1:1 मइँ बूजी क पूत याजक यहेजकेल हउँ। मइँ देस स निकारा गवा रहेउँ। मइँ उ समइ बाबुल मँ कबार नदी पइ रहेउँ जब मोरे बरे सरग खुला अउर मइँ परमेस्सर क दर्सन किहेउँ। इ तीसवे बरिस क चउथे महीने जुलाई क पाँचवा दिन रहा। राजा यहोयाकीम क देस स निकारे गए पँचएँ बरिस अउर महीना क पँचए दिन यहेजकेल क यहोवा क सँदेसा मिला। उ ठउरे पइ ओकरे ऊपर यहोवा क सवती आइ। 2 3 4 मइँ (यहेजकेल) एक आँधी उत्तर स आवत लखेउँ। इ एक बिसाल बादर रहा अउर ओहमाँ स आगी चमकत रही। एकरे चारिहुँ कइँती प्रकास जगमगात रहा। इ आगी मँ चमकत तपत धातु क तरह देखात रहा। 5 बादरे क भीतर चार प्राणी रहेन। उ पचे मनइयन क तरह देखात रहेन। 6 किन्तु हर एक प्राणी क चार मुँह अउर चार पखना रहेन। 7 ओनकर गोड़ सोझ रहेन। ओनकर गोड़ बछवा क गोड़ जइसे देखात रहेन अउर उ पचे झलकत भए पीतर क तरह चमकत रहेन। 8 ओनकर पखना क खाले मनई क हाथ रहेन। हुआँ चार प्राणी रहेन अउर हर एक प्राणी क चार मुँह अउर चार पखना रहेन। 9 ओनकर पखना एक दूसर क छुअत रहेन। जब प्रणियन चलत रहेन तउ उ पचे मुड़त नाहीं रहेन। उ सबइ उ दिसा मँ चलत रहेन जेका लखत रहेन। 10 हर एक प्राणी क चार मुँह रहेन। समन्वा कइँती ओनकर चेहरा मनई क रहा। दाईर् कइँती सेर क चेहरा रहा। बाईर् कइँती बर्धा क चेहरा रहा अउर पाछे कइँती उकाब क चेहरा रहा। 11 प्राणियन क पखना ओनके ऊपर फइले भए रहेन। उ सबइ दुइनउँ पखनन स अपने लगे क प्राणी क दुइ पखनन क छुए भए रहेन अउ दुइ क आपन तन क ढाँपइ बरे उपयोग मँ लिहे रहेन। 12 उ सबइ प्राणी जब चलत रहेन तउ मुड़त नाहीं रहेन। उ सबइ उ दिसा मँ चलत रहेन जेका उ पचे लखत रहेन। उ पचे हुँवइ जात रहेन जहाँ आतिमा ओनका लइ जात रही। 13 हर एक प्राणी इ तरह देखात रहा। ओन प्राणियन क बीच क जगह मँ बरत भइ कोयला क आगी सा देखात रही। इ आगी नान्ह-नान्ह मसालन क तरह ओन प्राणियन क बीच चलत रही। आगी बड़के प्रकास क संग चमकत रही अउर बिजुरी क तरह कौंधत रही। 14 उ सबइ प्राणी बिजुरी क तरह तेजी स पाछे अउ अगवा कइँती दउड़त रहेन। 15 जब मइँ प्राणियन क लखेउँ तउ चार चक्र लखेउँ। हर एक प्राणी बरे एक ठु चक्र रहा। चक्र भुइयाँ क छुअत रहेन अउर सबइ चव एक तरह क रहेन। चक्र अइसे देखात रहेन माना पिअर सुद्ध मणि क बना होइँ। उ सबइ अइसे देखात रहेन माना एक चक्र क भीतरे दूसर चक्र होइ। 16 17 उ सबइ चक्र कउनो भी दिसा मँ घूम सकत रहेन। किन्तु उ सबइ प्राणी जब चलत रहेन तउ मुड़त नाहीं रहेन। 18 ओन चक्रन क घेरन ऊँच अउर डेरावइवाला रहेन। ओन चारिहुँ चक्रन क घेरन मँ आँखिन ही आँखिन रहिन। 19 चक्र हमेसा प्राणियन क संग चलत रहेन। जदि प्राणी ऊपर हवा मँ जातेन तउ चक्र भी ओनके संग जातेन। 20 उ सबइ हुवँइ जातेन, जहाँ आतिमा ओनका लइ जात चाहत अउर चक्र ओनके संग जात रहेन। काहेकि प्राणियन क आतिमा चक्र मँ रही। 21 एह बरे जदि प्राणी चलत रहेन तउ चक्र भी चलत रहेन। जदि प्राणी रूक जात रहेन तउ चक्र भी रूक जात रहेन। जदि चक्र हवा मँ ऊपर जातेन तउ प्राणी ओनके संग जात रहेन। काहेकि आतिमा चक्र मँ रही। 22 प्राणियन क मूँड़ि क ऊपर एक अचरज करइवाली चीज रही। उ एक ठु उल्टे खोरे क नाईर् रही। खोरा बिल्लोर की नाईं स्वच्छ रहेन। 23 इ खोरा क खाले हर एक प्राणी क सोझ पखना रहेन जउन दूसर प्राणी तलक पहोंचत रहेन। हर एक क दूसर दुइ ठु पखना रहेन जउन ओकर तने क ढाँपत रहेन। 24 जब कबहुँ उ सबइ प्राणी चलत रहेन, ओनकर पखना बड़की तेज अवाज करत रहेन। मइँ उ अवाज क सुनेस। इ समुद्दर क गर्जना जइसी पइदा होत रही। उ सर्वसवतीमान परमेस्सर क निचके स निकरइ क वाणी क नाईर् रही। उ कउनो फउजे क जन-समूह क सोर क तरह रही। जब उ प्राणी चलब बन्द करत रहेन तउ उ पचे आपन पखनन क आपन बगल मँ नीचे कइ लेत रहेन। 25 ओन प्राणियन चलब बन्द किहेन अउर आपन पखनन क समेटेन अउर हुवाँ फुन भीसन अवाज भइ। उ अवाज उ खोरे स भइ जउन मूँड़ि क ऊपर रहा। 26 उ खोरे क ऊपर हुवाँ कछू रहा जउन एक सिहांसन क तरह देखात रहा। इ नीतमणि क तरह नीला रहा। हुवाँ कउनो रहा जउन उ सिहांसने पइ बइठा भवा एक ठु मनई क तरह देखात रहा। 27 अउर मइँ ओका ओकर कमर क ऊपर लखेउँ। वह तप्त धातु की तरहा दिखा, मानो ओकरे चारिहुँ कइँती आगी होइ। अउर नीचे स कमर तलक उ आगी क नाईं दिखावइ देत रहा। अउर ओकरे चारिहुँ कइँती प्रकास जगमग करत रही। 28 ओकरे चारिहुँ कइँती चमकत प्रकास बादरन मँ इन्दर धनुस जइसा रहा। इ यहोवा क महिमा जइसा देखात रहा। जइसेन ही मइँ उ लखेउँ, मइँ धरती पइ भहराइ गएउँ। मइँ धरती पइ आपन माथा टेकेउँ। तब मइँ एक अवाज सम्बोधित करत भए सुनेउँ।
2:1 उ वाणी कहेस, “मनई क पूत, खड़ा होइ जा अउर मइँ तोहसे बातन करब।” 2 तब आतिमा मोका गोड़न पइ सोझ खड़ा कइ दिहस अउर मइँ ओका सुनेउँ जउन मोहसे बातन करत रहा। 3 उ मोहसे कहेस, “मनई क पूत, मइँ तोहका इस्राएल क परिवार स कछू कहइ बरे पठवत हउँ।” उ सबइ लोग कइउ दाईर् मोरे खिलाफ भएन। ओनकर पुरखन भी मोरे खिलाफ भएन। उ पचे मोरे खिलाफ कइउ दाईर् पाप किहेन अउर उ पचे आजु तलक मोरे खिलाफ अब भी पाप करत अहइँ। 4 मइँ तोहका ओन लोगन स कछू कहइ बरे पठवत हउँ। किन्तु उ पचे बहोत हठी अहइँ। उ पचे बड़के कठोर चित्तवाले अहइँ। किन्तु तोहका ओन लोगन स बातन करब अहइ। तोहका कहइ चाही, ‘हमार सुआमी यहोवा इ सबइ बातन बतावत ह।’ 5 उ सबइ लोग तोहार सुनिहीं या न भी सुनिहीं। काहेकि उ पचे बहोत बिद्रोही लोग अहइँ, उ पचे सदा मोरे खिलाफ होइ जात हीं। मुला तोहका उ सबइ बातन कहइ चाही जेहसे उ पचे समुझ सकइँ कि ओनके बीच मँ कउनो नबी रहत बाटइ। 6 “मनई क पूत ओन लोगन स डेराअ नाहीं। जउन उ पचे कहइँ ओहसे डेराअ नाहीं। इ फुरइ अहइ कि उ पचे तोहरे खिलाफ होइ जइहीं अउर तोहका चोट पहोंचाउब चइहीं। तू अइसा सोचब्या कि तू बीछियन क बीच रहत अहा। मुला उ पचे जउन कहइँ ओनसे डेराअ नाहीं। उ पचे बिद्रोही लोग अहइँ। किन्तु ओनसे डेराअ नाहीं। 7 तोहका ओनसे उ बात कहइ चाही जउन मइँ कहत हउँ। चाहे उ पचे तोहार सुनि या ना सुनि। काहेकि उ पचे बिद्रोही लोग अहइँ। 8 “मनई क पूत, तोहका ओन बातन क सुनइ चाही जेनका मइँ तोहसे कहत हउँ। ओन बिद्रोही लोगन क तरह मोरे खिलाफ जिन जा। आपन मुँह खोला जउन बात मइँ तोहसे कहत हउँ, अंगीकार करा अउर ओन बचनन क लोगन स कहा। एन बचनन क खाइ ल्या।” 9 तब मइँ (यहेजकेल) एक भुजा क आपन कइँती बढ़त लखेउँ। उ एक ठु गोल कीन्ह भवा लम्बा पत्र जेह पइ बचन लिखे रहेन, धरे भए रहा। 10 मइँ उ गोल कीन्ह भए पत्र क खोलेउँ अउर ओह पइ समन्वा अउ पाछे बचन लिखे रहेन। ओहमाँ सबहिं तरह क करूण गीत, सबइ कथा अउर चितउनियन रहिन।
3:1 परमेस्सर मोहसे कहेस, “मनई क पूत, जउन तू लखत अहा ओका खाइ जा। इ गोल कीन्ह गए पत्र क खाइ जा अउर तब जाइके इस्राएल क लोगन स इ सबइ बातन कहा।” 2 एह बरे मइँ आपन मुँह खोलेउँ अउर उ गोल कीन्ह गए पत्र क मुँह मँ रखेस। 3 तब परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत, मइँ तोहका इ गोल कीन्ह गए पत्र क देत अहउँ। एक लील जा। इ गोल कीन्ह गए पत्र क आपन तने मँ भर जाइ द्या।”एह बरे मइँ गोल कीन्ह गए पत्र क खाइ गएउँ। इ मोरे मुँह मँ शहद क तरह मीठा रहा। 4 तब परमेस्सर मोहसे कहेस, “मनई क पूत, इस्राएल क परिवार मँ जा। मोर कहे भए बचन ओनसे कहा। 5 मइँ तोहका कउनो बिदेसियन मँ नाहीं पठवत हउँ जेनकर बातन तू समुझ न सका। तोहका दूसर भाखा सीखइ नाहीं पड़ी। मइँ तोहका इस्राएल क परिवार मँ पठवत हउँ। 6 मइँ तोहका बहोत स रास्ट्र मँ नाहीं पठवत हउँ जहाँ लोग अइसी भाखा बोलत हीं कि तू समुझ नाहीं सकत्या। जदि तू ओन लोगन क लगे जाब्या अउर ओनसे बातन करब्या तउ उ पचे तोहार सुनिहीं। किन्तु तोहका ओन कठिन सबइ भाखा क नाहीं समुझब अहइ। 7 नाहीं। मइँ तउ तोहका इस्राएल क परिवार मँ पठवत हउँ। केवल वे ही लोग ही कठोर चित्त चाले अहइँ - उ पचे बहोत हठी अहइँ अउर इस्राएल क लोग तोहार सुनइ स इन्कार कइ देइहीं। उ पचे मोर सुनब नाहीं चाहतेन। 8 मुला मइँ तोहका ओतना ही हठी बनाउब जेतना उ पचे अहइँ। तोहार चित्त ठीक ओतना ही कठोर होइ जेतना ओनकर। 9 हीरा आगी क चट्टान से भी जियादा कठोर होत ह। उहइ तरह तोहार चित्त ओनकर चित्त स जियादा कठोर होइ। तू ओनसे जियादा हठी होब्या। एह बरे तू ओन लोगन स नाहीं डेराअ। तू ओन लोगन स नाहीं डेराब्या जउन हमेसा मोरे खिलाफ जात हीं।” 10 तब परमेस्सर मोहसे कहेस, “मनई क पूत, तोहका मोर हर एक बात, जउन मइँ तोहसे कहत हउँ, सुनइ क होइ अउर तोहका ओन बातन क याद रखब होइ। 11 तब तू आपन ओन सबहिं लोगन क बीच जा जउन देस-निकारा अहइँ। ओनके लगे जा अउर कहा, ‘हमार सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहत ह,’ उ पचे मोर नाहीं सुनिहीं अउर उ पचे पाप करब बन्द नाहीं करिहीं। किन्तु तोहका इ सबइ बातन कहब अहइ।” 12 तब आतिमा मोका ऊपर उठाएस। तब मइँ आपन पाछे एक आवाज सुनेउँ। इ बिजुरी क कड़क क तरह बहोत तेज रही। उ कहेस, “ओकरे स्थान स यहोवा क महिमा क गुनगान करा।” 13 तब प्राणियन क पखना हिलब सुरू भएन। पखनन, जब एक दूसर क छुएन, तउ उ पचे बड़की तेज अवाज क अउर ओनके समन्वा क चक्र बिजुरी क कड़क क तरह प्रचण्ड घोस करइ लागेन। 14 आतिमा मोका उठाएन अउर दूर लइ गइ। मइँ उ जगह तजेउँ। मइँ बहोत दुःखी रहेउँ अउर मोर आतिमा बहोत असान्त रही किन्तु यहोवा क सवती मोरे भीतर प्रबल रही। 15 मइँ इस्राएल क ओन लोगन क लगे गएउँ जेका तेलाबीब मँ कबार नदी क किनारे रहइ क मजबूर कीन्ह ग रहेन। मइँ ओन लोगन क बीच मँ सात दिना तलक सोक मँ बइठा रहा। 16 सात दिना पाछे यहोवा क सँदेसा मोका मिला। उ कहेस, 17 “मनई क पूत, मइँ तोहका इस्राएल क सन्तरी बनावत हउँ। मइँ ओन बुरी सबइ घटना क बताउब जउने ओनके संग घटित होइहीं अउर तोहका इस्राएल क ओन सबइ घटना क बारे मँ चितउनी देइ चाही। 18 जदि मइँ कहत हउँ, ‘इ बुरा मनई मरी।’ तउ तोहका इ चितउनी ओका देइ चाही। तोहका ओहसे कहइ चाही कि उ आपन जिन्नगी बदलइ अउर बुरा करम करब बन्द करइ। जदि तू उ मनई क चितउनी नाहीं देब्या तउ उ मरि जाइ। उ मरी काहेकि उ पाप किहस। किन्तु मइँ तोहका भी ओकर मउत क बरे उत्तरदायी बनाउब। काहेकि तू ओकरे लगे नाहीं गया अउर ओकरे जिन्नगी क नाहीं बचाया। 19 “इ होइ सकत ह कि तू कउनो मनई क चितउनी देब्या, ओका ओकरे जिन्नगी क बदलइ बरे समुझउब्या अउर बुरा काम न करइ क कहब्या। जदि उ मनई तोहार अनसुनी करत ह तउ मरि जाइ। उ मरी काहेकि उ पाप किहे रहा। किन्तु तू ओका चितउनी दिहा, एह बरे तू आपन जिन्नगी बचाइ लिहा। 20 “या इ होइ सकत ह कि कउनो नीक मनई अच्छा बनब रहइ तज देइ। मइँ ओकरे समन्वा कछू अइसा लाइके रख देउँ कि उ ओकर पतन करइ। उ बुरे करम करब सुरू करी। एह बरे उ मरी। उ मरी, काहेकि उ पाप करत अहइ अउर तू ओका चितउनी नाहीं दिहा। मइँ तोहका ओकर मउत बरे जिम्मेदार बनाउब, अउर लोग ओकरे जरिये कीन्ह गए सबहिं नीक कार्यन क याद नाहीं करिहीं। 21 “किन्तु जदि तू उ नीक मनई क चितउनी देत अहा अउर ओका पाप करब बन्द करइ क कहत अहा, अउर जदि उ पाप करब बन्द कइ देत ह, तब उ नाहीं मरी। काहेकि तू ओका चितउनी दिहा अउर उ तोहार सुनेस। इ तरह तू आपन जिन्नगी बचाया।” 22 तब यहोवा क सवती मोरे ऊपर आई। उ मोहसे कहेस, “उठा अउर घाटी मँ जा। मइँ तोहसे उ ठउरे पइ बात करब।” 23 एह बरे मइँ खड़ा भएउँ अउर बाहेर घाटी मँ गएउँ। यहोवा क महिमा हुआँ परगट भइ ठीक वइसेन ही, जइसा मइँ ओका कबार नदी क सहारे लखे रहेउँ। एह बरे मइँ धरती पइ आपन मूँड़ि निहुराएउँ। 24 किन्तु “आतिमा” आइ अउर उ मोका उठाइके मोरे गोड़न पइ खड़ा कइ दिहेस। उ मोहसे कहेस, “घर जा अउर आपन क अपने घरे क ताले क भीतर बन्द कइ ल्या। 25 मनई क पूत, लोग रस्सी क संग अइहीं अउर तोहका बाँध देइहीं। उ पचे तोहका लोगन क बीच बाहेर जाइ नाहीं देइहीं। 26 मइँ तोहार जीभ क तोहरे तालु स चिपकाइ देब, तू बात करइ जोग्ग नाहीं रहब्या। एह बरे तू लोगन क ओनकर मार्ग क सुधारइ बरे कछू कहइ क जोग्य नाहीं रहब्या। काहेकि उ पचे लोग सदा मोरे खिलाफ जात अहइँ। 27 किन्तु मइँ तोहसे बातचीत करब तब मइँ तोहका बोलइ देब। किन्तु तोहका ओनसे कहइ चाही, ‘हमार सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहत ह।’ जदि कउनो मनई सुनइ चाहत ह तउ इ बहोत अच्छा अहइ। जदि कउनो मनई एका नाहीं सुनइ चाहत, तउ न सुनइ। किन्तु उ सबइ लोग सदा मोरे खिलाफ जात रहेन।
4:1 “मनई क पूत, एक ठु ईर्टा ल्या। एह पइ एक चित्र खींचा। एक नगर क, अर्थात यरूसलेम क एक ठु चित्र बनावा 2 अउर तब उ तरह कार्य करा माना तू उ नगर क घेरा डाए भए फउज अहा। नगर क चारिहुँ कइँती एक ठु माटी क देवार एह पइ हमला करइ मँ मदद बरे बनावा। नगर क देवार तलक पहोंचइ वाली एक ठु ढलान बनावा। तोड़ फोड़ करइवाले लट्ठन क लिआवा अउर नगर क चारिहुँ कइँती फउजी डेरन क खड़ा करा 3 अउर तब तू एक ठु लोहा क कड़ाही ल्या अउर एका आपन अउर नगर क बीच रखा। इ एक लोहा क देवार क तरह होइ, जउन तोहका अउर नगर क अलग करी। इ तरह तू इ प्रदसिर्त करब्या कि तू उ नगर क खिलाफ अहा। तू उ नगर क घेरब्या अउर ओह पइ हमला करब्या। काहेकि इ इस्राएल क परिवार बरे एक ठु उदाहरण होइ। इ प्रदसिर्त करी कि मैं (परमेस्सर) यरूसलेम क नस्ट करब। 4 “तब तोहका आपन बाईर् करवट ओलरइ चाही। तउ तू इस्राएल क लोगन क पापन्क क घोसणा करा। तू ओनकइ पाप क सारे दिनन तलक ढोउब्या जेतने दिनन तलक तू आपन बाईर् करवट ओलरब्या। 5 तू इ तरह इस्राएल क पाप क तीन सौ नब्बे दिनन तलक घोसणा करब्या। इ तरह मइँ तोहका बतावत हउँ कि इस्राएल, एक दिन एक बरिस क बराबर क केतने लम्बे समय तलक दण्डित होइ। 6 “उ समइ क पाछे तू आपन दाहिन करवट चालीस दिनन तलक ओलरब्या। इ समइ क दौरान तू यहूदा क पापन्क बरे घोसणा करब्या। इ तरह स मइँ तोहका बतावत हउँ कि यहूदा क केतने लम्बे बरिस बरे दण्ड देइ चाही। एक दिन एक बरिस क होइ।” 7 परमेस्सर फिन बोला। उ कहेस, “अब, आपन आस्तानन क मोड़ ल्या अउर आपन हाथन क ईर्टा क ऊपर उठावा। अइसा देखावा माना तू यरूसलेम नगर पइ हमला करत अहा। एका इ देखावइ बरे करा कि तू मोर नबी क रूप मँ लोगन स बातन करत अहा। 8 एँह पइ धियान राखा, मइँ तोहका लसुरियन स बाँधत अहउँ। तू तब तलक एक बगल स दूसरी बगल करवट नाहीं लइ सकत्या जब तलक तोहरे नगर पइ हमला खतम नाहीं हो।” 9 परमेस्सर इ भी कहेस, “तोहका रोटी बनावइ बरे कछू अन्न लिआवइ चाही। कछू गोहूँ, जौ, सेम, मसूर, तिल, बजरी अउर कठिया गोहूँ लिआवा। इ सबहिं क एक ठु खोरा मँ मिलावा अउर ओनका पीसिके आटा बनावा। तोहका इ आटे क उपयोग रोटी बनावइ बरे करइ क होइ। तू सिरिफ इहइ रोटी क तीन सौ नब्बे दिनन तलक आपन बगल क सहारे ओलरे भए खाब्या। 10 तोहका सिरिफ एक पियाला उ आटा रोटी बनावइ बरे प्रतिदिन उपयोग करइ क होइ। तू उ रोटी क पूरे दिन मँ समइ समइ पइ खाब्या। 11 अउर तू सिरिफ तीन पियाला पानी प्रतिदिन पी सकत ह। 12 तोहका प्रतिदिन आपनी रोटी बनावइ चाही। तोहका मनई क झुरान मैला लिआइके बारइ चाही। तब तोहका उ जरत मैला पइ आपन रोटी पकावइ चाही। तोहका इ रोटी क लोगन क समन्वा खाइ चाही।” 13 तब यहोवा कहेस, “इ प्रदसिर्त करी कि इस्राएल क परिवार विदेसन मँ अपवित्तर रोटियन क खाइ अउर मइँ ओनका इस्राएल क तजइ अउर ओन देसन मँ जाइ क बिवस किहे रहेउँ।” 14 तब मइँ (यहेजकेल) अचरज स कहेउँ, “किन्तु मोरे सुआमी यहोवा, मइँ अपवित्तर खइया क कबहुँ नाहीं खाएउँ। मइँ कबहुँ उ जनावरे क माँस नाहीं खाएउँ, जउन कउनो रोग स मरा होइ या जंगली जनावर मारि डाए होइ। मइँ बचपन स लइके अब तलक कबहुँ अपवित्तर माँस नाहीं खाएउँ ह। मोरे मुँहे मँ कउनो भी वइसा बुरा माँस कबहुँ नाहीं गवा ह।” 15 तब परमेस्सर मोहसे कहेस, “ठीक बाटइ। मइँ तोहका रोटी पकावइ बरे गइया क झुरान गोबर उपयोग मँ लिआवइ देब। तोहके मनई क झुरान मैला क उपयोग नाहीं करब होइ।” 16 तब परमेस्सर मोहसे कहेस, “मनई क पूत, मइँ यरूसलेम क रोटी क आपूतिर् क नस्ट करत हउँ। लोगन क लगे खाइ बरे रोटियन नाहीं क बराबर होइहीं। उ पचे आपन भोजन आपूतिर् बरे बहोत परेसान होइहीं अउर ओनके बरे पानी नाहीं क बराबर अहइ। उ पचे उ पानी क पिअत समइ बहोत भयभीत होइहीं। 17 काहेकि लोगन बरे पर्याप्त भोजन अउ पानी नाहीं होइ। लोग एक दूसर क लखिके भयभीत होइहीं काहेकि उ पचे आपन पापन क कारण एक दूसर क नस्ट होत भवा लखिहीं।
5:1 “मनई क पूत आपन उपवास क समइ क पाछे तोहका इ सबइ काम करइ चाही। तोहका एक तेज तरवार लेइ चाही। उ तरवार क उपयोग नाऊ क उस्तरे क तरह करा। तू आपन बार अउ दाढ़ी ओहसे काट ल्या। बारन क तराजू मँ धरा अउ तउला। आपन बारन क तीन हींसा मँ बाँटा। आपन बारन क एक तिहाई हींसा उ ईर्टा पइ धरा जेह पइ नगर क चित्र बना ह। उ नगर मँ ओन बारन क जरावा। इ प्रदसिर्त करत ह कि कछू लोग नगर की भीतर मरिहीं। तब तरवार क उपयोग करा अउर आपन बारन क एक तिहाई क नान्ह-नान्ह टूकन मँ काट डावा। ओन बारन क उ नगर क चारिहुँ कइँती धरा। इ प्रदसिर्त करी कि कछू लोग नगर क बाहेर मरिहीं। तब आपन बारन क एक तिहाई क हवा मँ उड़ाइ द्या। एनका हवा क दूर उड़ाइ लइ जाइ द्या। इ प्रदसिर्त करी कि मइँ आपन तरवार निकारब अउर कछू लोगन क पाछा कइके ओनका दूर देसन मँ भगाइ देब। 2 3 किन्तु तब तोहका जाइ चाही अउर ओन बारन मँ स कछू क लिआवइ चाही। ओन बारन क लिआवा, ओनका ढका अउर ओनकर रच्छा करा। इ प्रदसिर्त करी कि मइँ आपन मँ स कछू क बचाउब 4 अउर तब ओन उड़े भए बारन मँ स कछू अउर जियादा बारन क लिआवा। ओन बारन क आगी मँ झोंकि द्या। इ प्रदसिर्त करत ह कि आगी हुवाँ सुरू होइ अउर इस्राएल क पूरे खानदान क बारिके नस्ट कइ देइ।” 5 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “उ ईटां यरूसलेम अहइ, मइँ इ यरूसलेम नगर क दूसर रास्ट्रन क बीच रखा ह, इ समइ इस्राएल क चारिहुँ ओर दूसर देस अहइँ। 6 यरूसलेम क लोग मोरे आदेसन क बरे विद्रोह किहन। उ पचे दूसर कउनो रास्ट्र स जियादा बुरे रहेन। उ पचे मोरे नेमन क ओहसे भी जियादा तोड़ेन जेतना ओनके चारिहुँ कइँती क कउनो भी देस क लोग तोड़ेन। उ पचे मोरे आदेसन क सुनइ स इनकार कइ दिहन। उ पचे मोर व्यवस्था क पालन नाहीं किहन।” 7 एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहेस, “मइँ तू लोगन पइ भयंकर विपत्तियन लिआउब। काहेकि तू मोर आदेसन क पालन नाहीं किहा। तू लोग मोरे नेमन क आपन चारिहुँ कइँती रहइवाले लोगन स भी जियादा तोड़या। तू लोग उ सबइ काम भी किहा जेनका उ सबइ लोग भी गलत कहत हीं।” 8 एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “एह बरे मइँ भी तोहरे पचन्क विरूद्ध हउँ, मइँ तू पचन्क इ तरह दण्ड देब जेहसे दूसर लोग भी लखि सकइँ। 9 मइँ तू लोगन क संग उ करब जेका मइँ पहिले कबहुँ नाहीं किहेउँ। मइँ ओन भयानक कामन क फिन कबहुँ नाहीं करब। काहेकि तू पचे ऍतना जियादा भंयकर काम किहा। 10 यरूसलेम मँ लोग भूख स एतना तड़पिही कि महतारी-बाप आपन गदेलन क खाइ जइहीं अउर गदेलन आपन महतारी-बाप क खाइ जइहीं। मइँ तू पचन्क कइउ तरह स दण्ड देब अउर जउन लोग जिअत बचा अहइँ, ओनका मइँ हवा मँ बिखेर देब।” 11 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “यरूसलेम, मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि मइँ तू पचन्क दण्ड देब। मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तू पचन्क दण्ड देब। काहेकि तू पचे मोर ‘पवित्तर ठउर’ क खिलाफ भयंकर पाप किहा। तू पचे उ सबइ भयानक काम किहा जउन एका गन्दा बनाइ दिहन। मइँ तू पचन्क दण्ड देब। मइँ तू पचन्क पइ दाया नाहीं करब। मइँ तू पचन बरे दुःख क अनुभव नाहीं करब। 12 तोहार पचन्क एक तिहाई लोग नगर क भीतर रोग अउ भूख स मरिहीं। तोहार पचन्क एक तिहाई लोग नगर क भीतर रोग अउ भूख स मरिहीं। तोहार पचन्क एक तिहाई लोग जुद्ध मँ नगर क बाहेर मरिहीं अउर तोहार लोगन क एक तिहाई क मइँ आपन तरवार निकारिके ओनकर पाछा कइके ओनका दूर देसन मँ खदेड़ देब। 13 सिरिफ तब मइँ तोहरे लोगन पइ क्रोधित होब बन्द करब। मइँ समुझ लेब कि उ पचे ओन बुरे कामन क बरे दण्डित भएन ह जउन उ पचे मोर संग किहे रहेन अउर उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ ओन लोगन क बिरोध मँ आपन गैरत क कारण बात किहेउँ।” 14 परमेस्सर कहेस, “यरूसलेम मइँ तोहका नस्ट करब तू पाथरन क ढ़ेर क अलावा दूसर कछू नाहीं रहि जाब्या। तोहरे चारिहुँ कइँती लोग तोहार हँसी उड़ाइ हीं। हर एक मनई जउन तोहरे लगे स गुजरी तोहार हँसी उड़ई। 15 तोहरे चारिहुँ कइँती क लोग तोहार हँसी उड़इहीं, किन्तु ओनके बरे तू एक सबक भी बनब्या। उ पचे लखिहीं कि मइँ कोहान रहा अउर मइँ तोहका दण्ड दिहेउँ। मइँ बहोत कोहान रहा। मइँ तोहका चितउनी दिहे रहेउँ। मोका, यहोवा तोहसे कहे रहा कि मइँ का करउँ। 16 मइँ कहे रहेउँ कि मइँ तोहरे लगे भयंकर भुखमरी क समइ पठउब। मइँ तोहसे कहे रहेउँ, मइँ ओन चीजन क पठउब जउन तोहका नस्ट करिहीं अउर तोहसे कहे रहा कि मइँ तोहार भोजन क आपूतिर् छोर लेब, अउर उ भूखमरी क उ समइ बार-बार आवा। 17 मइँ तोहसे कहे रहेउँ कि मइँ तोह पइ भूख अउ जंगली पसु पठउब, जउन तोहरे लरिकन क मारि डइहीं। मइँ तोहसे कहे रहेउँ कि पूरे नगर मँ रोग अउर मउत क राज्ज होइ अउर मइँ ओन दुस्मन-फउजियन क तोहरे खिलाफ लड़इ बरे लिआउब। मोका यहोवा इ कहे रहा, इ सबइ बातन घटित होइहीं अउर सबहिं घटित भइन।”
6:1 तब यहोवा क बचन मोरे लगे फुन आवा। 2 उ कहेस, “मनई क पूत इस्राएल क पर्वतन कइँती मुड़ा। उनके बिरूध नबूवत करा। 3 ओन पर्वतन स इ कहा: ‘इस्राएल क पर्वतो, मोर सुआमी यहोवा कइँती स इ सँदेसा सुना। मोर सुआमी यहोवा पहाड़ियन, पर्वतन, घाटियन अउर खार-खड्डन स इ कहत ह। धियान द्या। मइँ (परमेस्सर) दुस्मन क तू सबन्क खिलाफ लड़इ बरे लिआवत हउँ। मइँ तोहार सबन्क उच्च ठउरन क नस्ट कइ देब। 4 तोहार सबन्क वेदियन क तोरिके टूका-टूका कइ दीन्ह जाइ तोहार सबन्क सुगन्धि चढ़ावइ क वेदियन ध्वस्त कइ दीन्ह जइहीं। अउर मइँ तोहार सबन्क ल्हासन क तोहार सबन्क गन्दी मूरतियन क समन्वा लोकाउब। 5 मइँ इस्राएल क लोगन क ल्हासन क ओनकर देवतन क गन्दी मूरतियन क समन्वा लोकाउब। मइँ तोहार सबन्क हाड़न क तोहरे पचन्क वेदियन क चारिहुँ ओर बिखेरब। 6 जहाँ कहूँ तोहार लोग रहिहीं ओन पइ विपत्तियन अइहीं। ओनकर नगर पाथरन क ढेर बनिहीं। ओनकर उच्च ठउरन नस्ट कीन्ह जइहीं। काहे एह बरे कि ओन पूजा ठउरन क उपयोग दुबारा न होइ सकइ। उ सबइ सबहिं वेदियन नस्ट कइ दीन्ह जइहीं। लोग फुन कबहुँ ओन गन्दी मूरतियन क नाहीं पूजिहीं। ओन सुगन्धि वेदियन क ध्वस्त कीन्ह जाइ। जउन चिजियन तू पचे बनावत ह उ सबइ पूरी तरह नस्ट कीन्ह जइहीं। 7 तोहार लोग मारा जइहीं अउर तब तू जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ।’“ 8 परमेस्सर कहेस, “किन्तु मइँ तोहरे कछू लोगन क बच निकरइ देब। उ पचे थोड़े समइ तलक विदेसन मँ रहिहीं। मइँ ओनका बिखेरब अउर दूसर देसन मँ रहइ बरे मजबूर करब। 9 तब उ पचे बचे भए लोग बन्दी बनावा जइहीं। उ पचे बिदेसन मँ रहइ क मजबूर कीन्ह जइहीं। किन्तु उ पचे बचे भए लोग मोका याद रखिहीं। मइँ ओनकर आतिमा क खण्डित किहेउँ। जउने पापन क उ पचे किहेन, ओकरे बरे उ पचे खुद ही घिना करिहीं। बीते समइ मँ उ पचे मोहसे विमुख भए रहेन। अउर दूर होइ ग रहेन। उ पचे आपन गन्दी मूरतियन क पाछे लगे भए रहेन। उ पचे उ समइ मेहरारू क नाईर् रहेन जउन आपन भतार क तजिके, कउनो दूसर मनई क पाछे धावइ लाग। उ पचे बड़े भयंकर पाप किहन। 10 किन्तु उ पचे समुझ जइहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर उ पचे इ जनिहीं कि जदि मइँ कछू करइ बरे कहब तउ मइँ ओका करब। उ पचे समुझ जइहीं कि उ पचे सब विपत्तियन जउन ओन पइ आई अहइँ, मइँ डाएउँ ह।” 11 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “हाथन स ताली बजावा अउर आपन गोड़ पीटा। ओन सबहिं भयंकर चिजियन क खिलाफ कहा जेनका इस्राएल क लोग किहन ह। ओनका चितउनी द्या कि उ सबइ रोग अउ भूख स मारा जइहीं। ओनका बतावा कि उ पचे जुद्ध मँ मारा जइहीं। 12 दूर क लोग रोग स मरिहीं। समीप क लोग तरवार स मारा जइहीं। जउन लोग नगर मँ बचा रहिहीं, उ पचे भूख स मरिहीं। मइँ तबहिं किरोध करब तजब, 13 अउर सिरिफ तबहिं तू जनब्या कि मइँ यहोवा अहउँ। तू इ तब समुझब्या जब तू आपन ल्हासन क गन्दी मूरतियन क समन्वा अउर वेदियन क चारिहुँ कइँती लखब्या। तोहार पूजा क ओन हर ठउरन क निचके, हर एक ऊँच पहा़ड़ी, पर्वत तथा हर एक हरिअर बृच्छ अउर पत्तेवाले हर एक बाँझ बृच्छ क नीचे, उ सबइ ल्हास होइहीं। ओन सबहिं ठउरन पइ तू आपन बलि-भेंट किहा ह। उ पचे तोहार गन्दी मूरतियन बरे मधुर गन्ध रहिन। 14 किन्तु मइँ आपन हाथ तू लोगन पइ उठाउब अउर तोहका तोहरे लोगन क जहाँ कहूँ उ पचे रहेन, सजा देब। मैं तोहरे देस क नस्ट करब। इ दिबला रेगिस्तान स भी जियादा सूनी होइ। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
7:1 तब यहोवा क बचन मोका मिला। 2 उ कहेस, “मनई क पूत, अब मोर सुआमी यहोवा क इ सँदेसा अहइ। इ सँदेसा इस्राएल देस बरे अहइ:अन्त! अन्त आइ ग अहइ। पूरा देस नस्ट होइ जाइ। 3 अब तोहार अन्त आइ ग अहइ। मइँ देखाउब कि मइँ तोह पइ केतना कोहान हउँ। मइँ तोहका ओन बुरे कामन बरे दण्ड देब जउन तू किहा। जउन भयंकर काम तू किहा ओनके बरे मइँ तोहसे भुगतान कराउब। 4 मइँ तोहरे ऊपर तनिक भी दाया नाहीं करब। मइँ तोहरे बरे अफसोस नाहीं करब। मइँ तोहका तोहरे बुरे कामन बरे दण्ड देत हउँ। तू भयानक कामन क किहा ह। अब तू समुझ जाब्या कि मइँ यहोवा हउँ।” 5 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। “एक क बाद एक बिपत्तियन अइहीं। 6 अन्त आवत अहइ अउर इ बहोत हाली आइ। 7 इस्राएल क लोगो, का तू सीटी सुन्या ह दुस्मन आवत अहइ। उ दण्ड क समइ हाली आवत अहइ। दुस्मन क सोरगुल पर्वतन पइ जियादा स जियादा बढ़त जात अहइ। 8 मइँ हाली ही देखाइ देब कि मइँ केतना कोहान हउँ। मइँ तोहरे खिलाफ आपन पूरे किरोध क परगट करब। मइँ ओन बुरे कामन बरे दण्ड देब जउन तू किहा। मइँ ओन सबहिं भयानक कामन बरे तोहसे भुगतान कराउब जउन तू किहा। 9 मइँ तोह पइ तनिक भी दाया नाहीं करब मइँ तोहरे बरे अफसोस नाहीं करब। मइँ तोहका तोहरे बुरे कामन बरे दण्ड देत हउँ। तू जउन भयानक काम किहा ह, अब तू जानब्या कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ दण्ड भी देत हउँ। 10 “दण्ड क उ समइ आइ गवा। का तू सीटी सुनत अहा? परमेस्सर संकेत दिहस ह। दण्ड आरम्भ होत अहइ। डारी अवुंरित होइ लाग अहइ। घमण्डी राजा (नवूकदनेस्सर) पहिले स ही जियादा सवतीसाली होत जात रहा। 11 उ हिंसक मनई ओन बुरे लोगन क दण्ड देइ बरे तैयार अहइ। इस्राएल मँ लोगन क गिनती बहोत अहइ, किन्तु उ ओनमाँ स नाहीं अहइ। उ उ भीड़ क मनई नाहीं अहइ। उ ओन लोगन मँ स कउनो महत्वपूर्ण प्रमुख नाहीं अहइ। 12 “उ दण्ड क समइ आइ ग अहइ। उ दिन आइ पहोंचा। जउन लोग चिजियन खरीदन हीं, प्रसन्न नाहीं होइहीं अउर जउन लोग चिजियन बेचत हीं, उ पचे ओनका बेचइ मँ बुरा नाहीं मानिहीं। काहेकि उ भयंकर दण्ड हर एक मनई बरे होइ। 13 जउन लोग आपन स्थायी सम्पत्ति बेचिहीं उ पचे ओका कबहुँ नाहीं पइहीं। जदि कउनो मनई जिअत नाहीं भी बचा रही तउ भी उ आपन स्थायी सम्पत्ति वापस नाहीं पाइ सकत। काहेकि इ दर्सन लोगन क पूरे समूह क बरे अहइ। कउनो भी मनई अन्याय कइके आपन क बलवान नाहीं कइ पाइहीं। 14 “उ सबइ लोगन क चितउनी देइ बरे तुरही बजइहीं। लोग जुद्ध बरे तइयार होइहीं। किन्तु उ पचे जुद्ध करइ क बरे नाहीं निकरिहीं। काहेकि मइँ पूरे जन-समूह क देखाउब कि मइँ केतना कोहान हउँ। 15 तरवार लिए भए दुस्मन नगर क बाहेर अहइँ। रोग अउर भूख नगर क भीतर अहइँ। जदि कउनो जुद्ध क मइदान मँ जाइ तउ सत्रु क फउजी ओका मारि डइहीं। जदि उ नगर मँ रहत ह तउ भूख अउर रोग ओका नस्ट करिहीं। 16 “किन्तु कछू लोग बचि निकरिहीं। उ पचे बचे लोग पराइके पहाड़न मँ चला जइहीं। किन्तु उ सबइ लोग सुखी नाहीं होइहीं। उ पचे आपन पापन क कारण दुखी होइहीं। उ पचे चिजियइहीं अउर कबूतरन क तरह दुःख भरी आवाज निकारिहीं। 17 लोग एतने थके अउर खिन्न होइहीं कि आपन हाथन भी नाहीं उठाइ पइहीं। ओनकर गोड़ पानी क तरह ढीला होइहीं। 18 उ पचे सोक वस्त्र पहिरहीं अउर भयभीत रहिहीं। तू पचे हर मुँहे पइ लज्जा पउब्या। उ पचे सोक प्रदर्सन बरे आपन बार मुड़वाइ लेइहीं। 19 उ पचे आपन चाँदी क देव मूरतियन क सड़कन पइ फेंक देइहीं। उ पचे आपन सोने क मूरतियन क गन्दा चिथरन क तरह समुझिहीं। काहेकि जब यहोवा आपन किरोध परगट किहस उ सबइ मूरतियन ओनका बचाइ नाहीं सकिन। उ सबइ मूरतियन लोगन बरे पतन क जालि के अलावा दूसर कछू नाहीं रहिन। उ सबइ मूरतियन लोगन क भोजन नाहीं देइहीं उ सबइ मूरतियन ओनके पेट मँ अन्न नाहीं पहोंचइहीं। 20 “ओन लोग आपन सुन्नर आभूसण क उपयोग किहन अउर मूरति बनाएन। ओनका आपन मूरति पइ गर्व रहा। उ पचे आपन भयानक मूरतियन बनाएन। ओन लोग ओन गन्दी चिजियन क बनाएन। एह बरे मइँ (परमेस्सर) ओनका गन्दा चिथरन क तरह लोकाइ देब। 21 मइँ ओनका अजनबियन क लेइ देब। उ सबइ अजनबी ओनका लूट लेइहीं। उ सबइ, अजनबी, आपन मने क मुताबिक सबइ कछू लइ लेइहीं अउ पवित्तर स्थान अपवित्तर कइ देइहीं। 22 मइँ ओनसे आपन मुँह फेर लेब, मइँ ओनकर कइँती नाहीं लखब। उ सबइ अजनबी मोरे मन्दिर क नस्ट करिहीं, उ सबइ उ पवित्तर भवन क गोपनीय हींसन मँ जइहीं अउर ओका अपवित्तर करिहीं। 23 “बन्दियन खातिर जंजीर बनावा। काहेकि बहोत स लोग दूसर लोगन क मारइ क कारण दण्डित होइहीं। नगर क हर ठउरन पइ हिंसा भड़की। 24 मइँ दूसर रास्ट्रन स बुरे लोगन क लिआउब अउर उ सबइ लोग इस्राएल क लोगन क सबहिं घरन क लइ लेइहीं। मइँ तू बरिआर लोगन क गर्बीला होइ स रोक देब। दूसर रास्ट्रन क उ सबइ लोग तोहरे पूजा ठउरन क अपवित्तर कइ देइहीं। 25 “तू लोग भय स थर्राइ उठब्या। तू लोग सान्ति चहब्या, किन्तु सान्ति नाहीं मिली। 26 तू पचे एक क पाछे दूसर दुःख कथा क सुनब्या। तू पचे बुरी खबरियन क अलावा कछू नाहीं सुनब्या। तू नबी क खोज करब्या अउर ओहसे दर्सन पुछब्या। किन्तु कउनो मिली नाहीं। याजक क लगे तू पचन्क सिच्छा देइ क कछू भी नाहीं होइ अउर अग्रजन क लगे तू पचन्क कउनो नीक सलाह नाहीं होइ। 27 तोहार पचन्क राजा ओन लोगन बरे रोइ अउर मरि गएन। प्रमुख सोक-वस्त्र पहिरहीं। साधारण लोग बहोत डेराइ जइहीं। काहेकि मइँ ओकर बदल देब जउन उ पचे किहन। मइँ ओनकर दण्ड निहचित करब। अउर मइँ ओनका दण्ड देब। तब उ सबइ समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
