1 Samuel

1:1 एल्काना नाउँ क एक मनई रहा। उ एप्रैम क पहाड़ी पहँटा क रामातैसोपीम क बसइया रहा। एल्काना जुफ परिवार स रहा। एल्काना यरोहाम क पूत रहा। यरोहाम एलीहू क पूत रहा। एलीहू तोहू क पूत रहा। अउर तोहू सूप क पूत रहा जउन एप्रैम क परिवार कबीला स रहा। 2 एल्काना क दुइ मेहरारू रहीं। एक क नाउँ हन्ना रहा अउ दूसरी क नाउँ पनिन्ना रहा। पनिन्ना लड़कोर रहिन, मुला हन्ना क कउनो अउलाद नाहीं रही। 3 एल्काना हर बरिस आपन सहर रामातैसोपीम क तजि देत रहा अउ सीलो नगर जात रहा। एल्काना सर्वसक्तीमान यहोवा क आराधना सीलो मँ करत रहा अउ हुवँा यहोवा क बलि भेंटचढ़ावत रहा। सीलो उ जगह रही जहाँ होप्नी अउ पीनहास यहोवा क याजक क तरह सेवा करत रहेन। होप्नी अउ पीनहास एली क पूत रहेन। 4 जब कबहुँ एल्काना आपन बलि भेंट चढ़ावत रहा, उ गोस क एक हींसा आपन मेहरारू पनिन्ना क देत रहा। एल्काना गोस क भाग पनिन्ना क लरिकन क भी देत रहा। 5 एल्काना गोस क हींसा क बराबर हन्ना क भी हमेसा दइ देत रहा। एल्कना इ तब भी करत रहा जब यहोवा हन्ना क कउनो अउलाद नाहीं दिहे रहेन। एल्काना इ ऍह बरे करत रहा कि हन्ना ओकर इ मेहरारु रही जेसे उ सच्चा पिरेम करत रहा। 6 पनिन्ना हन्ना क हमेसा चिढ़ाइके खिसियावत रही अउ ओका परेसान करत रही। पनिन्ना इ ऍह बरे करत रही काहेकि हन्ना कउनो बच्चा क कोख स पइदा नाहीं कइ सकत रही। 7 हर बरिस जब ओकर परिवार सीलो मँ यहोवा क घरे मँ जात पनिन्ना हन्ना क परेसान करत अउर उ रोवत अउर कछू भी नाहीं खावत। 8 ओकर भतार, एल्काना, उ से कहेस, “हन्ना, तू काहे रोवति अहा? तू काहे नाहीं खाइया? तू दुःखी काहे अहा? का मइँ तोहार बरे दस बेटवन स बेहतर नाहीं अहइ?” 9 खाए अउ पिए क पाछे हन्ना चुपचाप उठी अउ यहोवा स पराथना करइ गइ। यहोवा क पवित्तर आराधनालय क दुआरे क निअरे कुसीर् प याजक एलि बइठा रहा। 10 हन्ना बहोत दुखी रही। उ पूट-पूट कर रोवत रही। उ यहोवा स बिनती करेस। 11 उ परमेस्सर स खास प्रतिग्या किहेस। उ कहेस, “सर्वसक्तीमान यहोवा, लखा मइँ केतना जिआदा दुखी हउँ। मोका याद राखा। मोका बिसरा नाहीं। जदि आप मोका एक पूत देब्या तउ मइँ पूरी जिन्नगी भइ ओका आपका अर्पण कइ देब। उ नाज़ीर होइ जाब। उ दाखरस या कउनो नसीला दाखरस न पिइ। अउ कउनो ओकर बार नाहीं काटी।” 12 जब तलक हन्ना यहोवा क समन्वा आराधना करत रही, एली ओकर मुँह निहारत रहेस। 13 हन्ना हिरदय स बिनती करत रही। ओकर ओंठ हीलत रहेन, मुला कउनो अवाज नाहीं निकरत रही। एली समझेस कि हन्ना दाखरसे स मदमस्त बा। 14 एली हन्ना स कहेस, “तोहरे लगे पिअइ क बहोत जियादा रहा। अब समइ आ गवा कि दाखरस पिअइ छोड़ देइ चाही।” 15 हन्ना जवाब दिहेस, “मइँ सराब या जौ क दाखरस नाहीं पिएउँ ह। मइँ बहोत जिआदा मसीबत म अहउँ। मइँ यहोवा क आपन सब समस्या क बतावत रहेउँ ह। 16 जिन सोचा कि मइँ बुरी अउरत हउँ। मइँ ऍतनी देर ताईर् ऍह बरे पराथना करत रहेउँ ह कि मोका ढेर परेसानी अहइ अउ मइँ जिआदा दुखी अहउँ।” 17 एली जवाब दिहेस, “सान्ति स जा। इस्राएल क परमेस्सर तोहका उ देइँ जउन तू मांग्या ह।” 18 हन्ना कहेस, “मोका आसा अहइ कि आप मोसे खुस अहइँ।” तब्बइ हन्ना गइ अउ तनिक खाएस। उ अब तनिकउ दुखी नाहीं रही। 19 दूसर दिन भिन्सारे एल्काना क परिवार उठा। उ सबइ परमेस्सर क आराधना किहेन अउर उ पचे आपन घर रामा क लउटि आएन।एल्काना आपन मेहरारु क लगे सोएस। यहोवा हन्ना क याद राखेस। 20 तब उस समइ निम्नलिखित साल मँ हन्ना गोड़ स भारी भइ अउ ओसे एक बेटवा भवा। हन्ना ओकर नाउँ समूएल राखेस। उ कहेस, “एकर नाउँ समूएल अहइ काहेकि मइँ एक यहोवा स माँगा ह।” 21 उ बरिस एल्काना बलि भेंट देइ अउ परमेस्सर क समन्वा कीन्ह गइ प्रण क पूरा करइ सीलो गवा। उ आपन परिवारे क आपन संग लइ गवा ह। 22 मुला हन्ना नाहीं गइ। उ एल्काना स कहेस, “जब लरिका कछू ठोस चीज खाइ लागी तबहिं मइँ ऍका सीलो लइ जाब। मइँ ओका यहोवा क देब। उ एक नाजीर बनी। उ सीलो मँ रही।” 23 हन्ना क भतार एल्काना ओसे कहेस, “उहइ करा जउन तू उत्तिम समझत ह। तू तब ताईर् घर मँ रहि सकत ह जब तलक लरिका कछू ठोस खइया क खाइ के जोग्गा बाढ़ नाहीं जात। जउन तू कह्या ह यहोवा उहइ करइँ।” ऍह बरे आपन बचवा क पालब पोसब बरे तब ताईर् घरे प रहि गइ जब ताईर् उ ठोस खइया क खाइ बरे बाढ़ नाहीं जात। 24 जब लरिका ठोस खइया खाइ बरे बाढ़ गवा तब हन्ना सीलो मँ यहोवा क आराधनालय लइ गइ। हन्ना आपन संग तीन बरिस क एक बछवा, बीस पौण्ड आटा अउ एक मसक दाखरस भी लइ गइ। 25 उ पचे यहोवा क समन्वा गएन। एल्काना यहोवा क बलि क रुप मँ, जइसा उ अक्सर करत रहा, बर्धा क मारेस। तबहिं हन्ना बचवा क एली क लगे लइ गइ। 26 हन्ना एली स कहेस, “महोदय, छिमा करइँ। मइँ उहइ मेहरारु हउँ जउन परमेस्सर क पराथना करत आप क बगल मँ खड़ी रही। मइँ बचन दिए रहेउँ कि मइँ फुरइ कहत हउँ। 27 मइँ इ बचवा बरे पराथना किहे रहेउँ। यहोवा मोका इ बचवा दिहेस ह। 28 अउर अब मइँ इ बचवा क यहोवा क दइ देत हउँ। इ पूरी जिन्नगी यहोवा क रही।” तबहिं हन्ना बचवा क उहइँ छोड़ेस अउ यहोवा क आराधना किहेस।

2:1 हन्ना कहेस, “यहोवा मँ, मोर हिरदइ खुस अहइ। मइँ आपन परमेस्सर मँ जिआदा सक्तीपावत हउँ। मइँ आपन दुस्मनन क हराइ दिहउँ ह मइँ आपन जीत स खूब खुस हउँ।मइँ आपन दुस्मनन प हसेउँ ह। 2 “कउनो अइसा नाहीं अहइ जउन यहोवा क नाईं पवित्तर अहइ। तोहार अलावा कउनो परमेस्सर नाहीं। हम लोगन क परमेस्सर क नाईं कउनो चट्टान नाहीं अहइ। 3 बन्द कइ द्या डींग मारब, घमण्ड भरी बात जिन करा। काहेकी यहोवा परमेस्सर अहइ सब कछु जानत ह। परमेस्सर मनइयन क राह देखँावत ह अउ ओनकइ निआव करत ह। 4 सक्तीसाली जोधा क धनुस टूटत हीं, अउ दुर्बल सक्तीसाली बनत हीं। 5 जउन लोगन क पास पाछे टेमॅ मँ खाइ बरे ढेर क खइया रहेन अब ओका रोटी प्राप्त करइ बरे काम करइ क होइ। मुला जउन लोग बीत गवा टेमॅॅ मँ भूखा रहेन, अब ओका देर तलक भूखा नाहीं रहइ क होइ। मेहरारु जउन बच्चा क पइदा नाहीं कइ सकत रहेन, अब सात गदेलन की मँ अहइँ। मुला जेकर पास ढेर गदेलन रहेन उ दुःखी अहइ काहेकि उ पचे अब मरि गएन। 6 यहोवा लोगन क मउत देत ह, अउ उ ओन सब क जिआवत ह। यहोवा लोगन क नरके मँ पठवत ह, अउर उ फुन स ओन सब क ऊपर उठावत ह। 7 यहोवा मनइयन क दीन बनवत ह, अउ उहइ मनइयन क धनी बनवत ह। यहोवा मनइयन क विनम्र बनवत ह, अउ उ मनइयन क बड़कवा बनावत ह। 8 यहोवा गरीबन क धूरि स उठावत ह। यहोवा गरीबन क दुखे स उबारत ह। यहोवा गरीबन क राजा क संग बइठावत ह। उ गरीबन क खास मनई बनवत ह अउ उ ओनका मान्य मेहमान बनवत ह। यहोवा समूचइ दुनिया क रचेस ह। उ सारे जग क खंभा प टेकाएस ह। 9 यहोवा आपन पवित्तर लोगन क रच्छा करत ह। उ ओनका ठोकर खाई स बचावत ह। मुला पापी मनइयन क नास कइ दीन्ह जाई। उ पचे घनघोर अँधियारे मँ भहरइहीं। ओकर सक्ती ओकर विजय प्राप्त करइ मँ मददगार नाहीं होइ। 10 यहोवा आपन दुस्मनन क नास करत ह। सवोर्च्य परमेस्सर अकास मँ लोगन क खिलाफ गरजब। यहोवा जमीन क छोर ताईं निआव करिहीं। उ आपन राजा क सक्ती देइहीं। उ आपन राजा क बरिआर करी।” 11 एल्काना अउ ओकर परिवार आपन घरे रामा क गएन। लरिका सीलो मँ रहि गवा अउ याजक एली क मातहत होइके यहोवा क सेवा करत रहा। 12 एली क दुइ बेटवन बुरा मनई रहेन। उ पचे यहोवा क परवाह नाहीं करत रहेन। 13 उ पचे एकर परवाह नाहीं करत रहेन कि याजकन स मनइयन बरे कइसे ब्योहार क आसा कीन्ह जात ह। याजकन क मनइयन बरे इ करइ क चाही। जब कबहुँ कउनो मनई बलि भेंट लइ आवत ह तउ याजकन क एक बासन मँ माँस क खउलत पानी मँ बुलकावइ चाही। याजक क सेवक बरे आपन हाथे मँ खास काँटा लइके आवइ चाही। काँटा मँ तीन नोंक होइ चाही। 14 याजक क सेवक क काँटा क बासन या कतली मँ नावइ चाही। काँटा जउन कछू बासन क बाहेर लइ आवइ उ माँस याजकन क होइ। इ अहइ जउन याजकन क जरिए उ इस्राएलियन बरे कीन्ह जाइ चाही जउन सीलो मँ बलि भेंट करइ आवइँ। 15 मुला एली क बेटवन इ नाहीं किहेन। चबीर् क वेदी प जराई जाइ स पहिले भी ओनकइ बेटवन उ लोगन क लगे आइ जे बलि चढ़ात ह अउ ओनका कहेस, “याजक क कछू माँस भूँजइ बरे द्या। याजक तोहसे बुलकावा भवा माँस न लेइहीं।” 16 बलि क देवइया इ कइ सकत ह, “चबीर् पहिले बारा। तब तू जउन चाहा लइ सकत ह।” अगर अइसा होत तउ याजक क नउकर जवाब देत, “नाहीं मोका अबहीं गोस द्या, अगर तू मोका इ नाहीं देत ह तउ मइँ ऍका तोहसे लइ जाब।” 17 इ तरह एली क बेटवन इ देखावत रहेन कि उ पचे यहोवा क भेंटे मँ दीन्ह बलि क वास्ते मान नाहीं देत रहेन। इ यहोवा क खिलाफ बहोत बुरा पाप रहा। 18 मुला समूएल यहोवा क सेवकई करत रहा। समूएल सन क बना खास एपोद पहिरत रहा। 19 हर बरिस समूएल क महतारी एक ठु नान्ह चोगा समूएल बरे बनवत रही। उ हर बरिस आपन भतार क संग बलि भेंट करइ बरे सीलो जात रही तउ उ नान्ह क चोगा समूएल बरे लइ जात रही। 20 एली एल्काना अउ ओकर मेहरारु क आसीर्बाद देत रहा। एली कहेस, “यहोवा, तोहका हन्ना क जरिए जिआदा लरिका देइँ। इ लरिकन उ लरिका क ठउर लेइहीं जेकरे सन्ती हन्ना पराथना किहेस ह अउ यहोवा क दिहेस ह।”तब एल्काना अउ हन्ना घरवा लउटेन, अउर 21 यहोवा हन्ना प दाया किहेस। ओकर तीन पूत अउ दुइ बिटिया भइन। अउर लरिका समूएल यहोवा क लगे बाढ़ गवा। 22 एली बहोत बूढ़ा होइ गवा। उ बार बार ओन कुकर्म क बारे मँ सुनत रहा जउन ओकर पूत सीलो मँ सबहिं इस्राएलियन क संग करत रहेन। एली इ भी सुनेस कि जउन मेहरारू मिलापवाला तम्बू क दुआर प सेवकाई करत रहीं ओनके संग ओकर बेटवन सोवत रहेन। 23 एली आपन बेटवन स कहेस, “तू पचे जउन कछू बुरा करम किहे अहा ओकरे बारे मँ मनइयन हिआँ मोका बताएन ह। तू पचे इ बुरा करम काहे करत ह? 24 मोर बेटवन, इ बुरा करम क जिन करा। इ सबइ अच्छा नाहीं अहइ, यहोवा क लोग तोहरे बारे मँ अफवाह फैला रहत ह। 25 अगर कउनो मनई कउनो दूसर मनई क खिलाफ पाप करत ह तउ यहोवा ओकर मदद करत ह। अगर कउनो मनई यहोवा क खिलाफ पाप करत ह तउ उ मनई क मदद कउन कइ सकत ह?”मुला एली क बेटवन एली क बात सुनइ स इनकार कइ दिहन। ऍह बरे यहोवा एली क बेटवन क मार डावइ क ठान लिहेस। 26 लरिका समूएल बाढ़त रहा। उ परमेस्सर अउ मनइयन क खुस किहेस। 27 परमेस्सर क एक मनई एली क लगे आवा अउ कहेस, “यहोवा इ कहत ह, ‘तोहार पुरखन फिरौन क परिवार क गुलाम रहेन। मुला उ टेम मँ मइँ तोहरे पुरखन क समन्वा परगट भवा रहेउँ। 28 मइँ तोहरे परिवार क इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन मँ स चुनेउँ ह। मइँ तोहरे परिवार समूह क आपन याजकन बनवइ बरे चुनेउँ ह। मइँ ओनका आपन वेदी प बलि चढ़ावइ बरे चुनेउँ ह। मइँ ओनका धूप सुलगावइ अउ एपोद पहिरइ बरे चुनेउँ ह। मइँ तोहरे परिवार क भेंट क गोस दीन्ह ह जउन इस्राएल क मनई मोका चढ़ावत हीं। 29 ऍह बरे तू पचे ओन बलिदानन अउ अन्नबलि क मान काहे नाहीं करत्या? तू पचे आपन बेटवन क मोसे जिआदा पिरेम करत ह। तू पचे गोस क बढ़िया हींसा खाइके मोटा होइ गवा ह जेका लोग मोका भेंट चढ़ात हीं।’ 30 “इस्राएल क परमेस्सर यहोवा इ बचन दिहे रहेन कि तोहरे बाप क परिवार सदा ओनकइ सेवकाई करिहीं। मुला अब यहोवा इ कहत हीं, “वइसा कबहुँ न होइ। मइँ ओन मनइयन क मान करब जउन मोर मान करिहीं। मुला ओनकइ बुरा होइ जउन मोर मान करइ स इन्कार करत हीं। 31 उ टेमॅ आवत अहइ जब मइँ तोहरे सन्तानन क नास करब। तोहरे बंस मँ कउनो बुढ़वा होइ बरे न बची। 32 इस्राएल बरे नीक चीज होइहीं, मुला तू घरे मँ खराब घटना घटत देखब्या। कउनो मनई बुढ़वा होइ बरे न बची। 33 सिरिफ एक मनई क आपन वेदी प याजक क नाईर् सेवा बरे बचाउब। उ बहोत जिआदा बुढ़ाई तलक जिई। उ तब तक रही जब ताईर् ओकरे आँखिन क अउर ओकर सक्ती जात रही। तोहरे बचा खुचा सन्तानन तरवारे क घाट उतार दीन्ह जइँही। 34 मइँ तोहका एक चीन्हा देब जेहसे इ मालूम होइ कि बात फुर होइहीं। तोहार दुइनउँ पूत होफिन अउ फिनहस एक ही दिना मरिहीं। 35 मइँ आपन बरे एक बिस्सासी याजक चुनब। उ याजक मोर बात मानी अउर जउन मइँ चाहब उ करी। मइँ इ याजक बरे परिवार क सक्तीवाला बनउब। उ हमेसा मोरे चुना भवा राजा क समन्वा सेवा करी। 36 तब सबहिं मनइयन जउन तोहरे परिवारे मँ जिअत रइहीं, अइहीं अउ इ याजक क अगवा निहरिहीं। इ सब मनई तनिक धन स रोटी क टूका बरे भीख मँगिहीं। उ पचे कइहीं, “मेहरबानी कइके याजक क काम हमका दइ द्या जेसे हम खइया क पाइ सकी।”‘“

3:1 लरिका समूएल एली क अधीन होइके यहोवा क सेवा करत रहा। ओन दिनन मँ यहोवा अक्सर लोगन स सीधा बात नाहीं करत रहा। अउर बहोत कम लोगन क दर्सन होत रहा। 2 एली क आँख ऍतनी कमजोर रही कि उ आँधर जइसा रहा। एक रात उ बिछौना प ओलरा रहा। 3 समूएल यहोवा क पवित्तर आराधनालय मँ बिस्तर प पउढ़ा रहा। उ पवित्तर आराधनालय मँ परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख रही। यहोवा क दिया अबहुँ जरत रहा। 4 यहोवा समूएल क बोलाएस। समूएल जवाब दिहेस, “मइँ हिआँ हाजिर हउँ।” 5 समूएल सोचा कि ओका एली बोलावत ह। ऍह बरे समूएल दौड़त भवा एली क लगे गवा। समूएल एली स कहेस, “मइँ हिआँ हउँ। आप मोका बोलाएन ह।”मुला एली कहेस, “मइँ तोहका नाहीं बोलाएउँ, आपन बिछौना प जा।”समूएल बिछौना प गवा। 6 यहोवा फुन बोलाएस, “समूएल।” समूएल फुन दौड़िके एली क लगे गवा अउ कहेस, “मइँ हिआँ हउँ। आप मोका बोलाएन ह।”एली कहेस, “मइँ तोहका नाहीं बोलाएउँ, आपन बिछौना प जा।” 7 समूएल अबहिं तलक यहोवा क नाहीं जानत रहा। यहोवा अबहिं तलक ओसे सोझ बात नाहीं किहे रहा। 8 यहोवा समूएल क तिसरी दाईर् बोलाएस। समूएल फिन उठा अउ एली क लगे गवा, “मइँ आवा हउँ, आप मोका बोलाएन ह।”तबहिं एली समझेस कि यहोवा लरिका क बोलावत अहइँ। 9 एली समूएल स कहेस, “बिछौना प जा। अगर उ तोहका फुन बोलावत ह तउ कहा, ‘यहोवा मोर संग बात करा काहेकि मइँ आप सेवक हउँ अउ सुनत हउँ।’“तउ समूएल बिछौना प चला गवा। 10 यहोवा आवा अउ हुवाँ खड़ा होइ गवा। उ पहिले क नाईर् बोलाएस। उ कहेस, “समूएल, समूएल!”समूएल कहेस, “कहा, मइँ आपक सेवक हउँ अउ सुनत हउँ।” 11 यहोवा समूएल स कहेस, “मइँ इस्राएल मँ कछू करइ ही वाला हउँ जेकर बरे जब कबहुँ कउनो मनईं सुनिहीं, इ ओकर कानन क चकित कइ देइहीं। 12 मइँ सब कछू करब। मइँ कहेउँ उ मइँ एली अउ ओकरे परिवार क खिलाफ करब। मइँ सुरु स आखिर तलक सब कछू करब। 13 मइँ एली स कहेउँ ह कि मइँ ओकरे परिवार बरे सदा सजा देब। मइँ इ ऍह बरे करब कि एली जानत ह कि ओकर बेटवन परमेस्सर क खिलाफ बुरा कहेन ह अउ किहेन ह। अउ एली ओन प बस मँ करइ बरे कामयाब नाहीं भवा। 14 इहइ कारण अहइ कि मइँ एली क परिवार बरे किरिया खायो हउँ कि बलिदान अउ अन्नबलि भेंट ओनकइ पापन क प्रायस्चित कबहुँ नाहीं कइ सकत हीं। 15 समूएल जब तलक भिन्सार नाहीं भवा बिछौना प पउढ़ा रहा। उ बड़े तड़के उठा अउ उ यहोवा क आराधनालय क किवाड़ा खोलेस। समूएल आपन दरसन क बात एली स बतावइ मँ डेरान।” 16 मुला समूएल स एली कहेस, “मोर बेटवा, समूएल।”समूएल जवाब दिहेस, “हाँ, महोदय!” 17 एली पूछेस, “यहोवा तोहसे का कहेन? ओका मोसे जिन छिपावा। परमेस्सर तोहका सजा देइहीं, अगर तू परमेस्सर जउन संदेसा तोहका दिहेन ह, ओहमाँ स कछू भी छिपउब्या। 18 ऍह बरे परमेस्सर एली स उ हर एक बात बताएस। समूएल एली स भी कछू नाहीं छिपाएस।एली कहेस, “उ यहोवा अहइ। ओका वइसा ही करइ द्या जइसा ओका नीक लागत ह।” 19 यहोवा समूएल क संग रहा। समूएल बाढ़त गवा। यहोवा समूएल क कउनो संदेस क असफल नाहीं होइ दिहस। 20 तब समूचा इस्राएल, दन स लइके वीरसेबा ताईर् समझ गवा कि समूएल यहोवा क सच्चा धर्मदूत अहइ। 21 सीलो मँ यहोवा समूएल क समन्वा परगट भएस। यहोवा सीलो मँ समूएल क अगवा अपने आप क यहोवा क बचनक तरह परगट किहेस।

4:1 समूएल क बारे मँ खबर समूचइ इस्राएल मँ सँचर गइ। एली बहोत बुढ़ाइ गवा रहा। ओकर पूत यहोवा क समन्वा कुकरम करत रहेन।उ समइया इस्राएलियन पलिस्ती क खिलाफ जुद्ध बरे तइयार भएन। इस्राएलियन आपन डेरा एबेनेजर मँ डाएन। पलिस्तियन आपन डेरा अपेक मँ डाएन। 2 पलिस्ती इस्राएल प हमला बोलइ बरे तइयार भएन। जुद्ध सुरु होइ गवा।पिलिस्तियन इस्राएलियन क ओकर लगभग चार हजार मनइयन क जुद्‌ध क मइदान मँ मारि के ओका जुद्ध मँ हराएन। 3 इस्राएलियन क बाकी सिपाही आपन डेरा मँ लौटि आएन। इस्राएल क बुजुर्गन पूछेन, “यहोवा पिलिस्तियन स हमका काहे हराइ दिहेन ह? आवा हम पचे सीलो स यहोवा क करार क सन्दूख क लइ आई। इ तरह परमेस्सर हम पचन क संग जुद्ध मँ जइहीं। उ पचे हमरे दुस्मनन स हमार रच्छा करिहीं।” 4 ऍह बरे लोग दूतन स करूब सरगदूतन क सिंहासन पइ विराजमान सैनिकन क यहोवा क करार क सन्दूख लिवाइ बरे सीलो पठएन। एली क दुइनउँ बेटवन होप्नी अउ पीनहास सन्दूख क लइ आएन। 5 जबहिं यहोवा क करार क सन्दूख डेरा क भीतर आवा तउ सारे इस्राएली ऍतने जोर स गरजेन कि उ अवाज स धरती काँप उठी। 6 पलिस्तियन इस्राएलियन क गरजब सुनेन। उ पचे पूछेन, “हिब्रू मनइयन क डेरा मँ अइसा गरजब काहे अहइ?”तब पलिस्तियन जानेन कि इस्राएल क डेरा मँ यहोवा क करार क सन्दूख आवा अहइ। 7 पलिस्ती डेराइ गएन। पलिस्तियन कहेन, “परमेस्सर ओनकइ डेरा मँ आइ ग अहइँ। हम सबइ विपत्ती मँ अही। अइसा पहिले कबहुँ नाहीं भवा। 8 हमका फिकिर अहइ कि इ बरिआर देवतन स हमका कउन बचाइ सकत ह? इ सबइ उहइ देवता अहइ जउन मिस्रियन क उ सबइ बेरामियन अउर महामारियन दिहे रहा। 9 पलिस्तिनियो, हिम्मत करा। बहादुरन क तरह लड़ा। पुराने जमाने मँ हिब्रू लोग हमार दास रहेन। ऍह बरे बहादुरन क नाईर् लड़ा नाहीं तउ तू पचे ओनकइ गुलाम होइ जाब्या।” 10 पलिस्ती बहोत बहादुरी स लड़ेन अउ उ पचे इस्राएलियन्क हराइ दिहेन। हर एक इस्राएली जोधा आपन डेरा मँ पराइ गवा। इस्राएल बरे खउफनाक हार रही। तीस हजार इस्राएली फौजी मारा गएन। 11 पलिस्तियन ओनसे परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख छीन लिहेस। अउर उ पचे एली क दुइनउँ बेटवन होप्नी अउ पीनहास क मार डाएन। 12 उ दिना बिन्यामीन परिवार क एक मनई भी जुद्ध स परान रहा। उ आपन दुःख क परगट करइ बरे आपन ओढ़ना क फाड़ि डाएस अउ आपन मुँड़वा प धूरि दुःख परगट करइ बरे धइ लिहेस। 13 जब इ मनई सीलो पहुँचा तउ एली आपन कुसिर्या प नगर क दुआरे बइठा रहा। उ परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख बरे परेसान रहा, ऍह बरे उ जोहत भवा बइठा रहा। तबहिं बिन्यामीन क एकउटे परिवार क एक मनई सीलो आवा अउ उ दुःखे क हाल बताएस। सहर क सब मनई जोर स रोवइ लागेन। 14 एली अल्ठाननब्बे बरिस क बूढ़ा अउ आँधर रहा। उ इ नाहीं लखि सका कि का होत बा? मुला एली रोवइ क अवाज सुनेस तउ एली पूछेस, “इ जोर क सोर काहे होत अहइ?”उ बिन्यामीन परिवारे क मनई एली क लगे दौड़िके गवा अउ जउन कछू भवा रहा ओका बताएस। 15 16 बिन्यामीन परिवार क मनई कहेस कि “मइँ आज जुद्ध स पराइ आएउँ ह।”एली पूछेस, “बेटवा, का भवा?” 17 बिन्यामीन परिवार क मनई जवाब दिहेस, “इस्राएलियन पलिस्तियन क समन्वा पराइ गएन। इस्राएली फउज क ढेर सिपाही मारा गवा अहइँ। तोहार दुइनउँ पूत मारि डावा ग अहइँ। अउर पिलिस्ती परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख छीन लिहेन ह।” 18 एली दुआरे क नगिचे आपन कुसिर्या स पाछे गिर परेस अउ ओकर गटइ टूटि गएन जब उ परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क बारे जानेस। एली बुढ़वा अउ मोट मनइ रहा अउ उ हालि मरि गवा। एली चालीस बरिस तलक इस्राएल क नेता रहा। 19 एली क पतोहू क फिनहस क मेहरारु, उ दिना कोख भरी रही। बच्चा पइदा होइ क उ निचकान रही। जब उ इ खबर सुनेस कि परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख छीन लइ ग अहइ। उ इहउ सुनेस कि ओकरे ससुर एली क मउत होइ ग अहइ अउ ओकर भतार फिनहस मारि डावा ग अहइ। जइसे ही उ इ खबर सुनेस ओकर कोख पिराय लाग। अउर उ बच्चा बेटवा क जन्मब सुरु किहेस। 20 उ मरइवाली रही। नउकरानी कहेस, “दुःखी जिन होवा, तोहका एक ठु बेटवा जन्मी।”मुला एली क पतोहू न तउ जवाब दिहेस अउर न ओह प धियान दिहेस। 21 उ आपन बचवा क नाउँ इकबाद राखेस काहेकी “इस्राएल क महिमा मटियामेट होइ गइ। परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख चला गवा अउ ओकर ससुर अउ मनसेधू मरि गवा रहेन। 22 उ कहेस, “इस्राएल क महिमा मिट गइ।” काहेकि पलिस्ती परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख लइ गएन।

