2 Kings

1:1 अहाब क मरइ क पाछे मोआब इस्राएल क हुकूमत स अजाद होइ गवा। 2 एक दिना अहज्याह सोमरोन मँ अपने घरे क छत पइ क ऊपर क कमरा क जंगले मँ स गिर गवा। उ बुरी तरह घायल होइ गवा। अहज्याह सँदेसवाहक क बोलाएस अउ ओनसे कहेस, “एक्रोन क देवता बालजबूब क याजकन क लगे जा। ओनसे पूछा कि का मइँ अपनी चोटन स तन्दुरूस्त होइ सकब।” 3 किन्तु यहोवा क दूत तिसबी एलिय्याह स कहेस, “राजा अहज्याह सोमरोन स कछू सँदेसवाहक पठएस ह। जा अउर एन लोगन स मिला। ओनसे इ कहा, ‘इस्राएल मँ परमेस्सर अहइ। तउ तू लोग एक्रोन क देवता बालजबूब स सवाल करइ काहे जात अहा? 4 राजा अहज्याह स इ सबइ बातन कहा: यहोवा कहत ह: तू अपने बिछउना स उठि नाहीं पउब्या। तू मरब्यो।”‘ तब एलिय्याह चल पड़ा अउर उ अहज्याह क सेवकन स इहइ सब्द कहेस। 5 सँदेसवाहक अहज्याह क लगे लौटि आएन। अहज्याह सँदेसवाहकन स पुछेस, “तू लोग एँतना हाली काहे लउट्या?” 6 सँदेसवाहकन अहज्याह स कहेन, “एक ठु मनई हम स भेंटइ आवा। उ हम लोगन स उ राजा क लगे वापस जाइ क कहेस जउन हमका पठए रहा अउर ओहसे यहोवा जउन कहेस, उ कहइ क कहेस, ‘इस्राएल मँ एक परमेस्सर अहइ। तउ तू एक्रोन क देवता बालजबूब स सवाल करइ बरे सँदेसवाहकन क काहे पठया। काहेकि तू इ किहा ह इ कारण तू अपने बिछउना स नाहीं उठब्या। तू मरब्या।’” 7 अहज्याह सँदेसवाहकन स पूछेस, “जउन मनई तोहसे मिला अउर जउन तोहसे अइसा कहेस उ कइसा देखॉइ पड़ता रहा?” 8 सँदेसवाहकन अहज्याह स कहेन, “उ मनई क बदन पइ बहोत बार रहा अउर अपनी कमर मँ एक ठु चमड़ा क पेटी बाँधे रहा।” तब अहज्याह कहेस, “इ तिसबी एलिय्याह अहइ।” 9 अहज्याह एक ठु सेनापति अउर पचास मनइयन क एलिय्याह क लगे पठएस। सेनापति एलिय्याह क लगे गवा। उ समइ एलिय्याह एक ठु पहाड़ी क चोटी पइ बइठा रहा। सेनापति एलिय्याह स कहेस, “परमेस्सर क जन राजा क आदेस अहइ, ‘खाले आवा।”‘ 10 एलिय्याह पचास फउजियन क सेनापति क जवाब दिहस, “जदि मइँ परमेस्सर क जन हउँ तउ सरग स आगी भहराइ पड़इ अउर तोहका एवं पचास फउजियन क नस्ट कइ देइ।”एह बरे सरग स आगी गिर पड़ी अउर उ सेनापति अउ ओकरे पचास मनइयन क नस्ट कइ दिहस। 11 अहज्याह दूसर फउजी अउ पचास फउजियन क पठएस। सेनापति एलिय्याह स कहेस, “परमेस्सर क जन राजा क आदेस अहइ ‘हाली खाले आवा।”‘ 12 एलिय्याह सेनापति अउर ओकरे पचास फउजियन स कहेस, “जदि मइँ परमेस्सर क जन हउँ तउ सरग स आगी भहराइ पड़इ अउर उ तोहका अउ तोहरे पचास फउजियन क बर्बाद कइ देइ।” परमेस्सर क आगी सरग स गिर पड़ी अउर सेनापति एवं पचास फउजियन क बर्बाद कइ दिहस। 13 अहज्याह तीसरे सेनापति क पचास फउजियन क संग पठएस। पचास फउजियन क सेनापति एलिय्याह क लगे आवा। सेनापतियन घुटनन क बल झुक कइ पराथना किहस, “हे परमेस्सर क जन मइँ तोह स पराथना करत हउँ, कृपा कइके मोर जिन्नगी अउ मोर एन पचास सेवकन क जिन्नगी क अपनी निगाह मँ मूल्यवान मानइँ। 14 सरग स आगी गिर पड़ी अउर पहिले दुइ सेनापतियन अउ ओनके पचास फउजियन क उ बर्बाद कइ दिहस। किन्तु अब कृपा करइँ अउर हमका जिअत रहइ देइँ।” 15 यहोवा क दूत एलिय्याह स कहेस, “सेनापति क संग जा। ओहसे डेराअ जिन।” एह बरे एलिय्याह सेनापति क संग राजा अहज्याह क लखइ गवा। 16 एलिय्याह अहज्याह स कहेस, “इस्राएल मँ परमेस्सर अहइ ही, तउ भी तू सँदेसवाहकन क एक्रोन क देवता बालजबूब स सवाल करइ काहे पठया? काहेकि तू इ किहा ह, इ कारण तू अपने बिछउना स नाहीं उठब्या। तू मरब्या।” 17 अहज्याह वइसे ही मरा जइसा यहोवा एलिय्याह क जरिये कहे रहा। अहज्याह क कउनो पूत नाहीं रहा। एह बरे अहज्याह क पाछे यहोराम नवा राजा भवा। यहोराम यहूदा क राजा यहोसापात क पूत यहोराम क राज्जकाल क दूसरे बरिस हुकूमत करब सुरू किहस। 18 अहज्याह जउन दूसर कारज किहस उ सबइ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे गए अहइँ।

2:1 इ लगभग उ समइ रहा जब यहोवा एक हाव क चक्रवात क जरिये एलिय्याह क सरग मँ लइ जाइवाला रहेन। एलिय्याह एलीसा क संग गिलगाल गवा। 2 एलिय्याह एलीसा स कहेस, “कृपा कइके हिअइँ रूका, काहेकि यहोवा मोका बेतेल जाइ क कहेस ह।”किन्तु एलीसा कहेस, “मइँ यहोवा अउर तोहार जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि तोहार क संग नाहीं छोड़ब।” एह बरे दुइनउँ लोग बेतेल तलक गएन। 3 बेतेल क नबियन क समूह एलीसा क लगे आवा अउर उ एलीसा स कहेस, “का तू जानत अहा कि आजु तोहरे सुआमी क यहोवा तोहसे अलग कइके लइ जाइ?”एलीसा कहेस, “हाँ, मइँ एका जानत हउँ। इ बारे मँ बातन न करा।” 4 एलिय्याह एलीसा स कहेस, “मेहरबानी कइके हिअँर ठहरा काहेकि यहोवा मोका यरीहो जाइ क कहेस ह।”किन्तु एलीसा कहेस, “मइँ यहोवा अउर तोहार जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहार संग नाहीं तजब।” एह बरे दुइनउँ लोग यरीहो गएन। 5 यरीहो क नबियन क समूह एलीसा क लगे आवा अउर उ पचे ओहसे कहेन, “का तोहका मालूम अहइ कि यहोवा आजु तोहरे सुआमी क तोहसे दूर लइ जाइ।”एलिसा कहेस, “हाँ, मइँ एका जानत हउँ। इ बारे मँ बातन न करा।” 6 एलिय्याह एलीसा स कहेस, “मेहरबानी कइके हिअँइ ठहरा काहेकि यहोवा मोका यरदन नदी तलक जाइ क कहेस ह।”एलीसा जवाब दिहस, “मइँ यहोवा अउर तोहार जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहार क संग नाहीं तजब।” एह बरे दुइन मनई चलत रहेन। 7 नबियन क समूह मँ स पचास मनइयन ओनकर अनुसरण किहन। एलिय्याह अउर एलीसा यरदन नदी पइ रूक गएन। पचास मनई एलिय्याह अउ एलीसा स कछू दूर खड़े रहेन। 8 एलिय्याह आपन अगंरखा उतारेस, ओका तह किहेस अउर ओहसे पानी पइ चोट किहस। पानी दाईं कइँती बाईं कइँती क फट गवा। एलिय्याह अउ एलीसा झुरान भुइँया पइ चलिके नदी क पार किहेस। 9 जब उ पचे यरदन नदी क पार कइ लिहन तब एलिय्याह एलीसा स कहेस, “एहसे पहिले कि परमेस्सर मोका तोहसे दूर लइ जाइ, तू का चाहत अहा कि मइँ तोहरे बरे करउँ।”एलीसा कहेस, “मोका तोहार आतिमा क दुईगुणा हींसा द्या।” 10 एलिय्याह कहेस, “तू कठिन चीज माँग्या ह। जदि तू मोका उ समइ लखब्या जब मोका लइ जावा जाइ तउ उहइ होइ। किन्तु जदि तू मोका नाहीं लखि पउव्या तउ उ नाहीं होइ।”परमेस्सर एलिय्याह क सरग मँ लइ जात ह 11 एलिय्याह अउ एलीसा एक संग बातन करत भए टहरत रहेन। अचानक कछू घोड़न अउ एक ठु रथ आवा अउर उ पचे एलिय्याह क एलीसा स अलग कइ दिहेन। घोड़न अउ रथ आगी क तरह रहेन। तब एलिय्याह एक ठु बौड़ंर मँ सरग क चला गवा। 12 एलीसा एका लखेस अउ जोर स गोहराएस, “मोर बाप। मोर बाप। इस्राएल क रथ अउर ओकर घोड़सवार फउजी।”एलीसा एलिय्याह क फुन कबहुँ नाहीं लखेस। एलीसा आपन आपन ओढ़नन क मूठी मँ भरेस, अउर आपन सोक परगट करइ बरे, ओनका फार ड़ाएस। 13 एलिय्याह क अंगरखा भुइँया पइ गिर पड़ा रहा। एह बरे एलीसा ओका उठाइ लिहस। फुन उ वापिस आएन अउर यरदन नदी क किनारे पइ खड़ा होइ गवा। 14 एलीसा एलिय्याह क अंगरखा लिहेस, जउन भूइँया पइ गिर गवा रहा। एलीसा एका पानी पइ चोट किहस अउर कहेस, “एलिय्याह क परमेस्सर यहोवा, कहाँ अहइ?” जइसेन ही एलीसा पानी पइ चोट किहस, पानी दाईं अउ बाईं कइँती फट गवा अउ एलीसा नदी पार किहेस। 15 जब यरीहो क नबियन क समूह एलीसा क लखेस, उ पचे कहेन, “एलिय्याह क आतिमा अब एलीसा पइ अहइ।” उ पचे एलीसा स मिलइ आएन। उ पचे एलीसा क समन्वा खाले भुइँया तलक प्रणाम करइ निहुरेन। 16 उ पचे ओहसे कहेन, “लखा, हम अच्छे खासे पचास मनई अही। मेहरबानी कइके एका जाइ द्या अउर अपने सुआमी क हेरइ द्या। होइ सकत ह यहोवा क सक्ती एलिय्याह क ऊपर लइ लिहे होइ अउर ओका कउनो पर्वत या घाटी मँ भहराइ दिहे होइ।”मुला एलीसा जवाब दिहस, “नाहीं, एलिय्याह क खोज बरे मनइयन क जिन पठवा।” 17 नबियन क समूह एलीसा स एतना जियादा पराथना किहस, कि उ उलझन मँ पड़ गवा। तब एलीसा कहेस, “ठीक अहइ, एलिय्याह क खोज मँ मनइयन क पठइ द्या।”नबियन क समूह पचास मनइयन क एलिय्याह क खोज बरे पठएस। उ पचे तीन दिन तलक खोज किहेन मुला उ पचे एलिय्याह क न पाइ सकेन। 18 एह बरे उ सबइ लोग यरीहो गएन जहाँ एलीसा ठहरा रहा। उ ओन लोगन स कहस, का मइँ तोहसे न खोजइ बरे नाहीं कहे रहा।एलीसा पानी क सुद्ध करत ह 19 नगर क बसइया लोग एलीसा स कहेन, “महोदय, आप अनुभव कइ सकत हीं कि इ नगर सुन्दर ठउर मँ अहइ। किन्तु हिआँ पानी बुरा अहइ। इहइ कारण अहइ कि भुइँया मँ फसल क उपज नाहीं होत।” 20 एलीसा कहेस, “मोरे लगे एक ठु नवा खोरा लिआवा अउर ओहमा नून रखा।”लोग नवा खोरा क एलीसा क लगे लइ आएन। 21 तब एलीसा उ ठउरे पइ गवा जहाँ पानी भुइँया स निकरत रहा। एलीसा नून क पानी मँ लोकाइ दिहस। उ कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘मइँ इ पानी क सुद्ध करत हउँ। अब, मइँ इ पानी स कउनो क मरइ नाहीं देब, अउर न ही भुइँया क अच्छी फसल देइ स रोकब।”‘ 22 पानी सुद्ध होइ गवा अउर पानी अब तलक भी सुद्ध अहइ। इ वइसा ही भवा जइसा एलीसा कहे रहा। 23 उ नगर स एलीसा बेतेल गवा। एलीसा नगर कँइती पहाड़ी पइ चलत रहा जब कछू लरिकन नगर स खाले आवत रहेन। उ पचे एलीसा क मजाक उड़ावइ लागेन अउर उ पचे कहेन, “हे गंजे, तू ऊपर च़ढि जा। हे गंजे तू ऊपर चढ़ि जा।” 24 एलीसा मुड़िके ओनका लखेस। उ यहोवा स बिनती किहेस कि ओनके संग बुरा होइ। उहइ समइ जंगल स दुइ ठु रीछ आइके ओन लरिकन पइ हमला किहन, हुवाँ बयालीस लरिकन रछिन क जरिये फार दीन्ह गएन। 25 हुवाँ स एलीसा कम्मेज्र्लि पर्वत पइ गवा, ओकरे पाछे उ वापिस सोमरोन क गवा।

3:1 अहाब क पूत यहोराम सोमरोन मँ इस्राएल क राजा बना। यहोसापात क यहूदा पई राजकाल क अट्ठारहवें बरिस मँ यहोराम राज्ज करब सुरू किहेस। यहोराम बारह बरिस तलक इस्राएल पई राज किहेस। 2 यहोराम उ सब किहेस जउन यहोवा क निगाह मँ बुरा अहइ। परन्तु यहोराम अपने महतारी बाप क तरह न रहा काहेकि उ उ स्तम्भ क दूर कइ दिहस जउन ओकर बाप बाल क पूजा बरे बनवाए रहा। 3 परन्तु उ नबात क पूत यारोबाम क अइसे पापन क, जइसे उ इस्राएल स भी कराएस, करत रहा अउर ओनसे न फिरा। 4 मेसा मोआब क राजा रहा। ओकरे लगे बहोत बोकरियन रहिन। मेसा एक लाख मेमनन अउर एक लाख भेड़ा क ऊन इस्राएल क राजा क भेटेंस। 5 मुला अहाब क मउत क पाछे मोआब क राजा इस्राएल क राजा क बिरूद्ध बिद्रोह कई दिहेस। 6 तब राजा यहोराम सोमरोन क बाहेर निकरा अउ उ इस्राएल क सबहिं मनइयन क बटोरेस। 7 यहोराम यहूदा क राजा यहोसापात क लगे संदेसवाहक पठएस। यहोराम कहेस, “मोआब क राजा मोर बिरूद्ध विद्रोह कई दिहा ह। का तू मोआब क खिलाफ जुद्ध करइ मोरे संग चलब्या?”यहोसापात कहेस, “हाँ, मइँ तोहरे संग चलब। हम दुइनउँ एक फउज क तरह मिल जाब। मोर फउज तोहकरे फउजियन जइसे होइहीं। मोर घोड़न तोहरे घोड़न जइसे होइहीं।” 8 यहोसापात यहोसाराम स पूछेस, “हमका कउने राहे स चलइ चाही? “यहोराम कहेस, “एदोम क मरूस्थल क रास्ता स।” 9 एह बरे इस्राएल क राजा यहूदा अउ एदोम क राजा लोगन क संग गवा। उ पचे लगभग सात दिन तलक चारिहुँ कइँती घूमत रहेन। सेना व ओनके गोरूअन बरे पर्याप्त पानी नाहीं रहा। 10 आपिर मँ इस्राएल क राजा यहोराम कहेस, “ओह, यहोवा फुरइ ही हम तीनहुँ राजा लोगन क एक संग एह बरे बोलाएस कि मोआबी हम लोगन क हरावइँ।” 11 मुला यहोसापात कहेस, “का हिआँ यहोवा क नबी नाहीं अहइ? हम लोग नबी स पूछी कि यहोवा हम क का करइ क बरे कहत ह।”इस्राएल क राजा क सेवकन मँ स एक ठु कहेस, “सापात क पूत एलीसा हिआँ अहइ। एलीसा, एलिय्याह क सेवक रहा।” 12 यहोसापात कहेस, “यहोवा क वागी एलीसा क लगे अहइ।”एह बरे इस्राएल क राजा (यहोराम), यहोसापात अउर एदोम क राजा एलीसा स मिलइ गएन। 13 एलीसा इस्राएल क राजा (यहोराम) स कहेस, “तू मोहसे का चाहत अहा? आपन बाप अउर महतारी क नबियन क लगे जा।”इस्राएल क राजा एलीसा स कहेस, “नाहीं, हम लोग तोहसे मिलइ आए अही, काहेकि यहोवा हम तीन राजा लोगन क एह बरे एक संग हिआँ बोलवा ह कि मोआबी हम लोगन क हरावइ।” 14 एलीसा कहेस, “मइँ यहूदा क राजा यहोसापात क सम्मान करत हउँ अउर मइँ सर्वसक्तीमान यहोवा क सेवा करत हउँ। उ निहचइ ही जिअत अहइ, एह बरे मइँ फुरइ कहत हउँ: मइँ न तउ तोह पइ दृस्टि डावत अउर न ही तोह पइ धियान देता, जदि यहूदा क राजा यहोसापात हिआँ न होत।” 15 किन्तु अब एक अइसे मनई क मोरे लगे लिआवा जउन वीणा बजावत होइ।”जब उ मनई वीणा बजाई तउ यहोवा क सक्ती एलीसा पइ उतरी। 16 तब एलीसा कहेस, “यहोवा इ कहत ह, घाटी मँ गड़हा खना। 17 यहोवा इहइ कहत ह: तू हवा क अनुभव नाहीं करब्या, तू बरखा भी नाहीं लखब्या। मुला उ घाटी जल स भरि जाइ। तू, तोहार गइयन अउ दूसर जनावरन क पानी पिअइ क मिली। 18 यहोवा क बरे इ करब सहल अहइ। उ तोहका मोआबियन क भी पराजित करइ देइ। 19 तू हर एक सुदृढ़ नगर अउर प्रमुख सहर पर आक्रमण करब्या। तू हर एक अच्छे बृच्छ क काट डउब्या। तू सबहिं पानी क सोतन क रोक देब्या। तू हरेक हरियर खेत क पाथरन स भरके नस्ट कइ देब्या।” 20 भिंसारे सुबह क बलि क समइ, एदोम क कइँती स पानी बहइ लाग अउर घाटी पानी स भर ग रहा। 21 मोआब क लोग सुनेन कि इस्राएल, यहूदा अउर एदोम क राजा लोग ओनके खिलाफ लड़इ बरे आए अहइँ। एह बरे मोआब क लोग कवच धारण करइवाला उमिर क सबहिं मनइयन क बटोरेन। ओन लोग जुद्ध बरे तइयार होइके चउहद्दी पइ प्रतीच्छा किहेन। 22 मोआब क लोग भी बहोत भिंसारे उठेन। उगत भवा सूरज घाटी क जल पइ चमकत रहा अउर मोआब क लोगन क उ खून क नाईं देखाइ देत रहा। 23 मोआब क लोग कहेन, “खून क धियान स लखा। राजा लोग जरूर ही एक दूसर क खिलाफ जुद्ध किहे होइहीं। उ पचे एक दूसर क जरूर नस्ट कइ दिहे होइहीं। हम चली अउर ओनके ल्हासन स कीमती चिजियन लइ लेइ।” 24 मोआबी लोग इस्राएली डेरे तलक आएन। किन्तु इस्राएली बाहेर निकरेन अउर उ पचे मोआबी फउज पइ आक्रमण कइ दिहन। मोआबी लोग इस्राएलियन क समन्वा स भाग खड़े भएन। इस्राएली मोआबियन स जुद्ध करइ ओनके पहँटा मँ घुस आएन। 25 उ नगरन क बर्बाद किहन। अउ उ पचे अच्छे खेत क हर एक फउजी दुआरा फेंकइ गवा पाथरन स भर दिहेस। उ पचे सबहिं पानी क सोतन क रोक दिहन अउर सबहिं नीक बृच्छन क काट डाएन। अउर कीर्हरेसेत मँ सिरिफ पाथर रहे गएन जउन ओनकर गुलेलन स फेंकइ गवा रहेन जउन नगर क घेर रखा रहेन। 26 मोआब क राजा लखेस कि जुद्ध ओकरे बरे बहोत जियादा प्रबल अहइ। एह बरे उ तरवार धारी सात सौ मनइयन क एदोम क राजा क बध करइ बरे सोझ फउज भेद क खातिर पठइ दिहेस। किन्तु उ पचे एदोम क राजा तलक फउज भेद नाहीं कइ पाएन। 27 तब मोआब क राजा अपने जेठ पूत क लिहस जउन ओकरे पाछे राजा होत। नगर क चारिहुँ कइँती क देवार पइ मोआब क राजा आपन पूत क भेंट होमबलि क रूप मँ दिहस। अउर हुआँ इस्राएल क विरुद्ध बहोत जियादा गुस्सा रहा। एह बरे इस्राएल क लोग मोआब क राजा क तजेन अउर अपने देस क लउट गएन।

