Matthew 1:1 इ ईसू मसीह क बंसज बृच्छ अहइ। इब्राहीम क बंसज दाऊद क पूत ईसू मसीह अहइ। 2 इब्राहीम क बेटवा इसहाक। इसहाक क बेटवा याकूब। याकूब क बेटवन यहूदा। अउर ओकर भाइयन। 3 यहूदा क बेटवन फिरिस अउर जोरह। (ओनकर महतारी तामार।) फिरिस क बेटवा हिस्रोन। हिस्रोन के बेटवा एराम। 4 एराम क बेटवा अम्मीनादाब। अम्मीनादाब क बेटवा नहसोन। नहसोन क बेटवा सलमोन। 5 सलमोन क बेटवा बोअज। (बोअज की महतारी राहब।) बोअज क बेटवा ओबेद। (ओबेद की महतारी रूथ।) ओबेद क बेटवा यिसै। 6 यिसै क बेटवा दाऊद राजा। दाऊद क बेटवा सुलैमान। (सुलैमान की महतारी उरिय्याह क पत्नी।) 7 सुलैमान क बेटवा रहबाम। रहबाम क बेटवा अबिय्याह। अबिय्याह क बेटवा आसा। 8 आसा क बेटवा यहोसाफात। यहोसाफात क बेटवा योराम। योराम क बेटवा उज्जियाह। 9 उज्जियाह क बेटवा योताम। योताम क बेटवा आहाज। आहाज क बेटवा हिजकियाह। 10 हिजकियाह क बेटवा मनस्से। मनस्से क बेटवा आमोन। आमोन क बेटवा योसिय्याह। 11 योसिय्याह क बेटवन यकुन्याह अउर ओकर भाइयन। (इस्राएल क मनइयन क कइदी बनाइ के बेबीलोनलइ जात कसमइउ दुइनउँजनमेन।) 12 बेबीलोन मँ लइ जाए क पाछे: यकुन्याह क बेटवा सालतिएल। सालतिएल क बेटवा जरुब्बाबिल। 13 जरुब्बाबिल क बेटवा अबीहूद। अबीहूद क बेटवा इल्याकीम। इल्याकीम क बेटवा अजोर। 14 अजोर क बेटवा सदोक। सदोक क बेटवा अखीम। अखीम क बेटवा इलीहूद। 15 इलीहूद क बेटवा एलीआजर। एलीआजर क बेटवा मत्तान। मत्तान क बेटवा याकूब। 16 याकूब क बेटवा यूसुफ। यूसुफ मरियम क पति। ईसू क महतारी मरियम। ईसू, मसीह कहा गवा। 17 इ तहर इब्राहीम स दाऊद ताई चउदह पीढ़ी बीत गइन। अउर दाऊद स लइके कइदी बनाइके बेबीलोन पठए जाइ तलक चउदह पीढ़ी। अउर कइदी बनाइ के बेबीलोन पठए जाइ स मसीह क जनम ताईं चउदह पीढ़ी अउर भइन। 18 ईसू मसीह क जनम इ तरह भवा: जब ओकर महतारी मरियम क यूसुफ क साथ बरिच्छा भइ तउ बियाहे स पहिले ही पता लगि गवा कि उ पवित्तर आतिमा क सक्ति स ओकर गोड़ भारी होइ ग। 19 मुला होइवाला ओकर भतार यूसुफ एक ठु बढ़िया मनइ रहा। उ इ बात क खोलिके बतावइ स बदनाम नाहीं होइ चाहत रहा। तउ उ मने मँ ठान लिहेस कि उ वरिच्छा क चुप्पे स पक्का न होइ दे। 20 फिन जबहिं उ इ बारे मँ सोचत रहा कि उ सपने मँ आपन समन्वा पर्भू क दूत परगट होत ओसे कहेस, “हे यूसुफ, दाऊद क बेटवा,? मरियम क पत्नी बनवइ स जिन डेरआ काहेकि जउन बचवा ओकरे गरभ मँ अहइ, उ पवित्तर आतिमा क अहइ। 21 उ एक पूत क जनमी। तू ओकर नाउँ ईसू धार्या काहेकि उ आपन मनइयन क पापन स उद्धार देई।” 22 इ सब कछू इ बरे भवा ह कि पर्भू नबी स जउन कछू कहवाएस, पूरा होइ: 23 “सुना, कुँआरी कन्या गोड़े स भारी होइके एक बेटवा क जनमी। ओकर नाउँ इम्मानुएल रक्खा जाई।”? (जेकर अरथ अहइ, “परमेस्सर हमरे लगे बाटइ।”) 24 जब यूसुफ नीदे स जागि गवा तउ उ उहइ किहेस जउन जेका करइ क पर्भू क दूत ओका हुकुम दिहेस। उ मरियम क बियाहीके आपन घरे लइ आइ। 25 मुला उ जब ताईं उ पूत क जनम नाहीं दिहेस तब ताईं यूसुफ ओकरे लगे सोएस नाहीं। यूसुफ बेटवा क नाउँ ईसू राखेस।
Matthew 2:1 यहूदिया क बैतलेहम मँ अब ईसू क जनम भवा तबहिं हेरेदेस राज्य करत रहा। कछू समइ बीत जाइ क पाछे कछू विद्वान जउन नछत्रन क बारे मँ पढ़त रहेन पूरब स यरूसलेम आएन। 2 उ पचे पूछेन, “नवा पइदा भवा बचवा कहाँ बाटइ जउन यहूदियन क राजा अहइ? हम ओकर नछत्र क अकासे मँ देखा ह। एह बरे हम पूछत अही। हम पचे ओकर आराधना करइ आइ अही।” 3 जबहिं राजा हेरोदेस इ सुनेस तउ उ बहोतइ बेचइन भवा। ओकरे साथे यरूसलेम क सब मनइयम फिकिर करइ लागेन। 4 तउ उ यहूदी समाज सब मुख्य याजकन अउर धरम सास्तिरियन क ऍकट्ठा कइके उ पचेन स पूछेस कि मसीह क जनम कहाँ होइ क अहइ? 5 उ पचे ओका बताएन, ‘यहूदीया क बैतलहम मँ काहेकि नबी पवित्तर सास्तरन मँ इ तरह लिखा बाटइ: 6 ओ यहूदा क धरती प टिका अहा बैतलेम, तू यहूदा क अधिकारियन मँ कउनो तरह स छोट नाहीं काहेकि तोसे एक ठु राजा परगट होई जउन मोरे मनइनयम, इस्राएल क देख भाल करी।” मीका 5:2 7 तब हेरोदेस तारा गियान क पण्डितन क बोलाएस अउर ओनसे पूछेस, कि उ तारा ठीक समइ प कब देखॅाइ पड़ा? 8 फिन उ ओनका बैतलहम पठएस अउर कहेस, “जा, उ बचवा क बारे मँ नीक नीक पता लगावा अउर जब उ तू पचेन क मिलि जाइ तउ मोका बतावा जेहबरे मइँ भी आइके ओकर आराधना कइ सकउँ।” 9 फिन उ पचे राजा क बात सुनिके चल दिहेन। उ तारा जेका उ पचे अकासे मँ निकरा निहारे रहेन उ ओनके अगवा अगवा तब तलक गवा जब तलक उ ठउर पइ पहुँच नाहीं गएन जहाँ उ बचवा रहा। 10 जब उ पचे तारा क देखेन तउ उ सबइ आनंद स झूमि उठेन। 11 उ सबइ उ पचे घरवा क भीतर गएन अउर बचवा क अउर ओकरी महतारी मरियम क संग दरसन किहन। उ पचे सास्टांग दण्डवत करेन अउर ओकर आराधना करेन। फिन आपन कीमती चीजन्क पिटारी स सोना, लोहबान अउर इत्र क भेंट चढ़ाएन। 12 मुला परमेस्सर ओनका सपने मँ होसियार कइ दिहस कि उ पचे हेरोदेस क पास लौटि क न जाइँ। तउ उ सबइ एक दुसरे राहे स आपन देस लौट गएन। 13 जब उ पचे चल दिहन तउ यूसुफ क सपने मँ पर्भू क दूत परगट होइके कहेस, “उठा, बचवा क अउर ओकर महतारी क चुप्पे स लइके मिस्र भागि जा। जब ताई मइँ तोसे न कहउँ, हुवाँ ठहर्या। काहेकि हेरोदेस इ बचवा क जान स मरवावई बरे खोजी।” 14 तउ यूसुफ खड़ा भवा अउर बचवा अउर ओकर महतारी क रातोरात मिस्र क बरे चलि पड़ा। 15 फिन हुवाँ हेरोदेस क मउत तलक रुकि गवा। इ एह बरे भवा कि पर्भू जउन नबी स कहवाए रहा, उ पूरा होइ जाइ, “मइँ आपन पूत क मिस्र स बाहेर आवइ बरे कहेउँ।” 16 हेरोदेस जबहिं इ देखेस कि तारा गियानी ओकरे संग इ चाल चलेन ह, तउ उ बहोत गुस्साइ गवा। जइसा तारा गियान क पण्डितन क बताइ भए क अनुसार उ हुकुम दिहस कि बैतलहम अउर ओकरे नगिचे क पहँटा मँ दुइ साल या एसे छोटवार लरिकन क जान स मरिवाइ दीन्ह जाइ। 17 नबी यिर्मयाह क कहा भवा बचन पूरा होइ ग: 18 “रामाह मँ दुःख भरा सब्द सुना गवा, रोवइ अउर विलपइ क सुना। राहेल रोवत रही आपन बचवन बरे उ नाहीं चाहेस कि कउनो धीरा धखावइ काहेकि ओकर सबइ बचवन मरि गवा रहेन।” यिर्मयाह 31:15 19 फिन हेरोदेस क मउत क पाछे मिस्र मँ यूसुफ क सपन आवा ओहमाँ पर्भू क एक ठु दूत परगट भवा। 20 अउर सरगदूत ओसे कहेस, “उठि जा, बचवा अउर ओकर महतारी क लइके इस्राएल क धरती प जा काहेकि जउन बचवा क मार डावइ चाहत रहेन उ सबइ मर बिलाइ गएन।” 21 तब यूसुफ उठि गवा अउर बचवा अउर ओकर महतारी क लइके इस्राएल गवा। 22 मुला यूसुफ जब इ सुनेस कि यहूदिया प आपन बाप हेरोदेस क जगह प अरखिलाउस राज्य करत अहइ तउ उ हुवाँ जाइ स डेराइ गवा। किन्तु सपने मँ परमेस्सर स हुकुम मिले क पाछे उ गलील पहँटा बरे चल दिहस 23 अउर हुवाँ नासरत नाउँ क नगर मँ घर बनाइके रहइ लाग; एह बरे नबियन क कहा भवा बचन पूरा होइ जाइ कि, ‘उ नासरी’ कहा जाइ।
Matthew 3:1 उ दिनन बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना यहूदिया क बियाबान उसरे मँ उपदेस देत भवा हुवाँ आवा। 2 उ इ प्रचार करइ लाग, “मन फिरावा काहेकि सरग क राज्य जल्दी आवइ क अहइ।” 3 इ उहइ यूहन्ना बाटइ जेकरे बारे मँ नबी यसायाह बात बतावत कहेस ह:“उसरे मँ एक पुकारैवाला क सब्द अहइ: ‘पर्भू बरे रास्ता तइयार करा अउर ओकरे बरे सोझ रस्ता बनवा।”‘ यसायाह 40:3 4 यूहन्ना क ओढ़ना ऊँटे क ऊन स बना रहा अउर करिहाउँ प चमड़ा क पेटी बाँधे रहा। ओकर खइया क टिड्डन अउर जंगली सहद रहा। 5 उ समइ यरूसलेम, समूचा यहूदिया छेत्र अउर यरदन नदी क नगिचे मनई ओकरे लगे ओका सुनइ ऍकट्ठा भएन। 6 उ पचे आपन पापन्क कबूलेन्ह अउर यरदन नदी मँ ओकरे जरिये बपतिस्मादीन्ह गवा। 7 जब उ लखेस कि ढेर फरीसियनअउर सदूकियनओकरे लगे बपतिस्मा लेइ आवत अहइँ तउ उ ओनसे कहेस, “ओ सरप क बच्चा लोग! तू पचन क कउन चिताउनी दिहस ह कि परमेस्सर क होइवाला किरोध स बच जा? 8 तोहका इ बात क प्रमान देइ पड़ी कि तू पचे फुरे फुरे मनफिराया ह। 9 अउर इ जिन सोचा कि खुद अपने स कहे बिना इ बात काफी होइ जाई, ‘हम पचे इब्राहीम क संतान अही’। मइँ तोसे कहत हउँ कि परमेस्सर इब्राहीम बरे इ पथरन स बचवन क पइदा कइ सकत ह। 10 बृच्छनक जरे प कुल्हाड़ा रखा बाटइ अउर हर एक बृच्छ जउन फर पइदा नाहीं करतेन, उ काटिके गिराइ दीन्ह जइहीं; अउर फिन कोका आडी मँ झोंकि दीन्ह जाई। 11 “मइँ तउ तू पचन क तोहरे मनफिराव बरे पानी स बपतिस्मा देत हउँ; मुला उ जउन मोरे पाछे आवइवाला अहइ उ मोसे जियादा बरिआर अहइ। मइँ तउ ओकर पनही खोलइ क जोग्ग नाहीं। उ तू पचन क पवित्तर आतिमा अउर आगी स बपतिस्मा देइ। 12 ओकरे हाथे मँ सूप अहइ, जेहसे उ अनाजे क भूसा स अलग करी। अपने खरिहाने स उ साफ कीन्ह अनाजे क उठाइ क, ऍकट्ठा कइके कोठिला मँ भरि देइ अउर भूसा क अइसी आगी मँ नाइ दीन्ह जाई कि बुझाए प न बुझी।” 13 उ समइ ईसू गलील स चलिके यरदन क किनारे यूहन्ना क नगिचे ओसे बपतिस्मा लेइ बरे आवा। 14 मुला यूहन्ना ईसू क निर्नय बदले क जतन करत कहेस, “मोका तउ खुद तोसे बपतिस्मा लेइ क दरकार अहइ। फिन तू काहे मोरे नगिचे आया ह।” 15 ईसू जवाबे मँ ओसे कहेस, “अबाहिन तउ ऍका अइसे होइ द्या। जउन परमेस्सर चाहत अहइ, हमका उ पूरा करब नीक बाटइ।” फिन उ वइसे होइ दिहस। 16 अउर तबहिं ईसू बपतिस्मा लइ लिहस। जइसे उ पानी स बाहेर आवा, अकास खुलि गवा। उ परमेस्सर क आतिमा क एक ठु कबूतरे क नाईं खाले उतरत अउर ऊपर आवत देखेस। 17 तबहिन अकासवाणी भइ: “इ मोर पिआरा पूत अहइ। जेसे मइ खूब खुस हउँ।”
Matthew 4:1 फिन आतिमा ईसू क उसरे मँ लइ गइ, काहेकि सइतान क जारिये ओका परखा जाइ सकइ। 2 चालीस दिन अउर चालीस रात भुखिया क पाछे जब ओका भूख तड़पावइ लाग। 3 तउ ओका ललचावइ वाला ओकरे लगे आवा अउर कहेस, “जदि तू परमेस्सर क पूत बाट्या तउ इ सबइ पथरन स कहा कि इ सब रोटी बन जाईं।” 4 ईसू जवाब दिहस, “पवित्तर सास्तरन मँ लिखा वाटइ: ‘मनई सिरिफ रोटी स नाहीं जिअत मुला उ हर एक सब्द स जिअत ह जउन परमेस्सर क मुँहे स निकरत ह।”‘ व्यवस्था विवरण 8:3 5 फिन सइतान ओका यरूसलेम क पवित्तर सहर मँ लइ गवा। हुआँ मंदिर क सब स ऊँचे बुर्ज प खड़ा होइके 6 उ ओसे कहेस, “जदि तू परमेस्सर क पूत बाट्या, तउ नीचे कूदि जा काहेकि पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बाटइ:‘उ तोहरे रखवारी आपन दूतन क हुकुम देइ अउर उ पचे तोहका हाथन स उठाइहीं जेह बरे तोहरे गोड़े मँ कउनो पाथर ताईं न लगई।”‘ भजन संहिता 91:11-12 7 ईसू जवाब दिहेस, “मुला पवित्तर सास्तरन इहइ कहत ह, “अपने पर्भू परमेस्सर क परीच्छा मँ जिन डावा।”‘ व्यवस्था विवरण 6:16 8 फिन सइतान ईसू क बहुतइ ऊँच पहाड़े प लइ गवा। अउर ओका इ संसार क सब राज्य अउर ओनकइ माया वैभव देखाएस। 9 सइतान तब ओसे कहेस, “इ सब चीजन्क मइँ तोहका दइ देब जदि तू मोरे अगवा दण्डवत करा अउर मोर आराधना करा।” 10 फिन ईसू ओसे कहेस, “सइतान! दूर होइ जा। पवित्तर सास्त्र कहत ह: ‘आपन पर्भू परमेस्सर क आराधना अउर सिरिफ ओकर सेवा करा।”‘ व्यवस्था विवरण 6:13 11 फिन सइतान ओका छाँड़ि के चला गवा। अउर सरगदूतन आइके ओकर सेवा करइ लागेन। 12 जब ईसू सुनेस कि यूहन्ना पकड़ लीन्ह गवा ह, तउ उ गलील लौटि आवा। 13 मुला उ नासरत मँ नाहीं रुका अउर जाइके कफरनहूम मँ रहइ लाग जउन जबूलून अउर नप्ताली क पहटा मँ गलील झीले के नगिचे रहा। 14 इ एह बरे भवा कि परमेस्सर क नबी यसायाह जउन कहेस ह, उ पूरा होइ जाइ: 15 “जबूलून अउर नप्ताली क देस सागर क राहे प, यरदन नदी क पच्छिम मँ गैर यहूदियन क देस गलील मँ 16 जउन मनई आँधियारे मँ जिअत रहेन उ सबइ एक भारी जोति देखेन अउर जउन मउत क परिछाइँ क देस मँ रहत रहेन, ओन प ज्योति क भिन्सारे क रोसनी फैलि गइ।” यसायाह 9:1-2 17 उ समई स ईसू सुसमाचार क प्रचार सुरू कइ दिहस, “मनफिराव करा काहेकि सरगे क राज्य नगिचे बाटइ।” 18 जब ईसू गलील झिलिया क नगिचे स जात रहा, उ दुइनउँ भाइयन क निहारेस समौन (जउन पतरस कहा गवा।) अउर ओकर भाइ आन्द्रियास। उ पचे झिलिया मँ जाल डारत रहेन। उ पचे मछुवारा रहेन। 19 ईसू ओनसे कहेस, “मोरे पाछे आवा, मइँ तोहका सिखाउब कि लोगन्क बरे मछरी पकड़इ क बजाय मनई रूप मँ मछरी कइसे बटोरी जात हीं?” 20 उ सबइ तुरतहिं आपन जाल छाँड़ि दिहन अउर ओकरे पाछे होइ गएन। 21 फिन उ हुवाँ स आगे चला गवा। उ देखेस कि जब्दी क बेटवा याकूब अउर ओकर भाई यूहन्ना आपन बाप क संग नाउँ मँ बैठिके आपन जालन्क मरम्मत करत रहेन। ईसू ओनका बोलाएस। 22 अउर उ पचे फउरन नाउ अउर बाप क छाँड़िके ओकरे पाछे चल दिहन। 23 ईसू समुच्चइ गलील पहँटा मँ यहूदी आराधनालय मँ सरगे क राज्य क सुसमाचार क उपदेस देत अउर हर तरह के बेरामी अउर घोर कस्टन क दूर करत घूमइ लाग। 24 समुच्चइ सीरिया देस मँ ओकरे बारे मँ खवर संचर गइ। यह बरे लोग अइसे मनइयन जउन खुब बेरमिया रहेन या जउन तरह के बेरामी अउर भारी बेदनन स पीड़ित रहेन। जेह प दुस्ट आतिमान सवार रहीं जेका मिर्गी आवत रही अउर जउन सुखंडी रहेन, ओनका ओकर पास लिआवइ लागेन। ईसू ओनका चंगा किहेस। 25 एह बरे गलील, दिकापुलिस,यरूसलेम, यहूदिया अउर यरदन नदी क उ पार मनइयन क भारी भीड़ पाछे पाछे होइ लाग।
Matthew 5:1 ईसू जब भारी भीड़ देखेस उ एक पहाड़े प चला गवा। हुवाँ उ बैठि गवा अउर ओकर चेलन ओकरे नगिचे आएन। 2 तबहिं ईसू उपदेस देत भवा कहेस: 3 “धन्य अहइँ उ पचे जउन दीन अहइँ, काहेकि सरगे क राज्य अहइ ओनके बरे। 4 धन्य अहइँ उ सबइ जउन सोक करत हीं काहेकि परमेस्सर ओनका धीरज बँधावत ह। 5 धन्य अहइँ उ सबइ जउन नम्र अहइँ काहेकि इ धरती ओनही क अहइ। 6 धन्य अहइँ उ सबइ जउन नीति क बरे भूखा अउर पियासा जउन रहत ही। काहेकि परमेस्सर ओनका संतोस देइ, अउर तृप्ति देइ। 7 धन्य अहइँ जउन दयालु अहइँ काहेकि ओन पइ अकास स दया बरसी। 8 धन्य अहइँ जउन हिरदय स सुद्ध अहइँ काहेकि उ सबइ परमेस्सर क दरसन करिहीं। 9 धन्य अहइँ जउन सान्ति बरे काम काज करत हीं काहेकि उ सबइ परमेस्सर क पूत कहा जइहीं। 10 धन्य अहइँ जउन धर्म क कारण सतावा जात हीं काहेकि सरगे क राज्य ओनही क अहइ। 11 “अउर तू पचे धन्य अहा काहेकि जब लोग तोहका पचन्क बेज्जत करइँ, तोहका पचन्क सतावइँ अउर मोरे बरे तोहरे खिलाफ सब प्रकार क झूठी बातन कहइँ बस एह बरे तू सबइ मोर मनवइया अहा। 12 तब तू सबइ खुस रह्या, आनन्द मँ रह्या, काहेकि सरगे मँ तोहका पचन्क एकरे बरे अच्छा होई। इ वइसे ही बाटइ जइसे तोहरे पहिले क नबियन क मनइयन सताएन ह। 13 “तू सबइ समुच्चइ मानवता बरे नमक अहा। मुला जदि नोन नोनखार न होइ तउ ओका फिन नोन कइसे बनाइ जाइ सकत ह। उ फिन कउनो कामे क न रही। सिरिफ एह बरे कि ओका मनई क गोड़वा तले फेंक दीन्ह जाइ। 14 “तू संसार क प्रकास अहा। एक ठु अइसा सहर जउन पहाड़े क चोटी प बसा अहइ, उ छिपाए स छिप नाहीं सकत। 15 लोग दिया बारि के ओका बाल्टी तले नाहीं रखतेन मुला ओका डीबट प धइ देत हीं। अउर उ घरे क सब मनइयन क प्रकास देत ह। 16 मनई क समन्वा तोहार प्रकास अइसा चमकइ कि उ पचे तोहरे नीक कामन्क निहारइँ अउर सरगे मँ बइठा भवा तोहरे परमपिता महिमा बखानइ।” 17 “इ जिन सोचा कि मइँ मूसा क व्यवस्था या नबियन क लिखा भवा क नस्ट करइ आइ हउँ। मइँ ओन सबन्क नस्ट करइ नाहीं आइ हउँ मुला ओनके पूरा पूरा अरथ क समझावइ आइ अहउँ। 18 मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि जब ताईं। इ धरती अउर अकास नस्ट नाहीं होइ जातेन, व्यवस्था क एक एक सब्द अउर एक एक अच्छर बना रही, उ तब ताईं बना रही जब ताईं उ पूरा नाहीं होइ जात। 19 एह बरे जउन एन हुकुमन स इ छोटवार स छोटवार हुकुमन क तोड़त ह अउर लोगन्क वइसा ही करइ सिखावत ह, उ सरगे क राज्य मँ कउनो का बड़कई न पाई। मुला जउन ओह पइ चलत ह अउ दूसरन मनइनयन क ओनपइ चलइ क उपदेस देत ह, उ सरगे क राज्य मँ बड़क्का समुझा जाई। 20 मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि जब ताईं तू पचे धरमसास्तिरयन अउर फरीसियन क धरम मानइ स अगवा जिन जा, कि तू सरगे क राज्य मँ घुसइ न पउब्या। 21 “तू पचे सुन चुक्या ह कि हमरे पूर्वजन स कहा गवा रहा, ‘हत्या जिन कराअउर जदि कउनो हत्या करत ह तउ ओका अदालत मँ जवाब दिहे होई।’ 22 मुला मइँ तोहसे कहत हउँ कि जउन मनई आपन भाई प किरोध करी, ओहका भी अदालत मँ एकरे बरे जवाब दिहे होई। अउर जउन आपन भाई क बेज्जत करी ओका सबते ऊँच अदालत मँ जवाब दिहे होई। जदि कउनो आपन भाई स कहइ, ‘अरे जाहिल, मूर्ख तउ नरके क आगी क बीच ओह पइ एका जवाब दिहे होई। 23 “एह बरे जदि तू वेदी प आपन भेंट चढ़ावत ह अउर हुवाँ तोहका याद आइ जाइ कि तोहरे मन मँ तोहरे भाई खातिर कउनो खिलाफ बात बाटइ 24 तउ तू उपासना भेंट क वेदी के सामने छाँड़ि द्या अउर पहिले जाइके आपन भाई स सुलह कइ ल्या अउर फिन आइके भेंट चढ़ावा। 25 “जब ताईं तू मुद्दई क संग रस्ता मँ रहा, झटपट ओसे मेल कइ ल्या। कहूँ अइसा न होइ कि उ तोहका हाकिम स सौंप देइ अउर हाकिम तोहका सिपाही क। फिन तू जेल मँ धाँध दीन्ह जा। 26 मइँ तोहका सच सच बतावत हउँ कि जब तक तू पाई-पाई क हिसाब न कइ देब्या तब तलक तू जेल स न छूटि पउब्या। 27 “तू सुनि लिहा कि इ कहा गवा अहइ, व्यभिचार जिन करा।’ 28 मुला मइँ तोहसे कहत हउँ कि जदि कउनो स्त्री क बुरी निगाह स देखत ह तउ उ आपन मन मँ पहिले ही ओकरे संग संभोग कइ चुका अहइ। 29 यह बरे जदि तोहार दाहिन आँख तोसे पाप करवावइ तउ ओका निकारि क फेंक द्या। काहेकि तेरे बरे इ नीक बाटइ कि तोहरे बदन क एक ठु अंग नस्ट होइ जाइ एकरे बजाय तोहार सारा बदन नरक मँ नाइ दीन्ह जाइ। 30 अउ जदि तोहार दाहिन हाथ तोहसे पाप करवावइ तउ ओका काटिके फेंकि डारा। काहेकि तोहरे बरे इ नीक अहइ कि तोहरे बदन क एक अंग नस्ट होइ जाइ बजाए कि तोहार समूचा बदन नरक मँ जाइ। 31 “कहा गवा अहइ, ‘जबहि कउनो आपन पत्नी क तलाक देत ह तउ आपन पत्नी क लिखिके तलाक देइ चाही।’ 32 मुला मइँ तोहसे कहत हउँ कि हर मनई जउन आपन पत्नी क तलाक देत ह, जदि उ तलाक ओकरे व्यभिचारी करइ क कारण नाहीं दिहेस तउ जब उ पत्नी दूसरा बियाह करत ह, तउ समुझ ल्या कि उ मनई ओसे व्यभिचार करत ह। अउर जउन कउनो उ छोड़ी भई स्त्री स बियाह करत ह तउ भी व्यभिचार करत ह। 33 “तू सबइ इहउ सुन्या ह क हमरे पूर्वजन स कहा गवा रहा, ‘तू सपथ जिन तोड़ा मुला पर्भू स कीन्ह सपथन पूरा करा।’ 34 मुला मइँ तू सबन स कहत हउँ सपथ जिन ल्या। सरगे क सपथ जिन खा काहेकि उ परमेस्सर क सिंहासन अहइ।’ 35 धरती की सपथ जिन खा काहेकि उ ओकरे गोड़वा क चौकी बाटइ। यरूसलेम क सपथ जिन खा काहेकि इ महाराजाधिराजा क सहर बाटइ। 36 आपन मूँड़ क सपथ जिन खा, काहेकि तू एक ठू बारे तक द सफेद या करिया नाहीं कइ सकत्या। 37 जदि तू हाँ चाहत ह तउ सिरिफ ‘हाँ’ कहा अउर ना चाहत ह तउ सिरिफ ‘ना’। काहेकि जउन कछू ऍसे जिआदा होता अहइ उ दुस्ट (सइतान) स आवत अहइ। 38 तू पचे सुन्या ह कि कहा बाटइ, ‘आँखी क बदले आँखी अउर दाँत बदले दाँत’ 39 मुला मइँ तोहसे कहत हउँ कि कउनो बुरा मनई क विरोध जिन करा। मुला कउनो तोहरे दाहिन गाले प थप्पड़ लगावइ तउ दूसर गाले क ओकरे कइँती घुमाइ द्या। 40 जदि कउनो तोह प मुकदमा चलाइ के तोहार कुर्ता उतरवावइ चाहइ तउ तू ओका आपन चोगा तलक दइ द्या। 41 जदि कउनो तोहका बेगार मँ एक मील चलावइ तउ तू ओकरे संग दुइ मील जा। 42 जदि कउनो तोसे कछू माँगइ तउ ओका उ दइ द्या। जउन तोसे उधार लेइ चाहइ, ओका मना जिन करा। 43 “तू पचे सुन्या ह कि कहा गा बाटइ, ‘तू आपन पड़ोसी स पिरेम कराअउर दुस्मन स घिना कर।’ 44 मुला मईं कहत हउँ आपन दुस्मन स भी पिरेम करा। जउन तोहका सतावत हीं, ओनके बरे भी पराथना करा। 45 काहेकि सरगे मँ वसइया आपन परमपिता क संतान होइ सका। उ सूरज क प्रकास बुरा अउर भला सब पइ चमकावत ह। उ पापी अउर धर्मी सब पइ बसकाला मँ पानी बरसावत ह। 46 इ मइँ यह बरे कहत हउँ कि जदि तू ओनही स पिरेम करब्या जउन तोहसे पिरेम करत हीं तउ तोहका का फल मिली? का अइसा तउ चुंगी (टैक्स) क उगाहियाभी नाहीं करतेन? 47 जदि तू आपन मीतन क बरे नीक बाट्या तउ दूसर मनई स नीक नाहीं बाट्या। का अइसा विधर्मी भी नाहीं करतेन? 48 यह बरे आपन मँ परिपूर्ण बना जइसे तोहार सरगे क परमपिता परिपूर्ण बाटइ।
Matthew 6:1 “होसियार रहा! अउ परमेस्सर चाहत ह कि उ सब काम काजन्क मनई क समन्वा दिखावा जिन करा। नाहीं तउ तू आपन परमपिता स फल न पउब्या जउन सरगे मँ बाटइ। 2 “एह बरे जब तू कउनो दीन दुखिया क दान दच्छिना देत ह तउ ओकर ढिंढ़ोरवा पीटा जिन। जइसा कि आराधनालयन मँ अउर गलियन मँ कपटी मनई औरन स बड़कइ पावई बरे करत हीं। मइँ तोसे सच कहत हउँ कि ओनका तउ ऍकर पूर-पूर फल पहिले ही दीन्ह जाइ गवा अहइ। 3 मुला जबहिं तू कउनो दीन दुखिया क देत ह तउ तोहार बावाँ हाथ न जान पावइ कि तोहार दाहिन हाथ का करत बाटइ? 4 काहेकि तोहार दान गुपुत रहइ। तोहार उ परमपिता जउन छिपाइ क करत ह, तोहका ओकरे बदले मँ फल देई। 5 “जब तू पराथना करा तउ कपटी क नाईं जिन करा। काहेकि उ पचे आराधनालयन मँ अउर गलियन क नुक्कड़ प खड़ा होइ क पराथना करइ चाहत हीं जैसे मनइयन ओनका निहार सकइँ। मइँ तोसे सच सच कहत हउँ कि ओनका तउ ओकरे बदले मँ फल पहिले ही मिल चुका बाटइ। 6 मुला जब तू पराथना करा, आपन कोठरी मँ चला जा अउर फटकवा बंद कइके परमपिता स पराथना करा। फिन तोहार परमपिता जउन तोहार करम क छिपिके निहारत ह, तोहका ओनके बदले फल देई। 7 “जब तू पराथना करत रहा, तउ विधर्मी क नाईं फिजूल बातन क यों ही बार बार जिन दोहरावा। उ सबइ इ सोचत हीं कि ओनके बहोत बोले स ओनकइ सुनि लीन्ह जाइ। 8 यह बरे ओनके जइसा जिन होइ जा काहेकि तोहरे परमपिता तोहारे माँगइ स पहिले जानत ह कि तोहार का जरूरत अहइ। 9 यह बेर इ प्रकार पारथना करा:‘सरग मँ रहइ वाले हमारे परमपिता, पवित्तर अहइ तोहार नाउँ 10 जग मँ तोहार राज्य आवइ जउन चाहा तू वइसे पूर होइ इ धरती प जइसे पूर होत रहता तोहार इच्छा सदा सरग मँ। 11 आज तू हमका दिन भर क खइया द्या 12 हमार पापन क छमा करा जइसे हम छमा कीन्ह आपन अपराधिनक। 13 जिन ल्या कठिन परिच्छा भारी हमका ओसे बचावा जउ उन दुस्ट (सइतान) स अहइ।’ 14 यह बरे जदि तू लोगन्क अपराधे क छमा करब्या तउ तोहार सरगे क परमपिता भी तोहरे पाप छमा करी। 15 मुला अगर तू लोगन्क छमा न करब्या तउ तोहार सरगे क परमपिता भी तोहरे पापन्क छमा न करी। 16 “जब तू उपवास राखा तउ कपटी क नाईं दुःखी मुँह बनाइके जिन रहा। काहेकि उ पचे तरह स मुह्रँ बिसवत हीं ताकि लोगन्क इ मालूम होइ जाइ कि उ सबइ उपवास करत अहइँ। मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि ओनका तउ बदले मँ फल मिलि चुका अहइ। 17 मुला जब तू उपवास राखा तउ आपन मूँड़ प जैतून क तेल लगावा अउर आपन मुँहना धोवा। 18 जेसे लोग इ न भाँप सकइँ कि तू उपवास करत अहा। मुला तोहार परमपिता जेका तू निहार नाहीं सकत्या देखइ कि तू उपवास करत अहा। तबहिं तोहार परमपिता जउन तोहरे छमा भवा कामे क देखत रहत ह, उ तोहका ओकरे बदले मँ फल देई। 19 “आपन बरे धरती प भंडारा जिन भरा। काहेकि ओका किरवा अउर जंग नास कइ देइहीं। चोर सेंध लगइहीं अउर चोराय लइ जइहीं। 20 बजाए एँकरे सरग मँ भंडारा भरा। हुवाँ किरवा अउर जंग नास न कइ पइहीं। अउर चोर भी हुवाँ सेंधिया लगाइके नास न कइ पइहीं। 21 याद रखा जहाँ तोहार भंडार होई, हूँवई तोहार जिअरा लागी। 22 “देह बरे प्रकास क सोत आँखी अहइ। एह बरे तोहार आँखी नीक अहइ तउ तोहार देह प्रकास करत रही। 23 मुला जदि तोहार आँखी खराब होइ जाइ तउ तोहार सब देह अँधियर होइ जाइ। यह बरे उ सिरिफ प्रकास जउन तोहरे भीतर अहइ जदि अँधियर होइ जाइ तउ उ केतना गहिर होई। 24 कउनो भी साथ साथ दुइ सुआमी क नउकर नाहीं होइ सकत काहेकि उ एक स तउ उ घिना करी अउर दूसर स पिरेम। या एक बरे उ न्यौछावर करी अउर दूसरे क धिक्कारी। तू धन अउर परमेस्सर दुइनउँ क सेवा नाहीं कइ पउब्या। 25 “यह बरे मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि अपने जिअइ बरे खाइ पिअइ क चिंता तजि द्या। आपन तने क ओढ़ना क फिकिर जिन करा। सचमुच जिन्नगी खइया स अउर तने क ओढ़ना स जिआदा बड़कई क अहइ। 26 लखा! अकासे क पंच्छी न तउ बोआँई करत हीं अउर न कटाई, न ही उ पचे कोठिला मँ अनाज भरि देत हीं मुला तोहार स्वर्गीय पिता ओनकइ भी पेटवा भरत ह। का तू ओनसे जिआदा बड़कवा नाहीं बाट्या!? 27 तू सबन मँ का कउनो अइसा अहइ कि फिकिर कइके आपन जिन्नगी मँ एक घड़ी भी अउ बढ़ाइ सकत ह 28 “अउ तू आपन ओढ़ना क बारे मँ काहे सोचन ह सोचा, जंगले क फूलन क बारे मँ कि उ सबइ कइसे खिल जात हीं? उ सबइ न कउनो काम करत हीं अउर न आपन बरे ओढ़ना बनावत हीं। 29 यह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ कि सुलैमान भी आपन समूची धन दौलत क संग ओहमा स कउनो एक नाईं नाहीं सज सका। 30 तउ जउन जंगली पौधा जउन आज जिअत अहइँ मुला जेनका भियान भारे मँ झोंक दीन्ह जाब अहइ, परमेस्सर अइसा ओढ़ना पहिरावत ह तउ अल्प बिसवास क करवइया मनइयो! का उ तोहका अउर जिआदा बढ़िया ओढ़ना न पहिराई? 31 यह बरे चिंता करत करत इ जिन कहा, ‘हम का खाबइ’ या ‘हम का पिअब’ या ‘का पहिरब?’ 32 मनई जउन परमेस्सर क नाहीं जनतेन इ सब चीजन्क पाछे दौड़त रहत हीं मुला सरग क बसइया तोहार परमपिता जानत ह कि तोहका इ सब चीजन्क जरूरत अहइ। 33 यह बरे सब ते पहिले परमेस्सर क राज्य अउर तोहसे जउन धरम की खोज उ चाहत ह, ओकर फिकिर करा। इ सब चीजन तउ तोहका खुद ही घेलइया मँ दइ दीन्ह जइहीं। 34 भियान क फिकिर जिन करा, काहेकि भियान क तउ अउर आपन चिंता होइहीं। हर दिन क आपन आपन परेसानी होत रहत ह।
Matthew 7:1 “दूसर प दोख लगावइ क आदत जिन डावा काहेकि तोहरे प दोख न लगावा जाइ। 2 काहेकि तोहार निआव उहइ फैसला प टिका होई, जउन फैसला तू दूसर क निआव प दिहे रहा अउर परमेस्सर तोहका उहइ नपना स नापी जउने नपना स तू दूसर क नाप्या ह। 3 “तू आपन भाई बंद क आँखी क किरकरी तक क काहे लखत ह जब कि तोहका आपन आँखी क लट्ठा तलक नाहीं देखाइ पड़त? 4 जबहिं तोहरे आँखी मँ लट्ठा बाटइ तब तू आपन भाई स कइसे कहि सकत ह, “तू मोका तोहरी आँखी क किरकिरी निकारइ द्या।” 5 अरे कपटी! पहिले आपन आँखी क लट्ठा निकार, फिन तू नीक नीक देख पउब्या अउर आपन भाई क आँखी क किरकिरी निकार पउब्या। 6 “कूकुरन क पवित्तर चीज जिन द्या अउर सुअरन क अगवा मोती जिन बिखरावा। नाहीं तउ उ पचे आपन गोड़ी क तले रौदिहइँ अउर कूकुरन पलटि क तोहरे ऊपर चढ़ी बैठिहीं। 7 “परमेस्सर स माँगत रहा, तोहका दीन्ह जाइ। खोजत रहा, तोहका मिली। खटखटावत रहा, तोहरे बरे दरवाजा खोलि दीन्ह जाई। 8 काहेकि हर कउनो जउन माँगत ह, पावत ह। जउन ढूँढत ह, पावत ह। जउन खटखटावत रहत ह ओकर बरे दरवाजा खोलि दीन्ह जाई। 9 “तू सबन मँ स अइसा बाप कउन सा अहइ जेकर बेटवा रोटी माँगइ अउर उ बेटवा क पाथर देइ? 10 या जब उ मछरी माँगइ तउ उ ओका साँप दइ देइ। बतावा का कउनो देई? अइसा कउनो न करी। 11 एह बरे चाहे तू बुरा काहे न ह्वा, जानत ह कि आपन गदेलन क नीक भेंट कइसे दीन्ह जात ही। वइसे हीं सचमुच सरगे क बसइया तोहार परमपिता माँगइवालन क नीक नीक चीचन्क जरूर देइ। 12 “एह बरे जइसा बेवहार आपन बरे तू दूसर लोगन्स चाहत ह, वइसा बेवहार तू भी ओनसे करा। यही मूसा क व्यवस्था अउर नबियन दुआरा बतावा गवा बा। 13 “सँकरे राह स घुसा! इ मइँ तोहका यह बरे कहत हउँ काहेकि चौड़ा दुआर अउर बड़की राह तउ बिनासे कइँती लइ जात ह। बहोत स मनई उ राहे प चलत हीं। 14 मुला केतॅना सँकरा अहइ उ दुआर अउर केतॅना छोटकी अहइ उ राह जउन जिन्नगी कइँती लइ जात ही अउर कठिन अहइँ उ सबइ मनइयन जउन ओका पावत अहइँ। 15 “झूठे नबियन स होसियार रहा। उ पचे तोहरे लगे निर्छल भेड़िन क भेस मँ आवत हीं मुला भीतर उ सबइ खूँखार बड़का कूकुर होत हीं। 16 तू ओनके करमन क फल स पहिचान लेब्या। कउनो कँटेहरी झाड़ी स न तउ अंगूर एकट्ठा कइ पावत ही अउ न गोखरु स अंजीर। 17 अइसे ही बड़िया बिरवा प नीक फल लागत हीं मुला बेकार बिरवा प बेकार फल लागत हीं। 18 एक नीक बिरवा बुरे फल नाहीं पइदा करत अउर न कउनो बेकार बिरवा नीक फल पइदा कइ सकत ह। 19 हर उ बिरवा जेह प नीक फल नाहीं लगतेन, ओका काटि के आगी मँ झोकि दीन्ह जात ह। 20 एह बरे मइँ तू सबन क दुबारा कहत हउँ कि उ लोगन क तू ओनके करमन क फले स पहिचान लेब्या। 21 पर्भू, पर्भू कहइवाला हर मनई सरगे क राज्य मँ घुस न पाई मुला उहइ सरग जउन सरगे मँ बसा अहइ मोरे परमपिता क इच्छा प चलत ह उहइ ओहमाँ घुसि पाई। 22 उ आखिरी दिना मँ बहोत स मनई मोसे पुछिहीं, ‘पर्भू! पर्भू! का हम तोहरे नाउँ स भविस्सबाणी नाहीं कीन्ह का तोहरे नाउँ स हम सबन दुस्ट आतिमन क नाहीं निकारा अउर का हम पचे तोहरे नाउँ स अद्भुत कारजन नाहीं कीन्ह 23 तबहिं मइँ ओनसे साफ साफ कहियउँ कि मइँ तू सबन्क नाहीं जानत हउँ, ‘हे कुकरमी मनइयो! हियाँ स भागि जा।’ 24 “यह बरे जउन मोर सब्दन क सुनत ह अउर उ एन प चलत ह ओकर तुलना उ बुद्धिमान स कीन्ह जाई जउन आपन घर चट्टाने प बनएस। 25 बरखा भइ, बाढ़ आइ, आँधी चली अउइ सबई उ घरे स टक्कराइ गएन, मुला घर गिरा नाहीं। काहेकि ओकर नेंव चट्टाने प घरी गइ रही। 26 मुला उ जउन मोरे सब्दन क सुनत ह मुला ओन प चलत नाहीं, उ मूर्ख मनई क नाईं अहइ जउन आपन घर रेते प बनाएस। 27 बरखा भइ, बाढ़ आइ अउर आँधी चली अउर उ घरे स टकराइ गएन, जेहसे उ घर आवाज कइके समूचइ गिर गवा।” 28 नतीजा इ भवा कि जबहिं ईसू इ बतियन क कहिके पूरी किहेस, तउ ओकरे उपदेसन प भीड़ क लोगन क अचरज भवा। 29 काहेकि उ धरम सास्तिरियन क नाईं नाहीं मुला एक अधिकारी क नाईं उपदेस देत रहा।
Matthew 8:1 ईसू जबहिं पर्वते स खाली उतरा तउ बहोत बड़ी मनइयन क भीड़ ओकरे पाछे होइ चली। 2 हुँवई एक कोढ़ी भी रहा। उ ईसू क लगे आइ अउर निहुरिके बोला, “पर्भू, जदि तू चाहा तउ मोका चंगा कइ सकत ह।” 3 ऍह प ईसू आपन हथवा बढ़ाइके कोढ़ी क छुएस अउर कहेस, “मइँ चाहत हउँ; चंगा होइ जा!” अउर फउरन कोढ़ी क कोढ़ पराइ गवा। 4 फिन ईसू ओसे कहेस, “देखा ऍकरे बारे मँ कउनो स कछू जिन कह्या। मुला याजक क लगे जाइके ओका आपन क देखावा। फिन मुसा क हुकुम क मुताबिक भेंट चढ़ावा जैसे लोगन्क तोहरे चंगा होइ क साच्छी मिलि जाइ।” 5 फिन ईसू जब कफरनहूम गवा, तउ एक फऊजी नायक ओकरे नगिचे आवा अउर ओसे मदद बरे बिनती करत बोला, 6 “पर्भू, मोर एक सेवक मोरे घरवाँ मँ बिछउना प ओलरा बाटइ। ओका लकवा मारे बाटइ। ओका बहोत दर्द होत अहइ।” 7 तबहिं ईसू फऊजी नायक स कहेस, “मइँ आइके ओका चंगा करिहउँ।” 8 फऊजी नायक जवाब दिहेस, “पर्भू, मइँ इ जोग्ग नाहीं हउँ कि तू मोरे घर मँ आवा। यह बरे हुकुम दइ द्या। बस मोर नउकर चंगा होइ जाई। 9 इ मइँ जानत हउँ कि मइँ एक बड़का अधिकारी क नीचे काम करत अहउँ अउर मोरे नीचे दूसर सिपाही अहइँ। जबहि मइँ एक ठु सिपाही स कहत हउँ, ‘जा’ तउ उ चला जात ह अउर दूसर सिपाही स कहत हउँ, ‘आ’ तउ उ आइ जात ह। मइँ आपन सेवक स कहत हउँ, ‘इ करा’ तउ उ ओका करत ह।” 10 जब ईसू इ सुनेस तउ उ अचरजे मँ पड़ि गवा। जउन मनइयन ओकरे पाछे पाछे आवत रहेन ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ मइँ ऍतना गहरा बिसवास इस्राएल मँ भी कउनो मँ नाहीं पाएउँ। 11 मइँ तोहका इ अउ बतावत हउँ कि बहोत स पूरब अउर पच्छिम स अइहीं अउर उ सबइ भोजे मँ इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क संग सरगे क राज्य मँ आपन आपन ठउन प बैठ जइहीं। 12 मुला राज्य क आदिम प्रजा बाहेर अँाधियारे मँ ढकेल दीन्ह जाई जहाँ उ पचे चिचियाइके नरियाइके दाँत पीसत रइहीं।” 13 तब ईसू उ फउजी नायक स कहेस, “जा वइसा ही तोहरे बरे होइ जइसा तोहार बिसवास अहइ।” अउर ओकर नउकर फउरन चंगा होइ गवा। 14 जब ईसू पतरस क घरे पहुँच गवा, उ ओकरे सास क बुखार स दुःखी बिछउना प ओलरी देखेस। 15 तब ईसू ओका आपन हथवा स छुएस अउर ओकर बुखार उतर गवा। फिन उ उठी अउर ईसू क सेवा करय लाग। 16 जइसे साँझ होइ गइ तउ लोग ओकरे नगिचे बहोतन मनइयन क लइ आएन जेहमाँ दुस्ट आतिमन रहत रहीं। आपन एक ही हुकुम स उ दुस्ट आतिमन क निकारि दिहस। इ तरह स उ सबइ बेरमियन क नीक कइ दिहस। 17 इ यह बरे भवा कि परमेस्सर नबी यसायाह स जउन कछू कहेस, उ पूरा होइ जाइ:“उ हमरे बेरमियन क लइ लिहस अउर हमरे संतापे क ओढ़ लिहस।” यसायाह 53:4 18 जब ईसू आपन चारिहुँ कइँती भीड़ देखेस तउ उ आपन चेलन क हुकुम दिहेस कि उ सबइ झिलिया क ओह पार किनारे चलइँ। 19 तब एक धरम सास्तरी ईसू क निअरे आवा अउर कहेस, “गुरु, जहँ तहँ तू जाब्या, मइँ तोहरे पाछे चलब।” 20 ऍह प ईसू ओसे कहेस, “लोखरी क बिल अउर अकास क पंछीयन क घोंसला होत हीं मुला मनई क पूतक लगे मूँड़ टेकावइ क कउनो ठउर नाहीं।” 21 ओकर चेलन मँ स एक ठु ईसू स कहेस, “पर्भू, मोका पहिले जाइके आपन पिता क गाड़इ क हुकुम द्या।” 22 मुला ईसू ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा अउर मरा भवा मुर्दन क आपन खुद गाड़इ द्या।” 23 तब ईसू एक नाउ प बइठि गवा। ओकर चेलन भी पाछे पाछे गएन। 24 उहइ समइया झील मँ ऍतना भयंकर तूफान उठि गवा कि नाउ लहरन स दबी जात रही पर ईसू सोवत रहा। 25 तबहिं ओकर चेलन ओकरे लगे पहुँचेन अउर ओका जगाइके कहेन, “पर्भू, हमार रच्छा करा। हम पचे मरि जाब।” 26 तबहिं ईसू ओनसे कहेस, “अरे कम बिसवास करइवालो। तू पचे काहे ऍतना भयभीत अहा?” तब उ खड़ा होइके तूफान अउर झिलिया क डाटेस अउर चारिहुँ कइँती सांति छाइ गइ। 27 मनइयन अचरजे मँ पड़ि गएन। उ सबइ कहेन, “इ कइसा मनई बाटइ? अँधड़ तूफान अउर झिलिया तक ऍकर बतिया मानत हीं!” 28 जब ईसू झील क उ पार, गदरेनियोन क देस पहुँच गवा, तउ ओका कब्रे स निकरि के दुइ मनई आवत भए मिलेन, जेहमाँ दुस्ट आतिमन रहिन। उ पचे ऍतना खोफनाक रहेन कि उ रस्ता स कउनो निकरि तक नाहीं सकत रहा। 29 उ पचे चिचियानेन, “हे परमेस्सर क पूत! तू मोसे का चाहत बाट्या? का तू हियाँ ठीक समइ स पहिले हमका दंड देइ आइ अहा?” 30 हुवाँ तनिक दूरी प बहोत स सुअरन क झुँड चरत रहा। 31 तउ उ दुस्ट आतिमन ओसे बिनती करत भए कहेन, “जदि तोहका हम पचन क बाहेर निकारब ही बाटइ, तउ हमका सुअरन क झुंडे मँ पठइ द्या।” 32 तउ ईसू ओनसे कहेस, “चला जा!” तब उ सबइ ओन मनइयन मँ स बाहेर निकरि आइन अउर सुअरन मँ घुसि गइन। फिन समूचा झुंड ढलाने स लुढ़कत पुढ़कत पराइके ढालू किनारे स झिलिया मँ गिरि गवा अउ सबहिं सुअरन पानी मँ बूड़िके मर गएन। 33 सुअरन क झुंड क रखवालन भागत भागत हुआँ स सहर आएन अउर सुअरन क साथ तथा दुस्ट आतिमन स ग्रस्त ओन मनइयन क साथ जउन कछू भवा, कहिके सुनाएन। 34 फिन तउ सहर क सबइ मनइयन ईसू स भेंटइ बरे निकर पड़ेन। जब उ पचे ईसू क देखेन तउ ओसे बिनती किहेन कि उ ओनके हियाँ स कहुँ अउर ठउर चला जाइ।
Matthew 9:1 फिन ईसू एक नाउ प चढ़ा अउर झिलिया क पार आपन सहर आइ गवा। 2 मनइयन लकुआ क मरीजे क खटिया प ओलराइके ओकरे नगिचे लइ आएन। ईसू जबहि ओकरे बिसवास क देखेस तउ लकुआ क रोगी स कहेस, “हे वालक ढाढ़स रखा। तोहार पापन्क छमा कीन्ह गवा।” 3 तबहि कछू यहूदी धरम सास्तिरियन आपस मँ कहइ लागेन, “इ मनई (ईसू) अपने सब्दन स परमेस्सर क बेज्जत करत ह।” 4 ईसू जानत रहा कि उ पचे का सोचत विचारत अहइँ: ईसू ओनसे बोला, “तू सब आपन मन मँ काहे बुरा बिचार आवइ देत ह 5 जिआदा सहल का बाटइ? इ कहब, ‘तोहार पापन्क छमा कीन्ह गवा।’ या इ कहब, ‘खड़ा ह्वा अउर चलि पड़ा?’ 6 काहेकि तू सब इ जान पावा कि धरती प पापन्क छमा करइ क सक्ती मनई क पूत मँ अहइ।” ईसू लकुआ क रोगी स कहेस, “खड़ा ह्वा, आपन बिछउना उठावा अउ घरे चला जा।” 7 उ लकुआ क मरीज खड़ा होइके आपन घर चला गवा। 8 जबहि भीड़े मँ मनइयन इ निहारेन कि तउ उ सबइ गहरी भक्ती स अचरजे मँ पड़ि गएन अउर परमेस्सर क गुन गावइ लागेन जउन मनई क अइसी सक्ती दिहेस। 9 ईसू जब हुआँ स जात रहा तउ उ महसूले क चुंगी क चौकी प बइठा भवा एक मनई क देखेस। ओकर नाउँ मत्ती रहा। ईसू ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा।” ऍह प मत्ती खड़ा भवा अउर ओकरे पाछे होइ गवा। 10 अइसा भवा कि जब ईसू मत्ती क घर बहोत स चुंगी उगहियन अउर पापी मनइयन क संग आपन मनवइयन क साथ लइके जेंवत रहा। 11 तउ ओका फरीसियन देखेन अउर ओनके चेलन स पूछइ लागेन, “तोहार गुरु चुंगी क उगहिया अउर बुरा मनइयन क संग खइया के काहेखात ह” 12 इ सुनिके ईसू ओनसे कहेस, “हिट्ठ पुट्ठ मनई क नाहीं मुला बेरमियन क एक बैद्य (डाक्टर) क जरूरत होत ह। 13 एह बरे तू सबइ जा अउर समझा कि सास्तरे क बचन क अरथ का अहइ? ‘मइँ बलिदान नाहीं चाहत हउँ मुला द्ाया चाहता हउँ।’मइँ धर्मी क नाहीं मुला पापियन क बुलावइ आइ हउँ।” 14 फिन बपतिस्मा क देवइया यूहन्ना क चेलन ईसू क लगे गएन अउर पूछेन, “हम सबइ अउर फरीसियन पुनि पुनि उपवास काहे करत हीं परन्तु तोहार चेलन काहे नाहीं करतेन?” 15 फिन ईसू ओनका समझाएस, “का दूल्हा क साथी जब ताईं दूल्हा ओनके संग अहइ, सोक मनाइ सकत हीं? मुला उ दिनन अइहीं जब दूल्हा ओनसे छीन लीन्ह जाई फिन उ समइया मँ उ सबइ दुखी होइहीं अउर उपवास करिहीं। 16 “बे सिकुड़ा भवा नवा कपरा क पइबंद पुरान पोसाके प कउनो लगावत नाहीं काहेकि इ पइबंद पोसाके क अउर जिआदा फाड़ देइ अउ कपरा क खोंच अउर बाढ़ जाई। 17 नई दाखरस पुरान मसकन मँ भरी नाहीं जात। नाहीं तउ मसकन क फोरि देइ अउर दाखरस बहिके फैलि जाई। एह बरे लोग नई दाखरस नई मसकन मँ भरत हीं जइसे दाखरस अउर मसकन दुइनउँ बचा रहइँ।” 18 ईसू ओन मनइयन क जब इ बतिया बतावत रहा, तबहि यहूदी आराधनालय क एक मुखिया ओकरे लगे आवा अउर ओकरे समन्वा निहुरिके बिनती करत भवा बोला, “अबहीं अबहीं मोर बिटिया मरी गइ अहइ। तू चलिके जदि ओह प आपन हाथ रख द्या तउ उ फिन जी जाई।” 19 ऍह प ईसू खड़ा होईके आपन चेलन क संग ओकरे साथ चल दिहेस। 20 हुवाँ एक ठु स्त्री रही जेका बारह बरिस स खून बहत रहा। उ पाछे स ईसू क नगिचे आइ, ओकरे ओढ़ना क मुहरी छुइ लिहस। 21 उ आपन मनवा मँ सोचत रही, “जदि मइँ तनिकउ भी एकर ओढ़ना छुइ पावउँ, तउ नीक होबउँ।” 22 घूमिके निहारत भवा ईसू कहेस, “बिटिया, खुस रहा। तोहार बिसवास तोहका चंगा किहेस ह।” अउर उ स्त्री तुंरतहि उहइ छन चंगा होइ गइ। 23 ओह कइँती ईसू जब आराधनालय क मुखिया क घरवा पहुँचा तउ उ देखेस कि सोक धुन बजावत बाँसुरी क बजवइया अउर हुवाँ ऍकट्ठा भए मनइयन लरकी क मउत प सोक करत रहेन। 24 तबहि ईसू लोगन्स कहेस, “हियाँ स बाहेर जा। लरकी मरी नाहीं बा, उ तउ सोवति अहइ।” ऍह प मनई ओकर हँसी ठट्ठा करह लागेन। 25 फिन जब भिरिया क मनइयन क बाहेर पठएस तउ ईसू लरकी क कोठरी मँ जाइके ओकर हथवा पकड़ेस अउर उ उठि गइ। 26 ऍकर खबरिया उ समूचइ पहँटा मँ संचर गइ। 27 ईसू जब हुवाँ स जाइ लाग तउ दुइ आँधर ओकरे पाछे होइ गएन। उ दुइनउँ चिल्लात रहेन, “हे दाऊद क पूत, हम प दाया करा।” 28 ईसू जइसे घरवा क भीतर पहुँच गवा तउ उ पचे आँधर ओकरे लगे आएन। तबहिं ईसू ओनसे कहेस, “का तोहका बिसवास अहइ कि मइँ, तोहका फिन आँखिन दइ सकत हउँ?” उ पचे जवाब दिहेन, “हाँ पर्भू।” 29 ऍह पर ईसू ओनकइ आँखिन क छुअत कहेस, “तोहरे बरे वइसा होइ जइसा तोहार बिसवास अहइ।” 30 अउर आँधरन क जोति मिल गइ। फिन ईसू ओनका चिताउनी देत कहेस, “ऍकरे बारे मँ कउनो क पता नाहीं लागइ चाहीं।” 31 मुला उ पचे हुवाँ स जाइके इ खबरिया क उ पहॅटा मँ चारिहुँ कइँती फैलाइ दिहन। 32 जब उ दुइनउँ हुवाँ स जात रहेन तउ कछू लोग ईसू क लगे एक ठु गूंगा क लइ आएन। गूंगा मँ दुस्ट आतिमा क सवारी रही अउर यह बरे उ कछू बोल नाहीं पावत रहा। 33 जब उ दुस्ट आतिमा क निकारि दिहस तउ उ गूंगा, जउन पहिले कछू नाहीं बोल सकत रहा, बोलइ लाग। तबहि भिरिया क लोग अचरचे मँ कहेन, “इस्राएल मँ अइसी घटना कबहुँ नाहीं देखी गइ।” 34 मुला फरीसियन कहत रहेन, “उ दुस्ट आतिमन क सइताने क मदद स बाहेर खदेरत ह।” 35 ईसू यहूदी आराधनालय मँ उपदेस देत, परमेस्सर क राज्य क सुसमाचार क प्रचार करत, मनइयन क बेरामी अउर हर तरह क दारून दुःख हरत उ समूचइ पहँटा क गाउँ गाउँ अउर सहर सहर घूमत रहा। 36 ईसू जब कउनो भिरिया क देखततउ ओनके बरे करुना स भरि जात काहेकि उ पचे सतावा भवा अउर बेसहारा रहेन, जइसें भेड़ रहिन अउ ओनकइ कउनो गड़रिया नाहीं रहा। 37 तबहिं ईसू आपन चेलन स कहेस, “तइयार खेत तउ बहोत अहइँ मुला मजदूर कम बाटेन। 38यह बरे फसल क परमेस्सर स बिनती करा कि उ, आपन फसल काटइ बरे मजदूर पठवइ।” 38
Matthew 10:1 तउ ईसू आपन बारहु चेलन क लगे बोलवाइके ओनका दुस्ट आतिमन क बाहेर खदेरइ, अउर हर तरह क रोगन अउर दारुन दु:खन क दूर करइ क सक्ती दिहेस। 2 उ सबइ बारहु प्रेरितन क नाउँ इ अहइँ सबते पहिले समौन, जउन पतरस कहा गवा, अउर ओकर भाई आन्द्रियास, जब्दी क बेटवा याकूब अउर ओकर भाई यूहन्ना। 3 फिलिप्पुस, बरतुल्मै, थोमा, चुंगी (टिक्स) क उगहिया मत्ती, जल्फै क बेटवा याकूब अउर तद्दै। 4 समौन कनानीअउर यहूदा इस्करियोती जे ओका धोखा दइके पकड़वाए रहा। 5 ईसू इन बारहु प्रेरितन क बाहेर पठवत हुकुम दिहेस कि उ सबइ, “गैर यहूदियन क पहँटा मँ न जाइँ अउर कउनो सामरी सहर मँ न घुसइँ। 6 मुला उ सबइ इस्राएल क परिवारे क हेराइ गइ भेड़न क नगिचे जाइँ 7 अउर ओनका उपदेस देइँ, ‘सरगे क राज्य नगिचे अहइ।’ 8 उ सबइ बेरमियन क नीक करइँ, मरे भएन क जिन्नगी देइँ, कोढ़िन क नीक करइँ अउर दुस्ट आतिमन क खदेरइँ। तू सबइ बे कछू देए भए पर्भू क असीस अउर सक्ती पाए अहा, एह बरे दुसरउँ क बे कछू लिए अजादी स बाँटा। 9 आपन बटुआ मँ सोना, चाँदी अउर ताँवा जिन रखा। 10 जात्रा बरे कउनो झोला तक जिन रखा। कइसो फालतू कुर्ता, चप्पल अउर छड़ी जिन ल्या। काहेकि मजदूर क ओकरे खइया प हक अहइ। 11 “तू पचे जब कबहुँ कउनो सहर या गाउँ मँ जा तउ पता करा कि हुवाँ बिसवास क लायक कउन अहइ। फिन तब ताईं हुवाँ ठहरि जा जब ताई हुवाँ स चल न द्या। 12 जबहि तू उ कउनो क घरे मँ जा तउ उ परिवार क मनइयन क मान सम्मान करत कहा, ‘तोहका सांति मिलइ।’ 13 जदि घरे क मनई सुपात्र होइहीं तउ तोहार असीस ओनके संग रही अउर जदि ओकरे जोग्ग नाहीं होइहीं तउ तोहार असीस तोहरे लगे लौटि आई। 14 जदि कउनो तोहार अगवानी न करइ या तोहार बतियन क न सुनइ तउ उ घरवा या सहर क तजि द्या। अउर आपन गोड़वा मँ लागी माटी क हुवँइ झाड़ि द्या। 15 मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि जब निआव होई तब उ सहर क दसा सदोम अउर अमोरासहरन क दसा कहूँ जिआदा बढ़िया होई। 16 “होसियार! मइँ तोहका बिगवन मँ भेड़न क नाई बाहेर पठवत अहउँ। कीरा क नाई चालाक अउर कबूतरे क नाईं भोला बना रहा। 17 मनइयन स होसियार रह्या काहेकि उ पचे तोहका बंदी बनाइके यहूदी पंचायत क दइ देइहीं अउर तोहका आपन आराधनालयन मँ कोड़ा स धुनवइहीं। 18 तोहका हुकूमत क सासक अउर राजा क समन्वा हाजिर करिहीं, काहेकि तू सबहीं मोर चेलन अहा। तोहका इ औसर दीन्ह जाई कि तू ओनका अउर गैर यहूदियन क मोरे बारे मँ साच्छी द्या। 19 जब उ पचे तोहका धरइँ तउ फिकिर जिन कर्या कि तोहका का कहइ क बाटइ अउर कइसे कहइ क अहइ। काहेकि उ समइ प तोहका बताइ दीन्ह जाई कि तोहका का कहइ क अहइ। 20 याद रखा कि बोलवइया तू नाहीं अहा, मुला तोहरे परमपिता क आतिमा तोहरे भीतर बोली। 21 “भाई आपन भाइयन क धरवाइ क मरवइहीं महतारी बाप आपन गदेलन क पकड़वइहीं अउर बचवन आपन महतारी बाप क खिलाफ होइ जइहीं। उ पचे ओनका मरवाइ देइहीं। 22 मोरे नाउँ क कारण मनई तोहसे घिना करिहीं। मुला आखिर तक जउन टिका रही उहइ क उद्धार होई। 23 उ सबइ अब तोहका सहर मँ सतावइँ तउ तू दूसर सहर मँ पराइ जाया। मइँ तोहसे सच सच कहत हउँ अइसे पहिले तू इस्राएल क सबइ ही सहरन क चक्कर लगाइ ल्या, मनई क पूत दुबारा आइ जाई। 24 “चेला आपन गुरु ते बड़वार नाहीं होतेन अउर न ही कउनो नउकर आपन मालिक ते बड़वार होत ह। 25 चेला क गुरु क नाईं होइ मँ अउर नउकरे क मालिक क नाई होइ मँ संतोख करइ चाही। जब उ घरे क मालिक क बेल्जाबुल (सइतान) कहइँ तउ, ओकरे घरे क दूसर लोगन क संग तउ अउ भी बुरा बेवहार करिहीं!” 26 “एह बरे ओनसे डेराअ जिन काहेकि जउन छुपी अहइ, सब खुलि जाई। अउर हर चीज जउन छुपी अहइ, परगट होइ जाई। 27 मइँ अँधियारे मँ जउन कछू तोसे कहत हउँ, मइँ चाहित ह कि तू उजियारे मँ कहा। मइँ जउन कछू तोहरे कनवा मँ कहेउँ तू ओकरे मकाने क छत्तियापर चढ़िके, एलान करा। 28 ओनसे जिन डेराअ, जउन तोहरे देह क नास कइ डइहीं मुला तोहरे आतिमा क नाहीं मारि सकतेन। बस उ परमेस्सर स डेराअ जउन तोहार देह अउर आतिमा क नरके मँ नाइ के नास कइ सकत ह। 29 एक ठु पइसा क दुइ चिड़िया बेसहे मँ स भी एक तोहरे परमपिता क बे जाने भए अउर ओकर बिना इच्छा स धरती प नाहीं गिर सकत। 30 अरे तोहरे मूँड़े क एक एक बार तक गिना भवा बाटइ। 31 यह बरे डेराअ जिन, तोहार कीमत तउ वइसी बहोत स चिड़ियन ते जिआदा बाटइ। 32 “जउन कउनो मोका सब मनइयन क समन्वा अपनाई, मइँ भी ओका सरगे मँ बसा आपन परमपिता क समन्वा अपनियाउब। 33 मुला जउन कउनो मोका सब मनइयन क समन्वा न अपनियाई, मइँ भी ओका आपन परमपिता क समन्वा न अपनियाउब। 34 “इ जिन सोचा कि मइँ धरती प सांति लइ आवइ आइ हउँ। सांति नाहीं मुला एक तरवारे क लइ आइ हउँ। 35 मइँ तउ, बेटवा क बाप क खिलाफ:‘बिटिया क महतारी खिलाफ, दुलहिन क सासे क खिलाफ करइ आइ हउँ। मनई क बैरी ओकरे घरे क मनई ही होइहीं।’ मीका 7:6 36 37 ‘जउन आपन महतारी बाप स मोसे जिआदा पिरेम करत ह, उ मोर होइ क जोग्ग नाहीं जउन अपने बेटवा अउर बिटिया से मोसे जिआदा पिरेम करत ह, उ मोर होइके जोग्ग नाहीं। 38 उ जउन क्रूसे (यातना) उठाइके मोरे पाछे होत नाहीं, मोर होइके जोग्ग नाहीं। 39 उ जउन आपन प्राण बचावा चाहत ह, आपन प्राण खोइ देइ। मुला जउन मोरे बरे आपन प्राण दइ देइ, उ जिन्नगी पाई। 40 जउन तू पचन क अपनावत ह, उ मोका अपनावत ह अउर जउन मोका अपनावत ह, उ उहइ परमेस्सर क अपनावत ह, जउन मोका पठएस ह। 41 जउन कउनो नबी क यह बरे अपनावत ह कि उ नबी अहइ, ओका उहइ ओकरे बदले मँ फल मिली जउन कि नबी क मिलत ह। अउ जदि तू कउनो धर्मी क यह बरे अगवानी करत ह कि उ धर्मी बाटइ, ओका सच उहइ बदले मँ फल मिली जउन कउनो धर्मी क मिलत ह। 42 अउर जदि कउनो मोर इ भोला भाला चेलन मँ स कउनो एक क एक लोटा ठंडा पानी तक दइ दे कि उ मोर चेला अहइ, तउ मइँ तोसे सच कहत हउँ कि ओका ऍकरे बदले मँ फल सचमुच बे मिले भए न रही।”
Matthew 11:1 अइसा भवा कि ईसू आपन बारहु चेलन क इ तरह समझाइके हुवाँ स चला गवा अउर गलील देस क सहरन मँ उपदेस देत अउर प्रचार करत लाग। 2 यूहन्ना जब जेल मँ मसीह क काम क बारे मँ सुनेस तउ उ आपन चेलन स संदेस पठइके पूछेस, 3 “का तू उहइ अहा, जउन आवइवाला रहा, या हम पचे कउनो अउर आवइवाला क बाट जोही?” 4 ईसू जवाबे मँ ओनसे कहेस, “जउन कछू तू सबइ सुनत अहा, अउर देखत अहा, जाइके यूहन्ना क बतावा कि, 5 अँधरे क आँखी मिलति अहइँ, लूला लगँड़ा चल पावत अहइँ, कोढ़ी चंगा होत अहइँ, बहिर सुनत अहइँ अउ मुर्दा जिआइ जात अहइँ अउर गरीबन मँ सुसमाचार क प्रचार कीन्ह जात अहइ। 6 उ धन्य अहइ जउन मोका अपनाइ सकत ह।” 7 जब यूहन्ना क चेलन हुवाँ स जात रहेन तउ ईसू भीड़ मँ यूहन्ना क बारे मँ कहइ लाग, “तू पचे इ उसरे मँ का निहारइ आइ अहा? का कउनो सरपत? जउन हवा स उड़ि जात बा। 8 नाहीं, तउ फिन का देखइ आइ अहा? का एक मनई? जउन बहोत बढ़िया ओढ़ना पहिरे बा? देखा जउन उत्तिम बस्तर पहिरत हीं, उ सबइ तउ राजा क महले मँ मिलत हीं। 9 तउ तू सबइ का निहारइ आइ अहा? का कउनो नबी? हाँ, मइँ तोहका बतावत हउँ कि जेका तू देख्या ह उ कउनो भी नबी स जिआदा अहइ। 10 इ उहइ अहइ जेकरे बारे मँ पवित्तर सास्तर मँ लिखा बाटइ:‘देखा, मइँ तोहसे पहिले ही आपन दूत पठवत हउँ। उ तोहरे बरे राह बनाई।’ मलाकी 3:1 11 मइँ तोहसे सच कहत हउँ बपतिस्मा देवइया यूहन्ना त बड़वार कउनो मनई पइदा नाहीं भवा। फिन भी सरगे क राज्य मँ छोट त छोट मनई भी यूहन्ना स बड़कवा अहइ। 12 बपतिस्मा क देवइया यूहन्ना क समइ स आज तलक सरगे क राज्य खौफनाक हमला झेलत रहा अहइ अउ हिंसा करवइया ओका छीन चाहत हीं। 13 यूहन्ना क आवइ तलक सारे नबियन अउर मूसा क व्यवस्था इ भविस्सबाणी किहेन, 14 अउर जदि तुम व्यवस्था अउर नबियन जउन कछू कहइ, ओका स्वीकार करने क तैयार ह तउ जेकरे आने की भविस्सबाणी की गयी थी इ यूहन्ना उहइ एलिय्याह बाटइ। 15 जउन सुनि सकत होइ, उ सुनि लेइ। 16 “आजु क इ पीढ़ी क तुलना मइँ कउने स करउँ? उ सबइ बाजारे मँ वइठा भवा ओन गदेलन क नाईं अहइँ जउन एक दूसर क नरियाइके कहत रहेन, 17 ‘हम तोहरे बरे बाँसुरी बजावा, मुला तू नाच्या नाहीं। हम पचे सोकगीत गावा मुला तू रोया नाहीं। 18 बपतिस्मा देवइया यूहन्ना आवा। जउन अउरन क नाईं खात रहा अउर न पिअत रहा। मुला लोग कहे रहेन, ‘ओहमा दुस्ट आतिमा समाइ गइ अहइ।’ 19 फिन मनई क पूत आवा। जउन अउरन क नाईं खात-पिअत ह, मुला मनई कहत हीं, ‘इ मनई क देखा, ई पेटू अहइ, पिअक्कड़ बाटइ। इ चुंगी क उगहिया अउर पापी क मीत अहइ।’ मुला बुद्धि क चमत्कार काम स सिद्ध होइ जात ही।” 20 फिन ईसू ओन नगरन क धिक्कारेस, जेहमाँ उ ढेर अद्भुत कारजन किहेस। काहेकि हुवाँ क मनइयन आपन पाप करबँ नाहीं छोड़ेन अउर मनफिराव नाहीं करेन। 21 ईसू कहेस, “अरे अभगे खुराजीन अरे अभगे बैतसैदाजउन अद्भुत कारजन तोहमा कीन्ह गएन जदि उ सबइ काम सूर अउ सैदा मँ कीन्ह जातेन तउ हुवाँ क मनई बहोत पहिले टाट क कपराओढ़िके सोक बरे अउर देह प राखि लगाइके दुख क परगट करत मनफिराव कइ चुका होतेन। 22 मुला मइँ तू सब लोगन स कहत हउँ कि निआव क दिन सूर अउर सैदा क दसा तोहसे जिआदा सहइ बरे जोग्ग होई। 23 अउर अरे कफरनहूम का तू सोचत ह कि तोहका सरगे क महिमा तलक ऊँचे उठावा जाई? तू तउ अधोलोक मँ नरक तलक जाब्या। काहेकि जउन अद्भुत कारजन तोहमा कीन्ह गएन, जदि उ सबइ सदोम मँ कीन्ह जातेन तउ उ नगर आज तलक टिका होत। 24 मुला मइँ तोहका बतावत हउँ कि निआव क दिन तोहरे मनइयन क दसा ते सदोन क दसा कहूँ नीक होई।” 25 उ समइया प ईसू कहेस, “परमपिता, तू सरग अउर धरती क पर्भू अहा, मइँ तोहार गुन गावत हउँ काहेकि तू इन बातन क, ओनमाँ स जउन गियानी अउर समझदार अहइँ, छुपाइके रखे अहा। अउ जउन भोला भाला अहइँ ओनके बरे परगट किए अहा। 26 हाँ परमपिता इ यह बरे भवा काहे कि तू ही एका अच्छे स जानत अहा। 27 मोर परमपिता सब कछू मोका सौंप दिहेस अउर असिल मँ परमपिता क बजाय कउनो भी पूत क नाहीं जानत। अउर हर उ मनई परमपिता क जानत ह, जेकरे बरे पूत ओका परगट करइ चाहत ह। 28 “अरे, ओ थका माँदा, बोझवा स दबान मनइयन मोरे लगे आवा। मइँ तोहका सुख चइन देब। 29 मोर जुआ ल्या अउर आपन उपर धरा। फिन मोसे सीखा काहेकि मइँ सहल हउँ अउर मोर मनवा कोमल अहइ। तोहका भी आपस बरे सुख-चइन मिली। 30 काहेकि उ जुआ जउन मइँ तोहका देइत ह बहोत सहल बाटइ। अउर उ बोझावा जउन मइँ तोह पर डारत अही, हल्का बाटइ।”
Matthew 12:1 लगभग उहइ समइया ईसू सबित क दिन अनाजे क खेतन स होइके जात रहा। ओकरे चेलन क भूख लाग अउ गोहूँ क बाल तोड़ि क चबाइ लागेन। 2 फरीसियन अइसा होत देखिके कहेन, “देखा! तोहार चेलन उ करत अहइँ जेकर सबित क दिन करब मूसा क व्यवस्था क माफिक नाहीं।” 3 ऍह प ईसू ओनसे पूछेस, “का तू नाहीं पढ्या कि दाऊद अउर ओकर साथी, जब ओनका भूख लाग, का किहे रहेन? 4 उ परमेस्सर क घरे मँ घुसिके ओनके बरे चढ़ाई गइ पवित्तर रोतिन क कइसे खाए रहेन? तउ भी ओका अउर ओनके साथी संगी क ओकर खाब मूसा क व्यवस्था क खिलाफ रहा। ओका सिरिफ याजकन ही खाइ सकत रहेन। 5 मूसा क व्यवस्था मँ तू इ नाहीं पढ़्या कि सबित कि दिन मंदिर क याजक ही असिल मँ सबित क दिन बिगार देत हीं अउर फिन ओनका कउनो कछू नाहीं कहत। 6 मुला मइँ तोसे कहत हउँ, हियाँ जउन कउनो बाटइ उ मंदिर ते बड़वार बाटइ। 7 जदि तू पवित्तर सास्तर मँ जउन लिखा अहइ, ओका जानत ह, ‘मइँ मनइयन मँ दाया चाहत हउँ, पसुबलिदान नाहींतउ तू ओनका दोखी नाहीं ? ठहरउत्या जउन निर्दोख अहइँ। 8 हाँ, मनई क पूत सबित क दिन क भी सुआमी अहइ।” 9 फिन उ हुवाँ स चला गवा अउर उनके आराधनालय मँ पहुँच गवा। 10 हुवाँ एक ठु मनई रहा, जेकर हाथ सुखंडी रहा। तउ मनइयन ईसू स पूछेन, “मूसा क व्यवस्था क माफिक सबित क दिन का कउनो क नीक करब ठीक अहइ?” उ सबई एह बरे ओसे पूछेन कि, उ पचे ओह प दोख लगाइ सकइँ। 11 मुला उ ओनका जबाव दिहेस, “मान ल्या, तोहमाँ स कउनो क लगे एक ही भेड़ बाटइ, अउर उ भेड़ सबित क दिन कउनो गड़हा मँ गिरि जात ही, तउ तू का ओका बाहेर न निकरब्या? 12 सच मनई तउ एक भेड़े स जिआदा बढ़के अहइ। यह बरे सबित क दिन मूसा क व्यवस्था भलाई करइ बरे अनुमति देत ह।” 13 तब ईसू उ सुखंडी हाथवाला मनई स कहेस, “आपन हथवा आगे बढ़ावा।” उ पूरी तरह स चँगा होइ गवा। ठीक उहइ तरह जइसे ओकर दूसर हाथ रहा। 14 तब फरीसियन हुवाँ स चला गएन अउर ओका मार डावइ क तरकीब गूंथइ मथइ लागेन। 15 ईसू इ जान गवा अउर हुवाँ स चला गवा। भारी भीड़ पाछे पाछे होइ गइ। उ ओनका चंगा करत 16 चिताउनी दिहस कि ओकरे बारे मँ मनइयन क कछू न बतावइँ। 17 इ एह बरे भवा कि नबी यसायाह पर्भू क बारे मँ जउन कछू कहेस ह, उ पूरा होइ जाइ: 18 “इ मोर सेवक अहइ, मइँ जेका चुनेउ हउँ। इ मोर पिआरा अहइ, ऍहसे मइँ आनंद मँ हउँ आपन आतिमा ऍह प मइँ रखियउँ सब देसन क सब मनइयन क इ निआव क एलान करी। 19 इ कबहुँ नाहीं चिचिआई, या झगड़ी ही मनइयन ऍका गली कूचा मँ न सुनिहइँ 20 उ सरते क न उ तोड़ीन इ बुझत दिया तलक उ न बुझाई डटा रही तब ताई जब ताईं निआव क जीत न होइ जाई। 21 तब फिन सबइ लोग आपन आसा ओहमाँ बँधिहीं, फिन उहइ नाउँ मँ।” यसायाह 42:1-4 22 फिन मनइयन ईसू क लगे एक अइसे अँधरे क लइ आएन जउन गूँगा भी रहा काहेकि ओहॅ प दुस्ट आतिमा क सवारी रही। ईसू ओका चंागा किहेस अउर एह बरे इ गूँगा अउर आँधर बोलइ अउर देखइ लाग। 23 ऍह प सबइ मनइयन अचरजे मँ पड़ि गएन अउर उ सबइ कहइ लागेन, “का इ मनई दाऊद क पूत होइ सकत ह” 24 जबहिं फरीसियन इ सुनेन तउ उ पचे कहेन, “इ दुस्ट आतिमन क ओनके सरदार बेल्जाबुल क सहारा स बाहरे निकारत ह।” 25 ईसू ओनके मनवा क बात जानि गवा अउर ओनसे कहेस, “हर राज्य जेहमाँ फूट परि जात ह, ओकर नास होइ जात ह। वइसे ही हर सहर या परिवार जेहमाँ फूट परि जात ह उ टिकइ नाहीं पावत। 26 तउ सइतान ही खुद आपन क बाहेर कइसे निकारी फिन तउ ओहमाँ आपन खिलाफ फूट पड़ि जाई। तउ ओकर राज्य कइसे बना रहि पाई। 27 अगर इ सच अहइ कि मइँ बेल्जाबुल क सहारा स दुस्ट आतिमन क खदेरत हउँ तउ तोहार मनवइया कउने सहारा स ओनका बाहेर खदेरत हीं? तउ तोहार आपन मनवइया ही सिद्ध करिहीं कि तू गलत अहा। 28 मइँ दुस्ट आतिमन क परमेस्सर क आतिमा क सक्ती स निकारत हउँ। ऍहसे इ सिद्ध होत ह कि परमेस्सर क राज्य तोहरे निअरे आइ ग अहइ। 29 “फिन कउन कउनो जबरा क घरवा मँ घुसिके ओकर माल कइसे चोरॉइ सकत ह, जब तलक उ जबरा क पहिले बाँध न देइ। तबहिं उ ओकरे घरवा क लूटि सकत ह। 30 “जउन मोर संग नाहीं उ हमरे खिलाफ बाटइ। अउर जउन अलगाइ भई भेड़न क बटोरइ मँ मोर मदद नाहीं करत, उ ओनका अलगावत ह। 31 एह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ कि सब मनइयन क किस्म किस्म क निन्दा अउर पापन्क छमा कइ दीन्ह जाइ मुला पवित्तर आतिमा क निन्दा क छमा किन्ह न जाई। 32 कउनउ मनई क पूत क खिलाफ जदि कछू कहत ह तउ ओका छमा कीन्ह जाइ सकत ह, मुला पवित्तर आतिमा क खिलाफ कउनो कछू कहइ तउ ओका छमा न कीन्ह जाई। न तउ इ युग मँ अउर न आवइवाला युगे माँ। 33 “तू लोग जानत ह कि बढ़िया फरे बरे तोहका बढ़िया बृच्छ रोपइ चाही। मुला बृच्छ बुरा अहइ तउ बुरा फर देइ। काहेकि बृच्छ आपन फरे स जाना जात ह। 34 अरे हे कीरा क बचवन! जब तू खुदइ बुरा अहा तउ नीक बातन कइसे कहि सकत ह मनई क सब्द जउन ओकरे मनवा मँ भरा अहइ, उहइ स निकरत ही। 35 एक नीक मनई मनवा क नीक भंडारे स नीक बातन निकारत ह अउर बुरा मनई बुरी बातन क निकारत ह जउन मनवा क भंडारे मँ एकट्ठा रहत हीं। 36 अउ मइँ तू सब जने के बतावन हउँ कि निआव क दिन हर मनई क लापरवाही स बोली गइ बातन क हिसाब देइ क होई। 37 तोहरे बातन क ऊपर तोहका निर्दोख अउर दोखी ठहराइ जाई।” 38 फिन कछू धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन ओसे कहेन, “गुरु, हम पचे तोसे अद्भुत चीन्हा परगट करइ चाहित ह।” 39 ईसू ओनसे जवाबे मँ कहेस, “इ जुग क बुरा अउर दुराचारी पीढ़ी क मनई अद्भुत चीन्हा देखा चाहत हीं। नबी योना क अद्भुत चीन्हा तजिके ओनका अउर कउनो अद्भुत चीन्हा न दीन्ह जाई। 40 अउ जइसे योना तीन दिना अउर तीन रात उ समुद्री जीव क पेटवा मँ रहा, वइसे ही मनई क पूत तीन दिन अउर तीन रात धरती प रही। 41 निआव क दिन निनेवा क रहइवाले आज क पीढ़ी क मनई क संग खड़ा होइहीं अउर दोखी ठहरइहीं। काहेकि निनेवा क मनई योना क उपदेस स मनफिराव करे रहेन अउर हियाँ तउ कउनो योना स बड़वार हाजिर अहइँ। 42 निआव क दिन दक्खिन क रानी इ पीढ़ी क मनइयन क संग खड़ी होई अउर ओनका दोखी ठहराई, काहेकि उ धरती क दूसर छोर स सुलैमान क उपदेस सुनइ बरे आइ रही अउर हियाँ तउ कउनउ सुलैमान स भी बड़वार हाजिर अहइ। 43 “जब कउनउ दुस्ट आतिमा कउनो मनई क छोड़ देत ह तउ उ आराम खोजइ बरे झुरान धरती प ढूँढ़त फिरत ह, मुला उ ओका मिल नाहीं पावत। 44 तब उ कहत ह, ‘जउन घरे क मइँ छोड़ दिहेउँ, मइँ फिन उहइँ लौटि हउँ।’ तउ उ लौटत ह अउर ओका अब ताईं खाली अउ साफ स्थर अउर सजा भवा पावत ह। 45 फिन उ लौटत ह अउ आपन संग सात अउ दुस्ट आतिमन क लइ आवत ह जउन ओसे भी बुरी होत हीं। फिन उ सबइ आइके हुवाँ रहइ लागत हीं। अउर उ मनई क हालत पहिले स जिआदा खौफनाक होत ह। आज क इ खराब पीढ़ी क मनइयन क दसा अइसी बाटइ।” 46 ईसू अबहिं भिड़िया क मनइयन स बातन कर रहा कि ओकर महतारी अउर भाइयन हुवाँ अइके बाहेर खड़ा होइ गएन। उ पचे ईसू स बात करइ बरे इंतजार करत रहेन। 47 कउनो ईसू स कहेस, “सुना तोहार महतारी अउर तोहार भाइयन खड़ा बाटेन अउर तोसे बात करइ चाहत हीं।” 48 जवाबे मँ ईसू बात करइवालन स कहेस, “कउन अहइ मोर महतारी, अउ कउन अहइ मोर भाइयन?” 49 फिन आपन हथवा स चेलन कइँती सनकावत कहेस, “इ अहइँ मोर महतारी अउर मोर भाइयन। 50 हाँ सरगे मँ रहवइया मोरे परमपिता क इच्छा प जउन कउनो चलत ह, उहइ मोर भाई, बहिन अउर महतारी अहइ।”
Matthew 13:1 उहइ दिन ईसू उ घरवा क छोड़िके झिलिया क किनारे उपदेस देइ जाइ बइठा। 2 बहोत मिला ओकरे चारिउँ कइँती ऍकट्ठा होइ गएन। तउ एक दिन उ नाउ प चढ़िके बइठि गवा। अउ भीड़ किनारे खड़ी रही। 3 उ ओनका दिस्टान्त क सहारा लेत भवा बहोत सी बात बताएस।उ कहेस, “एक किसान बिआ बोअइ निकरा। 4 उ जब बोआई करत रहा तउ कछू बिआ राहे क किनारे जाइ गिरेन। चिड़ियन आइन अउर चुन गइन। 5 तनिक बिआ चट्टान क धरती प जाइ गिरेन। हुआँ क माटी उथली रही। बिआ फउरन उगेन, काहेकि माटी गहिर नाहीं रही। 6 यह बरे जइसे सूरज निकरा तउ उ पउधन झुराइ गएन। अउर काहेकि उ सबइ जिआदा जर पकड़े नाहीं रहेन एह बरे झुराइके गिर गएन। 7 बिआ क एक हींसा कँटहरी झाड़िन मँ जाइ गिरा, झाड़िन बाढ़िन, अउर उ सबइ उ पउधन क दहबोच लिहेन। 8 मुला थोड़ा बिआ जउन बढ़िया धरती प गिरा रहेन, बढ़िया फसल देइ लागेन। फसल, जेतना बोइ ग रही, ओसे कउनो तीस गुनी, साठ गुनी, या सौ गुनी स भी जिआदा भई। 9 जउन सुन सकत ह, उ सुनि लेई!’ 10 फिन ईसू क चेलन ओकॅरे लगे जाइके पूछेन, “तू ओनसे बात करत भए दिस्टान्त कथा क प्रयोग काहे करत ह” 11 जवाबे मँ उ ओनसे कहेस, “सरगे क राज्य क भेद क जानइ क अधिकार सिरिफ तोहका दीन्ह ग अहइ, ओनका नाहीं। 12 काहेकि जेकरे लगे थोड़ा बहोत बाटइ, ओका अउर भी दीन्ह जाई अउर ओकरे लगे ढेर होइ जाई। मुला जेकरे लगे कछू भी नाहीं अहइ, ओहसे जेतना स ओकरे लगे बाटइ, उ भी छोर लीन्ह जाइ। 13 एह बरे मइँ ओनसे दिस्टान्त कथा क प्रयोग करत कहत हउँ। काहेकि अगर उ सबइ निहारत हीं मुला असल मँ ओनका कछू देखॉई नाहीं देत, उ पचे अगर सुनत हीं, मुला असल मँ उ सबइ न सुनत हीं, न समझत हीं। 14 इ तरह ओन प यसायाह की भविस्सबाणी खरी उतरत ही :‘तू सुनब्या अउर सुनतइ ही रह्ब्या मुला तोहरे कछू भी समुझ न आई तू लखत ह, बस देखतइ ही रह्ब्या मुला तोहका तउ कछू सूझ ना पाई, 15 काहेकि ओनके अकिल प पाथर पड़ा हइ सबइ आपन कान मूँद लिहेन, अउर आँखी बंद कई राखी अहइँ जेसे आपन आँखिन स उ सबइ कछू न निहारइँ अउर उ सबइ कनवा स कछू सुनि न पावइँ या आपन हिरदय स कबहुँ बूझइँ अउ मुड़िकइ कबहुँ मोरी कइँती आवइँ अउर जेसे मइँ ओनका उद्धार करउँ।’ यसायाह 6:9-10 16 मुला तोहार आँखी अउर कान धन्य अहइँ काहेकि उ सबइ देख सुन सकत हीं। 17 मइँ सच कहत हउँ बहोतन नबियन अउर धर्मी जउन बातन क देखइ चाहत रहेन, ओनका तू देखत अहा। उ पचे ओनका नाहीं देखि सकतेन। अउ जउन बातन क उ सबइ सुनइ चाहत रहेन, ओनका तू सुनत बाट्या। उ सबइ ओनका नाहीं सुन सकेन। 18 “तउ बिआ बोअइ क दिस्टान्त क अरथ सुन ल्या। 19 उ बिआ जउन राह क किनारे गिर गवा रहा, ओकर अरथ अहइ कि जबहिं कउनो सरगे क राज्य क उपदेस सुनावत ह अउर समझत नाहीं तउ दुस्ट आइके, ओकरे मनवा मँ जउन उगा रहा, उखाड़ लइ जात ह। 20 उ सबइ बिआ जउन पथरही धरती प छितराइ ग रहेन, ओकर अरथ अहइ उ मनई जउन उपदेस सुनत ह, ओका खुसी होइके फउरन अपनावत ह 21 मुला आपन भीतर ओनकइ जड़ नाहीं जमइ देत, उ तनिक देर ठहर पावत ह, जब उपदेस क कारण ओह प कस्ट अउर यातना आवत हीं तउ उ फउरन डगमगाइ जात ह। 22 कँटवन मँ छितराइ गवा बिआ क मतलब अहइ, उ मनई जउन उपदेस क तउ सुनत ह, मुला संसार क फिकिर अउर, धन क लालच उपदेस क दहबोच लेत ह अउर उ मनई सफल नाहीं होइ पावत। 23 नीक धरती प छितरान बिआ क अरथ अहइ उ मनई जउन उपदेस क सुनत ह अउर समझत ह। उ सफल होत ह। ओकर सफलता तीस गुनी, साठ गुनी या सौ गुनी तक होत ह।”गोहूँ अउर खरपतवारे क दिस्टान्त 24 ईसू ओनके समन्वा एकठू अउर दिस्टान्त कथा राखेस, “सरगे क राज्य उ मनई क नाईं अहइ जउन आपन खेतवा मँ नीक बिआ बोएस। 25 मुला जब मनइयन सोवत रहेन, उ मनई क दुस्मन आवा अउर गोहूँ क बीचउबीच खरपतवार बोइ गवा। 26 जइसे गोहूँ अँखुवान अउर ओह प बालन आइन तउ खरपतवार देखाइ लाग। 27 तइसेन खेते क मालिक क लगे आइके ओकर नउकरन ओसे कहेन, ‘मालिक, तू तउ खेतवा मँ बढ़िया बिआ बोए रहा, बोए रह्या न? फिन ई खरपतवार कहाँ ते आइ गवा?’ 28 “तब उ ओनसे कहेस, ‘इ कउनो दुस्मने क काम अहइ।’ “ओकर नउकरन ओसे पूछेन, ‘का तू चाहत ह कि हम सबइ जाइके खरपतवार उखाड़ देइ?’ 29 “उ बोला, ‘नाहीं काहेकि जब तू खरपतवार उखड़ब्या तउ ओनके संग तू गोहूँ भी उखाड़ देब्या। 30 जब ताईं फसल पाकइ, दुइनउँ क साथ साथ बाढ़इ द्या, फिन कटनी क समइ फसल क कटइयान स कहब कि पहिले खरपतबारे क गट्ठर बनाइके ओनका जराइ द्या अउर गोहूँ बटोरिके मोरे खरिहाने मँ धइ द्या।”‘ 31 ईसू ओनके समन्वा अउर दिस्टान्त कथन्क राखेस: “सरग क राज्य राई क बिआ क छोटवार बिआ क नाईं अहइ, जेका कउनो लइके खेते मँ बोई दिहे होय। 32 ई बिआ नान्ह स नान्ह होत ह मुला बड़वार होए प इ बगिया क सबइ पउधन स बड़वार होइ जात ह। इ पेड़ बनत ह अउर अकासे क पंछी आइके ऍकर डारन प सरन लेत हीं।” 33 ईसू ओनका एक दिस्टान्त कथा अउ कहेस, “सरगे क राज्य खमीर क नाई अहइ, जेका जउनो स्त्री तीन अढ़इया आटा मँ मिलाएस अउर तब ताई ओका राखि दिहेस जब तलक उ सबइ क सबइ खमीर नाहीं भवा।” 34 ईसू लोगन्स सब कछू दिस्टान्त कथन स बताएस। असिल मँ उ ओनसे दिस्टान्त कथा क बिना कछू नाहीं कहत रहा। 35 अइसा एह बरे भवा कि परमेस्सर नबी स जउन कछू कहवाए रहा पूरा होइ जाइ: परमेस्सर कहेस, “मइँ दिस्टांत कथन स आपन मुँहना खोलिहउँ। सृस्टि क सुरू स जउन बात छुपी रहिन, ओनका परगट करब।’ भजन संहिता 78:2 36 फिन ईसू उ भीड़ क बिदा कइके घर आइ गवा। तब्बइ ओकर चेलन आइके ओसे कहेन, “खेते क खरपतवार क दिस्टान्त क अरथ हमका समझाइ द्या।” 37 जवाबे मँ ईसू बोला, “जउन उत्तिम बिआ बोए रहा, उ अहइ मनई क पूत। 38 अउर खेत इ संसार अहइ। नीक बिआ क अरथ अहइ, सरगे क राज्य क मनई। खरपतवार क अरथ अहइ, दुस्ट (सइतान) क संतान। 39 उ दुस्मन जउन खरपतवारे क बोएस, सइतान अहइ, अउर कटनी क समइ अहइ, इ संसार क अंत अउर कटइया अहइँ परमेस्सर क दूतन। 40 “तउ ठीक उहइ जइसे खरपतवारे क ऍकट्ठा कइके आगी मँ जराइ दीन्ह ग, वइसे ही संसार क अंत होई। 41 मनई क पूत आपन दूतन क पठइ अउर उ सबइ ओनके राज्य स सबइ पापिन क अउ ओनक जउन पाप बरे मनइयन क भड़कावत हीं, 42 ऍकट्ठा कइके धधकत भट्ठी मँ झोक देइहीं जहाँ बस दाँतन क पीसब अउर रोउब ही रोउब होई। 43 तब धर्मी आपन परमपिता क राज्य मँ सूरज क नाई चमकिहीं। जउन सुनि सकत ह, सुनि लेइ। 44 “सरग क राज्य खेत मँ गड़ा भवा खजाना क नाईं अहइ, जेका कउनो मनई पाएस अउर फिन ओका हुवँई गाड़ दिहेस। उ ऍतना खुस भवा कि ओकरे लगे जउन कछू रहा उ ओका बेंच दिहस अउर उ खेत बेसहि लिहस। 45 “सरग क राज्य एक अइसे बेवपारी क नाईं अहइ कि जउन बढ़िया मोती क खोज मँ होइ। 46 जइसेन ओका एक अनमोल मोती मिला तउ जाइके जउन कछू ओकरे पास रहा, उ बेंच डाएस अउर मोती वेसहि लिहस। 47 “सरगे क राज्य मछरी पकड़इ बरे झीले मँ फेंक गवा जाल क नाईं भी अहइ। जेहमाँ किसिम किसिम क मछरी पकड़ लीन्ह गइन। 48 जब उ जाले मँ मछरी मुचामुच भरि गइन तउ किनारे ओका हींच लीन्ह गवा अउर हुवाँ बैठिके नीक मछरी छाँटिके टोकरिन मँ भरि लीन्ह गइन मुला बेकार मछरी फेंकि दीन्ह गइन। 49 सृस्टि क अंत मँ अइसे ही होई। सरगदूतन अइहीं अउर धर्मियन मँ स दुस्ट मनइयन क छाँटिके 50 धधकत भट्ठी मँ झोकि देइहीं। हुवाँ बस रोउब अउर दाँत पीसब होई।” 51 ईसू आपन चेलन स पूछेस, “का तू सबइ इ बातन क समझत ह” उ पचे जबाव दिहन, “हाँ।” 52 फिन उ ओनसे कहेस, “देखा, एह बरे हर धरम सास्तरी जउन सरग क राज्य क जानत ह, एक अइसे ग्रिहस्त क नाई अहइ, जउन आपन बखरी स नई पुरानी चीजन्क बाहेर निकारत ह।” 53 इ सबन दिस्टान्त कथा क पूरा कइके उ हुवाँ स चला गवा। 54 अउर आपन देस आइ गवा। फिन उ आराधनालय मँ उपदेस देब सुरू करेस। ऍसे हर कउनो अचरजे मँ पड़िके कहइ लाग, “ऍका अइसी सूझबूझ अउर अद्भुत कारजन क सक्ती कहाँ त मिल गइ? 55 का इ उहई बढ़ई क बेटवा नाहीं अहइ? का ऍकर महतारी क नाउँ मरियम नाहीं अहइ? याकूब, यूसुफ, समौन अउर यहूदा इहई क भाई अहइँ न? 56 ऍकर सबहिं बहिनियन हमरे बीच मँ नाहीं अहइँ? तउ फिन ओका इ सब कहाँ त मिली गवा?” 57 तउ उ सबइ ओका मानेन नाहीं। फिन ईसू कहेस, “कउनो नबी इ आपन गाँव अउर घरवा क छाँड़िके, सब मनइयन इज्जत करत हीं।” 58 तउ ओनके बिसवास न होइके कारण उ हुवाँ जिआदा अद्भुत कारजन नाहीं किहेस।
Matthew 14:1 उ समइ गलील क राजा हेरोदेस जब ईसू क बारे मँ सुनेस 2 तउ उ आपन नउकरन स कहेस, “इ बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना अहइ जउन मरि गएन मँ जी गवा बाटइ। अउर इहइ बरे इ सक्तिन ओहमाँ करत बाटिन जेसे इ इन अद्भुत कारजन क करि डावत ह।” 3 इ उहइ हेरोदेस रहा जउन यूहन्ना क गिरपतार कइके, जंजीरे स बाँधि, जेल मँ धाँध दिहस। इ उ हिरोदियास क कहे प किहेस, जउन पहिले ओकरे भाई फिलिप्पुस क पत्नी रही। 4 यूहन्ना ओसे अक्सर कहत रहत रहा: “तोहका ऍकरे साथ नाहीं रहइ चाही।” 5 ऍह प हेरोदेस ओका मार डावइ चाहत रहा, मुला उ मनइयन स डेरात रहा काहेकि मनई यूहन्ना क नबी मानत रहेन। 6 मुला जब हेरोदेस क जन्म दिन आवा तउ हिरोदियास क बिटिया हेरोदेस अउर ओकर मेहमनवन क समन्वा नाचिके हेरोदेस क ऍतना खुस किहेस कि सपथ खाइके ओका देइ बरे बचन दिहेस कि उ जउन कछू चाही। 7 8 आपन महतारी क उस्कावे मँ आइके उ कहेस, “मोका टाठी मँ धइके बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना क मूँड़ द्या।” 9 तउ भी राजा बहोत दुखी रहा मुला आपन सपथ अउर आपन मेहमानन क कारण उ ओकर मंसा पूरी होइके हुकुम दिहेस। 10 उ जेल मँ यूहन्ना क मूँड़ काटइ बरे मनई पठएस। 11 तउ यूहन्ना क मूँड़ टाठी मँ धइके लइ आवा गवा अउर लरकी क दइ दीन्ह गवा। उ ओका आपन महतारी क लगे लइ गइ। 12 यूहन्ना क चेलन आएन अउर ओकरे धड़े क गाड़ दिहन अउर फिन उ पचे आइके ईसू क बताइ दिहन। 13 जब ईसू ऍकरे बारे मँ सुनेस तउ उ हुवाँ स नाउ मँ बइठिके निर्जन जगहिया मँ अकेॅल्ले चला गवा। मुला जब भीड़ क ऍकरे बारे मँ मालूम भवा तउ आपन सहरन स पइयाँ पइयाँ ओकरे पाछे होइ गएन। 14 ईसू जब नाउ स निकरि के किनारे आवा तउ उ बड़ी भीड़ देखेस। ओका ओन प दाया आइ अउर ओनके बेरमियन क नीक किहेस। 15 जब साँझ भई तउ ओकर चेलन ओकरे लगे आइके कहेन, “इ निर्जन जगह अहइ अउर बहोत देर होइ गइ अहइ, तउ भीड़ क बिदा कइ द्या, जेसे उ सबइ गाउँ मँ जाइके आपन बरे खइया बेसहि लेइँ।” 16 मुला ईसू ओनसे कहेस, “ऍनका कहूँ जाइ क जरूरत नाहीं बा। तू एनका कछू खाइके दइ द्या।” 17 उ पचे ओसे कहेन, “हमरे लगे पाँच ठु रोटी अउर दुइ मछरिन क छोड़िके अउर कछू नाहीं अहइ।” 18 ईसू कहेस, “ओका मोरे लगे लइ आवा।” 19 उ भिड़िया क मनइयन स कहेस कि उ पचे घास प बइठि जाइँ। फिन उ पाँच ठु रोटी अउर दुइ मछरिन क लइके सरग कइँती देखेस अउर भोजन बरे परमेस्सर क धन्यबाद दिहेस। फिन रोटी क टुकड़न मँ तोड़ेस अउर ओनका आपन चेलन क दिहेस। उ चेलन टुकड़न क मनइयन मँ बाँटेन। 20 सबइ जिअरा भरि के जेंएन। ओकरे बाद खियाए स बचा भवा टुकड़न स चेलन बारह झउआ भरि दिहेन। 21 स्त्रियन अउर गदेलन क तजिके हुवाँ खवइया कउनो पाँच हजार रहेन। 22 ऍकरे तुरंतइ पाछे ईसू आपन चेलन क नाउ प बइठाएस अउर जब ताईं उ भिड़िया क बिदा करइ, ओसे पहिले आपन चेलन स गलील झील क उ पार जाइ क कहेस जइसे उ सबइ ईसू क जाइ स पहिले पहुँच जाईं। 23 उ भीड़ क बिदा कइके पराथना करइ अकेॅल्ले पहाड़ी प चला गवा। साँझ होइ प उ हुवाँ अकेला रहा। 24 तब ताईं नाउ किनारे मीलन दूर तलक जाइ चुकी रही अउर लहरन क हिलोर स नाउ डोलय लाग काहेकि आँधी उल्टी चलत रही। 25 भिन्सारे तीन अउर छः बजे क बीच मँ ईसू झील प चलत ओनके लगे आवा। 26 ओकर चेलन जब ओका झीले प चलत देखेन तउ घबराइके आपुस मँ कहइ लागेन, “इ तउ कउनो भूत अहइ।” उ पचे डेराइ के चिचियाने। 27 ईसू फउरन ओनसे बात करत भवा कहेस, “हिम्मत राखा! इ मइँ हउँ, अब अउ जिन डेराअ!” 28 पतरस जबाव देत ओसे कहेस, “पर्भू, अगर तू अहा, तउ मोका पानी प चलिके आपन लगे आवइ क कहा।” 29 ईसू कहेस, “पतरस, चला आवा।”पतरस नाउ स निकरिके पानी प इसू कइँती चल पड़ा। 30 जबहिं उ जोर क आँधी देखेस उ घबराइ गवा। उ बूड़ई लाग अउर नरियान, “पर्भू, मोर रच्छा करा!” 31 ईसू तुरंतहि ओकरे नगिचे पहुँचिके ओका थाम लिहेस अउर ओसे कहेस, “अरे, कम बिसवास करइया, तू संदेह काहे किहा?” 32 अउर उ सबइ नाउ प चढ़ि आएन। आँधी पटाइ गइ। 33 नाउ क मनइयन ईसू का आराधना किहेन अउर कहेन, “तू सच परमेस्सर क पूत अहा।” 34 तउ झील पार कइके उ सबइ गन्नेसरत क किनारे उतरि आएन। 35 जब हुवाँ क रहइवाला ईसू क पहिचानेन तउ उ पचे ओकरे अवाई क खबर आसपास क सबहिं ठउरन मँ पठइ दिहन। जेसे मनई जउन बेरमिया रहेन, उ सबन क हुवाँ लइ आएन। 36 अउर ओसे पराथना करइ लागेन उ ओनका आपन ओढ़ना क छोर छुअइ दे। अउर जउन छुइ लिहेन, उ सबइ पूरंपूर चंगा होइ गएन।
Matthew 15:1 फिन कछू फरीसियन अउर धरमसास्तिरियन यरूसलेम स ईसू क लगे आएन अउर ओसे पूछेन, 2 “तोहार चेलन हमरे पूर्वजन क रीति रिवाज क काहे नाहीं मनतेन? उ पचे खइया खाइ स पहिले आपन हथवन क काहे नाहीं धोउतेन!” 3 जबावे मँ ईसू ओनसे पूछेस, “आपन रीति रिवाजन क कारण तू परमेस्सर क हुकुम क काहे टारत ह 4 काहेकि परमेस्सर तउ कहेस, ‘तू आपन महतारी बाप क इज्जत करा’अउर जउन कउनो, ‘महतारी बाप क बेज्जत करइ, ओका जरूर मार डावइ चाही।’ 5 मुला तू कहत ह कि अगर कउनो आपन महतारी बाप स कहइ, ‘मइँ आपन सब कछू परमेस्सर क अर्पन कइ दिहे हउँ, एह बरे तोहार मदद नाहीं कइ सकत हउँ।’ 6 इ तरह ओका आपन बाप क मानइ क जरूरत नाहीं। एह तरह तू आपन रीति रिवाजे क कारण परमेस्सर क हुकुम क नाहीं मान्या। 7 अरे कपटी मनइयो! तोहरे बारे मँ यसायाह ठीक ही भविस्सबाणी किहेस। उ कहे रहा: 8 ‘इ सबइ सिरिफ ओंठन स कि हमार मान करत हीं, मुला रहत ऍनकइ मन मोसे सदा दूर 9 अर्पन भइ आराधना मोका ऍनकी बगैर कामे की काहेकि सिखउतेन इ सबइ मनइयन क कहिके आपन धरम क उपदेस बनवा नेम मनई क।”‘ यसायाह 29:13 10 उ भिड़िया क आपन नगिचे बोलाऍस अउर ओनसे कहेस, “सुना अउर समझ ल्या कि 11 मनई क मुँहे स जउन भीतर जात ह उ ओका अपवित्तर नाहीं करत, मुला ओकरे मुँहना स निकरा सब्द ओका अपवित्तर करत ह।” 12 तब ईसू क चेलन ओकरे निअरे आएन अउर बोलेन, “का तोहका पता बाटई कि तोहरे बात क फरीसियन बहोत बुरा मान गएन?” 13 ईसू जबाव दिहेस, “हर पउधा जेका सरगे मँ बसा मोर परमपिता नाहीं लगाएन, ओका उजाड़ दीन्ह जाई। 14 ओनका तजि द्या, उ सबइ तउ आँधरन क नेता अहइँ। जदि एक आँधर दुसरे आँधर क राह देखावत ह, तउ उ दुइनउँ गड़हा मँ गिरि जात हीं।” 15 जबावे मँ पतरस ओसे कहेस, “हम पचन क पवित्तर न होइ क बारे मँ पहिले दीन्ह मँ दिस्टान्त क समझावा।” 16 ईसू कहेस, “का तू अबहूँ नाहीं समझाया? 17 का तू नाहीं जानत अहा कि जउन कछू कउनो क मुँहे मँ जात ह, उ ओकरे पेटे मँ पहुँचत ह अउर फिन टट्टी स निकर जात ह 18 मुला जउन मनई क मुँहे स बाहेर आवत ह, उ ओकरे मने स निकरत ह। इहइ ओका अपवित्तर करत ह। 19 काहेकि बुरा बिचार, कतल, व्यभिचार, बुरी चाल, चोरी, झूठ अउर निन्दा सबइ बुराई मनवा स ही आवत हीं। 20 इहइ अहइँ जेसे कउनो अपवित्तर बनत ह। वे हाथ धोए खाइ स कउनो अपवित्तर नाहीं होत।” 21 फिन ईसू उ ठउर क तजिके सूर अउ सैदा कइँती चला गवा। 22 हुवाँ क एक कनानी स्त्री आइ अउर चिचियाइ लाग, “हे पर्भू, दाऊद क पूत मोहे प दाया करा। मोरी बिटिया प दुस्ट आतिमा बुरी तरह स सवार अहइ।” 23 ईसू ओसे एक सब्द भी नाहीं कहेस, तउ ओकर चेलन ओकरे लगे आएन अउर बिनती करइ लागेन, “इ हमरे पाछे चिचिआत भई आवति अहइ। ऍका दूर हटावा।” 24 ईसू जवाब दिहेस, “मोका सिरिफ इस्राएल क लोगन क भटक गई भेड़न क बजाय कउनो अउर बरे नाहीं पठवा ग अहइ।” 25 तब उ स्त्री ईसू क समन्वा निहुरिके बिनती करेस, “हे पर्भू, मोर सहायता करा!” 26 जवाबे मँ ईसू कहेस, “इ ठीक नाहीं कि गदेलन क खइया लइके ओका कुकुरन क अगवा नाईं दीन्ह जाइ।” 27 उ बोली, “इ ठीक बाटइ पर्भू, मुला आपन मालिक क मेजे स गिरि गवा चूर चरावा मँ स थोड़ बहोत तउ घरे क कुकुर खाइ लेत ही।” 28 तब ईसू कहेस, “बिटिया, तोहार बिसवास बहोत मजबूत क अहइ। जउन तू चाहत ह, पूर होइ जाइ।” अउ फउरन ओकर बिटिया चंगा होइ गइ। 29 फिन ईसू हुवाँ स चल पड़ा अउर गलील झीले क किनारे पहुँच गवा। उ एक पहाड़े प चढ़िके बइठ गवा। 30 बहोत बड़ी भीड़ लँगड़ा, लूला, आँधर, अपाहिज, बहिरा, गूँगा अउर अइसे दूसर बेरमिया क लइके ओकरे लगे आवइ लागेन। भिड़िया ओकरे गोड़वा प भुइयाँ प डाइ दिहेस अउ ईसू ओन पचेन क चंगा किहेस। 31 ऍहसे भीड़ क मनइयन क, इ लखिके बहिर, गूँगा बोलत अहइँ, अपाहिज नीक होइ गएन, लँगड़ा लूला चलइ फिरइ लागेन अउ आँधर अब देख पावत हीं, बड़ा अचरज भवा। उ सबइ इस्राएल क परमेस्सर क सराहना करइ लागन। 32 ईसू तब आपन चेलन क आपन नगिचे बोलाएस अउ कहेस, “मोका इ भीड़े पर तरस आवत अहइ काहेकि इ मनइयन तीन दिना स बराबर मोर संग अहइँ अउर ऍनके लगे कछू खइया के भी नाहीं बाटइ। मइँ ऍनका भूखा ही नाहीं पठवइ चाहत हउँ काहेकि होइ सकत ह कि कहूँ उ पचे रस्ता मँ चक्कर खाइके गिरि जाइँ।” 33 तबहि ओकर चेलन कहेन, “ऍतनी बड़वार भीड़ बरे अइसी दूर कर ठउर मँ ऍतना ढेर खइया क कहाँ स मिली?” 34 तब ईसू ओनसे पूछेस, “तोहरे लगे केतॅनी रोटी अहइँ?”उ सबइ कहेन, “सात रोटी अउर कछू नान्ह नान्ह मछरिन।” 35 ईसू भिड़िया स भुइयाँ प बइठइ क कहेस। 36 अउर ओन सात रोटी अउर मछरियन क लइके उ परमेस्सर क धन्यबाद दिहेस। अउ रोटिनक तोड़ेस अउर आपन चेलन क देइ लाग। फिन ओकर चेलन लोगन क बाँटि दिहेन। 37 सब लोग तब तलक खात रहेन जब अघाइ नाहीं गएन। फिन ओकर चेलन बचा भवा टुकड़न स सात झउआ भरेन। 38 स्त्रियन अउर बचवन क छाँड़िके हुवाँ चार हजार पुरुसन खइया क खाएन। 39 भीड़े क बिदा कइके ईसू नाउ मँ आवा अउर मगदन क छेत्र मँ चला गवा।
Matthew 16:1 फिन फरीसियन अउर सदूकियन ईसू क लगे आएन। उ पचे ओका परखा चाहत रहेन तउ उ सबइ ओका कउनो अद्भुत कारज करइ क कहेन, काहेकि मालूम होइ जाइ कि उ परमेस्सर क बाटइ। 2 ईसू जवाब दिहेस, “सूरज बूड़इ क समइ तू पचे कहत ह मौसम बढ़िया रही कहेकि अकास ललछउँड़ अहइ। 3 अउर सूरज निकरे प तू कहत ह, ‘आज अँधड़ आई काहेकि अकास धूँधुर अउ ललछउँड़ अहइ।’ त अकासे क लच्छन पढ़इ जानत ह, मुला आपन समइ क लच्छन क नाहीं पढ़ सकत्या। 4 अरे दुस्ट अउर पापी पीढ़ी क मनई कउनो अद्भुत चीन्हा देखइ चाहत हीं मुला ओनके बजाय योना क अद्भुत चीन्हा क कउनो अउ दूसर अद्भुत चीन्हा नाहीं देखाइ जाई।” फिन उ ओनका तजि क चला गवा। 5 ईसू अउर ओनकइ चेलन झीले क पार चला गएन पर उ पचे रोटिया लइ आउब बिसरि गएन। 6 ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “चउकन्ना रह्या अउर फरीसियन अउ सदूकियन क खमीरे स बचि रह्या।” 7 उ पचे आपुस मँ तजबीजइ लागेन अउर बोलने, “इ होई कि उ यह बदे कहेस कि हम पचे कउनो रोटी संग नाहीं लइ आएन।” 8 उ पचे का बिचारत रहेन, ईसू इ जानत रहा, तउ उ बोला, “अरे कमती बिसवास क मनइयो! तू सबइ आपुस मँ काहे सोचत बिचारत अहा कि तोहरे लगे रोटी नाहीं। 9 का तू पचे अबहुँ नाहीं समुझ पाया अउर तोहका याद नाहीं अहइ कि पाँच हजार मनइयन बरे उ पाँच रोटी अउर फिन केतना झउआ भरिके तू सबइ उठाया ह 10 अउर का तोहका याद नाहीं चार हजार मनइयन बरे सात रोटी अउर फिन केतना झउआ भरि के तू पचे उठाए रह्या? 11 काहे नाहीं समझत्या कि मइँ तोहसे रोटियन क बारे मँ बात नाहीं कहेउँ? मइँ तउ तोहका फरीसियन अउर सदूकियन क खमीरेस दूर रहइ को कह्यो ह।” 12 तबहि उ पचे समुझ गएन कि रोटिया क खमीरे स नाहीं अरथ रहा मुला फरीसियन अउर सदूकियन क सिच्छा स चौकस रहइ क अरथ रहा। 13 जबहि ईसू कैसरिया फिलिप्पी क पहँटा मँ आइ तउ उ आपन चेलन स पूछेस, “मनइयन का कहत बाटेन, कि मइँ मनई क पूत कउन हउँ?” 14 उ पचइ कहेन, “कछू मनइयन कहत हीं तू यूहन्ना अहा बपतिस्मा देइवाला। दूसर मनइयन कहत हीं कि तू एलिय्याहअहा अउ कछू मिला कहत हीं कि तू यिर्मय्याहया नबियन मँ स कउनो एक अहा।” 15 ईसू आपन चेलन स कहेस, “अउर तू का कहत ह कि मइँ कउह हउँ?” 16 समौन पतरस जबाव दिहस, “तू मसीह अहा, साच्छात परमेस्सर क पूत।” 17 जवाबे मँ ईसू ओसे कहेन, ‘योना क पूत समौन। तू धन्य अहा काहेकि तोहका इ बात कउनो मनई नाहीं, मुला सरगे मँ बसा भवा मोर परमपिता देखाएस ह। 18 मइँ तोहसे कहत हउँ कि तू परतस अहा। अउर इहइ चट्टाने प मइँ आपन कलीसिया बनउव। मउत क सक्तीओह प परबल नाहीं होइ। 19 मइँ तोहका सरगे क राज्य क कुंजी देत हउँ। काहेकि भुइयाँ प जउन कछू तू बँधब्या उ परमेस्सर क जारिये सरग मँ बाँध दीन्ह जाइ अउर धरती पर जेका तू न बंधब्या ओका सरगे मँ भी न बांधा जाई।” 20 फिन उ आपन चेलन क करर्ा हुकुम दिहेस कि उ सबइ कउनो क इ न बतावइँ कि उ मसीह अहइ। 21 उ समइया ईसू आपन चेलन क बतावइ लाग कि, ओका यरूसलेम जाइ चाही। जहाँ ओका धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर मुख्ययाजकन क जरिए यातनायें दइके मरवाइ दीन्ह जाई। फिन तीसर दिन उ मरा भवा मँ जी जाई। 22 तबहि पतरस ओका अलगइ लइ गवा अउर ओकर डांट-डपट करत ओसे कहेस, “ओ पर्भू! परमेस्सर तोह पइ दाया करी। तेरे संग अइसा कबहुँ न होई!” 23 फिन ईसू ओकरे कइँती मुड़ि गवा अउर बोला, “पतरस मोरे समन्वा स हटि जा, सइतान! तू मोरे बरे एक रोड़ा अहा। काहेकि तू परमेस्सर क नाईं नाहीं मनई क नाईं सोचत बिचारत ह।” 24 फिन ईसू आपन चेलन स कहेस, जदि कउनो मोरे पाछे आवा चाहत ह, तउ उ आपन क बिसराइ के, आपन क्रूस उठाइ लेइ अउर मोरे पाछे होइ जा। 25 जउन कउनो आपन जिन्नगी क बचावइ चाहत बा, उ ओका हेराइ देइ। मुला जउन कउनो मोरे बरे आपन जिन्नगी तजि देइ, उहइ ओका बचाइ सकत ह। 26 जदि कउनो आपन जिन्नगी दइके समूचा संसार भी पाइ जाइ तउ ओका ओसे कउन फायदा? आपन जिन्नगी क फिन स पावइ बरे कउनो भला का दइ सकत ह 27 मनई क पूत सरगदूतन क संग आपन परमपिता क महिमा क संग आवइवाला अहइ, जउन हर कउनो क ओकर करम क फल देई। 28 मइँ तोहसे सच कहत हउँ, हिआँ कछू अइसे लोग खड़ा अहइँ जउन तब तलक नाहीं मरिहीं जब तलक उ पचे मनई क पूत क ओकरे राज्य मँ आवत न निहारि लेइँ।”
Matthew 17:1 छः दिना पाछे ईसू, पतरस, याकूब अउर ओकर भाई यूहन्ना क संग लइके अकेॅल्ले मँ उँचके पहाड़े प गवा। 2 हुवाँ ओनके समन्वा ओकर रूप बदल गवा। ओकर मुँहना सूरज क नाई चमचमाइ लाग अउर ओढ़ना अइसे दमकइ लागेन जइसे रोसनी। 3 फिन एकाएक ओनके समन्वा मूसा अउर एलिय्याह परगट गएन अउर ईसू स बतियाइ लागेन। 4 इ लखिके पतरस ईसू स बोला, “पर्भू नीक बाटइ कि हम हियाँ अही। अगर तू चाहा तउ मइँ हियाँ तीन तम्बू बनाइ देई एक ठू तोहरे बरे, एक मूसा बरे अउर एक एलिय्याह क।” 5 पतरस अबहिं बात करत रहा कि चमचमात बादर आइके ओका ढाकि लिहेस अउर बदरे स अकासबाणी भइ, “इ मोर पिआरा पूत अहइ। जैसे मइँ खूब खुस हउँ। एकर सुना!” 6 जब चेलन इ सुनेन तउ उ सबइ ऍतना ससाइ गएन कि धरती प मुँहना उलटि के गिरि गएन। 7 तबहिं ईसू ओनके लगे गवा अउर ओनका छुअत भवा बोला, “डेराअ जिन, खड़ा ह्वा।” 8 जब उ पचे आँखी क ऊपर करेन तउ हुआँ कहूँ अउर का नाहीं बरन ईसू क पाएन। 9 जब उ सबइ पहाड़े स उतरत रहेन तउ ईसू ओनका हुकुम दिहेस, “जउन कछू तू देख्या ह, तब ताईं कउनो क जिन बतावा जब ताईं मनई क पूत क मरा भवा मँ स फिन जी न जाइ।” 10 फिन ओकर चेलन ओसे पूछेन, “धरम सास्तिरियन फिन काहे कहत हीं कि एलिय्याह क पहिले तू आउब तय अहइ?” 11 जवाब देत भवा ईसू ओनसे कहेस, “एलिय्याह आवत अहइ, उ हर चीज क तरकीबे स ठीक कइ देइ। 12 मुला मइँ तोहसे कहत हउँ कि एलिय्याह जउन अब तलक आइ चुका अहइ। मुला मनइयन ओका पहिचानेन नाहीं। अउर ओकरे संग जइसा चाहेन वइसा किहेन। ओनके जरिए मनई क पूत क भी वइसे ही सतावइ जाइवाला अहइ।” 13 तबहिं ओकर चेलन समुझ पाएन कि उ ओनसे बपतिस्मा क देवइया यूहन्ना क बारे मँ कहे रहा। 14 जब ईसू भीड़ मँ वापस आइ गवा तउ एक मनई ओकरे पास आवा। अउर ओका दंडवत कइके 15 बोला, “हे पर्भू, मोरे बेटवा प दाया करा। ओका मिर्गी आवत ह। उ बहोत तड़फड़ात ह। उ आगी या पानी मँ अक्सर गिरि पड़त ह। 16 मइँ ओका तोहरे चेलन क लगे लइ आवा, मुला उ सबइ ओका चंगा नाहीं कइ पाएन।” 17 जवाबे मँ ईसू कहेस, “अरे भटका भवा अबिसवासी मनइयन! मइँ केतॅना समइ तोहरे संग अउर रहब? केतॅना समइ मइँ अइसे ही तोहार सहब जात रहब? ओका हियाँ मोरे लगे लिआवा।” 18 फिन ईसू दुस्ट आतिमा क हुकुम दिहेस अउर उ ओहमा स बाहेर निकर आइ अउ उ लरिका फउरन नीक होई गवा। 19 फिन ओकर चेलन अकेॅल्ले मँ ईसू क लगे जाइ क पूछेन, “हम इ दुस्ट आतिमा क काहे नाहीं निकार पाए?” 20 ईसू ओनका बताएस, “काहेकि तोहमाँ बिसवास क कमी अहइ। मइँ तोहसे सच कहत हउँ, जदि तोहमाँ सरसों क बिया जेतॅना बिसवास अहइ तउ तू इ पर्वत स कहि सकत ह, ‘हियाँ स हटि के हुवाँ चल जा’ अउर उ चला जाई। तोहरे बरे असंभव कछू भी नाहीं होई।” 21 अइसी दुस्ट आतिमा सिरिफ पराथना अउ उपवास करइ स निकरत ह।’ 22 जब ईसू क चेलन आएन अउर गलील मँ ओकरे साथ मिलेन तउ ईसू ओनसे कहेस, “मनई क पूत, मनइयन क जरिये पकड़वाइ जाइवाला अहइ, 23 अउर उ ओका मार डइहीं। मुला तीसरे दिना उ फिन जी जाई।” ऍह प ईसू क चेलन बहोत बिआकुल होइ गएन। 24 जब ईसू अउर ओकर चेलन कफरनहूम मँ आएन तउ मन्दिर क दुइ दरम क चुंगी उगहिया वालेन पतरस क लगे आएन अउर बोलेन, “का तोहार गुरु दुइ दरम क मन्दिर क चुंगी नाहीं देत?” 25 पतरस जबाव दिहस, “हाँ, उ देत ह।” अउर उ घरवा मँ आवा जहाँ ईसू रहा। पतरस क बोलइ स पहिले ईसू बोल उठा, “समौन, तोहार का बिचार अहइ? धरती क राजा केहसे चुंगी लेत हीं? खुद अपने बचवन स, या दूसर क बचवन स?” 26 पतरस जबाव दिहस, “बाहिर क मनइयन स।” तबहिं ईसू ओसे कहेस, “यानी ओकरे आपन बचवन क छूट मिलत ह। 27 मुला हम पचे ओन मनइयन क कोहाय न देइ। एह बरे झिलिया प जा अउर आपन कटिया फेंक द्या अउर फिन जउन मछरी धरे मँ आइ जाइ ओकर मुँहना खोल द्या। तोहका चारि दरम क सिक्का मिली। ओका लइके मोरे अउ आपन बरे ओनका दइ दिहा।”
Matthew 18:1 तब ईसू क चेलन ओकरे लगे आइके पूछेन, “सरगे क राज्य मँ सबते बड़कवा कउन अहइ?” 2 उहइ घड़ी ईसू एक ठु गदेला क अपने लगे बोलॉएस अउर ओका ओकरे समन्वा खड़ा कइके 3 उ कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ जब ताईं कि तू सबइ मनवा क फिरउब्या नाहीं अउर गदेलन क नाईं नाहीं बनि जाब्या, सरगे क राज्य मँ घुसि न सकब्या। 4 एह बरे आपन खुद क जउन कउनो इ बचवा क नाईं आपन क नवावत ह, सरगे क राज्य मँ उहइ सबते बड़कवा अहइ।” 5 “अउर जउन कउनो अइसे गदेलन जइसे मनई क मोरे नाउँ मँ मान लेत ह उ मोका मान लेत ह। 6 मुला जउन मोह मँ बिसवास करइया मोरे कउनो अइसे गदेला क रस्ते क रोड़ा बनि जात ह, नीक होइ कि ओकरे गटइया मँ एक ठु जाँत क पाट लटकाइके गहिरे समुद्दर मँ बोर दीन्ह जाइ। 7 संसार क मनइयन बरे ठोकर क कारण मोका दुःख बाटइ मुला ठोकर तउ सदा आवत रइहीं। किंतु दुख तउ ओहॅ प अहइ जोकरे जरिये आइ जात हीं। 8 एह बरे तोहार हाथ या गोड़ तोहरे बरे मुसीबत बन जाइँ तउ ओका काटि के फेंक द्या काहेकि सरगे मँ बगैर हाथ या बे गोड़ क अनन्त जीवन मँ घुस जाइ पाउब तोहरे बरे जियादा नीक अहइ। ऍकरे बजाय कि दुइनउँ हाथ अउर गोड़वन क साथे तोहका नरके मँ न बुझइवाली आगी मँ नाइ दीन्ह जाइ। 9 जदि तोहार आँखी तोहरे बरे बियाध बन जाइ तउ तू ओका बाहेर निकारि क डाइ द्या, काहेकि सरगे मँ काना होइके अनन्त जीवन मँ घुसि पाउब तोहरे बरे जिआदा बढ़िया बा, बजाय ऍकर कि दुइनउँ आँखिन क संग तोहका नरके मँ डाइ दीन्ह जाइ। 10 “तउ देखा, मोर ऍन गदेलन मँ स कउनो क तुच्छ जिन समइया। मइँ तोहका बतावत हउँ कि सरगे मँ बसइ मोरे परमपिता क लगे ओकर रच्छा करइवालन सरगदूतन क पहुँच सदा रहत ह। 11 मनई क पूत भटक गवा मनइयन क उद्धार बरे आइ अहइ। 12 “बतावा तू का गूंथत मथत अहा? जदि कउनो क लगे सौ भेड़ होइँ अउर ओहमाँ स एक भटक जाइ तउ का दूसर निन्नान्बे क पहड़िया प तजिके उ एक ठु भटक गई भेड़ क ढूँढ़इ न जाई? 13 अउर ओका उ मिल जाई मइँ तोहसे सच सच कहत हउँ कि निन्नान्बे क बजाय जउन खोई नाहीं रहिन, ओका पाइके खूब खुस होई। 14 इ तरह सरगे मँ बसा तोहार परमपिता का नाहीं चाहत कि मोर इ अबोध चेलन मँ स कउनो एक भी भटकि जाइ। 15 “जदि तोहार भाई तोहरे संग कउनो बुरा बेवहार करइ तउ अकेल्ॅले मँ जाइके आपुस मँ ही ओकर दोख बताइ द्या। जदि उ तोहार सुनि लेइ तउ तू आपन भाई क फिन जीत लिहा। 16 मुला जदि उ तोहार न सुनइ तउ एक दुइ क आपन संग लइ जा काहेकि हर बाते क दुइ तीन साच्छी होइ जाइ। 17 जदि उ ओनकी भी न सुनइ तउ कलीसिया क बताइ द्या। अउर जदि उ कलीसिया क भी न मानइ तउ फिन तू ओसे अइसा बेवहार करा जइसे उ विधर्मी होइ जाइ या चुंगी क उगहिया। 18 “मइँ तोहसे सच बतावत हउँ जउन कछू तू धरती प बँधब्या सरग मँ पर्भू क जरिये बाँधि दीन्ह जाई अउर जउन कउनो क तू धरती प न बँधब्या, ओका सरगे मँ परमेस्सर क जरिये न बान्धा जाई। 19 “मइँ तोहसे इ भी बतावत हउँ कि इ धरती प जदि तोहमाँ स कउनो दुइ क बिचार मेल खात होइँ तउ एक होइ क सरगे मँ मोरे परमपिता स कछू माँगब्या तउ उ तोहरे बरे ओका पूरा करी 20 काहेकि जहाँ मोरे नाउँ प दुइ या तीन मोरे मनवइयन क रूप मँ एकट्ठा होत हीं, हुवाँ मइँ ओनके संग हउँ।” 21 फिन पतरस ईसू क लगे गवा अउर बोला, “पर्भू, मोका आपन भाई क केतॅनी दाईं आपन खिलाफ जुर्म करइ प छमा कइ देइ चाही? जदि उ सात दाई जुर्म करइ तउ भी?” 22 ईसू कहेस, “न सिरिफ सात दाईं, मुला मइँ तोहसे बतावत हउँ तोहका ओका सतहत्तरदाईं तलक छमा करत जाइ चाही।” 23 “सरगे राज्य क तुलना ओ राजा स कीन्ह जाइ सकत ह जउन आपन नउकरन स हिसाब अदा करइ क बिचारे रहा। 24 जब उ हिसाब लेब सुरु करेस तउ ओकरे समन्वा एक अइसे मनई क लइ आवा गवा जेहॅ प दसउ लाख रुपया निकरत रहा। 25 मुला ओकरे लगे चुकाइ देइ क कउनो उपाय नाहीं रहा। ओकर मालिक हुकुम दिहेस कि उ नउकर क, ओकर पत्नी, ओकर बाल बचवन अउर जउन कछू माल असबाब अहइ, सब समेट के बेचे स कर्ज अदा कइ दीन्ह जाइ। 26 “ऍह प ओकर नउकर ओकरे गोड़वा प गिरिके गिड़गिड़ाइ लाग, ‘धीरा धरा, मइँ सब कछू चुकाइ देइहउँ।” 27 तब जाइके मालिक क तरस आवा अउर ओकर कर्जा माफ कइ दिहस। 28 “फिन जब उ नउकर हुवाँ स जात रहा तउ ओका ओकर एक साथी नउकर मिला जेका सउ दिनारीदेइ क रहा। उ ओकर ढोंढ़ा पकड़िके गटइया क दबावत कहेस, ‘जउन तोहका मोर देइ क अहइ, लउटाइ द्या!’ 29 “ऍह प ओकर साथी नउकर गोड़वा प गिरि गवा अउर बीसउ नह जोड़ेस, ‘धीरा धरा, मइँ तोहका दइ देब।’ 30 “मुला उ मना कइ दिहस। ऍतना ही नाहीं उ ओका तब तलक बरे, जब तलक उ ओकर कर्ज अदा न कइ देइ, जेल मँ पठएस। 31 दूसर संगी नउकरन देखेन कि का भवा, उ सबइ बहोत दुखी भएन। जउन कछू भवा रहा, सब आपन मालिक क जाइके बताइ दिहन। 32 “तब ओकर मालिक ओका बोलाएस अउर कहेस, ‘अरे नीच नउकर, मइँ तोहार सारा कर्ज माफ कइ दिहउँ काहेकि तइ कहेस कि दाया क भीख द्या। 33 का तोहका आपन संगी नउकर प दाया नाहीं करइ चाही जइसे मइँ तोह प दाया किहउँ?’ 34 तउ ओकर मालिक कोहाइ गवा अउर ओका तब ताईं सजा भुगतइ बरे सुपुर्द करेस जब ताईं समूचा कर्ज अदा न होइ जाइ। 35 “तउ जब तलक तू आपन भाई बंद क आपन मनवा स छमा नाहीं कइ दिहा मोर सरगे क परमपिता भी तोहरे साथ वइसा ही बेवहार करी।”
Matthew 19:1 इ बातन बताइ के ईसू गलील स लउटिके यहूदिया क पहँटा मँ यरदन नदी क पार गवा। 2 हुवाँ एक ठु भारी भीड़ ओकरे पाछे होइ गइ। उ बेरमिया मनई क चंगा किहेस। 3 कछू फरीसियन ओका परखइ बरे ओकरे निअरे पहुँचेन अउर बोलेन, “का इ ठीक बाटइ कि कउनो आपन पत्नी क कउने भी कारण स तलाक दइ सकत ह” 4 जवाब देत ईसू कहेस, “का तू पवित्तर सास्तरन मँ नाहीं बाँच्या कि जबहि संसार क रचइया ऍका रचेस, सुरुआत मँ ‘उ एक पुरुस अउर एक स्त्री बनाएस?’ 5 अउर परमेस्सर कहे रहा, ‘इहइ कारण आपन महतारी बाप क तजिके पुरुस आपन पत्नी क संग होत भवा भी एक तन होइके रही।’ 6 तउ उ सबइ दुइ नाहीं रहतेन मुला एक रूप होइ जात हीं। एह बरे जेका परमेस्सर जोड़ेस ह ओका कउनो मनई क अलगावइ नाहीं चाही।” 7 उ फरीसियन बोलेन, “फिन मूसा इ काहे ठहराएन ह कि कउनो पुरुस आपन पत्नी क तलाक दइ सकत ह। सर्त इ अहइ कि उ ओका तलाकनामा लिखि के दइ देइ।” 8 ईसू ओनसे कहेस, “तोहरे मन की कठोरता क कारण मूसा पत्नी क तलाक देने की अनुमति तोहका दिहेस। मुला सुरुआत मँ अइसी रीति नाहीं रही। 9 तउ मइँ तोहसे कहत हउँ कि जउन व्यभिचार क तजिके आपन पत्नी क कउनो अउर कारण स तलाक देत ह अउर कउनो दूसर स्त्री क बीहत ह तउ उ व्यभिचार करत ह।” 10 ऍह प ओकर चेलन ओसे कहेन, “जदि एक स्त्री अउर एक पुरुस क बीच अइसी बात होइ तउ कउनो क बिआह नाहीं करइ क चाही।” 11 फिन ईसू ओनसे कहेस, “हर कउनो तउ इ उपदेस क नाहीं मानत। ऍका बस उहइ मान सकत ह जेका ऍकर छमता प्रदान की गइ अहइ। परमेस्सर स ताकत मिलि गइ अहइ। 12 कछू अइसेन बाटेन जउन महतारी क गर्भ स नपुंसक पइदा भएन। अउर कछू एसे अहइ जउन लोगोन द्वारा नपुंसक बना दिन्हा अहइँ। अउर आखिर मँ कछू अइसे भी बाटेन जउन सरगे क राज्य क कारण बिआह नाहीं करइ क फइसाला कइ लिहन। इ उपदेस क जउन लइ सकत होइ, लइ ले।” 13 फिन मनइयन कछू गदेलन क ईसू क लगे लइ आएन कि उ ओनके मुँड़वा प हथवा धइके ओनका आसीर्बाद देइ अउ ओनके बरे पराथना करइ। मुला ओकर चेलन ओका डाटेन। 14 ओह प ईसू कहेस, “गदेलन क रहइ द्या, ओनका जिन रोका, मोरे लगे आवइ द्या काहेकि सरगे क राज्य अइसेन क अहइ।” 15 फिन उ गदेलन प आपन हाथ रखेस अउर हुवाँ स चला गवा। 16 हुवाँ एक मनई रहा। उ ईसू क लगे आवा अउर कहेस, “गुरु अनन्त जीवन पावइ बरे मोका का नीक काम करइ चाही?” 17 ईसू ओसे कहेस, “नीक का अहइ, ऍकरे बारे मँ मोसे काहे पूछत अहा? काहेकि नीक तउ सिरिफ एक ही बाटइ। फिन भी तू अगर अनन्त जिन्नगी मँ घुसइ चाहत ह, तउ तू हुकुमन क मान ल्या।” 18 उ ईसू स पूछेस, “कउन स हुकुम?” तब ईसू बोला, “कतल जिन करा। व्यभिचार जिन करा। चोरी जिन करा। झूठी साच्छी जिन द्या। 19 आपन बाप अउर आपन महतारी क इज्जत कराअउर ‘जइसे तू आपन खुद क पिआर करत ह, वइसे ही आपन पड़ोसी स पिआर करा।’?” 20 नउजवान ईसू स पूछेस, “मइँ एन सब बातन क पालन किहेउँ ह। अब मोहमाँ कउने बात क कमी अहइ?” 21 ईसू ओसे कहेस, “जदि तू सिद्ध बनइ चाहत अहा तउ जा अउर जउन कछू तोहरे लगे बा, ओका बेचिके धन गरीबन क दइ द्या जइसे सरग मँ तोहका धन मिल सकइ। फिन आवा अउर मोरे पाछे होइ जा।” 22 मुला जब उ नउजवान मनई इ सुनेस तउ उ दुखी होइके चला गवा काहेकि उ बहोत धनी रहा। 23 ईसू आपन चेलन स कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि धनी क सरगे क राज्य मँ घुसि पाउब मुस्किल बाटइ। 24 हाँ मइँ तोहसे कहत हउँ कि कउनो धनी मनई क सरग क राज्य मँ घुसि पाउब स एक ऊँटे क सुई क छेद क निकर जाब सहल बा।” 25 जब ओकर चेलन सुनेन तउ अचरज मँ आइके पूछेन, “फिन केकर उद्धार होइ सकत ह” 26 ईसू ओनका देखत भवा कहेस, “मनइयन बरे इ असम्भव बाटइ मुला परमेस्सर बरे सब कछू होइ सकत ह।” 27 जबावे मँ पतरस ओसे कहेस, “देखा, हम पचे कछू तजिके तोहरे पाछे होई गएन ह। तउ हमका का मिली?” 28 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तू सबन स सच कहत हउँ कि नवा जुग मँ जब मनई क पूत आपन प्रतापी सिंहासने प बिराजी तउ तू भी, जउन मोरे पाछे अहा, बारह सिंहासन प बइठिके इस्राएल क बारह कबीले क निआव करब्या। 29 अउर मोरे बरे जेतना भी घर-बार या भाइयन या बहिनियन या बाप या महतारी या बचवन या खेतन क तजि दिहे अहा, उ सब सौ गुना जिआदा पाइ अउर अनन्त जीवन क हकदार होई। 30 मुला बहोत स जउन अब पहिले अहइँ, पिछला होइ जइहीं अउर जउन पिछला अहइँ उ पहिले होइ जइहीं।
Matthew 20:1 “सरगे क राज्य एक जमीदार क नाईं बाटइ जउन भिन्सारे आपन अंगूरे क बगीचा बरे मजदूर लइ आवइ निकरा। 2 उ चाँदी क एक रुपया प मजदूर क लगाइके ओनके आपन अंगुरे क बगिया मँ काम करइ पठएस। 3 “नौ बजे क करीब जमींदार फिन घरवा स निकरा अउर उ देखेस कि कछू मनई बजारे मँ ऍहर ओहर अइसे ही बेकार खड़ा रहेन। 4 तब उ ओनसे कहेस, ‘तू पचे भी मोरे अंगूरे क बगीचा मँ जा, मइँ तोहका जउन कछू ठीक अहइ, देब।’ 5 तउ उ पचे भी बगीचा मँ काम करइ गएन।“फिन करीब बारह बजे अउर दुबारा तीन बजे क करीब, उ वइसा ही किहेस। 6 करीब पाँच बजे उ फिन आपन घरवा स गवा अउर कछू मनइयन क बजारे मँ ऍह कइँती ओह कइँती खड़ा देखेस। उ ओनसे पूछेस, ‘तू हियाँ दिन भइ बेकार ही काहे खड़ा होइ रह्या?’ 7 “उ सबइ ओसे कहेन, ‘काहेकि हम सबन क कउनो मजूरी प नाहीं राखेस।’ “उ ओनसे कहेस, ‘तू भी मोरे अंगूर क बगीचा मँ चला जा।’ 8 “जब साँझ भइ तउ अंगूर क बगीचा क मालिक आपन प्रधान करमचारी क कहेस, ‘मजूरन क बोलाइके अखिरी मजूरे स सुरू कइके जउन पहिले लगावा ग रहेन ओन सबन क मजूरी दइ द्या।’ 9 ‘तउ उ पचे जउन पाँच बजे लगावा रहेन, आएन अउ ओहमाँ स हर एक क बस एक ही चाँदी क रूपया मिला। 10 फिन जउन पहिले लगावा ग रहेन, उ आएन। उ सोचेन ओनका कछू जियादा मिली मुला ओनमा हर कउनो क एक ठु चाँदी क रूपया मिला। 11 रूपया तउ उ सबइ लइ लिहन मुला जमींदारे स सिकाइत करत 12 उ सबइ कहेन, ‘जउन पाछे लगावा रहेन, उ पचे बस एक ही घंटा भइ काम किहेन अउ तू हम पचेन क ओतॅना ही दिहा जेतॅना ओनका। जब कि हम पचे दिन भइ चिलचिलात धूपे मँ मेहनत कीन्ह।’ 13 “उ जवाबे मँ ओहमाँ स कउनो एक स जमींदारे कहेस, ‘मीत, मइँ तोहरे साथ कउनो अनिआव नाहीं कर्यों ह। का हम पचे तय नाहीं कीन्ह कि मइँ तोहका चाँदी क एक ठु रूपया देब? 14 जउन तोहार होत ह, ल्या अउर चला जा। मइँ सबते पाछे रखा गवा इ मजदूर क ओतॅना ही मजूरी देइ चाहब जेतॅना तोहका देत अही। 15 का मोका अधिकार नाहीं कि जउन मइँ आपन धने क चाहूँ, कइ सकउँ? मइँ अच्छा हउँ का तू ऍसे मने मँ जरत ह’ 16 “इ तरह आखिरी पहिले होइ जइहीं अउर पहिले आखिरी होइ जइहीं।” 17 जब ईसू आपन बारहु चेलन क संग यरूसलेम जात रहा तउ उ ओनका एक कइँती लइ गवा अउर चलत चलत ओनसे बोला, 18 “सुना, हम यरूसलेम पहुँचइ क अही। मनई क पूत हुवाँ मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन क हाथे मँ दइ दीन्ह जाई। उ पचे ओका मृत्युदण्ड क काबिल ठहरइहीं। 19 फिन ओकर हँसी हँसारत करवावइ अउर कोड़न स पिटवावइ बरे ओका गैर यहूदियन क दइ देइहीं। फिन ओका क्रूस प चढ़ाइ दीन्ह जाई। मुला तिसरे दीन उ फिन जी उठी।” 20 फिन जब्दी क पूतन की महतारी आपन पूतन क संग ईसू क नगिचे गई अउर उ निहुरिके पराथना करत ओसे कछू माँगेस। 21 ईसू ओसे पूछेस, “तू का चाहति अहा?”उ बोली, “मोका बचन द्या कि मोर इ दुइनउँ बेटवन तोहरे राज्य मँ एक तोहरे दाहिन अउर दूसर तोहरे बाईं कइँती बइठँइ।” 22 ईसू जबाव दिहस, “तू नाहीं जानत अहा कि तू का माँगत बाट्या? का तू यातनाओं क कटोरा पिउ सकत अहा, जेहका मइँ पिअइवाला हउँ?”उ सबइ ओसे कहेन, “हाँ पिउ सकित ह।” 23 ईसू ओनसे बोला, “तू पचे सचमुच उ पिआला पीब्या। मुला मोर दाहिन अउर बाएँ कइँती हक क देवइया मइँ नाहीं हउँ। हियाँ बइठइ क हक तउ ओनही का बा, जेनके बरे इ मोर परमपिता क जारिये रक्खा गवा अहइ।” 24 जब बाकी दसउ चेलन इ सुनेन कि तउ उ पचे दुइनउँ भाइयन प बहोत कोहाय गएन। 25 तब्बइ ईसू ओनका आपन नगिचे बोलाइके कहेस, “तू जानत ह कि गैर यहूदियन राजा, प्रजा प आपन सक्ती देखावा चाहत हीं अउर ओनके खास नेता, मनइयन प आपन हक जमावा चाहत हीं। 26 मुला तोहरे बीच अइसा न होइ चाही। मुला तो हम स जउन बड़वार बनब चाही, तोहार नउकर बनइ। 27 अउ तोहमाँ जउन कउनो पहिला बनब चाही, ओका तोहार गुलाम जरूर बनइ क होई। 28 तोहका मनई क पूत जइसा होइ क चाही जउन आपन सेवा करावइ नाहीं, मुला सेवा करइ अउर बहोतन क छुटौती बरे आपन प्रान क फिरौती देइ आवा अहइ।” 29 जब उ सबई यरीहो सहर स जात रहेन भारी भीड़ ईसू क पाछे होइ गइ। 30 हुवाँ सरक क किनारे दुइ आँधर बइठा रहेन। जब उ सबइ सुनेन कि ईसू हुवाँ स जात बाटइ, उ पचे नरियानेन, “पर्भू, दाऊद क पूत! हम प दाया कर!” 31 ऍह प भीड़ ओनका धमकावत चुप रहइ क कहेस। पर उ पचे अउ जिआदा चिल्लानेन, “पर्भू, दाऊद क पूत। हम प दाया कर।” 32 फिन ईसू रूकि गवा अउ ओनका बोलाएस। उ कहेस, “तू का चाहत अहा, मइँ तोहरे बरे का करउँ?” 33 उ पचे ओसे कहेन, “पर्भू, हम चाहित ह कि फिन स निहारइ लागी।” 34 ईसू क ओन प दाया आइ। उ ओनकइ अँखियन क छुएस, अउर तुरंतहि उ पचे फिन लखइ लागेन। उ पचे ओकरे पाछे होइ गएन।
Matthew 21:1 ईसू अउर ओकर चेलन जब यरूसलेम क लगे जैतून पहाड़े क नगिचे बैतफगे पहुँच गएन। 2 तउ ईसू आपन दुइ चेलन क इ हुकुम दइके पठएस, “आपन सोझइ समन्वा क गाउँ मँ जा अउर हुवाँ जात भए ही तोहका एक गदही बाँधी मिली। ओकरे लगे ओकर बच्चा भी मिली। ओनका बाँधिके मोरे लगे लइ आवा। 3 जदि कउनो तोहसे कछू कहइ तउ ओसे कह्या, ‘पर्भू क ऍकर जरूरत अहइ। उ फउरन ही लउटाइ देई।”‘ 4 अइसा यह बरे भवा कि नबी अइसा कहे रहा: 5 “सिय्योन क नगरी स कहि द्या, ‘देखा तोहार राजा तोहरे लगे आवत बा। उ नमनसील अहइ, अउर गदहे प सवार अहइ हाँ गदहे क बच्चा प जउन एक लादइवाला पसु क बच्चा अहइ।”‘ जकर्याह 9:9 6 तउ ओकर चेलन चला गएन अउ वइसा ही किहेन जइसा ओनका ईसू बताए रहा। 7 उ पचे गदही अउर ओकरे बच्चा क लइ आएन। अउर ओन प आपन ओढ़ना डार दिहन काहेकि ईसू क बइठब रहा। 8 बहोत मिला आपन ओढ़ना राहे मँ दसाइ दिहेन अउ दूसर मनइयन बृच्छ क टहनी काटेन अउर ओनका राहे प बिछाइ दिहन। 9 जउन मनई ओकरे आगे चलत रहेन अउर जउन मनई पाछे चलत रहेन, सब पुकारि क कहत रहेन:“दाऊद क पूत क होसन्ना!धन्य अहइ जउन पर्भू क नाउँ प आवत बाटइ! सरगे मँ बिराजेस परमेस्सर क होसन्ना!” भजन संहिता 118:26 10 तउ जब उ यरूसलेम मँ घुसा तब समूचा सहर मँ हड़बड़ाइ गवा। लोग पुछइ लागेन, “इ कउन अहइ?” 11 लोग ही जवाब देत रहेन, “इ गलील क नासरत क नबी ईसू अहइ।” 12 फिन ईसू मन्दिर क अहाते मँ आवा अउर उ मन्दिर क अहाते मँ जउन बेंचत बेसहत रहेन, ओन सबन क बाहेर खदेरेस। उ पइसा क लेवइया देवइया क चउकी उलटि दिहस अउ कबूतरे क दुकानदार क तखता पलटेस। 13 उ ओनसे कहेस, “पवित्तर सास्तरन मँ कहत बा, ‘मोर घर पराथना घर कहा जाई।’मुला तू सबइ ऍका ‘डाकुअन क अड्डा’ बनावत अहा।” 14 मन्दिर मँ कछू आँधर, लँगड़ा लूला ओकरे लगे आएन। जेनका उ नीक किहेस। 15 जब मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन ओकर अचरज कारजन क लखेन जउन उ किहे रहा अउर मन्दिर मँ गदेलन क ऊँची आवाजे मँ कहत सुनेन: “दाऊद क पूत क होसन्ना।” 16 तउ उ पचे कोहाइ गएन अउ ओसे पूछेन, “तू सुनत अहा इ सबन का कहत अहइँ?”ईसू ओनसे कहेस, “हाँ सुनत अही। का पवित्तर सास्तर मँ तू बचन नाहीं पढ़्या, ‘तू गदेलन अउर दूधमुँहन बचवन स स्तुति कराया ह।’“ 17 फिन उ ओनका हुवँइ तजिके यरूसलेम सहर स बाहेर बैतनिय्याह चला गवा। जहाँ उ राति बिताएस। 18 दूसर दिन अलख भिन्सारे जब उ सहर लउटत रहा तउ ओका भूख लागि। 19 रस्ता क किनारे अंजीर क बिरवा क लखेस तउ उ ओकरे नगिचे गवा, मुला ओका ओह प पातन क छोड़िके कछू नाहीं मिल सका। तब उ बिरवा स कहेस, “तोह प आगे कछू फल न लागइ।” अउर अंजीरे क बृच्छ फउरन झुराइ गवा। 20 जइसेन चेलन इ निहारेन तउ अचरजे मँ आइके पूछेन, “इ अंजीरे क बिरवा ऍतनी हाली कइसे झुराइ गवा?” 21 ईसू जवाब देत भवा ओन पचेन स कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ जदि तोहरे मँ बिसवास अहइ अउ तू संदेस नाहीं करत बाट्या तउ तू न सिरिफ उ कइ सकत ह जउन मइँ अंजीरे क बृच्छ कीन्ह, मुला जदि तू इ पहाड़े स कहि द्या, ‘उठा अउर आपन क सगरे मँ बोर द्या’ तउ उहइ होइ जाई। 22 अउर पराथना करत तू जउन कछू मंगब्या, जदि तोहका बिसवास बा तउ तू पउब्या।” 23 ईसू जब जाइके मन्दिर मँ उपदेस देत रहा। मुख्ययाजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन ओसे पूछेन, “अइसी बातन क तू कउने हक स करत ह अउर इ हक तोहका कउन दिहस?” 24 जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे भी एक सवाल पूछत हउँ, जदि तू ओकर जबाव मोका दइ द्या तउ मइँ तोहका बताइ देब कि मइँ इन बातन क कउने हक स करत हउँ। 25 बतावा यूहन्ना क बपतिस्मा कहाँ ते मिला रहा? परमेस्सर स या मनई स?”उ सबइ आपुस मँ सोच बिचारिके कहइ लागेन, “जदि हम पचेन कहत अही, ‘परमेस्सर स’ तउ इ हमसे पूछी, ‘फिन उ ओह प बिसवास काहे नाहीं करत्या?’ 26 किन्तु जदि हम कहित ह, ‘मनई स’ तउ हमका मनइयन क डर बाटइ काहेकि उ पचे यूहन्ना क एक नबी मानत हीं।” 27 तउ जबावे मँ उ सबइ ईसू स कहेन, “हमका पता नाहीं।”ऍह प ईसू ओनसे बोला, “ठीक बा तउ फिन मइँ भी तोहका नाहीं बतावत हउँ कि इ बातन क मइँ कउने हक स करत हउँ। 28 “अच्छा बतावा तू पचे ऍकरे बारे मँ का सोचत अहा? एक मनई क दुइ बेटवा रहेन। उ बड़के क लगे गवा अउर बोला, ‘बेटवा आज मोरे अंगूर क बगिया मँ जा अउर काम करा।’ 29 “मुला बेटवा जवाब दिहस, ‘मोर मन नाहीं बा’ मुला पाछे ओकर मन फिरि गवा अउर उ चला गवा। 30 ‘फिन उ बाप दुसरे क लगे गवा अउर ओसे भी बइसे ही कहेस। जवाबे मँ बेटवा कहेस, ‘जी हाँ,’ मुला उ गवा नाहीं। 31 “बतावा इन दुइनउँ मँ स जउन बाप चाहत रहा, कउन किहेस?” यहूदी नेतन कहेन, “बड़कवा।”ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ। चुंगी उगहिया अउर वेस्यन परमेस्सर क राज्य मँ तोहसे पहिले जइहीं। 32 इ मइँ यह बरे कहत हउँ काहेकि बपतिस्मा देवइया यूहन्ना तोहका जिन्नगी क सही रस्ता देखॉवइ आइ अउर तू ओहमाँ बिसवास नाहीं किहा। मुला चुंगी उगहिया अउर वेस्यन ओहमाँ बिसवास किहेन। तू जब इ देख्या तउ पाछे न मन फिरावा किहा अउ न ओहे प बिसवास। 33 “एक ठु अउर दिस्टान्त कथा सुना: एक जमींदार रहा। उ अंगूरे क बगिया लगाएस। ओकरे चरिउँ कइँती बाड़ा लगाएस। फिन अंगूरे क रस निकारइ बरे कोल्हू बनवइ क एक गड़हा खोदेस अउर रखवारी बरे एक गुंबद बनवाएस। फिन ओका बटाई प दइके जात्रा प चला गवा। 34 जब अंगूरे क फसल क समइ आइ तउ बगिया क मालिक नउकरन क लगे आपन गुलामन क पठएस जेसे आपन हींसा क अंगूर लइ आवइँ। 35 “मुला किसानन ओकरे नउकरन क धइ लिहन। कउनो क पीटेन, कउने क पाथर उछारेन अउर कउनो क तउ मारि डाएन। 36 “एक दाईं फिन पहिले स अउ जिआदा नउकरन क पठएस। उ किसानन ओनके संग भी वइसा ही बर्ताव किहेन। 37 पाछे उ ओनके लगे आपन बेटवा क पठाएस। उ कहेस, ‘उ सबइ मोरे बेटवा क मान रखिहइँ जरूर।’ 38 “मुला उ किसानन जब ओकरे बेटवा क देखेन तउ उ सबइ आपुस मँ कहइ लागेन, ‘इ तउ ओकर वारिस अहइ, आवा ऍका मारि डाई अउर ओकर वारिस क हक हथियाइ लेई।’ 39 ऍह प उ पचे ओका धइके बगिया क बाहेर ढकेलेन अउर मार डाएन। 40 “तू का सोचत बाट्या हुवाँ जब अंगूरे क बगिया क मालिक आई तउ किसानन क संग का करी?” 41 उ यहूदी याजकन अउ नेतन ओसे कहेन, “काहेकि उ सबइ निरदयी रहेन यह बरे उ ओनका निरदयी होइके मारि डाई अउर अंगूरे क बगिया क दूसर किसानन क बटाई प दइ देइ जउन फसल आवइ प ओका ओकर हींसा देइहीं।” 42 ईसू ओनसे कहेस, “का तू सबइ पवित्तर सास्तरन क बचन कभी नाहीं पढ्या:‘जउने पाथर क मकान क बनवइयन बेकार समझेन, उहइ कोने क सबते जिआदा महिमा क पाथर बन गवा’ ‘अइसा पर्भू क जारिये कीन्ह गवा जउन हमरी निगाह मँ अजूबा बाटइ।’ भजन संहिता 118:22-23 43 “एह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ परमेस्सर क राज्य तोहसे छीन लीन्ह जाई अउर उ ओन मनइयन क दइ दीन्ह जाई जउन ओकरे राज्य क रीति स बर्ताव करिहइँ। 44 जउन इ चट्टाने प गिरी, चूर चूर होइ जाई अउ इ चट्टान कउनो प गिरी तउ उ ओका रउँद डाई।” 45 जब मुख्ययाजकन अउर फरीसियन ईसू क दिस्टान्त कथन क सुनेन तउ उ पचे समुझ लिहन कि उ ओनके बारे मँ कहत रहा। 46 तउ उ सबइ ओका धरइ क जतन किहन मुला उ पचे मनइयन स डेरात रहेन काहेकि लोग ईसू क नबी मानत रहेन।
Matthew 22:1 एक दाई फिन ईसू ओनसे दिस्टान्त कथन क कहइ लाग। उ बोला, 2 “सरगे क राज्य उ राजा क नाईं अहइ जउन आपन बेटवा क बियाहे प भोज दिहेस। 3 राजा आपन नउकरन क पठएस कि उ पचे ओन मनइयन क बोलाइ लियावईं जेका बियाहे क भोज प न्यौता दीन्ह गवा रहा। मुला उ पचे नाहीं आएन। 4 “उ आपन नउकरन क फिन पठएस, उ कहेस कि जउन मनइयन क बियाह क भोजे प बोलावा गवा ह, ओनसे कहि द्या, ‘देखा मोर भोज तइयार बा। मोर सॉड़ अउर मोटवार ताजा पसू क काटा जाइ चुका बाटइ। सब कछू तइयार अहइ। बियाहे क भोज मँ आइ जा।’ 5 “मुला न्यौतहरी ओह प कउनो धियान नाहीं दिहेन अउर उ सबइ चले गएन। कउनो आपन खेत मँ काम करइ चला गवा तउ दूसर मिला आपन आपन काम धंधा प। 6 अउ कछू मिला तउ राजा क नउकरन क धइके ओकरे साथे मार-पीट किहेन अउ ओनका मार डाएन। 7 तउ राजा कोहाइके आपन फउज पठएस। उ सबइ ओन हत्यारन क मउत क घाटे पहुँचाइ दिहस अउर ओनके सहर मँ आगी बार दिहेन। 8 “फिन राजा क नउकरन स कहेस, “बियाह क भोज तइयार बाटइ मुला जेकॉ बोलॉई गवा रहा, उ सबइ अजोग्ग माना गएन, 9 एह बरे गलियन क नोक्कड़ प जा अउर तू जेका पावा, बियाहे क भोज प बोलॉई लिआवा।’ 10 फिन नउकरन गलियन मँ गएन अउ जउन भी भला अउर बुरा मनई भेंटेन उ पचे ओनका बटोरि लियाएन। अउ सादी क महल मेहमानन स भरि गवा। 11 “मुला जब जेवन्हार क लखइ राजा आवा तउ हुवाँ उ एक अइसा मनई क निहारेस जउन बियाहे क ओढ़ना नाहीं पहिरे रहा। 12 राजा ओसे कहेस, “मितउ, बियाहे क वस्तर पहिरे बिना हियाँ भीतर कइसे आइ गया?’ पर उ मनई खमोस रहा। 13 ऍह प राजा आपन नउकरन स कहेस, ‘ऍकर हाथ गोड़ छाँदिके बाहेर अँधियारे मँ नाइ द्या। जहाँ मनई रोवत अउर दँतवा कटकटावत होइहीं।’ 14 “काहेकि बोलावा तउ बहोत गवा अहइँ मुला चुना भवा थोड़के अहइँ।” 15 तब फरीसियन जाइके एक सभा बोलॉएन जेसेे उ इ बात क फरियाइ सकइँ कि ईसू क ओकरे आपन ही कही भई बात मँ कइसे फँसावइ। 16 उ पचे अपने चेलन क हिरोदियन क संग ओकरे लगे पठएन, उ मनइयन ईसू स कहेन, “गुरु हम जानत अही कि तू सच्चा अहा। तू सचमुच परमेस्सर क राहे क सिच्छा देत अहा। अउर तू, कउनो का सोचत ह, ऍकइ चिंता नाहीं करत्या काहेकि तू कउनो मनई क हैसियत प नाहीं जात्या। 17 तउ हमका बतावा तोहार का बिचार बा कि सम्राट कैसर क चुंगी चुकाउब ठीक अहइ कि नाहीं?” 18 ईसू ओनकइ बुरा बिचार क समुझ गवा, तउ उ बोला, “अरे कपटियो! तू पचे मोका काहे परखब चाहत बाट्या? 19 मोका कउनो दीनार देखावा जेसे तू चुंगी अदा करत ह।” तउ सबइ ओकरे लगे एक दीनार लइ आएन। 20 तब उ ओनसे कहेस, “ऍह प केकर मूरत अउर लिखाई खुदी बा?” 21 उ पचइ ओसे कहेन, “कैसर क”।तब उ ओनसे कहेस, “अच्छा तउ फिन जउन कैसर क अहइ, ओका कैसर क द्या, अउर जउन परमेस्सर क अहइ, ओका परमेस्सर क।” 22 इ सुनिके उ पचइ अचरजे स भरि गएन अउर ओका छोड़िके चला गएन। 23 उहइ दिन कछू सदूकियन जउन पुनरुत्थान क नाहीं मनतेन, ओकरे लगे आएन। 24 अउ ओसे पूछेन, “गुरु, मूसा क उपदेस क अनुसार जदि बिना बे बाल बच्चा क कउनो मरि जाइ तउ ओकर भाई, निचके क नातेदार होइ क नाते ओकरे विधवा स बियाह करइ अउर आपन भाई क बंस चलावइ बरे संतान पइदा करइ। 25 अब मानल्या हम पचे सात ठु भाई अही। पहिलौठा बेटवा का बियाह भवा अउर पाछे ओकर मउत होइ गइ। फिन काहेकि ओकरे कउनो संतान नाहीं भइ, यह बरे ओकर भाई आपन भउजी क आपन पत्नी बनइ लिहस। 26 तब दुसर का भाई मरि गवा। उहइ घटना तिसरेक क संग भइ। जब तलक सातहु भाइयन मरि नाहीं गएन वइसन भवा। 27 अउर सब क पाछे उ स्त्री भी मर गई। 28 अब हमार पूछब इ अहइ कि पुनरुत्थान मँ ओन सातउ मँ स कउने क पत्नी होई काहेकि सातउ ओका आपन बनाएन?” 29 जवाब देत ईसू ओनसे कहेस, “तू बगद गया काहेकि तू पचे पवित्तर सास्तरन अउर परमेस्सर क सक्ती क नाहीं जनत्या। 30 तोहका समझइ चाही कि पुनरुत्थान मँ लोग न तउ बियाह करिहीं अउर न ही कउनो सादी मँ दीन्ह जाई। मुला उ पचे सरगे क दूतन क नाईं होइहीं। 31 इहइ सिलसिला मँ तोहरे फायदा बरे परमेस्सर मरा भवा क पुनरुत्थान क बारे मँ जउन कहेस ह, का तू कबहुँ नाहीं पढ्या? उ कहे रहा, 32 ‘मइँ इब्राहीम क परमेस्सर हउँ, इसहाक क परमेस्सर हउँ अउर याकूब क परमेस्सर हउँ।’उ मरा हुअन क नाहीं मुला जिन्दा क परमेस्सर अहइ।” 33 जब मनइयन इ सुनेन तउ ओकरे उपदेस प उ सबइ बहोत अचम्भा मँ पड़ि गएन। 34 जब फरीसियन इ सुनेन कि ईसू आपन जवाबे स सदूकियन क चुप कराइ दिहस तब उ सबइ ऍकट्ठा भएन। 35 ओहमाँ क एक फरीसी ईसू क परीच्छा क बिचार स ओसे पूछेन, 36 “गुरु, व्यवस्था मँ सबन ते बड़का हुकुम कउन स बाटइ?” 37 ईसू ओसे कहेस, “तोहका आपन सारे मनवा स, सारी आतिमा स अउर सारी बुद्धि स आपन परमेस्सर पर्भू क पिरेम करइ चाही।’ 38 इ सब ते पहिला अउर सब ते बड़ा हुकुम अहइ। 39 फिन अइसा ही दूसर हुकुम इ अहइ: ‘आपन पड़ोसी स वइसा ही पिरेम करा जइसा तू अपने स खुद करत ह।’ 40 सारी व्यवस्था अउर नबियन क किताबन इन दुइनउँ हुकुमन प टिका बाटइ।” 41 जब फरीसियन अबहीं एकट्ठा ही रहेन, कि ईसू ओनसे एक ठु प्रस्न पूछेस, 42 “मसीह क बारे मँ तू का बिचारत ह कि उ केकर बेटवा अहइ?”उ फरीसियन ओसे कहेन, “मसीह दाऊद क पूत ह।” 43 ईसू ओसे पूछेस, “फिन आतिमा क बसे मँ होइके दाऊद ओका ‘पर्भू’ कहत इ काहे कहेस: 44 ‘पर्भू मोरे पर्भू (ईसू) स कहेस, मोरे दाहिन बइठिके राज्य करा जब ताई कि मइँ दुस्मनन क तोहरे गोड़वा तले न कइ देउँ।’ भजन संहिता 110:1 45 फिन जब दाऊद ओका ‘पर्भू’ कहेस तउ उ ओकर बेटवा कइसे होइ सकत ह” 46 जवाबे मँ कउनो भी ओसे कछू नाहीं कहि पावा। अउर न ही उ दिना क पाछे कउनो क ओसे पूछइ क हिम्मत भवा।
Matthew 23:1 ईसू फिन आपन चेलन अउर भीड़ स कहेस। 2 उ कहेस, “धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन मूसा क व्यवस्था क अरथ बतावइ क हकदार अहइँ। 3 एह बरे जउन कछू उ सबइ कहइँ ओह प चलत रहा अउर ओनका मानके करत रहा। मइँ इ कहत हउँ काहेकि उ पचे बस कहत रहत हीं मुला करतेन नाहीं। 4 उ पचे मनई क काँधे प एतना बोझा लादि देत हीं कि उ सबइ ओका उठाइके चल न सकइँ अउर लोगन्प दबाव डारत हीं कि ओका लइके चलइँ। मुला उ सबइ खुद ओहमाँ स कउनो प भी चलइ बरे आपन अंगुरी तलक नाहीं हिलउतेन। 5 “उ सबइ नीक काम यह बरे करत हीं कि लोग ओनका लखइँ। असिल मँ उ सबइ आपन ताबीज अउर पोसाक क झलरे क यह बरे बड़ा स बड़कवा करत रहत हीं कि लोग ओनका धर्मात्मा समझइँ। 6 उ सबइ जेवनार मँ सबते जिआदा खास जगह पावा चाहत हीं। आराधनालयन मँ ओनका प्रमुख आसन चाही। 7 बजारे मँ उ पचे मान क साथ पैलगी करावा चाहत ही। अउ चाहत हीं कि लोग ओनका ‘गुरु’ कहिके पुकारइँ। 8 “मुला तू पचे मनइयन स आपन क ‘गुरु’ जिन कहवावा काहेकि तोहार सच्चा गुरु तउ बस एक अहइ। अउर तू सबइ सिरिफ भाई बहिन अहा। 9 धरती प मनइयन क आपन मँ स कउनो क भी ‘पिता’ जिन कहइ द्या। काहेकि तोहार ‘पिता’ तउ बस एक ही अहइ, अउ उ सरगे मँ बा। 10 न ही तू मनइयन क आपन बरे ‘स्वामी’ कहइ द्या काहेकि तोहार स्वामी तउ बस एक ठु बाटइ अउ उ अहइ मसीह। 11 तोहमाँ सब ते बड़कवा मनई उहइ होई जउन तोहार नउकर बनी। 12 जउन आपन खुद क ऊँचा उठाई ओका नंवई क होई। अउर जउन आपन खुद नवाई ओका ऊँचा उठाइ जाइ। 13 “हे कपटी धरम सास्तिरियो अउर फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू सबइ सरगे क राज्य क दुआर ढाँपि दिहा ह। न तउ तू पचे ओहमाँ घुसि पउब्या अउर न ही ओनका जाइ देब्या जउन घुसइ बरे जतन करत हीं। 14 अरे कपटा धरम सास्तिरियन अउ फरीसियन तू पचे विधवा क धन दौलत हड़पत ह। देखाँवा बरे बड़ी बड़ी पराथना करत ह। एकरे बरे तोहका करर्ी सजा मिली। 15 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउर फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू कउनो क आपन मत मँ लइ आवइ बरे धरती अउर समुद्दर पार कइ जात ह। अउ उ तोहरे नेम धरम मँ आइ जात ह तउ तू ओका आपन स भी दुइ गुना नरक क काबिल बनाइ देत ह। 16 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउर फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तोहका धिक्कार अहइ जउन कहत ह, ‘जदि कउनो मन्दिर क सपथ खात ह तउ ओका सपथ क खाब जरूरी नाहीं मुला अगर कउनो मन्दिरे क सोने सपथ खात ह तउ ओका सपथ क मानब जरूरी अहइ!’ 17 अरे आँधर मूर्ख लोगो! बड़का कउन अहइ? मन्दिर क सोना या उ मन्दिर जउन उ सोना क पवित्तर बनएस। 18 तू सबइ इ भी कहत ह, ‘जदि कउनो वेदी क सपथ खात ह तउ कछू नाहीं, मुला जदि कउनो वेदी प धरा चढ़ावा क सपथ खात ह तउ आपन सपथ स बँधा भवा अहइ।’ 19 अरे आँधर लोगो! कउन बड़कवा अहइ? वेदी प धरा चढ़ावा या उ वेदी जेसे उ चढ़ावा पवित्तर बनत ह 20 यह बरे जदि कउनो वेदी क सपथ लेत ह तउ उ वेदी क साथे वेदी प जउन धरा बाटइ, उ सबन क सपथ खात ह। 21 उ जउन मन्दिर अहइ, ओकर भी सपथ लेत ह उ मंदिर क संग जउन मंदिर क भितरे बा, ओकर भी सपथ खात ह। 22 अउर उ जउन सरगे क सपथ खात ह, उ परमेस्सर क सिंहासने क संग जउन उ सिंहासने प बिराजत बा ओकर भी सपथ खात ह। 23 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउर फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तोहरे लगे जउन कछू अहइ, तू ओकर दसवाँ, हींसा, हीयाँ तलक कि आपन पुदीना, सौंफ अउर जीरा तक क दसवाँ हींसा परमेस्सर क देत ह। फिन भी तू व्यवस्था क खास बातन, निआव, दाया अउर बिसवास क धकियाइ दिहा। तोहका इ चाहत रहा कि ओन बातन क बगैर छोड़े भए इन बातन क करत जात्या। 24 अरे आँधर अगुवा लोगो! तू आपन पिअइ क पानी स मच्छर तउ छान लेत ह पर ऊँटे क लील जात ह। 25 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू आपन खोरा अउर टाठी बाहेर स धोइके फर्छइ करत ह पर ओकरे भितरे तू जउन चाल चपेट या आपन बरे रियायत मँ पाया ह, भरा बाटइ। 26 अरे आँधर फरीसियो! पहिले आपन खोरा क भितरे स माँज ल्या जेसे भितरे क साथ साथ उ बाहेर स भी चमकइ लगाइ। 27 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउर फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू लीपी पोती भई समाधि क नाईं अहा जउन बाहेर स तउ सुन्नर देखाति अहइ मुला भितरे स मरे हुअन क हाड़ अउर हर किसिम क मलिनता स ठूँसी रहत ह। 28 अइसे ही बाहेर स तउ धर्मी देखॉइ देत ह मुला भितरे स चाल चपेट अउर अनभले स बुरा अहा। 29 “अरे कपटी धरमसास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू नबियन क बरे मकबरा बनावत ह अउर धर्मीयन क कब्र क सिंगार करत ह। 30 अउ कहत बाट्या, ‘जदि तू आपन पूर्वजन क समइ मँ पइदा होत्या तउ नबियन क मरवावइ मँ ओनकइ साथ न देत्या।’ 31 अइसे प तू खुद ही साच्छी देत अहा, कि तू मानत बाट्या कि तू ओनकइ बाल-बच्चा अहा जउन नबियन क हत्यारन रहेन। 32 तउ तू जउन तोहार पुरखन सुरु करेन, ओका पूरा कइ द्या। 33 “अरे कीरा अउर नाग स संतान। तू सबइ कइसे सोच लिहा कि तू नरक भोगइ स छूट जाब्या। 34 यह बरे मइँ तोहका बतावत हउँ कि मइँ तोहरे लगे नबियन, बुद्धिमानन अउर गुरुअन क पठवत हउँ। तू पचे ओनमाँ स बहोतन क मार डउब्या अउर बहोतन क क्रूसे प चढ़उब्या। कछू मनइयन क तू सबइ आपन आराधनालयन मँ कोड़न स पिटवउब्या अउर एक सहर स दूसर सहरे ताईं ओनकइ पाछा करत खदरेब्या। 35 आखिर निरीह हाबिल स लइके बिरिक्याह क बेटवा जकरयाह ताईं जेका तू मन्दिरे क गरभ घर अउर वेदी क बीच मारि डाए रह्या हर धर्मी मनई क कतल क सजा तोह प होई। 36 मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि इ सब कछू बरे इ पीढ़ी क मनइयन क सजा भोगे होई। 37 “यरूसलेम, ओ यरूसलेम! तू उ अहा जउन नबियन क कतल करत ह अउर परमेस्सर क पठए गए दूतन क पाथर मारत ह। मइँ केतनी दाईं चाह्यो ह कि जइसे कउनो मुर्गी आपन चूजन क आपन पंखा तरे बटोर लेत ह वइसे ही तोहरे गदेलन क बटोर लेउँ। मुला तू पचन नाहीं चाह्या। 38 तोहार घर समूचइ उजड़ जाई। 39 मइँ तोहका सच बतावत हउँ तू मोका तब ताईं फिन नाहीं देखब्या जब ताईं तू नाहीं कहब्या, ‘धन्य अहइ उ जउन पर्भू क नाउँ मँ आवत ह।’
Matthew 24:1 मंदिर क छोड़िके ईसू जब हुवाँ स होइके जात रहा तउ ओकर चेलन ओका मँदिर क इमारत देखॉवइ ओकरे लगे आएन। 2 एह प ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे इ इमारतन क सोझ खड़ी देखत अहा? मइँ तोहका सच सच कहत हउँ, हिआँ तलक एक पाथर प दूसर पाथर टिक नाहीं पाई। एक एक गिराइ दीन्ह जाई।” 3 ईसू जब जैतून पहाड़ प बइठा रहा तउ अकेॅल्ले मँ ओकर चेलन लगे आएन अउर बोलेन, “हमका बतावा इ कब होई? जब तू लउटि अउब्या अउर इ संसारे क अंत होई तउ कइसे संकेत परगट होइहीं?” 4 जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “होसियार! तू पचन क कउनो भरमाइ न पावइ। 5 मइँ इ यह बरे कहत हउँ कि अइसे बहोतन अहइँ जउन मोरे नाउँ स अइहीं अउर कइहीं, ‘मइँ मसीह हउँ अउर उ सबइ बहोतन क भरमइहीं। 6 तू सबइ नगीचे क जुद्ध क बातन या दूरि क जुद्ध क अफवाह सुनब्या पर देखा तू घबराया जिन। अइसा तउ होइ मुला अबहिं अंत नाहीं आवा अहइ। 7 हर रास्ट्र दूसर रास्ट्र क खिलाफ अउर एक राज्य दूसर राज्य क खिलाफ खड़ा होई। अकाल पड़ी। हर कतहूँ भुँइडोल आई। 8 मुला इ सब बातन उहइ तरह अहइ जइसे नवा पइदा होय क पहले की सुरुआती पीडा। 9 “उ समइ उ पचे तोहका सजा देवॉवइ बरे पकड़वइहीं अउर उ पचे तोहका मरवाइ देइहीं। काहेकि तू सबइ मोर चेलन अहा। सबहिं रास्ट्र क लोग तोहसे घिना करिहीं। 10 उ समइ बहोत मनइयन क मोह टूटी जाई अउर ओहहि समइ बहुत स बिसवासियन क बिसवास डिग जाई। उ पचे एक दूसर क अधिकारियन क हाथे मँ दइ देइहीं अउ आपस मँ घिना करिहीं। 11 बहोत स झूठे नबियन खड़ा होइ जइहीं, अउर मनइयन क ठगिहीं। 12 काहेकि बुराई क बाढ़ आइ जाए स पिरेम घटि जाई। 13 मुला जउन अंत तक टिका रही ओकर उद्धार होई। 14 सरगे क राज्य क इ सुसमाचार समूचे संसार मँ प्रचार कीन्ह जाई। ऍसे सब राजन क साच्छी रही अउर तबहीं अंत होइ जाई। 15 “एह बरे जबहिं तू लोग ‘खौफनाक बिनास करइवाली चीज’क पवित्तर स्थान प खड़ा होइके देखा, जेकरे बारे मँ दानिय्येल नबी बताएन ह, (पढ़इया खुद समुझ जाई कि एकर अरथ का बाटइ।) 16 तब जउन मनई यहूदिया मँ होइँ, ओनका पहाड़े प भाग जाइ चाही। 17 जउन आपन घरे क छत प होईं, उ घरवा स बाहेर कछू भी लइ जाइके तर खाले न आवइँ। 18 अउ जउन बाहेर खेतन मँ काम करत होइँ, उ पाछे मुड़िके आपन ओढ़ना तक न लेइँ। 19 ओन स्त्रियन बरे जेकरे कोखे मँ गरभ होइ या जेकर लरिकन दूध पिअत होइँ, उ दिनन कस्टे क होइहीं। 20 पराथना करा कि तोहका जाड़े क दिनन मँ या सबित क दिन पराइ क न पड़इ। 21 उ दिनन मँ अइसी बिपत आई जइसी जबते परमेस्सर सृस्टि रचेस ह, आजु तक कबहुँ नाहीं आइ अउ न कबहुँ आई। 22 अउर जदि परमेस्सर उ दिनन क घटावइ क पक्का इरादा न कइ लिहे होत तउ कउनो भी न बच पावत किन्तु चुना भएन क कारण उ दिनन मँ कमती कइ देइ। 23 “उ दिनन मँ जदि कउनो तू पचन स कहइ, देखा, इ रहा मसीह या उ राह मसीह। तउ ओकर बिसवास जिन किहा। 24 मइँ इ कहत हउँ काहेकि कपटी मसीह अउप कपटी नबी खड़ा होइहीं अउर अइसे अचरज कारजन देखइहीं अउर अद्भुत कारजन करिहइँ कि बन पड़इ तउ चुने भएन क भी चकमा दइ देइँ। 25 देखा, मइँ तोहका पहिले ही चेतावनी दइ चुका अहउँ। 26 “तउ जदि उ सबइ तोहसे कहइँ, ‘देखा, मसीह जंगल मँ बा!’ फन हुवाँ जिन जाया अउर जदि उ कहइँ, ‘देखा उ पचे कोठरी मँ छुपा बाटइ! तउ ओनकइ बिसवास जिन कर्या। 27 मइँ इ कहत हउँ काहेकि जइसे बिजुली पुरब मँ सुरू होइके पच्छिम क अकासे तक चमक जात इ वइसे ही मनई क पूत भी परगट होई। 28 जहाँ कहूँ ल्हास होई हुआँ गिद्ध एकट्ठा होइहीं। 29 “उ दिनन जउन मुसीबत पड़ी, ओकरे फउरन बाद:‘सूरज करिया पड़ि जाई चन्दा स चाँदनी न निकसी अकासे स तारा टुटिहीं अउ अकास मँ आसमानी सक्ति झकझोर दीन्ह जइहीं।’ यसायाह 13:10; 34:4,5 30 “उ समइ मनई क पूत क आवइ क चीन्हा अकास मँ परगट होई। तबहिं भुइयाँ प सब जातिन क मनइयन फूटि फूटि क रोइहीं अउर उ सबइ मनई क पूत क सक्ती अउर महिमा क संग सरग क बदरन मँ परगट होत देखिहीं। 31 उ ऊँच सुर क तुरूही क संग आपन दूतन क पठइ। फिन उ पचे सरग क एक छोर स दूसर छोर तलक सब कहूँ स आपन चुना भवा मनइयन क ऍकट्ठा करी। 32 “अंजीरे क बृच्छ स उपदेस ल्या। जइसे ही ओकर टहनियन सुऋुवार होइ जात हीं अउर कोंपर फूटइ लागत हीं। तू लोग जान जात ह कि गर्मी आवइ क अहइ। 33 वइसे ही जब तू इ सब घटत देख्या तउ समुझ लिहा कि उ समइ नगिचे आइ ग बाटइ, मुला ठीक दुआर तलक। 34 मइँ तू लोगन्स सच कहत हउँ कि इ पीढ़ी क खतम होइ क पहिले इ सब बातन होइ जइहीं। 35 धरती अउर अकास तउ मिट सकत हीं मुला मोर बचन कबहुँ न मिटी।” 36 “उ दिना या घड़ी क बारे मँ कउनो कछू न जानत! न सरगे क दूतन अउर न खुद पूत। सिरिफ परमपिता जानत ह। 37 जइसे नूह क दिना मँ भवा, वइसे ही मनई क पूत क अवाई भी होई। 38 वइसे ही जइसे मनई जल बाढ आवइ स पहिले क दिनन ताईं खात पिअत रहेन, बियाह सादी करावत रहेन जब तलक नूह नाउ प नाहीं चढ़ गवा। 39 ओनका तब ताईं कछू पता नाहीं लगि सका जब ताईं प्रलय नाहीं आइ गइ अउर ओन सबन क बहाइके नाहीं लइ गइ। मनई क पूत क अवाई भी अइसे ही होई। 40 उ समइ खेते मँ काम करत दुइ मनइयन मँ स एक क लइ लीन्ह जाई अउर एक क हुवँइ छोड़ि दीन्ह जाई। 41 चकरी पीसत दुइ स्त्रियन मँ एक क धइ लीन्ह जाई अउ एक हुवँइ पाछे छोड़ि दीन्ह जाई। 42 “तउ तू लोग होसियार रहा काहेकि तू नाहीं जनत्या कि तोहार स्वामी कब आई। 43 याद राखा अगर घरे क स्वामी जानत होत कि राति क कउनो घड़ी मँ चोर आइ जाई तउ उ जागत रहत अउर चोरे क आपन घरवा मँ सेंध नाही लगावइ देत। 44 एह बरे तू भी तइयार रहा काहेकि जब तू पचे सोच भी नाहीं रहब होब्या, मनई क पूत आइ जाई। 45 “तब सोचा उ भरोसामंद अउ समझदार सेवक कउन बाटइ, जेका स्वामी आपन घरवा क सेवक क ऊपर ठीक समइ प ओनका खइया क देइ बरे लगाएस ह। 46 धन्य अहइ उ सेवक जेका ओकर स्वामी जब आवत ह तउ ओका दियाभया काज करत पावत ह। 47 मइँ तोहसे सच कहत हउँ उ स्वामी ओका आपन समूचे धन दौलत क अधिकारी बनाईं देई। 48 दूसर कइँती सोचा एक ठु बुरा सेवक अहइ, जउन अपना मनवा मँ कहत ह मोर स्वामी बहोत दिना स लुटि क नाहीं आवत ह। 49 अइसे उ आपन संगी साथी सेवकन स मारपीट करइ लागत ह अउर सराबियन क संग खाब पिअब सुरू कइ देत ह। 50 तउ ओकर स्वामी अइसे दिन आइ जाई जउने दिन उ ओकरे अवाई क सोचत तलक नाहीं अउ जेकर ओका पता तलक नाहीं। 51 अउर ओकर स्वामी ओका बुरे ढंग स सजा देई अउर कपटियन क बीचउबीच ओकर ठउर ठहराई जहाँ लोग रोवत होइहीं अउर दँतवन क किड़किड़ावत रइहीं।
Matthew 25:1 “उ दिन सरग का राज्य ओन दस कुँवारियन क नाईं होई जउन मसाल लइके दुलहन स भेंटइ निकरिन। 2 ओनमाँ स पाँच मूरख रहीं अउ पाँट ठु चउकस। 3 पाँच उ मूरख कुँवारियन आपन मसाल तउ थाम लिहन मुला ओनके साथे तेल नाहीं लिहन। 4 ओहँर चउकस कुँवारियन मसाले क साथ कुप्पियन मँ तेल भी लइ लिहन। 5 काहेकि दुलहन क अवाई मँ देर होत रही। सबहीं कुँवारियन थके स ओंघाइ लागिन अउर ओलर क सोइ गइन। 6 “पर आधी राति मँ धूम मच गइ। ओ हो, ‘दुलहा आवत बा। ओसे भेंटइ बाहर जा!’ 7 “उहइ छिन उ सबइ कुँवारियन उठि गइन अउर आपन मसाल तइयार किहेन। 8 मूरख कुँवारियन चउकस कुँवारियन स कहेन, ‘हमका आपन तनिक तेल दइ द्या, हमर मसालन बुझि जात अहइँ।’ 9 “जवाबे मँ सबइ चउकस कुँवारियन बोलिन, ‘नाहीं हम नाहीं दइ सकित। काहेकि फुन इ हमरे बरे पूर न होई अउर न तोहरे बरे। तउ तू पचे तेली क लगे जाइके आपन खातिर बेसहि ल्या।’ 10 “जब उ पचे बेसहइ जात रहिन कि दुलहा आइ पहोंचा। फिन उ कुँवारियन जउन तइयार रहिन, उ सबइ ओनके संग भोजे मँ भीतर घुसिन अउर फिन कउनो फाटक बंद कइ दिहस। 11 “आखिर मँ उ सबइ बाकी कुँवारियन भी गइन अउर बोलिन, ‘स्वामी, हे स्वामी, दरवाजा खोलि द्या, हमका भीतर आवइ द्या।’ 12 “मुला उ जबाव देत भवा कहेस, “मइँ तोहसे सच सच कहत हउँ: मइँ तोहका नाहीं जानत हउँ।’ 13 “तउ होसियार रहा। काहेकि तू न उ दिना क जानत ह, न घड़ी क, जब मनई क पूत लउटी। 14 “सरग का राज्य उ मनई क नाई होई जउन जात्रा प जात भवा आपन नउकरन क बोलाइके अपने समान क रखवारा बनाएस। 15 उ एक क चाँदी स भरी पाँच ठु थैली दिहस। दुसरे क दुइ अउ तिसरे क एक दिहस। उ हर एक क ओकर जोग्गता होइ क मुताबिक दइके जात्रा प निकरि गवा। 16 जेका चाँदी क रूपया स भरी पाँच ठु थैली मिलीं, उ फउरन उ पइसे क धंधा मँ लगाइ दिहस फिन पाँच थैली अउर कमाएस। 17 अइसे ही जेका दुइ थैली मिलिन, उ भी दुइ अउर कमाइ लिहस। 18 मुला जेका एक मिली रही उ कहूँ जाइके भुइँया मँ गड़हा खोदेस अउर स्वामी क धने क गाड़ दिहस। 19 बहोत समइ बीत जाए क पाछे ओन सेवकन क स्वामी लउटि आवा अउर हर कउनो स लेखा जोखा लेइ लाग। 20 उ मनई जेका चाँदी क पाँच थैली मिलिन, आपन स्वामी क लगे गवा अउर चाँदी क पाँच अउर थैली दिहे रहा। चाँद क इ पाँच थैली अउर अहइँ जउन मइँ कमायउँ ह।’ 21 ‘ओकर स्वामी ओहसे कहेस, ‘साबास! तू भरोसा क बढ़िया नउकर अहा। तनिक क रकम क बारे मँ तू बिसवास क जोग्ग रह्या मइँ तोहका अउर जिआदा हक देब। भितरे जा अउर आपन स्वामी क खुसी मँ खुसी मनावा।’ 22 “फिन जेका चाँदी क दुइ थैली मिली रहीं, आपन स्वामी क लगे गवा अउर बोला, ‘स्वामी तू मोका चाँदी क दुइ थैली दिहे रहा, चाँदी क इ दुइ थैली अउ अहइँ जेका मइँ कमायो ह।’ 23 “ओकर स्वामी ओसे कहेस, ‘साबास! तू भरोसा क लायक बढ़िया नउकर अहा। तनिक रकम क बारे मँ तू बिसवास क जोग्ग रह्या। मइँ तोहका अउर जिआदा हक देब। भितरे जा अउर आपन स्वामी क खुसी मँ खुसी मनावा।’ 24 “फिन उ जेका चाँदी क एक थैली मिली रही, आपन स्वामी क लगे आवा अउर बोला, ‘स्वामी, मइँ जानत हउँ तू बहोत कठोर मनई अहा। तू हुवाँ काटत ह जहाँ तू बोया नाहीं रहा, अउर जहाँ तू कउनो बिआ नाहीं छिटकाया तू हुवाँ स फसिल बटोरब्या। 25 यह बरे मइँ डेराइ गवा रहे। तउ मइँ जाइके चाँदी क थैलिया क भुइँया मँ गाड़ दीन्ह। इ लइ ल्या जउन तोहार अहइ इ बाटइ, लइ ल्या।’ 26 “जवाबे मँ ओकर मालिक ओसे कहेस, ‘तू एक बुरा आलसी सेवक अहा, तू जानत ह कि मइँ बिन बोए कटनी करत हउँ, हुवाँ स फसिल बटोरत हउँ। 27 तउ तोहका मोर धन साहूकार क लगे जमा कइ देइ चाही रहा। फिन जब मइँ आइत तउ जउन मोर रहा बियाज क साथ लइ लेइत।’ 28 “एह बरे ऍसे चाँदी क एक थैली लइ ल्या अउर जेकरे लगे चाँदी क दस थैली अहइँ, ऍका उहइ क दइ द्या। 29 काहेकि हर उ मनई जो जउन कछू ओकरे लगे रहा ओकर सही प्रयोग किहेस ओका अउ जिआदा दीन्ह जाई। अउर जेतॅनी ओका जरूरत अहइ, उ ओसे जिआदा पाई। मुला ओसे, जो जउन कछू ओकरे लगे रहा ओकर सही प्रयोग नाहीं किहेस, सब कछू ओकरे लगे रहा ओकर सही प्रयोग नाहीं किहेस, सब कछू छोर लीन्ह जाई। 30 तउ उ बेकार क नउकर क बाहेर अँधियरे मँ धकियाइ द्या जहाँ लोग रोइहीं अउर आपन दाँत पिसिहीं। 31 “मनई क पूत जब आपन सरगे क महिमा क संग आपन सबही दूतन क संग आपन सानदार सिंहासने प बइठी 32 तउ संसार क सबहिं लोग ओकरे समन्वा ऍकट्ठ होइ जइहीं अउर एक दूसर क वइसे ही अलगाइ देइ, जइसे एक गड़रिया आपन बोकरियन स भेड़न क अलगाइ देत ह। 33 उ भेड़न क दाहिन कइँती अउर बकरियन क बाई कइँती राखी। 34 फिन उ राजा, जउन ओकरे दाहिन अहइ, ओनसे कही, ‘मोरे परमपिता स असीस पाए मनइयो, आवा अउर जउन राज्य तोहरे बरे संसार क सृस्टि स पहिले तइयार कीन्ह ग अहइ, ओकर अधिकारी बनि जा। 35 इ राज्य तोहार अहइ काहेकि मइँ भुखान रह्यों अउ तू मोका कछू खाइके द्या, मइँ पिआसा रह्यों अउर तू मोका कछू पिअइ क दिहा। मइँ नगिचे स जात भवा अनजान रह्यों, अउर तू मोका भितरे लइ गया। 36 मइँ बेवस्तर रह्यों, तू मोका ओढ़ना पहिराया। मइँ बेरमिया रह्यों, अउर तू मोर सेवा किहा। मइँ गिरपतार रह्यों, अउन तू मोरे लगे आया।’ 37 “फिन जवाबे मँ धर्मी मनई ओसे पुछिहइँ, ‘पर्भू, हम पचे तोहका कब भुखान लखा ह अउर खिआवा या पिआसा लखा अउर पिअइ क दिहा? 38 तोहका हम कब नगिचे स जात भवा अजनबी लखा अउर भितरे लइ गएन, या बेवस्तर के लखिके तोहका ओढ़ना पहिरावा? 39 अउ हम कब तोहका बेरमिया या गिरपतार लखा अउर तोहरे लगे आएन?’ 40 “फिन राजा जवाबे मँ ओनसे कही, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ जब कबहुँ तू मोर भोले भाले मनइयन मँ स कउनो एक बरे भी कछू किहा तउ उ तू मोरे बरे किहा।’ 41 “फिन उ राजा आपन बाँई कइँती क मनइयन स कही, ‘अरे अभागे लोगो मोरे नगिचे स चला जा, अउ जउन आगी सइतान अउर ओकरे दूतन बरे तइयार कीन्ह गइ अहइ, उ अंनत आगी मँ जाइके कूद जा। 42 इहइ तोहार सजा अहइ काहेकि मइँ भुखान रह्यो पर तू मोका खाइके कछू नाहीं दिहा, 43 मइँ अनजान रहा पर तू मोका भितरे नाहीं लइ गया। मइँ बिन ओढ़ना क बेवस्तर रहा, पर तू मोका ओढ़ना नाहीं पहिराया। मइँ बेरमिया अउर गिरफ्तार रहा, पर तू मोरे कइँती धियान नाहीं दिया।’ 44 “फिन उ सबइ भी जवाबे मँ ओसे पुछिहइँ, ‘पर्भू, हम तोहका भूखा या पिआसा या अनजान या बिना ओढ़ना क बेवस्तर या बेरमिया या गिरप्तार कब लखा अउर तोहार सेवा नाहीं कीन्ह’ 45 “फिन उ जवाबे मँ ओनसे कही, मइँ तोहसे सच कहत हउँ जब कबहुँ तू मोर इन भोले भाले मनवइयन मँ स कउनो एक क बरे लापरवाही बरत्या अउर नाहीं किहा उ मोरे बरे भी कछू करइ मँ लापरवाही बरती।’ 46 “फिन इ सबइ बुरे लोग अनन्त सजा पइही अउ धर्मी मनई अनन्त जीवन मँ चला जइहीं।”
Matthew 26:1 इ सब बातन क कहि चुकइ क पाछे ईसू आपन चेलन स बोला, 2 “तू पचे जानत ह कि दुइ दिना पाछे पसह क त्यौहार बाटइ। अउर मनई क पूत दुस्मनन क हाथन स क्रूसे प चढ़ाइ जाइ बरे पकड़वाइ जाइवाला अहइ।” 3 तब मुख्ययाजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन कैफ़ा नाउँ क महायाजक क घरे आँगन मँ ऍकट्ठा भएन। 4 अउर उ पचे कउनो चाल स ईसू क धरइ अउर मार डावइ क छल करेन। 5 फिन भी उ सबइ कहत रहेन, “हमका इ फसह क त्यौहार क दिनन मँ नाहीं करइ चाही। नाहीं तउ होइ सकत ह मनई दंगा फसाद कइ बइठइँ।” 6 ईसू जब बैतनिय्याह मँ समौन कोढ़ी क घरे रहा। 7 तबही एक स्त्री चिकना, स्फटिक क सीसी मँ बहोत महँग इतर भरिके लइ आई अउर ओका ओकरे मूँड़े प उड़ेल दिहस। उ समइ उ पटरा प टेक लगाइके निहुरा बइठा रहा। 8 जब ओकर चेलन क देखन तउ उ सबइ किरोध मँ आइके बोलेन, “इतर क अइसी बर्बादी काहे कीन्ह गइ? 9 इ इतर तउ महँग दामे मँ बिक सकत रहा अउर फिन उ धने क दीन दुखियन मँ बाँटि जाइ सकत रहा।” 10 ईसू जानि गवा कि उ सबइ क कहत अहइँ। तउ ओनसे बोला, “तू इ स्त्री क काहे तंग करत अहा? उ तउ मोरे बरे एक सुन्नर काम करेस ह 11 काहेकि दीन-दुखी तउ हमेसा तोहरे पास रइहींपर मइँ तोहरे साथ हमेसा नाहीं रहब। 12 उ मोरे सरीर पइ सुगंधि छिरकिके मोरे गाड़ा जाइके तइयारी करेस ह। 13 मइँ तोहसे सच कहत हउँ समूची दुनिया मँ जहँ कहूँ भी सुसमाचार क प्रचार अउर फइलाव कीन्ह जाइ, हुवँइ ऍकर याद मँ जउन कछू इ किहेस ह, ओकर चर्चा होई।” 14 तब यहूदा इस्करियोती जउन ओकर बारहु चेलन मँ एक रहा, मुख्ययाजकन क लगे गवा अउर ओसे बोला, 15 “यदि मइँ ईसू क तोहका पकरवाइ देउँ तउ तू मननई मोका का देब्या?” तब उ पचे यहूदा क चाँदी क तीस रूपया देइ बरे इच्छा परगट किहेन। 16 उहइ समइ स यहूदा ईसू क धिखा दइ के पकड़वावइ क ताक मँ रहइ लाग। 17 बिना खमिरे क रोटी क त्यौहार स पहिले दिन ईसू क चेलन आइके पूछेन, “तू का चाहत ह कि हम तोहरे खाइके बरे फसह भोज क तइयारी कहाँ जाइके करी?” 18 ईसू कहेस, “गाउँ मँ उ मननई क लगे जा अउर ओसे कहा, कि गुरु कहेस ह, ‘मोर तय भई घरी निगचे बाटइ, मइँ तोहरे घर आपन चेलन क संग फसह क त्यौहार मनावइ वाला अहउँ।”‘ 19 फिन चेलन वइसा ही करेन जइसा ईसू बताए रहा अउर फसह क त्यौहार क तइयारी किहन। 20 दिन बूड़त ईसू आपन बारहु चेलन क संग पटरे पइ निहुरा बइठा रहा। 21 तबहीं ओनके खइया क खात उ बोला, “मइँ सच कहत हउँ तोहमाँ स एक मोका धोखे स पकरवाई।” 22 उ सबइ बहोत दुःखी भएन अउ ओनमाँ स हर कउनो आपुस मँ पूछइ लागेन, “पर्भू उ मइँ तउ नाहीं हउँ। बतावा का मइँ अहउँ।” 23 तब ईसू जवाब दिहस, “उहइ जउन मोरे संग एक टाठी मँ खात बा मोका धोखा स पकड़वाई। 24 मनई क पूत तउ जाई ही, अइसा कि ओकरे बारे मँ पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बाटइ। मुला उ मनई क धिक्कार बा जउन मनई क जारिये मनई क पूत पकड़वाइ जात अहइ। उ मनई बरे केतॅना नीक होत कि ओकर जन्म ही न भवा रहत।” 25 तब ओका धोखे स पकरवावइ वाला यहूदा बोलि उठा, “हे गुरु, उ मइँ नाहीं हउँ। का मइँ हउँ?” ईसू ओसे कहेस, “हाँ अइसा ही अहइ जइसा तू कह्या ह।” 26 जब उ पचे खइया क खात ही रहेन, ईसू रोटी लिहस, ओका असीसेस अउर फिन तोड़ेस। फिन ओका चेलन क देत भवा उ बोला, “ल्या ऍका भकोसा, इ मोर देह अहइ।” 27 फिन उ दाखरस क खोरा उठाएस अउर धन्यबाद देइ क पाछे ओका ओन पचेन क देत भवा कहेस, “तू पचे एहमाँ स तनिक पिआ। 28 काहेकि इ मोर खून अहइ जउन एक नवा वाचा की सुरुआत अहइ। इ बहोतन लोगन बरे बहाइ जात ह। जेसे ओनके पापन्क छमा करब संभउ होइ सकइ 29 मइँ तोहसे सच कहत हउँ उ दिना तक दाखरस न चीखब जब ताईं आपन परमपिता क राज्य मँ तोहरे साथ नवा दाखरस न पिउ लेउँ।” 30 फिन उ पचे फसह क भजन गाइके जैतून पहाड़े प गएन। 31 फिन ईसू ओनसे कहेस, “आज राति तू पचन क मोह मँ बिसवास डुग जाई। काहेकि पवित्तर सास्तरन मँ लिखा अहइ:‘मइँ गड़रिया क मारब अउर झुंड क भेड़न तितराइ बितराइ जइहीं।’ जकर्याह 13:7 32 पर फिन स जी जाए प मइँ तोहसे पचन्स पहिले गलिल चला जाब।” 33 परतस जवाब दिहस, ‘चाहे सब मिला तोहमाँ बिसवास डुगाइ देइँ, मुला मइँ कबहूँ न खोउब।” 34 ईसू ओसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ आज इहइ राति मुर्गा क बाँग देइ स पहिले तू तीन दाईं मोका नकार जाब्या।” 35 तब पतरस ओसे कहेस, “अगर मोका तोहरे संग मरि जाइ क होइ तउ भी तोसे मइँ कबहूँ न मुकरब।” बाकी सब चेलन इहइ कहेन। 36 फिन ईसू ओकरे संग उ जगह प आवा जउन गतसमनी कहा जात रहा। अउर उ आपन चेलन स कहेस, “जब ताईं मइँ हुवाँ जाउँ अउर पराथना करउँ, तू सबे हियइँ बइठा।” 37 फिन ईसू पतरस अउर जब्दी क दुइनउँ बेटवन क आपन संग लइ गवा। अउर दुख अउ घबराहट महसूस करइ लाग। 38 फिन उ ओनसे कहेस, “मोर मन बहोत दुखी बा, जइसे मोर प्रान निकरि जइहीं। तू मोरे संग हिअँई ठहर जा अउर होसियार रहा।” 39 फिन तनिक अगवा बढ़इ क बाद उ धरती प निहुरिके पराथना करइ लाग। उ कहेस, “हे, मोर परमपिता, जदि होइ सकइ तउ यातना क कटोरा मोसे टरि जाइ। फिन भी जइसा मइँ चाहत हउँ वइसा नाहीं मुला जइसा तू चाहत ह वइसा ही कर।” 40 ओकरे पाछे उ आपन चेलन क लगे गवा अउर ओनका सोवत पाएस। उ परतस स कहेस, “तउ तू पचे मोर संग एक घंटा भी नाहीं जागि सक्या। 41 जागत रहा अउर पराथना करा जेसे तू परिच्छा मँ न पड़ि जा। तोहार आतिमा तउ उहइ करब चाहत ह जउन चंगा बा, मुला तोहार सरीर दुर्बल अहइ।” 42 एक दाईं फिन उ जाइके पराथना किहेस अउर कहेस, “हे मोर परमपिता, जदि यातना क कटोर मोरे बगैर पिए टर नाहीं सकत तउ तोहार इच्छा पूरी होइ जाइ।” 43 तब उ आवा अउ ओनका फिन सोवत पावा। उ पचेन क आँखन थकी रहिन। 44 तउ उ ओनका छोड़िके फिन गवा अउर तिसरी दाईं भी पहिले क नाईं ओनही सब्दन मँ पराथना करेस। 45 फिन ईसू आपन चेलन क लगे गवा अउर ओनसे पूछेस, “का तू अबहुँ आराम स सोवत अहा? सुना, समइ आइ ग अहइ, जब मनई क पूत पापी मनइयन क हथवन मँ दइ दीन्ह जाई। 46 उठा, आवा चली। देखा मोका धरइवाला इ बा।” 47 ईसू जब बोलत रहा, यहूदा जउन बारहु चेलन मँ एक रहा, आवा। ओकरे संग तरवारन अउर लाठियन स लइस मुख्ययाजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन क पठई एक भारी भीड़ भी रही। 48 यहूदा जउन ओका पकड़वावइ वाला रहा, ओनका एक इसारा बतावत भवा कहेस, “जउन कउनो क मइँ चुमउँ, उहइ होई, ओका धइ लिहा।” 49 फिन उ सीधे ईसू क लगे गवा अउ बोला, “हे गुरु! अउर बस उ ईसू क चूम लिहेस।’ 50 ईसू ओसे कहेस, “मीत, जउन काज बरे तू आइ अहा, ओका करा।”फिन भिड़िया क लोग लगे जाइके ईसू क दहबोच कइ गिरफ्तार कइ लिहन। 51 फिन जउन मिला ईसू क संग रहेन, ओनमाँ स एक तरवार हींच लिहस अउर वार कर महायाजक क नउकर क कान काट लिहस। 52 तब ईसू ओसे कहेस, “आपन तरवार क मियान मँ घुसेड़ द्या। जउन तरवार चलावत हीं उ पचे तरवारे स मार डावा जइहीं। 53 का तू नाहीं सोचत अहा कि मइँ आपन परमपिता क बोलाइ सकत हउँ अउ उ फउरन सरगे क दुतन क बारहु फउजन स भी जिआदा मोरे लगे पठइ देई? 54 मुला मइँ अइसा करउँ तउ पवित्तर सास्तरन मँ लिखी बात कइसे पूर होइ जाई कि सब कछू अइसे ही होइ क अहइ?” 55 उहइ समइ ईसू भीड़े स कहेस, “तू पचे तरवारन, लाठियन क संग मोका धरवावइ अइसे काहे आइ अहा जइसे कउनो डाकू क धरइ आवत हीं? मइँ हर दिन मन्दिर मँ बइठा उपदेस देत रहत हउँ अउर तू पचे मोका नाहीं धर्या। 56 मुला इ सब कछू घटि गवा कि नबियन क लिखा पूर होइ।” फिन ओकर चेलन ओका तजि क पराय गएन। 57 ईसू क जउन धरे रहेन, उ पचे ओका कैफ़ा नाउँ क महायाजक क समन्वा लइ गएन। हुवाँ धरम सास्तिरियन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन भी ऍकट्ठा भएन। 58 पतरस ओसे दूर-दूर रहत ओकरे पाछे-पाछे महायाजक क अंगना क भितरे तलक चला गवा। अउर फिन अंत देखइ हुवाँ पहरेदारन क संग बइठ गवा। 59 मुहायाजकन समूची यहूदी महासभा क संग ईसू क मउत क सजा देइ बरे ओकरे खिलाफ कउनो झूठा जुर्म ढूँढ़इ बरे जतन करत रहेन। 60 मुला ढूँढ नाहीं पाएन। जदपि बहोत स झूठे गवाहन अगवा बढ़िके झूठ बोलेन। आखिर मँ दुइ मनई अगवा आएन। 61 अउर बोलेन, “इ कहे रहा, ‘मइँ परमेस्सर क मंदिर क तहस नहस कइ सकत हउँ अउर तीन दिना मँ फिन बनाइ सकत हउँ।”‘ 62 फिन महायाजक खड़ा होइके ईसू स पूछेस, “का जवाबे मँ तोहका कछू नाहीं कहइ क अहइ कि इ मनइयन तोहरे खिलाफ इ का साच्छी देत अहइँ?” 63 मुला ईसू खमोस रहा।फिन महायाजक ओसे पूछेस, “मइँ तोहका साच्छात परमेस्सर क सपथ देत हउँ, हमका बतावा का तू परमेस्सर क पूत मसीह अहा?” 64 ईसू जवाब दिहस, “हाँ, मइँ अहउँ। मुला मइँ तोहका बतावत हउँ कि तू पचे मनई क पूत क उ परम सक्तीवाला क दाहिन कइँती बइठा अउर सरगे क बदखन प आवत हालि ही देखब्या।” 65 महायाजक इ सुनिके ऍतना गुस्साइ गवा कि आपन ओढ़ना फाड़त भवा बोला, “इ जउन बातन कहेस ह उ सब परमेस्सर प कलंक लगाएस ह। अब हमका अउर जिआदा साच्छी न चाही। तू पचे ऍका परमेस्सर क खिलाफ कहत सुन्या ह। 66 तू पचे का सोचत अहा?”जवाबे मँ उ पचे बोलेन, “इ अपराधी अहइ। ऍका मरि जाइ चाही।” 67 फिन उ सबइ ओकरे मुँहना प थूकेन अउ ओका घूँसा स मारेन। कछू थप्पड़ दिहेन। 68 अउर कहेन, “हे मसीह! भविस्सबाणी करा कि उ कउन अहइ जउन तोहका थोकरेस ह।” 69 पतरस अबहीं अंगना मँ बाहेर बइठा रहा कि एक ठु नउकरानी लगे आइ अउर बोली, “तू भी तउ उहइ गलील क ईसू क संग रह्या।” 70 मुला सबइ क समन्वा पतरस मुकर गवा। उ कहेस, “मोका पता नाहीं तू का कहति अहा।” 71 फिन उ ड्यौढ़ी तलक गवा ही रहा कि एक दूसर मेहरारू देखेस अउर जउन मनई हुवाँ रहेन, ओनसे बोली, “इ मनई नासरत क ईसू क संग रहा।” 72 एक दाईं फिन पतरस इन्कार करेस अउर सपथ खात भवा कहेस, “मइँ उ मनई क नाहीं जानत हउँ।” 73 तनिक देर पाछे हुवाँ खड़ा लोग पतरस क लगे गएन अउर ओसे बोलेन, “तोहार बोलइ क लहजा स साफ लागत ह कि तू असिल मँ ओनही मँ स एक अहा।” 74 तब पतरस आपन क धिक्कारइ लाग अउर सपथ खाएस, “मइँ उ व्यक्ति क नाहीं जानत हउँ!” तबहिं मुर्गा बाँग दिहस। 75 तब्बइ पतरस क उ याद होइ आवा जउन ईसू ओसे कहे रहा, “मुर्गा क बाँग देइ स पहिले तू तीन दाईं मोका नकार देब्या।” तब पतरस बाहेर चला गवा अउ फूट फूट क रोवइ लाग।
Matthew 27:1 दूसर दिन बड़े भिन्सारे सबइ ही मुख्य याजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन ईसू क मरवाइ डावइ क एक चाल चलेन। 2 फिन उ पचे ओका बाँधि के लइ गएन अउर राज्यपाल पिलातुस क सौपं दिहन। 3 ईसू क धरवावइ वाला यहूदा जब देखेस कि ईसू क दोखी ठहराइ दीन्ह ग अहइ, तउ उ बहोत पछतावा। अउर उ याजकन तथा यहूदी नेतन क चाँदी क तीस रूपया लउटाइ दिहस। 4 उ कहेस, “मइँ एक वे अपराधी क मार डावइ बरे धरावइ क पाप कीन्ह ह।”ऍह प मनई कहेन, “हम पचेन क का! इ तोहार आपन मामिला अहइ।” 5 ऍह प यहूदा चाँदी क ओन रूपयन क मन्दिर क भितरे लोकाएके चला गवा अउर फिन बाहेर जाइके आपन क फाँसी लगाएस। 6 मुख्ययाजकन उ सब चाँदी क सिक्कन क उठाइ लिहन अउर कहेन, “हमरे व्यवस्था क मुताविक इ धन क मन्दिर क खजाना मँ धरब नीक नाहीं काहेकि ऍकर प्रयोग कउनो क मार डावइ बरे कीन्ह ग रहा।” 7 एह बरे उ पचे उ रूपयन क यरूसलेम मँ बाहेर स आवइ वाले मनइयन क मरि जाए प गाड़इ बरे कोहारे क खेत खरीदै क फैसला किहन। 8 एह बरे आजु ताईं इ खेत ‘लहू क खेत’ क नाउँ स जाना जात ह। 9 इ तरह परमेस्सर क नबी यिर्मयाह क कहा भवा बचन पूर होइ ग:“उ पचे चाँदी क तीस सिक्कान बरे, उ रकम जेका इस्राएल क मनइयन ओकरे बरे देब तइ किहे रहेन। 10 अउ पर्भू क जारिये मोका दीन्ह गवा हुकुम क मुताबिक ओसे कोंहारे क खेत खरीदेन।” 11 ऍकरे बीच मँ ईसू राज्यपाल क समन्वा पेस भवा। राज्यपाल ओसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अहा?” ईसू कहेस, “हाँ, मइँ हउँ।” 12 दुसरी कइँती जब प्रमुखयाजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन ओह प दोख लगाव रहेन तउ उ कउनो जवाब नाहीं दिहस। 13 तब पिलातुस ओसे पूछेस, “का तू नाहीं सुनत अहा कि उ सबइ तोह प केतॅता दोख लगावत अहइँ?” 14 मुला ईसू पिलातुस क कउनो भी दोख क जवाब नाहीं दिहस। पिलातुस क ऍह प बहोत अचरज भवा। 15 फसह क त्यौहार क अउसर प राज्यपाल क रीति रही कि उ कउनो भी एक कै़दी क, जेका भीड़ चाहत रही, ओनके बरे छोड़ दीन्ह जात रहा। 16 उहइ समइया बरअब्बा नाउँ क एक बदनाम कैदी हुवाँ रहा। 17 तउ जब भीड़ आइके एकट्ठी होइ गइ तउ पिलातुस ओसे पूछेस, “तू का चाहत बाट्या, मइँ तोहरे बरे केका छोड़ि देउँ, बरअब्बा क या उ ईसू क, जउन मसीह कहा जात ह” 18 पिलातुस जानत रहा कि उ पचे ओका मने मँ डाह क कारण धरवाइ दिहेन ह। 19 पिलातुस जब निआव क सासन प बइठा रहा तउ ओकर पत्नी ओकरे लगे एक संदेसा पठएस: “उ सीधा साँच मनई क संग कछू जिन कइ बइठ्या। मइँ ओकरे बारे मँ एक ठु सपन देखिउँ ह जेसे मइँ आज सारा दिन भइ बेचइन रही।” 20 मुला प्रमुख याजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन भीड़े क बगदाएन, फुसलाएन कि उ पिलातुस स बरअब्बा क छोरि देइ क अउर ईसू क मरवाइ डावइ बरे कहेन। 21 जवाबे मँ राज्यपाल ओसे पूछेस, “दुइनउँ कैदियन मँ स कउनो एक बरे केका मोसे छुरवावइ बरे तू पचे चाहत बाट्या?”उ पचे जवाब दिहन, “बरअब्बा क।” 22 जब पिलातुस ओसे पूछेस, “तउ मइँ, जउन मसीह कहा जात बा उ ईसू क का करउँ?”उ सबइ कहेन, “ओका क्रूस प चढ़ावा!” 23 पिलातुस पूछेस, “काहे, उ कउन अपराध किहेस ह” मुला उ सबइ तउ अउर जिआदा चिचियानेन, “ओका क्रूस प चढ़ाइ द्या।” 24 पिलातुस देखेस कि अब कउनो फायदा नाहीं। मुला दंगा भड़कइ क बा। तउ उ तनिक पानी लिहस अउर भीड़े क समन्वा आपन हाथ धोएस, उ बोला, “इ मनई क लहू स हमार कउनो जिम्मेदारी नहीं। यह तोहार मामिला बा!” 25 जवाबे मँ सब लोगन कहेन, “ऍव्करे मउत क जबावदेही हम अउ हमार लरिकन मान लेत हँ।” 26 तब पिलातुस ओनके बरे बरअब्बा क छोरि दिहस अउर ईसू क कोड़वा स पिटवाइ क क्रूस प चढ़ावइ बरे सौंपि दिहस। 27 फिन राज्यपाल क सिपारी ईसू क राज्यपाल निवास क भितरे लइ गएन। हुवाँ ओकरे चारिहुँ कइँती सिपाहियन क फउज ऍकट्ठी होइ गइ। 28 उ पचे ओकर ओढ़ना उतार दिहन अउ चटकीले लाल रंग क ओढ़ना पहिराइ क 29 काँटे स बनवा एक ताज ओकरे सिरे प ढाँपि दिहस। ओकरे दाहिन हाथ मँ ए ठु नरकट थमाइ दिहन अउर ओकर समन्वा आपने घुटनन पइ निहुरिके क ओकरे हँसी करत बोलेन, “यहूदियन क राजा अमर रहइ!” 30 फिन उ पचे ओकरे मुँहना पर थूकेन, डंडी छोरेन अउर ओकरे मुँड़वा प सुटकइ लागेन। 31 जब उ पचे ओकर हँसी उड़ाइ चुकेन तउ ओकर पोसाक उतारेन अउर ओका ओकर आपन ओढ़ना पहिराइ क क्रूसे प चढ़ावइ बरे लइ चलेन। 32 जब उ पचे बाहेर ही रहेन तउ ओनका कुरैन क निवासी समौन नाउँ क एक मनई मिलि गवा। उ पचे ओह प जोर डाएन कि उ ईसू क क्रूस उठाइके चलइ। 33 फिन जब उ पचे गुलगुता नाउँ क जगह (जेकर अरथ अहइ “खोपड़ा क ठउर।”) पहुँचेन। 34 तउ उ पचे ईसू क अंगूर क रस मँ पित्तनाइ क पिअइ बरे दिहन। मुला जब ईसू ओका चखेस तउ पिअइ स मना किहस। 35 तउ उ सबइ ओका क्रूसे प चढ़ाइ दिहन अउर ओकरे ओढ़ना क आपुस मँ बाँटइ बरे पाँसा खेलिके आपन हींसा लिहन। 36 ऍकरे पाछे हुवाँ बइठिके ओह प पहरा देइ लागेन। 37 उ पचे ओकर जुर्म पत्थर लिखिके ओकरे मूॅड़े पर लटकाइ दिहेन, “इ यहूदियन क राजा ईसू अहइ।” 38 इहइ समइ ओकरे संग दुइ डाकु भी क्रुसे प चढ़ाइ जात रहेन एक ठु ओकरे दाहिन अउर दूसर ओकरे बाईं कइँती। 39 नगिचे स होइ क जात मनइयन आपन मूँड़ी झमकावत ओका बेज्जत करत रहेन। 40 उ पचे कहत रहेन, “अरे मन्दिर क गिराइके तीन दिना ओका फिन स बनवइया, आपन क तउ बचावा। जदि तू परमेस्सर क पूत अहा तउ क्रूसे स तरखाले उतरि आवा।” 41 अइसे ही मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन क संग ओकर इ कहिके हँसउआ करत रहेन: 42 “दूसर क उद्धार करइया इ आपन उद्धार नाहीं कइ सकत। इ इस्राएल क राजा अहइ। इ क्रूसे स अबहिं तरखाले उतरइ तउ हम पचे ऍका मान लेइ। 43 इ परमेस्सर मँ बिसवास करत ह। तउ जदि परमेस्सर चाहइ अब ऍका बचाइ लेइ। आखिर इ तउ कहत भी रहा ‘मइँ परमेस्सर क पूत हउँ।”‘ 44 उ सबइ लुटेरन भी जउन ओकरे संग क्रूसे प चढ़ाइ गएन रहा, ओकर अइसा ही हँसउआ भवा। 45 फिन समूची धरती प दुपहर स तीन बजे तलक अँधियारा छावा रहा। 46 कउनो तीन बजे क लगभग ईसू ऊँच अवाजे मँ चिल्लान, “एली, एली, लमा सबक्तानी” अरथ, “मोरे परमेस्सर, हे मोरे परमेस्सर, तू मोका काहे बिसार दिहा ह” 47 हुवाँ खड़ा भवा मनइयन मँ स कछू इ सुनिके कहइ लागेन, “यह एलिय्याह क पुकारत अहइ।” 48 फिन फउरन ओनमाँ स एक मनई धावत सिरका मँ बोरा भवा स्पंज एक डंडी पइ लटकाइ क लइ आवा अउर ओका ईसू क चूसइ बरे दिहस। 49 मुला दूसर लोग कहत रहेन, “छोड़ द्या, देखित ह कि एलिय्याह ऍका बचावइ आवत ह कि नाहीं।” 50 ईसू फिन एक दाईं ऊँच सुरे मँ चिल्लाइ क प्राण तजि दिहस। 51 उहइ समइया मन्दिरे क परदा ऊपर स तरखाले तलक फाटिके दुइ टुकड़न मँ बाँटे गवा। धरती डोल उठी। चट्टानन फाट पड़िन। 52 हियाँ तलक कब्रन खुलि गइन अउर परमेस्सर क मरा भएन भक्तन क बहोतन सरीर जी उठेन। 53 उ पचे कब्रन स निकरि आएन अउर ईसू क जी जाइ क पाछे पवित्तर नतर मँ जाइके बहोतन क देखाइॅ दिहेन। 54 रोम क फऊजी नायक अउर ईसू क पहरुअन भूँइडोल अउर वइसी ही दूसर घटनन क लखिके डेराअ गएन। उ पचे बोलेन, “ईसू असिल मँ परमेस्सर क पूत रहा!” 55 हुवाँ ढेरि के स्त्रियन खड़ी रहिन जउन दूरे स लखत रहिन। उ पचे ईसू क देखभाल बरे गलील स ओकरे पाछे पाछे आवत रहिन। 56 ओनमाँ स मरियम मगदलीनी, याकूब अउर योसेस क महतारी मरियम तथा जब्दी क बेटवन की महतारी रही। 57 सांझ क समइ अरिमतियाह सहर स यूसुफ नाउँ क एक धनवान आवा उ खुद ही ईसू क चेला होइ गवा। यूसुफ पिलातुस क लगे गवा अउर ईसू क ल्हास माँगेस। 58 तबहिं पिलातुस हुकुम दिहस कि सब ओका दइ दीन्ह जाइ। 59 यूसुफ ल्हास दिहस अउर ओका एक नई चदरे मँ लपेटिके 60 आपन खुद क नई कब्र मँ धइ दिहस। जेका उ चट्टाने मँ काटि के बनवाए रहा। फिन उ चट्टाने क दरवाजे प एक बड़का सा पाथर लुढ़काएस अउर चला गवा। 61 मरियम मगदलीनी अउर दूसर स्त्री मरियम हुवाँ कब्रे क समन्वा बइठी रहिन। 62 अगले दिन जब सुक्रवार बीत गवा तउ प्रमुख याजकन अउर फरीसियन पिलातुस स मिलइ गएन। 63 उ पचे कहेन, “महासय हमका याद बा कि इ छलिया, जब उ जिअत रहा, कहे रहा, ‘तिसेर दिन मइँ फिन जी उठब।’ 64 तउ हुकुम द्या कि तिसरे दिन तलक कब्रे प चौकसी कीन्ह जाइ। जेसे अइसा न होइ कि ओकर चेलन आइके ओकर ल्हास चोरॉइ लइ जाइँ अउर मनइयन स कहइँ, उ मरे भवा मँ स जी गवा। इ दूसर छल पहिले छल से जिआदा बुरा होई।” 65 पिलातुस ओसे कहेस, “तू पहरा बरे सिपाही लइ जाइ सकत ह। जा जइसी चौकसी कइ सकत ह, करा।” 66 तब उ पचे चला गएन अउर उ पाथर प मोहर लगाइके अउर पहरुअन क हुवाँ बइठाइ के कब्र क हिफाजत करइ लागेन।
Matthew 28:1 सबित क बाद जब रविवार क भिन्सारे पउ फाटत रही, मरियम मगदलीनी अउर दूसर स्त्री मरियम कब्र क जाँच करइ आइन। 2 काहेकि सरगे स पर्भू क एक दूत हुवाँ उतरा रहा, एह बरे उ सबइ बहोत बड़का भुइँडोल आवा। सरगदूत हुवाँ आइके पाथर क लुढ़काएस अउर ओह पर बइठ गवा। 3 ओकर रूप अकासे क बिजरी क नाईं चमचमात रहा अउर ओकर ओढ़ना बरफ जइसे उज्जर रहेन। 4 उ सिपाहियन जउन कब्रे प पहरा देत रहेन, डर क कारण डेरानेन अउर अइसा होइ गएन जइसे मरि गवा होइँ। 5 तब सरगदूत बोला अउर उ ओन स्त्रीयन स कहेस, “डेराअ जिन, मइँ जानत हउँ कि तू ईसू क खोजति अहा जेका, क्रूस प चढ़ाइ दीन्ह गवा रहा। 6 उ हियाँ नाहीं बा। जइसा कि उ कहे रहा। उ मउत क पाछे फिन जिआइ दीन्ह जाई। आवा, उ ठउरे क लखा, जहाँ उ ओतरा रहा। 7 अउ फिन तुरंत जा अउर ओकरे चेलन स कहा, “उ मरे हुअन मँ स जिआइ दीन्ह जाई अउर अब उ तोहसे पहिले गलील क जात अहइ। तू ओका हुवाँ देखब्या’ इहइ मइँ तोहका बतावइ आवा हउँ, ओका याद राखा।”‘ 8 उ स्त्रियन फउरन ही कब्र क तजि दिहन। उ पचे डर अउर आनंद स खुस होइ गइन। फिन ईसू क चेलन क इ बतावइ उ पचे धाएन। 9 एकाएक ईसू ओनसे भेंटेस अउर बोला, “अरे तू!” उ पचे ओकरे लगे आइन, उ पचे ओकर गोड़वा धइ लिह अउर ओकर आराधना करेन। 10 तब ईसू ओनसे कहेस, “डेराअ जिन, मोरे भाइयन क लगे जा, अउर ओनसे कहा कि उ पचे गलील बरे रवाना होइ जाइँ, हुवँइ उ सबइ मोका देखिहइँ।” 11 अबहिं उ स्त्रीयन आपन राहे मँ ही रहिन कि कछू सिपाही जउन पहरुअन मँ रहेन, सरह मँ गएन अउर जउन कछू भवा, उ सब क खबर प्रमुख याजकन क जाइके सुनाएन। 12 तउ उ सबइ बुजुर्ग यहूदी नेतन मिलिके एक चाल चलेन। उ पचे सिपाहियन क बहोतइ धन दइके। 13 कहेन कि उ पचे मनइयन स कहइँ, “ईसू क चेलन राति क आएन अउ जब हम सबइ सोवत रहेन ओकरे ल्हास क चुराइ लइ गएन। 14 जदि तोहार इ बात राज्यपाल तक पहुँचत ह तउ हम ओका समझाइ लेब अउर तोहरे प कउनो आँच न आवइ पाई।” 15 पहरूअन धन लइके वइसा ही करेन, जइसा ओनका बतावा ग रहा। अउ इ कहानी यहूदियन मँ आज तलक इहइ रूप मँ सँचर गउ अहइ। 16 फिन ग्यारहु चेलन गलील मँ उ पहाड़ी प पहुँचेन जहाँ बरे ईसू कहे रहा। 17 जब उ पचे ईसू के निहारेन तउ ओकर आराधना करेन। जदपि कछूक मनवा मँ सक रहा। 18 फिन ईसू ओनके लगे जाइके कहेस, “सरगे मँ अउ धरती प सबइ हक मोका दइ दीन्ह गवा अहइँ। 19 तउ, जा अउर सब देसन क मनइयन क मोर चेलन बनावा। तोहका इ काम परमपिता क नाउँ मँ, पूत क नाउँ म अउर पवित्तर आतिमा क नाउँ मँ, ओनका बपतिस्मा दइके पूर करब अहइ। 20 उ सबइ हुकुम जउन मइँ तोहका दिहे हउँ, ओनका ओन प चलब सिखावा अउर याद राखा इ सृस्टि क अंत ताईं मइँ हमेसा तोहरे संग रहब।”
Mark 1:1 परमेस्सर क पूत ईसू मसीह क सुसमाचारक सुरुआत। 2 जइसा अगवा होई, यसायाह नबीक किताब मँ लिखा अहइ: उ कहेस, “सुन ल्या! मइँ (परमेस्सर) अपने सहायकक तोसे पहिले पठवत अही। उ तोहरे बरे रस्ता बनाई।” मलाकी 3:1 3 “एक ठु मनई के चिल्लाय क अवाज उसरे मँ सुनि लीन्ह: ‘पर्भू क बरे रस्ता बनवा अउर सोझ रस्ता तइयार करा।”‘ यसायाह 40:3 4 यूहन्ना उसरे मँ बपतिस्मा देत आइ। उ लोगन स बपतिस्मा लेने क कहेस कि उ आपन मनफिराव क दिखा सकइँ। अउर ओनके पापन्क छमा होइ। 5 यरूसलेम अउ यहूदिया देस क सब जने ओकरे निअरे गएन। जइसे उ सब आपुन्हि पापन्क कबूलेन्ह, उ सब यरदन नदिया मँ ओसे बपतिस्मा पाएन। 6 यूहन्ना ऊँटन्क बारेन्स बनवा बस्तर पहिरत रहा, अउर करिहाउँ प खालि क पेटी बाँधत रहा। उ टिड्डन्क अुर जंगली सहद खात रहा। 7 उ इ बात क प्रचार करत रहा: “मोरे पाछे मोसे जिआदा एक ठु बरिआर मनई आई। मइँ ऍतना जोग्य नाहीं कि ओकरे सोझे खड़ा होइके अउर निहुरिके ओकरे बधियउरी क फीता तलक खोलि सकउँ। 8 मइँ तू पचन्क पानी स बपतिस्मा देत अही मुला उ तू पचन्क पवित्तर आतिमास बपतिस्मा देई।” 9 उ समइ ईसू नासरत स गलील आवा। हुवाँ यूहन्ना रहा। ईसू ओसे यरदन नदिया मँ बपतिस्मा लिहस। 10 जइसे ही पानी स बाहेर आवत रह, उ खुला भवा अकास देखेस। अउर पवित्तर आतिमा कबूतरे क नाईं ओह प उतरी। 11 फिन अकासबानी भइ: “तू मोर पूत, जेहका मइँ पियार करत हउँ। मइँ तोहसे बहोत खुस हउँ।” 12 तब तुरंतहि आतिमा ईसू क उसरे मँ पठएस। 13 अउ उ उसरे मँ चालीस दिन तइँ रहा। उहइ समइया मँ सइतान ओका भरमावत भवा रहा। हुवाँ ईसू जंगली जनावर क संग रहा। जहाँ सरगदूतन आइ क ओकर सेवा किहेन। 14 ओकरे बाद यूहन्ना जेली मँ धाँध दीन्ह गवा। फिन ईसू गालील मँ गवा अउर परमेस्सर क सुसमाचार क प्रचार करत रहा। 15 उ कहेस, “समइ पूरा होइ गवा परमेस्सर क राज्य नगिचे अहइ। सब जने मनफिरावा अउर सुसमाचार मँ बिसवास करा।” 16 जब ईसू गलील झील क निअरे स होइ के जात रहा। उ समौनअउर समौन भाई अन्द्रियास क निहारेस। उ दुइनउँ मछुआरा रहेन, एह बरे उ सब जलिया क झीले मँ डारत रहेन। 17 ईसू ओनसे कहेस, “आवा, अउर मोरे पाछे आवा। मइँ तू पचन क कइसे मनई बटोरा जात हीं इ बात सिखाउब।” 18 तबहिं फउरन उ सब आपनि जालिन्ह क छाँड़ि दिहन अउर ओकरे पाछे आएन। 19 तबहिं ईसू तनिक आगे झिलिया क तीरे चलत-चलत जब्दी क बेटवा याकूब अउर ओकर भाई यूहन्ना क निहारेस। उ सबइ आपन आपन नाउ मँ आपन जालि क मरम्मत करत रहेन। 20 उ तबहिं फउरन उ सबन्क बोलॉएस। एह बरे कि उ सबइ नाउ मँ आपन बाप जब्दी क छाँड़ि कइ ओके संग ओकरे पाछे आएन। 21 ओकरे बाद उ पचे कफरनहूम गएन। फुन अगवा ईसू आवइवाला सबित क दिनआराधनालयमँ जाइके लोगन्क सिच्छा देइ लाग। 22 सिरिफ धरम सास्तिरियन क जानइवाला क तरह नाहीं मुला एक ठु मुड्ढ क नाईं सिच्छा देत रहा। एह बरे उ सब मनइयन ओकरे सिच्छा स अचरजे मँ पड़ि गएन। 23 ओनकर यहूदी पराथना सभा मँ एक ठू अइसा मनई रहा जेका दुस्ट आतिमा धरे रही। उ मनई चिजिआन अउर कहेस, 24 “मोसे तू का चाहत बाट्या, नासरत क ईसू? का हम पचन्क बरिबाद करइ क आइ बाट्या? मइँ जानत हउँ तू का अहा, तू अहा परमेस्सर क पवित्तर मनई!” 25 मुला एह पइ ईसू पटकारेस, “खामोस रह, ओहका छाँड़िके चला आव।” 26 तबहिं दुस्ट आतिमा उ मनई क हिलाइस अउर खूब जोर स चिचिआन। फिन ओहमाँ स बाहेर आइ गइ। 27 ऍहसे हर मनई अचरज मँ पड़ि गवा। सब मनइयन आपुस मँ पूछइ पछोरे लागेन, “हिआँ इ कावा? इ मनई एक ठु नई सिच्छा देत बाटइ। उ मुड्ढ गियान स सिखवत अहइ। उ दुस्ट आतिमा क हुकुम देत हय अउर उ पचे ओहका मानत हीं।” 28 एह बरे गलील अउ ओह के चारिउँ कइँती ईसू क नाउँ तुरंतइ फइल गइ। 29 ईसू अउर ओकर चेलन आराधनालय तजि दिहन अउर सोझे याकूब अउ यूहन्ना क संग समौन अउर अन्द्रियास क घरे गएन। 30 समौन क सास बोखॉरे स बिछउना प पहुड़ी रही। तउ उ सब तुरंतहि ईसू क ओकरे बारे मँ बताऍन। 31 तइसे उ ओकरे नगिचे गवा। ओकर हथवा पकरि के ओका उठाएस। बोखॉर ओहका छाँड़ि दिहस अउर उ सबन्क सेवॅकाई करइ लाग। 32 सूरज बूड़े क बाद सांझ होइ जाए प उ सब लोग ढेर बेरमियन्क अउर जेनका दुस्ट आतिमन बियाधत रहा, ईसू क नगिचे लिवाइ लाऍन। 33 अउर समूचा सहर दुआरे प जम गवा। 34 उ तरह तरह क रोग स बेरमिया रहेन ओन सबन्क बेमारी स जरटुट किहेस अउर बहोत स दुस्ट आतिमन भगाय दिहस। उ दुस्ट आतिमन बोलइ दिहस नाहीं, एह बरे कि उ सब ओहका जान गइन। 35 बड़े भिन्सारे जब मुँह अँधियार रहा, ईसू जागि गवा। ओकरे बाद घरवा स बाहेर अकेल्ले मँ अउर उजाड़े मँ गवा, हुवाँ उ पराथना करेस। 36 पाछे समौन अउ ओकर साथी ईसू क हेरत-हेरत बाहेर गएन। 37 उ पचे ओहका हेरि के ओसे कहेन, “हर मनई तोहका हेरत अहइ।” 38 फिन ईसू ओनसे कहेस, “हमका दूसर क नगरन मँ जाइ चाही। तबहिं उ सबन ठउरन मँ मइँ उपदेस दइ सकत हउँ। एह बरे मइँ आइ हउँ।” 39 अइसे उ गलील क सब ठउरन मँ ओनके आराधनालयन मँ उपदेस देत अउर संग संग दुस्ट आतिमा क भगावत रहा। 40 फिन एक ठु कोढ़ी ओकरे निअरे आवा अउर उ निहुरि क ईसू स बिनती किहेस, “जउ तू चाहा, तू मोका चंगा कइ सकत ह।” 41 ओकर जिअरा दाया स भरि गवा। फिन उ आपन हथवा फइलावत ओका छुइके कहेस, “मइँ चाहत हउँ, तू नीक ह्वा।” 42 तबहिं फउरन ओकर कोढ़ जरटुट होइ ग अउर उ नीक होइ ग। 43 ईसू ओका जाइक बरे कहेस मुला ओका एक करी चिताउनी दिहेस, 44 “देखा, तू ऍकरे बारे मँ कउनो स कछुहि जिन कह्या। फिन याजक क लगे जा अउर ओका आपन क देखावा। परमेस्सर क भेंट द्या जेह बरे तू नीक होइ गया। अउर जइसा मूसा क व्यवस्था बताएस,वइसा आपन नीक होइ क भेंट द्या। जइसे इ एक सनद रहइ।” 45 फिन उ मनई चला गवा, अउर बेधड़क बतावइ लाग अउर खबरिया क प्रचार करइ लाग। ऍहसे ईसू अजादी स कस्बन मँ जाइ न सका। आखिर उ अकेल्ॅले मँ अउर उजड़े ठउरन मँ टिकइ लाग। सब मिला ठउर ठउर सा ओकरे नगिचे आवत रहेन।
Mark 2:1 कछू दिन पाछे ईसू कफरनहूम फिन आइ गवा। इ खवर फैलि गइ कि उ घरे मँ बा। 2 ऍतना ढेर क मजमा ओका सुनइ बरे जमा भवा कि ओकर घरवा भरि गवा। हुआँ तिल धरइ क ठउर नाहीं रहा अउर दुआरे क बाहेर भी नाहीं रहा। उ मनइयन क उपदेस देत रहा। 3 कछू लोग लकुआ क रोगी क ईसू क निअरे लाएन। लकवा क रोगी का चार मनई लाद कर लावत रहेन। 4 पर उ लोग उ मनई का ईसू के पास न लाइ पायन काहेकि घरवा लोगन स भरा रहा। एह बरे जहाँ ईसू रहा, ओकरे ऊपर क छत्तिया प गएन अउर छत्तिया क खोदि के एक ठो धोंधका बनाएन। तबहिं उ पचे बिछउना इ तरखाले कइ दिहन, जेह प लकुआ क बेरमिया ओलरा रहा। 5 जब ईसू देखेस कि उ सब केतॅना गहरा बिसवास रखत हीं, उ लकवा क रोगी स कहेस, “बेटवा! तोहार पापन्क छमा कर दीन्ह।” 6 हुवाँ कछू धरम सास्तिरियन बइठा रहेन। उ पचे आपन आपन मनवा मँ गूँथत मथत रहेन। 7 “काहे इ मनई अइसे कहत बाटइ? उ परमेस्सर क दुरिआवत बाटइ। सिरिफ परमेस्सर क छाँड़ि क कउन पापन क छमा करी?” 8 ईसू आपन आतिमा मँ फउरन जानि गवा कि इ मन ही मन सास्तिरियन ओकरे बारे मँ का बिचारत अहइँ। तउ ईसू ओनसे कहेस, “तू सब आपन जिअरा मँ इ सब काहे बिचारत अहा? 9 जिआदा असान का अहइ - इ लकुआ क बेरमिया क कहब, ‘तोहार पापन्क छमा दइ दीन्ह’ या कहब, ‘उठा! आपन बिछउना उठावा अउर चला?’ 10 मुला मइँ तोहका प्रमाण देब कि मनई क पूत क भुइयाँ प पापन्क छमा करइ क हक अहइ।” फिन ईसू लकुआ क बेरमिया स कहेस, 11 “मइँ तोहका कहत अही, उठा। आप बिछउना उठावा अउर घरे जा।” 12 एह पइ उ उठि गवा अउर आपन बिछउना हालि हालि उठाएस अउ मनइयन क देखतइ देखत उ बइठका स चल दिहस। एह बरे, उ सब अचरजे मँ पड़ि गएन अउर परमेस्सर क प्रसंसा किहेन “हम पचे अस जइसा कबहुँ न देखा।” 13 एक दाईं ईसू फिन उ झिलिया क तीरे गवा, हुवाँ ढेर मिला ओकरे पाछे होइ गएन। ईसू ओनका उपदेस दिहस। 14 जइसे उ झिलिया क किनारे जात रहा, चुंगी क उगहिया हलफई क बेटवा लेवी क निहारेस उ चुंगी घरे मँ बइठा रहा। ईसू लेवी स कहेस, “मोरे पाछे आवा।” तउ उ उठि खड़ा भवा अउर ओकरे पाछे गवा। 15 उ दिना क बाद ईसू आपन चेलन क लइ के ढेर चुंगी क उगहियन अउर पापियन क संग राति क खइया खात रहा। जेहमाँ ओकर चेलन ढेर जने रहेन जउन ओकरे पाछे पाछे चले आएन। 16 जब फरीसियन क कछू धरम सास्तिरियन लखेन कि ईसू चुंगी क उगहियन अउर पापियन क संग जेंवत रहा। उ पचे ईसू क चेलन स पूछेन, “उ काहे चुंगी क उगहियन अउर पापियन क संग जेंवत अहइ?” 17 ईसू अनकेस अउर ओनसे कहेस, “जउन हिट्ठ पुट्ठ मनई अहइँ, का ओनका बैद्य चाही? मुला जउन बेरमिया अहइँ, ओनका बैद्य चाही। मइँ धर्मी बरे नाहीं मुला पापियन लोगन्क बोलॉबइ आइ हउँ।” 18 यूहन्ना क चेलन अउर फरीसियन लोग उपासकरत रहेन। कछू मनइयन ईसू क लगे आइके पूछेन, “काहे बरे यूहन्ना क चेलन अउर फरीसियन क चेलन उपास धांस करत हीं, मुला तोहार चेलन काहे उपास।।।। नाहीं करतेन?” 19 एह पइ ईसू जवाब दिहस, “जब बियाह मँ बराती जब तलक ओनसे उपवास करइ क उम्मीद नाहीं कीन्ह जात। जब तलक दुल्हा ओनके संग अहइ दुल्हा संग रहत हीं जब तलक उ पचे उपास नाहीं करतेन। 20 लेकिन समइ आई जबहिं दुल्हा ओनसे अलगाइ दीन्ह जाई अउर बराती दुखी रहि हीं। तबइ उ सब उपास रखिहीं। 21 “केउ कउनो पुरान कपरा प बेसिकुरा नवा कपरा क पइबंद नाहीं लगावत। यदि उ अइसा करत ह, उ नवा कपरा क पइबंद पुरान कपरा क लई बइठत ह। अइसे फटा कपरा क खोंच अउर बढ़ जात हीं। 22 मनई कबहुँ पुरान मसकन मँ नई दाखरस भरतेन नाहीं। काहे? नई दाखरस पुरान मसकन क फोरि देई। अउर ऐहसे नई दाखरस अउर मसकन बरिवाद होइ जइहीं। एह बरे मनई मई दाखरस क नई मसकन मँ धरत ह।” 23 अइसा भवा कि ईसू सबित क दिन अनाजे क खेतन्से होत भवा जात रहा। अउर ओकर चेलन संग संग जात रहेन। ओकर चेलन जात जात अनाजे क बलिया खाइ बरे नोचेन। 24 फरीसियन देखेन अउर ईसू स कहेन, “देखा सबित क दिन ओ पचे काहे अइसा करत अहइँ। अइसा करब इ दिन क व्यवस्था क माफिक नाहीं।” 25 एह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तू सबइ दाऊदक बारे मँ पढ़या ह कि उ का करेस ह। जब उ अउर ओकर साथी संगी क भूख लाग अउर ओनका खइया क जरूरत भइ? 26 का तू पढ्या नाहीं कि जब अबियातार एक महायाजक रहा, तब दाऊद कइसे परमेस्सर क मन्दिर मँ गवा अउर चढ़वा मँ चढ़ी रोटी खाएस जउन परमेस्सर क चढ़ाई गइ रही। जउन मूसा क व्यवस्था क माफिक कउनो क बरे नाहीं मुला याजकन क खाइ क बरे रहीं। दाऊद सबन्क कछू रोटिन्क दिहस जउन ओकरे संग रहेन?” 27 ईसू ओनसे कहेस, “सबित क दिन मनई बरे बनवा ग रहा, मुला मनई सबित क दिन बरे नाहीं। 28एह बरे मनई क पूत सबित क पर्भू भी।” 28
Mark 3:1 एक दाईं फिन ईसू आराधनालय मँ गवा। हुवाँ एक ठो मनई रहा जेकर हाथ सुखंडी होइ गवा रहा। 2 कछू यहूदी अँखिया गड़ाइ के ईसू क निहारत रहेन कि का उ रोगी क सबित क दिन नीक करी। जदि गलती भए प ओका दोखी कहइँ। 3 ईसू सुखंडी हाथे क मनई स कहेस, “हिआँ खरा होइ जा जइसे सब जने तोहका निहारि सकइँ।” 4 तब ईसू ओनसे कहेस अउर लोगन पूछा, “सबिन क दिन का करइ क नीक बाटइ? या भलाई करब या बुराई? का ई नीक बाटइ जीउ क बचाउब या मारब?” जबावे मँ ईसू स उ पचे कछू नाहीं कहेन। 5 उ गुस्सा मँ ओन पचन क देखेस। ओनके मन क कठोर भए स उ दुखी भवा। फिन उ मनई स कहेस, “आपन हथवा आगे कइँती फइलाव।” उ मनई हथवा ईसू कइँती फइलाएस अउर पहिले जइसा नीक होइ ग। 6 तबहिं सबहिं फरीसियन हुवाँ स चल दिहन, अउर तुरंतहि हेरोदियन स मिलि के ओकरे खिलाफ जाल बिछावइ लागेन कि कइसे ओका जान स मारि सकिहीं। 7 ईसू आपन चेलन क संग गलील छील गवा। गलील क बहुत स लोग ओके पाछे होइ लिहेन। 8 बहुत स लोग यहूदिया, यरूसलेम, इदूमिया अउर यरदन नदिया क पार क पहँटा सूर अउर सैदा स आएन। ई मनइयन एह बरे आएन कि ओकरे काम क बारे मँ सुनि लिहन जउन उ करत रहा। 9 भिड़िया क मारे उ आपन चेलन स कहेस - ऍक छोटॅकी नाउ तइयार करा, जेह बरे भीड़ ओका कुचर न डावइ। 10 उ बहोतन क नीक किहेस इ नाते उ सब जेनका बेरामी रही, ईसू क छुवइ क बरे भिड़िया क धाकियावत भए रस्ता बनवत चला आवत रहेन। 11 कछू मनई आपन भीतर दुस्ट आतिमन धरे रहेन। जब कबहुँ दुस्ट आतिमन ओका निहारत रहीं, उ सबइ ओकरे सोझे दण्डवत करेन अउर चिचिआनिन, “तू परमेस्सर क पूत अहा!” 12 मुला उ दुस्ट आतिमन क करर्ी चिताउनी देत रहा, अइसा न बतावइ क उ कउन अहइ। 13 फिन ईसू पहाड़ी प गवा अउर उ ओनहीं मनइयन क बोलाएस जेका उ चाहत रहा। उ सब ओकरे लगे गएन। 14 जेहमाँ स उ बारहु क चुनेस अउर ओनका प्रेरितनक ओहदा दिहेस। उ ओनका एह बरे चुनेस कि उ सब ओकरे संग रहइँ अउर उपदेस प्रचार बरे बाहेर पठइ सकइ। 15 अउर उ पचे दुस्ट आतिमन क खदेरइ क हक रक्खइँ। 16 एहि तरह बारहु मनइयन क उ चुनेस। समौन (जेका उ पतरस क नाउँ दिहेस), 17 जब्दी क बेटवा याकूब अउर यूहन्ना (जेकर नाउँ क बुअनरगिस दिहेस, जेकर अरथ अहइ “गर्जन क बेटवा”); 18 अन्द्रियास, फिलिप्पुस, बरतुल्मै मत्ती, थोमा, हलफई क बेटवा याकूब, तद्दै समौन कनानी 19 अउर यहूदा इस्करियोती जउन पाछे ओका धोखा दिहेस। 20 तब ईसू घरे गवा। एक दाईं फिन एक भारी भीर घेर लिहस। अइसा भवा कि ईसू अउर ओकर चेलन खइया के नाहीं खाए पाएन। 21 जबहिं ओकरे परिवारे क निअम्बर ऍकरे बारे मँ सुनि लिहन तबहिं उ सब ओका लेवॉवइ चलेन। इ सोचिके सब मनइयन कहत बाटेन कि ओकर मन ठेकाने नाहीं। 22 यरूसलेम स आइ भएन धरम सास्तिरियन कहेन, “ओहमाँ बालजबूल (सइतान) घुसि ग अहइ। दुस्ट आतिमन क सरदार क ताकत स उ दुस्ट आतिमन क मनई स भगावत अहइ।” 23 ईसू ओन पचे क एकट्ठइ बोलाएस अउर दिस्टान्त दइ के कहइ लाग, “कइसे सइतान मनई स सइतान क भगाइ देई? 24 जदि एक ठु राज्य मँ आपन खिलाफ फूट परि जाइ तउन उ राज्य टिक सकत नाहीं। 25 जदि एक परिवार आपस मँ बँटि जाइ तउ उ बचि सकत नाहीं। 26 जदि सइतान खुद आपन खिलाफ होइ जाइ अउर फूट डारी तउ उ बचि पावत नाहीं। आखिर मँ उ बरिबाद होइ जाई। 27 जदि कउनो बरिआर मनई क घरे मँ घुसिके लइके सब असबाब ढोइ सकत नाहीं; जब तलक पहिले सब ते बरिआर मनई बाँध न देइ। तब इ उ घरवा क लूटि लेइ। 28 मइँ तोसे सच सच कहत अहउँ। लोगन्क हर किसिम क पापन अउ कच्ची पक्की बात जउन उ सब एक दूसर क बोलेन ह, उ सबन्क छमा कीन्ह जाइ सकत ह। 29 मुला जउन पवित्तर आतिमा क बेज्जती करी ओका छमा कबहुँ न होई। एकरे बजाय न खतम होइवाला पाप क उ भागी होई।” 30 एह बरे ईसू कहत रहा कि धरम सास्तिरियन कहत रहेन कि ओहमाँ दुस्ट आतिमा सवार अहइ। 31 तबहिं ईसू क महतारी अउर ओकर भाइयन आएन। उ सब बाहेर खरा भएन अउर कउनो एक क ओकरे निअरे बाहेर आइ क पठएन। 32 ओकरे चारिहुँ कइँती भी बइठी रही। उ ओसे कहेस, “देखा! तोहार महतारी भाइयन तोहका पूछत अहइँ।” 33 जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “कउन मोर महतारी अउ कउन मोर भाइयन अहइँ?” 34 ईसू आपन क चारिहुँ कइँती बइठे मनइयन प देखिके कहेस, “ई अबहिं मोर महतारी अउर मोर भाइयन। 35 जउन परमेस्सर क इच्छा पूरी करी उ मोर भाई, बहिन अउर महतारी अहइँ।”
Mark 4:1 फिन ईसू झील क तीरे उपदेस देइ लाग। ओकरे चारिहुँ ओर भारी भीर जमा होइ गइ। ऍसे उ झील मँ डारी भई नाउ प जाइके बइठा। सभई लोग झील क तीरे धरती प ठाड़ रहेन। 2 उ ओनका ढेर कइ बतिया दिस्तान्त क संग सिकाएस। आपन उपदेस मँ कहेस, 3 “सुन ल्या! एक ठु किसान आपन बिया बोवइ गवा। 4 जब उ बिया बोवत रहा कछू बिया राह क किनारे गिर गवा। चिरियन आइन अउर चुन लिहन। 5 कछू बिया पथरही भुइयाँ प गिरा, जहँ थोड़ माटी रही। हाली स अँखुवाइ गवा काहेकि माटी गहरी नाहीं रही। 6 जब सूरज निकरा, उ सबइ पउधन झुराइ गएन। जर न पकड़ि पवावइ क कारण कुम्हिलाइ गएन। 7 अउर कछू बिआ काँटन मँ जाइ गिरेन। कँटही झाड़ी बाढ़ी अउर ओनका दहबोच लिहन। ऍहमाँ दाना नाहीं पइदा भवा। 8 कछू बिया बढ़िया खेतन मँ बिखराइ गएन। इ बढ़िया खेतनमाँ जामेन, बाढ़ेन अउर दाना पइदा करेन। इ बिया तीस गुना, साठ गुना अउर हिआँ तलक कि सउ गुना फसल भइ।” 9 तबइ उ कहेस, “तोहरे पास जेकरे कान होइ तउ उ सुन लेइ।” 10 फिन जब अकेल्ला रहा, तउ बारहु प्रेरितन अउर दूसर मनइयन ओकरे चारिहुँ कइँती रहेन, उ सबइ ओसे दिस्टान्त क बारे मँ पूछेन। 11 ईसू ओनसे कहेस, “तू सबन्क परमेस्सर क राज्य भेद बताइ दीन्ह। मुला ओनके बरे जउन बाहेर क अहइँ सब बातन दिस्टान्त दीन्ह गइ अहइँ। 12 एह बरे, ‘उ सब देखइँ अउर देखॅतई रहा मुला कछू सुझइ नाहीं, सुनि लेइँ अउर सुनतइ रहइँ, मुला कछू बूझइ नाहीं। नाहीं तउ, उ सब घूमि जाइँ अउर छमा कइ दीन्ह जाइ।”‘ यसायाह 6:9-10 13 उ ओनसे कहेस, “का तू इ दिस्टान्त क समझ पउत्या नाहीं तउ अउ कउनो दिस्टान्त क कइसे समझ पउब्या? 14 “बिया क बोवइया जउन बोवत ह, उ परमेस्सर क उपदेस अहइ। 15 कछू जने राहे क उ सब बिया क तरह अहइँ, जहाँ उपदेस बोइ गवा रहा। जब उ सुनत हीं, सइतान तुरंत ही आवत ह उ उपदेस क लइ जात ह, जउन बिया बोवा रहा। 16 कछू जने उ बिया क तरह अहइँ जउन पथरही धरती मँ बोएन। बिया जब उ उपदेस सुनत हीं, उ पचे फउरन उपदेस खुसी स अपनाइ लेत हीं। 17 लेकिन उ सब आपन मँ जर नाहीं धरतेन उ सब तनिक समइया मँ रह पावत हीं। पाछे जब उपदेस क कारण बिपत आवत ह अउर खूबइ सतावा जात हीं उ पचे फउरन बिसवास खोइ देत हीं। 18 अउर दूसर मिला कँटही झाड़ी मँ बिया क बोवइ क तरह अहइँ। ई मनइयन उपदेस क सुनत हीं। 19 मुला जिन्नगी क चिन्ता धन, लालच अउर दूसर चीजन्क इच्छा ओनके मनवा मँ आवत ही उपदेस क दबोच लेत हीं। फिन ओन प फर लागत नाहीं। 20 दूसर उ बिया क तरह अहइँ जउन बढ़िया भुइँया प बोइ ग अहइँ। ई पचे उ अहीं जउन बचन सुनत ही अउर अंगीकार करत हीं। ओन प फर लागत ह-कहुँ तीस कहुँ साठ अउर कहुँ सउ गुना या जिआदा।” 21 फिन ईसू ओनसे कहेस, “का कहुँ दिया एह बरे लियाइ जात ह कि एक खोरा या बिछउना क नीचे धरा जाइ? का ऍका डिवटे प धरइ बरे नाहीं लिआइ जात? 22 अइसे अइसा कछू नाहीं गुप्त अहइ जेका छिपाइ क धरा जाइ अइसा कउनो रहस्य नाहीं जउन खुलि न सकइ। हर छिपाइ गइ बात खुलि के समन्नवा आई। 23 तोहरे पास जेकरे कान होइ तउ उ सुन लेइ। 24 “धिआन द्या जउन तू सुनत अहा। जउन नपना तू दूसर बरे बइपरत अहा, तउन नपना स तू नापा जाब्या। लेकिन तोहरे बरे कछू अउ जोरि दीन्ह जाइ। 25 जेकरे पास अहइ ओका अउर दीन्ह जाई अउर जे धरे नाहीं, जउनहुँ कछू धरे होइ ओसे उहइ लइ लीन्ह जाई।” 26 फिन ईसू कहेस, “परमेस्सर क राज्य अइसा अहइ कउनो मनई खेतन मँ बिया छितरावइ। 27 रतिया मँ सोवइ अउर दिनवा मँ जागइ। बिया अँखुवाइ, इ सबइ बाढ़ई। उ जानत नाहीं, इ कइसे होत अहइ। 28 भुइँया खुदइ दाना उ पजाइ देत ह। पहिले अँखुवा, तब बाले फि बाले मँ समुचइ दाना। 29 जब दनवा पकि जात ह, तबहिं फउरन हसुआ काटइ बरे धरत ह। एह बरे कि फसल काटइ क अहइ।” 30 फिन ईसू कहेस, “मइँ कउने तरह बताई कि परमेस्सर क राज्य अइसे अहइ? मइँ ओका समझावइ क बरे कउन स दिस्टान्त बइपरी? 31 उ सरसों क दाना क नाईं अइसा अहइ। इ सबते छोट अहइ जब तू भुइँया मँ बोवत ह। 32 जबहिं तू ऍका रोपि देत ह, इ बाढ़ छोड़िके बगिया क पउधन मँ सब ते बड़वार होइ जात ह। ऍहमाँ बड़ी बड़ी डारि आवत हीं। ऍसे चिरिया आपन घोंसला छाया मँ बइठइ बरे बनावत हीं।” 33 एकरे तरह ढेर ठु दिस्टान्त स उ उपदेस दिहेस, जेतना उ पचे समझि सकत रहेन। 34 ईसू उनसे बगइर दिस्टान्त क कछू नाहीं कहेस। मुला जब उ अकेल्ॅला मँ आपन चेलन क संग अकेल्ला होत, उ सब बातन ओनसे खोलिके समुझाएस। 35 उ दिन जब सांझ भइ, ईसू ओनसे कहेस, “मोरे साथ झिलिया क ओह पार आवा।” 36 जइसेन ईसू अउर ओकर चेलन भिरिया क छोड़ि दिहन अउर जउनी हालत मँ ईसू रहा, बइसेन ओहका चेलन नाउ मँ लइ चलेन। हुवाँ दूसर नाउन ओकरे संग रही। 37 एक ठु भारी बौंड़र आवा अउर लहरन नाउन क धकियावत अउर नाउ क भीतर आवत रहीं। ऍसे ओहमाँ पानी भरि जाइवाला रहा। 38 लेकिन ईसू नाउ क पाछे भाग मँ तकिया लगाइ क सोवत रहा। चेलन ओका जगाइन अउर ओसे कहेन, “हे गुरु, का तोहका धियान नाहीं बा कि हम पचे बूड़त अही।” 39 तबहिं ईसू जागा अउर हवा क फटकारेस अउर लहरन स कहेस, “सान्त! थमि जा!” तइसे बौंड़र पटाइ गवा अउर खूबइ सान्ति आइ गइ। 40 फिन ईसू ओनसे कहेस, “तू काहे डेरात बाट्या? अब तलक तोहका बिसवास नाहीं भवा?” 41 मुला उ पचे बहोतइ डराइ गएन अउर उ पचे आपस मँ एक दूसर स कहइ लागेन, “आखिर इ अहइ कउन बा कि आँधि अउर पानी ओकर हुकुम मानत हीं।”