5:1 पलिस्ती परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख लिहे क पाछे, एबऩेजेर स ओका उ पचे असदोद लइ गएन। 2 पलिस्ती परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क दागोन क मन्दिर मँ लइ गएन। उ पचे परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क दागोन क बगल मँ धरेन। 3 दुसरे दिन भिन्सारे असदोद क मनइयन उठेन अउ लखेन कि दागोन मुँह क बल ओलरा बा।दागोन यहोवा क सन्दूख क समन्वा गिरइ पड़ा। असदोद क मनइयन दागोन क मूरति क फुन हुवँइ खड़ा कइ दिहन। 4 मुला जब दुसरे दिन भिन्सारे असदोद क मनई उठेन तउ उ पचे दागोन क फुन जमीन प ओलरा पाएन। दागोन फुन यहोवा क पवित्तर सन्दूखे क समन्वा गिरइ पड़ा। दागोन क हाथ अउ गोड़ टूट गवा रहेन अउ चौखट प पड़ा रहेन। सिरिफ दागोन क देह एक खण्ड मँ रहा। 5 इहइ कारण बा कि आजु तलक दागोन क याजक या असदोद मँ दागोन क मन्दिर मँ घुसइवाला दूसर मनई ड्योढ़ी प चलइ स मना कइ देत ह। 6 यहोवा असदोद क मनइयन अउ ओनकइ पड़ोसियन क जिन्नगी दूभर कइ दिहन। यहोवा ओनका मुसीबत मँ डाइ दिहन। उ ओन सबन्क गिलटी दिहेस। यहोवा ओनके लगे मूस पठएस। मूस ओनकइ सबहिं जहाजे अउ भुइयाँ प दौड़त रहेन। सहर मँ सब मनइयन डेराइ गएन। 7 असदोद क मनइयन लखेन कि का होत अहइ। उ पचे कहेन, “इस्राएल क परमेस्सर क सन्दूख हिआँ नाहीं रहि सकत। परमेस्सर हमका अउ हमरे देवता दागोन क सजा देत बा।” 8 असदोद क मनइयन पलिस्ती सासकन क बोलाएन। असदोद क मनइयन राजा लोगन स पूछेन, “हम पचे पवित्तर सन्दूख क का करी?”राजा लोगन जवाब दिहेन, “इस्राएल क परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क गथ लइ जा।” ऍह बरे पलिस्तियन परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क हटाइ दिहन। 9 मुला जब पलिस्ती परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क गथ क पठइ दिहन तब यहोवा उ सहर क सजा दिहेस। मनइयन बहोत डेराइ गएन। अउर परमेस्सर सहर क लोगन छोट स बड़ा सबइ क फड़ा-फुंसी क मसीबत मँ मुबतला कइ दिहेस। 10 ऍह बरे पलिस्ती परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क एक्रोन पठइ दिहेन। मुला जब परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख एक्रोन आवा, एक्रोन क मनइयन सिकाइत किहेन। उ पचे कहेन, “तू पचे इस्राएल क परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख हमरे सहर एक्रोन मँ काहे लइ आवत ह? का तू पचे हमरे मनइयन क मारा चाहत ह?” 11 एक्रोन क मनइयन सबहिं पलिस्ती राजा लोगन्क एक संग बोलाएस। एक्रोन क मनइयन राजा लोगन्स कहेन, “इस्राएल क परमेस्सर सन्दूख क, ओकरे पहिले कि उ हमका अउ हमरे मनइयन क मारि डावइ, एकरे पहिले क ठउर प पठइ द्या।”एक्रोन क मनइयन बहोत डेराइ ग रहेन। परमेस्सर उ ठउर प ओनकइ जिन्नगी क बहोत दुःखमय बनइ दिहस। 12 बहोत स मनई तउ मर बिलाइ गएन। अउर जउन लोग नाहीं मरेन ओनका गिलटी निकरि आइ। एक्रोन क मनइयन जोर स रोइके अकास दहलाएन।

6:1 पलिस्ती पवित्तर सन्दूख क आपन देस मँ सात महीना तलक धरेन। 2 पलिस्तियन आपन याजक अउ जादूगरन्क बोलाएन। पलिस्तियन कहेन, “हम यहोवा क सन्दूखे क का करी? बतावा कि हम कइसे सन्दूखे क वापिस एकरे घरे पठइ।” 3 याजकन अउ जादूगरन जवाब दिहेन, “अगर तू पचे इस्राएल क परमेस्सर क पवित्तर सन्दूखे क पठवत ह तउ एकॉ बिना दोखबलि चढ़ाए जिन पठवा। तोहका इस्राएल क परमेस्सर क दोख बलि चढ़ावइ चाही, ताकि तू पचे चंगा होब। तोहका इ ऍह बरे करइ चाही कि जेहसे परमेस्सर तू सबन्क सजा देब बंद कइ देइ।” 4 पलिस्ती पूछेन, “हम पचन्क कउन स भेंट, आपन क छिमा करइ क इस्राएल क परमेस्सर क पठवइ चाही?”याजक अउ जादूगरन कहेन, “हिआँ पाँच पलिस्ती प्रमुख अहइँ। हर एक सहर क एक प्रमुख बा। तू सब मनइयन अउ तोहरे प्रमुखन क एक समस्या अहइ। ऍह बरे तोहका पाँच सोना क अइसा नमूना जउन पाँच गिल्टियन क तरह होइँ देखावइ बरे बनवइ चाही। अउर पाँच नमूना मूसे क तरह देखावइ बरे बनवइ चाही। 5 इ तरह गिल्टी अउर मूसे क नमूना बनावा जउन देस क मटियामेट करत अहइँ। इस्राएल क परमेस्सर क इ सोना क नमूना अदा करइ क रुप मँ दइ द्या। तब इ होइ सकत ह कि इस्राएल क परमेस्सर तोहका, तोहरे देवतन क अउर तोहरे देस क सजा देब रोक देइँ। 6 फिरौन अउ मिस्री मनइयन क तरह जिद्दी न बना। परमेस्सर मिस्री मनइयन क सजा दिहेस। इहइ कारण रहा कि मिस्री मनइयन इस्राएलियन क मिस्र तजि देइ दिहेन। 7 “तोहका एक नई बंद गाड़ी बनवइ चाही अउर दुइ गाइ जउन बछवा जन्मे होइँ लइ आवइ चाही। इ गइयन अइसी होइ चाही जउन खेते मँ न जोती गइ होइँ। गइयन क बन्द गाड़ी मँ जोत द्या अउ बछवन क घरे लौटाइ द्या। बछवन क गउसाला मँ राखा। ओनकइ आपन महतारी क पाछे न जाइ द्या। 8 यहोवा क पवित्तर सन्दूखे क बंद गाड़ी मँ धरा। तोहका सोना क नमूनन क पेटी मँ सन्दूख क बगल मँ राखइ चाही। सोना क नमूनन परमेस्सर बरे तोहार दोखबलि अहइ। बंद गाड़ी क सोझइ रस्ता प पठवा। 9 बंद गाड़ी क लखत रहा। जदि बंद गाड़ी बेतसेमेस कइँती इस्राएल क भुइयाँ मँ जात ह तउ इ संकेत अहइ कि ओकर परमेस्सर हम पचन्क इ बड़का रोग दिहे अहइँ। मुला जदि इ गइयन बेतसेमेस क नाहीं जातिन तउ हम पचे समझब कि इस्राएल क परमेस्सर हमका सजा नाहीं दिहे अहइ। हम समझ जाब कि हमार बेरामी खुद होइ गइ।” 10 पलिस्तियन उहइ किहेन जउन याजक अउ जादूगरन कहेन। पलिस्तियन वइसी दुइ गइया लिहेन जउन हाली ही बछवा दिहे रहिन। पलिस्तियन गइयन क बंद गाड़ी स जोड़ दिहन। पलिस्तियन बछवन क घरे प गउसाला मँ राखेन। 11 तब पलिस्तियन यहोवा क पवित्तर सन्दूख क उ पेटी क साथ जे मँ सोना क मूसा अउर फौड़ा क नमूना रहा बंद गाड़ी मँ धरेन। 12 गइयन सोझइ बेतसेमेस क गइन। गइयन लगातार चोकड़त भइ सड़क पइ ही चलत रहिन। गइयन दाहिन बाऍ नाहीं मुड़िन। पलिस्ती राजा गइयन क पाछे बेतसेमेस क सहर क पहँटा तलक गएन। 13 बेतसेमेस क मनई घाटी मँ आपन गोहूँ क फसिल काटत रहेन। उ पचे निगाह उठाएन अउ पवित्तर सन्दूख क लखेन। उ पचे सन्दूखे क लखिके बहोत खुस भएन। उ सबइ ओका लेइ बरे दौड़ेन। 14 बन्द गाड़ी उहइ खेत मँ आइ जउन बेतसेमेस क यहोसू क रहा। बन्द गाड़ी खेते मँ एक बहोत बड़की चट्टान क समन्वा रुक गइ। बेतसेमेस क मनइयन बन्द गाइयन क काट दिहन। तब उ पचे गाड़ी क मारि डाएन। उ पचे यहोवा बरे गइयन क बलि दिहन। 15 लेवि बंसी परिवार क मनइयन यहोवा क पवित्तर सन्दूखे क उतारेन। उ पचे उ पेटी क भी उतारेन जेहमा सोना क नमूना धरा रहेन। लेवीबंसियन परिवार क मनइयन यहोवा क सन्दूख अउ पेटी क बड़की चट्टान प धरेन। उहइ दिना, बेतसेमेस क लोगन यहोवा बरे बलि चढ़ाएन। 16 पाँचउ पलिस्ती राजा लोगन बेतसेमेस क मनइयन क इ सब करत लखेन। तबहिं उ पचे पाँचउ पलिस्ती राजा लोग उहइ दिना एक्रोन लौटि गएन। 17 इ तरह पलिस्तियन सोना क मिल्टियन क नमूना क दोखबलि क रूप मँ यहोवा क दिहस। उ पचे हर एक ठु पलिस्ती सहर बरे गिल्टी क एक सोना क नमूना पठएन। इ सबइ पलिस्ती सहर असदोद, अज्जा, असकालोन, गत अउ एक्रोन रहेन। 18 अउर पलिस्तियन सोना क मूसा क नमूना पठएन। सोना क मूसन क उहइ गनती रही, जउन पाँचउ पलिस्ती राजा लोगन्क सहर क रही। इ सहरन क चारिहुँ कइँती चहरदेवार रही। अउ हर सहर क चारिहुँ कइँती गाँव रहेन। बेतसेमेस क मनइयन यहोवा क पवित्तर सन्दूख क चट्टान प धरेन। उ चट्टान आजु भी बेतसेमेस क जोसुआ क खेत मँ अहइ। 19 मुला जउन टेमॅ बेतसेमेस क मनइयन यहोवा क पवित्तर सन्दूख क लखेन, उ समइया हुआँ कउनो याजकन नाहीं रहा। ऍह बरे परमेस्सर बेतसेमेस क सत्तर मनइयन क मार डाएन। बेतसेमेस क मनइयन रोवइ लागेन काहेकि यहोवा ऍतनी कठोर सजा दिहेन। 20 ऍह बरे बेतसेमेस क मनइयन कहेन, “याजक कहाँ अहइ जउन इ पवित्तर सन्दूख क देखरेख कइ सकइ? हिआँ स सन्दूख कहाँ जाइ?” 21 किर्यत्यारीम मँ एक याजक रहा। बेतसेमेस क मनइयन किर्यत्यारीम क मनइयन क लगे दूत पठएन। दूतन कहेन, “पलिस्तियन यहोवा क पवित्तर सन्दूख लौटाइ दिहन। आवा अउ ऍका आपन सहर मँ लइ आवा।”

7:1 किर्यत्यारीम क मनइयन आएन अउ यहोवा क पवित्तर सन्दूख क लइ गएन। उ पचे यहोवा क सन्दूख क पहाड़ी प अबीनादब क घर लइ गएन। उ पचे अबीनादब क बटवा एलीआज़ार क यहोवा क सन्दूखे क रच्छा करइ बरे नियुक्त किहेन। 2 सन्दूख किर्यत्यारीम मँ बहोत समइ तलक धरा रहा। उ हुवाँ बीस बरिस तलक रहा।इस्राएल क मनइयन यहोवा क कइँती लउटना सुरू किहेन। 3 समूएल इस्राएल क मनइयन स कहेस, “अगर तू फुरे यहोवा क नगिचे सच्चा मन स लौटत बाट्या तउ तोहका बिदेसी देवता लोगन्क बहाइ देइ चाही। तोहका अस्तोरेत क मूरत लोकाइ देइ चाही। अउ तोहका पूरी तरह यहोवा क अपने क न्यौछावर कइ देइ चाही। तोहका सिरिफ यहोवा क ही सेवा करइ चाही। तबहिं यहोवा तोहका पलिस्तियन स बचइहीं।” 4 ऍह बरे इस्राएलियन आपन बाल अउ अस्तोरेत क मूरत क लोकाइ दिहेन। इस्राएलियन सिरिफ यहोवा क सेवकाई करइ लागेन। 5 समूएल कहेस, “सबहिं इस्राएलियन मिस्पा मँ बटुर जाइँ। मइँ तोहरे बरे यहोवा स पराथना करब।” 6 इस्राएलियन मिस्पा मँ बटुर गएन। उ सबइ जल लइ आएन अउ यहोवा क समन्वा जल चढ़ाएन। इ तरह उ पचे उपवास क समइ सुरु किहेन। उ पचे उ दिन खइया क नाहीं खाएन, अउ आपन पापन्क कबूलेन। उ पचे कहेन, “हम पचे यहोवा क खिलाफ पाप किहे अही।” इ तरह समूएल मिस्पा मँ इस्राएल क जज क तरह काम किहेस। 7 पलिस्तियन इ सुनेन कि इस्राएलियन मिस्पा मँ बटुर ग अहइँ। पलिस्ती राजा इस्राएलियन क खिलाफ हमला करइ गएन। इस्राएलियन सुनेन कि पलिस्ती आवत अहइँ, अउर उ पचे डेराइ गएन। 8 इस्राएलियन समूएल स कहेन, “हमार परमेस्सर यहोवा क पराथना हमरे बरे करब बन्द जिन करा। यहोवा स माँगा कि उ पलिस्तियन स हमार रच्छा करइ।” 9 समूएल एक ठु मेमना लिहस। उ यहोवा बरे होमबलि क रुप मँ मेमना क बारेस। समूएल यहोवा स इस्राएल बरे पराथना किहेस अउर यहोवा ओका क जवाब दिहेस। 10 जब समूएल बलि क बारत रहा, पलिस्ती इस्राएल स लड़इ आएन। मुला यहोवा पलिस्तियन क नगिचे खूब जोर क गर्जब कराएस। ऍहसे पलिस्ती घबराइ गएन। अउ उ पचे गरजइ स ससाइ गएन। ओनकइ मुखिया ओनका बस मँ नाहीं कइ सकेन। इ तरह पलिस्तियन क इस्राएली जुद्ध मँ हराइ दिहेन। 11 इस्राएल क मनइयन मिस्पा स बाहेर भागेन अउ पलिस्तियन क पाछा किहेन। उ पचे लगातार बेत कर तलक ओनकइ पाछा किहेन। उ सबइ रस्ता भइ पलिस्ती सिपाही क मार डाएन। 12 एकरे पाछे, समूएल एक खास पाथर खड़ा किहेस। उ ऍह बरे किहेस कि मनइयन याद राखइँ कि परमेस्सर का किहेस। समूएल पाथर क मिस्पा अउ सेन क बीच राखेस। समूएल पाथर क नाउँ “मदद क पाथर” धरेस। समूएल कहेस, “यहोवा लगातार पूरी राह भइ हमार मदद किहेस।” 13 पलिस्ती हार गएन। उ पचे इस्राएल देस मँ फुन नाहीं घुसेन। समूएल क बाकी जिन्नगी मँ यहोवा पलिस्तियन क खिलाफ रहेन। 14 पलिस्तियन एक्रोन स गथ तलक क पहँटा क सहर क लइ लिहे रहेन। मुला इस्राएली ओनका जीतके फुन लइ लिहेन। अउर इस्राएली इ सहरन क चारिहुँ कइँती क भुइँया क भी फुन लइ लिहेन।इस्राएल अउ अमोरियन क बीच भी सान्ति रही। 15 समूएल आपन पूरी जिन्नगी भइ इस्राएल क निआव करत रहेस। 16 समूएल एक ठउर स दूसर ठउर ताईर् इस्राएल क मनइयन क निआव करत गवा। हर बरिस उ देस क चारिहुँ कइँती जात्रा किहेस। उ बेथेल, गिलिगाल अउ मिस्पा क गवा। ऍह बरे उ इ सबहिं ठउरन मँ इस्राएली मनइयन निआव अउ ओन पइ राज किहेस। 17 मुला समूएल क घर रामा मँ रहा। ऍह बरे समूएल हमेसा रामा क लौट जात रहा। समूएल उहइ सहर स इस्राएल क निआव अउ राज किहेस। अउ समूएल रामा मँ यहोवा बरे एक वेदी बनाएन।

8:1 जब समूएल बुढ़ाइ गवा तउ उ आपन पूत न क इस्राएल क जज बनाएस। 2 समूएल क पहिलौटी क बेटवा योएल नाउ क रहा। ओकर दूसर पूत अबिय्याह नाउँ क रहा। योएल अउ अबिय्याह बेसेर्बा मँ जज रहेन। 3 मुला समूएल क पूत वइसे ही नाहीं रहत रहेन जइसे उ रहत रहा। योएल अउ अबिय्याह घूस लेत रहेन। उपचे चुप्पे स घूस लेतेन अउ अदालत मँ आपन निर्णय बदल देत रहेन। उ पचे अदालत मँ मनइयन क ठगत रहेन। 4 ऍह बरे इस्राएल क सबहिं बुजुर्गन मिलिके बटुर गएन। उ पचे समूएल स भेंटइ रामा गएन। 5 बुजुर्गन लोग समूएल स कहेन, “तू बुढ़ाइ गया, अउ तोहार पूत ठीक स नाहीं रहतेन। उ पचे तोहरे तरह नाहीं अहइँ। अब तू दूसर रास्ट्र क तरह हम सबन प राज करइ बरे एक राजा द्या।” 6 इ तरह बुजुर्गन अपने क राह देखावइ बरे एक राजा मांगेन। समूएल सोचेस कि इ बिचार बुरा अहइ। ऍह बरे समूएल यहोवा क पराथना किहेस। 7 यहोवा समूएल स कहेस, “उहइ करा जउन लोग तोहसे करइ क कहत हीं। उ पचे तोहका अस्वीकार नाहीं करत हीं। उ पचे मोका आपन राजा बनावन बरे अस्वीकार करत हीं। 8 उ पचे उहइ करत अहइँ जउन हमेसा करत रहेन। मइँ ओन सबन्क मिस्र स बाहेर लइ आएउँ। मुला उ पचे मोका तजि दिहेन, अउर दूसर देवतन क पूजेन। उ पचे तोहरे संग भी वइसा करत अहइँ। 9 ऍह बरे मनइयन क सुना अउर जउन उ पचे कहइँ करा। मुला ओनका चिताउनी द्या। ओनका बतावा कि राजा ओनकइ संग का करी। ओनकइ बताना कि एक राजा मनइयन प कइसे राज करत ह।” 10 उ पचे एक राजा बरे माँग किहेन। ऍह बरे समूएल मनइयन स उ सबइ बात किहेन जउन यहोवा कहे रहेन। 11 समूएल कहेस, “अगर तू आपन पइ राज करइ वाला राजा राखत बाट्या तउ उ इ करी। उ तोहरे बेटवन क लइ लेइ। उ तोहरे बेटवन क सेवा बरे मजबूर करी। उ ओन पचन्क सिपाही बनवइ बरे मजबूर करी, ओन पचन्क ओकरे रथे स लड़इ क पड़ी अउर उ पचे ओकरी फउज क घोड़सवार होइहीं। तोहार पूत राजा क रथे क आगे धावइवाला रच्छक बनिहीं। 12 “राजा तोहरे पूतन्क फौजी बनइ बरे मजबूर करी। ओहमाँ स कछू एक हजार मनई क ऊपर अफसर होइहीं। अउर दूसर, पचास मनई क ऊपर अफसर होइहीं।“राजा तोहरे पूतन मँ स कछू क आपन खेत जोतइ क अउर फसिल काटइ क मजबूर करी। उ ओनका आपन रथे क सामान बनवइ बरे मजबूर करी। 13 “एक राजा तोहरी बिटियन क लइ लेइ। उ तोहरी बिटियन मँ स कछू क आपन बरे महकउआ चीज बनवइ क मजबूर करी। अउर उ तोहरी बिटियन मँ स कछू क पकावइ अउ रोटी सेकइ क मजबूर करी। 14 राजा तोहार सब स बढ़िया खेत, अंगूर क बाग अउर जैतून क बाग लइ लेई। उ ओन चीजन्क तोहसे लइ लेई अउर आपन अफसरन्क दइ देई। 15 उ तोहार अन्न अउ अंगूर क दसवाँ हींसा लइ लेइ। उ इन चीजन्क आपन नउकरन अउ अफसरन्क दइ देइ। 16 “इ राजा तोहरे मनसेधू नउकरन अउ नउकरनियन क लइ लेइ। उ तोहार सबन त बढ़िया गोरु अउ गधा क लइ लेइ। उ ओनकइ आपन कामे बरे बइपरी। 17 उ तोहरे भेड़ी अउ बोकरी क दसवाँ हींसा लेई।“अउर तू खुद इ राजा क दास होब्या। 18 जब उ टेमॅ आई तब तू राजा क चुनइ क कारण रोउब्या। मुला उ टेमॅॅ यहोवा तू पचन्क जवाब न देइहीं।” 19 मुला लोगन समूएल क अनसुनि किहेन। उ पचे कहेन, “नाहीं! हम पचे आपन ऊपर राज करइ बरे एक ठु राजा चाहित ही। 20 तब हम पचे दूसर रास्ट्रन क जइसा होइ जाब। हमार राजा हम पचन्क रास्ता देखाँई। उ हम पचन्क संग जाइ अउर हमरे जुद्धन क लड़ी।” 21 समूएल जब मनइयन क सब कछू कहा भवा सुनेस तबहिं उ यहोवा क समन्वा ओनकइ कहब क दोहराएस। 22 यहोवा उत्तर दिहेस, “ओनकइ बात सुना। ओनका एक राजा द्या।”तबहिं समूएल इस्राएल क मनइयन स कहेस, “ठीक बा! तोहार एक नवा राजा होइ। अबहिं आप सब लोग घरे जाइँ।”

9:1 बिन्यामीन परिवार समूह स किस एक सक्तीसाली योद्धा रहा। किस अबीएल क पूत रहा। अबीएल ससोर क पूत रहा। सरोर बकारत क पूत रहा। बकारत बिन्यामीन क एक मनई अफिया क पूत रहा। 2 कीस क पूत साऊल नाउँ क रहा। साऊल एक सुन्नर जवान रहा। हुवाँ साऊल स बढ़िके जिआदा सुन्नर कउनो न रहा। ठाड़ होए प साऊल क मूँड़ इस्राएल क कउनो भी मनई स ऊँच रहत रहा। 3 एक दिना कीस क गदहन हेराइ गएन। ऍह बरे कीस आपन पूत साऊल स कहेस, “नउकरन मँ स एक क संग लइ ल्या अउर गदहन क हेर इ जा।” 4 साऊल गदहन क हेरब सुरु किहेस। साऊल एप्रैम क पहाड़ियन मँ होइके घूमा। तबहिं साऊल सालीम क चारिहुँ कइँती पहँटा मँ घूमा। मुला साऊल अउ ओकर नउकर, किस क गदहन क नाहीं पाइ सकेन। ऍह बरे साऊल अउ नउकर सालिम क चारिहुँ कइँती पहँटा मँ गएन। मुला गदहा हुवाँ नाहीं मिलेन। ऍह बरे साऊल बिन्यामीन क पहँटा मँ होइके जात्रा किहेस। मुला उ अउ ओकर नउकर गदहन क तबहुँ नाहीं पाइ सकेन। 5 आखिर मँ साऊल अउ ओकर नउकर जुफ नाउँ क सहर मँ आएन। साऊल आपन नउकर स कहेस, “चला, हम पचे लौटी। मोर बाप गदहा क बारे मँ सोचब बंद देइहीं अउर हम पचन क बारे मँ फिकिर करिहीं।” 6 मुला नउकर जवाब दिहेस, “इ सहर मँ परमेस्सर क एक ठु मनई अहइ। मनई ओकर मान करत हीं। उ जउन कहत ह सच होत ह। ऍह बरे हम सबइ इ सहर मँ चली। अइसा लागत ह कि परमेस्सर क उ मनई हमका बताई कि ऍकरे पाछे हम पचे कहाँ जाइ।” 7 साऊल आपन नउकर स कहेस, “हम पचे सहर मँ जाइ सकित ह। मुला हम पचे उ मनई का इ सकित ह? हम पचन क झोरी क भोजन खतम होइ ग बाटइ। हम पचन क लगे कउनो भी भेंट परमेस्सर क मनई क देइ बरे नाहीं अहइ। हमरे लगे ओका देइ क का अहइ?” 8 नउकर फिन जवाब दिहेस, “सुना, मोरे लगे तनिक धन अहइ। हम परमेस्सर क मनई क इहइ देइ। तबहि उ बताईर् कि हम पचे कहाँ जाइ।” 9 साऊल आपन नउकर स कहेस, “नीक सुझाव अहा, हम पचे चली।” उ पचे सहर मँ हुवाँ गएन जहाँ परमेस्सर क मनई रहा।साऊल अउ ओकर नउकर पहड़िया प चढ़त भए सहर क जात रहेन। राहे मँ उ पचे कछू जवान अउरतन स भेंटेन। जवान अउरत बाहेर स पानी लेइ जात रहिन। साऊल अउ ओकर नउकर जवान अउरतन स पूछेन, “का दसीर् हीआँ अहइँ?” (पुराने जमाना मँ इस्राएल क बसइया नबियन क “दसीर्” कहत रहेन। ऍह बरे उ पचे परमेस्सर स कछू मागँइ चाहत रहेन तउ पचे कहत रहेन, “हम पचे दसीर् क लगे चली।”) 10 11 12 जवान अउरतन जवाब दिहेन, “हाँ, दसीर् हीआँ अहइँ।” उ सोझइ इ सड़क प आगे अहइँ। उ आज ही नगर मँ आवा अहइँ। कछू मनइयन हुवाँ एकट्ठइ बटुरा अहइ। उ पचे आराधना ठउर प मेलबलि चढ़ावइ बरे जाइ। 13 आप लोग सहर मँ जाइँ अउ ओनसे भेंटाइ लेइहीं। जदि आप सब जल्दी जाइहीं तउ आप ओनसे आराधना ठउर प भोजन प जाइ स पहिले मिलि लेइहीं। दसीर् बलि-भेंट क आसीर्बाद देत हीं। ऍह बरे मनइयन जब तलक खाइया क खाब सुरु नाहीं करिहीं जब ताईर् उ हुवाँ न पहोंच जाइँ। ऍह बरे आप सबइ हाली करइँ तउ आप लोग दसीर् क भेंटि सकत हीं।” 14 साऊल अउ नउकर ऊपर पहड़िया प सहर कइँती बढ़ब सुरु किहेन। जइसे ही उ पचे सहर मँ घुसेन उ पचे समूएल क आपन कइँती आवत देखेन। समूएल सहर क बाहेर पूजा क ठउर प जाइ बरे अबहिं आवत रहा। 15 एक दिन पहिले यहोवा समूएल स कहेस, 16 “काल्ह मइँ इहइ टेमॅ तोहरे लगे एक मनई क पठउब। वह बिन्यामीन क गोत क होइ। तू सबन क ओकर अभिसेक कर देइ चाही। तब उ हमार मनइयन इस्राएलियन क नवा नेता होइ। इ मनई हमरे मनइयन क पलिस्तियन स बचाइ। मइँ आपन मनइयन क दुःख क देखेउँ ह। मइँ आपन मनइयन क रोउब सुनेउ ह।” 17 समूएल साऊल क लखेस अउ यहोवा ओसे कहेस, “इहइ उ मनई अहइ जेकरे बारे मँ मँइ तोहसे कहेउँ रहे। इ मोरे मनइयन क बस मँ राखी।” 18 साऊल दुआर क लगे समूएल क निअरे आवा। साऊल समूएल स पूछेस, “मेहरबानी कइके बतावा दसीर् क घर कहाँ अहइ?” 19 समूएल जवाब दिहेस, “मइँ ही दसीर् अहँउ। मोरे अगवा आराधना क ठउर प पहुँचा। तू अउ तोहार नउकर आज हमरे संग खइया क खइहीं। मइँ भियान भिन्सारे तोहका घरे जाइ देब। मइँ तोहरे सबहिं सवालन क जवाब देब। 20 अउर ओन गदहन क फिकिर जिन करा जेका तू तीन दिना पहिले खोइ दिहा ह। उ सब मिल गवा बाटेन। अब, तोहका समूचा इस्राएल चाहत अहइ। उ सबइ तोहका अउ तोहरे बाप क परिवारे क सब मनइयन क चाहत हीं।” 21 साऊल जवाब दिहेस, “मुला मइँ बिन्यामीन परिवार समूह क निअम्बर अहउँ। इ इस्राएल मँ सबन क छोटका समूह अहइ। मोर परिवार मोर पूरा परिवार समूह मँ सब त छोटा अहइ। आप काहे कहत बाटेन कि इस्राएल मोका चाहत ह?” 22 तब समूएल साऊल अउ ओकरे नउरक क भोजन क जगहिया मँ लइ गवा। लगभग तीस न्यौताहरी एक संग भोजन बरे अउर बलि-भेंट लेइ बरे बोलावा ग रहेन। समूएल साऊल अउ ओकरे नउकर क मेज प सबन ते जिआदा खास जगह दिहेस। 23 समूएल रसोइया स कहेस, “उ गोस लइ आवा जउन मइँ तोहका दिहेउँ ह। इ उहइ हींसा अहइ जेका मइँ तोहसे जोगइ क रक्खइ बरे केहउँ रहे।” 24 रसोइया रान लिहेस अउ साऊल क समन्वा मेज प धरेस। समूएल कहेस, “इहइ उ गोस बा जेका मइँ तोहरे बरे जोगइ क राखेउँ रहे। ओका खा काहेकि इ इ खास टेमॅॅ बरे जोगवा रहा।” इ तरह उ दिना साऊल समूएल क संग खइया क खाएस। 25 जबहिं उ पचे खइया क खाइ लिहेन, उ पचे पूजा क ठउर स उतरेन अउ सहर क लौटेन। समूएल छते प साऊल बरे बिछौना दसाएस। अउर साऊल सोइ गवा। 26 भियन भिन्सारे समूएल साऊल क छते प जोर स पुकारेस। समूएल कहेस, “उठा। मइँ तोहका तोहरे राहे प पठउब।” साऊल उठा, अउर तब समूएल क संग घर क बाहेर गवा। 27 साऊल अउ ओकर नउकर संग संग सहर क सिरे क उतराई प टहरत रहेन। समूएल साऊल स कहेस, “आपन नउकर स हम पचन स अगवा जाइ क कहा। मोरे लगे तोहरे बरे परमेस्सर क एक संदेसा अहइ।” तउ नउकर ओन पचन स तनिक अगवा चला गवा।

