Deuteronomy

1:1 मूसा क जरिये इस्राएल क मनइयन क दीन्ह गवा सँदेसा इ अहइ। उ ओनका इ सँदेसा तबहिं दिहे रहा जब उ पचे यरदन नदि क पूरब क रेगिस्तान मँ रहेन। इ सूफ क निकट रहा जउन कि पारान रेगिस्तान अउ तोपेल, लाबान, हसेरोत अउ दीजाहाब सहरन क बीच मँ रहा। 2 होरेब अरथात सिनाई पहाड़े स सेईर पहाड़ स होइके कादेसबनेर् क जात्रा सिरिफ गियारा दिना क रही। 3 मुला जब मूसा इस्राएल क मनइयन क इ ठउरे प संदेसा दिहस तब इस्राएल क मनइयन क मिस्र तजे भए चालीस बरिस होइ गवा रहेन। इ चालिस बरिस क गियारहवें महीना क पहिला दिन रहा, जब मूसा इस्राएल क मनइयन स बातन किहेस। उ ओनसे उहइ सबहिं बातन कहेस जउन यहोवा ओका कहइ क हुकुम दिहे रहा। 4 इ तब भवा जब मूसा एमोरियन क राजा सीहोन जउन हिब्रोन मँ रहत रहेन अउर बासान क राजा ओग क जउन एद्रेई क असतारोत मँ रहत रहेन। 5 उहइ समइ उ पचे यरदन नदी क पूरब कइँती मोआब क पहँटा मँ रहेन अउर मूसा परमेस्सर क हुकुमन क अरथ बनावत रहा। मूसा कहेस: 6 “यहोवा, हमार परमेस्सर होरब पहाड़े पइ हम स कहेस। उ कहेस, ‘तू पचे बहोत समइ स इ पहाड़े प ठहर चुका बाट्या। 7 एमोरी लोगन क पहाड़ी देस अउर चारिहुँ कइँती क पहँटा मँ जा। यरदन घाटी, पहाड़ी प्रदेस, पच्छिमी नीची भुइँया, दक्खिन क रेेगिस्तान मँ अउ समुद्र तट मँ जा। कनानी लोगन क देस मँ अउर लबानोन मँ बड़की नदी परात तलक जा। 8 लखा, मइँ इ समूचइ देस तोहका दिए अहउँ। भितरे जा अउ ओह पइ कब्जा करा। इ उहइ देस बाटइ जेका देइ क बचन मइँ तोहरे पुरखन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क दिहे रहेउँ। मइँ इ प्रदेस ओन लोगन क अउ ओन लोगन क सन्ताने क देइ बरे बचन दिहे रहेउँ।’” 9 मूसा कहेस, “ओह समइ जब मइँ तू पचन स बात किहे रहेउँ तबहिं कहे रहेउँ, मइँ अकेल्ले तू लोगन्क अगुअइ करइ अउ देखरेख करइ मँ समरथ नाहीं अहउँ। 10 यहोवा तू पचन्क परमेस्सर त्रम स मनइयन क ऍतना बढ़ाएस ह कि तू पचे अब ओतॅना होइ ग अहा जेतॅना अकासे मँ तारा बाटेन! 11 होइ सकत ह यहोवा, तोहरे पुरखन क परमेस्सर, आज तू पचे जेतना अहा, ओहसे हजार गुना जियादा करइ। होइ सकत ह उ तू पचन क आसीर्बाद देइ जउन उ तोहका सबन्क देइ क बचन दिहेस ह। 12 का मइँ अकेल्ले तोहार देखरेख अउर तोहरी सबइ समस्या अउ वाद-विवाद क हल कइसे कइ सकत हउँ? नाहीं! 13 एह बरे: ‘हर एक परिवार समूह स कछू सम्मानित मनइयन क चुना। मइँ ओनका तोहार नेता बनाउब। ओन बुद्धिमान मनइयन क चुना जउन समझदार अउ तजरबेकार अहइँ। 14 “अउर तू पचे कह्या, ‘अइसा करब नीक अहइ।’ 15 “ऍह बरे, मइँ बुद्धिमान अउर सम्मानित मनइयन क लीन्ह जउन तोहार जरिया चुना भवा अहइ अउ ओनका तोहार प्रमुखन बनाएउँ। मइँ ओनमाँ स कछू क हजार क, कछू क सौ क, कछू क पचास क अउ कछू क दस क प्रमुख बनाएउँ ह। मइँ तोहरे परिवार समूहे बरे अधिकारियन क भी नियुक्त किहेउँ ह। 16 “ओह समइ, मइँ तोहरे इ सबइ प्रमुखन क तोहार निआवाधीस बनाए रहेउँ। मइँ ओनसे कहे रहेउँ, ‘आपन मनइयन क बीचउ बीच वाद-प्रतिवाद क सुना। हर एक मोकदमा क फैसला सही सही करा। एकर कउनो महत्व नाहीं कि मोकदमा दुइ ठु इस्राएली मनइयन क बीच बाटइ या इस्राएली अउर बिदेसी क बीच। तू पचन्क हर एक मोकदमा क फैसला सही करइ चाही। 17 जब तू फैसला करा तब इ जिन सोचा कि कउनो मनई दूसर क बराबरी मँ जियादा महत्व क बाटइ। तोहका पचन्क हर एक मनई क फैसला एक तरह समुझिके करइ चाही। कउनो स जिन डेराअ काहेकि तोहार फैसला परमेस्सर स आवा अहइ। मुला अगर कउनो मोकदमा ऍतना जटिल होइ चुका होइ कि तू पचे फैसला न कइ सका तउ ओका मोरे लगे लिआवा। मइँ एकर मोकदमा क फैसला करब।’ 18 उहइ समइ, मइ उ सबइ बातन क बताए रहेउँ जेका तू पचन्क करइ चाही। 19 “तब हम पचे उहइ कीन्ह जेका यहोवा हमार परमेस्सर हम पचन्क हुकुम दिहे रहा। हम पचे होरेब पहाड़े क तजा अउर एमोरी लोगन्क पहाड़े क जात्रा कीन्ह। हम पचे ओन बड़की अउ सबइ भयंकर भुइँया स होइके गएन जेका तू पचे भी लखे रह्या। हम पचे कादेसबनेर् पहोंच गएन। 20 तब मइँ तू पचन्स कहे रहेउँ, ‘तू पचे एमोरी लोगन्क पहाड़ी प्रदेस मँ आइ चुका अहा। यहोवा हमार परमेस्सर इ देस हमका देई। 21 लखा, यहोवा तोहार परमेस्सर उ देस क तोहार समन्वा कइ दिहेस। अगवा बढ़ा अउ भुइयाँ क आपन बनाइ ल्या। तोहरे पुरखन क यहोवा परमेस्सर तू पचन्क अइसा करइ क आदेस दिहे अहइ। एह बरे जिन डेराअ, कउनो तरह क चिन्ता जिन करा!’ 22 “तब तू सबहिं मोरे लगे आया अउ बोल्या, ‘पहिले उ देस क लखइ क बरे कछू मनइयन क पठवा। उ सबइ क हुआँ क देस क धियान स लखि द्या। उ सबइ तब वापस आइ सकत हीं अउ हम लोगन्क उ रस्ता बताइ सकत हीं जेनसे हम सबन्क जाइ क बाटइ अउर ओन सहरन क बताइ सकत हीं जेनके ताईं हम पचन्क पहुँचइ क अहइ।’ 23 “मइँ सोचेउँ कि इ नीक बिचार अहइ। एह बरे मइँ तू मनइयन मँ स हर परिवार समूह बरे एक ठु मनई क हिसाब स बारह मनइयन क चुनेस। 24 तबहिं उ सबई मनइयन हम पचन्क पीछे तजिके पहाड़ी पहँटा मँ गएन। उ पचे एसकोल क घाटी मँ गएन। उ पचे भुइँया क विभिन्न जगह क छान-बीन किहेन। 25 उ पचे उहइ पहँटा क कछू फल लिहन अउ ओनका हमरे लगे लिआएन। उ पचे हम लोगन्क विवरण दिहन अउ कहेन, ‘इ नीक देस अहइ जेका यहोवा हमार परमेस्सर हमका दइ देत अहइ।’ 26 “मुला तू पचे ओहमाँ जाइसे इन्कार कइ दिहा। तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क हुकुम क मानइ स इन्कार कइ दिहा। 27 तू पचे आपन सिबिर मँ सिकाइत किहा। तू पचे कह्या, ‘यहोवा हमसे घिना करत अहइ। उ हम पचन्क मिस्र स बाहेर एमोरी मनइयन क देइ बरे लइ आवा जेहसे उ पचे हमका नस्ट कइ सकइँ। 28 अब हम पचे कहाँ जाई? हमार भाई हम पचन्क डेराएन। उ पचे कहेन, ‘हुआँ क लोग हम पचन्स बड़वार अउ लम्बा अहइँ, उ सहर बड़ा अहइँ अउ ओनकइ देवार आसमान क छुअत हीं। अउ हम पचे देत्यक सन्तानन क हुआँ लखा।’ 29 “तब मइँ तू पचन्स कहेउँ, ‘घबराअ जिन! ओन लोगन्स डेराअ नाहीं! 30 यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे समन्वा जाइ अउ तोहरे बरे लड़ी। उ उहइ करी जे तू ओका मिस्र मँ देखावत रहा। 31 तू पचे हुआँ आपन समन्वा ओका रेगिस्तान मँ जात भवा लख्या ह। तू पचे लख्या कि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका पचन्क वइसेन ही लइ आवा जइसे कउनो मनई आपन पूत क लिआवत ह। यहोवा पूरा रस्ता भइ तू पचन्क रच्छा करत भवा तोहका सबन्क हिआँ पहोंचाएस ह।’ 32 “मुला तबहुँ तू पचे आपन परमेस्सर पई नाहीं पतियाना। 33 जब तू पचे जात्रा करत रह्या तब उ तोहरे आगे तोहार डेरा डावइ बरे जगहिया हेरइ गवा। तोहका सबन्क इ बतावइ बरे कि तू पचन्क कउने राहे प जाइ क अहइ उ राति क आगी मँ अउ दिन मँ बदरी मँ चला। 34 “यहोवा तोहार कहब सुनेस, उ कोहाइ गवा। उ प्रण किहस। उ कहेस, 35 ‘तू सबइ लोगन जउन अबहुँ जिअत रहेन सबहिं पापी अहइँ। उ लोगन स कउनो भी मनई नीक देसे मँ न जाई, जेका देइ क बचन मइँ तोहरे पुरखन क दिहे अहउँ। 36 यपुन्ने क पूत कालेब ही सिरिफ उ देस क लखी। मइँ कालेब क उ देस देब जेह पइ उ चला ह अउर मइँ उ देस क कालेब क सन्तानन क देब। काहेकि कालेब उ सबइ किहेस जउन मोर हुकुम रहा।’ 37 “यहोवा तू लोगन क कारण मोसे भी नाखुस रहा। उ मोसे कहेस, ‘तू भी उ देस मँ नाहीं जाइ सकत्या। 38 मुला तोहार सहायक, नून क बेटवा यहोसू उ देस मँ जाइ। यहोसू क हौसला बढ़ावा, काहेकि उहइ इस्राएल क लोगन्क भुइँया पइ आपन कब्जा जमावइ बरे लइ जाई। 39 “यहोवा हम पचन्स कहेस, ‘तू पचे कह्या, कि तोहरे नान्ह-नान्ह गदेलन दुस्मन क जरिये लइ लीन्ह जइहीं। मुला उ सबइ उ देस मँ जाई। मइँ तोहरी गल्तियन बरे तोहरे गदेलन क दोखी नाहीं मानत हउँ। काहेकि उ पचे अबहिं ऍतना नान्ह-नान्ह बाटेन कि उ पचे इ जान नाहीं सकतेन कि का सही बाटइ अउ का गलत। उ पचे हुवाँ जाब अउर मइँ उ पचन्क उ धरती ओकर देस क रुप मँ देब। 40 मुला तू पचन क लाल सागर जाइवाला मार्ग स रेगिस्तान क सफर करइ चाही।’ 41 “तबहिं तू पचे कह्या, ‘मूसा, हम पचे यहोवा क खिलाफ किहे अही। मुला अब हम पचे आगे बढ़ब अउ जइसे पहिले यहोवा हमार परमेस्सर हुकुम दिहे रहा वइसेन ही लड़ब।’“तब तू पचन मँ स हर एक जुद्ध बरे औजार धारण किहस। तू पचे पहाड़ी-देस तलक जाई क तैयारी किहस। 42 “मुला यहोवा मोसे कहेस, ‘मनइयन स कहा कि उ पचे हुआँ न जाइँ अउर न लड़इँ। काहेकि मइँ ओनकर संग न देब अउ ओनकर दुस्मन ओनका हराइ देइहीं।’ 43 “एह बरे, मइँ तू लोगन स बात किहेउँ, मुला तू पचे मोर एक न सुन्या। तू पचे यहोवा क हुकुम मानइ स इन्कार कइ दिहा। तू पचे घमण्ड स बेउहार किहेस अउर तू पचे पहाड़ी-देस तलक चलि गवा। 44 तबहिं एमोरी लोग जउन उहइ पहाड़ी पहँटा मँ रहत ही तोहरे खिलाफ होइ गएन। उ पचे तोहार पीछा उहइ तरह किहेन जइसे मधुमक्खी तोहार पीछा करत ह। उ पचे तोहार सेईर स लइके होर्मा तलक पूरा रास्ता मँ बुरी तरह हराएन। 45 तू पचे लउट्या अउ यहोवा क समन्वा रोया-चिचियाया। मुला यहोवा तोहार बात कछू नाहीं सनेस। उ तोहार बात सुनइ स इन्कार कइ दिहस। 46 एह बरे तू सबइ कादेस मँ बहोत समइ तलक रुका रह्या।

2:1 “तब हम पचे घूमि गए अउ लाल सागर क सड़क होइके रेगिस्तान क जात्रा किहेस इ उहइ अहइ जइसा यहोवा मोका आदेस दिहे रहेन। हम पचे सेईर क पहाड़ी पहँटा क चारिहुँ कइँती अनेक दिना तलक चलत रहेन। 2 तब यहोवा मोसे कहेस, 3 ‘तू पचे इ पहाड़ी क चारिहुँ कइँती बहोत जियादा भटक चुका बाट्या। अब उत्तर कइँती घूमा। 4 उ मोसे तोसे इ कहइ क कहेस, तू पचे सेईर प्रदेस स होइके जाब्या। इ प्रदेस तू लोगन्क रिस्तेदारन एसाव क सन्तानन क अहइ। उ पचे तोहसे डेराइ जइहीं। बहोत सावधान रहा। 5 ओनसे जुद्ध जिन करा। मइँ ओकर एक फुट भुइँया तलक तोहका नाहीं देबउँ। काहेकि मइँ एसाव क सेईर क पहाड़ी प्रदेस ओनके कब्जे मँ दइ दीन्हेउँ। 6 तू पचन्क एसाव क लोगन्क हुआँ पइ भोजन करइ या पानी पिअइ क मूल्य चुकावइ चाही। 7 इ याद राखा कि यहोवा तोहार परमेस्सर, तोहका तू सबइ जउन कछू भी किह्या ओन सबहिं बरे आसीर्बाद दिहस। उ इ लम्बे चौड़े रेगिस्ताने स तोहार जात्रा जानत ह। यहोवा तोहार परमेस्सर इ सबइ चालीस बरिसन मँ तोहरे संग रहा ह। तू पचन्क कउनो भी चीजन क कमी नाहीं रही।’ 8 “एह बरे, हम लोग सेईर मँ रहइवालन आपन रिस्तेदारन क लगे स अगवा बढ़ गए। हम पचे यरदन घाटी स एलत अउ एस्योनगेबेर सहरन क जाइवालिन स़ड़क क पाछे तजि दिहेन। तब हम पचे उ सड़क पइ घूमि गए जउन मोआब क रेगिस्तान कइँती जात अहइ। 9 “यहोवा मोसे कहेस, ‘मोआब क लोगन्क परेसान जिन करा। ओनके खिलाफ जंग जिन छेड़ा। मइँ ओनकइ कउनो भी भुइँया तू पचन्क नाहीं देब। उ पचे लूत क सन्ताननअहइँ, अउर मइँ ओनका आर प्रदेस दिहे अहउँ।’” 10 (पहिले, आर मँ एमी लोग रहत रहेन। उ पचे सक्तीसाली मनई रहेन अउर हुआँ ओनमाँ बहोत स रहेन। उ पचे अनाकी लोगन क तरह बहोत लम्बा रहेन। 11 अनाकी लोगन क तरह, एमी रपाई लोगन क एक ठु हींसा समुझा जात रहेन। मुला मोआबी लोग ओनका एमी कहत रहेन। 12 पहिले होरी लोग भी सेईर मँ रहत रहेन। मुला एसाव क सन्तानन ओनकर भुइँया लइ लिहन। एसाव क सन्तानन होरी लोगन क नास कइ दिहन। तब एसाव क सन्तानन हुआँ रहइ लागेन। इ वइसा ही किहेन जइसा इस्राएल उ भुइँया क कब्जा करइ मँ किहेन जउन यहोवा ओनका दिहे रहेन।) 13 “यहोवा मोसे कहेस, ‘अब तइयार होइ जा अउर जेरेद घाटी क पार जा।’ एह बरे हम जेरेद घाटी क पार किहेन। 14 कादेसबनेर् क तजइ अउ जेरेद घाटी क पार करइ मँ अड़तीस बरिस क समइ बीता रहा। उ पीढ़ी क सबहिं जोधा मरि चुका रहेन। यहोवा सपथ लिहेस कि अइसा ही होई। 15 यहोवा ओन लोगन क खिलाफ तब तलक करत रहेन जब तलक उ सबइ सिबिर स न नस्ट होइ गएन। 16 “जब सबहिं जोधन मरि गए रहेन अउर चला गए रहेन। 17 तब यहोवा मोसे कहेस, 18 ‘आजु तू पचन्क आर सहर क सीमा क पार कइके मोआब क इलाका मँ लइ जाबइ। 19 जब तू लोग ओकर भुइँया स होइके गुजरब्या तउ ओनका तंग जिन कर्या। ओनसे जिन लड़्या काहेकि मइँ तू पचन्क ओनकर भुइँया न देब। काहेकि मइँ उ भुइँया लूत क संतानन क नियन्त्रण करइ बरे दिहेउँ ह।’” 20 (उ प्रदेस रपाइ लोगन्क देस भी कहा जात ह। उ सबइ ही मनइयन पहिले हुआँ रहत रहेन। अम्मोनी क लोग ओनका “जमजुम्मी लोग” कहत रहेन। 21 जमजुम्मी लोग बहोत सक्तीसाली रहेन अउर ओनमँा स बहोत स हुआँ रहेन। उ पचे अनाकी लोगन क नाईर् लम्बा रहेन। मुला यहोवा जमजुम्मी लोगन क अम्मोनी लोगन बरे नास कइ दिहस। अम्मोनी लोग जमजुम्मी लोगन्क प्रदेस छीन लिहन अउ अब उ पचे हुआँ रहत रहेन। 22 परमेस्सर इहइ काम एसाव क सन्तानन बरे किहस जउन सेईर मँ रहत रहेन। उ पचे हुआँ रहइवालन होरी लोगन्क नास कइ दिहन। अब एसाव क सन्तानन हुआँ रहत अहइँ जहाँ पहिले होरी लोग रहत रहेन। 23 अव्वियन गाँवन मँ गाजा तलक रहत रहेन। मुला कछू लोगन कप्तोरी स आएन अउर ओका नस्ट कइ दिहेन। अबहिं कप्तोरियन ओकर जगह मँ रहत अहइँ।) 24 “यहोवा मोसे कहेस, ‘जात्रा बरे तइयार होइ जा। अनोर्न नदी क घाटी से होइके जा। मइँ तू पचन्क हेसबोन क राजा सीहोन पइ विजय पावइ क सक्ती देत हउँ। मइँ तोहका सबन्क उ देस जीतइ क सक्ती देत हउँ। एह बरे ओकरे खिलाफ लड़ा अउ ओकरे देस पइ कब्जा करब सुरु करा। 25 आजु मइँ तू पचन्क समूचइ संसार क लोगन क डेरावइवाला बनाउब सुरु करत अहउँ। उ पचे तोहरे बारे मँ खबर पइहीं अउ उ पचे भय स काँप उठीहीं। जब उ पचे तोहरे बारे मँ सोचिहीं तब उ पचे घबराइ जइहीं।’ 26 “कदेमोत क रेगिस्तान स मइँ हेसबोन क राजा सीहोन क लगे दूतन क पठएउँ। दूतन सीहोन क समन्वा सान्ति-सन्धि राखेस। उ पचे कहेन, 27 ‘आपन देस स होइके हम पचन्क जाइ द्या। हम लोग सड़क पइ ठहरब। हम पचे सड़किया क दाहिन या बाएँ कइँती न मुड़ि जाब। 28 हम पचे जउन खइया क खाब या जउन पानी पिअब ओकर बरे पैसा चुकाउब। हम पचे सिरिफ तोहरे देस स पइदल जात्रा करइ क अनुमति चाहित ह। 29 आपन देस स होइके तू पचे हम पचन्क यरदन नदी क पार कइके ओह देस मँ पहोंच तलक जाई जेका यहोवा हमार परमेस्सर हमका दइ देत बाटइ। एसाव क सन्तानन अउर आर मँ बसइया मोआबी लोग आपन देस स हमका जाइ अनुमति दइ दिहन ह।’ 30 “मुला हेसबोन क राजा सीहोन, आपन देस स हमका जाइ नाहीं दिहस। यहोवा, तोहार परमेस्सर, ओका बहोत जिद्दी बनाइ दिहस। यहोवा इ एह बरे किहस कि उ सीहोन क तोहरे कब्जा मँ दइ सकइ अउ उ अब इ कइ दिहेस ह। 31 “यहोवा मोसे कहेस, ‘मइँ राजा सीहोन अउ ओकरे देस क तोहका सबन्क देत अहउँ। भुइँया लेब सुरु करा। इ तब तोहार होई।’ 32 “तब राजा सिहोन अउ ओकर सब लोग हम पचन्स यहस मँ जुद्ध करइ बाहेर निकरेन। 33 मुला यहोवा हमार परमेस्सर ओका हमका दइ दिहस। हम पचे ओका, ओकरे बेटवन क, अउ ओकरे सब लोगन क हराएन। 34 हम पचे ओन सबइ सहरन पइ कब्जा कइ लीन्ह। तउ हम पचे सहर क सबइ मनइयन, मेहरारु अउ गदेलन क पूरी तरह नास कइ दीन्ह। हम पचे कउनो क जिअत नाहीं तजा। 35 हम पचे जउन सहरन क जीत लीन्ह ओनमाँ स सिरिफ जनावॅॅरन अउ कीमती चीजन्क लइ लीन्ह। 36 हम पचे अरोएर सहर क जउन अनोर्न क घाटी मँ बाटइ अउ उ घाटी क बीच दूसर सहर क भी हरावा। यहोवा हमार परमेस्सर हमका अनोर्न घाटी अउ गिलाद क बीच क सबहिं सहरन क हार जाइ दीन्ह। कउनो सहर हम लोग बरे एतनॉ जियादा मज़बूत नाहीं रहेन। 37 मुला उ प्रदेस क निचके नाहीं गए, जउन अम्मोनी लोगन्क रहा। तू पचे यब्बोक नदी क किनारे या पहाड़ी प्रदेसन क सहरन क निअरे नाहीं गया। तू पचे अइसे कउनो ठउरे क निअरे नाहीं गया जेका यहोवा हमार परमेस्सर तोहका आदेस दिहस रहा।

3:1 “हम पचे घूमि गए अउ बासान क जाइवाली सड़क पइ चलतइ रहेन। बासान क राजा ओग अउ ओकर सबहिं लोग एद्रेइ मँ हम लोगन स लड़इ बरे आएन। 2 यहोवा मोसे कहेस, ‘ओग स जिन डेराअ, जेका मइँ तोहरे हाथे मँ देइ दिहेस ह। मइँ एकरे सबहिं लोगन अउ भुइँया क तोहका सबन्क दइ देब। तू पचे ऍका वइसे ही हरउब्या जइसे तू पचे हेसबोन क सासक एमोरी राजा सीहोन क हराया।’ 3 “इ तरह यहोवा हमार परमेस्सर बासान क राजा ओग अउ ओकर सबहिं लोगन्क हमरे हाथे मँ दिह्या। हम पचे ओका लोगन पइ तब तलक हमला किहेस जब तलक हर कछू खतम नाहीं होइ गएन। 4 तब हम पचे उ समइ उ सबइ सहरन पइ कब्जा कीन्ह रहेन। एक भी अइसा सहर नाहीं बचा जेका हम पचे नाहीं लिहेन। हम पचे ओन लोगन स बासान मँ ओग क राज्ज अगोब प्रदेस क सबइ साठ सहरन क लीन्ह। 5 इ सबहिं सहरन ऊँची देवारन अउ दुआरन मँ मजबूत छड़न क संग बहोत मजबूत रहेन। अनेक दूसर सहरन बे देवारे क रहेन। 6 हम पचे ओनका वइसे बरबाद कीन्ह जइसे हेसबोन क राजा सीहोन क नगरन क बरबाद किहे रहे। हम पचे हर एक सहर क ओनके मनइयन क संग, मेहररुअन अउ गदेलन क भी बरबाद कीन्ह। 7 मुला हम पचे सबहिं गइयन अउ कीमती चीजन्क अपने लगे राखा। 8 “उहइ समइ मँ हम पचे एमोरी लोगन्क दुइ ठु राजा स भुइँया लीन्ह। इ भुइँया यरदन नदी क दूसरी कइँती पूरब तरफ अहइ। इ भुइँया अनोर्न घाटी स लइके हमोर्न पहाड़े तलक अहइ। 9 (सिदोनी हेमोर्न पहाड़े क “सियोर्न” कहत हीं, मुला एमोरी ऍका “सनीर” कहत हीं।) 10 हम पचे समूचइ समथर मइदान क सहर, समूचइ गिलाद, अउ समूचइ बासान मँ सल्का अउ एदेई तलक अधिपत्य कायम कीन्ह। उ सबइ सहर बासान मँ ओग क समराज्ज क सहरन रहेन।” 11 (बासान क राजा ओग एक रपाई मनई रहा जउन अबहिं तलक जिअत रहा। ओग क पलंग लोहे क बनी रही। इ करीब नौ हाथ लम्बी अउ चार हाथ चौड़ी रही। रब्बा सहर मँ इ अबहिं तलक अम्मोनी लोगन क संग बाटइ।) 12 “उ समइ उ भुइँया क हम पचे जीत लिहे रहे अउर मइँ एका रूबेन परिवार समूह क अउ गादी परिवार समूह क अनोर्न घाटी क अरोएर स लइके गिलाद क आधा पहाड़ी भाग तलक ओकरे सहरन क संग दिहेउँ ह। 13 मनस्से क आधा परिवार समूह क मइँ गिलाद क दूसर आधा हींसा अउ समूचइ बासान दिहेउँ यानी अगोर्ब क पूरा छेत्र बासान ओग क राज्ज रहा।”(बासान क छेत्र रपाइयन क प्रदेस कहा जात रहा। 14 याईर, मनस्से क सन्तानन मँ स एक, अगोर्ब क समूचा छेत्र जेका बासान कहा जात रहा, कब्जा कइ लिहेन। उ प्रदेस गसूरी अउर माका लोगन क इलाका तलक फइल गएन। याईर पाछे इ प्रदेस क नाउँ आपन नाउँ पइ राखेस। इहइ स आजु भी याईर प्रदेस क नाउँ स सुमिरइ जात ह।) 15 “मइँ गिलाद माकीर क दिहेउँ। 16 अउर रूबेन परिवार समूह क अउ गाद परिवार समूह क मइँ उ प्रदेस दिहेउँ जउन अनोर्न घाटी स यब्बोक नदी तलक जात ह। घाटी क बीच एक चउहद्दी बाटइ। यब्बोक नदी अम्मोनी लोगन क चउहद्दी अहइ। 17 यरदन घाटी मँ यरदन नदी पच्छिम चउहद्दी बनावत ह। इ छेत्र क उत्तर मँ किन्नेरेत झील अउर दक्खिन मँ अराबा समुद्दर बाटइ अरथात जेका लवण सागर कहत हीं। इ पूरब मँ पिसगा क चोटी क तलहटी मँ बना अहइ। 18 “ओह समइया, मइँ तोहका आदेस दिहे रहेउँ: ‘यहोवा, तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे यरदन नदी क इ कइँती क प्रदेस दिहेउँ ह। मुला अब तोहरे पचन्क जोधन बरे आपन औजार उठावइ चाही। तोहका दूसर इस्राएली परिवार समूहन क भी नदी क पार होइ क अगुवाइ करइ चाही। 19 तोहार मेहररुअन, गदेलन अउर तोहार गोरुअन हिआँ ओन सहरन मँ रइहीं जेनका मइँ तू पचन्क दिहेउँ ह। मइँ जानत हउँ कि तोहरे लगे बहोत स गोरुअन अहइँ। 20 मुला तोहे पचन्क आपन इस्राएली रिस्तेदारन क मदद यरदन नदी क दूसर किनारे उ प्रदेस क पाइ लेतेन तलक करइ चाही जउन यहोवा तोहार परमेस्सर दिहेस ह। ओनकइ मदद तब तलक करा जब तलक यहोवा ओनकइ जीवन मँ सान्ति न देइ जइसा तू पचे हिआँ पाइ लिहा ह। तब तू पचे हिआँ आपन देस मँ लउटि सकत ह जेका मइँ तू पचन्क दिहेउँ ह।’ 21 “तब मइँ यहोसू स कहेउँ, ‘तू पचे उ सबइ लख्या ह जउन यहोवा तोहार परमेस्सर इ दुइ राजा लोगन क संग किहेस ह। यहोवा अइसा ही ओन सबहिं राज्जन क संग करब जउन जगह तू जात रहा। 22 इ सबइ देसन क राजा लोगन स जिन डेराअ, काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर, तोहरे बरे लड़ी।’ 23 “मइँ उ समइ यहोवा स विसेख कृपा क पराथना किहेउँ। 24 ‘यहोवा मोर सुआमी, ‘मइँ तोहार सेवक अहउँ। तू मोका आपन महानत सक्ती देखाइ सुरू किहस ह। सरग या भुइँया पइ कउनो अइसा दूसर परमेस्सर नाहीं अहइ, जउन तू किह्या ह तोहरे तरह महान अउ सक्तीसाली काम कइ सकइ। 25 मइँ तोहसे विनती करत हउँ कि तू मोका उ पार जाइ द्या अउ यरदन नदी क दूसर कइँती क नीक प्रदेस, सुन्नर पहाड़ी पहँटा अउर लबानोन क लखइ द्या।’ 26 “मुला यहोवा तोहरे कारण मोह पइ नाखुस रहा। उ मोर बात सुनइ स इन्कार कइ दिहा। उ मोसे कहेस, ‘बस करा! एकरे बारे मँ मोका दूसर सब्द जिन कहा। 27 पिसगा पहाड़े क चोटी पइ जा। पच्छिउँ कइँती, उत्तर कइँती, दक्खिन कइँती, पूरब कइँती लखा। ओनका तू आपन आँखिन स लखा काहेकि तू पचे यरदन नदी क पार नाहीं कइ पउब्या। 28 तू पचन क यहोसू क निदेर्स देइ चाही। ओका मजबूत अउ हिम्मती बनावा। काहेकि यहोसू लोगन क यरदन नदी क पार लइ जाइ। यहोसू ओन भुइँया क जउन तू लखत रहा ओका कब्जा करइ मँ तोहार मदद करी ओहमाँ तोहका रहइ क देइ।’ 29 “ऍह बरे हम पचे बेत-पोर क दूसर कइँती घाटी मँ रुकि गए।”

