Amos

1:1 आमोस क सँदेसा। आमोस तकोइ नगर क गड़रिया रहा। यहूदा क राजा उज्जिय्याह क सासन काल अउ इस्राएल क राजा योआस क पूत यारोबाम क सासन काल मँ आमोस क इस्राएल क बारे मँ दर्सन भवा। इ भूकम्प क दुइ बरिस पहिले भवा। 2 आमोस कहेस: “यहोवा सिय्योन मँ सेर क तरह दहाड़ी। यहोवा क दहाड़ यरूसलेम मँ होइ। गड़रियन क हरिअर मइदान झुराइ जइहीं। हिआँ तलक कि कमेर्ल पर्वत भी झुराई।” 3 इ सबइ यहोवा कहत ह: मइँ दमिस्क क लोगन क ओनके जरिये कीन्ह गए अपराधन क सजा जरूर देब। काहेकि उ पचे गिलाद क, अन्न भूसा स अलग करइवाले लोहा क औजारन स पीटेस। 4 एह बरे मइँ हजाएल क घर (सिरिया) मँ आगी लगाउब, अउर उ आगी बेन्हदद क ऊँच किलन क नस्ट करी। 5 मइँ दमिस्क क दुआर क मजबूत छड़न क भी तोड़ देब। आवेन क घाटी मँ सिंहासन पइ बइठइवाले मनई क भी मइँ नस्ट करबउँ। अराम क लोग हार जइहीं। लोग ओनका बंदी बनाइके कीर देस मँ लइ जइहीं। यहोवा उ सबइ कहेस।” 6 यहोवा इ कहत ह: “मइँ निहचइ ही अज्जा क लोगन क जरिये कीन्ह गए अनेक पापन बरे ओनका सजा देब। काहेकि उ पचे लोगन क एक समूचे रास्ट्र क पकड़ेन अउ दास क रूप मँ एदोम क पठए रहेन। 7 “एह बरे मइँ अज्जा सहर क देवारे पइ आगी लगाउब। इ आगी अज्जा क महत्व स भरे भए किलन क नस्ट करी। 8 मइँ असदोद मँ राजसिंहासन पइ बइठइवाले मनई क नस्ट करबउँ। मइँ अस्कलोन मँ राजदाण्ड धारण करइवाले राजा क नस्ट करब। मइँ एव्रोन क लोगने क सजा देबउँ। तब अबहिं तलक जिअत बचे भए पलिस्ती मरिहीं।” परमेस्सर यहोवा इ सब कहेस। 9 यहोवा इ सब कहत ह: “मइँ निहचइ ही सोर क लोगन क ओनके जरिये कीन्ह गए अनेक अपराधन बरे सजा देब। काहेकि उ पचे लोगन्क एक समूचे रास्ट्र क पकड़ेन अउर एदोम क दास क रूप मँ पठए रहेन। उ पचे उ वाचा क याद नाहीं रखेन जेका उ पचे आपन भाइयन (इस्राएल) क संग किहे रहेन। 10 एह बरे मइँ सोर क देवारन पइ आगी लगाउब। उ आगी सोर क ऊँच मीनारन क नस्ट करी।” 11 यहोवा इ सब कहत ह: “मइँ निहचइ ही एदोम क लोगन क ओनके जरिये कीन्ह गए अनेक अपराधन बरे सजा देबउँ। काहेकि एदोम आपन भाई क पाछा तरवार लइके किहस। एदोम तनिक भी दाया नाहीं देखाँएस। एदोम क किरोध बराबर बना रहा। उ जंगली जनावर क तरह इस्राएल क चीर-फाड़ करत रहा। 12 एह बरे मइँ तेमान मँ आगी लगाउब। उ आगी बोस्रा क ऊँच किलन क नस्ट करी।” 13 यहोवा इ सबइ कहत ह: “मइँ निहचइ ही अम्मोन क लोगन क ओनके जरिये कीन्ह गए अनेक अपराधन बरे सजा देब। काहेकि उ पचे गिलाद मँ गर्भवती मेहररूअन क मार डाएन। अम्मोनी लोगन एह बरे किहन कि उ पचे उ देस क लइ सकइँ अउर आपन देस क बड़का कइ सकइँ। 14 “एह बरे मइँ रब्बा क देवार पइ आगी लगाउब। इ आगी रब्बा क ऊँच किलन क नस्ट करी। जुद्ध क दिन इ आगी लागी। इ आगी एक अइसे दिन लागी जब तुफानी दिन मँ आँधियन चलत रही होइहीं। 15 “तब एनकर राजा अउर प्रमुख धइ लीन्ह जइहीं। उ सबइ एक संग बंदी बनाइके लइ जावा जइहीं।” यहोवा उ इ सब कहेस ह।

2:1 यहोवा इ सब कहत ह: “मइँ मोआब क लोगन क एनके जरिये कीन्ह गए अपराधन क जरूर सजा देबउँ। काहेकि मोआब एदोम क राजा क हड़्डियन क बारिके चूना बनाएस। 2 एह बरे मइँ मोआब मँ आगी लगाउब अउर उ आगी करिय्योत क ऊँच किलन क नस्ट करी। हुआँ खउफनाक चिचियाहट अउ तुर्रही क अवाज होइ, अउर मोआब मरि जाइ। 3 एह बरे मइँ मोआब क राजा लोगन क समाप्त कइ देबउँ अउर मोआब क सबहिं प्रमुखन क मारि डाउब।” यहोवा उ सबइ कहेस। 