Exodus

1:1 याकूब आपन बेटवन क संग मिस्र क जात्रा प गवा। अउर हर एक पूत आपन परिवार क संग लिहेस। इस्राएल क बेटवन क नाउँ अहइँ: 2 रूबेन, सिमोन, लेवी, यहूदा, 3 इस्साकर, जबूलुन, बिन्यामीन 4 दान, नप्ताली, गाद, आसेर 5 याकूब क आपन सन्तानन मँ सत्तर लोग रहेन। (ओकरे बारह बेटवन मँ स यूसुफ पहिलेन स मिस्र मँ रहा।) 6 पाछे यूसुफ, ओकर भइयन अउ ओकरे पीढ़ी क सबइ परानी मर बिलाइ गएन। 7 मुला इस्राएल क मनइयन क ढेर गदेलन रहेन, अउर ओनकइ संख्या बाढ़त गइ। उ पचे बरिआर होइ गएन अउ ओन लोगन स भुइँया भरि गई रही रहेन। 8 तबइ एक नवा राजा मिस्र प हुकूमत करइ लाग। उ राजा यूसुफ क नाहीं जानत रहा। 9 इ राजा लोगन स कहेस, “इस्राएल क मनइयन क लखा। एनकइ तादाद जिआदा बा। अउ उ पचे हमसे जिआदा बरिआर अहइँ। 10 हम पचन क अइसी चाल चलइ क चाही कि इस्राएलियन क बरिआर होइसे रोकइ चाही। जदि जुद्ध होत ह, तउ इस्राएलियन हमरे दुस्मनन क साथ देइहीं। तबहिं उ सबइ हम पचन क हराइ सकित ह अउ हमरे हाथे स निकरि सकित ह।” 11 मिस्र क लोगन इस्राएलियन क जिन्नगी क दूभर बनवइ निस्चय किहे रहेन। एह बरे उ पचे इस्राएल क काम करइ वालन प दास सुआमी तइनात कइ दिहन। उ सुआमी लोगन फिरौन बरे भण्डार सहरन पितोम अउर रामसेस क बनावइ बरे इस्राएलियन क मजबूर कइ दिहन। 12 मिस्र क मनइयन इस्राएलियन क कठोर स कठोर काम करइ क मजबूर किहेन। मुला जेतॅना जिआदा इस्राएलियन क काम करइ बरे मजबूर कीन्ह गवा ओनकइ तादाद बाढ़त गइ। अउर मिस्र क मनइयन इस्राएलियन स जिआदा स जिआदा डेराइ लागेन। 13 ऍह बरे मिस्र क मनइयन इस्राएलियन क अउर भी जिआदा कठोर काम करइ क मजबूर किहेन। 14 मिस्र क मनइयन इस्राएलियन क जिन्नगी दूभर कइ दिहन। उ पचे इस्राएलियन क ईर्ट अउ गारा बनावइ क बहोत कर्रा काम करइ बरे मजबूर किहेन। उ पचे ओनका खेत मँ बहोत कर्रा काम करवावइ क मजबूर किहेन। उ पचे ओनका गुलाम क नाईं दूसर सबहिं कार्य करइ बरे मजबूर किहेन। 15 हुवाँ सिप्रा अउ पूआ नाउँ क दुइ हिब्रू दाइयन रहिन। मिस्र क राजा इ दाइयन स बतियान। 16 राजा कहेस, “जब तू हिब्रू मेहररूअन क लरिका पइदा करइ मँ मदद करा। जदि लरिकी पइदा होइ तउ ओका तू जिअइ दिहा। मुला अगर लरिका पइदा होइ तउ तू पचे ओका मारि डाया।” 17 मुला दाइयन परमेस्सर स डेरात रहिन। ऍह बरे उ पचे मिस्र के राजा क आदेस क पालन न किहेन। उ पचे सारे लरिका क जीवित रहइ दिहिन। 18 मिस्र क राजा दइयन क बोलाएस अउ कहेस, “तू पचे अइसा काहे किहा? तू पचे बेटहनन क काहे जिअइ दिहा?” 19 दइयन फिरौन स कहेन, “हिब्रूमेहररूअन मिस्री मेहररूअन स जिआदा ताकतवर बाटिन। हमरे पहुँचइ स मदद बरे उ पचे पहिलेन बेटहनन क जन्मत हीं।” 20 परमेस्सर उ दाइयन प कृपालु रहा। काहेकि उ पचे परमेस्सर स डेरात रहिन। ऍह बरे परमेस्सर ओनका नीक रहा अउ ओनका आपन परिवार चलावइ दिहेस। अउर हिब्र लोग जिआदा लरिका पइदा करत रहेन। अउ उ पचे जिआदा ताकतवर होइ गएन। 21 22 ऍह बरे फिरौन आपन सबहिं लोगन क हुकूम दिहेस, “जब कबहुँ लरिका पइदा होइ तब तू सबइ जरूर ओका नील नदी मँ नाइ द्या मुला सबहिं लरिकियन क जिअइ द्या।”

2:1 लेवी क परिवार क एक मनई हुवाँ रहा। उ लेवी क परिवार क एक ठु अउरत स आपन बियाह किहेस। 2 उ मेहरारू गोड़े स भारी भइ अउ उ एक बेटवा क जन्म दिहेस। महतारी निहारेस कि बेटवा बहोत सुन्नर बा अउर उ ओका तीन महीना ताईर् छुपाएस। 3 मुला तीन महीना क पाछे महतारी डेराइ गइ कि बचवा हेरि लीन्ह जाई तब उ मारि डावा जाई, काहेकि उ बेटवा अहइ। ऍह बरे उ एक ठु डलिया बनाएस अउ ओह प तारकोल लेपि दिहेस जेसे उ तैर पावइ। उ बचवा क डलिया मँ धइ दिहस। तब उ नदी क बीच लंबी घासे मँ धइ दिहस। 4 बचवा क बहिन हुवाँ रूकी रही अउ ओकर रखवारी करत रही। उ देखइ चाहत रही कि बचवा क संग का घटी। 5 उहइ समइया फिरौन क बिटिया नदी मँ नहावन बरे गइ। उ ऊँच की घासे मँ एक ठु डलिया लखेस। ओकर नउकरन नदी क किनारे टहरत रहेन। तउ उ मेहरारू नउकरन मँ स एक क ओकर टोकरी लावइ बरे हुकुम दिहेस। 6 राजा क बिटिया डलिया क खोलेस अउ बेटवा क लखेस। बचवा रोवत रहा अउ ओका ओह प दाया आइ गइ। उ कहेस, “इ हिब्रू बचवन मँ एक अहइ।” 7 बचवा क बहिन लुकी छिपी रही। तब उ ठाड़ भइ अउ फिरौन क बिटिया स बोली, “का आप चाहत बाटिन कि मइँ बचवा क देख-रेख करइ बरे एक ठू हिब्रू दाइयन क हेरि लिआवउँ?” 8 फिरौन क बिटिया कहेस, “हाँ, जरूर।”तउ बिटिया गइ अउ बचवा क महतारी क हेरिके लइ आइ। 9 फिरौन क बिटिया कहेस, “इ बचवा क लइ जा अउ मोरे खातिर एका पाला। इ बचवा क आपन दूध पिआवा। मइँ तोहका पगार देब।”तब उ मेहरारू आपन बचवा क लइ लिहस अउ ओका पालेस पोसेस। 10 जब बचवा बाढ़ गवा तउ कछू टेम पाछे अउरत राजा क बचवा दइ दिहस। राजा क बिटिया उ बचवा क आपन पूत क रूप मँ स्वीकार किहेस। उ ओकर नाउँ मूसा धरेस काहेकि उ ओका पानी स उबारेस। 11 मूसा बाढ़ि गवा अउ जवान होइ गवा। उ परखेस कि उ ओकर आपन लोग अहइ हिब्रू मनई ओनका जियादा कठोर काम करइ बरे मजबूर करत हीं। एक दिना मूसा लखेस कि एक मिस्री हिब्रू मनई क पीटत रहा। 12 मूसा चारिहु कइँती निहारेस अउ देखेस कि कउनो नाहीं ताड़त बा। तबहिं मूसा मिस्री मनई क मारि डाएस अउ ओहका रेत मँ दाब दिहेस। 13 पाछे क दिन मँ मूसा दुइ हिब्रू मनइयन क लड़त भिड़त लखेस। मूसा निहारेस कि एक मनई क गलती रही। मूसा उ मनई स कहेस, “तू आपन पड़ोसी क काहे मारत बाट्या?” 14 उ मनई जवाब दिहेस, “का कउनो मनई तोहका हमार हाकिम अउ निआवधीस, नियुक्त किहेस ह? नाहीं! मोका बतावा कि का तू मोका भी उहइ तरह मारि डउब्या जउने तरह तू बीता भवा काल्ह मिस्री क मारि डाया। तब मूसा डेराइ गवा।”मूसा मन मँ बिचारेस, “अब हरेक मनई जानत ह कि मइँ का किहेउँ ह।” 15 फिरौन सुनेस कि मूसा का किहेस, तउ उ मूसा क मारि डावइ क पक्का बिचार बनाएस। मुला मूसा फिरौन क कुचाल स भाग गवा। फिन मूसा मिदियन देस मँ चला गवा।मूसा मिदियन देस मँ कुआँ क लगे रूकि गवा। 16 हुवाँ एक ठु याजक मिदियन मँ रहा जेकरे सात बिटिया रहिन। उ पचे आपन बाप क भे़डिन बरे कुआँ स पानी निकालइ बरे गएन। उ पचे पानी स कठौते क भरइ क कोसिस करत रहिन। 17 मुला कछू गड़रियन उ बिटियन क भगाइ दिहन अउ पानी नाहीं भरइ दिहन। तब मूसा बिटियन क मदद किहेस अउ ओनके जनावर क पानी दिहस। 18 तब उ पचे आपन बाप रूएल क लगे गइन। ओनकइ बाप ओनसे पूछेस, “आज तू पचे काहे हाली घरे आइ गइउ?” 19 बिटियन जवाब दिहेन, “हाँ, पिता जी। गड़रिया लोग हमका खदेरइ क कोसिस किहेन, मुला एक मिस्री मनई हमार मदद करेस। उ हमका बरे इनारा स पानी निकारेस अउ हमरे जनावर क पानी दिहेस।” 20 ऍह बरे रूएल आपन बिटियन स कहेस, “इ मनई कहाँ बाटइ? तू पचे ओका काहे छाँड़ि दिहा? ओका हिआँ बोलावा इ तरह हम पचन क संग खाइ सकत ह।” 21 मूसा उ मनई क संग टिक जाइ स खुस भवा। याजक रूएल आपन बिटिया सिप्पोरा क मूसा क बसही क तरह दिहेस। 22 सिप्पोरा एक बेटवा क जन्मेस। मूसा आपन बेटवा क नाउँ गेसोर्म राखेस। मूसा आपन बेटवा क इ नाउँ इ कहत भए दिहस: “मइँ एक अजनबी देस मँ अजनबी होई गवा।” 23 बहोत समइ बीते प मिस्र क राजा मरि गवा। काहेकि इस्राएलियन क कठिन काम करइ बरे मजबूर कीन्ह जात रहेन। ऍह बरे उ पचे मदद बरे परमेस्सर क गोहराएन अउर यहोवा ओनका पराथना सुनि लिहेस। 24 यहोवा ओनकइ पराथना सुनेस अउ उ करार क याद किहेस जउन उ इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क संग किहेस। 25 यहोवा इस्राएलियन क कस्ट निहारेस अउ उ सोचेस कि उ ओनकइ मदद तुरंतहि करी।

3:1 मूसा क ससुर क नाउँ यित्रो रहा। यित्रो मिदियन क याजक रहा। मूसा यित्रो क भेड़ क देख-रेख करत रहा। मूसा एक दिना भेड़न क रेगिस्तान क पच्छिम कइँती लइ गवा। मूसा यहोवा क पहाड़ प जउन होरेब अर्थात् सीनै पहाड़ कहलावत ह प गवा। 2 यहोवा क सरगदूत मूसा क समन्वा बरत भइ झाड़ी मँ उ पहाड़ प परगट भवा। उ इ तरह भवा। मूसा झाड़ी क बे भसम भवा बरत देखेस। 3 ऍह बरे मूसा झाड़ी क निचके इ चमत्कार क देखइ बरे गवा कि झाड़ी बे भस्म भए कइसे लगातार बरति अहइ। 4 यहोवा लखेस कि मूसा झाड़ी क लखइ आवत बा। ऍह बरे परमेस्सर झाड़ी स मूसा क पुकारेस अउ कहेस, “मूसा, मूसा।” 5 तब्बइ यहोवा कहेस, “अउर निचके जिन आवा। आपन पनही उतारि द्या। तू पवित्तर भुइयाँ प ठाड़ बाट्या। 6 मइँ तोहरे पुरखन क परमेस्सर हउँ। मइँ इब्राहीम क परमेस्सर, इसहाक क परमेस्सर अउ याकूब क परमेस्सर हउँ।”मूसा आपन मुँहना क ढाँकि लिहेस काहेकि उ परमेस्सर क लखइ स डेरात रहा। 7 तब यहोवा कहेस, “मइँ उ सबन दुःखन क लखेउँ ह जउन हमार लोगन मिस्र मँ सहेन ह। मइ ओनकइ चीखब सुनेउँ ह जब मिस्र क क्रूर मनइयन ओनका चोट पहुँचाएन ह। मइँ ओनकइ दुःखन क जानत हउँ। 8 मइँ अब जाब अउ मिस्री मनइयन स आपन लोगन क बचाउब। मइँ ओनका मिस्र स बाहेर निकारब अउ ओनका एक नीक अउ विसाल भुँइया मँ लइ जाब। उ भुँइया जहाँ दूध अउर सहद क नदी बहत रहत ह।हुवाँ कइउ जाति क लोग जइसे कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी, अउ यबूसी रहत ही। 9 मइँ इस्राएल क मनइयन क गोहार सुनेउँ ह। मइँ मिस्री मनइयन क अत्याचार क लखेउ जउन ओन लोगन प किहेन। 10 ऍह बरे अब मइँ तोहका फिरौन क लगे पठवत हउँ। जा अउर मोर लोगन, इस्राएलियन क मिस्र स बाहर लइ आवा।” 11 मुला मूसा परमेस्सर स कहेस, “मइँ कउनो बड़का मनई नाहीं। मइँ कइसे उ मनई होइ सकत हउँ जउन फिरौन क लगे जाउँ अउ इस्राएलियन क मिस्र स बाहेर निकारि के लइ चलउँ।” 12 परमेस्सर कहेस, “तू कइ सकत ह्या काहेकि मइँ तोहरे संग हउँ। इ सबूत रही कि मइँ तोहका पठवत हउँ। जब तू लोगन क मिस्र स बाहेर निकारि लइ अउब्या, तब तू इ पहाड़े प हमार आराधना करब्या।” 13 तबहिं मूसा परमेस्सर स कहेस, “‘किंतु जदि मइँ इस्राएलियन क नगिचे जात हउँ, अउ कहत हउँ, ‘तोहरे पुरखन क यहोवा मोका तोहरे लगे पठएस ह,’ तब मनई पुछिहीं, ‘ओकर नाउँ का अहइ?’ मइँ ओनसे का कहब?” 14 तब यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ हउँ जउन मइँ हउँ।’, जबहिं तू इस्राएलियन क लगे जाब्या, तब ओनका बताइ दिहा, ‘मइँ हउँ, जउन मोका तोहरे लगे पठएस ह।” 15 परमेस्सर मूसा स इ भी कहेस, “इस्राएली मनइयन स जउन तू कहब्या, उ इ अहइ: ‘यहोवा तोहरे पुरखन क परमेस्सर, इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क परमेस्सर अहइ। होइ सकत ह इहइ नाम मँ अगवा पीढ़ी दर पीढ़ी मोका जनिहीं।’ लोगन क बतावा, “यहोवा मोका तोहरे लगे पठएस ह।’“ 16 यहोवा इ भी कहेस, ‘जा अउ इस्राएल क बुजर्गन क बटोरा अउ ओनसे कहा, ‘यहोवा, तोहरे पुरखन क परमेस्सर मोरे समन्वा परगट भवा रहा। इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क परमेस्सर मोसे बात किहेस। उ कहेस, “मइँ तोहरे बारे मँ अउ ओन सब क बाबत मँ जउन तू पचन क संग मिस्र मँ भवा अहइ खियाल रखे अहइ। 17 मइँ मने मँ ठान लिहे हउँ कि मिस्र मँ जउन दुःख अउ मुसीबत सहत बाट्या ओहसे मइँ तोहका बाहेर निकारि लेबइ। मइँ तू पचन क उ देसे मँ लइ जाब जउन ढेर लोगन जइसे कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी, अउ यबूसी क बाटइ। मइँ तू पचन क एक नीक देसे मँ लइ जाब जहाँ दूध अउर सहद क नदी बहत अहइ।’ 18 बुजर्गन तोहार बातन्क मनिहीं। अउर तब तू अउर बुजर्गन मिस्र क राजा क लगे जाब्या। तू पचे ओसे कहब्या, ‘यहोवा हिब्रू मनइयन क परमेस्सर हम पचन्क लगे आएन अउ उ पचे हम पचन्स तीन दिना ताईर् रेगिस्तान मँ जात्रा करइ क कहेन ह। हुवाँ हम पचे आपन परमेस्सर, यहोवा क बलि चढ़ाउब।’ 19 “मुला मइँ जानत हउँ कि मिस्र क राजा तू पचन्क जाइ नाहीं देई। सिरिफ एक ठु बड़वार सक्ती ही तू पचन्क जाइ देइ बरे मजबूर करी। 20 ऍह बरे मइँ आपन बड़की सक्ती क प्रयोग मिस्र क खिलाफ करबइ। मइँ मिस्र क आपन चमत्कार स तबाह कइ देब। जबहिं मइँ अइसा करिहउँ तउ उ तू पचन्क जाइ देइ। 21 अउर मइँ मिस्री मनइयन क इस्राएलियन बरे कृपालु बनवाउब। तब उ पचे इस्राएलियन क जब उ सबइ मिस्र छोड़िहीं तब ओन लोगन क बहोत सारा उपहार देइहीं 22 “हर एक हिब्रू अउरत आपन मिस्री पड़ोसिन स अउर मिस्री अउरत स आपन घरे मँ रहइ बरे अनुरोध किहेस अउर उ पचे ओका उपहार देइहीं। तोहार लोग उपहार मँ चाँदी, सोना अउ सुन्नर ओढ़ना पइहीं। जबहिं तू पचे मिस्र क छाँड़ि देब्या, तू पचे उ उपहार क आपन गदेलन क पहिरउब्या। इ तरह तू पचे मिस्री मनइयन क धन लइ अउब्या।”

4:1 तब मूसा क जवाब दिहेस, “मुला इस्राएलियन मोहे पइ बिस्सास न करिहीं। उ पचे कइहीं, ‘यहोवा तोह पइ परगट नाहीं भवा।”‘ 2 मुला यहोवा मूसा स कहेस, “तू आपन हथवा मँ का धइके राखे बाट्या?”मूसा जवाब दिहेस, “इ मोर टहरइ क लाठी अहइ।” 3 यहोवा कहेस, “आपन टहरइवाली लाठी जमीन प फेंकि द्या।”तउ मूसा आपन टहरइ क लाठी क जमीन प फेंक दिहेस। अउ लाठी साँप बन गवा। मूसा डेरान अउ ऍसे परान। 4 मुला यहोवा मूसा स कहेस, “अगवा बढ़ा अउ पूँछ धइके साँप क पकड़ि ल्या।”ऍह बरे मूसा अगवा कइँती बढ़ा अउ साँप क पूँछ धइ लिहस। जइसेन मूसा अइसा किहेस, साँप फुनि लाठी होइ गवा। 5 तब यहोवा कहेस “आपन छड़ी क इ तरह बइपरा अउ मनई बिस्सास करइँ, कि यहोवा ओकर पुरखन क परमेस्सर, इब्राहीम क परमेस्सर, इसहाक क परमेस्सर अउ याकूब क परमेस्सर तोहार समन्वा परगट भवा रहा।” 6 तब यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ तोहका दूसर परमान देब। आपन हाथ क लबादा क नीचे धरा।”तउ मूसा आपन हाथ क आपन लबादा क भीतर किहेस। तब मूसा आपन हाथ क लबादा स बाहेर निकारेस अउ उ बदरि गवा। ओकर हाथ बफर् क नाईर् उज्जर दागे स भरि गवा रहा। 7 तब यहोवा कहेस, “अब तू आपन हाथ लबादा क भीतर धरा।” ऍह बरे आपन हाथ फुन आपन लबादा क भितरे धइ द्या। तब मूसा आपन हाथ बाहेर निकारेस अउ टेँम भी ओकर हाथ बदरि गएन। अब ओकर हाथ पहिले क नाईर् होइ गवा रहा। 8 तब यहोवा कहेस, “जदि मनई तोहार बिस्सास छड़ी बइपरे प न करइँ तउ उ पचे तोह प बिस्सास तबहिं करिहिं जबहिं तू इ दूसर चीन्हा क देखउब्या। 9 जदि तोहरे दुइनउँ चीन्हा देखाएँ क पाछे तोहार बिस्सास न करिहिँ तउ तू नील नदी स कछू पानी लइ लिहा। पानी क जमीन प गिराउब सुरू कइ दिहा अउ जइसे ही इ जमीन क छुई, रकत बनि जाई।” 10 मुला मूसा यहोवा स कहेस, “हे यहोवा, मइँ फुरे कहत हउँ, मइँ कुसल बोलवइया नाहीं हउँ। मइँ कबहूँ मनइयन स नीक तौर स बतियाइ काबिल नाहीं भएउँ। अउ आपसे बतियाए क पाछे भी नीक बोलवइया नाहीं हउँ। आप जानत हीं कि मइँ धीमे धीमे बोलत हउँ अउ उत्तिम सब्दन क बइपरत नाहीं हउँ।” 11 तब यहोवा ओसे कहेस, “कउन मनई क मुँहना क बनाएस? अउर कउन मनई क गूँगा या न बोलइ क लाइक बनइ सकत ह? कउन मनई क आँधर बनइ सकत ह? कउन मनई क लखइ क लाइक बनइ सकत ह? मइँ ही हउँ जउन इ सब कइ सकत हउँ, मइँ अहउँ यहोवा। 12 ऍह बरे अब जा। जबहिं तू बोलब्या, मइँ तोहरे साथे रहब। मइँ बोलइ बरे तोहका सब्दन देब।” 13 मुला मूसा कहेस, “मोर यहोवा। मइँ तोहसे बिनती करत हउँ कि दुसरे मनई क पठवा, मोका नाहीं।” 14 तब्बइ यहोवा मूसा प कोहान। यहोवा कहेस, “नीक अहइ। मइँ तोहका अउर कउनो क मदद बरे देब। मइँ तोहरे भइया हारून जउन लेवी परिवार स अहइ, क बइपरब। उ एक कुसल बोलवइया अहइ। हारून तोह स मिलइ बरे तोहरे लगे आवत आहइ। उ तोहका निहारिके खुस होइ। 15 उ तोहरे संग फिरौन क लगे जाइ। तोहका का कहइ का बा, मइँ बताउब। तब तू हारून क बतउब्या। जउन हारून फिरौन स बात करइ बरे नीक सब्दन बइपरी। 16 हारून तोहरे बरे मनइयन स बात करी। तू ओकरे बरे एक बड़का राजा क रूप मँ रहब्या अउर उ तोहरे कइँती स बोलवइया होइ। 17 अब जा। आपन छड़ी साथे लइ जा। आपन छड़ी क चमत्कार अउ दूसर चमत्कार मनइयन क समन्वा प्रदसिर्त कर्या।” 18 तब मूसा आपन ससुर यित्रो क लगे लौटि आवा। मूसा यित्रो स कहेस, “मेहरबानी कइ क मोका मिस्र जाइ द्या। मइँ मिस्र मँ आपन लोगन क लखइ चाहत हउँ कि मोर लोगन अबहुँ जिअत अहइँ।”यित्रो मूसा स कहेस, “तू सान्ति स जा। इ ठीक अहइ।” 19 उ समइया जब मूसा मिदियन मँ ही रहा, यहोवा ओसे कहेस, “अब मिस्र वापिस जाइ क तोहारे बरे सुरच्छित टेम अहइ। जउन मनइयन तोहका मारइ चाहत रहेन, उ पचे मरि गएन।” 20 ऍह बरे मूसा आपन मेहरारू अउ आपन बेटवन क लइके गदहा प बइठाएस। अउ मिस्र क वापसी प लौटि गवा। मूसा उ टहरइवाली छड़ी क संग लिहेस जेहमाँ यहोवा क सक्ती रही। 21 जउन टेमॅ मूसा मिस्र क लउटत रहा, परमेस्सर ओसे कहेस। “जबहिं तू फिरौन स बतियाबा तउ उ सबहिं चमत्कारे क देखावा जेका देखावइ क सक्ती मइँ तोहका दिहेउँ ह। मुला मइँ फिरौन क बहोत जिद्दी बनाउब। उ लोगन क जाइ न देइ। 22 तब तू फिरौन स कह्या: 23 यहोवा कहत ह, ‘इस्राएल मोर पहिलौटी क बेटवा अहइ। मोरे बेटवा क जाइ द्या अउर मोर आराधना करइ द्या। जदि तू इस्राएल क जाइ स मना करत बाट्या तउ मइँ तोहार पहिलौटी क पूत मारि डाउब।”‘ 24 जउन टेम मूसा मिस्र क जात्रा प जात भवा रहा रात काटइ बरे सराय मँ रूका। यहोवा इ जगह प मूसा स भेटा अउ ओका मारि डावइ क जतन किहेस। 25 मुला जिप्पोरा चकमक पाथर क तेज छूरी लिहेस अउ आपन बेटवा क खतना किहेस। उ आपन बेटवा क बाहरी चाम लिहेस अउ ओकर गोड़वा छुएस। तब उ मूसा स कहेस, “तू मोरे लहू क भतार अहा। 26 जिप्पोरा इ किहेस काहेकि ओका आपन बेटवा क खतना करइ पड़ा रहा। ऍह बरे यहोवा मूसा क माफ़ कइ दिहेस अउ ओका नाहीं मारेस। 27 यहोवा हारून स कहेस। यहोवा ओनका बताएस, “रेगिस्तान मँ जा अउ मूसा स मिला।” तउ हारून गवा अउ यहोवा क पहाड़े प मूसा स मिला। जब हारून मूसा क लखेस, उ ओका चूमेस। 28 मूसा हारून क सब कछू बताएस जउन यहोवा कहे रहा। मूसा हारून क यहोवा क जरिए पठवइ क कारण बताएस। मूसा हारून क उ चमत्कारन अउ उ चीन्हा क समझाएस बुझाएस जेका परमान क वास्ते देखँवइ क रहा। 29 इ तरह मूसा अउ हारून गएन अउ उ पचे इस्राएल क मनइयन मँ स सबहिं बुजुर्गन क बटोरेन। 30 तबहिं हारून मनइयन स कहेस। उ मनइयन क सारी बातन क बताएस जउन यहोवा मूसा स कहेस। तबहिं मूसा सब मनइयन क देखइ बरे सब परमानन क सामने कइके देखाँएस। 31 ऍह बरे लोग मूसा पइ बिस्सासेन कि परमेस्सर ओका पठएस ह। इस्राएलियन समझेन कि यहोवा लोगन का मुसिबतन क लखइ क पाछे ओनके मदद बरे आवा रहेन अहइ। तउ उ पचे निहुरि गएन अउ आराधना किहेस।

5:1 लोगन स बात किहे क पाछे मूसा अउ हारून फिरौन क लगे गएन। उ पचे कहेन, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर कहत हीं, “मोरे लोगन क रेगिस्तान मँ जाइ द्या, जेसे उ पचे मोरे सम्मान बरे जलसा करइँ।’“ 2 मुला फिरौन कहेस, “यहोवा कउन अहइ? मइँ ओकर हुकुम काहे मानी? मइँ यहोवा क नाहीं जानित। ऍह बरे मइँ इस्राएल क लोगन क जाइ देइ स मना करत हउँ।” 3 तब हारून अउ मूसा कहेन, “हिब्रू मनइयन क परमेस्सर हम पचन क दरसन दिहेस ह। ऍह बरे हम आपसे पराथना करत अही कि आप हम पचन्क रेगिस्तान मँ तीन दिना तलक जात्रा करइ देइँ। हुवाँ हम पचे आपन परमेस्सर यहोवा क बलि चढ़ाउब। जदि हम अइसा नाहीं करित, उ हमसे कोहाइ जाइ अउ हमका बरबाद कइ देइ। उ हम पचन्क बेमारी स या तरवारि स मारि डाइ।” 4 मुला मिस्र क राजा ओनसे कहेस, “मूसा अउ हारून, तू पचे लोगन क काम करइ स बगदावद अहा। ओन मजदूरन क आपन काम करइ द्या। जहाँ तलक तू दुइनउँ क बात ब जा अउर आपन काम करा। 5 हिआँ बहोत स मजदूर अहइँ, तू पचे ओनका काम स रोकत बाट्या।” 6 ठीक उहइ दिना फिरौन इस्राएलियन क काम करइ क अउर जिआदा कर्रा हुकुम पालन करइ बरे कहेस। फिरौन गुलामन क मालिक अउ हिब्रू सरदारन स कहेस, 7 “तू मनइयन क हमेसा पुआल दिहा ह जेका उ ईटां बनवइ मँ बइपरत हीं। मुला अब ओनसे कहा कि उ पचे ईर्टा बनवइ खातिर पुआल खुद बटोरइँ। 8 मुला अब उ पचे ओतनी तदाद मँ ओतनी ईर्ट बनइहीं जेतना उ पचे पहिले बनवत रहेन। उ पचे अहदी होइ ग अहइँ। इहइ कारण अहइ कि उ पचे मोसे बाहेर जाइ बरे कहत बाटेन। ओनके लगे करइ खातिर काम नाहीं बा। ऍह बरे उ पचे मोसे माँगत बाटेन ताकि उ पचे आपन परमेस्सर क बलि अउ चढ़ावा देइ। 9 ऍह बरे इ दास स जिआदा कर्रा काम करावा। ऍनका कामे मँ लगाइ राखा। तबहिं ओनके लगे ऍतना टेम नाहीं रही कि उ पचे मूसा क झूठी बातन क सुनइँ।” 10 ऍह बरे मिस्री गुलामन क मालिक अउ हिब्रू काम क इस्राएलियन क लगे गएन अउ उ पचे कहेन, “फिरौन फइसला किहे अहइ कि उ तू पचन्क तोहरे ईर्टा बरे तोहका पुआल न देइ। 11 तू पचन्क खुद जाइ क होइ अउ आपन बरे पुआल खुद बटोरइ क होइ। ऍह बरे जा अउ पुआल बटोरा। मुला तू ओतना ईर्टा बनवा जेतँना तू पचे पहिले बनवत रह्या।” 12 तउ इ तरह हर मनई मिस्र मँ पुआल हेरइ बरे चारिहुं कइँती गवा। 13 गुलामन क मालिक जिआदा कर्रा काम करइ बरे मजबूर करत रहेन। उ पचे मनइयन क ओतँना ही ईर्टा गढ़इ बरे मजबूर करत रहेन जेतना उ पचे पहिले बनावत रहेन। 14 मिस्र क गुलामन क मालिक हिब्रू काम क मेठ चुनि लिहे रहेन। उ पचे लोगन क कामे क जिम्मेदार रहेन। मिस्री गुलाम क मालिक उन हिब्रू काम क मेठन क पीटत रहेन अउ ओनसे कहत रहेन, “तू पचे ओतॅनी ईर्टन क काहे नाहीं बनउत्या जउन पहिले बनावत रह्या।” 15 तब हिब्रू काम क मेठ फिरौन क लगे गवा। उ पचे सिकाइत किहेन अउ कहेन, “हम पचे आप क सेवक अही आप हम पचन्क संग अइसा बर्ताव काहे करत अहइँ? 16 आप हम पचन्क पुआल नाहीं दिहेन। मुला हम पचन्क हुकुम दिहेन कि ओतॅना ही ईर्टा बनावइँ जेतॅना पहिले बनत रहिन। अउर अब हम पचन्क मालिक हमका पीटत हीं। अइसा करइ स आप लोगन क गलती अहइ।” 17 फिरौन उत्तर दिहेस, “तू पचे अहदी अहा। तू पचे काम नाहीं करइ चहत्या। इहइ कारण अहइ कि तू पचे माँगत बाट्या कि मइँ तू सबन क निकरइ देउँ। अउर इहइ कारण अहइ कि तू पचे इ ठउर क तजि देइ चाहत बाट्या अउर यहोवा क बलि चढ़ावा चाहत अहा। 18 अब कामे प लउट जा, हम तू पचन क कछू पुआल न देब। मुला तू पचे ओतना ही ईर्टा बनवा जेतना पहिले बनवत रह्या ह। 19 हिब्रू काम क मेठ बूझ गएन कि उ पचे मुस्किल मँ पड़ि गएन। तब उ पचे कहेन, “तू पचन्क हर दिना क तय किया भवा ईट स कम ईट नाहीं बनाइ चाही।” 20 जब उ पचे फिरौन क संग बइठे क पाछे जात रहेन, उ पचे मूसा अउ हारून क लगे स निकरेन। मूसा अउ हारून ओनकइ इंतजार करत रहेन। 21 ऍह बरे उ सबइ मूसा अउ हारून स कहेन, “तू पचे सचमुच फिरौन स इ आग्रह करइ क कि हम पचन्क जाइ देइ क गलती किहा। यहोवा तोहॅका सजा देइ काहेकि तू पचे फिरौन अउ ओकरे अफसरन मँ हमरे बरे घिन पइदा कर्या ह। तू पचे ओनका एक बहाना हमका मारि डावइ क-दिहा ह।” 22 तबहिं मूसा यहोवा स पराथना किहेस अउ कहेस, “हे यहोवा! आप आपन लोगन बरे इ भयानक काम काहे किहा ह? आप हमका हिआँ काहे पठया ह? 23 मइँ फिरौन क लगे गएउँ अउ जउन आप कहइ क बोल्या ह ओका मइँ ओसे कहेउँ ह। मुला उ समइया स उ मनइयन बरे जिआदा अत्यिाचार होइ गवा अहइ। मुला आप ओनके बचावइ बरे काहे कछू नाहीं किहा ह।”

6:1 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “अब तू लखब्या कि मइँ फिरौन बरे का करत हउँ। उ ओनका छोड़इ बरे एँतना हलबुली करी कि उ खुद ओनका जाइ बरे मजबूर करी।” 2 तब परमेस्सर मूसा स कहेस, 3 “मइँ यहोवा हउँ। मइँ इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क समन्वा परगट भएउँ ह। उ पचे मोका “एल सदद्इ”(सर्व-सक्तीमान परमेस्सर) कहेन। मइँ ओनका इ नाहीं जाहिर करिउँ कि मोर नाउँ यहोवा अहइ। 4 मइँ ओनके संग एक करार बनयो हउँ। मइँ उ पचन्क कनान क भुइँया देइ क बचन दिहउँ ह। उ सबइ उ देस मँ रहत रहेन, मुला उ सबइ हुवाँ अजनबी क जेसे रहत रहेन। 5 अब मइँ इस्राएलियन क चीख-पुकार जउन मिस्री लोगन क अत्याचार अउर कठिन काम करइ बरे मजबूर कीन्ह जाइ क कारण रहेन क सुना। अउर मइँ आपन करार क याद किया। 6 ऍह बरे इस्राएलियन स कहा कि मइँ ओन लोगन स कहत हउँ, ‘मइँ यहोवा हउँ। मइँ तू पचन्क मिस्र क बधवा मजदूरी स दूर लइ जाउब अउर मइँ तू पचन्क का ओन लोगन क गुलामी से बचाउब। अउर मइँ आपन महान सक्ती क प्रयोग कइ क अउर निअउ क महान काम अंजाम दइ क तू पचन्क अजाद करब। 7 तू पचे हमार मनई होब्या अउ मइँ तू पचन्क परमेस्सर। तू पचे जान जइब्या कि मइँ परमेस्सर, यहोवा हउँ अउर कि मइँ तू सबन्क मिस्र क गुलामी स अजाद किहउँ ह। 8 मइँ इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब स बड़ा वाचा किहेउँ रहा। मइँ ओनका एक खास पहँटा देइ क वाचा किहेउँ रहा। ऍह बरे मइँ तू सबन क उ पहँटा ताईर् लइ जाब। मइँ उ पहँटा तू पचन्क देब। इ तू पचन्क होइ। मइँ यहोवा हउँ।”‘ 9 ऍह बरे मूसा इ बात इस्राएलियन क बताएस। मुला मनइयन आपन कर्रा मेहनत अउर निरासा क कारण मूसा क बात नाहीं सुनेन। 10 तब यहोवा मूसा स कहेस, 11 “जा अउ मिस्र क राजा फिरौन स कहा कि उ इस्राएल क लोगन क इ देसे स जाइ देइ।” 12 मुला मूसा जवाब दिहेस, “इस्राएल क मनइयन मोर बात सुनइ नाहीं चाहतेन। ऍह बरे सचमुच फिरौन भी सुनइ न चाही। अउर मइँ माहिर बोलिवइया नहीं हउँ।” 13 मुला यहोवा मूसा अउ हारून स बतियान। यहोवा ओनका जाइ अउ इस्राएलियन स बतियाइके हुकुम दिहेस अउ इ भी हुकुम दिहेस कि उ पचे जाइँ अउर फिरौन स बतियाइँ। यहोवा हुकुम दिहेस कि उ पचे इस्राएलियन क मिस्र क बाहेर लइ जाइँ। 14 इस्राएल क घराने क नेता क नाउँ अहइँ: इस्राएल क पहिलौटी क बेटवा रूबेन क चार बेटवन रहेन। उ पचे रहेन: हनोक, पल्लू हेस्रोन अउ कम्मीर्। 15 सिमोन क बेटहनन रहेन: यमूएल, यामीन, ओहद, याकीन, सोहर, अउर साउल। (साउल एक कनानी अउरत क पूत रहा।) 16 लेवी एक सौ सैतीस बरिस जिन्दा रहा। लेवी क बेटहनन रहेन: गेसोर्न, कहात अउ मरारी। 17 गेसोर्न क दुइ पूत रहेन-लिबनी अउ सिमी। 18 कहात एक सौ तैंतीस बरिस जिआ। कहात क बेटहनन रहेन: अम्राम, यिसहार, हेब्रोन अउ उज्जीएल। 19 मरारी क पूत रहेन: महली अउ मूसी। इ सबहिं परिवार इस्राएल क पूत लेवी क रहेन। 20 अम्राम एक सौ सैतीस बरिस जिआ। अम्राम आपन बाप क बहिन योकेबेद स बियाह करेस। अम्राम अउ योकेबेद स हारून अउर मूसा पइदा भएन। 21 यिसहार क बेटवन रहेन: कोरह, नेपग, अउ जिक्री। 22 उज्जीएल क बेटहनन रहेन: मीसाएल एलसापान, अउ सित्री। 23 हारून ऐलीसेबा स बियाह किहेस। (ऐलीसेबा बिटिया रही अम्मीनादाब क, अउ नहसोन क बहिन रही।) हारून अउ ऐलीसेबा स नादाब, अबीहू, ऐलाजार अउ ईतामार क जन्मेन। 24 कोरह क पूत, अर्थात कोरही रहेन: अस्सीर, एलकाना अउ अबीआसाप रहेन। 25 हारून क बेटवा ऐलाजार पूतीएल क बिटिया स बियाह किहेस। अउ उ पचे पीनहास क जन्मेन। इ सबहिं इस्राएल क बेटवा लेवी स रहेन। 26 इ तरह हारून अउ मूसा उहइ परिवार समूह स रहेन। अउर उ पचे उहइँ मनइयन रहेन जउन स यहोवा बतियान अउ कहेस, “मोर लोग इस्राएलिन क दलमँ मिस्र स निकारा। 27 हारून अउ मूसा-मनईर् अहइँ जउन मिस्र क राजा फिरौन स बतियानेन। उ पचे फिरौन स कहेन कि उ इस्राएल क मनइयन क मिस्र स निकरइ देइ। 28 यहोवा मिस्र देस मँ मूसा स कहेस। 29 उ कहेस, “मइँ यहोवा हउँ। मिस्र क राजा स उ सारी बातन्क कहि द्या जउन मइँ तोहसे कहत अही।” 30 मुला मूसा जवाब दिहेस, “मइँ नीक बोलवइया नाहीं अहउँ। राजा मोर बतिया सुनी नाहीं।”