4:1 “इस्राएल, अब ओन नेमन अउ सबइ आदेस क सुना जेनकइ उपदेस मइँ देत अहउँ। ओनका माना। तब तू पचे जिअत रहब्या। तू जाइ सकब्या अउर उ प्रदेस क लइ लेइ सकब्या जेका यहोवा तोहरे पचन्क क पुरखन क परमेस्सर तोहका दइ देत अहइ। 2 जउन मइँ हुकुम देत अहउँ ओहमाँ अउर कछू जोरब नाहीं अहइ। तू पचन्क ओहमाँ स कछू घटावइ नाहीं चाही। तू पचन्क आपन यहोवा परमेस्सर क ओन सबइ आदेस क मानइ चाही जेनका मइँ तू पचन्क दिहेउँ ह। 3 “तू पचे लख्या ह कि बाल पोर मँ यहोवा का किहेस। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे ओन सबहिं मनइयन क नास कइ दिहेस जउन बाल पोर क मानत रहेन। 4 मुला तू लोग सबइ जउन यहोवा आपन परमेस्सर क संग रहेन, आजु जिअत अहा। 5 “धियान द्या, यहोवा मोर परमेस्सर जउन मोका हुकुम दिहेस ह, ओनहीं नेमन अउ हुकुमत क मइँ तू पचन्क सिच्छा देत अहउँ। तोहका उ नेमन क उ भुइँया मँ जरूर मानइ चाही जहाँ तू पचे रहइ बरे जात रहा। 6 ऍन नेमन क होसियारी स पालन करा। इ दूसर रास्ट्रन क सूचित करी कि तू पचे बुद्धि अउ समझ राखत अहा। जब ओन देसन क लोग इ नेमन क बारे मँ सुनिहीं तउ उ सबइ सच्चाइ क साथ स्वीकार करिहीं कि ‘फुरइ, इस्राएल रास्ट्र क लोग बुद्धिमान अउ समुझदार अहइँ।’ 7 “कउनो रास्ट्र क कउनो देवता ओनके संग ओतना निचके नाहीं रहत जउने तरह यहोवा हमार परमेस्सर जउन हम लोगन क लगे रहत ह, जब हम ओका पुकारित ह, 8 कउनो दूसर रास्ट्र ऍतना महान नाहीं कि ओकरे लगे उ पचे न्यायसंगत नेमन अउ हुकुमन होइँ जेनकर उपदेस मइँ आजु करत अहउँ। 9 मुला तू पचन्क होसियार रहइ। निहचय कइ ल्या कि जब तलक तू पचे जिअत रहब्या, तब तलक तू पचे देखी भइ चिजियन क न बिसरब्या या एकॉ आपन हिरदइ स जाइ न देब्या। तू पचन्क इ सबइ सिच्छा क आपन पूत अउ पोतन क देइ चाही। 10 उ दिन क याद राखा जब तू पचे होरेब पहाड़े पइ आपन यहोवा परमेस्सर क समन्वा ठाढ़ रह्या। यहोवा मोसे कहेस, ‘मइँ जउन कहत हउँ, ओका सुनइ बरे लोगन क बटोरा। तब उ पचे मोर स भयभीत होइहीं जब तलक उ पचे उ भुइँया पइ रइहीं अउर उ पचे इ सब उपदेस आपन गदेलन क भी देइहीं।’ 11 तू पचे निचके आया अउ पहाड़े क तरखाले खड़ा होइ गया। पहाड़े मँ आग लग गइ अउ उ अकास क छुअइ लाग। घना करिआ बादर अउ अँधियारा गमका। 12 तबहिं यहोवा आगी क बीच मँ स तू पचन्स बतियान। तू पचे अवाज सुनया मुला तू पचे ओका कउनो सकल नाहीं निहार सक्या। सिरिफ अवाज सुनाई पड़त रही। 13 उ तू पचन क आपन करार क बताएस। उ दस आदेसन क दिहस अउ तोहका ओका मानइ क आदेस दिहस। उ ओनका दुइ ठू पाथर क सिला पइ लिखेस। 14 ओह समइ यहोवा मोका हुकुम दिहस कि मइँ तू पचन्क इ सबइ विधि अउ नेमन क उपदेस देउँ। इ सबइ उहइ सब नेमन अउ विधि अहइँ जेनका मानब तू पचन्क उ देस मँ करइ चाही जेका तू पचे लेइ अउ बसइ बरे तू पचे जात अहा। 15 “उ दिना यहोवा होरेब पहाड़े क आगी स तोहे सबन्स बात किहस। तू पचे ओका तने क रुप मँ नाहीं लख्या। ऍह बरे होसियार रहा। 16 आपन जिन्नगी क जिन बरबाद करा। आपन बरे कउनो मूरति क रूप जिन बनावा। अइसी मूत्तिर् जिन बनावा जउन कउनो मनसेधू अउ मेहरारु क नाईं होइ। 17 अइसी मूरत जिन बनावा जउन भुइँया क कउनो जनावर या अकासे क पंछी क नाईर् देखाँइ देत होइ। 18 अउर अइसी मूरत जिन बनावा जउन भुइँया पइ रेंगइवाला या समुद्दर क मछरी क नाईर् देखाँइ देत ह। 19 जब तू पचे अकासे कइँती निगाह करा अउर सूरज, चँदा, तारन अउ बहोत कछू चिजियन तू अकासे मँ लखा, ओनका प्रति सेवा अउ पूजा बरे आकसिर्त जिन भवा। यहोवा तू पचन्क परमेस्सर ऍन सबइ चिजियन क संसारे क दूसर मनइयन क दिहस ह। 20 मुला यहोवा तोहका पचन्क मिस्र स बाहेर लिआवा ह जउन तोहरे पचन बरे लोहा क भट्ठी रही। उ तू सबन्क एह बरे लिआएस ह कि तू पचे ओकर आपन लोग बन सका जइसे तू पचे अबहुँ अहा। 21 “यहोवा तोहरे पचन्क कारण मोसे कोहाइ ग रहा। उ किरया खाएस कि मइँ यरदन नदी क ओह पार नाहीं जाइ सकत हउँ। उ कहेस कि मइँ उ सुन्नर प्रदेस मँ घुस नाहीं सकत हउँ जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका मिरास क रूप मँ देत अहइँ। 22 ऍह बरे मोका इहइ प्रदेस मँ मरइ चाही। मइँ यरदन नदी क पार नाहीं जाइ सकत हउँ। मुला तू पचे ओकरे पार होइ जाब्या अउ अच्छा भुइँया पाउब्या। 23 तोहका सबन्क होसियार रहइ चाही कि तू पचे उ करार क जिन बिसरि जा, जेका यहोवा तोहरे पचन्क परमेस्सर तोहे सबन्स किहे अहइ। तू पचन्क कउने किसिम क मूरति नाहीं बनवइ चाही काहेकि यहोवा तोहरे पचन्क परमेस्सर तोहे सबन्क न बनावइ क आग्या दिहे अहइ। 24 काहेकि तोहार परमेस्सर, ईर्स्यालु परमेस्सर अहइ। उ भस्म करइ बरे आगी क नाइँ अहइ। 25 “जब तू पचे उ भुइँया मँ बहोत समइ तलक अच्छी तरह स रहि लेब्या अउ तोहार सबन्क पूतन अउ पोतवन होइहीं, अगर तू भ्रस्ट होइ जाब्या अउ तू सबइ प्रकार क मूतिर् बनाउब्या, तउ यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर इ क बुरा चीज मँ सामिल करिहीं। एहसे उ कोहाइ जाइ। 26 अगर तू पचे उ बुराई क करब्या, तउ अकास अउ धरती तू पचन्क खिलाफ गवाह होई। मइँ तोहका कहत हउँ इ होई। तू पचे हाली ही बरबाद होइ जाब्या। तू पचे यरदन नदी क उ देस क लेइ बरे पार करत बाट्या, मुला तू पचे हुवाँ बहोत समइ तलक नाहीं रहब्या। तू सबहिं पूर्णरूप स नस्ट होइ जाब्या। 27 यहोवा तोहे पचन्क दूसर रास्ट्रन मँ तितराइ बितराइ देइ अउ तू पचन मँ स उ देस मँ कछू ही जिअत रइहीं जेनमाँ यहोवा तू पचन्क पठइ। 28 तू पचे हुवाँ मनइयन क बनवा देवतन क पूजब्या, ओन जिजियन क जउन काठे अउ पाथर क होइहीं जउन न लखि, न सुनि, न खाइ या न सूँघ सकत हीं। 29 मुला ऍन दूसर देसन मँ तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क हेरब्या। अगर तू पचे आपन पूरी तन अउ मन स ओका हेरब्या तउ ओका पउब्या। 30 जब तू पचे विपत्ति मँ पड़ि जाब्या अउर उ सबइ बातन तू पचन पइ घटिहीं तउ तू पचे उ दिनन मँ यहोवा आपन परमेस्सर क लगे लउटब्या अउ ओकरी आग्या क मनब्या। 31 यहोवा तोहार परमेससर कृपालु अहइ उ तू पचन्क न तजी। उ तू पचन्क नस्ट नाहीं करी। उ उ वाचा क न बिसरी जउन उ तोहरे पुरखन क बचन क रुप मँ दिहस। 32 “का ऍतनी महान बात पाछे कबहुँ भइ रही? पाछे के उ दिनन क बारे मँ सोचा जब परमेस्सर धरती पइ मनई क बनाएस। ओन सबहिं बातन क बारे मँ सोचा जउन संसार मँ कहूँ भी घटि भइ अहइँ। का इ महान घटना जइसी कउनो कबहुँ पहिले सुनेस ह? नाहीं। 33 तू पचे परमेस्सर क तू पचन्स आगी मँ स बोलत सुन्या ह अउर तू पचे अबहुँ भी जिअत अहा। का अइसी घटना कउनो क संग घटी भइ अहइ? नाहीं। 34 का कउनो दूसर देवता कबहुँ आपन लोगन क दूसरे रास्ट्रन क भीतर खुद हुआँ स बाहेर लिआवइ क जतन किहस ह? नाहीं। मुला तू पचे खुद लख्या ह कि परमेस्सर इ सबइ काम तोहार बरे करत ह। उ तोहका मिस्र स परीच्छा, चमत्कार, अचरज, जुद्ध, महान सक्ती, ताकत अउ भयानक कामन क जरिया बाहर लिआएस। 35 उ तू पचन्क इ सब देखाएस ह जेका तू पचे जान ल्या कि यहोवा ही परमेस्सर अहइ। ओकरे अतिरिक्त कउनो दूसर परमेस्सर नाहीं अहइ। 36 यहोवा सरग स आपन बातन क, तोहका सिच्छा देइ बरे सुनइ देत रहा। उ धरती पइ आपन महान आगी देखाएस अउ उ ओहमाँ स बोलेस। 37 “यहोवा तोहरे पुरखन स पिआर करत रहा। इहइ कारण रहा कि उ ओनके पुरखन यानी तू पचन्क चुनेस अउ इहइ कारण अहइ कि यहोवा तोहका मिस्र बाहेर लिआएस। उ तोहरे संग रहा अउ आपन बड़की सक्ती स तू पचन्क बाहेर लिआएस। 38 जबहिं तू पचे आगवा बढ़्या तउ यहोवा तोहरे समन्वा स रास्ट्रन क बाहेर जाइ बरे मजबूर किहस। इ सबइ रास्ट्र तू पचन्स बड़का अउ जियादा बरिआर रहेन। मुला यहोवा तू पचन्क ओनके देस मँ लइ आवा। उ ओनकइ देस तू पचन्क बसइ बरे दिहस अउ इ देस आजु भी तोहार अहइ। 39 “एह बरे आजु तू पचन्क जानइ अउ सुमिरइ चाही कि यहोवा परमेस्सर अहइ। उ आकासे क ऊपर अउ धरती क नीचे तलक क परमेस्सर अहइ। कउनो दूसर परमेस्सर नाहीं अहइ। 40 तू पचन्क ओकरे ओन नेमन अउ हुकुमन क जरूर मानइ चाही जेनका मइँ आजु तू पचन्क देत अहउँ। अगर तू करब तब हर एक बात तोहरे पचन्क अउ तोहरे ओन गदेलन बरे नीक रही जउन तोहरे सबन्क बाद होइहीं। तू पचे लम्बे समइ तलक उ देस मँ रहब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क हमेसा बरे दइ देत अहइ।” 41 तब मूसा तीनउ सहरन क यरदन नदी क पूरब कइँती चुनेस। 42 जदि कउनो मनई कउनो क संजोग स मारि डावइ तउ उ इ सहरन मँ स कउनो मँ पराइके जाइ सकत ह अउ बचा रहि सकत ह। अगर उ मारा भए मनई स घिना नाहीं करत रहा अउर ओका मार डावइ क इरादा नाहीं रखत रहत तउ उ ओन सहरन मँ स कउनो एक मँ जाइ सकत ह। 43 मूसा जउने सहरन क चुनेस, उ सबइ इ सब रहेन: रूबेनी लोगन बरे रेगिस्तान क मैदानी भुइँया मँ बेसेर; गादी लोगन बरे गिलाद मँ रामोत अउ मनस्से लोगन बरे बासान मँ गोलान। 44 इस्राएली मनइयन बरे जउन नेम मूसा दिहस उ इ बाटइ। 45 मूसा इ सबइ उपदेसन, नेमन अउ हुकुमन इस्राएल क लोगन बरे तब दिहस जब उ सबइ मिस्र स बाहेर आएन। 46 मूसा इ सबइ नेमन क तब दिहस जब लोग यरदन नदी क पूरबी किनारे पइ बेत-पोर क पार घाटी मँ रहेन। उ पचे एमोरी राजा सीहोन क देस मँ रहेन, जउन हेसबोन मँ रहत रहा। मूसा अउ इस्राएल क लोग सीहोन क तब हराएन जब उ पचे आए रहेन। 47 उ पचे सीहोन क भुइँया अउ बासन राजा क ओग क भुइँया क अपने लगे रखइ बरे कब्जा कइ लिहे रहेन। दुइनउँ एमोरी राजा यरदन नदी क पूरब मँ रहत रहेन। 48 इ पहँटा अनोर्न घाटी क सिरे पइ टिका भवा अरोएर स लइके सिओन अरथात हेमोर्न पहाड़े तलक फइला रहा। 49 यरदन नदी क पूरब क पूरा पहँटा उस प्रदेस मँ मिला रहा। इ पूरब मँ पिसगा पहाड़े क चरण तलक अराबा समुद्दर तलक फइलत भवा रहा।

5:1 मूसा इस्राएल क सब मनइयन क एक संग बोलॉएस अउ ओनसे कहेस, “इस्राएल क मनइयो! आजु जउने नेमन अउ कानूनन क मइँ बतावत अहउँ, ओनका सुना। इ सबइ नेमन क सीखा अउ सक्ती स ओनका माना। 2 यहोवा, हम पचन्क परमेस्सर होरब पहाड़े पइ हम पचन्क संग वाचा किहे रहा। 3 यहोवा इ वाचा हम पचन्क पुरखन क संग नाहीं किहे रहा, मुला हम पचन्क हमार संग जउन कउनो आजु जिअत अहइँ। 4 यहोवा पहाड़े पइ तू पचन्स आमने सामने बात किहस। उ तू पचन्स आगी मँ स बतियान। 5 ओह समइ तू पचन्क इ बतावइ बरे कि यहोवा का किहस ह, मइँ तू लोगन अउ यहोवा क बीच खड़ा रहेउँ। काहेकि तू पचे आगी से डेराइ गया अउर तू पचे पहाड़े पइ जाइ स इन्कार किह्या। यहोवा कहेस: 6 “मइँ यहोवा तोहार उ परमेस्सर हउँ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आएउँ ह जहाँ तू पचे दास क नाईं रहत रह्या। 7 “मोरे अलावा कउनो दूसर देवता क पूजा जिन करा। 8 “कउनो भी मूरतियन या कउनो क तस्बीर जउन आकास क ऊपर मँ, भुइँया पइ या समुद्दर क नीचे मँ होइ, जिन बनावा। 9 ओका निहुरिके दण्डवत या पूजा जिन करा। काहेकि मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर ईर्स्यालु अहउँ। मइँ आपन लोगन क जरिये कउनो दूसर देवता क पूजा स घिना करत हउँ। अइसे लोग जउन मोरे खिलाफ पाप करत हीं, मोर दुस्मन होइ जात हीं। मइँ ओन लोगन्क सजा देब अउर मइँ ओनके पूतन, पोतन अउ परपोतन क सजा देब। 10 मुला मइँ ओन लोगन पइ बहोत दयालु रहब जउन मोसे पिरेम करत हीं अउर मोरे आदेसन क मानत हीं। मइँ ओनकइ हजार पीढ़ियन तलक दयालु रहब। 11 “यहोवा, आपन परमेस्सर क नाउँ क उपयोग गलत तरिके स जिन करा। अगर कउनो मनई ओकरे नाउँ क उपयोग गलत तरीके स करत होइ तउ उ दोखी अहइ अउर यहोवा ओका निदोर्ख न बनाई। 12 “सबित क दिना क खास महत्व देइ बरे साबित खास दिन क रूप मँ माना। यहोवा तोहार परमेस्सर हुकुम दिहस ह कि तू पचे सबित क दिन क हफ्ता क दूसर दिनन स अलगाइ द्या। 13 पिछले छ: दिन तोहरे पचन्क काम करइ बरे अहइँ। 14 मुला सतवाँ दिन यहोवा तोहरे परमेस्सर क सम्मान मँ आराम करइ क दिन अहइ। एह बरे सबित क दिन कउनो मनई काम न करइ चाही। यानी तू पचे, तोहार पूतन, बिटियन, मनइयन अउ मेहरारु नउकरन, गइयन, बर्धन, गदहन, अउर तोहरे पचन्क सहरन मँ रहइवाला बिदेसी, कउनो भी काम न करइ चाही। तोहरे पचन्क दास क भी तोहार जइसा आराम मिलइ चाही। 15 तोहका इ जरूर याद रखइ चाही कि तू मिस्र मँ दास रहा। यहोवा, तोहार परमेस्सर महान सक्ती स तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआवा। उ तू पचन्क अजाद किहस। इहइ कारण अहइ कि यहोवा तोहार परमेस्सर हुकुम देत ह कि तू पचे सबित क दिन माना। 16 “आपन महतारी अउर बाप क सम्मान करा। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका इ करइ क हुकुम दिहस ह। अगर तू पचे इ हुकुम क मानत ह तउ तोहार उमिर लम्बी होइ अउर उ देस मँ जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ इ तोहार बरे अच्छा होइ। 17 “कउनो क हत्या जिन करा। 18 “बिभिचार क पाप जिन करा। 19 “कउनो चीज जिन चोरावा। 20 “दूसर जउन कछू किहे अहइँ ओकरे बारे मँ झूठ जिन बोला। 21 “तू पचे दूसर लोगन क धन-सम्पति या दूसर कउनो चिजियन जे दूसर क अहइ क आपन बनावइ क इच्छा जिन करा। दूसर मनई क पात्नी, घर, खेत, मनसेधू या मेहरारु नौकर, गइयन अउ गदहन लइ लेइ क इच्छा तू पचन मँ न होइ चाही। 22 मूसा कहेस, “यहोवा इ सबइ हुकुम तू सबहिं क दिहस जब तू पचे एक संग पहाड़े प रह्या। यहोवा साफ साफ सब्दन मँ बानत किहस अउर ओकर तेज आवाज आगी, बादर अउ घना अँधियारा स सुनाई देत रहा। जब उ इ आदेस दइ दिहस तब अउर कछू नाहीं कहेस। उ आपन सब्दन क दुइ ठु पाथरे क सिला पइ लिखेस अउ ओनका मोका दइ दिहस। 23 “तू पचे आवाज क तब सुन्या जब पहाड़ आगी स बरत रहा। तब तू पचे मोरे लगे आया, तोहरे परिवार समूह क सबहिं नेता लोग अउ तोहार सबहिं पुरनियन। 24 उ पचे कहेन, ‘यहोवा हमार परमेस्सर आपन गौरव अउ बड़कइ देखॉएस ह। हम पचे ओका आगी मँ स बोलत सुना ह। आजु हम पचे लखि लीन्ह ह कि कउनो मनई क परमेस्सर स बात करइ क बाद भी जिअत रहि सकब, होइ सकत ह। 25 मुला अगर हम पचे यहोवा आपन परमेस्सर क दुसरी दाईर् बात करत सुना तउ हम पचे जरूर मरि जाब। उ खउफनाक आगी हमार नास कइ देइ। मुला हम पचे मरब नाहीं चाहित। 26 कउनो अइसा मनई नाहीं जउन हम लोगन क नाईर् कबहुँ जिअत परमेस्सर क आगी मँ स बतियात सुने होइ अउ जिअत होइ। 27 मूसा, तू निअरे जा अउ यहोवा हम लोगन्क परमेस्सर, जउन कहत बाटइ सुना। तब उ सब बातन हमका बतावा जउन यहोवा तू पचन्स कहत ह, अउर हम लोग तोहार सुनब अउर ओकर पालन करब।’ 28 “यहोवा उ सबइ बातन सुनेस जउन तू मोसे कह्या। तब यहोवा मोसे कहेस, ‘मइँ उ सबइ बातन सुनेउँ ह जउन हम पचे कहेन ह। जउन उ पचे कहेन बढ़िया अहइ। 29 मइँ इच्छा करत हउँ कि उ पचे हिरदय स मोर सम्मान करइ अउर मोरे आदेसन क हमेसा मानइ सिखिहीं। तब इ ओनके अउ ओनके सन्तानन बरे सदा ही नीक रही। 30 “‘जा अउ मनइयन स कहा कि आपन आपन तम्बूअन मँ लउटि जाइँ। 31 मुला मूसा, तू मोरे निअरे ठाड़ रहा। मइँ तोहका सारा हुकुम, कानून अउ नेम हेरब जेकर सिच्छा तू ओनका देब्या। ओनका इ सबइ उ देस मँ करइ चाही जेका मइँ ओनका रहइ बरे दइ देत हउँ।’ 32 “एह बरे, तू सब मनइयन क उ सब कछू करइ बरे होसियार रहइ चाही जेकरे बरे यहोवा तोहका हुकुम दिहेस बाटइ। तोहका न दाहिन हाथे कइँती घूमइ चाही अउर न ही बाएँ हाथे कइँती। 33 तोहका उहइ तरह रहइ चाही, जउने तरह रहइ क हुकुम यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका दिहे अहइ। तब तू सदा जिअत रहि सकत ह अउर हर चीज तोहरे बरे नीक होइ। उ देस मँ, जउन तोहार होइ, तोहार उमिर लम्बी होइ जाइ।

6:1 “जउन आदेसन, नेमन अउ हुकुमन क यहोवा, तोहार परमेस्सर तोहका सिखावइ क मोका आदेस दिहस ह, उ सबइ इ सब अहइँ। ऍनका उ देस मँ मानया जेहमाँ रहइ बरे तू प्रवेस करत अहा। 2 तू अउर तोहार गदेलन अउ पतोहून जब तलक जिअत रहा यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करइ चाही। तोहका ओनके ओन सबइ नेमन अउ हुकुमन क पालन करइ चाही जेनका मइँ तोहका दइ देत हउँ। अगर तू अइसा करब्या तउ लम्बी उमिर पउब्या। 3 इस्राएल क मनइयो, एका धियान स सुना अउ इ सबइ नेमन क माना। तब इ तोहारे बरे नीक होइ अउर तू पचे तेजी स बढ़ब्या। यहोवा तोहरे पुरखन क परमेस्सर, इ सबन बरे बचन दिहे अहइ कि तू पचे दूध अउर सहद स बहत भवा धरती पाउब्या। 4 “इस्राएल क मनइयो, धियान स सुना। यहोवा हमार परमेस्सर अहइ, यहोवा एक अहइ। 5 अउर तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर स आपन क पूरा हिरदय, आतिमा अउ सक्ती स पिरेम करइ चाही। 6 इ सबइ हुकुमन क सदा आपन दिल मँ रखा जेनका मइँ आजु तू पचन्क दइ देत हउँ। 7 एनकइ सिच्छा आपन लरिकन क देइ बरे होसियार रहा। इ सबइ हुकुमन क बारे मँ तू पचे जब तू आपन घरन मँ बइठे भए, सड़किया पइ टहरत भए, जब तू ओलरा अउ जब जागा तब एकरे बारे मँ बात करा। 8 ऍका स्मरण पत्र नाईं आपन हाथे पइ बाँधा अउ ललाट पइ धारण करा। 9 ऍका आपन घरन क दरवाजन पइ, अउ सहर फाटक पइ लिख ल्या। 10 “यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देस मँ लइ जाइ जेकरे बरे उ तोहरे पुरखन-इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क देइ क बचन दिहे रहा। तब उ तू पचन्क बड़के अउ अमीर सहर देइ जेनका तू नाहीं बनाया। 11 यहोवा तू पचन्क अच्छी चीजन्स भरा भवा घर देइ जेनका तू पचे हुवाँ नाहीं राख्या ह। यहोवा तू पचन्क कुआँ देइ जेनका तू पचे नाहीं खन्या ह। यहोवा तू पचन्क अंगूरन अउ जइतून क बाग देइ जेनका तू पचे नाहीं लगाया ह। तू पचन्क ओका खाब्या अउ संतुट्ठ होब्या। 12 “मुला होसियार रहा। यहोवा क जिन बिसरा जउन तू पचन्क मिस्र स लिआएस, जहाँ तू पचे दास रह्या। 13 यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करा अउर सिरिफ उहइ क सेवा करा। बचन देइ बरे तू पचे सिरिफ उहइ क नाउँ क उपयोग करा। 14 तू पचन्क दूसर देवतन क अनुसरण नाहीं करइ चाही। तू पचन्क आपन चारिहुँ कइँती रहइवाला लोगन क देवतन क अनुसरण नाहीं करइ चाही। 15 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर जउन तोहार बीच अहइ ईर्स्यालु परमेस्सर अहइ। अगर तू पचे दूसर देवतन क पाछे रहब्या, तउ उ तू पचन पइ कोहाइ जाइ अउ उ धरती पइ स तू पचन क खतमइ कइ देइ। 16 “तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क जाँच उहइ तरह नाहीं करइ चाही जउने तरह तू पचे मस्सा मँ जाँचत किह्या ह। 17 तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क हुकुमन क मानइ बरे पक्का निहचय रखइ चाही। तू पचन्क ओकर सबहिं ओन उपदेसन अउ नेमन क मानइ चाही जेनका उ तू पचन्क दिहे अहइ। 18 तू पचन्क उ सबइ उचित अउ नीक काम करइ चाही जउन यहोवा क खुस करइ तब तोहरे बरे इ ठीक होइ अउर तू पचे उ देस मँ जाइ सकत ह जेकरे बरे यहोवा तोहरे पचन्क पुरखन क बचन दिहे अहइ। 19 अउर तू पचे आपन सबहिं दुस्मनन क सक्ती स निकार सकब्या, जइसा यहोवा कहेस ह। 20 “भविस्स मँ, तोहार पचन्क पूत तोहसे सबन्स इ पूछ सकत ह कि ‘यहोवा हमार परमेस्सर हमका जउन उपदेस, कानून अउ नेम दिहस ह, ओकर अरथ का अहइ?’ 21 तब तू पचे आपन पूतन स कहब्या, ‘हम पचे मिस्र मँ फ़िरौन क गुलाम रहेन, मुला यहोवा हम पचन्क बड़की सक्ती स बाहेर लिआवा ह। 22 यहोवा हमका माहन, खउफनाक चीन्हा अउ चमत्कार देखॉएस। हम पचे ओनके जरिये इ सबइ घटना क मिस्र क मनइयन, फिरौन अउ फिरौन क महल क संग होत भए लखा ह। 23 अउर यहोवा हम लोगन क मिस्र स एह बरे लिआवा कि उ-उ देस हमका दइ सकइ जेकरे बरे उ हमरे पुरखन क बचन दिहे रहा। 24 यहोवा हमका इ सबहिं उपदेसन क मानइ क हुकुम दिहस। इ तरह हम लोग यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करत अही। तब यहोवा सदा हम लोगन क जिअत राखी अउ हम पचे बढ़िया जिन्नगी बिताउब जइसा इ समइ अहइ। 25 अगर हम इ सबइ आदेसन क मानब जेका यहोवा हमार परमेस्सर हमका आदेस देत ह तउ हम पचे नीक होब्या।

7:1 “यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क उ देस मँ लइ जाब, जेका कब्जा करइ बरे तू पचे ओहमाँ जात अहा। परमेस्सर तोहरे बरे हित्ती, गिर्गासी, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिब्बी अउ यबूसी क बाहरे हाँकि देइ। उ सात रास्ट्र तोहसे जियाद बरियार अउ जियादा तादद मँ अहइ। 2 यहोवा तोहार परमेस्सर इ रास्ट्रन क तू पचन्क अधीन करी अउर तू पचे ओनका हरउब्या। तू पचन्क ओनका पूरी तरह नस्ट कइ देइ चाही। ओनके संग कउनो सन्धि जिन करा। ओन पइ दाया जिन करा। 3 ओन लोगन मँ स कउनो क संग बियाह जिन करा, अउर उ रास्ट्रन क कउनो मनई क संग आपन पूत अउ बिटियन क बियाह न करा। 4 काहेकि उ पचे तोहारे गदेलन क परमेस्सर क दूर लइ जइहीं। एह बरे तोहरे गदेलन दूसर देवतन क सेवा करिहीं। तब यहोवा तोहे सबन पइ कोहाइ जाइ। उ हाली ही तोहार नास कइ देइ। 5 “तू पचन्क इ सबइ रास्ट्र क संग इ करइ चाही। तू पचन्क ओनकर वेदियन क बरबाद कइ देइ चाही। स्मृति पाथरन क टूकन मँ तोड़ि डावइ चाही। ओनकर असेरा खम्भन क काटि डावा अउ ओनकइ मूरतिन क बार डावा। 6 काहेकि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क अलग कीन्ह भवा मनई अहा। तू पचे यहोवा क आपन सम्पत्ति अहा। संसार क सबहिं मनइयन मँ स यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क विसेख अइसे लोग जउन ओकर आपन अहइँ, चुना। 7 यहोवा तू पचन्स काहे पिरेम करत ह अउ तू पचन्क उ काहे चुनेस? एह बरे नाहीं कि दूसर लोगन क बराबरी मँ तोहार गिनती बहोतइ जियादा अहइ। तू पचे सबहिं लोगन मँ स सबसे कम रह्या। 8 मुला यहोवा तू पचन्क आपन बड़की सक्ती क जरिये मिस्र क बाहेर लिआवा, काहेकि उ तोसे पिरेम करत ह। उ मिस्र क सम्राट फिरौन क गुलामी स तू पचन क तोहरे पुरखन क दीन्ह भए बचन क पूरा करइ बरे, अजाद कराएस। 9 “एह बरे याद राखा कि यहोवा तोहार परमेस्सर ही सिरिफ परमेस्सर अहइ। उ बिसासी परमेस्सर अहइ। उ आपन वाचा क पूरा करत ह। उ ओन सबहिं लोगन स पिरेम करत अउ ओन पइ दाया करत ह जउन ओकरे हुकुमन क मानत हीं। उ हजारन पीढ़ियन तलक पिरेम करत रहत ह। 10 जउन ओहसे घिना करत ह उ खुद ओसे ही सजा पाइहीं। उ ओनका बरबाद कइ देइ। जउन ओसे घिना करत ह उ बिना देरी भए खुद ओसे ही सजा पाइहीं। 11 एह बरे तू पचे इ आदेसन, नेमन अउ हुकुमन क मानइ मँ जरूर होसियार रहा, जेनका मइँ आजु तू पचन्क दइ देत हउँ। 12 “अगर तू पचे मोरे इ सबइ नेमन पइ धियान देब्या अउ ओनका मानइ मँ होसियार रहब्या तउ यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्स पिरेम क वाचा क पूरा करी। उ इ बचन तोहरे पुरखन क दिहे रहा। 13 उ तू पचन्स पिरेम करी अउ तू पचन क आसीर्बाद देइ। तोहरे रास्ट्रे मँ लोग लगातार बढ़त जइहीं। उ तोहे पचन्क गदेलन क आसीर्बाद देइ। उ तोहरे पचन्क खेतन मँ अच्छी फसल क आसीर्बाद देइ। उ तू पचन्क अन्न, दाखरस अउ तेल क आसीर्बाद देइ। उ तोहारी गइयन क बछवन अउ तोहरी भेड़िन क बच्चा पइदा करइ क आसीर्बाद देइ। तू पचे उ सबइ आसीर्बाद उ देसे मँ पउब्या जेका तू पचे देइ क बचन यहोवा तोहरे पुरखन क दिहे रहा। 14 “तू पचे दूसर लोगन्स जियादा आसीर्बाद पउब्या। हर एक पति-पत्नी बच्चे पइदा करइ क काबिल होइहीं। तोहार गोरु बछवा पइदा करइ काबिल होइहीं। 15 अउर यहोवा तू पचन्स सबहिं बेरमियन क दूर करी। यहोवा तू पचन्क उ खउफनाक बेरमियन स बचाइ जउन तू मिस्र मँ जानत रहेन अउ ओन खउफनाक बेरमियन क ओन सबहिं लोगन क देइ जउन तू पचन्स घिना करत हीं। 16 तू पचन्क ओन सबहिं लोगन्क नास जरूर करइ चाही जेनका हरावइ मँ यहोवा तोहार मदद करत ह। ओन पइ दाया न करा। ओनके देवतन क सेवा न करा। उ तोहार बरे फंदा अहइ। 17 “आपन मन मँ इ न सोचा, ‘इ सबइ रासट्र हम लोगन्स जियादा बरिआर अहइँ। हम पचे ओनका दबाव डाइके कइसे भगाइ सकित ह?’ 18 तू पचन्क ओनसे डेराइ नाहीं चाही। तू पचन्क सुमिरइ चाही जउन यहोवा तोहार परमेस्सर फिरौन अउर मिस्र क लोगन्क संग किहस। 19 जउन बड़की बिपदन उ दिहस तू पचे ओनका लख्या। तू पचे ओकरे किए भए चमत्कार अउ अचरजन क लख्या। तू पचे यहोवा क बड़की सक्ती अउ मजबूती क, तू पचन्क बाहेर लिआवइ मँ उपयोग करत देख्या। यहोवा, तोहार परमेस्सर उहइ सक्ती क उपयोग ओन लोगन्क खिलाफ करी जेनसे तू पचे डेरात अहा। 20 “यहोवा तोहार परमेस्सर, ओकर खिलाफ बरोर्क भेजब जउन बचा भवा अहइ अउ आपन क तोहस छुपाए अहइ। यहोवा ओन सबहिं मनइयन क नास करी। 21 तू पचे ओनसे जिन डेराअ, काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे संग अहइ। उ महान अउ आस्चर्यजनक परमेस्सर अहइ। 22 यहोवा तोहार परमेस्सर ओन रास्ट्रन क तोहार देस थोड़ा-थोड़ा कइके तज देइ क मजबूर करी। तू पचे ओनका हाली मँ सबहिं क नास नाहीं कइ पउब्या। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ जगंली जनावरन क तादाद तोहर बरे बहोत जियादा होइ जाइ। 23 मुला यहोवा तोहार परमेस्सर ओन रास्ट्रन क तू पचन्क दइ देइ। उ ओनका बरबाद होइ तलक बड़ा उलझन मँ डाइ के परेसान करब्या। 24 यहोवा तू पचन्क ओनके राजा लोगन क हरावइ मँ मदद करी। तू पचे ओनका मारि डाउब्या अउर उ बिसारि जाब। कउनो भी तू पचन्क रोक नाहीं सकी। तू पचे ओन सबहिं क बरबाद करब्या। 25 “तू पचन्क ओनके देवतन क मूरतियन क बारि डावइ चाही। तू पचन्क ओन मूरतियन पइ मढ़ा भवा सोना या चाँदी क लेइ क इच्छा नाहीं करइ चाही। तू पचन्क उ सोना क अउ चाँदी क अपने खातिर नाहीं लेइ चाही। इ तोहका फंसा लेइहीं काहेकि उ सबइ मूरती यहोवा तोहार परमेस्सर बरे नफ़रत-अंगेज अहइ। 26 इ सबइ मूरतियन क बर्बाद कीन्ह जाब्या। तू पचन्क ओन प्रकार क मूरतियन क आपन घरे मँ नाहीं लावइ चाही। एह बरे तू पचन्क ओनकर संग बर्बाद नाहीं कीन्ह जाब्या। तू पचन ओका अस्वीकार करइ चाही अउर ओन से घिना करइ चाही।