4 यहूदा इ कहत ह: “मइँ यहूदा क ओकरे जरिये कीन्ह गए अनेक अपराधन बरे जरूर सजा देबउँ। काहेकि उ पचे यहोवा क आदेसन क माइन स इन्कार किहन। उ पचे ओनके आदेसन क नाहीं मानेन। ओनकर पुरखन झूठ पइ बिसवास किहेन अउर ओन लबार बातन यहूदा क लोगन स परमेस्सर क अनुसरण करब छोड़ाएन। 5 एह बरे मइँ यहूदा मँ आगी लगाउब अउर इ आगी यरूसलेम क ऊँच किलन क नस्ट कइ देइ। 6 यहोवा इ कहत ह: “मइँ इस्राएल क ओनके जरिये कीन्ह गए अपराधन बरे सजा जरूर देबउँ। काहेकि उ पचे चाँदी क टूकन बरे नीक अउ भोले-भाले लोगन क दास क रूप मँ बेचेस। उ पचे एक जोड़ी जूता खातिर गरीब लोगन क बेचेन। 7 उ पचे गरीब लोगन क धक्का दइके मुँहे क बले गिराएन अउर उ पचे ओनका वुचरत भए गएन। उ पचे कस्ट भोगन भए लोगन क एक ठु नाहीं सुनेन। पिता लोगन अउ पूतन एक ही जवान मेहरारु क संग तने स संबंध कायम किहेन, उ पचे मोरे पवित्तर नाउँ क अपवित्तर किहेन ह। 8 “उ पचे गरीब लोगन क ओढ़नन क लिहन अउ उ पचे ओन पइ गलीचन क तरह तब तलक बइठेन जब तलक उ पचे वेदी पइ पूजा करत रहेन। उ पचे गरिबन क ओनकर ओढ़नन क रेहन रखिके सिक्कन उधार दिहन। उ पचे लोगन क जुर्माना देइ क मजबूर किहन अउर उ जुर्माने क रकम स आपन परमेस्सर क मन्दिर मँ पिअइ बरे दाखरस खरीदेन। 9 “मुला मइँ ही ओनकर पहिले एमोरियन क नस्ट किहे रहेउँ। एमोरी लोग ऊँच बरगदे क बृच्छ क नाईर् रहेन। उ पचे ओतने सक्तीवाले रहेन जेतने बांज क बृच्छ। मुला मइँ ओनके ऊपरे क फल अउ ओनके खाने क जड़न क नस्ट किहेउँ। 10 “उ मइँ ही रहेउँ जउन तू पचन्क मिस्र देस स निकारिके वाएउँ। चालीस बरिस तलक मइँ तू पचन्क रेगिस्ताने स होइके लाएउँ। मइँ तू पचन्क एमोरियन क भुइँया पइ कब्जा कइ लेइ मँ मदद दिहेउँ। 11 मइँ तू पचन्क कछू पूतन क नबी बनाएउँ। मइँ तोहरे सबन्क नउजवानन मँ स कछू क नाज़ीर बनाएउँ। इस्राएल क लोगो, इ फुरइ अहइ।” यहोवा इ सबइ कहेस। 12 “मुला तू लोग नाज़ीर लोगन क दाखरस पियाया। तू पचे नवियन क भविस्सवानी करइ स रोक्या। 13 तू लोग मोरे बरे भारी बोझा क नाई अहा। मइँ उ गाड़ी क तरह हउँ जउन बहोतइ जियादा अनाजे से लदी होइके कारण निहुरी होइ। 14 कउनो भी मनई बचिके नाहीं निकरि पाइ, हिआँ तलक कि सब स जियादा दौड़इवाला भी। सक्तीवाले मनसेधू भी काफी सक्तीवाला नाहीं रहिहीं। फउजियन आपन क बचाइ नाहीं पइहीं। 15 धनुस अउ बानवाले भी नाहीं बचि पइहीं। तेज दउड़इवाले भी नाहीं बचि पइहीं। घुडसवार भी जिअत पराइ नाहीं पइहीं, 16 उ समइ, बहोतइ बीर जोधा भी नंगे हाथन भाग खड़ा होइहीं। ओनका आपन ओढ़ना तलक पहिरइ तलक क समइ भी नाहीं मिली।” यहोवा इ सबइ कहेस ह।

3:1 इस्राएल क लोगो, इ संदेसा क सुना। यहोवा तोहरे पचन्क बारे मँ इ सब कहेस ह। इ सँदेसा ओन सबहिं इस्राएलि परिवारन बरे अहइ जेनका मइँ मिस्र देस स बाहेर लियाएउँ ह। 2 “पृथ्वी पइ अनेक परिवार अहइँ। मुला तू पचे अकेल्ले अहा जेका मइँ बिसेस धियान देइ बरे चुनेउँ। मुला तू पचे मोरे खिलाफ होइ गया। एह बरे मइँ तू पचन्क सबहिं पापन्बरे सजा देबउँ।” 3 दुइ मनइयन एक संग नाहीं चल सकतेन जब तलक उ पचे कउनो वाचा नाही करइँ। 4 जंगल मँ सेर आपन सिकार क धरइ क पाछे ही गरजत ह। अगर कउनो जवान सेर आपन माँद मँ ही गरज होइ तउ ओकर सकेत इहइ अहइ कि उ आपन सिकार क धइ लिहस ह। 5 कउनो चिरइया भुइँया पइ जालि मँ तब तलक नाहीं पड़ी जब तलक ओहमाँ कउनो चुग्ग न होइ अउर अगर जालि बन्द होइ जाइ तउ उ चिरइया क फँसाइ लेइ। 6 अगर कउनो तुर्रही खतरा क चितउनी देइ तउ लोग डर स जरूर काँपि उठिहीं। अगर कउनो मुसीबत कउनो सहर मँ आवइ तउ ओका यहोवा पठएस। 7 मोर सुआमी यहोवा कछू भी करइ क निहचइ कइ सकत ह। मुला कछू भी करइ स पहिले उ आपन सेवक नबियन क आपन छुपी योजना बनाइ। 