4:1 नबियन क समूह मँ स एक ठु मनई क मेहरारू रही। उ मनई मर गवा। ओकर मेहरारू एलीसा क समन्वा आपन दुखड़ा रोएस, “मोर भतार तोहरे सेवक क नाईं रहा। अब मोर भतार मर गवा ह। तू जानत ह कि उ यहोवा क सम्मान करत रहा। किन्तु ओह पइ एक मनई क करजा रहा अउर अब उ मनई मोर दुइ लरिकन क आपन दास बनावइ बरे लेइ आवत अहइ।” 2 एलीसा पूछेस, “मइँ तोहार मदद कइसे कइ सकत हउँ? मोका बतावा कि तोहरे घरे मँ का अहइ?”उ मेहरारू कहेस, “मोरे घरे मँ कछू नाहीं। मोरे लगे सिरिफ जइतून क तेल क गगरी अहइ।” 3 तब एलीसा कहेस, “जा अउर आपन सब पड़ोसियन से खोरन उधार ल्या। उ सबइ खाली होइ चाही। बहोत स खोरन उधार ल्या। 4 तब अपने घरे जा अउर दरवाजन बन्द कइ ल्या। सिरिफ तू अउर तोहार पूत घरे मँ रहिहीं। तब एन सबइ खोरन मँ तेल नावा जब उ खोरन भर जाइ तउ ओनका एक अलग ठउरे पइ धरा।” 5 अब उ मेहरारू एलीसा क हिआँ स चली गइ, अपने घरे पहोंची अउर दरवाजन बंद कइ लिहस। सिरिफ उ अउर ओकर पूत घरे मँ रहेन। ओकर पूतन खोरन ओकरे लगे लिआएन अउर उ तेल नाएस। 6 उ बहोत स खोरन भरेस। आखिर मँ उ अपने पूत स कहेस, “मोरे लगे दूसर खोरन लिआवा।”मुला सभी खोरन भर चुका रहेन। पूतन मँ स एक ठु मेहरारू स कहेस, “अब कउनो खोरा नाहीं रहि गवा ह।” उ समइ गगरी क तेल खतम होइ चुका रहा। 7 तब उ मेहरारू आइ अउर उ परमेस्सर क जन (एलीसा) स इ घटना बताएस। एलीसा ओहसे कहेस, “जा, तेल क बेच द्या अउर अपना करजा लउटाइ द्या। जब तू तेल क बेच चुकब्यू अउ अपना करजा लउटाइ देब्यू तब तोहार अउ तोहरे पूतन क गुजारा बची रकम स होइ।” 8 एक दिना एलीसा सूनेम क गवा। सूनेम मँ एक ठु महत्वपूर्ण मेहरारू रहत रही। इ मेहरारू एलीसा स कहेस कि उ ठहरइ अउर ओकरे घरे खइया क खाइ। एह बरे जब भी एलीसा उ ठउरे स होइके जात रहा तब भोजन करइ बरे हुवाँ रुकत रहा। 9 उ मेहरारु अपने भतार स कहेस, “लखा मइँ समुझत हउँ कि एलीसा परमेस्सर क जन पवित्तर जन अहइ। उ सदा हमरे घरे होइके जात ह। 10 मेहरबानी कइके हम लोग एक ठु कमरा एलीसा बरे छते पइ बनाई। ओहमाँ हम लोग एक ठु बिछउना, एक ठु मेज, एक कुसीर् अउर एक ठु डीबट रख देइ। जब जब उ हमरे घर आवइ तउ उ इ कमरा क अपने रहइ बरे प्रयोग कइ सकत ह।” 11 एक दिना एलीसा उ मेहरारू क घरे आवा। उ उ कमरे मँ गवा अउर हुवाँ आराम किहेस। 12 एलीसा अपने सेवक गेहजी स कहेस, “सूनेमिन मेहरारू क बोलावा।”सेवक सूनेमिन मेहरारू क बोलाएस अउर उ ओकरे समन्वा आइ खड़ी भइ। 13 एलीसा अपने सेवक स कहेस, अब इ मेहरारू स कहा, ‘लखा हम लोगन क देखभाल बरे तू यथासंभव नीक किहा ह। हम लोग तोहरे बरे का करी? का तू चाहति अहा कि हम लोग तोहरे बरे राजा या सेना क सेनापति स बात करी?’”उ मेहरारू जवाब दिहस, “मइँ हिआँ बहोत अच्छी तरह अपने लोगन मँ रहत हउँ।” 14 एलीसा गेहजी स कहेस, “हम ओकरे बरे का कइ सकित ह?”गेहजी कहेस, “मइँ जानत हउँ कि ओकर पूतन नाहीं अहइ अउर ओकर भतार बूढ़ा अहइ।” 15 तब एलीसा कहेस, “ओका बोलावा।”एह बरे गेहजी उ मेहरारू क बोलाएस। उ आइ अउ ओकरे दरवाजे क लगे खड़ी होइ गइ। 16 एलीसा मेहरारू स कहेस, “अगले बसन्त मँ इ समइ तू अपने पूत क गले स लगाइ रही होइब्यू।”उ मेहरारू स कहेस, “नाहीं महोदय! परमेस्सर क जन, मोहसे झूठ जिन बोला।” 17 मुला उ मेहरारू क गरभ भवा। उ अगले बसन्त मँ एक ठु पूत क जन्म दिहस, जइसा एलीसा कहे रहा। 18 लड़का बड़ा भवा। एक दिना उ लड़का खेतन मँ अपने बाप अउर फसल काटत मनइयन क लखइ गवा। 19 लड़का अपने बाप स कहेस, “ओह मोर मूँड़। मोर मूँड़ फटा जात अहइ।”बाप अपने सेवक स कहेस, “एका अपनी महतारी क लगे लइ जा।” 20 सेवक उ लरीका क ओकरी महतारी क लगे लइ गवा। लरिका दुपहर तलक अपनी महतारी क गोदी मँ बइठा। तब उ मरि गवा। 21 उ मेहरारू लरिका क परमेस्सर क जन क बिछउने पइ ओलराइ दिहस। तब उ दरवाजा बन्द किहस अउर बाहेर चली गइ। 22 उ अपने भतारे क बोलाएस अउ कहेस, “मेहरबानी कइके मोरे लगे सेवकन मँ स एक अउ गदहन मँ स एक क पठवा। तब मइँ परमेस्सर क जन स भेंटइ हाली जाबइ अउर लउटि अउबइ।” 23 उ मेहरारू क भतार कहेस, “तू आज परमेस्सर क जन क लगे काहे जाइ चाहति अहा? इ नवचन्द्र या सबित क दिन नाहीं अहइ।”उ कहेस, “परेसान जिन ह्वा। सब कछू नीक होइ।” 24 तब उ एक गदहे पइ काठी धरेस अउ अपने सेवक स कहेस, “आवा चली अउ हाली करी। धीरे तबहिं चला जब मइँ कहउँ।” 25 उ मेहरारू परमेस्सर क जन स भेंटइ कम्मेर्ल पर्वत पइ गइ।परमेस्सर क जन सूनेमिन मेहरारू क दूर स आवत लखेस। एलीसा अपने सेवक गेहजी स कहेस, “लखा, उ सूनेमिन मेहरारू अहइ। 26 कृपा कइके अब दउड़ि के ओहसे भेंटा। ओहसे पूछा, ‘का सब कछू ठीक अहइ? का तू कुसल स अहा? का तोहार भतार कुसल स अहइ? का तोहार पूत कुसल ह?”‘गेहजी उ सूनेमिन मेहरारू स इहइ पूछेस। उ जवाब दिहस, “सब कुसल अहइ।” 27 मुला सूनेमिन मेहरारू स पर्वत पइ चढ़िके परमेस्सर क जन क लगे पहोंची। उ प्रणाम करइ निहुरी अउर उ एलीसा क गोड़ धइ लिहेस। गेहजी सूनेमिन मेहरारू क दूर हींच लेइ बरे निअरे आवा। किन्तु परमेस्सर क जन गेहजी स कहेस, “ओका अकेला छोड़ द्या। उ बहोत परेसान अहइ अउर यहोवा एकरे बारे मँ मोहसे नाहीं कहेस। यहोवा इ खबर मोहसे छुपाएस।” 28 तब सूनेमिन मेहरारू कहेस, “महोदय, मइँ आप स पूत नाहीं माँगे रहेउँ। मइँ आप स कहे रहेउँ, ‘आप मोका मूर्ख न बनावइँ।”‘ 29 तब एलीसा गेहजी स कहेस, “जाइ बरे तइयार होइ जा। मोर टहराइ क कुबरी लइ ल्या अउर जा। कउनो स बात करइ बरे न रूका। यदि तू कउनो मनई स मिला तउ ओका नमस्कार भी न कहा। जदि कउनो मनई नमस्कार करइ तउ तू ओकर जवाब भी न द्या। मोर टहरइ क कुबरी क बच्चा क चेहरा पइ रखा।” 30 मुला बच्चा क महतारी कहेस, “जइसा कि यहोवा सास्वत अहइ अउर आप जिअत अहइँ मइँ प्रतिग्या करति अहइँ कि मइँ तोहार बिना हिआँ स नाहीं जाब।”एह बरे एलीसा उठा अउर सूनेमिन मेहरारू क संग चल पड़ा। 31 गेहजी सूनेमिन मेहरारू क घर, एलीसा अउ सूनेमिन स पहिले पहोंचा। गेहजी टहरइ क कुबरी क बच्चा क चेहरे पइ धरेस। मुला बच्चा न कउनो बात किहस अउर न ही कउनो अइसा संकेत दिहस जेहसे इ लागइ कि उ कछु सुनेस ह। तब गेहजी एलीसा स मिलइ लउटा। गेहजी एलीसा स कहेस, “बच्चा नाहीं जगा।” 32 एलीसा घरे स आवा अउर बच्चा अपने बिछउना पइ मरा पड़ा रहा। 33 एलीसा कमरे मँ आवा अउर उ दरवाजा बन्द कइ लिहस। अब एलीसा अउर उ बच्चा कमरा मँ अकेल्ले रहेन। तब एलीसा यहोवा स पराथना किहेस। 34 एलीसा बिछउना पइ गवा अउ बच्चा पइ ओलरा। एलीसा आपन मुँह बच्चा क मुँहे पइ धरेस। एलीसा आपन आँखिन बच्चा की आँखिन पइ धरेस। एलीसा अपने हाथन क बच्चा क हाथन पइ धरेस। एलीसा अपने क बच्चा क ऊपर फइलाएस। तब बच्चा क तन गरम होइ गवा। 35 एलीसा उठा अउर कमरे मँ चारिहुँ कइँती घूमा। तब उ फुन बच्चा क ऊपर झुक गवा। तब बच्चा सात दाईं छींकेस अउर उ आँखिन खोलेस। 36 एलीसा गेहजी क बोलाएस अउर कहेस, “सूनेमिन मेहरारू क बोलावा।”गेहजी सूनेमिन मेहरारू क बोलाएस अउर उ एलीसा क लगे आइ। एलीसा कहेस, “अपने पूत क उठाइ ल्या।” 37 तब सूनेमिन मेहरारू कमरा मँ गइ अउ एलीसा क चरणन पइ निहुरी। तब उ अपने पूत क उठाएस अउर उ बाहेर गइ। 38 एलीसा फुन गिलगाल आइ गवा। उ समइ देस मँ भुखमरी क समइ रहा। नबियन क समूह एलीसा क समन्वा बइठ गवा। एलीसा अपने सेवक स कहेस, “बड़के बर्तन क आगी पइ धरा अउ नबियन क समूह बरे कछू सुरवा बनावा।” 39 एक ठु मनई खेतन मँ जड़ी-बूटी बटोरइ गवा। ओका एक जंगली बेल मिली। उ कछू जंगली लौकियन इ बेल स तोड़ेस अउ अपने लबादे क भर लिहस। तब उ आवा अउर जंगली लौकियन क बर्तन मँ डाइ दिहस। मुला न ओका अउर न ही दूसर नबियन क पता चला रहा कि उ कइसी लउकियन अहइँ? 40 तब उ पचे तनिक सुरवा मनइयन क खाइ बरे दिहन। मुला जब उ पचे सुरवा क खाब सुरू किहन, तउ उ पचे एलीसा स चिचिआइके कहेन, “परमेस्सर क जन! बर्तन मँ जहर बाटइ।” उ पचे बर्तन स कछू नाहीं खाइ सकेन काहेकि भोजन खाब खतरा स रहित नाहीं रहा। 41 मुला एलीसा स कहेस, “कछू आटा लिआवा।” उ पचे एलीसा क लगे आटा लइ आएन अउर उ पचे ओका बर्तन मँ नाइ दिहन। तब एलीसा कहेस, “सुरवा क लोगन क बरे नावा जेहसे उ पचे खाइ सकइँ।” 42 एक ठु मनई बालसालीसा स आवा अउर पहिली फसल स परमेस्सर क जन बरे रोटी लिआवा। उ मनई बीस ठु जौ क रोटियन अउ नवा अनाज क अपनी बोरी मँ लिआवा। तब एलीसा कहेस, “इ भोजन लोगन क द्या जेका उ पचे खाइ सकइँ।” 43 एलीसा क सेवक कहेस, “आप का कहेन? हिआँ तउ सौ मनई अहइँ। ओन सबहिं मनइयन क इ भोजन मइँ कइसे दइ सकत हउँ?”किन्तु एलीसा कहेस, “लोगन क खाइ बरे भोजन द्या। यहोवा कहत ह, ‘उ पचे भोजन कइ लेइहीं अउर भोजन बच भी जाइ।’” 44 तब एलीसा क सेवक नबियन क समूह क समन्वा भोजन परोसेस। नबियन क समूह क खाइ बरे भोजन पर्याप्त भवा अउर ओनके लगे भोजन बचा भी रहा। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा।

5:1 नामान अराम क राजा क सेना क सेनापति रहा। नामान अपने राजा बरे बहोत जियादा महत्वपूर्ण रहा काहेकि यहोवा ओकर उपयोग अराम क बिजय करावइ बरे किहे रहा। नामान एक ठु महान अउ ताकतवर मनई रहा, मुला उ विकट चरमरोग स पीड़ित रहा। 2 एक बार कछू आरामी सिपाहियन इस्राएल मँ छापा मारइ बरे गएन। ओनक कैदियन मँ एक ठु नान्ह लरकी रहेन जउन नामान क मेहरारू क सेविका होइ गइ। 3 इ लरकी नामान क मेहरारू स कहेस, “मइँ चाहत हउँ कि मोर सुआमी (नामान) उ नबी (एलीसा) स मिलेन जउन सोमरोन मँ रहत ह। उ नबी नामान क बिकट चरमरोग क ठीक कइ सकत ह।” 4 नामान आपन सुआमी (अराम क राजा) क लगे गवा। नामान अराम क राजा क उ बात बताएस जउन इस्राएली लरिको कहे रही। 5 तब अराम क राजा कहेस, “अबहिं जा अउर मइँ एक ठु पत्तर इस्राएल क राजा क नाउँ पठउब।”एह बरे नामान इस्राएल गवा। नामान अपने संग कछू भेंट लइ गवा। नामान साढ़े सात सौ पौण्ड चाँदी, छ: हजार सोन क सिक्क, अउर दस हजार बदलइ क कपड़ा लइ गवा। 6 नामान इस्राएल क राजा बरे अराम क राजा क पत्तर भी लइ गवा। पत्तर मँ इ लिखा रहा, “‘इ पत्तर इ जानकारी देइ बरे अहइ कि मइँ आपन सेवक नामान क तोहरे हिआँ पठवत हउँ। ओकरे विकट चरमरोग क नीक करा।” 7 जब इस्राएल क राजा उ पत्तर क बाँच चुका तउ उ आपन चिन्ता क परगट करइ बरे आपन ओढ़ना फारेस। इस्राएल क राजा कहेस, “का मइँ परमेस्सर अहउँ? नाहीं। जिन्नगी अउ मउत पइ मोर कउनो अधिकार नाहीं। तब अराम क राजा मोरे लगे बिकट चरमरोग क रोगी क चंगा करइ बरे काहे पठएस? एका जरा सोचा अउर तू लखब्या कि अराम क राजा मोर संग झगड़ा करइ चाहत ह।” 8 परमेस्सर क जन सुनेस कि इस्राएल क राजा परेसान अहइ अउर उ आपन ओढ़ना फार डाएस ह। एलीसा आपन सँदेसा राजा क लगे पठएस: “तू आपन ओढ़ना काहे फार्या? नामान क मोरे लगे आवइ द्या। तब उ समुझी कि इस्राएल मँ कउनो नबी भी अहइ।” 9 एह बरे नामान आपन घोड़न अउ रथन क संग एलीसा क घरे आवा अउर घरे क दुआर पई रुकि गवा। 10 एलीसा एक ठु सँदेसबाहक क नामान क लगे पठएस। सँदेसबाहक कहेस, “जा, अउर यरदन नदी मँ सात दाईं नहा। तब तोहार चरमरोग नीक हो जाइ अउर तू पवित्तर अउ सुद्ध होइ जाब्य।” 11 नामान कोहाइ गवा अउर हुवाँ स चल पड़ा। उ कहेस, “मइँ समुझे रहेउँ कि कम स कम एलीसा बाहेर आई, मोरे समन्वा खड़ा होइ अउर यहोवा, अपने परमेस्सर क समन्वा पराथना करी। मइँ समुझ रहेउँ कि उ मोरे बदन पइ आपन हाथ फेरी अउ चामरोग क नीक कइ देइ। 12 दमिस्क क नदियन अबाना अउ पर्पर इस्राएल क सबहिं जलासयन स नीक अहइँ। का मइँ ओन नदियन मँ नहाइके पवित्तर नाहीं होइ सकत रहा?” एह बरे नामान कोहाई गवा। अउ वापस जाई बरे मुड़ गवा। 13 मुला नामान क सेवक ओकरे लगे ओसे बात करइ बरे गएन उ पचे कहेन, “पिता, जदि नबी तोहार स कउनो महान काम करइ क कहे होत तउ तू ओका जरूर करतेन। एह बरे तोहका ओकर आग्या क पालन करइ चाही। जदि उ सहल काम करइ क भी कहत ह अउर उ कहेस, ‘नहा अउर तू पवित्तर अउर सुद्ध होइ जाब्या।”‘ 14 एह बरे नामान उ काम किहेस जउन परमेस्सर क जन कहेस, नामान खाले उतरा अउर उ सात दाईं यरदन नदी मँ नहाएस अउर नामान पवित्तर अउ सुद्ध होइ गवा। नामान क चमड़ी बच्चा क चमड़ी क तरह कोमल होइ गइ। 15 नामान अउ ओकर सारा समूह परमेस्सर क जन क लगे गवा। उ एलीसा क समन्वा खड़ा भवा अउर ओहसे कहेस, “लखा, अब मइँ समुझत हउँ कि इस्राएल क अलावा पृथ्वी पइ कहूँ परमेस्सर नाहीं अहइ। अब मेहरबानी कइके मोर भेंट स्वीकार करइँ।” 16 मुला एलीसा कहेस, “मइँ यहोवा क सेवा करत हउँ। मइँ यहोवा क जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ कउनो भेंट नाहीं लेब।”नामान बहोत जतन किहस कि एलीसा भेंट लेइ मुला एलीसा इन्कार कइ दिहस। 17 तब नामान्न कहेस, “जदि तू इ भेंट क स्वीकार नाहीं करतेन तउ कम स कम मोरे बरे एँतना करइँ। मोका एस्राएल क एतनी पर्याप्त धूरि लेइ देइँ जेहसे मोर दुइ खच्चरन पइ धरे टोेपन भरि जाइँ, काहे? काहेकि मइँ फुन कबहुँ होमबलि या बलि कउनो दूसर देवता क नाहीं चढ़ाउब। मइँ सिरिफ यहोवा क ही बलि भेंट करब। 18 अउर अब मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा मोका इ बात बरे छिमा करी कि भविस्स मँ मोर सुआमी (अराम क राजा) लबार देवता क पूजा करइ बरे, रिम्मोन क मन्दिर मँ आइ। राजा सहारा बरे मोह पइ निहुरइ चाही, एह बरे मोका रिम्मोन क मन्दिर मँ निहुरइ पड़ी। अब मइँ यहोवा स पराथना करत हउँ कि मोका छिमा करइ जब वइसा होइ।” 19 तब एलीसा नामान स कहेस, “सान्तिपूर्वक जा।”एह बरे नामान एलीसा क तजेस अउ तनिक दूर गवा। 20 मुला परमेस्सर क जन एलीसा क सेवक गेहजी बोला, “लखइँ, मोर सुआमी (एलीसा) अरामी नामान क, ओकर लिआई भइ भेंट क स्वीकार किए बिना ही जाइ दिहस ह। मइँ यहोवा क जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि नामान क पाछे दउड़ब अउर ओहसे कछू लिआउब।” 21 एह बरे गेहजी नामान कइँती दउड़ा।नामान अपने पाछे कउनो क दौड़िके आवत लखेस। उ गेहजी स भेंटइ क अपने रथे स उतर पड़ा। नामान पूछेस, “सब कुसल तउ अहइ?” 22 गेहजी कहेस, “हाँ, सब कुसल अहइ। मोर सुआमी एलीसा मोका पठएस ह। उ कहेस, ‘लखा, एप्रैम क पहाड़ी पहँटा क नबियन क समूह स दुइ नउजवान नबी मोरे लगे आएन ह। मेहरबानी कइके ओनका पचहत्तर पौण्ड चाँदी अउर दुइ दाईं बदलइ क ओढ़ना दइ द्या।”‘ 23 नामान कहेस, “मेहरबानी कइके डेढ़ सौ पौण्ड लइ ल्या।” नामान गेहजी क चाँदी लेइ बरे मनाएस। नामान डेढ़ सौ पौण्ड चाँदी क दुइ बोरियन मँ धरेस अउर दुइ दाईं बदलइ क ओढ़ना लिहस। तब नामान एन चिजियन क अपने सेवकन मँ स दुइ क दिहस। सेवक ओन चिजियन क गेहजी क बरे लइके आएन। 24 जब जेहजी पहाड़ी तलक आवा तउ उ ओन चिजियन क सेवकन स लइ लिहस। गेहजी सेवकन क लउटाइ दिहस अउर उ पचे लउटि गएन। तब गेहजी ओन चिजियन क घरे मँ छुपाइ दिहस। 25 गेहजी आवा अउर अपने सुआमी एलीसा क समन्वा खड़ा भवा। एलीसा गेहजी स पूछेस, “गेहजी, तू कहाँ गए रह्या?”गेहजी कहेस, “मइँ कहूँ भी नाहीं गवा रहेउँ।” 26 एलीसा गेहजी स कहेस, “इ फुर नाहीं अहइ। मोर हिरदइ तोहरे संग रहा जब नामान अपने रथे स तोहसे मिलइ क मुड़ा। इ समइ पैसा, कपड़ा, जैतून, अंगूर, भेड़, गइयन या सेवक-सेविकन लेइ क नाहीं अहइ। 27 अब तोहका अउ तोहर बच्चन क नामान क बेरामी लगा जाइ। तोहका सदा ही बिकट चरमरोग रही।”जब गेहजी एलीसा स बिदा भवा तउ गेहजी क चमड़ी बफर् क तरह सफेद होइ गइ। गेहजी क कोढ़ होइ गवा रहा।

6:1 नबियन क समूह एलीसा स कहेस, “जहाँ पइ हम लोग रहत अहइँ उ जगह हमरे बरे बहोत छोट अहइ। 2 हम लोग यरदन नदी क चली अउर कछू लकड़ियन काटी। हम पचन मँ स हर एक एक ठु लट्ठा लेइ अउर हम लोग अपने बरे रहइ क एक ठउर हुवाँ बनाई।” एलीसा कहेस, “बहोत अच्छा, जा अउर करा।” 3 ओनमाँ स एक मनई कहेस, “कृपा कइके हमरे संग चलइँ।”एलीसा कहेस, “बहोत अच्छा, मइँ तोहरे संग चलब।” 4 एह बरे एलीसा नबियन क समूह क संग गवा। जब उ पचे यरदन नदी पइ पहोंचेन तउ उ पचे कछू बृच्छ काटइ सुरू किहन। 5 मुला जब एक मनई एक ठु बृच्छ काटत रहा तउ कुल्हाड़ी क लोहा क फलक कुल्हाड़ी स निकर गवा अउर पानी मँ गिर पड़ा। तब उ मनई चिचियान, “हे सुआमी, मइँ उ कुल्हाड़ी उधार लिहे रहेउँ।” 6 परमेस्सर क जन (एलीसा) कहेस, “उ कहाँ गिरी?”उ मनई एलीसा क उ जगह देखाएस जहाँ लोहा क फलक गिरा रहा। तब एलीसा एक ठु डण्डी काटेस अउर उ डण्डी क पानी मँ लोकाइ दिहस। उ डण्डी लोहा क फलक क तैराइ दिहस। 7 एलीसा कहेस, “लोहा क फलक क पकड़ ल्या।” तब उ मनई अगवा बढ़ा अउर उ लोहे क फलक लइ लिहस। 8 अराम क राजा इस्राएल क खिलाफ जुद्ध करत रहा। उ फउज क अधिकारियन क संग परिषद क बैठक बोलाएस। उ हुकुम दिहस, “इ ठउरे पइ छुप जा अउर इस्राएलियन पइ तब आकामण करा जब हिआँ स होइके निकरउँ।” 9 मुला परमेस्सर क जन (एलीसा) इस्राएल क राजा क एक सँदेसा पठएस। एलीसा कहेस, “सावधान रहा। उ ठउरे स होइके जिन जा। हुवाँ अरामी फउजी छिपे अहइँ।” 10 इस्राएल क राजा उ ठउरे पइ जेकरे बारे मँ परमेस्सर क जन चितउनी दिहे रहा, अपने मनइयन क सँदेसा पठएस। इ एक या दुई दाईं स जियाद भवा। 11 अराम क राजा एहसे बहोत घबरान। अराम क राजा आपन फउजी अधिकारियन क बोलाएस, अउर ओनसे पूछेस, “मोका बतावा कि इस्राएल क राजा बरे जासूसी कउन करत अहइ।” 12 अराम क राजा क फउजी अधिकारियन मँ स एक कहेस, “मोर पर्भू अउ राजा, हम पचन मँ स कउनो भी जास्स नाहीं अहइ। एलीसा, इस्राएल क नबी इस्राएल क राजा क अनेक गुप्त सूचना दइ सकत ह, हिआँ तलक कि आप जउन अपने बिछउन मँ कहिहीं, ओकर भी।” 13 अराम क राजा कहेस, “एलीसा क पता लगावा अउर मइँ ओका धरइ बरे मनइयन क पठउब।”सेवकन अराम क राजा स कहेस, “एलीसा दोतान मँ अहइ।” 14 तब अराम क राजा घोड़न, रथ अउ विसाल फउज क दोतान पठएस। उ पचे रात क पहोंचेन अउर पचे नगर क घेर लिहन। 15 एलीसा क सेवक उ भिंसारे हाली उठेन। एक सेवक बाहेर गवा अउर उ एक फउज क घोड़न अउ रथन क संग नगर क चारिहुँ कइँती लखेस।एलीसा क सेवक एलीसा स कहेन, “ओह, मोर सुआमी हम का कइ सकित ह?” 16 एलीसा कहेस, “डेराअ जिन। उ फउज जउन हमरे बरे जुद्ध करत ह, उ फउज स बड़ी अहइ जउन अराम क बरे जुद्ध करत ह।” 17 तब एलीसा पराथना किहेस अउर कहेस, “यहोवा, मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि तू मोरे सेवक क आँखिन खोला जेहसे उ लखि सकइ।”यहोवा जुवक क आँखिन खोलेस अउ सेवक लखेस कि पूरा पर्वत आगी क घोड़न अउ रथन स ढका पड़ा रहा। उ पचे सबहिं एलीसा क चारिहुँ कइँती रहेन। 18 इ सबइ आगी क घोड़न अउ रथ एलीसा क लगे आएन। एलीसा यहोवा स पराथन किहेस अउर कहेस, “मइँ पराथना करत हउँ कि तू एन लोगन क आँधर कइ द्या।”तब यहोवा अरामी फउज क आँधर कइ दिहस, जइसे एलीसा पराथना किहे रहा। 19 एलीसा अरामी फउज स कहेस, “इ गलत मारग अहइ। इ उ सहर नाहीं अहइ जेका तू खोजत ह। मोरे पाछे आवा। मइँ उ मनई क लगे तू पचन क लइ जाब जेकर खोज तू करत अहा।” तब एलीसा अरामी फउज क सोमरोन लइ गवा। 20 जब उ पचे सोमरोन पहोंचेन तउ एलीसा कहेस, “यहोवा, ऍन लोगन क आँखिन खोल द्या जेहसे इ सबइ लखि सकइँ।”तब यहोवा ओनकर आँखिन खोल दिहस अउर अरामी फउज लखेस कि उ सोमरोन नगर मँ रहेन। 21 इस्राएल क राजा अरामी फउज क लखेस। इस्राएल क राजा एलीसा स पूछेस, “मोरे बाप, का मइँ एनका मार डावउँ? का मइँ एनका मार डावउँ?” 22 एलीसा जवाब दिहस, “नाहीं, ओन लोगन क जिन मार। तू ओनका आपन तरवार या धनुस स नाहीं पकड़ेस ह किन्तु तू तउ अब ओन मनइयन क मराइ चाहत ह अरामी फउज क कछू रोटी पानी द्या। ओनका खाइ पिअइ द्या। तब एनका अपने सुआमी क लगे लउटि जाइ द्या।” 23 इस्राएल क राजा अरामी सेना बरे बहोत स भोजन तइयार कराएस। अरामी फउज खाएस-पीएस। तब इस्राएल क राजा अरामी फउज क ओनके घरे वापस पठइ दिहस। अरामी फउज अपने सुआमी क लगे क घर लउटे गइ। अरामी लोग एकरे पाछे इस्राएल पइ आकामण करइ बरे फुन कउनो फउज नाहीं पठएस। 24 जब इ सब होइ गवा तउ अराम क राजा बेन्हदद अपनी सारी फउज बटोरेस अउ उ सोमरोन नगर पइ घेरा डावइ अउर ओह पइ आकामण करइ गवा। 25 फउजियन लोगन क नगर मँ भोजन सामग्री भी नाहीं लिआवइ दिहन। एह बरे सोमरोन मँ भयंकर भुखमरी क समइ आइ गवा। इ ऍतना भयंकर रहा कि एक गदहे क मूँड़ चाँदी क अस्सी सिक्कन मँ बिकइ लाग अउर एक ठु छोटा टोकरी कबूतर क गोबरी क कीमत पाँच चाँदी क सिक्कन रही। 26 इस्राएल क राजा नगर क प्राचीर पइ घूमत रहा। एक ठु मेहरारू चिचिआइके ओका गेहराएस। उ मेहरारू कहेस, “मोर पर्भू, अउर राजा, कृपा करके मोर मदद करइँ।” 27 इस्राएल क राजा कहेस, “जदि यहोवा तोहार मदद करत तउ मइँ कइसे तोहका मदद दइ सकत हउँ? मोरे लगे तोहका देइ क कछू भी नाहीं अहइ। खरिहानन स कउनो अन्न नाहीं आवा, या दाखरस क कारखाने स कउनो दाखरस नाहीं आइ।” 28 तब इस्राएल क राजा उ मेहरारू स पूछेस, “तोहार परेसानी का अहइ?”मेहरारू जवाब दिहेस, “इ मेहरारू मोहसे कहेस, ‘अपने पूत क मोका द्या जेहसे हम ओका मार डाइ अउर ओकर आज खाइ लेइ। फुन काल्ह मइँ आपन पूत क मारिके खाउब्या। 29 तब हम अपने पूत क पकावा अउर खावा। तब दूसरे दिन इ मेहरारू स कहेउँ, ‘अपने पूत क द्या जेहसे हम ओका मार सकी अउर खाइ सकी।’ किन्तु उ अपने पूत क छुपाए दिहेस ह।” 30 जब राजा उ मेहरारू क बातन सुनेस तउ उ आपन ओढ़नन क अपनी सम्सया बतावइ बरे फार डाएस। जब राजा प्राचीर स होइके चला तउ लोग लखेन कि उ अपने पहिरावे क नीचे मोटा वस्त्र पहिरे रहा जेहसे पता चलत रहा कि उ बहोत दुखी अउ परेसान अहइ। 31 राजा कहेस, “परमेस्सर मोका निहचित ही दण्डित करइ जदि सापात क पूत एलीसा क मूड़ इ दिन क आखिर तलक भी ओकरे धड़ पर रहि जाइ।” 32 राजा एलीसा क लगे एक ठु सँदेसवाहक पठएस। एलीसा अपने घरे मँ प्रमुखन क संग बइठा रहा। सँदेसवाहक क अवाइ क पहिले एलीसा प्रमुखन स कहेस, “लखा, उ हत्तियारा क पूत (इस्राएल क राजा) लोगन क मोर मूँड़ काटइ क पठवत अहइ। जब सँदेसवाहक आवइ तउ दरवाजा बन्द कइ ल्या। दरवाजा क बन्द रखा अउर ओका घुसइ जिन द्या। एहमाँ कउनो सक नाहीं कि ओकर सुआमी क कदमन क आवाज़ ओकरे पाछा करब्या।” 33 जउने समइ एलीसा अग्रजन स बातन करत ही रहा, सँदेसवाहक ओकरे करीब आवा। सँदेसा इ रहा: “इ बिपत्ति यहोवा कइँती स आई अहइ। मइँ यहोवा क प्रतीच्छा आगे अउर काहे करउँ?”

