं मनइयन क मार डाएस। 16 योआब अउ सारे इस्राएली एदोम मँ छ: महीने तलक ठहरेन। उ समइ क बीच उ पचे एदोम क सबहिं मनईयन क मार डाएन। 17 मुला उ समइ हदोद अबहिं एक ठु किसोर ही रहा। एह बरे हदद मिस्र क पराइ निकरा। ओकरे बाप क कछू सेवक ओकरे संग गएन। 18 उ पचे मिद्यान क तजेन अउर उ पचे परान क गएन। हुवाँ दूसर लोग भी ओकरे संग सामिल भएन। अउर पूरा समूह मिस्र गएन। उ पचे मिस्र क राजा फिरौन क लगे गएन अउर ओहसे मदद माँगेन। फिरौन हदद क एक ठु घर अउर कछू भुइँया दिहस। फिरौन ओका मदद भी दिहस अउर ओका खाइ क बरे भोजन भी दिहस। 19 फिरौन हदद क बहोत पसन्द किहस यह बरे उ ओका एक ठु पत्नी भी दिहस। मेहरारु फिरौन क पत्नी तहपनेस क बहिन रहिन। 20 एह बरे तहपनेस क बहन हदद स बीही गइ। ओकर एक ठु पूत गनूबत नाउँ क भवा। रानी तहपनेस गनूबत क अपने बच्चन क संग फिरौन क महल मँ बड़ा होइ दिहस। 21 मिस्र मँ हदद सुनेस कि दाऊद मर गवा। उ इ भी सुनेस कि सेनापित योआब मर गवा। एह बरे हदद फिरौन स कहेस, “मोका अपने देस मँ अपने घर वापस लउट जाइ द्या।” 22 किन्तु फिरौन जवाब दिहेस, “मइ तोहका सारी चीच, जेनकर हिआँ जरुरत अहइ, दीन्ह ह। तू अपने देस मँ वापस काहे जाइ चाहत अहा?”हदद जवाब दिहेस, “मेहरबानी कइके मोका घरे लउटइ द्या।” 23 यहोवा दूसरे मनई क भी सुलैमान क खिलाफ दुस्मन बनाएस। इ मनई एल्यादा क पूत रजोन रहा। रजोन अपने सुआमी क हिआँ स पराइ गवा रहा। ओकर सुआमी सोबा क राजा हददेजेर रहा। 24 दाऊद जब सोबा क सेना क हराइ दिहस तब ओकरे पाछे रजोन कछू मनइयन क बटोरेस अउर एक ठु नान्ह सेना क प्रमुख बन गवा। रजोन दमिस्क गवा अउर हुवइँ ठहरा। रजोन दमिस्क क राजा होइ गवा। 25 रजोन अराम पइ हुकूमत करत रहा। रजोन इस्राएल स घिना करत रहा, एह बरे सुलैमान जब तलक जिअत रहा उ पूरे समइ इस्राएल क दुस्मन बना रहा। रजोन अउ हदद इस्राएल बरे बड़की परेसानियन पइदा किहन। 26 नबात क पूत यारोबाम सुलैमान क सेवकन मँ स एक रहा। यारोबाम एप्रैम परिवार समूह स रहा। उ सरेदा नगर क रहा। यारोबाम क महतारी क नाउँ सरुयाह रहा। ओकर बाप मर चुका रहा। उ राजा क खिलाफ होइ गवा। 27 यारोबाम राजा क खिलाफ कइसे भवा। एकर कहानी इ अहइ। सुलैमान मिल्लो बनावत रहा अउर आपन बाप दाऊद क नगर क देवार क मजबूत करत रहा। 28 यारोबाम एक ठु बलवान मनई रहा। सुलैमान लखेस कि इ जवान एक ठु नीक स्रमिक अहइ। एह बरे सुलैमान ओका यूसुफ परिवार समूह क स्रमिकन क अधिकारी बनाइ दिहस। 29 एक दिन यारोबाम यरूसलेम क बाहेर जात्रा करत रहा। सीलो क अहिय्याह नबी ओहसे सड़किया पइ मिला। अहिय्याह एक ठु नवा अंगरखा पहिरे रहा। इ दुइनउँ मनई देस मँ अकेले रहेन। 30 अहिय्याह आपन नवा अंगरखा लिहस अउर एका बाहर टूकन मँ फार डाएस। 31 तब अहिय्याह यारोबाम स कहेस, “इ अंगरखा क दस टूकन तू अपने बरे लइ ल्या। यहोवा इस्राएल क परमेस्सर कहत ह, ‘मइँ सुलैमान स राज्ज क छीन लेब अउर मइँ परिवार समूहन मँ स दस क तोहका देब। 32 अउर मइँ दाऊद क परिवार क सिरिफ एक परिवार समूह पइ हुकूमत करइ देब। मइँ ओनका सिरिफ इ समूह क लेइ देब। मइँ इ अपने दाऊद अउ यरूसलेम बरे अइसा करइ देब। यरूसलेम उ नगर अहइ जेका मइँ सारे इस्राएल के परिवार समूह स चुनेउँ ह। 33 मइँ सुलैमान स राज्ज लइ लेब काहेकि उ मोर अनुसरण करब तजि दिहस। उ सीदोनी देवमूरति अस्तोरेत, मोआबी देवता कमोस अउ अम्मोनी देवता मिल्कोम क पूजा करत ह। सुलैमान उ नाहीं करत ह जउन मोरे नजर मँ नीक अहइ। उ मोरे नेमन अउ आदेसन क पालन नाहीं करत। उ उ मारग मँ नाहीं रहत जेह पइ ओकर बाप दाऊद रहत रहा। 34 एह बरे मइँ राज्ज क सुलैमान क परिवार स लइ लेब। किन्तु मइँ सुलैमान क ओकरे बाकी जिन्नगी भइ ओनकर सासक रहइ देब। इ मइँ अपने सेवक दाऊद बरे करब। मइँ दाऊद क एह बरे चुने रहेउँ कि उ मोर सबहिं आदेसन व नेमन क पालन करत रहा। 35 मुला मइँ ओकरे पूत स राज्ज लइ लेब। अउर मइँ तोहका दस परिवार समूहन पइ हुकूमत करइ क अनुमति देब। 36 मइँ सुलैमान क पूत क एक परिवार समूह पइ हुकूमत करत भए रहइ देब। मइँ एका एह बरे करब कि मोर सेवक दाऊद क हुकूमत यरूसलेम मँ मोर समन्वा सदा ही रही। यरूसलेम उ नगर अहइ जेका मइँ आपन निजी नगर चुनेउँ ह। 37 मुला मइँ तोहका ओन सबहिं पइ हुकूमत करइ देब जेका तू चाहत अहा। तू पूरे इस्राएल पइ हुकूमत करब्या। 38 अगर तू उ करब्या जेका मइँ आदेस दिहेउँ ह अउर तू सच्चाई क संग रहब्या अउर अउर तू मोरे सारे नेमन अउ आदेसन क पालन करब्या जइसा मोर सेवक दाऊद किहे रहा, तउ मइँ तोहरे संग रहब। मइँ तोहरे परिवार क राजा लोगन क परिवार वइसे ही बनाइ देब जइसे मइँ दाऊद क बनाएउँ। मइँ तोहका इस्राएल देब। 39 मइँ दाऊद क सन्तानन क ओकर सजा देब जउन सुलैमान किहस। किन्तु मइँ हमेसा क बरे ओनका सजा नाहीं देब।’“ 40 सुलैमान यारोबाम क मार डावइ क जतन किहस। मुला यारोबाम मिस्र पराइ गवा। उ मिस्र क राजा सीसक क लगे गवा। यारोबाम हुँवा सुलैमान क मरि तलक रहा। 41 सुलैमान अपने सासन-काल मँ बहोत बड़के अउर बुद्धिमानी स पूर्ण काम किहस। जेनकर विवरण “सुलैमान क इतिहास-ग्रन्थ” मँ लिखा अहइ। 42 सुलैमान यरूसलेम मँ पूरे इस्राएल पइ चालीस बरिस तलक हुकूमत किहस। 43 तब सुलैमान मरा अउ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। उ अपने बाप क दाऊद नगर मँ दफनावा गवा, अउर ओकर पूत रहूबियाम ओकरे जगह पइ राजा बना।

12:1 नबात क पूत यारोबाम तबउ मिस्र मँ रहा, जहाँ उ सुलैमान स भागके पहोंेंचा रहा। जब उ सुलैमान क मउत क खबर सुनेस तउ उ एप्रैम क पहाड़ियन मँ अपने जेरदा नगर मँ वापस लउट आवा।राजा सुलैमान मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। ओकर पाछे ओकर पूत रहूबियाम नवा राजा बना। 2 3 इस्राएल क सबहिं लोग सकेम गएन। उ पचे रहूबियाम का राजा बनावइ गएन। रहूबियाम भी राजा बनइ बरे सकेम गवा। लोग रहूबियाम स कहेन, 4 “तोहार बाप हम लोगन क बहोत कठोर मेहनत करइ बरे मजबूर किहस। अब तू एका हम लोगन बरे कछू सरल करा। उ कठिन काम क बन्द करा जेका करइ बरे तोहार बाप हम क मजबूर किहेस ह। तब हम तोहार सेवा करब।” 5 रहूबियाम जवाब दिहस, “तीन दिन मँ मोरे लगे वापस लउटिके आवा अउर मइँ जवाब देब।” एह बरे लोग चले गएन। 6 कछू अग्रज लोग रहेन जउन सुलैमान क जिअत रहत ओकरे निर्णय करइ मँ मदद करत रहेन। एह बरे राजा रहूबियाम एन मनइयन स पूछेस कि ओका का करइ चाही। उ कहेस, “आप लोग क सोचत हीं, मोका एन लोगन क जवाब देइ चाही?” 7 अग्रज लोग जवाब दिहन, “जदि आजु तू ओनके सेवक क तरह रहब्या अउर ओनका सेवा करब्या अउर जदि तू दयापूर्वक ओनसे बातन करब्या तब उ पचे तोहार सदा सेवा करिहीं।” 8 मुला रहूबियाम ओनकर इ सलाह नाहीं मानेस। उ ओन नउजवानन स सलाह लिहस जउन ओकर मीत रहेन। 9 रहूबियाम कहेस, “लोग इ कहत हीं, ‘हम क ओहसे सरल काम दया जउन तोहार बाप दिहे रहा।’ तू का सोचत ह, मोका लोगन क कइसे जवाब देइ चाही? मइँ ओनसे का कहउँ?” 10 राजा क जवान सलाहकारन ओन स कहेस, “उ सबइ लोग तोहरे लगे आएन अउर उ पचे कहेन, ‘तोहार बाप हम क कठिन मेहनत करइ बरे मजबूर किहस। अब हम लोगन क काम सरल करइँ।’ एह बरे तोहका ओनसे कहइ चाही, ‘मोर नान्ह उँगरी मोरे बाप क पूरे तने स जियादा सक्तीसाली अहइ। 11 मोर बाप तोहका कठिन मेहनत करइ क मजबूर किहस। किन्तु मइँ ओहसे भी बहोत कठिन काम कराउब। मोर बाप तोहसे काम लेइ बरे कोड़न क उपयोग किहे रहा। मइँ तोहका बिच्छू2स पीटब।’“ 12 रहूबियाम लोगन स कहे रहा, “तीन दिन मँ मोरे लगे वापस आवा।” एह बरे तीन दिन पाछे इस्राएल क सबहिं लोग रहूबियाम क लगे लउटेन। 13 उ समइ राजा रहूबियाम ओनसे कठोर सब्द कहेस। उ अग्रजन क सलाह न मानेस। 14 उ उहइ किहस जउन ओकर जवान सलाहकारन कइ क सलाह दिह्स। उ कहेस, “मोर बाप तोहका कठिन मेहनत करइ क मजबूर किहस। एह बरे मइँ तोहका अउर जियादा काम देब। मोर बाप तोहका कोड़ा स पीटेस। किन्तु मइँ तोहका बिच्छू स पीटब।” 15 एह बरे राजा उ नाहीं किहस जेका लोग चाहत रहेन। यहोवा अइसा होइ दिहस। यहोवा इ आपन उ प्रतिग्या क पूरा करइ बरे किहस जउन उ नाबात क पूत यारोबाम क संग किहे रहा। यहोवा अहिय्याह नबी क उपयोग इ प्रतिग्या करइ बरे किहे रहा। अहिय्याह सीलो क रहा। 16 इस्राएल क सबहिं लोग समुझ लिहन कि नवा राजा ओनकर बात अनसुनी कइ दिहस ह। एह बरे लोग राजा स कहेन, “का हम दाऊद क परिवार क अंग अही? नाहीं। का हम क यिसै क कउनो भुइँया मिला अहइ? नाहीं। एह बरे इस्राएलियन हम अपने घर चलइँ। दाऊद क पूत क अपने लोगन पइ हुकूमत करइ द्या।” एह बरे इस्राएल क लोग अपने घरे वापस गएन। 17 मुला रहूबियाम फुन भी ओन इस्राएलियन पइ हुकूमत करइ जारी रखत रहा, जउन यहूदा क नगर मँ रहत रहेन। 18 अदोराम नाउँ क एक ठु मनई सब स्रमिकन क अधिकारी रहा। राजा रहूबियाम अदोराम क लोगन स बातचीत करइ बरे पठएस। किन्तु इस्राएल क लोग ओह पइ तब तलक पाथर बरसाएन जब तलक उ नाहीं मर गवा। तब राजा रहूबियाम अपने रथे तलक दउड़ा अउर यरूसलेम क पराइ निकरा। 19 इ तरह इस्राएल दाऊद क परिवार स विद्रोह कइ दिहस अउर उ पचे अबहुँ भी आजु तलक दाऊद क परिवार क खिलाफ अहइँ। 20 इस्राएल क सबहिं लोग सुनेन कि यारोबाम वापस लउट आवा ह। एह बरे उ पचे एक सभा मँ न्यौतेन अउर ओका पूरे इस्राएल क राजा बनाइ दिहन। सिरिफ यहूदा क परिवार समूह ही एक मात्र परिवार समूह रहा जउन दाऊद क परिवार क अनुसरण करत रहा। 21 रहूबियाम यरूसलेम क वापस गवा। उ यहूदा क परिवार समूह अउ बिन्यामीन क परिवार समूह क बटोरेस। इ एक लाख अस्सी हजार मनइयन क फउज रही। रहूबियाम इस्राएल क लोगन क खिलाफ जुद्ध लड़इ चाहत रहा। उ अपने राज्ज क वापस लेइ चाहत रहा। 22 किन्तु यहोवा परमेस्सर क एक मनई स बातन किहस। ओकर नाउँ समायाह रहा। यहोवाह कहेस, 23 “यहूदा क राजा, सुलैमान क पूत, रहूबियाम अउ यहूदा अउ बिन्यामीन क सबहिं लोगन अउर बाकी सबहिं लोगन स बात करा। 24 ओनसे कहा, ‘यहोवा कहत ह कि तू पचन्क अपने भाइयन इस्राएल क लोगन क खिलाफ जुद्ध मँ नाहीं जाइ चाही। तू पचन्क घरे लउटि जाइ चाही। मइँ एन सबहिं घटनन क घटित होइ दिहेउँ ह।’“ एह बरे रहूबियाम क सेना के मनइयन यहोवा क आदेस मानेन। उ पचे, सबहिं अपने घरे लउटि गएन। 25 सकेम, एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस मँ एक नगर रहा। यारोबाम सकेम क एक सुदृढ़ नगर बनाएस अउर ओहमाँ रहइ लाग। एकरे पाछे उ पनूएल नगर क गवा अउर ओका भी सुदृढ़ किहस। 