8 अगर कउनो सेर दहाड़ी तउ लोग डेराइ जइहीं। अगर यहोवा कछू भविस्सवक्ता स कही तउ भविस्सवाणी करी। 9 असदोद अउ मिस्र क ऊँच किलन पइ जा अउर इ सँदेसा क घोसणा करा: “सोमरोन क पर्वतन पइ जा। हुआँ तू पचे बहोत गड़बड़ी पउब्या। काहेकि लोग नाहीं जानतेन कि धमीर् कइसे रहा जात ह। उ पचे दूसर लोगन क बरे वूर रहेन। उ पचे दूसर लोगन स चिजियन लेत रहेन अउर ओन चिजियन क आपन ऊँच किलन मँ छुपावत रहेन। ओनकर खजानन चोरी अउर जबर दस्ती लीन्ह गइ ओनकर चिजियन स भरा अहइँ।” 10 11 एह बरे यहोवा कहत ह, “उ देस मँ दुस्मन आइ। उ दुस्मन तोहार पचन्क सक्ती लइ लेइ। उ ओन चिजियन क लइ लेइ जेनका तू पचे आपन किलन मँ छुपाइ रख्या ह।” 12 यहोवा इ कहत ह, “जइसे जब कउनो सेर कउनो मेमना पइ झपट्टा मारत ह तउ गड़रिया उ मेमना क सिरिफ कउनो हींसा ही बचाइ सकत ह। उ सेर क मुँहे स ओकर दुइ गोड़, या ओकर काने क एक हींसा क ही खेच सकत ह। ठीक इहइ तरह इस्राएल क जियादा लोग नाहीं बचाइ जाइ सकिहीं। सामरिया मँ रहइवाले लोग आपन बिछौना क कउनो कोना या आपन चौकी क पाया ही बचाइ पइहीं।” 13 मोर सुआमी सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा इ कहत ह: “याकूब (इस्राएल) क परिवारे क लोगन क इ सबइ बातन क चिताउनी द्या। 14 इस्राएल पाप किहेस अउर मइँ ओनकर पापन बरे ओनका सजा देब। मइँ बेतेल क वेदी क भी नस्ट करब। वेदी क सींगन काटि दीन्ह जइहीं अउर उ सबइ भुइँया पइ भहराइ जइहीं। 15 मइँ गर्मी क घरे क संग सदीर् क मौसम क घरे क भी नस्ट करब। हाथी दाँत स सजा घर भी नस्ट होइहीं। अनेक घर नस्ट कीन्ह जइहीं।” यहोवा इ सबइ कहत ह।

4:1 सोमरोन क पहाड़े पइ मोटी गइयन मोर बात सुना। तू पचे गरीब लोगन क दबावत अहा। तू पचे ओन गरीबन के ऊपर गुज़र जात ह। तू पचे आपन भतारन स कहति अहा, “पिअइ बरे हमरे बरे कउनो दाखमघु लिआवा।” 2 मोर सुआमी यहोवा आपन पवित्तर नाउँ स प्रतिग्या किहेस, कि तू पचन पइ मुसीबतन अइहीं। दुस्मन तोहमाँ स हर एक मछरी क नाईं लेइ जाब्या जेका काँटन स पकरइ जाइ तलक कछू पता नाहीं रहत ह। 3 उ तोहार पचन्क सहर नस्ट होइ। तू पचे देवारन क छेदन स सहर क बाहेर जाब्या। तू पचे आपन आपका ल्हासन क ढेरन पइ लोकउब्या।यहोवा इ सबइ कहत ह: 4 “बेतेल जा अउ पाप करा। गिलान जइ अउर जियादा पाप करा। आपन बलियन क भेंट भिंसारे करा। तीन दिन वाले पवित्तर दिनन मँ अपनी फसल क दसवँा हींसा लिआवा। 5 अउर खमीर क संग बनी धन्यवाद भेंट चढ़ावा। हर एक क स्वेच्छा भेंट क बारे मँ बताया। इस्राएल, तू पचे ओनका करब पसन्द करत अहा। एह बरे जा अउर उहइ करा।” यहोवा इ कहेस 6 “मइँ तू पचन्क अपने लगे बोलावइ बरे कई काम किहेउँ। मइँ तू पचन्क खाइ क कछू नाहीं दिहेउँ। तू पचन्क कउनो भी सहर मँ खइया क नाहीं रहा। मुला तू पचे मोरे लगे वापस नाहीं लउट्या।” यहोवा इ सबइ कहेस। 7 “मइँ बर्खा भी बन्द किहेउँ अउर इ फसल पाकइ क तीन महीना पहले भवा। एह बरे कउनो फसल नाहीं भइ। तब मइँ एक सहर पइ बर्खा होइ दिहेउँ मुला दूसर सहर पइ नाहीं। बर्खा देस क एक हींसा मँ भइ। मुला देस क दूसर हींसन मँ भुइँया बहोत सुखाइ गइ। 8 एह बरे दो या तीन सहरन स लोग पानी लिआवइ बरे दूसर सहरन क लड़खड़ात भए गएन। मुला हुआँ भी हर एक मनई बरे काफी जल नाहीं मिला। तउ भी तू पचे मोरे लगे मदद बरे नाहीं आया।” यहोवा इ सबइ कहेस। 9 “मइँ तू पचन्क फसलन क गर्मी अउ बेरामी स मारि डाएउँ। मइँ तू पचन्क बागन अउ अंगूरे क बगीचन क नस्ट किहेउँ। टिड़्डयन तू पचन्क अंजीरे क बृच्छन अउ जइतून क बृच्छन क खाइ डाएन। मुला फुन भी तू पचे मोरे लगे मदद क नाहीं आया।” यहोवा इ सबइ कहेस। 