2 Samuel

1:1 अमालेकियन क हरावइ क पाछे दाऊद सिकलग लउटा अउर हुवाँ दुइ दिन ठहरा। इ साऊल क मउत क पाछे भवा। 2 तीसरे दिन, एक ठु नउजवान सिकलग आवा। उ साऊल क फउजी सिबिर स आए रहेन। उ मनई क ओढ़ना फटे रहेन अउर ओकरे मूँड़े पइ धूरि रही।उ मनई दाऊद क लगे आवा अउर दाऊद क समन्वा मुँहे क बल गिरिके दण्डवत किहस। 3 दाऊद उ मनई स पूछेस, “तू कहाँ स आवा अहा?”उ मनई दाऊद क जवाब दिहस, “मइँ इस्राएलियन क सिबिर स बचि निकरा हउँ।” 4 दाऊद ओहसे कहेस, “कृपा कइके मोका इ बतावा कि जुद्ध कउन जीतेस?”उ मनई जवाब दिहस, “हमार लोग जुद्ध स पराइ गएन। बहोत सारा लोग जुद्ध मँ मार डावा गएन। साऊल अउ ओकर पूत योनातन दुइनउँ मर गएन ह।” 5 दाऊद नउजुवक स पूछेस, “तू कइसे जानत अहा कि साऊल अउ ओकर पूत योनातन दुइनउँ मर गएन ह?” 6 नउजुवक दाऊद स कहेस, “मइँ गिलबो पर्वते पइ रहेउँ। हुवाँ मइँ साऊल क अपने भाले पइ निहुरन लखेउँ। पलिस्ती रथ अउ घुड़सवार साऊल क नज़दीक स नज़दीक आवत रहेन। 7 साऊल पाछे मुड़ा अउर उ मोका लखेस। उ मोहका गोहराएस। मइँ जवाब दिहेउँ, मइँ हिआँ अहउँ। 8 तब साऊल मोहसे पूछेस, ‘तू कउन अहा?’ मइँ जवाब दिहेउँ, ‘मइँ अमालेकी हउँ।’ 9 साऊल कहेस, ‘कृपा कइके मोका मार डावा। मइँ बुरी तरह घायल हउँ अउर मइँ वइसे भी लगभग मरि गवा हउँ।’ 10 एह बरे मइँ रुकेउँ अउर ओका मार डाएउँ। उ एतना बुरी तरह घायल रहा कि मइँ समुझ गएउँ कि उ जिअत नाहीं रहि सकत। तब मइँ ओकरे मूँड़े स मुकुट अउ भुजा स बाजूबन्द उतारेउँ अउर मोर सुआमी, मइँ मुकुट अउ बाजूबन्द हिआँ आप क खातिर लिआए अहउँ।” 11 तब दाऊद अपने ओढ़नन क इ परगट करइ बरे फार डाएस कि उ बहोत सोक मँ बूड़ा अहइ। दाऊद क संग सबहि लोग अइसा ही किहेन। 12 दाऊद अउर ओकर मनइयन बहोत दुःखी रहेन अउर रोए रहेन। उ पचे साँझ तलक कछू खाएन नाहीं। उ पचे दाऊद क लोगन बरे रोएन जउन मारा ग रहेन। उ पचे एह बरे रोएन कि साऊल, ओकर पूत योनातन अउर बहोत स इस्राएली जुद्ध मँ मारा ग रहेन। 13 दाऊद उ जुवक स बातचीत किहस जउन साऊल क मउत क सूचना दिहस। दाऊद पूछेस, “तू कहाँ क निवासी अहा?”जुवक जवाब दिहस, “मइँ एक बिदेसी क पूत हउँ। मइँ अमालेकी हउँ।” 14 दाऊद जुवक स पूछेस, “तू यहोवा क चुने राजा क मारइ स ससान काहे नाहीं भया?” 15 तब दाऊद अमालेकी जुवक स कहेस, “तू खुद आपन मउत क बरे जिम्मेदार अहा। तू कह्या कि तू यहोवा क चुने राजा क मार डाया। एह बरे तोहार खुद क सब्दन तोहका अपराधी सिद्ध किहन ह।” तब दाऊद आपन सेवक जुवकन मँ स एक ठु जुवक क बोलाएस अउर अमालेकी क मार डावइ क कहेस।” इस्राएली जुवक अमालेकी क मार डाएस। 16 17 दाऊद साऊल अउ ओकर पूत योनातान क बारे मँ एक ठु सोकगीत गाएस। 18 दाऊद अपने मनइयन स इ गीत क यहूदा क लोगन क सिखावइ क कहेस, इ सोकगीत क धनुस कहा गवा ह। इ गीत यासार क किताबे मँ लिखा बाटइ। 19 “ओह इस्राएल, तोहार महिमा तोहरे पहाड़न मँ मटियामेट भवा। ओह, कइसे उ सूरवीर जुद्ध मँ हार गएन। 20 एका गत मँ न कहा, एका अस्कलोन क गलियन मँ एलान न करा। उ पचे पलिस्तियन क सहर एहसे खुस होइहीं। उ पचे विदेसियन खुस होइहीं। 21 मोर इच्छा अहइ कि गिलबो क पर्वत पइ ओस अउर बर्खा न होइ, मोर इच्छा अहइ कि ओन खेतन स आवइवाली बलि-भेंटन न होइँ। सक्तीसाली मनसेधुअन क ढाल अइसा फैंकि जाइ जइसे इ बेकार रही। साऊल क ढाल जियादा दिना तलक तेल स पालिस कीन्ह भइ नाहीं रही। 22 योनातान क धनुस अपने भाग क दुस्मनन क मारेस, अउर साऊल क तरवार अपने हींसे क दुस्मनन क मारेस। उ पचे ओन मनइयन क खून स धब्बा लगाएन जउन अब मरि चुका अहइँ, उ पचे उ सक्तीसाली मनइयन क चर्बी क काटि दिहेस। 23 साऊल अउ योनातन, एक दूसर स पिरेम करत रहेन। उ पचे एक दूसर स सुखी रहेन जब तलक उ पचे जिअत रहेन, साऊल अउर योनातान मउत तलक मँ भी साथ रहेन। उ पचे उकाब स भी तेज जात रहेन, उ पचे सेर स जियादा बरिआर रहेन। 24 इस्राएल क बिटियो, साऊल खातिर रोवा। साऊल तोहका लाल पहिरावा दिहस, साऊल तोहरे ओढ़नन पइ सोने क जेवर सजाएस ह। 25 सक्तीसाली मनसेधू जुदध मँ काम आएन। योनातान गिलबो पहाड़े पइ मरा। 26 मोर भाई योनातान, मइँ तोहरे खातिर रोवत हउँ। मोका तोहार दोस्ती स बहोत आन्नद मिलेस ह। तोर पिरेम मोरे बरे एक ठु मेहरारू क पिरेम जियाद रहा। 27 सक्तीसाली मनसेधू जुद्ध मँ काम आएन, जुद्ध क सस्त्र चले गएन ह।”

2:1 पाछे दाऊद यहोवा स पराथना किहस। दाऊद कहेस, “का मोका यहूदा क कउनो नगर मँ जाइ चाही?”यहोवा दाउद स कहेस, “जा” दाऊद पूछेस, “मोका कहाँ जाइ चाही?” यहोवा जवाब दिहस, “हेब्रोन क।” 2 एह बरे दाउद हुवाँ गवा। ओकर दुइनउँ मेहररूअन ओकरे संग गइन। (उ पचे यिज्रेली क अहीनोअम अउ कमेज्र्लि क नाबाल क राँड़ अबीगैल रहिन।) 3 दाऊद अपने लोगन अउ ओनके परिवारन क भी लिआवा। उ पचे हेब्रोन अउ निचके क नगरन मँ बस गएन। 4 यहूदा क लोग हेब्रोन आएन अउर उ पचे दाऊद क अभिसेक यहूदा क राजा क रूप मँ किहन। तब उ पचे दाऊद स कहेन, “याबेस गिलाद क मनइयन साऊल क दफनाएन।” 5 दाऊद याबेस गिलाद क लोगन क लगे दूत पठएस। एन दूत याबेस गिलाद क लोगन क दाऊद क सँदेसा दिहस: “यहोवा तोहका आसीर्बाद देइ, काहेकि तू लोग अपने सुआमी साऊल बरे, ओकर जरी भइ हड्डियन क दफनाइके दाया देखाँया ह। 6 यहोवा अब तोहरे बरे दयालु अउ सच्चा रही। मइँ भी तोहरे बरे दयालु रहब काहेकि तू लोग जरी भइ हड्डयन क दफनाया ह। 7 अब, सक्तीसाली अउ बीर बना, तोहार सुआमी साऊल मर चुका अहइँ, अउ यहूदा क परिवार समूह अपने राजा क रूप मँ मोर अभिसेक किहेस ह।” 8 नेर क पूत अब्नेर साऊल क फउज क सेनापति रहा। अब्नेर साऊल क पूत ईसबोसेत क महनैम लइ गवा। 9 उ ठउरे पइ अब्नेर ईसबोसेत क गिलाद, आसेर, यिज्रेल, एप्रैम, अउ बिन्यामीन अउर समस्त इस्राएल क राजा बनाएस। ईसबोसेत सारे इस्राएलक राजा बन गवा। 10 ईसबोसेत साऊल क पूत रहा। ईसबोसेत चालीस बरिस क रहा जब उ इस्राएल पइ सासन करब सुरू किहेस। उ दुइ बरिस तलक सासन किहस। किन्तु यहूदा क परिवार समूह दाऊद क अनुसरण करत रहा। 11 दाउद हेब्रोन मँ यहूदा क परिवार समूह क राजा सात बरिस छ: महीने तलक रहा। 12 नेर क पूत अब्नेर अउ साऊल क पूत क अधिकारी लोग ईसबोसेत महनैम क तजेन। उ पचे गिबोन क गएन। 13 सरुयाह क पूत योआब अउ दाऊद क सेवकगण भी गिबोन गएन। उ पचे अब्नेर अउ ईसबोसेत क सेवकन स, गिबोन क तालाब पइ मिलेन। अब्नेर क टोली तालाब क एक कइँती बइठी रही। योआब क टोली तालाब क दूसरी ओर बइठी रही। 14 अब्नेर योआब स कहेस, “हम लोग जुवकन क खड़ा होइ देइ अउर हिआँ एक मुकाबला होइ जाइ द्या।” योआब कहेस, “हाँ, ओनमाँ मुकाबला होइ जाइ दया।” 15 तब जुवक उठेन। दुइनउँ टोलियन मुकाबला बरे अपने जुवकन क गनेन। बियामीन क परिवार समूह स बारह जुवक मनइयन साऊल पूत ईसबोसेत क तरफ स जुद्ध बरे चुना गएन, अउर बारह जुवक दाऊद क मनइयन मँ स चुने गएन। 16 हर एक जुवक अपने दुस्मन क मूँड़े क धरेस अउ आपन तरवार अन्दर भोंक दिहस। एह बरे जुवक मनइयन एक ही संग गिर पड़ेन। इहइ कारण अहइ कि उ ठउर, “तेज चाकुअन क खेत”कहा जात ह। इ ठउर गिबोन मँ अहइ। 17 उ दिन मुकाबला भयंकर जुदध मँ बदल गवा। दाऊद क मनइयन अब्नेर अउ इस्राएलियन क हराइ दिहन। 18 सरूयाह क तीन पूत रहेन, योआब, अवीस अउ असाहेल। असाहेल तेज दउड़इवाला रहा। उ जंगली हिरन क तरह तेज दउड़त रहा। 19 असाहेल अब्नेर क पाछा किहस। असाहेल सोझइ अब्नेर कइँती दउड़ गवा। 20 अब्नेर मुड़िके लखेस अउर पूछेस, “का तू असाहेल अहा?” असाहेल कहेस, “मइँ हउँ।” 21 अब्नेर असाहेल क चोट नाहीं पहोंचावइ चाहत रहा। तब अब्नेर असाहेल स कहेस, “मोर पाछा करब तजा अपनी दाहिन या बाईर् कइँती मुड़ा जुवकन मँ स कउनो एक क पाछा करा अउर ओकर कवच अपने बरे लइ ल्या।” किन्तु असाहेल अब्नेर क पाछा करब तजइ स इन्कार कइ दिहस। 22 अब्नेर असाहेल स फुन कहेस, “मोर पाछा करब तजा। जदि तू पाछा करब नाहीं तजत्या तउ मइँ तोहका मार डाउब। जदि मइँ तोहका मार डाउब तउ मइँ फुन तोहरे भाई योआब क मुँह नाहीं लखि सकब।” 23 किन्तु असाहेल अब्नेर क पाछा करब नाहीं तजेस। एह बरे अब्नेर आपन भाला क पिछले हींसा क उपयोग किहस अउर असाहेल क पेट मँ ओका घुसेड़ दिहस। भाला असाहेल क पेट मँ एतना गहिर घँसा कि उ ओकरी पीठ स बाहेर निकरि आवा। असाहेल हुवाँ तुरंत मरि गवा।असाहेल क तन जमीन पइ गिर पड़ा। लोग ओकरे लगे दउड़िके गएन, अउर रूक गएन। 24 किन्तु योआब अउ अबीस अब्नेर क पाछा करब जारी रखेन।जउन समइ उ पचे अम्मा पहाड़ी पइ पहोंचेन सूरज बूड़त रहा। (अम्मा पहाड़ी गहि क समन्वा गिबोन रेगिस्तान क राहे पइ रही।) 25 बिन्यामीन परिवार समूह क लोग अब्नेर क लगे आएन। उ पचे सबहिं एक संग पहाड़ी क चोटी पइ खड़े होइ गएन। 26 अब्नेर चिचियाइके योआब क गोहराएस। अब्नेर कहेस, “का हम क लड़ जाइ चाही अउर हमेसा बरे एक दूसर क मारि डावइ चाही? निहचइ ही तू जानत अहा कि एकर अन्त सिरिफ सोक होइ। लोगन स कहा कि अपने ही भाइयन क पाछा करब बन्द करइँ।” 27 तब योआब कहेस, “इ जउन तू कह्या उ ठीक अहइ। यहोवा क जिन्नगी क किरिया, जदि तू कछू नाहीं कहि होतेन, तउ मनइयन अपने भाइयन क पाछा सबेरे मँ भी करत रहतेन।” 28 तब योआब एक तुरुही बजाएस अउ ओकर लोग इस्राएलियन क पाछा करब बन्द किहन। उ पचे अउर अगवा इस्राएलियन स लड़इ क जतन नाहीं किहन। 29 अब्नेर अउ ओकर लोग यरदन घाटी स होइके रात भर चलेन। उ पचे यरदन घाटी क पार किहन। उ पचे पूरे दिन चलत रहेन अउर महनैम पहोंचेन। 30 योआब अब्नेर क पाछा करब बन्द करइ क पाछे अपनी फउज मँ वापिस लउट आवा। जब योआब लोगन क बटोरेस, दाऊद क उन्नीस सेवक लापता रहेन। असाहेल भी लापता रहा। 31 किन्तु दाऊद क सेवकन बिन्यामीन परिवार समूह क तीन सौ साठ निअम्बरन क, जउन अब्नेर क अनुसरण करत रहेन, मार डाए रहा। 32 दाऊद क सेवक लोग असाहेल क लिहन अउर ओका बेतलेहेम मँ ओकरे पिता क कब्रिस्तान मँ दफनाएन।योआब अउ ओकर मनई रात भइ चलत रहेन। जब उ पचे हेब्रोन पहोंचेन तउ सूरज निकरा।

3:1 साऊल क परिवार अउ दाऊद क परिवार लम्बे समइ तलक एक दूसर क खिलाफ जुद्ध करत रहा। दाऊद जियादा स जियादा बरिआर होत गवा अउर साऊल क परिवार कमजोर पइ कमजोर होत गवा। 2 दाऊद क इ सबइ पूत हेब्रोन मँ पइदा भए रहेन। पहिला पूत अम्नोन रहा। अम्नोन क महतारी यिज़्रेल क अहीनोअम रही। 3 दूसर पूत किलाब रहा। किलाब क महतारी अबीगैल इ नाबाल क राँड़ रहा जउन कमेर्ल स रहा। तीसरा पूत अबसालोम रहा। अबसालोम क महतारी गसूर क राजा तल्मै क बिटिया माका रही। 4 चौथा पूत अदोनिय्याह रहा। अदोनिय्याह क महतारी हग्गीत रही। पाँचवा पूत सपत्याह रहा। सपत्याह क महतारी अबीतल रही। 5 छठवाँ पूत यित्राम रहा। यित्राम क महतारी दाऊद क मेहरारू एग्ला रही। दाऊद क इ सबइ छ: पूत हेब्रोन मँ पइदा भएन। 6 जउने समइ साऊल क परिवार तथा दाऊद परिवार मँ जुद्ध चलत रहा, अब्नेर साऊल क फउज मँ जियादा स जियादा सक्तीसाली बन गवा। 7 साऊल क दासी रिस्पा नाउँ क रही। रिस्पा अय्या क बिटिया रही। ईसबोसेत अब्नेर स कहेस, “तू मोर पिता क दासी क संग तने क सम्बन्ध काहे करत ह?” 8 अब्नेर, ईसबोसेत जउन कछू कहेस, ओहसे बहोत कोहाइ गवा। अब्नेर कहेस, “मइँ साऊल अउ ओकरे परिवार क वफ़ादार रहा हउँ। मइँ तोहका दाऊद क नाहीं दिहेउँ। मइँ तोहका ओहका हरावइ नाहीं दिहेउँ। मइँ यहूदा बरे काम करइवाला देसद्रोही नाहीं हउँ।किन्तु अब तू कहन अहा कि मइँ इ बुराई कीन्ह। 9 मइँ इ प्रतिग्या करत हउँ- मोका पर्ण बिस्सास ह कि अब उ सबइ कछू होब्या जउन परमेस्सर कहेस ह। यहोवा कहेस कि उ साऊल क परिवार क राज्ज क लइ लेइ अउर एका दाऊद क देइ। यहोवा दाऊद क यहूदा अउ इस्राएल क राजा बनाई। उ दान स लइके बेसेज्र्बि तलक हुकूमत करी। परमेस्सर मोका सज़ा दे जदि मइँ वइसा होइ नाहीं द्या।” 10 11 ईसबोसेत अब्नेर स कछू भी नाहीं कहि सका। ईसबोसेत ओहसे बहोत जियादा ससान रहा। 12 अब्नेर दाऊद क लगे दूत पठएस। अब्नेर कहेस, “तोहार सोचत क मुताबिक केका इ देस पइ हुकूमत करइ चाही? मोरे संग एक ठु सन्धि करा अउर मइँ तोहका पूरे इस्राएल क लोगन क सासक बनइ मँ मदद करब।” 13 दाऊद जवाब दिहस, “ठीक अहइ। मइँ तोहरे संग सन्धि करब। किन्तु तोहसे मइँ सिरिफ एक बात कहत हउँ: मइँ तोहसे तब तलक नाहीं मिलब जब तलक तू साऊल क बिटिया मीकल क मोर लगे भेंटइ बरे नाहीं लाउब्या।” 14 दाऊद साऊल क पूत ईसबोसेत क लगे दूत पठएस। दाऊद कहेस, “मोर मेहरारू मीकल क मोका वापस करा। मइँ ओका पावइ बरे सौ पलिस्तियन क मारे रहेउँ।” 15 तब ईसबोसेत ओन लोगन क आदेस दिहेस कि उ लैस क पूत पलतीएल नाउँ क मनई क पास स मीकल क लइ आवइ। 16 मीकल क भतार पलतीएल मीकल क संग गवा। उ बहूरीम नगर तलक मीकल क पाछे-पाछे रोवत भवा गवा। किन्तु अब्नेर पलतीएल स कहेस, “घरे लउटि जा।” एह बरे पलतीएल घरे लउटि डवा। 17 अब्नेर इस्राएल क प्रमुखन क इ सँदेसा पठएस। उ कहेस, “आप लोग दाऊद क आपन राजा बनावइ क इच्छुक रहेन। 18 अब एका करइँ। यहोवा दाऊद क बारे मँ कहत रहा जब उ कहे रहा, ‘मइँ अपने इस्राएली लोगन क पलिस्तियन अउ ओनकर सबहिं दुस्मनन स बचाउब। मइँ इ अपने सेवक दाऊद क जरिये करब।’” 19 अब्नेर इ सबइ बातन बिन्यामीन क परिवार समूह क लोगन स कहेस। अब्नेर जउन कछू कहे रहा उ बिन्यामीन परिवार क लोगन अउ इस्राएल क सबहिं लोगन क नीक लगा। एह बरे अब्नेर हेब्रोन मँ दाऊद क उ सबइ सबहिं बातन बताएन, जेका करइ मँ इस्राएल क लोग अउ बिन्यामीन परिवार क लोग सहमत रहेन। 20 जब अब्नेर दाऊद क लगे हेब्रोन आवा। उ अपने संग बीस लोगन क लिआवा। दाऊद अब्नेर क अउर ओनके संग आए सबहिं लोगन क दावत दिहस। 21 अब्नेर दाऊद स कहेस, “सुआमी, मोरे राजा, मइँ जाब अउर सबहिं इस्राएलियन क आप क लगे लिआउब। तब उ पचे आप क संग सन्धि करिहीं, अउर आप पूरे इस्राएल पइ हुकूमत करिहीं जइसा आप चाहत हीं।”तब दाऊद अब्नेर क बिदा किहस अउर अब्नेर सान्ति पूर्वक गवा। 22 योआब अउ दाऊद क अधिकारी जुद्ध स लउटिके आएन। ओनके लगे बहोत स कीमती सामान रहेन जउन उ पचे दुस्मन स लिआए रहेन। दाऊद अब्नेर क सान्तिपूर्वक जाइ दिहस। एह बरे अब्नेर दाऊद क संग हेब्रोन मँ नाहीं रहा। 23 योआब अउर ओकर सारी फउज हेब्रोन पहोंची। फउज योआब स कहेस, “नेर क पूत अब्नेर राजा दाऊद क लगे आवा रहा अउर दाऊद ओका सान्तिपूर्वक जाइ दिहस।” 24 योआब राजा क लगे आवा अउर कहेस, “इ आप का किहेन? अब्नेर आप क लगे आवा अउर आप ओका बिना चोट पहोंचाए जाइ दिहन। काहे? 25 आप नेर क पूत अब्नेर क जानत हीं। उ आप क संग चाल चलइ आवा। उ ओन सबहिं बातन क पता करइ आवा रहा जउन आप करत अहइँ।” 26 योआब दाऊद क छोड़ेस अउ सीरा क कुआँ पइ अब्नेर क लगे दूत पठएस। दूत अब्नेर क वापिस लिआएन। किन्तु दाऊद क एकर पता न चला। 27 जब अब्नेर हेब्रोन आवा तउ योआब, प्रवेस दुआर क एक किनारे ओका लइ गवा अउर तब योआब अब्नेर क पेट मँ प्रहार किहस अउर अब्नेर मर गवा। पिछले दिनन मँ अब्नेर योआब क भाई असाहेल क मारे रहा। एह बरे अब योआब अब्नेर क मार डाएस। 28 पाछे दाऊद इ खबर सुनेस। दाऊद कहेस, “मइँ अउर मोर राज्ज नेर क पूत अब्नेर क मउत बरे निरपराध अहइ। यहोवा एका जानत ह। 29 योआब अउर ओकर परिवार ऐकर जिम्मेदार अहइ, अउर ओकरे पूरा परिवार क दोखी ठेहराइ जाइ। मोका इ आसा अहइ कि ओकरे परिवार मँ कछू लोग ज़ख्मी होइ अउर कछू भंयकर चर्मरोग स पीड़ित होइ या कछू लोग लंगड़ा लूला होइ, कछू जुद्ध मँ मारा जाइ अउर कछू बगैर भोजन क रही।” 30 योआब अउर ओकर भाई अबीसै अब्नेर क मार डाएस काहेकि अब्नेर ओकरे भाई असाहेल क गिबोन क लड़ाई मँ मारे रहा। 31 दाऊद योआब क संग सबहिं मनइयन स कहेस, “अपने ओढ़नन क फार डावा अउर सोक वस्त्र पहिरा। अब्नेर बरे रोवा।” उ पचे अब्नेर क हेब्रोन मँ दफनाएन। दाऊद अन्त्येस्टि मँ गवा। राजा दाऊद अउर सबहिं लोग अब्नेर क कब्र पइ रोएन। 32 33 दाऊद अब्नेर बरे आपन सोक-गीत गाएस: “का अब्नेर कउनो मूरख अपराधी क तरह मरब रहा? 34 अब्नेर तोहार हाथ बँधे नाहीं रहेन। तोहार गोड़ जंजीरन मँ कसा नाहीं रहेन। नाहीं अब्नेर, तोहका दुस्टन मारेन।”तब सबहिं लोग फुन अब्नेर बरे रोएन। 35 सबहिं लोग दाऊद क दिन रहत भोजन करइ बरे प्रेरित करइ आएन। किन्तु दाऊद खास प्रतिग्या किहेस। उ कहेस “परमेस्सर मोका दण्ड देइ अउर मोरे कस्टन क बढ़ावइ जदि मइँ सूरज बूड़इ क पहिले रोटी या कउनो दूसर भोजन करउँ।” 36 जउन कछू भवा सबहिं लोग लखेन अउर उ पचे ओन सबहिं कामन स सहमत भएन जउन राजा दाऊद करत रहा। 37 उ दिन यहूदा क लोगन अउर सबहिं इस्राएलियन समुझ लिहन कि राजा दाऊद नेर क पूत अब्नेर क मारइ क आदेस नाहीं दिहे रहा ह। 38 राजा दाऊद अपने मनइयन स कहेस, “तू लोग जानत अहा कि आज इस्राएल मँ एक बहोत महत्वपूर्ण नेता मरि गवा ह। 39 इ सबइ उहइ दिन भवा जउने दिन मोर अभिसेक राजा क रूप मँ भवा रहा। किन्तु सरूयाह क पूत मोर बरे बहोत जियादा मज़बूत अहइ। यहोवा बुरा व्यक्ति क ओकरे बुरा कामन क अनुसार ओका सज़ा दइ!”