26 यारोबाम अपने मने मँ सोचेस, “राज्ज फिर स दाऊद क परिवार क लगे वापस जाइ सकत ह। 27 जदि लोग यरूसलेम मँ यहोवा क मन्दिर मँ बलि चढ़ाइ बरे जात जारी रखेन तउ होइ सकत ह कि उ पचे इ चाही हीं दाऊद क परिवार ओन लोगन पइ सासन करा। होइ सकत ह कि लोग फुन यहूदा क राजा रहूबियाम क अनुसरण करब सुरु कइ देइहीं। तब उ पचे मोका मार डइहीं।” 28 एह बरे राजा अपने सलाहकारन स पूछेस कि ओका का करइ चाही? उ पचे ओका आपन सलाह दिहन। एह बरे यारोबाम दुइ ठु सुनहरे बछवन बनाएस। राजा यारोबाम लोगन स कहेस, “तोहका उपासना करइ बरे यरूसलेम जाइ बंद कइ देइ चाही। इस्राएलियन, इ सबइ देवता अहइँ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आएन।” 29 राजा यारोबाम एक ठु सुनहरा बछवा क बेतेल मँ रखेस। उ दूसर सुनहरे बछवा क दान मँ रखेस। 30 किन्तु इ बहोत संगीन पाप होइ गवा। इस्राएल क लोग बेतेल अउ दान नगरन क जात्रा बछवन क पूजा करइ बरे किहन। 31 यारोबाम ऊँच जगहन, पइ पूजा घर भी बनाएस। उ इस्राएल क अलग अलग परिवार समूहन स याजक भी चुनेस। (उ सिरिफ लेवी परिवार समूह स याजक नाहीं चुनेस।) 32 अउर राजा यारोबाम एक ठु नवा पर्व सुरु किहस। इ पर्व यहूदा क “फसहपर्व” क तरह रहा। किन्तु इ पर्व अठएँ महीने क पन्द्रहवे दिन रहा। पहिले महीने क पन्द्रहवें दिन नाहीं। उ समइ राजा बेतेल नगर क वेदी पइ बलि भेंट करत रहा अउर उ बलि ओन बछवन क भेंट करत रहा जेनका उ बनवाए रहा। उ बेतेल मँ याजकन क भी ऊँची जगह पइ सेवा करइ बरे जेका उ बनवाए रहा चुनेस। 33 एह बरे राजा यारोबाम इस्राएलियन क खातिर पर्व बरे अपना ही समइ चुनेस। इ अठएँ महीने क पन्द्रहवाँ दिन रहा। ओन दिनन उ उ वेदी पइ बलि भेंट करत रहा अउर सुगन्धि बारत रहा जेका उ बेतेल नगर मँ बनाए रहा।

13:1 यहोवा यहूदा क निवासी, परमेस्सर क एक मनई क बेतेल नगर मँ जाइ का आदेस दिहस। राजा यरोबाम उ समइ सुगन्धि भेंट करत भवा वेदी क लगे खड़ा रहा जउने समइ परमेस्सर क मनई हुवाँ पहोंचा। 2 यहोवा उ समइ परमेस्सर क मनई क आदेस दिहस कि तू वेदी क खिलाफ बोल्या। उ कहेस, “वेदी, यहोवा तोहसे कहत ह: ‘दाऊद क परिवार मँ एक पूत योसिय्याह नाउँ क पइदा होइ। इ सबइ याजक अब ऊँच जगहन पइ पूजा करत अहइँ। किन्तु वेदी, योसिय्याह ओन याजकन क तोह पइ रखी अउर उ ओनका मार डाइ। अब उ सबइ याजक तोह पइ सुगन्धि बारत हीं। किन्तु योसिय्याह तोह पइ नर-अस्यियन क बारी। तब तोहार उपयोग दुबारा नाहीं होइ सकी।’“ 3 परमेस्सर क मनई लोगन क नबुवत वाली प्रमाण दिहस कि इ सब घटित होइ। उ कहेस, “यहोवा जेकरे बारे मँ मोहसे कहेस ह ओकर प्रमाण इ अहइ। यहोवा कहेस, ‘इ वेदी टूकन टूकन मँ टूट जाइ अउर एकर राख जमीन पइ गिर पड़ी।’“ 4 राजा यारोबाम परमेस्सर क मनई स बेतेल मँ वेदी क बरे दीन्ह सँदेसा सुनेस। उ वेदी स हाथ हींच लिहेस अउर मनई कइँती सकत किहस। उ कहेस, “इ मनई क बन्दी बनाइ ल्या।” मुला राजा जब इ कहेस तउ ओकरे हाथे क लगवा मार गवा। उ ओका हलाइ नाहीं सका। 5 वेदी क टूका-टूका होइ गएन। ओकर सारी राख भुइँया पइ गिर पड़ी। इ प्रमाण रहा जउन कि परमेस्सर क मनई लोगन क दिहस। इ साबित किहस कि इ वचन परमेस्सर क तरफ स रहा। 6 तब राजा यारोबाम परमेस्सर क मनई स कहेस, “मेहरबानी कइके यहोवा अपने परमेस्सर स मोरे बरे पराथना करइँ। यहोवा स याचना करइँ कि इ मोर भुजा स्वस्थ कइ देइँ।”एह बरे “परमेस्सर क मनई” यहोवा क पराथना किहेस अउर राजा क भुजा स्वस्थ होइ गइ। इ वइसे ही होइ गइ जइसे पहिले रही। 7 तब राजा परमेस्सर क मनई स कहेस, “मेहरबानी कइके मोरे संग घरे चलइँ। आवइँ अउर मोरे संग भोजन करइँ मइँ आप क एक ठुु भेंट देब।” 8 किन्तु परमेस्सर क मनई राजा स कहेस, “मइँ आप क संग घरे नाहीं जाब। जदि आप मोका अपना आधा राज्ज भी देइँ तउ भी मइँ नाहीं जाब। मइँ इ ठउरे पइ न कछू खाब, न ही कछू पिअब। 9 यहोवा आदेस दिहस ह कि मइँ न कछू खाउँ अउर न ही पिउँ अउर न ही उ मारग स जात्रा करउँ जेकर उपयोग मइँ हिआँ आवत समइ किहेस।” 10 एह बरे ओहसे अलग सड़क स जात्रा किहस। उ उहइ सड़क क उपयोग नाहीं किहस जेकर उपयोग उ बेतेल क आवत समइ किहे रहा। 11 बेतेल नगर मँ एक ठु ब़ुढवा नबी रहत रहा। ओकर पूत आएन अउर उ पचे ओका बताएन कि परमेस्सर क मनई बेतेल मँ का किहस। उ पचे अपने बाप स उ भी किहेन कि जउन परमेस्सर क मनई राजा यारोबाम स कहे रहा। 12 बुढ़वा नबी कहेस, “जब उ चला तउ कउने सड़क स गवा?” एह बरे पूतन अपने बाप क उ सड़क देखाएन जेहसे यहूदा स आवइवाला परमेस्सर क मनई गवा रहा। 13 बुढ़वा नबी अपने पूतन स अपने गदहे पइ काठी धरइ बरे कहेस। एह बरे उ पचे काठी गदहे पइ डाएन। तब नबी अपने गदहे पइ चल पड़ा। 14 बुढ़वा नबी परमेस्सर क मनई क पाछे गवा। बुढ़वा नबी परमेस्सर क मनई क एक ठु बाँजबृच्छ क खाले बइठे लखेस। बुढ़वा नबी पूछेस, “का आप उहइ परमेस्सर क मनई अहइँ जउन यहूदा स आएन ह?” परमेस्सर क मनई जवाब दिहस, “हाँ, मइँ ही अहउँ।” 15 एह बरे बुढ़वा नबी कहेस, “मेहरबानी कइके घरे चलइँ अउर मोरे संग भोजन करइँ।” 16 मुला परमेस्सर क मनई जवाब दिहस, “मइँ तोहरे संग घरे नाहीं जाइ सकत हउँ। मइँ इ ठउरे पइ तोहरे संग खाइ पीइ नाहीं सकत। 17 यहोवा मोहसे कहेस, ‘तू उ ठउरे पइ कछू खाया पिआ नाहीं अउर तोहका उहइ सड़किया स वापस लउटब भी नाहीं अहइ जेहसे तू हुवाँ आया।’“ 18 तब बुढ़वा नबी कहेस, “किन्तु मइँ भी तोहरी तरह नबी हउँ।” तब बुढ़वा नबी एक झूठ बोलेस। उ कहेस, “यहोवा क हिआँ स एक ठु सरगदूत मोरे लगे आवा अउर यहोवा क सब्द मोरे स कहेस कि एका अपने घरे ले जा अउर एका हुआँ भोजन पानी करइ दया।” 19 एह बरे परमेस्सर क मनई बुढ़वा नबी क घर गवा अउर ओकर संग खाएस-पियस। 20 जब उ पचे मेज पइ बइठे रहेन तउ यहोवा बुढ़वा नबी स कहेस, 21 अउर बुढ़वा नबी यहूदा क निवासी परमेस्सर क मनई क संग बातचीत किहेस। उ कहेस, “यहोवा कहेस कि तू ओकरी आग्या क पालन नाहीं किहा। तू उ नाहीं किहा जेकरे बरे यहोवा क आदेस रहा। 22 यहोवा आदेस दिहे रहा कि तोहका इ जगह पइ कछू भी खाइ या पिअइ नाहीं चाही। किन्तु तू वापस लउट्या अउर तू खाया पिआ। एह बरे तोहार ल्हास तोहरे परिवार क कब्रगाह मँ नाहीं दफनावा जाइ।” 23 परमेस्सर क मनई भोजन करब अउर पिअब खतम किहस। तब बुढ़वा नबी ओकरे बरे गदहे पइ काठी कसेस अउर उ चला गवा। 24 घरे कइँती जात्रा करत समइ सड़क पइ एक ठु सेर हमला किहस अउर परमेस्सर क मनई क मार डाएस। नबी क ल्हास सड़क पइ पड़ी रही। गदहा अउ सेर ल्हास क लगे खड़े रहेन। 25 कछू दूसर मनई उ सड़क स जात्रा करत रहेन। उ पचे ल्हास क लखेन अउर सेर क खड़ा पाएन। उ सबई मनई उ नगर क आएन जहाँ बुढ़वा नबी रहत रहा अउर हुवाँ उ बताएस जउन उ पचे सड़क पइ लखे रहेन। 26 बुढ़वा नबी उ मनई क धोखा दिहे रहा अउर ओका वापस लइ गवा रहा। उ जउन कछू भवा रहा उ सुनेस अउर उ कहेस, “उ परमेस्सर क मनई अहइ जउन यहोवा क आदेस क पालन नाही किहेस। एह बरे यहोवा ओका मारइ बरे एक ठु सेर पठएस। यहोवा कहेस कि ओका इ करइ चाही।” 27 तब नबी अपने पूतन स कहेस, “मोरे गदहे पइ काठी डावा।” एह बरे ओकर पूतन ओकरे गदहे पइ काठी डाएन। 28 बुढ़वा नबी गवा अउर ओकरे ल्हासे क सड़किया पइ पड़ा पाएस। गदहा अउ सेर तब भी ओकरे लगे खड़ा रहेन। सेर ल्हास क नाहीं खाए रहा अउ गदहे क भी चोट नाहीं पहोंचाए रहा। 29 बुढ़वा नबी ल्हास क अपने गदहे पाइ राखेस अउर उ ल्हस पइ रोइ बरे अउर ओका दफनाइ बरे नगर वापस लाएस। 30 बुढ़वा नबी ओका अपने परिवार क कब्रगाह मँ दफनाएस। बुढ़वा नबी ओकरे बरे रोएस। बुढ़वा नबी कहेस, “ए मोरे भाई मइँ तोहरे बरे दुःखी हउँ।” 31 इ तरह बुढ़वा नबी ल्हास क दफनाएस। तब उ अपने पूतन स कहेस, “जब मइँ मरउँ तउ मोका इहइ कब्र मँ दफनावा। मोरे हाड़न क ओकरे हाड़न क निचके रख्या। 32 जउन बातन यहोवा ओकरे जरिये कहलवाएस ह उ सबइ निहचइ ही फुरइ घटित होइहीं। यहोवा ओकर उपयोग बेतेल क बेदी अउ सोमरोन क दूसर नगरन मँ स्थित ऊँच जगहन क खिलाफ बोलइ बरे किहस।” 33 एकर बाद भी राजा यारोबाम अपने बुरे कारनामन क नाहीं बदलेस। उ अलग अलग परिवार समूहन स लोगन क याजक बनइ बरे चुनत रहा। उ सबइ याजक ऊँच जगहन पइ सेवा करत रहेन। जउन कउनो याजक होइ चाहत रहा याजक बन जाइ दीन्ह रहा। 34 इहइ पाप रहा जउन यारोबाम क साही खानदान क बरबादी अउ बिनासे क कारण बना।

14:1 उ समइ यारोबाम क पूत अबिय्याह बहोत बीमार पड़ा। 2 यारोबाम अपनी मेहरारु स कहेस, “सीलो जा। जा अउर अबिय्याह नबी स मिला। अहिय्याह उ मनई अहइ जउन कहे रहा कि मइँ इस्राएल क राजा बनब। अपना ओढ़ना अइसे पहिरा कि कउनो न समुझइ कि तू मोर मेहरारु अहा। 3 नबी क दस रोटियन, कछू पुअन अउ सहद क एक ठु गगरी द्या। तब ओहसे पूछा कि हमरे पूत क का होइ। अहिय्याह नबी तोहका बताइ।” 4 एह बरे राजा क मेहरारु उ किहस जउन उ कहेस। उ सीलो गइ। उ अहिय्याह नबी क घरे गइ। अहिय्याह बहोत बुढ़वा अउ आँधर होइ गवा। 5 मुला यहोवा ओहसे कहेस, “यारोबाम क मेहरारु तोहसे आपन पूत क बारे मँ पूछइ बरे आवति अहइ। उ बीमार अहइ।” यहोवा अहिय्याह क बताएस कि ओका का कहइ चाही।यारोबाम क मेहरारु आपन भेस बदल कइ अहिय्याह क घरे पहोंची काहेकि उ कोसिस करत रही कि लोग न जानइँ कि उ कउन अहइ। 6 अहिय्याह ओकरे दुआरे पइ आवइ क अवाज अनकेस। एह बरे अहिय्याह कहेस, “यारोबाम क मेहरारु, हिआँ आवा। तू काहे इ जतन करति अहा कि लोग इ समुझँइ कि तू कउनो दूसर अहा? मोरे लगे तोहरे बरे कछू बुरी खबर अहइँ। 7 वापस लउटा अउर यारोबाम स कहा कि यहोवा इस्राएल क परमेस्सर, जउन कहत ह, उ इ अहइ। यहोवा कहत ह, ‘यारोबाम, इस्राएल क सबहिं लोगन मँ स मइँ तोहका चुनेउँ। मइँ तोहका अपने लोगन क सासक बनाएउँ। 8 दाऊद क परिवार इस्राएल पइ सासन किहस, मुला मइँ ओनसे ओकर राज्ज क छीन के ओका तोहका दिहेउँ। मुला तू मोरे सेवक दाऊद क समान नाहीं अहा। उ मोरे आदेसन क हमेसा पालन किहस अउर मोर पूरा हिरदय स अनुसरण, उ सबइ काम कइके किहेस जउन मोर नज़र म नीक रहा। 9 किन्तु तू पहिले क सासक स जियादा घटिया पापन किहेस ह। तू मोर अनुसरण करब बन्द कइ दिहा ह। तू मूरतियन अउर दूसर देवतन बनाया। इ मोका बहोत कोहाइ दिहस। तू आपन पीठ मोर तरफ घुमाइ दिहेस ह। 10 एह बरे यारोबाम, मइँ तोहरे परिवार पइ विपत्ति लिआउब। मइँ तोहरे परिवार क सबहिं मनइयन क मार डाउब। मइ तोहरे परिवार क पूरी तरह वइसे ही बर्बाद करब जइसे आगी उपरी क बर्बाद करति ह। 