10 “मइँ तू पचन्क खिलाफ महामारियन वइसे ही पठएउँ जइसे मइँ मिस्र मँ पठए रहेउँ। मइँ तू पचन्क नउजवानन क तरवार क घाट उतारि दिहेउँ। मइँ तू पचन्क घोड़न लइ लिहेउँ। मइँ तू पचन्क डेरन क ल्हासन क दुर्गन्ध स भरेउँ। मुला तबहुँ भी तू पचे मोरे लगे मदद क वापस नाहीं लउट्या।” यहोवा इ सबइ कहेस। 11 “मइँ तू पचन्क वइसे ही नस्ट किहेउँ जइसे मइँ सदोम अउ अमोरा क नस्ट किहेउँ। इ दुइनउँ सहरन पूरी तरह नस्ट किन्ह गए रहेन। तू लोगन मँ स बचा भवा आगी स हींची गइ बरत छड़ी तरह रह्या। मुला तउ पइ भी तू पचे फुन भी मदद बरे मोरे लगे नाहीं लउट्या।” यहोवा इ सबइ कहेस। 12 “एह बरे इस्राएल मइँ तोहेर सबन्क संग इ सब करब। मइँ तोहरे साथ इ करब। इस्राएल आपन परमेस्सर स मिलइ बरे तइयार होइ जा। 13 मइँ कउन हउँ? मइँ उहइ हउँ जउन पर्वतन क बनाएउँ। मइँ तोहार परान बनाएउँ। मइँ लोगन क आपन विचार बताएउँ। मइँ ही भिंसारे क साँझे मँ बदलत हउँ। मइँ पृथ्वी क ऊपर क पर्वतन पइ चलत हउँ। मइँ कउन हउँ? मोर नाउँ यहोवा, फउजन क परमेस्सर अहइ।”

5:1 इस्राएल क लोगो, इ सँदेसा क सुना, इ सोक सँदेसा तोहेर पचन्क बारे मँ अहइ। 2 इस्राएल क वुँवारी गिर गइ अहइ। उ अब कबहुँ नाहीं उठी। उ धूरि मँ पड़ी अकेल्ली तजि दीन्ह ग अहइ। ओका उठावइवाला कउनो मनई नाहीं अहइ। 3 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “हजार फउजियन क संग सहर स जाइवाले अफसर सिरिफ सउ फउजियन क संग लउटिहीं। सउ फउजियन क संग सहर तजइवाले अफसर सिरिफ दस फउजियन क संग लउटिहीं।” 4 यहोवा इस्राएल क घराने स इ कहत ह: “मोर खोज करत आवा अउ जिअत रहा। 5 मुला बेतेल मँ न खोजा। गिल्गाल जिन जा। सीमा क पार न करा अउर बेर्सेबा न जा। गिल्गाल क लोग बन्दी क रूप मँ लइ जावा जइहीं अउर बेतेल नस्ट कीन्ह जाइ। 6 यहोवा क लगे जा अउर जिअत रहा। अगर तू पचे यहोवा हिआँ नाहीं जाब्या, तउ यूसुफ क घरे मँ आगी लगी। आगी यूसुफ क परिवारे क नस्ट करी अउर बेतेल मँ कउनो भी रोक नाहीं पाई। 7 तू पचन्क मदद बरे यहोवा क लगे जाइ चाही। इ उहइ अहइ जउन कचपचिया अउ मृगसिरा क बनाएस। उ अँधियारा क भिंसोर प्रकास मँ बदल दत ह। उ दिन क अँधेरी रात मँ बदल देत ह। उ समुद्दर द जल क उठाइके ओका पृथ्वी पइ बरसावत ह। ओकर नाउँ यहोवा अहइ उ सक्तीवाले सहरन क मजबूत किलन क ढहाइ देत ह।”लोगो, तू पचन्क बरे इ बहोतइ बुरा होइ। तू पचे अच्छाई क क़ड़ुवाहट मँ बदल दिहा। तू पचे अच्छाई क मार डाया अउर एका धूरि मँ मिलाइ दिहा। 8 9 10 नबी समाज क ठउरन पइ जात हीं अउर ओन बुरे करमन क खिलाफ बोलत हीं जेनका लोग करत रहत हीं। मुला लोग ओन नबियन स घिना करत हीं। नबी फुरइ कहत हीं, मुला लोग ओन नबियन स घिना करत हीं। 11 तू पचे गरीबन स गैर मुनासिब कर वसूलत अहा। तू पचे ओनसे ढेर क गोहँू लेत ह अउ इ धने क उपयोग तू पचे तरासे भए पाथरन स सुन्नर महल बनावइ मँ करत अहा। मुला तू पचे ओन महलन मँ नाहीं रहब्या। तू पचे अंगूरन क बेलन क सुन्नर खेत बनावत अहा। मुला तू पचे ओनसे पाई दाखरस क नाहीं पीब्या। 12 कहेकि मइँ तू पचन्क अनेक पापन्क जानत हउँ। तू पचे, फुरइ ही, कछू बुरे करम किह्या ह। तू पचे मुनासिब काम करइवालन क चोट पहोंचाया। तू पचे घूस क रूप मँ धन लिहा। गरीब लोगन क संग अनेक मुकदमन मँ तू पचे निआव नाहीं किह्या। 13 उ समइ बुद्धिमान चुप रइहीं। काहे काहेकि इ बुरा समइ अहइ। 