10:1 समूएल खास तेल क एक ठु मेटिया लिहेस। समूएल तेल क सौर क मूड़े प नाएस। समूएल साऊल क चुम्मा लिहेस अउर कहेस, “यहोवा तोहार अभिसेक क चुनाव आपन मनइयन क मुखिया बनवइ बरे किहेस ह। तू यहोवा क मनइयन क बस मँ करब्या। तू ओन पचन्क ओन दुस्मनन स बचउब्या जउन ओनका चारिहुँ कइँती स घेरे बाटेन। यहोवा तोहार अभिसेक चुनाव आपन मनइयन क ऊपर प्रधान होइ बरे किहे अहइ। हियाँ एक चीन्हा अहइ जउन परमान देइ कि इ फुर बाटइ। 2 जब तू मोसे अलगाइ जाब्या तउ तू रकेल क मकबरा क निअरे दुइ मनइयन स बिन्यामीन क इलाका मँ जल्जा मँ मिलब्या। उ दुइनउँ मनई तोहसे कहिहीं, ‘जउन गदहन क तू हेरत बाट्या ओनका कउनो मनई पाइ लिहेस ह। तोहार बाप गदहन क बारे मँ फिकिर करब तजि दिहेस ह। अब ओका तोहार फिकिर बा। उ कहत अहइ, “मइँ आपन पूत क बारे मँ का करउँ।’“ 3 समूएल कहेस, “जब तू तब्बइ तलक चलत रहब्या जब तलक तबोर मँ साह बलूत बृच्छ ताईर् नाहीं पहोंच जात्या। हुवाँ तोहसे तीन मनई मिलिहीं। उ तीनउँ मनई बेतेल मँ परमेस्सर क आराधना बरे जात्रा प होइहीं। एक ठु मनई बोकरी क तीन बच्चन क ढोवत होइ। दूसर मनई तीन डबल रोटी लइ जात होइ। अउ तीसरा मनई एक गगरी दाखरस लइ जात होइ। 4 इ तीनउँ मनई कहिहीं, आपक सुआगत अहइ। उ पचे तोहका दुइ रोटी देइहीं। तू ओनसे उ दुइ डबल रोटी क लइ लिहा। 5 तब तू गिबियथ-एलोहिम जाब्या। उ ठउर प पलिस्तियन क एक ठु किला अहइ। जबहिं तू उ सहर मँ पहोंचब्या तउ कइउ नबियन निकरिहीं। इ नबियन आपन ठउर स पूजा बरे अइहीं। उ सबइ भविस्सबाणी करिहीं। उ सबइ सितार, तम्बूरा, बाँसुरी अउ बीणा बजावत रइहीं। 6 तब तुरंतही यहोवा क आतिमा तेजी स तोह पइ उतरी। तू बदल जाब्या। तू एक अलगइ मनई होइ जाब्या। तू इ नबी क संग भविस्सबाणी करइ लगब्या। 7 इ बातन क होइ जाए क पाछे तू जउन चहब्या करब्या। परमेस्सर तोहरे संग होइहीं। 8 “मोसे पहिले गिलगाल जा। मइँ तोहरे लगे उ ठउरे प आउब। तब मइँ होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाउब। मुला तोहका सात दिना तलक प्रतीच्छा करइ क होइ। तबहिं मइँ आउब अउ बताउब कि तोहका अगवा का करइ क अहइ।” 9 जइसे ही साऊल समूएल क बिदाह देइ घूमा परमेस्सर साऊल क मन पूरी तरह बदल दिहस। इ सबहिं होनी उहइ दिन भइन। 10 साऊल अउ ओकर नउकर गिबियथ-एलाहिम गएन। उ ठउर प साऊल नबियन क एक धामिर्क सभा स भेटेस। परमेस्सर क आतिमा साऊल प तेजी स उतरी अउ साऊल नबियन क संग भविस्सबाणी करइ लागेस। 11 जउन मनइयन साऊल क पहिले स जानत रहेन उ पचे नबियन क संग ओका भविस्सबाणी करत लखेन। उ पचे आपुस मँ पूछइ-पछोरइ लागेन, “किस क पूत क का होइ ग अहइ? का साऊल नबियन मँ स एक अहइ।” 12 एक मनई जउन गिबियथ-एलोहिम मँ रहत रहा कहेस, “हाँ, अउर अइसा लगत ह कि इ ओनकइ मुखिया अहइ।”इहइ कारण अहइ कि इ परसिद्ध कहतून बन गइ, “का साऊल नबियन मँ स कउनो एक अहइँ।” 13 आखिर उ नबी क तरह भविस्सबाणी बंद किहेस अउर एक आराधना क ठउर प घर क नगिचे चला गवा 14 साऊल क काका ओसे अउ ओकरे पिता क नउकर स पूछेस, “तू पचे कहाँ गवा रह्या?”उ जवाब दिहेस, “हम पचे गदहन क लखइ गवा रहे अउ ओनकइ हेरइ चला ही जात रहे, उ सब कहूँ नाहीं मिल पाएन। ऍह बरे हम पचे समूएल क लगे गएन।” 15 इ सुनिके साऊल क काका कहेस, “कृपा कइके तू पचे मोका बतावा कि समूएल तू दुइनउँ स का कहेस?” 16 साऊल जवाब दिहेस, “समूएल हमका बताएस, कि गदहन पहिले मिलि गवा रहेन।” साऊल काका क राजा होइ क बारे मँ कछू बात नाहीं बताएस। 17 समूएल इस्राएल क सबहिं मनइयन स मिस्पा मँ यहोवा स मिलइ बरे एक संग बटुरइ बरे कहेस। 18 समूएल इस्राएल क मनइयन स कहेस, “इस्राएल क परमेस्सर यहोवा कहत हीं, ‘मइँ इस्राएल क मिस्र स बाहेर निकारेउँ ह। मइँ तोहका मिस्र क गुलामी स अउ दूसर राज्ज क गुलामी स बचाएउँ ह जउन तोह पइ चोट करइ चाहत रहेन।’ 19 मुला आज तू आपन परमेस्सर क तुच्छ जान लिहा ह। तोहार परमेस्सर तोहका सब कस्टन अउ सब समस्या स बचावत ह। मुला तू कह्या, ‘नाहीं हम आपन ऊपर राज्ज करइ बरे एक ठु राजा चाहित ह।’ अब आवा अउ यहोवा क समन्वा आपन परिवार अउ आपन गोत क संग खड़ा ह्वा।” 20 समूएल इस्राएल क सबहिं परिवार क गोते क निअरे लइ गवा। तब समूएल नवा राजा चुनब सुरु किहेस। पहिले बिन्यामीन क परिवार गोत चुना गवा। 21 समूएल बिन्यामीन क परिवार-गोत क हर एक परिवार क एक एक कइके निकसइ क कहेस, मत्री क परिवार चुना गवा। तब समूएल मत्री क परिवार क हर एक मनई क एक एक कइके ओकरे अगवा स निकसइ क कहेस। इ तरह कीस क पूत साऊल चुना गवा।मुला जब मनइयन साऊल क खोज किहेन, तउ उ पचे ओका नाहीं पाइ सकेन। 22 तब उ पचे यहोवा स पूछेन, “का साऊल अबहिं तलक हियाँ आइ गवा अहइ?”यहोवा कहेस, “साऊल सामग्री क बीच मँ छुपा बा।” 23 मनइयन दौड़ेन अउर साऊल क सामग्री क बीच मँ स लइ आएन। साऊल मनइयन क बीच खड़ा भवा। साऊल बस ऍतना लम्बा रहा कि सब मनइयन सिरिफ ओकरे काँधे तलक रहेन। 24 समूएल सब मनइयन स कहेस, “उ मनई क लखा जेका यहोवा चुने अहइ। मनइयन मँ स कउनो साऊल क नाईर् नाहीं बा।”तब मनइयन नारा लगाएन, “राजा क लम्बी उमर होइ।” 25 समूएल राज्ज क नेमँ क मनइयन क समझाएस। उ इ नेमन क एक किताबे मँ लिखेस। उ किताबे क यहोवा क समन्वा रखेस। तब समूएल मनइयन क घर जाइ बरे कहेस। 26 साऊल भी आपन घरे गिबा मँ चला गवा। परमेस्सर बहादुर मनइयन का हिरदय क छुएस अउ बहादुर मनई साऊल क पाछा करइ लागेन। 27 मुला कछू परीसानी पइदा करइवाला मनइयन कहेन, “इ मनई हम मनइयन क रच्छा कइसे कइ सकत ह?” उ पचे साऊल क बुराई अउ ओका उपहार देइ स मना कइ दिहेन। मुला साऊल कछू नाहीं कहेस।अम्मोनियन क राजा नाहास, गिलाद अउ याबेस क परिवार समूह क कस्ट देत रहा। नाहास ओनके परिवार क हर एक मनई क दाहिन आँखी निकरवाइ डाए रहा। नाहास कउनो क ओनकइ मदद नाहीं करइ देत रहा। अम्मोनियन क राजा नाहास यरदन नदी क पूरब मँ बसइयन क हर एक इस्राएली मनइयन क दाहिन आँखी निकरवाइ लिए रहा। मुला सात हजार इस्राएली अम्मोनियन क हियाँ स पराइ गएन अउर याबेस गिलाद मँ आइ गएन।

11:1 अउर अम्मोनी नाहास अउ ओकर फउज याबेस गिलाद क घेर लिहस। याबेस क सबहिं मनइयन नाहास स कहेस, “अगर तू हमरे संग मेल करब्या, तउ हम पचे तोहार सेवकन बन जाब।” 2 मुला अम्मोनी नाहास स जवाब दिहेस, “मइँ तू पचन क संग तब मेल करब जब मइँ हर कउनो मनई क दाहिन आँखी निकारि लेब। ऍहसे सबहिं इस्राएलियन लजाइ जइहीं।” 3 याबेस क बुजुर्गन नाहास स कहेन, “हम पचे सात दिना क टेमॅ लेब। हम समूचइ इस्राएल मँ दूत पठउब। जदि कउनो मदद बरे न आई तउ हम पचे तोहरे लगे आउब अउर आपन क अर्पण कइ देब।” 4 तउ उ सबइ दूतन गिबा मँ आएन जहाँ साऊल रहत रहा। उ पचे मनइयन क खबर दिहेन। लोग जोर स रोवत रहेन। 5 साऊल आपन गइयन क संग खेते गवा रहा। साऊल खेते स लौटा अउर उ मनइयन क रोउब सुनेस। साऊल पूछेस, “मनइयन क कस्ट अहइ? उ पचे काहे रोवत अहइ?”तब मनइयन याबेस क दूतन जउन कहे रहेन साऊल क बताएन। 6 साऊल ओनकइ बातन क सुनेस। तब्बइ परमेस्सर क आतिमा साऊल प बड़ी जल्दी स उतरी। साऊल जिआदा कोहाइ गवा। 7 साऊल गाय क जोड़ी लिहेस अउ ओनकइ बोटी बोटी कइ डाएस। तब उ गइयन क बोटी क ओन दूतन क दिहस। उ दूतन क हुकुम दिहेस कि उ पचे इस्राएल क समूचइ देस मँ लइ जाइँ। उ ओनसे इस्राएल क मनइयन क इ संदेसा देइ बरे कहेस, “आवा, साऊल अउ समूएल क अनुसरण करा। जदि कउनो मनई नाहीं आवत अउर ओकर मदद नाहीं करत तउ ओकरी गाय क संग इहइ होई।”लोगन मँ यहोवा क डर छाइ गवा। उ पचे एक ठु इकाई क तरह एक संग बटुर गएन। 8 साऊल सबहिं मनइयन क बजक स एक संग बटोरेस। हुवाँ इस्राएल क तीन लाख मनसेधू अउ यहूदा स तीस हजार मनसेधू रहेन। 9 साऊल अउ ओकर फउज याबेस क दूतन स कहेन, “गिलाद मँ याबेस क मनइयन स कहा कि भियान दुपहरे तलक तू पचन क रच्छा होइ जाइ।”दूतन साऊल क संदेसा याबेस क मनइयन क दिहेन। याबेस क मनई बहोत खुस भएन। 10 तबहिं याबेस क मनइयन अम्मोनी नाहास स कहेन, “हम पचे भियान तोहरे लगे आउब। तब तू हम सबन क संग जउन चाहा कइ सकत ह।” 11 दूसर दिन भिन्सारे साऊल आपन फउज क तीन हींसा मँ बांटेस। जइसे ही सूरज निकरत साऊल अउ ओकर फउज अम्मोनी डेरा मँ हमला किहेन। साऊल उ टेम मँ हमला किहेस, जब उ पचे भिन्सारे रच्छक क बदलत रहेन। साऊल अउ ओकर फउज दुपहर स पहिले ओनका हराइ दिहेन। अम्मोनी फउज अलग अलग दिसा मँ पराइ गएन यहाँ तलक कि दुइ सिपाही भी एक संग नाहीं जम सकेन। 12 तब मनइयन समूएल स कहेन, “उ पचे कहाँ बाटेन जउन कहत हीं कि हम साऊल क राजा क रुप मँ हुकुम करइ देब नाहीं चाहित? उ मनइयन क लइ आवा हम ओनका मारि डाउब।” 13 मुला साऊल कहेस, “नाहीं आज कउनो क जीन मारा। आज यहोवा इस्राएल क रच्छा किहेस ह।” 14 तब साऊल मनइयन स कहेस, “आवा हम पचे गिलगाल चली। हम पचे साऊल क राजा क तोर पर फुन अनुमोदन करब।” 15 तउ सबहिं मनइयन गिलगाल चला गएन। हुवाँ यहोवा क समन्वा मनइयन साऊल क राजा बनाएन। उ पचे यहोवा क मेलबलि चढ़ाएन। अउर सबइ इस्राएलियन खुसी मनाएन।

12:1 समूएल सब इस्राएलियन स कहेस: “मइँ उ सब कछू दिहेउँ ह जउन तू पचे मोसे चाहत ह। मइँ तू पचन क ऊपर एक राजा रखेउँ ह। 2 अब तोहका राह देखावइ बरे एक राजा अहइ। मइँ बुढ़ाइ गवा हउँ अउ मोर बार सफेद होइ ग अहइँ, मुला मोरे बेटवा तोहरे संग अहइ। जब मइँ एक नान्ह लरिका रहेउँ तब स मइँ तोहार अगुआ रहेउँ। 3 मइँ हियाँ अहउँ। जदि मइँ बुरा करम किए अहउँ तोहका ओकरे बारे मँ यहोवा स अउ ओनकइ चुना भवा राजा स कहइ चाही। का मइँ कबहुँ कउनो क गइया या गदहा चुरायो हउँ? का मइँ कउनो क कबहुँ धोखा दिहउँ ह या नस्कान पहुँचायो हउँ? का मइँ कउनो का बुरा करइ बरे कबहुँ कउनो स धन या एक जोड़ी पनही लिहउँ ह? जदि मइँ एहमाँ स कउनो बुरा काम किहेउँ ह तउ मइँ ऍका नीक करब।” 4 इस्राएलियन जवाब दिहेन, “नाहीं, तू हम पचन क कबहुँ बुरा नाहीं किहा। तू न हम पचन्क ठग्या, न ही तू हम लोगन्स कबहुँ कछू लिह्या।” 5 समूएल इस्राएलियन स कहेस, “जउन तू कह्या यहोवा ओकर गवाह अहइ। यहोवा क चुना भवा राजा भी आज गवाह अहइ। उ दुइनउँ गवाह अहइँ कि तू मोहे मँ कउनो दोख नाहीं पाया।” अउर लोगन कहेन, “उ एक गवाह अहइ।” 6 तब समूएल मनइयन स कहेस, “यहोवा लखेस ह कि का भवा ह। यहोवा उहइ अहइ जउन मूसा अउ हारुन क चुनेस ह। उ तोहरे पुरखन क मिस्र स बाहेर लइ आवा। 7 अब चुपचाप हुवाँ खड़ा रहा जब मइँ तोहका नीक काम बताउब जउन यहोवा तोहरे पुरखन अउ तोहरे बरे किहेस ह। 8 “याकूब मिस्र गवा। पाछे, मिस्र क लोग ओकरे औलाद क जिन्नगी कस्ट स भरि दिहेन। ऍह बरे उ सबइ मदद बरे यहोवा क समन्वा रोएन। यहोवा मूसा अउ हारुन क पठएस। मूसा अउ हारुन तोहरे पुरखन क मिस्र स बाहेर लइ आएन अउर इ ठउर मँ बसइ बरे ओनका राह देखाएन। 9 “मुला तोहार पुरखन, आपन यहोवा आपन परमेस्सर क बिसरि गएन। ऍह बरे परमेस्सर ओनका सिसरा क गुलाम होइ दिहस। सिसरा, हजोर फउज क सेनापति रहा। तब यहोवा ओनका पलिस्तियन अउ मोआब क राजा क गुलाम बनाएस। उ पचे सबइ तोहरे पुरखन क खिलाफ लड़ेन। 10 मुला तोहार पुरखन मदद बरे यहोवा क समन्वा गिड़गिड़ानेन। उ पचे कहेन, ‘हम पचे पाप किहे अही। हम सबइ यहोवा क तजा ह अउर झूठ देवता लोग-बाल अउ अस्तेरेत क सेवा कीन्ह ह। मुला अब आप हमका हमरे बैरी स बचावा, अउ हम आप क सेवा करब।’ 11 “ऍह बरे यहोवा यरूब्बाल (गिदोन), बदान, बरक, यिप्तह अउ समूएल क हुवाँ पठएस। यहोवा तोहरे चारिहुँ कइँती क दुस्मनन स तोहार रच्छा किहेस। अउर तू बचा रह्या। 12 मुला तब तू अम्मोनियन क राजा नाहास क आपन खिलाफ लड़इ बरे आवत देख्या। तू कह्या, ‘नाहीं! हमका आपन ऊपर राज्ज करइ बरे एक ठु राजा चाही!’ तू पचे इहउ कह्या, हालाँकि तोहार परमेस्सर यहोवा राजा पहिले स ही रहेन। 13 अब तोहार चुना भवा राजा हियाँ अहइ। यहोवा इ राजा क तोहरे ऊपर बइठाए अहइ। 14 तू सबन्क परमेस्सर स डेराइ अउ मान करइ चाही। तू पचन्क ओकरे खिलाफ नाहीं जाइ क चाही। तू पचन अउ राज करइ वाला राजा क आपन परमेस्सर यहोवा क हुकुम मानइ चाही। अगर तू पचे इ करत रहब्या तउ परमेस्सर तोहार रच्छा करिहीं। 15 मुला अगर तू परमात्मा क आग्या क नाहीं मन्त्या अउ ओकरे हुकुम क खिलाफ लड़त बाट्या, तउ उ तोहरे खिलाफ होइ जाइ। यहोवा तोहका अउ तोहरे राजा क नास कइ देइहीं। 16 “अब चुपचाप खड़ा रहा अउ उ बड़का काम क लखा जेका यहोवा तोहरी आँखी क समन्वा करिहीं। 17 इ गोहूँ क फसिल काटइ क टेमॅ अहइ।मइँ यहोवा स पराथना करब। मइँ ओसे बिजुरी क कड़कब अउ बर्खा क भीख माँगब। तब तू बुझब्या कि तू पचे ओ समइ प यहोवा क खिलाफ बुरा किहे रहा जब तू पचे एक राजा क माँग किहे रह्या। 18 “तब समूएल यहोवा स पराथना किहेस। उ दिना यहोवा बिजुरी क कड़कब अउ बर्खा पठएस। ऍहसे यहोवा अउ समूएल स बहोत डेराइ गएन। 19 सब मनइयन समूएल स कहेन, “आपन परमेस्सर यहोवा स तू पचे आपन सेवक, हम लोगन बरे पराथना करा। हम पचन्क मरइ जिन द्या! हम पचे बहोत पाप किहे अही। अउर अब एक राजा बरे माँग कइके ओन पापन्क अउर बढ़ाइ दिहा ह।” 20 समूएल जवाब दिहस, “डेरा जिन। इ फुरइ अहइ। तू पचे उ सबइ कुकरम किहे ह। मुला यहोवा क पाछा करब बन्द जिन करा। आपन सच्चा हिरदय स यहोवा क सेवा करा। 21 देवमूरत तउ मूरत अहइँ, उ सबइ तोहार मदद न करिहीं। ऍह बरे ओनकइ पूजा जिन करा। देव मूरत न तउ तोहार मदद कइ सकत हीं, न ही रच्छा कइ सकत हीं। उ सबइ कछू भी नाहीं अहइँ। 22 “मुला यहोवा आपन मनइयन क तजिहीं नाहीं। यहोवा तोहका आपन मनई बनाइके खुस भवा रहा। ऍह बरे आपन नीक कामे क रच्छा बरे उ तोहका तजिहीं नाहीं। 23 जदि मइँ तोहरे बरे पराथना करब बंद कइ देत हउँ तउ इ यहोवा बरे पाप होइ। मइँ तोहका सही रास्ता अच्छी जिन्नगी जिअइ बरे बताउब। 24 मुला तोहका भी यहोवा क मान करइ चाही। तोहका पूरे हिरदय स यहोवा क सेवा सर्च्चाइ स करइ चाही। ओन चमत्कारी कार्य क याद राखा जउन उ तोहरे बरे किहेस ह। 25 अगर तू जिद्दी अहा अउ बुरा करत बाट्या तउ परमेस्सर तोहका अउ तोहरे राजा क अइसा पँूक देइ जइसे झाड़ू कूड़ा क बटोर देत ह।”

13:1 अब ताईर् साऊल एक बरिस तलक राज कइ चुका रहा। अउर फुन जब साऊल इस्राएल प दुइ बरिस राज कइ चुका, 2 उ इस्राएल स तीन हजार मनई चुनेस। ओहमाँ दुइ हजार उ पचे रहेन जउन बेतेल क पहाड़ी पहँटा क मिकमास मँ ओकरे संग ठहरा रहेन। अउर एक हजार उ मनई रहेन जउन बिन्यामीन क अंदर गिबा मँ योनातान क संग ठहरा रहेन। साऊल फउज क दूसर सिपाहियन क ओनकइ आपन घर पठइ दिहस। 3 योनातान गिब मँ जाइके पलिस्तियन क ओनकइ सिबिर पइ हमला किहस। पलिस्तियन एकरे बारे मँ सुनेन। उ पचे कहेन, “हिब्रू लोग बगावत किहे अहइ।”साऊल कहेस, “हिब्रू मनइयन क जउन कछू भवा अहइ ओका सुनावा।” ऍह बरे साऊल लोगन्स कहेस कि उ पचे समूचइ इस्राएल देस मँ तुरही बजावइँ। 4 सबइ इस्राएलियन इ खबर सुनेन। उ पचे कहेन, “साऊल पलिस्ती फउज प्रमुख क मारि डाएस। अब पलिस्तियन फुरे इस्राएलियन स घिना करत हीं।”इस्राएली लोगन्क साऊल स भेंटइ बरे गिलगाल मँ बोलावा गवा। 5 पलिस्ती इस्राएल स लड़इ बरे बटुर गएन। पलिस्तियन क लगे तीन हजार रथ अउ छ: हजार घुड़सवार ओकरे फउज मँ रहेन। हुवाँ ऍतना जिआदा पलिस्ती फउजी रहेन जेतँना समुद्दर क किनारे बालू क कन। पलिस्तियन मिकमास मँ सिबिर डाएन। मिकमास बेतावेन क पूरब मँ बाटइ। 6 इस्राएलियन लखेन कि उ पचे विपत्ति मँ अहइँ। उ पचे आपन क जालि मँ अरझा पाएन। उ पचे गुफा अउ चट्टान क खोदंरे मँ छुप जाइ बरे परानेन। उ सबइ चट्टान, कुआँ अउ भुइयाँ क गड़हा मँ छुप गएन। 7 कछू हिब्रू यरदन नदी पार कइके गाद अउ गिलाद प्रदेस मँ पराइ गएन। साऊल गिलगाल मँ रहा। ओकरी फउज क सबइ फउजी सिपाहियन डर स थरथरात रहेन। 8 समूएल कहेस कि उ साऊल स गिलगाल मँ मिली। साऊल हुवाँ सात दिनाँ तलक ओकर प्रतीच्छा किहस। मुला समूएल तब भी गिलगाल नाहीं पहोंचा। सिपाहियन साऊल क तजि देइ लागेन। 9 ऍह बरे साऊल कहेस, “मोरे बरे होमबलि अउ मेलबलि लइ आवा।” तब साऊल होमबलि चढ़ाएस। 10 जइसन साऊल बलि-भेंट चढ़ाउब खतम किहेस, समूएल आइ गवा। साऊल ओसे भेंटइ गवा। 11 समूएल पूछेस, “इ तू का कइ दिहे अहा?”साऊल जवाब दिहेस, “मइँ सिपाहिन क आपन क तजत लखा अउर तू तब तलक हियाँ नाहीं रह्या, अउर पलिस्ती मिकमास मँ ऍकट्ठा होत रहेन।” 12 मइँ आपन मने मँ सोचेउँ, ‘पलिस्ती हियाँ गिलगाल मँ आइके मोह प हमला करिहीं। अउर मइँ अबहुँ तलक यहोवा स मदद करइ बरे बिनती नाहीं किहेउँ ह। ऍह बरे मइँ आपन क दबाइ दिहेउँ अउ होमबलि चढ़ाएउँ।’“ 13 समूएल कहेस, “तू मूरख क काम किहे ह। तू आपन परमेस्सर यहोवा क हुकुम क नाहीं मान्या। जदि तू परमेस्सर क हुकुम क माने होत्या तउ परमेस्सर तोहरे परिवार क सदा इस्राएल प राज करइ देत। 14 मुला अब तोहार पहँटा लगातार नाही रहीं। यहोवा अइसे मनई क खोज मँ रहेन जउन ओकरे हुकुम क मानइ चाहत होइ। उ उ मनई क पाइ लिहेस ह अउर उ ओका आपन मनइयन क नवा प्रमुख चुनिहीं। तू सबइ यहोवा क हुकुम क मान्या नाहीं। ऍह बरे यहोवा नवा प्रमुख चुनिहीं।” 15 तब समूएल उठा अउर उ गिलगाल क तजि दिहेस।”साऊल अउ ओकर बची भइ फउज गिलगाल क तजि दिहेस। उ पचे बिन्यामीन मँ गिबा क गएन। साऊल उ मनइयन क गनेस जउन ओकरे संग रहेन। हुवाँ करीब छ: सौ मनसेधू रहेन। 16 साऊल, ओकर पूत योनातान अउ फउजी बिन्यामीन मँ गिबा क गएन।पलिस्तियन मिकमास मँ डेरा डाएन। 17 पलिस्तियन उ पहँटा मँ रहइवालन इस्राएलियन क सजा देइ क ठान लिहेन। ऍह बरे ओनकइ सबन्ते बरिआर फउज हमला करइ खातिर आपन ठउर तजि दिहेस। पलिस्ती फउज तीन हींसा मँ बँट गइ रहिन। एक टुकड़ी उत्तर मँ ओप्रा क जाइवाली सड़क स समूएल क पहँटा मँ गइ। 18 दूसर टुकड़ी दक्खिन पूरब बेथोरोन क जाइवाली सड़के प गइ। अउ तीसर टुकड़ी पूरब मँ चौहद्दी तलक जाइवाली सड़क स गइ। इ सड़क सबोईम क घाटी मँ रेगिस्तान कइँती खुलत रही। 19 इस्राएली मनइयन मँ स कउनो लोहा क सामान नाहीं बनाइ सकत रहा। ओन दिन इस्राएल मँ लोहार नाहीं रहेन। पलिस्ती इस्राएलियन क लोहा क सामान बनवइ नाहीं सिखात रहेन काहेकि पलिस्ती डेरात रहेन कि इस्राएलियन कहूँ लोहा क तरवार अउ भाला न बनावइ लग जाइँ। 20 सिरिफ पलिस्ती लोहा क औजारे प धार चढ़ाइ सकत रहेन। ऍह बरे जदि इस्राएली आपन हरे क फार कुदार अउ कुल्हाड़ी या दराती प धार चढ़ावइ चाहतेन तउ ओनका पलिस्तियन क लगे जाइ क पड़त रहा 21 पलिस्ती लुहार एक तिहाइ औसे चाँदी क हरे क फार अउ कुदाल पइ धार चढ़ावइ बरे लेत रहेन। अउर एक छटा औंस चाँदी क फरुआ, कुल्हड़ी अउ बैल क साँटी क लोहा क सिरे प धार चढ़ावइ बरे लेत रहेन। 22 ऍह बरे जुद्ध क दिन इस्राएलियन फउजी मँ स कउनो क लगे लोहा क तरवार या भाला नाहीं रहा। सिरिफ साऊल अउ ओकर पूत योनातान क लगे लोहा क औजार रहेन। 23 पलिस्ती सिपाहियन क एक ठु टुकड़ी मिकमास क दर्रा क रच्छा करत रही।