11 तोहरे परिवार क जउन कउनो नगर मँ मरी ओका कूकुर खइहीं अउर तोहरे परिवार क जउन कउनो मनई मइदान मँ मरी ओका पंछी खइहीं। यहोवा इ कहेस ह।’“ 12 तब अहिय्याह नबी यारोबाम क पत्नी स लगातार बात करत रहा ह। उ कहेस, “अब तू घरे जा। जइसे ही तू अपने नगर मँ प्रवेस करब्या तोहार पूत मरी। 13 सारा इस्राएल ओकरे बरे रोई अउर ओका दफनाइ। सिरिफ तोहार पूत ही यारोबाम क परिवार मँ अइसा व्यक्ति होइ जेका दफनावा जाइ। एकर कारण इ अहइ कि यारोबाम क परिवार मँ सिरिफ उहइ अइसा मनई अहइ जउन यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क खुस किहेस ह। 14 यहोवा इस्राएल क एक ठु नवा राजा बनाई। उ नवा राजा यारोबाम क परिवार क नस्ट करी। इ बहोत हाली होइ। 15 तब यहोवा इस्राएल क पीटिहीं। इस्राएल क लोग बहोत डेराइ जइहीं। उ पचे उ तरह काँपिहीं जइसा जल मँ सरकण्डा डोलत ह। यहोवा इस्राएलियन क इ नीक पहँटा स उखाड़ देइ। इ उहइ भुइँया अहइ जेका उ ओनके पुरखन क दिहे रहा। उ ओनका फरात नदी क दूसरी कइँती बिखेर देइ। इ होइ काहेकि यहोवा लोगन पइ कोहान अहइ। लोगन ओका तब गुस्सैल किहन जब उ पचे असेरा क पूजा क बरे खास खम्भन खड़ा किहेन। 16 यारोबाम पाप किहेस अउर तब यारोबाम इस्राएल क लोगन स पाप करवाएस। एह बरे यहोवा इस्राएल क लोगन क पराजित होइ दिहन।” 17 यारोबाम क मेहरारु तिरजा क लउट गइ। जइसेन हि उ घरे मँ घुसी, लरिका मर गवा। 18 पूरा इस्राएल ओका दफनाएस अउर ओकरे बरे उ रोएन। इ ठीक वइसे ही भवा जइसा यहोवा होइ क कहे रहा। यहोवा अपने सेवक अहिय्याह नबी क उपयोग इ सबइ बातन कहइ बरे किहस। 19 राजा यारोबाम दूसर बहोतन स काम किहस। ओकर जुद्ध क लेखा जोखा, उ कइसे हुकूमत करत रहा, अउर ओकर दूसर कामन इ सब “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ लिखा भवा अहइ। 20 यारोबाम बाईस बरिस तलक राजा क रूप मँ हुकूमत किहस। उ तब मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। ओकर पूत नादाब ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 21 उ समइ जब सुलैमान क लरिका रहूबियाम यहूदा क राजा बना, उ इक्कीस बरिस क रहा। रहूबियाम यरूसलेम नगर मँ सत्रह बरिस तलक हुकूमत किहस। इ उहइ नगर अहइ जेहमा यहोवा सम्मानित होब चुनेस। उ इस्राएल क सबहिं दूसर नगरन मँ स इ नगर क चुनेस। रहूबियाम क नामा नाउँ क महतारी अम्मोन क रही। 22 यहूदा क लोग पाप किहन अउ ओन कामन क किहन जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। लोग अपने ऊपर यहोवा क गुस्सैल करइ बरे अउर बुरे काम किहन। उ सबइ लोग अपने पुरखन स भी बुरे रहेन। 23 लोग ऊँच ठउर, पाथर क स्मारक अउर पवित्तर खम्भन बनाएन। उ पचे ओनका हर एक पहाड़ पइ अउ हर एक बृच्छ क खाले बनाएन। 24 हुवाँ भुइँया पइ मन्दिर क देवदासन भी रहेन। लोग अनेक घिनौना करम करत रहेन अउर उ रास्ट्र क अनुसरण करत रहेन जेनका यहोवा भूइँया तजइ बरे मज़बूर किहे रहेन। अउर परमेस्सर ओन लोगन स उ देस लइ लिहे रहा। अउर इस्राएल क लोगन क दइ दिहे रहा। 25 रहूबियाम क राज्जकाल क पचएँ बरिस मिस्र क राजा सीसक यरूसलेम क खिलाफ लड़ा। 26 सीसक यहोवा क मन्दिर अउ राजा क महल स खजानन लइ लिहस। उ ओन सुनहरी ढालन क भी लइ लिहस जेनका दाऊद अराम क राजा हददजर क अधिकारियन स लिहे रहा। दाऊद एन ढालन क यरूसलेम लइ गवा रहा। किन्तु सीसक सबहिं सुनहरी ढालन लइ लिहस। 27 एह बरे राजा रहूबियाम ओनके ठउर पइ रखइ बरे अनेक ढालन बनवाएस। किन्तु इ सबइ ढालन काँसे क रहिन, सोना क नाहीं। उ इ सबइ ढालन ओन मनइयन क दइ दिहस जउन महल क दुआरन क रच्छा करत रहेन। 28 जब कबहुँ राजा यहोवा क मन्दिर क जात रहा, रच्छकन ओकरे साथ हर दाईं जात रहेन। उ सबइ ढालन लइ जात रहेन। जब उ पचे काम पूरा कइ लेत रहेन तब उ पचे रच्छक-कच्छ मँ ढालन क लटकाइ देत रहेन। 29 राजा रहूबियाम जउन कछू किहेस उ सब, “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ लिखा भवा अहइ। 30 रहूबियाम अउ यारोबाम हमेसा ही एक दूसर क खिलाफ जुद्ध करत रहेन। 31 रहूबियाम मरा अउ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। ओका ओकरे पुरखन क संग दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। (ओकर महतारी नामा एक अम्मोनी रही।) रहूबियाम क पूत अबिय्याम3ओकरे पाछे नवा राजा बनइ मँ कामयाब होइ गवा।

15:1 नाबात क पूत यारोबाम इस्राएल पइ हुकूमत करत रहा। यारोबाम क राज्जकाल क अट्ठारहवें बरिस, अबिय्याम यहूदा क नवा राजा बना। 2 अबिय्याम तीन बरिस तलक यरूसलेम पइ हुकूमत किहस। ओकर महतारी क नाउँ माका रहा। उ अबसालेम क बिटिया रहा। 3 उ उ सबइ पाप किहेस जउन ओकर बाप ओकरे पहिले किहे रहा। अबिय्याम क हिरदय यहोवा आपन परमेस्सर क प्रति पूरा भक्तिवान नाहीं रहेन जइसा ओकर दादा दाऊद किहे रहा। 4 दाऊद के वास्ते, यहोवा ओका यरूसलेम मँ एक ठू बंस दिहेस। उ दाऊद क बंसज क यरूसलेम पई सासन करइ द्या अउर एका सुरच्छित रखइ क प्रतिग्या किहेस। 5 दाऊद हमेसा ही उचित करम किहस जेनका यहोवा चाहत रहा। उ हमेसा ही यहोवा क आदेसन क पालन किहे रहा। सिरिफ एक दाईं दाऊद यहोवा क आदेस नाहीं माने रहा जब दाऊद हित्ती ऊरिय्याह क खिलाफ पाप किहे रहा। 6 रहूबियाम अउ यारोबाम हमेसा एक दूसर क खिलाफ जुद्ध लड़त रहेन। 7 जउन कछू दूसर काम अबिय्याम किहे रहा उ “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ लिखा बाटइ।उ सारे समइ मँ जब अबिय्याम राजा रहा, यारोबाम अउ अबिय्याम क खिलाफ जुद्ध चलत रहा। 8 जब अबिय्याम मरा तउ दाऊद-नगर मँ दफनावा गवा। अबिय्याम क पूत “आसा” ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 9 इस्राएल क ऊपर यारोबाम क राजा क रुप मँ सासन करइ क बीसवें बरिस मँ आसा यहूदा क राजा बना। 10 आसा यरूसलेम मँ इकतालिस बरिस तलक सासन किहस। ओकरे दादी क नाउँ माका रहा अउर माका अबसालोम क बिटिया रही। 11 आसा अपने पुरखा दाऊद क तरह ओन करमन क किहस जेनका यहोवा उचित ठहराएस। 12 ओन दिनन हुवाँ मन्दिर क देवदासन रहेन। आसा ओन लोगन क देस तजइ बरे मजबूर किहस। आसा ओन देव मूरतियन क भी दूर किहस जउन ओकरे पुरखन बनाए रहेन। 13 आसा अपनी दादी माका क, रानी पद स हटाइ दिहस। माका देवी असेरा क ओन भयंकर मूरतियन मँ स एक क बनाए रहा। आसा ओका काट डाएस अउर एका उ किद्रोन क घाटी मँ बारेस। 14 आसा ऊँच ठउरन क बर्बाद नाहीं किहस, किन्तु उ पूरी जिन्नगी भइ यहोवा क मनवइया रहा। 15 आसा यहोवा क मन्दिर मँ सोना, चाँदी अउर उ चिजियन लाएन जउन उ अउर ओकर बाप अपिर्त किहे रहेन। 16 जब तलक राजा आसा यहूदा क राजा रहा, उ हमेसा ही इस्राएल क राजा बासा क खिलाफ जुद्ध करत रहा। 17 बासा यहूदा क खिलाफ लड़त रहा। बासा लोगन क, आसा क देस यहूदा स आवइ या जाइ स रोकइ चाहत रहा। एह बरे उ रामा नगर क बहोत मजबूत बनाइ दिहस। 18 एह बरे आसा यहोवा क मन्दिर अउर राजमहल क खजानन स सोना अउ चाँदी निकारेस। उ इ सोना-चाँदी अपने सेवकन क दिहस अउर ओनका अराम क राजा बेन्हदद क लगे पठएस। बेन्हदद हेज्योन क पूत तब्रिम्मोन क पूत रहा। दमिस्क बेन्हदद क राजधानी नगर रहा। 19 आसा इ सँदेसा पठएस, “मोरे बाप अउर तोहार बाप क बीच एक ठु सान्ति-सन्धि रही। अब मइँ तोहरे अउर अपने बीच एक ठू सान्ति-सन्धि करइ चाहत हुउँ। मइँ तोहरे लगे सोना-चाँदी क भेंट पठवत अहउँ। इस्राएल क राजा बासा क संग अपनी सन्धि तोड़ द्या। तब बासा मोरे देस क तजि देइ।” 20 राजा बेन्हदद आसा क सँदेसा क अंगीकार किहस। एह बरे उ इस्राएल क नगरन क खिलाफ लड़इ बरे अपनी फउज पठएस। बेन्हदद इय्योन, दान, आबेल्वेत्माका अउ गलीली झील क चारिहुँ ओर क नगरन क हराइ दिहस। उ सारे नप्ताली पहँटा क हराएस। 21 बासा एन हमलन क बारे मँ सुनेस। एह बरे उ रामा क मजबूत बनाउब बन्द किहस। उ उ नगर क तजि दिहस अउर तिर्सा क लउट गवा। 22 तब राजा आसा यहूदा क सबहिं लोगन क मदद करइ क हुकूम दिहस-कउनो मनई बिना मदद क नाहीं होइ। उ पचे रामा क गएन अउर उ पचे ओन पाथरन अउ काठन क उठाइ लिहन जेनकर उपयोग बासा नगर क मजबूत बनावइ बरे करत रहा। उ पचे ओन चिजियन क मिस्पा अउर बिन्यामीन प्रदेस मँ गेबा क लइ गएन। तब आसा ओन नगरन क बहोत मजबूत बनाएस। 23 आसा क बारे मँ दूसर बातन व महान कारज जउन उ किहस अउर नगरन जेनका उ बनाएस “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ लिखा बाटइ। जब आसा बुढ़वा भवा तउ ओकरे गोड़े मँ एक रोग पइदा भवा। 24 आसा मरा अउर ओका ओकर पुरखा दाऊद का नगर मँ दफनावा गवा। तब आसा क पूत यहोसापात ओकरे पाछे नवा राजा बना। 25 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क दूसर बरिस मँ यारोबाम क पूत नादाब इस्राएल क राजा भवा। नादाब इस्राएल पइ दुइ बरिस तलक हुकूमत किहस। 26 नादाब उ करम किहेस जेका यहोवा दुआरा बुरा समुझा जात रहा। उ वइसे ही पाप किहस जइसे ओकर बाप यारोबाम इस्राएल क लोगन स पाप करवाइ क किहे रहा। 27 बासा अहिय्याह क पूत रहा। उ पचे इस्साकार क परिवार समूह स रहेन। बासा राजा नादाब क मार डावइ क एक ठु जोजना बनाएस। इ उ समइ रहा जब नादाब अउर सारा इस्राएल गिब्बतोन नगर क खिलाफ जुद्ध मँ लडत रहेन। इ एक पलिस्ती नगर रहा। उ ठउरे पइ बासा नादाब क मार डाएस। 28 इ यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क तीसरे बरिस मँ भवा अउर बासा इस्राएल क अगला राजा बना। 29 जब बासा नवा राजा बना तउ उ यारोबाम क परिवार क हर एक मनई क मार डाएस। बासा यारोबाम क परिवार मँ कउनो मनई क जिअत नाहीं बख्सेस। इ वइसे ही भावा जइसा होइ बरे यहोवा कहे रहा। यहोवा सीलो क आपन सेवक अहिय्याह क जरिये इ कहे रहा। 30 इ भवा, काहेकि यारोबाम अनेक पाप किहे रहा अउर यारोबाम इस्राएल क लोगन स अनेक पाप कराए क कारण रहा। यारोबाम यहोवा इस्राएल क परमेस्सर क बहोत किरोधित कइ दिहे रहा। 31 नादाब जउन दूसर काम किहेस उ सबइ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ लिखा भवा अहइ। 32 पूरे समइ, जब तलक बासा इस्राएल क सासक रहा, उ यहूदा क राजा आसा क बिरुद्ध जुद्ध मँ लड़त रहा। 33 अहिय्याह क पूत बासा, यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क तीसरे बरिस मँ इस्राएल क राजा भवा रहा। बासा तिर्सा मँ चौबीस बरिस तलक राजा रहा। 34 किन्तु बासा उ सबइ कारज किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। उ उ सबइ ही पाप किहेस जउन ओकर पुरखा यारोबाम किहे रहा। यारोबाम इस्राएल क लोगन स पाप कराए रहा।