8:1 एक दिना मइँ (यहेजकेल) अपने घरे मँ बइठा रहेउँ अउर यहूदा क अग्रज हुवाँ मोरे समन्वा बइठे रहेन। इ देस-निकारे क छठएँ बरिस क छठएँ महीने क पचँए दिन भवा। अचानक मोर सुआमी यहोवा क सवती मोहमाँ उतरी। 2 मइँ कछू लखेउँ जउन आगी क नाईर् रहा। इ एक मनई क सरीर जइसा देखाइ पड़त रहा। करिहाउँ स खाले उ आगी जइसा रहा। करिहाउँ स ऊपर उ आगी मँ तपत धातु क तरह चमकत अउर कान्तिवाला रहा। 3 तब मइँ कछू अइसा लखेउँ जउन बाहु क तरह रहा। उ बाहु बाहेर बढ़ी अउर उ मोरे मुँड़ि क बारन स मोका धइ लिहस। तब आतिमा मोका हवा मँ उठाइ लिहस अउर परमेस्सर क दर्सन मँ उ मोका यरूसलेम क लइ गइ। उ मोका उत्तर कइँती भीतर फाटक पइ लइ गइ। उ देवमूतिर्, जेहसे परमेस्सर क ईर्स्या होत ह, उ फाटक क सहारे अहइ। 4 किन्तु इस्राएल क परमेस्सर क तेज हुवँइ रहा। उ तेज वइसा ही देखात रहा जइसा दर्सन मइँ घाटी क किनारे कबार नहर क लगे लखे रहेउँ। 5 परमेस्सर मोहसे कहेस। उ कहेस, “मनई क पूत, उत्तर कइँती लखा।” एह बरे मइँ उत्तर कइँती लखेउँ। अउर हुवाँ प्रवेस मार्ग क सहारे वेदी-दुआर क उत्तर मँ उ देवमूतिर् रही जेकरे बरे परमेस्सर क ईर्स्या होत रही। 6 तब परमेस्सर मोहसे कहेस, “मनई क पूत का तू लखत अहा कि इस्राएल क लोग कइसा भयंकर काम करत अहइँ? हिआँ उ पचे उ चीज क मोरे मन्दिर क ठीक बगल मँ मोका इ स दूर हटाइ बरे बनाएन ह। जदि तू मोरे संग अउब्या तउ तू अउर भी जियादा भयंकर चिजियन लखब्या।” 7 एह बरे मइँ अँगने क प्रवेस दुआर पइ गएउँ अउर मइँ देवार मँ एक ठु छेद लखेउँ। 8 परमेस्सर मोहसे कहेस, “हे मनई क पूत। उ देवारे क छेद क चारिहुँ कइँती खोदेन।” एह बरे मइँ देवार क उ छेद स होइके गएउँ अउर हुवाँ एक दरवाजा लखेउँ। 9 तब परमेस्सर मोहसे कहेस, “अन्दर जा, अउर ओन भयानक दुट्ठ चिजियन क लखा जेनका लोग हुवाँ करत अहइँ।” 10 एह बरे मइँ अन्दर गएउँ अउर मइँ लखेउँ। मइँ हर एक प्रकार क रेंगइवाले जन्तु अउर जनावरन क देवमूरतियन क लखेउँ जेनके बारे मँ सोचइ स तोहका घिना होत ह। उ सबइ देवमूरतियन अउ गन्दी मूरतियन रहिन जेनका इस्राएल क लोग पूजत रहेन। हुवाँ ओन जनावरन क तस्बीर हर देवारे पइ चारिहुँ कइँदी खुदा भए रहेन। 11 तब मइँ एह पइ धियान दिहेउँ कि सापान क पूत याजन्याह अउर इस्राएल क सत्तर अग्रज उ ठउर पइ पूजा करइवालन क साथ रहेन। हुवाँ पइ उ पचे, लोगन क ठीक समन्वा रहेन, अउर हर एक प्रमुख क हाथे मँ आपन सुगन्धि क थाल रहा। बरत सुगन्धि क धुवाँ हवा मँ उठत रहा। 12 तब परमेस्सर मोहसे कहेस, “हे मनई क पूत का तू लखेस ह कि इस्राएल क नेता लोग अँधियारा मँ का करति आवत हीं? हरेक मनई क आपन लबार देवता बरे बिसेस कमरा अहइँ। उ पचे आपुस मँ इ बातन करत ह, ‘यहोवा हम लोगन क नाहीं लखइ सकब्या। यहोवा इ रास्ट्र क तजि दिहस ह।”‘ 13 तब परमेस्सर न मोह स कहेस, “यदि तुम मोरे संग आउब्या तउ तू ओन लोगन अउर भी जियादा भयानक काम करत भए लखब्या!” 14 तब उ मोका यहोवा क मन्दिर क प्रवेस-दुआर पइ लइ गवा। इ दुआर उत्तर कइँती रहा। हुवाँ मइँ मेहररूअन क बइठे अउर रोवत भए लखेउँ। उ पचे लबार देवता तम्मूज क बारे मँ सोक मनावत रहिन। 15 परमेस्सर मोहसे कहेस, “मनई क पूत, का तू एन भयंकर चिजियन क लखत अहा? मोरे संग आवा अउर तू एनसे भी बुरे करम लखब्या।” 16 तब उ मोका मन्दिरे क भीतरी अँगना मँ लइ गवा। उ ठउरे पइ मइँ पच्चीस मनइयन क खाले निहुरे भए अउर पूजा करत लखेउँ। उ पचे पवित्तर स्थान अउर वेदी क बीच रहेन, किन्तु उ पचे गलत दिसा मँ मुँह किए खड़े रहेन। ओनकर पीठ पवित्तर ठउरे कइँती रहिन। उ पचे सूरज क पूजा करइ बरे खाले निहुरा रहेन। 17 तब परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत, का तू एका लखत अहा? यहूदा क लोग मोरे मन्दिर क एतना महत्वहीन समुझत हीं कि उ पचे मोरे मन्दिर मँ इ भयंकर करम करत हीं। इ देस हिंसा स भरा भवा अहइ। उ पचे लगातार मोका पागल करइवाला काम करत हीं। लखा, उ पचे आपन नाकन मँ लबार देवता क तरह चन्द्रमा क सम्मान करइ बरे बालियन पहिर रखिन ह। 18 मइँ ओन पइ आपन किरोध परगट करब। मइँ ओन पइ कउनो दाया नाहीं करब। मइँ ओनके बरे दुःख क अनुभव नाहीं करब। उ पचे मोका जोर स गोहरइहीं, किन्तु मइँ ओनका सुवइ स इन्कार कइ देब।”
9:1 तब परमेस्सर जोर स पुकारेस, नगर क जल्लादन क आवइ द्या। हर एक क आपन हाथन मँ बिध्वंसकारी हथियार लेइ चाही। 2 तब मइँ ऊपरी दुआरे स छ: मनइयन क सड़के पइ आवत लखेउँ। इ दुआर उत्तर कइँती अहइ। हर एक मनई आपन घातक सस्त्र क आपन हाथे मँ लिहे रहा। ओन मनइयन मँ स सूती ओढ़ना पहिर रखे रहा। ओकरे लगे करिहाउँ मँ लिपिक क एक ठु कलम अउ सियाही रही। उ सबइ लोग मन्दिर स काँसे क बेदी क लगे गएन अउर हुवाँ खड़ा भएन। 3 तब इस्राएल क परमेस्सर क तेज करूब सरगदूतन क ऊपर स, जहाँ उ रहा उठा। तब उ तेज मन्दिर क दुआर पइ गवा। जब उ ड्योढ़ी पइ पहोंचा तउ उ रूक गवा। तब उ तेज उ मनई क बोलाएस जउन सूती ओढ़ना कलम अउ स्याही धारन किए भए रहा। 4 तब यहोवा ओहसे कहेस, “यरूसलेम नगर स होइ के निकरा। जउन लोग उ नगर मँ लोगन क जरिये कीन्ह गइ घिनौना करम क बरे मँ गोहरावत अउर रोवत ह अहइँ, ओन हर एक क ललाट पइ एक चीन्हा अंकित करा।” 5 तब मइँ परमेस्सर क दूसर लोगन स कहत सुनेउँ कि “तू लोग पहिले मनई क अनुसरण करा। तू पचे ओन सबहिं मनइयन क मार डावा। जेनके ललाट पइ चीन्हा नाहीं अहइ। तू पचे एह पइ धियान नाहीं द्या कि उ पचे अग्रज जुवक, जुवतियन, गदेलन या महतरियन अहइँ। तू पचन्क आपन सस्त्रन क उपयोग करब अहइ, ओन हर एक क मार डाउब अहइ जेनके ललाट पइ चीन्हा नाहीं अहइ। कउनो दाया जिन देखावा। कउनो मनई बरे अफसोस न करा। हिआँ मोरे मन्दिर मँ सुरू करा।” एह बरे उ पचे मन्दिर क समन्वा क अग्रजन स सुरू किहा। 6 7 परमेस्सर ओनसे कहेस, “इ जगह क अपवित्तर बनाइ द्या। इ अँगने क ल्हासन स भरि द्या।” एह बरे उ पचे गएन अउर उ पचे नगर मँ लोगन क मारि डाएन। 8 जब उ सबइ लोग, लोगन क मारइ गएन, तउ मइँ हुवँइ रूका रहेउँ। मइँ भुइँया पइ आपन माथा टेकत भए कहेउँ, “हे मोर सुआमी यहोवा, यरूसलेम क खिलाफ आपन किरोध परगट करइ बरे, का तू इस्राएल मँ बचे भए सबहिं लोगन क मारत अहइ?” 9 परमेस्सर कहेस, “इस्राएल अउ यहूदा क परिवार बहोत जियादा बुरे पाप किहेन ह। इ देस मँ सर्वत्र लोगन क हत्तिया होत रहत अहइँ अउर इ नगर अपराध स भरा पड़ा अहइ। काहेकि लोग खुद कहत हीं, ‘यहोवा इ देस क तजि दिहेस। उ ओन कामन क नाहीं लखि सकत जेनका हम करत अहइँ।’ 10 अउर मइँ दाया नाहीं देखाउब। मइँ ओन लोगन बरे अफसोस अनुभव नाहीं करब। उ पचे खुद एका बोलाएन ह, मइँ एन लोगन क सिरिफ दण्ड दइ देत हउँ जेकर इ सबइ पात्र अहइँ।” 11 तब सूती ओढ़ना, लिपिक क कलम अउर स्याही धारण करइवाला मनई बोला। उ कहेस, “मइँ उ कइ दिहेउँ जउन तोहार आदेस रहा।”
10:1 तब मइँ उ खोरे क लखेउँ जउन करूब सरगदूतन क मूँड़िन क ऊपर रहा। खोरे नीलमणि क तरह स्वच्छ नीला देखात रहा। हुवाँ खोरे क ऊपर कछू सिंहासन क तरह देखात रहा। 2 तब उ मनई जउन सिंहासने पइ बइठा रहा, सन क ओढ़ना पहिरे भए मनई स कहेस, “तूफानी बादरे मँ आवा। करूब सरगदूतन क पहँटा मँ आवा। करूब सरगदूतन क बीच स कछू अंगारन आपन हाथे मँ ल्या। आपन हाथे मँ ओन कोइलन क लइ ल्या अउर जाइके ओनका यरूसलेम नगर पइ लोकाइ द्या।”उ मनई मोरे पाछे चला। 3 करूब सरगदूत उ समइ मन्दिर क दविखन क पहँटा मँ खड़ा रहेन, जब उ मनई बादरे मँ घुसा। बादर भीतरी अँगना मँ भरि गवा। 4 तब यहोवा क तेज करूब सरगदूत स अलग होइके मन्दिर क दुआरे पइ चला गवा। तब बादर मन्दिर मँ भरि गवा अउर यहोवा क तेज क प्रखर जोति पूरे अँगना मँ भरि गइ। 5 तब मइँ करूब सरगदूतन क पंखनन क फड़फड़ाहट पूरे बाहरी अँगना मँ सुनी जाइ सकत रही। बाहरी अँगना मँ फड़फड़ाहट बड़की प्रचण्ड रही, वइसी ही जइसी सर्वसवतीमान परमेस्सर क गरजत वाणी होत ह, जब उ बातन करत ह। 6 परमेस्सर सन क ओढ़ना पहिरे भए मनई क आदेस दिहे रहा। परमेस्सर ओका “तूफानी-बादर” मँ घुसुरइ क बरे कहेस अउर करूब सरगदूतन क बीच स कछू अंगारन लेइ क कहेस। एह बरे उ मनई तूफानी बादर मँ घुस गवा अउर गोल चक्रन मँ स एक क सहारे खड़ा होइ गवा। 7 करूब सरगदूतन मँ स एक आपन हाथ बढ़ाएस अउर करूब सरगदूतन क पहँटा क बीच स कछू अंगारन क लिहस। उ अंगारन क उ मनई क हाथन मँ धइ दिहस अउर उ मनई हुवाँ स चला गवा। ( 8 करूब सरगदूतन क पंखन क नीचे कछू ऐसा रहा जउन मनई क बाहन क तरह देखात रहा।) 9 तब मइँ लखेउँ कि हुवाँ चार गोल चक्र रहेन। हर एक करूब सरगदूत क बगल मँ एक ठु चक्र रहा, अउर चक्र स्वच्छ पिअर रतन क तरह देखात रहेन। 10 उ सबइ चार चक्र रहेन अउर सब चक्र एक समान प्रतीत होत रहेन। उ सबइ अइसेन देखात रहेन माना एक चक्र दूसर चक्रन मँ होइ। 11 जब उ सबइ चलत रहेन तउ कउनो भी दिसा मँ जाइ सकत रहेन। जब कबहुँ उ सबइ चलत रहेन उ सबइ चारिहुँ एक संग चलत रहेन। किन्तु ओनके चलइ क संग करूब सरगदूत साथ-साथ चवकर नाहीं लगावत रहेन। उ सबइ उ दिसा मँ चलत रहेन, जेहर ओनकर मुँह होत रहा। जब उ सबइ चलत रहेन, तउ उ सबइ उ सबइ एहर-ओहर नाहीं मुड़त रहेन। 12 ओनकर पूरे बदन पइ आँखिन रहिन। ओनकर पीठ, ओनकर बाँह, ओनकर पखना अउर ओनकर चक्र मँ आँखिन रहिन। हाँ, चारिहुँ चक्रन मँ आँखिन रहिन। 13 मइँ ओन लोगन क पहिया क “चक्र कहत भवा सुना।” 14 हर एक करूब सरगदूत चार मुँहेवाला रहा। पहिला मुँह करूब सरगदूत क रहा। दूसर मुँह मनई क रहा। तीसर सिंह क मुँह रहा अउर चउथा उकाब क मुँह रहा। 15 तब मइँ जानेउँ कि इ सबइ करूब सरगदूत उ जनावर रहेन जेनका मइँ कबार नदी क दर्सन मँ लखे रहेउँ।तब करूब सरगदूत हवा मँ उठेन। 16 ओनके संग चक्र उठेन। चक्रन आपन दिसा उ समइ नाहीं बदलेन जब करूब सरगदूत पखना खोलेन अउर उ सबइ हवा मँ उड़ेन। 17 जब करूब सरगदूत हवा मँ उड़त रहेन तउ चक्र ओनके संग उड़ जात रहेन। जदि करूब सरगदूत सान्त खड़ा रहत रहेन तउ चक्र भी वइसा ही करत रहेन। काहेकि ओनमाँ जीवधारियन क आतिमा क सवती रही। 18 तब यहोवा क तेज मंदिर क डेवढ़ी स उठा, करूब सरगदूतन क ठउरे पइ ऊपर गवा अउ हुवाँ ठहर गवा। 19 तब करूब सरगदूतन आपन पखना खोलेन अउर हवा मँ उड़ गएन। मइँ ओनका मन्दिर क तजत लखेउँ। चक्र ओनके संग चलेन। तब उ पचे यहोवा क मन्दिर क पूर्बी दुआर पइ ठहरेन। इस्राएल क परमेस्सर क तेज हवा मँ ओनके ऊपर रहा। 20 तब मइँ इस्राएल क परमेस्सर क तेज क नीचे प्राणियन क कबार नदी क दर्सन मँ याद किहेउँ अउर मइँ अनुभव किहेउँ कि उ सबइ प्राणी करूब सरगदूत रहेन। 21 हर एक प्राणी क चार मुँह रहेन, चार पखना रहेन अउर पखनन क खाले कछू अइसा रहा जउन मनई क बाँहन क तरह देखात रहा। 22 करूब सरगदूतन क उहइ चार मुँह रहेन जउन कबार नदी क दर्सन क प्राणियन क रहेन अउर उ सबइ सोझे अगवा उ दिसा मँ देखात रहेन, जेहर उ सबइ जात रहेन।
11:1 तब आतिमा मोका यहोवा क मन्दिर क पूर्बी दुआर पइ लइ गवा जहाँ सूरज निकरत ह। मइँ इ फाटक क प्रवेस दुआर पइ पच्चीस मनई लखेउँ। अज्जूर क पूत याजन्याह ओन लोगन्क संग रहा अउर बनायाह क पूत पलत्याह हुआँ रहा। उ पचे लोगन क प्रमुख रहेन। 2 तब परमेस्सर मोहसे कहेस। उ बताएस, “मनई क पूत, इ सबइ उ सबइ मनई अहइँ जउन इ नगर मँ बुरी योजना बनावत हीं। इ सबइ हमेसा लोगन क बुरे काम करइ क कहत हीं। 3 उ सबइ लोग कहत हीं, ‘हम लोग हाली ही फुन स आपन मकान नाहीं बनाउब। हम लोग बर्तन मँ धरे माँस क तरह इ नगर मँ सुरच्छित अही।’ 4 उ पचे इ झूठ फइलावत अहइँ। एह बरे तोहका मोरे बरे लोगन स बात करइ चाही। मनई क पूत! जा अउर लोगन क बीच भविस्सवाणी करा।” 5 तब यहोवा क आतिमा मोहमाँ आइ। उ मोहसे कहेस, “ओनसे कहा कि यहोवा इ सब कहेस ह: इस्राएल क परिवार, तू पचे बड़की योजना बनावत अहा। किन्तु मइँ जानत हउँ कि तू पचे का सोचत अहा। 6 तू पचे इ नगर मँ बहोत स लोगन क मारि डाया ह। तू पचे सड़कियन क ल्हासन स पाटि दिहा ह। 7 अब हमार सुआमी यहोवा, इ कहत ह, ‘उ सबइ ल्हास माँस अहइँ अउर इ नगर पात्र अहइ। किन्तु नबूकदनेस्सर आइ अउर तू पचन्क इ सुरच्छित पात्र स निकारि लइ जाइ। 8 तू पचे तरवारे स भयभीत अहा। किन्तु मइँ तू पचन्क खिलाफ तरवार लिआवत हउँ।’“ हमार सुआमी यहोवा इ सब कहेस ह। एह बरे इ सबइ घटित होइहीं। 9 परमेस्सर इ भी कहेस, “मइँ तू लोगन क इ नगर स बाहेर लइ जाब अउर मइँ तू पचन्क अजनबियन क सौंप देब। मइँ तू लोगन क सजा देब। 10 तू पचे तरवारे क चाट उतरब्या। मइँ तू पचन्क हिआँ इस्राएल मँ सजा देब जेहसे तू पचे समुझब्या कि उ मइँ हउँ जउन तू पचन्क सजा देत हउँ। मइँ यहोवा हउँ। 11 इ जगह बासन नाहीं होब्या, अउर नाहीं इ मँ तू मांस होब्या। मइँ तू पचन्क हिआँ इस्राएल मँ सजा देब। 12 तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ। उ मोर नेम रहा जेका तू पचे तोड़्या ह। तू पचे मोरे आदेसन क पालन नाहीं किहा। तू पचे आपन चारिहुँ कइँती क रास्ट्रन क तरह रहइ क निर्णय किहा।” 13 जइसेन ही मइँ परमेस्सर कइँती बोलब खतम किहेउँ, बनायाह क पूत पलत्याह मरि गवा। मइँ धरती पइ भहराइ पड़ेउँ। मइँ धरती पइ माथा टेकेउँ अउर कहेउँ, “हे मोर सुआमी यहोवा, तू का इस्राएल क सबहिं बचे भएन क पूरी तरह नस्ट कहइ पइ तुला अहा।” 14 मुला तब यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 15 “हे मनई क पूत, तोहार रिस्तेदार अर्थात इस्राएल क पूरा घर जउन कि तोहार संग जलावतन मँ ह। तोहार भाइयन अहइ। यरूसलेम मँ रहइवाले लोग ओन लोगन स कहेन, ‘यहोवा क पास से दूर होइ जा। इ भुइयाँ वरासत क रूप मँ हमका दीन्ह गइ अहइ।’ 16 “एह बरे ओन लोगन स इ सब कहा: हमार सुआमी यहोवा, कहत ह, ‘इ फुरइ अहइ कि मइँ आपन लोगन क बहोत दूर क देसन मँ जाइ बरे मजबूर किहेउँ। मइँ ही ओनका बहोत स देसन मँ बिखेरेउँ अउर उ भुइँया मँ जहाँ उ पचे गएन ह ओनकरे बरे थोड़े समइ बरे पवित्तर मन्दिर ठहरब। 17 एह बरे तू पचन्क ओन लोगन स कहइ चाही कि ओनकर सुआमी यहोवा, ओनका वापस लिआइ। मइँ तू पचन्क, बहोत स देसन मँ बिखेर दिहेउँ ह। किन्तु मइँ तू लोगन क एक संग बटोरब अउर ओन रास्ट्रन स तू पचन्क वापस लिआउब। मइँ इस्राएल क पहँटा तू पचन्क वापस देब। 18 अउर जब हमार लोग लौटिहीं तउ उ पचे ओन सबहिं भयंकर गन्दी देवमूरतियन क, जउन अब हिआँ अहइ, नस्ट कइ देइहीं। 19 मइँ ओनका एक संग लिआउब अउर ओनका एक ठु मनई सा बनाउब। मइँ ओनमा नई आतिमा भरब। मइँ ओनकर पाथर क हिरदय क दूर करब अउर आनके जगह पइ सच्चा हिरदय देब। 20 तब उ पचे मोरे नेमन क पालन करिहीं। उ पचे मोरे आदेसन क पालन करिहीं, उ पचे उ कारज करिहीं जेनका मइँ करइ क कहब। उ पचे फुरइ मोर लोग होइहीं अउर मइँ ओनकर परमेस्सर होबउँ।”‘ 21 तब परमेस्सर कहेस, “किन्तु इ समइ ओनकर हिरदय भयंकर गन्दी देवमूरतियन क होइ चुका अहइ। मोका ओन लोगन क ओन बुरे करमन बरे सजा देइ चाही जउन उ पचे किहेन ह।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस ह। 22 तब करूब सरगदूत आपन पखनन क खोलेस अउर हवा मँ उड़ गएन। चक्र ओनके संग गएन। इस्राएल क परमेस्सर क तेज ओनके ऊपर रहा। 23 यहोवा क तेज ऊपर हवा मँ उठा अउर उ यरूसलेम क तजि दिहस। उ छिन भर क बरे यरूसलेम क पूरब पहाड़ी पइ ठहरा। 24 तब आतिमा मोका हवा मँ उठाएस अउर वापस बाबुल मँ पहोंचाइ दिहस। उ मोका ओन लोगन क लगे लौटाएस, जउन इस्राएल तजइ बरे मजबूर कीन्ह ग रहेन। तब परमेस्सर क आतिमा मोका हवा मँ उठएस अउर मोका तजि दिहेस। मइँ ओन सबहिं चीजन क परमेस्सर क दर्सन मँ लखेउँ। 25 तब मइँ निर्वासित लोगन स बातन किहेउँ। मइँ उ सबइ बातन बनाएउँ जउन यहोवा मोका देखाए रहा।
12:1 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, तू विद्रोही लोगन क संग रहत अहा। उ पचे सदा ही मोरे खिलाफ होइ ग अहइँ। लखइ बरे ओनकर आँखिन अहइँ जउन कछू मइँ ओनके बरे किहेउँ ह। किन्तु उ पचे ओन चिजियन क नाहीं लखतेन। सुनई बरे ओनकर कान अहइँ, ओन चिजियन क जउन मइँ ओनका करइ क कहेउँ ह। किन्तु उ पचे मोरे आदेसन क नाहीं सुनतेन। काहेकि उ पचे विद्रोही लोग अहइँ। 3 उ एह बरे, मनई क पूत आपन सामान बाँध ल्या। अइसा बेउहार करा माना तू कउनो दूर देस क जात अहा। इ इ प्रकार करा कि लोग तोहका देखत रहइँ। होइ सकत ह, कि उ पचे लोग तोहे पइ धियान देइँ, किन्तु उ सबइ लोग बड़के बिद्रोही लोग अहइँ। 4 “दिन क समइ तू आपन सामान इ तरह बाहर लइ आवा कि लोग तोहका लखत रहइँ। तब साँझ क अइसा देखावा करा, कि तू दूर देस मँ एक बन्दी क तरह जात अहा। 5 लोगन क आँखिन क समन्वा देवार मँ एक छेद बनावा अउर उ देवार क छेदे स बाहेर आवा। 6 राति क आपन सामान काँधे पइ धरा अउर उ ठउर क तजि द्या। आपन मुँह क ढाँपि ल्या जेहसे तू इ न लखि सका कि तू कहाँ जात अहा। एन कामन क तोहका इ तरह करइ चाही, कि लोग तोहका लखि सकउँ। काहेकि मइँ तोहका इस्राएल क परिवार क बरे एक ठु उदाहरण क रूप मँ बइपरत हउँ।” 7 एह बरे मइँ (यहेजकेल) आदेस क अनुसार किहेउँ। दिन क समइँ मइँ आपन सामान उठाएउँ अउर अइसा देखावा किहेउँ माना मइँ कउनो दूर देस क जात हउँ। उ साँझ मइँ आपन हाथन क उपयोग किहेउँ अउर देवार मँ एक छेद बनाएउँ। राति क मइँ आपन सामान काँधे पइ धरेउँ अउर चल पड़ेउँ। मइँ इ सब इ प्रकार किहेउँ कि सबहिं लोग मोका लखि सकइँ। 8 अगले भिन्सारे मोका यहोवा बचन मिला। उ कहेस, 9 “मनई क पूत, का इस्राएल क ओन विद्रोही लोगन तोहसे पूछेन कि तू का करत अहा? 10 ओनसे कहा कि ओनकर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन बताएस ह। इ दुःखद बचन यरूसलेम क प्रमुखन अउर हुवाँ रहइवाले इस्राएल क सबहिं लोगन क बारे मँ अहइ। 11 ओनसे कहा, ‘मइँ (यहेजकेल) तू सबहिं लोगन बरे एक ठु उदाहरण हउँ। जउन कछू मइँ किहेउँ ह उ तू लोगन बरे फुरइ होइ।’ तू पचे फुरइ बन्दी क रूप मँ दूर देस मँ जाइ बरे मजबूर कीन्ह जाब्या। 12 तोहार पचन्क प्रमुख देवारे मँ छेद करी अउर राति क गुप्त रूप मँ निकरि भागी। उ आपन मुँहना क ढाँपि लेइ जेहसे लोग ओका पहिचनिहीं नाहीं। ओकर आँखिन, इ लखइ लायक नाहीं होइहीं कि उ कहाँ जात अहइ। 13 उ भाग निकरइ क जतन करी। किन्तु मइँ (परमेस्सर) ओका धइ लेब। उ मोर जालि मँ फँस जाइ अउर मइँ ओका बाबुल लिआउब जउन कसदियन क लोगन क देस अहइ। किन्तु उ उ भुइँया क लखि नाहीं पाई कि जहाँ उ जात अहइ। अउर उ हुँआ मर जाइ। 14 मइँ राजा क लोगन क मजबूर करब कि इस्राएल क चारिहुँ कइँती बिदेसन मँ रहइँ। मइँ ओकरी फउज क तितर-बितर कइ देब अउर दुस्मन क सैनिक ओनकर पाछा करिहीं। 15 तब उ सबइ लोग समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। उ पचे समुझिहीं कि मइँ ओनका रास्ट्रन मँ बिखेरेउँ। उ पचे समुझ जइही कि मइँ ओनका दूसर देसन मँ जाइ बरे मजबूर किहेउँ। 16 “किन्तु मइँ ओन लोगन मँ स थोड़ा स लोगन क जिअत रखब। उ सबइ रोग, भूख अउ जुद्ध स नाहीं मरिहीं। मइँ ओन लोगन क एह बरे जिअत रहइ देब, कि उ पचे रास्ट्रन मँ लोगन स जहाँ पइ उ पचन्क क बिखर दीन्ह ग रहेन ओन भयंकर कामन क बारे मँ कहि सकइँ, जउन उ पचे मोरे बिरुद्ध किहेन। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।” 17 तब यहोवा क बचन मोरे लगे आवा। उ कहेस, 18 “मनई क पूत! तोहका अइसा करइ चाही माना तू बहोत डेरान अहा। जब तू खइया खाब्या तब तोहका काँपइ चाही। तोहका पानी पिअइ क समइ चिन्तित अउर डेरान होइ क देखावा करइ चाही। 19 तोहका इ धरती क लोगन स कहइ चाही। तोहका कहइ चाही, ‘हमार सुआमी यहोवा यरूसलेम क लोगन अउर इस्राएल क दूसर हींसन क लोगन स इ कहत ह। लोगो, तू भोजन करत समइ बहोत परेसान होब्या। तू पानी पिअत समइ डेरान होब्या। काहेकि तोहरे पचन्क देसन मँ सबहिं कछू नस्ट होइ जाइ। हुवाँ रहइवाले सबहिं लोगन बरे दुस्मन बहोत वूर होइ। 20 तोहरे पचन्क नगरन मँ इ समइ बहोत लोग रहत हीं, किन्तु उ सबइ सहर नस्ट होइ जइहीं। तोहार पचन्क पूरा देस नस्ट होइ जाइ। तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।” 21 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 22 “हे मनई क पूत, इस्राएल क प्रदेस क बारे मँ लोग इ कहावत काहे सुनावत ही:विपत्ति हाली न आई, हर एक दर्सन घटित होइ स विफल होइ गवा। 23 “ओन लोगन स कहा कि तोहार पचन्क सुआमी यहोवा तोहार सबन्क इ कहावत क कहइ बन्द कइ देइ। उ पचे इस्राएल क बारे मँ इ कहावत क अउर नाहीं कहिहीं। अब उ पचे इ कहावत सुनइहीं:बिपत्ति हाली आईदर्सन घटित होइहीं। 24 “इ फुरइ अहइ कि इस्राएल मँ कबहुँ भी झूठे दर्सन नाहीं घटित होइहीं। अब अइसे जादूगर भविस्स मँ नाहीं होइहीं जउन अइसी भविस्सवाणी करिहीं जउन फुरइ नाहीं होइ। 25 काहेकि मइँ यहोवा अहउँ। मइँ उहइ कहब, जउन मइँ कहइ चाहब अउर उ चीज घटित होइ अउर मइँ घटना कल क लम्वा नाहीं खींचइ देब। उ सबइ विपत्तियन हाली आवति अहइँ। तोहरे पचन क आपनी ही जिन्नगी मँ। विद्रोही लोगो! जब मइँ कछू कहत हउँ तउ मइँ ओका घटित करत हउँ।” मोर सुआमी ओन बातन क कहेस। 26 तब यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 27 “मनई क पूत, इस्राएल क लोग समुझत हीं कि जउन दर्सन मइँ तोहका देत हउँ, उ सबइ बहोत दूर क भविस्स मँ घटित होइहीं। उ पचे समुझत हीं, कि जउन विपत्तियन क बारे मँ तू बातन करत अहा, उ सबइ आजु स बहोत बरिसन क पाछे घटित होइहीं। 28 एह बरे तोहका ओनसे इ कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा कहत ह: मइँ अउर जियादा विलम्ब नाहीं कइ सकत। जदि मइँ कहत हउँ, कि कछू घटित होइ तउ उ घटित होइ।”‘ मोर सुआमी यहोवा ओन बातन क कहेस।
13:1 तब यहोवा क वचन मोका मिला। 2 “मनई क पूत, तोहका इस्राएल क नबियन स मोरे बरे बातन करइ चाही। उ पचे नबी असल मँ मोरे बरे बातन नाहीं करत अहइँ। उ पचे नबी उहइ कछू कहत अहइँ जउन उ पचे कहइ चाहत हीं। एह बरे तोहका ओनसे बातन करइ चाही। ओनसे इ सबइ बातन कहा, ‘यहोवा क हिआँ स मिले इ वचन क सुना। 3 मोर सुआमी इ वचन देत ह। मूरख नबियो! तू लोग गत पइ बिपत्तियन अहइ। तू लोग आपन आतिमा क अनुसरण करत अहा। तू लोगन स उ नाहीं कहत अहा जउन तू पचे फुरइ दर्सन मँ लखत अहा। 4 “‘इस्राएलियो, तोहार पचन्क नबी सून्य खण्डहरन मँ दउड़ लगावइवाली लोखरियन जइसे होइहीं। 5 तू पचे नगर क टूटी देवारन क निअरे फउजी क नाहीं रख्या ह। तू पचे इस्राएल क परिवार क रच्छा बरे देवारन नाहीं बनाया ह। एह बरे यहोवा बरे, जब तोहका पचन्क सजा देइ क समइ आई तउ तू पचे जुद्ध मँ हार जाब्या। 6 “‘लबार नबी लोग कहेन, कि उ पचे दर्सन लखेन ह। उ पचे आपन जादू किहन अउर कहेन कि सबइ घटना होइहीं, किन्तु उ पचे झूठ बोलेन। उ पचे कहेन कि यहोवा ओनका पठएस किन्तु उ पचे झूठ बोलेन। उ पचे आपन झूठ क फुरइ होइ क प्रतीच्छा अब तलक करत अहइँ। 7 “‘लबार नबियो, जउन दर्सन तू पचे लख्या, उ सबइ फुरइ नाहीं रहेन। तू पचे आपन जादू किहा अउर कह्या कि कछू घटित होइ किन्तु तू लोग झूठ बोल्या। तू कहत अहा कि इ यहोवा क कथन अहइ, किन्तु मइँ तू लोगन स बातन नाहीं किहेउँ।’“ 8 एह बरे मोर सुआमी यहोवा अब फुरइ क छू कही, उ कहत ह “तू पचे झूठ बोल्या। तू पचे उ सबइ दर्सन लख्या जउन फुरइ नाहीं रहेन। एह बरे मइँ (परमेस्सर) अब तोहरे पचन्क खिलाफ अहउँ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 9 यहोवा कहेस, “मइँ ओन नबियन क सजा देब जउन लबार दर्सन लखेन अउर जउन झूठ बोलेन। मइँ ओनका आपन लोगन स अलग करब। ओनकर नाउँ इस्राएल क परिवार क सूची मँ नाहीं रहिहीं। उ पचे फुन इस्राएल प्रदेस मँ कबँहु नाहीं अइहीं तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा अउर सुआमी अहउँ। 10 “ओन लबार नबियन बार-बार मोर लोगन स झूठ बोलेन। नबियन कहेन कि सान्ति रही किन्तु हुआँ कउनो सान्ति नाहीं अहइ। जब कउनो कमज़ोर देवार बनावत ह, तउ उ पचे देवार क खामी छुपाइ बरे ओकरे ऊपर पतली लेप चढ़ावत ह। 11 ओन लोगन स कहा कि मइँ ओलन अउ मूसलाधार बर्खा (सत्रु-सेना) पठउब। प्रचण्ड आँधी चली अउर बौंड़र आई। तब देवार भहराइ जाइ। 12 देवार खाले भहराइ जाइ। लोग नबियन स पूछिहीं, ‘उ लेप क का भवा, जेका तू देवार पइ चढ़ाए रह्या?”‘ 13 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ कोहान अहउँ अउर मइँ तू लोगन क खिलाफ एक तूफान पठउब। मइँ कोहान हउँ अउर मइँ आकास स ओलन बरसाउब अउर तू पचन्क पूरी तरह बर्बाद करब। 14 तू पचे लेप देवारे पइ चढ़ावत अहा। किन्तु मइँ पूरी देवार क नस्ट कइ देब। मइँ एका धरासायी कइ देब। देवार तोहे पइ भहराइ अउर तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा अहउँ। 15 मइँ, देवार अउर ओह लेप चढ़ावइवालन क खिलाफ आपन किरोध पूरी तरह देखाउब। तब मइँ कहब, ‘अब कउनो देवार नाहीं रही अउर न ही अब कउनो मजदूर जो एह पइ लेप चढ़ावइवाला अहइ।’ 16 “इ सबइ कछू इस्राएल क लबार नबियन बरे होइ। उ सबइ नबी यरूसलेम क लोगन स बातचीत करत हीं। उ पचे नबी कहत हीं कि सान्ति होइ, किन्तु कउनो सान्ति नाहीं अहइ।” मोर सुआमी यहोवा ओन बातन क कहेस। 17 परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत इस्राएल मँ मेहरारू नबियन क हेरा। उ सबइ मेहरारू नबी मोरे बरे नाहीं बोलतिन। उ सबइ उहइ कहत हीं जउन उ पचे कहइ चाहत हीं। एह बरे तू पचन्क मोरे बरे ओनके खिलाफ कहइ चाही। तू पचन्क ओनसे इ कहब चाही। 18 ‘मोर सुआमी यहोवा कहत ह: मेहररूओ, तू पचन्पइ बिपत्ति आई। तू लोगन क भूजन पइ पहिरइ बरे कपड़न क बाजूबन्द सिअति अहा। तू लोगन क मूँड़ि पइ बाँधइ बरे खास दुपट्टा बनावति अहा। तू पचे कहति अहा कि उ सबइ चिजियन लोगन क जिन्नगी क नियन्त्रित करइ क जादुई सक्ती राखत हीं। तू पचे सिरिफ आपन क जिअत रखइ बरे ओन लोगन क जाल मँ फँसावत अहा। 19 “तू पचे लोगन क अइसा समुझावति अहा कि मइँ महत्वपूर्ण नाहीं अहउँ। तू पचे ओनका मूठी जौ अउर रोटी क कछू टुकड़न बरे मोरे खिलाफ करति अहा। तू पचे मोरे लोगन स लबार बोलति अहा। उ सबइ लोग लबार सुनब पसन्द करत हीं। तू पचे ओन मनइयन क मार डावति अहा जेनका जिअत रहइ चाही अउर तू पचे अइसे लोगन क जिअत रहइ देइ चाहति अहा जेनका मरि जाइ चाही। 20 एह बरे यहोवा अउर सुआमी तू पचन स इ कहत ह: तू पचे ओन कपड़न बाजूबन्दन क लोगन क जालि मँ फँसावइ बरे बनावति अहा-किन्तु मइँ ओन लोगन क अजाद करब। मइँ तोहार पचन्क भुजन क ओन बाजूबन्दन क फाड़ लोकाउब अउर लोग तू पचन्स अजाद होइ जइहीं। उ पचे जाल स मुवत पंछियन क तरह होइहीं। 21 मइँ ओन बाजूबन्दन क फारि डाउब अउर आपन लोगन क तोहार पचन्क सवती स बचाउब। उ सबइ लोग तोहार पचन्क जालि स पराइ निकारिहीं अउर तू पचे समुझबिउ कि मइँ यहोवा हउँ। 22 “‘मेहरारू नबियो। तू पचे लबार बोलति अहा। तोहार पचन्क झूठ नीक लोगन क कस्ट पहोंचावत ह, मइँ ओन लोगन क कस्ट पहोंचाउब नाहीं चाहत हउँ। तू पचे बुरे लोगन क मदद करति अहा। तू पचे ओनका आपन जिन्नगी बदलइ बरे नाहीं कहतिउ। तू पचे ओनके जिन्नगी क रच्छा नाहीं करइ चाहतिउ। 23 तू पचे अब भविस्स मँ लबार दर्सन नाहीं लखबिउ। तू पचे भविस्स मँ अउर कउनो जादू नाहीं करबिउ। मइँ आपन लोगन क तोहार पचन्क सवती स बचाउब अउर तू पचे जान जाबिउ कि मइँ यहोवा हउँ।’“