7:1 एलीसा कहेस, “यहोवा कइँती स सँदेस सुना। यहोवा कहत ह: ‘काल्ह इहइ समइ सोमरोन क फाटक क संग क बाजार मँ लोग एक डलिया अच्छा आटा या दुइ डलिया जौ एक सेकेल मँ खरीदब्या।”‘ 2 तब उ अधिकारी जउन राजा क बिस्सासपात्र रहा, परमेस्सर क जन स बातन किहेस। अधिकारी कहेस, “जदि यहोवा आकास मँ खिड़कियन भी बनाइ देइ तउ भी इ नाहीं होइ।”एलीसा कहेस, “एका तू अपनी आँखिन स लखब्या। किन्तु उ भोजन मँ स तू कछू भी नाहीं खाब्या।” 3 नगर क दुआर क लगे चार मनई कोढ़ स पीड़ित रहेन। उ पचे आपुस मँ बातन किहन, “हम हिआँ मरइ क प्रतीच्छा करत भए काहे बइठा अही? 4 सोमरोन मँ कछू भी खाइ क बरे नाहीं अहइ। जदि हम लोग नगर क भीतर जाब तउ हुवाँ हम भी मरि जाब। किन्तु जदि हम पचे हिआँ रहा, तउ भी मरि जाब। एह बरे हम लोग अरामी डेरा कइँती चली। जदि उ पचे हम क जिअत रहइ देत हीं तउ हम जिअत रहब। जदि उ पचे हम क मार डावत हीं तउ मर जाब।” 5 एह बरे उ साँझ क उ चारिहुँ कोढ़ी अरामी डेरा क गएन। उ पचे अरामी डेरा क छोर तलक पहोंचेन। मुला हुवाँ कउनो नाहीं रहेन। 6 यहोवा अरामी सेना क, रथन, घोड़न अउ बिसाल सेना क उद्घोस सुनाए रहा। एह बरे अरामी फउजियन आपुस मँ बातन किहन, “इस्राएल क राजा हित्ती राजा लोगन अउ मिसियन क हम लोगन क खिलाफ किराये पइ बोलाएस ह।” 7 अरामी फउजी उ साँझ क आरम्भ मँ ही पराइ गएन उ पचे सब कछू अपने पाछे छोड़ गएन। उ पचे अपने डेरन, घोड़न, गदहन छोड़ेन अउर आपन जिन्नगी बचावइ क भाग खड़े भएन। 8 जब इ सबइ कोढ़ी उ डेरा क छोर तलक पहोंचेन, उ पचे एक डेरा मँ गएन। उ पचे खाएन अउर पिएन। तब चारिहुँ कोढ़ी उ तम्बू स चाँदी, सोना अउ वस्त्र लइ लिहेन तउ उ पचे ओन चिजियन क लुकाइ दिहन। तब उ पचे लउटेन अउर दूसर तम्बू मँ गएन। उ हुआँ स भी सबइ कीमती चिजियन लइ आएन। उ पचे बाहेर गएन अउर एन चिजियन क लुकाइ रिहन। 9 तब एन कोढ़ियन आपुस मँ बात किहन, “हम लोग बुरा करत अही। आजु हम लोगन क लगे सुभ खबर अहइ। मुला हम लोग चुप अही। जदि हम लोग सूरज स निकरइ तलक प्रतीच्छा करब तउ हम लोगन क दण्ड मिली। अब हम चली अउर ओन लोगन क सुभ सूचना देइ जउन राजा क महल मँ रहत हीं।” 10 एह बरे इ सबइ कोढ़ी नगर क दुआरपाल क लगे गएन। कोढ़ी रोगियन दुआरपालन स कहेन, “हम अरामी डेरा मँ गए रहे। किन्तु हम लोग कउनो मनई क हुवाँ नाहीं पावा। हुवाँ कउनो भी नाहीं रहा। घोड़न अउ गदहन तब भी बंधे रहेन अउर डेरन वइसे क वइसे लगे रहेन। किन्तु सबहिं लोग चले गए रहेन।” 11 तब नगर क दुआरपाल जोर स चीखन अउर राजमहल क मनइयन क इ बात बताएन। 12 राति क समइ रहा, किन्तु राजा अपने पलंग स उठा। राजा अपने अधिकारियन स कहेस, “मइँ तू लोगन क बताउब कि अरामी फउजी हमरे संग का करत अहइँ। उ पचे जानत हीं कि हम भुखान अही। उ पचे खेतन मँ छुपइ बरे, डेरन क खाली कइ गएन ह। उ पचे इ सोचत अहइँ, ‘जब इस्राएली नगर क बाहेर अइहीं, तब हम ओनका जिअत धइ लेब अउर तब हम नगर मँ प्रवेस करब।’” 13 राजा क अधिकारियन मँ स एक कहेस, “कछू मनइयन क नगर मँ अबहिं तलक बचे पाच ठु घोड़न क लेइ द्या। निहचइ ही इ सबइ घोड़न भी हाली ही ठीक वइसे ही मर जइहीं, जइसे इस्राएल क सबहिं लोग जउन अबहिं तलक बचे रहि गए अहइँ, मरिहीं। एन मनइयन क इ लखइ क पठवा जाइ कि का घटित भवा ह।” 14 एह बरे लोग घोड़न क संग दुइ रथ लिहेन। राजा एन लोगन क अरामी फउज क पाछे लगाएस। राजा ओनसे कहेस, “जा अउर पता लगावा कि का घटना घटी?” 15 उ सबइ मनई अरामी फउज क पाछे यरदन नदी तलक गएन। पूरी सड़क पइ वस्त्र अउ अस्त्र फइले भए रहेन। अरामी लोग हाली मँ भागत भए ओन चिजियन क लोकाइ दिहे रहेन। सँदेसवाहक सोमरोन क लउटेन अउर राजा क बताएन। 16 तब लोग अरामी डेरा कइँती टूट पड़ेन, अउर हुवाँ स उ पचे कीमती चिजियन लइ लिहन। एह बरे उहइ भवा जउन यहोवा कहे रहा। कउनो भी मनई एक ठु डलिया निक आटा या दुइ डलिया जौ सिरिफ एक ठु सेकेल मँ खरीद सकत रहा। 17 राजा आपन व्यक्तिगत सहायक अधिकारी क दुआरे क रच्छा बरे चुनेस। किन्तु लोग दुस्मन क डेरा स भोजन पावइ बरे दौड़ पड़ेन। लोग अधिकारी क धक्का दइके गिराइ दिहन अउर ओका रौंदत भए निकर गएन अउर उ मर गवा। एह बरे उ पचे सबहिं बातन वइसे ही ठीक घटित भइन जइसा परमेस्सर क जन तब कहे रहा जब राजा एलीसा क घरे आवा रहा। 18 एलीसा कहे रहा, “कउनो भी मनई सोमरोन क नगरदुआर क बजार मँ एक सेकेल मँ एक ठु डलिया नीक आटा या दुइ उलिया जौ बेसहि सकी।” 19 किन्तु परमेस्सर क जन क उ अधिकारी जवाब दिहस, “जदि यहोवा सरग मँ खिड़कियन भी बनाइ देइ, तउ भी वइसा नाहीं होइ सकी” अउर एलीसा उ अधिकारी स कहे रहा, “तू अइसा अपनी आँखिन स लखब्या। किन्तु तू उ भोजन क कछू भी नाहीं खाइ पउब्या।” 20 अधिकारी क संग ठीक वइसा ही घटित भवा। लोग नगरदुआर पइ ओका धक्का दइके गिराइ दिहन, ओका रौंद डाएन अउर उ मर गवा।

8:1 एलीसा उ मेहरारू स बातन किहस जेकरे पूत क उ जीवन मँ वापिस लाए रहा। एलीसा कहेस, “तोहका अउर तोहरे परिवार क कउनो दूसर देस मँ चले जाइ चाही। काहे? काहेकि यहोवा निहचइ किहेस ह कि हिआँ भुखमरी क समइ लाई। इ देस मँ इ भुखमरी क समइ सात बरिस क होइ।” 2 एह बरे उ मेहरारू उहइ किहस जउन परमेस्सर क जन कहेस। उ अपने पररिवार क संग सात बरिस पलिस्तियन क देस मँ रहइ चली गइ। 3 जब सात बरिस पूरे होइ गएन तउ उ मेहरारू पलिस्तियन क देस स लउटि आइ। उ मेहरारू राजा स बातन करइ गइ। उ चाहत रही कि उ ओकरे घरे अउर ओकरी भुइँया क ओका लउटावइ मँ ओकर मदद करइ। 4 राजा परमेस्सर क जन क सेवक गेहजी स बातन करत रहा। राजा गेहजी स पूछेस, “कृपा कइके उ पचे सबहिं महान कार्य हमका बतावइँ जेनका एलीसा किहे अहइँ।” 5 गेहजी राजा क एलीसा क बारे मँ एक मरे मनई क जिअत करइ क बात बतावत रहा। उहइ समइ उ मेहरारू राजा क लगे गइ जेकरे पूत क एलीसा जिआए रहा। उ चाहत रही कि उ अपने घरे अउर अपनी भुइँया क वापस दिआवइ मँ ओहसे सहायत माँगइ। गेहजी कहेस, “मोर पर्भू राजा, इ अहइ मेहरारू अहइ अउर इ उहइ पूत अहइ जेका एलीसा जिआए रहा।” 6 राजा पूछेस कि उ का चाहत ह। उ मेहरारू अपनी इच्छा जताएस। तब राजा एक अधिकारी क उ मेहरारू क मदद क बरे चुनेस। राजा कहेस, “इ मेहरारू क उ सब कछू द्या जउन एकर अहइ अउर एकर भुइँया क सारी फसला जब स इ देस तजेस तब स अब तक क, एका द्या।” 7 एलीसा दमिस्क गवा। अराम क राजा बेन्हदद बीमार रहा। कउनो मनई बेन्हदद स कहेस, “परमेस्सर क जन हिआँ आवा अहइ।” 8 तब राजा बेन्हदद इस्राएल स कहेस, “भेंट साथे मँ ल्या अउर परमेस्सर क जन स मिलइ जा। ओका कहा कि उ पचे यहोवा स पूछइँ कि का मइँ अपनी बेरामी स चँगा होइ सकत हउँ।” 9 एह बरे हजाएल एलीसा स भेंटइ गवा। हजाएल अपने संग भेंट लिआवा। उ दमिस्क स हर प्रकार क अच्छी चिजियन लिआवा। एन सब क लिआवइ बरे चालीस ऊँटन क जरूरत पड़ी। हजाएल एलीसा क लगे गवा। हजाएल कहेस, “तोहार अनुयायी अराम क राजा बेन्हदद मोका आप क लगे पठएस ह। उ पूछत ह कि का मइँ बेरामी स नीक होइ जाब।” 10 तब एलीसा हजाएल स कहेस, “जा अउर बेन्हदद स कहा, ‘तू जिअत रहब्या।’ किन्तु यहोवा फुरइ मोका इ कहेस ह, ‘उ निहचइ ही मरी।”‘ 11 एलीसा हजाएल क तब तलक लखत रहा जब तलक हजाएल नाहीं होइ गवा। तब परमेस्सर क जन रोवइ लाग। 12 हजाएल कहेस, “महोदय, आप काहे रोवत अहइँ?”एलीसा जवाब दिहेस, “मइँ रोवत अहउँ काहेकि मइँ जानत हउँ कि तू इस्राएलियन बरे का कछू बुरा करब्या। तू ओनके मजबूत नगरन क जरउब्या। तू ओनके जुवकन क तरवार स मार डाउब्या। तू ओनके बच्चन क मार डउब्या। तू ओनकर गाभिन मेहररूअन क गरभ क चीर डाउब्या।” 13 हजाएल कहेस, “मइँ कउनो ताकतवर मनई नाहीं हउँ। मइँ एन बड़के कामन क नाहीं कइ सकत।”एलीसा जवाब दिहेस, “यहोवा मोका बताएस ह कि तू अराम क राजा होब्या।” 14 तब हजाएल एलीसा क हिआँ स चला गवा अउर अपने राजा क लगे गवा। बेन्हदद हजाएल स पूछेस, “एलीसा तोहसे का कहेस?”हजाएल जवाब दिहेस, “एलीसा मोहसे कहेस कि तू जिअत रहब्या।” 15 मुला अगले दिन हजाएल एक ठु मोटा कपड़ा लिहस अउर एका पानी स गीला कइ लिहस। तब उ मोटके कपड़े क बेन्हदद क मुँह पइ डाइके ओकर साँस रोक दिहस। बेन्हदद मर गवा। एह बरे हजाएल नवा राजा बना। 16 यहोसापात क पूत यहोराम यहूदा क राजा भवा। यहोराम अहाब क पूत योराम क इस्राएल क राज्जकाल क पँचएँ बरिस मँ हुकूमत आरम्भ किहस। 17 यहोराम बत्तीस बरिस क रहा, जब उ हुकूमत करब आरम्भ किहस। उ यरूसलेम मँ आठ बरिस हुकूमत किहस। 18 किन्तु यहोराम इस्राएल क राजा लोगन क तरह रहा अउर ओन कामन क किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोराम अहाब क परिवार क लोगन क तरह रहत रहा। यहोराम इ तरह रहा काहेकि ओकर मेहरारू अहाब क बिटिया रही। 19 मुला यहोवा ओका नस्ट नाहीं किहस काहेकि उ अपने सेवक दाऊद स प्रतिग्या किहे रहा कि ओकरे परिवार क कउनो न कउनो सदा ही राजा होइ। 20 यहोराम क समइ मँ एदोम यहूदा क हुकूमत स टूट गवा। एदोम क लोग अपने बरे एक ठु राजा चुन लिहस। 21 तब यहोराम अउ ओकर सबहिं रथ साईर क गएन। एदोमी सेना ओनका घेर लिहस। यहोराम अउ ओकर अधिकारियन ओन पइ रात मँ हमला किहेन अउर बच निकरेन। यहोराम क सबहिं फउजी अपने घरन क भाग गएन। 22 इ तरह एदोमी यहूदा क हुकूमत क खिलाफ बिद्रोह किहा अउर उ पचे आजु भी बिद्रोह करत अहइँ।उहइ समइ लिब्ना भी यहूदा क हुकूमत क बिरूध बिद्रोह कइ दिहा। 23 यहोराम जउन कछू किहस उ सब “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखा अहइ। 24 यहोराम मरा अउर अपने पुरखन क संग दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। यहोराम क पूत अहज्याह नवा राजा भवा। 25 यहोराम क पूत अहज्याह, अहाब क पूत इस्राएल क राजा योराम क राज्जकाल क बारहवें बरिस मँ यहूदा क राजा भवा। 26 हुकूमत सुरू करइ क समइ अहज्याह बाईस बरिस क रहा। उ उरूसलेम मँ एक बरिस हुकूमत किहस। ओकरी महतारी क नाउँ अतल्याह रहा। उ इस्राएल क राजा ओम्री क बिटिया रही। 27 अहज्याह उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। अहज्याह अहाब क परिवार क लोगन क तरह बहोत स बुरे काम किहस। अहज्याह उ तरह रहा काहेकि ओकर मेहरारू अहाब क परिवार स रही। 28 अहाब क पूत योराम अराम क राजा हजाएल स गिलाद क रामोत मँ जुद्ध करइ गवा। अहज्या जुद्ध मँ योराम क संग होइ गवा। अरामियन योराम क घायल कइ दिहन। 29 राजा योराम यिज्रैल क लउटि गवा ताकि उ ओन घावन क ठीक कइ सकी जउन आरामियन ओका उ समइ दिहे रहेन जब उ रमाह मँ आराम क राजा हजाएल क खिलाफ लड़े रहेन। यहोराम क पूत, यहूदा क राजा अहज्याह, अहाब क पूत योराम क लगे यिज्रैल मँ गवा, काहेकि उ घायल होइ गवा रहा।

9:1 एलीसा नबी नबियन क समूह मँ स एक क बोलाएस। एलीसा इ मनई स कहेस, “तइयार होइ जा अउर अपने हाथे मँ तेल क इ नान्ह बोतल क ल्या। गिलाद क रामोत क जा। 2 जब तू हुवाँ पहोंचा तउ निमसी क पौत अर्थात यहोसापात क पूत येहू स मिला। तब अन्दर जा अउर ओकर भाइयन मँ स ओका उठावा। ओका कउनो भीतरी कमराँ मँ लइजा। 3 तेल छोटी बोतल लइ जा अउर येहू क मूँड़ पइ उ तेल क डावा। इ कहा, ‘यहोवा कहत ह: मइँ तोहार अभिसेक इस्राएल क राजा होइ बरे किहेउँ ह।’ तब दरवाजा खोला अउ भाग चला। हुवाँ प्रतीच्छा न करा।” 4 एह बरे इ जुवा नबी गिलाद क रामोत गवा। 5 जब जुवक नबी हुवाँ पहोंचा, उ फउज क सेनापतियन क बइठे लखेस। जुवक कहेस, “सेनापति, मइँ तोहार क बरे एक सँदेसा लिआएउँ ह।” येहू कहेस, “हम सबहिं हिआँ अही। हम लोगन मँ स केकरे बरे सँदेस अहइ?”जुवक कहेस, “सेनापति, सँदेस तोहार बरे अहइ।” 6 येहू उठा अउर अन्दर गवा। तब जुवा नबी उ तेल क येहू क मँूड़ पइ डाइ दिहस। जुवा नबी येहू स कहेस, “इस्राएल क परमेस्सर, यहोवा कहत ह, ‘मइँ यहोवा क लोगन, इस्राएलियन पइ नवा राजा होइ क बरे तोहार अभिसेक करत हउँ? 7 तोहका अपने राजा अहाब क परिवार क नस्ट कइ देइ चाही। इ प्रकार मइँ ईजेबेल क अपने सेवकन, नबियन तथा दूसर ओन सबहिं जउन मोर सेवा किहेन जेका उ मार डाएस क मउत क बरे दण्डित करब। 8 इ तरह अहब क सारा परिवार मरि जाइ। मइँ अहाब क परिवार क कउनो मर्द क जिअत नाहीं रहइ देब। एकर कउनो महत्व नाहीं होइ कि उ मर्द दास अहइ या स्वतंत्र मनई अहइ। 9 मइँ अहाब क परिवार क, नबात पूत क यारोबाम या अहिययाह क पूत बासा क परिवार जइसा कइ देब। 10 यिज्रैल क छेत्र मँ ईजेबेल क कूकुरन खइहीं। ईजेबेल क दफनावा नाहीं जाइ।”तब जुवक नबी दरवाजा खोलेस अउ भाग गवा। 11 येहू अपने राजा क अधिकारियन क लगे लउटा। अधिकारियन मँ स एक येहू स कहेस, “का सब कुसल अहइ? इ पागल मनई तोहरे लगे काहे आवा रहा?”येहू अपने अधिकारियन क उत्तर दिहस, “तू उ पागल मनई क अउर जउन बातन उ कहत ह, जानत अहा।” 12 अधिकारियन कहेस, “नाहीं! हमका सच्ची बात बतावा। उ का कहत ह?” येहू अधिकारियन क उ बताएस जउन जुवक नबी कहे रहा। येहू कहेस, “उ कहेस, ‘यहोवा इ कहत ह: मइँ इस्राएल क नवा राजा होइ क बरे तोहार अभिसेक किहेउँ ह।”‘ 13 तब हर एक अधिकारी हाली स आपन चो़गा उतारेन अउर येहू क समन्वा पइड़ियन पइ ओनका धरेन। तब उ पचे तुरही बजाएन अउर इ घोसणा किहन, “येहू राजा अहइ।” 14 एह बरे येहू, जउन निमसी क पोता अउर यहोसापात क पूत रहा योराम क खिलाफ जोजना बनाएस।उ समइ योराम अउ इस्राएली, अराम क राजा हजाएल स, गिलाद क रामोत क रच्छा क जतन करत रहेन। 15 मुला राजा योराम आपन घाव स ठीक होइ बरे यिज्रैल क गवा। अरामियन योराम क तब घायल किहे रहेन जब उ अराम क राजा हजाएल क खिलाफ जुद्ध किहे रहा।एह बरे येहू अधिकारियन स कहेस, “जदि तू लोग स्वीकार करत अहा कि मइँ नवा राजा हउँ तउ नगर क कउनो मनई क यिज्रैल मँ सूचना देइ बरे बचिके निकरइ न द्या।” 16 योराम यिज्रैल मँ अराम करत रहा। एह बरे येहू रथ मँ सवार भवा अउर यिज्रैल गवा। यहूदा क राजा अहज्याह भी योराम क लखइ यिज्रैल गवा। 17 एक ठु रच्छक यिज्रैल मँ रच्छक खम्भा पइ खड़ा रहा। उ येहू क बिसाल दल क आवत लखेस। उ कहेस, “मइँ लोगन क एक ठु बिसाल दल क लखत हउँ।”योराम कहेस, “कउनो क ओनसे भेंटइ घोड़ा पइ पठवा। इ मनई स इ कहइ बरे कहा, “का आप सान्ति क इच्छा स आए अहइँ?” 18 एह बरे एक सँदेसवाहक येहू स मिलइ बरे घोड़ा पइ सवार होइके गवा। सँदेसवाहक कहेस, “राजा योराम पूछत हीं, ‘का तू सान्ति स आए अहइँ?”‘येहू कहेस, “तोहका सान्ति स कछू लेब-देब नाहीं। आवा अउ मोरे पाछे चला।”रच्छक योराम स कहेस, “उ दल क लगे सँदेसवाहक गवा, किन्तु उ अब तलक लउटिके नाहीं आवा।” 19 तब योराम एक दूसरे मनई क घोड़ा पइ पठएस। उ मनई येहू क दल क लगे आवा अउर उ कहेस, “राजा योराम कहत हीं, ‘सान्ति।”‘येहू जवाब दिहस, “तोहका सान्ति स कछू भी लेब-देब नाहीं। आवा अउर मोरे पाछे चला।” 20 रच्छक योराम स कहेस, “दूसर मनई उ दल क लगे गवा, किन्तु उ अबहिं लउटिके नाहीं आवा। रथचालक रथे क निमसी पोता येहू क तरह चलावत बाटइ। उ पागलन जइसा चलावत अहइ।” 21 योराम कहेस, “मोरे रथे क तइयार करा।”एह बरे सेवक योराम क रथे क तइयार किहन। इस्राएल क राजा योराम अउ यहूदा क राजा अहज्याह निकर गएन। हर एक राजा अपने-अपने रथे स येहू स मिलइ गएन। उ पचे येहू स यिज्रैली नाबोत क भुइँया पइ भेंटन। 22 योराम येहू क लखेस अउर ओहसे पूछेस, “येहू का तू सान्ति क इरादे स आए अहा?”येहू जवाब दिहेस, “जब तलक तोहार महतारी ईज़ेबेल रण्डीबाजी अउर जादू टोना करति रही तब तलक सान्ति नाहीं होइ सकी।” 23 योराम भाग निकरइ बरे अपने घोड़न क बाग मोड़ेस। योराम अहज्याह स कहेस, “अहज्याह! इ एक ठु चाल अहइ।” 24 किन्तु येहू अपनी पूरी ताकत स अपने धनुस क हींचेस अउर योराम क पीठ मँ बाण चलाइ दिहस। बाण योराम क हिरदइ क बेधत भवा पार होइ गवा। योराम अपने रथे मँ मरि गवा। 25 येहू अपने सारथी बिदकर स कहेस, “योराम क ल्हास क उठावा अउर यिज़्रैली नाबोत क खेत मँ लोकाइ द्या। याद करा, जब हम अउर तू योराम क बाप अहाव क संग चले रहे। तब यहोवा कहे रहा कि एकरे संग अइसा ही होइ। 26 यहोवा कहे रहा, ‘कल मइँ नाबोत अउ ओकरे पूतन क खून लखे रहेउँ। एह बरे मइँ अहाब क इहइ मइदान मँ सजा देब।’ यहोवा अइसा कहे रहा। एह बरे योराम क ल्हास क इहई मइदान मँ लोकाइ द्या जइसा यहोवा कहेस।” 27 यहूदा क राजा अहज्याह इ लखेस, एह बरे उ भाग निकरा। उ बारी क भवन क रास्ते स होइके भागा। येहू ओकर पाछा किहस। येहू कहेस, “अहज्याह क भी ओकरे रथे मँ मार डावा।”एह बरे येहू क लोग यिबलाम क लगे गूर क जाइ वाली सड़क पइ अहज्याह पइ प्रहार किहस। अहज्याह मगिद्दो तलक भागा, किन्तु हुवाँ उ मर गवा। 28 अहज्याह क सेवक अहज्याह क ल्हास क रथे मँ यरूसलेम लइ गएन। उ पचे अहज्याह क, ओकरी कब्र मँ ओकरे पुरखन क संग दाऊद नगर मँ दफनाएन। 29 अहज्याह इस्राएल पइ योराम क राज्जकाल क गियारहवें बरिस मँ यहूदा क राजा बना रहा। 30 येहू यिज्रैल गवा अउर ईज़ेबेल क इ खबर मिली। उ अपने क सजाएस अउर अपने बारन क बाँधेस। तब उ खिड़की क सहारे खड़ी भइ अउर बाहेर क लखइ लाग। 31 येहू नगर मँ प्रवेस किहस। ईज़ेबेल कहेस, “जिम्री जउन आपन ही सुआमी क मार डाएस, का तू सान्ति मँ आवा ह?” 32 येहू ऊपर खिड़की कइँती लखेस। उ कहेस, “मोरी कइँती कउन अहइ कउन?”दुइ या तीन खोजन खिड़की स येहू क लखेन, 33 येहू ओनसे कहेस, “ईज़ेबेल क खाले लोकावा।”तब खोजन ईज़ेबेल क खाले लोकाएन। ईज़ेबेल क तनिक खून देवार अउर घोड़न पइ छिटक गवा। घोड़न ईज़ेबेल क तने क कुचरि डाएस। 34 येहू महल मँ घुसा अउर उ खाएस अउर पिएस। तब उ कहेस, “अब इ सरापित मेहरारू क बारे मँ इ करा। ओका दफनाइ द्या काहेकि उ राजा क बिटिया अहइ।” 35 कछू लोग जउन ईज़ेबेल क दफनाए गएन। रहेन ओकरे ल्हास क न पाइ सकेन। उ पचे सिरिफ ओकर खोपड़ी, ओकर गोड़ अउ ओकरे हाथन क हथेलियन पाइ सकेन। 36 एह बरे उ पचे लोग लउटेन अउर उ पचे येहू स कहेन। तब येहू कहेस, “यहोवा अपने सेवक तिसबी एलिय्याह स इ सँदेसा देइ क कहे रहा। एलिय्याह कहे रहा: ‘यिज्रैल क पहँटा मँ ईज़ेबेल क ल्हासे क कूकुर खइहीं। 37 ईज़ेबेल क ल्हास यिज्रैल क पहँटा मँ खेत क गोबर क तरह होइ। लोग ईज़ेबेल क ल्हास क पहिचान नाहीं पइहीं।”‘