8:1 “तू पचन्क आजु मइँ जउन सबइ कानून क देत ह ओका मानइ मँ होसियार रहइ चाही। काहेकि तब तू पचे जिअत रहब्या। तोहार गनती जियादा स जियादा होत जाइ। तू पचे उ देस मँ जाब्या अउर ओहमाँ रहब्या जेका यहोवा तोहरे पुरखन क देइ क बचन दिहे अहइ। 2 अउर तू पचन्क उ लम्बी जात्रा क याद रखइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर रेगिस्ताने मँ चालीस बरिस तलक कराएस ह। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका परिपूर्ण बनाएस ह। उ तू पचन्क बिनम्र बनवइ चाहत रहा। अउर तोहार परीच्छा लइ चाहत रहा। उ पचे तोहार हिरदय क बारे मँ जानइ क चाहत रहा कि तू पचे ओकरे हुकुमन क पालन करब्या या नाहीं। 3 यहोवा तू पचन्क बिनम्र बनाएस अउ तू पचन्क भूखा रहइ दिहस। तब उ तू पचन्क मन्ना खियाएस जेका तू पचे पहिले स नाहीं जानत रह्या, यहाँ तक कि ओका तोहार पुरखन भी कबहुँ नाहीं लखे रहेन। यहोवा इ काहे किहस? काहेकि उ चाहत रहा कि तू पचे जान ल्या कि मनइयन सिरिफ रोटी प ही जिअत नाहीं रहत ह किन्तु यहोवा क मुहँ स निकरा भवा हर एक बातन पइ टिका रहत ह। 4 इ सबइ पिछले चालीस बरिसन मँ तोहार ओढ़ना नाहीं निकलेन। तोहरे गोड़वन मँ चोट नाहीं लागेन काहेकि यहोवा तोहार रच्छा किहेन। 5 एह बरे तोहका पचन्क जानइ चाही कि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क सिच्छा देइ अउ सुधारइ बरे उ सब वइसेन ही किहस जइसे कउनो पिता अपने बेटा क सिच्छा बरे करत ह। 6 “तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क आदेसन क मानइ चाही। ओकरे बताए भए राहे पइ जीवन बितावा अउ ओकर मान करा। 7 यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क एक ठु नीक देसे मँ लइ जात अहइ, अइसे देस मँ जेहमाँ नदियन, फव्वारन अउ झरणा घाटियन अउ पहाड़ियन मँ बहत ह। 8 इ अइसा देस अहइ जेहमाँ गोहूँ, जउ, अंगूरे क सबइ बेल, अंजीरे क बृच्छ अउ अनार होत हीं। इ अइसा देस अहइ जेहमाँ जइतून क तेल अउ मधु होत ह। 9 हुआँ तू पचन्क बहोत जियादा भोजन मिली। तू पचन्क हुआँ कउनो चीज क कमी नाहीं होइ। इ अइसा देस अहइ जहाँ लोहा क चट्टान अहइँ। तू पचे पहाड़ियन स ताँबा खन सकत ह। 10 तोहरे पचन्क खाइ बरे खूब जियादा होइ अउर तू पचे संतुट्ठ होब्या। तब तू पचे आपन परमेस्सर क तारीफ करब्या कि उ तू पचन्क अइसा बढ़िया देस दिहस। 11 “होसियार रहा, यहोवा आपन परमेस्सर क जिन बिसरा। होसियार रहा कि आज मइँ जउने हुकुमन क, कानूनन अउ नेमन क दइ देत हउँ ओनका माना। 12 तू पचे खाब्या अउ संतट्ठ रहब्या। तू पचे बढ़िया मकान बनउब्या अउर ओनमाँ रहब्या। 13 तोहार लगे गोरुअन अउर भेड़िन क बहोत बड़का झुण्ड होइहीं, तू पचे जियादा स जियादा सोना अउ चाँदी पउब्या। तोहरे लगे बहोत स चिजियन होइहीं। 14 जब अइसा होइ तउ तू पचन्क होसियार रहइ चाही कि तू पचन्क घमण्ड न होइ। तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क नाहीं बिसरइ चाही। उ तू पचन्क मिस्र स बाहर लाएस ह, जहाँ तू पचे गुलाम रह्या। 15 यहोवा तू पचन्क बहोतइ बड़का अउ खउफनाक रेगिस्ताने स लिआवा। हुवाँ जहरिला साँप अउ बीछू उ रेगिस्ताने मँ रहेन। जमीन झुरान रही अउ कतहूँ पानी नाहीं रहा। मुला यहोवा तोहका कठोर चट्टान स पानी बाहेर निकारि के दिहेस। 16 रेगिस्ताने मँ यहोवा तू पचन्क मन्ना खिआएस, अइसी चीज जेका तोहार पुरखन कबहुँ नाहीं जान पाएन। यहोवा तोहार परीच्छा लिहस। काहेकि यहोवा तू पचन्क बिनम्र बनवइ चाहत रहा। उ चाहत रहा कि आखीर मँ तोहार सबन्क भला होइ। 17 आपन मने मँ कबहुँ अइसा जिन सोचा कि, ‘मइँ इ सारी सम्पति आपन सक्ती अउ जोग्गता स पाएउँ ह।’ 18 यहोवा आपन परमेस्सर क सुमिरा। उहइ एक बाटइ जउन तू पचन्क सम्पत्ति प्राप्त करइ क सक्ती देत ह। यहोवा अइसा काहे करत ह? काहेकि उ तोहरे पुरखन क संग कीन्ह गइ वाचा क पूरा करइ क चाहत ह। उ आजु उहइ करत ह जउन उ वाचा किहे रहा। 19 “यहोवा आपन परमेस्सर क जिन बिसरा। कउनो दूसर देवता क पाछा जिन करा। ओकर पूजा या सेवा जिन करा। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ मइँ तू पचन्क आज चितउनी देत हउँ कि तू पचे निस्चय ही नस्ट कइ दीन्ह जाब्या। 20 यहोवा तोहरे बरे दूसर रास्ट्रन क नास करत अहइ। तू पचे भी ओनहीं रास्ट्रन क नाईर् बरबाद होइ जाब्या जेनका यहोवा तोहरे समन्वा नास करत अहइ। इ होइ काहेकि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क आग्या क मान्या नाहीं।

9:1 “धियान द्या, इस्राएल क मनइयो! आजु तू पचे यरदन नदी क पार करब्या। तू पचे उ देस मँ अपने स बड़का अउ सक्तीवाला क दबाव डाइके हटावइ बरे जाब्या। ओनकइ सहर बड़वार अउ अकासे क छुअत ऊँची दीवार स किलेबन्द अहइ। 2 उ देस क मनई लम्बा अउ बरिआर अहइँ। उ पचे अनाकी लोग अहइँ। तू सबइ इ सबइ लोगन क बाबत जानत अहा। इ कहत भवा सुनेस, ‘कउनो मनई अनाकी लोगन क मुकाबिला नाहीं कइ सकत ह।’ 3 मुला तू पचे जान सकत ह कि यहोवा तोहार परमेस्सर भसम करइवाली आगी क नाईर् तोहरे आगे नदी क पार जात अहइ। यहोवा ओन रास्ट्रन क बरबाद कइ देइ। उ ओनका तोहरे समन्वा हराइ देइ। तू सबइ ओनँ क बाहर खदेर देब्या अउ हाली ही ओका बारबाद कइ देब्या जइसन ही यहोवा तोहका कहिहीं। 4 “यहोवा तोहार परमेस्सर जब ओन रास्ट्रन क दबाव डाइके तू पचन्स दूर हटाइ देइ। तउ अपने मने मँ इ न सोच्या कि, ‘यहोवा हम लोगन्क इ देस मँ रहइ बरे, एह बरे लिआएस कि हम लोगन्क रहइ क तरीका ठीक अहइ।’ यहोवा ओन रास्ट्रन क तू लोगन्स दूर दबाव डाइके काहे हटाएस? काहेकि उ पचे दुस्टपूर्ण तरीका स रहत रह्या। 5 तू सबइ ओनकइ देस कब्जा बरे जात अहा, मुला एह बरे नाहीं कि तू पचे नीक अहा अउ उचित तरीका स रहत अहा। यहोवा तोहार परमेस्सर उ रास्ट्रन क ओकर आपन दुस्टता क कारण तोहका हुवाँ जाई स पहिले ओका उ रास्ट्र स खदेर देब अउर तू ओकर देस पइ कब्जा कइ लेब्या काहेेकि उ चाहत रहा कि जउन बचन उ तोहरे पुरखन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क दिहस उ पूरा होइ। 6 यहोवा तोहार परमेस्सर उ बढ़िया देस क तू सबन्क रहइ बरे देत अहइ, मुला तू सबन्क इ जानइ चाही कि अइसा तोहरी जिन्नगी क ठीक तरीका क होइ क कारण नाहीं होत अहइ। सच्चाइ इहइ अहइ कि तू सबइ अड़ियल लोग अहा। 7 “याद रखा अउ इ जिन बिसरा कि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क रेगिस्ताने मँ कोहाइ दिहा। तू सबइ उहइ दिना स जउने दिन स मिस्र स बाहेर निकइया अउर इ जगह पइ आवइ क दिन तलक यहोवा क हुकुम क मानइ स इन्कार कइ दिह्या ह। 8 तू पचे यहोवा क होरेब पहाड़े पइ भी कोहाइ दिह्या। यहोवा तू पचन्क बरबाद कइ देइ क हद तलक कोहाइ ग रहा। 9 मइँ पाथरे क सिलन क लेइ बरे पहाड़े क ऊपर गएउँ। जउन वाचा यहोवा तोहरे संग किहेस, ओन सिलन पइ तरासा भवा रहेन। मइँ हुआँ पहाड़े पइ चालीस दिन अउ चालीस रात ठहरेउँ। न तउ मइँ रोटी खाएउँ, अउर न ही पानी पिएउँ। 10 तब यहोवा मोका दुई पाथर क सिलन दिहस। यहोवा ओन सिलन पइ खुद आपन अगुंरियन स लिखेस ह, उ हर उ एक बात क लिखेस ह जेनका उ आगी मँ स कहे रहा, जब तू पचे पहाड़ी क चारिहुँ कइँती बटुरा रह्या। 11 “एह बरे, चालीस दिन अउ चालीस रात क आखीर मँ यहोवा मोका वाचा क दुइ ठु पाथर क सिलन दिहस। 12 तब यहोवा मोसे कहेस, ‘उठा अउ जल्दी स हिआँ स खाले जा। जउन मनइयन क तू पचे मिस्र स बाहेर लिआया ह उ मनइयन खुद क पाछे ही बरबाद कइ लिहेस ह। उ पचे ओन बातन स पराइ ग अहइँ, जेनके बरे मइँ हुकुम दिहे अहउँ। उ पचे एक ठु धातू क मूत्तिर् बनाइ लिहे अहइँ।’ 13 “यहोवा मोसे इ भी कहेस, ‘मइँ इ लोगन पइ आपन निगाह रखेउँ ह। उ पचे बहोतइ अड़ियल अहइँ। 14 मोका अकेला रहइ द्या। मइँ इ मनइयन क पूरी तरह बरबाद करइ क चाहत अहउँ। ताकि कउनो मनई ओनकइ नाउँ कबहुँ याद नाहीं करी। तब मइँ तू पचन्स रास्ट्र बनाउबउँ जउन ओनके रास्ट्र स बड़का अउ जियादा सक्तीवाला होइ।’ 15 “तब मइँ मुड़ेउँ अउ पहाड़े स खाले आएउँ। पहाड़ आगी स बरत रहा। वाचा क दुइनउँ पाथर मोर दुइनउँ हाथे मँ रहीं। 16 जब मइँ नजर डालेउँ, तउ लखेउँ कि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क खिलाफ पाप किहे रहा। तू पचे अपने बरे धातू एक ठु बछवा बनाया ह। यहोवा जउन हुकुम दिहे अहइ ओसे तू पचे दूर पराइ ग अहा। 17 एह बरे मइँ दुइनउँ सिलन क लिहेउँ अउ ओनका नीचे फैंकि दहेउँ। हुआँ तोहरी आँखियन क समन्वा सिलन क टूका होइ गएन। 18 तब मइँ यहोवा क समन्वा निहुरेउँ अउ आपन चेहरा क जमीन पइ कइके चालीस दिन अउ चालीस रात वइसे ही बिताउँ। मइँ न तउ रोटी खाएउँ, अउ न ही पानी पिएउँ। मइँ इ एह बरे किहेउँ, कि तू पचे ऍतना बुरा पाप किह्या ह। तू पचे यहोवा बरे बुरा किहा अउर ओका कोहाइ दिह्या। 19 मइँ यहोवा क खउफनाक किरोध स डेराइ ग रहेउँ। उ तोहरे पचन्क खिलाफ ऍतना कोहाइ ग रहा कि तू पचन्क नास कइ देत। मुला यहोवा मोर बात फुन सुनेस। 20 यहोवा हारून पइ बहोत कोहान रहा। उ काफी किरोधित रहा अउ ओका बरबाद करइ चाहत रहा। एह बरे उ समइ मइँ हारून बरे भी पराथना किहे रहा। 21 मइँ उ पापे स भरा भए तोहार बनवा सोना क बछवा क लिहेउँ अउ ओका आगी मँ बारि दिहेउँ। मइँ ओका नान्ह नान्ह टूकन मँ तोड़ेउँ अउ मइँ बछवा क टूकन क तब तलक कुचर दिहेउँ जब तलक उ सबइ धूरि नाहीं बन गएन अउर तब मइँ उ धूरि क पहाड़े स खाले बहइवाली नदी मँ फेकेउँ। 22 “मस्सा, तबेरा अउ किब्रोत-हतावा पइ तू पचे फिन यहोवा क किरोधी कइ दिहा। 23 अउर जब यहोवा तू पचन्स कादेसबनेर् तजइ क कहेस तब तू पचे ओकरी आग्या क नाहीं मान्या। उ कहेस, ‘अगवा बढ़ा अउ उ देस मँ रहा जेका मइँ तोहका पचन्क दिहेउँ ह।’ मुला तू पचे ओह पइ बिस्सास नाहीं किह्या। तू पचे ओकरे आदेस क अनसुनी किह्या। 24 पूरा समइ जबहिं स मइँ तू पचन्क जानत हउँ तू लोगो यहोवा क आग्या क मानइ स इन्कार किहा ह। 25 “एह बरे मइँ चालीस दिन अउ चालीस रात यहोवा क समन्वा निहुरा रहा। काहेकि यहोवा कहेस कि उ तू पचन्क नास करी देब्या। 26 मइँ यहोवा स पराथना किहेउँ। मइँ कहेउँ: यहोवा, मोर सुआमी, आपन लोग, आपन मीरास क बरबाद जिन करा। तू आपन बड़की ताकत अउ सक्ती स ओनका अजाद किहा अउ मिस्र स लिआया। 27 तू आपन सेवकन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क याद करा। कृपा कइके तू इ लोगन क हठीलापन क भूल जा। 28 अगर तू आपन लोगन क सजा देब्या तउ मिस्री कहि सकत हीं, ‘यहोवा आपन लोगन क लइ जाइ मँ समर्थ नाहीं रहा, जेहमाँ लइ जाइ क बचन दिहे रहा। उ ओनसे घिना किहेस। एह बरे उ ओनका मारइ बरे रेगिस्तान मँ लइ गवा।’ 29 मुला उ सबइ तोहार लोगन अहइँ। यहोवा उ तोहार सम्बंधित अहइँ। तू आपन बड़की ताकत अउ मजबूती स ओनका मिस्र स बाहेर लिआया।

10:1 “ओह समइ, यहोवा मोसे कहेस, ‘तू पहिली सिलन क नाईर् पाथर फारिके दुइ सिला बनावा। तब तू पचे मोरे लगे पहाड़े पइ आवा। अपने बरे एक काठे क संदूख भी बनावा। 2 मइँ पाथरे क सिलन पइ उ सबइ सब्द लिखब जउन पहिंली सिलन पइ लिखे रहेन। तू पहिली सिलन क तोड़ी दिहेन। तब तू पचन्क इ नवी सिलन क सन्दूखे मँ रखइ चाही।’ 3 “एह बरे मइँ बबूल क एक ठु सन्दूख बनाएउँ। मइँ पहिली सिलन क तरह पाथर फारिके दुइ सिलन बनाएउँ। तब मइँ पहाड़े पइ गएउँ। मोरे हथवा मँ दुइ सिलन रहिन 4 अउर यहोवा ओनही सबदन क लिखेस जेनका उ तब लिखे रहा जब दस हकुमन क उ आगी मँ स तू पचन्क दिहे रहा अउर तू पचे पहाड़े क चारिहुँ कइँती बटुरा रह्या। तब यहोवा पाथर क सिलन मोका दिहस। 5 मइँ घूमेउँ अउर पहाड़े क खाले आएउँ। मइँ आपन बनाए भए सन्दूखे मँ सिलन क रखेउँ। यहोवा मोका एन सिलन क ओहमाँ धरइ क आदेस दिहेस।” 6 (इस्राएल क लोग याकान क लोगन क कुआँ स मोसेरा क जात्रा किहेन। हुआँ हारुन मरा अउ दफनाव गवा। हारुन क पूत एलीआज़ार हारून क जगह पइ याजक क रुप मँ सेवा सुरु किहस। 7 तब इस्राएल क लोग मोसेरा स गुदगोदा गएन अउर उ पचे गुदगोदा स नदियन क पहँटा योतबाता गएन। 8 ओह समइ यहोवा लेवी क परिवार समूह क आपन खास काम बरे दूसर परिवार समूहन स अलगाइ दिहस। ओनका यहोवा क करार क सन्दूखे क लइ जाइ क काम, यहोवा क समन्वा खड़ा होइके अउर ओकर सेवा करइ क काम रहा। उ यहोवा क नाउँ पइ उ पचे लोगन क आसीर्बाद देइ क काम भी करत रहेन। उ पचे अब भी इ खास काम करत हीं। 9 इहइ कारण अहइ कि लेवी बंस क मनइयन क भुइँया क कउनो हींसा दूसर परिवार समूहन क नाईर् नाहीं मिल पावा। लेवी बंसियन क हींसे मँ यहोवा पड़ा। यहोवा तोहार परमेस्सर ओकर संग इ वाचा किहेस।) 10 “मइँ पहाड़े पइ पहिली दाईं क तरह चालीस दिन अउ चालीस रात रुका रह। यहोवा ओह समइ भी मोर बातन क सुनेस। यहोवा तू पचन्क नास न करइ क निहचय किहेस। 11 यहोवा मोसे कहेस, ‘जा अउर मनइयन क जात्रा पइ लइ जा। उ पचे उ देस मँ जइहीं अउ ओहमाँ रइहीं जेका मइँ ओनके पुरखन क देइ क बचन दिहे अहउँ।’ 12 “इस्राएल क लोगो, अब सुना! यहोवा, तोहार परमेस्सर जउन चाहत ह उ इ बाटइ: उ चाहत ह कि तू ओकर सम्मान करा अउ ओकर रास्ता प रहा। उ चाहत ह परमेस्सर स पिरेम अउर ओकर अराधना आपन पूरा हिरदइ अउर पूरा आतिमा स करा। 13 यहोवा क नेमन अउ आदेसन क पालन करा। मइँ इ सबइ आदेसन तोहका आपन भलाई बरे देत अहइँ। 14 “हर एक चीज, यहोवा तोहरे परमेस्सर क अहइ। सरग, सबन त ऊँचा उहइ क अहइ। भुइयाँ अउ ओह पइ क सारी चिजियन यहोवा तोहरे परमेस्सर क अहइँ। 15 यहोवा तोहरे पुरखन स बहोत पिरेम करत रहा। उ ओनसे एतना पिरेम करत रहा कि ओनके सन्तान, तू पचन्क, उ आपन लोग बनाएस। उ कउनो दूसर रास्ट्र क जगह पइ तू पचन्क चुनेस अउ आजु भी तू पचे ओकर चुना भवा लोग अहा। 16 “तू पचन क आपन हिरदय क खतना करइ चाही।तू पचन्क अड़ियल होब तजि देइ चाही। 17 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर अहइ। उ देवतन क परमेस्सर, अउ देवतन क यहोवा अहइ। उ महान परमेस्सर अहइ। उ अरज करइवाला अउ सक्तीवाला जोद्धा अहइ। यहोवा क निगाहे मँ सबहिं मनई बराबर अहइँ। यहोवा आपन इरादा बदलइ बरे धन नाहीं लेत। 18 उ अनाथ क अउ राँड़ क निआउ करत ह। उ हमरे देस मँ रहइवाला प्रवासी स पिरेम करत ह। उ ओनका खइया क अउ ओढ़ना देत ह। 19 एह बरे तू पचन्क भी इ अजनबियन स पिरेम करइ चाही। काहेकि तू पचे खुद भी मिस्र मँ अजनबी रह्या। 20 “तोहका यहोवा आपन परमेस्सर क मान करइ चाही अउ सिरिफ उहइ क उपासना करइ चाही। ओका कबहुँ न तजा। जब तू पचे बचन द्या तउ सिरिफ ओकरे नाउँ क उपयोग करा। 21 तू पचन्क ओका बड़कई करइ चाही। उ तोहार परमेस्सर अहइ। उ तोहरे बरे महान अउ अचरजे स भरा भवा काम किहेस ह। इ सबइ कारजन क तू पचे आपन आँखिन स लख्या ह। 22 जब तोहार पुरखन मिस्र ग रहेन तउ सिरिफ सत्तर रहेन। अब यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क बहोतइ जियादा मनइयन क रुप मँ बढ़ाइ दिहे अहइ जेतॅना अकासे मँ तारा बाटेन।

11:1 “एह बरे तू पचन्क आपन परमेस्सर यहोवा स पिआर करइ चाही। तू पचन्क उहइ करइ चाही जउन उ करइ बरे तू सबन्स कहत ह। तू पचन्क ओकरे नेमन, हुकुमन अउ आदेसन क हमेसा ही मानइ चाही। 2 याद रखा सिरिफ तोहार गदेलन उ एक नाहीं अहइ जेका उ लख्या ह अउर जउन यहोवा तोहार परमेस्सर बरे महान काम करइ मँ तजुरबा राखत अहइ। उ सबइ तू लोग रह्या तोहरे सबन्क जउन उ लखेन अउर तू पचे लख्या ह कि यहोवा केतॅना महान, मज़बूत अउ केतॅना सक्तीसाली अहइ। 3 तू पचे ओकरे चमत्कारन क लख्या ह। तू पचे उ सबइ लख्या ह जउन उ मिस्र क राजा फिरौन अउ ओकरे पूरे देस क संग किहस। 4 तू पचे मिस्र क फउज, ओनकइ घोड़न अउ रथन क संग यहोवा जउन किहस, लख्या ह। उ सबइ तू सबन्क पाछा करत रहेन, मुला तू पचे लख्या ह, यहोवा ओनका लालसागरे क जले मँ बोर दिहस। तू पचे लख्या ह कि यहोवा ओनका पूरी तरह बरबाद कइ दिहस। 5 तू पचे उ सबइ चिजियन क लख्या ह जउन यहोवा तोहार परमेस्सर उ रेगिस्तान मँ तू पचन्क इ जगह मँ आवइ तलक किहेस ह। 6 तू पचे लख्या ह कि यहोवा रूबेन क परिवार क एलिआब क दूइ पूतन दातान अउ अबीराम क संग का किहेस। इस्राएल क सबहिं मनइयन लख्या ह कि भुइँया मुँहे क नाईर् खुलत भवा ह अउ ओन मनइयन, ओनके परिवारे, खेमन, सबहिं नउकरन अउ ओनकर सबहिं जनावरन क निगल लिहस। 7 तू पचे यहोवा क जरिये कीन्ह गएन महान कारनामा क लख्या ह। 8 “एह बरे आजु जउन आदेस मइँ देत अहउँ, तू पचन क ओन सबन क जरूर मानइ चाही। तबहिं तू पचे सक्तीसाली बनब्या। अउर तू पचे नदी क पार करइ लायक बनब्या अउर उ देस पइ कब्जा करब्या जेहमाँ प्रवेस करइ बरे तू पचे तइयार अहा। 9 उ देस मँ तोहार उमिर लम्बी होई। इ उहइ देस अहइ जेका यहोवा तोहरे पुरखन स ओनके अउ ओनके सन्तानन क देइ क बचन दिहे रहा। इ देस मँ दूध अउर सहद बहत ह। 10 जउने देस क तू पचे पउब्या उ मिस्र क नाईर् नाहीं अहइ जहाँ से तू पचे आया ह। मिस्र मँ तू पचे बिआ बोअत रह्या अउर पौधन क गोड़न क जरिये नहर स पानी निकाल कइ सबजियन क बगियन क नाईं सींचत रहा। 11 मुला जउन पहँटा तू पचे हाली ही पउब्या उ मँ पहाड़न अउ घाटियन अहइँ। इ भुइँया बरखा स पानी अकासे स पावत ह। 12 यहोवा तोहार परमेस्सर उ देस क देख-भला करत ह। यहोवा तोहार परमेस्सर बरिस क सुरू स आखिर तलक ओकर देख-भाल लगातार करत रहत ह। 13 “‘तू पचन्क जउन आदेसन मइँ आजु देत अहउँ, ओका तोहका होसियारी स जरूर सुनइ चाही। तू पचन क यहोवा तोहार परमेस्सर स पिरेम अउ ओकर सेवा पूरा हिरदय अउ आतिमा स जरूर करइ चाही। अगर तू पचे अइसेन करब्या, 14 तउ मइँ ठीक समइ पइ तोहरी भुइँया बरे बरखा पठउब। मइँ पतझर अउ बसन्त क समइ क भी बरखा दुआरा तोहका आसीर्बाद देब। तू पचे आपन अन्न, नवा दाखरस अउ तेल बटोरब्या। 15 अउर मइँ तोहरे खेतन मँ तोहरे पचन्क गोरुअन बरे घास जमाउब। तोहरे पचन्क भोजन बरे बहोत जिआदा होइ।’ 16 “मुला होसियार रहा कि ललचाया नाहीं जा। दूसर देवतन क पूजा अउ सेवा करइ बरे जिन घूमा। 17 अगर तू पचे अइसा करब्या तउ यहोवा तू पचन पइ बहोतइ कोहाइ जाइ। उ अकासे क बन्द कइ देइ अउ बरखा नाहीं होइ। भुइँया स फसल नाहीं जमी अउर तू पचे उ नीक देस मँ हाली ही मरि जाब्या जेका यहोवा तू पचन्क देत अहइ। 18 “इ सब्दन क आपन दिमाग अउर हिरदइ मँ रखा। ऍका आपन कमर अउ कपाल पइ यादगार क रूप मँ रखा। 19 ऍन नेमन क सिच्छा आपन गदेलन क द्या। ऍनके बारे मँ जउन तू आपन घरे मँ बइठा, जउन तू सड़किया पइ टहरत रहा, जउन तू लोटत रहा अउ जउन जागत भए रहा, बतावा करा। 20 ऍन आदेसन क आपन घरे क दुआरे क चौखट अउ फाटकन पइ लिखा। 21 तबहिं तू पचे अउ तोहार गदेलन उ देस मँ लम्बे समइ तलक रइहीं। इ उहइ भुइँया अहइ जेका यहोवा तोहरे पुरखन क देइ क बचन दिहे रहा। तू पचे तब तलक रहब्या जब तलक धरती क ऊपर अकास रही। 22 “होसियार रहा कि तू पचे उ हर एक आदेस क मानत रहा जेका मानइ बरे मइँ तू पचन्स कहेउँ ह। आपन परमेस्सर यहोवा स पिरेम करा। ओकर बताए भए सबहिं राहे प चला। ओहसे लगा रहा। 23 यहोवा ओन सबहिं रास्ट्रन क ताकत लगाइके बाहर करब। तू पचे ओन रास्ट्रन स भुइँया लेब्या जउन तोहसे पचन्स लम्बा अउ मजबूत अहइँ। 24 उ सारा प्रदेस जेह पइ तू पचे चलब्या, उ तोहार होइ। तोहार देस दक्खिन मँ रेगिस्ताने स लइके लगातार उत्तर मँ लबानोन तलक होइ। इ पूरब मँ फरात नदी स लइके पस्चिमी सागर तलक होइ। 25 कउनो मनई तोहरे पचन्क खिलाफ ठाड़ न होइ। यहोवा तोहार परमेस्सर ओन लोगन्क तू पचन्स डेरवाइ देइ जहाँ कहूँ तू पचे उ देस मँ जाब्या। इ उहइ जेकरे बरे यहोवा पहिले तोहका पचन्क बचन दिहे रहा। 26 “आजु मइँ तू पचन्क आसीर्बाद या अभिसाप मँ स एक क चुनइ क बचन देत अहउँ। 27 तू सबइ बरदान पउब्या, अगर तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क आदेसन क पालन करब्या। मइँ आजु इ आदेसन क तोहका देत अहउँ। 28 मुला तू पचे ओह समइ अभिसाप पउब्या जब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क आदेसन क मानइ स इन्कार करब्या। ऍह बरे जउने राहे पइ चलइ क आदेस मइँ आजु तू पचन्क दइ देत अहउँ, ओहसे घूमब्या अउ ओन दूसर देवतन क पाछा करब्या जेनका तू पचे जानत्या नाहीं। 29 “जब यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क उ देस मँ लावत ह जहाँ तू पचे रहब्या, तब तू पचन्क गरीज्जीम पहाड़े क चोटी पइ जाइ चाही अउ हुआँ स आसीर्बादन क लोगन क सुनावइ चाही। तब तू पचन्क एबाल पहाड़े क चोटी पइ भी जाइ चाही अउ हुआँ स अभिसापन क लोगन क सुनावइ चाही। 30 इ सबइ यरदन नदी क दूसर कइँती कनानी लोगन्क प्रदेस मँ अहइँ जउन यरदन घाटी मँ रहत हीं। इ सबइ पहाड़ गिलगाल सहर क निचके मोरे क बांज क बृच्छन क निअरे पच्छिम कइँती अहइँ। 31 तू पचे यरदन नदी क पार कइके जाब्या। तू पचे उ पहँटा क लेब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ। इ देस तोहार होइ। जब तू पचे इ देस मँ रहइ लगब्या तउ 32 तोहका ओन सबहिं हुकुमन अउ नेमन क मानब होसियारी स करी चाही जेनका आजु मइँ तू पचन्क दइ देत अहउँ।