4:1 साऊल क पूत (ईसबोसेत) सुनेस कि अब्नेर क मउत हेब्रोन मँ होइ गइ। ईसबोसेत अउ ओकर सबहिं लोग बहोत जियादा ससान रहेन। 2 दुइ मनई साऊल क पूत क लखइ गएन। इ दुइनउँ मनई फउज क सेनापति रहेन। एक ठु मनई क नाउँ बाना रहा अउर दूसर क नाउँ रेकाब रहा। बाना अउ रेकाब बेरोत क रिम्मोन क पूत रहेन। (उ पचे बिन्यामीन परिवार समूह क रहेन। बेरोत नगर बिन्यामीन परिवार समूह क रहा। 3 बेरोत क लोग गित्तैम क पराइ गएन अउर उ पचे आजु हुवाँ तलक रहत हीं।) 4 साऊल क पूत योनातन क एक पूत रहा जेकर नाउँ मपीबोसेत रहा, जउन लँगड़ा रहा। योनातन क पूत उ समइ पाँच बरिस क रहा, जब इ खबर मिली रही कि साऊल अउ योनातन यिज्रेल मँ मारे गएन। इ पूत क धाई इ बच्चा क उठाएस अउर उ पराइ गइ। किन्तु जब धाई भागइ मँ हाली किहेस, तउ योनातन क पूत ओकरी बाँहन स भहराइ पड़ा। इहइ कारण रहा कि योनातन क पूत लँगड़ा होइ गवा रहा। 5 बेरोत क रिम्मोन क पूत रेकाब अउ बाना, दोपहर क ईसबोसेत क घरे मँ गएन। ईसबोसेत गर्मी क कारण आराम करत रहा। 6 रेकाब अउ बाना अपने घरे मँ इ तरह आएन माना उ पचे कछू गोहूँ लेइ जात होइँ। ईसबोसेत अपने बिछौना मँ अपने सयनकच्छ मँ ओलरा भवा रहा। रेकाब अउ बाना आघात किहेन अउर ईसबोसेत क मार डाएन। तब उ पचे ओकर मूँड़ि काटेन अउर ओका अपने संग लइ गएन। उ पचे यरदन घाटी स होइके रात भर चलत रहेन। 7 8 उ पचे हेब्रोन पहोंचेन, अउर उ पचे ईसबोसेत क मूँड़, दाऊद क दिहन।रेकाब अउ बाना दाऊद स कहेस, “इ आप क दुस्मन साऊल क पूत ईसबोसेत क मूँड़ अहइ। उ आप क मारइ क जतन किहस। यहोवा साऊल अउर ओकरे परिवार क आप खातिर आजु दण्ड दिहस ह।” 9 दाऊद रेकाब अउ ओकर भाई बाना क जवाब दिहस, दाऊद कहेस, “यहोवा क जिन्नगी क किरिया, उ मोका सबहिं आपत्तियन स बचाएस ह। 10 किन्तु बीते दिन मँ एक मनई सोचेस कि उ मोरे बरे अच्छी खबर लिआई। उ मोहसे कहेस, ‘साऊल मर गवा।’ ओका आसा रही कि मइँ ओका इ खबर क लिआवइ क कारण पुरस्कार देब। किन्तु मइँ उ मनई क धरेउँ अउर सिकलग मँ मार डाएउँ। 11 एह बरे अब मइँ तू पचन क मारि के ईसबोसेत क मृत्यु क बदला लेब काहेकि दुस्ट मनइयन एक नीक मनई क, उ समई मारेस ह जब उ अपने घरे क सयन कच्छ मँ बिछउना पइ आराम करत रहा। तू पचे जिअत नाहीं रहब्या। मइँ धरती क तू पचन्क स मुक्त करब।” 12 दाऊद जुवकन क आदेस दिहस कि उ पचे रेकाब अउ बाना क मार डावइँ। तब, जुवकन रेकाब अउ बाना क हाथ-पैर काट डाएन अउर हेब्रोन क झरना क सहारे लटकाइके मार डाएस। तब, उ पचे ईसबोसेत क मूँड़े क लिहस अउर उहइ ठउरे पइ ओका दफनाएस, जउने ठउरे पइ हेब्रोन मँ अब्नेर क दफनावा गवा रहा।

5:1 तब इस्राएल क सारे परिवार समूहन क लोग दाऊद क लगे हेब्रोन आएन। उ पचे दाऊद स कहेन, “हम सब एक ही मांस अउर खून क अहइँ। 2 बीते जमाने मँ जब साऊल हमार राजा रहा, तउ उ पचे आप ही रहेन जउन इस्राएल क बरे जुद्ध मँ हमार नेतृत्व करत रहेन अउर आप इस्राएल क जुद्धन स वापिस लिआएन। यहोवा आप स कहेस, ‘तू मोरे लोग अर्थात इस्राएलियन क गड़रिया होब्या। तू इस्राएल क सासक होब्या।”‘ 3 इस्राएल क सबहिं प्रमुखन राजा दाऊद क लगे हेब्रोन मँ मिलइ बरे आएन। दाऊद एन प्रमुखन क संग हेब्रोन मँ यहोवा क मोजूदगी मँ एक ठु सन्धि किहेन। तब उ पचन इस्राएल क राजा क रूप मँ दाऊद क अभिसेक किहन। 4 दाऊद उ समइ तीस बरिस क रहा जब उ हुकूमत करब सुरू किहेस। उ चालीस बरिस हुकूमत किहस। 5 उ हेब्रोन मँ अउर यहूदा पइ सात बरिस, छ: महीने तलक हुकूमत किहस अउर उ, सारे इस्राएल अउ यहूदा पइ यरूसलेम मँ तैतीस बरिस तलक हुकूमत किहस। 6 राजा अउ ओकर मनइयन यरूसलेम मँ यबूसियन क खिलाफ जउन यरूसलेम मँ रहत रहेन जुद्ध करइ बरे गएन। यबूसियन दाऊद स कहेन, “तू हमरे नगर मँ नाहीं आइ सकत्या। हिआँ तलक कि एक आँधर अउ लँगड़ा भी तोहका रोक सकत हीं।” (उ पचे अइसा एह बरे कहत रहेन काहेकि उ पचे सोचत रहेन कि दाऊद ओनके नगर मँ प्रवेस नाहीं करइ सकत्या। 7 किन्तु दाऊद सिय्योन क किला लइ लिहस। इ किला दाऊद-नगर बना।) 8 उ दिन दाऊद अपने लोगन स कहेस, “जदि तू लोग यबूसियन क हरावइ चाहत अहा, तउ जलसुरंग स जा अउर ओन ‘आँधर अउ अपाहिज’ दुस्मनन पइ हमला करा।” इहइ कारण अहइ कि लोग कहत हीं, “आँधर अउ विकलांग घरेमँ नाहीं आइ सकतेन।” 9 दाऊद किले मँ रहत रहा अउर एका “दाऊद क नगर” कहत रहा। दाऊद उ छेत्र क बनाएस अउर मिल्लो नाउँ दिहस। उ नगर क भीतर दूसर भवन भी बनाएस। 10 दाऊद जियादा स जियादा सक्तीसाली होत गवा काहेकि सर्वसक्तीमान यहोवा ओकरे संग रहा। 11 सोर क राजा हीराम दाऊद क लगे दूतन क पठएस। हीराम देवदारू क बृच्छ, बढ़ई अउ राजमिस्त्री लोगन क भी पठएस। उ पचे दाऊद बरे एक ठु महल बनाएस। 12 उ समइ दाऊद जान गएन कि यहोवा ओका फुरइ इस्राएल क राजा बनाएस ह। दाऊद इ भी जान गएन कि यहोवा ओकरे राज्ज क परमेस्सर क लोगन, अर्थात इस्राएलियन बरे बहोत महान बनाएस ह। 13 दाऊद हेब्रोन स यरूसलेम चला गवा। यरूसलेम मँ दाऊद अउर जियादा अउ पत्नियन अउ उप-पत्नियन क पाएस। ओका हुवाँ बहोत अधिक बेटवन अउर बिटियन भएन। 14 यरूसलेम मँ पइदा भए दाऊद क पूतन क नाउँ इ सबइ अहइँ: सम्मू, सोबाब, नातान, सुलैमान, 15 दिभार, एलोस नेपेग, यापी 16 एलीसामा, एल्यादा अउ एलीपेलेत। 17 पलिस्तियन इ सुनेन कि इस्राएलियन दाऊद क अभिसेक इस्राएल क राजा क रूप मँ किहेस ह तब सबहिं पलिस्ती दाऊद क मार डावइ बरे ओकर खोज करइ बाहेर निकरेन। किन्तु दाऊद क इ खबर मिल गइ। उ एक किला मँ चल गवा। 18 पलिस्ती आएन अउर रपाईस क घाटी मँ उ पचे आपन डेरा डाएन। 19 दाऊद बात कइके यहोवा स पूछेस, “का मोका पलिस्तियन क खिलाफ जुद्ध मँ जाइ चाही? का तू मोका पलिस्तियन क हरावइ देब्या?”यहोवा दाऊद स कहेस, “जा, काहेकि मइँ निहचइ ही, पलिस्तियन क हरावइ मँ तोहार मदद करब।” 20 तब दाऊद बालपरासीम आवा। हुवाँ उ पलिस्तियन क हराएस। दाऊद कहेस, “यहोवा मोरे समन्वा मोरे दुस्मनन क फउज क इ तरह दउड़ भगाएस जइसे जल बाँथ क तोरिके बहत ह।” इहइ कारण अहइ कि दाऊद उ ठउरे क नाउँ “बालपरासीम” रखेस। 21 पलिस्तियन बालपरासीम मँ अपनी देवमूरतियन क पाछे तजि दिहन। दाऊद अउ ओकर लोग ओन देवमूरतियन क हुवाँ स हटाइ दिहन। 22 पलिस्ती फुन आएन अउर रपाईम क घाटी मँ उ पचे डेरा डाएन। 23 दाऊद यहोवा स पराथना किहस। इ समइ यहोवा कहेस, “ओन लोगन पई सामन्वा स हमला जिन करा। ओनके चारिहुँ कइँती ओनकर फउज क पाछे स जा। तूत बृच्छन क लगे ओन पर हमला करा। 24 तूत बृच्छन क चोटी स तू पलिस्तियन क सामरिक प्रमाण क ध्वनि सुनब्या। तब तू पचन्क हाली स करइ चाही, काहेकि उ समइ यहोवा जाइ अउर तोहरे बरे पलिस्तियन क हराइ देइ।” 25 दाऊद उहइ किहस जउन करइ क बरे यहोवा आदेस दिहे रहा। उ पलिस्तियन क हराएस। उ ओनकर पाछा सबइ रास्ते स गेबा स गेजेर तलक किहस।

6:1 दाऊद फुन इस्राएल क सबहिं चुने गए तीस हजार लोगन क बटोरेस। 2 तब दाऊद अउ ओकर सबहिं लोग यहूदा क बालेमँ स परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क यरूसलेम मँ लइ बरे गएन। पवित्तर सन्दूक सर्वसक्तीमान यहोवा क नाउँ स जाना जात हीं। पवित्तर सन्दूख यहोवा क सिंहासन क तरह अहइ। पवित्तर सन्दूख क ऊपर करूब क मूरतियन अहइँ, अउर यहोवा एन सरगदूतन पइ राजा क तरह बइठत ह। 3 उ पचे परमेस्सर क सन्दूख क एक ठु नवी गाड़ी मँ रखेन। उ पचे गिबियाह मँ एक पहाड़ी पइ स्थित अबीनादाब क घरे स पवित्तर सन्दूख क लइ जात रहेन, उज्जा अउ अहह्यो अबीनादाब क पूतन नवी गाड़ी चलावत रहेन। 4 जब उ पचे गिबियाह मँ अबीनादाब क घर जउन पहाड़ी प रहा स पवित्तर सन्दूख क लइ जात रहेन। अहह्यो सन्दूखवाली गाड़ी क आगे-आगे चलत रहेन। 5 दाऊद अउ सबहिं इस्राएली यहोवा क समन्वा पूरे उत्साह क संग नाचत अउ गावत रहेन अउर सबइ प्रकार क संगीत यंत्र जइसे: वीणा, सितार, ढोल, झाँझ अउ मँजीरा बजावत रहेन। इ सबइ सनौवर क लकड़ी क बना रहेन। 6 जब दाऊद क लोग नकोन खरिहाने मँ आएन तउ बर्धा लड़खड़ाइ पड़ेन। परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख बन्द गाड़ी स गिरइ लाग। उज्जा पवित्तर सन्दूखे क धइ लिहस। 7 यहोवा उज्जा पइ कोहाइ गवा अउर ओका मार डाएस। उज्जा पवित्तर सन्दूख छुइके परमेस्सर बरे अस्रद्धा देखाँएस। उज्जा हुवाँ परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क बगल मँ मरा। 8 दाऊद बहोत कोहाइ गवा काहेकि यहोवा उज्ज क आपन क्रोध मँ मार डाए रहा। दाऊद उ जगह क “पेरेसुज्जा” कहेस। उ जगह आजु तलक पेरेसुज्जा कहा जात ह। 9 दाऊद उ दिन यहोवा स डर गवा। दाऊद कहेस, “अब मइँ यहोवा क पवित्तर सन्दूख हिआँ कइसे लाइ सकत हउँ?” 10 एह बरे दाऊद यहोवा क पवित्तर सन्दूख क दाऊद नगर मँ नाहीं लेइ चाहत रहा। उ पवित्तर सन्दूख क गत स आए भए एक मनई ओबेदोदोम क घरे मँ रखेस। दाऊद एका सड़क स गत क ओबेदोदोम क घर लइ गवा। 11 यहोवा क सन्दूख ओबेदोदोम क घरे मँ तीन महीने तलक रहा। यहोवा ओबेदोदोम अउ ओकरे सारे परिवार क आसीर्वाद दिहस। 12 लोग दाऊद स कहेन, “यहोवा ओबेदोदोम क परिवार अउर ओकर सारी चिजियन क आसीर्वाद दिहस काहेकि परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख हुवाँ अहइ।” एह बरे दाऊद गवा अउ ओबेदोदोम क घरे स परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क दाऊद नगर स लइ आवा। दाऊद एका खुसी स किहस। 13 जब यहोवा क पवित्तर सन्दूखे क लइ चलइवाले छ कदम चलेन तउ उ पचे रूक गएन अउर दाऊद एक ठु बर्धा अउ एक ठु माटेवार बछवा क बलि भेेंट किहेस। 14 तब दाऊद यहोवा क समन्वा पूरे उत्साह क संग नाच किहेस। दाऊद सूती कपड़ा क एपोद पहिर रखे रहा। 15 दाऊद अउर सबहिं इस्राएली यहोवा क पवित्तर सन्दूख क नगर लिआवत समइ उल्लास स उद्घोस करइ अउर तुरूही बजावइ लागेन। 16 साऊल क बिटिया मीकल खिड़की स लखत रही जब यहोवा क पवित्तर सन्दूख नगर मँ आवा। दाऊद यहोवा क समन्वा नाचत अउ कूदत रहा। मीकल इ लखेस अउर उ आपन हिरदय मँ तुच्छ समझेस। 17 दाऊद पवित्तर सन्दूखे बरे एक ठु तम्बू लगाएस। इस्राएलियन यहोवा क सन्दूख क तम्बू मँ ओकरी जगह पइ रखेस। तब दाऊद होमबलि अउ मेलबलि यहोवा क चढ़ाएस। 18 जब दाऊद होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाउब पूरा किहस तब उ सर्वसक्तीमान यहोवा क नाउँ पइ लोगन क आसीर्बाद दिहस। 19 दाऊद रोटी, किसमिस क टुकड़ा, अउर खजूर क रोटा क हींसा इस्राएल क हर एक मेहरारू मनसेधू क दिहस। तब सबहिं लोग अपने घर चले गएन। 20 दाऊद अपने घरे मँ आसीर्बाद देइ गवा। किन्तु साऊल क बिटिया मीकल ओहसे भेटंइ निकरि आइ। मीकल कहेस, “आज इस्राएल क राजा अपना ही सम्मान नाहीं किहस। तू अपनी प्रजा क दासियन क समन्वा आपन ओढ़ना उतार दिहा। तू उ मूरख क तरह रह्या जउन बगैर लज्जा क आपन ओढ़ना उतारत ह।” 21 तब दाऊद मीकल स कहेस, “यहोवा मोका चुनेस ह, न कि तोहार बाप अउ ओकरे परिवार क कउनो मनई क। यहोवा मोका इस्राएल, अपने लोगन क मार्ग दर्सक बनवई बरे नियुक्त किहेस ह। इहइ कारण अहइ कि मइँ यहोवा क समन्वा उत्सव मनाउब अउर नाचब। 22 मइँ अउर भी जिआदा सरमनाक हरकत कइ सकत हउँ! अउर आपन नज़र मँ अपमानित होइ जाउँ। होइ सकत ह तू मोका सम्मान न देइ। किन्तु जउन लड़कियन क बारे मँ तू बात करति अहा उ पचे मोर सम्मान करति हीं।” 23 साऊल क बिटिया क कबहुँ सन्तान न भइ। उ बिना सन्तान क मरी।

7:1 राजा दाऊद क अपने नवे महल मँ रहइ क पाछे, यहोवा ओका चारिहुँ कइंँती क दुस्मनन स ओका सान्ति दिहस। 2 राजा दाऊद नातान नबी स कहेस, “लखा, मइँ देवदारू क काठे स बने महल मँ रहत हउँ। किन्तु परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख अबहुँ भी तम्बू मँ रखा भवा ह।” 3 नातान राजा दाऊद स कहेस, “जा, अउर जउन कछू तू करइ चाहत ह, करा। यहोवा तोहरे संग होइ।” 4 किन्तु उहइ राति नातान क यहोवा क सँदेसा मिला। 5 “जा, अउर मोरे सेवक दाऊद स कहा, ‘यहोवा इ कहत ह: तू उ मनई नाहीं अहा जउन मोरे रहइ बरे एक ठु घर बनावइ ह। 6 मइँ उ समइ घरे मँ नाहीं रहत रहेउँ जल मइँ इस्राएलियन क मिस्र स बाहेर लाएउँ। नाहीं, मइँ उ समइ स चारिहुँ ओर तम्बू मँ जात्रा करत रहेउँ। मइँ तम्बू क उपयोग अपने घर क रूप मँ किहेउँ। 7 जब कबहुँ मइँ इस्राएलियन क संग चलेस ह, मइँ कउनो भी सासक क जेका मइँ इस्राएल क लोगन पइ धियान रखइ बरे कहेस रहा कबहुँ आपन खातिर देवदारू क काठे क सुन्नर घर बनावइ बरे नाहीं कहउँ।’ 8 “तोहका मोर सेवक दाऊद स इ कहइ चाही, ‘सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह: मइँ तोहका चरागाह स लिआएउँ। मइँ तोहका तब लिआएउँ जब तू भेड़िन चरावत रह्या। मइँ तोहका अपने लोग इस्राएलियन क सासक चुनेउँ। 9 मइँ तोहरे संग तू जहाँ कहूँ गया रह्या रहेउँ। मइँ तोहरे दुस्मनन क तोहरे बरे हराएउँ। मइँ तोहका पृथ्वी महान मनइयन मँ स एक बनाएउँ। 10 अउर मइँ आपन लोग इस्राएलियन बरे एक ठउर चुनब। तब इस्राएलियन अउर कबहुँ एक जगह स दूसर जगह पइ नाहीं जाइ क होइ। बीते दिना मँ मइँ अपने इस्राएल क लोगन क मार्गदर्सन बरे निआवाधीसन क पठए रहेउँ किन्तू पापी लोगन मोर लोगन क परेसान किहन। अब वइसा नाहीं होइ। मइँ तोहका सबहिं दुस्मनन स सान्ति देब। मइँ तोहसे इ भी कहत हउँ कि मइँ तोहरे परिवार क राजा लोगन क परिवार बनाउब। 11 12 “‘जब तू मरब्या अउर अपने पुरखन क संग दफनावा जाब्या, तब मइँ तोहरे पूतन मँ स एक क राजा क रूप मँ चूनब अउर मइँ ओकर राज्ज क सक्तीसाली बनाउब। 13 मोरे नाउँ पइ उ एक ठु मन्दिर बनवाइ। मइँ ओकरे राज्ज क हमेसा बरे सक्तीसाली बनाउब। 14 मइँ ओकर बाप बनब अउर उ मोर पूत होइ। जब उ पाप करी, मइँ ओका दण्ड देइ बरे दूसर रास्ट्रन क उपयोग करब। मइँ ओकर प्रयोग दूसर लोगन क दण्ड देइ बरे चाबुक क रूप मँ करब। 15 किन्तु मइँ ओहसे पिरेम करब बन्द नाहीं करब। मइँ ओह पइ हमेसा कृपालु अउ वफ़ादार बना रहब। मइँ आपन पिरेम अउ अपनी कृपा साऊल स हटाइ लिहेउँ। मइँ साऊल क सिंहासन स हटाइ दिहेउँ, मइँ तोहका चुनेउँ। मइँ तोहरे परिवार क संग उहइ नाहीं करब। 16 तोहरे राजा लोगन क परिवार हमेसा चलत रही, तू ओह पइ निर्भर रहि सकत ह। तोहार राज्ज तोहरे बरे लगातार हमेसा चलत रही। तोहार सिंहासन सदा ही बना रही।’” 17 नातान दाऊद क हर एक बात बनाएस। उ दाऊद स हर एक बात कहेस जउन उ दर्सन मँ सुनेस। 18 तब राजा दाऊद भितरे गवा अउर यहोवा क समन्वा बैठ गवा। दाऊद कहेस, “यहोवा, मोर सुआमी, मइँ तोहरे बरे ऍतना महत्वपूर्ण काहे अहउँ? मोर परिवार महत्वपूर्ण काहे अहइ? तू मोका महत्वपूर्ण काहे बनाइ दिहा। 19 मइँ तोहरे सेवक क अलावा अउर कछू नाहीं हउँ, अउर तू मोह पइ एतना जियादा कृपालु रह्या ह। किन्तु तू इ सबइ कृपा मोरे भविस्स क परिवार क खातिर करइ क कह्या ह। यहोवा मोर सुआमी, तू हमेसा लोगन बरे अइसी ही बातन नाहीं कहत्या, का तू कहत ह? 20 “मइँ तोहसे अउर जियादा, का कहि सकत हउँ? यहोवा, मोर सुआमी, तू जानत ह कि मइँ केवल तोहार सेवक हउँ। 21 तू इ सबइ महान कारज एह बरे किहा ह काहेकि तू कह्या ह कि तू एनका करब्या अउर काहेकि तू ओनका संग अइसा करइ चाहत ह, अउर तू मोका एन कारजन का जानउँ। 22 हे यहोवा, मोर सुआमी, इहइ कारण अहइ कि तू महान अहा। तोहरे समान कउनो नाहीं अहइ। तोहरी इलावा कउनो देवता नाहीं अहइ! हम इ जानित ह काहेकि हम लोग खुद इ सब सुने अही। ओन कारजन क बारे मँ जउन तू किह्या। 23 “तोहरे इस्राएल क लोगन क तरह पृथ्वी पइ कउनो रास्ट्र नाहीं अहइ। उ पचे बिसेस लोग अहइँ। उ सबइ दास रहेन। किन्तु तू ओनका मिस्र स निकार्या अउर ओनका अजाद किहा। तू ओनका आपन लोग बनाया। तू इस्राएलियन बरे महान अउ अद्भुत कारज किह्या। हे यहोवा, तू अपने भुइँया मँ आपन लोगन क पहिले, दूसर रास्ट्रन अउर ओकर देवतन क निकारिके अचरज भरा कारज किहा। 24 तू इस्राएलियन क सदा बरे अपने लोग बनाया ह, अउर यहोवा तू ओनकर परमेस्सर भवा। 25 “यहोवा परमेस्सर, करा जउन तू मोर, तोहार सेवक अउर मोरे परिवार बरे करइ क प्रतिग्या किहेस ह। तू मोरे परिवार क सदा साही परिवार बनावइ क प्रतिग्या किहेस ह। 26 तब तोर नाउँ सदा सम्मानित रही अउर लोग कहिहीं, ‘सर्वसक्तीमान यहोवा परमेस्सर इस्राएल पइ हुकूमत करत ह अउर तोहार सेवक दाऊद क परिवार तोहरे समन्वा स्थिर होइ देइ।’ 27 “सर्वसक्तीमान यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर, तू मोका बहोत चिजियन स हटाइ दिहेस ह। तू कहेस, ‘मइँ तोहरे परिवार क महान बनाउब।’ इहइ कारण अहइ कि मइँ तोहार सेवक, तोहरे बरे इ पराथना करइ क निहचइ किहेउँ। 28 यहोवा मोर सुआमी, तू परमेस्सर अहा अउर तोहार कथन सच होत हीं अउर तू इ अपने सेवक बरे, इ नीक चीज क बचन दिहा ह। 29 हे यहोवा मोर सुआमी! कृपा कइके मोरे परिवार क असीस द्या। जेहसे उ लगातार तोहार बना रहइ अउर तोहार सेवा करी। तू इ सब ही बचन दिहे रह्या। अपने आसीर्बाद स मोरे परिवार क हमेसा बरे असीस द्या।”