10:1 अहाब क सत्तर पूत सोमरोन मँ रहेन। येहू पत्र लिखेस अउर ओनका सोमरोन मँ यिज्रैल क सासकन अउ प्रमुखन क पठएस। उ ओन लोगन क भी पत्र लिखेस जउन अहाब क पूतन क अभिभावक रहेन। पत्र मँ येहू लिखेस, 2 “जइसे ही तू इ पत्र क पावा तू अपने सुआमी क पूतन मँ स सब स जियादा जोग्ग अउर उत्तिम मनई क चुना। तोहरे लगे रथ अउर घोड़न अहइँ अउर तू एक मजबूत नगर मँ रहत अहा। तोहरे लगे अस्त्र-सस्त्र भी अहइँ। जउने पूत क चुना ओका ओकरे बाप क सिहांसने पइ बइठावा। तब अपने सुआमी क परिवार क बरे जुद्ध करा।” 3 4 किन्तु यिज्रैल क सासक अउर प्रमुख बहोत ससान रहेन। उ पचे कहेन, “दुइनउँ राजा (योराम अउर अहज्याह) येहू क रोक नाहीं सकेन। एह बरे हम भी ओका रोक नाहीं सकित।” 5 अहाब क महल क प्रबन्धक, नगर प्रसासक, प्रमुख वरिस्ठ-जन अउर अहाब क बच्चन क अभिभावकन येहू क लगे एक सँदेसा पठएन। “हम आप क सेवक अही। हम उ सब करब जउन आप कहिहीं। हम कउनो मनई क राजा नाहीं बनाउब। उहइ करइँ जउन आप ठीक समुझत हीं।” 6 तब येहू एक दूसर पत्र एन प्रमुखन क लिखेस। येहू कहेस, “जदि तू मोर समर्थन करत अहा अउर मोर आदेस मानत अहा तउ अहाब क पूतन क मूँड़ काट डावा अउर इहइ समइ कल यिज्रैल मँ मोरे लगे ओनका लइ आवा।”अहाब क सत्तर पूत रहेन। उ पचे ओन प्रमुखन क लगे रहेन जउन ओनकर सिखलाई देत करत रहेन। 7 जब नगर क प्रमुख लोग पत्र पाइ गएन तब उ पचे राजा क पूतन क लिहन अउर सबहिं सत्तर पूतन क मार डाएन। तब प्रमुखन राजपूतन क मूँड़ टोकरियन मँ धरेन। उ पचे टोकरियन क यिज़्रैल मँ येहू क लगे पठइ दिहन। 8 सँदेसवाहक येहू क लगे आएन अउर ओहसे कहेन, “उ पचे राजपूतन क मूँड़ लइके आए अहइँ।”तब येहू कहेस, “नगर दुआर पइ, भिंसारे तलक ओन मूँड़न क दुइ ढेरन बनाइके रखा।” 9 भिंसारे येहू बाहेर निकरा अउर लोगन क समन्वा खड़ा भवा। उ लोगन स कहेस, “तू निरपराध अहा इ मइँ अउर जउन आपन सुआमी क विरूद्ध जोजना बनावा। अउर ओका मार डावा मुला अहाब क एन सब पूतन क कउन मारेस? 10 तू पचन्क समुझइ चाही कि यहोवा जउन कछू कहत ह उ घटित होइ अउर यहोवा एलिय्याह क उपयोग अहाब क परिवार क बरे एन बातन क कहइ बरे किहे रहा। अब यहोवा उ कइ दिहस जेनके बरे उ कहे रहा कि “मइँ करब।’” 11 इस तरह येहू यिज़्रैल मँ रहइवाले अहाब क पूरे परिवार क मार डाएस। येहू सबहिं महत्वपूर्ण मनइयन, जिगरी दोस्तन अउ याजकन क मार डाएस। उ अहाब क लोगन मँ स एक भी मनई क जिअत नाहीं छोड़ेस। 12 येहू यिज्रैल स चला अउ सोमरोन पहोंचा। राहे मँ येहू “गड़रियन क डेरा” नाउँ क जगह पइ रूका। जहाँ गड़रियन भेड़िन क ऊन कतरत रहेन। 13 येहू यहूदा क राजा अहज्याह क सम्बन्धिया स मिला। अउर ओनसे पूछेस, “तू पचे कउन अहा?”उ पचे जवाब दिहेन, “हम लोग यहूदा क राजा अहज्याह क रिस्तेदार अही। हम लोग हिआँ राजा क बच्चन अउर राजमाता रानी क गदेलन स मिलइ आए अही।” 14 तब येहू अपने लोगन स कहेस, “एनका जिअत धइ ल्या।”येहू क लोग अहज्याह क रिस्तेदारन क जिअत धइ लिहन। उ पचे बयालीस लोग रहेन। येहू ओनका बेथ- एकद क लगे कुआँ पइ मार डाएस। येहू कउनो मनई क जिअत नाहीं छोड़ेस। 15 येहू जब उ ठउर स चला तउ रेकाब क पूत यहोनादाब स भेंटा। यहोनादाब येहू स मिलइ आवत रहा येहू यहोनादाब क सुआगत क सुआगत किहेस अउर ओहसे पूछेस, “का तू मोरे ओतने बिस्सासी मीत अहा जेतना मइँ तोहार हउँ?”यहोनादाब जवाब दिहस, “हाँ, मइँ तोहार बिस्सासी मीत हउँ।”येहू कहेस, “जदि तू अहा तउ, तू आपन हाथ मोका द्या।”तब येहू बाहेर निहुरा अउर उ यहोनादाब क अपने रथे मँ हीचं लिहेस। 16 येहू कहेस, “मोर संग आवा। तू लखब्या कि यहोवा बरे मोर भावना केतनी प्रबल अहइँ।”इ तरह यहोनादाब येहू क रथे मँ बइठा। 17 येहू सोमरोन मँ आवा अउर अहाब क उ सारे परिवार क मार डाएस जउन जिअत रहा। येहू ओन सबहिं क मार डाएस। येहू सबइ काम किहेस जेनका यहोवा एलिय्याह क भविस्सबाणी मँ कहे रहा। 18 तब येहू सबहिं लोगन क एक संग एकट्ठा किहस। येहू ओनसे कहेस, “अहाब बाल क सेवा बहोत कम किहस। मुला येहू बाल क बहोत जियादा सेवा करी। 19 अब बाल क सबहिं याजकन अउ नबियन अउर ओन सबहिं लोगन क एक संग बोलावा जउन बाल क उपासना करत हीं। कउनो मनई क इ सभा मँ गैर हाजिर न रहइ द्या। मइँ बाल क बहोत बड़की बलि चढ़ावइ जात अहउँ। मइँ उ कउनो भी मनई क मार डाउब जउन एहमाँ हाजिर नाहीं होइ।”किन्तु येहू बाल क उपासना करइ वाले लोगन क तबाह करइ बरे गुमराह करत रहेन। 20 येहू कहेस, “बाल क बरे एक धर्मसभा करा” अउर याजक लोग धर्मसभा क घोसणा कइ दिहन। 21 तब येहू पूरे इस्राएल देस मँ सँदेसा पठएस। बाल क सबहिं उपासक आएन। कउनो भी मनई अइसा नाहीं रहा जउन घरे पइ रहि गवा होइ। बाल क उपासक बाल क मन्दिर मँ आएन। मन्दिर लोगन स भर गवा। 22 येहू लबादा धरइवाले मनई स कहेस, “बाल क सबहिं उपासकन क बरे लबादा लिआवा।” एह बरे उ मनई बाल पूजकन बरे लबादन लिआवा। 23 तब येहू अउ रेकाब पूत यहोनादाब बाल क मन्दिर क भीतर गएन। येहू बाल क उपासकन स कहेस, “अपने चारिहुँ कइँती लख ल्या अउर इ निहचइ कइ ल्या कि तोहरे संग कउनो यहोवा क सेवक तउ नाहीं अहइ। इ निहचइ कइ ल्या कि केवल बालपूजक लोग ही अहइँ।” 24 बाल-पूजक बाल क मन्दिर मँ बलि अउर होमबलि चढ़ावइ गएन।मुला बाहेर येहू अस्सी मनइयन क प्रतिच्छा मँ तइयार रखे रहा। येहू कहेस, “मइँ तोहका कछू लोग देइ वाल हउँ ओनमँ स कउनो मनई क बचिके निकरइ न द्या। जदि कउनो मनई कउनो मनई क बचि निकरइ देइ तउ ओकर भुगतान ओका अपनी जिन्नगी स करइ होइ।” 25 येहू जइसेन ही बलि अउ होमबलि चढ़ाउब पूरा किहस तइसेन ही उ रच्छकन अउ अधिकारियन स कहेस, “भीतर जा अउर बाल-पूजकन क मार डावा। पूजाघर स कउन जिअत मनई क बाहेर न आवइ द्या।”एह बरे अधिकारियन अपनी पतरी तरवारन क उपयोग किहस अउर बाल-पूजकन क मार डाएन। रच्छकन अउ अधिकारियन बाल-पूजकन क ल्हासन क बाहेर लोकाइ दिहन तब रच्छक अउ अधिकारियन बाल क पूजाघरे ज भीतरी कमरे मँ गएन। 26 उ पचे बाल क पूजाघर क स्मृति- पासाण क बाहर लइ आएन अउर पूजाघरे क जराइ दिहन। 27 तब उ पचे बाल क स्मृति पासाण क तहस-नहस कइ दिहन। उ पचे बाल क पूजाघर क भी मटियामेट कइ दिहन। उ पचे बाल क पूजाघर क एक सौचालय मँ बदल दिहन। आजु भी ओकर उपयोग सौचालय क बरे होत ह। 28 इ तरह येहू इस्राएल मँ बाल-पूजा क खतम कइ दिहस। 29 मुला येहू, नबात क पूत यारोबाम क ओन पापन क करइ स पूरी तरह स नाहीं रोक सका, जउन इस्राएल स पाप कराए रहा। येहू दान अउर बेतेल मँ सोने क बछवन क तबाह नहीं किहेस। 30 यहोवा येहू स कहेस, “तू बहोत नीक किहा ह। तू उ काम किहा ह जेका मइँ अच्छा बताएउँ ह। तू अहाब क परिवार क उ तरह बर्बाद किहा ह जइसा तोहसे मइँ ओका बर्बाद करइ चाहत रहा। एह बरे तोहार सन्तान इस्राएल पइ चार पीढ़ी तलक हुकूमत करिहीं।” 31 मुला येहू पूरे हिरदइ स यहोवा क नेमन क पालन करइ मँ सावधान नाहीं रहा। येहू यारोबाम क ओन पापन क करब बन्द नाहीं किहस जउन इस्राएल स पाप कराए रहेन। 32 उ समइ यहोवा ने इस्राएल क कछू हिस्सन पइ ओनकर दुस्मन का कब्जा कइ लेइ दिहेस। अराम क राजा हजाएल इस्राएलियन क हर एक सीमा पइ हराएस। 33 हजाएल यरदन नदी क पूरब क गिलाद प्रदेस क, गाद, रूबेन अउ मनस्से क परिवार समूह क प्रदेसन सहित जीत लिहस। हजाएल असेएर स लइके अनोर्न घाटी क सहारे गिलाद अउ साशान तलक क सारी भुइँया जीत लिहस। 34 उ सबइ बड़के कार्य, जउन येहू किहस, “इस्राएल क राजा लोग क इतिहास” क किताबे मँ लिखे गए अहइँ। 35 येहू मरा अउर ओका ओकरे पुरखन क संग दफनाइ दीन्ह गवा। लोग येहू क सोमरोन मँ दफनाएन। ओकरे पाछे येहू क पूत यहोआहाज इस्राएल क नवा राजा भवा। 36 येहू सोमरोन मँ इस्राएल पइ अट्ठाईस बरिस तलक हुकूमत किहस।

11:1 अहज्याह क महतारी अतल्याह लखेस कि ओकर पूत मरि गवा। तब उ उठी अउर उ राजा क पूरे परिवार क मार डाएस। 2 यहोसेबा राजा योराम क बिटिया अउर अहज्याह क बहिन रही। योआस राजा क पूतन मँ स एक रहा। यहोसेबा योआस क तब छुपाइ लिहस जब राजा क बाकी पूतन मारे जाइ रहेन। यहोसेबा योआस क छुपाइ दिहस। उ योआस अउर ओकर धायी क अपने सोना क कमरा मँ छुपाइ दिहस। इ तरह यहोसेबा अउ धायी योआस क अतल्याह स छुपाइ लिहस। इ तरह योआस मारा नाहीं गवा। 3 तब योआस अउ यहोसेबा यहोवा क मन्दिर मँ जाइ छुपेन। योआस हुवाँ छ: बरिस तलक छुपा रहा उ छ: बरिस अतल्याह यहूदा पइ हुकूमत किहस। 4 सतएँ बरिस प्रमुख याजक यहोयादा कर्रातन क सेनापतियन क अउ रच्छकन क बोलाएस अउर उ पचे यहोवा क मन्दिर मँ ओसे भेंटन आएन। तब यहोयादा ओनके संग एक ठु वाचा किहेस। मन्दिर मँ यहोयादा ओनका प्रतिग्या करइ क मजबूर किहस। तब उ राजा क पूत योआस क ओनका देखाएस। 5 तब यहोयादा ओनका आदेस दिहस। उ कहेस, “तोहका इ करइ होइ। तोहमाँ स एक तिहाइँ सबित क दिन मँ तोहार काम करत ह ओका राजा क महल क रच्छा क जिम्मेवारी दीन्ह जाईं। 6 दूसर एक तिहाई क सूर- दुआर पइ रहइ क होइ अउर बचे एक तिहाई क रच्छकन क पाछे, दुआर पइ रहब होइ। इ तरह तू लोग इमारत क चारिहुँ कइँती नज़र रख सकब। 7 तोहमाँ स दुइ तिहाइ जउन सबित क दिन काम नाहीं करत ह, ओका राजा योआस अउर यहोवा क मन्दिर क रच्छा करइ क होइ। 8 जब कहूँ उ जाइ तोहका पचन्क राजा योआस क संग रहइ चाही। पूरे दल क ओका घेरे रहइ चाही। हर एक रच्छक क अपने अस्त्र-सस्त्र अपने हाथे मँ रखइ चाहीं, अउर तू लोगन क उ कउनो भी मनई क मार डावइ चाही जउन तोहरे पचन्क बहोत जियादा निचके पहोंचइ। 9 सेनापतियन याजक यहोयादा क दीन्ह गए सबहिं आदेसन क पालन किहस। हर एक सेनापति अपने फउजियन क लिहस, कछू जउन उस हफ्ता काम पइ रहेन अउर कछू जउन काम पइ नाहीं रहेन, अउर ओन सबइ क याजक यहोयादा क लगे लइ गएन 10 अउर याजक सेनापतियन क भालन अउ ढास दिहेन। इ पचे उ सब भालन अउ ढास दिहेन जेनका दाऊद यहोवा क मन्दिर मँ धरे रहा। 11 इ सबइ रच्छक अपने हाथन मँ अपने सस्त्र लिहे मन्दिर क दच्छिन कोने स लइके उत्तर कोने तलक खड़े रहेन। उ पचे वेदी अउर मन्दिर क चारिहुँ कइँती खड़े रहेन, ताकि उ पचे राजा क रच्छा सदा कइ सकेन। 12 इ सबइ मनई योआस क बाहेर लइ आएन। उ पचे योआस क मूँड़े पइ मुकुट पहिराएन अउर परमेस्सर अउ राजा क बीच क वाचा क ओका दिहन। तब उ पचे ओकर अभिसेक किहन अउर ओका नवा राजा बनाएन। उ पचे तालियन बजाएन अउर उद्घोस किहन, “राजा दीर्घायु होइ।” 13 रानी अतल्याह क रच्छकन अउर लोगन क चीखन सुनेन। एह बरे उ यहोवा क मन्दिर मँ लोगन क लगे गइ। 14 अतल्याह उ खम्भा क सहारे राजा क लखेस जहाँ राजा अकासर खड़े होत रहेन। उ प्रमुखन अउ लोगन क राजा क बरे तुरही बजावत भए भी लखेन। उ लखेस कि सबहिं लोग बहोत खुस रहेन। उ तुरही क बजावत भए सुनेस अउर उ आपन ओढ़ना इ परगठ करइ बरे फार डाएस कि ओका बड़ी घबराहट अहइ। तब अतल्याह चिल्लाइ उठी, “सड्यन्त्र! सड्यन्त्र!” 15 याजक यहोयादा फउजियन क व्यवस्था क अधिकारी सेनापतियन क हुकुम दिहस। यहोयादा ओनसे कहेस, “अतल्याह क आपन फउजियन क पंक्तियन मँ स होइके मन्दिर क छेत्र स बाहेर लइ जा अउर जउन भी ओकर पाछा करइ मार डावा।”यहोयादा नाहीं चाहत रहा कि उ भी यहोवा क मन्दिर मँ मरे। 16 उ पचे ओकरे बरे रास्ता बनाएस अउर ओन दरवाजन स होइके महल स बाहर निकारा जउने जगह स घोड़ा निकरत ह, अउर ओका मार डाएस। 17 तब यहोयादा यहोवा, राजा अउ लोगन क बीच एक ठु सन्धि कराएस। इ वाचा स इ पता चलत रहा कि राजा अउ लोग यहोवा क अपने ही अहइँ। यहोयादा राजा अउ लोगन क बीच भी एक ठु वाचा कराएस। 18 तब सबहिं लोग बाल क पूजागृह क गएन। लोग बाल क मूरति अउ ओकर बेदियन क बर्बाद कइ दिहन। उ पचे ओनकर बहोत स टूकन कइ डाएन। लोग बाल क याजक मत्तन क भी वेदी क समन्वा मार डाएन।तब याजक यहोयादा कछू लोगन क यहोवा क मन्दिर क देखभाल बरे निगराकार क रूप मँ रखा। 19 यहोयादा सेनापतियन, बिसेस फउजियन अउर आम लोगन क लिहेस, अउर उ सबइ राजा योआस क यहोवा क मन्दिर स महल मँ लइ गएन। उ पचे रच्छकन क दुआर होइके स राजा क महल तलक गएन। तब राजा योआस राजसिंहासने पइ बइठा। 20 सबहिं लोग खुस रहेन। नगर सान्त रहा। रानी अतल्याह, राजा क महल क लगे तरवार क घाट उतार दीन्ह गइ रही। 21 जब योआस राजा भवा, उ सात बरिस क रहा।

12:1 योआस इस्राएल मँ येहू क राज्जकाल क सताएँ बरिस मँ हुकूमत करब सुरू किहस। योआस चालीस बरिस तलक यरूसलेम मँ हुकूमत किहस। योआस क महतारी सिब्या बसेर्वा क रही। 2 योआस उ सबहिं कार्य किहस जेनका यहोवा नीक कहे रहा। योआस पूरी जिन्नगी यहोवा क आग्या क पालन किहस। उ उ सबइ कार्य किहस जेनकर सिच्छा याजक यहोयादा ओका दिहे रहा। 3 मुला उ उच्च ठउरन क बर्बाद नाहीं किहस। लोग तब तलक भी ओन पूजा क ठउरन पइ बलि भेंट करतेन अउ सुगन्धि बारत रहेन। 4 योआस याजकन स कहेस, “यहोवा क मन्दिर मँ बहोत धन अहइ। लोग मन्दिर मँ चिजियन दिहे अहइँ। लोग गणना क समइ मन्दिर क कर दिहेन ह अउर लोगन आपन इच्छा स धन दिहे ह। याजकन, आप लोग उ धन क लइ लेइँ अउर यहोवा क मन्दिर क मरम्मत करवाइ देइँ।” 5 6 मुला याजक लोग मरम्मत नाहीं किहन। योआस क राज्जकाल क तेईसवें बरिस मँ भी याजक लोग तब तलक मन्दिर क मरम्मत नाहीं किहे रहेन। 7 एह बरे योआस याजक यहोयादा अउ दूसर याजकन क बोलाएस। योआस यहोयादा अउ दूसर याजकन स पूछेस, “आप मन्दिर क मरम्मत काहे नाहीं किहन? आप ओन लोगन स धन लेब बन्द करइँ जेनकर आप सेवा करत हीं। उ धने क उपयोग मँ लिआउब बंद करइँ। उ धने क उपयोग मन्दिर क मरम्मत मँ होइ चाही।” 8 याजक लोग यहोवा स धन न लेब स्वीकार किहन। मुला उ पचे मन्दिर क मरम्मत न करइ क निहचइ किहेन। 9 एह बरे याजक यहोयादा स एक ठु सन्दूख लिहस अउ ओकरे ऊपरी हींसा मँ एक छेद कइ दिहस। तब यहोयादा सन्दूख क बेदी क दकिाखन कइँती रख दिहस। इ सन्दूख उ दरवाजे क लगे रहा जेहसे लोग यहोवा क मन्दिर मँ आवत रहेन। कछू याजक मन्दिर क दुआर- पथे क रच्छा करत रहेन। उ सबइ याजक उ धने क जेका लोग यहोवा क देत रहेन, लइ बते रहेन अउर उ सन्दूख मँ डाइ देत रहेन। जब लोग मन्दिर क जात रहेन तब उ पचे उ सन्दूख मँ सिक्कन डावत रहेन। 10 जब भी राजा क सचिव अउ महायाजक इ जानतेन कि मन्दिर मँ रखे सन्दूख मँ बहोत धन अहइ तउ उ पचे अउतेन अउर सन्दूख स धन क निकार लेतेन। उ पचे धन क थइलन मँ रखतेन् अउर ओका गिन लेत रहेन। 11 तब उ पचे ओन मजदूरन क भुगतान करतेन जउन यहोवा क मन्दिर मँ काम करत रहेन। उ पचे यहोवा क मन्दिर मँ काम करइवालन बढ़इयन अउ दूसर कारीगरन क भुगतान करत रहेन। 12 उ पचे धन क उपयोग पाथर क कामगारन अउ पाथर तरासन क भुगतान करइ मँ करत रहेन अउर उ पचे उ धने क उपयोग लकड़ी, काटे पाथर, अउर यहोवा क मन्दिर क मरम्मत क बरे दूसर चिजियन क बेसहइ मँ करत रहेन। 13 लोग योहवा क मन्दिर क बरे धन दिहन। किन्तु याजक उ धने क उपयोग चाँदी क बर्तन, बत्ती- झाड़नी, चिलमची, तुरही या कउनो भी सोना- चाँदी क तस्तरियन क बनाबइ मँ नाहीं कइ सकेन। उ धन मजदूरून क भुगतान करइ मँ लगा अउर ओन मजदूरन यहोवा क मन्दिर क मरम्मत किहन। 14 15 कउनो सारे धन क हिसाब नाहीं किहस या कउनो कार्यकर्त्ता क इ बतावइ बरे मजबूर नाहीं कीन्ह गवा कि धने क का भवा? काहेकि ओन कार्यकर्त्तन पइ बिस्सास कीन्ह जाइ सकत रहा। 16 लोग उ समइ धन दिहस जब उ पचे दोखबलि या पापबलि चढ़ाएन। किन्तु उ धने क उपयोग मजदूर क भुगतान क बरे नाहीं कीन्ह गवा। उ धन याजकन क रहा। 17 हजाएल अराम क राजा रहा। हजाएल गत नगर क खिलाफ जुद्ध करइ गवा। हजाएल गत क हराएस। तब उ यरूसलेम क खिलाफ जुद्ध करइ जाइ क जोजना बनाएस। 18 यहोसापात, यहोराम अउ अहज्याह यहूदा क राजा रह चुके रहेन। उ पचे योआस क पुरखा रहेन। उ पचे यहोवा क बहोत स चिजियन भेंट किहे रहेन। उ सबइ चिजियन मन्दिर मँ रखी रहिन। योआस भी बहोत स चिजियन यहोवा क भेंट किहे रहा। योआस ओन सबहिं बिसेस चिजियन अउ मन्दिर अउ अपने महल मँ रखे भए सारे सोना क लिहस। तब योआस ओन सबहिं कीमती चिजियन क अराम क राजा हजाएल क लगे पठएस। इहइ स हजाएल अपनी फउज क यरूसलेम स हटाइ लिहस। 19 योआस जउन बड़के कारज किहस उ सबइ सबहिं “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे गए अहइँ। 20 योआस क अधिकारी लोग ओकरे खिलाफ जोजना बनाएस। उ पचे योआस क सिल्ला तलक जाइ वाली सड़किया पर स्थित मिल्लो क घरे पइ मार डाएस। 21 सिमात क पूत योजाकर अउ सोमेर क पूत यहोजाबाद योआस क अधिकारी रहेन। ओन मनइयन योआस क मार डाएन। लोग दाऊद नगर मँ योआस क ओकरे पुरखन क संग दफनाएन। योआस क पूत अमस्याह ओकरे पाछे नवा राजा बना।