14 तू पचे कहत अहा कि परमेस्सर मोरे संग अहइ। एह बरे नीक करम करा, बुरा नाहीं। तब तू पचे जिअन रहब्या अउ सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा फुरइ ही तोहेर सबन्क संग होइ। 15 बुराई स घिन करा। अच्छाई स पिरेम करा। कचहरी मँ निआव वापस लिआवा अउ तब संभव अहइ कि सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा यूसुफ परिवारे क बचे भए लोगन पइ दयालु होइ। 16 इहइ कारण अहइ कि मोर सुआमी सर्वसक्तीमान परमेस्सर इ कहत अहइ, “लोग सबहिं समाज क ठहरन मँ रोइहीं, लोग सड़कियन पइ रोइहीं। लोग पेसेवर रोवइवालन क भाड़ा पइ रखिहीं। 17 लोग अंगूरे क सबहिं खेतन मँ रोइहीं। काहेकि मइँ हुआँ स निकरब अउर तू पचन्क सजा देबउँ।” यहोवा इ सब कहेस ह। 18 तू पचन मँ स कछू यहोवा क निआव क खास दिन क लखइ चाहत हीं। तू पचेे उ दिन क काहे लखइ चाहत अहा? यहोवा क खास दिन तोहरे पचन्क बरे अँधियारा लिआई उजियारा नाहीं। 19 तू पचे कउनो सेरे क समन्वा स बचिके पराइ निकरइवाले अइसे मनई क नाईं होब्या जेह पइ भागत समइ रीछ हमला कइ देत ह अउर फुन जब उ रीछ स भी बचिके निकरिके कउनो घरे मँ जाइ घुसत ह तउ हुआँ देवारे पइ हथवा धरत ही, साँप डसि लेत ह। 20 एह बरे यहोवा क खास दिन अँधियारा लिआई, उजियारा नाहीं, इ सोक क समइ होइ उल्लास क नाहीं। 21 “मइँ तोहार पचन्क पवित्तर दिनन स घिना करत हउँ। मइँ ओनका कबूल नाहीं करब। मइँ तोहार पचन्क धर्म क सभन क आनन्द नाहीं लेतेउँ। 22 अगर तू पचे होमबलि अउ अन्नबलि अउ भी देब्या तउ मइँ अँगीकार नाहीं करब। तू पचे जउन मोटवार जनावरन क सान्ति-भेंट क रूप मँ देब्या ओनका मइँ भी लखब भी नाहीं। 23 तू पचे हिआँ स सोरगुलवाले गीतन क दूर करा। मइँ तोहरी पचन्क वीणा क संगीत क नाहीं सुनब। 24 तू पचन्क आपन सोर देस मँ निआव क नदी क तरह बहइ देइ चाही। अच्छाई क सदा नदी क धारा क नाईर् बहइ द्या जउन कबहुँ झुरात नाहीं। 25 इस्राएल, तू पचे चालीस बरिस तलक रोगिस्ताने मँ मोका बलि अउ भेंट नाहीं चढ़ाया। 26 तू पचे आपन देवता सक्वुथ अउ नछत्र देवता कैवन क मूतिर्यन क लइके चल्या। एन देवतन क मूतिर्यन क तू पचे अपने बरे बनाये रह्या। 27 एह बरे मइँ तू पचन्क बन्दी बनाइके दमिस्क क पार पहोंचाउब।” इ सब यहोवा कहत ह। ओकर नाउँ सर्वसक्तीमान परमेस्सर अहइ।

6:1 सिय्योन क तू पचन्क मँ स कछू क जिन्नगी बहोत अराम क अहइ। सामरिया पर्वत क कछू लोग अपने क सुरच्छित महसूस करत हीं। मुला तू पचन पइ अनेक मुसीबतन अइहीं। रास्ट्रन क सब स उत्तिम नगर क तू पचे “सम्मानित” लोग अहा। “इस्राएल क लोग” निआव पावइ बरे तोहरे पचन्क लगे आवत हीं। 2 जा अउ कलने क लखा। हुआँ स बिसाल नगर हमात क जा। पलिस्ती सहर गत क जा। का तू पचे इ सबइ राज्यन स बढ़िया अहा? नाहीं। ओनकर पहँटा तोहरे पचन्क देसे स बड़का अहइँ। 3 जब तू हिंसा क जरिये सासन करत ह तउ तू सज़ा क दिना बरे सोचइ स इन्कार करत जउन कि आवत ह। 4 मुला तू पचे सबहिं बिलासन क भोगा करत अहा। तू पचे हाथी दाँते क सेज पइ सोवत अहा अउर अपने बिछौना पइ आराम करत अहा। तू पचे गोरूअन क झुण्ड मँ स नरम मेमनन अउ बाड़न मँ स नवा बछवा खात अहा। 5 तू पचे आपन वीणन क बजावत अहा अउर राजा दाऊद क नाईं संगीत क धन बनावत ह। 6 तू पचे सुन्नर पिआलन मँ दाखरस पिआ करत अहा। तू पचे सब स उत्तिम तेलन मँ स आपन मालिस करत अहा अउर तू पचन्क एकरे बरे घबराहट भी नाहीं कि यूसुफ क परिवार नस्ट कीन्ह जात अहइ। 7 उ सबइ लोग अब बिछउना पइ अराम करत अहइँ। मुला ओनकर नीक समइ खतम होइ। उ पचे बन्दी क रूप मँ विदेसन मँ पहोंचावा जइहीं अउर उ पचे पहिले पकड़ा जाइवालन मँ स कछू होइहीं। 