8:1 पाछे दाऊद पलिस्तियन क हराएस। उ ओनकर राजधानी पइ अधिकार कइ लिहस। 2 दाऊद मोआब क लोगन क भी हराएस। उ ओनका भुइँया पइ ओलरइ क मजबूर किहस। तब उ एक ठु लसुरी क ओनका नापइ बरे किहस। जब दुइ मनई नाप लिहेन तब दाऊद ओनका आदेस दिहस कि उ पचे मारे जइहीं। किन्तु हर एक तीसर मनई जिअत रहइ दीन्ह गवा। मोआब क लोग दाऊद क सेवक बन गएन। उ पचे ओका राजस्व दिहन। 3 रहोब क पूत हददेजेर, सोबा क राजा रहा। दाऊद हददेजेर क उ समइ हराइ दिहस जब उ महानद क लगे क पहॅटा पइ अधिकार करइ क जतन किहस। 4 दाऊद हददेजेर स सत्रह सौ घुड़सवार फउजी लिहस अउर बीस हजार पैदल फउजी क कैद कइ लिहेस। दाऊद एक सौ क रथ-घोड़न क अलावा सबहिं घोड़न क लँगड़ा कइ दिहस। उ एक सौ घोड़न क बचाइ लिहस। 5 दमिस्क क अरामी लोग सोबा क राजा हददेजेर क मदद बरे आएन। किन्तु दाऊद ओन बाईस हजार अरामियन क हराइ दिहस। 6 तब दाऊद दमिस्क क अराम मँ फउज क टुकड़ियन रखेस। अरामी दाऊद क सेवक बन गएन अउर राजस्व लिआएन। यहोवा दाऊद क, जहाँ कहूँ उ गवा जीत दिहस। 7 दाऊद ओन सोने क ढाल क लिहस जउन हददेजेर क फउजियन क रहिन। दाऊद एन ढालन क लिहस अउर ओनका यरूसलेम लिआवा। 8 दाऊद ताँबे क बनी बहोत स चिजियन बेतह अउर बरौते स भी लिहस। (बेतह अउर बरौते दुइनउँ नगर हददेजेर क रहेन।) 9 हमात क राजा तोई सुनेस कि दाऊद हददेजेर क पूरी फउज क हराइ दिहस। 10 तब तोई आपन पूत योराम क राजा दाऊद क लगे पठएस। योराम दाऊद क अभिवादन किहस अउर आसीर्बाद दिहस काहेकि दाऊद हददेजेर क खिलाफ जुद्ध किहस अउर ओका हराइ दिहेस रहा। (हददेजेर, तोई स, पहिले जुद्ध किहे रहा।) योराम चाँदी, सोना अउर ताँबा क बनी चिजियन लिआएस। 11 दाऊद एन चिजियन क लिहस अउर यहोवा क समपिर्त कइ दिहस। उ ओका दूसर सोना-चाँदी क संग रखेस जेका उ हराए भए रास्ट्रन स लइके समपिर्त किहे रहा। 12 इ सबइ रास्ट्र अराम, मोआब, अम्नोन, पलिस्ती अउ अमालेक रहेन। दाऊद जउन कछू उ रहोब क पूत हददेजेर अउ सोबा क राजा क हराइ क पाछे ओहसे लिहेन यहोवा क समपिर्त किहेन। 13 दाऊद अट्ठारह हजार अरामियन क नमक क घाटी मँ हराइ दिहस। उ उ समइ मसहूर रहा जब उ घर लउटा। 14 दाऊद एदोम मँ फउज क टुकड़ियन रखेस। उ एन फउजियन क टुकड़ियन क एदोम क पूरे देस मँ रखेस। एदोम क सबहिं लोग दाऊद क सेवक हो गएन। जहाँ कहूँ दाऊद गवा यहोवा ओका जीत दिआएस। 15 दाऊद सारे इस्राएल पइ हुकूमत किहस। ओकर निर्णय सबहिं लोगन बरे नीक अउ स्वच्छ होत रहेन। 16 सरूयाह क पूत योआब फउज क सेनापति रहा। अहीलूद क पूत इतिहासकार रहा। 17 अहीतूब क पूत सादोक अउर एब्यातार क पूत अहीमेलेक दुइनउँ याजक रहेन। सरायाह सचिव रहा। 18 यहोयादा क पूत बनायाह करेतियन अउ पलेतियन क अधिकारी रहा, अउर दाऊद क पूत महत्वपूर्ण प्रमुख रहेन।

9:1 दाऊद पूछेस, “का साऊल क परिवार मँ अब तलक कउनो बचा अहइ? मइँ योनातन क कारण उ मनई पइ दाया करइ चाहत हउँ।” 2 हुवाँ साऊल क परिवार स एक सेवक रहा जेकर नाउँ सीबा रहा। दाऊद क सेवकन सीबा क दाऊद क लगे बोलाएन। राजा दाऊद स पूछेस, “का तू सीबा अहा?”सीबा कहेस, “हाँ मइँ सीबा, आप क सेवक हउँ।” 3 राजा पूछेस, “का साऊल क परिवार मँ कउनो बचा ह? मइँ उ मनई पइ परमेस्सर क कृपा देखावइ चाहत हउँ।”सीबा राजा दाऊद स कहेस, “योनातन क पूत अबहिं तलक जिअत अहइ? उ दुइनउँ गोड़वन स लँगड़ा अहइ।” 4 राजा सीबा स कहेस, “इ पूत कहाँ अहइ?”सीबा राजा स कहेस, “उ लोदबार क अम्मीएल क पूत माकीर क घरन मँ अहइ।” 5 दाऊद न आपन सेवकन क लोदबार क अम्मीएल क पूत माकीर क घरे स योनातन क पूत क लिआवइ क कहेस। 6 योनातन क पूत मपीबोसेत दाऊद क लगे आवा अउर आपन मूँड़ भुइँया तलक निहुराएस।दाऊद कहेस, “मपीबोसेत।”मपीबोसेत कहेस, “हाँ इ मइँ, आप क सेवक हउँ।” 7 दाऊद मपीबोसेत स कहेस, “डेराअ जिन। मइँ तोहरे बरे दयालु रहब। मइँ इ तोहार बाप योनातन बरे करब। मइँ तोहार पितामह साऊल क सारी भुइँया तोहका देब, अउर तू सदा मेरी मेज पइ खइया क खाइ सकब्या।” 8 मपीबोसेत दाऊद क समन्वा फुन निहुरा। मपीबोसेत कहेस, “आप अपने सेवक पइ बहोत कृपालु रहेन ह अउर मइँ एक ठु मरा कूकुर स जियादा नाहीं हउँ।” 9 तब राजा दाऊद साऊल क सेवक सीबा क बोलाएस। दाऊद सीबा स कहेस, “मइँ साऊल अउर ओकरे परिवार क सबहिं चिजियन जउन कछू ओकर अहइ, ओका तोहरे सुआमी क पोता मपीबोसेत क दइ दिहेउँ ह। 10 तू मपीबोसेत बरे भुइँया पइ खेती करब्या। तोहार पूत अउर सेवक मपीबोसेत बरे इ करिहीं। तू फसल कटब्या। तब तोहरे सुआमी क पोता मपीबोसेत क खाइ बरे अपार भोजन होइहीं। किन्तु मपीबोसेत तोहरे सुआमी क पोता मोरी मेज पइ खाइ क हमेसा अधिकारी होइ।”सीबा क पन्द्रह पूत अउर बीस सेवक रहेन। 11 सीबा राजा दाऊद स कहेस, “मइँ आप क सेवक हउँ। मइँ उ सब कछू करब, जउन मोर सुआमी, मोर राजा हुकूम देइहीं।”एह बरे मपीबोसेत दाऊद क मेज पइ राजा क पूतन मँ स एक क तरह भोजन किहस। 12 मपीबोसेत क एक नान्ह पूत मीका नाउँ क रहा। सीबा परिवार क सबहिं लोग मपीबोसेत क सेवक होइ गएन। 13 मपीबोसेत दुइनउँ गोउन स लँगड़ा रहा। मपीबोसेत यरूसलेम मँ रहत रहा। हर एक दिन मपीबोसेत राजा क मेज पइ भोजन करत रहा।

10:1 पाछे, अम्मोनियन क राजा नाहास मरा। ओकरे पाछे ओकर पूत हानून राजा भवा। 2 दाऊद कहेस, “नाहास मोरे बरे कृपालु राहा। एह बरे मइँ ओकरे पूत हानून क बरे कृपालु रहब।” एह बरे दाऊद हानून क ओकरे बाप क मउत पइ ढाँढ़स देइ बरे अपने अधिकारियन क पठएस। एह बरे दाऊद क सेवक अम्मोनियन क देस मँ चले गएन। 3 किन्तु अम्मोनी प्रमुख लोग आपन सुआमी हानून स कहेस, “का आपु समुझत हीं कि दाऊद कछू मनइयन क आपक लगे ढाँढ़स देइ बरे पठइके आप क बाप क सम्मान देइ क जतन करत अहइ? नाहीं। दाऊद एन मनइयन क आप क नगर क बारे मँ गुप्त रूप स जानइ अउ समुझइ बरे पठएस ह। उ पचे आप क बिरूद्ध जुद्ध क जोजना बनावत अहइँ।” 4 एह बरे, हानून दाऊद क सेवकन क धरेस अउर ओकर आधी डाढ़ी कटवाइ दिहस। उ ओनके ओढ़नन क नीचे स आधा काटि दिहेस, ओनका कमर क नीचे स नंगा कइ दिहेस। तब उ ओनका पठइ दिहस। 5 जब लोग दाऊद स कहेन, तउ उ आपन अधिकारियन स मिलइ बरे दूतन क पठएस। उ इ एह बरे किहस काहेकि इ सबइ लोग बहोत लजान रहेन। राजा दाऊद स कहेस, “जब तलक तोहार दाढ़ियन फुन स न बाढ़इँ तब तलक यरीहो मँ ठहरा। तब यरूसलेम लउटि आवा।” 6 जब अम्मोनियन जान लिहन कि उ पचे दाऊद क दुस्मन होइ गएन। उ पचे अरामी क बेत्रहोब अउ सोबा स भाड़े पइ बोलाएन। हुवाँ बीस हजार अरामी पैदल-फउजी आए रहेन। अम्मोनियन तोब स बारह हजार फउजियन अउ माका क राजा क एक हजार फउजियन क संग परिस्रमिक पइ बोलाएन। 7 दाऊद इ बिसय मँ सुनेस। एह बरे उ योआब अउर सक्तीसाली मनइयन क सारी फउज पठएस। 8 अम्मोनी फउज बाहेर निकरेन अउर जुद्ध बरे तइयार भएन। उ पचे नगर दुआर पइ खड़े भएन। योआब अउ रहोब स अरामियन फउज तथा तोब अउ माका क मनइयन नगर क बाहेर मैदान मँ इकट्ठा भएन। 9 योआब लखेस कि अम्मोनी ओकरे खिलाफ समन्वा अउर पाछे दुइनउँ कइँती खड़े अहइँ। एह बरे, उ इस्राएलियन मँ स कछू उत्तिम जोधन क चुनेस। योआब एन उत्तिम फउजियन क अरामियन क खिलाफ लड़इ बरे पंक्तिबध किहस। 10 तब योआब बचा भवा फउजियन क अपने भाई अबीसै क अगुआई मँ किहेस। तब अबसै ओनका अम्मोनी क बिरुद्ध जुद्ध करइ बरे पंक्तिबध किहेस। 11 योआब अबीसै स कहेस, “जदि अरामी हमारी फउज स जियादा सक्तीसाली होइँ, तू मोर मदद कर्या। जदि अम्मोनी तोहार फउज स जियादा ताकतवर होइँ तउ मइँ आइके तोहार मदद करब। 12 सक्तीसाली बना! हम पचन क अपने लोगन अउर अपने परमेस्सर क नगर क रच्छा बरे बहादुरी स जुद्ध करइ द्या। होइ सकत ह यहोवा उहइ करी जेका उ ठीक मानत ह।” 13 तब योआब अउ ओकर फउजी अरामियन पइ हमला किहन। अरामी योआब अउ ओकरे फउजियन क समन्वा भाग खड़े भएन। 14 अम्मोनियन लखेन कि अरामी भागत अहइँ, एह बरे उ पचे अबीसै क समन्वा स भाग खड़े भएन अउर अपने नगर मँ लउट गएन।। इ तरह योआब अम्मोनियन क संग जुद्ध स लउटा अउर यरूसलेम वापस आवा। 15 अरामियन लखेन कि इस्राएलियन ओनका हराइ दिहन। एह बरे उ पचे एक ठु बिसाल फउज क रूप मँ एकट्ठे भएन। 16 हददेजेर परात नदी क दूसर कइँती रहइवाले अरामियन क लिआवइ बरे दूत पठएस। इ सबइ अरामी हेलाम पहोंचेन। सोबक, जउन हददेजेर क फउज क सेनापति रहा ओनकर अगुवाइ करत रहेन। 17 दाऊद क एकर पता लगा। एह बरे उ सारे इस्राएलियन क एक संग बटोरेस। उ पचे यरदन नदी क पार किहन अउर उ पचे हेलाम पहोंचेन।हुवाँ अरामियन हमला क तइयारी किहन अउर धावा बोल दिहन। 18 किन्तु दाऊद अरामियन क हराइ दिहस अउर उ पचे इस्राएलियन क समन्वा भाग खड़े भएन। दाऊद बहोत स अरामियन क मार डाएस। सात सौ सारथी अउ चालीस हजार घुड़सवार दाऊद अरामी सेना क सेनापति सोबक क भी मार डाएस। 19 जउन राजा हददेजेर क सेवा करत रहेन उ पचे लखेन कि इस्राएलियन ओनका हराइ दिहन। एह बरे उ पचे इस्राएलियन स सन्धि किहन अउर ओनकर सेवा करइ लागेन। अरामियन अम्मोनियन क अउर जियाद मदद देइ क साहस नाहीं राखेन।

11:1 बसन्त मँ, जब राजा जुद्ध बरे बाहेर निकरत हीं दाऊद योआब, ओकर अधिकारियन अउर सबहिं इस्राएलियन क अम्मोनियन क नस्ट करइ बरे पठएस। योआब क फउज राजधानी रब्बा पइ भी हमला किहस।मुला दाऊद यरूसलेम मँ रूक। 2 साँझ क उ अपने बिछउना स उठा। उ राजमहल क छत पइ चारिहुँ कइँती घूमा। जब दाऊद छत पइ रहा, उ एक ठु मेहरारू क नहात लखेस। मेहरारू बहोत सुन्नर रही। 3 एह बरे दाऊद अपने सेवकन क बोलाएस अउर ओनसे पूछेस कि उ मेहरारू कउन रही? एक सेवक जवाब दिहस, “उ मेहरारू एलीआम क बिटिया बतसेबा अहइ। उ हित्ती ऊरिय्याह क मेहरारू अहइ।” 4 दाऊद बतसेबा क अपने लगे बोलावइ बरे दूत पठएस। जब उ दाऊद क लगे आइ, तउ उ ओकरे संग सारीरिक सम्बन्ध किहस। उ नहाएसअउर उ अपने घरे चली गइ। 5 किन्तु बतसेबा गर्भवती भइ। उ दाऊद स कहइ बरे सब्द पठाएस: “मइँ गर्भवती हउँ।” 6 दाऊद योआब क सँदेसा पठएस, “हित्ती ऊरिय्याह क मोरे लगे पठवा।”एह बरे योआब ऊरिय्याह क दाऊद क लगे पठएस। 7 ऊरिय्याह दाऊद क लगे आवा। दाऊद ऊरिय्याह स बात किहस। दाऊद ऊरिय्याह स पूछेस कि योआब कइसा अहइ, फउजी कइसे अहइँ अउर जुद्ध कइसे चलत अहइ। 8 तब दाऊद ऊरिय्याह स कहेस, “घरे जा अउर आराम करा।”ऊरिय्याह राजा क महल तजेस। राजा ऊरिय्याह क एक ठु भेटं भी पठएस। 9 किन्तु ऊरिय्याह अपने घर नाहीं गवा। ऊरिय्याह राजा क महल क दुआरे पइ सोएस। उ उहइ तरह सोएस जइसे राजा क दूसर सेवक सोएन। 10 सेवकन दाऊद स कहेन, “ऊरिय्याह अपने घरे नाहीं गवा।”तब दाऊद ऊरिय्याह स कहेस, “तू लम्बी जात्रा स आया। तू घरे काहे नहीं गवा?” 11 ऊरिय्याह दाऊद स कहेस, “पवित्तर सन्दूख अउ इस्राएल क यहूदा फउजियन अउ सिबिर मँ ठहरत अहइँ। मोर सुआमी योआब अउर मोर सुआमी दाऊद क अधिकारियन खुला मैदानन मँ सिबिर डाए पड़े अहइँ। एह बरे इ नीक नाहीं कि मइँ घर जाउँ, खाऊँ, पिअउँ अउर अपनी पत्नी क संग सोऊँ।” मइँ आपन अउर तोहार जिन्नगी क किरिया खात हउँ, कि मइँ अइसा नाहीं करब।” 12 दाऊद ऊरिय्याह स कहेस, “आजु हिअइँ ठहरा। भियान मइँ तोहका जुद्ध मँ वापस पठउब।”ऊरिय्याह उ दिन यरूसलेम मँ ठहरा। उ अगले भिंसारे तलक रूका। 13 तब दाऊद ओका आवइ अउ खाइ क बरे बोलाएस। ऊरिय्याह दाऊद क संग पिएस अउ खाएस। दाऊद ऊरिय्याह क नसा मँ कइ दिहस। किन्तु ऊरिय्याह, फुन भी घरे नाहीं गवा। उ साँझ क ऊरिय्याह राजा क सेवकन क संग राजा क दुआर क बाहेर सोवा। 14 अगले भिंसारे, दाऊद योआब बरे एक ठु पत्र लिखेस। दाऊद ऊरिय्याह क उ पत्र लइ जाइ क दिहस। 15 पत्र मँ दाऊद लिखेस: “ऊरिय्याह क कतार क आगे मँ रखा जहाँ पइ जुद्ध मुसकिल होत ह। तब ओका अकेले तजि द्या अउर ओका जुद्ध मँ मारा जाइ द्या।” 16 जब योआब नगर क घेर लिहस तउ उ लखेस कि सब स जियादा बीर अम्मीनी जोधा कहाँ अहइँ। उ ऊरिय्याह क हुवाँ जाइ बरे चुनेस। 17 नगर (रब्बा) क आदमी योआब क खिलाफ लड़इ क आएन। दाऊद क कछू फउजी मारे गएन। हित्ती ऊरिय्याह ओन लोगन मँ स एक रहा। 18 तब योआब दाऊद क जुद्ध मँ जउन भवा, ओकर खबर पठएस। 19 योआब दूत स कहेस: “राजा दाऊद क इ सबइ जउन जुद्ध मँ का भवा ह क पाछे। 20 “होइ सकत ह कि राजा कोहाइ जाइ। होइ सकत ह कि राजा पूछइ, ‘योआब क फउज नगर क निचके लड़इ काहे गइ? का इ योआब अहइ मालूम नाहीं कि लोग नगर क देवारन स भी बाण चलाइ सकत हीं? 21 का ओका याद नाहीं कि यरुब्बेसेत क पूत अबीमेलेक क कउन मारेस? हुवाँ एक ठु मेहरारू नगर-दीवार पइ रही जउन अबीमेलेक क ऊपर चक्की क ऊपरी पाट लोकाएस। उ मेहरारू ओका तेबेस मँ मार डाएस। तू देवार क निचके काहे गया?’ (जदि राजा दाऊद इ पूछत ह) तउ तोहका जवाब देइ चाही: “आप क सेवक हित्ती ऊरिय्याह भी मर गवा।”‘ 22 दूत गवा अउर उ दाऊद क उ सब बताएस जउन ओका योआब कहइ क कहे रहा। 23 दूत दाऊद स कहेस, “अम्मोन क लोग जिअत रहेन उ पचे बाकेर आगन अउ उ पचे खुले मैदान मँ हम पइ हमला किहेन। किन्तु हम लोग ओनसे नगर-दुआर पइ लड़ेन। 24 नगर देवार क फउजियन अपने अधिकारियन पइ बाण चलाएन। आप क कछू अधिकारियन मारे गएन। आप क अधिकारी हित्ती ऊरिय्याह भी मारा गवा।” 25 दाऊद दूत स कहेस, “तोहका योआब स इ कहब अहइ: ‘इ परिणाम स उदास न होइ। एक तरवार एक क वइसा ही मारत ह जइसा दूसर क। रब्बा नगर पइ खौफनाक हमला करा। तब तू उ नगर क नस्ट करब्या।’ योआब क एन सब्दन स प्रोत्साहित करा।” 26 बतसेबा सुनेस कि ओकर भतार ऊरिय्याह मर गवा। तब उ अपने भतार बरे रोइ। 27 जब उ सोक क समइ पूरा कइ लिहेस, तब दाऊद ओका अपने घरे मँ लिआवइ बरे सेवकन क पठएस। उ दाऊद क मेहरिया होइ गइ, अउर उ दाऊद बरे एक ठु पूत पइदा किहस। दाऊद जउन बुरा काम किहस यहोवा ओका पसन्द नाहीं किहस।