Mark 5:1 फिन उ सब झिलिया क ओह पार गिरासेनियान क देसे मँ पहुँच गएन। 2 जब ईसू नाउ स बाहेर आवा, तबहिं एक मनई जेहमाँ दुस्ट आतिमा रही, कब्रे मँ स ईसू स फउरन भेंटइ आइ। 3 इ मनई कब्रन मँ रहत रहा। अउर कउनो ओका बाँधि सकत नाहीं रहा, हियाँ तलक जंजीरउ नाहीं बाँधि सकेस। 4 जबहिं ओकर गोड़वा बेड़ी अउर जंजीर स बाँधा जात, उ जंजीरिया क तोरि डारत अउ बेड़ियन्क चकनाचूर। कउनो ओका काबू मँ नाहीं लिआइ पावा। 5 कब्रन मँ अउर पहाड़ियन एकदम्मइ दिन-रात हर समइ उ चीखत चिचिआत रहा अउर आपन क पाथर स पीटत रहा। 6 जब उ ईसू क दूर स देखेस, ओके निअरे धावा अउर ओकरे समन्वा दण्डवत करेस। 7 फिन बड़ जोर स चिचिआन अउर कहेस, “तू मोसे का चाहत ह, सबन ते ईसू, सर्वोच्च परमेस्सर क पूत? मोर बिनती अहइ तोहका परमेस्सर क सपथ कि तू मोका दंड न देइ।” ईसू ओसे कहत रहा, “अरी दुस्ट आतिमा, तू इ मनई स बाहेर आवा।” 8 9 तब ईसू ओसे पूछेस, “तोहार क नाउँ अहइ?” फिन उ ईसू स कहेस, “मोर नाउँ सेना अहइ, काहेकि हम बहोत स अही।” 10 उ मनई बार बार ओसे बिनती करेस कि उ पचेनक उ पहँटा स जिन निकारा! 11 हुवाँ पहाड़िया के पास सुअरन क झुंड चरत रहा। 12 दुस्ट आतिमन ईसू स कहत कहत बिनती करेन, “हमका सुअरिअन मँ पठइ द्या, जेहसे हम ओहमाँ घुसि जाई।” 13 तब उ ओनका हुकुम दिहेस। तबइ दुस्ट आतिमन मनई स बाहेर आइके सुअरिअन मँ गइँन। अउर उ झुंड जेहमाँ करीब दुइ हजार सुअर रहेन, ढलवाँ किनारे स नीचे कइँती लिढ़कत-पुदकत भागत परात झील मँ जाइ गिरा अउ बूड़ गएन। 14 जउन लोग सुअरिअन क रच्छा करत रहेन, पराय गएन उ पचे सहर अउर गाउँ मँ इ खबर फइलायन। अउर सब मनइयन देखइ आएन कि का भवा। 15 उ सब ईसू क नगिचे पहुँचेन। उ सब दुस्ट आतिमन क सवार भइ मनई प देखेन। उ कपरा पहिरे रहा अउर दिमागे स नीक होइ गवा। इ उहइ मनई रहा जेहमाँ बहुत स दुस्ट आतिमन क सवारी रही अउर उ सब डेराइ गएन। 16 जउन इ घटना क देखे रहेन उ मनइयन क नीके स समुझाइन कि जेहमाँ दुस्ट आतिमन क सवारी रही, अउर सुअरन क का भवा। 17 तब मनइयन ईसू स बिनती करइ लागेन कि उ ओनके पहँटा स चला जाइ। 18 जइसे उ नाउ मँ चढ़इ लाग, तबहिं जउने मनई मँ दुस्ट आतिमन आइ रहीं, ईसू स बिनती संग जाइ बरे किहेस। 19 ईसू आपन संग जाइ बरे हुकुम नाहीं दिहस, लेकिन कहेस, “आपन लोगन्क बीच घरे जा अउर ओनका इ सब बतावा जउन पर्भू तोहरे बरे किहेस ह। अउर ओनका इ ही बतावा कि दाया कइसे पर्भू करेस ह।” 20 तउ उ मनई चला गवा अउर दिकापुलिस क मनइयन क कहइ लाग कि केतना ढेरि क ईसू ओकरे बरे किहस ह। एसे सब मनई अचरजे मँ पड़ि गएन। 21 ईसू अब फिन झिलिया क उ पार गवा। ओकरे चारिहुँ कइँती बहोत भारी भीर जमा होइ गइ। उ झिलिया क तीरे रहा। 22 तबहिं आराधनालय क अधिकारी जेकर याईर नाउँ रहा, हुवाँ आइ अउर ईसू क देखेस फिन ओकरे गोड़वा पर गिरि गवा। 23 वॅइसे चिरउरी बिनती करत कहेस, “मोर छोट बिटिया मरइ क अहइ। मोर बिनती अहइ कि तू मोरे संग आवा अउर आपन हथवा ओकरे मँूड़े प धइ द्या। ऍसे उ नीक होइ जाइ अउर जी जाई।” 24 तउ ईसू ओकरे साथे गवा। बहोत भारी भीर ओका पछुआवत रही, जइसे उ दबा जात रहा। 25 हुवाँ एक ठु स्त्री रही, जेकर बारह बरिस स लहू जारी रहा। 26 उ बैद्ययन स दवाई करवावत करवावत बहोतइ तकलीफ उठाइस। उ सब कछू खरिच कइ डाइस जउन उ धरे रही। मुला उ तनिकउ जिआदा नीक नाहीं होत रही; ओकर हालत जिआदा बिगड़त जात रही। 27 जइसे उ ईसू क बारे मँ सुनेस, वॅइसे उ पाछे भिरिया मँ आइ अउर ओकर ओढ़ना छुइ लिहस। 28 आपन मानव मँ उ सोचत रहीं, “जदि मइँ ओकर ओढ़ना छुइ पाई तउ मइँ नीक होइ जाब।” 29 अउर तुरंतहि खुनवा बहइ क जगह सुखाइ गइ। आपन तन मँ अइसा जानेस को ओकर दिकदारी नीक होइ ग। 30 अउर ईसू फउरन महसूस करस कि ओसे सक्ति निकर गइ। उ भिरिया कइँती घुमेस अउर पूछेस, “कउन मोर ओढ़ना छुएस?” 31 ओकर चेलन ओका बतएन, “तू देखत अहा कि भिरिया तोहका घेरित अहइ। यह पइ तू पूछत अहा, “कउन मोका छुएस?” 32 उ चारिहुँ कइँती निहारत रहा कि कउन अइसा करेस ह। 33 तब्बइँ एक ठु स्त्री इ जानत भइ कि ओहका का भवा ह, डर स काँपत आइ अउर ओकरे समन्वा गोड़वा प गिर पड़ी अउ उ सबइ सच सच कबूलेस। 34 तबहिं ईसू ओसे कहेस, “बिटिया! तोहार बिसवास तोका बचाएस। चइन स रहा, अउर दिकदारी स बची रहा।” 35 जब उ बोलतइ रहा याईर, आराधनालय क अधिकारी क घरे स कछू लोग आएन अउर ओसे कहेन, “तोहार बिटिया मरि गइ। अब गुरु (ईसू) क बेफजूल काहे क तकलीफ देत अहा?” 36 ईसू अनकेस कि उ पचे का कहेन अउर आराधनालय क अधिकारी स कहेस, “डरा जिन, मुला बिसवास करा।” 37 फिन ईसू सबन्क छाँड़िके सिरिफ पतरस, याकूब अउर याकूब क भाई यूहन्ना क संग लइके आराधनालय क अधिकारी क घरे गवा। उ निकारेस कि हुवाँ खलवली मची बाटइ। उ मनइयन क जोर स चिचियाब पुपुआब अउर रोवत देखेस। 38 39 उ भीतर गवा अउर ओनसे बोला, “काहे का इ सब खलबली अउर रोउब पीटब? बचनी मरी नाहीं बा, उ सोवति अहइ।” 40 उ सब ओह पइ हँसेन। ईसू सबन्क बाहेर खदेरेस। बिटिया क बाप, महतारी अउर जउन ओकरे संग रहेन, सिरिफ ओनका आपन संग रखेस। 41 उ बिटिया क हथवा पकड़ेस फिन ओसे कहे, “तलीता कूमी” (अरथ अहइ “छोट बिटिया मइँ तोहसे उठइ क कहत हउँ।”) 42 छोटवार बिटिया फउरन उठि गइ अउर ऍहर ओहॅर टहरइ लाग। (उ बिटिया बारह बरिस क रही।) सगतइ आलिम अचरज मँ पूरी तरह आइ गवा। 43 ईसू ओनका करर्ा हुकुम दिहेस कि कउनो ऍकरे बारे मँ पता न चलइ। फिन उ बोलेस कि उ बिटिया क कछू खइया क द्या।
Mark 6:1 फिन ईसू उ जगहिया छोड़ि के आपन सहर मँ आइ गवा। पाछे ओकर चेलन भी गएन। 2 जइसे सबित क दिन आवा, उ आराधनालय मँ उपदेस देइ लाग। जइसे उ पचे ओका सुनेन। ढेर क मिला अचरज मँ पड़ि गएन। उ सब कहेन, “इ मनई क कहाँ ते इ सब बातन मिलि गइन। इ कइसी बुद्धि अहइ जउन ऍका दीन्ह गइ अहइ। इ सइसा अद्भुत कारजन आपन हथवा स कइसे करत ह 3 का इ उहई बढ़ई नाहीं, जउन मरियम क बेटवा अहइ अउर का इ याकूब, योसेस, यहूदा अउर समौन का भाई नाहीं? का जउन हमरे हमरे संग हिआ बाटइँ, उ ओकर बहिनियन नाहीं?” एहि बरे ओनका ईसू क मानइ मँ असमंजस होत रहा। 4 ईसू तब ओनसे कहेस, “आपन जनम भूमि, आपन नातेदार अउर आपन परिवारे क छोड़ि के एक नबी कतहुँ बेइज्जत होत नाहीं।” 5 हुवाँ ईसू कउनो अद्भुत कारजन करेस नाहीं: बजाय ऍके उ कछू बेरमियांँ प हथवा धइके ओनके चंगा कइ दिहेस। 6 ईसू क ओनके बिसवास न भए प ओका अचरज भवा। तउ ईसू गाउँ गाउँ मँ उपदेस देत घूमत रहा। 7 उ बारहु चेलन आपन निअरे बोलाएस, अउर दुइ दुइ ऍकउट के पठवइ लाग अउर ओनका दुस्ट आतिमन प कब्जियावइ क कहेस। 8 उ ओनका सुझाएस कि उ पचे जात्रा मँ लठिया छोड़िक कछू न लेइँ: रोटी नाहीं, बिछउना नाहीं अउर आपन बटुआ मँ पइसा हू नाहीं। 9 उ सबइ बधियउरी पहिन सकत हीं मुला एक ठु जियादा से बंडी भी नाहीं। 10 फिन उ ओनसे कहेस, “जउने घर मँ तू जा, हुवाँ तब तलक जगहिया न छोड़ा जब तलक तू नगर मँ रुका रहा। 11 अगर कउनो जगह तोहार सुआगत न होइ अउर हुवाँ क मनई तोहका न सुनइँ तउ हुवाँ स तु चल द्या। आपन गोड़वा क धूरि झाड़ द्या, जइसे ओनके खिलाफ सनद रहइ।” 12 फिन उ पचे हुवाँ स बाहेर गएन। उ सबइ उपदेस दिहन कि उ पचे, मनफिरावइँ। 13 उ सबइ ढेर दुस्ट आतिमन क भगाइ दिहन अउर ढेर बेरमियन क जैतून क तेले स मालिस करत नीक किहेन। 14 राजा हेरोदेसऍकरे बारे मँ सुनेस कि ईसू क नाउँ का जस हर कइँती बिआपि गवा। कछू लोग कहत रहेन, “बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना मउत स जी गवा, अउर इहि कारण अद्भुत कारजन सक्ति काज करति अहइँ।” 15 अउर लोग कहत रहेन, “उ ईसू एलिय्याहअहइ।” अउर मनई कहत रहेन, “इ नबी अहइ की ईसू पुराने जमाने क नबियन क नाईं एक ठु नबी अहइ।” 16 जब हेरोदेस इ सुनेस, उ कहेस, “यूहन्ना जेकर मइँ गटइया कटवाएउँ ह, उ मउत स उठि गवा।” 17 हेरोदेस अपुनहि यूहन्ना क जेलिया मँ बंद होइ क अउर ओका गिरफतार होइ क हुकुम दिहेसि। आपन भाई फिलिप्पुस क पत्नी हेरोदियास क कारण जेहसे उ बियाह करेस, उ अइॅसा कइ डाएस। 18 यूहन्ना हेरोदेस स कहत रहा कि इ तोहका सोहत नाहीं कि तू आपन भाई क पत्नी स बियाह किहा। 19 हेरोदियास यूहन्ना क खिलाफ मनवा मँ डाह राखत रही अउर ओका मारइ चाहत रही, मुला ओका मार पावत नाहीं रहा। 20 अइसे हेरोदेस यूहन्ना स डेरात रहा अउर ओका मालूम रहा कि यूहन्ना सही अउर पवित्तर क मनई अहइ। एह बरे उ रच्छा करत रहा। हेरोदेस जब यूहन्ना क बारे मँ सुनत रहा तउ उ जिआदा अकुलाइ जात रहा। तउने प ही ओका यूहन्ना क बारे मँ बातन सुनइ क सोहॉत रहा। 21 तबहिं संजोग स बढ़िया अउसर आवा। हेरोदेस आपन जन्मदिन पइ बड़वार अधिकारी, आपन सेना क नायक अउर गलील क बड़े लोगन क भोज दिहस। 22 अउर जब हेरोदियास क बिटिया भितरे आइके नाचेस। ओसे उ हेरोदेस अउर भोज मँ आए मेहमनवन क रिझाइ लिहेस।यह पइ राजा हेरोदेस लरकीवा स कहेस, “जउन तू चाहा तउन माँग ल्या। मइँ तोका जरूर देब।” 23 राजा ओका अकेल्ॅले सपथ खाइके कहेस, “जउन तू माँगा मइँ तोहका जरूर देब।” हियाँ तक आपन राज्य क आधा हींसा।” 24 इ सुनि के उ आपन महतारी क निअरे गइ अउर कहेस, “मोका का माँगइ चाही?”तउने प महतारी कहेस, “बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना क मूँड़ी माँगा।” 25 अउर उ लरिकी फउरन राजा क नगिचे भीतर गइ अउर पूछेस, “मोका चाही कि तू ताबड़तोर बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना क मूँड़ टाठी मँ धइ द्या।” 26 ऍसे राजा क बहोत दुःख भवा। मुला एह बरे ओकर सपथ अउर भोजे प मेहमनवन क कारण उ ओका मना करब नाहीं चाहेस। 27 तब राजा झटपट एक ठु जल्लाद ओकर मूँड़ काटि लिआवइ क पठएस। उ गवा अउर जेल मँ ओकर मूँड़ काटि लिहस। 28 फिन ओकर मुँड़ावा काट कइ टाठी मँ लइ आइ अउर बिटिया क दिहस। उ ऍका आपन महतारी क दिहस। 29 जब यूहन्ना क चेलन ऍकरे बारे मँ सुनेन तउ उ पचे आएन अउर ओकर ल्हास उठाएन अउ कब्र मँ धइ दिहन। 30 ईसू क चारिहुँ कइँती सुसमाचार क प्रचार करइवाले प्रेरितन ईसू क पास जमा भएन। जउन उ पचे किहन अउर सिखाएन -सब कछू बताएन। 31 तब ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे खुदइ मोरे संग एकांत जगहिया मँ आवा अउर तनिक आराम करा।” फिन हुवाँ बहोत मनई क आउब जाब लाग रहा। ऍसे उ सब खाइ क समइ नाहीं पाएन। 32 एह बरे उ सब मिलिके खुदइ नाउ स एकांत जगहिया मँ गएन। 33 मुला बहोत जने ओनका जात भवा देखेन अउर पहिचानेन कि उ सब कउन रहेन। इ कारण उ लोग सबहिं सहरन स हुवाँ धरतिया प धावत गएन अउर उ पचे ओनसे पहिले पहुँचेन। 34 जबहिं ईसू नाउ स उतरा, उ एक भारी भीर देखेस। तबहिं उ ओनके बरे दुःखी भवा, इ कारण कि उ सबइ बिना गड़रिया क भेड़ नाहीं रहेन। अइसे उ बहोत बातन सिखावइ लाग। 35 तब तलक साँझ होइ गइ। एह बरे ओकर चेलन ओकरे नगिचे आएन अउर बोलेन, “इ एकांत जगह अहइ अउर दिनवा ढरि ग अहइ। 36 मनइयन क पठवा, जइसे उ पचे नगिचे खेतन अउर गाउँन मँ जाइ सकइँ अउ आपन बरे कछू खाइके बेसहि लेइँ।” 37 मुला जबावे मँ ईसू ओनसे कहेस, “तू ओनका कछू खाइके द्या।”उ सब ओहसे कहेन, “का हम पचे जाई अउर दुई सौ दीनारक बराबर रोटी बेसही अउर ओनके खाइ क बाँटी?” 38 ईसू ओनसे कहेस, “केतॅनी रोटी तोहरे पास अहइ? जा अउर देखा।”जब उ पचे पता पाएन, उ पचे कहेन, “हमरे पाँच ठु रोटी अउर दुइ मछरी अहइँ।” 39 फिन ईसू चेलन क हुकुम देहेस, “हर एक क हरिअर घसिया प पंगत मँ बइठइ बरे कहा।” 40 तबहिं उ सब सउ सउ अउर पचास पचास क पंगत मँ बइठ गएन। 41 तइसेन ईसू पाँच रोटिन्यक अउर दुइ मछरिन्क उठाइ के सरग क ओर निहारत भवा धन्यबाद दिहेस अउर रोटिन्क तोड़ेस। उ आपन चेलन क ओनका बाँटइ बरे दिहस। 42 उ सबइ भरपेट खाएन अउर उ सबइ अघाइ गएन। 43 ओकरे बाद उ सब रोटी अउर मछरी क बचा भवा बाहर टुकरन क झउआ मँ उठाएन। 44 पुरुसन क गनती जउन खइया क खाएन पाँच हजार रही। 45 फिन तुरंत ईसू आपन चेलन नाउ मँ बइठाएस जेहसे उ सबइ जब भिरिया क बिदाई पहिले झील क ओह पार बैतसैदा चला जाइँ। 46 ईसू भीर क बिदाई क बाद पहाड़ी प पराथना बरे गवा। 47 जब सांझ भइ, नाउ झिलिया क मँझधर मँ रही अउर उ भुइयाँ प अकेल्ॅले रहा। 48 उ ओनका नाउ खेवत क मुसीबते मँ देखेस, काहेकि हवा ओनके खिलाफ बहत रही। लगभग तीन स छ बजे क समइ भिंसारेउ ओनके निअरे झिलिया प चलत आवा। जइसे हि ओनके निअरे स जाइ क भवा, 49 उ पचे ओका पानी प चलत भवा निहारेन। उ सब अंजाद लगाएन कि कउनो बड़वार दुस्ट आतिमा अहइ। ऍसे उ पचे डेरात भए चिचिआनेन। 50 मुला उ पचे ओका निहारेन अउर उ सब ससाइ गएन। तुरंतहि उ ओनसे बोला, “हिम्मत रखा। इ मइँ हउँ जिन डेराअ।” 51 फिन उ ओनके संग नाउ प चढ़ि गवा, तब आँधी पटाइ गइ। ऍसे उ सबइ अचरज मँ पड़ि गएन। 52 उ पचे रोटियन क अद्भुत कारज क बारे मँ समझ पाएन नाहीं। ओनके दिमागे कठोर होइ गवा। 53 जब उ सब झील पार कइ लिहन गन्नेसरत क घाटे प आएन अउर नाउ क बाँध लिहन। 54 जबहिं उ पचे नाउ क छाँड़ि क उतर आएन, मनइयन ईसू क पहिचान लिहन। 55 उ पचे समूचे पहंटा मँ भागत फिरेन अउर बेरमियन क बिछउना प जहाँ कहूँ उ पचे सुनेन कि ईसू हुवाँ बा, लादि क लइ जाइ लागेन। 56 जहाँ कहूँ उ गाउँ मँ कस्बन मँ या खेतन मँ जात रहा, उ पचे आपन बेरमियन क हाटन मँ बइठाइ देतेन अउर उ पचे ईसू स बिनती करतेन कि उ आपन ओढ़ना क एक हींसा छुअइ दे। अउर सबइ जउन ऍका छुएन नीक होइ गएन।
Mark 7:1 तबहिं कछू फरीसियन अउर कछू धरमसास्तिरियन जउन यरूसलेम स आएन ओनके चारिहुँ कइँती एकट्ठा भएन। 2 अउर उ सबइ ओनके कछू चेलन बिना साफ किए हथवा स खात देखेन। (“बिना साफ किया स मतलब इ अहइ कि उ पचन फरीसियन क बताए भए तरीके स हथवा नाहीं धोवत रहेन।) 3 फरीसियन अउर दूसर यहूदियत खाइके नाहीं खातेन जब तलक उ सबइ आपन हथवा क पूर्वजन क रीति स न धोइ लेइँ। 4 इहइ तरह उ सब बजारे स खाइ क बरे लावा भवा कउनो चीज तब तक नाहीं खातेन, जब तलक ओहका खास तरीके स न धोइ लेइँ। इहइ तरह अउ बहोत स रितियन अहइँ, जेका उ सबइ करत आवत हइँ जइसे खोरा, गगरी, ताँवा क बासन अउर गद्देदार कुर्सी क धोउब।) 5 एह बरे फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन ओसे पूछेन, “काहे तोहार चेलन पूर्वजन क रीतिन्क करतेन नाहीं, मुला आपन मइले हाथन स खइया क खात हीं?” 6 ईसू ओनसे कहेस, “यसायाह तू जइसे कपटिन क बारे मँ पहिले भविस्सबाणी कइ दिहस, जइसा कि लिखा बाटइ:‘इ मनइयन ओंठवा स मोर इज्जत करत हीं मुला ओनके मनवा ओसे दूर अहइँ। 7 मोका एनकर उपासना अर्पित अहइ बिना काम क अउर इ सबइ बेकार उपासना करत हीं। काहेकि इ सबइ लोग मनई क बनए सिद्धान्त अउर नेम काहे कइके सिखावत हीं। यसायाह 29:13 8 तू पचे परमेस्सर क आदेस न उठाइ क एक कइँती धइ दिहा अउर मनई क रीतिन्क परिपाटी क सहारा लइके चलावत अहा।” 9 ईसू ओनसे कहेस, “तू आपन पचन क बहोत चलाक समझत अहा। तू परमेस्सर क आदेस न ऐहि बरे टारइ चाहत ह, जेहसे आपन रीतन्क चलाइ सका। 10 उदाहरण बरे जइसे मूसा कहेस, ‘आपन महतारी बाप क इज्जत द्या।’अउर ‘जउन मनई महतारी बाप क बुरा भला कहइ ओका मार डावा।’ 11 तू पचन सिखावत ह, ‘जदि कउनो मनई महतारी बाप स कहत ह कि मोरे जेहि चीज स तोहका फायदा मिल सकत ह, उ परमेस्सर क दइ दीन्ह।’ 12 तउ तू ओनकर महतारी बाप बरे कछू करइ क मना करत ह। 13 इ नाई तू आपन रीति रिवाज स परमेस्सर क बचन क बेकार बनइ देत ह, अउर अइसी बहोत स बातन तू करत ह।” 14 ईसू फिन भिरिया क बोलाएस अउर ओनसे कहेस, “हर मनई मोरउ बात सुना अउर समझा। 15 अइसी कउनो चीज नाहीं जउन मनई क बाहेर स आवइ अउर ओका भीतर जाइके असुद्ध करइ। मुला जउन चीज मनई क भीतर स आवत हीं, उ ही ओका असुद्ध करत हीं।” 16 जदि कउनो क सुनइ क कान होइँ तउ सुन लेइ। 17 फिन ईसू भीर क छोड़ि कइ घर गवा तउ ओकर चेलन ओसे इ दिस्टान्त क बारे मँ सवाल करेन। 18 तब ईसू ओनसे कहेस, “का तू पचे कछू नाहीं समुझ पाया? कउनो बात जउन बाहेर ते मनई क भीतर आवत हीं, का उ ओका असुद्ध कइ सकी? 19 एह बरे उ सोझाई मनई क हिरदइ मँ जात नाहीं। उ पेटवा मँ जात ह अउर इ गुह मँ होइ क निकर जात ही।” (अइसा कहत उ सबइ खइया क चीजन्क सुद्ध कहेस।) 20 अउर ईसू कहेस, “इ उही अहइ जउन मनई क हिरदइ स आवत ह अउर ओका असुद्ध करत ह। 21 मनई क हिरदइ स बुरा बिचार आवत हीं अउर अनैतिक करम, चोराउब, कतल करब, 22 व्यभिचार, लालच, दुस्टता, चाल चपेट, बेहूदगी, जलन, चुगुलखोरी, घमण्ड अउर बेवकूफी 23 ई सब बुरी चीज भीतर स आवत हीं अउ मनई क असुद्ध बहइ देत हीं।” 24 ईसू उ जगहिया छोड़ि दिहस अउ सूर (सहर क नाउँ अहइ) क आसपास क पहँटा मँ गवा। हुवाँ उ एक घरवा मँ गवा अउर नाहीं चाहेस कि कउनो ओकरे आवइ क बारे मँ जानइ। मुला उ आपन क नाहीं छुपाए पाएस। 25 असिल मँ एक ठु स्त्री जेके बिटिया क दुस्ट आतिमा घेरि लिहे रही, ईसू क बारे मँ सुनिके फउरन ओकरे पास आई, अउ गोड़वा प गिर पड़ी। 26 इ यूनानी क स्त्री रही अउर सीरियाक फिनीकी मँ पइदा भइ रही। उ आपन बिटिया स दुस्ट आतिमा भगावइ क ईसू स बिनती करेस। 27 ईसू ओसे कहेस, “पहिले बचवन क अघाइ जाइ द्या। इ नीक नाहीं कि बचवन क रोटी छीन लेइ अउर कुकुरन क फेंक देइ।” 28 तब उ ओका जबाव दिहस, “पर्भू! कुकुरन हु मेजिया क तरखाले गिरा खइया क चूर चरावा खात हीं।” 29 तब ईसू ओसे कहेस, “इ जबावे क कारण तू आपन घर चइन स जाइ सकत ह। दुस्ट आतिमा तोहरे बिटिया क छोड़ि दिहस।” 30 ऍह पइ उ घर गइ अउर आपन बिटिया क बिछउन प ओलरा पाइस तब तलक दुस्ट आतिमा ओसे निकर गइ। 31 तब ईसू सूर क चारिहुँ कइँती स लौटि आइ अउर दिकापुलिस माने दस नगर क डगर स सिदोन जात भवा गलील झील डाइ गवा। 32 हुवाँ कछू लोग ईसू क नगिचे एक मनई क लइ आएन जउन बहिरा रहा अउर मुस्किल स बोल पावत रहा। अउर उ पचे ईसू स ओह पइ हथवा धरइ क बिनती करेन। 33 ईसू भिरिया स दूर एक कइँती लइ गवा। ईसू आपन अँगुरिया मनई क कनवा मँ डाइस। फिन उ कनवा मँ थूक कइ, ओकर जिभिया छुइस। 34 उ सरग क निहारेस, गहरी संसिया भरेस अउर ओसे कहेस, “इप्फत्तह।” (अरथ अहइ “खुलि जा।”) 35 अउर ओकर कनवन खुलि गएन अउर जिभिया क गंठिया खुलि गइ। फिन उ साफ साफ बोलाइ लाग। 36 ईसू ओनका हुकुम दिहेस कि कउनहुँ क न बतावइँ। जेतना जिआदा उ ओनका हुकुम दिहेस उ पचे ओतनइ जिआदा बताइन। 37 उ सबइ लोग पूरपूर अचरज मँ पड़ि गएन अउर कहेन, “ईसू हर काम नीक करत ह। उ हियाँ तलक बहिरन क सुनइ क सक्ति देत ह अउर गूँगन क बोलावत ह।”
Mark 8:1 ओनही दिनन मँ दूसर अउसर प भारी भीर जमा होइ गइ अउर ओनके पास खाइ क कछू नाहीं रहा। उ आपन चेलन क निअरे बोलाएस अउर ओनसे कहेस, 2 “मोका इन मनइयन प तरिस आवत ह, अइसे कि उ पचे मोरे साथ पहिले क तीन दिनन स अहइँ। ओनेके लगे खाइ क कछू नाहीं। 3 उ जदि मइँ ओनका घरे भूखा पठवत हउँ, उ सबइ राहे मँ मर बिलाय जइहीं। ओहमाँ स कछू तू ढेर दूरी स आइ अहइँ।” 4 अउर ओकर चेलन जवाब दिहन, “इ जंगल मँ एनका खिआवइ क बरे कतहूँ का कउनो खूब खाइ क पाइ सकत ह, जेहसे एनका खियाइ दीन्ह जाइ?” 5 उ ओनसे पूछेस, “तोहरे पास केतनी रोटी अहइँ?”“सात ठु” उ पचे जवाब दिहेन। 6 तब ईसू हुकुम दिहेस-भीर मइदान मँ बैठि जाइ। उ सात रोटी लिहस, फिन परमेस्सर क धन्यवाद दिहस। उ ओनका तोड़ेस। ओकरे बाद आपन चेलन क बाँटइ बरे दिहस। अउर उ पचे भिड़िया क लोग क बाँटेन। 7 ओनके लगे नान्ह नान्ह थोड़ी स मछरी भी रही। अउर उ धन्यबाद दइके ओनका बाँटइ बरे कहेस। 8 मनइयन अघाइ गएन अउर बचा खुचा रोटी क टुकड़न स सात झउआ उ पचे एकट्ठा करेन। 9 हुवाँ करीब चार हजार पुरुसन रहेन। तब उ ओनका बिदा करेस। 10 अउर तुरंतहिं उ चेलन्क लइ क नाउ मँ बइठि के दलमनूता पहँटा मँ गवा। 11 फिन फरीसियन आएन अउर ओसे सवाल करइ लागेन। उ सब ओसे एक ठु अद्भुत कारज बरे कहेन। उ पचे ओका परखइ बरे अइसा किहन। 12 आपन मनवा मँ गहरी सांस भरत ईसू कहेस, “काहे ई पीढ़ी क मनई अद्भुत चीन्ह चाहत हीं? मइँ तोहका सच सच कहत हउँ। कउनो अद्भुत चीन्ह क पीढ़ी क न दीन्ह जाई।” 13 तबहिं उ ओनका छोड़ि दिहस। फिन नाउ मँ बइठ गवा, अउर झील क उ पार गवा। 14 ईसू क चेलन खइया क जिआदा लइ आउब बिसर गएन। ओनके लगे एक ठु रोटी क बजाय कछू नाहीं रहा। 15 ईसू ओनका चितावनी देत कहेस, “हुसियार! फरीसियन अउर हेरोदेस क खमीरस बचा रहा।” 16 “हमरे लगे एक ठु रोटी नाहीं इस प उ पचे आपुस मँ छानबीन करइ लागेन। 17 उ सबइ क कहत अहइँ इ जानत भवा ईसू ओनसे कहेस, “रोटी नाहीं होइ क कारण तू सबइ काहे सोचत बिचारत अहा? का तू अबहुँ समझत बुझत नाहीं बाट्या? का तोहार बुद्धि जड़ अहइ? 18 तोहरे आँखिन अहइँ, का तू देखि सकत्या नाहीं? तोहरे कान अहइँ, का तू सुन सकत्या नाहीं? ता तोहका याद नाहीं? 19 जबहिं मइँ पाँच रोटिन्क पाँच हजार मनइयन मँ तोड़िउँ। केतना झउआ रोटी क टुकड़न स भरा भवा तू बटोर्या?”उ पचे कहेन, “बारह।” 20 “अउर जबहिं मइँ सात रोटिन्क क चार हजार बरे तोड़यों। कइ झउआ रोटिन्क टुकड़न क तू बटोर्या?”उ सबई कहेन, “सात।” 21 तबहिं उ ओनसे पूछेस, “का तू पचे अबहुँ नाहीं बूझया?” 22 उ पचे बैतसैदा गएन। हुँवा कछू लोग ओकरे पास एक ठो आँधर पकड़ि ले आइन अउर उ सबइ ईसू स ओका छुअइ क बिनती करेन। 23 उ आँधर मनई क हथवा पकड़ेस अउर ओका गाउँ क बाहेर लइ गवा। ईसू आँधर क आँखिन प थूकेस, “का तू कउनो चीज निहारत ह” 24 आँधर मनई निहारेस अउर कहेस, “मइँ मनइयन क देखात हउँ, उ सबई बिरवा क नाईं आसि पासि चलत देखत अहइँ।” 25 तबहिं ईसू आपन हथवा मनई क आँखिन प पुनि धरेस। फिन उ आपनि आँखिन पूरी पूरी खोलि दिहेस। ओका आँखिन क जोती मिलि गइ। अउर उ सबहुँ क नीक-नीक निहारइ लाग। 26 तब ईसू ओका घरे पठइ दिहस, इ कहत कहत, “गाउँ मँ जिन जा।” 27 अउर ईसू अउर ओकर चेलन कैसरिया फिलिप्पी क पड़ोसी गाउँन मँ चलेन। ईसू राहे मँ चेलन स पूछेस, “लोग का कहत हीं कि मइँ कउन हउँ?” 28 अउर उ सबई जवाब दिहेन, “बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना। मुला दूसर कछू लोग एलिय्याह अउर दूसर कछू तोहका नबियन मँ एक नबी कहत हीं।” 29 फिन उ ओनसे पूछेस, “तू का कहत ह मइँ कउन हउँ?”पतरस ओसे जवाब दिहेन, “तू मसीह अहा।” 30 तबहिं ईसू ओन चेलन क चितावनी दिहेस, कि ओकरे बारे मँ कउनो स जिन कहइँ। 31 अउर उ ओनका समझाउब सुरु करेस, “मनई क पूत क बहोत दुःख झेलइ पड़इ क होइ अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन, मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन स धकियाइ दीन्ह जाइ। अउर उ निहचइ ही मारि डावा जाइ अउर फिन उ तिसरे दिन जी उठी।” 32 ईसू ओनका इ बात सच सच बताइ दिहस। फिन पतरस ओका एक कइँती लइ गवा अउर फटकारइ लाग। 33 मुला ईसू पाछे घूमि के आपन चेलन निहारेस अउर पतरस क फटकारि के कहेस, “सइतान! मोसे पाछे जा। परमेस्सर क बातन स तोहका कउनो मतलब नाहीं, मुला मनई क बातन्क तोहका मतलब अहइ।” 34 तब उ भीर क चेलन संग निअरे बोलाएस अउर उ ओनसे कहेस, “जदि कउनो मोरे पाछे आवा चाहत ह तउ उ आपन सब कछू तजि दे। ओका आपन क्रूस उठाइ लेइ चाही अउर ओका मोरे पाछे होइ चाही। 35 मुला जउन आपन जिन्नगी क बचावा चाहत ह, उ एका खोइ देइ। अउर जउन आपन जिन्नगी मोका अउर सुसमाचार बरे खोई उ एका बचावा चाही। 36 अगर कउनो मनई आपन आतिमा खोइ के समूची दुनिया लइ लेत ह, तउ ओसे का फाइदा? 37 अइसे कउनो मनई कउनो ठो चीज क बदले आतिमा नाहीं पाइ सकत। 38 जदि कउनो व्यभिचार अउर पापी पीढ़ी मँ मोर नाउँ अउर उपदेस क कारण सर्मात ह तउ मनई क पूत जब पवित्तर सरगदूतन क संग आपन परमपिता क महिमा लइ के आई तउ उहउ सर्माइ जाई।”
Mark 9:1 अउर ईसू ओनसे कहेस, “मइँ सबन क सच सच बताउब, जउन हियाँ खड़ा अहइँ, ओहमाँ स कछू परमेस्सर क राज्य सक्ति क संग आवइ स पहिले देखिहीं अउर मरइ क अंजाद न करिहीं।” 2 छः दिना पाछे ईसू सिरिफ पतरस, याकूब अउर यूहन्ना सबक संग लइके एक ऊँच पर्वत प खुद गवा। हुवाँ उ ओनके समन्वा आपन भेस बदल लिहस। 3 ओकर ओढ़ना चमचमाइ लागेन एकदम्मइ उजिअर। धरती प कउनो धोबी ओतना उजिअर ओसे जिआदा नाहीं धोइ सकत रहा। 4 एलिय्याह अउर मूसा भी ओनके संग परगट भएन। अउर उ सबइ ईसू स बतियात रहेन। 5 तब पतरस बोल उठा अउर ईसू स कहेस, “गुरु, इ भल भवा कि हम हियाँ अही। हमका तीन तम्बू लगावइ द्या, एक तोहरे बरे, एक मूसा बरे अउर एक ठु एलिय्याह बरे।” 6 पतरस इ एह बरे कहेस जइसे उ जानत नाहीं रहा कि उ का बोली। इ तरह उ पचे डेराइ गएन। 7 एक बादर आवा अउर ओनका आपन छाया स ढाँकि लिहस। बदरा स एक आवाज कहत भइ होइ गइ, “इ मोर पियारा पूत अहइ। ओका सुना!” 8 अउर फउरन उ पचे चारिहुँ कइँती निहारेन। सिरिफ ईसू क छाँड़िके उ पचे कउनो क देखेन नाहीं। 9 जइसे उ सब पहाड़ स तरखाले उतरत रहेन, ईसू ओनका हुकुम दिहस कि कउनो क न बतावइँ जउन उ सब निहारेन ह, जब तलक मनई क पूत मरि गए लोगन्स जी न जाइ। 10 अउर उ सबइ इ बतिया क आपन जिअरा मँ छिपाइ रहेन मुला उ सबइ आपुस मँ सोचत बिचारत रहेन कि “मरिके जी उठब” क अरथ का बाटइ। 11 फिन उ पचे ईसू स पूछेन, “धरम सास्तिरियन काहे कहत हीं कि एलिय्याह सबस पहिले आई?” 12 ईसू ओनसे कहेस, “हाँ! सब बातन क ठीक करइ बरे एलिय्याह सबन्स पहिले आवत ह। मुला इ काहे मनई क पूत क बारे मँ पवित्तर सास्तर अहइ कि उ बहोत स दुःख भुगुती अउर उ घिना स दुत्कार जाई। 13 मुला मइँ तू सबन क बतावत अही, एलिय्याह आइ चुका अहइ। जउन जउन उ पचे चाहेन, ओकरे साथ उ पचे वइसे किहन; जइसा ओकरे बारे मँ पवित्तर सास्तरन मँ बाटइ।” 14 अउर जबहिं उ सबइ दूसर चेलन क लगे आएन तउ उ पचे एक भारी भीर क जमघट ओनके चारिहुँ कइँती देखेन कि धरम सास्तियिन ओनसे तहत्तुक करत रहेन। 15 जइसे ही सब मनइयन ओका निहारेन, उ पचे विस्मय मँ पड़ि गएन अउर ओका भेंटइ बरे ओकरे कइँती उ सबइ भागेन। 16 उ ओनसे पूछेस, “तू सबइ ओनसे काहे क बारे मँ विवाद करत ह” 17 एह पइ एक मनई भिरिया स जबाव दिहस, “गुरु, मइँ आपन बेटवा तोहरे लगे लिआइ अही। ओह पइ एक ठु दुस्ट आतिमा सवारि अहइ, जउन ओका बोलावइ देत नाहीं। 18 जब कबहुँ दुस्ट आतिमा ऍका पकरि लेत ह, उ ऍका फेंकि देत ह अउर ऍकरे मुॅहना स झागि निकारइ लगत ह। ओकरे बाद उ दँतवन क पीसत ह अउर उ अकड़ि जात ह। मइँ तोहरे चेलन स कह्यों कि ओका भगावा, मुला उ सबइ करि सकेन नाहीं।” 19 तबहिं ईसू जबावे मँ ओनसे कहेस, “अरे! बिसवास न करइवाले मनइयो! कब तलक मइँ तोहरे लगे रइहउँ? कब ताई तोहरे लगे सहब? लरिकवा क मोरे लगे लिआवा।” 20 फिन उ सबइ लरिकवा क ओकरे लगे लेवाइ लिआएन। जबहिं दुस्ट आतिमा ईसू क देखेस। फउरन उ लोरिकवा क अइँठ दिहस। लरिकवा भुइँया प गिरि गवा अउर मुँहे स झाग निकारत चारिहुँ ओर लोटइ पोटइ लाग। 21 तब्बइ ईसू लरिका क बाप स पूछेस, “इ अइसा कब स लरिकवा क होत अहइ?”तब बाप कहेस, “अइसा बचपन स होत आवत अहइ। 22 दुस्ट आतिमा ऍका कइउ दाई आगी मँ अउर कबहुँ पानी मँ मारइ खातिर नाइ देत ही। लेकिन का तू कछू कइ सकत ह हम पइ दया करा अउर हमार मदद करा।” 23 ईसू ओसे कहेस, “तू कह्या जदि तू कछू कइ सका? जउन बिसवास करी, ओका बरे सब कछू होइ जाई।” 24 तुरंतहीं लरिका क बाप चिचिआन अउर कहेस, “मइँ जरूर बिसवास करत हउँ। तू हमार अबिसवास हटावा।” 25 जब ईसू देखेस कि भारी भीर ओकरे लगे निचकात अहइ, उ दुस्ट आतिमा क ललकारेस अउर ऍका कहेस, “ओ दुस्ट आतिमा! तू इ बचवा क गूँगा बहिरा करइवाली मइँ तोका हुकुम देत अही। ओसे बाहेर आव, ओहमाँ फिन स घुस जिन।” 26 तब उ दुस्ट आतिमा चिचिआन अउर लरिकवा क झपटिके अँइठेसि अउर ओसे बाहेर गइ। अइसन लगा कि लरिकवा मर गवा अहइ। बहुत स लोग कहेन, “उ मर गवा!” 27 फिन ईसू ओकर हाथ पकरि क उठाएस अउर ओका गोड़वन प खड़ा करेस अउ लरिका खड़ा होइ ग। 28 ओकरे पाछे उ घर मँ गवा अउर ओकर चेलन अकेल्ॅले मँ पूछेन, “काहे क हम दुस्ट आतिमा क भगाइ नाहीं सकेन?” 29 ऍह पइ ईसू जबाव दिहेस, “इ तरह दुस्ट आतिमा बगैर पराथना क बाहेर नाहीं आवत।” 30 उ सबइ हुवाँ छोड़ि चलेन अउर गलील होइ क जात रहेन अउ ईसू नाहीं चाहत रहा कि कउनो एका जानइ कि उ सब कहाँ बाटन? 31 एह बरे उ आपन चेलन क सिच्छा देत रहा। उ ओनसे कहेस, “मनई क पूत मनइयन क हाथन स पकड़वाइ जाई अउर उ सबइ ओका मारि डइहीं। मारि डाए क तीन दिना क पाछे उ जिन्दा होइ जाइ।” 32 मुला चेलन इ न समझेन कि ईसू का मतलब अहइ अउर उ ओसे ऍकरे बारे मँ पूछइ क डेरात रहेन। 33 ईसू चेलन क साथ कफरनहूम आएन। उ सबइ एक घरे मँ गएन। उ ओनसे पूछेस, “राहे मँ तू सबइ का बतियात रह्या?” 34 मुला उ सबइ खमोस होइ गएन। एह बरे उ सबइ राहे मँ एक दुसरे स सोचेन बिचारेन कि कउन सबस बड़कवा अहइ। 35 तउ उ बैठि गवा। उ बारहु प्रेरितन आपन नगिचे बोलाएस अउर ओनसे कहेस, “जदि कउनो सब स बड़का होइ चाहत ह, तउ ओका सब स छोट होइ क परी अउर उ सबन क नउकर होइ।” 36 अउर एक बचवा क लइके सब क समन्वा खड़ा किहेस। ओका आपन कोरा मँ लेत भवा ईसू ओनसे कहेस, 37 “जउन एकउ इन बचवन मँ एकउ क मोरे नाउँ स आपनावत ह, उ हमार सुआगत करत अहइ, उ न सिरिफ मोका अपनावत ह, मुला उहउ क अपनावत ह, जउन मोका पठएस ह।” 38 यूहन्ना ईसू स कहेस, “गुरु हम तोहरे नाउँ स कउनो क दुस्ट आतिमन क बाहेर निकारत देखेन ह। हम ओका रोकब चाहा, मुला उ हम पचन मँ नाहीं रहा।” 39 फिन ईसू कहेस, “ओका रोका जिन। इ नाते जउनहुँ मोरे नाउँ स अद्भुत कारजन चाहत बाटइ, उ फउनर मोरे बरे भद्दी बात न कहि पाई। 40 जउन मोरे खिलाफ नाहीं, उ हमरे कइँती अहइ। 41 जउनहुँ तोहका एक लोटा पानी भरि के देइ कि तू मसीह क बाट्या, मइँ तोहका सच सच बतावत हउँ, उ जरूर सुफल होइ जाए बिना न रही। 42 “जउन इन नान्ह बचवन मँ स कउनो क जउन मोरे मँ बिसवास करत हीं, ओनसे पाप करावत हीं, तउ ओकरे बरे इ नीक होइ कि ओकरे गटइया मँ चकिया क पाट बाँधिके ओका समुद्दर मँ झोंकि देई। 43 जदि तोहार हाथ तोसे पाप करवावत ह, तू ऍका काट द्या। हथ कटा होइ क अनन्त जीवन मँ प्रवेस करना नीक अहइ। बजाऍ ऍहके कि दुइ हाथ धरइ अउर नरक मँ नाइ दीन्ह जाइ, जहाँ अगिया कबहुँ न बुझत। 44 45 जदि तोहार गोड़ तोसे पाप करावत ह, ओका काट द्या। लँगड़ा होइ क अनन्त जीवन मँ प्रवेस करना जिआदा नीक होइ, बजाय ऍकरे कि दुइनइँ गोड़वा धइ क नरके मँ नाइ दीन्ह जाइ। 46 47 जदि तोहार आँख तोसे पाप करावत ह, ओका निकारि डावा। काना होइके परमेस्सर क राज्य मँ घुसब जिआदा नीक अहइ, बजाय कि दुइ आँखिन वाला होइके नरक मँ नाइ दीन्ह जाइ। 48 जहाँ कि किरवा मरतेन नाहीं। हुवाँ आगी कबहुँ बुझत नाहीं। 49 हर मनई क आगी प नोनखार कीन्ह जाई। 50 “नोन नीक होत ह जदि नोन आपन सोवाद तजि देइ, तउ ऍका नोनखार फिन कइसे बनउब्या? आपन मँ नोन राखा। एक दूसर क संग सांति स रहा।”
Mark 10:1 फिन ईसू क जगह छोड़ि दिहस अउर यहूदिया क पहँटा अउर यरदन नदी क पार गवा। फिन भीर प भीर ओकरे नगिचे आवइ लाग। जउसे ओकर रीति रही, ईसू ओनका उपदेस देइ लाग। 2 अउर कछू फरीसियन ओकरे लगे आएन अउर उ सबइ ओसे पूछेन, “का इ कनून पुरुस क लिये नीक बाटइ कि उ आपन पत्नी क तलाक देइ दे?” उ सबइ ओसे ओका जाँचइ बरे पूछेन। 3 ईसू ओनका जबाव दिहेस, “मूसा तोहका का आदेस दिए बाटेन?” 4 उ सबइ कहेन, “मूसा पुरुस क एक ठु तलाक क त्याग पत्र लिखिवाइ आपन पत्नी क तलाक बरे हुकुम देहेस।” 5 ईसू ओनसे कहेस, “मूसा इ आदेस एह बरे लिखेस कि तू सबइ नासमुझ अहा। 6 सृस्टि क सुरुआत स, ‘परमेस्सर पुरुस अउर स्त्री बनाएस।’ 7 “एह बरे पुरुस आपन महतारी बाप क छोड़ि देइ अउर आपन पत्नी क संग रही।’ 8 दुइनउँ एक तन होइ जइहीं। तइसे उ दुइनउँ अलग नाहीं, मुला एक ठु अहइँ। 9 एह बरे जेकर परमेस्सर जोरि दिहे अहइँ, ओहका मनई क अलग नाहीं करइ चाही।” 10 जब उ सबइ गरवा मँ फिन स आएन, तउ चेलन ऍकरे बारे मँ ओसे पूछेन। 11 अउर ईसू ओनसे पूछेस, “जउन आपन पत्नी क तलाक दइ देत ह, अउर दूसर स्त्री स बियाह करत ह, उ ओकरे खिलाफ व्यभिचार करत ह। 12 अगर स्त्री आपन पति क तजि देत ह अउर दूसर पुरुस स बियाह करत ह, तो उ व्यभिचारी ह।” 13 फिन मनइयन गदेलन क ओकरे लगे लइ आवइ लागेन, इ नाते कि उ ओनका छुइ लेइ अउर आसीर्बाद देइ मुला चेलन ओनका फटकारि दिहन। 14 जब ईसू इ देखेस, उ कोहाय ग अउर उ ओनसे कहेस, “गदेलन क मोरे निअरे आवइ द्या। ओनका जिन रोका, इ नाते परमेस्सर क राज्य अइसन स नाता जोरत ह। 15 मइँ तोहका सच सच बतावत हउँ, जउन परमेस्सर क राज्य क गदेलन क नाईं सुआगत न करी, उ राज्य मँ कबहुँ न घुसी।” 16 ईसू आपन कोरा मँ गदेलन क उठाएस। उ आपन हथवा ओनके ऊपर धरेस अउर आसीर्बाद दिहेस। 17 जइसे उ जात्रा प जाइ क रहा, एक मनई ओकरे लगे आइ अउर घुटुनवा टेकिके बोला अउ ओसे पूछेस, “उत्तम गुरु! अनन्त जीवन पावइ क हक बरे ओका का करइ क चाही?” 18 ईसू ओसे कहेस, “तू मोका उत्तम काहे कहत ह सिरिफ परमेस्सर क छोड़िके कउनो उत्तम नाहीं। 19 तू आदेस क जानत ह। ‘जीउ जिन मारा, व्यभिचार जिन करा, चोरी जिन करा, झूठी गवाही जिन द्या, ठगी जिन करा, आपन महतारी बाप क इज्जत करा।” 20 उ मनई ओसे कहेस, “गुरु मइँ आपन लरिकइँ स इन सब बातन पर चलत आवत हउँ।” 21 ईसू ओका निहारेस। ओकरे बरे पिरेम भाउ रखेस अउर ओसे कहेस, “तोहमाँ ऍक बात क कमी अहइ जा अउर बेंचि आवा जउन तू धरे अहा। तब एक गरीबे क द्या। ओकरे बाद तू सरगे मँ खजाना रखब्या। तब्बई तू आवा अउर मोरे पाछे चला।” 22 अइसे बयान पर ओकर मुँह उतर गवा अउर निरास होइ के चला गवा। इ नाते कि उ धनवान रहा। 23 ईसू चारिहुँ कइँती देखेस अउर आपन चेलन स कहेस, “केतना मुस्किल बाटइ ओनके बरे जउन धनी होइके परमेस्सर क राज्य मँ घुसइ चाहत अहइँ।” 24 चेलन इ बचनन प अचरजि मँ परि गएन। तउ फिन ईसू ओनसे कहेस, “मोर गदेलन! परमेस्सर क राज्य मँ घुसब केतना मुस्किल अहइ। 25 ऊँट क सुई क नोंके स घुसरब असान अहइ, बजाय एक धनी मनई क परमेस्सर क राज्य मँ जाब!” 26 ओनका अउ जिआदा अचरज भवा, अउर आपुस मँ एक दुसरे स बतियाइ लागेन, “तब कउने क उद्धार होई?” 27 ओनका लखत, ईसू कहेस, “मनई अइसा कबहुँ नाहीं कइ सकत, मुला इ परमेस्सर बरे अइसा नाहीं।” 28 पतरस ओसे कहइ लाग, “देखा, हम सब कछू तजि दिहन अउर तोहरे पाछे होइ गएन!” 29 ईसू कहेस, ‘मइँ तोसे सच सच कहत हउँ, कउनो अइसा नाहीं जउन मोरे बरे अउर सुसमाचार बरे घर-दुआर, भाइयन, बहिनियन, महतारी, बाप, गदेलन, खेत अउर क तजि देइ, 30 जउन इ जुगे मँ घरन भाइयन, बहिनियन, महतारीयन, गदेलन अउर खेतन क संग सताव सउ गुना जिआदा न पाइ, अउर आवइवाला जुग मँ अनन्त जीवन। 31 मुला बहोत जने जउन आज सबते पाछे अहइँ, उ सबते पहिले होइहीं। जउन सबते पहिले अहइँ, उ सबइ पाछे होइहीं।” 32 फिन उ सबइ यरूसलेम जात जात रस्ता मँ रहेन, ओनमें ईसू सबते आगे चलत जात रहा। उ सबइ खुबइ अचिरजे मँ डेरानेन। जउन पाछे रहेन, उ पचे ससान रहेन। ईसू बारहु प्रेरितन क एक कइँती लइ गवा अउर ओनका बतावइ लाग कि ओकरे संग का घटइवाला अहइ। 33 “सुन, हम पचे यरूसलेम जात अही, अउर मनई क पूत क दुराव स मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन पकड़वाइ के दइ देइहीं। अउर उ सबइ ओका मउत क सजा देइके गैर यहूदी क दइ देइहीं। 34 जउन ओकर हँसी करिहीं अउर उ पचे ओह पइ थुकिहीं। उ सबइ ओका कोड़ा स पिटहीं अउर मारि डइहीं। तीन दिना क पाछे उ जी जाई।” 35 फिन जब्दी क बेटवन याकूब अउर यूहन्ना ओका लगे आएन अउर ओसे कहेन, “गुरु, हम चाहित ही कि हम जउन तोसे करइ क कही, ओका तू हमरे बरे कइ द्या।” 36 ईसू ओनसे कहेस, “तू मोसे आपन बरे का करवावइ क चाहत ह” 37 उ सबइ ओसे कहेन, “तू आपन महिमा मँ हम पचेन क बइठइ क अधिकार द्या। हम पचेन मँ एक ठु तोहरे दाएँ अउर एक ठु तोहरे बाएँ बइठइ।” 38 ईसू ओनसे कहेस, “तू जानत ह नाहीं कि तू सबइ का कहत ह। जउन लुटिया मइँ पिअइ जात हउँ, का तू पी सकत ह का जउन बपतिस्मा मइँ लेवइ क हउँ, का तू पचे उ बपतिस्मा क लइ सकत ह” 39 उ पचे ओसे कहेन, “हम वइसा करि सकित ह।” फिन ईसू ओनसे कहेस, “का तू सबइ लुटिया भरि के पीब्या जउन मइँ करि सकत हउँ। जउन बपतिस्मा मइँ लेइ का हउँ, का तू सबइ लइ सकत ह। 40 मुला मोरे दाँए अउर बाँए बइठइ का जगहिया देब मोर अधिकार नाहीं अहइ। इ जगहियन ओनही मनइयन क बरे अहइँ, जेनके बरे उ सबइ तइयार कीन्ह ग अहइँ?” 41 जब बाकि दसहु ऍकरे बारे मँ सुनेन तउ उ पचे याकूब अउर यूहन्ना प गुस्सा करेन। 42 फिन ईसू आपन लगे ओनका बोलाएस अउर ओनसे कहेस, “तू जानत ह कि जउन गैर यहूदियन प राज करत हीं, उ हुकुम ओन पइ चलावत हीं अउर ओनका अउर ओनके मुख्य नेतन क ओन प प्रभाव बाटइ। 43 मुला तोहरे संग अइसा नाहीं बाटइ। तू सबन मँ जउन बड़वार होइ चाहत ह, उ तोहार नउकर बनइ। 44 अउर तू पचन मँ जउन मुखिया बना चाहइ उ तोहार गुलाम बनइ। 45 मनइँ क पूत हु सेवा करावइ नाहीं आइ अहइ मुला उ सेवा करइ आइ अहइ अउर आपन जीउ क बहोतन क छुटकारा बरे आइ अहइ।” 46 फिन उ सबइ यरीहो आएन अउर जब ईसू एक भारी भीर क संग आपन चेलन क लइके यरीहो जात रहा तउ तिमाई क बेटवा बरतिमाई नाउँ क एक ठो आँधर भिखमंगा सरक क किनारे बइठा रहा। 47 जब उ सुनेस कि नासरत क ईसू अहइ, उ चिचिआइ क कहइ लाग, “ईसू, दाऊद क पूत! मो पर दाया कर!” 48 पर अउर बहोत मिला ओका डाटेन अउर ओका चुप रहइ क कहेन। तब ओकर अवाज ऊँच स ऊँच होत गइ, “दाऊद क पूत! मो प दाया कर!” 49 तउ ईसू रुका अउ कहेस, “ओका मोरे लगे बोलॉवा।”एह पइ उ सबइ आँधर क बोलाएन अउर ओसे कहेन, “मनवा क मजबूत कर। खरा ह्वा। ईसू तोहका बोलावत ह।” 50 उ आँधर आपन लबादा फेंकि दिहस अउर उछरि पड़ा अउर फिन ईसू क लगे गवा। 51 तब ईसू ओसे कहेस, “तू मोसे आपन बरे का करवावइ चाहत ह”आँधर ओसे कहेस, “हे गुरु, मइँ पुनि देखइ चाहत हउँ।” 52 तउ ईसू ओनसे कहेस, “जा। तोहरे बिसवास स तोहार उद्धार भवा।” अउर उ फउरन देखइ लायक होइ सका। फिन उ ईसू का पाछे सरक प होइ गवा।
Mark 11:1 फिन जइसे यरूसलेम क नगिचे जैतून क पहाड़ी प बैतफगे अउर बैतनिय्याह पहुँचेन, उ आपन चेलन मँ दुइ क पठएस। 2 अउर ओसे कहेस, “जा गाउँ मँ जइसे तू हुवाँ घुसब्या, तू एक ठु गदही क बच्चा बाँधा भवा पउब्या, जेह प पहिले कबहुँ नाहीं कउनो चढ़ा होई। ओका खोल द्या अउर हियाँ लिआवा। 3 जदि तोसे कउनो पूछइ कि तू अइसे काहे करत अहा, तउ तू कह्या, ‘प्रर्भू क ऍकर जरूरत अहइ, फिन उ ऍका फउरन पठइ देइ।”‘ 4 तउ उ पचे चलि पड़ेन। उ गदही क बच्चा क बँधा भवा दुआर क नगिचे खुली गली मँ पाएन। उ पचे ओका छोरि दिहन। 5 कछू मनई जउन हुवाँ खरा रहेन ओनसे पूछेन, “उ गदहिया क बच्चा क काहे तू पचे छोरिके का करत बाट्या?” 6 उ पचे ओनका बताएन जरुन ईसू कहेस। तउ उ सबइ ओनका जाइ दिहेन। 7 उ पचे गदहिया का बच्चा क ईसू क लगे लइ आएन। अउर उ पचे आपन ओढ़ना ओह प डारि दिहन। फिन ईसू ओह प बइठा। 8 बहोत मिला आपन लबादा क सरकिया प डारि दिहन अउर दूसर खेते स टहनियन क काटि लिहन अउर हुवाँ बिछाइ दिहन। 9 उ मनइयन जउन ईसू क अगवा अउर पाछे चलत रहेन, उ पचे पुकार रहेन:‘होसन्ना!धन्य अहइ उ जउन पर्भू क नाउँ प आवत ह।’ भजन संहिता 128:25-26 10 धन्य अहइ हमार पिता दाऊद क राज्य क अवाई, जउन आवत अहइ, होसन्ना सरग मँ।” 11 तब ईसू यरूसलेम घुसा अउर मन्दिर मँ घुसा। उ हर चीज क चारिहुँ कइँती निहारेस। एह बरे दिन ओनवत देर होइ गइ। उ बारहु प्रेरितन क संग बैतनिय्याह चला गवा। 12 दूसरे दिन जब उ सबइ बैतनिय्याह स निकसत रहेन, ओनका भूखि लाग। 13 तनिक दूरी प ओका एक ठु हरिअर अंजीर क पेड़ देखान। उ देखइ गवा कि ओका कछू खाइके ओह प मिल जाइ। जब उ पेड़े क लगे आवा, उ पातिन छोड़िके कछू नाहीं पाएस, काहेकि इ रितु अंजीर क नाहीं रही। 14 तबहिं उ बिरवा स कहेस, “अब तोसे कबहुँ कउनो तोहार फल फिन न चखी।” ओकर चेलन इ सुनेन। 15 तबहिं उ सबई यरूसलेम गएन अउर उ पचे मन्दिर मँ घुसेन तउ ईसू ओनका निकारइ लाग जउन मन्दिर मँ बेसहत अउर खरीदत रहेन। उ पइसे क लेब देब करइया महाजनन क चउकियन क पलट दिहस अउर कबूतरे क बेचवइयाँ क बिंचिया पलटेस। 16 उ मन्दिर मँ स कउनो क कउनो क कछू नाहीं लइ जाइ दिहस। 17 तबहिं उ ओनका उपदेस देइ लाग। फिन उ ओनसे कहेस, “का इ पवित्तर सास्तरन मँ लिखा नाहीं बाटइ कि, ‘मोर घर पराथना घर कहा जाई?’मुला तू पचे ऍका ‘चोरन क अड्डा बनइ दिहा।” 18 जबहि मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन इ बात सुनेन, उ सबइ ओका मारि डारइ क तरकीब सोचइ लागेन। अइसे उ पचे डेरानन, काहेकि ईसू क उपदेस स सब मनइयन अचरजि मँ पड़ि गएन। 19 फिन जब सांझ भइ तउ उ सबइ सहर स बाहेर गएन। 20 दुसरे दिन भिंसारे जबहिं ईसू आपन चेलन क संग जात रहा तबइ उ पचे उ अंजीर क बिरवा क जड़े स झुराइ गवा देखेन। 21 तइसे पतरस याद कइके ईसू स कहेस, “हे गुरु, जउने अंजीर क बिरवा क तू सराप्या ह, उ झुराइ गवा ह।” 22 ईसू ओनका जबाव दिहेस, “परमेस्सर मँ बिसवास राखा। 23 मइँ तोसे सच सच कहत हउँ: जदि कउनो इ पहाड़े स कही ‘तू उठि जा अउर समुद्दर मँ फाट पड़ा।’ अउर ओकरे मनवा मँ रचिकउ संदेह नाहीं रही मुला बिसवास होई कि जइसा उ कहेस ह, वइसा होइ जाइ तउ ओकरे बरे वइसा होई। 24 एह बरे मइँ तोहका बतावत अही कि तू पराथना मँ जउन मंगब्या बिसवास करा उ तोहका मिलि गवा ह अउर उ तोहरा होइ ग अहइ। 25 अउर जब कबहुँ तू पराथना करत खड़ा होइ जा तउ कउनो कि खिलाफ तोहका सिकाइत होई तउ ओका तू छमा कइ द्या जइसे सरगे मँ स्थित तोहार परमपिता तोहरे पापन्क छमा कइ देई।” 26 27 फिन उ पचे यरूसलेम लउट आएन। ईसू जब मन्दिर मँ टहरत रहा तउ मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन ईसू क लगे आएन। 28 उ पचे ईसू स कहेन, “हमका बतावा! तू इ कामन क कउने अधिकार स करत बाट्या? कउन तोहका अधिकार दिहेस ह” 29 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे एक सवाल पूछत हउँ। तू मोरे सवाल क जबाव द्या? तउ मइँ तोहका बताउब कि कउने अधिकारे स मइँ इ काम करत हउँ। 30 मोका बतावा: यूहन्ना जउन बपतिस्मा देत रहा, का ओहका सोझे सरगे स या मनई स मिला रहा?” 31 ईसू क सवाले प उ सब बिचारत बिचारत आपुस मँ कहइ लागेन कि, “जदि हम पचे इ कहित ह, ‘ओका इ सरगे स मिला रहा,’ तउ ईसू कही, ‘फिन तू पचे ओह प बिसवास काहे नाहीं करत्या?’ 32 अउर जदि हम पचे इ कही, ‘उ मनई स पाए रहा’ तउ सब मनई हम प रिसियाइ जइहीं।” (ई नेतन लोग मनइयन स डेरात रहेन। सब मनइयन क बिसवास रहा कि यूहन्ना नबी अहइ।) 33 एह बरे यहूदी नेतन ईसू स कहेन, “हम पचे जानित नाहीं।”ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तउ फिन मइँ तोहका नाहीं बतावत अही कि इ काज मइँ कउने अधिकारे स करत हउँ।”
Mark 12:1 ईसू दिस्टान्त कथा खोलि के समझावत ओनसे कहइ लाग: “एक मनई अंगूरे क बाग लगाएस अउर ओकरे चारिहुँ कइँती चहरदेवार बनाएस। फिन उ अंगूरे क रस धरइ बरे एक गड़हा खोदेस अउर ओकरे बाद एक ठु बुर्ज खड़ा करेस। फिन उ कछू किसानन क लगाने प दिहस अउ जात्रा प चला गवा। 2 फिन अंगूर पकइ क रितु मँ उ एक ठु नउकर पठएस जेसे उ किसानन स जउन अंगूर पक गवा अहइँ, ओहमाँ स ओकर हींसा लइ आवइ। 3 उ मुला उ सबइ नउकर क पकरिके पीटेन, ओका खालि हाथे भगाइ दिहन। 4 उ एक ठु अउ नउकर हुवाँ पठएस। उ किसानन ओकर मुड़वा फोड़त ओका बेज्जत करेन। 5 उ फिन एक ठु अउ नउकर पठएस, जेकर उ सब कतल कइ दिहन। उ इ तरह कई ठु नउकरन क पठएस, जेनका उ सब मारेन पीटेन अउर केतनन क मारि डारेन। 6 “अब ओकरे लगे पठवइ क आपन पियारा बेटवा ही बचा रहि गवा। आखिर उ ओनके लगे इ कहत पठएस, “उ पचे मोरे बेटवा क मान सम्मान जरूर कहि रहीं।’ 7 “उ किसानन एक दुसरे स कहेन, ‘इ तउ ओकर वारिस अहइ। आवा, ऍका मारि डाइ। अइसे हम पचे एकर वारिस होई जाब।’ 8 उ सबइ ओका पकरिके मारि डाएन अउर ओका अंगूर क बागे स बाहेर फेंके दिहन। 9 “एह पइ अंगूर क बगिया क मालिक का करी? उ आइके किसानन क मारि डाई अउर बगिया क दुसरे क दइ देई। 10 का तू पचे पवित्तर सास्तर का बचन नहीं बांच्या: ‘उ पाथर जेका राजगीर बेकाम क समझेन उहइ कोने क पाथर बनि गवा। 11 इ पर्भू करेस, जउन हमरे निगाहे मँ अजूबा बाटइ।”‘ भजन संहिता 118:22-23 12 उ सबइ जान गएन कि जउन दिस्टान्त उ दिहेस ह उ ओकरे खिलाफ रहा। तउ उ पचे ओका गिरफतार करइके कउनो कुचाल खोजइ लागेन, मुला उ पचे मनइयन स डेरात रहेन। एह बरे ओका तजि के गएन। 13 तब यहूदी नेतन ईसू क बातन मँ फँसावइ क बरे कछू फरीसियन अउर हेरोदियन क ओकरे नगिचे पठएन। 14 जउन ओकरे निअरे फरीसियन अउर हेरोदियन रहेन उ सबइ कहेन, “गुरु, हम पचे जानित ह कि तू बहोतइ ईमानदार मनई अहा अउर तू इ बात क रचिकउ फिकिर करत्या नाहीं कि दूसर मनई का सोचत हीं। तू मनई क हैसियत या ओकर रुतबा क ध्यान न देत परमेस्सर क राहे क सीख देत ह। तउ बतावा न कि कैसर क कर देब ठीक बाटइ की नाहीं। हम ओका कर अदा कइ देइ कि नाहीं?” 15 ईसू ओनकइ चाल चपेट जानि गवा। उ ओनसे कहेस, “तू मोका काहे परखत ह एक ठु दीनार लिआवा काहेकि ओका मइँ लखि सकउँ।” 16 तउ उ पचे एक ठु दीनार लइ आएन। फिन ईसू ओनसे पूछेस, “यह पइ केकर चेहरा अउर नाउँ लिखा बाटइ?” उ पचे कहेन, “कैसर क।” 17 तब ईसू ओनका समझाएस, “जउन कैसर क अहइ, ओका कैसर क द्या अउर जउन परमेस्सर क अहइ ओका परमेस्सर क द्या।” तउ उ पचे अचरजि मँ पड़ि गएन। 18 फिन कछू सदूकियन पुनरुत्थान क नाहीं मनतेन, ओकरे नगिचे आएन अउर उ पचे ओसे पूछेन, 19 “गुरु, मूसा हमरे बरे लिखेस कि जदि कउनो क भाई मरि जाए अउर ओकरे पत्नी क कउनो लरिका न होइ तउ ओकरे भाई क चाही कि उ ओसे बियाह करइ अउर फिन आपन भाई क बंस क चलावई। 20 एक दाई क बात अहइ कि सात ठु भाई रहेन। सबते बड़का भाई बियाह करेस अउर निपूत होइके मरि गवा। 21 फिन दूसर भाई उ स्त्री स बियाह करेस, पर उहउ निपूत होइके मरि गवा। तिसरका भाई भी वइसे करेस। 22 सातहु भाइयन मँ कउनो क कउनो संतान नाहीं भइ। आखिर उ स्त्री भी मरि गइ। 23 मउत क बाद जबहिं उ पचे जी उठिहीं, तउ बतावा उ स्त्री केकर पत्नी भई? काहेकि उ सातहु ओका आपन पत्नी क तरह राखे रहेन।” 24 ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे न तउ पवित्तर सास्तरन क जानत ह अउर न परमेस्सर क ताकत क। का इ कारण नाहीं जेसे तू पचे भटक गवा बाट्या? 25 काहेकि उ सबइ जबहिं मरे भए स जी उठिहीं, तउ ओनकइ बियाह न होई मुला सबइ सरग मँ दूतन क तरह रइहीं। 26 मरे भए स जी उठइ क बातन मँ का तू पचे नाहीं बाँच्या जउन मूसा क कितबिया मँ झाड़ी क बाबतलिखा बाटइ? हुवाँ परमेस्सर मूसा स कहेस, “मइँ इब्राहीम क परमेस्सर, इसहाक क परमेस्सर अउर याकूब क परमेस्सर हउँ।’ 27 उ मरे भए क परमेस्सर नाहीं मुला जउन जिअत अहइँ ओनकइ परमेस्सर अहइ। तू पचे बहोतइ भारी भूलि मँ पड़ि गवा ह।” 28 फिन एक ठु धरम सास्तरि आइ अउर ईसू ओनका चरिचा करत सुनेस। जबहिं उ सास्तरि देखेस कि ईसू ओनका कउने बढ़िया तरकीबे स जबाव दिहेस, उ ईसू स पूछेस, “कउन हुकुम सबते जिआदा बड़कई क अहइ?” 29 ईसू जबाव दिहेस, “सबते बड़कई क हुकुम इ अहइ: ‘ओ इस्राएली सुना, सिरिफ हमार पर्भू परमेस्सर एक ठु पर्भू अहइ। 30 तू आपन पूर मन स समुचइ जिन्नगी स, समुचइ बुद्धि स अउर आपन पूरी ताकत स तोहका आपन परमेस्सर पर्भू स पिरेम करइ चाही।’ 31 दूसर हुकुम इ अहइ ‘आपन पड़ोसी स वइसइ पिरेम करा जइसे तू आपन स करत ह।’इ सब हुकुमन ते बड़ा अउर कउनो हुकुम नाहीं।” 32 एह पइ धरम सास्तरी ओसे कहेस, “गुरु तू नीक कह्या। तोहार इ कहब नीक अहइ कि परमेस्सर एक अहइ, ओकरे बजाय अउर दूसर कउनो नाहीं। 33 आपन पूरा मन स, समुचइ समझि-बुझि स, पूरी ताकत स परमेस्सर स पिरेम करब अउर आपन भाई आपन पड़ोसी स पिरेम करब सबइ बलि समर्पित भेंट अउर भेंटेन जेकरे बारे मँ कहा अहइ, ओसे जिआदा बड़कइ अहइ।” 34 जबहिं ईसू लखेस कि उ मनई समझि के जबाव देत बाटइ तउ ईसू मनई स कहेस, “तू परमेस्सर क राज्य स दूर नाहीं बाट्या।” ओकरे बाद कउनो दूसर मनई ओसे कउनो अउर सवाल पूछइ क हिम्मत नाहीं किहेस। 35 फिन ईसू मन्दिर मँ उपदेस देत भवा कहेस, “कइसे धरम सास्तिरियन कहत बाटेन कि मसीह दाऊद क पूत अहइ? 36 दाऊद खुद पवित्तर आतिमा स प्रेरित होइके कहेस: ‘पर्भू (परमेस्सर) मोर पर्भू (मसीह) कहेस, मोरे दाहिन कइँती बइठा जब तलक मइँ तोहरे दुस्मनन क तोरे गोड़वा तरे न कइ देउँ।’ भजन संहिता 110:1 37 दाऊद खुदइ ओका ‘पर्भू’ कहत बाटइ। फिन मसीह दाऊद क पूत कइसे होइ सकत ह” भारी भीड़ ओका खुस होत होत सुनत रही। 38 उ आपन उपदेस मँ कहेस, “धरम सास्तरी लोगन्स होसियार रहा। उ पचे आपन लंबा लंबा लबादा पहिरि क ऍहर ओहॅर फिरब पंसद करत ही। ओनका हाटन मँ आपन्क पैलगी कराउब सोहात ह। 39 अउर आराधनालयन मँ बड़कवा क आसन पइ बइठब चाहत हीं, उ पचे भोजे मँ बड़कावा क आसन पावइ क इच्छा रखत हीं। 40 उ पचे विधवन क मिल्कियत हड़प लेत हीं। उ पचे देखावइ बरे लंबी लंबी पराथना बोलत हीं। इ पचन क करर्ी स करर्ी सजा मिली।” 41 ईसू दानपात्र क समन्वा बइठा देखत रहा कि मनई कउने तरह दानपात्र मँ पइसा नावत हीं। बहोतन धनी मनइयन बहोत धन नाइ दिहन। 42 फिन हुवाँ एक ठु गरीब विधवा आइ अउर उ ओहमाँ दुइ दमड़ी नाएस जउन उ एक पइसा क बराबर भी नाहीं रहा। 43 फिन उ आपन चेलन क नगिचे बोलाएस अउर कहेस, “मइँ तू पचन स सच सच कहत हउँ, धनी लोगन स इ दाने पात्रे मँ नावा एक ढेर क नावा दान स जिआदा बड़कवा दान इ गरीब अउर बेसुहागिन विधवा क अहइ। 44 काहेकि उ पचे जउन धन फालतू धरे रहेन उ सब ऍहमा नाइ दिहन, मुला इ आपन गरीबी मँ स जउन ऍकरे लगे रहा, उ सब नाइ दिहस। ऍकरे लगे ऍतना ही धन जुरा रहा जउन ऍकरे जिन्नगी क सहारा रहा।”
Mark 13:1 जब उ मन्दिर स जात रहा, ओकर एक ठु चेला ओसे कहेस, “गुरु, लखा इ सबइ पाथर अउर इमारतन केतॅना अजूबा अहइँ।” 2 तउ ईसू ओनसे कहेस, “तू इन भारी इमारत क देखत बाट्या? हिआँ एक पाथर प दूसर पाथर टिकाइ कइ रखा बाटइ। एक एक ठु पाथर ढकेल दीन्ह जाई।” 3 जबहिं उ मन्दिर क समन्वा जैतून क पर्वत प बइठा रहा तउ पतरस, याकूब, यूहन्ना अउर अन्द्रियास अकेल्ॅले मँ पूछेन, 4 “हमका बतावा, इ सब कछू कब घटी? जब इ सब कछू पूरा होइ जाई तउ कउन निसार देखॉइ देइहीं?” 5 ऍह पइ ईसू कहइ लाग, “होसियार! कउनो तोहका न छली। 6 मोरे नाउँ स बहोत लोग अइहीं अउर इ दावा करिहीं, “मइँ उहइ हउँ।” उ पचे बहोतन क छलिहीं। 7 जब तू जुद्ध अउर जुद्धन क अफवाह क बारे मँ सुन्या तउ घबराया जिन अइसा तो होइ मुला अबहिं अंत नाहीं बाटइ। 8 एक रास्ट्र दूसर रास्ट्र क खिलाफ अउर एक ठु राज्य दूसर राज्य क खिलाफ खड़ा होइहीं। बहोतन स ठउरन प भूइँडोल अइहीं अउर अकाल पड़ी। ई उ पीरा क सुरुआत होइ। 9 “आपन बारे मँ होसियार रहा। उ पचे तोहका अदालत मँ पेस करिहीं अउर फिन तोहका आराधनालयन मँ पीटा जाई अउर मोरे कारण तोहका सासक राजा लोगन क समन्वा खड़ा होइ क होई जइसे ओनका प्रमाण मिलि जाइ। 10 लेकिन इ जरूरी अहइ कि पहिले स हि सबन्क क सुसमाचार सुनाइ दीन्ह जाइ। 11 जब कबहुँ तोहका पकरि के तोहरे प मुकदमा चलइहीं तउ पहिले स इ फिकिर जिन कर्या कि तोहका का कहइ क अहइ। उ समइ प जउन कछू तोहका बतावा जाइ, उहइ बोल्या काहेकि इ सबइ तू पचे नाहीं जउन तू बोलत ह, मुला बोलइवाला पवित्तर आतिमा अहइ। 12 “भाई, भाई क धोखा दइके पकड़ावावत मरवाइ देइ। बाप, बेटवा क धोखा दइ के पकड़वाई अउर बाल-बच्चे आपन महतारी अउर बाप के खिलाफत मँ खड़ा होइके मरवइहीं। 13 मोरे कारण सब जने तोसे घिना करिहीं मुला जउन अंत समइ तलक धीरज धरी, ओकर उद्धार होई। 14 “जब तू पचे ‘घृनित खउफनाक अउर बिनास करइवाली चीजन्क,’ जहाँ उ सबन क न होइ चाही, हुवाँ खड़ा देख्या।” (पढ़वइया खुद समझि लेई कि ऍकर का अरथ अहइ।) “तब जउन लोग यहूदिया मँ होइहीं, ओनका पर्वत प पराय जाइ चाही। 15 अउर जउन लोग आपन घरवा क छतवा प होइहीं, उ पचे घरवा मँ घुसुरि क कछू भी लइ आवइ क तरखाले न उतरइ। 16 अउर जउन बाहेर मैदान मँ होई, उ पचे पाछे घूमि के आपन ओढ़ना तलक न लेई। 17 उ स्त्रियन बरे जेकर पैर भारी होइ अउर जेकर दूध पिअइया बचवन गोदी मँ होइहीं, उ दिनन बहोतई खउफनाक होइहीं। 18 पराथना करा कि इ सब कछू सर्दी क रितु मँ न होइ। 19 उ दिनन अइसी बिपत आई जइसी आजु तक नाहीं इ जबहिं ते परमेस्सर इ संसार क रचि दिहन ह, आजु तक नाहीं आइ अउ कबहुँ अगवा न आई। 20 अउर जदि परमेस्सर उ दिनन क कमती कइ न दिहेस होत तउ कउनो न बच पावत। मुला उ खात रूप स चुना गवा मनइयन क कारण जेनका उ चुनेस, उ उ समइ क कब कम दिहस ह। 21 उ दिनन मँ जदि कउनो तोसे कहइ कि, ‘देखा, इ रहा मसीह1’ या ‘उ अहइ मसीह।’ तू ओकर बिसवास न कर्या। 22 काहेकि झूठे मसीहन अउर झूठे नबियन देखॉइ देइहीं अउर उ सबइ अइसा अद्भुत चीन्हन देखइहीं अउर अचरज कारजन करिहीं कि जदि होइ जाए तउ उ पचे चुना गएन मनइयन क भी अड़पेंचे मँ डाइ देइहीं। 23 एह बरे तू सब होसियार रहा। मइँ समइ स पहिले ही तो पचन्क सब कछू बताइ दीन्ह। 24 “उ दिनन मँ हारून कस्ट क समइ क पाछे, ‘सूरज करिया पड़ि जाई चंदा स ओकर चाँदनी न निकसी 25 अकास स तारे टूटइ लगिहीं अउर अकासे मँ बड़वार सक्ती झकाझोरि दीन्ह जइहीं।’ यसायाह 13:10; 34:4 26 “तब्बइ मनइयन मनई क पूत क महासक्ती अउर महिमा क संग बदरवन मँ निहरिही। 27 फिन उ आपन दूतन क पठइके चारहु दिसा मँ धरती क छोरे स दूसर छोरे तक सब कइँती स आपन चुना भवा मनइयन क जमा करी। 28 “अंजीरे क बिरवा स उपदेस ल्या कि जबहिं ओकर टहनियन नरम अउर हरि अर होइ जात हीं तउ ओह पइ कोंपर फूटइ लागत हीं। तउ तू पचे जान लेत ह्या कि गर्मी क रितु आवइ क अहइ। 29 अइसे ही जबहिं तू पचे इ सब कछू होत लख्या तउ समझ लिहा कि उ समइ नगिचे आइ ग अहइ, मुला ठीक स दरवज्जे प। 30 मइँ तोसे सच-सच कहत हउँ कि इ सब घटना इत मनइयन क जिअते जी होइहीं. 31 धरती अउर अकास बरबाद होइ जइहीं लेकिन मोर बचन कबहुँ न टारे टरी। 32 “उ दिन या उ घड़ी क बारे मँ कउनो कछू गियान नाहीं, न सरग क दूतन अउर न अबहिं मनई क पूत क, सिरिफ परमपिता जानत बाटइ। 33 होसियार! जागत रहा काहेकि तू नाहीं जनत्या कि उ समइया कब आइ जाई। 34 ई अइसे अहई कि जइसे कउनो मनई कउनो जात्रा प जात जात आपन नउकरन प आपन घरवा छोड़ि जाए अउर हर मनई क ओकर आपन आपन काम बाँटि दे अउर चौकीदार क हुकुम दइ जाए कि तू जागत रहा। 35 एह बरे तू जागत रहा काहेकि घरे क मालिक न जानी कब आइ जाए। चाहे सांझ होई, की आधी रात की मुर्गन क बाँग क समइ की फिन दिन निकरि आवइ। 36 जदि उ अचानक आइ जा तउ अइसा करा कि जेसे उ तोहका सोवत न पावइ। 37 जउन मइँ तोसे कहत हउँ, उहइ सबते कहत हउँ, ‘जानत रहा!”‘
Mark 14:1 फसह क त्यौहारअउर वे खमीरे क रोटी क त्यौहारस दुइ दिन पहिले की बात अहइ कि मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन कउनो अइसा कुचाल चलत रहेन कि जउने चलाकी स ओका गिरफतार कइ लेइँ अउर जान स मारि डावइँ। 2 उ सबइ इ कहत रहेन, “मुला हम पचेन क त्यौहार क दिन अइसा नाहीं करइ चाही, नाहीं तउ मनइयन दंगा कइ लेइहीं।” 3 जब बैतनिय्याह मँ ईसू समौन कोढ़ी क घरे खाना खाइके बइठा, तबहिं एक ठु स्त्री उज्जर अउर चीकन स्फटिक मनि क बासन मँ सुद्ध बाल छड़े क इतर लइ आइ। उ स्त्री बासने को तोड़ेस अउर ओसे निकसत इतरे क ईसू क मुँड़वा प उड़ेरेस। 4 ऍइसे हुवाँ कछू चेलन बिगड़ के आपुस मँ कहइ लागेन, “इतरे क अइसी बर्बाद काहे कीन्ह गइ अहइ? 5 इ इतर तउ तीन सउ दीनारे स जिआदा मँ बेंच जाइ सकत ह अउर फिन उ धने क कंगालन मँ बाँटि जाइ सकत रहा।” उ पचे उ स्त्री क निन्दा करेन। 6 तब ईसू कहेस, “काहे क ओका तंग करत ह ओका छोड़ा। उ मोर बरे एक बढ़िया काज करेस ह। 7 काहेकि कंगालन तू हमेसा तोहरे लगे रइहीं अउर तउ तू जब चाहा ओनकइ मदद कइ सकत ह, मुला मइँ तोहरे साथे हमेसा न रहिउँ। 8 इ स्त्री उहइ किहस जउन उ कइ सकत रही। उ समइ स पहिले मोरे दफनावइ बरे, मोरे बदन पइ इतर छिरकि के ओका तइयार किहेस ह। 9 मइँ तोसे सच-सच कहत हउँ समूचे संसारे मँ जहाँ कहूँ भी इ सुसमाचार क परचार कीन्ह जाई, हुवँई ऍकरे यादे मँ जउन कछूइ स्त्री करेस ह, ओकर चर्चा होई।” 10 तब यहूदा इस्करियोती, जउन ऍकरे बारहु प्रेरितन मँ एक ठु रहा, मुख्ययाजकन क नगिचे ईसू क धोखा दइ के पकड़वावइ बरे गवा। 11 उ पचे ओकर बतियन सुनिके बहोत खुस भएन अउर उ पचे ओका धन देइ क वादा करेन। एह बरे फिन यहूदा ईसू कधोखा दइ क पकड़वाव क तलास मँ रहइ लाग। 12 बे खमीरे क रोटी क त्यौहार स एक दिन पहिले, जब फसह मेमना क बलिदान दीन्ह जात रही। ओकरे चेलन ओसे पूछेन, “तू का चाहत बाट्या कि हम पचे कहाँ जाइके तोहरे खइया बरे फसह क भोज तैयारी करी?” 13 तब उ आपन दुइ ठो चेलन क इ कहिके पठएस, “सहर मँ जा, जहाँ तोहका एक ठु मनई पानी क गगरी धरे भेंटइ, तउ ओकरे पाछे होइ जा। 14 फिन जहाँ कहूँ भी उ भीतर जाइ, उ घरे क मालिक स कह्या, ‘गुरु पूछेस ह, भोजन क उ बैठका कहाँ बाटइ, जहाँ मइँ आपन चेलन क संग फसह क भोज खाइ सकउँ।’ 15 फिन उ तोहका ऊपर एक बड़का सजा भवा बैठका देखाई, हुवँइ हमरे बरे तैयारी करा।” 16 तब ओकर चेलन हुवाँ स सहर क चेलन जहाँ उ पचे हर बात वइसी निहारेन जइसी ईसू ओनका बताएस। तबहिं उ पचे फसह क भोज तैयार करेन। 17 दिन ओनवत क आपन बारहु प्रेरितन क संग ईसू हुवाँ पहुँच गवा। 18 जब उ पचे बइठके खइया के खात रहेन, तबहिं ईसू कहेस, “मइँ सच कहत हउँ, तोहरे मँ स एक ठु जउन मोरे संग खइया क खात अहइ, उहइ मोका धोका दइके पकड़वाई।” 19 ऍसे उ पचे दुखी होइ के एक दुसरे स कहइ लागेन, “सचमुच उ मइँ नाहीं हउँ।” 20 तब ईसू ओनसे कहेस, “उ बारहु मँ स उहइ एक बाटइ, जउन मोरे संग एकहि थारी मँ खात अहइ। 21 मनई क पूत क तउ जाइ क अहइ, जइसा कि ओकरे बारे मँ लिखा बाटइ। मुला उ मनई क धिक्कार अहइ, जउन स मनई क पूत पकड़वावइ जाइ केतना नीक इ होत कि उ मनई पइदा न भवा होत।” 22 जब उ पचे खइया क खात रहेन, ईसू रोटी लिहस, धन्यबाद दिहस, रोटी क तोड़ेस अउर ओका उ पचन्क देत देत कहेस, “ल्या, इ मोर बदन अहइ।” 23 फिन उ कटोरा क उठाएस, धन्यबाद दिहस अउर ओनका दिहस अउर उ सबन ओहमाँ स पियेन। 24 तबहिं ईसू बोल पड़ा, “इ मोर लहू (मउत) बाटइ जउन एक नवा करार क सुरुआत अहइ यह बहुतन क बरे बहावा जात अहइ। 25 मइँ तू पचन स सच सच कहत हउँ कि मइँ उ दिना तक दाखरस पिअब जब तलक परमेस्सर क राज्य मँ नवा दाखरस न पिअउँ।” 26 तबहिं उ सब एक स्तुति गाना गाइके जैतून क पर्वत प गएन। 27 ईसू ओनसे कहेस, “तोहार पचे क बिसवास खोइ जाइ। काहेकि लिखा बाटई:‘मई गड़रियवा क मारब अउ भेड़न छिटकाइ जइहीं।’ जकर्याह 13:7 28 मुला फिन स जी उठे क पाछे मइँ तोसे पहिले ही गलील चला जाब।” 29 जब पतरस बोलि उठा, “चाहे सब मिला आपन बिसवास खोइ दें, मुला मइँ न खोउब।” 30 एह पइ ईसू ओसे कहेस, “मइँ तोसे सच कहत हउँ। आजु, इहइ राते मँ मुर्गा क दुइ बार बाँग देइ स पहिले तू तीन दाई मोका नकार चुका होब्या।” 31 एह पइ पतरस अउर जोर देत भवा कहेस, “जदि मोका तोर संग मरइ पड़इ तबहुँ मइँ तोहका कबहुँ न नकारब!” तबहिं अउ बाकी चेलन भी अइसा ही कहेन। 32 फिन उ पचे एक अइसे ठउरे प आएन जेका गतसमनी कहा जात हरा। हुवाँ ईसू आपन चेलन स कहेस, “जब तलक मइँ पराथना करत हउँ, तू पचे हियँइ बइठा।” 33 अउर पतरस, याकूब अउर यूहन्ना क उ आपन संग लइ गवा। उ बहोतइ दुःखी अउर बियाकुल होत रहा। 34 उ ओनसे कहेस, “मोर मन दुःखी बाटइ, जेसे मोर प्रान निकरि जइहीं। तू हियँई ठहरा अउर होसिआर रहा।” 35 फिन रचिके अगवा बढ़ि के उ धरती प निहुरि के पराथना करइ लाग कि जदि होइ सकइ तउ घड़ी मोसे टरि जाइ। 36 फिन उ कहेस, “हे अब्बा परमपिता! तोहरे बरे सब कछू संभव अहइ। इ कटोरा क मोसे दूर करा। फिन जउन कछू मइँ चाहत हउँ, उ नाहीं मुला जउन तू चाहत ह, उहइ करा।” 37 फिन उ लौटा तउ आपन चेलन क सोवत भवा निहारि के पतरस स कहेस, “समौन क तू सोवत अहा? का तू एक घड़ी भी जाग नाहीं सक्या? 38 जागत रहा अउर पराथना करा जेसे तू अउनो परिच्छा मँ न फँसा। आतिमा तउ चाहत ह मुला सरीर निर्बल अहइ।” 39 उ फिन चला गवा अउर वइसे ही बचन बोलत बोलत उ पराथना किहेस। 40 जब उ दुबारा लौटा तउ उ फिन ओका सोवत पाएस। ओकरी आँखिन मँ नींद चाँपे रही। ओका कछू सूझत नाहीं रहा कि उ का जवाब देइ। 41 उ तिसरी दाई फिन लौटा अउर ओसे बोला, “का तू अबहुँ अरामे स सोवत अहा? अच्छा, तउ सोवत रहा। उ घड़ी आइ गइ अहइ जब मनई क पूत धोखा स पकड़वाइ जाइ के पापी मनइयन क हथवा मँ दइ दीन्ह जात अहइ। 42 खड़ा होइ जा! आवा चली। देखा, इ आवत अहइ, मोका धोखा दइ के पकड़वइया मनई।” 43 ईसू बोलत रहा कि ओकरे बारहु प्रेरितन मँ स एक यहूदा हुवाँ दिखाइ दिहस। ओकरे लगे लठियन अउर तरवारन क लिहे भीड़ रही, जेका मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन पठएन रहेन। 44 धोखा दइ के पकड़वइया ओनका ई इसारा बताइ के राखे रहा, “जेका मइँ चूम लेउँ, उहइ उ अहइ। ओका हिरासत मँ लइ ल्या अउर पकड़ि के सुरच्छित स लइ जा।” 45 तउ जइसे ही यहूदा हुआँ आवा, उ ईसू क नगिचे जाइ के कहेस, “गुरु!” अउर ओका चूमि लिहेस। 46 फिन तुरंतहि उ पचे ओकर हाथ पकड़िके हिरासते मँ लइ लिहन। 47 ओकर चेला जउन नगिचे खड़ा रहा, आपन तरवार खींचेस अउर महायाजक क एक ठु नउकरे प मारि दिहस, जेसे ओकर कान कट गवा। 48 फिन ईसू ओनसे कहेस, “का मइँ कउनो अपराधी हउँ जेका पकड़इ तू सबइ लाठी अउर तरवार लइके आइ अहा? 49 रोज मन्दिर मँ उपदेस देत मइँ तोहरे साथे रहा मुला तू पचे मोका नाहीं पकड़या। अब इ भवा जइसे सास्तरन क बचन पूरा होइ जाइ।” 50 फिन ओकर सब चेलन ओका अकेला तजि के पराइ गएन। 51 आपन उधार देहे प केवल चदरिया लपेटि के एक ठु नउजवान पाछे पाछे आवत रहा। उ पचे ओका पकड़इ चाहेन। 52 मुला उ आपन चदरिया छोड़ि क नंगा पराइ गवा। 53 उ सबइ ईसू क महायाजक क नगिचे लइ गएन। फिन सबइ मुख्ययाजकन, बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर धरम सास्तिरियन जमा भएन। 54 पतरस ओसे दूरइ दूर रहत भवा ओकरे पाछे पाछे महायाजक क अंगना मँ भीतर तलक चला गवा अउर हुवाँ क पहरेदारन क साथ बइठके आगी तापइ लाग। 55 समूची यहूदी महासभा अउर मुख्ययाजकन ईसू क मउत की सजा देइ बरे ओकरे खिलाफत मँ प्रमान खोजइ क जतन करत रहेन मुला ढूँढ नाहीं पाएन। 56 बहोतन ओकरे खिलाफत मँ झूठी साच्छी दिहन, मुला उ सबइ साच्छी आपुस मँ एक दूसर क खिलाफ रहीं। 57 फिन कछू लोग खड़े भएन अउर ओकरे खिलाफ मँ झूठी साच्छी देत भए कहइ लागेन, 58 “हम पचे ऍका इ कहत सुनेन ह, ‘मनइयन क हथवा स बना भवा इ मन्दिर क मइँ ढहाइ देइहउँ अउर फिन तीन दिना क भीतर दूसर बनाइ देइहउँ, जउन हाथन स बना न होइ।”‘ 59 लेकिन इन सबन मँ ओ पचेन क साच्छियन एक नाई नाहीं रही। 60 तब ओनके समन्वा महायाजक ठाड़ होइके ईसू स पूछेस, “इ सब लोग, तोहरे खिलाफत मँ इ कउन साच्छियन देत बाटेन? का जबावे मँ तोहका कछू नाहीं कहइके?” 61 यह पइ ईसू चुप्पी साधेस। उ कउनो जबाव नाहीं दिहस। महायाजक फिन ओसे पूछेस, “का तू धन्य (परमेस्सर) का पूत मसीह अहा?” 62 ईसू बोला, “हाँ, मइँ परमेस्सर क पूत हउँ। अउर तू सब मनई क पूत क उ सर्वसक्तिमान क दाई ठाउँ बइठा अउर सरगे क बदरवन मँ आवत देखब्या।” 63 महायाजक आपन ओढ़ना क फाड़त भवा कहेस, “हमका अउ साच्छियन क अब का जरूरत अहइ! 64 तू इ सब बेज्जत बातन क कहत सुन्या, अब तोहार का विचार अहइ?”उ सबइ ओका अपराधी ठहराइके कहेन, “ऍका मउत क सजा मिलइ चाही।” 65 तब कछू मिला ओह पइ थूकत मुँहना क ढकत, घूँसा मारत अउर कछू ओकर हँसी दिल्लगी करत कहइ लागेन, “भविस्सबाणी करा!” अउ फिर पहरेदरवन ओका पीटेन। 66 पतरस अबहीं नीचे अँगने मँ बइठा रहा कि महायाजक क एक ठु नउकरानी आइ। 67 जबहिं उ पतरस क आगी तापत देखेस तउ बड़े धियान स बोली, “तुहउँ तउ ईसू नासरी क संग रह्या।” 68 मुला पतरस मुकरि गवा अउर कहइ लाग, “मइँ नाहीं जानित या मोरी समझ मँ नहीं आवत अहइ कि तू का कहति अहा।” इ कहत उ ड्योढ़ी तक चला गवा। तबहिं मुर्गा बाँग दिहस। 69 उ नउकरानी जब ओका दोबॉरा देखेस तउ हुवाँ खड़े मनइयन स फिन कहइ लाग, “इ मनई भी ओनमाँ स एक अहइ।” 70 पतरस फिन मुकर गवा, अउ फिन थोड़ी देर मँ उहाँ खडेन्ह लोगन्ह पतरस स कहेन, “निस्चय ही तू ओनमे स एक अहा, काहेकि तोहू गलील का अहा।” 71 तब पतरस आपन क धिक्कारइ अउर सपथ खाइ लाग। “जेकरे बारे मँ तू बात करत अहा, उ मनई क मइँ नाहीं जानित!” 72 फउरन मुर्गा दूसर बाँग दिहस। पतरस क उहइ समइया उ सब्दन याद होइ आएन जउन ओहमाँ स ईसू कहे रहा, “एसे पहिले कि मुर्गा दुइ दाई बाँग देइ, तू मोका तीन दाई नकरब्या।” तब पतरस जइसे टूटि गवा होइ। वह फूट फूट कइ रोवइ लाग।
Mark 15:1 जइसे ही भिंसार भवा, मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर समूची यहूदी महासभा एक ठु खाका बनाएन। उ पचे ईसू क बाँधिके लइ गएन अउर ओका पिलातुस क सौंप दिहेन। 2 पिलातुस ओसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अहा?”ईसू जबाव दिहेस, “अइसा ही अहइ। तू खुदइ कहत अहा।” 3 फिन मुख्ययाजकन ओह पइ बहोत स दोख मढ़ेस। 4 पिलातुस ओसे फिन पूछेस, “का तोहका जबाव नाहीं देइ क अहइ? देखा, उ पचे केतॅनी बातन क दोख तोह पइ लगावत अहइँ।” 5 मुला ईसू अबहुँ कउनो जबाव नाहीं दिहस। एह पइ पिलातुस क बहोतइ अचरज भवा। 6 फसह क त्यौहार क मउके प पिलातुस कउनो एक बंदी क जेका मनइयन चाहत रहेन, ओनके छोड़ देत रहा। 7 बरअब्बा नाउँ क एक बन्दी उ विद्रोह करवइयन क संग जेले मँ रहा जउन दंगा मँ कतल करेन। 8 मनइयन आएन अउर पिलातुस स कहइ लागेन कि उ जइसा हमेसा स करत आइ ह, वइसा ही करा। 9 पिलातुस ओनसे पूछेस, “का तू पचे चाहत बाट्या कि मइँ तोहरे बरे यहूदियन क राजा क अजाद कइ देउँ?” 10 पिलातुस इ एह बरे कहेस कि उ जानत ह कि मुख्ययाजकन जलन क कारण ओका पकड़वाएन ह। 11 मुला मुख्ययाजकन भीड़े क हुसकाएन कि उ ओकरे बजाय ओनके बरे बरअब्बा क छोड़ि देइ। 12 मुला पिलातुस ओनसे फिन पूछेस, “जेका तू यहूदियन क राजा कहत बाट्या ओकर मइँ का करउँ बतावा तू का चाहत बाट्या?” 13 जबावे मँ उ पचे चिल्लानन, “ओका क्रूस प चढ़ावा!” 14 जब पिलातुस ओसे पूछेस, “काहे, उ कउन अइसा अपराध किहेस ह”मुला उ पचे अउर जोर स चिचिआइके कहेन, “ओका क्रूस प चढ़ावा।” 15 पिलातुस भीड़ क खुस करइ चाहत रहा, एह बरे उ ओनका बरे बरअब्बा क छोड़ेस अउर ईसू क कोड़वा स पिटवाइ क क्रूस पर चढ़ावइ के सौप दिहस। 16 फिन सिपाही ओका रोम क राजपाल क निवास मँ लइ गएन। उ पचे सिपाही क पूरी पलटन बोलॉइ लिहन। 17 फिन उ सबइ ईसू क बैगनी रंगे क ओढ़ना पहिराएन अरु काँटन क ताज बनाइ के ओकरे मुँड़वा प धरेन। 18 फिन ओका सलामी देइ लागेन, “यहूदियन क राजा क सुआगत अहइ।” 19 उ सबइ ओकरे मुँड़वा प नरकटे स मारत जात रहेन। उ पचे ओह पइ थूकत जात रहेन अउर घुटनवन प निहुरिके ओकरे अगवा दण्डवत करत रहेन। 20 इ तरह जब उ सबइ ओकर मसखरी उड़ाइ चुकेन तउ उ सबइ बैगनी ओढ़ना उतारेन अउर ओका आपन ओढ़ना पहिराइ दिहन अउर फिन ओका क्रूस प चढ़ावइ बरे, बाहेर लइ आएन। 21 उ पचेन क कुरेनी क रहवइया समौन नाउँ क एक मनई, राहे मँ भेंटेस। उ गाउँ स आवत रहा। उ सिकन्दर अउर रूफुस क बाप रहा। सिपहियन ओह पइ दबाव डारेन कि ईसू क क्रूस उठाइ क चलइँ। 22 फिन उ पचे ईसू क गुलगुता नाउँ क ठाउँ प लइ गएन (जेकर अरथ अहइ “खोपड़ी ठाउँ।”) 23 फिन उ पचे ओका लोहबान नाइ के दाखरस पिअइ क दिहेन। मुला उ ओका नाहीं लिहेस। 24 फिन ओका क्रूसे पइ चढ़ाइ दीन्ह गवा। ओकर ओढ़ना उ पचे बाँटि लिहेन अउर इ देखइ क बरे कि कउनो का लेइ, उ पचे पासा फेंकेन। 25 दिना क नउ बजेन, जब उ पचे ओका क्रूस प चढ़ाएन। 26 ओकरे खिलाफ एक लिखा भवा मुकद्मा क पत्तर ओह पइ लगावा रहा, “यहूदियन क राजा।” 27 ओकरे संग दुइ ठु डाकू भी क्रूस प चढ़ाइ गएन। एक ठु ओकरे दाई अउर दूसर वाईं कइँती। 28 29 ओकरे लगे स निकरि के जात मनइयन ओका निन्दा करत रहेन। आपन मूँड़ी झमकाइ झमकाइ के उ पचे कहत रहेन, “अरे वाह। तू उहइ अहइ जउन मंदिर क ढहाइ के तीन दिना मँ फिन बनावइवाला रहा। 30 अब क्रूस स तरखाले आइके अउर खुदइ आपन क तउ बचाव।” 31 इ तरह मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन भी ईसू क मसखरी उड़ाएन। उ पचे आपुस मँ कहइ लागेन, “इ अउरन क बचावत अहइ, मुला खुद आपन क नाहीं बचाइ सकत। 32 अब इ मसीह अउर इस्राएल क राजा क क्रूस प स तरखाले उतरइ दे जेसे हम पचे इ देखि के ओहमाँ बिसवास करि सकी।” अउर उ दुइनउँ भी, जउन ओकरे साथ क्रसे प चढ़ाइ गवा रहेन, ओकर बेज्जती करेन। 33 फिन समूची धरती पइ दुपहरे तक अँधियार छावा रहा। इ अँधियारा दोपहर तीन बजे तक रहा। 34 दिना क तीन बजे ईसू ऊँची आवाज मँ चिल्लाइके कहेस, “ इलोई, इलोई, लमा सबकतनी!” अरथ अहइ “मोरे परमेस्सर, मोरे परमेस्सर, तू मोका काहे बिसारि दिहा?” 35 जउन नगिचे ठाड़ रहेन, ओनमाँ स कछू जब इ सुनेन तउ उ पचे बोलेन, “सुना इ एलिय्याह क पुकारत अहइ।” 36 तब एक मनई दौड़ि के सिरका मँ बोरि के एक ठु मोटा कपरा क भीजि के डंडा प धइ के ईसू क पिअइ बरे दिहस अउ कहेस, “ठहरि जा, हम पचे निहारत अही कि ऍका नीचे उतारइ क बरे एलिय्याह आवत ह कि नाहीं।” 37 फिन ईसू ऊँची आवाज मँ चिल्लाइके प्राण तजि दिहस। 38 तबहिं मंदिर क पट ऊपरि स तरखाले तक फाटिके दुइ टुकरन मँ बँटि गवा। 39 सेना क एक ठु अधिकारी जउन ईसू क समन्वा ठाड़ रहा, ओका प्रान तजत देखेस। उ कहेस, ‘इ मनई असल मँ परमेस्सर क पूत रहा।” 40 कछू स्त्रियन हुवाँ दूर ते ठाड़े भइ निहारत रहीं, जेहमाँ मरियम मगदलीनी, छोटका याकूब अउर योसेस क महतारी मरियम अउर सलोमि रही। 41 जब ईसू गलील मँ रहा तउ इ स्त्रियन ओकर चेलन रहीं अुर ओकर सेवा करत रही। हुवाँ अउर भी बहोत स स्त्रियन रहीं जउन ओकरे साथ यरूसलेम तक आइ रहीं। 42 सांझ होइ गइ अउर सबित क पहिले क, उ तैयारी क दिन रहा। 43 एह बरे अरिमतिया क यूसुफ आइ। उ यहूदी महासभा क सम्मानित सदस्य रहा अउर परमेस्सर क राज्य आवइ क बाट जोहत रहा। हिम्मत क साथ उ पिलातुस क नगिचे गवा अउर ओसे ईसू क सरीर माँगेस। 44 पिलातुस क भारी अचरज भवा कि उ ऍतनी हाली कइसे मरि गवा। उ सेना क अधिकारी क बोलाएस अउर ओसे पूछेस, का ओका मरे भए ढेर देर होइ ग अहइ? 45 फिन जब उ सेना क अधिकारी स बयान सुनि लिहस तउ यूसुफ क सरीर दइ दिहस। 46 फिन यूसुफ सने मलमल क थोड़ स कपरा बेसहेस, ईसू क क्रूस स तरखाले उतारेस, ओकरे सरीरे क कपरा मँ लपेटेस अउर ओका कब्र मँ रख दिहेस जेका चट्टाने क काटि क बनावा गवा रहा। अउर फिन कब्रे क मुँहे प एक बड़वार पाथर ढकेलिके टिकइ दिहेस। 47 मरियम मगदलीनी अउर योसेस क महतारी निहारत रहीं कि ईसू क कहाँ रखा ग अहइ।
Mark 16:1 सबित क दिन बीत गए प मरियम मगदलीनी, सलोमी अउर याकूब क महतारी मरियम क सरीरे पर लगावइ बरे सुगन्धि खरीदेस। 2 हफता क पहिले दिन भिंसारे सूरज निकरत ही उ पचे कब्र प गइन। 3 उ पचे आपुस मँ कहत रहीं, “हमरे बरेकब्र क दुआरे स कउन पथरवा क सरकाइ?” 4 फिन जब उ पचे आँखियाँ खोलि के निहारेन कि उ बहोतइ बड़वार पाथर हुवाँ स टरि गवा अहइ। तब उ देखिन कि पाथर हुआँ स दूर लुढ़क गवा। 5 फिन जब उ पचे कब्र क भीतर गइन तो निहारेन कि उज्जर कपरा पहिरे एक नउजवान दाहिन कइँती बइठा अहइ। वे पचे डेराइ गइन। 6 फिन नउजवान ओनसे कहेस, “जिन डेरा, तु सबइ जउन नासरी क ईसू खोजति अहा, जेका क्रूस प चढ़ाइ गवा अहइ, उ जी उठा बाटइ। उ हियाँ नाहीं बाटइ। इ ठउर क लखा जहाँ उ पचे ओका धरेन ह। 7 अब तू जा अउर ओनके चेलन क अउर पतरस स कहा, ‘उ तोसे पहिले गलील जात बाटइ। जइसा कि उ तोसे कहे रहा, उ तोहका हुवँइ मिली।”‘ 8 तब डर अउर अचरजि मँ आइके उ पचे कब्र स बाहेर निकरिके पराइ गइन। उ सबइ कउनो क कछू नाहीं बताएन काहेकि उ पचे बहोतइ घबराइ गइ रहिन। 9 हफ्ता क पहिले दिन भिंसारे जी उठइ क पाछे उ सबन त पहिले मरियम मगदलीनी क समन्वा परगट भवा जेका उ सात दुस्ट आतिमन स छोड़वाएस। 10 उ ईसू क संगिन जउन सोक मँ बूड़ा रहेन, खुबइ रोवत रहेन, जाइके बताएस। 11 जब उ पचे सुनेन कि ईसू जीवित अहइ अउर उ ओका देखेस ह तउ पचे बिसवास नाहीं किहेन। 12 ऍकरे पाछे ओनमाँ स दुइनउँ क समन्वा जब उ पचे खेतन मँ जात जात राहे मँ रहेन, एक ठु दूसर रूप धइके परगट भवा। 13 उ पचे लौटि के दूसर चेलन क भी ऍकर खबर दिहन मुला उ सबइ ओकर बिसवास नाहीं किहेन। 14 पाछे, जब ओकर गियारह प्रेरितन खाना खात रहेन, उ ओनके समन्वा परगट भवा अउर उ ओनके बिसवास न करइ के अउर मनवा क जर होइ जाइ के डाटेस फटकारेस काहेकि इ पचे ओकर बिसवास नाहीं किएन जउन ओका जी उठइ के बाद लखेन। 15 फिन उ ओनसे कहेस, “जा अउर समूची दुनिया क मनइयन क सुसमाचार क उपदेस द्या। 16 जउन कउनो बिसवास करत ह अउर बपतिस्मा लेत ह, ओकर बचावा होई अउर जउन बिसवास न करी, उ दोखी माना जाइ। 17 जउन मोरे मँ बिसवास करिहीं, ओनमाँ इ चीन्हा होइहीं; उ मोरे नाउँ प दुस्ट आतिमन क बाहेर खदेरिहीं उ सबइ नई नई भाखा बोलिहीं। 18 उ पचेन आपन हाथन स सांपन क पकरि लेइहीं अउर जदि उ पचे बिख पी जइहीं तउ ओनका नेसकान न होई, उ पचे रोगिन्प आपन हाथ धरिहीं अउर उ पचे चंगा होइ जइहीं।” 19 इ तरह जब पर्भू ईसू ओनसे बात कइ चुकेस तउ ओका सरगे मँ उठा लीन्ह गवा। उ परमेस्सर क दाहिन कइँती बइठ गवा। 20 ओकर चेलन बाहेर जाइके सब ठउरन मँ सुसमाचार दिहन कि ओनके संग पर्भू काम करत रहा। पर्भू बचन क अद्भुत कारजन करइ क सवित क संग लइके सच साबित किहेस।
Luke 1:1 बहोत स मनई हमरे बीच होइजाइ वाली घाटना क ब्यौरा लिखइ क कोसिस करेन ह। 2 उहइ बातन हमका उ सबइ मनइयन क जरिये जान पड़िन जउन उ पचे सुरुआत स घटत देखेन अउर जउन सुसमासार क प्रचार करत रहेन। 3 हे मान्यवर थियुफिलुस! काहेकि मइँ सुरुआत स सब कछू होसियारी स पढ़ेउँ ह। एह बरे मोका इ नीक जान पड़त ह कि तोहरे बरे एक ठु एक क बाद एक एक घटना क लिखेउँ। 4 जेसे तू सब इन बातन क बेफिकिर होइके जान ल्या जउन तोहका सिखाइ ग अहइँ। 5 उ समइया मँ जब यहूदिया प हेरोदेस क राज्य रहा। हुवाँ जकरयाह नाउँ क एक याजक रहत रहा। जउन याजकन क अबिय्याह दलक रहा अउर ओकर पत्नी इलीसिबा हारून बंस क रही। 6 उ दुइनउँ परमेस्सर क निगाह मँ धर्मी रहेन। उ पचे बिना कउनो दोख क पर्भू क सबइ हुकुमन अउर बिधानन क पालन करत रहेन। 7 मुला ओनके कउनो संतान नाहीं रही, काहेकि इलीसिबा बाँझ रही अउर उ दुइनउँ बहोत बुढ़वा होइ ग रहेन। 8 जब जकरयाह क आपन दले क मन्दिर मँ याजक क काम खातिर बारी आइ, अउर उ परमेस्सर क समन्वा आराधना बरे हाजिर भवा। 9 तउ याजकन मँ चली भइ रीति रिवाजे क तरह पर्ची डाइके ओका चुना गवा कि उ पर्भू क मन्दिर जाइके धूप जरावइ। 10 जब धूप जरावइ क समइ आइ तउ बाहेर ऍकट्ठा भवा मनई पराथना करत रहेन। 11 उहइ समइया जकरयाह क समन्वा एक ठु पर्भू का दूत परगट भवा। उ दूत धूप क वेदी क दाहिन कइँती खड़ा रहा। 12 जकरयाह जइसे उ दूत क निहारेस तउ उ घबराइ गवा अउर डर जइसे ओका जकड़ि लिहस। 13 फिन सरगदूत ओसे कहेस, “जकरयाह जिन डेराअ, तोहार पराथना सुनि लीन्ह गइ अहइ। एह बरे तोहार पत्नी इलीसिबा एक बेटवा क जनम देई, अउर तू ओकर नाउँ यूहन्ना धर्या। 14 उ तोहका आनंद अउर खुसी देइ, साथे ओकरे जनम स अउर भी बहोत स मनइयन क खुसी होई। 15 काहेकि उ पर्भू क निगाहे मँ महान होई। उ कबहुँ कउनो दाखरस या कउनो मदिरा क न पिई। आपन जन्म स पवित्तर आतिमा स भरपूर होई। 16 उ इस्राएल क बहोतन मनइयन क ओनकइ पर्भू परमेस्सर कइँती लौटइ बरे फेरी। 17 उ एलिय्याह क आतिमा अउर सामर्थ मँ होइके परभू क अगवा अगवा चली। उ बापन क हिरदय ओनके संताने कइँती मोड़ देइ अउर आज्ञा न मानइवालन क मने क बदल देइ जेहसे उ पचे धर्मी मनइयन क नाई सोचइ लागइ। इ सबइ, उ मनइयन क पर्भू बरे तइयार करइ क करी।” 18 तबहीं जकरयाह दूत स कहेस, “मइँ इ कइसे जान लेउँ कि इ सच अहइ? काहेकि मइँ एक बुढ़वा हउँ अउर मोर पत्नी बुढ़िया होइ ग अहइ।” 19 तबहिं सरगदूत जवाब देत ओसे कहेस, “मइँ जिब्राईल हउँ। मइँ उहइ हउँ जउन परमेस्सर क अगवा खड़ा रहत हउँ। मोका तोसे बात करइ अउर इ सुसमाचार क बतावइ बरे पठवा ग अहइ। 20 मुला देखा, काहेकि तू मोरे सब्दन प, जउन निस्चित समइ क आइ प सच सिद्ध होइहीं, बिसवास नाहीं किहा, यह बरे तू गूँगा होइ जाब्या अउर उ दिना तलक नाहीं बोल पउब्या जबहिं ताई इ घटित न होइ जाइ।” 21 ओहर बाहेर मनई जकरयाह क इंतजार करत रहेन। ओकना अचरज भवा कि उ ऍतनी देर मन्दिर मँ काहे ठहर गवा। 22 फिन जब उ बाहेर आवा अहइ तउ उ ओनसे बोल नाहीं पावत रहा। ओनका इ लाग कि जइसे मन्दिर क भीतर कउनो दर्सन होइ गवा अहइ। उ गूँगा होइ ग अउर सिरिफ इसारा करत रहा। 23 अउर फिन अइसा भवा कि जब ओकर आराधना क काम होइ गवा तउ जकरयाह वापस आपन घर लौटि गवा। 24 थोड़े दिना बाद ओकर पत्नी इलीसिवा गर्भवती भइ। पाँच महीना तलक उ सबन स अलगइ रही। उ कहेस, 25 “अब आखिर मँ जाइके इ तरह पर्भू मोर मदद करेस ह। मनइयन क बीच मोर लाज राखइ बरे उ मोर सुधि लिहस ह।” 26 इलीसिबा क छठा महीना चलत रहा, गलील क एक सहर नासरत मँ परमेस्सर क दूत जिब्राईल क एक कुँवारी कन्या क लगे पठएस जेकर यूसुफ नाउँ क एक मनई स गोदी भरि दीन्ह गइ। उ दाऊद क बंस मँ जनमा रहा अउर उ कुँवारी कन्या क नाउँ मरियम रहा। 27 28 जिब्राईल ओकरे लगे आइ अउर कहेस, “तोह पइ अनुग्रह भइ अहइ, तोहार जय होइ। पर्भू तोहरे संग बा।” 29 इ बचन सुनिके उ बहोत घबरान, उ सोच मँ पड़ि गइ, “एकर का अरथ होइ सकत ह” 30 तब सरगदूत ओसे कहेस, “मरियम तू जिन डेराअ, तोसे परमेस्सर खुस अहइ। 31 सुना! तू गोड़वा स भारी होब्या अउर एक पूत क जनम देबू अउर ओकर नाउँ ईसू रखबिउ। 32 उ महान होई अउर उ सबन त सर्वोच्च (परमेस्सर) क पूत कहवावा जाई। पर्भू परमेस्सर ओका ओकरे बाप दाऊद क सिंहासन दइ देई। 33 उ अनन्त समइया ताई याकूब क घराने प राज करी। ओकर राज्य क नास कबहुँ न होई।” 34 एह पइ मरियम सरगदूत स कहेस, “इ सच कइसे होइ सकत ह काहेकि मइँ तउ अबहँू कुँवारी हउँ।” 35 जवाबे मँ सरगदूत ओसे कहेस, “तोहरे लगे पवित्तर आतिमा आई अउर सर्वोच्च (परमेस्सर) क सक्ती तोहका आपन परिछाहीं मँ लइ लेई। इ तरह उ जनम लेइवाला पवित्तर पूत परमेस्सर क पूत कहवावा जाई। 36 अउर इ भी सुनि ल्या कि तोहरे कुनबा क इलीसिबा क कुनबे मँ बुढ़ौती क गरभ मँ एक बेटवा अहइ अउर ओकरे कोखी क इ छठा महीना चलत बा। लोग कहत रहेन कि उ बाँझ वा! 37 मुला परमेस्सर बरे कछू न होइ सकइ, अइसा नाहीं!” 38 मरियम कहेस, “मइँ पर्भू क दासी हउँ जइसा तू मोरे बरे कह्या ह, वइसा ही होइ!” अउर तब उ सरगदूत ओकरे लगे स चला गवा। 39 उहइ समइया मरियम तइयार होइके यहूदिया क पहाड़ी पहँटा मँ बसा एक ठु सहर क फउरन चली गइ। 40 फिन उ जकरयाह क घरे गइ अउर उ इलीसिबा क अभिवादन किहेस। 41 इ भवा कि जबइ इलीसिबा मरियम क अभिवादन सुनेस तउ जउन बचवा ओकरे पेटवा मँ रहा, उछरि गवा अउर इलीसिबा पवित्तर आतिमा स सराबोर होइ गइ। 42 ऊँची आवाजे मँ चिल्लात भइ उ कहेस, “तू स्त्रियन मँ सबते जिआदा बड़भागी अहा अउर जउने बचवा क तू जनम देबू उ धन्य बा। 43 मुला इ ऍतनी बड़ी बात मोरे संग काहे घटि गई कि मोरे पर्भू क महतारी मोरे नियरे आइ। 44 काहेकि तोहरे पैलगी क सब्द जइसेन मोरे कनवा मँ आइ, मोरे पेटवा मँ बचवा खुसी स उछरि गवा। 45 तू धन्य अहा जउन इ बिसवास किहेस कि पर्भू जउन कछू कहेस उ होइके रही।” 46 तबहीं मरियम कहेस, 47 मोर प्रान पर्भू (परमेस्सर) क स्तुति करत ह: मोर आतिमा मोरे उद्धारकर्ता परमेस्सर मँ खुस भइ। 48 उ आपन दीन दास की बिटिया क सुधि लिहेस अउर अब हाँ आजु क बाद सबहिं मोका धन्य कइहीं। 49 काहेकि उ सक्तीवाला मोरे बरे बड़कवा कारज किहेस ह। ओकर नाउँ पवित्तर अहइ। 50 जउन ओसे डेरात हीं उ ओन पइ पीढ़ी दर पीढ़ी दाया करत ह। 51 उ आपन बाँहन क सक्ती देखाइस। उ घमंडी मनइयन क ओनके डींग हाँकइवालन क बिचारन क छितराइ दिहेस। 52 उ राजन क सिंहासने स तरखाले उतार दिहस। दीनन क ऊँचा उठाएस। 53 उ भुखान मनइयन क नीक चीजे स भरपूर कइ देई अउर धनी लोगन क निकारि देई। 54 उ आपन सेवकन इस्राएलियन क दाया कइर आवा अउर हमरे पूर्वजन क बचन क मुताबिक। 55 ओका इब्राहीम अउर ओकर संताने प सदा दाया देखॉवइ क याद रही।” 56 मरियम कउनो तीन महीने ताई इलीसिबा क संग ठहरी रही अउर फिन आपन घरवा लौटि आइ। 57 फिन इलीसिबा क बचवा पइदा करइ क समइ आइ अउर ओकरे एक बेटवा पइदा भवा। 58 जब ओकर पड़ोसी अउर ओकर नातेदार सुनेन कि पर्भू ओह प दाया देखाइस ह तउ सबइ साथे मिलिके खुसी मनाएन। 59 अउर फिन अइसा भवा कि अठवें दिन बचवा क खतना खातिर मनइयन हुवाँ आएन। उ पचे ओकरे बाप क नाउँ क मुताविक ओकर नाउँ जकरयाह धरइ जात हरेन, 60 “तबहीं ओकरे महतारी बोल पड़ी, “नाहीं एकर नाउँ यूहन्ना रखा जाब अहइ।” 61 तब उ पचे ओहसे बोलेन, “तोहरे कउनो भी नातेदार का इ नाउँ नाहीं बा।” 62 अउर फिन उ पचे इसारन मँ ओकरे बाप स पूछेन, “उ ओका का नाउँ देइ चाहत ह” 63 एह प जकरयाह ओनसे एक ठु तख्ती माँगेस अउर लिखेस, “एकर नाउँ अहइ यूहन्ना।” एह पइ उ सबइ अचरजे मँ पड़ि गएन। 64 तबहीं फउरन ओकर मुँह खुलि गवा अउर ओकर बाका फूटि गवा। उ बोलइ लाग अउर परमेस्सर क स्तुति करइ लाग। 65 ऍहसे सबइ पड़ोसी डेराइ गएन अउर यहूदिया क समूचइ पहाड़ी पहँटा मँ मनइयन ऍकरे बारे मँ बतियाई लागेन। 66 जउन कउनो भी इ बात सुनेस, अचरजे मँ पड़िके कहइ लागेन, “इ गदेला का बनी?” काहेकि पर्भू क हाथ ओह प अहइ। 67 तब ओकर बाप जकरयाह पवित्तर आतिमा स सराबोर होइ गवा अउर उ भविस्सवाणी किहेस: 68 “इस्राएल क पर्भू परमेस्सर क आसीस होइ काहेकि उ आपन मनइयन क मदद बरे आवा अउर ओनका आजाद कराएस। 69 उ हमरे बरे आपन सेवक दाऊद क परिवार स एक उद्धारकर्ता दिहस। 70 जइसा कि उ बहोत पहिले आपन पवित्त नबी स वचन देवॉएस। 71 उ हमका हमार दुस्मनन स अउर ओन सब क हथवन स, जउन हम स घिना करत रहेन, हमका छोड़ावइ क वचन दिहस। 72 हमरे पूर्वजन प दाया देखावइ क अउर आपन पवित्तर बचन क याद रखइ क। 73 ओकर बचन रहा एक उ सपथ जउन हमरे पूर्वजन इब्राहीम क संग लीन्ह गइ रहिन, 74 कि हमार दुस्मनन क हथवन स हमार छुटकारा अउर बेडर क पर्भू क सेवा करइ क हुकुम दीन। 75 अउर आपन जिन्नगी भर हर रोज ओकरे समन्वा हम पचे पवित्तर अउर धर्मी रहि सकी। 76 “हे बालक! अब तू सर्वोच्च (परमेस्सर) क बड़ा नबी कहा जाइ काहेकि तू पर्भू क अगवा अगवा चलिके ओकरे बरे राह तइयार करी। 77 अउर ओकरे मनइयन स कही कि ओनके पापन क छमा स उ ओनके लोगन क उद्धार का गियान देबा। 78 हमरे परमेस्सर क नरम अनुग्रह स एक नवा दिन क भोर हम पइ ऊपर स उतरी। 79 ओन प चमकइ बरे जउन मउत क गहरी छाया मँ जिअत अहइँ काहेकि हमरे गोड़वन सांति क राहे प सीधा जाइँ।” 80 इ तरह उ लरिका बाढ़इ लाग अउर ओकर आतिमा मजबूत स मजबूत होइ लाग। उ मनइयन मँ परगट होइ स पहिले निर्जन जगहिया मँ रहत रहा।
Luke 2:1 उ दिना औगुस्तुस कैसर कइँती स एक हुकुम निकरा कि समूचइ रोम क राज्य मँ जनगणना दर्ज कीन्ह जाइ। 2 इ पहली जनगणना रही। इ ओन दिनन भइ जब सीरिया क राज्यपाल विवरिनियुस रहा। 3 एह बरे जनगणना खारित हर कउनो आपन सहर आवा। 4 यूसुफ भी, गलील क नासरत सहर स यहूदिया मँ दाऊद क सहर बैतलहम क आवा काहेकि उ दाऊद क परिवार अउर बंस क सदस्य रहा। 5 उ हुवाँ आपन होइवाली स्त्री मरियम क संग जउन गर्भवती रही, आपन नाउँ लिखावावइ ग रहा। 6 अबहिं जब उ पचे हुवाँ रहेन, मरियम क बचवा पइदा करइ क समइ आइ गवा। 7 अउर उ आपन पहिलौटी पूत (ईसू) क जनम दिहस। काहेकि हुवाँ सराय क भीतरे उ पचन क कउनो ठउर नाहीं मिल पावा। ऍह बरे उ ओका ओढ़ना मँ लपेटिके चरही मँ लोटाएस। 8 तबहीं हुवाँ उ पहँटा मँ बाहेर खेत मँ कछू गड़रियन रहेन जउन राति क समइ आपन आपन झूंड क रखवारी करत रहेन। 9 उहइ समइया पर्भू क एक दूत परगट भवा अउर ओनकइ चारिहुँ कइँती पर्भू क तेज फूटइ लाग। उ सबइ सहमि गएन। 10 तबहीं सरगदूत ओनसे कहेस, “डेराअ जिन, मइँ सुसमाचार लइ आवा हउँ, जेसे सबइ मनइयन क महान आनंद होई। 11 काहेकि आज दाऊद क सहर मँ तोहार उद्धारकर्ता मसीह पर्भू क जनम भ अहइ। 12 तोहका ओका पहिचानइ क चीन्ह होइ कि तू एक ठु बचवा क ओढ़ना मँ लपेटा भवा, चरही मँ ओलरा पउब्या।” 13 उहइ समइया एकाएक उ सरगदूते क संग ढेरि क अउर सरगदूतन हुवाँ हाजिर भएन। उ पचे इ कहत भए परमेस्सर क गुन गावत रहेन: 14 “सरगे मँ परमेस्सर क महिमा होइ अउर धरती प ओन मनइयन क सांति मिलइ जेहसे उ खुस होइ।” 15 अउर जब सरगदूतन ओनका तजिके सरग लौटि गएन तउ उ सबइ गड़रियन आपुस मँ कहइ लागेन, “आवा हम बैतलहम चली अउर जउन घटना भइ अहइ अउर जेकॉ पर्भू हमका बताएन ह, ओका देखी।” 16 तउ उ पचे जल्दी गएन अउर हुवाँ मरियम अउर यूसुफ क पाएन अउर निहारेन कि बचवा चरही मँ लोटा बा। 17 गड़रियन जब ओका निहारेन तउ इ बचवा क बारे मँ जउन संदेसा ओनका दीन्ह ग रहा, उ पचे ओनका सबइ क बताइ दिहन। 18 जउन कउनो भी ओनका सुनेन, उ पचे गड़रियन क कही बातन प अचरज करइ लागेन। 19 मुला मरियम इ सबइ बातन क आपन मनवा मँ राखि लिहेस अउर उ ओन प सोचइ बिचारइ लाग। 20 अउर ओहर उ सबइ गड़रियन जउन कछू सुनेन अउर देखे रहेन, ओके बरे परमेस्सर स्तुति अउर धन्यवाद देत अपने घरन क लौटि गएन। इ सब अइसेन घटा जइसेन कि ओनका बतावा गवा रहा। 21 अउर जब बचवा क खतने क खातिर अठवाँ दिन आइ तउ ओकर नाउँ ईसू रखेन। ओका इ नाउँ ओकरे गरभ मँ आवइ स पहिले सरगदूत दइ दिहन। 22 अउर जब मूसा क व्यवस्था क मुताबिक पइदा भए बचवा क सूतक क दिन पूरा होइ गवा अउर सुद्ध होइ क समइ आइ तउ उ पचे ईसू क पर्भू क अरपन करइ बरे यरूसलेम लइ गएन। 23 पर्भू क लिखे भइ व्यवस्था क मुताबिक, “हर पहिलौटी क बेटवा पर्भू क बरे बिसेस मान जाई।”‘ 24 अउर पर्भू क व्यवस्था कहत ह, “एक जोड़ी कबूतर या पड़ुँकी क दुइ नवा बचवा क बलिदान देइ चाही।”तउ उ पचे पर्भू क व्यवस्था क मुताबिक बलि चढ़ावइ लइ गएन। 25 यरूसलेम मँ समौन नाउँ क एक धर्मी अउर भगत रहा। उ इस्राएल क सुख चइन क बाट जोहत रहा। पवित्तर आतिमा ओकरे साथ रही। 26 पवित्तर आतिमा ओका परगट किए रही कि जब तलक उ पर्भू क मसीह क दर्सन नाहीं कइ लेइ, मरी नाहीं। 27 उ पवित्तर आतिमा क साथ मन्दिर मँ आवा अउर जब व्यवस्था क मुताविक कारज बरे बालक ईसू क ओकर महतारी बाप मन्दिर मँ लइ आएन। 28 तउ समौन ईसू क आपन गोदी मँ उठाइके परमेस्सर क स्तुति करत बोला: 29 “पर्भू अब तू आपन बचन क मुताबिक मोका आपन दास क सांति क साथ मुक्ती द्या 30 काहेकि मइँ आपन आँखिन स तोहरे उ उद्धार क दर्सन कइ लीन्ह ह। 31 जेका तू सबहिं मनइयन क उपस्थिति मँ तइयार किए अहा। 32 इ बचवा गैर यहूदियन बरे तोहरे राहे का देखावय बरे ज्योति क सोता अहइ अउर तोहरे इस्राएल क मनइयन बरे इ महिमा अहइ।” 33 ओकर महतारी बाप ईसू क बारे मँ कही गइ इ बातन स अचरजे मँ पड़ि गएन। 34 फिन समौन ओनका आसीर्बाद दिहस अउर ओकर महतारी मरियम स कहेस, “इ बचवा इस्राएल मँ बहोतन क गिरावइ या उठावइ क कारण बनइ अउर एक अइसा चीन्ह ठहरावा जाइ बरे तय कीन्ह ग अहइ जेकर खिलाफत कीन्ह जाइ। 35 अउर मनइयन जेका गूढ़ समझिहीं, उ लोगन क पता लगि जाई जेहसे तोहरे हिरदय क दुख होइ।” 36 हुवँइ हन्नाह नाउँ क एक ठु महिला नबिया रही। उ असेर कबीले क फनूएल क बिटिया रही। उ बहोत बुढ़िया रही। आपन बियाहे क सिरिफ सात बरिस पाछे तलक उ आपन भतारे क साथे रही। 37 अउर फिन चौरासी बरिस तलक उ विधवा रही। उ मन्दिर कबहुँ नाहीं तजेस। उपवास अउर पराथना करत भइ उ रात-दिन आराधना करत रही। 38 उहइ समइ उ उहाँ महतारी बाप क लगे आइ। उ परमेेस्सर क धन्यवाद दिहस अउर जउन मनइयन यरूसलेम क छुटकारा क बाट जोहत रहेन, उ ओन सबन्क छोड़ावइ क बारे मँ बताएस। 39 अउर जब उ पचे पर्भू क व्यवस्था क मुताविक सब कछू पूरा कइ लिहेन तउ उ सबइ गलील मँ आपन सहर नासरत लौटि आएन। 40 अउर उ बालक बाढ़इ लाग अउर हिट्ठ पुट्ठ होइ लाग। उ बहोत बुद्धिमान रहा अउर ओह प परमेस्सर क अनुग्रह रही। 41 फसह क त्यौहार प हर बरिस ओकर महतारी बाप यरूसलेम जात रहेन। 42 जब उ बारह बरिस क रहा तउ सदा क नाई उ पचे त्यौहार प गएन। 43 जब त्यौहार खतम भवा अउर उ सबइ घरवा लौटत रहेन तउ बालक ईसू यरूसलेम मँ रुकि गवा मुला महतारी बाप क ऍकर जानकारी नाहीं होइ पाइ। 44 इ बिचारत भए कि उ दले मँ कहूँ होई, उ सबइ दिन भर जात्रा करत रहेन। फिन उ सबइ ओका आपन नातेदारन अउर नजदीकी मीतन मँ हेरइ लागेन। 45 अउर जब उ ओनका नाहीं मिल पावा तउ उ सबइ हेरत हेरत उ पचे यरूसलेम लौटि आएन। 46 अउर फिन भवा ई कि तीन दिना बाद उ ओहका मन्दिर मँ पाएन। उ उपदेस देइ वालेन क साथ बइठ के ओनका सुनत रहा अउर ओनसे सवाल पूछत रहा। 47 उ सबहिं जउन ओसे सुने रहेन, ओकर समझ बूझ अउर ओकरे सवाले क जवाब स अचरजे मँ पड़ि गएन। 48 जब ओकर महतारी बाप ओका निहारेन तउ दंग रहि गएन। ओकर महतारी ओसे पूछेस, “बेटवा, तू हमरे साथ अइसा काहे किहा? तोहार बाप अउर मइँ तोहका हेरत हेरत बहोतइ फिकिर मँ रहेन।” 49 तब ईसू ओनसे कहेस, “तू मोका काहे हेरत हेरत रह्या? का तू नाहीं जनत्या कि मोका मोरे बाप क घरे मँ होइ चाही?” 50 मुला ईसू ओनका जउन जबाव दिहस, उ पचे ओकरे बचन क न समुझ सकेन। 51 फिन उ ओनके संग नासरत लौटि आवा अउर ओनकइ हुकुम क मानत रहा। ओकर महतारी इ सब बतियन क आपन मने मँ राखत जात रही। 52 ओह कइँती ईसू बुद्धि मँ, डील डौल मँ अउर परमेस्सर अउर मनइयन क पिरेम मँ बाढ़इ लाग।
Luke 3:1 तिबिरियुस कैसर क राज्य क पन्द्रहवाँ बरिस मँ जब यहूदिया क राज्यपाल पुन्तियुस पीलातुस रहा अउर उ पहँटा क चउथाई भाग क राजन मँ हेरोदेस गलील क, ओकर भइया फिलिप्पुस इतूरैया अउर त्रखोनीतिस क, अउर लिसनियास अबिलेने क मातहत राजा रहा। 2 अउर यूहन्ना अउर काइफा यहायाजक रहेन, तबहीं परमेस्सर क बचन जकरयाह क बेटवा यूहन्ना क लगे रेगिस्तान मँ पहुँचा। 3 तउ यरदन नदी क नगिचे क समूचे पहँटा मँ गवा, उ पापन क छमा बरे मनफिराय क खातिर बपतिस्मा क प्रचार करइ लाग। 4 नबी यसायाह क बचन क किताबे मँ जइसा लिखा बा:“कउनो क रेगिस्तान मँ चिल्लात भवा सब्द:‘पर्भू क बरे रास्ता तइयार करा अउर ओकरे बरे रास्ता सोझ बनवा। 5 हर घाटी भरि दीन्ह जाई अउर हर पहाड़ अउर पहाड़ी सपाट होइ जइहीं टेढ़ मेंढ़ स्थान सीधे अउर ऊबड़ खाबड़ रास्ता चौरस कइ दीन्ह जाई। 6 अउर सबइ मनई परमेस्सर क उद्धार क दर्सन करिहीं।” यसायाह 40:3-5 7 यूहन्ना बपतिस्मा लेइ आएन मनइयन क भीड़ स कहत रहा, “अरे सँपोला, तू पचन क कउन चेताएस ह कि तू आवइवाले किरोध स बच जा? 8 फल क जरिये तोहका प्रमाण देइ क होई कि असल मँ तोहका अपने पापन क पछतावा अहइ। अउर आपुस मँ इ कहब जिन सुरू करा, ‘इब्राहीम हमार बाप अहइ।’ मइँ तोहसे कहत हउँ कि परमेस्सर इब्राहीम बरे इन पाथरन स भी बचवन पइदा कइ सकत ह। 9 बृच्छन क जड़े प कुल्हाड़ा धरा गवा अहइ अउर हर उ बृच्छ जउन नीक फर नाहीं पइदा करत, काटिके गिराइ दीन्ह जाई अउर फिन ओका आगी मँ झोंकि दीन्ह जाई।” 10 तब भीड़ ओसे पूछेस, “तउ हमका का करइ चाही?” 11 जवाबे मँ उ ओनसे कहेस, “जउन कउनो क लगे दुइ कुरता होइ, उ ओनका जेकरे लगे न होइ, ओनके संग बाँटि लेइँ। अउर जेकरे लगे खइया क होइ, उ भी अइसा ही करइ।” 12 कछू चुंगी (टिक्ॅस) त उगहिया ओकरे लगे बपतिस्मा बरे आएन अउर फिन उ पचे ओसे पूछेन, “गुरु, हमका का करइ क चाही?” 13 ऍह पइ उ ओनसे कहेस, “जेतॅना चाही ओसे जिआदा जिन वसूला।” 14 कछू सिपाही ओसे पूछेन, “अउर हमका का करइ चाही?”तउ उ ओनका समझाएस, “जोर अउर दबाव स कउनो स धन जिन ल्या। कउनो प झूठ दोख जिन लगावा। आपन पगार स संतोख करा।” 15 लोग बड़की आसा स बाट जोहत रहेन अउर यूहन्ना क बारे मँ आपन मने मँ इ बिचारत रहेन कि कहूँ, “इ तउ मसीह नाहीं बा।” 16 तबहीं यूहन्ना इ कहत भवा उ सबन क उत्तर दिसह, “मइँ तउ तोहका जले स बपतिस्मा देत हउँ मुला उ जउन मोसे जिआदा बरियार बा, आवत अहइ। मइँ ओकरे पनही क फीता तलक खोलइ क जोग्ग नाहीं हउँ। उ तोहका पवित्तर आतिमा अउर आगी स बपतिस्मा देइ। 17 ओकरे हाथ मँ ओसावइ क पाँचा अहइ, जइसे उ दाना क भूसा अलगाइ क आपन खरिहाने मँ उठाइके धरत ह। मुला उ भूसा क अइसी आगी मँ झोंकी जउन कबहुँ नाहीं बुताइवाली अहइ।” 18 इ तरह अइसे ही अउर बहोत स सब्दन स उ ओनका समझावत भवा सुसमाचार सुनावत रहत रहा। 19 (पाछे यूहन्ना उ चौथाई पहँटा क मातहत राजा हेरोदेस क ओकर भाई क पत्नी हिरोदियास क संग ओकर गलत संबंध अउर ओकर दूसर कुकरम बरे डाटेस फटकारेस। 20 एह पइ हेरोदेस यूहन्ना क बंदी बनाइके, जउन कछू कुकरम उ किहे रहा, ओहमाँ एक अउर जोर दिहस।) 21 अइसा भवा कि जब सब लोग बपतिस्मा लेत रहेन तउ ईसू भी बपतिस्मा लिहेस। अउर जब ईसू पराथना करत रहा, तबहिं अकास खुलि गवा 22 अउर पवित्तर आतिमा एक ठु कबूतरे क देह धइके ओह प तरखाले ओतरा। अउर अकासबाणी भइ, “तू मोर पियारा पूत अहा, मइँ तोहसे बहोत खुस हउँ।” 23 ईसू जब आपन सेवा सुरू किहेस तउ उ खुद लगभग तीस बरिस क रहा। अइसा बिचारा गवा कि उ यूसुफ क बेटवा रहा, एली क बेटवा यूसुफ, 24 मत्तात क बेटवा एली, लेवी क बेटवा मत्तात, मलकी क बेटवा लेवी। यन्ना क बेटवा मलकी, यूसुफ क बेटवा यन्ना, 25 मत्तित्याह क बेटवा यूसुफ आमोस क बेटवा मत्तित्याह, नहूम क बेटवा आमोस, असल्याह क बेटवा नहूम, नोगह क बेटवा असल्याह, 26 मात क बेटवा नोगह, मत्तित्याह क बेटवा मात, सिमी क बेटवा मत्तित्याह, योसेख क बेटवा सिमी, योदाह क बेटवा योसेख, 27 योनान क बेटवा योदाह, रेसा क बेटवा योनाह, जरुब्बाबिल क बेटवा रेसा, रेसा सालतियेल क बेटवा जरुब्बाबिल, नेरी क बेटवा क रेसा 28 मलकी क बेटवा नेरी, अद्दी क बेटवा मलकी, कोसान क बेटवा अद्दी, इलमोदाम क बेटवा कोसाम, एर क बेटवा इलमोदाम, 29 यहोसुआ क बेटवा एर, एलीएजेर क बेटवा यहोसुआ, योरीम क बेटवा एलीएजेर, मत्तात क बेटवा योरीम, लेवी क बेटवा मत्तात, 30 समौन क बेटवा लेवी, यहूदा क बेटवा समौन, यूसुफ क बेटवा यहूदा, योनान क बेटवा यूसुफ, एलियाकीम क बेटवा योनान, 31 मेलिआ क बेटवा एलियाकीम, मिन्ना क बेटवा मेलिआ, मत्ताता क बेटवा मिन्ना, नातान क बेटवा मत्तात, दाऊद क बेटवा नातान, 32 यिसै क बेटवा दाऊद, ओबेद क बेटवा यिसै, बोअज क बेटवा ओबेद, सलमोन क बेटवा बोअज, नहसोन क बेटवा सलमोन, 33 अम्मीनादाब क बेटवा नहसोन, आदमीन क बेटवा अम्मीनादाब। अरनी क बेटवा आदमीन, हिस्रोन क बेटवा अरनी, फिरिस क बेटवा हिस्रोन, यहूदाह क बेटवा फिरिस, 34 याकूब क बेटवा यहूदाह, इसहाक क बेटवा याकूब, इब्राहीम क बेटवा इसहाक, तिरह क बेटवा इब्राहीम, नाहोर क बेटवा तिरह, 35 सरूग क बेटवा नाहोर, रऊ क बेटवा सरूग, फिलिग क बेटवा रऊ, एबिर क बेटवा फिलिग, सेलाह क बेटवा एबिर, 36 केनान क बेटवा सेलाह, अरफच्छद क बेटवा केनान, सेम के बेटवा अरफच्छद, नूह क बेटवा सेम, लिमिक क बेटवा नूह। 37 मथूसिलह क बेटवा लिमिक, हनोक क बेटवा मथूसिलह, यिरिद क बेटवा हनोक, महललेल क बेटवा यिरिद, केनान क बेटवा महललेल, 38 एनोस क बेटवा केनान, सेत क बेटवा एनोस, आदम क बेटवा सेत, अउर परमेस्सर क पूत आदम रहा।
Luke 4:1 पवित्तर आतिमा स भरा भवा ईसू यरदन नदी स लौटि आवा। आतिमा ओका ऊसरे मँ राह देखॉवत रही। 2 हुवाँ सइतान चालीस दिन ताईं ओकर परीच्छा लिहस। ओ दिनन मँ ईसू वे खइया क खाए रहा। फिन जब समइ पूर भवा तउ ईसू भुखान। 3 एह बरे सइतान ओसे कहेस, “जदि तू परमेस्सर क पूत अहा तउ इ पथरे स रोटी बनइ बरे कहा।” 4 ऍह पइ ईसू जवाब दिहस, “पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा:‘मनई सिरिफ रोटी प नाहीं जिअत।”‘ व्यवस्था विवरण 8:3 5 फिन सइतान ओका बहोत ऊँच लइ गवा अउर छिन भर मँ समूचे संसार क राज्य ओका देखॉवत बोला, 6 अउर सइतान ओहसे कहेस, “मइँ इन राज्यन क तोहका हुकूमत अउर धन दौलत दइ देइहउँ अउर मइँ जेका चाहउँ ओका दइ सकत हउँ। 7 एह बरे यदि तू मोर आराधना करब्या तउ इ सब तोहार होइ जाई।” 8 ईसू ओका जवाब देत भवा बोला, “पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा:‘तोहका सिरिफ आपन पर्भू परमेस्सर क ही आराधना करइ चाही। तोहका सिरिफ उहइ क सेवा करइ चाही!” व्यवस्था विवरण 6:13 9 तब उ ओका यरूसलेम लइ गवा अउर हुवाँ मन्दिर क सबते ऊँची चोटी प लइ जाइके खड़ा कइ दिहस। अउर उ ओसे बोला, “जदि तू परमेस्सर क पूत अहा तउ हिआँ स अपने आपक तरखाले गिरइ द्या। 10 पवित्तर सास्तर मँ लिखा अहइ:‘उ आपन सरगदूतन क तोहरे बारे मँ हुकुम देई कि उ पचे तोहार रच्छा करइँ।’ भजन संहिता 91:11 11 अउर लिखा अहइ:‘उ पचे तोहका आपन बाँहे मँ अइसे उठइहीं कि तोहार गोड़ कउनो पाथर स न टकराई।”‘ भजन संहिता 91:12 12 ईसू जवाब देत भवा कहेस, “पवित्तर सास्तरन मँ इ भी लिखा बा:‘तोहका आपन पर्भू परमेस्सर क परीच्छा मँ नाहीं नावइ चाही।”‘ व्यवस्था विवरण 6:16 13 तउ जब सइतान ओकर सबइ तरह क परीच्छा लइके हारि गवा तउ दूसरइ समइ तलक ओका तजिके चल दिहस। 14 फिन ईसू आतिमा क समर्थ स भरा भवा गलील लौटि आवा अउर उ समूचे पहँटा मँ ओकर चर्चा फैलि गइ। 15 उ ओनके आराधनालय मँ उपदेस दिहेस। सबइ ओकर प्रसंसा करत रहेन। 16 फिन उ नासरत आवा जहाँ उ पला अउर बड़ा भवा। आपन आदत क मुताबिक सबित क दिन उ आराधनालय मँ गवा। जबहिं उ पाठ बाँचइ खड़ा भवा। 17 तउ यसायाह नबी क किताब ओका दीन्ह गई। जब उ किताब खोलेस तउ ओका जगह मिला जहाँ लिखा रहा कि: 18 “पर्भू क आतिमा मोरे मँ समाइ गइ अहइ काहेकि किहेस ह उ मोर अभिसेक कि दीनउँ क सुसमाचार सुनाउब मइँ, उ मोका पठएस ह बंदीयन क इ बतावइ कि उ पचे अजाद अहइँ। आँधर क आँखिन मँ जोति सरसावइ, अउर दलितन क छुटकारा देवॉवइ; 19 पर्भू क अनुग्रह क समइ बतावइ क भेजा अहइ!” यसायाह 61:1-2 20 फिन उ किताब क बंद कइके परिचारक क हथवा मँ दइ दिहस अउर बैठ गवा। आराधनालय मँ सबइ क आँखिन ओका निहारत रहिन। 21 तब उ ओनसे कहब सुरु किहेस, “आज इ बचन तोहरे काने मँ पूर भवा!” 22 हर कउनो ओकरे बारे मँ अच्छी बातन कहत रहेन। ओकरे मुँहना स जउन सुन्दर बचन निकरत रहेन, ओन प सबन क अचरज भवा। उ पचे कहेन, “का इ यूसुफ क बेटवा नाहीं अहइ?” 23 फिन ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे जरूर मोका इ कहावत सुनउब्या, ‘अरे वैद्य खुद आपन इलाज करा।’ कफरनहूम मँ तोहरे जउन काजे क बारे मँ हम पचे सुना ह, उ काजे क हिआँ आपन खुद क सहर मँ भी कइ डावा!”‘ 24 ईसू तब ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि आपन सहर मँ कउनो नबी क स्वागत नाहीं होत। 25 मइँ तोहसे सच कहत हउँ इस्राएल मँ एलिय्याह क समइ मँ जब अकास जइसे मुँद गवा रहा अउर साढ़े तीन बरिस तलक पूरी धरती मँ खौफनाक अकाल पड़ि गवा, तउ हुवाँ बहुत विधवन रहेन। 26 मुला सैदा पहँटा के सारपत सहर क एक विधवा क तजिके एलिय्याह क कउनो अउर क लगे नाहीं पठवा गवा रहा। 27 अउर नबी एलीसा क समइया मँ इस्राएल मँ ढेर कोढ़ी रहेन मुला ओहमाँ स सीरिया क बसइया नामान क तजिके अउर कउनो क सुद्ध नाहीं कीन्ह गवा रहा।” 28 तउ जबहिं आराधनालय मँ मनइयन इ सुनेन तउ सबहिं बहोत क्रोध स भर गएन। 29 तउ उ पचे खड़ा भएन अउर ओका सहर स बाहेर ढकेल दिहेन। उ सबइ ओका पहाड़े क उ चोटी प लइ गएन जेह प ओकर सहर बसा रहा जेसे उ पचे हुवाँ तरखाले झोंकि देइँ। 30 मुला उ ओनके बीच स निकरिके कहूँ आपन राहे प चला गवा। 31 फिन उ गलील क एक सहर कफरनहूम गवा अउर सबित क दिन मनइयन क उपदेस देइ लाग। 32 मनई ओकरे उपदेस स अचरज मँ पड़ि गएन काहेकि ओकर संदेस मुड्ढ विद्वान क तरह रहा। 33 हुवँई एक ठु मनई आराधनालय मँ रहा जेहमाँ एक दुस्ट आतिमा क सवारी रही। उ जोर स चिल्लान, 34 “हे नासरत क ईसू! तु हमसे का चाहत बाट्या? का तू हमार नास करइ आइ अहा? मइँ जानत हउँ तू कउन अहा तू परमेस्सर क पवित्तर मनई अहा!” 35 ईसू झिड़कत भवा ओसे कहेस, “चुप रहा। एहमाँ स बाहेर निकरि आवा!” एह पइ दुस्ट आतिमा उ मनई क लोगन्क समन्वा दइ मारेस अउर ओका बे नसकान किए ओसे बाहेर निकरि गइ। 36 सबइ कोउ अचरजे मँ पड़ि गएन। उ सबइ एक दूसर स बतियात कहेन, “इ कइसा सन्देस बा? हक अउर सक्ती क संग इ दुस्ट आतिमन क हुकुम देत ह अउर उ सबइ बाहेर निकरि जात हीं।” 37 उ पहँटा मँ लगे हर ठउरे प ओकरे बारे मँ खबर सँचर गइ। 38 तब ईसू आराधनालय क तजिके समौन क घर चला गवा। समौन क सासे क बहोत बोखार चढ़ा रहा। उ पचे ईसू स मदद बरे बिनती किहेन। 39 ईसू ओकरे सिरहाने खड़ा भवा अउर बोखारे क डाटेस। बोखार ओहका छोड़ि दिहस। उ फउरन खड़ी होइ गइ अउर ओनकर सेवा करइ लाग। 40 जब सूरज ओनवबत रहा तउ जेकरे हिआँ किसिम किसिम क बेमारी स पीड़ित रहेन, उ सबइ ओनका ओकरे लगे लइ आएन। अउर उ आपन हथवा ओहमाँ स हर एक पर रखत भए ओनका चंगा किहे। 41 ओहमाँ बहोतन मँ दुस्ट आतिमन चिचियात भइ इ कहत बाहेर निकरि आइन, “तू परमेस्सर क पूत अहा।” मुला उ ओनका डाँटेस अउर बोलइ नाहीं दिहस, काहेकि उ सबइ जानत रहिन कि “उ मसीह अहइ।” 42 जब भिनसार भवा तउ हुवाँ स उ कउनो एकांत ठउर चला गवा। मुला भीड़ ओका हेरत हेरत हुवँइ जाइके पहोंच गइ जहाँ उ रहा। उ पचे ओका ओनका छोड़िके न जाइ स रोकेन। 43 मुला उ ओनसे कहेस, “परमेस्सर क राज्य क बारे मँ सुसमाचार मोका दूसर सहरन मँ भी पठवइ क बा काहेकि मोका यह बरे पठवा ग अहइ।” 44 अउर इ तरह उ यहूदिया क आराधनालय मँ लगातार उपदेस देत रहा।
Luke 5:1 अइसा भवा कि भीड़ मँ मनइयन ईसू क चारिहुँ कइँती स घेरिके जब परमेस्सर क बचन सुनत रहेन अउर उ गन्नेसरत नाउँ क झिलिया क किनारे खड़ा रहा। 2 तबहिं उ झीले क किनारे दुइ नाउ देखेस। मछुआरा ओहमाँ स निकरिके आपन जाल साफ करत रहेन। 3 ईसू ओहमाँ स एक नाउ प जउन समौन क रही, चढ़ि गवा अउर उ नाउ क किनारे स हटावइ बरे कहेस। फिन उ नाउ प बइठि गवा अउर हुवँई नाउ प स मनइयन क भीड़े क उपदेस देइ लाग। 4 जब उ उपदेस देब बंद किहेस तउ उ समौन स कहेस, “गहिर पानी कइँती बढ़ा अउर मछरी धरइ क आपन जालि डावा।” 5 समौन कहेस, “स्वामी हम सारी राति बहोत मेहनत कीन्ह ह, मुला हमका कछू नाहीं मिला। तउ भी तू कहत बाट्या, यह बरे मइँ जालि नाइ देत हउँ।” 6 जब उ पचे जलिया डारि दिहन तउ ढेर मछरी धरी गइन। ओनकइ जालि जइसे फाटत रहिन। 7 तउ उ पचे दूसर नाउन मँ बइठन आपन साथी संगी क इसारा कइके मदद बरे बोलाएन। उ सबइ आइ गएन अउर उ सबइ दुइनउँ नाउन प ऍतनी ढेरि क मछरी लादि दिहन कि माना उ पचे बूड़इ लागेन। 8 जब समौन पतरस इ निहारेस तउ उ ईसू क गोड़वा मँ गिरिके बोला, “मोसे दूर रहा, काहेकि हे पर्भू मइँ एक पापी मनई हउँ।” उ इ एह बरे कहेस कि ऍतनी मछरी बटोर पावइ क कारण ओका अउर ओकॅरे सबहीं साथी क बहोत अचरज होत रहा। 9 10 जब्दी क बेटवा याकूब अउर यूहन्ना क भी, जउन समौन क साथी रहेन, इ तरह बहोत अचरज भवा।तउ ईसू समौन स कहेस, “डेराअ जिन, काहेकि अबहिं स तू मनइयन क बटोरब्या।” 11 फिन उ पचे आपन नाउन क किनारे लइ आएन अउर सब कछू तजिके ईसू क पाछे होइ गएन। 12 तउ अइसा भवा कि जब ईसू एक नगर मँ रहा तबहीं हुवाँ कोढ़ स बिआपा एक ठु मनई रहा। उ जइसेन ईसू क निहारेस तउ दण्डवत प्रणाम कइके ओसे बिनती किहेस, “पर्भू, जदि तू चाहा तउ मोका चंगा कइ सकत ह।” 13 ऍह पइ ईसू आपन हाथ बढ़ाइके कोढ़ी क इ कहत भवा छुएस, “मइँ चाहत हउँ, चंगा होइ जा!” अउर फउरन ओकर कोढ़ जात रहा। 14 फिन ईसू ओका हुकुम दिहेस, “ऍकरे बारे मँ उ कउनो स कछू न कहइ। मुला याजक क लगे जा अउर अपने सुद्ध होइ बरे मूसा क हुकुम क मुताबिक भेंट चढ़ाइ द्या जइसे मनइयन क तोहरे चंगा होइ क प्रमाण मिलइ।” 15 मुला ईसू क बारे मँ खबर अउर जिआदा रफ्तार स संचरइ लाग। अउर मनइयन क झुंड क झुंड ऍकट्ठा होइके ओका सुनइ अउर आपन बेरामी स जरटुट होइ बरे ओकरे नगिचे आवत रहेन। 16 मुला ईसू अक्सर कहूँ एकान्त जंगल मँ चला जात रहा अउर उहाँ पराथना करत रहा। 17 अइसा भवा कि एक दिना जब उ उपदेस देत रहा तउ हुवाँ फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन भी बइठा रहेन। उ सबइ गलील अउर यहूदिया क हर सहर अउर यरूसलेम स आए रहेन। मनइयन क चंगा करइ क पर्भू क सक्ती ओकरे साथे रही। 18 तबहीं कछू मनई खटिया प लकवा क एक बेरमिया क ओकरे लगे लइ आएन। उ पचे ओका भितरे लइ आइके ईसू क समन्वा धरइ क जतन करत रहेन। 19 मुला भीड़ क कारण भीतर जाइके रस्ता न मिल पावइ स उ सबइ छत प चढ़ि गएन अउर उ पचे ओका बिछउना क साथ छत क बीचोबीचे स खपरैल टारिके भोर के बीच मँ ईसू क समन्वा उतार दिहन। 20 ओनके बिसवास क लकत भवा ईसू कहेस, “अरे तोहार, पाप छमा होइ गएन।” 21 तब धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन आपन मँ सोचइ लागेन, “इ कउन बा जउन परमेस्सर बरे अइसे बेज्जती स बोलत ह परमेस्सर क तजिके दूसर कउन अहइ जउन पाप छमा कइ सकत ह” 22 मुला ईसू ओनकइ सोचब बिचारब क ताड़ लिहस। फिन जवाबे मँ उ ओनसे कहेस, “तू पचे आपन मने मँ अइसा काहे सोचत अहा? 23 जिआदा असान क बाटइ? इ कहब, ‘तोहार पाप छमा हुआ’ या इ कहब, ‘उठा अउर चला’? 24 मुला एह बरे कि तू जान ल्या कि मनई क पूत क धरती प छमा करइ क हक अहइ।” उ लकवा क बेरमिआ स कहेस, “मइँ तोहसे कहत हउँ खड़ा ह्वा! आपन बिछउना उठावा अउर घरे जा।” 25 तउ उ तुरंतहि खड़ा भवा अउर ओनके लखत लखत जउने बिछउना प उ ओलरा रहा, ओका उठाइके परमेस्सर क स्तुति करत भवा आपन घर चला गवा। 26 उ पचे जउन हुवाँ रहेन सब चकित होइके परमेस्सर क बड़कई करइ लागेन। उ पचे स्रद्धा अउर अचरज स भरि गएन अउर बोलेन, “आजु हम पचे कछू अजूवा निहारा ह!” 27 एकरे पाछे ईसू चला गवा। तबहीं उ चुंगी क चौकी पइ बइठा लेवी नाउँ क चुंगी उगहिया क लखेस। उ ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा!” 28 तउ उ खड़ा भवा अउर सब कछू तजिके ओकरे पाछे होइ गएन। 29 फिन लेवी आपन घरे प ईसू क मान बरे एक ठु स्वागत जेवनार दिहस। हुवाँ चुंगी क उगहिया अउर दूसर मनइयन क बड़का जमघट मिलिके ओकरे संग जेवंत रहा। 30 तब फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन लोग ओकरे चेलन स इ कहत भए सिकाइत किहन, “तू चुंगी उगहिया अउर पापी मनइयन क संग काहे खात पिअत ह” 31 जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “हिट्ठ पुट्ठ क नाहीं, मुला बेरमियन क वैद्य (डाक्टर) क जरूरत होत ह। 32 मइ मनफिराव बरे धर्मी लोगन क नाहीं मुला पापी मनइयन क बोलावइ आवा हउँ।” 33 उ पचे ईसू स कहेन, “यूहन्ना क चेलन अक्सर उपास राखत हीं अउर पराथना करत हीं। अउर अइसा ही फरीसियन क मनवइयन भी करत हीं मुला तोहार मनवइयन तउ खात पिअत रहत हीं।” 34 ईसू ओनसे पूछेस, “का दुल्हा क संग मेहमान जब तलक दुल्हा क लगे रहत हीं, उपास करत हीं? 35 मुला उ सबइ दिनन अबहिं जबहिं दुल्हा ओनसे छीन लीन्ह जइहीं। फिन उ दिनन मँ उ पचे उपास करिहीं।” 36 उ ओनसे एक दिस्टान्त कथा अउर कहेस, “कउनो भी नवा पोसाके स टुकड़ा फाड़िके ओका पुरान पोसाके प नाहीं लगावत अउर जदि कउनो अइसा करत ह तउ ओकर नवा पोसाक तउ फाटि जाई, ओकरे संग उ नवा पइबंद भी पुरान क साथ मेल न खाई। 37 कउनो भी पुरान मसकन मँ नई दाखरस नाहीं भरत अउर जदि भरि देत ह तउ नई दाखरस पुरान मसकन क फोरि देई, उ फैलि जाई अउर मसकन क फोरि देई। 38 मनई हमेसा नई दाखरस नई मसकन मँ ही धरत ह। 39 पुरान दाखरस पीके कउनो भी नई का नाहीं चाहत काहेकि उ कहत ह, ‘पुरान उत्तिम अहइ।”‘
Luke 6:1 अब अइसा भवा कि सबित क एक दिन ईसू जब अनाजे क खेतन्स जात रहा तउ ओनकर चेलन अनाजे क बलिया तोड़तेन, हथेली प रगड़ितेन अउर ओनका चबात जात रहेन। 2 तबहीं कछू फरीसियन कहेन, “जेका सबित क दिन कीन्ह जाब नीक नाहीं बा, ओका तू पचे काहे करत अहा?” 3 जवाब देत भवा ईसू ओनसे पूछेस, “का तू पचे नाहीं पढ़्या जब दाऊद अउर ओकर साथी भुखान रहेन, तब दाऊद का किहेस? 4 का तू नाहीं बाँच्या कि उ परमेस्सर क घरे मँ घुसिके, परमेस्सर क चढ़ाई गइ रोटिन क उठाइके खाइ लिहस अउर ओनका भी दिहेस जउन ओकरे संग रहेन? जब कि याजकन क तजिके ओकर खाब कउनो बरे नीक नाहीं।” 5 उ अगवा फिन कहेस, “मनई क पूत सबित क दिन क भी पर्भू अहइ।” 6 दूसर सबित क दिना अइसा भवा कि उ आराधनालय मँ जाइके उपदेस देइ लाग। हुवँई एक अइसा मनई रहा जेकर दाहिन हाथ सुखंडी होइ गवा रहा। 7 हुवँई धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन इ ताक मँ रहेन कि उ सबित क दिन कउनो चंगा किहे होइ तो ओह प दोख लगावइ क कउनो कारण पाइ जाइँ। 8 उ ओनके बिचारन क जानत रहा। यह बरे उ सुखंडी हथवावाले मनई स कहेस, “उठा अउर सबन क समन्वा खड़ा होइ जा।” उ उठि गवा अउर हुवाँ खड़ा होइ गवा। 9 तब ईसू मनइयन स कहेस, “मइँ तोहसे पूछत हउँ-सबित क दिन कउनो क भला करब चंगा अहइ या कउनो क नोसकान करब, कउनो क जिन्नगी बचाउब नीक बा या कउनो क जिन्नगी क नास करब।” 10 ईसू चारिहुँ कइँती ओन सबन क निहारेस अउर फिन ओसे कहेस, “आपन हथवा सोझ फइलावा।” उ वइसा ही किहेस अउर ओकर हाथ फिन स चंगा होइ ग। 11 मुला ऍह पइ उ पचे आपुस मँ तहत्तुक करत कोहाइ गएन अउर बिचारइ लागेन, “ईसू क का कीन्ह जाइ?” 12 उ दिनन मँ अइसा भवा कि ईसू पराथना करइ बरे एक पहाड़े प गवा अउर सारी राति परमेस्सर क पराथना करइ मँ बिताएस। 13 फिन मोर भवा तउ उ आपन मनवइयन क लगे बोलॉएस। ओहमाँ स उ बारहु क चुनेस, जेनका उ “प्रेरितन” क नाउँ दिहस। 14 समौन जेका उ पतरस का नाउँ दिहेस, अउर ओकर भइया अन्द्रियास, याकूब अउर यूहन्ना, फिलिप्पुस, बरतुलमै, 15 मत्ती, थोमा, हलफई क बेटवा याकूब अउर समौन जिलौती, 16 याकूब क बेटवा यहूदा अउर यहूदा इस्करियोती जउन दगाबाज होइ गवा। 17 फिन ईसू ओनके संग पहाड़ी स तरखाले उतरिके समथर भुइयाँ प खड़ा भवा। हुवँई ओकरे चेलन क भारी जमघट रहा। एकरे साथ समूचइ यहूदिया, यरूसलेम, सूर अउर सैदा क समुद्दर किनारे स अनगिनत आलम हुवाँ आइके ऍकट्ठा भवा। 18 उ पचे ओका सुनइ अउर बेरामी स छुटकारा पावइ हुवाँ आए रहेन। जउन दुस्ट आतिमा स सतावा रहेन, उ पचे भी हुवाँ आइके चंगा भएन। 19 समूची भीड़ ओका छुइ भरि लेइ क जतन मँ रही काहेकि ओहमाँ स सक्ती निकरत रही अउर ओन सबन क बेरामी स दूर करत रही। 20 फिन उ आपन चेलन क निहारत भवा बोला, “धन्य अहा तू दीन जनन काहेकि परमेस्सर क राज्य तोहार अहइ। 21 धन्य अहा तू, जउन अबहीं भूखा अहा काहेकि तृप्ति तउ होइ तोहार, धन्य अहा तू, जउन आजु आँसू बहावत अहा, काहेकि तू आगे हँसब्या। 22 “धन्य अहा तू, जब मनई क पूत क कारण लोग तोहसे घिना करइँ, अउर तोहका निकारि देइँ; अउर करइँ तोहार बुराई, नाउँ तलक क दुस्ट कहिके, काटि देइँ उ पचे। 23 तब उहइ दिन तू मगन होइके खुसी मँ उछर्या काहकेइ सरग मँ तोहार प्रतिफल महान अहइ। काहेकि ओनके पूर्वजन भी नबियन क संग अइसा ही किहन ह। 24 “हाय! धिक्कार अहइ तोहका ओ धनी मनइयो, काहेकि तोहका मिल गवा सुख चनइ भरपूर। 25 अहइ तोहका धिक्कार, जउन भरपेट अहा अब काहेकि तू भूखा रहब्या। अहइ तोहका धिक्कार, जउन अबहिन हँसत अहा, काहेकि तू आँसू बहउब्या अउर सोक करब्या। 26 “बा धिक्कार तोहका, जब सबन दुआरा तोहार बड़कई होइ काहेकि ओनके पूर्वजन भी इही ब्यौहार झूठे नबियन क संग किहे रहेन। 27 “ओ सुनवइया लोगो, मइँ तोहसे कहत हउँ आपन बैरी स भी पिरेम करा। जउन तोहसे घिना करत हीं ओनके संग भलाई करा। 28 ओनका भी आसीर्बाद द्या जउन तोहका सरापत हीं। ओनके बरे पराथना करा जउन तोहरे संग नीक ब्यौहार नाहीं करतेन। 29 जदि कउनो तोहरे एक गाले प थप्पड़ियावइ तउ तू दूसर गाल भी ओकरे अगवा कइ द्या। जदि कउनो तोहार कोट तोहसे लइ लेइ तउ ओहका कुर्ता भी लइ लेइ द्या। 30 जदि कउनो तोसे माँगइ, ओका द्या। जदि कउनो तोहार कछू राखि लेइ तउ ओसे ओका वापस जिन माँगा। 31 तू आपन बरे जइसा ब्यौहार दूसरन स चाहत बाट्या, तोहका वइसा ही दूसर क संग ब्यौहार करइ चाही। 32 “जदि तू बस ओनही क पिआर करत ह, जउन तोहका पिआर करत हीं, तउ ऍहमा तोहार कउन बड़कई? काहेकि आपन स पिरेम करइवालन स पिरेम तउ पापी मनई तलक करत हीं। 33 जदि तू बस ओनहीं क भला करत ह, जउन तोहार भला करत हीं, तउ तोहार कउन बड़कई? अइसा तउ पापी तलक करत हीं। 34 जदि तू सिरिफ ओनही क उधार देत ह, जेनसे तोहका वापस मिल जाइ क आसा बा, तउ तोहार कउन बड़कई? अइसे तउ पापी भी पापी मनइयन क देत हीं कि ओनका ओनकी पूरी रकम वापस मिलि जाइ। 35 मुला आपन दुस्मन स भी पिआर करा, ओनके संग भलाई करा। कछू भी वापस मिलि जाइके आसा तजिके उधार द्या। इ तरह तोहार फल महान होइ जाई अउर तू सर्वोच्च (परमेस्सर) क संतान बनब्या काहेकि परमेस्सर एहसाने क मानइवालन अउर दुस्ट मनइयन प भी दाया करत ह। 36 जइसे तोहार परमपिता दयालु वा, वइसे ही तू दयालु बना। 37 “कओ क दोखी जिन कहा तउ तोहका भी दोखी नाहीं कहा जाइ। कओ क नोक्तचीनी जिन करा तउ तोहार भी नोक्ताचीनी नाहीं कीन्ह जाइ। छमा करा, तोहका छमा मिली। 38 द्या तोहका भी दीन्ह जाइ। उ पचे तोहरे झोरी मँ पूरा नाप दबाइ दबाइ के, हलाइके बाहेर निकसत भइ उड़ेरिहीं काहेकि जउने नापे स तू दूसरन क नापत ह, उहइ स तोहका नापा जाइ।” 39 उ ओनसे एक ठु दिस्टान्त कथा अउर कहेस: “का कउनो आँधर कउने दूसरे आँधर क राह देखाइ सकत ह का उ सबइ दुइनउँ ही कउनो गड़हा मँ नाहीं भहरइहीं? 40 कउनो भी पढ़वइया आपन पढ़ावइवालन स बड़वार नाहीं होइ सकत, मुला जबहिं कउनो मनई पूरी तरह हुसियार होइ जात ह तउ उ आपन गुरु क नाई होइ जात ह। 41 “तू आपन भाई क आँखी मँ कउनो ढेंढ़ा काहे लखत ह अउर आपन आँखी क लट्ठा भी तोहका नाहीं चोंधरात। 42 तउ आपन भाई स तू कइसे कहि सकत ह ‘भाई तू अपन आँखी क तिनका मोका निकारइ द्या।’ जब तू आपन आँखी क लट्ठा क नाहीं निहरत्या। अरे कपटी, पहिले आपन आँखी क लट्ठा दूर करा, तब तोबका आपन भाई क आँखी क ढेढ़ा बाहेर निकारइ बरे देखॉइ पड़ी। 43 “कउनो भी अइसा उत्तिम बृच्छ नाहीं अहइ जेह पइ बुरा फर लागत होइ। न ही कउनो अइसा बुरा बृच्छ बाटइ, जेइ पइ उत्तिम फर आवति होइ। 44 हर बृच्छ आपन फर स पहिचाना जात ह। मनइयन कँटेहरी झारी स अंजीर नाहीं बटोरतेन। न ही कउनो झरबेली स मनई अंगूर बटोरत हीं। 45 एक नीक मनई क मन मँ अच्छाइ क भंडार बाटइ। अउर एक खोटा मनई, जउ ओकरे मने मँ बुराई बाटइ, उहइ स बुराई पइदा करत ह। काहेकि एक मनई मुँहना स उहइ बोलत ह, जउन ओकरे हिरदइ मँ उफनाइ के बाहेर आवत ह। 46 “तू मोका, ‘पर्भू पर्भू’ काहे पुकारत ह अउर जउन मइँ कहत हउँ, ओह प नाहीं चलत्या। 47 हर कउनो जउन मोरे लगे आवत ह अउर मोर उपदेस सुनि लेत ह अउर ओह पर आचरण करत ह, उ कउने तरह क होत ह, मइँ तोहका बताउब। 48 उ उहइ मनई क नाई अहइ जउन मकान बनावत बाटइ। उ गहिर खुदाई किहेस अउर चट्टानें प नेंव डाएस। फिन जब बाढ़ आइ अउर नदी मकाने प टकरान तउ ओका हलाइ नाहीं पाएस, काहेकि उ बहोत अच्छी तरह स बना रहा। 49 मुला जउन मोर उपदेस सुनत ह अउर ओहॅ प चलत नाहीं उ ओ मनई क नाई अहइ जउन बे नेंव धरे धरती प मकान बनाएस। नदी ओसे टकरान अउर उ फउरन ढहाइ गवा अउर पूरी तरह बरबाद होइ गवा।”
Luke 7:1 ईसू मनइयन क जउन सुनावा चाहत रहा, ओका कहि चुकइ क पाछे उ कफरनहूम चला गवा। 2 हुवाँ एक फऊजी नायक रहा जेकर नउकर ऍतना बेरमिया रहा कि मरइ के नगीचे रहा। उ नउकर ओकर बहोत पियारा रहा। 3 फऊजी नायक जब ईसू क बारे मँ सुनेस तउ उ कछू बुजुर्ग यहूदी नेतन क इ बिनती करइ क ओकरे लगे पठएस कि उ आइके ओकरे नउकर क प्राण बचाइ लेइ। 4 जब उ पचे ईसू क नगीचे पहुँच गएन तउ उ सबइ सच्चे मने स बिनती करत भए कहेन, “उ इ जोग्ग अहइ कि तू ओकरे बरे अइसा करा। 5 काहेकि उ हमरे मनइयन स पिरेम करत ह। उ हमरे बरे आराधनालय क बनवाएस ह।” 6 ऍह पर ईसू ओनके संग चल दिहेस। अबहिं जब उ घरे स जिआदा दूर नहीं रहा, उ फऊजी नायक ओकरे लगे आपन मीतन क इ कहइ बरे पठएस, “पर्भू आपन क कस्ट जिन द्या काहेकि मइँ ऍतना नीक मनई नाहीं कि तू मोरे घरवा आवा। 7 एह बरे मइँ तोहरे लगे आवइ तलक नाहीं सोचेउँ। मुला तू बस कहि भर द्या, मोर नउकर नीक होइ जाई। 8 मइँ खुद कउनो अधिकारी क मातहत काम करत हउँ अउर मोरे मातहत भी कछू सिपाही अहइँ। मइँ जब कउनो स कहत हउँ, ‘जा’ तउ उ चला जात ह। अउर जब मइँ आपन नउकर स कहत हउँ, ‘आवा’ तउ उ आइ जात ह अउर जब मइँ आपन नउकर स कहत हउँ, ‘इ करा’ तउ उ ओका करत ह।” 9 ईसू जब इ सुनेस तउ ओका ओह प बहोत अचरज भवा। जउन भारी मनइयन क भीड़ ओकरे पाछे चली आवत रही, ओनके कइँती मुड़िके ईसू कहेस, “मइँ तोहका बतावत हउँ अइसा बिसवास मोका इस्राएल मँ भी कहूँ नाहीं मिला।” 10 फिन पठए भए उ पचे जब वापस घरे पहुँचेन तउ उ सबइ उ नउकरे क बेरामी स जरटुट पाएन। 11 फिन अइसा भवा कि ईसू नाइन नाउँ क एक सहर चला गवा। ओकर चेलन अउर भारी आलम ओकरे संग रहा। 12 उ जइसे ही सहर दुआरे क नगिचे आवा तउ हुवाँ स एक मुर्दा क लइ जात रहेन। उ आपन विधवा महतारी क इकलौता बेटवा रहा। तउ सहर क अनगिनत मनइयन क भीड़ ओकरे संग रही। 13 जइसे पर्भू ओका निहारेस तउ ओकार हिरदय दया स भर गवा। उ उससे बोला, “जिन रोवा।” 14 फिन उ अगवा बढ़ा अउर उ ताबूत क छुइ लिहस उ पचे जउन ताबूते क लइ जात रहेन, हुवँइ ठहर गएन। ईसू कहेस, “नउ जवान! मइँ तोहसे कहत हउँ खड़ा ह्वाा!” 15 तउ उ मुर्दा मनई बइठ गवा अउर बोलइ लाग। ईसू ओका ओकरी महतारी क वापस लौटाएस। 16 अउर फिन उ सबइ स्त्रद्धा अउर अचरज मँ पड़ि गएन। अउर इ कहत भएन परमेस्सर क महिमा बखनइ लागेन, हमरे बीच एक महान नबी परगट भवा अहइ!” अउर कहइ लागेन, “परमेस्सर आपन मनइयन क मदद करइ बरे आइ ग अहइ।” 17 ईसू क समाचार यहूदिया अउर आस-पास क देसन मँ सब कहूँ कइँती फैलि गइ। 18 इ सबइ बातन क बारे मँ यूहन्ना क मनवइयन ओका सब कछू बताइ दिहन। तउ यूहन्ना आपन दुइ चेलन क बोलाइ के 19 ओनका पर्भू स इ पूछइ बरे पठएस, “का तू उहइ अहा, जउन आवइवाला अहइ या हम पचे कउनो अउर क बाट जोही?” 20 फिन उ मनइयन ईसू क लगे पहुँचेन तउ उ पचे कहेन, “बपतिस्मा क देवइया यूहन्ना हमका तोहसे इ पूछइ पठएस ह, ‘का तू उहइ अहा जउन आवइवाला अहइ या हम सबइ कउनो अउर क बाट जोही।”‘ 21 उहइ समइ उ बहोत स बेरमिया क नीक किहेन अउर ओनका करुण दुख अउर दुस्ट आतिमन स छुटकारा दियाएस। अउर बहोत स आँधर न क आँखिन दिहेस। 22 फिन उ ओनका जवाब दिहस, “जा अउर यूहन्ना स जउन तू निहार्या ह अउर सुन्या ह, ओका बतावा कि आँधर फिन स लखत अहइँ, लँगड़ा लूला चलत फिरत अहइँ अउर कोढ़ी सुद्ध होइ ग अहइँ। बहिरन सुनि पावत हीं अउर मुरदा फिन जिआवा जात अहइँ। गरीब मनइयन क सुसमाचार सुनाई जात अहइ। 23 उ मनई धन्य अहइ जेका मोरे क स्वीकार करइ मँ कउनो हिचक नाहीं।” 24 जब यूहन्ना क संदेस लइ आवइवालन चला गएन तउ ईसू भीड़े मँ मनइयन क यूहन्ना क बारे मँ बताउब सुरु किहेस: “तू पचे बियाबान जंगल मँ का लखइ गवा रह्या? का हवा मँ झूलत कउनो सरपत लखे गवा रइया? नाहीं? 25 फिन तू का लखइ गवा रह्या? का कउनो पुरुस क मँहगा ओढ़ना पहिरे क लखइ गवा रह्या? नाहीं, उ पचे जउन उत्तिम ओढ़ना पहिरत हीं अउर जउन भोग बिलास क जिन्नगी मँ जिअत हीं, उ सबइ तउ रजवाड़ा मँ पाइ जात हीं। 26 मुला बतावा तू का देखइ गवा रह्या? का कउनो नबी? हाँ, मइँ तोहका बतावत हउँ कि तू जेका लख्या ह, उ कउनो नबी स कहीं जिआदा बा। 27 इ उहइ अहइ जेकरे बारे मँ लिखा अहइ:‘देखा! तोहसे पहिले मइँ आपन दूत पठवत अही, उ तोहसे पहिले ही राह तइयार करी।’ मलाकी 3:1 28 मइँ तोहका बतावत हउँ कि कउनो स्त्रियन स पइदा भएन मँ यूहन्ना स महान कउनो नाहीं अहइ। मुला फिन भी परमेस्सर क राज्य क छोटा स छोटा मनई भी ओस बड़का बा।” 29 (तबहिं हर कउनो, हियाँ तलक कि चुंगी (टिक्स) उगहिया भी यूहन्ना क सुनिके ओकर बपतिस्मा लइके इ मान लिहेन कि परमेस्सर क रस्ता सच्चा अहइ। 30 मुला फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन ओकर बपतिस्मा न लइके ओनके बारे मँ परमेस्सर क इच्छा क टारि दिहन।) 31 “तउ फिन इ पीढ़ी क मनइयन क उपमा मइँ कउने स करउँ कि उ पचे कइसे बाटेन? 32 उ पचे बजारे मँ बइठेन ओन बचवन क नाईं अहइँ जउन एक दूसर क पुकारिके कहत हीं:‘हम तोहरे बरे बाँसुरी बजावा मुला तू नाच्या नाहीं। हम तोहरे बरे सोक गवनिया गावा मुला तू रोया नाहीं।’ 33 काहेकि बपतिस्मा क देवइया यूहन्ना आवा जउन न तउ रोटी खात रहा अउर न ही दाखरस पिअत रहा अउर तू कहत ह, ‘ओहमाँ दुस्ट आतिमा समाइ गइ अहइ।’ 34 फिन खात पिअत भवा मनई क पूत आवा, मुला तू कहत अहा, ‘देखा, इ पेटार अहइ। पियक्कड़ अहइ, चुंगी उगहियन अउर पापी मनइयन क मीत अहइ।’ 35 बुद्धि क उत्तिम होब ओकरे फल स सिद्ध होत ह।” 36 फरीसियन मँ एक ठु फरीसी आपन संग खइया प ओका न्योत दिहस। तउ उ फरीसी क घर गवा अउर ओकरे हियाँ भोजन करइ बइठा। 37 हुवँई सहर मँ एक पापी स्त्री रही, ओक जब इ पता चलि गवा कि उ एक फरीसी क घर भोजन करत अहइ तउ उ स्फटिक क एक पथरी मँ इतर लइके आइ। 38 उ ओकरे पाछे ओकरे गोड़वा क लगे खड़ी रही। उ रोवत रही। आपन आँसुअन स उ ओकर गोड़ भिजवइ लाग। फिन उ गोड़वा क आपन बाले स पोंछेस अउर गोड़वा क चूमिके ओन प इतर उड़ेरेस। 39 उ फरीसी जउन ईसू क आपन घर बोलाएस, इ लखिके मनवा मँ सोचेस, “जदि इ मनई नबी अहइ अउर कइसी अहइ? उ जान लेत कि इ तउ पापिन अहइ।” 40 जवाबे मँ ईसू ओसे कहेस, “समौन मोका तोहसे कछू कहइ क अहइ।”उ बोला, “हे गुरु, कहा।” 41 ईसू कहेस, “कउनो साहूकारे क दुइ करजदार रहेन। एक प ओकरे पाँचसौ चानी क सिक्का निकरत रहेन अउर दूसर प पचास। 42 काहेकि उ दुइनउँ करजा नाहीं पाट पाएन। यह बरे उ दाया कइके दुइनउँ क करजा माफ कइ दिहस। अब बतावा दुइनउँ मँ स ओका जिआदा पिरेम कउन स करी?” 43 समौन जवाब दिहस, “मोर बिचार बा, उहइ जेका उ जिआदा करजा छोड़ दिहस।”ईसू कहेस, “तू नीक सोच्या ह।” 44 फिन उ स्त्री कइँती मुड़िके उ समौन स कहेस, “तू इ स्त्री क लखत अहा? मइँ तोहरे घरवा आवा अही, तू मोड़े गोड़वा धोवइ क पानी नाहीं दिहा मुला इ मेरे गोड़वा क अँसुअन स धोइ दिहस अउर फिन आपन बरवा स पोंछेस। 45 तू स्वागत मँ मोका नाहीं चूम्या मुला इ जब तलक मइँ भितरे गवा हउँ, मोरे गोड़वा क लगातार चूमत बाटइ। 46 तू मोरे मूॅड़े प तेल नाहीं मल्या, मुला इ मोरे गोड़वा प इतर छिड़केस। 47 एह बरे मइँ तोहका बतावत हउँ कि ऍकर अगाध पिरेम दर्सित करत ह कि ऍकर पाप छमा कइ दीन्ह ग अहइँ। मुला उ जेका तनिक पापन क छमा मिली, उ थोड़ा पिरेम करत ह।” 48 तब ईसू उ स्त्री स कहेस, “तोहार पाप छमा कइ दीन्ह ग अहइँ।” 49 फिन जउन ओकरे संग जेंवत रहेन, उ सबइ मने मँ सोचइ लागेन, “इ कउन अहइ, जउन पापन क छमा कइ देत ह” 50 तब उ स्त्री स ईसू कहेस, “तोहार बिसवास तोहार रच्छा किहेस ह। सांति स जा।”
Luke 8:1 ऍकरे बाद अइसा भवा कि ईसू परमेस्सर क राज्य क सुसमाचार मनइयन क सुनावत भवा सहर-सहर अउर गाउँ गाउँ घूमइ लाग। ओकर बारहु प्रेरितन भी ओकरे संग होत रहेन। 2 ओकरे संग कछू स्त्रियन भी होत रहीं जेनका उ बेरामी अउर दुस्ट आतिमन स छुटकारा दियावत रहा। एनमाँ मरियम मगदलीनी नाउँ क एक स्त्री रही जेका सात दुस्ट आतिमन स छुटकारा मिला रहा। 3 हेरोदेस क संरकाम अफसर खोजा क पत्नी योअन्ना भी एनहीं मँ रहिन। साथ ही सूसन्नाह अउर ढेर क स्त्रियन भी रहिन। इ स्त्रियन आपन जतन स ईसू अउर ओकरे प्रेरितन क सेवा क संरजाम करत रहिन। 4 जब सहर-सहर स आइके मनइयन क बड़ी भीड़ ऍकट्ठा होत रही, तउ उ ओनसे एक दिस्टान्त कथा कहेस, 5 “एक किसान आपन बिआ बोवइ निकरा। जब उ बिआ बोएस कछू बिआ राह क किनारे जाइके गिरेन अउर गोड़े तरे रौंद गएन। अउर चिड़ियाँ ओनका चुग लिहेन। 6 कछू बिआ पथरही धरती प गिरेन, उ सबइ जब उगेन तउ ओद न होइ स मुरझाइ गएन। 7 कछू बिआ कँटेहरी झाड़िन मँ गिरेन। काँटन क बाढ़इ क संग संग उ भी बाढ़ेन अउर कँटवन ओनका दबोच लिहन। 8 अउर कछू बिआ धरती प गिरेन। उ उगेन अउर उ सबइ सउ गुना फसल दिहेन।”इ बातन क बतावत भवा उ पुकारिके कहेस, “जेकरे लगे कान अहइँ, उ सबइ सुनि लेइँ।” 9 ओकर चेलन ओसे पूछेन, “इ दिस्टान्त कथा क अरथ का अहइ?” 10 तउ उ बताएस, “परमेस्सर क राज्य क भेद जानइ क सुविधा तोहका दीन्ह गइ अहइ मुला दूसर क इ भेज दिस्टान्त कथा स दीन्ह ग अहइँ जेहसे:‘उ पचे देखत भी न देख पावइँ अउर सुनते हुए भी न समुझ पावइँ।’ यसायाह 6:9 11 “इ दिस्टान्त कथा क अरथ इ अहइ: बिआ परमेस्सर क उपदेस अहइ। 12 उ बिआ जउन राह क किनारे गिरा रहेन, उ मनइयन उपदेस जउन अब उपदेस सुनत हीं, सइतान आवत ह अउर उपदेस क ओनके मने स निकार लइ जात ह जेहसे उ सबइ पतिआय न पावइँ अउर ओनकइ उद्धार न होइ सकइ। 13 उ बिआ जउन पथरही भुइयाँ प गिरा रहेन ओनकइ अरथ अहइ ओन मनइयन स जउन उपदेस सुनत हीं तउ ओका खुसी स तउ अपनावत हीं। मुला बिआ ओनके भितरे जम नाहीं पावत उ सबइ कछू समइ बरे बिसवास करत हीं मुला परीच्छा क घड़ी मँ डुग जात हीं। 14 अउर जउन बिआ काँटन मँ गिरेन ओकर अरथ अहइ, ओन मनइयन स जउन उपदेस सुनत हीं, मुला जब उ पचे आपन राहे प चलइ लागत हीं। तउ फिकिर, धन दौलत अउर जिन्नगी क भोग बिलास ओका दहबोचि लेत हीं, जेहसे ओन प कबहुँ फसल पाकत नाहीं। 15 अउर बढ़िया भुइयाँ प गिरा भवा बिआ क अरथ अहइ ओन मनइयन स जउन अच्छा अउर सच्चा मन स जब उपदेस क सुनत हीं तउ ओका धारण भी करत हीं। फिन आपन धीरज क संग उ पचे उत्तिम फल देत हीं। 16 “कउनो दीया ढकना स ढाकइ बरे नाही जलावत। या ओका बिछउना तरे नाहीं धरत। मुला उ ओका डीबट प धरत ह काहेकि जउन भीतर आवइँ, रोसनी देखि सकइँ। 17 काहेकि कछू भी अइसा छुपा नाहीं अहइ जउन उजागर न होई अउर कछू भी अइसा छुपा नाहीं बा जउन जाना न जाई अउर परगट न होई। 18 एह बरे धियान स सुना काहेकि जेकरे लगे बा ओका भी दीन्ह जाई अउर जेकरे लगे नाहीं अहइ, ओसे भी ओकरे नगिचे देखात ह, उ भी लइ लीन्ह जाई।” 19 तबहीं ईसू क महतारी अउर ओकर भाइयन ओकरे लगे आएन मुला उ पचे भीड़ क कारण ओकरे नगिचे नाहीं जाइ सकेन। 20 यह बरे ईसू स इ कहा गवा, “तोहार महतारी अउर तोहार भाइयन बाहेर खड़ा अहइँ। उ पचे तोसे भेंटइ चाहत हीं।” 21 मुला ईसू ओनका जवाब दिहस, “मोर महतारी अउर मोर भाइयन तउ इ सबइ अहइँ जउन परमेस्सर क उपदेस सुनत हीं अउर ओह प चलत हीं।” 22 तब्बइ एक दिन अइसा भवा कि उ आपन चेलन क संग एक नाउ प चढ़ा अउर ओनसे “आवा, झिलिया क उ पार चली।” तउ उ पचे पाल खोलि दिहन। 23 उ पचे नाउँ खेवत रहेन, ईसू सोइ गवा। झिलिया प आन्धी अउर तूफान उतर आवा। ओनके नाउ मँ पानी भरइ लाग। उ पचे खतरा मँ रहेन। 24 ऍहसे उ सबइ ओकरे लगे आएन अउर ओका जगाइके कहइ लागेन, “स्वामी! स्वामी! हम बूड़त अही!”फिन उ खड़ा भवा अउर उ आन्धी, अउर लहरन क फटकारेस। उ सबइ थम गइन अउर हुवाँ सान्ति होइ गइ। 25 फिन उ ओनसे पूछेन, “तोहार बिसवास कहाँ गवा?”मुला उ पचे डेरान रहेन अउर अचरज मँ पड़ा रहेन। उ पचे आपुस मँ एक दूसरे स कहेन, “आखिर इ अहइ कउन जउन हवा अउर पानी दुइनउँ क हुकुम देत ह अउर उ सबइ ओका मानत हीं!” 26 फिन उ पचे गिरासेनियन लोगन क पहँटा मँ पहुँचेन जउन गलील झीले क समन्वा रहा। 27 जइसेन ही उ किनारे प उतरा, सहर क एक मनई ओका मिला। ओहमा दुस्ट आतिमन क सवारी रहिन। बहोत दिना स उ न तउ ओढ़ना पहिरत रहा, न ही उ घरे मँ रहत रहा, मुला उ मकबरे मँ रहत रहा। 28 उ जब ईसू क लखेस तउ चिचियात भवा ओकरे समन्वा गिरिके ऊँची अवाज मँ बोला, “हे सर्वोच्च परमेस्सर क पूत ईसू तू मोसे का चाहत ह मइँ बिनती करत हउँ मोका पीरा जिन द्या।” 29 उ उ दुस्ट आतिमा क उ मनई मँ स बाहेर निकरइ क हुकुम दिहेस, काहेकि उ दुस्ट आतिमा उ मनई क बहोत दाई पकड़े रही। अइसेन अवसरन प ओका हथकड़ी बेड़ी स बाँधि के पहरुअन क बीच राखि जात रहा। मुला उ हमेसा जंजीरे क तोरि डावत अउर दुस्ट आतिमा ओका वीरान जगहन मँ भगावत रहत!” 30 तउ ईसू ओसे पूछेस, “तोहार नाउँ का अहइ?”उ कहेस, “सेना।” (काहेकि बहोत स दुस्ट आतिमन ओहमा समाई रहिन।) 31 उ सबइ ईसू स बहस मोबहसा क संग बिनती करत रहेन कि ओनका गहिर गड़हा मँ जाइके हुकुम न देइँ। 32 अब देखा, तबहिं हुआँ पहाड़ी प सुअरन क झुण्ड चरत रहा। दुस्ट आतिमन ओसे बिनती किहेन कि उ ओनका सुअरिअन मँ जाइ देइँ। तउ उ ओनका जाइके हुकुम दिहेस। 33 ऍह प उ सबइ दुस्ट आतिमन उ मनई मँ स बाहेर निकरीं अउर ओन सुअरिअन मँ घुस गइन। अउर सुअरिअन क झुण्ड तरखाले उ ढालू तट स लुढ़कत पुढ़कत अउर दउड़त भवा झीले मँ जाइके गिरि गवा अउर बूड़ गवा। 34 सुअरिअन क झुण्ड क बहोरिया, जउन कछू भवा रहा, ओका निहारिके हुवाँ स परानेन। अउर ऍकर खबर उ पचे सहर अउर दिहात मँ सुनाएन। 35 फिन हुवाँ क मनइयन जउन कछू घटा रहा ओका लखइ बाहेर आएन। उ सबइ ईसू स भेंटेन। अउर उ पचे उ मनई क जेहमाँ स दुस्ट आतिमन निकरी रहिन, ईसू क गोड़वा प बइठा पाएन। उ मनई ओढ़ना पहिरे रहा अउर ओकर दिमाग एकदम सही रहा। ऍहसे उ सबहिं डेराइ गएन। 36 जउन निहारेन, उ पचे बताएन दुस्ट आतिमन क सवारीवाला मनई कइसे नीक भवा। 37 गिरासेन पहँटा के सबहीं वसइया ओसे बिनती किहेन कि उ हुवाँ स चला जाइ काहेकि सबहिं बहोत डेरान रहेन। तउ ईसू नाउ मँ आवा अउर लौटि गवा। 38 मुला जउने मनई स दुस्ट आतिमन निकरी रहिन, उ ईसू स आपन क संग लइ जाइके बिनती करत रहा। ऍह पइ ईसू ओका इ कहत भवा लौटाइ दिहस, 39 “घर जा अउर जउन कछू परमेस्सर तोहरे बरे किहे अहइ ओका बतावा।”तउ उ लौटिके ईसू ओकरे बरे जउन कछू किहस ह, ओका सारे नगर मँ कहत फिरा। 40 अब लखा जब ईसू लौटा तउ मनइयन क भीड़ ओकर अगवानी किहेस, काहेकि उ सबइ ओका जोहत रहेन। 41 तबहीं याईर नाउँ क एक मनई हुवाँ आइ। उ हुवाँ क आराधनालय क मुखिया रहा। उ ईसू क गोड़वा मँ गिरि गवा अउर ओसे आपन घरे जाइके बिनती करइ लाग। 42 काहेकि ओकर बारह बरिस क एक इकलौती बिटिया रही, उ मरइ क रही।तउ ईसू जब जात रहा तउ भीड़ ओका कुचरि देत रही। 43 हुवाँ एक स्त्री रही जेकर बारह बरिस स खून बहत रहा। जउन कछू ओकरे लगे रहा, उ बैद्य (डाक्टर) पर खरिच कइ दिहस, मुला उ कउनो स नीक नाहीं होइ पाइ। 44 उ ओकरे पाछे आइ अउर ओकरे चोंगा क मोहरी छुएस अउर तुरंतहि ओकर लहू बहब रुकि गवा। 45 तब ईसू पूछेस, “उ कउन अहइ जउन मोका छुएस ह”जब सबहिं मुकरइ लागेन कि उ पचे ईसू क नाहीं छुएन तउ पतरस कहेस, “स्वामी तोहका भिड़िया घेरे अहइ अउर तोहका दबावति अहइ।” 46 मुला ईसू कहेस, “कउनो मोका छुएस ह काहेकि मोका लागत अहइ कि मोसे सक्ती निकरी गइ होइ।” 47 जब उ स्त्री देखेस कि मइँ छुप नाहीं सकित तउ उ काँपत काँपत आइ अउर ईसू क समन्वा गिरि गइ। हुवाँ सबहीं मनइयन क समन्वा उ बताएस कि मइँ तोहका कउने कारण स छुए हउँ अउर कइसे फउरन नीक होइ गइ। 48 ऍह प ईसू ओसे कहेस, “बिटिया तोहरे पतियाये स तोहार उद्धार भवा ह। चइन स जा।” 49 उ अबहीं बोलत रहा कि आराधनालय क मुखिया क घरे स कउनो आवा अउर बोला, “तोहार बिटिया मरि गइ अहइ। तउ गुरु क अब अउर कस्ट जिन द्या।” 50 ईसू इ सुनि लिहस। तउ उ ओसे बोला, “डेराअ जिन! बिसवास राखा। उ बचि जाई।” 51 जब ईसू उ घरे मँ आवा उ आपन संगे पतरस, यूहन्ना, याकूब अउर बिटिया क महतारी बाप क तजिके कउनो अउर क आपन संग भितरे नाहीं लइ गवा। 52 सबहीं मनइयन उ लरकी बरे रोवत रहेन अउर बिलाप करत रहेन। ईसू कहेस, “रोउब बंद कइ द्या। इ मरी नाहीं बा, मुला सोवति अहइ।” 53 ऍह पइ मनइयन ओकर हँसी उड़ाएन। काहेकि उ जानत रहेन कि लरकी मरि चुकी बा। 54 मुला ईसू ओकर हथवा पकड़ेस अउर चिल्लाइके कहेस, “बच्ची, खड़ी होइ जा!” 55 ओकर आतिमा लौटि आइ, अउर उ फउरन उठि गइ। ईसू हुकुम दिहेस, “ऍका कछू खइया क दीन्ह जाइ।” 56 ऍह पइ लरकी क महतारी बाप क बहोत अचरज भवा मुला ईसू ओनका हुकुम दिहेस कि जउन भवा अहइ, ओका उ पचे कउनो क न बतावइँ।
Luke 9:1 फिन ईसू बारहु प्रेरितन क एक साथे बोलॉएस। अउर ओनका दुस्ट आतिमन स छुटकारा दियावइ क सामर्थ अउर हक दिहेस। उ ओनका बेरामी दूर करइके सामर्थ दिहेस। 2 फिन उ ओनका परमेस्सर क राज्य क सुसमाचार का घोसना किहेस अउर बेरमियन क नीक करइ बाहेर पठएस। 3 उ ओनसे कहेस, “आपन जात्रा बरे कछू संग न लेइँ, न लाठी, न झोरा, न रोटी, चाँदी अउर न कउनो अउर ओढ़ना। 4 तू जउन कउनो घरे क भितरे जा, हुवँइ ठहरा। अउर जब तलक बिदा न ह्वा, हुवइँ ठहरा रहा। 5 अउर जहाँ कहूँ मनई तोहार अगवानी न करइँ तउ जब तू उ सहर क तजि द्या अउर ओनके खिलाफ सनद क रूप मँ गोड़वा क धूरि झाड़ि द्या।” 6 तउ हुवाँ स चलिके उ सबइ हर कतहूँ सुसमाचार क उपदेस देतेन अउर मनइयन क चंगा करत सबहीं गाउँन स फिरत भए जात्रा करइ लागेन। 7 अब जबहिं एक चउथाई देस क राजा हेरोदेस जउन कछू भवा रहा, ओकरे बारे मँ सुनेस तउ उ भरम मँ पड़ि गवा काहेकि कछू मनइयन इ कहत रहेन, “यूहन्ना क मरे हुअन मँ स जिआइ दीन्ह ग अहइ।” 8 दूसर कहत रहेन, “एलिय्याह परगट भवा अहा।” कछू अउर कहत रहेन, “पुरान जुग क कउनो नबी जी उठा बा।” 9 मुला हेरोदेस कहेस, “मइँ तउ यूहन्ना क गटइ कटवाइ दिहे रहेउँ। फिन इ अहइ कउन जेकरे बारे मँ मइ अइसी बात सुनत रहत हउँ? तउ हेरोदेस ओका देखइ क जतन करइ लाग। 10 फिन जब प्रेरितन लौटिके आएन तउ उ पचे जउन कछू किहे रहेन, सब ईसू क बताएन। तउ उ ओनका हुवाँ स आपन संग लइके चुप्पे बैतसैदा नाउँ क सहर चला गवा। 11 मुला भीड़ क पता लग गवा तउ उ भी ओनके पाछे होइ गइ। ईसू ओनकइ सुआगत किहेस अउ परमेस्सर क राज्य क बारे मँ ओनका बताएस। अउर जेनका दवाई क जरूरत रही ओनका नीक किहेस। 12 जब दिन ओनवइ लाग तउ उ पचे बारहु ओकरे लगे आएन अउर बोलेन, “भीड़ क बिदाई दइ द्या जइसे उ सबइ नगिचे क गाउँन अउर खेतन मँ जाइके ठहरइ क ठिकाना अउर खइया क पाइ सकइँ काहेकि हम हिआँ बहोत दूर सुनसान जगह मँ अही।” 13 मुला उ ओनसे कहेस, “तू ही ऍनका खइया क द्या।”उ पचे बोलेन, “हमरे लगे बस पाँच रोटी अउर दुइ मछरी क छोड़िके अउर कछू भी नाहीं अहइ। या तू इ तउ नाहीं चाहत अहा कि हम पचे जाई अउर इ सबन बरे खइया के मोल क लइ आई।” 14 (हुवाँ करीब पाँच हजार पुरुसन रहेन।)मुला ईसू आपन चेलन स कहेस, “ओनका पचास पचास क दल मँ बइठाइ द्या।” 15 तउ उ पचे वइसा ही किहेन अउर हर कउनो क बइठाइ दिहन। 16 फिन ईसू पाँच रोटी अउर दुइ मछरी क लइके सरगे कइँती लखत भवा ओनके बरे धन्यबाद दिहेस अउर फिन ओनके टुकड़न मँ तोरत भवा ओनका आपन चेलन क दिहस कि उ पचे मनइयन क परोस देइँ। 17 मनइयन खुब जिअरा भरिके खाएन अउर बचा भवा टुकड़न स ओकर चेलन बारह झउआ भरेन। 18 इ भवा कि ईसू जब अकेल्ॅले मँ पराथना करत रहा तउ ओकर चेलन भी ओकरे संग रहेन। तउ ईसू ओनसे पूछेस, “मनइयन का कहत हीं कि मइँ कउन हउँ?” 19 उ पचे जवाब दिहन, “बपतिस्मा देवइया यूहन्ना कछू कहत हीं एलिय्याह मुला कछू दूसर कहत हीं पुरान जुग क कउनो नबी उठि खड़ा भवा बा।” 20 ईसू ओनसे कहेस, “अउर तू का कहत ह कि मइँ कउन हउँ?” पतरस जवाब दिहस, “परमेस्सर क मसीह।” 21 मुला इ बारे मँ कउनो क भी न बतावइ क चिताउनी देत भवा ईसू ओनसे कहेस, 22 “इ तइ अहइ कि मनई क पूत ढेरि क कस्ट उठाई अउर उ बुजुर्ग यहूदी नेतन, मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन क मना कइ दिहे स मारि डावा जाई फिन तिसरे दिन जी जाई।” 23 फिन उ ओन सबन स कहेस, “जदि कउनो मोरे साथ चलत चाहत ह तउ ओका खुद आपन क नकारइ क होई। अउर हर दिन ओका आपन क्रूस (यातना) उठावइ क होई। अउर मोर अनुसरन करइ क होइ। 24 काहेकि जउन कउनो आपन जिन्नगी बचाउब चाहत ह, उ ओका खोइ बइठी मुला जउन कउनो मोरे बरे आपन जिन्नगी क तजि देइ, उहइ ओका बचाई। 25 काहेकि ऍहम कउनो मनई का का लाभ अहइ कि उ समूचे संसार क लइ लेइ मुला खुद आपन क नास कइ देइ या खोइ देइ। 26 जउन कउनो भी मोरे या मोरे सब्दन बरे लजात ह, ओकरे बरे मनई क पूत भी जब आपन महिमा मँ, आपन परमपिता अउर पवित्तर सरगदूतन क महिमा मँ परगट होई तउ ओकरे बरे लजाइ जाई। 27 मुला मइँ तोसे सच कहत हउँ, हिआँ कछू खड़ा अहइँ, जउन जब तलक मउत क सेवाद नाहीं लेइहीं, जब ताई परमेस्सर क राज्य क ना लखि लेइँ।” 28 इ सब्दन के कहइ क लगभग आठ दिना बाद उ पतरस, यूहन्ना अउर याकूब क संग लइके पराथना बरे पहाड़े प गवा। 29 फिन अइसा भवा कि पराथना करत भए ओकरे मुँहना क रूप तनिक अलग होइ गवा अउर ओकर ओढ़ना चमचमात सफेद होइ गएन। 30 हुबँई ओसे बतियात दुइ मनई परगट भएन। उ सबइ मूसा अउर एलिय्याह रहेन। 31 जउन आपन महिमा क संग परगट भ रहेन अउर ईसू क मउत क बारे मँ बात करत रहेन जेका ओका यरूसलेम मँ पूरा करइ क रहा। 32 मुला पतरस अउर जउन ओनके संग रहेन ओनका नींद आइ गइ। तउ जब उ पचे जागेन उ पचे ईसू क महिमा क लखेन अउर उ सबइ उ दुइ मनइयन क लखेन जउन ओकरे संग खड़ा रहेन। 33 अउर फिन भवा अइसा कि जइसे ही उ पचे ईसू स बिदाई लेत रहेन, पतरस ईसू स कहेस, “स्वामी अच्छा बा कि हम हिआँ अही, हमका तीन माँड़ब बनवइ क अहइँ एक तोहरे बरे, एक मूसा बरे अउर एक एलिय्याह बरे।” (उ नाहीं जानत रहा, उ का कहत अहइ।) 34 उ इ कहत रहा कि एक बादर उमड़ा अउर उ ओनका आपन छाया मँ घेरि लिहस। जइसे ही ओन प बादर छावा, उ पचइ घबराइ गएन। 35 तबहीं बदरे स अकासबाणी भइ, “इ मोर पूत अहइ, ऍका मइँ चुन्यों ह, एकर सुना।” 36 जब अकासबाणी होइ गइ तउ उ पचे उहाँ ईसू क अकेल्लन पाएन। उ पचे ऍकरे बारे मँ चुप रहेन। उ सबइ जउन कछू लखेन, ओकरे बारे मँ उ समइ कउनो स कछू नाहीं कहेन। 37 अगवा दिन अइसा भवा कि जब उ पचे पहाड़ी स तरखाले उतरेन तउ ओनका एक बड़ी भीड़ मिलि गइ। 38 तबहीं भीड़ मँ स एक मनई चिचियान, “गुरु, मइँ पराथना करत हउँ कि मोरे बेटवा प दया दृस्टि करा। उ मोरे इकलौती संतान अहइ। 39 एकदम्मई एक दुस्ट आतिमा ओका जकरि लेत ह अउर चिचिआत ह। ओका दुस्ट आतिमा अइसे अइँठत ह कि ओकरे मुँहे स झाग निकरइ लागत ह। उ ओका बराबर सतावत रहत ह अउर कउनो तरह नाहीं छोड़त। 40 मइँ तोहरे चेलन स पराथना किहा ह कि ओका बाहेर खदेर देइँ मुला उ पचे अइसा नाहीं कइ सकेन।” 41 तब ईसू जवाब दिहेस, “अरे अबिसवासियो अउर भटक गवा मनइयो, मइँ अउर केतना दिन तोहरे संग रहब अउर कब ताईं तोहार सहत रहब?” आपन बेटवा क हिआँ लिआवा।” 42 अबहीं उ लरिका अउतइ रहा कि दुस्ट आतिमा ओका पटकनी दिहस अउर अइँठेसि। मुला ईसू दुस्ट आतिमा क फटकारेस अउर लरिका क रोग स जरटूट कइके बाप क सौंपि दिहस। 43 उ सबइ परमेस्सर क इ बड़कई स अचरजे मँ पड़ि गएन।ईसू जउन कछू करत रहा ओखा लखिके मनइयन जब अचरज करत रहेन तबहीं ईसू आपन चेलन स कहेस, 44 “अब मइँ जउन तोहसे कहत हउँ, ओन बातन प धियान द्या। मनई क पूत मनइयन क हाथे स धरावइ जाइवाला अहइ।” 45 मुला उ पचे इ बात क नाहीं समुझ सकेन। इ ओनसे छुपी रही। तउ उ सबइ ओका पहिचान नाहीं पाएन। अउर उ पचे उ बात क बारे मँ ओसे पूछइ स ससान रहेन। 46 एक दाईं ईसू क चेलन क बीच इ बाते प झगड़ा भवा कि ओनमाँ स सब स बड़कबा कउन बाटइ? 47 ईसू जानि गवा कि ओनके मने मँ का बिचार अहइँ। तउ उ गदेला क लिहस अउर ओका अपने लगे ठाड़ कइके 48 ओनसे बोला, “जउन कउनो इ गदेला क मोरे नाउँ मँ ग्रहण करत ह, उ माना मोर ग्रहण करत बाटइ। अउर जउन कउनो मोर ग्रहण करत ह, उ ओकर (परमेस्सर) ही ग्रहण करत बाटइ जउन मोका पठएस ह। यह बरे जउन तू सबन मँ सब स नान्ह बाटइ, उहइ सबइ त बड़कवा अहइ।” 49 यूहन्ना आपन प्रतिक्रिया परगट करत भवा कहेस, “स्वामी, हम पचे तोहरे नाउँ प एक ठु मनई क दुस्ट आतिमन क निकारत लखा ह। हम सबइ ओखा रोकइ थामइ क जतन कीन्ह ह काहेकि उ हम पचन मँ स कउनो नाहीं अहइ, जउन तोहरे पाछे पाछे चलत हीं।” 50 ऍह पइ ईसू यूहन्ना स कहेस, “ओका जिन रोका काहेकि जउन तोहरे बिरुद्ध मँ नाहीं अहइ, उ तोहरे पच्छ मँ ही बाटइ।” 51 अब अइसा भवा कि जब ओका ऊपर सरगे मँ लइ जाइके समइ आइ तउ उ यरूसलेम जाइके मन पक्का कइके चला गवा। 52 उ आपन दूतन क पहिले ही पठइ दिहस। उ पचे चलेन अउर ओकरे बरे तइयारी करइ क सामरी लोगन क गाउँ मँ पहुँचेन। 53 मुला सामरी मनइयन हुवाँ ओकर सुआगत मान नाहीं किहेन काहेकि उ यरूसलेम जात रहा। 54 जब ओकर चेलन याकूब अउर यूहन्ना इ देखेन तउ उ पचे बोलेन, “पर्भू का तू चाहत ह कि हम हुकुम देई कि अकासे स आगी बरिसइ अउर ओनका भसम कइ देइ?” 55 ऍह प उ ओनकी कइँती मुड़ा अउर ओनका डाटेस फटकारेस। 56 फिन उ सबइ दूसर गाउँ चला गएन। 57 जब उ सबइ सड़क पइ जात रहेन कउनो ओसे कहेस, “तू कतहूँ भी जा मइँ तोहरे पाछे चलब।” 58 ईसू ओसे कहेस, “लोखरिन क लगे बिल होत ही अउर अकासे क चिरइयन क घोंसला होत हीं मुला मनई क पूत क मूँड़ धरइ क कउनो ठउर नाहीं।” 59 उ दूसर स कहेस, “मोरे पाछे होइ जा।”मुला उ मनई बोला, “पर्भू पहिले मोका जाइ द्या काहेकि मइँ आपन बाप क दफनियाइ आवउँ।” 60 तब ईसू ओसे कहेस, “मरे भवा लोगन क आपन मुर्दा गाड़इ द्या, तू जा अउर परमेस्सर क राज्य क ऍलान करा।” 61 फिन कउनो अउर भी कहेस, “हे पर्भू, मइँ तोहरे पाछे चलब मुला पहिले मोका आपन घरे क मनइयन स बिदाइ कइ देइ द्या।” 62 ऍह प ईसू ओसे कहेस, “अइसा कउनो भी जउन हरे प हाथ धरे क बाद पाछे देखत ह, परमेस्सर क राज्य क जोग्ग नाहीं।”
Luke 10:1 इ सबइ घटि जाइके पाछे पर्भू बहत्तरअउर मनइयन क तैनात किहस अउर फिन जउन जउन सहरन अउर ठिकानन प ओका खुद जाइके रहा, दुइ दुइ कइके उ ओनका उ आपन स अगवा पठएस। 2 उ ओनसे बोला, “फसल खूब जिआदा बा, मुला काम क करइया मजूर कम अहइँ। एह बरे फसल क पर्भू स बिनती करा कि उ आपन फसल मँ मजूर पठवइ। 3 जा अउर सुमिरत रहा, मइँ तोहका बिगवन क बीच भेड़ क मेमनन क नाईं पठवत अहउँ। 4 कउनो बटुआ आपन संग जिन ल्या, न थैला अउर न ही पनही। राहे मँ कउनो स पैलगी तलक जिन करा। 5 जउनो घरवा मँ जा, सब ते पहिले कहा, ‘इ घरवा क सान्ति मिलइ।’ 6 जदि हुवाँ कउनो सान्ति क मनई होई तउ तोहार सान्ति ओका मिली। मुला जदि उ मनई सान्ति क न होई तउ तोहार सान्ति लौटि आई। 7 जउन कछू उ पचे तोहका देइँ। ओका खात पिअत उहइ घरवा मँ ठहरा। काहेकि मजूरी प मजूर क हक अहइ। घर घर जिन फिरा। 8 अउर जब कबहूँ तू कउनो सहर मँ जा अउर उ सहर क मनई तोहार सुआगत करइँ तउ जउन कछू तोहका परसई, बस उहइ खा। 9 उ सहर क बेरमियन क बीमार स जरटुट करा अउर ओनसे कहा, “परमेस्सर क राज्य तोहरे नगिचे आइ पहुँचा बा!’ 10 अउर जब कबहूँ तू कउनो अइसे सहर मँ जा जहाँ क मनई तोहार मानसम्मान न करइँ, तउ हुवाँ क गलियन मँ जाइके कहा, 11 ‘इ सहर क उ धूरि तलक जउन हमरे गोड़े मँ चिपकी रही, हम तोहरे खिलाफ हिआँ झार देत अही। फिन भी इ धियान रहइ कि परमेस्सर क राज्य नगिचे आइ गवा बा।’ 12 मइँ तोहसे कहत हउँ कि उ दिन उ सहर क लोगन स सदोम क लोगन क दसा कहूँ नीक होइ। 13 “अरे खुराजीन, अरे बैतसैदा, तोहका धिक्कार अहइ काहेकि जउन अद्भुत कारजन तोहमाँ कीन्ह गएन, जदि ओनका सूर अउर सैदा मँ कीन्ह जात तउ न जानी कबहूँ उ टाट क कपरा पहिरि के राखि प बइठिके मनफिराव कइ लेतेन। 14 कछू भी होइ निआव क दिन सूर अउर सैदा क हालत तोहसे कहूँ नीक होई। 15 अरे कफरनहूम का तू सर्ग क ऊँचाई क तरह ऊँचा उठब्या? तू तउ तरखाले नरक मँ जाब्या। 16 “चेलो! जउन कउनो तोहका सुनत ह, मोका सुनत ह, अउर जउन कउनो तोहका दुरियावत ह, उ मोका दुरियावत ह जउन मोका पठएस ह। अउर जउन मोका नकारत ह उ उसे नकारत ह जउन मोका पठएस ह।” 17 फिन उ सबइ बहत्तर आनन्दित होइके वापस लउटेन अउर बोलेन, “हे पर्भू, दुस्ट आतिमन तलक तोहरे नाउँ मँ हमार हुकुम मानत हीं!” 18 ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “मइँ सइतान क अकास स बिजरी क नाईं गिरत लखेउँ ह। 19 सुना, कीरा अउर बीछी क गोड़े तरे रौंदब अउर सइतान क समूची सक्ती प हावी होइ क सामर्थ मइँ तोहका दिहे अही। तोहका कउनो नसकान नाहीं पहुँचाइ पाई। 20 मुला इ बात प खुस जिन ह्वा कि आतिमन तोहरे बसे मँ अहइँ बल्कि एह पइ खुस होइ जा कि तोहार नाउँ सरगे मँ लिखा बाटइ।” 21 उहइ छिन उ पवित्तर आतिमा मँ रहिके आनंद मँ रहा अउर बोला, “हे परमपिता हे सरग अउर धरती क पर्भू! मइँ तोहार स्तुति करत हउँ कि तू इ बातन क चतुर अउर बुद्धिमान मनइयन स छुपाइ के राखत भवा भी गदेलन बरे ओनका परगट कइ दिहा ह। हे परमपिता! सचमुच ही तू अइसा ही करब चाहत रह्या। 22 “मोका मोरे परमपिता क जरिये सब कछू दीन्ह ग अहइ अउर परमपिता क अलावा कउनो नाहीं जानत कि पूत कउन अहइ अउर पूत क अलावा कउनो नाहीं जानत कि परमपिता कउन अहइ या ओकरे अलावा जेका पूत ऍका परगट करइ चाहत ह।” 23 फिन चेलन कइँती मुड़िके ईसू चुप्पे स कहेस, “धन्य अहइँ उ आँखिन जउन तू देखत अहा, ओका देखत हीं। 24 काहेकि मइँ तोहका बतावत हउँ कि उन बातन क बहोत स नबी अउर राजा देखइ चाहत रहिन, जेनका तू देखत रह्या, मुला देखि नाहीं सक्या। जउन बातन क तू सुनत रहत ह, उ सबइ ओनका सुनइ चाहत रहेन, मुला उ पचे सुन नाहीं पाएन।” 25 तब एक धरम सास्तरी खड़ा भवा अउर ईसू क परीच्छा लेइ बरे ओसे पूछेस, “गुरु, अनन्त जीवन पावइ बरे मइँ का करउँ?” 26 ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “व्यवस्था मँ का लिखा बाटइ? तू हुवाँ का पढ़त ह” 27 धरम सास्तरी उत्तर दिहस, “तू आपन समूचा मन, सारी आतिमा, सारी सक्ती अउर सारी बुद्धि क संग आपन पर्भू स पिरेम करा।अउर ‘आपन पड़ोसी स भी वइसे ही पिआर करा, जइसे तू आपन खुद स करत ह।”‘ 28 तब ईसू ओसे कहेस, “तू ठीक जवाब दिहा ह। तउ तू अइसा ही करा अउर ऍहसे तू जीवित रहब्या।” 29 मुला उ आपन ताई निआव स जुरा भवा ठहरावइ क इच्छा करत भवा ईसू स कहेस, “अउर मोर परोसी कउन अहइ?” 30 ईसू जवाबे मँ कहेस, “देखा, एक मनई यरूसलेम स यरीहो जात रहा कि उ डाकुअन स घिरि गवा। उ पचे सब कछू मुच्छ कइ ओका नंगा कइ दिहन अउर मार पीटिके ओका अधमरा छोड़ि के उ पचे चल दिहन। 31 अब संजोग स उहइ रस्ता स एक यहूदी याजक जात रहा। जब उ एका निहारेस तउ दूसर कइँती चला गवा। 32 उहइ रस्ता स गुजरत भवा, एक लेवीभी हुवाँ आवा। उ ओका देखेस अउर उ भी दूसरी कइँती चला गवा। 33 मुला एक सामरी भी जात भवा हुवँई आइ गवा जहाँ उ ओलार दीन्ह ग रहा। उ जब उ मनई क देखेस तउ ओकरे बरे ओकरे मन मँ करुना आइ। 34 तउ उ ओकरे नगिचे आवा ओकरे घाउन प तेल अउर दाखरस डाइके पट्टी बाँधेस। फिन उ ओका आपन पसु प लदिके एक ठु सराय मँ लइ गवा अउर ओका देखइ भालइ लाग। 35 दूसरे दिन उ दुइ दीनार निकारेस अउर ओनका भटियारा क देत भवा कहेस, ‘ऍकर धियान रख्या अउर ऍसे जिआदा जउन कछू खरच होइ, जब मइँ लौटिहउँ, तोहका चुकाइ देबूँ।’ 36 “बतावा तोहरे बिचार स डाकुअन क बीच घिरे भए मनई क पड़ोसी इ तीनउँ मँ स कउन भवा?” 37 धरम सास्तरी कहेस, “उहइ जउन ओहॅ प दाया किहेस।”ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “जा अउर वइसा ही करा जइसा उ किहेस ह।”मरियम अउर मार्था 38 जब ईसू अउर ओकर चेलन आपन राहे प जात रहेन तउ ईसू एक गाउँ मँ पहुँचा। एक स्त्री, जेकर नाउँ मार्था रहा, दिल खोलिके ईसू क अगवानी अउर सम्मान किहेस। 39 मार्था क बहिन मरियम नाउँ क रही जउन ईसू क गोड़वा मँ बैठि गई अउर जउन कछू उ कहत रहा, ओका सुनत रही। 40 ओहॅर तरह तरह क तइयारी मँ लाग मार्था बियाकुल होइके आइ अउर बोली, “पर्भू, का तोहका चिंता नाहीं कि मोर बहिन सारा काम बस मोहे प डाइ दिहे अहइ? एह बरे ओसे मोर मदद करइ क कहा?” 41 पर्भू ओका जवाब दिहेस, “मार्था अरी मार्था! तू बहोत स बातन क बरे चिंता मँ बूड़ी अउर बियाकुल रहत ह। 42 मुला बस एक ही बात जरूरी अहइ। मरियम आपन बरे उहइ उत्तिम हींसा क चुने बाटइ, तउ उ ओसे छीना नाहीं जाई।”
Luke 11:1 अब अइसा भवा कि ईसू कहूँ पराथना करत रहा। जब उ पराथना खतम कइ चुका तउ ओकर एक चेला ओसे कहेस, “पर्भू हमका सिखावा कि हम पराथना कइसे करी। जइसा कि यूहन्ना आपन चेलन क सिखाए रहा।” 2 ऍह पइ उ ओसे कहेस, “तू पराथना करा, तउ कहा: ‘परमपता, तोहार नाउँ पवित्तर होइ, आवइ तोहार राज्य 3 हर दिन क बरे जरूरी रोटी हमका द्या: 4 हमार अपराध छमा करा, काहेकि हमहूँ छमा कीन्ह ह आपन अपराधी क, कठिन परीच्छा मँ हमें जिन डावा।”‘ 5 फिन ईसू कहेस, “मान ल्या तोहमाँ स कउनो क एक मीत अहइ तउ तू आधीरात ओकरे लगे आइके कहत ह, ‘मीत, मोका तीन रोटी द्या। काहेकि एक मीत अबहिं अबहिं जात्रा प मोरे लगे आवा ह अउर मोरे लगे ओकरे समन्वा परसइ क कछू भी नाहीं बा।’ 6 7 अउर मान ल्या उ मनई भितरे स जवाब दिहस, ‘मोका तंग जिन करा, दुआर बंद होइ चुका अहइ बिछउना प मोरे साथ गदेलन अहइँ, एह बरे तोहका कछू देइ मँ खड़ा नाहीं होइ सकित।’ 8 मइँ तोहका बतावत हउँ उ अगर न उठी अउर तोहका कछू न देई, मुला फिन भी काहेकि उ तोहार मीत बा, तउ तोहरे लगातार बे सरमाये क माँगत रहइ स उ खड़ा होई अउर तोहार जरूरत भर तोहका देई। 9 अउर एह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ माँगा, तोहका दीन्ह जाई ढूँढ़ा तू पउब्या खटखटावा, तोहरे बरे दुआर खोलि दीन्ह जाई। 10 काहके हर कउनो जउन माँगत ह, पावत ह। जउन ढूँढ़त ह, ओका मिलत ह। अउर जउन खटखटावत ह, ओकरे खातिर दुआर खोलि दीन्ह जात ह। 11 तोहरे मँ अइसा बाप कउन होई जउन जदि ओकर बेटवा मछरी माँगइ, तउ मछरी क जगह प ओका कीरा थमाइ दीन्ह जाइ। 12 अउर जदि उ अण्डा माँगइ तउ ओका बीछी दइ देइ। 13 तउ बुरा होत भवा जब तू जानत ह कि आपन गदेलन क उत्तिम भेंट कइसे दीन्ह जात हीं, तउ स्वर्गीय पिता जउन ओसे माँगत हीं, ओनका पवित्तर आतिमा केतना ढेरि क देई।” 14 फिन ईसू जब एक गूँगा बनइ डावइवाली दुस्ट आतिमा क निकारत रहा तउ अइसा भवा कि जइसा ही दुस्ट आतिमा बाहेर निकरी, तउ उ गूँगा बोलइ लाग। भीड़ क मनई ऍसे बहोतइ अचरजे मँ पड़ि गएन। 15 मुला ओहमाँ स कछू कहेन, “इ सइतान क सासक बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क खदेरत ह।” 16 मुला अउर मनइयन ओका परखइ बरे कउनो सरग क चीन्ह क माँग किहेन। 17 लेकिन ईसू जानत रहा कि ओनके मनवा मँ का बाटइ? उ ओनसे कहेस, “उ राज्य जेहमाँ आपन भीतर ही फूट परि जाइ, ओकर नास होइ जात ह अउर अइसे ही कउनो घरे क फूट परे प नास होइ जात ह। 18 जदि सइतान आपन खिलाफ होइ जाइ तउ ओकर राज्य कइसे टिक सकित ह इ मइँ तोहसे यह बरे पूछत हउँ काहेकि तू कहत ह कि मइँ बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क निकारत हउँ। 19 मुला जदि मइँ बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क निकारत हउँ तउ तोहार मनवइयन ओनका केकरी मदद स निकारत ही? तउ तोहार आपन मनई ही तोहका गलत बतइहीं 20 मुला जदि मइँ परमेस्सर क सक्ती स बुरी आतिमा को निकारत हउँ तउ इ साफ बा कि परमेस्सर क राज्य तू ताई आइ गवा अहइ। 21 “जब एक सक्तीसाली मनई पूरी तरह हथियार टेइके आपन घरे क रच्छा करत ह तउ ओकरे धन दौलत क रच्छा होत ह। 22 मुला जब कबहूँ कउनो ओसे जिआदा बरिआर ओह प हमला कइके ओका हराइ देत ह तउ उ ओकरे सबहीं हथियारन क, जउने प ओका भरोसा रहा, ओसे छीन लेत ह अउर लूट क माल क उ पचे अपने दोस्तन मँ बाट लेत हीं। 23 “जउन मोर संग नाहीं अहइँ, मोर खिलाफत मँ बाटेन। उ जउन मोरे संग बटोरत नाहीं अहइ, छितरइहीं। 24 “जब कउनो दुस्ट आतिमा कउनो मनई स बाहेर निकरत ह तउ अराम क ढूँढ़त सूखे ठउरन मँ स होत जात ह अउर जब ओका अराम नाहीं मिलत तउ उ कहत ह, ‘मइँ आपन उहइ जगह लौटब जहाँ स गइ हउँ।’ 25 अउर वापस जाइके उ ओका साफ सूथर अउर तरकीबे मँ बसी पावत ह। 26 फिन उ जाइके आपन स भी जिआदा दुस्ट दूसर सात जिआदा दुस्ट आतिमन क हुवाँ लइ आवत ह। फिन उ सबइ ओहमाँ जाइके रहइ लागत हीं। इ तरह उ मनई क पाछे क दसा पहिले स जिआदा खराब होइ जात ह।” 27 फिन अइसा भवा कि जइसे ही ईसू इ बातन कहेस, भिरिया मँ स एक स्त्री उठी चिल्लाइके बोली, “उ गरभ धन्य अहइ, जउन तोहका धारण किहेस ह। अउर उ चूची धन्य अहइ, जेका तू चुस्या ह।” 28 ऍह प उ कहेस, “धन्य तउ मुला उ पचे बाटेन जउन परमेस्सर क बचन सुनत हीं अउन ओह प चलत हीं!” 29 जइसे जइसे भिरिया बढ़त रही, उ कहइ लाग, “इ एक दुस्ट पीढ़ी अहइ। इ कउनो अद्भुत चीन्हा लखइ चाहत ह। मुला ऍका योना क चीन्ह क अलावा अउर कउनो चीन्हा नाहीं दीन्ह जाइ। 30 काहेकि जइसे निनवे क मनइयन बरे योना चीन्हा बन गवा, वइसे ही इ पीढ़ी बरे मनई क पूत भी चीन्हा बनी। 31 दक्खिन क रानीनिआव क दिन परगट होइके इ पीढ़ी क मनइयन क दोखी ठहराई, काहेकि उ धरती दूसर कोने स सुलैमान क गियान सुनइ बरे आइ अउर अब लखा हिआँ तउ कउनो सुलैमान स भी बड़कवा अहइ। 32 नीनावे क मनइयन निआव क दिना इ पीढ़ी क मनइयन क खिलाफ खड़ा होइके ओन पइ दोख लगइहीं काहेकि उ पचे योना क उपदेस क सुनिके मनफिराव करि लिहन ह। अउर देखा अब तउ योना स भी महान कउनो हिआँ नाहीं बा! 33 “दिया बारिके कउनो भी ओका कउनो छुपा ठउर या कउनो भाँड़ी क भीतर नाहीं राखत, मुला ओका डीबट प धरत ह जेहसे जउन भितरे आवइँ, ज्योति लखि सकइँ। 34 तोहरे देह क दिया तोहार आँखिन अहइँ, तउ जदि आँखी नीक अहइँ तउ समूची देह ज्योति स भरि गइ बाटइ मुला, जदि इ सबइ खराब अहइँ तउ तोहार देह अँधियार होइ जात ह। 35 तउ धियान राखा! कि तोहरे भीतर ज्योति अहइ, अँधियारा नाहीं। 36 एह बरे जदि तोहार समूची देह ज्योति स भरपूर अहइ अउर ऍकर कउनो भी अंग अँधियारा नाहीं तउ उ पूरी तरह अइसे चमकी मान ल्या कउनो दिया तोह पइ आपन किरण स प्रकासित होत ह।” 37 ईसू जब आपन बात पूरी किहस तउ एक फरीसी ओसे अपने साथ खाइ बरे हठ किहेस। तउ उ भितरे जाइके खइया क खाइ बैठि गवा। 38 मुला उ फरीसी जब इ देखेस कि खइया स पहिले उ आपन हाथ नाहीं धोएस तउ ओका बड़ा अचरज भवा। 39 ऍह पइ पर्भू ओनसे कहेस, “अब लखा तू फरीसियन टाठी अउर खोरा क बस बाहेर स तउ माँजत ह मुला तोहरे भीरत लालच अउर दुस्टता भरी अहइ। 40 अरे मूढ़ मनइयो! का जउन बाहरी अंग क बनाएस ह, उ भीतरी अंग क नाहीं बनाएस। 41 ऍह बरे जउन कछू भितरे अहइ, ओका दीनन क दइ द्या। फिन तोहरे बरे सब कछू पवित्तर होइ जाइ। 42 अरे फरीसियन! तोहका धिक्कार अहइ काहेकि तू आपन पुदीना अउर सुदाब बूटी अउर हर कउनो जरी बूटि क दसवाँ हींसा तउ चढ़ाइ देत ह मुला परमेस्सर बरे पिरेम अउर निआव क टारि देत ह। मुला इ बातन क तोहका उ बातन क बगैर टारि देइ क करइ चाही। 43 अरे फरीसियन! तोहका धिक्कार अहइ। काहेकि तू सबइ आराधनालय मँ बहोत ही प्रमुख आसन चाहत बाट्या अउर बजारन मँ मान मर्जादा क संग पैलगी तोहका सोहात ह। 44 तोहका धिक्कार अहइ काहेकि तू पचे बिना कउनो चीन्हा क कब्र क नाई अहा जेह प मनई चलत हीं मुला उ सबइ नाहीं जानत हीं।” 45 तब एक धरम सास्तिरि ईसू स कहेस, “गुरु, जब तू अइसी बातन कहत ह तउ हम भी बेज्जत होइत ह।” 46 ऍह प ईसू कहेस, “अरे धरम सास्तिरियो! तोहका धिक्कार अहइ। काहेकि तू सबइ मनइयन प अइसा बोझा लादे बाट्या जेका उठाउब मुस्किल अहइ। अउर तू खुद ओन बोझन क एक ठु अँगुरी भर स छुअइ नाहीं चाहत ह। 47 तोहका धिक्कार अहइ काहेकि तू नबियन बरे मकबरा क बनवत ह, जेनकइ कतल कीन्ह गवा अउर ओनकर कतल करइया तोहार पूर्वजन रहेन। 48 ऍसे तू सबइ इ देखावत ह कि तू आपन पूर्वजन क उ कामे क अँगीकार करत ह। काहेकि उ पचे तउ ओनका मारेन ह अउर तू पचे ओनकइ मकबरा क बनाया ह। 49 एह बरे परमेस्सर क गियान भी कहेस, ‘मइँ नबियन अउर प्रेरितन क भी ओनके लगे पठउब। फिन कछू क तो उ पचे मारि डइहीं अउर कछू क सजा देइहीं।’ 50 एह बरे संसार क सुरुआत स जेतॅना भी नबियन क लहू बहाइ दीन्ह ग अहइ, ओनकइ हिसाब इ पीढ़ी क मनइयन स चुकाइ जाइ। 51 यानी हाबिल क कतल स लइके जकरयाह क कतल क हिसाब जउन परमेस्सर क मन्दिर अउर वेदी क बीच कीन्ह गवा रहा। हाँ, मइँ तोहसे कहत हउँ इ पीढ़ी क मनइयन क ऍकरे बरे लेखा जोखा देइ क होइ। 52 “ओ धरम सास्तिरियो! तोहका धिक्कार अहइ, काहेकि तू सबइ गियान क कुंजी तउ लइ लिहा ह। मुला ओहमाँ न तउ खुद घुसि पाया अउर न घुसइ क कउनो जतन करत रह्या। ओनका भी तू अड़ंगा डाया जे अइसा करइ चाहेन।” 53 अउर फिन जब ईसू हुवाँ स चला गवा तउ उ सबइ धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन ओसे घोर दुस्मनी राखइ लागेन। बहोत स बातन क बारे मँ ओसे सोझ सवाल करइ लागेन। 54 काहेकि उ सबइ ओका ओकर कही कउनो बात स घात करइ बरे टोहत रहेन।
Luke 12:1 अउर फिन जब हजारन मनइयन क भारी भीड़ जुटि गइ तउ एक दुसरे क रौंदे जात रही तब ईसू पहिले आपन चेलन स कहइ लाग, “फरीसियन क खमीरे स, जउन ओनकइ कपट बा, बचा रहा। 2 कछू छुपा नाहीं अहइ जउन परगट नाहीं कइ दीन्ह जाइ। अइसा कछू अनजाना नाहीं अहइ जेका बतावा नाहीं दीन्ह जाइ। 3 एह बरे हर उ बात जेका तू अँधियारे मँ कह्या ह, उजिआरे मँ सुनी जाइ। अउर एकांत खोली मँ जउन कछू भी तू चुप्पे स कउनो क काने मँ कह्या ह, घरे क छते स ऍलान कइ दीन्ह जाइ।” 4 “मुला मोर मीतो, मइँ तोहसे कहत हउँ ओनसे जिन डेराअ जउन तोहरे तन क मारि डाइ सकत हीं अउर ओकरे पाछे अइसा कछू नाहीं अहइ जउन ओनके बस मँ होइ। 5 मइँ तोहका देखाउब कि तोहका कउनो स डेराइ चाही। ओसे (परमेस्सर) डेराअ अउर तोहका मारिके नरक मँ नावइ क सक्ती राखत ह। हाँ, मइँ तोहका बतावत हउँ, बस उहइ स डेराअ। 6 “का दुइ पइसा मँ पाँच ठु चिरइयन नाहीं बिकतिन? फिन भी परमेस्सर ओहमाँ स एक क भी नाहीं बिसरत। 7 अउर लखा तोहरे मूँड़े प क एक एक बारि तलक गना भवा अहइँ। डेराअ जिन तू बहोत सी चिरइयन स कहूँ जिआदा कीमत क अहा।” 8 “मुला मइँ तोहसे कहत हउँ जउन कउनो मनई सबहीं क समन्वा मोका मानत ह, मनई क पूत भी उ मनई क परमेस्सर क दूतन क समन्वा मानी। 9 मुला ज जउन मोका दुसरे क समन्वा न मानी, ओका परमेस्सर क दूतन क समन्वा इन्कार कइ दीन्ह जाइ। 10 “अउर हर उ मनई क तो छमा कइ दीन्ह जाइ जउन मनई क पूत क खिलाफ कउनो सब्द बोलत ह, मुला जउन पवित्तर आतिमा क बुराई करत ह, ओका छमा नाहीं कीन्ह जाइ। 11 “तउ जब उ पचे तोहका आराधनालय मँ, राज्य क करइवालन अउर अधिकारियन क समन्वा लइ जाइँ तउ फिकिर जिन कर्या काहे तू आपन क कइसे बचउब्या या तोहका का कछू कहे होइ। 12 चिंता जिन करा काहेकि पवित्तर आतिमा तोहका सिखाइ कि उ समइया तोहका का बोलइ चाही।” 13 फिन भीड़ मँ स ओसे कउनो कहेस, “गुरु, मोरे भइया स मोरे बाप क धन दौलत क हींसा बाँटइ बरे कहि द्या।” 14 ऍह प ईसू ओसे कहेस, “अरे भले मनई, मोका तोहरे बरे निआववाला या पंच कउन बनएस ह” 15 तउ ईसू ओनसे कहेस, “होसियारी क संग आपन क लालच स दूर राखा। काहेकि जरूरत स जिआदा धन-दौलत होइ प जिन्नगी क आधार ओकर संग्रह नाहीं होत।” 16 फिन उ ओनका एक दिस्टान्त कथा सुनाएस: “कउनो धनी मनई क धरती प खूब पैदावार भइ। 17 उ आपन मनवा मँ सोचत भवा कहइ लाग, ‘मइँ का करुँ, मोरे लगे फसिल क रखइ बरे ठउर तउ अहइ नाहीं।’ 18 फिन उ बोला, ‘ठीक अहइ मइँ इ करब कि आपन अनाज क कोठिला गिराइके बड़का कोठा बनवाउब अउर आपन समूचा अनाज क अउर सामान हुवाँ रखब। 19 फिन आपन आतिमा स कहब, अरे मोर आतिमा अब बहोत स उत्तिम बस्तु, बहोत स बरिस बरे तोहरे लगे ऍकट्ठी अहइँ। घबरा जिन, खावा, पिआ अउर मउज उड़ावा!’ 20 मुला परमेस्सर ओसे बोला, ‘अरे मूर्ख! इहइ राति मँ तोहार आतिमा तोहसे लइ लीन्ह जाइ। जउन कछू तू तइयार किहे अहा, ओका कउन लेइ?’ 21 “लखा, उ मनई क संग भी कछू अइसा ही भवा ह, उ अपने बरे बटोरत ह मुला परमेस्सर क निगाह मँ उ धनी नाहीं।” 22 तब उ आपन चेलन स कहेस, “एह बरे मइँ तोहसे हउँ, आपन जिन्नगी क फिकिर जिन करा कि तू का पहिनब्या? 23 काहेकि जिन्नगी खइया स अउर तन ओढ़ना स जिआदा जरूरी अहइ। 24 कउअन क लखा, न उ पचइ बोवत हीं, न ही उ पचे काटत हीं। न ओनके लगे भण्डारा बा अउर न आजु अन्न क कोठिला, फिन भी परमेस्सर ओनका भोजन देत ह। तू तउ चिरइयन स केतॅना जिआदा कीमती अहा। 25 चिन्ता कइके, तू पचन मँ स कउन अइसा अहइ, जउन आपन उमिर मँ एक घड़ी भी अउर जोर सकत ह 26 काहेकि तू जदि छोटका काम क भी नाहीं कइ सकत्या तउ बाकी बरे काहे फिकिर करत ह 27 कोका बेली क लखा, उ कइसे उगत हीं? न उ सबइ मेहनत करत हीं, न कताई, फिन भी मइँ तोहसे कहत हउँ कि सुलैमान आपम समूचे धन दौलत क संग ओहमाँ स कउनो एक क नाई नाहीं सज पाएस। 28 एह बरे जब मैदान क घास क, जउन आज हिआँ बा अउर भियान ही ओका भार मँ झोंक दीन्ह जाइ, परमेस्सर अइसे ओढ़नन स सजावत ह तउ अरे ओ कम बिसवास करइया मनइयो! तोहका तउ उ केतॅना अउर जिआदा ओढ़ना पहिराइ। 29 अउर फिकिर जिन करा कि तू का खाब्या अउर का पीब्या। ऍनके बरे जिन सोचा। 30 काहेकि संसार क अउर सबहीं मनई चीजन्क क पाछे धावत अहइँ मुला तोहार परमपिता तउ जानत ही अहइ कि तोहका इ चीजन्क जरूरत अहइ। 31 मुला तू तउ परमेस्सर क राज्य क चिन्ता करा। इ चीजन तउ तोहका दइ दीन्ह जइहीं। 32 “हे भोली भेड़ी क झुण्ड! जिन डेराअ, काहेकि तोहार परमपिता तोहका राज्य देइ क तइयार अहइ। 33 तउ आपन धन दौलत बेंचिके धन गरीबन मँ बाँटि द्या। आपन लगे अइसी झोरी राखा जउन पुरान न होई अरथ बा कबहुँ न टूटइवाला सरगे मँ खजाना जहाँ ओह तलक कउनो चोर क पहुँच न होइ। अउर न ओका न किरवा नास कइ पावइँ। 34 काहेकि जहाँ तोहार खजाना अहइ, हुवँई तोहार मनवा भी रही। 35 “काम करइ क सदा तइयार रहा। अउर आपन दिया बारे रहा। 36 अउर ओ मनइयन जइसा बना जउन बियाह क भोज स लौटिके आवत आपन स्वामी क जोहत होइँ जेहसे उ जब आवइ अउर दुआर खटखटावइ तउ उ पचे फउरन खोलि सकइँ। 37 उ नउकर धन्य अहइँ जेका स्वामी वापस आइके जागत अउर तइयार पइहीं। मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि उ भी ओनकर सेवा बरे करिहाउँ बाँधि लेइ अउर ओनका जेवाइ क पीढ़ा प जेवइं बरे बइठाई। उ आई अउर ओनका जेंवाइ। 38 उ चाहे आधी राति स पहिले आवइ अउर चाहे आधी राति क पाछे जदि उ ओनका तइयार पावत ह तउ उ सबइ धन्य अहइँ। 39 इ बात बरे निस्चित रहा कि जदि घरे क स्वामी क इ पता होइ कि चोर कउनो घड़ी आवत अहइ, तउ उ ओका आपन घरे मँ सेंध नाहीं लगावइ देइ। 40 तउ तू भी तइयार रहा काहेकि मनई क पूत अइसी घड़ी मँ आई जेका तू सोच नाहीं सकत्या।” 41 तब पतरस पूछेस, “पर्भू इ दिस्टान्त कथा तू हमरे बरे कहत अहा या सब बरे?” 42 ऍह प पर्भू कहेस, “तउ फिन अइसा बिसवास क जोग्ग, बुद्धिमान संरजाम अधिकारी कउन होइ जेका पर्भू आपन नउकरन क ठीक समइ प खइया क चीज देइ बरे ठहराइ? 43 उ नउकर धन्य अहइ जेका ओकर स्वामी जब आवइ तउ ओका वइसा ही करत पावइ। 44 मइँ सच कहत हउँ कि उ ओका आपन सबहिं धन दौलत क अधिकारी ठहराइ। 45 मुला उ नउकर आपन मनवा मँ सोचइ कि मोर स्वामी तउ आवइ मँ देर करत अहइ अउर उ दूसर पुरुस अउर स्त्री नउकरन क मारब पीटब सुरु कइ देइ अउर खाइ पिअइ अउर नसा मँ चूर होइ। 46 तउ उ जउकर क स्वामी अइसे दिन आइ जाइ जेका उ सोचत नाहीं। एक ठु अइसी घरी जेकरे बारे मँ निसाखातिर अहइ। फिन भी ओकर टुकरा टुकरा कइ डाइ अउर ओका न बिसवास करइयन क बीच ठउर देइ। 47 “उ नउकर जउन आपन स्वामी क इच्छा जानत ह अउर ओकरे बरे तइयार नाहीं होत या जइसा ओकर स्वामी चाहत ह, वइसहु नाहीं करत, तउ नउकर प जमिके मार परी। 48 मुला उ जेका आपन स्वामी क इच्छा क ग्यान नाहीं अउर कउनो अइसा काम कइ डावइ जउन मार खाइ काबिल होइ तउ उ नउकर प हल्की मार परी। काहेकि उ हर मनई स जेका बहोत जिआदा दीन्ह ग अहइ, जिआदा माँगा जाइ। उ मनई जेका ढेर सौंपा ग अहइ ओसे जिआदा ही माँगा जाइ।” 49 “मइँ धरती प एक आगी बारइ आवा हउँ मोर केतॅनी इच्छा अहइ कि उ साइद अबहुँ ताई बरि जात। 50 मोरे लगे एक बपतिस्मा अहइ जउन मोका लेब बा जब ताईं उ पूरा नाहीं होइ जात, मइँ केतॅना बियाकुल हउँ। 51 तू का सोचत बाट्या कि मइँ इ धरती प सान्ति लइ आवइ क बरे आवा हउँ? नाहीं, मइँ तोहका बतावत हउँ, मइँ अलगावइ आवा हउँ। 52 काहेकि अब स आगे एक घरे क पाँच आदमी एक दूसर क खिलाफ बँटि जइहीं। तीन दुइ क बिरोध मँ अउर दुइ तीन क बिरोध मँ होइ जइहीं। 53 बाप बेटवा क बिरोध मँ, अउर बेटवा बाप क बिरोध मँ, महतारी बिटिया क बिरोध मँ, अउर बिटिया महतारी क बिरोध मँ, सास दुलहिन क बिरोध मँ अउर दुलहिन सास क बिरोध मँ होइ जइहीं।” 54 फिन उ भीड़ स बोला, “जब तू पच्छू कइँती कउनो बदरे क उठत भइ लखत ह तउ कहि देत ह, ‘बरखा आवति अहइ।’ अउर फिन अइसा ही होत ह। 55 अउर फिन जब दखिनी हवा चलत ह, तू कहत ह, ‘गरमी पड़ी’ अउर अइसा ही होत ह। 56 अरे कपटी मनइयो! तू धरती अउर अकासे क रूपे क समझाउब तउ जानत बाट्या, फिन अइसा काहेकि इ जुग क बारे मँ समझउत्या नाहीं?” 57 “जउन नीक अहइ, ओकर फैसला करइवाला तू खुद काहे नाहीं बनत्या? 58 जब तू आपन बैरी क संग न्यायाधीस क लगे जात रहब्या तउ रास्ता मँ ही ओकरे संग समझौता करइ क जतन करया। नाहीं तउ कहूँ अइसा न होइ कि उ तोहका न्यायाधीस क लगे खैंच लइ जाइँ अउर न्यायाधीस एक अधिकारी क सौंपि देइ। अउर अधिकारी तोहका जेलि मँ धाँध देइ। 59 मइँ तोहका बतावत हउँ, तू हुवाँ स तब ताईं छूटि नाहीं पउव्या जब तलक आखिरी दमड़ी तक न चुकाइ द्या।”
Luke 13:1 उ समइया हुवाँ हाजिर कछू मनइयन ईसू क ओन गलीलियन क बारे मँ बताएस जेनकइ लहू पिलातुस ओनके बलिदान क संग मिलाइ दिहे रहा। 2 तउ ईसू ओनसे कहेस, “तू का सोचत ह कि सबइ गलीलियन दूसर सबइ गलीलियन स जिआदा पापी रहेन काहेकि ओनका इ सबइ बातन भीजे पड़ी? 3 नाहीं! मइँ तोहका बतावत हउँ, जदि तू भी मनफिरावा नाहीं करब्या तउ तू भी वइसी ही मउत स मरब्या जइसी उ सबइ मरे रहेन! 4 या ओन अट्ठारह मनइयन क बारे मँ तू का सोचत ह जेनके ऊपर सीलोह क बुर्ज गिरिके ओनका मारि डाएस। का सोचत ह, उ सबइ यरूसलेम मँ वसइया दूसर सबइ ही मनइयन स जिआदा अपराधी रहेन? 5 नाहीं! मइँ तोहका बतावत हउँ कि जदि तू मनवा न फिरउव्या तउ तू भी वइसे ही मरब्या!” 6 फिन उ इ दिस्टान्त कथा कहेस: “कउनो मनई आपन अँगूरे क बारी मँ एक ठु अंजीरे क बृच्छ रोपे रहा। तउ उ ओह पइ फल ढूँढ़इ आवा पर ओका कछू नाहीं मिल पावा। 7 ऍह पइ उ माली स कहेस, ‘अब लखा मइँ तीन बरिस स अँजीरे क बृच्छ प फल टटोरत आवत हउँ मुला मोका एक ठु भी नाहीं मिलि पावा। एह बरे ऍका काटि डावा। इ धरती क अइसी ही वृथा काहे करत रहइ?’ 8 माली ओका जवाब दिहेस, ‘स्वामी ऍका इ बरिस तब ताईं तजि द्या, जब तलक मइँ ऍकरे चारिहुँ कइँती खनिके एहमाँ पाँस नउबउँ। 9 फिन जदि उ अगवा बरिस फल देइ तउ नीक बा अउर जदि नाहीं देत तउ तू ऍका काटि डाइ सकत ह।”‘ 10 कउनो आराधनालय मँ सबित क दिन ईसू जब उपदेस देत रहा। 11 तउ हुवँई एक अइसी स्त्री रही जेहमाँ दुस्ट आतिमा समाइ ग रही। जउन ओका अट्ठारह बरिस स पंगु बनाइ दिहे रही। उ निहुरिके कुबड़ी होइ गइ अउर तनिकउ सोझ नाहीं होइ सकत रही। 12 ईसू ओका जब निहारेस तउ आपन लगे बोलाएस अउर, “हे स्त्री, तोहका आपन बेरामी स छुटकारा मिलि गवा!” इ कहत भवा 13 ओह पइ आपन हाथ रखेस। अउर उ फउरन सीध होइ गइ। उ परमेस्सर क गुन गावइ लाग। 14 ईसू काहेकि सबित क दिन ओका बेरामी स जरटुट किहेस, एह बरे आराधनालय क नेता किरोध मँ आइके मनइयन स कहेस, “काम करइ क बरे छ: दिन होत हीं तउ ओनही दिनम मँ आवा अउर आपन बेरामी क दूर करावा पर सबित क दिन नीरोग होइ बरे जिन आवा।” 15 पर्भू जवाब देत भवा ओसे कहेस, “अरे कपटियो! का तोहमाँ स हर कउनो सबित क दिन आपन बर्धा अउर गदहा क बारा स निकारिके कहूँ पानी पिआवइ नाहीं लइ जात ह 16 अब इ स्त्री जउन इब्राहीम क बिटिया अहइ अउर जेका सइतान अट्ठारह बहिस स जकरिके राखे बा, का ऍका सबित क दिन ऍका बंधन स छुटकारा नाहीं देइ क चाही?” 17 जब उ इ कहेस तउ ओकर खिलाफत करइवालन सबइ सर्माइ गएन। ओह कइँती समूची भीड़ ओकरे अचरजे स भरे कामन स जेनका उ किहे रहा, खुस होइ गइ।” 18 तउ ईसू कहेस, “परमेस्सर क राज्य का अहइ अउर मइँ ऍकर तुलना कइसे करउँ? 19 उ सरसई क दाना क नाई अहइ, जेका कउनो लइके आपन बगिया मँ बोएस। उ बड़ा भवा अउर एक बृच्छ होइ गवा। फिन अकासे क चिरइयन ओकर डारी प घोंसला बनाइ लिहन।” 20 उ फिन ईसू कहेस, “परमेस्सर क राज्य क बरोबरी मइँ कइसे करउँ? 21 इ उ खमीरे क नाई अहइ जेका एक स्त्री तीन हींसा पिसान मँ सान दिहेस अउर उ समूचा पिसान खमीरे स भरि गवा।” 22 ईसू जब सहरन अउर गाँउन स होत भवा उपदेस देत भवा यरूसलेम जात रहा। 23 तबहीं ओसे कउनो पूछेस, “पर्भू क केवल कछू मनइयन क ही उद्धार होइ?”ईसू कहेस, 24 “साँकर दुआरे स घुसइ क होइ सकइवाला जतन करा, काहेकि मइँ तोहका बतावत हउँ कि भीतर जाइ क जतन बहोत स करिहीं प जाइ न पइहीं। 25 जब एक दाईं घरे क स्वामी उठिके दुआर बंद कइ देत ह, तउ तू बाहेर ही खड़ा दुआर खटखटावत कहब्या, ‘महासय, हमरे बरे खोलि द्या!’ मुला उ तोहका जवाब देइ, ‘मइँ नाहीं जानत तू कहाँ ले आवा बाट्या?’ 26 तब तू कहइ लगब्या, ‘हम तोहर संग खावा ह, तोहर संग पिआ ह, तू हमरी गलियन मँ हमका सीख दिहा ह।’ 27 पर उ तोसे कही, ‘मइँ नाहीं जानत तू कहाँ स आवा अहा? अरे कुकर्मी मनइयो! मोरे लगे स पराइ जा!’ 28 जब तू इब्राहीम, इसहाक, याकूब अउर दूसर सबहीं नबियन क परमेस्सरे क राज्य मँ निहरब्या मुला तोहका बाहेर ढकेल दीन्ह जाइ। तउ हुवाँ बस रोउब अउर दाँत पीसब होई। 29 फिन पूरब अउर पच्छूँ, उत्तर अउर दक्खिन स मनइयन परमेस्सर क राज्य मँ आइ आइके खइया क चउकी प आपन आसन ग्रहण करिहीं। 30 धियान रहइ कि हुवाँ जउन आखिरी अहइ पहिले होइ जइहीं अउर जउन पहिले अहइँ उ पचे आखिरी होइ जइहीं।” 31 उहइ समइ ईसू क लगे कछू फरीसियन आएन अउर ओसे बोलेन, “हेरोदेस तोहका मारि डावइ चाहत ह, एह बरे हुवाँ स कहूँ अउर चला जा।” 32 तब उ ओनसे कहेस, “जा अउर उ लोखरीस कहा, ‘मइँ मनइयन मँ स दुस्ट आतिमन क निकारब, मइँ आज ही चंगा करब अउर भियान भी। फिन तीसर दिन मइँ आपन काम पूरा करब।’ 33 फिन भी मोका आजु, भियान अउर परउँ चलत ही रहइ क अहइ। काहेकि कउनो नबियन बरे इ नीक नाहीं कि उ यरूसलेम स बाहेर प्रान तजि देइ। 34 “यरूसलेम अरे ओ यरूसलेम! तू नबियन क कतल करत ह अउर परमेस्सर जेका तोहरे लगे पठएस ह, ओन प पाथर बरिसावत ह। मइँ केतॅनी दाईं तोहरे मनइयन क वइसे ही आपुस मँ बटोरइ चाहा ह जइसे एक ठु मुर्गी आपन बचवन क आपन पखना तरे बटोरत ह। मुला तू नाहीं चाह्या। 35 लखा तोहरे बरे तोहार घर तोहरे लिए उजरा पड़ा अहइ। मइँ तोहका बतावत हउँ तू मोका उ समइया तलक फिन नाहीं देखब्या। जब ताईं उ समइ न आइ जाइ जब तू कहब्या, ‘धन्य अहइ उ, पर्भू क नाउँ प जउन आवत बा।’”
Luke 14:1 एक दाईं सबित क दिन मुख्य फरीसियन मँ स कउनो क घर ईसू खइया बरे गवा। ओहर उ पचे नगिचे स आँखि गड़ाइके लखत रहेन। 2 हुवाँ ओकरे समन्वा जलंधर स दुःखी एक ठु मनई रहा। 3 ईसू धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन स पूछेस, “सबित क दिन कउनो क चंगा करब उचित अहइ या नाहीं?” 4 मुला उ पचे खमोस रहेन। तउ ईसू उ मनई क लइके चंगा कइ दिहस अउर फिन ओका कहूँ पठइ दिहस। 5 फिन उ ओनसे पूछेस, “जदि तोहमाँ स कउनो क लगे आपन बेटवा अहइ या बर्धा अहइ, उ कुआँ मँ गिरि पड़त ह तउ सबित क दिन भी तू ओका फउरन नाहीं निकरिब्या?” 6 उ पचे ऍह पइ ओकर बात नाहीं काटि सकेन। 7 काहेकि ईसू इ लखेस कि मेहमान आपन बरे बइठइ क कउनो खास ठउर ढँूढत रहेन, तउ उ ओनका एक दिस्टान्त कथा सुनाएस। उ बोला: 8 “जब तोहका कउनो बियाहे क भोज प बोलावइ तउ हुवाँ कउनो सम्मान क ठउर प जिन बइठा। काहेकि होइ सकत ह हुवाँ कउनो तोहसे जिआदा बड़कवा मनई क उ बोलॉए होइ। 9 फिन तू दुइनउँ क बोलॉवइवाला तोहरे लगे आइके तोसे कही, ‘आपन इ जगह इ मनई क दइ द्या।’ अउर फिन लजाइके तोहका सबन क तले क ठउरे प बइठइ क होइ। 10 तउ जब तोहका बोलॉवा जात ह तउ जाइके सबन त तले क जगह ग्रहण कइ ल्या जइसे जब तोहका न्यौता देइवाला आवइ तउ तोहसे कही, ‘मीत उठा, ऊपर बइठा।’ फिन उ सबन क समन्वा, जउन तोहरे लगे हुवाँ मेहमान होइहीं, तोहार मान बाढ़ी। 11 काहेकि हर कउनो जउन आपन क उठाई ओका निहुराइ दीन्ह जाई अउर जउन आपन क निहुराई, ओका ऊँचा कीन्ह जाई।” 12 फिन जउन ओका बोलाए रहा, ओसे उ बोला, “जब कबहुँ तू कउनो दिन या राति क भोज द्या तउ आपन धनी पड़ोसियन क जिन बोलावा काहेकि ऍकरे बदले मँ तोहका बोलइहीं अउर इ तरह तोहका ओकर फल मिलि जाई। 13 मुला जब तू कउनो भोज द्या तउ दीन दुखियन, अपाहिजन, लंगड़न अउर अँधरन क बोलावा। 14 फिन काहेकि ओनके लगे वापस लउटावइ कछू नाहीं अहइ, तउ इ तोहरे बरे आसीर्वाद बनि जाई। ऍकर बदले क फल तोहका धर्मी मनई क जी उठइ प दीन्ह जाई।” 15 फिन ओकरे संग खइया क खात रहेन मनइयन मँ स एक इ सुनिके ईसू स कहेस, “हर उ मनई धन्य अहइ, जउन परमेस्सर क राज्य मँ जेंवत ह!” 16 तब ईसू ओसे कहेस, “एक मनई कउनो बड़के भोज क तइयारी करत रहा, उ बहोत स मनइयन क न्यौत दिहस। 17 फिन दावत क समइ जेनका न्यौत दिहस, नउकरे क पठइके इ कहवाएस, ‘आवा! काहेकि भोजन तइयार अहइ।’ 18 उ सबइ एक तरह आनाकानी करइ लागेन। पहिला ओसे कहेस, ‘मइँ एक खेत बेसहे अहउँ, मोका जाइके ओका देखब अहइ, कृपा कइके मोका छमा करइँ।’ 19 फिन दूसर कहेस, ‘मइँ पाँच जोड़ी बर्धा मोल लिहे अहउँ, मइँ तउ सिरिफ ओनका परखइ जात हउँ, कृपा कइके मोका छमा करइँ।’ 20 एक अउर भी बोला, ‘मइँ अबहिं बियाह किए हउँ। इ कारण स नाहीं आइ सकत हउँ।’ 21 तउ जब उ नउकर लौटिके आवा तउ उ आपन स्वामी क इ बातन बताइ दिहस, ऍह पइ उ घरे क स्वामी बहोत कोहाइ गवा अउर आपन नउकरे स कहेस, ‘हाली ही! सहर क गली कूचा मँ जा अउर गरीब गुरबा, अपाहिज, आँधर अउर लँगड़न क हिआँ लइ आवा।’ 22 उ नउकर स कहेस, ‘स्वामी तोहार हुकुम पूरी कइ दीन्ह गइ अहइ मुला अबहिं भी ठउर बाकी अहइ।’ 23 फिन स्वामी नउकरे स कहेस, ‘सड़कन प अउर खेतन क मेड़े ताई जा अउर हुवाँ स मनइयन स चिरौरी कइके हिआँ बुलाइ लिआवा जेसे मोर घर भरि जाइ। 24 अउर मइँ तोहसे कहत हउँ जउन पहिले बोलाइ गवा रहेन ओहमाँ स एक भी भोज न चिखइ सकेन!”‘ 25 ईसू क संग भारी भीड़ जात रही। उ ओनके कइँती मुड़ि गवा अउर बोला, 26 “जदि मोरे लगे कउनो आवत ह अउर आपन बाप महतारी, पत्नी अउर बचवा, आपन भाइयन अउर बहिनियन अउर हिआँ ताईं कि आपन जिन्नगी तलक स मोसे जिआदा पिरेम राखत ह, उ मोर चेला नाहीं होइ सकत। 27 जउन आपन क्रूस (यातना) उठाइके मोरे पाछे नाहीं चलत ह, उ मोर चेला नाहीं होइ सकत। 28 जदि तोहमाँ स कउनो बुर्ज बनावइ चाहइ तउ का उ पहिले स बइठिके ओकरे दामे क, इ लखइ बरे कि ओका पूरा करइके ओकरे लगे काफी कछू बा कि नाहीं, हिसाब उसाब न लगाई? 29 नाहीं तउ उ नेंव तउ खनि देइ अउर ओका पूरा न कइ पावइ स, जउन ओका सुरु होत लखेन ह, सबहिं ओकर मसखरी उड़इहीं अउर कइहीं, 30 ‘अरे लखा इ मनई बनाउब तउ सुरु कहेस ह मुला इ ओका पूर नाहीं कइ सका!’ 31 “या कउनो राजा अइसा होइ जउन कउनो दूसर राजा क खिलाफ जुद्ध छेड़इ जाइ अउर पहिले बैठिके इ न बिचारइ कि आपन दस हजार सैनिकन क संग का उ बीस हजार सैनिकन आपन बैरी क मुकाबला कइ भी सकी कि नाहीं? 32 अउर जदि उ समर्थ नाहीं होत तउ ओकर बैरी अबहीं राहे मँ होइहीं तबहिं उ आपन प्रतिनिधि मंडल क पठइके सांति मिलाप क सुझाई। 33 तउ फिन इहइ तरह तोहमाँ स कउनो भी जउन आपन सबहिं धन दौलत क तजि नाहीं देत, मोर चेला नाहीं होइ सकत। 34 “नोन उत्तिम अहइ मुला जदि ओकर स्वाद बिगर जाइ तउ ओका फिन स नमकीन नाहीं बनावा जाइ सकता। 35 न तउ उ माटी क लायक नही अउर न पाँस क कूड़ा क। मनई सिरिफ ओका यूँ ही बहाइ देइहीं। जेकरे लगे सुनइ क कान अहइँ, ओका सुनइ द्या!”