12:1 “इ सबइ नेम अउर हुकुम अहइ जेका तोहका आपन नवा भुइँया मँ होसीयारी क साथ जरूर पालन करइ चाही। यहोवा तोहार पुरखन क परमेस्सर तोहका इ भुइँया दइ दिहा ह जब तलक तू पचन्क इ धरती पइ रही तोहका आपन अधिकार मँ रखइ बरे दिहेस ह। 2 तू पचे उ पहँटा क ओन रास्ट्रन स लेब्या जउन अब हुआँ रहत अहइँ। तू पचन्क ओन सबहिं ठउरन क पूरी तरह नास कइ देइ चाही जहाँ इ सबइ रास्ट्र आपन देवतन क पूजत हीं। इ सबइ ठउर ऊँचे पहाड़न, पहाड़ियन अउ सबइ हरिअर बृच्छन क खाले अहइँ। 3 तू पचन्क ओनकर वेदियन क बरबाद करइ चाही अउ ओनके स्मृति पाथरन क टूका-टूका कइ देइ चाही। तू पचन्क ओनके पवित्तर खम्भन क बार देइ चाही। ओनके देवतन क मूरतियन क काट डावइ चाही अउ ओनकर नाउँ हुआँ स मेट देइ चाही। 4 “मुला तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क उपासना उ तरह नाहीं करइ चाही जउने तरह उ सबइ लोग आपन देवतन क पूजन हीं। 5 यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे परिवार समूहे स खास ठउर चुनब। उ हुआँ आपन नाउँ क थापना करी। अउ हुआँ निवास करी तू पचन्क ओकर उपासना करइ बरे उ ठउर प जाइ चाही। 6 हुआँ तू पचन्क आपन होमबलि, आपन सबइ बली, दसवाँ हींसा, आपन खास भेंट, यहोवा क बचन दीन्ह गइ भेंट, आपन क इच्छा स भेंट अउर झुण्ड अउ रेवड़ क पहिला पइदा भवा बच्चन क लियावइ चाही। 7 तू अउर तोहार परिवार हुआँ यहोवा तोहार परमेस्सर क मौजूदगी मँ भोजन करिहीं। जउने अच्छी चिजियन बरे तू पचे काम किह्या ह आपन परमेस्सर क कारन स तू आनन्द पाउब्या। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका आसीर्बाद दिहेस ह। 8 “उ उहइ तरह उपासना करत नाहीं रहइ चाही जउने तरह हम उपासना करत आवत अही। अबहिं तलक हम माँ स हर एक जइसा चाहे परमेस्सर क उपासना करत रहा। 9 काहे अबहिं तलक हम उ सान्त देस मँ नाहीं पहुँचे रहेन जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। 10 मुला तू पचे यरदन नदी क पार करब्या अउ उ देस मँ रहब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। हुआँ यहोवा तू पचन्क सबहिं दुस्मनन स चैन स रहइ देइ अउ तू सुरच्छित रहब्या। 11 तब यहोवा आपन बरे खास ठउर चुनी उ हुआँ आपन नाउँ क थापना करी अउर तू पचे ओन सबहिं चीजन्क हुअँइ लइ अउब्या जेनके बरे मइँ आदेस देत हउँ। हुअँइ तू पचे आपन क सबइ होम बलियन, आपन बलियन, दसवाँ हींसा,आपन इच्छा क भेंट, आपन खास भेंट, अउ आपन क स्वतंत्र इच्छा क भेंट, जउन तू यहोवा क देइ क बचन दिहस ह। 12 उ ठउरे पइ तू पचे आपन सबहिं लोग, आपन बेटवन अउ बेटियन, मरद अउ मेहरारु नउकरन, अउर आपन सहर मँ बसइया सबहिं लेवीबंसियन क संग बटुर जा। (इ सबइ लेवीबंसी आपन बरे भुइँया क कउनो हींसा न पइहीं।) यहोवा आपन परमेस्सर क मौजूदगी मँ हुआँ आनंद मनावा। 13 होसियारी बरता कि तू पचे आपन होम बलियन क जहाँ लखा हुआँ जिन चढ़ावा। 14 तोहरे परिवार समूहे मँ स कउनो एक क इलाका मँ यहोवा आपन खास ठउर चुनी। हुआँ आपन होमबलि चढ़ावा अउ तू पचन्क बतावा गवा सबहिं आदेसन क हुअँइ करा। 15 “जउने कउने जगह तू पचे रहा तू कउनो जनावर क मारिके खाइ सकत ह। तू हरिण या नील गाय क साथ ठीक वइसा ही करा। तू पचे ओतना माँस खाइ सकत ह जेतना तू चाहा, जेतना यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देइ। कउनो भी मनई इ गोस क खाइ सकत ह, चाहे उ पवितर होइ या अपवितर होइ। 16 मुला तू पचन्क रकत नाहीं खाइ चाही। तू पचन्क खून क पानी क तरह जमीन प बहाइ देइ चाही। 17 “कछू अइसी चिजियन अहइँ जेनका तू पचन्क ओन ठउरन पइ नाहीं खाइ चाही जहाँ तू पचे रहत अहा। इ सबइ अहइँ: आपन अनाज क, दाखरस क, अउ तेल क दसवाँ हींसा। तोहार भेड़ अउ गोरुअन क पहिला पइदा भवा बच्चा, परमेस्सर क वचन दीन्ह गइ भेंट, कउनो आपन इच्छा भेंट या कउनो भी परमेस्सर क दूसर भेंट। 18 तू पचन्क ओन भेंटन क सिरिफ यहोवा तोहार परमेस्सर क मौजूदगी मँ खाइ चाही यानी यहोवा तोहार परमेस्सर जउने ठउरे क चुनइ। तू पचन्क हुअँइ जाइ चाही अउर आपन पूतन, बिटियन, सबहिं मरद अउ मेहरारु नउकरन अउर तोहरे सहरन मँ बसइयन लेवी बंसियन क संग मिलिके खाइ चाही। यहोवा आपन परमेस्सर क मौजूदगी मँ आनन्द मनावा। जउने चिजियन बरे काम किहा ह ओनकर आनन्द ल्या। 19 धियान रखा कि इ भोजनन क लेवी बंसियन क संग बाँटिके खा। इ तब तलक करा जब तलक आपन देस मँ रहा। 20 “यहोवा तोहार परमेस्सर इ बचन दिहे अहइ कि उ तोहरे देस क सीमा क अउर बढ़ाई। जब यहोवा अइसा करी तउ उ ओकरे चुने भए खास निवास स दूर रहि सकत ह अउर तोहे पचन्क गोस क भूख अहइ तउ तू पचे कउनो भी तरह क गोस क, जउन तोहरे लगे अहइ खाइ सकत ह। तू पचे यहोवा क दीन्ह झुण्ड अउ समूह मँ स कउनो भी जनावर क मारि सकत ह। इ वइसे ही करा जइसा करइ क हुकुम मइँ दिहे अहउँ। इ गोस, तू पचे जबहिं चाहा जहाँ भी रह्या, खाइ सकत ह। 21 22 तू पचे इ गोस क वइसे ही खाइ सकत ह जइसे नीलगाय अउर हिरन क गोस खात ह। कउनो भी मनई इ कइ सकत ह चाहे उ सबइ पवित्तर होइँ या अपवित्तर। 23 मुला निहचय ही खून जिन खा। काहेकि खून मँ जिन्नगी अहइ अउर तू पचन्क उ गोस नाहीं खाइ चाही जेहमाँ अबहिं जिन्नगी होइ। 24 खून जिन खा। तू पचन्क खून क पानी क नाईर् भुइँया पइ डाइ देइ चाही। 25 तू पचन्क उ सब कछू करइ चाही जेका परमेस्सर उचित समझत ह। एह बरे खून जिन खा। तब तोहार अउ तोहरे सन्तानन क भला होइ। 26 “कउनो भी तरह तोहका आपन पवित्तर बलिदान क अउर वचन क उपहारन क उ जगह पइ लावइ चाही जेका यहोवा चुनी। 27 तू पचन्क आपन होमबलि हुअँइ चढ़ावइ चाही। आपन होमबलि क गोस अउ रकत यहोवा आपन परमेसस्र क वेदी पइ चढ़ावा। रकत क बाहर निकाला। तब तू पचे गोस खाइ सकत ह। 28 जउन आदेस मइँ देत अहउँ ओनका मानइ मँ होसियार रहा। जब तू पचे उ सब कछू करत अहा जउन यहोवा तोहार परमेस्सर बाटइ अउ ठीक अउ अच्छा अहइ, तब हर चीज तोहरे बरे अउ तोहरे सन्ताने बरे भविस्य मँ सदा भला रही। 29 “जब यहोवा तोहार परमेस्सर उ रास्ट्रन क बरबाद करब्या अउ तो ओकर भुइँया पइ कब्जा करब्या। तू पचे हुआँ जाब्या अउ ओनसे भुइँया लेब्या। तू पचे ओनकइ भुइँया पइ रहब्या। 30 किन्तु ओकर पाछे होसियार रहा काहेकि उ तोहार समन्वा बरबाद भवा। ओकरे कैद मँ जिन फँसा जेहसा उ देवतन क पूजा करत अहइ। इ सीखइ क कोसिस न करा कि उ सबइ आपन देवतन क पूजा कइसे करत हीं। ‘उ सबइ जइसे पूजा करत ही वइसेन पूजा करइ क बारे मँ जिन सोचा।’ 31 तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क वइसेन उपासना नाहीं करब्या जइसे उ पचे आपन देवतन क करत हीं। काहेकि उ पचे आपन पूजा मँ सब किसिम क बुरी चीजन करत हीं जेनसे यहोवा घिना करत ह। उ पचे आपन देवतन क बलि बरे आपन गदेलन क भी बार देत हीं। 32 “तू पचन्क ओन सबहिं काम क करइ बरे होसियार रहइ चाही जेनके बरे मइँ आदेस देत हउँ। जउन मइँ तू पचन्स कहत हउँ ओहमाँ न तउ कछू जोरा, न ही ओहमाँ स कछू कमती करा।

13:1 “कउनो नबी या सपन क फले क जानइवाला तोहरे लगे आइ सकत ह। उ इ कहि सकत ह कि उ कछू दैवी चीन्हा या अचरजवाला काम देखाइ। 2 उ दैवी चीन्हा या अचरजवाला काम, जेकरे बारे मँ उ तू पचन्क बताएस ह, उ सही होइ सकत ह। तब उ तू पचन्स कहि सकत ह कि तू पचे दूसर देवतन क माना (जेनका तू पचे नाहीं जानत अहा।) उ तू पचन्स कहि सकत ह, ‘आवा हम ओन देवतन क सेवा करी।’ 3 उ नबी या सपन काल क बातन क जिन सुना। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहार परीच्छा लेत अहइ। उ इ जानइ चाहत ह कि तू पचे पूरे हिरदय अउ आतिमा स पिरेम करत अहा कि नाहीं। 4 तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क अनुसरण करइ चाही। तू पचन्क ओकर सम्मान करइ चाही। यहोवा क आदेसन क माना अउर उ करा जउन उ कहत ह। यहोवा क सेवा करा अउ ओका कबहुँ जिन तजा। 5 उ नबी या सपन फले क जानइवाला मार दीन्ह जाइ चाही। काहेकि उ ही न तू पचन्स यहोवा तोहरे परमेस्सर क रास्तन स भटकत ह। यहोवा तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआवा। यहोवा तू पचन्क हुआँ क दासता क जिन्नगी स अजाद किहेस। उ ही अहइ जउन तोहका रोकइ क कोसिस करत अहइ कि तू पचे यहोवा आपन आदेस क मुताबिक जिन्नगी जिन बितावा। एह बरे आपन लोगन स बुरा मानुस क जरुर बरबाद करइ चाही। 6 “तोहार आपन भाइ, बेट्वा, बिटिया, तोहार पियारी मेहरारु या तोहार पियारा दोस्त छुपाइ के कहि सकत है, ‘आवा चली, दूसर देवतन क सेवा करी।’ (इ सबई वइसेन देवतन अहइँ जेनका तू पचे अउ तोहार पुरखन कबहुँ नाहीं जानेन। 7 उ सबइ ओन लोगन क देवता अहइँ जउन तोहरे चारिहुँ कइँती दूसर देसन मँ रहत हीं, कछू निचके अउ कछू दूर।) 8 तू पचन्क उ मनई क संग राजी नाहीं होइ चाही। ओकर बात जिन सुना। ओह पइ दया न देखावा। ओका आजादी स जिन जाइ द्या। ओकर रच्छा जिन करा। 9 तू पचन्क ओका मारि डावइ चाही। पाथर उठावइ वालन मँ स तू पचन्क पहिला होइ चाही अउर ओका मारइ चाही। तब सबहिं मनइयन क ओका मारि देइ क बरे ओह पइ पाथर लोकावइ चाही। काहेकि उ मनई तू पचन्क यहोवा तोहरे परमेस्सर स दूर हटावइ क कोसिस किहस। यहोवा सिरिफ एक अहइ जउन तोहे सबन्क मिस्र स लिआवा, जहाँ तू पचे दास रह्या। 10 11 तब इस्राएल क सबहिं लोग सुनिहीं अउ डेराइ जइहीं अउर उ सबइ तोहरे पचन्क बीच अउर जियादा इ तरह क बुरा काम फुरइ स करिहीं। 12 “यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे सहरन दिहे अहइ। कबहुँ-कबहुँ तू पचे सहरन मँ स कउनो क बारे मँ बुरी खबर सुन सकत ह। तू सबइ सुनि सकत ह कि 13 तोहारे पचन्क आपन रास्ट्र मँ ही कछू बुरे लोग आपन सहर क लोगन्क बुरी बातन बरे तइयार करत अहइ। उ पचे आपन सहर क लोगन स कहि सकत हीं, ‘आवा चली, दूसर देवतन क सेवा करी।’ (इ सबइ अइसे देवता होइहीं जेनका तू पचे पहिले नाहीं जान्या ह।) 14 तब तोहका सबइ चिजियन क पूरी तरह निरिच्छन करइ चाही। अगर तू पावत ह कि इ सही अहइ, तउ तू साबित कइ सकत ह कि सचमुच अइसा भयंकर बात भइ, 15 तब तू पचन्क उ सहर क लोगन्क निहचय ही स जरूर मारिइ चाही। उ सहर अउ ओकर सबइ चिजियन क, गिरुअन सहित बरबाद करइ चाही। 16 तब तू पचन्क सबहिं कीमती चीजन्क बटोरइ चाही अउर ओका सहर क बीच लइ जाइ चाही अउर सब चिजियन क सहर क संग बारि देइ चाही। इ तोहरे परमेस्स यहोवा बरे होमबलि होइ। सहर क सदा बरे राख क ढेर होइ जाइ चाही। इ कबहुँ दोबारा नाहीं बनावा जाइ चाही। 17 एह बरे तू पचन्क कउनो चीज आपन बरे नाहीं राखइ चाही। अगर तू पचे इ हुकुम क मानत अहा तउ यहोवा तू पचन्पइ कोहाइ स रोकि देइ। यहोवा तोहे पचन्पइ दाया करी अउ तरस खाइ। उ तोहरे पचन्क रास्ट्र क वइसा बड़का बनाइ जइसा उ तोहरे पुरखन क बचन दिहे रहा। 18 इ तब होइ जब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क बात सुनब्या यानी अगर तू पचे ओन हुकुमन क मनब्या जेनका मइँ तू पचन्क आजु दइ देत अहउँ। अउर तू पचन्क उहइ करइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर उचित बतावत ह।

14:1 “तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क गदेलन अहा। अगर कउनो मरइ तउ तू पचन्क आपन दुखे मँ पड़ा भवा देखावइ बरे खुद क नाहीं काटइ चाही। तु पचन्क आपन मूँड़े क अगवा क हींसा क बार नाहीं कटवावइ चाही। 2 काहेकि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क खास लोग अहा। उ संसार क सब मनइयन मँ स, तू पचन्क आपन खास लोगन्क रुप मँ चुना ह। 3 “अइसी कउनो चीज जिन खा, यहोवा जेहसे घिना करत ह। 4 तू पचे ऍन जनावरन क खाइ सकत ह: गाय, भेड़, बोकरी, 5 हिरन, नीलगाय, मृग, जंगली भेड़, जंगली बोकरी, चीतल अउ पहाड़ी भेड़। 6 तू पचे अइसे कउनो भी जनावरे क खाइ सकत ह जेकर खुर दुइ हींसा मँ बँटा होइँ अउर जउन जुगाली करत होइँ। 7 उ सबइ जनावर जउन जुगाली करत हीं या जेकर खुर दुई भाग मँ फाट भवा नाहीं होतेन तू पचन क सिरिफ एका नाहीं खाई चाही। ऊँट चट्टानी बिच्छु अउर खरहा क जिन खावा। इ सबइ जनावर जुगाली करत हीं किन्तु एकर खुर फटा भवा नाहीं होतेन। एह बरे इ तू पचन्क बरे असुद्ध अहइँ। 8 तू पचन्क सुअर नाहीं खाइ चाही। ओनकइ खुर फाट होत हीं, मुला उ सबइ जुगाली नाहीं करतेन। एह बरे सुअर तोहरे बरे असुद्ध अहइ। सुअर क कउनो गोस जिन खा अउर न ही मरे भए सुअर क छुआ। 9 “तू पचे अइसी मछरी खाइ सकत ह जेकरे पर अउ सेहरा होइँ। 10 मुला अइसी मछरी क न खा जेकरे पर अउ सेहरा दुइनाउँ न होइँ। इ सबइ तोहरे बरे असुद्ध भोजन अहइँ। 11 तू पचे कउनो सुद्ध चिरई क खाइ सकत ह। 12 मुला इ चिरइयन मँ स कउनो क जिन खा गरुड़, गीद्ध, बुर्ज्जद, 13 लाल चील, बाझ, कउनो तरह क चील, 14 कउनो तरह क काला कौआ 15 सुतुरमुर्ग, उल्लू, घुग्घू, कउनो तरह क बहोर, 16 नान्ह उल्लू बड़वार उल्लू, उज्जर उल्लू, 17 रेगिस्तानी उल्लू, मच्छरी क सिकार करइवाला बड़ा पंछी, जल कौआ, 18 चमरघेंच, कउनो तरह क बगुला, नौवा या चमगादड़। 19 “पंखवाला किरउनन तोहरे बरे असुद्ध भोजन अहइँ। तू पचन्क ओनका नाहीं खाइ चाही। 20 मुला तू पचे कउनो सुद्ध चिरइया क खाइ सकत ह। 21 “खुद मरे भएन जनावरन क जिन खा। तू पचे मरे भए जनावरन क तोहार बीच रहइवाला कउनो प्रावासी क दइ सकत ह या ओका कउनो बिदेसी क हाथे बेंच सकत ह। मुला तू यहोवा तोहार परमेस्सर क खास लोग अहा।“बोकरी क बच्चा क ओकरी महतारी क दूधे मँ जिन पकावा। 22 “तू पचन्क हर बरिस आपन खेतन मँ उगी भइ फसिल क दसवँा हींसा निहचय ही बचावइ चाही। 23 तब तू पचन्क उ ठउर पइ जाइ चाही जेका यहोवा आपन नाउँ बरे चुनत ह। हुआँ यहोवा आपन परमेस्सर क मौजूदगी मँ आपन फसिल क दसवँा हींसा, अनाजे क तोहरे नवा दाखरस, तोहार तेल क दसवाँ हींसा, झुण्ड अउ समूह मँ पइदा पहिला बच्चा, खाइ चाही। तब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क जीवन भर डर करब सिखब्या। 24 मुला उ ठउर ऍतना दूर होइ सकत ह कि तू पचे हुआँ तलक क जात्रा नाहीं कइ सकत ह। इ होइ सकत ह कि यहोवा जउन फसिल क बरदान दिहे अहइ ओकर दसवाँ हींसा तू पचे हुआँ न पहोंचाइ सका। अगर अइसा होत ह तउ इ करा: 25 आपन फसिल क उ हींसा बेचं द्या। तब उ धने क लइके यहोवा तोहार परमेस्सर क जरिये चुने भएन खास ठउरे पइ जा। 26 उ धने क उपयोग जउन कछू तू पचे चहा ओकरे बेसहइ मँ करा। गाय, भेड़ी, दाखरस या दूसर उबला भवा पेय या कउनो दूसर चीज जउन तू पचे चाहत अहा। तब तू पचन्क तोहरे परिवार क संग खइया खाइ चाही अउर यहोवा आपन परमेस्सर क मौजूदगी मँ हुआँ उ ठउरे पइ आनन्द मनावइ चाही। 27 मुला आपन सहर मँ बसइया लेवी बंसी लोगन क जिन बिसिरा काहेकि ओनके लगे तोहरी तरह भुइँया क हींसा नाहीं अहइ। 28 “हर तीन बरिस क आखीर मँ आपन उ बरिस क पइदा भवा फसिल क दसवँा हींसा बटोरब्या। इ भोजन क आपन सहर मँ रखा। 29 इ भोजन लेवी बंसी लोगन क बरे अहइ, काहेकि ओनके लगे आपन कउनो भुइँया नाहीं अहइ। इ भोजन तोहरे सहर मँ ओन लोगन बरे अहइ जेनका एकर जरुरत अहइ जइसे तोहार बीच रहइवाला प्रवासी, अनाथ अउर राँड़ मेहररुअन उ पचे खाब्या अउ संतुट्ठ होब्या। अगर तू पचे इ करत अहा तउ यहोवा तोहार परमेस्सर सबहिं काम तू पचे जउन कछू करब्या ओकरे बरे आसीर्बाद देइ।

15:1 “हर सात बरिस क आखीर मँ, तू पचन्क कर्ज खतम कइ देइ चाही। 2 कर्ज क तू पचन्क इ तरह खत्म करइ चाही: हर एक मनई जउन कउनो इस्राएलियन क कर्ज दिहे अहइ आपन कर्ज खत्म कइ दे। ओका आपन भाई (इस्राएली) स कर्ज अदा करइ क नाहीं कहइ चाही। काहेकि यहोवा कहेस ह कि उ बरिस कर्ज खत्म कइ दीन्ह जात हँ। 3 तू पचे बिदेसी स आपन कर्ज वापस लइ सकत ह। मुला उ कर्ज क खत्म कइ देब्या जउन कउनो दूसर इस्राएली पइ अहइ। 4 मुला तोहरे पचन्क बीच कउनो गरीब मनई नाहीं रहइ चाही। काहेकि यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर तू पचन्क उ भुइँया क बरदान देइ। जेेका तू कब्जा करिहीं। 5 इहइ होइ, अगर तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क बातन क पूरी तरह मानब्या। तू पचन्क उ हर एक कानूनन क मानइ मँ सावधान रहइ चाही जेका मइँ तू पचन्क दिहे हउँ। 6 यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क आसीर्बाद देइ, जइसा कि उ बचन दिहे अहइ अउर तोहरे पचे बहोत स रास्ट्रन क कर्ज देइ बरे काफी धन होइ। मुला तू पचन्क कउनो स कर्ज लेइ क जरुरत नाहीं होइ। तू पचे बहोत स रास्ट्रन पइ सासन करब्या। मुला ओन रास्ट्रन मँ स कउनो रास्ट्र तोह पइ सासन नाहीं करब्या। 7 “जब तू पचे ओह देसे मँ रहब्या जेका यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ तब तोहरे लोगन मँ स एक गरीब होइ सकत ह। तू पचन्क स्वाथीर् नाहीं होइ चाही। तू पचन्क उ गरीब मनई क मदद देइ स इन्कार नाहीं करइ चाही। 8 तू पचन्क ओका हाथ बटावइ क इच्छा रखइ चाही। तू पचन्क उ मनई क जेतने कर्ज क जरुरत होइ, तोहका प्रचूरता स देइ चाही। 9 “कउनो क मदद देइ स एह बरे इन्कार जिन करा, काहेकि कर्ज क सतवाँ बरिस निजके अहइ। इ तरह क बुरा विचार अपने मन मँ जिन आवइ द्या। तू पचन्क उ मनई क बरे बुरा विचार नाहीं रखइ चाही जेका मदद क जरुरत बाटइ। तू पचन्क ओकर मदद करइ स इन्कार नाहीं करइ चाही। अगर तू पचे उ गरीब मनई क कछू नाहीं देत्या तउ उ यहोवा स तोहरे खिलाफ सिकाइत करी अउर यहोवा तू पचन्क पाप क उत्तरदायी पाइ। 10 “गरीब क तू पचे प्रचूरता स द्या अउर ओका देइ क बुरा न माना। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर इ नीक काम बरे तू पचन्क आसीस देइ। उ तोहरे पचन्क सबहिं काम अउर जउन कछू तू पचे करब्या ओहमाँ तोहार मदद करी। 11 देस मँ सदा गरीब लोग भी होइहीं। इहइ कारण अहइ कि मइँ तू पचन्क आदेस देत अहउँ कि तू पचे आपन लोगन, जउन लोग तोहरे देस मँ गरीब अउर सहायता चाहत हीं, ओनका सहायता देइ बरे तइयार रहा। 12 “अगर तोहरे लोगन मँ स कउनो, हिब्रू मेहरारू या मनसेधू, तोहरे हाथे बेचा जाइ तउ उ मनई क तोहार सेवा छ: बरिस करइ चाही। तब सतएँ बरिस तू पचन्क ओका आपन स अजाद कइ देइ चाही। 13 मुला जब तू पचे आपन दास क अजाद करा तउ ओसे बगैर कछू लिए भए जिन जाइ द्या। 14 तू पचन्क दास क आपन झुण्ड स, अनाज स, अउ आपन दाखरस स, प्रचूरता स देइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क बहोतइ नीक चीजन क पाए पइ आसीर्बाद दिहेस ह। उहइ तरह तू पचन्क भी आपन दास क बहोत सारी चीजन क देइ चाही। 15 तू पचन्क याद रखइ चाही कि तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका पचन्क अजाद किहेस ह। इहइ कारण अहइ कि मइँ तू पचन्स आजु इ करइ क कहत हउँ। 16 “मुला तोहरे दासन मँ स कउनो कहि सकत ह, ‘मइँ आप क नहीं तजब।’ उ अइसा एह बरे कहि सकत ह कि उ तू पचन्स, तोहरे परिवारे स पिरेम करत ह अउर उ तोहरे संग बढ़िया जिन्नगी बिताएस ह। 17 इ सेवक क आपन दुआरे स कान लगावइ द्या अउर एक ठु सूए क उपयोग ओकरे काने मँ छेद करइ बरे करा। तब उ सदा बरे तोहार दास होइ जाइ। तू पचे दासियन बरे भी इहइ करा जउन तोहरे हिआँ रहइ चाहत ह। 18 “तू सबइ आपन दास क अजाद करत समइ दुःखे क अनुभव जिन करा। याद रखा, उ छ: बरिस तलक तोहार सेवा, सामान्य मजदूर क दुई गुणा सेवा करइ कइ किहेस ह। यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचे जउन करब्या ओकरे बरे असीस देइ। 19 “तू पचे आपन झुण्ड अउ समूह मँ सबइ पहिला पइदा भवा जनावरन क यहोवा तोहार परमेस्सर क खास जनावर बनाइ द्या। ओनमाँ स कउनो बधँन क उपयोग आपन काम बरे जिन करा। इ भेड़न मँ स कउनो क ऊन जिन काटा। 20 हर साल तोहका गोरुअन क झुण्ड मँ पहिला पइदा भवा जनावर क बच्चा क उ ठउरे पइ लइ आवइ चाही जेका यहोवा चुनइ। हुआँ तू पचे अउ तोहरे परिवारे क लोगन क यहोवा तोहार परमेस्सर क मौजूदगी मँ ओन जनावरन क खइहीं। 21 “मुला अगर जनावरन मँ कउनो दोख होइ, या लंगड़ा, आँधर होइ या एहमाँ कउनो दोख होइ, तउ तू पचन्क ओका यहोवा आपन परमेस्सर क भेंट नाहीं चढ़ावइ चाही। 22 मुला तू पचे ओकर गोस आपन सहरन मँ खाइ सकत ह। ऍका कउनो मनई खाइ सकत ह, चाहे उ सुद्ध होइ चाहे असुद्ध। नीलगाय या हिरन क गोस खाइ पइ इहइ नेम लागू करा जउन इ गोस पइ लागू होत ह। 23 मुला तू पचन्क जनावरन क रकत नाहीं खाइ चाही। तू पचन्क खून क पानी क तरह भुइँया पइ बहाइ देइ चाही।

16:1 “यहोवा आपन परमेस्सर क फसह क त्यौहार आबीब क महीना मँ मनावा। काहेकि आबीब क महीना मँ तोहार परमेस्सर तू पचन्क रात मँ मिस्र स बाहेर लिआवा रहा। 2 तू पचन्क उ ठउरे पइ जाइ चाही जेका यहोवा आपन नाउँ क हुआँ रखइ बरे चुनब्या। हुआँ तू पचन्क यहोवा क सम्मान मँ फसह भेंट मँ भेंड़ अउर गोरु चढ़ावइ चाही। 3 इ भेंट क संग खमीर वाली रोटी जिन खा। तू पचन्क सात दिना तलक बेखमीरे क रोटी खाइ चाही। इ रोटी क ‘विपत्तियन क रोटी’ कहत हीं। सुमिर ल्या कि केतनी हाली हाली तू पचन्क मिस्र तजि देइ क पड़ा। तू पचन्क उ देस स आपन प्रस्थान क तब तलक सुमिरइ चाही जब तलक तू पचे जिअत रहा। 4 सात दिना तलक देस मँ कउनो क घरे मँ कहूँ खमीर नाहीं होइ चाही। फसह भेंट जउन गोस क पहिले दिन क साँझ क भेंट मँ चढ़ावा ओका भिन्सार होइ क पहिले खाइ लेइ चाही। 5 “तू पचन्क फसह क जनावरन क बलि ओन सहरन मँ स कउनो मँ नाहीं चढ़ावइ चाही जेनका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दिहे अहइ। 6 तू पचन्क फसह क त्यौहार क जनावर क बलि सिरिफ उ ठउरे पइ चढ़ावइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर आपन बरे खास निवास क रुप मँ चुनइ। हुआँ तू पचे फसह क त्यौहार क जनावर क जब सूरज बूड़इ तब साँझ क बलि चढ़ावइ चाही। तू पचे एका बरिस क उहइ समइ मँ करब्या जउने समइ तू पचे मिस्र स बाहेर निकरा रह्या। 7 अउर तू पचन्क फसह क त्यौहार क गोस यहोवा तोहार परमेस्सर जउने ठउर क चुनी हुअँइ पकउब्या अउर खाब्या। तब भिन्सारे तू पचन्क आपन खेमन मँ चला जाइ चाही। 8 तू पचन्क बेखमीरी क रोटीं छ: दिना तलक खाइ चाही। सतएँ दिन तू पचन्क कउनो भी काम नाहीं करइ चाही। उ दिन यहोवा आपन परमेस्सर बरे खास सभा मँ भी सबहिं एकट्ठा होइहीं। 9 “जब तू पचे दोबारा फसल काटब सुरु करा तबहिं स तू पचन्क सात हफ्ता गनइ चाही। 10 तब यहोवा आपन परमेस्सर बरे हफ्तन क त्यौहार करा। ऍका एक स्वच्छ बलि ओका लिआइके करा। तू पचन्क केतॅना देब अहइ, एकर निहचय इ बिचारिके करा कि यहोवा तोहार परमेस्सर केतॅना तू पचन्क आसीर्बाद दिहे अहइ। 11 उ ठउरे पइ जा जेका यहोवा आपन नाउँ स हुवाँ बसइ बरे चुनी। हुआँ तू पचे अउर तोहार लोग, यहोवा आपन परमेस्सर क मौजूदगी मँ आनन्द क समइ बितइहीं। आपन सबहिं लोगन, आपन पूतन, आपन बिटियन अउर आपन सबहिं मनसेधू अउ मेहरारु दासन क हुआँ लइ जा अउर आपन सहर मँ बसइयन लेवी लेवीबंसियन, प्रवासियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन क भी संग लइ जा। 12 सुमिरा कि तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। तू पचन्क निहचय करइ चाही कि तू पचे इ नेमन क मनब्या। 13 “जब तू पचे आपन खरिहान स फसिल अउ दाखरससाला स दाखरस बटोर लेब्या तब कुटीर क त्यौहार सात दिना तलक मनवा। 14 तू पचे, तोहार पूतन, तोहार बिटियन, तोहार सबहिं मरद अउ मेहरारु दासन, तोहरे सहर मँ बसइयन लेवीबंसियन, प्रावासियन, अनाथ अउ राँड़ मेहररुअन सबइ इ दावत मँ आनन्द मानवइँ। 15 तू पचन्क इ दावत क सात दिना तलक उ खास ठउरे पइ मनावइ चाही जेका यहोवा चुनी। इ तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान मँ करा। आनन्द मनावा! काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क तोहरी फसिल बरे अउर तू पचे जउन कछू भी किहा ह ओकरे बरे आसीस दिहेस ह। 16 “तोहार पचन्क सबहिं मनइयन बरिस मँ तीन दाईं यहोवा आपन परमेस्सर स मिलइ बरे उ खास ठउरे पइ अइहीं जेका उ चुनी। इ बे खमीरे क रोटी क त्यौहार क समइ, हफ्तन क त्यौहार क समइ अउ कटीर क त्यौहार क समइ होइ। कउनो मनई क बिना भेंट लइ यहोवा स नाहीं मिलइ जाइ चाहीं। 17 हर एक मनई ओतना देइ जेतना उ दइ सकी। केतना देब अहइ, ओकर निहचय उ इ सोचिके करी कि ओका यहोवा केतना दिहे अहइ। 18 “यहोवा तोहार परमेस्सर जउन सहरन क तू पचन्क दइ देत अहइ ओनमाँ स हर एक सहर मँ तू पचन्क आपन परिवार समूह बरे निआव क निआवाधीस अउ अफसर बनवइ चाही। इ निआव क निआवाधीसन अउर अफसरन क जनता क संग सही अउ ठीक निआव करइ चाही। 19 तू पचन्क ठीक निआव क बदलइ नाहीं चाही। तू पचन्क पच्छपाती नाहीं हाइँ चाही। तू पचन्क कउनो क सम्बन्ध मँ आपन इरादा क बदल देइ बरे धन नाहीं लेइ चाही। धन बुद्धिमान मनइयन क आँधर करत ह। इ सच्चा मनई क सब्दन क बदल देतह। 20 तू पचन्क हर समइ बिना पच्छ लिए अउ निआवा स ठीक होइ क पूरी कोसिस करइ चाही। तब तू पचे जिअत रहब्या अउर तू पचे उ देस क पउब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ अउर तू पचे ओहमाँ रहब्या। 21 “आसेर देवी क सम्मान बरे उ वेदी बगल मँ काठ क खम्भन जिन लगावा जेका तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर बरे बनाउब्या। 22 अउर तू पचन्क खास पाथर लबार देवतन क पूजा बरे नाहीं खड़ा करइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर एनसे घिना करत ह।