12:1 यहोवा नातान क दाऊद क लगे पठएस। नातान दाऊद क लगे गवा। नातान कहेस, “एक नगर मँ दुइ मनई रहेन। एक ठु मनई धनी रहा। किन्तु दूसर गरीब रहा। 2 धनी आदमी क लगे बहोत जियादा भेड़िन अउर गोरू रहेन। 3 किन्तु गरीब मनई क लगे एक ठु नान्ह मादा मेमना क अलावा जेका उ बेसहे रहा, कछू नाहीं रहा। गरीब मनई उ मेमना क खिआवत रहा। इ मेमना उ गरीब आदमी क भोजन मँ स खात रहा अउ ओकर पियाला मँ स पानी पिअत रहा। उ गरीब मनई क बाँह पइ सोवत ह। उ ओकरे गदेलन क संग बढ़त रहा। मेमना उ मनई क बिटिया क नाईं रहा। 4 “तब एक ठु यात्री धनी मनई स मिलइ बरे हुवाँ आवा। धनी मनई यात्री क भोजन देइ चाहत रहा। किन्तु धनी मनई आपन भेड़ी या अपने गोरूअन मँ स कउनो क यात्री क खिआवइ बरे नाहीं लेइ चाहत रहा। उ धनी मनई उ गरीब स ओकर मेमना लइ लिहस। धनी मनई ओकरे मेमना क मार डाएस अउर अपने अतिथि बरे ओका पकाएस।” 5 दाऊद धनी मनई क खिलाफ बहोत कोहाइ गवा। उ नातान स कहेस, “यहोवा क जिन्नगी क किरिया, जउन मनई इ किहस उ जरूर मरी! 6 ओका मेमना क चौगुनी कीमत चुकावइ पड़ी, काहेकि उ इ खौफनाक कारज किहस अउर ओहमाँ दाया नाहीं रही।” 7 तब नातान दाऊद स कहेस, “तू उ धनी मनसेधू अहा। यहोवा इस्राएल क परमेस्सर इ कहत ह, ‘मइँ तोहका इस्राएल क राजा क रूप मँ चुनेउँ।मइँ तोहका साऊल स बचाएउँ। 8 मइँ ओकर परिवार अउर ओकर मेहररूअन तोहका लेइ दिहेउँ, अउर मइँ तोहका इस्राएल अउ यहूदा क राजा बनाएउँ। जइसे उ पर्याप्त नाहीं होइ, मइँ तोहका जियादा स जियादा दिहेउँ। 9 फुन तू यहोवा क आदेस क तिरस्कार काहे किहा? तू इ भयंकर काम काहे किहा जेका यहोवा बुरा समुझत ह? तू हित्ती ऊरिय्याह क तरवार स मार्या अउर तू ओकर मेहरारू क अपनी मेहरारू बनावइ बरे लिहा। हाँ, तू ऊरिय्याह क अम्मोनियन क तरवार स मार डाया। 10 एह बरे, तरवार तोहरे परिवार कबहुँ नाहीं छोरब्या। तू ऊरिय्याह हित्ती क पत्नी क अपने पत्नी क रूप मँ लिहा। इ तरह तू मोर तिरस्कार किहा।’ 11 “इहइ अहइ जउन यहोवा कहत ह: ‘मइँ तोहरे खिलाफ आपत्तियन लिआवत हउँ। इ आपत्ति तोहार आपन परिवार स अइहीं। मइँ तोहार मेहररूअन क लइ लेब अउर ओका देब जउन तोहरे बहोत जियादा निच के अहइँ। इ मनई तोहरे मेहररूअन क संग सोई अउर एका हर एक जानी। 12 तू बतसेबा क संग गुप्त रूप मँ सोया। किन्तु मइँ तोहका इ तरह सज़ा देब जेहसे इस्राएल क सारे लोग एका लखि सकइँ।”‘ 13 तब दाऊद नातान स कहेस, “मइँ यहोवा क खिलाफ पाप किहेउँ ह।” नातान दाऊद स कहेस, “यहोवा तोहका छिमा कइ दिहेस ह, एक बरे तू इ पाप क कारण नाहीं मरब्या। 14 किन्तु तू पचे इ पाप कइके यहोवा बरे बहोत असम्मान दिखाएस ह। इ पाप क कारण जउन तोहार पूत पइदा भवा ह, मरि जाइ।” 15 तब नातान अपने घर गवा अउर यहोवा दाऊद अउ ऊरिय्याह क मेहरारू स जउन पूत पइदा भवा रहा ओका बहोत बीमार कइ दिहस। 16 दाऊद मरद बच्चा बरे परमेस्सर स पराथना किहस। दाऊद खाब-पिअब बंद कइ दिहस। उ अपने घर मँ गवा अउर ओहमाँ ठहरा। उ रात भइ भुइँया पइ ओलरा रहा। 17 दाऊद क परिवार क प्रमुख आएन अउर उ पचे ओका भुइँया स उठावइ क जतन किहन। किन्तु दाऊद उठब इन्कार किहस। उ एन प्रमुखन क संग खइया क खाइ स भी इन्कार कइ दिहस। 18 सतएँ दिन मरद बच्चा मर गवा। दाऊद क सेवक दाऊद स इ कहइ स डेरात रहेन कि मरद बच्चा मर गवा। उ पचे कहेन, “लखा, हम लोग दाऊद स उ समइ बात करइ क प्रयत्न कीन्ह जब मरद बच्चा जिअत रहा। किन्तु उ हम लोगन क बात सुनइ स इन्कार कइ दिहस। जदि हम दाऊद स कहब कि मरद बच्चा मर गवा तउ होइ सकत ह उ अपने क कछू नोस्कान कइ लेइ।” 19 किन्तु दाऊद अपने सेवकन क कानाफूसी करत लखेस। तब उ समुझ लिहस कि मरद बच्चा मर गवा। एह बरे दाऊद अपने सेवकन स पूछेस, “का मरद बच्चा मर गवा?”सेवकन जवाब दिहन, “हाँ, उ मर गवा।” 20 दाऊद फर्स स उठा। उ नहाएस।। उ आपन ओढ़ना बदलेस अउर तइयार भवा। तब उ यहोवा क घरे मँ उपासना करइ गवा। तब उ घरे गवा अउर कछू खइया क माँगेस। ओकर सेवकन ओका कछू खाइके दिहन अउर उ खाएस। 21 दाऊद क नौकरन ओहसे कहेन, “आप इ काहे करत अहइँ? जब बच्चा जिअत रहा तब आप खाइ स इन्कार किहन। आप रोएन। किन्तु जब बच्चा मर गवा तब आप उठेन अउर आप भोजन किहेन।” 22 दाऊद कहेस, “जब मरद बच्चा जिअत रहा, तब मइँ उपवास किहेउँ अउर मइँ रोएउँ। मइँ सोचेउँ, ‘कउन जानत ह, संभव अहइ यहोवा मोरे बरे दयालु होइ अउर मरद बच्चा क जिअत रहइ देइ।’ 23 किन्तु अब बच्चा मर गवा। एह बरे अब मइँ काहे उपवास करउँ? का मइँ बच्चा क फुन जीवित कइ सकत हउँ? नाहीं! एक दिन मइँ ओकरे लगे जाब, किन्तु उ मोरे लगे लउटिके नाहीं आइ सकत ह।” 24 तब दाऊद आपन मेहरारू बतसेबा क सान्त्वना दिहस। उ ओकरे संग सोएस अउर ओकरे संग सारीरिक सम्बन्ध किहस। बतसेबा फुन गर्भवती भइ। ओकर दूसर पूत भवा। दाऊद उ लरिका क नाउँ सुलेमान रखेस। यहोवा सुलैमान स पिरेम रखत रहा। 25 यहोवा नबी नातान क जरिये सँदेसा पठएस। नातान सुलैमान क नाउँ यदीद्याह रखेस। नातान इ यहोवा बरे किहस। 26 रब्बा नगर अम्मोनियन क राजधानी रही। योआब रब्बा क खिलाफ लड़ा। उ नगर क लइ लिहस। 27 योआब दाऊद क लगे दूतन पठएस अउर कहेस, “मइँ रब्बा क खिलाफ जुद्ध किहेउँ ह। मइँ ओकरे किलाबन्ध सुरच्छित जलापूतिर् प भी कब्जा कइ लिएउँ ह। 28 अब दूसर लोगन क संग लिआवइँ अउर इ नगर (रब्बा) पइ आक्रमण करइँ। इ नगर पइ अधिकार कइ ल्या, एकरे पहिले कि मइँ एह पइ अधिकार करउँ। जदि इ नगर पइ मइँ अधिकार करत हउँ तउ नगर क नाउँ मोरे नाम पइ होइ।” 29 तब दाऊद सबहिं लोगन क एकट्ठा किहेस अउर रब्बा क गवा। उ रब्बा क खिलाफ लड़ा अउर नगर पइ उ अधिकार कइ लिहस। 30 दाऊद ओनके राजा क मूड़े स मुकुट उतार लिहस। मुकुट सोने क रहा अउर उ तउन मँ लगभग पचहत्तर पौंड रहा। इ मुकुट मँ बहुमूल्य रतन रहेन। उ पचे मुकुट क दाऊद क मूँड़े पइ रखेन। दाऊद नगर स बहोत सी कीमती चिजियन लइ गवा। 31 दाऊद रब्बा नगर स भी लोगन क बाहेर लिआवा। दाऊद ओनका आरन, लोहा क गैतिन अउर कुल्हाड़ियन स काम करवाएस। उ ओनका ईटंन स निर्माण कार्य करइ क बरे मजबूर किहस। दाऊद उहइ बेउहार सबहिं अम्मोनी नगरन क संग किहस। तब दाऊद अउर ओकर सारी फउज यरूसलेम लउटि गइ।

13:1 दाऊद क अबसालोम नाउँ क एक पूत रहा। अबसालोम क बहिन क नाउँ तामार रहा। तामार बहोत सुन्नर रही। अम्नोन दाऊद क दूसर पूत रहा जउन तामार स पिरेम करत रहा। 2 तामार कुँवारी रही। अम्नोन सोचेस कि उ ओकरे संग कभी आपन यौन इच्छा पूरा नाहीं कइ सकत्या। किन्तु अम्नोन ओका बहोत चाहत रहा। अम्नोन ओकरे बारे मँ बहोत सोचइ लगा उ बीमार होइ क एक बहना बनाएस। 3 अम्नोन क एक ठु मीत सिमा क पूत योनादाब रहा। (सिमा दाऊद क भाई रहा।) योनादाब बहोत चालाक आदमी रहा। 4 योनादाब अम्नोन स कहेस, “हर दिन तू दूबर दूबर स देखाँई पड़त अहा। तू राजा क पूत अहा। तोहका खाइ बरे बहोत जियादा अहइ, तउ भी तू आपन वजन काहे खोवत जात अहा? मोका बतावा।” अम्नोन योनादाब स कहेस, “मइँ तामार स पिरेम करत हउँ। किन्तु उ मोर सौतेला भाई अबसालोम क बहिन अहइ।” 5 योनादाब अम्नोन स कहेस, “बिछउना मँ ओलरा। अइसा बेउहार करा कि तू बीमार अहा। तब तोहार बाप तोहका लखइ अइहीं। ओनसे कह्या, ‘मेहरबानी कइके मोर बहिन तामार क आवइ द्या अउर मोका खाना देइ द्या। ओका मोरे समन्वा भोजन बनाइ देइँ। तब मइँ ओका लखब अउर ओकरे हाथे स खाब।।’” 6 एह बरे अम्नोन बिछउना मँ ओलर गवा, अउर अइसा बेउहार किहस माना उ बीमार अहइ। राजा दाऊद अम्नोन क लखइ आवा। अम्नोन राजा दाऊद स कहेस, “कृपा कइके मोर बहिन तामार क हिआँ आवइ देइँ। मोरे लखत भए ओका मोरे बरे दुइ रोटी बनावइ देइँ। तब मइँ ओकरे हाथन स खाइ सकत हउँ।” 7 दाऊद तामार क घरे सँदेसवाहकन क पठएस। सँदेसवाहकन तामार स कहेन, “अपने भाई अम्नोन क घरे जा अउर ओकरे बरे कछू भोजन बनावा।”तामार अम्नोन बरे भोजन बनावत ह 8 एह बरे तामार अपने भाई अम्नोन क घरे गइ। अम्नोन बिछउना मँ रही। तामार कछू गूँधा आटा लिहस अउर एका अपने हाथन स एक साथे दबाएस। उ अम्नोन क लखत भए कछू रोटियन बनाएस। 9 जब तामार रोटियन क पकाउब पूरा किहेस तउ उ कढ़ाही मँ स रोटियन क अम्नोन बरे निकारेस। किन्तु अम्नोन खाइ स इन्कार किहस।अम्नोन अपने सेवकन स कहेस, “तू सबहिं मनई चला जा” मोका अकेला रहइ द्‌या!” एह बरे सबहिं सेवक अम्नोन क कमरा स बाहेर चले गएन। 10 अम्नोन तमार स कहेस, “भोजन भीतरवाले कमरा मँ लइ चला। तब मइँ तोहरे हाथ स खाब।”तामार अपने भाई क लगे सयन-कच्छ मँ गइ। उ ओन रोटियन क लिआइ जउन उ बनाए रही। 11 उ अम्नोन क लगे गइ जेहसे उ ओकरे हाथन स खाइ सकइ। किन्तु अम्नोन तामार क धइ लिहस। उ ओहसे कहेस, “बहन, आवा अउर मोरे संग सोवा।” 12 तामार अम्नोन स कहेस, “नाहीं, भाई। मोका मजबूर जिन करा। इ भयंकर काम इस्राएल मँ कबहुँ नाहीं कीन्ह जाइ चाही। इ लज्जाजनक काम जिन करा। 13 मइँ इ लज्जा स कबहुँ मुक्त नाहीं होब्या अउर लोग इ सोचिही कि तू एक आम अपराधी अहा। कृपा कइके राजा स बात करा। उ तोहका मोर संग बियाह करइ देइ।” 14 किन्तु अम्नोन तामार क एक न सुनेस। उ तामार स जियादा सक्तीसाली रहा। उ ओहका सारीरिक सम्बन्ध करइ बरे मजबूर किहस। 15 ओकरे बाद अम्नोन तामार स घिना करइ लाग। अम्नोन ओकरे संग ओहसे भी जियादा घिना किहेस जेतना उ पहिले पिरेम करत रहा। अम्नोन तामार स कहेस, “उठा अउर चली जा!” 16 तामार अम्नोन स कहेस, “नाहीं! मोका बाहेर जिन पठावा! मोका अब बाहेर पठाना उ स जियादा गलत होइ जउन तू पहिले मोर संग कइ लीन्ह ह।”किन्तु अम्नोन तामार क एक न सुनेस। 17 अम्नोन आपन जवान सेवक स कहेस, “इ लड़की क इ कमरा स अबहिं बाहेर निकारा। ओकरे जाइ पइ दरवाजे मँ ताला लगाइ द्या।” 18 एह बरे अम्नोन क सेवक तामार क कमरे क बाहेर लइ गवा अउर ओकरे जाइ पइ ताला लगाइ दिहस।तामार कइउ रंग क लम्बा लबादा पहिर रखे रहा। राजा क कुवाँरी बिटियन अइसा ही लबादा पहिरत रहिन। 19 तामार राख लिहस अउर अपने मूँड़े पइ डाइ लिहस। उ अपने बहुरंगे लबादे क फार डाएस। उ आपन हाथ अपने मूँड़े पइ रख लिहस अउर उ जोर स रोवइ के चलत लागेन। 20 तामार क भाई अबसालोम तामार स कहेस, “का तोहार भाई अम्नोन तोहका मारेस? अम्नोन तोहार भाई अहइ। बहन, अब सान्त रहा। एहसे तू बहोत परेसान न ह्वा।” एह बरे तामार कछू नाहीं कहेस। उ अबसालोम क घरे रहइ चली गइ अउर हुवाँ अकेली अउ उदास रहइ लाग। 21 राजा दाऊद क एकर खबर मिली। उ बहोत कोहाइ गवा। 22 अबसालोम अम्नोन स घिना करत रहा। अबसालोम अच्छा या बुरा अम्नोन स कछू नाहीं कहेस। उ अम्नोन स घिना करत रहा काहेकि अम्नोन ओकरी बहन क संग कुकर्म किहे रहा। 23 दुइ बरिस पाछे कछू मनई एप्रैम क लगे बाल्हासोर मँ अबसालोम क भेड़िन क ऊन काटइ आएन। अबसालोम राजा क सबहिं पूतन क आवइ अउ लखइ बरे न्यौतेस। 24 अबसालोम राजा क लगे गवा अउर उ कहेस, “मोरे लगे कछू मनई मेरी भेड़िन क ऊँट काटइ आवत अहइँ। कृपा कइके आपन सेवकन क संग आवइँ अउर लखइँ।” 25 राजा दाऊद अबसालोम स कहेस, “पूत नाहीं। हम सबहिं नाहीं जाब। एहसे तोहका परेसानी होइ।”अबसालोम दाऊद स चलइ क पराथना किहस। दाऊद नाहीं गवा, किन्तु उ आसीर्बाद दिहस। 26 अबसालोम कहेस, “जदि आप जाइ नाहीं चाहतेन तउ, कृपा कइके मोरे भाई अम्नोन क मोर संग जाइ देइँ।”राजा दाऊद अबसालोम स पूछेस, “उ तोहरे संग काहे जाइ?” 27 अबसालोम दाऊद स पराथना करत रहा। आखिर मँ दाऊद अम्नोन अउ सबहिं राजपूतन क अबसालोम क साथ जाइ दिहस। 28 तब अबसालोम आपन सेवकन क आदेस दिहस। उ ओनसे कहेस, “अम्नोन पइ नजर राखा। जब उ नसे मँ धुत होइ तब मइँ तोहका आदेस देब अम्नोन क जान स मार डावा। सज़ा पावइ स डेराअ नाहीं। काहेकि तू सिरिफ मोर हुकूम क पालन करत रहा। अब सक्तीसाली अउ बीर बना।” 29 अबसालोम क जुवक लोग अबसालोम क आदेस क मुताबिक अम्नोन क मार डाएन। किन्तु दाऊद क दूसर पूत बच निकरेन। हर एक पूत अपने एक खच्चरे पइ बइठा अउर भाग गवा। 30 जब राजा क पूत मारग मँ रहेन, दाऊद क खबर मिली। खबर इ रही, “अबसालोम राजा क सबहिं पूतन क मार डाएस ह। कउनो भी पूत बचा नाहीं ह।” 31 राजा दाऊद आपन ओढ़ना फार डाएस अउर धरती पइ ओलर गवा। दाऊद क लगे खड़े ओकर सबहिं अधिकारियन भी आपन ओढ़नन फार डाएन। 32 किन्तु योनादाब, दाऊद क भाई क पूत सिमा दाऊद स कहेस, “अइसा मत सोचा कि राजा क सबहिं जुवक पूत मार डावा गएन ह। नाहीं, इ सिरिफ अम्नोन अहइ जउन मारा गवा ह। जब स अम्नोन ओकर बहिन तामार क संग कुकरम किहे रहा तबहिं स अबसालोम इ जोजना बनाए रहा। 33 मोर सुआमी राजा इ न सोचइँ कि सबहिं राजपूत मार गएन ह। सिरिफ अम्नोन ही मारा गवा।” 34 अबसालोम पराइ गवा।एक ठु रच्छक नगर क देवार पइ खड़ा रहा। उ पहाड़ी क दूसर कइँती स कई मनइयन क आवत लखेस। 35 एह बरे योनादाब दाऊद स कहेस, “लखा, मइँ बिल्कुल सही रहेउँ। राजा क पूत आवत अहइँ।” 36 जइसे ही बातन करइ खत्म किहेन राजपूतन आइ गएन। उ पचे जोर-जोर स रोवत रहेन। दाऊद अउर ओकर सबहिं अधिकारियन रोवइ लागेन। उ पचे सबहिं बहोत बिलाप करत रहेन। 37 दाऊद आपन पूत बरे बहोत दिनन तलक रोएस।अबसालोम गसूर क राजा अम्मीहूर क पूत तल्मै क लगे पराइ गवा। 38 अबसालोम क गसूर भाग जाइ क बाद, उ हुवाँ तीन बरिस तलक ठउरा। 39 अम्नोन क मउत क पाछे, दाऊद धैर्य बांध लिहेस। लेकिन उ अबसालोन क खोइ दिहेस अउर ओका ओका देखइ क लालसा रहा।