Luke 15:1 अब चुंगी (टिक्ॅस) क उगहिया अउर पापी सबहिं ओका सुनइ बरे ओकरे लगे आवइ लाग रहेन। 2 तउ फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन बड़बड़ करत भए कहइ लागेन, “इ मनई तउ पापी मनइयन क अगवानी करत ह अउर ओनके संग जेवंत ह।” 3 ऍह पइ ईसू ओनका इ दिस्टान्त कथा सुनाएस: 4 “मान ल्या तोहमाँ स कउनो क लगे 100 भेड़ अहइँ अउर ओहमाँ स कउनो एक हेराइ जाइ तउ उ का 99 क खुली जगह मँ तजिके हेरान भेड़ क पाछे न धाई जब ताई उ ओका पाइ न जाइ। 5 फिन जब ओका भेड़ मिलि जात ह तउ उ ओका खुसी क साथ आपन काँधे प उठावत ह। 6 अउर जब घर लौटत ह तउ आपन मीतन अउर पड़ोसियन क नगिचे बोलॉइके कहत ह, ‘मोर संग खुसी मनावा काहेकि मोका हेरान भेड़ मिलि गइ अहइ।’ 7 मइँ तोहसे कहत हउँ, इहइ तरह कउनो एक क मनफिरावइवाला पापी बरे, ओन निनावे धर्मी मनइयन स, जेनका मनफिराव करइ क जरूरत नाहीं, सरगे मँ कहूँ जिआदा खुसी मनाइ जइ। 8 “या सोचि ल्या कउनो स्त्री अहइ जेकरे लगे दस चाँदी क सिक्का बाटेन अउर ओकर एक ठु सिक्का हेराइ जात ह तउ का उ दिया बारिके घरे क तब ताई न बहारी अउर होसियारी स नाहीं ढूँढ़त रही जब तलक उ ओका न मिलि जाइ? 9 अउर जब उ जब ओका पाइ जात ह तउ आपन मीतन अउर पड़ोसियन क लगे बोलॉइके कहत ह, ‘मोरे संग खुसी मनावा काहेकि मोर सिक्का जउन हेराइ ग रहा, मिलि गवा।’ 10 मइँ तोहसे कहत हउँ इ तरह एक पापी बरे जउन मनफिराव ह, परमेस्सर क दूतन क हाजरी मँ हुआँ खुसी मनाइ जाइ।” 11 फिन ईसू कहेस, “एक मनई क दुइ बेटवा रहेन। 12 तउ छोटका बेटवा आपन बाप स कहेस, ‘पिताजी, जउन धन दौलत मोरे हींसा मँ आवइ, ओका मोका दइ द्या!’ तउ बाप उन दुइनउँ क आपन धन बाँट दिहेस। 13 अबहीं कउनो जिआदा समइ नाहीं बीता रहा, कि छोटका बेटवा आपन समूचा धन दौलत बटोरेस अउर कउनो दूर देस क चला गवा। अउर हुवाँ जंगली क तरह रहत भवा आपन सारा धन बर्बाद कइ डाएस। 14 जबहिं ओकर समूचा धन खतम होइ गवा तबहीं उ देस मँ सबहिं कइँती एक ठु भयानक अकाल पड़ि गवा अउर ओका जरूरत क चीजन क कमती पड़इ लाग। 15 एह बरे उ देस क कउनो मनई क हिआँ जाइके उ मजूरी करइ लाग। उ ओका आपन खेते मँ सुअर चरावइ पठइ दिहस। 16 हुवाँ उ सोचत साइद कैरब क फरी पेट भरइ बरे मिलि जाइँ जेका सुअरन खात रहेन मुला कउनो ओका एक फरी नाहीं दिहेस। 17 फिन जब ओकर होस ठिकाना मँ आइ गवा तउ उ बोला, ‘मोरे बाप क लगे केतॅना ही अइसे मजूर अहइँ जेनके लगे खाइ क पाछे भी भोजन बचा रहत ह। अउर मइँ हिआँ भूख स मरत हउँ। 18 तउ मइँ हिआँ स उठिके आपन बाप क लगे जाब अउर ओनसे कहब: पिताजी, मइँ परमेस्सर अउर तोहरे खिलाफ पाप किहे हउँ। 19 अब अगवा स तोहार बेटवा कहवावइ क जोग्ग नाहीं अहउँ। मोका आपन रोजिन्दा क मजूर क नाई बनइ ल्या।’ 20 तउ उ उठिके आपन बाप क लगे चला गवा।“अबहिं उ जिआदा दूरी प ही रहा कि ओकर बाप ओका निहारेस अउर ओकरे बाप क दाया आइ। तउ दौड़िके उ ओका आपन बाँहे मँ गहियाह लिहस अउर चूमेस। 21 बेटवा बाप स कहेस, ‘पिताजी, मइँ तोहरी निगाहे मँ अउर परमेस्सर क खिलाफ पाप किहे हउँ, मइँ अब अउर जिआदा तोहार बेटवा कहवावइ क जोग्ग नाहीं हउँ।’ 22 मुला बाप आपन नउकरन स कहेस, ‘हाली! उत्तिम ओढ़ना निकारि लइ आवा अउर ओनका ऍका पहिरावा। ऍकरे हाथे मँ अँगूठी अउर गोड़वा मँ जूतियाँ पहिरावा। 23 कउनो मोट बछवा लइ आइके मारि डावा अउर आवा ओका हम पचे खाइके खुसी मनाई। 24 काहेकि मोर इ बेटवा जउन मरि गवा रहा अब जइसे फिन स जिउ उठा बा। इ हेरॉइ गवा रहा, मुला अब इ मिलि गवा अहइ।’ तउ उ पचे खुसी मनावइ लागेन। 25 “अब ओकर बड़का बेटवा जउन खेते मँ रहा, जब आवा अउर घरे क लगे पहुँच गवा त उ गावइ नाचइ क सुर सुनेस। 26 उ आपन एक ठु नउकर क बोलाइके पूछेस, ‘इ सब का होत अहइ?’ 27 नउकर ओसे कहेस, ‘तोर भाई आइ गवा अहइ अउर तोर बाप ओका हिफाजत मँ अउर मोटमर्दा पाइके एक ठु मोट बछवा कटवाएस ह!’ 28 बड़का भाई कोहाइ गवा, उ भितरे जाइ तलक नाहीं चाहत रहा। तउ ओकर बाप बाहेर आइके ओका समझाएस बुझाएस। 29 मुला उ बाप क जवाब दिहस, ‘देखा बरिसन स तोहार सेवा मइँ करत रहेउँ। मइँ तोहरे कउनो हुकुम क खिलाफत नाहीं किहेउँ, मुला तू मोका तउ कबहूँ एक बोकरी तलक नाहीं दिहा कि मइँ आपन मीतन क संग कउनो खुसी मनाइ सकित। 30 मुला जब तोहार इ बेटवा आवा जउन वेस्यन मँ तोहार धन फूँकेस, ओकरे बरे तू मोट बछवा कटवाया।’ 31 बाप ओसे कहेस, ‘मोर बेटवा, तू हमेसा ही मोरे लगे अहा अउर जउन कछू मोरे लगे बा, सब तोहार अहइ। 32 मुला हमका खुस होइ चाही अउर जलसा मनावइ चाही काहेकि इ भाई, जउन मरि ग रहा, अब फिन जिन्ना होइ, ग अहइ। इ हेराइ ग रहा, अब मिलि गवा बा।”‘
Luke 16:1 फिन ईसू आपन चेलन स कहेस, “एक धनी मनई रहा। ओकर एक प्रबन्धक रहा। उ प्रबन्धक प लांछन लगाइ गवा कि उ ओकर धन दौलत क नासत रहा। 2 तउ उ ओका बोलाएस अउर कहेस, ‘तोहरे बारे मँ इ मइँ का सुनत रहत हउँ? आपन संरजाम क हिसाब किताब द्या काहेकि अब अगवा तू प्रबन्धक नाहीं रहि सकत्या।’ 3 ऍह पइ प्रबन्धक मन ही मन मँ कहेस, ‘मोर स्वामी मोसे मोर प्रबन्धक क नउकरी छीनत अहा, तउ अब मइँ का करउँ? मोहमाँ अब ऍतनी ताकत भी नाहीं बा कि मइँ खेते खोदाई अउर गोंड़ाई क काम तलक कइ सकउँ। अउर माँगइ मँ तउ मोका लाज आवति बाटइ। 4 ठीक, मोरी समझ मँ आइ गवा कि मोका का करइ चाही जेहॅसे जब मइँ प्रबन्धक क ओहदा स हटाइ दीन्ह जाउँ तउ मनई आपन घरे मँ मोर सुआगत करइँ।’ 5 तउ उ स्वामी क हर देनदार क बोलाएस। पहिले मनई स उ पूछेस, ‘तोहका मोरे स्वामी क केतॅना देब अहइ?’ 6 उ कहेस, ‘3,000 लीटर जौतून क तेल।’ ऍह पइ उ ओसे बोला, ‘इ ल्या आपन बही खाता अउर बैठिके हाली 1,500 लीटर कइ द्या।’ 7 फिन उ दूसर स कहेस, ‘अउर तोह प केतनी देनदारी अहइ?’ उ बताएस, 270 क्विंटल गोहूँ।’ उ ओसे बोला, ‘इ ल्या आपन वही अउर 225 क्विंटल कइ द्या।’ 8 “ऍह प ओकर स्वामी उ बेइमान प्रबन्धक क सराहेस काहेकि उ होसियारी स काम लिहे रहा। संसारे मँ रहइवाला मनई आपन जइसे मनइयन स ब्यौहार करइ मँ परमेस्सर क जोतिवाला स जिआदा चालाक अहइ। 9 “मइँ तोहसे कहत हउँ संसारे क धन दौलत स आपन बरे मीत बनावा। काहेकि जब उ धन दौलत खतम होइ जाइ, उ पचे अनंत निवासे मँ तोहार सुआगत करिहीं। 10 उ सबइ जेनॅ पइ तनिक बरे बिसवास कीन्ह जाइ सकत ह, ओन पइ जिआदा बरे भी बिसवास कीन्ह जाइ अउर इहइ तरह जउन तनिक बरे बेइमान होइ सकत हीं उ जिआदा बरे बेइमान होइहीं। 11 इ तरह जदि तू संसारे क धन दौलत बरे तू बिसवासनीय नाहीं रह्या तउ साँच धने क बारे मँ तोह पइ कउन भरोसा करी? 12 जदि जउन कउनो दूसर क अहइ, तू ओकरे बरे बिसवास क जोग्ग नाहीं, बाट्या, तउ जउन तोहार अहइ, ओका तोहरा कउन देइ? 13 “कउनो भी नउकर दुइ मालिक क सेवा नाहीं कइ सकत। उ या तो एक स घिना करी अउर दूसर स पिरेम या उ एक क बरे न्यौछावर करी अउर दूसर क दुरियाई। तू धने अउर परमेस्सर दुइनउँ क सेवा एक संग नाहीं कई सकत्या।” 14 अब फरीसियन जउन धन क लोभी रहेन, जब इ सब सुनेन तउ उ पचे ईसू क बहोत बुराई किहेन। 15 ऍह पइ उ ओनसे कहेस, “तू पचे उ सबइ अहा जउन मनइयन क इ जताइ देइ चाहत ह कि तू बहोत नीक अहा मुला परमेस्सर तोहरे मन क जानत ह। मनई जेका बहोत कीमती समझत हीं, परमेस्सर बरे उ तुच्छ अहइ। 16 “यूहन्ना तलक व्यवस्था अउर नबियन क समइ रहा। ओकरे पाछे परमेस्सर क राज्य क सुसमाचार क प्रचार होत रहा अउर हर कउनो बड़ी तेजी स ऍकर कइँती हींचा चला आवत रहा। 17 फिन सरग अउर धरती क डुग जाब तउ सहल बा मुला व्यवस्था क एक एक बिन्दु क अमान्य होब नाहीं। 18 “उ हर कउनो जउन आपन पत्नी क तजत ह अउर दूसर स्त्री क बियाहत ह, व्यभिचार करत ह। अइसे ही आपन पति स तलाकी गइ, कउनो मनई स बियाहत ह, उ भी व्यभिचार करत ह।” 19 “अब देखा एक मनई रहा जउन बहोत धनी रहा। उ बैंजनी रंग क ओढ़ना पहिरत रहा अउर हर रोज अमीरी ठाट बाट स रहत आनन्द लेत रहा। 20 हुँवई लाजर नाउँ क दीन दुखिया ओकरे दुआरे ओलरा रहत रहा। ओकर देह घाउन स भरि गइ रही। 21 उ धनी मनई क जूठे स ही उ आपन पेटवा भरइ क तरसत रहा। हिआँ तलक कि कूकुर भी अउतेन अउर ओकरे घाउ क चाट जातेन। 22 अउर फिन अइसा भवा कि उ दीन हीन मनई मरि गवा। तउ सरगदूतन लइ जाइके ओका इब्राहीम क गोदी मँ बइठाइ दिहन। फिन उ धनी मनई भी मरि गवा अउर ओका दफनियावा गवा। 23 नरके मँ तड़पत भवा उ जब आँखी खोलिके लखेस तउ इब्राहीम ओका बहोत दूर देखाइ गवा मुला लाजर उ ओकरी गोदी मँ लखेस। 24 उ तब्बइ पुकारके कहेस, ‘बाप इब्राहीम, मोहे प दाया करा अउर लाजर क पठवा कि उ पानी मँ अगुँरि क नोक बोरिके मोर जीभ ठंढी कइ देइ, काहेकि मइँ इ आगी मँ तड़पत हउँ!’ 25 मुला इब्राहीम बोला, ‘मोर बेटहना, याद राखा, तू आपन जिन्नगी मँ आपन नीक चीजन्क पाइ गया मुला लाजर क बुरी चीज मिलि पाइँ। तउ अब हिआँ उ आनन्द भोगत बा अउर तू दारूण दुःख। 26 अउर इ सब क अलावा हमरे अउर तोहरे बीच एक बड़की खाई डाइ दीन्ह ग अहइ काहेकि हिआँ स जदि कउनो तोहरे लगे जाइ चाहइ, उ जाइ नाहीं सकत अउर हुवाँ स कउनो हिआँ आइ न सकइँ।’ 27 उ धनी मनई कहेस, ‘अइ बाप! मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि तू लाजर क मोरे बाप क घर पठइ द्या 28 काहेकि मोरे पाँच भाइयन अहइँ। उ ओनका चिताउनी देइ ताकि ओनका इ दारुण दुःख क ठउर मँ न आवइ क होइ।’ 29 मुला इब्राहीम कहेस, ‘ओनके लगे मूसा क व्यवस्था अहइ अउर नबियन क लिखा अहइँ। ओ पचेन क ओनका सुनइ द्या।’ 30 धनी मनई कहेस, ‘नाहीं बाप इब्राहीम, जदि कउनो मरे हुअन मँ स ओनके लगे जाइ तउ उ पचे मनफिराव करिहीं।’ 31 इब्राहीम ओसे कहेस, ‘जदि उ सबइ मूसा अउर नबियन क नाहीं अनकतेन तउ, जदि कउनो मरे हुअन मँ स उठिके ओनके लगे आवइ तउ भी कोउ काम क न होई, काहेकि उ ओनका भी न सुनिहीं।”‘
Luke 17:1 ईसू आपन चेलन स कहेस, “जेनसे मनइयन भटकत हीं, अइसी बातन तउ होइहीं ही मुला धिक्कार उ मनई क अहइ जेकरे जरिये उ सबइ होइँ। 2 ओकरे बरे जिआदा नीक इ होत कि बजाय ऍकरे कि उ इन छोटकन मँ स कउनो क पाप करइ क हुस्कारि देइ, ओकरे गटइया मँ चकरी क पाट टाँगिके ओका समुद्दर मँ ढकेल दीन्ह जात। 3 होसियार रहा!“जदि तोहार भाई पाप करइ तउ ओका डाटा अउर जदि उ आपन किहे प पछताइ तउ ओका छमा कइ द्या। 4 अगर हर दिना उ सात दाईं पाप करइ अउर सातहु दाई लौटिके तोहसे कहइ कि मोका पछतावा अहइ तो तू ओका छमा कइ द्या।” 5 ऍह पइ प्रेरितन पर्भू स कहेन, “हमरे बिसवास क बढ़ोतरी करा!” 6 पर्भू कहेस, “जदि तोहमाँ सरसों क दाना क तरह बिसवास होत तो तू इ सहतूत क बृच्छ स कहि सकत ह ‘उखड़ि जा अउर समुद्दर मँ जाइके लगा।’ अउर उ तोहार बात मान लेत। 7 “मान ल्या तोहमाँ स कउनो क लगे एक दास अहइ जउन हर जोतत या भेड़न क चरावत ह। उ जब खेते स लौटिके आवइ तउ का ओकर स्वामी ओसे कही, ‘तुरन्त आवा अउर खइया क खाइ बैठि जा?’ 8 मुला बजाय ऍकरे का उ ओसे न कही, ‘मोर भोजन तइयार करा, आपन ओढ़ना पहिरा अउर मोर खात पिअत क खइया परसा, तबहिं ऍकरे पाछे तू भी खाइ पी सकत ह।’ 9 का उ आपन हुकुम पूरा करइ प का उ सेवक क बिसेस धन्यबाद देत ह नाहीं। 10 तोहरे संग भी अइसा ही अहइ। जउन कछू करइ क तोहसे कहा ग अहइ, ओका कइ डाए क पाछे तोहका कहइ चाही, ‘हम नालायक दास अही हमका कउन बड़कई न चाही। हम तउ आपन कर्तब कीन्ह ह।”‘ 11 फिन जब ईसू यरूसलेम जात रहा तउ उ सामरिया अउर गलील क बीच क चउहद्दी क लगे स निकरा। 12 उ जब एक गाउँ मँ जात रहा तबहिं दस कोढ़ी ओका मिलेन। उ सबइ कछू दूरी प खड़ा रहेन। 13 उ पचे ऊँच आवाज मँ बोलेन, “हे ईसू! हे स्वामी! हम प दाया करा!” 14 फिन जब उ ओनका लखेस तउ उ बोला, “जा अउर आपन खुद क याजकन क देखावा।”उ सबइ जात ही रहेन कि कोढ़ स छुटकारा पाएन। 15 मुला ओहमाँ स एक जब इ देखेस कि उ चंगा होइ ग अहइ, तउ उ वापस लौटा अउर ऊँच आवाज मँ परमेस्सर क गुन गावइ लाग। 16 उ मुँहना धइके ईसू क गोड़वा पर गिरि गवा अउर ओकर ऍहसान मानेस। (उ एक सामरी रहा।) 17 ईसू ओसे पूछेस, “का सबहिं दस क दसउ कोढ़ स छुटकारा नाहीं पाएन? फिन उ सबइ नौ कहाँ बाटेन? 18 का केवल सामरी क तजिके ओहमाँ स कउनो भी परमेस्सर क स्तुति करइ वापस नाहीं लौटा?” 19 फिन ईसू ओसे कहेस, “खड़ा ह्वा अउर चला जा, तोहार बिसवास तोहका चंगा किहेस ह।” 20 एक दाईं जब फरीसियन ईसू स पूछेन, “परमेस्सर क राज्य कब आई?” तउ उ ओनका जवाब दिहस, “परमेस्सर क राज्य अइसे परगट होइके नाहीं आवत। 21 मनइयन इ न कइहीं, “उ हिआँ अहइ!’ या ‘उ हुवाँ अहइ!’ काहेकि परमेस्सर क राज्य तउ तोहरे भीतर ही अहइ।” 22 मुला चेलन उ बोलाएस, “अइसा समइ आइ जब तू मनई क पूत क दिनन मँ स एक दिन क भी तरसख्या मुला, ओका नलख पउव्या। 23 अउर मनइयन तोहसे कइहीं, ‘देखा, हिआँ!’ या ‘देखा, हुवाँ!’ तू हुवाँ जिन जा या ओकर पाछे जिन जा। 24 “वइसे ही जइसे बिजुरी चमकिके एक छोर स दूसर छोर मँ चमकत ह, वइसे ही मनई क पूत भी आपन दिन मँ परगट होइ। 25 मुला ओका पहिले बहोत स दारुण दुःख झेलइ क होइ अउर इ पीढ़ी क जरिए उ जरूर ही न मान्न होइ। 26 वइसे ही जइसे नूह क दिनन मँ भवा रहा, मनई क पूत क दिनन मँ भी होइ। 27 उ दिना तलक जब नूह नाउ मँ बइठा, मनई खात पिअत रहेन, बियाह करत रहेन, अउर बियाह मँ दीन्ह जात रहेन। फिन जल परलइ आइ अउर उ सबन क नास कइ दिहस। 28 इहइ तरह होइ जइसे लूत क दिना मँ भी भवा रहा। मनइयन खात पिअत रहेन, बेसहत रहेन, बेचत रहेन अउर खेती अउर घर बनवत रहेन। 29 मुला उ दिन जब लूत सदोम स बाहेर निकरा तउ अकास स आगी अउर गंधक बरसइ लाग अउर उ सबइ बर्बाद होइ गएन। 30 उ दिना भी जब मनई क पूत परगट होइ, ठीक अइसे ही होइ। 31 “उ दिन जदि कउनो मनई छते प होइ अउर ओकर सामान घरे क भीतर होइ तउ ओका उठावइ बरे तरखाले न उतरइ। इहइ तरह जदि कउनो मनई खेते मँ होइ तउ उ पाछे न लौटइ। 32 लूत क पत्नी क याद करा, 33 जउन कउनो आपन जिन्नगी बचावइ क जतन करी, उ ओका खोइ देइ अउर जउन आपन जिन्नगी खोइ, उ ओका बचाइ लेइ। 34 मइँ तोहका बतावत हउँ, उ राति एक खटिया प जउन दुइ मनई होइहीं, ओहमाँ स एक उठाइ लीन्ह जाइ अउर दूसर छोर दीन्ह जाइ। 35 दुइ स्त्रियन एक संग चकरी चलावत होइहीं, ओहमाँ स एक उठाइ लीन्ह जाइ अउर दूसर स्त्री छोर दीन्ह आइ।” 36 37 फिन ईसू क चेलन ओसे पूछेन, “हे पर्भू, अइसा कहाँ होइ?”उ ओनसे कहेस, “जहाँ ल्हास पड़ी होइ, गिद्ध भी हुवँइ एकट्ठा होइहीं।”
Luke 18:1 फिन ईसू चेलन क इ बतावइ बरे एक दिस्टान्त कथा सुनाएस कि उ पचे लगातार पराथना करत रहइँ अउर निरास न होइँ। उ इ दिस्टान्त कथा कहेस: 2 “कउनो सहर मँ एक न्यायाधीस होत रहा। उ न तो परमेस्सर स डेरात रहा अउर न ही मनइयन क परवाह करत रहा। 3 उहइ सहर मँ, अब लखा एक ठु विधवा भी रहत रही। अउर उ ओनके लगे बार बार आवत अउर कहत, ‘देखा, मोरे बरे कीन्ह गवा अनिआउ क खिलाफ निआउ मिलइ चाही!’ 4 तउ एक लम्बा समइ तलक तउ उ न्यायाधीस नाहीं चाहत रहा मुल आखिर मँ उ आपन मने मँ सोचेस, ‘चाहे मइँ परमेस्सर स न डेरात हउँ अउर न मनइयन क परवाह करत हउँ। 5 तउ भी काहेकि इ विधवा स मोर कान पक ग अहइँ तउ मइँ देखिहउँ कि ओका निआउ मिलि जाइ जेहसे इ मोरे लगे कइउ दाइँ आइके कहूँ मोरे नाक मँ दम करि देइ!”‘ 6 फिन पर्भू कहेस, “देखा! उ दुस्ट न्यायाधीस का कहे रहा। 7 तउ का परमेस्सर आपन चुना भए मनइयन प धियान न देइ कि ओनका, जउन ओका राति दिन टेरत हीं, निआव मिलइ? का उ ओनकइ मदद करइ मँ देर लगाई? 8 मइँ तोहसे कहत हउँ कि उ ओनका जल्दी निआव देई। फिन भी जब मनई क पूत आइ तउ का उ धरती प बिसवास पाई?” 9 फिन ईसू ओन मनइयन बरे जउन आपन क नेक तउ मानत रहेन, अउर कउनो क कछू नाहीं समझतेन, इ दिस्टान्त कथा सुनाएस। 10 “मन्दिर मँ दुइ मनई पराथना करत रहेन, एक फरीसी रहा अउर दूसर चुंगी (टिक्ॅस) क उगहिया। 11 उ फरीसी अलग खड़ा होइके इ पराथना करइ लाग, ‘हे परमेस्सर मइँ तोहार धन्यबाद करत हउँ कि मइँ दूसर मनइयन जउन डाकू, ठग अउर व्यभिचार नाहीं हउँ अउर न ही इ चुंगी उगहिया जइसा हउँ। 12 मइँ हप्ता मँ दुइ दाई उपास राखत हउँ अउर आपन समूची आमदनी क दसवाँ हींसा दान मँ दइ देत हउँ।’ 13 “मुला उ चुंगी उगहिया जउन दूर खड़ा रहा अउर हिआँ तलक कि सरगे कइँती आपन आँखिन उठाइके नाहीं लखत रहा, आपन छतिया पीटत भवा बोला, ‘हे परमेस्सर, मोहे पापी प द्या कर!’ 14 मइँ तोहका बतावत हउँ, इहइ मनई धर्मी कहवाइके आपन घरे लौट गवा, न कि उ दूसर। काहेकि हर उ मनई जउन आपन खुद क बड़का समझी, ओका छोटका बनइ दीन्ह जाइ अउर जउन दीन मानी, ओका बड़का बनइ दीन्ह जाइ।” 15 मनई आपन गदेलन तलक ईसू क लगे लइ आवत रहेन कि उ ओनका छू भरि देइ। मुला जब ओकर चेलन इ लखेन तउ ओनका झड़पेन। 16 मुला ईसू गदेलन क लगे बोलाएस अउर चेलन स कहेस, “इ नान्ह गदेलन क मोरे लगे आवइ द्या, ऍनका जिन रोका, काहेकि परमेस्सर क राज्य अइसन क अहइ। 17 मइँ सच कहत हउँ कि जउन परमेस्सर क राज्य इ गदेलन क नाई ग्रहण नाहीं करत ह, ओहमाँ कबहुँ घुसि न पाई।” 18 फिन कउनो यहूदी नेता ईसू स पूछेस, “उत्तिम गुरु, अनन्त जीवन क हक पावइ बरे मोका का करइ चाही?” 19 ईसू ओसे कहेस, “तू मोका उत्तिम काहे कहत अहा? सिरिफ परमेस्सर क तजिके अउर कउनो भी उत्तिम नाहीं अहइ। 20 तू परमेस्सर क हुकुम क तो जानत अहा: ‘व्यभिचार जिन करा, कतल जिन करा, चोरी जिन करा, झूठी साच्छी जिन द्या, आपन बाप अउर महतारी क आदर करा।’” 21 उ यहूदी नेता बोला, “मइँ इन बातन क आपन लरिकाई स मानत आवा हउँ!” 22 ईसू जब इ सुनेस तउ उ ओसे बोला, “अबहीं एक बात अहइ जेकर तोहमाँ कमी अहइ। तोहरे लगे जउन कछू अहइ, सब कछू क बेंचि डावा अउर फिन जउन मिलइ, ओका गरीबन मँ बाँटा। ऍहसे तोहका सरगे मँ भण्डारा मिली। फिन आवा अउर मोरे पाछे होइ जा।” 23 तउ जब यहूदी नेता सुनेस तउ उ बहोत दुःखी भवा, काहेकि उ बहुत अमीर रहा। 24 ईसू जब ई देखेस कि उ बहोत दुःखी अहइ तउ उ कहेस, “ओन मनइयन बरे जेनके लगे धन वा, परमेस्सर क राज्य मँ घुसि पाउब केतना मुस्किल अहइ। 25 हाँ, कउनो ऊँट बरे सुई क नोंक स निकरि जाब तउ सहज बा मुला कउनो धनी मनई क परमेस्सर क राज्य मँ घुस पाउब सहल नाहीं अहइ!” 26 उ मनइयन जउन इ सुनेन, बोलेन, “फिन भला उद्धार केकर होइ?” 27 ईसू कहेस, “उ बातन जउन मनइयन बरे नाहीं होइ सकतीं, परमेस्सर बरे होइ सकत हीं1” 28 फिन पतरस कहेस, “देखा, तोहरे पाछे चलइ बरे हम उ सब कछू तजि दीन्ह ह जउन हमरे पास रहा!” 29 तब ईसू ओनसे बोला, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ, अइसा कउनो नाहीं जउन परमेस्सर क राज्य बरे घर-बार, पत्नी या भाइयन या महतारी बाप या संतान क तजि दिहे होइ, 30 अउर ओका इहइ जुग मँ कइउ कइउ गुना जिआदा न मिलइ अउर आवइवाला समइ मँ उ अनन्त जीवन क न पाइ जाइ।” 31 फिन ईसू ओन बारहु क एक कइँती लइ जाइके ओनसे बोला, “सुना, हम यरूसलेम जात अही। मनई क पूत क बारे मँ नबियन क जरिये जउन कछू लिखा गवा अहइ, उ पूर होइ। 32 हाँ, उ गैर यहूदियन क सौंप दीन्ह जाइ, ओकर मसखरी उड़ाइ जाइ, उ कोसा जाइ अउर ओह पइ थूक दीन्ह जाइ। 33 फिन उ सबइ ओका पिटिहीं अउर मारि डइहीं अउर तीसर दिन फिन जी जाई।” 34 एहमाँ स कउनो भी बात उ सबइ नाहीं समुझ सकेन। इ कहब ओनसे छुपा ही रही गवा कि उ कउने बारे मँ बतावत रहा। 35 ईसू जब यरीहो क लगे पहुँचा रहा तउ भीख माँगत भवा एक आँधर, हुवँई राह किनारे बइठा रहा। 36 आँधर जब मनइयन क जाइ क आवाज सुनेस तउ उ पूछेस, “का होत अहइ?” 37 तउ मनइयन ओसे कहेन, “नासरत क ईसू हिआँ स जात अहइ।” 38 तउ आँधर इ कहत भवा पुकार उठा, “दाऊद क पूत, ईसू। मोहे प द्या करा!” 39 उ जउन अगवा चलत रहेन उ पचे ओसे खमोस रहइ क कहेन, मुला उ अउर जिआदा पुकारइ लाग, “दाऊद क पूत मोरे प द्या करा!” 40 ईसू थम गवा अउर उ हुकुम दिहेस कि आँधर क ओकरे लगे लइ आवा जाइ! तउ जब उ नगिचे आवा तउ ईसू ओसे पूछेस, 41 “तू का चाहत ह मइँ तोहरे बरे का करउँ?” उ कहेस, “पर्भू, मइँ फिन स देखइ चाहत हउँ।” 42 ऍह पइ ईसू कहेस, “तोहका जोति मिलइ, तोहार बिसवास स तोहार रद्धार भवा ह.” 43 अउर फउरन ही ओका आँखिन मिल गइन। उ परमेस्सर क महिमा क बखान करत भवा ईसू क पाछे होइ गवा। जब सब मनइयन इ देखेन तउ उ पचे परमेस्सर क स्तुति करइ लागेन।
Luke 19:1 फिन ईसू यरीहो मँ घुसिके जब हुवाँ स जात रहा। 2 तो हुवाँ जक्कई नाउँ क एक मनई भी हाजिर रहा। उ चंुगी (टिक्ॅस) उगहियन मुखिया रहा। तउ उ बहोत धनी रहा। 3 उ इ देखइ क जतन करत रहा कि ईसू कउन अहइ, मुला भिड़िया क कारण उ देख नाहीं पावत रहा काहेकि ओकर कद छोटवार राह। 4 तउ उ सबन क अगवा धावत भवा एक ठु गुलरी क बृच्छ प जाइ चढ़ा जेहसे, उ ओका निहारि सकइ काहेकि ईसू क उहइ रास्ता स होइके निकरइ क रहा। 5 फिन जब ईसू उ ठउरे प आवा तउ उ ऊपर लखत भवा जक्कई स कहेस, “जक्कई, हाली स नीचे उतरि आवा काहेकि मोका आजु तोहरे ही घरे प रुकइ चाही।” 6 तउ उ तड़फड़ नीचे उतरिके खुसी क संग ओकर अगवानी किहेस। 7 जब सबहिं मनइयन इ लखेन तउ उ पचे बड़बड़ाइ लागेन अउर बोलेन, “अरे इ एक पापी क घर मेहमान बनइ जात अहइ।” 8 मुला जक्कई खड़ा भवा अउर पर्भू स बोला, “हे पर्भू देखा, मइँ आपन सारी धन दौलत क आधा हींसा गरीब गुरबन क दइ देब अउर जदि मइँ कउनो क छल कइके कछू भी छीना ह तउ ओका चौगुना कइके लौटाइ देब!” 9 ईसू ओसे कहेस, “इ घरे प आज उद्धार आइ गवा ह, काहेकि इ मनई भी इब्राहीम क ही संतान अहइ। 10 काहेकि मनई क पूत भी जउन कउनो हेराइ गवा अहइ, ओका ढूँढ़इ अउर ओकर उद्धार करइ आवा ह।” 11 जब उ मनइयन इ बातन क सुनत रहेन तउ ईसू ओनका एक दिस्टान्त कथा सुनाएस काहेकि ईसू यरूसलेम क नगिचे रहा अउर उ पचे सोचत रहेन कि परमेस्सर क राज्य तुरंत ही परगट होइ जात अहइ। 12 तउ ईसू कहेस, “एक ऊँच कुल क मनई राजा क पाद पावइ बरे कउनो परदेस मँ गवा। 13 तउ उ आपन दस नउकरन क बोलाएस अउर ओनमाँ स हर एक क एक एक थैली दिहस अउर ओनसे कहेस, ‘जब ताईं मइँ लौटउँ, ऍसे कउनो बियापार करा।’ 14 मुला सहर क दूसर मनई ओसे घिना करत रहेन, एह बरे उ पचे ओकर पाछे इ कहइ क एक प्रतिनिधि मण्डत पठएस, ‘हम नाहीं चाहित कि इ मनई हम पइ राज करइ।’ 15 “मुला उ राजा क पदवी पाइ गवा। फिन जब उ वापस लौटा तउ जउन नउकरन क उ धन दिहे रहा ओनका इ जानइ बरे कि उ सबइ कउन लाभ कमाइ लिहन ह, उ बोलॉवा पठएस। 16 पहिला आइ अउर बोला, ‘स्वामी, तोहार थैलियन स मइँ दस अउर थैली कमाउँ ह!” 17 ऍह पइ ओकर स्वामी ओसे कहेस, ‘उत्तिम नउकर तू नीक किहा ह। काहेकि तू इ छोटकी सी बात प बिसवास क जोग्ग रहा। तू दस सहरन क अधिकारी होब्या!’ 18 फिन दूसर नउकर आवा अउर बोला, ‘स्वामी तोर थैलियन स मइँ पाँच अउर थैली कमायउँ ह!’ 19 फिन उ ऍहसे कहेस, ‘तू पाँच सहरन क ऊपर राज करब्या!’ 20 फिन एक दूसर नउकर आवा अउर बोला, ‘स्वामी इ रही तोहार थैली जेका मइँ अँगौछा मँ बाँधिके कहूँ रख दिहे रहेउँ। 21 मइँ तोहसे डेरात रहत हउँ, काहेकि तू एक कठोर मनई अहा। तू जउन रख्या नाहीं ह तू ओका भी लइ लेत ह अउर जउन तू बोया नाहीं ओका काटत ह!’ 22 मालिक ओसे कहेस, ‘अरे दुस्ट नउकर! मइँ तोहरे आपन सब्दन क ऊपर तोहार निआव करब। तू तो जानत ही ह कि मइँ जउन राखत नाहीं हउँ, ओका भी लइ लेइवाला अउर जउन बोवत नाहीं ओका बी काटइवाला कठोर मनई हउँ? 23 तउ फिन तू मोर धन बियाज प काहे नाहीं लगाया ताकि मइँ अबहुँ वापस आवत होतउँ तउ बियाज क साथ ओका लइ लेतउँ।” 24 फिन लगे खड़ा मनइयन स उ कहेस, ‘ऍकर थैली ऍहसे लइ ल्या अउर जेकरे लगे दस थैली अहइँ ओका दइ द्या।’ 25 ऍह पइ उ सबइ ओसे बोलेन, ‘मालिक, ओकरे लगे तउ दस थैली अहइँ!’ 26 मालिक कहेस, ‘मइँ तोहसे कहत हउँ हर एक उ मनई क जेकरे लगे अहइ अउर जिआदा दीन्ह जाइ अउर जेकरे पास नाहीं अहइ, ओसे जउन ओकरे लगे अहइ, उ भी छीन लीन्ह जाइ। 27 मुला मोर उ बैरी जउन नाहीं चाहतेन कि मइँ ओन पइ हुकूमत करउँ जेनका हिआँ मोरे समन्वा लावा अउर मारि डावा।”‘ 28 इ बातन कहि चुके क पाछे ईसू अगवा चलत भवा यरूसलेम कइँती बढ़इ लाग। 29 अउर फिन जब उ बैतफगे अउर बैतनिय्याह मँ उ पहाड़ी क नगिचे पहुँचा जउन जैतून क पर्वतन कही जात रहीं तउ उ आपन दुइ चेलन क इ कहिके पठएस कि 30 “इ जउन गाउँ तोहरे समन्वा अहइ, हुवाँ जा। जइसे ही तू हुवाँ घुसब्या, तोहका गदही क बच्चा हुवाँ बाँधा भवा मिली। जेहॅ पइ कउनो कबहूँ सवारी नाहीं किहे होइ, ओका खोलिके हिआँ लिआवा। 31 अउर जदि कउनो तोहसे पूछइ तू ऍका काहे खोलत अहा, तो तोहका ओसे इ कहब अहइ, ‘पर्भू क चाही।”‘ 32 फिन जेनका पठवा ग रहा, उ पचे गएन अउर ईसू जइसा ओनका बताए रहा, ओनका बइसा ही मिला। 33 तउ जब उ सबइ बचवा क खोलत ही रहेन, ओकर मालिक लोगन ओनसे पूछेन, “तू इ बचवा क काहे खोलत बाट्या?” 34 उ पचे कहेन, “इ पर्भू क चाही।” 35 फिन उ पचे ओका ईसू क लगे लइ आएन। उ पचे आपन ओढ़ना उ बच्चा प ओढ़ाइ दिहेन अउर ईसू क ओह पइ बइठाइ दिहन। 36 ईसू जब जात रहा तउ मनइयन आपन ओढ़ना सड़क पइ बिछावत जात रहेन। 37 अउर फिन जब उ जैतून क पर्वतन स तलहटी क लगे आवा तउ चेलन क समूची भीड़ ओन सबहिं अजूबा कामे बरे, जउन उ पचे लखे रहेन, ऊँच आवाज मँ खुसी स परमेस्सर क स्तुति करइ लागेन। उ पचे पुकारेन; 38 “राजा उ धन्य अहइ, आवत ह जउन नाउँ मँ पर्भू (परमेस्सर) क! भजन संहिता 18:26सरगे मँ सान्ति होइ, अउर अकास मँ महिमा होइ परमेस्सर क!” 39 भिड़िया मँ खड़ा भएन कछू फरीसियन ओसे कहेन, “गुरु, चेलन क मना करा!” 40 तउ उ जवाब दिहस, “मइँ तोहसे कहत हउँ जदि इ सबइ खामोस होइ जाइँ तउ उ सबइ पाथर चिचियइहीं।” 41 जब उ नगिचे आइके सहर क लखेस तउ उ ओह प रोइ पड़ा। 42 अउर बोला, “जदि तू बस आजु इहइ जानत होत्या कि कउन तोहका सान्ति देइ मुला अब उ तोहरी आँखी स ओझर होइ गवा बा। 43 उ दिनन तोहे प अइहीं जब तोहरे बैरी चारिहुँ कइँती अड़चन खड़ी कइ देइहीं। उ सबइ तोहका घेरि लेइहीं अउर सब कइँती स तोह पइ दबाव डइहीं। 44 उ सबइ तोहका धूरी मँ मिलइहीं। तोहका अउर तोहरे दीवार क भीतर रहइवालन गदेलन क। तोहरी चहरदीवारे क भीतर उ सबइ तोहरे मकाने क एक पथरा भी ना छोड़िहइँ। काहेकि जब परमेस्सर तोहरे लगे आइ, तू उ घड़ी क नाहीं पहिचान्या।” 45 फिन ईसू मंदिर मँ घुसा अउर जउन हुवाँ दुकानदारी करत रहेन ओनका बाहेर निकारइ लाग। 46 उ ओनसे कहेस, “पवित्तर सास्तर मँ लिखा ग अहइ, ‘मोर घर पराथना घर होइ।’मुला तू पचे ऍका ‘डाकुअन क अड्डाबनए अहा।” 47 अब तो हर दिन मंदिर मँ उपदेस देइ लाग। मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन अउर मुखिया मनइयन ओका मार डावइ क ताकि मँ हरइ लागेन। 48 मुला ओनका अइसा कइ डावइ क कउनो अउसर न मिल पावा काहेकि मनइयन ओकरे बचन क बहोत मान्नता देत रहेन।
Luke 20:1 एक दिन जब ईसू मंदिर मँ मनइयन क उपदेस देत भवा सुसमाचार सुनावत रहा तउ मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन क संग ओकरे लगे आएन। 2 उ पचे ओसे पूछेन, “हमका बतावा तू इ काम कउनो अधिकार स करत अहा? उ कउन अहइ जउन तोहका इ अधिकार दिहे अहइ?” 3 ईसू ओनका जवाब दिहस, “मइँ भी तोहसे एक सवाल पूछत हउँ, तू मोका बतावा 4 यूहन्ना क बपतिस्मा देइ क अधिकार सरग स मिला रहा या मनई स?” 5 ऍह पइ आपुस मँ बिचार क चर्चा करत भवा उ पचे बोलेन, “जदि हम कहित ह, ‘सरग स’ तउ इ कही, ‘तउ तू ओह प बिसवास काहे नाहीं किहा?’ 6 अउर अगर हम कही, ‘मनई स’ तउ सबहीं मनई हम पइ पाथर फेंकिहीं। काहेकि उ सबइ इ मानत हीं कि यूहन्ना एक नबी रहा।” 7 तउ उ सबइ जवाब दिहेन कि उ पचे नाहीं जानतेन कि उ अधिकार कहाँ स मिला। 8 फिन ईसू ओनसे कहेस, “तउ मइँ भी तोहका नाहीं बताउब कि इ चीज मइँ कउनो अधिकारे स करत हउँ!” 9 फिन ईसू मनइयन स आपन दिस्टांत कथा कहइ लाग: “कउनो मनई अंगूरे क बगिया लगाइके ओका कछू किसानन क लगाने प दिहस अउर उ बहोत दिना तक कहूँ चला गवा। 10 जब फसल काटइ क समइ आइ, तउ उ एक नउकर क किसानन क लगे पठाएस ताकि उ पचे ओका अंगूरे क बगिचा क कछू फल दइ देइँ। मुला किसानन ओका मार पीटिके खाली हाथ लौटाइ दिहन। 11 उ तब एक नउकर हुवाँ पठएस। मुला उ पचे ओकर ठोंकाइ कइ डाएन। उ सबइ ओकरे संग बहोत बुरा ब्यौहार किहेन। अउर ओका भी खाली हाथे लौटाइ दिहन। 12 ऍह पइ उ एक तिसरा नउकर पठएस मुला उ पचे एक भी घायल कइके बाहेल ढकेल दिहन। 13 तब तउ बगिया क मालिक कहइ लाग, ‘मोका का करइ चाही? मइँ आपन पियारे बेटवा क पठउब साइद उ पचे ओकर इज्जत करिहइँ!” 14 मुला किसानन जब ओकरे बेटवा का लखेन तउ आपुस मँ सोच बिचारि करत भए बोलेन, ‘इ तउ बारिस अहइ, आवा ऍका मारि डाइ जेहसे बारिस हमार होइ जाइ!’ 15 अउर उ पचे ओका बगिया स बाहेर खदेरके मारि डाएन।“तउ फिन बगिया क मालिक ओनके संग का करी? 16 उ आइ अउर ओन किसानन क मारि डाई अउर अंगूरे क बगिया अउरन क सौंपि देइ।” उ पचे जब इ सुनेन तउ उ सबइ बोलेन, “अइसा कबहूँ न होइ चाही!” 17 तब ईसू ओनकइ कइँती निहारत भवा कहेस, “तउ फिन इ जउन लिखा अहइ ओकर अरथ का अहइ:‘जउने पाथर क राजगीर बेकार समझ लिहे रहेन उहइ कोनवा क प्रमुख पाथर बन गवा?’ भजन संहिता 118:22 18 हर कउनो जउन उ पाथर प गिरी चूर चूर होइ जाइ अउर जेहॅ पइ उ गिरी चकनाचूर होइ जाइ!” 19 धरम सास्तिरियन अउर मुख्ययाजकन कउनो रास्ता ढँूढ़ीके ओका पकड़ि लेइ चाहत रहेन काहेकि उ ताड़ ग रहेन कि उ इ दिस्टान्त कथा ओनके खिलाफ कहेस ह। मुला उ पचे मनइयन स डेरात रहेन। 20 तउ उ पचे होसियारी स ओह प निगाह राखइ लागेन। उ पचे अइसे खुफिया पठएन जउन ईमानदार होइ क सुआंग रचत रहेन। (ताकि उ सबइ ओकर कही भइ कउनो बातन मँ फँसाइके राज्यपाल क सक्ती व अधिकारे क मातहत कर देइँ।) 21 तउ उ पचे ओसे पूछत भए कहेन, “गुरु, हम जानित ह कि जउन नीक अहइ अउर उहइ क तू कहत अउर उपदेस देत अहा अउर न ही कउनो क पच्छ लेत ह। मुला तू सचाई स परमेस्सर क रास्ता क उपदेस देत अहा। 22 तउ बतावा कैसर क हमका चुंगी (टिक्स) देब नीक बा या नाहीं चुकाउब?” 23 ईसू ओनकइ चाल क ताड़ गवा रहा। तउ उ ओनसे कहेस, 24 “मोका एक दीनार देखावा, ऍह पइ मूरति अउर लिखाइ केकर अहइ?”उ सबइ कहेन, “कैसर का।” 25 ऍह पइ उ ओनसे बोला, “तउ फिन जउन कैसर क अहइ, ओका कैसर क द्या। अउर जउन परमेस्सर क अहइ ओका परमेस्सर क।” 26 उ पचे ओकरे जवाबे प चकित होइके चुप रहि गएन अउर उ मनइयन क समन्वा जउन कछू कहे रहा, ओह पइ ओका पकड़ नाहीं पाएन। 27 अब देखा कछू सदूकियन ओकरे लगे आएन। (इ सबइ सदूकियन उ रहेन जउन फिन स जी उठब का नाहीं मनतेन।) उ पचे ओसे पूछत भए कहेन, 28 “गुरु, मूसा हमरे बरे लिखा बा कि जदि कउनो क भाई मरि जाइ अउर ओकरे कउनो बचवा न होइ अउर ओकर पत्नी होइ तउ ओकर भाई विधवा स बियाहिके आपन मरे भए भाई बरे, ओसे संतान पइदा करइ। 29 अब देखा, सात भाइयन रहेन। पहिला भाइ कउनो स्त्री स बियाह किहेस अउर उ बे संतान क ही मरि गवा। 30 फिन दूसर भाई ओसे बियाहेस, 31 अउर अइसे ही तीसर भाई ओसे बियाहेस। सबन क संग एक जइसा ही भवा। उ पचे वे संताने क मर गएन। 32 पाछे उ स्त्री भी मरि गइ। 33 अब बतावा, फिन स जी उठे प उ केकर पत्नी होइ काहेकि ओसे तउ सातहु ही बियाहे रहेन?” 34 तब ईसू ओसे कहेस, “इ जुग क मनई बियाह करत हीं अउर बियाह कइके बिदा होत हीं। 35 मुला उ मनइयन जउन मरे भएन मँ स जी जाइ बरे अउर आवइवाले जुग मँ भाग लेइ क जोग्य ठहराइ दीन्ह ग अहइँ, उ पचे न तउ बियाह करिहीं अउर न ही बियाह कइके बिदा कीन्ह जइहीं। 36 अउर उ फिन कबहुँ मरिहीं भी नाहीं, काहेकि उ पचे सरगदूतन क नाई अहइँ, उ पचे परमेस्सर क संतान अहइँ काहेकि उ पचे पुनरुत्थान क पूत अहइँ। 37 मुला तलक झाड़ी स जुड़ा भवा अनुच्छेद मँ देखाएस ह कि उ पचे मरे भएन मँ स जिआवा ग अहइँ, जबकि उ कहेस पर्भू, ‘इब्राहीम क परमेस्सर, इसहाक क परमेस्सर अउर याकूब क परमेस्सर’ अहइ। 38 उ मरे भएन क नाहीं मुला जिअत क परमेस्सर अहइ। उ सबइ मनइयन जउन ओकर अहइँ, जिअत अहइँ।” 39 कछू धरम सास्तिरियन कहेन, “गुरु, नीक कह्या।” 40 काहेकि फिन ओसे कउनो अउर सवाल पूछइ क हिम्मत नाहीं कइ सकेन। 41 ईसू ओसे कहेस, “उ पचे कहत हीं कि मसीह दाऊद क पूत अहइ। इ कइसे होइ सकत ह 42 काहेकि भजन संहिता क किताब मँ दाऊद खुद कहत ह:‘पर्भू (परमेस्सर) मोरे पर्भू (मसीह) स कहेस; मोरे दाहिन हाथ बइठा, 43 जब तलक कि मइँ तोहरे बैरियन क तोहरे गोड़ धरइ क चउकी न बनाइ देउँ। भजन संहिता 110:1 44 इ तरह जब दाऊद मसीह क ‘पर्भू’ कहत ह तउ मसीह दाऊद क पूत कइसे होइ सकत ह” 45 सबहीं मनइयन क सुनत उ आपन मनवइयन स कहेस, 46 “धरम सास्तिरियन स होसियार रहा। उ लम्बा चोगा पहिरिके इज्जत क संग बाजारन मँ सुआगत सम्मान पावइ चाहत हीं। अउर आराधनालय मँ ओनका सबस जिआदा प्रमुख आसन क ललक रहत ह। दाउतन मँ उ सबइ इज्जत स भरा आसन चाहत हीं। 47 उ पचे विधवन क अकसर धोखा देत हीं अउर ओनकर मकान लइ लेत हीं। देखॉवा बरे उ पचे बड़ी बड़ी पराथना करत हीं। इन मनइयन क कड़ी स कड़ी सजा भुगुतइ पड़ी।”
Luke 21:1 ईसू आपन अँखिया उठाइके देखेस कि धनी लोग दान पात्र मँ आपन आपन भेंट चढ़ावत अहइँ। 2 तबहीं उ एक गरीब विधवा क ओहमाँ, ताँबे क दुइ नान्ह सिक्का नावत भइ लखेस। 3 उ कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हूँ कि दूसर सबहीं मनइयन स इ विधवा जिआदा दान दिहेस ह। 4 इ मइँ ह बरे कहत हउँ काहेकि इ सबहीं मनइयन आपन उ धने मँ स जेकर ओनका जरूरत नाहीं रही, दान दिहे रहेन मुला इ विधवा गरीब होत भइ जिन्ना रहइ बरे जउन कछू ओकर लगे रहा, सब कछू दइ डाएस।” 5 कछू चेलन मंदिन क बारे मँ बतियात रहेन कि उ मंदिर सुन्नर पथरन अउर परमेस्सर की दीन्ह गइ मनौती क भेंट स कइसे सजाना ग बा! 6 तबहिं ईसू कहेस, “अइसा समइ आइ जब, इ जउन कछू तू देखत अहा, ओहमाँ एक पाथर दूसर पाथर टिक न रह पाइ। उ सबइ ढहाइ दीन्ह जइहीं!” 7 उ पचे ओसे पूछत भए बोलेन, “गुरु, इ बातन कब होइहीं? अउर इ बातन जउन होइवाली अहइँ, ओकर कउन चीन्हा होइहीं?” 8 ईसू कहेस, “होसियार रहा, कहूँ कउनो तोहका छल न लेइ। काहेकि मोरे नाउँ स बहोत मनइयन अइहीं अउर कइहीं, ‘मइँ मसीह अहउँ’ अउर ‘समइ आइ पहुँचा अहइ।’ ओनके पाछे जिन जा। 9 परन्तु जब तू जुद्ध अउर दंगा क बात सुना तउ जिन डेराअ काहेकि इ बातन तउ पहिले घटि जइहीं। अउर ओनकइ अंत फउरन न होइ।” 10 उ ओनसे फिन कहेस, “एक जाति दूसर जाति क खिलाफ खड़ी होइ अउर एक राज्य दूसर राज्य क खिलाफ। 11 बड़ा बड़ा भुइँडोल अइहीं अुर अनेक जगहन प अकाल पड़िहीं अउर महामारी आइ। अकासे मँ खौफनाक घटना घटिहीं अउर भारी चीन्हा परगट होइहीं। 12 “मुला इ सबन घटना स पहिले तोहका बंदी बनइ डइहीं अउर तोहका दारुण दुःख देइहीं। उ सबइ तोह प जुर्म लगावइ बरे तोहका आराधनालय क सौंपिहीं अउर फिन तोहका जेल पठइ दीन्ह जाइ। अउर फिन मोरे नाउँ क कारण उ पचे तोहका राजा लोग अउर राज्यपाल क समन्वा लइ जइहीं। 13 ऍसे तोहका मोरे बारे मँ साच्छी देइ क अउसर मिली। 14 यह बरे पहिले स ही ऍकर फिकिर न करइ क निहचइ कइ ल्या कि आपन बचाव कइसे करब्या। 15 काहेकि अइसी बुद्धि अउर सब्द तोहका मइँ देब कि तोहार कउनो भी बैरी तोहार सामना अउर तोहार खण्डन नाहीं कइ सकी। 16 मुला तोहार महतारी बाप, भाई, बन्धु, नातेदार अउर मीत भी तोहका धोखा स पकड़वइहीं अउर तोहमाँ स कछू क तउ मरवाइ ही डइहीं। 17 मोरे कारण सब तोसे बैर रखिहीं। 18 मुला तोहरे मूँड़े क एक बार बाँका नाहीं होइ। 19 तोहार सहइ क सक्ती, तोहरे प्रान क रच्छा करी। 20 “अब लखा जब यरूसलेम क तू फऊज स घिरा देखब्या तउ समुझ लिहा कि ओकर तहस नहस होइ जाब नगिचे अहइ। 21 तब तउ जउन यहूदिया मँ होइँ, ओनका चाही कि उ पचे पहाड़न प पराइ जाइँ अउर उ सबइ जउन सहर क भीतर होइँ, बाहेर निकर आवइँ अउर उ पचे जउन गाउँ मँ होइँ ओनका सहर मँ नाहीं जाइ चाही। 22 काहेकि उ दिनन सजा क होइहीं। ऍहसे जउन लिखा ग बाटइ, उ सबहीं पूर होइ। 23 उ स्त्रियन बरे, जउन पेटवा स भारी होइहीं अउर ओनके बरे जउन दूध पिआवत होइहीं, उ दिनन केतॅना खौफनाक होइहीं। काहेकि उ दिनन धरती प बहोत बड़की बिपत आइ इ मनइयन प परमेस्सर कोहाइ जाइ। 24 उ सबइ तरवारे क धार स गिरा दीन्ह जइहीं अउर कैदी बनइके सब देसन मँ पहुँचाइ दीन्ह जइहीं। अउर यरूसलेम बे यहूदियन क गोड़वा तरे तब तलक रौंद जाइ जब तलक गैर यहूदियन क समइ पूर नाहीं होइ जात। 25 “सूरज चाँद अउर तारन मँ चीन्हा परगट होइहीं अउर धरती प क सबहिं रास्ट्रन प बिपत आई अउर उ सबइ समुद्दर क आवाज अउर उधर-पुथर स घबराइ उठिहीं। 26 मनइयन डर अउर संसार प आवइ वाली बिपत क भय से बेहोस होइ जइहीं काहेकि आकास क सक्ती हलोर दीन्ह जाइ। 27 अउर तबहिं उ पचे मनई क पूत क आपन सक्ती अउर महान महिमा क एक बादर आवत भवा देखिहीं। 28 अब देखा, इ बातन जब घटइ लागइँ तउ खड़ा होइके तू आपन मूँड़ ऊपर उठाइ ल्या। काहेकि तोहार छुटकारा नगिचे आइ रही होइ!” 29 फिन एक ठु दिस्टान्त कथा कहेस: “अउर सबहिं बृच्छन अउर अंजीरे क बिरवा लखा। 30 ओहमाँ स जइसे ही कोंपर फूटत हीं, तू आपन आप जान जात ह कि गर्मी क रितु बस आइ ग अहइ। 31 वइसे ही तू जब इ बातन क घटतइ देख्या तउ जान लिहा कि परमेस्सर क राज्य नगिचे अहइ। 32 “मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि जब तलक इ सब बातन घटि नाहीं जातिन, इ पीढ़ी क अंत नाहीं होइ! 33 धरती अउर अकास बरिबाद होइ जइहीं, पर मोर बचन हमेसा अटल रही! 34 “आपन धियान राखा जेहसे तोहार मन कहूँ पिअइ पिआवइ अउर संसारे क फिकिर स पाथर न होइ जाइ। अउर उ दिन एक फंदा क तरह तोह प एकाएक न आइ पड़इ। 35 सचमुच ही उ इ सारी धरती क बसइयन पइ अइसे ही आइ गिरी। 36 हर छिन होसियार रहा, अउर पराथना करा कि तोहका इ सब बातन स, जउन घटइवाली अहइँ, बचइ क ताकत मिलइ अउर तू मनई क पूत क समन्वा खड़ा होइ सका।” 37 हर रोज मंदिर मँ उपदेस देत रहा मुला, राति बीति जाइ प हर साँझ जैतून पर्वत प चला जात रहा। 38 सबहीं मनई भिन्सारे क तड़के उठत रहेन अउर मंदिर मँ ओकरे लगे जाइके, ओका सुनत रहेन।
Luke 22:1 अब फसइ नाउँ क बे खमीरे क रोटी क त्यौहार आवइ क रहा। 2 ओहॅर मुख्य याजकन अउर धरम सास्तिरियन काहेकि मनइयन स डेरात रहेन एह बरे कउनो अइसे चाल क ताक मँ रहेन जेहसे उ ईसू क मारि डावइँ। 3 फिन इस्करियोति कहावइवाला उ यहूदा मँ, जउन उन बारहु मँ एक रहा, सइतान समाइ गवा। 4 उ मुख्ययाजकन अउर सैनिकन क लगे गवा अउर ओनसे ईसू क कइसे पकड़वाइ सकत ह, इ बारे मँ बातचीत किहेस। 5 उ सबइ बहोत खुस भएन अउर ओका ऍकरे बरे धन देइ क राजी होइ गएन। 6 उ भी राजी होइ गवा अउर उ अइसे अउसरे क ताड़ मँ रहइ लाग जब भीड़-बड़ी न होइ अउर उ ईसू का ओकरे हथवा मँ धराइ देइ। 7 फिन बे खमीर क रोटी क उ दिन आवा जब फसह क मेमने क बलि दीन्ह जात ह। 8 तउ उ इ कहत भवा पतरस अउर यूहन्ना क पठएस, “जा अउर हमरे बरे फसह क भोज तइयार करा जेसे हम पचे ओका खाइ सकी।” 9 उ सबइ ओसे पूछेन, “तू हम पचन स ओकर तइयारी कहाँ करावइ चाहत ह” उ ओनसे कहेस, 10 “तू जइसे ही सहर मँ घुसब्या तोहका पानी क गगरी लइ जात भवा एक मनई मिली, ओकरे पाछे होइ जाया अउ प जउन घरे मँ उ जाइ तू भी पाछे चला जाया। 11 अउर घरे क स्वामी स कह्या ‘गुरु, तोहसे पूछेस ह कि उ मेहमान क कमरा कहाँ बा जहाँ मइँ आपन चेलन क संग फसह क भोज क खइया क खाइ सकउँ।’ 12 फिन उ मनई सिढ़ियन क ऊपर तोहका सजा सजावा एक बड़ा कमरा देखॉई, हुवँई तइयारी कर्या।” 13 उ पचे चल पड़ेन अउर वइसा ही पाएन जइसा उ ओनका बताए रहे। फिन उ पचे फसह क भोज क तइयार किहेन। 14 फिन उ घड़ी आइ तब ईसू खाइ बरे बइठा अउर प्रेरितन ओनके साथ बइठेन। 15 उ ओनसे कहेस, “यातना झेलइ स पहिले इ फसह क भोज संग करइ क मोर प्रबल इच्छा रही। 16 काहेकि मइँ तोहसे कहत हउँ कि जब तलक परमेस्सर क राज्य मँ फसह क भोज का पूरा मतलब न समझ लिया तब तलक मइँ ऍका दूसरी दाई न खाब।” 17 फिन उ खोरा उठाइके धन्यबाद दिहेस अउर कहेस, “ल्या ऍका आपुस मँ बाँटि ल्या। 18 काहेकि मइँ तोहसे कहत हउँ आजु क पाछे जब ताई परमेस्सर क राज्य नाहीं आइ जात मइँ कइसी भी दाखरस कबहुँ न पिअब।” 19 फिन उ तनिक रोटी लिहस अउर धन्यबाद दिहस। उ रोटी का तोड़ेस अउर ओनका देत भवा कहेस, “इ मोर देह अहइ जउन तोहरे बरे दीन्ह ग अहइ। मोरे याद मँ अइसा ही कर्या।” 20 अइसे ही जब उ पचे भोजन कइ चुकेन तउ उ खोरा उठाएस अउर कहेस, “इ दाखरस मोरे उ लहू क रूप मँ एक नवा करार क प्रतीक अहइ जउन तोहरे बरे उड़ेला गवा अहइ।” 21 “मुला देखा, मोका जउन धोखा स पकड़वाइ, ओकर हाथ हिअँइ मेजे प मोर संग अहइ। 22 काहेकि मनई क पूत तउ मारा ही जाइ जइसा कि तइ अहइ मुला धिक्कार उ मनई क अहइ जेकरे जरिए उ पकड़वाइ जाइ।” 23 ऍह पइ उ आपुस मँ एक दुसरे स सवाल करइ लागेन, “ओहमाँ स उ कउन होइ सकत ह जउन अइसा करइ जात अहइ?” 24 फिन ओहमाँ इ बात भी उठी कि ओहमाँ स सब स बड़कवा केका समुझा जावइ 25 मुला ईसू ओनसे कहेस, “गैर यहूदियन क राजा ओन प रुतवा राखत हीं अउर उ सबइ जउन ओन प हुकुम चलावत हीं, खुद मनइयन क ‘उपकारी’ कहवावत हीं। 26 मुला तू वइसे नाहीं अहा तउ भी तोहमाँ स सब स बड़कावा सब ते छोटकवा जइसा होइ चाही अउर जउन राज करत ह ओका चाकर क नाईं होइ चाही। 27 काहेकि बड़कवा कउन अहइ: उ जउन खाइ क मेज प बइठा अहइ या उ जउन परसत ह का उहइ नाहीं जउन मेज प अहइँ मुला तोहरे बीच मइँ वइसा हउँ जउन परोसत ह! 28 मुला तू उ सबइ अहा जउन मोरी परीच्छा मँ मोर साथ दिहा ह। 29 अउर मइँ तोहका वइसे ही एक राज्य देत अही जइसे मोर परमपिता ऍका मोका दिहे रहेन। 30 काहेकि मोरे राज्य मँ तू मोरे मेज प खा अउर पिआ अउर इस्राएल क बारहू जनजातिन क निआव करत भवा सिंहासने प बइठा। 31 ‘समौन, ओ समौन! सुना, तू सबन क गोहूँ क तरह फटकइ बरे सइतान चुन लिहे बा। 32 मुला मइँ तोहरे बरे पराथना कीन्ह ह कि जेहसे की परमेस्सर पर तोहार बिसवास खतम न होइ अउर जब तू वापस आवा तउ तोहरे भाइयन क ताकत बढ़इ।” 33 मुला समौन ओसे कहेस, “पर्भू, मइँ तोहरे संग जेल जाइ अउर मरइ तलक तइयार अहउँ!” 34 फिन ईसू कहेस, “पतरस मइँ तोहसे बतावत हउँ कि आजु तब तलक मुर्गा बाँग न देइ जब ताईं तू तीन दाईं मना नाहीं कइ लेब्या कि तू मोका जानत ह!” 35 फिन ईसू आपन चेलन स कहेस, “मइँ तोहका जब वे बटुआ बे थैली या बे चप्पल क पठए रहेउँ तउ का तोहका कउनो चीजे क कमी रही?”उ पचे कहेन, “कउनो चीजे क नाहीं।” 36 उ ओनसे कहेस, “मुला अब जउन कउनो क लगे भी कउनो बटुआ अहइ, उ ओका लइ लेइ अउर थैला भी लइ लेइ अउर उ थैला क भी लइके चलइ। जेकरे लगे तरवार न होइ, उ आपन चोगा तलक बेंचिके ओका बेसहि लेइ। 37 काहेकि मइँ तोहका बतावत हउँ कि पवित्तर सास्तर क इ लिखा मोह प सचमुच ही पूरा होइ जाइ:‘उ एक अपराधी माना गवा।’ यसायाह 53:12हाँ मोरे बारे मँ लिखी गइ इ बात पूरा होइ जाइ प आवति अहइ।” 38 उ सबइ कहेन, “पर्भू, देखा हिआँ दुइ तरवार अहइँ!”ऍह प ओनसे कहेस, “बस बहोत अहइ।” 39 फिन उ हुवाँ स उठिके रोज क तरह जैतून पर्वत प चला गवा। अउर ओकर चेलन भी ओकरे पाछे पाछे होइ गएन। उ जब उ ठउरे प पहुँचा तउ उ ओनसे कहेस, “पराथना करा कि तोहका परीच्छा मँ न पड़इ क होइ।” 40 41 फिन उ ओनसे पाथर फेंकई क तरह पूरी दूरी तक चला गवा। फिन उ घुटना क सहारे निहुरा अउर पराथना करइ लाग, 42 “हे परमपिता, अगर तोहार इच्छा होइ इ यातना क कटोरा मोहसे दूर हटावा मुला फिन भी नाहीं बल्कि तोहार इच्छा पूरा होई।” 43 तबहीं एक सरगदूत हुवाँ परगट भवा अउर ओका सक्ती देइ लाग। 44 ओहर ईसू ब्याकुल होइके बड़े आग्रह पूर्वक पराथना करइ लाग। ओकर पसीना लोहू क बूँदे क नाईं धरती पइ गिरत रहा। 45 अउर जब उ पराथना स उठिके आपन चेलन क लगे आवा तउ उ ओनका दुःखे मँ थकिके सोवत पावा। 46 तउ उ ओनसे कहेस, “तू पचे सोवत काहे अहा? उठा अउर पराथना करा कि तू कउनो परीच्छा मँ न पड़ा।” 47 उ अबहीं बोलत ही रहा कि एक भीड़ जमा होइ गइ। यहूदा नाउँ क एक मनई जउन बारहु मँ स एक रहा, ओनकइ अगुवई करत रहा। उ ईसू क चुम्मा लेइ ओकरे लंगे आवा। 48 मुला ईसू ओनसे कहेस, “अरे यहूदा का तू एक चुम्मा स मनई क पूत क धोखा दइके पकड़वावइ जात अहा?” 49 जउन घटइ जात रहा, ओका लखिके ओकरे नगिचे क मनइयन कहेन, “पर्भू का हम पचे तरवारि क वार करी?” 50 अउर ओहमाँ स एक तउ महायाजक क नउकर प वारि कइके ओकर दाहिन कान काट डाएस। 51 मुला ईसू फउरन कहेस, “ओनका इ भी करइ द्या।” फिन ईसू ओकर कनवा छुइके चंगा किहेस। 52 फिन ईसू ओह प चढ़ाई करइ आएन मुख्ययाजकन, मन्दिर क सैनिकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन स कहेस, “का तू तरवारि अउर लाठिन लइके कउनो डाकू क मुकाबला करइ निकरा अहा? 53 मन्दिर मँ मइँ हर दिन तोहरे ही संग रहेउँ, मुला तु मोह पइ हाथ नाहीं राख्या। मुला इ समइ तोहार अहइ-अँधियारे (पाप) क हुकुम क काल।” 54 उ पचे ओका कैदी बनाइ लिहन अउर हुवाँ स लइ गएन। फिन उ सबइ ओका महायाजक क घर लइ गएन। पतरस कछू दूरी प ओकरे पाछे पाछे आवत रहा। 55 अँगने क बीच उ पचे आगी सुलगएन अउर एक साथे खाले बैठि गएन। पतरस भी हुवँई ओनही मँ बइठा रहा। 56 आगी क रोसनी मँ एक नउकरानी ओका हुवाँ बइठे लखेस। उ ओह पइ आँखी गड़ावत भइ कहेस, “इ मनई तउ ओकरे साथे भी रहा।” 57 मुला पतरस इन्कार करत भवा कहेस, “हे स्त्री, मइँ ओका नाहीं जानत हउँ।” 58 तनिक दरे पाछे एक ठु दूसर मनई ओका लखेस अउर कहेस, “तू भी ओनही मँ स एक अहइ।” मुला पतरस बोला, “भल मनई, मइँ उ नाहीं हउँ।” 59 कउनो लगभग एक घड़ी बीत भइ होइ कि कउनो अउर भी जोर स कहइ लाग, “सचमुच ही इ मनई ओकरे संग भी रहा। काहेकि लखा उ गलील वासी भी अहइ।” 60 मुला पतरस बोला, “भल मनई, मइँ नाहीं जानता हउँ तू केकरे बारे मँ बतियात अहा!” उहइ घड़ी, उ अबहीं बातन करत ही रहा कि एक ठु मुर्गा बाँग दिहस। 61 अउर पर्भू मुड़िके पतरस पइ आँखी गड़ाएस। तबहिं पतरस क पर्भू क उ वचन याद आवा जउन उ ओसे कहे रहा: “आजु मुर्गा क बाँग देइ स पहिले मोका तीन दाई मुकरि जाब्या।” 62 तब उ बाहेर चला गवा अउर फूटि फूटि को रोवइ लाग। 63 जउन मनइयन ईसू क धइ राखे रहेन उ पचे ओकर मसखरी अउर ओका ठोंकइ लागेन। ओकरे आँखी प पट्टी बाँधि दिहन अउर ओसे इ कहत भए पूछइ लागेन, “भविस्सबाणी करा! उ कउन अहइ जउन तोहका मारेस!” 64 65 उ सबइ ओका बेज्जत करइ बरे ओसे अउर भी बातन कहेन। 66 जबहिं दिन भवा कि मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन संग मनइयन क बुजुर्ग नेतन क एक सभा भइ। फिन उ पचे ओका आपन महासभा मँ लइ गएन। 67 उ सबइ पूछेन, “हमका बतावा का तू मसीह अहा?”ईसू ओनसे कहेस, “जदि मइँ तोहसे कहउँ तउ तू मोर बिसवास नाहीं करब्या। 68 अउर जदि मइँ पूछउँ तउ तू जवाब नाहीं देब्या। 69 मुला अब स मनई क पूत सबन स सक्तीवाला परमेस्सर क दाहिन कइँती बइठाइ जाइ।” 70 उ पचे बोलेन, “तब तउ का तू परमेस्सर क पूत अहा?” उ कहेस, “हाँ, मइँ हउँ।” 71 फिन उ पचे कहेन, “अब हमका कउनो अउर प्रमाण क जरूरत नाहीं अहइ? हम पचे खुद एकरे आपन मुँहना स इ सुन तउ लिहा ह।”
Luke 23:1 फिन सारा जमघट खड़ा होइ गवा अउर ओका पिलातुस क समन्वा लइ गवा 2 अउर उ पचे ओह पइ इ दोख लगावइ लागेन। उ सबइ कहेन, “हम पचे इ मनई का हमरे मनइयन क बहकावत भए धरा ह। इ कैसर क चुंगी (टिक्ॅस) चुकावइ बरे खिलाफत करत ह अउर कहत ह इ खुद मसीह अहइ, एक राजा।” 3 ऍह पइ पिलातुस ओहसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अहा?”ईसू ओका जवाब दिहास, “तू ठीक कहत रह्या कि मइँ उहइ हउँ।” 4 ऍह पइ पिलातुस मुख्ययाजकन अउर भीड़ से कहेस, “मोका इ मनई प कउनो दोख लगावइ क कउनो प्रमाण नाहीं देखॉइ देत।” 5 मुला उ पचे इ कहत भए दबाव डावत रहने, “इ समूचइ यहूदिया मँ मनइयन क आपन उपदेस स भड़काएस ह। इ ऍका गलील मँ सुरू किहे रहा अउर समूचइ रस्ता पार कइके हिआँ तलक आइ पहुँचा अहइ!” 6 पिलातुस इ सुनिके पूछेस, “का इ मनई गलील क अहइ?” 7 फिन जब ओका इ पता लाग कि उ हेरोदेस क अधिकार पहँटा क मातहत अहइ तउ उ ओका हेरोदेस क लगे पठएस जउन उ समइ यरूसलेम मँ ही रहा। 8 तउ हेरोदेस जब ईसू क निहारेस तउ उ बहोत खुस भवा काहेकि बरिसन स ओका लखइ चाहत रहा। काहेकि उ ओकरे बारे सुनि चुका रहा अउर ओका कउनो अद्भुत कारज करत भवा लखइ क आसा करत रहा। 9 उ ईसू स ढेर सवाल किहेस मुला ईसू ओका कउनो जवाब नाहीं दिहेस। 10 मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन हुवँइ खड़ा रहेन अउर उ सबइ ओह प बुरी तरह स जुर्म लगावत रहेन। 11 हेरोदेस भी आपन सैनिकन क संग ओकर बेज्जत ब्यौहार किहेस अउर ओकर मसखरि उड़ाएस। फिन उ सबइ ओका एक उत्तिम चोगा पहिराइ के पिलातुस क लगे वापस पठइ दिहेस। 12 उ दिन हेरोदेस अउर पिलातुस एक दूसर क मीत होइ गएन। ऍसे पहिले तउ एक दूसर क बैरी रहेन। 13 फिन पिलातुस मुख्ययाजकन, यहूदी नेतन अउर मनइयन क एक संग बोलाएस। 14 उ ओनसे कहेस, “तू इ मनइयन क बहकावइ वाला मनई क रूप मँ हिआँ मोरे लगे लइ आए अहा। अउर मइँ हिआँ अब तोहरे समन्वा ही ऍकर जाँच पड़ताल कइ लीन्ह ह अउर तू ऍह पइ जउन दोख लगाया ह ओकर न तउ कउनो ठोस सबूत मिलि पावा ह। 15 नाहीं हेरोदेस क काहेकि उ ऍका वापस हमरे लगे पठइ दिहेस ह। जइसा कि तू लखत अहा कि इ अइसा कछू नाहीं किहे अहइ कि इ मउत क काबिल अहइ। 16 यह बरे मइँ ऍका कोड़ा स पिटवाइ ?क छोड़ देबूँ।” 17 18 मुला उ सबइ एक संग चिल्लाएन, “इ मनई क लइ जा। हमरे बरे बरअब्बा क तजि द्या।” 19 (बरअब्बा क सहर मँ मार धाड़ अउर कतल बरे जेल मँ धाँधा गवा रहा।) 20 पिलातुस ईसू क तजि देइ चाहत रहा, तउ उ ओनका समझाएस। 21 मुला उ पचे नारा लगावत रहेन, “ऍका क्रूस प चढ़ाइ द्या, ऍका क्रूस प चढ़ाइ द्या!” 22 पिलातुस ओनसे तिसरी दाईं पूछेस, “मुला इ मनई जुर्म का किहे अहइ? मोका ऍकरे खिलाफ कछू नाहीं मिला बाटइ जउन ऍका मउत क सजा दीन्ह जाइ. एह बरे मइँ कोड़वा लगावाइ के ऍका छोड़ि देइहउँ।” 23 मुला उ सबइ ऊँच आवाज मँ नारा लगाइके माँग करत रहेन कि ओका क्रूसे प चढ़ाइ दीन्ह जाइ। अउर ओकइ नारा क कुलाहल ऍतना बाढ़ि गवा क 24 पिलातुस फैसला किहेस कि ओनकइ माँग मान लीन्ह जाइ। 25 पिलातुस उ मनई क छोड़ दिहस जेकॅा मार धाड़ अउर कतल बरे जेलि मँ धाँधा ग रहा (इ उहइ रहा जेकरे तजि देइ क उ पचे माँग करत रहेन।) अउर ईसू क ओकरे हाथन मँ सौंपि दिहन कि उ सबइ जइसा चाहइँ, करइँ। 26 जब उ सबइ ईसू क लइ जात रहेन तउ उ पचे कुरेनी क बसइया समौन नाउँ क एक मनई क, जउन आपन खेते स आवत रहा, धइ लिहन, अउर ओह पइ क्रूस लादिके ओका ईसू क पाछे पाछे चलइ क मजबूर कइ दिहन। 27 मनइयन एक भारी भीड़ ओकरे पाछे चलत रही। एहमां कछू स्त्रियन भी रहिन जउन ओकरे बरे रोवत रहिन अउर बिलापत रहिन। 28 ईसू ओनके कइँती मुड़ि गवा अउर बोला, “यरूसलेम क स्त्रियो, मोरे बरे जिन बिलापा बल्कि तू पचे आपन बरे अउर आपन बचवन बरे बिलाप करा। 29 काहेकि अइसे दिनन आवत अहइँ जब मनइयन कइहीं, “उ सबइ स्त्रियन धन्य अहइँ, जउन बाँझ बाटिन अउर धन्य अहइँ, उ सबइ कोख जउन कउनो क कबहूँ जनम ही नाहीं दिहन। उ सबइ चूची धन्य अहइँ कबहूँ दूध नाहीं पियाएन।’ 30 फिन उ पचे पहाड़न स कइहीं, ‘हम पइ फाटि पड़ा!’ अउर पहाड़ियन स कइहीं, ‘हमका ढाँकि ल्या!’ 31 काहेकि मनइयन जब बृच्छ हरियर बाटइ, ओकरे संग तब अइसा करत हीं तउ जब पेड़ झुराइ जाइ तब का होइ?” 32 दुइ अउर मनई, जउन दुइनउँ ही अपराधी रहेन, ओकर संग मउत क सजा दिये बरे लइ जावा जात रहेन। 33 फिन जब उ पचे उ ठउरे प आएन जउन खोपड़ी कहवावत ह तउ उ पचे ओन दुइ उँ अपराधियन क संग ओका क्रूस प चढ़ाइ दिहन। एक अपराधी क ओकरे दाहिन कइँती अउर, दूसर क बाईं कइँती। 34 ऍह पइ ईसू बोला, “हे परमपिता, ऍनका छमा कर्या काहेकि इ पचे नाहीं जानतेन कि इ सबइ का करत अहइँ।”फिन उ सबइ पॉसा फेंकिके ओकरे ओढ़ना क बाँटि लिहन। 35 हुवाँ खड़ा भएन मनइयन लखत रहेन। यहूदी नेतन ओकर मसखरी करत भएन बोलेन, “इ दूसरन क उद्धार किहे अहइ। अगर उ परमेस्सर क चुना भवा मसीह अहइ तउ ऍका आपन खुद क रच्छा करइ द्या।” 36 सैनिकन भी आइके ओकर मसखरी उड़ाएन। उ पचे ओका दाखरस पिअइ क दिहेन 37 अउर कहेन, “जदि तू यहूदियन क राजा अहा तउ आपन खुद क बचाइ ल्या।” 38 (ओकरे ऊपर इ खबर छापी गइ “इ अहइ यहूदियन क राजा।”) 39 हुवाँ लटकावा भवा अपराधियन मँ स एक ओका बेज्जत करत भवा कहेस, “का तू मसीह नाहीं अहइ? हमका अउर आपन खुद क बचाइ ल्या!” 40 मुला दूसर उ पहिले अपराधी क फटकारत भवा कहेस, “का तू परमेस्सर स नाहीं डेरात्या? तोहका भी उहइ सजा मिलति अहइ 41 मुला हमार सजा तउ उचित निआव स भरी अहइ काहेकि हम जउन कछू कीन्ह, ओकरे बरे जउन हमका मिलइ चाही रहा, उहइ मिलत बा मुला इ मनई तउ कछू भी बुरा नाहीं किहेस।” 42 फिन उ बोला, “ईसू, जब तू आपन राज्य मँ आवा तउ मोका याद राख्या।” 43 ईसू ओसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ, आज ही तू सरगलोक मँ मोरे संग होब्या।” 44 उ समइ दिना क बारह बजा होइ तबहीं तीन बजे तलक समूची धरती प गहिर अँधियारा छाइ गवा। 45 सूरज भी नाहीं चमकत रहा। ओहर मंदिर मँ परदे क फटे क दुइ टुका होइ गएन। 46 ईसू ऊँच आवाज मँ पुकारेस, “हे परमपिता, मइँ आपन आतिमा तोहरे हाथे मँ सौंपत हउँ।” इ कहिके उ आखिरी साँस लिहेस। 47 जब रोम क फऊजी नायक, जउन कछू घटि गवा रहा, उ लखेस तउ परमेस्सर क गुन गावत भवा उ कहेस, “इ सचमुच ही एक नीक मनई रहा!” 48 जब हुवाँ देखइ आएन एकट्ठा मनइयन, जउन कछू भवा रहा, ओका देखेन तउ आपन छाती पीटत लौटि गएन। 49 मुला उ सबइ जउन ओका जानत रहेन, ओन स्त्रियन संग, जउन गलील स पाछे पाछे आवत रहिन, इ वातन क लखइ कछू दूरी प खड़ा रहेन। 50 अब हुवँई यूसुफ नाउँ क मनई रहा जउन यहूदी महासभा क निअम्बर रहा। उ एक नीक धर्मी पुरुस रहा। उ ओनका फैसला अउर ओका काम मँ लावइ बरे राजी नाहीं रहा। उ यहूदियन क एक सहर अरमत्तिया क बसइया रहा। उ परमेस्सर क राज्य क बाट जोहत रहा। 51 52 उ मनई पिलातुस क लगे गवा अउर ईसु क ल्हास माँगेस। 53 उ ल्हास क क्रूस पइ स नीचे उतरा अउर सने क उत्तिम रेसा क बना कपड़ा मँ ओका लपेट दिहस। फिन उ ओका चट्टान मँ काटी गइ एक कब्र मँ धइ दिहस, जेहमाँ पहिले कबहुँ कउनो क भी नाहीं राखा गवा रहा। 54 उ सुकरवार क दिन रहा, अउर सबित सुरू होइ क रहा। 55 उ सबइ स्त्रियन जउन गलील स ईसू क साथे आइ रहिन, यूसुफ इ पाछे होइ चलिन। उ पचे उ कब्र देखिन अउर लखेन कि ओकर ल्हास कब्र मँ कइसे धरी गइ। 56 फिन उ पचे घर लौटिके खुसबूदार सामग्री अउर लेप तइयार किहेन। सबित क दिन व्यवस्था क मुताबिक उ पचे आराम किहेन।
Luke 24:1 हफ्ता के पहिले दिन बहोत भिन्सारे उ सबइ स्त्रियन कब्र पइ खुसबूदार सामग्री क, जेका उ पचे तइयार किहेन, लइके आइन। 2 ओनका कब्र पइ स लुढ़कि गवा पाथर मिला। 3 तउ उ पचे भीतर चली गइन मुला हुवाँ पर्भू ईसू क ल्हास नाहीं मिली। 4 उ सबइ ऍह पइ अबहीं असमंजस मँ ही पड़ी रहिन कि, ओनके लगे चमचमात ओढ़ना पहिरे दुइ मनई (सरगदूतन) खड़ा भएन। 5 डर स उ पचे धरती कइँती मुँहना लटकाए रहिन। उ दुइ मनइयन ओनसे कहेन, “जउन जिअत अहइ, ओका तू मुर्दवन क बीच काहे हेरति अहा? 6 उ हिआँ नाहीं अहइ। उ जी उठा बा। याद कर जब उ अबहीं गलील मँ रहा, उ तोहसे करा कहे रहा। 7 उ कहे रहा कि मनई क पूत क पापी मनइयन क हाथ सौंप दीन्ह जाब तय अहइ। फिन उ क्रूस पइ चढ़ाइ दीन्ह जाइ अउर तिसरे दिन ओका फिन स जीवित कइ देव तय अहइ।” 8 तब ओन स्त्रियन क ओकर सब्द याद होइ गएन। 9 उ पचे कब्र स लौटि आइन अउर उ सबइ सब वातन ओन ग्यारहु चेलन अउर दूसर सबन क बताएन। 10 इ पचे स्त्रियन रहिन, मरियम मगदलीनी, योअन्ना अउर याकूब क महतारी मरियम। उ सबइ अउर ओनके साथे क दूसर स्त्रियन इ बातन क प्रेरितन स कहत रहिन। 11 मुला ओनके सब्द प्रेरितन क बृथा जानि पड़ेन। तउ उ सबइ ओनका बिसवास नाहीं किहेन। 12 मुला पतरस खड़ा भवा अउर कब्र कइँती पराइ गवा। उ खाले निहुरिके लखेस मुला ओका सन क उत्तिम रेसम स बना कफन क अलावा कछू नाहीं देखाँइ दिहे रहा। फिन आपन मन ही जउन कछू भ रहा, ओहँ प अचरज करत भवा उ चला गवा। 13 उहइ दिना ओकर चेलन मँ स दुइ, यरूसलेम स कउनो सात मील दूर बसा भवा इम्माऊस नाउँ क गाउँ क जात रहेन। 14 जउन घटना घटी रहिन, ओन सब प उ सबइ आपुस मँ बतियात रहेन। 15 जबहिं उ सबइ ओन बातन प बातचीत अउर सोच विचार करत रहेन तबहीं खुद ईसू हुवाँ हाजिर भवा अउर साथे साथे चलइ लाग। 16 (मुला ओनका ओका पहिचानइ स टोका गवा।) 17 ईसू ओनसे कहेस, “चलत चलत एक दुसरे स तू कउनो बातन प बतियत रह्या?”उ पचे चलत चलत थम गएन। उ पचे दुःखी देखॉइ देत रहेन। 18 ओहमाँ स विलयोपास नाउँ क एक मनई ओसे कहेस, “यरूसलेम मँ रहइवाला अकेल्ला तू ही अइसा मनई होब्या जउन पिछले दिनन जउन बातन घटी अहइँ, ओका नाही जानत्या।” 19 ईसू ओनसे पूछेस, “कउन सी बातन? उ पचे ओसे कहेन, “सब नासरत क ईसू क बारे मँ अहइँ। इ एक अइसा मनई रहा जे जउन किहेस अउर कहेस ओहसे परमेस्सर अउर सबहीं मनइयन क समन्वा इ देखॉइ दिहस कि उ एक महान नबी रहा। 20 अउर हम इ बारे मँ बातन करत रहेन कि हमरे मुख्ययाजकन अउर नेतन ओका कइसे मउत क सजा देइ बरे सौंपि दिहेन। अउर प पचे ओका क्रूस प चढ़ाइ दिहन। 21 हमार आसा रही कि इहइ रहा उ जउन इस्राएल क अजाद करावत। अउर इ सब कछू क अलावा इ घटना क भए आजु तीसर दिन अहइ 22 अउर हमरी टोली क कछू स्त्रियन हमका अचरजे मँ डाइ दिहन ह। आजु भोर मँ भिन्सारे उ पचे कब्र प गइन। 23 मुला ओनका ल्हास नाही मिली। उ सबइ लौटि आइन अउर हमका बताएन कि उ पचे सरगदूतन क दर्सन पाइ गइन ह जउन कहे रहेन कि उ जीवित अहइ। 24 फिन हम पचन मँ स कछू कब्र प गएन अउर जइसा स्त्रियन बताए रहिन, उ पचे हुवाँ वइसा ही पाएन उ सबइ ओका नाहीं देखेन।” 25 तब ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे केतना मूरख अहा अउर नबियन जउन कछू कहेन, ओह प बिसवास करइ मँ केतॅना धीमे अहा। 26 का मसीह बरे इ जरूरी नाही रहा कि उ इ दारूण दुःखन क झेलइ अउर इ तरह आपन महिमा मँ घुसि जाइ?” 27 अउर इ तरह मूसा सुरू कइके सबहिं नबियन तलक अउर पवित्तर सास्तरन मँ ओकरे बारे मँ जउन कहा गवा रहा, उ ओका खोलिके ओनका समझाएस। 28 उ पचे जब उ गाउँ क लगे आएन, जहाँ जात रहेन, ईसू अइसा बर्ताव किहेस, जइसे ओका अगवा जाइके होइ। 29 मुला उ पचे ओसे जबरदस्ती हठ करत भए कहेन, “हमरे साथ ठहर जा काहेकि करीब करीब साँझ होइ गइ अहइ अउर अब दिन ओनवइ क रहा।” तउ उ ओकरे संग ठहरइ भीतर आइ गवा। 30 जब ओनके संग उ खइया क मेजे प रहा तबहीं उ रोटी उठाएस अउर धन्यवाद दिहस। फिन ओका तोड़िके जब उ ओनका देत रहा 31 तबहीं ओनकइ आँखी खोलि दीन्ह गइ अउर उ पचे ओका पहिचान लिहन। मुला उ ओनके समन्वा स अन्तर्धान होइ गवा। 32 फिन उ आपुस मँ बोलेन, “रास्ता मँ जब उ हमसे बात करत रहा अउर हमका पवित्तर सास्तरन क समझावत रहा तउ का हमरे हिरदइ क भीरत आगी भी नाहीं भड़क गइ?” 33 फिन उ तुरंत खड़ा भएन अउर वापस यरूसलेम क चल दिहेन। हुवाँ ओनका ग्यारहवाँ प्रेरित अउर दूसर ओनके संग ऍकट्ठा मिलेन, 34 जउन कहत रहेन, “पर्भू, असल मँ जी उठा अहइ। उ समौन (पतरस) क दर्सन दिहेस ह।” 35 फिन उ दुइनउँ राह मँ जउन भवा रहा, ओकर ब्यौरा दिहन अउर बताएन कि जब उ रोटी क कउर लिहेस, तब उ सबइ ईसू क पहिचान लिहन। 36 अबहीं उ पचे ओनका इ बातन बताइ ही रहत रहेन कि उ खुद ओनके बीच आइ खड़ा भवा अउर ओनसे बोला, “तोहका सान्ति मिलइ।” 37 मुला उ पचे चौंकिके सहम गएन। उ पचे सोचेन जइसे उ सबइ कउनो भूत लखत होइँ। 38 मुला उ ओनसे बोला, “तू अइसे घबरान काहे अहा? तोहरे मनवा मँ सन्देह काहे उठति अहइ? 39 मोरे हाथन अउर मोरे गोड़े क लखा। तू देख सकत ह कि इ सच मँ मइँ अहउँ। मोका छुआ, अउर लखा कि कउनो भूत क माँस अउर हाड़ नाही होतिन अउर जइसा कि तू लखत अहा कि, मोर उ सबइ अहइँ।” 40 इ कहत भवा उ हाथ अउर गोड़ ओनका देखाएस। 41 मुला आपन आनन्द क कारण उ पचे अब भी ओह पइ बिसवास नाही कइ सकेन। उ पचे भउचक्का रहेन। तउ ईसू ओनसे कहेस, “हिआँ तोहरे पास कछू खाइ क अहइ।” 42 उ पचे पकाइ गइ मछरी क एक टुकड़ा ओका दिहन। 43 अउर उ ओका लइके समन्वा खाएस। 44 फिन उ ओनसे कहेस, “ई बातन उ सबइ अहइँ जउन मइँ तोहसे तब कहे रहेउँ, जब मइँ अबहीं तोहरे संग हउँ। हर उ बात जउन मोरे बारे मँ मूसा क व्यवस्था मँ, नबियन क किताबन अउर भजन संहिता मँ लिखी अहइ, पूरी होव ही अहइ।” 45 फिन पवित्तर सास्तरन क समझइ बरे उ ओनकइ बुद्धि क दुआर खोल दिहस। 46 अउर उ ओनसे कहेस, “इ उहइ अहइ, जउन लिखा अहइ कि मसीह दारूण दुख भोगी अउर तिसरे दिन मरे हुअन मँ स जी उठी। 47 अउर पापे क छमा बरे मनफिराव क इ संदेस यरूसलेम स सुरु होइके सब देसन मँ प्रचार कीन्ह जाइ। 48 तू इ बातन क साच्छी अहा। 49 अउर अब मोरे परमपिता मोसे जउन सपथ किहेस ह, ओका मइँ तोहरे बरे पठउब। मुला तोहका इ सहर मँ उ समइ तलक ठहरे रहइ क होइ जब तक तू सरगे क सक्ती स जुरा न ह्वा।” 50 ईसू फिन ओनका बैतनिय्याह तलक बाहेर लइ गवा अउर उ हथवा उठाइके आसीर्वाद दिहेस। 51 ओनका आसीर्बाद देत देत उ ओनका तजि दिहेस अउर फिन ओका सरगे मँ उठाइ लीन्ह गवा। 52 तब उ पचे ओकर आराधना किहेन अउर असीम आनन्द लइके यरूसलेम लौटि आएन। 53 अउर मंदिर मँ परमेस्सर क स्तुति करत भएन उ पचे आपन दिन काटइ लागेन।
John 1:1 जब दुनिया क सुरूआत भइ, तब ओह समइ बचनपहिलेन स रहा। उहइ बचन परमेस्सर क साथ रहा। उहइ बचन परमेस्सर रहा। 2 उहइ बचन एकदम सुरूआत मँ परमेस्सर क साथ रहा। 3 समूची दुनिया क सब चीज उहइ स पइदा भइ। ओकरे बिना कउनो चीज बनाईं नाहीं गइ। 4 उहइ बचन मँ जिन्नगी रही अउर उहइ जिन्नगी पूरी दुनिया क सब मनई क बरे ज्योति (गियान, भलाई) क नाई रहा। 5 ज्योति आँधियारे मँ चमकत ह अउर आँधियारा ओका जीत न पावा। 6 परमेस्सर क पठवा एक मनई आवा जेकर नाउँ यूहन्ना रहा। 7 उ एक साच्छी क नाईं आवा जइसे कि उ सब मनई क ज्योति क बारे मँ अपने बचन मँ बताइ सकइ। अउर जउन उ बतावइ ओहमाँ सब मनई बिसवास कर सकइँ। 8 उ खुदइ ज्योति नाहीं रहा मुला उ सब मनई क ज्योति क साच्छी देइ आइ रहा। 9 उ इ बतावइ आइ रहा कि इ ज्योति बिल्कुल सच्ची अहइ, अउर उ इ हर एक मनई क प्रकासित करी। उ इ बतावइ आइ रहा कि सच्चा ज्योति इ दुनिया मँ आवइवाला अहइ। 10 उ तउ इहइ दुनिया मँ रहा अउर इ दुनिया क उहइ पइदा किहेस मुला दुनिया ओका पहिचान नाहीं पाएस। 11 उ अपने संसार मँ आवा रहा, मुला ओकर आपन मनई ओका नाहीं अपनाएन। 12 मुला जउन मनई ओका अपनाइ लिहेन्ह, ओनका सबका उ परमेस्सर संतान होइ क अधिकार दिहेस। 13 परमेस्सर क औलाद क नाई उ कुदरती तौर प न तउ लहू स पइदा भवा, न तउ कउनो तने क इच्छा स, अउर न तउ महतारी-बाप क योजना स। मुला उ परमेस्सर स पइदा भवा। 14 उहइ बचन देह अपनाइ क हमरे सबके बीच मँ रहइ लाग। हम सब परमपिता क एकइ पूत क नाई ओकरी महिमा क दर्सन कीन्ह। उ बचन अनुग्रह अउर सच्चाई स भरा रहा। 15 यूहन्ना ओकर साच्छी दिहेस अउर सबका सुनाइ क जोर स कहेस, “इ उहइ अहइ जेकरे बारे मँ मइँ बताए रहेउँ, ‘उ जउन मोरे बाद आवइवाला अहइ, उ मोसे महान अहइ, मेसे आगे अहइ, एह बरे कि उ मोहूँ स पहले मौजूद रहा।’“ 16 ओकरी करूणा अउर सच्चाई क पूर्णता स हमका सबेन्क तमाम अनुग्रह पर अनुग्रह मिला। 17 हमका सबेन्क जउन व्यवस्था मिली अहइ, उ तउ मूसा क दीन्ह अहइ, मुला जउन अनुग्रह अउर सच्चाई इ दुनिया मँ अहइ, उ ईसू मसीह क दीन्ह अहइ। 18 परमेस्सर क कबहूँ कउनो आज तलक नाहीं देखे अहइ, मुला परमेस्सर क जउन एकइ पूत अहइ, अउर जउन हमेसा परमपिता क संग रहत ह, ओका हमरे सबके सामने परगट किहेस। 19 जब यरूसलेम क यहूदियन याजकन अउर लेवियन क यूहन्ना क पास इ पूछइ क बरे भेजेन्ह, “तू कउन अहूया?” 20 तउ उ इ साच्छी दिहेस अउर बिना कउनो हिचकिचाहट क इ मानेस, “मइँ मसीहन अहउँ।” 21 तउ उ पचे यूहन्ना स पूछेन्ह, “तउ तू फिन कउन अहूया, का तू एलिय्याह अहूया?”यूहन्ना इ जवाब दिहेस, “नाहीं, मइँ उहइ न अहउँ।”यहूदियन पूछेस, “तउ तू का कउनो नबी अहूया?” उ फिन इन्कार कइ दिहेस, “नाहीं।” 22 फिन उ पचे ओसे पूछेन्ह, “तउ तू का अहूया? हमका बतावा जइसे कि हम ओनका जवाब दइ देई, जे हमका पचेन्क हियाँ भेजेस ह! तू अपने बारे मँ का कहत अहा?” 23 यूहन्ना कहेस:‘मइँ आवाज अहउँ जउन रेगिस्तान मँ पुकारत अहइ: ‘पर्भू क बरे सोझ सोझ रास्ता बनावा।” यसायाह 40:3 24 इन सबन क फरीसियन भेजे रहेन्ह। 25 उ लोग ओसे पूछेन, “जदि तू न तउ मसीह अह्या, न एलिय्याह अह्या, अउर न तउ नबी अह्या, फिन काहे बरे तू सब लोगन क बपतिस्मा देत अहा?” 26 यूहन्ना ओन पचेन्क जवाब दिहेस, “मइँ ओन सबेन्ह का पानी स बपतिस्मा देत अहउँ। तोहरे सबन क बीच मँ एक ठु मनई अहइ, ओका तू पचे नाहीं जानत अहा। 27 उ मोरे बाद आवइवाला उहइ अहइ। मइँ तउ ओकरे पनहीं क फीता खोलइ लायक नाहीं अहउँ।” 28 इ सब घटना यरदन क पार बैतनिय्याह मँ घटिन ह जहाँ प यूहन्ना बपतिस्मा देत रहा। 29 ओकरे दूसरे दिन यूहन्ना ईसू क अपने लगे आवत देखेस तउ कहेस, “परमेस्सर क मेमना क देखा जउन दुनिया क सब पाप हर लेत ह। 30 इ उहइ अहइ जेकरे बावत मइँ बताए रहेउँ, ‘एक मनई मोरे बाद आवइवाला अहइ, जउन मोसे भी महान अहइ, उ मोसे भी आगे अहइ, उ मोसे पहले स मौजूद रहा।’ 31 पहले मइँ खुद ओका नाहीं जानत रहेउँ, मुला मइँ इही बरे बपतिस्मा देत चला आवत अहउँ, जइसे कि इस्राएल क सब मनई ओका जान लेइँ।” 32 फिन यूहन्ना आपन इ साच्छी दिहेस, “मइँ देखेउँ कि कबुतरे की नाई सरग स नीचे उतरत आतिमा उहइ प आइके टिक गइ। मइँ खुदइ नाहीं जान पाएउँ, कि उ कौन रहा मुला जउन मोका पानी स बपतिस्मा देइ क बरे पठए रहा, उ मोसे कहेस, ‘तू आतिमा क उतरत अउर कउनो क ऊपर ठहरत देखब्या, इ उहइ मनई अहइ जउन पवित्तर आतिमा स बपतिस्मा देत ह।’ 33 34 मइँ ओका देखे अहउँ अउर मइँ साच्छी देत अहउँ कि उहइ परमेस्सर क पूत अहइ।” 35 दूसरे दिन यूहन्ना अपने दुइ चेलन क साथ फिन उहइ जगह प मौजूद रहा। 36 जब ईसू क उ अपने पास देखेस तउ कहेस, “देखा! इ इहइ परमेस्सर क मेमना!” 37 जब उ दुइनउँ चेलन ओनका इ कहत सुनेन तउ उ दुइनउँ ईसू क पाछे चल पड़ेन्ह। 38 ईसू ओन पचे क जबहिं अपने पाछे आवत देखेस तउ ओसे पूछेस, “तोहका का चाही?”उ पचे जवाब दिहेन, “रब्बी, तू कउन जगह प रहत ह” (“रब्बी” अर्थात “गुरू”) 39 ईसू ओनका जवाब दिहेस, “आवा अउर देखा।” ओकरे बाद उ दुइनउँ चेलन ओनके पाछे चल दिहेन। उ पचे फिन ओकर रहइ क जगह देखेन। ओह दिन उ दुइनउँ चेलन ओनके साथ ठहरेन्ह, काहेकि साँझ क करीब चार बज चुका रहा। 40 जउन दुइनउँ चेलन यूहन्ना क बात सुने रहेन्ह अउर ईसू क पाछे चला गएन, ओनमाँ स एक समौन पतरस क भाई अन्द्रियास रहा। 41 उ पहले अपने भाई समौन क देखके ओसे कहेस, “हमका मसीह मिल गवा अहइ।” 42 फिन अन्द्रियास समौन पतरस क ईसू क लगे लियाइ गवा। ओनक देखके ईसू कहेस, “तू यूहन्ना क बेटवा समौन अह्या। तोहका लोग कैफा (अर्थात् पतरस) कहिहइँ।” 43 दूसरे दिन ईसू गलील जाइके बरे ठान लिहेस। फिन फिलिप्पुस क देखके ईसू ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा।” 44 फिलिप्पुस अन्द्रियास अउर पतरस क नगर बैतसैदा क रहइवाला रहा। 45 फिलिप्पुस क नतनएल मिला अउर उ ओसे कहेस, “हम पचन्क उ मिल गवा अहइ जेकरे बारे मँ व्यवस्था मँ मूसा अउर तमाम नबियन लिखे अहइँ। उहइ यूसुफ क बेटवा, नासरत क ईसू अहइ।” 46 फिन नतनएल ओसे पूछेस, “का नासरतउ स कउनो अच्छी चीज पैदा होइ सकत ह”फिलिप्पुस जवाब दिहेस, “जाइके खुदइ देखि ल्या।” 47 ईसू नतनएल क अपनी कइँती आवत देखेस अउर ओकरे बारे मँ कहेस, “इ एक सच्चा इस्त्राएली अहइ जेहमाँ कउनो खोट नाहीं बा।” 48 नतनएल पूछेस, “तू मोका कइसे जानत अहा?”ईसू जवाब दिहेस, “फिलिप्पुस क बोलावइ क पहिले मइँ तोहका अंजीर क पेड़ क नीचे खड़ा देखे रहेउँ।” 49 नतनएल जवाब दिहेस, “रब्बी (गरू) तू परमेस्सर क पूत अह्या, तू इस्त्राएल क राजा अह्या।” 50 एकरे जवाब मँ ईसू कहेस, “तू इ बरे बिसवास करत अहा, काहेकि मइँ कहत अहउँ कि तोहका अंजीर क पेड़ क खाले देखे रहेउँ। तू अगवा (बाद मँ) अउर बड़ी बड़ी बातन देखब्या।” 51 उ ओसे (नतनएल स) फिन कहेस, “मइँ तोहका सही सही बतावत अहउँ कि तू सरग क खुलत अउर परमेस्सर क दूतन क मनई क पूत प उतरत चढ़तदेखब्या।” 52
John 2:1 गलील क काना मँ तीसरे दिन कउनो क घरे मँ बियाह रहा। ईसू क महतारी हुवाँ मौजूद रही। 2 बियाहे मँ ईसू क अउर ओनके चेलन क बोलउवा आइ रहा। 3 हुवाँ जब दाखरस खतम होइ गवा तउ ईसू क महतारी कहेस, “ओनके पास अब दाखरस नाहीं अहइ, सब खतम होइ ग।” 4 ईसू ओसे कहेस, “इ तू मोसे काहे बतावत अहा? अबहीं मोर समइ नाहीं आवा अहइ।” 5 फिन ओकर महतारी ऩउकरन स कहेस, “तू पचे उहइ करा जउन इ तोहसे करइ बरे कहइ।” 6 हुवाँ पानी भरइ बरे पाथर क छ: मटका धरा रहेन। इ मटकन क यहूदियन पवित्तर स्नान क बरे इस्तेमाल करत रहेन। हर मटका मँ लगभग बीस स तीस गैलन पानी आवत रहा। 7 ईसू नउकरन स कहेस, “मटकन क पानी स भर द्या।” नउकरन मटकन क लबालब भरि दिहेन। 8 फिन उ ओनसे कहेस, “अब थोड़ा पानी बाहेर निकाला, अउर दावत क इन्तजाम करइवाला मुखिया क पास लइ जा।”अउर उ पचे थोर क पानी मुखिया क पास लइ गएन। 9 फिन दावत क इन्तजाम करइवाला मुखिया उ पानी क थोरा स चखेस तउ उ पाएस कि इ पानी तउ दाखरस बनि गवा रहा। उ जानि नाहीं पाएस कि दाखरस कहाँ स आइ गवा। मुला ओन नउकरन क तउ पता रहा, जउन पानी निकारे रहेन। 10 फिन दावत क मुखिया दुल्हा क बोलाएस अउर ओसे कहेस, “सब मनई पहिले अच्छी दाखरस परोसत हीं अउर जब मेहमानन क मन भरि जात ह तउ घटिया दाखरस देइ लागत हीं। मुला तउ सबसे बढ़िया वाली दाखरस अबहीं तक बचाए रखे अहा।” 11 ईसू गलील क काना मँ आपन पहिला अदुभुत कारज कइके आपन महिमा परगट किहेस। जेहसे ओकर चेलन ओहमाँ बिसवास करेन्ह। 12 ओकरे पाछे फिन ईसू आपन महतारी, भाइयन अउर चेलन क साथे कफरनहूम चला गवा, जहाँ प उ पचे कछू दिन ठहरेन्ह। 13 यहूदियन क फसह क त्यौहार निचके रहा। इ करण ईसू यरूसलेम चला गवा। 14 हुवाँ मंदिर मँ ईसू देखेस कि तमाम मनई मवेसियन, भेड़न अउर कबूतरन क बेचत रहेन अउर सिक्का बदलइवाले बयपारी अपनी गदूदी प बइठा रहेन। 15 इ बरे उ रस्सी क ठु कोड़ा बनाएस अउर ओन सबका मवेसियन अउर भेड़न समेत बाहर खदेर दिहेस। सिक्का बदलइवाले बयपारियन क सिक्का बिखराइ दिहेस अउर ओनके चौकियन क बिखराइ दिहेस। 16 कबूतरन क बेचइवालेन स कहेस, “एनका सबका हियाँ स बाहेर लइ जा! मोरे परमपिता क घर बजार जिन बनावा!” 17 इ सब देखिके ओकरे चेलन क याद आइ गवा कि पवित्तर सास्तर मँ लिखा अहइ:“तोहरे घर बरे मोर लगन मोका खाइ जाई।” भजन संहिता 69:9 18 एकरे जवाब मँ यहूदियन ईसू स कहेन, “तू हमका सबेन्ह क कउन अद्भुत चीन्ह क तौर पइ देखाइ सकत ह्या, जइसे इ साबित होइ जाइ कि जउन तू करत अहा, ओकर तू अधिकारी अहा?” 19 ईसु ओनका जवाब दिहेस, “इ मंदिर क तू पचे गिराइ द्या अउर मइँ एका तीन दिन क अन्दर फिन बनाइ देब।” 20 इ सुनिके यहूदियन बोलेन, “इ मंदिर क बनावइ मँ छियालिस बरिस लगा रहेन, अउर तू कहत अहा कि ऍका मइँ तीन दिन मँ बनाइ देब?” 21 (मुला ईसू जउने मंदिर क बात करत रहा, उ ओकर आपन देह रही। 22 बाद मँ जब मउत क बाद ईसू फिन जी उठा तउ ओकरे चेलन क याद आवा कि ईसू ऍका कहे रहा, अब तउ उ पचे पवित्तर सास्तर प अउर ईसू क बात पर बिसवास करइ लागेन।) 23 फसह क त्यौहार क दिनन जब ईसू यरूसलेम मँ रहा, तउ तमाम मनई ओकर अद्भुत कारजन अउर चीन्हन देखिके ओहमाँ बिसवास करइ लागेन। 24 मुला ईसू अपने आपका ओनके सहारे नाहीं छोड़ेस, काहे स कि उ सबका बख्बी जानत रहा। 25 ओका इ बात क कउनो जरुरत नाहीं रही कि केहू आइके ओका लोगन क बारे मँ बतावइ, ऍह बरे कि उ अच्छी तरह जानत रहा कि लोगन क मन मँ का अहइ।
John 3:1 हुआँ फरीसियन क एक ठु मनई रहा, जेकर नाउँ रहा नीकुदेमुस। उ यहूदियन क नेता रहा। 2 उ ईसू क लगे रात मँ आवा अउर ओसे बोला, “गुरू, हम जानत अही कि तु गुरू अह्या अउर परमेस्सर तोहका भेजेस, इहइ कारण अहइ कि तू अइसे अइसे अद्भुत कारजन करत अहा। इ सब कारज परमेस्सर क सहायता क बिना कउनो नाहीं करि सकत।” 3 एकरे जवाब मँ ईसू ओहसे कहेस, “मइँ तोहका एकदम सच सच बतावत अहउँ कि अगर कउनो मनई एकदम स नवा जनम न लेइ तउ उ परमेस्सर क राज्य नाहीं देख सकत।” 4 नीकुदेमुस ओसे कहेस, “कउनो मनई बुढ़वा होइ क बाद फिन जनम कइसे लइ सकत ह कउनो अपनी महतारी क कोख मँ घुसि क जनम कहसे लइ सकत ह!” 5 ईसू जवाब दिहेस, “मइँ तोहका सच बतावत अहउँ। अगर कउनो मनई पानी अउर आतिमा स जनम नाहीं लेत तउ उ परमेस्सर क राज्य मँ घुसइ नाहीं पावत। 6 जउन सरीर स पइदा होइ सकत ह, उहइ सरीर अहइ जउन आतिमा स पइदा होत ह, उहइ आतिमा अहइ। 7 मइँ तोहसे जउन बताए अहउँ, ओहमाँ कउनो अचरज करइ क जरुरत नाहीं अहइ, ‘तोहका फिन स जनम लेइ क होई।’ 8 हवा जउने तरफ चाहत ह, उहइ तरफ बहत ह। तू ओकर आवाज तउ सुनि सकत ह, मुला तू इ नाहीं जानि सकत ह कि उ कहाँ स आवत अहइ अउर कहाँ जात अहइ। आतिमा स पइदा भवा हर एक मनई इहइ तरह अहइ।” 9 एकरे जवाब मँ नीकुदेमुस ओसे कहेस, “इ कइसे होइ सकत ह” 10 ईसू ओका जवाब दिहेस, “तू तउ इस्राएलियन क गुरू अह्या मुला तू इ बात नाहीं जानत रह्या? 11 सच्ची बात मइँ बतावत अहउँ, हम पचे जउन जानत अही, उहइ बतावत अही, जउन हम देखत अही मुला तू पचे हमरी बात मँ कम बिसवास करत अहा। 12 मइँ तोहका धरती क बात बतावत अहउँ, अउर तू ओका नाहीं मानत अहा, अबहीं जब मइँ तोहका पचे क सरग क बात बतावउँ तउ तू ओका कइसे मान लेब्या? 13 सरग मँ कबहुँ कउनो नाहीं गवा, केवल ओका छोड़ कर, जउन सरग स उतरके आवा ह - उहइ मनई क पूत। 14 “जइसे मूसा रेगिस्तान मँ साँप क उठाइ लिहे रहा वइसे मनई क पूत क ऊपर उठाइ लीन्ह जाई। 15 जइसे कि ओहमाँ बिसवास करइवाले सब मनई अनन्त जीवन पाइ सकइँ।” 16 परमेस्सर इ दुनिया स इतना पिरेम करत रहा कि अपने एकलौता पूत क दइ दिहेस, जइसे कि ओहमाँ बिसवास करइवाला कउनो मनई क नास न होइ, ओका अनन्त जीवन मिल जाइ। 17 परमेस्सर आपन पूत इ बरे नाहीं पठएस कि उ दुनिया क अपराधी साबित करइ, उ तउ इ बरे भेजेस अइसे कि समूची दुनिया क उद्धार होइ जाइ। 18 जउन मनई परमेस्सर क पूत मँ बिसवास करत हीं, ओनका दोसी न ठहरावा जाइ, मुला जे ओनके मँ बिसवास नाहीं करतेन, ओका तउ दोसी ठहरावा जाइ चुका अहइ, काहेकि उ परमेस्सर क एकलौता पूत मँ बिसवास नाहीं करत ह। 19 इ निरनय क आधार इ बाटइ कि ज्योति इ दुनिया मँ आइ गइ अहइ, मुला कछू मनई अइसे अहइँ कि ज्योति क न देखिके आँधियारे क जियादा महत्व देत अहइँ काहेकि ओनके सब करम बुरा अहइँ। 20 पाप करइवाला मनई हमेसा ज्योति स घिणा करत ह अउर ओकरे पास कबहूँ नाहीं आवत, एह बरे कि ओकरे पाप क उजागिर होइ क डर बना रहत ह। 21 मुला जउन मनई सच्चाई क रस्ता प चलत ह उ परमेस्सर क द्वारा ज्योति क किरन क लगे अइहीं जइसे इ उजागिर होइ जाइ कि ओके सब कारज परमेस्सर करावत अहइ। 22 ओकरे बाद ईसू अपने चेलन क साथ यहूदिया क इलाका मँ चला गवा। हुवाँ ओनके साथ ठहरिके उ सब लोगन्ह क बपतिस्मा देइ लाग। 23 हुवाँ प सालेम क नजदीक ऐनोन मँ यूहन्ना भी बपतिस्मा देत रहा, एह बरे कि हुवाँ इफरात मँ पानी रहा। तमाम मनई हुवाँ आवत रहेन अउर बपतिस्मा लेत रहेन। 24 (अब तक यूहन्ना क बंदी नाहीं बनावा ग रहा।) 25 अब यूहन्ना क कछू चेलन अउर एक ठु यहूदी क बीच स्वच्छताकरण क लइके बहस होइ लाग। 26 एह बरे उ सब यूहन्ना क लगे आएन अउर कहेन, “गुरु, जउन मनई यरदन क ओहॅ पार तोहरे साथ रहा अउर जेकरे बारे मँ तू बताए रह्या, उ लोगन्ह क बपतिस्मा देत अहइ, अउर सब मनई ओकरे पास जात अहइँ।” 27 एकरे जवाब मँ यूहन्ना कहेस, “कउनो मनई क तब तक कछू नाहीं मिल सकत जब तक कि ओका परमेस्सर स न दीन्ह ग होइ। 28 तू पचे इ बात क साच्छी अहा कि मइँ कहे रहेउँ, ‘मइँ मसीह न अहउँ मोका तउ ओकरे बरे रस्ता बनाइ बरे पठवा गवा अहइ।’ 29 दूल्हा तउ उहइ बा, जेका दुलहिन मिलइ। मुला दूल्हा क दोस्त जउन ओकरे अगुवाई मँ खड़ा रहत ह जब दूल्हा क आवाज सुनत ह, तउ बहुत खुस होत ह। इहइ मोर खुसी अहइ जउन अब पूरी भइ। 30 अब इ जरुरी अहइ कि ओकर महिमा बढ़इ अउर मोर कम होइ। 31 “जउन ऊपर स आवत ह, उ सबसे महान अहइ। उ जउन घरती स बाटइ, धरती स जुड़ा अहइ। एह बरे उ धरती क चीजन क बारे माँ बात करत ह। जउन सरग स उतरा ह, सबके ऊपर अहइँ, 32 उ जउन कछू देखे अहइ, अउर सुने अहइ, उ ओकर साच्छी देत ह अउर ओकर साच्छी क कउनो मनई नाहीं चाहत। 33 जउन ओकरी साच्छी क मानत ह, उ प्रमाणित करत ह कि परमेस्सर सच्चा अहइ। 34 काहे बरे कि जेका परमेस्सर पठए अहइ, परमेस्सर क बातन करत ह। काहोकि परमेस्सर ओका आतिमा क अनन्त दान दिहे अहइ। 35 परमपिता अपने पूत क स पिरेम करत ह अउर ओकरे हाथे मँ उ सब कछू क अधिकार सौंपि दिहेस। 36 एह बरे जउन ओकरे पूत मँ बिसवास करत ह, अनन्त जीवन पइहइँ मुला जे परमेस्सर क पूत क बात नाहीं मानत ओका इ जीवन नाहीं मिली। एकरे बजाय उ परमेस्सर क कोप का भाजन बनी।”
John 4:1 अउर जब ईसू क पता चला कि फरीसियन इ सुने अहइँ कि ईसू यूहन्ना स जियादा लोगन क बपतिस्मा देत अहइ अउर ओनका आपन चेलन बनावत अहइ। 2 (वइसे ईसू खुदइ बपतिस्मा नाहीं देत रहा। बल्कि ओकर चेलन इ कारज करत रहेन्ह।) 3 उ यहूदिया छोड़िके एक बार फिन गलील लौट ग रहा। 4 इ दाईं ओका सामरिया होइके जाइका पड़ा। 5 एह बरे उ सामरिया क एक नगर सूखार मँ आवा। इ नगर उहइ भुइँया क पास रहा। जउने क याकूब अपने बेटवा यूसुफ क दिहे रहा 6 हुवाँ याकूब क कुआँ रहा। ईसू इ यात्रा मँ एकदम थक ग रहा, एह बरे उ कुआँ क पास बइठ गवा। उ समइ करीब करीब दुपहरिया रही। 7 एक ठु सामरीस्त्री पानी भरइ क बास्ते आइ! ईसू ओसे कहेस, “मोका पिअइ क पानी दइ द्या।)” 8 (उ समइ सब चेलन खाना बेसहइ क बरे सहर चला गवा रहेन।) 9 सामरी स्त्री ओसे कहेस, “तू यह्दी होइके मोसे पानी काहे मांगत अहा, मइँ तउ सामरी स्त्री अहउँ?” (यहुदी तउ सामरियन स कउनो मतलब नाहीं रखत रहेन।) 10 ओकरे जवाब मँ ईसू ओसे कहेस, “जदी तू ऍतना जनतेउ कि परमेस्सर का दिहेस अउर उ कउन अहइ जउन तोहसे कहत अहइ कि ‘मोका पानी द्या’ तउ तू ओसे खुदइ मँगतिउ, अउर उ तोहका जीवन जल दइ देत।” 11 उ स्त्री ओसे कहेस, “महासय, तोहरे लगे तउ कउनो बासन तक नाहीं बाटइ अउर कुआँ बहुत गहिर अहइ फिन तोहरे पास जीवन जल कइसे होइ सकत ह 12 जरूर तू हमरे पूर्वज याकूब स बड़ा अहा जेक हमका कुआँ दिहेन अउर अपने लड़िकन्ह अउर जानवरन्ह क साथ खुदइ एकर पानी पिए रहेन्ह।” 13 ईसू एकरे जवाब मँ कहेस, “जउन मनई इ कुआँ क पानी पिअत ह, ओका फिन पियास लगी। 14 मुला जउन मनई उ पानी क पी लेई जउन पानी मइँ देब, ओका फिन कबहूँ पियासन लगी। मोर दीन्ह पानी ओकरे दिल मँ एक पानी क झरना क नाई बन जाई जउन घुमड़ घुमड़ क ओका अनन्त जीवन देई।” 15 तब उ स्त्री ओसे कहेस, “हे महासय, मोका उहइ पानी दइ द्या जेहसे कि मइँ कबहूँ पियासी न रही अउर मोका फिन पानी खँइचे क बरे न आवइ क पड़इ।” 16 इ सुनके ईसू ओसे कहेस, “ जा अपने पति क बोलावा अउर हियाँ आवा।” 17 एकरे जवाब मँ स्त्री कहेस, “मोर कउनो पति नाहीं बाटइ।”ईसू ओसे कहेस, “जब तू कहति अहा कि तोहार कउनो पति नाहीं बाटइ, तउ तू ठीक कहति अहा 18 तोहरे पाँच पति रहेन अउर जउने पुरूस क साथ तू रहित अहा, उ तोहार पति न अहइ, एह बरे जउन तू कहति अहा उ ठीक अहइ।” 19 इ सुनिके उ स्त्री ओसे कहेस, “महासय, मोका तउ लागत अहइ कि तू कउनो नबी अहा। 20 हमरे पूर्वजन इ पर्वत प आराधना किए रहेन्ह मुला तू कहत अहा कि यरूरलेम आराधना क स्थान अहइ।” 21 ईसू ओसे कहेस, “हे स्त्री मोरी बात माँ बिसवास करा। उ समइ आवइवाला अहइ जब तू परमपिता क आराधना न तउ एहि पर्वत प करइ पउबू अउर न तउ यरूसलेम मँ। 22 तू सामरी लोगन्ह ओका नाहीं जानत अहइँ जेकर आराधना करति अह?ा। मुला हम यहूदी ओका जानित ह जेकर आराधना करति अहा। सबन क उद्धार यहूदियन स मिली। 23 मुला उहइ समइ आवत अहइ, ‘अउर आइ ग’ बाटइ जब सच्चे आराधना परमपिता क आराधना, आतिमा अउर सच्चाई मँ करिहीं। परमपिता अइसे आराधक चाहत ह। 24 परमपिता आतिमा अहइ अउर एह बरे जउन ओकर आराधना करी ओका आतिमा अउर सच्चाइन मँ आराधना करइ क पड़ी।” 25 फिन स्त्री ओसे कहे?स, “मइँ जानत अहउँ कि मसीह (यानी ख्रीष्ट) आवइवाला अहइ। जब उ आई तउ हम पचन क सब कछू बताई।” 26 ईसू ओसे कहेस, “मइँ जउन तोहसे बतियात अहउँ मइँ उहइ अहउँ।” 27 उहइ समइ ओकर चेलन लौट आएन। अउर ओनका इ देखिके बहु?त अचरज भवा कि उ एक ठु स्त्री स बात करत अहइ। मुला कउनो ओह इ नाहीं कहेस, “तोहका इ स्त्री स का मतलब अहइ, अउर या “ई स्त्री स तू काहे? बरे बतियात अहा।” 28 उ स्त्री आपन पानी भरइवाली गगरी छोड़िके सहर चली गइ अउर मनइयन स कहेस, 29 “आवा जा अउर देखा, एक ठु अइसा मनई अहइ, जउन मोर कीन्ह सच मोका बताइ दिहेस। का तू इ नाहीं सोचत अहा कि उ मसीह अहइ?” 30 इ सुनिके सब लोगन्ह सहर छोड़िके ईसू क लगे जाइ पहुँ?चेन। 31 उहइ समइ ईसू क चेलन ओसे बिनती करत रहेन्ह, “गुरू कछू खाइ ल्या!” 32 मुला ईसू ओनसे कहेस, “मोरे पास खाइ बरे, अइसा खाना अहइ जेकरे बारे मँ तू पचे कछू नाहीं जानत अहा।” 33 इ सुनिके सब चेलन आपस मँ एक दूसरे स पूछइ लागेन, “का ओकरे बरे कउनो खाइ बरे कछू लिआवा होई?” 34 ईसू ओनसे कहेस, “मोर खाना ओकर (परमेस्सर) इच्छा क पूरी करब अहइ जउन मोका पठएस ह। जउन कारज मोका सौंपा गवा बाटइ, ओका मोका पूरा करइ क अहइ, 35 तू पचे अक्सर कहत ह, ‘चार महीना बाकी बा तब जाइके फसल आई’ मुला मइँ तोहका पचेन्क बतावत अही कि आपन आपन आँखी खोला अउर खेतन क तरफ देखा उ सब काटइ क बरे तइयार होइ गवा अहइँ। उ जउन कटाई करत अहइ आपन मजूरी पावत अहइ। 36 अउर अनन्त जीवन क बरे फसल इकट्ठा करत बा, एह बरे कि फसल बोवइवाला अउर ओका एकदम स सच्ची निकरी, 37 ‘एक मनई बोवत ह अउर दूसर मनई ओका काटत ह।’ 38 मइँ तोहका इ फसल काटइ क बरे भेजे अही जेहि? पइ तोहार मेहनत नाहीं लागी बाटइ। जेहि? पइ दूसरे क मेहनत लगी अहइ अउर ओकरी मेहनत क फल तोहका मिला अहइ।” 39 उ सहर क तमाम मनइयन ईसू मँ बिसवास किहेन, एह बरे कि उ स्त्री क बात क सच्ची मान लिहेन जउन कहे?स, “मइँ जउन कछू करे रहे?उँ, उ ओका ओकरे बारे मँ सब बताइ दिहेस।” 40 जब सामरी ओकरे पास आएन तउ ओन सबे ओसे ठहरइ क बरे चिरौरी करेन्ह ऍकरे बाद उ दुइ दिन हु?वाँ ठहर गवा। 41 ओकरी बात स प्रभावित होइके तमाम जने ओहमाँ बिसवास करइ लागेन। 42 ओन सब उ स्त्री स कहेन, “अब हम सिरिफ तोहरी साच्छी क नाईं बिसवास ही नाहीं करत अही, मुला अब तउ हम सब खुदइ सुनि अउर देख लीन्ह। अब हम पचे जान लीन्ह कि सचमुच उ मनई संसार क उद्धार करइवाला बाटइ।” 43 दुइ दिन क बाद उ हुवाँ स गलील क चल दिहेस। 44 (एक बरे कि ईसू खुद कहे रहा कि कउनो नबी अपने देस मँ कबहुँ? आदर नाहीं पावत।) 45 इ तरह जब उ गलील आवा तउ गलील क रहइवाले ओकर स्वागत करेन्ह काहे बरे उ पचे उ सबइ कछू लखे रहेन्ह जउन कछु फसह क त्यौहार यरूसलेम मँ उ किहे रहा: काहे?कि उ पचे सबहिं? त्यौहार मँ सामिल रहेन। 46 ईसू एक बार फिन गलील मँ काना गवा जहाँ उ पानी क दाखरस बनाइ दिहे रहा। अब की दाई कफरनहूम मँ एक ठु राजकर्मचारी रहा जेकर बेटवा बीमार रहा। 47 जब राजकर्मचारी सुनेस कि यहूदिया स ईसू गलील आवा अहइ तउ उ ओकरे पास आवा अउर इ विनती किहेस कि उ कफरनहू?म जाइके ओकरे बेटवा क चंगा कइ दे ओकर बेटवा एकदम मरइ क किनारे आइ गवा रहा। 48 ईसू ओसे कहेस, “अद्भुत कारजन अउर अचरजे कारजन क देखे बिना तू पचे बिसवास न करब्या। 49 राजकर्मचारी ओसे कहे?स, “महासय, एकरे पहले कि मोर बेटवा मरि जाइ, तू मोरे साथे घरे चला।” 50 ईसू जवाब दिहेस, “जा तोहार बेटवा जिअत रही।” ईसू जउन कहे रहा, उ पचे ओह पइ बिसवास किहेस अउर घर चला गवा। 51 उ घर लौटत ही रास्ते मँ रहा कि ओकर नउकर मिल गएन अउर इ समाचार सुनाएन, “तोहार बेटवा चंगा होइ गवा।” 52 उ पूछेस, “ओकर हालत कब स ठीक होइ लाग ह?” उ जवाब दिहसे, “कल दुपहरिया मँ एक बजे ओकर बुखार उतर गवा।” 53 उ लरिका क बाप क इ याद आइ गवा कि इहइ ठीक समइ रहा जब ईसू ओसे कहेस, “तोहार बेटवा जिअत रही।” इ तरीका स ओकर पूरा परिवार ईसू मँ बिसवास करइ लाग। 54 इ दूसर अद्भुत कारज रहा जउन ईसू यहू?दियन क गलील आए क बाद देखाएस।
John 5:1 एकरे बाद ईसू यहू?दियन क एक उत्सव मँ यरूसलेम गवा। 2 यरूसलेम मँ भेड़ दरवाजा क पास एक ठु पोखरा अहइ, जेहिका इब्रानी भाखा मँ ‘बैतहसदा’ कहा जात ह। एकरे किनारे पाँच ठु बरामदा बना अहइँ। 3 जउने मँ अँधा, लूला, अउर लकवा का मरीज क भीड़ पड़ी रहत ह। अउ उ पचे पानी ह हलइ बरे जोहेन। 4 कबहूँ पर्भू क दूत पोखरे प आबत रहा अउ पानी क हलावत रहा। सरगदूत क इ करइ क पाछे जउन पहिला मनई पोखरे मँ घुसत रहा उ बेरामी स नीक होइ जात रहा।” 5 ऍनही मरीजन मँ एक अइसा मरीज रहा जउन अड़तीस बरिस स बीमार रहा। 6 जब ईसू ओका हुवाँ लेटा लखेस अउर इ जानेस की ऍतने लम्बे समइ बीमार अहइ तउ ईसू ओसे कहेस, “का तू चंगा होइ चाहत अहा?” 7 रोगी जवाब देहेस, “महासय मोरे पास केउ नाहीं अहइ जउन पानी क हिलइ प मोका पोखरा मँ उतार देइ। जउ मइँ पोखरा मँ जावा चाहित ह, तउ हमेसा कउनो दूसर मनई मोसे पहिले ओहमाँ उतर जात ह।” 8 ईसू ओसे कहेस, “खड़ा होइ जा, आपन बिस्तरा उठावा अउर उ चलइ लागा।” 9 उ मनई तुरतंहि? चंगा होइ गवा। उ आपन बिस्तरा उठाएस अउर चल दिहेस।उ दिन सबित क दिन रहा। 10 इ देखिके यहूदियन उ मनई जउन चंगा होइ गवा रहा स कहब सुरू किहेन, “आज सबित क दिन अहइ अउर इ हमरे नियम क खिलाफ अहइ कि तू आपन बिस्तरा उठावा।” 11 इ सुनिके उ जवाब दिहेस, “जउन मोका चंगा किहे बाटइ उ मोसे कहेस, ‘आपन बिस्तरा उठावा अउर चल द्या।” 12 उ पचे ओसे पूछेन्ह, उ कउन मनई अहइ जउन तोहसे कहेस कि आपन बिस्तरा उठावा अउर चला?” 13 मुला उ मनई जउन चंगा होइ गवा रहा नाहीं जानत रहा कि उ कउन अहइ, काहे?कि हुवाँ बहुत भीड़ रही अउर ईसू चुपचाप हु?वाँ स चला गवा। 14 ऍकरे बाद ईसू उ मनई क मन्दिर मँ देखेस अउर ओसे कहेस, “देखा, अब तू नीक होइ गवा अहा, एह बरे अब तू पाप करब बन्द कइ द्या नाहीं तउ कउनो अउर बड़ा कस्ट तोहरे ऊपर आइ सकत ह!” 15 फिन उ मनई चला गवा। हुवाँ स चलिके उ यहूदियन स आइ क कहेस की ओका चंगा करइवाला ईसू रहा। 16 यहूदियन ईसू क सताउब सुरू कइ दिहेन्ह, एह बरे कि उ अइसे काम सबित क दिन किहे रहा। 17 ईसू ओनका जवाब देत कहेस, “मोर परमपिता कबहुँ? काम करब नाहीं छोड़त, एह बरे मइँ काम करित हउँ।” 18 यहूदियन ओका मार डावइ क इन्तजाम करइ लागेन्ह। केवल इहइ बरे नाहीं कि उ सबित क तोड़त रहा, मुला इहइ बरे कि उ परमेस्सर क आपन परमपिता कहत रहा। इहइ तरीके स उ अपने क परमेस्सर क बराबर देखॅावत रहा। 19 जवाब देत ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तू सब पचन क सच्ची बात बतावत अहउँ कि पूत अपने आप कछू नाहीं कइ सकत। उ तउ केवल उहइ करत ह जउन करत अपने परमपिता क देखत ह। परमपिता जउन कछू करत ह, पूत उहइ करत ह। 20 परमपिता अपने पूत स पिरेम करत ह। अउर उ सब कछू देखाइ देत ह जउन उ करत ह। ओन सब कामन स बड़ी-बड़ी बातन क उ ओका देखाई। तउ तू पचे अचरज करब्या। 21 जइसे परमपिता मरा पूत क उठाइके ओनका नवा जीवन देत ह। वइसे ही भी उन लोगन क जीवन देत ह, जेनका चाहत ह। 22 परमपिता केहू क निआव नाहीं करत मुला उ निआव करइके अधिकार अपने पूत क दइ दिहे? अहइ। 23 जेहसे कि सबहीं मनई क पूत क मान सम्मान करइँ जेहसे कि परमपिता क सबहीं आदर करत हीं। जउन पूत क आदर नाहीं करत परमपिता उ क आदर नाहीं करत जउन ओका पठए अहइ। 24 “मइँ तोहका सच-सच बतावत हउँ जउन मोर बात सुनत ह अउर ओह पइ बिसवास करत ह जउन ओका भेजे अहइ, तउ उ अनन्त जीवन पावत ह। निआव क दंड ओकरे ऊपर नाहीं पड़त। उ मनई मृत्यु स जीवन मँ प्रवेस पाइ जात ह। 25 मइँ तू पचन क बतावत अहउँ कि उ समइ आवइवाला अहइ, हि?याँ तक कि आइ चुका अहइ जबहीं कि जउन मरि चुका अहइँ, परमेस्सर क पूत क बचन सुनिहइँ अउर जे ओका सुनि लेहीं उ पचे जी उठिहीं। 26 काहेकि जेहसे परमपिता जीवन क स्त्रोत अहइ, वइसे अपने पूतन क जीवन क स्त्रोत बनाए बाटइ। 27 अउर उ ओका निआव क अधिकार दिहे? अहइ। एह बरे कि उ मनई क पूत अहइ। 28 इ बात प अचरज करइ क जरूरत नाहीं अहइ कि उ समइ आवइवाला अहइ कि जब जउन अपनी अपनी कब्र मँ अहइ, ओकर बचन सुनिहइँ। 29 अउर बाहर आइ जइहइँ। जउन मनई नीक कारज किहे? अहइँ उ सबइ पुनरूत्थान पाइ जइहइँ। मुला जउन खराब कारज किहे अहइँ ओनका पुनरूत्थान क बाद दंड दीन्ह जाई।” 30 “मइँ खुदइ अपने आप स कछू नाहीं कइ सकित। मइँ परमेस्सर स जउन सुनित ह उहइ क आधार प निआव करित ह अउर मोर निआव ठीक अहइ काहे?कि मइँ अपने मन स कउनो नाहीं करित मुला मइँ ओकरी इच्छा स कारज करित ह जउन मोका पठएस। 31 “जदि मइँ अपनी तरफ स साच्छी देउँ तउ मोर साच्छी सच नाहीं अहइ। 32 मोर ताईं साच्छी देइवाला एक ठु अउर अहइ। अउर मइँ जानित ह कि मोरी ताईं जउन साच्छी देत अहइ उ सच्ची अहइ। 33 “तू पचे लोगन क यूहन्ना क पास पठए रह्या अउर उ सच्चाई क साच्छी दिहेस। 34 मइँ मनई क साच्छी प भरोसा नाहीं करित मुला मइँ इ बरे कहत हउँ जइसे कि तू पचनक उद्धार होइ जाइ। 35 यूहन्ना उ दीपक क नाईं रहा जउन जलत भइ रोसनी देत हे। अउर कछू मसइ तक तू पचे उ रोसनी स फायदा लेइ चाहत रह्या। 36 “मुला मोर साच्छी यूहन्ना क साच्छी स बड़ी बाटइ, यह बदे कि परमपिता जउन कारज पूरा करइ क बरे मोका जिम्मेवारी सौंपी अहइ, मइँ उहइ कारज करत अहउँ अउर मोर कीन्ह कारज अपने आपइ इ बात क साच्छी अहइ कि परमपिता मोका पठए अहइ। 37 परमपिता जउन मोका पठए अहइ, उ खुदइ मोर साच्छी दिहे अहइ। तू पचे ओकर कउनो बचन नाहीं सुन्या अउर न तउ ओकर रूप लखे अहा। 38 अउर न तउ अपने अन्दर ओकर संदेस धारन करे अहा, काहेकि तू पचे जेका परमपिता भेजे अहइ, ओकरे मँ बिसवास नाहीं करता अहा। 39 तू पचे पवित्तर सास्तरन क धियान स पढ़त ह काहेकि तोहार इ विचार अहइ कि तोहका उहइ स अनन्त जीवन मिल जाई। मुला इ सब पवित्तर सास्तर मोर साच्छी देत हीं। 40 एतना होत भए भी तू पचे मोरे पास नाहीं आवा चाहत अहा। 41 “मइँ मनइयन क कीन्ह प्रसंसा प भरोसा नाहीं करित। 42 मुला मइँ जानित ह कि तोहार भीतर परमेस्सर क पिरेम नाहीं अहइ। 43 मइँ अपने परमपिता क नाउँ स आइ अहउँ तबहूँ तू पचे स्वीकार नाहीं करत अहा, अउर अगर कउनो दूसरे नाउँ स कहे आइ जाइ तउ तू ओका स्वीकार करब्या। 44 तू मोहे मँ बिसवास कइसे करि सकत ह, काहे बरे कि तू पचे एक दूसरे क प्रसंसा करत ह। तू पचे उ प्रसंसा कइँती देखबउ नाहीं करत अहा जउन केवल परमेस्सर क तरफ स आवत अहइ। 45 तू पचे इ तनिकउ न सोचा कि मइँ तोहका परमपिता क सामने दोखी ठहराऊब। जउन तोहका पचे क दोखी ठहराई, उ मूसा होई जेकरे ऊपर तू पचे आपन आसरा लगाए अहा। 46 जदि तू सबइ मूसा मँ बिसवास करत्या तउ तू मोहे मँ बिसवास करत्या काहेकि उ मोरे बारे मँ लिखे अहइ। 47 जबहीं तू ओकरे लिखे मँ बिसवास नाहीं करत अहा, तउ तू मोरे बात मँ बिसवास कइसे करब्या?”