7:1 यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ तोहरे संग रहब। फिरौन बरे तू एक बड़वार राजाक तरह रहब्या। अउर हारून तोहार हकदार बोलवइयाहोइ। 2 जउन हुकुम मइँ देत हउँ उ सब हारून स कहा। तबहिं उ उ बतियन क जउन मइँ कहत हउँ, फिरौन स कही। अउर फिरौन इस्राएल क मनइयन इ देसे स जाइ देइ। 3 मुला मइँ फिरौन क जिद्दी बनउब। उ तोहार मांग क न मानी। तबहिं मइँ मिस्र मँ बहोत स चमत्कारन, चिन्ह अउर आस्चर्य जनक काम करिबेउँ। 4 मुला उ तउ भी तोहार नाहीं सुनी। ऍह बरे मइँ मिस्र क बुरी तरह स सजा देब। अउ मइँ आपन लोगन, इस्राएलियन क मिस्र देस स बाहेर लइ जाब। 5 तब मिस्र क मनइयन जनिहीं कि मइँ यहोवा अहउँ। जब मइँ ओन पचन्क खिलाफ होब अउर आपन लोग एस्राएलियन क ओनके देस स बाहेर लइ जाब।” 6 मूसा अउ हारून उन बातन क मान लिहेन जेका यहोवा कहे रहा। 7 तउ मूसा अस्सी बरिस क रहा अउ हारून तिरासी बरिस क। 8 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 9 “फिरौन तोहसे तोहार सक्ती क सिद्ध करइ बरे कही। उ तोहसे चमत्कार करइ बरे कही। उ समइया तू हारून स कह्या कि भुइँया प टहरइ क छड़ी बहाइ द्या। जउन समइया फिरौन देखत रहत होइ, छड़ी साँप बन जाई।” 10 तउ मूसा अउ हारून फिरौन क लगे गएन अउ यहोवा क हुकुम क मानेन। हारून आपन छड़ी खाले बहाइ दिहस। फिरौन अउ ओनके अफसरन क लखत लखत तबहीं छड़ी साँप बनि गइ। 11 ऍह बरे फिरौन आपन बुद्धिमान अउ जादूगरन क बोलाएस। इ पचे जन्तर मन्तर किहेन अउ हारून की नाईर् चमत्कार किहेन। 12 उ पचे आपन टहरइवाली छड़ी क भुइँया प बहाएन अउ उ सबन साँप बनि गइन। मुला तबहिं हारून क छड़ी उ छड़िन क खाइ लिहस। 13 फिरौन तउ भी इस्राएली दास क जाइ स मना किहस। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहेस। फिरौन मूसा अउ हारून क बात सुनइ स मना कइ दिहस। 14 तब यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, “फिरौन हठ धरे बा। फिरौन मनइयन क जाइ स मना करत ह। 15 भिन्सारे फिरौन नदी क किनारे जाइ। ओकरे संग भेट करइ बरे नील नदी क किनारे जा। तू अपने साथे उ छड़ी क लइ जाया जउन साँप होइ ग रही। 16 ओका इ कह्या: ‘परमेस्सर, हिब्रू लोगन क यहोवा, मोका तोहरे लगे पठएस ह। यहोवा मोसे इस कहइ क बोलेस ह, “मोरे लोगन क मोर आराधना करइ बरे रेगिस्तान मँ जाइ द्या। अबहुँ तलक तू यहोवा क कहब नाहीं मान्या। 17 ऍह बरे यहोवा कहत ह कि उ तोहका लखावइ बरे कछू करी कि उ यहोवा अहइ। मइँ आपन हाथे मँ छड़ी लइके पानी प मारब अउ नील नदी रकत मँ बदल जाइ। 18 तब नील नदी क मछरियन मरि जइहीं अउ नदी बसाइ लागी। तब मिस्री मनइयन नदी क पानी न पी पइहीं।”‘ 19 यहोवा मूसा क इ हुकुम दिहेस, “हारून स कहा कि उ नदियन, नहरन, झीलियन अउ उ सबहिं ठउरन प जहाँ मिस्र क मनइयन पानी भरत हीं-हुवाँ आपन छड़ी क पसारइ। जबहिं उ अइसा करी तउ सारा पानी रकत मँ बदलि जाइ। सारा क सारा पानी हिआँ तलक कि काठे अउ पाथर क बासन मँ धरा पानी रकत मँ बदलि जाई।” 20 ऍह बरे मूसा अउ हारून वइसा किहेन जइसा यहोवा कहेस। हारून छड़ी क उठाएस अउ नील नदी क पनिया प पटकेस। उ इ फिरौन अउ ओकरे अफसरन क समन्वा किहेस। फिन नदी क सारा पानी रकत मँ बदलि गवा। 21 मछरियन नील नदी मँ मरि गइन अउ नदी बसाइ लागी। ऍह बरे मिस्री मनइयन नदी क पानी नाहीं पिउ सकत रहेन। मिस्र मँ सब कइँती रकत रहा। 22 फिरौन क जादूगरन आपन जन्तर मन्तर देखाएन अउ उ पचे वइसा ही किहेन। ऍह बरे फिरौन मूसा अउ हारून क सुनइ स इन्कार कइ दिहेस। इ ठीक वइसे भवा जइसे यहोवा कहे रहा। 23 जउन मूसा अउ हारून किहे रहेन ओका फिरौन नाहीं मानेस। उ घूमा अउ घरे चला गवा। 24 मिस्री मनइयन नदी स पानी नाहीं पिउ सकत रहेन। ऍह बरे पानी पिअइ बरे नदी क चारिहुँ कइँती कुअँन क खोदेन। 25 यहोवा क जरिए नील नदी क पानी क रकत मँ बदलइ क पाछे सात दिन बीति गएन।

8:1 तब यहोवा मूसा स कहेस, “फिरौन क लगे जा अउ ओसे कहा कि यहोवा इ कहत ह, ‘मोरे मनइयन क मोरी आराधना करइ बरे जाइ द्या। 2 मुला जदि फिरौन ओनका जाइ स रोकत ह तउ मइँ, यहोवा सारे मिस्र क मेघन स भरि देब। 3 नील नदी मेघन स भरि जाइ। उ पचे नदी स निकरिहीं अउ तोहरे घरे मँ घुसिहीं। उ सबइ तोहरे सोवइ क खोलि मँ अउ तोहरे बिछउना मँ होइहीं। मेघन तोहरे अफसरन क घरे मँ होइहीं अउ तोहरे तन्दूरे मँ अउ पानी क घइली मँ होइहीं। 4 मेघन पूरि तरह तोहरे ऊपर, तोहरे मनइयन क ऊपर अउ तोहरे अफसरन क ऊपर होइहीं।”‘ 5 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “हारून स कहा कि उ आपन छड़ी क नहरन, नदियन अउ झीलियन क ऊपर पसारइ। अउर मेघन बाहेर निकरिके सारे मिस्र देस मँ भरि जइहीं।” 6 तब हारून परमेस्सर क हुकम स मिस्र देस मँ जहाँ कहूँ पानी रहा ओकर ऊपर हथवा उठाएस अउ मेघा पानी स बाहेर आउब सुरू कइ दिहन अउ पूरे मिस्र प छाइ गएन। 7 जादूगर भी वइसा किहेन। उ पचे भी मिस्र देस मँ मेघा लइ आएन। 8 फिरौन मूसा अउ हारून क बोलाएस। फिरौन कहेस, “यहोवा स आराधना करइ कि उ हम लोगन क मेघन स आजाद करइ देइ। तबहिं मइँ मनइयन क यहोवा बरे बलि भेंट चढ़ावइ बरे जाइ देइहउँ।” 9 मूसा फिरौन स कहेस, “मोका इ बतावा कि आप कब चाहत हीं कि मेघन निकरि जाइँ। मइँ आप बरे, आप क मनइयन बरे अउ आप क अफसर बरे पराथना करिहउँ। तबहिं मेघन आप क अउ आप क घरन्क, अउ आप क अफसन्क अउ आप क मनइयन क तजि देइहीं। मेघन सिरिफ नदिया मँ रहि जइहीं। तू कब चाहत बाट्या कि मेघन तोहका तजि देइँ?” 10 फिरौन कहेस, “भियान।”मूसा कहेस, “जइसा आप कहत हीं वइसा ही होइ। इ तरह आप जानि जइहीं कि यहोवा हमार परमेस्सर क नाईर् अउर कउनो देवता नाहीं बा। 11 मेघन आप क, आप क घरे क, आप क अफसरन्क अउ आप क लोगन क तजि देइहीं। मेघन सिरिफ नदी मँ रहि जइहीं।” 12 मूसा अउ हारून फिरौन स बिदा भएन। मूसा ओन मेघन खातिर यहोवा क पराथना किहेस, जउने मेघन क यहोवा फिरौन क खिलाफ पठए रहा। 13 अउ यहोवा उहइ किहेस जउन मूसा कहेस। सब मेघा घरन मँ, घरन क अंगने मँ अउ खेतन मँ मरि गएन। 14 मिस्री मुरदा मेघन क ढेर मँ जमा कहेस तउ समूचा देस मँ भयंकर बदबू होइ लाग। 15 जब फिरौन निहारेस कि उ पचे मेघन स बरी होइ गएन उ फुन जिद्दियाइ गवा। फिरौन वइसा नाहीं किहेस जइसा मूसा अउ हारून ओसे करइ बरे कहे रहेन। इ ठीक वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहेस। 16 तब यहोवा मूसा स कहेस, “हारून स कहा कि उ आपन छड़ी उठावइ अउ भुइयाँ क धूरि प पटकइ। मिस्र मँ सब कइँती धूरि जुअँन होइ जाइ।” 17 उ पचे इ किहेन। हारून छड़ी क उठाएस अउ भुइयाँ क धूरि प दइ मारेस। मिस्र मँ सब कइँती धूरि जुअँन मँ बदल गइ। जुअँन जानवरन अउ लोगन प छाइ गइन। 18 जादूगरन आपन जादू मारेन अउ वइसे करइ चाहेन। मुला जादूगरन धूरि स जुअँन नाहीं बनाइ सकेन। जुअँन जानवरन अउ मनइयन प छाइ गएन। 19 तउ जादूगरन फिरौन स कहेन, ‘इ परमेस्सर क सक्ती अहइ?’ मुला फिरौन ओनपइ बिसवास करइ स इन्कार कइ दिहेस। उ जिद्दी होइ गवा। इ ठीक अइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा। 20 यहोवा मूसा स कहेस, “भिन्सारे उठा अउ फिरौन क लगे जा। फिरौन नदी क लगे जाइ। ओन से कहा, ‘मोरे लोगन क मोर आराधना बरे जाइ द्या। 21 जदि तू मोर लोगन क नाहीं जाइ देब्या तउ तोहरे घरन मँ माखी अइहीं। माखी तोहरे अउ तोहरे अफसरन प छाइ जइहीं। मिस्र क घरन माखिन स भरि जइहीं। माखिन पूरी भुइयाँ प छाइ जइहीं। 22 मुला मइँ इस्राएल क लोगन क संग वइसा बर्ताव न करब जइसा मिस्री लोगन क संग करिब। जहाँ गोसेन मँ मोर लोगन रहत हीं हुवाँ कउनो माखी नाहीं होइ। इ तरह तू जनब्या कि मइँ यहोवा, इ देसे मँ हउँ। 23 ऍह बरे मइँ काल्ह भियान स तोहरे लोगन क संग आपन लोगन स अलग बर्ताव करिहउँ।’“ 24 ऍह बरे यहोवा उहइ किहेस, “जउन उ कहेस। माखिन झुण्ड क झुण्ड मँ आइ गइन। माखिन फिरौन क घर अउ ओकर सबहिं अफसरन क घरे मँ भरी रहिन। माखिन पूरे मिस्र देस मँ भरि गइन। माखी देस क नासत रहिन। 25 ऍह बरे फिरौन मूसा अउ हारून क बोलाएस। फिरौन कहेस, “तू पचे यहोवा तोहार परमेस्सर क इहइ देस मँ बलि भेंट कइ द्या।” 26 मुला मूसा कहेस, “वइसा करब नीक नाहीं होइ। मिस्री मनइयन सोचत हीं कि परमेस्सर बरे हम लोगन क बलि देब एक खउफनाक बात अहइ। ऍह बरे जदि हम पचे अइसा करित तउ उ पचे हमका देखिहीं अउ हम पइ पाथर बहइहीं अउर हमका मारि डइहीं। 27 हम पचन्क तीन दिना तलक रेगिस्तान मँ जाइ द्या अउर हमका आपन यहोवा परमेस्सर क ओकर हुकम क अनुसार बलि चढ़ावइ द्या।” 28 ऍह बरे फिरौन कहेस, “मइँ तोह सबन क मरूभूमि मँ जाइ क देब अउ तोह सबन क यहोवा तोहार परमेस्सर क भेंट चढ़ाई क देब। मुला तोहका बहोत दूर नाहीं जाई क चाही। अब जा अउर मोरे बरे पराथना कर।” 29 मूसा कहेस, “लखा, मइँ जाब अउ यहोवा स पराथना करब कि काल्ह भियान आप स, आपक लोगन स अउ आपक अफसरन्स माखिन क हड़ाइ देइँ। मुला आप लोगन क यहोवा क बलि चढ़ावइ स जिन रोका।” 30 ऍह बरे मूसा फिरौन क लगे स गवा अउ यहोवा स पराथना किहेस। 31 अउर यहोवा इ किहेस जउन बरे मूसा पराथना किहेस। यहोवा माखिन क फिरौन स, ओकरे अफसरन्स ओकरे लोगन स हड़ाइ लिहेस। कउनो माखी नाहीं टिक पाइ। 32 मुला फिरौन फुन जिद्दी होइ गवा अउर उ लोगन क जाइ नाहीं दिहेस।

9:1 तब परमेस्सर मूसा स कहेस, फिरौन क लगे जा अउर ओका कहा, “हिब्रू मनइयन क यहोवा परमेस्सर कहत बा, ‘मोरे लोगन क मोरे आराधना बरे जाइ द्या। 2 जदि आप ओनकइ लगातार रोकत रहब्या अउ ओनकइ जाइ स लगातार मना करत रहब्या, 3 तउ यहोवा आपन सक्ती क प्रयोग तोहरे खेतन क गोरूअन क खिलाफ करी। परमेस्सर तोहरे सबहिं घोड़न, गदहन, ऊँट, गइया बोकरी अउ भेड़िन क भयानक बेरामी दइ देइ। 4 यहोवा इस्राएल क गोरूअन क संग मिस्र क गोरूअन स अलग बर्ताव करी। इस्राएलियन क मनइयन क कउनो गोरू न मरी। 5 यहोवा एका घटित होइ जाइ क टेम तइ कइ दिहे अहइ। भियान यहोवा इहइ देस मँ घटइ देइ।”‘ 6 अगली भियान मिस्र क खेत क सबहीं जनावर मर गएन। मुला इस्राएल क कउनो भी जनावर नाहीं मरा। 7 फिरौन मनयइन क यह देखे इस्राएल भेजा कि का इस्राएल क कउनो जनावर मरा। अउ इस्राएल क कउनो जनावर नाहीं मरा। फिरौन हठी रहा उ कउनो मनयइन क नाहीं जाई दया। 8 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, “मुट्ठी भर भट्ठी क राखी ल्या। मूसा तू फिरौन क समन्वा राखी क हवा मँ उछारा। 9 इ धूरि होइ जाइ अउ समूचइ मिस्र देस मँ संचरि जाइ। जबहुँ इ धूरि मनई क छुइ या गोरू प गिरी, खाली प फोड़ा (गलका) फुंसी फुटिहीं।” 10 ऍह बरे मूसा अउ हारून भट्ठी स राखी लिहेस। तबहिं उ पचे गएन अउ फिरौन क समन्वा ठाड़ भएन। मूसा राखी क हवा मँ उछारेन अउर मनइयन अउ गोरूअन क बदन मँ फोड़ा फुंसी होइ लागेन। 11 जादूगर मूसा क अइसा करइ स थाम नाहीं पाएन, काहे कि जादूगरन क फोड़ा होइ गएन। इ समूचइ मिस्र मँ अइसा ही भवा। 12 मुला यहोवा फिरौन क जिद्दी बनइ दिहे रहा। ऍह बरे फिरौन मूसा अउ हारून क सुनइ स मना कइ दिहेस। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा। 13 तब यहोवा मूसा स कहेस, “भिन्सारे उठा अउ फिरौन क समन्वा आपन आप क पेस करा। अउर ओसे कहा कि परमेस्सर, हिब्रू मनइयन क यहोवा तोहसे कहत ह, ‘मोर लोगन क मोर आराधना बरे जाइ द्या। 14 जदि तू इ नाहीं करब्या तउ मइँ तोहारे अफसरन अउ तोहरे मनइयन क खिलाफ आपन पूरी ताकत क प्रयोग करब। तब तू जनब्या कि मोरे तरह दुनिया मँ दूसर कउनो देवता नाहीं अहइ। 15 मइँ आपन सक्ती क प्रयोग कइ सकत हउँ अउ अइसी बीमारी फइलाइ सकत हउँ जउन तोहका अउ तोहरे मनइयन क भुइयाँ प नास कइ डाइ। 16 मुला मइँ तू सबन्क कउनो खास कारण स हिआँ धरे अहउँ। मइँ तू पचन्क हियाँ ऍह बरे धरे अहउँ कि मइँ तू पचन्क आपन सक्ती देखाउब। तब सारी दुनिया क मनइयन मोरे बारे मँ बात करिहीं। 17 तू पचे अबहुँ मोरे लोगन क खिलाफ अहा। तू ओनका जाइ नाहीं देत अहा। 18 ऍह बरे भियान मइँ इहइ टेम काफी जोरदार ओला बरसाउब। जब ते मिस्र देस बना ह आजु तक कबहुँ अइसे ओला नाहीं बरसा ह। 19 तू आपन गोरूअन क सुरच्छित ठउरे मँ राख्या। जउन कछू तोहार खेते मँ होइ ओका ओंटे मँ छिपाइ जरूर लिहा। काहेकी कउनो भी लोग या गोरू जउन खेते मँ होइ उ मरि जाइ। हर एक चीजन अउ हर एक मनइयन प जउन घरे क बाहेर होइ ओन सब प ओला बरसिहीं।”‘ 20 फिरौन क कछू अफसरन यहोवा क संदेसे प धियान दिहेस। उ पचे हाली हाली आपन गोरूअन अउ गुलामन क घरे मँ हाँक लिहेन। 21 मुला दूसर मनइयन यहोवा क सँदेसा प धियान नाहीं दिहेन। ओ पचन्क गुलाम अउ गोरू जउन बाहेर खेतन मँ रहेन सब तबाह हो गएन। 22 यहोवा मूसा स कहेस, “आपन हाथ हवा मँ उठावा अउ मिस्र प ओला गिरब सुरू होइ जइहीं। इ ओला मिस्र क सबहुँ खेतन प, लोगन प, गोरूअन प अउर बृच्छ अउ पौधा प गिरिहीं।” 23 ऍह बरे आपन छड़ी क हवा मँ उठाएस अउ यहोवा बिजुरी अउ ओला क भुइँया प गिराएन। ओला समूचइ मिस्र प गिरेन। 24 ओला पड़त रहेन अउ बिजुरी चमकत रही। जबहिं ते मिस्र एक ठु रास्ट्र बना तबहिं स अब तलक इ सबते जिआदा नोसकान करइवाली ओला बरसत रही। 25 मिस्र क खेत मँ जउन कछू रहा आँधी ओका नसाइ दिहेस। ओला मिस्र मँ मनइयन, गोरूअन अउ बृच्छ पउधन क नास कइ डाएस। ओला खेतन मँ सबन बृच्छन क ओखाड़ अउ तोड़ि दिहस। 26 गोसेन पहँटा मँ जहाँ इस्राएल क मनइ रहत रहेन हुवाँ ओला नाहीं गिरेन। 27 फिरौन मूसा अउ हारून क बोलाएस। फिरौन ओनसे कहेस, “इ समइ मँ मइँ पाप किहउँ ह। यहोवा सही अहइ। अउर मइँ अउ मोर लोग गलत अहइँ। 28 परमेस्सर क ओर स ओला क आवाज अउ गर्जत अवाज बहोत जिआदा बा। यहोवा स आँधी थामइ क परार्थना करा। मइँ तू सबइ पचन्क जाइ देब। तू सबइ पचन्क हिआँ नाहीं रहइ क पड़ी।” 29 मूसा फिरौन स कहेस, “जब मइँ सहर क तजि देब, तबहिं मइँ पराथना मँ आपन बाँही क यहोवा क समन्वा पसराउब। गर्जब अउ ओला क गिरब थमि जाइ। तबहिं आप सबन जनिहीं कि इ भुँइया यहोवा क अहइ। 30 मुला मइँ जानत हउँ कि आप अउ आपक अफसरन अबहुँ नाहीं यहोवा स डेरातेन अउर नाहीं यहोवा क इज्जत देत हीं।” 31 सनई मँ दाना पड़ि गवा रहा अउ बारली मँ फूल निकरि आवा रहा। मुला इ सब पउधन नसाइ गएन। 32 गोहूँ अउ कठियान गोहूँ जउन दूसर अनाजे क पाछे पाकत हीं, ऍह बरे एनकइ फसल नसान नाहीं। 33 मूसा फिरौन क तजि दिहेस अउ सहर क बाहेर आवा। उ यहोवा क समन्वा आपन बाँह पसारेस अउ गर्जब अउ ओला क गिरब पटान। बर्खउ धरती प गिरब पटाइ गइ। 34 जब फिरौन लखेस, कि बर्खा, ओला अउ गर्जब पटाइ गएन। उ फुन स पाप किहेस। उ अउ ओकर अफसरन फुन जिद धरे रहेन। 35 फिरौन फुन जिद्दी होइ गएन। उ इस्राएल क मनइयन क अजादी स जाइके मना कइ दिहस। इ ठीक उहइ तरह भवा जइसे यहोवा मूसा स कहे रहा।

10:1 यहोवा मूसा स कहेस, “फिरौन क हिआँ जा। मइँ ओका अउ ओकरे अफसरन्क जिद्दी बनइ दिहेउँ ह। मइँ यह आपन बरियारे क चमत्कार ओनका अउर ओकर लोगन क समन्वा देखाइ बरे किहेउँ ह। 2 मइँ ऍका ऍह बरे किहेउँ ह कि तू आपन पूत-बिटिया तथा नाती-नतिनी क ओन अजूबा काम क अउ दूसर चीन्ह क बताइ सका जउन मइँ मिस्री लोगन क खिलाफ मँ किहेउँ ह। तबहिं तू पचे जान लेब्या कि मइँ यहोवा हउँ।” 3 ऍह बरे मूसा अउ हारून फिरौन क लगे गएन। उ पचे ओसे कहेन, “हिब्रू लोगन क यहोवा परमेस्सर कहत हीं, ‘तू मोरे हुकुम क मानइ स कब ताईर् इन्कार करब्या? मोरे लोगन क मोर आराधना करइ बरे जाइ द्या। 4 जदि तू मोर लोगन क जाइ स मना करत ह तउ मइँ भियान तोहरे देस मँ टिड्डियन क लइ आउब। 5 टिड्डियन पूरी भुइँया क ढाँपि लेइहीं। ओ ऍतना ढेरि क होइहीं कि तू भुइयाँ नाहीं लखइ पउब्या। सबहिं पउधन अउ जउन कछू चीज ओला भरी आँधी स बचि गइ बाटिन ओका टिड्डियन चट कइ जइहीं। टिड्डियन मइदान क सब पातिन्क चट कइ डइहीं। 6 टिड्डियन सबहिं घरन, तोहरे अफसरन्क सबहुँ घरन अउ मिस्र क सबहुँ घरन मँ भरि जइहीं। जेतॅना टिड्डियन तोहार बाप दादा कबहुँ न देखे होइहीं ओसे भी जिआदा टिड्डियन हिआँ होइहीं। जब ते मनइयन मिस्र मँ रहइ लागेन, तब ते जब कबहुँ टिड्डियन भइ होइहीं ओसे भी जिआदा टिड्डियन होइहीं।”‘ तबहिं मूसा घूमि गवा अउ फिरौन क तजि दिहस। 7 फिरौन क अफसरन ओसे पूछेन, “हम पचे कब तलक इ लोगन क जालि मँ फँसा रहब। मनइयन क यहोवा आपन परमेस्सर क आराधना करइ जाइ द्या। जदि आप ओनका नाहीं जाइ देब्या तउ आपक जानइ स पहिले मिस्र बरबाद होइ जाइ।” 8 ऍह बरे फिरौन आपन अफसरन्स कहेस कि मूसा अउ हारून क ओकरे लगे लिआवा। उ ओनसे कहेस, “जा अउ यहोवा आपन परमेस्सर क आराधना करा। मुला मोका बतावा फुरे कि कउन कउन जात अहइँ?” 9 मूसा जवाब दिहेस, “हमार मनई जवान अउ बुढ़वा मनई जइहीं। अउ हम पचे आपन बेटहनन अउ बिटिहनियन, आपन भेड़िन अउ गोरूअन क आपन संग लइ जाब। हम सब एक अउट जाब काहे कि परमेस्सर क भोज हम सबइ बरे अहइ।” 10 फिरौन ओनसे कहेस, “जदि मइँ कभी तू पचन्क अउ तोहरे बचवन क जाइ देइ तउ परमेस्सर क सचमुच तोहरे साथे होइ चाही। लखा, तू पचे कछू बुरा जोजना करत बाट्या? 11 सिरिफ मनइयन ही जाइ सकत हीं अउ यहोवा क आराधना कइ सकत हीं। तू पचे इहइ सुरू से ही माँग्या ह। मुला तोहार सारे लोगन क साथें जाइ क आग्या नाहीं बा।” तब फिरौन मूसा अउ हारून क पठएस। 12 यहोवा मूसा स कहेस, “मिस्र क धरती प बँहिया उठावा अउ टिड्डियन आइ जइहीं। टिड्डियन मिस्र क सारी भुइयाँ प संचर जइहीं। टिड्डियन ओला स बचा भवा पेड़ पउधा क चट कइ जइहीं।” 13 मूसा आपन छड़ी क मिस्र कइँती उठाएस अउ यहोवा पूरब स जोर क आँधी चलाइ दिहेस। आँधी उ सारे दिन भइ अउ रात मँ चलत रही। जब भिन्सार भवा, आँधी मिस्र देस मँ टिड्डियन क लइ आइ दिहस। 14 टिड्डियन मिस्र देस स उड़िके आइन अउ भुइयाँ प बैठि गइन। मिस्र मँ एँतनी जिआदा टिड्डियन कबहुँ नाहीं भइन जेतनी इ दाईर् रहिन। 15 टिड्डियन पूरी भुइँया क ढाँपि लेइहीं। ऍह बरे पूरे देस मँ जमीन प अँधियारा छाइ गवा। टिड्डन ओन सबहिं पउधन क अउ बृच्छ क हरिअर फल क, जउन ओला गिरे स नसान नाहीं रहेन, चट कइ डाइन। मिस्र मँ कतहुँ कउनो पेड़ या पउधन प कउनो पाती नाहीं रहि पाइ। 16 फिरौन मूसा अउ हारून क हाली बोलावाएस। फिरौन कहेस, “मइँ तोहरे अउ यहोवा तोहरे परमेस्सर क खिलाफ पाप किहेउँ ह। 17 इ टेम प मोरे पाप क अब छिमा कइ द्या। यहोवा आपन स पराथना करा कि इ ‘मउत’ (टिड्डियन) क मोसे दूर करा।” 18 मूसा फिरौन स अलग भवा अउ उ यहोवा स पराथना किहेस। 19 ऍह बरे यहोवा हवा क बहब बदलि दिहस। यहोवा पच्छिउँ स तेज आँधी उठाएस अउ उ टिड्डियन क लाल सागरेमँ हटाइ दिहस। एक ठु भी टिड्डी मिस्र मँ नाहीं बचि पाएस। 20 मुला यहोवा फिरौन क जिद्दी बनएस। अउर फिरौन इस्राएल क मनइयन क जाइ नाहीं दिहेस। 21 तब यहोवा मूसा स कहेस, “आपन बाँही क हवा मँ ऊपर उठावा अउ अँधियारा मिस्र क ओढ़ि लेइ। इ अँधियारा एतना गहिर अउ मोट होइ कि तू ऍका महसूस कइ सकित ह।” 22 तउ मूसा आपन हथवा हवा मँ उठाएस अउ मिस्र मँ टोवइवाला अँधियर छाइ गवा। इ अँधियारा तीन दिना तलक मिस्र मँ रहा। 23 मनइयन मँ स कउनो क चोंधरात नाहीं रहा अउ तीन दिन कउनो कतहूँ नाहीं जाइ पावा। मुला हुवाँ उजिआरा उ ठउरन प रहा जहाँ कतहूँ इस्राएल क मनई रहेन। 24 फिरौन मूसा क फुन बोलाएस। फिरौन कहेस, “जा अउ यहोवा क आराधना करा। तू पचे आपन संग बचवन क लइ जाइ सकत ह। सिरिफ आपन भेड़िन अउ गोरून क हिआँ तजि द्या।” 25 मूसा कहेस, “न सिरिफ हम पचे आपन भेड़ अउ गोरू क लइ जाब मुला जब हम पचे जाब, आप हम सबन्क भेंट अउ बलि भी देब्या। हम पचे इ सब बलिन क आपन परमेस्सर यहोवा क आराधना बरे बइपरब। 26 हम पचे आपन पसु क संग संग परमेस्सर क आराधना बरे लइ जाब। हमरे पाछे एक ठु खुर भी न छूटि पाइ। हम पचे ठीक तरह अबहिं नाहीं जानित अही कि परमेस्सर क आराधना बरे हम क का चाही। हम पचे तब ओका जानि पाउब जब हम सबइ उ ठउरे क पहुँचि जाब जहाँ हम पचे जात अही।” 27 यहोवा फुन फिरौन क जिद्दी बनाएस। ऍह बरे फिरौन ओन सब क जाइ स मना कइ दिहेस। 28 तब फिरौन मूसा स कहेस, “मोसे दूर होइ जा। मइँ नाहीं चाहित कि तू हिआँ फुन आवा। एकरे पाछे जदि तू हम से भेंटइ अउब्या तउ मारि डावा जाब्या।” 29 तबहिं मूसा फिरौन स कहेस, “आप जउन कहत हीं, ठीक बा। मइँ फुन आप स भेंटइ कबहुँ न आउब।”

11:1 तब यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ फिरौन अउ मिस्र क खिलाफ एक ठु अउर बिपत लइ आउब। एकरे पाछे उ तू सबन्क मिस्र स पठइ देइ। असिल मँ उ तू पचन्क इ देस तजि देइ क मजबूर करी। 2 तू इस्राएलियन क इ संदेसा जरूर दिहा: ‘तू आपन पड़ोसियन मनसेधू अउ मेहरारूअन स सोना अउ चाँदी क बनी चीज मांग्या। 3 परमेस्सर मिस्र क मनइयन क तू सबन प कृपालु बनइहीं। मिस्री मनइयन, हिआँ तलक फिरौन क अफसरन भी पहिलेन स मूसा क बड़का मनइ मानत हीं।’“ 4 मूसा लोगन स कहेस, “यहोवा कहत हीं: ‘आज आधी रात क मइँ मिस्र स होइके जाब, 5 अउ मिस्र क सबइ पहिलौटी पूतन अउ मिस्र क राजा फिरौन क पहिलौटी बेटवा स लइके जाँत चलावइवाली नौकरानी तलक क पहिलौटी पूत मरि जाइ। पहिलौटी क पइदा भवा नर गोरू भी मरिहीं। 6 मिस्र क समूचइ धरती पइ रोउब पीटब होइहीं। उ रोउब पीटब मिस्र मँ पुराने जमाने मँ कबहुँ भए रहेन कउनो भी रोउब पीटब स या आवइ वाल समइ मँ कबहुँ होइवाला रोउब पीटब से जियादा बुरा होइहीं। 7 मुला इस्राएल क कउनो भी मनइ क चोट न पहुँच पाइ। हिआँ तलक कि ओन लोगन प कउनो कुत्ता भी नाहीं भूँकी। न कउनो इस्राएली मनइ क अउ न ही कउनो गोरूअन क चोट लागी। इ तरह स तू जनब्या कि मइँ इस्राएल क मिस्र स अलगउज क बियूहार कीन्ह ह। 8 तबहिं तोहार सब मिस्री अधिकारियन मोर समन्वा निहुरिहीं अउ मोर पूजा करइहीं। उ पचे कइहीं, ‘जा, अउ आपन सबहिं लोगन क आपन संग लइ आवा।” तबहिं मइँ फिरौन क कोहाइ क देब।’“ 9 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “फिरौन तोहार बात सुनेस नाहीं। काहे? ऍह बरे कि मइँ आपन बड़की सक्ती क मिस्र मँ देखाइ सकउँ।” 10 इहइ कारण रहा कि मूसा अउ हारून फिरौन क समन्वा बड़का बड़का चमत्कार देखाएन। अउर इहइ कारण अहइ कि यहोवा फिरौन क एँतना हट्टी बनाएस कि उ इस्राएल क मनइयन क आपन देस तजइ नाहीं दिहेस।