14:1 सरूयाह क पूत योआब जानत रहा कि राजा दाऊद अबसालोम क बारे मँ सोचत अहइ अउर ओका देखइ क लालसा अही। 2 एह बरे योआब तकोआ क एक दूत हुवाँ स एक ठु बुद्धिमती मेहरारू क लिआवइ क बरे पठएस। योआब इ बुद्धिमती मेहरारू स कहेस, “कृपा कइके बहोत जियादा सोकग्रस्त होइ क देखॉवा करा। सोक-वस्त्र पहिर ल्या, आपन चाम अउ बार मँ तेलन जिन लगावा। अइसी मेहरारू क जइसा बेउहार करा जउन कउनो मरे भए क बरे कइउ दिनन स रोवत ह। 3 राजा क लगे जा अउर जउन मइँ कहत हउँ, इनही सब्दन क उपयोग करत भए ओनसे बातन करा।” तब योआब उ बुद्धिमती मेहरारू क का कहब अहइ, इ बताइ दिहस। 4 तब ताकोआ क उ मेहरारू राजा स बातन किहस। उ फर्स पइ भहराइ पड़ी ओकर ललाट फर्स पइ जाइ टिका। उ निहुरी अउ बोली, “राजा, मोका मदद द्या।” 5 राजा दाऊद ओहसे कहेस, “तोहार समस्या का अहइ?”उ मेहरारू कहेस, “मइँ राँड़ हउँ। मोर भतार मर चुका अहइ। 6 मोरे दुइ ठु पूत रहेन। इ सब दुइनउँ बाहेर मैदानन मँ लड़ेन। ओनका कउनो रोकइवाला न रहा। एक पूत दूसर पूत क मार डाएस। 7 सारा परिवार अब मोरे खिलाफ अहइ। उ पचे मोहसे कहत रहेन, ‘उ पूत क लिआवा जउन अपने भाई क मार डाएस। तब हम ओका मार डाउब, काहेकि उ आपन भाई क मार डाएस।’ मोर पूत आगी क आखिरी चिनगारी क तरह अहइ, काहेकि उ ही सिरिफ उ ही एक पूत जिअत रही जउन ओकर पिता क सम्पत्ति क उत्तराधिकारी होइ। अगर उ ओका मार डाइ तउ उ आग जल उठब अउर खतम होइ जाब अउर उ सम्पत्ति दूसर क पास चली जाइ अउर तब मोर मरे भतार क नाउँ इ धरती स मिट जाइ।” 8 तब राजा मेहरारू स कहेस, “घरे जा। मइँ खुद तोहार मामला निपटाउब।” 9 तकोआ क मेहरारू राजा स कहेस, “हे राजा मोर सुआमी, दोख मोह पइ आवइ द्या। किन्तु आप अउर आप क राज्ज निदोर्ख अहइ।” 10 राजा दाऊद कहेस, “उ मनई क लिआवा जउन तोहका बुरा-भला कहत ह। तब उ मनई तोहका फुन परेसान न करी।” 11 मेहरारू कहेस, “कृपा कइके आपन यहोवा परमेस्सर क नाउँ पइ किरिया लेइँ कि आप एन लोगन क रोकिहीं। तब उ पचे मोर पूत क हत्या क बदले मँ नाहीं मारिहीं।”दाऊद कहेस, “यहोवा क जिन्नगी क किरिया, तोहरे पूत क कउनो मनई चोट नाहीं पहोंचाइ। तोहरे पूत क एक ठु बार भी धरती पई नाहीं गिरी।” 12 उ मेहरारू स कहेस, “मोर सुआमी, राजा कृपा कइके मोका आप स कछू कहइ क मौका द्या”राजा कहेस, “कहा।” 13 तब उ मेहरारू कहेस, “परमेस्सर क लोगन क खिलाफ इ जोजना काहे बनाया ह? हाँ, जब आप इ कहत हीं आप इ परगट करत हीं कि आप अपराधी अहइँ। काहे? काहेकि आप अपने पूत क वापस नाहीं लाएन ह जेका आप अपने घर तजइ क मजबूर किहे रहेन। 14 इ सही अहइ कि हम सबहिं कउनो दिन मरब। हम लोग उ पानी क तरह होब, जउन भुइँया पइ फेंका गवा ह। कउनो भी मनई भुइँया स उ पानी क एकट्ठा नाहीं कइ सकत। किन्तु परमेस्सर माफ करत ह। ओकरे लगे ओन लोगन बरे एक ठु जोजना अहइ जउन अपने घर तजइ क मजबूत कीन्ह गएन ह, उ ओनका वापिस करइ चाहत ह। 15 मोर प्रभु, राजा मइँ इ बात कहइ मइँ आप क लगे आइ। काहे? काहेकि लोग मोका ससाइ दिहन। मइँ अपने मने मँ कहेउँ कि, ‘मइँ राजा स बात करब। होइ सकत ह राजा मोर सुनइँ। 16 राजा मोर सुनिहीं, अउर मोर रच्छा उ मनई स करिहीं जउन मोका अउर मोरे पूत दुइनउँ क मारइ चाहत हीं अउर ओन चिजियन क प्राप्त करइ स रोकइ चाहत हीं जेनका परमेस्सर हम क दिहेस ह।’ 17 मइँ जानत हउँ कि मोर राजा, मोरे सुआमी क सब्द मोका सान्ति देइहीं काहेकि आप परमेस्सर क दूत क समान अहइँ। आप समुझ ह कि का अच्छा का बुरा अहइ। यहोवा आप क परमेस्सर, आप क संग अहइ।” 18 राजा दाऊद उ मेहरारू क जवाब दिहस, “तोहका उ सवाल क उत्तर देइ चाही, जेका मइँ तोहसे पूछउँ मोसे कछू जिन छुपाया।”उ मेहरारू कहेस, “हे’ मोर प्रभू, मोर राजा, कृपा कइके आपन सवाल पूछइँ।” 19 राजा कहेस, “का योआब इ सबइ सारी बातन तोहसे कहइ क कहेस ह?”उ मेहरारू जवाब दिहेस, “मोर पर्भू राजा, आप क जिन्नगी क किरिया, आप सही अहइँ। आप क सेवक योआब इ सबइ बातन कहइ बरे कहेस। 20 योआब इ एह बरे किहेस जेहसे आप तथ्यन क दूसर निगाह स लखिहीं। मोर पर्भू आप परमेस्सर क दूत क नाईर् बुद्धिमान अहइँ। आप सब कछू जानत हीं जउन पृथ्वी पइ होत ह।” 21 राजा योआब स कहेस, “लखा, मइँ इ करब। आप कृपा कइके जा अउ नउजुवक मनई अबसालोम क वापस लिआवा।” 22 योआब भुइँया आपन माथा निहुराएस। उ राजा दाऊद बरे आभार परगट किहस अउर कहेस, “आजु मइँ समुझत हउँ कि आप मोसे खुस अहइ, काहेकि आप उहइ किहन जउन मोर माँग रही।” 23 तब योआब उठा अउर गसूर गवा अउ अबसालोम क यरूसलेम लिआवा। 24 किन्तु राजा दाऊद कहेस, “अबसालोम अपने घरे क लउट सकत ह।” उ मोहसे भेंटइ नाहीं आइ सकत। एह बरे अबसालोम अपने घरे क लउट गवा। अबसालोम राजा स भेंटइ नाहीं जाइ सका। 25 अबसालोम क जियादा स जियादा तारीफ ओकरे सुन्नर रूप क बरे रही। इस्राएल मँ कउनो मनई एतना सुन्नर नाहीं रहा जेतना अबसालोम। अबसालोम क मूँड़े स गोड़े तलक कउनो दोख नाहीं रहा। 26 हर एक बरिस क आखिर मँ अबसालोम अपने मूँड़े क बार काटत रहा अउर ओका तउलत रहा। बारन क तौल लगभग पाँच पौण्ड रहीं। 27 अबसालोम क तीन पूत रहेन अउ एक ठु बिटिया। उ बिटिया क नाउँ तामार रहा। तामार एक ठु सुन्नर मेहरारू रही। 28 अबसालोम पूरे दुइ बरिस तलक राजा दाऊद स भेंटइ क इजाजत बिना यरूसलेम मँ रहा। 29 अबसालोम योआब क लगे इ कहइ बरे पठाएस कि मोर तरफ स राजा क लगे जाइ। किन्तु योआब अबसालोम स मिलइ नाहीं गवा। अबसालोम दूसरी दाईर् सँदेसा पठएस। किन्तु योआब फुन भी आउब इन्कार किहस। 30 तब अबसालोम अपने सेवकन स कहेस, “लखा, योआब क खेत मोरे खेते स लगा बाटइ। ओकरे खेते मँ जौ क फसल अहइ। जा अउर जौ क बार द्या।”एह बरे अबसालोम क सेवक गएन अउर योआब क खेते मँ आगी लगाउब सुरू किहेन। 31 योआब उठा अउर अबसालोम क घरे गवा। योआब अबसालोम स कहेस, “तोहार सेवकन मोर खेत काहे बारेन।” 32 अबसालोम योआब स कहेस, “मइँ तोहका सँदेसा पठएँउ। मइँ तोहसे हिआँ आवइ क कहेउँ। मइँ तोहका राजा क लगे पठवइ चाहत रहेउँ। मइँ ओहसे पूछइ चाहत रहेउँ कि उ गसूर स मोका घरे काहे बोलाएस। मइँ ओहसे मिल नाहीं सकत, एह बरे गसूर मँ रहब कहूँ जियादा नीक रहा। अब मोका राजा स भेंटइ द्या। जदि मइँ पाप किहेउँ ह तउ उ मोका मार सकत ह।” 33 तब योआब राजा क लगे आवा अउ अबसालोम क कहा भवा सुनाया। राजा अबसालोम क बोलाएस। तब अबसालोम राजा क लगे आवा। अबसालोम राजा क समन्वा भुइँया पइ माथा टेकिके प्रणाम किहेस, अउर राजा अबसालोम क चुम्बन किहस।

15:1 एकरे पाछे अबसालोम एक रथ अउ घोड़न अपने बरे लिहस। जब उ रथ चलावत रहा तउ अपने सामने पचास ठु दउड़त मनइयन क रखत रहा। 2 अबसालोम जल्दी उठत अउर दुआरे क निचके खड़ा होत। जदि कउनो मनई अइसा होत जेकर कउनो समस्या होत अउर निआउ बरे राजा दाऊद क लगे आवत होत, अबसालोम ओहसे पूछत, “तू कउनो नगर क अहा?” उ मनई जवाब देत, “मइँ अमुक हउँ अउ इस्राएल क अमुक परिवार समूह क हूँ।” 3 तब अबसालोम ओन मनइयन स कहा करत, “लखा, जउन तू कहत रह्या उ सुभ अउर उचित अहइ किन्तु राजा दाऊद तोहर एक ठु नाहीं सुनी।” 4 अबसालोम इ भी कहत, “अह, मइँ चाहत कि कउनो मोका इ भूइयाँ क निआवाधीस बनावत। तब मइँ ओन मनइयन मँ स हर एक क मदद कइ सकत जउन निआव बरे समस्या लइके अउतेन।” 5 जब कउनो मनई अबसालोम क लगे आवत अउर ओकरे समन्वा प्रणाम करइ क निहुरत, तउ अबसालोम हाथ बढ़ाइके ओका पकरलेत अउ ओकर चुम्बन करत जइसा उ ओकर नजिक क मीत अहइ। 6 अबसालोम अइसा ओन सबहिं इस्राएलियन क संग करत जउन राजा दाऊद क लगे निआव बरे अउतेन। इ तरह अबसालोम इस्राएल क सबहिं लोगन क हिरदइ जीत लिहस। 7 चार बरिस पाछे अबसालोम राजा दाऊद स कहेस, “कृपा कइके मोका अपनी खास प्रतिग्या क पूरी करइ जाइ द्या जेका मइँ हेब्रोन मँ यहोवा क समन्वा किहे रहेउँ। 8 मइँ इ प्रतिग्या तब किहे रहेउँ जब मइँ गसूर अराम मँ रहत रहेउँ। मइँ कहे रहेउँ, ‘जदि यहोवा मोका यरूसलेम लउटाई तउ मइँ यहोवा क सेवा करब।’” 9 राजा दाऊद कहेस, “सान्तिपूर्वक जा।”अबसालोम हेब्रोन गवा। 10 किन्तु अबसालोम इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन मँ जासूस पठएस। एन जासूनन लोगन स कहेन, “जब तू पचे तुरही क आवाज सुना, तउ कहा कि ‘अबसालोम हेब्रोन मँ राजा होइ गवा।’” 11 अबसालोम दुइ सौ मनइयन क अपने संग चलइ बरे न्यौतेस। उ सबइ मनई ओकरे संग यरूसलेम स बाहेर गएन। किन्तु उ पचे इ नाहीं जानत रहेन कि ओकर जोजना का अहइ। 12 अहीतोपेल दाऊद क सलाहकारन मँ स एक रहा। अहीतोपेल दाऊद क सलाहकारन मँ स एक रहा। अहीतोपेल गीलो नगर क निवासी रहा। जब अबसालोम बलि-भेंटन क चढ़ावत रहा, उ अहीतोपेल क गीलो नगर स बुलाएस। अबसालोम क जोजना ठीक-ठाक चलत रही अउर जियादा स जियादा लोग ओकर समर्थन करइ लागेन। 13 एक ठु मनई दाऊद क सूचना देइ आवा। उ मनई कहेस, “इस्राएल क लोग अबसालोम क अनुसरण करब सुरू करत अहइँ।” 14 तब दाऊद यरूसलेम मँ रहइवाले आपन सबहिं अधिकारियन स कहेस, “हम पचन्क जरूर पराइ चाही, अन्यथा हम मँ स कउनो भी अबसालोम स बच के नाहीं निकरि सकब्या। अबसालोम क जरिये धरें जाइ क पहिले हम लोग हाली करी। नाहीं तउ उ हम सबहिं क नस्ट कइ देइ अउर उ यरूसलेम क लोगन क मार डाइ।” 15 राजा क सेवकन राजा स कहेन, “जउन कछू भी आप कहिहीं, हम लोग करब।” 16 राजा दाऊद अपने घर क सबहिं लोगन क संग बाहेर निकर गवा। राजा घर क देखभाल क बरे अपनी दस उप-पत्नियन क हुवाँ तजेस। 17 राजा अपने सबहिं लोगन क साथ लइके जउन ओका अनुसरण किहा बाहेर निकरा। उ पचे नगर क आखिरी मकाने पइ रूकेन। 18 ओकर सबहिं सेवक राजा क पास स गुजरेन, अउर सबहिं करेती, सस्बहिं पलेनी अउ गती (गत स छ: सौ मनई) राजा क लगे स गुजरेन। 19 राजा गत क इत्तै स कहेस, “तू लोग भी हमरे संग काहे जात अहा? लउट जा अउर नवा राजा (अबसालोम) क संग रहा। तू बिदेसी अहा। इ तू लोगन क ग्रह-भूइँया नाहीं अहइ। 20 ठीक कछू देरी तू हमरे संग जुड़्या। का मोका अलग-अलग जगहन पइ तोहका हमारे संग भटकई चाही? नाहीं! लउटा अउर आपन भाइयन क अपने संग ल्या। मोर पराथना अहइ कि तोहरे बरे दाया अउ वफ़दारी देखाँवा जाइ।” 21 किन्तु इत्तै राजा क जवाब दिहेस, “यहोवा क जिन्नगी क किरिया, जब तलक आप जिअत अहइँ मइँ आप क संग रहब। मोर सुआमी, राजा मइँ तोहार संग रहब जहाँ कहुँ भी जाब्या चाहे इ जीवन अही या मरण।” 22 दाऊद इत्तै स कहेस, “आवा, हम लोग किद्रोन नाला क पार करी।”एह बरे गत क इत्तै अउ ओकर सबहिं लोग अपने बच्चन सहित किद्रोन नाले क पार गएन। 23 सबहिं लोग जोर स रोवत रहेन। राजा दाऊद किद्रोन नाले क पार किहस। तब सबहिं लोग रेगिस्ताने कइँती बढ़ेन। 24 सादोक अउ ओकर संग क लवीबंसी परमेस्सर क करार क सन्दूख क लइके चलत रहेन। उ पचे परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क खाले रखेन। एब्यातार तब तलक पराथना किहेसकि जब तलक सबहिं लोग यरूसलेम स बाहेर नाहीं निकर गएन। 25 राजा दाऊद सादोक स कहेस, “परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क यरूसलेम लउटाइ लइ जा। जदि यहोवा मोह पइ दयालु अहइ, तउ उ मोका वापस लउटाइ अउर यहोवा मोका यरूसलेम अउर आपन मन्दिर क देखइ देइ। 26 किन्तु जदि यहोवा कहत ह कि मोहे पइ खुस नाहीं अहइ तउ उ मोरे खिलाफ, जउन कछू भी चाहत ह, कइ सक्त ह।” 27 राजा याजक सादोक स कहेस, “तू एक ठु दृस्ट अहा सान्तिपूर्वक नगर क जा। आपन पूत अहीमास अउ एब्यातार क पूत योनातन स अपने संग ल्या। 28 मइँ ओन ठउरन क निचके प्रतीच्छा करब जहाँ स लोग नदी पार होइ रेगिस्तान मँ जात हीं। मइँ हुवाँ तब तलक प्रतीच्छा करब जब तलक तोहसे कउनो सूचना नाहीं मिलत।” 29 एह बरे सादोक अउ एब्यातार परमेस्सर क पवित्तर सन्दूक वापस यरूसलेम लइ गएन अउर हुवँइ ठहरेन। 30 दाऊद जइतून क पर्वत पइ चढ़ा। उ रोवत रहा। उ आपन मूँड़ ढाँपि लिहस अउर उ बिना जूते क गवा। दाऊद क संग क सबहिं लोगन आपन मूँड़न ढाँपि लिहेन। उ पचे दाऊद क संग रोवत भए गएन। 31 एक ठु मनई दाऊद स कहेस, “अहीतोपेल लोगन मँ स एक अहइ जउन अबसालोम क संग जोजना बनाएस।” तब दाऊद पराथना किहेस, “हे यहोवा, मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि तू अहीतोपेल क सलाह क नाकामयाब कइ द्या।” 32 दाऊद पर्वत क चोटी पइ आवा। इहइ उ ठउर रहा जहाँ उ अकासर परमेस्सर स पराथना करत रहा। उ समइ एरेकी हूसै ओकरे लगे आवा। हूसै क अंगरखा फटा रहा अउर ओकरे झूँड़ि पइ धूरी रही। 33 दाऊद हूसै स कहेस, “जदि तू मोरे संग चलत अहा तउ तू देख-रेख करइवाले अलावा मनई होब्या। 34 किन्तु जदि तू यरूसलेम क लउट जात ह तउ तू अहीतोपेल क सलाह क ब्यर्थ कइ सकत ह। अबसालोम स कहा, ‘महाराज, मइँ आप क सेवक हउँ। मइँ आप क बाप क सेवा किहेउँ, किन्तु अब मइँ आप क सेवा करब।’ 35 याजक सादोक अउ एब्यातार तोहरे संग होइहीं। तोहका उ सबइ बातन ओनसे कहइ चाही जेनका तू राजमहल मँ सुना। 36 सादोक क पूत अहीमास अउ एब्यातार क पूत योनातन ओनके संग होइहीं। तू ओनका, हर बात जउन सुना, मोहसे कहइ बरे पठउब्या।” 37 तब दाऊद क मीत हूसै नगर मँ गवा, अउर अबसालोम यरूसलेम आवा।

16:1 दाऊद जैतून पर्वत क चोटी पइ तनिक दूर चला। हुवाँ मपीबोसेत क सेवक सीबा, दाऊद स मिला। सीबा क लगे काठी क संग दुइ ठु खच्चर रहेन। खच्चरन पइ दुइ सौ रोटियन, सौ किसमिस क गुच्छन, सौ गर्मी क फल अउ दाखमधु स भरी एक ठु मसक रही। 2 राजा दाऊद सीबा स कहेस, “इ सबइ चिजियन काहे बरे अहइँ?”सीबा जवाब दिहेस, “गदहन राजा क परिवार क सवारी बरे अहइ। रोटी अउ गर्मी क फल सेवकन क खाइ बरे अहइ अउर जदि कउनो मनई रेगिस्ताने मँ कमजोरी महसूस करइ, उ दाखमधु पी सकी।” 3 राजा पूछेस, “मपीबोसेत कहाँ अहइ?”सीबा राजा क जवाब दिहेस, “मपीबोसेत यरूसलेम मँ ठहरा अहइ काहेकि उ सोचत ह, ‘आजु इस्राएली मोरे पितामह क राज्ज मोका वापस दइ देइहीं।”‘ 4 तब राजा सीबा स कहेस, “ओकरे कारण, जउन कछू मपीबोसेत क अहइ ओका अब मइँ तोहका देत हउँ।”सीबा कहेस, “मइँ आप क प्रणाम करत हउँ। मइँ आसा करत हउँ कि मइँ आप क सदा खुस कइ सकउँ।” 5 दाऊद बहूरीम पहोंचा। साउल क परिवारे क एक ठु मनई बहूरीम स बाहेर निकरा। इ मनई क नाउँ सिमी रहा जउन गेरा क पूत रहा। सिमी दाऊद क बुरा कहत भवा बाहेर आवा अउर उ बुरी-बुरी बातन बार-बार करत रहा। 6 सिमी दाऊद अउ ओकरे सेवकन पइ पाथर लोकाउब सुरू किहस। किन्तु लोग अउर फउजी दाऊद क चारिहुँ कइँती बटुर गएन उ पचे ओकरे चारिहुँ ओर रहेन। 7 सिमी दाऊद क सरापेस। उ कहेस, “निकरि जा, निकरि जा! तू हत्यारा अहा, तू दुस्ट अहा! 8 यहोवा तोहका दण्ड देत अहइ। काहे? काहेकि तू साऊल क परिवारे क मनइयन क मार डाया। तू साऊल क जगह एक राजा क रूप मँ चोराया। किन्तु अब, यहोवा राज्ज तोहरे पूत अबसालोम क दिहस ह। अब उ पचे ही बुरी घटनन तोहरे बरे घटित होत अहइँ। काहे? काहेकि तू हत्यारा अहा।” 9 सरूयाह क पूत अबीसै राजा स कहेस, “मोर पर्भू, राजा! इ मरा कूकुर आप क सरापत काहे अहइ? मोका आगे जाइ द्या अउ सिमी क मूँड़ काट लेइ द्या।” 10 किन्तु राजा जवाब दिहस, “सरूयाह क पूतो! तू इ चिजियन क चिन्ता काहे करत ह जउन मोर संग होत? निहचइ ही सिमी मोका सरापत अहइ। अगर यहोवा ओका कहेस कि उ मोका सरापि, अउर कउन अहइ जउन यहोवा स इ बातन बरे प्रस्न पूछ सकत्या?” 11 दाऊद अबीसै अउर आपन सबहिं सेवकन स इ भी कहेस, “लखा मोर आपन पूत ही (अबसालोम) मोका मारइ क जतन करत अहइ। इ मनई (सिमी) जउन बिन्यामीन परिवार समूह क अहइ, मोका मार डावइ क जियादा अधिकार रखत ह। ओका अकेला तजा। ओका मोका बुरा भला कहइ द्या। यहोवा ओका अइसा करइ क कहेस ह। 12 इ होइ सकत ह कि ओन बुराइयन क जउन मोरे संग होत अहइँ, यहोवा लखइ। तब होइ सकत ह कि यहोवा मोका हर बुरा सब्द क बदले मँ कछू अच्छा देइ जउन कि सिमी आजु मोहसे कहेस ह।” 13 एह बरे दाऊद अउ ओकर मनइयन अपने राहे पइ खाले सरक स उतर आवइँ। किन्तु सिमी दाऊद क पाछे लगा रहा। सिमी सरक क दूसर कइँती पहाड़ी क बगल होइ के चलइ लाग। सिमी अपने राहे पइ दाऊद क बुरा-भला कहत रहा। सिमी दाऊद पइ पाथर अउ धूरि भी लोकाएस। 14 राजा दाऊद अउर ओकर सबहिं लोग यरदन नदी पइ पहोंचेन। राजा अउ ओकर लोग थक गए रहेन। एह बरे उ पचे हुवाँ आराम किहन अउर आपन क ताज़ा किहेन। 15 अबसालोम, अहीतोपेल अउ इस्राएल क सबहिं लोग यरूसलेम आएन। 16 दाऊद क एरेकी मीत हूसै अबसालोम क लगे आवा। हूसै अबसालोम स कहेस, “राजा दीर्घायु होइँ।। राजा दीर्घायु होइँ।” 17 अबसालोम पूछेस, “तू आपन मीत दाऊद क बिस्सास पात्र काहे नाहीं अहा? तू आपन मीत क संग यरूसलेम क काहे नाहीं तज्या?” 18 हूसै कहेन, “मइँ उ मनई क अहउँ, जेका यहोवा चुनत ह। एन लोग अउ इस्राएल क लोग आप क चुनेन। मइँ आपक संग रहब। 19 बीते समइ मँ मइँ आप क बाप क सेवा किहेउँ। एह बरे, अब मइँ दाऊद क पूत क सेवा करब। मइँ आप क सेवा करब।” 20 अबसालोम अहीतोपेल स कहेस, “कृपा कइके मोका बतावा कि का करइ चाही।” 21 हीतोपेल अबसालोम स कहेस, “तोहार बाप आपन कछू उप-पत्नियन क घर क देख-भाल क बरे तजेस ह। जा अउर ओनके संग सारीरिक सम्बंध करा। तब सबहिं इस्राएली इ जनिहीं कि तोहार बाप तोहसे घिना करत ह। अउर तोहार सबहिं लोग तोहका जियादा समर्थन देइ बरे उत्साहित होइहीं।” 22 तब ओन लोग अबसालोम बरे महले क छते पइ एक तम्बू डाएन अउ अबसालोम अपने बाप क रखैलन क संग सारीरिक सम्बन्ध किहस। सबहिं इस्राएलियन एका लखेन। 23 उ समइ, दाऊद अउ अबसालोम अहीतोपेल क सलाह क बहोत महत्वपूर्ण समुझेस। इ ओतनी ही महत्वपूर्ण रही जेतनी मनई बरे परमेस्सर क बात।