17:1 “तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क कउनो एक अइसी गाय या भेड़, बलि मँ नाहीं चढ़ावइ चाही जेहमाँ कउनो दोख या कमी होइ। काहेकि यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर एहसे घिना करत ह। 2 “तू पचे ओन सहरन मँ स कउनो बुरी बात होइ क सूचना पाइ सकत ह जेनका यहोवा परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। तू पचे इ सुनि सकत ह 3 कि तू पचन मँ स कउनो मेहरारु या मनसेधू यहोवा क खिलाफ पाप किहस ह। तू पचे इ सुनि सकत ह कि उ पचे यहोवा स करार तोड़ेत ह यानी उ पचे दूसर देवतन क पूजा किहेन ह। या इ होइ सकत ह कि उ पचे सूरज, चन्द्रमा या तारन क पूजा किहे होइँ। इ यहोवा क आदेस क खिलाफ अहइ जेका मइँ तोहे सबन्क दिहे अहउँ। 4 अगर तू पचे अइसी बुरी खबर सुनत ह तउ तू सबन्क ओकर जाँच होसियारी स करइ चाही। तू पचन्क इ जान लेइ चाही कि का इ फुरइ अहइ कि इ खौफनाक काम इस्राएल मँ होइ चुका अहइ। अगर तू पचे ऍका साबित कइ सकत ह कि इ फुरइ अहइ, 5 तब तू पचन्क उ मनसेधू या मेहरारु क जरूर सजा देइ चाही जउन इ बुरा काम किहे अहइ। तू पचन्क उ मनसेधू या मेहरारु क सहर क दुआरे क लगे लइ जाइ चाही अउर ओका पाथरन स मारि डावइ चाही। 6 मुला अगर एक ही गवाह इ कहत ह कि उ बुरा काम किहस ह तउ ओका मउत क सजा नाहीं दीन्ह जाइ। अगर दुइ या तीन गवाह इ कहत हीं कि इ फुरइ अहइ तउ उ मनई क फाँसी पइ चढ़ाइ देइ चाही। 7 गवाह क पहिला पाथर उ मनई क मारि डावइ बरे लोकावइ चाही। तबहिं दूसर लोगन क ओकर मउत पूरी करइ बरे पाथरन क लोकावइ चाही। इ तरह तू पचन्क उ बुराई क आपन बीच स दूर करइ चाही। 8 “कबहुँ अइसी समस्या आइ सकत ह कि जउन तोहरे अदालत बरे फइसला देइ मँ एतना कठिन होइ कि फइसला ही न देइ सकइँ। इ दूसर तरह खून-खराबा क मुकदमा, कउनो प्रकार क आकामण, कउनो दावा क पूरा होवइ सकत ह। जब इ मुकदमन पइ तोहरे सहरन मँ बहस होत ह तउ तोहार निआव क जज होइ सकत ह, फइसला न कइ सकइँ कि ठीक का अहइ? तब तू पचन्क उ खास ठउरे पइ जाइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर क जरिये चुना ग होइ। 9 तू पचन्क लेवी परिवार समूह क याजकन अउ उ समइ क निआव क जज क लगे जाइ चाही। तउ मुकदमा क ओनका देइ चाही। अउर उ मुकदमन क फइसला प्रस्तुत करब्या। 10 यहोवा क खास ठउरे पइ उ पचे आपन फइसला तू पचन्क सुनइहीं। जउन भी उ पचे कहइँ ओका तू पचन्क करइ चाही। तू पचन्क ओनकर फइसला स्वीकारइ चाही अउर ओनकर निदेर्स क ठीक ठीक मानइ चाही। 11 तोहका ओकर निदेर्सन अउ फइसलन क सही-सही मानइ चाही। तू पचन्क ओनसे अलग कछू भी नाहीं करइ चाही जउन उ सबइ तू पचन्क करइ क कहत हीं। 12 “तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क सेवा क करइया उ समइ क याजक अउ निआव क निआधीसन क आग्या मानइ स इन्कार करइवाला क जउन अभिमान पूर्वक कार्य करइ, सजा देइ चाही। उ मनई क मरइ चाही। इही प्रकार तू इस्राएल स बुराई क हटाउब्या। 13 सबहिं लोग इ सजा क बारे मँ सुनिहीं अउर अहंकारी कार्य करइ बरे डेरइहीं। 14 “तू पचे उ प्रदेस मँ जाब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ। तू पचे उ देस पइ कब्जा करब्या अउर ओहमाँ रहब्या। तब तू पचे कहब्या, ‘हम लोग अपने ऊपर एक ठु राजा वइसेन ही रखब जइसेन हमरे चारिहुँ कइँती क रास्ट्रन मँ अहइ।’ 15 जब अइसा होइ तब तू पचन्क इ पक्का निहचय होइ चाही कि तू पचे ओका ही राजा चुन्या ह जेका यहोवा तोहार परमेस्सर चुनत ह। तोहार राजा तू पचन्क आपन लोगन मँ स होइ चाही। तू पचन्क बिदेसियन क आपन राजा नाहीं बनावइ चाही। 16 राजा क बहोत जियादा घोड़न क अपने बरे नाहीं राखइ चाही अउर ओका लोगन क जियादा घोड़न क लियावइ बरे मिस्र नाहीं पठवइ चाही। काहेकि तू पचन्स यहोवा कहेस ह, ‘तू पचन्क उ राहे पइ कबहुँ नाहीं लउटब अहइ।’ 17 राजा क बहोत पत्नियन क भी नाहीं राखइ चाही। काहेकि इ काम ओका यहोवा स दूर हटाइ अउर राजा क सोना, चाँदी स आपन क मालामाल नाही बनावइ चाही। 18 “जब राजा हुकूमत सुरु करइ लागइ, तउ ओका एक किताबे मँ आपन बरे नेमन क नकल कइ लेइ चाही। ओका याजकन अउ लेवी बंसियन क समन्वा नकल कइ चाही 19 राजा क उ किताबे क आपन संग रखइ चाही। ओका उ किताबे क जिन्नगी भइ पढ़इ चाही। काहेकि तब राजा यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करब सीखी अउर उ नेम क हुकुमन क पूरा पालन करइ सीखी। 20 तब राजा इ न सोची कि उ आपन लोगन मँ कउनो स भी जियादा नीक बाटइ। उ नेम क खिलाफ न जाइ बल्कि ठीक तरह स मानी। तब उ राजा अउर ओकर संतानन इस्राएल क राज्ज पइ लम्बा समइ तलक हुकूमत करी।

18:1 “लेवी परिवार समूह क याजकन क इस्राएल मँ कउनो भुइँया क हींसा नाहीं पाइ। उ पचे आपन जीवन यापन उ भेंट क खाइके करिहीं जउन आगी पइ पाकी अउ यहोवा क चढ़ाई जाइ। उ ओकरे मीरास क हींसा अहइ। 2 उ सबइ याजक लोग भुइँया क कउनो हींसा दूसर परिवार समूहन क तरह नाहीं पइहीं। लेवी बंसियन क हींसा मँ खुद यहोवा अहइ। यहोवा ऍकरे बरे ओनका बचन दिहे अहइ। 3 “जब तू पचे कउनो बर्धा, या भेड़ी बलि बरे मारा तउ तू पचन्क इ सबइ हिंस्सन दइ देइ चाही: कांधा, दुइनउ गाल अउर पेट। 4 तू पचन्क याजकन क आपन पहली फसल क अनाज, नई दाखरस अउर आपन नई फसल क तेल देइ चाही। तू पचन्क याजकन क अपनी भेड़ी क पहिला काटा ऊन देइ चाही। 5 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे सबहिं परिवारे समूहन स ओनका सदा यहोवा बरे खड़ा होइ अउर सेवा करइ बरे चुनेस ह। 6 “लेवी बंसी जउन समूचइ इस्राएल मँ तोहरे सहरन मँ स कउनो मँ रहत ह, कउनो समइ मँ आपन घर तजि सकत ह अउर यहोवा क खास ठउर पइ जाइ सकत ह। 7 तब इ लेवी बंसी यहोवा आपन परमेसस्र क नाउँ पइ सेवा कइ सकत ह। ओका परमेस्सर क खास ठउर मँ वइसेन ही सेवा करइ चाही जइसे ओकर भाई दूसर लेवी बंसी करत हीं। 8 उ लेवी बंसी, आपन अधिकार क मिलइवाला हींसा क अलावा दूसर लेवी बंसियन क संग बराबर क हींसादार होइ। 9 “जब तू पचे उ भुइँया मँ घुसब्या, जउन यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ, तब उ रास्ट्रे क लोग जउन खउफनाक काम हुआँ करत होइँ ओनका जिन सीखा। 10 आपन बेटवन अउ बिटियन क बलि आपन वेदी पइ आगी मँ जिन द्या। कउनो जोतिसी स बात कइके या कउनो जादूगर, डाइन या बाजीगर क लगे जाइके इ जिन सीखा कि भविस्स मँ का होइ? 11 कउनो भी मनई क जादू-टोना चलावइ क कोसिस न करइ द्या अउर तू पचन मँ स कउनो मनई ओझा या भूतसिद्धक नाहीं बनी। अउर कउनो मनई कउनो अइसे मनई स बात करइ क कोसिस न करी जउन मर चुका होइ। 12 यहोवा तोहार परमेस्सर ओन लोगन स घिना करत ह जउन अइसा करत हीं। इहइ कारण अहइ कि उ तोहरे समन्वा इ लोगन्क देस तजि देइ क मजबूर करी। 13 तोहे सबन्क यहोवा तोहार परमेस्सर पइ पूरा निस्ठावान जरूर होइ चाही। 14 “तू पचन्क उ रास्ट्रन क लोगन्क बल क जरिये आपन देस स हटाइ देइ चाहीं। उ रास्ट्रन क लोग जोतिसियन अउर जादूगरन क बात मानत हीं। मुला यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क वइसा नाहीं करइ देइ। 15 यहोवा तोहार परमेस्सर तोहारे लगे आपन नबी पठई। इ नबी तोहरे आपन लोगन मँ स आइ। उ मोरी नाईर् होइ। तू पचन्क इ नबी क बात मानइ चाही। 16 यहोवा तोहरे लगे इ नबी क पठइ काहेकि तू पचे अइसा करइ क बरे ओहसे कह्या ह। उ समइ जब तू पचे होरेब पहाड़े क चारिहुँ कइँती बटुरा रह्या, तू पचे यहोवा क अवाज अउ पहाड़े पइ खउफनाक आगी क लखिके डेरान रह्या। एह बरे तू पचे कहे रह्या, ‘हम लोग यहोवा आपन परमेस्सर क अवाज फुनि न सुनी। हम लोग उ खउफनाक आगी क फुनि न लखी। हम मरि जाब।’ 17 “यहोवा मोसे कहेस, ‘उ पचे जउन चाहत हीं, उ ठीक बाटइ। 18 मइँ तोहरी नाईर् क एक ठु नबी ओनके बरे पठइ देब। इ नबी ओन लोगन मँ स कउनो एक होइ। मइँ ओकर मुख मँ आपन बात डालब। उ लोगन स उहइ कही जउन मोर हुकुम मानी। 19 इ नबी मोरे नाउँ पइ बोली अउर जब उ कछू कही तब अगर कउनो मनई मोरे हुकुमन क सुनइ स इन्कार करी, तउ मइँ खुद उ मनई क जिम्मेदार होब।’ 20 “मुला कउनो नबी कछू अइसा कहि सकत ह जेका करइ क बरे मइँ ओसे नाहीं कहेउँ ह अउर उ लोगन स कहि सकत ह कि उ मोरे जगह पइ बोलत अहइ। अगर अइसा होत ह तउ उ नबी क मारि डावइ चाही या कउनो अइसा नबी होइ सकत ह जउन दूसर देवतन क नाउँ पइ बोलत ह। उ नबी क भी मारि डावइ चाही। 21 तू पचे सोच सकत ह, ‘हम कइसे पहिचान सकित ह कि नबी क कहब, यहोवा क नाहीं अहइ?’ 22 अगर कउनो नबी कहत ह कि उ यहोवा कइँती स कछू कहत बाटइ, मुला ओकर कहब फुर साबित नाहीं होत, तउ तू पचन्क पहिचान लेइ चाही कि यहोवा वइसा नाहीं कहेस। तू पचे समुझ जाब्या कि इ नबी अभिमान पूर्वक बात करत रहा। तू पचन्क ओसे डेराइ क जरुरत नाहीं।

19:1 “यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क उ देस देत अहइ जउन दूसर रास्ट्रन क अहइ। यहोवा ओन रास्ट्रन क बरबाद करी। तू पचे हुआँ रहब्या जहाँ उ सबइ लोग रहत हीं। तू पचे ओनकइ सहरन अउर घरन क लइ लेब्या। जब अइसा होइ, 2 तब तू पचन्क भुइँया क तीन हींसा मँ बाँटइ चाही। तब तू पचन्क हर एक हींसा मँ सबहिं लोगन्क निअरे परइवाला सहर उ छेत्र मँ चुनइ चाही अउर तू पचन्क उ सहरन तलक सड़कन बनावइ चाही तब कउनो भी मनई जउन कउनो दूसर मनई क मारत ह हुआँ पराइके जाइ सकत ह। 3 4 “जउन मनई कउनो क मारत ह उ सुरच्छा बरे इ तीन सहरन मँ स कउनो मँ भी पराइके पहोंच सकत ह। उ सुरच्छा पा सकत ह। जदि उ बिना इरादा क साथ कउनो मनई क मारि डावइ अउर उ ओसे पहिले स घिना नाहीं करत रहेन। 5 एक ठु उदाहरण बा: कउनो मनई कउनो मनई क संग जंगल मँ लकड़ी काटइ जात ह। ओनमाँ स एक मनई लकड़ी काटइ बरे कुल्हरी क एक ठु बृच्छ पइ चलावत ह, मुला कुल्हरी हाथे स छूट जात ह। कुल्हरी क धार दूसर मनई पइ लग जात ह अउर ओका मार डावत ह। उ मनई जउन कुल्हरी चलाएस, ओन नगरन मँ पराइ सकत ह अउर आपन क सुरच्छित कइ सकत ह। 6 मुला अगर सहर बहोत दूर होइ, तउ उ आवस्यकतानुसार तेज नाहीं पराइ सकी। मारा भवा मनई क कउनो नजदीक क रिस्तेदारओकर पाछा कइ सकत ह अउर सहर मँ ओकरे पहोंचइ स पहिले ही ओका धरि सकत ह। रिस्तेदार आपन किरोध मँ उ मनई क कतल कइ सकत ह। मुला उ मनई क मउत क सजा उचित नाहीं अहइ। उ उ मनई स पहिले घिना नाहीं करत रहा जेका उ मारेस ह। 7 एह बरे मइँ आदेस देत हउँ कि तीन खास सहरन क चुना। 8 “यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे पुरखन क इ बचन दिहस कि मइँ तू पचन्क चउहद्दी क विस्तार करब। उ तू लोगन क सारा देस देइ जेका देइ क बचन उ तोहरे पुरखन क दिहस। 9 उ इ करी, अगर तू ओन नेमन क पालन पूरी तरह करब्या जेनका मइँ तू पचन्क आजु दइ देत हउँ यानी अगर तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर स पिरेम करब्या अउर ओकरे राहे पइ चलत रहब्या। अगर यहोवा तोहरे देस क बड़ावत ह तउ तू पचन्क तीन दूसर नगर सुरच्छा बरे चुनइ चाही। उ सबइ सुरच्छा बरे पहिले तीन सहरन क इलावा होइ चाही। 10 तबहिं निदोर्ख लोग उ देस मँ नाहीं मारा जइहीं जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क आपन बनावइ बरे देत बाटइ अउर तू पचे कउनो भी मउत बरे अपराधी नाहीं होब्या। 11 “किन्तु एक मनई कउनो मनई स घिना कइ सकत ह। उ मनई क मारइ बरे इन्तजार मँ लुका रहि सकत ह जेहसे उ घिना करत ह। उ उ मनई प हमला कइ सकत ह अउ ओका पीटइ अउर मारि सकत ह। ओकर पाछे सुरच्छा बरे चुने इ सहरन मँ पहोंच सकत ह। 12 अगर अइसा होत ह, तउ उ मनई क सहर क मुखिया क, कउनो क ओका धरइ क अउर सुरच्छत क सहर स ओका बाहेर लिआवइ बरे पठइ चाहीं। सहर क मुखिया ओका मरे भए क नजिक क रिस्तेदारे क दइ चाहीं। हत्तियारा जरुर मारा जाइ चाही। 13 ओकरे बरे तू पचन्क दुःखी नाहीं होइ चाही। तू पचन्क निदोर्ख मनई क मारइ क अपराध क इस्राएल स हटावइ चाही। तब इ तोहरे बरे नीक रही। 14 “तू पचन्क पड़ोसी क जायदाद क चीन्हा क नाहीं हटावइ चाही। उ चउहद्दी उ समइ मँ स्थापित कीन्ह जात रहा जउन तू उ भुइँया मँ कब्जा कीन्ह रहा। यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे देइ अउर जउन तोहार होई। 15 “अगर कउनो मनई कछु अन्याय या पाप क दोखी ठहरावइ जात ह जेका अपराध उ किहेस ह, तउ एक गवाह एक साबित करइ बरे काफी नाहीं होइ कि उ दोखी अहइ। उ सिद्ध करइ बरे दुइ या तीन गवाह जरुर होइ चाही। 16 “कउनो झुठी गवाह कउनो मनई प झुठी मत क अपराध ठहरइ सकत ह। 17 अगर अइसा होत ह तउ तहत्तुक करइवाले दुइनउँ मनई क यहोवा क मौजूदगी मँ खड़ा होइ चाही अउर ओनके मोकद्दमन क फइसला याजकन अउ उ समइ क मुख्य निआवाधीसन क जरिये होइ चाही। 18 निआवाधीसन क होसियारी स पूछ-ताछ करइ चाही। उ पचे पता लगाइ सकत हीं कि गवाह दूसर मनई क खिलाफ झूठ बोलेस ह। अगर गवाह झूठ बोलेस ह तउ, 19 तू पचन्क ओका सजा देइ चाही। तू पचन्क ओका उहइ हानि पहोंचावइ चाही जउन उ दूसर मनई क पहोंचावइ चाहत रहा। इ तरह तू पचे आपन बीच स कउनो भी बुरी बात निकारिके बाहेर कइ सकत ह। 20 दूसर सबहिं लोग ऍका सुनिहीं अउर डेराइ जइहीं, अउर तोहमाँ स कउनो भी फुन वइसी बुरी बात नाहीं करी। 21 “तू पचे ओह पइ दाया-दृस्टि जिन कर्या जेका बुराई बरे तू पचे ओका सजा देत अहा। जिन्नगी बरे जिन्नगी, आँखी बरे आँखी, दाँत बरे दाँत, हाथ बरे हाथ अउर गोड़वा बरे गोड़ लीन्ह जाइ चाही।

20:1 “जब तू पचे आपन दुस्मनन क खिलाफ जुद्ध मँ जा, अउर आपन फउज स जियादा घोड़न, रथ, मनइयन क लखा, तउ तू पचन्क डेराइ नाहीं चाही। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे संग अहइ अउर उहइ एक अहइ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर निकारि लिआवा। 2 “जब तू पचे जुद्ध क निचके आवा, तब याजक क लोगन क लगे जाइ चाही अउर ओनसे बात करइ चाही। 3 याजक कही, ‘इस्राएल क लोगो, मोरी बात सुना। आजु तू लोग आपन दुस्मनन क खिलाफ जुद्ध मँ जात अहा। आपन हिम्मत जिन तजा। जिन डरा। आतंकित जिन ह्वा। दुस्मनन स जिन डेराअ! 4 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर दुस्मनन क खिलाफ लड़इ बरे तोहरे संग जात अहइ। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहार रच्छा करी।’ 5 “उ पचे अफसरन फउजियन स इ कइहीं, ‘का हिआँ कउनो अइसा मनई अहइ जउन नवा घर बनाइ लिहे अहइ, मुला अब तलक ओका अर्पण नाहीं किहे अहइ? उ मनई क आपन घरे लउट जाइ चाही। उ जुद्ध मँ मारा जाइ सकत ह अउर तब दूसर मनई ओकरे घरे क अपिर्त करी। 6 का कउनो मनई हिआँ अइसा अहइ जउन अंगूरे क बगिया लगाए अहइ, मुला अबहिं तलक ओसे कउनो अंगूर नाहीं पाएस ह? उ मनई क घर लउटि जाइ चाही। अगर उ मनई जुद्ध मँ मारा जात ह तउ दूसर मनई ओकरे बगिया क फले क भोग करी। 7 का हिआँ कउनो अइसा मनई अहइ जेकरे बियाहे क क बात पक्की होइ चुकी अहइ। मुला उ लड़की क नाहीं बियाहेस ह? उ मनई क घरे लउटि जाइ चाही। अगर उ जुद्ध मँ मारा जात ह तउ दूसर मनई उ मेहरारु स बियाह करी जेकरे संग ओकरे बियाहे क बात पक्की होइ चुकी बाटइ।’ 8 “अफसरन क लोगन स इ पूछइ चाही, ‘का हिआँ कउनो अइसा मनई अहइ जउन हिम्मत हरि चुका अहइ अउर डेरान अहइ। ओका घर लउटि जाइ चाही। तब उ दूसर फउजियन क हिम्मत हार जाइ मँ सहायक न होइ।’ 9 जब अफसर फउजियन स बात करब खतम कइ लेइ तब उ पचे लोगन क अगवाइ बरे सैनिक क सेनापतियन चुनइँ। 10 “जब तू पचे सहर पइ हमला करइ जा तउ हुआँ क लोगन क समन्वा सान्ति क प्रस्ताव रखा। 11 अगर उ पचे तोहार प्रस्ताव अंगिकार कइ लेत हीं अउर आपन फाटक खोलि देत हीं तब उ सहर मँ बसइयन सब लोग तोहार दास होइ जइहीं अउर तोहार काम करइ बरे मजबूर कीन्ह जइहीं। 12 मुला अगर सहर सान्ति प्रस्ताव अंगीकार करइ स इन्कार करत ह अउर तू सबन्स लड़त ह तउ तू सबन्क सहर घेरि लेइ चाही। 13 अउर जब यहोवा तोहार परमेस्सर सहर पइ तोहार कब्जा करावत ह तब तू पचन्क सबहिं मनसेधुअन क मारि डावइ चाही। 14 तू पचे आपन बरे मेहररुअन, गदेलन, गोरुअन अउर सहर क कउनो भी चीज लइ सकत ह। तू पचे इ सबइ चीजन्क बइपर सकत ह। यहोवा तोहार परमेस्सर इ सबइ चीजन तू पचन्क दिहे अहइ। 15 जउन सहर तोहरे प्रदेस मँ नाहीं अहइ अउर बहोत दूर अहइँ, ओन सबन्क संग तू पचे अइस बेउहार करब्या। 16 “मुला जब तू पचे उ सहर उ प्रदेस मँ लेत ह जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ तब तू पचन्क हर एक क मारि डावइ चाही। 17 तू पचन्क हित्ती, एमोरी कनानी, परिज्जी, हिब्बी अउर यबूसी सबहिं लोगन्क पूरी तरह बरबाद कइ देइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर, इ करइ क तू पचन्क आदेस दिहे अहइ। 18 एह बरे तब उ पचे तू सबन्क यहोवा तोहारे परमेस्सर क खिलाफ घृणित कार्य क सिच्छा तू पचन्क नाहीं दइ सकत जउन उ पचे आपन देवतन क पूजा क समइ करत हीं। 19 “जब तू पचे कउनो सहर क खिलाफ जुद्ध करत रहब्या तउ तू पचे लम्बा समइ तलक ओकर घेरा डाए रहि सकत ह। तू पचन्क सहर क चारिहुँ कइँती क फलदार बृच्छन क नाहीं काटइ चाही। तू पचन्क एनसे फल खाइ चाही मुला काटिके भहरावइ नाहीं चाही। इ सबइ बृच्छ दुस्मन नाहीं अहइँ। एह बरे ओनके खिलाफ जुद्ध जिन लड़ा। 20 मुला ओन बृच्छन क काटि सकत ह जेनका तू पचे जानत अहा कि इ सबइ फलदार नाहीं अहइँ। तू पचे एनकइ उपयोग उ सहर क खिलाफ घेराबंदी मँ कइ सकत ह, जब तलक ओकर पतन न होइ जाइ।”

21:1 “उ देस मँ जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे देत अहइ, कउनो मनई मइदान मँ हत्तिया कीन्ह भवा लास पाइ जाइ सकत ह। मुला कउनो क इ पता नाहीं चल सकत कि ओका कउन मारेस। 2 तब तोहार पचन्क मुखियन अउर निआवाधीसन मारे भए मनई क चारिहुँ कइँती स सहरन क दूरी क नाप-जोख करइ चाही। 3 जब तू पचे इ जानि जाब कि मरे भए मनई क सबन त निचके क कउन सा सहर अहइ। तब उ सहर क मुखियन आपन झुण्डन मँ स एक गइया लेइहीं। जेकर उपयोग कबहुँ भी कउनो कामे मँ न कीन्ह गवा होइ। या उ प कबहुँ जुआ न रखा गवा ह। 4 उ सहर क मुखियन उ गइया क बहता भवा पानीवाली घाटी मँ लइहीं। इ अइसी घाटी होइ चाही जेका कबहुँ जोता न गवा होइ अउर न ओहमाँ पेड़-पौधा रोपा गवा होइँ। तब मुखियन क उ घाटी मँ हुअँइ उ गइया क गर्दन तोड़ देइ चाही। 5 लेवी बंसी याजकन क हुआँ जाइ चाही। (यहोवा तोहार परमेस्सर इ याजकन क आपन सेवा बरे अउर आपन नाउँ पइ आसीर्बाद देइ बरे चुनेस ह। याजक सबहिं वाद-विवाद अउ नोस्कान क मुकद्दमा क निहचय करिहीं।) 6 मारे भए मनई क सबन त निचके क सहर क सबई मुखियन आपन हाथन क उ गइया क ऊपर धरिहीं जेकर गर्दन घाटी मँ तोड़ दीन्ह गवा रहा। 7 इ सबइ मुखिया स जरूर कइहीं, ‘हम इ मनई क नाहीं मारा अउर हम पचे एकर मारा जाब नाहीं देखा। 8 यहोवा, इस्राएल क लोगन क छिमा कर, जेनकइ तू उद्धार किहा ह। आपन लोगन मँ स कउनो निदोर्ख मनई क दोखी न ठहरावइ द्या।’ तब उ पचे कतल बरे दोखी नाहीं ठहरावा जइहीं। 9 इ सबइ मामलन मँ उ करब ही तोहरे पचन्क बरे नीक अहइ। अइसा कइके तू पचे कउनो निदोर्ख क हत्या करइके दोखी नाहीं रहब्या। 10 “तू पचे आपन दुस्मनन स जुद्ध करउब्या अउर यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर ओनका तू पचन्स हरवाइ देइ। तब तू पचे दुस्मनन क बन्दी क रुप मँ लिअउब्या। 11 अउर तू पचे जुद्ध मँ बन्दी कउनो सुन्नर मेहरारु क लख सकत ह। तू पचे ओका पाउब चाह सकत ह अउर आपन मेहरारु क रुप मँ रखइ क इच्छा कइ सकत ह। 12 तू पचन्क ओका आपन परिवार मँ आपन घरे लिआवइ चाही। ओका आपन बार छोलवावइ चाही अउर आपन नह कटवावइ चाही। 13 ओका आपन बन्दी भए ओढ़नन क उतारइ चाही। ओका तोहरे घरे मँ रहइ चाही अउर एक महीना तलक आपन महतारी अउर बाप बरे रोवइ चाही। ओकरे बाद तू ओकरे संग यौन सम्बन्ध कायम कइ सकत ह अउर ओकर भतार होइ सकत ह्या। अउर उ तोहार पत्नी बन जाइ। 14 मुला अगर तू पचे ओसे खुस नाहीं होत्या तउ तू पचे ओका जहाँ उ जाइ चाही जाइ देइ। मुला तू ओका वास्तविक रूप मँ बेच नाहीं सकत्या। तू ओकरे बरे दासी क तरह बेउहार नाहीं कइ सकत्या। काहेकि तोहार ओकरे संग यौन सम्बन्ध रहा। 15 “एक ठु मनई क दुइ पत्नियन होइ सकत हीं अउर उ एक पत्नी स दूसर पत्नी क अपेच्छा जियादा पिरेम कइ सकत ह। दुइनउँ पत्नियन स ओकरे गदेलन होइ सकत हीं अउर पहिला गदेला उ पत्नी क होइ सकत ह जेहसे उ जियादा पिरेम न करत होइ। 16 जब उ आपन सम्पत्ति आपन गदेलन मँ बाँटी तउ उ इ घोसणा नाहीं करइ सकत ह कि जे पत्नी क उ जियादा पिरेम करत ह ओका गदेला पहिलौटी अहइ अउर जेका उ पिरेम नाहीं करत ही ओका गदेला नाहीं। 17 उ मनई क दुतकारी पत्नी क गदेला क ही पहिलौटी क गदेला अंगीकार करइ चाही। उ मनई क आपन चीजन क दुइ हींसा पहिलौटी पूत क देइ चाही। काहेकि उ बड़का गदेला अहइ। अउ पहिलौटी क अधिकार रखत अहइ। 18 “कउनो मनई क अइसा पूत होइ सकत ह जउन जिद्दी अउर आग्या क न मानइवाला होइ। इ पूत आपन महतारी अउर बाप क आग्या न मानी। महतारी अउर बाप ओका दण्ड देत हीं मुला पूत फुन भी ओनकइ कछू नाहीं सुनत। 19 ओकरे महतारी अउर बाप क ओका सहर क फाटक पइ सहर क मुखियन क लगे लइ जाइ चाही। 20 ओनका सहर क मुखियन स कहइ चाही: ‘हमार पूत जिद्दी अहइ अउर आग्या नाहीं मानत। उ कउनो काम नाहीं करत जेका हम करइ बरे कहित ह। उ जरुरत स जियादा खात अउ मद पिअत ह।’ 21 तब सहर क लोगन क उ पूत क पाथरन स मारि डावइ चाही। अइसा कइके तू पचे आपन मँ स बुराई क हटाइ देइहीं। इस्राएल क सबहिं लोग ऍका सुनिहीं अउ डेराइ जइहीं। 22 “कउनो मनई अइसा पाप करइ क अपराधी होइ सकत ह जेका मउत क सजा दीन्ह जाइ। जब उ मारि डावा जाइ तब ओकर देह पेड़े पइ लटकावा जाइ सकत ह। 23 जब अइसा होत ह तउ ओकरे देह क रात भइ पेड़े पइ नाहीं रहइ चाही। तू पचन्क ओका उहइ दिन निहचय ही दफनाइ देइ चाही। काहेकि जउन मनई पेड़े पइ लटकावा जात ह उ परमेस्सर स अभिसाप पावा होत ह। तू पचन्क उ देस क बे पवित्तर नाहीं करइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे देत ह।