12:1 मूसा अउ हारून जब मिस्र मँ रहेन, यहोवा ओनसे कहेस। यहोवा कहेस, 2 “इ महीना तोहार बरे बरिस क पहिल महीना होइ। 3 इ हुकुम इस्राएल क पूरी जाति बरे अहइ: इ महीना क दसवाँ दिन हर मनइ आपन परिवारे बरे एक ठु मेनना जरूर राखी। 4 जदि हुवाँ जिआदा मनइयन अकरे घरे मँ मेमना क खाइ बरे न होइँ, तउ ओका आपन पड़ोसियन क भोज खाइ बरे बोलावइ चाही। हर मनइ क खाइ बरे मेमना क पर्याप्त गोस होइ चाही। 5 एक बरिस क नर मेमना बे दोखे तगड़ा होइ क चाही। इ पसु या तउ भेड़ क बच्चा या बोकरी क बच्चा होइ सकत ह। 6 तोहका इ मेमना क महीना क चौदहवीं तारीख ताईर् रखइ चाही। उ दिन इस्राएल बिरादरी क सबहिं लोग गोधरी क समइ मँ इ मेमनन क जरूर मारिहीं। 7 इ जानवरन क खून तोहका बटोरइ क चाही। कछू खून घरे क दरवाजे क चौखट क ऊपर सिरा अउ दुइनउँ पाटी प लगावइ चाही, जउन घरन मँ मनइयन खइया क खाइँ। 8 “इ रात क तू मेमना क भूँजि ल्या अउ ओकर सबइ गोस खाइ ल्या। तू जरूर कड़वान जरी-बूटी अउ बे खमीरे क रोटी भी खाइ लिहा। 9 तोहका मेमना क बच्चा नाहीं खाइ चाही तोहका मेमना क पानी मँ बोलकावइ नाहीं चाहीं तोहका समूचइ मेमना क आगी प भूँजइ चाही। इ हालत मँ भी मेमना क मूँड़, जोड़ अउ ओकरे भीतर क हींसा ठीक ठाक होइ क चाही। 10 उहइ राति क तोहका सब गोस खाइ लेइ चाही। जदि तनिक गोस भिन्सारे ताईर् बचि खुचि जाइ तउ ओका आगी मँ जराइ देइ चाही। 11 “जब तू खइया क खाया तउ अइसे ओढ़ना क पहिर्या जइसे तू पचे जात्रा प जात ह्वा। तू पचन्क लबादा तोहरे पेटी मँ कसा होइ चाही। तू पचे आपन पनही पहिरे रह्या अउ आपन जात्रा करइ क लाठी आपन हाथे मँ थामे रह्या। तू पचन्क हालि खइया क खाइ लिहा। काहेकि इ यहोवा क फसह अहइ- उ टेम जब यहोवा ओकरे मनइयन क बचाएस अउ मिस्र स ओनका हाली बाहेर किहेस।” 12 “आजु राति मँ मइँ मिस्र स होइक जाब अउ मिस्र मँ सबइ पहिलौटी पूत क मारि डाउब। मइँ सबहिं पहिलौटी का पइदा भवा मनइ क बेटवा, अउ जानवर क बच्चा क मारि डाउब। इ तरह मइ मिस्र क सबहिं देवतन क परखब अउ देखाउब कि मइँ यहोवा हउँ। 13 मुला तू मनइयनक घरेन प लाग खून क चीन्हा एक खास चीन्हा होइ। जब मइँ खून क चीन्हा क लखब, तउ मइँ तू पचन क घरन क सुरच्छित तजइ भवा चला जाब। मइँ मिस्र क मनइयन क मारब, मुला ओन जानलेवा माहमारी स तू पचन्क कउनो भी नसकान न पहुचाउब। 14 “तउ तू पचे आजु इ रात क हमेसा याद करब्या। तू पचन बरे एक खास पवित्तर क दिन होइ। तोहार सन्तानन हमेसा इ पवित्तर दिन क मनाइ क जरिया यहोवा क सम्मान देइहीं 15 इ पवित्तर दिन प तू पचे बेखमीर क आटा क रोटी सात दिन ताई खउब्या। इ पवित्तर दिन क अवाई स पहिले तू पचे आपन घरे स खमीर क निकारिके बाहेर बहाइ द्या। इ पवित्तर दिन क सात दिन ताईर् तू पचे मँ स कउनो क भी खमीर नाहीं खाइ चाही। जदि तू पचे मँ स कउनो भी मनइ खमीर खाई तउ ओका इस्राएल क दूसर मनइयन स निकारइ दइ जाब्या। 16 इ पवित्तर दिन क पहिले दिन अउ सातवाँ दिन मँ तोहका पवित्तर बइठक करइ चाही। इ दिनन तोहका कउनो काम नाहीं करइ क होइ। इ दिनन सिरिफ एक काम जेका करइ क अग्गिया अहइ आपन भोज क तइयार करब। 17 तू लोगन क बेखमीरे क पवित्तर त्यौहार क जरूर याद राखे चाही। काहेकि इहइ दिन ही मइँ तोहरे लोगन क समूहन मँ मिस्र स बाहेर लइ आवा। ऍह बरे तू लोगन क अउर तोहार सबहिं सन्तानन क इ दिन याद राखइ क होइ। इ नेम अहइ अउ इ सदा रही। 18 ऍह बरे पहिले महीना निसन क चौदहवाँ दिन क साँझ स तू पचे बेखमीरे क रोटी खाब सुरू करब्या। उहइ महीना क इक्कीसवाँ दिन क सांझ तलक तू अइसी रोटी खाब्या। 19 सात दिना ताईर् तू सबन्क घरन मँ कउनो खमीर क रोटी नाहीं होइ चाही। कउनो भी मनइ चाहे उ आपन देस मँ पैदा भवा ह या विदेसी होइ जउन इ खमीर क खाई दूसर इस्राएलियन स अलगाइ दीन्ह जाइ। 20 इ पवित्तर दिन क तू पचन्क खमीर नाहीं खाई चाही। तू जहाँ कतहुँ रहा बेखमीरे क रोटी खाया।” 21 ऍह बरे मूसा सबहीं बुजुर्गन क एक ठउरे प बोलाएस। मूसा ओन पचन्सा कहेस, “आपन परिवारे बरे मेमनन लइ ल्या। फसह त्यौहारे बरे मेमनन क मारि द्या। 22 हिसापक गुच्छा क लइ ल्या। खोरा मँ ओनका डुबावा अउर दुइनउँ चौखटन क दुइनउँ कइँती अउ सिरन प खून क लगावा। तू पचन मँ स कउनो भी भियान तईं आपन घर नाहीं छोरइ चाही। 23 जब यहोवा पहिलौटी क मारइ बरे मिस्र स होइके जाइ तउ यहोवा उ घरे क रच्छा करिहीं जउने घर क चौखटन क दुइनउँ कइँती अउ सिरन प खून लखिहीं। यहोवा नास करइवालन क तोहरे घरे क भीतर ना भेजहीं। उ तू पचन्क चोट न पहुँचइहीं। 24 तू पचन क इ हुकुम जरूर याद राखइ चाही। इ नेम तू पचन अउ तू पचन क सन्तानन बरे हमेसा अहइ। 25 तू सबन्क इ जसन क तबहुँ याद रखइ क होइ जब तू पचे उ देस मँ पहुँचब्या जउन यहोवा तू सबन्क आपन वाचा क अनुसार देइहीं। 26 जब तोहार गदेलन तोहसे पूछिहीं, ‘इ त्यौहार क का मतलब अहइ?’ 27 तउ तू पचे कहब्या, ‘इ फसह त्यौहार यहोवा क सम्मान बरे अहइ। काहेकि जब हम पचे मिस्र मँ रहेन तब यहोवा इस्राएल क घरवा स होइके गएन। यहोवा मिस्र क मनइयन क मारि डाएन मुला हम सबन्क हमार घरे मँ बचाइ लिहन। तबहिं लोग यहोवा क निहुरेन अउ आराधना किहेन।”‘ 28 यहोवा इ हुकुम मूसा अउ हारून क दिहे रहा। ऍह बरे इस्राएल क मनइयन उहइ किहेन जउन यहोवा क हुकुम रहा। 29 आधी रात क यहोवा मिस्र क सबहिं पइदा भए पूतन, फिरौन क पहिलौटी क पूत जउन मिस्र क राजा रहा-स लइके जेल मँ बइठेन कैदी क पूत तलक सबहिं क मारि डाएन। पहिलौटी क पइदा जानवर भी मरि गएन। 30 मिस्र मँ उ राति क कउनो न कउनो मरि गवा। फिरौन, ओकर अफसरन अउ मिस्र क सबहिं मनइयन ज़ोर स रोवइ चिचिआइ लागेन। 31 ऍह बरे उ रात फिरौन मूसा अउ हारून क बोलाएस। फिरौन ओसे कहेस, “तइयार होइ जा अउ हमरे लोगन क तजिके चला जा। तू अउ तोहार लोगन वइसा हीं करि सकत हीं जइसा तू कह्या ह। जा अउ आपन यहोवा क आराधना करा। 32 अउ तू पचे जइसा तू कह्या ह कि तू चाहत बाट्या, आपन भेड़िन अउ गोरूअन क आपन संग लइ जाइ सकत ह, जा अउ मोका भी आसीर्बाद द्या।” 33 मिस्र क मनइयन भी ओनका हालि जाइके कहेन। काहेकि उ पचे कहेन, “जदि तू पचे हालि नाहीं जात बाट्या हम सबहिं मरि जाब।” 34 इस्राएलियन क लगे ऍतना टेमॅ न रहा कि उ पचे आपन रोटी मँ खमीर नावइँ। उ पचे गूँधा भवा आटा क परातन क कपड़ा मँ लपेटिके अउ ओका आपन काँधे प धइके ढोएन। 35 तबहिं इस्राएलियन उहइ किहेन जउन मूसा करइ क कहेस।” उ पचे आपन मिस्री पड़ोसियन क लगे गएन अउ ओनसे ओढ़ना अउर चाँदी सोना स बनी चीजन्क माँगेस। 36 यहोवा मिस्री लोगन क इस्राएल क लोगन बरे दयालु बनइ दिहन। ऍह बरे मिस्र क लोग आपन धन दौलत इस्राएलियन क दइ दिहन। 37 इस्राएल क मनइयन रमसिज स सुक्काथ गएन। उ सबइ छ: लाख मनइरहेन। ऍहमा गदेलन मिलाइ क नाहीं अहइँ। 38 ओनके संग ढेर भेड़न, गइयन, बोकरियन अउ दूसर गोरुअन रहा। ओनके संग दूसर मनइ भी जात्रा करत रहेन। जउन इस्राएलियन नाहीं रहेन, मुला उ पचे ओनके संग गएन। 39 मुला मनइयन क गूँधा भवा आँटा क फुलइ दइ क टेमॅ नाहीं मिला। अउ उ पचे आपन जात्रा बरे कउनो खास खइया के नाहीं बनाएन। ऍह बरे ओनका बेखमीर क रोटी बनवइ क पड़ी। 40 इस्राएल क लोग मिस्रमँ चार सौ तीस बरिस ताईर् जिअत रहेन। 41 चार सौ तीस बारिस पाछे, ठीक उहइ दिन, यहोवा क सबइ मनइयन मिस्र क तजि दिहेन। 42 उ खास रात अहइ जब लोग याद करत हीं कि यहोवा ओनका मिस्र स बाहेर लइ आएन। इस्राएल क सबहिं मनइयन उ रात क हमेसा याद रखिहीं। 43 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, “इ सबइ फसह त्यौहार क नेम अहइँ: कउनो बिदेसी फसह त्यौहार क पवित्तर भोजन नाहीं खाइ। 44 मुला जदि कउनो मनइ गुलाम क खरीदी अउ जदि ओकर खतना करी तउ उ गुलाम उ प्रसाद क खाइ सकत ह। 45 मुला जदि कउनो मनइ सिरिफ तू पचन्क देस मँ रहत ह या कउनो मनइ तोहरे बरे मजूरी प रखा गवा अहइ तउ उ मनइ क प्रसाद खाइ क न चाही। उ प्रसाद सिरिफ इस्राएल क मनइयन बरे अहइ। 46 हर परिवारे क घरवा क भीतर ही खइया क खाइ चाही। कउनो क भी खइया क घरे क बाहर नाहीं लइ जाइ चाही। भेड़ क बच्चा क कउनो हाड़ जिन तोड़ा। 47 समूचइ इस्राएलियन जाति इ त्यौहार क जरूर मनावइ। 48 जदि कउनो प्रवासी जउन तोहरे संग रहत ह अउर उ यहोवा क फसह मँ हिस्सा लेइ चाहत ह, तउ ओकर खतना जरूर होइ चाही। तउ उ इस्राएल क नागरिक क तरह होइ, अउर उ खइया मँ हिस्सा लइ सकी। मुला जदि उ मनइ क खतना नाहीं भवा होइ तउ उ इ पसह क त्यौहार क खइया क नाहीं खाइ सकत। 49 इ सबहिं नेम हर एक प लागू होइहीं। नेम लागू भए मँ इ बात क कउनो फकर्र् नाहीं परिहीं चाहे उ आपन देस मँ पइदा भवा रहा या कउनो तोहरे बीच मँ रहइवाला बिदेसी अहइ।” 50 ऍह बरे इस्राएल क सबहीं मनइयन ओन हुकुमन क तामील किहेन जेनका यहोवा मूसा अउ हारून क दिहेन। 51 उहइ दिन यहोवा इस्राएल क सबहिं लोगन क मिस्र स बाहेर लइ गएन। लोग झुण्डे मँ गएन।

13:1 तब यहोवा मूसा स कहेस, 2 “हर पहिला पइदा भवा इस्राएली लरिका मोका अर्पण कइ दिहा। हर अउरत क पहिला पइदा बचवा मोर ही होइ। तू पचे पहिला पइदा हर एक नर पसु क मोका अर्पण कइ दिहा।” 3 मूसा मनइयन स कहेस, “इ दिन क याद राखा। तू पचे मिस्र मँ गुलाम रह्या। मुला इ दिन यहोवा आपन बड़की सक्ती क बइपरेस अउ तू पचन्क अजाद कराएस। तू पचे खमीरे क संग जिन खाया। 4 आजु आबीब क महीना मँ, तू पचे मिस्र स जात रह्या। 5 यहोवा तू पचन्क पुरखन स खास वाचा किहे रहेन। यहोवा तू पचन्क कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी, अउ यबूसी मनइयन क धरती देइ क वाचा किहेस। जब यहोवा तू पचन्क उ ब़ढिया देस मँ ले जाइ जहाँ दूध अउर सहद क नदी बहत रहत ह तब तू इ दिन क जरूर याद राख्या। तू पचे हर बार बरिस क पहिले महीना मँ इ दिन क खास आराधना क दिन क रूप मँ मनावा। 6 “सात दिन तलक तू पचे उहइ रोटी खाया जेहँमा खमीर न होइ। सातवें दिन एक ठु बड़की दावत होइ। इ दावत यहोवा क मान करइ क निसानी होइ। 7 ऍह बरे सात दिना ताईर् खमीर स बनई रोटी नाहीं खाइ चाही। तोहरे पहँटा मँ कउनो जगह खमीर क रोटी नाहीं होइ चाही। 8 इ दिन तू सबन्क आपन गदेलन स कहइ चाही, ‘हम पचे इ दावत ऍह बरे करत अही कि यहोवा हमका मिस्र स बाहेर निकारेस।’ 9 “इ छुटी क दिन तू पचन्क याद करइ मँ मदद करी यानी इ तू पचन्क कलाई प बाँधा धागाक नाईंर् होइ। इ दिन तोहार आँख क आगवा एक चीन्ह क नाईंर् होइ। इ छुटी क दिन तोहका यहोवा क उपदेस क याद राखइ मँ मदद करी। इ छुटी क दिन तू पचन्क ई याद राखइ मँ मदद करी कि यहोवा तू पचन्क क आपन महान सक्ती क प्रयोग कइके तोहका मिस्र स बाहेर निकारेस ह। 10 ऍह बरे हर बरिस इ छुटी क दिन क ठीक टेम प मनावइ क याद राखा। 11 “यहोवा तू मनइयन क उ देस मँ लइ चलिहीं जेका तू पचन्क देइ बरे वाचा किहेस रहा। इ समइया हुवाँ कनानी मनइ रहत हीं। मुला यहोवा तोहार पुरखन स इ वाचा किहे रहा कि इ धरती तू पचन्क दइ देइ। यहोवा इ भुइँया तोहका देइहीं। 12 ओकरे पाछे तू सबइ आपन हर एक पहिलौटी लरिका क ओका अर्पण करइके याद राखा अउ हर एक पहिला पइदा भवा नर पसु क जरूर यहोवा बरे अर्पण कइ दिहा। 13 हर एक पहिला पइदा भवा गदहा यहोवा स वापस बेसहि लिहा। तू पचे ओकरे बदले मँ भेड़ क बच्चा क दइ दिहा अउ गदहा क वापस लइ सकत ह। जदि तू यहोवा स गदहा नाहीं बेसहा चहत्या तउ एका मारि डावा। इ एक बलि होइ। तू ओकर गरदन जरूर तोड़ि द्या। हर एक पहिलौटी लरिका यहोवा स फुन जरूर बेसहि लीन्ह जाइ। 14 “अगवा तोहार गदेलन पूछिहीं तू इ काहे करत ह। उ पचे कइहीं, ‘इ सब का का मतलब अहइ?’ अउर तू जवाब देब्या, ‘यहोवा हम सबन्क मिस्र स बचावइ बरे बड़की सक्ती बइपरेस ह। हम पचे हुवाँ गुलाम रहेन। मुला यहोवा हम पचन्क बाहेर निकारेस अउ उ पचे हिआँ लइ आएन। 15 मिस्र मँ फिरौन हठी होइ गवा। उ हम पचन क जाइ नाहीं दिहस। ऍह बरे यहोवा उ देस क सबहिं पहिलौटी नर अउलादे क मारि डाएस। (यहोवा पहिलौटी नर पसु अउ पहिलौटी बेटवन क मारि डाएस।) ऍह बरे हम पचे पहिले पइदा भए हर एक नर पसु क यहोवा बरे अर्पण करत अही। अउर इहइ कारण अहइ कि हम पचे पहिलौटी भए बेटवन क यहोवा स बेसहित ह।’ 16 इ तोहरे कलाई प बाँधा भवा धगा क नाईर् अहइ। अउ इ तोहरे आँखिन क समन्वा बँधा भवा चीन्हा क तरह अइइ। इ एका याद दियावइ मँ मदद करी कि यहोवा आपन बड़की ताकत स हम पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आएन।” 17 फिरौन लोगन क मिस्र तजि देइ क मजबूर किहेस। यहोवा लोगन क उ सड़क प नाहीं जाइ दिहस जउन फिलीस्तीन कइँती जात रही। उ सड़क समुद्र स होइ क सबते छोटी राह रही मुला यहोवा कहेस, “जदि लोगन उ राहे स जात हीं, उ पचन्क जुद्ध करइ क होइ। तउ उ पचे आपन इरादा बदलि सकत हीं अउ मिस्र क लौटि सकत हीं।” 18 ऍह बरे यहोवा ओनका दूसर राहे स लइ गवा। उ ओन पचेन्क लाल समुद्र क रेगिस्ताने स लइ गवा। इस्राएल क मनइयन जुद्ध क कपड़ा पहिरे रहेन जब उ पचे मिस्र क तजि दिहन। 19 मूसा यूसुफ क हाड़े क आपन संग लइ गवा। मरइ क पहिले यूसुफ इस्राएल क अउलादे स वाचा किहेस कि उ पचे इ करिहीं। मरइ स पहिले यूसुफ कहेस, “परमेस्सर तू पचन्क बचावइ, तू आपन संग मोर हाड़े क मिस्र स बाहेर लइ जाइ क याद राखा।” 20 इस्राएल क मनइयन सुक्कोत नगर तजेन अउ एताम मँ डेरा डाएन। एताम रेगिस्ताने क छोरे प रहा। 21 यहोवा रस्ता देखाँएन। दिन मँ यहोवा एक लम्बा बदरे क प्रयोग मनइयन क लइ जाइ बरे किहस अउ राति मँ यहोवा ओनका रस्ता देखावइ बरे एक लम्बा आगी क खम्भा क बइपरेस। इ आगी ओनका उजिआरा देत रही। इ कारण उ पचे राति मँ जात्रा कइ सकत रहेन। 22 एक ऊँच खम्भा क रूप मँ बादर हमेसा ओनके संग दिन मँ रहा अउ राति क आगी क खम्भा सदा ओनके संग रहा।

14:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “लोगन स कहा कि पीहाहीरोत क पाछे होइ के जात्रा करइँ। मिगदोल अउ लाल समुद्दर क बीच राति मँ ओनसे ठहरइ बरे कहा। इ बाल सपोन क निगचे बा। 3 फिरौन सोची कि इस्राएल क मनइयन रेगिस्तान मँ भटक गएन अहँइ अउर उ नाहीं जानत कि कउन दिसा जाइ। 4 मइँ फिरौन क हिम्मती बनउब जेसे उ तू पचन्क पाछा करइ। मुला मइँ फिरौन अउ ओकर फउज क हराइ देब। एहसे हमार महिमा बाढ़ी। तब मिस्र क मनइयन जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।” इस्राएल क मनइयन यहोवा क हुकुम मानेन यानी उ पचे उहइ किहेन जउन उ कहे रहा। 5 जब फिरौन क इ खबर मिली कि इस्राएलियन परात अहइँ तउ उ अउ ओकर अफसरन ओनका हुवाँ स चला जाइ क जउन बचन दिहे रहेन, ओकरे बरे आपन इरादा बदल दिहेन। फिरौन कहेस, “हम इस्राएल क मनइयन क काहे जाइ दीन्ह? हम ओनका काहे पराइ दीन्ह? अब हमार गुलाम हमरे हाथे स निकरि चुका अहइँ।” 6 ऍह बरे फिरौन आपन जुद्ध क रथे क तइयार किहेस अउ आपन फउज क संग लइ लिहस। 7 फिरौन आपन मनइयन मँ स छ: सौ सबन ते बढ़िया मनइयन अउ आपन सबहीं रथे क संग लिहस। हर एक रथ मँ एक एक अधिकारी रहेन। 8 इस्राएल क मनइयन जीत क खुसी मँ आपन औजारन क ऊपर कइँती उठावत जात रहेन मुला यहोवा मिस्र क राजा फिरौन क हिम्मती बनएस। अउर फिरौन इस्राएल क मनइयन क खदेरइ लाग। 9 मिस्र क फउजे क लगे घोड़सवार सिपाहीयन अउ रथन रहेन। उ पचे इस्राएल क मनइयन क पीछा किहेस अउ उ टेमॅ प जब उ पचे लाल समुद्दर क निकट बाल सपोन क पूरब पीहाहीरोत मँ डेरा डाए रहेन, ओनका धइ लिहन। 10 इस्राएल क मनइयन फिरौन अउ ओकरी फउज क अपनी कइँती आवत लखेन तउ उ पचे बुरी तरह डेराइ गएन। उ पचे मदद बरे यहोवा क गोहार लगाएन। 11 उ पचे मूसा स कहेन, “का मिस्र मँ पर्याप्त कबर नाहीं रहिन? तू हम पचन्क मिस्र स बाहेर काहे लिआया? तू हम पचन्क मरइ बरे इ रेगिस्ताने मँ काहे लिआया? 12 हम पचे तोहसे कहे रहेन कि अइसा ही होइ। मिस्र मँ हम पचे कहे रहेन, ‘कृपा कइके हम पचन्क कस्ट जिन द्या। हम पचन्क मूसा हियँइ ठहरइ बरे अउ मिस्री मनइयन क सेवा करइ द्या’ हिआँ आइके रेगिस्तान मँ मरइ स नीक इ होत कि हम पचे हुवँइ मिस्री मनइयन क गुलाम बनिके रहित।” 13 मुला मूसा जवाब दिहेस, “डेराअ जिन। पराअ जिन, अबहिं रूकि जा अउ लखा कि आज तू पचन्क यहोवा कइसे बचावत हीं। आज क पाछे तू पचे इन मिस्री मनइयन क कबहुँ नाहीं निहरब्या। 14 तू पचन्क सान्त रहइ के अलावा अउर कछू नाहीं करइ क अहइ। यहोवा तोहरे बरे लड़तइ रइहीं।” 15 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “तू पचे अब भी मोरे लगे काहे चीखत ह! इस्राएल क मनइयन क अगवा बढ़इ क हुकुम द्या। 16 आपन छड़ी क लाल सागरे क ऊपर उठावा अउ लाल सागर फाटि जाइ। तब इस्राएली मनइयन झुरान भुइयाँ स समुद्दर क पार कइ सकिहीं। 17 मइँ मिस्री मनइयन क जिद्दी बनायउँ ह। इ बरे उ सबइ तोहार पीछा करहीं। मुला मइँ देखाउब कि मइँ फिरौन, ओकर सबहिं घोड़ सवार अउ रथन स जिआदा बरिआर हउँ। 18 तब्बइ मिस्री बूझि जइहीं कि मइँ यहोवा हउँ। जब मइँ फिरौन, ओकर घोड़सवार अउ रथे क हराउब तउ मोर महिमा क परगट कीन्ह जाब्या।” 19 उहइ समइया यहोवा क सरगदूत इस्राएली मनइयन क पाछे गवा। यहोवा क सरगदूत अक्सर लोगन क अगवा रहा अउ ओनका अगुआइ करत रहा। ऍह बरे लम्बा बदरे क खंभा लोगन क अगवा स टरि गवा अउ पाछे आइ गवा। 20 इ तरह बादर मिस्री मनइयन अउ इस्राएलियन क बीच आइ क खड़ा होइ गवा। इस्राएलियन बरे इ उँजिअर रहा मुला मिस्री मनइयन बरे अँधियार। ऍह बरे मिस्र क मनइयन उ राति मँ इस्राएलियन क नगिचे नाहीं आइ सकेन। 21 मूसा आपन बाँह लाल सागर प उठाएस। अउ यहोवा पूरब स बहोत तेज हवा चलाइ दिहस। हवा राति भइ चलत रही। समुद्दर फाटि पड़ा अउ हवा समुद्दर क झुरान भुँइया मँ बदल दिहस। 22 इस्राएल क मनइयन सूखी धरती प चलिके समुद्दर पार किहेन। ओनके दाँई अउ बाईर् कइँती पानी दिवारे क नाईर् ठाड़ रहा। 23 तबहिं फिरौन क सब रथन अउ घोड़सवार समुद्दर मँ ओनका पीछा किहेस। 24 बहोतइ भिन्सारे यहोवा लम्बा बादर अउ आगी क खम्भा मँ स मिस्र क फउज क लखेस। अउर यहोवा ओन प हमला कइ दिहस अउ ओन पचन्क हराइ दिहस। 25 रथे क पहिया भुइयाँ मँ घुसुर गएन। रथ क सम्भारब मुस्किल होइ गवा। मिस्री मनइयन चिचियानेन, “हम पचे हिआँ स निकरि चली। यहोवा हम पचन्क खिलाफ जूझत अहइँ। यहोवा इस्राएलियन बरे लड़त बाटेन।” 26 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “आपन हाथ क समुद्दर प उठावा। फिन समुद्दर क पानी मिस्री रथन अउ घोड़सवारन प गिरी अउर उ पचन्क बोरि देइ।” 27 ऍह बरे दिन निकरइ स ठीक पहिले मूसा आपन हाथ समुद्दर प उठाएस अउ पानी आपन ठीक तह प वापिस चला गवा। मिस्री मनइयन पराइ क जतन करत रहेन। मुला यहोवा मिस्री मनइयन क समुद्दर मँ बहाइके बोर दिहस। 28 पानी आपन ठीक तह ताईर् लौटि आवा अउ रथन अउ घोड़सवारन क ओढ़ लिहस। फिरौन क समूचइ फउज जउन इस्राएलियन मनइयन क पाछा करत रहिन, बूड़िके नसाय गइन। ओनमाँ स कउनो नाहीं जिअत रहा। 29 मुला इस्राएल क मनइयन झुरान भुइयाँ प चलिके समुद्दर पार किहेन। ओनके दाहिन अउ बाएँ कइँती पानी दिवारे क नाईर् ठाड़ रहा। 30 ऍह बरे उ दिना यहोवा इस्राएल क मनइयन क मिस्री मनइयन स बचाइ लिहस। बाद मँ इस्राएलियन मिस्री मनइयन क ल्हासे क लाल सागर क किनारे निहारेन 31 इस्राएलियन यहोवा क बड़की सक्ती क लखेन जब उ मिस्री मनइयन क हराइ दिहन। ऍह बरे लोगन यहोवा क मान किहेन। अउर उ पचे यहोवा अउ ओनके सेवक मूसा प पतियानेन।

15:1 तब मूसा अउ इस्राएल क मनइयन यहोवा बरे इ गीत गावइ लागेन:“मइँ यहोवा बरे गीत गाउब काहेकि उ बड़का कारनामा किहेस ह। उ घोड़ा अउ सवारन क सगरे मँ बहाइ दिहेस ह। 2 यहोवा ही मोर सक्ती अहइ। उ मोका बचावत ह अउर मइँ गावत हउँ गीत ओनकी बड़कई क।मोर परमेस्सर यहोवा अहइ अउ मइँ ओनकइ बड़कई करत हउँ। यहोवा मोरे पुरखन क परमेस्सर अहइ अउर मइँ ओनकइ मान करत हउँ। 3 यहोवा बड़का जोधा अहइ ओकर नाउँ यहोवा अहइ। 4 यहोवा फिरौन क रथ अउ फउजिअन क सगरे मँ बहाइ दिहस। फिरौन क उत्तिम अफसरन लाल सगरे मँ बूड़ि गएन। 5 गहिर पानी ओनका ढाँकि लिहस। उ पचे चट्टाने क नाईर् गहिर पानी मँ डूबेन। 6 आप क दाहिन बाँह गजब क सक्ती स भरी अहइ। यहोवा आप क दाहिन बाँह दुस्मनन क छिटकाइ बिटकाइ दिहस। 7 आप आपन सक्ती अउ बड़की परताप म नसाइ दिहा ओन पचेन क जउन खिलाफ खड़ा होइ गएन। आपक किरोध ओनका उ तरह नास कइ दिहस जइसे आगी तिनका क बारि डावत ह। 8 आप आपन किरोध मँ जउन तेज हवा क चलाया उ जले क उँचके उछारि दिहेस। उ जोर स बहत पानी पोढ़ दिवार बनि गवा। समुद्दर आपन गहिर स गहिर तले तक ठोस होइ गवा। 9 “दुस्मन कहेस, ‘मइँ ओनका खदेरब अउ धइ लेब। मइँ ओनकइ धन दौलत लइ लेब। मइँ आपन तरवारि क भांजब अउ ओनकइ हर एक चीज छीन लेब। मइँ आपन खातिर सब कछू लइ लेब।’ 10 मुला आप ओनपइ फूँकि दिहन अउ सगरे स ओन पचन्क ढाँकि दिहा उ पचे गहिर सागर मँ सीसा क नाईर् बूड़ि गएन। 11 “का कउनो देवता यहोवा क समान अहइ? नाहीं, आप क बराबरी क कउनो देवता नाहीं, तू आपन पवित्तर होइ मँ अजूबा अहा तोहरे मँ अचरजवाली सक्ती बाटइ आप अजूबा चमत्कार करत हीं। 12 आप आपन दाहिन हाथ क पसारेस अउर धरती ओनका निगल लिहेस। 13 आप मेहरबानी कइके लोगन क लइ चलइँ जेका आप बचाइन ह। आप आपन सक्ती स इन लोगन क आपन पवित्तर अउ सुहावना भुइँया मँ लइ जाइँ। 14 “दूसर देस जब इ कथा क सुनिहीं अउर उ सबइ डेराइ जइहीं। पलिस्तीन क मनई डर स कँपिहीं। 15 तबहिं एदोम क नेतन डर स कँपिहीं मोआब क नेतन डर स कँपिहीं, कनान क मनई आपन हिम्मत छोड़ि देइहीं। 16 ओनमाँ डर समाइ जाइ जबहिं उ पचे तोहार सक्ती देखिहीं। इ सबइ चट्टाने क नाईर् सान्त रइहीं जब तलक यहोवा क लोग निकरि न जाइँ, जब तलक उ लोग निकरि न जाइँ जेका आप बनाइन ह। 17 यहोवा तू आपन पहाड़े ताईर् आपन लोगन क लइ जा। ओनका उ जगहिया मँ रहइ द्या जेका तू आपन सिंहासन बरे बनाएस ह, तोहार आपन यहोवा क मन्दिर क बगलमँ, जेका तू आपन हथवा स बनाएस ह। 18 यहोवा हमेसा हमेसा राज्ज करत रइहीं।” 19 हाँ इ फुरे अइसा भवा। फिरौन क घोड़ा, सवार अउ रथ समुद्दर मँ चला गएन। यहोवा ओनके ऊपर समुद्दर क पानी लइ आइ दिहस। मुला इस्राएल क मनइयन झुरान धरती प चलिके समुद्दर पार कइ लिहन। 20 तब्बइ हारून क बहिन नबिया मिरियम एक ठु ढपली लिहस। मिरियम अउ दूसर मेहररूअन नाचइ गावइ लागीं। मिरियम क गवनिया क बोल रहा: 21 “यहोवा बरे गावा। काहेकी उ बड़वार काम किहेस ह। उठाइके बहाइ दिहस घोड़ा अउ सवारे क सगरे क बीच मँ” 22 मूसा इस्राएल क मनइयन क लाल सागर स सूर रेगिस्तान लइ जात रहा। लोग तीन दिना तलक रेगिस्तान मँ जात्रा करत रहेन। उ पचे तनिकउ पानी नाहीं पाइ सकेन। 23 तीन दिना क पाछे मनइयन मारा आएन। मारा मँ पानी रहा। पानी ऍतना करूआ रहा कि लोग पिउ नाहीं सकत रहेन। (इहइ कारण रहा कि ठउरे क नाउँ मारा पड़ि गवा।) 24 मनइयन मूसा क ओराहना दिहन। मनइयन कहि बइठेन, “अब हम पचे का पिई?” 25 मूसा यहोवा क दोहाई दिहस। ऍह बरे यहोवा ओका एक बृच्छ देखाएस। मूसा बृच्छे क पानी मँ नाएस। जब उ अइसा किहस, पानी बढ़िया पिअइ क जोग्ग होइ गवा।उ ठउरे प यहोवा लोगन क परखेन अउ ओनका एक नेमॅ दिहन। यहोवा लोगन क बिस्सास क भी जाँच किहस। 26 यहोवा कहेस, “तू पचन्क आपन परमेस्सर यहोवा क हुकुम जरूर मानइ चाही। तू सबन्क उहइ करइ चाही जेकॉ उ नीक कहत हीं। जदि तू पचे यहोवा क हुकुम अउ नेमॅ क मनब्या तउ तू पचे मिस्री मनइयन क नाईर् बेमार जिन होब्या। मइँ तोहार यहोवा तू पचन्क कउनो अइसी बेरामी नाहीं देब जइसे मइँ मिस्री मनइयन क दीन्ह ह। मइँ यहोवा हउँ, मइँ उहइ हउँ जउन तोहका बेमारी स नीक बनवत हउँ।” 27 तबहिं लोगन एलिम तलक क जात्रा किहेन। एलीम मँ पानी क बारह झरना रहेन अउ हुवाँ सत्तर खजूरे क पेड़ रहेन। ऍह बरे लोगन हुवाँ पानी क नगिचे डेरा डाइ लिहेन।

16:1 तबहिं लोगन एलीम स चलेन अउ सीनै रेगिस्तान मँ पहुँचि गएन। इ ठउर एलीम अउ सीनै क बीच रहा। उ पचे इ ठउर प दुसरे महीना क पद्रहवाँ दिन मिस्र छोड़ दिहे क पाछे पहुँचेन। 2 तब इस्राएल क मनइयन फिन ओरहना देब सुरू किहेन। उ सबइ मूसा अउ हारून स रेगिस्तान मँ ओराहना दिहेन। 3 मनइयन मूसा अउ हारून स कहेन, “इ हमरे बरे नीक होतेन कि यहोवा हम पचन्क मिस्र मँ मारि डाए होत। मिस्र मँ हम पचन्क लगे खइया क बहोत रहा। हम पचन क लगे उ सब खइया क रहा जेकर हमका जरूरत रही। मुला अब तू हम सबन्क रेगिस्तान मँ लइ आया ह। हम सब हिआँ भुखिया स मरि जाब।” 4 तब यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ अकासे स खइया क गिराउब। इ भोजन तोहरे बरे खाइ क होइ। हर एक दिन लोग बाहेर जाइँ अउ उ दिन खाइ क जरूरत बरे भोजन बटोरि लेइँ। मइँ ऍह बरे करब कि मइँ लखिहउँ कि का लोग उहइ करिहीं जउन मइँ करइ क कहब। 5 हर एक दिन लोग बरे ढेर क खइया क बटोरि लेइँ। मुला सुकुरवार क जब खइया तइयार करइ लागइँ तउ लखइँ कि उ पचे दुइ दिन क भोजन रखि लेइँ। 6 ऍह बरे मूसा अउ हारून इस्राएल क मनइयन स कहेन, “आज ही रात तू पचे यहोवा क सक्ती लखब्या। तू पचे जानब्या कि इ उहइ यहोवा अहइ जउन तू पचन्क मिस्र देस स बचाइके बाहेर निकारेस। 7 भिन्सारे तू पचे यहोवा क महिमा निहरब्या। तू पचे यहोवा स सिकाइत किहा ह। उ तोहार बात सुनेस ह। तू पचे हम सबन्क ओराहना देत अहा। इ होइ सकत ह कि हम पचे अब कछू अराम कइ सकित ह।” 8 अउर मूसा कहेस, “तू पचे सिकाइत किहा ह अउर यहोवा तू पचन्क सिकाइत सुनि लिहेन ह। ऍह बरे रात क यहोवा तू पचन्क गोस देइहीं। अउ हर भिन्सारे तू पचे उ सारा रोटी पउब्या, जेका तोहका जरूरत बा। तू पचे मोसे अउ हारून स ओराहना करत रहत बाट्या। मुला अब हम पचे तनिक अराम करब। याद राखा तू पचे मोरे अउ हारून क खिलाफ सिकाइत नाहीं करत बाट्या। तू पचे यहोवा क खिलाफ सिकायत करत बाट्या।” 9 तबहिं मूसा हारून स कहेस, “इसाएल क मनइयन क बोलावा अउ ओनसे कहा, ‘यहोवा क समन्वा जमा होइ जा काहेकि उ तोहार ओराहना सुनेस ह।’“ 10 हारून इस्राएल क सबहीं मनइयन स बात किहेस। उ पचे एक ठउरे प जमा भइ रहेन। जबहिं हारून बतियात रहा तबहिं लोग घूमि गएन अउ रेगिस्ताने कइँती लखेन। अउर उ पचे यहोवा क महिमा क मँ बदरे मँ परगट होत निहारेन। 11 यहोवा मूसा स कहेस, 12 “मइँ इस्राएल क मनइयन क ओराहना सुनेउँ ह। ऍह बरे ओनसे मोर बतियन क कहि द्या, ‘आजु गउ धूरि मँ तू पचे गोस खाब्या। अउ भियान भोर होत ही तू पचे पेटवा भरिके रोटी खाब्या। तबहिं तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर हउँ।”‘ 13 उ रात बटेर चिरइया डेरा क चारिहुँ कइँती आइ गइन। बटेरन डेरा क ठाँक लिहस। भोर मँ डेरा क नगिचे ओस गिरी रही। 14 सूरज क निकरि आए प ओस टेघॅरत रही। मुला पाला क तहे क नाईं भुइयाँ प कछू रहि जात रहा। 15 इस्राएल क मनइयन एका लखेन अउ आपुस मँ करइ लागेन, “इ का बा?”उ पचे इ सवाल ऍह बरे पूछेन कि उ पचे इ नाहीं जानत रहेन इ कउन चीजि अहइ। ऍह बरे मूसा ओनसे कहेस, “इ खइया क अहइ जेका यहोवा तोहका खाइके देत अहइँ। 16 यहोवा कहत अहइँ, ‘हर व्यक्ति ओतॅना बटोरइ जेतना ओका जरूरत होइ। तू लोगन मँ स आपन परिवारे क हर एक सदस्य क खातिर एक ओमेर बटोरि लेइ।’“ 17 तउ इस्राएल क मनइयन अइसा ही किहेन। हर मनई खइया क बटोरेस। कछू मिला दूसर मनइयन स जिआदा बटोरि लिहन। 18 उ मनइयन आपन आपन परिवारे क खइया क दिहन। जब खइया क नाप जोख भवा तउ हर मनई बरे हमेसा ढेर क रहा, मुला कबहूँ भी जरूरत स जिआदा नाहीं भवा। हम मनई ठीक अपने खातिर अउ आपन परिवारे बरे ढेर क बटोरेस। 19 मूसा ओन पचेन स कहेस, “अगवा दिन बरे खइया क जिन बचावा।” 20 मुला कछू लोग मूसा क बतिया नाहीं मानेन। कछू लोग आपन खइया क बचाइ लिहन जेका उ सबे अगवा दिन खाइ सकेन। मुला जउन खइया क बचाइ लिहन ओहमाँ किरवा पड़ि गएन अउर उ बसाइ होइ गएन। मूसा उ लोगन प कोहाइ गएन जउन इ किहे रहेन। 21 हर भिन्सारे लोगन खइया क बटोरत रहेन। हर मनई ओतॅना ही बटोरत रहा जेतॅना उ खाइ सकत रहा। किन्तु जब धुपिया तेज होत रही तउ खइया गलि जात रहा। 22 सुकुरवारे क मनइयन दुगुना खइया क बटेरेन। उ पचे दुई ओमेर हर मनई बरे बटोरेन। ऍह बरे लोगन क मुखिया आएन अउर उ सबइ इ बात मूसा स कहेन। 23 मूसा ओनसे कहेस, “इ वइसेन भवा जइसा यहोवा कहे रहेन। काहेकि भियान यहोवा क परम अराम क पवित्तर दिन परमेस्सर क मान देइ बरे अहइ। तू पचे आजु बरे जेतॅना खइया क तोहका चाही तू बनइ सकत ह। मुला बाकी खइया क काल्ह भियान बरे भी बचावा।” 24 ऍह बरे लोगन अगवा दिन बरे बाकी खइया क बचाइ लिहन। अउर कउनो खइया किरवा पड़ि क खराब नाहीं भवा। अउर ओहमाँ स बसाइ भी नाहीं आवत रहा। 25 सनीचरे क मूसा मनइयन स कहेस, “जउन कछू तू बिते क दिन मँ बटोरा रहेन तोहका उहइ आज खाइ चाही। आज आराम का दिन सबत यहोवा क सम्मान दइ बरे अहइ। आज खेत मँ खइया पाइ नाहीं चाहीं। 26 तू पचन क हफ्ता क छ: दिना मँ ही खइया बटोर इ चाही। मुला सतवाँ दिन अराम क दिन अहइ ऍह बरे भुइयाँ प कउनो खास खइया नाहीं होइ।” 27 सनीचरे क कछू मिला तनिक खइया बटोरइ बरे गएन, मुला उ पचे हुवाँ रचिकउ खइया क नाहीं पाइ सकेन। 28 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “तोहार लोग मोर आदेसन अउर उपदेसन क मानइ स कबहुँ तलक इनकार करत रहब। 29 लखा यहोवा सबत क दिन तोहरे अराम खातिर बनएस ह। ऍह बरे सुकुरवार क यहोवा दुइ दिना बरे ढेर क खइया के तोहका देइहीं। ऍह बरे सबत क दिना क हर कउनो क अराम करइ चाही। तू आपन जगह प रूकि रहा कउनो जगह बाहर नाहीं जा।” 30 ऍह बरे लोग सबत क दिन अराम किहेन। 31 इस्राएली लोग इ खास खइया क “मन्ना” कहब सुरू दिहेन। मन्ना नान्हक उज्जर धनिया क बिआ क नाईर् रहा अउ एकर स्वाद सहद स बनवा पपड़े क तरह रहा। 32 तबहिं मूसा कहेस, “यहोवा हुकुम दिहेस ह: ‘इ खइया क एक ओमेर अपने सन्तानन बरे बचावा। तब्बइ उ पचे खइया क लखि सकिहीं जेका मइँ तू पचन क रेगिस्ताने मँ तबहिं दिहे रहेउँ जबहिं मइँ तू पचन क मिस्र स निकारे रहेउँ।’“ 33 ऍह बरे मूसा हारून स कहेस, “एक घँड़ा लइ आवा अउ एका एक ओमेर मन्ना स भरि द्या। अउ इ मन्ना क भरि के यहोवा क अगवा धइ द्या अउ आपन सन्तानन बरे बचावा।” 34 (यहोवा क हुकुम क अनुसार हारून मन्ना क काँड़ा क सुरच्छा बरे करार क समन्वा धरेस।) 35 इस्राएल क लोगन चालीस बरिस तलक मन्ना खाएन। उ पचे मन्ना तब तलक मन्ना खात रहेन जब तलक उ पचे उ भुइँया मँ नाहीं आइ गएन जाँ ओनका बसइ क रहा। उ पचे ओका तब तलक खात रहेन जब ताईं उ पचे कनान देस क चौहद्दी तक नाहीं पहुँचेन। 36 (उ पचे मन्ना क नापइ बरे जउन तउल क बइपरत रहेन, उ आँमर रहा जउन लगभग एक ओमेर क बराबर रहा।)