14:1 इस्राएल क कछू अग्रज मोरे लगे आएन। उ पचे मोहसे बात करइ बइठि गएन। 2 यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 3 “मनई क पूत, इ सबइ मनई तोहसे बातन करइ आएन ह। उ पचे चाहत रहेन कि तू पचे मोहसे राय ल्या। किन्तु उ सबइ मनई अब तलक आपन गन्दी देवमूरतियन क राखे अहइँ। उ पचे ओन चीजन क रखत हीं जउन ओनसे पाप करावत हीं। उ पचे अब तलक ओन मूरतियन क पूजा करावत हीं। एह बरे मोरे लगे राय लेइ काहे आवत ह का मोका ओनकर सवालन क उत्तर देइ चाही? नाहीं। 4 किन्तु मइँ ओनका उत्तर देब। तू पचन्क ओन लोगन्स इ कहि देइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा कहत ह: जदि कउनो इस्राएली मनई जउन गन्दी देवमूरतियन क रखत ह जउन ओहसे पाप करावत ह अउर आपन हिरदय मँ ओन मूतियन क पूजा करत ह, नबी क लगे मोहसे राय पावइ बरे आवत ह तउ उ मनई क सवाल क जवाब मइँ खुद देब। मइँ ओका कहब, “तू मदद पावइ बरे आपन ढेर सारे गन्दी देवमूरतियन क लगे जा।” 5 काहेकि मइँ ओनकर हिरदय क छुअइ चाहत हउँ। मइँ देखावइ चाहत हउँ कि ओनकर गन्दी देवमूरतियन ओन लोगन क मोसे दूर कइ दिहस ह। 6 “एह बरे इस्राएल क परिवार स इ सबइ कहा। ओनसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा कहत ह। मोरे लगे वापस आवा अउर आपन गन्दी देवमूरतियन क तजि द्या। ओन भयंकर लबार देवतन स मुँह मोड़ ल्या। 7 जदि कउनो इस्राएली या इस्राएल मँ रहइवाला विदेसी मोरे लगे राय लेइ आवत ह, तउ मइँ ओका जवाब देब। मइँ ओका तब भी जवाब देब जदपि उ उ गन्दी देवमूरतियन क रखेस ह, जदि उ ओन चिजियन क रखत ह जउन ओहसे पाप करावत हीं अउर जदि उ तब तलक ओन मूरतियन क पूजा करत ह अउर इ जवाब अहइ जेका मइँ ओका देब। 8 मइँ उ मनई क खिलाफ होबउँ। मइँ ओका नस्ट करब। उ दूसर लोगन बरे एक ठु उदाहरण बनी। लोग ओकर हँसी उड़इही। मइँ ओका आपन लोगन स निकार बाहेर करब। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा अहउँ। 9 जदि नबी एतना मूरख अहइ कि उ आपन जवाब देत ह तउ मइँ ओका देखँाइ देब कि उ केतँना बड़का मूरख अहइ, मइँ ओकरे खिलाफ आपन सवती क उपयोग करब। मइँ ओका नस्ट करब अउर आपन लोगो, इस्राएल स ओका निकार बाहेर करब। 10 इ तरह उ मनई जउन राय बरे आवा अउर नबी जउन जवाब दिहस दुइनउँ एक ही दण्ड पइहीं। 11 काहेकि इ तरह उ सबइ नबी मोरे इस्राएली लोगन क मोहसे दूर लइ जाब बन्द कइ देइहीं। इ प्रकार मोरे लोग आपन अपराधन स गन्दा होब बन्द कइ देइहीं। तब उ पचे मोर बिसेस लोग होइहीं अउर मइँ ओनकर परमेस्सर होब।”‘ मोर सुआमी यहोवा उ सबइ बातन कहेस। 12 तब यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 13 “मनई क पूत, मइँ आपन उ रास्ट्र क दण्ड देब जउन मोका तजत ह अउर मोरे विरूद्ध पाप करत ह। मइँ ओनकर भोजन आपूतिर् बन्द कइ देब। मइँ अकाल क समइ उत्पन्न कइ सकत हउँ अउर उ देस स मनइयन अउर पसुअन क बाहर कइ सकत हउँ। 14 मइँ उ देस क दण्ड देब चाहे इ तीनहुँ मनई नूह, दानिय्येल अउर अय्यूब हुआँ कहान रहत ह। उ सबइ लोग केवल आपन जिन्नगी आपन अच्छाइयन स बचाइ सकत हीं, किन्तु उ पचे पूरे देस क नाहीं बचाइ सकतेन।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहेस। 15 परमेस्सर कहेस, “या मइ उ पूरे प्रदेस मँ जंगली जनावरन क पठइ सकत हउँ अउर उ सबइ जनावर सबहिं लोगन क मारि सकत हीं। जंगली जनावरन क कारण उ देस स होइके कउनो मनई जात्रा नाहीं करी। 16 जदि नूह, दानिय्येल अउर अय्यूब हुवाँ रहे होतेन, तउ उ तीनहुँ धमीर् मनई केवल स्वंय आपन जिन्नगी ही बचाइ सकतेन। किन्तु मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि उ सबइ दूसर लोगन क जिन्नगी नाहीं बचाइ सकतेन हिआँ तलक कि आपन पूत-बिटियन क जिन्नगी भी नाहीं। उ बुरा देस नस्ट कइ दीन्ह जाइ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहेस। 17 परमेस्सर कहेस, “या, उ देस क खिलाफ लड़इ बरे मइँ दुस्मन क फउज क पठइ सकत हउँ। उ सबइ फउजी उ देस क नस्ट कइ देइहीं। मइँ उ देस स सबहिं लोगन अउर जनावरन क निकार बाहेर करब। 18 जदि नूह, दानिय्येल अउर अय्यूब हुवाँ रहतेन, तउ उ तीनहुँ धमीर् मनई केवल आपन जिन्नगी ही बचाइ सकतेन। किन्तु मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि दूसर लोगन क जिन्नगी उ पचे बचाइ सकतेन हिआँ तलक कि आपन पूत-बिटियन क जिन्नगी भी नाहीं। उ बुरा देस नस्ट कइ दीन्ह जाइ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहेस। 19 परमेस्सर कहेस, “या, मइँ उ देस क खिलाफ महामारी पठइ सकत हउँ। मइँ ओन लोगन पइ आपन किरोध क बर्खा करब। मइँ सबहिं मनइयन अउर जनावरन क उ देस स हटाइ देब। 20 जदि नूह, दानिय्येल अउर अय्यूब हुवाँ रहतेन, तउ उ तीनहुँ धमीर् मनई केवल आपन जिन्नगी ही बचाइ सकतेन। किन्तु मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि दूसर लोगन क जिन्नगी उ पचे नाहीं बचाइ सकत रहेन हिआँ तलक कि आपन पूत-बिटियन क जिन्नगी भी नाहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहेस। 21 तब मोर सुआमी यहोवा कहेस, “एह बरे सोचा कि यरूसलेम बरे इ केतना बुरा होइ, मइँ उ नगर क विरूद्ध ओन चारिहुँ दण्डन क पठउब। मइँ सत्रु-सेना, भूखमरी, महामारी अउर जंगली जनावरन क निकारि बाहेर करब। 22 उ देस स कछू लोग बचि निकरिहीं। उ पचे आपन पूत-बिटियन क लइहीं अउर तोहरे पचन्क लगे सहायता क बरे अइहीं। तब तू पचे जनब्या कि उ सबइ लोग फुरइ केतना बुरा अहइँ। तू पचे ओन विपत्तियन क सम्बंध मँ उचित होइक धारणा बनउब्या जेनका मइँ यरूसलेम पइ लिआउब। 23 तू पचे ओनके रहइ क ढंग अउर जउन बुरे काम उ पचे करत हीं, ओनका लखब्या। तब तू पचे समुझब्या कि ओन लोगन क सजा देइ क उचित कारण मोरे बरे रहा।” मोर सुआमी इ सबइ बातन कहेस।
15:1 तब यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, का अंगूरे क बेल क लकड़ी जंगले क कउनो बृच्छ क कटी नान्ह डार स जियादा नीक होत ह नाहीं। 3 का तू अंगूरे क बेल क लकड़ी कउनो उपयोग मँ लाइ सकत ह नाहीं। का तू ओहसे तस्तरियन लटकावइ बरे खूँटयन वनाइ सकत है? नाहीं। 4 लोग उ लकड़ी क सिरिफ आगी मँ डावत हीं। कछू झुरान लकड़ियन सिरन स जरब सुरू करत हीं, बीच क हींसा आगी स करिया पड़ जात ह। किन्तु लकड़ी पूरी तरह बरत नाहीं। का तू उ लकड़ी स कउनो चीज बनाइ सकत ह 5 जदि बरइ क पहिले तू उ लकड़ी स कउनो चीज नाहीं बनाइ सकत ह, तउ निहचय ही, ओकर बरइ क पाछे ओहसे कउनो चीज नाहीं बनाइ सकत्या। 6 अंगूरे क बेल क लकड़ी क टूकन क जंगल क कउनो पेड़ क लकड़ी क टूकन स जियादा बारइ बरे उपयोग कीन्ह जात ह। लोग उ लकड़ी क टूकन क आगी मँ डावत हीं, अउर आगी ओनका बारत ह। उहइ तरह, मइँ यरूसलेम क निवासियन क आगी मँ लोकाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 7 “मइँ ओन लोगन क दण्ड देब। जदपि ओन मँ स कछू लोगन बच निकर आएस ह तउ पइ भी आगी ओनका भस्म कइ देब। तू लखब्या कि मइँ एन लोगन क दण्ड देब अउर तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ। 8 मइँ उ देस क नस्ट करब काहेकि लोग मोका लबार देवतन क पूजा बरे तजेन।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।
16:1 तब यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, यरूसलेम क लोगन क ओन भयंकर बुरे कामन क समुझावा जेनका उ पचे किहेन ह। 3 तोहका कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा यरूसलेम क लोगन क इ सँदेस देत ह: आपन इतिहास लखा। तू कनान मँ पइदा भवा रह्या। तोहार पिता एमोस रहा। तोहार महतारी हित्ती रही। 4 यरूसलेम, जउने दिन तू पइदा भवा रह्या, तोहार बोड़री-नाल क काटइवाला कउनो नाहीं रहा। कउनो तोह पइ नून नाहीं डाएस अउर तोहका स्वच्छ करइ बरे नहवाएस नाहीं। कउनो तोहका ओढ़ना मँ नाही लपेटेस। 5 यरूसलेम, तू सब तरह स अकेल्ले रह्या। कउनो न तोहरे बरे खेद परगट करत रहा न ही धियान देत रहा। यरूसलेम, जउने दिन तू पइदा भया, तोहार महतारी बाप तोहका मैदाने मँ डाइ दिहन। तू तब तलक रकत अउ झिल्ली मँ लपटा रह्या। 6 “‘तब मइँ (परमेस्सर) ओहर स गुजरेउँ। मइँ तोहका हुआँ खून स लथपथ पड़ा पाएउँ। तू खूने मँ सनी रहिउ, किन्तु मइँ कहेउँ, “लम्बी जिन्नगी जिअत रहा।” हाँ, तू खूने मँ सनी रहिउ, किन्तु मइँ कहेउँ, “जिअत रहा।” 7 मइँ तोहार मदद खेते मँ पौधन क तरह बढ़इ मँ किहेउँ। तू बढ़त ही गइउ। तू एक जुवती विनउ, तोहार ऋतु-धरम सुरू भवा, तोहार वृच्छ-स्थल बढ़ेन, तोहार केस बढ़व सुरू भएन। किन्तु तू तब तलक वस्त्रहीन अउ नंगी रहिउ। 8 मइँ तोह पइ निगाह डाएउँ। मइँ लखेउँ कि तू पिरेम बरे तइयार रहिउ। एह बरे मइँ तोहरे ऊपर आपन ओढ़ना डाएउँ अउर तोहर नंगा होइ क ढाकेउँ। मइँ तोहसे बियाह करइ क बचन दिहेउँ। मइँ तोहरे संग वाचा किहेउँ अउर तू मोर बनिउ।’“ मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 9 “‘मइँ तोहका पानी स नहवाएउँ। मइँ तोहरे रकत क धोएउँ अउर मइँ तोहार चमड़ी पइ तेल मलेउँ। 10 मइँ तोहका एक ठु सुन्नर पहिरावा अउर नरम चामे क पनही दिहेउँ। मइँ तोहका एक महीन मलमल अउर एक रेसमी ओढ़ना दिहेउँ। 11 तब मइँ तोहका कछू आभूसन दिहेउँ। मइँ तोहरी बाहन मँ बाजूबन्द पहिराएउँ अउर तोहरे गले में हार पहिराएउँ। 12 मइँ तोहका एक ठु नथ, कछू काने का बालियन अउर सुन्नर मुवुट तोहार मुँड़े पइ पहिरइ दिहेउँ। 13 तू आपन सोना चाँदी क आभूसणन, आपन मलमल अउर रेसमी वस्त्रन अउर कढ़ाई कीन्ह पहिरावे मँ सुन्नर देखात रहिन। तू उत्तिम आटा, मधु अउर तेल क भोजन किहा। तू बहोत जियादा सुन्नर रहिउ अउर तू रानी बनिउ। 14 तू आपन सुन्नर होइ बरे बिख्यात भएउ। इ सब कछू एह बरे भवा काहेकि मइँ तोहका एतना जियादा सुन्नर बनाएउँ।”‘ मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 15 परमेस्सर कहेस, “किन्तु तू आपन सुन्नर होइ पइ बिस्सास करब सुरू किहेउ। तू आपन जस क दुरूपयोग किहेउ। तू एक रण्डी क तरह काम किहेउ। तू आपन क उ हर मनई क अपिर्त किहेउ जउन हुआँ आवा। 16 तउ उ आपन सुन्नर वस्त्रन क लिहस अउर आपन आराधना ठउरे क सजाएस। अउर ओन ठउरन पइ तू रण्डी क नाईं हरकत किहस। इहइ तरह क कार्य पहिले कबहुँ नाहीं कीन्ह ग रहेन अउ न ही आवइवाले समइ मँ कबहुँ होब। 17 तब मोर दीन्ह गवा सुन्नर आभूसण तू लिहेउ अउर तू उ सोना-चाँदी क उपयोग मनइयन क मूरतियन बनावइ बरे किहेउ। तू ओनके संग भी यौन-सम्बन्ध किहेउ। 18 तब तू सुन्नर वस्त्र लिहेउ अउर ओन मूरतियन बरे पहिरावा बनाएउ। तू इ तेल अउ धूप बत्ती क लिहेउ जउन मइँ तोहका दिहे रहेउँ अउ ओका ओन देवमूरतियन क समन्वा चढ़ाएउ। 19 मइँ तोहका रोटा, मधु अउर तेल दिहेउँ। किन्तु तू भोजन आपन देवमूरतियन क दिहेउ। तू ओका आपन लबार देवतन क प्रसन्न करइ बरे सुगन्धि क रूप मँ भेंट किहेउ। तू ओन लबार देवतन क संग रण्डी जइसा बेउहार किहेउ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 20 परमेस्सर कहेस, “तू आपन पूत-बिटियन लइके जेनका तू मोरे बरे जन्म दिहेउ, ओन मूरतियन क बलि चढ़ाएउ। का तू इ नाहीं सोच्या कि तोहार बिभिचारी काफी नाहीं रहा कि तोहका इ भयंकर पाप क भी करइ क रहा? 21 तू मोर पूतन क हत्तिया किहेउ अउर ओनका आगी क जरिये ओन लबार देवतन पइ चढ़ाएउ। 22 तू मोका तजिउ अउर उ सबइ भयानक काम किहेउ अउर तू आपन उ समइ कबहुँ याद नाहीं किहेउ जब तू बच्ची रहिउ। तू याद नाहीं किहेउ कि जब मइँ तोहका पाएउँ तबइ तू नंगी रहिउ अउर रकत मँ छटपटात रहिउ। 23 “ओन सबहिं बुरी चीजन क पाछे, ओह यरूसलेम, इ तोहरे बरे बहोत बुरा होइ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 24 “ओन सबइ बातन क पाछे तू उ लबार देवतन क पूजा बरे उ टीला बनाएउ। तू हर एक सड़क क मोड़ पइ लबार देवतन क पूजा बरे उ ठउरन क बनाएउ। 25 तू आपन टीलन हर एक सड़क क छोर पइ बनाएउ। तब तू आपन सुन्नरता क मान घटाएउ। तू एकर हर लगे स गुजरइ वाले क फँसावइ बरे किहेउ। तू आपन अधोवस्त्र क ऊपर उठाएउ जेहसे उ सबइ तोहार टाँगन लखि सकइँ अउर तब तू ओन लोगन क संग एक ठु रण्डी क नाईर् होइ गइउ। 26 तब तू उ पड़ोसी मिस्र क लगे गइउ जेकर यौन अंग बिसाल रहा। तू मोका कोहाइ बरे ओकरे संग कइउ दाईर् यौन-सम्बंध कायम किहेउ। 27 एह बरे मइँ तोहका सजा दिहेउँ। मइँ तोहका अनुमोदित कीन्ह गइ भुइँया क एक हींसा लइ लिहेउँ। मइँ तोहार दुस्मन पलिस्तिनियन क बिटियन (नगरन) क उ करइ दिहेउँ जउन उ पचे तोहार करइ चाहत रहिन। जउन पाप तू किहा ओहसे उ पचे भी लज्जित भएन। 28 किन्तु तू कबहुँ संतुस्ट नाहीं भए रहा। एह बरे बिभिचारी करइ बरे अस्सूर गएन, किन्तु तउ पइ तू पचे संतुस्ट नाहीं भए रहेन। 29 एह बरे तू बइपारियन क भुइँया बाबुल कइँती मुड़ेस। किन्तु तबहुँ भी तोहका सन्तुस्टी नाहीं भएन। 30 तू ऍतनी कमजोर अहा। तू ओन सबहिं मनइयन क पाप करइ मँ लगइ दिहा। तू ठीक एक ठु रण्डी क तरह काम किहा।” उ सबइ बातन मोर सुआमी यहोवा कहेस। 31 यहोवा कहेस, “तू आपन टीला हर एक सड़किया क छोर पइ बनाया अउर तू आपन पूजा क ठउरे हर सड़क क मोड़ पइ बनाया। तू ओन सारे मनइयन स सारीरिक सम्बंध किहे रहा। तू आपन बिभिचारी स कउनो लाभ नाहीं चाहा। तू पैसा लइ स इन्कार किहेस। 32 तू बिभिचारिणी मेहरारू। तू आपन पति क तुलना मँ अजनबियन क संग सरीर क सम्बंध करब जियादा नीक मानिउ। 33 अधिकांस रण्डियन सरीर क सम्बंध बरे मनई क भुगतान करइ बरे मजबूर करत हीं। किन्तु तू आपन प्रेमियन क लुभावइ बरे खुद भेंट देति अहा अउर ओनका सरीर क सम्बंध बरे आमन्त्रित करति अहा। तू आपन चारिहुँ ओर क सबहिं लोगन क अपने संग सरीर क सम्बंध बरे आमन्त्रित किहा। 34 तू जियादातर रण्डियन क ठीक भिन्न अहा। अधिकांस रण्डियन मनइयन क आपन भुगतान बरे मजबूर करति अहा। किन्तु तू मनइयन क अपने संग सरीर क सम्बंध क भुगतान करति अहा।” 35 हे रण्डी, यहोवा स आए वचन क सुना। 36 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहत ह: “तू आपन मुद्रा खर्च कइ दिहा ह अउर आपन पिरेमियन अउर गन्दा देवतन क आपन नंगा सरीर लखइ दिहा ह अउर आपन संग सरीर क सम्बंध करइ दिहा ह। तू आपन बच्चन क मार्या ह अउर ओकर खून बहाया ह। उ ओन लबार देवतन क तोहार भेंट रहिन। 37 एह बरे मइँ तोहरे सबहिं पिरेमियन क एक संग बटोरत हउँ। मइँ ओन सबहिं क लिआउब जेनसे तू पिरेम किहा अउर जउने मनइयन स घिना किहा। मइँ सबहिं क एक संग लइ आउब अउर ओनका तोहका नंगा लखइ देब। उ पचे तोहका पूरी तरह नगन लखिहीं। 38 तब मइँ तोहका दण्ड देब। मइँ तोहका कउनो हत्यारिन अउर उ मेहरारू क तरह दण्ड देब जउन बिभिचार क पाप किहेस। तू वइसे ही दण्डित होउबिउ माना कउनो कोहान अउ इर्स्यालु भतार दण्ड देत होइ। 39 मइँ ओन सबहिं पिरेमियन क तोहका प्राप्त कइ लेइ देब। उ पचे तोहार टीलन क नस्ट कइ देइहीं। उ पचे तोहार पूजा ठउरन क जराइ उइहीं। उ पचे तोहार ओढ़ना फाड़ि डइहीं अउर तोहार सुन्नर आभूसण लइ लेइहीं। उ पचे तोहका वइसे वस्त्रहीन अउर नंगी छोड़ देइहीं जइसे तू तब रहिउ जब मइँ तोहका पाए रहेउँ। 40 उ पचे आपन संग बिसाल जन-समूह लइहीं अउर तोहका मारि डावइ बरे तोहार ऊपर पाथर फेंकिहीं। तब आपन तरवार स उ पचे तोहका टूका-टूका कइ डइहीं। 41 उ पचे तोहार घर जराइ देइहीं। उ पचे तोहका इ तरह दण्ड देइहीं कि सबहिं दूसर मेहररूअन लखि सकइँ। मइँ तोहार रण्डी क तरह रहब बन्द कइ देब। मइँ तोहका आपन पिरेमियन क धन देइ स रोक देब। 42 तब मइँ कोहान अउर इर्स्यालु होब छोड़ देब। मइँ सान्त होइ जाब। मइँ फुन कबहुँ नाहीं कोहाब। 43 इ सबइ सारी बातन काहे होइ? काहेकि तू उ याद नाहीं रख्या कि तोहरे संग तोहार युवावस्था मँ का घटित भवा रहा। तू उ सबइ सबहिं बुरे पाप किहा अउर मोका क्रोधित किहा। एह बरे ओन बुरे पापन बरे मोका तोहका सजा देइ क रहा। अउर का ओन सबइ भयंकर बुरा करमन स भी बुरा जेका तू किहा करम करइ जोजना नाहीं बनावत रहेन।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 44 “तोहरे बारे मँ बात करइवाले सब लोगन क लगे एक ठु अउर बात भी कहइ बरे होइ। उ पचे कहिहीं, ‘महतारी क तरह बिटिया भी अहइ।’ 45 तू आपन महतारी क बिटिया अहा। तू आपन पति या बच्चन क धियान नाहीं राखति अहा। तू ठीक आपन बहिन क समान अहा। तू दुइनउँ आपन भतारन अउर बच्चन स घिना किहा। तू ठीक आपन महतारी-बाप क तरह अहा। तोहार महतारी हित्ती रही अउर तोहार पिता एमोरी रहा। 46 तोहार बड़की बहिन सोमरोन रही। जउन तोहरे उत्तर मँ आपन बिटियन क संग रहत रही अउर तोहार छोटकी बहिन सदोम रही। उ आपन बिटियन क संग तोहरे दविखन मँ रहत रही। 47 तू पचे उ सबहिं भयंकर पाप किहा जउन उ पचे किहेन। किन्तु तू उ सबइ काम भी किहा जउन ओनसे भी बुरे रहेन। 48 मइँ यहोवा अउर सुआमी अहउँ। मइँ सदा जिअत हउँ अउर आपन जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि तोहार बहन सदोम अउर ओकर बिटियन कबहुँ ओतने बुरे काम नाहीं किहेन जेतना तू अउर तोहार बिटियन किहेन।” 49 परमेस्सर कहेस, “तोहार बहन सदोम अउर बिटियन घमण्डी रहिन। ओकरे लगे जरूरत स जियादा खाइ क रहा अउर ओकरे लगे बहोत जियादा समइ रहा। उ पचे दीन-असहाय लोगन क मदद नाहीं करत रहिन। 50 सदोम अउर ओकर बिटियन बहोत जियादा घमण्डी होइ गइन अउर मोरे समन्वा भयंकर कार्य किहस। जब मइँ इ लखेस तउ मइँ ओनका नास कइ द्या।” 51 परमेस्सर कहेस, “सोमरोन ओन पापन क आधा किहरा जउन तू किहा। तू सोमरोन क अपेच्छा बहोत जियादा पाप किहा। तू आपन बहन क अपेच्छा बहोत जियादा भयंकर पाप किहा ह। सदोम अउर सोमरोन क तुलना करइ पइ, उ पचे तोहसे नीक लागत हीं। 52 एह बरे तोहका लज्जित होइ चाही। तू आपन बहिनन क, तुलना मँ आपन स नीक लगइवाली बनाया ह। तू भयंकर पाप किहा ह एह बरे तोहका लज्जित होइ चाही।” 53 परमेस्सर कहेस, “मइँ सदोम अउर ओकरे चारिहुँ ओर क नगरन क नस्ट किहेउँ। मइँ सोमरोन अउर एकरे चारिहुँ कइँती क नगरन क नस्ट किहेउँ। यरूसलेम, मइँ तोहका नस्ट करब। किन्तु मइँ ओन नगरन क फुन स बनाउब। यरूसलेम, मइँ तोहका भी फुन स बनाउब 54 मइँ तोहका आराम देब। तब तू ओन भयंकर पापन क याद करब्या जउन तू किहा अउर तू लज्जित होब्या। 55 इ तरह तू अउर तोहार बहिन समरिया फुन स बनाई जइहीं। सदोम अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क नगर फुन स बनावा जइहीं।” 56 परमेस्सर कहेस, “अतीतकाल मँ तू घमण्डी रहिउ अउर बहिन सदोम क हँसी उड़ावत रहिउ। किन्तु तू वइसा फुन नाहीं कइ सकबिउ। 57 तू अइसा दण्डित होइ स पहिले अउर आपन पड़ोसियन क जरिये हँसी उड़ाउब सुरू कीन्ह जाइ स पहिले किहे रह्या। अराम क बिटियन अउ पलिस्ती अब तोहार हँसी उड़ावत अहइँ। 58 अब तोहका ओन भयंकर पापन बरे कस्ट उठावइ पड़ी जउन तू किहा।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 59 मोर सुआमी यहोवा, इ सबइ चिजियन कहेस, “तू आपन बियाह क प्रतिग्या भंग किहेउ। तू हमरी वाचा क आदर नाहीं किहा। अब मइँ तोहार बरे भी उहइ करब। 60 किन्तु मोका उ वाचा याद अहइ जउन उ समइ कीन्ह गइ रही जब तू बच्ची रहिउ। मइँ तोहरे संग वाचा किहे रहेउँ जउन सदा चलइवाली रही। 61 मइँ तोहरी बहिनियन क तोहरे लगे लिआउब अउर मइँ ओनका तोहार बिटियन बनाउब। इ हमरी वाचा मँ नाहीं रहा, किन्तु मइँ इ तोहरे बरे करब। तब तू ओन भयंकर पापन क याद करबिउ, जेनका तू किहा अउर तू लजाइ जाबिउ। 62 एह बरे मइँ तोहरे संग वाचा करब, अउर तू जानबिउ कि मइँ यहोवा अहउँ। 63 मइँ तोहरे बरे नीक रहब जेहसे तू मोका याद करबिउ अउर ओन पापन बरे लज्जित होइ जउन तू किहा। मइँ तोहका सुद्ध करब अउर तोहका फुन कबहुँ लज्जित नाहीं होइ पड़ी।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।
17:1 तब यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, इस्राएल क परिवार क इ कहानी सुनावा। ओनसे पूछा कि एकर का मतलब अहइ? 3 ओनसे कहा मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:एक ठु बिसाल उकाब (नबूकदनेस्सर) बिसाल पखना सहित लबानोन मँ आवा। उकाब क रंग बिरंगे पखना रहेन। उ देवदार क बृच्छ क चोटी क तोड़ दिहस। 4 उ उकाब उ विसाल देवदार बृच्छ क साखा, क माथे क तोड़ डाएस अउर ओका ब्यापारीयो देस को लइ गवा। उकाब बइपारियन क नगर मँ उ साखा क राखेस। 5 तब उकाब तोहार भुइँया क कछू बीजन क लिहस। उ ओनका उपजाऊ भुइँया मँ बोएस। तब उ ओनका हुआँ बोएस जहाँ पानी बहोत रहा, उहइ तरह स जइसे तू बैत क बृच्छ बगावत ह। 6 बिआ उगेन अउर उ सबइ अंगूर क बेल बनेन। इ बेल अच्छी रही। बेल ऊँची नाहीं रही। किन्तु इ बड़के छेत्र क ढकइ बरे फइल गइ। बेल क तने बनेन अउर नान्ह बेलन बहोत लम्बी होइ गइ। 7 तब दूसर पखनावाला उकाब अंगूरे क बेल क लखेस। उकाब क लम्बे पखना रहेन। अंगूरे क बेल चाहत रही कि इ नवा उकाब ओकर देख-भाल करइ। एह बरे इ आपन जड़न क उ उकाब कइँती फइलाएस। एकर साखन इ उकाब कइँती फइलिन। एकर साखन उ खेत स फइलिन जहाँ इ बोइ गइ रही। अगूंर क बेल चाहत रही कि नवा उकाब ओका पानी देइ। 8 अंगूरे क बेल अच्छे खेते मँ बोइ गइ रही। इ प्रभूत जले क लगे बोइ गइ रही। इ साखन अउ फल पइदा कइ सकत रहिन। इ एक बहोत अच्छी अंगूरे क बेल होइ सकत रही।” 9 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस, “का तू समुझत अहा कि बेल सफल होइ? नाहीं। नवा उकाब बेल क जमीन स उखाड़ि देइ। अउ पंछी बेल क जड़न क तोड़ देइ। उ सारे अंगूरन क खाइ जाइ। तबइ नई पत्तियन झुरइहीं अउर मरि जइहीं। उ बेल बहोत कमजोर होइ। इ बेल क जड़ स उखाड़इ बरे सवतीसाली अस्त्र अउ सस्त्र या सवतीसाली रास्ट्र क जरूरत नाहीं होइ। 10 का इ बेल हुवाँ बढ़ी जहाँ बोइ गइ अहइ? नाहीं, गरम पुरवाई चली अउर बेल झुराई अउर मरि जाई। इ हुवँइ मरी जहाँ इ बोई गइ रही।” 11 यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 12 “इ कहानी क बियाख्या इस्राएल क लोगन क बीच करा, उ पचे सदा मोरे खिलाफ जात हीं। ओनसे इ कहा: पहिला उकाब बाबुल क राजा अहइ। इ यरूसलेम आवा अउर राजा तथा दूसर प्रमुखन क लइ गवा। उ ओनका बाबुल लिआवा। 13 तब नबूकदनेस्सर राजा क परिवार क एक मनई क संग सन्धि किहस। नबूकदनेस्सर उ मनई क प्रतिग्या करइ बरे मजबूर किहस। इ तरह इ मनई नबूकदनेस्सर बरे राजभवत रहइ क प्रतिग्या किहस। नबूकदनेस्सर इ मनई क यहूदा क नवा राजा बनाएस। तब उ सबहिं सवतीसाली मनइयन क यहूदा स बाहरे निकारेस। 14 इ तरह यहूदा एक दुर्बल राज्ज बन गवा, जउन राजा नबूकदनेस्सर क खिलाफ नाहीं उठ सकत रहा। यहूदा क नवा राजा क संग नबूकदनेस्सर जउन सन्धि किहे रहा ओकर पालन करइ बरे लोग मजबूर कीन्ह गएन। 15 किन्तु इ नवा राजा कउनो भी तरह नबूकदनेस्सर क खिलाफ बिद्रोह करइ क जतन किहस। उ मदद माँगइ बरे मिस्र क दूत पठएस। नवा राजा बहोत स घोड़न अउर फउजी माँगेस। इ दसा मँ, का तू समुझत अहा कि यहूदा क राजा सफल होइ? का तू समुझत अहा कि नवा राजा क लगे पर्याप्त सवती होइ कि उ सन्धि क तोड़िके दण्ड स बचि सकी?” 16 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके वचन देत हउँ कि इ नवा राजा बाबुल मँ मरी। नबूकदनेस्सर इ मनई क यहूदा क नवा राजा बनाएस। किन्तु इ मनई नबूकदनेस्सर क संग कीन्ह भइ आपन प्रतिग्या तोड़ेस। इ नवा राजा सन्धि क उपेच्छा किहस। 17 मिस्र क राजा यहूदा क राजा क रच्छा करइ मँ समर्थ नाहीं होइ। उ बड़की गनती मँ फउज पठइ सकत ह किन्तु मिस्र क महान सवती यहूदा क रच्छा नाहीं कइ सकी। नबूकदनेस्सर क फउजन नगर पइ अधिकार बरे कच्ची सड़कियन अउर माटी क बनइहीं। 18 किन्तु यहूदा क राजा बचिके निकर नाहीं सकी। काहेकि उ आपन सन्धि क उपेच्छा किहस। उ नबूकदनेस्सर क दीन्ह आपन बचन क तोड़ेस।” 19 मोर सुआमी यहोवा इ वचन देत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ यहूदा क राजा क दण्ड देब। काहेकि उ मोर चितउनियन क उपेच्छा किहस। उ हमार सन्धि क तोड़ेस। 20 मइँ आपन जाल फइलाउब अउर उ एहमा फँसी। मइँ ओका बाबुल लिआउब तथा मइँ ओका उ जगह मँ दण्ड देब। मइँ ओका दण्ड देब काहेकि उ मोरे खिलाफ उठा। 21 मइँ ओकर फउज क नस्ट करब। मइँ ओकर सवोर्त्तम फउजियन क नस्ट करब अउर बचे भए लोगन क हवाँ मँ उड़ाइ देब। तब तू जानब्या कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ इ सबइ बातन तोहसे कहे रहिउँ।” 22 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहे रहा:“मइँ लम्बे देवदार क बृच्छ स एक डार लेब। मइँ बृच्छ क चोटी स एक नान्ह डार लेब। अउर मइँ खुद ओका बहोत ऊँच पहाड़े पइ बोउब। 23 मइँ खुद एका इस्राएल मँ ऊँच पहाड़े पइ लगाउब। इ डार एक बृच्छ बन जाइ। एकर डारन निकरिहीं अउर एहमाँ फल लगिहीं। इ एक सुन्नर देवदार बृच्छ बन जाइ। अनेक पंछी एकर डारन पइ बइठा करिहीं। अनेक पंछी एकर डारन क खाले छाया मँ रहिहीं। 24 तब दूसर बृच्छ ओका जनिहीं कि मइँ ऊँच बृच्छन क भुइँया पइ गिरावत हउँ। अउर मइँ नान्ह बृच्छन क बढ़ावत अउर ओनका लम्बा बनावत हउँ। मइँ हरे बृच्छन क झुनाइ देत हउँ। अउर मइँ झुरान बृच्छन क हरा करत हउँ। मइँ यहोवा हउँ। जदि मइँ कहउँ कि मइँ कछू करब तउ मइँ ओका जरूर करब।”