8 मोर सुआमी यहोवा आपन नाउँ स इ प्रतिग्या किहे रहा। सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा प्रतिग्या किहस ह:“मइँ ओन बातन स घिना करत हउँ जेन पइ याकूब क गर्व अहइ। मइँ ओकर मजबूत मीनारन स घिना करत हउँ। एह वरे मइँ दुस्मन क सहर अउर सहर क हर एक चीज लेइ देबउँ।” 9 उ समइ, कउनो घरे मँ अगर दस मनई जिअत बचिहीं तउ भी उ पचे मरि जइहीं। 10 जब कउनो मरि जाइ तब कउनो संबंधी ल्हास लेइ आइ, जेहसे उ ओका बाहेर लइ जाइ सकइ अउर बारि सकइ। संबंधी घरे मँ हाड़न क लेइ आइ। लोग कउनो भी उ मनई स जउन घरे क भितरे छुपा होइ, पूछिहीं, “का तोहरे पचन्क लगे कउनो दूसर ल्हास अहइ?”उ मनई जवाब देइ, “नाहीं...”तब मनई क संबंधी कइहीं, “चुप। हम पचन्क यहोवा क नाउँ नाहीं लेइ चाही।” 11 लखा, परमेस्सर यहोवा हुवुम देइ अउर बिसाल महल टूका-टूका कीन्ह जइहीं अउर नान्ह घर नान्ह नान्ह टूकन मँ तोरा जइहीं। 12 का घोड़न सिलाखंडन पइ दउड़त हीं? नाहीं। का लोग समुददर क बर्धन स जोत सकत हीं? नाहीं। तउ भी तू पचे हर चीज क उलट-पलट देत अहा। तू पचे अच्छाई अउ निआव क जहर मँ बदल देत अहा। 13 तू पचे लौ-देवरे मँ खुस अहा, तू पचे कहत अहा, “हम पचे करनैम क आपन सक्ती स जीता ह।” 14 “किन्तु इस्राएल, मइँ तू पचन्क खिलाफ एक रास्ट्र क पठउब। उ रास्ट्र तोहरे पचन्क समूचे देस क, लेबो-हमात स लइके अराबा नाले तलक मुसीबते मँ डइहीं।” सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा उ सबइ कहेस।

7:1 यहोवा मोका इ देखाएस: उ दूसर फसिल उगर क समइ टिडडी दलन क बनउब सुरू किहेस। राजा क जरिये पहिली फसल काट लीन्ह जाइके पाछे इ दूसर फसल रही। 2 टिड्डियन देस क सारी घास खाइ डाएन। ओकरे पाछे मइँ कहेउँ, “मोर सुआमी यहोवा, मइँ पराथना करत हउँ, हम पचन क छिमा करा। याकूब जी नाहीं सकत, ओकर लगे बहोत सक्ती नाहीं अहइ।” 3 तब यहोवा एकरे बारे मँ विचार बदलेस। यहोवा कहेस, “अइसा नाहीं होइ।” 4 मोर सुआमी यहोवा मोका इ चिजियन देखाएस: मइँ लखेउँ कि यहोवा परमेस्सर आगी क नाईर् बरसइ बरे बोलावत बाटइ। आगी बिसाल गहिर समुद्दर क नस्ट कइ दिहस। आगी भुइयाँ क चट करइ लाग। 5 मुला मइँ कहेउँ, “हे परमेस्सर यहोवा, मइँ तोहसे पराथना करत हउँ, ठहरा। याकूब बच नाहीं सकत। उ बहोतइ नान्ह अहइ।” 6 तब यहोवा एकरे बारे मँ आपन विचार बदलेस। परमेस्सर यहोवा कहेस, “अइसा नाहीं होइ।” 7 यहोवा मोका इ देखाएस: यहोवा एक ठु देवारे क सहारे एक साहुल हाथे मँ लइके खड़ा भवा रहा। देवार साहुल स सोझ कीन्ह गइ रही। 8 यहोवा मोसे कहेस, “आमोस, तू का लखत अहा?”मइँ कहेउँ, “साहुल।”तब मोर सुआमी कहेस, “लखा मइँ आपन इस्राएल क लोगन पइ साहुल क उपयोग करब। मइँ अब अउर अगवा ओनकर टेढ़ेपने क नजरन्दाज नाहीं करब। मइँ ओन बुरे हींसन क काट लोकाउब। 9 इसहाक क ऊँच ठउर नस्ट कीन्ह जइहीं। इस्राएल क पवित्तर ठउर चट्टाने क ढेर मँ बदल दीन्ह जइहीं। मइँ हमला करब अउर यारोबाम क परिवारे क तरवारे क घाट उतारब।” 10 बेतेल क याजक अमस्याह इस्राएल क राजा यारोबाम क इ सँदेसा पठएस: “आमोस तोहरे खिलाफ सडयंत्र रचत अहइ। उ इस्राएल क लोगन क तोहरे खिलाफ जुद्ध बरे भड़कावत ह। उ एतना जियादा कहत अहइ कि ओकर सब्द पूरा देस मँ भी समाइ नाहीं सकतेन। 11 आमोस कहेस ह, “यारोबाम तरवारे क घाट उतरी अउ इस्राएल क लोगन क बन्दी बनाइके आपन देस स बाहेर लइ जावा जइहीं।” 12 अमस्याह भी आमोस स कहेस, “हे दर्सी यहूदा जा अउर हुअँइ आपन भोजन करा। आपन उपदेस हुअँइ द्या। 13 मुला हिआँ बेतेल मँ अउर जियादा उपदेस जिन द्या। इ यारोबाम क पवित्तर ठउर अहइ। इ इस्राएल क मंदिर अहइ।” 