17:1 इस्राएल क सबहिं मनइयन मिस्र क सीन रेगिस्तान स साथ-साथ जात्रा किहन। उ पचे जइसा यहोवा हुकुम देत रहेन वइसा एक ठउर स दूसर ठउरे ताईर् जात्रा करत रहेन। मनइयन रपीदीम क जात्रा किहेन अउ हुवँइ डेरा डाएन। हुवाँ ओनका पिअइ बरे पानी न रहा। 2 ऍह बरे उ पचे मूसा क खिलाफ होइ गएन अउ ओसे तहत्तुक करइ लागेन। उ पचे माँगेन, “हमका पिअइ क पानी द्या।”मुला मूसा ओनसे कहेस, “तू पचे मोरे खिलाफ काहे होत बाट्या? तू पचे यहोवा क परीच्छा काहे लेत बाट्या?” 3 मुला लोग पिआसा रहेन अउ पानी चाहत रहेन। ऍह बरे उ पचे मूसा स ओराहना बार बार करत रहेन। लोग कहेन, “हम पचन क मिस्र स बाहेर काहे लइ आया? का तू हमका ऍह बरे लइ आया ह कि हम हमार गदेलन अउ गोरूअन बे पानी क मरि जाइँ?” 4 ऍह बरे मूसा यहोवा क गोहार लगाएस, “मइँ इन लोगन बरे का करउँ? इ पचे मोका मार डावइ क तइयार अहइँ?” 5 यहोवा मूसा स कहेस, “लोगन क लगे जा। अउ इस्राएल क कछू नेतन क आपन संग मँ लइ ल्या। आपन छड़ी क आपन साथे लइ जा। इ उहइ लाठी अहइ जेका तू तबहिं बइपरे रह्या जबहि नील नदी प एका पटके रह्या। 6 मइँ तोहरे अगवा होरेब अर्थात् सीनै पर्वत प एक चट्टाने प ठाड़ रहब। लाठी क चट्टाने प पटका अउ एहसे पानी बाहेर आइ जाइ। तबहिं लोग पी सकत हीं।”मूसा उहइ किहेस अउ इस्राएल क नेतेन लखेन। 7 मूसा इ ठउरे क नाउँ मरीवा अउ मस्सा रखेस काहेकि इ उहइ जगहिया अहइ जहाँ इस्राएल क मनइयन ओनके खिलाफ होइ गएन अउ यहोवा क परीच्छा लिहेन इ कहत भवा, “का यहोवा हम लोगन का संग अहइ या नाहीं?” 8 अमालेकी लोगन रपीदीम आएन अउ इस्राएल क लोगन क खिलाफ लड़ेन। 9 ऍह बरे मूसा यहोसू स कहेस, “कछू मनइयन क चुना अउ भियान अमालेकियन स जाइ के लड़ा। मइँ पर्वते क चोटी प ठाड़ होइके तू पचन क निहारब। मइँ परमेस्सर क छड़ी क धरे रहब जउन उ मोका दिहन ह।” 10 यहोसू मूसा क हुकुम मानेस अउ भियान भए प अमालेकियन स लड़इ गवा। उ टेमॅ प मूसा, हारून अउ हुर पहाड़े क चोटी प गएन। 11 जब कबहूँ मूसा आपन हथवा क हवा मँ उठावत तउ इस्राएल क मनइयन जुद्ध जीत जातेन। मुला जबहिं मूसा आपन हथवा क नीचे कइँती करेस तउ इस्राएल क मनइयन हारइ लागेन। 12 कछू समइया क पाछे मूसा क बाँह थक गइन। उ पचे मूसा क जतन क आसान करइ बरे एक ठू रास्ता निकारेन जब उ आपन बाँँँह ऊपर उठाइके राखे रहा। ऍह बरे उ पचे एक बड़की चट्टाने मूसा क तरखाले बइठइ बरे धरेन। हारून अउ हुर मूसा क बाँही क हवा मँ धरे राखेन। हारून मूसा क एक कइँती रहा अउर हूर दुसरी कइँती। उ पचे ओकरे हथवा क ऊपर सूरज डूबई तलक धरे रहेन। 13 ऍह बरे यहोसू अउ ओकर फउजी सिपाही अमालेकियन क जुद्ध मँ हराइ दिहन। 14 तब यहोवा मूसा स कहेस, “इ जुद्ध क बारे मँ लिखा। इ जुद्ध क घटना क एक ठु किताबे मँ लिखा। ताकि लोग याद करइँ कि हिआँ का भवा ह। अउर यहोसू क यकीन दिला कि मइँ अमालेकियन क संसार स समूचइ नास कइ देब।” 15 तबहिं मूसा एक ठु वेदी बनएस। मूसा वेदी क नाउँ, “यहोवा मोर झण्डा बा” धरेस। 16 मूसा कहेस, “मइँ यहोवा क सिंहासने कइँती आपन हाथ फइलावा ह। ऍह बरे यहोवा अमालेकि मनइयन स लड़ा ह, जइसा उ हमेसा किहेस ह।”

18:1 मूसा क ससुर यित्रो मिदियन मँ याजक रहा। यहोवा मूसा अउ इस्राएल क मनइयन क अनेक तरह स जउन मदद किहे रहा ओकरे बारे मँ यित्रो सुनेस। यित्रो इस्राएल क मनइयन क यहोवा क जरिए बाहेर लइ जाइ क बारे मँ सुने रहा। 2 ऍह बरे यित्रो मूसा क लगे उ समइ गवा, जब उ परमेस्सर क पर्वत क नगिचे डेरा डाए रहा। उ मूसा क पत्नी बसही सिप्पोरा क आपन संग लइ आवा। सिप्पोरा मूसा क संग नाहीं रही काहेकी मूसा ओका आपन बाप क घरे मँ पठए रहा। 3 यित्रो मूसा क दुइनउँ बेटवन क भी आपन संग लइ आवा। पहिलौटी बेटहना क नाउँ गेसोर्न राखे रहा, काहेकि जब उ पइदा भवा, मूसा कहेस, “मइँ बिदेस मँ अजनबी हउँ।” 4 दुसरे बेटहना क नाउँ एलिएजेर राखेस काहेकि जब उ पइदा भवा तउ मूसा कहेस, “मोरे बाप क परमेस्सर मोर मदद किहेस ह अउ मिस्र क राजा क तरवार स मोका बचाएस ह।” 5 ऍह बरे यित्रो मूसा क लगे तब गवा जब उ परमेस्सर क पर्वत सीनै पर्वते क निअरे रेगिस्ताने मँ डेरा डाए रहा। मूसा क मेहरारू अउ ओकर दुइ बेटवा यित्रो क लगे रहेन। 6 यित्रो मूसा क सँदेसा पठएस। यित्रो कहेस, “मइँ तोहार ससुर यित्रो अहउँ। अउर मइँ तोहार मेहरारू अउ ओकरे दुइनउँ बेटवन क तोहरे लगे लइ आवत हउँ।” 7 ऍह बरे अपने ससुर स मिलइ गवा। मूसा ओकरे समन्वा निहुरा अउ ओका चूमेस। दुइनउँ मनइयन एक दुसरे स हाल चाल पूछेन। तब उ पचे खेमा मँ गएन। 8 मूसा आपन ससुर यित्रो क हर बात बताएस जउन यहोवा इस्राएल क मनइयन बरे किहे रहा। मूसा ओन सारी चीजन क बारे मँ बताएस जउन यहोवा फिरौन अउर मिस्र क लोगन क खिलाफ किहे रहा। अउर मूसा आपन ससुर क बताइ दिहस कि कउने तरह यहोवा इस्राएलियन क बचाएस जब उ पचे कस्ट मँ रहेन। 9 यित्रो उ समइया बहोत खुस भवा जब उ यहोवा क जरिए इस्राएल क मनइयन बरे सबहिं नीक बातन क सुनेस। यित्रो ऍह बरे खुस रहा कि यहोवा इस्राएल क मनइयन क मिस्री मनइयन स अजाद कइ दिहेस। 10 यित्रो कहेस:“यहोवा क गुन गावा! उ तोहका मिस्र क मनइयन क अजाद कराएस। यहोवा तू पचन क फिरौन स बचाएस ह। 11 अब मइँ जानत हउँ कि यहोवा सबहिं देवतन स बड़वार अहइ। उ पचे बिचारेन उ सबइ नियन्तरण मँ अहइँ मुला निहारा यहोवा का किहेस ह।” 12 तबहिं यित्रो होम बलि अउर दूसर बलि परमेस्सर क मान दइ बरे भेंट किहस। तबहिं हारून अउ इस्राएल क सबहिं नेतन परमेस्सर क समन्वा मूसा क ससुर यित्रो क संग खइया क खाएस। 13 दुसरे दिना मूसा लोगन क परखइ बरे बइठा। हुँवा लोगन क गिनती जियादा रही। इ कारण लोगन मूसा क समन्वा दिन भइ ठाड़ रहेन। 14 यित्रो मूसा क लोगन क परखते भए लखेस। उ पूछेस, “तू इ काहे करत बाट्या? का सिरिफ तू ही एक कानून क निआवधीस अहा? अउर मनइयन सिरिफ तोहरे लगे ही सारे दिन भइ काहे आवत हीं?” 15 तबहिं मूसा आपन ससुर स कहेस, “मनइयन मोरे लगे आवत हीं अउर आपन समस्या क बारे मँ मोसे यहोवा क निर्णय क बारे मँ पूछत हीं। 16 जदि ओन पचन मँ कउनो वाद-विवाद होत ह तउ उ पचे मोरे लगे आवत हीं। मइँ निर्णय देत हउँ कि कउन निआव प अहइ। इ तरह मइँ यहोवा क नेमन अउ ओकरे उपदेसन क बारे मँ मनइयन क बतावत हउँ।” 17 मुला मूसा क ससुर ओसे कहेस, “इ नीक तरीका काम करइ क नाहीं अहइ। 18 तोहरे अकेल्ले बरे इ काम बहोत जिआदा अहइ। एहसे तू थक जात ह अउर इ सबइ लोग भी थक जात ही। तू इ काम क खुद नाहीं कइ सकत्या। 19 अब मोरउ सुना। मइँ तोहका कछू सुझाव देत हउँ। मइँ तोहका बताउब कि तोहका का करइ चाही।मोर पराथना बा कि परमेस्सर तोहार साथ देइ हीं। तोहका लोगन क वाद-विवाद सुनब जारी रखइ चाही। तोहका इ तहत्तुकन अउ समस्या क परमेस्सर क समन्वा रखइ चाही। 20 तोहका परमेस्सर क नेमन अउ विधि का उपदेसन लोगन क देइ चाही। लोगन क चिताउनी द्या कि उ पचे परमेस्सर क नेम न तोड़इँ। लोगन क जानकार बना उ पचन्क कइसे जिअइ चाही। ओनका बतावा कि उ पचे का करइँ। 21 मुला तोहका लोगन मँ स कछू क जज अउ नेता क चुनइ चाही।“उ नीक मनइयन क चुना जेहँ प तू पतिआत ह। उ मनइयन जउन यहोवा क मान करत हीं। उ मनइयन क चुना जउन धने खातिर आपन फइसला न बदल देइँ। इन चुने मनइयन क लोगन क प्रधान बनवा। एक हजार मनइयन, एक सौ मनइयन, पचास मनइयन, अउर दस मनइयन प भी एक प्रधान होइ क चाही। 22 इन ही सासक लोगन्क क मनइयन क निआव करइ द्या। अगर जिआदा कउनो गंभीर मामला होइ तउ प्रधान लोग तोहरे लगे आइ सकत हीं। अउ उ पचे दूसर मुकदमा क फैसला खुद कइ सकत हीं। इ तरह उ पचे तोहरे काम मँ मदद करिहीं अउ इ तोहरे बरे जिआदा सहल होइ जाइ। 23 जदि तू परमेस्सर क इच्छा स अइसा करत ह तबहिं तू आपन काम करइ बरे जोग्ग रहब्या। अउ ऍकरे संग संग सब मनइयन आपन समस्या क पूरी होइ जाए स संात होइके घरवा जाइ सकिहीं।” 24 ऍह बरे मूसा उहइ किहेस जइसा यित्रो कहे रहा। 25 मूसा इस्राएल क मनइयन मँ स नीक मनइयन क चुनेस। मूसा ओन मिला क मनइयन क अगुवा बनएस। हुवाँ एक हजार मनइयन, एक सौ मनइयन, पचास मनइयन, अउर दस मनइयन भी प्रधान रहेन। 26 इ प्रधान मनइयन क जज रहेन। मनइयन आपन आपन समस्या क एनके लगे हमेसा लइ आवत रहेन। अउर मूसा क सिरिफ गंभीर मामला निपटावइ क पड़त रहा। 27 तनिक समइया पाछे मूसा आपन ससुर यित्रो क बिदा किहेस अउ यित्रो अपने घरे लौटि गवा।

19:1 मिस्र स आपन जात्रा करइ क तीसरे महीना मँ इस्राएल क मनइयन सीनै रेगिस्तान मँ पहुँचेन। 2 उ पचे रपीदीन स चलिके सीनै रेगिस्तान मँ आएन। इस्राएल क मनइयन रेगिस्ताने मँ पर्वत क नगिचे डेरा डाएन। 3 तबहिं मूसा पहाड़े प परमेस्सर क लगे गवा। यहोवा ओसे पर्वत प कहेस, “इ बातन क इस्राएल क मनइयन यानी याकूब क बड़का परिवार स कहा। 4 ‘तू पचे निहार्या ह कि मइँ आपन दुस्मनन क का कइ सकत हउँ। तू पचे लख्या ह कि मइँ मिस्र क मनइयन क संग का किहेउँ ह अउ इस्राएल क लोगन क संग का किहेउँ ह। तू सबइ देख्या ह कि मइँ तू सबन्क मिस्र स बाहेर एक उकाब क नाईर् निकारा ह अउर हिआं आपन निचके लइ आवा ह। 5 ऍह बरे जदि तू मोरे कथन का माना अउर मोरे आदेसन क पालन करा तउ तू पचे मोरे खास लोग होब्या। समूचइ धरती मोर अहइ। मुला मइँ तोहका आपन खास लोग चुनत अहउँ। 6 तू पचे मोरे एक खास रास्ट्र-याजक क समराज होब्या।’ मूसा, जउन बतियन क मइँ तोहका बताएउँ ह ओनका इस्राएल क मनइयन क जरूर कहि दिहा।” 7 ऍह बरे मूसा पहाड़े स तरखाले उतरा अउ लोगन क सासकन क बोलाएस। मूसा लोगन क सासकन स इ कहेस जउन कहइ क यहोवा ओका हुकुम दिहे रहेन। 8 फुन सबहिं लोग उहइ समइ एक साथ बोलेन, “हम पचे यहोवा क हर आदेसन क मानब जउन यहोवा कहत ह।”तबहिं मूसा यहोवा क लगे पहाड़े प लौटि आवा। मूसा परमेस्सर स कहेस कि मनइयन ओनके हुकुम क पालन करिहीं। 9 अउर यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ घनघोर घटा मँ तोहरे लगे आउब। मइँ तोहसे बात करब। सबइ लोग मोका तोहसे बात करत सुनिहीं। मइँ इ ऍह बरे करब जेहसे लोग ओन बातन मँ सदा पतियइहीं जउन तू ओनसे कहत अहा।”तब मूसा यहोवा क उ सब बातन क बताएस जउन लोगन ओसे कहेन। 10 यहोवा मूसा स कहेस, “आज अउ भियान तू लोगन क खास सभा बरे जरूर तइयार करा। लोगन क आपन ओढ़ना धोइ लेइ चाही। 11 अउ तीसरे दिन मोरे बरे तइयार रहइ चाही। तीसरे दिना यहोवा सीनै पहाड़े प आइ, अउर सबहीं लोग यहोवा क निहरिहीं। 12 मुला लोगन स तू जरूर कहि दिहा कि उ पचे पहाड़े स दूर ठहरइँ। एक ठु रेखा खइँच द्या अउ ओनका उ रेखा क पार न होइ द्या। जदि कउनो मनई या गोरू पहाड़े क छुइ तउ ओका जरूर मारि दीन्ह चाही। ओका पथरे या तीर स जरूर मारि डावा जाइ। मुला कउनो क ओका छुअइ नाहीं दीन्ह जाइ। लोगन क बिगुल स लम्बी आवाज निकलइ तलक जोहइ क पड़ी। उहइ समइया ओनका पहाड़े प जाइ दीन्ह जाइ।” 13 14 तउ मूसा पहाड़े स खाले उतरि आवा। उ लोगन क नगिचे गवा अउर ओनका खास बइठक बरे तइयार किहेस। मनइयन आपन ओढ़ना धोएन। 15 तब मूसा लोगन स कहेस, “परमेस्सर स मिलइ खातिर तीन दिना मँ तइयार होइ जा। उ टेम तलक कउनो मनई अउरत क संग सोवइ न चाही।” 16 तीसरे दिना क भिन्सारे घनघोर घटा पर्वत प आइ। बिजुरी क कड़कब अउ बदरे क गरजब भवा। इ समइया बिगुल क बाजब ऊँची अवाज मँ भवा। डेरा क सबहिं लोग ससाइ गएन। 17 तब मूसा लोगन क डेरा स बाहेर पहाड़े क तलहटी प परमेस्सर स भेंटइ बरे गवा। 18 सीनै पहाड़ धुआँ स ढँकि गवा। पहाड़े स धुआँ अइसा निकरा जइसे भट्ठी स निकरत होइ। इ ऍह बरे भवा कि यहोवा आगी मँ पहाड़े प उतरेन। अउर साथ ही समूचा पहाड़ थरथर काँपइ लाग। 19 बिगुल क अवाज जोर स जिआदा जोरदार होत गइ। जबहुँ मूसा परमेस्सर स बात किहेस, परमेस्सर बदरे क गरज क नाईं ऊँची अवाज मँ ओका जवाब दिहस। 20 इ तरह यहोवा सीनै पहाड़े प उतरा। तबहिं यहोवा मूसा क आपन लगे पहाड़े क चोटी प आवइ बरे कहेस। ऍह बरे मूसा पहाड़े प चढ़ि गवा। 21 यहोवा मूसा स कहेस, “जा अउर लोगन क चेताउनी दइ द्या कि उ पचे मोका निहारइ बरे मोरे लगे न आवइँ। जदि उ पचे अइसा करिहीं तउ उ पचे मरि जइहीं। अउर इ तरह ढेर लोगन क मउत होइ जाइ। 22 ओन याजकन स भी कहा जउन मोरे लगे आवा चाहत हीं कि उ पचे इ खास मिलन बरे खुद क तइयार करइँ। जदि उ पचे अइसा नाहीं करतेन तउ मइँ ओनका सजा देब।” 23 मूसा यहोवा स कहेस, “मुला लोग पर्वते प नाहीं आइ सकत हीं। आप खुद ही हम का एक रेखा खइँचके पहाड़े क पवित्तर समुझइ अउ ओका पार न करइ बरे मोसे कहे रह्या।” 24 यहोवा ओसे कहेस, “लोगन क लगे जा अउ हारून क लइ आवा। ओका आपन संग वापस लइ आवा। मुला याजकन अउ लोगन क मोरे लगे जिन आवइ द्या। जदि उ पचे भी मोरे जिआदा नगिचे अइहीं तउ मइँ ओनका सजा देब।” 25 ऍह बरे मूसा लोगन क लगे गवा अउ ओनका इ सब बातन बताएस।

20:1 तबहिं परमेस्सर कहेस, 2 “मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा हउँ। मइँ तोहका मिस्र देस स बाहेर लइ आएउँ। मइँ तोहका गुलामी स अजाद करावा। ऍह बरे तोहका सचमुच इन आदेसन क मानइ चाही। 3 “तोहार लगे मोर अलावा अउर कउनो देवतन नाहीं होइ चाही।” 4 “तोहका कउनो भी मूतिर् या कउनो भी चीज क कउनो तस्वीर जिन बनवा जउन ऊपर अकासे मँ या खाले भुइयाँ प या धरती क तरखाले पानी मँ होइ। 5 कउनो भी तरह क मूतिर् क आराधना जिन करा, अउर न ही ओकर सेवा करा। काहेकी मइँ तोहार यहोवा परमेस्सर हउँ। मइँ ईस्यालु परमेस्सर हउँ। जउन मनई मोरे खिलाफ पाप करत ह तउ उ हमार दुस्मन होइ जात ह। मइँ उ मनइयन क सजा देब। अउर मइँ ओनके गदेलन, ओनके नातिन पोतन अउ ओनके पर-नतिन पोतन क भी सजा देब। 6 मुला मइँ ओन लोगन प कृपा करब जउन मोसे पिरेम करिहीं अउ मोरे हुकुमन क मनिहीं। मइँ ओनके परिवारे बरे हजारन पीढ़ी तलक कृपा करब। 7 “तोहरे परमेस्सर यहोवा क नाउँ क बइपरब तोहका गलत ढंग स नाहीं करइ चाही। जदि कउनो मनई यहोवा क नाउँ क प्रयोग गलत ढंग स करत ह तउ उ अपराध करत ह अउ यहोवा ओका बे अपराधे क न मनिहीं। 8 “तोहका सबित क दिन क एक खास दिन क रूप मँ मनावइ क याद रखइ चाही। 9 हफ्ता मँ तू छ दिन तलक काम कइ सकत ह। 10 मुला सातवाँ दिन, सबित क दिन यहोवा तोहरे परमेस्सर क मान देइ बरे अराम क दिन अहइ। ऍह बरे उ दिन कउनो व्यक्ति-तू, तोहार बेटवा अउ बिटिया तोहरे नउकर अउ नउकरानी, गोरू अउर तोहरे सहर मँ रहइवाला बिदेसी क काम न करिहीं चाही। 11 काहेकी यहोवा छ: दिना तलक काम किहेस अउ अकास, धरती, सागर अउ ओनके बरे हर चीज बनएस। अउ सातवाँ दिन यहोवा अराम किहेस। इ तरह यहोवा सबित क दिन क बरदान दिहेस कि ओका अराम क पवित्तर दिन क रूप मँ मनावा जाइ। यहोवा ओका बहोत ही खास दिन बनएस। 12 “आपन बाप अउ महतारी क इज्जत करा। इ करा ताकि तू उ धरती प जउन धरती क परमेस्सर तोहका देत अहइ, लम्बी जिन्नगी बिताइ सका। 13 “तोहका कउनो व्यक्ति क कतल नाहीं करइ चाही। 14 “तोहका जिनाखोरी क पाप न करइ चाही। 15 “तोहका चोरी न करइ चाही। 16 “तोहका आपन पड़ोसी क खिलाफ झूठी गवाही न देइ चाही। 17 “तोहका पड़ोसी क घर हथियावइ क इच्छा न करइ चाही। तू आपन पड़ोसी क मेहरारू, ओकर नउकर अउ नउकरानी, ओकर गोरू अउ ओकरे गदहा क हथियावइ क इच्छा नाहीं करइ क चाही। तोहका दूसर व्यक्ति क चीजन्क लेइ क इच्छा न करइ चाही।” 18 घाटी मँ लोग बदरे क गर्जब अउ पहाड़े प बिजुरी क चमकब निहारेन। उ पचे बिगुल क अवाज सुनेन अउ पहाड़े स धुआँ उठब लखेन। मनइयन डेरानेन अउ भय स काँपि गएन। उ पचे पर्वते स दूर ठाड़ रहेन अउ निहारत रहेन। 19 तब लोगन मूसा स कहेन, “जदि तू हम पचन स कछू कहइ चहब्या तउ हम पचे सुनब। मुला परमेस्सर क हम पचन स बात जिन करइ द्या। जदि इ होइ तउ हम पचे मरि जाब।” 20 तब मूसा लोगन स कहेस, “जिन डेराअ। यहोवा तोहार परिच्छा लइ बरे आएस ह। उ चाहत ह कि तू पचे ओका मान द्या जेहसे तू पचे पाप जिन कइ सका।” 21 लोग उ समइ उठिके पर्वते स दूर चला गएन जबहिं मूसा उ घना बदरे मँ गवा जहाँ यहोवा रहेन। 22 तबहिं यहोवा मूसा स इस्राएलियन क कहइ बरे इ बातन क कहेस: “तू पचे निहार्या ह कि मइँ तोहसे अकास स बात कीन्ह ह। 23 ऍह बरे तू पचे मोरी बराबरी करइ बरे सोना अउ चाँदी क मूतिर् जिन बनवा। तोहका झूठे देवतन क मूतिर्यन न बनवइ चाही। 24 “मोरे बरे एक खास वेदी बनवा। इ वेदी बनवइ बरे मिटी बइपरा। इ वेदी प मोका बलि क रूप मँ होम बलि अउ सान्ति भेंट चढ़ाइ द्या। इ काम बरे आपन भेड़ अउ गोरू क इस्तेमाल करा। ऍका उ सबहिं ठउरे प करा जहाँ मइँ आपन क याद करइ बरे कहउँ। तबहिं मइँ आउब अउ तोहका आर्सीबाद देब। 25 जदि तू लोग वेदि क बनवइ बरे चट्टान क बइपरत ह तउ उ पाथर क न बइपरइँ जउने पाथर क लोह क औजार स काटा गवा ह। जदि तू अइसा करत ह तउ मइँ उ वेदी क अगींकार न करब। 26 तू पचे वेदी प पहुँचइ बरे सीढ़ी जिन बनया। जदि सीढ़ी होइ तउ लोग ऊपर वेदी क लखिहीं तउ उ पचे तोहरे ओढ़ना क नीचे स तोहका निहरिहीं।”

21:1 तब परमेस्सर मूसा स कहेस, “इ सबइ नेम अहइँ जेकॉ तू लोगन क देब्या: 2 “जदि तू एक हिब्रू गुलाम खरीदत ह तउ उ तोहार सेवा सिरिफ छ बरिस करी। छ बरिस बाद उ अजाद होइ अउर ओका आजाद होइ बरे कछू नाहीं देइ क होइ। 3 जदि उ मनई क बियाह तोहरे गुलामी स पहिले नाहीं भवा अहइ, तब जब उ अजाद होइ क टेमॅ मँ अकेले ही चला जाइ। मुला जदि उ तोहार गुलाम होइ स पहिले बियाहा होइ तउ उ आपन पत्नी क आपन संग लइ जाइ। 4 जदि गुलाम बियाहा नाहीं होत तउ ओकर मालिक ओका मेहरारू दियाँइ सकत ह। जदि उ पत्नी, बेटवा अउर बिटिया क जन्मी, तउ उ पत्नी अउर ओकर बेटवा अउ बिटिया ओकर मालिक क होइहीं। आपन सेवा क समइ काटे क पाछे उ गुलाम अजाद कीन्ह जाइ। 5 “मुला इ होइ सकत ह कि गुलाम इ निहचय करइ कि उ आपन मालिक क संग रहइ चाहत ह। तब ओका इ कहइ क पड़ी, ‘मइँ आपन सुआमी स पिरेम करत हउँ। मइँ आपन पत्नी अउर आपन बचवन स पिरेम करत हउँ। मइँ अजाद नाहीं होब। मइँ हिअँइ रहब।’ 6 जदि अइसा होइ तउ गुलाम क सुआमी ओका निआवाधीसनक लगे लिआइ। उ ओका दरवाजा तलक लइ जाइ अउर उ कउनो तेज अउजार स गुलाम क कान छेदी। तब उ दास जिन्नगी भइ मालिक क सेवा करी। 7 “कउनो भी मनई आपन बिटिया क दासी क तरह बेचइ बरे ठान लेत ह। जदि अइसा होत ह तउ ओका अजाद करइ क कानून उ गुलाम मनई क आजाद करइ क कानून स अलग होइ।। 8 जदि गुलाम क मालिक उ मेहरारू स संतुट्ठ न होइ तउ उ ओकरे बाप क बेच सकत ह। मुला जदि दासी क मालिक उ मेहरारू स बीहइ क बचन देइ तउ उ दूसर मनई क बेचइ क हक ओका नाहीं।” 9 जदि दासी क सुआमी उ दासी स आपन बेटवा बीहइ क बचन देइ तउ ओसे दासी जइसा बेवहार नाहीं कीन्ह जाइ। ओकरे साथ बिटिया जइसा बेवहार करइ चाही। 10 “जदि दासी क सुआमी कउनो दूसर मेहरारू स अपने क बियाहत ह तउ ओका चाही कि उ पहली मेहरारू क कमती खइया के अउ ओढ़ना न देइ अउर न ही ओकर बियाहे क हक मँ कमती करइ। अउर ओका चाही कि उ सब चीजन्क बराबर देत रहइ चाही जेका पावइ क हक ओका बियाहे मँ मिला रहा। 11 उ मनई क ई तीन ठु चीज ओकरे बरे करइ चाही। जदि उ करत नाहीं तउ उ मेहरारू अजाद कीन्ह जाइ अउ एकरे बरे ओका कछू भी नाहीं देइ क पड़ी। ओका उ मनई बरे कउनो धने क देनदार न होइ क पड़ी। 12 “अगर कउनो मनई दूसर क मारत ह अउर ओका मारि डावत ह तउ मरवइया भी मारि डावा जाइ। 13 मुला कउनो संजोग होइ जात ह कि कउनो बे पहिले क जोजना बनाए कउनो क मारि डावत ह, तउ अइसा परमेस्सर क मजीर् स ही भवा होइ। मइँ कछू खास ठउरे क चुनब जहाँ मनई सुरच्छा बरे भागिके जाइ सकत हीं। इ तरह उ हत्तियारा भागिके एहमाँ स कउने भी ठउरे प जाइ सकत ह। 14 मुला जदि कउनो मनई कउनो मनई बरे किरोध या घिन धरे क कारण ओका जान बूझ क मारि डावइ क चाल चलत ह तउ उ हत्तियारा क जरूर सजा मिलइ चाही। उ मनई क मोरी वेदी स भी दूर लइ जाइ चाही अउर ओका मारि डावा चाही। 15 “कउनो मनई जउन महतारी बाप क मारइ तउ ओका जरूर मारि डावा जाइ। 16 “अगर कउनो मनई कउनो क गुलाम क तरह बिक्री करइ या आपन गुलाम बनवइ बरे अपहरण करइ तउ ओका जरूर मारि देइ चाही। 17 “कउनो मनई जउन अपने बाप या आपन महतारी क सरापत ह ओका जरूर मारि देइ चाही। 18 “दुइ मनई तहत्तुक करइँ अउ एक दुसरे क पथरे स या मूका स मारि सकत ह। उ मनई क तोहका कइसे सजा देइ चाही। जदि मार खावा मनई मरत नाहीं तउ मरवइया क न मारि डावइ चाही। 19 मुला जदि मार खावा मनई कछू समइ तलक खटिया प पड़ा रहइ तउ मरवइया क ओका हर्जाना देइ चाही। मरवइया ओकरे टेम क बर्बादी क धन स पूरा करइ। उ मनई तबहिं ताईर् ओका हर्जाना देइ जब तलक उ पूरी तरह स चंगा न होइ जाइ। 20 “कबहुँ-कबहुँ मनई आपन दास अउ दासी क पीट देत हीं। जदि पीटे-पाटे क पाछे उ दास मरि जात ह तउ हत्तियारा क जरूर सजा देइ चाही। 21 मुला दास अगर मरत नाहीं अउ कछू दिनाँ पाछे उ नीक होइ जात ह तउ उ मनई क सजा न दीन्ह जाइ। काहेकि दास क मालिक दास बरे धन दिहे रहा अउ उ दास ओकर अहइ। 22 “दुइ मनइ आपस मँ लड़इँ-भिड़इ अउ कउनो गर्भवाली अउरत क धक्का दइ देत हीं। जदि उ मेहरारू अपने लरिका क जन्मत ह, अउर महतारी बुरी तरह घायल नाहीं बा तउ धक्का देवइया क जरूर धन देइ चाही। उ मेहरारू क भतार इ तय करी कि उ मनई केतना धन देइ। जज उ मनई क इ तय करइ मँ मदद देइहीं कि उ धन केतना होइ। 23 जदि अउरत बुरी तरह घायल होइ तउ उ मनई क जउन ओका चोट पहुँचाएस ह जरूर सजा देइ चाही। जदि एक मनइ मारि डावा जात ह तउ हत्तियारा जरूर मारि डावा जाइ। तू एक जिउ क बदले दूसर जिउ लइ चाही। 24 तू आँखी क सन्ती आँखी, दाँत क सन्ती दँात, हाथे क सन्ती हाथ, गोड़ क सन्ती गोड़। 25 जरइ क सन्ती जरावा, खोंचे क सन्ती खोंचा अउ घाउ क सन्ती घाउ होइ। 26 “अगर कउनो मनई गुलाम क आँखी क खोंचइ अउर अगर गुलाम उ आँखी स आँधर होइ जाइ तउ उ गुलाम अजाद कइ दीन्ह जाइ। ओकर आँखी ओकरी अजादी क कीमत अहइ। इ नेम मरद अउ मादा बरे दुइनउँ गुलाम एक ही तरह अहइ। 27 अगर दास क मालिक दास क मुँहना प मारइ अउ दास क कउनो दाँत टूटि जाइ तउ दास अजाद कइ दीन्ह जाइ। दाँस क दँतवा ओकरे अजादी क कीमत अहइ। इ दास अउ दासी दुइनउँ बरे एक तरह अहइ। 28 “अगर कउनो मनई क साँड़ कउनो मेहरारू या मनई क मार देत ह तउ तू पाथर क बइपरा अउ साँड़ क मारि डावा। तू उ साँड़े क खाइ नाहीं चाही। मुला साँड़े क मालिक अपराधी नाहीं बा। 29 मुला जदि साँड़ पहिले स मरकहा अहइ अउ साँड़े क सुआमी क ओराहना दइ दीन्ह गइ अहइ तउ उ सुआमी दोखी अहइ। काहेकि इ साँड़े क बाँधा या बाड़ा मँ बंद कइके नाहीं रखा गवा। तउ जदि साँड़ अनेरे छोरि दीन्ह ग होइ अउ कउनो क जान स मार देत ह। तउ सुआमी दोखी अहइ। तू पचन्क साँड़े क पाथरे स मारि देइ चाही अउर सुआमी क भी हत्तिया कइ देइ चाही। 30 मुला अगर मउत पावइवाला परिवार क मनई कसूरवार मनई स छुड़ौती क धन स्वीकार करत हीं, तउ छुड़ौती क धन निआवधीस क तय करइ चाही अउर साँड़े क मालिक क मारइ न चाही। 31 “इहइ नेम लागू करइ चाही जदि साँड़ कउनो मनई क बेटवा या बिटिया क मारि डावत ह। 32 मुला साँड़ जदि गुलाम क जान स मार देइ तउ साँड़ क मालिक दास क सुआमी क चाँदी क तीस सिक्कादेइ। अउ साँड़ भी पथरे स मारि डावा जाइ। इ नेम दास अउ दासी बरे एक तरह लागू होइ। 33 “जदि कउनो मनई एक खुला गड़हा या कुइयाँ खनइ अउ ओका मूँदइ नाहीं अउर कउनो मनई क जनावर आवइ अउ ओहमा गिरि पड़इ तउ गड़हा क मालिक दोखी बा। 34 गड़हा क मालिक जनावर बरे हर्जाना देइ मुला जनावर क हर्जाना दिए जाए प ओका उ जनावर क ल्हास लेइ दीन्ह जाइ। 35 “जदि कउनो क साँड़ कउनो दूसर मनई क साँड़े क मारि डावइ तउ उ साँड़ क जउन जिअत अहइ ओका बेंचइ दइ चाही। अउ एहसे मिले भए धन क आधा आधा हींसा दुइनउँ मनइयन क मिली। अउ मरे साँड़े का अधियाइ क दुइनउँ क जरूर बाँटि दीन्ह जाइ। 36 मुला उ मनई क साँड़ पहिले कउनो जनावरे क मारे अहइ तउ साँड़े क मालिक आपन साँड़ बरे जिम्मेदार अहइ। जदि ओकर साँड़ दूसर साँड़ क मारि डावत ह तउ उ अपराधी बा काहेकि उ साँड़े क अजाद छोड़ेस। उ मनई साँड़ क बदले साँड़ देइ। उ मरे भए साँड़ हरजाने मँ आपन साँड़ जरूर देइ।