18:1 यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “तू लोग इ कहावत क दोहरावत रहत ह। काहे तू कहत ह:पुरखन खट्टा अंगूर खाएन,किन्तु बच्चन क खट्टा स्वाद मिला। 3 किन्तु मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि इस्राएल क लोग अब भविस्स मँ इ कहावत क अब कबहुँ उपयोग नाहीं करब्या। 4 मइँ सबहिं मनइयन क संग समान बेउहार करब। इ महत्वपूर्ण नाहीं होइ कि उ मनई महतारी बाप अहइ अथवा सन्तान। जउन मनई पाप करी उ मनई मरी। 5 “जदि कउनो मनई भला अहइ, तउ उ जिअत रही। उ मनई लोगन क संग नीक बेउहार करत ह। 6 उ भला मनई पर्वतन पइ नाहीं जात अउर लबार देवतन क चढ़ाए गए भोजन मँ कउनो हींसा नाहीं बाँटत। उ इस्राएल मँ ओन गन्दे देवतन क मूरतियन क स्तुति नाहीं करत। उ आपन पड़ोसी क मेहरारू क संग बिभिचार क पाप नाहीं करत। उ आपन मेहरारू क संग, ओकरे मासिक धरम क समय, सरीर क सम्बंध नाहीं करत। 7 उ भला मनई लोगन स अनुचित लाभ नाहीं उठावत। जदि कउनो मनई ओहसे मुद्रा रिण लेत ह तउ उ भला मनई गिरवी धइके दूसर मनई क मुद्रा देत ह अउर जब उ मनई ओका भूगतान कइ देत ह तउ भला मनई ओका गिरवी वस्तु वापस कइ देत ह। भला मनई भूखे लोगन क भोजन देत ह अउर उ ओन लोगन क वस्त्र देत ह जेनकर ओनका जरूरत अहइ। 8 जदि कउनो मुद्रा रिण लेइ चाहत ह तउ भला मनई ओका उ रिण देत ह। उ रिण क ब्याज नाहीं लेत। भला मनई वुटिल होइ स इन्कार करत ह। उ हर मनई क बरे सदा भला रहत ह। लोग ओह पइ बिस्सास कइ सकत हीं। 9 उ मोरे नेमन क पालन करत ह। उ मोरे निर्णयन क समुझत ह अउर भला एव बिस्सास क जोग्य होब सीखत ह। काहेकि उ भला मनई अहइ, एह बरे उ जिअत रही। यहोवा परमेस्सर इ कहत ह। 10 “किन्तु उ मनई क कउनो अइसा पूत होइ सकत ह, जउन ओन नीक कामन मँ स कछू भी न करत होइ। पूत चिजियन क चुराइ सकत ह अउर लोगन क हत्तिया कइ सकत ह। 11 पूत एन बुरे कामन मँ स कउनो भी करम कइ सकत ह। उ पहाड़न पइ जाइ सकत ह अउर लबार देवतन क चढ़ाए गए भोजन मँ हींसा बटाइ सकत ह। उ पापी पूत आपने पड़ोसी क मेहरारू क संग बिभिचार करइ क पाप कइ सकत ह। 12 उ गरीब अउर बेसहारा लोगन क संग बुरा बेउहार कइ सकत ह। उ लोगन स अनुचित लाभ उठाइ सकत ह। उ गिरवी चीज क तब्बइँ न लउटावइ जब कउनो मनई आपन रिण क भुगतान कइ चुका होइ। उ पापी पूत ओन गन्दी देवमूरतियन क पराथना कइ सकत ह अउर दूसर भयंकर पाप भी कइ सकत ह। 13 जब उ लोगन क ऋण पइ धन देत ह तउ उ बियाज लेत ह। एह बरे उ पापी पूत जिअत नाहीं रही। उ भयंकर पाप किहेस एह बरे मार दीन्ह जाइ अउर आपन मउत बरे उ खुद ही जिम्मेदार अहइ। 14 “होइ सकत ह उ पापी पूत क भी एक पूत होइ। किन्तु इ पूत आपन बाप क जरिये कीन्ह गए पापन क लखि सकत ह अउर उ आपन पिता क तरह रहइ स इन्कार कइ सकत ह। उ मनई लोगन क संग भला बेउहार करत ह। 15 उ मनई पहाड़न पइ नाहीं जात, न ही लबार देवतन क चढ़ाए गए भोजन मँ हींसा बटावत ह। उ इस्राएल मँ ओन गन्दी देवमूरतियन क पराथना नाहीं करत। उ आपन पड़ोसी क मेहरारू क संग बिभिचार क पाप नाहीं करत। 16 उ मनई लोगन स अनुचित लाभ नाहीं उठावत। जदि कउनो मनई ओहसे रिण लेत ह तब भला पूत चीज गिरवी धरत ह अउर उ मनई क मुद्रा देत ह अउर जब उ मनई वापस भुगतान करत ह तउ भला मनई गिरवी चीज वापस कइ देत ह। भला मनई भूखन क भोजन देत ह अउर उ ओन लोगन क वस्त्र देत ह जेनका ओकर आवश्यकता अहइ। 17 उ गरीबन क सहायता करत ह जदि कउनो मनई रिण लेइ चाहत ह तउ भला पूत ओका मुद्रा उधार दइ देत ह अउर उ उ रिण पइ बियाज नाहीं लेत। भला पूत मोर नेमन क पालन करत ह और मोरे नेमन क मुताबिक चलत ह। उ भला पूत आपन पिता क पापन क कारण मारा नाहीं जाइ। उ भला पूत जिअत रही। 18 पिता लोगन क चोट पहोंचाइ सकत ह अउर चिजियन चुराइ सकत ह। उ आपन लोगन क बीच कबहुँ कछू नीक कारज नाहीं किहस। उ बाप आपन पापन क कारण मरी। किन्तु पूत आपन पिता क पापन बरे दण्डित नाहीं होइ। 19 “तू पूछ सकत ह, ‘बाप क पाप बरे पूत दण्डित काहे नाहीं होइ?’ एकर कारण इ अहइ कि पूत भला करत ह अउर निआव क कार्य करत ह। उ बहोत सावधानी स मोरे नेमन क पालन करत ह। एह बरे उ जिअत रही। 20 जउन मनई पाप करत ह उहइ मनई मारि डावा जात ह। एक पूत आपन पिता क पापन बरे दण्डित नाहीं होइ अउर एक पिता आपन पूत क पापन बरे दण्डित नाहीं होइ। एक भले मनई क भलाई क प्रतिफल दीन्ह जाब्या अउर बुरे मनई क बुराई क दण्ड दीन्ह जाब्या। 21 “इ स्थिति मँ जदि कउनो बुरा मनई आपन जीवन क्रम बदल देत ह तउ उ जिअत रही, मरी नहीं उ मनई आपन किए करमन क फुन करब छोड़ सकत ह। उ बहोत होसियारी स मोर सबहिं नेमन क पालन करब सुरू कइ सकत ह। उ निआउ प्रिय अउर भला होइ सकत ह। 22 परमेस्सर ओकर ओन सबहिं पापन क याद नाहीं राखी जेनका उ किहेस। परमेस्सर सिरिफ ओकर भलाई क याद करी, एह बरे उ मनई जिअत रही।” 23 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ बुरे लोगन क मरइ देब नाहीं चाहत। मइँ चाहत हउँ कि उ पचे आपन जिन्नगी क बदलइँ, जेहसे उ पचे जिअत रहि सकइँ। 24 “अइसा भी होइ सकत ह, कि भला मनई न रहि जाइ। उ आपन जिन्नगी क बदल सकत ह अउर ओन भयंकर पापन क करब सुरू कइ सकत ह जेनका बुरे लोग बीते जमाने मँ किहे रहेन। का इ मनई जिअत रहब? नाहीं! एह बरे जदि उ भला मनई बदलन ह अउर बुरा बन जात ह तउ परमेस्सर उ मनई क कीन्ह नीक कामन क याद नाहीं राखी। परमेस्सर इहइ याद राखी कि उ मनई ओकरे खिलाफ होइ गवा अउर उ पाप करब सुरू किहस। एह बरे उ मनई आपन पापन क कारण मरी।” 25 परमेस्सर कहेस, “तू लोग कहि सकत ह, ‘परमेस्सर हमार सुआमी निआव स पूर्ण नाहीं अहइ।’ किन्तु इस्राएल क परिवारो, सुना। का इ मोर रास्ता अहइ जउन कि सही नाहीं अहइ? नाहीं! तोहार रास्ता सही नाहीं अहइ। 26 जदि एक भला मनई बदलत ह अउर पापी बनत ह तउ ओका आपन कीन्ह गए बुरे कामन क कारण मरब ही चाही। 27 जदि कउनो मनई बदलत ह अउर भला अउ निआउ क प्रिय होत ह तउ उ आपन जिन्नगी क बचाई। उ जिअत रही। 28 उ मनई लखेस कि उ केतना बुरा रहा अउर मोरे लगे लउटा। उ ओन बुरे पापन्क करब तजि दिहस जउन उ भूतकाल मँ किहे रहा। एह बरे उ जिअत रही। उ मरी नाहीं।” 29 इस्राएल क लोग कहेन, “इ निआउ स पूर्ण नाहीं अहइ। मोर सुआमी यहोवा निआउ स पूर्ण नाहीं अहइ।”परमेस्सर कहेस, “का इ मोर रास्ता अहइ जउन कि सही नाहीं अहइ? नाहीं! तोहार रास्ता सही नाहीं अहइ। 30 एह बरे इस्राएल क परिवार, मइँ हर एक मनई क संग निआउ सिरिफ ओनके ओन क करमन क अनुसार करब जेनका उ मनई करत ह।” एह बरे मोर लगे वापिस आ अउर अपने सब अपराध स पस्चाताप करा अउर ओनका करइ बन्द करा। ओन भयंकर चिजियन क आपन बिनास क कारण बनइ नाहीं द्या। 31 ओन सबहिं भयंकर मूरतियन क लोकाइ द्या जेनका तू पचे बनाया, उ सबइ तोहसे सिरिफ पाप करवावत हीं। आपन हिरदय अउर आतिमा क बदला। इस्राएल क लोगो, तू पचे आपन क काहे मरि जाइ देइ चाहत अहा? 32 मइँ तू पचन्क मारइ नाहीं चाहत हउँ। तू पचे हमारे लगे आवा अउर रहा।” उ सबइ बातन मोर सुआमी यहोवा कहेस।
19:1 यहोवा मोहसे कहेस, “तू पचन्क इस्राएल क प्रमुखन क बारे मँ इ करूण गीत क गावइ चाही। 2 “‘कइसी सिंहिनी अहइ तोहार पचन्क महतारी? उ सिंहन क बीच एक ठु सिंहिनी रही। उ जवान सिहंन मँ घिरी रहत रही अउर आपन बचवन क लालन-पालन करत रही। 3 उ आपन बच्चन मँ स एक ठु क लालन-पालन किहेस। उ एक ठु जवान सिंह होइ गवा ह। उ आपन भोजन पाउव सीख लिहस ह। उ एक मनई क मारेस अउर खाइ लिहेस। 4 लोगन ओका गरजत सुनेन अउर उ पचे ओका आपन जालि मँ फँसाइ लिहस। उ पचे ओकरे मुँहे मँ नकेल डाएन अउर जवान सिंह क मिस्र लइ गएन। 5 सिंह महतारी क आसा रही कि सिंह बच्चा प्रमुख बनी। किन्तु अब ओकर सारी आसा लुप्त होइ गइन। एह बरे आपन बच्चन मँ स उ एक दूसर क लिहस। ओका उ सिंह होइ क प्रसिच्छण दिहस। 6 उ जवान सिंहन क संग सिकार क निकरा। उ एक ठु बलवान जवान सिंह बना। उ आपन भोजन क धरब सीखेस। उ एक ठु मनई क मारेस अउर ओका खाएस। 7 उ महलन पइ हमला किहस। उ नगरन क बर्बाद किहस। उ देस क हर एक मनई तब भय स अवाक होत रहा। जब उ ओकर गरजत सुनत रहा 8 तब ओकरे चारिहुँ कइँती रहइवाले लोग ओकरे बरे जालि बिछाएन अउर उ पचे ओका आपन जालि मँ फँसाइ लिहन। 9 उ पचे ओह पइ नकेल लगाएन अउर ओका बंद कइ दिहन। उ पचे ओका अपने जालि मँ बंद रखेन। इ तरह ओका उ पचे बाबुल क राजा क लगे लइ गएन। अब, तू पचे इस्राएल क पर्वतन पइ ओकर गरजब सुन नाहीं सकत्या। 10 तोहार पचन्क महतारी एक ठु अंगूरे क बेल जइसी रही, जेका पानी क लगे बोवा गवा रहा। ओकरे पास काफी पानी रहा, एह बरे उ अनेक सवतीसाली बेलन पइदा किहस। 11 तब उ एक बड़की डार पइदा किहस, उ डार टहरइ क छड़ी जइसी रही। उ डार राजा क राजदण्ड जइसी रही। बेल ऊँची, अउर ऊँच होत गइ। एकर ढेर डारन रहिन अउर उ बादरन क छुअइ लाग। 12 किन्तु बेल क जड़ स उखाड़ दीन्ह गवा, अउर ओकर भुइँया पइ बहाइ दीन्ह गवा। गरम पुरवइया हवा चली अउर ओकरे फलन क झुराइ दिहस सवतीसाली डारन टूट गइन, अउर ओनका आगी मँ फेंक दीन्ह गवा। 13 किन्तु उ अंगूरे क बेल अब रेगिस्ताने मँ बोइ गइ अहइ। इ बहोत झुरान अउर पियासी धरती अहइ। 14 बिसाल डारे स आगी फइली। आगी ओकर सारी टहनियन अउर फलन क बारि दिहस। एह बरे कउनो सहारा क सवतीसाली वुबरी नाहीं रही। कउनो राजा क राजदण्ड नाहीं रहा।’ इ मउत क बारे मँ करूण-गीत रहा अउर इ मउत क बारे मँ करूणगीत क रूप मँ गावा गवा रहा।”
20:1 एक दिन इस्राएल क अग्रजन मँ स कछू मोरे लगे यहोवा क राय पूछइ आएन। इ देस-निकारे क सतवाँ बरिस क पाँचवा महीना क दसवाँ दिन रहा। अग्रज मोरे समन्वा बइठेन। 2 तब यहोवा क बचन मोरे लगे आवा। उ कहेस, 3 “मनई क पूत, इस्राएल क अग्रजन स बात करा। ओनसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा, इ सबइ बातन बतावत ह: का तू लोग मोर सलाह माँगइ आए रह्या? जदि तू लोग आवा हवा तउ मइँ तू पचन्क इ नाहीं देब। मोर सुआमी यहोवा इ बात कहेस।’ 4 हे मनई क पूत! का तू ओन लोगन क निणर्य करब? का तू ओन लोगन क परखब? तोहका ओनका ओन भयंकर पापन क बारे मँ बतावइ चाही जउन ओनकर पुरखन किहे रहेन। 5 तोहका ओनसे जरूर कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: जउने दिने मइँ इस्राएल क चुनेउँ, मइँ आपन हाथ याकूब क परिवार क ऊपर उठाएउँ। मइँ आपन आपन क ओन पइ परगट किहेउँ। अउर मइँ मिस्र मँ ओनसे एक ठु प्रतिग्या किहेउँ। मइँ आपन हाथ उठाएउँ अउर कहेउँ: मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। 6 उ दिन मइँ तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआवइ के उ देस मँ लाएउँ जेका क वचन दिहे रहेउँ मइँ तू पचन्क देइ चाहत रहेउँ। उ एक सुन्नर देस रहा जउन दुध अउर मधु स भरा रहा। इ सबहिं देसन स जियादा सुन्नर रहा। 7 “मइँ, इस्राएल क परिवार स ओनकर भयंकर देवमूरतियन के लोकावइ बरे कहेउँ। मइँ, ओन मिस्र क गन्दी देवमूरतियन क संग ओनका गन्दा न होइ बरे कहेउँ। मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर यहोवा अहउँ।” 8 किन्तु उ सबइ मोरे विरूद्ध होइ गएन अउर उ पचे मोर एक न सुनेन। उ पचे आपन भयंकर देवमूरतियन क नाहीं लोकाएन। उ पचे मिस्र क आपन घिनौनी देवमूरतियन नाहीं छोड़ेस। एह बरे मइँ (परमेस्सर) ओनका मिस्र मँ नस्ट करइ क निर्णय किहेउँ अर्थात मइँ आपन किरोध क पूरी सवती क ओनका अनुभव करवाइ चाहत रहेउँ। 9 किन्तु मइँ ओनका नस्ट नाहीं किहेउँ। मइँ लोगन स जहाँ उ पचे रहत रहेन पहिले ही कहि चुके रहेउँ कि मइँ आपन लोगन क मिस्र स बाहेर लइ जाबउँ। मइँ आपन अच्छे नाउँ क समाप्त नाहीं करइ चाहत, एह बरे मइँ ओन लोगन क समन्वा इस्राएलियन क नस्ट नाहीं किहेउँ। 10 मइँ इस्राएल क परिवार क मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मइँ ओनका रेगिस्ताने मँ लइ गएउँ। 11 तब मइँ ओनका आपन नेम दिहेउँ। मइँ ओनका सारे नेम बताएउँ। जदि कउनो मनई ओन नेमन क पालन करी तउ उ जिअब। 12 मइँ ओनका विस्राम क सबहिं बिसेस दिनन क बारे मँ भी बताएउँ। उ सबइ पवित्तर दिन ओनके अउ मोरे बीच बिसेस प्रतीक रहेन। उ सबइ इ संकेत करत रहेन कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ ओनका आपन बिसेस लोग बनावत हउँ। 13 “‘किन्तु इस्राएल क परिवार रेगिस्ताने मँ मोरे खिलाफ उठ खड़ा भवा। उ पचे मोरे नेमन क अनुसरण नाहीं किहन। उ पचे मोरे नेमन क पालन करइ स इनकार किहन अउर उ सबइ नेम नीक अहइँ। जदि कउनो मनई ओनकर पालन करी तउ उ जिअब। उ पचे मोर विसेस विस्राम क खास दिनन क दूसित किहस माना ओनकर कउनो महत्व न होइ। उ पचे ओन दिनन क अनेकन दाईं दूसित करत रहेन। मइँ रेगिस्ताने मँ ओनका नस्ट करइ क निहचइ किहेउँ अर्थात आपन किरोध क पूरी सवती क अनुभव ओनका करावइ चाहेउँ। 14 किन्तु मइँ ओनका नस्ट नाहीं किहेउँ। दूसर रास्ट्रन मोका इस्राएल क मिस्र स बाहेर लिआवत लखेन। मइँ आपन अच्छे नाउँ क खतम नाहीं करइ चाहत रहेउँ, एह बरे मइँ ओन रास्ट्रन क समन्वा इस्राएल क नस्ट नाहीं किहेउँ। 15 मइँ रेगिस्ताने मँ ओन लोगन क एक अउर वचन दिहेउँ कि मइँ ओनका उ प्रदेस मँ नाहीं लिआउब जेका मइँ ओनका देत रहत हउँ। उ एक सुन्नर भुइँया रहा जहाँ दूध अउर सहद क नदी बहत रहा। इ सबहिं देसन स जियादा सुन्नर रहा। 16 “‘इस्राएल क लोग मोरे नेमन क पालन करइ स इनकार किहन। उ पचे मोरे नेमन क अनुसरण नाहीं किहन। उ पचे मोरे विस्राम क दिनन क अइसे लिहन माना उ पचे महत्व नाहीं रखतेन। उ पचे इ सबइ काम एह बरे किहन कि ओनका हिरदय ओन गन्दी देवमूरतियन क होइ चुका रहा। 17 किन्तु मोका ओन पइ करूणा आइ, एह बरे मइँ ओनका नस्ट नाहीं किहेउँ। मइँ ओनका रेगिस्ताने मँ पूरी तरह नस्ट नाहीं किहेउँ। 18 मइँ रेगिस्तान मँ ओनकर बच्चन स बातन किहेउँ। मइँ ओनसे कहेउँ, “आपन महतारी बाप जइसे न बना। ओनकर गन्दी देवमूरतियन स आपन आप क दूसित न करा। ओनकर नेमन क अनुसरण न करा। ओनकर आदेसन क पालन क करा। 19 “‘मइँ यहोवा हउँ। मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर हउँ। मोर नेमन क पालन करा। मोरे आदेसन क माना। उ काम करा जउन मइँ कहउँ। 20 इ प्रदसिर्त करा कि मोर विस्राम क दिन तोहरे बरे महत्वपूर्ण अहइँ। याद राखा कि उ सबइ तोहरे अउर हमरे बीच विसेस प्रतीक अहइँ। मइँ यहोवा अहउँ अउर उ सबइ पवित्तर दिन इ संकेत करत हीं कि मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर अहउँ।” 21 “‘किन्तु उ सबइ बच्चन मोरे विरूद्ध होइ गएन। उ पचे मोर नेमन क पालन नाहीं किहन। उ पचे मोर आदेस नाहीं मानेन। उ पचे उ सबइ काम नाहीं किहेन जउन मइँ ओनसे कहेउँ उ सबइ नीक नेम रहेन। जदि कउनो ओनकर पालन करी तउ उ जिअब। उ पचे मोर बिस्राम क बिसेस दिनन क दूसित किहेस माना ओनकर कउनो महत्व न होइ। एह बरे मइँ ओनका रेगिस्तान मँ पूरी तरह नस्ट करइ क निहचइ किहेउँ जेहसे उ पचे मोर किरोध क पूरी सवती क महसूस कइ सकइँ। 22 लेकिन मइँ आपन क रोक लिहेउँ। दूसर रास्ट्रन मोका इस्राएल क मिस्र स बाहेर लिआवत देखेन। इसलिए मइँ इस्राएल क बिनास नाहीं किहेउँ एह बरे दूसर रास्ट्रन क समवन्वा मोर नाउँ अपवित्तर नाहीं होइ। 23 एह बरे मइँ रेगिस्ताने मँ ओनका एक अउर बचन दिहेउँ। मइँ ओनका अलग-अलग रास्ट्रन मँ बिखेरइ अउ दूसर अनेक देसन मँ पठवइ क प्रतिग्या किहेउँ। 24 “‘इस्राएल क लोग मोरे आदेसन क पालन नाहीं किहेन। उ पचे मोरे नेमन क मानइ स इनकार कइ दिहेन। उ पचे मोर विस्राम क दिनन क अइसे लिहन माना उ पचे महत्व न रखत होइ। उ पचे आपन पुरखन क गन्दी देवमूरतियन क पूजेन। 25 एह बरे मइँ ओनका उ सबइ नेम दिहेउँ जउन नीक नाहीं रहेन। मइँ ओनका उ सबइ आदेस दिहेउँ जउन ओनका सजीव नाहीं कइ सकत रहेन। 26 मइँ ओनका आपन भेंटन स अपने आप क गन्दा बनावइ दिहेउँ। उ पचे आपन पहिलउटी क पइदा गदेला तलक क बलि चढ़ाउब सुरू कइ दिहन। इ तरह मइँ ओन लोगन क नस्ट करइ चाहेउँ। तब उ पचे समुझेन कि मइँ यहोवा अहउँ।’ 27 एह बरे मनई क पूत, अब इस्राएल क परिवार स कहा। ओनसे कहा ‘मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहत ह: इस्राएल क लोग मोरे खिलाफ बुरी बातन किहन अउर मोरे खिलाफ बुरी जोजनन बनाएन। 28 किन्तु मइँ एकरे होत भए भी, ओनका उ प्रदेस मँ लिआएउँ जेका देइ क बचन मइँ दिहे रहेउँ। उ पचे ओन पहाड़ियन अउर हरिअर बृच्छन क लखेन एह बरे उ पचे ओन सबहिं ठउरन पइ पूजा करइ गएन। उ पचे आपन ओन बलियन क लिहेन जउन मोका किरोधित करत ह अउर ओन सबइ ठउरन पइ चढ़ाएन। उ पचे आपन उ सबइ बलियन चढ़ाएन जउन मधुर गन्धवाली रहिन अउर उ पचे आपन पेय भेंटन ओन ठउरन पइ चढ़ाएन। 29 मइँ इस्राएल क लोगन स पूछेउँ कि उ पचे ओन ऊँच ठउरन पइ काहे जात अहइँ। एह बरे आजु तलक उ ऊँचे स्थान कहलावत हीं।”‘ 30 परमेस्सर कहेस, “इस्राएल क लोग ओन सबहिं बुरे कामन क किहन। एह बरे इस्राएल क लोगन स बात करा। ओनसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: तू लोग ओन कामन क कइके अपने क गन्दा बनाइ लिहा ह जेनका तोहार पुरखन किहन। तू पचे एक ठु रण्डी क नाईर् काम किहा ह। तू पचे ओन भयंकर देवतन क संग मोका तजि दिहा ह जेनकर पूजा तोहार पचन्क पुरखन करत रहेन। 31 तू पचे उहइ तरइ क भेंट चढ़ावत अहा। तू पचे आपन बच्चन क आगी मँ लबार देवतन क भेंट क रूप मँ डावत अहा। तू पचे अपने क आजु भी गन्दी देवमूरतियन स गन्दा बनावत अहा। का तू पचे फुरइ सोचत अहा कि मइँ तू पचन्क अपने लगे आवइ देब अउर आपन सलाह माँगइ देब? मइँ यहोवा अउर सुआमी हउँ। मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहरे पचन्क प्रस्नन क जवाब नाहीं देबउँ अउर तू पचन्क सलाह नाहीं देबउँ। 32 तू पचे कहत ह कि तू पचे दूसर रास्ट्रन क तरह होवइ चाहत ह अउर काठ अउ पाथर क खण्डन क पूजा करत अहा। इ नाहीं होइ चाही।’“ 33 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “आपन जिन्नगी क किरिया खाइके मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहरे पचन्क ऊपर राजा क तरह सासन करब। मइँ आपन सवतीसाली भुजन क उठाउब अउर तू पचन्क दण्ड देब। मइँ तोहरे पचन्क बिरूद्ध आपन किरोध परगट करब। 34 मइँ तू पचन्क एन दूसर रास्ट्रन स बाहेर लिआउब। मइँ तू लोगन क ओन रास्ट्रन मँ बिखेरेउँ। किन्तु मइँ तू लोगन क एक संग बटोरब अउर एन रास्ट्रन स वापस लउटाउब। किन्तु मइँ आपन सवतीसाली भुजन उठाउब अउर तू पचन्क दण्ड। मइँ तोहरे पचन्क खिलाफ आपन किरोध परगट करब। 35 मइँ पहिले क तरह तू पचन्क रेगिस्ताने मँ लइ चलब। किन्तु इ उ ठउर होइ जहाँ दूसर रास्ट्र रहत हीं। हम आमने-सामने खड़ा होब अउर मइँ तोहरे पचन्क संग निआउ करब। 36 मइँ तोहरे पचन्क संग वइसा ही निआउ करब जइसा मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क संग मिस्र क मरूभूमि मँ किहे रहेउँ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 37 “मइँ तोहका आपन भेंड़ क नाईं आपन सज़ा क छड़ी क तेल स गुजारउब। मइँ तोहका आपन करार क पालन करइ बरे मज़बूर करब। 38 मइँ ओन सबहिं लोगन क दूर करब जउन मोरे खिलाफ खड़े भएन अउर जउन मोरे खिलाफ पाप किहेन। मइँ ओन लोगन क तोहरे पचन्क जन्मभूमि स दूर करब। उ सबइ इस्राएल देस मँ कबहुँ नाहीं लउटिहीं। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ।” 39 इस्राएल क परिवार, अब सुना मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “जदि कउनो मनई मोरे सुनइ क बजाए आपन गन्दी देवमूरतियन क पूजा करइ चाहत ह तउ ओका उहइ करइ द्या। किन्तु तू पचे प्रतिस्ठा क भविस्स मँँ आपन गन्दी देवमूरतियन क भेंट देब जारी रखइ क अउर जियादा नास नाहीं कइ सकब्या।” 40 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “लोगन क मोर सेवा बरे मोर पवित्तर पर्वत इस्राएल क ऊँच पर्वत पइ आवइ चाही। इस्राएल क सारा परिवार आपन भुइँया पइ होइ उ पचे हुवाँ अपने देस मँ होइहीं। इ उ जगह अहइ जहाँ तू पचे आइ सकत ह अउर तू पचन्क उ ठउरे पइ मोका आपन भेंट चढ़ावइ आउब चाही। तू पचन्क आपन फसल क पहिला भाग हुवाँ उ ठउरे पइ लिआवइ चाही। तू पचन्क आपन सबहिं पवित्तर भेंटन हुवँइ लिआवइ चाही। 41 तब तोहार पचन्क मधुर गन्ध स मइँ खुस होबउँ। इ सबइ होइ जब मइँ तू पचन्क वापस लिआउब। मइँ तू पचन्क अलग अलग रास्ट्रन मँ बिखेरे रहेउँ। किन्तु मइँ तू पचन्क एक संग बटोरब अउर तू पचन्क फुन स आपन बिसेस लोग बनाउब। 42 तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा अहउँ। तू पचे इ तब जनब्या जब मइँ तू पचन्क इस्राएल देस मँ वापस लिआउब। इ उहइ देस अहइ जेका मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क देइ क बचन दिहे रहेउँ। 43 तउ तू ओन सबइ बुरे करमन क याद रखब्या जेनका तू किहस ह अउर जउन तोहका दूसित कइ दिह ह। अउर तू आपन आप स ही घिना करब ओन सबइ बुरे करम जेनका तू किहस ह। 44 इस्राएल क परिवार! तू पचे बहोत बुरे काम किहा अउर तू पचे लोगन्क बुरे कामन क कारण नस्ट कइ दीन्ह जाइ चाही। किन्तु आपन नाउँ क रच्छा क बरे मइँ उ दण्ड तू लोगन क नाहीं देबउँ जेकर पात्र तू लोग अहा। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा अहउँ। मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 45 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 46 “मनई क पूत, दक्खिन कइँती लखा। नेगव-वन क विरूद्ध कछू कहा। 47 नेगव-वन स कहा, ‘यहोवा क संदेस क सुना। मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस: धियान द्या, मइँ तू पचन्क वन मँ आगी लगावइ वाला अहउँ। आगी हर एक हरिअर बृच्छ अउ हर एक झुरान बृच्छ क नस्ट करी। जउन लपटा जरिहीं ओनका बुझावा नाहीं जाइ सकी। दविखन स उत्तर तलक सारा देस आगी स जराइ दीन्ह जाइ। 48 तब लोग जनिहीं कि मइँ अर्थात यहोवा आगी लगाएउँ ह। आगी बुझाई नाहीं जाइ सकी।’“ 49 तब मइँ (यहेजकेल) कहेउँ, “हे मोर सुआमी यहोवा। जदि मइँ एन बातन क कहत हउँ तउ लोग कहिहीं कि मइँ ओनका सिरिफ कहानियन सुनावत हउँ। उ पचे नाहीं सोचिहीं कि इ फुरइ घटित होइ।”
21:1 एह बरे यहोवा क बचन मोका फुन मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, यरूसलेम कइँती लखा अउर ओकरे पवित्तर ठउरन क खिलाफ कछू कहा। मोरे बरे इस्राएल देस क बिरूद्ध कछू कहा। 3 इस्राएल देस स कहा, ‘यहोवा इ सबइ बातन कहेस ह: मइँ तू पचन्क खिलाफ हउँ। मइँ आपन तरवार मियान स बाहेर निकारब। मइँ सबहिं लोगन क तोहसे दूर करब, नीक अउ बुरे दुइनउँ क। 4 मइँ नीक अउ बुरे दुइनउँ प्रकार क मनइयन क तू पचन्स अलग करब। मइँ आपन तरवार मियान स निकारब अउर दविखन स उत्तर तलक क सबहिं लोगन क बिरूद्ध ओकर उपयोग करब। 5 तब सबहिं लोग जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर उ पचे जान जइहीं कि मइँ आपन तरवार मियान स निकारि लिहेउँ ह। मेर तरवार मियान मँ फुन स नाहीं लउटी।’“ 6 परमेस्सर मोहसे कहेस, “मनई क पूत, टूट हिरदइवाले मनई क तरह सिसका। लोगन क समन्वा कराहा। 7 तब उ पचे तोहसे पूछिहीं, ‘तू काहे कराहत अहा?’ तब तोहका कहइ चाही, ‘काहेकि कछू कस्टदायक खबर मिलइवाली अहइ, एह बरे हर एक हिरदय भय स पिघल जाइ। सबहिं हाथ कमजोर होइ जइहीं।’ हर एक अन्तात्मा कमजोर होइ जाइ। हर एक घुटना पानी जइसे होइ जइहीं। धियान द्या, उ बुरी खबर आवति बाटइ। इ सबइ घटनन घटित होइहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।” 8 परमेस्सर क बचन मोका मिला। उ कहेस, 9 “मनई क पूत, मोरे बरे लोगन स बातन करा। इ सबइ बातन कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:“‘धियान द्या, एक तरवार, एक तेज तरवार अहइ, अउर तरवार चमकाई गइ अहइ। 10 तरवार क जान लेइ क बरे तेज कीन्ह गवा रहा। बिजुरी क समान चकाचौंध करइ बरे एका चमकइ गवा रहा। या का हम लोग आपन पूत क राजदण्ड पइ खुसी बनाउब? उ तरवार काठे क बना भवा हरेक हथयार स जियादा मज़बूत अहइ। 11 एह बरे तरवार क झलकावा गवा अहइ। अब इ प्रयोग कीन्ह जाइ सकी। तरवार तेज कीन्ह गइ अउर झलकाइ गइ रही। अब इ मानइवाले क हाथन मँ दीन्ह जाइ सकी। 12 “‘मनई क पूत, चिचिआइ अउर नरियाअ। काहेकि तरवार क उपयोग मोरे लोगन अउर इस्राएल क सबहिं सासकन क खिलाफ होइ। उ सबइ सासक जुद्ध चाहत रहेन, एह बरे उ पचे हमरे लोगन क संग तब होइहीं जब तरवार आइ। एह बरे आपन जाँघन क पीटा अउर आपन दुःख परगट करइ बरे सोर मचावा। 13 काहेकि परीच्छा आवत अहइ। तू काठे क छड़ी स दण्डित होइ स इन्कार किहा का उ ओका आवइ स रोकब?’“ मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 14 परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत, तालियन बजावा अउर मोरे बरे लोगन स इ सबइ बातन करा:“दुइ दाईर् तरवार क वार करइ द्या, हाँ तीन दाईर्। इ तरवार लोगन क मारइ बरे अहइ। इ तरवार अहइ, बड़के नर-संहार बरे। इ तरवार लोगन क धार पइ राखी। 15 ओनकर हिरदय भय स टेघर जइहीं अउर बहोत स लोग गिरिहीं। बहोत स लोग आपन नगर-दुआर पइ मरिहीं। हाँ, तरवार बिजरी क तरह चमकी। इ लोगन क मारइ बरे झलकराइ गइ अहइ। 16 तरवार, धारदार बना। तरवार दाहिन काटा, सोझे समन्वा काटा, बाएँ कइँती काटा, जा हर एक ठउरे मँ जहाँ तोहार धार, जाइ बरे चुनी गइ। 17 तब मइँ ताली बजाउब अउर आपन किरोध परगट करब बन्द कइ देब। मइँ यहोवा कहि चुका हउँ।’“ 18 यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 19 “मनई क पूत, दुइ सड़कन क नवसा बनावा। जेनमाँ स बाबुल क राजा क तरवार इस्राएल आवइ बरे एक क चुन सकइ। दुइनउँ सड़किया उहइ बाबुल देस स निकरिहीं। तब नगर क पहोंचावइवाली सड़क क सिरे पइ एक चीन्हा बनावा। 20 चीन्हा क उपयोग इ देखावइ बरे करा कि कउन स सड़क क उपयोग तरवार करी। एक सड़क अम्मोनी नगर रब्बा क पहोंचावत ह। दूसर सड़क यहूदा, सुरच्छित नगर, यरूसलेम क पहोंचावत ह। 21 इ स्पस्ट करत ह कि बाबुल क राजा उ सड़क क जोजना बनावत अहइ जेहसे उ छेत्र पइ हमला करइ। बाबुल क राजा उ बिन्दु पइ आइ चुका अहइ जहाँ दुइनउँ सड़कन अलग होत हीं। बाबुल क राजा जादू क संकेतन क उपयोग भविस्स क जानइ बरे किहेस ह। उ कछू बाण हिलाएस, उ परिवारे क देवमूरतियन स सवाल पूछेस, उ गुर्दे क लखेस जउन उ जनावरे क रहा जेका उ मारे रहा। 22 “संकेत ओका बतावत हीं कि उ उ दाईर् सड़क क धरइ जउन यरूसलेम पहोंचावत ह। उ अपने संग बिध्वंसक लट्ठन क लिआवइ क जोजना बनाएस ह। उ आदेस देइ अउर ओकर फउजी जान स मारब सुरू करिहीं। उ पचे जुद्ध-घोस करिहीं। तब उ पचे एक माटी क देवार सहर क चारिहुँ ओर बनइहीं। उ पचे एक माटी क सड़क देवार तलक पहोंचावइ वाली बनइहीं। उ सबइ नगर पइ हमला बरे लकड़ी का मीनार बनइहीं। 23 उ सबइ जादुई क चीन्हा इस्राएल क लोगन बरे कउनो अरथ नाहीं रखतेन। उ सबइ ओन बचनन क पालन करत हीं जउन उ पचे दिहेन ह। किन्तु यहोवा ओनकर पाप याद राखी। तब इस्राएली लोग बन्दी बनावा जइहीं।” 24 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “तू पचे बहोत स बुरे काम किहा ह। तोहार पचन्क पाप पूरी तरह स्पस्ट अहइँ। तू पचे मोका इ याद रखइ क मजबूर किहा कि तू पचे दोखी अहा। एह बरे दुस्मन तू पचन्क आपन हाथन मँ कइ लेइ 25 हे इस्राएल क बुरे लोगो, तू पचे मारा जाब्या। तोहरे पचन्क दण्ड क समइ आइ पहोंचा अहइ।” अब अन्त निअरे अहइ।” 26 मोर सुआमी यहोवा इ संदेस देत अहइ, “पगड़ी उतारा। मउर उतारा। परिवर्तन क समइ आइ पहोंचा अहइ। महत्वपूर्ण प्रमुख खाले लिआवा जइहीं अउर जउन लोग महत्वपूर्ण नाहीं अहइँ, उ सबइ महत्वपूर्ण बनिहीं। 27 मइँ उ नगर क पूरी तरह नस्ट करब। किन्तु इ तब तलक नाहीं होइ जब तलक उपयुवत मनई नवा राजा नाहीं होत। तब मइँ ओका नगर पइ अधिकार करइ देब।” 28 परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत, मोरे बरे लोगन स कहा। उ सबइ बातन कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन अम्मोन क लोगन अउर ओनकर लज्जाजनक देवता स कहत ह:“‘धियान द्या एक तरवार एक ठु तरवार आपन मियान स बाहेर अहइ। तरवार झलकाइ गइ अहइ। तरवार मारइ बरे तइयार अहइ। बिजुली क तरह चमकइ बरे एका झलकावा गवा रहा। 29 तोहार दर्सन बियर्थ अहइँ। तोहार जादू तोहार मदद नाहीं करिहीं। इ सिरिफ झूठ क गुच्छा अहइ। अब तरवार पापियन क गर्दन पइ अहइ। उ पचे हाली ही मुर्दा होइ जइहीं। ओनकर अन्त समइ आइ पहोंचा अहइ। ओनकर पाप क समाप्ति क समइ आइ गवा अहइ। 30 “अब तू तरवार क मियान मँ वापस राखा। बाबेल, मइँ तोहरे संग निआउ, तू जहाँ बना हवा उहइ ठउरे पइ करब अर्थात उहइ देस मँ जहाँ तू पइदा भवा ह। 31 मइँ तोहरे खिलाफ आपन किरोध क बर्खा करब। मोर किरोध तू पचन्क तपत हवा क तरह जराइ। मइँ तू पचन्क त्रूर मनइयन क हाथन मँ देब। उ सबइ मनई मनइयन क मार डावइ मँ वुसल अहइँ। 32 तू पचे आगी बरे ईधंन बनब्या। तोहार पचन्क खून भुइँया मँ गहिर बहि जाइ अर्थात लोग तू पचन्क फुन याद नाहीं करिहीं। मइँ अर्थात यहोवा इ कहि दिहेउँ ह।”‘