17:1 अहीतोपेल अबसालोम स इ भी कहेस, “मोका अब बारह हजार फउजी चुनइ द्या। तब मइँ आजु क रात दाऊद क पाछा करब। 2 मइँ ओका तब धरब जब उ थका अउ कमजोर होइ। मइँ ओका ससाउब अउ ओकर सबहिं मनई ओका तजिके परइहीं। किन्तु मइँ सिरिफ राजा दाऊद क मारब। 3 तब मइँ सबहिं लोगन क तोहरे लगे वापस लिआउब। जदि दाऊद मरि गवा, तउ सबइ लोगन क सान्ति प्राप्त होइ।” 4 इ जोजना अबसालोम अउ इस्राएल क सबहिं प्रमुखन क पसन्द आइ। 5 किन्तु अबसालोम कहेस, “एरेकी हूसै क अब बोलावा। मइँ ओहसे भी सुनइ चाहत अहउँ कि उ का कहत ह।” 6 हूसै अबसालोम क लगे आवा। अबसालोम हूसै स कहेस, “अहीतोपेल इ जोजना बताएस ह। का हम लोग यह पइ अमल करी? जदि नाहीं तउ हमका, अपनी बतावा।” 7 हूसै अबसालोम स कहेस, “इ समइ अहीतोपेल क सलाह ठीक नाहीं अहइ।” 8 उ आगे कहेस, “तू जानत ह कि तोहार बाप अउ ओकर आदमी ताकतवार अहइँ। उ पचे उ रीछनी क तरह खूँखार अहइँ जेकत बच्चन छोर लीन्ह गवा होइँ। तोहार बाप कुसल जोधा अहइ। उ सारी रात लोगन क संग नाहीं ठहरी। 9 सायद उ पहिले स ही कउनो गुफा या दूसर ठउरे पइ छुपा अहइ। जदि तोहार बाप तोहरे मनइयन पइ पहिले हमला करत ह, तउ लोग एकर खबर पइहीं, अउर उ पचे सोचिहीं, ‘अबसालोम क समर्थक हारत अहइँ।’ 10 तब उ पचे लोग भी जउन सेर क तरह वीर अहइँ, ससाइ जइहीं। काहे? काहेकि सबहिं इस्राएली जानत हीं कि तोहार बाप ताकतवर जोधा अहइ अउ ओकर मनई वीर अहइँ।” 11 “मोर सुझाव इ अहइ: तोहका दान स लइके बेसेज्र्बा तलक सबहिं इस्राएलियन क बटोरइ चाही। तब बड़ी तादाद मँ लोग समुद्दर क रेती क कणन क नाईर् होइहीं। तब तोहका खुद ओनकर जुद्ध मँ अगुवाइ करइ चाही। 12 हम पचे दाऊद क उ ठउरे स जहाँ उ लुकान अहइ, धइ लेब। हम पचे दाऊद पइ बहोत सारा फउज स हमला करब, हम लोग ओस क बहोत सारा बूँद क नाईं होब्या जउन कि धरती पइ पड़त अहा। हम लोग दाऊद अउर ओकर सबहिं मनइयन क मार डाउब। कउनो मनई क जिअत नाहीं बक्सा जाइ। 13 जदि दाऊद कउनो नगर मँ परात ह, तउ सबहिं इस्राएली उ नगर मँ रस्सियन लिअइहीं अउर हम लोग उ नगर क देवारन क तोड़ब अउर एका घाटी मँ बदल देब। उ नगर मँ एक पाथर भी नाहीं बचब्या।” 14 अबसालोम अउ सबइ इस्राएलियन कहेन, “एरैकी हूसै क सलाह अहीतोपेल क सलाह स बेहतर अहइ।” उ पचे अइसा कहेन काहेकि इ यहोवा क जोजना रही। यहोवा अहीतोपेल क सलाह क ब्यर्थ करइ क नीक जोजना बनाए रहा। इ तरह यहोवा अबसालोम क सजा दइ सकत रहा। 15 हूसै उ सबइ बातन याजकन, सदोक अउ एब्यातार स कहेस। हुसै उ जोजना क बारे मँ ओनका बताएस जेका अहीतोपेल अबसालोम अउ इस्राएल क प्रमुखन क सुझाए रहा। हूसै सादोक अउ एब्यातार क उ जोजना भी बताएस जेका उ सुझाए रहा। हूसै कहेस, 16 “हाली। दाऊद क खबर पठवा। ओहसे कहा कि आज क रात उ ओन ठउरन पइ न रहइ जहाँ स लोग रेगिस्तान क पार करत हीं। अपितु यरदन नदी क तुरन्त पार कइ ल्या। जदि उ नदी क पार कइ लेत ह तउ राजा अउ ओकर लोग नाहीं धरा जइहीं।” 17 याजकन क पूत योनातन अउ अहीमास, एनरोगेल पइ प्रतीच्छा करत रहेन। उ पचे नगर मँ जात भए देखॉइ नाहीं पड़इ चाहत रहेन। एह बरे एक ठु गुलाम लड़की ओनके लगे आइ। उ ओनका सँदेसा दिहस। तब योनातन अउ अहीमास गएन अउर उ पचे इ सँदेसा राजा दाऊद क दिहेन। 18 किन्तु एक लरिका योनातन अउ अहीमास क लखेस। लरिका अबसालोम स कहइ बरे दउड़ा। योनातन अउ अहीमास तेजी स पराइ निकरेन। उ पचे बहारीम मँ एक ठु मनई क घरे पहोंचेन। उ मनई क आँगन मँ एक कुआँ रहा। योनातन अउ अहीमास इ कुआँ मँ उतर गएन। 19 उ मनई क पत्नी देवार पइ एक ठु चादर डाइ दिहस। तब उ पूरे कुआँ क अन्न स ढॉक दिहस। कुआँ अन्न क ढेर जइसा देखॉत रहा, एह बरे कउनो मनई इ नाहीं जान सकत रहा कि योनातन अउ अहीमास हुवाँ छुपा रहेन। 20 अबसालोम क सेवकन उ घरे क मेहरारू क लगे गएन। उ पचे पूछेन, “योनातन अउ अहीमास कहाँ अहइँ?”उ मेहरारू अबसालोम क सेवकन स कहेस, “उ पचे पहिले ही नाला क पार कइ गएन ह।”अबसालोम क सेवकन तब योनातन अउ अहीमास क खोज मँ चले गएन। किन्तु उ पचे ओनका न पाइ सकेन। एह बरे अबसालोम क सेवकन यरूसालेम लउट गएन। 21 जब अबसालोम क सेवक चले गएन, योनातन अउ अहीमास कुआँ स बाहेर आएन। उ पचे गएन अउ उ पचे दाऊद स कहेन, “हाली करा, नदी क पार जा। अहीतोपेल इ सबइ बातन क तोहार खिलाफ करइ बरे जोजना बनावत ह।” 22 तब दाऊद अउ ओकर सबहिं लोग यरदन नदी क पार चले गएन। सूरज निकरइ स पहिले दाऊद क सबहिं लोग यरदन नदी क पार कइ चुके रहेन। 23 अहीतोपेल लखेस कि इस्राएली ओकर सलाह नाहीं मानतेन। अहीतोपेल अपने गदहे पइ काठी धरेस अउर आपन ग्रह-नगर क वापिस हाँकेस। उ अपने परिवार क पच्छ मँ एक वसीयत लिखेस। तब उ अपने क फाँसी लगाइ लिहस। तब अहीतोपेल मर गवा, लोगन ओका ओकरे बाप क कब्र मँ दफनाइ दिहन। 24 दाऊद महनैम पहोंचा।अबसालोम अउ सबहिं इस्राएली जउन ओकरे संग रहेन, यरदन नदी क पार कइ गएन। 25 अबसालोम अमासा क फउज क सेनापति बनाएस। अमासा योआब क जगह लिहस। अमासा इस्राएली यित्रन क पूत-रहा। अमासा क महतारी, सरूयाह क बहिन अउ नाहास क बिटिया, अबीगैल रही (सरूयाह योआब क महतारी रही।) 26 अबसालोम अउ इस्राएलियन आपन डेरा गिलाद प्रदेस मँ डाएन। 27 दाऊद महनैम पहोंचा। सोबी, माकीर अउ बजिर्ल्लै उ ठउरे पइ रहेन। (नाहास क पूत सोबी अम्मोनी नगर रब्बा क रहा। अम्मीएल क पूत माकीर लोदबर क रहा अउर बजिर्ल्लै, गिलाद क रेगलीम स रहा।) 28 उ पचे कहेन, “रेगिस्ताने मँ लोग थके, भुखान अउ पिआसे अहइँ।” एह बरे उ पचे दाऊद अउ ओकरे लोगन क खाइ क बरे इ सबइ चिजियन लिआएन: गोहूँ, जौ, आटा, भूँजी अन्न क फलियन, तिल, झुरान बिआ, सहद, माखन, भेड़िन अउ गइया क दूध क पनीर भी लइ आएन। उ पचे दाऊद अउ ओकर लोगन क खाना परोसेन। उ पचे बिछौना, खोरा अउ माटी क भांडी भी लइ आएन। 29

18:1 दाऊद अपने लोगन क गनेस। उ हजार फउजियन अउर सौ फउजियन क ऊपर सेनापतियन नियुक्त किहेस। 2 दाऊद लोगन क तीन टुकड़ियन मँ बाँटेस, अउर तब दाऊद लोगन क आगे पठएस। योआब क भाई, सरूयाह क पूत अबीसै दूसर एक तिहाई फउज क अगुवाइ किहेस। अउर इत्तै जउन गात स रहा उ बचा भवा एक तिहाइ फउज क अगुवाई किहेस।”राजा दाऊद लोगन स कहेस, “मइँ भी तू लोगन क संग चलब।” 3 किन्तु लोग कहेन, “नाहीं। आप क हमरे संग नाहीं जाइ चाही। काहे? काहेकि हम लोग जुद्ध स परानेन तउ अबसालोम क फउजी परवाह नाहीं करिहीं। जदि हम आधा मार दीन्ह जाइ तउ भी अबसालोम क फउजी पखाह नाहीं करिहीं। किन्तु आप हम लोगन क दस हजार क बराबर अहइँ। आप क बरे अच्छा अहइ कि आप नगर मँ रहइँ। तब, जदि हम क मदद क जरूरत पड़इ तउ आप मदद कइ सकइँ।” 4 राजा अपने लोगन स कहेस, “मइँ उहइ करब जेका आप लोग सवोज्र्त्तिम समुझत हीं।”तब राजा दुआर क बगल मँ खड़ा रहा। फउज आगे बढ़ गइ। उ पचे एक सौ अउ एक हजार क टुकड़ियन मँ गएन। 5 राजा योआब, अबीसै अउ इत्तै क आदेस दिहस: “मोरे बरे इ करा: जुवक अबसालोम क बरे कोमल रहा।” सबहिं लोग अबसालोम क बारे मँ नायकन को राजा क आदेस सुनेन। 6 दाऊद क फउज अबसालोम क इस्राएलियन क खिलाफ रणभूमि मँ गइ। उ पचे एप्रैम क जँगल मँ जुद्ध किहन। 7 दाऊद क फउज इस्राएलियन क हराइ दिहस। उ दिन बीस हजार मनई मारे गएन। 8 जुद्ध पूरे देस मँ फइल गवा। किन्तु उ दिन तरवार स मरइ क अपेच्छा जँगल मँ मनई जियादा मरेन। 9 अइसा भवा कि अबसालोम दाऊद क सेवकन स मिला। अबसालोम बच पराइ बरे अपने खच्चर पइ चढ़ा। खच्चर बिसाल बाँज क बृच्छ क डारन क नीचे गवा। डारन मोटी रहिन अउ अबसालोम क मूँड़ बृच्छ मँ फँस गवा। ओकर खच्चर ओकरे नीचे स पराइ निकरा एह बरे अबसालोम भुइँया क ऊपर लटका रहा। 10 एक ठु मनई इ होत लखेस। उ योआब स कहेस, “मइँ अबसालोम क एक बाँज बृच्छ मँ लटकत लखेउँ ह।” 11 योआब उ मनई स कहेस, “तू ओका मार काहे नाहीं डाया, अउर ओका जमीन पइ काहे नाहीं गिर जाइ दिहा? मइँ तोहका एक जोद्धन-कमरबंध अउ चाँदी क दस सिक्कन देतेउँ।” 12 उ मनई योआब स कहेस, “मइँ राजा क पूत क तब भी चोट पहोंचावइ क कोसिस नाहीं करतेउँ, जहाँ तू मोका हजार चाँदी क सिक्कन देत्या। काहेकि हम लोग, तोहका अबीसै अउ इत्तै क दीन्ह गए राजा क आदेस क सुना। राजा कहेस, ‘होसियार रहा, जुवक अबसालोम क चोट नाहीं पहोंचे।’ 13 जदि मइँ अबसालोम क मार दिहे होतेउँ, तउ राजा खुद एकर पता लगाइ लेतइ अउर तू मोर बचाव बरे नाहीं आत्या।” 14 योआब कहेस, “मइँ तोहरे संग समइ नस्ट नाहीं करब।” अबसालोम अबहुँ बाँज बृच्छ मँ लटका भवा, जिअत रहा। योआब तीन ठु भाला लिहस। उ भालन क अबसालोम पइ लोकाएस। भालन अबसालोम क हिरदइ क बेधत भए निकरि गएन। 15 हुवाँ दस ठु जुवक रहेन जउन योआब क हथियार लेइ जाइवाल रहेन। उ सबइ दस मनई अबसालोम क चारिहुँ कइँती आएन अउर ओका मार डाएन। 16 योआब तुरही बजाएस अउर अबसालोम क सैनिकन क टोलियन क इस्राएली लोगन क पाछा करब बंद करइ क संकेत देत रहेन। इ तरह उ दूसर जुद्ध स लोगन क बचाइ लिहेस। 17 तब योआब क मनइयन अबसालोम क ल्हास उठाएन अउर ओका जँगल क एक बड़के गड़हे मँ फेंक दिहन। उ पचे गड़हे क बहोत स पाथरन स भर दिहन। सबइ इस्राएलियन आपन-आपन घरे क पराइ गएन। 18 जब अबसालोम जिअत रहा, उ राजा क घाटी मँ एक ठु खंभा खड़ा किहे रहा। अबसालोम कहे रहा, “मोर कउनो पूत मोरे नाउँ क चलावइ वाला नाहीं अहइ।” एह बरे उ खम्भा क आपन नाउँ दिहस। एह बरे एका आपन बाद नाउँ दिहेस। इ खम्भा आजु भी “अबसालोम स्मारक” क रूप जाना जात ह। 19 सादोक क पूत अहीमास योआब स कहेस, “मोका अब दउड़ जाइ द्या अउर राजा दाऊद क खबर पहोंचावइ द्या। मइँ ओहसे कहब कि यहोवा ओनका ओनके दुस्मनन क हाथे स अजाद कइ दिहस ह।” 20 योआब अहीमास क जवाब दिहस, “नाहीं, आजु तू दाऊद क खबर नाहीं देब्या। तू खबर कउनो दूसरे समइ पहोंचाइ सकत ह, किन्तु आजु नाहीं काहे? काहेकि राजा क पूत मरि गवा ह।” 21 तब योआब एक कूसी मनई स कहेस, “जा राजा स उ सब कहा जउन तू लख्या ह।” कूसी योआब क प्रणाम किहेस। तब कूसी दाऊद क खबर देइ दउड़ पड़ा। 22 किन्तु सादोक क पूत अहीमास योआब स फुन पराथना किहेस, “जउन कछू भी होइ, ओकर चिन्ता नाहीं, कृपा कइके मोका भी कूसी क पाछे दउड़ जाइ द्या।” योआब कहेस, “बेटे, तू समाचार काहे लइ जाइ चाहत अहा? तू जउन समाचार लइ जाब्या ओकर कउनो पुरस्कार नाहीं मिली।” 23 अहीमास जवाब दिहस, “चाहे जउन होइ, चिन्ता नाहीं, मइँ दाऊद क लगे दउड़ जाब।” योआब अहीमास स कहेस, “दउड़!” तब अहीमास यरदन क घाटी स होइके दउड़ा उ कूसी क पाछे छोड़ गवा!” 24 दाऊद नगर क दुइनउँ फाटकन क बीच बइठा रहा। पहरेदार फाटकन क देवारन क ऊपर छते पइ गवा। पहरेदार धियान स लखेस अउ एक ठु मनई क अकेले दउड़त लखेस। 25 पहरेदार दाऊद स कहइ बरे जोर स गोहराएस।राजा दाऊद स कहेस, “जदि मनई अकेला अहइ तउ उ खबर लावत ह।” मनई नगर क निअरे स निअरे आवत जात रहा। 26 पहरेदार दूसर मनई क दउड़त लखेन। पहरेदार दुआर रच्छक क बोलाएस, “लखा! दूसर मनई अकेले दउड़त बा।” राजा कहेस, “उ भी समाचार लिआवत अहइ।” 27 पहरेदार कहेस, “मोका लागत ह कि पहिला मनई सादोक क पूत अहीमास क तरह दउड़त अहइ।”राजा कहेस, “अहीमास अच्छा मनई अहइ। उ अच्छी समाचार लावत रहा होइ।” 28 अहीमास राजा क गोहराइ क कहेस। “सब कछू बहोत नीक अहइ।” अहीमास राजा क समन्वा प्रणाम करइ निहुरा। ओकर माथा भुइँया क करीब रहा। अहीमास कहेस, “अपने यहोवा परमेस्सर क स्तुति करा। मोर सुआमी राजा, यहोवा ओन मनइयन क हराइ दिहेस ह जउन आप क खिलाफ रहेन।” 29 राजा पूछेस, “का जुवक अबसालोम कुसल स अहइ?” अहीमास जवाब दिहेस, “जब योआब मोका पठएस मइँ बड़ी उत्तेजना भीड़ लखेउँ, किन्तु मइँ नाहीं जानत हउँ कि उ का रहा?” 30 तब राजा कहेस, “हिआँ आ अउर प्रतीच्छा करा।” अहीमास हटके खड़ा होइ गवा अउ प्रतीच्छा करइ लाग। 31 कूसी आवा। उ कहेस, “मोर सुआमी अउर राजा, मोर लगे तोहार बरे अच्छा समाचार अहइ। आजु यहोवा ओन सबइ लोगन क सजा दिहस ह जउन आप क खिलाफ रहेन।” 32 राजा कूसी स पूछेस, “का जुवक अबसालोम कुसल स अहइ?” कूसी जवाब दिहस, “मोका आसा अहइ कि आप क दुस्मन अउर सबहिं लोग जउन आप क खिलाफ चोट करत अइहीं, उ पचे इ जुवक (अबसालोम) क तरह सजा पइहीं।” 33 तब राजा समुझ लिहस कि अबसालोम मर गवा ह। राजा बहोत काँपत रहा ह। उ नगर दुआर क ऊपर क कमरा मँ चला गवा अउर रोएस। जइसे ही उ गवा उ रोवा अउर कहेस, “ऐ मोर पूत अबसालोम, मइँ चाहत हउँ कि मइँ तोहरे बरे मर गवा होत। ऐ अबसालोम, मोर पूत, मोर पूत।”