22:1 “तू उ मनई क सजा कइसे देब्या जउन एक बर्धा या भेड़ी क चुरावत ह? जदि उ मनई जनावर क मारि डावइ या बेच डावइ तउ उ ओका लउटाइ तउ सकत नाहीं। ऍह बरे उ चोराए बर्धार्र् क बदले मँ पाँच बर्धा देइ। या एक ठु चोराइ भई भेड़ी क बदले चार भेड़ी देइ। ऍह बरे उ आपन चोरी क अपराध बरे हरजाना भी देइ। 2 जदि उ कंगाल बा, तउ ओका गुलाम क रूप मँ बेचा जाइ। अगर ओकरे लगे चोराइ क भवा जनावर अहइ तू ओका खोजा जात ह तउ उ मालिक क एक ठु जनावर चोरी खातिर दुइ ठु जनावर देइ। एहसे कउनो दरकार नाहीं कि कि उ जनावर गदहा, बर्धा या भेड़ी रही।“अगर कउनो चोर राति सेंध लगावत धइ जात ह अउ ओका कउनो मनई मारि डाएस तउ जउन ओका मारी डाएस उ मरइ क कउनो दोखी न होइ। मुला अगर इ दिन मँ घटि जात ह तउ जउन हत्तियारा क हत्तिया क दोख लागी। 3 4 5 “अगर कउनो मनई आपन खेत या अंगूरे क बगिया मँ आपन जनावरन क धरइ देइ अउर उ जनावर पडोसी क खेत या अंगूरे क बगिया मँ चलि जाइ अउ ओकर अनाज क बरबाद करइ देत ह तउ उ आपन सबत बढ़िया फसिल क आपन पड़ोसी क नोकसान बरे भरइ। 6 “अगर कउनो मनई आपन खेतवा क कँटहरी झाड़ी मँ आगी लगावइ अउ आगी बढ़त बढ़त पड़ोसी क फसिल या पड़ोसी क खेते क दाना क बारि देइ, तउ मनई जउन आगी बारेस ह ओका ओकरे बरे हर्जाना देइ क होइ जउन बारेस ह। 7 “कउनो मनई आपन पड़ोसी स ओकर घरे मँ कछू धन या कछू दूसर चीज धरइ बरे कहइ अउर जदि उ धन या उ सबइ चीजन पड़ोसी क घरे स चोरी चली जाइँ तउ तू का करब्या? तोहका चोरे क पता लगावइ क जतन करइ चाही। जदि तू चोरे क धइ लिहा ह तउ उ चीजे क दाम दुइ गुना देइ। 8 मुला जदि तू चोर क पता न लगाइ सका तब निआवाधीसन तय करिहीं कि उ अपराधी अहइ कि नाहीं। घरे क मलिक क निआवाधीसन क समन्वा जाइ चाही तउ निआवाधीसन तय करइहीं अगर उ आपन पड़ोसी क चिजियन क चुराएस ह। 9 “जदि दुइ मनई कउनो हेरान बर्धा, गदहा, भेड़ी, ओढ़ना या कउनो दूसर चीज क बारे मँ तकरार करइँ तउ तू का करब्या? एक मनइ कहत ह, ‘इ मोर अहइ।’ अउर दूसर कहत ह, ‘नाहीं इ मोर अहइ।’ दुइनउँ मनई परमेस्सर क लगे जाइँ। परमेस्सर तय करिहीं कि अपराधी कउन अहइ। जउन मनई गलती क दोखी होइ उ उ चीजे क दुइ गुना दाम भरी। 10 “कउनो आपन पड़ोसी स कछू टेम बरे आपन जनावर क देखइ भालइ क कहइ। उ जनावर एक गदहा, बर्धा या भेड़ी होइ सकत ह। तबहिं तू का करब्या जदि उ जनावर मरि जाइ या चोट खाइ जाइ या कउनो मनई उ जनावरे क चोराइके लइ जाइ जब कउनो मनई ओका लखत न होइ। 11 उ पड़ोसी सफाई देइ कि उ जनावर क चोराएस नाहीं ह। अगर इ सच होइ तब पड़ोसी यहोवा क किरिया खाइ कि उ ओका नाहीं चोराएस ह। जनावर क मालिक इ किरिया क जरूर मानइ। पड़ोसी क हेरान जनावर क मालिक क हर्जाना नाहीं देइ क होइ। 12 “मुला जदि पड़ोसी क चोराएस ह तउ उ मालिक क जनावर बरे भुगतान जरूर करइ। 13 जदि जंगली जनावर जनावर क मारि डाए होइ तउ सबूत बरे ओकरे सरीर क पड़ोसी लइ आवइ। पड़ोसी मारा भवा जनावर क मालिक क हर्जाना न देइ। 14 “अगर कउनो मनई आपन पड़ोसी स कउनो चीजन उधार प लेइ तउ ओकरे बरे उ मनई क जिम्मेदार होइ चाही। जदि उ आपन पड़ोसी स कउनो जानवर उधार प लइ जाइ जदि उ जनावरे क चोट लगि जाइ या उ मरि जाइ तउ पड़ोसी मालिक क हर्जाना देइ। पड़ोसी ऍह बरे जिम्मेदार अहइ काहेकि ओकर मालिक हुवाँ खुद नाहीं रहा। 15 मुला जदि मालिक जनावर क संग हुवाँ होइ तब पड़ोसी क भुगतान नाहीं करइ क होइ। या जदि पड़ोसी काम लेइ बरे भाड़ा क भुगतान करत होइ तउ जनावर क मरइ या चोट खाइ प ओका कछू भी नाहीं देइ क होइ। जनावर क बइपरइ बरे दीन्ह गवा भाड़ा ही खूब होइ। 16 “अगर कउनो मनई कउनो बिन बियाही कुवँरी कन्या क गुमराह करत ह अउ ओकर संग सारीरिक सम्बंध बनावत ह तउ ओका ओसे बियाह करइ चाही। ओकरे बाप क पूरा पूरा दहेज देइ। 17 अगर बाप उ बिटिया क ओसे बीहइ क मना करत ह तउ भी उ मनई क धन देइ क होइ। उ ओका दहेज क भरपूर धन देइ। 18 “तू कउनो अउरत क जादू टोना जिन करइ द्या। जदि उ अइसा करइ तउ तू ओका जिअइ जिन द्या। 19 “तू कउनो मनई क कउनो जनावर क संग जिनाखोरी जिन करइ द्या। जदि अइसा होइ तउ उ मनई जरूर मारि डावा जाइ। 20 “जदि कउनो मनई झूठे देवता क बलि चढ़ावत ह तउ उ मनई जरूर बर्बाद कइ द्या। सिरिफ यहोवा ही अइसा अहइँ जेहका तू पचन्क बलि चढ़ावइ चाही। 21 “याद राखा पहिले तू पचे मिस्र देस मँ बिदेसी रह्या। ऍह बरे तू पचे उ मनई क जिन ठगा न ओका चोट पहुँचावा जउन तोहरे देस मँ बिदेसी होइ। 22 “तू पचे अइसी अउरत क कबहुँ नोस्कान नाहीं करइ चाही जेकर भतार मरि गवा होइ या कउनो अनाथ बचवन होइँ। 23 जदि तू पचे ओन राँड़ या अनाथ बचवन क कछू बुरा करिब्या तउ उ पचे मोरे अगवा रोइहीं अउर मइँ ओनके गोहार क सुनब। 24 “अउर मोका जिआदा किरोध आइ। मइँ तोहका तरवारि स मारि डाउब। तबहिं तोहार पत्नी राँड़ होइहीं। अउर तोहार गदेलन अनाथ होइ जइहीं। 25 “जदि मोरे लोगन मँ स कउनो गरीब होइ अउर तू ओका कर्ज द्या तउ उ धन पइ तोहका बिआज नाहीं लेइ चाही। 26 कउनो मनई उधारे पर लीन्ह धन बरे आपन कोट क रेहन धरत ह तउ सूरज बूड़इ स पहिले ओका कोट लउटाइ द्या। 27 जदि उ आपन कोट नाहीं पावत तउ ओकरे लगे तन ढाकइ क कछू भी नाहीं होइ। जब उ सोइ तउ ओका सदीर् लागी। जदि उ मोका रोइ क पुकारी तउ मइँ ओकर सुनब। मइँ ओकर बात सुनब काहेकि मइँ कृपालु हउँ। 28 “तू परमेस्सर या आपन लोगन क नेतन क सरापइ नाहीं चाही। 29 “फसिल काटइ क टेमॅ प तोहका आपन पहिला अनाज अउर पहिला फले क रस मोका देइ क चाही। बरिस क आखिर तलक प्रतिच्छा जिन करा।“आपन पहिलौटी पइदा भवा बेटवन क मोका दइ द्या। 30 आपन पहिला गोरू अउ भेड़ी क बच्चा मोका द्या। पहिलौटी बच्चा क सात दिना तक जनावरे क महतारी क संग रहइ द्या। आठवें दिन मोका इ सब द्या। 31 “तू पचे क मोर बरे पवित्तर लोग होइ चाही। ऍह बरे कउनो अइसे जनावरे क गोस जिन खा जेका कउनो जंगली जनावर मारि डाए होइ। उ मरे भए जनावरन क कुकुरन क खाइ द्या।

23:1 “दूसर मनइयन क खिलाफ लबार जिन बोला। जदि तू अदालत मँ गवाह ह्वा तउ बुरा मनई बरे लबार जिन बोला। 2 “कुछ अइसा जिन करा सिरिफ एह बरे हर मनई वइसा करत बा। अगर मनई क समूह गलत करत बा तउ ओनकइ साथ जिन द्या। तू ओन मनइयन क अपने क गलत काम बरे बहकावइ जिन द्या। तू उहइ करा जउन ठीक अउ निआव क बात होइ। 3 “अगर एक ठु गरीब मनई क अदालत मँ जाँच होत भइ, तउ कबहुँ कबहुँ लोग ओकर साथ देत हीं काहेकि उ पचे अफसोस महसूस करत ह। त उ जिन करा। जदि उ निआउ प होइ तउ ओकर साथ द्या। 4 “जदि तू कउनो हेरान बर्धा या गदहा पावा तउ तोहका ओका मालिक क लौटाए देइ चाही। चाहे उ तोहार दुस्मन काहे न होइ। 5 “जदि उ लखा कि जनावर ऍह बरे नाहीं चल पावत अहइ कि ओको ऊपर ढेर क बोझ लदा अहइ तउ तोहका ओका रोकइ चाही अउ उ जनावर क मदद करइ चाही। तोहका उ जनावर क मदद तबहुँ भी करइ चाही जब उ जनावर तोहरे दुस्मनन मँ स कउनो क होइ। 6 “तोहका गरीबन क संग अदालत मँ अनिआव न होइ देइ चाही। ओनके संग दूसर लोगन क तरह निआव होइ चाही। 7 “बहोत होसियार रहा कि तू कउनो बात बरे कउनो क अपराधी कहा। कउनो बेकसूर मनई क खिलाफ अपराध जिन लगावा। कउनो निदोर्खी मनई क अपराध क सजा क जरिए जान स जिन मारा जाइ द्या काहेकि उ अपराध नाहीं किहेस। अगर कउनो मनई निदोर्खी क हत्तिया करइ तउ उ दुट्ठ अहइ। अउर मइँ उ दुट्ठ मनई क दोख मुक्त न करब। 8 “अगर कउनो मनई गलत होए प आपन बात अंगीकार करावइ बरे तोहका घूस देइ तउ जिन ल्या। अइसा घूस जज क भी आँधर कइ देइ जेसे उ फुर बात क न लखि सकिहीं। इ तरह क घूस नीक मनइयन क लबार होइ क सिखाइ। 9 “तू कउनो बिदेसी क संग जउन तोहार भुइँया मँ रहत ह जुलम जिन करा। याद राखा जब तू मिस्र देस मँ बसत रह्या तबहिं तू बिदेसी रह्या। 10 “छ: बरिस ताईर् बिआ बोवा। आपन फसिल काटा अउ खेत क तइयार करा। 11 मुला सातवे बरिस आपन खेत क जिन जोता। सातवाँ बरिस खेते क खास अराम करइ क होइ। आपन खेते मँ कछू जिन बोआ। अगर कउनो फसिल सातवे बरिस मँ आपन आप होइ जात ह तउ ओका गरीबन क खाइ द्या। जउन खइया क दाना बच खुच जाइ ओका बनैला पसु क भकोसइ द्या। इहइ बात तोहका अंगूर अउ जइतून क बृच्छ क बारे मँ करइ चाही। 12 “छ: दिना तलक काम करा। तब सातवाँ दिन अराम करा। एहसे तोहरे गुलामन, मजूरन अउ विदेसियन क जउन कि तोहार बरे काम करत हीं तनिक समइ बरे अराम अउर सुस्ताइ क टेम मिली। अउर तोहार बर्धा अउ गदहा भी अराम करइ क टेम पइहीं। 13 “इ नेमन क मनाइ बरे होसयारी बरता। झूठ देवतन क पूजा जिन करा। तू सबन्क ओनकइ नाउँ भी नाहीं लेइ चाही। 14 “हर बरिस तोहार तीन खास छुट्टी क दिन होइहीं। इ दिना तू पचे मोर आराधना बरे मोर खास जगह प आया। 15 पहिल छुट्टी क दौरान बेखमीरे क रोटी क दावत होइ। इ वइसा ही होइ, जइसा मइँ हुकुम दिहे हउँ। इ दिन तू अइसी रोटी खाब्या जेहमा खमीर न होइ। इ सात दिना ताईर् चली। तू पचे ऍका आबीब क महीना मँ करब्या। काहेकि इ उहइ टेम अहइ जब तू पचे मिस्र स आए रह्या। इ दिना कउनो भी मनई मोरे समन्वा खाली हाथ जिन आया। 16 “दूसर छुट्टी का दिन फसल काट्इ क, तोहार मिहनत क पहिला फल क परब होइ।”“तीसर छुट्टी क दिन फसल जमा करइ क परब होइ। इ पतझड़ मँ तब मनावा जाइ जब तू खेत मँ आपन सारी फसल क काटब्या। 17 “इ तरह हर बरिस तीन दाईर् सबहिं मनई यहोवा आपन सुआमी क समन्वा हाजिर होइहीं। 18 “जब तू कउनो जनावर क मारा अउ एकरे खूने क बलि क रूप मँ जब चढ़ावा तउ अइसी रोटी भेंट मँ जिन चढ़ावा जेहमाँ खमीर होइ। अउर जब तू इ बलि क खा तउ एकहि दिन मँ सब गोस खाइ जा। दूसर दिन बरे गोस जिन बचावा। 19 “जबहिं तू फसिल काटइ क टेम आपन फसिल बटोरा तबहिं आपन काटइ भइ फसिल क पहिली उपज आपन यहोवा क मन्दिर मँ लावा।“तोहका नान्ह बोकरी क मांस नाहीं खाइ क चाही जउन आपन महतारी क दूधे मँ पका भवा होइ। 20 परमेस्स्सर कहेस, “मइँ तोहरे समन्वा तोहार अगुआयी बरे एक ठु सरगदूत पठवत हउँ। इ सरगदूत तोहका उ ठउरे प लइ जाइ जेका मइँ तोहरे बरे तइयार किहेउँ ह। इ सरगदूत तोहार रच्छा करी। 21 सरगदूत क हुकुम माना अउ ओकरे पाछे चला। ओकरे खिलाफ कउनो बुरा काम जिन करा। उ सरगदूत तोहरे जर्म क छिमा न करी जउन तू ओकरे बरे करब्या। ओहमाँ मोर सक्ती अहइ। 22 तोहका उ बात मानइ चाही जउन उ कहत ह। तोहका हर एक काम करइ चाही जउन मइँ तोहका कहत हउँ। जदि तू इ करब्या तउ मइँ तोहरे संग रहब। मइँ तोहरे सबहिं दुस्मनन क खिलाफ होइ जाब। अउर मइँ उ हर लोग क दुस्मन होब जउन तोहरे खिलाफ होइ।” 23 यहोवा कहेस, “मोर सरगदूत तोहका इ देस स होइके जाइ मँ तोहार अगुवायी करिहीं। उ तोहका कइउ अलग अलग लोगन एमोरी, हित्ती, परिज्जी, कनानी, हिब्बी अउ यबूसी क खिलाफ तोहार अगुवायी करिहीं। मुला मइँ ओन सबहिं क नास कइ देब।” 24 “ओनकइ देवदत क जिन पूजा करा। ओन देवतन क निहुरिके पइलगी जिन करा। तू उ तरीका स जिन रहा जउने तरीका स उ पचे रहत हीं तोहका ओनकइ मूरत क नास कइ देइ चाही। तोहका ओनकइ स्मृति क पाथर क तोड़ देइ चाही जउन ओनकइ देवतन क सुमिरइ मँ उ पचन्क मदद करत ह। 25 तोहका यहोवा आपन परमेस्सर क सेवा करइ चाही। जदि तू इ करब्या, तउ मइँ तोहका भरपूर रोटी अउ पानी क बरदान देब। मइँ तोहार सारी बेरामी क दूर कइ देब। 26 तोहार सब पचन्क मेहररूअन बच्चन क जन्मिहीं। जन्म क टेम प ओनकइ कउनो बच्चा नाहीं मरी। अउर मइँ तू पचन्क भरपूर लम्बी जिन्नगी देब। 27 “जब तू आपन दुस्मनन स लड़ब्या, मइँ आपन प्रबल सक्ती तोहसे पहिले हुवाँ पठइ देब। मइँ तोहरे सबहिं दुस्मनन क हरावइ मँ तोहार मदद करब। उ पचे जउन तोहरे खिलाफ होइहीं, उ पचे जुद्ध मँ घबराइ क पराइ जइहीं। 28 मइँ तोहरे अगवा अगवा बरैर् पठउब। उ तोहरे दुस्मनन क भगाइ देइ मँ मजबूर करी। हिब्बी, कनानी अउ हित्ती लोग तोहार देस तजिके पराइ जइहीं। 29 मुला मइँ ओन लोगन क तोहरे देस स बाहेर हाली हाली जाइके मजबूर न करब। मइँ इ सिरिफ एक बरिस मँ न करब। जदि मइँ लोगन क बहोत हाली जाइके मजबूर करब तउ देस ही निर्जन होइ जाइ। तब सबहिं तरह क जंगली जानवर बढ़िहीं अउर धरती प कब्जा कइ लइहीं। अउ उ पचे तोहरे बरे बहोत कस्ट देइवाला होइहीं। 30 मइँ ओनका धीमे धीमे तोहरी भुइयाँ स उ टेमॅ तलक बाहेर खदेरत रहब जब तलक तू उ भुइयाँ प न छाइ जा। अउ जहाँ कहूँ तू जाब्या मइँ दूसर लोगन क उ भुइयाँ तजि देइ बरे मजबूर करब। 31 “मइँ तू पचन्क लाल सागर स फरात नदी तलक सारा भुइँया देब। पच्छिउँ चौहद्दी पलिस्ती सागर (भूमध्य सागर) होइ अउ पूबीर् चौहद्दी अरब क रेगिस्तान होइ। मइँ तू पचन्क हुवाँ बसइ सबहि लोगन क हराइ क देब। अउर तू पचे इ सबहिं मनइयन क हुवाँ स पराइ बरे मजबूर करब्या। 32 “तू पचे हुवाँ क लोगन मँ स कउनो क संग या ओनकइ देवतन क संग कउनो समझौता जरूर न करइ चाही। 33 ओन पचन्क आपन देस मँ जिन रहइ द्या। जदि तू ओनका रहइ देब्या तउ ओनकइ चाल-चपेट मँ फँसि जाब्या। उ पचे तोहसे मोरे खिलाफ पाप करवइहीं। अउर तू पचे ओनकइ देवतन क सेवकइ सुरू कइ देब्या।”

24:1 परमेस्स्सर मूसा स कहेस, “तू हारून, नादाब, अबीहू अउ इस्राएल क सत्तर पुरनिया नेता पहाड़े प आवा अउ कछू दूर होइ के मोर आराधना करा। 2 तबहिं तू अकेले ही मोर निअरे आवइँ। दूसर कउनो लोग यहोवा क निचके न आवइँ अउ बाकी बचा भवा लोग पहाड़े क निअरे न आवइँ।” 3 इ तरह मूसा यहोवा क सबहिं नेम अउ आग्या क लोगन क बताएस। तब सबहिं मनइयन कहेन, “यहोवा जउन सबहिं आग्या क दिहेस ओका हम सब मानब।” 4 ऍह बरे मूसा यहोवा क सबहिं आग्या क चाम पत्तर प लिखेस। भियान भिन्सारे मूसा उठा अउ पहाड़े क तलहटी क निचके एक वेदी बनाएस। अउर उ बारह पाथर इस्राएल क बारहु परिवार समूह बरे खड़ा किहेस। 5 तब मूसा इस्राएल क जवानन क बलिदान दइ बरे पठएस। उ पचे यहोवा बरे होमबलि अउ सान्ति क भेंट बरे बर्धा क बलि दिहेन। 6 मूसा ओन जनावरन क खून बटोरेस। मूसा आधा खून खोरा मँ धरेस। अउर दूसर आधा खून वेदी प उड़ेरेस। 7 मूसा चाम पत्तर प लिखा भवा करार क पड़ेस। मूसा करार क ऍह बरे पढ़ेस कि सब लोग ओका सुन सकइँ। अउ लोग कहेन, “हम लोग ओन नेम क सुन लिहेन ह जेका यहोवा हम पचन्क दिहेस ह। अउर हम सब मनइयन ओनका मानइ क बचन देत अही।” 8 तब मूसा खून स भरा खोरा बलि स लिहेस अउ ओका लोगन प छिछकेस। उ कहेस, “इ खून बतावत ह कि यहोवा तोहरे संग अउ ओन सबइ बातन क लगइ क जउन हम पचन्क कहेन।” 9 तबहिं मूसा, हारून, नदब, अबिहु अउ इस्राएल क सत्तर पुरनियन नेता लोग पहाड़े प चढ़ेन। 10 इ मनइयन इस्राएल क यहोवा क पहाड़े प ठाड़ भवा लखेन। यहोवा कउनो अइसे अधार प ठाड़ रहेन जउन नीलमणि जइसा देखात रहा। अइसा निर्मल जइसा अकास। 11 इस्राएल क सबहिं नेता लोग यहोवा क लखेन, मुला यहोवा ओनका बर्बाद नाहीं किहेन।उ पचे साथ खाएन अउ पिएन। 12 यहोवा मूसा स कहेस, “मोरे लगे पहाड़े प आवा। मइँ आपन उपदेसन अउ आदेसन क दुइ ठु समथर पाथरे क पाटी प लिखे अही। इ आदेसन मनई बरे अहइँ। मइँ इ पाथर क समथर पाटी क तोहका देइहउँ।” 13 ऍह बरे मूसा अउ ओकर मददगार यहोसू यहोवा क पहाड़े ताईर् गएन। 14 मूसा चुने भए नेतन स कहेस, “हम दुइनउँ क हिअँइ जोहा। हम तोहरे लगे लउटब। जब तलक मइँ गैर हाजिर रहब, हारून अउ हूर तोहार सासकन रइहीं। ओनके लगे जा जदि कउनो क समस्या होइ।” 15 तब मूसा पहाड़े प चढ़ा। अउर बादर पहाड़ क ढाँपि लिहेस। 16 परमेस्सर क महिमा सीनै पहाड़े प उतरी। बादर छ: दिना तलक पहाड़े क मूँदे रहा। सतएँ दिन यहोवा, बादर मँ, स मूसा स बोला। 17 इस्राएल क लोग यहोवा क महिमा क लख सकत रहेन। इ पहाड़े क चोटी प भरभराइ क बरत आगी क नाईर् रहा। 18 तबहिं मूसा बदरे मँ थोड़ा ऊपर पहाड़े प चढ़ा। मूसा पहाड़े पर चालीस दिन अउ चालीस रात रहा।

25:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स मोरे बरे भेंट लइ आवइ क कहा। हर मनई अपने मनवा मँ इ ठान लेइ चाही जउन उ मोका देइ चाहत ह। इ भेंटन क मोरे बरे मंजूर कइ ल्या। 3 इ चीजन्क पत्री इ अहइ जेनँका तू मनइयन स अंगीकार करब्या: सोना, चाँदी, काँसा 4 नीला बैगनी अउ लाल धागा, सुन्नर रेसमी कपड़ा, बोकरी क बार, 5 भेड़ी क लाल रंगे क खाल, नरम खाल, बबुरे क काठ, 6 दिया मँ बारइ क तेल: अभिसेक क तेले, धूपे बरे महकउआ मसाला, भीनी सुगन्धे बरे मसाला। 7 सुलेमानी पाथर अउ दूसर कीमती रतन जउन याजक क एपोद मँ जड़ दीन्ह जाइँ अउ निआव क थइला।” 8 यहोवा इहउ कहेस, “मनई मोरे बरे एक पवित्तर स्थल बनइहीं। तबहिं मइँ ओनके संग रहि सकब। 9 मइ तोहका देखाउब कि पवित्तर तम्बू कइसा देखाइ देइ चाही। जइसा मइँ देखाएउँ ह हर एक चीज ठीक वइसा ही होइ चाही। 10 “बबुरे क काठ बइपरा अउ एक खास संदूख बनावा। इ पवित्तर संदूख क ढाई हाथ लम्बा डेढ़ हाथ चौड़ा अउ डेढ़ हाथ ऊँचा होइ चाही। 11 संदूखे क भीतर अउ बाहर पत्तर चढ़ावइ बरे सुद्ध सोना लगावा। संदूखे क कोना क सोना स मढ़ा। 12 संदूखे क उठावइ बरे सोना क चार कड़ा बनवा। सोने क कड़ा क चारिहुँ कोना प लगावा। दुइनउँ कइँती दुइ दुइ कड़ा होइँ। 13 तब संदूखे क ढोवइ बरे खम्भा बनावा। इ खम्भन बबुरे क काठे क होइ अउ सोना स जरूर जड़ी होइँ चाही। 14 संदूखे क बगल क कोन प लगा भवा कड़ा मँ इ खम्भन क घुसेड़ द्या। इ खम्भन क बइपरब संदूखे क ढोवइ बरे करा। 15 इ खम्भा संदूखे क कड़न मँ सदा छुई रहइ चाही। खम्भन क बाहेर जिन खइँचा। 16 यहोवा कहेस, “मइँ तोहका करार देत अही।” ऍका करार क संदूखे मँ धरा। 17 तब एक ढकनाबनावा। एका सुद्ध सोने क बनावा। एका ढाइ हाथ लम्बा अउ डेढ़ हाथ चौड़ा बनावा। 18 “तब दुइ करूब सरगदूतन क बनावा अउ ओनका ढकना क दुइनउँ सिरा प लगावा। इ सरगदूत क बनवइ बरे सोना क पत्तर बइपरा। 19 एक करूब क ढकना क सिरे प लगावा अउ दूसर क दुसरे सिरे प। एक टूकड़ा बनावइ बरे करूब सरगदूत क ढकना क संग जोड़ द्या। 20 करूब क पाखा ढकना प उपर की ओर पसरा होइ होइ चाही। करूब क मुँहना ढकना कँइती लखत होइ करूब एक दूसरे क आमना सामना होइ चाही। 21 “मइँ तोहका करार देब। उ करार क संदूखे मँ धरा अउ खास ढकना स संदूखे क बंद करा। 22 जब मइँ तू पचन स भेंटब तबहिं मइँ करूब सरगदूतन क बीच स बात करब, जउन करार क संदूख खास ढकना प अहइ। मइँ आपन सबहिं आदेसन क इस्राएल क मनइयन क उहइ ठउरे स देब। 23 “बबुरे क काठे क एक ठु मेज बनावा। मेज दुइ हाथ लम्बा, एक हाथ चौड़ा अउ डेढ़ हाथ ऊँचा होइ चाही। 24 मेज क निखालिस सोना स मढ़ द्या अउ ओकरे चारिहुँ कइँती सोना क झालर लगावा। 25 तब चार अँगली चौड़ी सोना क पट्टी मेज क चारिहुँ कइँती ठोंक द्या। अउ पट्टी क चारिहुँ कइँती सोना क झालर लगावा। 26 तब सोना क चार कड़ा बनावा अउ मेज क चारिहुँ कोने प ओकर पावा प लगावा। 27 कड़ा पट्टा क लगे होइ चाही। इ कड़न मँ मेज क ढोवइ बरे खम्भन फँसाइ दीन्ह जइहीं। 28 खम्भन बनवइ बरे बबुरे क काठ बइपरा अउ ओका सोना स मढ़ि द्या। खम्भन मेज क ढोवइ बरे अहइँ। 29 हर परात, चम्मच, सुराही अउ खोराइ सब चीज निखालिस सोना क बनावा। सुराही अउ खोरा पिअइ क भेंट उड़ेलइ बरे बइपरा जइहीं। 30 खास रोटी मोरे समन्वा मेज प धरा। इ सदा मोरे समन्वा हुवाँ रहइ चाही। 31 तब तोहका एक डीबट बनवावइ चाही। सुद्ध सोना बइपरा। एकर पेदी अउ चपटी नोंक बनावइ बरे निखालिस सोना क पत्तर बइपरा। एकर फूल, कली अउर पंखड़ी निखालिस सोना क बनी होइ चाही। अउ इ सबहिं चीज़ डीबट मँ एक ठुकड़ा मँ होइ चाही। 32 “डीबट क छ: ठु डार होइ चाही। तीन डार एक कइँती अउ तीन डार दूसर कइँती होइ चाही। 33 हर डारे प तीन ठु फूल होइ चाही। इ फूलन क बदाम क फूल क नाईर् कली अउ पंखड़ी जोरिके बनावा। 34 डीबट बरे चार ठु फूल बनवा। इ फूलन क बदामे क कली अउ पंखुड़ी क नाईर् बनावइ चाही। 35 डीबटे प छ: ठु डार होइ चाही-दुइ हींसा मँ दुइनउँ कइँती तीन तीन डार होइ चाही। तीनउँ जगहिया क नीचे जहाँ डार मिलत ह कली अउ पंखुड़ी क संग एक ठू फूल बनवा। 36 “पूल अउ पंखुड़ी क संग समूचा डीबट निखालिस सोना स बनवई चाही। इ सबहिं डार अउ कली एक एकाई मँ निखालिस सोना क होइ चाही। 37 तबहि 7दिया डीबट प धरइ बरे बनावा। इ दिया डीबट क समन्वा क ठउरे प रोसनी देइहीं। 38 दिया क झालर अउ थाली सबहिं निखालिस सोना क होइ चाही। 39 पचहत्तर पौंडसुद्ध सोना क प्रयोग डीबट अउ एकरे साथे क सब चीज बनवइ मँ करा। 40 धियान दइ क हर चीज ठीक-ठीक उहइ तरह स बनइ जाइ जइसा मइँ पहाड़े प तोहका देखावा ह।”

26:1 परमेस्सर मूसा स कहेस, “पवित्तर तम्बू क दस पर्दा स बनावा। इ परदन क बढ़िया सनीवाला अउ नीला, लाल अउर बैगनी कपरा स बनावा। कउनो कुसल कारीगर क चाही कि उ करूब सरगदूत क पखना क संग पर्दन प कढ़ाई करइ। 2 हर एक पर्दा अट्ठाइस हाथ लम्बा अउ चार हाथ चौड़ा होइ चाही। अउर हर कनात क नाप बराबर होइ चाही। 3 सब पर्दन क दुइ समूह मँ सिआ। पहिले हींसा मँ पाँच पर्दन क एक संग अउ दूसर हींसा मँ पँच पर्दन क एक संग सी द्या। 4 आखिरी क पर्दा क सिरे क नीचे फन्दा बनावा। इ फन्दन क बनवइ बरे नीला कपरा लगावा। दुसरे समूह क पर्दन क आखरी पर्दा मँ भी उहइ काम करा। 5 पहिले अउ दुसरे समूह क पर्दन क आखिरी पर्द मँ पचास फन्दा बनवा। फन्दा एक दुसरे फन्दा क आमने सामने होइ चाही। 6 तब पचास सोना क हुक पर्दन क एक संग मिलवइ बरे बनावा। इ पर्दन क एक दुसरे क संग हुक स इ तरह जोरिहीं कि पुरा पवित्तर तम्बू एक ही होइ जाइ। 7 “तब तू दूसर तम्बू बनउब्या जउन पवित्तर तम्बू क ढाकि लेइ। इ तम्बू बरे ग्यारह पर्दन बइपरा। इ परदन क बोकरी क बारे स बनावा। 8 इ सबहिं पर्दा नाप मँ एक बराबर होइ चाही। उ सबहिं तीस हाथ लंबा चार हाथ चौड़ा होइ चाही। 9 पाँच ठु पदेर्े क एक समूह मँ जुड़वावा अउ फुन दुसर छ: पदेर् क एक दुसर समूह मँ जुड़वावा। छठे पदेर् क आधे हींसा क तम्बू क समन्वा ऊपर मोड़ि द्या। 10 एक समूह क आखिरी पर्दा क छोर प पचास फन्दा बनवा अइसा ही दूसरे समूह क आखिरी पर्दा क छोरा प भी पचास फन्दा बनावा। 11 तब काँसे क पचास फन्दा बनवा। इ काँसे क फन्दा क प्रयोग तम्बू क परदन क एक साथे जोरइ बरे करा। इ सबइ तम्बू क एक संग जोरइ क एक एकाई क रूप मँ बनिहीं। 12 तम्बू क आखरी पदेर् क आधा हींसा तम्बू क पीछे क किनारे लटका रही। 13 तम्बू क किनारन मँ इ तम्बू क पर्दा पवित्तर तम्बू क पेंदी स एक हाथ नीचे लटकत रही। तउ इ तम्बू पवित्तर तम्बू क पूरी तरह ढाँकि लेइ। 14 बाहेर क तम्बू क ढाकइ बरे दुइ पर्दा बनवा। एक पर्दा लाल रंग स रंगी भइ भेड़ा क खाल स बनइ चाही अउ दूसर पर्दा उत्तम खाल सुइसों क बनी होइ चाही। 15 “पवित्तर तम्बू क सहारा देइ बरे बबुरे क काठ क तखता क प्रयोग करा। 16 तखता दस हाथ ऊँचा अउ डेढ़ हाथ चौ़ड़ा होइ चाही। 17 हर तखता क तले मँ ओनका जोड़इ बरे एक दूसरे प धरइ बरे दुइ खूँटी होइ चाही। पवित्तर तम्बू क हर एक तखता बरे इहइ करा। 18 पवित्तर तम्बू क दक्खिन कइँती बीस तखता क प्रयोग करा। 19 बीस तखता बरे चाँदी क चालीस आधार बनावा। हर एक ढाँचा नीचे चाँदी क दुइ आधार एका दुइ खम्भा बरे होइ चाही। 20 पवित्तर तम्बू क उत्तरी हींसा बरे बीस तखता अउर ल्या। 21 इ तखता बरे चालीस कुसिर्यन क बनवावा हर एक तखता क नीच बरे दुइ आधार होई चाही। 22 तोहका पवित्तर तम्बू क पच्छिउँ छे बरे छ: अउर तखता लइ चाही। 23 पवित्तर तम्बू क पाछे कोना बरे दुइ तखता ल्या। 24 कोने क दुइनउँ तखता क नीचे एक साथ जोरि द्या। ऊपरी छल्ला दुइनउँ तखतन क एक कइके जोड़ी। दुइनउ कोन बरे उहइ करा। 25 इ तरह सब मिलिके आठ ठु तखता पवित्तर तम्बू के पच्छिउँ छोर बरे होइहीं। हर तखता क नीचे दुइ कुसीर् होइस चाँदी क सोलह कुसीर् होइहीं। 26 “बबुरे क काठ बइपरा अउ पवित्तर तम्बू क तखता बरे बेड़ा बनवा। पवित्तर तम्बू क एक कइँती क हींसा क तखता बरे पाँच बेड़ा बनवा। 27 अउ पवित्तर तम्बू क दूसर हींसा क तखता बरे पाँच अउर बेड़ा होइहीं। अउर पवित्तर तम्बू क पाछे क तखता बरे पाँच बेड़ा होइहीं 28 बीच क बेंड़ा फरेम एक सिरा स दूसर सिरा तलक पहोंचइ चाही। 29 “तखतन क सोने स मढ़ा। अउ तखतन क बेड़न क फँसावइ बरे छल्ला बनवा। इ छल्ला भी सोने क होइ चाही। बेड़े क सोने स मढ़ा। 30 पवित्तर तम्बू क तू अहइ तरह क बनवा जइसा मइँ तोहका पहाड़े प देखाए रहेउँ। 31 “बढ़िया सनी क बइपरा अउ पवित्तर तम्बू क भीतर भाग बरे एक खास पर्दा बनावा। इ पर्दा क नीला, बैगनी अउ लाल ओढ़ना स बनवा। करूब सरगदूत क तस्बीर कपरा मँ काढ़ा। 32 बबुरे क लकड़ी क चार खंभा बनावा। खम्भन क सोने स मढ़ द्या। चारिहुँ खम्भन प सोने स बना हुकन लगावा। खम्भन की नीचे चाँदी क चार आधार लगावा। तउ सोने क हुक मँ पर्दा टाँगा। 33 पर्दा क सोने क हुक क नीचे टाँगा, अउ करार क संदूखे क पर्दा क पाछे धरा। इ पर्दा पवित्तर ठउर क सब ते जिआदा पवित्तर ठउर क अलगाइ देइ। 34 सबते जिआदा पवित्तर ठउर मँ करार क संदूखे प ढकना राखा। 35 “पवित्तर ठउर मँ पर्दा क दुरसे कइँती खास मेज क धरा। मेज पवित्तर तम्बू क उत्तर मँ होइ चाही। तब डीबट क पवित्तर तम्बू क दखिन मँ राखा। डीबट मेज क ठीक समन्वा होइ। 36 “तब पवित्तर तम्बू क दुआर बरे एक पर्दा बनावा। इ पर्दा क बनवइ बरे नीला, बैगंनी, लाल उत्तिम सन क कपरा क बइपरा। अउर कपरा मँ तस्बीर क बुन द्या। 37 दुआरे क पर्दा बरे सोना क हुक बनवा। सोना स मढ़ा बबुरे क काठे क पाँच खम्भा बनवा। अउ पाँचउ खम्भा बरे काँसे क पाँचे कुसीर् ढलवाइ ल्या।”