22:1 “अगर तू पचे लखा कि तोहरे पड़ोसी क गइया या भेड़ी खुली बाटइ, तउ तू पचन्क एहसे लापरवाह नाहीं होइ चाही। तू पचन्क निहचय ही ऍका मालिक क लगे पहोंचाइ देइ चाही। 2 अगर ऍकर मालिक तोहरे लगे न रहत होइ या तू ओका नाहीं जानत ह्वा कि उ कउन अहइ तउ तू उ गइया या भेड़ी क आपन घरे लइ जाइ चाही अउर तू ऍका तब तलक रखा जब तलक मालिक ऍका हेरत भवा तोहार लगे न आवइ। तब तू पचन्क ओका ओकरे बरे लउटाइ देइ चाही। 3 तू पचन्क इहइ तब भी जरूर करइ चाही जब तू पचन्क पड़ोसी क गदहा मिलइ, ओकर ओढ़नन मिलइँ या कउनो चीज पड़ोसी खोइ देत ह। अगर तू पावत ह, तउ तोहका नज़रअन्दाज नाहीं रहइ चाही। 4 “अगर तोहरे पड़ोसी क गदहा या ओकर गइया सड़क पइ पड़ी होइ तउ ओहसे आँखी नाहीं फेरि लेइ चाही। तू पचन्क ओका फुनि उठावइ मँ ओकर मदद करइ चाही। 5 “कउनो मेहरारु क कउनो मनई क ओढ़ना नाहीं पहिरइ चाही अउर कउनो मनसेधू क कउनो मेहरारु क ओढ़ना नाहीं पहिरइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर ओहसे घिना करत ह जउन अइसा करत ह। 6 “कउनो राहे स टहरत समइ तु पचे बृच्छ पइ या भुइँया पइ चिरइयन क घोंसला पाइ सकत ह। अगर मादा चिरई आपन बच्चन क संग बइठी होइ या आपन अण्डन पइ बइठी होइ तउ तू पचन्क मादा चिरई क बच्चन क संग नाही पकड़इ चाही। 7 तू पचे बच्चन क आपन बरे लइ सकत ह। मुला तू पचन्क महतारी क तजि देइ चाही। अगर तू पचे इ नेमन क मानत ह तउ तोहरे बरे सब कछू नीक होइ अउर तू लम्बे समइ तलक जिअत रहब्या। 8 “जब तू पचे कउनो नवा घर बनावा तउ तू पचन्क आपन छते क चारिहुँ कइँती देवार खड़ी करइ चाही। तब तू पचे कउनो मनई क अपराधी नाहीं होब्या अगर उ छते पइ स भहरात ह। 9 “तू पचन्क आपन अंगूरे क बगिया मँ अनाजे क बिअन क नाहीं बोवइ चाही। काहेकि अनाज या अंगूर जउन बोवइ भवा बिअन स उगिहीं ओनका अलग रखइ क होइ। 10 “तू पचन्क बर्धा अउ गदहा क एक संगे हर जोतइ मँ नाहीं लगावइ चाही। 11 “तू पचन्क उ ओढ़नन क नाहीं पहिरइ चाही जेका अन अउ सूते स एक संग बुना भवा होइ। 12 “तू पचन्क आपन पहिरा जाइवाला चोगा क चारिहुँ कोनन पइ फुंदनन जरूर लगावइ चाही। 13 “अगर एक मनई कउनो लड़की स बियाह करइ अउर ओसे तने स सम्बन्ध करइ। तब होइ सकत ह। उ फइसला करत ह कि उ ओका पसन्द नाहीं अहइ। 14 उ झूठ बोलि सकत ह अउर कह सकत ह, ‘मइँ उ मेहरारु स बियाहेउँ, मुला जब हम पचे तने स सम्बन्ध किहेउँ तब मालूम भवा कि उ कुआँरी नाहीं अहइ।’ ओकरे खिलाफ अइसा सरमनाक बात कहइ पइ लोग उ मेहरारु क सम्बंध मँ बुरा विचार रख सकत हीं। 15 अगर अइसा होत ह तउ बिटिया क महतारी अउर बाप क इ बात क सबूत सहर क फाटक जगह पइ नगर-प्रमुखन क लगे लिआवइ चाही कि बिटिया कुआँरी रही। 16 लड़की क बाप क नगर-प्रमुखन स कहइ चाही, ‘मइँ आपन बिटिया क उ मनई क पत्नी होइ बरे दिहेउँ, मुला अब उ ओका नाहीं चाहत।’ 17 इ मनई मोरी बिटिया क खिलाफ झूठ बोलेस ह। उ कहेस, “मइँ तोहार बिटिया क कुआँरी नाहीं पावइ ह। मुला इ मोर बिटियन क कुआँरिपन क सबूत अहइ। तब उ पचे उ ओढ़नाक नगर-प्रमुखन क देखइहीं।’” 18 तब नगर-प्रमुख उ मनई क लेइहीं अउर ओका सजा देइहीं। 19 उ पचे ओह पइ सौ चाँदी क सेकेल क जुर्माना करिहीं। उ पचे उ रुपिया क लड़की क पिता क देइहीं काहेकि ओकर भतार एक इस्राएली बिटिया पइ कलंक लगाएस ह अउर बिटिया उ मनई क पत्नी बनी रही। उ आपन पूरी जिन्नगी ओका तलाक नाहीं दइ सकत। 20 “मुला जउन बातन भतार आपन पत्नी क बारे मँ कहेस उ सबइ फुर होइ सकत हीं। पत्नी क महतारी-बाप क लगे इ सबूत नाहीं होइ सकत कि बिटिया कुआँरी रही। 21 अगर अइसा होत ह तउ नगर-प्रमुख उ बिटिया क ओकरे बाप क दुआरे पइ लइ अइहीं तब नगर क मनई ओका पाथर स मार डइहीं। काहेकि उ इस्राएल मँ लज्जावाली बात किहस। उ आपन बाप क घरे मँ रंडी जइस बेउहार किहस ह। तू पचन्क आप लोगन मँ स हर बुराई क दूर करइ चाही। 22 “अगर कउनो मनई कउने दूसरे क पत्नी क संग तने क सम्बन्ध करत भवा पावा जात ह तउ दुइनउँ मारा जाब्या, उ मेहरारू अउ उ मनसेधु जउन ओकर संग तने क सम्बन्ध किहेस ह। तू पचन्क इस्राएल स इ बुराई दूर करइ चाही। 23 “कउनो मनई कउनो उ कुआँरी बिटिया स मिल सकत ह जेकर दूसरे स पक्का होइ चुका अहइ। उ ओकरे संग तने क सम्बन्ध भी कइ सकत ह। अगर सहर मँ अइसा होत ह तउ 24 तू पचन्क ओन दुइनउँ क उ सहर क बाहेर फाटक पइ लावइ चाही अउर तू पचन्क ओन दुइनउँ क पाथरन स मारि डावइ चाही। तू पचन्क मनई क एह बरे मारि डावइ चाही कि उ दूसर क पत्नी क संग तने क सम्बन्ध किहस अउर तू पचन्क बिटिया क एह बरे मारि डावइ चाही कि उ सहर मँ रही अउर उ मदद बरे पुकार नाहीं किहस। तू पचन्क आपन लोगन मँ स इ बुराई भी दूर करइ चाही। 25 “मुला कउनो मनई मैदानन मँ, बियाह क सगाई पक्की भइ बिटिया क पकड़ लेत ह अउर ओसे बल लगाइके तने क सम्बन्ध करत ह तउ अकेला उ जरूर मनई क मारि डावइ चाही। 26 तू पचन्क बिटिया क संग कछू भी नाहीं करइ चाही काहेकि उ अइसा कछू भी अपराध नाहीं किहस जउन ओका मउत क सजा क काबिल बनावत ह। इ मामला वइसा ही अहइ जइसा कउनो मनई क निदोर्ख मनई पइ आकामण अउ ओकर कतल करतह। 27 उ मनई बियाह क सगाई पक्की कीन्ह भइ बिटिया क मैदान मँ धरेस। बिटिया मदद बरे गोहार लगाएस, मुला कउनो ओकर मदद करइवाला नाहीं रहा। 28 “कउनो मनई कउनो कुआँरी बिटिया जेकर बरिच्छा नाहीं भइ अहइ, क धइ लेत ह अउर ओका आपन संग बल स तने क सम्बन्ध करइ क मजबूर कइ सकत ह। अगर उ परगट होइ जात ह, 29 तउ ओका बिटिया क बाप क पचास सेकेल चाँदी देइ चाही अउर बिटिया ओकर पत्नी होइ जाइ। काहेकि उ ओकरे संग तने क सम्बन्ध किहस। उ ओका पूरी जिन्नगी तलाक नाहीं दइ सकत। 30 “कउनो मनई क आपन सौतेली महतारी क संग सादी कइके आपन बाप पइ कलंक नाहीं लगावइ चाही।”

23:1 “इ सबइ लोग इस्राएल क लोगन क संग यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं आइ सकतेन: उ मनई जउन आपन क बधिया कराइ लिहस ह, उ मनई जउन आपन जनन अंग कटवाइ लिहस ह 2 या उ मनई जउन बिना बियाहे भए महतारी-बाप क सन्तान होइ। इ मनई क परिवार क कउनो मनई दसईं पीढ़ी तलक भी यहोवा क लोगन मँ यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं गना जाइ सकत। 3 “कउनो अम्मोनी या मोआबी यहोवा क लोगन स सम्बंध रखत भवा नाहीं होइ सकत अउर दस पीढ़ियन तलक ओनकर कउनो सन्तान भी यहोवा क लोगन क हींसा यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं बन सकत। 4 काहेकि अम्मोनी अउर मोआबी लोग मिस्र स बाहेर आवइ क जात्रा क समइ तू लोगन क रोटी अउ पानी देइ स इन्कार किहे रहेन। उ सबइ यहोवा क लोगन क हींसा एह बरे भी नाहीं होइ सकतेन काहेकि उ पचे बिलाम क तू पचन्क अभिसाप देइ बरे मुकरर्र किहे रहेन। (बिलाम अरम्नहरैम मँ पतोर सहर क बोर क पूत रह।) 5 मुला यहोवा परमेस्सर बिलाम क एक नाहीं सुनेस। यहोवा अभिसाप क तोहरे बरे बरदान मँ बदल दिहस। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्स पिरेम करत ह। 6 तू पचन्क अम्मोनी अउ मोआबी लोगन्क संग सान्ति रखइ क कोसिस कबहुँ नाहीं रखइ चाही। जब तलक तू लोग रहा, ओनसे मिताई जिन राखा। 7 “तू पचन्क एदोमी स घिना नाहीं करइ चाही। काहेकि उ तोहार सभ्बंधी अहइ। तू पचन्क कउनो मिस्री स घिना नाहीं करइ चाही। काहेकि ओनके देस मँ तू पचे अजनबी रह्या। 8 एदोमी अउर मिस्री लोगन स पइदा तीसरी पीढ़ी क गदेलन यहोवा क लोगन क हींसा बन सकत हीं। 9 “जब तोहार फउज दूस्मन क खिलाफ जाइ, तब तू पचे ओन सबहिं चीजन स दूर रहा जउन तू पचन्क बे पवित्तर बनावत हीं। 10 अगर कउनो अइसा मनई अहइ जउन इ कारण पवित्तर नाहीं अहइ कि रात मँ सपनदोस होइ गवा बाटइ तउ ओका छाउनी क बाहेर चला जाइ चाही। ओका छाउनी स दूर रहइ चाही। 11 मुला जब साँझ होइ तब उ मनई क पानी स नहाइ चाही अउर जब सूरज बूड़इ तब ओका छाउनी मँ आवइ चाही। 12 “तू पचन्क छाउनी क बाहेर दिसा फरागत बरे जगह बनवइ चाही। 13 अउर तू पचन्क आपन हथियार क संग खनइ बरे एक ठु खन्ती रखइ चाही। एह बरे जब तू पचे फरागत करब्या तब तू एक ठु गड़हा खना अउर ओका ढाँकि द्या चाही। 14 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे डेरन मँ दुस्मनन क हरावइ मँ तोहार मदद करइ बरे तोहरे संग अहइ। एह बरे डेरा पवित्तर रहइ चाही। तब यहोवा तू पचन मँ कछू भी अनुचित न लखी अउर तोहे सबन्स आँखी न फेरी। 15 “अगर कउनो दास आपन मालिक क हिआँ स पराइके तोहरे लगे आवत ह तउ तू पचन्क उ दास क ओकरे मालिक क नाहीं लउटावइ चाही। 16 इ दास तोहरे संग जहाँ चाहे हुआँ रहि सकत ह। उ जउने भी सहर क चुन लेइ ओहमाँ रहि सकत ह। तू पचन्क ओका परेसान नाहीं करइ चाही। 17 “कउनो इस्राएली मेहरारु या मनसेधू क कबहुँ देवदासी या देवदास नाहीं बनइ चाही। 18 देवदास या देवदासी क कमावा भवा धन तोहरे परमेस्सर क मन्दिर मँ नाहीं लिआवा जाइ चाही। कउनो मनई दीन्ह भए बचन क कारण यहोवा क दीन्ह जाइवाली चीज क बरे इ धने क उपयोग नाहीं कइ सकत। यहोवा तोहार परमेस्सर सबहिं मन्दिरन क देवदास-देवदासियन स घिना करत ह। 19 “अउर तू पचे कउनो इस्राएली क उधार द्या तउ तू पचे ओह पइ बियाज जिन ल्या। तू पचे उधार मँ लीन्ह गवा सिक्कन, भोजन या कउनो अइसी चीज पइ बियाज मँ न ल्या। 20 तू पचे बिदेसियन स बियाज लइ सकत ह। मुला तू पचन्क दूसर इस्राएली स बियाज नाहीं लेइ चाही। अगर तू पचे इ नेमन क मनब्या तउ यहोवा तोहार परमेस्सर उ देस मँ, जहाँ तू पचे रहइ जात अहा, जउन कछू तू पचे करब्या ओहमाँ आसीस देइ। 21 “जब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क बचन द्या, तउ जउन तू पचे देइ क कहा ओन सब क देइ मँ ढीला जिन ह्वा। अगर तू बचन दीन्ह गइ चीजन क नाहीं देब्या तउ पाप क अपराध करब्या। यहोवा तोहार परमेस्सर चाहत ह कि तू निहचय ही आपन वचन क जरूर पूरा करा। 22 अगर तू बचन नाहीं देब्या तउ तू पचे पाप नाहीं करत अहा। 23 मुला तू पचन्क उ चीजन क करइ चाही जेका करइ बरे तू पचे कह्या ह कि तू करब्या। जब तू पचे अजादी स यहोवा आपन परमेस्सर क बचन द्या तउ, तू पचन्क बचन दीन्ह गइ बात क पूरी करइ चाही। 24 “अगर तू दूसर मनई स अंगूर क बगिया स होइके जात अहा, तउ तू जेतना चाहा ओतना अंगूर खाइ सकत ह। मुला तू कउनो अंगूर आपन टोकरी मँ नाहीं रख सकब्या। 25 जब तू दूसर क पका भवा अनाज क फसल क खेते स होइके जात अहा तउ तू आपन हाथे स जेतना उजारा, खाइ सकत ह। मुला तू हँसिया क उपयोग दूसर क अनाज क काटइ अउर लेइ बरे नाहीं कइ सकत्या।

24:1 “जदि कउनो मनई कउनो मेहरारु स बियाह करत ह, अउर उ मेहरारू ओका खूस नाहीं करत ह, काहेकि उ मनई उ मेहरारू मँ कछू असलीलता पावत ह, तउ उ ओक तलाक पत्र दइ सकत ह अउर ओका आपन घरे स पठइ देइ सकत ह। 2 जब उ ओकर घर तज दिहेस ह तउ उ दूसर मनई क लगे जाइके ओकर पत्नी होइ सकत ह। 3 मुला मान ल्या कि नवा भतार भी ओका पसन्द नाहीं करत अउर ओका बिदा कइ देत ह। अगर उ मनई ओका तलाक देत ह तउ भी पहला भतार ओका फुन स पत्नी क रुप मँ नाहीं राखि सकत या अगर नवा भतार मरि जात ह तउ भी पहिला भतार ओका फुन पत्नी क रुप मँ नाहीं रख सकत ह। उ दूसित होइ चुकी बाटइ। अगर उ ओसे बियाह करत ह तउ उ अइसा काम करी जेहसे यहोवा घिना करत ह। तू पचन्क उ देस मँ अइसा पाप नाहीं लावइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे दइ देत अहइ। 4 5 “नवा बियाहा क फउज मँ नाहीं पठवइ चाही अउर ओका कउनो दूसर खास काम भी नाहीं देइ चाही। काहेकि एक बरिस तलक ओका घरे पइ रहइ क अजाद होइ चाही अउर आपन नई पत्नी क सुखी बनावइ चाही। 6 “अगर कउनो मनई क तू कर्ज द्या तउ गिरवी क रुप मँ ओकर आटा पीसइ क जाँत क कउनो पाट न रखा। काहेकि अइसा करब ओका खइया करइ के तू ओकर जिन्नगी क जरिया लइ लेब्या। 7 “अगर कउनो इस्राएली मनई दूसर इस्राएली मनई क अपहरण करत ह जउन ओकरे देस क अहइ अउर ओकरे संग दूरव्यवहार करत ह या ओका बेच लेत ह तउ अपहरण करइवाला जरुर मारा जाइ चाही। इ तरह तू आपन बीच स इ बुराई क दूर करब्या। 8 “अगर तू पचन्क कोढ़ होइ जाइ तउ तू पचन्क लेवी बंसी याजकन क दीन्ह गइ सारी सिच्छा अंगीकार करइ मँ होसियार रहइ चाही। तू पचन्क होसियारी स ओन सबइ आदेसन क मानइ चाही जेनका देइ बरे मइँ याजकन स कहेउँ ह। 9 इ याद राखा कि यहोवा तोहार परमेस्सर मिरियम क संग का किहेस जब तू पचे मिस्र स बाहेर निकरइ क जात्रा पइ रह्या। 10 “जब तू पचे कउनो मनई क कउनो तरह क कर्ज द्या तउ ओकरे घरे मँ ओकर घरेलू सामान क, गिरवी रखी चीज लेइ बरे जिन जा। 11 तू पचन्क बाहेर ही खड़ा रहइ चाही। तब उ मनई, जेका तू पचे कर्ज दिहा ह, तोहारे लगे गिरवी रखी गइ चीज लिआइ। 12 अगर उ गरीब अहइ तउ उ आपन वस्त्रन क दइ देइ, जेहसे उ आपन क गरम रख सकत ह। तू पचन्क ओकर गिरवी रखी चीज रात क नाहीं रखइ चाही। 13 तू पचन्क हर एक साँझ क ओकर गिरवी धरी चीज क लउटाइ देइ चाही। तब उ आपन ओढ़नन मँ स सोइ सकी। उ तोहार एहसानमंद रही अउर यहोवा तोहार परमेस्सर इ लखी कि तू इ अच्छा काम किह्या ह। 14 “तू पचन्क कउनो गरीब अउ जरुरतवाला मजूर पइ अत्याचार नाही करइ चाही। एकर कउनो महत्व नाहीं कि उ तोहार साथी इस्राएली बाटइ या उ कउनो बिदेसी अहइ जउन तोहरे सहरन मँ स कउनो एक मँ उ रहत बाटइ। 15 सूरज बूड़इ स पहिले हर रोज ओकर मजूरी दइ द्या। काहेकि उ गरीब अहइ अउर उहइ धने पइ ओका सहारा अहइ। अगर तू ओकर भुगतान नाहीं करत्या तउ उ यहोवा स तोहरे खिलाफ सिकाइत करी अउर तू पचे पाप करइ क अपराधी होब्या। 16 “गदेलन क जरिये कीन्ह गए कउनो अपराध बरे बाप क मउत क सजा नाहीं दीन्ह जाइ सकत। अउर गदेला क बाप क जरिये कीन्ह गए अपराध बरे मउत क सजा नाहीं दीन्ह जाइ सकत। कउनो मनई क ओकरे खुद क अपराध बरे ही मउत क सजा दीन्ह जाइ सकत ह। 17 “तू पचन्क प्रवासी अउ अनाथन क संग गलत फइसला नाहीं करइ चाही। तू पचन्क राँइ मेहररु स ओकर ओढ़ना कबहुँ भी गिरवी रखइ क बरे नाहीं लेइ चाही। 18 तू पचन्क सदा सुमिरइ चाही कि तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। इ जिन बिसस कि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क हुआँ स बाहेर लिआवा। इहइ कारण अहइ कि मइँ तू पचन्क इहइ करइ क आदेस देत अहउँ। 19 “तू पचे आपन खेत क फसल बटोरत रहि सकत ह अउर तू पचे तनिक भूलचूक स हुआँ छोड़ि सकत ह। तू पचन्क ओका लेइ नाहीं चाही। इ प्रवासियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन बरे होइ। अगर तू पचे ओनके बरे कछू अन्न छोड़त ह तउ यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क ओन सबहिं कामन मँ असीसी जउन तू पचे करब्या। 20 जब तू पचे आपन जइतून क बृच्छन स फली झरब्या तउ तू पचन्क डारन क फुन जाँच करइ नाहीं जाइ चाही। जउन जइतून तू पचे ओहमाँ तज देब्या उ बिदेसियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन बरे होइ। 21 जब तू पचे आपन अंगूरे क बगियन स अंगूर बटोरब्या तब तू पचन्क ओन अंगूर क लेइ नाहीं जाइ चाही जेनका तू पचे तजि दिहे अहा। उ सबइ अंगूर बिदेसियन, अनाथन अउर राँड मेहररुअन बरे होइहीं। 22 याद राखा कि तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। इहइ कारण अहइ कि तू पचन्क इ करइ क आदेस देत अहउँ।

25:1 “अगर दुइ मनइयन मँ झगड़ा होइ तउ ओनका अदालत मँ जाइ चाही। निआवाधीस ओनके मोकदमा क फइसला करिही। ओनका निदोर्ख क रिहा अउ दोसी क सजा देइ चाही। 2 अगर अपराधी मनई पीटा जाइ जोग्ग अहइ तउ निआवाधीस ओका मुँहे क बल ओलारी। ओका निआवाधीस क समन्वा ओकरे अपराध क अनुसार ओतनी दाईं पीटा जाई चाही जेतना दाईं उचित होइ। 3 कउनो मनई क चालीस दाईर् तलक पीटा जाइ सकत ह, मुला ओसे जियादा नाहीं। अगर उ ओहसे जियादा बार पीटा जात ह तउ एहसे पता चली कि उ मनई क जिन्नगी तोहरे बरे महत्वपूर्ण नाहीं। 4 “जब तू पचे अन्न क अलगावइ बरे गोरुअन क उपयोग करा तब ओनका खाइ स रोकइ बरे ओनके थूथुन क जिन बाँधा। 5 “अगर दुइ भाई एक संग रहत होइँ अउर ओनमाँ स एक ठुलाऔलाद मरि जाइ तउ मरे भए भाई क पत्नी क बियाह परिवार क बाहेर कउनो अजनबी स नाहीं होइ चाही। ओकरे भतारे क भाई क ओका पत्नी क रूप मँ लइ चाही अउर ओकर लगे जाइ चाही अउर ओकरे बरे भतार क भाई क कर्तव्य पूरा करइ चाही। 6 तब जउन पहिलौटी पूत ओसे पइदा होइ उ मनई क मरे भाई क जगह लेइ। तब मरे भाई क नाउँ इस्राएल स बाहेर नाहीं कीन्ह जाइ। 7 अगर उ मनई आपन भाई क पत्नी क अंगीकार करइ नाहीं चाहत, तब भाई क पत्नी क बइठकवाली जगह पइ नगर-प्रमुखन क लगे जाइ चाही। ओकरे भाई क पत्नी क नगर प्रमुखन स कहइ चाही, ‘मोरे भतार क भाई इस्राएल मँ आपन भाई क नाउँ बनाए रखइ स इन्कार करत ह। उ मोरे बरे आपन भाई क कर्तव्य क पूरा नाहीं करी।’ 8 तब नगर-प्रमुखन क उ मनई क बोलावइ चाही अउ ओसे बात करइ चाही। अगर उ मनई जिद्दी अहइ अउर कहत बाटइ, ‘मइँ ओका अंगीकार करइ नाहीं चाहत हउँ।’ 9 तब ओकरे भाई क पत्नी नगर प्रमुखन क समन्वा ओकरे लगे आवइ। उ ओकरे गो़ड़ स पनही उतारि लेइ अउर ओकरे मुँहे पइ थूकइ। ओका कहइ चाही, ‘इ उ मनई क कीन्ह जात इ कारज अहइ कि उ आपन भाई क परिवार न बसाइ।’ 10 तब उ भाई क परिवार, बुलावा जाब्या, ‘उ मनई क परिवार जउन आपन जूता पनही, उतार दिहस।’ 11 “दुइ मनई आपुस मँ झगड़ सकत हीं। ओनमाँ एक क पत्नी आपन भतारे क मदद करइ आइ सकत ह। मुला ओका दूसर मनई क गुप्त अंगन क नाहीं धरइ चाही। 12 अगर उ अइसा करत ह तउ ओकर हाथ काट डावा, ओकरे बरे दुःखी जिन ह्वा। 13 “लोगन क धोखा देइ बरे जाली बटखरा जिन रखा। ओन बटखरन क उपयोग जिन करा जउन असली वजन स कमती या जियादा होइँ। 14 आपन घरे मँ ओन नाप जोख क न रखा जउन सही नाप जोख स बहोत बड़ा या बहोत नान्ह न होइँ। 15 तू पचन्क ओन बटखरन अउ नाप-जोख क बइपरइ चाही जउन सही अउर ईमानदारी क परिचायक अहइ। तू पचे उ देस मँ लम्बी उमिरवाला होब्या जेका यहोवा, तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। 16 यहोवा तोहार परमेस्सर ओनसे घिना करत ह जउन जाली बटखरा अउर नाप जोख बइपरिके धोखा देत बाटेन। हाँ, उ सबइ ओन सबहिं लोगन स घिना करत ह जउन बेईमानी करत हीं। 17 “तू पचन क याद करइ चाही कि जब तू पचे मिस्र छोड़ेस तब अमालेक क लोग तोहरे संग का किहेन। 18 अमालेक क लोग परमेस्सर क सम्मान नाहीं किहन। उ पचे तू पचन्क पइ पाछे स तब हमला किहन जब तू पचे थका भवा अउर कमजोर रह्या। उ पचे तोहरे ओन सब लोगन्क मार डाएन जउन सुस्त होइके पीछे चलत रहेन। 19 एह बरे तू लोगन्क अमालेक क लोगन्क याद क संसारे स मेट देइ चाही। इ तू लोग तब करब्या जब उ देस मँ जाब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। हुआँ उ पचे तू सबन्क चारिहुँ कइँती क दुस्मनन स छुटकारा दिअइहीं। मुला अमालेकियन क नास करब जिन बिसरा।

26:1 “तू पचे हाली ही उ देस मँ घुसब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे देत अहइ। जब तू पचे हुआँ क भुइँया पइ कब्जा कइ ल्या अउ ओह पइ रहइ लाग्या, 2 तब तू पचन्क आपन क तनिक फसिल लेइ चाही अउर ओका एक टोकरी मँ धरइ चाही। उ पहिली फसिल होइ जेका तू पचे उ देस स पउब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ। तनिक पहिली फसिल वाला टोकरी क ल्या अउर उ ठउर पइ जा जेका यहोवा तोहार परमेस्सर चुनी। 3 उ समइ सेवा करइवाला याजक क लगे तू पचन्क जाई चाही अउर ओहसे कहइ चाही, ‘आजु मइँ यहोवा आपन परमेस्सर क लगे इ एलान करत हउँ कि हम पचे उ देस मँ आवा अही जेका यहोवा हम लोगन क देइ बरे हमरे पुरखन क बचन दिहे रहा।’ 4 “तब याजक टोकरी क तोहरे हाथे स लेइ। उ एका यहोवा तोहरे परमेस्सर क वेदी क समन्वा रखी। 5 तब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क समन्वा इ कहब्या: ‘मोर पुरखा घुमक्कड़ अरामी रहा।उ मिस्र पहोंचा अउर हुआँ रहा। जब उ हुआँ गवा तब ओकरे परिवार मँ बहोत कम लोग रहेन। मुला मिस्र मँ उ एक सक्तीवाला बहोत स मनइयन वाला महान रास्ट्र बन गवा। 6 मिस्रियन हम लोगन क संग बहोतइ बुरा बेउहार किहन। उ हम लोगन क मुसीबत मँ डाइ दिहेन अउ कठिन कारज करइ बरे निस्चित किहेन। 7 तब हम पचे यहोवा आपन पुरखन क परमेस्सर स पराथना कीन्ह अउर ओनका गोहार लगाएन यहोवा हमरउ सुनेस अउर उ हम लोगन्क परेसानियन, हमरे कठोर काम अउ अत्याचार क लखेस। 8 तब यहोवा हम लोगन्क आपन प्रबल सक्ती अउ मजबूती स मिस्र स बाहेर लइ गवा। उ डरावना बातन, महान चमत्कारन अउ अचरजन कर्म किहस। 9 इ तरह हम लोगन्क इ ठउरे पइ लिआवा। उ दूध अउर सहद बहत भवा देस हम पचन्क दिहस। 10 यहोवा, अब मइँ उ देस क पहिली फसिल तोहरे लगे लिआएउँ ह जेका तू मोका दिह्या ह।’“तब तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क समन्वा रखइ चाही अउर तू पचन्क ओका निहुर करइ चाही। 11 तब तू पचे ओन सब नीक चीजन्क क आनन्द स भोग कइ सकत ह जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क अउर तोहरे परिवार क दिहस ह। लेवी बंसी अउर उ सबइ प्रवासी जउन तोहरे बीच रहत हीं तोहरे संग इ चीजन्क आनन्द लइ सकत हीं। 12 “जब तू पचे दसवाँ हींसा जउन तीसरे बरिस (दसवाँ हींसा क बरिस) तोहरी फसिल क दीन्ह जाइ क अहइ, दइ चुका तब तू पचन्क लेवी बंसियन, बिदेसियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन क एका दइ देइ चाही। तब हर एक सहर मँ उ पचे खाइ सकत हीं अउर सन्तुट्ठ कीन्ह जाइ सकत हीं। 13 तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर स कहब्या, ‘मइँ आपन घरे स आपन फसिल क पवित्तर हींसा दसवाँ हींसा बाहेर निकारि दिहेउँ ह। मइँ एका ओन सबहिं लेवी बंसियन, बिदेसियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन क दइ दिहेउँ ह। जइसा तू मोका आदेस दिहेस रहा मइँ एका ओन सबहिं अदेसन क मानइ स इन्कार नाहीं किहेउँ ह। मइँ ओनका बिसरेउँ नाहीं। 14 मइँ इ भोजन तब नाहीं किहेउँ जब मइँ सोक मनावत रहेउँ। मइँ इ अनाज क तब अलग नाहीं किहेउँ जब मइँ असुद्ध रहेउँ। मइँ इ अनाजे मँ स कउनो हींसा मरे मनई बरे नाहीं दिहेउँ ह। मइँ यहोवा हमार परमेस्सर क आग्या क मानेउँ ह। मइँ उ सब कछू किहेउँ ह जेकरे बरे तू आग्या दिह्या ह। 15 तू आपन पवित्तर आवास सरग स खाले निगाह डावा अउर आपन लोगन, इस्राएलियन क आसीर्बाद द्या जेका तू हम लोगन्क वइसा ही दिह्या ह जइसा तू हमरे पुरखन क बढ़िया चीजन्स भरा-पूरा देस देइ ल बचन दिह्या रह्या। 16 “आजु यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क आदेस देत अहइ कि तू पचे इ सबइ बिधियन अउ नेमन क माना। आपन पूरा हिरदय अउर आपन पूरी आतिमा स एनका मानइ बरे होसियार रहा। 17 आजु तू पचे इ कह्या ह कि यहोवा तोहार परमेस्सर अहइ। तू लोग बचन दिहा ह कि तू पचे ओकरे राहे पइ चलब्या, ओकरे हुकुमन, आदेसन अउर नेमन क मनब्या। तू पचे कह्या ह कि तू पचे उ सब कछू करब्या जेका करइ बरे उ कहत ह। 18 आजु यहोवा तू पचन्क आपन लोग क रूप स्वीकार किहेस। अउर तोहका आपन मूल्यवान सम्पत्ति बनाइ बरे बचन दिहस ह। अउर तू पचन्क ओकरे सब आदेसन क मानइ चाही। 19 यहोवा तू पचन्क ओन सबहिं रास्ट्रन स महान बनाई जेनका उ बनाएस ह। उ तू पचन्क तारीफ, जस अउर गौरव देइ अउर तू पचे ओकर खास लोग होब्या, जइसा उ बचन दिहेस ह।”

27:1 मूसा अउर इस्राएल क प्रमुखन मनइयन क आदेस दिहस। उ कहेस, “ओन सबहिं आदेसन क माना जेनका मइँ आजु देत हउँ। 2 जउने दिन तू यरदन नदी पार कइके उ देस मँ घुसा जेका जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ उ दिन, आपन बरे बहोत बड़की सिलन क तइयार करा। इ सबइ सिला क पलसतर स ढाँकि द्या। 3 तब इ उपदेस क सब बातन इ पाथरन पइ लिखी द्या। तू पचन्क इ तब करइ चाही जब तू पचे यरदन नदी क पार पहोंच जा। तब उ देस मँ जाइ सकब्या जउन मँ दूध अउर सहद बहत अहइ जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइँ। यहोवा तोहरे पुरखन क परमेस्सर ऍका दइके आपन बचन क पूरा किहस ह। 4 “यरदन नदी क पार जाइके पाछे तू पचन्क इ सिलन क एबाल पहाड़े पइ आजु क मोरे आदेस क मुताबिक स्थापना करइ चाही। तू पचन्क इ पाथरन क चूना क लेप स ढाँकि देइ चाही। 5 हुआँ पइ यहोवा आपन परमेस्सर क वेदी बनावइ बरे भी कछू सिला क उपयोग करा। पाथरन क काटइ बरे लोहा क अउजारन क उपयोग जिन करा। 6 तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क वेदी पूरा पाथरन स बनावा अउर तब यहोवा आपन परमेस्सर बरे एह पइ होमबलि चढ़ावा। 7 तोहका मेलबलि चढ़ावइ चाही अउर ओनका खाइ चाही। खा अउर यहोवा आपन परमेस्सर क मौजूदगी मँ खुसी क समइ बितावा। 8 तू पचन्क इ सबइ उपदेसन क पाथर क सिलन पइ साफ साफ लिखि देइ चाही।” 9 मूसा अउर लेवी बंसी याजकन इस्राएल क सबहिं लोगन स बात किहस। उ कहेस, “इस्राएलियो, सान्त रहा अउ सुना! आजु तू लोग, यहोवा आपन परमेस्सर क लोग होइ गवा। 10 एह बरे तू पचन्क उ सब कछू जरूर करइ चाही जउन यहोवा तोहार परमेस्सर कहत ह। तू पचन्क ओकरे ओन आदेसन अउ नेमन क जरूर मानइ चाही जेनका मइँ आजु तू पचन्क दइ देत हउँ।” 11 उहइ दिन, मूसा लोगन क आदेस दिहेस, 12 “जब तू पचे यरदन नदी क पार जाब्या ओकरे पाछे इ सबइ परिवार समूह गिरिज्जीम पहाड़े पइ खड़ा होइ के लोगन्क आसीर्बाद देइहीं: सिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, यूसुफ अउ बिन्यामीन। 13 अउर इ सबइ परिवार समूह एबाल पहाड़े पइ अभिसाप बाँचिहीं: रूबेन, गाद, आसेर, जबूलून, दान अउर नप्ताली। 14 “अउर लेवी बंसी इस्राएल क सबहिं लोगन स ऊँची अवाजे मँ कइँहीं: 15 ‘उ मनई अभिसाप स दबा बा जउन लबार देवता बनावत ह अउर ओका गुप्त ठउरे मँ धरत ह। लबार देवतन सिरिफ उ सबइ मूरतियन अहइँ जेका कउनो कारीगर काठ, पाथर या धातु क बनावत ह। यहोवा ओन चीजन स घिना करत ह!’“तब सबहिं लोग जवाब देइहीं, ‘आमीन!’ 16 “लेवी बंसी कइहीं, ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आपन महतारी अउर बाप क बेज्जत करत ह।’“सबहिं लोग जवाब देइहीं, ‘आमीन!’ 17 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आपन पड़ोसी क चउहद्दी-चीन्हा क खिसकावत ह।’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’ 18 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आँधर क कुमार्ग पर चलावत ह।’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’ 19 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन बिदेसियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन क संग निआव नाहीं करत।’“तब सब लोग कइहीं, ‘आमीन!’ 20 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आपन बाप क पत्नी क संग तने क सम्बंध रखत ह काहेकि उ आपन बाप क नंगा क तरह करत ह।’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’ 21 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन कउनो तरह क जनावर क संग तने क सम्बंध रखत ह।’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’ 22 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आपन महतारी क बिटिया या आपन बाप क बिटिया, आपन बहिन क संग तने क सम्बंध रखत ह।’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’ 23 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित बाटइ जउन आपन सास क संग तने क सम्बंध रखत ह।’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन।’ 24 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन दूसर मनई क लुकाई क कतल करत ह!’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’ 25 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन निदोर्ख क कतल बरे धन वसूलत ह!’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’ 26 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन इ उपदेसन क समर्थन नाहीं करत अउर ओका पालन नाहीं करत।’“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’”