22:1 यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, का तू निआउ करब्या? का तू हलिसारन क नगर का संग निआउ करब्या? का तू ओहसे ओन सब भयंकर बातन क बारे मँ कहब्या जउन उ किहेस ह 3 तू पचन्क कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: नगर हत्तियारन स भरा अहइ। एह बरे ओकरे बरे दण्ड क समइ आइ। उ अपने बरे गन्दी देवमूरतियन क बनाएस अउर एन देवमूरतियन ओका असुद्ध बनाएन। 4 “‘हे यरूसलेम क लोगो, तू पचे बहोत लोगन क मार डाया। तू पचे गन्दी देवमूरतियन बनाया। तू पचे दोखी अहा अउर तू पचन्क दण्ड देइ क समइ आइ गवा अहइ। तोहार पचन्क अन्त आइ गवा अहइ। दूसर रास्ट्र तोहार मजाक उड़इहीं। उ सबइ देस तोह पइ हँसिहीं। 5 दूर अउर निअरे क लोग तोहार पचन्क मजाक उड़इहीं। तू आपन नाउँ बदनाम किहा ह। तू हिंसा स भरा भवा अहइ। 6 “‘धियान द्या। यरूसलेम मँ इस्राएल क हर एक सासक अपने क सक्तिसाली बनइ द्या जेहसे उ रक्तपात कइ सकइ। 7 यरूसलेम क लोग आपन महतारी-बाप क सम्मान नाहीं करतेन। उ पचे उ नगर मँ विदेसियन क सतावत हीं। उ पचे अनाथन अउर रांड़ मेहररूअन क उ ठउरे पइ ठगत हीं। 8 तू लोग मोर पवित्तर चिजियन स घिना करत ह। तू पचे मोरे विस्राम क दिनन क अइसे लेत ह माना उ पचे महत्वपूर्ण न होइँ। 9 यरूसलेम क लोग दूसर लोगन क बारे मँ झूठ बोलत हीं। उ पचे ओन भोले लोगन क मार डावइ बरे अइसा करत हीं। लोग पर्वतन पइ लबार देवतन क पूजा करइ जात हीं अउर उ पचे तोहार संग बूरी चिजन क करइ बरे एक संग जोजना बनावत हा।“‘यरूसलेम मँ लोग अनेक यौन-संबन्धी पाप करत हीं। 10 यरूसलेम मँ लोग आपन पिता क पत्नी क संग बिभिचार करत हीं। यरूसलेम मँ लोग मासिक धर्म क समइ मँ भी नारियन स बलात्कार करत हीं। 11 कउनो आपन पड़ोसी क पत्नी के विरूद्ध भी अइसा भयंकर पाप करत ह। कउनो आपन पतोहू क संग तने क सम्बन्ध करत ह अउर ओका अपवित्तर करत ह अउर कउनो आपन पिता क बिटिया अर्थात आपन बहिन क संग तने क सम्बंध करत ह। 12 “‘यरूसलेम मँ, तू लोग, लोगन क मार डावइ क बरे धन लेत ह। तू लोग रिण देत ह अउर ओह रिण पइ बियाज लेत ह। तू लोग तनिक धन क पावइ बरे आपन पड़ोसी क ठगत ह अउर तू लोग मोका बिसर गया ह।’“ मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 13 परमेस्सर कहेस, ‘अब धियान द्या। मइँ आपन हाथ तोह पइ उठाउब। मइँ तू पचन्क लोगन क धोखा देइ अउर मार डावइ बरे दण्ड देब। 14 का तब भी तू पचे वीर बना रहब्या? का तू पचे पर्याप्त बलवान रहब्या जब मइँ तू पचन्क दण्ड देइ आउब? नाहीं। मइँ यहोवा हउँ। मइँ इ कहि दिहे हउँ अउर मइँ उ करब जउन मइँ करइ क कहेउँ ह। 15 मइँ तू पचन्क रास्ट्रन मँ बिखेर देब। मइँ तू पचन्क बहोत स देसन मँ जाइ क मजबूर करब। मइँ नगर क गन्दी चिजियन क पूरी तरह नस्ट करब। 16 किन्तु यरूसलेम तू आपन क दूसित अउर दूसर रास्ट्रन एन घटनन क होत लखिहीं। तब तू जनब्या मइँ यहोवा अहउँ।”‘ 17 यहोवा क बचन मोह तलक आवा। उ कहेस, 18 “मनई क पूत, काँसा, लोहा, सीसा अउ टीन, चाँदी क तुलना मँ बेकार अहइ। कारीगर चाँदी क सुद्ध करइ बरे आगी मँ डावत ह। चाँदी गल जात ह अउर कारीगर एका कचरा स अलग करत ह। इस्राएल रास्ट्र उ बेकार कचरे क तरह होइ गवा ह। 19 एह बरे यहोवा तथा सुआमी इ कहत ह, ‘तू सबहिं लोग बेकार कचरे क तरह होइ गवा अहा। एह बरे मइँ तू पचन्क इस्राएल मँ बटोरब। 20 कारीगर चाँदी, काँसा, लोहा, सीसा अउर टीन क आगी मँ डावत हीं। उ सबइ आगी क जियादा गरम करइ बरे फुँकत हीं। तब धातुअन क गलब सुरू होइ जात ह। इहइ तरह मइँ तू पचन्क आपन आगी मँ डाउब अउर तू पचन्क टेघराउब। उ आगी मोर गरम किरोध अहइ। 21 मइँ तू पचन्क उ आगी मँ डाउब अउर मइँ आपन किरोध क आगी क फूँकन मारब अउर तोहार पचन्क टेघरब सुरू होइ जाइ। 22 चाँदी आगी मँ टेघरत ह अउर कारीगर चाँदी क ढालत हीं तथा बचावत हीं। इहइ तरह तू पचे नगर मँ टेघरब्या। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ अउर तू पचे समुझब्या कि मइँ तोहरे पचन्क खिलाफ किरोध क उड़ेरेउँ ह।”‘ 23 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 24 “मनई क पूत, इस्राएल स बातन करा। ओहसे कहा कि उ पचन्क एक भुइँया अहइ जेका सुद्ध नाहीं कीन्ह गवा अहइ। मइँ उ देस पइ कोहान हउँ एह बरे उ देस आपन बर्खा नाहीं पाएस ह। 25 यरूसलेम मँ नबी बुरे जोजना बनावत अहइँ। उ पचे उ सिंह क तरह अहइँ जउन उ समइ गजरत ह जब उ आपन धरे भए जनावर क खात ह। ओन नबियन बहोत स जीवन नस्ट किहेन ह। उ पचे अनेक कीमती चिजियन लिहेन ह। उ पचे यरूसलेम मँ अनेक मेहररूअन क राँड़ बनाएन। 26 “याजकन फुरइ मोरे उपदेसन क नोस्कान पहोंचाएन ह। उ पचे मोर पवित्तर चिजियन क दूसित किहेन। उ पचे पवित्तर चिजियन अउ पवित्तर चिजियन मँ भेद नाहीं करत हीं। उ पचे लोगन क सुद्ध अउर असुद्ध चिजियन क बीच क भेद क बारे मँ सिच्छा नाहीं देतेन। उ पचे मोर पवित्तर विस्राम क दिननन पइ धियान नाहीं देत ह। एह बरे मइँ ओन लोगन क जरिये दूसित कीन्ह गवा हउँ। 27 “यरूसलेम मँ प्रमुख ओन भेड़ियन क समान अहइँ जउन आपन धरे जनावर क खात अहइ। उ पचे प्रमुख केवल आपन क धनवान बनावइ बरे आक्रमण करत हीं अउर लोगन क मारि डावत हीं। 28 “नवी, लोगन क चितउनी नाहीं देतेन, उ पचे फुरइ क ढाँक देत हीं। उ पचे ओन कारीगरन क समान अहइँ जउन दीवार क ठीक-ठीक मजबूत नाहीं बतउतेन उ पचे केवल छेदन पइ लेप कइ देत हीं। ओनकर धियान सिरिफ झूठ पइ होत ह। उ पचे आपन जादू क उपयोग भविस्स जानइ बरे करत हीं, किन्तु उ पचे केवल झूठ बोलत हीं। उ पचे कहत हीं, ‘मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। किन्तु उ पचे सिरिफ झूठ बोलत अहइँ-यहोवा ओनसे बातन नाहीं किहेस।’ 29 “सामान्य जनता एक दूसर क लाभ उठावत हीं। उ पचे एक दूसर क धोखा देत अउर चोरी करत हीं। उ पचे गरीब अउर असहाय मनई क संग अइसा बेउहार करत हीं। उ पचे बिदेसियन क भी धोखा देत रहेन, माना ओनके खिलाफ कउनो नेम न होइ। 30 “मइँ लोगन स कहेउँ कि तू लोग आपन जिन्नगी बदला अउर आपन देसन क रच्छा करा। मइँ लोगन क देवारन क मजबूत करइ बरे कहेउँ। मइँ चाहत रहेउँ कि उ पचे देवारन क छेदन पइ खड़ा रहइँ अउर आपन नगर क रच्छा करइँ। किन्तु कउनो मनई मदद बरे नाहीं आवा। 31 एह बरे मइँ आपन किरोध परगट करब, मइँ ओनका पूरी तरह नस्ट करब। मइँ ओनका ओन बुरे कामन बरे दण्डित करब जेनका उ पचे किहेन ह। इ सबइ ओनकर दोख अहइ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।
23:1 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, सोमरोन अउर यरूसलेम क बारे मँ इ कहानी क सुना। दुइ बहिन रहिन। उ पचे एक ही महतारी क बिटियन रहिन। 3 उ पचे मिस्र मँ तब रण्डियन होइ गइन जब छोटी लड़कियन ही रहिन। मिस्र मँ उ पचे पहिले पिरेम किहन अउर लोगन क आपन चुचुक अउर आपन नवोदित स्तनन क धरइ दिहन। 4 बड़की बिटिया ओहोला नाउँ क रही अउर ओकरी बहिन क नाउँ ओहोलीबा रहा। उ पचे मोर होइ र गइन अउर ओनके बेटवा बिटियन पइदा भइन (ओहोला असल मँ सोमरोन अहइ अउर ओहोलीबा असल मँ यरूसलेम अहइ।) 5 “तब ओहोला मोर बरे पतिव्रता नाहीं रहि गइ। उ एक रण्डी क तरह रहइ लाग। उ आपन पिरेमियन क चाह राखइ लाग। उ अस्सूर क फउजियन क ओनकर 6 नीली वदिर्यन मँ लखेस। उ पचे सबहिं मन चाहे नव जवान घुड़सवार रहेन। उ पचे प्रमुख अउर अधिकारी रहेन 7 अउर ओहोला आपन क ओन सबहिं लोगन क रण्डी क रूप मँ अपिर्त किहस। उ पचे सबहिं अस्सूर क सेना मँ चुना भवा विसिस्ट सिपाही रहेन अउर उ ओन सबहिं क मोहित कइ लिहेस। उ ओनकर गन्दी देवमूरतियन क संग असुद्ध होइ गइन। 8 एकरे अलावा उ मिस्र स आपन पिरेम-ब्यापार क भी बन्द नाहीं किहस। मिस्र ओहसे तब पिरेम किहेस जब उ किसोरी रही। मिस्र पहिला पिरेमी रहा जउन ओकर नवजात स्तनन क छुएस। मिस्र ओह पइ आपन झूठ पिरेम क बर्खा किहेस। 9 एह बरे मइँ ओकर पिरेमियन क ओका भोगइ दिहेउँ। उ अस्सूर क चाहत रही, एह बरे मइँ ओका ओनका दइ दिहेउँ। 10 उ पचे ओकरे संग बलात्कार किहेस। उ पचे ओकरे बच्चन क लिहेस अउर उ पचे तरवार चलाएन अउर ओका मार डाएन। उ पचे ओका दण्ड दिहेन अउर मेहररूअन अब तलक ओकर बातन करत हीं। 11 “ओकर छोटकी बहिन ओहोलीबा एन सबहिं घटनन क घटित होत लखेन। किन्तु ओहोलीबा आपन बहिन स भी जियादा पाप किहेस। उ आपन बहिन ओहोला क तुलना मँ जियादा बिभिचारी किहा। 12 इ अस्सूर क प्रमुखन अउर अधिकारियन क चाहत रही। उ नीली वदीर् मँ घोड़ा पइ सवार ओन फउजिन क चाहत रही। उ पचे सबहिं चाहइ जोग्य जुवक रहेन। 13 मइँ लखेउँ कि उ पचे दुइनउँ मेहररूअन एक ही गलती स आपन जिन्नगी नस्ट करइ जात रहिन। 14 “ओहोलीबा अपने बिभिचारी क जारी राखेस। उ बाबुल क देवारन पइ खुदा भवा मनइयन क तस्बीरन क लखेस। उ सबइ तस्बीरन कसदी लोगन क तस्बीरन ओनकर लाल पोसाकन मँ रहिन। 15 उ पचे करिहाउँ मँ पेटियन बाँध राखे रहिन अउर ओनके मूँड़ि पइ लम्बी पगड़ियन रहिन। उ पचे सबहिं रथ का अधिकारियन का तरह देखात रहेन। उ पचे सबहिं बाबुल क जन्मभूमि मँ उत्पन्न पुरूस मालूम होत रहेन। 16 ओहोलीबा ओनका चाहेस। उ ओनका आमन्त्रित करइ बरे दूत पठएस। 17 एह बरे उ पचे बाबुल क लोग ओकर पिरेम-सय्या पइ ओकरे संग तने क सम्बन्ध करइ आएन। उ पचे ओकर उपयोग किहन अउर ओका एतना गन्दा कइ दिहन कि उ ओनसे घिना करइ लाग। 18 “ओहोलीबा भी बार-बार आपन नंगा सरीर क एक बिभिचारियन क नाईं अपिर्त किहेस। उ बहोत सारे मनइयन क आपन नंगा सरीर स आनन्द लेइ दिहेस कि मोका ओहसे वइसा ही घिना होइ गवा जइसा ओकरे बहिन स होइ ग रही। 19 उ बार-बार आपन बिभिचारी क बढ़ाएस। अउर तब उ आपन पिरेम-ब्यापार क याद किहस जउन उ युवा अवस्था मँ मिस्र मँ किहे रहा। 20 उ आपन पिरेमियन पइ मोहित भएस जेनका लिंग गदन क लिंग क नाईं रहेन, अउर जेनका वीर्य क प्रवाह घोड़न क वीर्य क प्रवाह क नाईं रहेन। 21 “ओहोलीबा, तू आपन ओन दिनन क याद किहा जब तू जुवती रहिउ, जब तोहार पिरेमी तोहार चूचुक क छुअत रहेन अउर तोहार नव जात स्तनन क धरत रहेन। 22 एह बरे ओहोलीबा, मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: ‘तू आपन पिरेमियन स घिना करइ लागिउ। किन्तु मइँ तोहार पिरेमियन क हिआँ लिआउब। उ पचे तोहका घेर लेइहीं। 23 मइँ ओन सबहिं लोगन क बाबुल स, खासकर कसदी लोगन क लिआउब। मइँ पकोद, सो अउर कोआ स लोगन क लिआउब अउर मइँ ओन सबहिं लोगन क अस्सूर स लिआउब। इ तरह मइँ सबहिं प्रमुखन अउ अधिकारियन क लिआउब। उ पचे सबहिं चाहइ जोग्ग, रथपति खास जोग्यता बरे चुने घुड़सवार रहेन। 24 ओन लोगन क भीड़ तोहरे लगे आइ। उ पचे आपन घोड़न पइ सवार अउर आपन रथन पइ अइहीं। लोग बड़की तादाद मँ होइहीं। ओनके लगे ओनकर भालन, ओनकर ढालन अउर ओनके मूँड़े क सुरच्छा कबच होइहीं। उ पचे तोहरे चारिहुँ कइँती बटुरिहीं। मइँ ओनका बताउब कि तू मोरे संग का किहा अउर उ पचे आपन तरह स तोहका पचन्क सजा देइहीं। 25 मइँ तू पचन्क देखाउब कि मइँ केतना ईर्सालु अहउँ। उ पचे बहोत कोहान होइहीं अउर तू पचन्क चोट पहोंचइहीं। उ पचे तोहार पचन्क नाक अउर तोहार पचन्क कान लेइहीं। उ पचे तरवार चलइहीं अउर तू पचन्क मार डइहीं। तब उ पचे तोहरे पचन्क बच्चन क लइ जइहीं अउर तोहार पचन्क जउन कछू बचा होइ ओका बार देइहीं। 26 उ पचे तोहार नीक ओढ़ना गहना लइ लेइहीं 27 अउर मिस्र क साथ भए तोहरे पिरेम बइपार क सपना क मइँ रोक देब। तू फून कबहुँ मिस्र क याद नाहीं करिबिउ।”‘ 28 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ तोहका ओन लोगन क देत अहउँ, जेहसे तू घिन करति अहा। मइँ तोहका ओन लोगन क देत अहउँ जेनसे तू घिना करइ लागिउ रही 29 अउर उ पचे देखइहीं कि उ पचे तोहसे केतनी घिना करत हीं। उ पचे तोहार हर एक चीज लइ लेइहीं जउन तू कमाया ह। उ पचे तोहका खाली अउ नंगा छोड़ देइहीं। लोग तोहरे पापन्क स्पस्ट लखिहीं। उ पचे समुझिहीं कि तू एक रण्डी क तरह बेउहार किहन अउर बुरे सपनन लखेन। 30 तू उ बुरे करम तब किहा जब तू मोका ओन दूसर रास्ट्रन क पाछा करइ बरे तजे रह्या। तू ओन बुरे करम तब किहा जब तू ओनकर गन्दी देवमूरतियन क पूजा करब सुरू किहा। 31 तू आपन बहिन क अनुसरण किहा अउर उहइ क तरह रहिउ। एह बरे मइँ ओकर पियाला तोहार हाथ मँ दिहस। एह बरे तू उहइ सज़ा झेलब जउन उ झेलत रहेन।” 32 मोर सुआमी यहोवा इ कहेस,“तू आपन बहिन क बिख क पियाला क पीबिउ। इ बिख क पियाला लम्बा-चौड़ा अहइ। उ पिआले मँ बहोत बिख आवत ह। लोग तोहे पइ हँसिहीं अउ व्यगं करिहीं। 33 तू मदमस्त होइहीं अउर सोक स भरि जाइहीं। इ पियाला बिनास अउ बिध्वंस क अहइ। इ उहइ पिआले क तरह अहइ जेका तोहार बहिन पिएस। 34 तू उहइ पिआले मँ बिख पीबिउ। तू ओकर आखिरी बूँद तलक ओका पीबिउ। तू गिलासे क लोकउबिउ अउर ओकर टूकन कइ डउबिउ। अउर तू पीरा स आपन छाती विदीर्ण करबिउ। इ होइ काहेकि मइँ यहोवा अउ सुआमी हउँ अउर मइँ उ सबइ बातन कहेउँ। 35 “इ तरह, मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस, ‘यरूसलेम, तू मोका बिसरि गया। तू मोका दूर लोकाया अउर मोका पाछे छोड़ दिहा। एह बरे तोहका मोका तजइ अउर रण्डी क तरह सजा भोगइ चाही। तोहका आपन दुट्ठ सपनन बरे कस्ट जरूर पावइ चाही।”‘ 36 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मनई क पूत, का तू ओहोला अउर ओहोलीबा क निआउ करब्या? तब ओनका ओन भयंकर बातन क बतावा जउन उ पचे किहेन। 37 उ पचे बिभिचार क पाप किहन ह। उ पचे हत्तिया क अपराधी अहइँ। उ पचे वेस्या क तरह काम किहन, उ पचे आपन गन्दी देवमूरतियन क संग रहइ बरे मोका तजेन। उ पचे मोरे बरे बच्चे पइदा किहेन किन्तु तउ उ पचे ओनका आगी मँ होमबलि क रूप मँ चढ़ाएन। उ पचे आपन देवमूरतियन क भोजन देइ बरे इ किहस। 38 उ पचे मोर बिस्राम क दिनन अउर पवित्तर ठउरन क अइसे लिहन माना उ पचे महत्वपूर्ण न होइँ। 39 उ पचे आपन भयंकर देवमूरतियन बरे आपन बच्चन क बलि चढ़ाएन। अउर तब उ पचे मोरे पवित्तर ठउर पइ गएन अउर ओका भी गन्दा बनाएन। उ पचे इ मोरे मन्दिर क भीतर किहन। 40 “उ पचे बहोत दूर क ठउरन स मनइयन क बोलाएन ह। एन मनइयन क तू एक दूत पठया अउर उ सबइ लोग तोहका लखइ आएन। तू ओनके बरे नहाइउ, आपन आँखिन क सजाइउ अउर आपन गहनन क पहिरिउ। 41 तू सुन्नर बिछउना पइ बइठिउ जेकरे समन्वा मेज धरी रही। तू मोर सुगन्ध अउ मोरे तेल क इ मेजे पइ धरिउ। 42 “यरूसलेम मँ सोर अइसा सुनाइ पड़त रहा माना दावत उड़ावइवाले लोगन क होइ। दावत मँ बहोत लोग आएन। उ पचे रेगिस्तान स बहोत सराबी लोगन क लइ आएन। उ पचे मेहररूअन क बाजूबन्द अउ सुन्नर मुवुट देत रहेन। 43 तब मइँ एक ठु मेहरारू स बातन किहेउँ, जउन बिभिचार स ढीली होइ ग रही। मइँ ओहसे कहेउँ, ‘का उ पचे ओकरे संग बिभिचार करत रहि सकत हीं, अउर उ ओनके संग करत रहि सकत ह’ 44 किन्तु उ पचे ओकरे लगे वइसे ही जात रहेन जइसे उ पचे कउनो रण्डी क लगे जात रहे होइँ। हाँ, उ पचे ओन दुट्ठ मेहररूअन ओहोला अउर ओहोलीबा क लगे बार-बार गएन। 45 “किन्तु अच्छे लोग ओनकर निआउ अपराधी क रूप मँ करिहीं। उ पचे ओन मेहररूअन क निआउ बिभिचार करइवालिन अउ हत्तियारिन क रूप मँ करिहीं। काहेकि ओहोला अउ ओहोलीबा बिभिचार क काम किहेस ह अउर उ रवत स ओनकर हाथ अबहुँ भी रंगे अहइँ जेनका उ पचे मार डाए रहेन।” 46 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस, “लोगन क संग बटोरा। तब ओन लोगन क ओहोला अउर ओहोलीवा क दण्ड देइ द्या। लोगन क इ समूह ओन दुइनउँ मेहररूअन क दण्डित करी तथा एनकर मजाक उड़ाइ। 47 तब उ समूह ओनका पाथर मारी अउर ओनका मारि डाइ। तब उ समूह आपन तरवारन स मेहररूअन क टूकन करी। उ सबइ मेहररूअन क बच्चन क मार डइहीं अउर ओनकर घर बारि डइहीं। 48 इ तरह मइँ देस क लज्जा क धोउब अउर सबहिं मेहररूअन क चितउनी दीन्ह जाइ कि उ पचे उ लज्जाजनक करम न करइँ जउन तू किहा ह। 49 उ पचे तोहका ओन दुट्ठ कामन बरे दण्डित करिहीं जउन तू पचे किहा अउर तू पचन्क आपन गन्दी देवमूरतियन क पूजा बरे दण्ड मिली। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा अउर सुआमी अहउँ।”
24:1 मोर सुआमी यहोवा क वचन मोका मिला। इ देस-निकारे क नवें क दसयें महीने क दसवाँ दिन रहा। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, आजु क तारीख अउ इ टिप्पणी क लिखा: ‘आजु बाबुल क राजा क फउज यरूसलेम क घेरेस।’ 3 इ कहानी उ परिवार स कहा जउन आग्या मानइ स इन्कार करइ। ओनसे इ सबइ बातन कहा। ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:“‘पात्र क आगी पइ राखा, पात्र क रखा अउर ओहमा पानी डावा। 4 ओहमाँ माँस क बोटिन डावा, हर नीक बोटिन क डावा, जाँघन अउ वंधन। पात्र क सवोर्त्तम हड्डियन स भरा। 5 झुण्ड क सबस बढ़िया जनावर क उपयोग करा, पात्र क खाले ईर्धन क ढेर लगावा, अउर माँस क बोटिन क पकावा। शोरबा क तब तलक पकावा जब तलक हड्डियन भी न पक जाइँ।’ 6 इ तरह मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: ‘इ यरूसलेम बरे बुरा होइ। इ हत्तियारन स भरे नगर बरे बुरा होइ। यरूसलेम उ पात्र क तरह अहइ जेह पइ जंग क दाग होइँ, अउर उ सबइ दाग दूर न कीन्ह जाइ सकइँ। उ पात्र सुद्ध नाहीं अहइ, एह बरे माँस क हर एक बोटी, पात्र स बाहेर निकाला। उ माँस क खावइ बरे कउनो क जिन द्या। याजकन क उ बेकार माँस मँ स कउनो बोटी जिन चुनइ द्या। 7 यरूसलेम एक जंग लगे पात्र क तरह अहइ, काहेकि हत्तियन क रकत हुवाँ अब तलक अहइ। उ रकत क खुली चट्टानन पइ डाएस ह। उ रकत क भुइँया पइ नाहीं डाएस अउर एका माटी स नाहीं ढाँकेस। 8 मइँ ओनकर रकत क खुली चट्टान पइ डावा। एह बरे उ ढका नाहीं जाइ। मइँ इ कहेउँ, जेहसे लोग क्रोधित होइँ, अउ ओका निरपराध लोगन क हत्तिया क दण्ड देइँ।’ 9 यह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: ‘हत्यारन स भरे इ नगर क बुरा होइ। मइँ आगी बरे बहोत स काहे क ढेर बनाउब 10 पात्र क खाले बहोत सा ईर्धन डावा। आगी बारा। अच्छी तरह माँस क पकावा। मसाला मिलावा अउर हड्डियन क जरि जाइ द्या। 11 तब पात्र क अंगारन पइ खाली छोड़ द्या। एका एतना तय जाइ द्या कि एकर दाग चमकइ लागइँ। सबइ दाग पिघल जाइ। अउर जंग जर जाइहीं। 12 यररूसलेम आपन दागन क धोवइ क कठोर जतन कइ सकत ह। किन्तु उ जंग दूर नाहीं होइ। सिरिफ आगी उ जंग क दूर करी। 13 तू मोरे खिलाफ पाप किहा अउर पाप स कलंकित भइउ। मइँ तोहका नहवाउब चाहेउँ अउर तोहका स्वच्छ करइ चाहेउँ। किन्तु दाग छुटेन नाहीं। मइँ तोहका फुन नहवावइ नाहीं चाहेउँ। जब तलक मोर तपत किरोध तोहरे बरे खतम नाहीं होत। 14 “‘मइँ यहोवा हउँ। मइँ कहेउँ, तोहका सजा मिली, अउर मइँ एका दिआउब। मइँ सजा क रोकब नाहीं। मइँ तोहरे बरे दुःख क अनुभव नाहीं करब। मइँ तोहका ओन बुरे पापन्क क बरे सजा देब जउन तू किहा।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस। 15 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 16 “हे मनई क पूत, तू आपन पत्नी स बहोत पिरेम करत अहा किन्तु मइँ ओका तोहसे दूर करत हउँ। तोहार पत्नी एकाएक मरी। किन्तु तोहका आपन सोक परगट नाहीं करइ चाही। तोहका जोर स नाहीं रोवइ चाही। तोहका रोवइ नाहीं चाही अउर तोहार आँसू गिरि नाहीं चाही। 17 किन्तु तोहका आपन सोक रूदन बहोत धीमा रखइ चाही। आपन मरी मेहरारू बरे जोर स न रोआ। तोहका साधारण रोज क ओढ़ना पहिरइ चाही। आपन पगड़ी अउ आपन जूता पहिरा। आपन सोक क परगट करइ बरे आपन मोंछन जिन ढाँका अउर उ भोजन जिन करा जउन अवसर कउनो क मरे पइ लोग करत हीं।” 18 अगले भिन्सारे मइँ लोगन क बताएउँ कि परमेस्सर का कहेस ह। उहइ साँझ मोर मेहरारू मरी। अगले भिन्सार मइँ उहइ किहेउँ जउन परमेस्सर आदेस दिहे रहा। 19 तबई लोग मोहसे कहेन, “तू इ काम काहे करत अहा? एकर मतलब का अहइ?” 20 मइँ ओनसे कहेउँ, “यहोवा क बचन मोका मिला। उ मोहसे, 21 इस्राएल क परिवार क कहेस। मोर सुआमी यहोवा कहेस, ‘धियान द्या, मइँ आपन पवित्तर ठउर क बर्बाद करब। तू लोगन क ओह पइ गर्व अहइ अउर तू लोग ओकर तारीफ क गीत गावत अहा। तोहका उ ठउरे क लखइ क पिरेम अहइ। तू फुरइ उ ठउरे स पिरेम करत अहा। किन्तु मइँ उ ठउर क नस्ट करब अउर तोहरे पाछे छुटे भए तोहार गदेलन जुद्ध मँ मारा जइहीं। 22 किन्तु तू उहइ करब्या जउन मइँ आपन मरी मेहरारू क बारे मँ किहेउँ ह। तू आपन सोक परगट करइ बरे आपन मोछँन नाहीं ढकब्या। तू उ भोजन नाहीं करब्या जउन लोग अवसर कउनो क मरइ पइ खात हीं। 23 तू आपन पगड़ियन अउर आपन जूतन पहिरब्या। तू आपन सोक नाहीं परगट करब्या। तू रोउब्या नाहीं। किन्तु तू आपन पाप क कारण बर्बाद होत रहब्या। तू चुपचाप आपन आहन एक दूसर क समन्वा भरब्या। 24 एह बरे यहेजकेल एक उदाहरण अहइ। तू उहइ सब करब्या जउन इ किहेस। सजा क इ समइ आइ अउर तब तू जनब्या कि मइँ यहोवा अहउँ।”‘ 25 “मनई क पूत, मइँ आपन सरणस्थल यरूसलेम क लोगन स लइ लेब। उ सुन्नर ठउर ओनका आनन्दित करत ह। ओनका उ ठउर लखइ क पिरेम अहइ। उ पचे फुरइ उ ठउर स पिरेम करत हीं। किन्तु उ समइ मइँ नगर अउर ओनकर गदेलन क ओन लोगन स लइ लेब। 26 उहइ समइ बचइवाले लोगन मँ स एक यरूसलेम क बारे मँ बुरा सँदेसा लइके तोहरे लगे आइ। 27 उ समइ तू उ मनई स बातन कइ सकब्या। तू अउर जियादा चुप नाहीं रहि सकब्या। इ तरह तू ओनके बरे उदाहरण बनब्या। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
25:1 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, अम्मोन क लोगन क कइँती लखा अउर मोरे बरे ओनके खिलाफ कछू बोला। 3 अम्मोन क लोगन स कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा क कथन सुना। मोर सुआमी यहोवा कहत ह: तू तब खुस रह्या जब मोर पवित्तर ठउर नस्ट भवा रहा। तू लोग तब इस्राएल देस क खिलाफ रह्या जब इ दूसित भवा रहा। तू यहूदा क परिवार क खिलाफ रह्या जब उ सबइ लोग बन्दी बनाइके लइ जावा गएन। 4 एह बरे, मइँ तू पचन्क पूरब क लोगन क देब। उ पचे तोहार सबन्क भुइँया लेइहीं। ओनकर फउजन तोहरे देस मँ आपन डेरा डइहीं। उ पचे तोहरे पचन्क बीच रहिहीं। उ पचे तोहार पचन्क फल खइहीं अउर तोहार पचन्क दूूध पीइहीं। 5 मइँ रब्बा अम्मोन नगर क ऊँटन बरे चिरागाह मँ बदल देब अउर अम्मोन लोगन क देस भड़ियन क चिरागाह क बनाउब। तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ। 6 यहोवा इ कहत ह: तू पचे खुस रह्या कि यरूसलेम नस्ट भवा। तू पचे तालियन बजाया अउर गोड़न पइ थिरव्या। तू पचे इस्राएल प्रदेस क अपमानित करइवालन क मजाक किहा। 7 एह बरे मइँ तू पचन्क दण्ड देब। तू पचे कइसी कीमती चिजियन क तरह होब्या जेनका फउजी जुद्ध मँ पावत हीं। तू पचे आपन उत्तराधिकार खोइ देब्या। तू पचे दूर देसन मँ मरब्या। मइँ तोहरे पचन्क देस क नस्ट करब। तबइ तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा अहउँ।’“ 8 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “मोआब अउ सेईर कहत हीं, ‘यहूदा क परिवार ठीक कउनो दूसर रास्ट्र क तरह अहइ।’ 9 मइँ मोआब क काँचे पइ प्रहार करब, मइँ एकरे ओन नगरन क लेब जउन एकर सीमा पइ प्रदेस क गौरव बेत्यसीमोत, बालमोन अउर किर्यातैम अहइँ। 10 तब मइँ एन नगरन क पूरब क लोगन क देब। उ पचे तोहार प्रदेस लेइहीं अउर मइँ पूरब क लोगन क अम्मोन क नस्ट करइ देब। तब हर एक मनई बिसरि जाई कि अम्मोन क लोग एक रास्ट्र रहेन। 11 इ तरह मइँ मोआब क दण्ड देब। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।” 12 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “एदोम क लोग यहूदा क परिवार क खिलाफ उठ खड़े भएन अउर ओहसे बदला लेइ चाहेन। एदोम क लोग दोखी अहइँ।” 13 एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह: “मइँ एदोम क दण्ड देब। मइँ एदोम क लोगन अउ जनावरन क नस्ट करब। मइँ एदोम क पूरे देस क तेमान स ददान तलक नस्ट करब। एदोमी जुद्ध मँ मारा जइहीं। 14 मइँ आपन लोगन, इस्राएल क उपयोग करब अउर एदोम क खिलाफ भी होब। इ तरह इस्राएल क लोग मोरे किरोध क एदोम क लोगन क खिलाफ परगट करिहीं। तब एदोम क लोग समुझिहीं कि मइँ ओनका दण्ड दिहेउँ।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस। 15 मोर सुआमी यहोवा इ कहेस, “पलिस्तिनियन भी बदला लेइ क जतन किहन। उ पचे बहोत वूर रहेन। उ पचे आपन किरोध क अपने भीतर बहोत जियादा समइ तलक जरत रखेन।” 16 एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहेस, “मइँ पलिस्तिनियन क दण्ड देब। हाँ, मइँ करेत स ओन लोगन क नस्ट करब। मइँ समुद्र तट पइ रहइवाले ओन लोगन क पूरी तरह नस्ट करब। 17 मइँ ओन लोगन क दण्ड देब, मइँ ओनसे बदला लेब। मइँ आपन किरोध क जरिये ओनका एक पाठ सिखाउब तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
26:1 देस-निकारे क गियारहवें बरिस मँ, महीना क पहिला दिन, यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, सोर यरूसलेम क खिलाफ बुरी बातन कहेस: ‘आहा! लोगन क रच्छा करइवाला नगर-दुआर नस्ट होइ गवा ह। नगर-दुआर मोरे बरे खुला ह। नगर नस्ट होइ गवा ह, एह बरे मइँ एहसे बहोत स बहुमूल्य चिजियन लइ सकत हउँ।”‘ 3 एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह: “सोर, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ। मइँ तोहरे खिलाफ लड़इ बरे कइउ रास्ट्रन क लिआउब। उ सबइ समुद्र तट क लहरन क तरह बार-बार अइहीं।” 4 परमेस्सर कहेस, “दुस्मन क उ सबइ फउजी सोर क देवारन क नस्ट करिहीं अउर ओनके खम्भन क गिराइ देइहीं। मइँ भी ओकर भुइँया स ऊपर क माटी क खुरच देब। मइँ सोर क चट्टान मात्र बनाइ डाउब। 5 सोर समुद्र क किनारे मछरियन क जालन क फइलावइ क ठउर मात्र रहि जाइ। मइँ इ कहि दिहे हउँ।” मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “सोर ओन बहुमूल्य वस्तुअन क तरह होइ जेनका फउजी जुद्ध मँ पावत हीं। 6 मुख्य भूइँया पइ सोर क चारिहुँ कइँती क गाँव जुद्ध मँ तबाह कीन्ह जाइहीं। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।” 7 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ सोर क खिलाफ उत्तर स एक दुस्मन लिआउब। बाबुल क महान राजा नबूकदनेस्सर दुस्मन अहइ। उ एक बिसाल फउज लिआइ। ओहमाँ घोड़न, रथ, घोड़सवार फउजी, अउर बहोत जियादा गिनती मँ दूसर फउजी होइहीं। उ सबइ फउजी विभिन्न रास्ट्रन स होइहीं। 8 नबूकदनेस्सर मूल-प्रदेस मँ तोहार बिटियन (छोटे नगरन) क मारि डाइ। उ तोहरे नगरन पइ हमला करइ बरे मीनारन बनाई। उ तोहरे नगर क चारिहुँ कइँती कच्ची सड़क बनाई। उ एक कच्ची सड़क देवार तलक पहोंचावइ वाली बनाइ। 9 उ तोहार देवारन क तोड़इ बरे लट्ठन लिआइ। उ वुदारियन क उपयोग करी अउर तोहार मीनारन क तोड़ गिराइ। 10 ओकर घोड़न एतनी बड़ी गिनती मँ होइहीं कि ओकर टापन स उठी धूरि तोहका ढक लेइ। तोहार देवारन घोड़सवार फउजियन, बन्द गाड़ियन अउ रथन क आवाज स काँप उठी। जब बाबुल क राजा नगर-दुआर स नगर मँ प्रवेस करी। हाँ, उ पचे तोहरे नगर मँ अइहीं काहेकि एकर देवारन गिराई जइहीं। 11 बाबुल क राजा तोहरे नगर स घोड़ा पइ सवार होइके निकरी। ओकर घोड़न क टाप तोहार सड़कन क वुचरत भइ आइ। उ तोहरे लोगन क तरवार स मारि डाइ। तोहरे नगर क मजबूत खम्भे क कतारन धरासाई होइहीं। 12 नबूकदनेस्सर क फउजी तोहार सम्पत्ति लइ जइहीं। उ पचे ओन चिजियन क लइ जइहीं जेनका तू बेचइ चाहत अहा। उ पचे तोहार देवारन क ध्वस्त करिहीं अउर तोहार सुन्नर भवनन क नस्ट करिहीं। उ पचे तोहार पाथरन अउ लकड़ियन क घरन क वूड़े क तरह समुद्र मँ लोकाइ देइहीं। 13 इ तरह मइँ तोहार आनन्द गीतन क स्वर क बन्द कइ देब। लोग तोहार वीणा क भविस्स मँ नाहीं सुनिहीं। 14 मइँ तोहका नंगी चट्टान मात्र कइ देब। तू समुद्दर क किनारे मछरियन क जालिन क फइलावइ क ठउर रहि जाब्या। तोहार निर्माण फुन नाहीं होइ। काहेकि मइँ यहोवा इ कहेउँ ह।” मोर सुआमी यहोवा उ सबइ बातन कहेस। 15 मोर सुआमी यहोवा सोर स इ कहत ह: “भूमध्य सागर क तट स लगे देस तोहरे पतन क आवाज स काँपि उठिहीं। इ तब होइ जब तोहार लोग चोट खइहीं अउर मारा जइहीं। 16 तब समुद्र तट क देसन क सबहिं प्रमुख आपन सिहांसने स उतरिहीं अउर आपन दुख परगट करिहीं। उ पचे आपन खास पोसाक उतरिहीं। उ पचे आपन सुन्नर वस्त्रन क उतरिहीं। तब उ पचे आपन काँपइ क ओढ़ना पहिरिहीं। उ पचे भुइँया पइ बइठिहीं अउर भय स काँपिहीं। उ पचे एह पइ सोकग्रस्त होइहीं कि तू एतना जल्दी कइसे नस्ट होइ गया। 17 उ पचे तोहरे बारे मँ इ करूण गीत गइहीं:“‘हे सोर, तू मसहूर नगर रह्या समुद्र पार स लोग तोह पइ बसइ आएन। तू मसहूर रह्या, किन्तु अब तू कछू नाहीं अहा। तू सागर पइ सवतीसाली रह्या, अउर वइसे ही तोहमाँ निवास करइवाले मनई रह्या। तू मुख्य भुइँया पइ रहइवाले सबहिं लोगन क भयभीत किहा। 18 अब जउने दिन तोहार पतन होत ह, समुद्र तट स लगे देस भय स काँपित होइहीं। तू समुद्र तट क सहारे कइउ उपनिवेस बनाया, अब उ सबइ लोग भयभीत होइहीं, जब तू नाहीं रहब्या।’“ 19 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “सोर, मइँ तोहका नस्ट करब अउर तू एक पुराना नगर होइ जाब्या। हुवाँ कउनो नाहीं रही। मइँ समुद्र क तोहरे ऊपर बहाउब। बिसाल समुद्र तोहका ढकि लेइ। 20 मइँ तोहका खाले उ गहिर अधोगर्त मँ पठउब, जउने जगह पइ मरे भए लोग अहइँ। तू ओन लोगन स मिलब्या जउन बहोत पहिले मर चुकेन। मइँ तोहका ओन सबहिं प्राचीन अउर खाली नगरन क तरह पाताल लोक मँ पठउब। तू ओन सबहिं दूसर लोगन क संग होब्या जउन कब्र मँ जात हीं। तोहरे संग तब कउनो नाहीं रही। तू फुन कबहुँ जीवितन क पहँटा मँ नाहीं रहब्या। 21 दूसर लोग ओहसे डेरइहीं जउन तोहरे संग भवा। तू खतम होइ जाब्या। लोग तोहका हेरिहीं, किन्तु तोहका कबहुँ नाहीं पइहीं।” मोर सुआमी यहोवा इहइ कहत ह।