27:1 यहोवा मूसा स कहेस, “बबुरे क काठ बइपरा अउ एक वेदी बनावा। इ वेदी चउकोर होइ चाही। इ पाँच हाथ लम्बी अउ पाँच हाथ चउड़ी अउर तीन हाथ ऊँच होइ चाही। 2 वेदी क चारिहुँ कोने प सींग बनावा। हर एक सींग क एकरे कोने स अइसा जोड़ा कि सबहिं कुछू एक होइ जाइँ। तबहिं वेदी क काँसे स मढ़ि द्या। 3 “वेदी प काम आवइवाला सबहिं औजार अउ डेकची क काँसा स बनावा। काँसे क बासन, फरूही, खोरा, काँटा अउ तसला बनावा। इ मँ स कुछू वेदी स राखी बहावइ मँ बइपरी जइहीं। 4 “वेदी बरे एक झंझरी बनावा। इ काँसा झंझरी जाल क नाईं बनई जाइ। झंझरी क चारिहुँ कोने प काँसे क छल्ला बनावा। 5 झंझरी क वेदी क तले कांगनी क नीचे धरा। झंझरी नीचे से वेदी क आधा हींसा मँ बीच तलक होइ चाही। 6 “वेदी बरे बबुरे क काठ क बल्ला बनावा अउ ओनका काँसा स मढ़ा। 7 वेदी क दुइनउँ ओर लगा भवा छल्ला मँ इ खम्भन क नाइ द्या। इ खम्भन क वेदी ढोवइ बरे बइपरा। 8 वेदी क भितरे स फोप्फल संदूख क नाईर् बनवा अउ एकर अगली बगली लकड़ी क पट्टा स बनावा। वेदी वइसइ ही बनावा जइसा मइँ तोहका पहाड़े प देखाएउँ ह। 9 “पवित्तर तम्बू बरे एक आँगन बनावा। परदन क दक्खिन कइँती एक सौ हाथ लम्बी होइ चाही। इ परदन क उत्तिम सनी क रेसा क होइ चाही। 10 बीस खम्भा अउ बीस काँसे क कुसीर् क बनावा। खम्भन क हुक अउ पर्दा क छड़ चाँदी क बनइ चाही। 11 उत्तर कइँती पर्दन क दीवार एक सौ हाथ लम्बी होइ चाही। एहमाँ बीस ठु खम्भा अउर बीस काँसे क आधार होइ चाही। खम्भा क फन्दा अउ पर्दन क छड़ चाँदी क बनवइ चाही। 12 “आँगन क पच्छिउँ कइँती पर्दन क दीवार होइ चाही जउन पचास हाथ लम्बी होइ चाही। हुवाँ उ दीवारे क दस खम्भा अउ दस आधार चाँदी क बना होइ चाहिए। 13 आँगन क पूरब कइँती पचास हाथ लम्बाई होइ चाही। 14 इ पूरब क सिरा अंगने मँ घुसइ क दुआर होइ। प्रवेस दुआर क एक सिरा क पर्दा पन्द्रह हाथ लम्बी होइ चाही। उ कइँती तीन खम्भा अउर तीन ठु आधार होइ चाही। 15 16 “एक पर्दा बीस हाथ लम्बे आंगन क प्रवेस दुआर ढाकइ बरे बनावा। इ पर्दा क सनी क उत्तिम रेस अउ नीला, लाल अउ बैगंनी कपरा स बनावा। इ पदेर् प नकसा क काढ़ि द्या। उ पर्दा बरे चार खम्भा अउ चार आधार होइ चाही। 17 अंगने क चारिहुँ कइँती क सबहिं खम्भन चाँदी क छड़े स जोरी जाइ चाही। खम्भन क हुक चाँदी क चाँदी स बनवइ चाही अउ खम्भा क आधार काँसा क होइ चाही। 18 आंगन एक सौ हाथ लम्बा अउ पचास हाथ चौड़ा होइ चाही। अंगने क चारिहुँ कइँती क पर्दन क दीवार पाँच हाथ ऊँच होइ चाही। पर्दा सनी क उत्तिम रेसा क बनवा होइ चाही। सबहिं खम्भन क तले आधार काँसा क होइ चाही। 19 सबहिं औजार पवित्तर तम्बू क खूँटिन, अउ पवित्तर तम्बू मँ लाग भइ हर एक चीज काँसा क ही बनइ चाही। अउर अंगने क चारिहुँ कांइँती क पर्दा बरे खूँटिन काँसा क ही बनई होइ चाही। 20 “इस्राएल क मनइयन क सब ते बढ़िया तेल लइ आवइ क हुकुम द्या। इ तेले क बइपरब हर साँझे क जरइवाला दिया बरे करा। 21 हारून अउ ओकर बेटवा दिया क रोसन करइ क काम संभरिहीं अउर एकर धियान रखिहीं कि इ ठउरे प यहोवा क समन्वा दिया साँझ स भिन्सारे तलक बराबर जरत रइहीं। उ पचे बइठका वाली तम्बू क पहिले कमरा मँ जइहीं। इ कमरा करार क संदूखे बाला कमरा क बाहेर अहइ जउन उ पर्दा क पीछे अहइ जउन दुइनउँ कमरन क अलगावत ह। इस्राएल क मनइयन अउ ओनकइ औलाद इ नेम क हमेसा मानत रइहीं।”

28:1 यहोवा मूसा स कहेस, “आपन भाई हारून अउ ओकर बेटवन नादाब, अबीहू, एलिआजार अउ ईतामार क इस्राएल क मनइयन मँ स अपने लगे आवइ क कहा। इ मनइयन मोर सेवा याजकन क रूप मँ करिहीं। 2 “आपन भाई हारून बरे खास वस्त्र बनावा। इ वस्त्र ओका मान अउ सम्मान अउर सान बरे अहइ। 3 लोगन मँ अइसे कुसल कारीगर अहइँ जउन इ वस्त्र बनइ सकत हीं। मइँ इन मनइयन क खास बुद्धि दीन्ह ह। ओन मनइयन स हारून बरे वस्त्र बनवइ क कहा। इ वस्त्र बतइहीं कि उ मोर सेवा खास रूप स करत अहइँ। उ मोर सेवा याजक क रूप मँ करत अहइ। 4 इ उहइ वस्त्र अहइँ जेका कारीगरन क बनवइ: “निआव क थइला”, एपोद, एक नीला रंग क लबादा एक सफेद बुना भवा चोगा, एक पगड़ी अउ एक कमर बंद “कुसल मनइयन क इ खास वस्त्र तोहार भाई हारून अउ ओकरे बेटवन बरे जरूर बनवइ चाही। तबहिं हारून अउ ओकर बेटवा मोर सेवा याजकन क रूप मँ कइ सकत हीं। 5 मनइयन स कहा कि उ पचे सनी क उत्तिम रेसा अउ नीला, लाल अउ बैगनी कपरा क बइपरइँ। 6 “एपोद बनवइ बरे सुनहरी धागा, सनी क उत्तिम रेसा अउ नीला, लाल अउ बैगनी कपरा पहिरा। इ खास एपोद क माहिर कारीगर बनइहीं। 7 एपोद क हर एक काँधे प पट्टी लाग होइ। काँधे क इ पट्टियन एपोद क दुइनउँ कोने प बंधी होइहीं। 8 “कारीगर बड़ी, हुसियारी स एपोद बरे एक कमरबंद बुनिहीं। इ उहइ रूप स बनवाइ चाही जउन रूप मँ एफोद। सुनहरा, नीला, बैगनी अउ लाल धागा अउर उत्तम सनी बइपरा। 9 “तोहका दुइ गोमेद लेइ चाही। इन नगन प इस्राएल क बारहु बेटवन क नाउँ खोदा। 10 छ: नाउँ एक नग प अउ छ: नाउँ दूसर नग प खोदइ चाही। नाउँ क सब ते बड़का अउ सब ते छोटका बेटवा क हिंसाब स लिखा। 11 इस्राएल क बेटवन क नाउँ इ नगन प खोदवावा। इ उहइ तरह करा जउने तरह उ कुसल दस्तकार मनई जउन मोहर बनावत ह, 12 तब एपोद क दुइ काँधे क पट्टी प इ दुइ नगन क लगावा। हारून यहोवा क समन्वा जब ठाड़ होइ, उ इ खास एपोद क जउन पइ इस्राएल क बेटवन क नाउँवाला दुइनउँ नग यादगारी क तौर पइ पहिरी। 13 बढ़िया सोना ही नगन क एपोद प लागइ बरे बइपरा। 14 गुँथा भवा धागा क तरह निखालिस सोना क जंजीर बटि द्या। सोना क अइसी दुइ जंजीर बनावा अउर सोना क जड़ान क संग एनका बाँधि द्या। 15 “बड़का याजक बरे निआव क थइला बनावा। कुसल कारीगर इ निआव क थइला क वइसा इ बनावइँ जइसा एपोद बनए रहेन। उ पचे सोने क तार, सनी क उत्तिम रेसा अउ नीला, लाल अउ बैंगनी कपड़ा क बइपरा। 16 एका चौकोर बनवइ बरे दोहर देइ चाही। निआव क थैला एक बीत्ता लम्बा अउ एक बीत्ता चौड़ा होइ चाही। 17 निआव क थइला प सुन्नर रतन क चार पाँति जड़ा। रतन क पहली पाँति मँ रूबी, पुखराज अउ मरकत मणि होइ चाही। 18 दूसर पाँति मँ फीरोज, नीलम अउ हीरा होइ चाही। 19 तीसर पाँति मँ सूर्यकान्त, अकीक अउ याकूत लगइ चाही। 20 चउथी पाँति मँ लहसुनिया, गोमेदक अउ कपिस मणि लगावइ चाही। निआव क थैला प एनका लगावइ बरे सोना मँ जड़ द्या। 21 निआव क थइला प बारह रतन होइहीं। इस्राएल क बारहु बेटवन क नाउँ उ प नुमाइंदी होइ चाही। एक एक नगे प इस्राएल क बेटवन मँ स एक एक नाउँ लिखा। हर एक नगे प एनकइ नाउँ उहइ तरह लिखा जइसे माहिर कारीगर एक मुहर बनावत ह। 22 “निआवा क थइला बरे निखालिस सोना क जंजीर बनावा। इ जंजीरियन बरी भइ लसुरी क नाईर् होइहीं। 23 दुइ सोना क छल्ला बनावा अउ एनका निआव क थइला प दुइनउँ कोने प लगावा। 24 दुइनउँ सोना क जंजीरियन क निआब क थइला मँ दुइनउँ कोने मँ लगावा। 25 सोने क जंजीर क दुइ सिरा क दुइनउँ खाना मँ जड़वाइ द्या इ एपोद क काँधे क दुइनउँ टुकरन क समन्वा मँ कसा रहइँ। 26 दुइ ठु अउर सोना क छल्ला बनावा अउ ओनका निआव क थइला क दुइनउँ कोने प लगावा। इ निआव क थइला क भीतर क हींसा एपोद क नगिचे होइ। 27 दुइ अउर सोना क छल्ला बनावा अउ ओका काँधे क पाटी क तले एपोद क समन्वा लगावा। सोना क छल्ला क एपोद क बुना भवा पाटी क ऊपर लगावा। 28 निआव क थइला क छल्ला क एपोद क छल्लन स जोड़ा बरे नीला फीता बाँधा। इ तरह निआव क थइला बुना भवा पाटी क लगे लगा होइ अउर एपोद स अलग न होइ। 29 “हारून जब पवित्तर ठउर मँ घुसरत ह, ओका निआव क थइला पहिरे रहइ चाही। इ तरह इस्राएल क बारहु बेटवन क नाउँ ओकरे हिरदय प रइहीं अउर इ हमेसा यहोवा क ओन लोगन क याद दियाई जात रही। 30 ऊरीम अउ तुम्मीम क निआव क थइले मँ रखा। जब हारून यहोवा क समन्वा जाइ तब उ सबइ ओका याद होइहीं। ऍह बरे हारून जब यहोवा क समन्वा होइ तउ उ इस्राएल क मनइयन क निआव करइ क साधन हमेसा अपने साथ राखी। 31 “एपोद क नीचे पहिरइ क एक नीला एपोद बनावा। 32 मूँड़ डावइ बरे इ चोगा क बीचोबीच एक छेद बनावा। इ छेदे क चारिहुँ कइँती गोटा लगावा। इ गोटा काँलर क नाईर् होइ अउ फाटइ स रोकी। 33 नीला, लाल अउ बैगनी कपरा क अनार बनावा। इ अनार क चोगा क नीचे क सिरा क चारिहुँ कइँती लटकावा। अउ अनार क बीचोबीच सोना क घंटी लगवावा। 34 इ तरह चोगा क नीचे सिरन मँ चारिहुँ कइँती सोना क घंटी अउ अनार होइहीं जउन इहइ तरह होइ कि दुइ अनार क बीचोबीच एक सोना क घंटी होइ। 35 हारून इ चोगा क पहिरी जब उ याजक क रूप मँ यहोवा क सेवा करी अउ यहोवा क समन्वा पवित्तर ठउर मँ जाइ, तब इ घंटिन बाजै लगिहीं। जब उ पवित्तर ठउर तजि देइ तब इ घंटिन बाजै लगिहीं। इ तरह हारून न मरी। 36 “निखालिस सोना क धारी बनावा। सोना प उहइ तरह सब्द खोदा जइसे मनइयन मुहर बनावत हीं। इ सब्दन क लिखा, “यहोवा बरे पवित्तर”। 37 सोना क इ धारी क नीला फीता स कस द्या। पगड़ी क चारिहुँ कइँती नीला फीता बाँधा। सोना क धारी क पगड़ी क समन्वा होइ चाही। 38 हारून आपन कपार प इ का बाँधी। हारून जब जब यहोवा क समन्वा जाइ हमेसा इ पहिरे रही जेहसे यहोवा मनइयन क भेटे क कबूल कइ लेइ। इ तरह स हारून इस्राएल क लोगन क अपराध क सहन करिहीं जदि उ पचे परमेस्सर क गलत रूप मँ भेट दिहे अहइँ या ओकर भेट मँ कउनो खराबी रही अहइ। 39 “सफेद लबादा बुना बरे उत्तिम सनी क बइपरा अउ पगड़ी बरे उत्तिम सनी क बइपरा। बुना भवा पाटी पइ मँ नकसा काढ़ा भवा होइ चाही। 40 हारून क बेटवन बरे कोट, कमरबंद अउ पगड़ी बनावा। इ ओनका मान सम्मान देइहीं। 41 इ पोसाक आपन भाई हारून अउ ओकर बेटवन क पहिरावा। ओकरे पाछे जइतून क तेल ओनके मूँड़े प इ देखाँवइ बरे नावा कि उ पचे याजकन अहइँ। इ ओनका पवित्तर बनई। तबहिं उ पचे मोर सेवा याजकन क रूप मँ करिहीं। 42 “सनी क उत्तिम रेसा क जाँघिया वगैरह बनवावा। इ नीचे क पहिरइ क कपरा करिहाउँ स जाँघ तलक ढाँकिहीं। 43 हारून अउ ओकर बेटवन क इ कपरन क पहिरइ चाही जब कबहुँ उ पचे बइठका क तम्बू मँ जाइँ। ओनका इहइ कपरन क पहिरइ चाही जब कबहुँ उ पचे पवित्तर ठउर मँ याजक क तरह सेवा खातिर वेदी क नगिचे आवइँ। उ पचे इ कपरन क जरूर पहिर चाही ताकि उ पचे अपराधी नाहीं होइ अउर नाहीं मरइ। इ अइसा नेम होइ चाही जउन हारून अउ ओकरे पाछे ओकरे बंस क मनइयन बरे हमेसा बना रही।”

29:1 तब यहोवा मूसा स कहेस, “अब मइँ तोहका बताउब कि इ देखावइ बरे तोहका का करइ चाही कि हारून अउ ओकर बेटवा पवित्तर याजकन क नाईर् खास तरह स मोर सेवा करत हीं। एक बे दोखे क बछवा अउ दुइ बे दोख क बच्चा भेड़ा लइ आवा। 2 जेहमाँ खमीर न होइ उ बारीक गोहूँ क आटा ल्या अउ रोटी बनवा। अउर इस तेले से सनी केकन अउ तेले स लगा हुवा छोटा पातर केकन भी बनावा। 3 इ रोटिन्क अउ केकन क एक डलिया मँ धरा अउ फिन इ डलिया क हारून अउ ओकरे बेटवन क द्या। ओनका बैल अउ दुइनउँ भेड़ा भी द्या। 4 “तब हारून अउ ओकर बेटवन क बइठकावालातम्बू क दुआर क समन्वा लइ आवा। तब ओनका पानी स नहवावा। 5 हारून क खास पोसाक: जैसे कि सफेद चोगा, नीला चोगा जउन कि एपोद क संग पहिरावा जात ह पहिरावा। फिन ओह प निआव क थइला अउ एपोद बाँधा। एपोद क सजा भवा अउ बुना भवा पाटी क संग बाँध दया। 6 सर प साफा बाँधा अउ साफा क चारिहुँ कइँती मुकुट क धइ द्या। 7 अउर जइतून क तेल ल्या अउ हारून क मूँड़ प नाइ के अभिसेक करा। इ बताई कि हारून इ काम बरे चुना ग अहइ। 8 “तब हारून क बेटवा क उ ठउरे प लइ आवा। अउर ओका सफेद बुना भवा लबादा पहिरावा। 9 तब ओनके करिहाउँ क चारिहुँ कइँती कमरबंद बाँधा। ओनका मूँड़े प धरइ क खास टोपी द्या। उ समइ उ पचे याजकन क रूप मँ बहाल होइहीं। उ पचे उ नेम क माफिक याजक होइहीं जउन हमेसा होइहीं। इहइ ढंग अहइ कि जेहसे तू पचे हारून अउ ओकरे बेटवन क याजक बनउब्या। 10 “तब बइठकावाली तम्बू क समन्वा ठउरे प बछवा क लावा। हारून अउ ओकरे बेटवन क चाही कि उ पचे बछवा क मूँड़े प हथवा धरइँ। 11 तब उ बछवा क बइठकवाली तम्बू क दुआरे प यहोवा क समन्वा एका मारि डावा। यहोवा एका लखी। 12 तब बछवा क कछू खून ल्या अउ वेदी ताईर् जा। आपन अंगुरी स वेदी क सींगे प कछू खून लगावा। बचा भवा सारा खून नीचे वेदी क पेंदी प डावा। 13 तब बछवा क करेजा क चबीर्, दुइनउँ गुदेर् क चबीर् अउ ओकरे चारिहुँ कइँती चबीर् निकार ल्या। इ चबीर् क वेदी प जरावा। 14 तब बछवा क गोस, ओकर खाल अउ ओकर दूसर अंगे क लइके आपन डेरा स बाहेर जा। इ सब चीजन्क डेरा क बाहेर जरावा। इ भेंट अहइ जउन याजकन क पाप दूर करइ बरे चढ़ाई जात ह। 15 “तब हारून अउ ओकरे बेटवन स भेड़ा क मूँड़ प हाथ धरइ क कहा। 16 तब उ भेड़ा क मारि डावा अउ ओकर खून ल्या। खूने क वेदी क चारिहुँ कइँती छिरका। 17 ओकर पाछे भेड़ा क कइउ हींसा मँ काटि डावा। भेड़ा क भितरे क सब अंगे क अउ गोड़ धोवा। इ चीजन्क क दूसर टूका क संग अउ भेड़ा क मूँड़ क संग राखा। 18 तब वेदी प इ सबन्क बारा। इ यहोवा बरे होम बलि अहइ अउर इ यहोवा बरे सोहाइ गंध, एक भेंट अहइ। 19 “हारून अउ ओकरे बेटवन क दूसर भेड़ा प हाथ धरइ क कहा। 20 उ भेड़वा क मारि डावा अउ ओकर खून ल्या। उ खून क हारून अउ ओकरे बेटवन क दाहिन काने क सिरा मँ लगवा। ओनकइ दाहिन हाथे क अगूठा पर भी कछू खून लगावा। अउ कछू खून ओनके दाहिन गोड़वा क बड़का अंगूठा प लगावा। तब वेदी क चारिहुँ कइँती खून बहाइ द्या। 21 “तब वेदी प स कछू खून ल्या। इ खून क अभिसेक क तेले मँ मिलइ द्या अउर हारून अउ ओकरे ओढ़ना प, अउर ओकरे पूतन अउ ओनके ओढ़ना प छिरका्या। इ इ बताई कि हारून अउ ओकर पूत मोर सेवा खास तरह स करइ बरे पवित्तर किए गएन ह। अउर इ भी बताई कि ओनकइ वस्त्र खास समइया प बइपरइ जात बरे पवित्तर कीन्ह गवा ह। 22 “तब उ भेड़ा स चबीर् ल्या। (इ उहइ भेड़ा बा जेका हारून क महा याजक बनवइ बरे मँ पवित्तर करइ क समारोह मँ होइ।) पूँछे क चारिहुँ कइँती क चबीर् अउर उ चबीर् क ल्या जउन बदन क भीतरी हींसा क ढाँकत ह। करेजा क ढकइवाली चबीर् क ल्या। दुइनउँ गुदेर् अउ ओह पइ क चबीर् अउर दाहिन जाँघ क ल्या। 23 तब उ रोटी क डलिया ल्या जेहमाँ तू बे खमीरे क बनई रोटी धरे रह्या। इहइ डलिया बा जेका तोहका यहोवा क समन्वा राखइ क अहइ। एक रोटी सादी, एक तेले स बनी केक अउर तेले लगा भवा एक छोटा पातर केक क बाहेर निकारा।। 24 तब एनका हारून अउ ओकरे बेटवन क द्या: फुन ओनसे कहा कि यहोवा क समन्वा एनका उठावइँ। इ यहोवा क खास भेंट होइ। 25 “तब इ चीजन क हारून अउ ओकरे बेटवन स ल्या अउ ओनका वेदी प भेड़ा क साथे धरा। तब हर चीजे क वेदि प जरावा। इ होमबलि बा। इ भेंट यहोवा बरे भेंट अहइ। अउर इ यहोवा बरे सोहाइ क गंध अहइ। 26 “तब भेड़ा स छाती क निकारा। (इहइ भेड़ा अहइ जेका हारून क खास महा याजक बनवइ बरे पवित्तर कर क समारोह मँ बइपरा जाइ।) भेड़ा क छाती क लहराइ क भेंट क रूप मँ यहोवा क समन्वा लहराया। जनावरे क इ हींसा तोहार होइ। 27 तब भेड़ा क छाती अउ जाँघ ल्या जउन हारून क महा याजक बनवइ बरे काम म आइ रहन। इ हींसा पवित्तर बनावा अउ एका हारून अउर ओकरे बेटवन क द्या। इ भेंट क खास हींसा होइ। 28 इस्राएल क मनइयन इ अंगन क हारून अउ ओकरे बेटवन क सदा देइहीं। जब कबहुँ इस्राएल क मनइयन यहोवा बरे भेंट चढ़इहीं तउ इ हींसा हमेसा याजक लोगन क होइहीं। ओन लोगन क मेलबलि जउन कि यहोवा बरे अहइ, मँ स इ हींसा याजक लोगन क होई। 29 “ओन खास वस्त्रन क बचाइके राखा जउन हारून बरे सिया रहेन। इ वस्त्रन ओकरे बेटा, पोता बरे होइहीं। उ पचे उ वस्त्रन क तन पहिरहीं जब याजकन चुना जइहीं। 30 हारून क बेटवा ओकरे पाछे अगवा महा याजक होइ। उ सात दिनाँ ताईर् उ वस्त्रन क पहिरे रही जबहिं उ बइठकावाली तम्बू क पवित्तर ठउरे मँ सेवा करइ आइ। 31 “उ भेड़ा क गोस पकावा जउन हारून क महा याजक बहाल करइ बरे प्रयोग मँ आवा रहा। उ गोस क पवित्तर ठउरे मँ पकावा। 32 तब हारून अउ ओकर बेटवा बइठकावाली तम्बू क दुआरे प गोस खइहीं। अउर उ पचे डलिया क रोटी भी खइहीं। 33 इ भेंट प्रायस्चितिकरण बरे तब भवा रहा जब उ पचन्क याजकन क रूप मँ सेवा करइ बरे पवित्रीकरण कइ जात रहेन। इ भेंट क ओनहीं क खाइ चाही। कउनो बिदेसी क इ पवित्तर भेट क नाहीं खाइ चाही। 34 अगर उ भेड़ा क गोस या रोटी भियान ताईर् काफी मात्रा मँ बचि जाइ तउ ओका जरइ देइ चाही। तोहका उ बचि भवा रोटी या गोस नाहीं खाइ चाही काहेकि इ पवित्तर अहइ। 35 “वइसा ही करा जइसा मइँ तोहका हारून अउ ओकरे बेटवन बरे करइ क हुकुम दिहउँ ह। ओनका याजकन बहाल करइ बरे इ त्यौहार सात दिना तलक चली। 36 सात दिनाँ तलक हर रोज एक साँड़ मारा। इ हारून अउ ओकरे बेटवन बरे पाप भेंट होइ। इ बलिदान क प्रयोग वेदी क सुद्ध करइ बरे किहा। अउर वेदी क पवित्तर बनावइ बरे जइतूने क तेल स एकर अभिसेक करा। 37 तू सात दिना तलक वेदी क सुद्ध अउर पवित्तर रख्या। उ समइया वेदी सब ते जिआदा पवित्तर होइ। जउन चीज वेदी क छुइ उ पवित्तर होइ जाइ। 38 “हर रोज वेदी प तोहका एक भेंट चढ़ावइ चाही। तोहका एक एक बरिस क दुइ भेड़ी क बचवन क भेंट चढ़ावइ चाही। 39 एक भेड़ी क बच्चा भिंसारे अउ दूसर सांझ क चढ़ावा। 40 पहिला भेड़ी क साथ हीन क चउथाई दाखरस क पिअइ क भेंट क संग एपा क दसवाँ हींसा गेँहू क महीन आटा जउन कि हीन क चउथाई तेल स मिला भवा अहइ चढ़ावा। 41 अउर गोधरी क समइ मँ दूसर भेड़ी क बिहान क चढ़ावा क नाईं एकर पिअइ क भेंट क संग चढ़ावा। इ यहोवा बरे एक भेंट एक सुहावना सुगंध अहइ। 42 “तोहका इ चीजन्क यहोवा क भेंटे मँ रोज जरावइ चाही। इ यहोवा क समन्वा, बइठकावाली तम्बू क दुआरे करा। इ हमेसा करतइ रह्या। जब तू भेंट चढ़उब्या तब मइँ यहोवा, हुवाँ तोहसे मिलब अउ तोहसे बात करब। 43 मइँ इस्राएल क मनइयन स उ ठउरे प मिलब। उ ठउर मोर महिमा स पवित्तर बन जाइ। 44 “इ तरह मइँ बइठकावाली तम्बू क पवित्तर बनउव। अउर मइँ वेदी क पवित्तर बनउब। अउर मइँ हारून अउ ओकरे बेटवन क पवित्तर बनउब, जेहसे उ पचे मोर सेवा याजकन क तरह करि सकइँ। 45 मइँ इस्राएल क मनइयन क संग रहब। मइँ ओनकइ परमेस्सर होब। 46 मनइयन इ जनिहीं कि मइँ ओनकइ परमेस्सर यहोवा हउँ। उ पचे जनिहीं कि मइँ उहइ परमेस्सर अहउँ जउन ओनका मिस्र स बाहेर लाएउँ ह तउ कि मइँ ओनके संग रहि सकत हउँ। मइँ ओनकइ परमेस्सर, यहोवा अहउँ।”

30:1 यहोवा मूसा स कहेस, “बबुरे क लकड़ी क एक वेदी बनावा। तू इ वेदी धूप बारइ बरे करब्या। 2 तोहका वेदी क चौकोर एक हाथ लम्बा अउ एक हाथ चौड़ा बनवइ चाही। एकर ऊँचाइ दुइ हाथ होइ चाही। चारिहुँ कोने प सींग होइ चाही। इ सींगन क वेदी क साथ एक टुकड़ा बनइ देइ चाही। 3 वेदी क ऊपर क सिरा अउ ओकर सबहिं कइँती निखालिस सोना मढ़ा। वेदी क चारिहुँ कइँती सोना क पाटी लगावा। 4 इ पाटी क तले सोना क दुइ छल्ला होइ चाही। वेदी क दूसर कइँती सोना क दुइ छल्ला भी होइ चाही। इ छल्ला वेदी क ढोवइ मँ खम्भन फँसावइ खातिर होइहीं। छल्लन क वेदी क विपरीत कइँती लगावा। 5 खम्भन क भी बबुरे क काठे क बनावा। खम्भन क सोना स मढ़ा। 6 वेदी क खास पर्दा क समन्वा धरा। करार क संदूख उ पर्दा क दूसर कइँती अहइ। उ संदूखा क ढकइवाला ढकना क समन्वा वेदी होइ। इ उठइ ठउर अहइ जहाँ मइँ तोहसे मिलब। 7 “हारून हर भिंसारे महकउआ धूप बत्ती वेदी प बारी। इ उ तब करी जब दियन क देखइ भालइ आइ। 8 ओका संझा क देखइ भालइ आइ तब फुन धूप बत्ती बारइ चाही। जेहसे यहोवा क समन्वा हर रोज भिंसारे अउ साँझ क धूप बत्ती बरत रहइ। 9 इ वेदी क प्रयोग कउनो दूसर तरह क धूप या जरी भइ बलि बरे जिन किहा। इ वेदी क प्रयोग अन्न भेंट या पेय भेंट बरे जिन किहा। 10 “बरिस मँ एक दाईर् हारून यहोवा क खास भेंट चढ़ाइ। हारून पाप भेंट क खून क प्रयोग मनइयन क पापन्क प्रायस्चित करइ बरे करी। हारून इ वेदी क सीगांन प करी। इ दिन प्रायस्चित क दिन कहा जाइ। इ तोहार पीढ़ी दर पीढ़ी लागू होइ। इ यहोवा बरे बहोत ही खास दिन होइ।” 11 यहोवा मूसा स कहेस, 12 “इस्राएल क मनइयन क गना करा जेहसे तू जनब्या कि हुवाँ केतवा लोग अहइँ। जब कबहूँ इ कीन्ह जाइ हर एक मनई आपन जिन्नगी बरे यहोवा क धन देइ। जदि हर मनई उ करी तउ मनइयन क संग कउनो भी डराउन घटना न होइ। 13 हर मनई जेका गना जाए उ आधा सेकेल चाँदी जरूर देइ। (पवित्तर ठउर क सेकेल क अनुसार आधा सेकेल अहइ।) एक सेकेल क वजन बीस गेरा होत ह। इ आधा सेकेल यहोवा बरे भेट हो इ। 14 बीस बरिस या ओसे जिआदा जउन मनई होइ ओका गना जाइ। हर मनई जउन गना जाइ, यहोवा क भेंट देइ। 15 धनी मनई आधा सेकेल स जिआदा न देइहीं। अउ गरीब मनई आधा सेकेल स कमती नाहीं देइहीं। सबहिं मनइयन यहोवा क बराबर बराबर भेंट देइहीं। इ तोहरे जिन्नगी क कीमत होइ। 16 इस्राएल क लोगन स इ धन बटोरा। बइठकावाले तम्बू मँ सेवकाइ करइ बरे इ धन क बइपरा। इ यहोवा क समन्वा आपन मनइयन क याद करइ, तोहार रूहन क प्रास्चित करइ बरे एक यादगार होइ।” 17 यहोवा मूसा स कहेस, 18 “एक ठु काँसा क सिलफची ल्या अउ एका काँसे क गोड़े प धरा। तू पचे एका धोवइ बरे बइपरा। सिलफची क बइठकावाली तम्बू अउ वेदी क बीच धरा। सिलफची मँ पानी भरा। 19 हारून अउ ओकर बेटवन इ हउद क पानी स आपन गोड़ हाथ धोवइँ। 20 हर दाईर् जब उ पचे बइठकावाले तम्बू मँ आवइँ तउ पानी स गोड़ हाथ जारूर धोवइँ। जब उ पचे वेदी क निअरे वेदी क नगिचे यहोवा क सेवा करइ अउ धूप बारइ आवइँ। 21 उ पचे आपन गोड़ हाथ जरूर धोवइ ताकि उ पचे मरिहीं नाहीं। इ अइसा कनून होइ जउन हारून अउ ओकरे लोगन बरे हमेसा बना रही। इ कनून हारून अउ ओन सबहिं लोगन बरे बना रही जउन भविस्स मँ होइ।” 22 तब यहोवा मूसा स कहेस, 23 “बहोत बढ़िया मसाला लिआवा। बारह पौडं गीला लोहबान लिआवा अउ इ तउल क आधा (छ: पौण्ड) महकउआ दालचीनी अउर बारह पौडं अगर, 24 अउ बारह पौण्ड तेजपत्ता ल्या। एनका नापइ जोखइ बरे दप्तर क नाप क प्रयोग करा। एक गैलन जइतून क तेल भी लिआवा। 25 “गमकइवाला अभिसेक क तेल बनवइ बरे इ सबहिँ चीजन्क जरूर मिलावइ चाही। 26 बइठकावाले तम्बू अउ करार क संदूखे प इ तेल क छिरका। 27 मेज अउ मेजे प धरी सबहिं तस्तरिन प तेल छिरका। इ तेल क सबहिं दिया अउर सब औजारे प छिरका। इ तेले क धूप वेदी प डारि द्या। 28 जरि क भेट क वेदी अउ दूसर सबही बरतन प यहोवा बरे तेल नावा। खोरा अउ ओका आधार प तेल नावा अउ वेदी क पावा प तेल नावा। 29 तू इ सब चीजन्क पवित्तर बनउब्या। उ सबइ चिजियन यहोवा बरे खास होइहीं। कउनो भी चीज जउन एनका छुइ उ भी पवित्तर होइ जइ। 30 “हारून अउ ओनके पूतन प तेल छिरका। मोर खास तरह स सेवा करइ बरे इ ओनकइ पवित्तर करिहीं। तबहिं इ सबइ मोरे सेवा याजकन क तरह करत हीं। 31 “इस्राएल क मनइयन स कहा कि अभिसेक क तेल मोरे बरे हमेसा बहोत पवित्तर अउ खास होइ। इ हमेसा तोहार सबहीं पीढ़ियन बरे सिरफ मोर सेवा बरे होइ चाही। 32 मामूली सुगन्धि क तरह कउनो भी मनई इ तेल क न बइपरी। उ तरह कउनो सुगन्धि बनावा जउन तरह इ खास तेल बनाऐस ह। इ खास अभिसेक क तेल पवित्तर अहइ अउर इ तोहरे बरे बहोत खास अउ पवित्तर होइ चाही। 33 जदि कउनो इ पवित्रर तेल क नाईर् सुगन्धि बनवइ अउर ओका कउनो विदेसी क देइ जउन कि याजक नाहीं ह तउ उ मनई क आपन लोगन स जरूर अलगाइ देइ चाही।” 34 तब यहोवा मूसा स कहेस, “इ महकउआ हवन सामग्री क ल्या: रसगंधा, कस्तूरी गंधिका, बिरोजा अउ निखालिस लोहबान। धियान राखा कि तोहरे लगे सामग्री क वजन बराबर होइ। 35 सामग्री क महकउआ धूप बनावइ बरे आपुस मँ मिलावा। ऍका उहइ तरह करा जइसा सुगन्धि बनवइया करत ह। इ धूप मँ नोन भी मिलावा। इ एका सुद्ध अउ पवित्तर बनइ। 36 कछू धूप क तब तलक पीसा जब ताईर् ओकर बुकनी न होइ जाइ। बइठकावाले तम्बू मँ करार क संदूखे क समन्वा इ बुकनी क धरा। इ उहइ ठउर अहइ जहाँ मइँ तोहसे मिलब। 37 तू पचन्क इ धूपे क चूरन क सिरिफ खास अवसर मँ ही बइपरइ चाही। तू पचन्क इ धूपे क चूरन क बइपरइ बरे सिरिफ खास तरह स यहोवा खातिर जराइ चाही। इ खास तरह स धूप बनावइ बरे दूसर धूपे बरे जिन कर्या। 38 कउनो मनई आपन खातिर कछू अइसा धूप बनावा चाहत ह जेहसे उ इ सुगन्धि क मजा लइ सकइ। मुला अगर उ अइसा करत ह तउ ओका अपने मनइयन स अलग कइ दीन्ह जाइ।”