14:1 उ दिना, साऊल क पूत उ नउजवान स बात किहेस जउन ओकरे औजारन क लइके चलत रहा। योनातान कहेस, “हम पचे घाटी क दुसरी कइँती पलिस्तियन क डेरा प चली।” मुला योनातान आपन बाप क नाहीं बताएस। 2 साऊल एक अनार क पेड़ क नीचे पहाड़ी क सिरे प मिग्रोन मँ बइठा रहा। इ एक ठउर प खरिहान क नगिचे रहा। साऊल क संग उ समइ 600 जोधा रहेन। 3 एक मनई क नाउँ अहिय्याह रहा। एली सीलो मँ यहोवा क याजक रहा। अब अहिय्या याजक रहा। अहिय्या अब एपोद याजक रहा। अहिय्या ईकाबोद क भाई अहीतूब क पूत रहा।ईकाबोद पीनहास क पूत रहा। पीनहास एली क पूत रहा। 4 दर्रा क दुइनउँ कइँती एक ठु बड़की चट्टान रही। योनातान पलिस्ती डेरा मँ उ दर्रा स जाइ क तजबीजेस। बड़की चट्टान क एक कइँती बोजज रहा अउर उ बड़की चट्टान क दूसर कइँती सेने रहा। 5 एक बड़की चट्टान उत्तर क मिकमास क देखत भइ ठाड़ रही। दूसर बड़की चट्टान दक्खिन कइँती गीबा क अउर लखत स ठाड़ रही। 6 योनातान आपन उ जवान मददगार स कहेस जउन ओकरे औजार क ढोइ के चलत रहा, “आवा, हम ओन बिदेसियन क डेरा मँ चली। इ होइ सकत ह यहोवा हम मनइयन क बइपरइ इ मनइयन क हरावइ मँ करइँ। यहोवा क कछू भी नाहीं रोक सकत ऍहसे कउनो फकर् नाहीं पड़त कि हमरे लगे ढेरि फउजी अहइँ कि तनिक फउजी।” 7 योनातान क अउजार ढोवइया जवान ओसे कहेस, “जेका तू सब स नीक समझा, करा। मइँ हर कइँती स तोहरे संग हउँ।” 8 योनातान कहेस, “हम सबइ क चलि द्या! हम पचे घाटी पार करब अउर ओन पलिस्ती रच्छक तलक जाबइ। तबहीं हम सबइ ओनका आपन क लखइ देब। 9 जदि उ पचे हम स कहत हीं, ‘तू हुवँइ रुकि जा जब तलक हम तोहरे लगे आवत अही।’ तउ हम पचे हुवँइ ठहरब जहाँ हम होब। हम ओनके नगिचे न जाब। 10 मुला अगर पलिस्ती लोग इ कहत हीं, ‘हमरे लगे आवा’ तउ हम ओनकइ लगे ताईर् चढ़ जाब। काहे? काहेकि इ परमेस्सर कइँती स इ एक इसारा होइ। ओकर अरथ इ होइ कि यहोवा हम पचन क ओनका हरावइ देइ।” 11 ऍह बरे योनातान अउ ओकर सहायक आपन क पलिस्तियन स लखइ देइ दिहस। पलिस्ती रच्छक कहेन, “लखा, हिबू ओन बिलिन स निकरिके आवत बाटेन जेहमाँ उ सबइ लुकान रहेन।” 12 किला क पलिस्ती योनातान अउ ओकरे सहायक बरे चिचिआइँ’ “हमरे लगे आवा। हम तोहका अबहीं पाठ पढ़ावत अही।” योनातान आपन सहायक स कहेस, “पहाड़ी क ऊपर तलक मोका पछिआवा। यहोवा इस्राएल बरे पलिस्तियन क दइ दिहे बाटइ!” 13 ऍह बरे योनातान आपन हाथ अउ गोड़ क पहाड़ी प चढ़इ बरे बइपरेस। ओकर सहायक सोझ ओकरे पाछे चढ़ा। योनातान अउ ओकर सहायक पलिस्तियन क हराएन। पहिले हमला मँ उ पचे लगभग आधा एकड़ पहँटा मँ पलिस्तियन क मारेन। योनातान उ मनइयन स लड़ा जउन समन्वा स हमला बोलत रहेन। अउ योनातान क सहायक ओनकइ पाछे आवा अउ ओन मनइयन क मारत चला गवा जउन अबहीं सिरिफ चोटाइ होइ ग रहेन। 14 15 सबहिं पलिस्ती सिपाही जंग क मैदान मँ सिपाही अउ किला क सिपाही ससाइ गएन। हिआँ तलक कि सबन त बरिआर जोधा भी डेराइ गएन। धरती काँपइ लाग अउ पलिस्ती सिपाही भयानक तरीका स डेराइ गएन। 16 साऊल क रच्छक बिन्यामीन देस मँ गिबिया क पलिस्ती सिपाहियन क अलग अलग दिसा मँ भागत परात लखेन। 17 साऊल आपन संग क सेना स कहेस, “सिपाहियन क गनती करा। मइँ इ जानइ चाहत हउँ कि डेरा क कउन छोड़ि दिहस।” उ पचे सिपाहियन क गनेन। योनातान अउ ओकर सहायक चला ग रहेन। 18 साऊल अहिय्या स कहेस, “परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख लइ आवा।” उ टेमॅॅ परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख इस्राएलियन क संग रही। 19 साऊल याजक अहिय्या स बतियात रहा। साऊल परमेस्सर क परामर्स क जोहत रहा। मुला फिलिस्तीनी छावनी मँ सोर अउ धमाचउकड़ी लगातार बढ़त जात रही। साऊल धीरा खोइ चुका रहा। आखिर मँ साऊल याजक अहिय्या स कहेस, “बहोत होइ गवा। आपन हाथ नीचे हइँचा अउ पराथना करब बन्द करा।” 20 साऊल आपन फउज क बटोरेस अउर लड़ाई मँ चला गवा। पलिस्ती सिपाही बहोत उलझन मँ रहेन। उ सबइ आपन तरवारे स आपुस मँ ही एक दूसर स जुद्ध करत रहेन। 21 हुवाँ हिब्रू भी रहेन जउन ऍकरे पहिले पलिस्तियन क सेवा मँ रहेन अउर जउन पलिस्ती डरा मँ रुका रहेन। मुला अब उ हिब्रू लोग साऊल अउ योनातान क संग क इस्राएलियन क साथ दिहेन। 22 उ इस्राएलियन जउन एप्रैम क पहाड़ी देस मँ लुकान रहेन, पलिस्ती सिपाहियन क पराइ क बात सुनेन। तउ इ इस्राएलियन भी जुद्ध मँ साथ दिहन अउ पलिस्तियन क पाछा करब सुरु किहेन। 23 इ तरह यहोवा उहइ दिन इस्राएलियन क बचाव किहेन। जुद्ध बेतावेन क बाहेर फैलि गवा। सारी फउज साऊल क संग रही, ओनकइ लगे लगभग दस हजार मनईयन रहेन। एप्रैम क पहाड़ी पहँटा क हर सहर मँ जुद्ध फइलत गवा। 24 उ दिना साऊल एक भारी गल्ती किहेस।इस्राएलियन भुखान अउ थका माँदा रहेन। इ ऍह बरे भवा कि साऊल मनइयन क प्रण करइ क मजबूर किहेस। साऊल कहेस, “अगर कउनो मनई साँझ होइ स पहिले खइया क खात ह या मोरे जरिया दुस्मन क हरावइ क पहिले खाइया क खात ह तउ उ मनई क सजा दीन्ह जाइ।” ऍह बरे कउनो भी इस्राएली सिपाही भोजन नाहीं किहेन। 25 जुद्ध क कारण मनई जंगल मँ चला गएन। उ पचे हुआँ भुइँया प पड़ा भवा मधु क छत्ता लखेन। इस्राएली लोग उहइ ठउरे प आएन जहाँ मधु क छत्ता रहा। मनइयन भुखान रहेन, मुला उ पचे तनिक भी मधु नाहीं पिएन। उ पचे उ प्रण तोड़इ स डेरान रहेन। 26 27 मुला योनातान उ प्रण क बारे मँ नाहीं जानत रहा। योनातान इ नाहीं सुने रहा कि ओकर बाप उ प्रण करइ क मनइयन क बेबस किहे रहा। योनातान क हाथे मँ एक टहरइ क छड़ी रही। उ मधु क छत्ता मँ ओकरे सिरा क घुसेड़ेस। उ तनिक मधु निकारेस अउ खाएस। अउर उ आपन क चंगा किहेस। 28 सिपाहियन मँ स एक ठु योनातान स कहेस, “तोहार बाप एक खास प्रण करइ बरे सिपाहियन क मजबूर किहेस ह। तोहार बाप कहेस ह कि जउन कउनो आज खाइ, सजा पाइ। इहइ कारण रहा कि मनई कछू खाएन नाहीं। इहइ कारण अहइ कि मनई कमजोर अहइ।” 29 योनातान कहेस, “मोर बाप धरती बरे परोसानी पइदा किहे अहइ। लखा इ तनिक मधु चाटे स मइँ केतना चंगा महसूस करत हउँ। 30 बहोत नीक होत कि मनइयन उ खइया क खातेन जउन उ पचे आजु दुस्मनन स लिहे अहइँ। हम बहोत जिआदा पलिस्ती मनइयन क मारि सकित रहे।” 31 उ दिना इस्राएलियन पलिस्ती मनइयन क हराएन। उ पचे ओनसे मिकमास स अय्यालोन तलक क पूरा रस्ता प लड़ेन। काहेकी मनइयन बहोत भुखान अउ थका माँदा रहेन। 32 उ पचे पलिस्ती स भेड़ी, गाइ अउ बछवा लिहे रहेन, काहेकि अब इस्राएल क मनइयन ऍतना भुखान रहेन कि उ सबइ पसु क भुइँया प मारि डाएन अउ ओनका गोस रकत क साथ खाइ लिहेन। 33 एक मनई साऊल स कहेस, “लखा! लोग यहोवा क खिलाफ पाप करत अहइँ। उ पचे अइसा गोस खात अहइँ जेहमाँ खून बा!”तब साऊल कहेस, “तू पचे पाप किहे अहा। हिआँ एक ठु बड़का पाथर टहराइ क लिआवा।” 34 तब साऊल कहेस, “मनइयन क लगे जा अउर कहा कि हर मनई आपन साँड़ अउ भेड़ी मोरे लगे हिआँ लिआवइ। तब्बहिं मनइयन क आपन साँड़ अउ भेड़ी हिआँ मारइ चाही। यहोवा क खिलाफ पाप जिन करा। उ गोस क जिन खा जेहमाँ रकत बा।”उ राति मँ हर मनई आपन गोरु क लइ आवा अउ ओनका हुवाँ मारेस, 35 फिन साऊल एक ठु वेदी बनएस। साऊल यहोवा बरे खुद इ वेदी बनउब सुरु किहेस। 36 साऊल कहेस, “हम पचे आजु रात क पलिस्तियन क पाछा करब। हम सबइ हर चीज क लइ लेब। हम ओन सब क मारि डाउब।”फउज जवाब दिहेस, “वइसा ही करा जइसा ठीक समुझत ह।”मुला याजक कहेस, “हमका परमेस्सर स पूछइ द्या।” 37 ऍह बरे साऊल परमेस्सर स पूछेस, “का मोका पलिस्तियन क पाछा करइ चाही? का आप लोग हम पचन क पलिस्तियन क हरावइ देइहीं?” मुला परमेस्सर साऊल क उ दिन जवाब नाहीं दिहेस। 38 ऍह बरे साऊल कहेस, “मोरे लगे सबहिं प्रमुखन क लइ आवा। हम सबइ मालूम करी कि आज कउन पाप किहेस ह। 39 मइँ इस्राएल क रच्छा करइवाला यहोवा क किरिया खाइके इ प्रण करत हउँ। जदि मोर आपन पूत योनातान भी पाप किहेस ह तउ उ जरुर मरी।” फउज मँ कउनो भी कछू नाहीं कहेस। 40 तब साऊल सबहिं इस्राएलियन स कहेस, “आप लोग इ कइँती खड़ा ह्वा। मइँ अउर मोर पूत योनातान दूसर कइँती खड़ा होइहीं।”सिपाहियन जवाब दिहेन, “महाराज, आप जइसा चाहइँ।” 41 तब साऊल पराथना किहेस, “इस्राएल क परमेस्सर यहोवा मइँ आपका सेवक हउँ आजु आप मोका जवाब काहे नाहीं देत अहइँ? अगर मइँ या मोर पूत योनातान पाप किहेस ह तउ इस्राएल क परमेस्सर यहोवा आप उरीम देइँ। अउर जदि आप क मनई इस्राएलियन पाप किहेन ह तउ तुम्मिम देइँ।”साऊल अउ योनातान चुनि लीन्ह गएन अउ मनइयन अजाद होइ गएन। 42 साऊल कहेस, “ओनका फिन स लोकाइ द्या कि कउन पाप करइवाला अहइ मइँ या मोर पूत योनातान।” योनातान चुनि लीन्ह गवा। 43 साऊल योनातान स कहेस, “मोका बतावा कि तू का किहे अहा?”योनातान साऊल स कहेस, “मइँ आपन कुबरी क नोंक स सिरिफ तनिक मधु चाटे रहे। का मोका उ करइ क कारण मरइ चाही?” 44 साऊल कहेस, “जदि मइँ आपन प्रण पूर नाहीं करत हउँ तउ परमेस्सर मोरे बरे बहोत खराब करइ। योनातान क मरइ चाही।” 45 मुला सिपाहियन साऊल स कहेन, “योनातान आज इस्राएल क बड़की जीत ताईर् पहोंचाएस। का योनातान क मरइ ही चाही? कबहुँ नाहीं। हम पचे परमेस्सर क किरिया खाइके बचन देइत ह कि योनातान क एक ठु बार भी बाँका नाहीं होइ। परमेस्सर आज पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ मँ योनातान क मदद किहेस ह।” इ तरह मनइयन योनातान क बचाएस। ओका फाँसी क सजा नाहीं दिन्ह गइ। 46 साऊल पलिस्तियन क पाछा नाहीं किहेस। पलिस्ती आपन ठउर क लौटि गएन। 47 साऊल इस्राएल प पूरा कब्जा कइ लिहेस अउ देखाइ दिहस कि उ राजा अहइ। साऊल इस्राएल क चारिहुँ कइँती रहइवालन दुस्मनन स लड़ा। साऊल अम्मोनी राजा मोआबी, सोबा क राजा एदोम, अउ पलिस्तियन स लड़ा। जहाँ कहूँ साऊल गवा, उ इस्राएल क दुस्मनन क हराइ दिहस। 48 साऊल बहोतइ बहादुर रहा। साऊल अमालेकियन क हराई अउर इस्राएलियन क ओकरे ओन दुस्मनन स बचाएस जउन इस्राएल क मनइयन स ओकर धन-दौलत छोरइ चाहत रहेन। 49 साऊल क पूत रहेन योनातान, यिसवी अउ मलकीस। साऊल क बड़की बिटिया क नाउँ मेरब रहा। साऊल क ननकी बिटिया क नाउँ मीकल रहा। 50 साऊल क मेहरारु क नाउँ अहीनोअम रहा। अहीनोअम अहीमास क बिटिया रही।साऊल क फउज क सेनापति क नाउँ अब्नेर रहा, जउन नेर क पूत रहा। नेर साऊल क काका रहा। 51 साऊल क बाप कीस अउ अब्नेर क बाप नेर, अबीएल क पूत रहेन। 52 साऊल आपन जिन्नगी भइ बीर बना रहा अउ पलिस्तियन क खिलाफ बहादुरी स लड़ा। साऊल जब भी कबहुँ कउनो मनई क अइसा बहादुर लखत जउन ताकतवर होत तउ उ ओका लइ लेत अउर ओका उ फौजियन क टुकड़ी मँ धरत जउन ओकरे निअरे रहतेन अउर ओकर रच्छा करत रहेन।

15:1 एक दिन समूएल साऊल स कहेस, “यहोवा मोका आपन इस्राएली लोगन प राजा क रुप मँ तोहार अभिसेक करइ पठए रहा। अब यहोवा क संदेस सुना। 2 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह: ‘जब इस्राएलियन मिस्र स बाहेर आएन तबहिं अमालेकियन ओनका कनान पहोंचइ स रोक देइ क जतन किहेन। मइँ लखेउँ कि अमालेकियन ओनका का किहेन। 3 अब आवा अउ अमालेकियन स जुद्ध करा। तोहका अमालेकियन अउ ओनकी सबहिं चीजन क नास कइ देइ चाही। कछू भी जिन्दा न रहइ द्या, तोहका सबहिं मनसेधू अउ मेहररुअन क मार डावइ चाही। तोहका सबहिं गदेलन अउ बचवन क मारि डावइ चाही। तोहका ओनकइ सबहिं गइयन अउ भेड़िन अउर ऊँट अउ गदहन क मारि डावइ चाही।’“ 4 साऊल तलाईम मँ फउज बटोरेस अउर ओहका गनती किहेस। ओहमाँ दुइ लाख पैदर सिपाही अउ दस हजार दूसर फउजी मनई रहेन। एहमाँ यहूदा क मनई भी मिला रहेन। 5 तब साऊल अमालेक सहर क गवा अउर उ पचे घाटी मँ ओनका प्रतीच्छा किहस। 6 साऊल केनियन मनइयन स कहेस, “चला जा अउ अमालेकियन क तजि द्या। तब मइँ तू पचन क अमालेकियन क संग नास नाहीं करब। तू पचे इस्राएल बरे दाया देखाए रह्या जब उ पचे मिस्र स आवा रहेन।” ऍह बरे केनीत मनइयन अमालेकियन क तजि दिहेन। 7 साऊल अमालेकियन क हराएस। उ ओनसे हविला स मिस्र क सीमा सुर तलक लगातार जुद्ध किहेस। 8 साऊल अगाग क जिन्दा धइ लिहस। अगाग अमालेकियन क राजा रहा। अगाग क फउज क सबहिं मनइयन क साऊल मारि डाएस। 9 मुला साऊल अउ इस्राएल क सिपाहियन अगाग क जिन्दा रहइ दिहन। उ पचे सब ते बढ़िया भेड़ी, मोटवार तगड़ी गाइ अउ मेमना क भी धइ लिहेन। उ पचे धरइ क जोग्ग सबहिं चीजन क धइ लिहेन। अउर उ पचे ओन सबहिं चीजन क नास कइ दिहेन जउन कउनो काम क न रहिन। 10 समूएल यहोवा क संदेसा पाएस। 11 यहोवा कहेस, “साऊल मोर पाछा करब तजि दिहेस ह। ऍह बरे मोका ऍकर दुःख बा कि मइँ ओका राजा बनएउँ ह। उ ओन काम-काज क नाहीं करत बाटइ जेका करइ क हुकुम मइँ ओका देत हउँ।” समूएल कोहाइ गवा अउ फिन उ राति भइ यहोवा क पराथना किहेस। 12 समूएल दूसर दिना बड़े तड़के उठा अउ साऊल स भेंटइ गवा। मुला मनइयन बताएन, “साऊल यहूदा मँ कर्मल नाउँ सहर क गवा बा। साऊल हुवाँ आपन मान-सम्मान मँ एक पाथर क स्मारक बनावइ ग रहा। तब साऊल कइउ ठउरन क जात्रा किहेस अउ आखिर मँ गिलगाल क चला गवा।”ऍह बरे समूएल हुवाँ गवा जहाँ साऊल रहा। साउल अमालेकियन स लीन्ह भइ चिजियन क पहिला हींसा भेंटे मँ चढ़ाए रहा।साऊल ओनका होमबलि यहोवा क भेंट चढ़ावत रहा। 13 समूएल साऊल क लगे पहोंचा। साऊल कहेस, “सुआगत, यहोवा तोहका आसीर्वाद देइ, मइँ यहोवा क हुकुम क मानेउँ ह।” 14 मुला समूएल कहेस, “तउ मइँ इ सब कउने आवाजन क सुनत हउँ? मइँ तउ भेड़ी अउ गोरु क आवाजे क काहे सुनत हउँ?” 15 साऊल जवाब दिहेस, “फउजी ओनका अमालेकियन स लिहेन ह। फउजी सबन ते उत्तिम भेड़ी अउ गोरु क तोहरे परमेस्सर यहोवा क बलि क तरह बारइ बरे बचाइ लिहेन ह। मुला हम पचे दूसर सबहिं चिजियन क नसाइ दिहेउँ ह।” 16 समूएल साऊल स कहेस, “रुकि जा! मोका तोहसे हुवँइ कहइ द्या जेका पिछली राति मँ यहोवा मोसे कहे रहा।”साऊल जवाब दिहेस, “मोका बतावा।” 17 समूएल कहेस, “बीता भवा टेमॅ मँ तू इ बिचारे रह्या कि तू खास मनई न बाट्या। मुला तबहुँ तू इस्राएल क परिवार समूह क मुखिया बन गया। यहोवा तोहका इस्राएल क राजा चुनेस ह। 18 यहोवा तोहका एक खास सेवा काम बरे पठएस ह। यहोवा कहेस, ‘जा अउर ओन सबहिं खराब अमालेकियन क नास कइ द्या। ओनसे तब तलक लड़त रहा जब तलक उ सबन क नास न होइ जाइ।’ 19 मुला तू पचे यहोवा क नाहीं सुन्या। तू पचे ओन चिजियन क धरइ चाहत बाट्या। ऍह बरे तू उहइ किह्या जेका यहोवा खराब कहे रहा।” 20 साऊल कहेस, “मुला मइँ तउ यहोवा क हुकुम क पालन किहेउँ ह। मइँ हुवाँ गएउँ जहाँ यहोवा मोका पठएस। मइँ सबहिं अमालेकियन क नास किहेउँ ह। मइँ सिरिफ एक मनई क लइ आएउँ ह। ओनकइ राजा अगाग। 21 फउजी जवान सबन त उत्तिम भेड़ी अउ गोरु क गिलगाल मँ तोहरे परमेस्सर यहोवा क बलि देइ बरे चुने रहेन।” 22 मुला समूएल जवाब दिहेस, “यहोवा क इ दुइनउँ मँ स कउन जिआदा खुस करत होमबलि अउ बलिदान या कि मनइयन क जरिए आग्या क मानब? इ जिआदा नीक अहइ कि परमेस्सर क बात सुनि लीन्ह जाइ बजाय ऍकरे कि भेड़ा क चबीर् चढ़ाइ जाइ। 23 आग्या क मानइ स इन्कार करब जादूगरी करइ क पाप जइसा अहइ। जिद्दी होब अउर मनमानी करब-मूरत क पूजब जइसा पाप अहइ। तू पचे यहोवा क हुकुम मानइ स इन्कार किहा ह। इहइ कारण यहोवा अब तोहका राजा क रुप मँ अंगीकार करइ स इन्कार करत ह।” 24 तबहिं साऊल समूएल स कहेस, “मइँ पाप किहेउँ ह। मइँ यहोवा क हुकुम क नाहीं मानेउँ ह अउर मइँ उ नाहीं किहेउँ ह जउन तू करइ बरे कह्या ह। मइँ मनइयन स डेरात हउँ ऍह बरे मइँ उहइ किहेउ जउन उ सबइ कहेन। 25 अब मइँ पराथना करत हउँ कि मोरे पाप क छिमा करा। मोरे संग लौटि आवा जेहसे मइँ यहोवा क आराधना कइ सकउँ।” 26 मुला समूएल साऊल स कहेस, “मइँ तोहरे संग न लउटब। तू पचे यहोवा क हुकुम क नाहीं मान्या ह अउर अब यहोवा तोहका इस्राएल क राजा क रुप मँ नकारत बाटइ।” 27 जब समूएल ओका बिदा करइ बरे मुड़ि गवा, साऊल समूएल क लबादे क धइ लिहेस। लबादा फाटि गवा। 28 समूएल साऊल स कहेस, “तू मोरे लबादा का फारि डाया ह। इहइ तरह यहोवा आज इस्राएल क राज्ज क तोहसे फारि डाएस ह। यहोवा राज्ज क तोहरे मीतन मँ स एक क दइ दिहेस ह। उ मनई तोहसे नीक बाटइ। 29 यहोवा इस्राएल क परमेस्सर अहइ। यहोवा हमेसा रहत ह। यहोवा लबार बोलत नाहीं अउर न ही आपन इरादा बदल देत ह। यहोवा मनइयन क नाईर् नाहीं जउन आपन पक्का बिचार बगदाइ देत ह।” 30 साऊल जवाब दिहेस ह, “ठीक बा, मइँ पाप किहेउँ ह। मुला कृपा कइके मोरे संग लउटा। इस्राएल क मनइयन अउ नेता लोगन क समन्वा कछू मान द्या। मोरे संग लउटि आवा जेहसे मइँ तोहरे यहोवा परमेस्सर क आराधना कइ सकउँ।” 31 समूएल साऊल क संग लउटि गवा अउ साऊल यहोवा क आराधना किहेस। 32 समूएल कहेस, “अमालेकियन क राजा अगाग क मोरे लगे लइ आवा।” अगाग समूएल क समन्वा आवा।अगाग जंजीरे मँ बाँधा रहा। अगाग सोचेस, “फुरइ इ मोका मारी नाहीं।” 33 मुला समूएल अगाग स कहेस, “तोहार तरवारि गदेलन क ओनकइ महतारी स छीनि लिहेस। ऍह बरे अब तोहरी महतारी क कउनो लरिका न रही।” अउर समूएल गिलगाल मँ यहोवा क समन्वा अगाग क बोटी बोटी कइ डाएस। 34 तब समूएल हुवाँ स चला अउ रामा पहोंचा। अउर साऊल आपन घर गिबिया क गवा। 35 ओकरे पाछे समूएल आपन पूरी जिन्नगी साऊल क नाहीं लखेस। समूएल साऊल बरे बहोत दुःखी रहा। अउर यहोवा क बहोत दुःख भवा कि उ पचे साऊल क इस्राएल क राजा बनएन।