19:1 लोग योआब क खबर दिहन। उ पचे योआब स कहेन, “लखा, राजा अबसालोम बरे रोवत अहइ अउर बहोत दुखी अहइ।” 2 दाऊद क फउज उ दिन जीत पाए रही। मुला उ दिन सबहिं लोगन बरे बहोत सोक क दिन होइ गवा। इ सोक क दिन रहा, काहेकि लोग सुनेन, “राजा अपने पूत बरे बहोत दुखी अहइ।” 3 लोग नगर मँ चुपचाप आएन। उ पचे ओन लोगन क तरह रहेन जउन जुद्ध मँ पराजित होइ गए होइँ अउ पराइ आए होइँ। 4 राजा आपन मुँहना ढाँपि लिहस। उ जोर-जोर स अउ फूट-पूटि के रोवत रहा, “मोर पूत अबसालोम! मोर पूत, मोर बेटवा।” 5 योआब राजा क महल मँ आवा। योआब राजा स कहेस, “आजु तू आपन सबहिं अधिकारियन क समन्वा अपमानित भवा ह। आजु तोहार सेवकन तोहार जिन्नगी बचाएन। उ पचे तोहरे पूतन, बिटियन, पत्नियन अउ उप-पत्नियन क जिन्नगी क बचाएन। 6 तोहार अधिकारियन अपमानित महसूह करत ह कि तू ओनसे पिरेम करत ह जउन तोहसे घिना करत हीं अउर तू ओनसे घिना करत ह जउन तोाहसे पिरेम करत हीं। आजु तू इ स्पस्ट कइ दिहा ह कि तोहार अधिकारी अउ तोहार लोग तोहरे बरे कछू नाहीं अहइँ। आजु मइँ समुझत हउँ कि जदि अबसालोम जिअत रहत अउ हम सबहिं मार दिए गए होत तउ तोहका बड़ी खुसी होत। 7 “अब खड़ा ह्वा अउ आपन सेवकन स बात करा अउर ओनका प्रोत्साहित करा। मइँ यहोवा क किरिया खाइके कहत हउँ कि जदि तू इ करइ बाहेर नाहीं निकरत्या तउ आजु क रात तोहार कउनो मनई नाहीं बची। बचपन स आजु तलक तोह पइ जेतनी बिपत्तियन आई अहइँ, ओन सब स इ बिपत्ति अउर बदतर होइ।” 8 तब राजा नगर दुआर पइ गवा। खबर फइली कि राजा नगर दुआरे पइ अहइ। एह बरे सबहिं लोग राजा क लखइ आएन।सबहिं अबसालोम क समर्थक इस्राएली अपने घरन क पराइ गए रहेन। 9 इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन क लोग आपुस मँ तर्क-वितर्क करइ लागेन। उ पचे कहेन, “राजा दाऊद हम क पलिस्तियन अउ हमार दूसर दुस्मनन स बचाएस। मुला अब उ अबसालोम क समन्वा स पराइ गवा। 10 हम लोग अबसालोम क अपने ऊपर सासन करइ बरे चुने रहेउँ। किन्तु अब उ जुद्ध मँ मर चुका ह। हम लोगन क दाऊद क फुन राजा बनावइ चाही।” 11 राजा दाऊद याजकन सादोक अउ एब्यातार क सँदेसा पठएस। दाऊद कहेस, “यहूदा क प्रमुखन स बात करा। कहा, ‘तू लोग अन्तिम परिवार समूह काहे अहा जउन राजा दाऊद क अपने राजमहल मँ वापस लिआवइ चाहत अहा? समूचइ इस्राएल मँ राजा क ओकर महल मँ वापिस लिआवइ बरे जउन कछू भी कहा गवा, इ राजा तलक पहोंच गवा ह। 12 तू मोर भाइयन अहा, तू मोरे परिवार अहा। फुन भी तोहार परिवार समूह राजा क महल मँ वापस लिआवइ मँ अन्तिम काहे रहा?’ 13 अउर अमासा स कहा, ‘तू मोरे परिवारे क अंग अहा। जदि तोहका अभी हीं स योआब क जगह पइ सेना क नायक न बनावउँ, तउ परमेस्सर मोका सजा देइ।”‘ 14 दाऊद यहूदा क लोगन क दिल क जीत लिहेस। एह बरे उ पचे एक ठु मनई क तरह एकमत होइ गएन। यहूदा क लोग राजा क सँदेसा पठएन। उ पचे कहेन, “अपने सबहिं सेवकन क संग वापस आवा।” 15 तब राजा दाऊद यरदन नदी तलक आवा। यहूदा क लोग राजा स भेंटइ गिलगाल आएन। उ पचे एह बरे आएन कि उ पचे राजा क यरदन नदी क पार लइ जाइँ। 16 गेरा क पूत सिमी बिन्यामीन परिवार समूह क रहा। उ बहूरीम मँ रहत रहा। सिमी राजा दाऊद स भेंटइ क हाली किहस। सिमी यहूदा क लोगन क संग आवा। 17 सिमी क संग बिन्यामीन परिवार क एक हजार लोग भी आएन। साऊल क परिवार क सेवक सीबा भी आवा। सीबा अपने संग अपने पन्द्रह पूतन अउ बीस सेवकन क लिआवा। इ पचे सबहिं लोग राजा दाऊद स भेंटइ बरे यरदन नदी पइ जल्दी स पहोंचेन। 18 इ सबइ लोग यरदन नदी पार कइके राजा क परिवार क यहूदा मँ वापस लिआवइ मँ मदद करइ बरे, अउर उ सबइ कछू करइ बरे गएन जउन राजा चाहेस, गएन। जब राजा नदी पार करत रहा, गेरा क पूत सिमी ओहसे मिलन आवा। सिमी राजा क समन्वा भुइँया तलक प्रणाम करइ निहुरा। 19 सिमी राजा स कहेस, “मोर सुआमी, जउन मइँ अपराध किहेउँ ओन पइ धियान न देइँ। मोर सुआमी राजा, ओन बुरे करमन क याद न करइँ जेनका मइँ तब किहेउँ जब आप यरूसलेम क तजेन। 20 मइँ जानत हउँ कि मइँ पाप किहेउँ ह। मोर सुआमी राजा, इहइ कारण अहइ कि आजु मइँ यूसुफ क परिवार क पहिला मनई हउँ जउन आप स मिलइ आवा ह।” 21 किन्तु सरूयाह क पूत अबीसै कहेस, “सिम्मी क जरूर मरइ चाही काहेकि इ यहोवा दुआरा अभिसिक्त भवा राजा क सरापेस।” 22 दाऊद कहेस, “सरूयाह क पूतो, मइँ तोहरे संग का करउँ? आजु तू मोरे खिलाफ अहा। आजु इस्राएल मँ कउनो मनई मारा नाहीं जाइ चाही। आजु मइँ जानत हउँ कि मइँ इस्राएल क राजा हउँ।” 23 तब राजा सिम्मी स कहेस, “तू मरब्या नाहीं।” राजा सिम्मी क बचन दिहस कि उ सिमी क खुद नाहीं मारी। 24 साऊल क पोता मपीबोसेत राजा दाऊद स भेंटइ आवा। मपीबोसेत उ सारे समइ तलक अपने गोड़न क फिकर नाहीं किहेस, अपनी मूँछन क कतरेस नाहीं या अपने ओढ़नन क नाहीं धोएस जब तलक राजा यरूसलेम तजइ क पाछे फुन: सान्ति क साथ वापस नाहीं आइ गवा। 25 जब मपीबोसेत यरूसलेम मँ राजा क लगे मिलइ आवा, राजा ओहसे प्रस्न पूछेस: “मपीबोसेत तू मोरे संग उ समइ काहे नाहीं आया जब मइँ यरूसलेम स भाग गवा रहेउँ?” 26 मपीबोसेत जवाब दिहस, “हे राजा, मोर सुआमी। मोर सेवक सीबा मोका मूरख बनाएस। मइँ सीबा स कहेउँ, ‘मइँ विकलांग हउँ। एह बरे गदहे पइ काठी लगावा। तब मइँ गदहे पइ बइठव, अउर राजा क संग जाब।’ 27 किन्तु मोर सेवक मोका धोखा दिहस। मोरे बारे मँ आप स बुरी बातन कहेस। किन्तु हे, मोर सुआमी अउ राजा, परमेस्सर क एक सरगदूत क समान अहइ। आप उहइ करइँ जउन आप उचित समुझत हीं। 28 आप मोरे पितामह क सारे परिवार क मार दिहे होतेन। किन्तु आप इ नाहीं किहन। आप मोका ओन लोगन क संग रखेन जउन आप क मेज पइ खात हीं। एह बरे मइँ राजा स कउनो बात बरे सिकाइत करइ क अधिकार नाहीं राखत।” 29 राजा मपीबोसेत स कहेस, “अपनी समस्यन क बारे मँ जियादा कछू जिन कहा। मइँ इ निर्णय करत हउँ। तू अउ सीबा भुइयाँ क बँटवारा कइ सकत ह।” 30 मपीबोसेत राजा स कहेस, “सीबा क सारी भुइँया लइ लेइ द्या। काहे? काहेकि मोर सुआमी राजा अपने महल मँ सान्तिपूर्वक लउट आएन ह।” 31 गिलाद क बजिर्ल्लै रोगलीम स आवा। उ राजा दाऊद क संग नदी तलक आवा। उ राजा क संग, यरदन नदी पार करावइ बरे गवा। 32 बजिर्ल्लै बहोत बूढ़ा मनई रहा। उ अस्सी बरिस क रहा। जब दाऊद महनैम मँ ठहरा रहा तब उ ओका भोजन अउ दूसर चिजियन दिहे रहा। बजिर्ल्लै इ सब कइ सकत रहा काहेकि उ बहोत धनी मनई रहा। 33 दाऊद बजिर्ल्लै स कहेस, “नदी क पार मोरे संग चला। जदि तू मोरे संग यरूसलेम मँ रहब्या तउ हुवाँ मइँ तोहार देखभाल करब।” 34 किन्तु बजिर्ल्लै राजा स कहेस, “का आप जानत हीं कि मइँ केतना बूढ़ा हउँ? का आप सोचत हीं कि मइँ आप क संग यरूसलेम का जाइ सकत हउँ? 35 मइँ अस्सी बरिस क हउँ। मइँ ऍतना जियादा बुढ़वा अहउँ कि मइँ इ नाहीं बताइ सकत कि नीक का अहइ अउर बुरा का अहइ। मइँ ऍतना जियादा बुढ़वा हउँ कि मइँ जउन खात पिअत हउँ ओकर सुआद नाहीं लइ सकत हउँ। मइँ ऍतना बुढ़वा हउँ कि मनसेधुअन अउ मेहरारूअन क गावइ क अवाज भी नाहीं सुन सकत। एह बरे मोका काहे आपन सुआमी राजा बरे एक बोझा बन के जोर जाइ चाही? 36 मइँ आप क ओर स पुरस्कार नाहीं चाहत। मइँ आप क संग यरदन नदी क पार करब। 37 मुला, कृपा कइके मोका वापस लउट जाइ द्या। तब मइँ अपने नगर मँ मरब अउर अपने महतारी-बाप क कब्र मँ दफनावा जाब। मुला इ किम्हाम आप क सेवक होइ सकत ह। मोर सुआमी राजा ओका अपने संग लउटइ देइँ। जउन आप चाहइँ, ओकरे संग करइँ।” 38 राजा जवाब दिहस, “किम्हाम मोरे संग लउटी। मइँ तोहरे कारण ओह पइ दयालु रहब। मइँ तोहरे बरे कछू भी कइ सकत हउँ।” 39 राजा बजिर्ल्लै क चूमेस अउर ओका आसीर्बाद दिहस। बजिर्ल्लै घरे लउट गवा अउर राजा सबहिं लोग क साथ नदी क पार वापस गएन। 40 यरदन नदी क पार होइके पाछे, राजा गिलगाल गवा। किम्हाम ओकरे संग गवा, यहूदा क सबहिं लोग अउ आधे इस्राएल क लोग दाऊद क नदी क पार पहोंचाएन। 41 सबहिं इस्राएली राजा क लगे आएन। उ पचे राजा स कहेन, “हमार भाई यहूदा क लोग, आप क चुराइ लइ गएन अउर आप क अउर आप क परिवार क, आप क लोगन क संग यरदन नदी क पार लइ आएन। काहे?” 42 यहूदा क सबहिं लोग इस्राएलियन क जवाब दिहन, “काहेकि राजा हमारा निचके क रिस्तेदार अहइ। इ बात क बरे आप लोग हम लोगन स कोहान काहे अहइँ? हम लोग राजा क कीमत पइ खइया क नाहीं खावा ह। राजा हम लोगन क कउनो भेंट नाहीं दिहस।” 43 इस्राएलियन जवाब दिहन, “हम लोग दाऊद मँ दस भागपावत अही। एह बरे हम लोगन क अधिकार दाऊद पइ तोहसे जियादा अहइ। किन्तु तू लोग हम लोगन उपेच्छा किहा। काहे? कउन हमार राजा क सब स पहिले वापस लिआवइ क बात किहस।”यह बरे यहूदा क लोग इस्राएल क लोगन क बड़ा गन्दा जवाब दिहन।

20:1 उ जगह पइ एक परेसानी पइदा करइवाल बिक्री क पूत सेबा नाउँ क मनई रहा। सेबा बिन्यामीन परिवार समूह क रहा। उ तुरही बजाएस अउर कहेस,“हम लोगन क कउनो हींसा दाऊद मँ नाहीं अहइ, यिसै क पूत मँ हम पचन क कउनो अंस नाहीं अहइ। पूरे इस्राएली, हम लोग अपने डेरन मँ घरे चले।” 2 तब इस्राएलियन दाऊद क छोड़ दिहन, अउर बिक्री क पूत सेबा क अनुसरण किहन। किन्तु यहूदा क लोग अपने राजा क संग लगातार यरदन नदी स यरूसलेम तलक बने रहेन। 3 दाऊद अपने घरे यरूसलेम क आवा। दाऊद अपनी उप-पत्नियन मँ स दस क घरे क देखभाल क बरे छोड़े रहा। दाऊद एन मेहररूअन क एक बिसेस घरे मँ रखेस। उ घरे क चारिहुँ कइँती रच्छकन राखेस। मेहररूअन उ घरे मँ तब तलक रहिन जब तलक उ पचे मरी नाहीं। दाऊद ओनका भोजन दिहस, किन्तु ओनके संग सारीरिक सम्बंध नाहीं किहस। उ पचे मरइ क समइ तलक राँड़ रहिन। 4 राजा अमासा स कहेस, “यहूदा क लोगन स कहा कि उ पचे मोहसे तीन दिन क भीतर मिलइँ, अउर तोहका भी हिआँ आवइ क होइ अउर मोरे समन्वा खड़ा होइ क होइ।” 5 तब अमासा यहूदा क लोगन क एक संग बोलावइ गवा। किन्तु उ, जेतना समइ राजा दिहे रहा, ओहसे जियादा समइ लिहस। 6 दाऊद अबीसै स कहेस, “बिक्री क पूत सेबा हम लोगन बरे ओहसे भी जियादा खतरनाक अहइ जेतना अबसालोम रहा। एह बरे मोरे सेवकन क ल्या अउर सेबा क पाछा करा। हाली करा एसे पहिले कि उ किलाबन्द नगर मँ घुस जाइ अउर हम लोगन स बच के निकल जाइ।” 7 योआब क मनई करेती, पलेती अउ फउजी यरूसलेम स बाहेर गएन। उ पचे बिक्री क पूत सेबा क पाछा किहन। 8 जब योआब अउर फउज गिबोन क बड़ा चट्टान तलक आइ, अमासा ओनसे मिलइ आवा। योआब अपने फउजी पोसाक मँ रहा। योआब पेटी बाँध रखे रहा। ओकर तरवार ओकरे म्यान मँ रही। 9 योआब अमासा स पूछेस, “भाई, तू हर तरह कुसल स तउ अहा?”योआब चूमइ बरे अपने दाएँ हाथ स, अमासा क ओकरी डाढ़ी क सहारे धरेस। 10 अमासा उ तरवार पइ धियान नाहीं दिहेस जउन ओकरे हाथे मँ रही। योआब अमासा क पेट मँ तरवार घुसेड़ दिहस अउर ओकर आँतन भुइँया पइ आइ पड़िन। योआब क अमासा पइ दुबारा चोट नाहीं करइ पड़ी, उ पहिले ही मर चुका रहा।तब योआब अउ ओकर भाई अबीसै दुइनउँ बिक्री क पूत सेबा क खोज जारी किटन। 11 योआब क जुवकन मँ स एक ठु मनई अमासा क ल्हासे क लगे खड़ा रहा। उ जुवक कहेस, “हर एक मनई जउन योआब अउ दाऊद क समर्थन करत ह, ओका योआब क अनुसरण करइ चाहीं।” 12 अमासा क ल्हास सड़क बीच मँ रहा सड़क ओकर खून स ढाँपि गवा। जुवकन लखेन कि सभी लोग ल्हास क लखइ बरे रुकत रहेन। एह बरे उ अमासा क ल्हास क लइ गवा अउर ओका मइदान मँ रख दिहस। तब उ अमासा क ल्हास पइ एक ठु कपड़ा डाइ दिहस। 13 जब अमासा क ल्हास सड़किया स हटाइ लीन्ह गवा, सबहिं लोग ओकर पीछे चलेन अउ योआब क अनुसरण किहन। उ पचे बिक्री क पूत सेबा क पाछा करइ योआब क संग गएन। 14 बिक्री क पूत सेबा सबहिं इस्राएल क परिवार समूहन स होत भवा आबेल बेतमाका पहोंचा। सबहिं बेरी लोग भी एक संग गएन अउर उ पचे सेबा क अनुसरण किहन। 15 योआब अउ ओकर लोग आबेल बेतमाका आएन। योआब क फउज नगर क घेर लिहस। उ पचे नगर देवार क सहारे माटी क ढेर लगाएन। अइसा करइ क पाछे उ पचे देवार क ऊपर चढ़ सकत रहेन। तब योआब क फउजियन ओका नीचे गिरावइ बरे देवार स पाथरन क निकालइ सुरू किहन। 16 एक बुद्धिमती मेहरारू नगर क ओर स चिचिआइ। उ कहेस, “मोरउ सुना। योआब क हिआँ बोलावा। मइँ ओहसे बात करइ चाहत हउँ।” 17 योआब उ मेहरारू क लगे बात करइ गवा। उ मेहरारू पूछेस, “का तू योआब अहा?” योआब जवाब दिहस, “हाँ, मइँ अहउँ।”तब उ मेहरारू योआब स कहेस, “मइँ जउन कहउँ सुना।” योआब कहेस, “मइँ सुनत हउँ।” 18 तब उ मेहरारू कहेस, “पुराने जमाने मँ लोग कहत रहेन, ‘आबेल मँ सलाह माँगा तब समस्या सुलझ जाइ।’ 19 मइँ इस्राएल क राजभक्त अउ सान्ति क चहेता लोगन मँ स एक हउँ। तू इस्राएल क एक महत्वपूर्ण नगर क नस्ट करत अहा। तोहका, उ कउनो भी चीज, जउन यहोवा क अहइ, नस्ट नाहीं करइ चाही।” 20 योआब कहेस, “नाहीं, मइँ कछू भी नस्ट नाहीं करइ चाहत। 21 मुला हुवाँ तोहार नगर मँ एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस क एक ठू मनई अहइ। उ बिक्री क पूत सेबा अहइ। उ राजा दाऊद क बिरूद्ध होइ गवा ह। जदि तू ओका मोरे लगे लिआवा तउ मइँ नगर क सान्त छोड़ देबउँ।”उ मेहरारू कहेस, “बहोत ठीक, ओकर मूँड़ देवारे क ऊपर स तोहरे बरे लोकाइ दीन्ह जाइ।” 22 तब उ मेहरारू बड़ी बुद्धिमानी स नगर क सबहिं लोगन स बातन किहस। लोग बिक्री क पूत सेबा क मूँड़ काट डाएन। तब लोग योआब बरे सेबा क मूँड़ नगर क देवार स लोकाइ दिहन। एह बरे योआब तुर्रुही बनाएस अउर फउज नगर क तजि दिहस। हर एक मनई अपने घरे मँ गवा, अउर योआब राजा क लगे यरूसलेम लउटा। 23 योआब इस्राएल क सारी फउज क नायक रहा। यहोयादा क पूत बनायाह, करेतियन अउ पलेतियन क संचालन करत रहा। 24 अदोराम ओन लोगन क संचालन करत रहा जउन कठिन मेहनत करइ बरे मजबूत रहेन। अहीलूद क पूत यहोसापात इतिहासकार रहा। 25 सेबा साही सचिव रहा। सादोक अउ एब्यातात याजक रहेन। 26 अउर याईरी ईरा दाऊद क याजक रहा।

21:1 दाऊद क सासन काल मँ भुखमरी आवा। इ लगातार तीन बरिस तलक रही। दाऊद यहोवा स पराथना किहेस। यहोवा जवाब दिहस, “इ भुखमरी क कारण साऊल अउ ओकर हत्यारा परिवार अहइ। अब भुखमरी आइ काहेकि साऊल गिबोनियन क मार डाएस।” 2 (गिबोनी इस्राएली नाहीं रहेन। उ पचे अइसे एमोरियन क समूह रहेन जउन अबहुँ तलक जिअत छोड़ दीन्ह गए रहेन। इस्राएलियन गिबोनियन स प्रतिग्या किहे रहेन कि उ पचे ओन क चोट नाहीं पहूँचइहीं। किन्तु साऊल इस्राएल अउ यहूदा क लोगन क बारे मँ आपन भावना क कारण ओन लोगन क मारइ क जतन किहेन)राजा दाऊद गिबोनी क एक संग बटोरेस। उ ओनसे बातन किहस। 3 दाऊद गिबोनी स कहेस, “मइँ आप लोगन बरे का कइ सकत हउँ? मोका इस्राएलियन क पापन क हटावइ बरे का करइ चाही। जेहसे आप लोग यहोवा क लोगन क आसीर्बाद दइ सकइँ?” 4 गिबोनी दाऊद स कहेस, “साऊल अउ ओकरे परिवार क लगे एतना सोना-चाँदी नाहीं अहइ कि उ पचे ओका कीमत चुकाइ सकइँ जउन उ पचे किहेन। किन्तु हम लोगन क लगे इस्राएल क कउनो मनई क भी मारइ क अधिकार नाहीं अहइ।” दाऊद पूछेस, “किन्तु मइँ तोहरे बरे का कइ सकत हउँ?” 5 गिबोनी दाऊद स कहेस, “साऊल हमरे खिलाफ जोजनन बनाएस। उ हमरे सबहिं लोगन क, जउन इस्राएल मँ रहत अहइँ, नस्ट करइ क जतन किहस। 6 साऊल क सात पूतन क हम लोगन क सुर्पुद करा। साऊल यहोवा क चुना भवा राजा रहा। तब हम लोग ओनका साऊल क गिबा पर्वत पइ यहोवा क समन्वा फाँसी चढ़ाइ देब।”राजा दाऊद कहेस, “मइँ ओन पूतन क तोहका दइ देब।” 7 किन्तु राजा योनातन क पूत मपीबोसेत क रच्छा किहेस। योनातन साऊल क पूत रहा। दाऊद यहोवा क नाउँ पइ योनातन स प्रतिग्या किहे रहा। एह बरे राजा मपीबोसेत क ओनका चोट नाहीं पहोंचावइ दिहस। 8 किन्तु राजा अमोर्नी अउर मपीबोसेत क जउन रिस्पा अउर साऊल क पूतन क रहेन, लिहस। रिस्पा अय्या क बिटिया रही। राजा रिस्पा क एन दुइ पूतन अउ साऊल क बिटिया मेरब क पाँचहु पूतन क लिहस। उ महोल नगर क निवासी बजिर्ल्लै क पूत अद्रीएल स बियाह किहे रहेन। 9 दाऊद एन सात पूतन क गिबोनियन क सुर्पुद कइ दिहस। तब गिबोनियन ओनका यहोवा क समन्वा गिबा पर्वत पइ फाँसी दइ दिहस। सबइ सातहुँ पूत एक संग मरेन। उ पचे फसल क कटनी क पहिले दिन मार डाए गएन। जौ क कटनी सुरु होइ जात रही। 10 अय्या क बिटिया रिस्पा सोक क वस्त्र लिहेस अउ ओका चट्टान पइ रख दिहस। उ वस्त्र फसल क कटनी सुरू होइ स लइके जब तलक बर्खा भइ चट्टान पइ पड़ा रहा। दिन मँ रिस्पा अपने पूतन क ल्हास क अकासे क पंछियन क जरिये छुअइ नाहीं देत रही। राति क रिस्पा खेतन क जनावरन क अपने पूतन क ल्हासन क छुअइ नाहीं देत रही। 11 लोग दाऊद क बताएन, जउन कछू साऊल क उप-पत्नी, अय्या क बिटिया रिस्पा करत रही। 12 तब दाऊद साऊल अउ योनातन क अस्थियन याबेस गिलाद क लोगन स लिहस। (याबेस क मनइयन एन अस्थियन क बेतसान क सार्वजनिक चौ-राहे स चुरइ लिहे रहेन, जहाँ पलिस्तियन साऊल अउ योनातन क ल्हासन क लटकावा रहा।) 13 दाऊद, साऊल अउ ओकर पूत योनातन क अस्थियन क याबेस गिलाद से लिआवा। तब लोग सात मनइयन क ल्हासन क बटोरेन, जउन फाँसी पइ चढ़ाइ दिन्ह ग रहेन। 14 उ पचे साऊल अउ ओकर पूत योनातन क अस्थियन क बिन्यामीन छेत्र क, जेला जगह मँ दफनाएस। लोग ल्हासन क साऊल क बाप कीस क कब्र मँ दफनाएन। लोग उ सब किहन जउन राजा आदेस दिहस। तब परमेस्सर देस क बरे कीन्ह गइ ओकर पराथना सुनेस। 15 पलिस्तियन इस्राएलियन क खिलाफ जुद्ध छेड़ेन। दाऊद अउ ओकर लोग पलिस्तियन स लड़इ गएन। किन्तु दाऊद थक गवा अउर कमजोर होइ गवा। 16 यिसबोबनोब एक दैत्यरहा। यिसबोबनोब क भाले क वजन साढ़े सात पौण्ड रहा। यिसबोबनोब क लगे एक ठु नई तरवार रही। उ दाऊद क मार डावइ क जतन किहेस। 17 किन्तु सरूयाह क पूत अबीसै उ पलिस्ती क मार डाएस अउ दाऊद क जिन्नगी क बचाएस।तब दाऊद क लोग दाऊद स प्रतिग्या किहेस। उ पचे ओहसे कहेन, “तू हम लोगन क संग भविस्स मँ जुद्ध करइ नाहीं जाइ सकत्या। जदि तू फुन जुद्ध मँ जात ह अउर मार दीन्ह जात ह तउ इस्राएल अपने सब स बड़े मार्ग दर्सक क खोइ देइ।” 18 ओकरे पाछे पलिस्तियन क संग गोब मँ दूसर जुद्ध भवा। हूसाई सिब्बकै सप नाउँ क एक दूसर दैत्य क मार डाएस। 19 तब गोब मँ पलिस्तियन क बिरूद्ध दूसर जुद्ध छिड़ा। यारयोरगीम क पूत एलहनान जउन बेतलेहेम क रहा, लहमी क मार डाएस जउन गात स गोल्यात क भाइ रहा। लहमी क भाला जुलाहे क छड़े क बराबर लम्बा रहा। 20 गात मँ फुन दूसर जुद्ध सुरू भवा। हुवाँ एक बिसाल मनई रहा। उ मनई क हर एक हाथे मँ छ: छ: उँगरियन अउ हर एक गोड़े मँ छ: छ: अँगूठे रहेन। सब मिलाइके ओकर चौबीस उंगरियन अउ अंगूठे रहेन। उ मनई भी दैत्यन मँ स एक रहा। 21 इ मनई इस्राएल क संग दलाली किहेस अउर ओनका ललकारेस। किन्तु योनातन इ मनई क मार डाएस। (योनातन दाऊद क भाई सिमी क पूत रहा।) 22 इ सबइ चारिहुँ मनई दैत्य रहेन जउन गत क रहेन। उ पचे सबहिं दाऊद अउ ओकरे लोगन क जरिये मारे गएन।