John 6:1 ओकरे बाद ईसू गलील क झील यानी कि तिबिरियास क दूसरे पार चला गवा। 2 अउर ओकरे पाछे पाछे बहुत बड़ी बड़ी भीड़ चल दिहेस, काहेकि उ सब तमाम मरीजन क नीक होत समइ तमाम अचरज भरा चीन्हन देखे रहेन्ह। 3 ईसू पहाड़ प चला गवा अउर हुँवा अपने चेलन क साथ बइठ गवा। 4 यहूदियन क फसह क त्यौहार निचके रहा। 5 जबहीं ईसू आँख उठाइके देखेस कि एक बहुत बड़ी भीड़ ओकरी तरफ चली आवत अहइ तउ उ फिलिप्पुस स पूछेस, “इ सब लोगन्हे क खइया खियावइ क बरे रोटी कहाँ स खरीदी जाइ सकत ह” 6 (ईसू इ बात ओकर परीच्छा लेइ क बरे पूछेस, उ तउ जानत रहा कि उ क करइ जात अहइ।) 7 फिलिप्पुस जवाब दिहेस, “दुई सौ चाँदी क सिक्कन स ऍतनी रोटी न मिली कि सब मनई क एक टुकड़े स तनिकउ जियादा मिल सकइ।” 8 ईसू क एक दूसर चेला समौन पतरस क भाई अन्द्रियास कहेस, 9 “हियाँ एक नान्ह क लरिका क लगे पाँच ठु जौ क रोटी अउर दुइ ठु मछरी अहइँ, मुला खाइवाले तउ बहुत जियादा मनई अहइँ ओनके बरे इ बहुत कम अहइ।” 10 ईसू जवाब दिहेस, “सब लोगन्ह क बैठावा” (उ जगह प अच्छी खासी घास रही) सब मनई हुवाँ बइठ गएन उ सब कुल मिलाइके करीब पांच हजार मनई रहेन्ह)। 11 फिन ईसू रोटी लिहेस, अउर हुवाँ बइठे भए मनइयन क आवस्यकतानुसार सुक्रिया दइके रोटी परोस दिहेस। इहइ तरह जेतना उ सब जेतना चाहत रहेन, ओतनी मछलियन ओनका दइ दिहेस। 12 जब ओनके सबके पेट भरि गएन तउ ईसू अपने चेलन स कहेस, “जउऩ टुकड़ा बचा अहइँ, ओनका बटोर ल्या जइसे उ बेकार स बरबाद न होइँ।” 13 फिन चेलन लोगन क परोसी गइ जो क पांच रोटियन क बचे भएन टुकड़न स बारह टोकरी भरि दिहसे 14 ईसू क ऍतना अद्भुत कराज क देखिके सब मनइयन कहइ लागेन, “जरूर इ मनई उहइ नबी अहइ जेका इ दुनियाँ मँ आवइ क रहा।” 15 ईसु जब इ जानेस कि लोग आवइवाला अहइँ अउर ओनका लइ जाइके राजा बऩावा चाहत अहइँ, तउ उ अकेलेही पहाड़ प चला गवा। 16 जब साँझ क बेला भइ अउर ओनके सब चेलन झील प चला गएन 17 अउर एक ठु नाव प बइठके वापस झील क पार कफरनहूम क तरफ चला गएन। मजे क अंधेसा होइ ग रहा, मुला ईसू अबहीं तलक लौटिके ओनके सबन क पास नाहीं आवा रहा। 18 तूफानी हवा बहत रही जेकरे कारण झील मँ लहर खूब तेज होत रहिन्ह। 19 जब उ पचे करीब पांच-छ: किलोमीटर आगे चला गएन तउ देखेन कि ईसू झील प चलत अहइ अउर नाव क पास आवत रहा। इ देखिके उ पचे डेराइ गएन। 20 मुला ईसू ओन सबसे कहेस, “इ मइँ अहउ, डेरा जिन।” 21 फिन उ पचे ओका जल्दी स नाव प चढ़ाइ लिएन्ह अउर नाव जल्दी स हुवाँ पहुँच गइ जहाँ ओका जाइ क रहा। 22 दूसरे दिन सब मनइयन क भीड़ जउन झील क पार बच गइ रही, इ देखेस कि हुवाँ एक ठु नाव अकेले रही अउर अपने चेलन क साथ ईसू उ नाव प नाहीं सवार भवा बल्कि ओकर चेलन अकेल्ले ही रवाना भएन। 23 तिबिरियास क कई ठु नाव उ जगह प आइके रूकिन जउने जगह प उ पचे पर्भू क धन्यबाद दिहे क बाद रोटी खाए रहेन। 24 इ तरह जब उ भीड़ देखेस कि न तउ हुवाँ ईसू अहइ अउर न तउ ओनकइ चेलन अहइँ, तउ उ पचे नाव प चढ़िके अउर ईसू क दूँढ़त कफ़रनहूम क तरफ चल पड़ेन। 25 जब उ पचे ईसू क झील क दूसरे पार पाएन तउ ओसे कहेन, “हे गुरू, तू हियाँ कब आया?” 26 ऍकरे जावब मँ ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहका सच्ची बात बतावत अहउँ, तू पचे मोका इ बरे नाहीं खोजत अहा कि तू सब अदभुत कारजन देखे अहा, मुला तू पचे इ बरे मोका दूँढ़त अहा, काहेकि तू सब पेट भरिके रोटी खाए अहा। 27 उ खाना क बरे मेहनत न करइ चाही जउन खराब होइ जाइ मुला ओकरे बरे जतन करइ चाही जउन हमेसा उत्तिम बना रहत ह अउर अनन्त जीवन देत ह, जउन तोहका सबक मनई क पूत देई। काहेकि परमपिता ओका मानके आपन मोहर ओह पइ लगाइ दिहे अहइ।” 28 मनइयन ईसू स पूछेन, “परमेस्सर क कारज क बरे हम सब का करी?” 29 ईसू ओनका इ जवाब दिहेस, “जउन परमेस्सर चाहत ह कारज इ अहइ कि तू पचे ओह पइ बिसवास करा जेहिका उ भेजे अहइ।” 30 तउ उ पचे ओसे कहेन, “फिन तू कउन स अद्भुत कारज देखॉवत अहा जेहिका देखिके हम तोह पर बिसवास करी? तू कउन स कारज देखॉवत अहा?” 31 हमाक पूर्वजन रेगिस्तान मँ मन्नाखाएन, जइसे कि पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा, ‘परमेस्सर ओनका खाइ क बरे सरग स रोटी दिहेस।’“ 32 एह पइ ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहका सच बतावत अहउँ कि मूसा नाहीं, मुला मोर परमपिता तोहका सरग स सच्ची रोटी देत ह। 33 उ रोटी जउन परमेस्सर देत ह, उ सरग स उतरी अहइ, अउर इ संसार क जीवन देत ह।” 34 तउ उ पचे ओसे कहेन, “हे पर्भू, अब हम पचे क उ रोटी द्या अउर हमेसा देत रहा।” 35 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ उ रोटी अहउँ जीवन देत ह। जउन मनई मोरे पास आवत ह, उ कबहूँ भूखा नाहीं रहत अउर जउन मोरे मँ बिसवास करत ह, उ कबहूँ पियासा नाहीं रहत। 36 मइँ तोह सबन क पहले स बताइ चुका अहउँ कि तू मोका देख लिए अहा, तबहूँ मोहमाँ बिसवास नाहीं कर त्या। 37 एक एक मनई जेहिका परमपिता मोका सौंपे अहइ, मोरे पास आई जउन मोरे पास आवत ह, मइँ ओका कबहूँ न लौटाउब। 38 मइँ सरग स अपनी मर्जी स काम करइ नाहीं आइ अहउँ, मइँ तउ ओकर मरजी क पूरा करइ आइ बाटेउँ, जउन मोका हिआँ भेजे अहइ। 39 अउर उ भेजइवाले क इच्छा इ बाटइ कि जेका जेका उ मोका सौपे अहइ, ओहमाँ म एकउ क न खोइ देउँ अउर आखिरी दिन ओनका सबका जिन्दा कइ देउँ। 40 इहइ मोरे परमपिता क इच्छा अहइ कि हर एक मनई जउन पूत क देखत ह अउर ओहमाँ बिसवास करत ह, अनन्त जीवन पाई अउर आखिरी दिन मइँ ओका जियाइ देइ।” 41 इ सुनिके यहूदियन ईसू प बड़बड़ाय लागेन, काहेकि उ कहत रहा, “मइँ उ रोटी अहउँ जउन सरग स उतरी अहउँ।” 42 अउर उ पचे कहेन, “का इ यूसुफ क पूत ईसू न अहइ का हम एनके महतारी बाप क नाहीं जानित? फिन इ कइसे कहत बा कि ‘मइँ सरग स उतरा हउँ?” 43 एकरे जवाब मँ ईसू ओनसे कहेस, “एक दूसरे प बड़बड़ाब छोड़ द्या, 44 मोरे लगे तब तलक कउनो नाहीं आइ सकत जब तक मोका भेजइवाला परमपिता ओका मोरे तरफ न खींचइ। मइँ आखिरी दिन ओका फिन जियाइ देब। 45 नबियन लिखे अहइँ, ‘अउर उ सब परमेस्सर दवारा सिखावा भए होइहीं।’ 46 जउन मनई परमपिता क सुनत ह, अउर ओसे सीखत ह, मोरे पास आवत ह। मुला सच-सच जेहिका परमपिता भेजे अहइ, ओका छाँड़िके कउनो नाहीं लखे अहइ। परमपिता क बस उहइ लखे अहइ। 47 मइँ तोहसे सच-सच कहत बाटेउँ कि जउन मनई बिसवास करत ह उ अनन्त जीवन पावत ह। 48 मइँ उ रोटी अहउँ जउऩ जीवन देत ह। 49 तोहार पचेन्क पूर्वजन रेगिस्तान मँ मन्ना खाए रहेन्ह तबहूँ उ पचे मरि गएन। 50 इ उ रोटी अहइ जउन सरग स उतरत ह जउने कि मनई ओहमाँ स खात ह उ न मरी। 51 जीवन क रोटी जउन सरग स उतरी अहइ, उ मइँ अहउँ। जउऩ मनई इ रोटी खाई, उ हमेसा जीवित रही, अउर जउऩ रोटी मइँ दुनिया क जिन्नगी क बरे देब, उ मोर माँस अहइ। इहइ संसार जिअत रही।” 52 इ सुनिके यहूदियन आपस मँ झगड़ा करइ लागेन कि “कइसे इ मनई हम पचेन्क आपन माँस खाइ क बरे देत ह” 53 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच-सच कहत अहउँ, जब तक तू पचे मनई क पूत क माँस न खाब्या अउर ओकर लहू न पीब्या, तब तक तोहरे मँ असली जीवन नाहीं आई। 54 जउन मोर माँस खात ह अउर हमार लहू पियत ह, अनन्त जीवन उहइ पावत ह अउर आखिरी दिन ओका मइँ फिन जीवित करि देब। 55 काहेकि मोर माँस सब खाइवाली चीज अहइ अउर मोर लहू सच-सच पियइवाली चीज अहइ। 56 जउन मोर माँस खात ह अउर मोर लहू पियत ह, उ मोरे मँ रहत ह अउर मइँ ओहमाँ समाइ जाइत हउँ। 57 इ बात बिल्कुल उहइ तरह अहइ कि जइसे जिअत-पिता मोका भेजे अहइ, अउर उहइ परमपिता क कारण मइँ जीवित अहउँ ठीक उहइ तरह जउन मनई खात रही, उ मोरे कारण जीवित रही। 58 इ उहइ रोटी अहइ जउन सरग स उतरी अहइ। इ रोटी वइसे नाहीं अहइ जइसे मोरे पचे क पूर्वजन खाए रहेन। अउर बाद मँ उ सब मरि गएन। जउन मनई इ रोटी क खात रही, उ हमेसा जिन्दा रही।” 59 ईसू इ सब बात कफरनहूम आराधनालय मँ सिच्छा देत कहे रहा। 60 जब ईसू क चेलन क इ बात पता चली तउ उ कहेन्ह, “इ सिच्छा बहुतइ कठिन अहइ, एका कउन सुनि सकत ह” 61 ईसू क खुदइ पता चलि गवा रहा कि ओनके चेलन क उपदेस क बारे मँ सिकायत रही। एह बरे उ ओनसे कहेस, “का इ उपदेस तोहका ठेस पहुँचावत ह 62 अइसी बात अहइ कि तउ तोहका अगर मनई क पूत क जहाँ उ पहिले रहा, हुवाँ फिन लौटत देखइ क पड़इ तउ का होई? 63 आतिमा उहइ अहइ जउन जीवन देत ह। सरीर क कउनो उपयोग नाहिं बाटइ। जउन बात मइँ तोहसे कहे बाटेउँ, उहइ आतिमा अहइ अउर उहइ जीवन देत ह। 64 मुला तोहरे पचे क बीच मँ कछू मनई अइसे अहइँ, जउन ओहमाँ बिसवास नाहीं करतेन।” (ईसू तउ सुरू मँ इ जानत रहा कि उ पचे कउन मनई अहइँ, जउन बिसवास नाहीं करत अहइँ अउर उ मनई कउन बा जउन ओका धोखा देइ।) 65 ईसू फिन कहेस, “इहइ बरे मइँ तोहसे कहे अहउँ, ‘मोरे पास तब तलक कउनो नाहीं आइ सकत जब तलक कि परमपिता ओका मोरे पास आवइ क इजाजत न देइ।” 66 इहइ कारण रहा कि ईसू क ढेर चेलन लौट गएऩ। अउर फिन कबहूँ ओकरे पाछे नाहीं चलेन। 67 फिन ईसू अपने बारहु प्रेरितन स कहेस, “का तू पचे भी जाइ चाहत अहा?” 68 समौन परतस जवाब दिहेस, “पर्भू हम पचे केहिके लगे जाइ? उ सब्दन तउ तोहरे लगे अहइँ जउन अनन्त जीवन देत ही। 69 अब हम पचे तोह पर बिसवास करित ह अउर हम जानित ह कि तू सबसे पवित्तर अहा जेहिका परमेस्सर भेजे अहइ।” 70 ईसू ओनका इ जवाब दिहेस, “का तोहका बारहु प्रेरितन का मइँ नाहीं चुने अहउँ। मुला तोहरे बीचे मँ एक ठु सइतान अहइ।” 71 उ समौन इस्करियोती क बेटवा यहूदा क बारे मँ कहत रहा, जउन ईसू क धोखा देइवाला रहा। बारह प्रेरितन मँ उहइ एक रहा।
John 7:1 ओकरे बाद ईसू गलील चला गवा। उसने यहूदिया मँ यात्रा न करइ का निस्चय किहेस। काहेकि यहूदी ओका मारि डावा चाहत रहेन। 2 यहूदियन क कुटीर क त्यौहारआवइवाला रहा। 3 इ बरे ईसू क भाइयन ओसे कहेन, “तोहका इ जगहा छोड़िके यहूदिया चला जाइ चाही। जइसे कि तोहार चेलन तोहार अद्भुत कारजन देख पावइँ। 4 कउनो मनई जउन सब मनइयन क बीच मँ मसहूर होइ चाहत ह, आपन कारज छिपाइ क नाहीं करत। तू तउ अद्भूत कारजन करत ह, इ बरे समूचे संसार मँ अपुना क परगट करा।” 5 (ईसू क भाइयन ओहमाँ बिसवास नाहीं करत रहेन।) 6 ईसू ओनसे कहेस, “मोरे बरे अबहीं तब नीक समइ नाहीं आवा बाटइ। मुला तोहरे बरे सबइ समइ नीक अहइ। 7 इ दुनिया तोहसे घिना नाहीं कइ सकत मोसे तउ घिना करत ह। मोसे घिना करइ क कारण इ बाटइ कि मइँ सब क कहत फिरत हउँ, कि तोहार इ कारज बुरा अहइ, 8 इ त्यौहार मँ तू पचे जा मइँ एहि बार न जाब, मोर नीक समइ अबहीं नाहीं आइ बाटइ।” 9 इ कहिके ईसू गलील मँ रूक गवा। 10 तब ओकर सब भाई त्यौहार मँ चला गएन तब उहउ चला गवा। उ खुलेआम नाहीं गवा मुला छुप छुपके उहइ हुवाँ पहुँच गवा। 11 यहूदी ओका त्यौहार मँ इ कहत खोजत फिरत रहेन, “उ मनई कहाँ अहइ?” 12 ईसू क बारे मँ उ भीड़ मँ छिप छिप क तरह तरह क बातन होत रहिन। कछू मनई कहत रहेन, “उ नीक मनई बाटइ” मुला दूसर कछू मनई कहत रहेन, “नाहीं, उ तउ सबका भटकावत अहइ।” 13 ओकरे बारे मँ कउनो भी खुलिके नाहीं बतियात रहा, काहेकि उ पचे यहूदी क नेता स डेरात रहेन। 14 जब उ त्यौहार करीब करीब आधा बीत गवा तब ईसू मन्दिर मँ गवा अउर उपदेस देब सुरू कइ दिहेस। 15 यहूदी क नेता क बहुत अचरज भवा अउर उ पचे कहेन, “इ मनई आज तक कउनो पाठसाला मँ पढ़इ क बरे नाहीं गवा, इ कइसे ऍतनी गियान क बात करत बाटइ?” 16 ऍकरे जवाब मँ ईसू ओनसे कहेस, जउन सिच्छा देत अहउँ, उ मोर आपन नाहीं अहइ, इ हुवा स आवत अहइ, जउन मोका भेजेस ह। 17 अगर मनई उ करइ चाहत ह, जउन परमेस्सर क इच्छा अहइ, तउ उ जान जाई कि जउन सिच्छा मइँ देत अहउँ, उ ओकर अहइ या मइँ अपनी ओर स देत अहउँ 18 जउन अपनी ओर स बोलत ह, उ अपने बरे प्रसिद्धि चाहत ह, मुला सच्चा उ मनई अहइ जउन खुदइ प्रसिद्धि पावा न लइके ओका देइ क कोसिस करत ह, जउन ओका भेजे अहइ। ओहमाँ फिन कउनो तरह क खोट नाहीं रहत। 19 का तू पचन क मूसा व्यवस्था क दिहे अहइ? मुला तोहरे मँ स कउनो ओकर पालन नाहीं करत। तू मोका मार डावइ क कोसिस काहे बरे करत अहा?” 20 उ लोग इ जवाब दिहेन, “तोहरे ऊपर दुस्ट आतिमा चढ़ी अहइ जउन तोहका मार डावइ क कोसिस करत बाटइ।” 21 एकरे जवाब मँ ईसू कहेस, “मइँ एक चमत्कार करम करेउँ अउर तू पचे चकराइ गया। 22 इहइ कारण रहा कि मूसा तू पचन क, खतना क नियम दिहे रहा (इ नियम मूसा का नाहीं बरन, इ तउ तोहरे पूर्वजन स चला आवत रहा।) अउर तू सब क दिन लरिकन क खतना करत ह। 23 अगर सबित क दिन कउनो क खतना इ बरे करइ जात ह कि मूसा क विधान बचा रहइ, उ टूटइ न पावइ तउ तू पचे मोरे ऊपर काहे गुस्सा करत अहा कि मइँ सबित क दिन एक मनई क एकदम ठीक कइ दीन्ह 24 जउऩ बात जइसे देखात अहइ, उहइ तरह ओहपइ निआव न करइ चाही, जउन एकदम ठीक बात होइ उहइ क आधार प निआव होय चाही।” 25 फिन यरुसलेम मँ रहइवाले लोगन मँ स कछू कहेन, “का इहइ तउ उ मनई नाहीं अहइ जेहिका उ लोग मार डावा चाहत अहइँ? 26 मुला देखा; उ तउ सब मनइयन क बीच मँ बोलत अहइ अउर कउनो ओसे कछू नाहीं कहत अहइँ। का इ बात नाहीं होइ सकत कि यहूदी नेता क पता होइ ग होइ कि इहइ मसीह अहइ। 27 खैर हम सबका तउ पता होइ ग अहइ कि इ कहाँ स आइ बाटइ। जब असली मसीह आइ जाइ तउ कउनो न जान पाइ कि उ कहाँ स आवा।” 28 ईसू जब मन्दिर मँ उपदेस देत रहा तउ बड़े जोर स कहेस, “तू पचे मोका जानत अहा अउर इहउ जानत अहा कि मइँ कहाँ स आएउँ। मइँ अपनी कइँती नाहीं आइ अहउँ। मइँ ओकरे पास स आएउँ ह जउन मोका भेजे अहइ, उहइ सच्चा अहइ, तू पचे ओका नाहीं जानत अहा। 29 मुला मइँ ओका जानत अहउँ, काहेकि मोका उहइ पठएस।” 30 फिन उ पचे ओका बन्दी बनाइ क जतन करइ लागेन मुला कउनो ओह पइ हाथ नाहीं डाइ पाएस, एह बरे कि ओकर समइ अबहीं पूरा नाहीं भवा रहा। 31 तमाम मनई ओकरे मँ बिसवास करइ लागेन अउर कहइ लागेन, “जब मसीह आई तउ उ जेतना अद्भुत कारजन इ करत बा ओसे जियादा उ थोड़ा कइ पाई। का उ अइसा करी?” 32 फरीसियन इ सुनेन कि भीड़ मँ तमाम मनई चुप्पे चुप्पे ईसू क बारे मँ कहत रहेन्ह अउर मुख्ययाजक अउर फरीसियन मन्दिर क सिपाहियन क ईसू क गिरफ्तार करइ बरे भेजेन। 33 फिन ईसू बोला, मइँ तू पचेन्क साथ कछू समी तलक अउ रहब, फिन ओकरे पास वापिस लौट जाब, जउन मोका हियाँ भेजे अहइ। 34 तू पचे मोका ढूँढ़िब्या मुला ढूँढ़ि न पउब्या। काहेकि तू पचे हुवाँ तलक न जाइ पाउब्या जहाँ मइँ रहब।” 35 ऍकरे बाद यहूदी आपस मँ बतियाइ लागेन, “इ कहाँ जाइवाला अहइ, जहाँ हम पचे एँका न ढूँढ़ि पाऊब। साइत ह हुवाँ तउ नाहीं जात अहइ जहाँ हमार मनइयन यूनानी नगरन मँ तितर बितर होइके रहत हीं। का इ यूनानियन मँ उपदेस देई? 36 जउन इ कहत अहइ, ‘ओकर क मतलब अहइ?’ जउन इ कहत अहइ, ‘तू मोका ढूँढ़ि न पउब्या अउर जहाँ मइँ रहब, हुवाँ तू पहुँच नाहीं सकत ह।’“ 37 त्यौहार क आखिरी अउर जरूरी दिन ईसू ठाढ़ भवा अउर ऊँची आवाज मँ कहेस, “अगर कउनो पियासा अहइ तउ मोरे पास आवइ अउर पियइ। 38 जउन मनई मोरे मँ बिसवास करत ह, जइसा कि पवित्तर सास्तर मँ लिखा अहइ, ओकरे पवित्तर आतिमा स जीवन जल क नदियन फूट पड़िहइँ।” 39 ईसू इ पवित्तर आतिमा क बारे मँ बताए रहा। जेहिका उ पचे पइहीं जउन ओहमा बिसवास करत हीं, उ पवित्तर आतिमा अबहीं तलक नाहीं दीन्ह गइ अहइ, काहेकि ईसू अबहीं तलक महिमावान नाहीं भवा अहइ। 40 भीड़ क कछू मनई जउन इ सुनेन तउ कहइ लागेन, “इ मनई सच मँ नबी अहइ।” 41 कछू अउर मनई कहत रहेन, “इहइ मनई मसीह अहइ।” कछू अउर मनई कहत रहेन, “मसीह गलील स न आई।” का इ होइ सकत ह 42 का पवित्तर सास्तर मँ नाहीं लिखा अहइ कि मसीह दाऊद क लरिका होई अउर बैतलहम स आई जउने सहर मँ दाऊद रहत रहा।” 43 ऍह तरह स ईसू क मनइयन मँ सब मनइयन क बीच मँ फूट पड़ि गइ। 44 कछू लोग ओका बन्दी बनावा चाहत रहेन मुला कउनो ओकरे प हाथ नाहीं डाएन। 45 इ बरे मन्दिर क सिपाही मुख्ययाजक अउर फरीसियन क पास लौट आएन। एहि पइ ओनसे पूछा गवा, “तू ओका पकरिके काहे नाहीं लाया?” 46 सिपाहियन क जवाब रहा, “कउनो मनई आज तक अइसे नाहीं बोला, जइसे उ बोलत ह!” 47 ऍहि पइ फरीसियन ओनसे कहेन, “का तू पचे भरमाइ ग अहा? 48 कउनो यहूदी नेता या फरिसियन ओकरे मँ कबहुँ बिसवास नाहीं करे अहइँ। 49 मुला जउन मनइयन क व्यवस्था क जानकारी नाहीं अहइ, परमेस्सर ओनका सराप देत ह।” 50 नीकुदेमुस ओनसे कहेस इ उहइ रहा जउन पहिले ईसू क पास गवा रहा, इ ओन फरीसियन मँ स एक ठु अहइ, 51 “हमार व्यवस्था क तब तलक कउनो क दोखी नाहीं ठहरावत जब तलक ओका सुनि नाहीं लेत अउर इ पता नाहीं लगाइ लेत कि उ कउन करम करे अहइ।” 52 ऍकरे जवाब मँ उ पचे ओसे कहेन, “का तू भी गलील क अह्या? सास्तर क पढ़े स पता चलत ह कि गलील स कउनो नबी कबहूँ नाहीं आई।” 53 फिन उ पचे हुवाँ स अपने घर चला गएन।
John 8:1 अउर ईसू जैतून पर्वत प चला गवा। 2 एकदम सबेरे उ फिन मन्दिर मँ गवा। सब मनई ओकरे पास आएन। ईसू बइठके ओनका सबेन्हका उपदेस देइ लाग। 3 तबहीं धरम सास्तरी अउर फरीसी लोग व्यभिचार क अपराध मँ एक ठु स्त्री क पकरि लइ आएन। अउर ओका सबके सामने ठाढ़ करि दिहेन्ह। 4 अउर ईसू स कहेन्न, “हे गुरू, इ स्त्री व्यभिचार करत रंग हाथ पकड़ी गइ अहइ। 5 मूसा क व्यवस्था हमका पचेन्ह क आदेस देत ह क अइसी स्त्री क पाथर मारइ चाही। अब बतावा तोहार क कहब अहइ?” 6 ईसू क अजमावइ क बरे उ सबेन्ह पूछत रहेन्ह जइसे कि ओनका सबन्क ओकरे खिलाफ कउनो अभियोग लगावा जाइ सकइ। मुला ईसू नीचे झुका अउर अपनी अंगुरी स जमीन प लिखिइ लाग। 7 यहूदी नेता पूछत जात रहेन्ह, इ बरे ईसू सोझ सोझ तनि क ठाढ़ि होइ गवा अउर ओनसे कहेस, “तोहरे सब मँ स जउन मनई पापी न होइ, सबसे पहिले उहइ इ स्त्री क पाथर मारइ।” 8 अउर फिन उ झुक कर जमीन प लिखइ लाग। 9 जब सब मनई इ सुनेन्ह तउ सबसे पहिले बुढ़वा मनइयन अउर फिन एक एक कइके हुवाँ स खिसकइ लागेन अउर हुवाँ अकेले ईसू बचा रहा। ईसू क सामने उ स्त्री अबहीं तलक ठाढ़ि रही। 10 ईसू खड़ा भवा अउर उ स्त्री स कहेस, “ऐ स्त्री, उ पचे कहाँ चला गएन। का तोहका कउनो दोखी नाहीं ठहराएस?” 11 उ स्त्री बोली, नाहीं महासय! कउनो नाहीं।”ईसू कहेस, “मइँ भी तोहका दण्ड न देब। जा अउर अब फिन कबहूँ पाप न करिउ।” 12 फिन हुवाँ मौजूद मनइयन स ईसू कहेस, “मइँ दुनिया क ज्योति अहउँ, जउन मोरे पाछे चलत ह, उ कबहुँ अंधेरे मँ नाहीं रहत। ओका तउ उ ज्योति मिली जउन जीवन देत ह।” 13 इ सुनिके फरीसियन ओनसे कहेन, “तू आपन साच्छी खुदइ देत अहा, इ बरे तोहार साच्छी न मानी जाई।” 14 एकरे जवाब मँ ईसू ओनसे कहेस, “जदि मइँ आपन साच्छी अपनी कइँती स आप देत अहउँ, तबहूँ मोर साच्छी सही अहइ, काहेकि मइँ इ जाना चाहित ह, कि मइँ कहाँ स आवा अहउँ अउर कहाँ जात अहउँ। 15 तू पचे मनइयन क बनाए नेमॅन प निआव कहत ह, मइँ कउनो क निआव नाहीं करत अहउँ। 16 जदि मइँ निआव करी तउ मोर निआव उचित होइ। काहेकि मइँ अकेलि नाहीं अहउँ, बल्कि परमपिता जउन मोका हियाँ भेजे अहइ, दुइनउँ मिलके निआव करित ह। 17 तोहरे व्यवस्था मँ लिखा अहइ कि दुइ मनइयन क साच्छी सच्ची होत ह। 18 मइँ आपन साच्छी खुदइ देत अहउँ अउ परमपिताा, जउन मोका भेजे अहइ, मोरी ओर स साच्छी देत ह।” 19 इ सुनिके उ सब मनइयन ओसे कहेन, “तोहार परमपिता कहाँ अहइ?” ईसू जवाब दिहेस, “न तउ तू पचे मोका जानत अहा अउर न तउ मोरे परमपिता क। जदि तू मोका जानत होत्या, तउ मोरे परमपिता क जानि लेत्या।” 20 मंदिर मँ उपदेस देत भए जउन मनई भेंट पात्रन क पास रहेन, ओनसे इ बात ईसू कहेस। मुला कउनो ओकाा बन्दी नाहीं बनाएस, काहेकि ओकर समइ अबहीं नहीं रहा। 21 ईसू ओनसे एक बार फिन कहेस, “मइँ चला जाब अउर तू पचे मोका खोजब्या। मुला तू पचे अपने पापन क कारण मरि जाब्या। जहाँ मइँ जात अही तू पचे हुँवा नाहीं आइ सकत ह।” 22 फिन यहूदी कहइ लागेन, “का तू इ सोचत अहा। कि उ खुदकुसी करइवाला अहइ? काहेकि उ कहेस ह, ‘तू पचे हुवाँ नाहीं आइ सकत ह जहाँ मइँ जात अहउँ। 23 एह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे नीचे क अहा अउर मइँ ऊपर स आवा हउँ, तू पचे संसारिक अहा अउर मइँ इ दुनिया मँ नाहीं हउँ। 24 इ बरे मइँ तू सबन स कहत हउँ तू पचे अपने पाप मँ मरि जाब्या। जब तू बिसवास नाहीं करत अहा कि उ मइँ अहउँ। तउ तू अपने पाप मँ मरि जाब्या।” 25 उ पचे ईसू स फिन पूछेन, “तू कउन अह्या?”ईसू ओनका जवाब दिहेस, “मइँ उहइ अहउँ, जइसे कि सुरूआत मँ मइँ तोहका बताए रहेउँ। 26 तू पचेन्क बतावइ क बरे अउर तू पचन क निआव करइ क मोरे पास बहुत कछू अहइ। मुला सच्ची बात इ अहइ कि सत्य उहइ अहइ जउन मोका भेजेस। मइँ उहइ बतावत अही जउन मइँ ओसे सुने अहउँ।” 27 उ पचे इ नाहीं जान पाएन्ह कि ईसू ओनका परमपिता क बाबत बतावत अहइ। 28 फिन ईसू ओनसे कहेस, “जब तू मनई क पूत क ऊँचा उठाय लेब्या तू जान लेब्या कि उ मइँ अहउँ। मइँ अपनी ओस स कछू नाहीं करत अहउँ। मइँ जउन करत अहउँ, इ उहइ अहइ जउन मोका परमपिता सिखाए अहइ 29 अउर उ जउऩ मोका इहाँ भेजेस, उ मोरे साथ अहइ। उ कबहूँ मोका अकेले नाहीं छोड़ेस, इ बरे कि मइँ उहइ कारज करित ह जइसा उ चाहत ह।” 30 ईसू जब इ बात बातवत रहा, तउ बहुत मनई ओकर बिसवासी होइ गएन। 31 ईसू ओन यहूदियन क बतावइ लाग, जउन ओहमाँ बिसवास करत रहेन, “जब तू पचे मोरे उपदेस प चलब्या तउ तू मोर सच्चा चेलन बन जाब्या। 32 अउर सच्चाई क जान लेब्या। अउर सच्चाई तोहका मुक्ति दइ देइ।” 33 इ सुनिके उ सबेन्ह ईसू स पूछेन, “हम सब इब्राहीम क खानदान क अही अउर हम सबे आज तक केहू क गुलामी नाहीं कीन्ह। फिन तू कइसे कहत अहा कि तू पचे छुटकारा पाइ जाब्या?” 34 ईसू ओनका इ जवाब दिहेस, “मइँ तोहसे सच्चाई का बखान करत अहउँ। जउन मनई पाप करत रहत ह, पाप क दास अहइ। 35 अउर कउनो दास परिवार के साथे नाहीं रहि सकत। केवल पूत हमेसा परिवार क साथे रहत ह। 36 इ बरे अगर पूत तोह सबन क छुटकारा देइ सकत ह, तउ तू पचे जरूर छुटकारा पाय जाब्या। मइँ जानत अहउँ तू इब्राहीम क खानदान क अह्या। 37 मुला तू पचे मोरा मारि डावइ क कोसिस करत अहा। काहेकि तू पचे मोरा मारि उपदेस नाहीं मनत्या। 38 मइँ उहइ बतावत अहउँ, जउन मोर परमपिता मोका देखॉएस अउर तू उहइ करत अहा। जउन तोहार पिता तोहका करइ क बताएस ह।” 39 इ सुनिके उ पचे ईसू क जवाब दिहेन, “हमरे पिता इब्राहीम अहीं।”ईसू कहेस, “जब तू इब्राहीम क सन्तान होत्या, तउ तू उहइ कारज करत्या जउन कारज इब्राहीम करत रहा। 40 मुला तू पचे तउ मोर जइसे मनई का जउन परमेस्सर स सुनि सच्चाई का बतावत अहइ, मारि डावा चाहत अहा। इब्राहीम तउ अइसा कबहूँ नाहीं किहेस। 41 तू पचे अपने पिता क काम करत अहा।”फिन उ सबेन्ह ईसू स कहेन, “हम सबन उ सबइ गदेलन क तरह नाहीं जउन व्यभिचार क सरूप पइदा भएन ह। हमार केवल एक पिता अहइ, उ अहइ परमेस्सर।” 42 ईसू ओनका जवाब दिहेस, “जदि परमेस्सर तोहार पिता होतइ तउ तू पचे मोका पियार करत्या, काहेकि मइँ ही परमेस्सर क पास स आइ अहउँ। अउर अबहीं मइँ हियाँ अहउँ। मइँ अपने आप हियाँ नाहीं आइ बाटी, बल्कि मोका परमेस्सर भेजेस। 43 जउन कछू मइँ बतावत अहउँ ओका तू सबेन्ह काहे नाहीं समझत अहा? एकर कारण इ अहइ कि तू मोर उपदेस नाहीं स्वीकार करत अहा। 44 तू सबेन्ह अपने पिता सइतान क सन्तान अह्या अउर तू सबेन्ह अपने पिता क इच्छा प चलइ चाहत अहा। उ सुरूआतइ स एक हत्यारा रहा अउर सच्चाई क तरफदारी कबहूँ नाहीं करेस। काहेकि ओहमाँ सच्चाई क कउनो हिस्सा नाहीं रहा। जब उ झूठ बोलत ह तउ सहल भाव स बोलत ह, काहेकि उ झूठा अहइ अउर तमाम झूठ क पइदा करत ह। 45 मुला मइँ सच्ची बात कहत अहउँ, तू सबेन्ह इ बरे मोहमाँ बिसवास नाहीं करत अहा। 46 तोहरे मँ स कउन अइसा मनई अहइ जउन मोरे ऊपर लगावा पाप सिद्ध कइ सकत ह। जदि मइँ सत्य कहत अहउँ तउ तू मोर बिसवास काहे बरे नाहीं करत अहा? 47 जउऩ मनई परमेस्सर क अहइ, परमेस्सर क वचन क सुनत ह। तू सबेन्ह मोर बात नाहीं सुनत अहा, इ बरे कि तू सबेन्ह परमेस्सर क नाहीं अह्या।” 48 ईसू क बात क जवाब मँ यहूदियन ईसू स कहेन, “का हमार सबेन्ह क इ बात सच्ची न अहइ कि तू सामरी अह्या अउर तोहरे ऊपर कउनो दुस्ट आतिमा सवार अहइ?” 49 ईसू जवाब दिहेस, “मोरे ऊपर कउनो दुस्ट आतिमा सवार नाहीं अहइ। मइँ तउ अपने परमपिता क आदर करित ह, मुला तू पचे मोर अपमान करत अहा। 50 मइँ आपन महिमा नाहीं चाहत अहउँ मुला एक ठु अइसा अहइ जउन मोर महिमा चाहत ह अउर निआव करत ह। 51 मइँ तोहका सच्ची बात कहत अहउँ कि जउन मनई मोरे उपदेस क अनुसरण करी उ मउत क कबहूँ न देखी।” 52 इ सुनिके यहूदियन ओसे कहेन, “अब हम पचे जानि गए कि तोहरे अन्दर कउनो दुस्ट आतिमा समाइ गइ अहइ। हियाँ तक कि इब्राहीम अउर नबी दुइनउँ मरि गएन मुला तू कहत अहा कि जउन मनई तोहार उपदेस प चली ओकर कबहूँ मउत न होई। 53 एहमाँ कउनो सक नाहीं अहइ कि तू मोरे पिता इब्राहीम स बड़ा नाहीं अहा जउऩ कि मर गवा। अउ नबियन क मउत होइ गइ। मुला तू पता नाहीं का सोचत अहा? तू अह्या के?” 54 ईसू जवाब दिहेस, “जदि मइँ अपनी महिमा क बखान करी, तउ ऊ मोर महिमा कछू न अहइ। जउन मोका महिमा देत ह, उ मोर परमपिता अहइ। जेकरे बारे मँ तू दावा करत अहा कि उ तोहार परमेस्सर अहइ। 55 तू पचे ओका कबहुँ नाहीं जनत्या। मुला मइँ ओका जानत अहउँ जब मइँ कहउँ कि मइँ भी ओका नाहीं जानत अहउँ तउ तोहरे सबेन्ह क तरह मइँ भी झूठा होइ जाब। मइँ ओका अच्छी तरह स जानित ही अउर जउन उ कहत ह ओका पालन करित ही। 56 तोहार पिता इब्राहीम इ जानिके कि उ अइसा दिन देखी जब मइँ आउब, तउ उ आनन्द स भरि भवा रहा: उ एका देखेस अउर बहुत खुस भवा।” 57 फिन यहूदियन ओसे कहेन, “तू अबहीं पचास बरिस क भी नाहीं अहा अउर तू इब्राहीम क लखि लिहा।” 58 ईसू एकरे जवाब मँ कहेस, “मइँ तोहका सत्य बतावत अहउँ कि इब्राहीम स पहले भी मइँ रह्यो, मइँ अहउँ।” 59 इ सुनिके उ सबेन्ह ईसू क मारइ क बरे बड़ा बड़ा पाथर उठाइ लिहन मुला ईसू लुकत छिपत मन्दिर स चला गवा।
John 9:1 जब उ सबेनह जात रहेन तउ उ एक ठु पैदाइसी आँधर मनई क देखेस। 2 इ देखि क ईसू क चेलन ओसे पूछेन, गुरू, इ मनई आँधर पैदा भवा ह मूला केकरे पाप क कारण उ आँधर भवा ह अपने पाप या अपने महतारी बाप क?” 3 ईसू जवाब दिहेस, “न तउ इ कउनो पाप करे अहइ अउर न एकर महतारी बाप कउनो पाप करे अहइँ। इ एह बरे आँधर पैदा भवा अहइ जइसे कि ऍका नीक कइके परमेस्सर क ताकत देखाई जा सकइ। 4 ओकर काम जउन मोका भेजे अहइ, दिन रहतइ कइ लेइ चाही, काहेकि जब रात होइ जाइ तउ कउनो काम नाहीं होइ पावत। 5 जब तलक मइँ इ दुनियाँ मँ अहइ तब तलक मइँ दुनिया क ज्योति अहउँ।” 6 ऍतना कहिके ईसू जमीन प थूकेस अउर ओसे थोरि क माटी सानेस ओका आँधर मनई क आँखी प मल दिहेस। 7 अउर ओसे कहेस, “जा अउर सीलोह क पोखरा मँ धोइ आवा।” (सीलोह क मतलब अहइ “भेजा भवा।”) अउर फिन उ आँधर जाइके आपन आँखी धोइ आवा। जब उ लौटा तउ ओका देखॅाइ देइ लाग।” 8 फिन ओकर पड़ोसी अउर उ लोग जउऩ ओका भीख माँगत देखत रहेन, कहेन, “का इ उहइ मनई अहइ जउऩ बइठे-बइठे भीख माँगत रहा?” 9 कछू लोग कहेन, “इ उहइ अहइ।” दूसर लोग कहेन, “नाहीं, इ उ मनई न अहइ, उहइ क तरह देखॅात अहइ।” इ सुनिके आँधर मनई कहेस, “मइँ उहइ अहउँ।” 10 इ देखिके उ सबेन्ह ओसे पूछेस, “तोहका आँखी क प्रकास कइसन मिली?” 11 उ जवाब दिहेस, “ईसू नाउँ क एक मनई माटी सानके मोरी आँखी प मलेस अउ मोसे कहेस, जा अउर सीलोह मँ धोइ आवा अउर मइँ जाइके धोइ आएउँ। मोका उहइ वजह स आँखन क प्रकास मिल गवा।” 12 फिन उ सबेन्ह ओसे पूछेन, “उ कहाँ अहइ?” उ जवाब दिहेस, “मोका पता नाहीं अहइ।” 13 उ मनई जउन पहिले आँधर रहा, उ सबेन्ह ओका फरीसियन क पास लइ गएन। 14 जउने दिन ईसू, माटी सानके अँधरे क आँखी क प्रकास दिहे रहा। उ सबित क दिन रहा। 15 ऍह तरह फरीसियन ओसे एक बार फिन पूछइ लागेन, “उ अपने आँखिन क प्रकास कइसे पाएस?”उ बताएस, “उ मोरी आँखी प गीली माटी लेपेस अउर मोसे कहेस, जा धोइ ल्या,’ मइँ धोइ लीन्ह अउर अब देख सकित हउँ।” 16 कछू फरीसी कहइ लागेन, “इ मनई परमेस्सर क तरफ स न अहइ, एह बरे कि इ सबित क पालन नाहीं करत।” एक क सुनिके दूसर मनई बोलेन, “कउनो पापी मनई भला ऍतना अदूभुत कारजन कइसे कइ सकत ह” इ तरह स ओनके बीच मँ आपस मँ मतभेत होइ लाग। 17 फिन यहूदी नेतन उ आँधर मनई स बोलेन, “ओकरे बाबत तू का कहत अहा? एह बरे कि तू जानत अहा कि उ तोका आँखी दिहे अहइ।” 18 यहूदी नेतन ओह समइ तक ओकरे ऊपर बिसवास नाहीं करत रहेन, कि उ मनई आँधर रहा अउर ओकरे आँखिन का प्रकास मिल गवा। जब तक ओकरे महतारी बाप क बोलाइके 19 उ पचे इ नाहीं पूछ लिहेन कि, “का इ तोहार बेटवा अहइ जेकरे बारे मँ तू कहत अहा कि वह आँधर रहा। फिन इ कइसे होइ सकत ह कि अब उ देख सकत ह” 20 इ सुनिके ओकर महतारी बाप जवाब देत कहेन, “हम जानित ह कि हमार बेटवा अहइ अउर हमार बेटवा पैदाइसी आँधर रहा। 21 मुला हम इ नाहीं जानित कि अब उ कइसे देख सकत ह अउर न तउ हम इ जानित थी कि एका आँखिन मँ प्रकास के दिहेस। अब इहइ स पूछा, इ काफी बड़ा होइ गवा अहइ। अपने बावत इ खुदइ बताय सकत ह।” 22 ओकर महतारी बाप इ बात इ बरे कहे रहेन कि उ यहूदी नेतन स डेरात रहेन। काहेकि उ पहिले स निस्चय कइ चुका रहेन कि जउन मनई ईसू क मसीह मानी तउ ओका आराधनालय स निकार दीन्ह जाई। 23 इ बरे ओकर महतारी बाप कहेन, “उ काफी बड़ा होइ गवा अहइ स पूछा।” 24 यहूदी नेतन उ मनई क जउऩ आँधऱ रहा दूसरी बार बोलाएन, अउर कहेन, “सही सही बोल, अउर जउन तू नीक होइ ग अहा ओकर महिमा परमेस्सर क द्या। हमका पता अहइ कि इ मनई पापी अहइ।” 25 इ सुनिके उ जवाब दिहेस, “मइँ इ नाहीं जानित कि उ पापी अहइ कि नाहीं, मइँ तउ इहइ जानित ह कि मइँ आँधर रहेउँ अउर अब मइँ देख सकित ह।” 26 इ सुनिके उ सबइ ओसे पूछेन, “उ तोहका का किहेस? उ तोहका कइसे आँखी दिहेस?” 27 उ मनई ओऩ सबेन्ह क जवाब दिहेस, “मइँ तउ तोहका बताय चुका अहउँ मुला तू मोर बात सुनतइ नाहीं अहा। तू फिन स काहे उहइ बात सुना चाहत अहा? का तू ओकर चेलन बना चाहत अहा?” 28 इहइ बात प उ पचे ओकर बेइज्जती करेन अउर कहेन, “तू ओकर चेला अहा अउर हम सबेन्ह मूसा क चेलन अही। 29 हम सब जानित ही कि परमेस्सर मूसा स बतियात रहा, मुला हम सबेन्ह इ नाहीं जानित कि इ मनई कहाँ स आइ बाटइ?” 30 एकर जवाब देत उ मनई ओनसे कहेस, “बड़ी अचरज की बात अहइ कि तू सबेन्ह इ नाहीं जानत अहा कि उ कहाँ स आइ बाटइ? मुला मोका आँखिन क प्रकास उहइ दिहेस। 31 हम पचे जानित ह कि परमेस्सर पापियन क नाहीं सुनत, उ तउ ओनकइ सुनत ह जउऩ समर्पित अहइँ अउर उहइ परमेस्सर क जउन इच्छा रहत ह, उहइ करत ह। 32 आज तलक इ कबहूँ सुना नाहीं ग रहा कि कउनो आँधरे मनई क कहूँ आँखी क प्रकास दिहे रहा। होइ। 33 जब मनई परमेस्सर क तरफ स नाहीं आइ अहइ तउ उ इ सब कछू नाहीं कइ सकत।” 34 ऍकरे जवाब मँ उ सबइ कहेन, “तू हमेसा स पापी रह्या, जब स तोहार जनम भवा। अउर आज तू हम सबका सिखावइ चला अहा?” इ कहिके यहूदी नेतन ओका धकियाइके बाहेर निकार दिहेन। 35 ईसू इ सुनेस कि यहूदी नेतन ओका धकियाइके बाहर निकार दिहेन तउ ओसे मिलके उ कहेस, “का तू मनई क पूत मँ बिसवास करत ह” 36 एकरे जवाब मँ उ मनई बोला, “हे प्रर्भू, इ बतावा कि मनई क पूत कउन अहइ? इ बरे कि मइँ ओकरे मँ बिसवास करइ लागाऊँ!” 37 ईसू ओहसे कहेस, “तू ओका लखि चुका अह अउर उ उहइ मनई अहइ जेहसे तू इ समइ बात करत अहा।” 38 फिन उ कहेस, “पर्भू, मइँ बिसवास करित हउँ!” अउर उ फिन ओकरे सामने ओनके गोड़वा पइ गिर गवा। 39 ईसू कहेस, “मइँ इ दुनिया मँ निआव करइ क बरे आइ अहउँ, जइसे कि जउन देखि नाहीं सकत अहइँ, उ देखइ लागइँ अउर जउन देखत अहइँ, उ सबइ आँधर होइ जाइँ।” 40 कछू फरीसी जउन ईसू क साथे रहेन, इ सुनिके ईसू स कहेन, “हम सब जरूर आँधर नाहीं अही। का हम पचे आँधर अही?” 41 ईसू ओनसे कहेस, “जदि तू आँधर होत्या तउ तू पापी न होत्या मुला जइसे तू सबेन्ह कहत अहा कि देख सकत अहा, इ बरे तू सबेन्ह जरूर पापी अहा।”
John 10:1 ईसू कहेस, मइँ तोहसे सच्ची बात बतावत अहउँ कि जउऩ मनई भेड़िन क बाड़े मँ दरवाजा स न घुसिके कउनो अउर रस्ते स घुसत ह तउ, उ चोर अहइ, लुटेरा अहइ। 2 मुला जउन मनई दरवाजे स घुसत ह, उ भेड़िन क चरवाहा अहइ। 3 दरवाजे क रखवाला ओकरे बरे दरवाजा खोल देत ह, अउर भेड़न क ओकर आवाज सुनत हीं। अपनी भेड़िन क नाउँ लेइ लेइ पुकारत ह अउर ओऩका बाड़े स बाहर निकारत ह। 4 जब उ आपन सब भेड़ निकार लेत ह तउ ओऩके आगे-आगे चलत ह अउर भेड़िन सब ओका पिछुआय लेति हीं, काहेकि उ ओकर आवाज पहिचानात हीं। 5 भेड़ कबहूँ कउनो अजनबी मनई क नाहीं पिछुआय लेतिन। ओसे उ दूर भागत हीं, काहेकि उ अजनबी क आवाज नाहीं पहिचनतिन।” 6 ईसू नजीर देइके ओऩका सबका समझावा चाहत चाहत रहा, मुला ओन सबकी समझ मँ इ बात नाहीं आइ कि ईसू ओऩका बतावत अहइ। 7 तब ईसू ओनसे फिन कहेस, “मइँ तोहका सच्ची सच्ची बात बतावत अहउँ, कि भेड़िन क बरे दरवाजा मइँ अहउँ। 8 उ सबेन्ह जउन मोसे पहिले आइ रहेन, चोर अउर लुटेरा अहइँ। मुला भेड़िन ओनके बात नाहीं सुनिन। 9 मइँ दरवाजा अहउँ। जदि कउनो मोसे होइके भीतर घुसइ चाहत ह, तउ ओकर बचाव होइ, उ अन्दर जाइ सकत ह अउर बाहर जाइ सकत ह अउर ओका चारागाह मिल जाई। 10 चोर केवल चोरी करइ क बरे, कतल करइ क बरे अउर सत्यानास करइ क बरे आवत ह। मुला मइँ इ बरे आइ अहउँ कि सब मनई भरपूर जिन्नगी पाइ सकइँ। 11 मइँ अच्छा चरवाहा अहउँ। नीक चरवाहा भेड़िन क बरे आपन जान तक देइ देत ह। 12 मुला जउन केराए क मजदूर होत ह, उ चरवाहा न होइ क कारण, भेड़िया क आवत देखिके भेड़िन क छाँड़िके भाग जात ह, काहेकि उ भेड़ ओकर तउ रहत नाहीं। भेड़िया ओनके ऊपर हमला कइके ओनका छितराय देत ह। 13 इ बरे भाग जात ह, काहेकि उ रोजमरर्ा की मजूरी पर काम करत ह अउर ओका भेड़िन क गिन क कउनो परवाह नाहीं रहत। 14 “मइँ नीक चरवाहा अहउँ। आपन भेड़िन क मइँ जानित ह अउर मोर भेड़िन मोका वइसे जानत हीं, जइसे परमपिता मोका जानत ह अउ मइँ परमपिता क जानित ह। अपनी भेड़िन क बरे मइँ आपन जान दइ देइत हउँ। 15 16 मोर अउर भेड़िन अहइँ जउन इ बाड़ा क न अहीं। मोका ओनहूँ क लियावइ क अहइ। ओनहूँ मोर आवाज सुनिहइँ अउर इहइ बाड़ा मँ आइके एकट्ठी होइ जइहीं। फिन एक भेड़िन क समूह क एक चरवाहा रही। 17 परमपिता मोसे इहइ बरे पिरेम करत ह काहेकि मइँ आपन जान देइ देइत ह। मइँ आपन जिन्नगी इ बरे दइ देइत ह जइसे मइँ एका फिन पाइ जाई। कउनो हमसे ऍका लइ नाहीं लेत 18 मइँ खुदइ अपनी इच्छा स ऍका दइ देइत ह। मोका ऍका फिन वापस लेइ क अधिकार भी अहइ। इ आदेस मोका परमपिता स मिला अहइ।” 19 एन सब्दन सुनिके यहूदियन मँ फिन स फूट पैदा होइ गइ। 20 बहुत इ कहइ लागेन, “इ तउ पगलाइ गवा अहइ। एकरे ऊपर कउनो बुरी दुस्ट आतिमा सवार अहइ। तू सबेन्ह काहे बरे एका सुनत अहा।” 21 दूसर कछू मनई कहइ लागेन, “इ सब्दन अइसे मनई क नाहीं होइ सकत जेकरे ऊपर दुस्ट आतिमा सवार होइ। कउनो दुस्ट आतिमा कबहूँ कउनो आँधर क आँखी नाहीं दइ सकत।” 22 फिन यरुसलेम मँ समर्पण क त्यौहारआइ गवा। जाड़ा का दिन रहा। 23 ईसू मन्दिर मँ सुलैमान क दलान मँ ठहरत रहा। 24 उहइ समइ यहूदियन ओकाा घेर लिहेन अउर कहेन, “तू हमका सबेन्ह का कब तलक परेसान करत रहब्या? जदि तू मसीह अह्या तउ साफ साफ बतावा।” 25 ईसू जवाब दिहेस, “मइँ तोहका बताइ चुका अहउँ अउर तू बिसवास नाहीं करत अहा। उ सबइ काम जउन मइँ पिता क नाउँ प करत अहउँ, खुदइ मोर साच्छी अहइँ। 26 मुला तू सबेन्ह बिसवास नाहीं करत अहा, काहेकि तू पचे मोरी भेड़िन मँ स न अह्या। 27 मोर भेड़ मोर आवाज पहिचानत ही अउर मइँ ओनका जानित अहउँ। उ सबइ मोरे पीछे पीछे चलत हीं अउर मइँ ओनका पहिचानित ह। 28 उ सबइ मोरे पीछे पीछे चलत थीं अउर मइँ ओनका अनन्त जीवन देइत ह। ओनकइ कबहूँ नास नाहीं होतइ, अउर न तउ केहू ओनका मोसे छीन पाई। 29 मोर परमपिता ओन सबन क दिहे अहइ, जउन सबसे महान अहइ। ओनका मोरे परमपिता स कउनो भी नाहीं छीन सकत। 30 मोर परमपिता अउर मइँ दुइनउँ एक अही।” 31 फिन यहूदियन ईसू क मारइ क बरे पाथर उठाइ लिहन। 32 ईसू ओनसे कहेस, “अपने परमपिता क तरफ स मइँ तू पचे क बहुत नीक नीक कारज देखाएउँ। ओहमाँ स कउने काम क एवज मँ तू सबेन्ह मोका पत्थर मारइ चाहत अहा?” 33 यहूदियन जवाब दिहेन, “हम पचे तोहरे ओन सभी नीक काम बरे पाथर नाहीं मारत अही, मुला इ बरे अइसा करत अही कि तू परमेस्सर क अपमान करे अहा अउर मनई होत भए खुदइ क परमेस्सर कहत अहा।” 34 ईसू जवाब दिहेस, “का इ तोहरे व्यवस्था मँ नाहीं लिखा अहइ, ‘मइँ कहेउँ कि तू सब जने परमेस्सर अह्या?’ 35 का हियाँ परमेस्सर ओनका नाहीं कहा ग अहइ जेनका परमेस्सर क सन्देस मिल चुका बाटइ? (अउर पवित्तर सास्तर क बात काटी नाहीं जाइ सकत) 36 का तू परमेस्सर क अपमान करत अहा ओकरे बरे कहत अहा, जेका परमपिता इ दुनिया मँ अर्पण कइके भेजे अहइ, केवल इ बरे कि मइँ इ कहेउँ, ‘मइँ परमेस्सर क पूत अहउँ?” 37 जदि मइँ अपने परमपिता क कारज नाहीं करत अहउँ तउ मोर बिसवास जिन करा, 38 मुला जदि मइँ अपने परमपिता क कारज करत अहउँ, अउर तू मोर बिसवास नाहीं करत अहा, तउ मोरे कारण बिसवास करा जइसे कि तू इ जानि सका कि पिता मोरे अन्दर अहइ अउर मइँ अपने पिता मँ अहउँ।” 39 इ सुनि क यहूदी एक बार फिन ओका बन्दी बनावइ क कोसिस किहेन मुला ईसू ओनके हाथ स निकरि गवा। 40 ईसू फिन हुआँ स हट कर यरदन क दूसरे पार उ जगह चला गवा जहाँ प यूहन्ना बपतिस्मा देत रहा। ईसू हुवाँ ठहरा, 41 तमाम मनई ओकरे पास आएन अउर कहइ लगेन, “यूहन्ना कउनो अद्भुत कारज नाहीं करेस मुला इ मनई क बारे मँ जउऩ कछू कहे रहा, उ बिल्कुल सही निकरा।” 42 फिन हुवाँ तमाम मनई ईसू मँ बिसवास करइ लागेन।
John 11:1 बैतनिय्याह क लाजर नाउँ क एक ठु मनई बीमार रहा। इ उहइ सहर रहा जहाँ प मरियम अउर ओकर बहिन मार्था रहत रहिन। 2 (मरियम उ स्त्री रही जउऩ पर्भू क ऊपर, इतर डाए रही अउर अपने मूँडे क बारे स ओकर गोड़ पोंछे रही। लाजर नाउँ क रोगी ओकर भाई रहा।) 3 इ बहिनियन ईसू क लगे समाचार भेजे रहिन, “पर्भू, जेहिका तू मया करत अहा उ बीमार अहइ।” 4 ईसू जब इ सुनेस तउ बोला, “इ बीमारी जान लेवा नाहीं अहइ। इ तउ परमेस्सर क महिमा परगट करइ क बरे अहइ। इहइ स परमेस्सर क पूत क महिमा मिली।” 5 (ईसू मार्था ओकर बहिन अउर लाजर क पियार करत रहा) 6 इ बरे जब उ सुनेस कि लाजर बीमार होइ गवा अहइ, तब जहाँ उ ठहरा रहा, हुवाँ दुइ दिन अउर रूक गवा। 7 फिन ईसू अपने चेलन स कहेस, “आवत जा हम सब यहूदिया लौटि चली।” 8 इ सुनिके ओकर चेलन कहेन, “गुरू कछू दिन पहेल यहूदी नेता तोहरे ऊपर पथराव करइ क कोसिस करे रहेन अउर तू फिन हुवाँ जात अहा?” 9 ईसू जवाब दिहेस, “का एक दिन मँ बारह घंटा नाहीं होतेन। जब कउनो मनई दिन क रोसनी मँ चलत ह तउ उ ठोकर नाहीं खात, काहेकि उ इ दुनिया क रोसनी क देखत ह। 10 मुला जदि कउनो रात मँ चलत ह तउ ठोकर खाइ क गिर जात ह, काहेकि रोसनी नाहीं रहत।” 11 उ फिन इ कहेस अउर ओनसे बोला, हमार मीत लाजर अबहीं सोवत अहइ मुला मइँ ओका जगावइ जात अहउँ।” 12 फिन ओकर चेलन ओसे कहेन, “पर्भू, जदि ओका नींद आइ ग अहइ तउ उ नीक होइ जाई।” 13 ईसू लाजर क मउत क बाबत बतावत रहा मुला ओकर चेलन सोचेन कि उ प्राकृतिक नींद क बारे मँ कहत बाटइ। 14 इ बरे ईसू ओनसे साफ साफ कहेस, “लाजर मरि गवा अहइ। 15 मइँ तोहरे बरे खुस अहउँ कि मइँ हुवाँ नाहीं रहेउँ। इ बरे कि अब तू पचे मोरे मँ बिसवास करि सकत ह। आवा अब हम ओकरे पास चली।” 16 फिन थोमा, जेका लोग दिदुमुस कहत रहेन, दूसरे चेलन स कहेस, “आवा हमहूँ सबइ पर्भू क पास चली जइसे कि हमहूँ सबे उहइ क साथे मर सकी।” 17 इ तरह स ईसू चला गवा अउर हुवाँ जाइके उ पाएस कि लाजर क कब्र मँ रखे चार दिन होइ चुका रहेन। 18 (बैतनिय्याह यरूसलेम स करीब तीन किलोमीटर दूर रहा।) 19 भाई क मउत पर मार्था अउर मरियम क तसल्ली दियावइ क बरे अउर तमाम यहूदी नेता आवा रहेन। 20 जब मार्था सुनेस कि ईसू आवा अहइ तउ उ ओसे मिलइ क बास्ते गइ। जबकि मरियम घरे मँ रूकी रही 21 हुआँ जाइके तब मार्था ईसू स कहेस, “पर्भू, जदि तू हियाँ होत्या तउ मोर भाई न मरत। 22 मुला मइँ जानत अहउँ कि तू अबहूँ अगर परमेस्सर स जउऩ कछू मँगब्या, उ तोहका देई।” 23 ईसू ओसे कहेस, तोहार भाई जी उठी।” 24 मार्था ओसे कहेस, “मइँ जानित ह कि पुनरूत्थान क आखिरी दिन लोग जिवावा जइहीं।” 25 ईसू ओसे कहेस, “मइँ पुनरूत्थान क अहउँ मइँ जीवन अहउँ जउऩ मनई मोहमाँ बिसवास करत ह, जी उठी। 26 अउर उ मनई जउन जियत ह अउर मोहमाँ बिसवास करत ह, कबहूँ न मरी। का तू ऍहमा बिसवास करति अहा?” 27 उ ईसू स बोली, “हाँ पर्भू, मइँ बिसवास करित ह कि तू मसीह अह्या, उहइ परमेस्सर क पूत, जउन इ दुनिया मँ आवइवाला रहा।” 28 फिन ऍतना कहिके उ हुवाँ स चली गइ अउर अपने बहन क अकेले मँ बोलाइके बोली, “गुरू हियाँ अहइ, अउर तोहका बोलावत अहइ।” 29 जब मरियम इ सुनेस तउ उ तुरन्त उठिके ओसे मिलइ क चलि दिहेस। 30 ईसू अबहुँ तलक गाँव मँ नाहीं आवा रहा। अबहीं उ उहइ जगह रहा जहाँ मार्था ओसे मिली रही। 31 फिन जउन यहूदी घरे प ओका तसल्ली देत रहेन, जब मरियम क झटपट उठिके जात देखेन तउ इ सोचेन कि उ कब्र प रोवइ क बरे जात अहइ, इ बरे उ पचे ओकरे पीछे चल दिहेन। 32 मरियम जब हुवाँ पहुँची, जहाँ ईसू रहा तउ ईसू क देखिके ओकरे गोड़े प गिर पड़ी अउर बोली, “पर्भू जदि तू हियाँ होत्या तउ मोर भाई न मरत।” 33 ईसू जब ओका अउर ओकरे साथ आए रहेन यहूदियन क रोअत चिल्लात देखेस तउ ओकर आतिमा तड़पइ अउर उ बहुत ब्याकुल होइ लाग। उ बहुत घबराइ गवा। 34 अउर बोला, “तू ओका कहाँ रखे अहा? उ पचे ओसे बोलेन्ह, “पर्भू आवा अउर देखा।” 35 ईसू क फूटि फूटिके रोवइ लाग। 36 इ देखिके यहूदी कहइ लागेन, “देख! इ लाजर क बहोत पियार करत ह!” 37 मुला ओहमाँ स कछू लोग कहेन, “इ मनई जउऩ आँधरे क आँखी दिहेस, का लाजर क मरइ स बचाइ नाहीं सकत?” 38 तउ ईसू अपने मन मँ एक दाई फिन विचलित होइ गवा अउर कब्र कइँती गवा। उ एक गुफा रही अउर ओकर दरवाजा एक ठु चटूटान स ढका रहा। 39 ईसू कहेस, “इ चटूटान क हटावा।”जउऩ मनई मरा रहा, ओकर बहिन मार्था कहेस, “पर्भू अब तलक तउ हुवाँ स गन्ध आवइ लाग, काहेकि ओका दफनाए चार दिन होइ गएन।” 40 ईसू ओसे कहेस, “का मइँ तोह कहे नाहीं कि जदि तू बिसवास करबू तउ परमेस्सर क महिमा का दर्सन पउबू।” 41 तउ उ पचे उ चट्टान क हटाय दिहेन। अउर ईसू आपन आँखी ऊपर उठाइके कहेस, “परमपिता, मइँ तोहार धन्यबाद करत अहउँ, इ बरे कि तू मोर सुनि लिहा। 42 मइँ जानित ह कि तू हमेसा मोर बात सुनि लेत ह मुला मइँ हियाँ चारिउँ तरफ इकट्ठा भीड़ स कहे अही जइसे लोग बिसवास कइ लेइ कि मोका तू भेजे अहा।” 43 इ कहिके उ बड़े जोर की आवाज दइके बोलाएस, “लाजर बाहर आइ जा!” 44 उ मनइ जउन मरि ग रहा, बाहर आइ गवा। ओकर हाथ गोड़ अबहुँ तक कफन स बंधा रहेन। ओकर मुँह कपरा स लिपटा रहा।ईसू ओऩ लोगन स कहेस, “एका खोल द्या अउर जाइ द्या।” 45 एकरे बाद मरियम क साथ आए यहूदियन मँ स तमाम ईसू क इ काम देखिके ओह प बिसवास करइ लागेन। 46 मुला ओहमाँ स कछू फरीसियन क लगे गएन अउर जउऩ कछू ईसू करे रहा, ओऩका बताएऩ। 47 फिन मुख्याजकन अउर फरीसियन यहूदी महासभा क बैठक बोलाएन अउर कहेन, “हमका सबेन्ह क अब का करइ चाही? इ मनई बहुत अद्भुत कारजन देखॅावत अहइ। 48 अगर हम पचे एका अइसे करइ देब तउ ओकरे ऊपर सब बिसवास करइ लगिहइँ अउर इ तरह स रोमी लोग हियाँ आइ जइहीं अउर हमरे मन्दिर क अउर हमरे देस क बरबाद कइ देई।” 49 मुला उ साल क मुख्ययाजक काइफा ओऩसे कहेस, “तू पचे कछू नाहीं जानत अह। 50 अउर तोहका सबेन्ह क इहउ समझ नाहीं अहइ कि इहइ करइ मँ तोहार फायदा अहइ, अपनी सारी जात क बचावइ क बरे सबके फायदे क बरे एक मनई क मारइ क होई।” 51 इ बात उ अपनी तरफ स नाहीं कहे रहा, मुला उ साल क मुख्ययाजक होइ क नाते इ भविस्सबाणी किहे रहा, कि ईसू यहूदी रास्ट्र क बरे मरइ जात अहइ, 52 केवल यहूदी रास्ट्र क बरे नाहीं बल्कि परमेस्सर क सन्तान क बरे जउन तितर-बितर अहइ ओनका इदट्ठा करइ क बदे। 53 इ तरह स उही दिन स उ पचे ईसू क मारइ क साजिस करइ लागेन। 54 ईसू फिन यहूदियन क बीच मँ खुलके नाहीं आवा अउर यरूसलेम छोड़के उ निरजन रेगिस्तान क लगे इफ्राईम सहर जाइके अपने चेलन क साथे रहइ लाग। 55 यहूदियन क फसह क त्यौहार आवइवाला रहा। तमाम मनई अपने अपने गाँव स यरूसलेम चला गएन, जइसे कि फ़सह क त्यौहार क पहले खुद क पवित्तर कइ लेइँ। 56 उ पचे ईसू क खोजत रहेन। इ बरे जदि उ सबेन्ह मन्दिर मँ खड़ा रहेन तउ आपस मँ एक दूसरे स पूछब, सुरू करेन्ह, “तू सबेन्ह का सोचत अहा, का उ इ त्यौहार मँ न आई?” 57 फिन मुख्ययाजकन अउर फरिसियन इ आदेस दिहेन कि कउनो क एकर पता लगावा जाइ कि क कउनो जानत ह कि ईसू कहाँ अहइ, तो उ बताइ देइ, जेहसे कि उ ओका बन्दी बनाइ सकइँ।
John 12:1 फसह क त्यौहार क छ: दिन पहले ईसू बैतनिय्याह कइँती चल दिहेस। हुवाँ लाजर रहत रहा जेहिका ईसू मरे स जिआइ दिहे रहा। 2 हुवाँ ईसू क बरे उ पचे खाना बनवाएऩ। मार्था ओका खाना परोसेस। ईसू क साथे खाना खाइवालेन मँ लाजर सामिल रहा। 3 मरियम जटामॉसी स बनावा आधा आधा लीटर मँहगा इतर ईसू क पैर मँ लगाए स अउर अपने बालन स ओकर पैर पोंछेस। समूचा घर महकइ लाग। 4 ओकरे चेलन मँ एक यहूदा इस्करियोती रहा, जउन ओका धोखा देइवाला रहा, उ कहेस, 5 “इ तरह क 300 चाँदी क सिक्कन मँ बेच के गरीबन क पइसा काहे नाहीं दीन्ह गवा?” 6 ओका गरीबन क कउनो चिन्ता नाहीं रही, इ बरे उ अइसी बात नाहीं कहेस मुला उ खुदइ चोर रहा अउर रूपियन क थैली हमेसा ओकरे पास रहत रही। ओहमाँ जउन रुपिया डावा जात रहा, उ उहइ मँ स चोराइ लेत रहा। 7 तउ ईसू कहेस, “रहइ द्या। ओका छाँड़ि द्या। उ आज इ सब मोका गाड़े जाइ क तैइयारी क वास्ते करेस। 8 गरीब लोग तउ हमेसा तोहरे साथे रहिहीं मुला मइँ तोहरे साथे हमेसा न रहब।” 9 फसह क त्यौहार प आए यहूदियन क तमाम भीड़ क जब पता चला कि ईसू बैतनिय्याह मँ अहइ तउ ओसे मिलइ चल दिहेस। उ भीड़ केवल ईसू स मिलइ क बरे नाहीं आइ रही, मुला लाजर क देखइ क बरे आइ रही। लाजर क मरइ क बाद ईसू फिन जीवित कइ दिहेस रहा। 10 इही बरे मुख्ययाजकन लाजर क भी मारइ क तरकीब सोचइ लागेन। 11 काहेकि ओहि क कारण तमाम यहूदी जनता अपने अपने नेता क छोड़िके ईसू मँ बिसवास करइ लाग। 12 दूसरे दिन फ़सह क त्यौहार प आई भीड़ जब इ सुनेस कि ईसू यरूसलेम आवत अहइ तउ 13 लोग खजूर क टहनी लइके ओसे मिलइ चल पड़ेन। उ पचे गोहरावत रहेन,“होसन्ना! धन्य अहइ उ जउऩ पर्भू क नाउँ स आवत ह, उ जउन इस्त्राएल क राजा अहइ।” भजन संहिता 118:25-26 14 तब ईसू क एक गदहा मिला अउर उ ओकरे ऊपर चढ़ि लिहेस। जइसा कि पवित्तर सास्तर मँ लिखा अहइ: 15 “सिय्योन क पुत्री डेराअ जिन! देखा! तोहार राजा गदहे क बच्चा प बइठके आवत अहइ।” जकर्याह 9:9 16 पहिला तउ ओकर चेलन ओकरे व्यवहार क नाहीं समझ पाएन्ह लेकिन जब ईसू क महिमा परगट भइ तउ समुझ पाएन कि सास्तर मँ ओकरे बारे मँ सब बात लिखी रहिन अउर तमाम मनई क ओकरे बार मँ अइसा बरताब रहा। 17 ओकरे साथ जउन भीड़ रही, उ इ साच्छी दिहेस कि उ लाजर क कब्र स बोलाइके मरे स फिन जिआइ दिहेस। 18 तमाम लोग ओसे मिलइ क बरे इहइ बरे आइ रहेन काहेकि उ पचे सुने रहेन कि इ अद्भुत कारज करइवाला उहइ अहइ। 19 तउ फरीसी आपुस मँ कहइ लागेन, “सोचा तू सबेन्ह कछू नाहीं कइ पावत अहा अउर देखा पूरी दुनिया ओकरे पीछे पड़ गइ अहइ।” 20 फसह क त्यौहार प यरूसलेम मँ आराधना करइवालेन मँ कछू यूनानी रहेन। 21 उ सबेन्ह गलील मँ बैतसैदा क रहइवाले फिलिप्पुस क लगे गएन अउर ओसे विनती करत भए कहइ लागेन, “महासय, हम पचे ईसू क दर्सन करइ चाहत अही।” तउ फिलिप्पुस आइके अन्द्रियास स बाताएस। 22 फिन अन्द्रियास अउर फिलिप्पुस ईसू क पास आइके कहेन। 23 ईसू ओनका जवाब दिहेस, “मनई क पूत क महिमावान होइ क समइ आइ ग बाटइ। 24 मइँ तोहसे सही सही बतावत अहउँ कि जब तलक गोहूँ क एक दाना जमीन प गिरके मर नाहीं जात, तब तक उ एकइ रहत ह, मुला जब उ मरि जात ह तउ अनगिनत दानन क पइदा करि देत ह। 25 जेका आपन जिन्नगी पियारी अहइ उ ओका खोइ देइ, मुला जेका इ दुनिया मँ अपनी जिन्नगी स पिरेम नाहीं अहइ, उ ऍका अनन्त जीवन क वास्ते रखे रही। 26 जदि कउनो मोरी सेवा करत ह तउ जरूर मोर पाछा करत ह अउर जहाँ मइँ अही, हुवाँ मोर सेवक भी रही। जब कउनो मोर सेवा करत ह तउ परमपिता ओकर सम्मान करी। 27 “अब मोर जिअरा घबरात अहइ। मइँ का कहउँ, हे परमपिता, मोका दुःख क इ घड़ी स बचावा? मुला इहइ समइ क बरे तउ मइँ आइ अहउँ। 28 हे परमपिता, अपने नाम क महिमा दूया!”तउ आकासवाणी भइ, “मइँ एकर महिमा किए अहउँ अउर मइँ फिन ऍकर महिमा करब।” 29 तउ हुवाँ मौजूद भीड़ जउन सुने रहेन, कहइ लाग कि कउनो बादर गरजा बाटइ। दूसर इ कहइ लागेन, “कउनो सरगदूत ओसे बतिआन ह।” 30 ऍकरे जवाब मँ ईसू कहेस, “इ आकासबाणी मोरे बरे नाहीं भइ, इ तोहरे बरे भइ रही। 31 अब इ दुनिया क निआव क समइ आइ ग बाटइ। अब इ दुनिया क सासक (हियाँ प मतलब अहइ सइतान) क निकार दीन्ह जाई। 32 अउर जब मइँ धरती क ऊपर उठाइ लीन्ह जाबइ तउ फिन सब लोगन क अपनी ओर खींचब।” 33 उ इ बतावइ क बरे अइसा कहत रहा कि उ कइसी मउत मरइ जात अहइ। 34 इ सुनिके भीड़ ओका जवाब दिहेस, “हम पचे व्यवस्था क इ बात सुने अही कि मसीह हमेसा रही। इ बरे तू कइसे कहत अहा, ‘मनई क पूत क जरूर स ऊपर उठाइ लीन्ह जाई?’ इ ‘मनई क पूत कउन अहइ?” 35 तउ ईसू ओनसे कहेस, “तोहरे बीच मँ ज्योति अबे कछू समइ अउर रही। जब तक ज्योति अहइ, चलत रहा, जइसे कि अँधियारा (पाप) तोहका घेर न लेइ, काहेकि जउन मनई अँधेरे मँ चलत ह, उ इ नाहीं जानत कि कहाँ जात अहइ। 36 जब तक ज्योति तोहरे लगे अहइ, ओहमाँ बिसवास बनाए रखा जइसे कि तू पचे ज्योति क सन्तान होइ सका।” ईसू इ कहिके कहूँ चला गवा अउर ओऩसे छिप गवा। 37 ईसू ओनके सबके सामने तमाम अद्भुत कारजन परगट किहेस मुला उ पचे ओकरे मँ बिसवास नाहीं किएन्ह 38 जइसे कि नबी यसायाह क कहब सही होइ सकइ,“पर्भू, मोरे संदेस प कउन बिसवास किहे अहइ?” काहेकि ऊपर पर्भू क ताकत केह पइ परगट भइ अहइ?” यसायाह 53:1 39 इहइ बरे उ सब बिसवास नाहीं कइ सकेन। काहेकि यसायाह फिन केह रहा, 40 “उ ओनकइ आँखी आँधर अउर ओनकइ हिरदइ कठोर बनाएस जइसे, उ पचे अपनी आँखी स देख न सकइँ अउर बुद्धि स समझ न पावइँ अउर मोरी कइँती न मुड़इँ, जइसे कि मइँ ओऩका चंगा न कइ पाई।” यसायाह 6:10 41 यसायाह अइसा इ बरे कहे रहा, काहेकि उ ओकर महिमा देखे रहा अउर ओकरे बारे मँ बतियान भी रहा। 42 तबहूँ तमाम लोग अइसे रहेन, जेहिमाँ तमाम यहूदी नेतन रहेन जे ओहमाँ बिसवास किएन्ह। मुला फरीसियन क डर क मारे अपने बिस्वास क खुलासा नाहीं किएन्ह, नाहीं तउ ओनका सबेन्ह क पराथना क जगह स निकारि देइ क डर रहा। 43 ओनका सबेन्ह क मनई क दीन्ह सम्मान परमेस्सर क दीन्ह सम्मान स जियादा अच्छा लागत रहा। 44 ईसू बोलॉइके जोर स कहेस, “उ जउऩ मोरे मँ बिसवास करत ह, उ मोरे मँ नाहीं, बल्कि ओकरे मँ बिसवास करत ह जउन मोका भेजेस। 45 अउर जउऩ मनई मोका देखत ह, उ ओका देखत ह जउऩ मोका भेजेस। 46 मइँ दुनिया क रोसनी क तरीके स आवा जइसे कि जउऩ मनई मोरे मँ बिसवास करत ह, उ अँधिरे मँ न रहइ। 47 “जदि कउऩे मनई मोरे बात सही सुनिके ओका नाहीं मानत तबहुँ मइँ ओका अपराधी ठहरावइ क बरे नाहीं आइ अही, मइँ तउ दुनिया क उद्धार क वास्ते आइ अही। 48 जउन मनई मोका नाहीं मानत अउर हमरी बातन क नाहीं मानत, ओकरे बरे एक अहइ जउन ओकर निआव करी। उ उहइ अहइ, अपनी बातन स जेहिका मइँ उपदेस दीन्ह। आखिरी दिन उहइ ओकर निआव करी। 49 काहेकि मइँ अपनी तरफ क कछू नाहीं कहे अही, मइँ परमपिता (परमेस्सर) क आदेस क पालन करत अही, जउन मोका भेजेस, उ मोका बताए अहइ कि मइँ का उपदेस देइ। 50 अउर मइँ जानित ह कि ओकरे आदेस क मतलब अहइ अनन्त जीवन। इ बरे जउन मइँ बोलित हउँ, उहइ क ठीक उहइ अहइ जउन परमपिता मोसे कहे अहइ।”
John 13:1 फसह क त्यौहार क पहिले ईसू देखेस कि इ दुनिया क छोड़इ अउर परमपिता क पास जाइ क ओकर समइ आइ गवा अहइ तउ इ दुनिया मँ जउन आपन रहेन अउर जेका उ पिरेम करत रहा, ओनके ऊपर उ बहुत जियादा पिरेम देखॉएस। 2 संझा क खाना खावा जात रहा। सइतान अब तलक समौन क बेटवा यहूदा इस्करियोती क मन मँ इ डाइ चुका रहा कि उ ईसू क धोखे स पकड़वाइ देइ। 3 ईसू इ जानत रहा कि परमपिता सब चीज ओकरे हाथन मँ सौंप दिहे अहइ अउर परमेस्सर स आवा बाटइ, अउर परमेस्सर क पास वापस जात अहइ। 4 इ बरे उ खाना छोड़के ठाढ़ होइ गवा। उ आपन ऊपर क सब कपरा उतार दिहेस अउर एक ठु अँगौछा अपने चारों तरफ लपेट लिहेस। 5 फिन एक ठु घड़ा मँ पानी भरेस अउर अपने चेलन क पाँव धोअइ लाग अउर जउन अँगौछा लपेटे रहा, उहइ स सबकइ पाँव पोंछइ लाग। 6 फिन जब उ समौन पतरस क लगे पहुँचा तउ पतरस ओसे कहेस, “पर्भू, का तू मोरे पाँव धोअइ आवत अहा?” 7 ऍकरे जवाब मँ ईसू कहेस, “अबहीं तू नाहीं जानत अहा कि मइँ का करत अही, बाद मँ तू जान जाब्या।” 8 परतस ओसे कहेस, “तू मोर पाँव कबहूँ नाहीं धोउब्या।” ईसू जवाब दिहेस, “जब तोहार पाँव मइँ न धोउब तउ तू मोरे लगे जगह नाहीं पाइ सकत्या।” 9 समौन पतरस ओसे कहेस, “पर्भू, तू मोर पाँव नाहीं मोर हाथ अउर मुँड़वा क भी धोइ द्या।” 10 ईसू ओसे कहेस, “जे नहाइ चुका अहइ, ओका पैर धोअइ क अलावा अउर कउनो चीज धोअइ क जरूरत नाहीं अहइ। उ तउ पूरी तरह साफ सुथरा होत ह। तू पचे साफ अहा, मुला सब जने नाहीं।” 11 उ ओका जानत रहा जउन ओका धोखा स पकड़वावइ चाहत रहा। इ बरे उ कहे रहा, “तोहरे मँ स सब पवित्तर नाहीं अहइँ।” 12 जब उ सबक पाँव (गोड़) धोइ लिहेस तउ फिन स आपन बाहरी कपड़ा पहिर लिहेस अउ, अपनी जगह प आइके बइठ गवा। अउर ओनसे बोला, “का तोहका मालूम अहइ कि मइँ तोहरे बरे का किहेउँ? 13 तू पचे मोका ‘गुरू’ अउर ‘पर्भू’ कहत ह, अउर ठीक कहत ह, काहेकि मइँ उहइ अही। 14 इ बरे जब मइँ पर्भू अउर गुरू होइके तोहार पचे का पाँव धोवा तउ तोहका सबेन्ह क एक दूसरे क पाँव धोवइ चाही। मइँ तोहरे सामने एक उदाहरण पेस करत अहउँ। 15 तू पचे दूसरे क साथ वइसे करा जइसे मइँ तोहरे साथ करत अही। 16 मइँ तोहका सच्ची बात बतावत अही कि दास मालिक स बड़ा नाहीं होत अउर संदेस देइवाला ओसे बड़ा नाहीं होत जउन ओका भेजेस। 17 जब तू पचे इ बात जानत अहा। अउ ओकर पालन करब्या तउ तू पचे सुखी रहब्या। 18 “मइँ तोहरे सबेन्ह क बारे मँ नाहीं कहत अहउँ। मइँ ओनका जानित ही जेनका मइँ चुने अहउँ। अउर इहउ कि यहूदा बिसवासघाति अहइ मुला मइँ इ बरे चुने अही जइसे कि पवित्तर सास्तर क बचन सही उतरइ, ‘उहइ जउन मोरे साथ रोटी खाएस, मोरे विरोध मँ होइ गवा।’ 19 इ सब घट जाइ क पहले मइँ इ बरे बतावत अहउँ जइसे कि जब इ घटित होइ जाइ तउ तू पचे बिसवास करा कि उ मइँ अहउँ। 20 मइँ तोहका सही सही बतावत अहउँ कि उ जउन मोरे भेजा गवा क लइ लेत ह, उ मोका स्वीकार कर लेत ह, अउर जउन मोका स्वीकार कर लेत ह, ओका स्वीकार कर लेत ह, जे मोका भेजेस।” 21 इ कहे क बाद ईसू बहुत घबड़ाइ गवा अउर इ साच्छी दिहेस, “मइँ तोहसे सच्ची बात कहत अहउँ तोहरे मँ स एक ठु मनई धोखा दइके मोका पकड़वाई।” 22 तब ओकर चेलन एक दूसरे क देखइ लागेन। उ पचे इ तय नहीं कइ पावत रहेन कि उ केहिके बारे मँ बतावत अहइ। 23 ओकर एक चेला ईसू क लगे बइठा रहा। ईसू ओका बहुत चाहत रहा। 24 तउ समौन परतस ओका इसारा कइके पूछइ बरे कहेस कि ईसू केकरे बारे मँ बतावत अहइ। 25 ईसू क चहेता चेला ओकरी छाती प झुकके ओसे पूछेस, “पर्भू उ कउन अहइ?” 26 ईसू जवाब दिहेस, “रोटी क टुकड़ा कटोरा मँ बोर के जेका मइँ देब, उहइ उ अहइ।” फिन ईसू रोटी क टुकड़ा कटोरा मँ बोर के ओका उठाइके समौन क बेटवा यहूदा इरूकरियोती क दिहेस। 27 जइसे यहूदा रोटी क टुकड़ा लिहेस ओहमा सइतान समाइ गवा। फिन ईसू ओसे कहेस, “जउन तू करइ जात अहा, ओका जल्दी स कइ ल्या!” 28 मुला हुवाँ बइठे लोगन मँ स केहू नाहीं समझ पाएस कि ईसू ओसे अइसी बात काहे करत अहइ। 29 कछू सोचेन कि रूपियन क थैली यहूदा क लगे रहत ह, इ बरे ईसू ओसे कहत अहइ कि ‘त्यौहार’ क बरे जरूरी सामान खरीद ल्या या इ कहत अहइ कि गरीबन क कछू दइ द्या। 30 इ बरे यहूदा रोटी क टुकड़ा लइ लिहेस अउर तुरन्त चला गवा। इ रात क समइ रहा। 31 ओकरे चला जाइ क बाद ईसू कहेस, “मनई क पूत अब महिमावान भवा अहइ। अउर ओसे परमेस्सर क महिमा भइ अहइ। 32 जदि ओसे परमेस्सर क महिमा भइ अहइ तउ परमेस्सर खुदइ स ओका महिमावान बनाई। अउर उ ओका जल्दी महिमा देइ। 33 “ऐ मोर चहेता बच्चो! मइँ तनिक देर अउर तोहरे साथ अहउँ। तू पचे मोका ढूँढ़िब्या अउर जइसे कि मइँ यहूदियन स कहे अहउँ, तू सबेन्ह हुवाँ नाहीं जाइ सकत्या, जहाँ मइँ जात अहउँ, वइसे मइँ तोहसे अब कहत अहउँ। 34 “मइँ तोहका सबेन्ह क एक नवा आदेस देत अहउँ कि तू सबेन्ह एक दूसरे स पिरेम करा। जइसे मइँ तोहसे सबेन्ह स पिरेम करेउँ ह, वइसे तू पचे एक दूसरे स पिरेम करा। 35 जब तू पचे एक दूसरे स पिरेम करब्या, तबहीं सब जानि पइहीं कि तू सबेन्ह मोर चेलन अह्या।” 36 समौन पतरस ओसे पूछेस, “पर्भू, तू कहाँ जात अहा?” ईसू जवाब दिहेस, “जहाँ मइँ जात हउँ, अब तू मोरे पाछे नाहीं आइ सकत्या, मुला तू बाद मँ मोरे पाछे अउब्या।” 37 पतरस ओसे पूछेस, “पर्भू, मइँ तोहरे पाछे काहे बरे नाहीं आइ सकत? मइँ तउ तोहरे बरे आपन जान तक दइ देब!” 38 ईसू जवाब दिहेस, “तू मोरे लिए आपन जान देब्या? मइँ तोहसे सच्ची बात अहउँ कि जब तलक तू तीन दाई इन्कार न कइ देब्या तब तक एक मुर्गा बाँग न देई।”
John 14:1 ईसू कहेस, “तू सबन्क परेसान न होइ चाही। परमेस्सर मँ बिसवास करा अउर मोरे मँ बिसवास बनाए रखा। 2 मोरे पिता क घरे मँ तमाम कमरा अहइँ। जदि अइसा न होत तउ मइँ तोहसे कहि देइत) मइँ तोहरे सबेन्ह क बरे जगह बनावइ जात अहउँ। 3 अउर जदि मइँ हुवाँ जाई अउर तोहरे बरे जगह बनाईं तउ मइ फिन हिआँ आउब अउर अपने साथ तोहका सबेन्ह क हुवाँ लइ चलब जइसे कि तू पचे हुवाँ रहा, जहाँ मइँ रहब। 4 अउर जहाँ मइँ जात अहउँ हुवाँ क रास्ता तोहका पता अहइ।” 5 थोमा ओसे कहेस, “पर्भू, हम नाहीं जानत अही कि तू कहाँ जात अहा। फिन हुवाँ क रास्ता कइसे जान सकित ह” 6 ईसू ओसे कहेस, “मइँ रस्ता अहउँ, सच्चाई अहउँ अउर जीवन अहउँ।मोरे बगैर कउनो परमपिता क लगे नाहीं आइ सकत। 7 जदि तू मोका जान लेत्या तउ तू परमपिता क जान लेत्या। अउर तू ओका जानत अहा अउर ओका देखि चुका अहा।” 8 फिलिप्पुस ओसे कहेस, “पर्भू हमका परमपिता क दर्सन कराइ द्या। हमका संतोस होइ जाई।” 9 ईसू ओसे केहस, “फिलिप्पुस मइँ ऍतने जियादा समइ स तोहरे साथ अहउँ अउर तू तबहूँ मोका नाहीं जानत अहा? जे मोका देख लिहेस, उ परमपिता क देख लिहेस। फिन तू कइसे कहत अहा, ‘हमका परमपिता क दर्सन कराइ द्या’ 10 का तोहका इ बिसवास नाहीं अहइ कि मइँ परमपिता मँ अहउँ अउर परमपिता मोरे मँ अहइ? जउऩ बात मइँ तोहसे कहत अहउँ, अपनी तरफ स नाहीं कहत अहउँ। परमपिता जउऩ मोरे मँ रहत ह, आपन काम करत ह। 11 जदि मइँ कहत अहउँ कि मइँ परमपिता मँ अहउँ अउर परमपिता मोरे मँ अहइ, तउ मोर बिसवास करा अउर जदि नाहीं तउ उ अद्भुत कारजन क कारण बिसवास करा जउऩ मइँ किहेउँ ह। 12 मइँ तोहसे सच्ची बात कहत अही, जउन मोरे मँ बिसवास करत ह, उहइ वइसे काम करत ह जइसे मइँ करित ह। उ तउ इ सब कामन स बड़ा काम करी। काहेकि मइँ परमपिता क पास जात अहउँ। 13 अउर मइँ उ सब कारज करबइ जउऩ तू पचे मोरे नाउँ स मँगब्या, जइसे कि पूत परमपिता क महिमा करइ। 14 जब तू हमसे मोरे नाउँ स कछू मँगब्या, ओका मइँ करबइ। 15 “जउ तू मोसे पिरेम करत होब्या, तउ हमरी आग्या क पालन करब्या। 16 मइँ परमपिता क पराथना करबइ अउर उ तोहका सबेन्ह का एक दूसर सहायक देइ जउन तोहरे साथे हमेसा रही। 17 एकर मतलब अहइ ‘सच्चाई क आतिमा’जेहका दुनिया लेइ नाहीं पावत, काहेकि उ न तउ देखत ह अउर न तउ जानत ह। तू सबेन्ह ओका जानत ह, काहेकि उ आज तोहरे साथ रहत ह। अउर आगे तोहरेन मँ साथे रही। 18 “मइँ तोहका सबेन्ह क अनाथ न छोड़ब। मइँ तोहरे पास आवत अहउँ। 19 कछू देर क बाद दुनिया मोका अउर न देखी मुला तू पचे मोका देखब्या काहेकि मइँ जिअत अही अउर तू सबेन्ह जिअत रहब्या। 20 उहइ दिन तू सबेन्ह जानि पउब्या कि मइँ परमपिता मँ अहउँ, तू मोरे अन्दर अहा अउर मइँ तोहरे अन्दर। 21 जउन मनई मोर आदेसन क जानत हइ अउर ओनकइ पालन करत ह, मोसे पिरेम करत ह। जे मोका पिरेम करत ह ओका परमपिता पिरेम करी। मइँ भी उहइ क पिरेम करब अउर खुदइ क ओकरे ऊपर परगट करबइ।” 22 यहूदा (यहूदा इस्करियोती नाहीं) ओसे कहेस, “पर्भू, काहे बरे तू खुदइ क हमरे ऊपर परगट करा चाहत ह अउर दुनिया प नाहीं?” 23 ऍकरे जवाब मँ ईसू ओसे कहेस, “जउन मनई मोरे मँ पिरेम करत ह, उ मोरी बातन क मानत ह, अउर ओसे परमपिता पिरेम करी। मइँ अउर मोर परमपिता ओकरे पास आउब अउर उहइ क साथ रहबइ। 24 जउन मनई मोसे पिरेम नाहीं करत, उ मोर उपदेस क नाहीं मानत। मइँ जउन उपदेस तोहका देत अही, उ मोर न अहइ उ पिता क उपदेस अहइ, जउन मोका भेजेस। 25 “इ सब बात मइँ तोहसे सबेन्ह स तबहीं. बताए रहेउँ जब मइँ तोहरे साथ रहेउँ। 26 मुला उ सहायक (अर्थात पवित्तर आतिमा) जेहिका परमपिता मोरे नाउँ स भेजी, तोहका पचन्क सब कछू बताई। अउर जउन कछू मइँ तोहका पचन्क बताए अहउँ, ओका तोह पचे का याद कराई। 27 “मइँ तोहरे बरे आपन सांति छोड़त अहउँ। मइँ तोहका पचन्क खुदइ आपन सांति देत अही। मुला मइँ ऍका वइसे नाहीं देत अहउँ, जइसे दुनिया देत ह। तोहरे मन क घबराइ क जरूरत नाहीं अहइ अउर न तउ ओका डेराइ चाही। 28 तू मोका कहत सुने अहा, ‘मइँ जात अहउँ अउर तोहरे लगे फिन आउब।’ जदि तू मोसे पिरेम करे होत्या तउ तू खुस होई जात्या, काहेकि मइँ परमपिता क लगे जात अहउँ। काहेकि परमपिता मोसे बड़ा अहइ। 29 “अउर अबहीं इ सब घटित होइ क पहिले मइँ तोहका बताइ दिहे अही, जइसे कि जउ इ घटित होइ जाइ तउ तू पचे बिसवास कइ सका। 30 अउर जियादा समइ अब मइँ तोहरे साथ बात न करिब इ बरे कि जगत क सासक आवत अहइ। मोरे ऊपर ओकर बस नाहीं चलत। 31 मुला इ सब बात इ बरे होत अहइँ जइसे कि दुनिया जान जाइ कि मइँ परमपिता स पिरेम करित ह। अउर परमपिता जइसी आग्या हमका दिहे अहइ, मइँ बइसे करत अही।“अबहीं उठा हम सबेन्ह हिआँ स चल देइ।”
John 15:1 ईसू कहेस, “मइँ दाखलता अहउँ अउर मोर परमपिता देख रेख करइवाला माली अहइ। 2 मोरी उ साखा क पिता काट देत ह जउने मँ फर नाहीं लागत। जउने साखा मँ फर लागत ह, ओका उ छाँट लेत ह, जइसे कि ओहपे अउर जियादा फर लागइँ। 3 तू पचे मोरे उपदेस क सुने अहा, इ बरे पहिले स सुद्ध अहा। 4 तू मोरे मँ रहा अउर मइँ तोहरे मँ रहब। वइसेन जइसेन कि कउनो साखा जब तलक दाखलता मँ बनी नाहीं रहत, तब तलक अपने आप फरि नाहीं सकत, वइसेन, तू पचे तब तलक सफल नाहीं होइ सकत्या जब तलक मोरे मँ न रहब्या। 5 “उ दाखलता मइँ अहउँ अउर तू ओकर साखा अह्या। जे मोरे मँ रहत ह, अउर जेहमा मइँ रहित ह, उ बहुत फरत ह, काहेकि बिना मोरे तू कछू नाहीं कर सकत्या। 6 जदि कउनो मोरे मँ नाहीं रहत तउ उ टूटी साखा क तरह फेंक दीन्ह जात ह अउर सूख जात ह। फिन उ सूखी लकड़ियन क बटोररिके आगी मँ झोंक दीन्ह जात ह अउर ओनका जलाय दीन्ह जात ह। 7 “जदि तू मोरे मँ रहब्या, अउर मोर उपदेस तोहरे मँ रही, तउ जउन कछू तू चाहत ह, ओका माँगा अउर उ तोहका मिल जाई। 8 इ मोरे परमपिता क महिमा होत ह कि तू बहुत सफल होइ जा अउर मोर चेलन बन जा। 9 जइसे परमपिता मोसे पिरेम करे बाटइ, मइँ भी तोहसे बइसे पिरेम करे अही। मोरे पिरेम मँ बना रहा। 10 जदि तू मोरे आदेस क पालन करब्या तउ तू मोरे पिरेम मँ बना रहब्या। वइसे ही जइसे कि मइँ अपने पिता क आदेसन क पालन करत भए ओकरे पिरेम मँ बना रहित ह। 11 “मइँ इ सब बात तू पचे स इ बरे बतावत अहइ जइसे कि मोर आनन्द तोहरे मँ बना रहइ अउर तोहार आनन्द पूरा होइ जाइ। इ मोर आदेस अहइ। 12 कि तू आपस मँ पिरेम करा, जइसे मइँ तू पचे स पिरेम करे अही। 13 “बड़वार स बड़का पिरेम जउऩ कउनो मनई कइ सकत ह, उ अहइ अपने मीतन क बरे आपन प्रान निछावर कइ देब। 14 जउन आदेस तोहका मइँ देत अही, जदि तू ओन पइ चलत रहब्या तउ तू मोर मीत अह्या। 15 अबहिं स मइँ तू पचे क ‘दास’ न कहब, काहेकि कउनो दास इ नाहीं जानत कि ओकर मालिक क करत अहइ, मइँ तउ तोहका ‘मीत’ कहत अही। मइँ तू पचे क उ सब बात बताइ दीन्ह जउऩ मइँ अपने परमपिता स सुने रहेउँ। 16 तू मोका नाहीं चुने रह्या, मइँ खुदइ तोहका चुने रहेउँ अउर इ निस्चय करे अही कि तू जा अउर सफल होइ जा। मइँ चाहित ह कि तोहका सफलता मिलइ, अउर मोरे नाउँ स जउन कछू तू चाहा परमपिता तोहका दई देइ। 17 मइँ तोहका इ आदेस देत अही कि तू एक दूसरे स पिरेम करा। 18 “जदि दुनिया तोहसे दूस्मनी करत ह तउ इ बात तू याद कइ ल्या कि तोहसे पहले हमसे दुस्मनी करत ह। 19 जदि तू दुनिया क होत्या तउ इ दुनिया तोहसे अपने क नाईं पिरेम करत मुला तू पचे दुनिया क न अह्या अउर इ बरे दुनिया तोहसे दुस्मनी करत ह। 20 मोर बचन याद रखा कि एक दास अपने मालिक स बड़ा नाहीं होत। इ बरे जदि उ सबेन्ह मोका कस्ट पहुँचाए अहइँ अउर सतावत अहइँ तउ उ पचे तोहका भी सतइहीं। अउर जदि उ मोर बातन मनिहइँ तउ तोहार बातन भी मनिहइँ। 21 मुला उ सबेन्ह मोरे कारण तोहरे सबेन्ह क साथ उ सब कछू करिहइँ, काहेकि उ ओका नाहीं जानत अहइ जे मोका भेजेस। 22 जदी मइँ न आइत अउर ओसे बात न करित, तउ उ सबेन्ह कउनो पाप क दोखी न होतेन। मुला अब ओनके पास अपने पाप स बचइ क कउनो बहाना नाहीं अहइ। 23 जउन मनई हमसे दुस्मनी ठान लेत ह, उ परमपिता स दुस्मनी करत ह। 24 जदि मइँ ओनके बीच मँ काम न करित, जउऩ कि कबहूँ कउनो मनई नाहीं करे रहा, तउ उ सबेन्ह पाप क दोखी न रहतेन, मुला अब जब उ पचे देख चुका अहइँ, तबहूँ मोसे अउर परमपिता स दुस्मनी रखे अहइँ। 25 मुला इ एह बरे भवा कि ओनके व्यवस्था मँ जउन लिखा अहइ, उ खरा उतरइ। ‘उ पचे बेकार मँ हमसे बैर करेन्ह।’ 26 “जब उ सहायक जउन सत्य क आतिमा बाटइ अउर पिता क तरफ स आइ बा, तोहरे पास आई, जेका मइँ परमपिता क तरफ स भेजब, उ हमरी तरफ स साच्छी देई। 27 अउर तूहूँ साच्छी देब्या, काहेकि तू सुरूआतइ स मोरे साथ अहा।
John 16:1 “इ सब बात मइँ तोहसे इ बरे बतावत अही कि तोहार बिसवास डगमगाय न जाइ। 2 उ पचे तोहका सबन्क आराधनालय स निकार देइहीं सही-सही तउ उ समइ आवइवाला अहइ जब तोहरे मँ स कउनो क मारके हर एक इहइ सोची कि उ परमेस्सर क सेवा करत अहइ। 3 उ सबेन्ह अइसा इ बरे करिहइँ, काहेकि उ न तउ परमपिता क जानत हीं अउर न तउ मोका। 4 मुला मइँ तोहसे इ सब इ बरे कहत अही जइसे कि जब ओनकइ समइ आइ जाइ तउ तोहका इ याद रहइ क मइँ ओनके बाबत तोहका बताए रहे जब मइँ तोहरे साथ रहेउँ।“सुरआत मँ इ सब बात मइँ तोहका नाहीं बताए रहेउँ, काहेकि मइँ तोहरे साथ रहेउँ। 5 मुला अब मइँ ओकरे पास जात अही, जे मोका भेजेस अउर तोहरे बीच स कउनो मोसे इ न पूछी, ‘तू कहाँ जात अहा?’ 6 काहेकि मइँ इ बात बताइ दिहे अही, तोहार दिल दुःखी होइ गवा अहइ। 7 मुला मइँ तोहसे सच्ची सच्ची कहत अही कि एहमाँ तोहरा भलाई अहइ कि मइँ जात अही। काहेकि जदि मइँ न जाउँ तउ सहायक तोहरे पास न आई। जदि मइँ हियाँ स चला जाब तउ मइँ ओका तोहरे पास भेजब। 8 अउर जब उ आइ तउ पाप, धार्मिकता अउर निआव क बावत दुनिया क सक दूर करी। 9 पाप क बावत इ बरे कि उ पचे मोर मँ बिसवास नाहीं करतेन। 10 धार्मिकता बावत इ बरे कि अब मइँ परमपिता क पास जात अही। अउर तू सबेन्ह अब अउर जियादा समइ तक मोका न देखब्या। 11 निआव क बावत, इ बरे कि इ जगत क सासक क अपराधी ठहरावा ग अहइ। 12 “मोका तोहसे अबहिं तमाम बात बतावइ क अहइ, मुला तू सबेन्ह ओका सह न पउब्या। 13 मुला जब सच्चाई क आतिमा आई तउ उ तोहका पूरी सच्चाई क राह देखाई काहेकि उ अपनी तरफ स कछू न कही। उ जउन कछू सुनी उहइ बताई। अउर जउन कछू होइवाला अहइ, ओका उजागर करी। 14 उ मोर महिमा करी, काहेकि जउन मोर अहइ, ओका लइके उ तोहका बताई। 15 हर चीज जउन परमपिता क अहइ, उ मोर अहइ। इहइ बरे मइँ बताए अहउँ, जउन कछू मोर अहइ, ओका उ लइ लेई अउर तोहका बताई। 16 “थोड़े समइ क बाद तू पचे मोका अउर नाहीं देख पउब्या। अउर कछू समइ क बाद तू सबेन्ह मोका फिन देखब्या।” 17 तउ ओके चेलन आपस मँ कहेन, “इ कावा जउन उ मोका बतावत अहइ, ‘तनिक देर क बाद मोका न देख पउब्या अउर तनिक देर क बाद तू पचे फिन मोका देखब्या?’ अउर ‘मइँ परमपिता क पास जात अहउँ?’ 18 फिन उ पचे कहइ लागेन, “इ ‘तनिक देर क बाद’ का मतलब अहइ, जेकरे बावत उ बतावत अहइ? उ का कहत अहइ, हम समझ नाहीं पावत अही।” 19 ईसू इ समझ गवा कि उ पचे कछू पूछा चाहत अहइँ। इ बरे ईसू ओसे कहेस, “का तू पचे जउन मइँ कहेउँ उहइ पर सोच विचार करत अहा, ‘थोड़ा समइ क पाछे तू मोका अउर जियादा न देख पउब्या अउर फिन थोड़े समइ क बाद तू मोका देखब्या?’ 20 मइँ तोहका सही बतावत अहउँ, तू सबइ रोउब्या अउर सोक पउब्या मुला इ दुनिया खुस होई। तोहका दुःख होई मुला तोहार दुःख आनन्द मँ बदल जाई। 21 जब कउनो स्त्री बच्चा पइदा करत ह तउ ओका बड़ी तकलीफ होत ह, काहकि उ दरद क समइ रहत ह। मुला जब उ बच्चा पइदा कइ चुकत ह तउ उ इनता आनन्द होत ह कि एक ठु इन्सान इ दुनिया मँ पइदा भवा अहइ अउर आपन सब दुःख भूल जात ह। 22 इ बरे तू पचे इ समइ वइसे दुःख अहा, मुला जब मइँ तोहसे फिन मिलबइ तउ तोहार दिल मँ आनन्द होई। अउर तोहार आनन्द तोहरे कउनो भी छीन न पाई। 23 उ दिन तू पचे हमसे कउनो चीज न पूछ्या। मइँ तोहसे सच्ची बात बतावत अही, मोरे नाम स परमपिता स जउन कछू तू पचे मँगब्या, उ ओका तोहका दइ देई। 24 अब तक मोरे नाउँ स तू पचे कछू नाहीं मांगे अहा। मांगा, तोहका जरूर मिली। ताकि तोहका भरपूर आनन्द मिलइ। 25 “इ सब बातिन क मइँ उदाहरण दइके बताए अहेउँ अब उ समइ आवत अहइ जब मइँ तोहसे उदाहरण दइके बात न कर पाउब मुला परमपिता क बावत खुलके तोहसे बतियाब। 26 उ दिन तू मोरे नाउँ स मँगब्या अउर मइँ तोहसे इ नाहीं कहत अहउँ कि मइँ तोहरे तरफ स परमपिता स पराथना करब। 27 परमपिता खुदइ तोहरे पिरेम करत ह, काहेकि तू मोसे पिरेम करत ह। अउर यह मान लिहा कि मइँ परमेस्सर स आवा अहउँ। 28 मइँ परमपिता स परगट भएउँ अउर इ दुनिया मँ आएउँ। अउर अब मइँ इ दुनिया क छोड़के परमपिता क पास जात अही।” 29 ओकर चेलन कहेन, “देखा अब तू हम पचन क बिना कउनो दिस्टान्त क खोलके बतावत अहा। जउन कठिन सब्द अहइँ ओनका तू नाहीं बइपरत अहा। 30 अब हम पचे समझ ग अही की तू सब कछू जानत अहा। अब तू नाहीं चाहत अहा कि केहू कउनो प्रस्न पूछइ एसे हमका सबन्ह क बिसवास होइ ग अहइ कि तू परमेस्सर स परगट भवा अहा।” 31 ईसू ओनसे कहेस, “का तोहका अब इ बिसवास भवा अहइ? 32 सुना, अब समइ आवत अहइ, हिआँ तक कि आइ ग अहइ, जबहिं तू पचे सब तितर बितर होइ जाब्या अउर तोहरे मँ स सब कउनो अपने अपने घरे चला जाब्या अउर मोका अकेले छोड़ देब्या, मुला मइँ अकेले नाहीं अही, काहेके परमपिता मोरे साथ अहइ। 33 “इ सब बातन मइँ तोहसे इ बरे बतावत कहेउँ जइसे कि मइँ तोहका सान्ति दइ सकउँ। इ दूनिया तोहका कस्ट देत ह, सतावत ह, मुला हिम्मत रखा, मइँ दुनिया जीत लिहे अही!”
John 18 1 इ कहिकि ईसू अपने चेलन क साथ छोटी नदी किद्रोन क पास जहाँ एक बगीचा रहा, चला गवा। 2 धोखे स ओका पकड़वावइवाला यहूदा उ जगह क जानत रहा, काहेकि ईसू जियादातर उहइ जगह प अपने चेलन स मिलत रहा। 3 इ बरे यहूदा रोमी सिपाहिअन क एक टुकड़ी अउर मुख्य याजकन अउर परीसियन क पठएस। मनइयन अउर मन्दिर क पहरेदारन क साथ लइके मसाल, दिया अउर हथिआर लइके, हुवाँ पहुँच गवा। 4 फिन ईसू जउन सब कछू जानत रहा कि ओकरे साथ का होइ जात अहइ, आगे आवा अउर ओनसे कहेस, “तू पचे केका खोजत अहा?” 5 उ पचे ओका जवाब दिहेन, “ईसू नासरी क।”ईसू ओनसे कहेस, “उ तउ मइँ अही।” (उ धोखे स पकड़वावइला यहूदी हुवइँ ओनके साथ खड़ा रहा।) 6 जब उ कहेस, “उ मइँ अहउँ।” तउ उ सबेन्ह पाछे हटेन अउर भुइँया पइ गिर पड़ेन। 7 इ देखके ईसू फिन एक बार पूछेस, “तू सबेन्ह केका खोजन अहा?”उ बोलन, “ईसू नासरी क।” 8 ईसू जवाब दिहेस, “मइँ तोहसे कहउँ, उ मइँ अहउँ। जदि तू मोका ढूँढ़त अहा तउ एनका सबेन्ह क जाइ द्या।” 9 अइसा ईसू इ बरे कहेस, जइसे कि ओकर कही बात सच होइ सकइ, “मइँ ओहमाँ स कउनो क नाहीं खोवा, जेका तू मोका सौंपे रह्या।” 10 फिन समौन पतरस जेकरे हाथे मँ तरवार रही, आपन तरवार निकारेस अउर मुख्ययाजक क दास क दाहिना कान काटिके ओका घायल कइ दिहेस (उ दास क नाउँ मलखुस रहा) 11 फिन ईसू पतरस कहेस, “आपन तरवार मिआन मँ धइ ल्या। का मइँ यातना क कटोरा न पी लेई जउन परमपिता मोका दिहे अहइ?” 12 फिन रोमी टुकड़ी क सिपाहियन अउर ओनके सूबेदारन, अउर यहूदियन क मन्दिर क पहरेदार सब मिलके ईसू क बन्दी बनाइ लिहेन्ह। 13 अउर ओका बांधके पहिले हन्ना क पास लइ गएन, जउन कि उ बरिस क मुख्य याजक काइफा क ससुर रहा। 14 इ काइफा उहइ मनई अहइ जउन यहूदी क सलाह दिहे रहा। कि लोगन क भलाई क बरे एक क मर जाब ठीक अहइ। 15 समौन पतरस अउर एक ठु चेलन ईसू क पीछे चल दिहेन्ह। मुख्य याजक इ चेलन क अच्छी तरह जानत रहा, इ बरे उ ईसू क साथ मुख्य याजक क अंगने मँ घुस गवा। 16 मुला पतरस बाहेर क दरवाजा क लगे रूक गवा। फिन मुख्य याजक क जान पहचानवाला दूसर चेला बाहेर गवा अउर द्धारपालिन स कहिके पतरस क अन्दर लइ आवा। 17 उ द्धारपालिन दासी पतरस स कहेस, “होइ सकत ह कि तूहूँ ईसू क चेला होआ?”पतरस जवाब दिहेस, “नाहीं, नाहीं मइँ न अही!” 18 काहेकि सर्दी बहुत जिआदा रही अउर मन्दिर क पहरेदार आग जलाइ के हुआँ खड़ा तापत रहेन। पतरस उ हुवाँ खड़ा तापत रहा। 19 फिन महायाजक ईसू स ओकरे चेलन अउर ओकरे उपदेस क बाबत पूछेस। 20 ईसू ओका जवाब दिहेस, “मइँ हमेसा सब मनइयन क खुलके बातचीत कीन्ह। मइँ हमेसा आराधनालय मँ अउर मन्दिर मँ जहाँ सब यहूदियन इकट्ठा होतहीं, उपदेस दीन्ह। मइँ कबहुँ लुकाइ क छिपाइ क कउनो बात नाहीं कहेउँ। 21 फिन तू मोसे काहे पूछत अहा? मइँ का कहेउँ, ओनसे पूछा जे मोर बात सुने अहइँ। मइँ जउऩ कछू कहेउँ, उ सब जानत हीं।” 22 जब उ इ कहेस तउ मन्दिर क एक पहरेदार जउन हुवाँ खड़ा रहा, ईसू क झापड़ मारेस अउर बोलेस, “महायाजक क सामने जवाब देइ क इ तरीका नाहीं अहइ?” 23 ईसू ओका जवाब दिहेस, “जब मइँ कउनो झूठ कहे होउँ तउ तू ओका साबित करा अउर इ बतावा कि ओहमाँ कउनो बुराई रही अउर जब मइँ ठीक कहे अहउँ तउ तू काहे मारत अहा?” 24 फिन हन्ना ओका बंधे भए महायाजक काइफा क लगे भेज दिहेस। 25 जब समौन पतरस खड़ा होइके आगी तापत रहा तउ ओसे पूछा गवा, “का इ होइ सकत ह कि तू भी एकर चेला अहा?”उ तुरन्तइ मना कइ दिहेस अउर कहेस, “नाहीं मइँ नाहीं अही।” 26 महायाजक क एक ठु नउकर जउन ओकर रिस्तेदार रहा जेकर पतरस कान काटे रहा, कहेस, “बतावा, का मइँ तोहका ओकरे साथे बगिया मँ नाहीं देखे रहे?” 27 इ सुनिके पतरस एक दाईं फिन इन्कार किहेस। अउर उहइ समइ मुर्गा बाँग दिहेस। 28 फिन उ पचे ईसू क काइफा क घरे स रोम क राज्यपाल क महल मँ लइ गएन। ओह समइ सबेर होइ ग रहा। यहूदियन राज्यपाल क भवन मँ खुदइ नाहीं जावा चाहत रहेन, कहूँ उ पचे असुद्धन होइ जाइँ। अउर फिन फसह क भोज न खाइ पावइँ। 29 तउ पिलातुस ओनके पास बाहेर आवा अउर बोला, “एकरे ऊपर तू सबेन्ह कउन दोख लगावत अहा?” 30 जवाब मँ उ पचे ओसे कहेस, “जदि इ अपराधी न होत तउ हम ऍका तोहका न सौंपित।” 31 एकरे जवाब मँ पिलातुस ओनसे कहेस, “ऍका तू लइ जा अउर अपने व्यवस्था क हिसाब स एकर निआव करा।”यहूदियन ओसे कहेन, “हमका सबेन्ह क मउत क सजा देइ क कउनो अधिकार नाहीं अहइ।” 32 अइसा इ बरे भवा, जइसे कि ईसू क उ बात सच्ची होइ जाइ जउन उ कहे रहा, कइसी मउत मिली। 33 तब पिलातुस राज्यपाल क महल मँ वापस चला गवा। अउर ईसू क बोलाइ क ओसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अह्या?” 34 ईसू जवाब दिहेस, इ बात तू खुदइ कहत अहा या मोरे बावत दूसर लोग तोहसे कहेन?” 35 पिलातुस जवाब दिहेस, “का तू सोचत अहा कि मइँ यहूदी अहउँ? तोहार लोग अउर मुख्य याजक तोहका मोरे हवाले करे अहइँ। तू का किहे अहा?” 36 ईसू जवाब दिहेस, “मोर राज्य इ दुनिया क नाहीं बाटइ। जदि मोर राज्य इ दुनिया क होत तउ मोर प्रजा मोका यहूदियन क सौंपा जाइ स बचावइ क बरे लड़ाई करत। मुला मोर राज्य हिआँ क नाहीं बाटइ।” 37 अइसा सुनिके पिलातुस ओसे कहेस, “तू तउ राजा अह्या?”ईसू जवाब दिहेस, “तू कहत अहा कि मइँ राजा अही। मइँ इ बरे दुनिया मँ पइदा भवा हउँ अउर आएउँ अउर इहइ प्रयोजन स आएउँ जइसे कि सच्चाई क साच्छी दइ सकउँ। जउऩ मनई सच्चाई क तरफदारी करत ह उ मोरी बात सुनत ह।” 38 पिलातुस ओसे पूछेस, “सच्चाई का अहइ?” अइसा कहिके फिन उ यहूदी क पास बाहेस गवा अउर ओनसे बोला, “मइँ ओकरे मँ कउनो दोख नाहीं पाएउँ। 39 अउ तोहार सबन्क रिवाज अहइ कि फसह क त्यौहार प तोहरे सबके बरे एक मनई क छोड़ देइ। तउ का तू पचे चाहत अहा कि इ ‘यहूदी क राजा’ क तोहरे बरे छोड़ देई?” 40 एक दाईं फिन उ पचे चिल्लाएन, “ऍका नाहीं, मुला बरअब्बा (एक ठु बागी रहा।) क छोड़ द्या!”
John 19:1 तब पिलातुस ईसू क पकड़वाइके कोड़ा लगवाएस। 2 फिन सिपाहियन काँटेदार टहनी क मोड़के मुकुट बनाएन अउर ओकरे मूँड़े प रख दिहेन। अउर ओका बैजनी रंग क कपड़ा पहिराएन। 3 अउर ओकरे पास आइ आइ क कहइ लागेन, “यहूदियन क राजा जिअत रह!” अउर ओका झापड़ मारइ लागेन। 4 पिलातुस एक बार फिन बाहेर आवा अउर ओनसे कहेस, “देख! मइँ तोहरे पास ओका फिन बाहर लियावत अही जइसे कि तू जान सका कि मइँ ओहमाँ कउनो खोट नाहीं पावा।” 5 फिन ईसू बाहेर आवा। उ काँटेन क मुकुट अउर बैजनी रंग क चोगा पहिरे रहा। तब पिलातुस कहेस, “इहइ अहइ उ मनई!” 6 जब उ पचे ओका देखेन तउ मुख्य याजकन अउर मन्दिर क पहरेदारन चिल्लाई क कहेन, “ऍका क्रूस पर चढ़ाइ द्या! एका क्रूस प चढ़ाइ द्या!”पिलातुस ओनसे कहेस, “तू ऍका लइ जा अउर क्रूस प चढ़ाइ द्या, मइँ एहमाँ कउनो खोट नाहीं पाएउँ?” 7 यहूदियन जवाब दिहेन, हमार व्यवस्था कहत ह कि एका मरइ क पड़ी काहेकि अपने क परमेस्सर क पूत होइ क दावा किहे अहइ।” 8 अब जब पिलातुस ओका इ कहत सुनेस तउ बहुत डेराइ गवा। 9 अउर फिन राज्यपाल क महल क अन्दर जाइके ईसू स कहेस, “तू कहाँ स आइ अहा?” मुला ईसू कउनो जवाब नाहीं दिहेस। 10 फिन पिलातुस ओसे कहेस, “का तू हमसे बात नाहीं करइ चाहत अहा? का तोहका पता नाहीं अहइ किइ मोरे अधिकार मँ अहइ कि तोहका मइँ छोड़ देउँ अउर तोहका क्रूस प चढ़ावइ क अधिकार मोका मिला अहइ।” 11 ईसू ओका जवाब दिहेस, तोहार मोरे ऊपर अधिकार तब तक नाहीं होइ सकत जब तलक परमेस्सर तोहका उ अधिकार नाहीं देत। इ बरे जउन मनइ तोहका मोरे हवाले किहे अहइ, उ तोहसे भी बड़ा पापी अहइ।” 12 इ सनिके पिलातुस ओका छोड़इ क कउनो उपाय सोचइ लाग। मुला यहूदियन चिल्लाय लागेन, “जदि तू एका छोड़ देब्या तउ तू कैसर क दोस्त न अह्या कउनो मनई जउन खुदइ क राजा कहइ उ कैसर क विरोधी अहइ।” 13 जब पिलातुस इ सब्दन क सुनेस तउ उ ईसू क बाहेर उ जगह लइ गवा जउने क “पाथर क चउतरा।” कहा जात रहा। (इब्रानी भाखा मँ ऍका “गब्बाता” कहा गवा ह।) अउर हुवाँ निआव क आसन प बइठ गवा। 14 इ दिन फसह क त्यौहार क तैयारी क दिनरहा। दुपहरिया होइवाली रही। पिलातुस यहूदियन स कहेस, “इ रहा तोहार राजा।” 15 उ सबेन्ह चिल्लाएऩ, “ऍका लइ जा! ऍका लइ जा! ऍका क्रूस प चढ़ाय द्या!”पिलातुस ओनसे कहेस, “का तू पचे चाहत अहा कि तोहरे राजा क मइँ क्रूस प चढ़ाउँ?”इ सुनिके मुख्ययाजकन जवाब दिहेन, “कैसार क छोड़के हमार कउनो दूसर राजा नाहीं अहइ।” 16 फिन पिलातुस ओका क्रूस प चढ़ाइ क बरे ओनका सौंपि दिहेस।इ तरीके स ईसू क हिरासत मँ लइ लीन्ह गवा। 17 आपन क्रूस उठाइके उ अइसी जगह प गवा जेका “खोपड़ी क जगह कहा जात ह। (इब्रानी भाखा मँ ऍका “गुलगुता” कहा जात ह।) 18 हुवाँ स उ सबेन्ह ओका दुइ जने क साथे क्रूस प चढ़ाइ दिहेन। एक इ तरफ, दूसर दूसरी तरफ अउर बीज मँ ईसू रहा। 19 पिलातुस दोखपत्र क्रूस प लगाइ दिहस। जेहमॉ लिखा रहा, “ईसू नासरी, यहूदी क राजा।” 20 तमाम यहूदियन उ दोखपत्र क पढ़ेन्ह, काहेकि जहाँ ईसू क क्रूस प चढ़ावा ग रहा, उ जगह सहर क लगे रही। अउर उ ऐलान इब्रानी, यूनानी अउर लातीनी भाखा मँ लिखा रहा। 21 तब मुख्य यहूदी याजकन पिलातुस स कहेन, “‘यहूदी क राजा’ न लिखा, मुला इ लिखा, ‘इ मनई कहे रहा यहूदी क राजा मइँ अहउँ।”‘ 22 पिलातुस जवाब दिहेस, “मइँ जउन कछू लिख दीन्ह, तउ लिख दीन्ह।” 23 जब सिपाही ईसू क क्रूस प चढ़ाइ चुकेन तउ उ सबेन्ह ओकर कपरा लिहेन, अउर ओका चार टुकड़ा मँ बाँट दिहेन। ओकर एक-एक टुकड़ा एक-एक सिपाही लइ लिहेस। उ पचे कुरतउ उतरवाइ लिहेन। इ बरे कि उ कुरता ऊपर स नीचे तक बुना रहा, ओकर सिलाई नाहीं भइ रही। 24 इ बरे उ पचे आपस मँ कहेन, “ऍका न फाड़ा जाइ, ऍका कउन पावइ, एकरे बरे परची डाली जाइ।” जइसे कि पवित्तर सास्तर क इ बात पूरी होइ जाइ,“उ पचे मोर कपरा आपस मँ बाट लिहेन अउर मोरे अंगिया क बरे परची डाएन।” भजन संहिता 22:18इ बरे सिपाहियन वइसेन करेन। 25 ईसू क क्रूस क लगे ओकर महतारी, मउसी क्लोपास क पत्नी मरियम, अउर मरियम मगदलीनी ठाढ़ रहिन। 26 ईसू जब अपनी महतारी अउर अपने पियारा चेला क पास खड़ा लखेस तउ अपनी महतारी स कहेस, “पिआरी अम्माँ, इ रहा तोहार बेटवा।” 27 फिन उ अपने चेला स कहेस, “इ अहइ तोहार महतारी।” अउर फिन उहइ समइ उ चेला ओका अपने घरे लइ गवा। 28 ऍकरे बाद ईसू जान लिहेस कि सब कछू पूरा होइ चुका अहइ। फिन इ बरे कि पवित्तर सास्तर क बात सही उतरइ, उ कहेस, “मइँ पियासा अहउँ।” 29 हुवाँ सिरका स भरा एक ठु वासन धरा रहा। इ बरे उ सबेन्ह एक स्पंज क सिरका मँ पूरी तरह डुबोइके हिसप (कंटिजर क पेड़) क टहनी प रखेन अउर ऊपर उठाइ क ओकरे मुँह स लगाएन। 30 फिन जब ईसू सिरका लइ लिहेस तउ उ बोलेस, “पूरा होइ गवा।” तउ उ आपन सिर झुकाइ दिहेस अउर परान छोड़ दिहेस। 31 अगला दिन फसह क तैयारी क दिन रहा। सबित क दिन ओनकइ लास क्रूस प न लटका रहइ कोहेकि सबित क दिन बहुत महत्व क दिन होत ह ऍकरे बरे यहूदियन पिलातुस स कहेन कि उ आज्ञा देइ कि ओकर टांग तोड़ दीन्ह जाइँ अउर ओकर लास हुवाँ स हटाइ दीन्ह जाइ। 32 तउ सिपाही आएन अउर सबसे पहले एक मनई क अउर फिन दूसरे क जउने क साथे साथे क्रूस प चढ़ावा ग रहा, टाँग तोड़ डाएन। 33 मुला जब उ ईसू क लगे आएन, तउ लखेन कि उ तउ पहिलेन मर चुका अहइ। इ बरे ओकर टाँग नाहीं तोड़ेन। 34 मुला ओहमाँ स एक सिपाही ईसू क पंचरे मँ आपन भाला भोंक दिहेस, जउने मँ स तुरन्त लहू अउर पानी निकरइ लाग। 35 (जउन एका देखे रहा उ साच्छी दिहेस अउर ओकर साच्छी सच्ची अहइ, उ जानत ह कि उ सच्ची बात कहत अहइ ताकि तू सबेन्ह बिसवास करा।) 36 इ एह बरे भवा कि पवित्तर सास्तर क बात पूरी होइ सकइ, “ओकर कउनो हड्डी तोड़ी न जाई” 37 अउर पवित्तर सास्तर मँ लिखा अहइ कि, “जे ओकरे भाला भोंकेस उ पचे ओकरी तरफ तकिहीं।” 38 ऍकरे बाद अरमतियाह क यूसुफ (जउन ईसू क चेला रहा, मुला यहूदियन क डर क मारे खूद क छिपाए रहत रहा।) पिलातुस स पराथना करेस कि ओका ईसू क ल्हास लइ जाइ क इजाजत दइ देइ। इ बरे उ ओकर ल्हास लइ गवा। 39 निकुदेमुस, जउन ईसू क लगे रात क पहले आइ रहा, हुवाँ लगभग तीस किलो मिला जुला गंधरस अउर एलवा (जइसे कि ल्हास मँ सड़न न आवइ पावइ) लइके आवा। फिन उ पचे ईसू क ल्हासे क लइ गएन। 40 अउर यहूदियन क ल्हास गाड़इ क व्यवस्था क अनुसार ओका महकइवाली तमाम चीज क साथ कफन मँ लपेट दिहेन। 41 जहाँ प ईसू क क्रूस प चढ़ावा ग रहा, हुवाँ एक ठु बगीचा रहा। अउर उ बगीचा मँ एक ठु नई कब्र रही जउने मँ अब तक केउँ क नाहीं रखा ग रहा। 42 उ दिन सबित क तैयारी क दिन सुक्रवार रहा, अउर उ कब्र बहोतई लगे रही, इ बरे उ सबेन्ह ईसू क उहइ मँ रख दिहेन।
John 20:1 सप्ताह क पहिले दिन धुर सबेरे जब थोरि क अँधेरा बचा रहा तउ मरियन मगदलीनी कब्र प आइ। अउर उ देखेस कि कब्र क पाथर हटा अहइ। 2 फिन उ दौड़के समौन पतरस अउर ईसू क पियारा चेलन क लगे पहुँची। अउर ओनसे बोली, “उ पचे पर्भू क कब्र स निकालके लइ गएन। अउर हमका पचे इ पता नाहीं अहइ कि उ सबेन्ह ओका कहाँ रखेस अहइँ।” 3 फिन पतरस अउर उ दूसर चेला हुवाँ स कब्र क तरफ चल पड़ेन्ह। 4 उ दुइनउँ साथे साथे दउड़त रहेन मुला दूसर चेला पतरस स आगे चला गवा अउर कब्र प पहिले पहुँच गवा। 5 उ नीचे निहुरिके देखेस कि हुवाँ कब्र क कपरा परा अहइ, मुला उ भीतर नाहीं गवा। 6 उहइ समइ समौन पतरस जउन ओकरे पाछे आवत रहा, उहउ आइ पहुँचा अउर कब्र क अन्दर चला गवा। उ देखेस कि हुवाँ कफन क कपरन परा अहइँ। 7 अउर उ कपरा जउन गाड़त क समइ ओकरे मुड़े कइँती रहा, उ कफन क साथ नाहीं अहइ, उ अलग स दूसरी जगह प रखा रहा। 8 फिन दूसर चेला जउऩ कब्र प पहिले पहुँचा रहा, उहउ भीतर घुसा। उ देखेस अउर बिसवास करेस। 9 (उ पचे अबहुँ तलक पवित्तर सास्तर क इ बचन नाहीं समझे रहेन कि ओका मरा मनइयन स जी उठब एकदम पक्का अहइ।) 10 फिन उ दुइनउँ चेलन अपने अपने घरे चला गएन। 11 मरियम रोवत चिल्लात कब्र क बाहेर खड़ी रहि गइ। रोवत चिल्लात उ कब्र मँ अन्दर झाँकि क बरे नीचे झुकी। 12 जउने जगह ईसू क ल्हास रखी रही, हुवाँ उ सफेद कपरा पहिरे दुइ ठु सरगदूत बइठा रहेन, ओहमाँ स एक ठु सिरहाने प बइठा रहा अउर दूसर पइताने प बइठा रहा। 13 उ पचे ओसे पूछेन, “ऐ स्त्री तू काहे क रोअति अहा?”उ जवाब दिहेस, “उ पचे मोरे पर्भू क उठाइ लइ गवा अहइँ अउर मोका इ पता नाहीं बाटइ कि ओका कहाँ रखे अहइँ?” 14 ऍतना कहिके उ मुड़ी अउर देखेस कि ईसू खड़ा अहइ। मुला उ जानि नाहीं पाएस कि उ ईसू रहा। 15 ईसू ओसे कहेस, “ऐ स्त्री तू काहे रोवति अहा? तू केका खोजति अहा?”उ इ जानेस कि पूछइवाला माली अहइ, उ ओसे कहेस, “महासय, जदि तू कबहूँ ओका उठाए होया तउ मोका बतावा कि तू ओका कहाँ रखे अहा? मइँ ओका लइ जाबइ।” 16 ईसू ओसे कहेस, “मरियम!”उ पाछे मुड़ी अउर इब्रानी मँ कहेस, “रब्बूनी” (मतलब “हे गुरू”) 17 ईसू ओसे कहेस, “मोका जिन छुआ काहेकि मइँ अबहिं तलक परमपिता क पास ऊपर नाहीं पहुँचा अही। तू मोरे भाइयन क लगे जाइके बतावा, ‘मइँ अपने परमपिता अउर तोहरे परमपिता तथा अपने परमेस्सर अउर तोहरे परमेस्सर क पास ऊपर जात अही।” 18 मरियन मगदलीनी आइके चेलन क समन्वा बताएस, “मइँ पर्भू क देखेउँ!” अउर उ मोका इ बात बताएस। 19 उहइ दिन संझा क, उ हफ्ता क पहिला दिन रहा ओकर चेलन यहूदियन क डरके मारे आपन दरवाजा बन्द करे रहेन। उहइ समइ प ईसू आइके ओनके बीच मँ खड़ा होइ गवा अउर ओनसे कहेस, “तोहका सबका सान्ति मिलइ।” 20 ऍतना कहिके उ ओनका सबेन्ह क आपन हाथ अउर आपन बगल देखॉएस। सब चेलन अपने पर्भू क देखके बहुत आनन्द मँ आइ गएन। 21 तउ ईसू ओनसे फिन कहेस, “तोहका सबका सान्ति मिलइ। वइसेन जइसेन परमपिता मोका भेजेस, मइँ तू पचे क भेजत अही।” 22 इ कहिके उ ओनके सबके ऊपर फूँक मारेस अउर ओनसे कहेस, “पवित्तर आतिमा क अपनाइ ल्या। 23 जउने मनई क पाप क तू छमा करत ह, ओनका छमा मिलत ह अउर जउन मनई क पापन क तू छमा नाहीं करत्या, उ सब बिना छमा पाए रहत हीं।” 24 थोमा जउन बारह मँ एक रहा अउर दिदिमस कहवावा जात रहा, जब ईसू आवा रहा तउ ओकरे साथे नाहीं रहा। 25 दूसर चेलन ओसे कहत रहेन, “हम पर्भू क देखे अही।” मुला उ ओनसे कहेस, “जब उ तलक मइँ ओकरे हाथन मँ कील क निसानी न देख लेब अउर ओहमाँ आपन अंगुरी न डाइ लेब, तथा ओकरे पंजरे मँ आपन हाथ न डाइ लेब तब तक मइँ बिसवास न करब।” 26 आठ दिन क बाद ओकर चेलन फिन एक दाईं घरे क भीतर रहेन। अउर थोमा ओऩके साथे रहा। दरवाजा प ताला लगा, रहा, मुला ईसू आवा अउर ओनके बीच मँ खड़ा होइके बोला, “तोहका सबन क सान्ति मिलइ!” 27 फिन उ थोमा स कहेस, “हाँ आपन अंगुरी अब अउर मोर हाथ देख, आपन हाथ फैलाइके मोरे पंजरे मँ डावा। सन्देह करब छोड़ द्या अउर बिसवास करा।” 28 एकर जवाब देत थोमा बोला, “मोर पर्भू, हे मोर परमेस्सर!” 29 ईसू थोमा स कहेस, “तू मोका देखिके बिसवास करे अहा। मुला उ पचे धन्य अहइँ जउन बिना देखे बिसवास करत हीं।” 30 ईसू अउर तमाम चमत्कार चिन्ह अपने चेलन क देखाएस जउन इ किताब मँ नाहीं लिखी अहइँ। 31 अउर जउन बात हिआँ लिखी अहइँ। उ इ बरे लिखी अहइँ कि तू बिसवास करा कि ईसू ही परमेस्सर क पूत मसीह अहइ। अउर इही बरे कि बिसवास करत ओकरे नाउँ स तोहका सबन क अनन्त जीवन मिलइ।
John 21:1 एकरे बाद झील तिबिरियास प ईसू अपने चेलन क समन्वा फिन खुदइ क परगट किहेस। उ खुदइ क इ तरीके परगट किहेस। 2 समौन पतरस, थोमा (जउन जुड़ौधा कहवावा जात रहा) गलील क काना क नतनएल, जब्दी क बेटवन अउर ईसू क दुइ ठू चेलन हुवाँ इकट्ठा रहेन। 3 समौन पतरस ओनसे कहेस, “मइँ मछरी पकड़इ जात अही।”उ पचे ओसे बोलेन, “हमहूँ पचे तोहरे साथे चलत अही।” उ सबेन्ह ओकरे साथे चल दिहेन अउर नाउ प बइठ गएन। मुला उ रात उ पचे कछू नाहीं पकड़ पाएन। 4 मुला तब तलक सबेर होइ गवा रहा। मुला चेलन क पता नाहीं चल पावा कि हुवाँ ईसू अहइ। 5 फिन ईसू ओनसे कहेस, “लड़को, तोहरे लगे कउनो मछरी अहइ?”उ पचे जवाब दिहेन, “नाहीं।” 6 फिन उ कहेस, “नइया क दहिनी तरफ जाल फेंका तउ तोहका कछू मिली।” तउ उ पचे जाल फेंकिन मुला ऍतना जियादा मछरी रहिन कि फिन जाल क वापस नाहीं खींच पाएन। 7 फिन ईसू क पियारा चेला पतरस कहेस, “इ तउ पर्भू अहइ।” जब समौन इ सुनेस कि पर्भू अहइ तउ उ आपन बाहेर पहिनइवाला कपरा कस लिहेस (काहेकि उ नंगा रहा।) अउर पानी मँ कूद पड़ा। 8 मुला दूसर चेलन मछरिअन स भरा जाल खींचत भए नाउ स किनारे आएन (काहेकि उ धरती स जियादा दूर नाहीं रहेन, ओनकाइ दूरी करीब सौ मीटर क रही।) 9 जब उ पचे किनारे आएन तउ हुवाँ जरत कोयलन क आग देखेन। ओकरे ऊपर मछरी अउर रोटी पकावइ क बरे रखी रही। 10 ईसू ओसे कहेस, “तू पचे जउन मछरी पकरे अहा, ओहमाँ स कछू लइ आवा।” 11 फिन समौन पतरस नाउ प गवा अउर एक सौ तिरपन बड़ी मछरिअऩ स भरा जाल किनारे प खींच लिहेस। जाल मँ ऍतनी अधिक मछरी रहिन मुला जाल फटा नाहीं। 12 ईसू ओनसे कहेस, “हियाँ आवा अउर खाना खा!” ओकरे चेलन मँ स कउनो क हिम्मत नाहीं परी कि ओसे पूछ सकइँ कि “तू कउन मनई अह्या?” काहेकि उ जान ग रहेन कि उ पर्भू अहीं। 13 ईसू आगे गवा। उ रोटी लिहेस अउर ओनका दइ दिहेस अउर इहइ तरह स मछरियन क दइ दिहेस। 14 अब इ तीसरी बार रहा जब कि मरे क बाद जी उठिके उ आपने चेलन क समन्वा परगट भवा। 15 जबहिं उ पचे भोजन कइ चुकेन तउ ईसू समौन पतरस स कहेस, “यूहन्ना क पूत समौन, जेतॅना पिरेम इ सबइ मोसे करत हीं, तू मोसे जियादा पिरेम करत अहा?”पतरस ईसू स कहेस, “हाँ पर्भू, तू जानत अहा कि मइँ तोहसे पिरेम करत हऊँ।” ईसू पतरस स कहेस, “मोरे मेमनन क रखवाली करा।” 16 उ ओसे दुसरी बार बोला, “यूहन्ना क बेटवा समौन, का तू मोसे पिरेम करत ह”पतरस ईसू स कहेस, “हाँ पर्भू, तू जानत अहा कि मइँ तोहसे पिरेम करित ह।” ईसू पतरस स कहेस, “मोरी भेंड़नक देखभाल कर।” 17 ईसू फिन तीसरी दाईं पतरस स कहेस, “यूहन्ना क बेटवा समौन, का तू हमसे पिरेम करत ह”पतरस दुखी होइ गवा कि ईसू ओसे तीसरी दाईं पूछेस, “का तू मोसे पिरेम करत ह” इ बरे पतरस ईसू स कहेस, “पर्भू तू सब कछू जानत ह, तू जानत अहा कि मइँ तोहसे पिरेम करित ह!”ईसु ओसे कहेस, मोरी भेड़न क चरावा। 18 मइँ तोहसे सत्य कहत अहउँ, जब तू जवान रह्या, तउ तू अपनी कमर प फेंटा कस क जहाँ चाहत रह्या, चला जात रह्या। मुला जब तू बुढ़ाइ जाब्या, तउ हाथ पसरब्या अउर कउनो दूसर तोहका बांधके जहाँ तू नाहीं जाइ चाहब्या, हुवाँ लइ जाई।” 19 (उ इ दरसावइ क बरे अइसा कहेस कि उ कउनो तरह क मउत स परमेस्सर क महिमा करी।) ऍतना कहिके उ ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा!” 20 पतरस पाछे मुड़ा अउर देखेस कि उ चेलन जेहसे ईसू पिरेम करत रहा, ओनके पाछे आवत अहइ। (इ उहइ रहा जउन भोजन करत ओकरी छाती प झुकके पूछे रहा, “पर्भू, उ कउन अहइ, जउन तोहका धोखे स पकड़वाई?”) 21 जब पतरस ओका देखेस तउ उ ईसू स बोला, “पर्भू, एकर का होई?” 22 ईसू ओसे कहेस, “जदि मइँ इ चाही कि जब तलक मइँ आई, इ हिआँ रहइ, तउ तोहसे का मतलब? तू मोरे पाछे चला आवा!” 23 इ तरह स इ बात भाइयन (मनवइयन) मँ हिआँ तलक फइल गइ कि उ चेला जेका ईसू पियार करत ह न मरी। ईसू इ नाहीं कहे रहा कि उ न मरी, बल्कि उ तउ ऍतना कहे रहा, “जदि मइँ चाही कि जब तलक मइँ आई, इ हिआँ रहइ तउ तोहसे का मतलब?” 24 इहइ उ चेला अहइ जउन एकइ सबके साच्छी देत ह कि जउन इ सब बात लिखे अहइँ सब सही अहइँ। 25 ईसू इहइ तरीके बहुत काम करेस। जदि एक एक कइके ओन सबका लिखा जात तउ मइँ सोचित ह कि जउन किताब लिखी जातिन, उ ऍतना जियादा होतिन कि पूरी धरती प न अमातिन।
Acts 1:1 हे थियुफिलुस, मइँ आपन पहिली किताबे मँ ओन सबइ कामे क बारे मँ लिखेउँ ह जेका सुरू स ईसू किहेस ह अउर 2 उ दिना तलक उ प्रेरितनक जेनका उ चुनेस जब ताई उ पवित्तर आतिमा क आदेस क अऩुसार उ सरगे मँ ऊपर नाहीं उठाइ लीन्ह गवा। 3 आपन मउत क पाछे उ आपन क ठोस प्रमाण लइ के ओनके समन्वा परगट भवा कि उ जिअत बा। उ चालीस दिना तलक ओनके अगवा परगट होत रहा अउर परमेस्सर क राज्य क बारे मँ ओनका बतावत रहा। 4 फिन एक दाई ओनके संग खइया क खात रहा तउ उ ओनका हुकुम दिहेस, “यरूसलेम क जिन तजा अउर मुला जेकरे बारे मँ तोसे कह्यों कि, परमपिता क सपथ पूरा होइ तलक जोहत रहा। 5 काहेकि यूहन्ना तउ पानी स बपतिस्मा दिहेस, मुला अब तनिक दिना क पाछे पवित्तर आतिमा स बपतिस्मा दीन्ह जाइ।” 6 तउ जब उ प्रेरितन आपुस मँ भेंटेन, उ पचे पूछेन, “पर्भू! का तू इहइ समइ प इस्राएल क राज्य क फिनस लिआइ देब्या?” 7 उ ओनसे कहेस, “उ बेलन या तिथियन क जानब तोहार काम नाहीं, जेका परमपिता खुद आपन अधिकार स तय किहे अहइ। 8 मुला जब पवित्तर आतिमा तोह प आइ, तोहका सक्ती मिलि जाइ। अउर यरुसलेम मँ, समूचइ यहूदिया अउर सामरिया मँ अउर धरती क छोर तलक तू पचे मोर साच्छी होब्या।” 9 ऍतना कहे क पाछे ओनकइ लखत लखत ओका सरगे मँ ऊपर उठाइ लीन्ह गवा अउर फिन एक बादर ओका आँखी स ओझल कइ दिहेस। 10 जब उ जात रहा तउ पचे आँखी पसारि के ओका निहारत रहेन। तबहिं फउरन सफेद कपड़ा पहिरिके दुइ मनई ओकरे समन्वा आइके ठाड़ भएन। 11 अउर बोलेन, “अरे गलीली मनइयो। तू पचे हुवाँ ठाड़ भवा टकटकी काहे लगाए बाट्या? इ ईसू तोहरे बीच स सरगे मँ ऊपर उठाइ लीन्ह गवा, जइसे तू ओका सरगे मँ जात देख्या, वइसे ही उ फिन वापिस लौटि आई।” 12 फिन उ प्रेरितन जैतून नाउँ क पर्वत स, यरूसलेम लौटि आएन जउन यरुसलेम स कउनो एक किलोमीटर दूर रहा। 13 अउर हुवाँ पहुँचिके ऊपर क उ कमरा मँ गएन जहाँ उ पचे ठहरा रहेन। इ पचे रहेन-पतरस, यूहन्ना, याकूब, अन्द्रियास, फिलिप्पुस, थोमा, बरतुलमै अउर मत्ती, हलफई क बेटवा याकूब, समौन जेलोतेस अउर याकूब क बेटवा यहूदा। 14 ऍनके संग कछू स्त्रियन, ईसू क महतारी मरियम अउर ईसू क भाई भी रहेन। इ सबइ आपन क एक संग पराथना मँ चित लगाए राखत रहेन। 15 फिन इ दिनन मँ पतरस भाई-बन्द क बीच खड़ा होइके, जेकर गनती कउनो एक सउ बीस रही, कहेस, 16 “मोरे भाइयो, ईसू क गिरफतार करावइ वाले मनइयन क अगुआ यहूदा क बारे मँ, पवित्तर सास्तर कउ लेख जेका दाऊद आपन मुँहे स पवित्तर आतिमा बहोत पहिले ही कहे रही, ओकर पूर होब जरूरी रहा। 17 उ हम पचन मँ गना गवा रहा अउर इ सेवा मँ ओकर हाथ रहा।” 18 (इ मनई जउन धन ओका ओकरे नीचपना क कामे बरे मिला रहा, उ धने स एक ठु खेत मोल लिहेस मुला उ पहिले तउ मूँड़े क बल भहरान अउर फिन बदन फाटि गवा अउर ओकर अँतड़ी बाहेर निकरि आइ। 19 अउर सबइ यरूसलेम क बसइयन क एकर पता लग गवा। य़ह बरे ओनकइ भाखा मँ उ खेत क हक्लदमा कहा गवा जेकर अरथ अहइ “लहू क खेत।”) 20 पतरस कहेस, “काहेकि भजन संहिता मँ इ लिखा बा, ‘ओकर घर उजरि जाइ अउर ओहमाँ रहइ क कउनो नाँ बचइ।’ भजन संहिता 69:25अउर, ‘ओकर, मुखियई कउनो दूसर मनई लइ लेइ।’ भजन संहिता 109:8 21 यह बरे इ जरुरी अहइ कि जब पर्भू ईसू हमरे बीच रहा तउ जउन मनइयन हमरे संग सदा रहेन, ओहमाँ स कउनो एक क चुना जाए। कहइ क मतलब उ समइ स लइके जब स यूहन्ना मनइयन क बपतिस्मा देब सरू किहेस अउर जब तलक ईसू क हमरे बीच स उठइ लीन्ह गवा रहा। इ मनइयन मँ स कउनो एक क ओकरे फिन स जी उठइ क महरे संग साच्छी होइ चाही।” 22 23 यह बरे उ पचे दुइ मनई न नाउँ दिहेन। एक यूसुफ जेका बरसबा कहा जात रहा। (यूसतुस ऩाउँ स जाना जात रहा) अउर दूसर मत्तियाह। 24 फिन उ पचे इ कहत भवा पराथना करइ लागेन, “पर्भू! तू सबहि क मनवा क जानत ह, हमका बतावा कि इ दुइनउँ मँ स तू केका चुन्या ह। 25 जउऩ एक प्रेरित क तरह सेवा करइ बरे इ ओहदा क लइ लेई जेका आपन ठउर पर जाइ बरे ओहदा छोड़िके चला गवा रहा!” 26 फिन उ पचे एकरे बरे पर्ची नाएन अउर पर्ची मत्तियाह क नाउँ क निकरी। इ तरह गियारह प्रेरितन? क दल मँ गना गवा। 27 28 29 30 31 32
Acts 2:1 जब पिन्तेकुस्त क दिन आवा तउ उ पचे एक ठउर प बटुरा रहेन। 2 तब्बइ हुवाँ एकाएक आकासे स खउफनाक आँधी क सब्द आवा। अउर जउन घरे मँ उ पचे बइठा रहेन, ओहमाँ समाइ गवा। 3 अउर आगी क उठत लपट जइसी जीभ हुँवा समन्वा देखॉइ देइ लाग। अउर ओनका आगी क उठत लपट जइसी जिभिया देखॉइ लागिन। उ सबइ बँटी भइ जीभ एक क ऊपर आइ ठहरिन। 4 उ पचे पवित्तर आतिमा स भावित भएन। अउर आतिमा स दीन्ह गए सामर्थ क अनुसार उ सबइ भाखन मँ बोलइ लागेन। 5 हुवाँ यरूसलेम मँ अकास क तरे सबहिं देसन स आवा भएन यहूदी भगत रहत रहेन। 6 जबहिं इ सब्द क आवाज सुनि गई तैसहिं एक भीड़ बटुर गइ। उ पचे अचरज मँ पड़ा रहेन काहेकि हर कउनो ओनका आपन भाखा मँ बोलत सुनेस। 7 उ पचे अचम्भा मँ घबड़ियाइके बोलेन, “इ सबइ बोलवइया मनइयन गलीली नाहीं अहइँ। 8 फिन हम पचन मँ स हर कउनो ओनका आपन मातृभाखा मँ बोलत भवा कइसे सनत अहइ? 9 हुवाँ पारथी, मोदी अउर एलामी, मोसोपोटामिया क बसइया, यहूदिया अउर कप्पूदूकिया, पुन्तुस अउर एसिया। 10 फ्रूगिया अउर पंफलिया, मिस्त्र अउर कूरेने सहर क निअरे लिबिया क कछू पहँटा क मनइयन, रोम स आवा भएन सैलानी, 11 जेहमाँ जन्मा भवा यहूदी अउर यहूदी धरम क मनइयन, क्रेती अउर अरबी लोग हम सबइ परमेस्सर क अचरज कारजन क आपन आपन भाखा मँ सुनत अहइँ।” 12 उ पचे सबइ अचम्भा मँ पड़िके भउचक्का होइके आपुस मँ पूछइ लागेन, “इ का होत अहइ?” 13 मुला दूसर मनइयन प्रेरितन क मसखरी करत भए बोलेन, “इ सबइ कछू जिआदा दाखरस पिए बाटेन।” 14 फिन गियारह प्रेरितन क संग पतरस खड़ा भवा अउर ऊँची अवाज मँ मनइयन क गोहराइ क कहइ लाग, “यहूदी भाइयो अउर यरुसलेम क सबहिं बासिंदा, ऍकर अरथ मोका बतावइ द्या। मोरे बचन क धियान स सुना। 15 इ पचे पिए नाहीं अहइँ, जइसा की तू पचे बूझत अहा। काहेकि अबहिं तउ भिन्सारे क नौ बजा अहइ। 16 Vमुला इ बात अहइ जेकरे बारे मँ योएल नबी कहे रहा: 17 ‘परमेस्सर कहत ह:आखिरी दिना मँ अइसा होइ कि मइँ सबहिं मनइयन प अपने आतिमा उड़ेल देब फिन तोहार पूत अउर बिटिया भविस्सबाणी करइ लगिहीं। अउर तोहार जवान मनई दर्सन पइहीं अउर तोहार बुढ़वा लोग सपना देखिहीं। 18 हाँ उ दिना मइँ आपन नउकर अउर नउकरानी प आपन आतिमा उडेर देब अउर उ पचे भविस्सबाणी करिहीं। 19 मइँ ऊपर अकासे मँ अचरज कारजन अउर तरखाले भुइयाँ प चीन्हा देखाउब, खून, आगी अउर धुआँ क बादर। 20 सूरज अँधियारा मँ अउर चाँद रकत मँ बदल जाइ, अउर जब पर्भू क दिव्य अउर महान दिन आइ। 21 अउर तब हर उ कउनो क बचाव होइ जउन पर्भू क नाउँ पुकारी।’ योएल 2:28-32 22 “ओ इस्राएलियो! इ बचन क सुना: नासरी ईसू एक ठू अइसा मनई रहा जेका परमेस्सर तोहरे समन्वा अद्भुत कारज, अचरज कारजन अउर अद्भुत चीन्हन क साथ जेका परमेस्सर आपन खुद किहे रहा तोहरे बीच ओका परगट किहेस। जइसा कि तू खुद जानत ह। 23 ई मनई तोहका कउनो तय कीन्ह भइ जोजना अउर पहिले क गियान क अनुसार तोहरे हवाले कीन्ह गवा रहा अउर तू पचे ओका अधर्मियन क हाथे पकड़वाइके क्रूस प चढ़वाया अउर खीला ठोंकवाइके मरवाइ दिहा। 24 मुला परमेस्सर मउत क दुःखे स अजाद कराइके फिन जिआइ दिहेस। काहेकि ओकरे बरे इ होइवाला नाहीं रहा कि मउत ओका राखि पावत। 25 जइसा कि दाऊद ओकरे बारे मँ कहेस ह:‘मइँ हमेसा पर्भू क आपन समन्वा देखेउँ ह। उ मोरे दाहिन कइँती बिराजत अहइ, काहेकि मइँ डुग न पावउँ। 26 ऍहसे मोर हिरदय खुस अहइ अउर मोर बाणी आनन्द मँ बा; मोर देह भी आसा मँ जिई। 27 तू मोर आतिमा क अधोलोक मँ न छोड़ब्या। तू आपन पवित्तर जन क नास क अनुभव न होइ देब्या। 28 तू ही मोरी जिन्नगी क राह क गियान कराइ दिहा ह। अउर तू ही आपन हाजिरी स मोका आनन्द स पूरा कइ देब्या।’ भजन संहिता 16:8-11 29 “मोरे भाइयन, मइँ पतिआइके आदि मनई दाऊद क बारे मँ तू पचन्स कहि सकत हउँ कि ओकर मउत होइ गइ अउर ओका माटी दइ दीन्ह गइ। अउर ओकर कब्र हमरे हियाँ आजु तलक मौजूद बा। 30 मूला काहेकि उ एक नबी रहा अउर जानत रहा परमेस्सर सपथ खाइके ओका बचन दिहेस ह कि उ ओकरे वंस मँ स कउनो एक क सिंहासने प बइठाई। 31 यह बरे अगवा जउन होइ क बाटइ, ओका दाऊद लखत भए उ सब इ कहे रहा कि:‘ओका अधोलोक मँ नाहीं छोरा गवा अउर न ही ओकरे देह स सड़ब गलब क अंजाद लगाएस।’तउ उ मसीह क पुनरूत्थान क बारे मँ ही कहे रहा। 32 इहइ ईसू क परमेस्सर पुनरूत्थान कइ दिहेस। इ सच्चाई क हम पचे साच्छी अही। 33 परमेस्सर क दाहिन हाथे कइँती सबन ते उँचका ओहदा पाइके ईसू पिता स सपथ क अनुसार पवित्त्र आतिमा पाएस अउर फिन उ इ आतिमा क उड़ेरेस जेका अब तू लखत बाट्या अउर सुनत बाट्या। 34 दाऊद सरगे मँ नाहीं गवा तउ उ खुद कहत ह:‘पर्भू (परमेस्सर) मोर पर्भू स कहेस: मोरे दाहिने बइठा, जब ताई मइँ 35 तोहरे बैरिन क तोहरे गोड़वा तरे गोड़ धरइ क चउकी न बनइ देइ।’ भजन संहिता 110:1 36 “यह बरे इस्त्राएल क समूचइ मनइयन ठीक तरह स समुझ लेइ कि परमेस्सर इ ईसू क जेका तू पचे क्रूस प चढ़ाइ दिहे रहा, पर्भू अउर मसीह दुइनउँ ठहरावा ग रहेन!” 37 मनइयन जब इ सुनेन तउ उ पचे घबराइ गएन अउर पतरस अउर दूसर प्रेरितन स कहेन, “तउ भाई, हम सबन क का करइ चाही?” 38 पतरस ओनसे कहेस, “मनफिराओ अउर आपन पापे क छमा पावइ बरे तू पचन मँ स हर एक क ईसू मसीह क नाउँ स बपतिस्मा लेइ चाही। फिन तू पवित्तर आतिमा क उपहार मँ पउब्या। 39 काहेकि इ सपथ तोहरे बरे, तोहरे संतान बरे अउर ओन सब कामे बरे अहइ जउन बहोत दूर बाटेन। इ सपथ ओन सब बरे अहइ जेनका हमार पर्भू परमेस्सर आपन लगे बोलावत ह।” 40 अउर बहोत स बचन स उ ओनका चिताउनी दिहेस अउर समझाय के ओनसे कहेस, “इ कुमार्गी पीढ़ी स आपन खुद क बचावा!” 41 तउ जउन ओकरे संदेसा क अंगीकार किहेन, ओनका बपतिस्मा दीन्ह गवा। इ तरह उ दिना उ बिसवासियन क झुण्ड मँ कउनो तीनजहार मनई अउर जुड़ गएन। 42 उ पचे प्रेरितन क उपदेस, संगत, रोटी क तोड़इ अउर पराथना करइ मँ जिअरा लगाइ दिहन। 43 हर मनई प भय रहा अउर प्रेरितन क जरिये बहुत अचरज कारजन अउर अद्भुत चीन्हन परगट कीन्ह जात रहेन। 44 सबहिं बिसवासी एक संग बटुरत रहेन अउर ओनके लगे जउन कछू रहा, उ पचे आपुस मँ बाँट लेत रहेन। 45 उ पचे आपन सबहिं चीजन अउर धन-दौलत बेंचेन अउर ओन सब चिजन्क आपुस मँ बाँटि लिहन, जइसे जेका जरूरत रही। 46 अउर उ पचे हर दिन मन्दिर मँ एक उदेस्स स मिलि जात रहेन। उ पचे घरे मँ रोटी तोड़ लेतेन अउर आनन्द अउर निर्मल मन स खात रहेन। 47 उ पचे सब मनइयन क नीक बिचार क आनन्द लेत भए पर्भू क स्तुति गवात रहेन। अउर हर दिन परमेस्सर, जेनकइ उद्धार करत, ओनकइ दल मँ अउर जोरि दीन्ह जात।
Acts 3:1 दुपहरिया क बाद तीन बजे पराथना क समइ पतरस अउर यूहन्ना मन्दिर जात रहेन। 2 तबहिं एक ठु अइसा मनई जउन जनम स ही लँगड़ा रहा, लइ जावा जात रहा। उ पचे हर दिना ओका मन्दिर क सुन्नर नाउँ क फाटक प बइठाइ देत रहेन। काहेकि उ मन्दिर मँ जाइवाला मनइयन स पइसा माँग सकइ। 3 ई मनई ने जब देखा यूहन्ना अउर पतरस मन्दिर मँ प्रवेस करयवाला अहइँ तउ ओनसे पइसा मांगेस। 4 यूहन्ना क संग पतरस ओकरी कइँती लखत भए बोलेन, “हमरी कइँती लखा।” 5 तउ उ ओनसे कछू मिल जाइ क आसा करत भवा ओनकर कइँती लखेस। 6 मुला पतरस कहेस, “मोरे लगे सोना या चाँदी तउ अहइ नाहीं मुला जउन कछू अहइ, मइँ तोहका देत हउँ। नासरी ईसू मसीह क नाउँ स ठाड़ ह्वा अउर चला।” 7 फिन ओकर दाहिन हथवा धइके ओका उठाएस, फउरन ओकरे गोड़वा अउर अखनी मँ जान आइ गइ। 8 अउर उ फिन आपन गोड़वा क बल उछरा अउर चल दिहस। उ उछरत कूदत चलत अउर परमेस्सर क स्तुति गावत ओनकइ संग मन्दिर मँ घुसा। 9 सबहिं मनइयन ओका चलत अउर परमेस्सर क स्तूति गावत लखेन। 10 पहिचानेन कि इ उहइ अहइ जउन मन्दिर क सुन्नर दुआरे प बइठा भीख माँगत रहा। ओकरे संग जउन कछू भवा रहा ओह पइ उ पचे अचरज स भरि अउर चकित होइ गएन। 11 उ मनई अबहिं पतरस अउर यूहन्ना क संग रहा। तउ सबहिं मनई अचम्भा मँ पड़िके उ ठउर प ओकरे लगे दउड़त दउड़त आएऩ जउन सुलैमान क ड्यौढ़ी कहवावत रहा। 12 पतरस जब इ लखेस तउ उ मनइयन स बोला, “हे इस्त्राएल क मनइयन, तू पचे इ बाते प चकित काहे होत बाट्या? अइसे घूरि घूरिके हमका काहे लखत बाट्या, जइसे मान ल्या हम ही आपन सक्ती या बल प इ मनई क चलइ फिरइ जोग्ग बनइ दीन्ह ह। 13 इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क परमेस्सर, हमरे पूर्वजन क परमेस्सर आपन सेवक ईसू क महिमा स बखानेस। अउर तू पचे ओका मरवावइ बरे धरवाइ दिहा। अउर फिन पिलातुस क जरिए, ओका छोर दिहे जाए क जिअरा मँ ठान लेइ स पिलातुस क समन्वा तू पचे ओका मानइ स इनकार कइ दिहा। 14 ईसू पवित्तर अउर भोला रहा मुला तू ओका मान्या नाहीं अउर माँग्या कि एक हत्तियारा क तोहरे बरे छोर दीन्ह जाइ। 15 जो मनइयन क जिन्नगी देत रहा ओका तू मारि डाया मुला परमेस्सर मरा भवा मँ स ओका पुनर्जीवन दिहस। हम ऍकर साच्छी अही। 16 इ ईसू क सक्ती रही जउन इ लँगड़ा क चंगा किहेस। इ भवा काहेकि हम ईसू क सक्ती मँ पतिआइत ह। तू पचे इ मनई क लख सकत ह अउर तू सबइ ओका जानत ह। उ पूरी तरह स चंगा होइ गवा काहेकि उ ईसू मँ ओकर बिसवास रहा। तू पचे निहर्या कि इ सब कछू भवा। 17 “हे भाइयो, अब मइँ जानत हउँ कि जइसे अग्याने मँ तू सबइ वइसा ही किहा, वइसा ही तोहार ही नेतन किहेन। 18 परमेस्सर आपन सबहिं नबियन क मुँहना स बकरवाइ दिहेस कि ओकरे मसीह क दुःख भोगे पड़ी। उ इ तरह पूरा किहेस। 19 यह बरे तू आपन मनफिरावा अउर परमेस्सर कइँती फिरि आवा काहेकि तोहार पाप धोइ दीन्ह जाँइ। 20 जेसे पर्भू क हाजिर होइ क समइ आतिमा क सान्ति क समइ आइ जाइ अउर पर्भू तोहरे बरे मसीह क पठवइ जेका उ तोहरे बरे चुन लिहे बा, कहइ क अरथ ईसू मसी। 21 मसीह क उ समइ तलक सरग मँ रहइ क होइ जब ताई सबहिं बातन पहिले जइसी न होंइ जेनके बारे मँ बहोत पहिले ही परमेस्सर पवित्तर नबियन क मुँहना स बताइ दिहे रहा। 22 मूसा कहे रहा, ‘पर्भू परमेस्सर तोहरे बरे, तोहरे आपन लोगन मँ स ही एक मोरे जइसा नबी खड़ा करी। उ तू पचन स जउन कछू कहइ, तू पचे उहइ प चल्या। 23 अउर जउन मनई उ, इ नबी क बात न सुनी, मनइयन मँ स ओका परमेस्सर क मनइयन स अलग कर दीन्ह जाइ।’ 24 समूएल अउर ओकरे पाछे आए भए सबहिं नबियन जब कबहुँ कछू कहेन तउ एनही दिनन क एलान किहेन। 25 अउ तू सबइ तउ ओन नबियन अउर उ करार क उत्तराधिकारी अहा जेका परमेस्सर तोहरे पूर्वजन क संग किहे रहा। उ इब्राहीम स कहे रहा, ‘तोहरे सन्ताने स धरती क सभी रास्ट्र क मनइयन आसीर्बाद पइहीं।’ 26 परमेस्सर जब आपन सेवक क पुनर्जीवित किहेस तउ पहिले पहिले उ तोहरे लगे पठएस काहेकि तू पचन्क तोहरे बुरे राहे स दूर कइके आसीर्बाद देइ।” 27 28 29 30 31
Acts 4:1 अबहिं पतरस अउर यूहन्ना मनइयन स बतियात रहेन कि याजक, मन्दिर क सिपाहियन क मुखिया अउर कछू सदूकीयन ओनकइ लगे आएन। 2 उ पचे ओनसे इ बाते प भिनका रहेन कि पतरस अउर यूहन्ना उपदेस देत भए ईसू क मरे हुएन मँ स जी उठइ क जरिए पुनरूत्थान क प्रचार करत रहेन। 3 तउ उ पचे ओका बन्दी बनइ लिहेन अउर काहेकि उ समइ साँझ होइ ग रही, ऍह बरे दूसर दिना हौलात मँ राखेन। 4 मुला उ पचे उ संदेसा सुनेन कि ओनमाँ स बहोतन ओह प बिसवास अउर इ तरह ओनकइ गनती पाँच हजार ताईं पहोंच गइ। 5 दूसरे दिन यहूदी नेतन बुजुर्ग यहदी नेतन अउर धरम सास्तिरियन यरूसलेम मँ बटुरेन। 6 महायाजक हन्ना, काइफा, यूहन्ना, सिकन्दर अउर महायाजक क परिवारे क सबहिं मनई भी हुवाँ हाजिर रहेन। 7 उ सबइ इ प्रेरितन क आपन समन्वा खड़ा कइके पूछइ लागेन, “तू पचे कउने सक्ती या अधिकार स इ काम किहे ह?” 8 फिन पवित्तर आतिमाक सवार होए स पतरस ओनसे कहेस, “हे मनइयन क नेतन अउर बुजुर्ग नेतन। 9 जदि आजु हमसे एक बीमार मनई क संग कीन्ह भलाई क बारे मँ इ पूछब पछोरब होत अहइ कि उ नीक कइसे होइ गवा। 10 तउ तू सबन्क अउर इस्राएल क मनइयन क इ पता होइ जाइ चाही कि इ काम नासरी ईसू मसीह क नाउँ स भवा ह जेका तू पचे क्रूस प चढ़ाइ दिहा ह जेका परमेस्सर मरि जाए प पुनर्जीवित कइ दिहस ह। उहइ क जरिए पूरी तरह स नीक भवा इ मनई तोहरे समन्वा ठाड़ बा। 11 इ ईसू उहइ‘पाथर अहइ जेका तू सबइ राजमिस्तरी लोग तुच्छ जान्या रहा, उहइ बहोत खास पाथर बन गवा अहइ।’ भजन संहिता 118:22 12 कउनो दूसर स उद्धार नाहीं अहइ, संसारे मँ अउर दूसर नाउँ नाहीं अहइ जेहसे मानव जाति बचाई जाय सकइ। हम सब ईसू स ही उद्धार पाउब!” 13 उ पचे जब पतरस अउर यूहन्ना क निडर होब निहारेन अउर इ समुझेन कि पतरस अउर यूहन्ना अनपढ़ अउर साधारण मनइ रहेन तउ ओनका बहोत अचरज भवा। फिन उ पचे जान गएन कि इ सबइ ईसू क संग रहि चुका बाटेन। 14 अउर काहेकि उ पचे उ मनई क जउन चंगा भ रहा, ओनकइ संग खड़ा भवा लखत रहेन। तउ ओनकइ लगे तनिकउ बोलइ क कछू नाहीं रहा। 15 उ पचे ओनसे यहूदी महासभा स निकर जाइ क कहेन अउर फिन उ सबइ इ कहत भए आपुस मँ बिचार करइ लागेन कि 16 “इ पचन्क संग कइसा बिवहार कीन्ह जाइ? काहेकि यरूसलेम मँ बसइया हर कउनो जानत ह कि ऍनके जरिये एक ठु अजरज क काम कीन्ह गवा ह अउर हम ओका मना नाहीं कइ सकित। 17 मुला हम ऍनका चिताउनी दइ देइ कि उ सबइ इ नाउँ क बात कउनो अउर मनई स जिन करइँ काहेकि मनइयन म इ बात क संचरइ क अउर फैलि जाइ स रोक जाइ सकइ।” 18 तउ पचे ओनका भीतर बोलाएन अउर हुकुम दिहेन कि उ पचे ईसू क नाउँ पन तउ कउनो स कछू बात करइँ अउर न ही उपदेस देइँ। 19 मुला पतरस अउर यूहन्ना ओनका जवाब दिहेन, “तू पचे ही फरियावा, क परमेस्सर क समन्वा हमरे बरे इ नीक होइ कि परमेस्सर न सुनिके हम तोहार सुनी? 20 हम, जउन कछू हम पचे लखा ह अउर सुना ह, ओका कहे क आलावा अउर कछू नाहिं कर सकित।” 21 फिन उ पचे ओनका धमकाए क पाछे छोड़ दिहन। ओनका सजा देइ क कउनो रस्ता नाहीं मिलि सका काहेकि जउन कछू भवा रहा, ओकरे बरे सबहिं मनइयन परमेस्सर क स्तुति करत रहेन। जउने मनई क नीक करइ क इ काम कीन्ह गवा रहा, ओकर उमिर चालीस बरिस स जिआदा रही। 22 23 जब ओनका छोड़ दीन्ह गवा तउ आपन ही मनइयन क लगे आइ गएन अउर ओनसे जउन कछू मुख्ययाजक अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन कहेन, उ सब ओनका कहिके सुनावा गवा। 24 जब उ पचे इ सुनेन तउ मिलिके उँची आवाज मँ परमेस्सर क गोहरावत भवा बोलेन, “स्वामी, तू ही अकास, धरती, समुद्दर अउर ओकरे अंदर जउन कछू अहइ, ओका बनाया ह। 25 तू ही पवित्तर आतिमा क जरिये आपन सेवक, हमरे पूर्वज दाऊद क मुँहना स कहे रहा:‘देखाएन इ जानित आपन अहंकार काहे? मनइयन वृथा ही कुचाल काहे किहेन? 26 इ धरती क राजा लोग आपन क तइयार किहेन ओनके खिलाफ जुद्ध बरे। अउर राजा बटुर गएन पर्भू अउर ओकरे मसीह क खिलाफत मँ।’ भजन संहिता 2:1-2 27 हाँ, हेरोदेस अउर पुन्तियूस पिलातुस भी इ सहर मँ गैर यहूदियन अउर इस्त्राएलियन क संग मिलिके तोहरे पवित्तर सेवक ईसू क खिलाफ, जेकर तू मसीह रूप मँ अभिसेक किहे ह, सचमुच उ पचे एक अउट ग रहेन। 28 उ पचे बटुर गएन काहेकि तोहार सक्ती अउर इच्छा क अनुसार जउन कछू पहिले ही तय होइ चुका रहा उ पूरा होइ। 29 अउर अबहिं हे पर्भू, ओनकइ धमकिन प धियान द्या अउर आपन सेवक लोगन क निडर होइके ‘तोहार बचन’ सुनावइ क सक्ती द्या। 30 जब कि चंगा किहे क पाछे आपन हाथ बढ़ाया अउर अद्भुत चीन्हन अउर अद्भुत कारजन तोहरे पवित्तर सेवकन क जरिये ईसू क नाउँ प कीन्ह जात रहत हीं।” 31 जब उ पचे पराथना कइ चुकेन तउ जउने ठउरे प उ सबइ बटुरा रहेन, उ हल गवा अउर ओन सब मँ ‘पवित्तर आतिमा’ समाइ गवा। अउर उ पचे निडर होइके परमेस्सर क बचन बोलइ लागेन। 32 बिसवासियन क इ समूचा दल एक मन अउर एक आतिमा स साथ रहा। कउनो भी इ नाहीं कहत रहा कि ओकर कउनो भी चीज ओकर आपन अहइ। ओनकइ लगे जउन कछू होत, उ पचे सब कछू क आपुस मँ बाँट लेतेन। 33 अउर प्रेरितन पूरी सक्ती क संग पर्भू ईसू क पुनरूत्थान क बारे मँ साच्छी देत रहेन। परमेस्सर क महान बरदान ओन पइ बना रहत। 34 दले मँ कउनो क कउनो चीज क कमी नाहीं रहत रही। काहेकि जउन कउनो क लगे खेत या घर होत, उ पचे ओका बेच देत रहेन अउर ओसे जउन धन मिलत, 35 ओका लिआइके प्रेरितन क गोड़वा प धइ देतेन। अउर जेका जेतॅनी जरूरत होत, ओका ओतॅना धन दइ दीन्ह जात। 36 उदाहरण बरे यूसुफ नाउँ क, साइप्रस मँ पइदा भवा, एक लेवी रहा, जेका प्रेरितन बरनाबास (अर्थात् “सान्ति क पूत”) भी कहा करत रहेन। 37 उ एक ठु खेत बेंच दिहेस जेकर उ मालिक रहा अउर उ धन लाइके प्रेरितन क गोड़वा प धइ दिहस।
Acts 5:1 हनन्याह नाउँ क एक मनई अउर ओकर पतनी सफीरा मिलिके आपन दौलत क एक हींसा बेंच दिहेन। 2 अउ आपन पतनी क जानकारी मँ एहमाँ स कछू धन जुरय लिहेन। अउर कछू धन प्रेरितन क गोड़वा प धइ दिहेन। 3 ऍह पइ पतरस कहेस, “अरे हनन्याह, सइतान क तू आपन मन मँ इ बात नाइ देइ दिहा कि तू पवित्तर आतिमा स झूठ बोल्या अउर धरती क बेंच स मिला धन मँ स तनिक बचाइके धइ लिहा? 4 ओका बेंचइ स पहिले का उ तोहार ही नाहीं रही? अउर जब तू ओका बेंच दिहा तउ उ धन का तोहरे कब्जा मँ नाहीं रहा? तू इ बात क काहे सोच्या? तू मनइयन स नाहीं, परमेस्सर स झूठ बोल्या ह।” 5 हनन्याह जबहिं इ सब्दन क सुनेस तउ उ चकराइके गिरि गवा अउर दम तोड़ दिहस। जउन कउनो भी इ बारे मँ सुनेस, सबन प गहिर भय छाइ गवा। 6 फिन जवान पुरूसन उठिके ओका कफन मँ लपेटेन अउर बाहेर लइ जाइके गाड़ दिहेन। 7 कउनो तीन घण्टा पाछे, जउन कछू भवा रहा, ओका न जानत भइ ओकर पतनी भितरे आइ 8 पतरस ओसे कहेस, “बतावा, तू आपन खेत क ऍतने मँ ही बेच्या ह?”तउ उ कहेस, “हाँ, ऍतना मँ ही।” 9 तबहिं पतरस ओसे कहेस, “तू पचे दुइनउँ पर्भू क आतिमा क परीच्छा बरे काहे मान लिहा? लखा तोहरे भतारे क दफनावइवालन क गोड़ दुआरे ताई आइ ग अहइ अउर उ पचे तोहका भी ढोइ लइ जइहीं।” 10 तब उ ओकरे गोड़े प गिरि पड़ी अउर मरि गइ। फिन जवान परूसन भितरे आएन अउर ओका मरा पाएन। तउ उ पचे ओका ढोइके ओकरे पति क लगे ओका गाड़ दिहन। 11 तउ समूचइ कलीसिया अउर जउन कउनो इ बात क सुनेस, ओन सब प गहिरा भय छाइ गवा। 12 प्रेरितन क जरिये मनइयन क बीच बहोत स अद्भुत कारजन परगट होत रहेन अउर अचरज कारजन कीन्ह जात रहेन। उ पचे सबहिं सुलैमान क ओसारे मँ बटुरा रहेन। 13 मुला ओनमाँ स कउनो क हिम्मत प्रेरितन मँ मिलइ बरे नाहीं होत रही। मुला मनइयन ओनकइ गुन खूब गावत रहेन। 14 ओहर पर्भू प बिसवास करइवालन स्त्रियन अउर पुरूसन जिआदा स जिआदा बाढ़त जात रहेन। 15 ऍकरे कारण मनइयन आपन कछू बीमार लोगन क लइके खटिया अउर बिछौना प गलियन मँ ओलारइ लागेन काहेकि तबहिं पतरस ओहर स निकरा तउ ओनमाँ स कछू प कमती स कमती छाया पड़ि सकइ। 16 यरूसलेम क आसपास क नगर स लोग आपन बेरमियन अउर दुस्ट आतिमा स सतावा गएन मनइयन क लइके आवइ लागेन। अउर सबहिं चंगा होइ जात रहेन। 17 फिन महा याजक अउर ओकर संगी यानी सदूकियन क दल, ओनकइ खिलाफ खड़ा होइ गएन। उ पचे मने मँ कुढ़त रहेन। 18 यह बरे उ पचे प्रेरितन क बंदी बनाइ लिहन अउर ओनका कैदखाना मँ बन्द कइ दिहेन। 19 मुला राति क समइ पर्भू क एक दूत कैद क फाटक खोल दिहस। उ ओनका बाहेर लइ जाइके कहेस, 20 “जा, मन्दिर मँ ठाड़ होइ जा अउर इ नई जिन्नगी क बारे मँ मनइयन क सब कछू बतावा।” 21 जबहिं उ पचे इ सुनेन तउ भोरहिं तड़के मन्दिर मँ घुसि गएन अउर उपदेस देइ लागेन।फिन जब महायाजक अउर ओकर संगी हुवाँ पहोंचेन तउ उ पचे यहूदी संघ अउर इस्राएल क बुजुर्ग क पूरी सभा न्योतेन। उ पचे कैदखाना स प्रेरितन क बोलवावइ पठएन। 22 किन्तु जब अधिकारी कैदखाना मँ पहुँचेन तउ उ पचे प्रेरितन क हुवाँ नाहीं पाएन। उ पचे लौटिके ऍका बताएन अउर 23 कहेन, “हम पचे कैदखाना मँ सुरच्छा क लगा भवा ताला अउर दुआरे प तैनात सुरच्छाकारियन क पावा। मुला जब हम दरवाजा खोला तउ हमका भितरे कउनो नाहीं मिला।” 24 जइसेन मन्दिर क सुरच्छाकारी अउर मुख्य़याजकन इ सब्दन क सुनेन तउ उ पचे चकराइ गएन अउ सोचइ लागेन, “अब का होई।” 25 ऍतने मँ कउनो दूसर मनई आवा अउर ओनका बताएस, “जेनका तू पचे जेल मँ धाँध दिहा ह, उ पचे मन्दिर मँ खड़ा होइके उपदेस देत बाटेन।” 26 तउ सुरच्छाकारी आपन अधिकारी संग हुवाँ गवा अउर बिना ताकत क प्रयोग किए ओनका वापस धइ लिआवा काहेकि उ पचे डेरात रहेन कि कहूँ मनई ओनका (मन्दिर क सुरच्छा कर्मी) पाथर स न मारइँ। 27 उ पचे ओनका भितरे लइ आएन अउर सबन त ऊँचकी यहूदी सभा क समन्वा खड़ा कइ दिहन। फिन महायाजक ओनसे फरियावत भवा पूछेस, 28 “हम इ नाउँ स उपदेस न देइ बरे तोहका करर्ा हुकुम दिहे रहे। अउर तू पचे फिन भी समूचइ यरूसलेम क आपन उपदेस स भरि दिहा ह।अउर तू पचे इ मनई क मउत क अपराध हम पचे लइ लादइ चाहत बाट्या।” 29 पतरस अउर दूसर प्रेरितन जवाब दिहेन, “हमका मनइयन क बनिस्बद परमेस्सर क आग्या मानइ चाही। 30 उ ईसू क हमरे पूर्वन क परमेस्सर मउत स फिन जीवित कइके खड़ा कइ दिहेस ह जेका एक सूली प टाँगिके तू पचे मार डाया। 31 ओका ही प्रमुख अउर उद्धारकर्त्ता क रूप मँ बड़कइ देत भवा परमेस्सर आपन दाहिन हाथे कइँती बइठाएस काहेकि इस्राएलियन क मनफिराव अउर पाप क छमा दीन्ह जाइ सकइ। 32 ऍन सबन बातन क हम साच्छी अही अउर वइसे ही पवित्तर आतिमा भी बा उहइ परमेस्सर ओनका दिहेस ह जउन ओकरे आज्ञा क मानत हीं।” 33 जब उ पचे इ सुनेन तउ उ पचे कोहाइ गएन अउर ओनका मारि डावइ चाहेन। 34 मुला महासभा मँ स एक गमलिएल नाउँ क फरीसियन जउन धरमसास्तिरी अध्यापक रहा अउर जेकर सब लोग मान सम्मान करत रहेन, ठाड़ भवा अउर हुकुम दिहेस कि ऍनका तनिक देरी बरे बाहेर कइ दीन्ह जाइ। 35 फिन उ ओनसे कहेस, “इस्राएल क पुरूसो, तू पचे इ मनइयन क संग जउन कछू करइ प उतारू अहा, ओका सोच बिचारिके किहा। 36 कछू समइ पहिले आपन क बड़कवा एलान करत भवा थियूदास परगट भवा। ओर कउनो चार सौ मनई ओकरे पाछे भी होइ गएन, मुला उ मार डावा गवा अउर ओकर सबहिं मनइयन एहर ओहर छिटक गएन। ओकरे फल कछू नाहीं निकरा। 37 ओकरे पाछे जनगणना क समइ गलीली क बसइया यहूदा परगट भवा। उ भी कछू मनइयन क आपन पाछे कइँती हैच लिहेस। उ भी मारि डावा गवा। ओकर भी सबहिं एहर ओहर होइ गएन। 38 यह बरे अबहिं मइँ तू पचन्स कहत हउँ, इ मनइयन स अलग रहा, ऍनका अइसे ही अकेल्ँलेे छोरि द्या काहेकि ऍनकइ इ चाल या काम मनई कइँती स अहइ तउ खुद नास होइ जाइ। 39 मुला जदि उ परमेस्सर स अहइ तउ तू पचे ओनका रोक न पउब्या। अउर तब होइ सकत ह तू आपन खुद क ही परमेस्सर क खिलाफ लड़त भिड़त पउब्या!”उ पचे जइसा गेमलिएल कहेस मान लिहेन। 40 अउर प्रेरितन क भितरे बोलाइके उ पचे कोड़ा लगवाएन अउर इ आज्ञा दइके कि उ पचे ईसू क नाउँ क कउनो चर्चा न करइँ, ओनका जाइ दिहेन। 41 तउ उ पचे प्रेरितन इ बात क मजा मारत भए ओनका ओकरे नाउँ बरे बेज्जत रहइ क जोग्ग गना गवा ह, यहूदी महासभा स बाहिर चला गएन। 42 फिन मन्दिर अउर घर-घर मँ हर रोज इ सुसमाचार कि ईसू मसीह अहइ उपदेस देब अउर प्रचार करब उ पचे कबहुँ नाहीं तजेन।
Acts 6:1 उ दिनन जबहिं चेलन क गनती बाढ़त रही, तउ यूनानी बोलवइया अउर इब्रानी बोलवइया यहूदियन मँ एक झगड़ा होइ गवा काहेकि रोजाना विधवावन क चीज बाँटइ मँ ओनकइ सुधि नाहीं लीन्ह जात। 2 तउ बारहुँ प्रेरिन क समूची मण्डली क एक साथे बोलाइके कहेन, “हम सबइ बरे परमेस्सर क बचन क सेवकइ तजिके खिलाने क इन्तजाम करब नीक नाहीं अहइ। 3 भाइयन, आपन मँ स सात नामी मनइयन क पवित्तर आतिमा अउर सूझबूझ स भरा भवा सात मनइयन क चुनिल्या। हम ओनका इ कामे क हकदार बनइ देइ। 4 अउर आपन आपका पराथना अउर बचन क सेवा क कामे मँ जिअरा लगाइ क राखब।” 5 इ सुझावे स समूचइ मण्डली बहोत खुस भइ। तउ उ पचे बिसवास अउर पवित्तर आतिमा स भरा भवा स्तिफनुस नाउँ क मनई क अउर फिलिप्पुस, प्रखुरुस, नीकानोर, तिमोन, परमिनास अउर अन्ताकिया क निकुलाऊस क यहूदी धरम क कबूले रहा, चुन लिहेस। 6 अउर इ मनइयन क फिन उ पचे प्रेरितन क समन्वा हाजिर कइ दिहन। प्रेरितन पराथना किहेन अउर ओन पइ हाथ धरेन। 7 इ तरह परमेस्सर क बचन संचरइ लाग अउर यरूसलेम मँ चलेन क गनती बहोत बाढ़इ लाग। याजकन क एक बहोत बड़ा गुट भी इ मत क मानइ लाग। 8 स्तिफनुस एक अइसा मनई रहा जउन अनुग्रह अउर सामर्थ स भरपूर रहा। उ मनइयन क बीच बड़ा बड़ा अद्भुत कारजन अउर अद्भुत चीन्हन परगट करत रहा। 9 मुला अजाद कीन्ह भवा अइसा कहवावात मनइयन मँ स कछू लोग जउन कुरेनी अउर सिकन्दरिया, अउर किलिकिया अउर एसिया स आवा भएन यहूदी रहेन, उ पचे ओनकइ खिलाफ बहस करइ लागेन। 10 मुला उ जउन बुद्धिमानी अउर आतिमा स बोलत रहा, उ पचे ओकरे समन्वा नाहीं टिक पाएन। 11 फिन उ पचे कछू क लालच दइके कहवाएऩ, “हम पचे मूसा अउर परमेस्सर क खिलाफ एँका बेज्जत स भरा सबद कहत सुना ह।” 12 इ तरह उ पचे जनता क बुजुर्ग यहूदी नेतन क, अउर धरम सास्तिरियन लोगन्क हुस्काइ दिहेन। फिन उ पचे ओका आइके धइ लिहेन अउर सबन स सर्वोच्च यहूदी महासभा क समन्वा लइ आएन। 13 उ पचे उ सब लबार गवाह हाजिर किहेन जउन कहेन, “इ मनई इ पवित्तर ठउर अउर व्यवस्था क खिलाफ बोलत बालत कबहुँ रूकत नाहीं बा। 14 हम ऍका कहत सुना ह कि इ नासरी ईसू इ जगह क नास कइ देइ अउर मूसा जउन रीति-रिवाज क हमका दिहे अहइ ओका बदल देइ।” 15 फिन सबन स सर्वोच्च यहूदी महासभा मँ बइठा भए सबहिं मनइयन मँ ओका धियान स लखा तउ पावा कि ओकर मुहँना कउनो सरगदूत क नाई देखाई देत रहा। 16 17 18 19 20 21 22 23
Acts 7:1 फिन महायाजक कहेस, “का इ बात अइसे ही अहइ?” 2 उ जवाब दिहस, “भाइयो, अउर बाप क समान बुजुर्गन, मोर बात सुना। हारान मँ बसइ स पहिले अबहिं जब हमार बाप इब्राहीम मेसोपोटामिया मँ रहा, तउ महिमा वाला परमेस्सर ओका दर्सन दिहेस 3 अउर कहेस, ‘आपन देस अउर आपन रिस्तेदारन क तजिके तू उ धरती प चला जा, जेका तोहॅका मइँ देखॅउब।’ 4 “तउ उ कसदियन क धरती क तजिके हारान मँ बसि गवा जहाँ ते ओकरे पिता क मउत क पाछे परमेस्सर ओका इ देस मँ आवइ क न्योतेस जहाँ तू पचे अबहिं रहत बाट्या। 5 परमेस्सर हियाँ ओका हेबानामा मँ कछू नाहीं दिहस, डग भइ धरती भी नाहीं। तउ भी ओकरे कउनो पूत नाहीं रहा फिन परमेस्सर ओसे प्रतिग्या किहेस इ देस उ ओका अउर ओकरे बंसज क ओकरी दौलत क तरह देइ। 6 “परमेस्सर ओसे इ भी कहेस, ‘तोहार बंसज कहूँ विदेस मँ परदेसी होइके रइहीं अउर चार सौ बरिस ताई ओका नउकर बनइके, ओनके संग बहोत बुरा बर्ताव कीन्ह जाइ।’ 7 परमेस्सर कहेस, ‘दास बनइवइवाली उ राष्ट्र क मइँ सजा देब अउर ऍकरे पाछे उ पचे देस स बाहेर आइ जइहीं अउर इ स्थान प मोर सेवा करिहीं।’ 8 “परमेस्सर इब्राहीम क खतना क चीन्हा स करार किहेस। अउर उ इ तरह इसहाक क पिता बना। ओकरे जनम क पाछे अठएँ दिन उ ओकर खतना किहेस। फिन इसहाक स याकूब अउर याकूब स बारहु कुल क पहिला मनई पइदा भएऩ। 9 “उ पचे पहिलउ मनइयन यूसुफ स जलन राखत रहेन। तउ उ पचे ओका मिस्र मँ दास बनवइ बरे बेंच दिहेन। मुला परमेस्सर ओनके संग रहा। 10 अउर उ ओका सबहिं मुसीबतन स बचाएस। परमेस्सर यूसुफ क गियान दिहेस अउर ओका इ जोग्ग बऩएस जेसे उ मिस्र क राजा फिरौन क अनुग्रह पात्र बन जाइ। फिरौन ओका मिस्र क राज्यपाल अउर आपन घर-बार क अधिकारी तैनात किहेस। 11 फिन समूचइ मिस्र अउर कनान देस मँ अकाल पड़ा अउर बड़ा संकट छाइ गवा। हमार पूर्वजन खाइ क कछू नाहीं पाइ सकेन। 12 “जब याकूब सुनेस कि मिस्र मँ अनाज अहइ, तउ उ हमरे पूर्वजन क हुवाँ पठएस इ पहिला मौका रहा। 13 ओनकइ दूसर जात्रा क मौका पइ यूसुक आपन भाइयन क बारे़ मँ बताएस अउर तब्बइ फिरौन क भी यूसुफ क परिवार क जानकारी मिली। 14 तउ यूसुक आपन पिता याकूब अउर परिवार क सबहि लोगन्क, जउऩ कुल मिलाइके पचहतन रहेन, बोलवाइ पठएस। 15 तब याकूब मिस्र आइ गवा अउर उ हुवाँ वइसे ही प्राण तजेस जइसेन हमार पूर्वजन हुवाँ प्राण तजे रहेन। 16 ओनकइ ल्हास हुवाँ स सेकम लइ जावा गएन जहाँ ओनका मकबरा मँ दफनाइ दीन्ह गवा। इ उहइ मकबरा रहा जेका इब्राहीम हमोर क बेटहनन स कछू चान्दी दइके खरीदे रहा। 17 “जब परमेस्सर क इब्राहीम क जउन बचन दिहे रहा, ओका पूरा होइ क समइ नगिचे आवा तउ मिस्र मँ हमरे मनइयन क गनती बहोत जिआदा होइ गइ। 18 आखिर मँ मिस्र प एक अइसे राजा क राज्य भवा जउऩ यूसुफ क नाहीं जानत रहा। 19 उ हमरे मनइयन क छलेस अउर उ हमरे पूर्वजन क निर्दय होइके मजबूर किहेस कि उ पचे आपन गदेलन क बाहेर मरइ क छोरि देइँ जेहसे उ सबइ जिन्दा न रहि पावइँ। 20 “उहइ समइ मूसा क जन्म भवा। उ बहोत सुन्नर लरिका रहा। उ तीन महीना भर आपन पिता क घर मँ पलत भवा बाढ़त रहा। 21 फिन जब ओका बाहेर छोरि दीन्ह गवा तउ फिरौन क बिटिया ओका आपन बेटवा बनइके उठाइ लइ गइ। उ आपन बेटवा क नाई ओका पालेस पोसेस। 22 मूसा क पूरंपूर मिस्रयन क ग्यान क सिच्छा दीन्ह गइ। ओकर सामर्थ बोलइ अउर कामे मँ दुइनउँ मँ रहा। 23 “जब उ चालीस बरिस क भवा तउ उ इस्राएल क बंसज, आपन भाइयन क निअरे जाइके ठान लिहेस। 24 तउ जब उ एक दाई लखेस कि ओऩमाँ स कउनो एक क संग बुरा व्यवहार कीन्ह जात अहइ तउ उ ओका बचाएस अउर मिस्री मनई क मारिके उ दलित मनई क कसर लिहेस। 25 उ सोचेस कि ओकर भाई बंधु जान जइहीं कि ओनका छोड़ावइ बरे परमेस्सर ओका बइपरत अहइ। मुला उ पचे ओका नाहीं समझ पाएन। 26 “दुसरे दिना ओहमाँ स (ओकरे आपन मनइयन मँ स) जब कछू मनई झगड़त रहेन तउ उ ओनकइ निअरे पहोंचा अउर इ कहत भवा ओनमाँ बीच-बचाव करइ लाग, ‘तू पचे आपुस मँ भाई-भाई अहा! एक दूसर क संग बुरा बर्ताव काहे करत अहा?’ 27 मुला उ मनई जउन आपन पड़ोसी क संग झगड़त रहा, मूसा क धकियावत भवा कहेस, ‘तोहका हमार राजा अउर न्यायाधीस के बनएस? 28 जइसे काल्ह तू उ मिस्रि क हत्या कइ दिहे रहा, का तू वइसे ही मोका मारि डावा चाहत ह? 29 मूसा जब इ सुनेस तउ उ हुवाँ स चला गवा अउर मिदयान मँ एक पड़ोसी क रूप मँ रहइ लाग। हुवाँ ओकरे दुइ बेटवा भएन। 30 “चालीस बरिस बीते क पाछे सिनाई पहाड़े क लगे रेगिस्तान मँ एक बरत भइ झाड़ी क लपट क बीच ओकरे समन्वा एक सरगदूत परगट भवा। 31 मूसा जब इ लखेस तउ ओका अचरज भवा। जब अउर जिआदा नगिचे स लखइ बरे उ ओकरे लगे गवा तउ ओका पर्भू क बाणी सुनई पड़ी। 32 मइँ तोहरे पूर्वजन क परमेस्सर हउँ इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क परमेस्सर हउँ।’डर स कँपकँपात भवा मूसा कछू निहारइ क हिम्मत नाहीं कइ पावत रहा। 33 “तबहि पर्भू ओसे कहेस, ‘आपन गोड़वा क पनही उतार द्या काहेकि जउने ठउर प तू खड़ा अहा, उ पवित्तर भुइँया अहइ। 34 मइँ मिस्र मँ आपन मनइयन क संग दुर्दसा क लखेउँ ह, परखेउँ ह। मइँ ओनका जोर स विलाप करत भवा सुनेउँ ह। ओनका अजाद करइ बरे नीचे उतरेउँ ह। आवा, अब मइँ तोहका मिस्र पठउब।’ 35 “इ उहइ मूसा अहइ जेका उ पचे इ कहत भवा नकारेन, ‘तोहका राजा अउर न्यायकर्ता कउन बनाएस ह?’ इ उहइ अहइ जेका परमेस्सर उ सरगदूत क जरिये, जउन ओकरे बरे झाड़ी मँ परगट भवा रहा, राजा अउर मुक्ति देइवाला होइ बरे पठएस। 36 उ ओनका मिस्र क भुइँया अउर लाल सागर अउर रगिस्ताने मँ चालीस बरिस ताई बहुत अचरज कारजन करत भवा अउर अद्भुत चीन्हन दखॅावत भवा बाहेर निकारी लइ आवा। 37 “इ उहइ मूसा अहइ जउन इस्राएल क लोगन स कहे रहा, ‘तोहरे भाइयन मँ स ही तोहरे बरे परमेस्सर एक मोरे जइसा नबी पठइ।’ 38 इ उहइ अहइ जउन वीरान जगह मँ सभा क बीच हमार पूर्वजन अउर उ सरगदूत क साथे मौजूद रहा जउन सीनै पहाड़े प ओसे बात किहेस। मूसा परमेस्सर स जीवित बचन पाएस जउन हमका जिन्नगी देत हीं। 39 “मुला हमार पूर्वजन ओका मानइ स इनकार कइ दिहेन। ऍतना ही नाहीं, उ पचे ओका नकार दिहन अउर आपन मने मँ फिन उ पचे मिस्र लौटि गएन। 40 उ पचे हारून स कहे रहेन, ‘हमरे बरे अइसे देवतन क बनावा जउन हम पचन्क राह सोझॉवइ। इ मूसा क बारे मँ जउऩ मिस्र स बाहेर निकारा गवा रहा, हम नाहीं जानित कि ओकरे संग का कछू घटा।’ 41 ओनही दिनन मँ उ पचे बछवा क तरह एक ठु मूरत गढ़ेन। उ मूरत प उ सबइ बलि चढ़ाएन। अउर जेका उ पचे आपन हाथे स चढ़ाएन, ओह पइ आनन्द मनावइ लागेन। 42 मुला परमेस्सर ओनसे मुँहना मोड़ि लिहस। उ सबन्क अकासे क ग्रह-नछत्र क आराधना करइ बरे छोड़ दीन्ह गवा। जइसा कि नबियन क किताबे मँ लिखा अहइ:‘ओ इस्राएल क परिवारे क लोगो, का तू पसु बलि अउर दूसर बलि वीरान मँ मोका नाहीं चढ़ावत रहूया? चालीस बरिस तलक। 43 तू पचे मोलेक क तम्बू अउर आपन देक्ता रिफान क तारा भी आपन संग लइ गवा रहे। ओन मूरत क भी लइ गवा रहे। ओन मूरत क भी लइ गवा रहे जेनका तू पचे आराधना करइ बरे बनए रह्या। यह बरे मइँ तोहका बेबिलान स भी परे पठउब।’ आमोस 5:25-27 44 “पवित्तर क तम्बू भी उ वीरान मँ हमरे पूर्वजन क संग रहा। इ तम्बू उहइ नमूने प भी बनवा ग रहा जइसा कि मूसा लखे रहा अउर जइसा कि मूसा स बात करवइया बनावइ बरे ओसे कहे रहा। 45 हमार पूर्वजन ओका पाइके तबहिं हुवाँ स आए रहेन जब यहोसू क अगुअइ मँ उ पचे उ राष्ट्रन स धरती लइ लिहे रहेन जेनका हमरे पूर्वजन क समन्वा परमेस्सर निकारिके खदेरे रहा। दाऊद क समइ तलक हुवाँ उ रहा। 46 दाऊद परमेस्सर क अहुग्रह क आनन्द उठाएस। उ चाहत रहा कि उ याकूब क परमेस्सर बरे एक ठु मंदिर बनवाइ सकइ। 47 मुला उ सुलेमान ही रहा जउन ओकरे बरे मंदिर बनवाएस। 48 “कछू भी होइ परम परमेस्सर हथवा स बना भवन मँ निवास नाहीं करत। जइसा कि नबी कहे अहइ: 49 ‘प्रभू कहेस, सरग मोर सिंहासन अहइ धरती गोड़वा क चौकी बनी अहइ। कउने तरह क तू बनउब्या मोर घर? अहइ कहूँ अइसी जगह, जहाँ अराम पावउँ? 50 का सबहिं कछू इ, मोर बनवा नाहीं रहा हाथे का?”‘ यसायाह 66:1-2 51 “अरे हठीले लोग बिना खतना क मन अउर कान वाले जिद्दी मनइयन, तू पचे सदा पवित्तर आतिमा क खिलाफत किहे ह। तू सबइ आपन पूर्वजन जइसा ही अहा! 52 का कउनो भी अइसा नबी रहा, जेका तोहार पूर्वजन नाहीं सताएन? उ पचे तउ ओनका मारि डाए रह्या। जउन बहोत पहिले स ही उ धर्मी (मसीह) क अवाई क एलान कइ दिहे रहेन, जेका अब तू धोखा दइके पकड़वाइ दिहा अउर मरवाइ डाया। 53 तू सबइ उहइ अहा जउन सरगदूतन क जरिये दीन्ह गवा व्यवस्था क तउ पाइ लिहा मुला ओह पइ चल्या नाहीं!” 54 जब उ सबइ इ सुनेन तउ उ पचे किरोध स पगलाइ गएन अउर स्तिफनुस पर दाँत पीसइ लागेन। 55 मुला पवित्तर आतिमा स भरा स्तिफनुस सरगे कइँती लखत रहा। उ निहारेस परमेस्सर क महिमा क अउर परमेस्सर क दाहिन कइँती खड़ा भवा ईसू क। 56 तउ उ कहेस, “लखा! मइँ लखत हउँ कि सरग खुला भवा अहइ अउर मनई क पूत परमेस्सर क दाहिन कइँती खड़ा बा!” 57 एह पइ उ पचे चिचिआत भवा आपन कान ढाँपि लिहेन अउर फिन उ सबइ एक संग टूट पड़ेन। 58 उ सबइ ओका घेरर्ावत भए सहर स बाहेर लइ गएन अउर ओहॅ पइ पाथर बरसावइ लागेन। तबहिं गवाह लोग आपन ओढ़ना उतारि के साऊल ऩाउँ क एक ठु जवान क गोड़े प धइ दिहेन। 59 स्तिफनुस प जब स उ पचे पाथर बरसाउब सुरू किहेन, उ इ कहत भवा पराथना करत रहा, “पर्भू ईसू, मोर आतिमा क ग्रहण करा।” 60 फिन उ घुटना क बल भइराइ गवाँ अउर ऊँचि अवाजे मँ चिल्लान, “पर्भू, इ पाप क ओनकइ खिलाफ जिन ल्या!” ऍतना कहिके उ हमेसा क नींद मँ सोइ गवा।
Acts 8:1 साऊल स्तिफनुस क कतल ठीक बताएस। उहइ दिना स यरुसलेम क कलीसिया प घोर अत्याचार होब सुरू भवा प्रेरितन क तजिके उ पते सबहिं मनइयन यहूदिया अउर सामरिया क गाउँ मँ तितराइ-बितराइके फैलि गएऩ। 2 कछू भगत लोग स्तिफनुस क गाड़ दिहन अउर ओकरे बरे बहोत दुःख मनाएन। साऊल कलीसिया क बरबाद करब सुरू कइ दिहेस। उ घर-घर जाइके स्त्रियन अउर पुरूसन क घेरर्ावत भवा जेल मँ धाँधइ लाग। 3 4 ओहर तितराए बितराए मनई हर ठउरे प जाइके नीक खबर क सुसामाचार देइ लागेन। 5 फिलिप्पुस सामरिया नगर क चला गवा अउर हुवाँ मनइयन मँ मसीह क बारे मँ प्रचार करइ लाग। 6 फिलिप्पुस क मनइयन जब सुनेन अउर जउऩ अद्भुत चीन्हन क उ परगट करत रहा, लखेस, तउ जउऩ बातन क उ बतावा करत रहा, ओन पइ उ पचे एक चित्त लाइके धियान दिहेन। 7 बहोत स मनइयन मँ स, जेनमाँ दुस्ट आतिमा समाई रहिन, उ सबई ऊँच अवाजे मँ चिल्लात भइ बाहेर निकरि आइन। बहोत स सुखाड़ी क बेरिमिया अउर अंग भंग नीक होत रहेन। 8 उ सहर मँ खुसी छाइ रही। 9 हुवँइ समौन नाउँ क मनई रहत रहा। फिलिप्पुस क अवाई स पहिले उ ढेर समइ स उ सहर मँ जादू टोटका करत रहा। अउर सामरिया क मनइयन क अचरज मँ डाइ देत रहा। उ महा पुरूख होइ क दावा करत रहा। 10 नान्ह स लइके बड़वारे तलक सबहिं मनइयन ओकरे बात प धियान देतेन अउर कहत रहतेन, “इ मिला परमेस्सर क उहइ सक्ती बा जउन ‘महान सक्ती’ कहवावत ह!” 11 काहेकि उ ढेर दिनन स ओन पचन्क आपन चमत्कारन क घनचक्कर मँ नाइ देत रहा, यह बरे उ पचे ओह पइ धियान देत रहेन। 12 मुला उ पचे जब फिलिप्पुस प पतिमानेन काहेकि उ ओनका परमेस्सर क राज्य क सुसामाचार अउर ईसू मसीह क नाउँ बाँचत रहा, तउ उ पचे स्त्रियन अउर पुरूसन दुइनउँ ही बपतिस्मा लेइ लागेन। 13 अउर खुद समौन ही ओन पइ पतियाइ लाग। अउर बपतिस्मा लेइ क पाछे फिलिप्पुस क संग उ बड़े निचके स बसइ लाग। उ अद्भुत कारजन अउर अद्भुत चीन्हन क जब उ लखेस, तब दंग रहि गवा। 14 जब यरूसलेम मँ प्रेरितन इ सुनेन कि सामरिया क मनइयन परमेस्सर क बचन क मान लिहे अहइँ तउ उ पचे पतरस अउर यूहन्ना क ओनके लगे पठएन। 15 जबहिं उ पचे आएऩ, तब उ दुइनउँ सामरियन बरे पराथना किहेन कि ओनका पवित्तर आतिमा मिलि जाइ। 16 काहेकि अबहुँ तलक पवित्तर आतिमा कउनो प नाहीं ओतरी, ओनका फिन पर्भू ईसू क नाउँ प बपतिस्मा हि दीन्ह गवा रहा। 17 तउ पतरस अउर यूहन्ना ओन पइ आपन हाथ धरेस अउर ओनका पवित्तर आतिमा मिलि गइ। 18 जब समौन लखेस कि प्रेरितन क हाथ धरे भइ स पवित्तर आतिमा मिलि गइ तउ ओनके समन्वा धन धरत भवा कहेस, 19 “सक्ती मोका दइ द्या काहेकि जेह पइ मइँ हाथ धरउँ, ओका पवित्तर आतिमा मिलि जाइ।” 20 पतरस ओसे कहेस, “तोहार अउर तोहरे धने क सतियानास होइ! काहेकि तू इ बिचार्या ह कि तू धने स परमेस्सर क बरदान क मोल लइ सकत ह। 21 इ बारे मँ तोहार हमार मेल नाहीं खात काहेकि परमेस्सर क समन्वा तोहार हिरदय सही नाहीं बा। 22 यह बरे आपन इ दुस्टता बरे मनफिराव अउर आपन कुकरम प पछतावा करा अउर पर्भू स पराथना करा। इ होइ सकत ह कि इ बिचार बरे तोहका छमा कइ दीन्ह जाइ जउन तोहरे मने मँ रहा। 23 मइँ लखत हउँ कि तू परिहँसे स भरा अहा पाप क पंजा मँ फँसा बाट्या।” 24 यह पइ समौन जवाब दिहेस, “तू पर्भू स मोरे बरे पराथना करा काहेकि तू जउन कहया ह, ओहमाँ स कउनो भी बात मोह प न आइ जाइ!” 25 फिन प्रेरितन साच्छी दइके अउर पर्भू क बचन सुनाइके , राहे मँ टेर क सामरी गाँवन मँ सुसामाचार क उपदेस देत भएन यरूसलेम लौटि गएऩ। 26 पर्भू क एक सरगदूत फिलिप्पुस क कहत भवा बताएस, “तइयार होइ जा, अउर सरक प दक्खिन कइँती जा, जउन सरक यरूसलेम स गाजा क जात ह। इ एक निर्जन राह अहइ।” 27 तउ उ तइयार भवा अउर निकरि गवा। सरक पइ इथियोपिया क मनई क लखेस। उ हिजरा रहा। इथियोपियन क रानी कंदाके क एक अधिकारी रहा जउन ओकरे सारा खजाना क खजांची रहा। उ आराधना करइ यरूसलेम गवा रहा। 28 लउटत भवा उ आपन रथे मँ बैठिके नबी यसायाह क पोथी बाँचत रहा। 29 तबहिं उ आतिमा फिलिप्पुस स कहेस, “उ रथे क निचके जा अउर हुवँइ ठहर जा।” 30 फिलिप्पुस जब उ रथे क निचके दौड़िके गवा तउ उ ओका यसायाह क पढ़त भवा लखेस। तउ उ कहेस, “का तू जेका बाँचत अहा, ओका बूझत भी बाट्या?” 31 उ कहेस, “मइँ भला कहाँ तलक समुझ बूझ सकत हउँ? जब तलक कउनो मोका एकर अरथ न बतावइ?” फिन उ फिलिप्पुस क ऱथे प आपन संग बइठाएस। 32 पवित्तर सास्तर क जउन हींसा क उ बाँचत रहा, उ रहा: “उ भेंड़ क नाई जप कइ दीन्ह बरे लइ जावा जात रहा उ ओ मेम्ना क नाई चुप रहा जउन आपन उन क कतरइवाला क समन्वा चुप रहत ह। ठीक वइसे ही उ आपन मुँह खोलेस नाहीं। 33 अब अइसी दीन दसा मँ ओका निआव स दुरिआवा गवा। ओकरी पीढ़ी क कबहँ गाथा कउन गाई? काहेकि धरती स तउओकर जिन्नगी लइ लीन्ह गइ।” यसायाह 53:7-8 34 उ अधिकारी फिलिप्पुस स कहेस, “अहुग्रह कइके बतावा कि इ नबी केकर बारे मँ कहत बाटइ? इ आपन बारे मँ या कउनो अउर क बारे मँ?” 35 फिन फिलिप्पुस कहब सुरू किहेस अउर इ सास्तर स लइके ईसू क सुसामाचार तलक सब कछू ओका कहिके सुनाएस। 36 रस्ता मँ आगे बढ़त भए उ सबइ पानी क निचके पहुँचेन। फिन उ अधिकारी कहेस, “लखा! हिआँ पानी बाटइ। अब मोका बपतिस्मा लेइ मँ का बियाधा अहइ?” 37 38 तब उ रथे क रोकइ बरे आग्या दिहेस। फिन फिलिप्पुस अउर उ अधिकारी दुइनउँ ही पानी मँ उतरि गएन अउर फिलिप्पुस ओका बपतिस्मा दिहेस। 39 अउर फिन जब उ पचे पानी स बाहेर निकसेन तउ फिलिप्पुस क पर्भू क आतिमा छीन लइ गवा। अउर उ अधिकारी फिन ओका कबहुँ नाहीं लखेस। ओहर उ अधिकारी खुसी मनावत आपन राहे प चला गवा। 40 ओह कइँती फिलिप्पुस खुद क असदोद मँ पाएस अउर कैसरिया पहोंच तलक उ सब नगरन मँ सुसमाचार प्रचार करत रहा।
Acts 9:1 साऊल अबहुँ पर्भू क चेलन क मारि डावइ क धमकी देत रहा। उ महायाजक क लगे गवा। 2 अउर उ दमिस्क क आराधनालय क नाउँ इ मंसा क चिट्ठी लिहेस कि जेहसे ओका हुवाँ अगर कउनो इ पंथ क चेलन मिलइ, फिन चाहे उ स्त्रियन होइ, चाहे पुरुसन, तउ उ ओका बंदी बनाइ सकइ अउर फिन वापिस यरूसलेम लइ आवइ। 3 तउ जब चलत चलत उ दमिस्क क निचके पहोंचा, तउ एकाएक ओकरे चारिहुँ कइँती अकासे स रोसनी कउँधी 4 अउर उ भुइँया प जाइ गिरा। उ एक अवाज अनकेस जउन ओसे कहत रही, “साऊल, अरे ओ साऊल! तू मोका काहे सतावत अहा?” 5 साऊल कहेस, “पर्भू तू कउन अहा?”उ कहेस, “मइँ ईसू अहउँ जेका तू सतावत बाट्या। 6 मुला अब तू खड़ा ह्वा अउर नगर मँ जा। हुवाँ तोहका बताइ दीन्ह जाइ कि तोहका का करइ चाही।” 7 जउऩ मनई ओकरे संग जात्रा करत रहेन, उ पचे चुपचाप रहि गएऩ। उ पचे अवाज तउ अनकेन मुला कउनो क लखेन नाहीं। 8 फिन साऊल भुइँया पइ स खड़ा भवा। मुला जब उ आपन आँखी खोलेस तउ उ कछू भी नाहीं निहारि सका। य़ह बरे उ पचे ओकर हाथ धइके दमिस्क लइ गएन। 9 तीन दिना तलक उ न तउ कछू निहारि पाएस, अउर न ही कछू खाएस या पीएस। 10 दमिस्क मँ हनन्याह नाउँ क ईसू क एक चेला रहा। पर्भू दर्सन दइके ओसे कहेस, “हनन्याह!”तउ उ बोला, “पर्भू, मइँ इ हउँ।” 11 पर्भू ओसे कहेस, “खड़ा ह्वा अउर उ गली मँ जेका सोझ कहवावइ वाली गली कहा जात ह। अउर हुवाँ यहूदी क घरे मँ जाइके तारसी क बसइया साऊल नाउँ क एक मनई क बारे मँ पूछताछ करा काहेकि उ पराथना करत बाटइ। 12 उ एक दर्सन मँ लखेस ह कि हनन्याह नाउँ क एक मनई घरे मँ आइके ओह प हाथ रखेस ह ताकि उ फिन लखि सकइ।” 13 हनन्या जवाब दिहेस, “पर्भू, मइँ इ मनई क बारे मँ बहोतन स सुना ह। यरूसलेम मँ तोहरे संत लोगन क संग इ जउऩ बुरा काम किहेस ह, उ सब मइँ सुनेउँ ह। 14 अउर हियाँ भी इ मुख्ययाजक स तोहरे नाउँ मँ सबहिं बिसवासी मनइयन क बंदी बनावइ क हुकुम लइ आवा ह।” 15 मुला पर्भू ओसे कहेस, “तू जा काहेकि इ मनई क विधर्मी मनइयन, राजा लोगन अउर इस्राएल क मनइयन क समन्वा मोर नाउँ लेइ बरे, एक जरिया क रूप मँ मइँ चुनेउँ ह। 16 मइँ खुद ओका उ सब कछू बताउब, जउऩ ओका मोरे नाउँ बरे सहइ क होइ।” 17 तउ हनन्याह चला गवा अउर उ घरे क भितरे पहोंचा अउर साऊल प आपन हाथ रखि दिहेस अउर कहेस, “भाइ साऊल! पर्भू ईसू मोका पठएस ह जउन तोहरे राह मँ तोहरे समन्वा परगट भ रहा जेहसे तू फिन स लखि सका अउर पवित्तर आतिमा स भरि उठा।” 18 फिन तुरतहि बोकला जइसी कउनो चीज ओकरी आँखिन स टेघरी अउर ओका फिन देखॉइ देइ लाग। उ खड़ा भवा अउर उ बपतिस्मा लिहेस। 19 ओकरे पाछे फिन तनिक खइया खाए क बाद आपन ताकत पाइ गवा।उ दमिस्क मँ चेलन क संग कछू समइ ठहरा। 20 फिन इ सोझइ यहूदी आराधनालय मँ पहोंचा अउर ईसू क प्रचार करइ लाग। उ कहेस, “इ ईसू परमेस्सर क पूत अहइ।” 21 जउन कउनो भी ओका सुनेन, चकित रहि गएन अउर बोलेन, “का इ उहइ नाहीं अहइ, जउऩ यरुसलेम मँ ईसू क नाउँ मँ बिसवास करइया मनइयन क नास करइ क जतन नाहीं किहेस। अउर का इ ओऩका धरवावइ अउर मुख्ययाजक क समन्वा लइ जाइ नाहीं आवा रहा?” 22 मुला साऊल जिआदा स जिआदा सक्तीसाली होत गवा अउर दमिस्क मँ बसइया यहूदियन क इ सिद्ध करत भवा कि इ ईसू ही मसीह अहइ, हरावइ लाग। 23 बहोत दिन बीति जाए क पाछे यहूदियन ओका मारि डावइ क षड़यन्त्र किहेन। 24 मुला ओनकइ चाल क पता साऊल क होइ गवा। उ पचे सहर क दुआरन प घात लगाए रहत रहेन जेहसे ओका मारि डावइँ। 25 मुला ओकर चेलन ओका राति मँ उठाइ लइ गएन अउर झउआ मँ बइठाइके सहर क चहरदीवार के छेदे स ओका खाले उतारि दिहेन। 26 फिन जब उ यरुसलेम पहोंचा तउ उ चेलन क संग मिलइ क जतन करइ लाग। मुला उ पचे तउ ओसे ससान रहेन। ओऩका इ बिसवास नाहीं रहा कि उ भी ईसू का एक चेलन अहइ। 27 मुला बरनाबास ओका आपन संग प्रेरितन क लगे लइ गवा अउर उ ओनका बताएस कि साऊल पर्भू क राहे मँ कउने तरह लखेस अउर पर्भू ओसे कइसे बतियान ह। अउर दमिस्क मँ कउऩे तरह उ बेडर होइके ईसू क नाउँ क प्रचार करइ लाग। 28 फिन साऊल ओनके संग यरुसलेम मँ अजादी स आवइ जाइ लाग। उ बेडर होइके पर्भू क नाउँ क प्रबचन करत रहा। 29 उ यूनानी भाखा क बोलवइया क साथ तहत्तुक अउर धरम चर्चा करत रहा मुला उ सबइ तउ ओका मारि डावा चाहत रहेन। 30 मुला जब भाई लोगन्क इ बात क पता लाग तउ उ पचे ओका कैसरिया लइ गएऩ अउर फुन ओका तरसुस पहोंचाइ दिहेन। 31 इ तरह समूचइ यहूदिया, गलील अउर सामरिया क कलीसिया क उ समइ सांति स बीति गवा। उ कलीसिया अउर जिआदा सक्तीसाली होइ लाग। काहेकि उ पर्भू स डेराइके आपन जिन्नगी काटत रही, अउर पवित्तर आतिमा ओका अउर जिआदा हिम्मत देत रही तउ ओकर गनती बाढ़इ लाग। 32 फिन उ समूचइ पहँटा मँ टहरत घूमत पतरस लुद्दा क संत लोगन स भंेटइ पहोंचा। 33 हुवाँ ओका एनियास नाउँ क एक मनई मिला जउन आठ बरिस स बिछउना प ओलरा रहा। ओका लकुआ मारि गवा रहा। 34 पतरस ओसे कहेस, “एनियास, ईसू मसीह तोहका चंगा करत ह। खड़ा ह्वा अउर आपन बिछउना सोझ करा!” तउ उ तुरंत खड़ा होइ गवा। 35 फिन लूद्दा अउर सारोन मँ बसइया सब मनइयन ओका लखेन अउर उ पचे पर्भू कइँती घूमि गएन। 36 याफा मँ तबीता नाउँ क एक चेली रहत रही (जेकर यूनानी अनुवाद अहइ दोरकास अरथ अहइ “हिरनी”।) हमेसा नीक नीक काम करत अउर गरिबन क दान देत। 37 ओनही दिनाँ उ बीमार भइ अउर मरि गइ। उ पचे ओकरे ल्हासे क नहवाइके सीढ़ी क ऊपर खोली मँ धइ दिहेन। 38 लुद्दा याफा क लगे रहा, तउ चेलन जबहिं इ सुनेन कि पतरस लुद्दा मँ बाटइ तउ उ पचे ओकरे लगे दुइ मनई पठएन कि उ सबइ ओसे बिनती करइँ, “अनुग्रह कइके हाली स हाली हमरे लगे आइ जा!” 39 तउ पतरस तइयार होइके ओनके संग चला गवा। जब पतरस हुवाँ पहोंचा तउ उ पचे ओका सीढ़ी क ऊपर खोली मँ लइ गएऩ। हुवाँ सबहिं विधवावन छाती पीटिके रोवत भइऩ अउर उ सबइ कुर्ती अउर ओढ़ना क, जेनका दोरकास बनाए रहा; जबहिं उ पचे ओकरे संग रहिन देखॅावत भइन खड़ी होइ गइन। 40 पतरस हर कउनो क बाहेर पठएस अउर घुटना क बल निहुरिके ओसे पराथना किहेस। फिन ल्हास कइँती घूमत भवा बोला, “तबीता-खड़ी होइजा!” उ आपन आँखिन उघारेस अउर पतरस क लखतन भइ उठिके बइठी। 41 ओका आपन हाथ दइके पतरस खड़ा किहेस अउर फिन संत अउर विधवावन क बोलवाइ के ओनका ओका जिन्दा सौप दिहेस। 42 समूचइ याफा मँ हर कउनो क इ बात क पता लग गवा अउर बहोत स मनइयन पर्भू मँ बिसवास किहेन। 43 फिन याफा मँ समौन नाउँ क एक चमार क हियाँ पतरस बहोत दिनाँ तक रूका रहा।
Acts 10:1 कुरनेलियुस नाउँ क एक मनई कैसरिया मँ रहा। उ फउज क उ दले क नायक रहा जेका इतालवी कहा जात रहा। 2 उ परमेस्सर स डेरॅाइवाला भगत रहा अउर वइसा ही ओकर परिवार भी रहा। उ गरीबन क मदद करइ बरे दिल खोलिके दान देत रहा अउर हमेसा ही परमेस्सर क पराथना करत रहत रहा। 3 दिन क नवेपहर क नगिचे उ एक दर्सन मँ साफ साफ लखेस कि परमेस्सर क एक सरगदूत ओकरे लगे आवा ह अउर ओसे कहत ह, “कुरनेलियुस।” 4 तउ कुरनेलियुस डेरात भवा सरगदूत कइँती लखत भवा बोला, “हे पर्भू, इ का अहइ?”सरगदूत ओसे कहेस, “तोहार पराथना अउर गरीब गुरबा क दिया भवा तोहार दान एक यादगार क रूप मँ तोहार याद दियावइ बरे परमेस्सर क लगे पहोंचा अहइँ। 5 तउ कछू मनइयन क याफा पठवा अउर समौन नाउँ क एक मनई क, जउऩ पतरस कहा जात ह, हिआँ बोलॉइ ल्या। 6 उ समौन नाउँ क एक चमार क हिआँ रहत ह। ओकर घर समुदूदर क किनारे बा।” 7 उ सरगदूत जउन ओसे बात करत रहा, जब चला गवा तउ उ आपन दुइ नउकरन अउर आपन खुद क सहायक लोगन मँ स एक भक्त सिपाही क बोलाएस 8 अउर जउन कछू भवा रहा, ओनका सब कछू बताइके याफा पठइ दिहेस। 9 अगले दिन जब उ पचे चलतइ चलत सहर क निचके पहोंचइ क ही रहेन, पतरस दुपहरिया मँ पराथना करइ छत्ते प चढ़ा। 10 ओका भूख लाग, तउ उ कछू खाइ चाहत रहा। उ पचे जब खइयाके तइया करत रहेन तउ ओकर समाधि लग गइ। 11 अउर उ लखेस कि अकास खुलि गवा अहइ अउर एक बड़वार चद्दर जइसी चीज तरखाले उतरत बा। ओका चारिहुँ कइँती स धइके धरती प उतारा जात बा। 12 ओह प हर तरह क पसु, धरती प रेंगइ वाला जीव-जंतु अउर अकासे क पंछी रहेन। 13 फिन एक अवाज ओसे कहेस, “पतरस उठ, मार अउर खा।” 14 पतरस कहेस, “पर्भू, फुरइ तउ नाहीं, काहेकि मइँ कबहुँ भी अपवित्तर या असुद्ध चीज क नाहीं खाएउँ ह।” 15 ऍह पइ ओनका दूसरी बार फिन अकासबाणी सुनाई दिहेस, “कउनो भी चीज क जेका परमेस्सर पवित्तर बनाए अहइ, ओनका तू ‘अपवित्तर’ न काह!” 16 तीन दाई अइसा ही भवा अउर उ पूरी वस्तु फिन अकास मँ वापिस उठाइ लीन्ह गइ। 17 पतरस जउने दर्सन जेका लखे रहा क अरथ क बारे मँ दुबिधा करत रहा, कुरनेलियुस क पठए भए लोग दुआरे प ठाड़ भवा पूछत रहेन, “समौन क घर कहाँ बा?” 18 उ सबइ बाहेर गोहरावत भए पूछेन, “का पतरस कहा जाइवाला समौन मेहमान क रूप मँ हियँइ रूका अहइ।?” 19 पतरस अबहिं उ दर्सन क बारे मँ सोचत ही रहा कि आतिमा ओसे कहेस, “सुना! तोहका तीन मनई हेरत अहइँ। 20 तउ खड़ा ह्वा, अउर तरखाले उतरिके बेझिझके चला जा, काहेकि ओऩका मइँ ही पठएउँ ह।” 21 इ तरह पतरस तरखाले उतरि आवा अउर ओन मनइयन स बोला, “मइँ उहइ अहउँ, जेका तू हेरत बाट्या। तू काहे आया ह?” 22 उ पचे बोलेन, “हम सबनक फऊजीनायक कुरनेलियुस पठएस ह। उ अच्छा मनई अहइ अउर सच्चे परमेस्सर क आराधना करत ह। यहूदी मनइयन मँ ओकर बहोत सम्मान अहइ। पवित्तर सरगदूत ओसे तोहका आपन घरे नेउतइ बरे कहे अहइ अउर जउन कछू कहइ ओका सुनइ बरे कहे अहइ।” 23 ऍह पइ पतरस ओका भितरे बोलाइ लिहस अउर ठहरइ क जगह दिहेस।फिन दूसर दिन तइयार होइके उ ओऩके संग चला गवा। अउर याफा क निवासी कछू अउर बंधु भी ओकरे संग होइ गएऩ। 24 दूसर दिन उ कैसरिया पहोंच गवा। हुवाँ आपन खास मित्र अउर नोतदार क बोलाइके कुरनेलियुस ओनका जोहत रहा। 25 पतरस अब भीतर पहोंचा तउ कुरनेलियुस ओसे भेंटइ आवा। कुरनेलियुस श्रद्धा स ओकरे गोड़वा प गिरत भवा ओका प्रणाम किहेस। 26 मुला ओका उठावत भवा पतरस बोला, “ठाड़ ह्वा! मइँ तउ खुद सिरिफ एक मनई हउँ।” 27 फिन ओकरे संग बात करत करत उ भितरे चला गवा। अउर हुवाँ उ बहोत म मनइयन क बटोरेस। 28 उ ओनसे कहेस, “तू सबइ जानत ह कि एक यहूदी बरे गैर यहूदी जाति क मनई क संग कउनो सम्बंध रखब या ओकरे हियाँ जाब विधान क खिलाफ अहइ मुला तउ भी परमेस्सर मोका देखाएस ह कि मइँ कउनो भी मनई क ‘असुद्ध’ या ‘अपवित्तर’ न कहउँ। 29 यह बरे मोका जब बोलावा गवा तउ मइँ बिना कउनो एतराज क आइ गएउँ। यह बरे मइँ तोहसे पूछत हउँ कि तू मोका काहे बरे बोलाया ह।” 30 ऍह पइ कुरनेलियुस कहेस, “चार दिन पहिले इहइ समइ दिन क नवें पहर (तीन बजे) मइँ आपन घरे मँ पराथना करत रहेउँ। एकाएक चमचमात ओढ़न मँ एक मनई मोरे समन्वा आइके खड़ा भवा। 31 अउर बोला, ‘कुरनेलियुस! तोहार बिनती सुनि लीन्ह गइ अहइ अउर गरीब गुरबन क दीन्ह भवा तोहार दान परमेस्सर क समन्वा याद कीन्ह ग अहइँ। 32 यह बरे याफा पठइके पतरस कहावावइवाला समौन क बोलवाइके पठवा। उ समुद्दर क किनारे चमार समौन क घरे रूका बा।’ 33 यह बरे मइँ तुरंतहि तोहका बोलवावइ पठवा ह अउर हिआँ आवइ क कृपा कइके बहोत नीक किहा ह तउ अब पर्भू जउन कछू आग्या तोहका दिए अहइँ, उ सब कछू सुनइ बरे हम पचे हिआँ परमेस्सर क अगवा हाजिर अही।” 34 फिन पतरस बोलइ लाग अउर कहेस, “फुरइ अब मइँ समुझ गवा हउँ कि परमेस्सर कउनो भेद-भाव नाहीं राखत 35 बल्कि हर जाति क कउऩो मनई जउन ओसे डेरात ह अउर नीक काम करत ह, उ ओका अपनावत ह। 36 इहइ अहइ उ संदेसा जेका उ ईसू मसीह स सांति क सुसमाचार क उपदेस देत भवा इस्राएल क मनइयन क दिहे रहा। उ सबहिं का पर्भू अहइ। 37 “तू पचे उ बड़की घटना क जानत ह, जउन समूचइ यहूदिया मँ भइ रही। गलील स सुरू होइके यूहन्ना क जरिए बपतिस्मा दीन्ह जाए क पाछे जेकर प्रचार कीन्ह गवा रहा। 38 तू सबइ नासरी ईसू क बारे मँ जानत ह कि परमेस्सर पवित्तर आतिमा स अउर सक्ती स ओकर अभिसेक कइसे किहे रहा अउर उत्तिम कारज करत भवा अउर ओन सब क जउऩ सइतान क बस मँ रहेन, नीक करत भवा चारिहुँ कइँती उ कइसे घूमत रहा। काहेकि परमेस्सर ओकरे संग रहा। 39 “अउर हम पचे सब बातन क साच्छी अही जेनका उ यहूदियन क पहँटा अउर यरूसलेम मँ किहे रहा। उ पचे ओका ही एक ठु लकड़ी के सलीब प टाँगिके मारि डाएन। 40 मुला परमेस्सर तीसरे दिना ओका फिन स जिन्दा कइ दिहेस अउर ओका परगट कराएस। 41 सब मनइयन क समन्वा नाहीं मुला ओन साच्छियन क अगवा जउन परमेस्सर क हीला स पहिले ही चुन लीन्ह गएऩ। अरथ अहइ हमरे समन्वा जउन मर भएन मँ स जी जाए क पाछे ओकरे संग खाएन अउर पीएऩ। 42 “उहइ हमका हुकुम दिहे अहइ कि हम लोगन क उपदेस देइँ अउर सिद्ध करइँ कि इ उहइ, अहइ जउन परमेस्सर क हीला स जिन्दा भएऩ अउर मरे भएऩ मँ स निआव करइवाला मुकर्रर कीन्ह गवा अहइ। 43 सब नबी लोग ओकरे बारे मँ साच्छी दिहे अहइँ कि ओहमा बिसवास करइवाला हर मनई ओकरे नाउँ क हीला स पापन्क छमा पावत ह।” 44 पतरस अबहिं इ बातन क करत ही रहा कि ओन सब प पवित्तर आतिमा उतरि आइ जउन सुसमाचार सुने रहेन। 45 काहेकि पवित्तर आतिमा क बरदान गैर यहूदी प उड़ेरा जात रहा, तउ पतरस क संग आए भए यहूदी अचरज मँ पड़ि गएऩ। 46 उ पचे किसिम किसिम क भाखा बोलत रहेन अउर परमेस्सर क स्तुति करत भए अनकत रहेन। तब पतरस बोला, 47 “का कउनो इ मनइयन क बपतिस्मा देइ बरे, जल आसानी स देइ बरे मना कइ सकत ह? ऍनका भी वइसे ही पवित्तर आतिमा मिलि गवा ह, जइसेन हम पचन क।” 48 इ तरह उ ईसू मसीह क नाउँ मँ ओनका बपतिस्मा देइ क हुकुम दिहेस। फिन पतरस स उ पचे पराथना किहेन कि कछू दिन ओनकइ संग ठहरइ।
Acts 11:1 समूचइ यहूदिया मँ भाइयन अउर प्रेरितन सुनेन कि परमेस्सर क बचन गैर यहूदी भी मान लिहे अहइँ। 2 तउ जब पतरस यरुसलेम पहोंचा तउ उ पचे जउन खतना क चाहत रहेन, ओकर नुक्ताचीनी किहेन। 3 उ सबइ कहेन, “तू खतना क बिना मनइयन क घरे गवा अहा अउर तू ओनकइ संग खइया क खाया ह!” 4 ऍह पइ पतरस सच जउन भवा रहा, ओका सुनावइ समुझावइ लाग। 5 “मइँ याफा सहर मँ पराथना करत भवा समाधि मँ एक दर्सन कीन्ह। मइँ निहारेउँ कि एक बड़की चद्दर जइसी कउनो चीज खाले उतरत बा, ओका चारिहुँ कोना स धइके अकासे स धरती प उतारा जात अहइ। फिन उ उतरिके मोरे लगे आइ गइ। 6 मइँ ओका धियान स लखेउँ कि ओहमाँ धरती क चौपाया जीव-जतुं, जंगली पसु रेंगइ वाला जीव अउर अकासे क पंछी रहेन। 7 फिन मइँ एक अवाज सुनेउँ, जउन मोसे कहत रही, ‘पतरस उठा, मारा अउर खाइ ल्या।’ 8 “मुला मइँ कहेउँ, ‘पर्भू, निहचय रूप स तउ नाहीं, काहेकि मइँ कबहुँ भी कउनो तुच्छा या समइ क अनुसार कउनो बे पवित्तर अहार क नाहीं खाएउँ ह।’ 9 “अकास स दूसर दाई उ अवाज फिन कहेस, ‘जेका परमेस्सर पवित्तर बनएस ह, ओका तू अपवित्तर जिन समुझा।’ 10 “तीन दाई अइसा ही भवा। फिन उ सब अकास मँ वापिस उठाइ लीन्ह गवा। 11 उहइ समइ जहाँ मइँ ठहरा रहेउँ, उ घरे मँ तीन मनई आइ गएन। उ पचे मोरे लगे कैसरिया स पठवा ग रहेन। 12 आतिमा मोका ओनकइ संग बेझिझके चला जाइ बरे कहेस। इ छ: भाई भी मोरे संग गएऩ। अउर हम पचे उ मनई क घरे मँ चला गए। 13 उ हमका बताएस कि एक सरगदूत क आपन घरे मँ ठाड़ उ कइसे लखेस। जउऩ कहत रहा, ‘याफा पठइके पतरस कहावावइवाला समौन क बोलवाइ ल्या। 14 उ तोहका बचन सुनाई जेहॅसे तोहार परिवार क उद्धार होइ।’ 15 “जब मइँ प्रबचन सुरु कीन्ह तब पवित्तर आतिमा ओन पइ उतरि आइ। ठीक वइसेन जइसे सुरू मँ हम पइ उतरी रही। 16 फिन मोका पर्भू क कहा भवा बचन याद होइ गवा, ‘यूहन्ना पानी स बपतिस्मा देत रहा मुला तोहका पवित्तर आतिमा स बपतिस्मा दीन्ह जाइ।’ 17 इ तरह जदि परमेस्सर ओनका ही उहइ बरदान दिहेस जेका उ जब हम पचे पर्भू ईसू मसीह मँ बिसवास कीन्ह, तब्बइ हमका दिहे रहा, तउ खिलाफत करइवाला मइँ कउन होत हउँ?” 18 बिसवासी मनइयन जब इ सुनेन तउ उ पचे प्रस्न करब बंद कइ दिहेन। उ पचे परमेस्सर क महिमा करत भए कहइ लागेन, “अच्छा, तउ परमेस्सर गैर यहूदी मनइयन तलक क मनफिराववइ बरे उ औसर दिहेस ह, जउन जिन्नगी कइँती लइ जात ह।” 19 उ पचे जउन स्तिफनुस क समइ मँ दीन्ह जात सबइ यातना क कारण तितराइ बितराइ ग रहेन, दूर-दूर तलक फीनीक, साइप्रस अउर अन्ताकिया तलक चलाग रहेन। इ पचे यहूदियन क तजिके कउनो अउर क सुसामाचार नाहीं सुनावत रहेन। 20 एनही बिसवासी मनइयन मँ स कछू साइप्रस क अउर कुरेनी क रहेन। तउ जब उ पचे अन्ताकिया आएन तउ यूनानियन क भी प्रबचन देत भए पर्भू ईसू क सुसमाचार सुनावइ लागेन। 21 पर्भू क सक्ती ओनकइ संग रही। तउ एक बड़ा मनइयन क मजमा बिसवास धइके पर्भू कइँती मुड़ि गवा। 22 ऍकर खबर जब यरुसलेम मँ कलीसिया क काने तलक पहुँची तउ उ पचे बरनाबास क अन्ताकिया जाइके पठएऩ। 23 जब बरनाबास हुँवा पहोंचिके परमेस्सर क अनुग्रह क सकारथ होत लखेस तउ उ बहोत खुस भवा अउर उ ओन सबहिं क पर्भू बरे भक्ति भरा हिरदय स बिसवासी बनइ बरे हिम्मत देवॉएस। 24 काहेकि उ पवित्तर आतिमा अउर बिसवास स भरा भवा एक भरपूर उत्तिम मनई रहा। फिन पर्भू क संग एक बड़वार मनइयन क मजमा जुड़ गवा। 25 बरनाबास साऊल क हेरइ तरसुस क चला गवा। 26 फिन उ ओका हेरिके अन्ताकिया लइ आवा। पूरे साल भइ उ पचे कलीसिया स मिलत जुलत अउर बड़का मनइयन क मजमा क उपदेस देत रहेन। अन्ताकिया मँ सबन त पहिले ऍनही चेलन क “मसीही” कहा गवा। 27 इहइ समइ यरुसलेम स कछू नबी अन्ताकिया आएऩ। 28 ओनमाँ स अगबुस नाउँ क एक नबी खड़ा होइके पवित्तर आतिमा क जरिये इ भविस्सबाणी किहेस कि सारी दुनिया मँ एक खउफनाक अकाल पड़ी (क्लौदियुस क समइ इ अकाल पड़ा रहा।) 29 तब हर चेलन आपन ताकत देखिके यहूदिया क बसइयन बंधु क मदद बरे कछू पठवइ क ठान लिहेन। 30 तउ उ पचे अइसा ही किहेन अउर उ पचे बरनावास अउर साऊल क हाथ स यहूदिया मँ आपन बुजुर्गन क लगे उपहार पठएन। 31 32 33 34 35 36
Acts 12:1 उहइ समइया क लगभग राजा हेरोदेस कलीसिया क कछू निअंबर क सताउब सुरू किहेस। 2 उ यूहन्ना क भाई याकूब क तरवार स कतल कराइ दिहेस। 3 उ जब इ लखेस कि इ बात स यहूदी खुस होत हीं तउ उ पतरस क भी गिरफतार करइ बरे सोचेस (इ बे खमीरे क रोटी क उत्सव क दिनन क बात अहइ) 4 हेरोदेस पतरस क धइके जेलि मँ धाँध दिहेस। ओका चार चार सिपाहियन क कतार क पहरा लगाइ दीन्ह गवा। मतलब इ रहा कि ओह प मुकदमा चलावइ बरे फसह क त्यौहार पाछे ओका मनइयन क समन्वा बाहेर लइ आवा जाइ। 5 तउ पतरस क जेल मँ रोक दीन्ह गवा। ओहर कलीसिया हिरदय स ओकरे बरे परमेस्सरस पराथना करत रही। 6 जब हरोदेस मुकदमा चलावइ बरे ओका बाहेर लोगन क सामने लइ आवइ क रहा, उ रात पतरस दुइ सिपाहियन क बीच सोवा रहा। उ दुइ जंजीरे स बँधा रहा अउर दुआर प पहरुआ जेल क रखवारी करत रहेन। 7 एकाएक पर्भू क सरगदूत हुँवा आइके खड़ा भवा, जेल क खोली रोसनी स जगमगाइ उठी। उ पतरस क बगली थपथपाएस अउर ओका जगावत भवा कहेस, “हाली, खड़ा ह्वा!” जंजीर ओकरे हाथ मँ खुलके गिरि गइ। 8 तबहिं सरगदूत ओका कहेस, “तइयार ह्वा अउर आपन चप्पल पहिरा।” तउ पतरस वइसा ही किहेस। सरगदूत ओका फिन कहेस, “आपन चोगा पहिरा अउर मोरे पाछे चला आवा।” 9 फिन ओकरे पाछे-पाछे पतरस बाहेर निकरि आवा। उ समुझ नाहीं पाएस कि सरगदूत जउन कछू करत रहा, उ फुरइ रहा। उ बिचारेस कि उ कउनो दर्सन लखत अहइ। 10 पहिले अउर दूसर पहरे क छोड़िके आगे बटत भवा उ पचे लोहा क उ फाटक प आइ गएऩ जउन सहर कइँति जात रहा। उ फाटक ओनकइ बरे खुद ही खुलि गवा। अउर उ पचे बाहेर निकरि गएन। उ पचे अबहिं गली क पार किहेन कि उ सरगदूत एकाएक ओका छोड़ि गवा। 11 फिन पतरस क जइसे होस आवा, उ बोला, “अब मोरी समझ मँ आवा ह कि असल मँ फुरइ अहइ कि पर्भू आपन सरगदूत क पठइके हेरोदेस क पंजा स मोका छुटकारा दियाएस ह। यहूदी लोग मोह प जउन कछू बुरा होइ क सोचत रहेन, ओहसे उहइ मोका बचाएस ह।” 12 जब उ इ समझ गवा तउ उ यूहन्ना क महतारी मरियम क घर चला गवा। (यूहन्ना जउन मरकुस भी कहवावत ह।) हुँवा ढेर मिला बटुरा रहेन अउर पराथना करत रहेन। 13 पतरस दुआरे क बाहेर स खटखटाएस ओका लखइ रूदे ऩाउँ क एक दासी हुँवा आइ। 14 पतरस क अवाज क पहिचान के खुसी क मारे ओकरे बरे फाटक बगैर खोले भए उ उलटिके भीतर दउड़ आइ अउर उ बताएस कि पतरस दुआरे प खड़ा अहइ। 15 उ पचे ओसे बोलेन, “तू पागल होइ गइ अहा।” मुला उ जोर दइके कहतइ रही कि इ अइसा ही अहइ। ऍह पॅइ उ पचे कहेन, “उ ओकर सरगदूत होइ।” 16 ओहर पतरस दुआर खटखटावत ही रहा। फिन उ पचे जब दुआर खोलेन तउ उ पचे अचरज मँ पड़ि गएन। 17 ओनकइ हाथे स चुप रहइ क इसारा करत भए उ खोलिके बताएस कि पर्भू ओका जेलि स कइसे बाहेर निकारेस ह। उ कहेस, “य़ाकूब अउर दूसर भइयन क इ बारे मँ बताइ दिहा।” अउर तब उ ठहर क तजिके कउनो दूसर स्थान प चला गवा। 18 जब भोर भवा तउ पहरुअन मँ बड़ी खलबली मचि गइ। उ पचे अचरज मँ पड़ा सोचत रहेन कि पतरस क संग का भवा होइ। 19 ऍकरे पाछे हेरोदेस जब ओकर छानबीन कइ चुका अउर उ ओका नाहीं मिला तउ उ आपन पहरुअन स पूछताछ किहेस अउर ओनका मारि डावइ क हुकुम दिहेस।हेरोदेस फिन यहूदिया स जाइके कैसरिया मँ रहइ लाग। हुँवा उ कछू समइ बिताएस। 20 उ सूर अउर सैदा क मनइयन स बहोत कोहान रहत रहा। उ पचे एक झुण्ड बनइके ओसे भेंटइ आइ रहेन। राजा क खुद क सेवक बलास्तुस क मान मनउवल कइके उ पचे हरोदेस स सांति क पराथना किहेन काहेकि ओनकइ देस क राजा क देस स खाइक मिलत रहा। 21 एक निहचत दिन हेरोदेस आपन राजसी वेस-भूसा पहिरिके आपन सिंहासन प बइठा अउर मनइयन क बियाख्यान देइ लाग। 22 लोग चिचियाने, “इ तउ कउनो देवता क बानी अहइ, मनई क नाहीं।” 23 काहेकि हेरोदेस परमेस्सर क महिमा नाहीं दिहेस, यह बरे फउरन पर्भू क एक दूत ओका बीमार कइ दिहेस। अउर ओहमाँ किरवा परि गएन जउन खाइ लागेन अउर उ मरि गवा। 24 मुला परमेस्सर क बचन क प्रचार होत रहा अउर उ फइलत जात रहा अउर बिसवासियन की संख्यि बढ़त जात रही। 25 बरनाबस अउर साऊल आपन काम पूरा कइके मरकुस कहवावइवाला यूहन्ना का भी संग लइके अन्ताकिया लौटि आएऩ।