16:1 तब यहोवा हनान क पूत येहू स बातन किहस। यहोवा राजा बासा क बिरुद्ध बातन कहत रहा। 2 “मइँ तोहका धूरि-माटी स चुन कइ उठाएउँ। मइँ तोहका इस्राएल क लोगन क ऊपर राजा बनाएउँ। किन्तु तू यारोबाम क मारग क अनुसरण किहा ह। तू मोर लोगन, इस्राएलियन स पाप कराया ह। उ पचे अपने पापन स मोका गुस्सैल किहन ह। 3 एह बरे बासा, मइँ तोहका अउर तोहरे परिवार क बर्बाद करब। मइँ तोहरे संग उहइ करब जउन मइँ नाबात क पूत यारोबाम क परिवार क संग किहेउँ। 4 तोहरे परिवार क लोग नगर क सड़कियन पइ मरिहीं अउर ओनके ल्हासन क कूकुर खइहीं। तोहरे परिवार क कछू लोग मइदानन मँ मरिहीं अउर ओनके ल्हासन क पंछी खइहीं।” 5 बासा क बारे मँ दूसर बातन अउर जउन महान कारज उ किहेस सबहिं “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ लिखा अहइ। 6 बासा मरा अउ तिर्सा मँ दफनावा गवा। ओकर पूत एला ओकरे पाछे नवा राजा बना। 7 एह बरे यहोवा येहू नबी क एक सँदेसा दिहस। इ सँदेसा बासा अउ ओकरे परिवार क बिरुद्ध रहा। बासा उहइ करम किहे रहा जेका यहोवा बुरा करम ठेहराएस। एहसे यहोवा बहोत कोहाई गवा। बासा उहइ किहस यारोबाम क परिवार ओहसे पहिले किहे रहा। यहोवा एह बरे भी कोहान रहा कि बासा यारोबाम क समूचे परिवार क मार डाए रहा। 8 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क छब्बीसवें बरिस मँ एला इस्राएल क राजा भवा। एला बासा क पूत रहा। उ तिर्सा मँ दुई बरिस तलक हुकूमत किहस। 9 एला राजा क अधिकारियन मँ स जिम्री एक रहा। जिम्री एला क आधे रथन क आदेस देत रहा। किन्तु जिम्री एला क बिरुद्ध जोजना बनाएस। राजा एला तिर्सा मँ रहा।उ अर्सा, क घरे मँ दाखरस पिअत रहा अउर मदमस्त होत रहा। अर्सा तिर्सा क महल क अधिकारी रहा। 10 जिम्री उ घरे मँ गवा अउ उ राजा एला क मार डाएस। यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क सत्ताइसवें बरिस मँ इ भवा। तब एला क पाछे इस्राएल क नवा राजा जिम्री भवा। 11 जब जिम्री राजा भवा तउ उ बासा क पूरे परिवार क मार डाएस। उ बासा क परिवार मँ कउनो मनई क जिअत नाहीं रहइ दिहस। जिम्री बासा क मीतन क भी मार डाएस। 12 इ तरह जिम्री बासा क पूरा परिवार क बर्बाद किहस। इ वइसे ही भवा जइसा यहोवा, येहू नबी क उपयोग बासा क खिलाफ कहइ क कहे रहा। 13 इ बासा अउ ओकर पूत एला क सबहिं पापन क कारण भवा। उ पचे पाप किहे रहेन अउर इस्राएल क लोग स पाप कराए रहेन। यहोवा कोहान रहा काहेकि उ पचे बहोत स देवमूरतियन धरे रहेन। 14 “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ दूसर सबहिं बातन लिखी अहइँ जउन एला किहे रहा। 15 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क सत्ताइसवें बरिस मँ जिम्री इस्राएल क राजा बना। जिम्री तिर्सा मँ सात दिन सासन किहस। जउन कछू भवा, इ अहइ: इस्राएल क फउज गिब्बतोन क पलिस्तियन क निचके डेरा डाए पड़ी रहिन। उ पचे जुद्ध बरे तइयार रहेन। 16 पड़ाव मँ टिके लोग सुनेन कि जिम्री राजा क खिलाफ गुप्त सड्यन्त्र रचेस ह। अउर ओका मार डाएस। एह बरे सारे इस्राएल डेरा मँ, उ दिन ओम्री क इस्राएल क राजा बनाएस। ओम्री सेनापति रहा। 17 एह बरे ओम्री अउर सारे इस्राएल गिब्बतोन क तजेन अउ तिर्सा पई हमला कइ किहन। 18 जिम्री लखेस कि नगर पइ अधिकार कइ लीन्ह गएस ह। एह बरे उ महल क भीतर गएन अउर जराइ सरू किहेन। उ महल अउ खुद क जराइ दिहेस। अउर उ मरि गवा। 19 इ तरह जिम्री मरा काहेकि उ पाप किहे रहा। जिम्री ओन कामन क किहेस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। उ वइसे ही पाप किहेस जइसे यारोबाम किहे रहा अउ यारोबाम इस्राएल क लोगन स पाप कराए रहा। 20 “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ जिम्री क गुप्त सड्यन्त्र अउ दूसर बातन लिखी अहइँ जउन उ राजा एला क बिरुद्ध किहे रहा। 21 इस्राएली लोग दुइ दलन मँ बँट गए रहेन। आधे लोग गीनत क पूत तिब्नी क अनुसरण करत रहेन अउर ओका राजा बनावइ चाहत रहेन। दूसर आधे लोग ओम्री क अनुयायी रहेन। 22 किन्तु ओम्री क अनुयायी गीनत क पूत तिब्नी क अनुयायियन स जियादा सक्तीसाली रहेन। एह बरे तिब्नी मारा गवा अउर ओम्री राजा भवा। 23 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क इकत्तीसवें बरिस मँ ओम्री इस्राएल क राजा भवा। ओम्री इस्राएल पइ बारह बरिस तलक सासन किहस। ओन बरिसन मँ स छ: बरिस तलक उ तिर्सा नगर मँ सासन किहस। 24 किन्तु ओम्री सोमरोन क पहाड़ी क बेसहि लिहस। उ एका लगभग डेढ़ सौ पौण्ड चाँदी समेर स बेसहेस। ओम्री उ पहाड़ी पइ एक ठु नगर बनाएस। बाद मँ, इ पहिले क मालिक समेर क नाउँ पइ सोमरोन पुकारा गएस। 25 ओम्री उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा घोसित किहे रहा। ओम्री ओन सबहिं राजा लोगन स बुरा रहा जउन ओकरे पहिले होइ चुके रहेन। 26 उ उ सबइ ही पापन किहेस जउन नबात क पूत यारोबाम किहे रहा। यारोबाम इस्राएल क लोगन स पाप कराए रहा। एह बरे उ पचे यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क बहोत किरोधित कइ दिहे रहेन। यहोवा कोहान रहा, काहेकि उ पचे बेकार क देवमूरतियन क पूजा करत रहेन। 27 “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क पुस्तक मँ ओम्री क बारे मँ दूसर बातन अउर ओकर किहे महान कारज लिखे गएन ह। 28 ओम्री मरा अउ सोमरोन मँ दफनावा गवा। ओकर पूत अहाब ओकरे पाछे नवा राजा बना।” 29 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क अड़तीसवें बरिस मँ ओम्री क पूत अहाब इस्राएल क राजा बना। अहाब इस्राएल पइ सामरिया मँ बाईस बरिस तलक हुकूमत किहेस। 30 अहाब उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा अउर अहाब ओन सबहिं राजा लोगन स भी बुरा रहा जउन ओकरे पहिले भए रहेन। 31 अहाब क बरे ऍतना काफी नाहीं रहा कि उ वइसे ही पापन करइ जइसे नबात क पूत यारोबाम किहे रहा, उ अहाब एतबाल क बिटिया ईजबेल स बियाह किहेस। एतबाल सीदोन क राजा रहा। तब अहाब बाल क सेवा अउर पूजा करब सुरू किहेस। 32 अहाब बाल क पूजा करइ बरे सोमरोन मँ पूजा घर बनाएस। उ पूजाघरे मँ एक वेदी रखेस। 33 अहाब असेर क पूजा बरे एक बिसेस खम्भा भी खड़ा किहस। अहाब यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क किरोधित करइवाले बहोत स काम, ओन सबहिं राजा स जियादा किहेस, जउन ओकरे पहिले रहेन। 34 अहाब क राज्जकाल मँ बेतेल क हीएल यरीहो नगर क दुबारा बनाएस। जउने समइ हीएल नगर बनावइ क काम सुरु किहस, ओकर बड़ा पूत अबीराम मर गवा अउर जब हीएल नगर दुआर बनाएस, ओकर सब स नान्ह पूत सगूब मर गवा। इ ठीक वइसे ही भवा जइसा यहोवा नून क पूत यहोसू स बातन करत भए कहे रहा।

17:1 एलिय्याह गिलाद मँ तिसबी नगर क एक नबी रहा। एलिय्याह राजा अहाब स केहस, “मइँ यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क सेवा करत हउँ। ओकरी सक्ती पइ मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि अगले कछू बरिसन मँ न हुवाँ बर्खा होइ अउर न ही ओस गिरी जब तलक मइँ ओकरे होइ क आदेस न देब।” 2 तब यहोवा एलिय्याह स कहेस, 3 “इ जगह क तजि द्या अउर पूरब कइँती चला जा। करीत नाले क लगे छुप जा। इ नाला यरदन नदी क पूरब मँ अहइ। 4 तू नाला स पानी पी सकत ह। मइँ कउअन क हुकुम दिहे अहउँ कि उ पचे तोहका उ जगह पइ भोजन पहोंचइहीं।” 5 एह बरे एलिय्याह उहइ किहस जउन यहोवा करइ क कहेस। उ यरदन नदी क पूरब करीत नाला क निचके रहइ चला गवा। 6 हर एक भिंसारे अउ साँझ क कौवन एलिय्याह क बरे भोजन लिआवत रहेन। एलिय्याह नाला स पानी पिअत रहा। 7 बर्खा नाहीं भइ एह बरे कछू समइ उपरान्त नाला झुराइ गवा। 8 तब यहोवा एलिय्याह स कहेस, 9 “सीदोन मँ सारपत क जा। हुँवइ रहा। उ जगह पइ एक ठु राँड़ मेहरारु रहत ह। मइँ ओका तोहका भोजन देइ क आदेस दिहेउँ ह।” 10 एह बरे एलिय्याह सारपत पहोंचा। उ नगर-दुआर पइ पहोंचा अउर उ एक ठु मेहरारु क लखेस। ओकर भतार मर चुका रहा। उ मेहरारु ईधन बरे लकड़ियन एकट्ठी करत रही। एलिय्याह ओहसे कहेस, “का तू एक ठु पियाला मँ थोड़ा पानी देबिउ जेका मइँ पी सकउँ?” 11 उ मेहरारु ओकरे बरे पानी लिआवइ जात रही, तउ एलिय्यह कहेस, “महेरबानी कइके एकठु रोटी क टूका भी लिआवा।” 12 उ मेहरारु जवाब दिहेस, “सच मँ मइँ यहोवा, तोहरे परमेस्सर क किरिया खाइके कहति हउँ कि मोरे लगे रोटी नाहीं अहइ। मोरे लगे बर्तन मँ मूठी भइ आटा अउर बर्तन मँ तनिक स जइतून क तेल अहइ। इ ठउरे पइ मइँ ईंधन बरे दुइ चार लकड़ियन बटोरइ आइ रहिउँ। मइँ एका लइके घरे लउटब अउर आपन आखिरी भोजन बनाउब। मइँ अउर मोर पूत दुइनउँ एका खइहीं अउर तब फिर पाछे मँ भूख स मर जइहीं।” 13 एलिय्याह मेहरारु स कहेस, “परेसान जिन हवा। घरे लउटा अउर जइसा तू कह्या, आपन भोजन बनावा। मुला तोहरे लगे जउन आटा अहइ ओकर पहिले एक ठु नान्ह रोटी बनावा। उ रोटी क मोरे लगे लिआवा। तब आपन अउ अपने पूत बरे पकावा। 14 इस्राएल क परमेस्सर, यहोवा कहत ह, ‘उ आटे क बर्तन कबहुँ खाली नाहीं होइ। बर्तन मँ तेल हमेसा ही रही। अइसा तब तलक होत रही जउने दिन तलक यहोवा इ भुइँया पइ पानी नाहीं बरसावत।’“ 15 एह बरे उ मेहरारु अपने घरे लउटी। उ उहइ किहस जउन एलिय्याह ओहसे करइ क कहे रहा। एलिय्याह, उ मेहरारु अउ ओकर पूत बहोत दिनन तलक पार्याप्त भोजन पावत रहेन। 16 आटा क बर्तन अउ तेल क पीपा दुइनउँ कबहुँ खाली नाहीं भवा। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा होइ क कहे रहा। यहोवा एलिय्याह क जरिये बातन किहे रहा। 17 कछू समइ पाछे उ मेहरारु क लरिका बीमार पड़ा। उ जियादा, अउर जियादा बीमार होता गवा। आखिर मँ लरिका साँस लेब बन्द कइ किहस। 18 मेहरारु एलिय्याह स कहेस, “हे परमेस्सर क मनई, तू मोर बरे का किहेस ह? का तू मोका सारे पापन क सुमिरइ बरे हिआँ आवा अहा? का तू हिआँ मोरे पूत क मरवावइ आवा रह्या?” 19 एलिय्याह ओहसे कहेस, “आपन पूत मोका द्या।” एलिय्याह ओकरे लरिके क ओहसे लिहस अउर सीढ़ियन स ऊपर लइ गवा। उ ओका उ कमरा मँ बिछउना पइ ओलराएस जेहमाँ उ रुका भवा रहा। 20 तब एलिय्याह पराथना किहेस, “हे यहोवा, मोर परमेस्सर, इ राँड़ मोका अपने घरे मँ ठहरावति अहइ। का तू ओकरे संग इ बुरा काम करब्या? का तू ओकरे पूत क मरइ देब्या?” 21 तब एलिय्याह लरिका क ऊपर तीन दाई ओलरा। एलिय्याह एलिय्याह पराथना किहस, “हे यहोवा, मोर परमेस्सर। इ लरिका क फुन जीवित कर।” 22 “यहोवा एलिय्याह क पराथना अंगीकार किहस। लरिका फुन साँस लेइ लाग। उ जिन्दा होइ गवा। 23 एलिय्याह बच्चा क सीढ़ियन स खाले लइ गवा। एलिय्याह उ लरिका क ओकरी महतारी क दिहस अउर कहेस, “लखा, तोहार पूत जी उठा।” 24 उ मेहरारु जवाब दिहस, “अब मोका बिस्सास हो गवा कि तू फुरइ परमेस्सर क हिआँ क मनई अहा। मइँ समुझ गइ हउँ कि फुरइ यहोवा तोहरे माध्यम स बोलत ह।”