13:1 येहू क पूत यहोआहाज सोमरोन मँ इस्राएल क राजा बना। इ अहज्याह क पूत योआस क यहूदा मँ राज्जकाल क तेईसवें बरिस मँ भवा। राजा बनइ क पाछे यहोआहाज सत्रह बरिस सोमरोन मँ राज्ज किहस। 2 यहोआहाज उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोआहाज नबात क पूत यारोबाम क पापन क अनुसरण किहस जउन इस्राएल स पाप कराएस। यहोआहाज ओन कामन क करब बंद नाहीं किहेस। 3 तब यहोवा इस्राएल पइ बहोत कोहाइ गवा। यहोवा इस्राएल क अराम क राजा हजाएल अउ ओका पूत बेन्हदद क अधीन कइके लम्बे समइ तलक सज़ा दिहेस। 4 तब यहोआहाज यहोवा स मदद बरे पराथना किहेस अउर यहोवा ओकर पराथना सुनेस। यहोवा इस्राएल क लोगन क कस्ट अउ अराम क राजा क उत्पीड़न लखे रहा। 5 एह बरे यहोवा एक मनई क इस्राएल क रच्छा बरे पठएस। इस्राएली अरामियन स अजाद होइ गएन। एह बरे, इस्राएली, पहले क तरह अपने घरे लउट गएन। 6 मुला इस्राएलियन फुन भी, ओन यारोबाम क परिवार क पापन क करव बंद नाहीं किहस। यारोबाम इस्राएल स पाप करवाएस, अउर इस्राएली निरंतर पाप करम करत रहेन। उ पचे असेरा क खंभन क भी सोमरोन मँ धरेन। 7 अराम क राजा यहोआहाज क फउज क हराइ दिहस। अराम क राजा जियादा हींसा क लोगन क नस्ट कइ दिहस। उ सिरिफ पचास घुड़सवार, दस रथ, अउर दस हजार पैदल फउजी छोड़ेस। यहोआहाज क फउजी दायं चलावत समइ हवा स उड़ाए गए भूसे क तरह रहेन। 8 सबहिं बड़े कारज जउन यहोआहाज कहेस, “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 9 यहोआहाज मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। लोग यहोआहाज क सोमरोन मँ दफनाएन। यहोआहाज क पूत यहोआस ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 10 यहोआहाज क पूत यहोआस सोमरोन मँ इस्राएल क राजा भवा। इ योआस क यहूदा मँ राज्जकाल क सैतीसेवं बरिस मँ भवा। यहोआस इस्राएल पइ सोलह बरिस तलक राज्ज किहस। 11 इस्राएल क राजा यहोआस उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। उ नबात क पूत यारोबाम क पापन क बंद नाहीं किहस जउन इस्राएल स पाप कराएस। यहोआस ओन पापन क करत रहा। 12 सबहिं बड़के कारज जउन यहोआस किहस अउर यहूदा क राजा अहज्याह क खिलाफ उ जउन जुद्ध किहस उ सबइ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 13 यहोआस मरा अउ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। यारोबाम नवा राजा बना अउर यहोआस क राजा सिहांसने पइ बइठा। यहोआस सोमरोन मँ इस्राएल क राजा लोगन क संग सफनावा गवा। 14 एलीसा बीमार पड़ा। पाछे एलीसा बेरामी स मर गवा। इस्राएल क राजा यहोआस एलीसा भेंटइ गवा। यहोआस एलीसा बरे रोएस। यहोआस कहेस, “मोर बाप। मोर बाप! का इ इस्राएल क रथन अउ घोड़न क बरे समइ अहइ?” 15 एलीसा यहोआस स कहेस, “एक ठु धनुस अउ कछू बाण ल्या।”अत: बह धनुस-बाण ले आया। 16 तब एलीसा इस्राएल क राजा स कहेस, “आपन हाथ धनुस पइ धरा।” तब एलीसा आपन हाथ राजा क हाथे पइ रखेस। 17 एलीसा कहेस, “पूरब क खिड़की खोला।” यहोआस खिड़की खोलेस। तब एलीसा कहेस, “बाण चलावा।”यहोआस बाण चलाइ दिहस। तब एलीसा कहेस, “इ यहोवा क बिजय क बाण अहइ। इ अराम पइ बिजय क बाण अहइ। तू अरामियन क अपेक मँ हरउब्या अउर तू ओनका नस्ट कइ देब्या।” 18 एलीसा कहेस, “बाण ल्या।” योआस बाण लिहस। तब एलीसा इस्राएल क राजा स कहेस, “भुइँया पइ प्रहार करा।”योआस भुइँया पइ दीन दाईं प्रहार किहस। तब उ रूक गवा। 19 परमेस्सर क जन योआस पइ कोहाइ गवा। एलीसा कहेस, “तोहका पाँच या छ: दाईं धरती पइ प्रहार करइ चाही रहा। तब तू अराम क ओका नस्ट करइ तलक हरउब्या। किन्तु अब तू अराम क सिरिफ तीन दाईं हरउब्या।” 20 एलीसा मरा अउ लोग ओका दफनाएन।एक दाईं बसन्त मँ मोआबी फउजियन क एक दल इस्राएल पई छापा मारेस। उ पचे जुद्ध मँ सामग्री लेइ आएन। 21 कछू इस्राएली एक मरे मनई क दफनावत रहेन अउर उ पचे फउजियन क उ दल क लखेन। इस्राएलियन हाली मँ ल्हास क एलीसा क कब्र मँ फेंक दिहेन अउर उ पचे भाग खड़े भएन। जइसेन ही उ मरा मनई एलीसा क हाड़न क छुएस, मरा मनई जी उठा अउर अपने गोड़न पइ खड़ा होइ गवा। 22 यहोआहाज पूरे सासन काल मँ अराम क राजा हजाएल इस्राएल क परेसान ड्ढिहस। 23 ड्ढिन्तु यहोवा इस्राएलियन पइ दयालु रहा। यहोवा क दया आइ अउर उ इस्राएलियन कइँती भवा। काहे? काहेकि इब्राहीम, इसहाड्ढ अउर याकूब क संग अपनी वाचा क कारण, यहोवा इस्राएलियन क अबहिं नस्ट करइ बरे तइयार नाहीं रहा। उ अबहिं तलड्ढ ओनका अपने स दूर नाहीं फेंके रहा। 24 अराम क राजा हजाएल मरा अउर ओकरे पाछे बेन्हदद नवा राजा बना। 25 मरइ क पहले हजाएल योआस क पिता यहोआहाज क जुद्ध मँ कछू नगर लिहे रहा। ड्ढिन्तु अब यहोआहाज हजाएल क पत बेन्हदद स उ सबइ नगर वापस लइ लिहस। योआस बेन्हदद क तीन दाईं हराएस अउर इस्राएल क नगरन क वापस लिहस।

14:1 योआस क पूत अमस्याह, इस्राएल क राजा यहोआहाज क पूत योआस क हुकूमत काल क दूसरे बरिस मँ यहूदा क राजा भवा। 2 अमस्याह जब हुकूमत करब सूरू किहस, उ पचीस बरिस क रहा। अमस्याह उनतीस बरिस तलक यरूसलेम मँ राज्ज किहस। अमस्याह क महतारी यहोअद्दान यरूसलेम क निवासी रही। 3 अमस्याह उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा नीक बताए रहा। किन्तु उ आपन पुरखा दाऊद क तरह परमेस्सर क अनुसरण पूरी तरह स नाहीं किहस। अमस्याह उ सबइ सारे काम किहस जउन ओकर बाप योआस किहे रहेन। 4 उ उच्च ठउरन क नस्ट नाहीं किहस। लोग ओन पूजा क ठउरन पइ बलि देतेन अउर सुगन्धि बारत रहेन। 5 राज्ज पइ पूरा अधिकार करइ क पाछे अमस्याह ओन अधिकारियन क मार डाएस जउन ओकरे बाप क मारे रहेन। 6 मुला उ हत्तियारन क बच्चन क, “मूसा क व्यवस्था” क किताबे मँ लिखे नेमन क कारण नाहीं मारेस। यहोवा आपन इ आदेस मूसा क व्यवस्था मँ दिहे रहा: “महतारी- बाप बच्चन क जरिये कछू कीन्ह जाइ क कारण मारे नाहीं जाइ सकतेन अउर बच्चन अपने महतारी बाप क जरिये कछू कीन्ह जाइ क कारण मारे नाहीं जाइ सकतेन। कउनो मनई सिरिफ अपने ही बुरे कारज बरे मारा जाइ सकत ह।” 7 अमस्याह नून घाटी मँ दस हजार एदोमियन क मार डाएस। जुद्ध मँ अमस्याह सेला क जीतेस अउर ओकर नाउँ “योक्तेल” धरेस। उ ठउर आजु भी योक्तेल कहा जात ह। 8 अमस्याह इस्राएल क राजा येहू क पूत यहोआहाज अउर यहाआहाज क पूत योआस क लगे संदेसवाहक पठएस। अमस्याह क संदेस मँ कहा, “आवा, हम आपुस मँ जुद्ध करी। आमने सामने होइके एक दूसरे क मुकाबला करी।” 9 इस्राएल क राजा योआस यहूदा क राजा अमस्याह क उत्तर पठएस। योआस कहेस, “लबानोन क एक ठु कँटेहरी झाड़ी देवदारू बृच्छ क लगे एक संदेसा पठएस। सँदेसा इ रहा, ‘अपनी बिटिया, मोरे पूत क संग बियाहे बरे द्या।’ मुला लबानोन क एक जंगली जनावर ओहर स निकरा अउर कँटेहरी झाड़ी क कुचर गवा। 10 इ फुर अहइ कि तू एदोम क हराया ह। किन्तु तू एदोम पइ जीत क कारण घमण्डी होइ गवा अहा। अपनी प्रसिद्धि क आनंद उठावा अउर घरे पइ रहा। अपने बरे परेसानियन मत खड़ी करा। जदि तू अइसा करब्या तउ तू हार जाब्या अउर तू आपन संग यहूदा क भी हराउब्या।” 11 मुला अमस्याह योआस क चितवनी क नाहीं सुनेन। एह बरे इस्राएल क राजा योआस यहूदा क राजा अमस्याह क खिलाफ यहूदा क बेतसेमेस मँ लड़इ बरे गवा। 12 इस्राएल यहूदा क हराइ दिहस। यहूदा क हर एक मनई घरे पराइ गवा। 13 बेतसेमेस मँ इस्राएल क राजा योआस यहूदा क राजा अमस्याह क बन्दी बनाइ लिहस। अमस्याह योआस क पूत रहा। योआस अहज्या क पूत रहा। योआस अमस्याह क यरूसलेम लइ गवा। योआस एप्रैम दुआर स कोने क फाटक तलक लगभग छ: सौ फुट यरूसलेम क देवार क गिरवाएस। 14 तब योआस सारा सोना- चाँदी अउर जउन भी बर्तन यहोवा क मन्दिर अउर राजमहल क खजाने मँ रहेन। ओन सब क लूट किहस। योआस कछू लोगन क बन्दी बनाइ लिहस। तब उ सोमरोन क वापस लउट गवा। 15 जउन सबहिं बड़के कारज योआस किहस, साथ ही साथ यहूदा क राजा अमस्याह क संग उ कइसे लड़ा, “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे गए अहइँ। 16 योआस मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। योआस सोमरोन मँ इस्राएल क राजा लोगन क संग दफनावा गवा। योआस क पूत यारोबाम ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 17 यहूदा क राजा योआस क पूत अमस्याह इस्राएल क राजा यहोआहाज क पूत योआस क मउत क पाछे पन्द्रह बरिस तलक जिआ। 18 अमस्याह जउन कारज किहस उ सबइ “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे गएन अहइँ। 19 लोग यरूसलेम मँ अमस्याह क खिलाफ एक ठु जोजना बनाएन। अमस्याह लाकीस क पराइ निकरा। मुला लोग अमस्याह क खिलाफ लाकीस क अपने मनई पठएस अउर ओन लोग लाकीस मँ अमस्याह क मार डाएस। 20 लोग घोड़न पइ अमस्याह क ल्हास क वापस लइ आएन। अमस्याह दाऊद नगर मँ अपने पुरखन क संग यरूसलेम मँ दफनावा गवा। 21 तब यहूदा क सबहिं लोग अजर्याह क ओकरे बाप अमस्याह क जगह पइ नवा राजा बनाएन। अजर्याह सोलह बरिस क रहा। 22 इ तरह अमस्याह मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। तब अजर्याह एलत क यहूदा बरे फुन पाएस अउर ओका फुन बनाएस। 23 इस्राएल क राजा योआस क पूत यारोबाम सोमरोन मँ यहूदा क राजा योआस क पूत अमस्याह क राज्जकाल क पन्द्रहवें बरिस मँ हुकूमत करब सुरू किहस। 24 यारोबाम उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा बताएस। यारोबाम उ नबात क पूत यारोबाम क पापन क करब बंद नाहीं किहस, जउन इस्राएल क पाप करइ बरे मजबूर किहस। 25 यारोबाम उ भुइँया क, जउन लेवी हमात स अराबा क सागर तलक जात रही, वापस लिहस। इ वइसा ही भवा जइसा इस्राएल क यहोवा परमेस्सर अपने सेवक, अमित्तै क पूत योना स कहे रहा। जउन कि गथेपेर क नबी रहा। 26 यहोवा लखेस कि सबहिं इस्राएली, चाहे उ पचे अजाद होइँ या दास, बहोत स परेसानियन मँ अहइँ। कउनो मनई अइसा नाहीं बचा जउन इस्राएल क मदद कइ सकत रहा। 27 यहोवा इ नाहीं काहे रहा कि उ संसार स इस्राएल क नाउँ उठाइ लेइ। एह बरे यहोवा योआस क पूत यारोबाम क उपयोग इस्राएल क लोगन क रच्छा बरे किहेस। 28 यारोबाम जउन बड़के कारज किहस उ सबइ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। ओहमाँ इस्राएल क बरे दमिस्क अउर हमात क यारोबाम जरिये वापस जीत लेइ क कथा सामिल अहइ। (पहिले इ सबइ नगर यहूदा क आधिपत्य मँ रहेन।) 29 यारोबाम मरा अउर इस्राएल क राजा लोगन, अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। यारोबाम क पूत जकर्याह ओकरे पाछे नवा राजा भवा।

15:1 यहूदा क राजा अमस्याह क पूत अजर्याह इस्राएल क राजा यारोबाम क राज्जकाल क सत्ताइसवें बरिस मँ राजा बना। 2 हुकूमत करब सुरू करइ क समइ अजर्याह सोलह बरिस क रहा। अजर्याह यरूसलेम मँ बावन बरिस तलक हुकूमत किहस। अजर्याह क महतारी यकोल्याह यरूसलेम स रही। 3 अजर्याह ठीक अपने बाप अमस्याह क तरह उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा अच्छा बताए रहा। अजर्याह ओन सबहिं कामन क अनुसरण किहस जेनका ओकर बाप अमस्याह किहे रहा। 4 मुला उ ऊँच ठउरन क नस्ट नाहीं किहस। लोगन हुआँ बलियन चढ़ावत रहे अउर धूप जरावत रहे। 5 यहोवा राजा अजर्याह क नोस्कान करइवाले कोढ़ रोग क रोगी बनाइ दिहस। उ मरइ क दिन तलक इहइ रोग स पीड़ित रहा। अजर्याह एक अलग महल मँ रहत रहा। राजा क पूत योताम राजमहल क देखभाल अउर जनता क संग निआत करत रहा। 6 अजर्याह जउन काम किहस उ सबइ, “यहूदा क राजा लोग क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 7 अजर्याह मरा अउर अपने पुरखन क संग दाऊद क नगर मँ दफनावा गवा। अजर्याह क पूत योताम ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 8 यारोबाम क पूत जकर्याह सोमरोन मँ इस्राएल पइ छ: महीने तलक हुकूमत किहस। जकर्याह यहूदा क राजा अजर्याह क राज्जकाल क अड़तीसवें बरिस मँ राजा भवा। 9 जकर्याह उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। उ उ सबइ ही कारज किहेस जउन ओकरे पुरखन किहे रहेन। उ नबात क पूत यारोबाम क पापन क करब बंद नाहीं किहेस जउन इस्राएल क पाप करइ बरे मजबूर किहस। 10 याबेस क पूत सल्लूम जकर्याह खिलाफ जोजना बनाएस अउर लोगन क बीच मँ ओह पइ हमला कइके ओका इब्लैम मँ मार डाएस। फुन सल्लूम ओकरे जगह पइ नवा राजा भवा। 11 जकर्याह जउन दूसर कारज किहेस उ सबइ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 12 इ तरह यहोवा क कथन फुरइ सिद्ध भवा। यहोवा येहू स कहे रहा कि ओकरे संतानन क चार पीढ़ियन इस्राएल पइ राजा क तरह राज करब्या। 13 याबेस क पूत सल्लूम यहूदा क राजा उज्जिय्याह क राज्जकाल क उनतालीसवें बरिस मँ इस्राएल क राजा बना। सल्लूम सोमरोन मँ एक महीने तलक सासन किहस। 14 गादी क पूत मनहेम तिर्सा स सोमरोन आइ पहोंचा। मनहेम याबेस क पूत सल्लूम क मार डाएस। तब ओकरे पाछे मनहेम नवा राजा भवा। 15 सल्लूम जकर्याह क खिलाफ सडयंत्र करइ सहित जउन कारज किहेस, उ सबइ सबहिं “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे गएन अहइँ। 16 सल्लूम क मरइ क पाछे मनहेम तिप्सह, एहमाँ रहइवाले सबइ लोगन क अउर तिर्सा स सुरू होइवालन छेत्रन क हराई दिहेस। लोग ओकरे बरे नगर दुआर क खोलब मना कइ दिहन। एह बरे मनहेम ओनका हराइ दिहस अउर नगर क सबहिं गरभवती मेहररूअन क गरभ क चीर गिराएस। 17 गादी क पूत मनहेम यहूदा क राजा जकर्याह क राज्जकाल क उनतालीसवें बरिस मँ इस्राएल क राजा भवा। मनहेम सोमरोन मँ दस बरिस हुकूमत किहस। 18 मनहेम उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। मनहेम पूरी जिन्नगी, नबात क पूत यारोबाम क पापन क करब बंद नाहीं किहेस, जउन इस्राएल स पाप कराएस। 19 अस्सूर क राजा पूल इस्राएल क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। मनहेम पूल क पचहत्तर हजार पौण्ड चाँदी दिहस। उ इ एह बरे किहस कि पूल मनहेम क बल प्रदान करी अउर जेहसे राज्ज पइ ओकर अधिकार सुढ़ होइ जाइ। 20 मनहेम सबहिं धनी अउर सक्तीसाली लोगन स करन क भुगतान करवाइके धन बटोरेस। मनहेम हर मनई पइ चाँदी क पचास सेकेल कर लगाएस। तब मनहेम अस्सूर क राजा क धन दिहस। एह बरे अस्सूर क राजा चला गवा अउर इस्राएल मँ नाहीं ठहरा। 21 मनहेम जउन कारज किहेस उ सबइ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 22 मनहेम मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। मनहेम क पूत पकह्याह ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 23 मनहेम क पूत पकह्याह यहूदा क राजा अजर्याह क राज्जकाल क पचासवें बरिस मँ सोमरोन मँ इस्राएल क राजा भवा। पकह्याह दुइ बरिस तलक राज्ज किहस। 24 पकह्याह नबात क पूत यारोबाम क पापन क करब बन्द नाहीं किहस जउन इस्राएल क पाप करइ बरे मजबूर किहे रहा। 25 पकह्याह क फउज क सेनापति रमल्याह क पूत पेकह रहा। पेकह पकह्याह क मार डाएस। उ ओका सोमरोन मँ राजा क महल मँ मारेस। पेकह जब पकह्याह क मारेस, ओकरे संग अरगोब अरीआह अउर गिलाद क पचास मनसेधू रहेन। तब पेकह ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 26 पकह्याह जउन काम किहस उ सबइ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 27 रमल्याह क पूत पेकह यहूदा क राजा अजर्याह क राज्जकाल क बावनेवे बरिस मँ इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू किहेस। पेकह बीस बरिस तलक सासन किहस। 28 पेकह उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। पेकह इस्राएल क पाप करइ बरे मजबूर करइवाले नबात क पूत यारोबाम क पाप करमन क करब बंद नाहीं किहस। 29 अस्सूर क राजा तिग्लत्पिलेसेर इस्राएल क खिलाफ लड़इ आवा। इ उहइ समइ रहा जब पेकह इस्राएल क राजा रहा। तिग्लत्पिलेसेर इय्योनण अबेल्बेत्माका, यानोह, केदेस, हासोर, गिलाद, गालील अउर नप्ताली क सारे छेल पइ अधिकार कइ लिहस। तिगलत्पिलेसेर एन जगहन पइ लोगन क बन्दी बनाइके अस्सूर लइ गवा। 30 एला क पूत होसे रमल्याह क पूत पेकह क खिलाफ सड्यंत्र किहस। होसे पेकह क मार डाएस। तब होसे पेकह क पाछे नवा राजा बना। इ यहूदा क राजा उज्जिय्याह क पूत योताम क राज्जकाल क बीसवें बरिस मँ भवा। 31 पेकह जउन सारे कारज किहस उ सबइ “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 32 उज्जिय्याह क पूत योताम यहूदा क राजा बना। उ इ इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह क राज्जकाल क दूसरे बरिस मँ भवा। 33 योताम जब राजा बना, उ पच्चीस बरिस क रहा। योताम यरूसलेम मँ सोलह बरिस तलक हुकूमत किहस। योताम क महतारी सादोक क बिटिया यरूसा रही। 34 योताम अपने बाप उज्जियाह क तरह उ सबइ काम किहेस, जेनका यहोवा ठीक बताए रहा। 35 मुला उ ऊँच ठउरन क नस्ट नाहीं किहेस। लोग ओन पूजा ठउरन पइ तब भी बलि चढ़ावत अउर सुगन्धि बारत रहेन। योताम यहोना क मन्दिर क उपरी दुआर बनवाएस। 36 सबहिं कारज जउन योताम किहस उ सबइ “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क पुस्तक मँ लिखे अहइँ। 37 उ समइ यहोवा अराम क राजा रसीन अउर रमल्याह क पूत पेकह क यहूदा क खिलाफ लड़इ पठएस। 38 योताम मरा अउर अपने पुरुखन क संग दफनावा गवा। योताम अपने पुरूखन दाऊद क नगर मँ दफनावा गवा। योताम क पूत आहाज ओकरे पाछे नवा राजा भवा।

16:1 योताम क पूत आहाज इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह क राज्जकाल क सत्रहवें बरिस मँ यहूदा क राजा बना। 2 आहाज जब राजा बना उ बीस बरिस क रहा। आहाज यरूसलेम मँ बीस बरिस तलक राज्ज किहस। आहाज उ सबइ काम नाहीं किहेस जेनका यहोवा अच्छा बताए रहा। उ परमेस्सर क आग्या क पालन अपने पुरखा दाऊद क तरह नाहीं किहेस। 3 आहाज इस्राएल क राजा लोगन क तरह रहा। उ अपने पूत क बलि आगी मँ दिहस। उ ओन रास्ट्रन क घोर पापन क किहेस जेनका यहोवा देस छोड़इ क मजबूर तब किहे रहा जब इस्राएली लोग हुवाँ आए रहेन। 4 आहाज ऊँची जगहन, पहाड़ियन अउर हर एक हरे पेड़ क नीचे बलि चढ़ाएस अउ सुगन्धि बारेस। 5 अराम क राजा रसीन अउर इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह, दुइनउँ यरूसलेम क खिलाफ लड़इ आएन। रसीन अउ पेकह आहाज क घेरि लिहन किन्तु उ पचे ओका हराइ नाहीं सकेन। 6 उ समइ अराम क राजा अराम क बरे एलत क वापस लइ लिहस। रसीन एलत मँ रहइवाले सबहिं यहूदा क निवासियन क जबरदस्ती निकारेस। अरामी लोग एलत मँ बस गएन अउर उ पचे आजु भी हुवाँ रहत अहइँ। 7 अहाज अस्सूर क राजा तिगलत्पिलेसेर क लगे संदेसवाहक पठएस। सँदेसा इ रहा: “मइँ आपक सेवक हउँ। मइँ आपके पूत क तरह हउँ। आवइँ, अउर मोका अराम क राजा अउर इस्राएल क राजा स बचावइँ। उ पचे मोहसे जुद्ध करइ आए अहइँ।” 8 आहाज यहोवा क मन्दिर अउ राजमहल क खजाने मँ जउन सोना अउर चाँदी रहा ओका भी लइ लिहस। तब आहाज अस्सूर क राजा क भेंट पठएस। 9 अस्सूर क राजा ओकर बात मान लिहस। उ दमिस्क क खिलाफ लड़इ बरे गवा। राजा उ नगर पइ अधिकार कइ लिहस अउर लोगन क किर क बन्दी बनाइके लइ गवा। उ रसीन क भी मार डाएस। 10 राजा आहाज अस्सूर क राजा तिगलत्पिलेसेर स भेंटइ गवा। आहाज दमिस्क मँ वेदी क लखेस। राजा आहाज इ वेदी क एक ठु नमूना अउर ओकर व्यापक रूपरेखा, याजक ऊरिय्याह क पठएस। 11 तब याजक उरिय्याह राजा आहाज क जरिये दमिस्क स पठए गए नमूने क समान ही एक ठु वेदी बनाएस। याजक उरिय्याह इ प्रकार क वेदी राजा आहाज क दमिस्क स लउटइ क पहिले बनाएस। 12 जब राजा दमिस्क स लउटा तउ उ वेदी क लखेस। उ वेदी पइ भेंट चढ़ाएस। 13 वेदी पइ आहाज होमबलि अउ अन्नबलि चढ़ाएस। उ आपन पेयबोलि डाएस अउर अपनी मेलबलि क खून क इ वेदी पइ छिछकारेस। 14 आहाज उ काँसे क वेदी क जउन यहोवा समन्वा रही मन्दिर क समन्वा क जगह स हटाएस। इ काँसे क वेदी आहाज क वेदी अउर यहोवा क मन्दिर क बीच रही। आहाज काँसे क वेदी क अपने वेदी क उत्तर कइँती रखेस। 15 आहाज याजक ऊरिय्याह क आदेस दिहस। उ कहेस, “बिसाल वेदी क उपयोग भिंसारे क होमबलियन क बारइ क बरे, साँझ क अन्नबलि क बरे अउर इ देस क सबहिं लोगन क पेयबलि बरे करा। होमबलि अउ बलियन क सारा खून बिसाल वेदी पइ छिछकारा। किन्तु मइँ काँसे क वेदी क उपयोग परमेस्सर स सवाल पूछइ बरे करब।” 16 याजक ऊरिय्याह उ सबइ किहस जेका करइ बरे राजा आहाज आदेस दिहस। 17 हुवाँ पइ काँसे क कवचवाली गाड़ियन अउ याजकन क हाथ धोवइ बरे चिलमचियन रहिन। तब राजा आहाज मन्दिर मँ प्रयुक्त काँसे क गाड़ियन क काट डाएस अउर ओनसे पल्लन निकार लिहस। उ गाड़ियन मँ स चिलमचियन क लइ लिहस। उ बिसाल टंकी क भी काँसे क ओन बर्धन स हटाइ लिहस जउन ओकरे नीचे खड़ी रहिन। उ बिसाल टंकी क एक ठु पाथर क चबूतरे पइ रखेस। 18 कारीगरन सबित क सभा बरे मन्दिर क अंदर एक ठु ढकी जगह रहेन। आहाज सबित बरे ढकी जगह क भी हटाइ लिहस। आहाज इ सबइ चिजियन यहोवा क मन्दिर स लिहस। इ सबइ उ अस्सूर क राजा क कारण किहस। 19 आहाज जउन कारज किहस उ सबइ “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 20 आहाज मरा अउ अपने पुरखन क संग दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। आहाज क पूत हिजकिय्याह ओकरे पाछे नवा राजा भवा।