28:1 “अगर तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क इ सबइ कानून क मानइ मँ होसियार रहब्या अउर ओका सावधानी स पालन करब्या जेनका मइँ आजु बतावत हउँ तउ यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क धरती क सब रास्ट्रन क ऊपर स्रेस्ठ करी। 2 अगर तू यहोवा आपन परमेस्सर क आदेसन क मनब्या तउ इ सबइ वरदान तोहरे लगे अइहीं अउर तोहार होइहीं: 3 “तोहरे सहरन अउ खेतन क असीसी कीन्ह जाब्या। 4 तोहरे गदेलन क आसीर्बाद दीन्ह जाई। उ तोहरी भुइँया क बढ़िया फसिल क वरदान देइ अउर तोहरे गोरुअन क बच्चन देइ क वरदान देइ। तोहरे लगे बहोत स मवेसी अउर भेड़ होइहीं। 5 यहोवा तू पचन्क बढ़िया अनाज क फसिल अउर बहोत जियादा भोजन पावइ क असीसी। 6 तू पचन्क आसीर्बाद दीन्ह जाई जब तू पचन्क आवई अउर जावई। 7 “यहोवा तू पचन्क ओन दुस्मनन पइ विजयी बनाई जउन तोहरे खिलाफ होइहीं। तोहार दुस्मन तोहरे खिलाफ एक रस्ता स अइहीं मुला उ पचे तोहरे समन्वा सात ठु राहे मँ पराइ जइहीं। 8 “यहोवा तू पचन्क खरिहान क आसीर्बाद देइ। तू पचे जउन कछू तू करब्या उ ओकरे बरे आसीर्बाद देइ। उ पचे तोहका उ भुइँया पइ आसीर्बाद देइ जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तोहाका दिहेस ह। 9 यहोवा तू पचन्क आपन खास लोग बनाई। यहोवा तू पचन्क इ वचन दिहे अहइ मुला सर्त इ बाटइ कि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क हुकुमन क माना अउ ओनकइ राहे पइ चला। 10 तब धरती क सबहिं लोग इ लखिहीं कि तू पचे यहोवा क नाउँ स जाना जात अहा अउर उ पचे तोहसे सबन्स डेराइ जइहीं। 11 “अउर यहोवा तू पचन्क बहोत स बढ़िया चीज देइ। उ तू पचन्क बहोत स गदेलन देइ। उ तू पचन्क बहोत स गोरु अउ बछवन क देइ। उ उ देस मँ बहोत-स बढ़िया फसिल देइ जेका उ पचे तोहरे पुरखन क देइ क वचन दिहे रहेन। 12 यहोवा सरग मँ आपन भण्डार खोलि देइ। उ आपन वरदान स तोहरी भुइँया बरे ठीक समइ पइ बर्खा देइ। यहोवा जउन कछू तू पचे करब्या ओकरे बरे आसीर्बाद देइ अउर बहोत स रास्ट्रन क कर्ज देइ बरे तोहरे पचन्क लगे धन होइ। मुला तू पचन्क ओन से कछू उधार लेइ क जरुरत नाहीं होइ। 13 यहोवा तू पचन्क मूँड़ बनाई, पूँछ नाहीं। तू पचे चोटी पइ होब्या, तलहटी पइ नाहीं। इ तब होइ जब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क ओन आदेसन पइ धियान देब्या जेनका मइँ आजु तू पचन्क देत अहउँ। 14 तू पचन्क ओन सिच्छन मँ स कउनो क उपेच्छा नाहीं करइ चाही जेनका मइँ आजु तू पचन्क देत हउँ। तू पचन्क ऍनसे दाईर् या बाईर् कइँती नाहीं जाइ चाही। तू पचन्क उपासना बरे दूसर देवतन क पाछे नाहीं चलइ चाही। 15 “अगर तू यहोवा आपन परमेस्सर क जरिये कही गइ बातन पइ धियान नाहीं देत्या अउर आजु मइँ जउने आदेसन अउ नेमन क बतावत अहउँ, होसियारी स पालन नाहीं करत्या तउ इ सबइ अभिसाप तू पचन्प अइहीं। 16 “तोहका तोहरे सहरन अउर मइदानन मँ अभिसापित कीन्ह जाइ। 17 यहोवा तोहरी टोकरियन अउ बर्तनन क अभिसापित करी। अउ तू पचन्क काफी भोजन नाहीं मिली। 18 तू पचन्क गदेलन अभिसाप पइहीं। तोहरी धरती क फसलन तोहरे गोरुअन क बछवन अउ तोहरे झुण्डे क बच्चन अभिसाप पइहीं। 19 तू आपन आवइ अउर जावइ पइ अभिसापित कीन्ह जाब्या। 20 “अगर तू पचे बुरा काम करब्या अउर आपन यहोवा स मुँह फेर लेब्या, तउ तू पचे अभिसाप पउब्या। तू पचे जउन कछू करब्या ओहमाँ तू पचन्क क अव्यवस्था अउ फटकार क सामना करइ क होइ। उ इ तब तलक करी जब तलक तू पचे हाली स अउ पूरी तरह स बरबाद नाहीं होइ जात्या। 21 अगर तू पचे यहोवा क हुकुम नाहीं मनत्या तउ उ तू पचन्क तब तलक महामारी स दुखी करत रही जब तलक तू उ देस मँ पूरी तरह बरबाद नाहीं होइ जात्या जेहमाँ तू पचे रहइ बरे प्रवेस करत अहा। 22 यहोवा तू पचन्क रोग स दुखी अउ दुर्बल होइ क दण्ड देइ। तू पचन्क बोखार अउ सूजन होइ। यहोवा तोहरे लगे भयंकर गमीर् पठइ अउर तोहरे हिआँ बर्खा नाहीं होइ। तोहार फसलन गमीर् अउ रोगस बरबाद होइ जइहीं। तू पचन्प इ सबइ मुसीबतन तब तलक अइहीं जब तलक तू पचे मर नाहीं जात्या। 23 अकासे मँ कउनो बादल नाहीं रही अउर आकास काँसा सरीखा होइ जाइ। अउर तोहरे पचन्क खाले धरती लोहा क सरीखा होइ। 24 बर्खा क बदले यहोवा तोहरे पास अकासे स रेत अउ धूरि पठइ। इ तोहे सबन पइ तब तलक आइ जब तलक तू पचे बरबाद नाहीं होइ जात्या। 25 “यहोवा तोहरे पचन्क दुस्मनन क जरिये तू पचन्क हराइ। तू पचे आपन दुस्मनन क खिलाफ एक राहे स जाब्या अउर ओनके समन्वा स सात ठु राहे स पराइ जाब्या। तोहरे सबन क ऊपर जउन मुसीबतन अइहीं उ सबइ सारी धरती क लोगन क डेरवाइ देइहीं। 26 तोहार पचन्क क ल्हासियन क सबइ जंगली जनावर अउ पंछियन क चारा बनिहीं। कउनो मनई ओनका डेराइके तोहरी ल्हासियन स पराइवाला न होइ। 27 “अगर तू यहोवा क हुकुम क नाहीं मनत्या तउ उ तू पचन्क वइसेन फोड़ा होइ क सजा देइ जइसे फोड़न क उ मिस्री लोगन पइ पठए रहा। उ तू पचन्क ला-इलाज सूजन, पीड़ा युक्त फोड़न अउ खजुरी स दुःखी करी। 28 यहोवा तू पचन्क पागल बनाइके सजा देइ। उ तू पचन्क आँधर बनाइ अउ उलझन मँ डाइ देइ। 29 तू पचन्क दिन क प्रकास मँ आँधर क नाईर् आपन राह टटोलइ क होइ। तू पचे जउन कछू करब्या ओहमाँ तू पचे असफल रहब्या। लोग तू पचन्प बार बार प्रहार करिहीं अउर तोहार चिजियन क चोरइहीं। तू पचन्क बचावइवाला हुआँ कउनो भी न होइ। 30 “तोहार बियाह कउनो मेहरारु क संग पक्का होइ सकत ह, मुला कउनो दूसर मनई ओकरे संग बलत्कार करी। तू पचे कउनो घर बनाइ सकत ह, मुला तू पचे ओहमाँ रहब्या नाहीं। तू पचे अंगूरे क बगिया लगाइ सकत ह, मुला एहसे कछू भी बटोर नाहीं सकत्या। 31 तोहार बर्धा तोहरी आँखिन क समन्वा मारा जाइ मुला ओकर कछू भी गोस नाहीं खाइ सकत्या। तोहार पचन्क गदहा तू पचन्स जबरदस्ती हरिके लइ जावा जाइ इ तू पचन्क लउटा नाहीं जाइ। तोहार पचन्क भेड़ तोहरे दुस्मनन क दइ दीन्ह जइहीं। तोहार पचन्क क रच्छक कउनो भी मनई न होइ। 32 “तोहार पचन्क पूतन अउ बिटियन दूसर जाति क मनइयन क दइ दीन्ह जइहीं। तोहार अखियन गदेलन क निहारइ बरे सारे दिन टकटकी लगाए रइहीं काहेकि तू पचे गदेलन क लखइ चहब्या। मुला तू पचे जोहत जोहत कमजोर होइ जाब्या, तू पचे असहाय होइ जाब्या। 33 “उ रास्ट्र जेका तू पचे नाहीं जनत्या, तोहरे पसीना क कमाई क फसिल खाब्या अउ आनन्दित होब्या। तोहार संग सदा दुरव्यवहार अउ दुरुपयोग कीन्ह जाब्या। 34 जउन चिजियन क तू लखब तोहका दीवाना बनाइ देब। 35 यहोवा तू पचन्क दर्दवाला फोड़न क सजा देइ। इ सबइ फोड़न तोहरे घुटनन अउ गोड़न पइ होइहीं। उ सबइ तोहरे पचन्क क तलवा स लइके मूड़े क ऊपर तलक फइल जइहीं अउर तोहार पचन्क इ फोड़न भरिहीं जाहीं। 36 “यहोवा तू पचन्क अउ तोहरे राजा जेका तू आपन बरे चुनेस ह, क उ रास्ट्र म पठइ जेका तू पचे नाहीं जानत होब्या। तू पचे अउ तोहार पुरखन उ रास्ट्र क कबहुँ नाहीं लखे होइहीं। हुआँ तू पचे काठ अउ पाथर क बने भए दूसर देवतन क पूजब्या। 37 जउने देसन मँ यहोवा तू पचन्क पठइ ओन देसन क लोग तू लोगन पइ आइ भइ मुसीबतन क सुनिके हक्का बक्का रहि जइहीं। उ पचे तोहार हंसी उड़इहीं अउर तोहार निन्दा करिहीं। 38 “तू पचे आपन खेतन मँ बोवइ बरे जरुरत स जियादा बहोत जियादा बिआ लइ जाब्या। मुला तोहार उपज कमती होइ। काहेकि टिड्डियन तोहार फसिल चाट जइहीं। 39 तू पचे अंगूरे क बगिआ लगउब्या अउ ओहमाँ कठिन मेहनत करब्या। मुला तू पचे ओहमाँ स अंगूर बटोरब्या नाहीं अउ न ही ओनसे दाखरस पीब्या। काहेकि ओनका किरवन खाइ लेइहीं। 40 तोहरी सारी भुइँआ मँ जइतून क बृच्छ होइहीं। मुला तू पचे ओकरे कछू भी तेले क उपयोग नाहीं कइ सकब्या। काहेकि तोहरे जइतून क बृच्छ आपन फलन क बरबाद होइ बरे गिराइ देइहीं। 41 तोहरे पचन्क पूतन अउ बिटियन होइहीं, मुला तू पचे ओनका आपन लगे नाहीं रख सकब्या। काहेकि उ पचे धरिके दूर लइ जावा जइहीं। 42 टिड्डियन तोहरे सबहिं खेतन अउ फलन क नास कइ देइहीं। 43 तोहरे बीच रहइवाले विदेसी जियादा स जियादा सक्ती बढ़ावत जइहीं अउर तू पचन मँ जउन भी सक्ती बाटइ ओका खोवत जाब्या। 44 उ पचे तोहका उधार देइ, मुला तू पचन्क ओका उधार देइ क जोग्ग धन नाहीं होइ। उ पचे मूँड़े क नाईं होइ। तू पचे पूँछे क नाईर् बन जाब्या। 45 “इ सबइ अभिसाप तू पचन्प पड़िहीं। उ पचे तोहार पाछा तब तलक करत रइहीं अउर तू पचन्क गहियाइके धरे रइहीं जब तलक तू पचे बरबाद नाहीं होइ जात्या। काहेकि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क कही भइ बातन क परवाह नाहीं किह्या। तू पचे ओकरे ओन आदेसन अउ नेमन क नाहीं मान्या जेका उ तू पचन्क दिहस। 46 इ सबइ अभिसाप मनइयन क बतइहीं कि परमेस्सर तू अउर तोहरे पचन्क संतानन क संग सदा ही निआव किहस ह। 47 “यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क बहोत स बरदान दिहस मुला तू पचे ओकर सेवा खुसी स अउ उल्लास स भरे भए हिरदय स नाहीं किह्या। 48 एह बरे तू पचे आपन ओन दुस्मनन क सेवा करब्या जेनका यहोवा, तोहरे पचन्क खिलाफ पठइ। तू पचे भूखा, पिआसा अउर नंगा रहब्या। तोहरे लगे कछू भी न होइ। यहोवा तोहरी गर्दन पइ एक ठु लोहे क जुवा तब तलक धरी जब तलक तू पचन्क बरबाद नाहीं होइ जाइ। 49 “यहोवा तोहरे खिलाफ बहोत दूर स एक रास्ट्र क लिआइ। इ रास्ट्र पृथ्वी क दूसर कइँती स आइ। इ रास्ट्र तोहरे ऊपर अकासे स उतरत उकाब पंछी क नाईर् हाली स हमला करी। तू पचे इ रास्ट्र क भाखा नाहीं समुझ पउब्या। 50 इ रास्ट्र क मनइयन क चेहरा कठोर होइहीं। उ पचे बुढ़वा लोगन क परवाह न करिहीं। उ पचे नान्ह नान्ह गदेलन पइ भी दयालु नाहीं होइहीं। 51 उ पचे तोहरे गोरुअन क बछवन अउ तोहरी धरती क फसिल तू पचे बरबाद होइ तलक खाइ। उ पचे तोहरे बरे अनाज, नई दाखरस, तेल, तोहरे गोरुअन क बछवन या तोहरे झुण्ड क भेड़ी क बच्चन क नाहीं छोड़िहीं। उ पचे इ तब तलक करत रइहीं जब तलक तू पचे नस्ट नाहीं होइ जात्या। 52 “इ रास्ट्र तोहरे सबहिं सहरन क घेरि लेइ। तू पचे आपन सहरन क चारिहुँ कइँती ऊँची अउ मजबूत देवारे पइ भरोसा रखत अहा। मुला तोहरे देस मँ इ सबइ देवारन हर जगह भहराइ जइहीं। हाँ, उ रास्ट्र तोहरे उ देस क सबहिं सहरन पइ हमला करी जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। 53 जब तलक तोहार दुस्मन तोहरे सहर क घेरा डाए रही तब तलक तोहार बड़का नोस्कान होत रही। तू पचे ऍतना भूखा रहब्या कि आपन गदेलन क भी खाइ जाब्या। तू पचे आपन पूतन अउ बिटियन क गोस खाब्या जेनका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दिहे बाटइ। 54 “तोहार बहोत विनम्र सज्जन मनई भी आपन गदेलन, भाइयन, आपन पियारि पत्नी अउ बचे भए गदेलन क संग निर्दयी होइके बेउहार करी। 55 ओकरे लगे आपन सहरन पइ दुस्मन क हमला अउ घेराबन्दी क कारण कछू भी खाइ क नाहीं होइ। एह बरे उ आपन गदेलन क खाइ। मुला उ आपन परिवार क बचे भए सदस्सन क कछू नाहीं देइ! 56 “तोहरे पचन्क बीच सब त जियादा विनम्र अउ सुकुमार मेहरारु भी उहइ करी। अइसी धन्नासेठ अउ सुकुमार मेहरारु भी जउन कहूँ जाइ बरे भुइँया पइ गोड़ भी न रखे होइ। उ आपन पियारा भतार या गदेलन क संग हींसा बँटावइ क विरोध करी। 57 उ जनम क बाद आपन ही गरभ क खेड़ी क खाइ अउ उ गदेला क भी जेका उ जन्मी। उ ओका छिपा रुप स खाइ। काहेकि हुआँ कछू भी खइया क नाहीं बचा बाटइ। इ तब होइ जब तोहार दुस्मन तोहरे सहरन क खिलाफ घेरा डाली अउर बहोत जियादा कस्ट पहोंचाइ। 58 “इ किताबे मँ जेतना सब्दन अउ नेम लिखा बाटेन ओन सबन्क तू पचन्क मानइ चाही। तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मानित अउर महिमामय नाउँ क सम्मान करइ चाही। अगर तू पचे ऍनका नाहीं मनत्या 59 तउ यहोवा तू पचन्क खउफनाक मुसीबत मँ डाइ देइ अउर तोहार सन्तानन खउफनाक मुसीबत उठइहीं अउर ओनका भयंकर रोग होइ जइहीं जउन लम्बे समइ तलक रइहीं 60 यहोवा मिस्र स सबहिं बेरमियन क लिआइ जेनसे तू पचे डेरात अहा। इ सबइ बेरमियन तू लोगन मँ रइहीं। 61 यहोवा ओन बेरमियन अउ अउ परेसानियन क तोहरे बीच लिआइ जउन इ व्यव्सथा क किताब मँ नाहीं लिखी गइ अहइँ। उ इ तब तलक करत रही जब तलक तू पचे नस्ट नाहीं होइ जात्या। 62 तू पचे ऍतना जियादा होइ सकत ह जेतना अकासे मँ तारा अहइँ। मुला तू पचन मँ कछू ही बचा रइहीं। तू पचन्क संग इ काहे होइ? काहेकि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क बात नाहीं मान्या। 63 “पहिले यहोवा तोहार भलाइ करइ अउ तोहरे रास्ट्र क बढ़ावइ मँ खुस रहा। उहइ तरह यहोवा तू पचन्क नस्ट अउ बरबाद करइ मँ खुस होइ। तू पचे उ देस स बाहेर लइ जावा जाब्या जेका तू पचे आपन बनावइ बरे ओहमाँ प्रवेस करत अहा। 64 यहोवा तू पचन्क पृथ्वी क एक छोरे स दूसर छोर तलक संसार क सबहिं लोगन मँ बिखेर देइ। हुआँ तू पचे दूसर काठ अउ पाथर क देवतन क पूजब्या जेनका तू पचे अउ तोहार पुरखन कबहुँ नाहीं पूजेन। 65 “तू पचन्क ऍन रास्ट्रन क बीच तनिकउ भी सान्ति नाहीं मिली। तू पचन्क आराम क कउनो जगह नाहीं मिली। यहोवा तू पचन्क दिमागन्क सबइ चिन्ता स भरि देइ। तोहार सबन्क आँखिन पथराइ जइहीं। तू पचे आपन क उखड़ा भवा महसूस करब्या। 66 तू पचे संकट मँ रहब्या। तू पचे दिन-रात डेरान रहब्या। सदा ह सन्देह मँ घिरा रहब्या। तू पचे आपन जिन्नगी मँ कबहुँ सुरच्छित नाहीं रहब्या। 67 भिन्सारे तू पचे कहब्या, ‘अच्छा होत, इ साँझ होत।’ साँझ क तू पचे कहब्या, ‘अच्छा होत, इ भिन्सार होत!’ काहेकि उ भय क कारण अउर ओकरे कारण जउन तू पचे लखब्या। 68 यहोवा तू पचन्क जहाजन मँ मिस्र वापस पठइ। मइँ इ कहेउँ कि तू पचे उ जगह पइ दुबारा कबहुँ नाहीं जाब्या। मुला यहोवा तू पचन्क हुआँ पठइ। अउर हुआँ तू पचे आपन क आपन दुस्मनन क हाथे मनसेधु अउ मेहरारू दास क रुप मँ बेचंइ क कोसिस करब्या, मुला कउनो मनई तू पचन्क बेसही नाहीं।”

29:1 इ सबइ बातन उ वाचा क अंग अहइ जउन वाचा क यहोवा मोआब प्रदेस मँ इस्राएल क लोगन क संग मूसा स करइ क कहेस। यहोवा इ वाचा क उ बचन स अलवा किहस जेका उ इस्राएल क लोगन क संग होरेब पहाड़े पइ किहे रहा। 2 मूसा सबहिं इस्राएली मनइयन क बटोरिके बोलाएस। उ ओनसे कहेस, “तू पचे उ सब कछू लख्या ह जउन यहोवा मिस्र देस मँ किहस। तू पचे उ सब भी लख्या जउन फिरौन, फिरौन क प्रमुखन अउ ओकरे पूरे देस क संग किहस। 3 तू पचे ओन बड़की मुसीबतन क लख्या ह जउन उ ओनका दिहस। तू पचे ओकरे ओन चमत्कारन अउ बड़के अचरजन क लख्या ह जउन उ किहेस। 4 “मुला आजु भी तू पचे नाहीं समझत्या कि का भवा। यहोवा सचमुच तू पचन्क नाहीं समझाएस जउन तू पचे लख्या अउ सुन्या ह। 5 मइँ तू पचन्क चालीस बरिस तलक रेगिस्ताने स होइके लइ जात रहा अउर उ लम्बे समइ क बीच तोहार पचन्क ओढ़ना अउ पनही फाटिके खतम नाहीं भएन। 6 तोहरे लगे कछू भी भोजन नाहीं रहा। तोहरे पचन्क लगे कछू भी दाखरस या कउनो उत्तेजित करइवाला पिअइ क चीज नाहीं रही। किन्तु यहोवा तोहार देख-रेख किहस। उ इ एह बरे किहस कि तू पचे समुझ पउब्या कि उ यहोवा तोहार सबन्क परमेस्सर अहइ। 7 “जब तू पचे इ ठउरे पइ आया तबहिं हेसबोन क राजा सीहोन अउ बासान क राजा ओग हम लोगन क खिलाफ लड़इ आएन। मुला हम पचे ओनका हरावा। 8 तब हम लोग इ सबइ पहँटा रूबेनियन, गादियन अउ मनस्से क आधे लोगन क ओनकइ कब्जा मँ दइ दीन्ह। 9 एह बरे, इ वाचा क आदेसन क पूरी तरह माना। तब जउन कछू तू पचे करब्या ओहमाँ सफल होब्या। 10 “आजु तू पचे सबहिं यहोवा आपन परमेस्सर क समन्वा ठाड़ अहा। तोहरे पचन्क प्रमुखन, तोहार परिवार समूहन, तोहार पचन्क अफसरन, तोहार पचन्क बुजुर्गन (प्रमुखन) अउर सबहिं दूसर लोग हिआँ अहइँ। 11 तोहार पचन्क पत्नियन अउ गदेलन हिआँ अहइँ अउर उ सबइ विदेसी भी हिआँ अहइँ जउन तोहरे बीच रहत हीं अउ तोहार लकड़िन क काटत अउर पानी भरत हीं। 12 तू पचे सबहिं हिआँ यहोवा आपन परमेसस्र क संग एक ठु वाचा करइवाला अहा। यहोवा तू लोगन क संग इ वाचा आजु करत अहइ। 13 इ वाचा क जरिये यहोवा तू पचन्क आपन खास लोग बनावत अहइ अउर उ खुद तोहार परमेस्सर होइ। उ तोहरे पुरखन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क इ वचन दिहे रहा। 14 यहोवा आपन वचन दइके सिरिफ तू लोगन क संग ही वाचा नाहीं करत अहइ। 15 उ इ वाचा हम सबहिं क संग करत अहइ जउन हिआँ यहोवा आपन परमेस्सर क समन्वा ठाड़ अहइँ। मुला इ वाचा हमरे ओन संतानन क बरे भी अहइ जउन हिआँ आजु हम लोगन क संग नाहीं अहइँ। 16 तू पचन्क याद अहइ कि हम मिस्र मँ कइसे रहत रहेन अउ कइसे सारा रास्ट्रन क जात्रा कीन्ह ह जउन हिआँ तलक हमरे राहे पइ रहेन। 17 तू पचे ओनकइ घिनौनी चिजियन यानी काठ, पाथर, चाँदी अउ सोना क बनी देवमूरतियन लखेन। 18 ठान ल्या कि आजु हिआँ हम लोगन मँ कउनो अइसा मनसेधू, मेहरारु, परिवार या परिवार समूह नाहीं अहइ जउन यहोवा, आपन परमेसस्र क खिलाफ जात होइ। कउनो भी मनई ओन रास्ट्रन क देवतन क सेवा करइ नाहीं जाइ चाही। जउन लोग अइसा करत हीं उ पचे उ पौधन क नाई अहइँ जउन करुआ, जहरीला फल पइदा करत होइ। 19 “कउनो मनई इ अभिसापन क सुन सकत ह अउर आपन क संतोख देत भवा कहि सकत ह, ‘मइँ जउन चाहत हउँ करत रहब। मोर कछू भी बुरा भी नाहीं होइ।’ उ मनई आपन ऊपर ही मुसीबत नाहीं बोलाइ मुला उ सबन क ऊपर, अच्छे लोगन प भी बोलाइ। 20 यहोवा उ मनई क छिमा नाहीं करी। नाहीं, यहोवा उ मनई पइ कोहाइ जाइ अउर ओका सजा देइ। इ किताबे मँ लिखे भए सबहिं अभिसापन ओह पइ पड़िहीं। यहोवा ओका इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन स निकारिके बाहेर करी। यहोवा ओका पूरी तरह बरबाद करी। सबहिं आपत्तियन जउन इ किताबे मँ लिखी गइ अहइँ, ओह पइ अइहीं। उ सबइ सबहिं बातन उ वाचा क हींसा अहइँ जउन व्यवस्था क किताब मँ लिखी गइ अहइँ। 21 22 “भविस्स मँ, तोहार सन्तानन अउ बहोत दूर क देसन स आवइवाले विदेसी लोग लखिहीं कि देस कइसे बरबाद होइ गवा अहइ। उ पचे ओन बेमारियन क लखिहीं जेनका यहोवा ओन लोगन मँ लिआइ। 23 सारा देस बरत भए गन्धक अउ जोन स ढका भवा बेकार होइ जाइ। भुइँया मँ कछू भी बोवा भवा नाहीं रही। कछू भी, हिआँ तलक खर-पतवार भी हिआँ नाहीं उगिहीं। इ देस ओन नगरन-सदोम, अमोरा, अदमा अउर सबोयीम क तरह बरबाद कइ दीन्ह जाइ। जेनका यहोवा, तब बरबाद किहे रहा, जब उ बहोत कोहान रहा। 24 “सबहिं दूसर रास्ट्र पूछिहीं, ‘यहोवा इ देस क संग अइसा काहे किहस? उ ऍतना कोहान काहे रहा?’ 25 उ इ जबाब देइ, ‘इस्राएली लोग उ करार क सम्मान नाहीं किहेस जेका यहोवा ओकर बापन स किहेस अहइ। उ पचे उ वाचा क मानब बन्द कइ दिहेन जेका यहोवा ओनके संग तब किहे रहा जब उ ओनका मिस्र देस स बाहेर लिआए रहा। 26 इस्राएल क लोग अइसे दूसर देवतन क पूजा, सेवा अउ मानवइ सुरु किहेन जेनकर पूजा क गियान ओनका पहिले कबहुँ नाहीं रहा। यहोवा आपन लोगन स ओन देवतन क पूजा करब मना किहे रहा। 27 इहइ कारण अहइ कि यहोवा इ लोगन क खिलाफ बहोत कोहाइ ग रहा। एह बरे उ इ किताब मँ लिखे भए सबहिं अभिसापन क ऍन पइ लागू किहस। 28 यहोवा ओन पइ बहोत कोहाइ गवा अउर ओन पइ बउखलाइ उठा। एह बरे ओनके देस स ओनका बाहेर किहस। उ ओनका दूसर देस मँ पठएस जहाँ उ पचे आजु अहइँ।’ 29 “कछू अइसी बातन अहइँ जेनका यहोवा हमार परमेस्सर छुपाए रखेस ह। ओन बातन क सिरिफ उ ही जानत ह। मुला यहोवा हमका आपन नेमन क जानकारी दइ दिहस ह! इ व्यव्सथा हमरे बरे अउ हमरे संताने बरे अहइ। हम पचन्क ऍका सदा मानइ चाही।

30:1 “जउन मइँ कहेउँ ह तू पचन पइ होइके रही। तू पचे आसीर्बाद स बढ़िया चीजन पउब्या अउ अभिसाप स बुरी चीजन पउब्या। यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दूसर रास्ट्रन मँ पठई। तब तू पचे एकरे बारे मँ सोचब्या। 2 उ समइ तू पचे अउर तोहार संतानन यहोवा, आपन परमेस्सर क लगे लौटिहीं। तू पचे पूरा तन-मन स ओन आदेसन क मनब्या जउन आजु हम पचे दीन्ह ह। 3 तबहिं यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर तू पचन्पइ दयालु होइ। यहोवा तू पचन्क फुन अजाद करी। उ ओन रास्ट्रन स तू पचन्क लउटाई जहाँ उ तू पचन्क पठए रहा। 4 चाहे तू पचे पृथ्वी क सब त दूर जगह पइ पठइ दीन्ह गवा होइ, यहोवा तोहार परमेस्स तू पचन्क बटोरी अउर तू पचन्क हुआँ स वापस लिआइ। 5 यहोवा तू पचन्क उ देस मँ लिआइ जउन तोहरे पुरखन क रहा अउर उ देस तोहार होइ। यहोवा तोहार भला करी अउर तोहरे लगे ओसे जियादा होइ, जेतॅना तोहरे पुरखन क लगे रहा अउर तोहरे रास्ट्र मँ ओसे जियादा लोग जेतना ओनके लगे कबहुँ रहेन। 6 यहोवा तोहार परमेस्सर, तू पचन्क अउ तोहरे संतानन क हिरदय क खतना करीकि उ सबइ ओकरी अगया मानइ चइहीं। ‘तब तू पचे यहोवा क आपन सम्पूर्ण हिरदय अउ आतिमा स पिरेम करब्या अउर तू पचे जिअत रहब्या! 7 “अउर यहोवा तोहार परमेस्सर इ सबइ अभिसापन क तोहरे ओन दुस्मनन पइ उतारी जउन तोहसे घिना करत हीं अउर तू पचन्क परेसान करत हीं 8 अउर तू फुन यहोवा क आग्या क मनब्या। तू पचे ओन सबहिं आदेसन क मनब्या जेनका मइँ आजु तू पचन्क दिहेउँ ह। 9 यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क ओन सब मँ सफल बनाई जउन तू पचे करब्या। उ तू पचन्क बहोत स गदेलन बरे, तोहरे गोरुअन क बहोत बछवन अउर तोहरे खेतन क नीक फसल होइ क वरदान देइ। यहोवा तोहरे बरे भला होइ। यहोवा तोहार भला करइ मँ वइसेन ही खुस होइ जइसेन खुस उ तोहरे पुरखन क भला करइ मँ होत रहा। 10 मुला तू पचन्क उ सब कछू जरूर करइ चाही जउन यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्स करइ बरे कहत ह। तू पचन्क ओकरे अउ हुकुमन जउन व्यवस्था क इ किताबे मँ लिखे भए क जरूर मानइ चाही। तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर कइँती आपन पूरा हिरदय अउर आतिमा स अपिर्त होइ जाइ चाही। 11 “आजु जउन आदेसन क मइँ तू पचन्क देत हउँ, उ तोहरे बरे बहोत कठिन नाहीं बा। इ तोहरी पहोंच क बाहेर नाहीं अहइ। 12 इ आदेस सरग मँ नाहीं अहइ जेहसे तू पचन्क कहइ क पड़इ ‘हम लोगन बरे सरगे मँ कउन जाइ अउ ओका हम लोगन क लगे लिआइ जेहसे हम पचे ओका सुनि सकी अउर ओकर पालन करइ सकी?’ 13 इ आदेस समुद्दर क दूसरे पार नाहीं अहइ जेहसे तू पचे इ कहा कि ‘हमरे बरे समुद्दर कउन पार करी अउर ऍका लिआइ जेहसे हम पचे ऍका सुनि सकी अउर कइ सकी?’ 14 नाहीं, यहोवा क बचन तोहरे लगे अहइ। इ तोहरे मुँह अउर तोहरे हिरदय मँ अहइ जेहसे तू पचे ऍका कइ सका। 15 “मइँ आजु तोहरे पचन्क समन्वा जिन्नगी अउ मउत, समृद्धि अउ विनास धइ दिहेउँ ह। 16 मइँ आजु तू पचन्क आदेस देत अहउँ कि यहोवा आपन परमेसर स पिरेम करा, ओकरे राहे पइ चला अउ ओकरे आदेसन, नेमन अउ हुकुमन क माना। तब तू पचे जिअत रहब्या अउ तोहार रास्ट्र जियादा तादाद मँ होइ। अउर यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क उ देस मँ आसीर्बाद देइ जेका आपन बनावइ बरे तू पचे हुआँ जात अहा। 17 मुला अगर तू पचे यहोवा स मुँह फेरत अहा अउ ओकर नाफरमानी करत अहा अउर दूसर देवतन क सेवा अउ पूजा मँ बहकावा जात अहा। 18 तब तू पचे पूरी तरह बरबाद कइ दीन्ह जाब्या। मइँ चिताउनी देत अहउँ, तू पचे यरदन नदी क पार क उ देस मँ लम्बे समइ तलक नाहीं रहब्या जेहमाँ आवइ बरे तू पचे तइयार अहा अउर जेका तू पचे आपन बनउब्या। 19 “आजु मइँ तू पचन्क दुइ राहन क चुनइ क छूट देत हउँ। मइँ धरती अउ अकास क तोहरे साच्छी बरे बुलाए हउँ। तू पचे जिन्नगी क चुन सकत ह, या तू पचे मउत क चुन सकत ह। जिन्नगी क चुनब वरदान लिआइ अउर मउत क चुनब अभिशाप। एह बरे जिन्नगी क चुना। तबहिं सिरिफ तू पचे अउर तोहार गदेलन जिअत रइहीं। 20 तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर स पिरेम करइ चाही अउ ओकर आग्या मानइ चाही। ओसे अउर ओसे चिपक जा। काहेकि यहोवा तोहार जिन्नगी अहइ, अउर यहोवा तू पचन्क उ देस मँ लम्बा जीवन देइ जेका उ तोहरे पुरखन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क देइ क बचन दिहे रहा।”