31:1 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, 2 “मइँ यहूदा क परिवार समूह स ऊर क बेटवा बसलेल क चुनेउँ ह। उरि हुर क बेटवा रहा। 3 मइँ बसलेल क परमेस्सर क आतिमा स भरि दिहस ह। मइँ ओका हर दस्तकारी क काम मँ माहिर बनावत हउँ अउ गियान देत हउँ। 4 बसलेल एक बहोत बढ़िया सिल्पकार बा अउ उ सोना, चाँदी अउ काँसा क चीज बनइ सकत ह। 5 बसलेल सुन्नर रतन क काटि अउर जड़ सकत ह। उ लकड़ी क भी काम कइ सकत ह। बसलेल हर किसिम क काम कइ सकत ह। 6 मइँ ओहोलीआब क भी ओकरे संग काम करइ क चुनेउँ ह। ओहोलीआब दन कबीले क आहोसामाक क बेटवा अहइ। मइँ दूसर मजूरन क माहिर बनाएउँ ह ताकि उ पचे उ सबहिं चीजन्क बनइ सकिहीं जेका मइँ तोहका करइ क हुकुम दिहेउँ ह। 7 बइठकावाला तम्बू, करार क संदूख, संदूखे क ढकना। 8 मेज अउर ओह पइ सारी चीजन निखालिस सोना क डीबट अउर एकर सबहिं बर्तन, धूप बारइ क वेदी। 9 भेटे क जरावइ बरे वेदी अउ वेदी प बइपरइ क चीज, कटोरा अउ एकर नीचे क चीज। 10 याजक हारून क खास वस्तर अउ ओकरे बेटवन बरे खास वस्तर, जबहिं उ पचे याजक क नाईर् सेवा करत पहिरहीं। 11 अभिसेक क महकउआ तेल, अउर पवित्तर ठउर बरे महकत धूप।इ कारीगरन्क इ सब चीजन्क वइसी बनवइ चाही जइसा मइँ तोहका हुकुम-दिहेउँ ह।” 12 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, 13 “इस्राएल क लोगन स इ कहा: ‘तू पचे मोरे खास अरामे क दिन बरे नेम क मानाई चाही। तू पचन्क इ जरूर करइ क चाही, काहेकि इ सब मोरे अउ तोहरे बीच सबहिं पीढ़ी बरे चीन्हा क रूप मँ रइहीं। एहसे तोहका पता लागी कि मइँ, यहोवा तोहका आपन खास मनई बनए अही। 14 “‘सबित क दिन क खास दिन बनावा। यदि कउनो एका दुसित करत ह तउ उ व्यक्ति क जरूर मार डावइ चाही। अगर कउनो सबित क दिन काम करत ह, तउ उ व्यक्ति क आपन लोगन मँ स जरूर अलग कइ दीन्ह जाइ। 15 हफ्ता मँ दूसर छ: दिन काम करइ बरे अहइँ। एकर मतलब खास दिन अराम करइ बरे अउर यहोवा क मान देइ बरे अहइ। अगर कउनो सबित क दिन काम करी उ जरूर ही मार दीन्ह जाइ। 16 इस्राएल क लोगन सबित क दिना क खास दिन क रूप मँ जरूर याद रखिइ चाही। उ एका हमेसा हमेसा मनावत रइहीं। इ मोरे अउ ओनके बीच करार अहइ जउन सदा बना रही। 17 सबित क दिन मोरे अउ इस्राएल क बीच सदा चीन्हा क रूप मँ बना रही। यहोवा छ: दिन काम किहेस अउ अकास अउ धरती क बनएस अउ सतएँ दिन उ आपन क अराम दिहेस अउ सुस्तान।’“ 18 जउने समइ परमेस्सर मूसा स सीनै पहाड़े प बात करब बंद किहस, उ ओका करार लिखित भवा दुइ समथर पाथर दिहस। परमेस्सर आपन अंगुरियन क काम मँ लगाएस अउ पथरे प लिखेस।

32:1 लोगन निहारेन कि टेमॅ बीति गवा अहइ जब तलक मूसा पहाड़े प नाहीं गवा अउर हुआँ स वापिस नाहीं भवा। ऍह बरे लोगन हारून क चारिहुँ कइँती एक्टठा भएन। उ पचे ओसे कहेन, “लखा। मूसा हम पचन्क मिस्र देस बाहेर निकारेस। मुला हम पचे इ नाहीं जानित कि ओकरे साथ का होइ गवा अहइ। ऍह बरे कछू देवतन क हमरे अगवा चलइ अउ हमका अगवा लइ चलइवाला बनावा।” 2 हारून मनइयन स कहेस, “आपन आपन मेहररूअन, बेटवन अउ बिटियन्के सोना क बाली मोरे लगे लइ आवा।” 3 ऍह बरे सब मनइयन कनवा क बालिन्क बटोरेन अउ उ सबइ ओनका हारून क लगे लइ आएन। 4 हारून मनइयन स सोना लिहेस अउ बछवा क एक मूरति बनवइ बरे बइपरेस। हारून मूरति क तरासइ बरे एक छोनी क बइपरेस। तबहिं इ मूरति क सोना स ढाँक दिहेस।तब लोगन स कहेस, “इस्राएल, तू पचन्क हिआँ उहइ देवता अहइँ जउन तू सबन्क मिस्र स बाहेर लइ आएन ह।” 5 हारून इ चीजन्क लखेस। ऍह बरे उ बछवा क समन्वा एक वेदी बनएस। तब हारून एलान किहेस, “भियान यहोवा क मान देइ बरे एक खास भोज होइ।” 6 भियान भिन्सारे मनइयन हाली उठि गएन। उ पचे पसु क मारि डाएन अउ ओकर होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएन। मनइयन खाइ अउ पिअइ बरे बइठेन। तब उ पचे ठाड़ भएन अउ असभ्य भोज किहेन। 7 उहइ समइया यहोवा मूसा स कहेस, “इ पहाड़े स पाले उतरा। तोहार लोगन यानी उ पचे, जेका तू मिस्र स लइ आया ह, भयंकर पाप किहे बाटेन। 8 उ पचे जल्दी ही उ चीजन क करइ स मुकर गएन जेनका करइ क हुकुम मइँ ओनका दिहउँ ह। उ पचे टेघरा भवा सोना स आपन बरे एक बछवा बनएन। उ सबइ उ बछवा क निहुरत अहइँ अउ ओका बलि चढ़ावत अहइँ। लोगन कहेन ह, ‘इस्राएल, इ सबइ तोहार देवता अहइँ, जउन तोहका मिस्र स बाहेर लइ आएन ह।”‘ 9 यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ इ लोगन क लखेउँ ह, “मइँ जानत अहउँ कि इ पचे बहोत हठी अहइँ। 10 ऍह बरे अब मोका ओन लोगन क बरबाद करइ द्या। तब मइँ तोहरे बरे एक बड़का रास्ट्र बनउब।” 11 मुला मूसा यहोवा आपन परमेस्सर स पराथना किहेस अउ ओसे भीख मांँगेस। मूसा कहेस, “हे यहोवा, तोहका आपन लोग पइ काहे किरोध करइ चाही। आप आपन अपार सक्ती अउ आपन बल स इ पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आया ह। 12 मुला अगर आप आपन लोगन क नस्ट करब्या तब मिस्र क मनइ कहि सकत हीं ‘यहोवा आपन लोगन क संग बुरा करइ क चाल चलेन ह। इहइ कारण अहइ कि एनका मिस्र स बाहेर निकार्या ह। उ ओनका पहाड़े प मारि डावा चाहत रहा। उ आपन लोगन क धरती स मेटाइ देइ चाहत ह।’ ऍह बरे आपन लोगन किरोध करइ बन्द करा। ओन लोगन क बर्बाद करइ क जोजना छोड़ द्या। 13 आप आपन सेवा करइवालन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क याद राखा। आप आपन नाउँ क उ पचन्क प्रतिग्या करइ बरे बइपर्या तू कह्या: ‘मइँ तोहार लोगन क ओतना अनगिनत बनउब जेतना अकासे मँ तारा अहइँ। मइँ तोहरे लोगन क इ समूची भुइँया देब जेका मइँ ओनका बचन दिहउँ ह। इ भुइँया हमेसा ओनकइ होइ।”‘ 14 ऍह बरे यहोवा अफसोस किहेन। यहोवा उ नाहीं किहेन जउन उ कहे रहेन। उ लोगन क बरिबाद नाहीं किहेन। 15 तब मूसा पहाड़े स खाले उतरा। मूसा क लगे अगवा अउ पाछे लिखा भवा करार वाला दुइ समथर पाथर रहेन। 16 परमेस्सर खुद ओनँ पाथरन क बनएस। परमेस्सर खुद उ आग्यन क पाथरे प खोदेस ह। 17 पहाड़े स तरखाले उतरत यहोसू मनइयन क हल्लागुल्ला सुनेस। यहोसू मूसा स कहेस, “खाले पड़ाव मँ लड़ाई क अवाज सुनाइ पड़त अहइ।” 18 मूसा जवाब दिहेस, “इ फउजे क जीत क सोर न बाटइ अउर न ही हार जाए प चिचिआइ क सोर। मइँ जउन अवाज अनकत अहउँ उ गाने का अवाज अहइ।” 19 जब मूसा डेरा क निअरे आवा तउ उ सोना क बछवा अउ लोगन क गावत अउ नाचत भवा निहारेस। मूसा बहोत कोहाइ गवा अउ उ समथर पथरन क भुइँया प गिराइ दिहस अउ ओनका तोड़ दिहस। पहाड़े क तलहटी मँ उ ओनका रेजा रेजा कइ दिहस। 20 तबहिं मूसा लोगन क बनवा भवा बछवा क तोड़ फोड़ डाएस। उ सोना क आगी मँ टेघराएस। उ सोना क ऍतना पीसेस कि उ चूरन होइ गवा। उ सोना क चूरन क पानी मँ बहाइ दिहस। तबहिं उ इस्राएल क मनइयन क पानी पिअइ बरे मजबूर किहस। 21 मूसा हारून स कहेस, “इ मनइयन तोहरे संग का किहेन? कि तू ओनका अइसे बुरा पाप करइ क लिआया?” 22 हारून जवाब दिहस, “महासय। जिन कोहाअ। आप जानत बाटेन कि लोगन हमेसा गलत काम करइ क तइयार रहत हीं। 23 लोग मोसे कहेस, ‘मूसा हम पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आया। मुला हम पचे नाहीं जानित कि ओकरे संग का भवा बाटइ। ऍह बरे हम सब मनइयन क राह देखावइ वाला कउनो देवतन क बनावा।’ 24 ऍह बरे मइँ मनइयन स कहेस, ‘जदि तोहरे लगे सोना क अंगूठियन होइ तउ ओनका मोका दइ द्या।’ मनइयन मोका आपन सोना दिहेन ह। मइ इ सोना क आगी मँ झोंका अउ इ बछवा आगी स बाहेर आएस।” 25 मूसा लखेस कि लोग नियंत्रण स बाहेर होइ गएन, काहेकि हारून ओह पइ नरम होइ गएन ह। मनई मूरख क नाईर् इ तरह क ब्योहार करत बाटेन। ओनकइ सब दुस्मन लखि सकइँ। 26 ऍह बरे मूसा डेरा क दरवाजे प ठाड़ भवा। मूसा कहेस, “कउने मनई जउन यहोवा क पाछा करइ चाहत ह मोरे लगे आवइ।” तब लेवी क परिवारे क सबइ मनइयन परात परात मूसा क लगे आएन। 27 तबहिं मूसा ओनसे कहेस, “इ तरह इस्राएल क परमेस्सर यहोवा क कहात ह: ‘हर मनई आपन तरवार उठाइ लेइ अउ डेरा क एक निकास स दूसर निकास ताईर् जाइ। तू पचे उ लोगन क जरूर मारइ चाही चाहे उ तोहार आपन भाई, दोस्त अउ पड़ोसी ही क्यों न हो।”‘ 28 लेवी क परिवारे क मनई मूसा क हुकुम मानेन। उ दिना इस्राएल क करिब तीन हजार मनई मर गएन। 29 तब मूसा कहेस, “आज यहोवा क सेवा करइ बरे अपने आपक तइयार कर ल्या। काहेकि यहोवा आज तोहका आसीर्बाद देइहीं! अगर चाहे कि कउनो आदमी आपन पूत या रिस्तेदार क खोइ देत ह।” 30 दूसर दिन भिंन्सारे मूसा मनइयन स कहेस, “तू पचे खउफनाक पाप किहा ह। मुला अब मइँ यहोवा क लगे ऊपर जाब। सायद कि मइँ तोहार पाप बरे प्रायस्चित कइ सकत हउँ।” 31 तउ मूसा लौटिके यहोवा क लगे गवा अउ कहेस, “कृपा कइके सुना। इ लोग बहोत बुरा पाप किहेन ह अउ सोना क एक देवता बनएन ह। 32 अबहिं ओनका पाप खातिर छिमा कइ द्या। जदि आप छिमा न करब्या तउ मोर नाउँ “जिन्नगी क किताबेस मेट द्या जेका आप लिखे अहा।” 33 मुला यहोवा मूसा स कहेस, “जउन मोरे खिलाफ पाप करत हीं, सिरिफ अइसा ही मनई बाटेन जेकर नाउँ मइँ आपन किताबे स मेटत हउँ। 34 ऍह बरे जा अउ मनइयन क हुवाँ लइ जा, जहाँ मइँ कहत हउँ। मोर सरगदूत तोहरे अगवा अगवा चली अउ तोहका राह देखाइ। जब उ मनइयन क सजा देइ क टेमॅ आइ, तउ जउन पाप किहे बाटेन तब ओनका सजा दीन्ह जाइ।” 35 ऍह बरे यहोवा मनइयन मँ एक भयंकर बेरामी पइदा किहेन ह। उ ऍह बरे अइसा किहेन ह कि उ पचे हारून स सोना क बछवा बनवइ क कहे रहेन।

33:1 तब यहोवा मूसा स कहेस, “तू अउ तोहार उ लोग जेनका तू मिस्र स हिआँ लइ आया ह इ ठउर क जरूर तजि द्या। अउर उ भुइँया मँ जा जेका मइँ इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क देइ क बचन दिहउँ ह। मइँ ओनका बचन दिहउँ ह। मइँ वाचा किहेउँ, “मइँ उ भुइँया क तोहरे सन्तानन क देब। 2 मइँ एक सरगदूत तोहरे अगवा अगवा पठउब। अउर मइँ कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी, अउ यबूसी मनइयन क बाहर हाँक देब। मइँ उ लोगन क तोहार पहँटा तजि देइ क मजबूर करब। 3 ऍह बरे उ भुँइया पइ जा जउन दूध अउर सहद स भरपूर होइ। मुला मइँ तोहरे संग न जाब। तू पचे बहोत जिद्दी अहा। जदि मइँ तोहरे संग जाब तउ तोहार नास करब।” 4 मनइयन इ बुरी खबर सुनेन अउ बहोत दुःखी भएन। ऍह बरे लोग आपन गहना उतार लिहेन। 5 उ काहेकि यहोवा मूसा स कहेन, “इस्राएल क मनइयन स कहा, ‘तू पचे हठी लोग अहा। जदि मइँ तोहरे संग सिरिफ थोड़ी बरे होबउँ, होइ सकत ह मइँ तू पचन्क नास कइ देब। ऍह बरे सबइ आपन गहना उतारि देइँ। तब मइँ इ निहचय करब कि तोहरे संग का करी।’“ 6 ऍह बरे इस्राएल क लोग होरेब अर्थात् सीनै पहाड़े स अगवा आपन गहना उतारे रहेन। 7 मूसा बइठकावाला तम्बू क डेरा स कछू दूर लइ गवा। हुवाँ उ ओका लगाएस अउ ओकर नाउँ “बइठकावाला तम्बू” राखेस। कउनो व्यक्ति जउन यहोवा स कछू जानइ चाहत रहा, ओका डेरा क बाहेर बइठकावाला तम्बू ताईर् जाइ क पड़त रहा। 8 जब कबहुँ मूसा बाहेर बइठकावाला तम्बू मँ जात तउ मनइयन ओका निहारत रहतेन। लोगन आपन तम्बू क दुआरे ठाड़ रहतेन अउ मूसा क तबहिं ताईर् लखत रहतेन जबहिं ताईर् मूसा बइठका वाला तम्बू मँ न चला जात। 9 जब मूसा बइठकावाला तम्बू मँ घुसरत एक लम्बा बादर क खम्भा खाले उतर जात अउ उ बादर बइठकावाला तम्बू क दुआरे ठहरत। इ तरह यहोवा मूसा स बात करत रहत। 10 जब लोगन बइठकावाला तम्बू क दुआर बादर क लखतेन उ निहुरेस अउ परमेस्सर क आराधना किहेस। हर मनई आपन तम्बू क दुआरे ओकर आराधना करत रहा। 11 इ तरह यहोवा मूसा स आमने-सामने बात करत रहा। यहोवा मूसा स इ तरह बात करत रहा जइसे कउनो मनई आपन मीत स बतियात होइ। यहोवा स बात करइ क पाछे मूसा हमेसा डेरा मँ वापस लौटत रहा। नून क पूत यहोसू मूसा क सहायक रहा। यहोसू हमेसा तम्बू मँ रहत रहा। जब मूसा ओका छोड़त रहा। 12 मूसा यहोवा स कहेस, “आप मोका इ पचन्क क अगुवाइ करइ क कह्या ह। मुला आप इ नाहीं बताएन कि आप मोरे संग केका पठइहीं। आप मोसे कहेन, ‘मइँ तोहका अच्छी तरह जानत हउँ अउ मइँ तोहसे खुस अहउँ।’ 13 जदि मइँ तोहका फुरे फुरे खुस किहेउँ ह, मोका तोहार निर्णय क बारे मँ जानइ द्या अउर तू मोका आपन तरह सिखावा। तब मइँ आपक लगातार खुस राखि सकत हउँ। याद राखा कि इ आप क लोग अहइँ।” 14 यहोवा कहेस, “मइँ खुद तोहरे संग चलब। मइँ तोहका राह देखाउब।” 15 तबहिं मूसा यहोवा स कहेस, “जदि तू हम पचन्क संग न चलब्या तउ तू इ ठउर स हम पचन्क जिन दूर पठवा। 16 हम पचे इ भी कइसे जान लेब कि तू मोसे अउर इ लोगन स खुस अहा? जदि तू संग चलब्या तउ हम पचे निहचय इ जानब। तोहका हमरे संग होइ क पाछे इ देखाउब कि मइँ अउर तोहार लोगन इ धरती क दूसर लोगन स कइसे अलग होइ जाब।” 17 तब यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ उहइ करब जउन तू कहत बाट्या। मइँ इ करब काहेकि मइँ तोहसे खुस अहउँ। मइँ तोहका अच्छी तरह स जानत हउँ।” 18 तब मूसा कहेस, “अब किरपा कइके मोका महिमा देखावा।” 19 परमेस्सर कहेस, “मइँ आपन उचित भलाई क तोहार आगे स गुजारउब। मइँ यहोवा अहउँ अउर मइँ आपन नाउँ क घोषणा करब जेसे तू ओका सुनि सका। मइँ कउनो भी व्यक्ति प कृपा अउ पिरेम देखाउब जेनका मइँ चाहउब। 20 मुला तू मोर मुँह नाहीं निहार सकत्या। कउनो भी मनई मोका लख नाहीं सकत अउर जदि लखि लेत ह तउ उ जिन्दा नाहीं रहि सकत। 21 “मोरे लगे नगिचे एक ठु चट्टान बाटइ। तू उ चट्टाने प ठाड़ होइ सकत ह। 22 मोर महिमा उ ठउर स होइके जाइ। मइँ तोहका उ चट्टाने क बड़की दरार मँ राखब अउ तोहका आपन हथवा स ढाँकब जे समइ मइँ गुजरब। 23 तबहिं मइँ आपन हाथ हटाइ लेब अउर तू मोर पीठ भइ देखब्या। मुला तू मोर मुँह नाहीं देख पउब्या।”

34:1 तब यहोवा मूसा स कहेस, “दुइ अउर समथर पाथरन ठीक वइसे ही बनावा जइसे पहिले दुइ रहीं जेका तू तोग दिहे रहा। मइँ एह प ओनही सब्दन क लिखब जउन पहिले दुइनउँ पाथर क पाटी प लिखा रहेन। 2 भियान भिन्सारे तइयार रह्या अउ सीनै पहाड़े प आवा। हुवाँ मोरे समन्वा पहाड़े क चोटी प ठाड़ रह्या। 3 कउनो मनई क तोहरे संग नाहीं आवइ दीन्ह जाइ। हिआँ तलक कि तोहरे गोरू अउ भेड़ी क झुण्ड क भी पहाड़े क उ पार घास नाहीं चरइ चाही।” 4 ऍह बरे मूसा पहिले पाथर क तरह पाथर क दुइ समथर पाटी बनएस। तब दूसर दिन भिन्सारे उ सीनै पहाड़े प गवा। मूसा उहइ किहेस जइसा यहोवा ओका हुकुम दिहे रहेन। मूसा आपन संग पाथर क दुइ पाटी लइ गवा। 5 मूसा क पहाड़े प पहोंच जाइ क पाछे यहोवा ओकरे लगे बादर मँ खाले पहाड़े प आवा। यहोवा हुवाँ मूसा क लगे ठाड़ रहा। उ यहोवा क नाउँ लिहेस। 6 यहोवा मूसा क समन्वा स गवा अउ उ कहेस, “यहोवा, दयालु यहोवा, अउ कृपालु परमेस्सर अहइ। यहोवा कोहाइ मँ धीरे करत ह। यहोवा महान पिरेम स सराबोर बा। यहोवा बिस्सास क जोग्ग बा। 7 यहोवा हजारन पीढ़िन प कृपा करत ह। यहोवा लोगन क जउन उ पचे पापन्क करत हीं, छिमा करत ह। मुला यहोवा अपराधी क सजा देइ मँ चूकत नाहीं। यहोवा सिरिफ अपराधी क सजा नाहीं देइ मुला ओनके बेटवन, नाती, पंती अउ संती क भी बुरी बात क सजा देइ जउन उ पचे किहे रहेन। 8 तब तुरन्तइ मूसा धरती प निहुरा अउ यहोवा क पूजेस। मूसा कहेस, 9 “सुआमी। जदि आप मोसे खुस अहइँ तउ हमार साथे चलइँ। मइँ जानत हउँ कि उ पचे हठी लोग अहइँ। मुला हम पचन्क ओन पापन्क अउ अपराधन्क छिमा कइ द्या, जउन हम पचे किहेन ह।” 10 तब यहोवा कहेस, “मइँ तोहरे सबहिं लोगन क संग इ करार करत हउँ। मइँ अइसा अचरज कार्य करब जइसे इ धरती प कउनो भी दूसर रास्ट्र क खातिर पहिले कबहुँ नाहीं कीन्ह गवा रहा। तोहरे संग सबहिं लोगन उ अचभ्बा क निहरिहीं जउन मइँ तोहरे बरे करब।” 11 आज मइँ जउन हुकुम देत हउँ ओका माना। मइँ कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी, अउ यबूसी क बाहेर निकरि जाइ क मजबूर करब। 12 होसियार रहा। उ लोगन क संग कउनो समझौता जिन करा जउन उ पहँटा मँ रहत अहइँ जहाँ तू जात अहा। जदि तू ओनकइ संग समझौता करब्या तउ तू ओहमाँ फँस जाब्या। 13 ओनके वेदी क नास कइ डावा उ पाथरन क तोड़ि डावा जेका उ पचे पूजत बाटेन। ओनकइ मूरतक काटिके बहाइ द्या। 14 कउनो दूसर देवता क आराधना जिन करा। मइँ “यहोवा कना - ईर्स्यालु यहोवा” अहउँ। इ मोर नाउँ अहइ। मइँ “एलकना ईर्स्यालु परमेस्सर हउँ।” 15 “जउन लोग उ पहँटा मँ रहत हीं ओनसे कउनो समझौता जिन करा। जदि तू इ करब्या तउ जब उ सबइ आपन देवतन क पूजिहीं तब तू ओनके साथे होइ सकब्या। उ पचे तोहका सामिल होइ बरे न्यौतिहीं अउर तू ओनकइ भेंट क खाब्या। 16 तू आपन बेटवन क पत्नी बनवइ बरे ओनकइ कछू बिटियन क चुन सकत ह। उ पचे बिटियन झूठ देवतन क पूजा करत रहत हीं। उ पचे तोहरे बेटवन स उहइ करवाइ सकत हीं। 17 “मूरत जिन बनाया। 18 “बे खमीरे क रोटी क दावत क त्यौहार मनावा। मोरे हुकुम बरे सात दिना तलक बेखमीरे क रोटी खाया। एका उहइ महीना मँ करा जेका मइ चुनेउँ ह जउन कि अबीब क महीना अहइ। काहेकि उहइ महीना अहइ जब तू मिस्र स बाहेर आए रह्या। 19 “कउनो भी मेहरारू क पहिलौटी बेटवा मोर बा। पहिला जनावर भी जउन तोहार गाय-बोकरी अउ भेड़ी स पइदा होइ, मोर अहइ। 20 जदि तू पहिले पइदा भए गदहा क आपन बरे राखइ चाहत बाट्या तउ तू एका भेड़ी क बच्चा स बेसहि सकत ह। मुला अगर तू उ गदहा क भेड़ी क बच्चा स नाहीं वेसहत्या तउ तोहका उ गदधा क गरदन जरूर तोड़ दइ चाही। तोहका आपन पहिलौटी सब पूतन बरे मोसे बेसहइ क होइ। कउनो व्यक्ति बे भेंटे क मोरे समन्वा न आइ। 21 “तू छ: दिन काम करा। मुला सातँवा दिन अराम करा।। पौध रोपइ अउ फसिल काटइ क समइया भी तोहका सबित क दिन क धियान रखइ चाही। 22 “हफ्तन क त्यौहार मनावा। फसल कटाइ क त्यौहार क मनावा। आखीर मँ फसल काटइ क दावत करा। 23 “हर साल तोहार सब मनई तीन दाईर् आपन सुआमी, यहोवा इस्राएल क परमेस्सर क लगे जइहीं। 24 “जबहिं तू आपन भुइँया मँ पहुँचब्या मइँ तोहरे दुस्मनन क उ भुइँया स बाहेर जाइके मजबूर करब। मइँ तोहरे चौहद्दी क बढ़ाउब अउर तू जिआदा स जिआदा धरती पउब्या। तोहका आपन परमेस्सर यहोवा क समन्वा बरिस मँ तीन दाईर् जाइ चाही। अउर तोहसे उ टेमॅ तोहर देस लेइ क कउनो जतन न करी। 25 “जब तू बलि स खून भेंट करा तउ उहइ समइया खमीर जिन भेंट करा।“अउर फसह त्यौहार क कछू भी गोस दूसर भिन्सारे तलक नाहीं राखइ चाही। 26 “यहोवा क आपन पहली काटी भइ फसल द्या। उ चीजन्क यहोवा आपन परमेस्सर क घरे लइ आवा।“बोकरी क बच्चा क ओकर महतारी क दूध मँ जिन पकावा।” 27 तब यहोवा मूसा स कहेस, “जउन बातन क मइँ बतायउँ ह ओनका लिखि ल्या। इ आदेस क अनुसार मइँ तोहार अउर आपन बीच करार किहउँ ह।” 28 मूसा हुवाँ यहोवा क संग चालीस दिना अउ चालीस रात रहा। उ पूरे टेम तलक न खइया क खाएस अउर न पानी पिएस। अउर मूसा क करार क सब्दन क दस-आग्यन क दुइ समथर पाथरन प लिखेस। 29 तब मूसा सीनै पहाड़े स तरखाले उतरा। इ यहोवा क दुइनउँ पाथरे क समथर पाटी क संग लइ आवा। मूसा क मुँह चमकत रहा। काहेकि उ यहोवा स बात किहेस। मुला मूसा इ बरे नाहीं जानत रहा। 30 हारून अउ इस्राएल क सब लोगन लखेन कि मूसा क मुँह चमकत रहा। ऍह बरे उ पचे ओकरे पास जाइ स डेरानेन। 31 मुला मूसा ओनका बोलाएस। ऍह बरे हारून अउ सबहिं अगुवा लोग मूसा क लगे गएन। मूसा ओनसे बतियान। 32 ओनके पाछे इस्राएल क सबहिं लोग मूसा क लगे आएन। अउर मूसा ओनका उ आदेस दिहेस जउन यहोवा सीनै पहाड़े प दिहे रहा। 33 जब मूसा बात करब खतम किहेस तउ उ आपन मुँह क एक ओढ़ना स ढाँकि लिहस। 34 जब कबहुँ मूसा यहोवा क समन्वा बात करइ जात तउ ओढ़ना क हटाइ लेत। तब मूसा बाहेर आवत अउ इस्राएल क लोगन क इ बतावत जउन यहोवा क हुकुम होत रहा। 35 इस्राएल क मनइयन देखत रहेन कि मूसा क मुँह तेज स चमकत रहा। ऍह बरे मूसा आपन मुँह फुन ढाँकि लेत। मूसा आपन मुँहना क तब तलक ढाँके रखत रहा जब तलक उ यहोवा क संग बात करइ अगली दाईर् नाहीं जात रहा।

35:1 मूसा इस्राएल क सबहिं मनइयन क बटोरेस। मूसा ओनसे कहेस, “मइँ उ सब आदेसन क बताउब जउन यहोवा तू पचन्क करइ क आदेस दिहस ह। 2 “काम करइ क छ: दिन अहइँ। मुला सातवाँ दिन तू पचन्क अराम क दिन खास दिन होइ। उ खास दिन अराम कइके तू पचे यहोवा क स्रद्धा देब्या। जदि कउनो सातवाँ दिन काम करी तउ ओका जरूर मारि डावा जाइ। 3 सबित क दिना तू सबन्क कउने ठउर प आगी तलक नाहीं बारइ चाही जहाँ कहूँ तू पचे रहत बाट्या।” 4 मूसा इस्राएल क सबहिं मनइयन स कहेस, “इहइ बा जउन यहोवा हुकुम दिहे अहइ। 5 यहोवा बरे खास भेंट बटोरा। तोहका आपन मन मँ ठान लेइ चाही कि तू पचे का भेंट मँ देब्या। अउर तब तू उ भेंट यहोवा क लगे लइ आवा। सोना, चाँदी, काँसा, 6 नीला बैगनी अउ लाल कपड़ा, उत्तिम सन अउ बोकरी क बार, 7 भेड़ी क लाल रंगी खाल, उत्तिम चाम, बबुरे क लकड़ी, 8 दिया बरे जइतूने क तेल, अभिसेक क तेल बरे मसाले सुगन्धि धूप बरे मसाला, 9 गोमेद रतन अउ दूसर रतन एपोद अउर निआव क थइला प लगावा जइहीं। 10 आप सबहिं कुसल कारीगर क चाही कि यहोवा जउन चीजन्क हुकुम दिहे अहइँ ओनका बनावा। इ सबइ उ चीज अहइँ जेनके बरे यहोवा हुकुम दिहे अहइँ। 11 पवित्तर तम्बू, ऍकरे बाहेर क तम्बू, अउ एकर ढकना, हुक, तखता, पाटी, खम्भा अउ आधार। 12 पवित्तर संदूख, अउ एकर खम्भन अउ संदूखे क ढकना, अउ दरवाजे क रास्ता क ढाँपइ बरे पर्दा। 13 मेज अउ एकर खम्भन, मेजे प धरी जाइवाली सब चीज, अउ मेजे प धरी जाइवाली खास रोटी, 14 रोसनी क बइपरइ बरे डीबट, अउर ऍकर सबइ बासन, ऍकर दिया, अउ रोसनी बरे तेल, 15 धूप बारइ बरे वेदी अउ ऍकर खम्भन, अभिसेक क तेल अउ महकउआ धूप, बइठकावाला तम्बू क प्रवेस दुआर क ढाकइ वाली कनात, 16 होमबलि क बारइ बरे वेदी, एकर काँसा क झंझरी, खम्भन अउ वेदी प बइपरइ बरे सबहिं चिजियन, काँसा क खोरा अउ आधार, 17 आँगन क चारिहुँ कइँती पर्दा, अउर खम्भा अउ एकर आधार, अउर आँगन क प्रवेस दुआर क ढकइवाला कनात, 18 तम्बू क थामइ बरे बइपरइ खातिर खूँटी अउर आँगन क घेरइवाला पर्दा क दिवार, खूँटी स बाँधइवाली लसुरी। 19 अउ खास बुना भवा ओढ़ना जेका याजक पवित्तर ठउरे प पहिरहीं। इ खास ओढ़ना हारून अउ ओकरे बेटवन क पहिरइ बरे अहइँ। उ पचे इ ओढ़ना क तब पहिरहीं जब उ पचे याजक क रूप मँ सेवा करिहीं।” 20 तब इस्राएल क सबहिं मनई मूसा क लगे स चलेन। 21 सबहिं मनइयन जउन भेंट चढ़ावइ चाहत रहेन आएन अउर यहोवा बरे भेंट लिआएन। इ भेंट बइठकावाला तम्बू क बनावइ, तम्बू क सब चीजन अउ खास ओढ़ना बनावइ क काम मँ लाइ गइन। 22 सबहिं मेहरारू-मनसेधू, जउन चढ़ावा देइ चाहत रहेन, किसिम किसिम क आपन आपन सोना क गहना लइ आएन। उ सबइ पिन, कान क बाली, मुंदरी, दूसर गहना लइ आएन। उ पचे आपन सबहिं गहना क चढ़ाएन। इ यहोवा क खास भेंट रही। 23 हर मनई जेकरे लगे नीला, बैगंनी अउ लाल कपड़ा अउर सन क उत्तिम रेसा रहा, उ इ सबन्क यहोवा क लगे लइ आवा। उ मनई जेकरे लगे बोकरी क बार, लाल रंग क भेड़ी क खाल, उत्तिम चमड़ा रहा, ओका उ यहोवा क लगे लइ आवा। 24 हर मनई जउन चाँदी, काँसा चढ़ावइ चाहत रहा यहोवा क भेंट क रूप मँ ओका लियाएस। हर मनई जेकरे लगे बबुरे क लकड़ी रही, आवा अउ ओका यहोवा क चढ़ाएस। 25 हर माहिर मेहरारू सन क उत्तिम रेसावाला नीला, बैगनी अउ लाल ओढ़ना बनाएस। 26 उ सबहिं मेहरारू जउन माहिर रहीं अउ इ काम बरे ओकर मदद करइ सकत हीं उ पचे बोकरी क बारे स ओढ़ना बनाएन। 27 नेतन सुलेमानी पाथर तथा दूसर रतन लइ आएन। इ सब नग अउ रतन याजक क एपोद अउ निआउ क थइली मँ लगाए रहेन। 28 लोग मसाला अउ जइतून क तेल भी लइ आएन। इ चीजन महकउआ धूप, अभिसेक क तेल अउ दिया क तेल बरे बइपरी गइन। 29 इस्राएल क सबहिं मनइयन जउन मदद करइ चाहत रहेन यहोवा बरे भेंट लइ आएन। मनइयन इ सबहीं भेंट दिल खोलिके जेतन उ पचे चाहेस दिहेन। इ भेंट उ सबइ चीजन्क बनवइ बरे काम मँ आइन जेका यहोवा मूसा अउ लोगन क बनाइ क हुकुम दिहे रहेन। 30 तब मूसा इस्राएल क मनइयन स कहेस, “लखा यहोवा बसलेल, उरि क बेटवा (उरि हूर क बेटवा रहा) जउन यहूदा क परिवार गोत्र स रहा क चुनेस। 31 अउर उ बसलेल क परमेस्सर क आतिमा स भरि दिहस। इसलिए उ बुद्धि स परिपूर्ण अहइ अउर उ हर प्रकार क सिल्पकारी कार्य क करइ मँ होसियार अउ माहिर अहइ। 32 उ सोना, चाँदी अउ काँसा क चीजन्क नमूना बनाइ सकत ह। 33 उ नग अउर रतन क काट अउ जड़ सकत ह। बसलेल लकड़ी क काम कइ सकत ह अउर सबहिं तरह की चीजन क बनइ सकत ह। 34 यहोवा बसलेल अउ ओहोलीआब क दूसर लोगन क सिखवइ क जोग्यता दइ दिहस ह। ओहोलीआब दन क परिवार गोत्र स अहीसामाक क पूत रहा। 35 यहोवा इ दुइनउँ मनइयन क सब तरह क काम कइ क कुसलता दइ दिहस। ह। उ पचे बढ़ई अउ लोहार क काम करइ क जोग्यता रखत हीं। उ सबइ नीला, बैगनी अउ लाल ओढ़ना अउ सन क उत्तिम रेसा वाला कपड़ा स तस्बीर क काढ़िके ओनका बुन सकत हीं। अउर उ पचे ऊन स भी चीजन्क बुन सकत हीं। उ सबइ प्रकार क काम करइ सकत ह अउर सबइ प्रकार क डिज़ाइन बनाइ सकत ह।