27:1 यहोवा क बचन मोका फुन मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, सोर क बारे मँ इ करूण-गीत गावा। 3 सोर क बारे मँ इ कहा:“‘तू समुद्र क दुआर अहा। तू अनेक रास्ट्रन बरे बियापारी अहा, तू समुद्र तट क सहारे क अनेक देसन क जात्रा करत अहा। मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:“‘हे सोर तू सोचत अहा कि तू एतना जियादा सुन्नर अहा। तू सोचत अहा कि तू पूरी तरह सुन्नर अहा! 4 भूमध्य सागर तोहरे नगर क चारिहुँ ओर चउहद्दी बनावत ह। तोहार निर्माता लोग तोहका पूरी तरह सुन्नर बनाएन। 5 तोहार निर्माता लोग, सनीर पर्वत स सनौवर क पेड़न क उपयोग, तोहरे सबहिं पल्लन क बनावइ बरे किहन। उ पचे लबानोन स देवदार क बृच्छन क उपयोग, तोहरे मस्तूल क बनावइ बरे किहन। 6 उ पचे बासान स ओक बृच्छ क उपयोग तोहरे पतवारन क बनावइ बरे किहन। उ पचे सनौवर स चीड़ बृच्छ क उपयोग, तोहरे जहाज क फर्स क कमरे बरे किहन, अउर उ पचे इ निवास क हाथी-दाँत स सजाएन। 7 तोहरे पाल बरे उ पचे मिस्र मँ बने रंगीन सूती ओढ़ना क उपयोग किहन। पाल तोहार झंडा रहा। कमरे बरे तोहार पर्दा नीले अउ बैंगनी रहेन। उ एलीसा क समुद्र तट स आवत रहेन। 8 सीदोन अउ अर्वद क मनईयन तोहरे बरे तोहरी नावन क खेएन। सोर तोहार बुद्धिमान मनई तोहरे जहाजन क चालक रहेन। 9 गबल क अग्रज प्रमुख अउर बुद्धिमान मनई जहाज क तखतन क बीच कल्किन लगावइ मँ मदद बरे जहाजे पइ रहेन। समुद्र क सारे जहाज अउर ओनकर चालक तोहरे संग बियापार अउर वाणिज्य करइ आवत रहेन।’ 10 “फारस, लूद अउर पूत क मनईयन तोहरी फउज मँ रहेन। उ पचे तोहरे जुद्ध क फउजी रहेन। उ पचे आपन ढालन अउ मूँड़े क कवच तोहरी देवारन पइ लटकाए रहेन। उ पचे तोहरे नगर बरे सम्मान अउ जस कमाएन। 11 अर्वद क मनईयन तोहरे नगर क चारिहुँ ओर क देवार पइ रच्छक क रूप मँ खड़े रहेन। गम्मत क मनई तोहार मीनारन मँ रहेन। उ पचे तोहरे नगर क चारिहुँ ओर क देवारन पइ आपन ढालन टाँगेन। उ पचे तोहार सुन्नरता क पूर्ण किहन। 12 “तर्सीस तोहरे सवोर्त्तम ग्राहकन मँ स एक रहा। उ पचे तोहार सबहिं वस्तुअन क बदले सोना, चाँदी, लोहा, टीन अउ सीसा देत रहेन। 13 यावान, तूबल, मेसेक अउ काले सागर क चारिहुँ ओर क छेत्र क लोग तोहरे संग बियापार करत रहेन। उ पचे तोहार बिक्रम चिजियन क बदले गुलाम अउ काँसा देत रहेन। 14 तोगर्मा रास्ट्र क मनईयन घोड़न, जुद्ध घोड़ा अउ खच्चर ओन चिजियन क बदले मँ देत रहेन जेनका तू बेचत रह्या। 15 ददान क मनईयन तोहरे संग बियापार करत रहेन। उ पचन्क तोहार चिजियन क आपन जगहन प बेचत रह्या। लोग तोहका भुगतान करइ बरे हाथी दाँत अउर आबनूस क लकड़ी लिआवत रहेन। 16 एदोम तोहरे संग बियापार करत रहा काहेकि तोहरे लगे बहोत स अच्छी चिजियन रहिन। एदोम क लोग नीलमणि, बैंगनी कपड़ा, बारीक कढ़ाई क काम, बारीक सूती, मूँगा अउर लाल तोहार बिक्रय क चिजियन क बदले देत रहेन। 17 “यहूदा अउर इस्राएल क मनईयन तोहारे संग बियापार किहस। उ पचे तोहार बिक्रय चिजियन क बरे भुगतान मँ गोहूँ, जैतून, अगाती, अंजीर सहद तेल अउर मरहम दिहेस। 18 दमिस्क एक ठु नीक गाहक रहा। उ पचे तोहरे लगे क अद्भूत चिजियन बरे बियापार करत रहेन अउर ओन चिजियन बरे हेलबोन के दाखरस अउर सफेद ऊन देत रहेन। 19 ऊजल स वादान अउर यूनानी लोग तोहार माल खरीदेस। ओन चिजियन क भुगतान मँ लोहा, तैजपात, सुगन्धी अउर गन्ना देत ह। 20 ददान अच्छा बइपार करत रहेन। उ पचे तोहार संग घोड़सवारी बरे जीन (काठी) क ओढ़ना क बइपार करत रहेन। 21 अरब अउर केदार क सबहिं प्रमुख मेमनन, भेड़ी अउर बोकरियन तोहार बिक्रय कीन्ह गइ वस्तुअन देत रहेन। 22 सबा अउ रामा क बइपारी तोहरे संग बइपार करत रहेन। उ पचे सवोर्त्तम मसालन हर तरह क रतन अउर सोना तोहार विक्रय क चिजियन बरे देत रहेन। 23 हारान, कन्ने, एदेन तथा सबा, अस्सूर, कलमद क बइपारी तोहरे संग बियापार करत रहेन। 24 उ पचे सवोर्त्तम कपड़न, बारीक कढ़े भए अउ नीले ओढ़ना, रंग बिरंग कालीन, अच्छी बटी रस्सियन अउर देवदार क लकड़ी स बने सामान भुगतान मँ दिहन। इ सबइ उ सबइ चिजियन रहिन जेनसे उ पचे तोहरे संग बइपार किहन। 25 तर्सीस क जहाज ओन चिजियन क लइ जात रहेन जेनका तू बेचत रह्या।“एह बरे सोर, तू ओन बइपारी बेड़न मँ स एक क तरह अहा, तू समुद्र पइ बहुमूल्य वस्तुअन स लदे भरा अहा। 26 उ सबइ मनई जउन तोहार नावन क खेवत रहेन। तोहका बिसाल अउर सवतीसाली समुद्रन क पार लइ गएन। किन्तु सवतीसाली पुरवइया तोहरे जहाजन क समुद्र मँ नस्ट करी। 27 अउर तोहार सारी सम्पत्ति समुद्र मँ बूड़ि जाइ। तोहार सम्पत्ति, तोहार बइपार, अउर बिक्रय चिजियन, तोहार मल्लाह अउर तोहार चालक, तोहार मनई जउन, तोहरे जहाजे पइ तख्तन क बीच मँ कल्किन लगावत हीं, तोहार मल्लाह अउर तोहरे नगर क सबहिं फउजी अउर तोहार मल्लाह सारे समुद्दर मँ बूड़ जई। इ उहइ दिन होइ जउने दिन तू नस्ट होब्या। 28 तोहार आपन बइपारियन क बहोत दूर क ठउरन मँ पठएस। उ सबइ ठउर भय स काँपि उठिहीं, जब उ पचे तोहरे चालकन क चिल्लाव सुनिहीं। 29 तोहार सारे नाविक जहाजे स वूदिहीं। मल्लाह अउ चालक जहाज स वूदिहीं, अउर तट पइ तैर अइहीं। 30 उ पचे तोहरे बारे मँ बहोत दुःखी होइहीं। उ पचे रोइ पड़िहीं। उ पचे आपन मूँड़न पइ धूरि डइहीं। उ पचे राखी मँ लोटिहीं। 31 उ पचे तोहरे बरे मूड़ पइ उस्तरा फिरइहीं। उ पचे सोक ओढ़ना पहिरहीं। उ पचे तोहरे बरे रोएन-चिल्लिइहीं। उ पचे कउनो अइसे रोवत भए क समान होइहीं, जउन कउनो क मरइ पइ रोवत ह। 32 “उ पचे आपन फूट-फूट क रोवइ क समइ तोहरे बारे मँ इ सोक-गीत गइहीं अउर रोइहीं:“‘कउनो सोर क तरह नाहीं अहइ। सोर नस्ट कइ दीन्ह गवा, समुद्र क बीच मँ। 33 तोहार बइपारी समुद्रन क पार गएन। तू बहोत सारे रास्ट्रन क आपन बियोल सम्पत्ति अउर आपन माल स सन्तुट्ठ किहा। तू भुइँया क राजा लोगन क धनी बनाएस। 34 मुला अब तू समुद्दरन क जरिये टूटा अहा अउर गहिर जल क जरिये भी। सबहिं चिजियन जउन तू बेचत अहा, अउर तोहार सबहिं मनई नस्ट होइ चुका अहइँ। 35 समुद्र तट क निवासी सबहिं मनई तोहरे बरे दुःखे मँ बूड़ा अहइँ। ओनकर राजा भयानक रूप स डेरान अहइँ। ओनकर चेहरा स सोक झाँकत अहइ। 36 दूसर रास्ट्रन क बइपारी तोह पइ सुसकारत हीं। जउन घटनन तोहरे साथ घटिन, लोगन क भयभीत करिहीं। काहेकि तू अब खतम होइ गवा अहा। तू भविस्स मँ नाहीं रहब्या।’“
28:1 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “हे मनई क पूत, सोर क राजा स कहा। ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:“‘तू आपन बरे बहोत उच्च सोचत ह अउर तू कहत अहा, “मइँ परमेस्सर अहउँ! मइँ समुद्र क मध्य मँ देवतन क आसन पइ बइठन हउँ।”किन्तु तू मनई अहा, परमेस्सर नाहीं। तू सिरिफ सोचत अहा कि तू परमेस्सर अहा। 3 तू सोचत अहा तू दानिय्येल स बुद्धिमान अहा। तू समुझत अहा कि तू सारे रहस्यन क जानि लेब्या। 4 आपन बुद्धि अउ आपन समुझ स। तू सम्पत्ति खुद कमाया ह अउर तू आपन कोसागार मँ सोना चाँदी राख्या ह। 5 आपन तीब्र बुद्धि अउ बइपार स तू आपन सम्पत्ति बढ़ाया ह, अउर अब तू उ सम्पत्ति क कारण गर्वीला अहा। 6 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: सोर, तू सोच्या तू परमेस्सर क तरह अहा। 7 मइँ अजनबियन क तोहरे खिलाफ लड़इ बरे लिआउब। उ पचे रास्ट्रन मँ बड़े भयंकर अहइँ। उ पचे आपन तरवारन बाहेर खिंचिहीं अउर ओन सुन्नर चिजियन क खिलाफ चलइहीं जेनका तोहार बुद्धि कमाएस। उ पचे तोहरे गौरव क मटियामेट करिहीं। 8 उ पचे तोहका गिराइके कब्र मँ पहोंचइही। तू उ मल्लाह क तरह होब्या जउन समुद्र मँ मरा। 9 उ मनई तोहका मारि डाइ। का अब भी तू कहब्या, “मइँ परमेस्सर हउँ?” उ समइ उ तोहका अपने अधिकार मँ करी। तू समुझ जाब्या कि तू मनई अहा, परमेस्सर नाहीं। 10 तू अजनबियन क हाथ बिदेसियन क जइसा मारि डावइ जाइहीं। इ घटनन होइहीं काहेकि मोरे लगे आदेस-सवती अहइ।’“ मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 11 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 12 “मनई क पूत, सोर क राजा क बारे मँ करूण गीत गावा। ओहसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:“‘तू सम्पूर्णता क आर्दस रहेन। तू बुद्धिमानी स परिपूर्ण रह्या, तू पूरी तरह सुन्नर रह्या, 13 तू परमेस्सर क बगीचा एदेन मँ रह्या। तोहरे लगे हर एक बहुमूल्य रतन रहेन जइसे: लाल, पुखराज, हीरा, फिरोजा, गोमेद, जस्पर नीलम, हरितमणि अउ नीलमणि। अउर इ सबइ हर एक रतन सोने मँ जुड़ा रहेन। तोहका इ सुन्नरता प्रदान कीन्ह गइ रही जउने दिन तोहार जनम भवा रहा। परमेस्सर तोहका सवतीसाली बनाएस। 14 तू चुने भए करूब सरगदूत रह्या। तोहार पखना मोरे सिंहासने पइ फइला रहेन अउर मइँ तोहका परमेस्सर क पवित्तर पर्वत पइ धरेउँ। तू ओन रत्नन क बीच चल्या जउन आगी क तरह कौंधत रहेन। 15 तू नीक अउ ईमानदार रह्या जब मइँ तोहका बनाएउँ। किन्तु एकरे पाछे तू बुरे बन गया। 16 तोहार बइपार तोहरे लगे बहोत सम्पत्ति लिआवत रहा। किन्तु उ भी तोहरे भीतर त्रूरपन पइदा किहेस अउर तू पाप किहा। एह बरे मइँ तोहरे संग अइसा बेउहार किहेउँ माना तू गन्दी चीज ह्वा। मइँ तोहका परमेस्सर क पर्वत स लोकाइ दिहेउँ। तू खास करूब सरगदूतन मँ स एक रह्या, तोहार पखना फइला रहेन मोरे सिंहासने पइ किन्तु मइँ तोहका आगी क तरह कौंधइवाले रतनन क तजइ क मजबूर किहेउँ। 17 तू आपन सुन्नरता क कारण घमण्डी होइ गया, तोहार गौरव तोहार बुद्धिमानी क नस्ट किहेउ, एह बरे मइँ तोहका धरती पइ लिआइ लोकाएउँ, अउर अब दूसर राजा तोहका आँखिन फाड़िके लखत हीं। 18 तू अनेक गलत काम किहा, तू बहोत कपटी बइपारी रह्या। इ तरह तू पवित्तर ठउरन क अपवित्तर किहा, एह बरे मइँ तोहरे ही भीतर आगी लिआएउँ, इ तोहका जराइ दिहस, तू भुइँया पइ राखी होइ गया। अब हर कउनो तोहार लज्जा लखि सकत ह। 19 अन्य रास्ट्रन मँ सबहिं लोग, जउन तोह पइ घटित भवा, ओकरे बारे मँ दुःखी भए रहेन। जउन तोहका भवा, उ लोगन क भयभीत करी। तू खतम होइ गवा अहा।’“ 20 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 21 “मनई क पूत, सीदोन पइ धियान द्या अउर मोरे बरे उ ठउरे क बिरूद्ध कछू कहा। 22 कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: सीदोन, मइँ तोहारे खिलाफ हइँ! तोहरे लोग मोरे सम्मान करब सिखिहीं, मइँ तोहार सीदोन क सजा देब, तब लोग समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ पवित्तर हउँ। 23 मइँ सीदोन मँ रोग अउर मउत पठउब, ओकरे नगर मँ मउत उ समइ आइ जब मइँ ओकरे खिलाफ चारिहुँ कइँती स तरवार लिआउब। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा अहउँ।’“ 24 “‘पुराने जमाने मँ इस्राएल क चारिहुँ ओर क देस ओहसे घिना करत रहेन। किन्तु उ दूसर देसन क बरे बुरी घटनन घटिहीं। कउनो भी तेज काँटन या कँटेहरी झाड़ी इस्राएल क परिवार क घाएल करइवाली नाहीं रहि जाइ। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ ओनकर सुआमी यहोवा हउँ।’“ 25 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ इस्राएल क लोगन क अन्य रास्ट्रन मँ बिखेर दिहेउँ। किन्तु मइँ फुन इस्राएल क परिवार क एक संग बटोरब। तब उ सबइ रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ पवित्तर हउँ। उ समइ इस्राएल क लोग आपन देस मँ रहिहीं अर्थात जउने देस क मइँ आपन सेवक याकूब क दिहेउँ। 26 उ पचे उ देस मँ सुरच्छित रहिहीं। उ पचे घर कइहीं अउर अंगूरे क बेलन लगइहीं। मइँ ओकरे चारिहुँ ओर क रास्ट्रन क दण्ड देब जउन ओहसे घिना किहन। तब इस्राएल क लोग सुरच्छित रहिहीं। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ ओनकर परमेस्सर यहोवा हउँ।”
29:1 देस निकारे क दसएँ बरिस क दसएँ महीने क बारहवें दिन मोर सुआमी यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मिस्र क राजा फिरौन कइँती धियान द्या, मोरे बरे ओकर तथा मिस्र क बिरूद्ध कछू कहा। 3 कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:“‘हे मिस्र क राजा फिरौन, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ। तू नील-नदी क किनारे विस्राम करत भए बिसाल मगरमच्छ अहा। तू कहत रह्या, “इ मोर नदी अहइ। मइँ इ नदी बनाएउँ ह।” 4 किन्तु मइँ तोहरे जबड़न मँ हुक डालउब। नील नदी क मछरियन तोहरी चमड़ी स चिपक जइहीं। मइँ तोहका तोहार मछरियन क तोहरी नदियन स बाहेर कइके झुरान भुइँया पइ लोकाइ देब, 5 तू धरती पइ गिरब्या, अउर कउनो न तोहका उठाई, न ही दफनाई। मइँ तोहका जंगली जनावरन अउ पंछियन क देब, तू ओनकर भोजन बनब्या। 6 तब मिस्र मँ रहइवाले सबहिं लोग जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। मइँ एन कामन क काहे करब? काहेकि इस्राएल क लोग सहारे बरे मिस्र पइ भरोसा किहस। किन्तु मिस्र सिरिफ दुर्बल घास क तिनका निकरा। 7 इस्राएल क लोग सहारे बरे मिस्र पइ आस्रित रहेन अउर मिस्र सिरिफ ओनके हाथन अउ काँधन क छेद किहेस। उ पचे सहारे बरे तोह पइ आस्रित रहेन। किन्तु तू ओनकर पीठ क तोड़्या अउर मरोड़ दिहा।’“ 8 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “मइँ तोहरे खिलाफ तरवार लिआउब। मइँ तोहरे सबहिं लोगन अउर जनावरन क नस्ट करब। 9 मिस्र खाली अउ नस्ट होइ जाई। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”परमेस्सर कहेस, “मइँ उ सबइ काम काहे करब? काहेकि तू कह्या, ‘इ मोर नदी अहइ। मइँ इ नदी क बनाएउँ।’ 10 एह बरे मइँ तोहरे विरूद्ध हउँ। मइँ तोहार नील नदी कइउ साखन क विरूद्ध हउँ। मइँ मिस्र क पूरी तरह नस्ट करब। मिग्दोल स सवेन तलक तथा जहाँ तलक वूस क सीमा अहइ, हुवाँ तलक नगर खाली होइहीं। 11 कउनो मनई या जनावर मिस्र स नाहीं गुजरी। कउनो मनई या जनावर मिस्र मँ चालीस बरिस तलक नाहीं रही। 12 मइँ मिस्र देस क उजाड़ कइ देब अउर ओकर नगर चालीस बरिस तलक उजाड़ रहिहीं। मइँ मिस्रियन क रास्ट्रन मँ बिखेर देब। मइँ ओनका बिदेस मँ बसाइ देब।” 13 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ मिस्र क लोगन क कइउ रास्ट्रन मँ बिखेरब। किन्तु चालीस बरिस क अन्त मँ फिर मइँ ओन लोगन क एक संग बटोरब। 14 मइँ मिस्र क बंदियन क वापस लिआउब। मइँ मिस्रियन क पत्रास क प्रदेस मँ, जहाँ उ पचे पइदा भए रहेन, वापस लिआउब। किन्तु ओनकर राज्ज महत्वपूर्ण नाहीं होइ। 15 इ सबस कम महत्वपूरर्ण राज्ज होइ। मइँ एका फुन दूसर रास्ट्रन स ऊपर कबहुँ नाहीं उठाउब। मइँ ओनका एतना घोटका कइ देब कि उ पचे रास्ट्रन पइ सासन नाहीं कइ सकिहीं। 16 अउर इस्राएल क परिवार फुन कबहुँ मिस्र पइ आस्रित नाहीं रही। इस्राएली आपन पापन क याद रखिहीं। उ पचे याद रखिहीं कि उ पचे मदद बरे मिस्र कइँती मुड़ेन, परमेस्सर कइँती नाहीं अउर उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा अउ सुआमी अहउँ।” 17 देस निकारे क सत्ताइसवें बरिस क पहिले महीने क पहिले दिन यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 18 “मनई क पूत, बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर सोर क खिलाफ आपन फउज क भीसण जुद्ध मँ लगाएस। उ पचे हर एक फउजी क बार कटवाइ दिहेन। भारी वजन ढोवइ क कारण हर एक वंधा रगड़ स नंगा होइ गवा। नबूकदनेस्सर अउर ओकर फउज सोर क हरावइ बरे कठिन जतन किहस। किन्तु उ पचे ओन कठिन जतनन स कछू पाइ न सकेन।” 19 एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क मिस्र देस देब अउर नबूकदनेस्सर मिस्र क लोगन क लइ जाइ। नबूकदनेस्सर मिस्र क कीमती चिजियन क लइ जाइ। इ नबूकदनेस्सर क फउज क मजदूरी होइ। 20 मइँ नबूकदनेस्सर क मिस्र देस ओकर कठिन जतन के पुरस्कार क रूप मँ दिहेउँ ह। काहेकि उ पचे मोरे बरे काम किहन।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस। 21 “उ दिन मइँ इस्राएल क परिवार क सवतीसाली बनाउब अउर मइँ तोहका ओन लोगन क बीच मँ बोलइ क अवसर देब। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
30:1 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मोरे बरे कछू कहा। कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:“‘रोआ अउर कहा, “उ भयंकर दिन आवत अहइ।” 3 उ दिन समीप अहइ। हाँ, निआउ करइ क यहोवा क दिन समीप अहइ। इ एक दुदिर्न होइ। इ रास्ट्रन क संग निआउ करइ क समइ होइ। 4 मिस्र क विरूद्ध तरवार आइ। वूस क लोग भय स काँपि उठिहीं, जउने समइ मिस्र क पतन होइ। बाबुल क सेना मिस्र क लोगन क बन्दी बनाइके लइ जाइ। मिस्र क नींब उखड़ि जाइ। 5 अनेक लोग मिस्र स सान्ति-सन्धि किहेन। किन्तु वूस, पूत, लूद, समस्त अरब अउर लिबया नस्ट होइहीं। 6 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “हाँ, जउन लोग मिस्र क मदद करत हीं मिस्र क पतन होइ। ओकर सवती क घमण्ड खतम होइ। मिस्र क लोग मिग्दोल स लइके सवेन तलक जुद्ध मँ मारा जइहीं।” मोर सुआमी यहोवा उ सबइ बातन कहेस। 7 मिस्र ओन देसन मँ मिलि जाइ जउन नस्ट कइ दीन्ह गएन। मिस्र ओन खाली देसन मँ स एक होइ। 8 मइँ मिस्र मँ आगी लगाउब अउर ओकर सबहिं सहायक नस्ट होइ जइहीं। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ यहोवा हउँ! 9 उ समइ मँ दूतन क पठउब। उ पचे जहाजन मँ वूस क बुरी खबरन पहोंचावइ बरे जइहीं। वूस अब आपन क सुरच्छित समुझत ह। किन्तु वूस क लोग भय स तब काँपि उठिहीं जब मिस्र दण्डित होइ। उ समइ आवत अहइ।”‘ 10 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क उपयोग करब अउर मइँ मिस्र क लोगन क नस्ट करब। 11 नबूकदनेस्सर अउर ओकर लोग रास्ट्रन मँ सब स जियादा भयंकर अहइँ। मइँ ओनका मिस्र क नस्ट करइ बरे लिआउब। उ पचे मिस्र क विरूद्ध आपन तरवारन निकरिहीं। उ पचे पहँटा क ल्हासन स पाट देइहीं। 12 मइँ नील नदी क झुरान भुइँया बनाइ देब। तब मइँ झुरान भुइँया क बुरे लोगन क बेच देब। मइँ अजनबियन क उपयोग उ देस क खाली करइ बरे करब। मइँ यहोवा, इ कहेउँ ह।” 13 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “मइँ मिस्र मँ देवमूतरियन क नस्ट करब। मइँ मूरतियन क नोप स बाहेर करब। मिस्र देस मँ कउनो भी प्रमुख भविस्स बरे नाहीं होइ, अउर मिस्र मँ भय भर देब। 14 मइँ पत्रोस क खाली कराइ देब। मइँ सोअन मँ आगी लगाइ देब। मइँ “नो” क दण्ड देब। 15 अउर मइँ सीन नाउँ क मिस्र क किले क विरूद्ध आपन किरोध क बर्खा करब! मइँ “नो” क लोगन क नस्ट करब। 16 मइँ मिस्र मँ आगी लगाउब। सीन नाउँ क सहर डर स काँपिहीं, नो नगर मँ दुस्मन टूटि पड़िहीं अउर मेम्फिस पइ दिना क समइ हमला कीन्ह जाब्या। 17 आवेत अउ पीवेसेत क युवक जुद्ध मँ मारा जइहीं अउर मेहररूअन धरी जइहीं अउर लइ जाई जइहीं। 18 तहपन्हेस क इ काला दिन होइ, जब मइँ मिस्र क अधिकार क खतम करब मिस्र क गवीर्ली सवती खतम होइ। मिस्र क दुदिर्न ढक लेइ अउर ओकर बिटियन धरी अउ लइ जाइ जइहीं। 19 इ तरह मइँ मिस्र क दण्ड देब। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”‘ 20 देस निकारे क गियारहवें बरिस मँ पहिले महीने क सतएँ दिन यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 21 “मनई क पूत, मइँ मिस्र क राजा फिरौन क भुजा तोड़ डाएउँ ह। कउनो भी ओकर भुजा पइ पट्टी नाहीं लपेटी। ओकर घाव नाहीं भरी। एह बरे ओकर भुजा तरवार धरइ जोग्य सवतीसाली नाहीं होइ।” 22 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ मिस्र क राजा फिरौन क विरूद्ध हउँ। मइँ ओकर दुइनउँ भुजन, सवतीसाली भुजा अउर पहिले स टूटी भुजा क तोड़ डाउब। मइँ ओकर हाथे स तरवार क गिराइ देब। 23 मइँ मिस्रियन क रास्ट्र मँ बिसेर देब। 24 मइँ बाबुल क राजा क भुजन क सवतीसाली बनाउब। मइँ आपन तरवार ओकरे हाथे मँ देब। किन्तु मइँ फिरौन क भुजा क तोड़ देब। तब फिरौन पीरा स चीखी, राजा क चीख एक मरत भए मनई क चीख स होइ। 25 एह बरे मइँ बाबुल क राजा क भुजन क सवतीसाली बनाउब, किन्तु फिरौन क भुजन कटिके गिरिहीं। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।“मइँ बाबुल क राजा क हाथन मँ तरवार देब। तउ उ आपन तरवार क संग दाखिल होइहीं अउर मिस्र क ऊपर तरवार चलाइहीं। 26 मइँ मिस्रियन क रास्ट्रन मँ बिखेरब। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
31:1 देस निकारे क गियारहवें बरिस मँ तीसरे महीने क पहिले दिन यहोवा क सँदेसा मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मिस्र क राजा फिरौन अउ ओकरे लोगन स इ कहा:“‘तोहरी बड़कई मँ कउन तोहरे समान अहइ? 3 मइँ तोहार तुलना लबानोन क देवदार क बृच्छ क संग कइ सकत हउँ। एकर सुन्नर डारन अहइ जउन कि लगभग पूरे वन क छाया देत ह। इ बहोत लम्बा अहइ। एकर सिखर बादर भेदी अहइ। 4 जल बृच्छ क उगावत रहा। गहिर नदियन बृच्छ क ऊँचा करत रहिन। नदियन ओन ठउर क चारिहुँ कइँती बहत रहिन, जहाँ बृच्छ लगा रहेन। केवल एकर धारन ही खेत क दूसर बृच्छन तलक बहत रहिन। 5 एह बरे खेते क सबहिं बृच्छन स ऊँच बृच्छ उहइ रहा अउर इ कइउ साखन उगाइ राखी रहिन। हुवाँ काफी जल रहा। एह बरे बृच्छ साखन बाहर फइली रहिन। 6 बृच्छ क साखन मँ संसार क सबहिं पंछियन घोंसलन बनाए रहेन। बृच्छ क साखन क नीचे खेत क सबहिं जनावर बच्चन क जनम देत रहेन। सबहिं बड़े रास्ट्र उ बृच्छ क छाया मँ रहत रहेन। 7 एह बरे बृच्छ आपन बड़कइ अउर आपन लम्बी साखन मँ सुन्नर रहा। काहेकि एकर जड़न यथेस्ट जले तलक पहोंची रहिन। 8 परमेस्सर क बगीचा क देवदारू बृच्छ भी, ओतने बड़े नाहीं रहेन जेतना इ बृच्छ। सनौवर क बृच्छ ऍतना जियादा साखन नाहीं रखतेन, चिनार बृच्छ भी अइसी साखन नाहीं रखतेन, परमेससर क बगीचे क कउनो भी बृच्छ, एतना सुन्नर नाहीं रहा जेतना इ बृच्छ। 9 मइँ अनेक साखन सहित इ बृच्छ क सुन्नर बनाएउँ अउर परमेस्सर क बगीचा अदन क सबहिं बृच्छ एहसे जलन रखत रहेन।’“ 10 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “बृच्छ ऊँच होइ गवा ह। इ आपन सिखरन क बादरन मँ पहोंचाइ दिहस ह। बृच्छ गर्वीला अहइ काहेकि इ ऊँच अहइ। 11 एह बरे मइँ एक सवतीसाली राजा क इ बृच्छ क लेइ दिहेउँ। उ सासक बृच्छ क ओकरे बुरे कामन बरे दण्ड दिहस। मइँ उ बृच्छ क आपन उद्यान स बाहेर किहेउँ ह। 12 अजनबी- बहोत जियादा भयंकर रास्ट्रन एका काट डाएन अउर छोड़ दिहन। बृच्छ क साखन पर्वतन अउ सारी घाटी मँ गिरिन। उ प्रदेस मँ बहइवाली नदियन मँ उ सबइ टूट अंग बहि गएन। बृच्छ क खाले कउनो छाया नाहीं रहि गइ, एह बरे सबहिं लोग ओका छोड़ दिहन। 13 अब उ गिरे बृच्छ मँ पंछी रहत हीं अउर एकर गिरी साखन पइ जंगली जनावर चलत हीं। 14 “अब उ जल लगे कउनो भी, बृच्छ गर्वीला नाहीं होइ। उ पचे बादरन तलक पहोंचइ नाहीं चहिहीं। कउनो भी सवतीसाली बृच्छ, जउन उ जल क पिअत ह, ऊँच होइ क आपन तारीफ नाहीं करी। काहेकि ओन सबहिन क मउत क सामना करइ क होइ। उ सबइ कब्र मँ जाइहीं।” 15 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “उ दिन जब तलक बृच्छ सेओल क गवा मइँ लोगन स सोक मनवाएउँ। मइँ गहिर जल क, ओकरे बरे, सोक स ढक दिहेउँ। मइँ बृच्छ क नदियन क रोक दिहेउँ अउर बृच्छ बरे जल क बहब रूक गवा। मइँ लबानोन स एकरे बरे सोक मनवाएउँ। खेते क सबहिं बृच्छ क सोक स रोगी होइ गएन। 16 मइँ बृच्छ क गिराएउँ अउर बृच्छ क गिरइ क ध्वनि क डर स रास्ट्र काँप उठेन। मइँ बृच्छ क मउत क ठउरे पइ पहोंचाएउँ। इ खाले ओन लोगन क संग रहइ गवा जउन उ नरक मँ नीचे गिरे भए रहेन। अतीत मँ एदेन क सबहिं बृच्छ अर्थात लबानोन क सवोर्त्तम बृच्छ उ पानी क पिअत रहेन। ओन सबहिं बृच्छ पाताल लोक मँ सान्ति प्राप्त किहेन। 17 हाँ, उ सबइ बृच्छ भी बड़के बृच्छ क संग मउत क जगह पइ गएन। उ पचे ओन मनइयन क संग धरेन जउन जुद्ध मँ मर गए रहेन। उ बड़का बृच्छ दूसर बृच्छन क सवतीसाली बनाएस। उ सबइ बृच्छ, रास्ट्रन मँ, उ बड़के बृच्छ क छाया मँ रहत रहेन। 18 “एक बरे मिस्र, एदेन मँ बहोत स बिसाल अउ सवतीसाली बृच्छ अहइ। ओनमाँ स एक बृच्छ क संग मइँ तोहार तुलना करब। तू एदेन क बृच्छन क संग पाताल लोक क जाब्या। मउत क जगह मँ तू ओन बिदेसियन अउ जुद्ध मँ मारे गए मनइयन क साथ मँ ओलरब्या।“हाँ, इ फिरौन अउ ओकर सबहिं लोगन क संग होइ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहे रहा।
32:1 देस निकारे क बारहवें बरिस क बारहवें महीने क पहिले दिन यहोवा क बचन मोरे लगे आवा। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मिस्र क राजा फिरौन क बारे मँ इ करूण गीत गावा। ओहसे कहा:“‘रास्ट्रन मँ गर्व क संग टहरत भए ‘तू सोचे रह्या तू सवतीसाली युवा सेर अहा। किन्तु फुरइ समुद्र क दैत्य जइसे अहा। तू नदी प्रवाह क ढकेल के राह बनावत अहा, अउर आपन गोड़न स जल क मटमैला करत अहा। तू मिस्र क नदियन क उद्वेलित करत अहा।’“ 3 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “मइँ बहोत स लोगन क एक संग बटोरेउँ ह। अब मइँ तोहरे ऊपर जालि फेंकब। तब उ सबइ लोग तोहका हींच लेइहीं। 4 तब मइँ तोहका झुरान भुइँया पइ गिराइ देब। मइँ तोहका खेते मँ लोकाउब। मइँ सबहिं पंछियन क तोहका खाइके बोलावाउब। मइँ हर जगह स जंगली जनावरन क तोहका खाइ अउर पेट भरइ बरे बोलवाउब। 5 मइँ तोहरे बदन क पर्वतन पइ बिखेरब। मइँ तोहरे ल्हास स घाटियन क भरि देब। 6 मइँ तोहार रकत पर्वतन पइ डाउब अउर धरती एका सोखी। नदियन तोहसे भरि जइहीं। 7 मइँ तोहका लुप्त कइ देब। मइँ नभ क ढक देब अउर नछत्रन क करिया कइ देब। मइँ सूरज क बादर स ढकि देब अउर चन्दा नाहीं चमकी। 8 मइँ सबहिं चमकत जोतियन क नभ मँ तोहरे ऊपर काला बनाउब। मइँ तोहरे सारे देस मँ अँधेरा कइ देब। 9 बहोत सारे रास्ट्र किरोधित होइहीं। जब उ पचे सुनिहीं कि तोहका नस्ट करइ बरे मइँ एक दुस्मन क लिआएउँ। रास्ट्र जेनका तू जानत भी नाहीं, तिलमिलाइ जइहीं। 10 मइँ बहोत स लोगन क तोहार कारण विस्मित कइ देब। जब मइँ आपन तरवार ओन लोगन क समन्वा चलाउब तउ ओनकर राजा लोग तोहार कारण डर स काँपिहीं। जउने दिन तोहार पतन होइ उहइ दिन, हर एक छिन, राजा लोग भयभीत होइहीं। हर एक राजा आपन जिन्नगी बरे भयभीत होइ।” 11 काहेकि मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “बाबुल क राजा क तरवार तोहरे विरूद्ध जुद्ध करइ आई। 12 मइँ ओन फउजियन क उपयोग तोहरे लोगन क जुद्ध मँ मार डावइ मँ करब। उ सबइ फउजी रास्ट्रन मँ सबस भयंकर रास्ट्र आवत हीं। उ सबइ ओन चीजन क नस्ट कइ देइहीं ओनकर गर्व मिस्र अहइ। मिस्र क लोग नस्ट कइ दीन्ह जइहीं। 13 मिस्र मँ नदियन क सहारे बहोत स जनावर अहइँ। मइँ एन जनावरन क भी नस्ट करब। लोग भविस्स मँ, आपन गोड़न स पानी क गंदा नाहीं करिहीं। गइयन क खुर भविस्स मँ पानी क मइला नाहीं करिहीं। 14 इ तरह मइँ मिस्र मँ पानी क सान्त बनाउब। मइँ ओनकर नदियन क मन्द बहाउब उ सबइ तेल क तरह बहिहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहेस, 15 “मइँ मिस्र देस क खाली कइ देब। उ हर चीज स रहित होइ। मइँ मिस्र मँ रहइवाले सबहिं लोगन क दण्ड देब। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा अउर सुआमी हउँ। 16 “इ एक करूणागीत अहइ जेका लोग मिस्र बरे गइहीं। दूसर रास्ट्रन मँ बिटियन मिस्र क बारे मँ इ करूण-गीत क गइही। उ पचे एका, मिस्र अउर ओकर सबहिं लोगन क बारे मँ करूण-गीत क रूप मँ गइहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा। 17 देस निकारे क बारहवें बरिस मँ, उ महीने क पन्द्रहवें दिन, यहोवा क सँदेसा मोका मिला। उ कहेस, 18 “मनई क पूत, मिस्र क लोगन बरे रोआ। मिस्र क सक्तीसाली रास्ट्रन ओन बिटियन क, संग पाताल तलक पहोंचावा। ओनका उ पाताल लोक मँ पहोंचावा जहाँ उ पचे ओन मनइयन क संग होइहीं जउन उ गड़ा मँ गएन। 19 “मिस्र, तू कउनो दूसर स अच्छा नाहीं अहा। मउत क ठउरे पइ चले जा। जा अउर ओन बिदेसियन क संग लेटा। 20 “मिस्र क ओन सबहि दूसर लोगन क संग रहइ क होइ जउन जुद्ध मँ मारे ग रहेन। दुस्मन ओका अउर ओकरे सबइ लोगन क घसीट लिहस ह। 21 “मजबूत अउ सवतीसाली मनई जुद्ध मँ मारे गएन। उ सबइ बिदेसी मउत क ठउर पइ गएन। उ ठउरे स उ सबइ लोग मिस्र अउ ओकरे सहायकन स बातन करिहीं। उ सबइ जउन जुद्ध मँ मारा ग रहेन। 22 “अस्सूर अउ अउर ओकर सारी फउज हुवाँ मउत क ठउर पइ अहइ। ओनकर कब्रन खाले गहिर नरक मँ अहइँ। उ सबइ सबहिं अस्सूर क फउजी जुद्ध मँ मारा गएन। 23 ओकर कब्रन ओकरी कब्र क चारिहुँ ओर अहइँ। जब उ पचे जिअत रहेन तब उ पचे लोगन का भय भीत करत रहेन। किन्तु अब उ पचे सबहिं पूर्ण सान्त अहइँ उ पचे सबहिं जुद्ध मँ मारा गएन। 24 “एलाम हुआँ अहइ अउर एकर सारी फउज ओकर कब्र क चारिहुँ ओर अहइ। उ सबइ सबहिं जुद्ध मँ मारा गएन। उ पचे बिदेसी गहिर खाले धरती मँ गएन। जब उ पचे जिअत रहेन, उ सबइ लोगन क भयभीत करत रहेन। किन्तु उ पचे आपन लज्जा क अपने संग उ गहिर नरक मँ लइ गएन। 25 उ पचे एलाम अउर ओकर फउजियन बरे, जउन जुद्ध मँ मारे गएन ह, बिछावन लगाइ दिहन ह। एलाम क सारी फउज ओकरी कब्र क चारिहुँ ओर अहइँ। इ सबइ सबहिं बिदेसी जुद्ध मँ मारा ग रहेन। जब उ पचे जिअत रहेन, उ पचे लोगन क डेरावत रहेन। किन्तु उ पचे लज्जा क आपन संग उ गहिर नरक मँ लइ गएन। उ पचे ओन सबहिं लोगन क संग रखे गएन, जउन मारे ग रहेन। 26 “मेसेक, तूबल अउर ओनकर सारी फउजन हुवाँ अहइँ। ओनकर कब्रन एनके चारिहुँ ओर अहइँ। उ सबइ खतनाहीन मनइयन रहेन जउन जुद्ध मँ मारे गए रहेन। जब उ पचे जिअत रहेन तब उ पचे लोगन क भयभीत करत रहेन। 27 किन्तु अब उ पचे सवतीसाली मनइयन क संग ओलरा अहइँ जउन बहोत पहिले मर चुके रहेन। उ पचे आपन जुद्ध क अस्त्र-सस्त्रन क संग दफनावा गएन। ओनकर तरवारन ओनके मूँड़े क खाले रखी जइहीं। किन्तु ओनकर पाप ओनकर हड्डियन पइ अहइँ। काहेकि जब उ पचे जिअत रहेन, उ पचे लोगन क डेराए रहेन। 28 “मिस्र, तू भी नस्ट होब्या। तू ओन बिदेसियन क संग ओलरब्या। तू ओन दूसर फउजियन क संग ओलरब्या जउन जुद्ध मँ मारे जाइ चुका अहइँ। 29 “एदोम भी हुवँइ अहइ। ओकर राजा अउर दूसर प्रमुख ओनके संग हुवाँ रहेन। उ सबइ सवतीसाली फउजी भी रहेन। किन्तु अब उ पचे ओन दूसर लोगन क संग ओलरा रहेन। जउन जुद्ध मँ मारे गए रहेन। उ पचे ओन विदेसियन क संग आलग रहेन। उ पचे ओन मनइयन क संग खाले नरक मँ चले गएन। 30 “उत्तर क सबहिं सासक हुवाँ अहइँ। हुवाँ सीदोन क सबहिं फउजी अहइँ। ओनकर सवती लोगन क डेरावत रही। किन्तु उ पचे अब लज्जित अहइँ। उ सबइ बिदेसी ओन दूसर मनइयन क संग ओलरा अहइँ जउन जुद्ध मँ मारे गए रहेन। उ पचे आपन लज्जा अपने संग उ गहिर नरक मँ लइ गएन। 31 “फिरौन ओन लोगन क लखी जउन मउत पइ गएन ओकर सबइ सेना बरे ओका सान्तवना दीन्ह जाइ काहेकि फिरौन अउर ओनकर सारी सेना जंग मँ मारि जाइ।’“ मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा। 32 “जब फिरौन जिअत रहा तब मइँ लोगन क ओहसे भयभीत कराएस। किन्तु अब उ ओन बिदेसियन क संग ओलरी। फिरौन अउ ओकर फउज ओन दूसर फउजियन क संग ओलरी जउन जुद्ध मँ मारे गए रहेन।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा।