22:1 दाऊद यहोवा बरे इ गीत गाएस जब यहोवा ओका साऊल अउर ओकर दूसर दुस्मनन स बचाएस। 2 यहोवा मोर चट्टान, मोर गढ़, मोर सरण-ठउर अहइ। 3 मइँ परमेस्सर मोर चट्टान अहइ। मई सुरच्छा बरे एह पई दउड़ सकत ही। परमेस्सर मोर ढाल अहइ। ओकर सक्ती मोका बचावत ह। यहोवा मोर ऊँच गढ़ अहइ, अउर मोर सुरच्छा क जगह अहइ। मोर परमेस्सर क्रूर दुस्मन स मोर रच्छा करत ह। 4 यहोवा जउन अराधना क योग्य अहा! मइँ मदद बरे यहोवा क गोहराएउँ। यहोवा मोका मोरे दुस्मनन स बचाएस ह। 5 मोर दुस्मन मोका मारइ चाहत रहेन। मउत-तरंगन मोका लपेट लिहन। मइँ बाढ़ दुआरा पकड़ लीन्ह गवा रहा जउन मोका मृत्यु क जगह पई लइ जात रहा ह। 6 कब्र क लसुरियन मोरे चारिहुँ ओर लिपटिन, मइँ मउत क जालि मँ फँसेउँ। 7 मइँ बिपत्ति मँ रहा, किन्तु मइँ यहोवा क गोहराएउँ। हाँ, मइँ अपने परमेस्सर क गोहराएउँ, उ अपने उपासना-घरे मँ रहा, उ मोर पुकार सुनेस, मोर मदद क पुकार ओकरे काने मँ पड़ी। 8 तब धरती मँ काँप भइ, धरती डोल उठी, अकासे क नीव काँप उठेन। काहे? काहेकि यहोवा कोहान रहा। 9 ओकरी नाक स धुआँ निकरा, ओकरे मुँहे स आग क सोला छिटकिन, ओहसे दहकत अंगारन निकरि पड़ेन। 10 यहोवा अकासे क फाड़िके खोल डाएस, अउर खाले आवा। उ सघन करिया मेघ पइ खड़ा भवा। 11 यहोवा करूब दूत पइ बइठा, अउर उड़ा, उ हवा क पंखन पइ चढ़िके उड़ गवा। 12 यहोवा तम्बू क जइसा करिया मेघन क अपने चारिहुँ कइँती लपेट लिहस। उ सघन मेघन मँ जल जमा किहेस। 13 ओकर तेज एतना प्रखर रहा, माना बिजुरी क चमक हुवँइ स आई होइ। 14 यहोवा गगन स गरजा। परमेस्सर, बहोत ऊँचा, बोला। 15 यहोवा बाण स दुस्मनन क बिखराएस, यहोवा बिजुरी पठएस, अउर लोग भय स भागेन। 16 यहोवा तू जोर स बोलेस अउर जोरदार हवा तोहार नाथुन स निकलेस। ऍह बरे हुआँ धरती क नेंव अउ सागर क तल सबइ क लखइ बरे प्रदसिर्त कीन्ह गवा रहेन। 17 यहोवा गगन स खाले पहोंचा, यहोवा मोका धइ लिहस, उ मोका गहरे जल (बिपत्ति) स निकार लिहस। 18 उ ओन लोगन स बचाएस, जउन घिना करत रहेन, मोहसे मोर दुस्मन मोहसे जियादा ताकतवर रहेन, एह बरे उ मोर रच्छा किहस। 19 मइँ बिपत्ति मँ रहा, जब मोरे दुस्मनन क मोह पइ हमला भवा, किन्तु मोर यहोवा मोर मदद किहस। 20 यहोवा मोका सुरच्छा मँ लइ आवा, उ मोर रच्छा किहस, काहेकि उ मोहसे पिरेम करत ह। 21 यहोवा इमानदारी क अनुसार मोका पुरस्कार देत ह। यहोवा मोका पुरस्कार देत ह काहेकि मोर हाथ पाप रहित अहइँ। 22 काहे? काहेकि मइँ यहोवा क नेमन क पालन किहेउँ। मइँ अपने परमेस्सर क खिलाफ पाप नाहीं किहेउँ। 23 मइँ सदा याद करत हउँ यहोवा क निर्णय, मइँ ओकरे नेमन क मानत हउँ। 24 यहोवा जानत ह-मइँ अपराधी नाहीं अहउँ, मइँ अपने क पापन स दूर रखत हउँ। 25 इहइ कारण अहइ कि यहोवा मोका मोर ईमानदारी क अनुसार पुरस्कार देत ह, मइँ निआव मँ उचित रहत हउँ। यहोवा लखत ह, कि मइँ स्वच्छ जिन्नगी बितावत हउँ। 26 जदि कउनो मनई तोहसे पिरेम करी तउ तू, आपन पिरेम स पूर्ण दाया ओह पइ करब्या। जदि कउनो तोहरे बरे सच्चा अहइ, तब तू भी ओकरे बरे सच्चा होब्या। 27 जदि कउनो तोहरे बरे अच्छी जिन्नगी बितावत ह, तब तू ओकरे बरे अच्छा बनब्या। किन्तु जदि कउनो मनई तोहरे खिलाफ होत ह, तब तू भी ओकरे बिरुद्ध होब्या। 28 तू बिनम्र लोगन मदद करत ह। किन्तु तू घमण्डी लोगन क अपमानित करत ह। 29 यहोवा तू मोर दीपक अहा, यहोवा मोरे चारिहुँ ओर क अँधेरे क प्रकास मँ बदलत ह। 30 तू फउजिन क दल क हराबइ मँ मोर मदद करत ह। परमेस्सर क सक्ती स मइँ देवार क ऊपर चढ़ सकत हउँ। 31 परमेस्सर क सक्ती पूर्ण अहइ। यहोवा क बचन क जाँच होइ चुकी अहइ। यहोवा रच्छा बरे, अपने लगे पराइवाले हर मनई क ढाल अहइ। 32 यहोवा क अलावा कउनो दूसर परमेस्सर नाहीं, हमरे परमेस्सर क अलावा दूसर कउनो आस्रय-सिला नाहीं। 33 परमेस्सर मोर मजबूत गढ़ अहइ। उ सुद्ध आतिमन क ओकर राह पइ रहइ बरे मदद करत ह। 34 यहोवा मोरे गोड़न क हिरन क गोड़न-स तेज बनावत ह, उ उच्च ठउरन पइ मोका मजबूत करत ह। 35 यहोवा मोका जुद्ध बरे सिच्छा देत ह। अउर मोर भुजा पीतर क धनुस क चलाइ सकत हीं। 36 परमेस्सर तू मोर रच्छा करत ह अउर जीत मँ मोर मदद करत ह। तू दुस्मन क हराइ बरे मोर मदद किहेस ह। 37 मोर गोड़न अउ टख़नन क मज़बूत करा, जेहसे मोर गोड़ फिसलइ नाहीं। 38 मइँ अपने दुस्मनन क पाछा, ओनका नस्ट करइ तलक किहेउँ। मइँ तब तलक नाहीं लउट सकत हउँ, जब तलक दुस्मन नस्ट नाहीं भएन। 39 मइँ अपने दुस्मनन क नस्ट किहेउँ ह, मइँ ओनका पूरी तरह नस्ट किहेउँ ह, उ पचे फुन उठ नाहीं सकतेन, हाँ मोर दुस्मन मोरे गोड़न क तले गिरेन। 40 परमेस्सर तू मोका जुद्ध बरे, ताकतवर बनाया। तू मोरे दुस्मनन क हराया ह। 41 तू मोरे दुस्मनन क भगाया ह, एह बरे मइँ ओन लोगन क हराइ सकत हउँ, जउन मोहसे घिना करत हीं। 42 मोर दुस्मनन मदद बरे लखेन, किन्तु ओनकर रच्छक कउनो नाहीं रहा। उ पचे यहोवा स मदद माँगेन, मुला उ ओनका जवाब नाहीं दिहस। 43 मइँ अपने दुस्मनन क कूटिके टूकन-टूकन करत हउँ, उ पचे भुइँया पइ धूरि स होइ जात हीं। मइँ ओनका सड़क क कींच क तरह रौंद दिहेउँ। 44 तू तब मोका उ लोगन स बचाएस ह जउन मोरे बिरुद्ध लड़ाई किहन। तू मोका रास्ट्रन क सासक बनाए रख्या। लोग मोर सेवा करिहीं, जेनका मइँ अबहुँ तलक नाहीं जानत हउँ! 45 दूसर भूइँया क लोग मोर आग्या मानत हीं, जइसे ही सुनत हीं, तउ हाली ही मोर आग्या मानत हीं। 46 दूसर देसन क लोग भयभीत होइहीं, उ पचे अपने छिपइ क जगहियन स भय स काँपत निकरिहीं। 47 यहोवा जीवित अहइ। मइँ आपन चट्टान क स्तुति करत हउँ। परमेस्सर महान अहइ, उ चट्टान अहइ जउन मोर रच्छा करत ह। 48 उ परमेस्सर अहइ, जउन मोरे दुस्मनन क मोरे बरे सजा देत ह। उ लोगन क मोरे अधीन करत ह। 49 यहोवा तू मोका मोरे दुस्मनन स बचाएस ह। हाँ, तू उ लोगन क हराइ मँ मदद किहेस ह जउन मोरे खिलाफ उठेस। तू मोका क्रूर लोगन स बचाएस ह। 50 हे यहोवा, इहइ कारण अहइ कि मइँ रास्ट्रन क बीच मँ तोहका धन्यवाद दिहेउँ, इहइ कारण अहइ कि मइँ तोरे नाउँ क स्तुति गीत गावत हउँ। 51 यहोवा अपने राजा क मदद, बहोत स जुद्ध मँ बिजय पावइ मँ करत ह, यहोवा अपने अभिसिक्त भवा राजा पइ सच्चा पिरेम अउ दाया दिखावत ह। उ दाऊद अउ ओकर सन्तान पइ सदा दयालु रहब।

23:1 इ सबइ यिसै क पूत दाऊद क अन्तिम सब्द अहइँ, दाऊद इ गीत गाएस:इ सँदेस उ मनई स रही जेका परमेस्सर महान बनाएस, उ याकूब क परमेस्सर क जरिये चुना गवा राजा अहइ, उ इस्राएल क प्रिय गायक अहइ। 2 यहोवा क आतिमा मोरे माध्यम स बोलेस। ओकर सब्द मोरी जीभ पइ रहेन। 3 इस्राएल क परमेस्सर बातन किहन। इस्राएल क आस्रय, चट्टान मोहसे कहेस, “उ मनई जउन लोगन पइ निआउपूर्ण सासन करत ह, उ मनई जउन परमेस्सर क सम्मान दइके हुकूमत करत ह। 4 उ भिंसारे क प्रकास क नाईर् होइ; उ मनई मेघहीन सबेरे क तरह होइ, उ मनई उ बर्खा के बाद धूप क नाईर् होइ; बर्खा जउन भुइँया मँ कोमर घास उगावत ह।” 5 परमेस्सर मोरे परिवार क ताकतवर बनाए रहा। परमेस्सर मोरे संग सदा ही क बरे एक ठु वाचा किहेस, परमेस्सर मोर संग इ हमेसा रहइवालन करार क सच्चा अउर सुरच्छित बनाएस ह। एह बरे उ मोका हर बिजय दिलाउब्या। उ मोर सबइ इच्छा क पूरा करब! 6 मुला सबहिं बुरे मनई काँटन क तरह अहइँ। लोग काँटन क नाहीं पकड़ कइ नाहीं रखतेन, उ पचे ओनका दूर लोकाइ देत हीं। 7 जदि कउनो मनई ओनका छुअत ह, तउ उ पचे भाले क दण्ड क तरह चुभत हीं जउन काठे अउ लोहा स बना होइ। उ पचे ओन काँटन क तरह होइहीं। उ पचे आगी मँ झोंक दीन्ह जइहीं, अउर उ पचे पूरी तरह भस्म होइ जइहीं। 8 दाऊद क फउजियन क नाउँ इ सबइ अहइँ: तहकमोनी क रहइवाला योसेब्यस्सेबेत। योसेब्यस्सेबेत राजा क बिसेस सैनिकन क प्रमुख रहा। योसेब्यस्सेबेत एक दाईर् मँ आठ सौ मनइयन क मारे रहा। 9 ओह स अगला अहोही स दोदै क पूत एलीआजर रहा। एलीआजर ओन तीन बहादुरन मँ स एक रहा, जउन दाऊद क संग उ समइ रहेन जब उ पचे पलिस्तियन क चुनौती दिहे रहेन। पलिस्तियन एक संग जुद्ध बरे तब आए रहेन, किन्तु इस्राएली फउज भाग गए रहेन। 10 एलीआजर पलिस्तियन क संग तब तलक लड़त रहा जब तलक उ बहोत थक नाहीं गवा। किन्तु उ अपनी तरवार क मजबूते स धरे रहा अउर जुद्ध करत रहा। उ दिन यहोवा इस्राएलियन क बड़की बिजय दिहस। लोग तब आएन जब एलीआजर जुद्ध जीत चुका रहा। किन्तु उ पचे सिरिफ मृत फउजन स अस्त्र-सस्त्र अउ कवचन लेइ बरे आएन। 11 ओकरे बाद हरार क रहइवाला आगे क पूत सम्मा रहा। पलिस्ती एक संग मसूर क खेत मँ लड़इ बरे आए रहेन। लोग पलिस्तियन क समन्वा स पराइ गए रहेन। 12 सम्मा खेते क बीच खड़ा रहा। उ ओकर रच्छा किहेस अउर पलिस्तियन क हराइ डाएस। उ समइ यहोवा बड़की बिजय दिहस। 13 एक दाईर् जब दाऊद अदुल्लाम क गुफा मँ रहा। तीस जोधन मँ स तीन दाऊद क लगे आएन। इ सबइ तीनहुँ मनई अदुल्लाम क गुफा तलक रेगंत भए दाऊद क लगे आएन। पलिस्ती फउज आपन डेरा रपाईम क घाटी मँ डाए रही। 14 उ समइ दाऊद किले मँ रहा। पलिस्तियन क एक फउज टुकरी बेतलेहेम मँ रहेन। 15 दाऊद क बड़ी इच्छा रही कि ओका गृह-नगर क पानी मिलइ। दाऊद कहेस, “ओह, मइँ चाहत हउँ कि कउनो मनई बेतलेहेम क नगर-दुआर क लगे क कुएँ क पानी मोका देइ।” 16 किन्तु तीनहुँ जोधा पलिस्ती फउज क संग लड़त भए आपन मारग स निकल गएन। एन तीनहुँ बहादुरन बेतलेहेम क नगर-दुआर क निचके क कुएँ स पानी निकारेन। तब तीनहुँ बहादुर दाऊद क लगे पानी लइके आएन। किन्तु दाऊद पानी पिअइ स इन्कार कइ दिहस। उ यहोवा क समन्वा ओका भेंटन क रूप मँ भुइँया पइ डाइ दिहस। 17 दाऊद कहेस, “यहोवा, मइँ एका पी नाहीं सकतेउँ। इ ओन मनइयन क खून पिअइ जइसा होइ जउन अपनी जिन्नगी क मोरे बरे खतरे मँ डाएन।” इहइ कारण रहा कि दाऊद उ पानी पिअब अस्वीकार किहस। एन तीनहुँ जोधन उ तरह क अनेक कारज किहेन। 18 सरूयाह क पूत, योआब क भाई अबीसै तीनहुँ जोधन क प्रमुख रहा। अबीसै अपने भाले क उपयोग तीन सौ दुस्मनन पइ किहस अउर ओनका मार डाएस। उ ऍतना ही प्रसिद्ध भवा कि जेतने तीन ठु जोधा। 19 अबीसै बाकी तीन जोधन स जियादा सम्मान पाएस। उ ओनकर प्रमुख होइ गवा, यद्यपि उ ओन मँ स एक नाहीं रहा। 20 यहोयादा क पूत बनायाह एक रहा। उ ताकतवर मनई क पूत रहा। उ कबसेल क निवासी रहा। बनायाह अनेक बहादुरी क काम किहस। बनायाह मोआब क अरियल क दुई उत्तम फउजियन क मार डाएस। जब बर्फ गिरत रही, बनायाह एक ठु गड़हे मँ खाले गवा अउर एक ठु सेर क मार डाएस। 21 बनायाह एक ठु मिस्री क मारेस जउन ताकतवर जोधा रहा। मिस्री क हाथे मँ एक ठु भाला रहा। किन्तु बनायाह क हाथे मँ एक ठु लाठी रही। बनायाह मिस्री क हाथे क भाले क धइ लिहस अउर ओहसे छोर लिहस। तब बनायाह मिस्री क भाले स मिस्री क मार डाएस। 22 यहोयादा क पूत बनायाह उ तरह क अनेक काम किहेस। बनायाह तीन बहादुरन क जइसा प्रसिद्ध रहा। 23 बनायाह क तीन जोधन स भी अधिक सम्मान पाएस, किन्तु उ तीन जोधन मँ स नाहीं रहा। बनायाह क दाऊद अपने रच्छकन क प्रमुख बनाएस। 24 तीस जोधन मँ स एक ठु योआब क भाई असाहेल रहा। तीस जोधन क समूह मँ स दूसर मनई इ सबइ रहेन: बेतलेहेम क दोदो क पूत एल्हानन; 25 हेरोदी सम्मा, हेरोदी एलीका, 26 पेलेती हेलेस, तकोई इक्केस क पूत इरा; 27 अनातोती क एबीएजेर; हूसाई मबुन्नै; 28 अहोही सल्मोन, नतोपाही महरै; 29 नतोपाही क बाना क पूत हेलेब, बिन्यामीनी गिबा क रीबै क पूत हुत्तै; 30 पिरातोनी बनायाह, गास क नालों क हिद्दै; 31 अराबाई अबीअल्बोन, बहूरीमी अजमावेत; 32 सालबोनी एल्याहबा, यासेन क पूतन; 33 हरारी सम्मा क पूत योनातान, हरारी सारार क पूत अहीआम; 34 माकाई अहसबै क पूत एलीपेलेप्त, गीलोई अहीतोपेल क पूत एलीआम; 35 कम्मेज्र्लि हेस्रो, अराबी पारै; 36 सोबाई क नातान क पूत यिगाल, गादी बानी; 37 अम्मोनी सेलेक, बेरोती क नहरै; (नहरै सरूयाह क पूत योआब क कवच लइ जात रहा); 38 येतेरी ईरा, येतेरी गारेब; 39 अउर हित्ती ऊरिय्याह सब मिलाइके इ सबइ सैंतीस रहेन।

24:1 यहोवा फुन इस्राएल क बिरुद्ध कोहाइ गवा। उ दाऊद क इस्राएलियन क बिरुद्ध इ कहत भवा भड़काएस, “जा, इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क गना।” 2 राजा दाऊद फउज क सेनापति योआब स कहेस, “इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन मँ दान स बेसेज्र्बि तलक जा, अउर लोगन क गना। तब मइँ जान सकब कि हुवाँ केतने मनइयन अहइँ।” 3 किन्तु योआब राजा स कहेस, “यहोवा तोहार परमेस्सर आप क सौ गुना लोग स आसिस देइ अउर आप क आँखिन इ घटित भवा लखि सकइँ। किन्तु आप इ काहे करइ चाहत हीं?” 4 राजा दाऊद मजबूती स योआब अउ फउज क सैनापितयन क लोगन क गणना करइ क आदेस दिहस। एह बरे योआब अउ फउज क सैनापितयन दाऊद क हिआँ स इस्राएल क लोगन क गनइ गएन। 5 उ पचे यरदन नदी क पार किहेन। उ पचे आपन डेरा अरोएर मँ डाएन। ओनकर डेरा नगर क दाहिनी ओर रहा। (इ नगर गाद क घाटी क बीच मँ याजेर जाइ क रस्ता मँ रहा) 6 तब उ पचे तहतीम्होदसी क भूइँया क सारे रास्ता स होइके गिलाद क गएन। उ पचे दान्यान अउ सीदोन क चारिहुँ ओर गएन। 7 उ पचे सोर क किला क गएन। उ पचे हिब्बियन अउ कनानियन क सबहिं नगरन क गएन। उ पचे दकिाखनी यहूदा मँ बेसेज्र्बि क गएन। 8 उ पचे समूचे भुइँया क भ्रमण कइ चुके रहेन। उ पचे नौ महीने बीस दिन बाद यरूसलेम आएन। 9 योआब लोगन क सूची राजा क दिहस। इस्राएल मँ आठ लाख मनई रहेन जउन तरवार भाँज सकत रहेन अउर यहूदा मँ पाच लाख मनई रहेन। 10 तब दाऊद क अन्तरात्मा गनती करइ क पाछे ओका परीसान कइ सुरू किहेस। दाऊद यहोवा स कहेस, “मइँ इ कार्य कइके बहोत घोर अपराध किहेउँ। यहोवा, मइँ पराथना करत हउँ कि तू मोरे पाप क छिमा करा। मइँ बड़की बेवकूफी किहेउँ ह।” 11 जब दाऊद भिंसारे उठा, यहोवा क सँदेसा गाद नवी क मिला जउन दाऊद क द्रस्टा रहा। 12 यहोवा गाद स कहेस, “जा, अउर दाऊद स कहा, ‘यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ। मइँ तोहका तीन बिकल्प देत हउँ। ओनमाँ स एक क चुना जेका मइँ तोहरे बरे करउँ।”‘ 13 गाद दाऊद क लगे गवा अउर उ बातन किहस। गाद दाऊद स कहेस, “तीन मँ स एक क चुना:1। तोहरे बरे अउर तोहरे देस क बरे सात बरिस क भुखमरी।2। तोहार दुस्मन तोहार पाछा तीन महीने तलक करइँ।3। तोहरे देस मँ तीन दिन तलक बीमारी फइलइ।एकरे बारे मँ सोचा अउर निर्णय करा कि मइँ एन मँ स यहोवा जउन मोका पठएस ह, क कउन स चीज बतावउँ।” 14 दाऊद गाद स कहेस, “मइँ फुरइ परेसानी मँ हउँ। किन्तु एह बरे यहोवा क मोका सज़ा देइ द्या उ बहोत दयालु अहइ। मोका मनइयन स दण्डित जिन होइ द्या।” 15 एह बरे यहोवा इस्राएल मँ महामारी पठएस। इ भिंसारे सुरू भइ अउर इ तब तलक रहा जब तलक उ चाहेस। दान स बेसेज्र्बि तलक सत्तर हजार लोग मर गएन। 16 सरगदूत आपन बाँह यरूसलेम कइँती ओका नस्ट करइ बरे उठाएन। किन्तु जउन बुरी बातन भइन ओनके बरे यहोवा बहोत उदास भवा। यहोवा उ सरगदूत स कहेस कउन लोगन क नस्ट करत ह, “बहोत होइ चुका। अपनी बाँह नीचे करा।” यहोवा क सरगदूत यबूसी यरौना क खरिहाने स किनारे रहा। 17 दाऊद उ सरगदूत क लखेस जउन लोगन क मारेस। दाऊद यहोवा स बातन किहस। दाऊद कहेस, “मइँ पाप किहेउँ ह। मइँ गलत किहेउँ ह। किन्तु इ लोग मोर अनुसरण भेड़ी क नाईर् किहन। उ पचे कउनो गलती नाहीं किहन। कृपा कइके सजा मोका अउर मोरे बाप क परिवार क द्या।” 18 उ दिन गाद दाऊद क लगे आवा। गाद दाऊद स कहेस, “जा अउर एक वेदी यबूसी अरौना क खरिहान मँ यहोवा बरे बनावा।” 19 तब दाऊद उ सबइ काम किहेस जउन गाद करइ क कहेस। दाऊद यहोवा क आदेसन क पालन किहस। दाऊद अरौना स भेंटइ गवा। 20 जब अरौना निगाह उठाएस, उ राजा दाऊद अउर ओकरे सेवकन क अपने लगे आवत लखेस। अरौना बाहेर निकरा अउ आपन माथा धरती पइ टेकत भए प्रणाम किहेस। 21 अरौना कहेस, “मोर सुआमी, राजा, तू आपन सेवक क लगे काहे आया ह?” दाऊद जवाब दिहस, “तोहसे खरिहान बेसहइ बरे। तब मइँ यहोवा बरे वेदी बनाइ सकत हउँ। तब बेमारी रुक जाइ।” 22 अरौना दाऊद स कहेस, “मोर सुआमी राजा, आप कछू भी बलि-भेंट क बरे लइ सकत हीं। हिवाँ कछू गइयन सबइ होमबलि बरे अहइँ। आगी क काठ बरे दँवरी क औजार अउ बर्धन क जुआ भी अहइ। 23 हे राजा! मइँ आप क हर एक चीज देत हउँ।” अरौना राजा स इ भी कहेस, “यहोवा तोहार परमेस्सर तोह पइ खुस होइ।” 24 मुला राजा अरौना स कहेस, “नाहीं। मइँ तोहसे फुरइ कहत हउँ, मइँ तोहसे भुइँया क ओकरी कीमत पइ बेसहब। मइँ यहोवा अपने परमेस्सर क कछू भी अइसी होमबलि नाहीं चढ़ाउब जेकर कउनो मूल्य मइँ नाहीं दिहे होउँ।”एह बरे दाऊद खरिहान अउ गइयन क चाँदी क पचास सेकेल स बेसहेस। 25 तब दाऊद हुवाँ यहोवा क बरे एक ठु वेदी बनाएस। दाऊद होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएस।यहोवा देस बरे ओकर पराथना अंगीकार किहस। यहोवा इस्राएल मँ बेरामी रोक दिहस।