Acts 13:1 अन्ताकिया क कलीसिया मँ कछू नबी अउर बरनाबस, समौन (नीगर) कहा जाइवाला समौन कुरेनी क लूकियुस, देस क चउथाई हींसा क राजा हेरोदेस क संग पालितयोसित मनाहेम अउर साऊल जइसे कछू सिच्छक रहेन। 2 उ पचे जब उपवास करत भए पर्भू क आराधना मँ लाग रहेन, तबहिं पवित्तर आतिमा कहेस, “बरनाबास अउर साऊल क जउने काम बरे मइँ बोलाएउँ ह, ओका करइ बरे मोरे नीस्बत, ओनका अलगाइ द्या।” 3 तउ जब सिच्छक अउर नबी आपन उपवास अउर पराथना पूरी कइ चुकेन तउ उ पचे बरनाबास अउर साऊल प आपन हाथ धरेन अउर ओनका बिदा कइ दिहेन। 4 पवित्तर आतिमा क जरिए पठए भए उ सबइ सिलूकिया गएऩ जहाँ स जहान मँ बइठिके उ पचे साइप्रस पहोंचेन। 5 फिन जब उ पचे सलमीस पहोंचेन तउ उ पचे यहूदियन क आराधनालय मँ परमेस्सर क बचन क प्रचार किहेन यूहन्ना सहायक क रूप मँ ओनकइ संग रहा। 6 उ समूचइ द्वीप क जात्रा करत करत उ पचे पाफुस ताईं जाइ पहोंचेन। हुवाँ ओनका एक जादूगर मिला, उ झूठा नबी रहा। उ यहूदी क नाउँ रहा बार-ईसू। 7 उ एक बहोत बुद्धिमान पुरुस राज्यपाल सिरगियुस पौलुस क दोस्त रहा जउन फिन परमेस्सर क बचन सुनइ बरे बरनाबास अउर साऊल क बोलवाएस। 8 मुला इलीमास जादूगर ओनकइ खिलाफत किहेस (इ बार-ईसू क अनुवाद क नाउँ बा।) उ नगर-पति क बिसवास डुगावइ क जतन किहेस। 9 फिन साऊल जेका पौलुस भी कहा जात रहा, पवित्तर आतिमा स भरपूर होइके इलीमास प पैनी निगाह डारत भवा कहेस, 10 “सबहिं तरह क छल अउर धूर्तताई स भरा, अरे सइतान क बेटहना, तू हर नेकी क दुस्मन अहा। का तू पर्भू क सोझ सच्चे राह क तोड़ब मरोड़ब न तजब्या? 11 अब लखा पर्भू क हाथन तोह प आइ पड़ा बा। तू आँधर होइ जाब्या अउर कछू समइ बरे सूरज तक भी नाहीं लख पउब्या।”तुरंतहि एक धूँध अउर अँधियारा होइ पइ छाइ गवा अउर एहर-ओहर टोवइ लाग कि कउनो हथवा धइके ओका चलावइ। 12 तउ राज्यपाल, जउन कछू भवा रहा, जब ओका लखेस तउ उ बिसवास धरेस। उ पर्भू क बाबत उपदेसन स बहोत होइ गवा। 13 फिन पौलुस अउर ओकर संगी पाफुस स ऩाउ क जरिये पंफूलिया क पिरगा मँ आइ गएऩ। मुला यूहन्ना ओनका हुँवइ छोड़िके यरूसलेम लौटि आवा। 14 ओहर उ पचे आपन जात्रा प बढ़त भए पिरगा स पिसिदिया क नजदीक नगर अन्ताकिया मँ आइ गएन। फिन सबित क दिना यहूदी आराधनालय मँ जाइके बइठि गएऩ। 15 मूसा क व्यवस्था क मुताबिक अउर नबियन क पोथी क पाठ कइ चुके क पाछे यहूदी आराधनालय क अधिकारियन ओनकइ लगे इ संदेसा कहवाइ पठएन, “भाइयो, मनइयन क उपदेसन देइ बरे तोहरे लगे कहइ क प्रोत्साहन क कउनो अउर बचन अहइ जउन ओका सुनावा।” 16 ऍह पइ पौलुस खड़ा भवा अउर आपन हाथ हिलावत भवा बोलइ लाग, “हे इस्राएल क मनइयो अउर परमेस्सर स डेराइवाले गैर यहूदियो, सुना: 17 इ इस्राएल क मनइयन क परमेस्सर हमरे पूर्वजन क चुने रहा अउर जब हमार लोग मिस्र मँ ठहरा रहेन, उ ओनका महान बनाए रहा अउर आपन महान सक्ति स उ ओनका उ धरती स बाहेर निकारि लइ आवा रहा। 18 अउर लगभग चालीस बरिस तलक उ जंगल मँ ओनकइ मदद करत रहा। 19 अउर कनान देस क सात जातियन क नास कइके उ धरती इस्राएल क मनइयन क वसीयत क रूप मँ दइ दिहेस। 20 इ सब कछू मँ लगभग साढ़े चार सौ बरिस लगेन।“ऍकरे पाछे समूएल नबी क समइ तलक उ ओनका अनेक निआव क न्यायकर्ता दिहेस। 21 फिन उ पचे एक राजा क निवेदन किहेन, तउ परमेस्सर बिन्यामीन क गोत क एक मनई कीस क बेटवा साऊल क चालीस बरिस बरे ओनका दइ दिहेस। 22 फिन साऊल क हटाइके उ ओनकइ राजा दाऊद क बनाएस जेकरे बारे मँ उ इ साच्छी दिहेस, ‘मइँ यिसै क बेटवा दाऊद क एक अइसे मनई क रूप मँ मिला ह, जउन मोरे मन क मुताबिक अहइ। जउन कछू मइँ ओसे करावइ चाहत हउँ, उ उ सब कछू क करी।’ 23 “इ ही मनई क एक बंसज क आपन प्रण क मुताबिक इस्राएल मँ उद्धार करइया ईसू क रूप मँ लाइ चुका अहइ। 24 ओकरे आवइ स पहिले यूहन्ना इस्राएल क सबहिं मनइयन मँ मनफिराव स बपतिस्मा क प्रचार करत अहइ। 25 यूहन्ना जब आपन काम क पूरा करइ क रहा, तउ उ कहेस रहा, ‘तू मोका जउन समुझत ह, मइँ उ नाहीं हउँ। मुला एक अइसा अहइ जउन मोरे पाछे आवत अहइ। मइँ जेकर पनही क फीतास खोलइ लायक भी नाहीं अहउँ।’ 26 “भाइयो, इब्राहीम क सन्तानो अउर सच्चे परमेस्सर क आराधक गैर यहूदियो, उद्धार क इ सुसमाचार हमरे बरे ही पठवा ग अहइ। 27 यरुसलेम मँ बसइयन अउर ओनकइ राजा लोगन ईसू क नाहीं पहिचानेन। अउर ओका दोखा ठहराइ दिहेन। इ तरह उ पचे नबी लोगन क उ बचन क पूरा किहन जेनकइ सबित क दिन पाठ कीन्ह जात ह। 28 अउर जदि अपि ओनका ओकरे मउत क राजा क कउनो सबूत नाहीं मिला, तउ भी उ पचे पलातुस स ओका मरवाइ डावइ क माँग किहेन। 29 “ओकरे बारे मँ जउन कछू लिखा रहा, जब उ पचे सब कछू क पूरा कइ चुकेन ओका ऋूस प स खाले उतारेन अउर एक कब्र मँ धइ दिहन। 30 मुला परमेस्सर ओका मरइ क पाछे फिन जीवित कइ दिहस। 31 अउर फिन जउन लोग गलील स यरुसलेम तलक ओकरे संग गएऩ, उ ओनकइ अगवा कइउ दिना ताईं परगट होत रहा। इ सबइ अब मनइयन बरे ओकर साच्छी अहइँ। 32 “हम तोहका उ प्रण क बारे मँ सुसमाचार सुनावत अही जउन हमरे पूर्वजन क संग कीन्ह गइ रही। 33 ईसू क, मरि जाए क पाछे फिन जीवित कइके, ओनकइ संताने क बरे परमेस्सर उहइ सपथ क हमरे बरे पूरा किहेस ह। जइसा कि दूसर भजन संहिता मँ लिखा भी अहइ:‘तु मोर पूत अहा, मइँ तोहका आजु ही जनम दिहेउँ ह।’ भजन संहिता 2:7 34 अउर उ ओका मरे भएऩ मँ जिआइ के उठाएस जेहॅसे नास होइ स पहिले ओका फिन स लौटब न होइ। उ इ तरह कहे रहा:‘मइँ तोहका उ सबइ पवित्तर अउर न टरइ क असीस देब जेनका देइ क बचन मइँ दाऊद क दिहेउँ।’ यसायाह 55:3 35 इ तरह एक दूसर भजन मँ उ कहत ह:‘तू आपन पवित्तर जने क नास क अनुभव नाहीं होइ दिहा।’ भजन संहिता 16:10 36 फिन दाऊद आपन जुग मँ परमेस्सर क प्रयोजन क मुताबिक आपन सेवा-काम पूरा कइके मर गवा, ओका ओकरे पूर्वजन क संग दफनाइ दीन्ह गवा अउर ओकर छय भवा। 37 मुला जेका परमेस्सर मरे भएऩ क बीच क जीवित कइके उठाएस, ओकर छय नाहीं भवा। 38 तउ भाइयो, तू सबन्क जान जाइ चाही कि ईसू क जरिए ही पाप क छमा क उपदेस तोहका दीन्ह गवा ह। अउर इहइ क जरिए हर कउनो जउन बिसवासी अहइ, ओन पापन्स छुटकारा पाइ सकत ह, जेनसे मूसा क व्यवस्था छुटकारा नाहीं दियाइ सकत रही। 39 40 तउ होसियार रहा, कहूँ नबियन जउन कछू कहे बाटेन, तू सबन प न घटइ: 41 “निन्दा करइया लोगो, लखा, होइके भउचक्का मरि जाब्या, काहेकि तोहरे जुग मँ एक कारज अइसा करत हउँ, जेकर चर्चा तलक प तोहका कबहुँ ह बिसवास होई।”‘ हबक्कूक 1:5 42 पौलुस अउर बरनावास जब हुवाँ स जात रहेन मनइयन ओनसे अगले सबित क दिन अइसी ही अउर बातन बतावइ बरे पराथना किहेन। 43 जब सभा खतम भइ तउ बहोत स यहूदियन अउर बहुत गैर यहूदी भक्तन पौलुस अउर बरनाबास क पाछा किहेन। पौलुस अउर बरनाबास ओनसे बातचीत करत भए बिनती किहेन कि उ सबइ परमेस्सर क अनुग्रह मँ बन रहइँ। 44 अगले सबित क दिन तउ लगभग समूचा सहर ही पर्भू क बचन सुनइ बरे उमड़ि आवा। 45 इ बड़का मनइयन क मजमा क जब यहूदियन लखेन तउ उ पचे बहोत जरि भुनि गएन अउर भद्दा सब्द क बइपरत भए पौलुस जउन कछु कहे रहा, ओकर खिलाफत करइ लागेन। 46 मुला पौलुस अउर बरनाबास निडर होइके, “इ जरुरी रहा कि परमेस्सर क बचन पहिले तोका पढ़ावा जात मुला काहेकि तू पचे ओका नकारत अहा अउर तू सबइ आपन खुद क अनन्त जिन्नगी क जोग्ग नाहीं ठहरउत्या, तउ हम पचे अब गैर यहूदी लोग कइँती मुड़ि जात अही। 47 काहेकि पर्भू हमका अइसि ही आग्या दिहे अहइ:‘मइँ जोति बनाएउँ तोहका, ओनकइ बरे जउऩ नाहीं यहूदी, ताकि संसार के सब लोगन का उद्धार करइँ।”‘ यसायाह 49:6 48 गैर यहूदियन जब इ सुनेन तउ उ पचे बहोत खुस भएऩ अउर उ पचे पर्भू क बचन क सम्मान किहेन। फिन उ सबइ, जेनका अनन्त जिन्नगी पावइ बरे ठहरावा ग रहा, बिसवास धारण कइ लिहेन। 49 इ रतह समूचइ पहँटा मँ पर्भू क बचन क प्रचार होत रहा। 50 ओहर यहूदी लोग ऊँच कुले क धार्मिक स्त्रियन अउर सहर क मुड्ढ मनइयन क उसकाएन अउर पौलुस अउर बरनाबास क खिलाफ अत्याचार करब सुरू कइ दिहेन अउर दबाव डाइके ओनका आपन पहँटा स बाहेर निकरिवाइ दिहेन। 51 फिन पौलुस अउर बरनाबास ओनकइ खिलाफ आपन गोड़े क धूरि झारिके इकुनियुम क चला गएऩ। 52 मुला अतीक मँ ओनकइ चेलन आनंद अउर पवित्तर आतिमा स भरपूर होत रहेन।
Acts 14:1 इहइ तरह पौलुस अउर बरनाबास इकुनियुम मँ यहूदी आराधनालय मँ गएऩ। हुवाँ उ पचे इ तरीका स बियाख्यान दिहेन कि यहूदियन क एक बड़का मनइयन क मजमा बिसवास कइ लिहेस। 2 मुला उ यहूदियन जउन नाहीं पातियानेन, गैर यहूदियन क उसकाएऩ अउर भाई बहनन क खिलाफ दुस्मनी पइदा कइ दिहेन। 3 तउ पौलुस अउर बरनाबास हुवाँ बहोत दिनॉ तलक ठहरा रहेन अउर पर्भू क बारे मँ बेडर होइके प्रबचन देत रहेन। ओनकइ हीला स पर्भू अद्भुत कारजन अउर अचरज कारजन करवावत भव आपन द्या क संदेसा क मान करावत रहा। 4 ओहर सहर क मनइयन मँ फूट पड़ि गइ। कछू मिला प्रेरितन कइँती अउर कछू मिला यहूदियन कइँती होइ गएन। 5 फिन जब गैर यहूदी लोग अउर यहूदी लोग आपन आपन नेता स मिलिके ओनके संग बुरा बेवहार करइ लागेन (गरियाव) अउर ओन प पाथर लोकावइ क बात चली, 6 तउ पौलुस अउर बरनाबास क ऍकर पता लग गवा अउर पचे लुकाउनिया अउर लुस्त्रा अउर दिरबे जइसे सहरन अउर सासपास क पहँटा मँ परानेन। 7 उ पचे हुवाँ भी सुसमाचार क प्रचार करत रहेन। 8 लुस्त्रा मँ एक मनई बइठा भवा रहा। उ आपन गोड़वा स अंपग रहा। उ जन्मत ही लँगड़ा रहा, चल फिन तउ कबहुँ नाहीं पाएस। 9 इ मनई पौलुस क बोलत भए सुने रहा। पौलुस ओह पइ निगाह गड़ाएस अउर लखेस कि चंगा होइ क बिसवास ओहमाँ बा। 10 तउ पौलुस ऊँची अवाज मँ कहेस, “अपने गोड़वा प सोझ खड़ा ह्वा।” तउ उ ऊपर उछरा अउर चलइ-फिरइ लाग। 11 पौलुस जउन कछू किहे रहा, जब भिड़िया ओका लखेस तउ मनइयन लुकाउनिया क भाखा मँ गोहार लगाइके कहइ लागेन, “हमरे बीच मनई क रूप धइके, देवता उतरि आवा अहइँ।” 12 उ पचे बरनाबास क “जेअस”अउर पौलुस क “हिरमेस”कहइ लागेन। (पौलुस क हिरमेस यह बरे कहा गवा काहेकि उ प्रमुख बोलवइया रहा।) 13 सहर क सोझइ बाहेर बना जेअस क यहूदियन क मंदिर क पूजारी सहर क दुआरे सॉड़ अउर माल लइके आइ पहोंचा। उ भीड़ क संग पौलुस अउर बरनाबास बरे बलि चढ़ावइ चाहत रहा। 14 मुला जब प्रेरितन बरनाबास अउर पौलुस इ सुनेन तउ उ पचे आपन ओढ़ना फाड़ि डाएन अउर उ पचे ऊँची अवाज मँ इ कहत भए भीड़ मँ घुसि गएऩ, 15 “अरे मनइयन, तू पचे इ काहे करत बाट्या? हम पचे भी वइसे मनई अही, जइसे तू पचे अहा। हिआँ हम सबइ तू सबन्क सुसमाचार सुनावइ आइ अही ताकि तू पचे बेकार क बातन स मुँह मोड़िके उ सजीव परमेस्सर कइँती लउटा जउन अकास धरती, समुद्दर अउर एऩमाँ स जउन कछू अहइ, ओकर रचना किहेस ह। 16 बीत गए काल मँ उ सबहिं जातियन क आपन आपन राहे प चलइ दिहेस। 17 मुला तोहका उ खुद आपन साच्छी दिए बगैर नाहीं तजेस। काहेकि उ तोहरे संग भलाई किहेस। उ तू पचन्क अकास स बर्खा दिहेस अउर रितु क मुताबिक फसल दिहेस। उहइ तोहका खइया क देत ह अउर तोहरे मन क आनंद स भरि देत ह।” 18 इ बचन क पाछे भी उ पचे भिड़िया क ओनकइ बरे बलि चढ़ावइ स अक्सर नाहीं रोक सकेन। 19 फिन अन्ताकिया अउर इकुनियुस स आए भए यहूदी लोग भीड़ क अपने पच्छ मँ कइके पौलुस प पाथेर लोकाएन अउर ओका मरा जानिके सहर क बाहेर घेरर्ाइ लइ गएन। 20 फिन जब ओकर चेलन ओकरे चारिहुँ कइँती बटुरेन, तउ उ उठा अउर सहर मँ चला आवा अउर फिन अगले दिन बरनाबास क संग उ दिरबे बरे चल पड़ा। 21 उ सहर मँ उ पचे सुसमाचार क प्रचार कइके बहोत स चेलन बनएऩ। उ सबइ लुस्त्रा, इकुनियुम अउर अनताकिया लउटि आएऩ। 22 अउर मनवइयन क आतिमन क स्थिर कइके बिसवास मँ रहइ बरे ओनका कहि क हिम्मत बढ़ाएऩ, “हमका बड़ा घोर दुख झेलिके परमेस्सर क राज्य मँ घुसइ क अहइ।” 23 हर कलीसिया मँ उ पचे ओनका नुयुक्त किहेन उ पर्भू क सौप दिहेन जेहमाँ उ पचे बिसवास करत रहेन। 24 एकरे पाछे पिसिदिया स होत भए उ पचे पंफूलिया आइ गएऩ। 25 अउर पिरगा मँ जब सुसमाचार सुनाइ चुकेन तउ इटली मँ आइ गएऩ। 26 हुवाँ स उ पचे अन्ताकिया क जहाज स गएन जहाँ जउने काम क अबहिं उ पचे पूरा किहेन। उ काम बरे उ सबइ परमेस्सर क अनुग्रह प न्यौछावर होइ गएऩ। 27 अइसे जब उ पचे पहोंचेन तउ उ पचे कलीसिया क मनइयन क बटोरेन अउर परमेस्सर ओनके द्वारा जउन कछू किहेस, ओकर वृत्तांत कहिके सुनाएऩ। अउर उ पचे एलान किहेन कि परमेस्सर दूसरे देसन क मनइयन बरे बिसवास क दुआर खोले अहइ। 28 फिन चेलन क संग हुवा बहोत दिनाँ तलक ठहरेन।
Acts 15:1 फिन कछू लोग यहूदिया स आएन अउर भाई लोगन क सिच्छा देइ लागेन, “जदि मूसा क व्यवस्था क मुताबिक तोहार खतना नाहीं भवा अहइ तउ तोहार उद्धार नाहीं होइ सकत।” 2 पौलुस अउर बरनाबास क बिचार मेल नाहीं खात रहा, तउ ओनमाँ एक बड़ा मत भेद पइदा होइ गवा। यह बरे पौलुस अउर बरनाबास अउर ओनके कछू अउर संगी इ समस्या क हल निकारइ बरे प्रेरितन अउर मुखियन क लगे यरुसलेम पठवइ क ठान लिहेन। 3 उ पचे कलीसियन क जरिए पठवा गाएऩ अउर फीनीके अउर सामरिया होत भए अधर्मियन क हिरदय बदलत भए भाई बहिनियन क समाचार सुनाइके खुस करत रहेन। 4 फिन जब उ पचे यरुसलेम पहोंचेन तउ कलिसिया, प्रेरितन अउर बुजुर्ग लोगन अगवानी किहेन। अउर उ पचे ओनके संग परमेस्सर जउन किहे रहा, उ सब कछू ओनका कहिके सुनाएन। 5 ऍह पइ फरीसियन क दल क कछू बिसवासि खड़ा भएऩ अउर बोलेन, “ओनकइ खतना जरुर कीन्ह जाइ चाही अउर ओनका हुकुम देइ चाही कि उ पचे मूसा क व्यवस्था क पालन करइँ।” 6 तउ इ सवाल प बिचार करइ बरे प्रेरितन अउर बुजुर्गन आपुस मँ बटुर गएऩ। 7 एक लम्बी चौड़ी तहत्तुक पाछे पतरस खड़ा भवा अउर ओनसे बोला, “भाइयो, तू पचे जानत ह कि बहोत दिना पहिले तोहमाँ स परमेस्सर एक चुनाव किहे रहा कि मोरे हीला स गैर यहूदियन लोग सुसमाचार क संदेसा सुनइहीं अउर बिसवास करिहीं। 8 अउर अन्तर्यामी परमेस्सर हमरे ही तरह ओनका भी पवित्तर आतिमा क बरदान दइके, ओकरे बारे मँ आपन समर्थन देखाए रहा। 9 बिसवास क जरिए ओनकइ हिरदय क पवित्तर कइके हमरे अउर ओनके बेच उ कउनो भेद-भाव नाहीं किहेस। 10 तउ अब चेलन क गटइया प एक अइसा जुआ लादिके जेका न हम उठाइ सकित अही अउर न हमार पूर्वज तू पचे परमेस्सर क गुस्सा करावइ चाहत ह? 11 मुला हमार तउ इ बिसवास अहइ कि पर्भू ईसू क अनुग्रह स जइसे हमार उद्धार भवा ह, वइसे ही हमका भरोसा अहइ कि ओनकइ भी बचाव जाई!” 12 ऍह पइ समूचा दल सन्न मारि गवा अउर बरनाबास अउर पौलुस क बोलब सुनई लागेन। उ पचे, गैर यहूदियन क बीच परमेस्सर ओनकइ हीला स दुइ अद्भुत कारजन परगट किहे रहा, अउर अचरज कारजन किहे रहा, ओकरे बाबत बतावत रहेन। 13 उ पचे जब बोल चुकेन तउ याकूब कहइ लाग, “भाइयो, मोरउ सुना। 14 समौन बताए रहा कि परमेस्सर गैर यहूदियन मँ स कछू लोगन्क आपन नाउँ बरे चुनिके सबन ते पहिले कइसे पिरेम परगट किहे रहा। 15 नबी लोगन्क बचन भी इ बात क समर्थन करत हीं। जइसा कि लिखा बाटइ: 16 अउर जाबइ मइँ एकरे पाछे, फिन स दाऊद क उ घरे क खड़ा करब जउन गिर चुका ह। फिन स ओकर खण्डहर क सँवारब, फिन स पुराने क उद्धार करब। 17 काहेकि जउन बचा अहइँ उ सबइ गैर यहूदी सबहिं जउन अब मोर कहवावत हीं, पर्भू क हेरइँ। आमोस 9:11-12 18 उहइ पर्भू इ बात क कहत ह, जउन जुग-जुग स इ बातन क परगट करत रहा।’ 19 “इ तरह मोर इ निर्णय अहइ कि हमका ओन मनइय़न क, जउन गैर यहूदी होत भए परमेस्सर कइँती घूमा अहइँ, सतावइ नाहीं चाही। 20 मुला हमका तउ ओऩके लगे लिखिके पठवइ चाहीं। हमका ओनका इ बातन क बतावइ चाही:मूरत क चढ़ावा भवा खइया क जिन खा (ऍहसे खइया क अपवित्तर होत ह।) कउनो तरह क व्यभिचार जिन करा लहू क कबहुँ जिन चखा। गटइ घोटिके मारा गवा गोरू क मांस जिन खा। 21 ओऩ पचन्क क इ बात न करइ चाही, काहेकि हर सहर मँ मनइयन (यहूदी) बाटेन जउन मूसा क व्यवस्था सिखावत हीं। हर सबित क दिन मूसा क व्यवस्था क तरीका स पाठ आराधनालय मँ बरिसन स होत आवत ह।” 22 फिन प्रेरितन अउर बुजुर्गन समूचइ कलीसिया क संग इ निहचय किहेन कि ओनमाँ स कछू लोगन क चुनिके पौलुस अउर बरनाबास क संग अन्ताकिया पठवा जाइ। तउ उ पचे बरसब्बा कहा जाइवाला यहूदा अउर सीलास क चुन लिहेन। उ सबइ भाइयन मँ यरूसलेम मँ मान्य रहेन। 23 उ पचे ओनकइ हाथे स इ चिट्ठी पठएन:तोहरे बंधु, बुजुर्ग अउर प्रेरितन कइँती स अन्ताकिया, सीरिया अउर किलिकिया क गैर यहूदी भाइयन क नमस्ते पहुँचइ मोरे भाइयन, 24 हम पचे जब त इ सुना ह कि हम स कउनो आदेस पाए बिना ही, हम पचन मँ स कछू मनइयन जाइके आपन सब्दन स तोहार जिअर दुखी किहेन हे, अउर तोहरे मन क नाहीं थिरइ दिहेन। 25 हम पचे आपुस मँ एक मत होइके इ निहचय कीन्ह ह हम सबइ आपन मँ स कछू मनई चुनी अउर आपन पिआरा बरनाबास अउर पौलुस क संग ओनका तोहरे लगे पठई। 26 इ सबइ उ पचे ही लोग अहइँ जउऩ हमरे पर्भू ईसू मसीह क नाउँ बरे आपन प्राण क बाजी लगाइ दिहे रहे। 27 हम पचे यहूदा अउर सीलास क पठावत अही। उ सबइ तोहका आपन मुँह स इ सब बातन क बतइहीं। 28 पवित्तर आतिमा क अउर हमका इ नीक जान पड़ा कि तू सबन प इ जरूरी बात क अलावा क अउर कउनो बात क बोझा न डावा जाइ: 29 मूरतिन प चढ़ावा गवा भोजन तोहका नाहीं ग्रहण करइ चाही। खून, गटइ घोटिके बधा गवा पसु अउर व्यभिचार स बचा रहा।जदि तू आपन आप क इ बातन स बचाए रखब्या तउ तोहार कल्याण होइ।अच्छा बिदा। 30 इ तरह ओनका बिदा कइ दीन्ह गवा अउर उ सबइ अन्ताकिया पहोंचेन। हुवाँ उ पचे बिसवासियन क धरम सभा क बोलाएन अउर ओऩका उ चिट्ठी दइ दिहेन। 31 चिट्ठी बाँचिके जउन उछाह ओनका मिला ओह पइ उ पचे आनंद मनाएन। 32 यहूदा अउर सीलास, जउन खुद ही दुइनउँ नबी रहेन, आइयन क समन्वा ओनकइ हिम्मत बँधावत भए अउर मजबूती देत भए, एक लम्बा प्रबचन दिहेन। 33 हुवाँ कछू समइ बिताए क पाछे, भाई लोग ओनका सांति क साथ ओनही क लगे लौटि जाइ बरे बिदा किहेन जउन ओनका पठए रहेन। 34 35 पौलुस अउर बरनाबास अन्ताकिया मँ कछू समइ बिताएन। बहोत स दूसर मनइयन क संग उ पचे पर्भू क बचन क उपदेस देत भए मनइयन मँ सुसमाचार क प्रचार किहेन। 36 कछू दिनन क बाद बरनाबास स पौलुस कहेस, “आवा, जउन जउन नगरन मँ हम पचे पर्भू क बचन क प्रचार कीन्ह ह, हुवाँ आपन भाई लोगन क लगे बापिस लौटिके इ लखी कि उ पचे का कछू करत बाटेन।” 37 बरनाबास चाहत रहा कि मरकुस कहवावइवाला यूहन्ना क भी उ पचे संग लइ चलइँ। 38 मुला पौलुस इहइ ठीक समझेस कि उ पचे ओका आपन संग न लेइँ जउऩ पंफूलिया मँ ओनकइ संग छोड़ दिहे रहा अउर (पर्भू क) काम मँ जउऩ ओनकइ साथ नाहीं दिहेस। 39 ऍह पइ उ दुइनउँ मँ घोर खिलाफतजन्मी। नतीजा इ भवा कि उ पचे आपुस मँ एक दूसर स अलगाइ गएन। बरनाबास मरकुस क लइके पानी क जहाजे स साइप्रस गवा। 40 पौलुस सीलास क चुनिके हुवाँ स चला गवा अउर भाइयन ओका पर्भू क छत्रछाया मँ सौंपेन। 41 तउ पौलुस सीरिया अउर किलिकिया क जात्रा करत भवा हुवाँ क कलीसियन क मजबूत करत रहा।
Acts 16:1 पौलुस दिरबे अउर लुस्त्रा मँ भी आवा। हुवँइ तीमुथियुस नाउँ क एक चेला रहा। उ कउनो बिसवासी यहूदी स्त्री क बेटवा रहा मुला ओकर बाप यूनानी रहा। 2 लुस्त्रा अउर इकुनियुम क सहर क भाइयन क संग ओकर अच्छा उठब बैठब रहा। 3 पौलुस तीमुथियुस क जात्रा प लइ जावा चाहत रहा। तउ उ ओका आपन संग लइ लिहेस अउर स्थानन प बसइया यहूदियन क कारण ओकर खतना किहेस; काहेकि उ पचे सबहिं जानत रहेन कि ओकर बाप एक यूनानी रहा। 4 सहरन स जात्रा करत भवा उ पचे हुवाँ क मनइयन क ओन नियम क बारे मँ बताएन जेनका यरुसलेम मँ प्रेरितन अउर बुजुर्गन तय कइ दिहे रहेन। 5 इ तरह हुवाँ क कलीसिया क बिसवास अउर मजबूत होत गोवा अउर रोज हर ओनकइ गनती बाढ़त गइ। 6 तउ उ पचे फ्रूगिया अउर गलातिया क पहँटा स होइके निकरेन काहेकि पवित्तर आतिमा ओनका एसिया मँ पवित्तर बचन क प्रचार क मना कइ दिहे रही। 7 फिन उ पचे जब मूसिया क सरहदे प पहोंचन तउ उ पचे बितूनिया मँ प्रवेस किहेन। मुला ईसू क आतिमा ओनका हुवाँ भी जाइ नाहीं दिहेस। 8 तउ उ पचे मूसिया होत भए त्रोआस पहोंचेन। 9 राति क समइ पौलुस दिब्य दर्सन मँ निहारेस कि मैसीडोनिया क मनई ओसे पराथना करत भवा कहत अहइ, “मैसीडोनिया मँ आवा अउर हमार मदद करा!” 10 इ दिब्य दर्सन क लखे क पाछे तुरंतहि इ नतीजा निकारत भए कि परमेस्सर ओन मनइयन क बीच सुसमाचार क प्रचार करइ हमका बोलाए अहइ हम पचे मैसीडोनिया जाइ बरे ठान लीन्ह। 11 इ तरह हम त्रोआस स जल मार्ग क जरिए जाइ बरे आपन नाउ खोलि दीन्ह अउर सोझइ समोथ्राके जाइ पहोंचेन। फिन अगले दिन नियापुलिस चला गएन। 12 हुवाँ स हम पचे एक रोमी उपनिवेस फिलिप्पी पहुँचेन जउ मैसीडोनिया क उ पहँटा क एक प्रमुख सहर रहा। इ सहर मँ हम कछू दिन बितावा। 13 फिन सबित क दिन इ बिचारत भए कि पराथना करइ बरे हुवाँ कउनो स्थान होइ हम सहर-दुआरे नदि क तीरे गए। हम पचे हुवाँ बइठे अउर बटुरी भइ स्त्रियन स बातचीत करइ लागे। 14 हुवँई लुदिया नाउँ क एक स्त्री रही। उ बैगनी रंग क ओढ़ना क बिऋी करत रही। उ परमेस्सर क आराधिका रही। उ बड़ा धियान स हमार बातन क सुनत रही। पर्भू ओकरे हिरदय क दुआर खोल दिहस ताकि, जउन कछू पौलुस कहत रहा, उ ओन बातन प धियान देइ सकइ। 15 आपन समूचइ परिवार क संग बपतिस्मा लेए क पाछे उ हम सबन स इ कहत भए बिनती किहेस, “जदि तू पचे मोका पर्भू ईसू क सच्चा भगत मानत ह तउ मोरे घरे आवा।” तउ उ हम पचन क जाइ बरे तइयार किहेस। 16 फिन अइसा भवा कि जब हम पचे पराथना ठउर कइँति जात रहे, हम पचन क एक दासी मिली जेहमाँ एक सगुन वतावइ वाली आतिमा क सवारी रहीं। उ मनइयन क भाग्ग बताइके आपन मालिकन क ढेर धन कमाइके देत रही। 17 उ हमरे पौलुस क पाछे इ चिचियात भइ होइ गइ “इ पचे परम परमेस्सर क सेवक अहइँ। इ पचे तोहका मुक्ति क रस्ता क संदेसा सुनावत अहइँ।” 18 उ बहोत दिनाँ तलक अइसा ही करत रहाइ तउ पौलुस परेसान होइ गवा। उ मुड़िके उ आतिमा स कहेस, “मइँ ईसू मसीह क नाउँ प तोहका आदेस देत हउँ, ‘इ बिटिया मँ स बाहेर निकरि आवा!”‘ तउ उ फउरन ओहमाँ स बाहेर निकरि गइ। 19 फिन ओकर स्वामी लोगन जब लखेन कि ओनकइ कमाई क आसा स मन टूटि गवा अहइ तउ उ पचे पौलुस अउर सिलास क धइ दहबोचेन अउर ओऩका घेरर्ावत भए बजार क बीच नगर क अधिकारियन क समन्वा लइ गएऩ। 20 फिन न्यायकर्ता क लगे ओनका लइ जाइके बोलेन, “इ सबइ यहूदियन अहइँ अउर हमरे सहर मँ गड़बड़ी फइलावत बाटेन। 21 इ पचे अइसी रीति रिवाज क दोहाई देत हीं जेनका अपनाउब या जेन पइ चलब हम रोमी मनइयन बरे निआव क मुताबिक नाहीं बा।” 22 भीड़ भी खिलाफत मँ मनइयन क संग होइके हमला करइ आइ। दण्डनायक भी ओनकइ ओढ़ना फाड़िके उतरवाइ दिहेन अउर आग्या दिहेन कि ओनकइ कुटुम्मस होइ। 23 ओन पइ बहोत मारि पड़ चुकइ क पाछे उ पचे ओनका जेल मँ डाइ दिहेन अउर जेल क अधिकारि क आदेस दिहेन कि ओनके बरे करर्ा पहरा बइठाइ दीन्ह जाइ। 24 अइसा आदेस पाइके उ ओनका जेल क भितरी खोली मँ धाँध दिहेन। उ ओनकइ गोड़वा मँ कठघरा जड़ दिहेन। 25 लगभग आधी राति बीते प पौलुस अउर सीलस परमेस्सर क भजन गावत भएऩ पराथना करत रहेन अउर दूसर कैदी ओनका अनकत रहेन। 26 तब्बइ हुवाँ अचानक एक अइसा खौफनाक भूचाल आवा कि जेल क नींव हल गइ। अउर फउरन जेल क फटक्का खुल गवा। हर कउनो क बेड़ी ढ़ीली होइके फिसल गइ। 27 जेलि क अधिकारी जागिके जब लखेस कि जेलि क फटक्का खुलि गवा अहइँ तउ उ आपन तरवार हींच लिहेस अउर इ सोचत भए कैदी पराइ गएन बाटेन। उ खुद क मार डावइ वाला रहा तबहिं 28 पौलुस उँची अवाज मँ चिल्लाइके कहेस, “आपन क नस्कान जिन पहोंचावा काहेकि हम सब हियँइ अही।” 29 ऍह पइ जेल क अधिकारी मसाल मँगवाएस अउर हल्बुली मँ भितरे गवा। अउर डर स काँपत भवा पौलुस अउर सीलास क समन्वा भहराइ पड़ा। 30 फिन उ ओनका बाहेर लइ जाइके बोला, “साहेब लोगो, उद्धार पावइ बरे मोका का करइ चाही?” 31 उ पचे जवाब दिहेन, “पर्भू ईसू प बिसवास करा। ऍहसे तोहार उद्धार होइ-तोहार अउर तोहरे परिवार क।” 32 फिन ओकरे सारे परिवार क संग उ सबइ ओका पर्भू क बचन सुनाएन। 33 ओकरे पाछे जेल क अधिकारी उहइ रात अउर उहइ घड़ी ओनका हुवाँ स लइ गवा। उ ओकर घाव धोएस अउर आपन सारे परिवार क संग बपतिस्मा लिहेस। 34 फिन उ पौलुस अउर सीलास क आपन घर लइ गवा अउर ओनका खइया क खिलाएस। परमेस्सर मँ बिसवास क कारण उ आपन समूचइ परिवार क संग आनन्द मनाएस। 35 जब भोर भवा तउ हाकिम इ कहइ बरे पिआदा क हुवाँ पठएन कि ओन पचन क छोड़ दीन्ह जाइ। 36 फिन जेलि क अधिकारी इ बतियाँ पौलुस क बखानेस’ “दण्डधिकारी तू पचन क छोड़ि देइ क कहवाइ पठएन ह। यह बरे अब तू बाहेर आवा अउर सांति क साथ चला जा।” 37 मुला पौलुस ओन सिपाहियन स कहेस, “जद्यपि हम रोमी नागरिक अही, मुला उ पचे हमका बिना अपराधी होए बिना सब मनइयन क समन्वा मारेन पीटेन ह अउर जेलि मँ धाँध दिहेन। अउर अब चुप्पे चुप्पे उ पचे हमका बाहेर पठइ देत चाहत हीं, निहचय ही अइसी नाहीं होइ। होइ तउ इ चाही कि उ पचे खुद ही आइके हम पचन क बाहेर खदेरइँ।” 38 सिपाही लोग न्याहाधीस क इ सब्द जाइके सुनाएन। न्यायाधीस क जब इ पता लाग कि पौलुस अउर सीलास रोमी आहइँ तउ उ सबइ बहोत ससाइ गएन। 39 तउ उ पचे हुवाँ आएन अउर ओनसे छमा माँगिके ओऩका बाहेर लइ गएऩ अउर ओनसे सहर क तजि देइ क कहेन। 40 पौलुस अउर सीलास जेल स बाहेर निकरिके लुदिया क घर पहोंचेन। धर्म बंधुअन स मिलत भए उ पचे ओनकइ हौसला बढ़ाएऩ अउर फिन हुवाँ स चलि दिहेन।
Acts 17:1 फिर अम्फिपुलिस अउर अपुल्लोनिया क सफर पूरा कइके उ पचे थिस्सलुनीके पहोंच गएऩ। हुवाँ यहूदियन क एक आराधनालय रहा। 2 आपन साधारण सुभाव क अनुसार पौलुस ओनके लगे गवा अउर तीन सबित क दिन तलक ओनकइ संग सास्तरन प बिचार क लेन-देन करत रहा। 3 अउर सास्तरन स लइके ओनका समझावत भवा इ सिद्ध करत रहा कि मसीह क यातनाइँ झेलइ क रहा अउर फिन ओका मरा भवन मँ स जी उठब रहा। उ कहत, “इ ईसू ही, जेकर मइँ तोहार बीच प्रचार करत हउँ, मसीह अहइ।” 4 ओहमाँ स कछू जउन ओकरे मते स मेल खाएन, पौलुस अउर सीलास क मत मँ सामिल होइ गएन। परमेस्सर स डेराइवालन अगिनती यूनानी भी ओहमाँ मिलि गहन। एहमाँ ढेर खास खास स्त्रियन भी मिलि गएन। 5 मुला यहूदी तउ डाह मँ जरत भूँजत रहेन। उ पचे कछू बाजारू जुण्डन क बटोरेन अउर एक मजमा बनइके सहर मँ दंगा कराइ दिहेन। उ पचे यासोन क घर मँ धावा बोल दिहेन। अउर इ जतन करइ लागेन कि कउऩो तरह पौलुस अउर सीलास क मनइयन क समन्वा लइ आवइँ। 6 मुला जब उ पचे ओनका नाहीं पाइ सकेन तउ यासोन क अउर कछू दूसर भाइयन क सहर क अधिकारी क समन्वा घेरर्ाइ के लइ आएन। उ पचे चिचियानेन, “इ मनइयन जउऩ सारी दुनिया मँ उथर पुथर मचाए बाटेन अब उ पचे हियाँ आइ अहइँ। 7 अउर यासोन सम्मान क संग ओऩका आपन घरवा मँ ठहराए बा। अउर उ पचे सबहिं कैसर क आदेसन क खिलाप काम करत बाटेन। अउर कहत हीं एक राजा अउर अहइ जेकर नाउँ अहइ ईसू।” 8 जब भीड़ अउर सहर क अधिकारी इ सुनेन तउ उ पचे भड़केन। 9 अउर इ तरह उ पचे यासोन अउर दूसर मनइयन क जमानती मुचलका लइके छोड़ दिहेन। 10 फिन तुरंतहि रातउ रात पौलुस अउर सीलास क बिरीया पठइ दिहेन। हुवाँ पहुँचिके उ सबइ यहूदी, आराधनालय मँ गएन। 11 इ पचे थिस्सलुनीके क मनइयन स जिआदा नीक रहेन। इ मनइयन पूरा चित्त लगाइके बचन क सुनेन अउर हर दिन सास्तरन क उलटत पलटत भएऩ जाँच करत रहेन कि पौलुस जउन बातन क बताएस ह, का उ बातन फुर अहइँ। 12 एकरे कारण बहोत स यहूदी लोग अउर खास खास यूनानी स्त्री-पुरुसन भी बिसवास धरेन। 13 मुला जब थिस्सलुनिके क यहूदियन क इ पता लाग कि पौलुस बिरीया मँ भी परमेस्सर क बचन क प्रचार करत बाटइ तउ उ पचे हुवँई आइ धमकेन। अउर हुवाँ भी गल्बा करइ अउर मनइयन क हुस्कावइ सुरू कइ दिहन। 14 यह बरे तबहिं भाइयन तुरंत पौलुस क समुद्दर क किनारे जाइ क पठएन। मुला सीलास अउर तीमुथियुस हुवइँ ठहरा रहेन। 15 पौलुस क लइ जाइवालन मनइयन ओका एथेंस पहुँचाइ दिहेन अउर सीलास अउर तीमुथियुस बरे इ हुकुम दइके कि उ पचे हाली स ओकरे लगे आइ जाइँ, हुवाँ स चल दिहेन। 16 पौलुस एथेंस मँ तीमुथियुस अउर सीलास क जोहत भए सहर क मूरत स भरा भवा लखिके मन ही मने मँ तिलमिलात रहा। 17 यह बरे हर रोज आराधनालय मँ यहूदियन अउर यूनानी भगतन जउन असली भगवान का पूजत रहेन स बहस-मुबाहसा करत रहा। हुवाँ बजार-हाट मँ जउन कउनो होत उ ओहसे भी हर रोज तर्क करत रहत। 18 कछू इपीकूरी अउर स्तोईकी दर्सन क ग्यानी भी ओसे सास्तार्थ करइ लागेन।ओहमाँ स कछू कहेन, “इ अंटसंट बोलवइया कहब क चाहत ह?” दूसर लोग कहेन, “इ तउ बिदेसी देवतन क प्रचारक जान पड़त ह।” उ पचे इ यह बरे कहे रहेन कि उ ईसू क बारे मँ उपदेस देत रहा अउर ओकरे फिन स जी उठइ क प्रचार करत रहा। 19 उ पचे ओका धइके अरियुपगुस क सभा मँ आपन संग लइ गएऩ अउर बोलेन, “का हम जान सक्ति ह कि तू जउन मनइयन क समन्वा रखत बाट्या, उ नई सिच्छा का अहइ? 20 तू कछू अजूबी बात हमरे काने मँ डावत अहा, तउ हम पचे जानइ चाहित ह कि इ बातन का अरथ का अहइ?” 21 हुवाँ रहत भए एथेंस क सबहिं मनइयन अउर परदेसि सिरिफ बिल्कुल नवा सुनइ या ओनही बातन क चर्चा क अलावा कउनो भी अउर बातन मँ आपन समइ न लागावत रहेन। 22 तब पौलुस अरियुपगुस क समन्वा खड़ा होइके कहेस, “हे एथेंस क मनइयन, मइँ लखत हउँ कि तू पचे हर तरह स धार्मिक अहा। 23 टहरत फिरत तोहार आराधना क चीजन क लखिके मोका एक अइसी वेदी भी मिली जेह पइ लिखा रहा, ‘अनबूझ परमेस्सर बरे’ तउ तू पचे बेजानिके जेकर आराधना करत बाट्या मइँ तोहका उहइ बचन क सुनावत हउँ। 24 “परमेस्सर, जउऩ इ जगत क अउर इ जगत भितरे जउऩ कछू बा, ओकर रचना किहेस, उहइ धरती अउर अकास क पर्भू अहइ। उ हथवा स बनावा गवा मंदिर मँ नाहीं रहत। 25 ओकरे लगे कउऩो चीजे क कमी नाहीं बा। ऍहसे मनई क हथवा स ओकर सेवा नाहीं होइ सकत। उहइ सबन क जिन्नगी, साँस अउर दूसर सब कछू देत रहत ह। 26 “एक ही मनई स उ मऩई क सबहिं जातिन क बनएस ताकि उ पसे समूचइ धरती प बसि जाइँ अउर उहइ मनइयन क समइ निश्चय कइ दिहेस अउर उ ठउर क जहाँ उ पचे रहइँ, चउहद्दी बाँधि दिहेस। 27 ओकर मतलब इ रहा कि मनई परमेस्सर क हेरइँ। होइ सकत ह कि उ पचे ओका ओकरे ताई पहोंचिक पाई सकइँ। ऍतना होए प भी हम सबन मँ कउनो स भी उ दूर नाहीं बा: 28 ‘काहेकि उहइ मँ हम पचे रहित ह, उहइ मँ हमारा चलब फिरब बा अउर उहइ मँ हमार थिर रहब बा!’इहइ तरह खुद तोहरे ही कछू लिखवइया भी कहेन ह:‘काहेकि हम पचे ओकर बचवा अही।’ 29 अउर काहेकि हम परमेस्सर क संतान अही। यह बरे हमका इ कबहुँ नाहीं सोचइ चाही कि उ देउता सोना या चाँदी या पाथर क बनी भइ मानुस कल्पना या कारीगरी स बनी भइ कउनो मूरत जइसी अहइ। 30 अइसे अगियान क जुग क परमेस्सर धियान नाहीं दिहेस अउर अब हर कतहुँ क मनई क मनफिराव क आदेस देत बाटइ। 31 उ एक दिन तय किहेस ह जब उ आपन एक मनई क जरिए जेका उ मुकईर किहेस ह निआव स दुनिया क निआव करी। मरे भएऩ मँ स ओका जिआइके उ हर कउनो क इ बात क परमान दिहेस ह!” 32 जब उ पचे मरे भएऩ मँ स जी उठइ का बात सुनेन तउ ओहमाँ स कछू तउ ओकर हँसी हसारत करइ लागेन मुला कछू कहेन, “हम सबइ इ विसय प फिन कबहुँ तोहार प्रबचन सुनब।” 33 तब पौलुस ओनका तजिके चल दिहेस। 34 कछू मनइयन बिसवास कइ लिहेन अउर ओकरे संग होइ गएऩ। एहमाँ अरियुपगुसक निअम्बर दियुनुसियुस अउर दमरिस नाउँ क स्री अउर ओकरे संगे क अउर मिला भी रहेन।
Acts 18:1 एकरे पाछे पौलुस एथेंस तजिके कुरिन्थुस चला गवा। 2 हुवाँ उ जउ पुन्तुस मा पइदा भवा रहा अक्विला नाउँ क एक यहूदी स मिला। जउन हाल मँ ही आपन पत्नी प्रिस्किला क संग इटली स आवा रहा उ पचे इटली यह बरे तजेन कि क्लौदियुस सबहिं यहूदियन क रोम स निकरि जाइ क हुकुम दिहे रहा तउ पौलुस ओनसे भेंटइ आवा। 3 अउर काहेकि ओनकइ धन्धा एक ही रहा तउ उ ओनही क संग ठहरा अउर काम करइ लाग। बइपार स उ पचे तम्बू बनावइवाला रहेन। 4 हर सबित क दिन उ आराधनालय मँ बाद बिवाद कइके यहूदियन अउर यूनानियन क समुझावइ बुझावइ क जतन करत। 5 जब उ सबइ मैसीडोनिया स सीलास अउर तीमुथियुस आएन तब पौलुस आपन सारा समइ बचन क प्रचार करइ मँ लगाए रहा। यहूदियन क इ परमान देइ चाहत रहा कि ईसू ही मसीह अहइ। 6 तउ जब्बहिं उ पचे ओकर खिलाफत किहेन अउर ओसे फूहर पातर कहेन तउ उ ओनकइ खिलाफ ओढ़ना झारत भवा ओनसे कहेस, “तोहार रकत तोहारे मूँडे प पड़इ। ओकर मोसे कउनो मतलब नाहीं बा। अबहिं स अगवा मइँ गैर यहूदियन क लगे चला जाबा” 7 इ तरह पौलुस हुवाँ स चला गवा अउर तीतुस यूस्तुस नाउँ क एक मनई क घरे गवा। उ परमेस्सर क आराधक रहा। ओकर घर आराधनालय स सटा रहा। 8 ऋसिपुस, जउऩ आराधनालय क प्रधान रहा, आपन समूचइ घराना क संग सत्य पर्भू मँ बिसवास धारण किहेस। साथ ही बहोत स कुरिन्थुस जउन पौलुस क प्रबचन सुने रहेन, बिसवास ग्रहण कइके बपतिस्मा लिहेस। 9 एक राति सपना मँ पर्भू पौलुस स कहेस, “डेरा जिन, बोलत रहा अउर चुप जिन हवा। 10 काहेकि मइँ तोहरे संग हउँ। तउ तोहरे प हमला कइके कउनो भी तोहका नस्कान नाहीं पहुँचाइ काहेकि इ सहर मँ मोर ढेर मिला बाटइँ।” 11 तउ पौलुस, हुवाँ डेढ़ बरिस तलक परमेस्सर क बचन क ओनकइ बीच मँ सिच्छा देत भवा, ठहरा रहा। 12 जब अखाया क राज्यपाल गल्लियो रहा तबहिं यहूदी लोग एक एक अउरटिके पौलुस प धावा बोलि दिहेन अउर ओका धइके कचहरी लइ आएऩ। 13 अउर बोलेन, “इ मनई परमेस्सर क आराधना अइसे तरीका स करइ बरे हुस्कावत अहइ हउन व्यवस्था क विधान क खिलाफ बा।” 14 पौलुस अबहिं आपन मुँहना खोलइ क ही रहा कि गल्लियन यहूदियन स कहेन, “अरे यहूदियो, जदि इ कछू कउनो अनि़आव या गहिर अपराध क होत तउ तोहार बात सुनब मोरे बरे निआव क मुताबिक होत 15 मुला काहेकि इ विसय सब्दन, नाउँ अउर तोहार आपन व्यवस्था क सवाल स जुड़ा अहइ, यह बरे ऍका तू सबइ खुद ही सुलझावा। अइसी बातन क बारे मँ मइँ न्यायाधीस नाहीं बनइ चाहत हउँ।” 16 अउर फिन उ ओनका कचहरी स बाहेर निकाल दिहिस। 17 तउ उ पचे आराधनालय क नेता सोस्थिनेस क धइ दहबोचेन अउर अदालत क समन्वा ही ओका पीटइ लागेन। मुला गल्लियन इ बातन प तनिकउ भी धियान नाहीं दिहेन। 18 बहोत दिनाँ तलक पौलुस हुवाँ ठहरा रहा। फिन भाइयन स बिदा होइके उ नाउ क मारग स सीरिया क चला गवा। ओकरे संग प्रिस्किल्ला अउर अक्विला भी रहेन। पौलुस किंखिया मँ आपन बार कटवाएस काहेकि उ एक ठु मन्नत माने रहा। 19 फिन उ पचे इफिसुस पहोंचेन अउर पौलुस प्रिस्किल्ला अउर अक्विला क हुवँइ छोर दिहेन। अउर खुद आराधनालय मँ जाइके यहूदियन क संग बहस करइ लाग। 20 जब हुवाँ क मनइयन ओसे कछू दिन अउर रूक जाइके निवेदन किहेन तउ उ इन्कार कइ दिहेस। 21 मुला जात भए समइ मँ उ कहेस, “अगर परमेस्सर क इच्छा भइ तउ मइँ तोहरे लगे फिन अउबइ।” फिन उ इफिसुस स नइया स जात्रा किहेस। 22 फिन कैसरिया पहोंचिके उ यरुसलेम गवा अउर हुवाँ कलीसिया क मनइयन स भेंटेस। फिन उ अन्ताकिया कइँती चला गवा। 23 हुवाँ कछू समइ बिताए क पाछे उ बिदाई लिहेस अउर गलातिया अउर फ्रूगिया क पहँटा मँ एक ठउर स दूसर ठउर क जात्रा करत भवा सबहि चेलन क बिसवास बढ़ावइ लाग। 24 हुवँइ अपुल्लोस नाउँ क यहूदी रहत रहा। उ सिकुन्दरिया मँ पइदा भवा रहा। उ बिद्धान बोलवइया रहा। उ इफिसुस मँ आवा। सास्तर क ओका पूरा पूरा ज्ञान रहा। 25 ओका पर्भू क मारग क दीच्छा भी मिली रही। उ हिरदय मँ उमंग भरिके प्रबचन करत अउर ईसू क बारे मँ बड़ी हुसियारी स उपदेस देत रहा। तउ भी ओका यूहन्ना क बपतिस्मा क गियान रहा। 26 आराधनालय मँ उ निडर होइके बोलइ लाग। जब प्रिस्किल्ला अउर अक्विला ओका बोलत सुनेन तउ उ पचे ओका एक कइँती लइ गएन अउर जिआदा बारीकी स ओका परमेस्सर क मारग क बियाख्या समझाएऩ। 27 तउ जब उ अखाया क जाइ चाहेस तउ भाइयन ओकर हिम्मत बढ़ाएन अउर हुवाँ क चेलन क ओकर सुआगत करइ बरे लिखिके पठएन। जब उ हुवाँ पहोंचा तउ ओनकइ बरे बड़कवा सहायक सिद्ध होइ गवा जउन पहमेस्सर क अनुग्रह स बिसवास ग्रहण किहेन। 28 काहेकि सास्तरन स इ परमान देत भए कि ईसू ही मसीह अहइ, उ यहूदी लोगन क मजमा मँ जोरदार सब्दन स ललकारत भवा सास्तरन मँ पछारे रहा।
Acts 19:1 अइसा भवा कि जब अपुल्लोस कुरिन्थुस मँ रहा तबहि पौलुस भीतर क पहँटा स जात्रा करत भवा इफिसुस मँ आइ पहोंचा। हुवाँ ओका कछू चेलन मिलेन। 2 अउर उ ओनसे कहेस, “का जब तू पचे बिसवास धारण किहे रहा तब पवित्तर आतिमा क ग्रहण किहे रहा?”उ सबइ जवाब दिहेन, “हम पचे तउ सुना तलक नाहीं कि कउनो पवित्तर आतिमा बाटइ भी!” 3 तउ उ कहेस, “तउ तू पचे कइसा बपतिस्मा लिहे अहा!” उ सबइ कहेन, “य़ूहन्ना क बपतिस्मा।” 4 फिन पौलुस कहेस, “यूहन्ना क बपतिस्मा तउ मनफिरावइ क बपतिस्मा रहा। उ मनइयन स कहे रहा कि जउन मोरे पाछे आवत अहइ, ओह पइ अरथ अहइ ईसू प बिसवास धरा।” 5 इ सुनिके उ हचे पर्भू ईसू क नाउँ क बपतिस्मा लइ लिहेन। 6 फिन जब पौलुस ओऩ प हाथ धरेम तउ ओऩ पइ पवित्तर आतिमा उतरि आइ। अउर उ सबइ अलग अलग भाखा बोलइ अउर भविस्सबाणी करइ लागेन। 7 कुल जोरिके उ पचे कउनो बारह मनई रहेन। 8 फिन पौलुस यहूदी आराधनालय मँ चला गवा अउर तीन महीना निडर होइके बोलत रहा। उ यहूदी लोगन क साथ बहस करत भवा ओनका परमेस्सर क राज्य क बारे मँ समझावत रहत रहा। 9 मुला ओहमाँ स कछू लोग बहोत जिद्दी रहेन। उ पचे बिसवास ग्रहण करइ स इन्कार कइ दिहेन अउर मनइयन क समन्वा भला बुरा कहत रहेन। तउ उ आपन चेलन क संग लइके ओनका तजिके चला गवा। अउर तरन्नुस क पाठसाला मँ हर रोज बिचार करत रहा। 10 दुइ बरिस तलक अइसा ही होत रहा। एकर नतीजा इ भवा कि सबइ एसिया क बसइया अउर यहूदियन अउर गैर यहूदियन पर्भू क बचन सुनि लिहेन। 11 परमेस्सर पौलुस क हथवा चमत्कार करम करावत रहा। 12 हिआँ तलक की ओकर छुआ रुमाल अउर अँगरखा क बेरामियन क लगे लइ जावा जात तउ ओऩकइ बेरामी जरटुट होइ जातिन अउर दुस्ट आतिमा ओहमाँ म पराइ जातिन। 13 कछू यहूदी लोग, जउन दुस्ट आतिमा क उतारत भए एहर ओहर टहरत डोलत रहेन, जिन मनइयन मँ दुस्ट आतिमन क सवारी होतिन, ओन पइ पर्भू ईसू क नाउँ क बइपरइ क जतन करतेन अउर कहतेन, “मइँ तोहका उ ईसू क नाउँ प जेकर प्रचार पौलुस करत वा, आदेस देत हउँ?” एक स्किबा नाउँ क यहूदी महा याजक क सात ठु बेटवन जब अइसा करत रहेन। 14 15 तउ दुस्ट आतिमा (एक दाँई) ओनसे कहेस, “मइँ ईसू क पहिचानत हउँ अउर पौलुस क बारे मँ भी जानत हउँ, मुला तू पचे कउऩ अहा?” 16 फिन उ मनई जेह पइ दुस्ट आतिमा सवार रही, ओन प कूदि पड़ी। उ ओन पइ काबू पाइके अउर ओनकर कपरा फाड़ दिहेस। उ ओनका खूबइ पीटेस अउर ओनकइ ओढ़ना फाड़ि डाएस। एहसे उ पचे बेबस्तर होइके अउर चोटाइके परानेन। 17 इफिसुस मँ बसइया लोग सबहिं यहूदियन अउर यूनानी लोगन क इ बाते क पता लग गवा। उ सबइ लोग बहोतइ डेराइ गएऩ। इ तरह पर्भू ईसू क नाउँ क आदर अउर जिआदा बाढ़त गवा। 18 ओहमाँ स बहोत स जउऩ बिसवास ग्रहण किहे रहेन, आपन स कीन्ह गवा कुकरम क सबन क समन्वा कबूलत भए हुवाँ आएन। 19 जादूगर अउर टोनहन मँ स बहोतन आपन-आपन पोथी लइके हुवाँ बटोरि दिहेन अउर सब मनइयन क अगवा बारि दिहेन। ओऩ पोथिन क कीमत 50,000 चाँदी क सिक्का क बराबर कूता गवा। 20 इ तरइ पर्भू क बचन जिआदा असरदार होत भवा दूर दूर ताई फइल गवा। 21 इ सब घटित होए क पाछे पौलुस आपन मने मँ मैसीडोनिया अउर अखाया होत भवा यरूसलेम जाइ क निहचय किहेस। उ कहेस, “हुवाँ जाए क पाछे मोका रोम भी लखइ चाही।” 22 तउ उ आपन तीमुथियुस अउर इरास्तुस नाउँ क दुइ सहायक लोगन क मैसीहोनिया पठएस अउर एसिया मँ तनिक समइ अउर बिताएस। 23 उ दिनन मँ परमेस्सर के रस्ता का लइके हुवाँ खुब उपद्रप भवा। 24 हुवाँ देमेत्रियुस नाउँ क एक ठु चाँदी क बनवइया सोनार रहा। उ चाँदी क मन्दिर मूरति देवी अरतिमिसक बनवत रहा। जेहसे कारीगर लोगन क रोजी मिलत रही। 25 उ ओऩका इ धंधा मँ लगा भएऩ दूसर कारीगरन क बटोरेस अउर कहेस, “लखा मनइयो, तू पचे जानत ह कि काम स हमका एक बढ़िया आमदनी होत ह। 26 तू सब लखि सकत ह अउर सुनि सकत ह कि इ पौलुस न सिरिफ इफिसुस मँ मुला करीब करीब एसिया क समूचइ पहँटा मँ मनइयन क अपनी सिच्छा क जरिये बदल दिहे बा। उ कहत बा कि मनई क हथवा क बनावा सच देवता नाहीं अहइँ। 27 एहसे न सिरिफ इ बात क डर अहइ कि हमार बइपार क नामूसी होइ मुला महान देवी अरतिमिस क मंदिर क इज्जत खोइ जाइ क भी डर बाटइ। अउर जउन देवी क आराधना समूचइ एसिया अउर दुनिया स कीन्ह जात बाटइ, ओकर गरिमा छीन लइ जाइ डर अहइ।” 28 जब उ पचे इ सुनेन तउ उ पचे बहोत कोहाइ गएऩ अउर चिचिआइ चिचिआइ क कहइ लागेन, “इफिसियो क देवी अरतिमिस महान बा!” 29 ओहार सारे सहर मँ गड़बड़ी फैलि गइ। तउ मनइयन मैसीडोनिया स आएन अउर पौलुस क संग जात्रा करत भएऩ गयुस अउर अरिस्तरखुस क धइ दहबोचेन अउर रंग साला मँ लइ भागेन। 30 पौलुस मनइयन क समन्वा जाब चाहत रहा मुला चेलन ओका नाहीं जाइ दिहन। 31 कछू प्रांत क अधिकारी जउऩ ओकर मीत रहेन, ओसे कहवाइ पठइएन कि उ हुवाँ रंगसाला मँ आवइ क दुस्साहस जिन करइ। 32 लोगन मँ स कछू चिचियात बा, अउर कउनो कछू, काहेकि समूचइ सभा मँ हल्बुली फइली बाटइ। ओहमाँ मू जिआदा स जिआदा इ नाहीं जानत रहेन कि उ पचे हुवाँ बटुरा काहे बाटेन। 33 यहूदियन सिकन्दर क जेकज नाउँ भीड़ मँ स उ पचे सुझाए रहेन, अगवा ठाड़ कइ रखे रहेन। सिकन्दर आपन हथवा क हिलाइ हिलाइके मनइयन क समन्वा सफाई क बयान देत रहा। 34 मुला जब ओनका इ पता लाग कु उ एक यहूदी अहइ तउ उ सबइ एक अउटके कछू दुइ घण्टा तलक एक सुर मँ चिचियात भवा कहत रहेन, “इफिसियन क देवी अरतिमिस महान बा।” 35 फिन सहर क बाबू भीड़ क सान्त करत भवा कहेस, “हे इफिसुस क मनइयो, का दुनिया मँ अइसा कउनो मनई बा जउऩ इ नाहीं जानत कि इफिसियन सहर महान देवी अरतिमिस अउर सरग स गिरी भइ पवित्तर सिला क रखवारा अहइ? 36 काहेकि इ बातन स इन्कार नाहीं होइ सकता ऍह बरे तोहका सान्त रहइ चाही। 37 तू पचे इ मनइयन क धइके हियाँ लाया ह जदि अपि उ सबइ न तउ कउनो मंदिर क लुटेन ह अउर न ही हमरी देवि क बेज्जत किहेन ह। 38 अगर देमेत्रियुस अउर संगी कारीगरन क कउनो क खिलाफ कउनो सिकाइत अहइ तउ अदालत खुली बाटइँ अउर हुवाँ निरनायकन अहइँ। हुवाँ आपुस मँ एक दूसर प नालिस करइँ। 39 मुला जदि तू एहसे कछू जिआदा जानइ चाहत ह तउ ओकर फैसला नेम स चलइवाली सभा मँ कीन्ह जाइ। 40 जउन कछू अहइ ओकरे मुताबिक हमका इ बाते क डर हइ कि आज क दंगा क कारण हम प दोख न लगावा जाइ। इ दंगा बरे हमरे लगे कउनो भी कारण नाहीं बाटइ जेहसे हम सबइ ऍका ठीक ठहराइ सकी।” 41 ऍतना कहे क पाछे उ सभा क बिसर्जित कइ दिहेस।
Acts 20:1 फिन जब हुल्लड क सांत होइ गवा, एकरे पाछे पौलुस ईसू क चेलन क बोलाएस अउर ओनकइ हिम्मत बढ़ाइ दिहे क पाछे ओनसे बिदा लिहेस अउर मैसीडोनिया क चला गवा। 2 उ पहँटा स होइके उ जात्रा किहेस अउर हुवाँ क मनइयन क उछाह क बचन बोलेस। फिन उ यूनान आइ गवा। 3 उ हुवाँ तीन महीना रूका अउर काहेकि यहूदी लोग ओकरे खिलाफ एक षडयन्त्र रचे रहेन जब उ पानी क मारग स सीरिया क जाइवाला रहा कि उ निस्चय किहेस कि उ मैसीहोनिया क लौटि जाइ। 4 बिरीया क पुर्रूस क बेटवा, थिस्सलूनीकिया क बसइया लोग अरिस्तर्खुस अउर सिकुन्दुस, दिरबे क निवासि गयूस अउर तिमुथियुस अउर एसिया क पहँटा क तुखिकुस अउर त्रुफिमुस ओकर साथ रहेन। 5 इ पचे पहिले चला गवा रहेन अउर त्रोआस मँ हमका जोहत रहेन। 6 बे खमीर क रोटी क दिनन क पाछे हम पचे फिलिप्पी स ऩाउ स चेलन अउर पाँच दिना क पाछे त्रोआस मँ ओनसे जाइ भेंटन। हुवाँ हम सात दिना तक ठहरेन। 7 हपता क पहिले दिना जब हम पचे रोटी क तोड़इ बरे आपुस मँ बटुरेन तउ पौलुस ओनसइ बतियाइ लाग। ओका भियान ही चला जाइ क रहा तउ उ आधी राति तलक बातचीत करत रहा। 8 सीढ़ी क ऊपर क खोली मँ जहाँ हम पचे बटुरा रहेन, हुवाँ ढेर क दिया धरा रहेन। 9 हुवँइ यूतुखुस नाउँ क एक नौजवान खिड़की प बइठा रहा। ओका गहिर नींद चाँपे रही। काहेकि पौलुस ढेर बेला स बोलतइ चला जात रहा तउ ओका गहिर नींद आइ गइ। ऍहसे उ तीसरी मंजिल स तरखाले भहराइ पड़ा अउर जब ओका उठावा गवा तउ उ गुजर चुका रहा। 10 पौलूस तरखाले उतरा अउर ओह पइ निहुरा। ओका आपन कोरा मँ लइके उ कहेस, “जिन घबराअ काहेकि ओकर प्राण उहइ मँ बा।” 11 फिन उ ऊपर चला गवा अउर उ रोटी क तोरिके बाँटेस अउर खाएस। उ ओनकइ ढेर देर तलक, भिन्सारे ताई बतियात रहा। फिन उ ओनसे बिदा लिहेस। 12 उ जिअत मनई क उ पचे घरे लइ आएन। ऍहसे ओऩका बहोत चइन मिला। 13 हम जहाजे प पहिले पहोंचेन अउर अस्सुस कइँती चल दिहेन। हुवाँ पौलुस क हम पचेन क जहाज बइठावइ क रहा। उ अइसी ही योजना बनए रहा। उ खुन पैदर आवइ चाहत रहा। 14 उ जब अस्सुस मँ हम पचन स भेंटा तउ हम पचा ओका जहाजे प बइठावा अउर हम सबइ मितुलेने कइँती चल पड़ेन। 15 दूसर दिन हम हुवाँ स चलिके खियूस क समन्वा जाइ पहोंचेन। अउर दूसर दिन ओह पार सामोस आइ गएऩ। फिन ओकरे एक दिन पाछे हम मिलेतुस आइ पहोंचेन। 16 काहेकि पौलुस जहाँ तलक होइ सका पिन्तेकुस्त क दिन तलक यरूसलेम पहुँच जाइ क हाली करत रहा, तउ उ ठान लिहेस कि उ इफिसुस मँ बे रुके भए अगवा चला जाइ जेहॅसे ओका एसिया मँ समइ जिआदा न बितावइ पड़इ। 17 उ मिलेतुस स इफिसुस क बुजुर्ग अउर कलीसिया क संदेसा पठइके आपन लगे बोलाएस। 18 ओनकइ आए प पौलुस ओनसे कहेस, “इ तू सबइ जानत ह कि एसिया पहुँचइ क बाद पहिले दिन स ही हर समइ मइँ तोहरे संग कइसे रहत हउँ। 19 अउर बड़ा दीन होइके आँसू टपकाइ टपकाइके यहूदी लोगन्क कुचाल क कारण मोह प कइउ परीच्छा मँ भी मइँ दीनता पूर्वक पर्भू क सेवा करत रहेउँ। 20 तू पचे जानत बाट्या कि मइँ तोहका तोहरे भलाई क कउनो बाते स बतावइ मँ कबहुँ हिचकिचाएउँ नाहीं। अउर मैं तोहका ओन बातन क सबहिं मनइयन क बीच अउर घरे घरे जाइके उपदेस देइ मँ कबहुँ नाहीं झिझक्यों। 21 यहूदियन अउर यूनानियन क मइँ बराबर क भाव स मनफिराव बरे, परमेस्सर कइँती मोड़इ बरे मँ कहत रहेउँ ह अउर हमार पर्भू ईसू मँ बिसवास बरे ओनका चिताउनी दिहेउँ ह। 22 अउर अब पवित्तर आतिमा क अधीन मँ मइँ यरुसलेम जात अहउँ मइँ नाहीं जानत हउँ हुआँ मोरे संग का कछू घटी। 23 मइँ तउ सिरिफ ऍतना जानत हउँ कि हर सहर मँ पवित्तर आतिमा इ कहत भइ मोका चउकन्ना करत रहत ही कि जेल अउर घोर संकट मोका जोहात बाटेन। 24 मुला मोरे बरे प्राण क कउनो कीमत नाहीं बा। मइँ तउ बस उ दौड़ धूप अउर उ सेवा क पूरा करइ चाहत हउँ जेका मइँ पर्भू ईसू स ग्रहण करेउँ ह-परमेस्सर क अनुग्रह क सुसमाचार क साच्छी देब। 25 “अउर अब मइँ जानत हउँ कि तोहमाँ स कउनो भी, जेनकइ मँ मइँ परमेस्सर क राज्य क प्रचार करत घूमेउँ ह, मोर मुँह अगवा कबहुँ न लखि पाइ। 26 यह बरे आजु मइँ तोहरे समन्वा गोहराइ के कहत हउँ कि तू सबन मँ स कउनो मँ स कोइ खोवाय जाइ त ओकर दोखी मइँ नाहीं अहउँ। 27 काहेकि मइँ परमेस्सर क पूरी इच्छा क तोहका बतावइ क मँ मइ कबहुँ हिचकिचाएउँ नाहीं। 28 आपन अउर आपन जात बिरादरी क देख भाल करत रहा। पवित्तर आतिमा ओहमाँ स तोहका ओन प चउकसी करइ बरे बनएस ह जेहसे तू परमेस्सर क कलीसिया क धियान राखा जेहसे उ आपन रकत क बदले बेसहे रहा। 29 मइँ जानत हउँ कि मोरे बिदा होइ जाए क पाछे सिकारी बिगवा तोहरे बीच अइही अउर उ पचे इ भोला भाला झुंड क न छोरिहीं। 30 हिआँ तलक कि तोहरे आपन बीच मँ स ही अइसेन मनई भी उठि जइहीं, जउन चेलन क पाछे लगाइ लेइ बरे बात क घुमाइ फिराइ क कइहीं। 31 यह बरे होसियार रह्या। याद राखा कि मइँ तिन बरिस तलक एक एक क दिन रात रोइ रोइ क चिताउनी देब नाहीं तज्यों रहे। 32 “अब मइँ तोहका परमेस्सर अउर ओकर सुसमाचार क अनुग्रह क हाथे अर्पण करत हउँ। उहइ तोहका बनइ सकत ह् अउर ओन मनइयन क संग जेनका पवित्तर कीन्ह गवा अहइ, तोहका बारिस बनइ सकत ह। 33 मइँ कबहुँ कउनो क सोना-चाँदी या ओढ़ना क नाहीं ललचाएउँ ह। 34 तू सबइ ही जानत ह मोर इ हथवन ही मोर अउर मोरे संगिन की जरूरत क पूरा किहेस ह। 35 मइँ आपन हर करम स तोहका इ देखॉवा ह कि करर्ी मेहनत करत भए हमका निर्बल क मदद कउने तरह करइ चाही अउर हमका पर्भू ईसू क बचन याद रखइ चाही जेहसे उ खुद कहे रहा, ‘लेइ स देइ मँ जिआदा सुख बा।”‘ 36 इ कहि चुके क पाछे ओन सबन क संग उ घुटना क बल निहुरा अउर उ पराथना किहेस। 37 हर कउनो भोंकारा मारिके रोवत रहा। मिलना मिलत भए उ पचे ओका चूमत रहेन। 38 उ जउन इ कहे रहा कि पचे ओकर मुँहना फिन कबहुँ न लखिहीं, ऍहसे मनई जिआदा दुःखी रहेन। फिन उ पचे ओकर रच्छा करत भए जहाजे तलक पहोंचाइ दिहेन।
Acts 21:1 फिन ओनसे बिदाइ लइके समुद्दर मँ हम पचे आपन नइया खेइ दीन्ह अउर सोझ राहे म कास पहोंच गएऩ अउर भियान रोदुस। फिन हुवाँ स हम पतरा चला गएन। 2 हुवाँ हम एक ठु जहाज लीन्ह जउन फिनीके जात रहा। 3 जब साइप्रस लखइ क आइ गवा तउ हम पचे ओका बाई कइँती छोड़िके सीरिया कइँती मुड़ि गएऩ काहेकि जहाज क सूर मँ माल उतारइ क रहा तउ हम पचे भी हुवँई उतरि गएऩ। 4 हुवाँ हम पचन क अनुयायी मिलेन जेनके संग हम सात दिनाँ ताई ठहरेन। उ पचे आतिमा क असर स पौलुस क यरुसलेम जाइ स रोक दिहेन। 5 फिन हुवाँ ठहरइ क आपन समइ बिताइके हम पचे बिदा भएन आपन जात्रा पर निकरि गएन। आपन स्त्रियन अउर बचवन क संग उ पचे सहर क बाहेर तलक हमरे संग आएऩ। फिन हुवाँ समुद्दर क किनारे हम पचे घुटना क बल निहुरिके पराथना कीन्ह। 6 अउर एक दूसर स बिदा होइके हम पचे जहाजे प चढ़ि गएऩ। अउर उ पचे आपन-आपन घरन क लौटि आएऩ। 7 सूर स पानी क रस्ता क जरिए जात्रा करत भए हम पतुलिमयिस मँ उतरेन। हुवाँ भाई लोगन क सुआगत सत्कार करत भए हम पचे ओऩकइ संग एक दिन ठहरेन। 8 दूसर दिन ओनका छोरिके हम कैसरिया आइ गएन। अउर सुसमाचार क प्रचारक फिलिप्पुस, जउन चुना भवा सात सेवकन मँ एक रहा, घर जाइके ओनके संग ठहरेन। 9 ओकरे चार ठु कुँवारी बिटिया रहिन जउन भविस्सबाणी करत रहिन। 10 हुवाँ हमरे कछू दिनन ठहरे रहइ क पाछे यहूदिया स अगुबस नाउँ क एक नबी आवा। 11 हमरे निअरे आवत भवा उ पौलुस क करिहाउँ बाँधिके उठाइके ओसे अपऩइ ही गोड़ अउर हाथ बँधवाइ लिहेस अउर बोला, “इ अहइ जउन पवित्तर आतिमा कहत बा, ‘यानी यरुसलेम मँ यहूदियन, जेकर इ कमर बँध अहइ, ओका अइसे ही बॉधिके गैर यहूदियन क हाथे सौंपि देइही।”‘ 12 हम पचे जब इ सुनेन तउ हम हुवाँ क मनइयन ओसे यरुसलेम न आवइ क पराथना किहेन। 13 यह पइ पौलुस जवाब दिहेस, “इ तरह रोइ रोइके मोर हिरदय तोड़त भए इ तू पचे का करत बाट्या? मइँ तउ यरुसलेम मँ न सिरिफ बाँधा जाइ बरे बल्कि पर्भू मसीह क नाउँ प मरइ तलक सन्नध अही!” 14 काहेकि हम ओका मना नाहीं कइ पाएन। तउ बस ऍतना कहिके चुप्पी साधि गएऩ “जइसी पर्भू क इच्छा।” 15 इ दिनन क पाछे फिन हम तइयारी कइके यरुसलेम चला गएन। 16 कैसरिया स कछू चेलन भी हमरे संग होइ गएऩ। उ पचे हमका साइप्रस क मनासोन नाउँ क एक मनई क हियाँ लइ गएऩ जउऩ ईसू का पहिला चेला रहा। हमका उहइ क संग ठहरइ क रहा। 17 यरुसलेम पहुँचे प भाई लोगन बड़ा उछाइ स हमार सुआगत सत्कार किहेन। 18 दूसर दिन पौलुस हमरे संग याकूब स भेंटइ गवा। हुवाँ सबहिं कलीसिया क अगुआ हाजिर रहेन। 19 पौलुस ओनकइ सुआगत सत्कार किहेस अउर ओन सब कामे क बारे मँ जउन परमेस्सर ओकरे हीला स गैर यहूदियन क बीच करवाए रहा, एक एक कइके कहि सुनाएस। 20 तउ उ पचे परमेस्सर क स्तुति करत भए बोलेन, “बंधु तू पचे तउ लखत ही अहा हियाँ केतॅना ही हजार यहूदी अइसा अहइँ जउन बिसवास ग्रहण लिहे बाटेन। मुला उ पचे सोचत ही मूसा का व्यवस्था क मानब बहुत जरूरी अहइ। 21 तोहरे बारे मँ ओनसे कहा गवा बाटइ कि तू पचे गैर यहूदियन क बीच रहइवाला सबहिं यहूदी लोगन क मूसा क सिच्छा क तजइ क सीख देत बाट्या। अउर ओनसे कहत ह कि उ पचे न तउ आपन गदेलन क खतना करावइँ अउर न ही यहूदी रीति रिवाजे प चलइँ। 22 तउ का कीन्ह जाइ? उ पचे इ तउ जरुरी ही सुनिहीं कि तू आवा अहा। 23 यह बरे तू उहइ करा जउन तोहसे हम कहत अही। हमरे संग चार ठु अइसे मनई बाटेन जउन कउनो मन्नत मानेन ह। 24 इ मनइयन क लइ जा अउर ओनकइ संग सुद्ध होइ क जलसा मँ सामिल होइ जा। ओऩकइ खर्जा दइ द्या उ पचे आपन मूॅड़ मुड़वाइ लइ लेइँ। ऍहसे सब लोग जान लेइहीं कि उ पचे तोहरे बारे मँ जउऩ सुने अहइँ, ओहमाँ स कउनो सच नाहीं बाटइ मुला तू तउ खुद ही हमरे व्यवस्था क मुताबिक जिन्नगी देत ह। 25 हियाँ तलक बिसवास ग्रहण करइवाले गैर यहूदियन क सवाल बा, हम पचे ओनका एक ठु चिट्ठि मँ लिखिके पठएऩ ह:‘उ पचे मूरतियन प चढ़ावा प्रसाद, रकत क भोजन, गटई घोंटि के मारे भएन गोरूअन अउर व्यभिचार स आपने को खुद क दूर राखइँ।”‘ 26 इ तरह पौलुस ओन मनइयन क आपन संगे लिहस अउर ओन मनइयन क संग आपन खुद क अगले दिन सुद्ध कइ दिहस। फिन उ मंदिर मँ गवा जहाँ उ गोहराइके कहेस कि सुद्ध होइके दिन कब पूर होइहीं अउर हम पचन मँ स हर एक बरे चढ़ावा कब चढ़ाइ जाइ। 27 जब उ सात दिना पूर होइवाला रहा, एसिया स आए कछू यहूदी लोग ओका मंदिर मँ लखेन। उ पचे भीड़ मँ सबहिं मनइयन क हुस्काइ दिहेन अउर पौलुस क धइ लिहन। 28 फिन उ पचे नरियाइके बोलेन, “इस्राएल क मनइयो मदद करा। इ उहइ मनई अहइ जउन हर कहूँ हमार जनता क, मूसा क व्यवस्था क खिलाफ मनइयन क सिखावत बहकावत बा। अउर अब तउ इ गैर यहूदियन क मंदिर मँ लइ आवा अहइ। अउर इ इ तरह इ पवित्तर स्थान क भरभण्ड कइ दिहे अहइ।” 29 (उ पचे अइसा यह बरे कहे रहेन कि त्रुफिमुस नाउँ क एक इफिसी क सहर मँ उ पचे ओकर संग लखिके अइसा सोचेन कि पौलुस ओका मँदिर मँ लइ गवा अहइ।) 30 तउ सारा सहर खिलाफ उठि खड़ा भवा। मनई भागि भागिके चढ़ बइठेन अउर पौलुस क धइ लिहेन। फिन उ पचे ओका घिसीटते भए मंदिर स बाहेर लइ गएऩ अउर फउरन फाटक बन्द कइ दिहेन। 31 उ पचे ओका मारइ क जतन करत ही रहेन कि रोमी फऊज क टुकड़ी क नायक क लगे इ सूचना पहोंची कि समूचइ यरुसलेम मँ खलबली मची बा। 32 उ सेनानायक कछू सिपाहियन अउर फउज क अधिकारी क आपन संग लिहेस अउर पौलुस प हमला करइवाले यहूदियन कइँती बढ़ा। यहूदियन जब सेना नायक अउर सिपाही लोगन क लखेन तउ उ पचे पौलुस क पीटब बंद किहेन। 33 तब उ सेना नायक पौलस क लगे गवा अउर ओका बंदी बनाइ लिहेस। उ ओका दुइ जंजीरे मँ बाँध लेइ क आदेस दिहेस। फिन उ पूछेस, “उ कउन अहइ अउर उ का किहेस ह?” 34 भिड़िया मँ स कछू मनइयन एक बात कहेन तउ दूसर लोग दूसर बात। इ हो-हल्लड़ मँ काहेकि उ इ नाहीं जान पाएस कु सच्चाई का अहइ, यह बरे उ हुकुम दिहेस कि ओका छावनी मँ लइ चला जाइ। 35 पौलुस जब सीढ़िन क लगे पहोंचा तउ भिड़िया मँ फइली हिंसा स सिपाहियन क ओका आपन सुरच्छा मँ लइ जाइ पड़ा। काहेकि ओकरे पाछे मनइयन क एक भारी भीड़ इ चिचियात भइ चलत रही, “ऍका मारि डावा!” 36 37 जब उ छावनी क भीतर लइ जावा जाइवाला रहा कि पौलुस सेनानायक स कहेस, “का मइँ तोहसे कछू कहि सकत हउँ?”सेनानायक बोला, “का तू यूनानी बोलत अहा? 38 तउ तू उ मिस्र क मनई तउ नाहीं अहा न जउन पहिले दंगा सुरु कराए रहा अउर जउन हियाँ रेगिस्तान मँ चार हजार आंतकवादी लोगन क अगुअई करत रहा?” 39 पौलुस कहेस, “मइँ किलिकिया क तरसुस सहर क एक यहूदी मनई हउँ। अउर एक मसहूर सहर क नागरिक हउँ। मइँ तोहसे चाहत हउँ कि तू मोका इ मनइयन क बीच बोलाइ द्या।” 40 ओसे आग्या पाइके पौलुस सीढ़ी प खड़ा होइके मनइयन कइँती हाथ हिलावत भवा ओनका सांत होइ क कहेस। जब सब सांत होइ गवा तउ पौलुस इब्रानी भाखा मँ मनइयन स कहइ लाग।
Acts 22:1 पौलुस कहेस, “भाई लोगन अउर बाप क नाई भले मनइयन, मोका आपन बचाव मँ अब जउन कछू कहइ क बाटइ, ओका सुना।” 2 उ पचे जब ओका इब्रनी भाखा मँ बोलत भए सुनेन तउ उ पचे जिआदा सांत होइ गएऩ। फिन पौलुस बोला, 3 “मइँ एक यहूदी मनई हउँ। सिलिकिया क तरसुस सहर मँ जनम भवा रहा अउर मइँ इहइ सहर मँ पाला पोसा जाइके बाढ़ गएउँ रहा ह। गमलिएलक गोड़वा प बइठिके हमरे पूर्वजन क व्यवस्था क मुताबिक बड़ी कड़ाई स मोर सिच्छा भइ। परमेस्सर बरे मइँ जिआदा धुन लगावत रहेंउँ। फुरे वइसे ही जइसे आज तू पचे अहा। 4 इ ईसू के पंथ क मनइयन क मइँ ऍतना सताएँउ ह कि ओनकइ परान तलक उड़ि गएऩ। मइँ पुरूसन अउर स्त्रियन क बंदी बनएउँ ह अउर जेलिया मँ धाँध दिहेउँ। 5 खुद महायाजक अउ बुजुर्ग यहूदी नेतन क समूचइ सभा ऍका सिद्ध कइ सकत ह। मइँ दमिस्क मँ ऍनकइ भाइयन क नाउँ चिट्ठी भी लिहेउँ ह अउर इ पंथ क हुवाँ रहइ वालन क धइके बंदी क रूप मँ यरुसलेम लइ आवइ बरे मइँ गवा भी रहे रहा ताकि ओनका सजा दीन्ह जाइ सकइ। 6 “फिन अइसा भवा कि मइँ जब जात्रा करत करत दमिस्क क लगे पहोंचा तउ लग भग दुपहरिया क समइ अकास स एकाएक एक जोर क प्रकास चारिहुँ कइँती फइला। 7 मइँ भुइयाँ प भहराइ गवा। तबहिं मइँ एक अवाज सुनेउँ जउन मोसे कहत रही, ‘साउल’ ओ साउल! तू मोका काहे सतावत अहा?’ 8 तब मइँ जवाबे मँ कहेउँ, ‘पर्भू, तू कउन अहा?’ उ मोसे कहेस, ‘मइँ अहइ नासरी ईसू अहउँ जेका तू सतावत बाट्या।’ 9 जउन मोरे संग रहेन, उ सबइ भी उ प्रकास निहारेन मुला उ बाणी क जउन मोका गोहराए रहा, उ पचे समुझि नाहीं पाएन। 10 मइँ पूछेउँ, ‘पर्भू, मइँ का कररुँ?’ एह पइ पर्भू मोसे कहेस, ‘खड़ाहुवा, अउर दमिस्क क चला जा। हुवाँ तोहका सब कछू बताइ दीन्ह जाइ, जेका करइ बरे तोहका मुकर्रर कीन्ह गवा बा।’ 11 काहेकि मइँ उ जोरदार प्रकास स कछू लखि नाहीं पाएउँ रहा, तउ मोर संगी मोर हथवा धइके मोका लइ चलेन अउर मइँ दमिस्क पहोंचि गएउँ। 12 “हुवाँ हनन्याह नाउँ क एक मनई रहा। उ व्यवस्था क पालन करइवाला भगत रहा। हुवाँ क बसइया सबहिं यहूदियन क संग ओकर मेलजोल रहा। 13 उ मोरे लगे आवा अअउ मोरे नगिचे खड़ा होइके बोला, ‘भाई साऊल, फिन स लखइ लगा!’ अउर उहइ छिन मइँ ओका लखइ क जोग्य होइ गवा। 14 उ कहेस, ‘हमरे पूर्वजन क परमेस्सर तोहका चुनि लिहे अहइ कि तू ओकर इच्छा क परखा, ओकरे धरम क सरूप प लखा अउर ओकर बाणी सुना। 15 काहेकि तू जउन लख्या ह अउर जउन सुन्या ह, ओकरे बरे सबहिं मनइयन क समन्वा तू ओकर साच्छी होब्या। 16 यह बरे अब तू केकर बाट जोहत बाट्या, खड़ा होइ जा बपतिस्मा ग्रहण करा अउर ओकर नाउँ क गोहरावत भए आपन पाप क धोइ डावा।’ 17 “फिन अइसा भवा कि जब मइँ यरुसलेम लौटिके मंदिर मँ पराथना करत रहेउँ तबहिं मोर समाधि लग गइ 18 अउर मइँ लखेउँ कि ईसू मोसे कहत अहइ, ‘हाली! करा अउर फउरन यरुसलेम स बाहेर जा काहेकि मोरे बारे मँ उ पचे तोहार साच्छी न मनिहीं।’ 19 तउ मइँ कहेउँ, ‘पर्भू इ लोग तउ जानत हीं, कि तोह प बिसवास करइया मनइयन क बंदी बनवत भए अउर पीटत भए मइँ यहूदी आराधनालय मँ टहरत फिरा हउँ। 20 अउर तउ अउर जब तोहार साच्छी स्तिफनुस क रकत बहावा जात रहा, तब भी मइँ आपन समर्थन देत भए हुवँइ खड़ा रहेउ। जउन ओकर कतल किहे रहेन, मइँ ओनकइ ओढ़ना क रखवाली करत रहेउँ।’ 21 फिन उ मोसे बोला, ‘तू जा, काहेकि गैर यहूदियन क बीच दूर-दूर ताई पठउब।”‘ 22 इ बात तलक उ पचे सुनत रहेन फिन ऊँच अवाजे मँ चिल्लाइ उठेन, “अइसे मनइयन क धरती स अजाद करा। इ जिअइ क जोग्य नाहीं बा।” 23 उ पचे जब चिचियात रहेन अउर आपन ओढ़ना क उतारि उतारिके लोकावत रहेन अउर अकासे मँ धूरि उछारत रहेन, 24 तबहिं सेनानायक आदेस दिहेस कि पौलुस क जेले मँ लइ जावा जाइ। उ कहेस कि कोड़ा स मारि मारिके ओसे बकरवावा जाइ ताकि मनइयन क पता लागि कि ओह पइ मनइयन क चिचियाइ क कारण का बाटइ। 25 मुला जब उ पचे ओका कोड़ा मारइ बरे बाँधत रहेन तबहिं हुवा खड़ा भवा फऊजीनायक स पौलु स कहेस, “कउऩो रोमी नागरिक क, जउन अपराधी न पावा गवा होइ, कोड़ा लगाउब का ओका नीक बा?” 26 फउजीनायक इ सुनिके सेनानायक क निअरे गवा अउर बोला, “इ आप का करत अहइँ?” काहेकि इ तउ रोमी नागरिक अहइ!” 27 “ऍह पइ सेनानायक ओकरे लगे आइके पूछेस, “मोका बतावा, का तू रोमी नागरिक अहा?”पौलुस जवाब दिहेस, “हाँ।” 28 ऍह पइ सेनानायक जवाब दिहेस, “इ नागरिकता पावइ बरे मोका तउ ढेर का धन खर्च करइ पड़ा रहा।”पौलुस कहेस, “मुला मइँ तउ जनम स रोमी नागरिक हउँ।” 29 तउ उ पचे जउन ओसे पुछताछ करत रहेन, तुरंत पाछे हटि गएऩ अउर सेनापति भी इ समुझिके कि उ एक रोमी नागरिक अहइ अउर उ ओका बंदी बनाए अहइ, बहोत डेराइ गवा। 30 काहेकि उ सेनानायक इ बात क ठीकठीक पता लगावइ चाहत रहा कि यहूदियन पौलुस प जुर्म काहे लगाएन, यह बरे उ दूसर दिन बंधन खोल दिहेस। फिन मुख्ययाजक अउर सबन त सर्वोच्च यहूदी महासभा क बोलाइ पठएन अउर पौलुस क ओनकइ समन्वा लाइके खड़ा कइ दिहेस। पौलुस यहूदी महासभा प टकटकी लगाइके निहारत।
Acts 23:1 भवा कहेस, “मोर भाइयो, मइँ परमेस्सर क समन्वा आजु तलक अन्त: मन स जिन्नगी बिताएउँ ह।” 2 एह पॅइ महायाजक हनन्याह पौलुस क निअरे खड़ा भए मनइयन क आदेस दिहेस कि उ पचे ओकरे मुँहे प थप्पड़ मारइँ। 3 तब पौलुस ओसे कहेस, “हे सफेदी स पोती भइ दीवार! परमेस्सर क मार तोह पइ पड़ी। तू हिआँ व्यवस्था क मुताबिक कइसा निआब करइ बइठा अहा कि तू व्यवस्था क खिलाफ मोका थप्पड मारइ आदेस देत अहा।” 4 पौलुस क लगे खड़ा भए मनइयन कहेन, “परमेस्सर क महायाजक क बेज्जत करइ क हिम्मत तोहका भवा कइसे!” 5 पौलुस जवाब दिहेस, “मोका तउ पता नाहीं कि इ महायाजक अहइ। काहेकि लिखा अहइ, ‘तोहका आपन प्रजा क राजा बरे कुभाख बोलइ नाहीं चाहीं।’“ 6 फिन जब पौलुस क पता चला कि ओहमाँ स आधा मनई सदूकी अहइँ अउर आधा फरीसी तउ महासभा क बीच उँच अवाज मँ कहेस, “भाइ लोगो, मइँ फरीसी हउँ एक फरीसी क बेटवा हउँ। मरइ क पाछे फिन स जी उठइ बरे मोरी मान्नता क कारण मोह प मुकदमा चलावा जात अहइ!” 7 ओकरे अइसा कहइ प फरीसियन अउर सदूकियन मँ एक तहत्तुक उठा अउर सभा क बीच फूटि पड़ गइ। 8 सदूकियन क कहब अहइ कि पुनरूत्थान नाहीं होत न सरगदूत होत हीं अउर न ही आतिमा। मुला फरीसियन क ऍनके होइ मँ बिसवास करत हीं। 9 हुवाँ बहोत सोरगुल भवा। फरीसियन क दल मँ स कछू धरम सास्तरी उठेन अउर खरी बहस करत भए कहइ लोगन, “इ मनई मँ हम पचे कउनो खोट नाहीं पावत अही। जदि कउनो आतिमा या कउनो सरगदूत ऍहसे बात किहेन ह तउ ऍहसे का?” 10 काहेकि इ तहत्तुक हिंसा क रूप लइ चुका रहा, ऍहसे उ सेनानायक डेराइ गवा कि कहूँ उ पचे पौलुस क बोटी बोटी न कइ डावइँ। तउ उ सिपहियन क आदेस दिहेस कि उ पचे खाले जाइके पौलुस क ओनसे अलगाइके छावनी मँ लइ जाइँ। 11 अगली राति पर्भू पौलुस क नगिचे खड़ा होइके, ओसे कहेस, “हिम्मत राखा काहेकि तू जइसे मजबूती क संग यरुसलेम मँ मोर साच्छी दिहा ह, वइसे ही रोम मँ तोहका मोर साच्छी देइ क अहइ!” 12 फिन दिन निकरा। यहूदी लोगन एक कुचाल चलेन। उ पचे किरिया खाएन कि जब तलक उ पचे पौलुस क मार नाहीं डइहीं, न कछू खइहीं, न पिइहीं। 13 ओनमाँ स चालीस स भी जियादा मनइयन इ कुचाल चलेन 14 उ पचे मुख्ययाजकन अउर बुजुर्गन क लगे गएन अउर बोलेन, “हम पचे किरिया खावा ह कि हम पचे जब तलक पौलुस क मारि नाहीं डाइत, तब तलक न हम कछू खाब न पिअब। 15 तउ अब तू अउर यहूदी महासभा, सेनानायक स बिनती करइ चाहत ह कि उ ओका तोहरे लगे लइ आवइ इ बहाना बनावत भए कि तू ओकरे बारे मँ अउर बारीकी स छानबीन करइ चाहत बाट्या। ऍहसे पहिले कि उ हिआँ पहुँचइ, हम पचे ओका मारि डावइ क तइयार अही।” 16 मुला पौलुस क भैने क इ कुचाल क भनक लग गइ तउ उ छावरी मँ जाइ पहोंचा अउर पौलुस क सब कछू बताइ दिहस। 17 ऍह पइ पौलुस कउनो एक फऊजीनायक क बोलाइके ओसे कहेस, “इ जवान क सेनानायक क लगे लइ आवा काहेकि ऍहसे कछू कहइ क अहइ।” 18 तउ उ ओका सेनानायक क लगे लइ गवा अउर बोला, “बंदी पौलुस मोका बोलाएस अउर मोसे उ जवान क तोहरे लगे पहोंचावइ क कहेस काहेकि इ तोहसे कछू कहइ चाहत ह।” 19 सेनानायक ओकर हथवा धरेस अउर ओका एक कइँती लइ जाइके पूछेस, “बतावा तू मोसे का चाहत बाट्या?” 20 जवान बोला, “यहूदी इ बात प एक अउट ग अहइँ कि उ पचे पौलुस स अउर बारीकी स पूछताछ करइ क बहाना महासभा मँ ओका लइ जाइ बरे तोहसे पराथना करइँ। 21 यह बरे ओनकइ जिन सुन्या। कहेकि चालिस स भी जियादा लोग घात लगाइके ओका जोहत अहइँ। उ पचे इ किरिया खाए अहइँ कि जब तलक उ पचे ओका मारि न डावइँ, ओनका न कछू खाब अहइ, न पिअब। बस अब तोहरे आदेस क जोहत उ पचे तइयार बइठा अहइँ।” 22 फिन सेनानायक जवान क इ आदेस दइके पठएस, “तू इ कउनो क जिन बतावा कि तू मोका एकर खबर दइ दिहे अहा।” 23 फिन सेनानायक आपन दुइ फऊजीनायकन क बोलवाइ क कहेस, “दुइ सौ सिपाही, सत्तर घुड़सवार दुइ सौ भालावालन क कैसरिया जाइके तइयार राखा। राति क नउ बजे चलइ बरे तइयार रहा। 24 पौलुस क सवारी बरे घोड़न क बन्दोबस्त राखा अउर ओका सुरच्छा स राज्यपाल फेलिक्स क लगे लइ जा।” 25 उ एक ठु चिट्ठि लिखेस जेकर विसय रहा: 26 महामहीम राज्यपाल फेलिक्स क क्लौदियुस लूसियास क नमस्ते पहोंचइ। 27 इ मनई क यहूदी लोगन धइ लिहेन अउर उ पचे ऍकर कतल करइ क रहेन कि मइँ इ जानिके कि इ एक रोमी नागरिक अहइ, आपन सिपाहियन क संग जाइके एका बचाइ लिहेउँ। 28 मइँ काहेकि उ कारण क जानइ चाहत रहेउँ जेहॅस उ पचे ओह पइ दोख लगावत रहेन, ओका ओनकइ महा आराधनालय मँ लइ जावा गवा। 29 मोका पता लाग कि ओनकइ व्यवस्था स जुड़ा भए सवाल क कारण ओह पइ दोख लगावा ग रहा। मुला ओह प कउनो अइसा जुर्म नाहीं रहा जउन ओका मउत क सजा क जोग्ग या बंदी बनावइ जोग्ग साबित होइ। 30 फिन जब मोका इत्तला मिली कि हुवाँ इ मनई क खिलाफ कउनो षडयन्त्र रचा गवा अहइ तउ मइँ एका तुरंतहि तोहरे लगे पठइ दीन्ह ह। अउर ऍह प जुर्म लगावाइ वालन क इ आदेस दइ दीन्ह ग ह कि एकरे खिलाफ लगावा गवा जुर्म तोहरे अगवा धरइँ। 31 तउ सिपाहिन इ आग्या क पूरा किहेन अउर उ पचे राति मँ ही पौलुस क अन्तिपत्रिस क लगे लइ गएऩ। 32 फिन अगले दिना घुड़-सवारन क ओकरे संग अगवा जाइ बरे छोड़िके उ पचे छावनी लौटि आएन। 33 जब उ पचे कैसरिया पहुँचेन तउ उ पचे राज्यपाल क उ चिट्ठी देत भए पौलुस क ओका सौंपि दिहेन। 34 राज्यपाल चिट्ठी बाँचेस अउर पौलुस स पूछेस कि उ कउने पहँटा क रहवइया बा। जबहिं ओका पता लाग कि उ किलकिया क बसइया अहइ 35 तउ उ ओसे कहेस, “तोह पइ जुर्म लगावइ वालन जब आइ जइहीं, मइँ तबहिं तोर सुनवाइ करब।” उ आग्या दिहेस कि पौलुस क पहरा क भीतर हेरोदेस क महल मँ रख दीन्ह जाइ।
Acts 24:1 पाँच दिना पाछे महायाजक हनन्याह कछू बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर तिरतुल्लुस नाउँ क एक वकील संग लइके कैसरिया आवा। उ पचे राज्यपाल क समन्वा पौलुस प जुर्म सिद्ध करइ आइ रहेन। 2 फेलिक्स क समन्वा पौलुस क पेसी होए पइ मुकदमा क सुनवाई सुरू करत भवा।तिरतुल्लुस बोला, “महासय़, तोहरे कारण हम सांति स रहत अही तोहार दूरंदेस होइ स देस मँ बहोत जिआदा सूधार भएऩ ह। 3 हे महामहिम फेलिक्स। हम बड़े एहसान क साथ ऍका हर तरह स हर कहूँ अंगीकार करित ह। 4 तोहार अउर जिआदा मसइ न लेत भए, मोर पराथना अहइ कि कृपा कइके आप थोड़े मँ हमका सुन लेइँ। 5 बात इ अहइ कि इ मनई क हम एक उत्पाती क रूप मँ पाएउँ ह। सारी दुनिया क यहूदियन मँ इ दंगा भड़काएस ह। इ नासरी लोगन क पंथ क नेता अहइ। 6 इ मंदिर क अपवित्तर करइ क जतन किहेस ह। हम पचे ऍका यह बरे धरा ह। हम यह पइ जउन आरोप लगावत अही, ओन सबन क आप खुद ऍसे पूछि पछोरिके जान सकत ह।” 7 8 9 इ जुर्म मँ यहूदी भी सामिल होइ गएन। उ पचे जोर दइके कहत रहेन कि इ सब तथ्य फुरि अहइँ!” 10 फिन राज्यपाल जब पौलुस क बोलइ क इसारा किहेस तउ उ जवाब देत भवा कहेस, “तू बहोत दिना स इ देस क न्यायाधीस अहा। इ जानत भए मइँ खुसी क साथ आपन बचाव रखत अहउँ। 11 तू खुद इ जान सकत ह कि अबहिं आराधना बरे मोका यरुसलेम गए भए बस बारह दिन बीता बाटेन। 12 हुवाँ मंदिर मँ मोका न तउ कउनो क संग बहस करत भए पावा गवा अहइ अउर न ही आराधनालय या सहर मँ कतहूँ अउर मनइयन क दंगा बरे भड़कावत भवा 13 अउर तोहरे समन्वा जउन जुर्म क सबइ मोह प लगावत अहइ ओनका सिद्ध नाहीं कइ सकत बाटेन। 14 मुला मइँ तोहरे समन्वा इ बात क अंगीकार करत हउँ कि मइँ आपन पूर्वजन क परमेस्सर क आराधना ईसू के पंथ क मुताबिक करत हउँ, जेका इ पचे एक पंथ कहत हीं। मइँ हर उ बात मँ बिसवास करत हउँ जेका व्यवस्था बतावत ह अउर जउन नबी लोगन क किताबे मँ लिखी बाटइ। 15 अउर मइँ परमेस्सर मँ वइसेन ही भरोसा राखत हउँ जइसे खुद ई लोग धरत हीं कि धर्मी अउर विधर्मी दुइनउँ क ही फिन उत्थान होइ। 16 यह बरे मइँ भी परमेस्सर अउर मनइयन क समन्वा हमेसा आपन अन्तारात्मा क सुद्ध बनाए भए बरे जतन करत रहत हउँ। 17 “कइउ बरिस तलक यरुसलेम स दूर रहे क पाछे मइँ आपन रास्ट्र बरे उपहार लइके अपने मंदिर पर भेंट चढावइ बरे आएउँ ह। 18 जब मइँ इ करत ही रहेउँ रहा उ पचे मोका मंदिर मँ पाएन, तब मँ बिधि क मुताबिक सुद्ध रहेउँ रहा न तउ हुवाँ भीड़ रही अउर न कउनो असांति। 19 एसिया स आए कछू यहूदी हुवाँ मौजूद रहेन। अगर मोरे खिलाफ ओनके लगे कछू अहइ तउ उ पचे तोहरे समन्वा हाजिर होइके मोह प जुर्म लगावइ चाही। 20 या इ लोग जउन हियाँ अहइँ उ सबइ बतावइँ कि जब मइँ यहूदी हमासभा क समन्वा खड़ा रहा, तब उ पचे मोहे मँ का खोट पाएन 21 सिवाय ऍकरे कि जब मइँ ओनकइ बीच मँ खड़ा रहा तब मइँ ऊँची अवाज मँ कहे रहा, ‘मरे भएऩ मँ स जी जाइ क बारे मँ आजु तोहरे जरिए मोर निआव कीन्ह जात अहइ।”‘ 22 फिन फेलिक्स, जउन इ ईसू के पंथ क पूरी जानकारी रखत रहा, मुकदमा क सुनवाई क आगे टारत भवा बोला, “जब सेनानायक लुसियास आइ, मइँ तबहिं तोहरे इ मुकदमे. प आपन फैसला देब। 23 फिन उ फऊजी नायक क आदेस दिहेस कि तनिक छूट दइके पौलुस क पहरा क भीतर धरा जाइ अउर ओकरे मीतन क ओकर जरूजत पूरा करइ स न रोका जाइ। 24 कछू दिना पाछे फेलिक्द आपन पतनी द्रुसिल्ला क संग हुवाँ आवा। उ एक यहूदी स्त्री रही। फेलिक्स पौलुस क बोलवावइ पठएस अउर मसीह ईसू मँ बिसवास क बारे मँ ओसे सुनेस। 25 मुला जब पौलुस नेकी, खुद क संयम मँ राखइ अउर आवइवाला निआव क बारे मँ बोलत रहा तउ फेलिक्स डेराइ गवा अउर बोला, “इ समइ तू चला जा, मौका मिले प मइँ तोहका फिन बोलवाउब।” 26 अहइ समइया ओका इ आसा भी रहाई कि पौलुस ओका कछू धन देइ। यह बरे फेलिक्स पौलुस क बातचीत बरे अक्सर बोलवावइ बरे पठवत रहा। 27 दुइ बरिस अइसे ही बीति जाए क पाछे फेलिक्स क जगइ पुरखिउस फेस्तुस ग्रहण कइ लिहस। अउर काहेकि, फेलिक्स यहूदियन क खुस रखइ चाहत रहा, यह बरे उ पौलुस क जेल मँ ही रहइ दिहेस।
Acts 25:1 फेस्तुस जब उ प्रदेस मॅ राज्यपाल होइ गवा अउर तीन दिना पाछे उ कैसरिया स यरुसलेम क रवाना होइ गवा। 2 हुवाँ मुख्ययाजकन अउर यहूदियन क मुखिया लोग पौलुस क खिलाफ लगावा गवा जुर्म ओकरे समन्वा रखेन अउर ओसे पराथना किहेन 3 कि उ पौलुस क यरुसलेम पठवाइके ओनकइ पच्छ लेइ। (उ पचे रस्त मँ ही ओका मारि डावइ क कुचाल बनाए रहेन।) 4 फेस्तुस जवाब दिहेस कि “पौलुस कैसरिया मँ बंदि अहइ अउर उ ज्लदी ही हुवाँ पहोंचइवाला बाटइ।” उ कहेस, 5 “तू आपन कछू मुखिया लोगन क मोरे संग पठइ द्या अउर जदि उ मनई अपराध किहे बा तउ उ पचे हुवाँ मोह प जुर्म लगावइ।” 6 ओनके संग कछू आठ दस दिन बाताइके फेस्तुस कैसरिया चला गवा। अगले ही दिन अदालत मँ निआव क आसन प बैठिके उ आदेस दिहेस कि पौलुस क पेस कीन्ह जाइ। 7 जब उ पेस भवा तउ यरुसलेम स आए भएऩ यहहूदी लोग ओका घेरिके खड़ा होइ गएन। उ पचे ओह प बहुतेरे भारी दोख लगाएन मुला उ पचे ओके सिद्ध नाहीं कइ सकेन। 8 पौलुस खुद आपन बचाव करत भवा कहेस, “मइँ न तउ यहूदियन क व्यवस्था क खिलाफ कउनो करम किहेउँ ह, न ही मंदिर क खिलाफ अउर न ही कैसर क खिलाफ।” 9 मुला काहेकि फेस्तुस यहूदी लोगन क खुस करइ चाहत रहा, जवाब मँ उ पौलुस स कहेस, “तउ का तू यरुसलेम जाइ चाहत ह ताकि मइँ हुवाँ तोह पइ लगावा गवा जुर्म क निआवा कइ सकउँ?” 10 पौलुस कहेस, “इ समइ मइँ कैसर क अदालत क समन्वा खड़ा हउँ। मोर निआव हिअँइ कीन्ह जाइ चाही। मइँ यहूदियन क संग कछू बुराई नाहीं किहे अही, ऍका तू भी बहोत अच्छी तरह जानत ह। 11 यदि मइँ कउनो अपराधे क दोखी अहउँ अउर मइँ कछू अइसा स किहे हउँ, जेकर सजा मउत अहइ, तउ मइँ मरइ स बचब न चाहब, मुला जउन लोग मोह प जउन जुर्म लगावत अहइँ, ओहमाँ स कउनो सच नाहीं बा। तउ मोका कउनो भी ऍनका नाहीं सौंपिर सकत। इहइ कैसर स मोर पराथना अहइ।” 12 आपन परिसद स राय लिहे क पाछे फेस्तुस ओका जवाब दिहेस, “तू कैसर स फिन बिचार बरे पराथना किहा ह, यह बरे तोहका कैसर क समन्वा ही लइ लीन्ह जाइ।” 13 कछू दिन पाछे राजा अग्रिपा अउर बिरनीके फेस्तुस क सुआगत करइ कैसरिया आएन। 14 जब उ पचे हुवाँ कई दिन बिताइ चुकेन तउ फेस्तुस राजा क समन्वा मुकदमा क इ तरह समझाएस, “हिआँ एक अइसा मनई अहइ जेका फेलिक्स बंदी क रूप मँ छोड़ गवा रहा। 15 जब मइँ यरुसलेम मँ रहेउँ, मुख्ययाजक अउर बुजुर्ग यहहूदी नेतन ओकरे खिलाफ मुकदमा दर्ज किहेन अउर माँग किहे रहेन कि ओका समा दीन्ह जाइ। 16 मइँ ओनसे कहे रहेउँ , ‘रोमी मनइयन मँ अइसी रीति नाहीं कि कउनो मनइ क, जब तलक वादी प्रतिवादी क आमना समन्वा न कइ दीन्ह जाइ, अउर ओह प लगावा भएन जुर्म स ओका बचावइ क मौका न दइ दीन्ह जाइ। ओका सजा बरे, सौपा जाइ।’ 17 तउ उ सबइ मनइयन जब मोरे संग हिआँ आएन तउ मइँ बिना देर लगाए भए अगले दिना निआव क आसन पबइठिके उ मनई क पेस कीन्ह जाइके हुकुम दिहेस। 18 “जब ओह पइ दोख लगावइ वालन बोलइ खड़ा भएन तउ उ पचे ओह पइ अइसा कउनो दोख नाहीं लगाएन जइसा कि मइँ सोचत रहेउँ। 19 बल्कि ओनकइ आपन धरम क कछू बातन पर भी अउर ईसू नाउँ क एक मनई प जउन मर चुका बा, ओनमाँ कछू बिचार मँ अलगौझा रहा। तउ भी पौलुस क दावा अहइ कि उ जिअत अहइ। 20 मइँ समुझ नाहीं पावत हउँ की इ बिसयन क छानबीन कइसे कीन्ह जाइ, यह बरे मइँ ओसे पूछेउँ कि का उ आपन इ जुर्मन क निआव करावइ बरे यरुसलेम जाइ क तइयार अहइ? 21 मुला पौलुस जब पराथना किहेस कि ओका सम्राट क बरे ही हुवाँ रखा जाइ, तउ मइँ हुकुम दिहेउँ, कि मइँ जब तलक ओका कैसर क लगे न पठइ देउँ, ओका हिअँइ रखा जाइ।” 22 ऍह पइ अग्रिप्पा फेस्तुस स कहेस, “इ मनई क सुनवाई मइँ खुद कहइ चाहत हउँ।”फेस्तुस कहेस, “तू ओका भियान सुन लिहा।” 23 तउ भियान भए प राजा अग्रिप्पा अउर बिरनीके बड़ा सजधज क साथ आएन अउर उ पचे फऊजीनायकन अउर सहर क प्रमुख मनइयन क संग सभाभवन मँ घुसा। फेस्तुस हुकुम दिहेस अउर पौलुस क हुवाँ लइ आवा गया। 24 फिन फेस्तुस बोला, “महाराजा अग्रिप्पा अउर सज्जन लोगो जउन हीआँ अहा! तू पचे इ मनई क निहारत अहा जेकरे बारे मँ समूचा यहूदी समाज, यरूसलेम मँ अउर हिआँ, मोसे चिचिआइ चिचिआइके माँग करत अहइ कि ऍका अब अउर जिन्दा नाहीं रहइ देइ चाही। 25 मुला मइँ जाँच लिहेउँ ह कि इ अइसा कछू नाहीं किहेस ह कि ऍका मउत क सजा दीन्ह जाइ अउर काहेकि इ खुद सम्राट कैसर स फिन बिचार करइके पराथना किहेस ह कि यह बरे मइँ ऍका हुवाँ पठवइ क निर्णय लिहेउँ ह। 26 मुला ऍकरे बारे मँ सम्राट कैसर क लगे लिखिके पठवइ क मोरे लगे कउनो तय कीन्ह भइ बात नाहीं अहइ। मइँ ऍका यह बरे आप सबन क समन्वा, अउर खास रूप स हे महाराजा अग्रिप्पा, तोहरे समन्वा लइ आएउँ ह ताकि इ जाँच पड़ताल क पाछे लिखइ क मोरे लगे कछू होइ। 27 कछू भी होइ मोका कउनो बंदी क ओकर अभियाग पत्र बगैर तइयार किए हुआँ पठउब संगत नाहीं जान पड़त।”
Acts 26:1 अग्रिप्पा पौलुस स कहेस, “तोहका खुद आपन कइँती स बोलइ क अनुमति बाटइ।” ऍह पइ पौलुस आपन हाथ उठाएस अउर आपन बचाव मँ बोलब सुरू किहेस, 2 “हे राजा अग्रिप्पा, मइँ आपन क भाग्यवान समुझत हउँ कि यहूदियन मोह पइ जउन जुर्म लगाए बाटेन, ओन सब बातन क बचाउ मँ, तोहरे अगवा बोलइ जात हउँ। 3 खास तरह स इ यह बरे सच अहइ कि तोहका सबहिं यहूदी रीति रिवाज अउर ओनके विवाद क गियान अहइ। यह बरे मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि धीरझ क साथ मोर बात सुनी जाइ। 4 “सबहिं यहूदी जानत ही कि सुरू स ही खुद आपन देस मँ अउर यरुसलेम मँ भी बचपन स ही मइँ कइसा जिन्नगी जिए अहइ। 5 उ पचे मोका बहोत समइ स जानत हीं अउर जदि उ पचे चाहइँ तउ इ बात क साच्छी दइ सकत हीं मइँ आपन धरम क एक सबसे जिआदा कट्टर पंथ क मुताबकि एक फरीसी क रूप मँ जिन्नगी बिताएउँ ह। 6 अउर अब इ मुकदमा क सफाई क हालत मँ खड़ा भए मोका उ बचन क भरोसा अहइ जउन परमेस्सर हमरे पूर्वजन क दिहे रहा। 7 इ उहइ बचन अहइ जेका हमार बारहु जातिन रात दिन मन लगाइके परमेस्सर क सेवा करत भए, पावइ क भरोसा रखत हीं हे राजन! इहइ भरोसा क कारण मोह प यहूदियन क जरिए जुर्म लगावा जात अहइ। 8 तू पचन मँ स कउनो क भी इ बात बिसवास क जोग्ग काहे नाहीं लागत बा कि परमेस्सर मरे भए क जिआइ देत ह। 9 “मइँ भी सोचत रहेउँ नासरी ईसू क नाउँ क खिलाफत करइ क लिए जउन भी बन पड़इ उ बहोत कछू करुँ। 10 अउर अइसा ही मइँ यरुसलेम मँ किहेउँ भी। मइँ परमेस्सर क बहोत स भगतन क जेलि मँ धाँध दिहेउँ काहेकि मुख्याजक लोगन स ऍकरे बरे मोका हक मिला रहा। अउर जब ओनका मारा गवा तउ मइँ आपन मत ओऩकइ खिलाफ दिहउँ। 11 आराधनालय मँ स मइँ ओनका अक्सर सजा देत रहेउँ अउर ईसू क निन्दा करइ बरे ओन पइ दबाव डावइ क जतन करत रहेउँ। ओनकइ बरे मोर किरोध ऍतना जिआदा रहा कि ओनका सतावइ बरे मइँ बाहेर क सहर तलक गएउँ। 12 “अइसी ही एक जात्रा क मौके प जब मइँ मुख्ययाजक स आग्या पाइके दमिस्क जात रहेउँ, 13 तबहिं दुपहरिया क जब मइँ अबहिं राहे मँ रहेउँ ही कि मइँ हे राजन, सरग स एक प्रकास उतरत भवा लखेउँ। ओकर तेज सूरज स भी जिआदा रहा। उ मोरे अउर मोरे संग क मनइयन क चारिहुँ कइँती चमचमान। 14 हम पचे धरती प भहराइ गएऩ, फिन मोका एक बानी सुनाइ दिहेस। उ इब्रानी भाखा मँ मोसे कहत रही, ‘साऊल, अरे ओ साऊल, तू मोपर अत्याचार करत अहा? इ तू अहा जो मोरे विरूद्ध लड़ कर मोका सतावत अहा। धार क नोंक प लात मारब तेरे बस क बात नाहीं अहइ।’ 15 फिन मइँ पूछेउँ, ‘हे पर्भू, तू कउन अहा?’ पर्भू जवाब दिहेस, ‘मइँ ईसू हउँ जेका तू यातना देत बाट्या। 16 मुला अब तू उठा अउर आपन गोड़े प खड़ा ह्वा। मइँ तोहरे अगवा यह बरे परगट भएउँ ह कि तोहका एक सेवक क रूप भर्ती करउँ अउर जउऩ कछू मइँ तोहका देखाउब, ओकर तू साच्छी रह्या। 17 मइँ जउऩ यहूदियन अउर गैर यहूदियन क लगे 18 ओकर आँखी खोलइ, ओनका अँधियारा स प्रकास कइँती लावइ अउर सइतान क सक्ती स परमेस्सर कइँती मोड़इ बरे, तोहका पठवत हउँ, ओनसे तोहार रच्छा करत्त रहब। ऍहसे उ पचे पापन स छमा पइहीं अउर ओन मनइयन क बीच ठउर पइहीं जउन मोहे मँ बिसवास धरइ क कारण पवित्तर भएन ह।”‘ 19 हे राजन् अग्रिप्पा, यह बरे तबहिं स उ दर्सन क आग्या क कबहुँ भी न उल्लंघन किए भए 20 बल्कि ओकरे खिलाफ मइँ पहिले ओनका दमिस्क मँ, फिन यरुसलेम मँ अउर यहूदिया क समुचइ पहँटा मँ उपदेस देत रहा। अउर गैर यहूदियन क मनफिराव क मुताबिक करम करइ बरे कहत रहा। 21 इहइ कारण जब मइँ हिआँ मंदिर मँ रहा, यहूदी लोग मोका धइ लिहेन अउर मोर कतल क जतन किहेन। 22 मुला आजु तलक मोका परमेस्सर क मदद मिलत रही ह अउर यह बरे मइँ हिआँ छोट अउर बड़कवा सबहिं लोगन क समन्वा साच्छी देइ बरे खड़ा हउँ। मइँ बस ओन बातन क तजिके अउर कछू नवा नाहीं कहत जउन नबियन अउर मूसा क मुताबिक होइ क रही 23 कि मसीह क यातना भोगइ क होइ अउर मरे भएऩ मँ पहिला जी जाइवाला होइ अउर उ यहूदियन अउर गैर यहूदियन क जोति क संदेस देइ।” 24 उ आपन बचाउ मँ जब इ बातन क कहत ही रहाकि फेस्तुस चिल्लाईके कहेस, “पौलुस तोहार दिमाग खराब होइ ग अहइ। तोहार जिआदा पढ़ाई तोहका पगलाइ देति अहइ।” 25 पौलुस कहेस, “हे परमगुनी फेस्तुस, मइँ पागल नाहीं अहउँ बल्कि जउन बातन क मइँ कहत रहेउँ ह उ सच अहइँ अउर संगत भी अहइँ। 26 खुद राजा बातन क जानत बा अउर मइँ अजादी क मन स ओसे कहि सकत हउँ। मोर निस्चय अहइ कि एनमाँ स कउनो बात ओकरी आँखिन स, ओझल नाहीं बाटइ। मइँ अइसा यह बरे कहत हउँ कि इ बात कउनो कोने मँ नाहीं कही गइ। 27 हे राजन् अग्रिप्पा, नबियन जउन लिखे अहइँ का तू ओहमाँ बिसवास रखत ह? मइँ जानत हउँ कि तोहार बिसवास अहइ!” 28 ऍह पइ अग्रिप्पा पौलुस स कहेस, “का तू इ सोचत ह कि ऍतनी असानी स तू मोका मसीही बनवइ क मनाइ लेब्या?” 29 पौलुस जवाब दिहेस, “तनिक समइ मँ, चाहे जिआदा समइ मँ, परमेस्सर स मोर पराथना अहइ कि सिरिफ तू बल्कि उ पचे भी, जउन आजु मोका सुनत बाटेन, वइसा ही होइ जाइँ, जइसा मइँ हउँ, सिवाय इ जंजीरन क।” 30 फिन राजा खड़ा होइ गवा अउर ओकरे संग ही राज्यपाल बिरनिके अउर साथ मँ बइठा भए लोग भी उठिके खड़ा होइ गेएन। 31 हुवाँ स बाहेर निकरिके उ पचे आपुस मँ बात करत भए कहइ लागेन, “इ मनई तउ अइसा कछू नाहीं किहे बा, जेहसे ऍका मउत क सजा या जेल मिल सकइ।” 32 अग्रिप्पा फेस्तुस स कहेस, “जदि इ कैसर क समन्वा फिन स बिचार क पराथना न होत, तउ इ मनई क छोड़ जाइ सकत रहा।”
Acts 27:1 जब इ तय होइ गवा कि हमका जहाज स इटली जाइ क अहइ तउ पौलुस अउर कछु दूसर बंदी मनइयन क सम्राट क फउज क यूलियुस नाउँ क एक फऊजीनायक क सौंपि दीन्ह गवा। 2 अद्रमुत्तियुम स हम पचे एक जहाजे प सवार भए जउन एसिया क तट क पहँटा स होइके जाइवाला रहा अउर समुद्दर क जात्रा प निकरेन। थिस्सलुनीके बसइया एक मैसीडोनि, जेकर नाउँ अरिस्तर्खुस रहा, भी हमरे संग रहा। 3 अगले दिन हम सैदा मँ उतरे। हुवाँ यूलियुस पौलुस क संग नीक विउहार किहेस अउर मोका ओकरे मीतन स मिलन बरे क अनुमति दइ दीन्ह गइ जेहसे उ ओकर देखभाल कर सकइ। 4 हुवाँ स हम समुद्दर-रस्ता स फिन चल पड़ेन। हम पचे साइप्रास क ओटे ओटे चलत रहे काहेकि हवा हमरे खिलाफ बहत रही। 5 फिन हम पचे किलिकिया अउर पंफूलिया क समुद्दर क पार करत भए लूसिया क मूरा पहोंचेन 6 हुवाँ फऊजीनायक क सिकन्दरिया क इटली जाइवाला एक ठु जहाज मिला। हम पचे ओह पइ सवार भएऩ। 7 कइउ दिन तलक हम पचे धीमे धीमे आगे बढ़त भए बड़ी तकलीफे स कनिदुस क समन्वा पहोंचेन मुला काहेकि हवा आपन राहे प नहीं रहइ देइ चाहत रही, तउ ह सबइ सलभौने क समन्वा ऋीत क ओट मँ ापन नाउ बढ़ावइ लागे। 8 ऋीत क किनारे-किनारे बड़ी तकलीफ स नाउ क अगवा अगवा खेवत भए एक अइसे ठउर प पहोंचेन जेकर नाउ रहा सुरच्छित बंदरगाह। हिआँ स लसया नगर लगे ही रहा। 9 समइ बहोत बीति चुका रहा अउर नाउ क आगे बढ़ाउब भी संकट स भरा रहा काहेकि तब तलक उपवास क दिनबीत चुका रहा। यह बरे पौलुस चिताउनी देत भए ओनसे कहेस, 10 “अरे मनइयो, मोका लगत ह कि हमार इ सागर जात्रा नास कइ देइ, न सिरिफ माल असबाब अउर जहाजे बरे बल्कि हमरे परान बरे भी।” 11 मुला पौलुस जउन कहे रहा ओका सुनइ क सिवाय उ फऊजीनायक, जहाज क मालिक अउर कप्तान क बातन प जिआदा बिसवास करत रहा। 12 अउर काहेकि उ बन्दरगाह सीत रितु बरे चउचक नाहीं रहा, यह बरे जिआदातर मनइयन, जदि होइ सकइ तउ फीनिक्स पहोंचइ क जतन करने क ही ठान लिहेन। अउर जाड़ा हुवँइ काटइ क निस्चय किहेन। फीनिक्स पहोंचाइ ऋीत क अइसा बन्दरगाह अहइ जेकर मुँह दक्खिन पच्छिम अउर उतर पच्छिम दुइनउँ क समन्वा पड़त ह। 13 जब तनिक तनिक दक्खिन हवा बहइ लाग तउ उ पचे सोचेन कि जइसा उ पचे चाहे रहेन, वइसा ही ओनका मिलि गवा अहइ। तउ उ पचे लंगर उठाइ लिहन अउर ऋीत क किनारे किनारे जहाज अगवा खेवइ लागेन। 14 मुला अबहिं कउनो जिआदा अहइ नाहीं बीता रहा कि द्वीप क एक कइँती स एक भयानक आँधी उठी अउर आरपार लपेटत चली गइ। इ “उत्तर पूरब” क आँधी कही जात रही। 15 जहाह तूफान मँ घिरि गवा। उ आँधी क फाड़िके अगवा नाहीं बढ़ सकत रहा तउ हम पचे ओका यों ही छोड़िके हवा क रूख चलइ दीन्ह। 16 हम क्लोदा नाउँ क एक छोटा स द्वीप क ओटे मँ बहत भए बड़ी तकलीफे स रच्छा नाउ क पाइ सकेन। 17 फिन जीवन रच्छा-नाउ क उठाए क पाछे जहाज क रस्सा क लपेटि के बाँध दिन्ह गवा अउर कहीं सुरतिस क ऊथल पानी मँ धँस न जाइ, इ डर स उ पचे जहाज क पाल उतारेन अउर जहाज क बहइ दिहेन। 18 दूसरे दिन तूफान क घातक थपेड़ा खात भए उ पचे जहाज स माल-असबाब लोकावइ लागेन। 19 अउर तीसर दिन उ पचे आपन ही हाथन स जहाजे प धरा औजार फेंक दिहेन। 20 फिन बहोत दिना तलक जब न सूरज देखान, न तारा अउर तूफान आपन घातक थपेड़ा मारत ही रहा तउ हमरे बच पावइ क आसा पूरी तरह खतम होइ गइ। 21 बहोत दिना स कउनो कछू खाएउ नाहीं रहा। तब पौलुस ओनकइ बीच खड़ा होइके कहेस, “अरे अमइयो, अगर ऋीत स रवाना न होइके मोर सलाह मान लिहे होत्या तउ तू पचे इ बिनास अउर हानि स बच जात्या। 22 मुला मइँ तोहसे अबहुँ तोहसे हठ करत हउँ कि आपन हिम्मत बाँधे रहा। काहेकि तू सबन मँ स कउनो क प्राण नाहीं खोवइ क अहइ। हाँ, बस इ जहाज क नास होइ जाइ 23 काहेकि पछली रात उ परमेस्सर क एक सरगदूत, जेकर मइँ अहउँ अउर जेकर सेवा करत हउँ, मोरे लगे आइके खड़ा भवा। 24 अउर बोला, ‘पौलुस, जिन डेराअ। मोका निहचय ही कैसर क समन्वा खड़ा होइ क बाटइ अउर ओऩ सबन क अउर तोहरे संग जात्रा करत अहइँ, परमेस्सर तोहका दइ दिहे अहइ।’ 25 तउ मनइयन, आपन हिम्मत बनाइ राखा काहेकि परमेस्सर मँ मोर बिसवास अहइ, यह बरे जइसा मोका बतावा ग अहइ ठीक वइसेन घटी। 26 किन्तु हम कउनो टापू क ऊथल पानी मँ जरूर जाइ धँसब।” 27 फिन जब चउदहवीं रात आइ हम अद्रिया क समुद्दर मँ थपेड़ा खात रहे रहेन तबहिं आधी रातिक लगे जहाज क चालकन क लाग जइसे कउनो किनारा नगिचे अहइ। 28 उ पचे समुद्दर क गहिराइ नंपेन तउ पाएन कि हुवाँ कउनो अस्सी हाथ गहिराई रही। तनिक बेर क पाछे उ पचे गहराई क फिन टोहेन अउर पा पाएन कि अब गहिराई साठ हाथ रहि गइ रही। 29 इ डर स कि उ पचे कतहुँ कउनो चट्टानी ऊथल किनारा मँ न फँसि जाइँ, उ सबइ जहाज क पिछले हींसा स चार ठु लंगर बहाएन अउर पराथना करइ लागेन कि कउनो तहर दिन निकरि आवइ। 30 ओहर जहाज क चलावइ वाला जहाज स पराइ क जतन करत रहेन। उ पचे इ हीला बनावत भए कि उ पचे जहाज क अगले हींसा स कछू लंगर बहावइ जात अहइँ, जीवन रच्छा नाउ क समुद्दर मँ उतारि दिहेन। 31 तबहिं फऊजीनायक स पौलुस कहेस, “जदि इ सबइ जहाज प नाहीं थामेन तउ तू पचे भी नाहीं बच पउब्या।” 32 तउ सिपाहियन रस्सा क काटिके जीवन रच्छा नाउ तरखाले गिराइ दिहेन। 33 भोर होइ स तनिक पहिले पौलुस इ कहत भए सब मनइयन स तनिक खइया खाइके हठ किहेस, “चौदह दिन बीति चुका अहइँ अउर तू पचे लगातर फिकिर क कारण भूखा बाट्या। तू पचे कछू भी नाहीं खाए बाट्या। 34 मइँ तोहसे कछू खाइके यह बरे हठ करत अही कि तोहरे जिअइ बरे इ जरुरी अहइ। काहेकि तू पचन मँ स कउनो क मूँड़े क एक बार तलक बाँका नाहीं होइ क बा।” 35 ऍतना कहि चुके क पाछे उ तनिक रोटी लिहेस अउर सबन क समन्वा परमेस्सर क धन्यवाद दिहेस। फिर रोटी क तोरेस अउर खाइ लाग। 36 ऍहसे ओन सबन क हिम्मत बाढ़ी अउर उ सबइ भी थोड़ा स खाना क खाएन। 37 जहाज प कुल बटोरिके हम सबइ दुइ सौ छिहत्तर मनई रहेन। 38 पूरा खाना खाइ चुकइ क पाछे उ पचे समुद्दर मँ अनाज बहाइके जहाज क हल्का कइ दिहेन। 39 जबहिं दिन क प्रकास भवा तउ उ पचे धरती क पहिचान नाहीं पाएन मुला ओनका लाग कि जइसे हुवाँ कउनो किनारा बाली खाड़ी बाटइ। उ पचे तय किहेन कि अगर होइ सकइ तउ जहाज क ठहराइ देइँ। 40 तउ उ पचे लंगर काटिके ढील दइ दिहेन अउर ओ सबन क समुद्दर मँ तरखले भहराइ दिहेन। उहइ समइ उ पचे पतवारे स बाँधा रस्सा क ढीला कइ दिहेन, फिन जहाज क अगला पतवार चढ़ाइके किनारे कइँती बढ़इ लागेन। 41 अउर ओऩकइ जहाज रेत मँ टकराइ गवा। जहाज क अगला हींसा ओहमाँ फँसिके जाम होइ गवा। अउर सक्तीवाली लहरन क थपेड़न स जहाज क पछिला हींसा टूटइ फाटइ लाग। 42 तब्बहिं सिपाही लोग कैदियन क मारि डावइ क कुचाल रचेन ताकि ओहमाँ स कउनो भी तैरके बच न पावइ। 43 मुला फऊजीनायक पौलुस क बचावा चाहत रहा, यह बरे उ ओनका ओनकइ कुचाल क पूर होइ स रोक दिहेस। उ हुकुम दिहेस कि जउन भी तैर सकत हीं, उ पचे पहिले ही किनारे पहोंच जाइँ 44 अउर बाकी मनई तख्तम या जहाजे क दूसर टुकड़न क सहारे चला जाइँ। इ तरह हर एक सुरच्छा स किनारे आइ पहोंचा।
Acts 28:1 इ सब कछू स सुरच्छा क साथ बच निकरे क पाछे हम सबन क पता लाग कि उ द्वीप क नाउँ माल्टा रहा। 2 हुवाँ क मूल-नीवासियन हमरे संग असाधारण रूप स नीक बियूहार किहेन। काहेकि जाड़ा रहा अउर बरखा होइ लाग, यह बरे उ पचे आगी बारेन अउर हम सबन क सुआगत किहेन। 3 पौलुस लकड़ी क गठरा बनाएस अउर जब उ आगी प लकड़ियन क धरत रहा तबहिं गर्मी लागे स एक बिख स भरा नाग बाहेर निकरा अउर उ ओकरे हाथ क डस लिहेस। 4 हुवाँ क निवासी जब उ जंतु क ओकरे हाथ स लटकत भवा निहारेन तउ उ पचे आपुस मँ कहइ लागेन, “सचमुच ही इ मनई हत्तियारा अहइ। जदि अपि इ सागर स बचिके निकरा अहइ मुला दिब्ब निआवऍका जिअइ देत नाहीं बा।” 5 मुला पौलुस उ नाग क आगी मँ ही पटकेस। पौलुस क कउने तरह क हानि नाहीं भइ। 6 मनइयन सोचत रहेन कि उ या तउ सूजि जाइ या फिन बरबस धरती प भहराइ के मरि जाइ। मुला बहोत देर तलक जोहे क पाछे अउर लखिके ओका असाधारण रूप स कछू नाहीं भवा अहइ, उ पचे आपन बिचार बदल दिहेन अउर बोलेन, “इ तउ कइनो देवता अहइ!” 7 उ ठउर क नगिचे ही उ द्वीप क प्रधान मनई पुबलियुस की खेत रहा। उ आपन घरे लइ जाइके हमार सुआगत-सत्कार किहेस। बड़ा खुला मन स तीन दिना तलक उ हमार मेहमानदारी करत रहा। 8 पुबलियुस क बाप बिस्तर प ओलरा रहा। ओका बोखार अउर पेचिस होत रही। पौलुस ओसे भेंटइ भितरे गवा। फिन पराथना करइ क पाछे उ ओह पार आपन हाथ धरेस अउर उ नीक होइ गवा। 9 इ घटना क बाद उ द्वीप क बाकी सबहिं बेरमियन हुवाँ आएन अउर उ पचे नीक होइ गएन। 10 कहइ उपहार स हमार मान बढ़ाएन अउर जब हम हुवाँ स नाउ प आगे चलेन तउ उ पचे सब जरूरी चीज क लइ आइके हमका दइ दिहेन। 11 तीन महीना पाछे सिकन्दरिया क एक जहाज स हम चल पड़ेन। इ द्वीप प जहाज जाड़ा भरे क बरे रूका जहाज क आगे क हींसा मँ जुड़वा भाइयनक चीन्हा बना रहा। 12 फिन हम पचे सरकुसा जाइ पहोंचेन जहाँ हम तीन दिना तलक ठहरेन। 13 हुवाँ स जहाज स हम सबइ रेगियुम पहोंचेन अउर फिन अगले ही दिन दखिनाई हवा चली। तउ अगले दिन हम पुतियुली पहोंचेन। 14 हुवाँ हमका कछू बंधु मिलेन अउर उ पचे हमका हुवाँ सात दिना ठहरइ क कहेन अउर इ तरह हम रोम पहोंचि आएन। 15 जब हुवाँ क भाइ लोगन क हमार सूचना मिली तउ उ पचे अप्पियुस क बजार अउर तीन सराय’तलक हम पचन स भेंटइ आएन। पौलुस जब ओनका लखेस तु परमेस्सर क धन्यबाद दइके आपना ढ़ाढ़स बढ़ाएस। 16 जब हम सबइ रोम पहोंोचेन तउ एक ठु सिपाही क देखरेख मँ पौलुस क अपने आप अलग रहइ क अनुमति दीन्ह गइ। 17 तीन बरिस पाछे पौलुस यहूदी नेतन क बोलाएस अउर ओनकइ बटुर जाए प उ ओनसे बोला, “भाइयो, चाहे मइँ आपन रास्ट्र या आपन पूर्वजन क व्यवस्था क खिलाफ कछू भी नाहीं किहेउँ ह, तउ भी यरुसलेम मँ मोका बंदी क रूप मँ रोमी लोगन क हवाले कइ दीन्ह गवा रहा। 18 उ पचे मोर जाँच पड़ताल किहेन अउर मोका छोड़इ चाहेन काहेकि अइसा कछू मइँ किहेउँ ही नाहीं रहा जउन मउत क सजा क काबिल होत 19 मुला जब यहूदी लोगन एतराज किहेन तउ मइँ कैसर स फिन बिचार करइ क पराथना करइ क बेबस होइ गएउँ ।यह बरे कि नाहीं कि मइँ आपन ही लोगन प कउनो दोख लगावइ चाहत रहेउँ। 20 इहइ कारण अहइ जेहसे मइ तोहसे मिलइ अउर बातचीत करइ चाहत रहेउँ काहेकि इस्राएल क उ भरोसा ही बाटइ जेकरे कारण मइँ जंजीर मँ बंधा अहउँ।” 21 यहूदी नेतन पौलुस स कहेन, “तोहरे बारे मँ यहूदिया स न तउ कउनो चिट्ठी ही मिली बाटइ, अउर न ही हुवाँ स आवइवाला कुउनो भी भाई तोहार कइनो खबर दिहेन अउर तोहरे बारे मँ कउनो बुरी बात कहेस। 22 मुला तोहार का बिचार अहइँ, इ हम तोहसे सुनइ चाहित ह काहेकि हम जानित ह कि लोग सब कछू पंथ क खिलाफ बोलत रहत हीं।” 23 तउ उ पचे ओकरे साथ एक दिन ठहराएन। अउर फिन जहाँ उ ठहरा रहा, बड़ी गनती मँ ओइके उ लोग बटुर गएन। मूसा क व्यवस्था अउर नबी लोगन क किताबन स ईसू क बारे मँ ओनका समझावइ क जतन करत भए उ परमेस्सर क राज्य क बारे मँ आपन साच्छी दिहेस अउर समुझाएस। 24 उ जउन कछू कहे रहा, ओहसे कछू मिला तउ बात मान गएन मुला कछू बिसवास नाहीं किहेन। 25 फिन आपुस मँ एक दूसर स असहमत होत भएन उ पचे हुवाँ स जाइ लागेन। तब पौलुस एक बात अउर कहेस, “यसायाह नबी क जरिया पवित्तर आतिमा तोहरे पूर्वजन स केतॅना ठीक कहे रहा, 26 ‘जाइके इन लोगन स कहि द्या: तू पचे सुनब्या, पर न बुझब्या कबहुँ। लखत ही लखत बस तू रहब्या हज न बुझब्या कबहुँ भी! 27 काहेकि ऍनकइ हिरदय मूर्खपन स गवा भरि कान ऍनकइ मुस्किल स सुनत हीं अउर कइ लिहन मूँद आँखी आपन इ सबइ, काहेकि अइसा न होइ जाइ कि इ सबइ आँखीन स लखइँ, सुनइँ अउर कान स आपन अउर समुझइँ हिरदय मँ, लौटइँ साइद अउर करइ पड़ब मोका चंगा ओनका।” यसायाह 6:9-10 28 “यह बरे तोहका जान लेइ चाही कि परमेस्सर क इ उद्धार बिधर्मियन क लगे पठइ दीन्ह ग अहइ। उ पचे ऍका सुनिहीं।” 29 30 हुआँ किराये क आपन मकान मँ पौलुस पूरा दुइ बरिस तलक ठहरा। जउन कउनो भी ओसे मिलइ आवत, उ ओकर सुआगत करत। 31 उ परमेस्सर क राज्य क प्रचार करत रहत अउर पर्भू ईसू मसीह क बारे मँ उपदेस देत। उ इ कारज क पूरा बेडर होइके अउर बगेरे कउनो बाधा क मानत भवा करत रहा।
Romans 1:1 पौलुस जउन मसीह ईसू क दास अहइ, जेका परमेस्सर प्रेरित होइ बरे बोलाएस, अउर उहइ क परमेस्सर क सुसमाचार लोगन क सुनावइ बरे चुना गवा। 2 इ बात क घोसना नबियन दुआरा पवित्तर सास्तरन मँ पहिलेन स करि दीन्ह ग रही। 3 इ सुसमाचार परमेस्सर क पूत ईसू मसीह क अहइ। जउन तने स दाऊद क बंसज अहइ। अउर उहइ हमार पर्भू अहइ। सरीर स तो उ दाऊद क बंस मँ जनम लिहे रहा मगर पवित्तर आतिमा स तो उ परमेस्सर क पूत रहा। ओका परमेस्सर क पूत इहइ बरे माना जात रहा। जउन ओकरे भीतर मरि क फिन जी उठइ क समरथ रहा। 4 5 इहइ क जरिये मोका अनुग्रह अउर पेरित होइ क मिला बा जेहसे सबहिं यहूदियन मँ, ओकरे नाउँ स, उ आस्था जउन बिसवास स जनम लेत ह ओहमाँ पइदा कीन्ह जाइ सकइ। 6 परमेस्सर क जरिये ईसू मसीह क होइ बरे तू पचे बोलावा ग अहा। 7 उ पत्र मइँ, तू सबन बरे, जउऩ रोम मँ अहइँ अउर परमेस्सर क पियारा अहा, जउन परमेस्सर क पवित्तर जन होइ बरे बोलावा ग अहा, लिखत अहउँ।अब हम इ चाहित ह कि तू लोगन क परमेस्सर अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ। 8 सबसे पहिले तो मइँ ईसू मसीह क जरिये परमेस्सर क धन्यबाद करइ चाहित ह। इ सब तोहरे सब क बरे अहइ काहेकि दुनिया क सब मनई तोहरे सब के बिसवास क बारे मँ बतियात हीं। 9 पर्भू जेकरे सेवा मइँ जी जान स करित हउँ काहेकि मइँ ओकरे पूत क सुसमाचार क लोगन क सुनावत हउँ। पर्भू मेरा साच्छी दिहा जउन मइँ तोहका हर दम याद करत अहउँ। 10 अपने पराथना मँ इ मइँ हर दम मनाइत हउँ कि परमेस्सर की चाह स मोर तोहरे लगे आवइ क यात्रा पूरी होइ। 11 मइँ बहुत दिल स इ चाहित ह कि तू लोगन स मिली अउर तोहका कछू आत्मिक उपहार देइ जइसे तू पचे खूब सक्तिसाली होइ जा। 12 या मोका कहइ चाही कि जब मइँ तोहरे बीच मँ होब तउ एक दूसर क बिसवास स आपुस मँ प्रोत्साहित होब। 13 भाइयो अउर बहिनियो! मइँ इ चाहीत हउँ कि तू पचे क इ तउ मालूम होइ जाइ कि मइँ तोहरे लगे बार-बार आवइ क योजना बनाइत हउँ। एकर इ कारन इ अहइ कि गैर यहूदियन मँ जइसा फल मोका मिला ह इ उहइ तू लोगन स भी मिलइ। लेकिन अब तलक-न-कउनो बाधा पड़त रही। 14 अब इ जान ल्या कि जे यूनानियन अहइँ उनके अउर जे गैर यूनानियन अहइँ ओनहूँ क, जे होसियार अहइँ उनके अउर जे बेउकूफ अहइँ ओनहूँ क सबइ क हमरे ऊपर सेवा करइ क रिन अहइ। 15 यही बरे तू लोगन क जे रोम मँ रहत ह्या ओनका मइँ इ सुसमाचार सुनावइ क तैयार हउँ। 16 इ सुसमाचार क सुनावइ क मइँ सरमाइत नाहीं काहेकि जउन भी ओहमाँ बिसवास रखत अहइँ ओनके उद्धार बरे परमेस्सर क सामर्थ्य अहइ। ओहमाँ पहिले यहूदियन अउर फिन गैर यहूदियन क। 17 काहेकि सुसमाचार मँ इ बतावा ग बाटइ कि परमेस्सर मनइयन क अपने ठेकाने कइसे लगावत ह। इ सब कुल बिसवास प अहइ, सास्तरन मँ इ लिखा अहइ, “धर्मी मनई स सदैव जिअत अहइँ” 18 सरग स परमेस्सर का कोप लोगन क न कहइवालन अउर अधार्मिक काम पइ परगट होत ह जे सत्य का अधरम स दबावत हीं अउर जे बुरे करम करत हीं। 19 इ बात नाहीं अहइ कि केउ ऐका जानत नाहीं परमेस्सर का सबइ जानत ह काहेकि परमेस्सर सबका जनाइ देत ह। 20 इ संसार जब स देखाइ पड़ा तबइ स परमेस्सर क अनन्त सक्ति परमेस्सर क साफ देखात ह उहउ क ऍक एहसे जाना जाइ सकत ह जेका परमेस्सर खुदइ बनाइस ह। एहसे लोगन क पास कउनो बहाना नहीं बाटइ उ बुरा काम बरे जेका उ करत ह। 21 अगर इ सबइ परमेस्सर क जानत हीं तबउ उ पचे परमेस्सर क महिमा क इज्जत नाहीं करत हीं। उनके विचार गलत कामन मँ लग गएन अउर मन मँ अँधियारा छाइ गवा। 22 उ पचे अपने क बहुत बुद्धिवाला समझत रहेन मुला सब क सब बज्र मूरख रहेन। 23 अउइ जउऩ परमेस्सर अहइ उ क कबहुँ मर नाहीं सकत मुला इ सबइ ओका मरइवाले लोगन चिरिया, गोरू, अउर साँप क मूरत मँ देखेन अउर समझइ लागेन। 24 एह बरे परमेस्सर ओनन्ह क बदनियती क हाथे सौंप दिहेस अउर उ पचे दुराचार मँ पड़ि क एक दूसरे क सरीर क साथ खिलवाड़ करइ लागेन। 25 उ लोगन झूठ क साथे परमेस्सर क सत्य क सौदा किहन अउर वे सृस्टि क बनावइवाले को तजिके अउरन क आराधना करइ लागेन। परमेस्सर धन्य अहइ। आमीन! 26 इहइ बरे परमेस्सर ओनन्ह का नीच वासना क हाथें सौंप दिहेस। ओनन्ह क स्रियन सहज यौनाचार क बजाय अप्राकृतिक यौन करइ लगिन। 27 एहइ तरह पुरूसन भी सहज सम्भोग छोड़ि क समलैगिकता क चक्कर मँ पड़ि गएन। अउर पुरूस परस्पर एक दूसरे क साथ बुरे करम करइ लागेन। अउर इ सब कुकरमन क फल भी मिलब सुरु होइ गवा। 28 कारन इ रहा कि ओन्हन परमेस्सर का पहिचानब बन्द कइ दिहेन तो परमेस्सर ओनन्ह का कुबुद्धि क हाथ सौंप दिहेस। अउर उ सब ओनन्ह क करइ सुरु दिहेन जउन ना करइ क चाही। 29 लोग कुल अधरम दुस्टता, लालच अउर द्वेस स तथा सारी ईर्स्या, हत्या, झगड़े, छल, अउर डाह स भर गएन। बे बकवादी, अउर कहानियन क गढ़त रहेन। 30 उ सबइ निन्दक अहइँ। परमेस्सर स घिना करत रहत उदण्ड अउर घमण्डी अहइँ, बढ़-बढ़ क बोलत हीं। कुलिन्ह बुराइन का जनम दाता अहइँ। अपने महतारी बाप क कहब नहीं मानत रहेन। 31 उ पचे मूरख, वचन तोरइ वाले निरदयी अउर वगैर पिरेम क बाटेन। 32 उ सब परमेस्सर क व्यवस्था क जानत हीं कि इ सब बातन स मउत क जोग्ग अहइँ तउनो पइ ओ सबइ न सिरफ इ सब कुकरम करत हीं बरन अइसा करइवालेन क समर्थन भी करत हीं।
Romans 2:1 अरे वो, सुना ह, मोर मित्र तू सब निआव करत अहा मुला तू उहइ करत अहा जउन बरे दूसरन का सजा देत अहा तू का कउनो बहाना नाहीं चल सकत अहा। उहइ स तू अपने आपको भी अपराधी सिद्ध करत अहा काहेकि तू जिन करमन क निआव करत अहा ओनका आप खुद भी करत अहा। 2 अब हम पचे इ सब जानइ लागिन कि जे अइसन काम करत ह ओनका परमेस्सर उचित निरनय देत ह। 3 मुला मोर दोस्त तू सुना, तू का सोचत ह कि जउने बरे तू दूसरन पर निरनय देत अहा अउर अपनउ उहइ काम करत ह तउ तू का समझत अहा कि तू परमेस्सर क निआव स बच सकत ह। 4 या तू ओकरे अनुग्रह ब सहनसीलता अउर धीरज का हीन समझत बाट्या तू लोगन इ बात क अपेक्षा करत अहा कि परमेस्सर क अनुग्रह तोहार मनफिराव करत अहइ। 5 मुला तू पचे जान ल्या कि अपने कठोरता अउर कबहुँ न पछताइवाले मन क कारण तू परमेस्सर क गुस्सा का बहोत दिना बरे बटोरत अहा जब परमेस्सर क सचमुच निआव परगट होइ। 6 परमेस्सर सबन का ओकरे करतब क कारण फल चखाई। 7 जे अच्छा काम करत बा, परमेस्सर क महिमा आदर अउर अमरता का खोजत बा, उ सब तो अनन्त जीवन पइहीं। 8 मुला जे अपने स्वारथ स सत्य पर नहीं चलिके बस अधरम करत बाटेन ओन्हन का ओकरे बदले मँ क्रोध व प्रकोप मिली। 9 उ सब मनइयन पै दुःख अउर संकट आई जे अधरम पर चलत अहइँ। पहले यहूदियन फिन उ लोग जे गैर यहूदियन अहइँ। 10 इहइ तरह जे कोइ अच्छाई प चलइ ओका महिमा स आदर अउर सान्ति मिली, पहले यहूदियन क फिन गैर यहूदियन अहइँ। 11 काहेकि परमेस्सर केहू क साथे भेदभाव नाहीं करत। 12 जे व्यवस्था क पाए बगैर पाप किहेन उ सब व्यवास्था क बाहेर ही उ छिन्न होइ जइहीं अउर जे व्यवस्था मँ रहिके पाप किहेन ओनकइ निपटारा व्यवस्था क अन्दरइ दण्ड दीन्ह जाई। 13 काहेकि जे कोई सिरफ व्यवस्था क कथा सुनत ह परमेस्सर की दृष्टि मँ धर्मी नाहीं अहइ बल्कि जे व्यवस्था पर चलत अहइँ उही धरमी कहरावा जइही। 14 सो जब गैर यहूदियन जेनके लगे व्यवस्था नाहीं बा, सुभाव स व्यवस्था क बातन पर चलत ह, तउ चाहे ओनके पास व्यवस्था न भी होइ तउ भी उ आपन व्यवस्था खुद ही अहइँ। 15 उ लोगन अपने मन प लिखे व्यवस्था क करमन का देखावत बाटेन। ओनके विवेक ओनकइ साच्छी अहइँ। ओनके मानसिक संघर्ष ओनका अपराधी व निरदोस कहत अहइ। 16 इ सब बातन उ दिना होइही जउने दिना परमेस्सर मनइयन क छुपी बातन क, जउने क मइँ उपदेस देइत हउँ इ उ सुसमाचार क मुताबिक मसीह ईसू निआव करी। 17 काहेकि जदि तु सब अपने क यहूदी कहत ह अउर व्यवस्था मँ तोहार बिसवास अहइ अउ अपने परमेस्सर प तोहका घमण्ड बाटइ 18 अउर तू परमेस्सर क इच्छा का जानत आहा अउर उत्तिम बातन का ग्रहण कर सकत ह काहेकि परमेस्सर तोहका इ सब सिखाइस ह 19 तू इ तउ मानत ह कि तू आंधरे क अगुआ अहा, जे अंधेरे मँ भटकत अहइँ, ओनकइ बरे तू उजियारा अहा, 20 अबोधन क तू सिखावइवाला अहा, लरिकन क तू उपदेस देइवाला अहा काहेकि व्यवस्था मँ तोहका साच्छात गियान अउर सत्य ठोस रूप स पाइ ग अहा। 21 जउन तू पचे दुसरन का सिखावत ह ओका आपन क काहे नही सिखउत्या। तू इ उपदेस देत अहा कि चोरी न करा, मुला खुद चोरावत अहा। 22 तू इ कहत अहा कि व्यभिचार नाहीं करइ क चाही मुला अपुना काहे करत ह। मुरतिइन स तू घिना करत अहा मुला मंदिरन मँ धन काहे छीनत ह? 23 तू लोग व्यवस्था प गरब करत ह, मुला व्यवस्था का तोरि क परमेस्सर क निरादार काहे करत ह? 24 अउर इहइ बात पवित्तर सास्तरन मँ लिखी बा, “तू सबन क वजह स परमेस्सर क नाउँ क ओनमा अपमान होत ह जे गैर यहूदियन अहइँ।” 25 जउ तू लोगन व्यवस्था क मानत अहा अउर ओका पालन करत ह तउ तो खतना क महत्व बाटइ। मुला जदि व्यवस्था क तोड़त अहा तो ओकर मतलब वगैर खतना क बराबर अहइ। 26 मान ल्या केहू क खतना नाहीं भवा बा अउर उ व्यवस्था क पालन करत ह पवित्तर नियमन प चलत ह, तउ का ओकर खतना न करावइ क बावजूद ओका खतना मँ सामिल न कीन्ह जाइ? 27 उ मनई जेकर सरीर स खतना नाहीं भवा बा मुला व्यवस्था क पालन करत ह उ तू लोगन का अपराधी सिद्ध कइ देई। वोका जेकरे पास लिखा पढ़ी मँ परमेस्सर क विधान बाटइ अउर जेकर खतना भवा बा अउर जे व्यवस्था क नाहीं मानत। 28 जे बाहेर स यहूदी अहइँ, उ वास्तव मँ यहूदी नाहीं अहइ। सरीर क खतना असली मँ खतना नाहीं बाटइ। 29 सच्चा यहूदी उ अहइ जे भीतर स यहूदी होइ, सच्चा खतना तउ आतिमा क जरिये मन क खतना अहइ। नबी न कि लिखी व्यवस्था क। अइसे व्यक्ति क प्रसंसा मनई नाहीं बल्कि परमेस्सर कइँती स कीन्ह जात अहइ।
Romans 3:1 अब यहूदियन होइ क लाभ या अउर खतना क महत्ता केतॅनी बा? 2 यहूदियन होइ क बड़ी महत्ता अहइ, काहेकि सबसे पहिला इ कि परमेस्सर क उपदेस ओनहिन का सौंपा गवा रहा। 3 ओन्हन मँ स कछू एक धोखाबाज होइ, अहइ तउ का अहइ? ओन्हन धोखाबाजेन क वजह स परमेस्सर क बिसवास तो नाहीं कम होइ जात? 4 बिल्कुल नाहीं, सबइ झूठे होइ जाइँ तबउ परमेस्सर सच्चा रही, इ बात पवित्तर सास्तरन मँ लिखी बाटइ:“जब तू बोलब्या तउ तोहका सबइ पतियइहइँ जब तोहार न्याय होई, तउ तू जितब्या।” भजन संहिता 51:4 5 अगर मनई क अधार्मिकता मँ परमेस्सर की धार्मिकता सिद्ध करत ह, अइसन मँ हमका का करइ क चाही? का परमेस्सर हम पइ कुपित होइ क मनइयन क दण्ड देत ह? (मइँ मनई क नाई आपन बात कहत हउँ) 6 बिलकुल नाहीं, नाहीं तो परमेस्सर जगत क निआव कइसे करी? 7 मुला तू इ कहि सकत ह, “मोरे झूठ बोलइ स परमेस्सर क सच उजागिर होत ह तउ एहसे ओकर महिमा ही होत ह; फिन मोका दोखी (पापी) काहे का बतावत ह?” 8 इ कहइ क वइसे होई काहे, “अगर हम बुरा काम करी तउ भलाई उजागिर होइ।” अइसेन आरोप हम पचन क ऊपर लोग लगावत हीं। इ सबइ लोग जे इ कहत हीं कि हम पचे ओनका पढ़ाइत ह। अइसे लोग दोखी कहा जाइ लायक अहइँ ओनका सजा देइ चाही। 9 फिन का भवा? यहूदी अउ गौर यहूदियन मँ कउनो भेद नाहीं बा, जइसेन कि पहले बतावा गवा बा कि चाहे यहूदियन होइँ या गैर यहूदियन सबहीं पाप क बस मँ अहइँ। 10 पवित्तर सास्तरन कहत हीं:“कउनो धर्मी नाहीं अहइ, एक ठु भी नाहीं! 11 एकउ भी समझदार नाहीं, एकउ क उ अइसा नाहीं उहइ जे परमेस्सर क वास्तव मँ खोजत ह। 12 इहाँ प सबइ परमेस्सर स विमुख होइके भटकत अहइँ, सबन खोटे अहइँ। एकउ नाहीं अहइ जे अच्छा काम करत ह एकउ नाहीं!” भजन संहिता 14:1-3 13 “ओनकर मुँह खुली कब्र अहइ, अउर वे अपनी जीभ स धोखा देत अहइँ।” भजन संहिता 5:9“नाग क बिख क तहर ओनकर ओंठ अहइँ,” भजन संहिता 140:3 14 “मुँह पइ सराप व कटुता भरी रहत ह।” भजन संहिता 10:7 15 “जान मारइ का तउ हरदम उतावला रहत हीं। 16 जहाँ कहूँ जात हीं उ पचे नास ही करत हीं, अउर संताप ही देत हीं। 17 सान्ति का मारग इ नाहीं जनतेन।” यसायाह 59:7-8 18 “ओनके आँखिन मँ पर्भू क भय नाहीं बा।” भजन संहिता 36:1 19 अब हम पचे इ जानित ही कि व्यवस्था मँ जउऩ कछू कहा गवा बाटइ उ सब ओनके बरे अहइ जे व्यवस्था क अधीन अहइँ। ऍहसे इ होइ कि सबइ का मुँह तोप दीन्ह जाइ अउर परमेस्सर क दण्ड सबइ क मिलइ। 20 व्यवस्था मँ कउनो काम किहे स कउनो धर्मी न सिद्ध होइ जाइ। केवल व्यवस्था पाप क बोध करावत अहइ। 21 मुला अब इ देखइ क अहइ कि परमेस्सर एक नए तरीके स मनइयन क व्यवस्था क बगैर कइसे सोझ मारग प लावत ह। व्यवस्था व नबियन इ नए तरीके क साच्छी दिहे बाटेन। 22 जे केउ परमेस्सर क उ धार्मिकता जउन ईसू मसीह मँ बिसवास क द्वारा इ बिसवास करइवालन क बरे अहइ। एहमाँ कउनो भेदभाव नाहीं बा। 23 काहेकि सबइ तउ पाप किहे बाटेन अउर सबइ तउ परमेस्सर क महिमा स विहीन बाटेन। 24 मुला ईसू मसीह का विसेख महिमा क अनुग्रह स उ पचे सेत मेंत मँ उपहार पाइके धर्मी ठहरावा गवा अहइँ। 25 परमेस्सर ईसू मसीह क मारे लोगन क दिहेस कि लोग ओहमाँ बिसवास करइँ अउर अपने पापन स मुक्ति पाइ जाइँ। उ इ काम ईसू मसीह क बलिदान द्वारा करवाएस। अइसा इ प्रमाणित करइ क बरे कीन्ह गवा कि परमेस्सर बहुत सहनसील अहइ। काहेकि उ पहिले ओनका बिना दण्ड दिहे छोड़ दिहस रहा। 26 आजउ परमेस्सर ईसू को दिहेस हमका इ सिद्ध करइ बरे कि परमेस्सर जउन करत ह उहइ सही बा। परमेस्सर इ किया कि यह देखावइ बरे कि वह सही निरनय लेत ह, अउर उही समइ वह कउनो मनई क ठीक बनाइ सकत ह, जेनकर ईसू मसीह मँ बिसवास अहइ। 27 घमण्ड तउ एक दम्मै खतम अहइ। उ अइसेन कि व्यवस्था क मुताबिक करम किहे स नाहीं बहोतउ विधी क अपनाये स जेसे बिसवास कीन्ह गवा अहइ। 28 मनई व्यवस्था क मुताबिक काम कइके नाहीं मुला बिसवास स धर्मी बनत ह। 29 का परमेस्सर सिरिफ यहूदियन क अहइ? का उ ओन्हन क ना होइ जे गैर यहूदियन अहइँ? हाँ उ ओन्हून क अहइ जे गैर यहूदियन होइँ। 30 चूंकि केवल एक ही परमेस्सर अहइ। उ यहूदियन, का ओनकर बिसवास क द्वारा सही बनवाई, अउर उ गौर यहूदियन क भी ओनकर बिसवास क दूवारा सही बनवाई। जे ओहमाँ बिसवास करी उहइ धर्मी कहा जाई। 31 तउ का मइँ बिसवास क द्वारा व्यवस्था क विफल करत अही? ना बिल्कुलै नाहीं बल्कि हम पचे तउ व्यवस्था का अउर सक्तीवाला बनवत अही।
Romans 4:1 त फिन हम का कही कि हमरे सरीर क पिता इब्राहीम क एहमाँ का मिला? 2 काहेकि अगर इब्राहीम क ओकरे कामे क कारण धर्मी ठहरवा जात ह त ओका गरब करइ क बात रही। परन्तु परमेस्सर क सामने उ सही मँ गरब नाहीं कइ सकत। 3 पवित्तर सास्तर का कहत ह, “इब्राहीम तउ परमेस्सर मँ बिसवास किहेस अउर उ ओकर धार्मिकता गना गवा।” 4 काम करइवालान क मजदूरी देब कउनउ दान नाहीं बा, उ तउ ओनकर अधिकार अहइ। 5 परन्तु अगर केउ काम करइके बजाय उ परमेस्सर मँ बिसवास करत ह, जउन पापी क केउ छोड़ देत, तउ ओकरे बिसवास ओनकर धार्मिकता क कारण बन जात ह। 6 अइसे ही दाऊद उ मनई क धन्य मानत ह जेका करमन क आधार क बिना परमेस्सर धर्मी मानत ह। उ जब कहत ह: 7 “उ धन्य अहइँ जेनके व्यवस्था रहित कामन क छमा मिली अउ जेनके पापन क मूँद दीन्ह गवा। 8 उ मनई धन्य अहइँ जेनके पापन क परमेस्सर गिनेस नाहीं!” भजन संहिता 32:1-2 9 तब का इ धन्यपन केवल ओनहीं क बरे बा जेनकर खतना भवा। बा, य ओनके बरे उ सबइ जेनकर खतना नाहीं भवा। (हाँ, इ ओनपइ उ लागू होत ह जेनकर खतना नाहीं भवा बा।) काहेकि हम सबइ तउ कहे अही इब्राहीम क बिसवास इ ओकर धार्मिकता गिना गवा। 10 तउ इ कब गिना गवा जब ओकर खतना होइ चुका रहा। या जब उ बगैर खतना का रहा नाहीं खतना होइके पाछे नाहीं बल्कि खतना होइके स्थिति स पहिले। 11 अउ फिन एक चिन्ह क रूप मँ उ खतना ग्रहण किहेस। जउन उ बिसवास क परिणाम सरूप धार्मिकता क एक छाप रही जउऩ उ ओह समइ दरसाए रहा जब ओकर खतना नाहीं भवा रहा। इही बरे उ ओन्ही सबन क पिता रहा जउन यद्यपि बिना खतना क रहेन परन्तु बिसवासी अहइँ। (इही बरे उ सबइ धर्मी गिना जइहीं) 12 अउर उ ओनकर भी पिता अहइ जेनकर खतना भवा बा परन्तु जउन हमार लोगन पूर्वज इब्राहीम क बिसवास क ही मारग क जेका उ खतना होइ स परगट किहे रहेन, अनुसरण करत हीं। 13 इब्राहीम या ओकर बंसजन क इ बचन कि उ पचे संसार क उत्तराधिकारी होइहीं, व्यवस्था स नाहीं मिला रहा बल्कि उ धार्मिकता स मिला रहा जउन बिसवास क जरिये पैदा होत ह। 14 अगर जे व्यवस्था क मानत ही, उ जगत क उत्तराधिकारी अहइँ तउ बिसवास क कउनउ मतलब नाहीं रहत ह अउर परमेस्सर की प्रतिग्या बेकार होइ जात ह। 15 लोगन के जरिये व्यवस्था क पालन न किहे जाइसे परमेस्सर क किरोध उपजत ह परन्तु जहाँ व्यवस्था इ नाहीं बा उहाँ व्यवस्था क तोड़बइ का? 16 इही बरे सिद्ध अहइ कि परमेस्सर क प्रतिग्या बिसवास क फल अहइ (अउर यह सेंतमेत मँ ही मिलत बाटइ।) सो ओकर प्रतिग्या इब्राहीम क सबहिं बंसजन क बरे सुनिस्चित बा, न केवल ओनके बरे जे व्यवस्था पर बिसवास करत हीं बल्कि ओन सबक बरे भी जउन इब्राहीम क समान बिसवास रखत हीं। उ हम सबका पिता अहइ। 17 पवित्तर सास्तरन बतावत ह, “मइँ तोहका (इब्राहीम) कइयउ रास्ट्र क पिता बनाएउँ।”उ परमेस्सर क दिस्टी मँ उ इब्राहीम हमार पिता अहइ जेह पर ओकर बिसवास बा। परमेस्सर जउन मरे हुवन क जीवन देत ह, अउर जो वस्तुअन अहइँ ही नहीं, ओनकर नाम अइसे लेत है जइसे मानों उ अहइँ। 18 सभन मनइयन क आसा क विरुद्ध अपने मने मँ आसा सँजोंए भए इब्राहीम ओहमें बिसवास किहेस इही बरे उ कहा गवा क अनुसार कइयउ रास्ट्र क पिता बना। “तोहार अनगिनत बंसज होइहीं।” 19 इब्राहीम लगभग एक सौ बरिस क होइ गवा रहा, अउर ओकर सरीर बच्चा पइदा करे जोग्ग नाहीं रहा। सारा भी बच्चा पइदा नाहीं कइ सकत रही। एह बारे सोचेस, लेकिन ओकर बिसवास डगमागात नाहीं। 20 परमेस्सर क बचन मँ बिसवास बनाए रखेस एतना ही नाहीं बिसवास क अउर मजबूत करत भवा परमेस्सर क महिमा दिहेस। 21 ओका पूरा भरोसा रहा कि परमेस्सर ओका जउन बचन दइ दिहेस ओका पूरा करइ मँ पूरे तरह समरथ बा। 22 इही बरे, “इ बिसवास ओकर धार्मिकता गिना गवा।” 23 पवित्तर सास्तर क इ बचन कि बिसवास ओकर धार्मिकता गिना गवा, केवल ओनके बरे बा 24 बल्कि हमरे बरे भी बा परमेस्सर हमका, जउन ओहमाँ बिसवास रखत हीं, धार्मिकता स्वीकार करी। काहेकि हम बिसवास करत ह कि उ हमार पर्भू ईसू मसीह क फिन स जिन्दा किहेस। 25 ईसू, जेका हमरे पापन क बरे मारा जाइ क सौंपा गवा अउर हमका धर्मी बनावइ क बरे, मरा हुवन मँ स फिन स जिन्दा कीन्ह गवा।
Romans 5:1 काहेकि हम अपने बिसवास क कारण परमेस्सर बरे धर्मी होइ ग अही, तउ अपने पर्भू ईसू मसीह क जरिये हमार परमेस्सर स मेल होइ गवा बा। 2 उही क जरिये बिसवास क कारण ओकरे जउन अनुग्रह मँ हमार स्थिति बा, ओह तलक हमार पहुँच होइ गइ रही। अउर हम परमेस्सर क महिमा क कउनउ आसा पावइ क आनन्द लेइत ह। 3 ऍतनइ नाहीं हम आपन विपत्तियन मँ आनन्द लेइत ह। काहेकि हम जानित ह कि विपत्ति धीरज क जनम देत ह। 4 अउर धीरज स खरा चरित्र निकरत ह। खरा चरित्र स आसा क जनम होत ह। 5 अउर आसा हमका निरास नाहीं होइ देत ह काहेकि पवित्तर आतिमा क जरिये, जउन हमका दीन्ह गवा बा, परमेस्सर क पिरेम हमरे हिरदय मँ उड़ेर दीन्ह गवा बा। 6 काहेकि हम जब अबहीं कमजोर ही रहेन ठीक समइ पर हम भक्तहीनन बरे मसीह तउ आपन बलिदान दिहेस। 7 अब देखा केहू धर्मी मनइयन क बरे उ केउ कठिनाइ स मरत ह। केहू धर्मी मनई क बरे आपन परान तियागइ क साहस तउ केउ कई सकत ह। 8 मुला परमेस्सर तउ हमपे आपन पिरेम देखायेस। जबकि हम तउ पापी ही रहे; परन्तु ईसू त हमरे बरे परान तजि दिहेस। 9 काहेकि अब जब हम ओकरे लहू क कारण धर्मी होइ ग अही तउ अब ओकरे जरिये परमेस्सर क किरोध स जरूर इ बचावा जइहीं। 10 काहेकि जब हम ओकर बैरी रहे उ अपने मऊत क जरिये परमेस्सर स हमार मेलमिलाप कराथेस तउ अब तउ जब ते हमार मेलमिलाप होइ चुका बा ओकरे जीवन स हमार अउ केतॅनी जियादा रच्छा होइ। 11 ऍतनइ नाहीं बा हम अपने पर्भू ईसू मसीह क जरिये परमेस्सर क भक्ति पाइ क अब ओहमाँ आनन्द लेइत ह। 12 इही बरे एक मनई (आदम) जरिये जइसेन धरती पे पाप आवा अउर पाप स मउत अउ एह तरह मउत सब जने क बरे आइ काहेकि सबहिं पाप किहे रहेन। 13 जब देखा व्यवस्था क आवइ स पहिले जगत मँ पाप रहा परन्तु जब तक कउनउ व्यवस्था नाहीं होत कउनो क पाप नाहीं गिना जात 14 मुला आदम स लइके मूसा क समइ तक मउत सब पर राज करत रही। मउत ओन सबहिं प वइसे ही हावी रही जउन लोग पाप नाहीं किहे रहेन जइसे आदम प।आदम भी वइसा ही रहा जइसा उ जउन (मसीह) क अवाई रही। 15 परन्तु परमेस्सर क बरदान आदम क अपराध जइसेन नाहीं रहा काहेकि अगर उ एक मनइ क अपराध क कारण सभन लोगन क मउत भइ तउ एक मनई ईसू मसीह क करुणा क कारण परमेस्सर क अनुग्रह अउर बरदान सभन लोगन क भलाई बरे केतॅना कछू अउर जियादा मिला बा। 16 अउर इ बरदान उ पापी क जरिये लियावा गवा परिणाम क समान नाहीं बा काहेकि सजा क बरे नियाउ क आगमन एक अपराध क पाछे भवा रहा। परन्तु इ बरदान, जउन दोसमुक्ति कइँती लइ जात ह, कइयउ अपराध क पाछे आइ रहा। 17 अउर अगर एक मनई क उ अपराध क कारण मउत क सासन होइ गावा। तउ जउन परमेस्सर क अनुग्रह अउर ओकरे बरदान क जियादा क-जेहमें धर्मी क निवास बा उपभोग करत बाटेन उ तउ जीवन मँ उहइ एक मनई ईसू मसीह क जरिये अउर जियादा सासन करिहीं। 18 तउ जइसेन एक अपराध क कारण सभन लोग दोसी ठहरावा गएऩ ओइसन ही ईसू क एक धरम क काम क जरिये सबके बरे परिणाम मँ अनन्त जीवन बरदान करइवाली धार्मिकता मिली। 19 अउर जइसेन उ एक मनई क अपराध क कारण सब जने पापी बनाइ दीन्ह गएन वोइसहीनइ उ एक मनई क आग्या मानइ क कारण सब जने धर्मी उ बनाइ दीन्ह जइहीं। 20 व्यवस्था क आगमन इही बरे भवा कि अपराध बढ़ी पावइँ। परन्तु जहाँ पाप बढ़ा, उहाँ परमेस्सर क अनुग्रह भी जियादा बाढ़इ। 21 ताकि जइसेन मउत क जरिये पाप राज्य किहेस ठीक वइसेन ही हमरे पर्भू ईसू मसीह क जरिये अनन्त जीवन क लियावइ बरे परमेस्सर क अनुग्रह धार्मिकता क जरिये राज्य करइ।
Romans 6:1 तउ फिन हम का कही? का हम पापइ करत रही ताकि परमेस्सर क अनुग्रह बढ़त रहइ? 2 निस्चय ही नाहीं। हम जउन पाप क बरे मर चुका अही पाप मँ ह कइसेन जियब? 3 या का तू नाहीं जातन अहा कि हम, जे मसीह ईसू मँ बपतिस्मा लिहे अही, ओकरी मउत क ही बपतिस्मा लिहे अही। 4 तउ ओकरी मउत मँ बपतिस्मा लेइ स ही हम हू ओनके साथे गाड़ दीन्ह गवा रहा। ताकि जइसेन परमपिता क महिमामय सक्ति के जरिये मसीह क मरा हुवन मँ स जियाइ दीन्ह गवा रहा, वइसन ही हमहू एक नवा जीवन पावाह। 5 काहेकि जब हम ओनके मउत मँ ओकरे साथे रहे अही तउ ओकरे जइसेन फिन स उत्थान मँ उ ओकरे साथे रहब। 6 हम इ जानित ह कि हमार पुराना जीवन मसीह क साथे ही ऋूस प चढ़ाइ दीन्ह गवा रहा ताकि पापमय आतिमा नस्ट होइ जाइ। अउर हम आगे क बरे पाप क दास न बना रही। 7 काहेकि जउन मर गवा उ पाप क बन्धन स छुटकारा पाइ गवा। 8 अउर काहेकि हम मसीह क साथे मर गए, तउ हमार बिसवास बा कि हम उही क साथे जियब। 9 हम जानित ह कि मसीह जेका मरा हुआ मँ स जिन्दा कीहेन रहा गवा अउर फिन नाहीं मर सकत, अमर अहइ। ओह पर मउत क बस कभउँ न चली। 10 जउन मउत स उ मरा बा, उ एक बार अउर सदा रबे पाप क बरे मरा बा परन्तु जउन जीवन उ ज्अति ह, उ जीवन, परमेस्सर क बरे बाटइ। 11 इही तरह तू अपने बरेऊ सोचा कि तू पाप क बरे मर चुका अहा परन्तु मसीह ईसू मँ परमेस्सर क बरे जिअत अहा। 12 इही बरे तोहर नास होइवाला सरीरन क उप्पर पाप क बस न चलइ। ताकि तू उन चीजन का गुलाम न बना जेका तोहार पातकी अहम चाहत ह। 13 अपने सरीर क अंगन क अधर्म क सेवा क बरे पाप क हवाले न कर बल्कि मरा हुवन मँ स जी उठइवालन क समान परमेस्सर क हवाले कइ द्या। अउ अपने सरीर क अंगन क धार्मिकता क सेवा क साधन क रूप मँ परमेस्सर क हवाले कइ द्या। 14 तोह पे पाप क सासन न होइ काहेकि तू व्यवस्था क सहारे नाहीं जिअत अहा बल्कि परमेस्सर क अनुग्रह क सहारे जिअत अहा। 15 तउ हम का करी? का हम पाप करी? काहेकि हम व्यवस्था क अधीन नाहीं, बल्कि परमेस्सर क अनुग्रह क अधीन जिअत अही। निस्चय ही नाहीं। 16 का तू नाहीं जानत अहा कि जब तू कीहीउ क आज्ञा मानइ क बरे अपने आप क दास क रूप मँ ओका सँउपि देत ह तउ तू दास अहा। उ मनई जेकर आज्ञा मानत अहा तोहार स्वामी अहइ! या परमेस्सर क आज्ञा भावा। पाप स आध्यात्मिक मउत होत ह। मुला परमेस्सर क हुकुम मानइ स नेकी कइँती लइ जात ह। फिन चाहे तू पाप क दास बना। 17 परन्तु पर्भू क धन्यवाद बा कि यद्यपि तू पाप क दास रह्या, तू अपने मन स ओन्हन उपदेसन क रीति क मान्या जउन तोहे सौंपा गवा रहेन। 18 तोहे पाप स छुटकारा मिलि गवा अउ तू धार्मिकता क सेवक बन गया। 19 (मइँ एक ठु मानवीय उदाहरण देइत ह जेका सभन लोग समाझि सकइँ काहेकि ओका समझब तू लोगन क बरे कठिन बा।) काहेकि तू अपने सरीर क अंगन क अपवित्तर अउ व्यवस्थाहीनता क आगे ओनके दास क रूप मँ सौंप दिहे रह्या जेसे व्यवस्थाहीनता पैदा भई, अब तू लोग ठीक वइसेन ही अपने सरीर क अंगन क दास क रुप मँ धार्मिकतइ क हाथन मँ सौंप द्या ताकि कुल समर्पण पैदा होइ। 20 काहेकि तू जब पाप क दास रह्या तउ धार्मिकता कइँती स तोहे प कउनउ बन्धन नाहीं रहा। 21 अउर देखा ओह समइ तोहे कइसेन फल मिला? जेकरे बरे आजु तू सर्मिन्दा अहा। जेकर अन्तिम परिणाम मउत बा। 22 परन्तु अब तोहे पाप स छुटकारा मिलि चुका बा अउ परमेस्सर क दास बनाइ दीन्ह अहा गवा अहा तउ जउन खेती तू काटत अहा, तोहे परमेस्सर क बरे कुल समर्पण मँ लइ जाइ। जेकर अन्तिम परिणाम बा अनन्त जीवन। 23 काहेकि पाप क मूल्य तो बस मृत्यु ही अहइ। जबकि हमार पर्भू मसीह ईसू मँ अनन्त जीवन, परमेस्सर क सेंतमेत क बरदान बाटइ।
Romans 7:1 भाइयो तथा बहिनियो, का तू नाहीं जानत अहा (मइँ ओन्हन सबन स कहत अही जउन व्यवस्था क जानत हीं।) कि व्यवस्था क सासन कीहीउ मनई पे तबहिं तलक बा जब तलक उ जिअत ह? 2 उदाहरण क बरे एक विवाहिता स्त्री अपने पति क साथे व्यवस्था क अनुसार तबहिं तलक बंधी बा जब तलक उ जिन्दा बा परन्तु अगर ओकर पति मरि जात ह तउ उ बियाह सम्बधी व्यवस्था स छूट जात ह। 3 पति क जिअत ही अगर कीहीउ दुसरे पुरूस स सम्बन्ध जोड़त ह ओका व्यभिचारिणी कहा जात ह परन्तु अगर ओकर पुरुस मरि जात ह तउ बियाह सम्बन्धी नियम ओह पे नाहीं लागत अउ इहीं बरे अगर उ दुसरे मनई क होइ जात ह तउ उ व्यभिचारिणी नाहीं बा। 4 मोरे भाइयो तथा बहिनियो, अइसन ही इ मसीह क देह क जरिये व्यवस्था के बरे तुहउँ मरि चुका अहा। इही बरे अब तुहउँ कीहीउ दुसरे स नाता जोड़ि सकत ह। ओसे जेका मरा हुवन मँ स पुर्नजीवित कीन्ह गवा अहइ। ताकि हम परमेस्सर क बरे करमन क अच्छी खेती कइ सकित ह। 5 काहेकि जब हम मानुस सुभाव क अनुसार जिअत रहे, हमार पाप-पूर्ण वासना जउन व्यवस्था क जरिये आइ रहीं, हमरे अंगन पर हावी रही। ताकि हम करमन क अइसेन खेती व्करी जेकर अन्त आध्यात्मिक मउत मँ होत ह। 6 परन्तु अब हमका व्यवस्था स छुटकारा दइ दीन्ह गवा बाटइ काहेकि जउने व्यवस्था क अधीन हमका बन्दी बनावा ग रहा, हम ओकरे बरे मरि चुका आही। अउ अब पुरान लिखित व्यवस्था स नाहीं, बल्कि आतिमा क नई रीति स प्रेरित होइके हम अपने परमेस्सर क सेवा करित ह। 7 त फिन हम का कही? का हम कही कि व्यवस्था पाप अहइ? निस्चय ही नाहीं। जउन भी होइ, अगर व्यवस्था नाहीं होत तउ मइँ पहिचान नहीं पाइत कि पाप का अहइ? अगर व्यवस्था न बतावत, “जउन उचित नाहीं बा लालच जिन करा तउ निस्चय ही मइँ पहचान नाहीं पाइत कि जउन उचित इच्छा नाहीं अहइ का बा।” 8 परन्तु पाप मौका पावत ही व्यवस्था का लाभ उठावत भवा मोहमाँ गलत सबइ इच्छा क भर दिहेस जउन अनुचित बरे रहिन। 9 एकसमइ मइँ बिना व्यवस्था क ही जिन्दा रहेउँ, परन्तु जब व्यवस्था क आदेस आवा तउ पाप जीवन मँ उभरिके आवा। 10 अउर मइँ मर गएउँ। उहइ व्यवस्था क आदेस जउन जीवन देइ बरे रहा, मोरे बरे मउत लइ आवा। 11 काहेकि पाप क अउसर मिलि गवा अउर उ उहइ व्यवस्था क आदेस क जरिये मोका छलेस अउर उहइ जरिये मोका मार डाएस। 12 इही तरह व्यवस्था पवित्तर बा अउर उ आदेस पवित्तर, धर्मी अउर उत्तिम बा। 13 तउ फिन का एकर मतलब इ बाटइ कि जउन उत्तिम बा, उहइ मेरी मउत क कारण बन गवा? निस्चय ही नाहीं। बल्कि पाप उ उत्तिम क जरिये मोरे बरे मउत क कारण एह बरे बना कि पे क पाहिचाना जाइ सकइ। अउर व्यवस्था क जरिये ओकर खौफनाक पाप क पूर्णता देखॉइ दीन्ह जाइ। 14 काहेकि हम जानित ह कि व्यवस्था तउ आत्मिक अहई अउर मइँ हाड़ माँस क बना भवा भौतिक मनई अहउँ जउन पाप क दासता बरे बिका भआ हउँ। 15 मइँ नाहीं जानित मइँ का करत हउँ काहेकि मइँ जउन करइ चाहित हउँ नाहीं करत हउँ, बल्कि मोका उ करे पड़त ह, जेसे मइँ घिना करत हउँ। 16 अउ अगर मइँ उहइ करत हउँ जउन मइँ नाहीं करइ चाहित ह तउ मइँ अंगीकार करत हउँ कि व्यवस्था उत्तम बा। 17 परन्तु सही मँ उ मइँ नाहीं हउँ जउन इ सब कछू करत बा, बल्कि उ पाप मोरे भितरे बसा पाप बा। 18 हाँ, मइँ जानित अहइँ कि मोरे मँ भौतिक मानुस सरीर मँ कउनउ अच्छी चीजे क बास नाहीं अहइ। नेकी करइ क इच्छा तउ मोहमाँ अहइ पर नेक काम मोसे नाहीं होत। 19 काहेकि जउन अच्छा काम मइँ करइ चाहित ह, मइँ नाहीं करित अहउँ बल्कि जउन मइँ नाहीं करइ चाहित, उहइ सबइ मइँ खराब काम करइ नाहीं चाहित ह मइँ नाहीं करित बल्कि जउन मइँ नाहीं करइ चाहित, उहई सब खराब काम मइँ करित हउँ। 20 अउर अगर मइँ उहइ काम करित ह जेका व्करइ नाहीं चाहित ह तउ सही मँ ओकर कर्त्ता जउन ओन्हे करत ह, मइँ नाहीं हउँ, बल्कि उ पाप अहइ जउन बसा बा। 21 इही बरे मइँ अपने मँ इ नियम पाइत ह कि मइँ जब अच्छा करइ चाहित ह, तउ अपने मँ बुराई क ही पाइत ह। 22 आपन अन्तरात्मा मँ मइँ परमेस्सर क व्यवस्था क खुसी स मानित ह। 23 पर अपने सरीर मँ मइँ एक दुसरे ही व्यवस्था का काम करित देखित ह इ मोरे चिन्तन पे सासन करइवाली व्यवस्था स युद्ध करत ह अउर मोका पाप क व्यवस्था क बन्दी बनााइ लेत ह। इ व्यवस्था मोरे सरीर मँ त्रिया करत रहत ह। 24 मइँ एक अभागा इंसान हउँ। मोका एह सरीर स, जउन मउत क निवाला बा, ओसे छुटकारा कउन देवाई? 25 परमेस्सर मोका बचइहीं। अपने पर्भू ईसू मसीह क जरिये मइँ परमेस्सर क धन्यवाद करित हउँ।तउ अपने हाड़ माँस क सरीर स मइँ पाप क व्यवस्था क गुलाम होत भए उ आपन बुद्धि स परमेस्सर क व्यवस्था क सेवक अहउँ। 26
Romans 8:1 एह तरह अब ओनके बरे जउन मसीह ईसू मँ स्थित बाटेन ओनके बरे, कउनउ दण्ड नाहीं बा। 2 काहेकि आतिमा क व्यवस्था त जउन मसीह ईसू मँ जीवन देत ह, मोका पाप क व्यवस्था स जउन मउत क तरफ लइ जात ह, स्वतन्त्र कई दीन्ह बा। 3 जेका मूसा क उ व्यवस्था जउन मनई क भौतिक सुभाऊ क कारण कमजोर बनाइ दीन्ह गइ रही, नाहीं कई सकी ओका परमेस्सर अपने पूत क हमरेन जइसे सरीर मँ पठइ क जेहसे हम पाप करत ह-ओकर भौतिक देह क पापवाली बवाइ क पाप क खतम कइके पूरा किहेस। 4 जेहसे कि हमरे जरिये, देहे क भौतिक पातकी अहम स नाही, बल्कि आतिमा क विधि स जिअत हीं व्यवस्था क जरूरत पूरी कई जाइ सकइ। 5 काहेकि उ सबइ जउन अपने भौतिक मनई सुभाउ क अनुसार जिअत हीं, ओनकर भौतिक मनई सुभाउ क इच्छा पर टिकी रहत ह परन्तु उ जउन आतिमा क अनुसार जिअत हीं, ओनकर बुद्धि जउन आतिमा चाहत ह ओनहिन इच्छा मँ लगी रहत ह। 6 भौतिक मनई सुभाउ क बस मँ रहइवाला मने क अन्त मउत अहइ, परन्तु आतिमा क बस मँ रहइवाली बुद्धि क परिणाम अहइ जीवन अउ सान्ति। 7 इही तहर भौतिक मनई सुभाउ स अनुसासित मन परमेस्सर क विरोधी अहइ। काहेकि उ न तउ परमेस्सर क व्यवस्था क अधीन बा अउ न होइ सकत ह। 8 अउर उ जउन भौतिक मनइ सुभाउ क अनुसार जिअत हीं परमेस्सर क खुस नाहीं कइ सकत हीं। 9 परन्तु तू पचे भौतिक मनई सुभाउ क अधीन नाहीं अहा, बल्कि आतिमा क अधीन अहा अगर सही मँ तोहसे परमेस्सर क आतिमा क निवास बा। परन्तु अगर कउनो मँ ईसू मसीह क आतिमा नाहीं बा त उ मसीह क नाहीं बा। 10 दुसरे कइँती अगर तोहमाँ मसीह अहइ तउ चाहे तोहरे देह पाप क बरे मरि चुकी होइ बा पवित्तर आतिमा परमेस्सर क साथे तोहे धार्मिक ठहराइ क खुद तोहरे बरे जीवन बन जात ह। 11 अउर अगर उ आतिमा जे ईसू क मरे हुवन मँ स जियाए रही, तोहरे भित्तर बास करत ह, तउ उ परमेस्सर जे ईसू क मरे हुवन मँ स जियाए रहा, तोहरे नासमान सरीरन क आपन आतिमा स जउन तोहरे ही भित्तर बसत ह, जीवन देई। 12 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, हम पे एह भौतिक मनइ सुभाउ तउ अहइ परन्तु अइसेन नाहीं कि हम एकरे अनुसार जिई। 13 काहेकि अगर तू भौतिक मनइ सुभाव क अनुसार जीब्या तब मरब्या। अगर तू आतिमा क जरिये सरीर क व्यवहारन क अन्त कइ देब्या तउ तू जी जाब्या। 14 जउन परमेस्सर क आतिमा क अनुसार चलत हीं, उ सबइ परमेस्सर क संतान अहइँ। 15 काहेकि उ आतिमा जउन तोहे मिली बा, तोहे फिन स दास बनिके डेराइ बरे नाहीं बा, बल्कि उ आतिमा जउन तू पाए अहा तोहे परमेस्सर क संपालित सन्तान बनावत ह। जेसे हम पुकार उठित ह, “हे अब्बा, हे परमपिता।” 16 उ पवित्तर आतिमा खुद हमरे आतिमा क साथे मिलिके साच्छी देत ह कि हम परमेस्सर क सन्तान अही। 17 अउ काहेकि हम ओकर सन्तान अही, हमहूँ उत्तराधिकारी अही, परमेस्सर क उत्तराधिकारी अउर मसीह क साथे हम उत्तराधिकारी अगर सही मँ ओकरे साथे दुःख उठावत अहीं तउ हमका ओकरे साथे महिमा मिली ही। 18 काहेकि मोरे बिचार मँ एह समइ क हमार सबइ यातना क परगट होइवाली भावी महिमा क आगे कछूउ नाहीं बा। 19 काहेकि इ सृस्टि बड़ी आसा स ओह समइ क इन्तजार करत बाटइ जब परमेस्सर क संतान क परगट कीन्ह जाई। 20 इ सृस्टि निःसार रही अपने इच्छा स नाहीं, बल्कि ओकरी इच्छा स जे एका एह परिवर्तन क अधीन किहेस 21 कि इहउ कभउँ आपन बिनासमान होइ स छुटकारा पाइ क परमेस्सर क सन्तान क सानदार स्वतन्त्रता क आनन्द लेई। 22 काहेकि हम जानित ह कि आजु तलक समूची सृस्टि प्रसव पीड़ा मँ कराहत अउ तड़पत रही बाटइ। 23 न केवल इ सृस्टि बल्कि हमहूँ जेका आतिमा क पहिला फल मिला बा, अपने भितर कराहत रहे बाटेन। काहेकि हमका ओकरे जरिये पूरी तरह अपनावा जाइ क इन्तजार अहइ कि हमार देह मुक्त होइ जाइ। 24 हमार उदूधार भवा बा। इही स हमरे मने मँ आसा बा परन्तु जब हम जेकर आसा करित ह ओका देखि लेइत ह तउ उ आसा नाहीं रहत। जउन देखात बाटइ ओकर आसा कउन कई सकत ह। 25 परन्तु अगर जेका हम देखत नाहीं अही ओकर आसा करित ह तउ धीरज अउर सहनसीलता क साथे ओकर रस्ता जोहित ह। 26 अइसन ही जइसेन हम कराहत अही, आतिमा हमरे दुर्बलता मँ हमार सहायता करइ आवत ह काहेकि हम नाहीं जानित ह कि हम केकरे बरे पराथना करी! परन्तु आतिमा खुद अइसेन आह भरिके जेकर सबदन मँ जाहिर नाहीं कीन्ह जाइ सकत हमरे बरे बिनती करत ह। 27 परन्तु उ जउन लोगन क दिल क देख सकत ह वह जानत ह कि आतिमा क मन्सा का अहइ। काहेकि परमेस्सर क इच्छा स ही उ परमेस्सर क पवित्तर लोग क बरे बीच बिचाऊ करत ह। 28 अउर हम जानित ह कि हर परिस्थिति मँ उ आतिमा परमेस्सर क भक्तन क साथे मिलिके उ काम करत ह जउन भलाइ ही लियावत हीं ओन्हन सबके बरे जेका ओकरे प्रयोजन क अनुसार इ बोलावा गवा बा। 29 जेका उ पहिले ही चुनेस ओनका पहिलौटी क पूत क रूप मँ ठहराएस ताकि बहुत स भाइयो तथा बहिनियो! मँ उ पहलौठी बनि सकइ। 30 जेनका उ पहिले स निस्चित किहेस उहूँ क उ बोलाएस अउर जेनका उ बोलाएस, ओनका उ धर्मी ठहराएस। अउर जेका उ धर्मी ठहराएस, ओनका महिमा प्रदान किहेस। 31 तउ एका देखत हम का कही? अगर परमेस्सर हमरे पच्छ मँ बा हमरे विरोध मँ कउन होइ सकत ह? 32 उ जे अपने पूत तलक क नाहीं छोड़ेस बल्कि ओका हम सबके बरे मरइ क सउँप दिहेस। उ भला हमका ओकरे साथ अउर सब कछू काहे न देई? 33 परमेस्सर क चुना भवा लोगन पे अइसेन कउन बा जउन दोस लगावइ? उ परमेस्सर ही अहइ जउन ओनका धर्मी ठहराता ह? 34 अइसेन कउन अहइ जउन ओका दोसी ठहरावइ? मसीह ईसू उ अहइ जउन मरि गवा अउर (इहींउँ स जियादा जरूरी इ बा कि) ओका फिन जियावा गवा। जउन परमेस्सर क दहिनी कइँती बइठा अहइ अउर हमरे कइँती स बिनती भी करत ह 35 कउन अहइ जउन हमका मसीह क पियार स अलग करी? यातना या कठिनाइ या अत्याचार या अकाल या नंगापन या जोखिम या तलवार? 36 जइसेन कि सास्तर कहत ह:“तोहरे (मसीह) बरे सारा दिन हमका मउत क सौंपा जात ह। हम काटी जाइवाली भेड़ जइसेन समझा जात हीं।” भजन संहिता 44:22 37 तबउ ओकरे जरिये जउन हमसे पिरेम करत ह, ऐन सब बातन मँ हम एक सानदार विजय पावत अही। 38 काहेकि मइँ मान चुका हउँ कि न मउत, न जीवन, न सरगदूतन अउर न सासन करइवाली आतिमन, न वर्तमान क कउनउ चीज अउर न भविस्स क कउनउ चीज, न आत्मिक सक्ति, 39 न कउनउ हमरे ऊपर क, अउर न हमसे नीचे क, न सृस्टि क कउनउ अउर चीज हमका पर्भू क ओह पिरेम स, जउन हमरे भीतर पर्भू मसीह ईसू बरे बाटइ, हमका अलग कइ सकइ।
Romans 9:1 मसीह मँ मइँ सही कहत हउँ। मइँ झूठ नाही कहित अउर मोर चेतना जउन पवित्तर आतिमा क जरिये प्रकासित बा, मोरे साथ मोरे साच्छी देत ह 2 कि मोका गहिर दुःख बा अउर मोरे मने मँ मइँ पीड़ा बा। 3 कास मइँ चाहि सक्ति कि आपन भाइ-बन्धुवन अउर दुनियाबी सम्बन्धन क बरे मइँ मसीह क साप अपने ऊप्पर लइ लेइत अउर ओसे अलग होइ जाइत। 4 जउन इस्राएली बाटेन अउर जेनका परमेस्सर संपालित संतान होइ क अधिकार बा, जउन परमेस्सर क महिमा क दरसन कइ चुका बाटेन, जउन परमेस्सर क करार क भागीदारे अहइँ। जेनका मूसा क व्यवस्था, सच्ची आराधना अउर बचन प्रदान कीन्ह गवा बा। 5 पूर्वजन उहीं स सम्बन्ध रखत ह अउर मनई सरीर क दिस्टी स मसीह उहीं मँ पइदा भवा जउन सबक परमेस्सर अहइ अउर हमेसा धन्य बा। आमीन! 6 अइसेन नाहीं बा कि परमेस्सर आपन बचन पूरा नाहीं किहे बा काहेकि जउन इस्राएल क बंसज बाटेन उ सभन इस्राएली नाहीं अहइँ। 7 अउर न तउ इब्राहीम क बंसज होइ क कारण उ सब सच्चाइ-मुच्चइ इब्राहीम क संतान अहइँ। बल्कि (जइसेन परमेस्सर कहेस) “तोहार बंसज इसहाक क द्वारा आपन परम्परा बढ़ावइँ।” 8 मतलब इ नाहीं अहइ कि प्राकृतिक तउर पे सरीर स पैदा होइवाला बच्चा परमेस्सर क बंसज अहइ, बल्कि परमेस्सर क बचन स प्रेरित होइवाले ओनकर बंसज माना जात हीं। 9 बचन एह तरह कहा गवा रहा: “निस्चित समइ पे मइँ लउटब अउर सारा पुत्रवती होई।” 10 ऍतनइ नाहीं जब रिबका भी एक मनई, हमार पहिले क पिता इसहाक स गर्भवती भइ 11 त बेटवन क पैदा होइ स पहिले अउर ओकरे कछू भला बुरा करइ स पहिले कहा गवा रहा जेहसे परमेस्सर क उ प्रयोजन सिद्ध होइ जउन चुनाव स सिद्ध होइ। अउर जउन मनईक क करमन पे नाहीं टिका बल्कि उ परमेस्सर पे टिका बा जउन बोलावइवाला अहइ। रिबका स कहा गवा बा, “बड़का बेटवा छोटे बेटवा क सेवा करी।” 12 13 पवित्तर सास्तर कहत ह, “मइँ याकूब क चुनउँ अउर एसाव क नकार दिहेउँ।” 14 तउ फिन हम का कही? का परमेस्सर अन्यायी बा? 15 निस्चय ही नाहीं। काहेकि परमेस्सर मूसा स कहे रहा,“मइँ जउन कउनो पे उ दया करइ क सोचब, दया देखाउब। अउ जउन कउनो पे उ अनुग्रह करइ चाहब, अनुग्रह करब।” 16 इही बरे न तउ कउनउ क इच्छा अउर प्रयास बल्कि दयालु परमेस्सर पे निर्भर करत ह। 17 काहेकि सास्तर मँ परमेस्सर तउ फिरौन स कहे रहा: “मइँ तोहका इही बरे खड़ा किहे रहेउँ कि मइँ आपन सक्ति तोहमाँ देखाइ सकी। अउर मोर नाउँ समूची धरती पे घोसित कीन्ह जाइ।” 18 तउ परमेस्सर जेहका चाहत ह दया करत ह अउ जेका चाहत ह कठोर बनाइ देत ह। 19 तउ फिन तू सायद मोसे कह्या, “अगर हमरे करमन क नियन्त्रण करइवाला परमेस्सर बा त फिन उ ओहमाँ हमार दोस काहे समझत ह?” आखिरकार ओकरी इच्छा क विरोध कउन कइ सकत ह? 20 अरे मनई तू कउन होत अहा जे परमेस्सर क उलटि के उत्तर देइ? का कउनउ रचना अपने रचइवालन स पूछ सकत ह कि “तू मोका अइसेन काहे बनाया?” 21 का कीहीउ कोहार क मिट्टी पे इ अधिकार नाहीं बा कि उ कीहीऊँ एक लँऊदा स एक भाँड़ बिसेस प्रयोजन बरे अउ दूसर हीन प्रयोजन बरे बनावइ? 22 परन्तु एहमाँ का बा अगर परमेस्सर त आपन किरोध देखॉवइ अउर आपन सक्ति जतावइ क बरे ओन्हन भाँडन क जउन किरोध क पात्र रहेन अउर जेकरे बिनास होइ क रहा, बड़ा धीरज क साथे सही, 23 उ ओनकइ सहेस ताकि उ भाँडन क लाभ बरे जउन दया क पात्र रहेन अउर जे उ आपन महिमा पावइ बरे बनाए रहा, ओह पे आपन महिमा परगट कइ सकइ। 24 मतलब हम जेका उ न केवल यहूदियन मँ स बोलाएस बल्कि गैर यहूदीयन मँ स भी 25 जइसेन कि होसे क किताबे मँ लिखा बा:“जउन लोग मोर लोग नाहीं रहे ओन्हे मइँ आपन कहबइ। अउर उ स्त्री जउन पिआरी नाहीं कही गइ मइँ ओका प्रिया कहबइ।” होसे: 2:23 26 “अउर इ उहइ घटी जउने स्थान पे ओनसे कहा गवा रहा, ‘तू पचे मोर परजा नाहीं अहा।’ उहइ उ जिन्दा परमेस्सर क सन्तान कहवइहीं।” होसे: 1:10 27 अउर यसायाह इस्राएल क बारे मँ पुकार क कहत ह।“यद्यपि इस्राएल क सन्तान समुद्र क बालू क कणन क समान असंख्या अहइँ तऊँ ओहमाँ स केवल थोड़ क ही बच पइहीं। 28 काहेकि पर्भू पृथ्वी पो आपन निआव क पूरी तरह स अउ जल्दी ही पूरा करी।” 29 अउ जइसेन कि यसायाह त भविस्सबाणी किहे रहा:“अगर सर्वसक्तिमान पर्भू हमरे बरे बंसज न छोड़तेन त हम सदोम जइसे अउर अमोरा जइसे ही होइ जाइत।” 30 त फिन हम का कही? हम इ नतीजा पे पहुँच अही कि गौर यहूदियन क लोग जउन धार्मिकता क खोज मँ नाहीं रहेन, उ धार्मिकता क पाइ गएन। उ पचे जउन बिसवास क कारण ही धार्मिक ठहरावा गएन। 31 परन्तु इस्राएल क लोग तउ जउन जइसेन व्यवस्था पे चलइ चाहत रहेन जउन ओनका धार्मिक ठहरावत ओकरे अनुसार नाहीं जी सकेन। 32 काहे नाहीं? काहेकि उ पचे एकर पालन बिसवास स नाहीं, बल्कि अपने करमन स धर्मी बना चाहत रहेन, उ सबइ ओह चट्टान पे ठोकर खाइ गएन, जउन ठोकर दियावत रही। 33 जइसेन कि पवित्तर सास्तर कहत ह:“देखा, मइँ सिय्योन मँ एक पत्थर रखत हउँ जउन ठोकर दियावत ह अउर एक चट्टान जउन पाप करावत ह। परन्तु उ जउन ओहमाँ बिसवास करत ह, ओका कभउँ निरास न होइ क होई।” यसायाह 8:14; 28:16
Romans 10:1 भाइयो तथा बहिनियो, मोरे हीये क इच्छा बा अउर मइँ परमेस्सर स ओन्हन सबके बरे पराथना करत हउँ कि ओनकर उद्धार होइ जाइ। 2 काहेकि मइँ साच्छी देत हउँ कि ओहमाँ परमेस्सर क धुन बा। परन्तु उ ज्ञान पे नाहीं टिकी बा 3 काहेकि उ पचे उ धार्मिकता क नाहीं जानत रहेन जउन परमेस्सर स मिलत अहइ। अउर उ सबइ आपन निजी धार्मिकता क स्थापना क जतन करत रहेन। तउ उ परमेस्सर क धार्मिकता क नाहीं स्वीकारेन। 4 मसीह व्यवस्था क अन्त किहेस ताकि हर कउनो क जउन बिसवास करत ह, उ परमेस्सर बरे धार्मिक होइ जाइ। 5 धार्मिकता क बारे मँ जउन व्यवस्था स मिलत ह, मूसा लिखे बाटइ, “जउन व्यवस्था पे चली, उ ओनके कारण जिन्दा रही।” 6 परन्तु बिसवास स मिलइवाली धार्मिकता क बरे मँ पवित्तर सास्तर इ कहत ह, “तू अपने स इ न पूछा, ‘सरगे मँ ऊप्पर कउन जाई?”‘ (यानि “मसीह क नीचे धरती पे लियावइ।”) 7 “या, ‘नीचे अधोलोक मँ कउन जाई?”‘ (यानि “मसीह क मरा हुवन मँ स ऊपर लियावइ?”) 8 पवित्तर सास्तर इ कहत ह: “बचन तोहरे लगे बा, तोहरे ओठन पे बा अउर तोहरे मने मँ बा।”यानि बिसवास क वह बचन जेकर हम प्रचार करत अही, 9 कि अगर तू अपने मूँहे स घोसित करा, “ईसू मसीह पर्भू अहइ”, अउर तू अपने मने मँ इ बिसवास करा कि परमेस्सर तउ ओका मरा हुवन मँ स जिन्दा किहेस तउ तोहार उद्धार होइ जाई। 10 काहेकि अपने हृदय क बिसवास स मनई धार्मिक ठहरावा जात ह अउर अपने मुँहे स ओकरे बिसवास क स्वीकार करइ स ओकर उद्धार होत ह। 11 पवित्तर सास्तर कहत ह, “जउन केऊ ओहमाँ बिसवास रखत ह ओका निरास न होइ पड़ी।” 12 इ एह बरे बा कि यहूदी अउर गैर यहूदी मँ कउनउ भेद नाहीं कहेकि सब क पर्भू तउ एक्कइ अहइ। अउर ओकर दया ओन्हन सब क बरे, देत ह जउन ओकर नाउँ लेत हीं, अपरम्पार बा। 13 पवित्तर सास्तर कहत ह, “हर केऊ जउन पर्भू क नाउँ लेत हीं, उद्धार पइहीं।” 14 परन्तु उ सबइ जउन ओहमाँ बिसवास नाहीं करतेन, ओकर नाउँ कइसे पुकरिहीं? अउर उ पचे जउन ओकरे बारे मँ सुनेन नाहीं, ओहे मँ बिसवास कइसे कइ पइहीं? अउर फिन भला जब तलक केऊ ओनका उपदेस देइवाला न होइ, उ पचे कइसे सुन सकिहीं? 15 अउ उपदेसक तब तलक उपदेस कइसे दइ पइहीं? जब तलक ओनका भेजा न गवा होइ? जइसेन कि पवित्तर सास्तर मँ कहा बा, “सुसमाचार लियावइ वालन क चरण केतना सुन्दर बाटेन।” 16 परन्तु सब सुसमाचार क स्वीकार करेन नाहीं। यसायाह कहत ह, “पर्भू हमरे उपदेस क कउन स्वीकार किहेस?” 17 तउ सुसमाचार क सुनइ स बिसवास उपजत ह अउर सुसमाचार तब सुना जात ह जब केऊँ मसीह क बारे मँ उपदेस देत ह। 18 परन्तु मइँ कहत हउँ, “का उ पचे हमरे सुसमाचार क नाहीं सुनेन?” हाँ निस्चय ही। पवित्तर सास्तर कहत ह:“ओनकर स्वर समूचा धरती पे फइल गवा अउर ओनकर बचन जगत क एक छोर स दुसरे छोर तलक पहुँचेन।” भजन संहिता 19:4 19 परन्तु मइँ पूछित हउँ कि, “का इस्राएली नाहीं समझत रहेन?” मूसा कहत ह:“पहिले मइँ तू लोगन क मन मँ अइसेन लोगन क द्वारा जउन सही मँ कउनउ जाति नाहीं अहइ, डाह पैदा करब। मइँ उ रास्ट्र, जो समझत नाहीं, तोहे किरोध दियाउब।” व्यवस्था विवरण 32:21 20 फिन यसायाह साहस क साथ कहत ह:“मोका ओन्हन सब पाइ लिहेन जउन मोका नाहीं खोजत रहेन। मइँ ओनव्के बरे परगट होइ गएउँ। जउन मोर खोज खबर मँ नहीं रहेन।” यसायाह 65:1 21 परन्तु परमेस्सर इस्राएलियन क बारे मँ कहत रहा, “मइँ सब दिना आज्ञा न मानइवालन अउर अपने बिरोधियन क आगे हाथ फइलाए रहेउँ।”
Romans 11:1 तउ मइँ पूछित हउँ, “का परमेस्सर अपने ही लोगन क नकार नाहीं दिहेस?” निस्चय ही नाहीं। काहेकि मइँ भी एक इस्राएली हउँ, इब्राहीम क बंस स अउर बिन्यामीन क परिवार स हउँ। 2 परमेस्सर अपने लोगन क नाहीं नकारेस जेनका उ पहिलेन स ही चुने रहा। या अउर का तू नाहीं जानत अहा कि एलिय्याह क बारे मँ पवित्तर सास्तर का कहत ह। जब एलिय्याह परमेस्सर स इस्राएल क लोगन क विरोध मँ पराथना करत रहा? 3 “हे पर्भू, उ पचे नबियन क मार डाएन। तोहरे वेदियन क तोड़ी क गिराइ दिहेन। केवल एक नबी मइँ ही बचा हउँ अउर उ पचे मोका भी मारि डावइ क जतन करत अहइँ।” 4 परन्तु तब परमेस्सर ओन्हे कइसेन उत्तर दिहे रहा, “मइँ अपने बरे 7,000 लोग बचाइ रखे हउँ जउन लोग बाल क आगे माथा नाहीं टेकेन।” 5 तउन वइसेन ही आजु काल्हिउ कछू अइसेन लोग बचा बाटेन जउन ओनके अनुग्रह क कारण चुना भआ अहइँ। 6 अउर अगर इ परमेस्सर क अनुग्रह क परिणाम अहइ तउ लोग जउन करम करत हीं, इ ओन्हन करमन क परिणाम नाहीं बा। नाहीं तउ परमेस्सर क अनुग्रह, अनुग्रह ही नाहीं ठहरत। 7 तउ ऐहसे का? इस्राएल क लोग जेका खोजत रहन, उ सबइ ओका नाहीं पाइ सकेन। परन्तु चुना हुवन क उ मिलि गवा। जब कि बाकी सब क जड़ बनाइ दीन्ह गवा। 8 पवित्तर सास्तरन कहत ह:“परमेस्सर तउ ओन्हे एक चेतन सून्य कइ दिहेस आतिमा प्रदान किहेस।” यसायाह 29:10“अइसेन आँखी दिहेस जउन देखि नाहीं सकत रहिन अउ अइसेन कान दिहेस जउन सुन नाहीं सकत रहेन। अउर इहइ दसा ठीक आजु तलक बनी भई बा।” व्यवस्था विवरण 29:4 9 दाऊद कहत ह:“अपनेन भोगन मँ फंसके उ बन्दी बन जाइँ ओनकर पतन होइ अउ ओनका दण्ड मिलइ। 10 ओनकर आँखी धुँधली होइ जाइँ ताकि उ पचे देख न सकइँ अउ तू ओनकर सब पीड़ाके तले, ओनकर करिहाउँ हमेसा-हमेसा निहुराए रखइ।” भजन संहिता 69:22-23 11 तउ मइँ कहत का ओ पचे इही बरे ठोकर खाइके उ सब भहराइके नस्ट होइ जाइँ? निस्चय ही नाहीं। बल्कि ओनकर गलती करइ स गैर यहूदियन क छुटकारा मिला ताकि यहूदियन मँ स्पर्द्धा पैदा होइ। 12 इही तरह अगर ओनकर गलती करइ क मतलब समूचइ संसार क बड़ा लाभ अहइ अउ अगर ओनके भटकइ स गैर यहूदियन क लाभ अहइ तउ ओनकइ पूरी तरह स संपूर्ण होए स बहुत कछू होइ। 13 इ अब मइँ तोहसे कहत हउँ, जउन यहूदियन नाहीं होइँ काहेकि मइँ विसेस रूप स गैर यहूदियन क बरे प्रेरित हउँ, मइँ अपने काम क बरे पूरा प्रयत्नसील हउँ। 14 एह आसा स कि मइँ अपने लोगन मँ भी स्पर्द्धा जगाइ सकउँ अउ ओहमाँ स कछू क उद्धार करउँ। 15 काहेकि अगर परमेस्सर क द्वार ओनके नकार दिहे जाइ स जगत मँ परमेस्सर क साथे मेलमिलाप पैदा होत ह तउ फिन ओनकर अपनावा जाब का मरा हुवन मँ स जियावा जाब न होइ? 16 अगर हमरी भेंट का एक पहला हिस्सा पवित्तर बा तउ का उ समूचइ पवित्तर नाहीं बा? अगर पेड़ का जड़ पवित्तर बा तउ ओकर सबइ साखा भी पवित्तर बाटिन। 17 परन्तु अगर कछू साखा तोड़िके फेक दीन्ह गइन अउ तू जउन एक जंगली जैतून क टहनी अहा ओह पे पेबन्द चढ़ाइ दीन्ह जाइ अउ उ जैतून क अच्छा पेड़ का खुराक अउर आधार क हिस्सा बाँटइ लगइ। तू सबइ गैर यहूदियन जंगली साखा क तरह अहा अउर तू पचे पहिले पेड़ (यहूदी) क खुराक अउर जीवन बाँटत अहा। 18 तउ तोहे ओन्हन टहनियन क आगे, जउन तोड़ी क फेंक दीन्ह गइन, अभिमान न करइ चाही। अउर अगर तू अभिमान करत ह तउ इ याद रखा इ तू नाहीं अहा जे जड़न क पालत बा, बल्कि इ तउ उ जड़ ही अहइ जउन तोहे पालत बाटइ। 19 अब तू कहब्या, “हाँ परन्तु सबइ साखा एह बरे तोड़ी गई कि मोर पेबन्द चढ़इ।” 20 इ सत्य अहइ, उ सबइ अपने अबिसवास क कारण तोड़िके फेंक गइन परन्तु तु अपने बिसवास क बल पे आपन जगह टिका रह्या। इही बरे एकर गर्ब न करा बल्कि डेरात रहा। 21 अगर परमेस्सर प्राकृतिक डारन नाहीं रहइ दिहेस तउ उ तोहका भी न रहइ देइ। 22 इही बरे तू परमेस्सर क कोमलता क देखा, अउर ओकरे कठोरता प धियान द्या। इ कठोरता ओनके बरे बा जउन गिर गएन परन्तु ओकर करुणा तोहरे बरे बा अगर तू अपने पे ओकर अनुग्रह बना रहइ द्या। नाहीं तउ पेंड़े स तुहउँ काटिके फेंका जाब्या। 23 अउर अगर उ पचे अपने अबिसवास मँ नाहीं रहेन तउ ओनहूँ फिन पेड़ स जोड़ लीन्ह जाइ काहेकि परमेस्सर समर्थ अहइ कि ओनका फिन स जोड़ देइ। 24 जब तोहे प्राकृतिक रूप स जंगली जैतून क पेड़े स एक साखा क तरह कटके प्रकृति क विरुद्ध एक अच्छा जैतून क पेड़े स जोड़ दीन्ह गवा, तउ उ जउन ओह पेड़े क अपना डारिन बाटिन, अपनेन ही पेड़ मँ आसानी स, फिन स काहे नाहीं जोड़ दीन्ह जा इहीं। 25 भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तोहे इ छुपा हुआ सत्य स अंजान नाही रखइ चाहित। कि तू अपने आप क बुद्धिमान समझइ लागा। कि इस्राएल क कछू लोग अइसेन ही कठोर बनाइ दीन्ह गवा बाटेन। अउर अइसेनइ ही कठोर बना रइहीं जब तलक कि काफी गैर यहूदी लोग परमेस्सर क परिवार क अंग नाहीं बन जातेन। 26 अउर एह तरह समूचा इस्राएल क उद्धार होइ जइसेन कि पवित्तर सास्तरन कहत ह:“उद्धारकर्ता सिय्योन स आइ। उ याकूब क परिवार स सबहिन बुराइयन क दूर करी। 27 मोर इ करार ओकरे साथे तब होइ जब मइँ ओनके पापन के हर लेब।” यसायाह 59:20-21; 27:9 28 जहाँ तलक सुसमाचार क सम्बन्ध बा, उ तोहरे हिते मँ परमेस्सर क सत्रु अहइँ। परन्तु जहाँ तलक परमेस्सर क जरिये ओनके चुना जाइ क सम्बन्ध अहइ, उ पचे ओनके पूर्वजन क दिए भए बचन क अनुसार परमेस्सर क पियारा अहइँ। 29 काहेकि परमेस्सर जेका बोलावत ह अउर जेका उ देत ह, ओकरे तरफ स अपन मन कभउँ नाहीं बदलत। 30 काहेकि जइसेन तू लोग पहिले कभउँ परमेस्सर क आज्ञा नाहीं मानत रह्या परन्तु अब तोहे ओकर अवज्ञा क कारण परमेस्सर क द्या मिली बा। 31 वइसेन ही अब उ पचे ओकर आज्ञा नाहीं मानतेन काहेकि परमेस्सर क द्या तोहे पे बा ताकि अब ओन्हे भी परमेस्सर क दया मिलइ। 32 काहेकि परमेस्सर सब जने के अवज्ञा क कारागार मँ इही बरे डारि रखे अहइ कि उ ओन सब पर दया देखॉय सकइ। 33 परमेस्सर क करुणा, बुद्धि अउर ज्ञान केतॅना अपरम्पार अहइ। ओकरे निआव केतॅना गहन बा, ओकर रस्ता केतना गूढ़ बा। 34 पवित्तर सास्तर कहत ह:“पर्भू क मने क कउन जानत ह? अउर ओका सलाह देइवाला कउन होइ सकत ह?” यसायाह 40:13 35 “परमेस्सर क केऊ का दिहे अहइ कि उ कउनो क ओकरे बदले कछू देइ।” अय्यूब 41:11 36 काहेकि सब क रचनावाला उहइ बा। उही स सब स्थिर बाटेन अउर उ उही क बरे बा। ओकर हमेसा महिमा होइ। आमीन।
Romans 12:1 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, परमेस्सर क दया क याद देवाइके मइँ तोहसे आग्रह करत हउँ कि अपने जीवन क एक ठु जिन्दा बलिदान क रूप मँ परमेस्सर को प्रसन्न करत भए अर्पित कइ दया। इ तोहार आत्मिक आराधना अहइ जेसे तू सबन क ओका चुकावइ क होइ। 2 अब अउर आगे इ दुनिया क रीति पे जिन चला बल्कि अपने मने क नवा कइ के अपने आप क बदल डावा ताकि तू सबन क पता चलि जाइ कि परमेस्सर तू पचन क बरे का चाहत ह। यानि जउन उत्तिम बा, जे ओका भावत ह अउर जउन सम्पूर्ण बा। 3 इही बरे ओकरे अनुग्रह क कारण जउन उपहार उ मोका दिहे अहइ, ओका धियान मँ रखत हुए मइँ तोहमें स हर एक स कहत हउँ, अपने क जइसेन यथा उचित समझा मतलब जेतना बिसवास उ तोहे दिहे अहइ, उही क अनुसार अपने को समझइ चाही। 4 काहेकि जइसेन हम पचन मँ स हर एक क सरीर मँ बहुत स अंग बाटेन। चाहे सब अंगन क काम एक जइसेन नाहीं बाटेन। 5 हम अनेक अही परन्तु मसीह मँ हम एक देहे क रूप मँ होइ जाइत ह। एह तरह हर एक अंग हर दुसरे अंग स जुड़ जात ह। 6 तउ फिन ओकरे अनुग्रह क अनुसार हमका ज्जउन अलग-अलग उपहार मिला बाटेन, हम ओनकर प्रयोग करी। अगर कउनो क भविस्सबाणी क छमता दीन्ह गइ तो ओहका इस्तेमाल कइ देइ, ओकरे बिसवास क आधार पर। 7 अगर कउनो क सेवा करइ क उपहार मिला बा तउ अपने आप क सेवा क बरे अर्पित करइ, अगर कउनो क उपदेस क उपहार मिला बा तउ ओका उपदेस क प्रचार मँ लगावइ चाही। 8 अगर केऊ सलाह देइ क अहइ तउ ओका सलाह देइ चाही। अगर कउनो क दान देइ क उपहार मिला बा तउ ओका मुक्त भाउ स दान देइ चाही। अगर कउनो क अगुआई करइ क उपहार मिलत ह तउ लोगन क साथ अगुआई करइ। जेका दया देखावइ क मिली बा, उ खुसी स दया करइ। 9 तोहार पिरेम सच्चा होइ। बदि स घिना करा। नेकी स जुड़ा। 10 भाइचारे क साथ एक दूसरे क बरे समर्पित रहा। आपस मँ एक दुसरे क आदर क साथे अपने स जियादा महत्व द्या। 11 उत्साही बना, आलसी नाहीं, आतिमा क तेज स चमका। पर्भू क सेवा करा। 12 अपने आसा मँ खुस रहा। विपत्ति मँ धीरज धरा। निरन्तर पराथना करत रहा। 13 परमेस्सर क जनन क जरूरतन मँ हाथ बटावा। अतिथि सत्कार क अउसर ढूँढ़त रहा। 14 जउन तू सबन क सतावत होइँ ओन्हे आसीर्बाद द्या, ओन्हे साप न द्या, आसीर्बाद द्या। 15 जउन खुस अहइँ ओनके साथे खुस रहा। जउन दुखी अहइँ, ओनके दुखे मँ दुखी ह्वा। 16 मेल मिलाप स रहा। अभिमान न करा बल्कि दीनन क संगत करा। अपने क बुद्धिमान न समझा। 17 बुराइ क बदला बुराइ स कउनो क न द्या। सभन लोगन क आँखी मँ जउन अच्छा होइ उही क करइके सोचा। 18 जहाँ तक तोहसे बन पड़इ सब मनइयन क साथे सान्ति स रहा। 19 कउनो स अपने आप बदला न ल्या। पियारे बन्धुओ, बल्कि एका परमेस्सर क किरोध पे छोड़ द्या काहेकि सास्तर मँ लिखा बा: “पर्भू कहेस ह बदला लेब मोर काम बा। प्रतिदान मइँ देबइ।” 20 “बल्कि तू अगर तोहर दुस्मन भूखा बा तउ ओका भोजन करावा, अगर उ पियासा अहइ तउ ओका पीअइके द्या। काहेकि अगर तू अइसेन करत ह तउ उ तोहसे सर्मिन्दा होई। 21 बदी स न हारा बल्कि अपने नेकी स बदी क हराइ द्या।
Romans 13:1 हर मनई क प्रधान सत्ता क अधीनता अंगीकार करइ चाही। काहेकि सासन क अधिकार परमेस्सर कइँती स बा। अउर जउन अधिकार मौजूद बा ओन्हे परमेस्सर नियत किहे बा। 2 इही बरे जउन सत्ता क विरोध करत हीं, उ परमेस्सर क आज्ञा क विरोध करत ह अउर जउन परमेस्सर क आज्ञा क विरोध करत हीं, उ दण्ड पइहीं। 3 अब देखा कउनउ सासक, उ मनई क, जउन नेकी करत हीं, नाहीं डेरातेन बल्कि उही क डेरावत हीं, जउन खराब काम करत हीं। अगर तू सासन स नाहीं डेराइ चाहत ह, तउ भला काम करत रहा। तोहे सत्ता क प्रसंसा मिली। 4 जउन सासन मँ अहइँ उ परमेस्सर क सेवक अहइँ उ तोहर भला करइ बरे बा। परन्तु अगर तू खराब करत ह तउ ओहसे डेरा काहे? काहेकि ओकर तलवार बेकार नाहीं बाटइ। उ परमेस्सर का सेवक अहइ अउर जो गलत करत ह, वह परमेस्सर क क्रोध लिआवत ह। 5 इही बरे समर्पण जरुरी बा। न केवल डर क कारण बल्कि तोहरे अपने चेतना क कारण 6 इही बरे त तू पचे चुंगी (टिॅक्स) चुकावत ह काहेकि अधिकारी परमेस्सर क सेवक बाटेन जउन अपने कत्तर्व्यन क ही पूरा करइ मँ लागा रहत हीं। 7 जेह कउनो क तोहका देइ क बा, ओका चुकाइ द्या। जउन कर तोहका देइ क बा। ओका द्या जेकर चुंगी (टिॅक्स) तोहपे निकरत ह, ओका चुँगी द्या। जेहसे तोहे डेराइ चाही, तू ओसे डेरा। जेकर आदर करइ चाही ओकर आदर करा। 8 आपसी पिरेम क अलावा कउनो क ऋण अपने उप्पर न रखा काहेकि जउन अपने साथियन स पिरेम करत ह, उ एह तरह व्यवस्था क पूरी आज्ञा क मानत ह। 9 मइँ इ एह बरे कहत हउँ काहेकि, “व्यभिचार न करा, हतिया न करा, चोरी न करा, लालच न रखा”अउ जउनउ दूसरी व्यवस्था होइ सकत ह, इ बचन मँ समाइ जात ह कि, “तोहे अपने साथी क अइसेन ही पियार करइ चाही, जइसेन तू अपने आप क करत ह।” 10 पिरेम अपने साथी क बुरा कभउँ नाहीं करत। इही बरे पिरेम करब व्यवस्था क पूरा करब बा। 11 इ सब कछू त एह बरे करा कि जइसेन समइ मँ तू रहत ह, ओका जानत अहा। तू जानत अहा कि तोहरे बरे संकट का समइ अहइ अपने नींद स जगावइ क समइ आइ पहुँचा बा, उ समय क तुलना मँ जब हम पहले बिसवास धारण किहे रहेन तउ हमार उद्धार अब ओसे जियादा लगे बा। 12 “रात” लगभग पूरी होइ चुकी बा, “दिन” लगे ही बा, इही बरे आवा हम ओन्हन करमन स छुटकारा पाइ लेइ जउन अन्धकार क अहइँ। आवा हम प्रकास क अस्त्रन क धारण करी। 13 आवा हम वइसेन ही अच्छे रीति स रही जइसेन दिन क समइ दिन रहत ह। बहुत जियादा बेमार क दावत मँ न जात भए खाइ पीइके बुत्त न होइ जा। लुच्चापना दुराचार व्यभिचार मँ न पड़ा। न झगड़ा अउर न ही डाह रखा। 14 बल्कि पर्भू ईसू मसीह क धारण करा। अउर आपन भौतिक मनई सुभाउ क सबइ इच्छा क पूरा करइ मँ ही न लगा रहा।
Romans 14:1 जेकर बिसवास कमजोर बा, ओकर भी स्वागत करा परन्तु वाद विवाद करइके बरे नाहीं। 2 केउ मानत ह कि उ सब कछू खाइ सकत ह, परन्तु कउनउ कमजोर मनई बस साग-पात इ खात ह। 3 जउन हर तरह का खाना खात ह, ओका उ मनइयन क हीन न समझइ चाही जउन कछू चीज नाहीं खातेन अइसेन ही वह जो कछू वस्तुअन नाहीं खात ह, ओका सब कछू खाइवाले क बुरा नाहीं कहइ चाही। काहेकि परमेस्सर उस मनई को स्वीकार कइ लिहे बा। 4 तू कउनो दूसर घरे क दास प दोस लगावइ वाला कउन होत ह्या? ओकर अनुमोदन या ओका अनुचित ठहरावइ स्वामी पे उ निर्भर करत ह। उ अवलम्बित रही। काहेकि ओका पर्भू तउ अवलम्बित होइके टिका रहइ क सक्ति दिहेस। 5 अउर फिन कउनउ कीहीउ एक दिन क सब दिना स अच्छा मानत हीं अउर दुसर ओका सब दिनन क बराबर मानत हीं तउ हर कउनो क पूरी तरह अपनी दृढ़ धारणा पर निस्चित रहइ चाही। 6 जउन कउनो उ विसेख दिन क मानत हीं उ ओका पर्भू क आदर देइ क बरे ही मानत ह। अउर जे सब कछू खात ह उहइ पर्भू क आदर देइ क बरे ही खात ह। काहेकि परमेस्सर क धन्यबाद करत ह। अउर जे कीहीउ चीजन क नाहीं खात, उहउ अइसेन इही बरे नाहीं करत ह काहेकि उहउ पर्भू क ही आदर देइ चाहत ह। उ भी परमेस्सर क ही धन्यवाद देत ह। 7 हम पचन मँ स कउनउ भी न तउ अपने बरे जिअत ह, अउर न अपने बरे मरत ह। 8 हम जिअत ह तउ पर्भू क बरे अउर अगर मरित ह तउ पर्भू क बरे। तउन चाहे हम जिई चाहे मरी, हम हई तउ पर्भू क ही। 9 इही बरे मसीह मरा, अउर इही बरे जी उठा ताकि उ, उ जउन अब मरि चुका अहइ, अउर जउन जीवित अहइ दुइनउँ क पर्भू होइ सकइ। 10 तउन तू अपने बिसवास मँ टिका भवा अपने भाइ पे दोस काहे लगावत ह? या तू अपने बिसवास मँ कमजोर भाई क हीन काहे मानत ह? हम सभन क परमेस्सर क नियाउ क सिंहासन क आगे होइ क बा। 11 पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा:“पर्भू कहे बा, मोरे जीवन क कसम हर कीहीउ क मोरे सामने घुटना टेइक होई। अउर हर जुबान परमेस्सर क पहिचानी।” यसायाह 45:23 12 तउन हममे स हर एक क परमेस्सर क आगे आपन लेखा-जोखा देइ क होई। 13 तउन हम आपस मँ दोख लगाउब बन्द करी अउर इ निस्चय करी कि अपने भाई क रस्ता मँ हम कउनउ अड़चन खड़ी न करबइ अउर न ही ओका पाप क बरे उकसउबइ। 14 पर्भू ईसू मँ आस्थावान होइके कारण मइँ मानत हउँ कि अपने आप मँ कउनउ खाना अपवित्तर नाहीं बा। उ केवल ऊही क बरे अपवित्तर बा, जे ओका अपवित्तर मानत ह। ओकरे बरे ओकर खाब अनुचित बा। 15 अगर तोहर भाई क तोहरे खाना स ठेस पहुँचत ह तउ तू सहीयउ मँ पियार क व्यउहार नाहीं करत अहा। तउ तू अपने खाना स ओका ठेस न पहुँचावा काहेकि मसीह उ तलक क बरे उ आपन प्रान तजेस। 16 तउन जउन तोहरे बरे अच्छा बा ओका दूसरे लोगन द्वारा निन्दनीय ना बनइ द्या। 17 काहेकि परमेस्सर क राज्य बस खाब-पीयब नाहीं बा, पर धार्मिकता, सान्ति अउर पवित्तर आतिमा स मिला आनन्द मँ बा। 18 जउन मसीह क एह तरह सेवा करत ह, ओसे परमेस्सर खुस रहत हीं अउर लोग ओका स्वीकार कहिरीं। 19 एह बरे हम पचे ओन्हन बातन मँ लगा रही जउन सान्ति क बढ़ावत ह अउर जेहसे एक दूसरे क आत्मिक बढ़ोत्तरी मँ सहायता मिलत ह। 20 खाना बरे परमेस्सर क काम क न बिगाड़ा। हर तरह क भोजन पवित्तर अहइ किन्तु कउनो भी व्यक्ति क बरे कछू भी खाना ठीक नाहीं अहइ जउन कउनो अउर भाई क पाप क रास्ते पर लइ जाइ। 21 मांस नाहीं खाब अच्छा बा, दाखरस नाहीं पिअब अच्छा बा अउर कछू अइसेन नाहीं करब अच्छा बा जउन तोहरे भाई को पाप मँ ढकेरत ह। 22 अपने बिसवास क परमेस्सर अउर अपने बीच मँ ही रखा। उ धन्य अहइ जे जउन उही करत ह, जेका उ उचित समझत ह बिना अपने का दोसी समझत भए। 23 परन्तु अगर केउ अइसेन चीजी क खात ह, जेकरे खाइ क बरे उ आस्वस्त नाहीं अहइ तउ उ दोसी ठहरत ह। काहेकि ओकर खाब ओनके बिसवास क अनुसार नाहीं बा अउर उ सब कछू जउन बिसवास पे नाहीं टिका बा, पाप अहइ।
Romans 15:1 हम जउन आत्मिक रूप स सक्तिसाली अही, ओन्हे ओनकर कमजोरी सहइ चाही जउन सक्तिसाली नाहीं अहइँ। हम बस अपने आपके उ खुस ना करी। 2 हम पचन मँ स हर एक, दूसरे क अच्छाइयन बरे इ भावना क साथे कि ओनके समुदाय क आत्मिक बढ़ोत्तरी होइ, ओन्हे खुस करी। 3 इहाँ तक कि मसीह तउ खुद क खुस नाहीं किहे रहा। बल्कि जइसेन कि मसीह क बारे मँ पवित्तर सास्तरन कहत ह, “ओनकर अपमान जे तोहर अपमान किहे अहइँ, मोह पइ आइ पड़ा बा।” 4 सब उ बात जउन पवित्तर सास्तरन मँ पहिले लिखी गइ रहिन, हमका उपदेस देइ क बरे रहिन ताकि जउन धीरज अउ बढ़ावा सास्तरन स मिलत ह, हम ओसे आसा पाइ सकी। 5 अउर समूचा धीरज अउर बढ़ावा क स्रोत परमेस्सर तोहे बरदान देइ कि तू पचे एक दूसरे क साथे ईसू मसीह क इच्छा पे चलत-चलत आपस मँ मिलि-जुलिके क रहा। 6 ताकि तू सब एक साथे मँ एक सुर स हमरे पर्भू ईसू मसीह क परमपिता, परमेस्सर क महिमा प्रदान करा। 7 इही बरे एक दूसरे क अपनावा जइसे तोहे मसीह अपनाएस। इ परमेस्सर क महिमा क बरे करा। 8 मइँ तोहे लोगन क बतावत अही कि इ परगट करइ कि परमेस्सर बिसवासनीय बा ओकरे पूर्वजन क दीन्ह गवा परमेस्सर क बचन क मजबूत करइ क मसीह यहूदियन क सेवक बना। 9 ताकि गैर यहूदियन उ परमेस्सर क ओकरी दया बरे महिमा प्रदान करइँ। पवित्तर सास्तरन कहत ह:“इही बरे मइँ गैर यहूदियन क बीच तोहे पहिचनबइ अउर तोहरे नाउँ क स्तुति गाउबइ।” भजन संहिता 18:49 10 अउर फिन पवित्तर सास्तर इहउ कहत ह,“गैर यहूदियन परमेस्सर क लोगन क साथे खुस रहा।” व्यवस्था विवरण 32:43 11 अउर फिन पवित्तर सास्तर इहउ कहत ह,“गैर यहूदियन, तू पर्भू क स्तुति करा। अउर सभन लोगन परमेस्सर क स्तुति करा।” भजन संहिता 117:1 12 अउर फिन यसायाह भी कहत ह,“यिसै क एक बंजस परगट होई जउन गैर यहूदियन क सासक क रूप मँ उभरी! गैर यहूदी ओहपे आपन आसा लगइहीं।” यसायाह 11:10 13 सभन आसा का दाता परमेस्सर, तोहे पूरा आनन्द अउर सान्ति स भरि देइ। जइसेन कि ओहमे तोहार बिसवास बा। ताकि पवित्तर आतिमा क सक्ति स तू आसा स भरपूर होइ जा। 14 मोरे भाइयो तथा बहिनियो, मोका खुदइ तोह पे भरोसा बा कि तू नेकी स भरा अहा अउर ज्ञान स परिपूर्ण अहा। तू एक दूसरे क उपदेस दइ सकत ह। 15 परन्तु तोहे फिन स याद देवावइ क बरे मइँ कछू विषय क बारे मँ साफ साफ लिखे हउँ। मइँ परमेस्सर क जउन अनुग्रह पाएउँ ह, ओकरे कारण इ किहेउँ ह। 16 काहेकि मइँ गैर यहूदियन क बरे मसीह ईसू क सेवक बनिके परमेस्सर क सुसमाचार क उपदेस क याजक क रूप मँ काम करउँ ताकि गैर यहूदियन परमेस्सर क आगे स्वीकार करइ योग्य भेंट बन सकइँ अउर पवित्तर आतिमा क द्वारा परमेस्सर क बरे पूरी तरह पवित्तर बनइँ। 17 तउन मसीह ईसू मँ एक मनई क रूप मँ परमेस्सर क बरे आपन सेवा क मोका गर्व बा। 18 काहेकि मइँ बस ओन्हीन बातन क कहइ क साहस रखित ह जेका मसीह तउ गैर यहूदियन क परमेस्सर क आज्ञा मानइ क रस्ता देखावइ क काम मोर बचनन, मोर कामन, 19 अचरज अउ अद्भुत कारजन क सक्ति अउर परमेस्सर क आतिमा क सामर्थ स, मोरे जरिये पूरा कीन्ह गवा। तउन यरुसलेम स लइके इल्लुरिकुम क चारउ ओर मसीह क सुसमाचार क उपदेस क काम मइँ पूरा किहेउँ। 20 मोरे मने मँ हमेसा इ अभिलासा रही बा कि मइँ सुसमाचार क उपदेस उहाँ देउँ जहाँ क लोग मसीह क नाम नाहीं जानतेन, ताकि मइँ कउनो दूसरे मनइ क नींव पे निर्माण न करउँ। 21 परन्तु पवित्तर सास्तरन कहत ह:“जेनका ओनके बारे मँ नाहीं बतावा गवा बा, उ पचे देखिहीं। अउर जे सुने तलक नाहीं बा, उ पचे समझिहीं।” यसायाह 52:15 22 मोर इ सबइ कर्त्तव्य मोका तोहरे पास आबइ स बार बार रोकत रहेन। 23 परन्तु काहेकि अब इस प्रदेसन मँ कउनउ स्थान नाहीं बचा बा अउ बहुत बरसन स मइँ तोहसे मिलइ का उत्कंठित हउँ। 24 तउन मइँ जब स्पेन जाब तउ आसा करत हउँ तोहसे मिलबइ। मोका उम्मीद बा कि स्पेन जात तोहसे भेंट होई। तोहरे साथे कछू दिन ठहरइ क आनन्द लेइ क बाद मोका आसा बा कि उहाँ क जात्रा क बरे मोका तोहार मदद मिली। 25 परन्तु अब मइँ परमेस्सर क पवित्तर लोगन क सेवा मँ यरुसलेम जात हउँ। 26 काहेकि मैसीडोनिया अउ अखया क कलीसिया क लोगन यरुसलेम मँ परमेस्सर क पवित्तर लोगन मँ स जउन दरिद्र अहइँ, ओनके बरे कछू देइ क निस्चय किहे अहइ। 27 हाँ, ओनके बरे ओनकइ कर्तव्य इ बनत ह काहेकि अगर गैर यहूदियन यरुसलेम क यहूदियन क आत्मिक कामन मँ हिस्सा बाँटत हीं तउ गैर यहूदियन क भी ओनके बरे भौतिक सुख जुटावइ चाही। 28 तउन आपन इ काम पूरा कइके अउर इकट्ठा कीन्ह गवा इ धने क सुरच्छा क साथे ओनके हाथे सौंपी क मइँ स्पेन जाब, अउर रस्ते मँ तोहसे मिलब। 29 अउर मइँ जानित ह कि जब मइँ तोहरे लगे अउबइ तउ तोहरे बरे मसीह क पूरा आसीर्वादन समेत अउबइ। 30 भाइयो तथा बहिनियो, तोहमाँ स मइँ पर्भू ईसू मसीह कइँती स आतिमा स जउन पिरेम हम पाइत ह, ओकर साच्छी दइ क पराथना करित ह कि तू मोरे कइँती स परमेस्सर क बरे सच्ची पराथना मँ मोर साथे रहब्या। 31 कि मइँ यहूदिया मँ अबिसबासियन स बचा रहउँ। अउ यरुसलेम क बरे मोरी सेवा क परमेस्सर क पवित्तर लोग स्वीकार करइँ। 32 ताकि परमेस्सर क इच्छा क अनुसार मइँ खुसी क साथ तोहरे लगे आइके तोहरे साथे आराम करउँ। 33 पूरी सान्ति क धाम परमेस्सर तोहरे साथे रहइ। आमीन।
Romans 16:1 मइँ किंख्रिया क कलीसिया क बिसेख सेविका हमार बहिन फीबे क तोहसे सिफारिस करत हउँ 2 कि तू ओका पर्भू मँ अइसेन रीतो स ग्रहण करा जइसेन रीति परमेस्सर क लोगन क बरे उचित बा। ओसे तोहसे जउन कछू अपेच्छित होइ सब कछू स तू ओकर मदद करा काहेकि उ मोरे समेत बहुतन क सहायक रही अहइ। 3 प्रिस्का अउर अक्विल्ला क मोर नमस्कार। उ मसीह ईसू मँ मोर सहकर्मी अहइ। 4 उ पचे मोर प्रान बचावइ बरे अपने जीवन क भी दाँव पे लगाइ दिहे रहेन। न केवल मइँ ओनकर धन्यबाद करत हउँ बल्कि गैर यहूदियन क सभन कलीसिया भी ओनकर धन्यबादी अहइँ। 5 उ कलीसिया क भी मोर नमस्कार जउन ओनके घरे मँ इकठठ्ा होत ह।मोर पिआरा दोस्त इपैनितुस क मोर नमस्कार जउन एसिया मँ मसीह क अपनावइ वालन मँ पहिला बा। 6 मरियम क, जे तोहार बहुत महत्वपूर्ण कार्यका अहइ, नमस्कार। 7 मोर कुटुम्बी अन्द्रनीकुस अउर यूनियास क, जउन मोरे साथे कारागार मँ रहेन, अउर जउन प्रमुख धर्मप्रचारकन अउर जउन मोसे भी पहले मसीह मँ रहेन मोर नमस्कार। 8 पर्भू मँ मोरे पिआरा दोस्त अम्पलियातुस क नमस्कार। 9 मसीह मँ मोरे कार्यकर्ता उरबानुस अउर मोरे पिआरा दोस्त इस्तखुस क नमस्कार। 10 मसीह मँ खरे अउ सच्चा अपिल्लेस क नमस्कार। अरिस्तुबुलुस क परिवार क नमस्कार। 11 यहूदी साथी हेरोदियोन क नमस्कार। नरकिस्सुस क परिवार क लोगन क नमस्कार जउन पर्भू मँ अहइँ। 12 त्रुफेना अउर त्रुफोसा क जउन पर्भू मँ मेहनती कार्यकर्ता अहइँ, नमस्कार। मोर पियार परसिस क, जे पर्भू मँ कठिन मेहनत किहे अहइ, मोर नमस्कार। 13 पर्भू क असाधारण सेवक रूफुस क अउ ओनकी महतारी क, जउन मोर भी महतारी रही अहइ, नमस्कार। 14 असुंक्रितुस, फिलगोन।, हिर्मेस, पत्रुबास, हिर्मोस अउर ओनके साथी बन्धुवन जउन ओनके साथ अहइँ क नमस्कार। 15 फिलुलुगुस, यूलिया नेर्युस अउर ओकर बहिन उलुम्पास अउर ओनके सभन साथी सन्तन क नमस्कार। 16 तू लोग पवित्तर चुंबन द्वारा एक दूसरे क स्वागत करा। तोहे सभन मसीही कलीसियन कइँती स नमस्कार। 17 भाइयो तथा बहिनियो! मइँ तू पचन स पराथना करत हउँ कि तू पचे जउन सिच्छा पाया ह, ओकरे विपरीत तू सबन मँ जउन फूट डारत हीं अउर दूसर क बिसवास क बिगाड़त हीं। ओनसे होसियार रहा, अउर ओनसे दूर रहा। 18 काहे कि इ लोग हमरे पर्भू ईसू मसीह क नाहीं बल्कि अपने पेट क सेवा करत हीं। अउ आपन खुसामद भरी चिकनी चुपड़ी बातन स भोला-भाले लोगन क मन को छलत हीं। 19 तोहार आज्ञाकरितइ क चर्चा बाहर हर कीहीऊ तलक पहुँच चुकी बा। इही बरे तोहसे मइँ बहुत खुस हउँ। परन्तु मइँ चाहित हउँ कि तू नेकी के बरे बुद्धिमान बना रहा अउर बदी क बरे अबोध रहा। 20 सान्ति क स्रोत परमेस्सर जल्दी ही सइतान क तोहरे गोड़न तले कुचर देइ। हमार पर्भू ईसू मसीह क तोह पे अनुग्रह होइ। 21 हमार साथी कार्यकर्ता तीमुथियुस अउ मोर यहूदी साथी लूकियुस, यासोन अउर सोसिपत्रुस कइँती स तू सबन क नमस्कार। 22 इ पत्र क लेखक मोका तिरतियुस क पर्भू मँ तू सबन क नमस्कार। 23 मोर अउ समूची कलीसिया क आतिथ्य कर्ता गयुस क तू पचन क नमस्कार। इरास्तुस जउन नगर क खजांची अहइ अउ हमार बन्धु कबारतुस क तोहका नमस्कार। 24 25 ओकर महिमा होइ जउन तोहरे बिसवास क अनुसार यानि ईसू मसीह क सुसमाचार क जउन सुसमाचार क मइँ घोषित उपदेस देइत ह ओकरे अनुसार-तोहे सुद्दढ़ बनावइ मँ समरथ अहइ। इ सुसमाचार उ गुप्त सत्य को अभिव्यक्त करत ह जेहका परमेस्सर युगन स छिपाय रखे रहा। 26 परन्तु जेका अनन्त परमेस्सर क आदेस स नबियन क लेखन द्वारा अब हमका अउ गैर यहूदियन क परगट कइके बताइ दीन्ह गवा बा जेसे बिसवास स पैदा होइवाली आज्ञाकारिता पैदा होइ। 27 ईसू मसीह क जरिये उ एक मात्र ज्ञानमय परमेस्सर क अनन्त काल तलक महिमा होइ। आमीन!