17:1 एला क पूत होसे सोमरोन मँ इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू किहस। इ यहूदा क राजा आहाज क राज्जकाल क बारहवें बरिस मँ भवा। होसे नौ बरिस तलक सोमरोन मँ हुकूमत किहस। 2 होसे उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। मुला होसे इस्राएल क ओतना बुरा राजा नाहीं रहा जेतने उ पचे राजा रहेन जउन ओकरे पहिले सासन किहे रहेन। 3 अस्सूर क राजा सल्मनेसेर होसे क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। सल्मनेसेर होसे क हराएस अउर होसे सल्मनेसेर क सेवक बन गवा। होसे सल्मनेसेर क अधीनस्थ कर देइ लाग। 4 मुला पाछे अस्सूर क राजा क पता चला कि होसे ओकरे खिलाफ सड्यंत्र रचेस ह। होसे मिस्र क राजा क लगे मदद मँगइ बरे राजदूत पठएस। उ बरिस होसे अस्सूर क राजा क नाहीं पठएस जइसे उ हर बरिस पठवत रहा। एह बरे अस्सूर क राजा होसे क बन्दी बनावा अउर ओका कैद मँ डाइ दिहस। 5 तब अस्सूर क राजा इस्राएल क सबहिं प्रदेसन पइ आकामण किहस। उ सोमरोन पहोंचा। उ तीन साल तलक सोमरोन क घेरे राखेस। 6 अस्सूर क राजा इस्राएल पइ होसे क राज्जकाल क नवे बरिस मँ, सोमरोन पइ अधिकार जमाएस। अस्सूर क राजा इस्राएलियन क बन्दी क रूप मँ अस्सूर लइ गवा। उ ओनका हलह, हाबोर नदी क तट पइ जउन गोजान क नदी अहइ अउर मादियन क नगरन मँ बसाएस। 7 इ सबइ घटना घटी काहेकि इस्राएलियन अपने परमेस्सर यहोवा क बिरूद्ध पाप किहे रहा। यहोवा इस्राएलियन क मिस्र स बाहेर लिआवा। यहोवा ओनका राजा फिरौन क चंगुल स बाहेर निकारेस। किन्तु इस्राएलियन दूसर देवतन क पूजब सुरू किहे रहेन। 8 इस्राएली उहइ सब करइ लगे रहेन जउन दूसर रास्ट्र करत रहेन। यहोवा ओन लोगन क अपना देस छोड़इ क मजबूर किहे रहा जब इस्राएली आए रहेन। इस्राएलियन भी राजा लोगन स सासित होब पसन्द किहन, परमेस्सर स सासित होब नाहीं। 9 इस्राएलियन गुप्त रूप स अपने यहोवा परमेस्सर क खिलाफ काम किहस। जेका ओनका नाहीं करइ चाही रहा।इस्राएलियन अपने सब स नान्ह नगर स लइके सब स बड़के नगर तलक, अपने सबहिं नगरन मँ ऊँच जगह बनाएस। 10 इस्राएलियन हर एक ऊँची पहाड़ी पइ अउर सबहिं हरियर बृच्छ क खाले स्मृति पाथर अउ असेरा स्तम्भ लगाएस। 11 इस्राएलियन पूजा क ओन सबहिं जगहन पइ सुगन्धि बारेस। उ पचे इ सबइ सबहिं कारज ओन रास्ट्रन क तरह किहस जेनका यहोवा ओनके समन्वा देस तजइ क मजबूर किहे रहा। इस्राएलियन उ सबइ कारज किहेन जउन यहोवा क कोहाइ दिहस। 12 उ पचे देवमूरतियन क सेवा किहन अउर यहोवा इस्राएलियन स कहे रहा, “तू पचन्क इ नाहीं करइ चाही।” 13 यहोवा हर एक नबी अउर हर एक द्रस्टा क उपयोग इस्राएल अउ यहूदा क चितउनी देइ बरे किहस। यहोवा कहेस, “तू पचे बुरे करमन स दूर हटा। मोरे आदेसन अउर नेमन क पालन करा। ओन सबहिं नेमन क पालन करा जेनका मइँ तोहरे पुरखन क दिहेउँ ह। मइँ अपने सेवक नबियन क उपयोग इ नेम तू पचन क देइ बरे किहेउँ।” 14 लेकिन लोग एक नाहीं सुनेन। उ पचे अपने पुरखन क तरह बड़े हठी रहेन। ओनके पुरखा यहोवा, अपने परमेस्सर मँ पतियात नाहीं रहेन। 15 लोग अपने पुरखन क संग यहोवा क कीन्ह गइ वाचा क रद्द कइ दिहस। अउर यहोवा क नेमन क मानइ स इन्कार किहन। उ पचे यहोवा क चितउनियन क सुनइ स इन्कार किहन। उ पचे व्यर्थ देवमूरतियन क अनुसरण किहन अउर खुद व्यर्थ बन गएन। उ पचे अपने चारिहुँ कइँती क रास्ट्रन क अनुसरण किहन। इ सबइ रास्ट्र उ करत रहेन जेका न करइ क चितउनी इस्राएल क लोगन क यहोवा दिहे रहा। 16 लोग यहोवा, अपने परमेस्सर क आदेसन क पालन करब बंद कइ दिहस। उ पचे बछवन क दुइ मूरतियन बनाएन। उ पचे असेरा स्तम्भ बनाएन। उ पचे आकास क सबहिं नछत्रन क पूजा किहन अउर बाल क सेवा किहन। 17 उ पचे अपने बेटवन -बिटियन क बलि आगी मँ दिहन। उ पचे जादू अउ प्रेत बिद्या क उपयोग भविस्स क जानइ बरे किहेन। उ पचे आपन क ओन चिजियन क करइ बरे बेचेस जेका यहोवा कहे रहा दुस्ट अहइ, जउन यहोवा क क्रधित कई दिहेन। 18 एह बरे यहोवा इस्राएल पइ बहोत कोहाइ गवा अउर ओनका अपनी निगाह स दूर लइ गवा। यहूदा क परिवार समूह क अलावा कउनो इस्राएली बचा नाहीं रहा। 19 मुला यहूदा क लोग भी यहोवा, अपने परमेस्सर क आदेसन क पालन नाहीं किहन। यहूदा क लोग भी इस्राएल क लोगन क तरह ही रहत रहेन। 20 यहोवा इस्राएल क सबहिं लोगन क अस्वीकार किहस। उ ओन पइ बहोत बिपत्तियन ढाएस। उ लोगन क ओनका लूटइ दिहस अउर अन्त मँ उ ओनका अपनी निगाह स लोकाए दिहस। 21 यहोवा दाऊद क परिवार स इस्राएल क निकार दिहेस। इस्राएलियन नबात क पूत यारोबाम क अपना राजा बनाएस। यारोबाम इस्राएलियन क यहोवा क अनुसरण करइ स दूर कइ दिहस। यारोबाम इस्राएलियन स एक भीसण पाप कराएस। 22 इ तरह इस्राएलियन ओन सबहिं पापन क अनुसरण किहन जेनका यारोबाम किहे रहा। उ पचे एन पापन क करब तब तलक बंद नाहीं किहन। 23 जब तलक यहोवा इस्राएलियन क अपनी निगाह स दूर नाहीं हटाएस। लोगन क बतावइ क बरे कि इ होइ, उ अपने नबियन क पठएस। एह बरे इस्राएली अपने देस स बाहेर अस्सूर पहोंचाए गएन अउर उ पचे आज तलक हुँवइ अहइँ। 24 अस्सूर क राजा बाबेल, कूता, अव्वा, हमात अउर सपवैम स लोगन क लिआवा। उ इस्राएलियन क हटावइ बरे ओन लोगन क सोमरोन मँ ठहरा दिहेस। ओन लोग सोमरोन पइ अधिकार किहन अउर ओकरे चारिहँु कइँती क नगरन मँ रहइ लागेन। 25 जब लोग सोमरोन मँ रहइ लागेन तउ उ पचे यहोवा क सम्मान नाहीं किहन। एह बरे यहोवा सिहंन क एन पइ आकामण क बरे पठएस। एन सिंहन ओनके कछू लोगन क मार डाएन। 26 कछू लोग इ बात अस्सूर क राजा स कहेन। “उ सबइ लोग जेनका तू लइ गएन अउर सोमरोन क नगरन मँ बसाएन, उ देस क परमेस्सर क नेमन क नाहीं जानतेन। एह बरे उ पचे सिंहन क ओका मारइ दिहेन।” 27 एह बरे अस्सूर क राजा इ आदेस दिहस: “तू कछू याजकन क सोमरोन स लिहे रह्या। मइँ जिन याजकन क बन्दी बनाएस रहेउँ ओनमाँ स एक क सोमरोन क वापस पठइ द्या। उ याजक क जाइ अउर हुवाँ रहइ द्या। तब उ याजक लोगन क उ देस क देवता क नेम सिखाइ सकत ह।” 28 एह बरे अस्सूरियन क जरिये सोमरोन स लिआए भए याजकन मँ स एक ठु बेतेल मँ रहइ आवा। उ याजक लोगन क सिखाएस कि ओनका यहोवा क सम्मान कइसे करइ चाही। 29 मुला ओन सबहिं रास्ट्रन अपने निजी देवता बनाएन अउर ओनका सोमरोन क लोगन क जरिये बनाए गए ऊँची जगहन पइ पूजा ठउरन मँ रखेस। ओन रास्ट्र इहइ किहन, जहाँ कहूँ भी उ पचे बसेन। 30 बाबेल क लोग लबार देवता सुक्कोतबनोत बनाएन। कूत क लोग लबार देवता नेर्गल क बनाएन। हमात क लोगन असत्य देवता असीम क बनाएन। 31 अव्वी लोग लबार देवता निभज अउर तर्त्ताक बानएन अउर सपवमी लोग लबार देवतान अद्रम्मेलेक अउर अनम्मेलेक क सम्मान बरे अपने बच्चन क आगी मँ बारेन। 32 मुला ओन लोग यहोवा क भी उपासना किहन। उ पचे अपने लोगन मँ स ऊँची जगहन बरे याजक चुनेन। इ सबइ याजक ओन पूजा क ठउरन पइ लोगन बरे बलि चढ़ावत रहेन। 33 उ पचे यहोवा क सम्मान करत रहेन, मुला उ पचे अपने देवतन क भी सेवा करत रहेन। उ सबइ लोग अपने देवता क वइसी ही सेवा करत रहेन जइसी उ पचे ओन देसन मँ करत रहेन जहाँ स उ पचे लाए गए रहेन। 34 आजु भी उ सबइ लोग वइसे ही रहत हीं जइसे उ पचे पहिले रहत रहेन। उ पचे यहोवा क सम्मान नाहीं करत अहइँ। उ पचे यहोवा क आदेसन अउर नेमन क पालन नाहीं करत हीं। उ पचे ओन नेमन या आदेसन क पालन नाहीं करत रहेन जेनका यहोवा याकूब (इस्राएल) क सन्तानन क दिहे रहा। 35 यहोवा इस्राएल क लोगन क संग एक वाचा किहे रहा। यहोवा ओनका आदेस दिहस, “तू पचन्क दूसर देवतन क सम्मान नाहीं करइ चाही। तू पचन्क ओनकर पूजा या सेवा नाहीं करइ चाही या बलि भेंट नाहीं करइ चाही। 36 किन्तु तू पचन्क यहोवा क अनुसरण करइ चाही। यहोवा उहइ परमेस्सर अहइ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आवा। यहोवा आपन महान सक्ती क उपयोग तू पचन्क बचावइ बरे किहस। तू पचन्क यहोवा क सम्मान, उपासना करइ चाही अउर उहइ क बलि भेंट करइ चाही। 37 तू पचन्क ओकरे ओन नेमन, विधियन, उपदेसन अउर आदेसन क पालन करइ चाही जेनका उ तोहरे पचन्क बरे लिखेस। तू पचन्क एनकार पालन सदा ही करइ चाही। तू पचन्क दूसर देवतन क सम्मान नाहीं करइ चाहीं। 38 तू पचन्क उ वाचा क नाहीं बिसरइ चाही, जउन मइँ तोहरे संग किहेउँ। तू पचन्क दूसर देवतन क आदर नाहीं करइ चाही। 39 तू पचन्क सिरिफ यहोवा, अपने परमेस्सर क ही सम्मान करइ चाही। तब उ तू पचन्क तोहरे पचन्क सबहिं दुस्मनन स बचाइ।” 40 मुला इस्राएलियन एका नाहीं सुनेन। उ पचे उहइ करत रहेन जउन पहिले करत चले आवत रहेन। 41 एह बरे अब तउ उ सबइ दूसर रास्ट्र यहोवा क सम्मान करत हीं, किन्तु उ पचे अपनी देवमूरतियन क भी सेवा करत हीं। ओनकर पुत्र-पौत्र उहइ करत हीं, जउन ओनकर पुरखन करत रहेन। उ पचे आजु तलक उहइ काम करत हीं।

18:1 आहाज क पूत हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा। हिजकिय्याह इस्राएल क राजा एला क पूत होसे क राज्जकाल क तीसरे बरिस मँ सासन करब सुरू किहस। 2 हिजकिय्याह जब सासन करब सुरू कहिसह, उ पच्चीस बरिस क रहा। हिजकिय्याह यरूसलेम मँ उनतीस बरिस तलक सासन किहस। ओकर महतारी जकर्याह क बिटिया, अबी रही। 3 हिजकिय्याह ठीक अपने पुरखा दाऊद क तरह उ सबइ कारज किहस जेनका यहोवा अच्छा बताए रहा। 4 हिजकिय्याह ऊँची जगहन क नस्ट किहस। उ स्मृति पाथरन अउ असेरा स्तम्भन क खंडित कइ दिहस। ओन दिनन इस्राएल क लोग मूसा क जरिये बनाए गए काँसे क साँप बरे सुगन्धि बारत रहेन। इ काँसे क साँप क नाउँ “नहुसतान” रहा। हिजकिय्याह इ काँसे क साँप क टूकन कइ डाएस काहेकि लोग उ साँपे क पूजा करत रहेन। 5 हिजकिय्याह यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर मँ भरोसा रखत रहा। यहूदा क राजा लोगन मँ स कउनो क संग चाहे उ ओकर पहिले रहेन या ओकर पाछे रहेन हिजकियाह क समानता नाहीं कीन्ह जा सकत रहा। 6 हिजकिय्याह यहोवा क बहोत भक्त रहा। उ यहोवा क अनुसरण करब नाहीं तजेस। उ ओन आदेसन क पालन किहस जेनका यहोवा मूसा क दिहे रहेन। 7 यहोवा हिजकिय्याह क संग रहा। हिजकिय्याह जउन कछू किहस, ओहमाँ उ सफल रहा।हिजकिय्याह अस्सूर क राजा क विरूद्ध विद्रोह किहस। हिजकिय्याह अस्सूर क राजा क सेवा करब बंद कइ दिहस। 8 हिजकिय्याह लगातार गाज्जा तलक अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क पलिस्तियन क पराजित किहस। उ सबहिं नान्ह स लइके बड़के पलिस्ती नगरन क पराजित किहस। 9 अस्सूर क राजा सल्मनेसेर सोमरोन क खिलाफ जुद्ध करइ गवा। ओकर फउज नगर क घेर लिहस। इ हिजकिय्याह क यहूदा पइ राज्जकाल क चउथे बरिस मँ भवा। इ इस्राएल क राजा, एला क पूत होसे क भी सतवाँ बरिस रहा। 10 तीन बरिस पाछे सल्मनेसेर सोमरोन पइ अधिकार कइ लिहस। उ सोमरोन क यहूदा क राजा हिजकिय्याह क राज्जकाल क छठे बरिस मँ लइ लिहस। इ इस्राएल क राजा होसे क राज्जकाल क भी नवाँ बरिस रहा। 11 अस्सूर क राजा इस्राएलियन क बन्दी क रूप मँ अस्सूर लइ गवा। उ ओनका हलह, हाबोर नदी पइ (जउन कि गोजान नदी भी अहइ) अउर मादियन क नगरन मँ बसाएस। 12 इ भवा, काहेकि इस्राएलियन यहोवा, अपने परमेस्सर क आग्या क पालन नाहीं किहन। उ पचे यहोवा क वाचा क तोड़ेन। उ पचे ओन सबहिं नेमन क नाहीं मानेन जेनके बरे यहोवा आपन सेवक मूसा क आदेस दिहे रहा। इस्राएल क लोग यहोवा क वाचा क नाहीं सुनेन अउर ओन कामन क नाहीं किहन जेनका करइ क सिच्छा ओहमाँ दीन्ह गइ रही। 13 हिजकिय्याह राज्जकाल क चौदहवें बरिस अस्सूर क राजा सन्हेरीब यहूदा क सबहिं सुद़ृढ नगरन क खिलाफ जुद्ध छेढ़इ गवा। सन्हेरीब ओन सबहिं नगरन क पराजित किहस। 14 तब यहूदा क राजा हिजकिय्याह अस्सूर क राजा क लाकीस मँ एक संदेसा पठएस। हिजकिय्याह कहेस, “मइँ बुरा किहेउँ ह। मोका सान्ति स रहइ द्या। तब मइँ तू पचन क उ भुगतान करब जउन कछू तू चाहब्या।”तब अस्सूर क राजा यहूदा क राजा हिजकिय्याह स गियारह टन चाँदी अउर एक टन सोना स जियादा माँगेस। 15 हिजकिय्याह सारी चाँदी जउन यहोवा क मन्दिर अउर राजा क खजानन मँ रही, उ सब दइ दिहस। 16 उ समइ हिजकिय्याह उ सोने क उतार लिहस जउन यहोवा क मन्दिर क दरवाजन अउ चउखटन पइ मढ़ा गवा रहा। राजा हिजकिय्याह एन दरवाजन अउर चउखटन पइ सोना मढ़वाए रहा। हिजकिय्याह इ सोना अस्सूर क राजा क दिहस। 17 अस्सूर क राजा अपने तीन बहोत जियादा महत्वपूर्ण सेनापतियन क एक बिसाल सेना क संग यरूसलेम मँ राजा हिजकिय्याह क लगे पठएस। उ सबइ लोग लाकीस स चलेन अउर यरूसलेम क गएन। उ सबई ऊपरी स्रोत क लगे छोटकी नहर क निचके खड़े भएन। (ऊपरी स्रोत धोबी तलक लइ जाइवाली सड़किया पइ अहइ।) 18 एन लोग राजा क बोलाएन। हिलकिय्याह क पूत एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउर आसाप क पूत योआह (अभिलेखपाल) ओनसे भेंटइ आएन। 19 सेनापतियन मँ स एक ओनसे कहेस, “हिजकिय्याह स कहा कि अस्सूर क महान सम्राट इ कहत ह,केह पइ तू भरोसा करत अहा? 20 तू सिरिफ अरथहीन सब्द कह्या ह। तू कहत अहा “मोरे लगे उपयुक्त सलाह अउर सक्ती जुद्ध मँ मदद बरे अहइ।” किन्तु तू केह पइ पतियात अहा जउन तू मोरे विरूद्ध कीन्ह अहा? 21 तू टूट बेतं क कुवरी क सहारा लेत रहा अहा। इ कुबरी मिस्र अहइ। जदि कउनो मनई इ कुवरी क सहारा लेइ तउ इ टूटी अउर ओकरे टापे क बेधत भइ ओका घायल करी। मिस्र क राजा ओन सबहिं लोगन बरे वइसा ही अहइ, जउन ओह पइ भरोसा करत हीं। 22 होइ सकत ह, “तू कहा हम यहोवा, अपने परमेस्सर पइ पतियाइत ह।” किन्तु मइँ जानत हउँ कि हिजकिय्याह ऊँच जगहन अउर वेदियन क हटाइ दिहस जहाँ लोग यहोवा क उपासना करत रहेन। अउर याहूदा अउर यरूसलेम स कहेस, “तू पचन्क सिरिफ यरूसलेम मँ वेदी क समन्वा उपासना करइ चाही।” 23 अब अस्सूर क राजा हमरे सुआमी स इ वाचा करा। मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ दुइ हजार घोड़न देव, जदि आप एन पइ च़ढइवाले घुड़सवारन क प्राप्त कइ सकब्या। 24 मोरे सुआमी क अधिकारियन मँ स सब स निचले दजेर् क अधिकारी क भी तू हराइ नाहीं सकब्या। तू रथ अउर घुड़सवार सैनिक पावइ क बरे मिस्र पइ बिस्सास किहा ह। 25 मइँ यहोवा क बिना यरूसलेम क बर्बाद करइ नाहीं आवा हउँ। यहोवा मोहसे कहेस ह, “इ देस क खिलाफ जा अउर एका नस्ट करा।” 26 तब हिलकिय्याह क पूत एल्याकीम, सेब्ना अउर योआह प्रमुख सेनापती स कहेस, “कृपा कइके हम स अरामी मँ बातन करइँ। हम उ भाखा क समुझित ह। यहूदा क भाखा मँ हम लोगन स बातन न करी काहेकि देवार पइ क लोग हम लोगन क बातन सुन सकत हीं।” 27 मुला रबसाके ओनसे कहेस, “मोर सुआमी मोका सिरिफ तू पचन्स अउर तोहरे पचन्क राजा स बातन करइ बरे नाहीं पठएस ह। मइँ ओन दूसर लोगन बरे भी कहत रहा अहउँ जउन देवारे पइ बइठे रहत हीं। उ पचे आपन मल अउ मूत्र तोहरे पचन्क संग खइहीं-पीइहीं।” 28 तब सेनापति हिब्रू भाखा मँ जोर स चिचियान, “अस्सूर क महान सम्राट क इ सँदेसा सुना। 29 सम्राट कहत ह, ‘हिजकिय्याह क अपने क गुमराह जिन करावइ द्या। उ तू पचन्क मोरी सक्ती स बचाइ नाहीं सकत।’ 30 हिजकिय्याह क तोहका यहोवा मँ भरोसा न कराइ द्या, हिजकिय्याह कहत ह, ‘हम क यहोवा बचाइ लेइ। अस्सूर क सम्राट इ नगर क पराजित नाहीं कइ सकत ह।’ 31 मुला हिजकिय्याह क एक न सुना!“अस्सूर क सम्राट इ कहत ह: ‘मोरे संग सन्धि करा अउर मोहसे मिला। तब तू पचे हर एक अपनी अंगूर क बेलन अउर अपने अंजीर क पेड़न स खाइ सकत ह अउ अपने कुएँ स पानी पी सकत ह। 32 इ तू पचे तब तलक कइ सकत ह जब तलक मइँ तोहका तोहरे पचन्क देस जइसे देस मँ न लइ न जाउँ। इ अन्न अउर नवी दाखरस, इ रोटी अउ अंगूर भरे खेत अउर जइतून एवं मधु क देस अहइ। तब तू पचे जिअत रहब्या, मरब्या नाहीं। मुला हिजकिय्याह क एक न सुना। उ तोहरे पचन्क गुमराह करइ चाहत ह। उ कहत रहत ह, ‘यहोवा हमका बचाइ लेइ।’ 33 दूसर रास्ट्रन क देवतन आपन रास्ट्रन क अस्सूर क सम्राट स न बचाइ सकइहीं। 34 हमात अउ अर्पाद क देवता कहाँ अहइँ? सपवैम, हेना अउर इव्वा क देवता कहाँ अहइँ? उ पचे मोहसे सोमरोन क न बचाइ सकेन। नाहीं। 35 कउनो दूसरे देस मँ कउनो देवता अपनी भुइँया क मोहसे न बचाइ सका? यहोवा मोहसे यरूसलेम क न बचाइ सका।” 36 मुला लोग चुप रहेन। उ पचे एक ठु सब्द भी प्रमुख सेनापतिन क नाहीं कहेन काहेकि राजा हिजकिय्याह ओनका अइसा आदेस दइ रखे रहा। उ कहे रहा, “ओहसे कछू जिन कहा।” 37 हिलकिय्याह क पूत एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउ आसप क पूत योआह (अभिलेखपाल) हिजकिय्याह क लगे लउटेन। ओकर कपड़ा फाटा भावा रहेन काहेकि उ परेसान रहेन। उ पचे हिजकिय्याह उ सब कहेन जउन अस्सूर क सेनापति कहे रहा।