18:1 अनावृस्टि क तीसरे बरिस यहोवा एलिय्याह स कहेस, “जा अउर राजा अहाब स मिला। मइँ हाली ही बर्खा पठउब।” 2 एह बरे एलिय्याह अहाब क लगे गवा।उ समइ सोमरोन मँ भोजन नाहीं रह गवा रहा।” 3 एह बरे राजा अहाब ओबधाह स अपने लगे आवइ क कहेस। ओबधाह राजमहल क अधिकारी रहा। ओबधाह यहोवा क सच्चा अनुयायी रहा। 4 एक दाईं ईज़बेल यहोवा क सबहिं नबियन क जान स मारत रही। एह बरे ओबधाह सौ नबियन क लिहस अउर ओनका दुइ गुफन मँ छुपाएस। ओबद्याह एक गुफा मँ पचास नबी अउ दूसर गुफा मँ पचास नबी रखेस। तब ओबधाह ओनके बरे पानी अउ भोजन लिआएस। 5 राजा अहाब ओबधाह स कहेस, “मोरे संग आवा। हम लोग इ प्रदेस क हर एक सोता अउर नाला क खोज करब। हम लोग पता लगाउब कि का हम अपने घोड़न अउ खच्चरन क जिअत रखइ बरे पर्याप्त घास कहीं पाइ सकित ह। तब हम क आपन कउनो जनावर खोउब नाहीं पड़ी।” 6 हर एक मनई देस क एक ठुु हींसा चुनेस जहाँ उ पचे पानी क खोज कइ सकइँ। तब दुइनउँ। मनई पूरे देस मँ घूमेन। अहाब एक दिसा मँ अकेले गवा। ओबधाह दूसर दिसा मँ अकेले गवा। 7 जब ओबधाह जात्रा करत रहा तउ उ समइ उ एलिय्याह स मिला ओबधाह जब ओका लखेस एलिय्याह क पहचान लिहस। ओबधाह एलिय्याह क समन्वा प्रणाम करइ निहुरा उ केहेस, “एलिय्याह का सुआमी फुरइ आप अहइ?” 8 एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ, मइँ ही हउँ। जा अउर आपन सुआमी राजा स कहा कि मइँ हिआँ अहउँ।” 9 तब ओबधाह कहेस, “जदि मइँ ओहाब स कहब कि मइँ जानत हउँ कि तू कहाँ अहा, तउ उ मोका मार डाइ। मइँ तोहार कछू नाहीं बिगाड़ेउँ ह। तू काहे चाहत अहा कि मइँ मरि जाउँ? 10 यहोवा, तोहरे परमेस्सर क जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि राजा तोहार खोज करइ बरे हरेक देस मँ मनइयन क भेज दिहेस ह। जदि कउनो देस क राजा इ कहेस कि तू ओकरे देस मँ नाहीं अहा, तउ अहाब ओका इ किरिया खाइ क मजबूर किहस कि तू सच मुच मँ ओकरे देस मँ नाहीं अहा। 11 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर आपन सुआमी स कहउँ कि तू हुआँ अहा? 12 जदि मइँ जाउँ अउर राजा अहाब स कहउँ कि तू हिआँ अहा, तउ यहोवा क आतिमा तोहका कउनो दूसर जगह पइ पहोंचाइ सकत ह। राजा अहाब हिआँ आई अउर उ तोहका नाहीं पाइ सकी। तब उ मोका मार डाइ। मइँ यहोवा क अनुसरण तब स किहेउँ ह जब मइँ एक बालक रहा। 13 तू सुन्या ह कि मइँ का किहे रहेउँ। ईज़ेबेल यहोवा क नबियन क मारत रही अउर मइँ सौ नबियन क गुफन मँ छुपाए रहेउँ। मइँ एक गुफा मँ पचास नबियन अउर दूसर गुफा मँ पचास नबियन क रखे रहेउँ। मइँ ओनके बरे अन्न-पानी लिआएउँ। 14 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर राजा स कहउँ कि तू हिआँ अहा। राजा मोका मार डाइ।” 15 एलिय्याह जवाब दिहेस, “जेतनी सर्वसक्तीमान यहोवा क सत्ता निहचित अहइ, ओतना ही निहचित इ अहइ कि मइँ आजु राजा क समन्वा खड़ा होउँ।” 16 एह बरे ओबधाह राजा अहाब क लगे गवा। उ बताएस कि एलिय्याह हुवाँ अहइ। राजा अहाब एलिय्याह स भेंटइ गवा। 17 जब अहाब एलिय्याह क लखेस तउ उ पूछेस, “का इ तू अहा? का तू ही उ मनई अहा जउन इस्राएल पइ बिपत्ति का कारण अहा?” 18 एलिय्याह जवाब दिहेस, “मइँ इस्राएल पइ बिपत्ति क कारण नाहीं अहउँ। तू अउर तोहरे बाप क परिवार इ सारी बिपत्ति क कारण अहा। जब तू यहोवा क आदेसन क पालन करब बन्द कइ दिहा अउर लबार देवतन क अनुसरण सुरु किहा। 19 अब सारे इस्राएलियन क कम्मेर्ल पर्वते पइ मोहसे भेंटइ क कहा। उ ठउरे पइ बाल क चार सौ पचास नबियन क भी लिआवा अउर लबार देबी असेरा क चार सौ नबियन क लिआवा। रानी ईज़ेबेल ओन नबियन क समर्थन करत ह।” 20 एह बरे अहाब सबहिं इस्राएलियन अउर ओन नबियन क कम्मेर्ल पर्वते पइ बोलाएस। 21 एलिय्याह सबहिं लोगन क लगे आवा। उ कहेस, “आप लोग कब निर्णय करिहीं कि आप क केकर अनुरसण करब अहइ? जदि यहोवा सच्चा परमेस्सर अहइ तउ आप लोगन क ओकर अनुयायी होइ चाही। किन्तु जदि बाल फुरइ परमेस्सर अहइ तउ तोहका ओकर अनुयायी होइ चाही।”लोग कछू भी नाहीं कहेन। 22 एह बरे एलिय्याह कहेस, “मइ हिआँ यहोवा क एकमात्र नबी हउँ। मइँ अकेला हउँ। किन्तु हिआँ बाल क चार सौ पचास नबी अहइँ। 23 एह बरे दुइ ठु बर्धा लिआवा। बाल क नबी क एक ठु बर्धा लेइ द्या। ओनका ओका मारइ द्या अउर ओकर टूकन करइ द्या अउर तब ओनका, मास क लकड़ी पइ धरइ द्या। किन्तु उ पचे आगी लगाउब सुरु न करइँ। तब मइँ उहइ काम दूसरे बर्धा क लइके करब अउर मइँ आगी लगाउब सुरु नाहीं करब। 24 बाल क नबी! बाल स पराथना करिहीं अउर मइँ यहोवा स पराथना करब। जउन ईस्सर पराथना क अंगीकार करइ अउर अपने काठे क बारब सुरु कइ देइ, उहइ सच्चा परमेस्सर अहइ।”सबहिं लोग अंगीकार किहेन कि इ उचित बिचार अहइ। 25 तब एलिय्याह बाल का नबियन स कहेस, “तू बड़की गनती मँ अहा। एह बरे तू लोग पहल करा। एक ठु बर्धा क चुना अउर ओका तइयार करा। आपन देवता क समन्वा पूजा किहेस किन्तु आगी लगाउब सुरु जिन करा।” 26 एह बरे नबियन उ बर्धा क लिहन जउन ओनका दीन्ह गवा। उ पचे ओकर तइयार किहन। उ पचे दुपहर तलक बाल स पराथना किहन। उ पचे पराथना किहन, “बाल, कृपा कइके हम क जवाब द्या।” किन्तु कउनो अवाज नाहीं आइ। कउनो कउन जवाब नाहीं दिहस। नबी उ वेदी क चारिहुँ कइँती नाचत रहेन जेका उ पचे बनाए रहेन। किन्तु आगी फुन भी नाहीं लागी। 27 दुपहरे क एलिय्याह ओनकर मसखरी उड़ाउब सुरु किहेस। एलिय्याह कहेस, “जदि बाल फुरइ देवता अहइ तउ सायद तोहका अउर जियादा जोर स पराथना करइ चाही। सायद उ सोचत रहा होइ या सायद उ बहोत व्यस्त होइ, या सायद उ कउनो जात्रा पइ निकरि गवा होइ। उ सोवत रहि सकत ह। सायद तू लोग अउर जियादा जोर स पराथना करा अउर जगावा।” 28 उ पचे अउर जोर स पराथना किहन। उ पचे अपने क तरवार अउर भालन स काटेन-छेदेन। (इ ओनकर पूजा क पद्धति रही) उ पचे अपने क ऍतना काटेन कि ओनके ऊपर खून बहइ लाग। 29 तीसर पहर बीत गवा। किन्तु तब तलक आगी नाहीं लागी। नबी साँझ क बलि-भेंट क समइ तलक लगातार गवाँरू भविस्साबाणी करत रहेन। किन्तु तब तलक भी बाल कउनो जवाब नाहीं दिहस। कउनो अवाज नाहीं आइ। कउनो भी नाहीं सुनत रहा। 30 तब एलिय्याह सबहिं लोगन स कहेस, “अब मोरे लगे आवा।” एह बरे सबहिं लोग एलिय्याह क चारिहुँ कइँती बटुर गएन। यहोवा क वेदी उखाड़ दीन्ह गइ। एह बरे एलिय्याह एका जमाएस। 31 एलिय्याह बारह पाथर प्राप्त किहस। हर एक बारह परिवार समूहन बरे एक ठु पाथर रहा। एन बारह परिवार समूहन क नाउँ याकूब जेका यहोवा इस्राएल नाउँ दिह रहा, क बारह पूतन क नाउँ पइ रहेन। 32 एलिय्याह ओन पाथरन क उपयोग यहोवा क सम्मान देइ क बरे वेदी क निर्माण मँ किहस। एलिय्याह वेदी क चारिहुँ कइँती एक ठु नान्ह खाईं खोदेस। इ ऍतनी चौड़ी अउर एतनी गहिर रही कि एहमाँ लगभग सात गैलन पानी आइ सकइ। 33 तब एलिय्याह वेदी पइ काठ धरेस। उ बर्धा क टूकन मँ काटेस। उ टूकन क काठन पइ धरेस। 34 तब एलिय्याह कहेस, “चार गगरियन क पानी स भरा। पानी क मास क टूकन अउ काठन पइ डावा।” तब एलिय्याह कहेस, “इहइ फुन करा।” तब उ कहेस, “एका तीसरी दाईं कर।” 35 पानी वेदी स बाहेर बहा अउर ओहसे खाईं भर गइ। 36 इ तीसर पहर क बलि भेंट क समइ रहा। एह बरे एलिय्याह नबी वेदी क लगे गवा अउर पराथना किहस, “हे यहोवा, इब्राहीम, इसहाक अउ इस्राएल क परमेस्सर, मइँ तोहसे याचना करत हुउँ कि तू प्रमाणित करा कि तू इस्राएल क परमेस्सर अहा अउर प्रमाणित करा कि मइँ तोहार सेवक अहउँ। एन लोगन दिखाइ द्या कि तू इ सब करइ क मोका आदेस दिहा ह। 37 यहोवा मोर पराथना क जवाब दया। एन लोगन क जानइ द्या कि हे यहोवा, तू असल मँ परमेस्सर अहा। तब लोग समुझिहीं कि तू ओनका अपने लगे वापस लिआवत अहा।” 38 एह बरे यहोवा खाले आगी पठएस। आगी बलि, काठ, पाथरन अउ वेदी क चारिहुँ कइँती क भुइँया क बार दिहस। आगी खाईं क समूचा पानी भी झुराइ दिहस। 39 सबहिं लोग इ होत लखेन। लोग भुईंया पइ प्रणाम करइ निहुरेन अउर कहइ लोगन, “यहोवा परमेस्सर अहइ। यहोवा परमेस्सर अहइ।” 40 तब एलिय्याह कहेस, “बाल क नबियन क धइ ल्या। ओनमाँ स कउनो क बच निकरइ न द्या।” एह बरे लोग सबहिं नबियन क धरेन। तब एलिय्याह ओन सबहिं किसोन नाले तलक लइ गवा। उ जगह पइ उ सबहिं नबियन क मार डाएस। 41 तब एलिय्याह राजा अहाब स कहेस, “अब जा, खा अउर पिआ। एक घनघोर बर्खा आवति अहइ।” 42 एह बरे राजा अहाब भोजन करइ गवा। उहइ समइ एलिय्याह कम्मेर्ल पवते क चोटी पइ चढ़ा। पर्वत क चोटी पइ एलिय्याह प्रणाम करइ निहुरा। उ अपने मूँड़ क अपने घुटरुअन क बीच रखेस। 43 तब एलिय्याह अपने सेवक स कहेस, “समुद्र कइँती लखा।”सेवक उ जगह तलक गवा जहाँ स उ समुद्र क लख सकइ। तब सेवक लउटिके आवा अउर उ कहेस, “मइँ कछू नाहीं लखेउँ।” एलिय्याह ओका फुन जाइ अउर लखइ क कहेस। इ सात दाईं भवा। 44 सातवीं दाईं सेवक लउटके आवा अउर उ कहेस, “मइँ एक नान्ह बादर मनई क मूठी क बराबर लखेउँ ह। बादर समुद्र स आवत रहा।”एलिय्याह सेवक स कहेस, “राजा, अहाब क लगे जा अउर ओहसे कहा कि उ आपन रथ तइयार कइ लेइ अउर अब घर वापस जाइ। जदि उ अबहिं नाहीं जाइ तउ बर्खा ओका रोक लेइ।” 45 थोड़े समइ क पाछे अकास काले मेघन स ढक गवा। तेज हवा चलइ लागिन अउर घनघोर बर्खा होइ लाग। अहाब अपने रथे मँ बइठा अउर यिज़्रेल क वापस जात्रा करब सुरु किहेस। 46 एलिय्याह क भीतर यहोवा क ताकत आइ। एलिय्याह अपने ओढ़नन क अपने चारिहुँ कइती कसेस, जेहसे उ दउड़ सकइ। तब एलिय्याह यिज्रेल तलक क पूरे मारग पइ राजा अहाब स अगवा दउड़त रहा।