16:1 यहोवा समूएल स कहेस, “तू कब ताईर् साऊल बरे दुःखी रहब्या? मइँ तोहका बताइ दिहेउँ ह कि साऊल इस्राएल क राजा न होइ तउ भी तू पछतात बाट्या। आपन सींग मँ तेल भरा अउ चल पड़ा। मइँ तोहका यिसै नाउँ क मनई क लगे पठवत हउँ। यिसै बेतलेहेम मँ रहत ह। मइँ ओकरे पूतन मँ स एक क नवा राजा चुनेउँ ह।” 2 मुला समूएल कहेस, “जदि मइँ जाउँ तउ साऊल इ खबर क सुनी। तबहिं उ मोका मारि डावइ क जतन करी।”यहोवा कहेस, “बेतलेहेम जा। एक बछवा आपन संग लइ जा। इ कहा, ‘मइँ यहोवा क बलि चढ़ावइ आइ अहउँ।’ 3 यिसै क बलि क टेमॅ बोलांवा। तब मइँ तोहका बताउब कि तोहका का करब अहइ। तोहका उ मनई क अभिसेक करइ चाही जेका मइँ देखाँउब।” 4 समूएल उहइ किहेस जउन यहोवा ओका करइ क कहे रहेन। समूएल बेतलेहेम गवा। बेतलेहेम क पुरख डर स काँप गएन। उ पचे समूएल स भेंटेन अउ उ सबइ ओसे पूछेन, “का आप लोग सान्ति स आइ अहेन?” 5 समूएल जवाब दिहेस, “हाँ, मइँ सान्ति स आवा हउँ। मइँ यहोवा क बलि-भेंट चढ़ावइ आवा हउँ। आपन क तइयार करा अउ मोरे संग बलि भेंट मँ आवा।” समूएल यिसै अउ ओकरे बेटहनन क तइयार किहेस। तब समूएल ओनका आवइ अउ बलि भेंट मँ हाथ बटावइ बरे बोलावा दिहेस। 6 जब यिसै अउर ओकर पूत आएन, तउ समूएल एलीआब क लखेस। समूएल सोचेस, “सचमुच इहइ उ मनई बा जेका यहोवा चुनेस ह।” 7 मुला यहोवा समूएल स कहेस, “एलीआब सुन्नर बा मुला ओकरे बारे मँ जिन विचारा। एलीआब लम्बा बा मुला ओकरे बारे मँ जिन सोचा। परमेस्सर ओन चीजन्क नाहीं निहारत जेका मामूली मनई लखत हीं। लोग मनई क बाहरी रुप क निहारत हीं, मुला यहोवा मनई क हिरदइ क लखत ह। एलीआब नीक मनई नाहीं अहइ।” 8 तब यिसै आपन दूसर पूत अबीनादाब क बोलाएस। अबीनादाब समूएल क लगे स गुजरा। मुला समूएल कहेस, “नाहीं, इहइ उ मनई नाहीं अहइ कि जेका यहोवा चुने बा।” 9 तब यिसै सम्मा क समूएल क लगे स गुजरइ क कहेस। मुला समूएल कहेस, “नाहीं, यहोवा इ मनई क भी नाहीं चुने अहइ।” 10 यिसै आपन साताहु पूतन क समूएल क देखाँएस। मुला समूएल यिसै स कहेस, “यहोवा इ मनइयन मँ स कउनो क भी नाहीं चुने अहइ।” 11 तब समूएल यिसै स पूछेस, “का तोहार सबहिं पूत इ सबइ ही बाटेन?”यिसै जवाब दिहेस, “नाहीं मोर सबन त छोट एक अउर पूत अहइ, मुला उ भेड़िन क रखवारी करत ह।”समूएल कहेस, “ओका बोलावा। ओका हिआँ लिआवा। हम पचे तब तलक खइया क खाइ बरे नाहीं बइठब जब तलक उ आइ नाहीं जात।” 12 यिसै कउनो क आपन सब ते छोटका बेटवा क लइ आवइ बरे पठएस। उ सुन्नर अउ लाल बार वाला नउजवान रहा। इ बहोत सुन्नर रहा।यहोवा समूएल स कहेस, “उठा, एका तेल स अभिसेक करा। इ उहइ व्यक्ति अहइ।” 13 समूएल तेल स लबालब भरा सीगं उठाएस अउ उ खास तेल क यिसै क सब ते छोट पूत क मूँड़े प ओकरे भाई लोगन क समन्वा उड़ेरेस। उ दिना क पाछे यहोवा क आतिमा दाऊद प उतरा। समूएल आपन घर, रामा क लउटि गवा। 14 यहोवा क आतिमा साऊल क तजि दिहेस। तब यहोवा साऊल प एक परेत आतिमा पठएस। उ ओका बहोत परेसान किहेस। 15 साऊल क नउकरन ओसे कहेन, “परमेस्सर क जरिए पठइ गइ एक परेत आतिमा तोहका परेसान करत बाटइ। 16 हम सबन क हुकुम द्या हम पचे कउनो क हेरब जउन वीणा बजाइ। जदि परेत आतिमा यहोवा क हियाँ स तोहरे ऊपर आइ अहइ तउ उ मनई वीणा बजाइ। तब उ परेत आतिमा तोहका अकेल्ले मँ तजि देइ अउर तू चंगा अनुभव करब्या।” 17 ऍह बरे साऊल आपन नउकरन स कहेस, “अइसे मनई क हेरा जउन वीणा ठीक तरह बजावत ह अउर ओका मोरे लगे लइ आवा।” 18 नउकरन मँ स एक कहेस, “बेतलहेम मँ रहइवाला एक मनई अहइ। मइँ यिसै क पूत क लखेउँ ह। उ जानत ह कि वीणा कइसे बजाइ जात ह। उ एक बीर पुरुख भी बा अउ अच्छी तरह लड़त ह। उ चउकन्ना बा अउ सुन्नर भी अहइ अउर यहोवा ओकरे संग अहइ।” 19 ऍह बरे साऊल यिसै क लगे दूत पठएस। उ पचे यिसै स उ कहेस जउन साऊल स कहे रहा। “तोहार पूत दाऊद नाउँ क अहइ। उ तोहार भेड़ी क रखवारी करत ह। ओका मोरे लगे पठवा।” 20 फुन यिसै साऊल क भेंट देइ बरे कछू चीज तइयार किहेस। यिसै एक गदहा, कछू रोटी अउ एक गगरी दाखरस अउ एक बोकरी क बच्चा लिहेस। यिसै उ चीजन क दाऊद क दिहेस, अउर उ साऊल क लगे पठइ दिहेस। 21 इ तरह दाऊद साऊल क लगे गवा अउ ओकरे समन्वा ठाड़ भवा। साऊल दाऊद स बहोत पिआर किहेस। फुन दाऊद साऊल क हथियार लइ चलइवाला बन गवा। 22 साऊल यिसै क लगे एक खबर पठएस, “दाऊद क मोरे लगे रहइ अउ मोर सेवा करइ द्या। मइँ ओका बहोत पसन्द करत हउँ।” 23 जब कबहुँ परमेस्सर क परेत आतिमा साऊल प आवत, तउ दाऊद आपन बाँसुरी उठावत अउ ओका बजावइ लागत। परेत आतिमा साऊल क तजि देत अउ उ चंगा महसूस करइ लागत।

17:1 पलिस्तियन आपन फउज लड़ाई बरे बटोरेन। उ पचे यहूदा मँ बसा सोको मँ जुद्ध बरे एकट्ठा भएन। ओनकइ डेरा। सोको अउ अजेका क बीच एपेसदम्मीन नाउँ क सहर मँ रहा। 2 साऊल अउ इस्राएली सिपाही भी हुवाँ एक संग जमा भएन। ओनकइ डेरा एला क घाटी मँ रहा। साऊल क फउजी मोर्चा प तैनात पलिस्ती स जुद्ध करइ बरे तैयार रहेन 3 पलिस्ती एक पहाड़ी प रहेन अउ इस्राएली दूसर पहाड़ी प अउर ओकर क बीच मँ घाटी रही। 4 पलिस्तियन मँ एक बरिआर जोध्दा रहा। गोलियत गत से रहा। गोलियत लगभग नौ फीट ऊँचा रहा। गोलियत पलिस्ती डेरा स बाहेर आवा। 5 ओकरे मूँड़े प काँसा का टोपा रहा। उ पट्टीधारी कवच क कोट पहिरे रहा। इ कवच काँसे क बना रहा अउर एकर तौल करीब एक सौ पच्चीस पौण्ड रहा। 6 गोलियत आपन गोड़े मँ काँसा क रच्छा कवच पहिरे रहा। ओकरे लगे काँसा का भाला रहा जउन ओकरी पीठी प बाँधा रहा। 7 गोलियत क भाला क फाल जुलाहे क छड़ क तरह रहा। भाला क फाल क तौल पन्द्रह पौण्ड रही। गोलियत क सहायक गोलियत क ढाल क धरे भए ओकरे आगे आगे चलत रहा। 8 गोलियत रोज रोज बाहेर निकरत रहा अउ उ इस्राएली फउजियन कइँती गोहराइके कहत रहा, “तोहार सब फउजी लड़ाई बरे मोर्चा काहे लगाए बाटेन? तू पचे साऊल क सेवक अहा। मइँ एक पलिस्ती हउँ। ऍह बरे कउनो एक मनई क चुना अउ ओका मोसे लड़इ क पठवा। 9 जदि उ मनई मोका मारि डावत ह तउ हम पलिस्ती तोहार गुलाम होइ जाब। मुला जदि मइँ ओका जीत लिहेउँ अउ तोहरे मनई क मारि डावउँ तउ तू सबइ हमार दास होइ जाया। तब तू पचे हमार सेवा करब्या।” 10 पलिस्ती इ भी कहेस, “आजु मइँ खड़ा हउँ अउ इस्राएल क फउज क मसखरी उड़ावत हउँ। मोका आपन मँ स एक क संग लड़इ द्या।” 11 गोलियत जउन कहे रहा ओका साऊल अउ इस्राएली फउजी सुनेन अउर उ पचे बहोत ससाइ गएन। 12 दाऊद यिसै क पूत रहा। यिसै एप्राती परिवार स यहूदा बेतलेहम स रहा। यिसै क आठ पूत रहेन। साऊल क टेम मँ यिसै एक बुढ़वा मनई रहा। 13 यिसै क तीन बड़का पूत साऊल क संग जुद्ध मँ गवा रहेन। पहिला पूत एलीआब रहा। दूसर पूत अबिनादाब रहा। अउर तीसर पूत सम्मा रहा। 14 दाऊद सबसे छोटा बेटवा रहा। तीनउँ बड़े बेटवन साऊल क फउज मँ रहेन। 15 मुला दाऊद कबहुँ कबहुँ बेतलेहेम मँ आपन पिता क भेड़ी क रखवारी करइ बरे साऊल क लगे स चला जात रहा। 16 पलिस्ती गोलियत हर रोज भिन्सारे-साँझ क बाहेर आवत रहा अउ इस्राएल क फउज क समन्वा खड़ा होइ जात रहा। गोलियत चालीस दिन तलक इ तरह इस्राएल क मसखरी उड़ावत रहा। 17 एक दिना यिसै आपन पूत दाऊद स कहेस, “पका भवा दाना क इ टोपा अउ इ दस रोटी क डेरा मँ आपन भाई लोगन क लगे लइ जा। 18 पनीर क इ दस लोंदा क भी एक हजार सिपाहियन वाली आपन भाई क टुकड़ी क नायक अफसर क लगे लइ जा। लखा कि तोहार भाई कइसे अहइँ। कछू अइसा साच्छी लावा जेसे मोका पता लागइ कि तोहार भाई ठीक-ठाक बाटेन। 19 तोहार भाई साऊल क संग अहइँ अउ इस्राएल क सब फउजी एला घाटी मँ जमा अहइँ। उ पचे पलिस्ती क खिलाफ लड़त अहइँ।” 20 भोर होत भिन्सारे दाऊद भेड़ी क रखवारी दूसर गड़रिया क सौंपेस। दाऊद खइया क खाएस अउ हुवाँ बरे चल पड़ा जहाँ खातिर यिसै कहे रहा। दाऊद आपन गाड़ी क डेरा मँ लइ गवा। उ समइया फउजी आपन लड़ाइ मँ मोर्चा थामइ जात रहेन जब दाऊद हुवाँ पहुँचा। फउजी आपन जुद्ध क बिगुल बजावइ लागेन। 21 इस्राएल अउ पलिस्ती आपन आपन मनइयन क जुद्ध मँ एक दूसर स भिड़इ बरे पंक्ती-बध करत रहेन। 22 दाऊद भोजन अउ चीजन क उ मनई क लगे तजि दिहेस जउन सामान क बाँटत रहा। दाऊद पराइके उ ठउरे प पहोंचा जहाँ इस्राएली फउजी रहेन। दाऊद आपन भाइयन क बारे मँ पूछेस। 23 दाऊद आपन भाइयन क संग बात करब सुरु किहेस। उहइ टेम पलिस्ती सबन त बरिआर जोधा जेकर नाउँ गोलियत रहा अउर जउन गथ क बसइया रहा, पलिस्ती फउज स बाहेर आवा। पहिले क तरह गोलियत इस्राएल क खिलाफ उहइ बात नरियाइके कहेस। 24 इस्राएली फउजी गोलियत क लखेन अउर पराइ गएन काहेकि उ लोगन बहोत डरे भवा रहा। 25 इस्राएली मनइयन मँ स एक कहेस, “अरे देसबासियो! तोहमाँ स कउनो लखेस ह जउन बार-बार इस्राएल क हँसी उड़ावत ह। जउन कउनो उ मनई क मार देइ धनी होइ जाइ। राजा साऊल ओका बहोत धन देइ। साऊल आपन बिटिया क उ मनई स बीहि देइ जउन गोलियत क मार देइ। अउर साऊल उ व्यक्ति क परिवार क इस्राएल मँ अजाद कइ देइ।” 26 दाऊद आपन बगली खड़ा मनई स पूछेस, “उ का कहेस? इ पलिस्ती क मारइ अउ इस्राएल क इ बेज्जती क दूर करइ क इनाम का अहइ? आखिर मँ इ गोलियत बाटइ का? सिरिफ इ एक बिदेसिया बा। गोलियत एक पलिस्ती स जियादा कछू नाहीं। उ काहे सोचत ह कि उ सोझइ परमेस्सर क फउज क खिलाफ बोल सकत ह?” 27 ऍह बरे इस्राएलियन गोलियत क मारइ क इनाम क बारे मँ बताएन। 28 दाऊद क बड़ा भाई एलीआब दाऊद क फउजी स बात करत सुनेस। एलीआब दाऊद प कोहाइ गवा। एलीआब दाऊद स पूछेस, “तू हिआँ काहे आया? रेगिस्तान मँ उ थोड़ी स भेड़ी क केकरे लगे तजिके आया ह? मइँ जानत हउँ कि तू हिआँ काहे आया ह? तू उ करब नाहीं चाहत्या जउन तोहसे करइ क कहा गवा रहा। तू सिरिफ हिआँ जुद्ध लखइ बरे आवइ चाहत बाट्या।” 29 दाऊद कहेस, “अइसा मइँ का किहेउँ ह? मइँ कउनो गलती नाहीं किहेउँ ह। मइँ सिरिफ बात करत रहेउँ।” 30 दाऊद दूसर मनइयन कइँती मुड़ा अउ ओनसे उ सबइ सवाल किहेस। उ पचे दाऊद वइसे ही जवाब दिहेन। 31 कछू मनइयन दाऊद स बात करत सुनेन। उ पचे दाऊद क बारे मँ साऊल स कहेस। साऊल हुकुम दिहेस कि उ पचे दाऊद क ओकरे लगे लइ आवइँ। 32 दाऊद साऊल स कहेस, “कउनो मनई क ओकरे कारण हिम्मत हारइ जिन द्या। मइँ आपक सेवक हउँ। मइँ इ पलिस्ती स लड़इ जाब।” 33 साऊल जवाब दिहेस, “तू फिलिस्तीन क खिलाफ जुद्ध मँ नाहीं जाइ सकत्या। तू अबहुँ छोटा बच्चा बाट्या। गोलियत जब बच्चा रहा, तबहिं स जुद्ध मँ लड़त रहा।” 34 मुला दाऊद साऊल स कहेस, “मइँ आपक सेवक अहउँ। अउर मइँ आपन बाप क भेड़ी क रखवारी भी करत रहेउँ ह। जदि कउनो सेर या रीछ आवत अउ झुण्ड स कउनो भेड़ी क उठाइ लइ जात। 35 तउ मइँ ओकर पाछा करत रहेउँ। मइँ आपन भेड़ी क बचावइ बरे उ जंगली जनावर प हमला करत रहेउँ अउ ओका मारत रहेउँ। अउर जदि उ मोर तरफ मुड़तेन अउर मुझ पइ हमला करतेन तउ मइँ ओकर गरदन क नीचे क बार पकड़तेन अउर मातेन अउर ओका मरि डालतेन। 36 मइँ एक सेर अउ एक ठु रीछ क मारेउँ ह। मइँ इ विदेसी गोलियत क वइसे मार डाउब। गोलियत मरी, काहेकि उ साच्छात परमेस्सर क फउज क मसखरी किहेस ह। 37 यहोवा मोका सेर अउ रीछ स बचाएस ह। यहोवा इ पलिस्ती गोलियत स भी मोर रच्छा करिहीं।”साऊल दाऊद स कहेस, “जा यहोवा तोहरे संग होइँ।” 38 साऊल आपन ओढ़ना दाऊद क पहिराएस। साऊल एक काँसा क टोप दाऊद क सिर प धरेस अउ ओकरे तन प कवच पहिराएस। 39 दाऊद तरवार क लिहेस अउ ओका कवच पइ बाँधेस अउर चलइ क कोसिस किहेस, मुला उ उस भारी भरकम कवच क लेकर चल नाहीं सकत काहेकि उ ओन भारी चीजन क पहिरइ क आदत नाहीं रही।दाऊद साऊल स कहेस, “मइँ इ चीजन्क संग नाहीं लड़ सकत्या। मोर आदत ओनके बरे नाहीं बा।” ऍह बरे दाऊद ओन सबन क उतार दिहस। 40 दाऊद आपन टहरइ क छड़ी आपन हाथे मँ लिहस। नदी क तले स दाऊद पाँच चीकन पाथर चुनेस। उ ओन पाथरन क आपन गड़रियावाला झोरी मँ राखेस। उ आपन गोफना (गुलेल) आपन हाथे मँ लिहस अउर उ पलिस्ती गोलियत स मिलइ चल पड़ा। 41 पलिस्ती गोलियत धीमे धीमे दाऊद क नगिचे अउर नगिचे स नगिचे होत गवा। गोलियत क सहायक ओकर ढाल लइके ओकरे आगे चलत रहा। 42 गोलियत दाऊद क निहारेस अउ हँसा। गोलियत लखेस कि दाऊद फउजी नाहीं बा। उ सिरिफ लाल बारेवाला जवान लरिका अहइ। 43 गोलियत दाऊद स कहेस, “इ छड़ी काहे बरे बाटइ? का तू कूकुर क नाईर् मोर पाछा कइके मोका भगावइ आवा बाट्या।” तब गोलियत आपन देवतन क नाउँ लइके दाऊद क खिलाफ सरापेस। 44 गोलियत दाऊद स कहेस, “हिआँ आवा, मइँ तोहरे तने क पंछी अउ पसू क खियाइ देब।” 45 दाऊद पलिस्ती गोलियत स कहेस, “तू मोरे लगे तरवार, बछीर् अउ भाला चलावइ आवा अहा। मुला मइँ तोहरे लगे इस्राएल क फउज क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा क नाउँ प आवा हउँ। तू ओनके खिलाफ बुरी बात कह्या ह। 46 आजु यहोवा तोहका मोसे हराइ देइहीं। मइँ तोहका मारि डइहउँ। आजु मइँ तोहार मूँड़ कटिहउँ अउ तोहरे देह क पंछी अउ जंगली जनावर क खियाइ देइहउँ। हम पचे दूसर पलिस्तियन क संग हिअँइ करब। तब्बइ समूचइ संसार जानी कि इस्राएल मँ परमेस्सर बा। 47 हिआँ बटुरा सबहिं मनइयन जनिहइँ कि मनइयन क रच्छा बरे यहोवा क तरवार अउ भाला क सरोकार नाहीं। जुद्ध यहोवा क बा। अउर यहोवा तू सबहिं पलिस्तियन क हरावइ मँ हमार मदद करी।” 48 पलिस्ती गोलियत दाऊद प हमला करइ ओकरे लगे आवा। दाऊद गोलियत स भिड़इ तेजी स दउड़ा। 49 दाऊद एक पाथर आपन झोरी स निकारेस। उ ओका आपन गोफना प चढ़ाएस अउ ओका चलाएस अउ उ गोलियत क कपाल प चोट किहेस। पाथर ओकरे कपाल मँ गहिर घुसि गवा अउ गोलियत मुँहे क बल गिर पड़ा। 50 इ तरह दाऊद एक गोफना अउ एक पाथर स पलिस्ती क हराइ दिहस। उ पलिस्ती प चोट किहेस अउ ओका मार डाएस। दाऊद क लगे कउनो तरवार नाहीं रही। 51 ऍह बरे, दाऊद दउड़ा अउ पलिस्ती क बगल मँ खड़ा होइ गवा। दाऊद ओका खुद क तरवार ओकरी मियान स निकारेस अउर ओसे गोलियत क मूँड़ क ओकर सरीर स अलग कइ दिहस। इ तरह उ ओका मारेस।जब दूसर पलिस्तियन लखेन कि ओनकइ फउज क प्रमुख मारा गवा अहइ तउ उ पचे मुड़ेन अउ भाग गएन। 52 इस्राएल अउ यहूदा क फउजी सिपाही चिचियाएन अउ पलिस्तियन क पाछा पलिस्तियन क गत सहर क चउहद्दी तलक अउ एक्रोन क फटके तलक किहेस। उ पचे ढेर पलिस्तियन क मारेन। ओनकइ ल्हास सारैंम सड़क प गत अउर एक्रोन कइँती बिछ गएन। 53 पलिस्तियन क पाछा करइ क पाछे इस्राएली पलिस्तियन क डेरा मँ लौटेन। इस्राएली उ डेरा स बहोत स चीज ढोइ लइ गएन। 54 दाऊद पलिस्ती प्रमुख गोलियत क मूँड़ यरूसलेम लइ गवा। दाऊद पलिस्तियन क औजार क अपने लगे तम्बू मँ राखेस। 55 साऊल दाऊद क गोलियत स लड़इ बरे जात निहारे रहा। साऊल सेनापति अब्नेर स बात किहेस, “अब्नेर, उ नउजवान क “बाप कउन अहइ?”अब्नेर जवाब दिहेस, “महाराज, मइँ किरिया खाइके कहत हउँ-मइँ नाहीं जानत।” 56 राजा साऊल स कहेस, “पता लगावा कि उ नउ जवान क पिता कउन अहइ।” 57 जब दाऊद गोलियत क मारे क पाछे लउटा तउ अब्नेर ओका साऊल क लगे लइ आवा। दाऊद तब भी फिलिस्तीनी क मूँड़ हाथे मँ धरे रहा। 58 साऊल ओसे पूछेस, “जवान मनई तोहार पिता के अहइँ?”दाऊद जवाब दिहस, “मइँ आप क सेवक बेतलेहेम क यिसै क पूत हउँ।”

18:1 दाऊद जब साऊल स बात पूरी कइ लिहस तब योनातान, दाऊद क बहोत खासमखास मीत बन गवा। योनातान दाऊद स ओतॅना ही पिरेम करइ लाग जेतँना आपन स। 2 साऊल उ दिन क पाछे दाऊद क आपन लगे राखेस। साऊल दाऊद क ओकरे घर पिता क लगे नाहीं जाइ दिहस। 3 योनातान दाऊद स बहोत खासमखास मीत रहा। योनातान दाऊद स एक समझौता किहेस। 4 योनातान जउन कोट पहिरे रहा ओका उतारेस अउ दाऊद क दइ दिहस। योनातान आपन सारी वदीर् दाऊद क दइ दिहस। उ आपन धनुस, तरवार अउ कमर बंद भी दाऊद क दइ दिहस। 5 साऊल दाऊद क अलग अलग जुद्ध मँ लड़इ पठएस। दाऊद बहोत कामयाब रहा। तबहिं साऊल ओका फउजियन क ऊपर प्रभारी बनएस। एहसे सब खुस भएन, हिआँ तलक कि साऊल क सब अफसर भी खुस भएन। 6 दाऊद पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ जात रहा। जुद्ध क पाछे उ घर लउटत रहा। इस्राएल क सबहिं सहरन स मेहररुअन साऊल क समन्वा दाऊद क सुआगत मँ ओसे भेंटइ आवत रहिन। उ सबइ हँसतिन, नाचतिन अउ ढोलक अउ सितार तीन या जियादा धागा वाला क बजावत रहतिन। उ सबइ दाऊद क समन्वा आपन खुसी जाहिर करत रहिन। 7 मेहररुअन गावत रहिन,“साऊल हजारन क मारेस।दाऊद दसहु हजारन क मारेस।” 8 मेहररुअन क इ गीत साऊल क दुःखी कइ दिहस। उ बहोत कोहाइ गवा। साऊल सोचेस, “मेहररुअन दाऊद क प्रसंसा करत अहइँ कि उ दसहु हजार मारेस ह। अउर उ पचे कहत अहइँ कि मइँ सिरिफ हजार मारेउँ। ओका कब्जा करइ बरे का बचा सिरफ, बादसाहत हीं?” 9 ऍह बरे उ समइ स साऊल दाऊद प निगाह रखइ लाग। 10 दूसरे दिन परमेस्सर स पठइ गइ एक दुट्ठ आतिमा साऊल पर जोर स सवारी भरेस। साऊल आपन घर मँ बहसी होइ ग।दाऊद पहिले क तरह वीणा बजाएस। 11 मुला साऊल क हाथे मँ भाला रहा। साऊल सोचेस, “मइँ दाऊद क देवारे मँ ठोंक देब।” साऊल दुइ बार भाला स हमला किहेस, मुला दाऊद बचि गवा। 12 यहोवा दाऊद क संग रहा। अउर यहोवा साऊल क तजि दिहेस। ऍह बरे साऊल दाऊद स डेरान रहा। 13 साऊल दाऊद क आपन स दूर पठइ दिहस। साऊल दाऊद क दस हजार क सेनापति बनाएस। दाऊद जुद्ध मँ फउजियन क अगुअइ किहेस। 14 यहोवा दाऊद क संग रहा। ऍह बरे दाऊद हर कहूँ सफल रहत रहा। 15 साऊल लखेस कि दाऊद क बहोत जिआदा कामयाबी मिलत बाटइ तउ साऊल दाऊद स अउर भी जिआदा ससाइ लाग। 16 मुला इस्राएल अउ यहूदा क सबहिं मनई दाऊद स पिरेम करत रहेन। उ पचे ओसे पिरेम ऍह बरे करत रहेन काहेकि उ जुद्ध मँ ओनका रस्ता देखँावत रहा अउ ओनकइ बरे लड़त रहा। 17 साऊल दाऊद क मार डावइ चाहत रहा। साऊल दाऊद क धोख देइ क एक उपाय सोचेस। साऊल दाऊद स कहेस, “इ मोर सबन ते बड़की बिटिया मेरब अहइ। मइँ तोहका एहसे बियाह करइ देब। तबहिं तू सक्तीसाली जोधा होइ जाब्या। तू हमरे पूत क नाईर् होब्या। तब तू जाया अउ यहोवा क जुद्ध लड़्या।” इ एक चाल रही। साऊल सचमुच अब इ तखड़ा बखड़ा करत रहा, “इ तरह दाऊद क मोका दाऊद क मारइ क न होइ। मइँ पलिस्तियन स ओका आपन खातिर मरवाइ देब।” 18 मुला दाऊद कहेस, “मइँ कउनो खास परिवारे स नाहीं अहउँ। अउर मोर कउन हस्ती कि मइँ राजा क बिटिया क संग बियाह कइसे कइ सकत हउँ?” 19 तउ फुन जब साऊल क बिटिया मेरब क दाऊद क संग बियाह टेमॅ आवा तब साऊल मेहोलाई क अद्रीएल स ओकर बियाह कइ दिहस। 20 साऊल दूसर बिटिया मीकल दाऊद स पियार करत रही। मनइयन साऊल स कहेन कि मीकल दाऊद स पियार करत ह। एहसे साऊल क खुसी भइ। 21 साऊल सोचेस, “मइँ मीकल क साऊल क झाँसा देइ मँ बइपरब। मइँ मीकल क दाऊद स बियाह करइ देब। तब पलिस्तियन दाऊद क खिलाफ होइ जाब अउ उ पचे ओका मरि देब।” ऍह बरे साऊल दाऊद स दूसर दाईर् कहेस, “आजु तू मोरी बिटिया स बियाह कइ सकत ह।” 22 साऊल आपन अफसरन क हुकुम दिहेस, “दाऊद स छिपके बात करा, उ ओनसे कहा, ‘देखा, राजा तोहका पसन्द करत ह। ओकर अफसर तोहका पसन्द करत हीं। तोहका ओकरी बिटिया स बियाह कइ लेइ चाही।’“ 23 साऊल क अफसरन उ बातन दाऊद स कहेन। मुला दाऊद जवाब दिहस, “का तू पचे समझत ह कि राजा क दमाद बनब सहल बाटइ? मोरे लगे ऍतना धन नाहीं कि राजा क राजकुमारी क दइ सकउँ। मइँ तउ एक साधरण गरीब मनई हउँ।” 24 साऊल क अफसरन साऊल क उ सब बताएन जउन दाऊद कहे रहा। 25 साऊल ओनसे कहेस, “दाऊद स इ कहा, ‘दाऊद, राजा इ नाहीं चाहत कि तू ओकरी बिटिया बरे धन द्या। साऊल आपन दुस्मनन स बदला लेइ चाहत ह। ऍह बरे बियाह करइ बरे कीमत क रुप मँ सिरिफ एक सौ पलिस्तियन क लिंग क खलरी अहइ।’“ इ साऊल क छिपी चाल रही। साऊल सोचेस कि पलिस्ती इ तरह दाऊद क मारि डइहीं। 26 साऊल क अफसरन दाऊद स इ सब बातन कहेन। दाऊद राजा क दमाद बनइ चाहत रहा, ऍह बरे उ तुरंतही कछू कइ देंखाएस। 27 दाऊद अउ ओकर मनई पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ आएन। उ पचे दुइ सौ पलिस्ती मारि डाएन। दाऊद ऍनकइ लिंग क खलरी लिहेस अउ साऊल क दइ दिहेस। दाऊद इ ऍह बरे किहस काहेकि उ राजा क दमाद बनइ चाहत रहा।साऊल दाऊद क आपन बिटिया मीकल स बियाह करइ दिहस। 28 साऊल निहारेस कि यहोवा दाऊद क संग रहा। मुला साऊल इ भी धियान मँ राखेस कि ओकर बिटिया मीकल दाऊद स पियार करत रही। 29 ऍह बरे साऊल दाऊद स अउर भी जिआदा ससाइ गवा। साऊल उ पूरा टेमॅ दाऊद क खिलाफ रहा। 30 इस्राएलियन क खिलाफ लड़इ बरे पलिस्ती सेनापति बाहेर निकरत रहेन। मुला हर दाईर् दाऊद ओनका हराएस। दाऊद साऊल क सबहिं अफसरन मँ सब स जिआदा सफल रहा तउ दाऊद मसहूर होइ गवा।