14 तब आमोस अमस्याह क जवाब दिहस, “मइँ पेसेवर नबी नहीं हउँ अउर मइँ नबी क परिवार क नाहीं हउँ। मइँ गोरू पालत हउँ अउर गूलर क बृच्छन क देखरेख करत हउँ। 15 “मइँ गड़रिया रहेउँ अउर यहोवा मोका भेड़िन क चरावइ स अजाद किहेस। यहोवा मोहसे कहेस, ‘जा मोर लोग इस्राएलियन मँ भविस्सवाणी करा।’ 16 एह बरे यहोवा क सँदेस क सुना। तू मोहसे कहत अहा, ‘इस्राएल क खिलाफ भविस्सवाणी जिन करा। इसहाक क परिवारे क खिलाफ उपदेस जिन द्या।’ 17 मुला यहोवा कहत ह, ‘तोहार पत्नी सहर मँ रण्डी होइ हीं। तोहार पूतन अउ बिटियन तरवारे स मारा जइहीं। दूसर लोग तोहार भुइँया क खिलाफ आइहीं अउर एका कब्जा कइ लेइहीं। अउर आपुस मँ बँटिहीं अउर तू बिदेस मँ मरब्या। इस्राएल क लोग निहचइ ही, इ देस स बन्दी क रूप मँ लइ लीन्ह जइहीं अउर देस स निस्कासित कीन्ह जाइ।”‘

8:1 यहोवा मोका इ देखाएस: मइँ गर्मी क फलन क एक टोपा लखेउँ: 2 यहोवा पुछेस, “आमोस तू का लखत अहा?”मइँ कहेउँ, “गर्मी क फलन स भरा भवा एक ठु टोकरी।”तब यहोवा मोहसे कहेस, “मोर लोग इस्राएलियन क अंत आइ मँ अहइ। मइँ ओनके पापन क अउर बर्दास्त नाहीं कइ सकतेउँ। 3 मन्दिर क गीत सोक गीत बन जइहीं। मोर सुआमी यहोवा इ सब कहेस। सब जगह ल्हासन ही होइहीं। सन्नाटे मँ लोग ल्हासन क लइ जइहीं अउर ओनकर ढेर लगाइ देइहीं।” 4 मोर सुना। लोगो तू पचे बेसहारा क वुचरत अहा। तू पचे इ देस क गरीबन क नस्ट करइ चाहत अहा। 5 बइपारियो तू पचे कहत अहा, “नवा चंदा कब बीती जेहसे हम पचे अन्न बेचि सकी? सबित कब बीती, जेहसे हम पचे आपन गोहूँ बेचइ क लिआइ सकी? हम कीमतन क बढ़ाइ सकी, बाटन क हल्का कइ सकी, अउर हम पचे तराजुअन क अइसा इंतजाम कइ लेइ कि लोगन क ठगि सकी। 6 गरीब आपन कर्जा वापस नाहीं कइ सकतेन। एह बरे हम ओनका दास क रूप मँ खरीदब। हम ओन गरीबन क एक जोड़ी पनही क कीमत मँ खरीदब। अहो! हम पचे ओन खराब गोहूँ क भी बेचि सकित ह, जउन फर्स पइ छितराइ गवा होइ।” 7 यहोवा प्रतिग्या किहेस। उ “याकूब क गर्व” क आपन नाउँ बरे उपयोग किहेस अउर इ प्रतिग्या किहेस कि: “मइँ ओन लोगन क कीन्ह करमन बरे ओनका छिमा नाहीं कइ सकत। 8 तोहार ओन करमन क कारण पूरा देस काँपि जाइ। इ देस क हर एक निवासी मरे भए के लिए रोइ। पूरा देस मिस्र मँ उड़त होइ नील नदी क तरह कपकपाहीं। पूरा देस उठिहीं अउर फुन गरिहीं।” 9 यहोवा इ सबइ बातन भी कहेस: “उ समइ मइँ सूरज दुपहर मँ ही बूड़ि देब। मइँ उजियारा भरे दिन मँ पृथ्वी क अंधियारा स भरि देब। 10 मइँ तोहार पचन्क पवित्तर दिनन क मरे भए लोगन बरे सोक दिवस मँ बदलब। तोहार पचन्क सबहिं मरे भए लोगन बरे सोक गीत बनिहीं। मइँ हर एक क सोक ओढ़ना पहिराउब। मइँ हर एक क मूँड़ मुड़वाइ देब। मइँ अइसा गहिर सोक स भरा रोउब बनाउब माना उ एकलौती क पूत क होइ। इ एक कड़ुआ अन्त होइ।” 11 यहोवा कहत ह: “लखा मइँ देस मँ भुखमरी लिआउब अउर उ सबइ दिन निचके आवत अहइँ। इ रोटी या पानी क भुखमरी नाहीं होइहीं बल्कि यहोवा क वचन क भुखमरी होइहीं। 12 लोग एक सागरे स दूसर सागर तलक भटकिहीं। उ पचे उत्तर स दविखन तलक भटकिहीं। उ सबइ लोग यहोवा क सँदेसा बरे अगवा ब़ढिहीं पाछे हटिहीं, मुला उ पचे ओका पइहीं नाहीं। 13 उ समइ सुन्नर मेहररूअन अउ नउजवान पिआव क कारण बेहोस होइ जइहीं। 14 ओन लोग सोमरोन क पाप क नाउँ पइ प्रतिग्यन किहेन। उ पचे कहेन, ‘दान तोहरे पचन्क देवता क सत्ता निहचइ फुरइ बाटइ, एहसे हम पचे प्रतिग्या करत अही, अउर बेशेर्वा क सत्ता क सत्ता निहचइ फुरइ बाटइ, एहसे हम पचे प्रतिग्या करत अही’ एह बरे ओन लोगन क पतन होइ अउर उ पचे फुन कबहुँ उठिहीं नाहीं।”