19:1 राजा अहाब इ़र्जेबेल क उ सबइ बातन बताएस जउन एलिय्याह कहेस। अहाब ओका बताएस कि एलिय्याह कइसे सबहिं नबियन क एक ही तरवार स मउत क घाट उतारेस। 2 एह बरे ईज़ेबेल एलिय्याह क लगे एक ठु दूत पठएस। ईज़ेबेल कहेस, “मइँ प्रतिग्या करति हउँ कि काल्ह इ समइ स पहिले मइँ तोहका वइसे ही मारब जइसे तू नबियन क मार्या ह। जदि मइँ सफल नाहीं होतिउँ तउ देवता मोका मार डावइँ।” 3 जब एलिय्याह इ सुनेस तउ उ डेराइ गवा। एह बरे उ अपनी जान बचावइ क लिए पराइ गवा। उ अपने संग अपने सेवक क लइ गवा। उ पचे बेसेर्बा पहोंचेन जउन यहूदा मँ अहइ। एलिय्याह अपने सेवक क बेसेर्बा मँ तजेस। 4 तब एलिय्याह पूरे दिन रेगिस्तान मँ चला। एलिय्याह एक झाड़ी क खाले बइठा। उ कामना किहेस कि उ मरि जातइ। एलिय्याह कहेस, “यहोवा इ मोरे बरे बहोत अहइ। मोका मरइ द्या। मइँ अपने पुरखन स नीक नाहीं अहउँ।” 5 तब एलिय्याह बृच्छ क खाले ओलर गवा अउर सोइ गवा। एक ठु सरगदूत एलिय्याह क लगे आवा अउर उ ओका छुएस। सरगदूत कहेस, “उठा, खा।” 6 एलिय्याह चारिहुँ कइती लखेस अउर ओकर माथे क बगल मँ कोयले पइ पका एक ठु रोटी अउर पानी भरी गगरी अहइ। एलिय्याह खाएस अउ पीएस अउर तब उ फुन सोइ गवा। 7 पाछे, यहोवा क सरगदूत ओकरे लगे फुन आएस अउर ओका छुएस। सरगदूत कहेस, “उठा, खा।” जदि तू अइसा नाहीं खात्या तउ तू एतने जियादा सक्तिसाली नाहीं होब्या, जेहसे तू लम्बी जात्रा कइ सका।” 8 एह बरे एलिय्याह उठा। उ खाएस अउर पीएस। भोजन ओका ऍतना सक्तिसाली बनाई दिहस कि उ चालीस दिन अउ रात जात्रा कइ सकइ। उ होरेब पर्वत तलक गवा जेका परमेस्सर क पर्वत कहा जात अहइ। 9 हुवाँ एलिय्याह एक ठु गुफा मँ घुसा अउ सारी रात ठहरा।तब यहोवा एलिय्याह स बातन किहस। यहोवा कहेस, “एलिय्याह, तू हिआँ काहे आया ह?” 10 एलिय्याह जवाब दिहेस, “यहोवा सर्वसक्तिमान परमेस्सर, मइँ यहोवा बरे बहोत जोसीला रहा ह। यथासम्भव मइँ तोहार सेवा सब स उत्तिम रूप मँ हमेसा ही किहेउँ ह। किन्तु इस्राएल क लोग तोहरे संग कीन्ह गइ समझौता क तोड़ेन ह। उ पचे तोर वेदियन क बर्बाद किहन ह। उ पचे तोहरे नबियन क मार डाएन ह। मइँ एकमात्र अइसा नबी हँउ जउन जिअत बचा हँउ अउर अब उ पचे मोका मार डावइ चाहत हीं।” 11 तब यहोवा एलिय्याह स केहेस, “जा, मोरे समन्वा पर्वते पइ खड़ा ह्वा। मइँ तोहरे बगल स निकरब।” तब एक प्रचण्ड आँधी चली। आँधी पर्वतन क तोड़ गिराएस। इ यहोवा क समन्वा बिसाल चट्टानन क तोड़ डाएस। मुला उ आँधी यहोवा नाहीं रहा। उ आँधी क पाछे भुइँडोल आवा। किन्तु उ भुइँडोल यहोवा नाहीं रहा। 12 भुइँडोल क पाछे हुवाँ आगी रही। किन्तु उ आगी यहोवा नाहीं रही। आगी क पाछे हुवाँ एक कोमल अउ फुसफुसाहट क स्वर सुनाई पड़ा। 13 जब एलिय्याह उ स्वर सुनेस तउ उ अपने अंगरखे स आपन मुँह ढाँपि लिहस। तब उ गवा अउर गुफा क दुआर पइ खड़ा भवा। तब एक वाणी ओहसे कहेस, “एलिय्याह, हिआँ तू कहाँ अहा?” 14 एलिय्याह जवाब दिहेस, “यहोवा सर्वसक्तिमान परमेस्सर, मइँ यहोवा बरे बहोत जियादा जोसीला रहा ह। मइँ यथासम्भव सब स उत्तिम सेवा तोहका अपिर्त किहेउँ ह। मुला इस्राएल क लोग तोहरे संग कीन्ह गइ आपन करार तोड़ेन ह। उ पचे तोहार वेदियन बर्बाद किहन। उ पचे तोहरे नबियन क मारेन। मइँ एकमात्र अइसा नबी हउँ जउन अबहिं तलक जिअत ह अउर अब उ पचे मोका मार डावइ क जतन करत अहइँ।” 15 यहोवा कहेस, “उ सड़क पइ वापस लउट जा जउन दमिस्क क चारिहुँ कइँती क रेगिस्तान तलक जात ह। दमिस्क मँ जा अउर हजाएल क अभिसेक अराम क राजा क रूप मँ अभिसेक करा। 16 ओकरे पाछे निमसी क पूत येहू क इस्राए क राजा क रूप मँ अभिसेक करा। ओकर बाद आबेल महोला क सापात क पूत एलीसा क अभिसेक करा। उ तोहरे जगह पइ नबी बनी। 17 हजाएल अनेक बुरे लोगन क मार डाइ। येहू कउनो क भी मार डाइ जउन हजाएल क तरवार स बच निकरत ह। अउर एलीस कउनो क भी मार डाइ जउन येहू क तरवार स बच निकरत ह। 18 एलिय्याह! इस्राएल मँ तू ही एक मात्र बिस्सासपात्र मनई नाहीं अहा। उ सबइ मनई बहोत स लोगन क मार डइहीं, किन्तु ओकरे पाछे भी हुवाँ इस्राएल मँ सात हजार लोग अइसे होइहीं जउन बाल क कबहुँ प्रणाम नाहीं किहन। मइँ ओन सात हजार लोगन क जिअत रहइ देब, काहेकि ओन लोगन मँ स कउनो कबहुँ बाल क देवमूतिर् क चूमेस तलक नाहीं।” 19 एह बरे एलिय्याह उ जगह क तजेस अउर सापात क पूत एलीसा क खोज मँ निकरा। एलीसा बारह जोड़ा बर्धन स भुइँया क जोतत रहा अउर एलीसा खुद बारहवाँ जोड़ा स हल जोतत रहा जब एलिय्याह आपन अंगरखाएलीसा क पहिराइ दिहस। 20 एलीसा फउरन आपन बर्धन क छोड़ेस अउर एलिय्याह क पाछे दउड़ गवा। एलीसा कहेस, “मोका अपनी महतारी अउर बाप क चूमइ द्या अउर ओनसे बिदा लेइ द्या। फुन मइँ तोहरे पीछे चलब।” एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ तू अइसा कइ सकत ह। मइँ तोहका नाहीं रोकब।” 21 तब एलीसा अपने परिवार क संग बिसेस भोजन किहस। एलीसा गवा अउर अपने बर्धन क मार डाएस। उ हरे क काठ क उपयोग आगी बारह इ बरे किहस। तब उ मास क पकाएस अउर लोगन मँ बाँट दिहस। लोग मास खाएन। तब एलीसा गवा अउर उ एलिय्याह क अनुसरण किहस। एलीसा एलिय्याह क सहायक बना।

20:1 बेन्हदद अराम क राजा रहा। उ आपन सारी फउज बटोरेस। ओकरे संग बत्तीस राजा रहेन। ओकरे लगे घोड़न अउ रथ रहेन। उ पचे सोमरोन पइ हमला किहन अउर ओकरे खिलाफ लड़ेन। 2 राजा, नगर मँ इस्राएल क राजा अहाब क लगे दूत पठाएस। 3 सूचना इ रही, “बेन्हदद कहत ह, ‘तोहका आपन सोना-चाँदी मोका देइ क पड़ी। तोहका आपन मेहररुअन अउ बच्चन भी मोका देइ क होइ।’“ 4 इस्राएल क राजा जवाब दिहस, “ऐ मोर सुआमी राजा! मइँ अंगीकार करत हउँ कि अब मइँ आप क मातहत हउँ अउर जउन कछू मोर अहइ उ आप क अहइ।” 5 तब दूत अहाब क लगे वापस आवा। उ पचे कहेन, “बेन्हदद कहत ह, ‘मइँ पहिले ही तोहसे कहे रहेउँ कि तोहका सारा सोना-चाँदी तथा आपन मेहररूअन, बच्चन क मोका देइ क पड़ी। 6 काल्ह मइँ अपने मनइयन क पठवत हउँ जउन महल मँ सब जगह अउर तोहरे मातहती मँ सासन करइवाले अउर अधिकारियन क घरन मँ खोज करिहीं। मोर मनई सबइ मुल्यवान वस्तुअन क लेइहीं अउर ओनका मोर लगे लइ आइहीं।’“ 7 एह बरे राजा अहाब अपने देस क सबहिं बुर्जुगन क एक बैठक बोलाएस। अहाब केहस, “लखा बेन्हदद परेसानी क कारण अहइ। पहिले उ मोहसे इ माँग किहस ह कि मइँ ओका आपन मेहररूअन, आपन बच्चन अउर आपन सोना-चाँदी दइ देउँ। मइँ ओका उ सबइ चिजियन देब अंगीकार कइ लिहेउँ अउर उ सब कछू लेइ चाहत ह।” 8 किन्तु अग्रजन अउर सबहिं लोग कहेन, “ओकर आदेस न माना। उ न करा जेका करइ क उ कहत ह।” 9 एह बरे अहाब बेन्हदद क सँदेसा पठएस। अहाब कहेस, “मइँ उ कइ देब जउन तू पहिले कहे रह्‌्या। किन्तु मइँ तोहार दूसरे आदेस क पालन नाहीं कइ सकत।”राजा बेन्हदद क दूत सँदेसा राजा तलक लइ गएन। 10 तब उ पचे बेन्हदद क दूसर सँदेसा क संग लउटेन। सँदेसा इ रहा, “मइँ सोमरोन क पूरी तरह बर्बाद करब। मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि उ नगर क सबहिं चिजियन क बर्बाद कीन्ह जाइहीं। जदि मोरे हरे एक मनई उ नगर क एक मुट्ठी धूरि भी आपन घरे लेइ जाइ बरे लेइ तउ उ ओन सबइ लोगन बरे प्रयाप्त नाहीं होब्या। परमेस्सर मोका बर्बाद करइ द्या जदि मइँ अइसा न करउँ।” 11 राजा अहाब जवाब दिहस, “बेन्हदद स कहा कि उ मनइ क, जउन आपन कवच धारण किहे होइ, उ मनई क तरह डींग नाहीं डाँकइ चाही जउन ओका उतारइ बरे लम्बी जिन्नगी जिअत ह।” 12 राजा बेन्हदद अपने दूसर प्रसासकन क संग अपने तम्बू मँ दाखरस पान करत रहा। उहइ समइ दूतन आवा अउर उ राजा अहाब क सँदेसा दिहस। राजा बेन्हदद अपने मनइयन क नगर पइ हमला करइ बरे तैयार होइ क आदेस दिहेस। एह बरे फउजी जुुद्ध बरे अपनी जगह लेइ बरे बढ़ेन। 13 इहइ समइ, एक ठु नबी इस्राएल क राजा, अहाब क लगे पहोंचा। नबी कहेस, “राजा अहाब यहोवा तोहसे कहत ह, ‘का तू उ बड़की फउज क लखत अहा। मइँ, यहोवा, आज तोहका उ सेना क हरावइ देब। तब तू जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ।’“ 14 अहाब कहेस, “ओनका पराजित करइ क बरे तू केकर उपयोग करब्या?”नबी जवाब दिहस, “यहोवा कहत ह, ‘सरकारी अधिकारियन क युवक सहायक।’“तब राजा पूछेस, “कउन सेना क अगुवाइ करब अउर जुद्ध सुरू करब?” नबी जवाब दिहस, “तू।” 15 एह बरे अहाब सरकारी अधिकारियन क युवक सहायकन क बटोरेस। सब मिलाइके इ सबइ दुइ सौ बत्तीस युवक रहेन। तब राजा इस्राएल क सेना क एक संग बोलाएस। सारी गनती सात हजार रही। 16 दुपहर क, राजा बेन्हदद अउ ओकर सहायक बत्तीस राजा अपने डेरा मँ दाखरस पान करत रहने अउर मद मत्त होत रहेन। इहइ समइ राजा अहाब क हमला भवा। 17 युवक सहायकन पहिले हमला किहन। बेन्हदद क मनइयन ओहसे कहेन कि फउजी सोमरोन स बाहेर निकरि आए अहइँ। 18 एह बरे बेन्हदद कहेस, “उ पचे जुद्ध करइ बरे या सान्ति-सन्धि करइ बरे आवइ सकत ह। ओनका जिन्दा धइ ल्या।” 19 राजा अहाब क युवक आकामण क पहल करत रहेन। इस्राएल क फउज ओनके पाछे चलत रही। 20 इस्राएल क हर एक सैनिक उ मनइयन क मार डाएस जउन ओकरे खिलाफ आवा। एह बरे अराम क फउजियन पराब सुरू किहन। इस्राएल क फउज ओनकर पाछा किहस। राजा बेन्हदद अपने रथन क एक घोड़े पइ बैठिके भाग निकरा। 21 राजा अहाब फउज क अगुवाइ किहेस अउर आगे बढ़ेस। उ अराम क फउज क सारे घोड़न अउ रथन क लइ लिहस। इ तरह राजा अहाब अरामियन सेना क भारी पराजय दिहस। 22 तब नबी राजा अहाब क लगे पहोंचा, इस्राएल क राजा कहेस, “अराम क राजा बेन्हदद अगले बसन्त मँ तोहसे जुद्ध करइ बरे फुन आइ। एह बरे तोहका अब घरे लउटि जाइ चाही अउर अपनी फउज क पहिले स जियादा सक्तीसाली बनवाइ चाही अउर ओका हराइ बरे उचित जोजना बनावा।” 23 राजा बेन्हदद क अधिकारी लोग ओहसे कहेन, “इस्राएल क देवता पर्वतीय देवता अहइ। हम लोग पर्वतीय पहँटा मँ लड़े रहे। एह बरे इस्राएल क लोग बिजयी भएन। एह बरे हम लोग ओनसे समथर मइदान मँ जुद्‌ध करी। तब हम बिजयी पाउब। 24 इ उहइ अहइ जेका तोहका करइ चाही। बत्तीस राजा लोगन क फउज क संचालन करइ क अनुमति न द्या। सेनापतियन क ही अपनी फउज क नेतृत्व करइ द्या। 25 “अब तू उहइ क समान एक फउज बनावा जउन तू खो दिहस ह। उहइ फउज क तरह घोड़न अउर रथ ऍकट्ठा करा जइसा तू पहिले रहा। तब हम लोग इस्राएलियन स समथर मइदान मँ जुद्ध करी। तब हम बिजय प्राप्त करब।” बेन्हदद ओनकी सलाह मान लिहस। उ उहइ किहस जउन उ पचे कहेन। 26 एह बरे बसन्त मँ बेन्हदद अराम क लोगन क बटोरेस। उ इस्राएल क खिलाफ जुद्ध करइ अपेक गवा। 