19:1 साऊल आपन पूत योनातान अउ आपन अफसरन क दाऊद क मार डावइ बरे कहेस। मुला योनातान दाऊद क बहोतइ चाहत रहा। 2 योनातान दाऊद क चिताउनी दिहेस, “होसियार रहा, साऊल तोहका जान स मारि डावइ क मौका तलासत बाटइ। भिन्सारे खेते मँ जाइके लुकाइ जा। मइँ आपन बाप क संग खेते मँ जाब। जहाँ तू लुकान रहब्या हम पचे हुआँ खेते मँ खड़ा रहब। मइँ तोहरे बारे मँ आपन बाप स बतियाब। जउन मोका जानि पड़ी तउन तोहका बताउब।” 3 4 योनातान आपन बाप साऊल स बतियान। योनातान दाऊद क बारे मँ नीक नीक बात कहेस। योनातान कहेस, “आप राजा अहइँ। दाऊद आपक सेवक बाटइ। दाऊद आप क कउनो नोसकान नाहीं पहुँचाए बाटइ। ऍह बरे ओकरे संग कछू बुरा जिन करा। दाऊद हमेसा आप बरे नीक रहा ह। 5 दाऊद आपन जिन्नगी प खेला रहा जब उ पलिस्ती गोलियत क मारे रहा। यहोवा समूचइ इस्राएल बरे एक बड़की जीत पाए रहेन। आप ओका निहारेन अउ आप ओह प बहोत खुस रहेन। आप दाऊद क नोसकान काहे पहुँचावइ चाहत बाटेन? उ बड़ा मासूम अहइ। ओका मारि डावइ क कउनो कारण नाहीं अहइ।” 6 साऊल योनातान क सुनेस। साऊल प्रण किहेस। साऊल कहेस, “यहोवा जब ताईर् जिन्दा रहत ह तब ताईर् दाऊद मारा न जाई।” 7 ऍह बरे योनातान दाऊद क बोलाएस। उ ओसे उहइ कहेस जउन साऊल योनातान स कहेस। तबहिं योनातान दाऊद क साऊल क लगे लइ आवा। इ तरह दाऊद साऊल क हाजिरी मँ पहिले क तरह होइ गवा। 8 फुन जुद्ध सुरु भवा। अउर दाऊद पलिस्तियन स जुद्ध करइ गवा। उ पलिस्तियन क हराएस अउर उ पचे ओकरे समन्वा पराइ गएन। 9 मुला यहोवा क जरिए पठइ गइ दुट्ठ आतिमा साऊल प सवारी भरेस। साऊल आपन घरे मँ बइठा रहा। साऊल क हाथे मँ ओकर भाला रहा। दाऊद वीणा बजावत रहा। 10 साऊल दाऊद प हमला किहेस अउ आपन भाला स ओका देवारे प ठोंक देइ क जतन किहेस। दाऊद फँादि क निकरि गवा अउ भाला देवारे स टकराइ क रहि गवा। तउ उहइ राति दाऊद हुआँ स पराइ निकरा। 11 साऊल मनइयन क दाऊद क घरे पठएस। मनइयन दाऊद क घरे निगरानी करत रहेन। उ पचे राति भइ हुँवई ठहरेन। उ सबइ भिन्सारे दाऊद क मारि डावइ बरे जोहत रहेन। मुला दाऊद क मेहरारु मीकल ओका हुसियार कइ दिहस। उ कहेस, “तोहका आजु क राति पराइ निकरइ चाही। अउ आपन जिन्नगी क रच्छा करइ चाही। जदि तू अइसा न करब्या, तउ भियान मारि दीन्ह जाब्या।” 12 फुन मीकल दाऊद क खिड़की स खाले उतारि दिहस अउर उ हुआँ स पराइ निकरा। 13 मीकल आपन परिवार क देवता क मूरत लिहस अउ ओका बिछउना प ओलार दिहस। मीकल उ मूरत प ओढ़ना डाइ दिहस। उ ओकरे मूँड़े प बोकरी क बार भी लगाइ दिहस। 14 साऊल दाऊद क बंदी बनावइ बरे दूत पठएस। मुला मीकल कहेस, “दाऊद बेमाँर बा।” 15 तउ पचे हुवाँ स गएन अउर उ सबइ साऊल स जाइके इ बताइ दिहेन, मुला उ पचे दूतन क दाऊद क लखइ बरे वापस पठइ दिहन। साऊल इ सब मनइयन स कहेस, “दाऊद क मोरे लगे लइ आवा। अगर जरुरत होइ तउ ओका आपन बिछउना प ओलरा भवा उठाइ लिआवा। मइँ ओका मारि डाउब।” 16 तउ दूत फुन दाऊद क घरे गएन। उ पचे दाऊद क धरइ भीतर गएन, मुला हुवाँ उ पचे लखेन कि बिछउना प सिरिफ एक ठु मूरत रही। उ पचे लखेन कि ओकर बार बस बोकरी क बार रहेन। 17 साऊल माइकल स कहेस, “तू मोका इ तरह काहे धोखा दिहा? तू मोरे दुस्मन क पराइ जाइ दिहा। दाऊद पराइ गवा अहइ।” माइकल साऊल क जवाब दिहेस, “दाऊद मोसे कहे रहा कि उ मोका मारि डाइ जदि मइँ पराइ जाइ मँ ओकर मदद न करब।” 18 दाऊद हिफाजत स बचि के निकरि गवा। दाऊद समूएल क लगे रामा पहोंचा। दाऊद समूएल स उ सब बताएस जउन साऊल ओकरे संग किहे रहा। तब दाऊद अउ समूएल ओन डेरन मँ गएन जहाँ नबियन रहत रहेन अउ उ हुवँइ थमा गएन। 19 साऊल क पता लाग कि दाऊद रामा क नगिचे डेरा मँ रहन। 20 साऊल दाऊद क बंदी बनावइ बरे मनइयन क पठएस। मुला जब उ पचे डेरन मँ पहोंचेन तउ उ टेमॅ नबियन क एक टुकरी भबिस्सबाणी करत रही। समूएल नबियन क अगुअइ करत भवा हुआँ खड़ा रहा। परमेस्सर क आतिमा साऊल क दूतन प ओतरी अउर उ पचे भविस्सबाणी करइ लागेन। 21 साऊल इ बारे मँ सुनेस, ऍह बरे उ हुवाँ दूसर दूत पठएस। मुला उ सबइ भविस्सबाणी करइ लागेन। ऍह बरे साऊल तिसरी दाईर् दूत पठएस। अउर उ पचे भी भविस्सबाणी करइ लागेन। 22 आखिर मँ साऊल खुद रामा पहोंचा। साऊल सेकु मँ खरिहाने क नगिचे एक ठु बड़का कुआँ क लगे आवा। साऊल पूछेस, “समूएल अउ दाऊद कहाँ बाटेन?”मनइयन जवाब दिहेन, “रामा क नगिचे डेरा मँ।” 23 तबहिं साऊल रामा क नगिचे डेरा मँ गवा। परमेस्सर क आतिमा साऊल प उतरी अउर साऊल भविस्सबाणी करब सुरु किहेस। साऊल रामा क डेरा तलक लगातार भबिस्सबाणी करत गवा। 24 तब साऊल आपन ओढ़ना उतारेस। इ तरह साऊल भी समूएल क समन्वा भबिस्सबाणी करत रहा। साऊल हुवाँ सारा दिन अउ सारी रात नंगा होइके ओलरा रहा।इहइ कारण स कहतूत चल गइ कि, “का साऊल नबियन मँ स कउनो एक बाटइ?”

20:1 दाऊद रामा क नगिचे डेरा स पराइ गवा। दाऊद योनातान क लगे पहोंचा अउ ओसे पूछेस, “मइँ कउन सा गलती किहेउँ ह? मोर अपराध का अहइ? तोहार बाप मोका मारइ क काहे चाल चपेट करत बाटइ?” 2 योनातान जवाब दिहेस, “इ फुरे नाहीं बाटइ। मोर बाप तोहका मारइ क जतन नाहीं करत अहइ। मोर बाप मोका पहिले बगैर बताए कछू नाहीं करत। इ खास बात नाहीं कि इ बात खास होइ या तुच्छ, मोर बाप हमेसा मोका बतावत हीं। मोर बाप मोका इ बतावइ स काहे इन्कार करिहीं कि उ पचे तोहका मारि डावइ चाहत हीं? नाहीं, का इ फुर नाहीं बा।” 3 मुला दाऊद जवाब दिहेस, “तोहार बाप ठीक तरह जानत बाटेन कि मइँ तोहार मीत अहउँ। तोहार बाप आपन मने मँ इ विचारे अहइँ, ‘योनातान, क इ बारे मँ जानकारी नाहीं होइ चाही। जदि उ जानी तउ दाऊद स कहि देइ।’ मुला जइसे यहोवा क होब फुरे बाटइ अउर तू जिअत बाट्या, उहइ तरह इ भी फुर अहइ कि मइँ मउत क जिआदा नगिचे अहउँ।” 4 योनातान दाऊद स कहेस, “मइँ उ सब कछू करब जउन तू मोसे करवावइ चाहत बाट्या।” 5 तबहिं दाऊद कहेस, “लखा भियान नवा चन्द्रिमा क जलसा अहइ। मोका राजा क संग भोजन करइ क अहइ। मुला मोका तीसरे साँझ ताईर् खेत मँ लुकाइ रहइ द्या। 6 अगर तोहरे बाप क इ जान ‘पड़इ कि मइँ टरि गवा हउँ तउ ओनसे कह्या कि दाऊद आपन घरे बेतलेहेम जाइ चाहत रहा। ओकर परिवार इ महीना क बलि खातिर खुद न्यौता देत बाटइ। दाऊद मोसे पूछेस कि मइँ ओका बेतलेहेम जाइ अउ ओकरे परिवारे स ओका भेंटइ देउँ।’ 7 अगर तोहार पिता कहत बाटेन, ‘बहोतइ नीक भवा,’ तउ मइँ अच्छी तरह बचा हउँ। मुला अगर तोहार बाप कोहाइ जात हीं तउ बूझा कि मोर अनभल करइ चाहत हीं। 8 योनातान मोहे प दाया करा। मइँ तोहार चाकर अहउँ। तू यहोवा क समन्वा समझौता किहे अहा। अगर मइँ अपराधी अहउँ तउ तू खुद मोका मारि सकत ह। मुला मोका आपन बाप क लगे जिन लइ जा।” 9 योनाताना जवाब दिहेस, “नाहीं, कबहुँ नाहीं। अगर मइँ जान जाब कि मोर पिता तोहार अनभल करइ चाहत हीं तउ तोहका होसियार कइ देब।” 10 दाऊद कहेस, “अगर तोहार पिता करी होइके जवाब देत हीं तउ ओकरे बारे मँ मोका कउन बताई?” 11 तबहिं योनातान कहेस, “आवा, हम पचे खेते मँ चली।” तउ योनातान अउ दाऊद एक संग खेते मँ चला गएन। 12 योनातान दाऊद स कहेस, “मइँ इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क समन्वा इ प्रण किहेउँ ह। मइँ प्रण करत हउँ कि मइँ तखराउब बखराउब कि मोर पिता तोहरे बरे कइसा बिचार धरत हीं। मइँ पता लगाउब कि उ तोहरे बारे मँ नीक बिचार रखत हीं कि नाहीं। तउ तीन दिना मँ मइँ तोहरे खेते मँ खबर पठउब। 13 अगर मोर पिता तोह पइ वार करइ चाहत हीं, तउ मइँ तोहका जानकारी देब। मइँ तोहका हिआँ स सुरच्छित जाइ प्रबंध कइ देब। यहोवा तोहका हिआँ स सुरच्छित होइके जाइ देइहीं। यहोवा मोका सजा देइँ, जदि मइँ अइसा न करउँ। यहोवा तोहरे संग रहइँ, जइसा उ मोरे पिता क संग रहेन ह। 14 जब तलक मइँ जिअत रहउँ मोरे प दाया राख्या। अउ जब मइँ मरि जाउँ तउ 15 मोरे परिवारे प दाया करब बन्द जिन कर्या। यहोवा दाऊद क सबहिं दुस्मनन क धरती स नास कइ देइहीं। 16 अगर उ समइ योनातान क परिवार दाऊद क परिवारे स अलगाइ दीन्ह जाइ क होइ, तउ ओका होइ जाइ द्या। दाऊद क दुस्मनन क यहोवा सजा देइहीं।” 17 तब योनातान दाऊद स कहेस कि उ ओकरे बरे पिरेम क प्रण क दोहराइ देइ। योनातान इ ऍह बरे किहेस काहेकि उ दाऊद स ओतना ही पिरेम करत रहा जेतना उ अपने स। 18 योनातान दाऊद स कहेस, “भियान नवा चन्द्रिमा क जलसा अहइ। तोहार आसन खाली रही। ऍह बरे मोर बाप समुझ जइहीं कि तू चला ग अहा। 19 तीसरे दिना उहइ जगह प जा जहाँ तू इ परेसानी सुरु होइ क पहिले लुकान रह्या। उ पहाड़ी क बगल मँ प्रतीच्छा करा। 20 अउर मइँ इस पहाड़ी क बगल स तीन अइसा बाण छोड़ब, जइसे मइँ कउनो निसान प बाण मारत हउँ। 21 तब मइँ बाण क हेरइ बरे, आपन अउजार क ढोवइया लरिका स जाइ बरे कहब। जदि सब कछू नीक होइ तउ मइँ लरिका स कहब, ‘तू बहोतउ दूर निकरि गवा अहा बाण तउ मोरे लगे बाटइ। लउटा अउ ओका उठाइ लइ आवा।’ जदि मइँ अइसा कहेउँ तउ तू लुकाइ क जगह स बाहेर आइ सकत ह। मइँ बचन देत अही कि तू जइसे यहोवा हमेसा बना रहत ह वइसे तू बचा रहब्या। कउनो भी खतरा नाहीं बा। 22 मुला जदि खतरा होइ तउ मइँ लरिका स कहब। ‘बाण बहोतइ दूर बाटइ, जा अउ ओका लइ आवा।’ अगर मइँ अइसा कहेउँ तउ तोहका चला जाइ चाही। 23 हमरे अउ आपन बीच क समझौता क सुमिरिके राखा। यहोवा हमेसा बरे गवाह बा।” 24 तउ दाऊद खेते मँ लुकाइ गवा।नवा चन्द्रिमा क जलसा क टेॅम आवा अउ राजा खइया बरे बइठा। 25 राजा देवार क निचके हुवइँ बइठा जहाँ अक्सर उ बइठत रहा। योनातान साऊल क दूसरी कइँती बइठा। अब्नेर साउब क पाछे बइठा। मुला दाऊद क जगह खाली रही। 26 उ दिना साऊल कछू नाहीं कहेस। उ सोचेस, “होइ सकत ह दाऊद क कछू भवा होइ अउर उ सुद्धन होइ।” 27 भियान भए, महीना क दूसर दिन, दाऊद क जगइ फुन खाली रही। तबहिं साऊल आपन पूत योनातान स पूछेस, “यिसै क पूत नवा चन्द्रिमा क जलसा मँ काल्ह या आजु काहे नाहीं आवा?” 28 योनातान जवाब दिहेस, “दाऊद मोका स बेतलेहेम जाइ बरे अनुमती मांगत रहा। 29 उ कहे रहा, ‘मोका जाइ द्या। मोर परिवार बेतलेहेम मँ एक बलि भेंट करत अहइ। मोर भइया हुवाँ रहइ बरे हुकुम दिहे अहइ। अब मइँ तोहार मीत अहउँ तउ मोका जाइ द्या अउ भाइयन स मिलइ द्या।’ इहइ कारण अहइ कि दाऊद राजा क मेज प नाहीं आवा अहइ।” 30 साऊल योनातान प बहोतइ कोहाइ गवा। उ योनातान स कहेस, “तू एक दास अउरत क पूत अहा! मइँ जानत हउँ कि तू दाऊद क पच्छ मँ अहा। तू आपन महतारी अउ आपन बरे लज्जा क कारण अहा। 31 जब तलक यिसै क पूत जिअत रही तब तलक तू कबहुँ राजा नाहीं बनब्या अउर न तोहार राज्ज होइ। अब दाऊद क हमरे लगे लइ आवा। उ एक मरा मनई अहइ।” 32 योनातान आपन बाप स पूछेस, “दाऊद क काहे मारि डावा जाइ चाही? उ कउन अपराध किहे अहइ?” 33 मुला साऊल आपन भाला योनातान प चलाएस अउर ओका मारि डावइ क जतन किहेस। ऍह बरे योनातान समुझ गवा कि मोर बाप दाऊद फुरइ मार डावइ चाहत ह। 34 योनातान कोहाइ गवा अउ उ मेजिया तजि दिहेस। योनातान ऍतना घबराइ गवा अउ आपन बाप प कोहान कि जेउनार क दूसर दिन कछू भी खाइ स मना कइ दिहस। योनातान ऍह बरे कोहान काहेकी साऊल ओका बेज्जत किहे रहा अउ साऊल दाऊद क मारि डावइ चाहत रहा। 35 दूसर दिन भिन्सारे योनातान खेते मँ गवा। उ दाऊद स भेंटइ गवा, जइसा उ पचे राजी भ रहेन। योनातान एक अउजार क ढोवइया लरिका क आपन साथ लइ आवा। 36 योनातान लरिका स कहेस, “थावा अउर जउन बाण मइँ चलावत अहउँ, ओनका लइ आवा।” लरिका धाउब सुरु किहेस अउ योनातान ओकरे मूँड़े क ऊपर स बाण चलाएस। 37 लरिका उ ठउरे क धावत जहाँ बाण गिरत रहा। मुला योनातान गोहराएस, “बाण तोहसे बहोतइ दूर बाटइ।” 38 तब योनातान बोलाइ, “हाली करा। ओनका लइ आवा, हुआँ खड़ा जिन रहा!” लरिका बाणन क उठाएस अउ आपन मालिक क लगे वापस लइ आवा। 39 लरिका क कछू पता नाहीं लाग कि का भवा। सिरिफ योनातान अउ दाऊद जान लिहन। 40 योनातान आपन धनुस बाण लरिका क दिहस। तबहिं योनातान लरिका स कहेस, “सहर मँ लउटि आवा।” 41 लरिका वपिस चला गवा। दाऊद आपन उ लुकाइ क ठउर स बाहेर आवा जउन पहाड़ी क दूसर कइँती रहा। दाऊद आपन मूँड़ि क भुइँया तलक निहुराई कइ प्रणाम किहस। दाऊद तीन दाईर् निहुरा। तब दाऊद अउ योनातान एक दूसरे क चूमेन। उ दुइनउँ एक संग रोएन, मुला दाऊद योनातान स जिआदा रोएस। 42 योनातान दाऊद स कहेस, “सान्ति स जा। हम पचे यहोवा क नाउँ लइके मीत होइके प्रण किहे रहे। हम पचे कहे रहे कि यहोवा हम पचन अउ हमरे सन्तानन क बीच हमेसा गवाह रइहीं।”

21:1 तब दाऊद चला गवा अउ योनातान सहर क लउट गवा। 2 दाऊद नौब नाउँ क नगर मँ याजक अहीमेलेक स मिलइ गवा।अहीमेलेक दाऊद स मिलइ स डरत रहेन। अहीमेलेक डर स काँपत रहा। अहीमेलेक दाऊद स पूछेस: “तू अकेले काहे अहा? तोहरे संग कउनो मनई काहे नाहीं अहइ?” 3 दाऊद अहीमेलेक क जवाब दिहेस, “राजा मोका खास हुकुम दिहे अहइ। उ मोसे कहेस ह कि ‘इ उद्देस क कउनो क जानइ न द्या। कउनो भी मनई ओका न जानइ जेका मइँ तोहका करइ क कहेउँ ह।’ मइँ आपन मनइयन स कहि दिहेउँ ह कि उ पचे कहाँ भेंटइँ? 4 अब इ बतावा कि तोहरे लगे खाइ क बरे का बाटइ? मोका पाँच ठु रोटी या जउन कछू तू पाइ सका द्या।” 5 याजक दाऊद स कहेस, “मोरे लगे हिआँ साधारण रोटी नाहीं अहइँ। मुला मोरे लगे कछू पवित्तर रोटी तउ अहइँ। तोहार अफसर ओका खाइ सकत हीं, जदि उ पचे कउनो मेहरारु क संग यौन सम्बंध न किहे होइँ।” 6 दाऊद याजक क जवाब दिहेस, “हम पचे इ दिनन मँ कउनो मेहरारु क संग नाहीं रहे। हमार मनई आपन तन क पवित्तर राखत हीं हिआँ तलक कि साधरण उद्देस बरे जाए पर भी।अउर आजु बरे तउ इ खास तरह स फुर बाटइ काहेकि हमार कारज बहोत खास बाटइ।” 7 हुआँ पवित्तर रोटी क अलावा कउनो रोटी नाहीं रही। ऍह बरे याजक दाऊद क हुवँई रोटी दिहस। इ उहइ रोटी रही जेका याजक यहोवा क समन्वा पवित्तर मेजे प धरत रहेन। उ पचे उ दिन मेज स इ रोटी क हटाइ लेत रहेन अउ ओकरी जगह ताजी रोटी धरत रहेन। 8 उ दिन साऊल क अफसरन मँ स एक ठु हुआँ रहा। उ एदोमी दोएग रहा। दोएग क हुआँ यहोवा क समन्वा रखा गवा रहा।दोएग साऊल क गड़रियन क नेता रहा। 9 दाऊद अहीमेलेक स पूछेस, “का तोहरे लगे हिआँ कउनो भाला या तरवार बाटइ? राजा क कारज बहोत जल्दी बा। मोका फउरन जाइ क अहइ, अउर मइँ आपन तरवार या दूसर कउनो अउजार नाहीं लाइ।” 10 याजक उत्तर दिहस, “एक मात्र तरवार जउन हिआँ अहइ उ पलिस्ती गोलियत क अहइ। इ उहइ तरवार अहइ जेका तू ओका तब लिहे रहा जब तू ओका एला क घाटी मँ मारे रह्या। उ तरवार एक ओढ़ना मँ लिपटी भइ एपोद क पाछे धरी अहइ। जदि तू चाहा तउ ओका लइ सकत ह।दाऊद कहेस, “एका मोका द्या। गोलियत क तरवार क तरह कउनो तरवार नाहीं बा।” 11 उ दिना दाऊद साऊल क हिआँ स पराइ गवा। दाऊद गथ क राजा अकिस क लगे गवा। 12 उ पचे कहेन, “का इ इस्राएल क राजा दाऊद नाहीं अहइ? इहइ उ मनई अहइ जेकर गवनिया इस्राएलियन गावत हीं। उ पचे गावत हीं अउ ओकरे बरे नाचत हीं। इस्राएलियन इ गीत गावत हीं:“साऊल हजारन क मारेस।दाऊद दसहु हजारन क मारेस।” 13 दाऊद क इ बात याद रहिन। दाऊद गत क राजा आकीस स बहोत डेरान रहा। 14 ऍह बरे, दाऊद आकीस अउ ओकरे अफसरन क समन्वा अपने क पागल मनई जइसा बहाना किहस। जब तलक दाऊद ओनके संग रहा उ पागल मनइयन जइसा बहाना किहस। उ दरवाजा क पल्ला प थूक देत रहा। उ आपन थूक क आपन डाढ़ी प गिरइ देत रहा। 15 आकीस आपन अफसरन स कहेस, “इ मनई क लखा। इ तउ पागल जइसा अहइ। तू सबइ ऍका मोरे लगे काहे लइ आया ह?” 16 का मोर लगे मनई क कमी अहइ कि तू इ मनई क मोरे घरे मँ मोरे पागलपन क खेल करई बरे लइ आवा ह?”

22:1 दाऊद गथ क तजि दिहस। दाऊद अदुल्लाम क गुफा मँ पराइ गवा। दाऊद क भइयन अउ रिस्तेदारन सुनेन कि दाऊद अदुल्लाम मँ रहा। उ पचे दाऊद क मिलइ हुआँ गएन। 2 बहोत स मनई दाऊद क लगे होइ गएन। उ सबइ, जउन कउनो विपत्ति मँ रहेन या कर्जा मँ रहेन या संतुट्ठ नाहीं रहेन। दाऊद क संग होइ गएन। दाऊद क लगे चार सौ मनसेधू रहेन। 3 दाऊद अदुल्लाम क तजि दिहस अउर उ मोआब मँ बसा मिस्पा चला गवा। दाऊद मोआब क राजा स कहेस, “कृपा कइके मोरे महतारी बाप क आवइ द्या अउर आपन लगे तब तलक रहइ द्या जब ताईर् मइँ इ न समुझ सकउँ कि परमेस्सर मोरे संग का करइ जात अहइ।” 4 दाऊद आपन महतारी-बाप क मोआब क राजा क लगे तजि दिहस। दाऊद क महतारी बाप मोआब क राजा क लगे तब तलक ठहरेन जब तलक दाऊद किला मँ रहा। 5 मुला नबी गद दाऊद स कहेस, “किला मँ जिन ठहरा। यहूदा पहँटा मँ जा।” ऍह बरे दाऊद हुआँ स चल पड़ा अउ हरथ क जंगल मँ गवा। 6 साऊल जानि लिहेस कि दाऊद अउ ओकरे मनइयन क बारे मँ पता चल गवा अहइँ। साऊल गीबा मँ पहाड़ी प एक पेड़ क नीचे बइठा रहा। साऊल क हाथ मँ ओकर भाला रहा। साऊल क सबहिं अफसरन ओकरे चारिहुँ कइँती खड़ा रहेन। 7 साऊल आपन उ अफसरन स कहेस, जउन ओकरे चारिहुँ कइँती खडा रहेन, “बिन्यामीन क मनइयो, सुना। का तू पचे समुझत ह कि यिसै क पूत तोहका खेत अउ अंगूरे क बगिया देइ? का तू पचे समुझत ह कि उ तोहका तरक्की देइ अउर तू पचन्क हजार मनई अउ सौ मनइयन क ऊपर अफसर बनइ। 8 तू पचे मोरे खिलाफ जाल रचत बाट्या। तू पचे छिपी भइ चाल चल्या ह। तू पचन मँ स कउनो भी मोर पूत योनातान क बारे मँ नाहीं बताएस ह। तोहमाँ स कउनो भी इ नाहीं बताएस ह कि उ यिसै क पूत क संग क समझौता किहेस ह। तोहमाँ स कउनो भी मोर परवाह नाहीं करत। तोहमाँ स कउनो भी इ नाहीं बताएस कि मोर पूत योनातान दाऊद क हुस्काएस ह। योनातान मोर नउकर दाऊद स कहेस कि उ लुकाइ जाइ अउर मोहे प हमला करइ। अउर इ उहइ अहइ कि जउन दाऊद अब करत बाटइ।” 9 एदोमीत दोएग साऊल क अफसरन क संग खड़ा रहा। दोएग कहेस, “मइँ यिसै क पूत दाऊद क नोब मँ लखेउँ ह। दाऊद अहीतूब क पूत अहीमेलेक स भेंटइ आवा। 10 अहीमेलेक यहोवा स दाऊद बरे बिनती किहस। अहीमेलेक दाऊद क भोजन भी दिहस। अउर अहीमेलेक दाऊद क पलिस्ती गोलियत क तरवार भी दिहस।” 11 ऍह बरे राजा याजक अहीतूब क पूत अउर ओकर सारा परिवार, याजकन जे नोब मँ रहत भवा, ओका अपन लगे अवइ बरे संदेस भेजेस, अउर उ पचे सबहिं राजा लगे आएन। 12 साऊल अहीमेलेक स कहेस, “अहीतूब क पूत, अब सुनि ल्या।” अहीमेलेक जवाब दिहस, “हाँ, महाराज।” 13 साऊल अहीमेलेक स कहेस, “तू अउर यिसै क पूत दाऊद मोरे खिलाफ छिपी योजना काहे बनाया? तू दाऊद क रोटी अउ तरवार दिहा। तू परमेस्सर स ओकरे बरे बिनती किह्या। अउर अब सोझइ, दाऊद मोह पइ हमला करइ क जोहत अहइ।” 14 अहीमेलेक जवाब दिहस, “दाऊद आप क बड़का पतियाइ क काबिल अहइ। तोहरे अफसरन मँ स कउनो ओतॅना पतियाइ क काबिल नाहीं जेत्ॅाना दाऊद बा। दाऊद तोहार आपन जमाई अहइ। अउर दाऊद अंगरच्छक क नायक अहइ। तोहार आपन परिवार दाऊद क सम्मान करत ह। 15 उ पहली दाईर् नाहीं रहा, कि मइँ दाऊद बरे परमेस्सर स बिनती कीन्ह। अइसी बात बिल्कुल नाहीं। मोका या मोरे कउनो नातेदार प दोख जिन लगावा। हम पचे तोहार नउकर अही। मोका कछू भी पता नाहीं कि इ सब का होत बाटइ।” 16 मुला राजा कहेस, “अहीमेलेक, तू पचन क अउ तोहरे सबहिं नातेदारन क मरब अहइ।” 17 तब राजा आपन बगल मँ खड़ा भवा रच्छकन स कहेस, “जा अउ यहोवा क याजकन क मारि डावा। ऍह बरे इ करा काहेकि उ पचे दाऊद क पच्छ मँ अहइँ। उ पचे जानत रहेन कि दाऊद परान बाटइ, मुला उ पचे मोका बताएन नाहीं।”मुला राजा क अफसरन यहोवा क याजकन क मारइ स इन्कार कइ दिहन। 18 ऍह बरे राजा दोएग क हुकुम दिहस। साऊल कहेस, “दोएग तू जा अउ याजकन क मारि डावा।” ऍह बरे एदोमीत दोएग गवा अउ उ याजकन क मारि डाएस। उ दिना दोएग सन क एपोद पहिरइवालन पचासी मनसेधू याजकन क मारि डाएस।” 19 नोब याजकन क सहर रहा। दोएग सहर क सबहिं मनइयन क मारि डाएस। दोएग आपन तरवार क भाँजेस उ सबहिं मनसेधुअन, मेहररुअन, लरिकन अउ गदेलन क जपि दिहस। दोएग ओनकइ गइयन, खच्चरन अउ भेड़ी तलक क जपि दिहस। 20 मुला एब्यातार हुआँ स बचि निकरा। एब्यातार अहीमेलेक क पूत रहा। अहीमेलेक अहीतूब क पूत रहा। एब्यातार बचिके निकरा अउ दाऊद स मिलि गवा। 21 एब्यातार दाऊद स कहेस कि साऊल यहोवा क याजकन क मारि डाएस ह। 22 तब दाऊद एब्यातार स कहेस, “मइँ एदोमी दोएग क उ दिना नोब मँ लखेउँ रहे। अउर मइँ जानत हउँ कि उ साऊल स कही। मइँ तोहरे बाप क परिवारे क मउत बरे जिम्मेदार हउँ। 23 जउन मनई साऊल तोहका मारइ चाहत ह उ मोका भी मारइ चाहत ह। मोरे संग ठहरा। जिन डेराअ। तू मोरे संग बचा रहब्या।”