36:1 “ऍह बरे बसलेल, ओहोलीआब अउ सब चतुर मनई उ काम करिहीं जेनका यहोवा हुकुम दिहे अहइ। यहोवा इ मनइयन क ओन सबहिं काम करइ क बुद्धि अउ समझ दइ दिहे अहइ जेकर जरूरत इ पवित्तर ठउर क सेवा करइ बरे अहइ।” 2 तब मूसा बसलेल, ओहोलीआब अउ सबहिं दूसर मनइयन क बोलाएस जेनका यहोवा खास चतुराई दिहे रहा। अउर इ पचे आएन काहेकि इ काम मँ मदद करइ चाहत रहेन। 3 मूसा इस्राएल क उ कुसल मनइयन क उ सबहिं चीजन्क दिहेन जेनका इस्राएल क लोग उपहार क रूप मँ लइ आए रहेन। अउर उ पचे पवित्तर ठउर क बनवइ मँ उ चीजन्क बइपरेन। मनइयन रोज भिन्सारे भेंट लइ आवत रहेन। 4 तब सबहिं कुसल मनइयन पवित्तर ठउर क काम क अनजाम देइ बरे क जगह जमा भएन। अउर उ पचे मूसा स बात करइ गएन। उ पचे कहेन, 5 “लोग बहोत सारे चिजन लाए अहइँ, अउर हम पचन्क लगे ओसे बहोत जिआदा सामान अहइ जेतना कि उ काम क पूरा करइ बरे चाही जेका करइ क हूकुम यहोवा दिहस ह।” 6 तबहिं मूसा सिबिर मँ खबर क प्रचार कराएस: ‘कउनो मनसेधू या मेहरारू क अब कउनो भेंट पवित्तर तम्बू मँ न चढ़ाई चाही।” 7 इ तरह लोगन जेतना चाही ओसे जियादा देइ क बन्द कइ दिहेन।” 8 तब कुसल कारीगरन तम्बू बनउब सुरू किहेन। उ पचे नीला, बैगनी अउ लाल ओढ़ना अउ सन क उत्तिम रेसा स दस पर्दा बनाएन। अउर उ पचे करूब सरगदूतन क तस्वीरन क पर्दन प काढ़ेन। 9 हर एक पर्दा बराकर नाप क रही। इ अट्ठाइस हाथ लम्बी अउर चार हाथ चौड़ी रही। 10 कारीगरन पर्दन क दुइ भाग मँ बाँटि दिहेन। उ पचे पाँच ठु पर्दन क एक हींसा मँ जोड़ के पहिला समूह बनाएन। दूसर समूह क भी उ पचे पाँच ठू पर्दन क एक हींसा मँ जोड़के बनाएन। 11 पहली समूह क आखरी पर्दा क सिरा क संग फंदा बनइ बरे नीला कपड़ा प्रयोग भवा रहा। उ पचे दूसर समूह क आखरी पर्दा क संग भी उहइ काम करइ रहेन। 12 पहिले समूह क आखरी पर्दा क सिरा मँ पचास फंदा रहेन अउ दूसरे समूह क आखरी पर्दा क सिरा मँ भी पचास फंदा रहेन। फंदा एक दूसर क आमने सामने रहेन। 13 तब उ पचे पचास सोने क छल्ला बनाएन। उ पचे इ फलियन क दुइनउँ कनात क जोड़इ बरे लगाएन। इ तरह पवित्तर तम्बू क जोड़के एक हींसा बनाइ गएन। 14 तब कारीगरन दूसर तम्बू पवित्तर तम्बू क ढाँकइ बरे बनाएन। उ ग्यारह पर्दने बनावइ बरे बोकरी क बारन क प्रयोग किहेन। 15 सबहिं ग्यारह पर्दन एक ही नाप जोख क रहिन। उ सबइ तीस हाथ लम्बी अउ चार हाथ चैड़ी रहिन। 16 कारीगरन पाँच पर्दन क एक मँ सिएस अउ छ पर्दनन क दूसर मँ सिएस। 17 उ पचे पहिली समूह क आखिरी पर्दा क सिरा स जोड़इ बरे पचास फंदा बनाएन। अउ दूसर कनाते क समूह क आखरी कनाते क सिरा मँ भी पचास फली बनाएन। 18 कारीगरन पर्दन क दुई समूह क जोड़इ बरे पचास काँसा क छल्ला बनाएन अउर एक तम्बू बनाएस। 19 तबहिं उ पचे पवित्तर तम्बू क दुइ अउर ढकना बनाएन। एक ढकना भेड़ा क लाल रंग क खाल स बनाएन। दूसर ढकना उत्तिम खाले क बनाएन। 20 तब उ बबूर क लकड़ी क तखता पवित्तर तम्बू क सहारा देइ बरे लिहेस। 21 हर एक तखता दस हाथ लम्बा अउ डेढ़ हाथ चौड़ा बनाएन। 22 हर एक तखता क बगल मँ दुइ खूँटी एक दुसर स जुरइ रहिन। पवित्तर तम्बू क सबहिं तखता एक ही तरह क बना रहेन। 23 बेसलेल पवित्तर तम्बू क दक्खिनी हींसा बरे बीस ढाँचा बनाएस। 24 तब उ ढाँचा बरे चालीस चाँदी क आधार बनाएस। हर ढाँचा बरे दुइ आधार रहिन। एक आधार एक बगल क खम्भा बरे रहेन। 25 उ बीस तखता पवित्तर तम्बू क उत्तर कइँती भी बनाएस। उ चालीस चाँदी क आधार बनाएस अउ हर तखतन बरे दुइ ठु बनाएस। 26 उ हर ढाँचा क तले दुइ लगइवाला चाँदी क चालीस कुसीर् बनाएस। 27 उ पवित्तर तम्बू क पिछला हींसा (तम्बू क पस्चिमी भाग) कइँती छ: ठु तखता ल्या। 28 उ पवित्तर तम्बू क पिछला भाग क कोना बरे दुइ तखता ल्या। 29 इ सबइ तखता तरखाले एक दूसर स जोड़ा गवा रहेन। ऊपर मँ छल्ला तखता क कोना को साथ मँ जोड़त रहेन। दुइनउँ कोना बरे भी अइसा ही कीन्ह ग रहेन। 30 इ तरह हुवाँ पवित्तर तम्बू क पस्चिम भाग क बरे आठ तखता रहेन। हर एक ढाँचा क बरे दुइ आधार क हिसाब स सोलह चाँदी क आधार रहेन। 31 तब कारीगरन बबुरे क लकड़ी स ढाँचा क छड़ बनाएन। पवित्तर तम्बू क पहली कइँती बरे पाँच छड़ बनाएन। 32 अउर पाँच छड़ दूसर कइँती, पाँच छड़ पिछली भाग (पस्चिमी कइँती) बरे बनाएन। 33 उ पचे ओहमाँ बीच क छड़ अइसी तरह स बनाएन जउन ढाँचा मँ स एक छोर स दूसर छोर तलक गुजरत रहिन। 34 उ पचे इ तखतन क सोना स मढ़ेन। उ पचे छड़ क धरइ बरे सोना क छल्ला बनएन उ पचे कड़ियन क भी सोना स मढ़ेन। 35 उ सबइ सब ते जिआदा पवित्तर ठउर क दुआर बरे पर्दा बनाएन। उ पचे सन क उत्तिम रेस अउ नीला लाल अउ बैगनी कपड़ा बइपरेन। उ पर्दा मँ करूब सरगदूत क तस्वीर काढ़ेन। 36 उ पचे बबुरे क लकड़ी क चार खम्भा बनाएन अउ ओनका सोना स मढेन। उ पचे खम्भा बरे सोना क हुक बनाएन अउर खम्भा बरे चार चाँदी क आधार बनाएन। 37 तब उ पवित्तर तम्बू क दुआर बरे पर्दा बनाएन। उ पचे नीला, बैगनी अउ लाल कपड़ा अउर सन क उत्तिम रेसा बइपरेन। पर्दा कढ़ाइ क सामग्री स बनाए गए रहेन। 38 तब उ सबइ इ पर्दा बरे पाँच खम्भा अउ ओकर बरे हुक बनाएन। उ सबइ खम्भन क चोटी अउ पर्दन क छड़न क सोना स मढ़ेन। अउर उ पचे काँसा क पाँच आधार खम्भा बरे बनाएन।

37:1 बसलेल बबुरे क लकड़ी स पवित्तर सन्दूख बनाएस। सन्द्रख ढाई हाथ लम्बा, डेढ़ हाथ चौड़ा अउ डेढ़ हाथ ऊँचा रहा। 2 उ सन्दूखे क भितरे अउ बाहेर दिवार क निखालिस सोना स मढ़ि दिहस। तब उ सोना क झालर सन्दूखे क चारिहुँ कइँती लगाएस। 3 फुन उ सोना क चार छल्ला बनाएस अउ ओनका चारिहुँ कोने प लगाएस। इ छल्लन क संदूख ढोवइ बरे बइपरा जात रहा। दुइनउँ कइँती दुइ दुइ छल्ला रहेन। 4 तब उ सन्दूखे क ढोवइ बरे लकरी क खम्भन क लगाएस। खम्भा बरे उ बबुरे क लकड़ी लगाएस, अउ खम्भन क सोना स मढ़ि दिहस। 5 उ संदूखे क हर सिरन प बना भवा छल्लन मँ खम्भन क डाइ दिहस। 6 तब उ निखालिस सोना स ढकना बनाएस इ ढाई हाथ लम्बा अउ डेढ़ हाथ चौड़ा रहा। 7 तब बसलेल सोना क पीट पीटके दुइ करूब बनाएस। उ ढकना क दुइनउँ छोर प करूब लगाएस। 8 उ एक करूब क एक अउ दूसर क दूसर कइँती लगाएस। करूब सरगदूतन क ढकना स एक बनावइ बरे जोड़ दीन्ह गवा। 9 सरगदूतन क पखना अकासे कइँती ऊपर उठाइ दीन्ह गएन। सरगदूतन आपन पखना स सन्दूखे क ढाँकि लिहन। सरगदूतन एक दूसर क समन्वा ढकना क लखत रहेन। 10 तब बसलेल बबुर क लकड़ी क मेज बनाएस। मेज दुइ हाथ लम्बी, एक हाथ चौड़ी अउ डेढ़ हाथ ऊँची रही। 11 उ मेज क निखालिस सोना स मढ़ेस। उ सोना क झालर मेज क चारिहुँ कइँती किहस। 12 तब उ मेज क चारिहुँ कइँती एक पट्टी बनाएस। इ पट्टी करीब चार अंगुल चौड़ा रहा। उ पट्टी प सोना क झालर बनाएस। 13 तब उ मेज बरे चार सोना क छल्ला बनाएस। उ मेज क चारिहुँ कोना प सोना क छल्ला लगाएस जहाँ चार ठु पाया रहेन। 14 छल्ला पट्टी क नगिचे लगा रहेन। छल्ला खम्भा मँ लगा रहेन जउन मेज क लइ जाइ मँ काम करत रहीं। 15 तब उ मेजे क ढोवइ बरे खम्भा बनाएस। इ खम्भा बबुरे क लकड़ी क रहिन। अउर ओन प निखालिस सोना मेढ़ भवा रहेन। 16 तब उ ओन चीजन्क बनाएस जउन मेज प काम आवत रहीं। उ थारी, चम्मच, परात, अउ घड़ा बनाएस। इ सब निखालिस सोना स बनवा भवा रहेन। खोरा अउ घड़ा क पेयबलि क देइ बरे बइपरा जात रहेन। 17 तब उ डीबट बनाएस। एकरे बरे उ सुद्ध सोना बइपरेस उ सोना क पीट पीट के आधार अउ डण्डा बनाएस। तब उ फूल, कली अउ पंखड़ी बनाएस। उ इ सब चीजन्क एक टुकड़ा मँ जोरि दिहस। 18 डीबट मँ छ: डारन रहिन। एक कइँती तीन डार अउ दूसर कइँती तीन डार रहेन। 19 हर डारे प तीन फूल रहेन। इ फूल बदाम क फूल क सकल क बना रहेन। अउर ओहमाँ कली अउ पंखुड़ी रहिन। 20 डीबट क डंडा प चार फूल रहेन। इ सबइ कली अउ पंखुड़ी क संग बदाम पूल क सकल क बनवा रहेन। 21 हुवाँ छ: डार रहेन-डण्डा क दुइनउँ किनारा स तीन-तीन डार निकलत रहेन। हुआँ एक पूल कली अउ पंखड़ी क संग उ तीनउँ जगह क नीचे जहाँ डार जुड़त रहा, रहेन। 22 इ सबहिं कली अउ डार अउ डीबट निखालिस सोना क बनी रहिन। इ समूचइ सोना क पटिके एक ही मँ जोड़ दीन्ह ग रहा। 23 उ इ डीबट क बरे सात दिया बनाएस तब उ तस्तरी अउ चिमटा बनाएस। हर चीजन्क क निखालिस सोना स बनाएस। 24 उ लगभग पचहत्तर पौण्ड निखालिस सोना डीबट अउ ओकर संग प्रयोग मँ आवइवाली चीजन क बनावइ बरे प्रयोग किहेस। 25 तब उ धूप क जलाइ बरे वेदी बनाएस। उ एका बबुरे क काठे क बनाएस। इ वेदी चउकोर रही। इ एक हाथ लम्बी, एक हाथ चौड़ी अउर दुइ हाथ ऊँची रही। वेदी प चार सीगं रहेन। हर एक कोना प एक ठु सीगं लगा भवा रहेन। इ सीगंन्क वेदी क संग एक इकाई बनवइ बरे जोड़ दीन्ह ग रहा। 26 चोटी, सबहिं बगल अउ सींगन्क निखालिस सोना स मढ़ेस। तब उ वेदी क चारिहुँ कइँती सोना क झालर बनाएस। 27 उ सोना क दुइ छल्ला वेदी बरे बनाएस। उ सोना क छल्लन वेदी क हर कइँती झालर क तरे राखेस। इ छल्लन मँ वेदी ढोवइ बरे डण्डा डाई जात रहीं। 28 तब उ बबुरे क काठे क खम्भन बनाएस अउ ओनकइ सोना स मढ़ेस। 29 तब उ अभिसेक क पवित्तर तेल बनाएस। उ निखालिस महकउआ धूप भी बनाएस। इ चीजन्क उहइ तरह बनावा गवा जउने तरह कउनो कुसल महकाउआ बनवइया बनावत ह।

38:1 तब बसलेल बबुरे क काठ वेदी बनवई बरे बइपरेस। इ वेदी भेंट क बारइ बरे काम मँ आवत रही। इ चउकोर रही। इ पाँच हाथ लम्बी, पाँच हाथ चौड़ी अउ तीन हाथ ऊँच रही। 2 उ हर एक कोना प एक सींग बनाएस। उ सींगन क वेदी क संग जोड़ दिहस। तब उ हर चीज क काँसा स ढाँकि दिहस। 3 तब उ वेदी प बइपरइ वाला सबहिं अउजार बनाएस। उ बर्तनन, बेलचन, खोरन, माँस खाइ बरे काँटन अउ कड़ाहियन बनाएस। उ इ चीजन्क क काँसा स बनाएस। 4 तब उ वेदी बरे एक ठू काँसा क जाली बनएस। इ जाली जाल क तरह रही। इ ओका वेदी क पायदाने क नीचे लगाएस। इ वेदी क पेंदी स वेदी क आधा ऊँचाइ तक रहा। 5 तब उ काँसे क छल्ला बनाएस अउर ऍका जाली क चारिहुँ कोना मँ लगाइ दिहस। इ छल्ला वेदी क ढोवइ बरे खम्भन क फँसावइ क काम आवत रहेन। 6 तब उ बबुरे क काठे क खम्भन बनाएस अउ ओनका काँसा स मढ़ेस। 7 खम्भन वेदी क बगल मँ लाग भवा छल्लन मँ स लगइके वेदी क ढोवइ क काम बरे लगाएस। उ वेदी क किनारा बनावइ बरे तखता बइपरेस। वेदी भीतर स खोखल खाली संदूखे क तरह रही। 8 जउन मेहररूअन पवित्तर बइठकावाला तम्बू क प्रवेस दुआर प जमा भवा रहिन आपन काँसा क दरपन दइ दिहन। बसलेल इ दरपन क काँसा स हाथ धावइ क पात्र अउ एकर आधार बनाएस। 9 तब उ आँगन क चारिहुँ कइँती पर्दा क दीवार बनएस। दक्खिन कइँती पर्दा क दीवार एक सौ हाथ लम्बी रही। इ पर्दा सन क उत्तिम रेसा क बना रहा। 10 दक्खिनी कइँती क पर्दन बीस खम्भन क सहारे प टिका रहेन। इ खम्भन काँसा क बीस आधारन प टिका रहेन। खम्भन अउ पर्दा क छड़ा बरे हुक चाँदी क बनी रहेन। 11 आँगन क उत्तर कइँती पर्दा क दीवार एक सौ हाथ लम्बी रही। बीस खम्भन अउ काँसा क बीस आधारन भी बनई गइन। खम्भन अउ पर्दा क छड़ा बरे हुक चाँदी क रहिन। 12 आँगन क पस्चिमी कइँती पर्दा क दीवार पचास हाथ लम्बी रही। हुवाँ दस खम्भन अउ दस आधारन रहिन। खम्भन बरे हुक अउ पर्दा क छड़ा चाँदी क बनावा ग रहेन। 13 अँगने क पूवीर् किनारा पचास हाथ चौड़ी रही। अँगने क प्रवेस दुआर इहइ तरफ रहा। 14 प्रवेस दुआर क एक कइँती पर्दा क दीवार पन्द्रह हाथ लम्बी रही। इस तरफ तीन खम्भन अउ तीन आधार रहीं। 15 प्रवेस दुआर क दूसर कइँती क पर्दा पन्द्रह हाथ लम्बी रहेन। उस तरक भी तीन खम्भन अउ तीन आधारन रहेन। 16 आँगन क चारिहुँ कइँती क पर्दा सन क उत्तिम रेसा क बनी रहीं। 17 खम्भन क आधार काँसा क बनी रही। हुक अउ कनात क छड़ा चाँदी क बना रहा। खम्भन क चोटी भी चाँदी स मढ़ा रहा। आँगन क सबहिं खम्भन चाँदी स बना भवा छड़ा क संग रहेन। 18 आँगन क प्रवेस दुआर क पर्दा सन क उत्तिम रेसा अउ नीला लाल अउ बैगनी कप़ड़ा क बना रहा। एह प कढ़ाई कीन्ह गइ रही। कनात बीस हाथ लम्बा अउ पाँच हाथ ऊँच रही। इ उहइ उँचाई क रही जउने उँचाई क आँगन क चारिहुँ कइँती क कनात रहीं। 19 कनात चार खम्भन अउ चार काँसा क आधारन प ख़ड़ी रही। खम्भा क हुक चाँदी क बनी रही। खम्भा क सिरा चाँदी स मढ़ा रहा अउ पर्दा क छड़ भी चाँदी स मढ़ा रहा। 20 पवित्तर तम्बू अउ आँगन क चारिहुँ कइँती क खूँटी काँसा क बनी रहीं। 21 मूसा सबहिं लेवी मनइयन क हुकुम दिहेस कि उ पचे पवित्तर तम्बू करार क तम्बू क बनवइ मँ काम आवइ वाली चीजन्क क लिखि ल्या। हारून क पूत ईतामार इ सूची रखइ क अधिकारी रहा। 22 यहूदा क परिवार समूह स हुर क बेटवा उरी क बेटवा बसलेल सबहिं चीजन्क बनाएस जेनके बरे यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन। 23 दान क परिवार समूह स अहीसामाक क पूत ओहोलीआब भी ओकर सहायता किहेस। ओहोलीआब एक कुसल सिल्पकार अउ ड़िजाइनर रहेन। उ सन क उत्तिम रेसा अउ नीला, बैगंती अउ लाल कपड़ा बुनइ मँ बहोत कुसल रहा। 24 दुइ टन स जिआदा सोना पवित्तर ठउर बनवइ बरे यहोवा क भेंट कीन्ह ग रहा। (इ मंदिर क मान्नता स तौला ग रहा।) 25 कुल मनई जउन गना ग रहेन, पौने चार टन स जिआदा चाँदी दिहन। (इ मन्दिर क मान्नता स तौला ग रहा) 26 सबइ मनइयन जउन बीस बरिस या ओसे जिआदा उमिर क रहेन, उ पचे गना गएन। एनकइ संख्या 6,03,550 रहेन। अउ हर एक मनई क एक बेका चाँदी कर क रूप देइ क भवा। (पवित्तर क अनुसार एक बेका आधा सेकेल क बराबर रहा।) 27 उ सबइ पौने चार टन चाँदी क प्रयोग पवित्तर तम्बू क एक सौ आधार बनवइ बरे अउ कनात बनवइ बरे किहन। उ पचे पचहत्तर पौण्ड चाँदी हर एक आधार मँ लगाएन। 28 दूसर पचास पौण्ड चाँदी क प्रयोग हुक कनाते क छड़ा अउ खम्भन क सिरा क ढाँकइ बनवइ बरे किहेन। 29 साढ़े छब्बीस टन स जिआदा काँसा यहोवा क भेंट चढ़ावइ बरे भवा। 30 उ काँसा क प्रयोग बइठकावाला तम्बू क प्रवेस दुआर क आधार बनवइ मँ भवा। उ पचे काँसा क प्रयोग वेदी अउ काँसा क जाली बनवइ मँ भी किहेन। अउर उ काँसा सब अउजार अउ वेदी क बतर्नन क बनवइ क काम मँ आवा। 31 एकर प्रयोग चारिहुँ कइँती कनाते क आधार अउ आँगन क चारिहुँ कइँती प्रवेस दुआर क आधारन क पर्दन बनवइ बरे भवा। अउर बचा भवा काँसा क प्रयोग पवित्तर तम्बू क खँटियन अउर आँगन क चारिहुँ कइँती क पर्दन क बनवइ बरे भवा।

39:1 कारीगरन नीला, लाल अउ बैगनी ओढ़ना क खास बस्त्र याजक बरे बनाएन जेनका उ पचे पवित्तर ठउर मँ सेवा क समइ पहिरहीं। उ पचे हारून बरे वइसा ही खास बस्त्र बनाएन जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहेन। 2 उ पचे याजक क एपोद सोना क तार, सन क उत्तिम रेसा अउ नीला, लाल अउर बैगनी कपड़ा स बनाएस। 3 (उ पचे सोना क पातर पत्तर क तरह पीटेन अउर तब उ पचे ओका लम्बा धागा क रूप मँ काटेन। उ पचे सोना क नीला, बैगनी, लाल कपड़ा अउ सन क उत्तिम रेसा मँ बुनेन। इ काम क कुसल कारीगरन क तरह किहेन।) 4 उ पचे एपोद बरे काँधे क पट्टी बनएन। उ पचे एपोद क काँधे क कपड़ा क दुइनउँ कोना स मिलाइके सिएन। 5 उ पचे कमर क पेटी बुनेन अउ एकॉ एपोद स जोड़ेन। एकॉ एपोद क बनावट क तरह बनाएन। उ सोनहरा धागा, बढ़िया सन क रेसा अउ नीला, बैगंनी अउर लाल धागा जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन वइसा ही कपड़ा बनाएन। 6 कारीगरन सोने क पत्तर मँ गोमेद मणि एपोद बरे जोड़ेन। उ पचे इ रत्न प इस्राएल क बेटवन क नाउँ लिखेन। 7 तब उ पचे रत्नन क एपोद क काँधे प लगाएन। इ रत्न इस्राएल क लोगन बरे यादगारी क रत्न रहेन। इ उहइ कीन्ह ग रहेन जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन। 8 तब उ पचे निआव क थइला उहइ कुसल कारीगर क दुआर बनावा ग रहा जउन एपोद बनाएस रहा। इ सोना क तार, सन क उत्तिम रेसा अउ नीला, लाल अउ बैगनी कपड़ा क बनावा ग रहा। 9 निआव क थइला चउकोर दोहराइके तह कीन्ह भवा रहा। एक बित्ता लम्बा अउ एक बित्ता चौड़ा रहा। 10 कारीगरन एह प सुन्नर रत्नन क चार लाइन जड़ेन। पहली लाइन मँ एक लाल, एक पुखराज अउ एक मकर्तमणि रही। 11 दूसर लाइन मँ एक फिरोज, एक नीलम अउ एक पन्ना रहा। 12 तीसरी लाइन मँ एक गोमेद, एक अकीक अउ एक आकूत रहा। 13 चौथी लाइन मँ एक लहसुनिया, एक सेसमणि अउ एक कपिस मणि रही। इ सबहिं रत्न सोना मँ जड़ा रहेन। 14 निआव क थइला मँ बारह रत्न रहेन। इ बारह रत्न प इस्राएल क बेटवन क नाउँ उहइ तरह लिखा ग रहेन जइसा एक कारीगर मोहर प खोदत ह। हर एक रत्न प इस्राएल क बारहु बेटवन मँ स एक क नाउँ रहेन। 15 निआव क थइला बरे निखालिस सोना क जंजीर बनावइ गएन। इ लसुरी क नाई बटी गइ रहिन। 16 कारीगरन सोना क दुइ छल्ला बनाएस अउ उ पचे दुइनउँ छल्ला क निआउ क थइला क दुइनउँ कोना प लगाएन। उ पचे काँधा क पट्टा बरे दुइ दू सोना क सेट भी बनाएस। 17 तब उ पचे दुइ सोना क जंजीरन क निआव क थइला क कोना क दुइनउँ छल्लन मँ बाँधेस। 18 उ पचे सोना क जंजीरन क दूसर सिरन क काँधा क दुइनउँ पट्टियन स बाँधने। तब उ पचे ऍका एपोद क समन्वा जोड़ेस। 19 तब उ पचे दुइ अउर सोना क छल्ला बनाएन अउर निआउ क थइला क दूसर कोने प ओनका लगाएस। इ एपोद क निअरे निआव क थइला क अन्दरोनी किनारा मँ रहेन। 20 उ पचे एपोद क समन्वा कइँती काँधे क पट्टी क तले दुइ छल्ला लगाएन। इ छल्लन क जोड़न क नगिचे ठीक कमर पेटी क ऊपर रहेन। 21 तब उ पचे एक ठु नीली पट्टी बइपरेन अउ निआउ क थाइला स छल्लन क एपोद क छल्लन स बाँधेन। इ तरह निआव क थइला पेटी क नगिचे लाग रहा अउ इ गिर नाहीं सकत। उ पचे इ सब चीजन्क यहोवा क हुकुम क मुताबिक किहेन। 22 तब उ पचे एपोद बरे नीला कपड़ा स चोगा बनाएन। इ एक कुसल व्यक्ति दुआरा बुना गएन। 23 चोगा क बीचउ बीच एक छेद रहा। इ छेद क चारिहुँ कइँती कपड़ा क टुकड़ा लाग रही। इ कपड़ा छेद क फाटइ स बचावत रही। 24 तब उ पचे सन क उत्तिम रेसा, नीला, लाल अउ बैगंनी कपड़ा स अनार बनाएन। उ पचे ओनका क चोगा क खाले कोना प चारिहुँ कइँती लटकाएन। 25 तब उ पचे निखालिस सोना क घण्टी बनाएन। उ पचे अनारन क बीच मँ चोगा क खाले सिरा क चारिहुँ कइँती घण्टी क बाँधेन। 26 चोगा क सिरा क चारिहुँ कइँती घण्टी अउ अनार रहेन। हर दुइ अनारे क बीच एक घण्टी रही। याजक उ चोगा क तब पहिरत रहा जब उ यहोवा क सेवा करत रहा, जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन। 27 कुसल कारीगर हारून अउ ओकरे बेटवन बरे कमीज बनाएन। इ कमीज सन क उत्तिम रेसा स बना रहेन। 28 कारीगर लोग उत्तिम सन क रेसन स पगड़ी बनएन। उ पचे सिर क पगड़ी अउ भीतर पहिरइवाला कपड़ा भी सन क उत्तिम रेसा स बनाएस। 29 तब उ पचे कमरबन्द क सन क उत्तिम रेसा, नीला, बैगंनी अउ लाल कपड़ा स बनाएन। कपड़ा मँ कढ़ाई कीन्ह ग रहेन। इ चीजन क वइसे ही बनाइ गइन जइसे यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन। 30 तब उ पचे पवित्तर मुकुट बरे सोना क पत्तर बनाएन। उ पचे सोना प इ सब्द लिखेन: “यहोवा बरे पवित्तर”। 31 तब उ पचे पतरा स एक नीली पट्टी बाँधेन अउ पट्टी क पगड़ी चारिहूँ कइँती इ तरह बाँधेन जइसा यहोवा मूसा हुकुम दिहे रहेन। 32 इ तरह “बइठकावाला पवित्तर तम्बू” क सारा काम पूरा होइ गवा। इस्राएल क मनइयन हर चीज ठीक वइसे ही बनाएन जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन। 33 तब उ पचे “बइठकावाला तम्बू” मूसा क देखाएन। उ पचे ओका तम्बू अउर ओहमाँ क सब चीजन्क देखाएन। उ पचे ओका तखता, ढाँचन, छड़न, खम्भन अउर आधारन क देखाएन। 34 उ पचे ओका बइठकावाला तम्बू क ढकना देखाएन जउन लाल रंगी भइ भेड़ा क खाल क बना रहा। अउर उ पचे उ ढकना देखॉएन जउन नरम खाल क बना रहा। अउर उ पचे उ कनात देखॉएन जउन सब स जिआदा पवित्तर ठउर क प्रवेस दुआर क ढकत रही। 35 उ पचे मूसा क करार क सन्दूख देखाएन। उ पचे सन्दूखे क ढोवइवाली खम्भन अउ सन्दूखे क ढकइवाला ढकना क देखाएन। 36 उ पचे खास रोटी क अउ मेज प रखइवाली सबहिं चीजन्क देखाएन। 37 उ सबइ निखालिस सोना क डीबट अउ ओहँ प धरा भवा सब दिया क देखाएन। उ पचे तेल अउ दूसर सब चीजन्क देखाऍन, अउ दूसर सबहिं चीजन्क जउन दिया क संग बइपरी जात रहीं। 38 उ पचे मूसा क सोना क वेदी, अभिसेक क तेल महकउआ धूप, अउ बइठकावाला तम्बू क प्रेवस दुआर क ढकइवाली कनात क देखाऍन। 39 उ पचे काँसा क वेदी अउर काँसा क जाली क देखाएन। उ पचे वेदी क ढोवइ बरे बनी भइ खम्भन क मूसा क देखाएन। अउर उ सबइ ओका उ सबहिं चीजन्क देखाएन जउन वेदी प काम मँ आवत रहीं। उ पचे ओका हाथ धोवइवाला पात्र अउ एकर आधार क देखाएन। 40 उ पचे मूसा क आँगने क चारिहुँ कइँती क कनाते क खम्भा अउर आधार क देखाएन। उ पचे ओका उ कनात क देखाएन जउन आँगन क प्रवेस दुआर क ढँाके रही। उ पचे ओका लसुरी अउ बइठकावाला तम्बू क खूँटी देखाएन। उ पचे पवित्तर तम्बू मँ ओका सबहिं चीजन्क देखाएन। 41 तबहिं उ पचे मूसा क पवित्तर ठउर मँ सेवा करइवालन याजकन बरे बना ओढ़ना क देखाएन। उ पचे ओका हारून अउ ओकर पूतन बरे बना भवा खास बस्त्र देखाएन। उ पचे उ वस्त्र क तब पहिरत रहेन जब उ पचे याजकन क रूप मँ सेवा करत रहेन। 42 यहोवा मूसा क जइसा हुकुम दिहेस, इस्राएल क मनइयन ठीक सब काम उहइ तरह किहेन। 43 मूसा सब कामे क धियान स लेखस। मूसा लखेस कि सब काम ठीक उहइ तरह भवा जइसा यहोवा हुकुम दिहे रहेन। ऍह बरे मूसा ओनका आसीर्बाद दिहेस।

40:1 तब यहोवा मूसा स कहेस, 2 “पहिले महीना क पहिला दिन बइठकावाला पवित्तर तम्बू क खड़ा करा। 3 करार क सन्दूख क पवित्तर तम्बू मँ धरा। सन्दूख क समन्वा पर्दा क रखा 4 तब खास मेज क भीतर लइ आवा। जउन सामान मेज प होइ चाही ओनकइ ओह प धरा। तब डीबट क बइठकावाला तम्बू मँ धरा। दिया क डीबट मँ रख एका कइ उचित जगहन पइ धरा। 5 सोना क वेदी क धूप क भेंट बरे बइठकावाला तम्बू मँ धरा। वेदी क करार क सन्दूखे क समन्वा धरा। तब कनात क पवित्तर बइठकावाला तम्बू क प्रवेस दुआर प लगावा। 6 “बरी भई भेंट क वेदी क पवित्तर तम्बू क प्रवेस दुआर प धरा। 7 काँसा क हउदा क बइठकावाला तम्बू अउ वेदी क बीच धरा। हउदा क पानी स भरि द्या। 8 अंगना क चारिहुँ कइँती कनात लगावा। तबहि आंगन क प्रवेस दुआर प कनात लगावा। 9 “अभिसेक क तेल स पवित्तर तम्बू अउ ऍकर हर एक चीज क अभिसेक करा। जबहिं तू इ चीजन प तेल नउब्या इ पवित्तर होइ जाब। 10 होमबलि बरे वेदी क अभिसेक करा। वेदी क हर एक चीज क अभिसेक करा। तू वेदी क पवित्तर करब्या। इ सबन त जियादा पवित्तर होइ जाब। 11 तब खोरा अउ ऍकर आधार क अभिसेक करा। अइसा उ चीजन्क पवित्तर करइ बरे करा। 12 “हारून अउ ओकरे पूतन क बइठकावाला तम्बू क प्रवेस दुआर प लावा। ओनका पानी स नहवावा। 13 तब हारून क खास पोसाक पहिरावा। तेल स ओकर अभिसेक करा अउर ओका पवित्तर करा। तबहिं उ याजक क रूप मँ मोर सेवा कइ सकत ह। 14 तउ ओकर पूतन क पोसाक पहिरावा। 15 पूतन क अभिसेक वइसा ही करा जइसे ओकरे बाप क अभिसेक किहा ह। तबहिं उ पचे याजकन क रूप मँ मोर सेवा कइ सकत हीं। जब तू ओनका अभिसेक करिब्या, उ पचे याजकन होइ जइहीं। उ परिवार भविस्स मँ हमेसा याजकन रहइ हीं।” 16 मूसा यहोवा क हुकुम मानेस। उ इ सब किहस जेका यहोवा हुकुम दिहे रहेन। 17 इ तरह पवित्तर तम्बू दूसर बरिस क पहिले महीना क पहिले दिन बनइ दीन्ह गवा जउन टेमॅ उ पचे मिस्र क तजि दिहे रहेन। 18 मूसा पवित्तर तम्बू क यहोवा क हुकुम क मुताबिक खड़ा किहेस। पहिले उ आधारन क नीचे धरेस। तउ उ तखता क आधारन प धरेस। उ छड़न क लगएस अउर खम्भन क खड़ा किहेस। 19 ओकरे पाछे मोसा बाहरी तम्बू क पवित्तर तम्बू क ऊपर फइलाएस। एकरे पाछे उ बाहरी तम्बू प दूसर ढकना धरेस। उ इ यहोवा क हुकुम क मुताबिक किहेस। 20 मूसा करार लिखा भवा उ दुइ पाथरन क पाटी क लिहेस अउ ओनका सन्दूखे मँ धरेस। मूसा खम्भन क सन्दूखे मँ लगाएस। तबहिं उ सन्दूखे प ढकना धरेस। 21 तब्बइ मूसा सन्दूखे क पवित्तर तम्बू मँ धरेस। उ पर्दा क नीक ठउरे प आड़ करइ बरे लगाएस। इसी प्रकार यहोवा क हुकुम क मुताबिक उ करार क सन्दूख क पर्दा क पीछे कइके आड़ मँ कइ दिहेस। 22 तब मूसा खास रोटी क मेज क बइठकावाला तम्बू मँ धरेस। उ ऍका पवित्तर तम्बू क उत्तर कइँती रखेस। उ इ पर्दा क समन्वा रखेस। 23 तबहिं उ यहोवा क समन्वा रोटी मेज प धरेस। इ उ वइसा ही किहेस जइसा यहोवा हुकुम दिहे रहेन। 24 तब मूसा डीबट क बइठकावाला तम्बू मँ धरेस। उ डीबट क तम्बू क दक्खिन मँ मेज क पार धरेस। 25 तब मूसा यहोवा क समन्वा डीबटे प दिया रखेस। उ इ यहोवा क हुकुम क मुताबिक किहेस। 26 तबहिं मूसा सोना क वेदी क बइठकावाला तम्बू मँ धरेस। उ सोना क वेदी क पर्दा क समन्वा धरेस। 27 तब उ सोना क वेदी प महकउआ धूप बारेस। उ वइसा ही किहेस जइसा यहोवा ओका हुकुम दिए रहेन। 28 तब मूसा पवित्तर तम्बू क दुआरे कनात लगाएस। 29 मूसा बची भइ भेंट क वेदी क पवित्तर तम्बू क प्रवेस दुआर प धरेस। तबहिं मूसा एक होमबलि भेंट उ वेदी प चढ़ाएस। उ अन्नबलि भी यहोवा क चढ़ाएस। उ इ सब चीजन्क यहोवा क हुकुम क मुताबिक किहेस। 30 तब मूसा बइठकावाला तम्बू अउ वेदी क बीच काँसा क खोरा धरेस। उ खोरा मँ पानी धोबइ बरे धरेस। 31 मूसा, हारून अउ हारून क बेटवन आपन हाथ पैर धोवइ बरे इ खोरा क बइपरेन। 32 उ पचे हर दाईर् जब बइठकावाला तम्बू मँ प्रवेस करतेन तउ आपन हाथ पैर धोवतेन। जब उ पचे वेदी क नगिचे जातेन तब भी हाथ पैर धोवतेन। उ पचे ऍका वइसा ही करतेन जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन। 33 तब मूसा पवित्तर बइठकावाला तम्बू क आँगन क चारिहुं कइँती कनात खड़ी किहेस। मूसा वेदी क आँगन मँ धरेस। तब उ अँगने क प्रवेस दुआर प कनात लगाएस। इ तरह मूसा उ सबहिं काम क पूरा किहेस जेका करइ क यहोवा हुकुम दिहे रहेन। 34 तब बादर बइठकावाला तम्बू क ढाँकि लिहस। अउर यहोवा क महिमा पवित्तर तम्बू क भरि द्या। 35 मूसा बइठकावाला तम्बू मँ ऍह बरे नाहीं घुसि सका काहेकि बादर ऍह पइ उतरि आए रहेन अउ यहोवा क महिमा स पवित्तर तम्बू भरि ग रहेस। 36 इ उहइ बादर रहा जउन मनइयन क इसारा किहेस कि कब चलइ क अहइ। जब बादर पवित्तर तम्बू स उठत तब इस्राएल क मनइयन चलब सुरू कइ देतेन। 37 मुला जब बादर पवित्तर तम्बू प ठहर जात तउ मनइयन चलइ क कोसिस नाहीं करत रहेन। लोगन उहइ जगह पइ तब तलक रहतेन जब तलक बादर तम्बू मँ रहतेन। 38 ऍह बरे दिन भइ बादर पवित्तर तम्बू मँ रहतेन। अउर राति मँ बादर आगी क नाई परगट होतेन। ऍह बरे इस्राएल क सबहिं मनइयन आपन पूरा जात्रा मँ बादर क लखि सकतेन।