1 Corinthians 1:1 हमार भाई सोस्थिनेस क साथे पौलुस क अउर जेका परमेस्सर आपन इच्छानुसार मसीह ईसू प्रेरित बनावइ बरे चुनेस। 2 कुरिन्थुस मँ रही परमेस्सर क ओन्ह कलीसिया क नाउँ अहइ यानि ओन सबन का नाउँ, जउन मसीह ईसू मँ रही परमेस्सर क सेवा करइ बरे नेउछावर रहइ, जेका परमेस्सर पवित्तर मनइयन बनवइ बरे ओकरे साथेन चुनेस। जउन सब जगह पर्भू ईसू मसीह क नाउँ लेत रहत हीं। 3 हमरे परमपिता कइँती स अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह कइँती स तोहे सबन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ। 4 तोहे मसीह ईसू मँ जउन अनुग्रह कींहीं गइ बा, ओकरे बरे मइँ तोहरे कइँती स परमेस्सर क हमेसा धन्यबाद करत अहउँ। 5 तोहरे पचन क ईसू मसीह मँ रहइ क कारण हर तरफ स अउर सब बानी अउर सब गियान स परिपूर्ण किहा गवा बा। 6 मसीह क बारे मँ हम जउन साच्छी दिहे अही उ तोहरे बीच मँ प्रमाणित भई बा। 7 अउर एनही क कारण तोहरे लगे ओनके कउनउ इनाम क कमी नाहीं बा। तू हमरे पर्भू ईसू मसीह क परगट होइ बरे इन्तजार करत रहा। 8 उ तोहे अन्त तक हमेसा मजबूत बनाए रही जेहसे जब ओहि दिन तोहमाँ कोई गलती न होइ, जब ईसू फिनि स आवइ। हमार पर्भू ईसू मसीह क दिनवा एकदम निहकलंक, खरा बनाए रखीन। 9 परमेस्सर एकदम बिसवासी अहइ। ओनही क कारण तोहे हमरे पर्भू अउर ओकरे बेटवा ईसू मसीह क सत संगति बरे बुलावा गवा बा। 10 भाइयो तथा बहिनियो, हमरे पर्भू ईसू मसीह क नाउँ मँ मोर तोह सबनस बिनती बा कि तू सभन मँ कउनउ मतभेद न होइ? तू सभे एक साथेन जुटा रहा, अउर तोहार चिन्तन अउर लच्छ एक्कई होइ। 11 भाइयन तथा बहिनियन, मोका खलोए क घराने क लोगन स पता चला ह कि तोहरे पचन क बीच आपस क झगड़ा बा। 12 मइँ इ कहत हउँ कि तोहमें स केऊ कहत ह, “मइँ पौलुस क हउँ” तउ केउ कहत ह, “मइँ अपुल्लोस क हउँ।” कीहीउ क मत अहइ, “उ पतरस क अहइ।” त केउ कहत ह, “उ मसीह क अहइ।” 13 का मसीह बँटि गवा बाटेन? पौलुस तउ तोहरे बरे क्रूस पर नाहीं चढ़ा रह। का वो चढ़ा रहेन? तोहे पौलुस क नाउँ क बपतिस्मा तउ नाहीं दिहा गवा। बतावा का दीहा गवा? 14 परमेस्सर क धन्यबाद बा कि मइँ तोहमा स ऋसिपुस अउर गयुस क छोड़िके कउनो अउर क बपतिस्मा नाहीं दिहा। 15 ताकि कउनउ इ न कहि सकइ कि तू लोगक हमरे नाउँ क बपतिस्मा दिहा गवा बा। 16 (मइँ स्तिफनुस क परिवार कभी बपतिस्मा दिहे रउँ मुला जहाँ तलक बाकी क लोगन क बात बा, तउ मोका याद नाहीं कि मइँ कउनो ही अउर क कभउँ बपतिस्मा दिहे होउँ।) 17 काहेकि मसीह हमका बपतिस्मा देइ क बरे नाहीं, बल्कि बानी क कउनउ तर्क-वितर्क तथा अलंकार क बिना सुसमाचार क प्रचार करइ क बरे पठए रहा ताकि मसीह क क्रूस अइसेन ही व्यर्थ न चला जाइ। 18 उ जउन भटकत हयेन, ओनके बरे क्रूस क संदेस एक निरी मूरखतइ अहइ। मुला जउन उद्धार पावत हयेन ओनके बरे उ परमेस्सर क सक्ति बा। 19 पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा“गियानियन क गियान क मइँ नस्ट कइ देबइ, अउर मइँ सब चतुरन क चतुरइ कुंठित करबइ।” यसायाह 29:14 20 कहाँ अहइ गियानी मनइँ? कहाँ बा विद्वान? अउर एह युगे क सास्त्रार्थी कहाँ अहइ? का परमेस्सर संसारी क बुद्धिमानी क मूर्खता नाहीं सिद्ध किहेस? 21 इही बरे काहेकि परमेस्सर गियान क जरिये इ संसार अपने बुद्धि बले स परमेस्सर क नाहीं पहिचान सका तउ हम सँदेस क कही भइ मूर्खता क प्रचार करत अही। 22 यहूदियन लोग त अदभुत चीन्हन क मांग करत हीं अउर गैर यहूदियन विवेक क खोज मँ अहइँ। 23 मुला हम तउ बस क्रूस पर चढ़ावा गवा मसीह क ही उपदेस देइत अही। एक अइसेन उपदेस जउन यहूदियन क बरे विरोध क कारण अहइ अउर गैर यहूदियन क बरे निरी मूर्खता। 24 मुला ओनके बरे जेनका परमेस्सर द्वारा बोलॉइ लिहा गवा बा, फिन चाहे ओ यहूदी होइँ या गैर यहूदी, इ उपदेस मसीह अहइ जउन परमेस्सर क सक्ती अहइ, अउर परमेस्सर क विवेक अहइ। 25 काहेकि परमेस्सर क कही गइ “मूर्खता” मनइयन क गियान स कहूँ जियादा विवेकपूर्ण बा। अउर परमेस्सर क कही गइ “कमजोरी” मनइयन क सक्ती स कहूँ जियादा सच्छम बा। 26 भाइयो तथा बहिनियो, अब तनिक सोचा कि जब परमेस्सर तउ तू बोलाये रहा तउ तोहमें स बहुत जनेन संसारिक दिस्टी स न तउ बुद्धिमान रहेन अउर न त सक्तिसाली। तोहमें स कइयउ क सामाजिकइ स्तर भी कउनउ ऊँचा नाहीं रहा। 27 बल्कि परमेस्सर तउ संसार मँ जउन कही गइ मूर्खतापूर्ण रहा, ओका चुनेस ताकि बुद्धिमान लोग लज्जित होइँ। परमेस्सर तउ संमार मँ कमजोरन क चुनेस ताकि जउन मजबूत अहइँ, उ सबइ लज्जित होइँ। 28 परमेस्सर संसार मँ स इन बातन क चुनेस जउन नीचे रहिन अउर जउन तुच्छ रहिन अउर जउन कछू नाहीं रहिन। परमेस्सर एनका चुनेस ताकि संसार जेका कछू समझत ह, ओका उ खराब कइ सकइ। 29 ताकि परमेस्सर क सामने कउनउ मनई अभिमान न कइ पावइ। 30 मुला तू मसीह ईसू मँ उही क कारण स्थित ह्वा, उहइ परमेस्सर क बरदान क रूप मँ हमार बुद्धि बनिगइ अहइ। उही क जरिये हम निर्दोस ठहरावा गएन अउर हम परमेस्सर क समर्पित होइ सकी अउर हमका पापन स छुटकारा मिलि जाइ। 31 जइसेन कि पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा, “अगर कीहीउ क कउनउ घमण्ड करब बाटइ तउन उ पर्भू मँ घमण्ड करइ।”
1 Corinthians 2:1 भाइयो तथा बहिनियो जब मइँ तोहरे लगे आए रहेउँ तउ परमेस्सर क रहस्यपूर्ण सच क, बानी क चतुरता अउर मानुस बुद्धि क साथे उपदेस देत हुए नाहीं आइ रहेउँ 2 काहेकि मइँ इ निस्चय कइ लिहे रहेउँ कि तोहारे बीच रहत, मइँ ईसू मसीह अउर क्रूस पर भइ ओकर मउत क छोड़िके कउनउ अउर बात क जनबइ तलक नाहीं। 3 तउन मइँ दीनता क साथे भय स काँपत भवा तोहरे लगे आएउँ ह। 4 अउर मोर भासण अउर मोर घोसना मानुस बुद्धि क लुभावइवाले सब्दन स मिला नाहीं रहा, बल्कि ओहमें रहा आतिमा क सक्ति क प्रमान 5 ताकि तोहरे बिसवास मानुस बुद्धि क बजाय परमेस्सर क सक्ति पइ टिक सकइ। 6 जे समझदार अहइँ, ओनके हम बुद्धि देत अही, काहेकि इ बुद्धि इ जुग क बुद्धि नागीं बा, न ही ऍह जुगे क ओन्हन सासकन क बुद्धि अहइ जेका बिनास क कगार पर लइ आवा जात बा। 7 एकरे स्थान पर हम तउ परमेस्सर क ओह रहस्यपूर्ण विवेक क देत हीं जउन छुपा हुआ रहा अउर अनादि काल स परमेस्सर हमार महिमा बरे निस्चित किहे रहा। 8 अउर जेका ऍह जुगे क कउनउ सासक नाहीं समझेन काहेकि अगर उ सबइ ओका समझ पाए होतेन तउ उ पचे ओह महिमावान पर्भू क क्रूस पर न चढ़उतेन। 9 मुला पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा:“जेहे नाहीं अंखिया देखेन अउर नाहीं काने स सुनेन तक, जहाँ मानुस क बुद्धि तक कभऊँ नाहीं पहुँचत ऎसी बानी ओनके बरे बनावाइस पर्भू जे ओनकर पिरेमी जन होइ जातेन।” यसायाह 64:4 10 मुला परमेस्सर इन बातन क आतिमा क जरिये हमरे बरे परगट किहे अहइ। काहेकि आतिमा हर कीहीउ बात क ढूंढ़ निकालत इहाँ तक कि परमेस्सर क छिपी गहरायन तक क। 11 अइसेन के अहइ जउन दूसरे मनइयन क मन क बात जानि लेइ सिवाय ओह मनई के ओह आतिमा क जउन ओनके अपने भित्तरइ अहइ। एह तरह परमेस्सर क बिचारन केऊँ परमेस्सर क आतिमा क छोड़िके अउर कउन जान सकत ह। 12 मुला हम संसारिक आतिमा नाहीं बल्कि ऊ आतिमा पाए अही जउऩ परमेस्सर स मिलत ह ताकि हम उन बातन क जान सकी जेनका परमेस्सर हमका मुक्त रूप स दिहे बाटइ। 13 ओनही बातन क हम मनइयन बुद्धि क जरिये बिचारा गवा सब्दन मँ नाहीं बोलित बल्कि आतिमा द्वारा बिचारा गवा सब्दन स आतिमा क चीजन क बियाखिया करत बोलत अही। 14 एक प्राकृतिक मनई परमेस्सर क आतिमा द्वारा प्रकासित सच क ग्रहण नाहीं करत काहेकि ओकरे बरे उ बात खरी मूरखता होत ह, उ ओन्हे समझि नाहीं पावत काहेकि उ आतिमा क आधार पर ही परखी जाइ सकतहीं। 15 आत्मिक मनई सब बातन क निआव कइ सकत ह, ‘मुला ओकर निआव केऊ नाहीं कइ सकत। काहेकि पवित्तर सास्तरन कहत हीं: 16 “पर्भू क मन का कउन जान सकत हय? ओका कउन सलाह दइ सकत ह?” यसायाह 40:13मुला हमरे लगे ईसू क मन बा।
1 Corinthians 3:1 मुला भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तू लोगन स वइसेन ही बात नाहीं कइ सकेउँ जइसे आत्मिक लोगन स करत हउँ। मोका एकरे विपरीत तोहे लोगन स वइसेन बात करइ पड़ी जइसे संसारिक लोगन स कइ जात ह। यानि ओनसे जउन अबहीं मसीह मँ बच्चा अहइँ। 2 मइँ तोहे पियइ क दूध दिहेउँ, ठोस आहार नाहीं काहेकि तू अबहीं ओका खाइ नाहीं सकत रहे्या अउर न तउ तू एका आजउ खाइ सकत अहा 3 काहेकि तू अबहिं तलक संसारी अहा। का तू संसारी नाहीं अहा? जबकि तोहमें आपसी इरसा अउर कलह मउजूद बा। अउर तू संसारिक मनइयन जइसा व्यवहार करत अहा। 4 जब तोहमें स केऊ कहत ह, “मइँ पौलुस स हउँ” अउर दुसर कहत ह, “मइँ अपुल्लोस क हउँ” तउ का तू संसारिक मनइयन क स आचरण नाहीं करत्या? 5 अच्छा त बतावा अपुल्लोस का अहइ अउर पौलुस का अहइ? हम तउ केवल उ सेवक अही जेकरे द्वारा तू बिसवास किहे अहा। हमरे मँ स हर एक बस उ काम किहेस जउन पर्भू हमका सौंपे रहा। 6 मइँ बीज बोएउँ, अपुल्लौस तउ ओका सींचेस, मुला ओकर बढ़वार तउ परमेस्सर किहस। 7 इहइ प्रकार न तउ उ जे बोएस, बड़ा बा, अउर नाहीं उ जउन ओका सींचेस, मुला बड़ा तउ परमेस्सर अहइ जउन एनका बड़ा किहेस। 8 उ जे बोवत ह अउर उ जउन सींचत ह, दुन्नऊँ क प्रयोजन समान बा। तउन हर एक अपने कामन क परिश्रम क अनुसारइ फल पइहीं। 9 परमेस्सर क सेवा मँ हम सब सहकर्मी अही। तू परमेस्सर क खेत अहा। अउर तू परमेस्सर क मंदिर अहा। 10 परमेस्सर क ओह अनुग्रह क अनुसार जउन मोका दिहा गवा रहा, मइँ एक कुसल प्रमुख सिल्पी क रूप मँ नीव डालेउँ मुला ओह पइ निर्माण तउ केऊ अउरइ करत ह, मुल हर एक क सावधानी क साथे धियान रखइ चाही कि उ ओह पर निर्माण कइसे करत बा। 11 काहेकि जउन नींव डाली गइ बा उ खुद ईसू मसीह ही अहइ अउर ओसे अलग दूसर नींव केऊ बनाइ नाहीं सकत। 12 अगर लोग ओह नींव पर निंर्माण करत ही, फिन चाहे उ पचे ओहमे सोंना लगावइँ, चांदी लगावइँ बहुमूल्य रतन लगावइँ, लकड़ी लगावइ, फूस लगावइँ या तिनका क प्रयोग करइँ, 13 हर मनई क काम स्पस्ट रूप स देखॉइ देइ। काहेकि उ दिन ओका उजागर कइ देइ। काहेकि उ दिन जुवाला क साथे परगट होइ अउर उहइ जुवाला हर मनई क कामन क परखी कि उ सबइ काम कइसेन बाटेन। 14 अगर ओह नींव पर कउनउ मनई क करमन क रचना टिकाऊ होइ 15 तउ उ ओकर प्रतिफल पाइ अउर अगर कीहीउँ क काम ओह जुवाला मँ भसम होइ जाइ तउ ओका हानि उठावइ क होइ। मुला फिन भी उ खुद वइसेनही बचि निकरी जइसे कउनउ आगी स बरत भए भकान स पराइके बचत ह। 16 का तू नाहीं जानत अहा कि तू पचे खुद परमेस्सर क मंदिर अहा अउर परमेस्सर क आतिमा तोहमें निवास करत ह? 17 अगर केऊ परमेस्सर क मंदिर क हानि पहुँचावत ह तउ परमेस्सर ओका नस्ट कइ देउ। काहेकि परमेस्सर क मंदिर तउ पवित्तर बा। हाँ, तू ही तउ उ मंदिर अहा। 18 अपने आपके जिन छला, अगर तोहमें स केउ इ सोचत ह कि इह जुगे क मानदंड क अनुसार उहइ बुद्धिमान बा तउ ओका बस वइसेन ही मूर्ख बना रहइ चाही ताकि उ सही मँ बुद्धिमान बनि जाइ, 19 काहेकि परमेस्सर क दिस्टी मँ संसारिक चतुराई मूरखता अहइ। पवित्तर सास्तर कहत ह, “उहइ (परमेस्सर!) फँसाइ देत ह बुद्धिमानन क ओनकेन ही चतुराई मँ।” 20 अउर फिन, “जानत ह पर्भू बुद्धिमानन क बिचार सब केउ काम क न अहइँ। 21 इही बरे मनइयन पर कींहीउ क गरब न करइ चाही काहेकि इ सब कछू तोहार तउ अहइँ। 22 फिन चाहे उ पौलुस होइ, अपुल्लोस होइ या पतरस चाहे संसार होइ, जीवन होइ, या मउत होइ, चाहे इ आज क बात होइ या आवइवाले भियान क। सब कछू तोहरइ ही अहइ। 23 अउर तू मसीह क अहा अउर मसीह परमेस्सर क।
1 Corinthians 4:1 हमरे बारे मँ कीहीउ मनई कएँ तरह सोचइ चाही कि हम लोग मसीह क सेवक अही। परमेस्सर तउ हमका अउर रहस्यमय सत्य सौपे अहइ। 2 अउर फिन जेका इ रहस्य सौपे अहइ, ओन पर इ दायित्व भी बा कि उ पचे बिसवास क जोग्ग होइँ। 3 मोका ऍकर तनिकउ चिंता नाहीं बा कि तू लोग मोर निआव करा या मनइयन क कउनउ अउर अदालत। ना मइँ खुद आपन निआव करत हउँ। 4 काहेकि मोर मन साफ बा। मुला इहइ कारण मइँ छूट नाहीं जाइत। पर्भू उ अहइ जउन निआव करत ह। 5 इही बरे ठीक समइ आवइ स पहिले मतलब जब तलक पर्भू न आइ जाइ, तब तलक कीहीउ बात क निआव जिन करा। उहइ अंधियारे मँ छिपी बातन क उजागर करी अउर उ मने क प्रेरणा क परगट करी। ओह समइ परमेस्सर कइँती स हर कीहीउ क उपयुक्त प्रसंसा होइ। 6 भाइयो तथा बहिनियो, मइँ इन बातन क अपुल्लोस पर अउर खुद अपने पर तू लोगन क बरे ही चरितार्थ किहे अहउँ ताकि तू पचे हमार उदाहरण देखत भए इन बातन क परे जिनजा जउन सास्तरन मँ लीख बा। ताकि एक मनई क पच्छ लेत अउर दुसरे क विरोध करत भए अहंकार मँ न भरि जा। 7 कउन कहत ह कि तू कीहीउ दूसरे स जियादा अच्छा अहा। तोहरे लगे आपन अइसेन का बा? जउन तोहे दिहा नाहीं गवा बा? अउर जब तोहे सब कछू कीहीउ क जरिये दीन्ह गवा बा तउ फिन ऍह रूप मँ अभिमान कउने बात क कि जइसेन तू कउने स कछू पाए ही न अहा। 8 तू लोग सोचत अहा कि जेह कउनउ चीज क तोहे जरूरत रही, अब उ सब कछू तोहरे लगे बा। तू सोचत ह अब तू सम्पन्न होइ गवा। तू हमरे बिना ही राजा बनि बइठ्या। केतना अच्छा होत कि तू सही मँ राजा होत्या ताकि तोहरे साथे हमहूँ राज्य करित। 9 काहेकि मोर बिचार बा कि परमेस्सर हम प्रेरितन क करम-छेत्र मँ उन लोगन क समान सबसे अन्त मँ स्थान दिहे अहइ जेनका मउत क सजा दीन्ह जाइ चुकी बा। काहेकि हम पूरा संसार, सरगदूतन अउर लोगन क सामने तमासा बना अही। 10 हम मसीह क बरे मूरख बना अही मुला तू लोग मसीह मँ बहुत बुद्धिमान अहा। हम कमजोर अही मुला तू तउ बहोत सबल अहा। तू सम्मानित अहा अउर हम अपमानित। 11 ऍह घड़ी तक हम भूखा पियासा अही। फटा-पुरान चिथड़ा पहिने अही। हमका मारा गवा। हम बेघरे क अही। 12 आपन हाथन स काम कइके हम मेहनत-मजदूरी करित ह। 13 गाली खाइके भी हम आसीर्बाद देइत ह। सतावा जाइ प हम ओका सहित ह। जब हमार बदनामी होइ जात ह, हम तब भी मीठा बोलित ह। हम अबहूँ जइसेन एह दुनिया क मल-फेन अउर कूड़ा कचरा बना भआ अही। 14 तोहे सबन क लज्जित करइ क बरे मइँ इ नाहीं लिखत हउँ। बल्कि आपन पिआरे बच्चन क रूप मँ तोहे सबन क चेतावनी देत हउँ। 15 काहेकि चाहे तोहरे लगे मसीह मँ तोहरे दसउ हजार सिच्छक मौजूद अहइँ, मुला तोहार पिता तउ अनेक नाहीं अहइ। काहेकि सुसमाचार द्वारा मसीह ईसू मँ मइँ तोहार पिता बना हउँ 16 इही बरे तोहसे मोर आग्रह बा, मोर अनुकरण करा। 17 मइँ इही बरे तीमुथियुस क तोहरे लगे भेजे रहेउँ। उ पर्भू मँ स्थित मोर पिआरा अउर बिसबास करइ जोग्ग बेटवा अहइ। मसीह ईसू मँ मोर आचरण क उ तोहे सबन क याद देवाइ। जेका मइँ हर कहूँ, हर कलीसियन मँ उपदेस दिहे हउँ। 18 कछू लोगन अंधकारे मँ ऍह तहर फूल उठा अहइँ इ सोच कर कि मइँ न आाउब। 19 अगर परमेस्सर चाहेस तउ जल्दी ही मइँ तोहरे लगे अउबइ अउर फिन अंहकार मँ फूला ओन लोगन क मात्रा वाचालता क नाहीं बल्कि ओनकर सक्ति क देख लेबइ। 20 काहेकि परमेस्सर क राज्य वाचालता पर नाहीं, सक्ती पर टिका बा। 21 तू पचे का चाहत अहा:हाथ मँ पिरेम अउर छड़ी थामे आउब मइँ तोहरे लगे, कोमल आतिमा साथे मँ लइ आउब?
1 Corinthians 5:1 सहीयउ मँ अइसेन बतावा गवा बा कि तू लोगन मँ दुराचार फइला भआ बा। अइसेन दुराचार-व्यभिचार तउ अधर्मियन तक मँ नाहीं मिलत। जइसेन केऊॅ तउ आपन बिमाता तक क साथ सहवास करत ह। 2 अउर फिन तू लोग अभिमान मँ फूला भआ अहा। मुला का तोहे एकरे बरे दुखी न होइ चाही? जे केऊ दुराचार करत ह ओका तउ तू पचे अपने बीच स निकाल बाहेर करइ चाही। 3 मइँ जद्यपि सारीरिक रूप स तोहरे बीच नाहीं अही मुला आत्मिक रूप स तउ हुवँइ हाजिर अही। अउर माना ऊहा हाजिर रहत भआ जे अइसेन खराब काम किहे अहइँ, ओकरे विरुद्ध मइँ आपन इ निर्णय दइ चुका अही 4 कि जब तू हमरे साथे हमार पर्भू ईसू क नाउँ मँ हमार आतिमा अउर हमार पर्भू ईसू क सक्ति क साथे इकट्ठा होब्या। 5 तउ अइसेन मनई क ओकर भौतिल मानुस सुभाउ क खराब कइ डालइ बरे सइतान क सौंप दीन्हा जाइँ ताकि पर्भू क दिना ओनके आतिमा क बचावा जाइ सकइ। 6 तोहार इ बड़बोलापन अच्छा नाहीं बा। तू एह कहावत क त जानतही अहा, “तनिक खमीर आटा क पूरा लउँदा क खमीरमय कइ देत ह।” 7 पुराने खमीर स छुटकारा पावा ताकि तू आटा क नया लौदा बनि सका। तू तउ बिना खमीरवाली फसह क रोटी क समान ह्वा। हमका पवित्तर करइके बरे मसीह को फसह क मेमने क रूप मँ बलि चढ़ाइ दीन्ह गवा। 8 इही बरे आवा हम आपन फसह क त्यौहार बुराइ अउर दुस्टतइ स युक्त पुरा खमीर क रोटी स नाहीं बल्कि निस्ठा अउर सत्य स युक्त बिन खमीर क रोटी स मनाई। 9 अपने पिछले चिठ्ठी मँ मइँ लिखे रहेउँ कि तोहे ओन लोगन स आपन नाता नाहीं रखइ चाही जउन व्यभिचारी अहइँ। 10 मोर इ प्रयोजन बिल्कूल नाहीं रहा कि तू ऍह दुनिया क व्यभिचारियन, लोभी लोगन, ठगन या मूर्ति पूजकन स कउनउ सम्बन्ध ही जिन रखा। अइसेन होइ पइ तउ तोहे सबन क इ संसार स ही निकरि जाइ क होइ। 11 मुला मइँ तोहे सबन क जउन लिखेउ ह उ इ अहइ कि कउनउ अइसेन मनई स नाता न रखा जउन अपने आपक मसीही बन्धु कहवाइ क भी व्यभिचारी, लोभी; मूर्ति पूजकन, चुगलखोर, पियक्कड़ या एक ठग अहइँ। अइसेन मनई क साथे त भोजन भी ग्रहण जिन करा। 12 जउन लोग बाहेर क बाटेन, कलीसिया क नाहीं, ओनकर निआव करइके-भला मोर का काम। का तोहे ओन्हीन क निआव न करइ चाही जउन कलीसिया क भित्तर क अहइँ? 13 कलीसिया क बाहेरवालन क निआव तउ परमेस्सर ही करी। पवित्तर सास्तर कहत ह, “अपने बीच से, तू पापी क निकार बाहर करा।”
1 Corinthians 6:1 का तोहरे मँ स केउ अइसेन बा जउन अपने साथी क साथे केउ झगड़ा होइ पे परमेस्सर क पवित्तर मनइयन क लगे न जाइके अधर्मी लोगन क अदालत मँ जाइके साहस करत होइ? 2 या का तू पचे इ नाहीं जानत अहा कि परमेस्सर क पवित्तर मनई ही सारे संसार क निआव करिहीं? अउर जब तोहरे जरिये समूचइ संसार क निआव किन्ह जाइ क बाटइ तउ का इन छोट-छोट बातन क निआव करइ जोग्ग तू नाहीं अहा? 3 का तू नाहीं जानत अहा कि हम सरगदूतन क भी निआव करबइ? फिन इ जीवन क इन रोजमरर्ा क छोट-मोट बातन क त कहबइ ही का। 4 अगर हर दिन तोहरे बीच कउनउ न कउनउ विवाद रहतइ ही रहत ह तउ का न्यायाधीस क रूप मँ तू पचे अइसेन मनइयन क नियुक्ति करब्या जेनकर कलीसीया मँ कउनउ स्थान नाहीं बा। 5 इ मइँ तोहसे ऍह बरे कहत हउँ कि तोहे सबन क कछू लाज आवइ। का स्थिति ऍतही बिगड़ि चुकि बा कि तोहरे बीच केऊॅ अइसेन बुद्धिमान मनइ अहइ नाहीं जउन अपने मसीही भाइयन क आपसी झगड़ा सुलझाइ सकइ? 6 का एक भाई कबहूँ अपने दुसरे भाई स मुकद्दमा लड़त रहा! अउर तू तउ अबिसवासियन क सामने अइसा करत रहे रह्या। 7 असलियत मँ तोहार पराजय तउ इही मँ होइ चुकी कि तोहरे बीच आपस मँ एक दूसरे क खिलाफ कानूनी मुकदमा अहइँ। एकरे स्थान पर तू आपस मँ अनिआव ही काहे नाहीं सही लेत्या? अपने आप क काहे नाहीं लुटि जाइ देत्या। 8 अरे अनिआव तू तउ खुदइ करत अहा अउर अपने ही मसीही भाइयन क लूटत अहा। 9 अउर का तू नाहीं जानत अहा कि खराब लोग परमेस्सर क राज्य क उत्तराधिकार न पइहीं? अपने आप को धोखा न द्या। व्यभिचार करइवाला, मूर्तिपूजक, व्यभिचार, गुदा-भंजन करइवाला, लौंडेबाज, 10 लुटेरे, लालची, पियक्कड़ चुगलखोर अउर ठग परमेस्सर क राज्य क उत्तरधिकारीन होइहीं। 11 तोहमें स कछू अइसेन ही रहेन। मुला अब तोहे सबन क धोइ-मांजिके पवित्तर कइ दिहे हउँ। तोहे परमेस्सर क सेवाँ मँ अरपित कइ दीन्हा वा बा। पर्भू ईसू मसीह क नाउँ अउर हमरे परमेस्सर क आतिमा क द्वारा ओन्हे धर्मी करार दीन्हा जाइ चुका बा। 12 “मइँ कछू भी करइ क स्वतन्त्र हउँ” मुला हर कउनउ बात हितकर नाहीं होत। हाँ, “मइँ सब कछू करइ क स्वतन्त्र हउँ” मुला मइँ अपने पर कीहीउ क हावी न होइ देब। 13 कहा जात ह, “भोजन पेट क बरे बा, अउर पेट भोजन क बरे।”‘ मुला परमेस्सर इन दुन्नउ क ही समाप्त कइ देई। अउर हमरे सारीरीक तउ भी व्यभिचार क बरे नाहीं बा बल्कि पर्भू क सेवा क बरे बा। अउर पर्भू हमार देह क कल्लियान क बरे बा। 14 परमेस्सर न केवल पर्भू क ही पुनर्जीवित नाहीं किहेस बल्कि आपन सक्ति स उ मउत स हम सबे कभी जियाइ उठाई। 15 का तू नाहीं जानत अहा कि तोहरे सरीर खुद ईसू मसीह का हिस्सा अहइ? तउ का मोका ओन्हे, जउन मसीह क अंग हयेन, कउनउ वेस्या क अंग बनाइ देइ चाही? 16 निस्चय ही नाहीं। अउर का तू इ नाही जानत अहा, कि जउन अपने आपके वेस्या स जोड़त ह, उ ओकरे साथे एक देह होइ जात ह। पवित्तर सास्तरन मँ कहा गवा बा: “काहेकि उ दुन्नऊ एक होइ जइ हीं,” 17 मुला उ जउन आपन लौ पर्भू स लगावत ह, उ आतिमा मँ एकाकर होइ जात ह। 18 व्यभिचार स दूर रहा। दुसरे सभन पाप जेका एक मनई करत ह, ओकरे सरीर स बाहेर होत हीं मुला अइसेन मनई जउन व्यभिचार करत ह उ तउ अपने सरीर क विरुद्ध पाप करत ह। 19 अउर का तू नाहीं जानत अहा कि तोहार सरीर ओह पवित्तर आतिमा क मंदिर अहइ जेका तू परमेस्सर स पाए अहा अउर जेका तू आपन बनाइ क न रख सक्या। अउर उ आतिमा तोहार आपन नाहीं बा। 20 काहेकि परमेस्सर तोहे सबन क कीमत चुकाइ क खरीदे अहइ इही बरे अपने सरीर क द्वारा परमेस्सर क इज्जत कर।
1 Corinthians 7:1 अब इन बातन क बारे मँ जउन तू लिखे रह्या: अच्छा इ बा कि कउनउ मनई कीहीउ स्त्री स बियाह न करइ। 2 मुला यौन अनैतिकता क घटना क सम्भावनावन क कारण हर पुरूस क आपन पत्नी होइ चाही अउर हर स्त्री क आपन पति। 3 पति क चाही कि पत्नी क रूप मँ जउन कछू पत्नी क अधिकार बनत ह, ओका देइ। अउर इही तरह पत्नी क भी चाही कि पति क ओकर यथोचित प्रदान करइ। 4 अपने सरीर पर पत्नी क कउनउ अधिकार नाहीं बा, बल्कि ओकरे पति क बा। अउर इही तरह पति क ओकरे अपने सरीर पर कउनउ अधिकार नाहीं बा, बल्कि ओकरे पत्नी क अहइ। 5 अपने आप क पराथना मँ समर्पित करइ क बरे थोड़े समइ तक एक दूसरे स समागम न करइ क आपसी सहमति क छोड़िके, एक दूसरे क संभोग स वंचित जिन करा। फिन आतिमा संयम क अभाउ क कारण कहूँ सइतान तोहे कउनउ परीच्छा मँ न डालि देइ, इही बरे तू फिन समागम कइ ल्या। 6 मइँ इ एक छूट क रूप मँ कहत रहत हउँ, आदेस क रूपें मँ नाहीं। 7 मइँ तउ चाहित हउँ सभन लोग मोरे जइसेन होतेन। मुला हर मनई क परमेस्सर स एक विंशेष बरदान मिला बा। कीहीउ क जिअइ क एक ढंग बात त दुसरे क दूसर। 8 अब मोका अविवाहितन अउर विधवा क बारे मँ इ कहब बा: अगर उ हमरे समान अकेल ही रहइँ तउ ओकरे बरे इ अच्छा रही। 9 मुला अगर उ पचे अपने आप पर काबू न रख सकइँ तउ ओन्हे बियाह कइ लेइ चाही, काहेकि वासना क आग मँ जलत रहइ स विआह कइ लेब अच्छा बा। 10 अब जउन विवाहित अहउँ ओनका हमार ई आदेस बा, यद्यपि इ हमार नाहीं बा बल्कि पर्भू क आदेस बा कि कउनउ पत्नी आपन पति क न तियागइ चाही। 11 मुला अगर उ ओका छोड़िही देइ तउ ओका फिन अनब्याहा ही रहइ चाही या अपने पति स मेल-मिलाप कइ लेइ चाही। अउर अइसेन ही पती क अपनी पत्नी क छोड़इ न चाही। 12 अब सेस लोगन स मोर इ कहब बा: (ई मइँ कहत हउँ न कि पर्भू) अगर कि कउनो मसीही भाई क कउनउ अइसी पत्नी बा जउन ऍह मते मँ बिसवास नाहीं रखत अउर ओकरे साथे रहइ क सहमत बा त ओका तियाग देइ चाही। 13 अइसेन ही अगर कउनो स्त्री क कउनउ अइसेन पति बा जउन पथ क बिसवासी नाहीं अहइ मुला ओकरे साथे रहइ क सहमत बा त ओह स्त्री क भी आपन पति तियागइ न चाही। 14 काहेकि उ अबिसवासी पति बिसवासी पत्नी क लगे क सम्बन्ध क कारण पवित्तर होइ जात ह अउर इही तरह उ अबिसवासी पत्नी अपने बिसवासी पति क हमेसा साथ रहे स पवित्तर होइ जात ह। नाहीं तउ तोहार सन्तान अस्वच्छ होइ जात मुला अब तउ उ पचे पवित्तर बाटेन। 15 फिन भी अगर केउ अविसवासी अलग होइ चाहत ह तउ उ अलग होइ सकत ह। अइसन स्थितियन मँ कउनो मसीह भाई या बहिन पर कउनउ बंधन लागू न होई। परमेस्सर हमका सान्ति क साथे रहइ क बोलाए अहइ। 16 हे पत्नियो, का तू पचे जानत अहा।? होइ सकत ह तू अपने अबिसवासी पति क बचाइ ल्या। हे पति, का तू जानत ह? होइ सकत ह तू अपने अबिसवासी पत्ती क बचाइ ल्या। 17 पर्भू जेका जइसेन दिहे अहइ अउर जेका जेह रूप मँ चुनें अहइ, ओका वइसेन ही जियइ चाही। सभन कलीसियन मँ मइँ इही क आदेस देत हउँ। 18 जब किहू क परमेस्सर क द्वार बोलावा गवा, तब अगर उ खतना युक्त रहा तब ओका आपन खतना छिपावइ न चाही। अउर किहू क अइसेन दसा मँ बोलावा गवा जब उ बिना खतना क रहा तउ ओकर खतना करावइ न चाही। 19 खतना तउ कछू नाहीं बाटइ अउर न ही खतना न होब कछू बा। बल्कि परमेस्सर क आदेसन क पालन करब ही सब कछू अहइ। 20 हरि किहू क उही स्थिति मँ रहइ चाही, जेहमें ओक बोलावा गवा बा। 21 का तोहे सबन क दास क रूप मँ बोलावा गवा बा? तू एकर चिन्ता जिन करा। मुला अगर तू स्वतंत्र होई सकत ह तउ आगे बढ़ अउर अवसर क लाभ उठावा। 22 काहेकि जेका पर्भू क दास क रूप मँ बोलावा गवा, उ तउ पर्भू क स्वतंत्र मनई अहइ। इही तरह जेका स्वतंत्र मनई क रूप मँ बोलावा गवा, उ मसीह क दास अहइ। 23 परमेस्सर कीमत चुकाइके तोहे सबन क खरीदे बाटइ। इही बरे मनइयन क दास न बना। 24 भाइयो, तोहे जउने स्थिति मँ बोलावा गवा बा, परमेस्सर की सामने उही स्थिति मँ रहा। 25 अविवाहितन क सम्बन्ध मँ पर्भू कइँती स मोका कउनो आदेस नाहीं मिला बा। इही बरे मइँ पर्भू क दया पाइके बिसवासी होइ क कारण आपन राय देत हउँ। 26 मइँ सोचत हउँ कि एह वर्तमान संकट क कारण इहइ अच्छा बा कि कउनउ मनई मोरे समान ही अकेला रहइ। 27 अगर तू विवाहित अहा तउ ओसे छुटकारा पावइ क यत्न जिन करा। अगर तू पत्नी स मुक्त अहा तउ ओका खोजा न। 28 मुला अगर तोहार जीवन विवाहित बा तउ तू कउनउ पाप नाहीं किहे अहा। अउर अगर कउनउ कन्या बियाह करत ह, तउ कउनउ पाप नाहीं करत ह मुला अइसेन लोग सरीरीक कस्ट उठइहीं जेनसे मइँ तोहे सबन क बचावइ चाहत हउँ। 29 भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तउ इहइ कहत हउँ, समइ बहुत कम बा। इही बरे अब आगे, जेनके लगे पत्नियन अहइँ उ पचे अइसन ही रहइँ, माना उनके पास पत्नियन हइयइ नाहीं हइन। 30 अउर उ सबइ जउन विलखत अहइँ उ पचे, अइसेन रहइँ, माना कबहूँ दुखही न भवा होइ। अउर जउन आनन्दित हयेन, उ पचे अइसेन रहइँ, माना खुसइ नाहीं भवा रहेन। अउर उ पचे जउन चीज मोल लेत हीं, अइसेन रहइ माना ओनके लगे कछुउ न होइ। 31 अउर जउन संसारिक सुख-बिलासन क भोग करत हयेन, उ पचे अइसेन रहइँ, माना उ पचे चीज ओनके बरे कउनउ महत्व नाहीं रखत। काहेकि इ संसार अपने वर्तमान सरूप मँ नासवान बा। 32 मइँ चाहत हउँ आप लोग सबइ चिन्ता स मुक्त रहा। एक अविवाहित मनई पर्भू सम्बधी विसयन क चिन्तन मँ लगा रहत ह कि उ पर्भू क कइसे खुस करइ। 33 मुला एक विवाहित मनइ संसारिक विसयन मँ ही लिप्त रहत ह कि उ आपन पत्नी क कइसे खुस कइ सकत ह। 34 एह तरह ओकर व्यक्तित्व बँटि जात ह। अउर अइसेन कउनउ अविवाहित पत्नी या कुंआरी कन्या क जेका बस पर्भू सम्बन्धी विसयन क ही चिन्ता रहत ह। जेहसे उ अपने सरीर अउर आपन आतिमा स पवित्तर होइ सकइ। मुला एक विवाहित स्त्री संसारिक विसय भोगन मँ ऍह तरह लिप्त रहत ह कि उ अपने पति क रिझावत रहि सकइ। 35 इ मइँ तोहसे तोहरे भले क बरे ही कहत हउँ तोह पर बन्धन लगावे क बरे नाहीं। बल्कि अच्छी व्यवस्था क हित मँ अउर इही बरे कि तू चित्त क चंचलता क बिना पर्भू क समर्पित होइ सका। 36 अगर केउ सोचत ह कि उ आपन जवान होइ चुकी कुंआरी बिटिया क बरे उचित नाहीं करत बा अउर अगर ओकर काम भावना तेज बा, अउर दुन्नऊ क ही आगे बढ़िके बियाह कइ लेइ क जरूरत बा, तउ जइसन उ चाहत ह, ओका आगे बढ़िके वइसेन ही कइ लेइ चाही उ पाप नाहीं करत बा। ओका बियाह कइ लेइ चाही। 37 मुला जउन अपने मने मँ बहुत पक्का अहइ अउर जेह पर कउनउ दबावउ नाहीं बा, बल्कि जेकर इच्छन पर पूरा बस बा अउर जे अपने मने मँ पूरा निहचय कइ ललिहे बा कि अपने प्रिया स बियाह न करइ तउ उ अच्छा ही करत बा। 38 तउ उ जउन आपन प्रिया स बियाह नाहीं करत उ अउर भी अच्छा करत ह। 39 जब तलक किहउ स्त्री क पति जिन्दा रहत ह, तबउ तलक उ बियाह क बन्धन मँ बंधी होत ह मुला अगर ओकरे पति क मउत होइ जात ह, तउ जेकरे साथे चाहइ बियाह करइ, उ स्वतन्त्र बा मुला केवल पर्भू मँ। 40 पर अगर जइसेन उ बा वइसेन ही रहत ह, त जियादा खुस रही। इ मोर विचार अहइ। अउर मइँ सोचत अहउँ कि मोहूँ मँ परमेस्सर क आतिमा क ही निवास अहइ।
1 Corinthians 8:1 जब मूर्तियन पर चढ़ाइ गइ बलि क बारे मँ: हम इ जानित ह, “हम सबहिं गियानी अही।” “गियान” लोगन क अहंकार स भरि देत ह। मुला पिरेम स मनई अधिक सक्तिसाली बनत ह। 2 अगर केऊँ सोचइ कि उ कछू जानत ह तउ जेका जानइ चाही ओकरे बारे मँ तउ ऊ अबहुँ कछू जनबइ नाहीं करत। 3 अगर केउ परमेस्सर क पिरेम करत ह त उ परमेस्सर क जरिये जाना जात ह। 4 तउन मूरर्तियन पर चढ़ावा गवा भोजन क बारे मँ हम जानत अही कि एह संसारे मँ मूरति का अस्तित्व नाहीं बा। अउर इ कि “परमेस्सर केवल एक्कइ अहइ।” 5 अउर धरती या आकास मँ जद्यपि अइसेन ही देवता बहुत स अहइँ (बहुत स “देवता” हयेन, बहत स “पर्भू” हयेन।) 6 मुला हमरे बरे तउ एक्कइ परमेस्सर बा, हमार पिता। उही स सब कछू आवत ही अहइ। अउर ऊही क बरे हम जिअत अही। पर्भू केवल एक अही, ईसू मसीह। उही क द्वारा सब चीजन क आस्तित्व बा अउर ऊही क जरिये हमार जीवन बा। 7 मुला इ गियान सब कीहीउ क लगे नाहीं अहइ। कछू लोग जउन अब तलक मूर्ति पूजा क आदी अहइँ, अइसेन चीजन खात हीं अउर सोचत हीं जइसेन माना उ चीज मूर्ति क प्रसाद अहइ। ओनके इ करमे स ओनकर आतिमा कमजोर होइ क कारण दूसित होइ जात ह। 8 मुला उ प्रसाद तउ हमका परमेस्सर क लगे न लइ जाइ। अगर हम ओका नहीं खाइ तउ कछू घटी नाहीं जात अउर अगर खाई तउ कछू बढ़ नाहीं जात। 9 सावधान रहा। कहूँ तोहर इ अधिकार ओकरे बरे, जउन कमजोर बाटेन, पाप मँ गिरइ क कारण न बन जाइ। 10 काहेकि कमजोर बिसवास क कउनउ मनई अगर तोहे जइसेन इ बिसय क जानकार क मूर्तिवाला मंदिर मँ खात भआ देखत ह तउ ओकर दुर्बल मन का ओह हद तलक न भटकि जाई कि उ मूर्ति पर बलि चढ़ाइ गइ चीजन क खाइ लागेन। 11 तोहरे गियान स, कमजोर मने क मनई क तउ नास ही होइ जाइ तोहरे उहीं बन्धु क, जेकरे बरे मसीह तउ जान दइ दिहेस। 12 इही तरह अपने भाइयन अउर बहिनियन क विरुद्ध पाप करत भए अउर ओनके कमजोर मने क चोट पहुॅचावत भए तू लोग मसीह क विरुद्ध पाप करत अहा। 13 ऍह बरे अगर भोजन मोरे भाई क पाप क राह पर बढ़ावत ह तउ मइँ फिन कभउँ माँस न खाबइ ताकि मइँ अपने भाई क बरे, पाप करइ क कारण न बनउँ।
1 Corinthians 9:1 का मइँ स्वतन्त्र नाहीं हउँ? का मइँ भी एक प्रेरित नाही हऊँ? का मइँ हमार पर्भू ईसू मसीह क दर्सन नाहीं किहे अहउँ? का तू लोग पर्भू मँ मोर इ करम क उदाहरण नाहीं अहा।? 2 चाहे दुसरन क बरे मइँ प्रेरित न भी होउँ तबउ मइँ तोहरे बरे त प्रेरित हउँ। काहेकि तू एक अइसेन मोहर क समान अहा जउन पर्भू मँ मोरे प्रेरित होइ क प्रमाणित करत ह। 3 उ लोग जउन मोर जाँच करइ चाहत हीं, ओनके बरे आपन आत्मरच्छा मँ मोर उत्तर इ अहइ: 4 का हमका खाइ पियइ क अधिकार नाहीं बाटइ? 5 का हमका इ अधिकार नाहीं कि कउनो बिसवासिनी पत्नी क हम अपने साथे लइ जाइ? जइसेन क दूसर प्रेरित, पर्भू क बन्धु अउर पतरस किहे रहेन। 6 अउर का बरनाबास अउर मोरे लगे ही इ अधिकार बा कि आपन आजीविका कमाइ क बरे हम कउनउ काम न करीं? 7 सेना मँ अइसेन के होइ जउन एक सिपाही क रूपे मँ अपने क वेतन देइ। अउर के होइ जउन अंगूर क बगिया लगाइके ओकर फल न चखी? या कउन अइसा अहइ जउन भेड़न क खरका क देखभाल न करत होइ पर ओकर दूध न पीअत होइ? 8 का हम मानवीय चिन्तन क रूपे मँ ही अइसेन करत हई? आखिरकार का व्यवस्था क विधान भी अइसेन नाहीं कहत? 9 मूसा क व्यवस्था मँ लिखा बा, “खरिहाने मँ बरधा क मुँह जिन बाँधा।”का परमेस्सर केवल बरधन क बारे मँ बतावत अहइ? 10 (निस्चित रूप स उ एका क हमरे बरे नाहीं बतावत अहइ? हाँ, इ) हमरे बरे ही लिखा गवा रहा। काहेकि खेत जोतइवाला कीहीउ आसा स ही खेत जोतइ अउर खरिहाने मँ भूसा स अनाज अलगावइवाला फसल क कछू भाग पावइ क आसा तउ रखी। 11 फिन अगर हम तोहरे हिते क बरे आत्मिक बिया बोए अही तउ हम तोहसे भौतिक चीजन क फसल काटइ चाहित ह, इ का कउनउ बहुत बड़ी बात बा? 12 अगर दूसर लोग तोहसे भौतिक चीजन पावइ क अधिकार रखत हीं तउ हमार तउ तोह पइ का अउर भी जियादा अधिकार नाहीं बा? मुला हम इ अधिकार क उपयोग नाहीं किहे अही। बल्कि हम तउ सब कछू सहत रहे ताकि हम मसीह क सुसमाचार क रस्ता मँ कउनउ बाधा न डाली देइ। 13 का तू नाहीं जानत बाटया कि जउन लोग मंदिर मँ काम करत हीं उ पचे आपन खाना मंदिर स ही पावत हीं। अउर जउन नियमित रूप स वेदी क सेवा करत हीं वेदी क चढ़ावा मँ ओनकर हिस्सा होत ह? 14 इही तरह पर्भू व्यवस्था दिहे अहइ कि सुसमाचार क प्रचारकन क आजीविका सुसमाचार क प्रचार स ही होइ चाही। 15 मुला ओन्हन अधिकारन मँ स मइँ एक क कभउँ प्रयोग नाहीं किहेउँ। अउर इ बात मइँ ऍह बरे लिखेउँ नाहीं कि अइसेन कछू मोरे बिसय मँ कीन्हा जाई। बजाय एकरे कि कउनउ मोसे ओह बात केउ छीन लेइ जेकर मोका गरब बा। ऐसे तउ मइँ मरि जाब ही ठीक समझब। 16 एह बरे अगर मइँ सुसमाचार क प्रचार करित ह तउ एहमाँ मोका गरब करइके कउनउ हेतु नाहीं बा काहेकि मोर त इ कर्तव्य बा। अउर अगर मइँ सुसमाचार क प्रचार न करउँ तउ मोरे बरे इ केतना खराब होइ। 17 फिन अगर इ मइँ अपने इच्छा स करित ह तउ मइँ एकर पुरस्कार पावइ योग्ग हई, परन्तु अगर आपन इच्छा स नाहीं बल्कि कउनो नियुक्ति क कारण इ काम मोका सौंपा गवा ह। 18 तउ फिन मोर पुरस्कार काहे क? इही बरे जब मइँ सुसमाचार क प्रचार करीत हउँ बिना कउनउ मूल लिहे ही ओका करउँ। ताकि सुसमाचार क प्रचार मँ जउन कछू पावइ क मोर अधिकार बा, मइँ ओकर कुल उपयोग न करउँ। 19 जद्यपि मइँ किहू मनई क बन्धन मँ नाहीं हउँ, फन मइँ खुद क तोहरे सबन क गुलाम बनाइ लिहे हउँ। ताकि मइँ अधिकतर लोगन क जीत सकउँ। 20 यहूदियन क बरे मइँ एक यहूदी जइसेन बनउँ, ताकि मइँ यहूदियन क उद्धार मँ मदद करि सकउँ मइँ खुद व्यवस्था क अधीन नाहीं अहउँ। जउन लोग व्यवस्था क अधीन अहइँ, ओनके बरे मइँ एक अइसेन मनई बरे जउन व्यवस्था क अधीन जइसेन बनेउँ। इ मइँ एह बरे किहे कि मइँ व्यवस्था क अधीनन क उद्धार करवइ मँ मदद कइ सकउँ। 21 मइँ एक अइसेन मनई बने जउन व्यवस्था क नाहीं मानत। जद्यपि मइँ परमेस्सर क व्यवस्था स रहित नाहीं हउँ बल्कि मसीह क व्यवस्था क अधीन हउँ। तउ कि मइँ जउन व्यवस्था क नाहीं मानत हउँ ओन्हे जीत सकउँ। 22 जउन मनइयन कमजोर अहइँ, ओनके बरे मइँ कमजोर बनेउँ ताकि मइँ कमजोरन क उद्धार करावइ मँ मदद कइ सकी। हर किहू क बरे मइँ हर किहू जइसेन बनेउँ त कि हर सम्भव उपाय स ओनकर उद्धार कइ सकउँ। 23 इ सब कछू मइँ सुसमाचार क बरे करत हउँ ताकि एकरे बरदानन मँ मोर भी कछू भाग होइ। 24 का तू लोग इ नाहीं जानत अहा कि खेल क मैदान मँ दौड़त सबहिं धावक बाटेन मुला इनाम कउनो एक क मिलत ह। अइसेन दउड़ा कि जीत तोहार होइ सकइ। 25 कउनो खेल प्रतियोगिता मँ हर एक प्रतियोगी क हर तरह क आतिमा संयम करब होत ह। उ एक नासमान कीर्तिमान स सम्मानित होइ क बरे करत हीं मुला हम तउ एक अविनासी मुकुट क पावइ बरे इ करित ह। 26 एह तरह मइँ ओह मनई क समान दौड़त हउँ जेकरे सामने एक लच्छ बा। मइँ अहइ मुक्केबाज क तरह मुक्का मारत मारत हउँ मुला मइँ हवा मँ मुक्का नाहीं मारत हउँ। 27 बल्कि मइँ तउ आपन सरीर क कठोर अनुसासन मँ तपाइके, ओका अपने बस मँ करत हउँ। ताकि कहूँ अइसेन न होइ जाइ कि दुसरन क उपदेस देइ क बाद परमेस्सर क जरिये मइँ इ बेकार ठहराइ दीन्ह जाउँ।
1 Corinthians 10:1 भाइयो तथा बहिनियो, मइँ चाहित हउँ कि तू जान ल्या हमरे पूर्वजन क का भवा रहा जउन मूसा क व्यवस्था क मानत रहेन। अउर उ सबहिं बादल क छत्र छाया मँ सुरच्छापूर्वक लाल सागर पार कइ ग रहेन। 2 ओन्हन सब क बादल क नीचे अउर समुद्दर मँ मूसा क अनुयायी क रूप मँ बपतिस्मा दीन्ह गवा रहा। 3 ओन सभन क समान आत्मिक भोजन खाए रहेन। 4 अउर उ सबइ समान आत्मिक पेय पिए रहेन काहेकि उ अपने साथे चलत रही उ आत्मिक चट्टान स ही जल ग्रहण करत रहेन। अउर उ चट्टान रही मसीह। 5 मुला ओहमें स अधिकांस लोगन स परमेस्सर खुस नाहीं रहा, इही बरे उ पचे मरुभूमि मँ मरि गएन। 6 इ बातन अइसेन घटिन कि हमरे बरे उदाहरण सिद्ध होइ गइन। ऍहसे हम खराब बातन क कामना न करी जइसेन ओन्हन किहे रहेन। 7 मूर्ति पूजक न बना, जइसेन कि ओहमाँ स कछू रहेन। पवित्तर सास्तरन कहत ह: “मनई खाइ पिअइ क बरे बइठा अउर परस्पर आनन्द मनावइ क बरे उठा।” 8 तउन आवा हम कभउँ व्यभिचार न करी जइसेन ओनमें स कछू किहे रहेन। इही नाते ओहमें स 2,300 मनई एक्कइ दिन मरि गएन। 9 आवा हम मसीह क परिच्छा न लेइ, जइसेन कि ओहमे स कछू जने लिहे रहेनन। परिणाम उ लोग साँप द्वारा मारा गएन। 10 सिकवा सिकायत न करा जइसेन कि ओनमें स कछू करत रहत रहेन अउर इही कारण विनास क सरगदूत क जरिये मार डावा गएन। 11 इ बात ओनके साथे अइसेन घटी कि उदाहरण बन जाइ। अउर ओन्हे लिख दीन्हा गवा कि हमरे बरे जेह पर युगे क अंत उतरा भवा बा, चेतावनी रहइ। 12 एह बरे जउन इ सोचत ह कि उ मजबूती स खड़ा अहइ, ओन्हे सावधान रहइ चाही कि उ गिर न पड़इ। 13 तू पचे कउनो अइसेन परिच्छा मँ नाहीं पड़ा अहा जउन, मनइयन क बरे सामान्य नाहीं बा। परमेस्सर बिसवासनीय अहइ। उ तोहार सक्ति स ज्यादा तोहे परीच्छा मँ न पड़इ देई। परीच्छा क साथे-साथे ओसे बचइ क रस्ताभी तोहे सबन क देइ ताकि तू परीच्छा क उत्तीर्ण कइ सका। 14 हमर पिआरा दोस्तन, अंत मँ मइँ कहत हउँ मूर्ति पूजा स दूर रहा। 15 तोहे समझदार समझिके मइँ अइसेन कहत हउँ। जउन मइँ कहत हउँ, ओका अपने आप परखा। 16 धन्यबाद क उ पियाला जेकरे बरे हम धन्यबाद देत हई, उ का मसीह क लहू (मृत्यु) मँ हमार साझेदारी नाहीं बा? उ रोटी जेका हम तोड़त त हई, का ईसू देह मँ महमार साझेदारी नाहीं बा? 17 रोटी क होब एक अइसा तथ्य अहइ, जेकर अर्थ बा कि हम सब एक्कइ सरीर स अही। काहेकि ओही रोटी मँ ही हम सब का साझेदारी बाटइ। 18 ओन्हन इस्राएलियन (यहूदियन) क बारे मँ सोचा, जउन बलि क चीज खात हीं। का ओनकर ओह वेदी मँ साझेदारी नाहीं अहइ? 19 इ बात क मोरे कहइ क प्रयोजन का बा? का मइँ इ कहई चाहित ह कि मूर्तियन पर चढ़ावा गवा भोजन कछू महत्व क बाटइ? या कि मूर्ति कछू भी नाहीं बाटइ। 20 बल्कि मइँ इ कहत हउँ कि अधर्मी जउन बलि चढ़ावत हीं, उ पचे परमेस्सर क बरे नाहीं बल्कि दुस्ट आतिमन क बरे चढ़ावत हीं। मइँ नाहीं चाहत हउँ कि तू पचे दुस्ट आतिमन क बरे चढ़ावाा। मइँ नाहीं चाहित्त कि तू दुस्ट आतिमन क साझेदार बना। 21 तू पर्भू क कटोरा अउर सइतान क कटोरा मँ स एक साथ नाहीं पी सकत्या। तू सबइ पर्भू क भोज क चौकी अउर दुस्ट आतिमन क खाना क चौकी, दुइनउँ मँ एक साथे हींसा नाहीं बटाइ सकत्या। 22 का हम पर्भू क चिढ़ावइ चाहित ह? का जेतना सक्तिसाली उ अहइ, हम ओसे जियादा सक्तिसाली हई? 23 जइसेन की कहा गवा बा कि, “हम कछू भी करइ क बरे स्वतन्त्र हई।” पर सब कछू हितकारी तउ नाहीं अहइँ। “हम कछू भी करइ क बरे स्वतन्त्र हई।” मुला हर कउनो बात स बिसवास मजबूत तउ नाहीं होत। 24 केउ क भी मात्र सुवारथ क ही चिन्ता न करइ चाही बल्कि अउरन क भलाई क बारे मँ सोचइ चाही: 25 बजार मँ जउन्न कछू बिकाइ, अपने अन्तरमने क अनुसार उ सब कछू खा। ओकरे बारे कउनउ प्रस्न न करा। 26 काहेकि सास्तर कहत ह, “इ धरती अउर एह पर जउन कछू बा, सब पर्भू क अहइ।” 27 अगर अबिसवासियन मँ स कउनउ मनई तोहे खाना पर बोलावइ अउर तू उहाँ जाइ चाहत अहा तउ तोहरे सामने जउनउ परोसा गवा बा, आपने अर्न्तमने क अनुसार सब खा। कउनउ प्रस्न न पूछा। 28 मुला अगर केउ तोहे लोगन क इ बतावइ, “इ देवता पर चढ़ावा गवा चढ़ावा अहइ” तउ जे तोहे इ बतावइ, ओकरे कारण अउर अपने अर्न्तमने क कारण ओका न खा। 29 मइँ जब अर्न्तमन कहत हउँ तउ हमार मतलब तोहरे अर्न्तमने स नाहीं बल्कि ओह दुसरे मनई क अर्न्तमने स बा। एकमात्र इहई कारण अहइ। काहेकि मोर स्वतन्त्रता भला दूसरे मनई क अर्न्तमने क जरिये लीन्ह गए निर्णय स सीमित काहे रहइ? 30 अगर मइँ धन्यबाद दइके, खाना मँ हिस्सा लेइत ह तउ जेह चीज क बरे मइँ परमेस्सर क धन्यबाद देइत ह, ओकरे बरे मोर आलोचना नाहीं कीन्ह जाइ चाही। 31 इही बरे चाहे तउ खा, चाहे पिआ, चाहे कछू अउर करा, सब कछू परमेस्सर क महिमा क बरे करा। 32 यहूदियन क बरे रहा या गैर यहूदियन क बरे जउन परमेस्सर क कलीसिया क अहइँ, ओनके बरे कभउँ बाधा न बना 33 जइसे मइँ खुद सब तरह स हर कउनो क खुस रखइ क जतन करत अहउँ, अउर बिना इ सोचे कि मोर सुवारथ का अहइ, परमार्थ क सोचत हउँ ताकि ओनकर उद्धार होइ।
1 Corinthians 11:1 तऊन तू लोग वइसेन ही मोर अनुसरण करा जइसेन मइँ मसीह का अनुसरण करित हउँ।अधीन रहा 2 मइँ तोहार प्रसंसा करत हउँ। काहेकि तू मोका हर समइ सुमिरत करत रहत ह; अउर जउन सिच्छन मइँ तोहे दिहे हउँ, ओनका सावधानी स पालन करत रह्या। 3 पर मइँ चाहित ह कि तू इ जान ल्या कि स्त्री क सासक पुरूस अहइ, पुरूस क सासक मसीह अहइ, अउर मसीह क सासक परमेस्सर अहइ। 4 हम अइसे मनई जउन सिर ढाँकिके पराथना करत ह या परमेस्सर कइँती बोलत ह, उ आपन प्रधान क अपमान करत ह। 5 पर हर एक अइसी स्त्री जउन बिना सिर ढाँकिके पराथना करत ह या जनता मँ परमेस्सर कइँती बोलत ह, उ अपने प्रधान क अपमानित करत ह। उ ठीक ओह स्त्री क समान अहइ जे आपन सिर मुंडवाइ दिहे अहइ। 6 अगर कउनउ स्त्री आपन सिर नाहीं ढाँकत तउ उ अपने बालउ काहे नाहीं मुँड़वाइ लेत। मुला अगर स्त्री क बरे बाल मुँड़वाउब लज्जा क बात अहइ तउ ओका आपन्न मूँड़ ढकँइ चाही। 7 मुला पुरूस क बरे आपन मूँड़ ढकब अच्छा नाहीं बा काहेकि उ परमेस्सर क सरूप अउर महिमा क प्रतिबिम्ब अहइ। मुला एक स्त्री आपन पुरूस क महिमा क प्रतिबिम्ब कहत ह। 8 हम अइसेन एह बरे कहक हई काहेकि पुरूस कउनो स्त्री स नाहीं, बल्कि स्त्री पुरूस स बनी बाटइ। 9 पुरूस स्त्री क बरे नाहीं रचा गवा बल्कि स्त्री क रचना पुरूस क बरे कीन्ह गइ बा। 10 इही बरे परमेस्सर तउ ओका जउन अधिकार दिहे अहइ, ओकर प्रतीक रूप स स्त्री क चाही कि उ आपन मूँड़ ढाकइ। ओका सरगदूत क कारण अइसेन करइ चाही। 11 फिन भी उ पर्भू मँ न तउ स्त्री पुरूस स स्वतन्त्र अहइँ अउर न तउ पुरूस स्त्री स। 12 काहेकि जइसेन पुरूस स स्त्री आइ, वइसेन ही स्त्री पुरूस क जनम दिहेस। मुला सब केउॅ परमेस्सर स आवत हीं। 13 खुद निर्णय करा। का एक स्त्री क मूँड़ उघारे परमेस्सर क पारथना करब अच्छा लागत ह? 14 का खुद प्रतीक तोहे नाहीं देखॉवत कि अगर केउ पुरूस आपन बाल लम्बा बढ़इ देइ तउ इ ओकरे बरे सरम क बात अहइ, 15 अउर इ कि एक स्त्री क बरे इहइ ओकर सोभा अहइ? सहीयउ मँ ओका ओकरे लम्बा बाल एक प्राकृतिक ओढ़नी क रूप मँ दीन्ह गवा बा। 16 अब ऍह पर अगर कउनउ बिबाद करइ चाहइ तउ हमका कहइ क होइ कि न तऊ हमरे इहाँ कउनउ अइसेन प्रथा परमेस्सर क कलीसिया मँ नाहीं बा। 17 अब इ आदेस देत हउँ मइँ तोहार प्रसंसा नाहीं करत हउँ काहेकि तोहर आपस मँ मिलब तोहार भला करइ क बजाय तोहे हानि पहुँचावत बा। 18 सबसे पहिले इ कि मइँ सुने हउँ कि तू लोग सभा मँ जब परस्पर मिलत ह्या त तोहरे बीच मतभेद रहत ह। कछू अंस तक मइँ एह पर बिसवास करत हउँ। 19 (आखिरकार तोहरे बीच मतभेद भी होइहीं। जेहसे कि तोहरे बीच मँ जउन अच्छा ठहरावा गवा बा, उ सामने आइ जाइ।) 20 तउन जब तू आपस मँ इकट्ठा होत ह तउ सचमुच पर्भू क भोज पावइ क बरे नाहीं एकट्ठा होत्या, 21 मुला जब तू भोज ग्रहण करत ह त तोहमँा स हर केऊॅ आगे बढ़ि क अपनेन ही खाना पर टूट पड़त ह। अउर बस केउ मनई तउ भूखइ ही चला जात ह, जब कि कउनउ मनई बहुत जियादा खाइ-पी क मस्त होइ जात ह। 22 का तोहरे लगे खाइ-पीअइ क बरे आपन घर नाहीं बा। अउर एह तरह तू परमेस्सर क कलीसिया क अनादर नाहीं करत अहा? अउर जउन दीन अहइँ ओनकर तिरस्कार करइ क चेस्टा नाहीं करतेन? मइँ तोहसे का कहीं? एकरे बरे का मइँ तोहर प्रसंसा करउँ। एह बिसय मँ तोहार प्रसंसा न करब। 23 काहेकि जउन सीख मइँ तोहे सबन क दिहे हउँ, उ हमका पर्भू स मिली रही। पर्भू ईसू त ओह रात, जब ओका मरवाइ डालइ क बरे पकड़वावा ग रहा, एक ठु रोटी लिहेस, 24 अउर धन्यबाद देइ क बाद, उ ओका तोड़ेस अउर कहेस, “इ मोर देह अहइ, जउन तोहरे बरे बा। मोका याद करइ क बरे तू अइसेन ही किहा करा।” 25 उ भोजन कइ चुकइ क बाद इही तरह उ कटोरा उठाएस अउर कहेस, “इ कटोरा मोरे लहू क जरिये कीन्ह गवा एक नवा करार अहइ। जब कभउँ तू एका पिआय तबहिं मोका याद करइ क बरे अइसेन करा।” 26 काहेकि जेतॅनी बार उ तू ऍह रोटी क खात ह अउर एह कटोरा क पिअत ह, ओतॅनी बार जब तलक उ आइ नाहीं जात, तू पर्भू क मउत क प्रचार करत रहा। 27 अत: जब केउ पर्भू क रोटी या पर्भू क कटोरा क अनुचित रूप स खात-पिअत ह, उ पर्भू क देह अउर ओकर लहू क बरे अपराधी होइ। 28 मनई क चाहे कि उ पहिले अपने क परखइ अउर तब इ रोटी क खाई अउर इ कटोरा क पिअइ। 29 काहेकि पर्भू क देह क मतलब समझे बिना जउन एह रोटी क खात ह अउर एह कटोरा क पिअत ह, उ एह तरह खाइ-पीके अपने उप्पर सजा क बोलावत ह। 30 इही बरे तउ तोहमाँ स बहुत लोग कमजोर अहइँ बीमार अहइँ अउर बहुत स त चिरनिद्रा मँ सोइ ग अहइँ। 31 मुला अगर हम अपने आप क अच्छे तरह स परख लिहे होइत हमका पर्भू क सजा न भोगइ पड़ी। 32 पर्भू हमका अनुसासित करइ क बरे सजा देत थ। ताकि हमका संसार क साथे दण्डित न कीन्ह जाइ। 33 एह बरे कि मोर भाइयो तथा बहिनियो, जब भोजन करइ त एकट्ठा होत ह तउ परस्पर एक दूसरे क इन्तजार करा। 34 अगर सहीयउ मँ कउनो क बहुत भूख लगी होइ तउ ओका घरे पर खाइ लेइ चाही ताकि तोहार एकत्र होइ तोहरे बरे दण्ड क कारण न बनइ। अउर, दूसर बातन क जब मइँ अउबइ तबइ सुलझाउब।
1 Corinthians 12:1 भाइयो तथा बहिनियो, अब मइँ चाहत हउँ कि तू आतिमा क बरदान क बारे मँ जाना। 2 तू जानत अहा कि जब तू विधर्मी रह्या तब तोहे गूॅगी जड़ मूर्तियन कइँती जइसेन भटकावा जात रहा, तू वइसेन ही भटकत रह्य। 3 तउन मइँ तोहे बतावत हउँ कि परमेस्सर क आतिमा क बोलइ वाला कउनउ इ नाही कहत, “ईसू क स्राप लगइ” अउर पवित्तर आतिमा क बगैर मदद द्वारा कहइवालन क न केउ इ कहि सकई, “ईसू पर्भू अहइ।” 4 हर एक क आतिमा क अलग-अलग बरदान मिला बा। मुला ओनका देइवाली आतिमा तउ एक्कइ बा। 5 सेवा कइउ तरह क निस्चित कीन्ह गइ बाटिन मुला हम सब जेकर सेवा करत अही उ पर्भू तउ एक ही अहइ। 6 काम-काज बहुत स बतावा गवा बाटेन मुला सबहिं क बीच सब कामन क करइवाला उ परमेस्सर तउ एक ही अहइ। 7 सब कउनो मँ आतिमा केउ न केउ रूपे मँ परगट होत ह जउन हर एक क भलाइ क बरे होत ह। 8 कउनो क आतिमा क जरिये परमेस्सर क गियान स युक्त भइ बोलइ क योग्यता दीन्ह गइ बा। तउ केउ क उही आतिमा क जरिये दिव्य गियान क प्रबचन क योग्यता। 9 अउर केउ क उही आतिमा द्वारा बिसवास क बरदान दीहा गवा बा तउ केउ क चंगा करइ क छमता ऊही आतिमा क जरिये दीन्ह गइ बा। 10 अउर केउ दुसरे मनई क अद्भुत कारजन करइ क सक्ती दीन्ह गइ बा तउ केउ दूसरे क परमेस्सर कइँती स बोलइ क सामर्थ्य दीन्ह गवा बा। अउर केउ क मिली बा भली बुरी आतिमा क अन्तर क पहिचानइ क सक्ती कउनो क अलग-अलग भाखा बोलइ क सक्ती मिली भइ बा: तउ केउ क भाखा क बियाखिया कईके ओकर मतलब निकालइ क सक्ती। 11 मुला इ उहई एक आतिमा बा जउन जेह-जेह क जइसेन-जइसेन ठीक समझत ह, देत भए इन सब बातन क पूरा कइ सकत ह। 12 जइसेन हममें स हर एक क सरीर तउ एक्कइ बा, पर ओहमाँ अंग कइयउ बाटेन। अउर यद्यपि अंगन क कइयउ रहत भए ओनसे देह एकइ बनत ह वइसेन ही मसीह अहइ। 13 काहेकि चाहे हम यहूदी रहा अही, चाहे गैर यहूदी, सेवक होइ य स्वतन्त्र एकइ सरीर क विभिन्न अंग बनी जाइ क बरे हम सब क एकइ आतिमा द्वारा बपतिस्मा दीन्ह गवा अउर पियास बुझावइ क हम सब क एकइ आतिमा दीन्ह गइ बा। 14 अब देखा, मनई सरीर कउनो एक अंग स ही तउ बना नाहीं होत, बल्कि ओहमाँ बहुत स अंग होत हीं। 15 अगर गोड़ कहई, “काहेकि मइँ हाथ नाहीं हउँ, इही बरे मोर सरीर स कउनउ सम्बन्ध नाहीं तउ इही बरे क उ सरीर क अंग न रही। 16 इही तरह अगर कान कहइ, “काहेकि मइँ आँख नाहीं हउँ,” एह बरे मइँ सरीर क नाहीं हउँ।” तउ का इही कारण स उ सरीर क अंग न रही। 17 अगर एक आँख ही सब सरीर होत तउ सुना कहाँ स जात? अगर कान ही सब सरीर होत तउ सूँघा कहाँ स जात? 18 मुला परमेस्सर जइसा ठीक समझेस उ सही मँ सरीर मँ वइसेन ही स्थान दिहेस। 19 तउ सरीर क सब अंग एक जइसा ही होइ जात तउ सरीर ही कहाँ होत। 20 मुला स्थिति इ बा कि अंग त कइयउ होत हीं मुला सरीर एक्कइ रहत ह। 21 आँख हाथे स इ नाहीं कहि सकत, “मोका तोहार जरूरत नाहीं बाटइ!” या अइसे ही सिर, गोड़न स इ नाहीं कहि सकत, “हमका तोहार जरूरत नाहीं!” 22 एकरे बिलकूल उल्टा सरीर क अंगन क हम कमजोर समझित ह, उ सबइ बहुत जरूरी होत हीं। 23 अउर सरीर क जउने अंगन क हम कम आदरणीय समझित ह, ओनकर हम जियादा धियान रखित ह। अउर हमार गुप्त अगं अउर जियादा सालीनता पाइ लेत हीं। 24 जब कि हमरे प्रदर्सनीय अंगन क एह तरह क उपचार क जरूरत नाहीं होत। मुला परमेस्सर तउ हमरे सरीर क रचना एह ढंग स किहेस ह जेहसे ओन अंगन क जउन कम सुन्दर बा अउर जियादा आदर मिलइ। 25 ताकि देहे मँ कहूँ कउनउ फूट न पड़इ बल्कि देहे क अंग परस्पर एक दुसरे क समान रूप स धियान रखइँ। 26 अगर सरीर क कउनउ एक अंग दुख पावत ह तउ ओकरे साथे सरीर क अउर सभन अंग दुखी होत हीं। अगर कउनउ एक अंग क मान बढ़वत ह त ओकर खुसी मँ सभन अगं हिस्सा बटाव थीं। 27 एह तरह तू सभन लोग मसीह क देह अहा अउर अलग-अलग रूप मँ ओकर अंग अहा। 28 ऍतना ही नाहीं परमेस्सर तउ कलीसिया मँ पहिले प्रेरितन क, दूसरे नबियन क, तीसरे उपदेसकन क फिन अद्भुत कारजन करइ वालन क, चंगा करइ क सक्ती स युक्त मनइयन क, फिन ओनकर जउन दुसरन क सहायता करत हीं, स्थापित किहे अहइ, फिन अगुवाई करइवालन क अउर फिन ओन्हन लोगन क जउन विभिन्न भाखा बोल सकत हीं। 29 का इ सब लोग प्रेरित अहइँ? का इ सब लोग नबी अहइँ? का इ सब लोग उपदेसक अहइँ? का इ सब लोग अचरज काम करत हीं? 30 का इ सब लोगन क लगे चंगा करइ क सक्ती बाटइ? का इ सब लोग दूसर भाखा बोलत हीं? 31 हाँ, मुला आतिमा क अउर बड़ा बरदान पावइ क बरे यत्न करत रहा। अउर इ सबन क बरे अच्छा रस्ता तू पचन क अब मइँ देखउब।
1 Corinthians 13:1 अगर मइँ मनइयन अउर सरगदूत क भाखा बोल सकउँ मुला मोहेमाँ पिरेम न होइ, तउ मइँ एक बाजत भआ सिरिफ घड़ियाल या झंकारत भइ झाँझ अहउँ। 2 अगर मइँ परमेस्सर कइँती स बोलइ क सक्ती क बरदान प्रप्त करउँ अउर जदि मइँ परमेस्सर क सबइ रहस्यन क जानत होउँ अउर समूचा दिव्य गियान मोरे लगे होइ अउर ऍतना बिसवास उ मोका होइ कि पर्वतन क अपने स्थान स सरकाइ सकउँ, मुला मोहेमाँ पिरेम न होइ तउ मइँ कछू नाहीं अहउँ। 3 अगर मइँ आपन सारी सम्पत्ति थोड़-थोड़ कइके जरूरत मन्द क बरे दान कइ देउँ अउर अब चाहे अपने सरीर तक क जलाइ डालइ क बरे सौंप देउँ मुला अगर मइँ पिरेम नाहीं करित तउ। 4 एहसे मोर भला होइवाला नाहीं बा। पिरेम धीरजपूर्ण बा, पिरेम दयामय बा, पिरेम मँ ईर्सा नाहीं होत, पिरेम आपन प्रसंसा आप नाहीं करत। 5 उ अभिमानी नाहीं होत। उ अनुचित व्यवहार कबहुँ नाहीं करत, उ सुवार्थी नाहीं बा, पिरेम कबहुँ झुँझलात नाहीं, उ बुराइयन क कउनउ लेखा-जोखा नाहीं रखत। 6 बुराइ पर कबहुँ ओका खुस नाहीं होतइ। उ तउ दुसरन क साथे सत्य पर आनंदित होत ह। 7 उ हमेसा रच्छा करत ह, उ हमेसा बिसवास करत ह। पिरेम हमेसा आसा स भरा रहत ह। उ सहनसील बा। 8 पिरेम अमर बा। जब कि भविस्सबाणी करइ क सामर्थ तउ समाप्त होइ जाइ, दूसर भाखा क बोलइ क छमता स जुरी भइ जीभ एक दिन चुप होइ जइहीं, दिव्य गियान क उपहार जात रही, 9 काहेकि हमार गियान तउ अधूरा बा। हमार सब भविस्सबाणी अपूर्ण बाटिन। 10 मुला जब पूर्णता आई तउ उ अधूरापन चला जाई। 11 जब मइँ गदेला रहे तउ एक गदेला क तरह ही बोला करत रहे, वइसेन ही सोचत रहे अउर उही तरह सोच विचार करत रहे, मुला अब जब मइँ बाढ़िके मनई बनि गवा हउँ, तउ उ बचपने क बात जात रही बाटइ। 12 काहेकि अबहिं तउ दरपन मँ हमका एक धुँधली सी छाया देखॉय पड़त रही बा मुला पूरी तरह मिलि जाए पइ हम पूरी तरह आमने-सामने देखब। अबहिं तउ मोर गियान तनिक बा मुला समइ आवइ पर उ पूरा होये। वइसे ही जइसे परमेस्सर मोका पूरी तरह जानत ह। 13 इही बीच बिसवास, आसा अउर पिरेम तउ बना ही रहइँ अउर इन तीनऊ मँ सबसे महान बाटइ पिरेम।
1 Corinthians 14:1 पिरेम क रस्ता पर कोसिस करत रहा। अउर आध्यात्मिक बरदानन क निष्ठा क साथे अभिलास करआ। बिसेस रूप स परमेस्सर क तरफ स बोलइ क। 2 काहेकि जेका दुसरन क भाखा मँ बोलइ क बरदान मिला ब, उ तउ सही मँ लोगन स नाहीं, बल्कि परमेस्सर स बात करत बाटइ। काहेकि ओका केउ समझ नाहीं पावत, उ त आतिमा क सक्ति स रहस्यमय होइके बानी बोलत बा। 3 मुला उ जेका परमेस्सर कइँती स बोलइ क बरदान मिला बा, उ लोगन स ओन्हे आतिमा मँ मजबूत प्रोत्साहन अउर चैन पहुँचावइ बरे बोलत बा। 4 जेका विभिन्न भाखन मँ बोलइ क बरदान मिला बा उ तउ बस आपन आतिमा क ही मजबूत करत ह मुला जेका परमेस्सर कइँती स बोलइ क सामर्थ मिला बा उ समूची कलीसिया क आध्यात्मिक रूप स मजबूत बनावत ह। 5 अब मइँ चाहत हउँ कि तू सबइ दूसर कइयउ भाखा बोला। मुला एहसे जियादा मइँ इ चाहित हउँ कि तू परमेस्सर कइँती स बोल सका काहेकि कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूती क बरे अपने कहे क बियाखिया करइवाले क छोड़िके, दूसरी भाखा बोलइवालन स परमेस्सर कइँती स बोलइवाला बड़ा बा। 6 तउन भाइयो तथा बहिनियो, अगर दूसरी भाखन मँ बोलत भआ मइँ तोहरे लगे आवउँ तउ हसे तोहार का भला होइ, जब तलक कि तोहरे बरे मइँ कउनउ रहस्य उद्घाटन, दिव्य गियान, परमेस्सर क सन्देस या कउनउ उपदेस न देउँ। 7 इ बोलब त अइसेन ही होइ जइसे कउनो बाँसुरी या सांरगी जइसेन निर्जीव बाजा क आवाज। अगर कउनो बाजा क स्वरन मँ परस्पर साफ अन्तर न होइ तउ कउनउ कइसे पता लगाइ पाई कि बाँसुरी या सांरगी पर कउन स धुन बजाइ जात बा। 8 अउर अगर बिगुल स अस्पस्ट आवाज निकलइ लागइ तउ फिन युद्ध क बरे तइयार के होई? 9 इही तरह कउनो दूसरे क भाखा मँ जब तक कि तू साफ-साफ न बोला, तब तलक केऊॅ कइसेन समझ पाई कि तू का कहे रह्या। काहेकि अइसेन मँ तू बस हवा मँ बोलाइवाला ही रही जाब्या। 10 एहमाँ कउनउ संदेह नाहीं बा कि संसार मँ भाँति-भाँति क बोली अहइँ अउर ओहमाँ स कउनउ खराब नाहीं अहइ। 11 तउन अब तलक मइँ ओह भाखा क जानकार नाहीं हउँ, तब तलक बोलइवालन क बरे मइँ एक अजनबी ही रहबइ। अउर उ बोलइवाला मोरे बरे एक ठु अजनबी ही ठहरी। 12 तोह पइ इ बात लागू होत ह काहेकि तू आध्यात्मिक बरदानन क पावइ बरे उत्सुक अहा। इही बरे ओहमाँ भरपूर होइ क प्रयास करा। जेहसे कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूति मिली जाइ। 13 परिणामसरूप जउन दूसर भाखा मँ बोलत ह, ओका पराथना करई चाही कि उ आपन कहे क मतलब भी बताइ सकइ। 14 काहेकि अगर मइँ किहींउ अउर भाखा मँ पराथना करउँ तउ मोर आतिमा त पराथना करत रही होत ह मुला मोरे बुद्धि बेकार रहत ह। 15 तउ फिन का करइ चाही? मइँ आपन आतिमा स तउ पराथना करबइ। मुला ओकरे साथ आपन बुद्धि स भी पराथना करबइ। आपन आतिमा स त ओकर स्तुति करबइ ही मुला आपन बुद्धि स भी ओकर स्तुति करबइ। 16 काहेकि अगर तू केवल आपन आतिमा स ही कउनउ आसीर्बाद द्या तउ हुवाँ बइठा कउनउ मनई जउन बस सुनत अहइ, तोहरे धन्यबाद पर “आमीन” कइसे कहि देई काहेकि तू जउन कहत अहा, ओका उ जनबइ नाहीं करत। 17 अब देखा तू तउ चाहे भली-भाँति धन्यबाद देत अहा मुला दूसर मनई क तउ ओसे कउनउ आध्यात्मिक मजबूति नाहीं होत। 18 मइँ परमेस्सर क धन्यबाद देत हउँ कि मइँ तोसे बढ़कर क विभिन्न भाखा बोलि सकित हउँ। 19 मुला कलीसिया सभा क बीच कउनो दूसरी भाखा मँ दसहु हजार सब्द बोलइ क अपेच्छा आपन बुद्धि क उपयोग करत हुए पाँच सब्द बोलब अच्छा समझत अहउँ ताकि दूसरे क भी उपदेस दइ सकउँ। 20 भाइयो तथा बहिनियो, अपने बिचारन मँ गदेलन क नाई रहा बल्कि बुराइयन क बारे मँ अबोध गदेला जइसेन बना रहा। मुला आपन चिन्तन मँ समझदार बना। 21 व्यवस्था मँ लिखा बा:“उपयोग ओनकर करत भए अउर बोली बोलत जउन, ओनके ही मुँहन क, उपयोग करत भए जउन क पराया मइँ करबइ बात एनसे पर न इ हमार सुनिहीं बात तब भी।” यसायाह 28:11-12पर्भू अइसेन ही कहत ह। 22 तउन दूसर भाखा बोलइ क बरदान अबिसवासियन क बरे संकेत अहइ न कि बिसवासियन क बरे अहइ। जब कि भविसबाणी करब अबिसवासियन बरे नाहीं बल्कि बिसवासियन बरे अहइ। 23 तउन अगर समूचा कलीसिया एकट्ठ होइ अउर हर केऊॅ दूसर-दूसर भाखा मँ बोलत होइ तब भी बाहर क लोग या अबिसबासी भित्तर आइ जाइँ तउ का उ पचे तोहे पागल न कइहीं। 24 मुला अगर हर केउ परमेस्सर कइँती स बोलत होइँ अउर तब तलक कछू अबिसवासी या बाहर क आइ जाइँ त का सब लोग ओका ओकर पाप क बोध न कराइ देइहीं। सब लोग जे कहत हीं, ऊही पइ ओकर निआव होई। 25 जब ओकरे मने क भित्तर छिपा भेद खुली जाइ तब तलक उ इ कहत भआ, “सचमुच तोहरे बीच परमेस्सर अहइ।” दण्डवत प्रणाम कइके परमेस्सर क आराधना करिहीं। 26 भाइयो तथा बहिनियो! तउ फिन का करइ चाही? तू जब एकट्ठा होत ह तोहमाँ स कउनउ भजन, कउनउ उपदेस अउर कउनउ आध्यात्मिक रहस्य क उद्घाटन करत ह। कउनउ केउ अउर भाखा मँ बोलत ह त कउनउ ओकर बियाखिया करत ह। इ सब बात कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूती क बरे कीन्ह जाइ चाही। 27 अगर केउ अउर भाखा मँ बोलत बाटइ तउन जियादा स जियादा दुइ या तीन क ही बोलइ चाही अउर बारी बारी, एक-एक कइके अउर जउन कछू कहा गवा बा, एक-एक क ओकर बियाखिया करइ चाही। 28 अगर उहाँ बियाखिया करइवाला केउ न होइ तउ बोलइवाले क चाही कि उ सभा मँ चुपइ रहइ अउर फिन ओका अपने आप स अउर परमेस्सर स ही बात करइ चाही। 29 परमेस्सर कइँती स ओकर दूत क रूप मँ बोलइ क जेनका बरदान मिला बा, अइसेन दुइ या तीन नबियन क ही बोलइ चाही अउर दूसरन क चाही कि जउन कछू उ कहे अहइ, उ ओका परखत रहइँ। 30 अगर हुवाँ केउ बइठा भआ पर कउने क बात रहस्य उद्घाटन होत ह जउन परमेस्सर कइँती स बोलत अहइ पहिला वक्ता क चुप होइ जाइ चाही। 31 काहेकि तू एक-एक कइके भविस्सबाणी कइ सकत ह्या ताकि सबहिं लोग सीखइँ अउर प्रोत्साहित होइँ। 32 नबियन क आतिमन नबियन क बस मँ रहत हीं। 33 काहेकि परमेस्सर अव्यवस्था नाहीं देत, उ सान्ति देत ह। जइसेन कि सन्तन क सभन कलीसियन मँ होत ह। 34 स्त्रियन क चाही क उ कलीसियन मँ चुप रहइँ काहेकि ओन्हे सान्त रहइ चाही, बल्कि जइसेन कि व्यवस्था मँ कहा गवा बा, ओनका दबिके रहइ चाही। 35 अगर उ कछू जानइ चाहत ह तउ ओन्हे घरे पे आपन-आपन पति स पूछइ चाही काहेकि एक स्त्री क बरे सर्मनाक अहइ कि उ सभा मँ बोलइ। 36 का परमेस्सर क बचन तोहसे पैदा भवा बा? या उ मात्र तोहे तलक पहुँचा? निस्चित नाहीं बा। 37 अगर केउ सोचत ह कि उ नबी अहइ अउर ओका कछू आध्यात्मिक बरदान मिला बा तउ ओका पहिचान लेइ चाही कि मइँ तोहे जउन कछू लिखत हउँ, उ पर्भू क आदेस बा। 38 तउन अगर केउ ऍका नहीं पहिचान पावत तउ ओका उ परमेस्सर द्वारा भी नाहीं जाना चाई। 39 एह बरे मोर भाइयो तथा बहिनियो, परमेस्सर कइँती स बोलइ क तत्पर रहा अउर दूसरा भाखा मँ बोलइ वालन क भी न रोका। 40 मुला इ सभन बातन सही ढंग स अउर व्यवस्थानुसार कइ जाइ चाही।
1 Corinthians 15:1 भाइयो तथा बहिनियो, अब मइँ तोहे सबन क ओह सुसमाचार क याद दिवावइ चाहत हउँ जेका मइँ तोहे सुनाए हउँ अउर तूहउ सबे जेका ग्रहण किहे रह्या अउर जेहमाँ तू हमेसा स्थित बना भवा अहा। 2 अउर जेकरे जरिये तोहर उद्धार भी होत बा बसर्ते तू ओन्हन सब्दन क जेका मइँ तोहे आदेस दिहे रहेउँ, अपने मँ मजबूती स थामे रखा। (नाहीं तउ तोहर बिसवास धारन करबइ ही बेकार गवा।) 3 जउन सबसे पहिले बात मोका मिली भइ रही, ओका मइँ तोहे तलक पहुँचाइ दिहेउँ कि पवित्तर सास्तरन क अनुसार, मसीह हमरे पापन क बरे मरा 4 अउर ओका दफनाइ दीन्ह गवा। अउर पवित्तर सास्तरन क अनुसार फिन तीसरे दिना ओका जियाइके उठाइ दीन्ह गवा। 5 अउर फिन उ परतस क सामने परगट भवा अउर ओकरे बाद बारह प्रेरितन क उ दर्सन दिहे। 6 फिन उ पाँच सऊ स भी जियादा भाइयन क एक साथे देखॉइ दिहेस। ओनमाँ स बहुतेरे आज तकल जिन्दा अहइँ। जद्यपि कछू क मउत भी होइ चुकी बा। 7 एकरे बाद उ याकूब क सामने परगट भवा। अउर तब उ सभी प्रेरितन क फिन दर्सन दिहेस। 8 अउर सब स अंत मँ ओ मोका भी केउ दर्सन दिहेस। मइँ तउ समइ स पहिले असामान्य जन्मा सतमासा बच्चा जइसेन अहउँ। 9 काहेकि मइँ तउ प्रेरितन मँ सबसे छोटका हउँ। इहाँ तलक कि मइँ तउ प्रेरित कहवावइ क योग्य नाही हउँ, काहेकि मइँ तउ परमेस्सर क कलीसिया क सतावा करत रहेउँ। 10 मुला परमेस्सर क अनुग्रह स मइँ वइसेन बना हउँ जइसेन आज अहउँ मोहे पइ ओनकर अनुग्रह बेकार नाहीं गवा। मइँ त ओन सबसे बढ़ी चढ़ी क मेहनत किहे हउँ, जद्यपि उ मेहनत करइवाला मइँ नाहीं रहेउँ, बल्कि परमेस्सर क उ अनुग्रह रहा जउन मोरे साथे रहत रहा। 11 तउन चाहे तोहे मइँ उपदेस दिहे होइ चाहे ओ, मइँ सब इहई उपदेस देइत ह अउर इही पइ तू बिसवास किहे अहा। 12 मुला जब कि मसीह क मरे भएन मँ स पुनरुत्थान कीन्ह गवा तउ तोहमाँ स कछू अइसेन काहे कहत बाटेन कि मउत क बाद फिन स जी उठब सम्भव नाहीं बा। 13 अउर अगर मउत क बाद जी उटब ही नाहीं तउ फिन मसीह क मउत बाद नाहीं जियावा गवा। 14 जदि मसीह नाहीं जिया तउ हमार उपदेस देब बेकार बा अउर तोहार बिसवास भी बेकार बा। 15 अउर हमहूँ फिन तउ परमेस्सर क बारे मँ झूठ साच्छी ठहरत अही काहेकि हम तउ परमेस्सर क सामने कसम खाइके इ साच्छी दिहे अही कि उ मसीह क मरे भएन मँ स जियाएस। मुला उनके कहइ क अनुसार अगर मरा भवा जियावा नाहीं जात तउ फिन परमेस्सर मसीह क भी नाहीं जियाएस। 16 काहेकि अगर मरा भवा नाहीं जियाइ जात ह तउ मसीह क भी नाहीं जियावा गवा। 17 अउर अगर मसीह क फिन स जिन्दा नाहीं कीन्ह गवा रहा, फिन तउ तोहार बिसवास भी बेकार बा, अउर तू अबहुँ अपने पापन मँ फँसा भवा ह। 18 हाँ, तउ फिन जे मसीह क बरे आपन प्रान दइ दिहेन, उ सबइ अइसेन ही खतम भएन। 19 अगर हम केवल अपने भौतिक जीवन क बरे ही ईसू मसीह मँ आपन आसा रखे रही तब तउ हम अउर सबहिं लोगन स जियादा अभागा हई। 20 मुला अब सहीमँ इ अहइ कि मसीह क मरे भएन स जियावा गवा। उ मरे भएन क फसल क पहिला फल अहइ। 21 काहेकि जब एक ही मनई क द्वारा मउत आइ तक एक मनई क द्वारा ही मउत स फिन जिन्दा होइ उठा। 22 काहेकि ठीक वइसेन ही जइसेन आदम क कर्मन क कारण हर किहू क बरे मउत आइ, वइसेन ही मसीह क द्वारा सबक फिन स जियाइ उठावा जाई। 23 मुला हर एक क ओकरे अपने करम क अनुसार सबसे पहिले मसीह क, जउन फसल क पहिला फल अहइ अउर फिन ओकरे पुन: आवई पर ओनकर, जउन मसीह क अहेन। 24 एकरे बाद जब मसीह सबन सासकन, अधिकरियन, हर तरह क सक्तियन क अंत कइके राज्य क परमपिता परमेस्सर क हाथन सौंपे देई, तब प्रलय होइ जाई। 25 मुला जब तलक परमेस्सर मसीह क सत्रुवन क ओकरे परमेस्सर नियन्त्रण मँ न लाइ देइ तब तलक उ अवस्य राज्य करी। 26 सबसे आखिरी सत्रु क रूपे मँ मउत क नास कीन्ह जाई। 27 पवित्तर सास्तर कहत ह, “परमेस्सर तउ हर केउ क मसीह क चरनन क अधीन रखे बा।”अब देखा जब सास्तर कहत ह, “सब कछू” क ओकरे अधीन कइ दीन्ह गवा बा, तउ जउन, सब कछू क ओकरे चरनन क अधीन कीन्हा बाटेन, उ खुदइ एकर अपवाद बा। 28 अउर जब सब कछू मसीह क अधीन कइ दीन्ह गवा बा, तउ इहाँ तलक कि खुद बेटवा केऊ ओह परमेस्सर क अधीन कइ दीन्हा जाई, जे सब कछू क मसीह क अधीन कइ दिहेस ताकि हर केउ पइ पूरी तरह परमेस्सर क सासन होइ। 29 नाहीं तउ जे अपने परान क दिहे अहइँ, ओनकइ कारण जउन बपतिस्मा लिहे अहइं, उ पचे का करिहीं। अगर मरा हुआ कभउँ फिन स जिन्दा होतेन नाहीं तउ लोगन क ओनकर बरे बपतिस्मा दीन्ह ही काहे जात अहइ? 30 अउर हमइँ सब घड़ी संकट झेलत रहित ह? 31 भाइयो, तोहरे बरे मोर उ गरब जेहमाँ हमार पर्भू मसीह ईसू मँ स्थित होइ क नाते रखत हई, ओका साछी कइके कसम खाइके कहत हई कि मइँ हर दिन मरित हउँ। 32 अगर मइँ इफिसुस मँ जंगली पसुवन क साथे मानवीय स्तर पर ही लड़े रहे तउ ओसे मोका का मिला। अगर मरा भवा स जिआवा नाहीं जानेत तउ, “आवा, खाई, पीई काहेकि काल्हि तउ मरिन जाब।” 33 भटकब बन्द करा: “खराब संगत स अच्छी आदत खतम होइ जात हीं।” 34 होस मँ आवा, अच्छा जीवन अपनावा, जइसेन कि तोहे होइ चाही। पाप करब बन्द करा। काहेकि तोहमाँ स कछू तउ अइसेन अहइँ जउन परमेस्सर क बारे मँ कछू भी नाहीं जानतेन। मइँ इ एह बरे कहत हउँ कि तोहे सरम आवइ। 35 मुला केउ पूछ सकत ह, “मरा भवा कइसे जिआवा जात ह? अउर उ फिन कइसेन देह धारन कइके आवत ह?” 36 तू केतना मूरख अहा। तू जउन बोअत अहा उ जब तलक पहिले मरि नाहीं जात जिन्दा नाहीं होत। 37 अउर जहाँ तलक जउन तू बोवत अहा, ओकर प्रस्न बा, तउ जउन पऊधा बिकसित होइ क बा, तू ओह भरा-पूरा पऊधा क तउ धरती मँ नाहीं बोउत्या। बस केवल बीया बोवत अहा, चाहे उ गोहूँ क दाना होइ अउर चाहे कछू अउर क। 38 फिन परमेस्सर जइसेन चाहत ह, वइसेन रूप ओका देत ह। हर बीज क उ ओकर आपन सरीर प्रदान करत ह। 39 सबहिं जिन्दा मनइयन क सरीर एक जइसा नाहीं होत। मनइयन क सरीर एक तरह क होत ह जबकि पसुवन क सरीर दूसरे तरह क। चिड़ियन क देह अलग तरह क होत ह अउर मछलियन क अलग। 40 कछू देह दिव्य होत ह अउर कुछ पार्थिव मुला दिव्य देह क आभा एक तरह क होत ह अउर पार्थिव सरीर क दुसरे प्रकार क। 41 सूरज क तेज एक तरह क होत ह अउर चाँद क दुसरे तहर क। तारन मँ भी एक भिन्न तरह प्रकास रहत ह। अउर हाँ, तारन क प्रकास भी एक दुसरे स भिन्न रहत ह। 42 तउन जब मरे भए जी उठिहीं तबऊ अइसेन ही होई। उ देह जेका धरती मँ दफनाइ क “बोवा” गवा बा, नासवान बा मुला उ देह जेकर पुनरुत्थान भवा बा, अबिसवासी बाटइ। 43 उ काया जउन धरती मँ “दफनाई” गइ बा अनादरपूर्ण बा मुला उ काया जेकर पुनरुत्थान भवा बा, महिमा स मंड़ित बा। उ काया जेका धरती मँ “दफनाई” गवा बा, कमजोर बा मुला उ काया जेका फिन स जिन्दा कीन्ह गवा बा, सक्तिसाली बा। 44 जेह काया क धरती मँ “दफनावा” गवा बा, उ प्राकृतिक बा मुला जेका फिन स जिन्दा कीन्ह गवा बा, उ आध्यात्मिक देह अहइ।अगर प्राकृतिक सरीर होत हीं, तउ आध्यात्मिक सरीरन क भी अस्तित्व बा। 45 पवित्तर सास्तरन कहत ह: “पहिला मनई (आदम) एक सजीव प्रानी बना।”मुला अंतिम आदम (ईसू) जीवन दाता आतिमा बना। 46 आध्यात्मिक पहिले नाहीं अउतेन, बल्कि पहिले आवत हीं भौतिक अउर फिन ओकरे बाद ही आवत हीं आध्यात्मिक। 47 पहिले मनई क धरती क माँटी स बनावा गवा अउर दूसर मनई सरगे स आवा। 48 जइसेन ओह मनई क रचना माँटी स भइ, वइसेन ही सबन लोग माँटी स ही बेनन। अउर ओह, दिव्य मनई क समान अउर दिव्य मनइयन भी स्वर्गीय बाटेन। 49 हम उ माटी स बरे मनई क तरह बनाए गयेन ह, तउ ओह स्वर्गीय क रूप भी हम धारन करब। 50 भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तोहे इ बतावत हउँ: लहू अउर माँस क इ पार्थिव सरीर परमेस्सर क राज्य क उत्तराधिकार नाही पाइ सकतेन। अउर न ही जउन बिनासमान अहइँ, उ अविनासी क उत्तरधिकारी होइ सकत हीं। 51 सुना, मइँ तोहे सबन क एक रहस्यपूर्ण सत्य बतावत हउँ: हम सबन मरबइ न, बल्कि हम सब बदल दिहा जाबइ। 52 जब अंतिम तुरही बजी तब पलक झपकत एक छन मँ ही अइसेन होइ जाई। काहेकि तुरही बजे अउर मरा हुआ अमर होइके जी उठिहीं अउर हम जउन अबहिं जिन्दा हयेन, बदलि दिहा जइहीं। 53 काहेकि इ नासवान देह क अविनासी चोला क धारन करब जरूरी बा अउर एह मरनसील काया क अमर चोला धारन कइ लेब जरूरी बा। 54 तउन जब इ नासवान देह अबिनासी चोला धारण कइ लेई अउर उ मरणसील काया अमर चोला ग्रहण कइ लेई तउ पवित्तर सास्तर क लिखा इ पूरा होइ जाई।“विजय त मऊत क निगल लिहा।” यसायाह 25:8 55 “अरी ओ मऊत! तोहार बिजय अब कहाँ बा? अरी ओ मऊत! तोहार दंस कहाँ बा?” होसे: 13:14 56 पाप मऊत क दंस अहइ पाप क सक्ती मिलत ह व्यवस्था स। 57 मुला परमेस्सर क धन्यबाद बा जउन पर्भू ईसू मसीह क जरिये हमका बिजय देवावत ह। 58 तउन मोर पिआरा भाइयो तथा बहिनियो, अटल बना डटा रहा। पर्भू क काम क बरे अपने आपके हमेसा पूरा तरह अर्पित कइ द्या। काहेकि तू त जनतइ अहा कि पर्भू मँ कीन्ह गवा तोहार काम बेकार नाहीं बा।
1 Corinthians 16:1 अब देखा! संतन क बरे दान एकट्ठा करइ क बारे मँ मइँ गलातियन क कलीसियन क जउन आदेस दिहे हउँ तुहउँ वइसेन ही करा। 2 हर रविवार क आपन आय मँ स कछू अपने घरे पर ही एकट्ठा करत रहा। ताकि जब मइँ आउँ ओह समइ दान एकट्ठा न करइ पड़इ। 3 मोरे ऊहाँ पहुँचइ पर जेह कउनो मनई क तू चाहा, मइँ ओका परिचय पत्र दइके तोहर उपहार यरुसलेम लइ जाइके बरे भेज देबइ। 4 अउर अगर मोर जाबऊ अच्छा भवा तउ उ पचे मोरे साथेन चला जइहीं। 5 मइँ जब मैसीडोनिया होइके जाबइ तउ तोहरे लगे भी अउबइ काहेकि मैसीडोनिया स होत भवा जाइके कामे क मइँ निस्चित कइ चुका हउँ। 6 होइ सकत ह मइँ कछू समइ तोहरे साथे ठहराउँ या जाड़ा ही तोहरे साथे बितावउँ ताकि जहाँ कहूँ मोका जाइ क होइ, तू मोका बिदा कइ सका। 7 मइँ इ तउ नाहीं चाहित कि उहाँ स जात-जात ही बस तोहसे मिल लेउँ बल्कि मोका तउ आसा बा कि मइँ अगर पर्भू चाही तउ कछू समइ तोहरे साथे रहबइ। 8 मइँ पिन्तेकुस्त क उत्सव तक इफिसुस स ठहरबउँ। 9 काहेकि ठोस काम करइ क सम्भावना क भी उहाँ बड़ा दुवार खुला बा अउर फिन उहाँ मोर विरोधी भी त बहुत स अहइँ। 10 अगर तीमुथियुस आइ पहुँचइ त धियान रख्या ओका तोहरे साथे कस्ट न होइ काहेकि मोरे समान ही उहउ पर्भू क काम करत बा। 11 इही बरे कउनउ ओका छोट न समझइ। ओका ओकरे इ यात्रा पर सान्ति क साथे बिदा कर्या ताकि उ मोरे लगे आइ पहुँचइ। मइँ दूसरे भाइयन क साथे ओकरी अवाई इ इन्तजार करत हउँ। 12 अब हमार भाइ अपुल्लोस क बात इ बा कि मइँ ओका दुसरे भाइयन क साथे तोहरे लगे जाइ क बहुत जियादा उत्साहित किहे अहउँ। मुला परमेस्सर क इ इच्छा बिल्कुल नाहीं रही कि उ अबहिं तोहरे लगे आवत। मुला अवसर पउतइ ही उ आइ जाई। 13 सावधान रहा। मजबूती क साथे आपन बिसवास मँ अटल बना रहा। 14 साहसी बना, सक्तिसाली बना। तू जउन कछू करा, पिरेम स करा। 15 तू लोग स्तिफनास क घरान क तउ जनबइ करत ह कि उ अखाया क फसल क पहिला फल अहइ। उ परमेस्सर क लोगन क सेवा क बीड़ा उठाए अहइ। तउन भाइयो तथा बहिनियो, तोहसे मोर निवेदन बा कि। 16 तू लोग भी अपने आप क अइसेन लोगन क अउर हर ओह मनई क अगुवाई मँ सौंप द्या जउन एह काम स जुड़ा बा अउर पर्भू क बरे मेहनत करत ह। 17 स्तिफनास, फुरतूनातुस अउर अखइकुस क उपस्थिति स मइँ खुस हउँ। काहेकि मोरे बरे जउन तू नाहीं कइ सक्या, अउर उ पचे कइ देखाएन। 18 उ पचे मोर अउर तोहार आतिमा क आनन्दित किहे अहइँ। इही बरे अइसेन लोगन क सम्मान करा। 19 एसिया प्रान्तक कलीसियन कइँती स तोहे पर्भू मँ नमस्कार! अक्विल अउर प्रिस्किल्ला! ओनके घरे पर एकट्ठा होइवाली कलीसिया कइँती स तोहे हार्दिक नमस्कार। 20 सबन भाइयो तथा बहिनियो, कइँती स तोहे सबन क नमस्कार। पवित्तर चुम्मा क साथे तू आपस मँ एक दुसरे क सत्कार करा। 21 मइँ पौलुस, तोहे सबन क अपने हाथन स नमस्कार लिखत हउँ। 22 अगर केउ पर्भू मँ पिरेम नहीं रखतेन तउ ओनका अभिसाप मिलइ। हमार पर्भू अवा! 23 पर्भू ईसू क अनुग्रह तोहे सबन क मिलइ। 24 ईसू मसीह मँ तोहरे बरे मोर पिरेम तू सबन क साथे रहई।
2 Corinthians 1:1 परमेस्सर क इच्छा स मसीह ईसू क प्रेरित पौलुस अउर हमरे भाई तीमुथियुस क कइँती स कुरिन्थुस परमेस्सर क कलीसिया अउर अखाया क पूरे छेत्रन क पवित्तर लोग क नाउँ: 2 हमार परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह क कइँती से तू सबन क अनुग्र ह अउर सान्ति मिलइ। 3 हमार पर्भू ईसू मसीह क परमपिता परमेस्सर धन्य अहइ। उ दया क स्वामी अहइ अउर आनन्द क प्रेरणा अहइ। 4 हमार हर विपत्तिन मँ उ हमका सान्ति देत ह ताकि हमहूँ हर प्रकार क विपत्तिन मँ पड़े लोगन क वइसेनइ सान्ति दइ सकी जइसेन परमेस्सर हमका दिहे अहइ। 5 काहेकि जइसेन मसीह क सबइ यातना मँ हम सहभागी अही। वइसेनही मसीह क कारण हमार आनन्द भी तोहरे बरे उमड़त बा। 6 जदि हम कष्ट उठाइत ह तउ उ तोहरे दिलासा अउर उद्धार क बरे बा। अउर हम आनन्दित अही। तउ उ तोहरे दिलासा क बरे बा। ई आनन्द ओनही यातना क जेनका हमहूँ सहत अही। तू सबन क धीरज क साथ सहई बरे प्रेरित करत ह। 7 तोहरे बिसय मँ हमका पूरी आसा बा। काहेकि हम जानित ह कि जइसे हमरे कस्टन क तू बाँटत ह, बइसेनइ ही हमरे आनन्द मँ तोहार भाग बा। 8 भाइयो, हम चाहित ह कि तू ओन यातना क बारे मँ जाना जउन हमका एसियामँ झेलइ क पड़ी रही। उहाँ हम, हमार सहन सक्ति क सीमा स कहूँ बहुत बोझन क तरे दबाइ गवा रहे। इहाँ तक कि हमका जिअइ क कउनउ आसा नाहीं रही ग रही। 9 हाँ अपने अपने मने मँ हमका अइसेन लागत रह जइसेन हमका मऊत क सजा दीन्ह गइ रही। ताकि हम अपने ऊपर अउर जियादा भरोसा न कइके परमेस्सर पइ भरोसा करी जउन मरे हुए क फिन से जिआई देई। 10 हमका उ भयंकर मऊत से उहइ बचाएस अउर हमार आजु क परिस्थितियन मँ उहइ हमका बचावत रहा। हमार आसा उहइ पर टिकी बा। उहइ हमका आगेउ बचाइ। 11 अउर तूहऊ हमरे तरफ स पराथना कइके मदद देब्या तउ हमका बहुत जने क पराथना क कारण परमेस्सर क अनुग्रह मिला बा, ओकरे बरे बहुत मनइयन क हमरे तरफ स धन्यवाद देई बरे मिली जाई। 12 हमका ऐकर गरब बा कि हम इ बात साफ मने स कहि सकित ह कि हम इ जगत क साथे अउर खासकर तू लोगन क साथे परमेस्सर क अनुग्रह क एकदम्मई उहइ रुप क व्यवहार किहे अही। हम उ सरलपन अउर सच्चाई क साथे बहुत खातिदारी किहे रहेन। जउन परमेस्सर से मिलत ह न कि दुनियावी बुद्धि स। 13 हाँ! इहीं बरे हम ओका छोड़िके तू सबन क बस अउर कछू नाहीं लिखत अही। जेसे तू मोका एकदंमई वइसेन ही समझ लेब्या। 14 जइसेन तू हमका थोड़ेन मँ समझे अहा। तू हमरे बरे वइसेन ही गरब कई सकत ह। जब हमार पर्भू ईसू फिन आइ। 15 अउ इहीं बिसवास क कारण मइँ पहिले तोहरे पास आवइ बरे ठाने रहेउँ। ताकि तोहका दुसरीउ बार से आसीर्बाद क लाभ मिल सकइ। 16 मइँ सोचित ह कि मैसीडोनिया से लऊटिउँ उ फिन तोहरे पास जाउँ। अउर फिन तोहरे से ही यहूदिया क जाइ बदे बिदा कीन्ह जाउँ। 17 मइँ जब इ जोजना बनाए रहेउँ, तउ मोका कउनो संदेह नाहीं रहा। का तू बिना अच्छी तरह से सोच्या ह। मइँ जउन जोजना बनाइत ह, ओक ओ संसारी ढंग से बनाइत ह कि एक्कइ समइ “हाँ, हाँ” कहत रही अउर “न, न” कहत रही। 18 यदि तू परमेस्सर मँ बिसवास कइ सकत ह तउ तू बिसवास कइ सकत ह कि अउर उ ऍनके सास्छी देई कि तोहरे बरे हमार जउन बचन बा एक साथे “हाँ” अउर “ना” नाहीं कहत। 19 काहेकि तोहरे बिचवा मँ जउन परमेस्सर क पूत ईसू मसीह क हम यानि सिलवानुस, तीमुथियुस अउर मइँ प्रचार किहे अही, उ “हाँ” अउर “ना” दुइनँउ एक साथे नाहीं बल्कि ओनके कारण एक चिरन्तन “हाँ” का घोसणा कही गइ बा। 20 काहेकि परमेस्सर जउन अनन्त प्रतिज्ञा किहे अहइ उ ईसू मँ सबके बरे ‘हाँ’ बनि जात ह। इही बरे हम ओकरे द्वारा जउन “आमीन” कहत अही उ परमेस्सर क ही महिमा बरे होत ह। 21 उ जउन तोहका मसीह क मनई क रुप मँ हमरे साथे सुनिस्चित करत ह अउर मइँ क अभिसेक किहे बा उ परमेस्सर ही अहइ। 22 जउन हम पइ आपन स्वामी क मोहर लगाए अहइ अउर हमरे भीतर बयाना क नाई उ पवित्तर आतिमा दिहेस जउन इ बात क आस्वासन बा कि जउन देइ क बचन उ हमका दिहे अहइ, ओका उ हमका देई। 23 साच्छी की तरह परमेस्सर क दुहाई देत अउर अपने जीवन क सपथ लेत मइँ कहत अहउँ कि मइँ दुवारा कुरिन्तुस इही बरे नाहीं आए रहेउँ कि मइँ तोहका पीड़ा से बचावई चाहत रहेउँ। 24 ऐकर मतलब इ नाहीं कि हम तोहरे बिसवासे पर काबू पावई चाहत अही। तू तउ अपने बिसवासे मँ अडिग अहा। बल्कि बाति इ अहइ कि हम तउ तोहरे खुस रहई बरे तोहर कर्मी अही।
2 Corinthians 2:1 इही बरे मइँ इ निस्चय कई लिहे रहेउँ कि तोहका फिन स दुख देइ तोहरे लगे न आई। 2 काहेकि अगर मइँ तोहका दुखी करब तउ फिन भला अइसेन कउन होई जउन मोका सुखी करी? सिवाई तोहका जेका मइँ दुख दिहे अहउँ। 3 इहइ बात त मइँ तोहका लिखे हउँ कि जब मइँ तोहरे लगे आवउँ तउ जेनसे मोका आनन्द मिलइ चाही ओनके तरफ स मोका दुख न पहुँचावा जाई। 4 काहेकि तू सबन मँ मोका बिसवास रहा कि मोर खुसी मँ तू सभे खुस होब्या। काहेकि तोहे मइँ दुख भरे मन अउर बेदना क साथे आँसू बहाई-बहाई क ई लिखे अहउँ। पर तोहका दुखी करई बरे नाहीं, बल्कि इही बरे कि तोहरे लिए जउन मोर पिरेम बाटई उ केतना महान बा तू ऍका जान सका 5 मुला अगर कउनो मोका कउनउ दुख पहुँचावई तउ उ मोका केवल नाहीं, बल्कि कउनो न कउनो मात्रा मँ तू सबन क पहुँचाए बा। 6 अइसेन मनई क तोहार समुदाय जउन दण्ड दई दिहे अहइ, उहइ परियाप्त बा। 7 इही बरे तू तउ अब ओकरे विपरीत ओका छमा कई द्या। अउर ओका प्रोत्साहित करा। ताकि उ कहूँ बढ़ाइ चढ़ाइ दुख मँ न डूबि जाई। 8 इही बरे मोर तोहसे बिनती बा कि तू ओकरे बरे अपने पिरेम क बढ़ावा। 9 इ मइँ तोहका इ देखई बरे लिखे अही कि तू परिच्छा मँ पूरा आज्ञाकारी ह्वा या नाहीं। 10 मुला अगर तू कउनो क कउनउ बात क बरे छमा करित ह तउ ओका मइँ भी छमा करत ह अउ जउन कछू छमा किहे अही। अगर कछू मइँ छमा किहे अही तउ उ मसीह हमरे साथ रहा तोहरे बरे किहे अही। 11 ताकि सइतान हमसे कछू भी न जीत सकइ। 12 जब मसीह क सुसमाचार क प्रचार करई बरे मइँ त्रोआस आएउँ तउ उहाँ मोरे बरे पर्भू क दुवार खुला रहा। 13 अपने भाई तितुस क उहाँ न पाइके मोर मन बहुत बियाकुल रहा। तउ ओनसे विदा लइके मइँ मैसीडोनिया क चली दीन्ह। 14 मुला परमेस्सर धन्य अहइ जउन मसीह क कारण अपने विजय अभियान मँ हमरे हमेसा राह देखॉवत ह। अउर हमरे कारण हर कहूँ अपने गियान क सुगन्धि फैइलावत ह। 15 काहेकि ओनके बरे जउन अबहीं उद्धार क राह पर अहइँ अउर ओऩके बरे जउन बिनास क रस्ता पर अहइँ, हम मसीह क परमेस्सर क समर्पित मधुर भीनी सुगांधित धूप अही। 16 मुला ओनके बरे जउन खोइ ग अहइँ। इ मऊत क अइसेन दुर्गन्ध अहइ। जउन मऊत कइँती लई जात ह। पर ओनके बरे जउन उद्धार क रस्ता पर बढ़त अहइँ, इ जीवन क अइसेन सुगन्ध अहइ, जउन जीवन क तरफ अग्रसर करत ह। मुला इ काम बरे सुपात्र आदमी कउन बाटेन? 17 परमेस्सर क बचन क अपने लाभ बरे, ओं मइँ मिलावट कइके बेचईवाले बहुत जने से दुसरे लोगन जइसे हम नाहीं अही। न तउ! हम ते परमेस्सर क समन्वा परमेस्सर क तरफ स भेजा गवा मनइयन क समान मसीह मँ स्थित होकर, सच्चाई क साथे बोलित ह।
2 Corinthians 3:1 एहसे का अइसा लागत ह कि हम फिन स आपन प्रसंसा अपने आपइ करइ लागे अही? अउर का हमका तोहरे बरे या तोहसे पहिचान पत्र लेई क जरुरत बा? जइसेन कि कछू लोग करत हीं। निस्चय ही नाहीं 2 हमार चिठ्ठी त तू खुदइ अहा जउन हमरे मने मँ लिखा बाटइ जेका सब जने जानत हीं अउर पढ़त हीं। 3 अउर तूहउँ तउ अइसेन देखावत ह। जइसे तू मसीह क चिठ्ठी अहा। जउन हमरे सेवा क फल अहइ जेका स्याहीं से नाहीं बल्कि सजीव परमेस्सर क आतिमा से लिखा गवा बा। जेका पथरीली सिलानपर नाहीं बल्कि मनइयन क हदय पटल पर लिखा गवा बा। 4 हमका मसीह क कारण परमेस्सर क समन्वा अइसेन दावा करई क भरोसा बा। 5 अइसेन नाहीं ना कि हम अपने आपन मँ एतना समरथ अही जउन सोचई लगा अहइँ कि हम अपने आपइ से कछू कइ सकित ह। बल्कि हमका समरथ तउ परमेस्सर से मिलत ह। 6 उहइ हमका एक नवा करार क सेवक बनवइ क जोग्ग ठहराए बाटइ इ कउनउ लिखी संहिता नही अहइ। बल्कि आतिमन क करार अहइ काहेकि लिखी संहिता तउ मारत ह जब कि आतिमा जीवन देत ह। 7 काहेकि उ सेवा जउन मऊत से जुरी रही (यानी व्यवस्था) जउन पत्थर पर लिखा गवा बा। ओहमें एतना तेज बाटई कि इस्राएल क लोगन मूसा क ओह तेजवाला मुँह क एकटक्कई न देख सकेन। अउ ओकर उ तेज बाद मँ कम होइ गवा। 8 फिन भला आतिमा से लगी सेवा अउर जियादा तेज काहे न होइ। 9 अउर फिन जब दोसी ठहरावइ वाली सेवा मँ ऍतना तेज बा तउ सेवा मँ केतॅना जियादा तेज होई। जउन धर्मी लोगन क परमेस्सर स ठहरावइ वाली सेवा क बा। 10 काहेकि जउन पहिले तेज से भरापूरा रहा उ अब ओह तेज के आगे जउन मँ ओहसे कहूँ जियादा तेज बा, तेज स कम होइ गवा। 11 काहेकि उ सेवा जेकर तेज बिना होइ जाब निस्चित रहा। उ तेज रही त जउन अमर बा उ केतना तेज होइ। 12 अपने इहइ आसा क कारण हम ऐतना निरभय अही। 13 हम उ मूसा क जइसेन नाहीं अही, जउन अपने मुँह पर परदा डाले रहत रहा कि कहूँ इस्राएल क लोग आपन आँख गड़ाइ क जेनकर बिनास निस्चितइ रहा ओह सेवा अन्त क न देखि लेइँ। 14 मुला ओकर बुद्धि जड़ होइ ग रही काहेकि आज तलक जब उ पुराने करार क पढ़त हीं तउ अबभी उहइ परदा ओनपर बिना हटाए पड़ा रहत रहा। काहेकि उ परदा बस मसीह क कारण ही हटावा जात ह। 15 आज तलक जब जब मूसा क ग्रन्थ पढ़ा जात रहा। तउ पढ़इवाले क मने पर परदा पड़ा रहत रहा। 16 मुला जब कउनो क हिरदइ पर्भू क तरफ मुड़त रहत ह तउ परदा हटाइ दीन्ह जात ह। 17 देखा! जउने पर्भू के ओर मइँ इसारा करत हउँ, उहइ आतिमा अहइ। हुवँइ स्वतन्त्रता अहइ। अउ जहाँ पर्भू क आतिमा बा। 18 उहाँ छूट बा। त हम सब अपने खुला मुँहे क साथे सीसा मँ पर्भू क तेज क जब धियान करित ह तउ हमका वइसेन भवा लागत ह अउ हमार तेज बहुत अधिक बढ़ा लागत ह। तेज उ पर्भू स मिलत ह, जउन आतिमा अहइ।
2 Corinthians 4:1 काहेकि परमेस्सर क दया स इ सेवा हम सबन का मिली बा, इही बरे हम निरास नाहीं होइत। 2 हम तउ लजाइ वाला छुपा काम क छोड़ दिहे अही। हम कपट नाहीं करित अउर न तउ हम परमेस्सर क बचन मँ मिलावट करित ह बल्कि सत्य क सरल रूपे मँ परगट कइके लोगन क चेतना मँ परमेस्सर क सामने अपने आपके प्रसंसा क जोग्ग ठहराइत ह। 3 जउन सुसमाचार क हम प्रचार करीत ह, ओह पर य कउनउ परदा पड़ा होइ तउ इ केवल ओनके बरे पड़ा बा। जउन बिनासे क रस्ता पर चलत ही। 4 एह जुगे क सुवामी (सइतान) एह अबिसवसियन क बुद्धि क आँधर कइ दिहे अहइ। ताकि उ पचे परमेस्सर क साच्छात एकदम्मई वइसेन हीं रूप उ मसीह क महिमा क सुसमाचार स फूटन रह प्रकास (सत्य) क न देख पावइँस। 5 हम खुद आपमन प्रचार नाहीं करित ह बल्कि पर्भू क रूपवा मँ उ मसीह ईसू क उपदेस देइत ह। अउर अपने बारे मँ त इहइ कहित ह कि हम ईसू क नाते तोहार सेवक अही। 6 काहेकि उइ परमेस्सर तउ जउन कहे रहा, “अँधियारे स ओजियारे मँ चमकइ।” उहइ हमरे हीये मँ अँजोर भवा बा। ताकि हमका ईसू मसीह क व्यक्तित्व मँ परमेस्सर क महिमा क गियान क ज्योति मिल सकइ। 7 मुला हम जइसेन माटी क भाँडिन मँ उ सम्पतिन इही बरे रखी गइ बा, अउर इ सिद्ध होइ गवा अहइ कि उ असीमित सक्ति हममे नाहीं उहइ आवत बल्कि परमेस्सर से आवत ह। 8 हम हर समइ सब प्रकार क कठिन दबाव मँ जियत हइ, मुला हम कुचल नाहीं ग अही। हम घबरान अही मुला निरास नाहीं अही 9 हमका यातना दीन्ह जात ह, पर हम खतम नाही अही हम झुकाइ दीन्ह जात अही, पर नस्ट नाहीं होइत। 10 हम हमेसा अपने देह मँ ईसू क हतिया क सब जगहा लिहे रहित ह ताकि ईसू क जीवन उ हमरे देहन मँ स परगट होइ। 11 ईसू क कारण हम जउन जिअत अही ओनके हमेसा मऊत क हाथे सौंपा जात ह। ताकि ईसू क जीवन नासवान सरीर मँ एकदम्मई उजागर होइ सकइ। 12 इही बरे मऊत हमरे मँ अउर जीवन तोहरे मँ सत्रिया बा। 13 सास्तरन मँ लिखा बा, “मइँ बिसवास किहे रहेउँ इही बरे मइँ बोलेउँ।”हमहूँ मँ बिसवास क उहइ आतिमा बा अउर हम भी उही प्रकार क बिसवास करित ह इहीं बरे हमहूँ बोलित ह। 14 काहेकि हम जानित ह कि जे पर्भू ईसू क मरे रहे मँ जियाइ क उठाएस उ हमहूँ क उही तरह ईसू क साथ जिन्दा करिही। जइसेन क ईसू क जियाएस ह। अउर हमहूँ क तोहरे साथे अपने सामने खड़ा करिही। 15 इ सब बात तोहरे बरे ही करी जात ह। ताकि जियादा से जियादा लोगन मँ फइलत जात रही परमेस्सर क अनुग्रह परमेस्सर क महिमा चमकावइ वाले जियादा स जियादा धन्यवाद देइ मँ फलि सकइँ। 16 इही बरे हम निरास नाहीं होइत! जद्यपि हमार भौतिक सरीर कमजोर होत जात बा, तबऊ हमार अन्तरात्मा रोज्जइ नवा से नवा होत जात बा। 17 हमार पल भरे क इ छोट मोट दुख एक न तुलना कीन्ह जाइवाली अनन्त महिमा पैदा करत बा। 18 जउन कछू देखा जाइ सकत ह, हमार आँखी ओह पर नाहीं टिकी बा। काहेकि जउन देखा जाइ सकत ह उ बिनासी नहीं बा, जब कि जउन नाहीं देखा जाइ सकत ह उ अस्थाई बा।
2 Corinthians 5:1 काहेकि हम जानित ह कि हमार इ काया मतलब इ तम्बू जेहमें हम इ धरती पर रहित ह गिराइ दीन्ह जाई तउ हमका परमेस्सर क तरफ स सरग मँ एक भवन मिलि जात ह, जउन मनइयन क हाथे बना नाहीं बा अउर यह भवन चिरस्थाई अहइ। 2 तउ हम जब तलक इह आवास मँ अही, हम रोवत-धोवत रहित ह अउर इहइ चाहित रहित ह कि अपने स्वगीय भवन मँ जाइ बसी। 3 (निस्चित हमार इ धारण अहइ कि हम ओका पउबइ अउर फिन बिना घरे क न रहबइ) 4 हमरे मँ स उ जउन इहइ तम्बू यानि भौतिक सरीरी मँ स्थित बा, बोझ से दबा कराहत बाटेन। कारण इ अहइ कि हम कबहुँ नंगा न पावा चाहित काहेकि उम्मीद अहइ हम जब संसारिक सरीर छोड़ देब ताकि जउन कछू नासवान बा ओका अनन्त जीवन निगल लेइ। 5 जे हमका इ प्रयोजन क बरे तइयार किहे अहइ, उ परमेस्सर ही अहइ। उहइ इ आस्वासन क रूपें मँ कि अपने बचन की नाहीं उ हमका देइ। बयाना क तरह हमका आतिमा दिहे बा। 6 हमका पूरा बिसवास बाटइ, काहेकि हम जानित ह कि जब तक हम अपने देही मँ रहत अही, पर्भू से दूर अही। 7 काहेकि हम बिसवास क सहारे जिअत अही बस आँखी देखी क सहारे नाहीं। 8 हमका बिसवास बा इही बरे मइँ कहत हउँ कि हम अपने देही क तियागके, जाइके पर्भू क साथे रहइ बरे अच्छा समझित ह। 9 इही बरे हमार ई अभिलास बा कि हम चाहे हियाँ अपने सरीर मँ रही अउर चाहे हुआँ पर्भू क साथ, ओका अच्छा लागत रहइ। 10 हम सब आपन तन मँ स्थित रहिके भला या बुरा, जउन कछू किहे अही, ओकर फल पावई बरे मसीह क निआव आसन क समन्वा उपस्थित जरूर होइ क बा। 11 सच क स्वीकार करा, कहेकि हम जानित ह कि पर्भू स डराइक, मतलब होत ह। हमरे अउर परमेस्सर क बीच मँ कउनउ परदा नाहीं बा। अउर मोका आसा बा कि तू हमका पूरी तहर से जानत अहा। 12 हम तोहरे सामने फिन स आपन कउनउ सिफारिस नाहीं करत अही। बल्कि तोह पचन क एक अवसर देत अही कि तू हम प गरब कइ सका। ताकि जउन देखाइवाली चीजन पर गरब करत हीं, तउ ओह प जउन कछू ओनके मने मँ बा, ओनका ओकर उत्तर दइ सकइ। 13 काहेकि अगर हम दीवाना अही तउ परमेस्सर बरे अही अउर अगर सयान अही तउ उ तोहरे बरे अही। 14 जउन नियन्ता अहइ हमार तउ मसीह क पिरेम अहइ। काहेकि हम अपने मन मँ इ धई लिहे अही कि उ एक मसीह सब मइइयन क बरे मरा रहा। मतलब सब मरि गएन। 15 अउर उ सब जने बरे मरा काहेकि जउन लोग जिन्दा अहइँ, उ सब आगे बस अपनेन बरे न जिअत रहइँ। बल्कि ओनके बरे जियइँ जउन मरइ क बाद फिन जिन्दा कइ दिहा गवा। 16 परिणामसरूप अबहुँ स आगे हम कउनो क मनइयन क संसारी आँखी स नाहीं देखा। जद्यपि एक समइ हम मसीह क संसारी आँखी स देखे रहे। चाहे कछू होइ, अब हम ओका इही तरह स नाहीं देखित ह। 17 इही बरे अगर कउनो मसीह मँ बाटई तउ अब उ परमेस्सर क नवी स्रिस्टी क अंग अहइ। पुरान बात जात रही अब। सब कछू नवा होइ गवा वा। 18 अउ फिन उ सब बात ओह परमेस्सर का कारज अहइँ, जउन हमका मसीह क कारण अपने मँ मिलाइ लिहे बा अउर जने क परमेस्सर स मिलवाइ क काम हमका सौंपे बा। 19 हमार सँदेसा बा कि परमेस्सर लोगन क पापन क अनदेखी करत मसीह क कारण ओका अपने मँ मिलावत ह। अउर उहइ मनइयन क परमेस्सर से मिलवइ क सँदेस हमका सौंपे अहइ। 20 इहीं बरे हम मसीह क प्रतिनिधि रुप मँ काम करत अही। माना कि खुद परमेस्सर लोगन का बोलॉवत ह हमरे माध्यम स। मसीह क तरफ से हम तोहसे बिनती करत अही कि परमेस्सर क साथे मिलि जा। 21 जउन मसीह पाप रहित रहा, परमेस्सर ओका हमरे बरे पाप ठहराएस ओक उ इही बरे पाप बली बनाएस कि ओकरे हम कारण परमेस्सर क साथे अच्छा बन जाई।
2 Corinthians 6:1 परमेस्सर क काम मँ साथे साथे काम करइ क नाते हम तू लोगन स आग्रह करत अही कि परमेस्सर क जउन अनुग्रह तोहे मिला बा, ओका बेकार न जाइ द्या। 2 काहेकि उ कहे बा:“तोहार सुन लिहा अच्छे समइ पर मइँ अउर उद्धार क दिना आवा मइँ तोहका सहारा देइ।” यसायाह 49:8देखा! “उचित समइ” इहइ अहइ! देखा! “उद्धार क दिन” इहइ अहइ। 3 हम कउनो क बरे कउनउ बहुत विरोध उपस्थित नाहीं करित ह जेसे हमरे कामे मँ कउनउ कमी आवइ। 4 बल्कि परमेस्सर क सेवक क रूप मँ हम सब तरह से अपने क अच्छा सिद्ध करत रहित ह। धीरज क साथे सबकछू सहत सहत सबइ यातना क बीच, बिपत्तियन क बीच, कठिनाइन क बीच 5 मार खात खात बन्दी घरे मँ रहत रहत भीड़ हमरे खिलाफ अउर हमसे झगड़त रही मेहनत करत करत रातिन रात पलकउ न झपकाइके, भूखा रहिके, 6 अपने पवित्तर जीवन, गियान अउर धीरज से आपन दया स, अपने पवित्तर आतिमा स, अपने सच्चे पिरेम स 7 अपने सच्चे सँदेस अउर परमेस्सर क सक्ती स नेकी क अपने दायें बाँए हाथन मँ ढाल क रूप मँ लइके 8 हम आदर अउर निरादर क बीच अपमान अउ सम्मान मँ अपने क उपस्थित करत रहित ह। हमका ठग समझा जात ह, हम सच्चा अही 9 हमका गुमनाम समझा जातह, जब कि हम सच्चा अही हमका मरा हुआ जानत हीं, तबउ देखा हम जिन्दा अहीं। हमका दण्ड भोगईवाला जाना जात ह, तबउ देखउ हम मऊत क नाहीं सौंपा जाइत ह। 10 हमका सोक से बियाकुल समझा जात ह, जबकि हम तउ हमेसा खुस रहित ह। हम दीन हीन क नाई जाना जाइत ह, जब कि हम बहुत जने क धनी बनावत अही। लोग समझत हीं कि हमरे लगे कछू नाहीं ना, जब कि हमरे लगे तउ सब कछू बा। 11 हे कुरिन्थियन! हम तोहसे पूरी तरह खुली क बात किहे अही। तोहरे बरे हमार मन फैला बा। 12 हमरा पिरेम तोहरे बरे कम नाहीं भवा बा। मुला तु हमसे पिरेम करई क बन्द कइ दिहे अहा। 13 तोहका आपन बच्चा समझत भए मइँ कहत हउँ कि अच्छा प्रतिदान क रूप मँ आपन मन तोहार हमरे बरे पूरी तरह फैला रहइ चाही। 14 अबिसवासियन क साथे बेमेल संगत जिनकरा काहेकि नेकी अउर बदी क भला कइसेन बराबरी? इ प्रकास अउर अँधारे मँ भाईचारा क कइसेन तालमेल? 15 अइसे मसीह का बलियाल (सइतान) स का तालमेल अउर अविसवासी क साथे बिसवासी क कइसेन साझा? 16 परमेस्सर क मंदिर क मूर्तियन स का नाता? काहेकि हम खुदइ उ सजीव परमेस्सर क मंदिर अही, जइसेन की परमेस्सर कहे रहा:“मइँ ओहमे अधिवास करब, चलबई फिरब होब ओनकर परमेस्सर अउर बनिहीं उ मोर लोग।” लैव्यव्यवस्था 26:11-12 17 “इहीं बरे तू ओहमें स आइ जा बाहेर, अलग करा ओनसे अपने क अब न कबहुँ छुआ तू कछूउ जउन असुद्ध अहइ तब मइँ तोहका अपनउबई।”यसायाह 52:11 18 “अउ तोहार पिता बनब तू होब्या मोरे बेटवा, मोर बिटिया सर्वसक्तिमान पर्भू इ कहत हीं।” 2 समूएल 7:14; 7:8
2 Corinthians 7:1 पिआरे मित्रन, काहेकि हमरे लगे इ प्रतिज्ञाँ अहइँ, इही बरे आवा परमेस्सर क बरे स्रद्धा क कारण हम अपने पवित्रता क परिपूरन करत भए अपने बाहेर अउर भीतर सबन दोसन क धोइ डालेन। हमका परिपूर्ण होइ चाही जइसे हम जिअत अही, काहेकि हम परमेस्सर क सम्मान करित ह। 2 अपने मने मँ हमका स्थान द्या हम कउनो क कछू बिगाड़े नाहीं अही। हम कउनो क कउनउ ठेस नाही पहुँचाए अही। हम कउनो क साथे छल नाहीं किहे अही। 3 मइँ तोहे दोसी ठहरावइ बरे अइसेन नाहीं करत अही काहेकि मइँ तोहे बताइ चु का अही कि तु तउ हमरे मने मँ बसत। हिआँ तलक कि हम तोहरे साथ मरई क अउर जिअइ क तइयार अही। 4 मइँ तोहसे खुलकर कहत रहा हउँ कि तोहपे मोका बड़ा गरब बा। मइँ सुख चैन से अहउँ। आपन सब यातना झेलत मोका आनन्द उमड़त रहत ह। 5 जब हम मैसीडोनिया आइ रहे तबहुँ हमका आराम नाहीं मिल रहा, बल्कि हमका तउ सब तरह से दुख उठावइ पड़ा रहा बाहेर क झगड़न से अउर मन क भितर डर से। 6 मुला दीन दुखिन क खुस करइवाला परमेस्सर त तीतुस क इहाँ पहुँचाइके हमाका सान्त्वना दिहे अहइ। 7 अउर उहउ केवल ओनके इहाँ पहुँचेन की नाहीं बल्कि अइसे हमका अउर जियादा सान्त्वना मिली कि तू ओका केतना सुख दिहे अहा। उ हमका बताएस कि हमसे मिलइ क तू केतना बियाकुल अहा। तोहका हमार केतॅना चिन्ता बा। ऐसे हम अउर भी खुस भए। 8 जद्यपि अपने चिठ्ठी स मइँ तोहका दुख पहुँचाए हउँ मुला फिन भी मोका ओके लिखाई क खेद नाहीं बा। चाहे पहिले मोका एकर दुख भवा मुला अब मइँ देखत अही कि उ चिठ्ठी स तोहे बस पल भरे क दुख पहुँचाइ रहेउँ। 9 तउ अब मइँ खुस हउँ। एह बरे नाही कि मइँ तोहका दुख पहुँचाए रहेउँ। बल्कि एह बरे कि उही दुखे क कारण से तू पछतावा किहे अहा। तोहका उ दुख भवा जेह तरह कि परमेस्सर चाहत रहा ताकि तोहका हमरे कारण कउनउ हानि न पहुँच पावइ। 10 काहेकि उ दुख जउन परमेस्सर की इच्छा क अनुसार होत ह एक अइसेन मनफिराव क जन्म देत ह जेहके बरे पछतावई क नाहीं पड़त अउ जउन मुक्ति देवॉवत ह। मुला उ दुख जउन संसारी होत ह, ओहसे तउ बस मउत जनम लेत ह। 11 देखा! इ दुख जउन परमेस्सर दिहे अहइ, उ तोहमें केतना उत्साह जगाइ दिहे बा। अपने भोलापन क केतॅना प्रतिरच्छा, केतना विरोध केतना आकुलता, हमसे मिलइ क केतनी बेचैनी, केतना साहस, पापी क बरे निआव चुकावइ क कइसेन भावना पैदा कइ दिहे बा। तू हर बाते मँ इ देखइ दिहे अहा कि एह बारे मँ तू केतना निर्दोस रह्या। 12 तउ इ मइँ तोहे लिखे रहे तउ उ मनई क कारण नाहीं जउन अपराधी रहा अउ न तउ ओकरे कारण जेनके प्रति अपराध किहा गवा रहा। बल्कि एह बरे लिखा गवा रहा कि परमेस्सर क सामने हमरे कारण तोहरे चिन्ता क तोहका बोध होइ जाए। 13 ऐसे हमका प्रोत्साहन मिला बा।हमरे इ प्रोत्साहन क अलावा तीतुस क आनन्द स हम अउर जियादा आनन्दित भए काहेकि तू सबके कारण ओनके आतिमा क चइन मिला बा। 14 तोहरे बरे मइँ ओनसे जउन बढ़ चढ़ क बात किहे रहे, ओकरे बरे मोका लजाइ क नाहीं पड़ा रहा। बल्कि हम जइसे तोहसे सबकछू सच सच कहे रहे वइसेन ही तोहरे बारे मँ हमार गरब तीतुस क सामने सच सिद्ध भवा अहइ। 15 जब इ याद करत हा कि तू सब कउनो तरह ओनकर आगिया माना ह अउर डर क मारे थर थर काँपत भए तू कइसे ओनका सुवागत किहा तउ तोहरे बरे ओनकर पिरेम अउ जियादा बढ़ जात ह। 16 मइँ खुस अही कि मइँ तोहसे पूरा भरोसा रखी सकित ह।
2 Corinthians 8:1 देखा भाइयो, अब हम इ चाहित ह कि तू परमेस्सर क ओह अनुग्रह क बारे मँ जान ल्या मैसिडोनिया छेत्र क कलीसियावन पर कीन्ह गवा बा। 2 मोर मतलब इ अहइ कि जद्यपि ओनकर कठिन परीच्छा लीन्ह गइ अहइ। तबउ उ पचे खुस रहेन, अउ अपने गहन गरीबी क रहत ओनकर सब उदारता उमड़ी पड़त रही। 3 मइँ प्रमानित करत हउँ कि उ पचे जेतना दइ सकत हीं दिहेन! एतनई नाहीं बल्कि अपने समरथ से जियादा प्रोत्साहन दइ दिहेन। 4 उ पचे बड़े आग्रह क साथ परमेस्सर क लोग सहायता करइ मँ हमका सहयोग देइ क विनय करत रहेन। 5 ओनका जइसेन हमसे आसा रही, वइसेन नाहीं बल्कि पहिले अपने आप क पर्भू क समर्पित किहेन अउर फिन परमेस्सर क इच्छा क अनुकुल उ पचे हमका अर्पित होइ गएन। 6 इहीं बरे हम तीतुस स पराथना कीन्ह कि जइसेन उ अपने काम क पूरा कइ ही दिहे बाटइ होइ। वइसेन हाँ उ अनुग्रह क काम क तोहरे बरे करी। 7 अउ जइसेन कि तू सब बाते मँ यनि बिसवासे मँ, बानी मँ, गियान मँ, अनेक प्रकार क उपकार करइ मँ अउर हम तोहका जउनो पिरेम क सिच्छा ह दीन्ह ह उ पिरेम मँ, जउन भरपूर होइ सीख्या ह वइसेन ही अनुग्रह क इ कामें मँ सम्पन्न होइ जा। 8 इ मइँ आदेस क रूपे मँ नाहीं कहित ह बल्कि अउर मनइयन क मने मँ तोहारे बरे जउन तेजी बा, उ पिरेम क सच्चाई क परख करइ क बरे अइसेन करत इउँ। 9 काहेकि हमार पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह स तू परिचित अहा। तू इ जानत अहा कि धनी होके तोहरे बरे उ निर्धन बन गवा। ताकि ओनकइ गरीबी स तू मालामाल होइ जा। 10 इ बिसय मँ मइँ तोहे आपन सलाह देत हउँ, तोहे इ सोभा देत ह। तू पिछले साल न केवल दान देइ क इच्छा मँ सबसे आगे रह्या। बल्कि दान देइ मँ भी सबसे आगे रह्या। 11 अब दान करइ क उ तेज इच्छा क तू जउन कछू तोहरे पास बा, ओहसे पूरा करा। तू एका ओतनेन लगन से “पूरा करा।” जेतने लगन से तू एका “चाहे” रह्या। 12 काहेकि अगर दान स देइ क लगन अहइ तउ मनइयन क लगे जउन कछू बा, उहइ क अनुसार ओकर दान ग्रहण करइ क जोग्ग बनत ह। न कि ओनके अनुसार जउन ओनके पास नाहीं बा। 13 हम इ नाहीं चाहित ह कि दुसरन क तउ सुख मिलई अउर तोहे कस्टन, बल्कि हम तउ बराबरी चाहित ह। 14 हमार इच्छा बा कि ओनके इ अभाऊ क समइ मँ तोहर सम्पन्नता ओनके अभाव क दूर कइ सकइ आवस्यकता पड़े पर आगे चलिके ओनकी सम्पन्नता भी तोहरे अभाव क दूर करइ, ताकि समता स्थापित हो सकइ। 15 जइसे कि पवित्तर सास्तर मँ कहा गवा बा:“जे बहुत बटोरेस ओकरे लगे न जियादा रहा, अउर जे कम बटोरेस ओकरे लगे न तनिकउ रहा।” निर्गमन 16:18 16 परमेस्सर क धन्यवाद बा जे तीतुस क मने मँ तोहरे सहायता क बरे वइसेन तीव्र इच्छा भर दिहे बा, जइसेनइ हमरे मने मँ बा। 17 काहेकि उ हमार पराथना स्वीकार किहेस अउर उ ओकरे बरे विसेस रुप स आपन इच्छा भी क रखत ह। इही बरे उ खुद आपन इच्छा से ही तोहरे लगे आवई बरे बिदा होत बा। 18 हम ओकरे साथे उ भाई क भेजत अही, जेकर सुसमाचार क प्रचार की उत्सुकता सब कलीसियावन मँ सब जगह जस फइलत बा। 19 एकरे अलावा इ दयापूर्वक काम मँ कलीसियनन ओका हमरे साथे जात्रा करइ बरे नियुक्त कीन्ह गवा अहइ। इ द्या क काम जेकर प्रबन्ध हमरे कारण कीन्हा जात अहइ। खुद पर्भू क महिमा करइ बरे अउर परोपकार मँ हमार लगन क देखॉवई बरे बा। 20 हम सावधान रहइ क चेस्टा करत अही इ बड़े भेंट की व्यवस्था करत अही, केऊ हमार बुराई न करइ। 21 काहेकि हमका आपन अच्छी साख बनबइ रखइ क चिन्ता बा। न केवल पर्भू क आगे बल्कि लोगन क बीच मँ। 22 अउ ओनके साथे हम आपन उ भाई क भेजत रहे, जेका बहुत बिसय मँ अउ बहुत मौकन पर हमका परोपकार क बरे उत्सुक मनई क रूप मँ प्रभावित किहे अहइ। अउर अब त तोहरे बरे ओहमें जउन असीम बिसवास बा, ओहसे ओहमे सहायता करइ क उत्साह अउर जियादा होइ गवा बा। 23 जहाँ तलक तीतुस क विसय मँ पूछे बा, तउ तोहरे बीच सहायता क काम मँ मोर साथी अउर साथे साथे काम करइवला रहा। अउर जहाँ तलक हमरे भाइयन क सवाल बाटई, उ सबइ तउ कलीसियन क प्रतिनिधि अउ मसीह क महिमा लावत समान बा। 24 तउन तू ओन्हे अपने पिरेम क प्रमाण देब अउर तोहरे बरे हम एतना गरब काहे रक्खित ह, ऎका सिद्ध करब ताकि सब कलीसिया ओका देख सकइँ।
2 Corinthians 9:1 अब परमेस्सर क लोगन क सेवा क बारे मँ तोहे एह तरह से लिखत चला जाब मोरे बरे जरूरी नाहीं बा। 2 काहेकि सहायता क बरे तोहर लोगन क मइँ जानत हउँ अउर ओकरे बरे मैसीडोनिया निवासियन क सामने इ कहत मोका गरब बा कि अखाया क लोग तउ, पिछले साल से ही तइयार अहइँ। अउ तोहरे उत्साह तउ ओनमें से जियादातर काम बरे प्रेरणा दिहे अहइँ। 3 मुला मइँ भाइयन क तोहरे लगे इही बरे भेजत हउँ कि तोहके लइक मइँ जउन गरब करत हउँ, उ ऐह बारे मँ खराब सिद्ध न होई। अउर एह बरे की तू तइयार रहा, जइसेन की मइँ कहत आएउँ ह। 4 नाहीं तउ जब केउ मैसीडोनिया बासी मोरे साथे तोहरे लगे आवइ अउर उ पचे तोहे तइयार न पावइँ तउ तोहरे ऊपर बिसवास करइ क कारण हमार बदनामी होइ, इहइ नाहीं काहेकि एहमे तोहार बदनामी होइ। (तू अउर जियादा लज्जित होब्या।) 5 इहीं बरे मइँ भाइयन स इ कहब जरूरी समझा कि उ हमसे पहिले ही तोहरे लगे जाइँ अउर जेन उपहारन क दइ क तू पहिलेन ही बचन दइ चुका अहा ओन्हे पहिलेन से उदारतापूर्वक तइयार रखा। इही बरे इ दान स्वेच्छापूर्वक तइयार रखा जाइ न कि दबाउ क साथे तोहसे छीनी गइ कउनउ चीज के रूप मँ। 6 एका याद रक्खा। जे छितरा बोवत हीं, उ छितरा ही कटिहीं। अउर जेकर बुआइ सघन बा, उ सघनइ काटी। 7 सब कउनो बिना कउनउ कस्ट क य बिना कउनउ दबाउ क, उतनइ देइ जेतना उ मने मँ सोचे अहइ। काहेकि परमेस्सर खुस मनइयन से ही पिरेम करत ह। 8 अउ परमेस्सर तोहपे सब प्रकार क अच्छा बरदानन क वर्सा कइ सकत ह जेसे तू अपने जरूरत क सब चीजन मँ हमेसा खुस होइ सकत ह अउर सब अच्छे कामन क बरे फिन तोहरे लगे जरूरत से जियादा रही। 9 जइसेन की पवित्तर सास्तर मँ लिखा बा:“मुक्त भाव से ऊ देत ह उ देत ह दीन लोगन क अउर बनी रहत ह ओकर हमेसा दया क हमेसा हमेसा बरे।” भजन संहिता 112:9 10 उ परमेस्सर ही बोवइवाले क बीज अउर खाइवाले क भोजन देत ह। उहइ तोहे आत्मिक बीज देई अउ ओकर बढ़वार करी। उही से तोहरे नीक क खेती फूली फली। 11 तू सब प्रकार से सम्पन्न बनावइ जाब्या ताकि तू हर असर पर उदार बन सका। तोहार उदारता परमेस्सर बरे लोगन क धन्यवाद क पैदा करी। 12 दान क इ पवित्तर सेवा मँ तोहार योगदान से न केवल पवित्तर लोगन क जरुरत पूरी होत ह। बल्कि परमेस्सर बरे बहुत जियादा धन्यवाद क भाउ भी उपजत ह। 13 काहेकि तोहरे इ सेवा स जउन प्रेरित होकर परगट होत ह, ओसे लोग परमेस्सर क स्तुति करिहीं। काहेकि ईसू मसीह क सुसमाचार मँ तोहरे बिसवासे क घोसणा से पैदा भई तोहार आग्या क कारण अउर अपने क कारण ओनके बरे अउ अपने दयालुपन क कारण क ओनके बरे अउर दुसरे सब लोगन बरे तू दान देत ह। 14 अउर पचे तोहरे बरे पराथना करत तोहसे मिलइ क बड़ी इच्छा करिहीं। तोहपे परमेस्सर क असीम अनुग्रह क कारण 15 उ भेंट क बरे जेकर बखान नाहीं कीन्ह सकत ह, परमेस्सर क धन्यवाद अहइ।
2 Corinthians 10:1 मइँ पौलुस, अपने तउर पर मसीह क कोमलता अउर सहनसीलता क साच्छी कइके तोहसे निवेदन करत अहउँ। लोगन क कहब अहइ कि मइँ जउन तोहरे बीचवा मँ रहत विनम्र अहउँ। मुला उहइ मइँ जब तोहरे बीच नाहीं अहउँ, तउ तोहरे बरे निर्भय हउँ। 2 अब मोर तोहसे बिनती बा कि जब मइँ तोहरे बीच होउँ तउ उही बिसवास क साथे वइसेन ही निर्भरता दिखावइ क मोहप दबाव जिन डावा जइसेन कि मोरे विचार से मोका कछू ओन्हन लोगन क विरुद्ध देखावई होइ जउन सोचत हीं कि हम एक संसारी जीवन जिइत ह। 3 काहेकि जद्यपि हमहूँ इही संसारे मँ रहित ह। मुला हम संसारी लोगन क तरह नाहीं लड़ित ह। 4 काहेकि जउन सास्तरन स हम लोगन क तर्कन क अउर ऊ हर एक रूकावट जउन परमेस्सर क गियान क विरुद्ध खड़ा अहइँ, खण्डन करत हीं। 5 सो हम कल्पना क, अउर हर एक उंची बात क, जो परमेस्सर क पहचान क विरोध मँ उठत अहइँ, खण्डन करित ह, अउर हर एक भावना का कैद कहके मसीह क आग्याकारी बनाइ देत अही। 6 जब तोहमे कुल आग्या करत बाटेन तउ हम सब परोपकार क अनाज्ञा क दण्ड देइ बरे तइयार अही। 7 तोहरे सामने जउन लच्छ बा ओनहीं क देखा। अगर केउ अपने मने मँ इ मानत ह कि उ मसीह क अहइ, त उ अपने बारे मँ फिन स याद करइ कि उहइ ओतनइ मसीह क अहइ जेतना कि हम अही। 8 अउर अगर अपने उ अधिकार क विसय मँ कछू अउर गरब करइ जेका पर्भू हमे तोहरे बिनास क बरे नाहीं बल्कि आत्मिक निर्माण क बरे दिहे बा। 9 तउ एकरे बरे मइँ तोहका इ भावना नाहीं देई चाहित कि मइँ अपने पत्तरन स तोहका घबड़बाइत ह। 10 मोरे विरोधीन क कहब बा, “पौलुस क चिठ्ठी तउ भारी भरकम अउर प्रभाऊपूरक अहइँ। लेकिन मोर उपस्थित रहब अहइ तउ व्यक्तित्व कमजोर अहइ अउर बानी अर्थहीन बा।” 11 मुला अइसेन कहइवाले मनइयन क समझ लेइ चाही कि तोहरे बीच मँ न रहत भए, जब हम अपने चिट्टीन मँ कछू लिखित ह तउ ओहमें अउर तोहरे बीच रहत हम जउन करम करित ह ओहमें कउनउ अन्तर नाहीं बा। 12 हम उ कछू लोगन क साथे हमका तुलना करइ क साहस नाहीं करित ह जउन अपने आपके बहुत महत्वपूर्ण मानत हीं। मुला जब अपने क एक दूसरन से नापत हीं अउर आपन मँ आपन तुलना करत ही तउ उ इ दरसावत ही कि उ पचे नाहीं जानत हीं कि उ पचे केतना मूरख अहइँ। 13 चाहे जउन होइ, हम अच्छे उचित सीमा से बाहेर बढ़ चढ़ क बात न करब। बल्कि परमेस्सर तउ हमरे सेवा क जउन सीमा हमका सौंपे अहइ, हम उहीं मँ रहित ह, अउर सीमा तोहे तलक पहुँचत ह। 14 हम अपने सीमा क उल्लंघन नाहीं करत अही, जइसेन कि अगर ह मतोहरे तक नाहीं पहुँच पाइत, तउ होइ जात। मुला तोहे तक ईसू मसीह क सुसमाचार लइके हम तोहरे लगे सबसे पहले पहुँचा अही। 15 अपने उचित सीमा स बाहेर जइके कउनो अउर दूसरे मनइयन क काम पर हम गरब नाहीं करित ह मुला हमका आसा बा कि तोहार बिसवास जइसे जइसे बढ़ी तउ वइसे वइसे ही हमार गतिबिधियन व्क छेत्र क साथे तोहरे बीच मँ हमहूँ बियापक रूप स फइलब। 16 अइसे तोहरे छेत्र क अगवा हम सुसमाचार क प्रचार कइ पाउब। कउनो अउर क जउन काम सौंपा गवा बा ओह छेत्र मँ अब तलक जउन काम होइ चुका बा हम ओकरे बरे सेखी नाहीं बघारत अही। 17 जइसेन की सास्तरन मँ कहा गवा बा: “जेका गरब करइ क बा वो पर्भू जउन कछू किहे अहइ उहइ पर गरब करा।” 18 काहेकि अच्छा उहइ माना जात ह जेका पर्भू अच्छा स्वीकारत ह, न कि उ जउन अपने आपके खुद अच्छा समझत हीं।
2 Corinthians 11:1 कास, तू मोर धोड़क मूरखता सही लेत्या। हाँ तू ओका सहि ल्या। 2 काहेकि मइँ तोहसे जलन होत ह, इ जलन उ अहइ जउन परमेस्सर से मिलत ह। मइँ तोहार मसीह से सगाई कराइ दिहे हउँ। ताकि तोहे एक पवित्तर कन्निया क समान ओका अर्पित कई सकउँ। 3 मुला मइँ डेरात अहउँ कि कहूँ जइसेन उ सर्प हव्वा क अपने कपट से भ्रस्ट कइ दिहे रहा। वइसेन ही कहूँ तोहार मन उ एक निस्ठा भक्ति अउर पवित्तरता स, जउन मोका मसीह क लिए रक्खई चाही भटकाई न दीन्ह जाई। 4 काहेकि जब कउनो तोहरे लगे आइके जे ईसू क बारे मँ जउन कहे रहा, ओका छोड़ी क कउनो दूसरे ईसू क तोहका उपदेस देत ह अउर जउन आतिमा तू ग्रहण किहे अहा, ओसे अलग कउनो अउर आतिमा तू ग्रहण करत ह अउर छुटकारा क जउने सँदेस क तू ग्रहण किहे अहा, ओसे अलग कउनो दूसरे सँदेस क उ ग्रहण करत ह। 5 तउ तू बहुत खुस होत अहा। पर मइँ अपने आपके तोहरे “बड़ेन प्रेरितन” से बिलकुस छोट नाहीं मानत अहउँ। 6 होइ सकत ह कि मोर बोलइ क सक्ती सीमित बा मुला मोर गियान तउ असीम बा। इ बाते क हम सबहिं बाते मँ तोहे स्पस्ट रूप से दरसाए हउँ। 7 अउ फिन मइँ सेंतइ मेंतई मँ सुसमाचार क उपदेस दइके तोहे ऊँचा उठावई बरे अपने आपके झुकावत भए, का कउनउ पाप किहे अहइ? 8 मइँ दूसरे कलीसियन स आपन मेहनताना लइके ओनका लूटे हउँ ताकि मइँ तोहार सेवा कइ सकउँ। 9 अउर तब मइँ तोहरे साथे रहेउँ तब जरूरत पड़े प मइँ कउनो प बोझ नाहीं डालेउँ काहेकि मैसीडोनिया स आएन भाइयन मोर जरूरत क पूरा कइ दिहे रहेन। मइँ हर बाते मँ अपने आपके तोहपे न बोझ बनई दिहे हउँ अउर न बनई देब। 10 अउर काहेकि मोहमाँ मसीह क सच निवास करत ह। इही बरे अखाया क समूचे छेत्रन मँ मोका बढ़ चढ़ क बोलइ स केउ नाहीं रोक सकत ह। 11 भला काहे? का इही बरे कि मइँ तोहसे पिरेम नाहीं करत हउँ? परमेस्सर जानत ह, मइँ तोहसे पिरेम करत हउँ। 12 मुला जउन मइँ करत हउँ ओका तउ करतइ रहब, ताकि ओन्हन कही गइ प्रेरितन क गरब क, जउन गरब करइ क कउनउ अइसेन बहाना चाहत हीं। जेसे सबइ ओनहीं कामे मँ हमरे बराबर समझा जाई सकइँ जेनपइ ओनका गरब बा। मइँ ओनके उ गरब क खतम कइ सकउँ। 13 अइसे लोग नकली प्रेरित अहइँ। ऊ पचे छली अहइँ, उ मसीह क प्रेरित होइ क ढोंग करत हीं। 14 ऐहमँ कउनउ अचरज नाहीं बा, काहेकि सइतान त परमेस्सर क दूत क रूप धारण कइ लेत ह। 15 इही बरे अगर ओकर सेवकउ नेकी क सेवकन क स रूप धइ लेइ तउ एहमाँ कउन बड़ी बात बा? मुला अन्त मँ ओनका आपन करनी क अनुसार फल तउ मिलइ क बा। 16 मइँ फिन दोहरावत अहउँ कि मोका केउ मूरख न समझइ। मुला अगर फिन स तू अइसेन समझत ह तउ मोका मूरख बनाइके ही मंजूर करा। तब मोका स्वीकार कइ ल्या अउ मोका कछू अधिकार द्या। ताकि मइँ कछू गरब कइ सकउँ। 17 अब इ मइँ कहत अहउँ, उ पर्भू क अनुसार नाहीं कहत ह, बल्कि एक मूरख क रूप मँ गरबपूर्वक बिसवास क साथे कहत हउँ। 18 काहेकि बहुत लोगन अपने संसारी जीवन पर गरब करत हीं। 19 फिन तउ मइँ गरब करब। अउर फिन तउ तू ऍतना समझदार अहा कि मूर्खन क बात खुसी क साथे सहि लेत ह। 20 काहेकि अगर केउ तोहका दास बनावइ, तोहका फँसाइ देत ह, धोखा देत ह अपने क तोहसे बड़ा बनवइ, अउर तोहरे मुँहे पर थप्पड़ मारई त तू ओका सहि लेत ह। 21 मइँ सरम क साथे कहत हउँ कि हम पचे बहुत कमजोर रहे। अगर कउनउ मनई कउनो चीजन पे गरब करइ क साहस करत ह त ओइसन साहस मइँ भी करब। मइँ मूर्खतापूर्वक कहत अही। 22 इबरानी सबइ तउ नाहीं अहइँ। जदि उ पचे इस्राएली अहइँ, तउ उ मइँ भी अहउँ, जदि उ सबइ इब्राहीम क बंसज अहइँ, तउ उ मइँ भी हउँ। 23 मइँ अहउँ। इस्राएली उ सबइ तउ नाहीं अहइँ। मइँ ह भी। का उ पचे मसीह क सेवक अहइँ? (एक सनकी की नाहीं मइँ इ कहत ह अहउँ।) कि मइँ ओहसे बड़ा मसीह क सेवक अहउँ। मइँ बार बार जेल गवा हउँ। मोका बार बार मारा गवा बा। कई अवसरन पर मोका मऊत क सामना भवा बा। 24 पाँच बार मइँ यहूदियन स एक कम चालीस चालीस कोड़ा खाए हउँ। 25 मइँ तीन तीन बार लाठियन स पीटा गवा हउँ। एक्क बार तउ मोहे पर पत्थराऊँ कीन्ह गवा बा। तीन बार मोर जहाज बूड़ा। एक दिन अउर एक रात मइँ समुंदर क गहिरे पानी मँ बितावा। 26 मइँ भयानक नदियन, खूँखार डकइतन, खुद आपन लोगन, विधर्मियन, नगरन, गाँवन, समुद्रन अउर देखआवटी बन्धुवन क खतरे क बीचवा मँ कइयऊ यात्रा किहे हउँ। 27 मइँ कड़ा मेहनत कइके थकावट से चूर होइके जीव जिए हउँ। कई अवसरन पर मइँ सोइ तक नाहीं पाएउँ। भूखा अउर पियासा रहेउँ। अकसर मोका खाई तक क नाहीं मिला। बिना कपड़न क जाड़ा मँ ठिठूरत रहेउँ। 28 अउर अब अउर जियादा का कही? रोज मेरे ऊपर जिम्मेदारी का भार अहइ अउर मोहे पइ सब कलीसियावन की चिन्ता बनी रहत ह। 29 कीहीऊ का कमजोरी मोका सक्तिहीन नाहीं कई देत ह अउर केकर पापे मँ होब मोका बैचेन नाहीं बनाई डावत ह। लेकिन मइँ अन्दर से दुखी होइ जात हउँ यदि कउनो प्रलोभन मँ बहक जात ह। 30 अगर मोका बढ़-चढ़ क बात करई क बा तउ मइँ ओन्हन बातन क करब जउऩ हमरे कमजोरी क अहइँ। 31 परमेस्सर अउर पर्भू ईसू क परमपिता जउन हमेसा धन्य अहइँ, जानत हीं कि मइँ कबहुँ झूठ नाहीं बोलत हउँ। 32 जब मइँ दमिस्क मँ रहेउँ तउ राजा अरितास क राज्यपाल दमिस्क क चारों ओर पहरा बइठा दिहे रहा मोका बन्दी कई लेइक जतन किहे रहा। 33 मुला मोका नगर क चार दीवारी क छेद से टोकरी मँ बइठाइ क नीचे उतार दीन्हा गवा अउर मइँ ओकरे हाथ स बच निकलउँ।
2 Corinthians 12:1 यदि घमण्ड करइ क होइ तउ मोरे बरे ठीक ना होइ, तो भी करइ पड़त ह, तउ मइँ पर्भू क दीन्ह भए दर्सन अउर पर्भू क प्रकासित चरचा करत अहउँ। 2 मइँ मसीह मँ स्थित क अइसेन मनई क जानत हउँ जेका चौदह साल पहिले (ओकरे सरीर मँ या सरीर क बाहर मइँ नाहीं जानित ह परमेस्सर ही जानत ह।) देह सहित या देह रहित तीसरे सरग मँ उठाई लीन्ह गवा रहा। 3 अउर मइँ जानित ह कि ऐह मनई क (मइँ बिना सरीर क या सरीर सहित नाहीं जानित हउँ बस परमेस्सर ही जानत ह) सरगलोकमँ उठाई लीन्ह गवा रहा अउर ओ अकथनीय सब्द सुनेस जेका बोलइक अनुमति मनइयन क नाहीं बा। 4 5 हाँ, अइसेन मनइयन पर गरब करबइ, मुला खुद अपने घरे पर अपने दुर्बलतन क छोड़ क गरब न करबइ। 6 काहेकि इ मइँ सरम करइ क सोची तउ मइँ मूरख न बनबइ काहेकि तब मइँ सच कहबइ। होबइ! मुला तोहका मइँ अइसेन बचाउब ताकि कउनो मोका जइसेन करत देखत ह या कहत सुनत ह, ओसे भी जियादा स्रेय न देइ। 7 असाधारण प्रकासित क कारण मोका कउनउ गरब न होइ जाइ, इही बरे मोका सालत रहइ वाला काँटउ दइ दिहे अहइ। जउन सइतान क दूत अहइ, मोका मारत रहत ह ताकि मोका बहुत जियादा घमण्ड न होइ जाइ। 8 काँटा क अहइ समसिया क बारे मँ मइँ पर्भू स तीन बार बिनती किहेउँ काहेकि उ इहइ काँटा क मोसे निकाल लेइ। 9 मुला उ मोसे कहि दिहे अहइ, “तोहरे बरे मोरे अनुग्रह परियाप्त बा। काहेकि निर्बलता मँ मोर सक्ती सबसे जियादा होत ह।” इही बरे मइँ अपने कमजोरी पे खुसी क साथे गरब करत हउँ। ताकि मसीह क सक्ती मोहमाँ रहइ। 10 इही तहर मसीह बरे मइँ अपने कमजोरी, अपमानन, कठिनाइयन, जातनन, अउ बाधा मँ आनन्द लेत हउँ काहेकि जब मइँ कमजोर होत हउँ तबइ बलवान होत हउँ। 11 मइँ मूरखन की तरह बतियात अहउँ मुला अइसा करइ क बरे मोका मजबूर तू किहे अहा। तोहका तउ मोर प्रसंसा करइ चाही, जद्यपि वइसे तउ मइँ कछू नाहीं हउँ, पर तोहरे ओऩ्हन “बड़ेन प्रेरितन” स मइँ कीहीउ तरह छोट नाही हउँ। 12 कीहीउँ क प्रेरित सिद्ध करइवाला अद्भुत चीन्हा, अचरज कारज, अद्भुत कारज, अउर तोहरे बीच धीरज क साथे परगट कीन्ह गवा अहइँ। 13 तू दूसरे कलीसियन स कउँने दीस्टी स कम अहा? सिवाय एकरे कि मइँ तोहपे कउनउ तरह क कवहॅ भार नाहीं बना हउँ? मोका एकरे बरे छमा करा। 14 देखा तोहरे लगे आवई क अब मइँ तीसरी बार तइयार हउँ। पर मइँ तोहपे कउनउ तरह क बोझ न बनब। मोका तोहरे सम्पन्तिन क नाहीं तोहार चाहत अहइ। काहे कि बच्चन क अपने मांई बाप क बरे कउनउ बचत करइ क जरूरत नाहीं होत बल्कि अपने बच्चन क बरे माई बाप क खुद बचत करइ क होत ह। 15 जहाँ तक मोर बात अहइ, मोर लगे जउन कछू बा तोहरे बरे खुसी क साथे खर्चा करबइ, इहाँ तक कि अपने आपऊ क तोहरे बरे खर्च कई देबई। जदि मइँ तोहसे जियादा पिरेम रखित ह तउ भला तू मोका कम पिरेम कइसे करब्या। 16 होइ सकत ह कि मइँ तोहपे कउनउ बड़ा बोझ न डावा होइ। मुला तोहर कहब बा मइँ कपटी रहेउँ मइँ तोहका अपने चालाकी स फंसाइ लिहेउँ। 17 का जउने लोगन क मइँ तोहरे लगो भेजे रहेउँ ओनके जरिये तोहे छला ग रहा? नाहीं! 18 तीतुस अउर ओनके साथे हमरे भाई क मइँ तोहरे लगे भेजे रहेउँ। का तीतुस तोहे फँसाइ दिहेस? नाहीं का हम उहीं निस्कपट आतिमा स नाहीं चलत रहेन? का हम उही चरनचिन्हन पर नाहीं चलत रहेन? 19 अब तू का सोचत अहा कि एक लम्बा समइ स हम तोहरे समन्वा आपन पछ रक्खत अही। मुला हम त परमेस्सर क समन्वा मसीह क अनुयायी क रूप मँ बोलत अही। मोर पियारे दोस्तो! हम जउन कछू करत अही उ तोहे आत्मिक रूप स सक्तिसाली बनवइ क बरे बा। 20 काहेकि मोका भय बाटई कि कहूँ जब मइँ तोहरे लगे आवउँ तउ तोहे वइसेन न पावउँ, जइसेन पावई चाहित ह अउर तू भी मोका वइसेन न पावा जइसेन पावई चाहत ह। मोका भय बा कि तोहरे बीच मोका कहूँ आपसइ मँ झगड़ा, इरसा, गुस्सापूर्वक कहासुनी व्यक्तिगत, षड़यन्त्र, अपमान, कानाफूसी हेकड़पन अउर अव्यवस्था न मिलइ। 21 मोका डर बा कि जब मइँ फिन तोहसे मिलइ आवउँ तउ तोहरे सामने मोर परमेस्सर कहूँ मोका लज्जित न कइ देइ, अउर मोका ओन्हन बहुतन बरे बिलाप न करइ क पड़इ। जे पहिले पाप किहे बाटेन अउर अपवित्तरन, व्यभिचरियन अउर भोग विलास मँ डूबा रहइ क बरे मनफिराव नाहीं किहे बाटेन।
2 Corinthians 13:1 इ तीसर अउसर अहइ जब मइँ तोहरे लगे आवत हउँ सास्तरन कहत हीं: “सब बातन क पुस्टि, दूई या तीन गवाहन क साच्छी पर कीन्ह जाइ।” 2 जब दूसरी बार मइँ तोहरे साथे रहेउँ मइँ तोहका चेतावनी दिहे रहेउँ अउर अब जब मइँ तोहसे दूर हउँ मइँ तोहका फिन स चेतावनी देत हउँ कि अगर मइँ फिन तोहरे लगे आवउँ त जे जे पाप किहे बाटेन अउर जउन पाप करत अहइँ ओनका अउर शेस दूसरे लोगन क न छोड़बा। 3 अइसेन मइँ ऍह बरे करत हउँ कि तू इ बाते क प्रमाण चाहत अहा कि मोहमाँ मसीह बोलत ह। उ तोहरे बरे कमजोर नाहीं बा बल्कि।” समरथ बा। 4 इ सच बा कि ओका ओकरे कमजोरी क कारण क्रूस पर चढ़ावा गवा रहा। मुला अब उ परमेस्सर क सक्ती क करण ही जिअत अहइ। इह सच बा कि मसीह मँ स्थित हम कमजोर अही मुला तोहरे लाभ बरे परमेस्सर क सक्ती क कारण हम ओकरे साथे जियब। 5 इ देखई बरे अपने आप क परखई क बा तू बिसवासपूर्वक जिअत अहा। आपन जाँच पड़ताल करा अउर का तू नाहीं जानत ह कि उ ईसू मसीह तोहरे भित्तरइ बा। जदि अइसना नाहींबा, तउ त इ परीच्छा मँ पूरा न उतरब्या। 6 मइँ अब आसा करत हउँ कि तू इ जानि जा कि हम इ परीच्छा मँ कउनउ तरह स विफल नाहीं भए। 7 हम परमेस्सर से पराथना करित ह कि तू कउनउ बुराइ न करा। एह बरे नाहीं कि हम इ परीच्छा मँ खरा देखाई देइ। बल्कि एह बरे कि तू फिन उहइ करा जउन अच्छा बा। चाहे हम इ परीच्छा मँ विफल भए काहे न देखाइॅ देइ। 8 असलियत मँ हम सत्य क विरुद्ध कछू नाहीं कइ सकित ह। हम जउन करित ह सच क बरे करित ह। 9 हमार कमजोरी अउर हमार सबलता मोका खुश करत ह अउर हम इही बरे पराथना करित ह की तू मजबूत स मजबूत बना 10 इही बरे तोहसे दूर रहत मइँ इन बातन क तोहका लिखत हउँ। ताकि जब मइँ तोहरे बीच होउँ तउ मोका पर्भू क जरिये दीन्ह गवा अधिकार स तोहका हानि पहुँचई बरे नाहीं बल्कि तोहरे आत्मिक बिकास बरे तोहरे साथे कठोरता न बरतइ पड़इ। 11 अब भाइयन, मइँ तोहसे विदा लेत अहउँ। आपन आचरण ठीक रखा। वइसेह करत रहा जइसेन करइ क मइँ कहे रहेउँ। एक जइसेन सोचा। सान्तिपूर्वक रहा। जेसे पिरेम अउर सान्ति क स्रोत परमेस्सर तोहरे साथे रही। 12 पवित्तर चुम्बन दुवारा एक दूसरे क सुवागत करा। 13 सबन पवित्तर लोगन क तोहे नमस्कार। 14 तू पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह, परमेस्सर क पिरेम अउर पवित्तर आतिमा स मिलइ वाला भाई-चारा रहइ।
Galatians 1:1 पौलुस क तरफ स, जउन एक प्रेरित अहइ, जे एक अइसेन सेवा बरत धारन किहे अहइ। जउन ओका न तउ मनइयन स मिला बा अउर न कउनो एक मनई क जरिये दीन्ह गवा रहा, बल्कि ईसू मसीह क जरिये उ परमपिता परमेस्सर स, जे ईसू मसीह मरे रहे प फिन स जियाइ दिहे रहा, दीन्ह भवा बा। 2 अउर मोरे साथे जउन भाइ अहइँ, ओन्हे सब ओर स गलातियाछेत्र क कलीसियवन क नाउँ: 3 हमरे परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह कइँती स तू सबन क अऩुग्रह अउर सान्ति मिलइ। 4 जे हमरे पापन बरे अपने आपके अर्पित कइ दिहेन ताकि इ पाप पुन्न संसारे स, जेहेमें हम रहत हई, उ हमका छुटकारा देवॉइ सकइ। हमरे परमपिता क इहइ इच्छा अहइ। 5 उ हमेसा महिमावान होइ। आमीन। 6 मोका अचरज बा, कि तू सभे ऍतनी जल्दी उ परमेस्सर स मुँह मोड़के, जे मसीह क अनुग्रह द्वारा तू पचन क बोलाए रहा, कउनो दुसरे सुसमाचार क तरफ जात अहा। 7 कउनउ दुसर सुसमाचार तउ सहीयउ मँ अहइ ही नाहीं ना, मुला कछू जने अइसेन अहइँ जउन तोहे भरमावत अहइँ। अउर मसीह क सुसमाचार मँ हेर-फेर क जतन करत हीं। 8 मुला चाहे हम होई अउर चाहे केऊ सरगदूत या तू सबन क हमरे कारण सुनावा गवा सुसमाचार स अलग सुसमाचार सुनावत हीं तू ओका धिक्कार बा। 9 जइसेन की हम पहिले कहिं चुका हई, ओइसेन ही मइँ अब फिन दोहरावत अहउँ कि जदि चाहे हम होइ अउर चाहे केऊ सरगदूत, यो तोहरे स स्वीकार कीन्ह गवा सुसमाचार स अलग सुसमाचार सुनावत हीं तउ ओका धिक्कार अहइ। 10 का एहसे तू सब्बन क अइसेन लागत ह कि मोका मनइयन क स्वीकृति चाही? या इ अउर परमेस्सर की स्वीकृति मिलइ। अउर का मइँ मनइयन क खुस करई क जतन करत हइ? अगर मइँ मनइयन क खुस करित ह तउ मइँ ईसू मसीह क सेवक-सा न होइत। 11 भाइयो, मइँ तोहका जतावइ चाहित ह कि सुसमाचर जेकर उपदेस तू पचन क मइँ दिहे हउँ उ मनई द्वारा नाहीं बनावा गवा ह। 12 कउनउ मनई स मिला सुसमाचार नाहीं ना काहेकि न तउ मइँ एका कीहीउ मनई स पाएउँ हउँ अउर न तउ कउनउ मनई एकर उपेदस मोका दिहे बा। ईसू मसीह द्वारा हमरे सामने परगट भवा बा। 13 यहूदी धरम मँ मइँ पहिले कइसे जिअत रहेउँ ओका तू सुन चुक्या ह, अउर तू इहउ जानत ह कि मइँ परमेस्सर क कलीसिया पर केतॅना अत्याचार किहे हउँ अउर ओका मिटाइ डालइ क कोसिस तक किहे अहइ। 14 यहूदी धरम क पालइ मँ मइँ अपने जुगे क समकालीन यहूदियन स आगे रहेउँ काहेकि मोर पूर्वजन स जउन परम्परा मोका मिली रहिन, ओहमँ हमार उत्साहरपूरक आस्था रही। 15 मुला परमेस्सर मोरे जनम स पहिलेन मोका चुन लिहे रहा। अउर आपन अनुग्रह व्यक्त करइ क मोका बोलाइ लिहे रहा। 16 ताकि उ मोका अपने पूत (ईसू) क गियान कराइ देइ। जेसे मइँ गैर यहूदियन क बीच ओकरे सुसमाचार क प्रचार करउँ। ओह समइ जल्दी स मइँ कउनउ मनई स कउनउ राय नाहीं लिहेउँ। 17 अउर न तउ मइँ ओन्हन क लगे यरूसलेम गएउँ जउन मोसे पहिले प्रेरितन बना रहेन। बल्कि मइँ अरब गवा रहेउँ अउर फिन उहाँ स दमिस्क लउटि आएउँ। 18 फिन तीन साल क बाद पतरस स मिलइ बरे मइँ यरूसलम पहुँचेउ अउर ओकरे साथे एक पखवाड़ा ठहरेउँ। 19 मुला उहाँ मइँ पर्भू क भाई याकूब क देखिके कउनो अउर दुसरे प्रेरितन स नाहीं मिलेउँ। 20 मइँ परमेस्सर क साच्छी कइके कहत हउँ कि जउन कछू मइँ लिखत हउँ ओहमाँ झूठ नाहीं बा। 21 ओकरे बाद मइँ सीरिया अउर कलिकिया क देसन मँ गएउँ। 22 मुला यहूदीयन क मसीह क मानइवाले क कलीसियन अपने रूप स मोका नाहीं जानत रहेन। 23 मुला उ लोग स कहत सुनत रहेने, “उहइ मनई जउन पहिले हमका सतावत रहत रहा उही बिसवासे यानि उही बिसवास क प्रचार करत रहत ह जेका उ कभउँ खराब करई क कोसिस करे रहा।” 24 मोरे कारण उ पचे परमेस्सर क स्तुति किहेन।
Galatians 2:1 चौदह साल बाद मइँ फिन स यरूसलेम गएऊँ बरनाबास मोरे साथे रहा अउर तीतुस क मइँ अपने साथे लइ लिहे रहेउँ। 2 मइँ परमेस्सर क दर्सन क कारण उहाँ गवा रहेउँ। मइँ गैर यहूदियन क बीच सुसमाचार क उपदेस देत रहत हउँ, उहइ सुसमाचार क आपन निजी सभा क बीच कलीसिया क मुखियन क सुनाएउँ। मइँ उहाँ ऍह बरे गए रहेउँ कि परमेस्सर खुद मोका दर्साये रहा कि मोका उहाँ। जाइ चाही। ताकि जउन काम मइँ पिछले दिनन किहे रहेउँ, यो जेका मइँ करत हउँ, उ बेकार न चला जाइ। 3 परिनाम सरूप तीतुस तक क, जउन हमरे साथे रहा, जद्यपि उ यूनानी अहइ फिन ओका खतना करावइ बरे विवस नाहीं कीन्ह गवा रहा। मुला ओन झूठे भाइयन क कारण जउन लुके छिपा हमरे बीच गुप्तचर क रूप मँ मसीह ईसू मँ हमार स्वतन्त्रता क पता लगावइ बरे घुस आइ रहेन कि हमका दास बनाइ सकइँ, इ बात उठी। 4 5 मुला हम ओनकइ गुलामी मँ एक छन बरे घुटना नाहीं टेका ताकि उ सच चउन सुसमाचार मँ निवास करत ह, तोहरे भित्तर बना रहइ। 6 मुला जाना-माना सम्मानित लोगन स मोका कछू नाहीं मिला। उ कइसनेउ भी रहेन, मोका अइसेन कउनउ अन्तर नाहीं पड़त। बिना कउनउ भेद भाऊ क सबन मनई परमेस्सर क सामने एक जइसेन अहइँ। मुला ओन सम्मानित लोगन स मोका या मोरे सुसमाचार मँ कछू जोड़ावाइ गवा कउनउ लाभ नाहीं भवा। 7 मुला एन मुखियन देखेन कि परमेस्सर मोका वइसे ही एक विसेस काम सौंपे अहइ जइसे पतरस क परमेस्सर यहूदियन क सुसमाचार सुनावइ क काम दिहे रहा। मुला परमेस्सर गैर यहूदियन क सुसमाचार सुनावइ क काम मोका दिहे रहा। 8 परमेस्सर पतरस क एक प्रेरित क रूप मँ काम करइ क सक्ती दिहे रहा। पतरस गैर यहूदियन क बरे एक प्रेरित बा। परमेस्सर मोका भी एक प्रेरित क रूप मँ काम करइ क सक्ती दिहे बाटइ। मुला मइँ ओन मनइयन क प्रेरित अहउँ जउन यहूदी नाहीं अहइँ। 9 इही तरह उ पचे मोह पइ परमेस्सर क ओह अनुग्रह क समझ लिहेन अउर कलिसिया क स्तम्भ समछइ जाइ वाला याकूब, पतरस अउर यूहन्ना बरनाबस अउर मोसे साझेदारी क चिन्ह क रूप मँ हाथे मिलाए रहा। अउर उ पचे सहमत होइ गएन कि हम विधर्मियन क बीच उपदेस देत रही अउर उ सबइ यहूदियन क बीच। 10 ओ सबइ हमसे बस ऍतनई कहेन कि हम ओनके गरीबन क धियान रखी। अउर मइँ इही कामँ क न केवल करइ चाहत रहेउँ बल्कि एकरे बरे लालयित रहेउँ। 11 मुला जब पतरस अन्ताकिया आवा तब मइँ खुलकेओकर विरोध किहेउँ काहेकि उ ठीक नाहीं रहा। 12 काहेकि याकूब द्वारा भेजा गवा कछू लोगन क इहाँ पहुँचे स पहिले उ गैर यहूदियन क साथे खात पियत रहा। मुला उन लोगन क आवइ क बाद उ गैर यहुदियन स अलग कइ लिहेस। उ ओन्हेन क डर स अइसेन किहेस जउन चाहत रहेन कि गैर यहूदियन क खतना होइ चाही। 13 दूसरे यहूदियन पतरस क इ देखावा मँ साथ दिहेन। इहाँ तक कि इ देखॉवइ क कारण बरनाबस तक भटक गवा। 14 मइँ जब इ देखेउँ कि सुसमाचार मँ छिपा हुआ सच क अनुसार उ पचे सीधे रस्ता पर नाहीं चलत रहेन तब सबक सामने पतरस स कहेन, “जब तू यहूदी होइ क भी गैर यहूदियन क जिन्नगी जिअत अहा। तउ गैर यहूदियन क यहूदियन क रीति पर चलइ क बरे विवस कइसे कइ सकत ह?” 15 हम तउ जनम स यहूदी अही। अउर हमार पापी गैर यहूदीयन स कउनउ सम्बन्ध नाहीं बा। 16 तबऊ हम इ जानित ह कि कउनो मनई क व्यवस्था क बिसय क पालन करइ क कारण नाहीं बल्कि ईसू मसीह मँ बिसवास क कारण नेक ठहरावा जात ह। मइँ इही बरे मसीह ईसू क बिसवास धारण किहे हई, ताकि इ बिसवासे क कारण हम नेक ठहरावा जाइ, न कि व्यवस्था क पालइ क कारण। काहेकि ओका पालई स तउ केऊ मनई धर्मी नाहीं होत। 17 मुला अगर हम जउन ईसू मसीह मँ अपने स्थित क कारण धर्मी ठहरावा जाइ चाहित ह। हमहूँ बिधर्मीयन क समान पापी पावा जाइ तउ एकर मतलब का इ नाहीं ना कि मसीह पापे क बढ़ावा देत ह। निस्चय ही नाहीं। 18 अगर जेकर तियाग मइँ कइ चुका हउँ उ व्यवसथा क फिन स उपदेस देइ लागउँ, तब तउ मइँ आज्ञा क उल्लंघन करइवाला अपराधी बन जाब। 19 काहेकि व्यवस्था क विधान स मइँ मर गएउँ ह ताकि परमेस्सर क बरे मइँ फिन स जी जाउँ मसीह क साथे मोका क्रूस पर चढ़ाइ दिहा गवा। 20 इही स अब आगे मइँ जिन्दा नाहीं अहउँ। मुला मसीह मोहमाँ जिन्दा अहइ। तउन एह सरीर मँ अब मइँ जउन जिन्नगी जिअत हउँ, उ हमार जिन्नगी नाहीं अहइ, उ तउ बिसवासे पइ टिका बा। परमेस्सर क ओह पूत (ईसू) बरे बिसवासे पर जउन मोसे पिरेम करत ह। अउर जे अपने आप क मोरे बरे अर्पित कइ दिहेस। 21 मइँ परमेस्सर क अनुग्रह क नाहीं नकारित ह, मुला अगर धार्मिक व्यवस्था क कारण परमेस्सर स नाता जोडाइ पाउत तउ मसीह बेकारइ आपन जान काहे देत।
Galatians 3:1 अरे मूरख गलातियो, तोह पर के जादू कइ दिहे बा? तू सबन क तउ, सबन क समन्वा ईसू मसीह क क्रूस पर कइसे चढ़ावा गवा रहा, एकर पूरा विवरण दइ दीन्ह गवा रहा। 2 मइँ तू पचन स बस एतना जानइ चाहित ह कि तू पवित्तर आतिमा क बरदान कउन व्यवस्था क पालइ स पाए रह्या, अउर सुसमाचार क सुनइ अउर ओहपे बिसवास करइ स? 3 काहेकि तू पचे ऍतना मूरख होइ सकत ह, जउने जीवन क तू सबइ आतिमा स आरम्भ किहे रह्या-ओका अब हाड़-मांस क सरीर क सक्ती स पूरा करब्या। 4 तू पचे एतना कस्ट बेकारइ सह्या? आसा बाटइ कि उ पचे बेकार नाहीं भएन। 5 परमेस्सर जउन तोह पचन क आतिमा देत ह अउर जउन तोहरे सबन बीच अद्भुत कराजन क करत ह, उ इ ऍह बरे करत ह कि तू सबइ व्यवस्था क पालत अहा या ऍह बरे कि तू पचे सुसमाचार क सुने अहा, अउर ओह पर बिसवास किहे अहा। 6 इ वइसेन ही बा जइसे कि इब्राहीम क बारे मँ पवित्तर सास्तरन कहत हीं: “उ परमेस्सर मँ बिसवास किहेस अउर इ ओकर परमेस्सर मँ धार्मिकता गिनि गइ।” 7 तउ फिन तू पचे इ जान ल्या कि इब्राहीम सच्चा बंसज ओह सबइ अहइँ जउन बिसवास करत हीं। 8 पवित्तर सास्तरन पहिलेन बताइ दिहे बाटेन कि परमेस्सर गैर यहूदियन क भी ओनके बिसवास क कारण धर्मी ठहराएस। अउर ओन सब्दन क साथे पहिलेन स ही इब्राहीम क परमेस्सर क जरिये सुसमाचार स सास्तरन क इ सब्दन द्वारा, “परमेस्सर तुम्हारा उपयोग करी, सबहिं राष्ट्रन का आसीसन बरे अवगत कराइ दीन्ह गवा रहा।” 9 इही बरे उ लोग जउन बिसवास करत हीं बिसवासी इब्राहीम क साथ आसीस पावत हीं। 10 मुला जब लोग जउन व्यवस्था क पालइ प निर्भर रहत हीं, उ पचे कउनो अभिसाप क अधीन अहइँ। पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा, “अइसेन सब मनइ स्रापित बाटेन जउन व्यवस्था क पुस्तक मँ लिखी सब बातन क लगन क साथे पालन नाहीं करतेन। 11 अब इ स्पष्ट बा क व्यवस्था क जरिये परमेस्सर क सामने कउनउ धर्मी नाहीं ठहतर ह। काहेकि पवित्तर सास्तरन क अऩुसार, “धर्मी मनई बिसवास क सहारे अनन्त जीवन जिई।” 12 मुला व्यवस्था तउ बिसावासे पर नाहीं टिका बल्कि पवित्तर सास्तरन क अनुसार, “जे व्यवस्था क विधान क अनुसार पाली, उ ऊहीं क सहारे जिई।” 13 मसीह हमरे स्रापे क अपने ऊप्पर लइके व्यवस्था क स्राप स हमका मुक्त कइ दिहेस। पवित्तर सास्तरन कहत हीं, “हर केऊ जउन पेड़ पर टाँगि दीन्ह जात ह, स्रापित बा।” 14 मसीह हमका ऍह बरे मुक्त किहेस कि इब्राहीम क दीन्ह गइ आसिस ईसू मसीह क जरिये गैर यहूदियन क मिलि सकइ ताकि बिसवास क जरिये हम ओंह पवित्तर आतिमा क पाइ सकी जेकर बचन दीन्ह गवा बा। 15 भाइयो, अब मइँ तू पचन क दैनिक जीवन स एक उदाहरण देइ जात अहउँ: देखा, जइसेन कउनउ मनई क जरिये कउनउ करार कइ लिहेजाइ प स्वीकृत हो जात ह, न तउ कउनो मनई ओका रद्द कइ सकत ह अउर न ही ओहमे स कछू घटावा जाइ सकत ह। अउर न बढ़ावा, 16 वइसेन ही इब्राहीम अउर उनके भावी बंसज क साथे कीन्ह गइ प्रतिज्ञा क संदर्भ मँ भी बा। देखा! परमेस्सर इ नाहीं कहत ह, “अउर ओकरे बंसजन क।” (अगर अइसेन होत ह त बहुत लोगन क तरफ संकेत होत। परमेस्सर वचन मँ कहत ह, “अउर तोहरे बंसजन।” जउन मसीह अहइ।) 17 मोर कहइ क मतलब इ बाटई कि जेह करार क परमेस्सर पहिलेन सुनिस्चित कइ दिहेस ओका चार सौ तीस साल बाद आवइवाली व्यवस्था क विधान नाहीं बदल सकत अउर न तउ ओकरे बचन क अप्रभावित ठहरावा जाइ सकत ह। 18 काहेकि अगर उत्तराधिकार व्यवस्था पर टिका बा तउ फिह उ बचन पर न टिकी। मुला परमेस्सर उत्तराधिकार बचन क कारण मुक्त रूप स इब्राहीम क दिहे रहा। 19 फिन भला व्यवस्था क प्रयोजन का रहा? व्यवस्था उल्लंघन क अपराध क कारण व्यवस्था क बचन स जोड़ दीन्ह गवा रहा ताकि जेकरे बरे बचन दीन्ह गवा रहा, ओह बंसज क आवइ तलक उ रहइ। व्यवस्था एक मध्यस्थ क रूप मँ रहइवाला मूसा क सहायता स सरगदूतन स दीन्ह गवा बा। 20 अब देखा, मध्यस्था क जरूरत नाहीं अहइ, जब केवल एक मनई होत ह। मुला परमेस्सर तउ एक्कई बा। 21 का एकर इ मतलब बा कि व्यवस्था परमेस्सर क बचन क बिरोधी अहइ? निस्चित रूप स नाहीं। काहेकि अगर अइसेन ही व्यवस्था दीन्ह गइ होत जउन सबन मँ जीवन क संचार कइ सकत तउ व्यवस्था परमेस्सर क आगे धार्मिकता क सिद्ध करई क साधन बन जात। 22 मुला पवित्तर सास्तरन घोसणा किहे बा कि इ समूचा संसार पाप क सक्ती क अधीन बा। ताकि ईसू मसीह मँ बिसवास क आधार पर जउन बचन दीन्ह गवा बा, उ बिसवासी लोगन क भी मिलइ। 23 इ बिसवास क आवाई स पहिले, हमका व्यवस्था क देखरेख मँ, इ आवइवाला बिसवास क परगट होइ तलक, बन्दी क रूप मँ रखा गवा बा। 24 एह तरह व्यवस्था हमका मसीह तक लइ जाइ क बरे एक कठोर अभिभावक रहा ताकि आपन बिसवास क बरे एक कठोर अभिभावक रहा ताकि आपन बिसवास क आधार पर हम धर्मी ठहरी। 25 अब जब इ बिसवास परगट होइ चुका अहइ तउ हम ओह कठोर अभिभावक क अधीन नाहीं अही। 26 ईसू मसीह मँ बिसवास क कारण तू सबहिं परमेस्सर क सन्तान अहा। काहेकि तू सबइ मसीह क बपतिस्मा लइ लिहे अहा, मसीह मँ समाइ गवा अहा। 27 28 तउन अब किहीउ मँ कउनउ अन्तर नाहीं रहा अउर न कउनउ यहूदी रहा, न गैर यहूदी, न दास रहा, न स्वतन्त्र, न पुरूस रहा, न स्त्री रही, काहेकि मसीह ईसू मँ तू सबहिं एक अहा। 29 अउर काहेकि तू मसीह क अहा, तउ फिन तू इब्राहीम क बंसजन क अहा। अउर परमेस्सर जउन इब्राहीम क दिहे रहा उहइ बचन क उत्तराधिकारी होइ।
Galatians 4:1 मइँ कहत हउँ कि उत्तराधिकारी जब तलक बच्चा बा तउ चाहे सब कछू क स्वामी उहइ होत ह, फिन भी उ दास स जियाद कछू नाहीं रहत। 2 उ संरच्छकन अउर घरे क सेवकन क तब तक अधीन रहत ह। जब तक ओकरे पिता द्वारा निस्चत समइ नाहीं आई जात। 3 हमरउ भी अइसेही स्थिति बा। हमहुँ जब बच्चा रहेन तउ संसारी नियमन क दास रहेन। 4 मुला जब अच्छा समइ आवा त परमेस्सर तउ अपने पूत क भेजेस जउन एक स्त्री स जनमा रहा। 5 अउर उ व्यवस्था क अधीन जिअत रहा। ताकि उ व्यवस्था क अधीन व्यक्तियन क मुक्त कराइ सकइ जेसे हम परमेस्सर क गोद लीन्ह भए बच्चन बन सकी। 6 अउर फिन काहेकि तू परमेस्सर क सन्तान अहा, तउन उ सबन क हिरदय मँ पूत क आतिमा क पठए रहा। उहइ आतिमा, “अब्बा” या “पिता” कहतइ बोलवावत ह। 7 इही बरे अब तू दास नाहीं अहा बल्कि परमेस्सर क सन्तान अहा अउर काहेकि तू सन्तान अहा इही बरे तोहका परमेस्सर आपन उत्तराधिकारी बनाए ह। 8 पहिले तू सभे जब परमेस्सर क नाहीं जानत रह्या, तउ तू सभे देवतन क दास रह्या। उ सच नाहीं अहइ वास्तव मँ उ सबइ परमेस्सर नाहीं रहेन। 9 मुला अब तू परमेस्सर क जानत अहा, या अइसेन कहइ चाही कि परमेस्सर क जरिये अब तू पचन क पहिचान लीन्हा गवा बा। फिन तू ओनन्ह साररहित, कमजोर नियमन कइँती काहे लउट अहा। तू पचे फिन स ओनके अधीन काहे होइ चाहत ह? 10 तू पचे कउनो विशेष दिनन महीनन ऋतुव न अउर बरिसन क मानइ लाग अहा। 11 तू पचन क बारे मँ मोका डेर लागत ह कि तू पचन क बरे जउन काम मइँ किहे हउँ उ सबइ कहुँ खराब तउ नाहीं होइ गवा अहइँ। 12 हे भाइयो तथा बहिनियो, कृपा कइके तू सब मोरे जइसेन बनि जा। देखा, मोहुँ तउ तू पचन जइसेन बनि गवा हउँ, इ मोर तू पचन स बिनती बा, अइसेन नाहीं कि तू पचे मोरे बरे कउनउ गलती किहे अहा। 13 तू पचे तउ जनबई करत ह कि आपन सरीरी क व्याधियन क कारण मइँ पहिली दाई तू सबन इ सुसमाचार सुनाए रहेउँ। 14 अउर तू सब हऊँ तउ, मोरी बीमारी क कारण, जउन तोहार परीच्छा लीन्ही गइ रही, ओहसे मोका छोट नाहीं समझया अउर न तउ मोरे निसेध किह्या। बल्कि तू पचे परमेस्सर क सरगदूत क रूपे मँ मोर सुवागत किहे अहा। माना कि मइँ खुदई ईसू मसीह रहेउँ। 15 तउन तू सबन क उ खुसी क का भवा? मइँ तोहरे बरे खुदइ इ बाते क साच्छी हउँ कि अगर तू पचे समरथ होत ह्या तउ तू पचे आपन आँखी तक निकाली क मोका दइ देत्या। 16 तउन का सच बोलइ स ही मइँ तू पचन क दुस्मन होइ गएउँ? 17 तू पचन क व्यवस्था पर चलावइ बरे चाहइवालन तोहमाँ बड़ी गहिर रूचि लेत हीं। मुला ओनकर उद्देस्य अच्छा नाहीं बा। उ तू सबइ पचन क मोसे अलग करइ चाहत हीं। ताकि तू पचे ओहमाँ गहिर रुचि लइ सका। 18 कउनउ कीहीउँ मँ हमेसा गहिर रूचि लेत रहइ, इ तउ एक अच्छी बात अहइ। मुला इ कीहीउँ अच्छे क बरे होइ चाही। अउर बस उही समइ नाहीं, जब मइँ तोहरे साथे हउँ। 19 मोर प्रिय सन्तानों, मइँ तू सबन क बरे एक बार फिन प्रसव वेदना क झेलत हउँ। जब तलक तू पचे मसीह जइसे नाहीं होइ जात्या। 20 मइँ चाहत हउँ कि अबहीं तू पचन के लगे आइ पहुँचउँ अउर तू सबन क साथे अलग तरह स बात करउँ, काहेकि मइँ समझ नाहीं पावत हउँ कि तू पचन बरे का करा जाइ। 21 मूसा क व्यवस्था क आधीन रहइ चाहइवालन स मइँ पूछत हउँ का तू पचे व्यवस्था क इ कहब नाहीं सुन्या? 22 पवित्तर सास्तरन कहत हीं कि इब्राहीम क दुइ बेटवा रहेन। एक क जन्म एक दासी स भवा रहा अउर दुसरे क स्वतन्त्र स्त्री स। 23 दासी स पइदा भवा बेटवा सहज नियमन मँ पैदा भवा रहा, मुला स्वतन्त्र स्त्री स पइदा बच्चा परमेस्सर क जरिये दीन्ह गयि प्रतिज्ञा क परिणाम अहइ। 24 इन बातन क प्रतीकात्मक मतलब अहइ-इऩ दुन्नउ स्त्री दुई करारन क चिन्ह अहइँ। एक करार सीनै पर्वत स मिला रहा जे ओन सभन क जनम दिहेस जउन दासता क बरे रहेन। इ करार हाजिरा स सम्बधित बा। 25 हाजिरा अरब मँ स्थित सीनै पर्वत क चिन्ह अहइ, उ वर्तमान धरती क यरूसलेम क समान अहइ, काहके उ अपने बेटवन क साथे दासता भोगत रही, 26 मुला सरग मँ स्थित यरूसलेम स्वतन्त्र अहइ। अउर उहइ हमार माता अहइ। 27 पवित्तर सास्तर कहत हः“बाँझ! मनावा आनन्द, जना तू न कउनो क प्रसव वेदना भइ न तोहका, हर्स नाद कइके अउर खिलखिला हंसी खुसी मँ काहके अनगिनत संतान अहइँ छोड़ी भइ मुला नाहीं ना ओकर ओतनी, जउन सुहागिन।” यसायाह 54:1 28 तउन भाइयो! अब तू इसहाक क जइसी परमेस्सर क बचन स संतान होवा। मुला जइसे ओह समझ प्राकृतिक परिस्थितियन क अधीन पैदा भइ आतिमा क सक्ति स उत्पन्न भए क सतावत रहा, वइसेन ही स्थति आज बा।त 29 30 मुला देखा पवित्तर सास्तर क कहत ह? “इ दासी अउर ओकर बेटवा क निकाल क बाहर करा, काहेकि इ दासी क बेटवा तउ स्वतन्त्र स्त्री क बेटवा क साथे उत्तराधिकारी न होई।” 31 ऍह बरे भाइयन! हम ओह दासी क सन्दान नाहीं हई, बल्कि हम तउ स्वतन्त्र स्त्री क सन्तान हई।
Galatians 5:1 मसीह तउ हमका स्वतन्त्र किहे अहइ ताकि हमउँ स्वतंत्र होइ क आनन्द लइ सकी। इही बरे अपने बिसवास क दृढ़ बनाए रखा। अउर फिन स व्यवस्था क जुआ क बोझ न उठावा। 2 सुना! खुद मइँ, पौलुस तोहसे कहत रहेउँ कि अगर खतना कराइके तू पचे फिन स व्यवस्था कइँती लउतट ह्या तउ तोहरे मसीह क कउनउ महत्व न रहइ। 3 आपन खतना कराइ देइवाले हर एक मनई क, मइँ एक दाई फिन स जताए देत हउँ कि ओका पूरा व्यवस्था पर चलब जरुरी बा। 4 तू सबन मँ स जेतना जने व्यवस्था क पालइ क कारण धर्मी क रूप मँ स्वीकृत होइ चाहत हीं। उ सब मसीह स दूर होइ ग बाटेन अउर परमेस्सर क अऩुग्रह क च्छेत्र स बाहेर अहइँ। 5 मुला हम बिसवास क कारण परमेस्सर क सामने धर्मी स्वीकार कीन्ह जाइ क आसा करित ह। आतिमा क सहायता स हम एकर बाट जोहत रहेन ह। 6 काहेकि मसीह ईसू मँ स्थिति क बरे न तउ खतना करावइ क कउनउ महत्व बा अउर न खतना नाहीं करावइ क बल्कि ओहमाँ तउ पिरेम स पइदा होइवाला बिसवास क ही महत्व बा। 7 तू पचे तउ बहुत अच्छी तरह एक मसीह क जीवन जिअत रह्या। अब तू पचन क, अइसा का अहइ जउन सत्य पर चलइ स रोकत बाटइ। 8 अइसी बिमति जउन तू पचन क सत्य स दूर करत बाटइ। तू सबन क बोलावइवाले परमेस्सर कइँती स नाहीं आइ बा। 9 “तनिक खमीर गुंधा भवा समूचा आटा क खमीर स उठाइ लेत ह।” 10 पर्भू क बरे मोर पूरा भरोसा बा कि तू पचे कउनउ दूसरे मते क न अपनउब्या मुला तू सबन क विचलित करइवाला चाहे कउनउ भी होइ, उचित दण्ड पावइ। 11 भाइयो तथा बहिनियो, अगर मइँ आजभी, जइसा कि कछू जने मोहपे लांछन लगावत हीं कि मइँ खतना क प्रचार करत हउँ तउ मोका अब तलक यातना काहे दीन्ह जात अहइँ? अउर अगर मइँ अब भी खतना क जरूरत क प्रचार करत हउँ अब तउ मसीह क क्रूस क कारण पइदा भई मोर सब बाधा समाप्त होइ जाइ चाही। 12 मइँ तउ चाहत हउँ कि उ सबइ जउन तू पचन क डिगावइ चाहत हीं, खतना करावइ क साथ साथ अपने आपक बधिया ही कराइ डालतेन। 13 मुला भाइयो तथा बहिनियो, तू पचन क परमेस्सर तउ स्वतन्त्र रहइ क चुने अहइ। मुला ओह आजादी क अपने आप पूरे सुभाऊ क पूर्ति क साधन जिन बनइ द्या, एकरे विपरीत पिरेम क कारण परस्पर एक दूसरे क सेवा करा। 14 काहेकि समूची व्यवस्था क सार संग्रह इ एक आदेस मँ ही बाः “अपने साथियन स वइसेन ही पिरेम करा, जइसेन तू अपने आपस करत ह।” 15 मुला आपस मँ काट करत भए अगर तू एक दूसरे क खात रहब्या तउ देखा। तू पचे आपस मँ ही एक दूसरे क नास कइ देब्या। 16 मुला मइँ कहत हउँ कि आतिमा क अनुसासन क अनुसार आचरण करा अउर अपन पाप से भरा भए सुभाऊ स इच्छन क पूर्ति जिन करा। 17 काहेकि तने क, भौतिक, अभिलास पवित्तर आतिमा क अभिलासन क अउर पवित्तर आतिमा क अभिलासन भौतिक अभिलासन क विपरीत होत हीं। एनकर आपस मँ विरोध बा। इही बरे तउ जउन तू पचे करइ चाहत ह, उ कइ नाहीं सकत्या। 18 मुला अगर तू आतिमा क अनुशासन मँ चलत ह तउ फिन व्यवस्था क अधीन नाही रहत्या। 19 अब देखा! हमरे भौतिक मनई सुभाउ क पापे स भरी प्रकृति क कामन क तउ सब जानत हीं। उ पचे अहइँ व्यवभिचार, अपवित्तर, भोग विलास, 20 मूर्ति पूजा, जादू-टोना, बैरभाऊ, लड़ाई-झगड़ा, डाह, किरोध, स्वार्थीपन, फूट, इरसा, 21 नसा, लंपटपन या ओइसेही अउर बातन। अब मइँ तू सबन क एनन्ह बातन क बारे मँ वइसेन ही चेतावत हउँ जइसेन मइँ तू सबन क पहिलेन चेताई दिहे रहेउँ कि जउन लोग इन बातन मँ भाग लेइहीं, उ पचे परमेस्सर क राज्य क उतराधिकार न पइहीं। 22 जबकि पवित्तर आतिमा पिरेम, आनन्द, सान्ति, धीरज, दयालुता, नेकी, बिसवास 23 नम्रता अउर आत्मसंयम उपजावत ह। इन बातन क विरोध मँ कउनउ व्यवस्था नाहीं बाटइ। 24 ओ सब लोग जउन मसीह ईसू क अहइँ, अपने पाप स भरा मानुस भौतिक मनइ सुभाऊ क वासना अउर सबइ इच्छा समेत क्रूस पर चढ़ाइ दिहे अहइँ। 25 काहेकि जब हमरे एक नवे जीवन क स्रोत आतिमा बा तउ आवा आतिमा क ही अनुसार चाली। 26 हम अभिमानी न बनी। एक दूसरे क न चिढ़ाई। अउर न तउ परस्पर इरसा रखी।
Galatians 6:1 भाइयो तथा बहिनियो, तोहरे मँ स अगर कउनउ मनई गलत काम करत पकड़ा जाय तउ आत्मिक लोगन क चाही कि नम्रता क साथे ठीक कइ देइ, धरम क मार्ग पर आवइ मँ सहायता करइँ। अउर खुद अपने बरे सावधानी बरता कि कहीं तू पचे खुदउ कउनो परीच्छा मँ न पड़ि जा। 2 परस्पर एक दूसरे क भार उठावा। इही तरह तू मसीह क व्यवस्था क पालन करब्या। 3 अगर केउ मनई महत्वपूर्ण न होत भवा तबउ अपने क महत्वपूर्ण समझत ह, तउ अपने क धोखा देत थ। 4 अपने करम क आंकलन हर कउनो क खुद करत रहइ चाही। अइसेन करइ पर ही ओका अपने पापे पर कउनो दुसरे क साथे तुलना किहे बिना, गरब करइ क अवसर मिली। 5 काहेकि आपन दायित्यव हर कउनो क खुदइ उठावइ क बा। 6 जेका परमेस्सर क बचन सुनावा गवा बा, ओका चाही कि जउन अच्छी चीज ओकरे पास बा, ओहमाँ अपने उपदेस क साच्छी बनवइ। 7 अपने आपके जिन्न छला। परमेस्सर क केऊ बुद्धू नाहीं बनाइ सकत, काहेकि जउन जइसेन बोई वइसे ही काटी। 8 जे अपने भौतिक मनई क सुभाऊ बरे बोई, उ अपने काया क बिनास क फसल काटी। मुला जउन आतिमा क खेते मँ बीया बोई उ आतिमा स अनन्त जीवन क फसल काटी। 9 इही बरे आवा हम भलाई करत कभऊँ न थकी। काहेकि अगर हम भलाई करत ही रहब तउ अच्छा समइ आए प हमका ओकर ओकर फल मिली। 10 जइसेन ही कउन अवसर मिलई, हमका सब क साथ भलाई करइ चाहीं, विसेस कर अपने बिसवासी भाइयन क साथे। 11 देखा, मइँ तू पचन क खुद अपने हाथे स केतना बड़ा बड़ा अच्छरन मँ लिखे हउँ। 12 अइसे जने जउन सरीर क रुप स अच्छा देखॉवा करइ चाहत हीं तू पचन प खतना करावइ क दबाउ डालत हीं। मुला उ पचे अइसेन बस इही बरे करत हीं कि ओन्हे मसीह क क्रूस क (सुसमाचार) कारण यातना न सहइ पड़इ। 13 काहेकि उ सबइ खुदउ नकइ खतना होइ चुका बा, व्यवस्था क पालन नाहीं करतेन मुला फिन भी ओ पचे चाहत हीं कि तू पचे खतना करावा ताकि उ पचे तू सबन क जरिये इही सरीस क प्रथा क अपनाइ जाइ पर डींग मार सकइँ। 14 मुला जेकरे जरिये मइँ संसार क बरे अउर संसार मोरे बरे भर गवा। पर्भू ईसू मसीह क ओह क्रूस क छोड़िके मोका अउर कउनो प गरब न होइ। 15 काहेकि न तउ खतना क कउनउ महत्व बा अउर न बिना खतना क। अगर महत्व बा त उ नई सिस्टी क बा। 16 इही बरे जउन लोग ऍह विधान पर चलिहीं ओन्हन पर। अउर परमेस्सर क इस्राएल पर सान्ति अउर दया होत रहइ। 17 पत्र क खतम करत मइँ तू सबन स बिनती करत हउँ कि अब मोका कउनउ अउर दुख न द्या। काहेकि मइँ तउ पहिले स अपने सरीर मँ मसीह ईसू क घावन क लिहे घमत रहत अहउँ। 18 भाइयो तथा बहिनियो, हमरे पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तू पचन क आतिमन क साथे बना रहई। आमीन!