23:1 लोगन दाऊद स कहेन, “लखा, पलिस्ती कीला क खिलाफ जुद्ध करत बाटेन। उ पचे खरिहाने स अन्न लूटत अहइ।” 2 दाऊद यहोवा स पूछेस, “का मइँ जाउँ अउ इ पलिस्तियन स लड़उँ?”यहोवा दाऊद क जवाब दिहस, “जा अउ पलिस्तियन प हमला करा। कीला क बचावा।” 3 मुला दाऊद क मनइयन ओसे कहेन, “लखा, हम सबइ हिआँ यहूदा मँ अही अउर हम डेरान अही। तनिक सोचा कि हम पचे केँतना डेरान होबइ जब कीला जाब जे जगह पूरा पलिस्ती फउज स भरि अहइ।” 4 दाऊद फुन यहोवा स पूछेस। यहोवा दाऊद क जवाब दिहस, “कीला क जा। मइँ तोहार मदद पलिस्तियन क हरावइ मँ करब।” 5 ऍह बरे दाऊद अउ ओकर मनई कीला गएन। दाऊद क मनइयन पलिस्तियन स लड़ेन। दाऊद क मनइयन पलिस्तियन क हराएन अउ ओनकइ गइयन क लइ लिहन। इ तरह दाऊद कीला क मनइयन क बचाएस। 6 जब एब्यातार दाऊद क लगे पराइके गवा रहा तबहिं एब्यातार आपन संग एक ठु एपोद संग लइ गवा रहा। 7 लोगन साऊल क सूचना दिहेस कि अब दाऊद कीला मँ बाटइ। साऊल कहेस, “परमेस्सर दाऊद क पकड़इ बरे मोका एक अवसर दइ दिहस ह। दाऊद खुद जाल मँ फँस गवा अहइ। उ अइसे कस्बा मँ गवा अहइ जेहमाँ फाटक अउ छड़ अहइ।” 8 साऊल जुद्ध करइ बरे आपन सारी फउज क एक संग बोलाएस। उ पचे आपन तइयारी कीला जाइ अउ दाऊद अउ ओकरे मनइयन क पकड़ेन बरे किहस। 9 दाऊद क पता लाग कि साऊल ओकरे खिलाफ चाल चलत अहइ। दाऊद तब याजक एब्यातार स कहेस, “एपोद लइ आवा।” 10 दाऊद बिनती किहेस, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर, मइँ सुनेउँ ह कि साऊल कीला मँ जाइ अउ मोरे कारण ऍका नास करइ क चाल चलत बाटइ। 11 का साऊल कीला मँ आइ? का कीला क मनई मोका साऊल क दइ देइहीं? यहोवा इस्राएल क परमेस्सर, मइँ आपक नउकर हउँ। कृपा कइके मोका बतावइँ।”यहोवा जवाब दिहस, “साऊल आइ।” 12 दाऊद फुन पूछेस, “का कीला क मनई मोका अउ मोरे मनइयन क साऊल क दइ देइहीं।”यहोवा जवाब दिहस, “उ पचे अइसा करिहीं।” 13 ऍह बरे दाऊद अउ ओकर मनई कीला क तजि दिहेस। हुआँ लगभग छ: सौ मनई रहेन जउन दाऊद क संग गएन। दाऊद अउ ओकर मनई एक ठउर स दूसर ठउर टहरत रहेन। साऊल क पता लग गवा कि दाऊद कीला स बचि निकरा। ऍह बरे साऊल उ नगर क नाहीं गवा। 14 दाऊद मरुभूमि क चला गवा अउर हुवाँ किला मँ ठहर गवा। दाऊद जिफ क रेगिस्तान क पहाड़ी देस मँ भी गवा। साऊल रोज दाऊद क हेरत रहा, मुला यहोवा साऊल क धरइ नाहीं देत रहा। 15 दाऊद जीप क रेगिस्तान होरेस मँ भी ठहरा रहा। उ ससान रहा काहेकि साऊल ओका मारइ आवत रहा। 16 मुला साऊल क पूत योनातान होरेस मँ दाऊद स भेंटइ गवा। योनातान परमेस्सर प पक्का बिस्सास धरइ बरे दाऊद क मदद किहेस। 17 योनातान दाऊद स कहेस, “डेराअ जिन। मोर बाप साऊल तोहका नाहीं पाउब। तू इस्राएल क राजा बनब्या। मइँ तोहरे बाद दूसर दर्जा प रहब। मोर बाप इ भी जानत हीं।” 18 योनातान अउ दाऊद दुइनउँ यहोवा क समन्वा समझौता किहन। तब योनातान घर चला गवा। अउर दाऊद होरेस मँ टिका रहा।” 19 जिफ क मनई गीबा मँ साऊल क लगे आएन। उ पचे साऊल स कहेन, “दाऊद हम पचन क पहँटा मँ लुकान अहइ। उ होरेस क कीला मँ बाटइ। उ हकीला पहाड़ी प यसीमोन क दक्खिन मँ अहइ। 20 महराज आप जब चाहइँ आवइँ। इ हम सबन क कर्तब अहइ कि हम पचे आपक दाऊद क दइ देइ।” 21 साऊल जवाब दिहेस, “यहोवा आप लोगन क मोर मदद बरे असीसइँ। 22 जा अउ ओकरे बारे मँ अउर जिआदा पता लगावा। पता लगावा कि दाऊद कहाँ रहत ह। अउर इ तोहा कि दाऊद क हुवाँ कउन लखेस ह। साऊल सोचेस, ‘दाऊद चतुर बाटइ। उ मोका भरमावइ क कोसिस करत बाटइ।’ 23 लुकाइ क जउन ठउरन क प्रयोग दाऊद करत बाटइ, ओन सबहिं ठउरन क पता लगावा। अउर मोरे लगे वापिस लउटि आवा अउ मोका सब कछू बतावा। तबहिं मइँ तोहरे संग चलब। जदि दाऊद उ पहँटा मँ होइ तउ मइँ ओकर पता लगाउब। मइँ ओकर पता तब भी लगाइ लेब जदि मोका यहूदा क सबहिं परिवारन क तलासी लेइ क होइ।” 24 तब जीपी निवासी साऊल क अगवा अगवा जीपी क लौटि आएन।दाऊद अउर ओकर मनई मओन क रेगिस्तान मँ रहेन। उ पचे यसीमोन क दक्खिन मँ रेगिस्तानी पहँटा मँ रहेन। 25 साऊल अउ ओकर मनई दाऊद क खोजइ गएन। मुला मनइयन दाऊद क होसियार किहेन। उ पचे बताएन कि साऊल ओनका हेरत अहइ। दाऊद तब माओन क रेगिस्तान मँ ढलान कइँती “चट्टान” प गवा। साऊल सुनेस कि दाऊद माओन क रेगिस्तान मँ गवा अहइ। ऍह बरे साऊल उ ठउर प दाऊद क धरइ गवा। 26 साऊल पहाड़े क एक कइँती रहा। दाऊद अउ ओकर मनई उहइ पहाड़े क दूसर कइँती रहेन। दाऊद साऊल स दूर निकरइ बरे हाली करत रहा। साऊल अउ ओकर सिपाही पहाड़े क चारिहुँ कइँती अउ ओकरे मनइयन क धरइ जात रहेन। 27 मुला साऊल क लगे एक दूत आवा। दूत कहेस, “हाली हाली करा। पलिस्ती हम पचन प हमला करत बाटेन।” 28 ऍह बरे साऊल दाऊद क पाछा करब तजि दिहस अउ पलिस्तियन स लड़इ निकरि गवा। इहइ कारण बाटइ कि मनइयन उ ठउर क “फिसलनी क चट्टान” कहत हीं। 29 दाऊद माओन क रेगिस्तान क तजि दिहेस अउ एनगोदी क लगे किला मँ गवा।

24:1 जब साऊल पलिस्तियन क पाछा कइके भगाइ दिहस, तब मनइयन साऊल स कहेन, “दाऊद एनगोदी क लगे रेगिस्तानी इलाका मँ बा।” 2 ऍह बरे साऊल पूरा इस्राएल क तीन हजार मनइयन क चुनेस। साऊल इ मनइयन क संग लिहस अउ दाऊद अउर ओकर मनइयन खोज करब सुरु किहेन। उ पचे जंगली बोकरियन क चट्टान क नचिके हेरेन। 3 साऊल सड़क क किनारे भेड़ी क बारा क लगे आवा। हुवाँ निअरे एक ठु गुफा रही। साऊल खुद गुफा मँ आराम करइ बरे गवा। दाऊद अउ ओकर मनई बहोत पाछे उ गुफा मँ लुकान रहेन। 4 मनइयन दाऊद स कहेन, “आजु उ दिन अहइ जेकरे बारे मँ यहोवा बात किहेन ह। यहोवा तोहसे कहे रहेन, ‘मइँ तोहार दुस्मनन क तोहका देब, तब तू जउन चाहा आपन दुस्मनन क संग कइ सकब्या।’“तब दाऊद साऊल क लगे चुपचाप आवा। दाऊद साऊल क लबादे क एक कोना काट लिहस। साऊल दाऊद क नाहीं लखेस। 5 पाछे साऊल क लबादे क एक कोना काट लिहे क दाऊद क पछतावा भवा। 6 दाऊद आपन मनइयन स कहेस, “यहोवा मोका आपन सुआमी क संग कछु भी अइसा करइ स रोका। साऊल यहोवा क चुना भवा राजा अहइ। मोका साऊल क खिलाफ कछू भी नाहीं करइ चाही। उ यहोवा क चुन लीन्ह गवा राजा बाटइ।” 7 दाऊद इ बात आपन मनइयन क रोकइ बरे कहेस। दाऊद आपन मनइयन क साऊल प हमला करइ नाहीं दिहस।साऊल गुफा तजि दिहस अउ आपन राहे प चला। 8 दाऊद गुफा स निकरा। दाऊद साऊल क जोर स पुकारेस, “मोर पर्भू, महराज।”साऊल पाछे घूमिके लखेस। दाऊद आपन माथा भुइँया प धइके पैलगी किहेस। 9 दाऊद साऊल स कहेस, “आप काहे सुनत हीं। जब मनई इ कहत हीं कि ‘दाऊद आप प वार करइ क कुचाल गूँथत मथत बाटइ?’ 10 मइँ आप क चोट पहुँचावइ नाहीं चाहत हउँ। आप ऍका आपन आँखिन स लखत हीं। यहोवा आजु ऍका आप क गुफा मँ मोरे हाथे मँ दइ दिहे अहइँ। मुला मइँ आपक मारि डावइ स इन्कार किहेउँ ह। मइँ आप प दाया किहेउँ ह। मइँ कहेउँ, ‘मइँ आपन सुआमी क चोट नाहीं पहुँचाउब। साऊल यहोवा क चुना भवा राजा अहइ।’ 11 मोरे हाथे मँ इ ओढ़ना क टूका क लखा। मइँ आप क लबादे क एक टूका काटि लिहेउँ ह। मइँ आप क मारि सकत हउँ, मुला मइँ इ नाहीं किहेउँ ह। अब मइँ चाहत हउँ कि आप ऍका समुझइँ। मइँ चाहत हउँ कि आप क खिलाफ कउनो कुचाल नाहीं बनावत हउँ। मइँ आपक कउनो बुराई नाहीं किहेउँ ह। मुला आप मोर पाछा करत हीं अउर मोका मारि डावइ चाहत हीं। 12 यहोवा क निआव करइ द्या। यहोवा आप क उ अनिआव क सजा देइहीं जउन आप मोरे संग किहेन ह। मुला मइँ आपन आप आप स न जूझब। 13 पुरान कहावत अहइ:‘बुरी चीज बुरी मनई स आवत हीं।’मइँ कछू भी बुरा नाहीं किहेउँ ह। मइँ बुरा मनई नाहीं हउँ। ऍह बरे मइँ आप प चोट नाहीं करब। 14 आप केकर पाछा करत बाटेन। इस्राएल क राजा केकरे खिलाफ लड़इ आवत अहइँ? आप अइसे कउनो क पाछा नाहीं करत बाटेन जउन आपक चोट पहुँचाइ। इ अइसा ही बाटइ जइसेन आप एक ठु मरा कूकुर या मच्छर क पाछा करत हीं। 15 यहोवा क निआव करइ द्या। ओनका आपन अउ मोरे बीच निर्णय करइ द्या। उ हालात क वास्तविक्ता क देखब अउर मोर मामला क वकालत करब। परमेस्सर मोका तोहार रच्छा करब।” 16 दाऊद आपन इ कहब खतम किहेस, साऊल पूछेस, “मोर पूत दाऊद, का उ तोहार आवाज अहइ?” तब साऊल रोवइ लाग। साऊल बहोत रोएस। 17 साऊल कहेस, “तू सही अहा अउर मइँ गल्ती पइ अहउँ। तू हमरे बरे नीक रह्या। मुला मइँ तोहरे बरे बुरा रहेउँ। 18 तू उ बतियन क बताया जेनका तू मोरे बरे किहा। यहोवा मोका तोहरे हवाला किहेस, मुला तू मोका नाहीं मारि डाया। 19 एहसे पता चलत ह कि मइँ तोहार दुस्मन नाहीं अहउँ। जदि कउनो आपन दुस्मन क धरत ह तउ उ ओका बच निकरइ नाहीं देत। उ आपन दुस्मन बरे नीक काम नाहीं करत। यहोवा तोहका ऍकर ईनाम देइँ काहेकि तू आजु मोरे बरे नीक रह्या। 20 मइँ जानत हउँ कि तू नवा राजा बनब्या। तू इस्राएल क राज्ज क ऊपर करब्या। 21 अब मोसे एक प्रतिज्ञा करा। यहोवा क नाउँ लइके इ प्रतिग्या करा कि तू मोरे सन्तानन क न मरब्या। प्रतिग्या करा कि तू मोरे बाप क परिवार स मोर नाउँ मिटउब्या नाहीं।” 22 ऍह बरे दाऊद साऊल स प्रतिग्या किहस। दाऊद प्रतिग्या किहेस कि उ साऊल क परिवार क न मारी। तब साऊल लउटि गवा। दाऊद अउ ओकर मनई किला मँ चला गएन।

25:1 समूएल मरि गवा। इस्राएल क सबहिं मनइयन बटुर गएन अउर उ पचे समूएल क मउत प अफसोस परगट किहेन। उ पचे समूएल क ओकरे घर रामा मँ दफनाइ दिहेन। तब्बइ दाऊद परन क रेगिस्तान मँ चला गवा। 2 हवाँ एक ठु मनई रहा जउन माओन मँ रहत रहा। उ बहोत धनी मनई रहा। ओकरे लगे तीन हजार भेड़ी अउर एक हजार बोकरी रहिन। उ कमेर्ल मँ आपन भेड़ी क ऊन काटत रहा। 3 उ मनई क नाउँ नाबाल रहा। उ कालेब क परिवार क रहा। ओकरी मेहरारु क नाउँ अबीगैल रहा। उ बुद्धिमती अउ बहोतइ सुन्नर मेहरारु रही। मुला नाबाल काूर नीच रहा। 4 दाऊद रेगिस्ताने मँ रहा, अउर उ सुनेस कि नाबाल आपन भेड़ी क ऊन काटत बाटइ। 5 ऍह बरे दाऊद दस जवानन क नाबाल स बात करइ पठएस। दाऊद कहेस, “कम्रेल जा। जबल स भेंटा अउर ओका मोरी कइँती स ‘पैलगी’ कहा।” 6 दाऊद नाबाल बरे इ संदेसा पठएस, “मोका आसा अहइ कि तू अउ तोहार परिवार सुखी अहइ। मइँ आसा करत हउँ कि जउन कछू तोहार अहइ, ठीक ठाक बाटइ। 7 मइँ सुनेउँ ह कि तू आपन भेड़ी स ऊन काटत बाट्या। तोहार गड़रियन कछू समइ तलक हम पचन क संग रहत रहेन। अउर हम पचे ओनका कउनो कस्ट नाहीं दीन्ह। जब तलक तोहार गड़रिया कमेर्ल मँ रहेन, हम ओनसे कछू नाहीं लीन्ह। 8 आपन सेवकन स पूछा अउर उ पचे बताइ देइहीं कि इ सब कछू फुरे अहइ। कृपा कइके हमरे जवानन प दाया करा। इ खुसी क मौका प हम पचे आपक लगे पहुँचत अही। कृपा कइके आप जउन कछू चाहइँ, दइ देइँ। कृपा कइके इ मोरे बरे, आपन मीत दाऊद बरे करइँ।” 9 दाऊद क मनई नाबाल क लगे गएन। उ पचे दाऊद क सँदेसा नाबाल क दिहन। 10 मुला नाबाल ओनकइ बरे छोटपन स बेउहार किहस। नबत कहस, “दाऊद अहइ कउन? इ जेसे क पूत कउन होत ह? इ दिनन ढेरिके दास बाटेन जउन आपन सुआमी लोगन क हिआँ स पराइ ग अहइँ। 11 मोरे लगे रोटी अउ पानी अहइ। अउर मोरे लगे उ माँस भी अहइ जेका मइँ भेड़ी स ऊन कतरइ वालन नउकरन बरे मारिके लिहेउँ ह। मुला मइँ ओका उ मनइयन क नाहीं दइ सकत हउँ जेनका मइँ जानत भी नाहीं हउँ।” 12 दाऊद क मनइयन लउटि गएन अउर नाबाल जउन कछू कहे रहा दाऊद क बताइ दिहस। 13 तब दाऊद आपन मनइयन स कहेस, “आपन तरवार उठावा।” ऍह बरे दाऊद अउ ओकर मनइयन तरवार उठाइ लिहन। लगभग चार सौ मनई दाऊद क संग गएन। अउर दुइ सौ मनई सामान क संग रुका रहेन। 14 नाबाल क नउकरन मँ स एक ठु नाबाल क मेहरारु अबीगैल स बतियान। नउकर कहेस, “दाऊद रेगिस्तान स आपन दूतन क हमरे सुआमी (नाबाल) क लगे पठएस। मुला नाबाल दाऊद क दूतन क संग आपन निचकई क बेउहार किहस। 15 इ पचे हम पचन बरे बहोत भला रहेन। हम पचे भेड़ी लइके खेतन मँ जात रहेन। दाऊद क मनइयन हमरे संग बराबर रहेन। अउर उ पचे हमरे संग कउनो बुरा नाहीं किहेन। उ पचे पूरे समइ मँ हमार कछू भी नाहीं चोराएन। 16 दाऊद क मनइयन दिन रात हमार रच्छा किहेन। उ पचे हम लोग बरे चहरदेवार क नाईर् रच्छक रहेन। उ पचे हमार रच्छा तबहिं किहेन जब हम पचे भेड़ी क रखवारी करत भए ओनकइ संग रहेन। 17 अब इ बारे मँ सोचा अउर तय करा कि तू का कइ सकत ह। नाबाल कछू कहेस उ मूरखपन स भरा अहइ। हमार सुआमी अउर ओकरे समूचइ परिवार बरे अला बला आवति अहइ।” 18 अबीगैल हाली किहस। उ दुइ सौ पाव रोटी, दुइ दाखरस स भरा मसक, पाँच ठु भुना भइ भेड़ी, लगभग एक बुसल भुना भवा अनाज, दुइ र्क्वाट मुनक्का अउर दुइ सौ झूरान अंजीर क टिकिया लिहेस अउ ऍका गदहन प लादि दिहस। 19 तब अबीगैल आपन नउकरन स कहेस, “आगे चलत रहा। मइँ तोहरे पाछे आवति अहउँ।” मुला उ आपन भतार स कछू नाहीं कहेस। 20 अबीगैल आपन गदहा प बइठी अउर पहाड़े क दूसर कइँती पहुँची। उ दूसर कइँती स आवत भइ दाऊद अउ ओकरे मनइयन स भेेंटेस। 21 अबीगैल स मिलइ क पहिले दाऊद कहत रहा, “मइँ नाबाल क धन दौलत क रच्छा रेगिस्तान मँ कीन्ह। मइँ चिन्तित रहा कि ओकर कउनो भेड़ी खोवइ नाहीं। मइँ इ सब कछू बिना लिहे किहेउँ। मइँ ओकरे बरे नीक किहेउँ। मुला उ मोरे बरे कछू नीक नाहीं किहे रहा। 22 परमेस्सर मोका सजा देइ जदि मइँ नाबाल क परिवारे क कउनो एक मनई क जिअत रहइ देउँ।” 23 ठीक उहइ टेमॅ प अबीगैल आइ। मुला जब अबीगैल दाऊद क लखेस। उ हाली हाली आपन गदहा स उतरि पड़ी। उ दाऊद क समन्वा प्रणाम करइ निहुरी। उ आपन माथा भुइँया प टेकेस। 24 अबिगैल दाऊद क गोड़े प गिर पड़ी। उ कहेस, “मान्न, कृपा कइके मोका कछू कहइ देइँ। जउन मइँ कहउँ ओका सुना। जउन कछू भवा ओकरे बरे मोका दोख द्या। 25 मइँ उ मनइयन क नाहीं लखेउँ जेनका आप पठएन ह। साहब! उ बेकार मनई (नाबाल) प धियान जिन द्या। उ ठीक उहइ अहइ जइसे ओकर नाउँ अहइ। अउर उ फुरे ‘मूरख’ अहइ। 26 यहोवा आप क बेकसूर मनइयन क मारइ स रोकेस ह। फुरइ जइसे यहोवा हमेसा रहत ह वइसे आप जिअत अहइँ। मइँ आसा करत हउँ कि आपक दुस्मन लोग अउर जउन आप क नोस्कान पहुँचावइ चाहत हीं, उ सबइ नाबाल क राज्ज मँ होइहीं। 27 अब मइँ आप बरे इ भेंट लइ आइ अहउँ। कृपा कइके इ चीजन क आप उ मनइयन क दइ देइँ जउन आप क पाछे चलत हीं। 28 जुर्म करइ बरे मोका छिमा करइँ। मइँ जानत हउँ कि यहोवा आप क परिवार क मजबूत करिहीं अउ तोहरे परिवारे स ढेर क राजा अइहीं। यहोवा इ करिहीं काहेकि आप सब ओनके बरे जुद्ध करत हीं। मनइयन तब तलक आप मँ बुराई न पइहीं जब तलक आप जिअत रइहीं। 29 जदि कउनो मनई आप क मारि डावइ क पाछा करत ह, तउ यहोवा आपक परमेस्सर आपक जिन्नगी क रच्छा करिहीं। मुला यहोवा ओकर जिन्नगी क अइसे दूरि लोकइहीं जइसे गुलेल स पाथर लोकाइ दीन्ह जात ह। 30 यहोवा आप बरे बहोत स नीक चीजन क करइ क प्रण किहेस ह। अउर यहोवा आपन सबहिं वचन क पूरा करिहीं। परमेस्सर आप क इस्राएल क राजा बनइहीं। 31 अउर आप बेकसूर मनई क मारि डावइ क अपराधी न होइहीं। अउ आप इ जाल मँ न फँसिहीं। मेहराबानी कइके मोका उ टेम मँ याद राखा जब यहोवा आप क सफलता देइ।” 32 दाऊद अबीगैल क उत्तर दिहेस, “इस्राएल क परमेस्सर, यहोवा क गुण गावा। परमेस्सर तोहका मोसे भेंटइ पठए अहइ। 33 परमेस्सर तोहार नीक निर्णय बरे तोहका आसीर्बाद देइँ। तू आज मोका बेकसूर मनइयन क मारइ स बचावा। 34 सचमुच जइसे इस्राएल क परमेस्सर, यहोवा हमेसा रहत ह, जदि तू जल्दी स मोसे भेंटइ न आइ होती तउ भियान भिन्सारे तलक नाबाल क परिवार क कउनो भी मनई जिअत नाहीं बच पावत।” 35 तउ दाऊद अबीगैल क भेंट क अंगीकार किहस। दाऊद ओसे कहेस, “सान्ति स घर जा। मइँ तोहार बातन क सुनेउँ ह अउर मइँ उहइ करब जउन तू करइ क कह्या ह।” 36 अबीगैल नाबाल क लगे लउटी। नाबाल घरे मँ मोजूद रहा। नाबाल एक ठु राजा क तरह भोज खात रहा। नाबाल जी भरिके दाखरस पिए रहा। उ बहोत जियादा पिए रहा। ऍह बरे अबीगैल नाबाल क दूसर भिन्सारे तलक कछू भी नाहीं बताएस। 37 दूसर दिन भिन्सारे ओकर नसा उतरा। ऍह बरे ओकर मेहरारु हर बात बताइ दिहस। फिन नाबाल क दिल क दउरा पड़ि गवा। उ चट्टान क नाईर् कठोर होइ गवा। 38 दस दिनाँ क पाछे यहोवा नाबाल क मरि जाइ दिहस। 39 दाऊद सुनेस कि नाबाल मरि गवा अहइ। दाऊद कहेस, “यहोवा क गुन गावा। नाबाल मोरे खिलाफ खराब बात किहेस ह, मुला यहोवा मोर समर्थन किहस। यहोवा मोका पाप करइ स बचाएस। अउर यहोवा नाबाल क मरि जाइ दिहस काहेकी उ अपराध किहे रहा।” तब दाऊद अबीगैल क सँदेसा पठएस। दाऊद ओका आपन मेहरारू होइ क कहेस। 40 दाऊद क नउकर कार्मल गएन अउ अबीगैल स कहेस, “दाऊद हम पचन क तोहका लइ आवइ क पठएस ह। दाऊद चाहत ह कि तू ओकर मेहरारु बना।” 41 अबीगैल भुइँया तलक आपन माथा निहुराएस। उ कहेस, “मइँ आपक दासी अहउँ। मइँ सुआमी क सेवकन क गोड़ धोवइ बरे तइयार अहउँ।” 42 अबीगैल फउरन गद्हा प बइठी अउ दाऊद क दूतन क संग चल दिहस। अबीगैल आपन संग पाँच ठु नउकरानी लइ आइ। उ दाऊद क मेहरारु बनी। 43 दाऊद यिज्रेल क अहिनोअम स बियाह किहेस। अहिनोअम अउ अबीगैल दुइनउँ दाऊद क मेहरारु रहिन। 44 दाऊद साऊल क बिटिया मीकल स भी बियाह किहे रहेस। मुला साऊल ओका लइ लिहस अउर ओका एक मनई जेकर नाउँ पल्ती रहा, जउन लैस क पूत अउर गल्लीम क निवासी रहा ओकर क संग बियाही दिहस।

26:1 जीप क मनई साऊल स भेंटइ गिबिया गएन। उ पचे साऊल स कहेन, “दाऊद हकिला क पहाड़ी मँ लुकान बा। इ पहाड़ी यसीमोन क ओह पार बा।” 2 साऊल जीप क रेगिस्तान मँ गवा। साऊल तीन हजार सिपाहियन क खुद समूचइ इस्राएल स छाँटिके साथ लिहस। साऊल अउ इ मनई जीप क रेगिस्ताने मँ दाऊद क हेरत रहेन। 3 साऊल आपन डेरा हकीला क पहाड़ी प डाएस। डेरा सड़क क किनारे यसीमोन क पार रहा।दाऊद रेगिस्तान मँ रहत रहा। दाऊद क पता लाग कि साऊल ओकर हुवाँ पाछा किहेस ह। 4 तब दाऊद आपन जासूसन क पठएस अउ दाऊद क पता लाग कि साऊल हकीला क पहाड़ी प आइ गवा अहइ। 5 तब दाऊद उ ठउरे प गवा जहाँ साऊल आपन डेरा डाए रहा। दाऊद लखेस कि साऊल अउ अब्नेर कहाँ सोवत अहइँ। नेर क पूत अब्नेर साऊल क फउज क सेनापति रहा। साऊल डेरा क बीच सोवत रहा। सारी फउज साऊल क चारिहुँ कइँती रही। 6 दाऊद हित्ती अहीमेलेक अउ यरूयाह क पूत अबीसै स बात किहस। अबीसै योआब क भाई रहा। उ ओसे कहेस, “मोरे संग साऊल क नगिचे ओकरे डेरा मँ कउन चली?”अबीसै उत्तर दिहस, “मइँ तोहरे संग चलब।” 7 रात भइ। दाऊद अउ अबीसै साऊल क डेरा मँ गएन। साऊल डेरा क बीच सोवा रहा। ओकर भाला भुइँया मँ ओकरे मूँड़े क लगे धँसा रहा। अब्नेर अउ फउज साऊल क चारिहुँ कइँती सोइ रही। 8 अबीसै दाऊद स कहेस, “आजु, परमेस्सर तोहरे दुस्मनन क हरावइ दिहेन ह। मोका साऊल क ओकरे भाला स ही जमीन मँ भोकां देइ द्या। मइँ ओका एक ही वार मँ मार देब।” 9 मुला दाऊद अबीसै स कहेस, “साऊल क जिन मारा। जउन कउनो चुना भवा राजा क मारत ह उ जरुर सजा पावत ह। 10 इ सच अहइ यहोवा जब तलक रही उ साऊल क खुद ही सजा देइ। होइ सकत ह साऊल आपन मउत पाइ या इ होइ सकत ह कि साऊल जुद्ध मँ मारा जाइ। 11 मुला मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा आपन चुना भवा राजा क मोसे चोट न करवावइ। अब पानी क गगरी अउर भाला उठावा जउन साऊल क मूँड़े क लगे बा। तब हम पचे चली।” 12 ऍह बरे दाऊद भाला अउ पानी क गगरी लिहस जउन साऊल क मूँड़े क लगे रहेन। तब दाऊद अउ अबीसै साऊल क डेरा क तजि दिहस। कउनो मनई एकरे बारे मँ न जान सका। कउनो भी मनई जागा नाहीं। साऊल अउ ओकर सिपाही सोवत रहेन काहे यहोवा ओनका गहिर नीदं मँ डाइ दिहे रहा। 13 दाऊद घाटी क दूसर कइँती निकरि गवा। साऊल क डेरा स घाटी क पार पहाड़े क चोटी प खड़ा रहा। दाऊद अउ साऊल क डेरा बहोत दूरी प रहेन। 14 दाऊद सेना अउ नेर क पूत अब्नेर क नरियाइके गोहराएस, “अब्नेर, मोका जवाब द्या।”अब्नेर पूछेस, “तू कउन अहा? तू राजा क काहे बोलावत अहा?” 15 दाऊद जवाब दिहेस, “तू एक मनई अहा। मोसे कहा, का तू नाहीं अहा? अउर तू इस्राएल मँ कउनो भी दूसर मनई स नीक अहा। तब तू आपन सुआमी, राजा क रच्छा काहे नाहीं किहा? एक मामूली मनई तोहरे डेरा मँ तोहार सुआमी, राजा क मारइ आवा। 16 तू बहोतइ बड़ी गल्ती किहा। यहोवा क जिन्नगी क किरिया तोहका अउर तोहरे सिपाहियन क मरि जाइ चाही। काहेकि तू आपन सुआमी अउर यहोवा क चुना भवा राजा क रच्छा नाहीं किहा। साऊल क मूँड़े क लगे भाला अउ पानी क गगरी क खोज करा। उ सबइ कहाँ बाटेन?” 17 साऊल दाऊद क अवाज पहिचानत रहा। साऊल कहेस, “मोर पूत दाऊद, का इ तोहार आवाज बाटइ?”दाऊद जवाब दिहस, “मोर सुआमी अउ राजा, हाँ! इ मोर अवाज अहइ।” 18 दाऊद इ भी पूछेस, “महाराज, आप मोर पाछा काहे करत अहइँ? मइँ कउन सी गल्ती किहेउँ ह? मइँ का करइ क अपराधी अहउँ? 19 मोर सुआमी अउ राजा, हमरउँ सुना। जदि यहोवा मोरे खिलाफ कोहाइ बरे किहेन ह तउ ओनका एक ठु भेंट अंगीकार करइ द्या। जदि मनई मोरे खिलाफ आपक कोहाएन ह तउ यहोवा क जरिए ओनकइ बरे कछू मुसीबत आवइ द्या। मनइयन मोका इ देस तजइ बरे मजबूर किहन ह, जेका यहोवा मोका दिहन ह। लोग मोसे कहेन, ‘जा। बिदेसी मनइयन क संग रहा। जा दूसर देवतन क पूजा करा।’ 20 मोका यहोवा क हाजिरी स दूर जिन मरइ द्या। इस्राएल क राजा एक मच्छर क हेरइ निकरा बा। आप उ मनई क तरह अहइँ जउन पहाड़े मँ तीतर क सिकार करइ निकरा होइँ।” 21 तबहिं साऊल कहेस, “मइँ पाप किहेउँ ह। मोर पूत दाऊद लउटि आवा। आज तू देखाँइ दिहा कि मोर जिन्नगी तोहरे बरे अनमोल बाटइ। यह बर मइँ तोहका चोट पहुँचावइ क कोसिस न करब। मइँ मूरखपन क काम किहेउँ ह। मइँ एक ठु बहोत बड़ी गलती किहेउँ ह।” 22 दाऊद जवाब दिहेस, “राजा क भाला इ बाटइ। आपन कउनो नउ जवान क हिआँ आवइ द्या अउर उ लइ जाइ। 23 यहोवा मनइयन क करमे क फल देत हीं। जदि उ नीक करत ह तउ ओका ईनाम देत हीं अउर ओका सजा देत हीं जउन बुरा करत ह। यहोवा आज आप क मोका हरावइ दिहन, मुला मइँ यहोवा क चुना भवा राजा प चोट नाहीं करब। 24 आजु मइँ आपक देखाँइ दिहेउँ ह कि आपक जिन्नगी मोरे बरे अनमोल अहइ। इ तरह यहोवा देखाँइहीं कि मोर जिन्नगी ओनकइ बरे महत्व क बाटइ। यहोवा मोर रच्छा हर मुसीबते स करिहीं।” 25 तब साऊल दाऊद स कहेस, “मोर पूत दाऊद, परमेस्सर तोहका आसीर्बाद देइँ। तू बड़का कारज करब्या अउ सुफल होब्या।”दाऊद आपन राहे प गवा, अउर साऊल घर लउटी आवा।