19:1 राजा हिजकिय्याह उ सबइ सुनेस अउर इ देखाँवइ बरे कि उ बहोत दुःखी अहइ अउर घबरावा भवा अहइ, अपने ओढ़नन क फार डाएस अउर मोटे ओढ़नन पहिर लिहेस। तब उ यहोवा क मन्दिर मँ गवा। 2 हिजकिय्याह एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउर याजकन क अग्रजन क आमोस क पूत यसायाह नबी क लगे पठएस। उ पचे मोटे ओढ़नन पहिरेन जेहसे पता चलत रहा कि उ पचे परेसान अउर दुःखी अहइँ। 3 उ पचे यसायाह स कहेन, “हिजकिय्याह इ कहत ह, ‘इ हमरे बरे संकट, दण्ड अउर अपमान क दिन अहइ। इ बच्चन क जनम देइ क समइ अहइ, मुला ओनका जनम देइ बरे कउनो सक्ती नाहीं अहइ। 4 अस्सूर क राजा जिअत परमेस्सर क निन्दा करइ बरे आपन प्रमुख सेनापति क हमरे लगे पठएस ह। होइ सकत ह कि यहोवा तोहर परमेस्सर ओन सबहिं बातन क सुन लेइ। इ होइ सकत ह कि यहोवा इ प्रमाणित कइ देइ कि दुस्मन गलती पइ अहइ। एह बरे एन लोगन बरे पराथना करा जउन सबहिं तलक जिअत बचा अहइँ।’” 5 राजा हिजकिय्याह क अधिकारी यसायाह क लगे गएन। 6 यसायाह ओनसे कहेस, “अपने सुआमी हिजकिय्याह क इ सँदेसा द्या: ‘यहोवा कहत ह। ओन बातन स डेराअ नाहीं जेनका अस्सूर क राजा क अधिकारियन मोर मसखरी उड़ावत भए कहेन ह। 7 मइँ हाली ही ओकरे मने मँ अइसी भावना पइदा करब जेहसे उ एक अफवाह सुनिके अपने देस वापिस जाइ क मजबूर होइ अउर मइँ ओका ओकरे देस मँ एक ठु तरवार क घाट उतरवाइ देब।’” 8 प्रमुख सेनापित सुनेस कि अस्सूर क राजा लाकीस स चल पड़ा अहइ। एह बरे उ गवा अउर इ पाएस कि ओकर सम्राट लिब्ना क खिलाफ जुद्ध करत बाटइ। 9 अस्सूर क राजा एक ठु अफवाह कूस क राजा तिर्हाका क बारे मँ सुनेस। अफवाह इ रही “तिर्हाका तोहरे खिलाफ लड़इ आवा ह।”एह बरे अस्सूर क राजा हिजकिय्याह क लगे सँदेसवाहक क एक संदेसा क संग पठएस। 10 ‘यहूदा क राजा हिजकिय्याह स इ कहा:‘जउने परमेस्सर मँ तू पतियात अहा ओका तू अपने क गुमराह करइ जिन द्या। उ कहत ह, “अस्सूर क राजा यरूसलेम क पराजित नाहीं करी।” 11 तू ओन बातन क सुन्या ह जउन अस्सूर क राजा लोग दूसर सबहिं देसन क संग घटित किहन ह। हम ओनका पूरी तहर स नस्ट कीन्ह। तू भी नाहीं बचि पउब्या। 12 ओन रास्ट्रन क देवता अपने लोगन क रच्छा नाहीं कइ सकेन। मोर पुरखन गोजान, हारान, रेसेप अउ तलस्सार मँ एदेन क लोगन क नस्ट किहन। 13 हमात अर्पाद, अउर सपवैम नगर क राजा कहाँ अहइँ? हेना अउ इला क राजा? उ पचे सबहिं समाप्त होइ गएन ह।” 14 हिजकिय्याह संदेसबाहकन स पत्र पाप्त किहेस अउ ओनका बाँचेस। तब हिजकिय्याह यहोवा क मन्दिर तलक गवा अउर यहोवा क समन्वा पत्रन क बिखरेस। 15 हिजकिय्याह यहोवा क समन्वा पराथना किहेस अउर कहेस, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर। तू करूब सरगदूतन पइ सम्राट क तरह बइठत ह। तू ही सिरिफ सारी पृथ्वी क राज्जन क परमेस्सर अहा। तू पृथ्वी अउ अकासे क बनाया। 16 यहोवा मोर पराथना सुना। यहोवा अपनी आँखिन खोला अउ इ पत्र क लखा। ओन सब्दन क सुना जेनका सन्हेरीब जीवित परमेस्सर क अपमान करइ बरे पठएस ह। 17 यहोवा, इ फुरइ अहइ। अस्सूर क राजा लोग एन सबहिं रास्ट्रन क नस्ट किहन। 18 उ पचे रास्ट्रन क देवतन क आगी मँ लोकाइ दिहन। किन्तु उ पचे सच्चे देवता नाहीं रहेन। उ पचे सिरिफ काठ अउ पाथर क मूरति रहेन जेनका मनइयन बनाइ रखे रहेन। इहइ कारण रहा कि अस्सूर क राजा ओनका नस्ट कइ सकेन। 19 एह बरे यहोवा, हमार परमेस्सर, अब हमका अस्सूर क राजा स बचा। तब पृथ्वी क सारे राज्ज समुझिहीं कि यहोवा, सिरिफ तू ही परमेस्सर अहा।” 20 आमोस क पूत यसायाह हिजकिय्याह क इ सँदेस पठएस। उ कहेस, “यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर इ कहत ह, ‘तू मोहसे अस्सूर क राजा सन्हेरीब क खिलाफ पराथना किहा ह। मइँ तोहार पराथना सुनि लिहेउँ ह।’ 21 “सन्हेरीब क बारे मँ यहोवा क इ सँदेसा अइसा अहइ:‘सिय्योन क कुँवरी बिटिया तोहका तुच्छ समुझत ह, उ तोहार मजाक उड़ावत ह। यरूसलेम बिटिया तोहरे पीठ क पाछे तोहार मज़ाक उड़ावत ह। 22 तू केकर अपमान किह्या? तू केकर मजाक उड़ाया? केकरे खिलाफ तू बातन किह्या? तू अइसे बातन किहा जइसा कि तू इस्राएल क परम पवित्तर स महान अहइ। 23 तू अपने सँदेसवाहकन क यहोवा क अपमान करइ क पठया। तू कह्या, “मइँ अपने अनेक रथन सहित ऊँचे पर्वतन तलक आया। मइँ लबानोन मँ भीतर तलक आएउँ। मइँ लबानोन क उच्चतम देवदारू क बृच्छन, अउ लबानोन क उत्तिम चीड़ क बृच्छन क काटा। मइँ लबानोन क सब स ऊँच अउर सब स घन बने मँ घुसेउँ। 24 मइँ खुद कुअँन खोदेस अउ विदेसन क पानी पिएउँ। मइँ मिस्र क नदियन क झुराएउँ अउर उ देस क रउँदेउँ।” 25 मुला का तू नाहीं अनक्या? “मइँ (परमेस्सर) बहोत पहिले इ जोजना बनाए रहेउँ, पुराने जमाने स ही ह सबइ जोजनन बनाइ दिहे रहेउँ, अउर अब मइँ ओका ही पूरी होइ देत हउँ। मइँ तू पचन्क मजबूत नगरन क ढेर बनावइ दिहेउँ। 26 नगर मँ रहइवाले मनई कउनो ताकत नाहीं रखतेन। उ सबइ लोग डरे भए अउर सरमिन्दा रहेन। लोग खेतन क जंगली पौधन क तरह होइ गएन, जउन बढ़इ क पहिले ही मर जात हीं, इ लोग उ घास क तरह अहइ जउन छत पइ उगत ह अउर जे बढ़इ स पहिले ही मुड़झा जात ह। 27 मइँ जानत हउँ तू कब उठत ह अउर तू कब बइठत ह। बइठा, मइँ जानत हउँ कि तू कब जुद्ध करइ जात अहा अउर कब घरे आवत अहा, मइँ जानन हउँ कि तू अपने क कब मोरे खिलाफ करत अहा। 28 तू मोरे खिलाफ गया मइँ तोहरे घमण्ड क सब्द सुनेउँ। एह बरे मइँ आपन अंकुस तोहरे नाके मँ डाउब। अउर मइँ आपन लगाम तोहरे मुँहे मँ डाउब। तब मइँ तोहका पाछे लउटाउब अउर उ राहे लउटाउब जेहसे तू आवा रह्या।” 29 “मइँ तोहार मदद करब, एकर सँदेसा इ होइ: इ बरिस तू उहइ अन्न खाब्या जउन अपने आप उगी अउर अगले बरिस तू उहइ अन्न खाब्या जउन उ बिआ स पइदा होइ। मुला तू बिआ बोउब्या अउर तीसरे बरिस मँ आपन फसल कटब्या। तू अंगूरे क बेलन खेतन मँ लगउब्या अउर ओनसे अंगूर खाब्या। 30 अउर यहूदा क परिवारे क जउन लोग बचि गवा अहइँ उ पचे फुन फूली फरिहीं ठीक वइसे ही जइसे पौधा अपनी जड़न मजबूत कइ लेइ पइ ही फरत ह 31 काहेकि यरूसलेम मँ रहइवालन कछू लोग जिअत रहब्या। सिय्योन पर्वत पइ रहइवालन मँ स कछू लोग बच जाइँ। यहोवा क जोस इ सब करावाएब।” 32 “अस्सूर क सम्राट क बारे मँ यहोवा अइसा कहत ह:उ इ नगर मँ नाहीं आई। उ इ नगर मँ एक ठु भी बाण नाहीं चलाइ। उ इ नगर क खिलाफ ढाल क संग नाहीं आइ। उ इ नगर पइ आकामण क माटी क टीलन नाहीं बनाइ। 33 उ उहइ राहे स लउटी जेहसे उ आवा। उ इ नगर मँ नाहीं आई। इ यहोवा कहत ह। 34 मइँ अपने बरे अउर अपने सेवक दाऊद बरे इ नगर क रच्छा करब अउर बचाइ लेब।” 35 उ राति यहोवा क दूत अस्सूरी डेरा मँ गवा अउर एक लाख पचासी हजार लोगन क मार डाएस। भिन्सोर क जब लोग उठेन तउ उ पचे सारी ल्हासन लखेन। 36 एह बरे अस्सूर क राजा सन्हेरीब चला गवा अउर नीनवे वापस पहोंचा, अउर हुवइँ रुक गवा। 37 एक दिना सन्हेरीब मन्दिर मँ अपने देवता निसरोक क पूजा करत रहा। ओकरे पूतन अद्रेम्मेलेक अउर सरेसेर ओका तरवार स मार डाएन। तब उ पचे अरारात प्रदेस मँ पराइ निकरेन अउर सन्हेरीब क पूत एसर्हद्दोन ओकरे पाछे नवा राजा भवा।

20:1 उ समइ हिजकिय्याह बीमार पड़ा अउर लगभग मरि ही गवा। आमोस क पूत नबी यसायाह हिजकिय्याह स भेंटेस। यसायाह हिजकिय्याह स कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘अपने परिवार क लोगन क बरे वसीयत नामा लिख ल्या। तू मर जाब्या। तू जिअत नाहीं रहब्या।’” 2 हिजकिय्याह आपन मुँहना देवारे कइँती कइ लिहस। उ यहोवा स पराथना किहस अउर कहेस, 3 “यहोवा याद रखा कि मइँ पूरे हिरदइ क संग सच्चाई स तोहार सेवा किहेउँ ह। मइँ उ किहेउँ ह जेका तू नीक बताया ह।” तब हिजकिय्याह फूट-फूटके रोइ पड़ा। 4 बीच क आँगन क यसायाह क छोड़इ क पहिले यहोवा क सँदेसा ओका मिला। यहोवा कहेस, 5 “लउटा अउर मोरे लोगन क अगुवा हिजकिय्याह स कहा, ‘यहोवा तोहार पुरखा दाऊद क परमेस्सर इ कहत ह, मइँ तोहार पराथना सुनि लिहेउँ ह अउर तोहार आँसू लखेउँ ह। एह बरे मइँ तोहका स्वस्थ करब। तीसरे दिन तू यहोवा क मन्दिर मँ जाब्या। 6 अउर मइँ तोहरी जिन्नगी क पन्द्रह बरिस बढ़ाइ देब। मइँ अस्सूर क सम्राट क सक्ती स तोहका अउर इ नगर क बचाउब। मइँ अइसन अपने बरे अउर अपने सेवक द्ाऊद क बरे इ करब।’” 7 तब यसायाह कहेस, “अंजीर क एक मिस्रन बनावा अउर एका घाव क जगह पइ लगावा।”एह बरे उ पचे अंगीरे क मिस्रन लिहन अउर हिजकिय्याह क घाव क जगह पइ लगाएन। तब हिजकिय्याह स्वस्थ होइ गवा। 8 हिजकिय्याह यसायाह स कहेस, “एकर संकेत का होइ कि यहोवा मोका स्वस्थ करी अउर मइँ यहोवा क मन्दिर मँ तीसरे दिन जाब?” 9 यसायाह कहेस, “तू का चाहत अहा? का छाया दस पैड़ी आगे जाइ या दस पैड़ी पाछे जाइ? इहइ यहोवा क तोहरे बरे संकेत अहइ कि जउन यहोवा कहेस ह, ओका उ करी।” 10 हिजकिय्याह जवाब दिहेस, “छाया क बरे दस पैड़ियन आगे जाब सहल बाटइ। नाहीं, छाया क दस पैड़ी पाछे हटइ द्या।” 11 तब नबी यसायाह यहोवा स पराथना किहस अउर अहाज क धूप-घड़ी पई यहोवा छाया क दस पैड़ियन पाछे हटाएस। उ ओन पैड़ियन पइ लउटी जेन पइ इ पहिले रही। 12 ओन दिनन बलदान क पूत बरोदक बलदान बाबेल क राजा रहा। उ पत्रन क संग एक ठु भेंट हिजकिय्याह क पठएस। बरोदक-बलदान इ एह बरे किहस काहेकि उ सुनेस कि हिजकिय्याह बीमार होइ गवा ह। 13 हिजकिय्याह बाबेल क लोगन क सुआगत किहस अउर उ अपने महल क सबहिं कीमती चिजियन क ओनका देखाएस। उ ओनका चाँदी, सोना, मसालन, कीमती इत्र, अस्त्र-सस्त्र अउर अपने खजाने क हर एक चीज देखाएस। हिजकिय्याह क पूटरा महल अउर राज्ज मँ अइसा कछू नाहीं रहा जेका उ ओनका न देखाए होइ। 14 तब यसायाह नबी राजा हिजकिय्याह क लगे आवा अउर ओहसे पूछेस, “इ सबइ लोग का कहत रहेन? उ पचे कहाँ स आए रहेन?”हिजकिय्याह कहेस, “उ पचे बहोत दूर क देस बाबेल स आए रहेन।” 15 यसायाह पूछेस, “उ पचे तोहरे महल मँ का लखेन ह?”हिजकिय्याह जवाब दिहेस, “उ पचे मोरे महल क सबहिं चिजियन लखेन ह। मोरे खजानन मँ अइसा कछू नाहीं बाटइ जेका मइँ ओनका न देखाँया होइ।” 16 तब यसायाह हिजकिय्याह स कहेस, “यहोवा क हिआँ स इ सँदेसा क सुना। 17 उ समइ आवति अहइ जब तोहरे महल क सबहिं चिजियन अउर उ सबइ सबहिं चिजियन जेनका तोहार पुरखन आजु तलक सुरच्छित रखेन ह, बाबेल स लइ जाइ जइहीं। कछू भी नाहीं बची। यहोवा इ कहत ह। 18 बाबेल तोहरे पूतन क लइ लेइहीं अउर तोहार पूत बाबेल क राजा क महल मँ खोजे बने रहिहीं।” 19 तब हिजकिय्याह यसायाह स कहेस, “यहोवा क हिआँ स इ सँदेसा नीक अहइ।” हिजकिय्याह सोचेस, “कम स कम मोर जीवनकाल मँ सान्ति अउर रच्छा रहइहीं।” 20 हिजकिय्याह जउन बड़के कारज किहस, जेनमाँ जलकुण्ड पइ कीन्ह गए काम अउ नगर मँ पानी लिआवइ बरे नहर बनावइ क काम सामिल अहइँ “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे गए अहइँ। 21 हिजकिय्याह मरा अउ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा अउर हिजकिय्याह क पूत मनस्से ओकरे पाछे नवा राजा भवा।

21:1 मनस्से जब हुकुमत करइ लाग तब उ बारह बरिस क रहा। उ पचपन बरिस तलक यरूसलेम मँ हुकूमत किहस। ओकरी महतारी क नाउँ होसीबा रहा। 2 मनस्से उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा बाताए रहा। मनस्से उ सबइ भयंकर काम करत रहा जउन दूसर रास्ट्र करत रहेन। (अउर यहोवा ओन रास्ट्रन क अपना देस तजइ पर मजबूर किहे रहा जब इस्राएली आए रहेन।) 3 मनस्से फुन ओन ऊँच जगहन क बनाएस जेनका ओकर बाप हिजकिय्याह बर्बाद किहे रहा। मनस्से भी ठीक इस्राएल क राजा अहाब क तरह बाल क सम्मान देई बरे वेदियन बनाएस अउर असेरा क सम्मान बरे स्तम्भ बनाएस। मनस्से अकासे मँ तारन क पूजा करब सुरू किहस। 4 मनस्से यहोवा क मन्दिर मँ झूठे देवतन क पूजा क वेदियन बनाएस। (इ उहइ ठउर अहइ जेकर बारे मँ यहोवा बातन करत रहा जब उ कहे रहा, “मइँ अपना नाउँ यरूसलेम मँ रखब।”) 5 मनस्से यहोवा क मन्दिर क दुइ आँगनन मँ अकासे क नछत्रन बरे बेदियन बनाएस। 6 मनस्से अपने पूत क बलि दिहस अउर ओका वेदी पइ बारेस। मनस्से भविस्स जानइ क कोसिस मँ कइउ तरीकन क उपयोग किहस। उ ओझा लोगन अउ भूत सिद्धियन स मिला।मनस्से जियादा स जियादा उ करत गवा जेका यहोवा बुरा कहे रहा। इ यहोवा क कोहाइ दिहस। 7 मनस्से असेरा क खुदी भइ मूरति बनाएस। उ इ मूरति क मन्दिर मँ धरेस। यहोवा दाऊद अउ दाऊद क पूत सुलैमान स इ मन्दिर क बारे मँ कहे रहा: “मइँ यरूसलेम क पूरे इस्राएल क नगरन मँ स चुनेउँ ह। मइँ आपन नाउँ यरूसलेम क मन्दिर मँ सदा ही बरे रखब। 8 मइँ इस्राएल क लोगन स उ भुइँया जेका मइँ ओनके पुरखन क दइ दिहे रहेउँ, क तहइ बरे नाहीं कहब। मइँ लोगन क ओनके देस मँ रहइ देब, जदि उ पचे ओन सब चिजियन क पालन करिहीं जेनका आदेस मइँ दिहेउँ ह अउर जउन उपदेस मोर सेवक मूसा ओनका दिहस ह।” 9 किन्तु लोग परमेस्सर क एक न सुनेन। मनस्से ओन लोन स पाप कराएस। इस्राएलियन आवइ क पहिले कनान मँ रहइ वाले सबहिं रास्ट्र जेतना बुरा करत रहेन मनस्से ओहसे भी जियादा बुरा किहे रहा। यहोवा ओन रास्ट्रन क नस्ट कइ दिहे रहा जब इस्राएल क लोग इ भुइँया लेइ आए रहेन। 10 यहोवा अपने सेवक, नबियन क उपयोग इ किहइ बरे कहस: 11 “यहूदा क राजा मनस्से एन घिनौने पापन क किहेस ह अउर अपने स पहिले रहइवाले एमोरियन स भी बड़की बुराई किहेस ह। मनस्से अपने देवमूरतियन क साथ यहूदा स भी पाप कराएस ह। 12 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर यहोवा करत ह, ‘लखा! मइँ यरूसलेम अउ यहूदा पइ ऍतनी विपत्तियन ढाउब कि जदि कउनो मनई एनके बारे मँ सुनी तउ ओकर हिरदइ बइठ जाइ। 13 मइँ यरूसलेम क माप पई सोमरोन क माप पंक्ति अउर अहाब क परिवार क साहुल क उपयोग करब। कउनो मनई तस्तरी क पोंछत ह अउर तब उ ओका उलटिके रख देत ह। मइँ यरूसलेम क साथ भी अइसा ही करब। 14 हुवाँ मोर कछू मनई फुन भी बचे रहि जइहीं। किन्तु मइँ ओन मनइयन क तजि देब। मइँ ओनका ओनके दुस्मनन क दइ देब। ओनकर दुस्मन ओनका बन्दी बनइहीं, उ पचे ओन कीमती चिजियन क तरह होइहीं जेनका फउजी जुद्ध मँ प्राप्त करत हीं। 15 काहे? काहेकि मोर लोग उ सबइ काम किहन जेनका मइँ बुरा बताएउँ। उ पचे मोका उ दिन स कोहाइ दिहन ह जउने दिन स ओनकर पुरखन मिस्र स बाहेर आएन। 16 अउर मनस्से अनेक निरपराध लोगेन क मारेस। उ यरूसलेम क एक सिरे से दूसर सिरे तलक खून स भरि दिहेन। इ सारे पाप ओन पापन क अलावा अहइँ जेका उ यहूदा स कराएस। मनस्से यहूदा स उ कराएस जेका यहोवा बुरा बताए रहा।”’ 17 ओन पापन सहित अउर भी जउन कार्य मनस्से किहस, उ सबहिं “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 18 मनस्से मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। ओका उज्जा क बाग मँ दफनावा गवा जउन कि मनस्से क महल मँ रहा। मनस्से क पूत आमोन ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 19 आमोन जब हुकूमत करब सुरू कहस तउ उ बाईस बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ दुइ बरिस तलक सासन किहस। ओकरी महतारी क नाउँ मसुल्लेमेत रहा, जउन योव्बा स हारूस क बिटिया रही। 20 ठीक अपने बाप क तरह अमोन उहइ काम किहस, जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। 21 आमोन ठीक अपने बाप क तरह रहत रहा। आमोन ओनहीं देवमूरतियन क पूजा अउ सेवा करत रहा जेनकर ओकर बाप करत रहा। 22 आमोन अपने पुरखन क परमेस्सर यहोवा क तज दिहस अउर उ तरह नाहीं रहा जइसा यहोवा चाहत राहा। 23 आमोन क सेवकन ओकर खिलाफ सडयंत्र रचेन अउर ओका ओकरे महल मँ मार डाएस। 24 साधारण जनता ओन सबहिं अधिकारियन क मार डाएस जउन आमोन क खिलाफ सड्यंत्र रचे रहेन। तब लोग आमोन क पूत योसिय्याह क ओकरे पाछे नवा राजा बनाएन। 25 जउन दूसर काम आमोन किहस उ सबइ “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 26 आमोन उज्जर क बाग मँ अपनी कब्र मँ दफनावा गवा। आमोन क पूत योसिय्याह नवा राजा बना।

22:1 योसिय्याह जब हुकूमत करब सुरू किहस तउ उ आठ बरिस क रहा। उ इकतीस बरिस तलक यरूसलेम मँ हुकूमत किहस। ओकर महतारी बोस्कत क अदाया क बिटिया, यदीदा रही। 2 योसिय्याह उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा नीक बताए रहा। योसिय्याह परमेस्सर क अनुसरण अपने पुरखन दाऊद क तरह किहेस। योसिय्याह ठीक वइसे ही किहेस जइसे परमेस्सर चाहत रहा। 3 अपने राज्जकाल क अट्ठारहवे बरिस मँ, अपने सचिव, मसुल्लाम क पोता व असल्याह क पूत सापान क यहोवा क मन्दिर मँ पठएस। योसिय्याह कहेस, 4 “महायाजक हिलकिय्याह क लगे जा। ओहसे कहा कि ओका उ गनइ अउर लइ लेइ चाही जेका लोब यहोवा क मन्दिर मँ लिआएस ह। द्वारपालन उ धने क लोगन स बटोर रहेन। 5 याजकन क इ धन ओन कारीगरन क देइ मँ उपयोग करइ चाही जउन यहोवा क मन्दिर क मरम्मत करत हीं। याजकन क इ धन क ओन लोगन क देइ चाही जउन यहोवा क मन्दिर क देखभाल करत हीं। 6 बढ़ई, पाथरे क देवार बनावइवाले मिस्त्री अउर पाथर क काटइवालन क तनख्वाह बरे धने उपयोग करा। मन्दिर मँ लगावइ बरे इमारती लकड़ी अउ कटे पाथर क बेसहइ मँ धने क उपयोग करा। 7 उ धने क जिन गना जेका तू मजदूरन क द्या। ओन मजदूरन पइ बिस्सास कीन्ह जाइ सकत ह।” 8 महायाजक हिलकिय्याह सचिव सापान स कहेस, “लखा! मोका व्यवस्था क किताब यहोवा क मन्दिर मँ मिली ह।” हिलकिय्याह इ पुस्तक क सापान क दिहस अउर सापान एका बाँचेस। 9 सास्त्री सापान, राजा योसिय्याह क लगे आवा अउर ओका बताएस जउन भवा रहा। सापान कहेस, “तोहरे सेवकन मन्दिर स मिले धने क लिहस अउर ओका ओन कारीगरन क दिहस जउन यहोवा क मन्दिर क काम करत रहेन। अउर जउन मन्दिर क देख-रेख करत रहेन।” तब सास्त्री सापन राजा स कहेस, “याजक हिलकिय्याह मोका इ किताब दइ दिहस ह।” तब सापान राजा क किताब बाँचिके सुनाएस। 10 11 जब राजा व्यवस्था क कितावे क सब्दन क सुनेस, उ आपन दुःख अउर परेसानी परगठ करइ क बरे अपने ओढ़नन क फारि डाएस। 12 तब राजा याजक हिलकिय्याह, सापान क पूत अहीकाम, मीकायाह क पूत अकबोर, सास्त्री सापान अउर राजसेवक असाया क आदेस दिहस। 13 राजा योसिय्याह कहेस, “जा, अउर यहोवा स पूछा कि हम क का करइ चाही। यहोवा क समन्वा मोरे बरे, लोगन क बरे अउर पूरे यहूदा क बरे याचना करा। इ मिली भइ पुस्तक क सब्दन क बारे मँ पूछा। यहोवा हम लोगन पइ कोहान अहइ काहेकि हमार पुरखन इ किताबे क सिच्छा क नाहीं मानेन। उ पचे हम लोगन क बरे लिखी सब बातन क नाहीं किहन।” 14 एह बरे याजक हिलकिय्याह, अहीकाम, अकबोर, सापान अउ असाया, नबिया हुल्दा क लगे गएन। हुल्दा हर्हस क पोता व तिकवा क पूत सल्लूम क मेहरारू रही। उ याजक क ओढ़नन क देखभाल करत रहा। हुल्दा यरूसलेम क दूसरे हिस्सा मँ रहत रही। उ पचे गएन अउर उ पचे हुल्दा स बातन किहन। 15 तब हुल्दा ओनसे कहेस, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर कहत ह: उ मनई स कहा जउन तू पचन्क मोरे लगे पठएस ह: 16 ‘यहोवा इ कहत ह: मइँ इ जगह पइ बिपत्ति लावत हउँ अउर ओन मनइयन पइ भी जउन हिआँ रहत हीं। इ सबइ उ सब बिपत्तियन अहइँ जेनका उ किताबे मँ लिखा गवा ह जेका यहूदा क राजा बाँचेस ह। 17 यहूदा क लोग मोका त्याग दिहन ह अउर दूसर देवतन क बरे सुगन्धि बारेन ह। उ पचे मोका बहोत किरोधित किहन ह। उ पचे बहोत स देवमूरतियन बनाएन। इहइ कारण अहइ कि मइँ इ जगह क खिलाफ आपन किरोध परगट करब। मोर विरोध उ आगी क तरह होइ जउन बुझाइ न जाइ सकी।’ 18 “यहूदा क राजा योसिय्याह स इ कहा जउन तोहका यहोवा स सलाह लेइ बरे भेजेस ह। ‘यहोवा इस्राएल क परमेस्सर उ कहेस जउन तू सुने। तू उ सुन्या जउन मइँ इ जगह अउर इ जगह पइ रहइवाले लोगन क बारे मँ कहेउँ। तोहार हिरदइ कोमल अहइ। 19 जब तू इ सुन्या तउ तोहका दुःख भवा। मइँ कहेउँ कि भयंकर घटनन इ जगह क संग घटित होइहीं। अउर तू अपने दुःख क परगट करइ बरे अपने ओढ़नन क फारि डाया अउर तू रोवइ लाग्या। इहइ कारण अहइ कि मइँ तोहार बात सुनेउँ।’ यहोवा इ कहत ह, 20 ‘मइँ तू पचन्क तोहरे पुरखन क संग मिलइ देब्या। तू पचे मरब्या अउ अपनी कब्र मँ सान्तिपूर्वक जाब्या। एह बरे तोहार पचन्क अँखियन ओन बिपत्तियन क नाहीं लखिहीं जेनका मइँ इ जगह पइ ढावइ जात अहउँ।”’तब याजक हिलकिय्याह, अहीकाम, अकबोर, सापान अउ असाया राजा स इ सब कहेस।