27 इस्राएलियन भी जुद्ध क तइयारी किहन। इस्राएल क लोग अराम क सेना स लड़इ गएन। उ पचे अपने सिबिर अराम क सिबिर क समन्वा डाएन। दुस्मन क तुलना मँ इस्राएली फउज बोकरियन क दुइ ठू नान्ह झुण्डन क समान देखाइ पड़त रहेन किन्तु अराम क फउज सारे छेत्र क ढाँपे रही। 28 परमेस्सर क एक मनई इ सँदेसा क संग इस्राएल क राजा क लगे आवा: “यहोवा कहेस ह, ‘अराम क लोग कहेन ह कि मइँ, यहोवा पर्वतन क परमेस्सर हुउँ। उ पचे सोचत हीं कि मइँ घाटियन क परमेस्सर भी नाहीं हउँ। एह बरे, मइँ तोहका इ बिसाल सेना क हरावइ देब। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा सब जगह हउँ।’“ 29 फउजन सात दिन तलक एक दूसरे क आमने-सामने डेरा डाए रहिन। सतएँ दिन जुद्ध सुरु भवा। इस्राएलियन एक दिन मँ अराम क एक लाख फउजियन क मार डाएन। 30 बचे भए फउजी अपेक नगर क भाग पराइ गएन। नगर प्राचीर ओन सत्ताईस हजार फउजियन पइ भहराइ पड़ी। बेन्हदद भी नगर क पराइ गवा। उ एक ठु कमरा मँ छुप गवा। 31 ओकर अधिकारियन ओहसे कहेन, “हम लोग सुना ह कि इस्राएल क राजा लोग दया दिखावत ह। हम लोग मोरे ओढ़ना पहिरे अउर सिरे पइ रस्सी डाए। तब हम लोग इस्राएल क राजा क लगे चली होइ सकत ह कि उ हम क जिअत रहइ देइ।” 32 उ पचे मोरे ओढ़ना पहिरेन अउर लसुरी मूँडे पइ डाएन। उ पचे इस्राएल क राजा क लगे आएन। उ पचे कहेन, “तोहार सेवक बेन्हदद कहत ह, ‘कृपा कइके मोका जिअत रहइ द्या।’“ अहाब जवाब दिहस, “का उ अबहिं तलक जिअत अहइ? उ मोर भाई अहइ।” 33 बेन्हदद क मनई राजा अहाब क सब्द मँ कछू सुराग सुनि क आसावादी रहेन जेहसे इ निहिचित होइ कि उ बेन्हदद क नाहीं मारी। जब अहाब बेन्हदद क आपन भाई कहेस तउ सलाहकारन तुरन्त कहेन, “हाँ, बेन्हदद आप क भाई अहइ।”अहाब कहेस, “ओका मोरे लगे लिआवा।” एह बरे बेन्हदद राजा अहाब क लगे आवा। राजा अहाब अपने संग ओका अपने रथ मँ बइठइ क कहेस। 34 बेन्हदद ओहसे कहेस, “अहाब मइँ ओन नगरन क तोहका दइ देब जेनका मोर बाप तोहरे बाप स लइ लिहे रहेन अउर तू दमिस्क मँ वइसे ही दुकानन रखि सकत ह जइसे मोर बाप सोमरोन मँ रखे रहा।”अहाब जवाब दिहस, “जदि तू एका अँगीकार करत ह तउ मइँ तोहका जाइ बरे अजाद करत हउँ।” एह बरे दुइनउँ राजा लोग एक ठु सान्ति-सन्धि किहन। तब राजा अहाब बेन्हदद क जाइ बरे अजाद कइ दिहस। 35 नबियन मँ स एक दूसर नबी स कहेस, “मोह पइ चोट करा।” उ ओहसे इ करइ बरे कहेस काहेकि यहोवा अइसा आदेस दिहे रहा। किन्तु दूसर नबी ओह पइ चोट करइ स मना कइ दिहेस। 36 एह बरे पहिला नबी कहेस, “तू यहोवा क आदेस क पालन नाहीं किहा। एह बरे जब तू इ जगह क तजब्या, एक ठु सेर तोहका मार डाइ।” दूसर नबी उ जगह क तजेस अउर ओका एक सेर मार डाएस। 37 पहिला नबी दूसर मनई क लगे गवा अउर कहेस, “मोह पइ चोट करा।”उ मनई ओह पइ चोट किहस। नबी क चोट आइ। 38 एह बरे नबी अपने चेहरे पइ एक ओढ़ना लपेट लिहस। इ तरह कउनो इ नाहीं समुझ सकत रहा कि उ कउन अहइ। उ नबी गवा अउर उ सड़क क किनारे राजा क प्रतीच्छा सुरु किहस। 39 राजा उ सड़क स निकरा अउर नबी ओहसे कहेस, “मइँ जुद्ध मँ लड़इ गवा रहेउँ। हमरे मनइयन मँ स एक मोरे लगे एक दुस्मन फउजी क लिआवा। उ मनई कहेस, ‘इ मनई क पहरेदारी करा। जदि उ भाग गवा, तउ एकरे जगह पइ तोहका आपन जिन्नगी देइ क होइ या तोहका पचहत्तर पौण्ड चाँदी जुर्माने मँ देइ क होइ।’ 40 किन्तु मइँ ब्यस्त होइ गवा। एह बरे उ मनई भाग निकरा।”इस्राएल क राजा कहेस, “तू कह्या ह कि तू फउजी क पराइ जाइ देइ क अपराधी अहा। एह बरे तोहका जवाब मालूम अहइ। तोहका उहइ करइ चाही जेका करइ क उ मनई कहेस ह।” 41 तब नबी अपने मुँहना स ओढ़ना हटाएस। इस्राएल क राजा लखेस अउर इ जान लिहस कि उ नबियन मँ स एक अहइ। 42 तब नबी राजा स कहेस, “यहोवा तोहसे इ कहत ह, ‘तू उ मनई क अजाद किहा जेका मइँ मर जाइ क कहेउँ। एह बरे ओकर जगह तू लेब्या, तू मर जाब्या अउर तोहार लोग दुस्मनन क जगह लेइहीं, तोहार लोग मरिहीं।’“ 43 तब राजा समारिया अपने घरे लउट गवा। उ बहोत गुस्सा मँ अउ घबराया भवा रहा।

21:1 राजा अहाब क महल सोमरोन म रहा। महल क लगे एक ठु अंगूरन क बाग रहा। यिज्रेल नाबोत नाउँ क मनई इ फलन क बाग क सुआमी रहा। 2 एक दिन अहाब नाबोत स कहेस, “अपना अंगूर क बाग मोका दइ द्या। मइँ एका सब्जियन क बाग बनावइ चाहत हउँ। तोहार बाग मोरे महल क लगे अहइ। मइँ एकरे बदले तोहका एहसे अच्छा अंगूर क बाग देब या, जदि तोर इच्छा होइ तउ मइँ ऐकरे मुल्य चुकाइके एका खरीद लेब।” 3 नाबोत जवाब दिहस, “मइँ आपन भुइँया तोहका कबहुँ नाहीं देब। इ भुइँया मोरे परिवार क बाटइ।” 4 एह बरे अहाब अपने घर गवा। उ नाबोत पइ किरोधित अउ बिगड़ा भवा रहा। उ इ बात क पसन्द नाहीं किहस जउन यिज्रेल क मनई कहे रहा। (नाबोत कहे रहा, “मइँ अपने परिवार क भुइँया तोहका नाहीं देब।”) अहाब अपने बिछउना पइ ओलर गवा। उ आपन मुंह मोड़ लिहस अउर खाइ स इन्कार कइ दिहस। 5 अहाब क मेहरारू ई़ज़ेबेल ओकरे लगे गइ। ईज़ेबेल ओहसे कहेस, ‘तू ऍतना उदास काहे अहा? तू खाइ स इन्कार काहे किहा ह?” 6 अहाब जवाब दिहस, “मइँ यिज्रेल क नाबोत स ओकर भुइँया माँगेउँ। मइँ ओहसे कहेउँ कि मइँ ओकर पूरी कीमत चुकाउब, या, जदि उ चाही तउ मइँ ओका दूसर बाग देब किन्तु नाबोत आपन बाग देइ स इन्कार कइ दिहस।” 7 ईज़ेबेल जवाब दिहस, “किन्तु तू तउ पूरे इस्राएल क राजा अहा अपने बिछउना स उठा। कछू खइया क खा, तू अपने क बेहतर महसूस करब्या। मइँ नाबोत क बाग तोहरे बरे लइ लेब।” 8 तब ईज़ेबेल कछू पत्र लिखेस। उ पत्रन पइ अहाब क हस्ताच्छर बनाएस। उ अहाब क मुहर पत्रज क बंद करइ बरे ओन पइ लगाएस। तब उ ओनका अग्रजन (प्रमुखन) अउर बिसेस मनइयन क लगे पठएस जउन उहइ नगर मँ रहत रहेन, जेहमाँ नाबोत रहत रहा। 9 पत्र मँ इ लिखा रहा:इ घोसणा करा कि एक इ एक उपवास क दिन होइ। तब नगर क सबहिं लोगन क एक संग एक बइठक बोलावा। बइठक मँ, नाबोत क लोगन क समन्वा खास स्थान पइ बइठवा। 10 कउनो अइसे दई बुरा मनइयन क हासिल करा जउन नाबोत क खिलाफ झूठा गवाही देइ। ओनका इ कहइ द्या उ पचे सुनेन कि नाबोत राजा अउ परमेस्सर क खिलाफ कछू बातन कहेस। तब नाबोत क नगर क बाहेर लइ जा अउर ओका पाथरन स मार डावा। 11 एह बरे यिज्रेल क बुर्जुगन अउर महत्वपूर्ण मनइयन उ आदेस क पालन किहन जउन उ पत्र मँ लेखि के ओनका लगे भेजि रहेन। 12 प्रमुखन घोसणा किहन कि एक दिन अइसा होइ जब सबहिं मनई कछू भी भोजन नाहीं करिहीं। उ दिन उ पचे सबहिं लोगन क बइठक एक संग बोलाएन। उ पचे नाबोत क बिसेस ठउरे पइ लोगन क समन्वा रखेन। 13 तब दुइ बुरा मनइयन लोगन स कहेन कि उ पचे नाबोत क परमेस्सर अउ राजा क बिरुद्ध बातन करत सुनेन ह। एह बरे लोग नाबोत क नगर क बाहेर लइ गएन। तब उ पचे ओका पाथरन स मार डाएन। 14 तब प्रमुखन एक सँदेसा ईज़ेबेल क पठएन। सँदेसा रहा: “नाबोत पाथरन स मार डावा गवा।” 15 जब ईज़ेबेल इ सुनेस तउ उ अहाब स कहेस, “नाबोत मर गवा। अब तू जाइ सकत ह अउर उ बाग क लइ सकत ह जेका उ तोहका बेचइ स इन्कार किहे रहा।” 16 जब अहाब सुनेस कि नबोत मर गवा, उ अंगूर क बाग मँ ओह पइ कब्जा करइ बरे गवा। 17 इ समइ यहोवा एलिय्याह स बातन किहस। (एलिय्याह तिसबी क नबी रहा) यहोवा कहेस, 18 “इस्राएल क राजा अहाब क लगे सोमरोन क जा। अहाब नाबोत क अंगूरन क बाग मँ होइ। उ हुँवा पइ उ बाग पइ कब्जा करइ बरे होइ। 19 अहाब स कहा, मइँ यहोवा ओहसे कहत हउँ, ‘अहाब! तू नाबोत नाउँ क मार डाया ह। अब तू ओकर भुइँया लेत अहा। एह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ, तू भी उहइ जगह पइ मरब्या जउने जगह पइ नाबोत मरा। जउन कूकुरन नाबोत क खून क चाटेन, उ सबइ ही तोहार खून उ जगह पइ चटिहीं।’“ 20 एह बरे एलिय्याह अहाब क लगे गवा। अहाब एलिय्याह क लखेस अउ कहेस, “तू मोका फुन पाइ लिहा ह। तू सदा मोरे खिलाफ अहा।”एलिय्याह जवाब दिहस, “हाँ मइँ तोहका फुन पाइ लिहेउँ ह। तू सदा अपनी जिन्नगी क उपयोग यहोवा क खिलाफ पाप करइ मँ किहा। 21 एह बरे यहोवा तोहसे कहत ह, ‘मइँ तोहका बर्बाद कइ देब। मइँ तोहका अउर तोहरे परिवार क हर एक मनसेधू निअंबर क मार डाउब। 22 “तोहरे परिवार क उहइ दसा होइ जउन दसा नाबोत क पूत यारोबाम क परिवार क भइ अउर तोहार परिवार बासा क परिवार क तरह होइ। इ सबइ दुइनउँ पूरी तरह बर्बाद कइ दीन्ह गए रहेन। मइँ तोहारे संग उहइ करब काहेकि तू मोका गुस्सैल किहा ह। तू इस्राएल क लोगन स पाप कराया ह।’ 23 अउर यहोवा इ भी कहत ह, ‘तोहार मेहरारु ईज़ेबेल क ल्हास यिज्रेल नगर मँ कूकुर खइहीं। 24 तोहार परिवार कउनो भी निअंबर क जउन नगर मँ मरी, कूकुर खइहीं जउन मनई मइदानन मँ मरी उ पंछियन क जरिये खा जाइ।’“ 25 ओतॅना बुरे काम जेका यहोवा बुराई मँ सामिल करत ह कउनो भी मनई नाहीं किहेस ह जेतॅना अहाब किहेस ह। ओकर पत्नी ईज़ेबेल ओहसे इ सबइ काम कराएस ह। 26 अहाब बहोत भयंकर पाप किहेस ह जउन उ ओन काठे क देवमूरतियन क पूजेस ह। इ उहइ काम रहा जेका एमोरी लोग करत रहेन अउर यहोवा ओनसे पहँटा छोर लिहस अउर इस्राएल क लोगन क दइ दिहे रहा। 27 एलिय्याह क कथन क पूरा होइ पइ अहाब दुःखी भवा। उ अपने ओढ़नन क इ देखावइ बरे फार डाएस कि ओका दुःख अहइ। तब उ सोक क बिसेस ओढ़ना पहिरेस। अहाब खाइ स इन्कार कइ दिहेस। उ ओनही बिसेस ओढ़नन क पहिरे भवा रहा। अहाब बहोत दुःखी अउ उदास रहा। 28 यहोवा एलिय्याह, तिसबी क नबी स कहेस, 29 “का तू लखया ह कि अहाब मोरे समन्वा विनम्र होइ गवा ह। एह बरे मइँ ओकरे जिन्नगी क काल मँ ओह पइ विपत्तियन क नाहीं आवइ देब। मइँ तब तलक प्रतीच्छा करब जब तलक ओकर पूत राजा नाहीं बन जात। तब मइँ अहाब क परिवार पइ विपत्तियन आवइ देब।”