9:1 मइँ आपन सुआमी क वेदी क सहोर खड़ा लखेउँ। उ कहेस,“खम्भन क सिरे पइ प्रहार करा, अउर पूरी इमारत क डेहरी तलक कँाप उठी। कम्भन क मनइयन क मूँड़े पइ गिरावा। अगर कउनो जिअत बचइ, तउ ओका तरवारे स मारा। कउनो मनई पराइ सकत ह, मुला उ बचि नाहीं सकी। मनइयन मँ स कउनो भी मनई बचिके नाहीं निकरी। 2 अगर उ पचे पाताल मँ खनिके जइहीं, मइँ ओनका हुआँ स हींच लेबउँ। अगर उ पचे ऊपर आकासे मँ जइहीं मइँ ओनका हुआँ स खाले लिआउब। 3 अगर उ पचे कम्मेर्ल क घाटी पइ जाइके छुपिहीं, मइँ ओनका हुआँ हेरब अउर मइँ ओनका उ जगहिया पइ लइ आउब। अगर उ पचे समुद्दर क तले मँ छुपइ चाहत हीं, मइँ सरप क हुवुम देब अउर उ ओनका डसि लेइ। 4 अगर उ पचे धरा जइहीं अउर आपन दुस्मन क जरिये लइ जावा जइहीं, मइँ आपन तरवार क हुवुम देब अउर उ ओनका हुअँइ मारी। हाँ, मइँ ओन पइ सावधानी पूर्वक निगाह रखब उहइ दौरान मइँ ओन पइ मुसीबत लिआवइ बरे रास्ता खोजब। ओनके बरे नीक काम करइ क तरीकन पइ नाहीं।” 5 मोर सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा, उ पहँटा क छुइ अउर उ टेघर जाइ तब उ देस क सबहिं निबासी मरे भए लोगन बरे रोइहीं। इ पहँटा मिस्र क नील नदी क नाईर् ऊपर उठी अउर खाली गिरी। 6 यहोवा आपन ऊपर क निवास अकासे क ऊपर बनाएस। उ आपन आकास क पृथ्वी पइ धरेस। उ सागरे क जल क बोलाइ लेत ह, अउर देस पइ ओकर बर्खा करत ह। ओकर नाउँ यहोवा अहइ। 7 यहोवा इ कहत ह: “इस्राएल तू मोरे बरे वूसियन क नाईर् अहा। मइँ इस्राएल क मिस्र स निकारिके लाएउँ। मइँ पलिस्तियन क भी कप्तोर स लाएउँ अउर अरामियन क भी कीर स।” 8 मोर सुआमी यहोवा पापे स भरा राज्ज पइ दृस्टि रखे अहइ। यहोवा इ कहत ह, “मइँ पृथ्वी पइ स इस्राएल क नस्ट करब। मुला मइँ याकूब क परिवार क पूरी तरह नस्ट नाहीं करब। 9 मइँ इस्राएल क घराना क तितर-बितर कइके दूसर रास्ट्रन मँ छितरावइ क आदेस देत अहउँ। इ उहइ तरह होइ जइसे कउनो मनई अनाजे क छननी स छान देत ह। नीक आटा ओहसे निकरि जात ह, मुला बुरा अंस फँस जात ह। याकूब क परिवारे क संग अइसा ही होइ। 10 मोरे लोगन क बीच पापी कहत हीं, ‘हम लोगन क संग कछू भी बुरा नाहीं घटित होइ।’ मुला उ पचे सबहिं लोग तरवार स मारि दीन्ह जइहीं।” 11 “दाऊद क डेरा गिर गवा ह, मुला उ समइ इ डेरे क मइँ फुन खड़ा करब। मइँ देवारन क छेदन क भरि देब। मइँ नस्ट इमारतन क फुन स बनाउब। मइँ एका अइसा बनाउब जइसा इ पहिले रहा। 12 फुन उ पचे एदोम मँ जउन लोग बचि गवा अहइँ, ओनका अउर ओन जातियन क जउन मोरे नाउँ स जानी जात हीं, लइ जाइ।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस, अउर उ सबइ ओनका घटित कराई। 13 यहोवा कहत ह, “उ समइ आवत अहइ, जब हर तरह क भोजन क बहोतयात होइ। अबहिं लोग पूरी तरह फसल काटि नाहीं पाए होइहीं कि जोताइ क समइ आइ जाइ। लोग अबहिं अंगूरन क रस निकारि ही रहा होइहीं कि अंगूरन क रोपाइ क समइ फुन आइ पहोंची। पर्वतन स दाखरस क धार बही अउर उ पहाड़ियन स बरसी। 14 मइँ आपन लोगन इस्राएलियन क देस निकारइ स वापस लिआउब। उ पचे नस्ट भए सहरन क फुन स बनइहीं अउर ओन सहरन मँ रइहीं। उ पचे अंगूरे क बेलन क बाग लगइहीं अउर उ पचे ओन बागन स मिला भवा दाखरस पीइहीं। उ पचे बाग लगइहीं अउर उ पचे ओन बागन क फलन क खइहीं। 15 मइँ आपन लोगन क ओनकी भुइँया पइ जमाउब अउर उ पचे फुन उ देस स उखाड़ा नाहीं जइही जेका मइँ ओनका दिहेउँ ह।” यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर इ सबइ बातन कहेस।