27:1 दाऊद सोचेस, “होइ सकत ह साऊल मोका कउनो दिन धइ लेइ। सबन ते बढ़िया इहइ अहइ मइँ कि पलिस्तियन क देस स बचि निकरुँ। तब साऊल इस्राएल मँ मोर खोज मँ थक जाब इ तरह मइँ साऊल स बचि निकरब।” 2 ऍह बरे दाऊद अउ ओकर छ: सौ मनइयन इस्राएल तजि दिहन। उ सबइ माओक क पूत आकीस क लगे गएन। आकीस गत क राजा रहा। 3 दाऊद, ओकर मनइयन आपन पूरा परिवार क साथ आकीस क संग गत मँ रहइ लागेन। दाऊद क संग ओकर दुइ पत्नी रहिन। उ पचे यिज्रेली क अहीनोअम अउ कामेर्ल क अबीगैल रहिन। अबीगैल नाबाल क राँड़ रही। 4 मनइयन साऊल स कहेन कि दाऊद गत क पराइ ग अहइ। अउर साऊल ओकर खोज बन्द कइ दिहस। 5 दाऊद आकीस स कहेस, “जदि आप मोसे खुस अहइँ तउ मोका आपन देस क नगरन मँ स एक मँ एक ठउर दइ देइँ। मइँ आप क सिरिफ एक सेवक अहउँ। मोका हुवाँ रहइ चाही, आप क संग हुवाँ राजधानी-सहर मँ नाहीं।” 6 उ दिना आकीस दाऊद क सिकलग नगर दिहस। अउर तब स सिकलग अब तलक यहूदा क राजा लोगन क बना अहइ। 7 दाऊद पलिस्तियन क संग एक बरिस अउ चार महीना रहा। 8 दाऊद अउ ओकर मनई अमालेकी अउ गसूर मँ रहइवालन मनइयन क संग जुद्ध करइ गएन। दाऊद क मनइयन ओका हराएन अउ ओनकइ धन दौलत लइ लिहन। लोग उ पहँटा मँ सुर क नगिचे तेलम स लइके लगातार मिस्र तलक रहत रहेन। 9 दाऊद उ पहँटा मँ मनइयन क हराएस। दाऊद ओनकइ सब भेड़िन, पसु, गदहा, ऊँट अउ ओढ़ना लिहस। तब उ इ सबन क आकीस लइ आवा। 10 दाऊद इ कई दाईर् किहेस। हर दाईर् आकीस पूछत कि उ कहाँ लड़ा अउ ओन चीजन क कहाँ स लइ आवा। दाऊद कहत रहा, “मइँ यहूदा क दक्खिन कइँती लड़ा।” इ “सब मइँ यरहमेलियन क दक्खिनी भाग मँ लड़ा” या “मइँ केनियन क दक्खिनी भाग मँ लड़ा।” 11 दाऊद गत क कबहुँ जिअत मेहरारु या मनसेधू नाहीं लइ आवा। दाऊद सोचेस, “जदि हम कउनो मनई क जिअत रहइ देइत ह तउ उ आकीस स कहि सकत ह कि सचमुच मइँ का किहेउँ ह।”दाऊद पूरे टेमॅ, जब तलक पलिस्तियन क देस मँ रहा, इहइ किहस। 12 आकीस दाऊद प पतियाब सुरु किहस। आकीस अपने आप सोचेस, “अब दाऊद क आपन लोग ही ओसे घिन करत हीं। इस्राएलियन दाऊद स बहोत जिआदा घिन करत हीं। अब दाऊद मोर सेवा करत रही।”

28:1 पाछे पलिस्तियन आपन फउज क इस्राएल क खिलाफ लड़इ बरे बटोरेन। आकीस दाऊद स कहेस, “का तू समुझत ह कि तोहका अउ तोहरे मनइयन क इस्राएलियन क खिलाफ मोरे संग लड़इ जाइ चाही?” 2 दाऊद जवाब दिहस, “सचमुच ही, तब आप खुद ही लखइँ कि मइँ का करि सकत हउँ।”आकीस कहेस, “बहोत अच्छा, मइँ तोहका आपन अंग रच्छक बनउब। तू हर समइ मोर रच्छा करब्या।” 3 समूएल मर गवा। सबहिं इस्राएलियन समूएल क मउत प सोक मनाएन। उ पचे समूएल क निवास सहर, रामा मँ ओका दफनाए रहेन।ऍकरे पहिले साऊल ओझा अउ भविस्स बतावइवालन क इस्राएल तजइ क मजबूर किहे रहा। 4 पलिस्तियन जुद्ध क तइयारी किहन। उ पचे सूनेम आएन अउ उ ठउरे प डेरा डाएन। साऊल सबहिं इस्राएलियन क बटोरेस अउ आपन डेरा गिलबो मँ डाएस। 5 साऊल पलिस्ती सेना क लखेस, अउर उ डेराइ गवा। ओकर हिरदय डर स धड़कइ लाग। 6 साऊल यहोवा स बिनती किहेस, मुला यहोवा ओका जवाब नाहीं दिहस। परमेस्सर साऊल स सपन मँ बात नाहीं किहस। परमेस्सर ओका जवाब देइ बरे ऊरीम क नाहीं बइपरेस। परमेस्सर साऊल स बात करइ बरे नबियन क नाहीं बइपरेस। 7 आखिर मँ साऊल आपन अफसरन स कहेस, “मोरे बरे कउनो अइसी मेहरारु क पता लगावा जउन ओझा होइ। तब मइँ ओसे पूछइ जाइ सकत हउँ कि जुद्ध मँ का होइ।” ओकर अफसरन जवाब दिहन, “एन्दोर मँ एक ठु ओझा अहइ।” 8 साउल कइउ तरह क ओढ़वा पहिरेस। साऊल इ ऍह बरे किहस कि कउनो मनई इ न जान सकइ कि उ कउन अहइ। रात क उ आपन दुइ मनई क संग उ मेहरारु स भेंटइ गवा। साऊल उ मेहरारु स कहेस, “परेत स मोका मोर भविस्स बतवावा। उ मनई क बोलावा जेकर नाउँ मइँ लेउँ।” 9 मुला उ मेहरारु साऊल स कहेस, “तू सचमुच ही जानत ह कि साऊल का किहेस ह। उ सोखा अउ भविस्स बतावइ वालन क इस्राएल देस तजि देइ क मजबूर किहस ह। तू मोका जाल मँ फँासइ अउ मजबूर अउ मारि डावइ चाहत ह।” 10 साऊल यहोवा क नाउँ लिहस अउ उ मेहरारु स प्रतिग्या किहस, “सचमुच ही यहोवा सास्वत अहइ। ऍह बरे तोहका इ करइ क सजा न मिली।” 11 मेहरारु पूछेस, “तू केका चाहत बाट्या कि मइँ ओका हिआँ बोलावउँ?”साऊल जवाब दिहस, “समूएल क बोलावा।” 12 अउर इ भवा। मेहरारु समूएल क लखेस अउ जोर स चिचियान। उ साऊल स कहेस, “तू मोका धोखा दिहा। तू साऊल अहा।” 13 राजा मेहरारु स कहेस, “तू जिन डेराअ। तू का लखति अहा?”उ मेहरारु कहेस, “मइँ एक ठु परेत आतिमा क धरती स निकरिके आवति लखत हउँ।” 14 साऊल पूछेस, “उ कइसा देखाँइ पड़त ह?”मेहरारु जवाब दिहस, “उ लबादा पहिरे एक बुढ़वा क तरह देखाँइ पड़त ह।”साऊल समुझ गवा कि उ समूएल रहा। साऊल धरती पर अपना माथा टेका। 15 समूएल साऊल स कहेस, “तू मोका काहे परेसान किहा?” तू मोका ऊपर काहे बोलाया? साऊल जवाब दिहस, “मइँ मुसीबत मँ अहउँ। पलिस्ती मोरे खिलाफ लड़इ आवा अहइँ, अउर परमेस्सर मोका तजि दिहे अहइ। परमेस्सर अब मोका जवाब न देइहीं। उ मोका जवाब देइ बरे नबियन या सपन क प्रयोग न करिहीं। इहइ कारण अहइ कि मइँ तोहका बोलाएउँ। मइँ चाहत अहउँ कि तू बतावा कि मइँ का करउँ।” 16 समूएल कहेस, “यहोवा तोहका तजि दिहे अहइ। अब उ तोहरे पड़ोसी क संग अहइ। ऍह बरे तू मोका काहे बोलाया? 17 यहोवा उहइ किहस जउन उ करइ क कहे रहा। यहोवा मोर प्रयोग तोहका बतावइ बरे कि उ का करी, किहेस ह। यहोवा तोहरे हाथे स राज्ज झपट लिहस ह। यहोवा तोहरे हाथ स राज्ज तोहरे पड़ोसियन मँ स एक क दइ दिहस। उ पड़ोसी दाऊद अहइ। 18 तू यहोवा क आग्या क पालन नाहीं किहा। तू अमालेकियन क नास नाहीं किहा अउ ओनका नाहीं देखाया कि यहोवा ओन पइ केतँना कोहान बाटइ। उहइ कारण अहइ कि यहोवा तोहरे संग आजु इ किहस ह। 19 फुन यहोवा तोहरे संग इस्राएलियन क पलिस्ती स हरवइहीं। अउर भियान तू अउ तोहार पूत हिआँ मोर संग होइहीं।” 20 साऊल भुइयाँ प भहराइ पड़ा। साऊल, समूएल स कही गइ बातन स डेरान रहा। साऊल बहोत दुर्बल होइ गवा काहेकि उ पूरा दिन अउ रात कउनो खइया नाहीं खाए रहा। 21 मेहरारु साऊल क लगे आइ। उ लखेस कि साऊल फुरइ ससान रहा। उ कहेस, “लखा, मइँ आपक सेविका अहउँ। मइँ आपक आग्या क मानेउँ ह। मइ आपन जिन्नगी क खतरा मँ नाएउँ ह अउर आप जउन कहेन ह, उहइ किहेउँ। 22 अब कृपा कइके मोरउ सुना। मोका तोहरे बरे कछू खइया क देइ द्या। तब आप मँ ऍतनी सक्ती आइ कि आप अपने राहे प जाइ सकइँ।” 23 मुला साऊल इनकार किहस। उ कहेस, “मइँ न खाब।” साऊल क अफसर लोग उ मेहरारु क साथ दिहन अउ ओसे भोजन बरे बिनती किहन। साऊल ओनकइ बात सुनेस। उ भुइयाँ स उठा अउ बिछउना प बइठा। 24 उ मेहरारु क घरे मँ एक ठु मोट बछवा रहा। उ हाली स बछवा क मारेस। उ कछू आटा लिहस अउ ओका हाथे स सानेस। तब उ बे खमीरे क रोटी बनाएस। 25 मेहरारु भोजन साऊल अउ ओकरे अफसरन क अगवा धरेस। साऊल अउ ओकर अफसरन ओका खाएन। तउ उ लोग उठेन अउर उहइ रात क चली गएन।

29:1 पलिस्तियन आपन सब सिपाहियन क आपुस मँ बटोरेन। इस्राएलियन सोता क पास यिज्रेल मँ डेरा डाएन। 2 पलिस्ती अफसर लोगन आपन एक सौ अउर एक हजार फउज क टुकड़ी क संग आगे बढ़त रहेन। दाऊद अउ ओकर मनई आकीस क संग फउज क पाछे पाछे कदम बढ़ावत चलत रहेन। 3 पलिस्ती अफसरन पूछेस, “इ सबइ हिब्रू हिआँ का करत अहइँ।”आकीस पलिस्ती अफसरन स कहेस, “इ दाऊद अहइ। दाऊद साऊल क अफसरन मँ स एक रहा। दाऊद मोरे लगे बहोत टेमॅ स बाटइ। मइँ दाऊद मँ कउनो दोख तब स नाहीं लखेउँ जब ते इ साऊल क तजेस अउ मोरे लगे आवा।” 4 मुला पलिस्ती अफसर लोग आकीस पइ कोहाइ गएन। उ पचे कहेन, “दाऊद क वापस पठवा। दाऊद क उ सहर मँ वापस जाइ चाही जेका तू ओका दिहा ह। उ हम पचन क संग जुद्ध मँ नाहीं जाइ सकत्या। जदि उ हिआँ बाटइ तउ हम पचे आपन डेरा मँ एक दुस्मन क धरे अही। उ हमार आपन मनइयन क मारिके आपन राजा साऊल क खुस करी। 5 दाऊद उहइ मनई अहइ जेकरे बरे इ गाना मँ इस्राएली मनई गावत अउ नाचत हीं:‘साऊल हजारन क मारेस।मुला दाऊद दसहु हजारन क मारेस।’ 6 ऍह बरे, आकीस दाऊद क बोलाएस। उ कहेस, “यहोवा सास्वत अहइ, तू हमार भगत अहा। मइँ खुस होत जदि तू हमरी फउज मँ सेवा करत्या। जउने दिना स तू मोरे लगे आया ह, मइँ तोहमाँ कउनो दोख नाहीं पाएउँ ह। मुला पलिस्ती अफसर लोगन तोहार बरे नीक नाहीं सोचत। 7 अब तू सान्तिपूर्वक जा। पलिस्ती अफसर लोगन क खिलाफ कछू न करा।” 8 दाऊद कहेस, “मइँ का गल्ती किहेउँ ह? जब ते मइँ तोहरे लगे आवा हउँ तू मोरे भीतर कउन तब स आजु तलक कउन बुराई लख्या ह। मोरे पर्भू, राजा क दुस्मनन क खिलाफ तू मोका काहे नाहीं लड़इ देत्या?” 9 आकीस उत्तर दिहस, “मइँ जानत हँउ कि मइँ तोहका पसन्द करत हँउ। तू परमेस्सर क हिआँ सरगदूत क समान अहा। मुला पलिस्ती अफसर अबहुँ कहत हीं, ‘दाऊद हम पचन क संग जुद्ध मँ नाहीं जाइ सकत।’ 10 तड़के भिन्सारे तू अउर तोहार लोग वापिस जइहीं। उ सहर क लउटि जा जेका मँइ तोहका दिहेउँ ह। ओन अफसर लोग पइ धियान जिन द्या जउन तोहरे बरे बुरी बात कहत हीं। ऍह बरे जइसे ही सूरज निकरइ चल द्या।” 11 ऍह बरे दाऊद अउ ओकर लोग तड़के भिन्सार होत उठेन। उ पचे पलिस्तियन क देस मँ लौटि गएन। अउ पलिस्ती यिज्रेल क गएन।

30:1 तिसरे दिना दाऊद अउ ओकर मनई सिकलग पहँुचि आएन। उ पचे लखेन कि अमालेकी सिकलग प हमला करत बाटइ। अमालेकी नेगव पहँटा प हमला किहे रहेन। उ पचे सिकलग प हमला किहन अउ सहर क बारि दिहन। 2 उ पचे सिकलग क मेहररुअन क बन्दी बनाइके लइ गएन। उ सबइ जवान अउ बूढ़न सबहिं क लइ गएन। उ पचे कउनो मनइयन क मारेन नाहीं। उ पचे सिरिफ ओनकइ लइके चलि दिहन। 3 दाऊद अउ ओकर मनई सिकलग आएन। अउर उ पचे नगर क बरत पाएन। ओनकई मेहरारुअन, पूतन अउ बिटियन क बन्दी बना लेइ गवा रहा अमालेकी लोग ओनका लइ गएन। 4 दाऊद अउ ओकरी फउज क दूसर लोग तब तलक रोवत रहेन जब तलक उ सबइ थक जाइके कारण रोवइ क लायक नाहीं रहि पाएन। 5 अमालेकी दाऊद क दुइ मेहरारू यिज्रेल क अहीनोअम अउ कमेर्ल क नाबाल क रँाड़ अबीगैल क लइ गएन। 6 फउज क सब लोग दुःखी अउ गुस्सान रहेन काहेकि ओनकइ बेटवा-बिटिया कइदी बनइ लीन्ह ग रहिन। उ पचे दाऊद क पाथर स मारि डावइ क सलाह करत रहेन। ऍहसे दाऊद बहोतइ घबराइ गवा। मुला दाऊद आपन यहोवा परमेस्सर मँ सक्ती पाएस। 7 दाऊद याजक एब्यातार स कहेस, “एपोद लइ आवा।” ऍह बरे एब्यातार दाऊद बरे एपोद लइ आएस।” 8 तब दाऊद यहोवा स पराथना किहस, “का मोका उ मनइयन क पाछा करइ चाही जउन हमरे परिवारे क उठाइ लइ ग बाटेन? का मइँ धइ लेइ?” यहोवा जवाब दिहस, “ओनकइ पाछा करा। तू ओनका धइ लेब्या। तू आपन परिवार क बचाइ लेब्या।” 9 दाऊद आपन छ: सौ मनइयन क संग लिहस अउ उ बसोर क घाटी मँ गवा। ओहमाँ स कछू लोग उहइ ठउर प ठहर गएन। लगभग दुई सौ मनई ठहर गएन काहेकी उ पचे बहोत जिआदा थक ग रहेन अउ दुर्बल होइ जाइ स नाहीं चल सकत रहेन। ऍह बरे दाऊद अउ चार सौ मनइयन अमालेकियन क पाछा किहन। 10 11 दाऊद क मनइयन एक ठु मिस्री क खेत मँ लखेन। उ पचे मिस्री क दाऊद क लगे लइ गएन। उ पचे पिअइ क तनिक पानी अउ खाइ बरे भोजन दिहन। 12 उ पचे मिस्री क अंजीर क टिकिया अउ झुरान अंगूरे क दुइ गुच्छन दिहन। खइया क खाए क पाछे उ चंगा भवा। उ तीन दिन अउ तीन राति स न कछू खाए रहा अउ न ही पानी पिए रहा। 13 दाऊद मिस्री स पूछेस, “तोहार सुआमी कउन अहइ? तू कहाँ आवा ह?”मिस्री जवाब दिहस, “मइँ मिस्री अहउँ। मइँ एक ठु अमालेकी क दास अहउँ। तीन दिना पहिले मइँ बेराम पड़ि गवा रहेउँ अउ मोर सुआमी मोका तजि दिहस। 14 हम पचे नेगव प धावा बोलि दीन्ह जहाँ करथीत रहत हीं। हम पचे यहूदा पहँटा प धावा बोलेन अउ नेगव पहँटा प जहाँ कालेब लोग रहत हीं। हम पचे सिकलग क भी बार दीन्ह।” 15 दाऊद मिस्री स पूछेस, “का तू उ मनइयन क लगे मोका पहुँचउब्या जउन हमरे परिवारे क लइ गवा अहइँ?”मिस्री जवाब दिहस, “तू परमेस्सर क समन्वा प्रण करा कि तू मोका न मरब्या न ही मोका मोर सुआमी क हाथ मँ देब्या! जदि तू अइसा करब्या तउ मइँ ओका धरवावइ मँ तोहार मदद करब।” 16 मिस्री अमालेकियन क दाऊद क हिआँ पहोंचाएस। उ पचे चारिहुँ कइँती जमीन प मधु पीतेन अउ खइया क खात ओलरा रहतेन। उ पचे पलिस्ती अउ यहूदा क पहँटा स बहोत सी चीज जउन लइ आए रहेन, उहइ स जलसा मनावत रहेन। 17 दाऊद ओनका हराएस अउ ओनका मारि डाएस। उ पचे सूरज निकरइ स अगवा दिन तक जूझेन। अमालेकियन मँ स चार सौ जवानन क अलावा जउन ऊँटे प चढ़िके परानेन कउनो नाहीं बच पावा। 18 दाऊद क आपन दुइनउँ मेहरारु फुन मिल गइन। दाऊद उ सबहिं चीजन क पाएस जेनका अमालेकी लइ ग रहेन। 19 कउनो चीज खोइ नाहीं। उ पचे सब गदेलन अउ बुढ़वन क पाइ लिहन। उ पचे आपन सब पूत अउ बिटियन क पाएन। ओनका आपन कीमती चीज मिल गइ। उ पचे आपन हर एक चीज वापस पाएन जउन अमालेकी लइ ग रहेन। दाऊद हर चीज क फुन लौटाइ लिआइ। 20 दाऊद हर भेड़ी अउ गोरु क लइ लिहस। दाऊद क मनइयन इ पसून क अगवा चलाएन। दाऊद क मनइयन कहेन, “इ सब दाऊद क ईनाम अहइँ।” 21 दाऊद हुवाँ आवा जहाँ दुई सौ मनई बेसोर क घाटी मँ ठहरा रहेन। उ उहइ मनई रहेन जउन बहोतइ थका अउ कमजोर रहेन। ऍह बरे दाऊद क संग नाहीं जाइ सकत रहेन। उ मनइयन दाऊद अउ उ सिपाहियन क सुआगत करइ बाहेर आएन जउन ओकरे संग गवा रहेन। बेसोर क घाटी मँ ठहरे भए मनइयन दाऊद अउ ओकरी फउज क बधाई दिहन जइसे ही उ निअरे आएन। 22 मुला जउन टुकड़ी दाऊद क संग गइ ओहमाँ कछू बुरा अउ परेसानी पइदा करइवाला मनई रहेन। उ परेसानी पइदा करइवालन कहेन, “इ दुई सौ मनई हम पचन क संग नाहीं गएन। ऍह बरे जउन चीज हम लइ आए अही ओहमाँ स कछू हम ऍनका न देब। इ मनइयन सिरिफ आपन मेहरारु अउ बचवन क लइ सकत हीं।” 23 दाऊद जवाब दिहस, “नाहीं मोर भइया लोगो, अइसा जिन करा। इ बिसय मँ सोचा कि यहोवा हमका का दिहे अहइ। यहोवा हम पचन क उ दुस्मन क हरावइ दिहेस ह जउन हम पचन प हमला किहस ह। 24 जउन तू कहत अहा ओका कउनो न मानी। उ मनइयन क हींसा भी, जउन बाँटइ वाली चीजन क संग ठहरा रहेन, ओतनँइ होइ जेतँना ओनका जउन जुद्ध मँ गवा रहेन। सब क हींसा बराबर होइ।” 25 दाऊद ओका इस्राएल बरे हुकुम अउ नेम बनाइ दिहस। इ नेमँ अब तलक लागू होइके चला आवा बाटइ। 26 दाऊद सिकलग मँ आवा। तब उ उ चीजन मँ स, जउन अमालेकियन स लइ लीन्ह ग रहिन, कछू चीजन क आपन मीत लोगन यहूदा क नेता लोगन क पठएस। दाऊद कहेस, “इ सब भेंट आप लोगन क उ चीजन मँ स अहइ जेनका हम पचे यहोवा क दुस्मनन स पावा ह।” 27 दाऊद उ चीजन मँ स जउन अमालेकियन स मिली रहिन, कछू जउन बेतेल क प्रमुख लोग, नेगव क रमीथ, यत्तीर, 28 अरोएर, सिपमोत, एस्तमो, 29 रकल, यरहमेलियन अउ केनि क सहरन, 30 होर्मा, बोरासान अउ अताक मँ, 31 अउ हेब्रान क पठएस। दाऊद उ चीजन मँ स कछू क ओन सबहिं ठउरन क प्रमुख लोगन क पठएस जहाँ दाऊद अउ ओकर लोग रहत रहेन।

31:1 पलिस्ती इस्राएल क खिलाफ लड़ेन, अउ इस्राएली पलिस्तियन क समन्वा स पराइ गएन। बहोत स इस्राएली गिलबो पहाड़े प मारा गएन। 2 पलिस्ती साऊल अउ ओकरे पूतन क पकड़ेन। पलिस्ती साऊल क पूत योनातान, अबीनादाब अउ मल्किसु क मारि डाएन। 3 जुद्ध साऊल क खिलाफ बहोतइ बुरा रहा। धनुर्धारी लोग साऊल प बाण बरसाइ दिहन अउ साऊल बुरी तरह घायल होइ गवा। 4 साऊल आपन उ नउकर स जउन कवच लइके चलत रहा कहेस, “आपन तरवार निकारा अउ मोका मारि डावा। तउ उ सबइ बिदेसी मोका चोट पहुँचावइ अउ मोर मसखरी करइ न अइहीं।” मुला साऊल क कवच ढोवइया अइसा करइ स इनकार किहस। साऊल क सहायक बहोत डरा भवा रहा।ऍह बरे साऊल आपन तरवार लिहेस अउ आपन क मारि डाएस। 5 कवच क ढोवइया लखेस कि साऊल मरि गवा। ऍह पइ उ भी आपन तरवारि स आपन क मारि डाएस। उ हुवँइ साऊल क संग मरि गवा। 6 इ तरह साऊल, ओकर तीन पूत अउ ओकर कवच ढोवइया सबहिं एक संग उहइ दिन मर गएन। 7 इस्राएलियन जउन घाटी क दूसर कइँती अउर यरदन नदी क दूसर कइँती रहत रहेन, लखेन कि इस्राएली फउज परात बाटइ। उ पचे लखेन कि साऊल अउ ओकर पूत मर गएन। ऍह बरे उ इस्राएलियन आपन सहर तजि दिहन अउ भाग पराइ गएन। तब पलिस्ती आएन। उ पचे उ सहरन मँ रहइ लागेन। 8 दूसरे दिन, पलिस्तियन ल्हासे स चीजन क लेइ आएन। उ पचे साऊल अउ ओकर तीनहुँ पूतन क गिलबो पहाड़े प मरा पाएन। 9 पलिस्तियन साऊल क मूँड़ काटि लिहन अउ ओकर कवच लइ लिहन। उ पचे इ खबर क पलिस्ती मनइयन अउ आपन देवमूतिर्यन क मन्दिर तलक लइ गएन। 10 उ पचे साऊल क कवच क आस्तोरेत क मन्दिर मँ धरेन। पलिस्तियन साऊल क ल्हास बेतसान क देवारे प टाँगेन भी। 11 याबेस गिलाद क मनइयन ओनँ सबहिं कारनामन क सुनेन जउन पलिस्तियन साऊल क संग किहस। 12 ऍह बरे याबेस क सबहिं फउजी बेतसान पहोंचेन। उ पचे सारी रात चलत रहेन। अउर उ पचे साऊल क ल्हासे क बेतसान क देवारे स उतारेन। उ पचे साऊल क पूतन क ल्हासन क भी उतारेन। तब उ पचे इ ल्हासन क याबेस लइ गएन अउर हुवाँ साऊल अउ ओकरे तीनहुँ पूतन क ल्हासे क पूँकि दिहन। 13 तब उ लोगन साऊल अउ ओकरे तीनहुँ पूतन क अस्थियन क बटोर लिहन। अउर ओनका याबेस मँ पेड़ क तरे दफनाइ दिहन। तब याबेस क लोग सोक मनाएन। याबेस क मनइयन सात दिना तलक उपवास राखेन।”