Ephesians 1:1 पौलुस कइँती स, जउन परमेस्सर क इच्छा ईसू मसीह क एक प्रेरित अहइ, इफिसुस क रहइवाले संत जनन अउर ईसू मसीह मँ बिसवास रखइवालन क नाउँ: 2 तू लोगन क हमरे परमपिता परमेस्सर अउर ईसू मसीह कइँती स अनुग्रह अउर सांति मिलइ। मसीह मँ स्थित लोगन क आध्यात्मिक असीसन 3 हमरे पर्भू ईसू मसीह क पिता अउर परमेस्सर धन्य होइ। ओहमाँ हमका मसीह क रूप मँ सरगे क क्षेत्र मँ हर तरह क आसीर्बाद दिहे अहइँ। 4 संसार क रचना स पहिले ही परमेस्सर हमका, जउन मसीह मँ स्थित बा, अपने सामने पवित्तर अउर निर्देस बनई क बरे चुनेस। हमरे बरे ओकर जउन पिरेम बा उही क कारण उ ईसू मसीह क द्वारा हमका अपने बेटवा क रूप मँ स्वीकार कीन्ह जाइ बरे नियुक्त किहेस। इहइ ओकर इच्छा रही अउर प्रयोजन रहा। 5 6 उ अइसा ऍह बरे किहेस परमेस्सर अपने महिमा अउर अनुग्रह बरे प्रसंसित करइ। उ एका हमका, जउन ओकर पिआरा बेटवा मँ स्थित बा मुक्त भाव स दिहेस। 7 हमका, ओहमाँ ओकर लहू क द्वारा छुटकारा, अर्थात् हमरे अपराधन क छमा ओकरे अनुग्रह क धन क अनुसार मिली ह। ओकर सम्पन्न अनुग्रह क कारण हमका हमरे पापन क छमा मिलत ह। अपने उही पिरेम क अनुसार जेका उ मसीह क द्वारा हम पर परगट करइ चाहत रहा। 8 उ हमका आपन इच्छा क रहस्य क बताएस ह। 9 जइसा कि मसीह क जरिये हमका उ देखॅावइ चाहत रहा। 10 परमेस्सर क इ योजना रही कि अच्छा समइ पर सरग क अउर पृथ्वी पर क सभन वस्तुअन क मसीह मँ एकत्र करइ। 11 सब बातन योजना अउर परमेस्सर क निस्चय क अनुसार कीन्ह जात हीं। अउर परमेस्सर अपने निजी प्रयोजन क कारण ही हमका उही मसीह मँ संत बनवई क बरे चुने अहइ। इ ओकरे अनुसार इ भवा जेका परमेस्सर अनादिकाल स सुनिस्चित कइ रखे रहा। 12 ताकि हम ओकरी महिमा क प्रसंसा क कारण बनि सकी। हम यानी सबसे पहले जे लोग आपन आसा क मसीह पर केन्द्रित कइ दिहे अहइँ। 13 जब तू उ सत्य क उपदेस सुन्या जउन तू सबन उद्धार क सुसमाचार रहा, अउर जउने मसीह पर तू बिसवास किहे रह्या। तउ जउने पवित्तर आतिमा क बचन दिहे रह्या। मसीह क जरिये स ओकर छाप परमेस्सर क दुआरा तोहे जने पर लगाय गइ। 14 उ आतिमा हमरे उतराधिकार क भाग क जिम्मेदारी क बयाना क रूप मँ ओह समइ तलक बरे हमका दीन्ह गवा रहा। जब तलक कि उ हमका जउन ओकर आपन अहइँ पूरी तरह उद्धार नाहीं दइ देत। एकरे कारण लोग ओकरे गरिमा क प्रसंसा करिहीं। 15 इही बरे जब स मइँ पर्भू ईसू मसीह मँ तोहरे बिसवास अउर सभन सन्तन क बरे तू सबन क पिरेम क विसय मँ सुने हउँ। मइँ तू पचन क बरे परमेस्सर क धन्यबाद निरन्तर करत हउँ अउर तू पचन क अपनेन पराथना मँ याद करत हउँ। 16 17 मइँ पराथना करत रहत हउँ कि हमार पर्भू ईसू मसीह महिमावान परमपिता क परमेस्सर तू पचन क विवेक अउर दिव्य दर्सन क अइसेन आतिमा क सक्ती प्रदान करइ। जैसे तू पचे ओका अच्छी तरह क जान सका। 18 मोर बिनती बा कि तोहरे हीये (हृदय) क आँखिन खुल जाइँ अउर तू प्रकास क दर्सन कइ सका ताकि तू पचन क पता चल जाइ कि उ आसा का अहइ जेकरे बरे तू पचन क उ बोलाए अहइ। अउर जेकरे उत्तराधिकार क उ अपने सभन पवित्तर जने क देई। उ केतॅना अदभुत अउर सम्पन्न बाटइ। 19 अउर हम बिसवासियन क बरे ओकर सक्ती बेमिसाल रूप स केतॅना महान बा। इ सक्ती अपनी महान सक्ती क ओह प्रयोग क समान बा। 20 जेका उ मसीह मँ तब कामे मँ लिहे रहा जब मरे हुवन मँ स ओका फिन स जियाइ क सरगे क छेत्र मँ आपन दिहिनीं कइँती बइठाइके 21 सबहुँ सासकन, अधिकारियन समरथन, अउर राजा लोगन, अउर हर कउनो अइसेन सक्तिसालिन पदबी क उप्पर स्थापित किहे रहा। जेका न केवल उ युगे मँ बल्कि आवइवाले युगे मँ किहीउ क दिहा जाइ सकत ह। 22 परमेस्सर सब कछू तउ मसीह क चरन क नीचे कइ दिहेस अउर उहइ मसीह क कलीसिया क सभी चीजन क सर्वोच्च अधिकारी बनायेस। 23 कलीसिया मसीह क तन अहइ अउर सब बिधियन स सब कछू क ओकर पूर्णतया ही परिपूर्ण करत ह।
Ephesians 2:1 एक समइ रहा जब तू लोग उन पराधन अउर पापन क कारण आध्यात्मिक रूप स मरा हुआ रह्या। 2 जेहमें तू पचे पहिले, संसार क खराब रस्तन पर चलत-चलत अउर वह आतिमा क अनुसरण करत-करत जिअत रह्या। जउन इह धरती क बुरी सक्तियन क स्वामी रही उहइ आतिमा अब उ मनइयन मँ काम करत अहइ जउन परमेस्सर क आज्ञा क नाही मनतेन। 3 एक समइ हमहूँ ओनही क बीच जिअत रहे अउर आपन पाप-पूर्ण प्राकृतिक भौतिक मनई सुभाऊ क तृप्त करत अपने हीये अउर पाप-पूर्ण इच्छन का जोउ हमार सरीर अउर मन चाहत रहा का पूरन करत भए संसार क दूसरे लोगन क समान परमेस्सर क किरोध क पात्र रहे। 4 परन्तु परमेस्सर करुना क धनी बाटइ। हमरे बरे अपने महान पिरेम क कारण 5 उ समइ अवज्ञा क कारण हम आध्यात्मिक रूप स अबहीं मरा ही रहे, मसीह क साथे-साथे उ हमहूँ क जीवन दिहेस (परमेस्सर क अनुग्रह स ही तोहार उद्धार भवा बा।) 6 अउर काहेकि हम मसीह ईसू मँ अही इही बरे परमेस्सर हमका मसीह क साथेन फिन स जी उठाएस। अउर ओकरे साथ ही सरगे क सिंहासन पर बइठाएस 7 ताकि उ आवइवाले हर युगे मँ अपन अनुग्रह क अनुपम धन क देखावइ जेका उ मसीह ईसू मँ आपन दया क रूप मँ हम पर दरसाए अहइ 8 परमेस्सर क अनुग्रह दुआरा आपन बिसवास क कारण तू बचावा गया ह। इ तू सबन क तोहरी कइँती स मिली नाहीं बा, बल्कि इ तउ परमेस्सर क बरदान अहइ। 9 इ हमरे किहे कर्मन क परिणाम नाही बा कि हम एकर गरब कइ सकी। 10 काहेकि परमेस्सर हमार सृजनहार अहइ। उ मसीह ईसू मँ हमार सृस्टि इही बरे किहेस ह कि हम नेक काम करी। जेनका परमेस्सर हमरे बरे तइयार किहे अहइ कि हम ओनहीं क करत भए आपन जीवन बिताई। 11 इही बरे याद रखा, उ लोग जउन अपने सरीरी मँ मानुस हाथन दुआरा कीन्ह गवा खतना क कारण अपने आप क "खतना सहित" बतावत हीं, विधर्मी क रूप मँ जनमें तोहे लोगन क "खतना रहित" कहत हीं। 12 ओह समइ तू बिना मसीह क रह्या तू इस्राएल क बिरादरी स बाहेर रह्या। परमेस्सर तउ अपने भक्तन क जउन बचन दिहे रहा उ ओनपर आधारित करार स अनजाना रहा। अउर इ संसार मँ बिना परमेस्सर क बिसवास क, अउर बिना ओका जाने निराश जीवन जिअत रहा। 13 परन्तु अब तोहे सबन क, जउन कभऊँ परमेस्सर स बहुत दूर रहेन, ईसू मसीह क लहू क दुअरा मसीह ईसू मँ तोहरे स्थिति क कारण, परमेस्सर क लगे लई आवा गवा रहेन। 14 यहूदियन अउर गैर यहूदियन आपस मँ एक दूसरे स नफ़रत करत रहेन अउर अलग होइ ग रहेन। ठीक अइसेनई जइसे ओनके बीच मँ कउनउ देवार खड़ी होइ। परन्तु मसीह तउ खुद अपने देह क बलिदान दइके नफरत क ओह देवार क गिरइ दिहेस। उ हमरे लिये सान्ति लावा अउर हम दोउन का एक बनाएस। 15 उ अइसेन तब किहेस जब अपने सभन नियमन अउर व्यवस्था क विधान क खतम कई दिहेस। उ अइसेन एह बरे किहेस कि उ अपने मँ एनन्ह दुन्नऊ क एक मँ मिलाइके एक नए मनुस्य क सृस्टि कइ दिहेस। अउर एह तरह स मिलाप कराइके सान्ति लिआवा। त्रूस पर अपने मउत क द्वारा उ एह घृणा क अंत कई दिहेस। अउर उ दुन्नऊ का परमेस्सर क साथे उहइ एक सरीर मँ मिलाइ दिहेस। 16 अउर त्रूस पर आपन मउत क जरिये वैरभाव क नास कइके एक्कइ देह मँ ओनन्ह दुन्नऊँ क संयुक्त कइके परमेस्सर स फिन मिलाई दिहेस। 17 तउन आइके उ तू सबन क, जउन परमेस्सर स बहुत दुर रहेन। अउर परमेस्सर ओनके लगे रहा, ओन्हे सान्ती क सुसमाचार सुनाएन। 18 काहेकि ओन्ही क द्वारा एक्कइ आतिमा स परमपिता क लगे तलक हम दुन्नऊ क पहुँच भई। 19 परिणाम सरूप जब तू पचे न अनजान रह्या अउर न ही पराया। बल्कि पवित्तर लोगन क संगी साथी अउर परमेस्सर के कुटुम्ब क बन गया ह। 20 तू पचे एक अइसेन भवन अहा जउन प्रेरितन अउर नबियन क नींव पर खड़ा बा। अउर खुद मसीह ईसू जेकर अधिक महत्वपूर्ण कोने क पाथर अहइ। 21 उ पूरी इमारत एक साथ पर्भू ईसू मँ मिली अहइ अउर मसीह ऍका बनावत चलत ह अउ परमेस्सर मँ एक पवित्तर मंदिर बनत जात ह। 22 जहाँ आतिमा क द्वारा खुद परमेस्सर निवास करत ह अउर, दूसरे लोगन क साथे तोहार निर्माण कीन्ह जात ह।
Ephesians 3:1 इही बरे मइँ, पौलुस तू गैर यहूदियन क तरफ स मसीह ईसू बरे बंदी बना हउँ। 2 तोहरे कल्लयान बरे परमेस्सर अनुग्रह क साथे जउन काम मोका संउपे अहइ, ओकरे बारे मँ तू जरुर ही सुने होब्या। 3 कि उ रहस्यमयी योजना दिव्यदर्सन क द्वारा मोका जनाई गइ रही, जइसेन कि मइँ तू सबन क संक्षेप मँ लिख ही चुका अहउँ। 4 अउर अगर तू पचे ओका पढ़ब्या तउ मसीह-बिसयक रहस्यपूर्ण सच मँ मोरी अन्तरदृस्टी क समझ तू पचन क होइ जाइ। 5 इ रहस्यमय सत्य पिछली पीढ़ीक लोगन क वइसेन ही नाहीं जनावा गवा रहा जइसे जब ओकर आपन पवित्तर प्रेरितन अउर नबियन क आतिमा क द्वारा जनावा जाई चुका बा। 6 इ रहस्यमय सत्य अहइ कि यहूदियन क साथे गैर यहूदियन साथ साथ उत्तराधिकारी अहइँ, एक्कइ सरीर क अंग अहइँ अउर मसीह ईसू मँ जउन बचन हमका दीन्ह गवा बा ओहमन सहभागी बाटेन। 7 सुसमाचार क कारण मइँ ओह सुसमाचार क प्रचार करइवाला एक सेवक बन गवा अहउँ। जउन ओकर सक्ती क अनुसार परमेस्सर क अनुग्रह क बरदान स्वरूप मोका दीन्ह गवा रहा। 8 जद्यपि सभन संतजनन मँ मइँ छोट स छोटकवा हउँ परन्तु मसीह क अनन्त धन रूपी सुसमाचार क गैर यहूदियन मँ प्रचार करइ क इ बिसेस अधिकार मोका दीन्ह गवा 9 कि मइँ सभन जने क बरे ओन रहस्यपूर्ण जोजना क स्पस्ट करउँ जउन सब कछू क सिरजनहार परमेस्सर मँ सिस्टी क प्रारम्भ स ही छुपी रहिन। 10 ताकि उ सरगे क क्षेत्र क सक्तियन अउर प्रसासकन क अब ओह परमेस्सर क विधी गियान क कलीसिया क द्वारा परगट कई सकइ। 11 इ ओह सनातन प्रयोजन क अनुसार सम्पन्न भवा जउन ओ हमरे पर्भू मसीह ईसू मँ पूरा किहे रहा। 12 मसीह मँ बिसवास क कारण हम परमेस्सर तलक भरोसा अउर निडरता क साथे पहुँच रखत अही। 13 इही बरे मइँ पराथना करत हउँ कि तोहरे बरे मइँ जउन यातना भोगत हउँ, ओनसे आसा जिन छोड़ बइठ्या काहेकि इ यातना मँ तउ तोहर महिमा बा। 14 इही बरे मइँ परमपिता क आगे निहुरत अहउँ। 15 उहइ स सरगे मँ या धरती पइ क सभन वंस अपने-अपने नाउँ ग्रहण करत हीं। 16 मइँ पराथना करत हउँ कि उ महिमा क अपने-धने क अनुसार अपने आतिमा क दुवारा तोहरे भीतर व्यक्तित्व क सक्तिपूर्वक सदृढ करइ। 17 मइँ पराथना करत हउँ कि बिसवासे क दुआरा तोहरे हीये मँ मसीह क निवास होइ। तोहरे जीवन मँ पिरेम दृढ़ अउर आधारित होइ। 18 मइँ परातथना करत हउँ कि जेहसे तोहका अउर परमेस्सर क पवित्तर लोगन क साथे इ समझई क सक्ती मिलि जाइ कि मसीह क पिरेम केतना व्यापक, विस्तृत, विसाल अउर गम्भीर बा। 19 अउर तू मसीह क ओह पिरेम क जान ल्या जउन सभन प्रकार क गियन (सोनों) स परे अहइ ताकि तू परमेस्सर क सभन पूरापन स भरि जा। 20 अब ओह परमेस्सर क बरे जउन आपन ओह सक्ति स जउन हममें काम करत ब। जेतना हम माँग सकीत अही या जहाँ तलक हम सोच सकीत अही, ओहसे कहूँ अधिक कइ सकत ह। 21 ओकर कलीसिया मँ अउर ईसू मसीह मँ अनन्त पीढ़ियन तलक हमेसा-हमेसा बरे महिमा होत रहइ। आमीन।
Ephesians 4:1 तउन मइँ, जउन पर्भू क होई कारण बन्दी बना भवा हउँ। तू लोगन स पराथना करत हउँ कि तू सबन क आपन जीवन वइसे ही जिअइ चाही जइसे न कि सन्तन क अनुकूल होत ह। 2 हमेसा नम्रता अउर कोमलता क साथे, धीरज क साथ आचरण। अउर एक दूसरे क पिरेम स कहत रहा। 3 उ सान्ति, जउन तू पचन क आपस मँ बाँधत ह, ओसे उत्पन्न आतिमा क एकता क बनाए रखइ क बरे हर तरह क यत्न करत रहा। 4 देह एक बा अउर पवित्तर आतिमा भी एक्कइ बा। अइसेन ही जब तोहे बोलॉवा गवा त एक्कई आसा मँ भगीदास्र होइ क बरे ही बोलावा गवा। 5 एक्कइ परमेस्सर बा, एक्कइ बिसवास बा अउर बा एक्कइ बपतिस्मा। 6 परमेस्सर जउन सबका परमपिता अहइ एक्कइ बा। उहइ सब कछू क स्वामी बा, हर कउनो क द्वारा उहइ त्रियासील बा, अउर हर मँ उहइ समावा बाटई। 7 ईसू हममें स हर कउनो क एक विशेष उपहार दिहे अहइ। हर मनई उहइ पाएस जेका ईसू ओका देइ चाहत रहा। 8 इही बरे सास्त्रन कहत हीं:"ऊँचा चढ़ा उ अकासे मँ अपने संग बन्दी क लिहेस अउर दिहेस लोगन क आपन आनन्द।" भजन संहिता 68:18 9 अब देखा। जब उ कहत ह "ऊँचे चढ़ा" तउ एकर अर्थ एकरे अलावा का बा? कि उ धरती क नीचे हींसा पर उतरा रहा। 10 जउन नीचे उतरा रहा, उ उहइ अहइ जउन ऊँचे पइ चढ़ा रह ऍतना ऊँचा कि सभन अकासन स उप्पर ताकि उ सब कउनो क अपने संग सम्मूर्ण कइ देइ। 11 उ लोगन क कछू प्रेरितन होइ क वरदान दिहेस तउ कछू क नबियन होई क तउ कछू क सुसमाचार क प्रचारक होइके तउ कछू क परमेस्सर क जनन क रच्छक गड़ेरिया अउर सिच्छा क। 12 मसीह तउ ओन्हे इ बरदान परमेस्सर क पवित्तर लोगन क सेवा काम क बरे तइयार करइ दिहेस ताकि हम जउन मसीह क देह अही, आतिमा मँ अउर दृढ़ होइ। 13 जब तलक कि हम सभन मँ बिसवास मँ अउर परमेस्सर क बेटवा क गियान मँ एकाकार होई क परिपक्क मनई बनई क बरे विकास करत-करत मसीह क पूरा गौरव क ऊँचाई अउर परिपक्कता क न छुइ लेई। 14 ताकि हम अइसेन गदेलन न बना रहीं जउन हर कउनो क अइसेन नई सिच्छा क हवा स उछली जाई। हम पचे उ जहाजे क तरह मनइयन न बना रही जउन लहर स एक कइँती स दूसरी कइँती चला जात हीं। जउन हमरे रस्ता मँ बहत ह, लोगन क दल स भरा व्यवहार स, अइसेन धूर्तता स, जउन ठगन स भरी सब योजना क प्रेरित करत रही, एहर-ओहर भटकाई दीन्ह जात हीं। 15 बल्कि हम पिरेम क साथे सच बोलत हर तरह स मसीह क जइसेन बनई क बरे विकास करत जाई। मसीह मस्तक बा अउर हम पचे ओकर देतह अही। 16 जेह पर सबहिं देह निर्भर करत ह। इ देहसबहिं का ओसे जोड़त ह। हर एक सहायक नस स संयुक्त होत ह अउर जब एकर हर अंग जउन काम ओका करई चाहइ, ओका पूरा करत ह। तउ पिरेम क साथे समूची देह क विकास होत ह अउर इ देह खुद मजबूत होत ह। 17 मइँ इही बरे इ कहत हउँ अउर पर्भू क साच्छी कइके तोहे चेतावनी देत हउँ कि ओन व्यर्थ क विचारन क साथे अधर्मियन क जइसेन जीवन जीअत रहा। 18 ओनकर बुद्धि अंधकार स भरी बा। उ परमेस्सर स मिलइ वाले जीवन स पूर अहई। काहेकि उ अबोध बा अउर ओनकर मन जड़ होइ गवा बा। 19 सरम क भावना ओनमें स जात रही। अउर ओ अपने क इन्द्रियन क बुरे काम मँ लगाई दिहेन। बिना कउनउ बन्धन माने ओ सब तरह क अपवित्रता मँ जुटा हयेन। 20 परन्तु मसीह क बारे मँ तू जउन कछू जाने अहा, उ त अइसेन नाहीं बा। 21 (मोका कउनउ सन्देह नाहीं बा कि तू ओकरे बारे मँ सुने अहा, अउर उ सच जउन ईसू मँ निवास करत ह, ओकरे अनुसार तोहे ओकर चेलन क रुप मँ सिच्छित कीन्ह गवा बा।) 22 जहाँ तलक तोहरे पुराने जीवन प्रकार क सम्बन्ध बा, तोहे सिच्छा दीन्ह गइ रही कि तू अपने पुराना व्यत्तित्व जउन जर्जर होइ रहा बाटइ ओका उतारके फेंका जउन ओकर भटकावइवाली इच्छान क कारण भ्रस्ट बना भआ बा। 23 जेहसे बुद्धि अउर आतिमा मँ तोहे नवा कीन्ह जाइ सकई। 24 अउर तू उ नवा सरूप क धारण कइ सका जउन परमेस्सर क अनुरूप सचमुस नेक अउर पवित्तर बनवइ बरे रचा गवा बा। 25 तउन तू पचे झूठ बोलइ क तियाग कइ द्या। आपस मँ सब कउनो क सच बोलई चाही काहेकि हम सब एक सरीर क अंग अही। 26 जब तू त्रोध करा, तब पाप करइ स बचा। तोर किरोध सूरज अस्त होय तक बना न रहइ। 27 सइतान क अपने पर हावी न होइ द्या। 28 जे चोरी करत आवत, उ आगे चोरी न करइ। बल्कि ओका काम करइ चाही, खुद अपने हाथे स उपयोगी काम। ताकि ओकर पास जेकर आवस्यकता बा ओकर साथे बाटइ क कछू होइ सकइ। 29 तोहरे मुँहे स कउनउ अनुचित शब्द न निकलइ चाही, बल्कि लोगन क विकास क बरे जेकर अपेच्छा बा, अइसेन उतम बातई निकलई चाही, ताकि जे सुनई ओकर ओसे भला होइ। 30 परमेस्सर क पवित्तर आतिमा क दुःखी न करत रहा काहेकि परमेस्सर क सम्पत्ति क रूप मँ तोह पर छुटकारा क दिना क बरे आतिमा क साथे मोहर लगाई दीन्ह गइ बा। 31 पूरी कड़वाहट, झुँझलाहट, त्रोध, चीख-चिल्लाहट अउर निन्दा क तू अपने भीतर स सब तरह क बुराई क साथे निकारिके बाहर फेंका। 32 परस्पर एक दूसरे क बरे दयालु अउर करुनावन बना। अउर आपस मँ एक दूसरे क अपराधन क वइसेन ही छमा करा जइसे मसीह क द्वारा तोहका परमेस्सर छमा किहे अहइ।
Ephesians 5:1 पिआरे बच्चन क समान परमेस्सर क अनुकरण करा। 2 पिरेम क साथे जिआ ठीक वइसेन ही जइसे मसीह हमसे पिरेम कीहे अहइ अउर अपने आप क, सुगन्धि सुलगाइके बलि भेंट क रूप मँ हमरे बरे परमेस्सर क अर्पित कइ दिहे अहइ। 3 तोहरे बीच यौन अनाचार अउर हर कउनो तरह क अपवित्तरता अउर लालच कर् चर्चा तक न चलइ चाही। जइसेन कि परमेस्सर क पवित्तर जनन क बरे उचित बाटई। 4 तू न तऊ असलील भाखा क प्रयोग होइ चाही, न मूर्खतापूर्ण बात या भद्दी हँसी ठट्टा। इ तोहरे अनुकूल नाहीं अहइ। बल्कि तोहरे बीच धन्यबाद ही दीन्ह जाइ। 5 काहेकि तू निस्चय क साथे इ जानत ह कि अइसेन कउनउ भी मनई जउन दुराचारी अहइ, अपवित्तर अहइ अउर लालची अहइ (जउन एक मूर्तिपूजक होइ जइसा अहइ) मसीह क अउर परमेस्सर क, राज्य क उत्तराधिकार नाहीं पाई सकत। 6 देखा। तोहे कउनउ सब्दन स केउ छल न लेइ। काहेकि बुरी बातन क कारण ही आज्ञा क उल्लंघन करइवालन पर परमेस्सर क कोप होइ क अहइ। 7 इही बरे ओनकर साथी न बना। 8 इ मइँ एह बरे कहत हउँ कि एक समइ रहा जब तू अंधकार स भरा रह्या परन्तु अब तू पर्भू क अनुयायी क रूप मँ ज्योति स भरापूरा अहा। इही बारे प्रकासित बेटवन क स आचरण करा। 9 हर प्रकार क उत्तम जीवन, नेकी अउर सत्य मँ ज्योति का प्रतिफल देखाइ पडत ह। 10 सब तरह इ जानइ क जतन करत रहा कि परमेस्सर क का भावत ह। 11 अइसेन काम जउन बुरे बाटेन, अन्धकार मँ लोग करत हीं ओन्हन बेकार क कामन मँ हिस्सा न बटावा बल्कि ओनकर भण्डा-फोड़ करा। 12 काहेकि अइसेन काम जेका उ पचे गुपचुप करत हीं। ओनके बारे मँ कीन्ह गइ चर्चा तक लाज का बात बा। 13 ज्योति जब प्रकासित होत ह तउ सब कछू घ्स्यमान होइ जात ह कि उ का अहइ। 14 अउर जउन कछू घ्श्यमान प्रकास क सामने आवत ह, उ खुद ज्योति ही बनि जात ह। इही बरे हमार भजन कहत ह:"जाग अरे, ओ सोवइवाले मउत मँ स जी उठि बइठा, खुद मसीह प्रकासित होई तोहरे ही सिर बइठी।" 15 इही बरे सावधानी क साथे देखत रहा कि तू कइसा जीवन जिअत अहा। विवेकहीन क स आचरण न करा, बल्कि बद्धिमान क स आचरण करा। 16 जे हर समइ क अच्छा करम करइ क बरे दीन्ह भए वर्तमान मँ ओकर पूरा उपयोग करत ह, काहेकि इ दिन बुरा बा। 17 मूर्खता स न रहत रहा बल्कि इ जान ल्या कि पर्भू क इच्छा का अहइ। 18 मदिरापान कइके मतवाला जिन बना रहा काहेकि इही स कामुकता पइदा होत ह। एकरे विपरीत आतिमा स परिपूर्ण होइ जा। 19 आपस मँ भजन, स्तुतिगयान अउर आध्यात्मिक गीतन क, परस्पर आदान-प्रदान करत रहा। अपने मने मँ पर्भू क बरे गीत गावत ओकर स्तुति करत रहा। 20 हर कीहीउँ बात क बरे हमार पर्भू ईसू मसीह क नाउँ पइ हमरे परम पिता परमेस्सर क हमेसा धन्यबाद करा। 21 मसीह क प्रति सम्मान क कारण एक दूसरे क अरपन कइ द्या। 22 हे पतनियन, अपने-अपने पतियन क बरे अइसेन समर्पित रहा, जइसेन तू पर्भू क समर्पित होत ह। 23 काहेकि अपने पत्नी क उप्पर ओकर पति ही प्रमुख अहइ। वइसेन ही जइसे हमार कलीसिया क सिखर मसीह बा। उ खुदई इ देह क उद्धार करत ह। 24 जइसे कलीसिया मसीह क अधीन बा, वइसेन ही पत्नियन क सब बात मँ अपने-अपने पतियन क बरे समर्पित करइ चाही। 25 हे पतियन, अपने पत्नियन स पिरेम करा। वइसेन ही जइसे मसीह कलीसिया स पिरेम किहेस अउर अपने आप क ओकरे बरे बलि कई दिहेस। 26 ताकि उ ओका पर्भू क सेवा मँ जल मँ स्नान कराइके पवित्तर कई हमार घोसना क साथे परमेस्सर क अर्पित कइ देई। 27 इही तरह उ कलीसिया क एक अइसेन चमचमात दुलहिन क रूप मँ खुद क बरे पेस कइ सकत ह, जउन कलंक अउर पापन स मुक्त होइ, झुरियन स रहित होई, या जेहमाँ अइसेन अउर कउनउ कमन होइ। बल्कि उ पवित्तर होइ अउर हमेसा निर्दोस होइ। 28 पतियन क अपने-अपने पत्नियन स उही तरह पिरेम करइ चाही जइसे उ खुद अपने देह स करत हीं। जे अपने पत्नी स पिरेम करत ह उ खुद अपेन आप स पिरेम करत ह। 29 केउ अपने देह स तब कभउँ घिरना नाहीं करत, बल्कि उ ओका पालत-पोसत ह अउर ओकर ध्यान रखत ह। वइसेन ही जइसे मसीह अपने कलीसिया क, 30 काहेकि हमउ त ओकरी काया क अंग अही। 31 पवित्तर सास्तर कहत ह, "इही बरे एक मनई अपने महतारी बाप क छोड़ि के अपने पत्नी स बंध जात ह अउर दुन्नउ एक देह होइ जात हीं।" 32 इ रहस्यपूर्ण सच बहुत महत्वपूर्ण बा अउर मइँ तोहे बताइत ह कि इ मसीह अउर कलीसिया पर लागू होत ह। 33 तउन कछू भी होइ, तोहमाँ स हर कीहीउँ क अपने पत्नी स वइसेन ही पिरेम करई चाही जइसे तू खुद अपने आप क करत अहा। अउर एक पत्नी क आपन पति का डेरात भए आदर करइ चाही।
Ephesians 6:1 गदेलन, पर्भू मँ आस्था रखत महतारी-बाप क आज्ञा क पालन करा काहेकि इहइ तरीका पर्भू चाहत बा। 2 "अपने महतारी-बाप क सम्मान करा।"इ पहली आज्ञा अहइ जउन इ परितिसिया स युक्त बा 3 कि "तोहार भला होई अउर तू धरती पर चिरायु होब्या।" 4 अउर हे पिता लोगो, तू पचे अपने गदेलन क गुस्सा न दिआवा बल्कि पर्भू स मिली सिच्छा अउर निर्देसन क देत ओनकर पालन-पोसन करा। 5 हे सेवक लोगो, तू पचे अपने संसारी स्वामियन क आज्ञा निष्कपट हिरदइ स भय अउर आदर क साथे उही तरह माना जइसे तू मसीह क आज्ञा मानत ह। 6 केवल कीहीउँ क देखत रहत ही रहा काम न करा जइसे तोहे लोगन क समर्थन क आवश्यकता होइ। बल्कि मसीह क सेवक क रूप मँ करा जउन आपन मन लगाइके परमेस्सर क इच्छा पूरी करत हीं। 7 उत्साह क साथे एक सेवक क रूप मँ अइसेन काम करा जइसे माना तू लोगन, क नाहीं पर्भू क सेवा करत अहा। 8 याद रखा, तोहमें हर एक चाहे उ सेवक होइ या स्वतंत्र होइ या केउ अच्छा काम करत ह, तउ पर्भू स ओका पुरस्कार मिली। 9 स्वामियन, तू सबहुँ अपने सेवकन क साथे वइसेन ही व्यहार करा अउर ओनका डरोवइ धमकावइ छोड़ि द्या। याद रखा, ओनकर अउर तोहर स्वामी सरगे मँ अहइ अउर उ कउनउ पच्छपात नाहीं करत। 10 मतलब इ कि पर्भू मँ स्थित होइके ओकर असीम सक्ती क साथे अपने आपक सक्तिसाली बनावा। 11 परमेस्सर क सम्पूर्ण कवच क धारण करा। ताकि तू राच्छस (दुस्टन) क सबइ योजन क सामने टिक सका। 12 काहेकि हमार संघर्ष मनइयन स नाहीं बा, बल्कि सासकन, अधिकारियन, एक अन्धकार भरा जुग क आकास क सक्तियन अउर अम्बर क दुस्टात्मिक सक्तियन क साथे बा। 13 इही बरे परमेस्सर क सम्पूर्ण कवच क धारण करा ताकि जब बुरा दिन आवइ तउ जउन कछू संभव बा ओका कइ चुकइ क बाद तू दृढतापूर्वक अडिग रहि सका। 14 तउ अपने करिहाउँ पइ सत्य क फेंटा कसिके नेकी क झिलम पहिन क अउर गोड़न मँ सान्ति क सुसमाचार सुनावइ क तत्परता क पनही धारण कइके तू लोग अटल खड़ा रहा। 15 16 इ सबसे बड़ी बात इ बा कि विस्व क ढाल क रूप मँ लइ ल्या। जेकरे द्वारा तू ओन दुस्टन (सइतान) क समस्त अग्नि बाणन का बुझाई सका, जउन बन्दी क द्वारा छोड़ा गवा अहइँ। 17 उद्धार क बरे क सिरस्त्राण पहिन ल्या अउर परमेस्सर क सँदेसा रूपी आतिमा क तलवार उठाइ ल्या। 18 सब तरह क पराथना अउर निवेदन सहित आतिमा क सहायता सब अवसर पर विनती करत रहा। एह लच्छ स सभन प्रकार क यत्न करत सावधान रहा। अउर सभन सन्तन क बरे पराथना करा। 19 अउर मोरे बरे पराथना करा कि मइँ जब आपन मुँह खोलउँ, मोका एक सुसंदेस मिलइ ताकि निर्भयता क साथ सुसमाचार क रहस्य भरा सच क, परगट कइ साकउँ। 20 इही बरे मइँ जंजीर मँ जकड़ा भआ राजदूत क समान सेवा करत हउँ। पराथना करा कि, जेह तरह मोका बोलइ चाही उही तरह निर्भयता क साथे सुसमाचार क प्रबचन कइ सकउँ। 21 तूहउ, मइँ कइसेन हउं अउर का करत हउँ, एका जान जा। सो तुखिकुस तोहे सबन कछू बताइ देई। इ हमार पिआरा बंधु अहइ अउर पर्भू मँ स्थित एक बिसवासपूर्ण सेवक अहइ। 22 इही बरे मइँ ओका तोहरे लगे भेजत हउँ ताकि तू मोर समाचार जानि सका अउर इही बरे कि उ तोहरे मने क सान्ति देइ सकइ। 23 भाइयो, तू सबे क परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह कइँती स सान्ति, पिरेम अउर बिसवास मिलइ। 24 जउन हमरे पर्भू ईसू मसीह स अमर पिरेम रखत हीं, ओन पइ परमेस्सर क अनुग्रह होत ह।
Philippians 1:1 ईसू मसीह क सेवक पौलुस अउर तीमुथियुस कइँती स मसीह ईसू मँ स्थित फिलिप्पी क रहइवाले बुजुर्गन संत जनन क नाउँ जउन उहाँ निरीच्छकन अउर कलीसिया क सेवकन क साथे निवास करत थीं: 2 हमार परमपिता परमेस्सर अउर हमार पर्भू ईसू मसीह कइँती स तू पचन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ। 3 मइँ जब-जब तू पचन क याद करत हउँ, तब-तब परमेस्सर क धन्यबाद देत हउँ। 4 अपने हर पराथना मँ मइँ हमेसा खुशी क साथे तोहरे बरे पराथना करत हउँ। 5 काहेकि पहिले ही दिना स आज तलक तू सुसमाचार क प्रचार मँ मोर सहयोगी रह्या हा। 6 मोका इ बात क पूरा भरोसा बाटइ कि उ परमेस्सर जे तोहरे बीच मँ अइसेन अच्छा काम सुरु किहे अहइ, उहइ ओका उहइ दिना तक बनाए रखी, जब ईसू मसीह फिन आइके ओका पूरा करी। 7 तू सब क बारे मँ मोरे बरे अइसेन सोचब ठीकही बा। काहेकि तू सब मोरे मने मँ बसा भवा अहा। अउर न केवल तब जब तक मइँ जेल मँ हउँ, बल्कि तब भी जब मइँ सुसमाचार क सत्य क रच्छा करत भए, ओकरे प्रतिस्ठा मँ लगा रहेउँ, तू सभे ऍह अऩुग्रह मँ मोर सहभागी रह्या ह। 8 परमेस्सर मोर साछी अहइ कि मइँ मसीह ईसू द्वारा परगट पिरेम स मइँ तू सभन क बरे केतना बियाकुल रहत हउँ। 9 मइँ इहइ पराथना करत रहत हउँ: पिरेम हमेसा बढ़इ तोहार साथे गियान क, गहन दिस्टि क। 10 पाइके इ गुन, भला-बुरा मँ भेद कइके, अपनाइ लेब्या हमेसा भले क। अउर एह तरह बन जाब्या तू सुद्ध अकलुस ओह दिना क जब मसीह आइ। 11 धारमिकता क फल स ईसू मसीह स मिलत ही परिपूर्ण होत जा जेहसे परमेस्सर क महिमा अउर स्तुति होत रह्या। 12 भाइयो, मइँ तू सबन का जनाइ देइ चाहित हउँ कि मोरे साथे जउन कछू भवा बा, ओसे सुसमाचार क बढ़ावा ही मिला बाटइ। 13 परिणामसरूप स संसार क पूरी रच्छा दल अउर अन्य दूसरे सबहिं लोगन क इ पता चलि गवा बा कि मोका मसही क बिसवासी होई क कारण ही बन्दी बनावा गवा बाटइ। 14 एकरे अलावा पर्भू मँ स्थित ज्यादातर भाई मोर बन्दी होइके कराण उत्साह स भरा भवा अहइँ। अउर बहुत जियादा साहस क साथ सुसमाचार क निडरता पूर्वक सुनावत अहइँ। 15 इ सच अहइ कि ओहमाँ स कछू इरसा अउर बैर क कारण मसीह क उपदेस देत हीं परन्तु दुसरे जने सद्भावना स प्रेरितन होइके मसीह क उपदेस देत हीं। 16 ये सब जने पिरेम क कारण अइसेन करत हीं काहेकि इ जानत हीं कि परमेस्सर सुसमाचरे क बचाउ करइ बरे ही मोका इहाँ रखे अहइ। 17 परन्तु कछू अउर जने त सचाई क साथे नाहीं, बल्कि सुवारथ स भरी इच्छा स मसीह क प्रचार करत हीं काहेकि उ सोचित हीं कि एहसे उ पचे बन्दी-घरे मँ मोरे बरे कस्ट पइदा कइ सकिहीं। 18 परन्तु ऐहसे कउनउ फरक नाहीं पड़त। जरुरी तउ इ बा कि एक ढंग स, या दूसरे ढंग स, चाहे बुरा उद्देस्य होइ, चाहे भला प्रचार तउ मसीह क ही होत ह अउर ऐहसे मोका आनन्द मिलत ह अउर आनन्द मिलतइ रही। 19 काहेकि मइँ जानत हउँ कि तू पचन पराथना क द्वारा अउर ओह सहायता स जउन ईसू मसीह क आतिमा स मिलत ह, परिणआम मँ मोका छु टकारा ही मिली। 20 मोर तेज इच्छा अउर आसा इहइ बा अउर मोका इ बिसवास बा कि मइँ कउ नो बाते स निरास नाहीं होब बल्कि सब तरह स निउर होइके जइसे मोरे सरीर स मसीह क महिमा हमेसा होत रही, वइसेन आगेउ होत रही, चाहे मइँ जिअउँ अउर चाहे मरि जाउँ। 21 काहेकि मोरे जीवन क मतलब अहइ मसीह अउर मउत क मतलब अहइ एक प्राप्ति। 22 मुला अगर मइँ अपने एह सरीर स जिन्दइ रहउँ तउ एकर मतलब इ होइ कि मइँ अपने कर्मे क परिणामे क आनन्द लेउँ। तउन मइँ नाहीं जानित हउँ कि मइँ का चुनउँ। 23 दुन्नउ विकल्पे क बीच चुनाव मँ मोका कठिनाई होत बा। मइँ अपने जीवन स विदा होइके मसीह क पास जाइ चाहित ह काहेकि उ अधिक अच्छा होइ। 24 दूसरी तरफ परन्तु एह सरीर क साथे ही मोर इहाँ रहब तोहरे बरे अधिक जरूरी बा। 25 अउर काहेकि इ मइँ निस्चय क साथे जानित हउँ कि मइँ इही रहबइ अउर तू सभन क आध्यात्मिक उन्नति अउर बिसवास स पइदा भवा आनन्द बरे तोहरे साथे रहतइ रहब। 26 ताकि तोहरे लगे मोरे लउटी आवई क परिणाम सहित तू पचन क मसीह ईसू मँ स्थित मोहे प गरब करइ क अउर अधिक आधार मिलि जाई। 27 परन्तु हर तरह स अइसा करा कि तू सबन आचरण मसीह क सुसमाचार क अनुकूल रहइ। जेहसे चाहे मइँ तोहरे लग आएके तू सबन क देखउँ अउर चाहे तु सबन स दूर रहउँ, तू सबन क बारे मँ इहइ सुनउँ कि तू पचे एक्कई आतिमा मँ मजबूती स टिका ह्वा अउर सुसमाचार स पइदा बिसवासे क बरे एक जुट होइके संघर्ष करत रहा। 28 अउर मइँ इहउ सुनई चाहित हउँ कि तू पचे अपने विरोधियन स कउनउ तरह स नाहीं डेरात अहा। तू सबन क इ साहस ओनके विनाश क प्रमाण अहइ। तू पचन क मुक्ति का संकेत अहइ जउन स्वयं परमेस्सर कइँती स अइसा ही कीन्ह जाई। 29 काहेकि मसीह कइँती स तू पचन क न केवल ओहमे बिसवास करइ क बल्कि ओकरे बरे यातना झेलइ क बिसेष अधिकार दीन्ह गवा बा। 30 तू पचे जानत अहा क तू उही संघर्ष मँ जुटा अहा जेहमे मइँ जुटा रहेउँ अउर जइसेन कि तू सुनत अहा आज तलक मइँ ऊहीं मँ लगा रहउँ।
Philippians 2:1 फिन तू लोगन मँ अगर मसीह मँ कउनउ उत्साह बा, पिरेम स पैदा भई कउनउ धीरज बा, अगर आतिमा मँ केउ भागेदारी क, सिहेन क भावना अउर सहानुभूति बा 2 तउ मोका पूरी तरह स खुस करा। मइँ चाहत हउँ, तू पचे एक तरह स सोचा, परस्पर एक जइसा पिरेम करा आतिमा मँ एका रखा अउर एक जइसेन लच्छ रखा। 3 ईर्सा अउर मिथ्या अभिमान स कछू न करा। बल्कि नरम बना अउर दुसरेउ क आपने स उत्तिम समझा। 4 तोहमे स हर एक्के चाही कि केवल अपनई नाहीं, बल्कि दुसरेउ क हिते क धियान रखइ। 5 आपन चिंतन ठीक वइसा ही रखा जइसे मसीह ईसू क रहा। 6 जउन परमेस्सर क सरूप मँ होत भए भी उ परमेस्सर क साथे अपने ऍह बराबरी का अधिकार की वस्तु न समझेस। 7 बल्कि उ तउ आपन सब्ब कछू तियागके एक सेवक क रूप ग्रहण कइ लिहेस अउर मनई क समान बनि गवा। अउर जब उ अपने बाहरी रूप मँ मनई जइसेन बनि गवा। 8 त उ अपने आप क नवाइ लिहेस अउर परमेस्सर का ऍतना आज्ञाकारी बन गवा कि आपन प्राण तक न्योछोवर कइ दिहेस अउर उहउ त्रूस पर। 9 इही बरे परमेस्सर भी ओका ऊँचा स ऊँचा स्थान पर उठाएस अउर ओका उ नाम दिहेस जउन सब नामन स ऊप्पर बा 10 ताकि सब केऊ जब ईसू क नाउँ क उच्चारण होत सुनइ, तउ नीचे निहुरि जाइ। चाहे उ सरगे क होइ, धरती पइ क होइ अउर चाहे धरती क नीचे क होइ। 11 अउर सब जीभ परमपिता परमेस्सर क महिमा बरे मजूर करइ कि “ईसू मसीह ही पर्भू अहइ।” 12 एह बरे मोर पिआरे दोस्तो, तू पचे मोरे निर्देशन क जइसेन ओह समइ पालन किहा करत रह्या जब मइँ तू पचन क साथे रहेउँ, अब जब कि मइँ तू पचन क साथे नाहीं हउँ तब तू अउर अधिक लगन स ओकर पालन करा। परमेस्सर बरे पूरा आदर एवं भय क साथे अपने उद्धार क पूरा करइ बरे तू सभे काम करत जा। 13 काहेकि उ परमेस्सर ही अहइ जउन उ कामना क इच्छा अउर ओन्हे पूरा कररइ क करम, जउन परमेस्सर क भावत ह, तोहमें पइदा करत ह। 14 बिना कउनउ सिकायत या लड़ाई-झगड़ा किहे सब काम करत रहा। 15 ताकि तू भोले-भोले अउर पवित्तर बनि जा। अउर इ कुटिल अउर पथभ्रस्ट पीढ़ी क लोगन क बीच परमेस्सर क निहकंलंक बालक बनि जा। ओनके बीच अँधियारी दुनिया मं तू पचे ओह समइ तारा बनिके चमका 16 जब तू ओनका जीवनदायी उपदेस सुनावत ह। तू अइसा ही करत रहा ताकि मसीह क फिन लउटइ क दिन मइँ इ देखिके कि मोरे जीवन क भाग दौड़ बेकार नाहीं भइ। तू पचन गरब कइ सकी। 17 तोहार सबन क बिसवास परमेस्सर क सेवा मँ एक बलि क रूप मँ बा अउर अगर मोर लहू तोहरे बलि प दाखरस क समान उँड़ेल दीहा भी जाइ तउ मोका खुसी अहइ। तोहरे सबन क खुसी मँ हमरउ सहभाग बा। 18 उही तरह तूहउ खुस रहा अउर मोरे साथे आनन्द मनावा। 19 पर्भू ईसू क सहायता स मोका तीमुथियुस क तू लोगन क लगे जल्दी भेज देइ क आसा बा ताकि तोहरे समाचारन स मोर भी उत्साह बढ़ सकइ। 20 काहेकि मोरे पास दुसर कउनउ तीमुथियुस अइसा मनई नाहीं बा जेकर भावना मोरी जइसी होइ अउर जउन तोहरे कल्यान क बरे सच्चे मने स चिंतित होइ। 21 काहेकि अउर सभन अपने अपने कामन मँ लगा बाटेन। ईसू मसीह क कामन मँ केऊ नाहीं लाग बा। 22 तू पचे ओकरे चरित्र क जानत अहा कि सुसमाचार क प्रचार मँ मोरे साथ उ वइसे ही सेवा क किहे अहइ, जइसे एक बेटवा अपने बापे क साथे करत रहत ह। 23 तउ मोका जइसेन इ पता चली कि मोरे साथे का कछू होइ जात बा। मइँ ओका तू सबन क लगे भेज देइ क आसा रखत अहउँ। 24 अउर मोर बिसवास बा कि पर्भु क सहायता स मइँ भी जल्दी ही अउबइ। 25 मइँ इ जरूरी समझत हउँ कि इपफ्रुदीतुस क तोहरे लगे पठवउँ, जउन मोर भाई अहइ, अउर साथ ही काम करइवाला बा अउर सहयोगी कर्म-वीर अहइ अउर मोका जरूरत पड़इ पइ मोर सहायता बरे तोहार प्रतिनिधि रहा, 26 काहेकि उ तोहे सबन क बरे बियाकुल रहा करत रहा अउर ऍहसे बहुत खिन्न रहा कि तू इ सुने रह्या कि उ बेमार पड़ि गवा रहा। 27 हाँ, उ बेमार तउ रहा अउर उहउ ऍतना कि जइसे मरि ही जाई। परन्तु परमेस्सर ओह पर अनुग्रह किहेस (न सिरिफ ओह पइ बल्कि मोपे प भी) ताकि मोका दुखे पर दुख न मिलइ। 28 इही बरे मइँ ओक अउर उ लगन स पठवत हउँ ताकि जब तू ओका देखा तउ एक बार फिन खुस होइ जा अउर तोहरे बारे मँ चिन्ता करब छोड़ देउँ। 29 इही बरे पर्भू मँ बड़ी खुसी क साथे ओकर सुवागत करा अउर अइसेन लोगन क जियादा स जियादा आदर करत रहा। 30 काहेकि मसीह क काम क बरे उ लगभग मरि गवा रहा ताकि तोहरे द्वारा कीन्ह गइ मोर सेवा मँ जउन कमी रही गइ रही, ओका उ पूरा कइ देइ, एकरे बरे उ अपने प्राण क बाजी लगाइ दिहेस।
Philippians 3:1 एह बरे स, मोरे भाइयो, तथा बहिनियो, पर्भू मँ आनन्द मनावत रहा। तू सबन क सच सच ओनही बातन क लिखत रहइ स मोका फिन कउनउ कस्ट नाहीं अहइ अउर तोहरे बरे तउ इ तैयार होइ क मदद करी। 2 एन्हन कुकुरन स सावधान रहा जउन कुकर्मन मँ लगा अहइँ। उ पचे बधिया कइ देइ चाहत हीं। 3 काहेकि सच्चा खतनावाला मनई तउ हम अही जउन अपने आराधना क परमेस्सर क आतिमा द्वारा अरपण करत अही। अउर मसीह ईसू पर हम होइ बरे गरब करत अही अउर जउन कछू सारीरीक बा, ओह प हम भरोसा नाहीं करत अही। 4 जद्यपि मइँ खुद जउन कछू सरीरीक बा, ओह पइ मइँ भरोसा नाहीं कइ कत रहउँ। मुला अगर केऊ अउर अइसेन सोचइ कि ओकरे लगे सरीसी पर बिसवास करइ बरे बा तउ मोरे लगे तउ उ अउर जियादा बा। 5 जब मइँ आठ दिना क रहेउँ, मोर खतना कइ दीन्ह गवा रहा। मइँ इस्राएली हउँ बिन्यामीन क वंस क हउँ। मइँ इब्रानी माता-पिता स पइदा भवा एक इब्रानी हुउँ। जहाँ तक व्यवस्था क विधान तलक मोरे पहुँच क प्रस्न बा, मइँ फरीसी हउँ। 6 जहाँ तलक मोरी निस्ठा क प्रस्न बा, मइँ कलीसिया क बहुत सताये रहउँ। जहाँ तलक ओह धार्मिकता क सवाल बा जेका व्यवस्था क विधान सिखावत ह, मइँ निर्दोख रहेउँ। 7 परन्तु तब जउन मोर लाभ रहा, आज उही क मसीह क बरे मइँ आपन हानि समझत अहउँ। 8 इहूउँ स बड़ी बात इ बा कि मइँ अपने पर्भू मसीह ईसू क गियान क स्रेष्ठता क कारण आज तलक सब कछु क हीन समझत रहेउँ। उही बरे मइँ सब कछू तियागा कइ दिहेउँ अउर मइँ सब कछू क घिना क परन्तु समझइ लाग हउँ ताकि मसीह क पाई सकउँ 9 अउर ऊही मँ पावा जाइ सकउँ-मोर उ धरम भाव क कारण नाहीं जउन व्यवस्था क विधान पर टिकी रही, बल्कि ओह धरम भाव क कारण जउन मसीह मँ बिसवासे क कारण मिलत ह। जउन परमेस्सर स मिली बा ओकर आधार बिसवास अहइ। 10 मइँ मसीह क जानइ चाहत हउँ अउर ओह सक्ती क अऩुभव करइ चाहत हउँ जेसे ओका पुनः जागरण भवा रहा। मइँ ओकरी यातनन का सहभागी होइ चाहत हुँ। अउर उही रूपे क पाइ लेइ चाहत हउँ जेका उ आपन मउत क द्वारा पाए रहा। 11 एह आसा क साथे क मइँ भी इही तरह मरा हुआ मँ स उठि क फिन स जी पावउँ। 12 अइसेन नाहीं अहइ कि मोका आपन प्राप्ति होइ चुकी बा अउर मइँ पूरा सिद्ध बन चुका हउँ। परन्तु मइँ उपलब्धि क पाइ ल्लेइ क बरे बराबर प्रयास करत रहत हउँ जेकरे बरे मसीह ईसू मोका आपन बँधुआ बनाए रहा। 13 भाइयो, तथा बहिनियो, मइँ इ नाहीं सोचित हउँ कि मइँ ओका पाई चुका हउँ। पर बात इ अहइ कि बीती क बिसराइ द्या, जउन मोरे सामने बा, ओह लच्छ तलक पहुँचइ बरे मइँ संघर्ष करत रहउँ। 14 मइँ ओह लच्छ क बरे हमेसा प्रयास करत रहउँ कि मइँ अपने ओह इनामें क जीत लेउँ, जेका मसीह ईसू मँ पावई क बरे परमेस्सर तउ मोका उप्पर बोलाए अहइ। 15 ताकि ओन्हन लोगन क, जउन हमरे मँ पूर्ण मनई बन चुका बाटेन, मन क स्वरूप अइसेन रहइ । परन्तु अगर तू कीहीउ बात क कउनउ अउर ढंग स सोचत ह तउ तोहरे बरे ओकर जाहिर करइके परमेस्सर कइ देई। 16 जउन सच्चाई तक हम पहुँच चुका अही, हमका उही पे चलत रहइ चाही। 17 भाइयो, तथा बहिनियो, अउरन क साथे मिलि के मोरे नकल करा जउन उदाहरण हम तोहरे सामने रखे अही, ओकरे अऩुसार जउन जिअत हीं, ओह पर धियान द्या। 18 काहेकि अइसेन ही बहुत जने अहइँ जउन मसीह क त्रूस स दुस्मनी रखत जिअत हीं। मइँ तोहका बहुत बाह बताए हउँ अउर अब भी मइँ इ बिलखि-बिलखि क कहत हउँ 19 ओनकर नास ओनकइ नियति अहइ। ओनकर पेट ओनकर भगवान अहइ। अउर जेहपर ओनका लजाई चाही, ओह पर ओ गरब करत हीं। ओनका बस संसारी वस्तुवन क चिन्ता बा। 20 परन्तु हमार जन्मभूमि तउ सरगे मँ बा। ऊही स हम उद्धारकर्ता पर्भू ईसू मसीह क आवइ क बाट जोहत रहित ह। 21 आपन ओह सक्ती क द्वारा जेहसे सब वस्तुवन क उ अपने अधीन कइ लेत ह, हमार कमजोर देह क बदल क आपन दिव्य देह जइसेन बनाई देई।
Philippians 4:1 हे मेरे भाइयो, तथा बहिनियो, मइँ तू सबन स पिरेम करत हउँ, अउर तू सबन क देखइ का तरसत हउँ। तू पचे खुसी अहा, मोर गौरव अहा। तू पचन क जइसे मइँ बताए हउँ, पर्भू मँ तू सबइ वइसेन ही द्दढ़ बना रहा। 2 मइँ युओदिया अउर सन्तुखे दुन्नऊ क उत्साहित करत हउँ कि तू पचे पर्भू मँ एक जइसे बिचार बनाए रखा। 3 मोरे सच्चा साथी तोहसे सबन स मोर बिनती बा कि इन्हन स्त्रियन क सहायता करा। इ क्लेमेन्स अउर मोरे दुसरे सहकर्मियन सहित सुसमाचार क प्रचार मँ मोरे साथे जुटी रहिन। एनके नाउँ जीवन क किताबेमँ लिख गवा अहइँ। 4 4पर्भू मँ हमेसा आनन्द मनावत रहा। 5 ऍका मइँ फिन दोहरावत हउँ आनन्द मनावत रहा। तू पछन क सहनसील आतिमा क गियान सब जने क होइ। पर्भू लगे ही बाटइ 6 कउनउ बाते क चिन्ता न करा, बल्कि सब परिस्थितियन मँ धन्यबाद सहित पराथना अउर बिनय क साथे आपन याचना परमेस्सर क सामने रखत जा। 7 इही स परमेस्सर कइँती स मिलइवाली सान्ति, जउन समझ स परे बा तोहरे हिरदइ अउर तोहरे बुद्धि क मसीह ईसू मँ सुरच्छित बनाए रखी। 8 भाइयो, तथा बहिनियो, इन बातन क धियान करा। जउन जरुर सत्य बा, जउन आदर योग्य बा, जउन अच्छा बा। जउन पवित्तर बा, जउन सुन्दर बा, जउन सराहइ योग्य बा या कउनउ अन्य गुन या कउनउ प्रसंसा 9 जेका तू मोसे सीखे अहा, पाए अहा या सुने अहा या जेका करत मोका देखे अहा। इन बातन क अभ्यास करत रहा। सांति क सोत परमेस्सर तोहरे साथे रही। 10 तू सबइ निस्चय ही मोरे भलाई बरे सोचत रहत ह परन्तु तू पचन क ओका देखावइ क अवसर नाहीं मिला रहा, परन्तु अब अखिरकार तोहमें मोरे बरे फिन स फिकिर जागी बा। एहसे मइँ पर्भू मँ बहुत आनन्दित भवा हउँ। 11 कउनउ व्यक्तिगत जरूरत क कारण मइँ इ नाहीं कहत हउँ। काहेकि जइसेन परिस्थिति मँ मइँ रहउँ, मइँ उही मँ सन्तोस करइ सीख लिहे हउँ। 12 मइँ अभाव क बीच रहई क रहस्य भी जानत हउँ अउर इहउ जानत हउँ कि सप्मन्नता मँ कइसे रहा जात ह। कइसेउ समइ होइ अउर कइसेउ परिस्थिति, चाहे पेट भरा होइ अउर चाहे भूखा, चाहे पास मँ बहुत कछू होइ अउर चाहे कछू भी न होइ, मइँ ओन सबे मँ सुखी रहइ सीख लिहे हउँ। 13 मसीह क जरिये मइँ सब कछू कइ सकत हउँ काहेकि उ मोका सक्ती देत ह। 14 कछू भी होइ हमरे कस्टन मँ तू पचे मोरे कामे मँ हाथ बटाई क अच्छा ही किये अहा। 15 हे फिलिप्पियन! तू पचे तउ जनतइ अहा, सुसमाचार क प्रचार क ओन्हन सुरु क दिनवा मँ जब मइँ मैसीडोनिया छोड़े रहेउँ, तउ लेन-देन क बारे मँ केवल मात्र तोहर कलीसिया क छोड़िके कउनउ अउर कलीसिया तउ मोर हाथ नाही बटाएस। 16 मई जब थिस्सलुनीके में रहेउँ, मोर जरूरत पूरा करइ बरे तू बार-बार मोका सहायता भेजे रह्या। 17 अइसेन नाहीं कि मइँ उपहारन क इच्छुक हउँ बल्कि मइँ तउ इ चाहत हउँ कि तोहरे खाता मँ लाभ जुड़त ही चला जाइ। 18 तू पचे इपफ्रुदीतुस क हाथे जउन उपहार मधुर गंध भेट क रूप मँ मोरे लेग भेजे रह्या, उ सबइ एक अइसेन स्वाकार करइ योग्य बलिदान अहइँ जेहसे परमेस्सर खुस होत ह। ओन्हन उपहारन क कारण मोरे लगे मोरे जरूरत स कहूँ ज्यादा होइ गवा बा, मोका पूरी तरह दिहा गवा बा। बल्कि ओहसे भी जियादा भरपूरा दिहा गवा बा। उ चीजन मधुर गंध भेटे क रूप मँ बाटिन, एक अइसेन स्वीकार करइ योग्य बलिदान जेहसे परमेस्सर खुस होत ह। 19 मोरे परमेस्सर भी ईसू क महिमा स बहोत धनवान अहइ। उ अपने उस धने क अनुसार तोहार सभन जरूरतन क पूरा करी। 20 हमरे परमेस्सर अउर परमपिता क हमेसा-हमेसा महिमा होत रहइ! आमीन! 21 मसीह ईसू क सभन सन्तन क नमस्कार। मोरे साथे जउन भाई अहइँ, तू पचन क नमस्कार करत हीं। 22 तू सभन संत अउर खासकर कैसर परिवारे क लोगन नमस्कार करत हीं। 23 तोहमँ स हर एक्क पर हमरे पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तू पचन क आतिमा क साथ रही।
Colossians 1:1 पौलुस जउन परमेस्सर क इच्छानुसार मसीह ईसू क प्रेरित बा ओकर, अउर हमरे भाई तीमुथियुस कइँती स। 2 मसीह मँ स्थित कुलुस्से मँ रहइवालान बिसवासी भाइयन तथा बाहिनियन अउर सन्त जनन क नाउँ:हमरे परमपिता परमेस्सर कइँती स तोहे सबन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ। 3 जब हम तोहरे बरे पराथना करित ह, हमेसा अपने पर्भू ईसू मसीह क परमपिता परमेस्सर क धन्यबाद करित ह। 4 काहेकि हम मसीह ईसू मँ तोहरे बिसवासे अउर सभन परमेस्सर जनन क बरे तोहरे पिरेम क बारे मँ सुने हई। 5 इ ओह आसा क कारण भवा बा जउन तोहरे बरे सरगे मँ सुरच्छित बा अउर जेकरे बारे मँ तू पहिलेन-सच्चा संदेस अर्थात सुसमाचार क सुनि चुका अहा। 6 सुसमाचार पूरे संसारे मँ सफलता पावत बा। इ वइसेन ही सफल होत बा जइसे तोहरे बीच इ ओह समइ स ही सफल होइ लगा रहा। जब स तू परमेस्सर क अऩुग्रह क बारे मँ सुने रह्या अउर सही-सही ओका समझा जात रहा। 7 हमार प्रिय साथी दास इपफ्रास स, जउन हमरे बरे मसीह क बिसवासी सेवक अहइ, तू सुसमाचार क सिच्छा पाये रह्या। 8 पवित्तर आतिमा क द्वारा उत्तेजित-तोहरे पिरेम क बारे मँ उहउ हमका बताए अहइ। 9 इही बरे जेह दिना स हम एनके बारे मँ सुने हई, हमहूँ तोहरे बरे पराथना करब अउर इ बिनती करब नही छोड़े हई किःपरमेस्सर क इछा तोहे पूर्ण ग्यान होइ सब तरह क समझ-बूज जउन आतिमा देत ह, अउर बुद्धि उ पावा करा तू 10 ताकि उ तरह जी सका, जेहसे परमेस्सर क प्रतिस्ठा होत ह सब तरह स करा खुस हमेसा तू पर्भू क। सदैव अच्छे फल उत्पन्न करइँ। अउर परमेस्सर क गियान हमेसा बढ़ई तोहरा। 11 अपने महिमा-भरी सक्ती स मजबूत बनवत जाइ तोहे उ ताकि विपत्ती क काल मँ जो कछू रास्ते मँ आवइ खुसी स महाधीरज स तू सब सहि ल्या। 12 ओह परमपिता क धन्यबाद करा, जेका तोहका एह योग्य बनायेस कि परमेस्सर क उन संत जनन क साथे जउन प्रकासमय जीवन जिअत हीं, तू उनके लोगन क उत्तराधिकार पावइ मँ सहभागी बनि सका। 13 परमेस्सर तउ अँधियारे क सक्ती स हमार उद्धार किहेस अउर अपने प्रिय बेटवा क राज्य मँ हमार प्रवेश कराएस। 14 ओह बेटवा क जरिये ही हमका छुटकारा मिला बा आनी हमका मिली बा हमरे पापन क छमा। 15 उ न देखाइ देइवाला परमेस्सर क देखाइ देइवाल रूप अहइ। उ सभन सिस्टी क ऊपर सासन करत ह। 16 काहेकि जउन कछू सरगे मँ बा अउर धरती पर बा, उही क सक्ती स पैदा भवा बा। कछूउ चाहे देखाई देइ अउर चाहे न देखाइ देइ चाहे सिंहासन होइ चाहे साम्राज्य, चाहे केउ सासक होइ अउर चाहे अधिकारी, सब कछू उही क द्वारा रचा गवा बा अउर उही बरे रचा गवा बा। 17 सबसे पहिले उही क मौजूदगी रही। ऊही क सक्ती स सब बस्तु स्थिर बनी रहत हीं। 18 एह देह अउर कलीसिया क मुखिया उहइ अहई। उहइ आदि अहइ अउर मरेन क फिन स जी उठावइ क उहइ सबसे बड़का अधिकारी भी उही अहइ अहई ताकि सब बाते मँ पहिला स्थान उही क मिलइ। 19 काहेकि परमात्मा क इहइ माया क पूरे जने क साथे परमेस्सर उही मँ वास करइ चाहेस। 20 उही क जरिये पूरा ब्रह्माण्ड क परमेस्सर तउ अपने स फिन जोड़इ चाहेस। सभन क जउन धरती क हयेन अउर सरगे क हयेन। उही लहू क द्वारा परमेस्सर तउ सान्ति कराएस जेका तउ ऋूसस पर बहाए रहा। 21 एक समइ रहा जब तू अपने बिचारन अउर बुरे कामन क कारण परमेस्सर क बरे अनजान अउर ओकर दुस्मन रहेन। 22 परन्तु अब जब मसीह अपने भौतिक देहे मँ रहा, तब मसीह क मउत क द्वारा परमेस्सर तउ तोहे खुद अपने आपेन स जोडि लिहेस। ताकि तोहे अपने सम्मुख पवित्तर, निहकलंक अउर निर्दोष बनाइके पेस कीन्ह जाई। 23 इ तबइ होइ सकत ह जब तू अपने बिसवासे मँ स्थिरता क साथे अटल बना रहा अउर इ सुसमाचर क दुवारा दीन्ह गइ ओह आसा क परित्याग न करा, जेका तू सुने अहा। एह अकास क नीचे हर कीहीउ परानी क ओकर उपदेस कीन्ह गवा था। अउर मइँ पौलुस उही क सेवक बना हउँ। 24 अब देखा! मइँ तोहरे बरे जउन कस्ट उठाइत ह, ओहमाँ आनन्द क अनुभव करत हउँ अउर मसीह क देह, अउर कलीसिया क बरे मसीह क जातना मँ जउन कछू कमी रहि गइ रही, ओका अपने सरीरी मँ पूरा करत हउँ 25 परमेस्सर तउ जउन तोहरे सबन क लाभ बरे मोका आदेस दिहे रहा, उही क अनुसार मइँ कलीसिया का एक सेवक ठहरावा गवा हउँ। ताकि मइँ परमेस्सरर क उपदेस क पूरी तरह प्रचार करउँ। 26 इ सुसमाचार सन्तन का गुप्त सत्य अहइ। जउन आदिकाल स सबहिं आपन लोगन क आँखी स ओझल रहा। परन्तु अब ऐका परमेस्सर द्वारा लोगन प परगट कई दीन्ह गवा बा। 27 परमेस्सर अपने लोगन क इ परगट कई देई चाहत ह कि उ रहस्यपूर्ण सत्य केतना वैभवपूर्ण बा। ओकरे लगे इ रहस्यपूर्ण सत्य सभन क बरे बा। अउर उ रहस्यपूर्ण सत्य इ अहइ कि मसीह तोहरे भित्तरई रहत ह अउर परमेस्सर क महिमा पावइ बरे उहइ हमार एक मात्र आसा अहइ। 28 हमका जउन गियान मिला बा ओह पूरा क उपयोग करत भए हम हर कीहीउ क निर्देस अउर सिच्छा प्रदान करत अही ताकि हम ओका मसीह मँ एक पूरा व्यक्तित्व बनि के परमेस्सर क आगे हाजिर कइ सकी। 29 मइँ इही प्रयोजन स जउन मसीह मोका दिहेस, अउर जउन हममे सक्रिय अहइ, संघर्ष करत भए मइँ कठोर मेहनत करत अहउँ।
Colossians 2:1 मइँ चाहत हउँ क तोहे एह बातन क पता चलि जाइ कि मइँ तोहरे बरे, लौदीकिया क रहइवालन क बरे ओन्हन सबके बरे जउन निजी तरह स हमेसा कभउँ नाहीं मिला हयेन। केतना कठोर मेहनत करत हउँ मइँ इ एह बरे करत हउँ। 2 ताकि ओनेक मने क जोस मिलइ अउर उ परस्पर पिरेम मँ बॅधि जाइँ। अउर बिसवासे क उ सब धन जउन सच्चा गियान स मिलत थ, ओन्हे मिलि जाइ अउर परमेस्सर क रहस्य भरा सच ओन्हे मिलइ उ रहस्य भरा सच खुद मसीह अहइ। 3 मसीह मँ विवेक अउर गियान क सब निधियन छुपी बांटिन। 4 अइसेन मइँ एह बरे कहत हउँ कि केउ तोहे ओन तर्क भरी युक्तियन स जेह देखइ मँ अच्छी मीठी देखात ह मुला असत्य अहइँ भरमाइ न देइ। 5 जद्यपि सरीर रूप स मइँ तोहमें नाहीं हउँ। फिन भी तोहरे मँ आध्यात्मिक रूप स हउँ। मइँ तोहरे जीवन क अऩुसासन अउर मसीह मँ तोहरे बिसवासे क मजबूती क देखिके खुश हउँ। 6 तउन तू जइसेन क ईसू मसीह अउर पर्भू क रूप मँ ग्रहण किहे हउँ, तू ओहमे वइसेन ही बना रहा। 7 तोहार जड़ उही मँ होइँ अउर तोहार निर्माण उही पर होइ अउर तू आपने बिसवासे मँ दृढ़ता पात्वत रहा जइसेन कि तोहे सिखावा गवा बा। परमेस्सर क बरे अधिक स अधिक आभारी बना। 8 धियान रखा कि तोहे अपने उ संसारी बिचारन अउर खोखला परपंच स केउ भरमाइ न लेइ जउन मानुस ज्ञान स मिलत ह, इ मानव परम्परा पर आधारित बाटइ, अउर जउन ब्रह्माण्ड क कब्जा करइवाली सबइ आतिमा क देन अहइ। मसीह स नाहीं आवत। ये विचार निरर्थक अहइ, अउर संसार क लोगन स आवत ह। 9 काहेकि परमेस्सर मसीह मँ आपन पूरेपने क साथे मँ निवास करत ह। इहाँ तक कि सांसाकरिक जीवन मँ भी 10 अउर उही मँ रहिके तू पूरा बना अहा। उ सब सासकन अउर आधिकारियन क सिरे क मउर अहइ अहई। 11 तोहर खतनउ तउ उही मँ भवा बा। इ खतना मनई क हाथे स सम्पन्न नाहीं भवा बल्कि इ खतना जब तोहे तोहर पापपूर्ण मानऊ सुभाऊ क प्रभाव स छुटकारा देवॉइ दीन्ह गवा रहा। तब मसीह का जरिये भवा। 12 इ एह बरे भवा कि जब तोहे बपतिस्मा मँ ओकरे साथे गाड़ दीन्ह गवा तउ जे परमेस्सर ओका मरन भएन क बीचे स जिआइ दिहे रहा, अउर परमेस्सर क काम मँ तोहरे बिसवासे क कारण मसीह क साथे तोहेउ फिन स जिन्दा कइ दीन्ह गवा। 13 अपने पापन अउर अपने खतना रहित सरीर क कारण तू मरा भवा रह्या परन्तु तोहे परमेस्सर तउ मसीह क साथे साथे जीवन प्रदान किहेस अउर हमरे सब पापन क मुक्तरूप स छमा कइ दिहेस। 14 परमेस्सर तउ हमरे ओह उलटा करजा क जेहमन हमरे द्वारा परमेस्सर का नियम तोड़ा गवा नियमन क सूचीबद्ध किहे रहा। जेहका पालन करइ मँ हम असर्मथ रहेन। ओका बेकारइ ठहराइ दिहेस अउर ओका ऋूस पर कीलन मँ गड़िके हमरे राह स दूर हटाइ दिहेस। 15 परमेस्सर तउ क्रूस क द्वारा आध्यात्मिक सासकन अउर अपने अधिकारियन क साधन बिना कइ दिहेस अउर अपने मँ सार्वजनिक तमासा क रूप मँ विजय अभियान मँ अपने पीछे पीछे चालायेस। 16 तउन खाई पिअइ क चीजियन अउर पर्व क नवा चाँद क त्यौहार, या सबित क दिना क लइके कउनउ तोहार आलोचना न करइ। 17 इ त, जउन बात आवइवाली अहइँ, ओनकर छाया भर बाटिन। परन्तु एह छाया क असली काया तउ मसीह क बाटइ। 18 कउनउ मनई जउन अपने आप क प्रताड़ित करइ क करम सरगदूतन क आराधना क कामन मँ लगा भवा होइ, ओका तू तोहरे प्रतिफल क पावइ मँ अयोग्य न बनइ देइ चाही। अइसेन मनई हमेसा ओन्हन दिव्य दर्सनन क डींग मारत रहत ह जेका उ देखे अहइ अउर अपने दुनियावी सोच क वजह स झ्ठा तथा निरर्थक धमण्ड स भरा रहत ह। 19 उ मसीह स नाहीं जुड़त जउन कि सिर मँ अउर जेकर ऊपर पूरे सरीर आधारित अहइ। मसीह क कारण ही सरीर क सब भाग एक दूसर क ध्यान लखत हीं। अउर एक दूसरे क मदद करत हीं। इससे सरीर एक इकाई होत ह, परमेस्सर क इच्छा क अनुसार मजबूत करइ अउर आध्यात्मिक विकास मँ योग्गदान क बरे। 20 काहेकि तू मसीह क साथे मरी चूका अहा अउर ओन आतिमन स अजात करावा गवा अहा जउन ब्रहमाण्ड क ससान करत हीं एकर मतलब अहइ कि, संसार क व्यर्थ सिच्छन स छुटकारा देवावा जाइ सकत ह त एह तरह क आचरण काहे करत अहा। जइसे तू एह दुनिया क अहा अउर अइसेन नियमन का पालन करत अहा। जइसेः 21 “एका हाथ न लगावा” “एका जिन चखा” या “एका जिन छुआ” 22 इ सब चीजन त काम मँ आवत आवत नस्ट होई जाइ क बरे बाटिन। अइसेन आचार व्यवहार क अधीनता कइके तउ तू मनई क बनाए आचार व्यवहार अउर सब सिच्छा क अनुसरण करत अहा। 23 ये नियम बुद्धिमान क तो देखात ह। ये एक ऐसे धरम क निर्माण करत हीं जउन मानवीय इच्छा पर आधारित अहइँ: अउर सरीर का सेवत अहइँ। लेकिन इ नियमन पापात्मान क ओनके बुरा काम रोकइ मँ मूल्यहीन अहइँ।
Colossians 3:1 काहेकि अगर तोहे मसीह क साथे मरा हुआ मँ स जियाइके उठावा गवा अहइ तउ ओन्हन चीजन क बरे कोसिस करत रहा जउन सरगे मँ हयेन जहाँ परमेस्सर क दहिनी कइँती मसीह विराजत ह। 2 सरगे क चीजन क सम्बन्ध मँ सोचत रहा। संसारी चीजन क सम्बन्ध मँ न सोचा। 3 काहेकि तू लोगन क पूराना पापी जीव मरि चुका बा अउर तोहर नवा जीवन मसीह क साथे साथे परमेस्सर मँ छिपा बा। 4 जब मसीह, जउन हमार जीवन अहइ, फिन स परगट होई तउ तूहउ ओनके साथे ओनके महिमा मँ परगट होब्या। 5 इही बरे तोहमे जउन कछू संसारी बा, ओकर अन्त कइ द्या यौन अनाचार, अपवित्तरता, वासना, बुरी इच्छा अउर लालच जउन मूर्ति पूजा क ही एक्कई रूप अहइ, 6 एनहीन बातन क कारण परमेस्सर क गुस्सापरगट होई जात बा। 7 एक समइ रहा जब तूहउ अइसेन करम करत इही तरह क जीवन जिया करत रह्या। 8 परन्तु अब तोहे इन सब बातन क साथे साथे गुस्सा झुँझलाहट, सत्रुता , निन्दा भाऊ, अउर अपसब्द बोलइ स छुटकारा पाइ लेइ चाही। 9 आपस मँ झूठ न बोला काहेकि तू अपने पुरानी पापी-जीव, अउर उ तरह जीवन जउन ओकरे साथ जाता ह ओनके उतार फेंके अहा। 10 अउर नवा जीवन क धारण कइ लिहे अहा। हमेसा नवा होत जात बा जउन अपने रचइता क सरूप मँ स्थित होइके परमेस्सर क सत्य गियान क निमित्त। 11 परिणाम सरूप उहाँ यहूदी अउर गैर यहूदी मँ कउनउ अन्तर नाहीं रहि गवा बा, न कीहीउ खतना युक्त अउर खतना रहित मँ, न केउ सुसभ्य अउर बर्बर मँ, न दास अउर एक स्वतन्त्र मनई मँ कउनउ अन्तर बा। मसीह सर्वेसर्वा अहइ अउर सब बिसवासियन मँ उही क निवास बाटई। 12 काहेकि तू परमेस्सर क चुना भवा पवित्तर अउर प्रिय जने अहा इही बरे सहानुभूति, दया नम्रता , कोमलता अउर धीरज क धारण करा। 13 तोहे आपस मँ जब कभउँ कीहीउ स कउनउ कस्ट होइ तउ एक दुसरे स सहि ल्या अउर परस्पर एक दुसरे क मुक्त भाऊ स छमा कई द्या। यदि केउ ने तोहरे साथ गलत किया अहइ तोहे आपस मँ एक दुसरे क अइसेन ही छमा कई देइ चाही जइसेन परमेस्सर तोहे मुक्त भाउन स छमा कई दिहेस। 14 इन बातन क अलावा सबसे महत्वपूर्ण अहइ कि तू पिरेम क धारण करा। पिरेम इ सबके आपस मँ बाँधत अउर पूरा करत ह। 15 तोहरे मने पर मसीह स मिलइवाली सान्ति क सासन होई। इही बरे तोहे उही एक्क देहएमँ बोलावा गवा ह। हमेसा धन्यबाद करत रहा। 16 अपने सम्पन्नता क साथे मसीह क संदेसा तोहमें वास करइ । ग्यान स एक दूसरे क सिच्छा अउर चेतावनी द्या। भजन, स्तुतियन अउर आतमिक गीतन क गावत भए अपने हिरदय मँ परमेस्सर का धन्यबाद द्या। परमेस्स क मन-मने धन्यबाद देत इहइ गावत रहा। 17 अउर तू जउन कछू भी करा या सब कहा, उ सब पर्भू ईसू क नाउँ प करा। उही क द्वारा तू हर समइ परमपिता परमेस्सर क धन्यबाद देत रहा। 18 हे पत्नियन, अपने पतियन क बरे तरह स समपर्ति रहा जइसे पर्भू क अनुयायियन क इ सोभा देत ह। 19 हे पतियन, अपने पत्नियन स पिरेम करा, ओनके बरे कठोर न बना। 20 बचवन सब बातन मँ अपने माता-पिता क आज्ञा क पालन करा। काहेकि पर्भू क अनुयायिन क एह व्यवहारे स परमेस्सर खुश होत ह। 21 1हे बाप, अपने बचवन क हतोउत्साह स न भरा। कहूँ अइसेन न होइ कि उ जतन करबई छोड़ देइ। 22 हे सेवकन, अपने संसारी स्वामियन क सब बातन क पालन करा। केवल लोगन क खुस भर करइ क बरे ऊही समइ नाहीं जब उ देखत रहइ, बल्कि सच्चे मने स ओनका माना। काहेकि तू पर्भू क आदर करत ह। 23 तू जउन कछू कर अपने पूरे मने स करा। माना कि जउन करा इ मान करा तू ओका लोगन क बरे नाहीं बल्कि पर्भू क बरे करत अहा। 24 याद रखा कि तोहे पर्भू स उत्ताधिकार क फल-मिलइ। अपने स्वामी मसीह क सेवा करत रहा। 25 काहेकि जे बुरा करम करइ, ओका ओकर फल मिलइ अउर उहाँ कउनउ पच्छापात नाहीं बा।
Colossians 4:1 हे स्वामियन! तू अपने सेवकन क जउन ओनकर बनत ह अउर उचित बा, द्या। याद रखा सरगे मँ तोहार कउनउ स्वामी बा। 2 पराथना मँ हमेसा लगा रहा। अउर जब तू पराथना करा त हमेसा परमेस्सर क धन्यबाद करत रहा। 3 साथ ही साथे हमरे बरे आपन संदेस क प्रचार क अउर मसीह स सम्बन्धित सत्य क प्रबचन क अवसर प्रदान करइ काहेकि एकरे कारण ही मइँ बंदीघरे मँ हउँ। 4 पराथना करा कि मइँ सच्चाई क लगन मँ स्पस्ट कइ देइ जइसेन मोका बतावइ चाही। 5 बाहर क लोगन क साथे विवकपून व्यवहार करा। सब अवसरन क पूरा-पूरा अपयोग करा। 6 तोहर बोली हमेसा मीठी रहइ द्या अउर ओसे बुद्धि क छटा बिखरइ ताकि तोहका एक दूसरे क उत्तर कइसे देइ चाही इ जानइ चाही। 7 हमार प्यारा बन्धु तुखिकुस जउन एक बिसवासी सेवक अउर पर्भू मँ स्थित साथी दास बा, तोहे मोरे सभन समाचार बताइ देई। 8 मइँ ओका तोहरे लगे एह बरे भेजत हउँ कि तोहे ओसे हमार हालचाल क पता चलि जाई उ तोहरे हीये क जोस स भरि देइ। 9 मइँ अपने बिसवासि अउर प्रिय बन्धु उनेसिमुस क भी ओकरे साथे भेजत हउँ जउन तोहरे मँ स एक बा। उ पचे, इहाँ जउन कछू घटत बा, ओका तोहे बतइहीं। 10 अरिस्तर्खुस क जउन बंदीघरे मँ मोरे साथे रहा बा अउर बरनाबास क बन्धु मरकुस क तोहे नमस्कार, (ओकरे बारे मँ तू निर्देस पाई चुका अहा कि अगर उ तोहरे लगे आवइ तउ ओकर सुवागत करा,) 11 यूस्तुस कहवावइ वाले ईसू क तोहे नमस्कार पहुँचइ। यहूदी बिसवासी मँ बस इहइ अब परमेस्सर क राज्य क बरे मोरे साथे काम करत अहइँ। इ मोरे बरे आनन्द क कारण रहा बा। 12 इपफ्रास क तोहे नमस्कार पहुँचइ। उ तोहरे मँ स एक अहइ अउर मसीह ईसू क सेवक अहइ। उ हमेसा बड़ी बेदना क साथे तोहरे बरे लगनपूर्वक पराथना करत रहत ह कि आध्यात्मिक रूप स पूरा बनइ क बरे विकास करत रहा। अउर बिसवास पूर्वक परमेस्सर क इच्छा चाहत अहा। 13 मइँ ऐकर साच्छी हउँ कि उ तोहरे बरे अउर लौदीकिया अउर हियरापुलिस क रहइ वालन क बरे हमेसा कड़ा मेहनत करत रहा बाटइ। 14 प्यारे चिकित्सक लूका अउर देमास तोहे नमस्कार भेजत हयेन। 15 लौदीकिया मँ रहइवाले भाइयन क अउर नुमफास अउर ओहे कलीसिया क जउन ओकरे घरे मँ जुड़त हीं, नमस्कार पहुँचइ। 16 अउर देखा, चिट्ठी जब तोहरे सामने पढ़ी जाइ चुकइ, तब एह बात क निस्चय कइ लिहा कि एका लौदीकिया क कलीसिया मँ भी पढ़वाइ दीन्ह जाइ। अउर लौदीकिया स मोर जउन चिट्ठी तोहे लिखा मिलइ, ओका तूहँउ पढ़ी लिहा। 17 अर्खिप्पुस स कहा कि उ एह बात क धियान रखइ कि पर्भू मँ जउन सेवा ओका सँऊपी गइ बा, उ ओका निस्चय क साथे पूरा करइ। 18 मइँ पौलुस खुद आपन हाथ स इ नमस्कार लिखत हउँ। याद रखा हम कारागार मँ हउँ, परमेस्सर क अनुग्रह तोहरे साथे रहइ।
1 Thessalonians 1:1 थिस्सलुनीकियन क परमपिता अउर पर्भू ईसू मसीह मँ स्थित कलीसिया क पौलुस, सिलवानुस अउर तीमुथियुस क तरफ स परमेस्सर क अनुग्रह अउर सान्ति तोहरे साथे रहइ। 2 हम तोहे सब जने क बरे हमेसा परमेस्सर क धन्यबाद देत रहित ह अउर अपने पराथनन मँ हमका तोहर याद बनी रहत ह। 3 पराथना करत भए हम हमेसा तोहरे ओह काम क याद करित ह जउन फल अहइ, बिसवास क, पिरेम स पैदा भइ तोहर कठिन मेहनत क, अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह मँ आसा स पैदा तोहर धैर्यपूर्ण सहनशीलता क हमका हमेसा धियान बना रहत ह। 4 हे परमेस्सर क प्यारा हमार भाइयो तथा बहिनियो, हम जानित ह कि तू ओनकर चुना भवा अहा। 5 काहेकि हमरे सुसमाचार क प्रचार तोहरे लगे मात्र सब्दन मँ ही नाहीं पहुँचा बा बल्कि पवित्तर आतिमा समरथ अउर गहन स्रद्धा क साथे पहुँचा बा। तू जानत ह कि हम जब तोहरे साथे रहे, तोहरे लाभ क बरे कइसेन जीवन जिअत रहे। 6 कठोर सब यातना क बीच पू पवित्तर आतिमा स मिलइवाली खुशी क साथे उपदेस क ग्रहण किहा अउर हमार अउर पर्भू क अनुकरण करई लाग्या। 7 अउर इही बरे मैसीडोनिया अउर अखाया क सभन बिसवासियन क बरे तू एक आदर्स बन गया 8 काहेकि तू पर्भू क उपदेस क जउन गूँज उठा, उ न केवल मैसीडोनिया अउर अखाया मँ सुना गवा बल्कि परमेस्सर मँ तोहर बिसवास सब कहूँउ जाना माना गवा। तउन हमका कछू कहइ क अब जरूरत नाहीं बाटइ। 9 काहेकि ओ पचे खुदइ हमरे बारे मँ बतावत हीं कि तू हमार कइसेन सुवागत किहे रह्या अउर सजीव अउर सच्चा परमेस्सर क सेवा करइ क बरे अउर सरगेस ओकरे बेटवा क आगमन क इन्तजार करइ क बरे तू मूर्तियन क ओर स सजीव अउर सच्चे परमेस्सर कइँती कइसे मुड़ा रह्या। पूत मतलब ईसू क ओ मरे हुवन मँ स फिन स जियाइ उठाए रहा। अउर उहइ परमेस्सर क आवइवाली कोप स हमार रच्छा करत ह। 10
1 Thessalonians 2:1 भाइयो तथा बहिनियो, तोहरे लगे हमार आवइ क सम्बन्ध क तू खुदइ जानत ह कि उ निरर्थक नाहीं बाटइ। 2 तू जानत ह कि फिलिप्पी मँ सब यातना झेलइ अउर दुर्व्यवहार सहइ क बाद उ परमेस्सर क सहायता स हमका कड़ा विरोध क रहत भए परमेस्सर क सुसमाचार क सुनावइ क साहस मिला रहा। 3 इ निस्चय स जब हम लोगन अपने उपदेसन बरे प्रोत्साहित करित ह एह बरे नाहीं कि हम भटका भए अही। अउर न तउ एह बरे कि हमार उद्देस्य गन्दा अहइ अउर एहबरे की नाहीं कि हम लोगन क छलई क जतन करित ह। 4 हम सुसमाचार का प्रचार लोगन क खुस करइ क कोसिस नाहीं करित ह बल्कि हम तउ परमेस्सर क खुस करित ह जउन हमरे मने क भेद जानत ह। 5 निस्चय ही हम कभउँ ठकुर सुहात बानी क साथे तोहरे सामने नाहीं आए। जइसेन क तू जनबइ करत ह, हमार उपदेस कउनउ लोभ क बहाना नाहीं बा। परमेस्सर साच्छी बा 6 हम लोगन स कउनउ मान सम्मान नाही चाहा। न तोहसे अउर न कीहीउ अउर स। 7 जद्यपि हम मसीह क प्रेरितन क रूप मँ आपन अधिकार जताइ सकत रहे किन्तु हम तोहरे बीच वइसेन ही नरमी क साथे रही जइसे एक महतारी अपने बचवन क पालन पोषन करत ह। 8 हम तोहरे बरे वइसेन ही नरमी क अनुभव किहे अही, इही बरे परमेस्सर स मिलइ सुसमाचार क ही नाहीं, बल्कि खुद अपने आपके भी हम तोहरे साथे बाँटी लेइ चाहित ह काहेकि तू हमार प्यारा होइ ग अहा। 9 भाइयो तथा बहिनियो, तू हमार कठिन मेहनत अउर कठिनाई क याद रखा जउन हम दिन-रात इही बरे किहे अही ताकि हम परमेस्सर क सुसमाचार क सुनावत तोह पर बोझ न बनी। 10 तू साच्छी अहा अउर परमेस्सर भी साच्छी अहइ कि तू बिसवासियन क प्रति हम केतॅनी आस्था, धार्मिकता अउर दोस रहित क साथे व्यवहार किहे रहेन। 11 तू जनबइ करत ह कि जइसेन एक पिता अपने बचवन क साथे व्यवहार करत ह 12 वइसेन ही हम तोहमाँ स हर एक्क क आग्रह क साथे प्रेरित कीन्ह ह अउर आराम दिहे अही। अउर ओह रीति स जाइ क आदेस दिहा ह, जेहसे परमेस्सर, जे तोहका अपना राज्य अउर महिमा मँ बोलाई भेजेस ह, खुस होत ह। 13 अउर इही बरे हम परमेस्सर क धन्यबाद हमेसा करत रहित ह काहेकि हमसे तू जब परमेस्सर क बचन ग्रहन किहा ह तउ ओका मनवीय संदेस क रूप मँ नाही बल्कि परमेस्सर क संदेस क रूप मँ गहण किहा, जइसेन कि उ सही मँ बा। अउर तू बिसवासियन पर जेकर प्रभाव भी बा। 14 भाइयो तथा बहिनियो, तू यहूदियन मँ रहिके मसीह ईसू मँ परमेस्सर क कलीसियावन क अनुसरण करत रहे रह्या। तू अपने साथी देस भाइयन स वइसेन ही यातना झेलटे अहा जइसे उ पचे ओन्हन यहूदियन क हाथे झेले रहेन। 15 यहूदियन पर्भू ईसू क मारि डाएन अउर नबियन क बहरे खदेड़ दिहेन, उ परमेस्सर क खुस नाहीं करतेन उ त सम्मइ मानवता क दुस्मन हयेन। 16 उ गैर यहूदियन क सुसमाचार क उपदेस देइ मँ बाधा खड़ी करत हीं कि कहूँ ओन्हन पचन क उद्धार न होइ जाई। इ बातेन स उ हमेसा अपने पापन क घड़ा भरत रहत हीं अउर अन्तत: अब त परमेस्सर क प्रकोप ओनपर पूरी तरह स आई पड़त ह। 17 भाइयो तथा बहिनियो! जहाँ तलक हमार बात बा, हम रचिके समइ क बरे तोहसे बिछुड़ ग रहे। बिचारन स नाहीं, केवल सरीरे स। तउन हम तोहसे मिलइ क बहुत उतावला होइ उठे। हमार इच्छा तेज होइ उठी रही। 18 हाँ! हम तोहसे मिलइ क बरे बहुत जतन करत रहे। मुझ पौलुस कइय दाई कोसिस किहेस परन्तु सइतान ओहमे बाँधा डाएस। 19 भला बतावा तु हमार आसा, हमार उल्लास य हमार उ मुकुट जेहपर हमका गरब बा, का अहइ? का उ तूही नाहीं अहा। हमार पर्भू ईसू मसीह क दोबारा अवाई प जब हम ओनके सामने हाजिर होबइ 20 तउ उहाँ तू हमार महिमा अउर हमारे आनन्द मँ होब्या।
1 Thessalonians 3:1 काहेकि हम अउर जियादा इन्तजार नाहीं कइ सकित ह, इही बरे हम एथेन्स मँ अकेलइ रुकि जाइक निस्चय कइ लिन्ह। 2 अउर हम हमार परमेस्सर सेवक बन्धु अउर परमेस्सर क बरे मसीह क सुसमाचार क प्रचार मँ अपने सहकर्मी तीमुथियुस तोहे मजबूत बनवइ अउर बिसवास मँ उत्साहित करइ क तोहरे लगो भेजि दीन्ह। 3 ताकि एन्हन वर्तमान यातनन स केउ घबराइ न उठइ। काहेकि तू तउ जनबई करत ह कि हम त यातना सहइ क बरे ही निस्चित कीहा ग अही। 4 सही मँ हम जब तोहरे लगे रहे, तोहे पहिलेन स ही कहा करत रह्या कि हमपे कस्ट आवइवाला बा, अउर इ ठीक वइसेन ही भवा ह। तू तउ इ जनबइ करत ह। 5 इहीं बरे काहेकि मइँ अउर जियादा इन्तजार नाहीं कइ सकत रहउँ, इही बरे मइँ तोहरे बिसवास क बारे मँ जानइ तीमुथियुस क पठइ दिहेउँ। काहेकि मोका डर रहा कि लुभावइवाला (सइतान) कहूँ तोहे ललचाइ क हमरे कठिन मेहनत क खराब तउ नाहीं कइ दिहे बा। 6 तोहरे लगे स तीमुथियुस अबहीं-अबहीं हमरे लगे वापस लउटा ह। अउर उ हमका तोहरे बिसवास अउर तोहरे पिरेम क सुभ समाचार दिहेसह। उ हमका बताए बाटइ कि तोहे हमार मधुर याद आवत ह अउर तू हमसे मिलइ क बहुत अधीर अहा। वइसेन जइसे हम तोहसे मिलइ क अधीर भ अही। 7 तउन भाइयो अउ बहिनियो हमार सबहिं पीड़ा अउर यातना मँ तोहर बिसवास क कारण हमार उत्साह बढ़ा बा। 8 हाँ जब हम फिन साँस लइ पावत हई काहेकि हम जानि गवा अही कि पर्भू मँ तू अटल खड़ा अहा। 9 तोहरे बारे मँ तोहरे ही कारण जउन आनन्द हम पचन क मिला बा, ओकरे बरे हम परमेस्सर क सामने ओकर धन्यबाद कइसे करी। 10 हम रात-दिन खूब लगन स परासथना करत रहित ह कि केह तरह तोह सबन क फिन देखि पाई अउर तोहरे बिसवास मँ जउन कमी रहि गइ बाटइ, ओका पूरा करत भए मजबूत करी। 11 हमार परमपिता परमेस्सर अउर हमार पर्भू ईसू तोहरे लगे आवइ क हमका रस्ता देखावइँ। 12 अउर पर्भू एक दुसरे क बरे अउर सभन क बरे तोहसे जउन पिरेम बा, ओकर बढ़ोत्तरी करइ। वइसेन ही जइसे तोहरे बरे हमार पिरेम उमड़ पड़त ह। 13 एह तरह उ तोहरे हिरदइ क मजबूत करइ अउर ओन्हे हमार परमपिता परमेस्सर क अगवा पर्भू ईसू क आवई पर सभन पवित्तर लोगन क साथे पवित्तर अउर दोस रहित बनाइ देइ।
1 Thessalonians 4:1 भाइयो तथा बहिनियो, अब हमका तोहे कछू अउर बात बतावइ क बा। पर्भू ईसू क नाउँ पर हम तोहसे पराथना अउर बिनती करत हई कि तू हमसे जेह तरह उपदेस ग्रहण किहे अहा, तोहे परमेस्सर क खुस करइ क बरे उहीं क अनुसार चलइ चाही। जरुर तू उही तरह चलत भी अहा। परन्तु हम तू पचन स वइसेन ही अउर जियादा स जियादा अनुसरण करइ क अनुरोध करत अही। 2 काहेकि तू इ जानत ह कि पर्भू ईसू क अधिकार स हम तोहे सबन क आज्ञा दिए अही। 3 अउर परमेस्सर क इहइ इच्छा बा कि तू पचे ओहका अर्पण होइ जा। यौन दुराचार स दूर रहा। 4 अपने सरीर क सबइ वासनापर नियन्त्रण रखइ सीखा-अइसे ढंग स जउन पवित्तर बा अउर आदर क योग्ग बा। 5 न कि ओह वासना स भरी इच्छन स जउन परमेस्सर क नाहीं जानइवाले अधर्मियन क जइसी अहइ। 6 इहउ परमेस्सर क इच्छा बा कि एह बारे मँ केउ अपने भाई क बारे मँ कउनउ अपराध न करइ य कउनउ अनुचित लाभ न उठावइ, काहेकि अइसेन सभन पापन क बरे पर्भू दण्ड दइ जइसे कि हम तोहका बताइ चुका अही अउर तोहे सावधान भी कइ चुका हई। 7 परमेस्सर तउ हमका पापन मँ रहइ क बरे नाहीं बोलायेस पर पवित्तर जीवन बितावइ क बरे बोलायस ह। 8 एह बरे जउन इ उपदेस क नकारत हीं कउनउ मनई क नाहीं नकारत ह बल्कि परमेस्सर क ही नकारत ह। ओह परमेस्सर क जउन तोहे सबन क आपन पवित्तर आतिमा देत ह। 9 अब तोहे तोहरे भाइयन तथा बहिनियन क ईसू मँ पिरेम क बारे मँ लिखा जाइ, एकर तोहे सबन क जरूरत नाहीं बा काहेकि परमेस्सर त खुदइ तोहका एक दुसरे क बरे पिरेम करई क सिच्छा दिहे बाटइ। 10 अउर सही मँ तू अपने सबहिं भाइयन तथा बहिनियन क साथे समूचा मैसीडोनिया मँ अइसेन ही पिरेम करत अहा। मुला भाइयो तथा बहिनियो, हम तोहसे अइसन ई जियादा स जियादा करइ क कहित ह। 11 सान्ति स जीअइ क आदर क वस्तु समझा अपने काम स काम रखा। खुद अपने हाथे स काम करा जइसेन कि हम तोहे बताइ चुका हई। 12 एहसे कलीसिया मँ न बिसवास करइवाले तोहरे जीवन क ढंग क आदर करिहीं। एहसे तोहे कउनो पर निर्भर न रहइ क पड़ी। 13 भाइयो तथा बहिनियो, हम चाहित ह कि जउन हमेसा हमेसा क नींद मँ सोवत हयेन तू ओनके बारे मँ जाना ताकि तोहे ओन्हन अउरन क समान, जेकरे लगे आसा नाहीं बा, सोक न करइ क पड़इ । 14 काहेकि अगर हम इ बिसवास करित ह त ईसू क मउत होइ गइ अउर उ फिन स जी उठा, त उही तरह जे ओहमे बिसवास करत भए परान तियाग दिहे अहइँ, ओनके साथेउ परमेस्सर वइसे ही करी। अउर ओनका लइ के ईसू क साथे लउटि जाई। 15 एहि कारण हम पर्भू क वचन क अनुसार तोहसे कहत अही कि हम जउन जिअत अही, पर्भू क फिन स आवइ तक बचा रहब, हम जे उ समइ तलक जिअबइ पर्भू क संग होइजाब। अउर ओनसे अगवा न निकर पाउब जउन मरि चुका अहइँ। 16 काहेकि प्रधान सरगदूत क मुखिया जब अपने ऊँचा स्वरे स आदेस देइ फिन जब परमेस्सर क बिगुल बजी तबहिं पर्भू खुदई सरग स उतरी। ओह समइ जे मसीह मँ परान तियागे हयेन, उ पहिले उठिहीं। 17 ओकरे बाद हम जउन जिन्दा अही, अउर अबउ इहीं हई ओकरे साथे हवा मँ पर्भू स मिलई क बरे बादलन क बीच उप्पर उठाइ लीन्ह जाबइ एह तरह हम हमेसा बरे पर्भू क साथे होइ जाब। 18 अउर इ सब्दन क साथे एक दुसरे क उत्साहित करत रहा।
1 Thessalonians 5:1 भाइयो तथा बहिनियो, समइ अउर तिथियन क बारे मँ तोहे लिखइ क कउनउ जरूरत नाहीं बा 2 काहेकि तू खुदई बहुत अच्छी तरह जानत ह कि जइसे चोर रस्ता स चुप्पे चला आवत ह, वइसेन ही पर्भू क फिन स लउटइ क दिन भी आइ जइहीं। 3 जब लोग कहत होइहीं कि “सब कछू सांत अउर सुरच्छित बा” तबइ जइसे एक गर्भवती स्त्री क अचानक प्रसव वेदना आइ घेरत ह वइसेन ही ओह पर बिनास उत्तर आइ अउर उ कहूँ बचिके भाग न पावइ। 4 मुला भाइयो तथा बहिनियो, तू अँधियारे (पाप) क वासी नाहीं अहा कि तोह पर उ दिन अचानक ही चोर की नाई आइ जाइ। 5 तू सब तउ प्रकास (भलाई) स जुड़ा अहा अउर दिन क संतान स भी। हम न तउ रात या अँधियारा (बुराई) जुड़ा हई। 6 इही बरे हमका अउरन क नाई सोवत रहत न चाही, बल्कि सावधानी क साथे हमका तउ अपने प नियन्त्रण रखइ चाहीं। 7 काहेकि जउन सोवत हीं, रात मँ सोवत ही अउर जउन नसा करत हीं, उ रात मँ ही मदमस्त होत हीं। 8 मुला हम पचे तउ दिने (भलाई) स जुरा हई इही बरे हमका अपने प काबू रखई चाही। आवा बिसवास अउर पिरेम क चिलम धारण कइ लेई अउर उद्धार पावई क आसा क सिरस्त्राण क तरह ओढ़ि लेई। 9 काहेकि परमेस्सर हमका ओनके प्रकोपे क बरे नाहीं चुनेस ह बल्कि हमार पर्भू ईसू मसीह द्वारा उद्धार पावई क बरे बनाए अहइ। 10 ईसू तउ हमरे बरे परान तियाग दिहेस ताकि चाहे हम सजीव ओकरे संग होई, इ जरूरी नाहीं कि जब उ आवइ हम जिअत या मरा रही। 11 इहीं बरे एक दुसरे क सुख पहुँचाव अउर एक दुसरे क आध्यात्मिक रूपे स मजबूत बनावत रहा। जइसेन कि तू करत अहा। 12 भाइयो तथा बहिनियो, हमार तोहसे निवेदन बा कि जउन लोग तोहरे बीच मेहनत करत हीं अउर पर्भू मँ जउन तोहे राह देखावत हीं, ओनकर आदर करत रहा। 13 हमार तोहसे निवेदन बा कि ओनके कामे क कारण पिरेम क साथे ओन्हे पूरा आदर देत रहा।परस्पर सान्ति स रहा 14 अउर भाइयन, हमार तोहसे निवेदन बा आलसियन क चेतावा, डरपोकन क प्रेरित करा, दीनन क सहायता मँ रुचि ल्या, सबके साथे-धीरज रखा। 15 देखत रहा केउ क बुराई क बदला बुराई स न द्या बल्कि सब जने हमेसा एक दुसरे क साथे भलाई करई क जतन करा। 16 हमेसा आनन्दित रहा। 17 पराथना करब कबहुँ न छोड़ा। 18 हर परिस्थिति मँ परमेस्सर क धन्यबाद द्या, काहेकि मसीह ईसू मँ, तोहरे बरे परमेस्सर क इहइ इच्छा बाटइ। 19 9पवित्तर आतिमा क कार्य क दमन मत करत रहा। 20 नबियन क संदेसन क कभउँ छोट न जान। 21 सब बातन क असलियत क परखा, जउन अच्छा बा, ओका ग्रहण किहे रहा 22 अउर हर तरह क बुराई स बचा रहा। 23 सान्ति क स्रोत परमेस्सर खुद तोहे पूरे तरह पवित्तर करी। पूरी तरह स ओनका समर्पित होई जा अउर तू अपने पूरा अस्तित्व अर्थात आतिमा, परान अउर देह क हमार पर्भू ईसू मसीह क अवाई तलक सब तरह स दोस रहित बनाए रखा। 24 उ परमेस्सर जे तोहे बोलाए अहइ, बिसवास क योग्ग बाटइ। निस्चय ही उ अइसनई करी। 25 भाइयो तथा बहिनियो, हमरे भी बरे पराथना करा। 26 सब भाइयन अउर बहिनियन क पवित्तर चुम्मा स सत्कार करा। 27 तोहे पर्भू क सपथ दई क मइँ इ आग्रह करित ह कि इ चिठ्ठी क सब भाइयन क पढ़ाई क सुनावा जाइ। 28 हमार पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तोहरे साथे रहइ।
2 Thessalonians 1:1 पौलुस, सिलवानुस अउर तीमुथियुस क ओर स हमरे परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह मँ स्थित थिस्सलुनीकियन क कलीसिया क नाउँ, 2 तू सबन क पिता परमेस्सर अउर ईसू मसीह कइँती स अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ। 3 भाइयो तथा बहिनियो, तू पचन क बरे हमका हमेसा परमेस्सर क धन्यबाद करइ चाही: अइसेन करब उचित बा। काहेकि तू पचन क बिसवासे क अचरज भरा रुप स विकास होत बा अउर तोहमाँ आपस इ मँ पिरेम बढ़त बा। 4 इही बरे परमेस्सर क कलीसियन मँ हम खुद तू सबन प गरब करित अही। तू पचन क यातना क बीच अउर कस्टन क सहत धैर्यपूर्वक सहन करई तू सबन क बिसवासे क परगट करत ह। 5 इ एह बाते क स्पस्ट प्रमाण बा कि परमेस्सर क निआव सच्चा बा। ओकर उद्देस इहई बा कि तू पचे परमेस्सर क राज्य मँ प्रवेस करइ योग्ग ठहरा। तू सबइ अब उही क बरे तउ कस्ट उठावत अहा। 6 निस्चय ही परमेस्सर क दिस्टी मँ इ निआव ठीक बा कि तोहे सबन क जउन दुखन देत अहइँ, ओनका बदले मँ दुख हीं दीन्ह जाइ। 7 अउर तू जउन कस्ट सहत अहा, ओनका हमरे साथे ओह समइ आराम दीन्ह जाई जब पर्भू ईसू अपने समरथ दूतन क साथे सरग स 8 धधकत आगी मँ परगट होई। अउर जउन परमेस्सर क नाहीं जनतेन अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह क सुसमाचार पर नाहीं चलतेन, ओनका दण्ड दीन्ह जाई। 9 ओन्हे अनंत बिनास क दण्ड दीन्ह जाई। ओन्हे पर्भू अउर ओनकर महिमा भरी सक्ति क सामने स हटाइ दीन्ह जाई। 10 उ अपने पवित्तर लोगन क साथ महिमा प्राप्त करइ आई, अउर अपने आस्चर्यचकित करइ क अभिव्यक्ति करी ओनके बीच जो उन पर बिसवास करत हीं। 11 इही बरे हम तोहरे बरे परमेस्सर स हमेसा पराथना करित ह कि हमार परमेस्सर तोहे ओह जीवन क योग्ग समझई जेका जिअइ क बरे तोहे सबन क बोलावा गवा बा। अउर उ तोहार सब सुभ इच्छा क प्रबल रुप स पूरा करइ अउर सब ओह कामे क उ सफल बनावइ जउन तोहरे बिसवासे क प्रमाण अहइ। 12 इही तरह हमर पर्भू ईसू मसीह क नाउँ तोहरे द्वारा आदर पइहीं। तू पचे ओकरे द्वारा आदर पउब्या। इ सब कछू हमरे परमेस्सर क अउर पर्भू ईसू क अनुग्रह स होइ।
2 Thessalonians 2:1 भाइयो तथा बहिनियो, अब हम अपने पर्भू ईसू मसीह क फिन स अवाई अउर ओकरे साथे आपस मँ एकट्ठा होइ क बारे मँ निवेदन करत अही 2 कि तू अचानक अपने विवेक क कउनो भविस्सबाणी कउनो उपदेस अउर कउनो अइसेन चिट्ठ स न खोवा जेकॉ हमरे द्वारा लिखा गवा समझा जात होइ अउर तथाकथित रुप स जेहमाँ बतावा गवा होई कि पर्भू क दिन आई चुका अहइ, तू अपने मने मँ डावॉडोल जिन ह्वा। 3 तू पचे अपने आपके कउनो क द्वारा कउनउ प्रकार छला न जाइ सका। मइँ अइसेन एह बरे कहत हउँ काहेकि उ दिन ओह समइ तक न आई जब तक कि परमेस्सर स मुँह मोड़ लेइ क समइ नहीं आई जात, अउर दुस्ट मनइ परगट नाहीं होइ जात। ओह दुस्ट-मनइ क नियति तउ नरक बा। 4 उ अपने क सब चीज स उप्पर कही अउर ओनकर विरोध करी अइसेन चीजन का परमेस्सर का कही जात हीं अउर जउन पूजनीय बा। इहाँ तक कि परमेस्सर क मंदिर मँ जाइ क सिंहासन पर बइठिके इ दावा करी कि उहइ परमेस्सर बा। 5 का तोहे याद नाहीं बा कि जब मइँ तोहरे साथे रहे तउ तोहे इ सब बतावा गवा रहा 6 अउत तू तउ अबइ जनतइ अहा कि ओका का अबहीं परगट होइ स रोके अहइ, ताकि उ ऊचित अवसर आए पर ही परगट होइ। 7 मइँ अइसेन एह बरे कहत हउँ काहेकि दुस्ट मनइ क रहस्य भरी सक्ती जउन बे व्यवस्था क अहइ अबहुँ आपन काम करत बा। अब केउ ऐका रोक रहा बा अउर उ तब तक ऐका रोकत रही, जब तलक, ओका रोके रखइबाले क रस्ता स हटाई न दीन्ह जाइ। 8 तबइ उ दुस्ट मनइ परगट होई जब पर्भू ईसू आपन महिमा मँ फिन परगट होई तब ओका पर्भू ईसू अपने मुँह क फँूक स मार डाईगा अउर अपने उपस्थिति क तेज स ओका भस्म कर देई। 9 ओह दुस्ट मनइ सइतान क सक्ती स परगट होइ अउर उ बहुत बड़ी सक्ती, झूठे चमत्कारन, अद्भुत चिन्हन अउर अचरजे कारजन, 10 अउर सब परकार क पाप स भरा छल-परपंच स भरा होइ। उ एनकर उपयोग मनइय क विरुद्ध करी जउन सर्वनासे क रस्ता मँ खोवा हवा अहइँ। उ भटक गवा हयेन काहेकि ओन्हन सत्य स पिरेम नाहीं किहे बाटेन, कहूँ ओनकर उद्धार न होइ जाइ। 11 इही बरे परमेस्सर ओहमन एक छली सक्ती क काम मँ कई देई जेहसे उ झूठ मँ बिसवास करइ लाग रहेन। एहसे ओनकर बिसवास जउन झूठ बा, ओह पर होई। 12 एहसे उ सभन जे सत्य पर बिसवास नाहीं किहेन अउर झूठ मँ आनन्द लेत रहेन, दण्ड पइहीं। 13 भाइयो तथा बहिनियो, पर्भू तोहका पियार करत ह। तोहरे पचन क बरे हमका हमेसा परमेस्सर क धन्यबाद करइ चाही काहेकि परमेस्सर तउ आतिमा क द्वारा तोहे सबन क पवित्तर कइक अउर सत्य मँ तोहरे बिसवास क कारण उद्धार पावइ क बरे तोहे सबन क चुने अहइ। जेन्हन मनइयन क उद्धार होइ क बा, तू ओह सबन क पहिली फसल क एक हींसा अहा। 14 अउर इही उद्धार क बरे जेका सुसमाचार क हम तोहे सबन क उपदेस दिहे हई ओकरे द्वारा परमेस्सर तउ तोहे पचन क बोलाएस ताकि तू पचे हमार पर्भू ईसू मसीह क महिमा क धारण कइ सका। 15 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, अटल बना रहा अउर जउन उपदेस तोहे मौखिक रुप स या हमरे चिटिवयन क द्वारा दीन्ह गवा रहा, ओका थामे रखा। 16 अब हमार पर्भू खुद ईसू मसीह अउर हमार परमपिता परमेस्सर जे हम पइ आपन पिरेम दर्साए अहइ अउर हमका परम प्रोत्साहन प्रदान किहे अहइ अउर जे हमका अपने अनुग्रह मँ मजबूत आसा प्रदान किहे अहइ तोहरे सबन क हिरदइ क आनन्द देइ अउर सब अच्छी बातन मँ जेका तू कहत ह या करत ह, तोहे प्रोत्साहित बनावइ। 17
2 Thessalonians 3:1 भाइयो तथा बहिनियो, तोहे पचन क कछू अउर बात हमका बतावइ क बाटइ। हमरे करे पराथना करा कि पर्भू क उपदेस तेजी स फइलइ अउर महिमा पावई। जइसेन कि तोहे लोगन क बीच मँ भवा बा। 2 पराथना करा कि हम बुरे अउर दुस्ट मनइयन स तूर रही। (काहेकि सभन जने क तउ पर्भू मँ बिसवास नाहीं होत ह।) 3 मुला पर्भू तउ बिसवास स भरा अहइ। उ तोहार सक्ती बढ़ाई अउर तोहे सबन क ओह दुस्ट स बचाइ रखी। 4 हमका पर्भू मँ तोहार स्थिति क बारे मँ टृढ़ बिसवास बा। अउर हमका पूरा निस्चय ही कइ चुका रह्या अउर करत रहब्या। 5 पर्भू तोहरे पचन क हिरदइ क परमेस्सर क पिरेम अउर मसीह क धैर्य भरा मजबूती कइँती आगे करइ। 6 6भाइयो तथा बहिनियो, अब तोहे सबन क हमार पर्भू ईसू मसीह क नाउँ मँ इ हुकुम बा कि तू हर ओह भाइयन स दूर रहा जउन अइसेन जीवन जिअत ह जउन अनुचित चाल चलत अहइ। 7 मइँ इ ऍह बरे कहत हउँ काहेकि तू तउ खुदइ इ जानत बाट्या कि तोहे पचन क हमार अनुकरण कइसे करइ चाही काहेकि तोहरे बीच रहात भए हम कभउँ आलसी नाहीं रही। 8 हम बिना मूल चुकाए कीहीउँ स भोजन नाहीं ग्रहण कीन्ह, बल्कि जतन अउर मेरनत करत भए हम दिन रात काम मँ जुटा रहे ताकि तोहमाँ स कीहीउँ पर बोझ न पड़इ। 9 अइसा नाहीं अहइ कि हमका तोहसे सहायता लेइ क कउनउ अधिकार नाहीं बाटइ, बल्कि हम एह बरे कड़ी मेहनत करत अही ताकि तू ओकर अनुसरण कइ सका। 10 इही बरे हम जब तोहरे साथे रहे, हम तोहे पचन क इ हुकुम दिहे रहे, “अगर केउ काम न करइ चाहइ तउ उ खाना भी न खाइ।” 11 हमका अइसा बतावा गवा ह कि तोहरे बीच कछू अइसेन भी बाटेन जउन अइसेन जीवन जिअत हीं जउन ओनके अनुकूल नाहीं अहइ। उ कउनउ काम नाहीं करतेन, दुसरेन क बातन मँ टाँग अड़ावत हीं एहर-ओहर धूमत फिरत हीं। 12 अइसेन लोगन क हम पर्भू ईसू मसीह क नाउँ प समझावत हुकुम देत अही कि उ सान्ति क साथे आपन काम करइ अउर अपने कमाई क ही खाना खाइँ। 13 मुला भाइयो अउ बहिनियो! जहाँ तक तोहार बात बा, भलाई करत कभउँ न थका। 14 इ चिट्ठी क माध्यम स दीन्ह गए हमरे हुकुमन पर अगर केउ न चलइ त ओह मनई पर नजर रखा कि उ कउन बाटइ अउर ओनकर संगत स दूर रहा ताकि ओका सरम आवइ। 15 मुला ओनके साथे सत्रुअन जइसा व्यवहार न करा बल्कि भाई क समान ओका चेतावा। 16 अब सान्ति क पर्भू खुद तोहे सब समइ, सब तरह स सान्ति देइ। पर्भू तू सबके साथे रहा। 17 मइँ पौलुस खुद आपन लिखाई मँ इ नमस्कार लिखत हउँ। मइँ एह तरह सब चिट्ठी पर दसखत करत हउँ। मोरी लिखाई क सैली इहइ। 18हमार पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तोहे सभन पर बना रहइ। 18
1 Timothy 1:1 पौलुस कइँती स जउन हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर अउर हमार आसा मसीह ईसू क हुकुम स मसीह ईसू क प्रेरित बना बा, 2 तीमुथियुस क जउन बिसवासे मँ मोर सच्चा बेटवा बा, परमपिता परमेस्सर अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह कइँती स अनुग्रह, दया अउर सान्ति मिलइ। 3 मैसिडोनिया जात समइ मइँ तोह सबन स जउन इफिसुस मँ ठरहा रहइ क कहे रहेउँ, मइँ अबहुँ उही आग्रह-क दोहरावत रहेउँ। ताकि तू उहाँ कुछ लोगन क झूठा उपदेश देत रहइ, 4 कल्पना स भरी कहानी अउर अनन्त वंसावलिन पर जउन लड़ाई-झगड़ा क बढ़ावा देत हीं, अउर परमेस्सर क ओह प्रयोजन क सिद्ध नाहीं होइ देत हीं, जउन बिसवासे पर टिका बा, धियान देइ स रोक सकइँ 5 एह आग्रह क प्रयोजन बा उ पिरेम जउन पवित्तर हिरदय, उत्तिम चेतना अउर छल रहित बिसवास स पैदा होत ह। 6 कछू जने तउ इन बातन स छिटक क भटक गवा अहइँ अउर बेकार क वाद विवादन मँ जाईके फँसा बाटेन। 7 उ पचे व्यवस्था क उपदेसक तउ बनई चाहत हीं, मुला जउन कछू उ कहत रहेन य जेन्हन बातन पइ वो बहुत बल देत हयेन, ओन्हन तक क ओ सबइ नाहीं समझतेन। 8 हम अब इ जानित ह कि अगर केउ व्यवस्था क ठीक ठीक तरह स प्रयोग करइ, त व्यवस्था उत्तिम बाटइ। 9 मतलब इ जानइ क बा कि व्यवस्था धर्मियन क बरे नाहीं बल्कि अबिसवासी, पापी, अउर अपवित्तर अधर्मियन, महतारी, बाप क मारी डावइवालन, हतियारन, 10 व्यभिचारिन समलिंग कामुकन, सोसण कर्ता लोगन, झूठ क बोलवइयन, कसम तोड़इवालन यो अइसेन हीं अन्य कामन क बरे बा, जउन सिच्छा क विरोध मँ बा। 11 उ सिच्छा परमेस्सर क महिमामय सुसमाचार क अनुसार बा। उ सुधन्य परमेस्सर स मिलत ह। अउर सुसमाचार क मोहका सँउपा गवा बा। 12 मइँ, हामर पर्भू ईसू मसीह क धन्यबाद करत हउँ। मोका उहइ सक्ती दिहेस ह। उ मोका बिसवासी समझिके अपने सेवा मँ तैनात किहे बाटइ। 13 जद्यपि पहिले मइँ ओकर अपमान करइवाला, सतावइवाला अउर एक बिनयरहित मनई रहेउँ। मुला मोहे पइ दया कीन्ह गइ काहेकि एक अबिसवासी क रूपे मँ इ नाहीं जानत भए कि मइँ का कछू करत हउँ मइँ सब कछू किहेउँ। 14 अउर पर्भू इ अनुग्रह मोका बहुतायत स मिला ह अउर साथे ही उ बिसवास अउर पिरेम उ जउन मसीह ईसू मँ बा। 15 इ कथन सही बा अउर सब केउ क स्वीकार करइ जोग्ग बा कि मसीह ईसू एह संसारे मँ पापियन क उद्धार करइ बरे आई-बाटइ। सच मइँ तउ सबसे बड़ा पापी हउँ। 16 अउर इही बरे तउ मोहे पइ दया कीन्ह गइ। कि मसीह ईसू एक बड़इका पापी क रूपे मँ मोर उपयोग करत आगे चलिके जउन लोग ओहमाँ बिसवास ग्रहण करिहीं, ओनके बरे अनन्त जीवन मिलइ बरे एक उदाहरण क रूप मँ मोका स्थापित कइके आपन असीम सहनसीलता देखॉइ सकइ। 17 अब उ अनन्त सम्राट अविनासी, अदृस्य एक मात्र परमेस्सर क युग युगान्तर तक सम्मान अउर महिमा होत रहइ। आमीन। 18 मोर बच्चा तीमुथियुस! नबियन क बचनन क अनुसार बहुत पहिले स ही तोहरे सम्बन्धे मँ जउन भविस्सबाणियन कइ दीन्ह गइ रहिन, मइँ तोहका इ हुकुम देत अही जम कइ ताकि तू ओनके अनुसार 19 बिसवास अउर उत्तम चेतना स सहित होइके नेकी क लड़ाई जम कइ लड़ सका। कछू अइसेन हयेन जेनकर उत्तिम चेतना अउर बिसवास रूपी जहाज बूड़ गवा बा। 20 हुमिनयुस अउर सिकन्दर अइसेन ही हयेन। हम ओनका सइतान क सँउप दिहे हई ताकि ओनका परमेस्सर क विरोध मँ परमेस्सर क निन्दा करइ स रोकई क पाठ पढ़ावा जाइ सकइ।
1 Timothy 2:1 सबसे पहिले मोर बिसेस रूपे स इ निवेदन बा कि सबके बरे आवेदन, पराथना, अनुरोध अउर सब मनइयन कहँती स धन्यबाद दिहा जाइ। 2 सासकन अउर सभन अधिकरियन क धन्यबाद दिहा जाइ। ताकि हम चैन क साथे सांतिपूर्वक पूरे स्रद्धा अउर परमेस्सर बरे सम्मान स भरा जीवन जी सकी। 3 इ हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क खुसी करईवाल अहइ। उ उत्तिम अहइ। 4 उ सभन मनइयन क उद्धार चाहत ह अउर सत्य का गियान चाहत ह। 5 काहेकि परमेस्सर एक्कई बा। अउर मानुस अउर परमेस्सर क बीच मँ मध्यस्थता एक्कई बा। उ खुदइ एक मानुस अहइ ईसू मसीह। 6 उ सबन क बरे खुद क फिरौती क रूप मँ दइ डाए अहइ। अउर परमेस्सर क सब लोगन क बचाबै क उदेस्स को व्यक्त किहे अहइ। 7 अउर इ साच्छी क प्रचार करइ बरे मोका एक प्रचारक अउर प्रेरित रखा गवा (इ मइँ सचइ कहत हउँ, झूठ नाहीं) मोका गैर यहूदियन क बरे बिसवास अउर सत्य के उपदेसक के रूपे मँ ठहरावा गवा। 8 इन्ही बरे मोर इच्छा बा कि हर कहूँ सब मनइयन पवित्तर हाथन क उप्पर उठाइके परमेस्सर क बरे समर्पित होइ बिना कीहीउँ गुस्सा या मन-मोटाऊ पराथना करइँ। 9 इही तरह स्त्रियन स भी मइँ इ चाहित हउँ कि उ पचे सीधी-सादी वेस-भूसा मँ सालीनता अउर आतिम संयम क साथे रहइँ। अपने आपे क सजावइ सँवारइ क बरे उ बारे क बेणियन न सजावइँ अउर सोना, मोतियन अउर बहुमूल्य वस्त्रन स सृंगार न करइँ। 10 बल्कि अइसेन स्त्रियन क जउन अपने आप क परमेस्सर क उपासिका मानत हीं, ओनके बरे उचित इ बा कि वो खुदइ क उत्तिम कामे स सजावइँ। 11 एक स्त्री क चाही कि उ सांत भाव स सारे समपर्न क साथे सिच्छा ग्रहण करइ। 12 मइँ इ नाहीं चाहित कि कउनउ स्त्री कउनउ मनई क सिखावइ पढ़ावइ अउर ओह पर सासन करइ। मुला ओका तउ चुपचाप ही रहइ चाही। 13 काहेकि आदम क पहिले बनावा गवा बा अउर तब पाछे हव्वा क। 14 आदम क बहकावा नाहीं जाइ सका मुला स्त्री क बहकाइ लिहा गवा अउर उ पापे मँ पतित होइ गइ। 15 मुला अगर उ मँ जइसन क करतब क निभावत भए बिसवास, पिरेम, पवित्तर अउर परमेस्सर क बरे समपर्ण मँ बनी रहइ तउ स्त्रियन क उद्धार तउ जरूर मिल जाई।
1 Timothy 3:1 इ एक बिसवास करइ जोग्ग कथन बा कि अगर केउ निरिच्छक बनइ चाहत ह तउ उ एक अच्छे कामे क इच्छा रखत ह। 2 अब देखा ओका एक अइसी जिन्नगी जिअइ चाही जेकर लोग निआव स भरी आलोचना न कइ पावइँ। ओकर एकई पत्नी होइ चाही, ओका आत्मसंयमी, सुसील अउर अतिथि सत्कार करइवाला अउर सिच्छा देइ मँ निपुण होइ चाही। ओका पइसा क पिरेमी न होइ चाही। 3 ओका पियक्कड़ न होइ चाही, न तउ ओका झगड़ालू होइ चाही। ओका तउ सज्जन अउर सान्ति प्रेमी होइ चाही। ओका पैसे का पिरेमी न होइ चाही। 4 अपने परिवारे क उ अच्छा प्रबन्धक होइ अउर ओनकर बच्चन ओरके कब्जे मँ रहत रहइँ। ओकर पूरा सम्मान करत होइँ। 5 (अगर केउ अपने परिवारे क प्रबन्ध करइ नाहीं जानत तउ उ परमेस्सर क कलीसिया क प्रबन्ध कइसे कइ पाई?) 6 उ एक नवा बिसवासी न होइ चाही ताकि उ अहंकार स फूलि न जाइ। अउर ओका सइतान क जइसा दण्ड पावइ पड़इ। 7 एकरे अलावा बाहेर क लोगन मँ भी ओकर अच्छी इज्जत होइ चाही ताकि उ कउनउ आलोचना मँ फँसिके सइतान क फंदा मँ न पड़ि जाइ। 8 इही तरह कलीसिया क सेवकन केउ आदरणीय होइ चाही अउ ओका अउर दु मुँहा न होइ चाही। ओकर मदिरापान मँ रुचि न होई चाही। बुरे रस्तन स ओनका धन कमाइ क इच्छुक न होइ चाही। 9 ओनका तउ पवित्तर मने स हमरे अभिव्यक्त सत्यन क थामे रखइ चाहे। 10 ऐन्हेऊ क पहिले निरीच्छकन क समान परखा जाइ चाही फिन अगर ओनके विरोध मँ कछू आपत्ति न होइ तबहिं एनका कलीसिया क सेवकन क न रूप मँ सेवा काम करइ देइ चाही। 11 इही तरह स्त्रीयन क भी सम्मान क जोग्ग होइ चाही। ओनका निंदक न होइ चाही। बल्कि सालीन अउर सब तरह स भरोसा करइवाली होइ चाही। 12 कलीसिया क सेवक क केवल एक्कई पत्नी होइ चाही अउर ओका आपन बाल बच्चन अउर अपने घरारन क अच्छा प्रबन्धक होइ चाही। 13 काहेकि अगर क कलीसिया क अइसेन सेवक क रूप मँ होइहीं जउन अच्छा सेवा प्रदान करत हीं, तउ उ पचे अपने बरे सम्मान स भरा स्थान अर्जित करिहीं। मसीह ईसू क बरे बिसवासे मँ जरूरइ ओनकइ आस्था होई। 14 मइँ इ आसा क साथे तोहे इ बातन क लिखत हउँ कि जल्दी ही तोहरे लगे आउबइ। 15 अगर मोका आवइ मँ समइ लग जाइ तउ तोहे सबन क पता रहइ कि परमेस्सर क परिवारे मँ, जउन सजीव परमेस्सर क कलीसिया बा, कउनो क आपन व्यवहार कइसे रखइ चाही। कलीसिया तउ सब क जड़ अउर आधार स्तम्भ अहइ। 16 बिना संदेह क हमरे भक्ति का रहस्य महान बाटइः उ नर-देह धरे परगट भवा आतिमा द्वारा धर्मी प्रमाणित भवा देखेन ओका सरगदूतन हुआ प्रचारित उ राष्ट्रन मँ, जग तउ ओहपइ बिसवास किहेस, अउर उठावा गवा ओका महिमा मँ उप्पर।
1 Timothy 4:1 पवित्तर आतिमा तउ स्पस्ट रूपे स कहत बाटइ कि आगे चलिके कछू लोग सच्चे बिसवास (उपदेस) पइ बिसवास न करिहीं अउर भटकावइवालन झूठन नबियन अउर दुस्ट आतिमन कि सिच्छा पर धियान देइ लगिहीं जउन झूठ बोलिहीं अउर धोखा देत रइहीं। 2 ओन झूठन पाखण्डी लोगन क कारण अइसे मनइयन होइहीं जे सच अउर झूठ क विवेक न कइ सकिहीं अउर इ जेनकइ मन माना तपत लोहे स दाग दीन्ह गवा होइ। 3 उ पचे बियाह क निसेध करिहीं। कछू चीज खाई क मना करिहीं जेका परमेस्सर क बिसवासियन अउर जउन सच क पहिचानत हीं, ओनके बरे धन्यबाद दइके ग्रहण कइ लेइके बनावा गवा बा। 4 काहेकि परमेस्सर क रची सब चीज अच्छी बा अउर कउनउ चीज तियागइ जोग्ग नाहीं बा बसर्ते ओका धन्यबाद क साथे ग्रहण कीन्ह जाइ। 5 काहेकि उ परमेस्सर क बचन अउर पराथना स पवित्तर होइ जात ह। 6 अगर तू भाइयन क इन बातन धियान दियावत रहब्या तउ मसीह ईसू क अइसेन अच्छा सेवक ठहरब्या जेकर पालन-पोसण, बिसवासे क द्वारा अउर ओन्हीं सिच्छा क द्वारा होत ह जेका तू ग्रहण किहे अहा। 7 मनइयन क स्रद्धा विहीन कल्पित सबइ कथा स दूर रहा अउर परमेस्सर क सेवा क बरे अपने क साधना मँ लगाए रखा। 8 काहेकि सारीरिक साधना स तउ केवल तनिक ही लाभ होत ह जबकि परमेस्सर क सेवा सब कइँती स मूल्यवान बा काहेकि एहमाँ आज क समइ अउर आवइवाला जीवन क बरे दीन्ह गवा आसीर्वाद समावा बाटइ। 9 एइ कहावत पूर रूप स सच अहइ। अउर इ पूरी तरह ग्रहण करइ जोग्ग अहइ। 10 अउर हम सबहिं इही बरे कठिन मेहनत करत जूझत रहित ह। हम आपन आसा सबके विसेस कर बिसवासियन क, उद्धारकर्ता सजीव परमेस्सर पइ टिकाइ दीन्ह ह। 11 एनही बातन क हुकुम अउर उपदेस द्या। 12 तू अबहिं जवान अहा। इही स कउनउ तोहे निम्न न समझइ। बल्कि तू आपन बातचीत, चाल चलन, पिरेम-प्रकास, अपने बिसवास अउर पवित्तर जीवन स बिसवाससियन क बरे एक उदाहरण बनि जा। 13 जब तक मइँ आई तू पवित्तर सास्तरन क सार्वजनिक पाठ करा, उपदेस अउर सिच्छा देई मँ अपने आप क लगाए रखा। 14 तोहका जउन बरदान मिला बा, तू ओकर उपयोग कइके इ तोहे नबियन क भविस्सबाणी क परिणाम सरूप बुजुर्गन क द्वारा तोहपइ हाथ रखि दीन्ह गवा बा। 15 इन बातन क कारण पइ पूरा धियान लगाए रखा। एन्ही मँ स्थित रहा ताकि तोहार प्रगति सब लोगन क सामने परगट होइ। 16 अपने जीवन अउर उपदेस क विसेस धियान रखा। ओनही पर टिका रहा काहेकि ओन पइ चलइ अउर सही रूप स पालन करइ मँ विसेस बल दा। अइसेन आचरण करत रहे स तू खुद अपने आपइ क अउर अपने सुनइवालन क उद्धार करब्या।
1 Timothy 5:1 कउनउ बड़ी आयु क मनई क साथे कठोरता स न बोला, बल्कि ओनहे बापे क रूप मँ देखत ओनके बरे विनम्र रहा। सलाह देत समइ अपन्ने स छोटन क साथे भाइयन जइसा बर्ताव करा। 2 बड़ी स्त्रियन क महतारी समझा अउर जवान स्त्रियन क आपन बहिन समझिके सब पवित्रतन क साथे बर्ताव करा। 3 ओन्हन विधवन क विसेस धियान रखा जउन वास्तव मँ अकेले अहइँ। 4 मुला अगर कउनउ विधवा के बेटवा-बिटिया अउर नाती पोता अहइँ तउ ओन्हे सबसे पहिले अपने धरम पर चलत चलत अपने परिवार क देखभाल करइ सीखइ चाही। ओनका चाही कि ओ पचे अपने महतारी-बापे क पालन पोसन क बदला चुकावइँ काहेकि एहसे परमेस्सर खुस होत ह। 5 उ विधवा जउन सही मँ विधवा बाटइ अउर जेकर धियान रखइवाला केउ नाहीं बाटइ अउर परमेस्सर तउ जेकर सबइ आसा क सहारा बा उ दिन रात बिनती अउर पराथना मँ लगी रहत हीं। 6 मुला उ विधवा जे बिसय भोग क दास होइ गइ अहइँ जीते जी मरे भएन क समान बाटिन। 7 इही बरे बिसवासी लोगन क इन बातन क (ओनके सहायता क) आदेस द्या ताकि कउनउ भी ओनकर आलोचना न कइ पावइ। 8 मुला अगर केउ आपन रिस्तेदारन, विसेसकर आपन पिरवार क सदस्यन क सहायता नाहीं करत, तउ उ बिसवास स फिन गवा बा अउर कउनो अबिसवासी से भी जियादा खराब बा। 9 ओन्हन विधवन क विसेस सूची मँ जउन आर्थिक सहायता लेत बाटिन ओनही विधवा क नाउँ लिखा जाइ जउन कम स कम साठ साल क होइ चुकी बाटिन अउर जउन पतिब्रता रही हईन। 10 अउर जउन बाल बच्चन क पालत करत, अतिथि सत्कार करत भए, परमेस्सर क लोगन क पाउँ धोवत भए दुखियन क सहायता करत-करत, अच्छा कामन क बरे समर्पित होइके सब तरह क अच्छा कामन क बरे जाना-मानी जात रहिन। 11 मुला सयानी-विधवन क एह सूची मँ सामिल न करा काहेकि मसीह क बरे ओनकर समर्पण पइ जब ओनकर बिसय वासना भरी इच्छा हावी होत ह तउ उ फिन बियाह करइ चाहत ह। 12 उ सबइ अपराधिन हइन काहेकि ओन्हन आपन मूलभूत प्रतिज्ञा क तोड़े हइन। 13 एकरे अलावा ओनका आलस क आदत पड़ि जात ह। उ सबइ एक घरे स दुसरे घरे घूमत फिरत हीं अउर उ सबइ न केवल आलसी होइ जात हीं, बल्कि उ बातूनी लोगन क कामन मँ टाँग अड़ावइ लागत हीं अउर अइसेन बात बोलइ लागत हीं जइसे ओंहे न बोलइ चाही। 14 इही बरे मइँ चाहत हउँ कि जवान-विधवन बियाह कइ लेइँ अउर औलाद क पइदा करत भए अपने घर बारे के देखभल करइँ ताकि हमरे दुस्मनन क हम पर कटाच्छ करइ क कउनउ अवसर न मिलि पावइ। 15 मइँ इ बरे बतावत हउँ कि कछू जवान विधवन क सइतान द्वारा पहिलेन स ही बहकाई गइ रहिन। 16 अगर कउनो बिसवासी स्त्री क घरे मँ विधवा हइन तउ ओन्हे ओकर सहायता खुद करइ चाही। अउर कलीसिया प कउनउ भार न डावइ चाहि ताकि कलीसिया सच्ची विधवन क सहायता कइ सकइ। 17 जउन निरीच्छक कलीसिया क अच्छी अगुआइ करत हीं ओनका दुगना सम्मान क पात्र होइ चाही। विसेस कर उ पचे जेनकर काम उपदेस देब अउर पढ़ाउब बा। 18 काहेकि पवित्तर सास्तर मँ कहा गवा बा, “बरधा जब खरिहाने मँ होइ तउ ओकर मुँह न बाँधा।”अउर “मजदूर क आपन मजदूरी पावइ क अधिकार बा।” 19 कउनो निरीच्छन पइ लगावा गवा कउनउ लांछन क तब तक स्वीकार न करा जब तलक दुई य तीन साच्छी न होइँ। 20 जउन हमेसा पापे मँ लगा रहत हीं ओनका सबके सामने डाटा-फटकारा ताकि बाकि लोग डेराइँ। 21 परमेस्सर, ईसू मसीह अउर चुना भवा सरगदूतन क सामने हम सचाई क साथे आदेस देत हई कि तू बिना कउनो पूर्वाग्रह क इन बातन क पालन करा। पच्छपात क साथे कउनउ काम न करा। 22 बिना विचारे केउ क कलीसिया क मुखिया बनवइ क बरे ओह प जल्दी मँ हाथ न रखा। केउ क पापन मँ भागीदारी न बना। अपने क हमेसा पवित्तर रखा। 23 तीमुथियुस, केवल पानी ही न पिअत रहअ। बल्कि अपने हाजमा अउर बार बार बीमार पड़इ स बचइ क बरे तनिक दाखरास भी लइ लिहा करा। 24 कछू लोगन क पापन सही रूप स परगट होइ जात हीं अउर निआव क बरे पेस-कई दीन्ह जात ह मुला दुसरे लोगन क पापन बाद मँ परगट होत हीं। 25 इही तरह अच्छा काम भी सही रूप स परगट होइ जात ह मुला जउन परगट नाहीं होतेन तउ उ पचे भी छुपा नाहीं रह सकतेन।
1 Timothy 6:1 जउन लोग अंधबिसवासी क जुए क नीचे क दास बना अहइँ, ओन्हे अपने स्वामियन क सम्मान क जोग्ग समझइ चाही ताकि परमेस्सर क नाउँ अउर हमरे उपदेसन क निन्दा न होइ। 2 अउर अइसेन दास न के भी जेनकर स्वामी बिसवासी हयेन, बस इही बरे कि उ पचे ओनकर धरमभाई अहइँ, ओनके बरे कम सम्मान न देखॉवइ चाही, बल्कि ओनका तउ अपने स्वामियन क अउर अधिक सेवा करइ चाही काहेकि जेनका एकर लाभ मिलत बा, उ पचे बिसवासी अहइँ, जेनसे उ पचे पिरेम करत हीं। इन बातन क सिखावत रहा अउर एनकर प्रचार करत रहा। 3 अगर केउ एनमाँ स अलग बात सिखावत ह अउर हमारा पर्भू ईसू मसीह क ओन्हन सदबचनन क नाहीं मानत ह अउर परमेस्सर क सही तरीके स सेवा करे की सिच्छा स सहमत नाहीं होत ह 4 तउ उ अहंकार मँ फूला बा अउर कुछ भी नाहीं जानत ह। उ तउ कुतर्क करइ अउर सब्दन क लेइके झगड़इ क रोग स घिरा बाटइ। इन बातन स त ईर्सा, बैर, निन्दा-भाव अउर गाली-गलौज 5 अउर ओन लोगन क बीच जेकर बुद्धि बिगड़ गइ बा, कबहुँ न खत्म होइवाला मतभेद पैदा होत ह अउर भ्रष्ट दिमाग क अहइ, जउन सत्य क खोइ चुका अहइ। अइसेन लोगन क बिचार बा कि परमेस्सर क सेवा धन कमाइ क ही एक साधन अहइ। 6 निस्चय ही परमेस्सर क सेवा-भक्ति स ही आदमी बहुत सम्पन्न बनत ह। पर ई ओन्हीं क बरे सत्य बा जउन ओसे संतुस्ट होइ जात ह, जउन ओका मिलत ह। 7 काहेकि हम संसारे मँ न तउ कछू लइके आइ रहे अउर न ही इहाँ स कछु लइके जाइ पाउब। 8 तउन अगर हमरे लगे रोटी अउर कपड़ा बा त हम उही मँ सन्तुस्ट हई। 9 मुला जउन धनवान बनइ चाहत हीं, जे प्रलोभन मँ पड़िके जाल मँ फँसि जात हीं ओनका अइसेन ढेर मूर्खपना अउर बिनास करइवाली इच्छन घेरि लेत हीं जउन ओनकर पतन अउर बिनास होय जात ह। 10 काहेकि धन क पिरेम सब तरह क बुराइ क जनम देत ह। कछू लोग आपन इच्छन क कारण ही बिसवास स भटकि गवा हयेन अउर अपने क पीड़ित कइके कस्टमय समस्याआ का झेलत बाटेन। 11 मुला हे परमेस्सर क लोग, तू इन बातन स दूर रहा अउर नेकी, परमेस्सर क सेवा, बिसवास, पिरेम धीरझ, अउर सज्जनता मँ लगा रहा। 12 हमार बिसवास जउन उत्तिम स्पर्धा क अपेच्छा करत ह, तू उही क बरे संघर्ष करत रहा अउर अपने बरे अनन्त जीवन क अर्जित कइ ल्या। तोहका उही क बरे बोलावा गवा अहा। तू बहुत स लोगन क सामने उस परम सत्य का (ईसू मसीह का) बहुत अच्छे तरह स अंगीकार किहे अहा। 13 परमेस्सर क सामने, जउन सब क जीवन देत ह अउर ईसू मसीह क सामने जे पुन्तियुस पिलातुस क सामने बहुत अच्छी साच्छी दिहे रहा, मइँ तोहका इ हुकुम देत हउँ कि 14 जब तलक हमार पर्भू ईसू मसीह परगट होत ह, जब तलक तोहे जउन हुकुम दीन्ह गवा बा, तू उही पर बिना कउनउ कबहुँ छोड़े निर्दोस भाव स चलत रहा। 15 उ ओह पइ धन्य, एक छत्र, राजा लोगन क राजा अउर सम्राटन क पर्भू क उचित समइ आए पइ घटित करी। 16 उ अगम प्रकास क निवासी अहइ। ओका न केउ देखे बा, न केउ देखि सकत ह। ओकर सम्मान अउर ओकर अनन्त सक्ति क बिस्तार होत रहइ। आमीन। 17 वर्तमान युग क चीजन क कारण जउन लोग अमीर बने भए अहइँ, ओन्हे आज्ञा द्या कि उ पचे अभिमान न करइँ। अउर ओह धने स जउन जल्दी चला आई कउनउ आसा न रखइँ। परमेस्सर पर ही आपन आसा टिकावइँ जउन हमका हमार आनन्द क बरे सब कछू भरपूर देत ह। 18 ओनका आज्ञा देइँ कि उ पचे अच्छा अच्छा काम करइँ। अच्छा कामन स ही धनी बनइँ। उदार रहइँ अउर दूसरन क साथे आपन चीजे बाँटइँ। 19 अइसेन करई स ही उ पचे एक सरगे क खजाना क संयच करिहीं जउन भविस्य क बरे मजबूत नींव सिद्ध होई। इहीं स उ सच्चा जीवन क थामे रइहीं। 20 तीमुथियुस! तोहे जउन सँउपा गवा बा, तू ओकर रच्छा करा। बेकार क संसारी बातन स बचा रहा। अउर जउन “झूठा गियान” स सम्बन्धित बेकार क विरोधी बिसवासी हयेन, ओनसे दूर रहा काहेकि 21 कछू लोग यह दावा करत हीं कि वे इसे “गियान” क जानत अहा, पर उ वास्तव मँ बिसवासे स दूर चला जात हीं। परमेस्सर क अनुग्रह तोहरे साथे रहई।
2 Timothy 1:1 पौलुस कइँती स जउन परमेस्सर क इच्छा स ईसू मसीह क प्रेरित अहइ। अउर जेका मसीह ईसू मँ जीवन पावइ क प्रतिज्ञा क प्रचार करइ के बरे भेजा गवा बा। 2 पियारा बेटवा तीमुथियुस क नाउँ: परमपिता अउर हमरे पर्भू मसीह ईसू कइँती स तोहे अनुग्रह दया अउर सान्ति मिलइ। 3 रात दिन आपन पराथनन मँ हमेसा तोहार याद करत भवा, मइँ ओह परमेस्सर क धन्यबाद करत हउँ, अउर ओकर सेवा अपने पूर्वजन क रीति क अनुसार सुद्ध मने स करत हउँ। 4 मोरे बरे तू जउन आँसू बहाए अहा, ओकर याद कइके मइँ तोहसे मिलइ क आतुर हउँ, ताकि आनन्द स भर उठउँ! 5 मोका तोहार उ सच्चा बिसवास भी याद बा जउन पहिले तोहार नानी लोइस अउर तोहर महतारी यूनीके मँ रहा। मोका भरोसा बा कि उहइ बिसवास तोहरे भी मँ बा। 6 इही बरे मइँ तोहे याद देवावत हउँ कि परमेस्सर क भेट क ओह जुवाला क जलाइ राखा जउन तोहे सब क मिली रही जब तोह प मइँ आपन हाथ रखे रहेउँ। 7 काहेकि परमेस्सर तउ हमका जउन आतिमा दिहे बाटइ, उ हमका कायर नाहीं बनवत बल्कि हमका सक्ती, पिरेम, अउर आतमसंयम स भरि देत ह। 8 इही बरे तू हमरे पर्भू या मोर, जउन ओनके बरे बन्दी बना भवा बा, साच्छी देइ स लजा जिन। बल्कि तोहका परमेस्सर जउन सक्ति बाटइ, ओसे परमेस्सर क सक्ती दुआरा जातना झेलइ मँ मोर साथ द्या। 9 उहइ हमका रच्छा किहेस अउर पवित्तर जीवन क बरे हमका बोलाए अहइ-हमार आपन ओह कीन्ह कर्मन क आधार प नाहीं, बल्कि ओकरे आपन ओह प्रयोजन अउर अनुग्रह क अनुसार जउन परमेस्सर द्वारा मसीह ईसू मँ हमका पहिले ही अनादीकाल स सऊँप दीन्ह गवा बा। 10 परन्तु अब हमार बचावइवाले ईसू मसीह क परगट होइ क साथे-साथे हमरे बरे प्रकासित कीन्ह गवा बा। उ मउत क अन्त कइ दिहेस अउर जीवन अउर अमरता क सुसमाचार क द्वारा प्रकासित किहे बाटइ। 11 इही सुसमाचार क फइलावइ क बरे मोका एक प्रचारक, प्रेरित अउर सिच्छक क रूप मँ नियुक्त कीन्ह गवा बा। 12 अउर इहइ कारण अहइ जेहसे मइँ एन बातन क दुख उठावत अहउँ। अउर फिन भी लज्जित नाहीं हउँ काहेकि जेह प मइँ बिसवास किहे हउँ, मइँ ओका जानत हउँ अउर मइँ इ मानत हउँ कि उ मोका जउन सँऊपे अहइ, उ ओकर रच्छा करइ मँ समर्थ बाटइ जब तलक उ दिनआवइ, 13 ओह अच्छी सिच्छा क जेका तू मोसे सुने अहा, ओका बिसवास अउर पिरेम मँ, जो मसीह ईसू मँ अहइ ओकर आपन आदर्स सिच्छा बनाए रहा। 14 हमरे भीतर निवास करइवाली पवित्तर आतिमा क द्वारा तू उस सत्य की रच्छा करा, जउन तोहका सँउप गवा बा। 15 जइसेन कि तू जानत ह कि उ सभन जउन एसिया मँ रहत हीं, मोका छोड़ ग रहेन। फुगिलुस अउर हिरमुगिनेस ओनहीं मँ स अहइँ। 16 उनेसिफुरुस क परिवारे प पर्भू दया करइ। काहेकि उ कइयउ अवसरन प मोका सुख पहुँचाए रहा। अउर उ मोरे जेल मँ रहइ स सरमान नाहीं। 17 बल्कि उ तउ जब रोम आवा रहा, जब तलक मोसे मिल नाहीं लिहेस, जतन स मोका निरन्तर ढूँढ़त रहा। 18 पर्भू करइ ओका, ओह दिन पर्भू कइँती स दया मिलइ, ओ इफिसुस मँ मोरी तरह-तरह स जउन सेवा किहेस ह कउनो तरह स उ सेव किहेस ओका तू अच्छी तरह स जानत अहा।
2 Timothy 2:1 जहाँ तक तोहर बात बा, मोर बेटवा! मसीह ईसू मँ मिलइ वाली अनुग्रह स मजबूत होइ जा, 2 बहुत स लोगन क साच्छी मँ मोसे तू जउन कछु सुने अहा, ओका ओन बिसवास करइ जोग्ग मनइयन क सऊँप द्या जउन दुसरेउ केउ क भी सिच्छा देई मँ समर्थ होइ। 3 जउन यातना सबइ आवइँ ओनका मिलकर सामना करा। जातना झेलई मँ मसीह ईसू क एक अच्छा सैनिक क समान सेवा करत रहा। 4 अइसे सबहिं जउन सैनिक क समान सेवा करत हीं अपने आप क साधारण जीवन क जंजाल मँ नाहीं फँसउतेन काहेकि उ अपने सासक अधिकरियन क खुस करई क बरे कोसिस करत रहत हीं। 5 अउर अइसेनइ अगर केउ कीहीउ दउड़इ वाली प्रतियोगितन मँ हींसा लेत ह अउर नियमन क नमाइन, तउ ओका विजय क मुकुट ओह समइ तलक नाहीं मिलत, जब तलक कि उ नियमन क पालन करत करत प्रतियोगितन मँ भाग नाहीं लेत। 6 किसान जो मेहनत करत ह इ उपज क सबसे पहिला भाग पावइ क अधिकारी अहइ। 7 मइँ जउन बताइत हउँ: ओह प बिचार करा। पर्भू तोहे सब कछू समझइ क छमता प्रदान करी। 8 मसीह इसू क खियाल करत रहा जउन मरे हुअन मँ स फिन स जिन्दा होइ उठा ह अउर जउन दाऊद क बंसज अहइ। इहइ ओह सुसमाचार क सार अहइ जेकर मइँ उपदेस देत हउँ 9 इही बरे मइँ जातना झेलत अहउँ। इहाँ तलक कि एक अपराधी क नाई मोका जंजीरन स जकड़ दीन्ह गवा बा। परन्तु परमेस्सर क बचन तउ बन्धन रहित बा। 10 इही कारण परमेस्सर क चुना गवा लोगन के बरे मइँ हर दुख उठावत रहत हउँ ताकि उ पचे भी ईसू मसीह मँ मिलइ वाली महिमामयी अउर अनन्त उद्धार क साथे मिलि सकइँ। 11 इ बचन बिसवासे क जोग्ग अहइ किःअगर हम ओकरे साथे मरा हई, तउ उही क साथे जिउब, 12 अगर हम दुख स्वीकार करत अही। त ओकरे साथे सासन भी करब। अगर हम ओका छोड़ तजबइ, तउ तजि देइ उहउ हमका, 13 हम चाहे बिसवास हीन होइ, प उ बिसवासी हमेसा-हमेसा बिसवास योग्य बना रही काहेकि नाहीं होइ सकत उ आतिमा निसेधी मिथ्यवादी, अपनेन ही बरे। 14 लोगन क इन बातन क धियान देवावत रहा अउर परमेस्सर क साच्छी कइके ओन्हे सावधान करत रहा कि उ सब्दन क लइक लड़ाई झगड़ा न करा। अइसेन लड़ाई-झगड़ा स कउनउ लाभ नाहीं होत, बल्कि एनका जे सुनत हीं, उहउ का नस्ट कर देत ह। 15 अपने आप क परमेस्सर द्वारा ग्रहण करइ जोग्ग बनाइके एक अइसे सेवक क रूप मँ पेस करइ क यत्न करत रहा जेहसे कउनउ बात क बरे सरमाई क जरूरत न होइ। अउर जउन परमेस्सर क सत्य बचन क सही ढंग स उपयोग करत ह। 16 अउर अधार्मिक अउर अर्थहीन बातन स बचा रहत ह काहेकि इ बात लोगन क परमेस्सर स बहुत दूर लइ जात ह। 17 अइसेन लोगन क सिच्छा नासूर क तरह फइले। हुमिनयुस अउर फिलेतुस अइसेन ही अहइँ। 18 जउन सच्ची सिच्छा स भटकि गवा हयेन। ओनकर कहब बा कि पुरूत्थान अब तलक होइ चुका बा। इ सबइ कछू लोगन क बिसवास क खराब करत हयेन। 19 कछू भी होइ परमेस्सर तउ जेह केतॅना ही मजबूत नींव क डाए अहइ, उ मजबूती क साथे खड़ी बा। ओह प अंकित बा, “पर्भू अपने भक्तन क जानत ह”अउर “उ हर एक, जउन कहत ह कि उ पर्भू क अहइ ओका दुस्टता स बचा रहइ चाही।” 20 एक बड़ाके घरे मँ बस सोना-चाँदी क ही बर्तन त नाहीं होत हीं, ओहमाँ लकड़ी अउर मिट्टी क बरतन भी होत हीं। कछू विसेस उपयोग क बरे होत हीं अउर कछू साधारण उपयोग क बरे। 21 इही बरे अगर आदमी अपने आपके बुराइयन स साफ कइ लेत ह तउ उ विसेस उपयोग क बनी ह। अउर फिन पवित्तर बनिके अपने सुवामी क बरे उपयोगी सिद्ध होई। अउर कउनउ अच्छा कामे क बरे तइयार रही। 22 जवानी क बुरी इच्छन स दूर रहा, धार्मिक जीवन, बिसवास, पिरेम अउर सान्ति क बरे ओन्हन सब क साथे जउन सुद्ध मने स पर्भू बिसवास करत हीं, पुकारत हीं, कोसिस करत रहा। 23 मूर्खता स भरा, बेकार क तर्क बितर्क स हमेसा बचा रहा। काहेकि तू जानत ह कि एनसे लड़ाई-झगड़ा पैदा होत ह। 24 अउर पर्भू क सेवक क तउ झगड़इ न चाही। ओका तउ सब प द्या करइ चाही ओका सिच्छा देइ मँ जोग्ग होइ चाही। ओका सहनसील होइ चाही। 25 ओका अपने विरोधियन क भी विनम्रता क साथे समझइ चाही और परमेस्सर ओनका हिरदइ बदल देइ ताकि ओनका सत्य क गियान होइ जाइ 26 अउर उ सचेत होइ क सइतान क ओह फन्दा स बचि नकरइँ जेहमाँ सइतान ओनका जकड़ी रखे बाटइ ताकि उ पचे परमेस्सर क इच्छा क अनुसरण कइ सकइँ।
2 Timothy 3:1 याद रखअ अन्तिम दिना मँ हम पे बहुत खराब सराब समइ आइ। 2 लोग अपसब्द निकारिहीं, महतारी-बाप क अवहेलना करइवाला, निर्दय, अपवित्तर, 3 पिरेम रहित, छमा-हीन, निन्दक, असंयमी, बर्बर, जउन कछू अच्छा बा ओकर विरोधी, 4 बिसवासघाती, अविवेकी, अहंकारी अउर परमेस्सर पिरेमी होइ क अपेक्षा सुखवादी होइ जइहीं। 5 उ धरम क देखावटी रूप क पालन तउ करिहीं परन्तु ओनके भित्तर सक्ती क नकार देइहीं। ओनसे हमेसा दूर रहा। 6 काहेकि एनमे स कछू अइसेन हयेन जउन घरे मँ घुस पइठि कइके पापी, दुर्बल इच्छा सक्ती क पापसे भरा हर तरह क इच्छन स चलायमान स्त्रियन क वस मँ कइ लेत हीं। 7 इ सबइ स्त्रियन सीखइ क जतन तउ हमेसा करत रहत हीं, परन्तु सत्य क सभन गियान तलक उ कभउँ नाहीं पहुँच पउतिन। 8 यन्नेस अउर यम्ब्रेन्स तउ जइसेन मूसा क विरोध किहे रहेन, वइसेन ही इ लोग सच क विरोधी अहइँ। इ लोगन क बुद्धि भ्रस्ट बा अउर बिसवास क अनुसरण करइ मँ ये असफल हयेन। 9 परन्तु ये अउर जियादा आगे नाहीं बढ़ पइहीं काहेकि जइसे यन्नेस अउर यम्ब्रेन्स क मूर्खता परगट होइ गइ वइसे ही एनकइ मूर्खता भी परगट होइ जाई। 10 परन्तु, कछू भी होइ मोर सिच्छा क पालन किहे अहा। मोर जीवन की राहा, मोरे जीवन क उद्देस, मोर अटल बिसवास, मोर सहनसीलता, मोर पिरेम, मोर धीरज 11 मोर ओन्हन सबइ यातना अउर सबइ पीड़ा मँ मोर साथ दिहे अहा तू तउ जनबई करत ह कि अन्ताकिया, इकुनियुम अउर लुस्त्रा मँ मोक केतॅना भयानक यातना दीन्ह गइ रही जेका मइँ सहे रहेउँ। परन्तु पर्भू त ओ सबसे मोर रच्छा किहेस। 12 उ समइ परमेस्सर क इच्छा क अनुसार जउन जिअइ चाहत हीं, सतावा ही जइहीं। 13 परन्तु पापी अउर ठगन दुसरन क छलत भए अउर खुद छला जात भए खराब स खराब होत चला जइहीं। 14 परन्तु तू जउने बातन क सीख्या ह अउर मान्या ह, ओन्हे करत जा। तू जानत ह कि ओह पर बिसवास कइ सकत ह जेनसे इ बातन क तू सीखे रह्या। 15 अउर तोहका पता बा कि तू बचपन स ही पवित्तर सास्तरन क भी जानत अहा। उ पचे तोहका ओह विवेक क दइ सकत हीं जेका मसीह ईसू बिसवास क द्वारा छुटकारा मिलि सकत ह। 16 हर एक्क पवित्तर सास्तर परमेस्सर क प्रेरणा स रचा गवा बा। उ लोगन क उचित जीवन का संदेस देत ह। उ लोग क सत्य क सिच्छा देइ ओनका सुधारइ ओन्हे ओनकर बुराइयन दर्सावइ अउर पवित्तर तथा सुद्ध जीवन क प्रसिच्छन मँ उपयोगी बा। 17 जउन परमेस्सर क सेवा सारस्तरन क प्रयोग कइ क करत ह सब तरह क अच्छा कामन क करइ बरे तइयार रहब अउर हरेक नीक काम क करइ बरे जरूरत क हर एक चीज ओकर लगे होइहीं।
2 Timothy 4:1 परमेस्सर क साछी कइके अउर मसीह ईसू क आपन साछी बनाइ क जउन सबहिं जिअत अउर जउन मरि चुका बाटेन, ओनकइ निआउ करइवाला अहइ, अउर काहेकि ओकर फिन स आगमन अउर ओकर राज्य लगे बा, मइँ तोहसे सपथ स हुकुम देत हउँ। 2 सुसमाचर क प्रचार लगातार करा। चाहे तू पचन क सुविधा होइ या असुविधा आपन कर्तव्य करत रहा। लोगन क का करइ चही, ओनक समझावा। जबहिं उ पचे बुरा काम करइँ ओनका समझावा लोगन क धीरज दइके समझावत भए ओनका प्रोत्साहित करइ चाही। यह सब धीरज और सावधानी स दी गइ सिच्छा द्वारा करा। 3 मइँ इ एह बरे बतावत हउँ कि एक समइ अइसा आई जब लोग अच्छा उपदेस क सुनब तक न चइहीं उ आपन इच्छन क कारण अपने बरे बहुत स गुरू एकठ्ठा कइ लेइहीं, जउन उहइ सुनइहीं जउन उ पचे सुनइ चाहत हीं। 4 उ पचे आपन कानन क सत्य स फेर लेइहीं अउर कल्पित सबइ कथा प धियान देइ लगिहीं। 5 परन्तु तू निस्चय स सब परिस्थितियन मँ संयमी रह्या, सबइ यातना झेला अउर सुसमाचर क प्रचार क काम करा। जउन सेवा तोहका सऊँपी गइ बा, ओका पूरा करा। 6 जहाँ तक मोर बात बा, मइँ तउ अब अर्घ क समान उँड़ेला जाइ पर हउँ। अउर मोर तउ एह जीवन स विदा लेइ क समइ भी आइ पहुँचा अहइ। 7 मइँ उत्तम स्पर्धा मँ लगा रहा हउँ। मइँ आपन दउड़-दउड़ चुका हउँ। मइँ बिसवास क रास्ता क रच्छा किहे हउँ। 8 अब विजय मुकुट मोर प्रतिच्छा मँ बा। जउन अच्छे जीवन क बरे मिलइ क बा। ओह दिना निआउ कर्ता पर्भू मोका विजय मुकुट पहिराई। न केवल मोका, बल्कि ओन्हन सभन क जउन पिरेम क साथे ओकरे परगट होइ क बाट जोहत रहत हीं। 9 मोसे जेतॅना जल्दी होइ सकइ, मिलइ आवइ क पूरी जतन करा। 10 काहेकि एह जगत क मोह मँ पड़िके देमास तउ मोका तियाग दिहे अहइ अउर उ थिस्सलुनीके चला गवा बा। ऋेसकेंस गलातिया क अउर तीतुस दलमतिया क चला गवा बा 11 केवल लूका ही मोरे लगे बा। मरकुस क लगे जाब अउर जब तू आवा, ओका अपने हाथे लइ आवा काहेकि मोर काम मँ उ मोरे बहुत सहायक क होइ सकत ह। 12 तुखिकुस को मई इफिसुस भेजत अहउँ। 13 जब तू आवा, तउ ओका कोट के, जेका मइँ त्रोआस मँ करपुस क घरे छोड़ि आइ रहेउँ, लइ आवा। मोर कितबियन, विसेस कर चमड़े क चिटिठ्न क लइ आवा। 14 ताम्रकार सिकन्दर तउ मोका बहुत हानि पहुँचाए अहइ। उ जइसेन किहे अहइ, पर्भू ओकरे करमन क अनुसार ओका वइसेन फल देई, 15 तूहऊँ ओसे सचेत रहा काहेकि उ मोर उपदेस क घोर विरोध करत रहा बाटइ। 16 सुरू मँ जब मइँ आपन बचाव पेस करइ लागउँ तउ मोर पच्छ मँ कउनो सामने नाहीं आवा। बल्कि ओन्हन तउ मोका अकेलइ छोड़ि दिहे रहेन। परमेस्सर करई ओन्हे एकर हिसाब न देइ पड़इ। 17 मोरे पच्छ मँ त पर्भू खड़ा होइके मोका सक्ती दिहेस। त्ताकि मोरे द्वारा सुसमाचार क भरपूर प्रचार होइ सकइ, जेका सभन गैर यहूदियन सुनि पावइँ। सिंह क मुँह स मोका बचाइ लीन्ह गवा बा। 18 कीहींउ पाप क भारी हमला स पर्भू मोका बचाई अउर अपने सरग क राज्य मँ सुरच्छा स लइ जाई। ओकर महिमा हमेसा हमेसा होत रहइ। आमीन। 19 प्रिस्का, अक्किला अउर उनेसिफुरूस क परिवार क नमस्कार कहया। 20 इरास्तुस कुरिन्थुस मँ ठहर गवा बा। मइँ त्रुफिमुस क ओकरी बीमारी क कारण मीलेतुस मँ छोड़ दिहे अहउँ। 21 जाड़ा स पहिले आवइ क जतन करा। यूबुलुस, पुदेंस, लिनुस अउर क्लौदिया अउर सभन भाइयन क तोहे नमस्कार पहुँचइ। 22 पर्भू तोहरे साथे रहइ। तू सब प पर्भू क अनुग्रह होई।
Titus 1:1 पौलुस कइँती स जेका परमेस्सर क चुना भआ प्रेरित लोगन क ओनका बिसवास मँ सहायता देइ क बरे अउर हमरे धरम क सच्चाई क पूरा गियान क रहनुमाई क बरे भेजा गवा बा, इ सब, लोगन क परमेस्सर की सेवा क मार्ग बताइ। 2 उ मइँ अइसेन एह बरे करत हुँ कि परमेस्सर क चुने हुअन क अनन्त जीवन क आस बाँधइ। परमेस्सर, जउन कभउँ झूठ नाहीं बोलत, अनादि काल स अनन्त जीवन क बचन दिहे अहइ। 3 उचिते समइ पइ परमेस्सर अपने सुसमाचार क संसार क जानकारी बरे परगट किहेस। उहइ संदेस हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क आज्ञा स मोका सउँपा गवा बा। 4 हमार समान बिसवास मँ मोर सच्चा बेटवा तीतुस कः हमरे परमपिता परमेस्सर अउर उद्धारकर्ता मसीह ईसू कइँती स अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ। 5 मइँ तोहे सबन क क्रीत मँ एह बरे छोड़ रेहउँ कि उहाँ कछू अधूरा रही गवा बा, तू ओका ठीकठाक कइ द्या अउर मोरे आदेस क अनुसार हर नगर मँ बुजुर्गन क नियुक्त करा 6 बुजुर्ग क नियुक्त तबहिं कीन्ह जाइ जब उ निर्दोस होइ। एक पत्नी ब्रती होइ। ओकर बचवन बिसवासी होइँ अउर अनुसासनहीनता क दोस ओनपर न लगावा जाइ सकइ। अउर उ पचे निरकुंस भी न होइँ। 7 निरीच्छक निर्दोस अउर कउनउ खराबी स अछूता होइ चाही। काहेकि जेका परमेस्सर क काम सऊँपा गवा बा, ओका अड़ियल, चिड़चिड़ा, बहुत जियादा मदिरा पियइवाला, झगड़ालू, नीच कमाई क लोलुप न होइ चाही। 8 ल्कि ओका तउ अतिथियन क आवभगत करइवाला, नेकी क चाहइवाला, विवेक स भरा धर्मी, भगत, अउर अपने प नियन्त्रण रखइवाला होइ चाही। 9 ओका ओह बिसवास करइ जोग्ग संदेसा क मजबूती स धारण किहे रहइ चाही जेकर ओका सिच्छा दीन्ह गइ अहइ, ताकि उ लोगन क सदसिच्छा दइके ओन्हे प्रबोधित कइ सकइ। अउर जउन एनकर विरोधी होइँ, ओनकर खण्डन कइ सकइ। 10 इ एह बरे इ बहुत जरूरी बा काहेकि उ सबइ बहुत अहइँ अउर उ पचे उपद्रवी होइके व्यर्थ क बात बनावत भए दुसरन क भटकावत हीं। मइँ विसेसरूप स गैर यहूदियन पृष्ठभूमि क लोगन क उल्लेख करत हउँ। 11 ओनकर तउ मुँह बन्द किन्ह देइ जाइ चाही। काहेकि उ पचे जउन बातन नाहीं सिखावइ क बाटिन, ओन्हे सिखावत भए घर बिगाड़त रहत हीं। खराब रस्तन धन कमाइ क बरे ही ओ अइसेन करत हीं। 12 एक क्रीत क नबियन त अपने लोगन क बारे मँ खुद कहे बाटइः “क्रीत क निवासी हमेसा झूठ बोलत हीं, उ पचे जंगली पसु अहइँ, उ सबइ आलसी बाटेन, पेटू अहइँ।” 13 इ कथन सही बा, इही बरे ओनका बलपूर्वक डाँटा-फटकारा ताकि उ सत्य बिसवास क अनुसरण कइ सकइ। 14 यहूदियन क पुरान कथनन अउर ओन्हन लोगन क हुकुमन पइ, जउन सत्य स भटकि गवा हयेन, कउनउ धियान न द्या। 15 पवित्तर लोगन क बरे सब कछू पवित्तर बाटइ, मुला जउन पापे स असुद्ध अहइँ अउर जेनमाँ बिसवास नाहीं बा, ओनके बरे कछू भी पवित्तर नाहीं बा। वरन ओनकर मन अउर विवेक दुइनो हीं असुद्ध अहइँ। 16 उ पचे परमेस्सर क जानइ क दावा करत हीं। मुला ओनकर करम दर्सावत हीं कि ओ पचे ओका जनबइ नाहीं करतेन। उ पचे घृणित अउर आज्ञा क उल्लंघन करइवाला अहइँ। अउर कउनउ अच्छा काम करइ काम क करइ मँ उ असमर्थ अहइँ।
Titus 2:1 मुला तू हमेसा अइसेन बात बोला करा जउन सदसिच्छा क अनुकूल होइँ। 2 बूढ़े मनइयन क उपदेस द्या कि उ सालीन अउर अपने प नियन्त्रण रखइवाला बनइँ। उ पचे गंभीर, विवेकी, पिरेम अउर सत्य सिच्छा क अनुसरण करइवाला होइँ, अउर धीरज सहित सहनसील होइँ। 3 इही तरह बुढ़िया स्रियन क सिखावा कि उ पचे पवित्तर जनन क जोग्ग अच्छा व्यवहारवाली बनइँ। निन्दक न बनइँ अउर बहुत जियादा मदिरा पान क लत ओनका न होइ। उ अच्छी-अच्छी बातन सिखावइवाल बनइँ जेहि का उ पचे खुद पालन किए अहइँ। 4 ताकि युवतियन क अपने अपने बचवन अउर पतियन स पिरेम करइ क सीख देइ सकइँ। 5 जेहसे उ पचे संयमी, पवित्तर, अपने-अपने घरन क देखभाल करइवाली, दयालु, अपने पतियन की आज्ञा मानइवाली बनइँ। जेका परमेस्सर क बचन क निन्दा न होइ। 6 इही तरह जवानन क सिखावत रहा कि उ सबइ संयमी बनइँ। 7 तू अपने आप क अच्छे कामन का उदाहरण बनावा। तोहार उपदेस सुद्ध अउर गम्भीर होइ चाही। 8 अइसेन सद्वानी क प्रयोग करा, जेकर आलोचना न कीन्ह जाइ सकइ ताकि तोहार विरोधी लज्जित होइँ काहेकि ओनके लगे तोहरे विरोध मँ खराब कहइ क कछू नाहीं होइ। 9 दासन क सिखावा कि उ सब बात मँ अपने स्वामियन क आज्ञा क पालन करइँ। ओन्हें प्रसन्न करत रहइँ। उलट कर बात न बोलइँ। 10 चोरी चालाकी न करइँ। बल्कि सभन बिसवासनीयता क प्रदर्सन करइँ। ताकि हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क उपदेस क सब तरह स सोभा बढ़इ। 11 काहेकि परमेस्सर क अनुग्रह सब मनइयन क उद्धार करइ बरे परगट भवा बा। 12 एहसे हम सीख मिलत ह कि हम परमेस्सर विहीनता क न नकारी अउर संसारिक इच्छन क निसेध करत-करत अइसेन जीवन जिई। जउन विवेक स भरा नेक, भक्ति स भरपूर अउर पवित्तर होइ। आज क एह संसार मँ 13 आसा क ओह धन्य दिन क परिपूर्ण करइ क बाट जोहत रही। जब हमार परम परमेस्सर अउर उद्धारकर्ता ईसू मसीह क महिमा परगट होई। 14 उ हमरे बरे अपने आपेके दइ डाएस। ताकि उ सब तरह क दुस्टतन स हमका बचाइ सकी अउर आपन चुने भए लोगन क रूप मँ अपने बरे हमका सुद्ध कइ ले हमका, जउन अच्छा काम करइ क लालायित अहइ। 15 इन बातन क पूरे अधिकार क साथ कहत अउर समझावत रहा, उत्साहित करत रहा अउर विरोधियन क झिड़कत रहा। ताकि कोइ तोहार अनसुनी न कइ सकइ।
Titus 3:1 लोगन क याद देवॉवत रहा कि उ पचे राजा लोग अउर अधिकरियन क अधिन रहइँ। ओनके आज्ञा क पालन करइँ। सब तरह क उत्तिम कामन क करइ क बरे तइयार रहइँ। 2 कीहीउ क निन्दा न करइँ। सान्ति-पिरेम क साथ सभी लोगन स मिलकर रहइँ। अउर सज्जन बनइँ। सब लोगन क साथे नरम व्यवहार करइँ। 3 इ मइँ एह बरे बतावत हउँ काहेकि हम हूँ, एक समइ रहा, जब मूर्ख रहे। आज्ञा क उल्लंघन करत रहे। भ्रम मँ पड़ा रहे। अउर सबइ वासना अउर सब तरह क सुख-भोग क दास बना रहे। हम स लोग घिना करत ही। अउर हम भी परस्पर एक दूसरन स दुस्टता अउर इर्सा करत रहेन। हम पचन स लोग घिना करत रहेन अउर हम पचे भी ओनसे घिना करत रहेन। 4 मुला जब हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क मानवता क बरे दया अउर पिरेम परगट भवा 5 उ हमार उद्धार किहेस। इ हमार निर्दोस ठहराइ जाइके बरे हमार कीहीउ काम द्वारा नाहीं भवा बल्कि ओकरी करूणा द्वारा भवा। उ हमार रच्छा ओह स्नान क द्वारा किहेस जेहमाँ हम फिन पइदा होइत ह अउर पवित्तर आतिमा क द्वारा नवा बनावा जात अहीं। 6 उ हम प पवित्तर आतिमा क हमार उद्धारकर्ता ईसू मसीह क द्वारा भरपूर उँड़ेरे बा। 7 अब परमेस्सर हमका आपन करूणा क द्वारा निर्दोस ठहराए बा ताकि जेकर हम आसा करत रहेन ओह अनन्त जीवन क उत्तराधिकार क पाइ सकी। 8 इ कथन बिसवास करइ क जोग्ग बा।अउर मइँ चाहत हउँ कि तू पचे इन बातन पर डटा रहा ताकि उ पचे जउन परमेस्सर मँ बिसवास करत हीं, अच्छा कामन मँ लगा रहइँ। इ बातन लोगन बरे उत्तिम अउर हितकारी बाटिन। 9 बंसावली सबन्धी विवादन, व्यवस्था सम्बन्धी झगड़ा-झमेलन अउर मूर्खता भरा मतभेदन स बचा रहअ काहेकि ओनसे कउनउ लाभ नाहीं उ सबइ बेकार अहइँ। 10 जउन आदमी फूट डालत होइ, ओसे एक या दुइ बार चेतावनी देइके अलग होइ जा। 11 काहेकि तू जानत अहा कि अइसा मनई रस्ता स भटकि गवा बा अउर पापन क करत बाटइ। उ तउ खुद अपने क दोसी ठहराए बाटइ। 12 मइँ तोहरे लगे जब अरतिमास य तुखिकुस क भेजउँ तउ मोरे लगे निकुपुलिस आवइ क भरपूर जतन करा काहे कि हम उहइ सर्दी बितावइ क निस्चय कइ रखेउ ह। 13 वकील जेनास अउर अपुल्लोस क ओनकी जात्रा क बरे जउन कछू आवस्यक होइ, ओकरे बरे तू भरपूर सहायता जुटाइ द्या ताकि ओन्हे कउनउ बात क कउनो कमी न रहइ। 14 हमरे लोगन क सतकर्मन मँ लगा रहब सीखइ चाही। ओहमाँ स भी जेनका बहुत जियाद जरूरत होइ, ओका पूरा करब ताकि उ पचे विफल न होइँ। 15 जउन मोरे साथे अहइ, ओ सब क तोहे नमस्कार। हमरे बिसवास क कारण जउन लोग हमसे पिरेम करत हीं, ओन्हेऊ नमस्कार।परमेस्सर क अनुग्रह तू सबके साथे रहइ।
Philemon 1:1 ईसू मसीह क बरे बन्दी बना पौलुस अउर हमार भाई तीमुथियुस कइँती सःहमार प्रिय दोस्त अउर सहकर्मी फिलेमोन, 2 हमार बहिन अफफिया, हमार साथी सैनिक अर्खिप्पुस अउर तोहरे घरे पर एकट्ठा होइवाली कलीसिया कः 3 उ हमार परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह कइँती स तोहे पचन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ। 4 आपन पराथना मँ तोहार उल्लेख करत भए मइँ हमेसा अपने परमेस्सर क धन्यबाद करत हउँ। 5 काहेकि मइँ संत जनन बरे तोहरे ओइॅ पिरेम अउर बिसवास क चर्चा सुनत हउँ, जो पर्भू ईसू अउर समस्त पवित्तर लोगन क प्रति अहइ। 6 मोर पराथना बा कि तोहरे बिसवास स पइदा उदार सहभागिता लोगन क मार्ग दरसन करइ। जेहसे ओन्हे सभन अच्छी चीजन क गियान होइ जाइ जउन मसीह क उद्देस्स क आगे बढ़ावइ मँ हमरे बीच घटन होत रहिन बाटिन। 7 हे भाई, तोहर कोसिसन स संत जनन क हीरदइ हरा-भरा होइ ग हयेन, इही बरे तोहरे पिरेम स मोका बहुत आनन्द अउर प्रोत्साहन मिला बा। 8 इही बरे मइँ बिसवास करत हउँ कि मसीह मँ मोका तोहरे कर्त्तव्यन क बारे मँ हुकुम देइ क अधिकार बा 9 मुला पिरेम क आधार पर मइँ तोहसे निवेदन करब ही ठीक समझत हउँ। मइँ पौलुस जउन अब बूढ़ाइ होइ चला हउँ अउर मसीह ईसू क बरे अब भी बंदी बना हुआ हउँ। इही उचित अहइ कि तोहसे सबन स आग्रह करउँ। 10 मइँ उ उनेसिमुस क बारे मँ निवेदन करत हउँ, कि जउन जब तब मोर धरम पुत्र बना रहा जेकर मइँ बंदी गृह मँ रहेउँ। 11 एक समइ रहा जब उ तोहरे कउनउ काम क नाहीं रहा, मुला अब न केवल तोहरे बरे बल्कि मोरे बरे भी उ बहुत काम क अहइ। 12 मइँ ओका फिन स तोहरे लगे भेजत हउँ(बल्कि मोका तउ कहइ चाही अपने हिरदइ क ही तोहरे भेजत हउँ) 13 मइँ ओका इहाँ अपने लगे ही रखइ चाहत रहेउँ, ताकि सुसमाचार क बरे मोह बन्दी क उ तोहरी तरफ स सेवा कइ सकइ। 14 मुला तोहरी आज्ञा क बिना मइँ कछू भी करइ नाही चाहित ताकि तोहार इ भलाई दबाव स नाहीं बल्कि स्वेच्छा स ही होइ। 15 होइ सकत ह कि ओका थोड़े समइ क बरे तोहसे दूर रहइ क कारण इहइ होइ तू ओका फिन हमेसा बरे पाइ ल्या। 16 दास क रूपे मँ नाहीं, बल्कि दास स जियादा एक प्रिय बन्धु क रूपे मँ मइँ ओसे बहुत पिरेम करत हउँ किन्तु तू ओका अउर जियादा पिरेम करब्या। केवल एक मनुष्य क रूप मँ ही नाहीं बल्कि पर्भू मँ स्थित एक बन्धू क रूपे मँ भी। 17 तउ यदि तुम मोका आपन दोस्त क रूप मँ स्वीकार करत ह, तब उनेसिमुस क वापस स्वीकार कइ ल्या। ओकर ऐसा सुआगत करा, जैसा कि तुम मोर सुआगत किहा ह। 18 अउर अगर उ तोहार कउनो प्रकार स हानि पहुँचाएस अथवा कउने वस्तु बरे तोहार कर्जीदार अहइ। तउ ओका हमरे खाता मँ लिख द्या। 19 मइँ पौलुस खुद आपन दस्तखत स इहइ लिखत हउँ। ओकर भरपाई तोहका मइँ करबइ। (मोका इ बतावइ क जरूरत नाहीं बा कि तोर सम्पूर्ण जीवन ही मरो ऋणी बा। 20 हाँ भाई मोका पर्भू मँ तोहसे इ लाभ पहुंचइ कि मसीह मँ मोर हिरदय हरा भरा होइ जाइ। 21 तोह पइ बिसवास रखत इ चिठ्टी मइँ तोहका लिखत हउँ। मइँ जानत हउँ कि तोहसे मइँ जेतना कहत हउँ, तू ओसे कहूँ जियादा करब्या। 22 साथ ही मँ मोरे बरे निवास का भी प्रबन्ध करा, काहेकि मोर आसा अहइ कि तोहार सब पराथना क परथनावन द्वारा मइँ तोहका सौंप दिया नाउँ।अन्तिम उपहार 23 मसीह ईसू मँ रहई क मोर साथी बन्दी इपफ्रास क तोहे सबन क नमस्कार। 24 मोर साथी कार्यकर्ता मरकुस, अरिस्तर्खुस, देमास अउर लूका क तोहे नमस्कार पहुँचइ। 25 पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तोहरे आतिमा क साथ रहइ।
Hebrews 1:1 परमेस्सर त अतीत मँ नबियन क जरिये कइयउ अवसरन प कउनउ तरह स हमरे पूर्वजन स बातचीत किहेस। 2 मुला इन आखिरी दिने मँ उ हमसे अपने पूत क जरिये बातचीत किहेस, जेका ओ सब कछू क उतराधिकारी नियुक्त किहेस अउर जेकरे द्वारा उ समूचे ब्रह्माण्ड क रचना किहेस। 3 उ पूत परमेस्सर क महिमा क प्रभा-मण्डल अहइ अउर ओकरे प्रकृति क प्रतिलिपि अहइ। उ अपने समर्थ बचन क द्वारा सब चीजन क स्थिति बनाए रखत ह। सबके पापन क धोअइ क उ सरगे मँ ओह महामहिम क दहिने हाथे बइठि गवा। 4 एह तरह उ सरगदूतन स एतना ही महान बनि गवा जेतॅना कि ओनके उ किहेन। उ सबइ नाउँ स उत्तिम नाउँ बाटइ जउन उ उत्तराधिकार मँ पाए अहइ। 5 काहेकि परमेस्सर तउ कउनो सरगदूतन स कभी अइसेन नाहीं कहेसः“पूत तू मोर, आजू तोहार बनि गवा हउँ मइँ पिता।” भजन संहिता 2:7अउर न ही कउनो सरगदूत स उ इ कहेस ह,“पिता ओकर मइँ बनबइ, अउर होइ पूत उ मोर। 2 समूएल 7:14 6 अउर फिन उ जब आपन पहिलौट क लड़का अउर महत्वपूर्ण क संसार मँ लावत ह तउ कहत ह,“परमेस्सर क सरगदूतन सब ओकर नमन करइँ।” व्यवस्था विवरण 32:43 7 सरगदूतन क बारे मँ बतावत उ कहत ह,“सरगदूतन उ अपने सब पवन बनावइ अउर बनावइ आपन सेवक लपट आगी क।” भजन संहिता 104:4 8 मुला अपने पूत क बारे मँ उ कहत हः“हे परमेस्सर, सास्वत तोहर सिंहासन बा, तोहार राज दण्ड बाटइ नेकी; 9 नेकी ही तोहका पिआरी बा, तोहका घृणा रही पापन स तउन परमेस्सर, तोहर परमेस्सर तउ चुना बा तोहका अउर ओह महान आनन्द दिहेस। तोहका कहूउँ जियादा तोहरे साथियन स।” भजन संहिता 45:6-7 10 उ इहउ कहत ह,“हे पर्भू सृस्टि क जब होत रहा जन्म मँ तुमने सरग तथा धरती क नींव राख्या यह तोहरे हाथ का ही कारज अहइँ। 11 अउर इ सब नस्ट होइ जइहीं मुला रहेगा तू चिरन्तर पुरान कपड़ा स फटि जइहीं इ सबइ 12 अउर तू परिधान जइसेन ओनका लपेटब्या बदल उ जइहीं फिन कपड़ा जइसेन। मुला तू तउ अहसेन, जैसा की चाह्या रहब्या तोहरे समइ का कबहुँ न अन्त होई।” भजन संहिता 102:25-27 13 परमेस्सर त कबहूँ कउनो सरगदूत स अइसेन नाहीं कहेसः“बइठा जा तू दहिने मोरे कि ब जब तलक मइँ न तोहरे दस्मनन क चरन क चौकी बनाइ देउँ चरन तल तोहरे।” भजन संहिता 110:1 14 का सबहिं सरगदूत उद्धार पावइवालन क सेवा क बरे पठई गईन सहायक आतिमा नाहीं अहइँ।
Hebrews 2:1 एह बरे हमका अउर जियादा सावधानी क साथे, जउन कछू सुने अही, ओह प धियान देइ चाही ताकि हम भटकइ न पाइ। 2 काहेकि अगर सरगदूतन द्वारा दीन्ह गवा उपदेस सत्य होत ह अउर ओकरे हर एक उल्लंघन अउर अवज्ञा क बरे उचित सजा दीन्ह गवा तउन अगर हम अइसेन महान उद्धार क अपेच्छा कइ देत अही तउ हम दण्ड स कइसे बची। 3 एह उद्धार क पहिली घोसना पर्भू क जरिये की गइ रही। अउर फिन जे एका सुने रहेन, उ हमरे बरे एकर पुस्टि किहेस। 4 परमेस्सर तउ अचरजन, अद्भुत चिन्हन तरह-तरह क अद्भुत कारजन उ पवित्तर आतिमा क उन उपहारन द्वारा जउन ओकर इच्छा क अनुसार बाँटा गवा रहा, एका प्रमाणित किहेस। 5 ओह भावी संसार क, जेकर हम चरचा करत अही उ सरगदूतन क अधीन नाहीं किहेस, 6 बल्कि पवित्तर सास्तरन मँ कउनउ स्थान पर कउनो इ साच्छी दिहे अहइः“परमेस्सर का बा मनई जउन तू ओकर सुध लेत अहा? का अहइ हर मनई क पूत जेकर बरे अहा चितिंत तू? 7 तू सरगदूतन स किंचित ओका कम कीहा तनिक स समइ क रख दिहा ओका सिर महिमा अउर सम्मान क राजमुकुट 8 अउर ओकरे चरनन तरे ओकरे अधीनता मँ रख दिहा सभन कछू।” भजन संहिता 8:4-6सब कछू क ओकरे अधीन रखत भए परमेस्सर तउ कछू भी अइसेन नाही छोड़ेस जउन्न ओकरे अधीन न होइ। फिन भी आजकाल हम हर एक चीज क ओकरे अधीन नाहीं देखत हई। 9 मुला हम इ देखित हई कि उ ईसू जेका तनिक समइ क बरे सरगदूतन स नीचे कइ दीन्ह गवा रहा, अब ओका महिमा अउर सम्मान क मुकुट पहिनावा गवा बा काहेकि उ मउत क यातना झेले रहा। जे परमेस्सर क अनुग्रह क कारण उ हर एक लोग क बरे मउत क अनुभव किहेस। 10 परमेस्सर एक ही बाटइ जउन सबहिं चीजन क बनएस। अउर सबहिं चीजन ओकरी महिमा बरे अहइँ। कइयउ बेटवन क महिमा प्रदान करत भवा उ परमेस्सर क बरे जेकर द्वारा अउर जेकरे सब क अस्तित्व बना भवा बा, तउ उ ईसू क पूर्ण बनाएस। ओकरे बेटवन क् इ सोभा देत ह कि उ ओनके छुटकारा क विधाता क जातनन क द्वारा पूरा सिद्ध करइ। 11 उ दुइनउँ ही-उ (ईसू) जउन मनई क पवित्तर बनावत ह अउर उ पचे जउन पवित्र बनावा जात हीं, एक्कई परिवार क अहइँ। इहीं बरे उ (ईसू) ओन्हन क भाइयन तथा बहिनियन कहइ मँ लज्जा नाहीं करत ह। 12 ईसू कहेस, “आपन भाइयन मँ नाउँ क उद्घोस तोहरे मइँ करबइ सभा क बीच सबके सामने प्रसंसा गीत तोहरे गउबइ मइँ।” भजन संहित 22:22 13 अउर फिन, “मइँ ओकर बिसवास करबइ।” यसायाह 8:17अउर फिन उ कहत ह:“मइँ इहाँ हउँ। अउर उ पचे सन्तान जउन हइन साथे मोरे हई दीन्ह जेनका मोरे परमेस्सर।” यसायाह 8:18 14 काहेकि संतान माँस अउर लहू स युक्त रही इही बरे ऊहउ ओनकइ इ मानुसता मँ सहभागी होइ गवा ताकि अपने मउत क जरिये उ ओका मतलब सइतान क खतम कइ सकइ जेकरे लगे मारइ का सक्ती बाटइ। 15 अउर ओन्हन क मुक्त कइ लेइ जेकर सम्पूर्ण जीवन मउत क बरे आपने भय क कारण दासता मँ बीता बा। 16 काहेकि उ निस्चित बा कि उ सरगदूतन नाहीं बल्कि इब्राहीम क बंसजन क सहायता भी करत अहइ। 17 इही बरे उ सब तरह स ओकरे भाइयन क जइसा बनावा ताकि उ परमेस्सर क सेवा मँ दयालु अउर बिसवासी महाजायक बनि सकइ। अउर लोगन क ओनके पापन क छमा देवॉवइ क बरे बलि दइ सकइ। 18 काहेकि उॅ खुदइ ओह समइ, जब ओकर परीच्छा लीन्ह जात रही खूबइ जातना भोगे अहइ। इही बरे जेकर परीच्छा लीन्ह जात बाटइ उ ओकर सहायता करइ मँ समर्थ बा।
Hebrews 3:1 अतः सरगे क एक बोलावा मँ भागीदार हे पवित्तर भाइयो! आपन ध्यान ओह ईसू प लगाइ रखा जउन परमेस्सर क प्रतिनिधि अउर हमार घोसित बिसवास क अनुसार महायाजक अहइ। 2 जइसेन परमेस्सर क समूचा घरे मँ मूसा बिसवासी रहा वइसे ही ईसू भी जे ओका नियुक्त किहे रहा ओह परमेस्सर क बरे, बिसवास स भरा रहा। 3 जइसेन घर क निर्माण करइवाला खुद घर स जियादा आदर पावत ह, वइसेन ईसू मूसा स जियादा आदर का पात्र माना गवा अहइ। 4 काहेकि हर एक भवन क कउनउ न कउनउ बनावइ वाला होत ह, मुला परमेस्सर तउ सब चीज क सिरजनहार अहइ। 5 परमेस्सर क समूचा घराना मँ मूसा एक सेवक क समान विसवास पात्र रहा, उ ओन्हन बातन क साच्छी रहा जउन भविस्स मँ परमेस्सर क जरिये कही जाइ क रहिन। 6 मुला परमेस्सर क घर मँ मसीह तउ एक बेटवा क रूपे मँ निस्ठावान योग्य अहइ अउर अगर हम अपने साहस अउर ओह आसा मँ बिसवास क बनाए रखित तउ हम ही ओकर घराना हई। 7 एह बरे पवित्तर आतिमा कहत हः “आज अगर ओकर सुना आवाज, 8 जिन करा आपन हिरदय क जड़ रहेन किहे जइसेन बगावत क दिना मँ जब तू पचे रेगिस्तान मँ परमेस्सर क परखे रह्या 9 मोका परखेन तोहार पूर्वजन तउ, लिहेन परीच्छा धीरज क मोर ओ सबइ अउर देखेन काम मोर जेन्हे मइँ करत रहेउँ चालीस बरस! 10 इहइ रहा उ कारण जेसे क्रोधित मइँ ओन्हन लोगन स रहेउँ: अउर फिन मइँ कहे रहेउँ, ‘हिरदय एनकइ भटकत रहत रहेन हमेसा ही का नाहीं इ जानतेन जउन रस्ता मोर’ 11 क्रोध मँ मइँ इही स तब सपथ लइके कहे रहेउँ ‘इ कबहुँ बिस्राम मँ मोरे न सामिल होइहीं।”‘ भजन संहिता 95:7-11 12 भाइयो तथा बहिनियो, देखत रहा कहूँ तोहमाँ स कउनो क मन मँ पाप अउर अबिसवास न समाइ जाइ जउन तोहे सजीव परमेस्सर से भी दूर भटिकाइ देइ। 13 जब तलक इ “आजु” क दिना कहवावत ह, तू हर दिन परमेस्सर एक दुसरे क ढॉढ़स बंधावत रहा जइसेन तोहमाँ स कउनउ पाप क छलावा मँ पड़िके जड़ न बनि जाए। 14 अगर हम अंत तक मजबूती क साथे अपने आरम्भ क बिसवास क थामे रहित ह तउ हम मसीह क भागीदारि बनि जाइत ह। 15 जइसेन कि कहा भी गवा बाः“आजु अगर ओकर सुना आवाज! न करा आपन हिरदय क जड़ रहे किहे जइसेन कि बगावत क दिनन मँ।” भजन संहिता 95:7-8 16 भला उ पचे कउन रहेन जइसेन उ पचे सुनेन अउर बिद्रोह किहेन? का उ पचे उहइ सब नाहीं रहेन जेन्हे मूसा तउ मिस्र स बचाइ क निकाले रहा? 17 उ चालीस बरसन तलक केन पइ क्रोधित रहा? का ओनहीं प नाहीं जे पाप किहे रहेन अउर जेनकर ल्हास रेगिस्तान मँ पड़ा रहेन? 18 परमस्सर कनके बरे सपथ उठाए रहा कि उ पचे ओकर बिस्राम मँ प्रवेस न कर पइहीं? का उ पचे उहइ सब नाहीं रहेन जे ओनके आज्ञा क उल्लंघन किहे रहेन? 19 एह तरह हम देखित अही कि उ पचे अपने अबिसवासे क कारण ही उहाँ प्रवेस पावइ मँ समर्थ नाहीं होइ सका रहेन।
Hebrews 4:1 अतः जब ओकरे बिस्राम मँ प्रवेस क प्रतिज्ञा अब तलक बीन भइ बाटइ तउ हमका सावधान रहइ चाही कि तोहरे म स कउनउ अनुपयुक्त सिद्ध न होइ। 2 काहेकि हमकउ ओनही क समान सुसमाचार क उपदेस दीन्ह गवा बा। मुला जउन उपदेस ओ पचे सुनेन ह, उ ओनके बरे बेकार बा। काहेकि उ पचे जब ओका सुनेन तउ एका बिसवास क साथे धारण नाहीं किहेन। 3 अब देखा, हम तउ जउन बिसवासी अही ओह बिस्राम मँ प्रवेस पाए अही। जइसेन कि परमेस्सर कहे भी बाटइः“क्रोध मँ मइँ इही स तब सपथ लइके कहे रहेउँ, ‘इ पचे कबहुँ बिस्रामे मँ मोरे नाहीं सामिल होइहीं।”‘ भजन संहिता 95:11जब संसार क सृस्टी करइ क बाद ओकर काम पूरा होइ गवा रहा। 4 उ सतवाँ दिना क सम्बन्ध मँ एन सब्दन मँ कहूँ पवित्तर सात्तरन मँ कहा बाटइ “अउर फिन सतवें दिना आपन सभन कामन स परमेस्सर तउ बिस्राम लिहेस।” 5 अउर फिन उपरोक्त सन्दर्भ मँ भी उ कहत ह, “उ पचे कबहुँ बिस्राम मँ मोर न सामिल होइहीं।” 6 जेनका पहिले सुसमाचार सुनावा गवा रहा आपन अनाज्ञाकारिता क कारण उ तउ बिस्राम मँ प्रवेस नाहीं पाइ सकेन मुला अउरन क बरे बिस्राम क दुवार अबऊ खुला बा। 7 इही बरे परमेस्सर तउ फिन एक बिसेस दिन निस्चित किहेस अउर ओका नाउँ दिहेस, “आजु” कछू बरसन क बाद दाऊद क द्वारा परमेस्सर तउ उ दिन क बारे मँ पवित्तर सास्तर मँ बताए रहा। जेकर उल्लेख हम अबहीं किहे रहेः“आज अगर ओकर सुना आवाज, न करा आपन हिरदय क जड़।” भजन संहिता 95:7-8 8 अतः अगर यहोसु ओनका बिस्रामे मँ लइ गवा होत तउ परमेस्सर बाद मँ कउनउ अउर दिना क बारे मँ न बतउतइ। 9 तउ खैर जउन भी होइ परमेस्सर क भक्तन क बरे एक वइसी बिस्रन्ति रहत अहइ जइसेन बिस्रान्ति सातवें दिना परमेस्सर क रही। 10 काहेकि जउन कउनो परमेस्सर क बिस्रान्ति मँ प्रवेस करत ह, अपने करमन स बिस्रान्ति पाइ जात ह। वइसेन ही जइसेन परमेस्सर तउ अपने करमन स बिस्रान्ति पाइ लिहेस। 11 तउ आवा हमहूँ ओह बिस्रान्ति मँ प्रवेस पावइ क बरे हर एक प्रयत्त करीं। ताकि ओकर अनाज्ञाकारिता क उदाहरण क करत भए कउनो क पतन न होइ। 12 परमेस्सर क बचन त सजीव अउर क्रियासील बा, उ कउनो दुधारी तलवार से भी जियादा पैना बा। उ आतिमा अउर प्राण, संधियन अउर मज्जा तलक मँ गहिरा बेध जात ह। उ मनक, क वृत्तियन अउर बिचारन क परख लेत ह। 13 परमेस्सर क दिस्टी स एह समूचे सृस्टि मँ कछू भी ओझल नाहीं बाटइ। ओकरे आँखिन क सामने जेका हमका लेखा-जोखा देइ क बा, हर चीज बिना कउनो आवरण क उघड़ी हुई बाटइ। 14 एह बरे काहेकि परमेस्सर क पूत ईसू एक अइसेन महान महायाजक अहइ, जउन सरगे मँ स होइके गवा अहइ तउ हमका अपने अंगीकृत अउर घोसित बिसवास क दृढ़ता क साथे थामे रखइ चाही। 15 काहेकि हमरे लगे जउन महायाजक अहइ, उ अइसेन नाहीं अहइ जउन हमार कमजोरी क साथे सहनुभूति न रख सकइ। ओका हर तरह स वइसेन ही परखा गवा बा जइसेन हमका फिन भी हमेसा पाप रहित बा। 16 त फिन आवा हम भरोसा क साथे अनुग्रह पावइ परमेस्सर क सिंहासन कइँती बढ़ी ताकि जरूरत पड़इ प हमार सहायता क बरे हम दया अउर अनुग्रह क पाइ सकी।
Hebrews 5:1 हर एक महायाजक मनइयन स ही चुना जात ह। अउर परमात्मा सम्बन्धी बिसयन मँ लोगन क प्रतिनिधित्व करइ क बरे नियुक्त कइ जात ह ताकि उ पापन क बरे भेंट य बलिदान चढ़ावइ। 2 काहेकि उ खुद भी कमजोरन क अधीन अहइ, इही बरे उ न समझन अउर भटकन भएन क साथे कोमल व्यवहार कइ सकत ह। 3 इह बरे ओका अपने पापन क बरे अउर वइसेन लोगन क पापन क बरे बलिदान चढ़ावइ पड़त ह। 4 एह सम्मान क कउनो अपने प नाहीं लेत। जइसेन कि हारून क समान परमेस्सर कइँती स ठहरावा न जात। 5 इही तरह मसीह तउ महायाजक बनइ क महिमा क खुद ग्रहण नाहीं किहेस बल्कि परमेस्सर तउ ओसे कहेस,“तू अहा मोर पूत बना हउँ आजु, मइँ तोहार पिता।” भजन संहिता 2:7 6 अउर एक उ स्थान प उहउ कहत ह,“तू अहा एक सास्वत याजक, मलिकिसिदकक जइसा।” भजन संहिता 110:4 7 ईसू तउ एह धरती पे क जीवन काल मँ जउन ओका मउत स बचाइ सकत ह, ऊँचे सुर मँ पुकारत भए अउर रोबत भए ओसे सबइ पराथना अउर सब बिनती किहे रहा अउर आदरपूर्ण समर्पण क कारण ओकर सुनी गइ। 8 जद्यपि उ ओकर बेटवा रह फिन भी जातना झेलत हुए उ आज्ञा क पालन करइ सीखेस। 9 अउर एक दाई सम्पुर्ण बनि जाइ प उ सब क बरे जउन ओकरी आज्ञा क पालन करत हीं उ अनन्त छुटकारा क स्रोत बनि गवा। 10 अउर परमेस्सर क जरिये मलिकिसिदक क परम्परा मँ ओका महायाजक बनावा गवा। 11 एकरे बारे मँ हमारे लगे कहइ क बहुत कछू बा, प ओकर ब्याख्या कठिन बा काहेकि तोहार समझ बहुत धीमी बाटइ। 12 सही मँ एह समइ तलक तउ तोहे सबन क सिच्छा देइ वाला बनि जाइ चाही रहा। परन्तु तोहे पचन क तउ अबहिं कउनउ अइसेन मनई क जरूरत बा जउन तोहे सबन क नवा सिरे स परमेस्सर क उपदेस क आरम्भिक बात ही सिखावइ। तोहे सबन क तउ बस अबहिं दूध ही चाही ठोस आहार नाहीं। 13 जउन अबहीं दुध-मुँहा बच्चा ही अहइँ ओका धरम क बचन क पहिचान नाहीं होत। 14 मुला ठोस आहार तउ ओन बड़न क बरे होत ह जे अपने आत्मिक दृस्टि क प्रसिच्छन स भला-बुरा मँ पहिचान करब सीख लिहे अहइँ।
Hebrews 6:1 अतः आवा, मसीह सम्बन्धी आरम्भिक सिच्छा क छोड़िके हम मजबूती कइँती बढ़ी हमका ओन बातन कइँती अउर न बढ़इ चाही जइसेन हम सुरुआत कीन्ह जइसेन मउत कइँती लइ जाइवाला करमन क बरे मनफिराव, परमेस्सर मँ बिसवास, 2 बपतिस्मावनक सिच्छा, हाथ रखइ, मरइ क बाद फिन स जी उठइ अउर उ निआव जइसेन हमार भावी अनन्त जीवन निस्चित होई। 3 अउर अगर परमेस्सर चाहे तउ हम अइसेन ही करबइ। 4 जेनका एक बार प्रकास मिली चुका अहइ, जउन सर्गीय बरदान क अस्वादन कइ चुका होइँ, जउन पवित्तर आतिमा क सहभागी होइ गवा अहइँ जउन परमेस्सर क बचन क उत्तिमताई अउर आवइवाला जुग क सक्तियन क अनुभव कइ चुका अहइँ, अगर उ भटकि जाइँ तउ ओनका मनफिराव कइँती लउटाइ लेब असम्भव बा। उ पचे जइसेन अपने ढंग स नवा सिरे स परमेस्सर क पूत क फिन स क्रूस पचढ़ाएन अउर ओका सबक सामने आपमान क बिसय बनाएन। 5 6 7 उ लोग अइसेन धरती क जइसेन अहइँ जउन हमेसा होइवाली बरखा क जल क सोख लेत ह, अउर जोतइ-बोवइवालन क बरे उपयोगी फसल प्रदान करत ह, उ परमेस्सर क असीस पावत ह। 8 मुला अगर उ जमीन प कांटा अउर गोखरु उपजावत ह, तउ उ बेकार कअहई। अउर ओका अभिसप्त अहइ क भय बा। अंत मँ ओका जलाइ दीन्ह जाई। 9 पिआरे दोस्तन, चाहे हम एह तरह कहित ह मुला तोहरे बारे मँ हमका अइसेन अच्छी बातन क बिसवास बा-बातन जउन उद्धार स सम्बन्धित बाटिन। 10 तू ओनके सब जन क सहायता कइके अउर हमेसा सहायता करत भए जउन पिरेम दरसाए अहा ओका अउर तोहार दूसरे कामन क परमेस्सर कबहुँ न भुलाई। उ अन्यायी नाहीं अहइ। 11 हम चाहित ह कि तोहमाँ स हर कउनो जीवन भर अइसेन ही दिन भर मेहनत करत रहइ। अगर तू अइसेन करत ह तउ तू निच्चित ही ओका पाइ जाब्या तू आसा करत रहे अहा। 12 हम इ नाहीं चाहित कि तू आलसी होइ जा। बल्कि तू ओनकर अनुकरण करा जउन बिसवास अउर धीरज क साथे ओन्हन चीजन क पावत अहइँ जेनका परमेस्सर तउ बचन दिहे रहा। 13 जब परमेस्सर इब्राहीम स प्रतिज्ञा किहे रहा, तब काहेकि खुद ओसे बड़का कउनो अउर नाहीं रहा, जेकर सपथ लीन्ह जाइ सकइ, इही बरे आपन सपथ लेत भवा। 14 उ कहइ लाग, “निस्चित ही मइँ तोहका आसीर्वाद देबइ अउर मइँ तोहका कइयउ बंसज भी देबइ।” 15 अउर एह तरह इब्राहीम धीरज क साथे बाटे जोहइके बाद उ इ पाएस जेकर उ प्रतिज्ञा कीन्ह गइ रही। 16 लोग ओकर सपथ लेतहीं जउन कउनो ओसे महान होत ह अउर उ सपथ सबहिं तर्क-बितर्कत क अन्त कइके जउन कछू कहा जात ह, ओका पक्का कइ देत ह। 17 परमेस्सर एका ओन्हा पंचन क बरे, कुल तरह स्पस्ट कइ देइ चाहत रहा, जेका ओन्हे पावइ क रहा, जेका देइ क उ प्रतिज्ञा किहे रहा कि उ अपने प्रयोजन क कबहुँ न बदलइ। इही बरे अपने बचन क साथे उ आपन सपथ क जोड़ दिहेस। 18 तउ फिन हियाँ दुइ बात-हइऩ ओकर प्रतिज्ञा अउर ओकर सपथ-जउन कबहुँ नाहीं बदल सकतिन अउर जेकरे बारे मँ परमेस्सर कबहुँ झूठ नाहीं कहि सकत। इही बरे हम जउन परमेस्सर क लगे सुरच्छा पावइ क आइ अहइ अउर जउन आसा उ हमका दिहे अहइ, ओका थामे भए हई, अउर जियादा उत्साहित अही। 19 इ आसा क हम आतिमा क सुदृढ़ अउर सुनिस्चित लंगर क रूप मँ धरे अही। इ परदा क पीछे भित्तर स भित्तर अन्तरतम तलक पहुँचत ह। 20 जहाँ ईसू तउ हमरे कइँती स हमसे पहिले प्रवेस किहेस। उ मलिकिसिदक क परम्परा मँ सदा हमेसा क बरे महा याजक बनि गवा।
Hebrews 7:1 इ मलिकिसिदक सालेम क राजा रहा अउर सर्वोच्च परमेस्सर क याजक रहा। जब इब्राहीम राजा लोगन क पराजित कइके लउटत रहा त उ इब्राहीम स मिला अउर ओका आसीर्बाद दिहेस। 2 अउर इब्राहीम तउ ओका उ सब कछू मँ स जउन उ युद्ध मँ जीते रहा ओकर दसवाँ भाग प्रदान किहेस (ओकरे नाउँ क पहिला अर्थ अहइ, “धार्मिकता क राजा” अउर फिन ओकर इ अर्थ अहइ, “सालेम क राजा” मतलब “सान्ति क राजा।”) 3 ओकरे पिता या ओकरी महतारी अउर ओकरे पूर्वजन क कउनो इतिहास नाहीं मिलत ह। ओकर जन्म अउर मउत क कहुँ कउनउ उल्लेख नाहीं बा। परमेस्सर क पूत क समान ही उ हमेसा-हमेसा क बरे याजक बना रहत ह। 4 तनिक सोचा, उ केतॅना महान रहा। जेका कुल प्रमुख इब्राहीम तलक तउ अपने प्राप्ति क दसवाँ भाग दिहे रहा। 5 अब देखा व्यवस्था क अनुसार लेवी बंसज जउन याजक बनत हीं लोगन स मतलब अपनी ही भाइयन स दसवाँ भाग लेइँ। जद्यपि ओनकर उ सबइ भाई इब्राहीम क बंसज अहइँ। 6 फिन उ मलिकिसिदक जउन लेवी भी नाहीं रहा, इब्राहीम स दसवाँ भाग लिहेस। अउर उ इब्राहीम क आसीर्बाद दिहेस जेकरे लगे परमेस्सर क प्रतिज्ञा रही। 7 एहमाँ कउनउ संदेह नाहीं रहा कि जउन आसीर्बाद देत ह उ आसीर्बाद लेइवाला स बड़ा होत ह। 8 जहाँ तलक लेवियन क प्रस्न बा, ओहमाँ दसवाँ भाग ओन्हन मनइयन द्वारा एकट्ठा कीन्ह जात ह, जउन मरणसील हयेन मुला मलिकिसिदक क जहाँ तलुक प्रस्न बा दसवाँ भाग ओकरे दुवारा एकत्र कीहा जात ह, जउन पवित्तर सास्तर क अनुसार अबहुँ जिन्दा अहइँ। 9 तउ फिन कउनो इहाँ तलक कहि सकत ह कि उ लेवी जउ न दसवाँ भाग एकट्ठा करत ह, उ इब्राहीम क जरिये दसवाँ भाग प्रदान कइ दिहेस। 10 काहेकि जब मलिकिसिदक इब्राहीम स मिला रहा, तबउ लेवी अपने पर्वजन क सरीर मँ वर्तमान रहा। 11 अगर लेवी सम्बन्धी याजकता द्वारा पूर्णता पाइ जाइ सकत काहेकि इही क अधार प लोगन क व्यवस्था दीन्ह गवा रहा। त कउनो दुसर याजक क आवइ क जरूरत इ का रही? एक अइसेन याजक क जउन मलिकिसिदक क परम्परा क होइ, न कि हारून क परम्परा क। 12 काहेकि जब याजकता भी बदलत ह, तउ व्यवस्था मँ भी परिवर्तन होइ चाही। 13 जेकरे बिषय मँ इ सबइ बात कही गइ बाटिन, उ कउनो दुसरे गोत्र क अहइ, अउर ओह गोत्र क कउनो मनई कबहुँ वेदी क सेवक नाहीं रहा। 14 काहेकि इ तउ स्पस्ट इ बा कि हमार पर्भू यहूदा क बंसज रहा अउर मूसा तउ ओह-गोत्र क बरे याजकन क बारे मँ कछू नाहीं किहे रहा। 15 अउर जउन कछू हमहूँ कहे हई अउर उ स्पस्ट बा कि मलिकिसिदक क जइसेन एक दुसर याजक प्रकट होत ह। 16 उ आपन वंसावली क नियम क आधार प नाहीं बल्कि एक अनन्त जीवन क सक्ती क आधार प याजक बना अहइ। 17 काहेकि घोसित कीन्ह गवा रहा, “तू अहा एक याजक सास्वत मलिकिसिदक क जइसा।” 18 पहिला नियम एह बरे रद्द कइ दीन्ह गवा काहेकि उ कमजोर अउर बेकार रहा। 19 काहेकि व्यवस्था तउ कउनो क सम्पूर्ण सिद्ध नाहीं किहेस अउर एक अच्छी आसा क सूत्रपात किन्ह गवा जेकरे द्वारा हम परमेस्सर क लगे खिंचित ह। 20 इ बात भी महत्वपूर्ण बा कि परमेस्सर तउ ईसू क सपथ क द्वारा महायाजक बनाए रहा। जबकि अउरन क बिना सपथ कउनो महायाजक बनावा गवा रहा। 21 मुला ईसू तब एक सपथ स याजक बना रहा, जब परमेस्सर तउ ओसे कहे रहा,“पर्भू तउ लिहे अहइ सपथ अउर उ कबहुँ नाहीं बदली निज मत ‘तू अह एक ठु याजक सास्वत।” भजन संहिता 110:4 22 इ सपथ क कारण ईसू एक अउर अच्छा करार क जमानत बन गवा बा। 23 अब देखा। अइसेन बहुत स याजक हुआ कतत हीं जेन्हे मउत तउ अपने गोड़े प नाहीं बनइ रहइ दिहेस। 24 मुला काहेकि ईसू अमर अहइ, इही बरे ओकर याजकपन भी हमेसा-हमेसा बना रहइवाला अहइ। 25 अतः जउन लोग ओकरे द्वारा परमेस्सर तक पहुँच हीं, उ ओनकर हमेसा क बरे उद्धार करइ मँ समर्थ अहइ, काहेकि उ ओनकर मध्यस्थता क बरे ही हमेसा जिअत ह। 26 अइसेन ही महायाजक हमार जरूरतन क पूरा कइ सकत ह, जउन पवित्तर होइ, दोस रहित होइ, सुद्ध होइ, पापियन क प्रभाऊ स दूर रहत होइ, सरग से भी जेका ऊँचा उठावा गवा होइ। 27 जेकरे बरे दुसर याजकन क समान इ जरूरी न अहइ कि उ दिन प्रतिदिन पहिले अपने पापन क बरे अउर फिन लोगन क पापन क बरे बलिदान चढ़ावइ। उ तउ हमेसा-हमेसा क बरे ओनके पापन ओनके पापन क बरे खुद अपने आप क बलिदान कइ दिहेस। 28 काहेकि व्यवस्था दुबर्ल लोगन क याजक क रूप मँ नियुक्त किहेस। मुला सपथ क बचन व्यवस्था क बाद आवा, उस बचन क द्वारा परमेस्सर बेटवा क महायाजक क रूप मँ नियुक्त किहेस जउन हमेसा हमेसा क बरे पूरा बनि गवा।
Hebrews 8:1 जउन कछू हम कहत अही कि, ओकर मुख्य बात इ बाः निस्चय ही हमरे लगे एक अइसा महायाजक बा जउन सरगे मँ ओह महा महिमावान क सिंहासन क दहिने हाथ बिराजमान अहइण 2 उ ओह पवित्तर गर्भ गृह मँ यानी स्वर्गिक रावटी, मँ जेका परमेस्सर तउ स्थापित किहे रहा, न कि मनई, सेवा क काम करत ह। 3 हर एक महायाजक क एह बरे नियुक्त कीन्ह जात ह उ भेंटन अउर बलिदानन-दुन्नऊ क ही अर्पित करइ। अउर इही बरे एह महायाजक क बरे भी जरूरी रहा कि ओकरे लगे भी चढ़ावा क बरे कछू होइ। 4 अगर उ धरती प होत तउ उ याजक नाहीं होइ पावत काहेकि उहाँ पहिलेन स ही अइसेन मनई अहइँ जउन व्यवस्था क अनुसार भेंट-चढ़ावत हीं। 5 पवित्तर आराधना स्थान मँ ओनकर सेवा-आराधना सरगे क यथार्थ क एक छाया नकल अहइ। इही बरे जब मूसा पवित्तर रावटी क निर्माण करइवाला रहा, तबइ ओका चेतावनी दइ दीन्ह गइ रहीः “ध्यान रहइ कि तू हर चीज ठीक उही प्रतिरूप क अनुसार बनावा जउन तोहका पर्वत प देखावा गवा रहा।” 6 मुला जउन सेवा काम ईसू क मिला बा, उ ओनके सेवा काम स स्रेस्ठ बा। काहेकि उ जेह करार क मध्यस्थ अहइ उ पुरान करारस भी उत्तिम अहइ अउर उत्तिम चीजन क सबइ प्रतिज्ञा प अधारित बा। 7 काहेकि अगर पहिला करार मँ कउनउ खोट नाहीं होत तउ दुसरे करार क बरे कउनउ स्थान इ नाहीं रही जात। 8 मुला परमेस्सर क ओन्हन लोगन मँ खोट मिला उ कहेसः“पर्भू घोसित करत ह, आवत अहइ उ समइ करबइ, जब मइँ इस्राएल क घराना स यहूदा क घराना स एक नवा करार 9 इ करार होई न वइसेन जइसेन किहे रहेउँ मइँ ओनके पूर्वजन क साथ ओह समइ जब मइँ ओनकर हाथ मिस्र स निकाल लइयावइ बरे पकड़े रहेउँ काहेकि पर्भू कहत ह, उ मोरे करार मँ बिसवास नाहीं रखत मइँ ओनसे मुहँ फेर लिहेउँ। 10 इ बा उ करार जेका मइँ इस्राएल क घराना स करबइ। अउर फिन ओनके बाद पर्भू घोसित करत ह ओनके मन मँ निज व्यवस्था बसउबइ मइँ ओनके हिरदय प लिखि देबइ मइँ ओनका परमेस्सर बनबइ अउर उ मोर जन होइहीं। 11 फिन तउ कबहुँ कउनो जन अपने पड़ोसी क, अइसेन न सिखावइ या कउनो जन न अपने भाइयन स कबहुँ कही तू पर्भू क पहचाना। काहेकि तब त ओ सभन छोट से लइ के बड़न से बड़न मोका जनिहीं तलक। 12 काहेकि मइँ ओनके दुस्ट करमन क छमा करबइ अउर कबहुँ ओनके पापन क याद न रखबइ।” यिर्मयाह 31:31-34 13 एह करार क नवा कहिके उ ओनसे पहिले क व्यवहार क अयोग्य ठहरायेस। अउर जउन पुरान पड़त अहइ अउर व्यवहार क अयोग्य अहइ, उ त फिन जल्दी ही लुप्त होइ जाई।पुराने करार क आराधना
Hebrews 9:1 अब देखा पहिले करार मँ ही आराधना क नियम रहेन। अउर एक मनई क हाथन क बना आरा़धना घर भी रहा। 2 एक रावटी बनाइ गइ रही जेकरे पहिले कच्छ मँ दीपाधार रहेन, मेज रहिन, अउर भेंट क रोटी रही। एका पवित्तर स्थान कहा जात रहा। 3 दुसरे परदा क पीछे एक अउर कमरा रहा जेका परम पवित्तर कहा जात बा। 4 एहमन सुगंधित सामग्री क बरे सोना क वेदी अउर सोना क मढ़ी करार क पेटी रही। एह पेटी मँ सोना क बना पन्ना क एक पात्र रहा, हारून क उ छड़ी रही जेह पर कोपल फूटी रही अउर करार क पाथर क पतरा रहेन। 5 पेटी क ऊपर परमेस्सर क महिमामय उपस्थिति क प्रतीक यानि करूब बना रहेन जउन छमा क स्थान पर छाया क करत रहेन। मुला एह समइ हम इन बातन क बिस्तार क साथे चर्चा नाहीं कइ सकित। 6 सब कछू क एह तरह व्यवस्थित होइ जाइ क बाद याजक बाहरी कच्छ मँ प्रति दिन प्रवेस कइके आपन सेवा क काम करइ लागेन। 7 मुला भीतर कच्छ मँ केवल महाजाजक ही प्रवेस करत रहा अउर उहऊ साल मँ एक दाई। उ बिना ओह लहू क कबहुँ प्रबेस नाहीं करत रहा जेका उ खुद अपने द्वारा अउर लोगन क द्वारा अनजाना मँ कीन्ह गए पापन क बरे भेंट चढ़ावत रहेन। 8 एकरे द्वारा पवित्तर आतिमा इ दरसावा करत रहा कि जब तलक अबहिं पहिली रावटी खड़ी भई बा, तब तलक परम पवित्तर स्थान क रस्ता उजागर नाहीं होइ पावत। 9 इ आजु क जुग क बरे एक प्रतीक अहइ जउन इ दरसावत ह कि भेंट अउर बलिदान जेका अर्पित कीन्ह जात बा, आराधना करइवालन क चेतना क सुद्ध नाहीं कइ सकत। 10 इ सबइ तउ बस खाइपिअइ अउर कइयउ पर्व बिसेस-स्थानन क बाहेर क नियम अहइँ अउर नइ व्यवस्था क समई तक क बरे ही इ लागू होत हीं। 11 मुला अब मसीह इ अउर अच्छी व्यवस्था क, जउन अब हमरे लगे बा, महायाजक बनिके आइ गवा बा। उ ओह जियादा अच्छी अउर पूरी रावटी मँ स होइ क प्रवेस किहेस जउन मनइयन क हाथन क बनाइ भइ नाहीं रही। मतलब जउ सांसारिक नाहीं बा। 12 बकरन अउर बछड़न क लहू क लइके उ प्रवेस नाहीं किहे रहा बल्कि सदा हमेसा क बरे भेंट सरूप अपने ही लहू क लइके परम पवित्तर स्थान मँ ओकर प्रवेस भवा रहा। एह तरह उ हमरे बरे पापन स सदा काल क छुटकारा सुनिस्चित कइ दिहे बा। 13 बकरन अउर साँड़न क खून अउर बछिया क भभूत क ओनपइ छिड़का जाब, असुद्धन क सुद्ध बनावत ह ताकि उ सबइ बाहरी तउर प स्वच्छ होइ जाइँ। 14 जब इ सच बा तउ मसीह क लहू केतॅना प्रभावसाली होइ। उ अनन्त आतिमा क द्वारा अपने आपक एक पूरी तरह बलि क रूप मँ परमेस्सर क समपर्ति कइ दिहेस। तउन ओनकर लहू हमरे चेतना क ओन्हन करमन स छुटकारा देवाई जउन मउत क ओर लइ जात हीं ताकि हम सजीव परमेस्सर क सेवा कइ सकी। 15 इही कारण स मसीह एक नवा करार क बीचउलिया बना ताकि जेनका बोलावा गबा बा, उ उत्तराधिकार क अनन्त आसीर्बाद पाई सकइँ जेनकर परमेस्सर तउ प्रतिज्ञा किहे रहा। अब देखा, पहिले करार क अधीन कीन्ह गएन पापन स ओन्हे छुटकारा दियावइ क बरे फिरौती क रूप मँ उ आपन प्रान तलक दइ चुका अहइ। 16 जहाँ तलक बसीयतनामा क प्रस्न बा, तउ ओकरे बरे जे ओका लिखे अहइ, ओकरी मउत क प्रमाणित कीन्ह जाब जरुरी बाटइ 17 काहेकि कउनउ बसीयतनामा केवल तबहिं प्रभावी होत ह जब ओका लिखइवालन क मउत होइ जात ह। जब तलक ओका लिखइवाला जिन्दा रहत ह, उ कबहुँ प्रभावी नाहीं होत । 18 इही बरे पिहला करार भी बिना एक मउत अउर लहू क गिराए स काम सुरु नाहीं कीन्ह गवा। 19 मूसा जब व्यवस्था क प्रत्येक आदेस क सब लोगन क घोसना कइ चुका तउ उ जल क साथे बकरन अउर बछड़न क लहु क लाल ऊन अउर हिसप क टहनियन स चर्म पत्रन अउर सभन लोगन पे छिड़क दिहे रहा। 20 उ कहे रहा, “इ उ करार क लहू अहइ, परमेस्सर जेकरे पालन क आज्ञा तोहे सबन क दिहे अहइ।” 21 उ इही तरह रावटी आराधना उत्सव मँ काम आवइवाली सब चीज प लहू छिड़के रहा। 22 सही या व्यवस्था चाहत ह कि अक्सर हर चीज क लहू स सुद्ध कीन्ह जाइ। अउर बिना लहू बहाए छमा हई या नाहीं ही बाटइ। 23 त फिन इ जरूरी बा कि चीजन जउन सरगे क प्रतिकृति बाटिन, ओन्हे पसुवन क बलिदान स सुद्ध कीन्ह जाइ मुला सरग क चीजन त एनहुँन स अच्छी बलिदानन स सुद्ध कीन्ह जाइ क अपेच्छा करत ह। 24 मसीह तउ मनइयन क हाथन क बना परम पवित्तर स्थान मँ, जउन सच्चा परम पवित्तर स्थान क एक प्रतिकृति मात्र रहा, प्रवेस नाहीं किहेस। उ तउ खुदइ सरग मँ ही प्रवेस किहेस ताकि अब उ हमरे ओर स परमेस्सर क उपस्थिति म प्रकट होइ। 25 अउर नाहीं तउ आपन फिन-फिन बलिदान चढ़ावइ क बरे उ सरगे मँ ओह तरह प्रवेस किहेस जइसेन महायाजक उ लहू क साथे, जउन ओकर आपन नाहीं बा, परन पवित्तर स्थान मँ हर साल प्रवेस करत ह। 26 नाहीं त फिन मसीह क सृस्टि क आदि स ही कइयउ दाई जातना झेलइ क पड़त। मुला अब देखा, इतिहास क चरम बिन्दु पर आपन बलिदान क द्वारा पापन क नास करइ क बरे उ हमेसा हमेसा क बरे एक्कइ बार प्रकट होइ गवा अहइ। 27 जइसे एक बार मरब अउर ओकरे बाद निआव क सामना करब मनई क नियति बा 28 तउन वइसेन मसीह क, एक्कइ बार कइयउ मनइयन क पापन क हरि लेइ क बरे बलिदान कइ दीन्ह गवा। अउर उ पापन क बहन करइ क बरे नाहीं बल्कि जउन ओकर बाट जोहत अहइँ, ओनके बरे उद्धार लियावइ क फिन दुसरी दाई प्रकट होइ।
Hebrews 10:1 व्यवस्था त आवइवाली अच्छी बातन क छाया मात्र प्रदान करत ह। अपने आप मँ उ बात यर्थाथ नाहीं हइन। इही बरे उही बलियन क द्वारा जेन्हे हमेसा हर बरिस अनन्त रूप स दीन्ह जात रहत ह, आराधना क बरे लगे आवइवालन क हमेसा-हमेसा क बरे पूरा सिद्ध नाहीं कीन्ह जाइ सकत। 2 अगर अइसेन होइ पावत तउ का ओनकर चढ़ावा जाब बन्द न होइ जात? काहेकि फिन तउ आराधना करइवालन एक ही इ बार मँ सदा-हमेसा क बरे पवित्तर होइ जातेन। अउर आपने पापन क बरे फिन कबहुँ खुद क अपराधी न समझतेन। 3 मुला उ बलिदान तउ बस पापन क एक बरस भरे क स्मृति मात्र अहइँ। 4 काहेकि साँड़न अउर बकरन क लहू पापन क दूर कइ देइ, इ सम्भव नाहीं बा। 5 इही बरे जब मसीह एह जगत मँ आइ रहा तउ उ कहे रहाः“तू बलिदान अउर कउनउ भेंट नाहीं चाह्या, मुला मोरे बरे एक देह तइयार किहा। 6 तू नाहीं कउनउ दग्ध भेंटन स न तउ पाप भेंटन स खुस भया। 7 तब फिन मइँ कहे रहेउँ, ‘किताबे मँ मोर बरे इ लिखा भी बा मइँ इहाँ अहइ। हे परमेस्सर तोहार इच्छा पूरा करइ क आइ हउँ।”‘ भजन संहिता 40:6-8 8 उ पहिलेन कहे रहा, “बलिदान अउर भेंटन, दग्ध भेंटन अउर पाप भेंटनन तउ तू चाहत अहा अउर न तउ तू ओसे खुस होत ह।” (यद्यपि व्यवस्था इ चाहत ह कि उ सबइ चढ़ाइ जाइँ) 9 तब उ कहे रहा, “मइँ इहाँ अहउँ। मइँ तोहार इच्छा पूरी करइ आई हउँ।” त उ दुसरे व्यवस्था क स्थापित करइ क बरे, पहिली क रद्द कइ देत ह। 10 तउन परमेस्सर क इच्छा स एक बार ही हमेसा-हमेसा क बरे ईसू मसीह क देह क बलिदान द्वारा हम पवित्तर कइ दिन्ह गएन। 11 हर याजक एक दिना क बाद दुसरे दिन खड़ा होइके अपने धार्मिक कारज क पूरा करत ह। उ पचे फिन-फिन एक जइसेन ही उ बलि चढ़ावत हीं जउन पापन क कबहुँ दूर नाहीं कइ सकतेन। 12 मुला याजक क रूप मँ मसीह तउ पापन क बरे, हमेसा क बरे एक्कइ बलि चढ़ाइके परमेस्सर क दहिने हाथ जाइ बइठा। 13 अउर उही समइ स ओका अपने विरोधियन क ओकरे चरण क चौकी बनाइ दीन्ह जाइ क प्रतीच्छा बा। 14 जउन पवित्तर कीन्ह जात अहइ, ओनका हमेसा-हमेसा क बरे पूरा सिद्ध कइ दिहेस 15 एकरे बरे पवित्तर आतिमा हमका साच्छी देत ह। पहिले उ बतावत हः 16 ‘इ अहइ उ करार जेका मइँ ओनसे करबइ। अउर फिन ओकरे बाद पर्भू घोसित करत निज व्यवस्था मइँ ओनकइ हिरदइ मँ बसबउबइ ओनके मने पर लिखी देबइ.” यिर्मयाह 31:33 17 उ इहउ कहत हः“ओनके पापन अउर ओनके दुस्करमन क अब मइँ कबहुँ यादत रखब।” यिर्मायाह 31:34 18 अउर फिन जब पाप छमा कइ दीन्ह गएऩ त पापन क बरे कउनो बलिदान क कउनउ जरूरत रही ही नाहीं। 19 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, काहेकि ईसू क लहूक द्वारा हमका ओह परम पवित्तर स्थान मँ प्रवेस करइ क निडर भरोसा बा। 20 जेका उ परदा क द्वारा, मतलब जउन ओकर सरीरइ, अहइ, एक नवा अउर सजीव रस्ता क माध्यम स हमरे बरे खोलि दिहे अहइ। 21 अउर काहेकि हमरे लगे एक अइसेन महान याजक अहइ जउन परमेस्सर क घराना क अधिकारी अहइ। 22 तउ फिन आवा, हम सच्चे हिरदइ, निस्चितपूर्ण बिसवास आपन अपराधपूर्ण चेतना स हमका सुद्ध करइ क बरे कीन्ह गए छिड़क भी स युक्त अपने हिरदइ क लइके सुद्ध जल स धोवा भए अपनेे सरीरन क साथे परमेस्सर क लगे पहुँचाय अही। 23 तउ आवअ जेह आसा क हम अंगीकार किहे हई, हम अडिग भाउ स ओह पर डटा रही काहेकि जे हमका बचन दिहे अहइ, उ बिसवासपूर्ण बा। 24 अउर आवा हम धियान रखी कि हम पिरेम अउर अच्छा करमन क बरे एक दुसरे क कइसेन बढ़ावा दइ सकित ह। 25 हमरे सबइ सभा मँ आउब जिन छोड़ा। जइसेन कि कछून क तउ उहाँ न आवइ क आदत ही पड़ि गइ बा। बल्कि हमका तउ एक दूसरे क बलवान करइ चाही। अउर जइसेन कि तू देखत अहा कि उ दिन लगे आवत बा-तउन तोहे इ अउर जियादा करइ चाही। 26 सत्य क गियान पाइ लेइके बाद उ अगर हम जानबूझ क पाप करित ही रहित ह फिन तउ पापन क बरे कउनउ बलिदान बचा नाहीं रहत। 27 बल्कि फिन त निआव क भयानक प्रतीच्छा अउर भीसण आगी बाकी रहि जात ह जउन परमेस्सर क बिरोधियन क चट कइ जाई। 28 जउन कउनउ मूसा क व्यवस्था क पालन करइ स मना करत ह, ओका बिना दया देखाए दुइ या तीन साच्छियन क साच्छी प मारि डावा जात ह। 29 सोचा, उ मनइयन केतना जियादा कड़ा दंड क पात्र अहइँ, जे अपने गोड़न तले परमेस्सर क पूत क कुचलेन, जे करार क उ लहू के, जे ओनका पवित्तर किहे रहा, एक अपवित्तर चीज मानेन अउर अनुग्रह क आतिमा क अपमान किहेन। 30 काहेकि हम ओनका जानित ह जे कहे रहेने, “बदला लेब काम बा मोर, मइँ हीं बदला लेब”अउर फिन, “पर्भू अपने लोगन क निआव करी” 31 कउनो पापी क सजीव परमेस्सर क हाथन मँ पड़ि जाब एक भयानक बात अहइ। 32 आरम्भ क उ दिनन क याद करा जब तू प्रकास पाए रह्या, अउर ओकरे बाद जब तू कस्टन क सामना करत भए कठोर संघर्स मँ मजबूती क साथे डटा रह्या। 33 तब कबहुँ तउ सब लोगन क सामने तोहे अपमानित कीन्ह गवा अउर सताया गवा अउर कबहुँ जेनके साथे अइसेन बर्ताव कीन्ह जात रहा, तू ओनकर साथ दिह्या। 34 तू, जउन बन्दीघरे मँ पड़ा रह्या, ओनसे सहानुभूति क अउर अपने सम्पत्ति क जब्त कीन्ह जाब सहर्स स्वीकार किह्या काहेकि तू इ जानत रह्या कि खुद तोहरे अपने लगे अच्छी अउर टिकाऊ सम्पत्तियन बाटिन। 35 तउन अपने साहस बिसवास क जिन तियागा काहेकि एकइ भरपूर प्रतिफल दीन्ह जाई। 36 तोहे धीरज क जरुरत बा ताकि तू जब परमेस्सर क इच्छा पूरी कइ चुका तउ जेकर बचन उ दिहे अहइ, ओका तू पाइ सका। 37 काहेकि बहुत जल्दी ही,“जेका आवइ क बा, उ जल्दी ही आई, अउर देर नाहीं करी। 38 मोर धर्मी जन जउने बिसवास स अउर अगर उ पीछे हटी तउ मइँ ओनसे खुस न रहबइ।” हबकूक 2:3-4 39 मुला हम ओनसे नाहीं हई जउन पीछे हटत हीं अउर खतम होइ जात हीं बल्कि ओनमाँ स अही जउन बिसवास करत हीं अउर उद्धार पावत हीं।
Hebrews 11:1 बिसवास क मतलब बा, जेकर हम आसा करित ह, ओकरे बरे सुनिस्चित होब। अउर बिसवास क मतलब बा कि हम चाहे कउनो चीज क देखत न अही मुला ओकरे अस्तित्व क बारे मँ सुनिस्चित होब कि उ बा। 2 इही कारण पुरानन क परमेस्सर क आदर मिला भआ रहा। 3 बिसवास क आधार पर ही हम इ जानित ह कि परमेस्सर क आदेस स जगत क रचना भइ रही। इही बरे जउन दृस्य बा, उ दृस्य स नाहीं बना बा। 4 हाबिल तउ बिसवास क कारण ही परमेस्सर क कैन स अच्छी बलि चढ़ाए रहा। बिसवास क कारण ही ओका एक धर्मी मनई क रूप मँ तब सम्मान मिला रहा जब परमेस्सर त ओकरी भेंटन क प्रसंसा किहे रहा। अउर बिसवास क कारण उ आजऊ बोल थीं जद्यपि उ मरी चुका अहइ। 5 बिसवास क कारण ही हनोक क एह जीवन स उप्पर उठाइ लिहा गवा रहा ताकि ओका मउत क अनुभव न होइ। परमेस्सर तउ काहेकि ओका दूर हटाइ दिहे रहा इही बरे उ पावा नाहीं गवा। काहेकि ओका उठावा जाइ स पहिले परमेस्सर क प्रसन्न करइवाले क रूप मँ ओका सम्मान मिल चुका रहा। 6 बिसवास के बिना परमेस्सर क खुस करब असम्मभव रहा। काहेकि हरएक उ जउन ओकरे लगे आवत ह, ओकरे बरे इ जरूरी बा कि उ एह बात क बिसवास करइ कि परमेस्सर क अस्तित्व बा अउर उ जउन ओका सच्चाई क साथ खोजत ह, उ ओन्हे ओकर प्रतिफल देत ह। 7 बिसवास क कारण ही नूह क जब ओन्हन बातन क चेतावनी दीन्ह गइ जउन उ देखे तक नाहीं रहा तउ उ पवित्तर भय स भरा आपन परिवार क बचावइ क बरे एक नाव क निर्माण किहे रहा। अपने बिसवासे स ही उ एह संसार क दोसपूर्ण मानेस अउर ओह धार्मिकता क उतराधिकारी बना जउन बिसवास स आवत ह। 8 बिसवास क कारण ही, जब इब्राहीम क अइसेन स्थान प जाइके बरे बोलावा गवा रहा, जेका बाद मँ उतराधिकार क रुप मँ ओका पावइ क रहा, जदि उ इ जानत तक नाहीं रहा कि उ कहाँ जात बा, फिन भी उ आज्ञा मानेस अउर उ चला गवा। 9 बिसवास क कारण ही जउने धरती क देइ क ओका बचन दीन्ह गवा रहा, ओह प उ एका अनाजान परदेसी क समान आपन घरे बनाइके निवास किहेस। उ तम्बुवन मँ वइसेन रहा जइसेन इसहाक अउर याकूब रहत रहेन जउन ओकरे संग परमेस्सर क ओह प्रतिज्ञा क उतराधिकारी रहेन। 10 उ मजबूत आधारवाली उ नगरी क बाट जोहत रहा जेकर सिल्पी अउर निर्माण कर्ता परमेस्सर अहइ। 11 बिसवास क कारण ही, इब्राहीम जउन बूढ़ा होइ चुका रहा अउर सारा जउन खुद बाँझ रही, जे बचन दिहे रहा, ओका बिसवासनीय समझिके गर्भवती भइ अउर इब्राहीम क बाप बनाइ दिहेस। 12 अउर एह तरह इ एक्कइ मनई स जउन मरियल स रहा, अकास क तारन जेतनी असंख्य अउर सागर-तट क रेत-कणन जेतनी अनगिनत संतान भइन। 13 बिसवास क अपने मन मँ लिए भए इ लोग मरि गएन। जिन चीजन क प्रतिज्ञा दीन्ह गइ रही, उ ओ चीजन क नाहीं पाएन। उ पचे बस ओनका दुर स ही देखेन अउर ओनकर स्वागत किहेन अउर उ इ मानि लिहेन कि ओ पचे इ धरती प परदेसी अउर अनजान अहइँ। 14 उ लोग जउन अइसेन बात कहत हीं, उ इ देखावत हीं कि उ पचे एक अइसेन देस क खोज मँ अहइँ जउन ओनकर आपन अहइ। 15 अगर उ पचे ओह देस क बारे मँ सोचतेन जेका उ छोड़ि चुका अहइँ तउ ओनके फिन स लउटइ क अवसर रहत। 16 मुला ओन्हे तउ सरगे क एक अच्छा प्रदेस क उत्कट अभिलासा बा। इही बरे परमेस्सर क ओनकर परमेस्सर कहवावइ मँ संकोच नाहीं होत काहेकि उ तउ ओनके बरे एक नगर तइयार कइ रखे अहइ। 17 बिसवास क कारण ही इब्राहीम तउ, जब परमेस्सर ओकर परीच्छा लेत रहा, इसहाक क बलिदान चढ़ाएस। उहइ जेका प्रतिज्ञा मिली भइ रही, अपने एक मात्र बेटवा क जब बलिदान देई बाला रहा। तउ जद्यपि परमस्सर त ओसे कहे रहा, “इसहाक क द्वारा ही तोहरा वंस बाढ़ी।” 18 19 मुला इब्राहीम तउ सोचेस क परमेस्सर मरे भएन क भी जियाइ सकत ह अउर अगर अलंकारित भाखा मँ कहा जाइ तउ उ इसहाक क मउत स फिन वापस पाइ लिहेस। 20 बिसवास क कारण ही इसहाक तउ याकूब अउर एसाब क ओनके भविस्स क बारे मँ आसीर्बाद दिहेस। 21 बिसवास क कारण ही याकूब तउ जब उ मरत रहा। 22 यूसुफ जब ओकर अंत निकट रहा हर बेटवा क आसीर्बाद दिहेस अउर लाठी क उपर सिरे झुकि के सहरा लेत परमेस्सर क आराधना किहेस। 23 बिसवास क अधार पर ही, मूसा क महतारी-बाप तउ, मूसा क जनम क बाद ओनका तीन महिना तक छुपाये रखेन काहेकि ओ देखि लिहे रहेन कि उ कउनो सामान्य बालक नाहीं रहा अउर उ राजा क आज्ञा स नाहीं डरेन। 24 बिसवास स ही, मूसा जब बड़ा भवा तउ फिरौन क बिटिया क बेटवा कहवावइ स इन्कार कइ दिहेस। 25 उ पाप क छणिक सुक भोगन क अपेच्छा परमेस्सर क लोगन क साथे दुर्व्यवहार झेलबइ ही चुनेस। 26 उ मसीह क बरे अपमान झेलइ क मिस्र क धन भंडारन क अपेच्छा जियादा मूल्यवान मानेस काहेकि उ आपन प्रतिफल पावइ क बाट जोहत रहा। 27 बिसवास क कारण ही, राजा क क्रोध स न डरत भए उ मिस्र क परित्याग कइ दिहेस। उ डटा रहा, मान ओका अदृस्य परमेस्सर देखात अहइ। 28 बिसवास स ही, उ फसह क त्यौहार अउर लहू छिड़कइ क पालन किहेस, ताकि पहिलौठा क बिनास करइवाला इस्राएल क पहिलौठा क छू तक न पावइ। 29 बिसवास क कारण ही, लोग लाल-सागर स अइसेन पार होइ गएन जइसेन उ कउनो सूखी जमीन होइ। मुला जब मिस्र क लोगन अइसेन करइ चाहेन तउ उ पचे डूबि गएन। 30 बिसवास क कारण ही, यहीहो क नगर-परकोट लोगन क सात दिन तलक ओकरे चारिहुँ कइँती परिक्रमा कइ लेइके बाद ढह गवा। 31 बिसवास क कारण ही, राहाब नाउँ क बेस्या आज्ञा क उल्लंघन करइवालन क साथे नाहीं मारी गइ रही काहेकि उ गुप्तचरन क स्वागत सत्कार किहे रही। 32 अब मइँ अउर जियादा का कही। गिदोन, बाराक, सिमसोन, यिफतह, दाऊद, समूएल अउर ओन्हन नबियन क चर्चा करइ क मोरे लगे समइ नाहीं बाटइ। 33 जे बिसवास स, राज्यन क जीत लिहेस, निआवपूर्ण काम किहेस अउर परमेस्सर जउन देइ क बचन दिहे रहा, ओका पाएस। जे सिंहन क मुँह बन्द कइ दिहेस, 34 लपलपात लपटन क क्रोध क सान्त किहेस अउर तलवार क धार स बच निकलेन, जेकरे कमजोरी इ सकित मँ बदल गइ, अउर युद्ध मँ जउन सक्तिसाली बनेन अउर जे बिदेसी सेनन क छिन्न-भिन्न कइ डाएन। 35 स्त्रियन तउ अपने मरन हुवन क फिन स जिन्दा पाएन। बहुतन क सतावा गवा, मुला उ छुटकारा पावइ स मना कइ दिहेन ताकि ओनका एक अउर अच्छा जीवन मँ पुनरूत्थान मिलि सकइ । 36 कछू क उपहासन अउर कोड़न क सामना करइ पड़ा जबकि कछू क जंजीरन स जकड़िके बन्दी घरे मँ डालि दीन्ह गवा। 37 कछू पइ पथराऊ कीन्ह गवा। ओनका आरा स चीरके दुइ फाँक कइ दीन्ह गवा, ओनका तलवार स मउत क घाट उतारि दीन्ह गवा। उ पचे गरीब रहेन, ओनका जातना दीन्ही गइ अउर ओनके साथे बुरा व्यवहार कीन्ह गवा! उ पचे भेड़ बकरियन क खाल ओढ़े रहेन अउर एहर ओहर भटकत रहेन। 38 इ संसार ओनके योग्य नाहीं रहा। उ पचे रेगिस्तानन अउर पहाड़न मँ घूमत रहेन अउर सबइ गुफा अउर धरती मँ बने भए बिलन मँ छुपत-छुपावत फिरेन। 39 अपने बिसवासे क कारण ही इ लोग सब स सराहा गएन। फिन भी परमेस्सर क जेकर महान बचन ओनका दीन्ह गवा रहा, ओका एनमाँ स कउनो नाहीं पाइ सका। 40 परमेस्सर क लगे आपन योजना क अनुसार हमरे बरे कूछ अउर जियादा अच्छा रहा जइसेन ओनहूँ बस हमरे साथे ही पूरा सिद्ध कीन्ह जाइ।