33:1 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, आपन लोगन स बातन करा। ओनसे कहा, ‘मइँ दुस्मन क फउजियन क उ देस क खिलाफ जुद्ध बरे लइ जाइ सकत हउँ। जब अइसा होइ तउ लोग एक मनई क पहरेदार क रूप मँ चुनिहीं। 3 जदि पहरेदार दुस्मन क फउजियन क आवत देखत ह, तउ उ तुरही बजावत ह अउर लोगन क सावधान करत ह। 4 जदि लोग उ चितउनी क सुनइँ किन्तु अनसुनी करइँ तउ दुस्मन ओनका धरी अउर ओनका बन्दी क रूप मँ लइ जाइ। उ मनई आपन मउत बरे खुद जिम्मेदार होइ। 5 उ तुरही सुनेस, पर चितउनी अनसुनी किहेस। एह बरे आपन मउत बरे उ खुद दोखी अहइ। जदि उ चितउनी पइ धियान दिए होत तउ उ आपन जिन्नगी बचाइ लिए होत। 6 “‘किन्तु इ होइ सकत ह कि पहरेदार दुस्मन क फउजियन क आवत लखत ह, किन्तु तुरही नाहीं बजावत। उ पहरेदार लोगन क चितउनी नाहीं दिहस। दुस्मन ओनका धरी अउर ओनका बन्दी बनाइके लइ जाइ। उ मनई लइ जावा जाइ काहेकि उ पाप किहेस। किन्तु पहरेदार भी उ आदमी क मउत क जिम्मेदार होइ।’ 7 “अब, मनई क पूत, मइँ तोहका इस्राएल क परिवार क पहरेदार चुनत हउँ। जदि तू मोरे मुँह स कउनो सँदेसा सुना तउ तोहका मोरे बरे लोगन क चितउनी देइ चाही। 8 मइँ तोहसे कहि सकत हउँ, ‘इ पापी मनई मरी।’ तब तोहका उ मनई क लगे जाइके मोरे बरे ओका चितउनी देइ चाही। जदि तू उ पापी मनई क चितउनी नाहीं देत्या अउर ओका आपन जिन्नगी बदलइ क नाहीं कहत्या, तउ उ पापी मनई मरी, काहेकि उ पाप किहेस। किन्तु मइँ तोहका ओकर मउत क जिम्मेदार बनाउब। 9 किन्तु जदि तू उ बुरे मनई क आपन जिन्नगी बदलइ बरे अउर पाप तजइ बरे चितउनी देत अहा अउर जदि उ पाप करब तजइ स इन्कार करत ह तउ उ मरी काहेकि उ पाप किहेस, किन्तु तू आपन जिन्नगी बचाइ लिहा।” 10 “एह बरे मनई क पूत, इस्राएल क परिवार स मोरे बरे कहा। उ सबइ लोग कह सकत हीं, ‘हम लोग पाप किहा ह अउर नेमन क तोड़ा ह। हमार पाप हमरी सहनसवती क बाहर अहइँ। हम ओन पापन्क कारण मारा होत अही। हम जिअत रहइ बरे का कइ सकित ह।’ 11 “तोहका ओनसे कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा कहत ह: मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके बिस्सास दिआवत हउँ कि मइँ लोगन क मरत लखिके आनन्दित नाहीं होत हउँ, हिआँ तलक कि बुरे लोगन बरे भी नाहीं। मइँ नाहीं चाहत कि उ पचे मरइँ। मइँ चाहत हउँ कि उ बुरे लोग आपन जिन्नगी क बदलइँ जेहसे उ पचे जिअत रहि सकइँ। एह बरे बुरे काम करब तजा। इस्राएल क परिवार, तोहका मरब ही काहे चाही?’ 12 “मनई क पूत, आपन लोगन स कहा, ‘जदि कउनो मनई पुराने समइ मँ पूण्य कर्म किहेस ह तउ ओहसे ओकर जिन्नगी नाहीं बचिहीं जदि उ अपराध पाप करब सुरू करइ। जदि कउनो मनई पुराने समइ मँ पाप किहेस, तउ उ नस्ट नाहीं कीन्ह जाइ, जदि उ पाप स दूर हटि जात ह। एह बरे याद राखा, एक मनई क जरिये पुराने समइ मँ कीन्ह गए पुण्य कर्म ओकर रच्छा नाहीं करिहीं, जदि उ पाप करब सुरू करत ह।’ 13 “इ होइ सकत ह कि मइँ कउनो नीक मनई क बरे कहउँ कि उ जिअत रही। किन्तु इ होइ सकत ह कि उ नीक मनई इ सोचब सुरू करइ कि पुराने समइ मँ उसके जरिये कीन्ह गए करम ओकर रच्छा करिहीं। एह बरे उ बुरे करम करब सुरू कइ सकत ह। किन्तु मइँ ओकर पुराने समइ क पुण्य क याद नाहीं राखब। नाहीं, उ ओन पापन्क कारण मरी जेनका उ करब सुरू करत ह। 14 “या इ होइ सकत ह कि मइँ कउनो दुस्ट मनई क बरे कहउँ कि उ मरी। किन्तु उ आपन जिन्नगी क बदल सकत ह। उ पाप करब तजि सकत ह। उ नीक अउ उचित होइ सकत ह। 15 उ उ गिरवी क चीज क लउटाइ सकत ह जेका उ रिण मँ मुद्रा देत समइ रखे रहा। उ ओन चिजियन क भुगतान कइ सकत ह जेनका उ चोराए रहा। उ ओन नेमन क पालन कइ सकत ह जउन जीवन देत हीं। उ बुरे काम करब छोड़ देत ह। तब उ मनई निहचय इ ही जिअत रही। उ मरी नाहीं। 16 मइँ ओकरे पुराने समइ क पापन्क याद नाहीं करब। काहेकि उ अब ठीक-ठाक रहत ह अउर उचित बेउहार रखत ह। एह बरे उ जिअत रही। 17 “किन्तु तोहार लोग कहत हीं, ‘इ उचित नाहीं अहइ। यहोवा मोर सुआमी वइसा नाहीं होइ सकत।’“परन्तु उ सबइ ही लोग अहइँ जउन उचित नाहीं अहइँ। उ सबइ ही लोग अहइँ, जेनका बदलइ चाही। 18 जदि नीक मनई पुण्य करब बन्द कइ देत ह अउर पाप करब सुरू करत ह तउ उ अपने पापन्क कारण मरी। 19 अउर जदि कउनो पापी पाप करब छोड़ देत ह अउर ठीक-ठाक तथा उचित रहब सुरू करत ह तउ उ जिअत रही। 20 किन्तु तू लोग अब भी कहत अहा कि मइँ उचित नाहीं अहउँ। किन्तु मइँ फुरइ कहित हउँ। इस्राएल क परिवार, हर एक मनई क संग निआउ, उ जउन करत ह, ओकरे अनुसार होइ।” 21 देस निकारे क बारहवें बरिस मँ, दसएँ महीने क पँचएँ दिन एक मनई मोर लगे यरूसलेम स आवा। उ हुवाँ क जुद्ध स बच निकरा रहा। उ कहेस, “यरूसलेम पइ अधिकार होइ गवा।” 22 अइसा भवा कि जउने दिन उ मनई मोरे लगे आवा ओकर पूर्व साँझ क, मोर सुआमी यहोवा क सवती मोह पइ उतरी। परमेस्सर मोका जउने समइ उ मनई मोरे लगे आवा स पहिले सुहब मँ बोलइ जोग्य बनाएस यहोवा मोर मुँह खोल दिहे रहा अउर फुन स मोका बोलइ दिहस। 23 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 24 “मनई क पूत, इस्राएल क ध्वस्त नगरन मँ इस्राएली लोग रहत अहइँ। उ सबइ लोग कहत अहइँ, ‘इब्राहीम केवल एक मनई क रहा अउर परमेस्सर ओका इ सारी भुइँया दइ दिहस। अब हम अनेक लोग अही। एह बरे निहचय ही इ भुँइया क हम लोग आपन विरासत क रूप मँ हासिल करब।’ 25 “तोहका ओनसे कहइ चाही कि मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘तू लोग खून स सना माँस खात अहा। तू लोग आपन देवमूरतियन स मदद क आसा करत अहा। तू लोगन क मारि डावत अहा। एह बरे मइँ तू लोगन क इ भुइँया काहे देउँ। 26 तू पचे आपन तरवार पइ भरोसा करत अहा। तू पचन्मँ स हर एक भयंकर पाप करत ह। तू पचन्मँ स हर एक आपन पड़ोसी क पत्नी क संग बिभिचार करत ह। एह बरे तू भुइँया पाइ नाहीं सकत्या।’ 27 “‘तू पचन्क कहइ चाही कि सुआमी यहोवा इइ कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ, कि जउन लोग ओन ध्वस्त नगरन मँ रहत हीं, उ पचे तरवार क घाट उतारे जइहीं। जदि कउनो उ देस स बाहेर होइ तउ मइँ ओका जनावरन स मरवाउब अउर खिआउब। जदि लोग किले अउर गुफन मँ छिपे होइहीं तउ पचे रोग स मरिहीं। 28 मइँ भुइँया क खाली अउर बर्बाद करब। उ देस ओन सबहिं चिजियन क खोइ देइ जेन पइ ओका गर्व रहा। इस्राएल क पर्वत खाली होइ जइहीं। उ ठउरे स कउनो गुजरी नाहीं। 29 ओन लोग अनेक भयंकर पाप किहेन ह। एह बरे मइँ उ देस क खाली अउ बर्बाद करब। तब उ सबइ लोग जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।” 30 “‘अब तोहरे बारे मँ, मनई क पूत, तोहार लोग देवारन क सहारे निहुरे भए अउर आपन दरवाजन मँ खड़े अहइँ अउर उ पचे तोहरे बारे मँ बात करत हीं। उ पचे एक दूसर स कहत हीं, “आवा, हम जाइके सुनी जउन यहोवा कहत ह।” 31 एह बरे उ पचे तोहरे पचन्क लगे वइसे ही आवत हीं जइसे उ पचे मोर लोग होइँ। इ लोग तोहरे पचन्क समन्वा अइसे बइठत ह जइसे उ पचे मोर लोग अहइ। उ पचे तोहार सँदेसा सुनत ह। किन्तु उ पचे उ नाहीं करिहीं जउन तू कहब्या। उ पचे सिरिफ उ करइ चाहत हीं जउन अनुभव करइ मँ अच्छा होइ। उ पचे लोगन क धोखा देइ चाहत हीं अउर अधिक धन कमावइ चाहत हीं। 32 “‘तू एन लोगन क दृस्टि मँ प्रेमगीत गावइवाले गायक स जियादा नाहीं अहा। तोहार स्वर अच्छा अहइ। तू आपन बाजा अच्छा बजावत अहा। उ पचे तोहार सँदेसा सुनिहीं किन्तु उ पचे उ नाहीं करिहीं जउन तू कहत अहा। 33 किन्तु जिन चिजियन क बारे मँ ओन लोगन स कहत अहा, उ सबइ फुरइ घटित होइहीं अउर तब लोग समझिहीं कि ओनके बीच फुरइ एक ठु नबी रहत रहा।”‘
34:1 यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मोरे बरे इस्राएल क गड़रियन (प्रमुखन) क बिरूद्ध बातन करा। ओनसे मोरे बरे बातन करा। ओनसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह: ‘इस्राएल क गड़ेरियो तू पचे सिरिफ आपन पेट भरत अहा। इ तोहरे बरे बहोत बुरा होइ। का गड़ेरियन क भेड़िन क पेट नाहीं भरइ चाही? 3 तू मनई पनीर खावत अहा। अउर आपन ओढ़ना बनावइ बरे भेड़िन ऊन क प्रयोग करत अहा। तू पचे मोटी भेड़ी क मारत अहा, किन्तु भेड़िन क धियान नाहीं रखत ह। 4 तू पचे दुर्बल क बलवान नाहीं बनाया। तू पचे रोगी भेड़ी क परवाह नाहीं किहा ह। तू पचे चोट खाइ भइ भेड़िन क पट्टी नाहीं बाँध्या। कछू भेड़िन भटकिके दूर चली गइन अउर तू पचे ओनका हेरइ अउर ओनका वापस लेइ नाहीं गया। नाहीं, तू पचे त्रूर अउर कठोर रह्या, इहइ राह रही जउने पइ तू भेड़िन क लइ जाइ चाह्या। 5 “‘अउर अब, भेड़िन बिखरि गइ अहइँ काहेकि उ पचन्क कउनो गड़रिया नाहीं रहा। उ पचे हर एक जंगली जनावर क भोजन बनी। एह बरे उ सबइ बिखरि गइन। 6 मोर भेड़िन क झुण्ड सबहिं पर्वतन अउ ऊँच पहाड़ियन पइ भटकिन। मोर भेड़िन क झुण्ड धरती क सारी सतह पइ बिखरि ग अइन। कउनो भी ओनकर खोज अउ देखरेख करइवाला नाहीं रहा।’“ 7 एह बरे तू गड़रियो, यहोवा क बचन सुना। मोर सुआमी यहोवा कहत ह, 8 “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके तू पचन्क इ बिस्सास दियावत हउँ। जंगली जनावरन मोर भेड़िन क धरेन। हाँ, मोर भेड़िन क झुण्ड सबहिं जंगली जनावरन क भोजन बन गइन। काहेकि ओनकर कउनो ठीक गड़रिया नाहीं रहा। मोर गड़रियन मोर भेड़िन क झुण्ड क खोज नाहीं किहन। ओन गड़रियन खुद ही भेड़िन क मारेन अउर खुद खाएन। उ पचे मोर भेड़िन क चारा नाहीं दिहन।” 9 एह बरे तू पचे गड़रियो, यहोवा क सँदेसा क सुना। 10 यहोवा कहत ह, “मइँ ओन गड़रियन क विरूद्ध हउँ। मइँ ओनसे आपन भेड़िन माँगब। मइँ ओन पइ हमला करब। उ पचे भविस्स मँ मोर गड़रियन नाहीं रहिहीं। मइँ ओनकर मुँहे स आपन भेड़िन क झुण्ड क बचाउब। तब मोर भेड़िन ओनकर भोजन नाहीं होइहीं।” 11 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ खुद ओनकर गड़रिया बनब। मइँ आपन भेड़िन क खोज करब। मइँ ओनका हेरब। 12 जदि कउनो गड़रिया आपन भेड़िन क संग उ समइ अहइ जब ओकर भेड़िन दूर भटकइ लगी होइँ तउ उ ओनका हरेइ जाइ। उहइ तरह मइँ आपन भेड़िन क खोज करब। मइँ आपन भेड़िन क बचाउब। मइँ ओनका ओन ठउरन स लउटाउब जहाँ उ पचे उ बदरी अउर अँधेरा मँ भटक गइ रहिन। 13 मइँ ओनका ओन रास्ट्रन स वापस लिआउब। मइँ ओन देसन स ओनका बटोरब। मइँ ओनका ओनके आपन देस मँ, लिआउब। मइँ ओनका इस्राएल क पर्वतन पइ, जल स्रोतन क सहारे, ओन सबहिं ठउरन मँ जहाँ लोग रहत हीं, खियाउब। 14 मइँ ओनका घासवाले खेतन मँ लइ जाब। उ पचे इस्राएल क सबन्त ऊँचे पर्वतन पइ जइहीं। हुवाँ उ पचे अच्छी चिरागाह पइ सोइहीं अउ अच्छी घास खइहीं। उ पचे इस्राएल क पर्वत पइ भरी-पूरी घास-वाली भुइँया मँ चरिहीं। 15 हाँ, मइँ आपन झुण्ड क खिआउब अउर ओनका विस्राम क ठउर पइ लइ जाब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा। 16 “मइँ खोइ भेड़ी क खोज करब। मइँ ओन भेड़िन क वापस लिआउब जउन बिखर गइ रहिन। मइँ ओन भेड़िन क पट्टी करब जेनका चोट लगी रही। मइँ कमजोर भेड़ी क मजबूत बनाउब। अउर मइँ मोटा अउ सक्तीसाली भेड़िन स ओनकइ रच्छा करब। मइँ ओनकर चरवाही निआवपूर्ण तरीका स करब।” 17 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “अउर तू, मोर झुण्ड, मइँ हर एक भेड़ी क संग निआउ करब। मइँ भेड़न अउर बोकरन क बीच निआउ करब। 18 तू अच्छी भुइँया पइ उगी घास खाइ सकत ह। तू उ घासे क काहे वुचरत अहा जेका दूसर भेड़िन खाइ चाहत हीं? तू काफी मात्रा मँ स्वच्छ जल पी सकत ह। तउ तू उ जल क हिलाइके गन्दा काहे करत अहा, जेका दूसर भेड़िन पिअइ चाहत हीं? 19 अब मोर भेड़िन क झुण्ड उ घास क खाइ चाही जेका तू आपन गोड़न स वुचर्या अउर उ पानी पीअइ चाही जेका तू आपन गोड़न स हिलाइके गन्दा कइ दिहा।” 20 एह बरे मोर सुआमी यहोवा ओनसे कहत ह: “मइँ खुद मोटी अउ पतरी भेड़िन क संग निआउ करब। 21 तू आपन बगल स अउर आपन काँधन स धवका दइके अउर आपन सींगन स सबहिं कमजोर भेड़िन क तब तलक मार गिरावत ह, जब तलक तू ओनका दूर चले जाइ बरे मजबूर नाहीं करत्या। 22 एह बरे मइँ आपन भेड़िन क झुण्ड का बचाउब। उ सबइ भविस्स मँ जंगली जनावरन स नाहीं धरी जइहीं। मइँ हर एक भेड़ी क संग निआउ करब। 23 तब मइँ ओनके ऊपर एक गड़रिया आपन सेवक दाऊद क राखब। उ ओनका अपने आप खिआई अउर ओनकर गड़रिया होइ। 24 तब मइँ यहोवा अउर सुआमी, ओनकर परमेस्सर होब अउर मोर सेवक दाऊद ओनकर सासक होब। मइँ यहोवा इ कहेउँ ह। 25 “मइँ आपन भेड़िन क संग एक ठु सान्ति-सन्धि करब। मइँ नोस्कान पहोंचावइवाले जनावरन क देस स बाहेर कइ देब। तब भेड़िन रेगिस्ताने मँ सुरच्छित रहिहीं अउर जंगल मँ सोइहीं। 26 मइँ आपन भेड़िन क आपन पहाड़ी क चारिहुँ ओर क ठउरन क आसीर्बाद देब। मइँ ठीक समइ पइ बर्खा करब। अउर बर्खा ओनकर बरे आसीर्बाद होइहीं। 27 खेतन मँ उगइवाले बृच्छ आपन फल देइहीं। भुइँया आपन फसल देइ। एह बरे भेड़िन आपन प्रदेस मँ सुरच्छित रहिहीं। मइँ ओनके ऊपर रखे जुअन क तोड़ डाउब। मइँ ओनका ओन लोगन क सवती स बचाउब जउन दास बनाएन। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। 28 “उ पचे जनावरन क तरह भविस्स मँ दूसर रास्ट्रन क जरिये बन्दी नाहीं बनावा जइहीं। उ सबइ जनावर ओनका भविस्स मँ नाहीं खइहीं। अपितु अब उ सबइ सुरच्छित रहिहीं। कउनो ओनका आतंकित नहीं करी। 29 मइँ ओनका कछू अइसी भुइँया देब जउन एक अच्छा बगीचा बनी। तब उ पचे उ देस मँ भूख स पीड़ित नाहीं होइहीं। उ पचे भविस्स मँ रास्ट्रन स अपमानित होइ क कस्ट पइहीं। 30 तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ ओनकर परमेस्सर यहोवा हउँ। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ ओनके संग हउँ। इस्राएल क परिवार समुझी कि उ सबइ मोर लोग अहइँ।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा। 31 “तू मोर भेड़िन, मोर चरागाह क भेड़िन, तू सिरिफ मनई अहा अउर मइँ तोहार परमेस्सर हउँ।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
35:1 मोका यहोवा क बचन मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, सेेईर पर्वत कइँती धियान द्या अउर मोरे बरे एक खिलाफ कछू कहा। 3 एहसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:“‘सेईर पर्वत, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ। मइँ तोहका दण्ड देब। मइँ तोहका खाली बरबाद छेत्र कइ देब। 4 मइँ तोहरे नगरन क नस्ट करब, अउर तू खाली होइ जाब्या। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ। 5 काहेकि तू सदा मोरे लोगन क बिरूद्ध रह्या। तू इस्राएल क बिरूद्ध आपन तरवारन क उपयोग ओकर बिपत्ति क समइ मँ किहा, ओनकर आखिर दण्ड क समइ मँ।’“ 6 एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहरे बरे रक्तपात लिआउब। रक्त तोहार पिछा करिहीं। तोहका लोगन क रक्त बहावइ मँ घिना नाहीं भएस। एह बरे रक्त तोहार पाछा करी। 7 मइँ सेईर पर्वत क खाली बरबाद कइ देब। मइँ उ हर एक मनई क मार डाउब जउन उ नगर स आई अउर मइँ उ हर मनई क मार डाउब जउन उ नगर मँ जाइ क जतन करी। 8 मइँ ओकर पर्वतन क ल्हासन स ढक देब। उ सबइ ल्हास तोहार सारी पहाड़िन, तोहार घाटी अउर तोहार सारे नालन मँ फइले होइहीं। 9 मइँ तोहका सदा बरे नस्ट कइ देब। तोहरे पचन्क नगरन मँ कउनो जिअत नाहीं रही। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।” 10 तू कह्या, “इ दुइनउँ रास्ट्र अउर देस (इस्राएल अउ यहूदा) मोर होइहीं। हम ओनका आपन बनाइ लेब।”किन्तु यहोवा हुवाँ अहइ। 11 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “तू मोरे लोगन बरे ईर्स्यालु रह्या। तू ओन पइ कोहान रह्या अउर तू मोहसे घिना करत रह्या। एह बरे आपन जिन्नगी क किरिया खाइके मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहका वइसे ही दण्डित करब जइसे तू ओनका चोट पहोंचाया। मइँ तोहका सजा देब अउर आपन लोगन क समुझइ देब कि मइँ ओनके संग हउँ। 12 तब तू भी समुझब्या कि मइँ तोहरे सबहिं अपमानन क सुनेउँ ह। तू इस्राएल पर्वत क खिलाफ बहोत स बुरी बातन किहा ह। तू कह्या, ‘इस्राएल नस्ट कइ दीन्ह गवा ह। हम लोग ओनका भोजन क तरह चबाइ जाब।’ 13 तू पचे गर्वीला रह्या अउर मोरे खिलाफ बातन किहा। तू अनेक दाइँउ कह्या अउर जउन तू कह्या, ओकर हर एक सब्द मइँ सुनेउँ। हाँ, मइँ तू पचन्क सुनेउँ।” 14 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “उ समइ सारी धरती खुस होइ जब मइँ तोहका नस्ट करब। 15 तू तब खुस रह्या जब इस्राएल देस नस्ट भवा। मइँ तोहरे संग वइया ही बेउहार करब। सेइर पर्वत अउर एदोम क पूरा देस नस्ट कइ दीन्ह जाइ। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।”
36:1 “मनई क पूत, मोरे बरे इस्राएल क पर्वतन स कहा। इस्राएल क पर्वतन क यहोवा क बचन सुनइ क कहा। 2 ओनसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘दुस्मन तोहार बिरुद्ध बोलेस ह। उ लोग कहेस, वाह! अब प्राचीन पर्वत हमार होइ।’ 3 “एह बरे मोरे बरे इस्राएल क पर्वतन स कहा। कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘दुस्मन तोहका खाली किहस। उ पचे तोहका चारिहुँ ओर स वुचल डाएन ह। उ पचे अइसा किहेन। एह बरे तू दूसर रास्ट्रन क अधिकार मँ गया। तब तोहरे बारे मँ लोग बातन अउ कानाफूसी किहन।”‘ 4 एह बरे इस्राएल क पर्वतो, मोर सुआमी यहोवा क बचन सुना। मोर सुआमी यहोवा पर्वतन, पहाड़ियन, धारन, घाटियन, खाली खण्डहरन अउ छोड़े गए नगरन स, जउन चारिहुँ कइँती क दूसर रास्ट्रन क जरिये लूटेन अउ मजाक उडाए गएन कहत ह 5 मोर सुआमी यहोवा कहत ह: “मइँ किरिया खात हउँ कि मइँ आपन जलजलाहट क अपने बरे बोलइ देब। मइँ एदोम अउर दूसर रास्ट्रन क आपन किरोध क अनुभवा कराउब। ओन रास्ट्रन मोर भुइँया पइ कबजा कइ लिहेन। उ पचे उ देस क लइके बड़े खुस भएन। उ पचे उ भुइँया क लूटिके बहोत खुस भएन।” 6 “एह बेरे इस्राएल देस क बारे मँ इ सबइ कहा। पर्वतन, पहाड़ियन, धारन अउ घाटियन स कहा। इ कहा कि मोर सुआमी यहोवा कहत ह, ‘मइँ आपन जलन अउ किरोध क आपन बरे बोलइ देब। काहेकि एन रास्ट्रन स तोहका अपमान क पीरा मिली ह।’“ 7 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ आपन हाथ उठाउब तोहरे चारिहुँ कइँती क रास्ट्र अपमान क कस्ट भोगिहीं।” 8 “किन्तु इस्राएल क पर्वतो, तू मोरे इस्राएल क लोगन बरे नए बृच्छ उगउब्या अउर फल पइदा करब्या। मोर लोग हाली लउटिहीं। मइँ तोहरे संग हउँ। 9 मइँ तोहार मदद करब अउर तोहार देख-रेख करब। लोग तोहार भुइँया जोतिहीं। लोग बिआ बोइहीं। 10 तोहरे ऊपर अनगिनत लोग लहिहीं। इस्राएल क सारा परिवार अउर सबहिं लोग हुआँ रहिहीं। नगरन मँ, लोग रहइ लगिहीं। नस्ट ठउर नवे जगहन क तरह बनिहीं। 11 मइँ तोहका बहोत स लोग अउर जनावरन देब। उ पचे बढ़िहीं अउर ओनके बहोत गदेलन होइहीं। मइँ तोहारे ऊपर रहइवाले लोगन क वइसे ही प्राप्त कराउब, जइसे तू पहिले किहे रह्या। मइँ एका तोहरे बरे सुरूआत क बनिस्बत नीक बनाउब। तू फुन कबहुँ ओनका, ओनकर सन्तान स बंचित नाहीं करब्या। तब तू जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ। 12 हाँ, मइँ आपन लोग, इस्राएल क तोहरी भुइँया पइ चलाउब। उ पचे तोह पइ अधिकार करिहीं अउर तू ओनकर होब्या। तू ओनका बगैर बच्चन क फुन कबहुँ नाहीं बनउब्या।” 13 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “हे इस्राएल देस लोग तोहसे बुरी बातन कहत हीं। उ पचे कहत हीं कि तू आपन लोगन क नस्ट किहा ह। उ पचे कहत हीं कि तू बच्चन क दूर लइ गया। 14 अब भविस्स मँ तू लोगन क नस्ट नाहीं करब्या। तू भविस्स मँ बच्चन क दूर नाहीं लइ जाब्या।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहे रहा। 15 “मइँ ओन रास्ट्रन क तोहका, अउर जियादा अपमाणित नाहीं होइ देब। तू ओन लोगन स अउर जियादा चोट नाहीं खाब्या। तू ओनका गदेलन स रहित फुन कबहुँ नाहीं करब्या।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 16 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 17 “मनई क पूत, इस्राएल क परिवार आपन देस मँ रहत रहा। किन्तु उ पचे उ देस क आपन कामन स दुसित बनाइ दिहन जउन उ पचे किहन। मोरे बरे उ पचे अइसी मेहरारू क समान रहेन जउन आपन मासिक धरम स असुद्ध होइ गइ होइ। 18 उ पचे जब उ देस मँ लोगन क हत्या किहन तउ उ पचे धरती पइ खून फइलाएन। उ पचे आपन देवमूरतियन स देस क गन्दा किहन। एह बरे मइँ ओनका देखाएउँ कि मइँ केतना कोहान रहेउँ। 19 मइँ ओनका रास्ट्रन मँ बिखेरेउँ अउर सबहिं देसन मँ फइलाएउँ। मइँ ओनका दण्ड उ बुरे काम बरे दिहेउँ जउन उ पचे किहन। 20 उ पचे ओन दूसर रास्ट्रन क गएन अउर ओन देसन मँ भी उ पचे मोर अच्छे नाउँ क बदनाम किहेन। कइसे? हुवाँ रास्ट्रन ओनके बारे मँ बातन किहन। उ पचे कहेन, ‘इ सबइ यहोवा क लोग अहइँ किन्तु इ पचे ओकर देस तजि दिहन तउ जरूर यहोवा मँ कछू खराबी होइ।’ 21 “इस्राएल क लोग मोरे पवित्तर नाउँ क जहाँ कहीं उ पचे गएन, बदनाम किहन। मइँ आपन नाउँ बरे दुःख अनुभव किहेउँ। 22 एह बरे इस्राएल क परिवार स कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘इस्राएल क परिवार, तू जहाँ गया हुआँ तू मोरे पवित्तर नाउँ क बदनाम किहा। एका रोकइ बरे मइँ कछू करइ जात हउँ। मइँ इ तोहरे बरे नाहीं करब। इस्राएल, मइँ एका आपन पवित्तर बरे करब। 23 मइँ ओन रास्ट्रन क देखाउब कि मोर महान नाउँ सच मँ पवित्तर अहइ। तब उ सबइ रास्ट्र जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”‘ मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहे रहा। 24 परमेस्सर कहेस, “मइँ तोहका ओन रास्ट्रन स बाहेर निकारब, एक संग बटोरब अउर तोहका तोहरे देस मँ लिआउब। 25 तब मइँ तोहरे उपर सुद्ध जल छिछकारब अउर तोहका सुद्ध करब। मइँ तोहार सारी गन्दगियन क धोइ डाउब अउर ओन घृणित देवमूरतियन स पइदा भइ गन्दगी क धोइ डाउब।” 26 परमेस्सर कहेस, “मइँ तोहमें नई आतिमा भी भरब अउर तोहरे सोचइ क ढंग क बदलब। मइँ तोहरे तने स कठोर हिरदय क बाहेर करेब अउर तोहका एक कोमल मानवी हिरदइ देब। 27 मइँ तोहरे भीतर आपन आतिमा प्रतिस्ठित करब। मइँ तोहका बदलब जेहसे तू मोरे नेमन क पालन करब्या। तू सावधानी स मोरे आदेसन क पालन करब्या। 28 तब तू उ देस मँ रहब्या जेका मइँ तोहरे पुरखन क दिहे रहेउँ। तू पचे मोरे लोग रहब्या अउर मइँ तोहार परमेस्सर रहब।” 29 परमेस्सर कहेस, “मइँ तोहका पचन्क बचाउब भी अउर तोहका पचन्क असुद्ध होइ स रोकब। मइँ अन्न क उगइ बरे आदेस देब। मइँ तोहरे पचन्क भुखमरी समइ नाहीं लिआउब। 30 मइँ तोहरे बृच्छन स फलन क बड़की फसलन अउर खेतन स अन्न क फसलन देब। तब तू दूसर देसन मँ भूखे रहइ क लज्जा फुन कबहुँ महसूस नाहीं करब्या। 31 तू पचे ओन बुरे कामन क याद करब्या जउन तू पचे स किहा। तू पचे याद करब्या कि उ सबइ काम नीक नाहीं रहेन। तब तू पचे आपन पापन अउर जउन भयंकर करम किहा ओनके बरे तू खुद अपने स घिन करब्या।” 32 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ चाहत हउँ कि तू इ याद राखा: मइँ तोहरी भलाई बरे इ सबइ कामन नाहीं करत हउँ। मइँ ओनका आपन नीक नाउँ करत हउँ। इस्राएल क परिवार, तोहका आपन रहइ क ढंग पइ लज्जित अउ बियावुल होइ चाही।” 33 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “जउने दिन मइँ तोहरे पापन्क धोउब, मइँ लोगन्क वापस तोहरे नगरन मँ लिआउब। उ सबइ नगर फुन बनावा जइहीं। 34 खाली पड़ी भुइँया फुन जोती जाइ। हिआँ स गुजरइवाले हर एक क इ बरबादियन क ढेर क रूप मँ नाहीं देखाइ। 35 उ पचे कहिहीं, ‘पुराने समइ मँ इ देस नस्ट होइ ग रहेन। लेकिन इ सबइ अदन क बगीचे जइसे अहइँ। नगर नस्ट होइ गए रहेन। उ पचे बर्बाद अउर खाली रहेन। किन्तु अब उ सबइ सुरच्छित अहइँ ओनमाँ लोग रहत हीं।’“ 36 परमेस्सर कहेस, “तब तोहरे चारिहुँ ओर क रास्ट्र समझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ ओन नस्ट ठउरन क फुन बसाएउँ। मइँ इ पहँटा मँ जउन खाली पड़ा रहा पेड़न क रोपेस। मइँ यहोवा हउँ। मइँ इ कहेउँ अउर मइँ एका घटित कराउब।” 37 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “जब इस्राएल क मनई मोहसे इ चिजियन करइ बरे कहब तउ मइँ सकारात्मक उत्तर देउब। मइँ ओनका असंख्य लोग बनाउब। उ पचे भेड़िन क झुण्डन क तरह होइहीं। 38 यरूसलेम मँ बिसेस त्यौहार क अवसर क समइ (बोकरियन, भेड़िन क खरकन क तरह, लोग होइहीं।) नगर अउर बरबाद ठउर, लोगन क झुण्ड स भरि जइहीं। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