31:1 तब मूसा अगवा बढ़ा अउ इस्राएलियन स इ सबइ बातन कहेस। 2 मूसा ओनसे कहेस, “अब मइँ एक सौ बीस बरिस क अहउँ। मइँ अब आगे तोहार नेता क अगुवाइ नाहीं कइ सकत हउँ। यहोवा मोसे कहेस ह: ‘तू पचे यरदन नदी क पार नाहीं जाब्या।’ 3 यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे आगे चली। उ इ सबइ रास्ट्रन क तोहरे पचन्क बरे बरबाद करी। तू पचे ओनकर देस ओसे हर लेब्या। यहोसू ओह पार तू लोगन क अगवा चली। यहोवा इ कहेस ह। 4 “यहोवा इ रास्ट्रन क लोगन क संग उहइ करी जउन उ एमोरियन क राजा लोगन सीहोन अउ ओग क संग किहस। ओन राजा लोगन क देस क संग उ जउन किहस उहइ हिआँ करी। यहोवा ओनकर प्रदेसन क बरबाद किहस। 5 अउर यहोवा तू पचन्क ओन रास्ट्रन क हरावइ देइ अउर तू पचे ओनके संग उ सब करब्या जेका करइ बरे मइँ कहेउँ ह। 6 मजबूत अउ हिम्मती बना। इ सबइ रास्ट्रन स डेराअ जिन। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे संग जात अहइ। उ तू पचन्क न छोड़ी अउ तजी।” 7 तब मूसा यहोसू क बोलाएस। जउने समइ मूसा यहोसू स बातन करत रहा ओह समइ इस्राएल क सबहिं लोग लखत रहेन। जब मूसा यहोसू स कहेस, “मजबूत अउ हिम्मती बना। तू इ सबइ लोगन क उ देस मँ लइ जाब्या जेका यहोवा ऍनकइ पुरखन क देइ क बचन दिहे रहा। तू इस्राएल क लोगन क मदद उ देस क लेइ अउ आपन बनावइ मँ करब्या। 8 यहोवा आगे चली। उ खुद तोहरे संग अहइ। उ तू पचन्क न मदद देब बन्द करी, न ही तू पचन्क छोड़ी। तू न ही डेरान अउ फिकिर मँ रहब्या।” 9 तब मूसा इ कानून क लिखेस अउ लेवी क सन्तान याजक क अउर इस्राएल क सबइ बुजुर्गन क दइ दिहस। ओनकर काम यहोवा क करार क सन्दूखे क लइ चलब रहा। 10 मूसा ओनका आदेस दिहस, “हर सात बरिस पाछे, कुटीर क त्यौहार मँ इ सबइ नेमन क बाँचा। 11 उ समइ इस्राएल क सबहिं लोग यहोवा, आपन परमेस्सर स मिलइ बरे उ खास ठउरे पइ अइहीं जेका उ पचे चुनिहीं। तब तू लोगन मँ इ सबइ कानून क अइसे बाँचब जेहसे उ पचे सुनि सकइँ। 12 सबहिं लोगन, मनसेधुअन, मेहररुअन, नान्ह गदेलन अउ आपन नगरन मँ रहइवाले सबहिं प्रवासियन क बटोरा। उ पचे नेमन क सुनिहीं, अउर उ पचे यहोवा तोहरे परमेस्सर क आदर करब सिखिहीं अउर उ पचे इ नेमन क सब्दन क मानइ मँ होसियार रइहीं 13 अउर तब ओनकी संतानन जउन नेमन नाहीं जानत ह, ऍका सुनिहीं अउर उ पचे यहोवा तोहरे परमेस्सर क सम्मान करब सिखिहीं। उ पचे तब तलक सम्मान करिहीं जब तलक तू पचे उ देस मँ रहब्या जेका तू पचे यरदन नदी क ओह पार लेइ बरे तइयार अहा।” 14 यहोवा मूसा स कहेस, “अब तोहरे मरइ क समइ निचके आइ ग अहइ। यहोसू क ल्या अउ मिलापवाला तम्बू मँ जा। मइँ यहोसू क बताउब कि उ का करइ।” एह बरे मूसा अउ यहोसू मिलापवाला तम्बू मँ गएन अउर आपन क उपस्थित किहेस। 15 यहोवा बदरन क एक ठु खम्भा क रुप मँ परगट भवा। बदरे क खम्भा तम्बू क दुआरे पइ ठाड़ रहा। 16 यहोवा मूसा स कहेस, “तू हाली ही मरब्या अउर जब तू आपन पुरखन क संग चला जाब्या तउ इ सबइ लोग मोह पइ बिस्सास नाहीं करब्या। उ पचे उ वाचा क तोड़ देइहीं जउन मइँ ऍनकइ संग किहे अहउँ। उ पचे मोका छोड़ देइहीं। अउर दूसर देवतन क पूजा करब सुरु करिहीं, ओन प्रदेसन क बनावटी देवतन क जेनमाँ उ पचे जइहीं। 17 उ समइ, मइँ ऍन पइ बहोत कोहाइ जाब अउर ऍनका छोड़ देब। मइँ ओनकी मदद करब बन्द करब अउर उ पचे बरबाद होइ जइहीं। ओनके संग भयंकर सबइ घटना होइहीं अउर उ पचे विपत्ति मँ पड़िहीं। तब उ पचे कइहीं, ‘इ सबइ बुरी सबइ घटना हम पचन्क संग एह बरे होति अहइँ कि हमार परमेस्सर हमरे संग नाहीं अहइ।’ 18 तब मइँ आपन चेहरा ओन लोगन स छुपाइहीं काहेकि उ पचे बुरा कार्य करिहीं अउर दूसर देवतन क पूजा करिहीं। 19 “एह बरे इ गीत क लिखा अउर इस्राएली लोगन क सिखावा। ओनका इ गाइ द्या। इ इस्राएल क लोगन क खिलाफ मोरे बरे साच्छी रही। 20 मइँ ओनका उ देस मँ जउन मँ दूध अउर सहद बहत ह अउ जेका देइ क वचन मइँ ओनके पुरखन क दिहेउँ ह लइ जाब अउर उ पचे संतुट्ठ होइ तलक खाब्या। उ पचे अमीरी स भरी जिन्नगी बितइहीं। मुला ऍकर बाद उ पचे दूसर देवतन क पूजा अउर ओनकर सेवा करिहीं। उ पचे मोसे मुँहना फेरि लेइहीं अउर मोर वाचा क तोड़िहीं, 21 तब ओन पइ भयंकर आपदा अइहीं अउर उ पचे बड़ी मुसीबत मँ होइहीं। उ समइ ओनके लोग इ गीत क तब भी जनिहीं अउर इ ओनका बताइ कि उ पचे केतॅनी भूल पइ अहइँ। मइँ अभी तलक ओनका उ देस मँ नाहीं पहोंचाएउ हउँ जेका ओनका देइ क बचन मइँ दिहेउँ ह। मुला मइँ पहिले स ही जानत हउँ कि उ पचे हुआँ का करइवाला अहइँ, काहेकि मइँ ओनकी आदत स परिचित अहउँ।” 22 एह बरे मूसा उहइ दिन गीत लिखेस अउ उ गीत क इस्राएल क लोगन क सिखाएउँ। 23 तब यहोवा नून क पूत यहोसू स बातन किहस। यहोवा कहेस, “मजबूत अउ हिम्मती बना। तू इस्राएल क लोगन क उ देस मँ लइ चलब्या जेका ओनका देइ क वचन मइँ दिहेउँ ह अउर मइँ तोहरे संग रहब।” 24 मूसा इ सारे नेमन क सब्दन क एक ठु किताबे मँ लिखेस। जब उ ऍका पूरा कइ लिहस तब 25 उ लेवीबंसियन क आदेस दिहस (सबइ लोग यहोवा क करार क सन्दूखे क देख-रेख करत रहेन।) मूसा कहेस, 26 “इ व्यवस्था क किताबे क ल्या अउर यहोवा, आपन परमेस्सर क करार क सन्दूखे क बगल मँ धरा। तब इ हुआँ तोहरे खिलाफ साच्छी होइ। 27 मइँ जानत हउँ कि तू बहोतइ अड़ियल अहा। मइँ जानत हउँ तू मनमानी करइ चाहत अहा। धियान द्या, आजु जब मइँ तोहरे संग हउँ तब भी तू यहोवा क आग्या मानइ स मना किह्या ह। मोरे मरइ क पाछे तू यहोवा क आग्या मानइ स अउर जियादा इन्कार करब्या। 28 आपन सबहिं परिवार समूहन क प्रमुखन अउ अफसरन क एक संग बोलावा। मइँ ओनका इ सब कछू बताउब अउर मइँ पृथ्वी अउ अकास क ओनके खिलाफ साच्छी होइ बरे बोलाउब। 29 मइँ जानत हउँ कि मोर मउत क पाछे तू सबइ लोग पूरी तरह भ्रस्ट होइ जाब्या। तू पचे उ राहे स बगद जाब्या जेह पइ चलइ क आदेस मइँ दिहेउँ ह। तब भविस्स मँ तोहे सबन पइ आपदा अइहीं। काहेकि तू पचे उ करइ चाहत अहा जेका यहोवा बुरा बतावत ह। तोहार बुरा काम करइ क कारण उ पचे तोहस कोहाइ जाब्या।” 30 तब मूसा इस्राएल क सबहिं लोगन क गीत सुनाएस। उ तब तलक नाहीं रुका जब तलक उ ऍका पूरा नाहीं कइ लिहस।

32:1 “हे गगन, सुन ल्या मइँ बोलिहउँ, पृथ्वी मोरे मुँहना स बात सुनी। 2 मोरे उपदेस बरसिहइँ बर्खा क नाईर्, ओस समान बही पृथ्वी पइ मोरी वाणी, नरम घासन पइ बर्खा क मन्द झरी सी, हरिअर पौधन पइ बर्खा सी। 3 मोर वाणी परमेस्सर क नाउँ सुनाई महँ कहब, स्तुति कर, परमेस्सर महान अहइ। 4 “उ (यहोवा) हमार चट्टान अहइ ओकर सबहिं काम पूर्ण अहइँ! काहेकि ओकर सबहिं राह उचित अहइँ! उ विस्सास अउ निस्पाप परमेस्सर अहइ करत जउन उचित अउ सही अहइ। 5 तू लोगन ओकर संग दुवेर्उहार किह्या तू ओकर संग भ्रस्ट तौर पइ बरताव किहेस। तोहार दोस एह बरे नाहीं कितू पचे ओकर गदेलन अहइ। तू एक दुट्ठ अउ पतित पीढ़ी अहा। 6 का इही बेउहार अहइ जेका तू यहोवा स करइ चाही? नाहीं! तू मूरख अउ जड़बुद्धि जन अहा। यहोवा परम पिता तोहार अहइ, उ तू पचन्क बनाएस, उ आपन जन क मजबूत बनाएस तू पचन्क। 7 “याद करा बीता भवा दिन क सोचा बीती भइ पीढ़ियन क बरिसन क, बुढ़वा पिता स पूछा, उहइ कइहीं आपन प्रमुखन स पूछा; उहइ कइहीं। 8 सवोर्च्च परमेस्सर आपन रास्ट्रन क आपन देसन क दिहस, उ मानव जाति उ विभाजित किहेस उ रास्ट्रन मँ इस्राएली क सम्बंध क बीच सरहद बनाएस। 9 यहोवा क विरासत अहइ ओकर लोग; याकूब यहोवा क आपन अहइ। 10 “यहोवा याकूब क रेगिस्तान मँ पाएस, सुनसान अउ साँय साँय करइवाली मरु भुइँया मँ। यहोवा याकूब क रच्छा बरे ओका चारिहुँ कइँती घेर लिहस उ ओका आँखिन क पुतरी क नाइँ रच्छा किहेस। 11 यहोवा उकाब क नाईर् इस्राएल क रच्छा किहस, जइसे उकाब घोंसला स उठावत ह बच्चन क ओनका उड़इ बरे सिखावत ह। उ बच्चन क लइके रच्छा करत उड़ति ह उ आपन पखना फइलावत ह जब उ पचे ओका पकड़त हीं। उ ओनका पखना पइ लइके उड़ति ह अउ सुरच्छित जहग पइ। परमेस्सर वइसेन अहइ। 12 “अकेल्ले यहोवा याकूब क मारग दरसन किहस, कउनो देवता विदेसी ओकरे लगे न रहेन। 13 यहोवा याकूब क पृथ्वी क ऊँच जगहन पइ चढ़ाएस, याकूब खेतन क फसल खाएस, यहोवा याकूब क पुट्ठ चट्टानन क सहद स किहस; जइतून-तेल ओका वज्र-चट्टाने स दिहस, 14 माखन खरका स दिहस, दूध झुण्ड स दिहस, गोस भेड़ी अउ बोकरन क, भेड़ा अउ बासान जाति क बोकरन स दिहस- बढ़िया स बढ़िया गोहूँ, लाल अंगूरे क दाखरस दिहस। 15 “मुला यसूरुन मोटा भवा, साँड़े क नाई लात मारत, उ बाढ़ा अउ उ भारी भी रहा। उ ऊँच जाति अउ खूब पाला पोसा गवा उ आपन कर्ता क नकारेस अउर चट्टान बरे ओका अपमान किहेस, जउन उद्धारकर्त्ता रहा। 16 जलोटा यहोवा क, दूसर देवन क पूजिके बनाएस! ओकर जन; कोहाइ दिहन परमेस्सर क आपन मुरतियन स जउन घिनौनी परमेस्सर क रहिन, 17 उ पचे दानवन क बलि दिहन जउन फुरइ देवतन नाहीं रहेन ओन देवतन क बलि दिहन जेकर ओनका गियान नाहीं रहा। देवतन उ सबइ जेनका न पूजेन कबहुँ तोहार पुरखन नए रहेन। 18 तू पचे चट्टान क तजि दिहा, तू पचे आपन परमेस्सर क बिसराया जउन जिन्नगी दिहस। 19 “यहोवा लखेस इ जन क आपन कहइ स इन्कार किहस, ओका ओकर बेटवन अउ बिटियन कोहाइ दिहन। 20 तब यहोवा कहेस, ‘मइँ ऍनसे मुँह मोड़बउँ! मइँ लखि सकउँ - ओनका अन्त होइ। काहेकि भ्रस्ट सबहिं ओनकी पीढ़ियन अहइँ। उ सबइ अहइँ अइसा सन्तान जेनका विस्सास नाहीं अहइ! 21 उ पचे मोका मूरतियन स ईर्स्यालु बनएन जउन परमेस्सर नाहीं अहइ। उ पचे मोका आपन निरर्थक मूरतियन स नाराज किहेन। एह बरे मइँ ओन लोगन स जउन इस्राएलियन नाहीं अहइ ईर्स्यालु बनाइ देब। मइँ ओन लोगन क मूरख रास्ट्र स नाराज करइ देब। 22 मोर किरोध आगी क नाईं सुलगत अहइ। मोर किरोध मोत क ठउर क नाईं गहिर तलक, मोरे किरोध भुइँया नस्ट करत ह। अउ फसल क, अउ पहाड़े क नेंव मँ आगी लगावत ह। 23 “‘मइँ इस्राएलियन प विपत्ति ढाउब, मइँ आपन बाण ओन पइ चलाउब। 24 उ पचे भूखन क मारे दूबर स दूबर होइहीं। भयंकर महारोग ओनकर विनास करिहीं। मइँ जंगली जनावर क ओनके खिलाफ पठउब जहरीला साँपन अउ रेगंइ वाला जहरीला जंतुअन क ओनका डसइ पठउब। 25 बाहेर सड़कन पइ तरवारे स मारा जइहीं, अउ घरे क भीतर भय अउ डर स। सिपाही मारि डइहीं जवान मनसेधू अउ मेहररुअन। उ पचे मारि डइहीं नान्ह गदेलन अउ बुढ़वन क। 26 मइँ कहत हउँ, मइँ ओका तितर-बितर कइ देब। इस्राएलियन क लोगन स बिसरि जाइ द्या। 27 मुला मइँ दुस्मन क कोहाइ क आसंका दूर करब, जउन होइ सकत ह दुस्मन गलत समुझत हीं। उ पचे सेखी बघरिहीं अउर कइहीं, “हम पचे जीत लीन्ह ह आपन ताकत स, यहोवा नाहीं किहस इ काम क।’” 28 “उ मूरख रास्ट्र अहइँ उ पचे कछू भी समुझ नाहीं पातन अहइँ। 29 अगर उ समझदार होतेन तउ ऍका समुझ पउतेन अउर लख लेतेन आपन भविस्स। 30 कइसे एक ठु हजारन क पीछा करत? कइसे दस हजार क दुइ ठु भगाइ देतेन? इ तबइ होत जब सैल यहोवा देत ओनका, अउर ओनका गुलाम बनाइ देत। 31 तोहार ‘चट्टान’ हमार चट्टान क नाइँ नाहीं। हमार दुस्मन इ सच्चाई क खुद लखि सकत हीं। 32 ओनकर अंगूरे क लता सदोम क लता स अउ अमोर क खेत स अहइ। ओनकर अंगूर बिखैला होत हीं ओनकर अंगूरन क गुच्छन करुआन। 33 ओनकर दाखरस साँपन क बिख जइसी अहइँ अउ नागिन क जहर क नाइँ। 34 “पर्भू कहत बा ‘मइँ उ सजा क सुरच्छित रखेउँ ह। मइँ ऍका आपन बस्तू-भण्डारे मँ बन्द किहेउँ ह। 35 सिरिफ मइँ ही देइवाला दण्ड अहउँ मइँ ही लोगन क अपराधन क बदला देत हउँ, जब अपराधन मँ ओनकइ गोड़वा फिसल जाइ, काहेकि विपत्तिकाल ओनके निअरे अहइ अउर दण्ड समइ ओनका दौड़ि आइ।’ 36 “यहोवा आपन जन क निआव करि। उ पचे ओकर सेवक अहइँ, उ दयालु होइ। उ ओकरे बल क मिटाइ लखिहीं तउ उ ओन सबहिं अजाद अउ दासन क होत लखी असहाय। 37 उ तब पूछी, ‘लोगन क लबार देवतन कहाँ अहइँ? उ ‘चट्टान’ कहाँ अहइ, उ पचे जेकर सरण गएन? 38 मनइयन क इ सबइ देव, बलि क चबीर् खात रहेन, अउर दारु, दारु क भेंट की पिअत रहेन। एह बरे उठइँ इ सबइ देव, मदद तोहार करइँ तोहरी इ सबइ रच्छा करइँ! 39 “लखा अब मइँ तोहार परमेस्सर अहउँ! नाहीं दूसर कउनो भी परमेस्सर मइँ ही निहचय करब लोगन क जिअत राखउँ या मारउँ। मइँ लोगन क दइ सकत हउ चोट अउर ठीक भी रख सकत हउँ। अउर न बचाइ सकत केउ कउनो क मोरी सक्ति क बाहेर। 40 आकास कइँती हाथ उठाइके मइँ वचन देत हउँ। अगर इ फुरइ अहइ कि मइँ सास्वत हउँ। 41 मइँ आपन बिजरी क तरवार क उपयोग करब। मइँ निआव पइ रहब। मइँ एका आपन दुस्मन पइ प्रयोग करब। मइ ओका जवाब देब जउन मोहस घिना करत ह। 42 मोर दुस्मनन मारा जइहीं अउर बन्दी होइहीं। हमार बाण ओनके रकत स रंग जइहीं। मोर तरवार दुस्मन क मूँड़ क काटि देइ।’ 43 “सब संसार परमेस्सर क मनइयन स खुस होइ। काहेकि उ ओनकी मदद करत ह आपन सेवकन क हत्तियारन क उ सजा देत रहत ह। उ आपन दुस्मनन स बदला लेत ह अउर आपन देस अउर आपन लोगन बरे प्रायस्चित करत ह।” 44 मूसा आवा अउ इस्राएल क सबहिं लोगन क सुनइ बरे उ गीत पूरा सुनाएस। नून क पूत यहोसू मूसा क संग रहा। 45 जब मूसा लोगन क इ उपदेस देब खतम किहस 46 तब उ ओनसे कहेस, “तू पचन्क निहचय करइ चाही कि तू ओन सबहिं आदेसन क सुमिरिब्या जेका मइँ आजु तू पचन्क बतावत जरूर हउँ अउर तू पचन्क आपन गदेलन क इ जरूर बतावइ चाही कि ऍन व्यवस्था क सबइ नेमन क होसियारी स उ पचे पूरी तरह मानइँ। 47 इ जिन समुझा कि इ सबइ उपदेस महत्व क नाहीं अहइँ। इ सबइ तोहार जिन्नगी अहइँ। ऍन उपदेसन क जरिया तू पचे उ यरदन नदी क पार क देस मँ लम्बे समइ तक रहब्या जेका लेइ बरे तू पचे तइयार अहा।” 48 यहोवा उहइ दिन मूसा स बतियान। यहोवा कहेस, 49 “अबारीम पहाड़े पइ जा। यरीहो सहर स पार होइके मोआब पहँटा मँ नबो पहाड़े पइ जा। तब तू उ कनान प्रदेस क लखि सकत ह जेका मइँ इस्राएल क लोगन क रहइ बरे दइ देत हउँ। 50 तू उ पर्वते पइ मरब्या। तू वइसेन ही ओन लोगन स मिलब्या जउन मरि गए अहइँ जइसे तोहार भाई हारुन होर पहाड़े पइ मरा अउ आपन लोगन स मिला। 51 काहेकि जब तू सीन क रेगिस्तान मँ कादेस क निअरे मरीबा क जलासयन क लगे रह्या तब मोरे खिलाफ पाप किहे रह्या अउ इस्राएल क लोग ओका हुआँ लखे रहेन। तू मोर सम्मान नाहीं किह्या अउर तू इ लोगन क नाहीं देखाया कि मइँ पवित्तर अहउँ। 52 एह बरे अब तू आपन समन्वा उ देस क लखि सकत ह किन्तु तू उ देस मँ जाइ नाहीं सकत्या जेका मइँ इस्राएल क लोगन क देत अहँउ।”

33:1 मरइ क पहिले परमेस्सर क मनई मूसा इस्राएल क लोगन क इ वरदान दिहस: 2 मूसा कहेस, ‘यहोवा सिनाइ स आवा। यहोवा सेईर क भिन्सारे क रोसनी क नाईर् चमका। उ पारान पहाड़े स फूटइ वाला प्रकास क नाईर् रहा। यहोवा दस हजार पवित्तर लोगन क संग आवा। ओकरी दाहिन कइँती बलवान सिपाही रहेन। 3 हाँ, यहोवा पिरेम करत ह मनइयन स सबहिं पवित्तर मनइयन ओकरे हथवन मँ अहइँ अउर चलत हीं उ ओकरे पद चीन्हन पइ हर एक मनई अंगीकार करता ओकर उपदेस। 4 मूसा दिहस नेमन हम पचन्क उ सबइ-जउन अहइँ याकूब क सबहिं लोगन क। 5 उहइ समइया, इस्राएल क लोग अउ नेता लोग मिलेन अउ यहोवा भवा यसूरुन क राजा। 6 “रूबेन जिअत रहइ, उ न मरइ होइ सकत ह रूबेन जिअत रहा उ न मरइ, मुला ओकर बंस मँ मनइयन अधिक न होब।” 7 मूसा यहूदा क परिवार समूह बरे इ सबइ बातन कहेस: “यहोवा, सुन लेइ यहूदा क प्रमुख क जब उ माँगइ मदद लिआवइ ओका आपन लोगन मँ सक्तीसाली बनावइ ओका, करइ मदद ओकर दुस्मन क हरावइ मँ!” 8 मूसा लेवी क बारे मँ कहेस: “तोहार मनवइयन सच्चा लेवी धारण करत ऊरीम-तुम्मीम, मस्सा पइ तू लेवी क परीच्छा लिहा, तोहार विसेख मनई राखत रहा ओनका। लड़ा तू रह्या ओकरे बरे मरीबा क जलासयन पइ। 9 लेवी बताएस आपन महतारी-बाप क बारे मँ: मइँ न करब ओनकइ परवाइ, मानेस नाहीं उ आपन भाई, क या जानेस आपन गदेलन क; लेवीबंसियन पालेन आदेस तोहार, अउर निभाएन वाचा तोहसे जउन। 10 उ पचे सिखइहीं याकूब क नेम तोहार अउर इस्राएल क व्यवस्था जउन तोहार। उ पचे सुलगइहीं सुगन्धि तोहार आगे अउ तोहार सारी होमबलि वेदी क जगह पइ। 11 यहोवा, ओकर धन क आसीर्बाद द्या अउर ओकर काम क अंगीकार किहेस। उ ओका नास कइ द्या जउन उ पइ हमला किहेस अउ ओका हराइ द्या जउन ओहस घृना किहेस इस प्रकार उ फुन हमला नाहीं कइ सकत।” 12 बिन्यामीन क बारे मँ मूसा कहेस: “यहोवा क पिआरा ओकरे संग सुरच्छित होइ। यहोवा आपन पिआरा क रच्छा करत सारा दिन, अउर बिन्यामीन क भुइँया पइ रहत यहोवा।” 13 मूसा युसुफ क बारे मँ कहेस: “यहोवा द्या आसीर्बाद ओकरे देस क सरग क उन्तिम बर्खा जहाँ होइँ; अउ धरती क तले स पानी अउ ओस मिलइ। 14 सूरज क दीन्ह उत्तिम फल होइँ ओकर अउर हर महीना मँ सब स बढ़िया फल होइँ। 15 पहाड़ियन अउ पुरान पहाड़न सब स बढ़िया फल उपजावइँ। 16 धरती देइ सब स बढ़िया फल यूसुफ बरे उ जउन भाइयन स अलगाइ दीन्ह ग रहा। तउ परमेस्सर जउन बरत भइ झाड़ी मँ रहत ह स सब स बढ़िया बरदान देइ यूसुफ क। 17 यूसुफ आपन गोरु क पहिला पइदा भवा क गौरव पाइ। ओकर दुइनउँ बेटवन बर्धा क सींगे क तरह अहइँ। उ पचे रास्ट्रन क धरती क आखिरी छोर तलक छेद देब। ओन मँ स हजारन क हजार मनस्सप स अहइ अउर ओन मँ स दसन हजार एप्रैम स ह।” 18 जबूलून क बारे मँ मूसा कहेस: “जबूलून, खुस रहा जा जब बाहेर अउर इस्साकार, खुस रहइ आपन सिबिर पइ। 19 उ पचे लोगन क न्यौतिहीं आपन पहाड़े पइ हुआँ करिहीं भेंट सबहिं सच्ची बलि काहेकि उ पचे लोग सागर स निकारत हीं धन अउर पइहीं बालू मँ छिपा भवा जउन धन अहइ।” 20 मूसा गाद क बारे मँ कहेस: “स्तुति करा परमेस्सर क जउन गाद क बढ़ावत ह। गाद ओलरा रहत अउ जोहत सिंह क नाईर्, उ फड़ि देत ह बाजु अउ मूँड़े क टूकन मँ। 21 आपन खातिर चुनत ह उ, सब स खास हींसा राजा बरे सुरच्छित रहब। मनइयन क नेतन आवत हीं ओकरे लगे। उ करत ह उहइ जउन परमेस्सर क इच्छा बा। अउर यहोवा बरे इस्राएलियन क संग निआव करत ह।” 22 दान क बारे मँ मूसा कहेस: “दान सेरे क बच्चा अहइ जउन बासान स उछरा करत ह।” 23 नप्ताली क बारे मँ मूसा कहेस: “नप्ताली, तू बहोतइ बढ़िया चीजन क रखब्या। यहोवा क आसीर्बाद तोहरे बारे भरपूर अहइ, लइ ल्या पच्छिम अउ दक्खिन क प्रदेस।” 24 मूसा आसेर क बारे मँ कहेस: “आसेर क पूतन मँ सब स जियादा अहइ आसीर्बाद, ओका आपन भाई लोगन मँ सब स पियारा होइ द्या अउ ओका आपन गोड़ तेल स धोवइ द्या। 25 तोहरे फाटकन क ताला होइहीं लोहा अउ काँसा क तू जिन्नगी भइ सक्ती स भरपूर रहब्या।” 26 “यसूरुन, परमेस्सर क नाईर् नाहीं अहइ अउर कउनो परमेस्सर आपन महिमा मँ चलत ह चढ़िके बदरा पइ, अकासे स होइके आवत ह मदद करइ तू पचन्क। 27 परमेस्सर सास्वत अहइ तोहार सरण सुरच्छित अहइ। परमेस्सर क सक्ती सास्वत अहइ उ तोहार सुरच्छा करत ह अउर बल स हटावत ह दुस्मनन क, कहत ह उ ‘नास करा दुस्मनन क।’ 28 तउ इस्राएल सुरच्छित रही सदा याकूब क जलस्रोत सुरच्छित अहइ धरती मँ। अन्न अउ नइ दाखरस क पइहीं सुन्नर धरती मँ अउ उ भुइँया सूबइ पाइ। 29 इस्राएलियो, तू पचे आसीस पाए अहा तोहार जइसा कउनो रास्ट्र नाहीं। तू यहोवा क दुआरा सुरच्छा पाउब्या। उ तोहार सुरच्छा ढाल अहइ। यहोवा अहइ विजय तरवार तोहार करइ वाली। तोहार दुस्मनन तोहसे डेरइहीं, अउर तू रउँद देब्या ओनकइ लबार देवतन क ठउरन क।”

34:1 मूसा मोआब क समतल पहँटा स नबो पहाड़े पइ गवा जउन यरीहो क पार पिसगा क चोटी पइ रहा। यहोवा ओका गिलाद स दान तलक सारा प्रदेस देखाएस। 2 यहोवा ओका सारा नप्ताली, जउन एप्रैम अउ मनस्से क रहा, देखाएस। उ पस्चिमी सागर तलक यहूदा क प्रदेस देखाएस। 3 यहोवा मूसा क खजूरे क बृच्छन क सहर सोअर स यरीहो तलक फइली घाटी अउर नेगेव देखाएस। 4 यहोवा मूसा स कहेस, “इ उ देस अहइ जेका मइँ इब्राहीम, इसहाक, अउर याकूब क बचन दिहे रहेउँ कि, ‘मइँ इ देस क तोहरे सन्तानन क देब।’ मइँ तू पचन्क इ देस देखाउब। मुला तू पचे हुआँ जाइ नाहीं सकत्या।’” 5 तब यहोवा क सेवक मूसा मोआब देस मँ उहइँ मरा। यहोवा मूसा स कहे रहा कि अइसा होइ। 6 यहोवा बेतपोर क पार मोआब प्रदेस क घाटी मँ मूसा क दफनाएस। मुला आजु भी कउनो नाहीं जानत कि मूसा क कब्र कहाँ बाटइ। 7 मूसा जब मरा उ एक सौ बीस बरिस क रहा। ओकर आँखिन कमजोर नाहीं रहिन। उ तब भी बलवान रहा। 8 इस्राएल क लोग मूसा बरे मोआब क खाले प्रदेस मँ तीस दिना तलक रोवत पीटत रहेन। इ सोक मनावइ क पूरा समइ रहा। 9 तब नून क पूत यहोसू बुध्दिमत्ता क आतिमा स भरपूर रहा काहेकि मूसा ओह पइ आपन हाथ धइ दिहे रहा। इस्राएल क मनइयन यहोसू क बातन मानेन। उ पचे वइसा ही किहन जइसा यहोवा मूसा आदेस दिहे रहा। 10 मुला उ समइ क पाछे, मूसा क नाईं कउनो नबी नाहीं भवा। यहोवा परमेस्सर मूसा क प्रत्यक्ष जानत रहा। 11 कउनो दूसर नबी उ सारे चमत्कार अउ अचरज भरा काम नाहीं देखाएन जेनका करइ बरे यहोवा मूसा क मिस्र क भुइँया मँ पठए रहा। उ पचे चमत्कार अउ अचरज, फिरौन, ओकर सबइ सेवकन अउ मिस्र क सबहिं वस्तुअन बरे करइ ग रहेन। 12 कउनो दूसर नबी कबहुँ ओतना सक्तीसाली अउ अचरज भरा चमत्कार नाहीं किहस जउन मूसा किहस अउर जेनका इस्राएल क सबहिं लोग लखेन।