23:1 राजा योसिय्याह यहूदा अउ इस्राएल क सबहिं प्रमुखन से आवइ अउर ओहसे मिलइ क बरे कहेस। 2 तब राजा यहोवा क मन्दिर गवा। सबहिं यहूदा क लोग अउर यरूसलेम मँ रहइवाले लोग ओकरे संग गएन। याजक, नबी, अउर सबहिं मनई, सब स जियादा महत्वपूर्ण स सब स कम महत्वपूर्ण सबहिं ओकरे संग गएन। तब उ “साच्छीपत्र क पुस्तक” बाँचेस। इ उहइ, “नेम क पुस्तक रही” जउन यहोवा क मन्दिर स मिली रही। योसिय्याह उ पुस्तक क इ तरह बाँचेस कि सबहिं लोग ओका सुनि सकइँ। 3 राजा स्तम्भ क लगे खड़ा भवा अउर उ यहोवा क संग वाचा किहस। उ यहोवा क अनुसरण करब, ओकर आग्या, वाचा अउर नेमन क पालन करब अंगीकार किहस। उ पूरी आतिमा अउर हिरदइ स इ करब अंगीकार किहस। उ किताबे मँ लिखी वाचा क मानब अंगीकार किहस। सबहिं लोग इ परगट करइ क बरे खड़े भएन कि उ पचे राजा क वाचा क समर्पन करत हीं। 4 तब राजा महायाजक हिलकिय्याह दूसर याजकन अउर द्वारपालन क बाल, असेरा अउर अकासे क नछयन क सम्मान बरे बनी सबहिं चिजियन क यहोवा क मन्दिर क बाहेर लिआवइ क आदेस किहस। तब योसिय्याह ओन सबहिं क यरूसलेम क बाहेर किद्रोन क खेतन मँ बार दिहस। तब राखी क उ पचे बेतेल लइ गएन। 5 यहूदा क राजा लोग कछू सामान्य मनइयन क याजकन क रूप मँ सेवा बरे चुने रहा। इ सबइ लोग हारून क परिवार स नाहीं रहेन। उ पचे झूठे याजक यहूदा क सबहिं नगरन अउर यरूसलेम क नजिक क नगरन मँ ऊँच जगहन पइ सुगन्धि बारत रहेन। उ पचे बाल, सूरज, चाँद, नछत्रन क समूह अउ अकासे क सबहिं नछत्रन क सम्मान मँ सुगन्धि बारत रहेन। किन्तु योसिय्याह ओन बनावटी याजकन क रोक दिहस। 6 योसिय्याह असेरा स्तम्भ क यहोवा क मन्दिर स हटाएस। उ असेरा स्तम्भ क नगर क बाहेर किद्रोन घाटी क लइ गवा अउर ओका हुवँइ बार दिहस। तब उ जरे खण्डन क कूटेस अउर उ राखी क साधारण लोगन क कब्रन पइ छितराएस। 7 तब राजा योसिय्याह यहोवा क मन्दिर मँ बने पुरुसगामियों क कोठान क गिरवाइ दिहस। ओन घरन मँ मेहररूअन झूठी देवी असीराह क सम्मान देइ बरे तम्बू क छोटे अवरण बिना करत रहिन। 8 उ समइ याजक बलि यरूसलेम क नाहीं लिआवत रहेन अउर ओका मन्दिर क वेदी पइ नाहीं चढ़ावत रहेन। याजक सारे यहूदा क नगरन मँ रहत रहेन अउर उ पचे ओन नगरन मँ ऊँच नगरियन पइ सुगन्धि बारत अउ बलि भेंट करत रहेन। उ पचे ऊँची जगह गेबा स लइके बेसेर्बा तलक हर जगह रहेन। याजकन अखमिरी रोटी यरूसलेम मँ मन्दिर मँ याजकन बरे बनावा गवा स्थान मँ एका खावइ क बजाए ओन सहरन मँ साधारण लोगन क संग खाएस। परन्तु राजा योसिय्याह ओन ऊँची जगहन क नस्ट कइ डाएस अउर याजकन क यरूसलेम लइ गवा। योसिय्याह ओन ऊँची जगहन क भी नस्ट किहे रहा जउन यहोसू दुआर क लगे बाईर् ओर रहेन। (यहोसू नगर क प्रसासक रहा।) 9 10 तोपेत “हिन्नोम क पूत क घाटी” मँ एक जगह रही जहाँ लोग अपने बच्चन क मारत रहेन अउर लबार देवता मोलेक क सम्मान मँ ओनका वेदी पइ बारत रहेन। योसिय्याह उ जगहिया क ऍतना भ्रस्ट कइ डाएस कि लोग उ जगहिया क प्रयोग न कइ सकइँ। 11 बीते समइ मँ यहूदा क राजा लोग यहोवा क मन्दिर क दुआर क लगे कछू घोड़न अउर रथन रख छोड़े रहेन। इ नतन्मेलेख नाउँ क महत्वपूर्ण अधिकारी क कमरे क लगे रहा। घोड़न अउ रथन सूर्य देव क सम्मान बरे रहेन। योसिय्याह घोड़न क हटाएस अउर रथे क बार दिहस। 12 बीते समइ मँ यहूदा क राजा लोग अहाब क इमारत क छते पइ बेदियन बनाइ रखे रहेन। राजा मनस्से भी यहोवा क मन्दिर क दुइ आँगनन मँ वेदियन बनाइ रखे रहा। योसिय्याह ओन वेदियन क तोरि डाएस अउर ओनकर टूटे टूकन क किद्रोन क घाटी मँ लोकाइ दिहस। 13 बीते समइ मँ राजा सुलेमान यरूसलेम क निअरे विध्वंसक पहाड़ी क दक्खिन मँ कछू ऊँच जगह बनाए रहा। राजा सुलेमान पूजा क ओन जगहन क, सीदोन क लोग जउन घिनौनी चीज अस्तोरेत क पूजा करत रहेन, ओकरे सम्मान बरे बनाए रहेन। सुलैमान मोआब लोगन क जरिये पूजित घिनौनी चीज कमोस क सम्मान बरे भी एक ठु वेदी बनाए रहा अउर राजा सुलैमान अम्मोन लोगन क जरिये पूजित घिनौनी चीज मिल्कोम क सम्मान बरे एक ऊँची जगह बनाए रहा। किन्तु राजा योसिय्याह ओन सबहिं पूजा ठउरन क नस्ट कइ दिहस। 14 राजा योसिय्याह सबहिं स्मृति पाथरन अउ असेरा स्तम्भन क तोड़ डाएस। तब उ ओन जगहन क ऊपर मृतकन क हाड़न क छितराएस। 15 योसिय्याह बेतेल क वेदी अउ ऊँच जगहन क भी तोरि डाएस। नबात क पूत यारोबाम इ वेदी क बनाए रहा। यारोबाम इस्राएल स पाप कराए रहा। योसिय्याह ऊँची जगहन अउ वेदी दुइनउँ इ तोरि डाएस। योसिय्याह वेदी क पाथर क टूकन कइ दिहस। तब उ ओनका कूटिके धुरि बनाइ दिहस अउर उ असेरा स्तम्भ क बार दिहस। 16 योसिय्याह चारिहुँ कइँती नजर दउड़ाएस अउर पहाड़े पइ कब्रन क लखेस। उ मनइयन क पठएस अउर पचे ओन कब्रन स हाड़न लइ आएन। तब उ वेदी पइ हाड़न क बारेस। इ तरह योसिय्याह वेदी क भ्रस्ट कइ दिहस। इ उहइ तरह भवा जइसा यहोवा क सँदेसा क परमेस्सर क जन घोसित किहे रहा। परमेस्सर क जन एकर घोसणा तब किहन जब यारोबाम वेदी क बहल मँ खड़ा रहा।तब योसिय्याह चारिहँ कइँती निगाह दउड़ाएस अउर परमेस्सर क जन क कब्र खोदेस। 17 योसिय्याह कहेस, “जउने स्मारक क मइँ लखत हउँ, उ का अहइ?”नगर क लोग ओहसे कहेन, “इ परमेस्सर क उ जने क कब्र अहइ जउन यहूदा स आवा रहा। इ परमेस्सर क जन उ सब बाताए रहा जउन आप बेतेल मँ वेदी क संग किहन। उ इ सबइ बातन बहोत पहिले बाताए रहा।” 18 योसिय्याह कहेस, “परमेस्सर क जन क अकेला छोड़ द्या। ओकरी हाड़न क जिन हटावा।” एह बरे उ पचे हाड़न तजि दिहन, अउर साथ ही सोमरोन स आए परमेस्सर क जन क हाड़न भी छोड़ दिहन। 19 योसिय्याह सोमरोन नगर क सबहिं ऊँच नगरन क पूजागृह क भी नस्ट कइ दिहस। इस्राएल क राजा लोग पूजा गृहन क बानाए रहेन अउर उ यहोवा क बहोत कोहाइ दिहे रहेन। योसिय्याह ओन पूजा-गृहन क वइसे ही नस्ट किहेस जइसे उ बेतेल क पूजा क जगहन क नस्ट किहस। 20 योसिय्याह सोमरोन मँ रहइवाले ऊँची जगहन क सबहिं पुरोहितन क मार डाएस। उ ओनहीं वेदियन पइ पुरोहितन क बध किहस। उ मनइयन क हाड़न वेदियन पइ बारेस। इ तरह उ पूजा इ ओन जगहन क भ्रस्ट किहस। तब उ यरूसलेम मँ लउटि आवा। 21 तब राजा योसिय्याह सबहिं लोगन क हुकुम दिहस। उ कहेस, “यहोवा अपने परमेस्सर क फसह पर्व मनावा। एका उहइ तरह मनावा जइसा साच्छीपत्र क पुस्तक मँ लिखा अहइ।” 22 लोग इ तरह फसह पर्व क तब स नाहीं मनाए रहेन जब स इस्राएल पइ न्यायाधीस सासन करत रहेन। इस्राएल क कउनो राजा या यहूदा क कउनो भी राजा कबहुँ फसल पर्व क ऍतना बड़का उत्सव नाहीं मनाए रहा। 23 एह बरे ओन लोग यहोवा बरे फसह पर्व योसिय्याह क राज्जकाल क अट्ठारहवें बरिस मँ यरूसलेम मँ मनाएन। 24 योसिय्याह ओझा लोगन क, भूतसिच्छकन, गृह-देवतन, देवमूरतियन अउर यहूदा अउ इस्राएल मँ जउन घिनवनी च्जियन क पूजा होत रही, सब क नस्ट कइ दिहस। योसिय्याह इ यहोवा क मन्दिर मँ याजक हिलकिय्याह क मिली पुस्तक मँ लिखे गए परमेस्सर क नेमन क अनुसार किहस। 25 एकरे पहिले योसिय्याह क समान कबहुँ कउनो राजा नाहीं भवा रहा। योसिय्याह यहोवा कइँती, अपनी पूरी आतिमा अउर अपनी पूरी सक्ती स गवा। योसिय्याह क तरह कउनो राजा मूसा क सबहिं नेमन क अनुसरण नाहीं किहे रहा। उ समइ स योसिय्याह क तरह क कउनो दूसर राजा कबहुँ नाहीं भवा। 26 किन्तु यहोवा यहूदा क लोगन पइ किरोध करब तजेस नाहीं। यहोवा अबहुँ भी ओन पइ सारे कामन क बरे कोहान रहा जेनका मनस्से किहे रहा। 27 यहोवा कहेस, “मइँ इस्राएलियन क ओनकर देस तजइ क मजबूत किहेउँ। मइँ यहूदा क संग वइसा ही करब मइँ यहूदा क अपनी आँखिन स ओझल करब। बेसक मइँ यरूसलेम अउर एकर मन्दिर क चुना रहा जेकर बारे मँ मइँ कहे रहेउँ, ‘मोर नाउँ हुवाँ रहब मइँ यरूसलेम अउर मन्दिर क रद्द कइ देब।’” 28 योसिय्याह जउन दूसर काम किहस उ सबइ “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 29 योसिय्याह क समइ मिस्र क राजा फिरौन नको अस्सूर क राजा क खिलाफ जुद्ध करत परात नदी क गवा। राजा योसिय्याह नको स भेंटइ मगिद्दो गवा। फिरौन नको योसिय्याह क लखि लिहस अउर तब ओका मार डाएस। 30 योसिय्याह क अधिकारियन ओकरे बदन क एक ठु रथे मँ धरेन अउर ओका मगिद्दो स यरूसलेम लइ गएन। उ पचे योसिय्याह क ओकरी अपनी कब्र मँ दफनाएन।तब साधारण लोग योसिय्याह क पूत यहोआहाज क लिहन अउर ओकर राज्ज अभिसेक कइ दिहन। उ पचे यहोआहाज क नवा राजा बनाएस। 31 यहोआहाज तेईस बरिस क रहा, जब उ राजा बना। उ यरूसलेम मँ तीन महीने तलक हुकूमत किहस। ओकर महतारी लिब्ना क यिर्मयाह क बिटिया हमूतल रही। 32 यहोआहाज उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोआहाज उ सब ही काम किहेस जेनका ओकरे पुरखन किहे रहेन। 33 फिरौन नको यहोआहाज क हमात प्रदेस मँ रिबला मँ कैद रखेस। एह बरे यहोआहाज यरूसलेम मँ सासन नाहीं कइ सका। फिरौन नको यहूदा क सात हजार पाँच सौ पौण्ड चाँदी अउर पचहत्तर पौण्ड सोना देइ क मजबूर किहस। 34 फिरौन नको योसिय्याह क पूत एल्याकीम क नवा राजा बनाएस। एल्याकीम अपने बाप योसिय्याह क जगह लिहस। फिरौन-नको एल्याकीम क नाउँ बदलिके यहोयाकीम कइ दिहस अउर फिरौन-नको यहोआहाज क मिस्र लइ गवा। यहोआहाज मिस्र मँ मरा। 35 यहोयाकीम फिरौन क सोना अउ चाँदी दिहस। किन्तु यहोयाकीम साधारण जनता स बसूलेस अउर उ धने क उपयोग फिरौन नको क देइ मँ किहस। एह बरे हर मनई चाँदी अउ सोना क अपने हींसे क भुगतान किहस अउर राजा यहोयाकीम फिरौन क उ धन दिहस। 36 यहोयाकीम जब राजा भवा तउ उ पच्चीस बरिस क रहा। उ गियारह बरिस तलक यरूसलेम मँ राज्ज किहस। ओकर महतारी रूमा क अदायाह क बिटिया जबीदा रही। 37 यहोयाकीम उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोयाकीम उ सब ही काम किहेस जउन ओकरे पुरखन किहे रहेन।

24:1 यहोयाकीम क समइ मँ बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर यहूदा देस मँ आवा। यहोयाकीम नबूकदनेस्सर क सेवा तीन बरिस तलक किहेस। तब यहोयाकीम नबूकदनेस्सर क खिलाफ होइ गवा अउर ओकरे विरूद्ध विद्रोह कइ दिहा। 2 यहोवा कसदियन, अरामियन, मोआबियन अउ अम्मोनियन क दलन क यहोयाकीम क विरुद्ध लड़इ बरे पठएस। यहोवा ओन दलन क यहूदा क नस्ट करइ बरे पठएस। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा करे रहा। यहोवा अपने सेवक नबियन क उपयोग उ कहइ बरे किहे रहा। 3 यहोवा ओन घटनन क यहूदा क संग घटित होइ क आदेस दिहस। इ तरह उ ओनका अपनी निगाह स दूर करी। उ इ एन पापन क कारण किहस जउन मनस्से किहस। 4 यहोवा इ एह बरे किहस कि मनस्से बहोत स निरपराध मनइयन क मार डाएस। मनस्से ओनके खून स यरूसलेम क भरि दिहेस अउर यहोवा ओन पापन्क छिमा नाहीं कइ चाहत रहा। 5 यहोयाकीम जउन दूसर काम किहस उ सबइ “यहूदा क राजा लोगन क इतिहास” क किताबे मँ लिखे अहइँ। 6 यहोयाकीम मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। यहोयाकीम क पूत यहोयाकीम ओकरे पाछे नवा राजा भवा। 7 मिस्र क राजा आपन सीमा स ओग अउर जियादा जमीन पइ कब्जा नाहीं कइ पाएस, काहेकि बाबेल क राजा मिस्र क नाला स परात नदी तलक सारे देस पइ, अधिकार कइ लिहे रहा। ओन जगहन पइ पहिले भी मिस्र क राजा क सासन रहा। 8 यहोयाकीम जब हुकूमत करइ लाग तब उ अट्ठारह बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ तीन महीने तलक हुकूमत किहस। ओकर महतारी यरूसलेम क एलनातान क बिटिया नहुस्ता रही। 9 यहोयाकीन ओन कामन क किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। उ उ सब ही सब काम किहेस जउन ओकर बाप किहे रहेन। 10 उ समइ बाबेल क राजा नबुकदनेस्सर क अधिकारी यरूसलेम आएन अउर हमला करइ बरे नगर क घेरि लिहेस। 11 तब बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर नगरे मँ आवा। जब ओकर अधिकारियन एका हमला बरे घेरइ राखत रहेन। 12 यहूदा क राजा यहोयाकीन बाबेल क राजा स भेंटइ बाहेर आवा। यहोयाकीन क महतारी, ओकर अधिकारी, प्रमुख अउ दूसर अधिकारी भी ओकरे संग गएन। तब बाबेल क राजा यहोयाकीन क बन्दी बनाइ लिहस। इ नबूकदनेस्सर क सासनकाल क अठवाँ बरिस रहा। 13 नबूकदनेस्सर सारा खजाना लइ लिहस जउन यहोवा क मन्दिर मँ अउर राजा क महल मँ रहा। उ नबूकदनेस्सर ओन सबहिं स्वर्ण-पात्रन क टूकन मँ काट डाएस जेनका इस्राएल क राजा सुलैमान यहोवा क मन्दिर क बरे बनाए रहा। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा। 14 नबूकदनेस्सर यरूसलेम क सबहिं लोगन क बन्दी बनाएस। उ सबहिं प्रमुखन अउर दूसर धनी लोगन क बन्दी बनाइ लिहस। उ दस हजार लोगन क धरेस अउर ओनका बन्दी बनाएस। नबूकदनेस्सर सबहिं कुसल मजदूरन अउर कारीगरन क लइ लिहस। साधारण लोगन मँ स सबन त गरीब लोगन क अलावा नगर मँ कउनो भी नाहीं बचे रहेन। 15 नबूकदनेस्सर यहोयाकीन क बाबेल लइ गवा। नबूकदनेस्सर राजा क महतारी, ओकर मेहररूअन, अधिकारी अउर देस क प्रमुख लोगन क भी लइ गवा। नबूकदनेस्सर ओनका यरूसलेम स बाबेल बन्दी क रूप मँ लइ गवा। 16 बाबेल क राजा साढ़े सात हजार फउजी अउर एक हजार कुसल मजदूर अउर कारीगर भी लइ गवा। इ पचे सबहिं मनई प्रसिच्छित फउजी रहेन अउर जुद्ध मँ लड़ सकत रहेन। बाबेल क राजा ओनका बन्दी क रुप मँ बाबेल लइ गवा। 17 बाबेल क राजा मत्तन्याह क नवा राजा बनाएस। मत्तन्याह यहोयाकीन क चाचा रहा। बाबेल क राजा मत्तन्याह क नाउँ बदलिके सिदकिय्याह रख दिहस। 18 सिदकिय्याह जब सासन करब सुरू किहस तउ उ इक्कीस बरिस क रहा। उ गियारह बरिस यरूसलेम मँ सासन किहस। ओकर महतारी लिब्ना क यिर्मयाह क बिटिया हमूतल रही। 19 सिदकिय्याह उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। सिदकिय्याह उ सब ही सारे काम किहेस जउन यहोयाकीम किहे रहा। 20 यहोवा यरूसलेम अउ यहूदा पइ ऍतना कोहाइ गवा कि उ ओनका दूर लोकाइ दिहस।उ समइ सिदकिय्याह बाबेल क राजा क खिलाफ बिद्रोह कइ दिहस।

25:1 एह बरे बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर अपनी सारी फउज क संग यरूसलेम क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। सिदकिय्याह क राज्ज क नौवें बरिस क दसवें महीने क दसवें दिन इ घटना घटित भइ। नबूकदनेस्सर यरूसलेम क चारिहुँ कइँती डेरा डाएस। तब उ पचे यरूसलेम क चारिहुँ कइँती ढलवान खड़ी किहन। 2 नबूकदनेस्सर क फउज यरूसलेम क चारिहुँ कइँती सिदकिय्याह क यहूदा मँ सासनकाल क गियारहवे बरिस तलक बनी रही। 3 उ नगर मँ भुखमरी क दसा बद स बदतर होत जात रही। चउथे महीने क नौवे दिन साधारण लोगन बरे कछू भी भोजन नाहीं रहि गवा रहा। 4 नबूकदनेस्सर क फउज नगर प्राचीर मँ एक ठु छेद बनाएस। उ राति क राजा सिदकिय्याह अउर ओकर सारे फउजी पराइ गएन। उ पचे राजा क बाग क सहारे दुइ देवारन क दुआर स बच निकरेन। बाबेल क फउज नगर क चारिहुँ कइँती रही। किन्तु सिदकिय्याह अउर ओकर फउज रेगिस्ताने कइँती क सड़क पइ पराइ निकरेन। 5 बाबेल क फउज सिदकिय्याह क पाछा किहस अउर ओका यरीहो क लगे रेगिस्तान मँ पकड़ लिहस। सिदकिय्याह क सारी फउज पराइ गइ अउर ओका अकेला छोड़ दिहस। 6 बाबेल सिदकिय्याह क रिबला मँ बाबेल क राजा क लगे लइ गएन। बाबेल क राजा सिदकिय्याह क दण्ड देइ क निर्णय लिहस। 7 उ पचे सिदकिय्याह समन्वा ओकरे पूतन क मार डाएस। तब उ पचे सिदकिय्याह क आँखिन निकारि लिहन। उ पचे ओका जंजीरे मँ जकरेन अउर ओका बाबेल लइ गएन। 8 नबूकदनेस्सर क बाबेल क सासनकाल क उन्नीसवे बरिस क पँचवे महीने क सतवे दिन नबूजरदान यरूसलेम आवा। नबूकदनेस्सर क अंगरच्छकन क नायक नबूजरदान रहा। 9 नबूजरदान यहोवा क मन्दिर अउ राजमहल बार डाएस। नबूजरदान यरूसलेम क सबहिं घरन क भी बार डाएस। उ बड़की इमारतन क भी बार डाएस। 10 तब नबूजरदान क संग जउन बाबेल क फउज रही उ यरूसलेम क चारिहुँ कइँती क देवारन क महराइ दिहस। 11 अउर नबूजरदान ओन सबहिं लोगन क धरेस जउन तब तलक नगर मँ बचे रह गए रहेन। नबूजरदान सबहिं लोगन क बन्दी बनाइ लिहस अउर ओनका भी जउन आत्मसमर्पण करइ क कोसिस लिहन। 12 नबूजरदान सिरिफ साधारण मनइयन मँ सब स गरीब लोगन क हुवाँ रहइ दिहस। उ ओन गरीब लोगन क हुवाँ अंगूर अउर दूसर फसलन क देखरेख क बरे रहइ दिहस। 13 बाबेल क फउजी यहोवा क मन्दिर क काँसे क वस्तुअन क टूकन कइ डाएन। उ पचे काँसे स स्तम्भन, काँसे क गाड़ी क अउर काँसे क बिसाल सरोवर क भी टूकन कइ डाएन, तब बाबेल क फउजी ओन काँसे क टूकन क बाबेल लइ गएन। 14 कसदियन बर्तन, बेलचे, दीप-झारू चम्मच अउर काँसे क बर्तन जउन यहोवा क मन्दिर मँ काम आवत रही, क भी लइ गवा। 15 नबूजरदान सबहिं कढ़ाहियन अउ पियालन क लइ लिहस। उ जउन सोने क बने रहेन ओनका सोना क बरे अउर जउन चाँदी क बने रहेन ओनका चाँदी क बरे लिहस। 16 जउन चिजियन उ लिहस ओनकर सूची इ अहइ: दुइ काँसे क खम्भा, एक हौज अउर गाड़ियन जेका सुलैमान क जरिये यहोवा क मन्दिर बरे बनावा गवा रहा। इन चिजियन मँ लगा काँसा ऍतना भारी रहा कि ओका तोला नाहीं जाइ सकत रहा। हर एक स्तम्भ लगभग सत्ताइस फुट ऊँचा रहा। स्तम्भन क सीर्स काँसे क बने रहेन। हर एक सीर्स साढ़े चार फुट ऊँचा रहा। हर एक सीर्स पइ जाल अउ अनार क नमूना बना रहा। एकर सब कछू काँसे क बना रहा। दुइनउँ खम्भन पइ एक ही प्रकार क आहतियन रहिन। 17 18 तब नबूजरदान मन्दिर स महायाजक सरायाह, दूसरा याजक सपन्याह अउर तीन दुआर रच्छनन क लिहस। 19 नगर मँ नबूजरदान एक ठु अधिकारी क लिहस। उ सेना क सेनापति रहा। नबूजरदान राजा क पाँच सलाहकारन क भी लिहस जउन नगर मँ पाए गएन। अउर उ सेनापति क सचिव क लिहस। सेनापति क सचिव उ मनई रहा जउन साधारण लोगन क गणना करत रहा अउर ओनमाँ स कछू क फउजी क रूप मँ चुनत रहा। नबूजरदान साठ दूसर लोगन क भी लिहस जउन नगर मँ पाए गएन। 20 सेनापति तब नबूजरदान एन सबहिं लोगन क रिबला मँ बाबेल क राजा क सम्नवा लइ गवा। बाबेल क राजा हमात क छेत्र रिबला मँ एनका मार डाएस। इ तरह यहूदा क लोगन क कैदी बनाइके ओनका, ओनके देस स निर्वासित कीन्ह गवा। 21 22 बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर यहूदा देस मँ कछू लोगन क छोड़ दिहे रहा। उ अहीकाम क पूत गदल्याह क यहूदा क ओन लोगन पइ राज्जपाल बनाएस। अहीकाम सापान क पूत रहा। 23 जब फउज क सबहिं सेनापतियन अउ सिपाहियन सुनेन कि बाबेल क राजा गदल्याह क राज्जपाल बनाएस ह। तउ उ पचे गदल्याह क लगे मिस्पा मँ आएन। फउजी सेनापतियन मँ नतन्याह क पूत इस्माएल, कारेहू क पूत योहानान, नतोपाई तन्हूमेत क पूत सरायाह अउ माकाई क पूत याजन्याह रहेन। 24 तब गदल्याह इ फउजे क सेनापतियन अउर ओनके मनइयन अउर ओनके मनइयन क बचन दिहस। गदल्याह ओनसे कहेस, “बाबेल क अधिकारियन स जिन डेराअ। इ देस मँ रहा अउर बाबेल क राजा क सेवा करा। तब तोहरे पचन्क संग सब कछू ठीक रही।” 25 किन्तु सतवें महीने राजा क परिवारे क एलीसामा क पोता व नतन्याह क पूत इस्माएल दस मनसेघुअन क संग आवा अउ गदल्याह क मार डाएस। उ पचे मिस्पा मँ गदल्याह क संग जउन यहूदी अउ कासदी रहेन, ओनका भी मार डाएस। 26 तब सबहिं लोग सब स कम महत्वपूर्ण अउर सब स जियादा अउ सेना क नायक मिस्र क पराइ गएन। उ पचे एह परे पराइन कि उ पवे कसदियन स ससान रहेन। 27 पाछे राजा एवील्मरोदक बाबेल क राजा बना। उ यहोयाकीन क जेल स आज़ाद कई दिहस। इ यहूदा क राजा यहोयाकीन क बन्दी बनाए जाइ क सैतीसवें बरिस मँ भवा। इ एवील्मरोदक क सासन सुरू करइ क बारहवें महीने क सत्ताइसवें दिन भवा। 28 एवील्मरोदक यहोयाकीन स दयापूर्वक बातन किहस। एवील्मरोदक यहोयाकीन क बाबेल मँ रहइवाले ओकरे सबहिं साथी राजा लोगन स जियादा ऊँच स्थान प्रदान किहस। 29 एवील्मरोदक यहोयाकीन क बन्दीगृह क वस्त्रन क पहिरब बन्द करवाएस। यहोयाकीन एवील्मरोदक क संग एक ही मेज पइ खाएस। उ अपनी बाकी जिन्नगी मँ हर एक दिन अइसा ही किहस। 30 इ तरह राजा एवील्मरोदक यहोयाकीन क जिन्नगी भर नियमित रूप स रह दिन क भोजन दिहस।