22:1 अगले दुइ बरिस क भीतर इस्राएल अउ अराम क बीच सान्ति रही। 2 तब तीसरे बरिस यहूदा क राजा यहोसापात इस्राएल क राजा अहाब स भेंटइ गवा। 3 इ समइ अहाब अपने अधिकारियन स पूछेस, “तू पचे जानत ह कि अराम क राजा गिलाद मँ रामोत क हम स लइ लिहे रहा। हम लोग रामोत वापस लेइ क कछू भी जतन काहे नाहीं किहा? इ हम लोगन क नगर होइ चाही।” 4 एह बरे अहाब यहोसापात स पूछेस, “का आप हमरे संग आउब अउर रामोत मँ अराम क फउज क खिलाफ जुद्ध करब?” भेंटइ बरे तैयार अहइँ।यहोसापात जवाब दिहस, “हाँ, मइँ तोहार साथ देब। मोर फउजी अउर मोर घोड़न तोहरी फउज क संग भेंटइ बरे तैयार अहइ। 5 किन्तु पहिले हम लोगन क यहोवा स सलाह लेइ चाही।” 6 एह बरे अहाब नबियन क एक बैठक बोलाएस। उ समइ लगभग चार सौ नबी रहेन। अहाब नबियन स पूछेस, “का मइँ जाउँ अउर रामोत मँ अराम क फउज क खिलाफ जुद्ध करउँ? या मइँ कउनो दूसर अवसर क प्रतीच्छा करउँ?”नबियन जवाब दिहन, “तोहका अबहिं जुद्ध करइ चाही। यहोवा तोहका विजय पावइ देइ।” 7 किन्तु यहोसापात कहेस, “का हिआँ यहोवा क नबियन मँ स कउनो दूसर नबी अहइ? जदि कउनो अहइ तउ हम क ओहसे पूछइ चाही कि परमेस्सर का कहत ह।” 8 राजा अहाब जवाब दिहस, “एक दूसर नबी अहइ। उ यिम्ला क पूत मीकायाह अहइ। किन्तु ओहसे मइँ घिना करत हउँ। जब कबहुँ उ यहोवा क बारे मँ बतावत ह, उ मोर बारे मँ कछू नीक नाहीं बल्कि बुरा कहत ह। उ सदा ही उहइ कहत ह जेका मइँ पसन्द नाहीं करत।”यहोसापात कहेस, “राजा अहाब, तोहका इ सबइ बातन नाहीं कहइ चाही।” 9 एह बरे राजा अहाब अपने अधिकारियन मँ एक स कहेस जा अउर मीकायाह क जल्दी खोज के लिआवा। 10 उ समइ दुइनउँ राजा अपनी राजसी पोसाक पहिरे रहेन। उ पचे सिंहासने पइ बइठे रहेन। इ सोमरोन क दुआर क लगे निआव करइ क जगह पइ रहा। सबहिं नबी ओकरे समन्ना खड़े रहेन। उ सबइ भविस्सवाणी करत रहेन। 11 नबियन मँ स एक सिदकिय्याह नाउँ क मनई रहा। इ कनान क पूत रहा। सिदकिय्याह कछू लोहा क सींगन बनाएस। तब उ अहाब स कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘तू लोहा एन सींगन क उपयोग अराम क फउज क खिलाफ लड़इ मँ करब्या। तू ओनका हरउब्या अउर ओनका बर्बाद करब्या।’“ 12 सबहिं दूसर नबियन ओकर समर्थन किहन जउन कछू सिदकिय्याह कहेस। नबियन कहेन, “तोहार फउज अबहिं कूच करइ। ओनका रामोत मँ अरम क सेना क संग जुद्ध करइ चाही। तू जुद्ध जितब्या। यहोवा तोहका विजय देइ।” 13 जब इ होत रहा तबहिं अधिकारी मीकायाह क हेरइ गवा। अधिकारी मीकायाह क हेर निकारेस अउर ओहसे कहेस, “सबहिं दूसर नबियन कहेन ह कि राजा क जुद्ध जीतब तोहका भी इ कहइ चाही अउर तोहका राजा क बारे मँ अच्छी बातन क भविस्सबाणी करइ चाही।” 14 किन्तु मीकायाह जवाब दिहस, “नाहीं! मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ सिरिफ परमेस्सर क सक्ती क बारे मँ उहइ कहब जउन कहइ बरे यहोवा कहेस ह!” 15 तब मीकायाह राजा अहाब क समन्वा खड़ा भवा। राजा ओहसे पूछेस, “मीकायाह, का मोका अउर राजा यहोसापात क अपनी फउजन एक कइ लेइ चाही? अउर का हम क अराम क फउज स रामोत मँ जुद्ध करइ बरे जाइ चाहीं?”मीकायाह जवाब दिहस, “हाँ! तोहका जाइ चाही अउर ओनसे अबहिं जुद्ध करइ चाही। यहोवा तोहका विजय स आसिस देइ।” 16 किन्तु अहाब पूछेस, “तू यहोवा क सक्ती स नाहीं बतावत अहा। तू अपनी निजी बात कहत अहा। एह बरे मोहसे फुर कहा। केतनी दाईं मोका तोहसे कहइ क पड़ी? मोहसे उ कहा जउन यहोवा कहत ह।” 17 एह बरे मीकायाह जवाब दिहेस, “मइँ जउन कछू होइ, लखि सकत हउँ। इस्राएल क फउज पहाड़ियन मँ बिखर जाइ। उ पचे ओन भेड़न क तरह होइहीं जेनकर कउनो भी संचालक न होइ। इहइ यहोवा कहत ह: ‘एन मनइयन क अगुवाइ कउनो नाहीं करइ। ओनका घर जाइ चाही अउर जुद्ध नाहीं करइ चाही।’“ 18 जब अहाब यहोसापात स कहेस, “लख ल्या। मइँ तोहका बताए रहेउँ। इ नबी मोरे बारे मँ कबहुँ कउनो नीक बात नाहीं कहत। इ सदा उहइ बात कहत ह जेका मइँ सुनइ नाहीं चाहत।” 19 किन्तु मीकायाह यहोवा क माध्यम बना कहत ही रहा। उ कहेस, “सुना! इ सबइ उ सबइ सब्द अहइँ जेनका यहोवा कहेस ह! मइँ यहोवा क सरग मँ अपने सिंहासने पइ बइठा लखेउँ। ओकर दूत ओकरे दाई अउर बाई ओर खड़ा रहेन। 20 यहोवा कहेस, ‘तू पचन मँ स कउन राजा अहाब क चकमा दइ सकत ह? मइँ ओका रामोत मँ अराम क फउज क खिलाफ जुद्ध करइ क बरे जाइ देइ चाहत हउँ। तब उ मारा जाइ।’ अलग-अलग सरगदूतन अलग-अलग सुझाव दिहेन। 21 तब एक ठु सरगदूत यहोवा क लगे गवा अउर उ कहेस, ‘मइँ ओका चकमा देब।’ 22 यहोवा पूछेस, ‘तू राजा अहाब क चकमा कइसे देब्या?’ सरगदूत जवाब दिहस, ‘मइँ ओकर सबइ नबियन क मुँह मँ झूठ बोलइवाला आतिमा होइ जाब।” मइँ नबियन क अहाब स झूठ बोलाउब नबियन क सँदेसन झूठ होइहीं।’ एह बरे यहोवा कहेस, ‘बहोत अच्छा। जा अउर राजा अहाब क चकमा द्या। तू सफल होब्या।’“ 23 मीकायाह अपनी कथा पूरी किहस। तब उ कहेस, “एह बरे हिआँ इ सब भवा। यहोवा तोहरे नबियन स तोहका लबार बोलवाइ दिहस ह। यहोवा खुद निणर्य लिहस ह कि तोह पइ बड़की परेसानी लिआवइ।” 24 तब सिदकिय्याह नबी मीकायाह क लगे गवा। सिदकिय्याह मीकायाह क मुँहे पइ मारेस। सिदकिय्याह कहेस, “का तू फुरइ पतियात अहा कि यहोवा क सक्ती मोका तजि दिहस ह अउर तोहरे माध्यम स बात करत अहइ।” 25 मीकायाह जवाब दिहस, “हाली ही बिपद आइ। उ समइ तू पराब्या अउर एक छोटके कमरे मँ छिपब्या अउर तब तू समुझब्या कि मइँ फुर कहत हउँ।” 26 तब राजा अहाब अपने अधिकारियन मँ स एक क मीकायाह क बन्दी बनावइ क आदेस दिहस। राजा अहाब कहेस, “एका बन्दी बनाइ ल्या अउर एका नगर क प्रसासक आमोन अउर राजकुमार योआस क लगे लइ जा। 27 ओनसे कहा कि मीकायाह क बन्दीघर मँ डाइ द्या। ओका खाइ क सिरिफ रोटी अउर पानी द्या। ओका हुवाँ तब तलक राखा जब तलक मइँ जुद्ध स घरे न आइ जाउँ।” 28 मीकायाह जोर स कहेस, “आप सबहिं लोग सुनई जउन मइँ कहत हउँ। राजा अहाब, जदि तू जुद्ध स घरे जिअत लउटि अउब्या, तउ एकर अरथ होइ कि यहोवा मोर जरिया स नाहीं बोले रहा।” 29 तब राजा अहाब अउ राजा यहोसापात जुद्ध मँ अराम क फउज स जुद्ध करइ गएन। इ गिलाद नाउँ क पहँटा मँ रहा। 30 अहाब यहोसापात स कहेस, “हम जुद्ध क तैयारी करब। मइँ अइसे ओढ़ना पहिरब जउन मोका अइसा रुप देइहीं कि मइँ अइसा लगब कि मइँ राजा नाहीं अहउँ। किन्तु तू अपने बिसेस ओढ़ना पहिरा जेहसे तू अइसे लगा कि तू राजा अहा।” इ तरह इस्राएल क राजा जुद्ध क सुरुआत उ मनई क तरह ओढ़ना पहिरके किहन जउन राजा न होइ। 31 अराम क राजा क लगे बत्तीस रथ-सेनापति रहेन। उ राजा एन बत्तीस रथ-सेनापतियन क आदेस दिहस कि उ पचे इस्राएल क राजा क खोज निकारइँ अउर ओका मार डाइँ। उ कहेस कि इस्राएल क राजा क इलावा कउनो क संग जिन लड़ा चाहे उ महत्वपूर्ण अहइ या नाहीं।” 32 एह बरे जुद्ध क बीच सेनापतियन राजा यहोसापात क लखेन। सेनापतियन समुझेन कि उहइ इस्राएल क राजा अहइ। एह बरे उ पचे ओका मारइ गएन। यहोसापात चिचिआब सुरू किहस। 33 सेनापतियन समुझ लिहन कि उ राजा अहाब नाहीं अहइ। एह बरे उ पचे ओका नाहीं मारेन। 34 मुला एक ठु फउजी हवा मँ बाण छोड़ेस, उ कउनो खास मनई क आपन लस्य नाहीं बनावत रहा। किन्तु ओकर बाण इस्राएल क राजा अहाब क जाइ लगा। बाण राजा क उ छोटी जगह मँ भेदेस, जउन तने क हींसा ओकरे कवच स नाहीं ढका रहा। एह बरे राजा अहाब अपने सारथी स कहेस, “मोका एक ठु बाग भेद दिहेस ह। इ छेत्र स रथे क बाहेर लइ चला। हम क जुद्ध स दूर निकरि जाइ चाही।” 35 फउज लगातार जुद्ध करत रहिन। राजा अहाब अपने रथे मँ ठहरा। उ रथ क टेक क सहारा निहुरा भवा रहा। उ अराम क फउज क लखत रहा। ओकर खून खाले बहत रहा अउर उ रथ क तले क ढाँपि लिहस। पाछे, साँझ क राजा मर गवा। 36 साँझ क समइ इस्राएल क फउज क सबहिं मनसेधुअन अपने नगर अउर प्रदेस वापस लउटइ क आदेस दीन्ह गवा। 37 एह बरे राजा अहाब इ तरह मरा। कछू मनई ओकरे ल्हास क सोमरोन लइ आएन। उ पचे ओका हुँवइ दफनाइ दिहन। 38 लोग अहाब क रथे क सोमरोन मँ एक तालाब मँ धोएन, जहाँ रंडियन नहावत हीं। कूकुर राजा अहाब क खून क ओकर रथ स चाटेन। इ सबइ बातन वइसे वइसे ही भइन जइसा यहोवा होइ क कहे रहा। 39 अपने राज्जकाल मँ अहाब जउन कछू किहस उ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ लिखा अहइ। उहइ किताब मँ राजा अपने महल क जियादा सुन्नर बनावइ बरे जउने हाथी-दाँत क उपयोग किहे रहा, ओकरे बारे मँ कहा गवा ह अउर उ किताबे मँ ओन नगरन क बारे मँ लिखा गवा ह। जेका उ बनाए रहा। 40 अहाब मरा, अउर अपने पुरखन क लगे दफनाइ दीन्ह गवा। ओकर पूत अहज्याह राजा बना। 41 इस्राएल क राजा अहाब क चउथे बरिस। यहोसापात यहूदा क राजा भवा। यहोसापात आसा क पूत रहा। 42 यहोसापात जब राजा भवा तब उ पैंतीस बरिस क रहा। सिल्ही क बिटिया अजूबा यहोसापात क महतारी रही। उ यरूसलेम मँ पचीस बरिस तलक सासन किहे रहेन। 43 यहोसापात नीक मनई रहा। उ उ सबइ चिजियन क किहेस जउन ओकर बाप किहे रहेन अउर ओका करइ मँ दृढ़ रहेन। उ उहइ किहेन जेका यहोवा नीक समुझत ह। किन्तु यहोसापात ओन जगहन क बर्बाद नाहीं किहस। लोग ओन जगहन पइ बलि-भेंट करब अउर सुगन्धि बारब जारी रखेन। 44 यहोसापात इस्राएल क राजा क संग एक सान्ति-सन्धि किहेस। 45 यहोसापात बहोत वीर रहा अउर उ कई जुद्ध लड़ा। जउन कछू उ किहेस उ, “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ लिखा अहइ। 46 यहोसापात मन्दिर क ओन पुरुस अउर स्त्री पतूरिया क मन्दिर स ज़बरदस्ती बाहेर निकारेस। ओन मनइयन ओन मन्दिर मँ तब सेवा किहे रहेन जब ओकर बाप आसा राजा रहा। 47 इ समइ क बीच एदोम देस क कउनो राजा नाहीं रहा। उ देस एक ठु प्रसासक क जरिये सासित होत रहा। प्रसासक यहूदा क राजा क जरिये चुना जात रहा। 48 राजा यहोसापात अइसे समुद्री जहाजन क बनाएस जउन सामानन क ढोवत रहेन। उ चाहत रहेन कि ओकर जहाज ओपीर प्रदेस स सोना लिआवइ। किन्तु जहाजन ओकर ग्रह-बन्दरगाह एस्योनगेबेर मँ बर्बाद होइ गएन। 49 इस्राएल क राजा अहज्याह यहोसापात क मदद देइ क न्योता दिहेन। अहज्याह यहोसापात स कहे रहा कि उ कछू अइसे मनइयन क अपने मनइयन क संग ल्या जउन जहाजी कामे मँ होसियार अहइँ।” किन्तु यहोसापात अहज्याह क मनइयन क अंगीकार करइ स इन्कार कइ दिहस। 50 यहोसापात मरा अउ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। उ दाऊद नगर मँ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। तब ओकर पूत यहोराम राजा बना। 51 अहज्याह अहाब क पूत रहा। उ इस्राएल क राजा यहोसापात क यहूदा पइ राज्जकाल क सत्रहवें बरिस मँ राजा बना। अहज्याह सोमरोन मँ दुइ बरिस राज्ज किहस। 52 अहज्याह यहोवा क बिरुद्ध पाप किहस। उ उ सबइ ही पाप किहस जउन ओकर बाप अहाब ओकर महतारी ईज़ेबेल अउ नबात क पूत यारोबाम किहे रहा। इ सबइ सबहिं सासक इस्राएल क लोगन क अउर जियादा पाप कइँती लइ गएन। 53 अहज्याह अपने स पहिले अपने बाप क समान लबार देवता बाल क पूजा अउर सेवा किहेन। एह बरे अहज्याह यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क बहोत जियादा किरोधित किहस। यहोवा अहज्याह पइ वइसा ही कोहाइ गवा जइसा ओकरे पहिले उ ओकर बाप पइ कोहान रहा।