Hebrews 12:1 काहेकि हम साच्छियन क अइसेन एतॅनी बड़ी भीड़ स घिरी भइ अहइ, जउन हमका बिसवास क मतलब का अहइ एकर साच्छी देत ह इही बरे आवा बाधा पहुँचावइवाली हर एक चीज क अउर ओह पाप क जउन सहज इ मँ हमका उलझाइ लेत ह झटकिके फेंका अउर उ दउड़ जउन हमका दउड़इ क बा, आवअ धीरज क साथे ओका दउड़ी। 2 हमार बिसवास क अगुआ अउर ओका पूरा सिद्ध करइवाला। इसू पे आवा हमका दिस्टी हटवाइ न चाही। जे अपने सामने उपस्थित आनन्द क बरे क्रूस क जातना झेलेन, ओकरी लज्जा क अउनउ चिंता नाहीं किहेस अउर परमेस्सर क सिंहासन क दहिने हाथ विराजमान होइ गवा। 3 ओकर धियान करा जे पापियन क अइसेन विरोध एह बरे सहन किहेस ताकि थकिके तोहार मन हार न मानि बइठइ। 4 पाप क बिरुद्ध आपन संघर्स मँ तोहे सबन क एतॅना नाहीं अड़इ पड़ा रहा कि आपन लहू बहावइ पड़ा होइ। 5 तू उ साहसपूर्ण बचन क भूलि गवा अहा। जउन तोहरे बेटवा नाते सम्बोधित अहइः“मोर बेटवा, पर्भू क अनुसासन क महत्व को समझइ मँ असफल न ह्वा। तिरस्कार जिन करा, ओकरे फटकार क बुरा कबहुँ जिन माना 6 काहेकि पर्भू ओनका अनुसासन करत ह। उ जेनसे पिरेम करत ह। अउर जइसेन बेटवा बनाइ लेत अहइ, ओनका दंड भी देत ह।” नीतीवचन 3:11-12 7 कठिनाइ क अनुसासन क रूप मँ सहन करा। परमेस्सर तोहरे साथे अपने बेटवा क समान व्यवहार करत ह। अइसा बेटवा के होइ जउन अपने बाप क द्वारा अऩुसासित न भवा होइ? 8 अगर तोहे अइसेन नाहीं दण्डित कीन्ह गवा होइ जइसेन सबन क दण्ड दीन्ह जात ह तउ तू अपने बाप स पैदा भवा बेटवा नाहीं अहा। तउ सच्चा सन्तान नाहीं अहा। 9 अउर फिन इहउ कि एन सबन क उ बापउ जे हमरे सरीर क जन्म दिहे अहइ, हमका सिधावत अहइ। अउर एकरे बरे हम ओन्हे मान देइ ह तउ फिन हमका आपन आतिमन क बाप क अनुसासन क तउ केतना जियादा अधीन रहत भए जिअत चाही। 10 हमार बाप तउ तनिक समइ मँ जइसा उ नीक समझेस, हमका दंडित किहेस। हमका दण्ड, मुला परमेस्सर हमका हमार भलाइ क बरे दण्डित करत ह, जइसेन हम ओकर पवित्रता क सहभागी होइ सकी। 11 लोगन क जउने समइ सिधावा जात ह, ओह समइ सिधाउब अच्छा नाहीं लागत, बल्कि उ दुखद लागत ह मुला कछू भी होइ, उ जउन एकरे द्वारा सिधावा जाइ चुका बाटेन, ओनके बरे इ आगे चलिके नेकी अउर सान्ति क सुफल प्रदान करत ह। 12 इही बरे आपन कमजोर भुजा अउर कमजोर घुटनन क सबल बनावा। 13 अपने गोड़न क बरे रस्ता बनावा तू समतल। तकि जउन लँगड़ा हयेन, उ अपंग नाहीं, वरन चंगा होइ जाइँ। 14 सभन क साथे सान्ति क साथे रहइ क कोसिस करा अउर पवित्तर होइ क बरे हर तरह स प्रयत्नसील रहा, बिना पवित्तरता क कउनउ पर्भू क दर्सन न कइ पाई। 15 इ बात क धियान रखा कि परमेस्सर क अऩुग्रह स कउनो बिमुख न होइ जाइ अउर तोहे कस्ट पहुँचावइ अउर बहुत जने के बिकृत करइ क बरे कड़वी जड़ न फूटि पड़इ। 16 देखा कि कउनउ व्यभिचार न करइ अउर उ एसाव क समान परमेस्सर बिहीन न होइ जाइँ जइसेन सबसे बड़ा बेटवा होइ क नाते उत्तराधिकार पाबइ क अधिकारी रहा मुला जे ओन्हे बस एक जून क खाइ भर क बरे बेचि दिहेस। 17 जइसेन कि तू जनतइ अहा बाद मँ जब उ इ आसीर्बाद क पावई चाहेस तउ ओका अयोग्य ठहरावा गवा। जद्यपि उ रोइ-रोइके बरदान पावइ चाहेस मुला उ अपने किहे क अनकिहे नाहीं कइ पाएस। 18 तू आगी स जलत हुआ एह पर्वत क लगे नाहीं आया जेका छुवा जाइ सकत रहा अउर न तउ अंधकार, बिसाद अउर बवंडर क लगे आया होइ। 19 अउर न तउ तुरही क तेज आवाज अउर कउनउ अइसेन सुर क करीब मँ आया, अउर न बोलत बचन का सुन्या, उ आवाज जेकरे सुने क बाद केउ क सुनइ क जरूरत नाहीं रहत। 20 काहेकि जउन आदेस दीन्ह गवा रहा, उ पचे ओका झेली नाहीं पाएनः “अगर कउनउ पसु तलक उ पर्वत क छुवइ तउ ओहे पे पथराऊ कीन्ह जाई.” 21 उ दृस्य एतना भयभीत कइ डावइवाला रहा कि मूसा तउ कहेस, “मइँ भय स थर-थर काँपत हउँ।” 22 बल्कि तू सिय्योन पर्वत, सजीव परमेस्सर क नगरी, सरगे क यरूसलेम क लगे आइ पहुँचा अहा। तू तउ हजारन-हजार सरगदूतन क आनन्दपूर्ण सभा, 23 परमेस्सर क पहिलौटी क संतानन, जेनके नाउँ सरग मँ लिखा बाटेन, ओनके सभा क लगे पहुँच चुका अहा। तू सबके निआव कर्ता परमेस्सर अउर ओन्हन धर्मात्मा, पूर्ण मनइयन क सबइ आतिमन, 24 अउर एक नवा करार क बीचवा मँ ईसू अउर छिड़का भवा उ लहू स लगे आइ चुका अहा जउ न हाबील क लहू क अपेच्छा अच्छा बचन बोलत ह। 25 धियान रहइ, कि यदि जब परमेस्सर बलत ह ओका सुनइ स जिन करा। जदि उ पचे ओका नकारिके नाहीं बच पाएस जउन ओनकर धरती पे चेतावनी दिहे रहा अगर हम ओनसे मुँह मोड़बइ जउन हमका सरग स चेताउनी देत बा, तउ हम त दण्ड स बिकूलही न बची पउबइ। 26 ओकर बानी ओह समइ धरती क झकझोर दिहे रही मुला अब उ प्रतिज्ञा किहे अहइ, “एक बार फिन न केवल धरती क ही बल्कि आकासे क भी मइँ झकझोर देबइ।” 27 एक बार फिन” इ सब्द उ हर चीज क ओर इंगित करत भवा जउन हिल गवा बा, जब स उ रचा गवा बा। उ सबइ क नास कइ दीन्ह जाई। केवल उहइ चीजन बचिहीं जउन हिलाई न जाइ सकइँ। 28 अतः काहेकि जब हमका एक अइसेन राज्य मिलत बा, जेका झकझोरा नाहीं जाइ सकत, तउ आवा हम धन्यवादी बनी अउर आदर मिले भए क साथे परमेस्सर क आराधना करी। 29 काहेकि हमार परमेस्सर भस्म कइ डावइवाली एक आग अहइ।
Hebrews 13:1 भाई क समान परस्पर पिरेम करत रहा। 2 अतिथियन क सत्कार करब न भूला, काहे कि अइसेन करत भए कछू लोगन तउ अनजाना मँ ही सरगदूतन क स्वागत सत्कार किहे अहइँ। 3 बंदियन क इ रूप मँ याद करा जइसेन तूहऊँ ओनके साथी बन्दी रहा ह्वा। जेनके साथे बुरा व्यवहार भवा बा ओनकर एह तरह सुधि ल्या जइसेन माना तू खुद पीड़ित होत अहा। 4 बियाह क सबके आदर करइ चाही। बियाह क सेज क पवित्तर रखा। काहेकि परमेस्सर व्यभिचारियन अउर दुराचारियन क दण्ड देई। 5 अपने जीवन क धने क पिरेम स मुक्त रखा। जउन कछू तोहरे लगे बा, उही मँ सन्तोस करा काहेकि परमेस्सर तउ कहे बाटइ,“मइँ तोहका कबहुँ न छोड़ब, अउर तोहका कभी न तजबइ।” व्यवस्था विवरण 31:6 6 इही बरे हम बिसवास क साथे कहत हई,“पर्भू मोर सहायक, मइँ कबहुँ भयभीत न बनबइ। कउनउ मनइ मोर का करइ?” भजन संहीता 118:6 7 अपने नेतन क याद रखा जे तोहे परमेस्सर क बचन सुनाये अहइ। ओनकर जीवन विधि क परिणाम पे बिचार करा अउर ओनके बिसवास क अनुसरण करा। 8 ईसू मसीह काल्हिउ ही रहा, आजउ वइसेनइ अहइ अउर युग-युगान्तर तलक वइसेन ही रही। 9 हर तरह क अपरिचित उपदेस स भरमावा न जा। तोहरे मने क बरे अच्छा बा कि उ अऩुग्रह क द्वारा मजबूत बन रहा न कि खाइ-पअइ सम्बन्धी नियमन क मानइ स, जेनसे ओनकर कबहुँ कउनउ भला न भवा होइ, जे ओन्हे मानेन। 10 हमरे लगे एक अइसेन बेदी अहइ जइसेन प स खाइ क अधिकार ओनका न होइ जउन रावटी मँ सेवा करत हीं। 11 महाजायक परम पवित्तर स्थानन प पाप बलि क रूप मँ पसुवन क लहू त लइ जात हीं, मुला ओनकर सरीस डेरा स बाहेर जलाइ दीन्ह जात हीं। 12 इही बरे ईसू तउ खुद अपने लहू स लोगन क पवित्तर करइ क बरे नगर दुवार क बाहेर यातना झेलेस। 13 तउ फिन आवा हमहूँ इही अपमान क झेलत भए जेका उ झेले रहा, डेरन क बाहेर ओनके लगे चली। 14 काहेकि इहाँ हमार कउनो स्थायी नगर नाहीं बा बल्कि हम तउ ओह नगरक बाट जोहत अही जउन आवइवाला अहइ। 15 अतः आवा हम ईसू क द्वारा परमेस्सर क स्तुति रूपी बलिदान करी जउन ओन ओठन क फल अहइ जे ओनके नाउँ क पहिचाने हयेन। 16 अउर नेकी करब अउर आपन चीजन क अउरन क साथे बाँटब न भूला। काहेकि परमेस्सर अइसेनइ बलिदान स खुस होत ह। 17 आपने नेतन क आज्ञा माना। ओनके अधीन रहा। उ पचे तोहेप अइसेन चउकसी रखत हीं जइसेन ओन्हन मनइयन प रखी जात ह जेका आपन लेखा-जोखा ओन्हे देइ क बा। ओनकर आज्ञिया मानअ, जेसे ओनकर करम आनन्द बनी जाइ। न कि एक बोझ बनइ। काहेकि ओसे तोहर कउनउ लाभ न होये। 18 हमरे बरे बिनती करत रहा। हमका निस्चय कि हमार भावना ठीक बा। अउर हम हर तरह स उहइ करइ चाहित ह जउन उचित बा। 19 मइँ बिसेस रूप स आग्रह करित ह कि तू पराथना करत रहा ताकि जल्दी ही मइँ तोहरे लगे आइ सकउँ। 20 जे भेड़न क उ महान रखवाला हमार पर्भू ईसू क लहू द्वारा उ सनातन करार पे मोहर लगाइ क मरा भएन मँ स जियाइ उठायेस, उ सान्ति-दाता परमेस्सर आन्तरिक करार प्रभावित करे अहइ। तोहे सभन क अच्छी साधना स सम्पन्न करइ। जइसेन तू ओनकर इच्छा पूरी कइ सका। अउर ईसू मसीह क जरिये उ हमरे भित्तर उ सब कछू क सक्रिय करइ जउन ओनका भावत ह। जुग-जुगान्तर तलक ओनकर महिमा होत रहइ अउर जउन ओका अच्छा लागत रहइ। आमीन! 21 22 भाइयो तथा बहिनियो मोर आग्रह बा कि तू प्रेरणा देइवाला मोरे इ बचन क धारन करा। मइँ तोहे इ पत्र बहुत संछेप मँ लिखे हउँ। 23 मइँ चाहत अहउँ कि तोहे जानकारी होइ कि हमार भाई तीमुथियुस रिहा कइ दीन्ह गवा अहइ। अगर उ जल्दी ही आइ पहुँचइ तउ मइँ उही क साथे तोहसे मिलइ अउबइ। 24 अपने सभन अग्रणियन अउर परमेस्सर क लोगन क नमस्कार भेजत कहा। इतालियावाले स आवा सभी लोगन तोहे नमस्कार भेजत अहइँ। 25परमेस्सर क अनुग्रह तोहे सभन क साथे रहइ। 25
James 1:1 याकूब क जउन परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह क दास अहइ, संतन क बारह कुलन क नमस्कार पहुँचइ जइन समूचे संसार मँ फइला भवा अहइँ। 2 मोर भाइयो तथा बहिनियो, जब कबहुँ तू तरह तरह क परीच्छा मँ पड़ा तउ एका बड़ा आनन्द क बात समझा। 3 काहेकि तू इ जानत अहा कि तोहार बिसवास जब परीच्छा मँ सफल होत ह तउ ओसे धीरजपूर्ण सहन सक्ती पैदा होत ह। 4 अउर उ धीरजपूर्ण सहन सक्ती एक अइसेन पूर्णता क जनम देत ह जेहसे तू अइसेन सिद्ध अउर पूर्ण बन सकत ह जेहमाँ कउनउ कबहुँ नाहीं रहि जात। 5 तउन अगर तोहमाँ कछू विवेक क कमी अहइ तउ ओका परमेस्सर स मांग सकत ह। उ सबहिं क उदारता क साथे देत ह। उ सबहिं क उदार होइ क देइ मँ खुस होत ह। 6 बस बिसवास क साथे माँगा जाइ। तनिकउ भी संदेह न होइ चाही काहेकि जेका संदेह होत ह, उ सागर क ओह लहर क समान बा जउन हवा स उठत ह अउर थरथरात ह। 7 अइसेन मनई क इ नाहीं सोचइ चाही कि ओका पर्भू स कछू भी मिल पाई। अइसेन मनई क मन तउ दुविधा स ग्रस्त बा। उ अपने सभन करमन मँ अस्थिर रहत ह। 8 9 साधारण परिस्थितियन वाला भाइयन क गरब करइ चाही कि परमेस्सर तउ ओका आतिमा क धन दिहे अहइ। 10 अउर धनी भाइ क गरब करइ चाही कि परमेस्सर ओका आत्मिक गरीबी देखाए अहइ। काहेकि ओका त घास खिलइवाला फूल क नाई झर जाइ क बा। 11 सूरज कड़कड़ात धूप लइके उगत ह अउर पउधा क झुराइ डावत ह। ओनकर फूल पत्तियन झर जात हीं अउर सुन्दरता समाप्त होइ जात ह। इही तरह धनी मनई धन बरे योजना बनाने मँ ही समाप्त होइ जात ह। 12 उ मनई धन्य अहइ जउन परीच्छ मँ अटल रहत ह काहेकि परिच्छा मँ खरा उतरइ क बाद उ जीवन क ओह बिजय मुकुट क धारण करी जेका परमेस्सर अपने पिरेम करइवालन क देइ क बचन दिहे अहइ। 13 परीच्छा क घड़ी मँ कीहीउ क इ नाहीं कहइ चाही, “परमेस्सर मोर परीच्छा लेत अहइ,” काहेकि खराब बातन स परमेस्सर क कउनउ लेब-देब नाहीं होत। उ कउनो क परीच्छा नाहीं लेत। 14 हर कउनो आपन ही खराब इच्छन स भ्रम मँ फंसिके परीच्छा मँ पड़त ह। 15 फिन जब उ इच्छा गर्भवती होत ह तउ पाप पूरा बढ़ जात ह अउर उ मउत क जनम देत ह। 16 तऊन मोर पिआर भाइयो तथा बहिनियो, धोखा न खा। 17 हर एक उत्तिम दान अउर परिपूर्ण उपहार उप्पर स मिलत ह। अउर उ सबइ ओह परमपिता क जरिये जे सरगीय प्रकास (सूरज चाँद अउर तारन) क जनम दिहे अहइ, नीचे लइ आवत ह। उ जउन सभन प्रकासन का पिता अहइ। जो न कभउ बदलत ह अउर न छाया स प्रभावित होत ह। 18 परमेस्सर अपने इच्छा स सत्य क बचन दुआरा हमे जनम दिहेस जेहसे हम ओकरे द्वारा रचे गएन प्रानियन मँ सबसे महत्वपूर्ण सिद्ध होइ सकी। 19 मोर पिआरे भाइयो तथा बाहिनियो, खियाल रखा, हर कीहीउ क पत्परता क साथे सुनइ चाही, बोलइ मँ जल्दी न करा, अउर जल्दी सा किरोध न करा कर। 20 काहेकि मनई जब किरोध करत ह तब उ परमेस्सर क द्वारा बनाए भए रस्ता का पालन नाहीं कइ पावत। 21 सब घिनौना आचरण अउर चारहुँ ओर फइलत दुस्टताई स दूर रहा। अउर नरमी क साथे तोहरे हिरदइ मँ रोपा भवा परमेस्सर क बचन क पालन करा जउन तोहार आतिमन क उद्धार देवाई सकत ह। 22 परमेस्सर क उपदेस पे चलइ वाला बना, न कि केवल ओका सुनइवाला। अगर तू केवल ओका सुनबइ भर रहत ह तउ अपने आप क छलत अहा। 23 काहेकि अगर केउॅ परमेस्सर क उपदेस क सुनत तउ बाटइ मुला ओह प चलत नाहीं, तउ उ ओह मनई क समान बाटइ जउन अपने भौतिक मुँहे क दरपन मँ देखतेइ भर बाटइ। 24 उ खुद क अच्छी तरह देखतइ बा, पर जब उहाँ स चला जात ह तउ तुरन्त भूल जात ह कि उ कइसेन देखॉत रहा। 25 किन्तु जो परमेस्सर क उहइ सम्पूर्ण व्यवस्था क नजदीक स देखत ह, जेससे स्वतन्त्रता प्राप्त होत ह, अउर उही प आचरण भी करत ह अउर सुनिके ओहका भूले बिना आपन आचरण मँ उतार लेत ह, उही अपने करमन क बरे धन्य होइ। 26 अगर केऊ सोचत ह कि उ भक्त अहइ अउर अपने जीभ प कसिके लगाम नाहीं लगावत त उ धोखा मँ बा। ओकर भक्ति बेकार बा। 27 परमेस्सर क सामने सच्चे अउर सुद्ध आराधना ऊहई अहइ: जेहमाँ अनाथ अउर विधवन क ओनके दुख दर्द मँ सुधि लीन्हि जाइ अउर खुद क कउनउ सांसारीक कलंक न लागइ दीन्ह जाइ।
James 2:1 मोर पिआर भाइयो तथा बहिनियो, काहेकि महिमावान पर्भू ईसू मसीह मँ तोहार बिसवास बा, उ लोगन क प्रति पच्छपातपूर्ण न होइ। 2 कल्पना करा तोहरे सभा मँ कउनउ मनई सोना क अगँूठी अउर भव्य कपड़ा धारण कइके आवत ह। अउर तबहिं मइला कुचइला कपड़ा पहिरे एक गरीब मनई आवत ह। 3 अउर तू जे भव्य कपड़ा धारण किहे अहइ, ओका बिसेस महत्व देत भए कहत अहा, “इहाँ एह उत्तिम आसन प बइठा,” जब कि ओह गरीब मनई स कहत अहा, “उहाँ खड़ा रहा” या “मोरे गोड़न क लगे बइठि जा।” 4 अइसेन करत भए तू लोगन क बीच भेद भाऊ नाहीं किहा अउर खराब बिचारन क साथे निआवकर्ता नाहीं बनि गया? 5 मोर पिआरे भाइयो तथा बहिनियो, सुना, का परमेस्सर त संसार क आँखिन मँ ओन्हन गरीबन क बिसवास मँ धनी अउर ओह राज्य क उत्तराधिकारी क रूपे मँ नाहीं चुनेस? जेकर उ, जउन ओका पिरेम करत हीं, देइ क बचन दिहे अहइ। 6 परन्तु तू तउ ओह गरीब मनई का अपमान किहा ह। का इ धनिक मनइयन उहइ नाहीं हयेन, जउन तोह प नियत्रण करत हीं अउर तोह सबन क कचरहिउ मँ घसीट लइ जात हीं? 7 का इ उहई नाहीं हयेन, जउन मसीह क ओह अच्छे नाउँ क निन्दा करत हीं, जउन तोहे सबन क दीन्ह गवा बा? 8 अगर तू पवित्तर सासतरन मँ मिलइवाली एह अच्छी व्यवस्था क सहीयउ मँ पालन करत अहा, “अपने पड़ोसी स भी वइसेन ही पिरेम करअ, जइसे तू अपने आप स करत अहा।”तउ तू अच्छा ही करत अहा। 9 परन्तु अगर तू पच्छपात देखॅावत अहा तउ तू पाप करत अहा। फिन तोहका व्यवस्था क तोड़इवाला ठहरावा जाई। 10 काहेकि कउनउ अगर पूरी व्यवस्था क पालन करत ह अउर एक बात मँ चूकि जात ह तउ उ समूची व्यवस्था क उल्लंघन क दोसी होइ जात ह। 11 काहेकि जे इ कहे रहा, “व्यभिचार न करा।”उहइ तउ इहउ कहे रहा, “हतिया न करा।”तउन अगर तू व्यभिचार नाहीं करत्या परन्तु हतिया करत अहा तउ तू व्यवस्था क तोड़इवाला अहा। 12 तू उही लोगन क समान बोला अउर ओनही क जइसेन आचरण करा जेकर ओह व्यवस्था क अनुसार निआव होइ जात बा, जेसे छुटकारा मिलत ह। 13 जउन दयालुता नाहीं देखउतेन ओकरे बरे परमेस्सर क निआव बिना द्या के ही होइ। किन्तु दया निआव प बिजइ पावत ह। 14 मोर भाइयो तथा बहिनियो, अगर केउ मनई कहत ह कि उ बिसवासी बा त मुला कछू करम नाहीं करत तउ अइसेन स का लाभ जब तलक कि ओकरे करम बिसवास क अनुकूल न होइ? अइसेन बिसवास स का ओकर उद्धार कइ सकत ह? 15 अगर ईसू मँ लिप्त भाई अउ बहिन क पास कपड़न न होइ, अउर ओनके लगे खाइ तक क कछू भी न होइ, 16 अउर तोहमाँ सही केउ ओनसे कहइ “सान्ति स जियाअ, परमेस्सर तोहार कल्लियान करइ अपने क गरमावा अउर अच्छे तरह भोजन करा।” अउर तू ओनके सरीरीक जरूरतन क चीजन ओन्हे न द्या तउ फिन एकर का मूल्य बा? 17 इहइ बात बिसवास क समबन्ध मँ कहि जाउ सकत ह। अउर अगर बिसवास क साथे करम नाहीं बा तउ उ अपने आप मँ बिना प्राण क बाटइ। 18 परन्तु केउ कहि सकत ह, “तोहरे लगे बिसवास बा, जबकि मोरे लगे करम बा अब तू बिना करमन क आपन बिसवास देखावा अउर मइँ तोहे आपन बिसवास अपने करमन क द्वारा देखाउब।” 19 का तू बिसवास करत अहा कि परमेस्सर केवल एक बा? अद्भुत! दुस्ट आतिमा इ बिसवास करत ह कि परमेस्सर बा अउर उ काँपत रहत ह। 20 अरे मूरख! का तोहे प्रमाण चाही कि करम रहित बिसवास बेकार बा? 21 का हमार पिता इब्राहीम अपने करमन क आधार प ही ओह समइ परमेस्सर धर्मी नाहीं ठहरावा गवा रहा जब उ अपने बेटवा इसहाक क वेदी प अर्पित कइ दिहे रहा? 22 तू देखा कि ओकर इ बिसवास ओकरे करमन क साथे ही सक्रिय होत रहा। अउर ओकर करमन स ही ओकर बिसवास परिपूर्ण कीन्ह गवा रहा। 23 एह तरह पवित्तर सास्तर क इ कहा पूरा भवा रहा, “इब्राहीम तउ परमेस्सर प बिसवास किहेस अउर बिसवासे क अधार पे ही उ परमेस्सर का धर्मी ठहरा।”अउर इही स ही उ “परमेस्सर क दोस्त”कहा गवा। 24 तू देखा कि केवल बिसवासी स नाहीं, बल्कि अपने करमन स ही मनई परमेस्सर क धर्मी ठहरत ह। 25 इही तरह राहाब बेस्था भी बीका, जब उ परमेस्सर क दूतन क अपने घरे मँ स्वागत किहेस अउर फिन ओन्हे दुसरे रस्ता स कहूँ भेज दिहेस तउ ओह समइ का अपने करमन स परमेस्सर क धर्मी नाहीं ठहराई गइ। 26 एह तरह जइसेन बिना आतिमा क सरीर भरा हुआ बा, वइसेनइ करम बिना बिसवास क निर्जीव बा।
James 3:1 मोर भाइयो तथा बहिनियो, तोहमाँ स बहुतन क सिच्छक बनइ क इच्छा न करइ चाही। तू जनतइ अहा कि हम सिच्छकन क अउर जियादा कड़ाइ क साथे निआव कीन्ह जाई। 2 काहेकि मइँ सब कइयउ बातन मँ चूक जाइत ह। सभन स बहुत स भूल होतइ रहत हीं। अगर केउ बोलइ मँ कउनउ चूक न करइ तउ उ एक सिद्ध मनई अहइ तउ फिन अउर उ पूरी देह प नियन्त्रण कइ सकत ह? 3 हम घोड़न क मुँह मँ एह बरे लगाम लगावत अही कि उ हमरे बस मँ रहइ। अउर एह तरह ओनके पूरे सरीर क हम बस मँ कई सकित ह। 4 अउर जल-यानन क बारे मँ भी इ बात सत्य अहइ। देखा, चाहे उ जहानन केतनउ बड़ा होत हीं अउर सक्तिसाली हवा क द्वारा चलावा जात हीं, परन्तु एक छोटी स पतवार स ओनका नाविक ओन्हे जहाँ कहूँ लइ जाइ चाहत ह। ओह प काबू पाइ क ओन्हे लइ जात ह। 5 इही तरह जीभ, जउन सरीर क एव्क छोटी स अंग अहइ, तबहुँ बड़ी बड़ी बात कहि डावइ क डींग मारत रहत ह।अब तनिक सोचा एक जरा स लपट पूरा जंगल क जराइ सकत ह। 6 हाँ, जीभ: एक एक आग क साथ अहइ। इ बुराइ क एक पूरा संसार अहइ। इ जीभ हमरे सरीर क अंग मँ एक अइसेन अंग अहइ, जउन पूरा सरीर क नियन्त्रण मँ रखीके भ्रस्ट कइ डावइत ह अउर हमार पूरा जीवन चक्र मँ ही आग लगाइ देत ह। इ जीभ नरक क आग स धधकत रहत ह। 7 देखा, हर तरह क हिंसक पसु, पंछी, रेंगइवाला जीव जंतु अउर मछरी प्राणी मनई द्वारा बस मँ कीन्ह जाइ सकत ह अउर कीन्ह भी गवा अहइँ। 8 परन्तु जीभ क केउ भी मनई बस मँ नाहीं कइ सकत। इ घातक बिस स भरा एक अइसेन बुराइ अहइ जउन कभउँ चैन स नाहीं रहत। 9 हम इही जीभ स अपने पर्भू अउर परमेस्सर क स्तुति करत अही अउर इही जीभ स लोगन क जउन परमेस्सर क समानता मँ पैदा कीन्ह गवा अहइँ, मनइयन क कोसत अही। 10 एक्कइ मुँहे स स्तुति अउर अभिसाप दुन्नऊ निकरत हीं! मोर भाइयो तथा बहिनियो, अइसेन तउ न होइ चाही। 11 सोतन क एक्कइ मुहाने स भला का मीठ अउर खारा दुन्नऊ तरह क जल निकर सकत ह। 12 मोर भाइयो तथा बहिनियो, का अंजीर क पेड़े पे जइतून क लता प कभउँ अंजीर लगत ह? निस्चय ही नाहीं । अउर न तउ खारा स्रोत स कभउँ मीठ जल निकर पावत ह। 13 भला तोहमाँ, गियानी अउर समझदार कउन हयेन? जउन हयेन, ओका अपने करमन अपने अच्छे चाल चलन स उ नम्रता स प्रकट करम जउ गियान स उत्पन्न होत ह। 14 परन्तु अगर तू जउने लोगन क हिरदइ कड़वाहट, ईर्सा अउर सुवारथ भरा हुआ बा, तउन ओनके सामने अपने गियान क ढोल न पीटा। अइसेन कइके त तू सत्य प परदा डावत भए असत्य बोलत अहा। 15 अइसेन “गियान” तउ परमेस्सर स नाहीं, बल्कि उ त सांसारिक अहइ। आत्मिक नाहीं अहइ। अउर सइतान क अहइ। 16 काहेकि जहाँ ईर्सा अउर सुवारथ पूर्ण महत्वपूर्ण इच्छा रहत ह, उहाँ अव्यवस्था अउर भरम अउर हर तरह क खराब बात रहत हीं। 17 परन्तु परमेस्सर आवइवाला गियान सबसे पहिले तउ पवित्तर होत ह, फिन सान्तिपूर्ण, सहज-खुस करुना स भरा होत ह। अउर ओसे अच्छा करमन क फसल उपजत ह। उ पच्छपात रहित अउर सच्चा भी होत ह। 18 सान्ति क बरे काम करइवाले लोगन क भी धरमपूर्ण जीवन क फल मिली अगर ओका सान्तिपूर्ण तरीके मँ कीन्ह गवा अहइ।
James 4:1 तोहरे बीच लड़ाइ-झगड़ा क का कारन बाटेन? का ओनकर कारण तोहरे अपने ही भित्तर का वासना नाहीं बाटइ? तोहार उ भोग बिलासपूर्ण इच्छा भी जउन तोहरे भित्तर हमेसा द्वन्द्व करत रहत हीं? 2 तू लोग चाहत अहा परन्तु तोहे मिल नाहीं पावत। तोहमाँ ईर्सा बा अउर तू दुसरे क हतिया करत हया फिन जउन चाहत अहा, पाइ नाहीं सकत्या। अउर इही बरे तू लड़त-झगड़त रहत अहा अउर युद्ध करत अहा। आपन इच्छित चीजन क तू पाइ नाहीं सकत्या काहेकि तू ओन्हे परमेस्सर स नाहीं मँगत्या। 3 अउर जब मांगत भी अहा लेकिन पउत्या नाहीं काहेकि तोहार उद्देस्स पवित्तर नाहीं होत। काहेकि तू ओन्हे अपने भोग-बिलास मँ ही नस्ट करइ क बरे माँगत अहा। 4 अरे, बिसवास बिहीन लोगो! का तू नाहीं जानत अहा कि संसार स पिरेम करइ का मतलब होत ह परमेस्सर स घिना करब जइसेन ही बाटइ? जउन कउनउ एह दुनिया स दोस्ती रखइ चाहत ह, उ अपने आपके परमेस्सर क सत्रु बनावत ह। 5 का तू अइसेन सोचत ह कि पवित्तर सास्तर अइसेन बेकारइ मँ कहत ह, “परमेस्सर तउ हमरे भित्तर जउन आतिमा दिहे अहइ, उ आतिमा केवल अपने बरे ही सोचत ह।” 6 परन्तु परमेस्सर तउ हम पे बहुत जियादा अनुग्रह दरसाए अहइ, इही बरे पवित्तर सास्तर मँ कहा गवा बा, “परमेस्सर घमंडियन क विरोधी अहइ जबकि विनम्र जनन पे आपन अनुग्रह दरसावत ह।” 7 इही बरे अपने आपके परमेस्सर क अधीन कइ द्या। सइतान क विरोध करा। उ तोहरे सामने स भागि खड़ा होइ। 8 पममेस्सर क लगे आवा, उहउ तोहरे लगे आवइ। अरे पापियन, आपन हाथ सुद्ध करा अउर अरे संदेह करइवालन, अपने हिरदइ क पवित्तर करा। 9 सोक करा, बिलाप करा अउर रोवा। होइ सकत ह तोहरे इ हँसी सोक मँ बदलि जाइ अउर तोहरे इ खुसी बिसाद मँ बदलि जाइ। 10 पर्भू क सामने खुद क नवावा। उ तोहे ऊँचा उठाई। 11 भाइयो तथा बहिनियो, एक दुसरे क विरोध मँ बुरा बोलब बन्द करा। जउन अपने ही भाई क विरोध मँ बुरा बोलत हीं, अउर ओका दोसी ठहरावत हीं, उ व्यवस्था क दोसी ठहरत ह। अउर उ व्यवस्था प दोस लगावत अहा अउर यदि तू व्यवस्था प दोस लगावत अहा तउ व्यवस्था क पालन करइवाला नाहीं रहत्या बरन स्वयं ओकरे निआवकर्ता बन जात अहा। 12 लेकिन व्यवस्था क देइवाला अउर ओकर निआव करइवाला तउ बस एक्कइ बा। अउर उहइ रच्छा कइ सकत ह अउर उहइ खतम करत अहइ। तू फिन अपने साथी क निआव करइवाला तू कउन होत ह्या? 13 अइसेन कहइवाले सुना, “आजु या काल्हि हम एह या ओह नगर मँ जाइके एक साल भर उहाँ व्यपार मँ धन लगाइके बहुत स पइसा बनाइ लेबइ।” 14 परन्तु तू त एतनउ नाहीं जनत्या कि काल्हि तोहरे जीवन मँ का होइ! देखा! तू त ओह धुंध क समान अहा जउन रचिके देर बरे देखॉत ह अउर फिन खोइ जात ह। 15 तउन एकरे स्थान प तोहका तउ हमेसा इहइ कहइ चाही, “यदि पर्भू की इच्छा होइ तउ हम जीवित रहबइ अउर इ या उ काम भी करबइ।” 16 परन्तु स्थिति तउ इ बा कि तू तउ अपने आडम्बर पइ खुदइ गरब करत ह्या। अइसेन सब गरब बुरा बाटइ। 17 तउ फिन इ जानत भए इ उचित बा, ओका न करब पाप बा।
James 5:1 धनवान लोगो सुना! जउन विपत्तियन तोह प आवइवाली बाटिन, ओकरे बरे रोवा अउर ऊँचा स्वरे मँ बिलाप करा। 2 तोहर धन सड़ा चुका बा। तोहार पोसाकन कीड़न द्वारा खाइ लीन्ह गइ बा। 3 तोहार सोना, चाँदी जंग लग जाइसे रंग बिगड़ गवा बा। ओह पे लगी जंग तोहरे विरोध मँ साच्छी देई अउर तोहरे सरीर को आगी की तरह चाट जाई। तू अन्तिम दिनन ब्बरे आपन खजाना बचाइके रक्खो अहा। 4 सोचा, तोहरे खेतन मँ जउन मजूदरन काम किहेन, तू ओनकर मेहनताना नाहीं दिए अहा ओका रोकि रखे अहा। उहई मेहनताना चीख पुकार करत बाटइ। अउर खेतन मँ काम करइवालन क उ चीख पुकारइ सर्वसक्तिमान पर्भू क कानन तलक जाइ पहुँची बा। 5 धरती पे तू बिलासपूर्ण व्यर्थ जीवन जिए अहा अउर अपने आपके भोग बिलासन मँ हुबोए रखे अहा। एह तरह तू अपने आपके बध कीन्ह जाइके दिनके बरे पाल पोसी क हिस्ट-पुस्ट कइ लिहे अहा। 6 तू भोले लोगन क दोसी ठहराइके ओनके कीहीउ प्रतिरोध क अभाव मँ ही ओनकर हतिया कइ डाया ह। 7 तउन भाइयो तथा बहिनियो, पर्भू क फिन स आवइ तलक धीरज धरा। उ किसान क धियान धरा जउन आपन धरती क मूल्यवान उपज क बरे बाट जोहत रहत ह। एकरे बरे उ सुरु क बरखा स लइके बाद क बरखा तलक हमेसा। धीरज क साथे बाट जोहत रहत ह। 8 तोहे भी धीरज क साथे बाट जोहइ चाही। अपने हिरदइ क मजबूत बनाए रखा काहेकि पर्भू क द्वारा आउब लगे ही बा। 9 भाइयो तथा बहिनियो, आपस मँ एक दुसरे क सिकाइत न करा ताकि तोहे अपराधी न ठहरावा जाइ। देखा, निआवकर्ता दरवाजे क ड्योढ़ी प खड़ा बा। 10 भाइयो तथा बहिनियो, ओन नबियन क याद रखा जे पर्भू क बरे बोलेन ह। उ हमरे बरे जातना झेलइ अउर धीरज स भरी समहनसीलता क उदाहरण हयेन। 11 धियान रखा, हम ओनकर सहनसीलता क कारण ओनका धन्य मानित अही। तू अय्यूब क धीरज क बारे मँ सुने ही अहा। अउर पर्भू तउ ओका ओकर आखिर मँ कउन परिणाम प्रदान किहेस, काहेकि तू भी जनतइ अहा कि पर्भू केतॅना दयालु अउर करुनापूर्ण अहइ। 12 मोर भाइयो तथा बहिनियो, सबसे बड़ी बात इ बा कि सरग क अउर धरती क या कीहीउ तरह क कसम खाइ छोड़ि द्या। तोहार “हाँ, हाँ होइ चाही, अउर “ना”, ना होइ चाही। ताकि तोहका दोसी न ठहरावा जाइ सकइ। 13 अगर तोहमाँ स कउनो विपत्ति मँ पड़ा बा तउ ओका पराथना करइ चाही अउर अगर केउ खुस बा तउ ओका स्तुति-गीत गावइ चाही। 14 अगर तोहरे बीच कउनो रोगी बा तउ ओका कलीसिया क निरीच्छकन क बोलावइ चाही कि उ ओकरे बरे पराथना करइ अउर ओह प पर्भू क नाउँ मँ तेल मलइ। 15 बिसवास क साथे कीन्ह गइ पराथना स रोगी निरोगी होत ह। अउर पर्भू ओका उठाइके खड़ा कइ देत ह। अगर उ पाप किहे अहइ त पर्भू ओका छमा कइ देइ। 16 इही बरे अपने पापन क परस्पर स्वीकार अउर एक दुसरे क बरे पराथना करा ताकि तू भला चंगा होइ जा। अच्छा मनई क पराथना सक्तिसाली अउर प्रभावपूर्ण होत ह। 17 एलिय्याह एक मनई ही रहा ठीक हमरे जइसा। उ तेजी क साथे पराथना किहेस कि बरखा न होइ अउर साढ़े तीन साल छह महीना तलक धरती प बरखा नाहीं भइ। 18 उ फिन पराथना किहेस अउर अकास मँ बरखा उमड़ि पड़ी अउर धरती आपन फसल उपजाएस। 19 मोर भाइयो तथा बहिनियो, तोहमाँ स कउनो अगर सत्य स भटकि जाइ अउर ओका कउनउ फिन लउटाइ लइ आवइ तउ ओका इ पता होइ चाही कि 20 0जउन कीहीउ पापी क पाप क रस्ता स लउटाइ लियावत ह उ ओह पापी क आतिमा क अनन्त मउत स बचावत ह अउर ओकरे कइयउ पापन क छमा कीन्ह जाइ क कारण बनत ह।
1 Peter 1:1 पतरस कइँती स, जउन ईसू मसीह क प्रेरित अहइ, परमेस्सर क उ चुने भए लोगन क नाउँ जउन पुन्तुस, गलातिया, कप्पदुकिया, एसिया अउर बिथुनिया क छेत्रन मँ सब कहूँ फैले अहइँ। 2 तू जेनका परमपिता परमेस्सर क पूर्व गियान क हिसाब स चुना गवा अहइ, जउन अपनी आतिमा क पवित्तर करइ जिनका ओनकइ आज्ञाकारी होइ खातिर अउर जेनपइ ईसू मसीह क लहू छिड़काव स पवित्तर कीन्ह जाइ क खातिर चुना गवा रहा तू पचन्क ऊपर परमेस्सर क अनुग्रह अउर सांति ज्यादा स ज्यादा होत रहइ। 3 हमरे पर्भू ईसू मसीह क परमपिता परमेस्सर धन्य होइ। मरे भए मँ स ईसू मसीह फिन जिअइ क कारण स ओकर अपार करुणा मँ स सजीव आसा पावइ खातिर उ हमका नवा जनम दिहे अहइ। 4 जेहिसे सरग मँ सुरच्छित ढंग स रखे भए अजर-अमर अउर जेनका नस्ट नाहीं कीन्ह जाइ सकत सरगे मँ तोहरे बरे सुरच्छित अहइ। 5 जे आपन बिसवास दुआरा परमेस्सर स सुरच्छित अहइँ ओनका उ उद्धार जउन समइ क अंतिम कोना मँ प्रकट होइ क हइ, मिल जाइ। 6 एह पइ तू बहुत प्रसन्न अहा। मुला अब तू पचन्क तनिक बरे खातिर तरह तरह क इम्तहान मँ पड़िके दुखी होब जरूरी अहइ। 7 जेहिसे तू पचन्क जउन परखा नासवान भवा बिसवास अहइ, जउन आगी मँ परखा नासवान सोनो स ज्यादा कीमती अहइ, ओहका जब ईसू मसीह परगट होई, परमेस्सर स प्रसंसा महिमा अउर आदर मिलइ चाही। 8 तू पचे ईसू मसीह क देखे नाहीं अहा, मुला तू पचे ओसे पिरेम करत अहा। चाहे तू पचे ओका दइ नाहीं पाए रह्या ह, मुला तबउ ओहमाँ बिसवास रखत अहा अउर एक अइसे आनन्द स भरा भवा अहा जउन कहइ लायक नाहीं अहइ एउर महिमावान अहइ। 9 अउर तू पचे अपने बिसवास क कारण लच्छ तक पहुँच रहे अहा जेहसे आतिमा क तउ उद्धार होइ। 10 इ उद्धार क बारे मँ उ नबियन बड़े मेहनत स पता लगाइन हइ अउर बड़ी हुसयारी स पता खोजेन हइ, जउन तउ प परगट होइवाले अनुग्रह क भविस्सबाणी क दिहे रहेन। 11 उ नबियन मसीह क आतिमा स इ जानिन जउन मसीह प होइवाले दुःखन क बतावत रही अउर उ महिमा जउन दुःखन क बाद परगट होई। इ आतिमा ओनका बतावत रही। इ बातन इ दुनिया मँ कब होइहीं अउर तब इ दुनिया मँ का होइ। 12 ओनका इ देखाइ दीन्ह गवा रहा कि उ बातन क प्रवचन करत भए उ पचे आपन सेवा खुदइ नाही करत रहेन बल्कि तोहार सबन्क करत रहेन। उ बतियन तू सबन्क सरग स पठए गए पवित्तर आतिमा क दुआरा तू पचन क ओन लोगन स जउन सुसमाचार मिला जे तोहरे बरे लिआवत रहेन। अउर उ बातन क जानइ क खातिर सरगदूतन तरसत अहइँ। 13 इ खातिर आपन दिमाग काम क बरे तइयार रखा अउर अपने ऊपर नियंत्रण रखा। उ बरदान जउन ईसू मसीह क परगट अहइ प तू पचन्क मिलइवाला अहइ, पूरी असा रखा। 14 आग्या मानइवाले बचवन क नाईं उ समइ क बुरी इच्छन क हिसाब स अपने क न ढाला जउन तू पचन मँ पहिले स रही जब तू पचे अग्यानी रह्या। 15 बल्कि जइसे तू सबन क उ परमेस्सर जउन सबन्क बोलावत अहइ पवित्तर अहइ उहइ क तरह अपने करमन मँ पवित्तर बना। 16 पवित्तर सास्तरन मँ लिखा अहइ: “पवित्तर बना, काहेकि मइँ पवित्तर अहउँ।” 17 अउर अगर तउ प्रत्येक करमन क हिसाब स पच्छपात रहित होइके निआव करइवाले परमेस्सर क हे पिता! कहिके पुकारत अहा तउ उ परमेस्सर सबन क संग बिना भेद-भाव क निआव करत ह। तउ इ परदेसी धरती मँ अपने रहइ वाले दिनन क इज्जत अउर परमेस्सर क डर क संग बितावा। 18 तू इ जानत अहा कि सोना या चाँदी जइसेन वस्तुअऩ स तू पचे उ व्यर्थ जीवन स छुटकारा नाही पाइ सकत अहा जउन तू पचन क तोहरे पूर्वजन स मिला बाटइ। 19 बल्कि उ तउ तू पचन के निर्दोस अउर कलंक रहित मेमने क समान मसीह क कीमती लहू स तू सबन क मिला सकत ह। 20 इ संसार क बनइ स पहिलेन ओहका चुन लीन्ह गवा रहा मुला तू पचे खातिर अन्तिम दिनन मँ परगट कीन्ह गवा ह। 21 उ मसीह क कारण तू पचे उ परमेस्सर मँ बिस्सास करत रह्या जउन मरे भएन मँ स जियाइ दिहेस अउर महिमा दिहेस। इ तरह परमेस्सर मँ तोहारे आसा अउर बिस्सास स्थिर अहइ। 22 अब तू सत्य क पालन करत भए, नीक भाईचारा अउर पिरेम क प्रदर्सित करइ खातिर अपने आतिमा क पवित्तर क लिहे अहा, पवित्तर हिरदय क साथ परस्पर पिरेम क आपन लच्छ बनाइ ल्या। 23 तू नासमान क बीज स फिन स जीवन प्राप्त नाही किहा ह बल्कि इ उ बीज क परिणाम अहइ जउऩ अमर हइ। तोहार पुनर्जनम परमेस्सर क उ नीक सन्देस स भवा अहइ जउन जिअत अहइ अउर हमेसा अटल रहत ह। 24 काहेकि पवित्तर सास्तर कहत ह,“प्राणी त सबइ घास बराबर अहइँ, अउर ओऩके सज, धज सब घास क फूलन जइसी, घास सब सूख जात ह अउर फूल उड़ जात ही। 25 मुला टिका रहत ह परमेस्सर क इ संदेसा सदा हीं।”यसायाह 40:6-8इ उहइ नीक संदेसा अहइ जेहका तोहका उपदेस दीन्ह गवा ह।सजीब पाथर अउर पवित्तर प्रजा
1 Peter 2:1 इहइ खातिर सब बुराइयन, छल-छदम पाखण्ड अउर बैर-विरोधन अउर दुसर क दोख मढ़इ स अलग रहा। 2 नवजात बचवन क तरह सुद्ध आत्मिक दूध खातिर ललचावा करा जेहसे तोहार विकास अउर तोहका बचावा जाइ सकइ। 3 अब देखा तू पचे तउ परमेस्सर क अच्छाई क स्वाद तउ लइ ही लिहे अहा। 4 ओह क लगे आवा। उ सजीव “पाथर” अहइ। वहिका संसारी लोगन क नकार दिहे रहा मुला उ परमेस्सर खातिर बहुमूल्य अहइ अउर जउन ओकरे दुआरा चुना गवा अहइ। 5 तू पचे भी सजीव पाथरन क तरह एक आत्मिक मन्दिर क रूप मँ बनाइ जात अहा। जइसेन पवित्तर याजकन क रूप मँ सेवा कइ सका। जेहमा कर्तव्य अइसेन आत्मिक बलिदानन क समर्पित करब अहइ जउन ईसू मसीह क दुआरा परमेस्सर क ग्रहण करइ लायक होइ। 6 पवित्तर सास्तर मँ लिखा बा:“देखउ, मइँ राखत हउँ सिय्योन मँ कोने क पाथर एक जउन अहइ बहुमूल्य अउर अहइ चुना गवा अहइ जउन ओह पइ जउन बिस्सास करी ओका कबहुँ क लजाइ न परी।” यसायाह 28:16 7 एकर मूल्य तउ ओहके बरे अहइ जउन बिस्सास करत ही मुला ओनके खातिर जउन बिस्सास नाही करत अहइँ:“उ पाथर जेका सिल्पियन नकारिन बन गवा सबन त जियादा महत्त्वपूर्ण कोने क पाथर।”भजन संहिता 118:22 8 तथा उ बन गवा:“एक पाथर जहाँ लोग ठोकर खाइ अउर अइसी चट्टान जहाँ स मनई फिसल जाइँ।”यसायाह 8:14लोग ठोकर खात हीं काहेकि उ परमेस्सर क वचन क पालन नाही करतेन बस ओनकइ इही नीत रही बाटइ। 9 मुला तू तउ चुने भए लोग अहा, याजकन क राज्ज, एक पवित्तर रास्ट्र एक अइसेन मनइयन जउन परमेस्सर क आपन अहइँ, जइसेन तउ परमेस्सर क अचरज कारजन क घोसणा कइ सका।” उ परमेस्सर जउन तोहका अन्धकार स अद्भुत प्रकास मँ बोलाएस ह। 10 एक समइ रहा जब तू परमेस्सर क लोग नाही रह्या। मुला अब तू परमेस्सर क लोगन अहा। एक समइ रहा जब दया क पात्र नाही रह्या मुला अब तू सबन प परमेस्सर दया देखाइस ह। 11 पिआरे बन्धुअन, तू पचे इ संसार मँ अतिथि अउर अजनबी क रूप मँ अहा एह बरे मइँ तू पचन स निवेदन करत अहउँ कि उ सारीरीक इच्छन स दूर रहा जउन तोहारे पचन क आतिमा स जूझत ही। 12 अबिस्सासियन मँ आपन व्यवहार ऍतना नीक बनाए रहा कि चाहे उ अपराधियन क रूप मँ तोहार सबन क आलोचना करइँ मुला तोहरे नीक कर्मन क परिणाम सरूप परमेस्सर क आवइ क दिन मँ परमेस्सर क महिमा प्रदान करा। 13 पर्भू खातिर हर मनवीय अधिकारिक क अधीन रहा। 14 राजा क अधीन रहा। उ सर्वोच्च अधिकारी अहइ। सासकन क अधीन रहा। उ ओनका कुकर्मीमयन क दण्ड देइ खातिर अउर नीक काम क प्रसंसा करइ क खातिर भेजे अहइ। 15 काहेकि परमेस्सर क इहइ इच्छा अहइ कि उ अपने नीक कर्मन क मूरखन क अगियान भरी बातन क चुप कराइ देइ। 16 स्वतंत्र मनइयन क तरह जिआ मुला स्वतंत्रता क बुरे कर्मन क आड़ न बनइ द्या। परमेस्सर क सेवक बनके जिआ। 17 सबन क सम्मान करा। अपने धरम भाइयन तथा बहिनियन स पिरेम करा। परमेस्सर प श्रद्धा रखा। सासक क सम्मान करा। 18 सेवको, यथोचित आदर क साथ अपने स्वामियन क अधीन रहा। न केवल ओनके जउन नीक बाटेन अउर दूसरे क खातिर चिन्ता करत अहइँ। बल्कि ओनके बरे जउन कठोर अहइँ। 19 काहेकि जदि कउनो परमेस्सर क उपस्थिति क प्रति सचेत रहत भए यातना सहत ह अउर अन्याय झेलत ह तउ उ प्रसंसनीय अहइ। 20 मुला अगर बुरे करम क खातिर तोहका पीटा जात ह अउर तू ओका सहत ह तउ एहमाँ प्रसंसा क कउन बात अहइ, मुला अहगर तोहरे कर्मन खातिर तोहका कस्ट दीन्ह जात ह तउ परमेस्सर क सामने उ प्रसंसा क जोग्य अहइ। 21 परमेस्सर तोहका इ खातिर बोलइस ह काहेकि मसीह हमरे बरे दुःख उठाएस ह अउर इ कइके हमरे बरे एक उदाहरण छोड़ेस ह ताकि मइँ ओहका चरण चिन्हन प चल सकउँ। 22 “उ (मसीह) कउनो पाप नाही किहेस अउर न ही ओकरे मुँहे स कउनो छल की बात निकरी।” यसायाह 53:9 23 जब उ अपमानित भवा तउ उ कउनो क अपमान नाही किहेस अउर जब उ दुःख झेलेस, उ कउनो क धमकी नाही दिहस, बल्कि उ सच्चे निआव करइवाले परमेस्सर क आगे आपन क अर्पित कइ दिहेस। 24 उ क्रूस अपने देह मँ हमरे पापन क ओढ़ लिहेस। जइसेन अपने पापन क प्रति हमार मउत होइ जाइ अउर जउन कछू नेक अहइ मइँ ओकरे बरे जिई, ई उ घावन क कारण भवा ह जेनसे तू पचे चंगे कीन्ह गए रह्या। 25 काहेकि तू भेड़न क समान भटके रह्या अउर अब तू पचे अपने गड़िया अउर अपनी आतिमन क बचइया लगे लउतटि आए अहा।
1 Peter 3:1 इहइ तरह पत्नियन अपने पतियन क अधीनता मानत रहइँ। जइसेन यदि ओनमाँ स कउनो परमेस्सर क उपदेस क पालन नाही करतियन तउ उ पचे कछू तोहरे पवित्तर अउर आदरपूर्ण चाल चलन स जीत लीन्ह जाइँ, बिवा कउनो बात-चीत क उ सबइ जउने तरह तू पचे अच्छी तरह स रहित अहा। 2 तोहार पति लोग तोहार पवित्तर जीवन क देखिही जउन तरह तू पचे परमेस्सर क आदर देत भए रहबिउँ। 3 तोहार साज सिंगार बाहरी न होइ क चाही महतलब जउन बात क चोटी गुहइ, सोने क आभूसण पहिरइ अउर नीक नीक कपड़ा पहिरइ स होत ह। 4 बल्कि तोहार सिंगार तउ तोहरे भीतर क व्यक्तित्व होइ चाही जउन कोमल सान्त आतिमा क अविनासी सौन्दर्य स युक्त होइ। परमेस्सर क दृस्टि मँ जउन मुल्यावान होइ। 5 काहेकि बीते जुग मँ उ सबइ स्त्रियन क, अपने क सजावइ क इहइ ढंग रहा, जइसेन ओनकर सबइ आसा परमेस्सर प टिकी अहइँ उ पचे अपने पति क अधीन रहत रहिन। 6 जइसेन इब्राहीम क आग्या मानइवाली रहइवाली सारा जउन ओका आपन सुआमी मानत रही। तू पचे भी अगर नीक काम करत अहा अउर डेरात नाही अहा तउ सारा क बिटिया ही अहा। 7 अइसेन ही तू सबइ पति लोगन, अपनी पत्नियन क साथ समझदारी स रहा, काहेकि वह सारीरीक दृस्टि स कमज़ोर अहइँ। जीवन क बरदान मँ ओनका आपन आपन उत्तरधिकारी माना जइसेन तोहरे पराथना मँ बाधा पड़इ। 8 आखिर मँ तू पचन क सान्ति स रहइ चाही। एक दूसर क समझइ क कोसिस करा। एक दूसर स भाइयन क तरह पिरेम करा। दयालु अउर नरम बना। 9 एक बुराई क बदला दूसर बुराई स न द्या कि गाली क बदले गाली द्या। एकरे विपरीत आसीस द्या। काहेकि परमेस्सर तोह पचन क आसीर्बास देइ बरे बोलाएस ह। इहइ स तू पचन्क परमेस्सर क आसीर्बाद क उत्तराधिकार मिली। 10 पवित्तर सास्तर कहत ह:“जउन जीवन आनन्द उठाइ चाही जउन समइ की सद्गति क देखइ चाही ओका कि कबहूँ बुरा न बोलइ उ अपने ओठन क छल वाणी स रोकइ 11 बुराई स अपने क अलग रखइ। उ करइ सदा उ नेक करमन क जउन अहइ नीक चाही ओका कर जतन सान्ति पावइ चाही ओका अनुसरण करइ सान्ति क 12 पर्भू की आँखियन अहइँ टिकी ओनहियन प जो नीक अहइँ लागे कान पर्भू क ओनकी पराथना प पइ जउन करत अहइँ बुरा करम मुँहना सदा फेरत अहइ पर्भू ओनसे।”भजन संहिता 34:12-16 13 अगर जउन उत्तम अहइ तू पचे उहि क करइ क लालयित रहा तउ भला कउनो तोह सबन क नुकसान पहुँचाइ सकत ह। 14 मुला अगर तोहका भले क खातिर दुःख उठावइ क पड़इ तउ तू सब धन्य अहा। “इहइ खातिर कउनो क भय स भयभीत न रहा अउर न ही परेसान ह्वा अउर न विचालित।” 15 अपने मन मँ मसीह क पर्भू क प्रति नरम ह्वा, श्रद्धा स नत ह्वा! तू जउन बिस्सास रखत अहा अगर कउनो ओकरे बार मँ पूछइ तउ सदा उत्तर देइ क तइयार रहा। 16 मुला विनम्रता अउर आदर क साथ अइसा करा। आपन हिरदइ सुद्ध राखा जइसेन अपने अच्छे मसीह व्यवहार स तोहरे नीक गुणन क निन्दा करइवाले तोहार अपमान करत भए लजाइँ। 17 अगर परमेस्सर क इहइ इच्छा अहइ कि क अच्छा बाटइ अच्छे काम करत भए दुःख उठावा इ नाहीं कि बुरा करत भए। 18 काहेकि ईसू मसीह भी हमरे पाप खातिर दुःख उठाइस। मतलब उ निर्दोस रहइ हम सबइ पापियन खातिर एक बार मरि गवा ताकि हमका परमेस्सर क नगीचे लइ जाइ। सरीर क भाव स तउ उ मारा गवा मुला आतिमा मँ जियावा गवा। 19 आतिमा क स्थिति मँ उ जाइके जउन जेल मँ बंदी आतिमन रहेन ओन बंदी भइयन आतिमन क उपदेस दिहेस। 20 जउन उ समइ परमेस्सर क आग्या न मानइवाली सबइ आतिमा रहिन जब नूह क नाव बनाई जात रही अउर परमेस्सर बड़े धीरज क साथ प्रतीच्छा करत रहा। उ नाव मँ थोड़ेन-मतलब आठइ मनई पानी स बचावा जाय सेकन। 21 इ पानी उ बपतिस्मा क तरह अहइ जेहसे अब तोहार उद्धारण होत अहइ। बपतिस्मा सरीर क मैल क छोड़ावइ बरे नाही अहइ, बल्कि सुद्ध अंत:करण खातिर परमेस्सर स बिनती अहइ। अब तउ बपतिस्मा तोहका ईसू मसीह क पुनरुत्थान क दुआरा बचावत अहइ। 22 उ ईसू सरग मँ गवा अउर अब परमेस्सर क दाहिने हाथ बिराजमान अहइ अउर अब सरगदूत, अधिकारियन अउर सबइ सक्तियन ओकरे अधीन कइ दीन्ह गइ अहइँ।
1 Peter 4:1 जब मसीह सारीरीक कस्ट उठाएस तउ तू पचे उहइ मानसिकता क सास्सतर क तरह धारण करा काहेकि जउन सरीर स दुःख उठावत ह उ आपन क छुटकारा पाइ लेत ह 2 इ बरे फिन मनइयन बुरी इच्छा क अनुसरण न करइँ। बल्कि परमेस्सर क इच्छा क हिसाब क करम करत भए अपने बाकी भौतिक जीवन क सर्मपित कइ देइँ। 3 काहेकि तू अबहिं तलक अबोध व्यक्तियन क तरह विसय भोग, सब वासना, पियक्कड़पन, उन्माद स भरे गए आमोद-प्रमोद, मधूपान उत्सवन अउर घृणा-पूर्ण मूरति पूजा मँ बहोतइ जियादा समइ बिताइ चुका अहा। 4 अब जब तू जंगली अउर निरर्थक रहन-सहन मँ साथ नाही देत अहा। तउ ओनका अचरज होत ह। उ पचे तोहार निन्दा करत ही। 5 ओनका जउन मर चुका अहइँ या जिन्दा अहइँ, अपने व्यवहार क लेखा जोखा मसीह क देइ क पड़ी जउन ओनकइ निआव करइवाला अहइ। 6 इहइ बरे ओन बिस्सासियन क जउन मर चुका बाटेन सुसमाचार क उपदेस दीन्ह गवा अहइ कि सारीरीक रूप स चाहे निआव मनइयन क स्तर पइ होइ मुला आत्मिक रूप स परमेस्सर क अनुसार रहइँ। 7 उ समइ निकट अहइ अब सबइ कछू क अन्त होइ जाई। एह बरे समझदार बना अउर अपने प काबू राखा ताकि तोहका पराथना करइ मँ सहायता मिलइ 8 अउर सबसे बड़ी बात इ अहइ कि एक दूसरे क प्रति लगातार पिरेम बनाए राखा काहेकि पिरेम स अनगिनत पापन क निवारण होत ह। 9 बिना कछू कहे सुने एक दूसर क स्वागत सत्कार करा। 10 जउन परमेस्सर कइँती स केउ क बरदान मिला ह, ओका चाही कि परमेस्सर क नीक प्रबन्धकन क सामान, एक दूसरे क सेवा खातिर ओका काम मँ लावइ। 11 जउन प्रबचन करइ, उ अइसा करइ मानो परमेस्सर स निकरे बचनन क सुने रहा होइ। जउन सेवा करइ उ इ सक्ती स करइ जेहमाँ परमेस्सर प्रदान करत ह जेहसे सबइ बातन मँ ईसू मसीह क दुआरा परमेस्सर क महिमा होइ। महिमा अउर सामर्थ्य सर्वदा उहइ क अहइ। आमीन। 12 पिआरे बन्धुअन, तोहरे बीच क ई अग्नि परीच्छा क जउन तोहका परखइ खातिर होइ, ऐसे अचरज जिन करा जइसेन तोहरे साथ कउनो अनहोनी घटना घटत होइ। 13 बल्कि आनन्द मनावा कि तू पचे ईसू मसीह क सबइ यातना मँ हिस्सा बटावत अहा। ताकि जब ओनकइ महिमा परगट तउ तोहमाँ आनन्दित अउर मगन रहि सका। 14 यदि मसीह क नाउँ प तू पचे अपमानित होत अहा तउ तू ओका सहा काहेकि तउ मसीह क अनुयायी अहा, तू धन्य अहा काहेकि परमेस्सर क महिमावान आतिमा तोहरे साथ बाटइ। 15 तउ तू पचेन मँ स कउनो हत्यारा चोर, कुकर्मी अथवा दूसरे क काम मँ हस्तक्षेप करइवाला बनके दुःख न उठावइ। 16 मुला अगर उ मसीही क अनुयायी होइ क कारण दुःख उठावत ह तउ ओका लज्जित न होइ क चाही। ओका तउ परमेस्सर इस नाउँ क बरे धन्यवाद देइ क चाही। 17 काहेकि परमेस्सर अपनेन परिवार स सुरु होइके निआव सुरु करइ समइ आइ पहुँचा अहइ। अउर अगर इ हमहिन स सुरु होत हतउ जउन परमेस्से क नीक सुसमाचार क स्वीकार नाही कीन्ह होइ। ओनमाँ क होइ। 18 अउर “यदि इ अच्छे व्यक्ति क उद्धार क पाउब कठिन अहइ तउ परमेस्सर विहीन अउर पापियन क साथे क होई।” 19 तउ फुन जउन परमेस्सर क इच्छानुससार दुःख उठावत ह, ओनका नीक काम करत भए, उ बिस्सासमय, सिस्टी क रचयिता क आपन-आपन आतिमा सौंप देइ क चाही।
1 Peter 5:1 अब मइँ तोहरे बीच जउन बुजुर्ग अहइँ ओनसे निवेदन करित हउँ मइँ खुद एक बुजुर्ग अहउँ अउर मसीह जउन यातना झेलेस ह, ओके साच्छी हउँ, जउन ओकरे भावा महिमा परगट होई ओकर सहभागी हउँ। 2 राह देखावइवाले परमेस्सर क जनसमूह तोहरी देख-रेख मँ अहइ अउर निरीच्छक क रूप मँ तू ओकर सेवा करत अहा, कउनो दबाव क कारण नाही बल्कि परमेस्सर क इच्छानुसार अइसा करा कि अपनी इच्छा क कारण तू आपन इ काम धन क लालच मँ नाही बल्कि सेवा करइ क प्रति अपनी ततपरता क कारण करत अहा। 3 देख-रेख क खातिर नाही जउन तोहका सौंपा गवा अहइ तू ओनके सासक न बना। बल्कि समूह बरे आदर्स बना। 4 ताकि जब उ प प्रमुख गड़ेरिया परगट होइ तउ तोहका विजय क उ भव्य मुकुट प्राप्त होइ जेकर सोभा कबहूँ नाही घटतइ। 5 इहइ तरह हे नवजुवको तू पचे अपने अपने धर्मवृद्ध क अधीन रहा। तू पचे दूसरे क प्रति विनम्रता स सेवा करा। काहेकि,“करत ह परमेस्सर विरोध अभिमानी क मुला दीनन प, अनुग्रहसील सदा ह।” नीतिवचन 3:34 6 इ खातिर परमेस्सर क सक्तिसाली हाथन क नीचे अपने आपको नवावा। जेहसे ठीक अवसर अवाइ प उ तोहका ऊँचा उठावइ। 7 तू पचे आपन सबइ चिन्ता ओह पइ छोड़ द्या काहेकि उ तोहरे खातिर चिन्तित अहइ। 8 आपन प नियंत्रण राखा। सावधान रहा। तोहार सत्रु सइतान एक गरजत सेर क तरह इधर उधर घूमत रहत ह अउर इहइ ताक मँ रहत ह कि जउन मिलइ ओका फाड़ खावइ। 9 तू ओकरे विरोध करा अउर अपने बिस्सास प अड़ा रहा काहेकि तू तउ जानत अहा कि सारे संसार मँ तोहरे भाई बहिन इहइ तरह क यातना झेलत अहइँ। 10 मुला सम्पूूर्ण अनुग्रह क स्रोत परमेस्सर जउन तोहका ईसू मसीह मँ अनन्त महिमा क सहभागी होइ खातिर बोकाइस ह, तोहरे तनिक समइ सबइ यातना झेलइ क बाद खुदइ तोहका फिन स स्थापित करी, समर्थ बनाई अउर स्थिरता प्रदान करी। 11 सबहिं सक्तियन अनन्त अनन्त तलक ओकरे अधिकार मँ अहइँ। आमीन। 12 मइँ तोहका इ छोट स पत्र, सिलवानुस क सहयोग स, जेहका मइँ बिस्सास पूर्ण भाई मानित हउँ, तोहका प्रोत्साहित करइ खातिर परमेस्सर क सच्चा अनुग्रह उहइ अहइ, इहइ बात क साच्छी देइ क खातिर लिखेउँ, इहइ प अड़े रहा। 13 बेबीलोन क कलीसिया जउन तोहरे समान परमेस्सर दुआरा चुनी गइ अहइ, तोहका नमस्कार करत अहइ। मसीह मँ मोरे बेटवा मरकुस क तोहका नमस्कार। 14 पिरेमपूर्ण चुम्बन स एक दूसरे क स्वागत सत्कार करा। तू सबइ क, जउन ईसू मसीह मँ अहइँ, सान्ति मिलइ।
2 Peter 1:1 ईसू मसीह क सेवक अउर प्रेरित समौन पतरस कइँती स उ लोगन क नाउँ जेनका परमेस्सर स हमरे जइसा बिस्सास प्राप्त अहइ। काहेकि हमार अउर उद्धारकर्ता ईसू मसीह निआव क कर्ता अहइ। 2 तू परमेस्सर अउर हमरे पर्भू ईसू क जान चुका अहा इ खातिर तू सबन्क परमेस्सर क कृपा अउर अनुग्रह बहुतइ जियादा मिली होई। 3 अपने जिन्नगी क खातिर अउर परमेस्सर क सेवा खातिर जउन कछू हमका चाही तउन सब हमका अपने दिव्य सक्ती अउर अच्छाई दुआरा उ हमका दिहे अहइ। काहेकि हम पचे ओका जानित ह जउन अपने धार्मिकता अउर महिमा क कारण स हमका बोलाएस हवै। 4 एनहिन क दुआरा उ हमका अइसे महान अउर अमूल्य बरदान दिहे अहइ, जउन देइ क खातिर उ प्रतिग्या करे रहा। जेहसे तू पचे परमेस्सर क दिव्य प्रकृति क साझीदार अउर भ्रस्टाचार स बच सका, जउन लोगन क बुरी इच्छन क कारण स इ संसार मँ बना अहइ। 5 एही खातिर अपने बिस्सास मँ नीक गुणन क नीक गुणन मँ गियान क, 6 गियान मँ आत्म-संयम क, आत्म-संयम मँ धीरज क, धीरज मँ परमेस्सर क भक्ती क, 7 ईसू क भक्ती मँ भाइयन अउर बहिनियन क, भाइयन अउर बहिनियन मँ पिरेम क उदारता क संग बढ़ावत चला। 8 काहेकि अगर इ गुण तू पचन मँ अहइँ अउर ओनकर विकास होत बाटइ तउन उ पचे तोह सबन क कर्मसील अउर सफल बनाइ देइही अउर ओनसे तू पचे क हमरे पर्भू ईसू मसीह क पूरा गियान मिल जाई। 9 मुला जेहमाँ, ई गुण नाहीं बाटेन, ओहमाँ दूर-दिस्टी नाही बा, उ आँधर अहइ। अउर उ ई भूल गवा अहइ कि ओकरे पाछे क पापेन क धोइ दीन्ह गवा अहइ। 10 एही बरे भाइयो तथा बहिनियो, ई दिखावइ खातिर खूब तइयार रहा कि वास्तव मँ तू पचन्क परमेस्सर दुआरा बोलावा गवा अहइ अउर चुना गवा अहइ काहेकि अगर तू पचे इ बातन क करत अहा तउ न कबहूँ ठोकर खाब्या अउर न गिरब्या। 11 अउर ई तरह स हमरे पर्भू अउर उद्धारकर्त्ता ईसू मसीह क अनन्त राज्ज मँ तू पचन्क महान प्रवेस दइके परमेस्सर आपन उदारता देखाई। उ राज्ज हमेसा हमेसा चलत रही। 12 इहइ कारण स मइँ तू पचन क, यद्यपि तू पचे ई जानत ही अहा कि जउन सत्य तोहका मिला अहइ, ओह पइ डटे रहा, मइँ ई बातन क सदा याद करावत रहब। 13 जब तक मइँ काया मँ रहबइ तू सबन्क याद देवाइके सचेत करत इ उचित जानित हउँ। 14 काहेकि मइँ इ जानित हउँ कि मोका अपने इ काया क जल्दी ही छौड़इ क होई जइसेन हमरे पर्भू ईसू मसीह मोका देखाएस ह। 15 एही बरे मइँ आपन पूरा प्रयत्न करबइ कि मोरे मरि जाइके बाद भी तू पचे मोरे इ बातन क याद रख सका। 16 जब हम आपन पर्भू ईसू मसीह क सामरथ क बारे मँ बताए अही अउर ओकरे अवाई क बारे मँ भी कहे अही। तउ हम चालाकी स गढ़ी भइन किस्सन क सहारा नाही लीन्ह काहेकि हम तउ ओहकी महानता क खुदइ गवाहदार अही। 17 जब परमपिता परमेस्सर स उ सम्मान अउर महिमा पाइ लिहस तउ दिव्य उपस्थिति सही विसिस्ठ वाणी परगट भइ रही, “इ मोर पिआरा बेटवा अहइ, मइँ एहसे प्रसन्न हउँ।” 18 हम आकास स आई भइ इ वाणी सुने रहेन। तबहिं तउ हम पवित्तर पर्वत पइ ओकरे साथेन रहेन। 19 हमहूँ क भी नबियन क बचन क पुस्टी पइ अउर जियादा आस्था होइ गइ। इ बात प धियान दइके त पचे इ अच्छा करत अहा काहेकि इ तउ एक प्रकास बाटइ जउन अँधियारे ठाँव मँ तबइ तक चमकत रहत ह जब तलक पौ फाटत ह अउर तोह सबन क हिरदइ मँ भोर क तारा उदय होत ह। 20 मुला सबसे बड़ी बात इ अहइ कि तू पचन्क जान लेइ चाही कि पवित्तर सास्तरन क कउनउ भविस्सबाणी नबियन क अपने बिचारन क परिणाम न अहइ। 21 काहेकि कउनउ मनई जउन कहइ चाहत ह ओकरे अनुसार भविस्सबाणी नाही होत बल्कि पवित्तर आतिमा क प्रेरणा स मनई परमेस्सर क बाणी बोलत ह।
2 Peter 2:1 जइसा भी रहा होइ उ संतान क बीच मँ साइत झूठे नबियन देखाइ देइ लगत रहेन बिल्कुल उहइ तरह झूठे उपदेसकन तू सबन्क बीच मँ भी परगट होइही। उ घातक विचारन क सुरुआत करिही अउर उ सुआमी क नकार देइही जउन ओनका आजादी दिआए रहा। इ प्रकार अइसा कइके उ जल्दी बिनास क न्यौतिहइँ। 2 बहोत लोगन ओनकइ अनैतिक भोग-विलास क तरीका क पाछे चलिही ओनहिन क कारण स सत्य क मार्ग स बदनाम होई। 3 लोभ क कारण स उ बनावटी बातन स तोहसे पैसा कमइहइँ। ओनके दंड परमेस्सर क दुआर बहोत पहिलेन स निर्धारित कीन्ह जाइ चुका ह। ओनकर विनास तइयार अहइ अउर ओनकर प्रतीच्छा करत बाटइ। 4 काहेकि परमेस्सर उ पाप करइवाले दूतन तक क नाही छोड़ेस अउर ओनका पाताल लोक अंधेरे कोठरियन मँ डाइ दिहिस कि उ निआव क दिन तक उहइ पइ पड़ा रहइँ, 5 उ उ पुरान संसार क भी नाही छोड़ेस मुला नूह क उ समइ रखवारी किहेस जब अधर्मियन क संसार प जलप्रलय भेजी गइ रही। नूह ओन आठ मनइयन मँ रहा जउन जलप्रलय क समइ बचा रहेन। उ जउन उचित अहइ, ओकर उपदेस देत रहा। 6 सदोम अउर अमोरा ह जइसेन नगरन क बिनास क दण्ड दइके ओनकइ राखी बनाए दीन्ह गवा रहा ताकि अधर्मियन क साथ जउन बाते घटिहइँ, ओनके खातिर इ एक चेताउनी होइ। 7 परमात्मा लूत क बचाइ लिहेस जउन एक अच्छा मनई रहा। उद्दण्ड मनइयन क अनैतिक आचरण स दुःखी रहत रहा। 8 उ धर्मी पुरुस ओन लोगन क बीच मँ रहत भवा रोजइ रोज जउन देखत अउर सुनत रहा ओसे ओनके नेक आतिमा तड़पत रही। 9 एहि प्रकार पर्भू जानत ह कि निआव करत समइ धर्मात्मा मनइयन क कइसे बचावा जात ह अउर दुस्ट लोगन क कउने तरह दण्ड देइ क खातिर कइसे रखा जात ह। 10 खासकर ओन लोगन क बरे जउन आपन पाप स भरी भइ प्रकृति स बुरे कामन क करत जिअत ही। ओनकइ पापमय मन पर्भू क सत्ता क अवहेलना करत ह। ई पचे उद्दण्ड अउर स्वेच्छा चारी अहइँ इ महिमावान सरगदूतन क अपमानौ करइ स नाही डेरात अहइँ। 11 जब कि इ सबइ सरगदूतन जउन सक्ती अउर समरथ मँ एनसे बड़े अहइँ, पर्भू क सामने ओन पइ कउनो निन्दापूर्ण दोख नाही लगावत 12 मुला इ पचे विचारहीन पसुवन क बराबर अहइँ जउन आपन सहजवृती क अनुसार काम करत ही। जेनकइ जनम एही बरे होत ह कि उ पकड़े जाइँ अउर मार डाए जाइँ उ पचे ओन विसयन क विरोध मँ बोलत हीं जेनके बारे मँ इ सबइ अबोध अहँइ। जइसे पसु मार डावा जात अहइँ, वइसेन एनहू क नस्ट कर दीन्ह जाइ। 13 एनका बुराई क बदला बुराइन स दीन्ह जाई। दिन क प्रकास मँ भोग-विलास करब एनका भावत ह। काहेकि उ पचे अपने छलपूर्ण करजरन क फल भोगत ही। इ लज्जापूर्ण धब्बे अहइँ। जब इ पचे तू पचन क साथ उत्सव मँ सामिल होत ही तउ 14 इ कउनो अइसेन स्त्री क ताक मँ रहत ही जेहिके साथ व्यभिचार कीन्ह जाइ सकइ। इ तरह स एनकइ आँखी पाप करइ स बाज नाही अउतिन। इ पचे ढुलमुल लोगन क पाप करइ क खातिर फुसलाय लेत ही। इ लोगन क मनवा पूरी तरफ स लालचा मँ अभ्यस्थ अहइँ। इ पचे अभिसाप क लरिका अही। 15 सीधा-सादा मारग छाँड़िके भटक गए बाटेन। बओर क लरिका बिलाम क मार्ग प इ पचे चलत अहइँ बिलाम ओकर रुचि गलत रस्ता क फले मँ अहइ। 16 मुला ओकरे दोखन क खातिर एक गदही जउन बोल नाही पावत रही, मनई क बानी मँ बोलिके ओका डाँटिस फटकारिस अउर उ नबियन क उन्मादी कामन क रोकिस। 17 इ झूठे उपदेसक सूखे जल क सोता अहइँ अउर अइसे जल रहित बादल अहइँ जेनका तूफान उड़ाइ लइ जात ह। इ पचन क खातिर गझिन अन्धेरी जगह इ काम क बरे निहचित कीन्ह गइ अहइ। 18 इ पचे झूठे उपदेसकन अरथहीन डीगन स उ लोगन को प्रलोगभित कइ देत ही, जे बस अभी ही गलत जीवन बितावइवालन लोगन स अलग आवत ही। 19 इ झूठे उपदेसकन उनका छुटकारा क बचन देत ही, काहेकि कउनो व्यक्ति जउन ओका जीत लेत ह, उ ओनहिन क दास होइ जात ह। 20 एहि खातिर अगर इ हमरे पर्भू अउर उद्धाकर्त्ता ईसू मसीह क जान लेइँ अउर संसार क खोट स बच निकरइ क पाछे अगर ओहमाँ फिन फँस जात ही तउ ओनकइ दसा पहिले स भी खराब होइ जात ह। 21 एहसे तउ नीक भवा होत कि इ उचित मार्ग क जानि न पउतेन बजाए एकरे कि उ पचे इ पवित्तर आग्या स मुँह फेर लेतेन। 22 उ पचेन क साथे तउ वइसेन घटना घटी जइसेन मसला अहइ, “कुकुर अपने उल्टी क पास ही लोटत ह।”अउर “एक नहाई भइ सुअरी कीचड़ मँ लौटइ खातिर फिन लउट जात ह।”
2 Peter 3:1 पिआरे बन्धुअन, अब ई दूसर पत्र अहइ जउन मइँ तू पचन क लिखित हउँ। इ दुइनउँ पत्रन मँ लिखिके मइँ तू सबन क सच्चे सोच क जगावइँ क जतन कीन्ह ह। 2 जेहिसे तू उ पवित्तर नबियन दुआरा पहिले कहे गए बचनन क याद करा अउर हमरे पर्भू अउर उद्धारकर्ता क आदेस क जउन तू सबनक प्रेरितन दुआरा तू पचन क दीन्ह गएन ह, धियान राखा। 3 सबसे पहिले तू पचन क इ जान लेइ क चाही कि आखिर दिनन मँ स्वेच्छाचारी जउन बुरी इच्छन क अनुसरण करत ही अउर उ पचे तोहरे लगे हँसी उड़ावत भए अइही। 4 अउर तू सबन स कइही, “का भवा ओकरे फिन आवइ क प्रतिग्या का? काहेकि हमरे पूर्वजन तउ चल बसेन। मुला जब स सृस्टि बनी ह, तइसेन हर बार चलत आवत अहइँ।” 5 मुला जब उ पचे इ आरोप करत ही तउ उ इ भूल जात ही कि परमेस्सर क वचनन क दुआरा आकास जुगन स विद्यमान अहइ अउर धरती जल प बनी बाटइ अउर जल प स्थिर बा। 6 अउर इ जल क कारण स उ जुग क संसार जल प्रलय स नस्ट होइ गवा। 7 मुला इ आसमान अउर पृथिवी जउन अबइ, उहइ आदेस स नस्ट होइ क खातिर सुरच्छित अहइँ। एनका उ दिना खातिर रखा जात ह जब अधर्मियन क निआव होई अउर उ पचे नस्ट कर दीन्ह जइही। 8 मुला पिआरे बन्धुओ, एक बात क जिन भुला, पर्भू क बरे एक हजार साले एक दिन क समान होत ह अउर एक दिन एक हजार बरस क बराबर होत ह। 9 पर्भू आपन प्रतिग्या पूरी करइ मँ देर नाही लगावत। जइसेन कछू मनई सोचत ही। बल्कि उ हमरे प्रति धीरज धरत ह काहेकि उ कउनो मनई क नस्ट नाही करइ चाहत ह, बल्कि उ तउ चाहत ह कि सभी मनई मनफिराव क तरफ बढ़इँ। 10 मुला पर्भू क दिन आई। एक दिना पर्भू चुप्पेचाप चोर सही अहइ। उ दिन एक भयंकर गर्जना क साथे आकास विलीन होइ जाई अउर आकास क नखत भसम होइके नस्ट होइ जइही अउर इ धरती पे रहइवालेन क करम उजागर होइ जइही। 11 काहेकि जब इ सब चीजन इ तरह स नस्ट होइ जाइही तउ तू सोचा कि तू लोगन क कउनउ तरह क जीवन जियइ क चाही। तोहे सबन्क पवित्तर जीवन जियइ क चाही, पवित्तर जीवन जउन परमेस्सर क अर्पित अहइ अउर सब तरह क उत्तम करम करइ क चाही। 12 अउर तोहे सबन्क परमेस्सर क दिन क बाट जोहइ क चाही, अउर ओके जल्दी आउब क बरे काम करा। उ दिन अउतइमान आकास लपटन मँ जल क नस्ट होइ जाई आकास क नखत ओकरे ताप सेही पिघल उठिही। 13 मुला हम पचे परमेस्सर क वचन क अनुसार एक नवा आकास अउर नवी धरती की बाट जोह रहा अहइ जहाँ धार्मिकता रहत ही बाटइ। 14 इ पिआरे बन्धुओ, काहेकि तू एन बातन क बाट जोहत अहा, पूरा प्रयत्न करा कि पर्भू दुआरा सान्ति मँ निर्दोख अउर कलंक रहित पावा जा। 15 हमारे पर्भू क धीरज क उद्धार समझा। जइसेन कि हमरे पिआरे बन्धु पौलुस परमेस्सर दुआरा दीन्ह गए विवेक क अनुसार पचन्क लिखेन ह। 16 अपने दूसर सभी पत्रन क समान उ पत्र मँ भी इ सब बातन क बिसय मँ कहेउँ ह। ओन पत्रन मँ कउनो कउनो बात अइसी अहइ जेकर समझब मुस्किल बा। अग्यिानी अउर अस्थिर लोग ओकरे अरथ क अनर्थ करि डावत ही। दूसरे पवित्तर सास्तरन क साथ भी अइसेन ही करत ही। इ तरह उ अपनेन पैर मँ कुलहाड़ी मारत अहइँ। 17 पिआरे बन्धुओ, काहेकि तू पचन क इ बातन पहिलेन स पता अहइँ। इ खातिर सावधान रहा अउर व्यवस्थाविहीन मनइयन क दुआरा भटकाए जाए पइ अपने क सुरच्छित स्थान स न डिगवा। 18 बल्कि हमरे पर्भू तथा उद्धारकर्ता ईसू मसीह क अनुग्रह अउर ग्यान मँ तू पचे आगेन बढ़त जा। अबइ अउर अनंत समइ तक तू ओकर महिमा गावत रहा।
1 John 1:1 इ दुनिया क सुरुआत स रहा: हम एका सुने अही अपनी आंखन स देखे अही अउर बहुत धियान स निहारे, एका अपने हाथन स खुदइ छुए अही।हम उ बचन (मसीह) क बावत बतावत अही जउन जीवन अहइ। 2 उही जीवन क ज्ञान हमका करावा गवा। हम ओका देखे अही। हम ओकर साच्छी अही अउर अब हम तोहका पचे क उही अनन्त जीवन क घोसणा करत अही जउन परमपिता क साथे रहा अउर जेकर जानकारी हमका कराई गइ। 3 हम ओका देखे अउर सुने अही। अब तोहका उही क उपदेस देत अही जइसेन कि तू हमार साथी रहा। हमार इ साथ परमपिता अउर ओनकइ पूत ईसू मसीह क साथे अहइ। 4 हम इ सब बात तोहरे बरे इ कारण स लिखत अही जइसेन कि तोहार आनन्द पूरा होइ जाइ। 5 हम ईसू मसीह स जउन सुसमाचार सुने अही, उही क हम तोहका सुनावत अही, परमेस्सर ज्योति अहइ अउर ओहमा तनिकउ अँधेरा नाहीं अहइ। 6 जदि हम कही कि ओके सहित हमार सहभागिता अहइ, अउर पाप क अँधियारे स भरा जीवन जिअत रही तउ हम झूठ बोलत अही अउर सच्चाई प आचरण नाहीं करत अही। 7 मुला जदि हम ज्योति मँ आगे बढ़ित अही काहेकि ज्याति मँ परमेस्सर अहइ, अउर एक दुसरे क सहभागी अही। अउर परमेस्सर क पूत ईसू क लहू स हमार सब पापन क सुद्ध कइ देत ह। 8 जदि हम कहित ह कि हमरे मँ कउनो पाप नाहीं अहइ तउ हम खुदइ अपने आपका ठगत अही अउर हमसे परमेस्सर क सत्य नाहीं अहइ। 9 जदि हम आपन पाप क मान लेइत ह तउ हमरे पापन क परमेस्सर छमा कइ देत ह, परमेस्सर बिसवासनीय अहइ, अउर उ जउन करत ह उ उचित अहइ। अउर उ हमरे गलत कामन स सुद्ध कर देत ह। 10 अगर हम कहित ह कि हम कउनो पाप नाहीं करे अही तउ हम परमेस्सर क झूठा बतावत अही अउर ओकर उपदेस हमरे मँ नाहीं अहइँ।
1 John 2:1 मोर पिआरे बच्चो, इ सब बात मइँ इ बरे लिखत अहउँ जइसे तू पचे पाप न करा। मुला जउ कउनो मनई पाप करत ह तउ परमेस्सर क सामने हमरे पाप क बचाव करइवाला एक अहइ अउर उ बाटइ न्यायी ईसू। 2 उ एक बलिदान बाटइ जउन हमरे पापन क हर लेत ह, उ केवल हमरे पापन क नाहीं हरत उ तउ समूची दुनिया क पाप हर लेत ह। 3 जदि हम परमेस्सर क हुकुम क पालन करित ह तउ इ उहइ रास्ता अहइ जउने स हम निस्चय करित ह कि हम सचमुच ओका जान लिहे अही। 4 जदि कउनो कहत ह, “मइँ परमेस्सर क जानित हउँ!” अउर ओकर हुकुमन क पालन नाहीं करत तउ उ झूठा अहइ। ओकरे मन मँ सच्चाई नाहीं अहइ। 5 मुला जउ कउनो मनई परमेस्सर क उपदेस क पालन करत ह तउ ओहमाँ परमेस्सर क पिरेम आपन पूर्णता क पावत ह इहइ उ रास्ता अहइ जउने स इ निस्चय होत ह कि हम परमेस्सर मँ अही, 6 जउन इ कहत ह कि उ परमेस्सर मँ बाटइ, ओका अइसा चलइ चाही जइसन ईसू चलत रहा। 7 पिआरे बन्धुअन, मइँ तोहका कउनो नई हुकुमन नाहीं लिखत अहउँ, इ तउ एक सनातनी हुकुम अहइ, जउन तोहका सुरूआतइ मँ दइ दीन्ह गइ रही। इ पुरानी हुकुम उ उपदेस अहइ जेका तू सुन चुका अहा। 8 मइँ तोहका अउर दुसर नया हुकुम लिखत अहउँ। इ बात की सच्चाई ईसू क जीवन मँ अउर तोहरे जिन्दगी मँ उजागर भइ अहइ, काहेकि अँधियारा खतम होत अहइ अउर ज्योति चमकत अहइ। 9 जउन मनई कहत ह, “उ ज्योति मँ स्थित अहउँ।” अउर तबहूँ अपने भाई स नफरत करत ह, तउ उ अबहिं भी उ अंधेर मँ बना अहइ। 10 जउन अपने भाई स पिरेम करत ह, ज्योति मँ बना रहत ह। ओकरे जिन्दगी मँ अइसी कउनो चीज नाहीं अहइ, जउने स उ ठोकर खाइ। 11 मुला जउन मनई अपने भाई स नफरत करत ह, उ अंधेरे मँ अहइ। उ अंधेरे स भरा जीवन जिअत अहइ। ओका पता नाहीं अहइ कि उ कहाँ जात अहइ, काहेकि अंधेरा ओका आंधर बनाइ दिहे अहइ। 12 पिआरे बच्चो, मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ, काहेकि ईसू मसीह क कारण तोहरे पापन क छमा कइ दीन्ह गवा अहइ। 13 पिताओ, मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ, काहेकि तू पचे, जउन अनादि काल स बना अहइ, ओका जानत ह्या। जवानो! मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ, काहेकि तू उ दुस्ट (सइतान) प जीत हासिल कइ लिह्या ह। 14 बच्चो, मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ, काहेकि तू अपने बाप क पहचान लिहे अहा। ओह बाप लोगो, मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ, काहेकि तू जउन कि संसार क सुरुआतइ स बना अहा, ओका जान लिहे अहा। जवानो, मइँ तोहका इ बरे लिखत अही, काहेकि तू ताकतवर अहा। परमेस्सर क बचन तोहरे अन्दर निवास करत ह अउर उ दुस्ट (सइतान) पइ जीत हासिल कइ लिये अहा। 15 दुनिया स अउर दुनिया क तमाम चीजन स पिरेम जिन करा। जउ कउनो मनई दुनिया स पिरेम करत ह तउ ओनके हिरदइ मँ परमेस्सर कइँती पिरेम नाहीं रहत, 16 काहेकि इ दुनिया क हर चीज: जउन तोहरे भौतिक मनई सुभाउ क अपनी अउर खींचत ह, तोहरी आँखिन क सोहात अउर इ दुनिया क हर उ चीज जउने प लोग घमंड करत हीं।परमपिता कइँती स नाहीं अहइ मुला उ तउ सांसारिक अहइ। 17 इ दुनिया अपनी चाहत अउर इच्छा सहित खतम होत जात अहइ, मुला जउन मनई परमेस्सर क इच्छा क पालन करत ह, उ हमेसा रहत ह। 18 मोरे पिआरे बच्चो, आखिरी घड़ी आइ गइ अहइ जइसेन कि तू पचे सुने अहा, मसीह क विरोधी आवत अहइ। इ बरे अब मसीह क तमाम विरोधी प्रकट होइ गवा अहइँ इही बरे हम जानत अही कि आखिरी वक्त आइ ग अहइ। 19 मसीह क विरोधी हमरेन सबके बीच स निकरा अहइँ, मुला उ सबइ सही हमार सबन क न अही, काहेकि जदि उ पचे सचमुच हमार सबन क होतेन, तउ हमरे सबके साथे रहतेन। मुला उ पचे हम सबक छोड़ दिहेन, जइसेन कि उ दिखाइ सकइँ कि उ हमार सबन्क न अही। 20 मुला तोहार अभिसेक तो उस पवित्तर स भवा ह, अउर तू सब जानत ह्या। 21 मइँ तोहका इ बरे नाहीं लिखे अहउँ कि तू पचे सच्चाई क नाहीं जानत अहा, मुला तू पचे तउ ओका जानत अहा। एका जना ल्या कि सच्चाई स कउनो झूठ नाहीं निकर सकत। 22 मुला जउन मनई कहत ह कि ईसू मसीह नाहीं अहइ, उ मसीह क विरोधी अहइ। उ तउ बाप अउर बेटवा दुइनउ क नकार देत अहइ। 23 जउन मनई बेटवा क नाहीं मानत, ओकरे पास बापउ नाहीं अहइ, मुला जउन मनई बेटवा क मानत ह, उ बापउ क मानत ह। 24 जहाँ तलक तोहार बात अहइ, तु सुरुआतइ स जउन सुने अहा, ओका अपने भीतर बनाए राखा। जउन तू आरम्भ स सुने अहा, जउ तोहरे अन्दर बरकरार रहत ह तउ बाप अउर बेटवा दुइनउँ तोहरे अन्दर बरकरार रहत हीं। 25 उ हमका अनन्त जीवन देइ क वचन दिहे अहइ। 26 मइँ इ सब बात तोहसे ओनके बावत लिखत अहउँ, जउन तोहका ठगइ क जतन करत अहइँ। 27 मुला जहाँ तक तोहार बात अहइ, तोहरे मँ तउ उ परम पवित्तर स मिला अभिसेक अहइ, इ बरे तोहका तउ तू जरूरतइ नाहीं अहइ कि कउनो तोहका उपदेस देइ, तोहका तउ उ आतिमा जउने स उ परम पवित्तर तोहार अभिसेक करे अहइ, सब कछू सिखावत अहइ (अउर याद रखा कि उहइ सच्चाई बाटइ, उ झूठ नाहीं बाटइ।) उ तोहका जइसे सिखाए अहइ, वइसेन तू मसीह मँ बना रहा। 28 इ बरे पिआरे बच्चो, उही मँ बना रहा जइसेन कि जब हमका ओकर जानकारी होइ तउ हम आतिमा-बिसवास पाइ सकउँ। अउर ओकरे फिन स आवइ क वक्त हमका लज्जित न होइ क पड़इ। 29 जदि तू इ जानत अहा कि उ नेक अहइ तउ तू इहइ जान ल्या कि जउन नेकी प चलत ह उ परमेस्सर क सन्तान अहइ।
1 John 3:1 इ सोचिके देखा कि परमपिता हमका केतॅना पिरेम करत ह जइसेन कि हम पचे बेटी-बेटवा कहवावा जाइ सकी अउर वास्तव मँ उ हमहिं सब अही। इही बरे दुनिया हमका नाहीं पहिचानत, काहेकि उ मसीह क नाहीं पहिचानत। 2 पिआरे बन्धुअन, अब हम परमेस्सर क सन्तान अही, मुला आगे चलिके हम सब का होबै, एकर जानकारी हमका नाहीं कराई गइ अहइ। जउन कछू होइ, हम इ जानित अही कि मसीह क फिन परगट होइ प हम पचे उही क तरह होइ जाब, काहेकि उ जइसेन अहइ, हम ओका उही तरह देखब। 3 जउन मनई ओसे अइसी उम्मीद रखत अहइ, उ खुदक वइसे पवित्तर करत ह जइसे मसीह पवित्तर अहइ। 4 जउन मनई पाप करत ह, उ परमेस्सर क नियम क तोड़त ह, काहेकि नियम क तोड़ब पाप बाटइ। 5 तू तउ जानत अहा कि मसीह सब मनइयन क पाप क नास करइ क वास्ते प्रकट भवा अहइ। अउर इहउ बात जानत अहा कि ओहमाँ कउनो पाप नाहीं अहइ। 6 जउन मनई मसीह मँ रहत ही पाप मँ नाहीं रहतेन अउर जउन मनई पाप करत ही, उ न तउ ओकर दर्सन करे अहइ, अउर न तउ कबहूँ ओका जाने अहइ। 7 पिआरे बच्चो, तू कतहूँ ठगा न जा। जउन मनई धरम क पालन करत ह ओका धरमात्मा कहा जात ह। जइसेन कि मसीह धरमात्मा अहइ। 8 जउन मनई हमेसा पाप करत रहत ह, उ सइतान क अहइ काहेकि सइतान अनादिकाल स पाप करत चलत आवत अहइ। इही बरे परमेस्सर क पूत (मसीह) परगट भवा जइसेन कि उ सइतान क काम क नास कइ देइ। 9 जउन मनई परमेस्सर क बेटवा बन गवा, पाप मँ नाहीं रहत, काहेकि ओकर बीज तउ उही मँ रहत ह। अब उ पाप नाहीं करत काहेकि वह परमेस्सर क बेटवा बन चुका अहइ। 10 परमेस्सर क सन्तान कउन अहइँ? अउर सइतान क बेटवन कउन अहइँ? तू ओनका इ तरीके स जान सकत ह्या कि जउन मनई धरम प नाहीं चलत अउर अपने भाई स पिरेम नाहीं करत, उ परमेस्सर क बचवा न अहइ। 11 इ उपदेस तउ तू सुरूआति स सुने अहा कि हमका सबका एक दुसरे स पिरेम करइ चाही। 12 हमका पचे क कैन क तरह न बनइ चाही जउने क सम्बन्ध दुस्ट आतिमा स रहा अउर जे अपने भाई क हतिया कइ दिहे रहा। अब बतावा कि उ अपने भाई क काहे मार डाएस? उ अइसा इ बरे करेस, काहेकि ओकर करम खराब रहेन जबकि ओकरे भाई क करम अच्छा रहेन। 13 भाइयो तथा बहिनियो, जदि इ दुनिया तोहसे नफरत करत ह, तउ एहमाँ अचरज करइ क बात नाहीं अहइ । 14 हमका पता अहइ कि हम मउत क पार जीवन मँ आइ पहुँचा अहइ। काहेकि हम अपने भाइयन स पिरेम करित अही। जउन मनई पिरेम नाहीं करत, उ मउत मँ बरकरार रहत ह। 15 जउन मनई अपने भाई स नफरत करत ह, उ हतियारा अहइ अउर तू जानत ही अहा कि जउन मनई हतियारा होत ह, उ अनन्त जीवन नाहीं रखत। 16 ईसू हमरे सबके खातिर आपन जीवन त्याग दिहेस। इही बरे कि हम जानित ह कि पिरेम का होत ह? हमका अपने भाइयन क बरे आपन प्रान निछावर कइ देइ चाही। 17 जेकरे लगे भौतिक सम्पति अहइ, अउर जे अपने भाइयन क दुःखी देखके ओकरे ऊपर दया नाहीं करत, ओहमा परमेस्सर क पिरेम अहइ, एका कइसे कहा जाइ सकत ह? 18 पिआरे बच्चो, हमार पिरेम केवल कथन अउर बात तक न रहइ चाही, ओका करम कइके देखावइ चाही तथा पिरेम क सच्चा होइ चाही। 19 इही स हम जान लेब कि हम सच्चाई स जुड़ा अही अउर परमेस्सर क सामने अपने दिल मँ सन्तोस कइ लेब। जिन कामन मँ हमार मन हमका दोसी ठहरावत ह काहेकि परमेस्सर हमरे मन स बड़ा अहइ अउर उ सब कछू जानत ह। 20 21 जो पिआरे बन्धुओं, जदि बुरा काम करत समइ हमार मन हमका दोसी नाहीं ठहरावत तउ परमेस्सर क सामने हमका बिसवास बना रहत ह। 22 अउर जउन कछू हम ओसे मांगित ह, ओका पाइत ह। काहेकि हम ओकरे हुकुमन क अनुसार काम करत अही अउर ओनही काम करत अही जउन ओका अच्छी लागत ह। 23ओकर इ हुकुमन अहइ: हम सबे ओकरे पूत ईसू मसीह मँ बिसवास करी, जइसेन कि उ हमका पचे क हुकुम दिहे अहइ, कि हम एक दुसरे स पिरेम करी, 23 जउन मनई ओकरे आदेस क पालन करत ह, उ उही मँ बरकरार रहत ह अउर ओहमाँ परमेस्सर क निवास रहत ह। इ तरह स, उ आतिमा क द्वारा जेका परमेस्सर हमका दिहे अहइ, हम जानितही कि हमरे अन्दर परमेस्सर रहत ह। 24
1 John 4:1 पिआरे बन्धुओ, दुनिया मँ तमाम झूठे नबी फैल ग अहइँ। हर एक आतिमा क बिसवास न करइ चाही, पहले ओनका परखिके देख लेइ चाही कि का उ परमेस्सर क अही? इ मइँ तोहसे इ बरे कहत अही। 2 परमेस्सर क आतिमा क तू इ तरह पहिचान सकत ह्या: जउन आतिमा इ मानत ह, “ईसू मसीह मनई क रूप धइके दुनिया मँ आइ अहइ,” उ परमेस्सर कइँती स आइ अहइ। 3 अउर हर उ आतिमा जउन ईसू क नाहीं मानत, परमेस्सर कइँती स नाहीं आइ बाटइ। अइसी आतिमा मसीह क विरोधी अहइ, जेकरे बारे मँ सुने अहा कि उ आवत अहइ, मुला अब तउ उ इही दुनिया मँ अहइ। 4 पिआरे बच्चो, तू पचे परमेस्सर क अह्या। इही बरे तू मसीह क विरोधी क ऊपर जीत हासिल कइ लिहे अहा। काहेकि उ परमेस्सर जउन तोहरे अन्दर अहइ, दुनिया मँ रहइवाला सइतान स बड़ा अहइ। 5 मसीह क विरोध करइवाले मनइयन संसारी अही। एह बरे उ पचे जउन कछू बोलत हीं, उहउ सब कछू दुनियादारी क चीज अहइ अउर दुनिया ओनकइ बात सुनत ह। 6 मुला हम पचे परमेस्सर क अही, तउ जउन मनई परमेस्सर क जानत ह, उ हमार सबन क सुनत ह। मुला जउन मनई परमेस्सर क नाहीं जानत, हमार नाहीं सुनत। इ तरह हम सच्ची आतिमा तथा झूठी आतिमा क पहिचान सकित ह। 7 पिआरे बन्धुओ, हमका सबका एक दूसरे स पिरेम करइ चाही। काहेकि पिरेम परमेस्सर स मिलत ह अउर जउन मनई पिरेम करत ह, उ परमेस्सर क सन्तान बन जात ह अउर परमेस्सर क जानत ह। 8 जउन मनई पिरेम नाहीं करत परमेस्सर क नाहीं जान पावत, काहेकि परमेस्सर पिरेम अहइ। 9 परमेस्सर आपन पिरेम इ तरह स देखावत ह: उ अपने एकलौते बेटवा क इ दुनिया मँ भेजेस जइसेन कि हम सब ओकरे द्वारा जिन्दगी पाइ सकी। 10 सच्चा पिरेम एहमाँ नाहीं अहइ कि हम परमेस्सर स पिरेम करी, उ तउ एहमाँ अहइ कि एक अइसेन बलिदान क रूप मँ जउन हमरे पापन क धारण कइ लेत ह, उ अपने बेटवा क भेजके हमरी कइँती आपन पिरेम देखाए अहइ। 11 पिआरे बन्धुओं, जदि परमेस्सर इ तरह स हमरे ऊपर आपन पिरेम देखाएस तउ हमहूँ क एक दूसरे स पिरेम करइ चाही। 12 परमेस्सर क कबहुँ कउनो नाहीं देखेस अहइ, मुला जदि हम एक दुसरे स पिरेम करित ह तउ परमेस्सर हमरे मँ निवास करत ह अउर हमरे सबन क भीतर ओकर पिरेम सम्पूर्ण होइ जात ह। 13 इ तरह स हम जान सकित ह कि हम परमेस्सर मँ निवास करित ह अउर उ हमरे भीतर रहत ह। उ अपनी आतिमा क कछू भाग हमका दिहे अहइ। 14 एका हम देखे अही अउर हम एकर साच्छी अही, परमपिता अपने बेटवा क दुनिया क बचाव करइ क वास्ते भेजे अहइ। 15 जदि कउनो इ मानत लेत ह, “ईसू परमेस्सर क पूत अहइ” तउ परमेस्सर ओहमाँ रहइ लागत ह। अउर उ मनई परमेस्सर मँ रहत ह। 16 इ जउ पिरेम परमेस्सर हमसे रखत ह, ओका हम जान गएउँ अउर हमरे उपर बिसवास किहे अहइ, जउन पिरेम परमेस्सर हमरे बरे रखत ह।परमेस्सर पिरेम अहइ अउर जउन मनई पिरेम मँ बना रहत ह, उ परमेस्सर मँ बना रहत ह अउर परमेस्सर ओहमाँ बना रहत ह। 17 हमरे बावत पिरेम इही तरह स पूर्ण अहइ जइसेन कि निआव क दिन हमरे अन्दर बिसवास बना रहइ। हमार इ बिसवास इ बरे बना रहत ह, काहेकि हम जउन जीवन जिअत अही, उ मसीह क जिन्दगी जइसेन अहइ। 18 पिरेम मँ कउनो भय नाहीं रहत, हिआँ तलक कि भरपूर पिरेम सब डर भगाय देत ह। भय क ताल्लुक दंड स अहइ। इ बरे जेहमाँ भय अहइ, ओकरे पिरेम क पूर्णता नाहीं मिलत। 19 हम पिरेम करित अही काहेकि पहले परमेस्सर हमसे पहिले पिरेम करे अहइ। 20 जउ कउनो मन मनई कहत ह, “मइँ परमेस्सर क पिरेम करित हउँ।” अउर अपने भाई स नफरत करत हउँ, तउ उ झूठा अहइ। काहेकि सच मँ जदि उ अपने उ भाई स पिरेम नाहीं करत जेका कि उ देखे अहइ, तउ उ परमेस्सर स कइसे पिरेम कइ सकत ह, जेका उ देखे नाहीं अहइ। 21 इ आदेस मसीह हमका दिहे अहइ। उ मनई जउन परमेस्सर क पिरेम करत ह, ओका अपने भाई स पिरेम करइ चाही।
1 John 5:1 जउन मनई इ बिसवास करत ह कि ईसू मसीह अहइ, उ परमेस्सर क सन्तान बन जात ह अउर जदि कउनो परमपिता स पिरेम करी तउ ओकरी सन्तानौ स पिरेम करी। 2 इ तरह स जब हम परमेस्सर स पिरेम करित ह अउर ओकरे आदेस क पालन करित अही तउ हम जानि लेइत ह कि हम परमेस्सर क संतान स पिरेम करित अही। 3 ओकरे आदेसन क पालन करत हम इ देखाइत ह कि हम परमेस्सर स पिरेम करित ह। ओकरे आदेस बहुत कड़ा नाहीं अहइ। 4 काहेकि जउ कउनो परमेस्सर क सन्तान बन जात ह तउ उ दुनिया क जीत लेत ह। अउर दुनिया प जीत हासिल करवइवाला हमार बिसवास अहइ। 5 जउन इ बिसवास करत ह कि ईसू परमेस्सर क पूत अहइ, तउ उ दुनिया क जीत लेत ह। 6 उ ईसू मसीह अहइ जउन हमरे पास पानी अउर लहू क साथ आवा-उ केवल पानी क साथे नाहीं, मुला पानी अउर लहू क साथ। अउर उ आतिमा अहइ जउन ओकर साच्छी देत ह, काहेकि आतिमा सत्य अहइ। 7 साच्छी देइवाले तीन अहइँ। 8 आतिमा, पानी अउर लहू अउर इ तीनउँ साच्छी एक दूसरे स मेल खात ही, एक दूसरे स सहमत अहइँ। 9 जउ हम मनई क दीन्ह साच्छी क मानित ह तउ परमेस्सर क दीन्ह साच्छी अउर मूल्यवान अहइ। परमेस्सर क दीन्ह साच्छी क सबसे बड़ा महत्व इ बात मँ अहइ कि उ अपने पूत क बावत साच्छी दिहे अहइ। 10 जउन मनई परमेस्सर क पूत मँ बिसवास करत ह उ अपने अन्दर साच्छी क रखत ह। परमेस्सर जउन कहे अहइ, ओह प जउ बिसवास नाहीं करत, तउ उ मनई परमेस्सर क झूठा साबित करत ह। काहेकि उ परमेस्सर क अपने पूत क बावत दीन्ह साच्छी मँ बिसवास नाहीं किहेस। 11 अउर उ साच्छी आटै कि परमेस्सर हमका अन्नत जीवन देहे अहइ। अउर उ जीवन ओकरे पूत (ईसू) मँ मिलतह। 12 जउन मनई ओहके पूत क धारन करत ह, उ उही जीवन क धारन करतह। मुला जेकरे पास परमेस्सर क पूत नाहीं अहइ, ओकरे पास उ जीवनौ नाहीं अहइ। 13 परमेस्सर मँ बिसवास करइवालो, तोहका इ बातिन क मइँ इ बरे लिखत अहउँ जइसेन कि तू जानि ल्या कि अनन्त जीवन तोहरे पास अहइ। 14 हमार परमेस्सर मँ इस बिसवास अहइ कि जदि हम ओकरी इच्छा क पालन करत ओसे पराथना करी तउ उ हमार पराथना सुनत ह, 15 अउर जब हम जानित ह कि उ हमार सुनत ह ओसे हम चाहे जउन माँगी-तउ हम इहइ जानित ही कि हम जउन कछू मांगित ही, उ हमार होइ जात ह। 16 जदि कउनो देखत ह कि ओकर भाई कउनो अइसा पाप करत अहइ जेकर फल अनन्त मउत नाहीं अहइ, तउ ओका अपने भाई क बावत पराथना करइ चाही। परमेस्सर ओका जीवन देइ। मइँ ओनके बरे जीवन क बात करत अही, जउन कि अइसे पाप मँ लगा अहइँ जउन ओनका अनन्त मउत तक न पहुँचा। अइसउ पाप होत ह, जेकर फल मउत अहइ। मइँ तोहसे अइसे न पाप क बरे पराथना करइ बरे नाहीं कहत अहउँ। 17 सबइ बुरा काम पाप अहइ। मुला अइसा पाप भी होत ह जउन अनन्त मउत क तरफ नाहीं लइ जात। 18 हम जानित ह कि जे केहू परमेस्सर क पूत बन गवा, उ पाप नाहीं करत। परमेस्सर क पूत ओकइ रच्छा करत ह।उ दुस्ट सइतान ओकर कछू बिगाड़ नाहीं सकत। 19 हम जानित अही कि हम परमेस्सर क अही। वइसेन इ पूरी दुनिया उ दुस्ट (सइतान) क बस मँ अहइ। 20 मुला हमका पता अहइ कि परमेस्सर क पूत आइ गवा अहइ अउर उ हमका अइसा गियान दिहे अहइ जइसे कि हम उ परमेस्सर क जान लेई जउन सच्चाई अहइ। हम सबे उही मँ स्थित अही जउन सच्चाई अहइ, काहेकि हम ओकर पूत ईसू मसीह मँ स्थित अही। परमपिता सच्चा परमेस्सर अहइ अउर उ अनन्त जीवन भी अहइ। 21 पिआरे बच्चो, अपने आप क झूठे देवता लोगन स दूर राखा।
2 John 1:1 मइँ बुजुर्ग कइँती स उ चुनी भइ स्त्री जउने क परमेस्सर चुने अहइ, अउर ओकरे बचवन क पिरेम करित हउँ जउन सच्चाई क भागीदार अहइँ,मइँ तुहिन अकेले स पिरेम नाहीं करित, मुला ओन सबे तोह सबन स पिरेम करित हीं जउन सच्चाई क जान लिहे अहइँ। 2 इ उही सच्चाई क कारण भवा बाटइ जउन हमरे मँ बना रहत ह अउर जउन हमेसा हमरे साथे रही। 3 परमपिता परमेस्सर कइँती स ओकर अनुग्रह दाया अउर सान्ति हमेसा हमरे साथे रही अउर परमेस्सर क पूत ईसू मसीह कइँती स सच्चाई अउर पिरेम मँ हमार जगह बनी रही। 4 तोहारे बचवन क उ सच्चाई क हिसाब स जीवन जिअत देखिके मोका बहुत आनन्द भवा। काहेकि उ हुकुम परमपिता स हमका मिला ह अउर उ सबइ, सच प चलत ही। 5 अउर ऐ पिआरी स्त्री, मइँ तोहका कउनउ नया आदेस नाहीं देत अहउँ, प उहइ जउन प्रारम्भ स हमे मिला अहइ। हमका एक दूसरे क साथे पिरेम करइ चाही। 6 पिरेम क मतलब इहइ आटइ कि हम ओकरे आदेसन क पालन करी। इ उहइ आदेस आटइ जउने क तू सुरू स सुन्या ह कि तोहका सबन क पिरेम क साथ जियइ चाही। 7 दुनिया मँ बहोत झूठे उपदेसकन तमाम फइला पड़ा अहइँ। वे धोखा देइवालन इ नाहीं मानतेन कि इ धरती प मनई क रूप मँ ईसू मसीह आवा अहइ, उ ठग आटइ अउर मसीह क विरोधी आटइ। 8 अपने प्रति सावधान रहा, अइसा न होइ कि जउन कछू कमाए अहा, ओका गँवाइ द्या, वरन एकर प्रतिफल तू पचे प्राप्त करा। 9 जउन मनई मसीह क बावत दीन्ह सच्चे उपदेस मँ टिका नाहीं रहत, उ परमेस्सर क नाहीं पाइ सकत। अउर जउन ओकरे उपदेस अउर क मानत ह, ओकरे पास परमपिता अउर बेटवा दुइनउ रहत ह। 10 जदि कउनउ मनई तोहरे घरे मँ आवत ह, अउर इ उपदेस नाहीं मानत, तउ ओका अपने घरवा मँ न आवइ द्या, अउर न नमस्कार करा। 11 काहेकि जे अइसे मनई क स्वीकार करत ह, उ ओकरे बुरे कामन मँ हिस्सेदार होइ जात ह। 12 तोहका लिखइ क वास्ते मोरे लगे बहुत सी बातन अहइँ मुला ओन सबन क कलम दवात स मइँ लिखइ नाहीं चहित मुला मोका इ आसा अहइ कि तोहरे सामने आइके आमने सामने बइठिके तोहसे बात करउँ। जेहसे कि हमार आनन्द पूरा होइ जाइ। 13 तोहरी परमेस्सर द्वारा चुनी भइ बहनक बचवन तोहका नमस्कार कहत हीं। 14 15
3 John 1:1 मइँ बुजुर्ग कइँती स: पिआरे बन्धु, गयुस क नाउँ जेसे मइँ सत्य मँ सहभागी क रूप मँ पिरेम रखत हउँ। 2 मोर पिआरे बन्धु, मइँ पराथना करत अहउँ कि तू जइसेन आध्यात्मिक रूप स उन्नति करत अहा, वइसेन तू सब बातन मँ उन्नति करत रहा अउर स्वस्थ रहा। 3 जब कछू ईसाइ भाई आइके मोका तोहरी सच्चाई मँ बिसवास क बावत बताएन तउ मइँ बहुत खुस भएउँ। उ पचे मोका बताएने कि तू पचे कइसे सच्चाई क रास्ता प चलत अहा। 4 मोरे बरे एहसे बढ़कर अउर आनन्द की बात नाहीं बाटइ कि इ सुनउँ कि मोर बचवन सच्चाई क रासता प चलत अहइँ। 5 मोरा पियारे बन्धु, तू मोरे भाइयन बरे जउन करत रहे अहा, ओका बिसवासयोग्यता स पूरा करत अहा अउर विसेसकर जब उ पचे परदेसी अहइँ। 6 मुला जउन पिरेम तू ओनके ऊपर दरसाए अहा, ओकरी साच्छी उ पचे कलीसिया क सामने दिहेन। ओनके यात्रा जारी रखइ बरे ओनेक वइसेन सहायता करत रहा, जइसेन परमेस्सर बताए अहइ। 7 मसीह क सेवा बरे उ पचे यात्रा प निकल पड़ा अहइँ अउर उ पचे अबिसवासी लोगन स कउनउ मदद नाहीं लिए अहइँ। 8 इही बरे हम पचे क अइसे मनइयन क सहायता करइ चाही, जइसेन कि हमहूँ सच्चाई बरे सहकर्मी होइ सकी। 9 एक ठु चिठ्ठी मइँ कलीसिया क लिखे रहेउँ मुला दियुत्रिफेस जउन ओनकर प्रमुख बनइ क लालसा रखत ह। उ मोरे सबक बताई बातन क न मानी। 10 इहइ कारण अहइ जदि मइँ आवउँ तउ ओकर ओन करमन कि जउन उ करत ह, याद दियाउब। वह अनुचित रूप स मोरे खिलाफ बुरी बुरी बात कहिके दोख लगावत ह; अउर इतने ऍतने स ही उ संतुस्ट नार्ही अहइ, उ ऩ तउ खुद भाइयन क स्वागत करत ह अउर जउन स्वागत करइ चाहत ह ओका मना करत ह अउर कलीसिया स निकार देत हय। 11 पिआरे बन्धु, बुरे उदाहरण क नाहीं वरन भलाई क अनुकरण करा। जउन मनई भलाई करत ह, उ परमेस्सर क अहइ! उ जउन बुराई करत ह उ परमेस्सर क नाहीं देखेस। 12 दिमेत्रियुस क बावत सब अच्छी बात कहत अहइँ। हिआँ तक कि खुदइ सच्चाई ओकरे बारे मँ कहत ह। हमहूँ ओनेक बावत अच्छी बात कहित ह। अउर तू जानत अहा कि जउन हम कहित अही इ सच बाटइ। 13 तोहका सबन क लिखइ क वास्ते मोरे पास बहुत बातन अहइँ, मुला मइँ कलम अउर सियाही स ओका सब लिखइ नाहीं चाहित। 14 मुला मोका तउ इ आसा अहइ कि मइँ जल्दी तोहसे मिलबइ। तउ हम आपुस मँ बात करब। 15 सान्ति तोहरे साथे रहइ। तोहरे सब दोस्तन हिआँ तोहका सबन क नमस्कार कहत अहइँ। उहाँ हर मित्र क नाउँ लइके नमस्कर कह्या।
Jude 1:1 ईसू मसीह क नउकर अउर याकूब क भाई यहूदा कइँती स तोहरे ओन बोलाए भएन क नाउँ, जे परमेस्सार क पिता मँ प्रिय अउर ईसू मसीह क बरे सुरच्छित अहइ! 2 तोहका दाया, सान्ति अउर पिरेम बहुतियात स मिलत रहइ। 3 पिआरे दोस्तो! मइँ बहोत चाहत रहे कि तोहका उ उद्धार क बावत लिखउँ, जेकर हम सबे भागीदर अही। मइँ तोहका लिखइ क अउर प्रोत्साहित करइ क आवस्यकता क अनुभव किहेउँ जइसेन कि तू उ बिसवास बरे संघर्स करत रहा जेका परमेस्सर पवित्तर मनइयन क हमेसा हमेसा बरे दिहे अहइ। 4 काहेकि हमरे सबके बीचे मँ कछू मनई चोरी स आइ ग अहइँ। एनके अपराध क बावत सास्तर मँ पहिलेन स आगाह कइ दीन्ह गवा अहइ। इ सबइ परमेस्सर क विरोध मँ अहइँ. इ पचे परमेस्सर क अनुग्रह क लुच्चापन मँ बदल डावत हीं अहइ अउर हमार एक ही पर्भू अउर स्वामी ईसू मसीह मँ नाहीं बिसवास करतेन। 5 मइँ तोहका इ याद दियावा चाहत हउँ कि जउन पर्भू अपने लोगन क मिस्त्र क धरती स बचाइ क निकार लिहे रहा। अउर जउ उ बिसवास नाहीं करत रहेन, ओनका कउने तरह स नस्ट कइ दिहे रहा। 6 अउर याद राखा कि जउन सरगदूतन अपने पद क स्थिर नाहीं रख सकेन आपन अउर निज निवास क छोड़ दिहे रहेन, उ ओनका अनन्त बन्धनन मँ जकडिके उस भीषन दिन क निआव बरे अन्धकार मँ रखे बाटइ। 7 इही तरह स मइँ तोहका इहउ याद दिआवा चाहत अहउँ कि सदोम अउर अमोरा अउर ओनके लगे पास क नगरन ऍनही दूतन क तरह यौन अनाचार किहेन तथा अप्राकृतिक यौन सम्बन्ध क पाछे छावत रहेन। ओनका कबहूँ न बुझइवाली आगी मँ झोक देइ क दण्ड दीन्ह गवा। हम सबन क अइसे उदाहरण स सीख लेइ चाही। 8 ठीक इही तरह हमरे समहू मँ घुसइवाले इ सब मनई अपने सपना क पीछे दउड़त अपने सरीर क असुद्ध करत अहइँ। इ सबइ पर्भू क तुच्छ जानत हीं अउर महिमावान सरगदूतन क निन्दा करत हीं। 9 प्रमुख सरगदूत मीकाईल जउ सइतान क साथ विवाद करत भवा मूसा क ल्हास क बावत बहस करत रहा तउ उ ओकरे खिलाफ अपमानजनक आरोप लगावइ क हिम्मत नाहीं जुटाइ सका। उ सिरिफ एतना कहेस, “प्रर्भू तोहका डाटइ अउर फटकारइ।” 10 मुला इ लोग तउ ओन बातन क निन्दा करत हीं अउर इ पचे ओनका नाहीं समझतेन। अउर इ पचे अविवेकी जानवरन क नाई जउन जिन बातन स सहज रुप स परिचित अहइँ, इ बातन उहइ बाटिन ओनही क द्वारा नास होइ जात ह। 11 ओनके सबके बरे इ बहुत खराब अहइ, काहेकि उ पचे कैन क रास्ता चुनेन्ह। धन कमाय बरे उ पचे खुद क वइसेन गलती क हवाले कइ दिहेन जइसेन बिलाम किहे रहा। इ बरे ओनही क नास होई जइसेन कोरह क विद्रोह मँ भाग लेइवालेन मर-बिला ग रहेन। 12 इ पचे तोहरे प्रीतिभोजन मँ छिपी समुद्र तल की चट्टानन क तरह अहइँ जउन कि घातक अहइँ। इ पचे बिना डरे तोहरे साथे खात हीं, पिअत हीं मुला ओनका अपने स्वार्थ क फिकिर रहत ह। उ बिना पानी क बादर अही। उ पचे पतझड़ क अइसेन पेड़ अहिन जउने प फल नाहीं होत। उ दुइ दाई मरा अहइ। ओनका उखाड़ा जाइ चुका अहइ। 13 उ पचे समुद्दर क अइसी भयानक लहर अहइँ, जउन अपने लज्जाजनक करमन क झाग उगलत रहत हीं। उ सब इधर उधर भटकत अइसे तारा अहइँ जेनके बरे अनन्त घनघोर अंधेर सुनिस्चित कइ दीन्ह ग अहइ। 14 आदम स सातवी पीढ़ी क हनोक भी एनके बावत अइसेन सब्दन मँ भविस्सबाणी किहे रहा, “देखा, उ प्रर्भू अपने हजारन हजार पवित्तर सरगदूतन क साथ 15 प्रर्भू हर मनई क निआव करी। उ सब मनइयन क परखइ आवत अहइ अउर जउन ओकरे खिलाफ अहइँ ओन सबनक दण्ड देई। परमेस्सर एन सब मनइयन क सजा देइ जउन बरा करम किहे बाटेन। उ इ सबइ पापी लोगन क सजा देइ जउन परमेस्सर क खिलाफ रहेन। उ ओन बुरी बातन बरे सजा देई जउन परमेस्सर क खिलाफ किहे बाटेन।” 16 इ पचे चुगुलखोर अहीं अउर दोख ढूढइवाले अहीं। इ सबेन्ह अपनी इच्छा क गुलाम अही अउर अपने मुँहे स घमंडभरी बात बोलत हीं। अपने फायदे क बरे इ सबेन्ह दूसरे क चापलूसी करत हीं। 17 मुला पिआरे दोस्तो, ओन सब्दन क याद करा जउन हमार प्रर्भू ईसू मसीह क प्रेरितन पहिलेन कहि चुका अहइँ। 18 उ पचे तोहसे कहत रहेन, “आखिरी समइ मँ अइसे मनई रइहीं जउन परमेस्सर स जुड़ी बातन क मजाक उडइहीं।” उ पचे गन्दी इच्छा क पाछे पाछे चलिहइँ। 19 इ पचे ओनही अहीं जउन फूट डावत ही। इ सबइ संसारिक अउर आतिमा रहित अहइँ। 20 मुला पिआरे दोस्तो, तू पचे एक दूसरे क बिसवास स आध्यात्मिक रुप स आपन क पवित्तर बिस्सास मँ मजबूत करत रहा। पवित्तर आतिमा क साथ पराथना करा। 21 अपने आप क परमेस्सर क पिरेम मँ बनाए रखो अउर अनन्त जीवन बरे उत्सुकता स हमरे पर्भू ईसू मसीह की द्या क बाट जोहत रहा। 22 जे संदेह करत हय, ओनके ऊपर द्या करा। 23 दूसर मनइयन क आगे बढ़िके आग स निकार ल्या। अउर दूसर मनइयन क बचावा। मुला दया देखावत सावधान रह्या लेकिन ओनके कपरन तलक स नफरत कर्या जउने प ओनके सांसारिक तरह स जीवन यापन पइ पाप क धब्बा लगा अहइ। 24 उ (परमेस्सर) मजबूत अहइ अउर तू सबन क ठोकर खाइ स बचाइ सकत ह। अउर अपनी महिमा क उपस्थिती मँ तू पचन क निर्दोस अउर आनन्दित कइके खड़ा कइ सकत ह। 25 उ एकइ परमेस्सर बा। उ सिरिफ एक अहइ जउन उद्धार कइ सकत ह। हमरे पर्भू ईसू मसीह क द्वारा हमरे उद्धार करइवाले एकही परमेस्सर क महिमा, वैभव, पराक्रम अउर अधिकार हमेसा हमेसा स अब तलक भूतकाल मँ, अब अउर भविस्स मँ अउर जुग जुग तक बना रहइ। आमीन।
Revelation 1:1 इ ईसू मसीह क प्रकासित वाक्य अहइ जउन ओका परमेस्सर स इ बरे मिला अहइ जइसे कि जउन बात होइवाली अहइ, ओनका अपने सेवकन क दिखावा जाइ। आपन दूत भेजके मसीह अपने सेवक यूहन्ना क इसारा कइके बताएस। 2 यूहन्ना जउन कछू देखे रहा, ओकरे बावत बताएस। इ उ सच्चाई अहइ जेका ईसू मसीह बताए रहा। इ उ संदेस अहइ जउन परमेस्सर क अहइ। 3 उ मनई धन्य अहइ जउन परमेस्सर क भविस्सबाणी क नीक संदेस क पड़त ह, अउर सुनत ह अउर उ पचे धन्य अहइँ जउन बातन एहमाँ लिखी अहइँ, जे ओनकइ पालन करत ह। काहेकि परिपूर्ण क समइ नजदीक अहइ। 4 यहून्ना कइँती स एसिया प्रान्तमँ बरकरार सात कलीसियन क नाउँ उ परमेस्सर कइँती स जउन अहइ, जउन हमेसा स रहा अउर जउन आवइवाला अहइ, ओन सात आतिमा कइँती स जउन ओकरे सिंहासन क सामने अहइँ। 5 अउर उ ईसू मसीह कइँती स जउन विसवास भरा साच्छी, मरा मनइयन मँ पहिला जी उठइ वाला अउर धरती क राजन क राजा अहइ तोहका कृपा अउर सान्ति मिलइ।उ जउन हमसे पिरेम करत ह अउर जउन आपन खून स हमका पचे क आपन पापन स छुटकारा देवाएस। 6 उ हमका एक राज्ज अउर अपने परमपिता परमेस्सर क सेवा मँ याजक होइ क बनाएस। ओकर महिमा अउर पराक्रम हमेसा बरकरार रहइ! आमीन! 7 देखा, बादलन क साथ मसीह आवत अहइ। हर एक आँखी ओकर दर्सन करी। एहमाँ ओनकइ सामिल अहइँ जउन ओका मारे रहेन।धरती क सब मनई ओकरे कारण रोइही! हाँ! सचमुच अइसा होइ! आमीन! 8 सबसे बड़ी ताकतवाला पर्भू परमेस्सर, जउन बरकरार अहइ, हमेसा हमेसा स रहा अउर जउन आवइवाला अहइ, कहत अहइ, “मइँ अलफा (आदि) अउर ओमेगा (अन्त) दुइनउँ अही।” 9 मइँ, यहून्ना अउर ईसू मँ तोहार भाई अहइँ! हम संग संग ईसू मँ अही अउर ईसू क कारण अत्याचार, राज्ज अउर धीरज मँ भरी सहनसीलता मँ तोहार साच्छी अही। परमेस्सर क बचन अउर ईसू क साच्छी देइ क कारण मइँ पतमुसनाउँ क द्वीप मँ रहेउँ। 10 पर्भु क दिन मइँ आतिमा क वसीभूत हो उठेउँ अउर मइँ अपने पाछे तुरही क एक तेज आवाज सुनेउँ। 11 उ कहत रही, “जउन कछू तू देखइ अहा, ओका एक किताब मँ लिख द्या अउर फिन ओका इफिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थूआतीरा, सरदीस, फिलादेलफिया अउर लौदीकिया क सातउ कलीसियन क भेज द्या।” 12 फिन इ देखइ क बरे कि इ आवाज केकर बाटइ जउन मोसे बोलत रही, मइँ मुड़ेउँ अउर जब मइँ मुड़ेउँ तउ मइँ सोने क सात दीपाधार देखेउँ। 13 अउर ओन दीपाधारन क बीच मइँ एक आदमी क देखेउँ जउन “मनई क पूत” क जइसा कउनउँ मनई रहा। उ अपने गोड़े तक लम्बा चोगा पहने रहा। अउर ओकरी छाती प एक सुनहरी पटका लिपटा रहा। 14 ओकर मूँड़ अउर बाल सफेद ऊन क तरह उज्जर रहेन। ओकर आँखिन आगी क चमचमात लपट क तरह रहिन। 15 ओकर पैर भटृी मँ अबही अबही तपावा गवा कांसा क नाई दमकत रहेन। ओकर आवाज तमाम पानी क धारा क गरज क तरह रही। 16 अउर उ अपने दाहिने हाथे मँ सात तारा धरे रहा। ओकरे मुँह स एक तेज दुधारी तलवार बाहर निकरत रही। ओकर तस्वीर तेज दमकत सूरज क तरह उज्जर रही। 17 मइँ जब ओका देखेउँ तउ मइँ ओकरे पैर प अइसेन गिर पड़ेउँ जइसेन मरा मनई गिरइ। फिन उ आपन दाहिना हाथ मोरे ऊपर रखेस अउर कहेस, “ड़ेराय न जा, मइँ पहिला अहउँ अउर मइँ आखिरी अहउँ। 18 मइँ उहइ अहउँ जउन जिअत अहउँ। मइँ मरि ग रहेउँ मुला देखा, अब मइँ हमेसा हमेसा बरे जिन्दा अहउँ। मोरे पास मृत्यु अउर अधोलोक क चाभी अहइ। 19 तू जउन कछू देखे अहा, जउन कछू होत अहइ, अउर कछू आगे होइवाला अहइ ओका लिखत जा। 20 इ जउन सात तारा अहइँ जेनका तू मोरे हाथे मँ देखत अहा अउर जउन इ सात दीपाधार अहइँ एनकइ सबन क गुप्त रहस्य अहइ: इ सात तारा सात कलीसियन क सरगदूतन अही अउर इ सात दीपाधार सात कलीसियन अही।
Revelation 2:1 “इफिसुस क कलीसिया क सरगदूत क इ लिखा:“उ जउन अपने दाहिने हाथे मँ सात तारन क धारन करत ह अउर जउन सात दीपाधारन क बीच घूमत ह, इ तरह कहत अहइ 2 मइँ जानत अहउँ जउन तू करत अहा अउर, कड़ी मेहनत अउर धीरज भरी सहनसीलता क जानित हउँ अउर मइँ इहइ जानित हउँ कि तू बुरा मनइयन क राह नाही पउत्या अउर तू ओनका परखे अहा जउन कहत अहइँ कि उ पचे प्रेरितन बाटेन मुला सही मँ नाही अहइँ। तू ओनका झूठा पाए अहा। 3 मइँ जानित हउँ कि तोहरे मँ धीरज अहइ अउर मोरे नाउँ प तू कठिनाई झेले अहा। अउर तू थका नाहीं अहा। 4 “मुला मोरे लगे तोहरे विरोध मँ इ अहइ: तू पिरेम छोड़ दिहे अहा जउन सुरुआत मँ तोहरे मँ रहा। 5 इ बरे याद करा कि तू कहाँ स गिर अहा, आपन मनफिराव अउर उ करा जेका तू सुरुआत मँ करत रह्या, जदि तू पछतावा न करब्या तउ मइँ तोहरे लगे आउब अउर तोहरे दीपाधार क ओकरी जगह स हटाइ देब। 6 मुला इ बात तोहरे हित मँ अहइ कि तू नीकुलइयनक काम स नफरत करत अहा, जेनसे मइँ भी नफरत करत हउँ। 7 जेकरे लगे कान अहइँ, उ ओका सुनइँ जउन आतिमा कलीसियन स कहत अहइ। जे विजय पाई मइँ उही परमेस्सर क बगिया मँ लगा जीवन क पेड़ स फल खाइ क अधिकार देब। 8 स्मुरना क कलीसिया क सरगदूत क इ लिखा: “उ जउन पहिला अहइ अउर जउन आखिरी अहइ जउन मर ग रहा अउर फिन स जी उठा। 9 उ कहेस मइँ तोहरे साथ जउन अत्याचार भवा ओका अउर तोहरी दीनता दुइनउँ क जानत हउँ वइसे तू धनवान अहा। जउन खुद क यहूदी कहत अहा, अउर जउन तोहार निन्दा करे अहइ, मइँ ओका भी जानत हउँ। यद्यपि ओन्हन सही सही यहूदी न अही। बल्कि उ पचे सइतान क आराधनालय अहइँ जउन सइतान स संबंध रखित ह। 10 उ अत्याचार स तोहका ड़ेराय क जरुरत नाही अहइ, जउने क तोहका सहइ क अहइ। सुना, सइतान तोहरे मँ स कछू जने क बंदीगृह मँ ड़ाइके तोहार परीच्छा लेइ जात अहइ। अउर तोहका हुवाँ दस दिन तक कस्ट भोगइ क अहइ। चाहे तोहका मर जाइ क पड़इ मुला सच्चा बना रह्या तबइ तोहका जीवन वाला मुकुट देब। 11 जउन सुन सकत ह, सुन लेइ कि आतिमा कलीसियन स का करत अहइ। जउन जीत जाई ओका दूसरी मउत स कउनउँ नुकसान न उठावइ क पड़ी। 12 “पिरगमुन क कलीसिया क सरगदूतन क इ लिखा:“उ जउन तेज दोधारी तलवार क धरत अहइ उ इ तरह स कहत ह: 13 मइँ जानत हउँ कि तू कहाँ रहत बाट्या जहाँ सइतान क सिंहासन बाटइ। अउर मइँ इहउ जानत हउँ कि तू मोरे नाउँ प स्थिर अहा, अउर तू मोरे बरे आपन बिसवास क कबहुँ जकारया नाहीं। तोहरे उ नगर मँ जहाँ सइतान क निवास अहइ, मेरा बिसवासपूर्ण साच्छी अन्तिपास मार दीन्ह गवा रहा। 14 “मुला मइँ तेरे बिरोध मँ कछू कहइ चाहत हउँ: तोहरे हिआँ कछू अइसे लोग बाटेन जउन बिलाम क सिच्छा क मानत ही। उ बालाक क सिखावत रहा कि इस्राएलियन क मूर्तियन क चड़ावा खाइ अउर व्यभिचार करइ क प्रोत्साहित करइ। 15 अइसे तोहरे हिआँ भी कछू अइसे मनइयन अहइँ जउन नीकुलइयन क सीख प चलत अहइँ। 16 एह बरे मनफिरावा नाहीं तउ मइँ जल्दी ही तोहरे पास आउब अउर ओनके बिरोध मँ उस तलवार स युद्ध करबइ जउन मोरे मुँह स निकरत बाटइ। 17 “जउन सुन सकत ह, सुन लेइ कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ।”“जउन बिजयी होई मइँ हर एक क गुप्त मन्ना देब। मइँ ओका एक सफेद पाथर देब जेह पइ एक नवा नाउँ लिखा होई। जेका ओकरे अलावा अउर कउनउँ नाही जानत अहइ, जेका उ दीन्ह गवा बाटइ। 18 “थूआतीरा क कलीसिया क सरगदूतन क नाउँ इ लिखा:“परमेस्सर क पूत, जेकर आँखिन धधकती आग क समान बाटिन, अउर जेकर पैर चमकते काँसा क जइसे अहइँ, इ कहत अहइ: 19 मइँ तोहरे कारज, पिरेम, बिसवास, सेवा अउर धैर्य क जानत हउँ। मइँ इहउँ जानत हउँ कि तोहार वर्तमान कारज विगत कारज स अधिक होत बाटइ। 20 मुला मइँ तेरे विरोध मँ कछू कहइ चाहत हउँ; तू उ स्त्री इजेबेल क अपने मध्य रहइ देता अहा, जउन अपने आपको नबीया कहत ह। मुला मोरे सेवकन क व्यभिचार करइ अउर मूर्तियन क आगे चड़ाई भइ चीजन क खाइ बरे सिच्छा देत अहइ। 21 मइँ ओका मनफिरावा क अवसर दिहे अहउँ। मुला उ अपने व्यभिचार स मनफिरावा नाहीं चाहत। 22 अउर मइँ ओंका रोग चारपाई प ड़ाउब। अउर जे ओकरे साथ व्यभिचार करत अहइँ तउ उ तरह क कस्ट अउर दिक्कत भोगइँ जब तलक अपने काम क पछतावा न कइलेइँ। 23 मइँ महामारी फैलाइके ओकरे लरिकन क मारि ड़ाउबब अउर सब कलीसियन क पता चल जाइ कि मइँ उहइ अहउँ जउन सब मनइयन क मन अउर बुद्धि क जानत अहइ। मइँ तोहका सबका तोहरे काम क हिसाब स फल देबइ। 24 “अब मोका थूआतीरा क बाकी बचे क कछू मनइयन स कछू कहइ क अहइ कि जे इस सीख प नाहीं चलतेन अउर जउन सइतान क अउर ओकरे छिपी बातन क नाहीं जानत अहइँ। मइँ तोहरे ऊपर अउर कउनो बोझा नाहीं ड़ावा चाहत अहउँ। 25 मुला जउन कछू तोहरे लगे अहइ, ओह प मोरे आवइ तक चलत रहा। 26 “जउन मनई जीत हासिल करी अउर जउन बातन क मइँ आदेस दिहे अहउँ अखिरी दम तक मोर आदेस पर टिका रही, जेहका मइँ चाहत अहउँ ओका मइँ राष्ट्रन पर अधिकार देत हउँ। 27 तथा उ ओनके ऊपर लोहे क ड़ण्ड़े स सासन करी। उ ओनका माटी क भाँड़न क तरह चूर चूर कइ देई।’ भजन संहिता 2:9 28 इ उहइ अधिकार अहइ जेका मइँ अपने परमपिता स पाए अहउँ। मइँ अइसे मनई क भोर क तारा देब। 29 जेकरे पास कान अहइँ, उ सुन लेइँ कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ।
Revelation 3:1 “सरदीस कलीसिया क सररगदूत क इ तरह लिखा:“अइसा उ कहत ह जेकरे लगे परमेस्सर क सात आतिमा अउर सात तारा अहइँ मइँ तोहरे काम क जानत अहउँ सब मनइयन क कहब अहइ कि तू जिअत अहा, मुला तू तउ मर ग अहा। 2 सावधान रहा! अउर जउन कछू बचा अहइ, ओका विलाई जाइ क पहले अउर मजबूत बनावा काहे बरे कि अपने परमेस्सर क निगाह मँ मइँ तोहरे काम क नीक नाहीं पाए अहउँ। 3 इ बरे जउने उपदेस क तू सुने अहा अउर पाए अहा, ओका याद करा। उही प चला अउर आपन मनफिरावा। जदि तू न जगब्या तउ चोर क तरह मइँ चला आउब। एकै तोहका पता नाहीं होइ कि मइँ कब अउबउँ अउर तोहका अचम्भा मँ ड़ाइ देब। 4 जउनउ कछू होइ, मुला सरदीस मँ तोहरे लगे कछू अइसे मनइयन अहइँ जउन अपने क खराब नाहीं किहे अहइँ। उ पचे नीक मनई अही, इ बरे मोरे साथ उज्जर उज्जर कपरा पहिनी क घूमिहइँ। 5 जउन उ जीती, उ इही तरह उज्जर कपरा पहिनी मइँ जीवन क पुस्तक स ओकइ नाउँ न हटाउबइ, मइँ ओकरे नाउँ क परमपिता अउर सरगदूतन क सामने मानता देबइ। 6 जेकरे लगे कान अहइँ, उ पचे सुन लेइँ कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ। 7 “फिलादेलफिया कलीसिया क सरगदूत क इ तरह लिखा:“उ जउन पवित्तर अउर सच्चाई अहइ अउर जेकरे लगे दाऊद क चाभी अहइ जउन अइसा दरवाजा खोलत ह, जेका केहू खोल नाहीं पावत, इ तरह कहत ह; 8 मइँ तोहरे काम क जानित ह। देखा तोहरे सामने मइँ एक दरवाजा खोल दिहे अहउँ, जेका केहू बन्द नाहीं कइ सकत. मइँ जानत हउँ कि तोहार ताकत कम अहइ मुला तू मोर उपदेस क पालन किहे अहा, अउर मोर नाउँ क खंड़न नाहीं किहे अहा। 9 सुना! कछू अइसे अहइँ जे सइतान क आराधनालय अही अउर जउन यहूदी न होत भए अपुना क यहूदी कहत ही जे एकदम झूठा अहइँ, ओनका मइँ मजबूर कइके तोहरे पैर मँ झुकाइ देब जइसे कि ओनका पता चल जाइ कि तू मोका अच्छा लागत ह्या। 10 तू धीरज क साथ सहनसीलता स मोर आदेस क पालन किहे अहा। एकरे बदले मँ मइँ इम्तिहान क घड़ी मँ तोहार रच्छा करबइ, जउन कि धरती पर रहइवालेन क परखइ क बरे पूरे संसार मँ आवइवाली अहइ।” 11 “मइँ बहुत जल्दी आवत अहउँ। जउन कछू तोहरे पास अहइ, ओकरे ऊपर डटा रहा जइसे कि तोहार जीत क मुकुट कउनउँ लेइ न पावइ। 12 जउन मनई जीती, ओका मइँ अपने परमेस्सर क मंदिर क खम्भा बनउबइ। फिन उ कबहूँ मंदिर क बाहर न जाई। अउर मइँ अपने परमेस्सर क अउर अपने परमेस्सर क नई नगरी क नवा यरुसलेम नाउँ ओकरे ऊपर लिखबइ, उ नगरी परमेस्सर कइँती स सरग स नीचे उतरइवाली अहइ। ओकरे ऊपर मइँ अपनउँ नये नाउँ लिखबइ। 13 जे सुन सकत ह सुन लेइ कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ। 14 “लौदीकिया क कलीसिया क सरगदूत क इ लिखा:“जउन आमीनअहइ बिसवास भरा अहइ, सच्ची साच्छी अहइ, जउन परमेस्सर क रचना क एक ठु सासक अहइ, इ तरह कहत ह: 15 मइँ तोहरे काम क जानत हउँ अउर इहउ कि न तउ इ ठंड़ा होत ह अउर न गरम। मइँ चाहत हउँ कि तू या तो ठंड़ा रहा या गरम। 16 इ बरे कि तू गुनगुना अहा, न तउ गरम अहा न ठंड़ा, एहि कारण मइँ तोहका अपने मुँह स उगलइ जात अहउँ। 17 तू कहत अहा कि मइँ धनी होइ गवा हउँ अउर मइँ भाग्यसली होइ गवा अहउँ अउर मोका कउऩउँ चीज क जरुरत नाहीं अहइ, मुला तोहका पता नाहीं अहइ कि तू अभागा अहा, दयनीय अहा, आँधर अहा अउर नंगा अहा। 18 मइँ तोहका इ सलाह देत अहउँ कि तू मोका आगी मँ तपावा सोना खरीदा जइसे कि तू सही सही धनवान होइ जा। पहिनइ क वास्ते सफेद कपरा लइ ल्या जइसे कि तोहरी बेसार्मी अउर नंगाई क तमासा न खड़ा होइ जाइ। अपने आँखन मँ लगावइ क वास्ते तू आँजन लइ ल्या जइसे कि तू निहार सका। 19 “ओनका सबेन्ह क जेनका मइँ पिरेम करित हउँ, मइँ ड़ाटत अहउँ अउर अनुसासित करत हउँ। कठिन जतन कइके आपन मनफिराइ ल्या। 20 सुना, मइँ दरवाजे प खड़ा अहउँ अउर खटखटावत अहउँ। जउ केहू मोर आवाज सुनत ह अउर दरवाजा खोल देत ह तउ मइँ अन्दर आइ जइहउँ अउर ओकरे साथे बइठके खाना खाबइ। अउर उ मोर साथे बइठके खाना खात ह। 21 “जउन मनई जीती मइँ ओका अपने साथे सिंहासन प बइठइ देब। जइसे कि जीत हासिल कइके मइँ अपने पिता क साथे सिंहासन प बइठा अहउँ। 22 जे मनई सुनि सकत ह सुन लेइ, कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ।”
Revelation 4:1 एकरे बाद मइँ आपन निगाह उठाएउँ तउ उहाँ सरग क खुला दरवाजा मोरे सामने रहा। अउर उहइ आवाज जउने क मइँ पहले सुने रहेउँ, तुरही क आवाज जइसी मँ मोसे कहत रही, “हिआँ ऊपर आइ जा। मइँ तोहका उ देखाउब जउन आगे चलिके होइवाला अहइ।” सरग क दर्सन 2 फिन तुरन्तइ मइँ आतिमा क बस मँ होइ गएउँ। मइँ देखेउँ कि मोर सामने सरग मँ सिंहासन अहइ अउर ओकरे ऊपर केउ बइठा अहइ। 3 जउन ओह प बइठा रहा ओकै चमक यसब अउर गोमेद क तरह रही। सिंहासन क चारिहुँ कइँती एक मेघधनुस रहा जउन पन्ना क तरह दमकत रहा। 4 उ सिंहासन क चारिहुँ कइँती चौबीस सिंहासन अउर रहेन। ओकरे ऊपर चौबीस बुजुर्गनबइठा रहेन। उ पचे सफेद कपरा पहिने रहेन। ओनके मूड़े प सोने क मुकुट रहेन। 5 सिंहासन भरा बिजली क चकाचौध, घड़घड़ाहट, अउर बादर गरजइ क आवाज आवत रही। सिंहासन क समन्वा लपलपात सात मसाल जरत रहिन। इ मसाल परमेस्सर क सात आतिमा अहइँ। 6 सिंहासन क समन्वा पारदर्सी कांच क स्फटिक समुद्दर जइसा फइला रहा।सिंहासन क ठीक समन्वा अउर ओकरे दुइनउँ तरफ चार जीवित प्रानी रहेन। ओनके आगे अउर पाछे आंखिन रहिन। 7 पहला जीवित प्रानी सेर क तरह रहा, दूसर जीवित प्रानी बइल जइसा रहा, तीसरे जीवित प्रानी क मुँह मनई जइसा रहा। अउर चौथा प्रानी उड़ते हए गरुड़ क समान रहा। 8 इ चारु ही प्रनियन क छ: छ: ठू पखना रहेन। ओकरे चारो तरफ अउर भीतर आंख आंख भरी पड़ी रहिन। दिन रात उ पचे हमेसा कहत रहेन:“पवित्तर, पवित्तर, पवित्तर प्रर्भू परमेस्सर सर्वसक्तिमान, उहइ रहा, उहइ अहइ, अउर उहइ आवत अहइ।” 9 जउ उ जिअत प्रानी उ सदैव रहत क महिमा, आदर अउर धन्यबाद करत रहेन, जउन सिंहासन प बइठा रहा, तउ ब उ 10 चौबीसौ बुजुर्गन ओकरे पैरन मँ गिरके हमेसा जिअत रहइवाले क आराधना करत ही। उ सिंहासन क समन्वा आपन मुकुट ड़ाय देत ही अउर कहत ही: 11 “हे हमार पर्भू अउर परमेस्सर! तू महिमा, समादर अउर ताकत पावई क बरे सुयोग्य अहा, काहे बरे कि तू ही अपनी इच्छा स सब चीजन क पइदा किहा, अउर तोहरी इच्छा स ओनकर अस्तित्व अहइ। अउर तोहरी इच्छा स ओनकर पैदाइस भय।”
Revelation 5:1 फिन मइँ देखा कि जउन सिंहासन प बिराजमान रहा, ओकरे दाहिने हाथे मँ एक लपेटा चमड़ा क पत्र मतलब एक अइसी किताब जेका लिखके लपेट दीन्ह जात रहा। जेकरे दुइनउँ कइँती लिखावट रही। ओका सात मोहर लगाइके छाप दीन्ह ग रहा। 2 मइँ एक सक्तिमान सरगदूत कइँती देखेउँ जउन ऊंची आवाज मँ घोसणा करत रहा, “इ लपटा भवा चमड़न क पत्र मोहरन क तोड़इ अउर एका खोलइ मँ कउन मनई समर्थ अहइ।” 3 मुला सरग मँ अथवा जमीन प या पताललोक मँ कउनउँ अइसा नाहीं रहा जउन उ लपटा चर्मपत्र क खोलइ अउर ओका भीतर झाँकइ। 4 काहेकि उ चर्मपत्र क खोलइ क ताकत राखइवाला या अन्दर स ओका देखइ क ताकत रखइवाला कउनउँ नाही मिल पाए रहा। इ बरे मइँ सुबक सुबक क रोय दीन्ह। 5 फिन ओन बुजुर्गन मँ स एक मोसे कहेस, “रोउब बन्द करा! सुना, यहूदा क बंसज क सेर जउन दाऊद क बंसज क अहइ जीत हासिल किहे अहइ। उ एन सात मोहरन क तोड़इ अउर इ लिपटा चर्मपत्र क खोलइ मँ समरथ अहइ।” 6 फिन मइँ देखेउँ कि उ सिंहासन अउर ओन चार प्रानीयन क समन्वा अउर ओन बुजुर्गन क समन्वा एक ठु मेमना खड़ा अहइ। उ अइसे देखात रहा जइसे ओकरे बलि चड़ाई ग रही होइ। ओकरे सात सीग रहेन अउर सात आँखी रहिन, जउन परमेस्सर क सात आतिमा अहिन। जेनेका पूरी धरती प भेजा ग रहा। 7 फिन उ आवा अउर जउन सिंहासन प विराजमान रहा, ओकरे दाहिने हाथे स उ लिपटा चर्मपत्र लइ लिहेस। 8 जब उ ओनसे लिपटा चर्मपत्र लइ लिहेस तउ ओन चारउ प्रानी अउर चौबीसउ बुजुर्गन उ मेमना क झुकके प्रणाम किहेन। ओनमाँ स प्रत्येक क हाथ मँ वीना अउर सोने का कटोरा रहेन। उ सब बोलत रहेन: अउर महकत सोने क धूपदान थामे रहेन जउन परमेस्सर क लोगन क पराथना अहइ। 9 उ एक नवा गाना गावत रहेन:“तू अहा चर्मपत्र लेइ क बरे समर्थ अउर एह प लगी मोहर क खोलइ मँ तोहार बध बलि कीन्ह ग रहा, अउर अपने खून स तू परमेस्सर बरे लोगन क हर जाति स, हर भाखा स सब कुलन स, सब देसन स मोल लइ लिहा। 10 अउर बनाया तू ओनका रुप राज्य क अउर हमरे परमेस्सर क हेतु ओनका याजकन बनाया, ओनही धरती प राज करिहइँ।” 11 तबहिं मइँ देखेउँ अउर तमाम सरगदूतन क आवाज सुनेउँ। उ पचे सिंहासन, जीवित प्रानीयन अउर बुजुर्गन क चारिहुँ कइँती खड़ा रहेन। अउर उहाँ सरगदूतन क तादाद लाखन करोड़न मँ रही 12 अउर उ पचे जोर जोर स कहत रहेन:“जउन मेमना, मारि ड़ाला ग रहा, उ ओका मिलइ क जोग्ग अहइ बल, धन, विवेक समादर, महिमा अउर स्तुति!” 13 फिन मइँ सुनेउँ कि सरग क, धरती पइ क पाताललोक क, समुद्दर मँ का, समूची दुनिया क अउर समूचे ब्रहाण्ड़ हर एक प्रानी जउन इ जगह मँ रहत रहा कहत रहेन:“जउन सिंहासन प बइठा अहइ अउर मेमना! हमेसा हमेसा ओनका स्तुति मिलै, ओनका आदर, महिमा मिलइ।” 14 फिन उ चारिहुँ प्रानी कहेन, “आमीन!” कहेन अउर बुजुर्गन झुकिके आराधना करेन।
Revelation 6:1 मइँ देखे कि मेमना ओहमाँ स पहली मोहर तोड़ेस अउर तबहि ओन चार प्रानीयन मँ स एक क बादर क तरह गरजत आवाज मँ कहत सुनेउँ, “आ!” 2 जउ मइँ आपन नजर उठाएउँ तउ पाएउँ कि मोरे सामने एक ठु सफेद घोड़ा रहा। घोड़ा क सवार धनुस लिए रहा। ओका विजय मुकुट दीन्ह गवा अउर उ विजय पावइ क बरे जीत पाइ क बाहर चला गवा। 3 जब मेमना दूसर मोहर तोड़ेस तउ मइँ दूसर प्रानी क कहत सुनेउँ, “आवा!” 4 एह प आगी क तरह लाल रंग क एक अउर घोड़ा बाहेर आवा। एकरे ऊपर बइठे सवार क धरती स सान्ति छीन लेइ अउर एक दूसरे क हत्या करवावइ क बरे उकसावइ क अधिकार दीन्ह ग रहा। ओका एक ठु लम्बी तलवार दइ दीन्ह गइ। 5 जब मेमना तीसरी मोहर तोड़ेस तउ मइँ एक प्रानी क कहत सुनेउँ, “आवा!” जब मइँ आपन नजर उठाएउँ तउ हुवाँ मोरे सामने एक ठु काला घोड़ा खड़ा रहा। ओह प बइठे सवार क हाथे मँ एक तराजू रही। 6 उही समइ मइँ ओन चारउ प्रानीयन क बीच स एक आवाज आवत सुनेउँ, जउन कहत रहा, “एक दिन क मजूरी क बदले एक दिन क खाइ क गोहूँ अउर एक दिन क मजूरी क बदले तीन दिन तक खाइ क जौ। मुला जैतून क तेल अउर दाखरस क नुकसान न पहुँचावा!” 7 इ फिन मेमना जब चौथी मोहर खोलेस तउ चौथे प्रानी क कहत सुनेउँ, “आवा!” 8 फिन जब मइँ नजर उठाएउँ तउ मोरे सामने मरियल जइसा एक पीला रंग का घोड़ा खड़ा रहा। ओह प बइठके सवार क नाउँ रहा “मउत”। अउर ओकरे पाछे पाछे सटा चलत रहा अधोलोक। धरती क एक चौथाई हिस्सा प ओनका इ अधिकार दइ दीन्ह ग कि लड़ाई, अकाल, महामारी अउर धरती क हिसक जानवर ओनका सबेन्ह क मार ड़ावइँ। 9 फिन उ मेमना जउ पाँचवी मोहर तोड़ेस तब मइँ वेदी क नीचे ओन आतिमान क देखेउँ जेनके परमेस्सर क सुसंदेस कइँती आतिमा क अउर जउने साच्छी क उ पचे दिहे रहेन, ओकरे कारण हत्या कइ दीन्ह गइ। 10 जोर स आवाज देत उ पचे कहेन, “हे पवित्तर अउर सच्चा पर्भू! हमार हत्या करइ क बरे धरती क मनइयन क निआव करइ क अउर ओनका दण्ड़ देइ क बरे तू कब तक इन्तजार करत रहब्या?” 11 ओनमाँ स सबका एक सुफेद चोंगा दीन्ह गवा अउर ओनसे कहा गवा कि तनिक देर तक उ पचे समइ इ इन्तजार करइँ जब तलक ओनके ओन साथी सेवकन अउर भाइयन क तादाद पूरी होइ जात ह जेनकइ वइसेन हत्या कीन्ह जाइवाली अहइ, जइसेन तोहार कीन्ह ग रही। 12 फिन जब मेमना छठवी मोहर तोड़ेस तउ मइँ देखेउँ कि हुवाँ एक बहुत बड़ा भूचाल आवा भवा अहइ। सूरज अइसे काला होइ ग रहा जइसे बालन स बना कपड़ा होय जात ह। अउर पूरा चाँद खून क तरह लाल होइ जात ह। 13 आकास क तारा धरती प अइसा गिर ग रहेन जइसे कउनउँ तेज आँधी स झकझोर दिहे प अंजीर क पेड़ स कच्ची अंजीर गिर जात ही। 14 आसमान फटा पड़ा रहा अउर एक चर्मपत्र क तरह सिकुरिके लपट ग रहा। सब पर्वत अउर द्वीप अपनी अपनी जगह स ड़िग ग रहेन। 15 दुनिया क सम्राट, सासक, धनी, सक्तिसाली अउर सब लोग अउर सब मालिक अउर गुलाम अपने आपका चटृानन क बीच अउर गुफा मँ अपने आपका छिपाइ लिहे रहेन 16 उ पचे पर्वतन अउर चटृानन स कहत रहेन: “हमरे ऊपर गिर पड़ा अउर जउन मनई सिंहासन प बइठा अहइ ओकरे अउर मेमना क गुस्सा स हम पचे क बचाइ ल्या! 17 ओनकी गुस्सा क भयंकर दिन आय ग अहइ अइसा के अहइ जे एका झेल सकइ।”
Revelation 7:1 एकरे बाद धरती क चारउँ कोनन प चार सरगदूतन क मइँ खड़े देखेउँ धरती क चारउँ हवा क उ पचे पकड़े रहेन जइसे कि धरती प, समुद्दर प अथवा पेड़न प ओनमाँ स कउनउँ हवा चलइ न पावइ। 2 फिन मइँ देखेउँ कि एक अउर सरगदूत अहइ जउन पूरब दिसा स आवत अहइ। उ जिअत परमेस्सर क मोहर लिहे रहा। अउर उ ओन चारउ सरगदूतन स जेनका धरती अउर आसमान क नस्ट कइ देइ क अधिकार दीन्ह ग रहा, जोर स पुकार क कहत रहा, 3 “जब तक हमने अपने परमेस्सर क सेवकन क माथे प मोहर नाहीं लगाइ देइतन, तब तलक तू धरती, समुद्दर अउर पेड़न क नुकसान न पहुँचावा.” 4 फिन जउन मनइयन प मोहर लगाई ग रही, मइँ औनकइ तादाद सुनेउँ। उ 1,44,000 रहेन जेनकइ ऊपर मोहर लगाई ग रही, उ सब इस्राएल क सब परिवार समूहन स रहेन: 5 यहूदा क परिवार समूह क 12,000रुबेन क परिवार समूह क 12,000गाद क परिवार समूह क 12,000 6 आसेर परिवार समूह क 12,000नप्ताली परिवार समूह क 12,000मनस्से परिवार समूह क 12,000 7 समौन परिवार समूह क 12,000लेवी परिवार समूह क 12,000इस्साकार परिवार समूह क 12,000 8 जबूलून परिवार समूह क 12,000यूसुफ परिवार समूह क 12,000बिन्यामीन परिवार समूह क 12,000 9 एकरे बाद मइँ देखेउँ कि मोरे सामने एक बहुत बड़ी भीड़ रही जेकर कउनउँ गनती नाही कइ सकत रहा। इ भीड़ मँ हर जाति क, हर वंस क, हर कुल अउर हर भाखा क मनई रहेन। उ पचे उ सिंहासन अउर उ मेमना क आगे खड़ा रहेन। उ सबेन्ह सफेद चोगा पहिरे रहेन अउर अपने हाथे मँ खजूर क टहनी लिहे रहेन। 10 उ सबेन्ह बोलावत रहेन, “सिंहासन प बइठा हमरे परमेस्सर क जय होइ अउर मेमना क जय होइ।” 11 सभी सरगदूतन सिंहासन, बुजुर्गन अउर ओन चार प्रानीयन क घेरे खड़ा रहेन। सिंहासन क सामने झुकिके प्रणाम कइके ओन सरगदूतन परमेस्सर क आराधना किहेन। 12 उ पचे कहेन, आमीन हमरे परमेस्सर क स्तुति, महिमा, विवेक, धन्यवाद, समादर, पराक्रम अउर सक्ति हमेसा हमेसा होत रहइ। आमीन!” 13 तबहि ओन बुजुर्गन मँ स कउनउँ एक मोसे इ पूछेस, “इ सफेद चोगा पहिरे कउन मनई अहइँ अउर इ कहाँ स आए अहइँ?” 14 मइँ ओनका जवाब दिहेउँ, “मोर प्रर्भू तू तउ जनतइ अहा।”इ सुनिके उ मोसे कहेस, “इ पचे उहइ मनई जउन कठोर अत्याचार क बीच स होइके आवत अहइँ उ सबेन्ह आपन चोगा मेमना क खून स धोइके सफेद अउर उज्जर करे अहइ। 15 इही बरे अउर इ पचे परमेस्सर क सिंहासन क समन्वा खड़ा अहइँ अउर ओनके मंदिर मँ दिन रात ओकर आराधना करत ही। जउन सिंहासन पर बइठा बा, उ ओन पर आपन छाया करी। 16 न तउ कबहूँ ओनका भूख सतावात ह अउर न तउ कबहूँ पियासा रहत ह। सूरज ओनकइ कछू नाहीं बिगाड़ पावत अउर न तउ चिलचिलात धूप ओनका कबहूँ तपावत ह। 17 काहेकि उ मेमना जउन सिंहासन क बीच मँ अहइ, ओनकइ देखभाल करी। अउर ओनकर चरवाहा होइ। उ ओनका जिन्दगी देइ वाले पानी क झरना क पास लइ जाई अउर परमेस्सर ओनकी आंखिन क आंसू क पोछ देई।”
Revelation 8:1 फिन मेमना जब सावती मोहर तोड़ेस तउ सरग मँ करीब आधा घन्टा तक सत्राटा छावा रहा। 2 फिन मइँ सात सरगदूतन देखेउँ जउन परमेस्सर क सामने खड़ा रहेन। ओनका सात तुरही दीन्ह गइ रहिन। 3 फिन एक अउर सरगदूत आवा अउर वेदी प खड़ा होइ गवा। ओकरे लगे सोने क एक ठु धूपदान रहा। ओका परमेस्सर क पवित्तर लोगन क पराथना क साथ सोने क उ वेदी प जउन सिंहासन क समन्वा रही चढ़ावइ क बरे तमाम धूप दीन्ह गइन। 4 फिन सरगदूत क हाथे स धूप क उ धुआँ परमेस्सर क लोगन क पराथना क साथे परमेस्सर क समन्वा पहुँचा। 5 एकरे बाद सरगदूत उ धूपदान क उठाएस, ओका बेदी क आग स भरेस अउर उचल क धरती प फेंक दिहेस। तब हुवाँ गरजना भइ, भयंकर आवाज आवइ लाग अउर बिजली चमकइ लाग। भूकम्प आइ गवा। 6 फिन उ सात सरगदून जेकरे लगे सात तुरही रहिन, ओनका फूकइ क बरे तय्यार होइ गएन। 7 जइसेन पहिला सरगदूत तुरही मँ फूँक मारेस, वइसेन खून, ओला, अउर आग एकइ साथे देखाइ लागेन अउर ओनका धरती प नीचे उछालिके फेंक दीन्ह गवा। जउने स धतरी एक तिहाई हिस्सा जलभुन क राख होइ गवा। एक तिहाई पेड़ जलत भए राख होइ गएन अउन संसार क पूरी घास राख होइ गइ। 8 दूसरा सरगदूत जब तुरही मँ फूँक मारेस तउ अइसा लगा जइसे आग क एक जलत विसाल पहाड़े क समान कउनो चीज समुद्दर मँ फेक दीन्ह गइ होइ। एहसे एक तिहाई समुद्दर खून मँ बदल गवा। 9 अउर समुद्दर क एक तिहाई जीवित प्रानी मरि गएन अउर एक तिहाई पानी क जहाज विलाइ गएन। 10 तिसरा सरगदूत जब तुरही मँ फूँक मारेस तउ आकास स मसाल क तरह जरत भवा एक बड़का तारा गिर पड़ा इ तारा एक तिहाई नदियन अउर झरनन क पानी प जाइ गिरा। 11 इ तारा क नाउँ रहा “नागदौना” जउन समूचे पानी क एक तिहाई हिस्सा नागदौनामँ बदल गवा। अउर उ पानी क जे पियेस ह बहुत मनई मर गएन। काहेकि पानी बहुत तीत होइ ग रहा। 12 अउ चौथा सरगदूत तुरही मँ फूँक मारेस, तउ एक तिहाई सूरज अउर साथे मँ एक तिहाई चन्द्रमा अउर एक तिहाई तारन प आफत आइ गइ। ओनकइ एक तिहाई हिस्सा काला पड़ गवा। इ तरह स एक तिहाई दिन अउर एक तिहाई रात अन्धेरे मँ बूड़ गएन। 13 फिन मइँ देखेउँ कि एक गरुड़ अबइ ऊँच अकास मँ उड़त रहा। मइँ ओका जोर स कहत सुनेउँ, “जउन तीन सरगदूत बचा अहइँ अउर आपन तुरही बचावइवाला अहइ, ओनके तुरही बजाए स धरती प रहइवाले प बिपति आवइ! बिपत्ति आवइ! बिपत्ति आवइ!”
Revelation 9:1 जब पाँचवा सरगदूत आपन तुरही मँ फूँक मारेस, तब मइँ आकास स धरती प गिरा भवा एक तारा देखेउँ। एका उ चिमनी क कुंजी दीन्ह ग रही जउन पाताल मँ उतरत ह। 2 फिन उ तारा उ चिमनी क ताला खोल दिहेस जउन पाताल मँ उतरत रही अउर चिमनी स वइसेन धुआं फूट गवा जइसेन एक बड़ी भट्ठी स निकरत ह। इ बरे चिमनी स निकरा धुँआ स सूरज अउर आसमान काला पड़ गएन। 3 तबही उ धुँआ स धरती प टिडिु दल उतर आवा। ओनके पास उहइ ताकत रही जउन धरती प रहइवाले बिच्छुअन मँ रहत ह। 4 मुला ओनसे कह दीन्ह ग रहा कि उ धरती क घास क कउनउँ नुकसान न पहुँचावइँ अउर न तउ हरिअर पेड़ पउधा क कउनउँ नुकसान पहुँचावइँ ओनका केवल ओनही मनइयन न नुकसान पहुँचावइँ क रहा जेकरे माथे प परमेस्सर क मोहर नाहीं लगी रही। 5 टिडुी दल स इ भी कहा ग रहा कि उ मनइयन क प्रान न लेइँ ओनका पाँच महीना तक पीड़ित करत रहइँ। ओनका जउन कस्ट दीन्ह जात रहा, उ उही तरह क रहा जइसे बिच्छू क काटइ स रहत ह। 6 उ ओहि दिनन उ मनई मउत क डूड़िहइँ, मुला मउत ओनका न मिलपाई उ पचे मरइ क बरे तरसिहइँ अउर मउत ओनका चकमा दइके चली जाई। 7 अउर अब देखा कि उ टिडुी लड़ाई मँ लड़इ क बरे तैय्यार घोड़न क तरह देखात रहिन। ओनके माथे प चमकीला मुकुट बँधा रहेन। अउर ओनकर मुँह मनइयन क मुँहन जइसे रहेन। 8 ओनके बार स्त्रियन क बार क तरह रहेन अउर ओनकइ दाँत सेर क दाँत क तरह रहेन। 9 ओनकइ सीना अइसा रहेन जइसे लोहा क कवच होइँ। ओनकइ पखना क आवाज लड़ाई मँ जात बहुत घोड़े अउर रथ क आवाज क तरह रहेन। 10 ओनकी पूँछ रहेन जइसे बीछू क ड़ंक होइँ अउर ओहमाँ पाँच महीना तक लोगन क दु:ख पहुँचावइ क ताकत रही। 11 पाताल क अधिकारी दूत क उ पचे अपने राजा क तरह लिहे रहेन। इब्रानी भाखा मँ ओनकइ नाउँ अहइ, “अबडुोन”अउर यूनानी भाखा मँ ओका “अपुल्लयोन” (नास करइ वाला) कहा जात रहा। 12 पहली बड़ी आफत तउ बीत गइ अहइ मुला एकरे बाद दुइ बिपत्ति बड़ी अउर पड़इवाली अहइ। 13 फिन जइसेन छठवाँ सरगदूत आपन तुरही फूँकेस, वइसेन ही मइँ परमेस्सर क समन्वा एक चमकीली वेदी देखेउँ, ओकरी चार सीग मँ स आवाज आवत रही। 14 तुरही लिहे छठवें सरगदूत स उ आवाज कहेस, “ओन चार सरगदूतन क छोड़ द्या जउन फरात महानदी क लगे बंधा पड़ा अहइँ।” 15 इ बरे चारउ सरगदूत क छोड़ दीन्ह गवा। उ पचे उही समइ, उही दिन, उही महीने अउर उही साल क बरे तय्यार रखा ग रहेन जइसेन कि एक तिहाई मनइयन क मार ड़ावइँ। 16 ओनके पूरी तादाद केतनी रही, इ मइँ सुनेउँ। घोड़ा प चड़े सैनिकन क तादाद 200,000,000 रही। 17 उ मोरे दर्सन मँ उ घोड़ा अउर ओनके सवार मोका इ तरह देखॉई पड़ेन: उ सबेन्ह कवच पहिरे रहेन जउन धधकत आग जइसे लाल लाल, गहरे नीला अउर गन्धक जइसे पीला रहेन। घोड़न क मूँड़ड़ सिंहन क समान रहेन अउर ओनके मुखन स अग्नि, धुँआ तथा गन्धक निकरत रहा। 18 इ तीन महामारी स मतलब ओनके मुँहे स निकरत आगी, धुँआ अउर गन्धक स एक तिहाई मनइयन क मार ड़ावा गवा। 19 ऍन घोड़न क ताकत ओनके मुँहे अउर पूँछ मँ रही, काहेकि ओनके पूँछ मुँड़वाले साँप क तरह रही जउने स उ मनइयन क नुकसान पहुँचावत रहेन। 20 एतने क बावजूद जउन मनई इ सत्यानास स नाहीं मारा गएन अउर जे आपन हिरदय तथा मनफिरावा पे रहा, अउर जउन अबे तक परेत, सोना, चाँदी, काँसा, पाथर अउर लकड़ी क मूर्तियन क पूजा नाहीं छोड़े रहेन जउन कि न देख सकत ही न बोल सकत ही, न चल सकत ही अउर न सुन सकत ही। 21 उ पचे आपन हिरदय अउर मन नाहीं बदलेन तथा अपने द्वारा कीन्ह हत्या, जादू टोना, यौन अनाचार अउर चोरी चकारी क कउनउँ पछतावा नाहीं रहा।”
Revelation 10:1 फिन मइँ आकास स नीचे उतरत एक अउर बलवान सरगदूत क देखेउँ उ बादर क ओड़े रहा अउर ओकरे मूँड़े क आस पास एक मेघधनुस रहा। ओकर मुख मण्ड़ल सूरज क तरह अउर टांग आग क खंभा जइसे रहेन। 2 आपने हाथे मँ उ एक छोटी स खुली पोथी लिहे रहा। 3 आपन दहिना पैर समुद्दर मँ अउर बांया पैर धरती प रखेस। फिन उ सेर क तरह दहाड़त जोर स चिल्लाएस। ओकरे चिल्लाए प सातउ गरजन तरजन क आवाज सुनाई देइ लाग जउन सातउ गरजन होइ चुकेन। 4 अउर मइँ लिखइवाला रहेउँ, तबइ मइँ एक आकासावाणी सुनेउँ, “सातउ गरजन जउन कछू कहे अहइ, ओका छिपाय ल्या अउर ओका न लिखा।” 5 फिन उ सरगदूत जउने क मइँ समुद्दर मँ अउर धरती प खड़ा देखे रहेउँ, अकास मँ ऊपर दाहिन हाथ उठाएस। 6 अउर जउन हमेसा स जीवित अहइ, जे अकास क अउर अकास क सब चीजन क, धरती अउर धरती प किहेस अउर समुद्दर अउर जउन कछू ओहमाँ अहइ, ओनकइ सबनक रचना करे अहइ, ओकर सपथ लइके सरगदूत कहेस, “अब अउर जियादा देर न होइ! 7 मुला जउ सातवाँ सरगदूत क सुनइ क समइ आइ अर्थात जब उ आपन तुरही बजावइवाला होइ, तबइ परमेस्सर क उ छिपी योजना (सुसमाचार) पूरी होइ जाइ जेका उ अपने सेवक अउर नबियन क बताए रहा।” 8 उ आकासवाणी जउने कि मइँ सुने रहेउँ, उ आवाज फिन मोसे कहेस, “जा अउर उ सरगदूत स जउन समुद्दर मँ अउर धरती प खड़ा अहइ ओकरे हाथे स खुली पोथी क लइ ल्या।” 9 इ बरे मइँ उ सरगदूत क पास गएउँ अउर मइँ ओसे कहेउँ कि उ छोट क पोथी मोका दइ देइ। उ मोसे कहेस, “एक ल्या अउर खाइ ल्या। एहसे तोहार पेट कड़वा होइ जाइ मुला दोहरे मुँहे मँ इ सहदउ स जिआदा मीठा बन जाइ।” 10 फिन उ सरगदूत क हाथ स मइँ उ छोट क पोथी लइ लीन्ह अउर ओका खाइ लीन्ह। मोरे मुँहे मँ इ सहद क तरह मीठ लाग मुला जब मइँ खाइ चुकेउँ तब मोर पेट कड़वा होइ गवा। 11 एह प उ मोसे बोला, “तोहका तमाम मनई, देस, जातियन क भाखा अउर राजा क बावत भविस्सवाणी करइ क पड़ी।”
Revelation 11:1 एकरे बाद नापइ क बरे मोका एक सरकंड़ा दीन्ह गवा जउन नापइ वाली छड़ी क तरह दिखाई पड़त रही। मोसे कहा गवा, “उठा अउर परमेस्सर क मंदिर क अन्दर वेदी क नाप ल्या अउर जउन मनई मंदिर क अन्दर आराधना करत अहइ, ओनके गिनती करा। 2 मुला मंदिर क बाहर आंगन क रहइ द्या, ओका न नापा काहे बरे कि इ गैर यहूदियन क दीन्ह ग अहइ। उ पचे बयालीस महीना तक पवित्तर नगर क अपने पैर क नीचे रौंद देइही। 3 मइँ अपने दुइ गवाहन क खुली छूट देब अउर उ 1,260 दिन तक भविस्सबाणी करिहइँ उ पचे टाट क कपरा पहिने रइही जेनका दु:ख परगट करइ क बरे पहिना जात ह।” 4 इ दुइनउँ साच्छी उ दुइ जइतून क पेड़ अउर उ दुइ ठु दीपादान अहइँ जउन धरती क पर्भू क समन्वा अहइँ। 5 जदि केउ ओनका नुकसान पहुँचावा चाहत ह तउ ओकरे मुँहे स आग निकरइ लागत ह अउर ओनके दुस्मनन क निगल लेत ह। जदि केउ ओनका नुकसान पहुँचावइ क कोसिस करत ह तउ ओकर मउत निस्चित तौर प होइ जात ह। 6 उ पचे अकास क बादल बाँधके रखइ क ताकत रखतही जेहसे जब उ पचे भविस्सबाणी करत होइँ तउ ओ समइ पानी न बरसी। ओनकै झरनन क पानी प अधिकार रहा जेका उ पचे खून मँ बदल सकत रहेन। ओनमाँ अइसी ताकत रही कि उ जेतना बार चाहतेन, ओतनी बार धरती प हर तरह क विनास कइ सकत रहेन। 7 ओनके साच्छी दइ चुकइ क बाद, उ जानवर महागर्त स बाहर निकरी अउर ओन पइ हमला करी। उ ओनका हराइ देइ अउर मारि ड़ाई। 8 ओनकर ल्हास महानगर क गलियन मँ पड़ी रहिहइँ। इ सहर क प्रतीक रुप मँ सदोम अउर मिस्त्र कहा जात रहा। हिआँ प ओनकर पर्भू क क्रूस प चड़ाइके मारा ग रहा। 9 सब जातियन, उपजातियन, भाखा अउर रास्ट्र क मनई ओनकी ल्हास क साड़े तीन दिन तक देखत रइही, अउर ओनकी ल्हास क कब्र मँ न रखइ देइही। 10 धरती प रहइवाले आनन्द मनईहइँ उ पचे त्यौहार मनईहइँ अउर एक दूसर क तोहफा देइहइँ। इ दुइनउँ नबियन धरती प रहइवाले मनइयन क बहुत दु:ख दिहे अहइँ। 11 मुला साढ़े तीन दिन क बाद परमेस्सर कइँती स ओनके जीवन मँ सास आइ गइ अउर उ पचे अपने गोड़े प खड़ा होइ गएन। जे ओनका देखे रहेन, उ पचे बहुत ड़ेराइ गएन। 12 फिन उ दुइनउँ नबियन जोर क आवाज मँ आकासबाणी क ओनसे कहत भए सुनेन, “हिआँ ऊपर आइ जा!” इ बरे उ अकास क भीतर बादल मँ ऊपर चला गएन। ओनका ऊपर जात ओनकर खिलाफत करइवाले देखेन। 13 ठीक उही समइ प हुवा बहुत बड़ा भूचाल आइ गवा अउर सहर क दसवा हिस्सा ड़ह गवा। भूचाल मँ सात हजार मनई मारा गएन अउर जउन बच ग रहेन उ सबेन्ह बहुत ड़ेराइ गएन अउर उ सरग क परमेस्सर क महिमा क बखान करइ लागेन। 14 इ तरह स अब दूसरउ आफत बीत गइ। मुला सावधान! तीसरी महाविपत्ति जल्दी आवइवाली अहइ। 15 सातवाँ सगरदूत जब आपन तुरही फूँकेस तउ सरग स जोर क आवाजन आवइ लागिन। उ सबइ कहत रहिन:“अब इ दुनिया क राज हमरे पर्भू क बाटइ, अउर ओकरे मसीह क बाटइ। अउर उ कई जुग तक सासन करी।” 16 अउर उही समइ परमेस्सर क समन्वा अपने अपने सिंहासन प बइठा चौबीसउ बुजुर्गन दण्ड़वत प्रणाम कइके परमेस्सर क आराधना किहेन। 17 उ पचे बोलेन:“सर्वसक्तिमान प्रर्भू परमेस्सर तू अहा, तू रह्या हम तोहार धन्यवाद करत अही।” तुहिन आपन महासक्ती क लइके अपने सासन क सुरुआत करे रह्या। 18 जउ अउर रास्ट्रन गुस्सन स भरी रहिन मुला तउ तोहार कोप प्रकट होइ क समइ आइ गवा, अउर क निआव क समइ आइ ग अहइ, अउर उ समइ आय ग अहइ जउ तोहार सेवक फल पड़हइँ ओन नबियन अउर उ सब पवित्तर मनई जउन तोहार आदर करत रहेन। अउर सभी जेतना बड़े मनई अहइँ, अउर सभी जेतने छोटे मनई अहइँ। सब अपने काम क फल पावइँ। जउन मनई धरती क मिटावत अहइँ, ओनके मिटावइ क समइ आइ ग अहइ।” 19 फिन सरग मँ परमेस्सर क मंदिर क खोला गवा जहाँ ओकरे मंदिर मँ करार क उ पेटी देखाई पड़ी। फिन बिजली क चकाचौध होइ लगी। मेघन क गरजन, तरजन, अउर घड़घड़ाहट क आवाज, भूकम्प अउर भयानक ओला बरसइ लागेन।
Revelation 12:1 एकरे बाद आसमान मँ एक बड़ी स निसानी परगट भइ: एक स्त्री दिखाई पड़ी जउन सूरज क धारन करे रही अउर चाँद ओकरे पाँव क नीचे रहा। ओकरे माथे प मुकुट रहा, जेहमाँ बारह तारा जड़ा रहेन। 2 उ गर्भवती रही। ओकर दिन निकटाइ ग रहा, इ बरे उ पीड़ा स कराहत रही। 3 सरग मँ एक निसानी प्रकट भइ। मोरे समन्वा एक ठु इ लाल रंग क बड़ा क अजगर खड़ा रहा। ओकरे सातउ क सिर प सात मुकुट रहेन। 4 ओकर पूँछ आकास क तारन क एक तिहाई हिस्सा क सपाटा मारिके धरती प नीचे फेंक दिहेस। उ स्त्री जउन बच्चा पइदा करइवाली रही ओकरे समन्वा उ अजगर खड़ा होइ गवा जइसे कि जउन बच्चा पइदा होइ, ओका उ खाइ जाइ। 5 फिन उ स्त्री एक बच्चा क जन्म दिहेस जउन कि लरका रहा। ओका सब जातिन प लोहे क दण्ड़ क साथ सासन करइ क रहा। मुला ओकर बच्चा क उठाइके परमेस्सर अउर ओकरे सिहांसन क समन्वा लइ जावा गवा। 6 अउर उ स्त्री सूनसान जंगल मँ भाग गइ। ओका एक अइसी जगह रखा गवा जउने क परमेस्सर उही बरे बनवाए रहा, जइसे कि ओका 1,260 दिन तक जीवित रखा जाइ सकइ। 7 फिन सरग मँ एक लड़ाई होइ लाग मीकाएल अउर ओकरे सरगदूतन क उ भयंकर अजगर स लड़ाई होइ लाग। उ अजगर भी ओकरे दूतन क साथ लड़ाई लड़ेस। 8 मुला उ ओनके ऊपर भारी नाहीं पड़ा अउर उ भयंकर अजगर अउर ओकर सरगदूतन सरग मँ आपन जगह खोइ दिहेन। 9 फुन उ अजगर सरग क नीचे ड़केल दीन्ह गवा। इ उहइ पुरान महानाग बाटइ जेका दानव अउर सइतान कहा ग अहइ। इ पूरी दुनिया क ठगत ह हाँ, एका फिन धरती प ढकेल दिन्ह गवा। 10 फिन मइँ जोरदार आवाज मँ एक आकासबाणी क कहत सुनेउँ, “इ हमरे परमेस्सर क जीत क घड़ी अउर सासन बाटइ। उ आपन ताकत अउर संप्रभुता क जनवाइ देहेस। ओका मसीह आपन ताकत क देखाइ दिहेस काहेकि हमरे भाइयन प परमेस्सर क सामने दिन रात लांछन लगावइवाला क नीचे ड़केल दीन्ह गवा। 11 उ पचे मेमना क बलिदान क खून अउर ओकरी साच्छी स ओका हराइ दिहेन। उ पचे अपने प्राणन क गवाँइ देइ तलक अपने जीवन क परवाह नाहीं किहेन. 12 इ बरे हे सरग, अउर सरग मँ रहइवाले मनई खुसी मनावा! मुला हाय धरती अउर समुद्दर! तोहरे बरे केतना बुरा होई काहे बरे कि सइतान अउर हुवाँ उतरके गवा अहइ। उ गुस्सा स तमतमात अहइ। ओका पता अहइ कि अउर ओकरे पास अधिक समइ नाहीं अहइ।” 13 जब उ भयंकर अजगर देखेस कि ओका धरती प गिराइ दीन्ह ग अहइ तउ उ स्त्री क पीछा करइ लाग जउन कि बचवा क जनम दिहे रही। 14 मुला उ स्त्री क उकाब क दुइ ठु बड़ा बड़ा पखना दीन्ह ग रहेन जइसे कि उ रेगिस्तान मँ उड़ जाइ, जउन ओकरे बरे तइयार कीन्ह ग रहा। हुवउँ प भयंकर अजगर स दूर ओका साड़े तीन साल तक पालन पोषण कीन्ह जाइ क रहा। 15 तउ उ महानाग उ स्त्री क पाछे अपने मुँहे स नदी क तरह पानी क धारा बहाएस जइसेन कि उ ओहमाँ बूड़ जाइ। 16 मुला धरती आपन मुँह खोलके उ स्त्री क मदद किहेस अउर उ भयंकर अजगर जउने नदी क अपने मुँहे स निकारे रहा, ओका निगल लिहेस। 17 एकरे बाद तउ उ भयानक अजगर उ स्त्री क ऊपर बहुत गुस्सा करेस अउर ओकरे बचवन क साथ लड़ाई लड़इ क बरे चल पड़ा जउन कि परमेस्सर क हुकुमन क पालन करत ही अउर ईसू क साच्छी क धारण करत ही 18 अउर समुद्दर क किनारे जाइके खड़ा होइ गवा।
Revelation 13:1 फिन मइँ समुद्दर मँ स एक जानवर क बाहर आवत देखेउँ। ओकरे दस सीग रहिन अउर सात मूँड़ रहेन। उ अपने सीग प दस राजसी मुकुट पहिने रहा। ओकरे मूँड़े प दुस्ट नाउँ लिखा रहेन। 2 मइँ जउन जानवर देखे रहेउँ उ चीता क तरह रहा। ओकरे पैर भालू क तरह रहेन अउर ओकरे मुँह सेर क तरह रहा। उ भयंकर अजगर आपन ताकत, आपन सिहांसन अउर आपन ड़ेर अधिकार दइ दिहेस। 3 मइँ देखेउँ कि ओकर एक मूँड़ अइसेन देखात रहा जइसेन ओकरे ऊपर कउनउँ बड़ा प्रान घातक घाव लगा रहा होइ मुला ओकर प्रान घातक घाव भर चुका रहा। पूरी दुनिया अचरज करत उ जानवर क पीछे चलइ लाग। 4 अउर उ पचे अजगर क पूजा करइ लागेन। काहे बरे कि उ आपन अधिकार उ जानवर क दइ दिहे रहा। अउर उ पचे उ जानवर क पूजा करत कहइ लागेन, “इ जानवर क तरह हिआँ कउन अहइ? अउर अइसा के अहइ जे ओसे लड़ सकइ?” 5 ओका अनुमति दइ दीन्ह गइ जइसे कि उ अपने मुँह स घमंड़ अउर परमेस्सर क निन्दा भरी बात बोलइ। ओका बयालीस महीना तक आपन ताकत देखावइ क अधिकार दीन्ह ग रहा। 6 इ बरे उ परमेस्सर क निन्दा सुरु कइ दिहेस। उ परमेस्सर क नाउँ, अउर ओनकै मंदिर अउर जउन सरग मँ रहत ही ओनकर निन्दा करइ लाग। 7 परमेस्सर क पवित्तर लोगन क साथे लड़ाई लड़इ क अउर ओनका हरावै क अनुमति ओका दइ दीन्ह गइ। ओकर अधिकार हर वंस, हर जाति, हर भाखा अउर हर राष्ट्र पर रहा। 8 धरती क सभी निवासी उ जानवर क पूजा करिहइ जेकर नाम उ मेमना क जीवन क पुस्तक मँ संसार क आरम्भ स नाहीं लिखा अहइ अउर जेकर बलिदान एकदम पक्का अहइ। 9 जदि केउ क कान अहइँ तउ उ सुन लेइ: 10 बंदिघर मँ बन्दी बनइ क जेकरे तकदीर मँ अहइ, उ जरुर बन्दी होइ। जदि केहू तलवार स मारी तउ उहइ तलवार स मारा जाई।वह अइसे समइ मँ परमेस्सर क पवित्तर लोगन क सहनसीलता अउर बिसवास क देखावइ चाही। 11 एकरे बाद मइँ धरती स निकरत एक अउर जानवर क देखेउँ। ओकरे मेमना क सीग क तरह दुइ ठु सीग रहिन। मुला उ महानाग क तरह बोलत रहा। 12 उ भयानक अजगर क समन्वा उ पहिले जानवर क सभी अधिकारन क इस्तेमाल करत रहा। उ धरती अउर धरती क निवासिन सबसे उ जानवर क पूजा कराएस जउने क भयंकर घाव भर ग रहा। 13 दूसरउ जानवर बड़ा बड़ा अद्भुत कारजन करेस। हिआँ तक कि सबके सामने उ धरती प आकास स आग बरसाइ दिहेस। 14 उ धरती प रहइ वालेन क ठगत रहा काहेकि ओकरे पास पहले जानवर क सामने अद्भुत कारजन दिखावइ, क ताकत रही। दूसरा जानवर धरती प रहइवालेन स पहिले जानवर क आदर देइके ओकर मूर्ति बनावइ क कहेस। जउन तलवार क मार स घायल रहा पर मरा नाही। 15 दूसरे जानवर क इ ताकत दीन्ह ग रही कि उ पहिले जानवर क मूर्ति मँ जान फूँके देइँ जइसे कि मूर्ति पहिले जानवर क तरह बोलइ लागइ, हिआँ तक कि ओनका मारइ क आग्या दइ देइ जउन कि मूर्ति क पूजा नाहीं करतेन। 16 दूसरा जानवर सभी लोगन का छोटा-बड़ा, धनी-गरीब, मालिक दास, पुत्र अउर गुलाम सबका मजबूर करेस कि अपने दाहिने हाथे प या दाहिने माथे प उ जानवर क नाउँ या ओकरे नाम स जुड़ी छाप क छाप लगवावइँ। जइसे कि बिना उ छाप क कउनउँ चीज न तउ खरीदी जाय सकइ अउर न तउ बेची जाइ सकइ। 17 18 बुद्धिमानी ऐहिमाँ अहइ जेहमा बुद्धि होइ, उ जानवर क संख्या क हिसाब लगाइ लेइ काहेकि उ संख्या क सम्बन्ध कउऩउँ मनई स अहइ। ओकर संख्या अहइ 666।
Revelation 14:1 फिन मइँ देखेउँ कि मोरे समन्वा सिय्योन पर्वत प मेमना खड़ा अहइ। ओकरे साथे 1,44,000 मनई खड़ा रहेन जेकरे माथे प ओकर अउर ओकरे बाप क नाम लिखा रहा। 2 फिन मइँ एक आकासबाणी सुनेउँ ओकर महानाद एक विसाल जल प्रपात क तरह रहा यो भयंकर बादर क गरजइ क तरह रहा। जउन महानाद मइँ सुनेउँ रहा उ तमाम वीणा बादकन क बजावा वीणा स पइदा संगीत क तरह रहा। 3 उ सबेन्ह सिंहासन चारउँ प्रानीयन अउर बुजुर्गन क सामने एक ठु नवा गना गावत रहेन। जउने 1,44,000 मनइयन क धरती प फिरौती दइके बन्धन स छुड़ाइ लीन्ह ग रहा, जउने क कउनउँ मनई उ गाना क नाहीं सिख सकत रहा। 4 उ अइसेन मनई रहेन जउन कि कउनउँ स्त्री क संसर्ग स आपन का दूसित नाहीं किए रहेन साथ जुड़ा नाहीं रहेन, उ पचे कुँवारा रहेन, जहाँ जहाँ मेमना जात रहा ओकर पीछा करत रहेन। पूरी मनइयन क जाति स ओनका फिरौती दइके बंधन स छुटकारा दीन्ह ग रहा। उ पचे परमेस्सर अउर मेमना क बरे फसल क पहिला फल रहेन। 5 उ कबहुँ झूठ नाहीं बोले रहेन, अउर निर्दोस रहेन! 6 फिन मइँ आसमान मँ उँची उड़ान भरत एक अउर सरगदूत देखेउँ। ओकरे लगे धरती प रहइ वालेन, हर देस, जाति, भाखा अउर सभी कुल क मनइयन क बरे अनन्त सुसमाचार क एक संदेस रहा। 7 ऊँची आवाज मँ उ बोला, “परमेस्सर स ड़ेराअ अउर ओकर स्तुति करा। काहेकि ओकरे निआव क समइ आइ ग अहइ। ओकर आराधाना करा जे आसमान, धरती, समुद्दर अउर जल स्रोत क बनाएस।” 8 एकरे बाद ओकरे पाछे एक अउर सरगदूत आवा अउर बोला, “ओकर पतन होइ चुका अहइ! महान नगरी बाबुल क पतन होइ चुका अहइ। उ सब जाति क अपने पइदा अनैतिक व्यभिचार स परमेस्सर क गुस्सा क वासना भरी दाखरस पिआएस।” 9 उ दूइनउँ क बाद फिन अउर एक सरगदूत आवा अउर जोर स बोला, “जदि केहू जानवर अउर जानवर क मूर्ति क पूजा करत ह अउर अपन हाँथे मँ माथे प ओकर मोहर लगवाए रहत ह। 10 अउर उ भी परमेस्सर क गुस्सा क दाखरस पिई। अइसी सुद्ध तीखी दाखरस जउन परमेस्सर क गुस्सा क कटोरिया मँ बनाई ग अहइ। उ मनई क पवित्तर सरगदूनत अउर मेमनन क सामने धधकत गंधक मँ यातना दीन्ह जाई। 11 जुग जुग तलक ओनकी यातना स धूँआ उठत हमेसा रही। अउर जउने पे जानवर क नाउँ क छाप छपी रही अउर उ जानवर अउ ओकर अउर ओकरी मूर्ति क पूजा करत रही। ओनका दिन रात कबहूँ चइन न मीली।” 12 इ ही क माने है कि परमेस्सर क पवित्तर लोग क धीरज अउर सहनसीलता धरइ क जरुरत अहइ जउन परमेस्सर क हुकुमन अउर ईसू मँ बिसवास क पालन करत हीं। 13 फिन एक आकासबाणी क मइँ इ कहत सुनेउँ, “एका लिखा: धन्य अहइ उ सबइ मृतक जउन अबसे पर्भू मँ मरस्थित होइके अहइँ।”आदिमा कहत ह, “हाँ, इ ठीक अहइ। ओनका मेहनत क कारण आराम मिली काहे बरे कि ओनकर काम, ओनके साथे अहइ।” 14 फिन मइँ देखेउँ कि मोरे समन्वा हुवाँ एक सफेद बादर रहा। अउर उ बादर प एक ठु मनई बइठा रहा जउन मनई क पूत जइसेन दीख पड़त रहा। उ अपने माथे प एक सोने क मुकुट धारण करे रहा अउर ओकरे हाथे मँ एक तेज हँसिया रही। 15 तबहिं मंदिर मँ स एक ठु अउर सरगदूत बाहेर निकला। उ बदरे प बइठे मनई स जोर क आवाज़ मँ कहसे, “हँसिया चलावा अउर फसल एकट्ठी करा, काहे बरे कि फसल काटइ क समइ आइ ग अहइ। धरती क फसल पक चुकी अहइ।” 16 इ बरे जउन बदरे प बइठा रहा, उ धरती प आपन हँसिया हिलाएस अउर धरती क फसल काट लीन्ह गइ। 17 फिन सरग क मन्दिर मँ स एक अउर सरगदूत बाहेर निकला ओकरे लगे भी एक तेज हँसिया रही। 18 उहइ समइ प वेदी स एक अउर सरगदूत आवा। उ सरगदूत क आगी पइ अधिकार रहा। उ सरगदूत स जोर क आवाज़ मँ कहेस, “अपने जोरदार हँसिया क चलावा अउर धरती क बेल स अंगूर क गुच्छा उतारा ल्या काहे बरे कि एकर अंगूर पक चुका अहइँ।” 19 इ बरे उ सरगदूत धरती प आपन हँसिया झुलाएस अउर धरती क अंगूर उतारी लिहेस अउर ओनका परमेस्सर क भयंकर कोप क विसाल रसकुण्ड़ मँ ड़ाइ दिहेस। 20 अगूंर सहर क बाहेर क धानी मँ रौंद क निचोड़ लीन्ह गएन। धानी मँ स खून बहै लाग। खून घोड़ा क लगाम जेतना ऊपर चड़ि गवा अउर लगभग तीन सौ किलोमीटर क दूरी तलक फइल गवा।
Revelation 15:1 आकास मँ फिन मइँ एक अउर महान अचरज भरी निसानी देखेउँ। मइँ देखेउँ कि सात सरगदूतन अहइँ जउन सात आखिरी महाविनास लिहे भए अहइँ। इ सबइ आखिरी विनास अहीं, काहे बरे कि एकरे साथेन परमेस्सर क गुस्सा खतम होई जाई। 2 फिन मोका आग स मिला काँच क समुद्दर जइसा देखाइ पड़ा। अउर मइँ देखे कि उ पचे उ जनावर क मूरत प अउर ओनके नाउँ स जुड़ी संख्या प जीत हालिस कइ लिहे अहइँ, ओनहूँ काँच क समुद्दर प खड़ा अहइँ। उ पचे परमेस्सर क दीन्ह गइ वीणा लिहे रहेन। 3 उ पचे परमेस्सर क सेवकन मूसा अउर मेमना क इ गाना गावत रहेन:“जउन काम तू करत रहत ह्या उ सबइ महान अहइँ। तोहार काम करइ क ताकत अचरजभरी अउर अनन्त अहइ हे सर्वसक्तिमान पर्भू परमेस्सर तोहार मार्ग धर्म संगत अउर सच्चे अहइँ। तू सब जातिन क राजा अह्या, 4 हे प्रर्भू, तोहसे मनई हमेसा ड़ेरात रहिहइँ तोहार नाउँ लइके, मनई स्तुति करिहइँ काहे बरे कि तू अकेले पवित्तर अहा। तोहरे समन्वा सब रास्ट्रन अहइँ अउर तोहार आराधना करिहइँ। काहे बरे कि इ बात अउर पता चलि ग अहइ तू जउन करत ह्या उहइ, निआव अहइ।” 5 एकरे बाद मइँ देखेउँ कि सरग क मन्दिर मतलब करार क तम्बू क खोला गवा 6 अउर उ पचे सातउँ सरगदूतन जेनके लगे आखिरी साथ महामारी रहिन, मन्दिर स बाहर आएन। उ पचे चमकीले साफ मलमल क कपड़ा पहिने रहेन। अपने सीना प सोनेक पटका बाँधे रहेन। 7 फिन उ चार प्रनियन मँ स एक उ सताउँ सरगदूतन क सोना क कटोरा दिहेस जउन हमेसा हमेसा क बरे अमर परमेस्सर क गुस्सा स भरा रहेन। 8 उ मन्दिर परमेस्सर क महिमा अउर ओकरे सक्ति क धुँअन स भरा रहा जइसे कि जब तलक ओन सात सरगदूतन क सात माहमारी पूरा न होइ जाइँ, तब तलक मन्दिर मँ कउनउँ धुसइ न पावइ।
Revelation 16:1 फिन मइँ सुनेउँ कि मन्दिर मँ स एक जोर क आवाज़ ओन सात सरगदूतन स कहत अहइ, “जा अउर परमेस्सर क गुस्सा क सातउँ कटोरन क धरती प उड़ेर द्या।” 2 इ बरे पहिला सरगदूतन गवा अउर उ धरती प आपन कटोरा उड़ेर दिहेस। एकइ नतीजा इ भवा कि उ मनई जेनके ऊपर जनावर क निसानी छपी रही अउर जउन ओकरी मूरती क पूजा करत रहेन, क ऊपर भयानक पीड़ा पइदा करइवाले छाला फूट आएन। 3 एकरे बाद दूसर सरगदूतन आपन कटोरा समुद्दर मँ उड़ेर दिहेस अउर समुद्दर क पानी मरे भए मनई क खून मँ बदल गवा अउर समुद्दर मँ रहइवाले सब जीवजन्तु मरि गएन। 4 फिन तीसरा सरगदूतन नदियन अउर पानी क झरनन पइ आपन कटोरा उड़ेर दिहेस अउर उ खून मँ बदल गएन। 5 उहइ समइ प मइँ पानी सरगदूतन क इ कहत सुनेउँ:“तू ही अहा उ, जउन पुण्यातिमा! जउन अहइ, जउन रहा सदा-सदा स तू ही अहा जउन अहइ एक ही पवित्तर, करत भए निआव ओनकर, 6 ओन सबन पवित्तर लोगन अउर नबियन क खुन बहाए अहइ। तू ओनका पिअइ क बरे केवल खून दिह्या। काहे बरे कि ओन इहइ क काबिल रहेन।” 7 फिन मइँ वेदी स आवत आवाज़ सुनेउँ:“हाँ, सर्वसक्तिमान प्रर्भू परमेस्सर, तोहार निआव सच्चा अउर उचित अहइ।” 8 फिन चौथा सरगदूत आपन कटोरा सूरज क ऊपर उड़ेर दिहेस। इ तहर ओका मनइयन क आग स जलावइ क ताकत दइ दीन्ह गइ। 9 अउर मनई भयानक गरमी स झुलसइ लागेन। उ परमेस्सर क नाउँ क कोसइ लागेन काहे बरे कि इन जेका महमारी प क अधिकार अहइ। मुला उ पचे आपन मनफिरावा नाहीं किहेन अउर न जिन्नगी क बदलेन अउर परमेस्सर क महिमा किहेन। 10 एकरे बाद पाँचवा सरगदूत आपन कटोरा उ जनावर क सिंहासन प उड़ेरे दिहेस अउर ओकर राज अँधेरे मँ डूब गवा। सब मनई तकलीफ क आपन जीभ काट लिहेन। 11 आपन आपन पीड़ा अउर छालन क कारण उ सरग क परमेस्सर क निन्दा तउ करइ लागेन मुला आपन मनफिरावा नाहीं किहेन। 12 फिन छठवाँ सरगदूत आपन कटोरा फरात नाउँ क महानदी प उड़ेर दिहेस अउर ओकर पानी सूख गवा। एहसे पूरब दिसा क राजन क बरे रास्ता तइयार होइ गवा। 13 फिन मइँ देखेउँ कि उ भयंकर अजगर क मुँहे स, उ जनावर क मुँह स, अउर कपटी नबियन क मुँहसे तीन दुस्ट आतिमन निकलिन, जउन मेड़क क तरह दिखाई पड़त रहिन। 14 इ सब दुस्ट क आतिमन रहिन अउर ओनके मँ अदभुत कारजन करइ क ताकत रही। उ पूरी दुनिया क राजा लोगन मँ सबसे सर्वसक्तिमान परमेस्सर क महान दिन, जुद्ध करइ क बरे एकट्ठा करइ क निकल पड़ेन। 15 “सावधान! मइँ: चोर क समान आवत हउँ। उ धन्य अहइ जउन जागत रहत ह अउर अपने क परन क अपने साथे रखत ह जइसेन कि उ नंगा न घूमइ अउर मनई ओका लज्जित होत न देइँ।” 16 इ तरह स उ दुस्ट आतिमन ओन राजन क एकट्ठा कइके उ जगह प लइ आएन जउने क इब्रानी भाखा मँ हर मगिदोन कहा जात ह। 17 एकरे बाद सातवाँ सरगदूत आपन कटोरा हवा मँ उड़ेर दिहेस! अउर सिंहासन स पइदा भवा एक भयंकर आवाज़ मन्दिर मँ स कहत तिकरी, “इ खतम होइ गवा!” 18 तबहि बिजली कउँधइ लाग, आवाज़ क अउर गरजन अउर एक ठू जर्बदस्त भूचाल आइ गवा। मनई क धरती प परगट होइ क बाद क इ सबसे भयानक भूचाल रहा। 19 उ बड़ा सहर तीन टुकड़न मँ बिखर गवा, अउर अधर्मियन क रास्ट्रन नगरन क नस्ट होइ गए। परमेस्सर महानगरी बाबुल क दण्ड़ देइ क बरे याद करे रहा। आपन भयंकर प्रकोप क काटोरा मँ स ओका दइ दिहेस। 20 सब द्वीप गायब होई गएन। कउनो पहाड़ तक क पता नाहीं चल पावत रहा। 21 पचास पचास किलो क ओला, आसमान स मनइयन क ऊपर बरसइ लागेन। ओलन क भयंकर विपत्ति क कारण सब मनई परमेस्सर क कोसत रहेन, काहे बरे कि इ भयानक आफत रही।
Revelation 17:1 एकरे बाद ओन सात सरगदूतन, जउने क लगे कटोरा रहेन, ओहमाँ स एक ठु मोरे लगे आवा अउर बोलेस, “आवा, मइँ तोहका तमाम नदियन क किनारे बइठी उ महान वेस्या क दीन्ह जाइवाला दण्ड़ देखाई। 2 धरती क राजा ओकरे साथ सम्बंध बनाएन। अउर जउन मनई धरती प रहत हीं, उ पचे ओकरी विलास मदिरा स मतवाला होइ गएन।” 3 फिन मइँ आतिमा क कहे क मान कीन्ह अउर उ सरगदूत मोका बीहड़ जंगल मँ लइ गवा जहाँ मइँ एक स्त्री क लाल रंग क एक अइसे जानवर प बइठा देखेउँ जउने प परमेस्सर क बरे गारी लिखी गइ रही। ओकरे सात मूँड़ रहेन अउर दस सींग रहेन। 4 उ स्त्री बइजनी अउर लाल रंग क कपरा पहिने रही। उ सोने, बेसकीमती रत्नन अउर मोतिअन स सजी रही। उ अपेन हाथ मँ सोने क एक कटोरा लिहे रही जउन बुरी बातन अउर वेस्यापन क बुराई स भरा रहा। 5 ओकरे माथे प एक निसानी रही जेहकर गुप्त अरथ अहइ:महान बाबुल क सबइ महतारी वेस्या अउर धरती प होइवाली सब बुराईयन क पइदा करइवाली। 6 मइँ देखेउँ कि उ स्त्री परमेस्सर क पवित्तर लोगन क खून पिए रही जउन ईसू क बरे अपने बिस्सास क साच्छी क बरे आपन प्राण छोड़ दिहेन।ओका देखके मइँ बड़े अचरज मँ पड़ गएउँ। 7 तबइ उ सरगदूतन मोसे पूछेस, “तू अचरज मँ काहे पड़ा अहा? मइँ तोहका इ स्त्री क अउर जउने जनावर प उ बइठी अहइ, ओकरे प्रतीक क समझावत अहउँ। सात सिर अउर दस सींगवाला इ जनावर 8 जउन तू देखे अहा, पहिले कबहूँ जिन्दा रहा, मुला अब जिन्दा नाहीं अहइ। फिन उ पताल स अबहीं निकरइवाला अहइ। अउर तबहिं ओकर बिनास होइ जाई। फिन धरती क उ मनई जउने क नाउँ दुनिया क सुरुआतइ स जीवन क पुस्तक मँ नाहीं लिखा ग अहइ, उ जानवर क देखके चकित होइहीं काहे बरे कि उ जिन्दा रहा, मुला अउर जिन्दा नाहीं अहइ, मुला फिन उ आवइवाला अहइ। 9 “इहइ उ जगह आटइ जहाँ बुद्धिमान मनइयन क बद्धि क जरुरत अहइ। इ सात सिर, उ सात पर्वत अहीं जउने प उ स्त्री बइठी अहइ। उ सात सिर, उ सात राजन क प्रतीक अहइ। 10 जउने मँ स पहिले पाँच क पतन होइ चुका अहइ, एक ठु अबे राज करत अहइ अउर दूसर अब तक आइ नाहीं बा। मुला जब उ आई तब उ बहुत कम समइ तलक रुकी। 11 उ जनावरन जउन पहिले कबहूँ जिन्दा रहा, मुला अउर जिन्दा नाहीं अहइ, खुदइ अठवाँ राजा अहइ जउन ओन सातउ मँ स एक अहइ, ओकइ बिनास होइवाला अहइ। 12 “जउन दस सींग तू देखे अहा, उ दस राजा अहीं, उ पचे अबहि तलक आपन सासन सुरु नाहीं कर अहइँ मुला जनावर क साथे एक घण्टा क बरे ओनका सासन करइ क अधिकार दीन्ह जाई। 13 इ दसउ राजन क एक्कइ उद्देस्य रहा कि उ आपन ताकत अउर आपन अधिकार उ जनावर क दइ देइँ। 14 उ मेमना क खिलाफ लड़ाई लड़िहइँ मुला मेमना अपने बोलाए, अपने स चुने अउर अपने बिस्सासियन क साथ मिलके ओनका हराइ देई। काहे बरे कि उ अउर प्रर्भूअन क प्रर्भू अउर राजा लोगन क राजा अहइ!” 15 उ सरगदूत मोसे फिन कहेस, “उ सबइ नदियन जउने क तू देखे रह्या, जहाँ उ वेस्या बइठी रही, तमाम खानदानन, समुदायन, जातियन अउर भाखन क प्रतीक अहइ। 16 उ दस सींग जउने क तू देख्या, अउर उ जनावर उ वेस्या स नफरत करिहइँ अउर ओकर सब चीज छीनके ओका नंगी छोड़ देइँहइँ। उ ओकर सरीर क खाइ जइहइँ अउर ओका आगी मँ जलाइ देइहइँ। 17 आपन प्रयोजन पूरा करइ क बरे परमेस्सर ओनके सबनके एक राय कइके, ओनके मन मँ इ बइठाइ दिहे अहइ, जइसे कि जब तक परमेस्सर क बचन पूरा न होइ जाइ, तब तक सासन करइ क आपन अधिकार उ जनावर क सौंप देइँ। 18 उ स्त्री जउने क तू देखे रह्या उ महानगरी रही, जउन धरती क राजन प सासन करत ह।”
Revelation 18:1 एकरे बाद मइँ एक अउर सरगदूत क अकास स बड़ा भव्यता स नीचे उतरत देखेउँ। ओकरी महिमा स समूची धरती चमकइ लाग। 2 जउने जोरदार आवाज़ स पुकारत उ बोला:“मिट गइ! बेबिलोन महानगरी मिट गइ! उ दुस्ट आतिमन क सहस्य क घर बन गइ रही, उ असुद्ध मनइयन क आत्मा क बसेरा बन गइ रही, अउर नफरत करइ लायक चिड़ियन क घर बन गइ रही। उ तमाम गन्दा, निन्दा करइ लायक जनावरन क बसेरा बन गइ रही। 3 काहेकि उ सबको व्यभिचार क क्रोध क मदिरा पिआए रही। जउने इ दुनिया क राजा क खुदइ जगाए रही, ओकरे साथे व्यभिचार करे रहेन सासक लोग अउर ओनके भोगइ स इ दुनिया क धनी व्यापारी बना रहे।” 4 अकास स मइँ एक अउर अवाज़ सुनेउँ जउन कहत रही:“अरे मोर मनइयन! तू उ सहर स बाहर निकर जा, ओनके पापन्ह क कतहूँ तू गवाहन न बनब्या, कतहूँ अइसा न होइ, कि जउन ओके नास रहेन, तोहरेन ऊपर न गिर जाइँ। 5 काहे बर कि ओकरे पाप क गठरी आसमान तक ऊँची अहइ। परमेस्सर ओकरे बुरा काम क याद करत अहइ। 6 अरे! जइसेन कि उ तोहरे साथे करे रहा, वइसेन तू भी ओनके साथ करा उ तोहरे साथे जइसेन करे रहा, तू ओकर दुगना ओकरे साथे करा, दूसरे क बरे उ तोहका जउने कटोरा मँ तीत दाखरस पिआए रह्या, तू ओका ओसे दुगुना तीत दाखरस पिआवा। 7 काहे बरे कि उ खुदइ क जउन महिमा अउर वैभव दिहेस, तू ओका यातना कहर अउर पीड़ा द्या। काहे बरे कि उ खुदइ स कहति रही ह, ‘मइँ खुदइ राजा क आसन प बइठी महारानी अहउँ, मइँ विधवा न करबइ, इ बरे सोक न करा।’ 8 इही बरे जउन नास होइ क तय होइ ग अहइ, उ एक ही दिन मँ ओका घेर लेइहीं। महामृत्यु, महारोदन अउ दुर्भिच्छ भीसण अउर कइ देइहीं ओनका जलाय क राख, काहे बरे कि परमेस्सर पर्भू बहोत ताकतवर अहइ, अउर ओनही ओकर निआव करत अहइँ।” 9 जउन धरती क राजा जउन ओकरे साथ यौन-पाप करे रहेन अउर ओकरे भोग विलास मँ हिस्सा बटाए रहेन, ओकरे जल जाइ क धुँआ जउ देखिइहीं तउ ओकरे बरे रोइहीं अउ चिल्लाइही। 10 उ पचे ओकरे कस्ट स ड़ेराइके हुवाँ स बहोत दूर खड़ा रहिहइँ:“ओ! ताकतवर नगर बेबीलोन! भयावह अउर भयानक हाय! तोहार दण्ड तोहका तनिक देर मँ मिल गवा।” 11 इ धरती क व्यापारी ओकरे कारन रोइहीं अउ चिल्लइहइँ काहे बरे कि ओनके कउनो चीज केउ अउर मोल न लेई, 12 न तउ केहू कउनो चीज लेइ-सोने क, चाँदी क, बेसकीमती रत्न, मोती, मलमल, बैंजनी, रेसमी अउर किरमिजी कपरा हर तरह क महकउआ लकड़ी, हाथी क दाँत क बनी तमाम चीज, अनमोल लकड़ी, काँसा, लोहा अउर संगमरमर सी बनी तमाम चीज, 13 दारचीनी, गुलमेंहदी, महकोरा, धूप, रसगन्धक, लोहबान, दाखरस, जइतून क तेल, मइदा, गोहूँ मवेसी, भेड़ी, घोड़ा अउर रथ, दास अउर मनई क सरीर अउर आतिमा क व्यापारिन कहिहीं: 14 “अरे बेबीलोन! उ सब चीजन अच्छी स अच्छी, जउने मँ तोहार दिल रम ग रहा, तोहका छोड़के सब चली गइ अहइ। तोहार बहुमूल्य अउर बहुमूल्य वस्तुअन तोहरे हाथ स चली गइन ह।” 15 उ व्यौपारी जउन एकइ सबकइ व्यौपार करत रहेन अउर एहसे धनी बन ग रहेन, उ दूर खड़ा रहिहइँ काहे बरे कि उ कस्ट स डेराइ ग अहइ। उ रोअत चिल्लात 16 कहिहइँ:“केतना डरावना अहइ अउर केतना भयानक अहइ, महानगरी इ उहीं क बरे हहइ। जउन नीक नीक मलमली कपड़ा पहनत रही, जउने रंग बैंजनी अउत किरमीजी रहा! अउर जउन सोने स सजत रही, बेसकीमती रत्नन स, सजी मोतियन स 17 अउर इ सारी सम्पत्ति तनिक देर मँ मिट गइ।”फिन जहाज क हर कप्तान या हर उ मनई जउन जहाज स चाहे जहाँ कहूँ जाइ सकत ह अउर सबइ मनई जउन समुद्र स आपन जीविका चलावन हीं, उ नगरी स दूर खड़ा रहेन। 18 अउर जउ उ पचे ओकरे जरे स उठत धुँआ क उठत भए देखेन तउ जोर स चिल्लाइ उठेन, “इ बड़ी नगरी क तरह अउर कउन नगरी अहइ?” 19 फिन उ पचे आपने मूँडे प धूल ड़ावत जोर स चिल्लानेन, अउर कहेन:“महानगरी! हाय, इ केतॅनी भयानक अहइ! उ रोअत अउर सोक मनावत भए कहेन: हाय, हाय! महान नगरी जेकरे सम्पत्ति स सब जहाजवाले धनवान होइ गए रहेन! अब घण्टा भर ही मँ उजर गई। 20 हे सरग, प्रेरितन! अउर नबियन! ओकरे बरे खुसी मनावा, परमेस्सर क लोगन खुसी मनावा! काहेकि परमेस्सर ओका उहइ तरह दण्ड़ दइ दिहेन जइसेन दण्ड़ उ तोहका दिहे रहा।” 21 फिन एक ताकतवर सरगदूत चक्की क पाट जइसी एक जबर क चटृान उठायेस अउर ओका समुद्दर मँ फेंकत कहेस.“महानगरी! अरी बेबीलोन महानगरी! तोहका क इहइ गति स बलपूर्वक फेंक दीन्ह जाई, अउर तू नस्ट होइ जाबू, फिन स मिलन पउबू। 22 अउर तुझमाँ बीणा बादकन, संगितगन बँसुरी बजावइवालन अउर तुरही फूँकइवालन क स्वर फिन कबहुँ सुनाई पड़ी, न कउनो कला सिल्पी तोहरे मँ पावा जाई न तोहमाँ न कउनो चक्की क आवाज़ सुनाइ देई। 23 अउर कबहुँ फिन दिया क ज्योति न चमकी, अउर न तउ कबहुँ फिन दुल्हा दुलहिन क मीठी आवाज़ गूँजी। तोहरे न व्यपारी जे दुनिया महान लोगन मँ स रहेन तोहार जादूगरी जाति भरमाई गइन रहीं। 24 इ नगरी मँ नबियन क खून बहावा पावा ग रहा, अउर परमेस्सर क पवित्तर मनइयन क लहू बहावा ग रहा, अउर उ सबहिं जेका इ धरती प बलि चड़ाइ दीन्ह ग रही।”
Revelation 19:1 एकरे बाद मइँ सरग क भीड़ स उच्च स्वर मँ आवाज़ आवत सुने रह्यो:”हल्लिलूय्याह! परमेस्सर क जय होइ! जय होइ! महिमा अउर समर्थ हमेसा मिलइ! 2 ओकर निआव सच्चे अउर धर्ममय अहइ। उ बड़ी वेस्या क उ निआव करेस, जउन आपन व्यभिचार स इ धरती क भ्रस्ट कइ दिहे रही, अपने दासन क मउत क बदला लइ लिहेस।” 3 ओन्ह फिन कहेन्ह:“हल्लिलूय्याह! ओसे धुआँ जुग जुग तक उतरत रहा।” 4 फिन चौबीसउँ बुजुर्गन अउर चारउ प्रानिअन सिंहासन प बइठा परमेस्सर क झुकके प्रणाम करेन अउर ओकर आराधना करत गावइ लागेन:“आमीन, हल्लिलूय्याह!” 5 सिंहासन स फिन आवाज़ आइ जउन कहत रही:“ओ ओकर सेवकन! तू सबे हमरे परमेस्सर क स्तुति करा, अउर अपने सब लोगन क चाहे बड़ा होइ या छोटा सबइ क इज्जत करत रहा!” 6 फिन मानो मइँ एक विसाल जनसमूहे क आवाज़ सुनेउँ जउन कि भयंकर पानी क बहाव अउर बदरन क जोरदार गरजइ-तरजइ क आवाज जइसे रही। कहत रही:“हल्लिलूय्याह! जय होइ ओकर, काहे बरे कि हमार पर्भू परमेस्सर, सर्वसक्ति स पूरा होइके राज्य क ताकतवर बनावत अहइ। 7 इ बरे आवा, आनन्द खुसी मनावा। आवा, ओका माहिमा देइ। काहे बरे कि अउर मेमना क बियाह क समइ आइ गवा अहइ। ओकर दुलहिन सजी धजी तइयार होइ गइ। 8 ओका आग्या मिली अहइ, साफ सफेद निर्मल मलमल पहन ल्या।”(इ मलमल परमेस्सर क पवित्तर लोगन बड़िया कामन क प्रतीक अहइ।) 9 फिन उ मोसे कहइ लाग, “लिखा, उ धन्य अहइ जेनका इ बियाह क भोजन मँ बोलावा ग अहइ।” उ मोसे फिन कहिस, “इ परमेस्सर क सच्चा वचन अही।” 10 अउर मइँ ओकर आराधना करइ क बरे ओकरे पाँव प गिर पड़ेउँ। मुला उ मोसे कहेस, “सावधान! अइसा न करा। मइँ तउ तोहरे अउर तोहरे भाइयन क साथी परमेस्सर क साथी सेवक अहउँ जउने पइ ईसू क साच्छी क भविस्सबाणी की आतिमा अहइ। अउर प्रचार क जिम्मेदारी अहइ। परमेस्सर क आराधना करा. कहे बरे कि ईसू क प्रमाणित संदेस इ बात क साच्छी अहइ कि ओहमाँ एक नबी क आतिमा अहइ।” 11 फिन मइँ सरग क खुलत देखेउँ अउर हुवाँ मोरे समन्वा एक सफेद घोड़ा रहा। घोड़े प जउन बइठा रहा। ओका बिस्सासनीय अउर सत्य कहा जात रहा काहे बरे कि उ निआव धार्मिकता स निर्णय करत ह। 12 ओकर आँखी अइसी रहीं जइसे आगी क लपट होइँ। ओकरे मूँड़े पइ बहोत स मुकुट रहेन. ओकरे ऊपर एक नाउँ लिखा रहा, जेका ओकरे अलावा अउर केहू नाहीं जानत। 13 उ अइसा कपड़ा पहिने रहा जउने क खून मँ डुबोवा ग रहा। ओका नाउँ दीन्ह रहा, “परमेस्सर क वचन।” 14 सफेद घोड़न प बइठी सरग क सेना ओकरे पीछे-पीछे चलत रहिन। उ साफ सफेद मलमल क कपरा पहिने रहा। 15 रास्ट्रन क मारइ क बरे ओकरे मुँहे स एक तेज धार क तरवार बाहेर निकरत रही। उ ओकरे ऊपर लोहे क दण्ड़ स सासन करी। अउर सर्वसक्तिमान पर्भू परमेस्सर क भयानक गुस्सा क धानी मँ अंगूर क रस निचोड़ी। 16 ओकरे वस्त्र अउर जाँघ पइ इ नाउँ लिखा रहा। 17 एकरे बाद मइँ देखेउँ कि सूरज क ऊपर एक सरगदूत खड़ा अहइ। उ ऊँचे अकास मँ उड़इवाली सबहीं चिड़ियन स जोर क आवाज स कहेस, “आवा, परमेस्सर क महाभोज क बरे एकट्ठा होइ जा। 18 जइसे कि तू सासकन, सेनापतियन, मजदूर आदमियन, घोड़न अउर ओनके सवारन क मांस खाइ सका। अउर सब मनई छोट-बड़ा आदमियन अउर खास आदमियन क सरीर खाइ सका।” 19 फिन मइँ उ जनावरन क अउर धरती क राजन क देखेउँ ओनके संग ओनकइ सेना रही। उ पचे उ एक घोड़ा क सवार अउर ओकरी सेना स जुद्ध करइ एक साथे आइके जुट गएन। 20 उ जनावर क पकड़ा गवा। ओकरे साथ उ झूठा नबी भी रहा जउन जानवर क उपस्थिति मँ अद्भुत कारजन देखावा करत रहा अउर ओनका ठगत रहा जउने प उ जनावरन क छाप लगी रही अउर जउन ओकरी मूर्ति क आराधना करत रहेन। उ जनावरन क अउर झूठे नबी, दुइनउँ क जलत गंधक क भभकत झील मँ जिन्दइ ड़ाल दीन्ह गवा। 21 घोड़ा क सवार क मुँह स जउन तरवार निकरत रही, बाकी क सैनिक ओसे मार ड़ावा गएन। फिन चिड़ियन मिलके ओकरे माँस खाइके अघाइ गइन।
Revelation 20:1 फिन आकास स मइँ एक सरगदूत क नीचे उतरत देखेउँ। ओकरे हाथ मँ पाताल क चाभी अउर एक बड़ी संकरी रही। 2 उ पुरान महासांप क पकड़ लिहेस जउन कि दैत्य यानी सइतान बाटइ फिन ओका एक हजार साल क बरे संकरी मँ बाँध दिहेस। 3 तउ उ सरगदूत ओका अथाह कुंड़ मँ ड़ाइके बन्द कइके परदार साँपे प मुहर लगाइ दिहेस जेहसे जब तलक हजार साल पूरा न होइ जाइ, उ कउनो मनई क धोखा न दइ सकत। हजार साल पूरा होइ जाइ क पाछे ओका कछू समइ क बरे छोड़ा जाइ क अहइ। 4 फिन मइँ कछू सिंहासन देखीउँ जउने प कछू मनई बइठा रहेन। ओनका निआव करइ क अधिकार दीन्ह ग रहा। अउर मइँ ओनकी आतिमा क देखेउँ जेनके सिर, उ सच्चाई क कारण, जउन ईसू स प्रमाणित अहइँ, अउर परमेस्सर क संदेस स, काट दीन्ह ग रहेन, जे उ जनावरन या ओकरी मूर्ति क कबहुँ पूजा नाहीं करे रहेन। जे अपने माथे प या अपने हाथे प ओकर निसानी कबहुँ धारण नाहीं किहे रहेन। उ पचे फिन स जिन्दा होइ गएन अउर उ मसीह क साथ एक हजार साल तक राज करेन। 5 (बाकी मनई हजार साल पूरा होइ गए प फिन स जिन्दा नाहीं भएऩ।) इ पहिला पुनरुत्थान बाटइ। 6 उ धन्य अहइ अउर पवित्तर अहइ, जउन पहले पुनरुत्थान मँ भाग लेत अहइ। एन पइ दूसरी मृत्यु क कउनो अधिकार नाहीं अहइ। इ आदमियन प दूसर मउत क कउनो अधिकार नाहीं मिला अहइ। पर उ पचे तउ परमेस्सर अउर मसीह क आपन याजकन होइहीं अउर ओकरे साथे एक हजार साल तक राज करिहीं। 7 फिन एक हजार साल पूरा होइ जाए प सइतान क ओकरी जेल स छोड़ दीन्ह जाई। 8 अउर उ समूची धरती प फइली रास्ट्रन क छलइ क बरे निकर पड़ी। उ गोग अउर मागोग क छली। उ ओनका लड़ाई क बरे एकट्ठा करी। उ ओतनइ अनगिनत होइहीं जेतना कि समुद्दर क तट क रेतकण अहइँ। 9 सइतान क सेना समूची धरती प फइल जाई अउर उ परमेस्सर क लोगन क छावनी अउर ओनकर प्यारी नगरी क घेर लेई। मुला आग जउन सरगे स उतरी अउर ओनका निगल जाई, 10 एकरे पाछे सइतान क जउन ओनका धोखा देत रहा ह, भभकत गंधक क झील मँ फेंक दीन्ह जाई जहाँ उ जनावरन अउर झूठा नबी दुइनउँ ड़ाला ग अहइँ। ओनका हमेसा हमेसा क बरे रात-दिन तड़पावा जाई। 11 फिन मइँ एक जबरदस्त सफेद सिंहासन कइँती ओह प विराजमान जे रहा, ओका देखेउँ। ओकरे सामने स धरती अउर आकास भाग खड़ा भएन। ओनका पता नाहीं चल पावा। 12 फिन मइँ छोट अउर बड़ा मृतक मनइयन क देखेउँ। उ पचे सिंहासन क आगे खड़ा रहेन। कछू किताब खोली गइन। फिन एक अउर किताब खोली गई। उ रही जीवन क किताब अउर ओन किताबन मँ लिखी गई बातन क आधार प मृतकन क न्याय ओनके कामन क अनुसार कीन्ह गवा। 13 जउन मृतक मनइयन समुद्दर मँ रहेन, ओनका समुद्दर दइ दिहेस, अउ मृत्युलोक अउ अधोलोक आपन आपन मृतक मनइयन क सौंप दिहेन। हर एक क निआव ओनके कर्मन क अनुसार कीन्ह गवा। 14 एकरे बाद मउत क अउर अधोलोक क आग क झील मँ झोंक दीन्ह गवा। इ आग क झील दूसरी मउत बाटइ। 15 जउन कउनो मनई क नाउँ जीवन क पोथी मँ न मिली तउ उहू क आग क झील मँ ढकेल दीन्ह गवा।
Revelation 21:1 फिन मइँ एक नवा सरग अउर नवा धरती देखेउँ। काहे बरे पहिला सरग अउर पहली धरती खतम होइ ग रहेन। अउर कब क समुद्दर उ नाहीं रहा। 2 मइँ यरुसलेम क उ पवित्तर नगरी नवा यरुसलेम क आकास क बाहर निकरिके परमेस्सर कइँती स नीचे उतरत देखेउँ। उ नगरी क अइसे सजावा ग रहा जइसे कउनो दुलहिन क ओकरे पति स मिलइ क बर सजावा ग होइ। 3 तबइ मइँ आकास मँ एक जोरदार आवाज़ सुनेउँ। उ कहत रही, “देखा अउर परमेस्सर क मन्दिर आदमियन क बीच मँ अहइ अउर उ ओनही क बीच मँ रही। उ पचे ओकर लोग रइहीं अउर परमेस्सर ओनकइ परमेस्सर होइहीं। अउ खुदइ परमेस्सर ओनकइ परमेस्सर होइहीं। 4 ओनकी आँख क एक-एक आँसू उ पोंछ ड़ाई। अउर हुवाँ अउर न तउ कबहुँ मउत होई न सोक इ बजह स केहू क रोवइ धोवइ क न पड़ी। काहे बरे कि उ सब पुरानी बात अब खतम होइ चुकी बाटिन।” 5 एकरे ऊपर जउन सिंहासन प बइठा रहा, उ बोला, “देखा मइँ सब कछू नवा कइ देत अहउँ।” उ फिन कहेस, “एका लिख ल्या काहे बरे कि इ वचन विस्सास लायक अहइ अउर इ सच्चा अहइ।” 6 फिन उ मोसे बोला, “सब कछू पूरा होइ चुका अहइ। मइँ अलफा अहउँ अउर मइँ ओमेगा अहउँ। मइँ आदि अहउँ अउर मइँ अन्त अहउँ। जउन मनई जे पिआसा अहइ, मइँ ओका जीवन-जल क झरना स सेंत-मेत मँ खुले मन स जल पिआउब। 7 जउन विजयी होई, उ सब चीज क मालिक बनी। मइँ ओकर परमेस्सर होब अउर मोरे पूत होई, 8 मुला कायरन, अबिस्सासियन, मूरखन, हत्यारन, व्यभिचारिय, जाद-टोना करइवालेन, मूरति क पूजा करइवालेन अउर झूठ बोलइवालन क भभकत गंधक क जलत झील मँ आपन हिस्सा बँटावइ क होई। इ दूसरी मउत बाटइ।” 9 फिन उ सात सरगदूतन मँ स एक, जेनके लगे सात आखिरी विनास क कटोरा रहेन्न, एक ठु आगे आवा अउर मोसे बोला, “हिआँ आवा! मइँ तोहका उ दुलहिन देखाइ देइ जउन मेमना क दुलहिन अहइ।” 10 अबहीं मइँ आतिमा क आवेस मँ रहे कि उ मोका एक बिसाल अउर ऊँचे पर्वत प लइ गवा। फिन उ मोका यरुसलेम क पवित्तर नगरी क दर्सन कराएस। उ परमेस्सर क तरफ स आकास स नीचे उतरत रहीं। 11 उ परमेस्सर क महिमा स चमकत रही। उ बिल्कुल निर्मल यसब नामक महामूल्यावान रत्नन तरह चमकत रही। 12 नगरी क चारिहुँ कइँती एक बड़ा क ऊँचा परकोटा रहा जेहमाँ बाहर दरवाजा रहेन। उ बारहउँ दरवाजन प बारह सरगदूत रहेन। अउर बारहउँ दरवाजा प इस्राएल क बारह कुलन क नाउँ छपा रहेन। 13 एहमाँ स तीन दरवाजन पूरब क तरफ रहेन, तीन दरवाजन उत्तर कइँती तीन दरावाजन दच्छिन कइँती अउर तीन दरवाजन पच्छिम कइँती रहेन। 14 नगर क परकोटा बारह नीव प बनावा ग रहा अउर ओनके ऊपर मेमना क बारह प्रेरितन क नाउँ छपा रहेन। 15 जउन सरगदूत मोसे बतियात रहा, ओकरे लगे सोना क बनी नापइ क एक छड़ी रही जउने स उ नगर क फाटक अउर परकोटा क नाप सकत रहा। 16 नगर क वर्गाकार बसावा ग रहा। इ जेतना लम्बा रहा, ओतना चौड़ाई रहा। उ सरगदूत उहइ छड़ी स नगर क नापेस। ओकर लम्बाई करीब बारह हजार स्टोड़िया पाई गइ। ओकर लम्बाई, चौड़ाई अउर ऊँचाई एकई तरह रही। 17 सरगदूत फिन ओकरे परकोटा क नापेस। उ करीब 144हाथ रहा। ओका मनई क हाथन क लम्बाई स नापा ग रहा जउन हाथ सरगदूतन क हाथ अहइ। 18 नगर क परकोटा यसब नाउँ क रत्नन क बना रहा अउर नगर क काँच क तरह चमकत सुद्ध सोना स बनावा ग रहा। 19 ऩगर क परकोटे क नींव हर तरह क बेसकीमती रत्नन स सुसज्जित रहिन। नींव क पहला पाथर यसाब क बना रहा. दूसरा नीलम स, तीसरा स्फटिक स, चउथा पन्ना स, 20 पाँचवा गोमेद स छठा मानक स सातवाँ मणि स, आठवाँ पेरोज स, नवाँ पुखराज स, दसवाँ लहसनिया स, ग्यारहवाँ धूम्रकान्त स अउर बारहवाँ चन्द्रकान्ता मणि स बना रही। 21 बारहउँ दरवाजा, बारह मोतियन स बना रहेन, हर दरवाजा एक एक मोती स बना रहेन। नगर क गलियन साफ काँच जइसे सुद्ध सोने स बनी रहिन। 22 नगर मँ मइँ कउनो मन्दिर नाहीं देखाई पड़ा। काहे बरे कि सबसे सर्वसक्तिमान पर्भू परमेस्सर अउर मेमना ओकर मन्दिर मँ रहेन। 23 उ नगर क कउनो सूरज या चाँद क जरुरत नाहीं रही जउन ओका रोसनी देइ काहे बरे कि उ परमेस्सर क महिमा स खुदइ प्रकासित रहा। अउर मेमना उ नगर क दिया बाटइ। 24 सब जातियन क मनई इहइ दीपक क रोसनी क सहारे आगे बड़िहइँ। अउर इ धरती क राजा आपन सुन्दरता इ नगर मँ लइ अइहीं। 25 दिन क समइ एकर दरवाजा कबहूँ बन्द न होइहीं अउ हुवाँ रात तउ कबहूँ होइ न करी। 26 जातियन क वैभव अउर धन सम्पत्ति क उ नगर मँ लिआवा जाई। 27 कउनो गन्दी चीज ओहमाँ घुसइ न पाई। अउर न तउ लज्जा भरा काम करइवालेन अउर झूठ बोलइवालेन ओहमाँ घुसइ न पाइही। ओहमाँ ओनहीं मनई घुसइ पाइहीं जउने क नाउँ मेमना जीवन क पुस्तक मँ लिख अहइ।
Revelation 22:1 एकरे बरे उ सरगदूतन मोका जीवन देइवाली पानी क एक नदी देखाएस। उ नदी स्फटिक क तरह चमकत रही उ परमेस्सर अउर मेमना क सिंहासन क निकरत भइ 2 नगर क गलियन स होत भइ बहत रही। नदी क दुहनउँ किनारे प जीवन पेड़ उगा रहेन। ओनके ऊपर हर साल बारह बार फल लगत रहेन। एकरे हर एक पेड़ प हर महीना एक फसल लगत रही अउर इ पेड़न क पत्तियाँ तमाम रास्ट्रन क रोग दूर करइ क बरे रहिन। 3 हुवाँ कउनो तरह क कउनो स्राप नाहीं होई। इस नगर मँ परमेस्सर अउर मेमना क सिंहासन हुवाँ बना रही। अउर ओकर नउकर ओनकइ आराधना करिहइँ। 4 अउर ओकर मुख देखिहीं अउर नाउँ ओकरे माथे प होइ। 5 हुवाँ कबहूँ रात न होइ। अउर न तउ सूरज अथवा दीपक क रोसनी क कउनो जरुरत पड़ी। काहे बरे कि ओनके ऊपर पर्भू परमेस्सर आपन रोसनी उ ड़इहइँ अउर उ हमेसा सासन करिहीं। 6 फिन सरगदूत मोसे कहेस, “इ बचनन क बिस्सास करइ लायक अउर सच्चा अहइँ। नबियन क, आतिमा क, परमेस्सर पर्भू, परमेस्सर क सेवकन क, जउन कछू जल्दी घटइवाला अहइ, ओका जतावइ क बरे आपन सरगदूत भेजे अहइ।” 7 “सुना! मइँ जल्दी आवइवाला अहउँ। उ पचे धन्य अहइँ जउन इ किताब मँ दीन्ह उ बजनन क पालन करत हीं जउन भविस्सबाणी अही।” 8 मइँ यहून्ना अहउँ। मइँ इ बात सुनेउँ अउर देखे अहउँ। जब मइँ इ बात देखेउँ सुनेउँ तब उ सरगदूत क चरनन मँ गिर क मइँ ओकर आराधना कीन्ह जउन मोका इ बात देखावत रहा। 9 उ मोसे कहेस, “सावधान, तू अइसा न करा! काहे बरे कि मइँ तउ तोहार, तोहार भाई नबियन क उन लोगन जउन इ किताब मँ लिखा बचनन क पालन करत हीं, एक साथी नउकर अहउँ। बस परमेस्सर क आराधना करा!” 10 उ मोसे फिन कहेस, “इ किताब मँ जउन भविस्सबाणी दीन्ह गइ अहइँ, ओनका छिपाय क न रखा, काहे बरे कि इ बातन क घटित होइ क समइ करीबइ अहइ। 11 जउन बुरा कारज करत चला आवत अहइँ, उ बुरा करत रहइँ जे गन्दा करत अहइँ, उ गन्दा करत रहइँ। जे धर्मि अहइँ उ धरम क कारज ही करत रहइँ। 12 “देखा! मइँ जल्दी आवइवाला अहउँ! सबहिं मनइयन क ओनके कर्मन क अनुसार देइ क प्रतिफल मोरे पास अहइ। 13 उ मइँ अलफा अहउँ अउर मइँ ओमेगा अहउँ। मइँ पहिला अहउँ अउर मइँ आखिरी अहउँ। मइँ आदि अहउँ अउर मइँ अन्त अहउँ। 14 “उ पचे धन्य अहइँ जउन अपने कपड़न क धोइ लेत हीं। ओनका जीवन-पेड़ क खाइ क अधिकार होई। ओन दरवाजन स होइके नगर मँ घुसइ क अधिकारी होईहीं। 15 मुला ‘कुत्ता,’ जादू-टोना करइवाले, व्यभिचारी, मूरत क पूजइवाले, या झूठ स पिरेम अउर ओनपइ अचरज करत अहइँ बाहेर रहिहीं। 16 “खुदइ मइँ ईसू, तोहरे पचे क बरे, अउर कलीसियन क बरे इ बातन क साच्छी देइ क बरे आपन सरगदूतन भेजेउँ। मइँ दाऊद क परिवार क बंसज अहउँ। मइँ भोर क दमकत तारा अहउँ।” 17 आतिमा अउर दुलहिन करत ह, “आवा!” अउर जउन व्यक्ति एका सुनत ह, उहउ कहइ, “आवा!” अउर जउन व्यक्ति पिआसा होइ उहइ आवइ अउर जे चाहे उहइ इ जीवन देइवाली जल क उपहार क बिना मुल्य क ग्रहण करइ। 18 मइँ सपथ खाईके ओन मनइयन क बरे चेताउनी देइत अहइँ जउन इ किताब मँ लिखा भविस्सबाणी क वचनन क सुनत ही: एहमाँ स जब कउनो अउर कछू जोड़ देइ तउ इ किताब मँ लिखा महाविनास परमेस्सर ओकरे ऊपर ड़ाई। 19 अउर जब नबियन क लिखी इ किताब मँ स कउनो सब्दन मँ स घटाई तउ परमेस्सर इ किताब मँ लिखा जीवन पेड़ अउर पवित्तर नगरी मँ स ओकर भाग ओसे छीन लीन्ह जाई। 20 ईसू जउन बातन क साच्छी अहइ, उ कहत ह, “हाँ! मइँ जल्दी आवत अहउँ।”आमीन! पर्भू ईसू आवा। 21 पर्भू ईसू क अनुग्रह सबके साथ रहइ।