37:1 यहोवा क सक्ति मोह पइ आयी। यहोवा क आतिमा मोका नगर क बाहेर लइ गई अउर खाले एक घाटी क बीच मँ राखेस। घाटी मरे लोगन क हाड़न क भरी रही। 2 घाटी मँ अनगिनत हाड़न भुइँया पइ पेड़ रहेन। यहोवा मोका हाड़न क चारिहुँ कइँती घुमाएस। मइँ लखेउँ कि हाड़त बहोत झुरान अहइँ। 3 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “मनई क पूत, का इ हाड़न जीवित होइ सकत ही?” मइँ जवाब दिहेउँ, “मोर सुआमी यहोवा, उ सवाल क जवाब सिरिफ तू जानत अहा।” 4 मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “ओन हाड़न स मोरे बरे बातन करा। ओन हाड़न स कहा, ‘झुरान हाड़ो यहोवा क वचन सुना! 5 मोर सुआमी यहोवा तू झुरान हाड़न स कहत ह: मइँ तू सबइ क अन्दर साँस दाखिल करब। अउर तू पचे जीवित होइ जाब्या। 6 मइँ तोहरे पचन्क ऊपर नसन अउर माँस पेसियन चढ़ाउब अउर मइँ तोहका पचन्क चमड़ी स ढक देब। तब मइँ तोहार अन्दर साँस पूँकब। अउर तू पचे फुन जीवित होइ उठब्या। तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।’“ 7 अत: मइँ यहोवा बरे ओन हाड़न स वइसे ही बातन किहेउँ कि जइसा उ कहेस। जब मइँ अभी बात करत ही रहेउँ तबहिं मइँ प्रचण्ड ध्वनि सुनेउँ। हाड़न खड़खड़ाइ लागिन अउर हाड़न हाड़न स एक संग जुड़िन। 8 हुवाँ मोर आँखिन क समन्वा नसन, माँस पेसियन अउर चमड़ी हाड़न क ढकब सुरू किहस। किन्तु ओनमाँ साँस नाहीं रहा। 9 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “साँस स मोरे बरे कहा। मनई क पूत, मोरे बरे साँस स बातन करा। साँस स कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत अहइ: ‘हे साँस, हर दिसा स आवा अउर एन ल्हासन मँ साँस भरा। ओनमा साँस भरा अउर उ पचे फुन जीवित होइ जाइहीं।’“ 10 इ तरह मइँ यहोवा बरे साँस स बातन किहेउँ जइसा उ कहेस अउर ल्हासन मँ साँस आइन। उ पचे जी उठेन अउर खड़े होइ गएन। हुआँ बहोत स मनसेधू रहेन, उ पचे एक ठु बड़की फउज रहेन। 11 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “मनई क पूत, इ सबइ हाड़न इस्राएल क पूरे परिवार क दर्सावत अहइँ। इस्राएल क लोग कहत हीं, हमार हाड़न झुराइ गइ अहइँ, हमार आसा समाप्त अहइ। हम पूरी तरह नस्ट कीन्ह जाइ चुकी अहइँ। 12 एह बरे ओनसे मोरे बरे बातन करा। ओनसे कहा सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘मोर लोगो, मइँ तोहार पचन्क कब्रन खोलब अउर तू सबइ पचन्क कब्रन क स बाहेर लिआउब। तब मइँ तू पचन्क इस्राएल क भुइँया पइ लिआउब। 13 मोरे लोगो, मइँ तोहार पचन्क कब्रन खोलब अउर तोहार पचन्क कब्रन स तू पचन्क बाहेर लिआउब। तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ। 14 मइँ आपन साँस तू पचन्मँ डाउब अउर तू पचे फुन स जीवित होइ जाब्या। तब तू पचन्क मइँ तोहरे पचन्क देस मँ वापस लिआउब। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ। तू पचे जनब्या कि मइँ इ सबइ बातन कहेउँ अउर ओनका घटित कराया।’“ यहोवा इ कहे रहा। 15 मोका यहोवा क बचन फुन मिला। उ कहेस, 16 “हे मनई क पूत, एक वुबरी ल्या अउर ओह पइ इ सँदेसा लिखा: ‘इ वुबरी यहूदा अउर ओकर मीतन, इस्राएल क लोगन क अहइ।’ तब दूसर वुबरी ल्या अउर एह पइ लिखा, ‘एप्रैम क इ वुबरी यूसुप अउर ओकर मीत, इस्राएल क लोगन क अहइ।’ 17 तब दुइनउँ वुबरियन क एक संग जोर द्या। तोहरे हाथे मँ उ सबइ एक वुबरी होइ। 18 तोहार लोग इ स्पस्ट करइ क कहिहीं, कि एकर अरथ का अहइ। 19 ओनसे कहा कि सुआमी यहोवा कहत ह, ‘मइँ यूसुफ क वुबरी लेब जउन कि एप्रैम अउर ओकर मीत इस्राएल क काबिल क हाथन मँ अहइ। तब मइँ उ वुबरी क यहूदा क वुबरी क संग रखब अउर एनकर एक ठु वुबरी बनाउब। उ पचे मोरे हाथे मँ एक ठु वुबरी होइ।’ 20 ओनकर आँखिन क समन्वा ओन वुबरियन क आपन हाथन मँ धरा। तू उ सबइ नाउँ पइ ओन वुबरियन पइ लिखे रह्या। 21 लोग स कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह: मइँं इस्राएल क लोगन क ओन रास्ट्रन स लिआउब, जहाँ उ पचे गवा अहइँ। ‘मइँ ओनका चारिहुँ कइँती स बटोरब अउर ओनके अपने देस मँ लिआउब। 22 मइँ ओनका इस्राएल क पर्वतन क प्रदेस मँ एक रास्ट्र बनाउब। ओन सबहिं क सिरिफ एक राजा होइ। उ पचे दुइ रास्ट्र नाहीं बना रहिहीं। उ पचे भविस्स मँ राज्जन मँ नाहीं बाँटा जाइ सकतेन। 23 उ पचे आपन देवमूरतियन अउ भयंकर मूरतियन या आपन दूसर कउनो पापन स आपन आपका अउर दूसित नाहीं करिहीं। किन्तु मइँ ओन लोगन क ओनकर सबहिं पापन स जउन उ पचे किहे रहा बचाउब, अउर मइँ ओनका सबहिं ठउरन जहाँ उ पाप किहे रहेन एक संग बटोरब। मइँ ओनका पवित्तर बनाउब। उ सबइ मोर लोग होइहीं। अउर मइँ ओनकर परमेस्सर रहब। 24 “‘मोर सेवक दाऊद ओनके ऊपर राजा होइ। ओन सबहिं क सिरिफ एक गड़रिया होइ। उ पचे मोर नेमन क सहारे होइहीं अउर मोरे विधियन क पालन करिहीं। उ पचे उ काम करिहीं जउन मइँ कहब। 25 उ पचे उ भुइँया पइ रहिहीं जउन मइँ आपन सेवक याकूब क दिहेउँ। तोहार पुरखन उ ठउर पइ रहत रहेन अउर मोर लोग हुवाँ रहिहीं। उ पचे, ओनकर गदेलन अउर ओनकर पोतन-पोतियन हुवाँ हमेसा रहिहीं अउर मोर सेवक दाऊद ओनकर प्रमुख सदा रही। 26 मइँ ओनके संग एक सान्ति सन्धि करब। इ सन्धि सदा बनी रही। मइँ ओनका ओनकर देस देब मंजूर करब। मइँ ओनका बहुसंख्यक लोग बनाउब मंजूर करब। मइँ आपन पवित्तर ठउर हुवाँ ओनक संग सदा बरे रखब मजूंर करत हउँ। 27 मोर पवित्तर तम्बू हुवाँ ओनके बीच रही। हाँ, ओनकर परमेस्सर अउर उ पचे मोर लोग होइहीं। 28 तब दूसर रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर उ पचे जानिहीं कि मइँ इस्राएल क, ओनके बीच सदा बरे आपन पवित्तर ठउर रखिके, आपन खास लोग बनावत हउँ।’“
38:1 यहोवा क सँदेसा मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मागोग प्रदेस मँ गोग पइ धियान द्या। उ मेसेक अउर तूबल रास्ट्रन क सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख अहइ। गोग क विरूद्ध मोरे बरे कछू कहा। 3 उ ओहसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह ‘गोग तू मेसेक अउ तूबल रास्ट्रन क सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख अहा। किन्तु मइँ तोहरे खिलाफ हउँ। 4 मइँ तोहका धरब अउर तोहार पूरी फउज क संग वापस लिआउब। मइँ तोहार फउज क सबहिं मनसेधुअन क वापस लिआउब। मइँ सबहिं घोडन अउर घुड़सवारन क वापस लिआउब। मइँ तोहरे जबड़न मँ हुक डालब अउर तू सबहिं क वापस लिआउब। सबहिं फउजी आपन सबहिं तरवारन अउर ढालन क संग आपन फउजी पोसाक मँ होइहीं। 5 फारस, वूस अउ पूत क फउजी ओनके संग होइहीं। उ पचे सबहिं आपन ढालन अउर मूँड़े क कवच धारन किहे होइहीं। 6 हुआँ आपन फउजियन क सबहिं समूहन क संग गोमेर भी होइ। हुवाँ दूर उत्तर स आपन फउजियन क सबहिं समूहन क संग तोगर्मा क रास्ट्र भी होइ। तोहार संग अनेक लोग होइहीं। 7 “‘तइयार होइ जा। हाँ, आपन क तइयार करा अउर आपन संग मिलइवाली सेना क भी। तोहका निगरानी रखइ चाही अउर तइयार रहइ चाही। 8 बहोत लम्बे समइ क पाछे तू काम पइ बोलावा जाब्या। आगे आवइवाले बरिसन मँ तू उ प्रदेस मँ अउब्या जउन जुद्ध क बाद फुन निमिर्त होइ। उ देस मँ लोग इस्राएल क पर्वत पइ आवइ बरे बहोत स रास्ट्रन स एकट्ठा कीन्ह जइहीं। अतीत मँ इस्राएल क पर्वत बार-बार नस्ट कीन्ह गवा रहा। किन्तु इ सबइ लोग ओन दूसर रास्ट्रन स वापस लउटे होइहीं। उ पचे सबहिं सुरच्छित होइहीं। 9 किन्तु तू ओन पइ आक्रमण करइ अउब्या। तू तूफान क तरह अउब्या। तू देस क ढकत भए गरजत मेघ क तरह अउब्या। तू अउर बहोत स रास्ट्रन क तोहरे फउजियन क समूह, एन लोगन पइ आक्रमण करइ अइहीं।”‘ 10 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “उ समइ तोहरे दिमागे मँ एक विचार उठी। तू एक बुरी जोजना बनाउब सुरू करब्या। 11 तू कहब्या, ‘मइँ उ देस पइ हमला करइ जाब जेकर नगर बगैर देवार क अहइँ (इस्राएल)। उ सबइ लोग सान्तिपूर्वक रहत हीं। उ पचे समुझत हीं कि उ पचे सुरच्छित अहइँ। ओनकर रच्छा बरे ओनकर नगरन क चारिहुँ कइँती कउनो देवार नाहीं अहइ। ओनके दरवाजन मँ तालन नाहीं अहइँ, ओनके दरवाजे भी नाहीं अहइँ। 12 मइँ एन लोगन क हराउब अउर ओनकर सबहिं कीमती चिजियन ओनसे छोर लेब। मइँ ओन ठउरन क खिलाफ लड़ब जउन नस्ट होइ चुका रहेन, किन्तु अब लोग ओनमाँ रहइ लागेन ह। मइँ ओन लोगन (इस्राएल) क खिलाफ लड़ब जउन दूसर रास्ट्रन स एकट्ठा भए रहेन। अब उ सबइ लोग मवेसी अउ सम्पत्ति वाले अहइँ। उ सबइ संसार क चउराहे पइ रहत हीं जउने ठउर मँ सवतीसाली देसन क दूसर सवतीसाली सबहिं देसन तलक जाइ बरे जात्रा करइ पड़त ह।’ 13 “सबा, ददान अउ तर्सीस क बइपारी अउर सबहिं नगर जेनके संग उ पचे बइपार करत हीं, तोहसे पूछिहीं, ‘का तू कीमती चिजियन पइ अधिकार करइ आया ह का तू आपन फउजियन क समूहन क संग, ओन नीक चिजियन क हड़पइ अउर चाँदी, सोना मवेसी तथा सम्पत्ति लइ जाइ आवा रह्या?’“ 14 परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत, मोरे बरे गोग स कहा। ओहसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘तू हमरे लोगन पइ तब हमला करइ अउब्या जब उ पचे सान्तिपूर्वक अउर सुरच्छित रहत अहइँ। 15 तू दूर उत्तर क आपन ठउर स अउब्या अउर तू बहुसंख्यक लोगन क साथ लउब्या। उ पचे सबहिं घुड़सवार होइहीं। तू एक बिसाल अउर ताकतवर फउज होब्या। 16 तू मोरे लोग इस्राएल क विरूद्ध लड़इ अउब्या। तू देस क गरजत मेघ क तरह ढकइवाले होब्या। मइँ बाद मँ, आपन देस क विरूद्ध लड़इ बरे तोहका लिआउब। तब हे गोग, रास्ट्र जनिहीं कि मइँ केतना ताकतवर हउँ। उ पचे मोर सम्मान करिहीं अउर समुझिहीं कि मइँ पवित्तर हउँ। उ पचे लखिहीं कि मइँ तोहरे संग का करब।”‘ 17 यहोवा इ कहत ह, “उ समइ लोग याद करिहीं कि मइँ पुराने जमाने मँ तोहरे बारे मँ जउन कहेउँ। उ पचे याद करिहीं कि मइँ आपन सेवकन इस्राएल क नबियन क उपयोग किहेउँ। उ पचे याद करिहीं कि इस्राएल क नबी लोग मोरे बरे पुराने जमाने मँ बातन किहन अउर कहेन कि मइँ तोहका ओनके खिलाफ लड़इ बरे लिआउब।” 18 मोर सुआमी यहोवा कहेस, “उ समइ, गोग इस्राएल देस क विरूद्ध लड़इ आइ। मइँ आपन किरोध परगट करब। 19 किरोध अउ जलजलाहट मँ मइँ इ प्रतिग्या करत हउँ, अउर इ कहत हउँ कि इस्राएल मँ एक प्रबल भूकम्प आई। 20 उ समइ सबहिं सजीव प्राणी भय स काँप उठिहीं। समुद्र मँ मछरियन, अकासे मँ पंछी, खेतन मँ जंगली जनावरन अउर उ सबइ सबहिं परानी जउन धरती पइ रेगंत हीं, भय स काँप उठिहीं। पर्वत भहराइ पड़िहीं अउर सिखर ध्वस्त होइहीं। हर एक देवार धरती पइ आइ गिरिहीं।” 21 मोर सुआमी यहोवा कहत, “इस्राएल क पर्वतन पइ, मइँ गोग क विरूद्ध हर प्रकार क भय उत्पन्न करब। ओकर फउजी एतना भयभीत होइहीं कि उ पचे एक दूसर पइ हमला करिहीं अउर आपन तरवार स एक दूसर क मार डइहीं। 22 मइँ गोग क रोग अउर मउत स दण्ड देब। मइँ ओह पइ, ओकर सेना पइ अउर अनेक रास्ट्रन क लोगन पइ जउन कि ओकर संग अहइँ। ओलन, आगी अउर गंधक क बर्खा करब। 23 तब मइँ देखाउब कि मइँ केतना महान हउँ, मइँ प्रमाणित करब कि मइँ पवित्तर हउँ। बहोत स रास्ट्र मोका इ सबइ काम करत लखिहीं अउर उ पचे जनिहीं कि मइँ कउन हउँ। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
39:1 “मनई क पूत, गोग क विरूद्ध मोरे बरे कहा। ओहसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘गोग, तू मेसेक अउर तूबल देसन क सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख अहा। किन्तु मइँ तोहरे विरूद्ध हउँ। 2 मइँ तोहका घुमा देब अउर तोहार गवाइ करब अउर तोहका सुदूर उत्तर स लिआउब। मइँ तोहका इस्राएल क पर्वतन क खिलाफ जुद्ध करइ बरे लिआउब। 3 किन्तु मइँ तोहार धनुस तोहरे बाएँ हाथ स झटक के गिराइ देब। मइँ तोहरे दाएँ हाथ स तोहार बाण झटकिके गिराइ देब। 4 तू इस्राएल क पर्व-तन पइ मारा जाब्या। तू, तोहार फउजी अउर तोहरे संग क दूसर सबहिं रास्ट्र जुद्ध मँ मारा जइहीं। मइँ तोहका भोजन क रूप मँ सबइ सिकारी पच्छियन वन जनावरन क देब। 5 तू खुले मइदानन मँ मारा जाब्या। मइँ इ कहि दिहे हउँ।’“ मोर सुआमी यहोवा इ कहेस। 6 परमेस्सर कहेस, “मइँ मागोग अउ ओन मनइयन क, जउन समुद्र-तट पइ सुरच्छित रहत हीं, विरूद्ध आगी पठउब। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। 7 मइँ आपन पवित्तर नाउँ इस्राएल क लोगन मँ परगट करब। भविस्स मँ, मइँ आपन पवित्तर नाउँ क, लोगन क जरिये अउर जियादा दूसित नाहीं करइ देब। रास्ट्र जनिहीं कि मइँ यहोवा इस्राएल क परम पवित्तर हउँ। 8 उ समइ आवत अहइ। इ घटित होइ।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस। “इ उहइ दिन अहइ जेकरे बारे मँ मइँ कहत हउँ। 9 उ समइ, इस्राएल क नगरन मँ रहइवाले लोग ओन खेतन मँ जइहीं। उ पचे दुस्मन क अस्त्र-सस्त्रन क एकट्ठा करिहीं अउर ओनका जराइ देइहीं। उ पचे सबहिं ढालन, धनुसन अउर बाणन सबइ गदा अउ भालन क जलइहीं। उ पचे ओन अस्त्र-सस्त्रन क उपयोग सात बरिस तलक ईर्धन क रूप मँ करिहीं। 10 ओनका मइदानन स काठ एकट्ठी नाहीं करइ पड़ी या जगूंलन स बृच्छ नाहीं काटइ पड़ी, काहेकि उ पचे अस्त्र-सस्त्रन क उपयोग ईरधन क रूप मँ करिहीं। उ पचे ओन फउजियन क ल्हास क लूट लेइहीं जउन कि ओनसे चोरावइ बरे आए रहेन। उ पचे ओन फउजियन स अच्छी चिजियन लेइहीं जउन ओनसे नीक चिजियन लइ लिहेन।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।” 11 परमेस्सर कहेस, “उ समइ मँ गोग क दफनावइ बरे इस्राएल मँ एक ठउर चुनब। उ मृत सागर क पूरब मँ जात्रियन क घाटी मँ दफनावा जाइ। इ जात्रियन क मारग क रोकी। काहेकि गोग अउ ओकर सारी फउज उ ठउर मँ दफनाई जाइ। लोग एका ‘गोग क सेना क घाटी’ कहिहीं। 12 इस्राएल क परिवार देस क सुद्ध करइ बरे सात महीने तलक ओनका दफनाई। 13 देस क साधारण लोग दुस्मन क फउजियन क दफनइहीं। इस्राएल क लोग उ दिन प्रसिद्ध होइहीं जउने दिन मइँ अपने बरे सम्मान पाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस। 14 परमेस्सर कहेस, “लोग मजदूरन क, ओन मरे फउजियन क दफनावइ बरे पूरे समइ क नौकरी देइहीं। इ तरह उ पचे देस क पवित्तर करिहीं। उ सबइ मजदूर सात महीने तलक कार्य करिहीं। उ पचे ल्हासन क हेरत भए चरिहुँ ओर जइहीं। 15 उ सबइ मजदूर चारिहुँ कइँती हरेत फिरिहीं। जदि ओनमाँ स कउनो एक हाड़ लखी तउ उ ओकरे पास एक ठु चीन्हा बनाइ देइ। चीन्हा हुवाँ तब तलक रही जब तलक कब्र खोदइवाला आवत नाहीं अउर गोग क सेना क घाटी मँ उ हाड़ क दफनावत नाहीं। 16 उ मृतक लोगन क नगर (कब्रिस्तान) हमोना कहवाई। इ तरह उ सबइ देस क सुद्ध करिहीं।” 17 मोर सुआमी यहोवा इ कहेस, “हे मनई क पूत, मोरे बरे सबइ पंछियन अउ सबइ जंगली जानवरन स बात करा। ओनसे कहा, ‘हिआँ आवा। हिआँ आवा। इ बलि क चारिहुँ कइँती एकट्ठा भवा जउन मइँ तोहरे बरे इस्राएल क पर्वतन पइ तइयार किहेउँ। आवा, माँस खा अउर खून पिआ। 18 तू ताकतवर फउजियन क सरीर क माँस खाउब्या। तू संसार क प्रमुखन क खून पीब्या। उ पचे बासान क भेड़न, मेमनन, बोकरन अउर मोटे बइलन क समान होइहीं। 19 तू जेतना चाहा, ओतनी चर्बी खाइ सकत ह अउर तू उ समइ तलक खून पी सकत ह जब तलक कि तू नसा मँ नाहीं आवत ह। तू मोर बलि स खाब्या अउर पीब्या जेका मइँ तोहारे बरे गारेउँ। 20 तू मोरे मेज पइ तब तलक खाउब्या जब तलक तू सन्तुट्ठ नाहीं होइ जाब्या। हुवाँ घोड़न अउर रथ सारथी, सवतीसाली फउजी अउर दूसर सबहिं लड़इवाले मनई होइहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस। 21 परमेस्सर कहेस, “मइँ दूसर रास्ट्रन क देखाउब कि मइँ का किहेउँ ह। उ सबइ रास्ट्र मोर सम्मान करब आरम्भ करिहीं। उ सबइ मोर उ सवती लखिहीं जउन मइँ दुस्मन क विरूद्ध उपयोग किहेउँ। 22 तब उ दिन क पाछे, इस्राएल क परिवार जानी कि मइँ ओकर परमेस्सर यहोवा हउँ। 23 रास्ट्र इ जान जइहीं कि इस्राएल क परिवार काहे दूसर देसन मँ बन्दी बनाइके लइ जावा गवा रहा। उ पचे जनिहीं कि मोर लोग मोरे विरूद्ध होइ उठा रहेन। एह बरे मइँ ओनसे दूर हट गवा रहेउँ। मइँ ओनके दुस्मनन क ओनका हरावइ दिहेउँ। एह बरे मोर लोग जुद्ध मँ मारा गएन। 24 उ पचे पाप किहेन अउर आपन क गन्दा बनाएन। एह बरे मइँ ओनका ओन कामन बरे दण्ड दिहेउँ जउन उ पचे किहन। एह बरे मइँ ओनसे आपन मुँह फेर लिहेउँ ह।” 25 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “अब मइँ याकूब क परिवार क बन्धुवाई स निकारब। मइँ पूरे इस्राएल क परिवार पइ दया किहेउँ ह। मइँ आपन पवित्तर नाउँ क बरे बिसेस भावना परगट करब। 26 लोग आपन लज्जा अउर मोरे विरूद्ध विद्रोह क सारे समइ क बिसरि जइहीं। उ पचे आपन देस मँ सुरच्छा क संग रहिहीं। कउनो भी ओनका भयभीत नाहीं करी। 27 मइँ आपन लोगन क दूसर देसन स वापस लिआउब। मइँ ओनका ओनके दुस्मनन क देसन स एकट्ठा करब। तब बहोत स रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ केतना पवित्तर हउँ। 28 उ पचे समुझिही कि मइँ यहोवा ओनकर परमेस्सर हउँ। काहेकि मइँ ओनसे ओनकर घर छोड़वाएउँ अउर दूसर देसन मँ बन्दी क रूप मँ पठएउँ अउर तब मइँ ओनका एक संग एकट्ठा किहेउँ अउर ओनका आपन देस मँ वापस लिआएउँ। मइँ ओनमाँ स कउनो हवाँ अउर नाहीं छोड़ब। 29 मइँ इस्राएल क परिवार पइ आपन आतिमा उड़ेरब अउर ओकरे पाछे, मइँ फुन आपन मुहँ आपन लोगन स नाहीं छुपाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा।
40:1 हम लोगन क बन्दी क रूप मँ लइ जावा जाइके पच्चीसवें बरिस मँ, बरिस क सुरुआत मँ प्रथम महीने क दसएँ दिन, यहोवा क आतिमा मोह पइ आई। यरूसलेम क जीतइ क पाछे इ चउदहवाँ बरिस रहा। उहइ दिना यहोवा क सक्ती मोका हुवाँ लइ गवा। 2 दर्सन मँ परमेस्सर मोका इस्राएल देस लइ गवा। उ मोका एक बहोत ऊँचे पर्वत क समीप उतारेस। पर्वत पइ एक भवन रहा जउन नगर क समान देखात रहा। 3 यहोवा मोका हुवाँ लइ गवा। हुवाँ एक मनई रहा जउन चमचमात गए काँसे क तरह चमकत भवा देखात रहा। उ मनई एक कपड़ा नापइ क फीता अउर नापइ क एक छड़ आपन हाथे मँ लिहे रहा। उ फाटक स लगा खड़ा रहा। 4 उ मनई मोहसे कहेस, “मनई क पूत, आपन आँखिन अउ आपन कान क उपयोग करा। एन चिजियन पइ धियान द्या अउर मोर सुना। जउन मइँ तोहका देखावत हउँ ओह पइ धियान द्या। काहेकि तू हिआँ लाए गवा अहा, एह बरे मइँ तोहका एन चिजियन क देखाइ सकत हउँ। तू इस्राएल क परिवार स उ सबइ बतावा जउन तू हिआँ लखा।” 5 मइँ एक देवार लखेउँ जउन मन्दिर क बाहर चारिहुँ कइँती स घेरत रहिन। उ मनई क हाथे मँ चिजियन क नापइ क एक छड़ रही। इ एक छे हाथ लम्ब रहा। (प्रत्यक हाथ साधारण हाथ स चार अगुँल लम्बा रहा।) एह बरे उ मनई देवार क मोटाइ नापेस उ एक छड़ मोटी रही। उ मनई देवार की ऊँचाई नापेस। इ एक छड़ ऊँची रही। 6 तब मनई पूरबी दुआर क गवा। उ मनई ओकर सीढ़ियन पइ चढ़ेस अउर फाटक क डेवढ़ी क नापेस। इ एक छड़ चौड़ी रही। 7 रच्छकन क कमरन एक छड़ लम्बे अउर एक छड़ चौड़े रहेन। कमरन क बीच क देवारन क मोटाई पाँच हाथ रही। भीतर क ओर फाटक क डेवढ़ी जउन कच्छ क बगल मँ रहा एक छड़ चौड़ी रही। 8 तब उ मनई मन्दिर स लगे फाटक क प्रवेस कच्छ क नापेस। इ एक छड़ चौड़ा रहा। 9 तब उ मनई फाटक क प्रवेस कच्छ क नापेस। इ आठ हाथ लम्बा रहा। उ मनई फाटक क दुइनउँ बगल क देवारन क नापेस। हर एक बगल देवार दुइ हाथ चौड़ा रहा। फाटक क ओसारा दरवाजा क भीतर क कइँती रहा। 10 फाटक क हर कइँती तीन नान्ह कमरन रहेन। इ सबइ तीनहुँ नान्ह कमरन हर कइँती स एक नाप क रहेन। दुइनउँ कइँती क दुआर खमम्भन एक नाप क रहेन। 11 उ मनई फाटक क प्रवेसद्वार क चौड़ाई नापेस। इ दस हाथ चौड़ी अउर फाटक क लम्बाइ तेरह हाथ रही। 12 हर एक कमरा क सामने एक नीची देवार रही। इ देवार एक हाथ ऊँची अउर एक हाथ मोटी रही। कमरन वर्गाकार रहेन अउर हर कइँती स छ: हाथ लम्बे रहेन। 13 उ मनई फाटक क हर कमरे क छत स दूसर कमरे क छत तलक नापेस। इ पच्चीस हाथ लम्बा रहा। एक दुआर दूसर दुआर क ठीक विपरीत रहा। 14 उ मनई प्रवेस कच्छ क नापेस। इ साठ हाथ चउड़ा रहा। प्रवेस कच्छ क चारिहुँ ओर आँगन रहा। 15 प्रवेस कच्छ क फाटक पूरे बाहर स, फाटक क भीतर तलक नाप मँ पचास हाथ रहा। 16 रच्छकन क कमरन मँ चारिहुँ कइँती खिड़कियन रहिन। प्रेवेस क कइँती खिड़िकियन बहोत जयादा पातर हो ग रहिन। अउर अन्दर क कइँती चउड़ा रहेन। प्रवेस कच्छ मँ भी चारिहुँ कइँती उहइ प्रकार क खिड़कियन रहिन। हर एक दुआर खम्भन पइ खजूर क बृच्छ खुदा रहेन। 17 तब उ मनई मोका बाहरी आँगन मँ लिआवा। मइँ कमरन अउर पवके फर्स क लखेस। उ पचे आँगन क चारिहुँ कइँती रहेन। पवके फर्स पइ सामने तीस कमरन रहेन। 18 पवका रास्ता फाटक क बगल स गवा। पवका फर्स ओतना ही लम्बा रहा जेतने फाटक रहेन। इ खाले क रास्ता रहा। 19 तब उ मनई खाले फाटक क सामने भीतर कइँती स लइके आँगन क देवार क समन्वा भीतर कइँती तलक नापेस। इ पूरब अउर उत्तर क अउर सौ-सौ हाथ रहेन। 20 उ मनई बाहरी आँगन, जेकर सामना उत्तर कइँती अहइ, क फाटक क लम्बाई अउ चौड़ाइ क नापेस। 21 एकरे हर एक कइँती तीन कमरा अहइँ। एकर दुआर खम्भन अउर प्रवेस-दुआर क नाप उहइ रही जउन पहिले फाटक क रही। फाटक पचास हाथ लम्बा अउर पच्चीस हाथ चौड़ा रहा। 22 एकर खिड़कियन एकर ओसारा अउर एकर खजूर क बृच्छन क नवकासी क नाप उहइ रही जउन पूरब कइँती मुखवाले फाटक क रही। फाटक तलक सात सीढ़ियन रहिन। फाटक क प्रवेस कच्छ भीतर रहा। 23 भीतरी आँगन मँ उत्तर क फाटक तलक पहोंचइवाला एक फाटक रहा। इ पूरब क फाटक क नाईर् रहा। उ मनई एक फाटक स दूसर तक नापेस। इ एक फाटक स दूसर फाटक तलक सौ हाथ रहा। 24 तब उ मनई मोका दविखन कइँती लइ गवा। मइँ दविखन मँ एक दुआर लखेउँ। उ मनई दुआर खम्भन अउर प्रवेस कच्छ क नापेस। उ पचे नाप मँ ओतने ही रहेन जेतने दूसर फाटक। 25 दुआरा रास्ता अउर एकर ओसारा पचास हाथ लम्बा अउर पच्चीस हाथ चउड़ा रहा। एकर चारिहुँ कइँती दूसर फाटकन क नाईं खिड़कियन रहेन। 26 सात पैड़ियन इ फाटक तलक पहोंचावत रहिन। एकर प्रवेस कच्छ भीतर क रहा। हर एक कइँती एक-एक दुआर-खम्भा पइ खजूर क नवकासी रही। 27 भीतरी आँगन क दविखन कइँती एक फाटक रहा। उ मनई दविखन कइँती एक फाटक स दूसर फाटक तलक नापेस। इ सौ हाथ चउड़ा रहा। 28 तब उ मनई मोका दविखन फाटक स होइके भीतर आँगन मँ लइ गवा। दविखन क फाटक क नाप ओतनी ही रही जेतनी दूसर फाटकन क। 29 दविखन फाटक क कमरन, दुआर-खम्भा अउर प्रवेस दुआर क नाप ओतनी ही रही जेतनी दूसर फाटकन क रही। खिड़कियन, फाटक अउर प्रवेस कच्छ क चारिहुँ ओर रहिन। फाटक पचास हाथ लम्बा अउर पच्चीस हाथ चउड़ा रहा। 30 ओकरे चारिहुँ कइँती प्रवेस कच्छ रहेन। प्रवेस कच्छ पच्चीस हाथ लम्बा अउ पाँच हाथ चउड़ा रहा। 31 दविखन फाटक क प्रवेस कच्छ क समन्ना बाहरी आँगन कइँती रहा। एकरे दुआर खमम्भन पइ खजूरे क बृच्छन क नवकासी रही। एकर सीढ़ी क आठु पैड़ियन रहिन। 32 उ मनई मोका पूरब कइँती क भीतरी आँगन मँ लिआवा। उ फाटक क नापेस। ओकर नाप उहइ रही जउन दूसर फाटकन क। 33 पूरबी दुआर क कमरन, दुआर खम्भा अउ प्रवेस कच्छ क नाप उहइ रहेन जउन अन्य फाटकन क। फाटक अउ प्रवेस कच्छ क चारिहुँ कइँती खिड़कियन रहिन। पूरबी फाटक पचास हाथ लम्बा अउ पच्चीस हाथ चउड़ा रहा। 34 एकर प्रवेस कच्छ क सामना बाहरी आँगन कइँती रहा। हर कइँती क दुआर-खम्भन पइ खजूरे क बृच्छन क नवकासी रही। एकरी सीढ़ी मँ आठ पैड़ियन रहिन। 35 तब उ मनई मोका उत्तरी दुआरे पइ लिआवा। उ एका नापेस। एकर नाप उ रही जउन दूसर फाटकन क नाप क समान रहि 36 एकर दुआरपाल क कमरन, खम्भन, प्रवेस कच्छ अउर ओसारा भी रहेन। फाटक क चारिहुँ ओर खिड़कियन रहिन। इ पचास हाथ लम्बा अउर पच्चीस हाथ चउड़ा रहा। 37 दुआर खम्भन क सामना बाहरी आँगन कइँती रहा। हर एक कइँती क दुआर खम्भन पइ खजूरे क बृच्छन क नवकासी रहिन अउर एकर सीढ़ी क आठ पैड़ियन रहिन। 38 एक कमरा रहा जेकर दरवाजा फाटक क प्रवेस कच्छ क लगे रहा। इ हुवाँ रहा जहाँ याजक होमबलि बरे जनावरन क नहवावत हीं। 39 फाटक क प्रवेस कच्छ क दुइनउँ कइँती दुइ मेजन रहिन। होमबलि पाप बरे भेंट अउर अपराध बरे भेंट क जनावरन ओनहीं मेजन पइ मारा जात रहेन। 40 प्रवेस कच्छ क बाहर, जहाँ उत्तरी फाटक खुलत ह, दुइ मेजन रहिन अउर फाटक क प्रवेस कच्छ क दूसर कइँती दुइ मेजन रहिन। 41 फाटक क भीतर चार मेजन रहिन। चार मेजन फाटक क बाहेर रहिन। सब मिलाइके आठ मेजन रहिन। याजक एन मेजन पइ बलि बरे जनावरन क मारत रहेन। 42 होमबलि बरे कटी सिला क चार मेजन रहिन। इ सबइ मेजन डेढ़ हाथ लम्बी, डे़ढ़ हाथ चउड़ी अउर एक हाथ ऊँची रहिन। योजक होमबलि अउर बलिदानन बरे जउन जनावरन क मारा करत रहेन, ओनका मारइ क अउजारन क एन मेजन पइ धरत रहेन। 43 तीन इंच लम्बा हुक पूरे मन्दिर मँ लगाए गए रहेन। भेंट बरे माँस मेजन पइ रखइ रहत रहा। 44 प्रमुखन के लिए भीतरी आँगन क फाटक क दुइ कमरन रहेन। एक उत्तरी फाटक क साथ रहा। एकर सामना दविखन क रहा। दूसर कमरा दविखन क फाटक क साथ रहा। एकर सामना उत्तर क रहा। 45 उ मनई मोहसे कहेस, “इ कमरा, जेकर सामना दविखन क अहइ, ओन याजक क बरे अहइ जउन काम पइ अहइँ अउर मन्दिर मँ सेवा करत अहइँ। 46 किन्तु उ कमरा जेकर सामना उत्तर क अहइ, ओन याजकन बरे अहइ जउन आपन काम पइ अहइँ अउर वेदी पइ सेवा करत अहइँ। इ सबहिं याजक सादोक क बंसज अहइँ। सादोक क बंसज ही लेवी बंस क एकमात्र मनई अहइँ जउन यहोवा क सेवा ओनके लगे बलि लाइके कइ सकत हीं।” 47 उ मनई आँगन क नापेस। आँगन पूर्ण वर्गाकार रहा। इ सौ हाथ लम्बा अउर सौ हाथ चउड़ा रहा। वेदी मन्दिर क समन्वा रही। 48 उ मनई मोका मन्दिर क ओसारा मँ लिआवा अउर दुइनउँ कइँती क हरे क नापेस। ओन मँ हर एक पाँच-पाँच हाथ मोटा अउर तीन-तीन हाथ चउड़ा रहा। प्रवेस क चउड़ाइ चौदह हाथ रहा। 49 प्रवेस कच्छ बीस हाथ लम्बा अउर बारह हाथ चउड़ा रहा। प्रवेस कच्छ तलक दस सीढ़ियन पहोंचावत रहिन। दुआर खम्भा क सहारे दुइनउँ ओर खम्भा रहेन।
41:1 उ मनई मोका मन्दिर क बीच क कमरा मँ लिआवा। उ कमरा क दुइनउँ कइँती क देवारन क नापेस। उ सबइ मँ स हर एक, हर कइँती छ: हाथ मोटा रहेन। 2 दरवाजा दस हाथ चउड़ा रहा। दुआर क बगलन पाँच हाथ हर कइँती रहिन। उ मनई बाहरी पवित्तर ठउरे क नापेस। इ चालीस हाथ लम्बा अउर बीस हाथ चउड़ा रहा। 3 तब उ मनई अन्दर गवा अउर हर एक दुआर खम्भा क नापेस। हर एक दु आर खम्भा दुइ हाथ मोटा रहा। इ छ: हाथ ऊँचा रहा। दुआर सात हाथ चउड़ा रहा। 4 तब उ मनई कमरा क लम्बाई नापेस। इ बीस हाथ लम्बा अउर बीस हाथ चउड़ा रहा। इ (प्रथम) परिसुद्ध कमरे क बाद रहा। उ मनई कहेस, “इ परम पवित्तर ठउर अहइ।” 5 तब उ मनई मन्दिर क देवार नापेस। इ छ: हाथ चउड़ी रही। बगल क कमरन चार हाथ चउड़न मन्दिर क चारिहुँ कइँती रहेन। 6 बगल क कमरन तीन अलग अलग मंजिलन पइ रहेन। उ सबइ एक दूसर क ऊपर रहेन। हर एक मंजिल पइ तीस कमरन रहेन। बगल क कमरन चारिहुँ कइँती क देवार पइ टिके भए रहेन। एह बरे मन्दिर क देवार खुद कमरन क टेकाए भए नाहीं रहिन। 7 मन्दिर क चारिहुँ ओर क कमरन क मंजिल क खाले क मंजिल स अधिक चउड़ी रहिन। मन्दिर क चारिहुँ ओर ऊँच चबूतरा हर मंजिल पइ मन्दिर क हर एक कइँती फइला भवा रहा। एह बरे सब स ऊपर क मंजिल पइ कमरन अधिक चउड़ा रहेन। दूसर मंजिल स होइके एक सीढ़ी सब स नीचे क मंजिल स सब स ऊँच मंजिल तलक गइ रही। 8 मइँ इ भी लखेउँ कि मन्दिर क चारिहुँ कइँती उठा भवा चबूतरा रहा। बगल क कमरन क नेंव एक समन्वा छड़ अरथात छ: हाथ क पूरे छड़ क रहा। 9 बगल क कमरन क बाहरी देवार पाँच हाथ मोटी रही। मन्दिर क बगल क कमरन’ 10 अउर याजक क कमरन क बीच खुला छेत्र मन्दिर क चारिहुँ ओर रहा। इ खुला छेत्र मन्दिर क चारिहुँ कइँती बीस हाथ रहा। 11 बगल क कमरन क दरवाजन खुला छेत्र क नेंव पइ खुलत रहेन जउन देवार क हींसा नाहीं रहिन। एक दरवाजा क मुँह उत्तर कइँती रहा अउर दूसर क दविखन कइँती। खुला छेत्र चारिहुँ कइँती स पाँच हाथ चउड़ी रहिन। 12 पच्छिमी कइँती मन्दिर क आँगन क सामने क भवन सत्तर हाथ रहा। भवन क देवार चारिहुँ ओर पाँच हाथ मोटी रही। इ नब्बे हाथ लम्बी रही। 13 तब उ मनई मन्दिर क नापेस। इ सौ हाथ लम्बा रहा। भवन अउ एकर देवार क संग आँगन भी सौ हाथ लम्बे रहेन। 14 मन्दिर क पूर्वी मुँह अउर आँगन सौ हाथ चउड़ा रहा। 15 उ मनई उ भवन क लम्बाई क नापेस जेकर सामना मन्दिर क पाछे क आँगन कइँती रहा तथा जेकर देवारन दुइनउँ कइँती रहिन। इ सौ हाथ लम्बा रहा। बीच क कमरे क भीतरी कमरे (सबन त पवित्तर ठउर) अउ आँगन क प्रवेस कच्छ पइ तखता लगी रहिन। तीनहुँ पइ ही चारिहुँ कइँती जालीदार खिड़कियन रहिन। मन्दिर क चारिहूँ कइँती डेवढ़ी स लगे, फर्स स खिड़कियन तलक काठे क तखता जड़ी भइ रहिन। खिड़कियन ढकी भइ रहिन। 16 17 दुआरे क ऊपर क देवार, भीतरी कमरन अउर बाहेर तलक, सारी लकड़ी क चौखटन स मढ़ी गइ रहिन। मन्दिर क भीतरी कमरन तथा बाहरी कमरन क सबहिं देवारन पइ 18 करूब सरगदूतन अउर खजूर बृच्छन क नक्कासी कीन्ह गइ रही। करूब सरगदूतन क बीच एक खजूर क बृच्छ रहा। अउर हर एक करूब क दुइ मुख रहेन। 19 एक मुँह मनई क रहा जउन एक कइँती खजूरे क बृच्छ क लखत रहा। दूसर मुँह सेर क रहा जउन दूसर कइँती खजूर क बृच्छक लखत रहा। उ पचे मन्दिर क चारिहुँ कइँती उकेरा ग रहेन। 20 बीच क कमरन पवित्तर ठउर क सबहिं देवारन पइ करूब सरगदूत अउर खजूरे क बृच्छ उकेरे ग रहेन। 21 पत्तिर स्थान क दुआर ज ढाँचा वर्गाकार रहेन। सब स जियादा पवित्तर ठउरे क समन्वा अइसा कछू रहा जउन 22 वेदी क नाईर् काठे क बना देखात रहा। इ तीन हाथ ऊँच अउर दुइ हाथ लम्बा रहा। एकर कोनन, नेंव अउ पच्छ काठे क रहेन। उ मनई मोहसे कहेस, “इ मेज अहइ जउन यहोवा क समन्वा अहइ।” 23 बीच क कमरा (पवित्तर ठउर) अउर परम पवित्तर ठउर दुइ दरवाजनवाला रहेन। 24 एक दरवाजा दुइ नान्ह दरवाजन स बना रहा। हर एक दरवाजा फुरइ दुइ हिलत भए दरवाजन स रहा। 25 बीच क कमरन (पवित्तर ठउर) क दरवाजन पइ करूब सरगदूत अउ खजूर क बृच्छ उकेरे ग रहेन। उ सबइ वइसे ही रहेन जइसे देवारन पइ उकेरे गवा रहेन। बाहेर कइँती प्रवेस कच्छ क बाहरी हीसें पइ काठे क नवकासी रही। 26 बाहेर तंग खिड़कियन अउर अन्दर चउड़ी खिड़कियन रहेन। अउर प्रवेस कच्छ क दुइनउँ कइँती, मन्दिर क बगल कमरन अउर देहली पइ खजूर क बृच्छ क तस्बीरन रहेन।