Judges

1:1 यहोसू मर गवा। तब इस्राएल क लोग यहोवा स पराथना किहेन। उ पचे कहेन, “हमरे परिवार समूह मँ स कउन पहिले कनानी लोगन स हम लोगन क बेर जुद्ध लड़इ बरे जाइ?” 2 यहोवा इस्राएली लोगन स कहेस, “यहूदा क परिवार समूह पहिले जाइ। मइँ ओनका इ भुइँया क प्राप्त करइ देइ।” 3 यहूदा क लोग सिमोन परिवार समूह क आपन भाइयन स मदद माँगेस। यहूदा क लोग कहेन, “भाइयो, जदि तू पचे हम लोगन क भुइँया बरे जुद्ध करइ मँ मदद करइ बरे हमरे संग अउब्या तउ हम लोग भी तू पचन्क क भुइँया बरे तू पचन्क जुद्ध लड़ब।” सिमोन क लोग ओनकर संग जाइ बरे तइयार होइ गएन। 4 यहोवा यहूदा क लोगन क कनानियन अउ परिज्जी लोगन क हरावइ मँ मदद किहेस। यहूदा क लोग बेजेक नगर मँ दस हजार मनइयन क मार डाएन। 5 बेजेक नगर मँ यहूदा क लोग बेजेक क सासक अदोनीबेजेक क पाएस अउर ओहसे जुद्ध किहेन। यहूदा क लोग कनानियन अउ परिज्जी लोगन क हराएन। 6 बेजेक क सासक अदोनीबेजेक भाग पराइ क जतन किहेन। किन्तु यहूदा क लोग ओकर पाछा किहेन अउर ओका धइ लिहेन। जब उ पचे ओका धरेन तब उ पचे ओकर हाथ अउर गोड़ क अंगूठन क काट डाएन। 7 तब बेजेक क सासक अदोनिबेजेक कहेस, “मइँ सत्तर राजा लोगन क हाथ अउर गोड़ क अंगूठन काटेउँ अउर ओन राजा लोगन क भोजन क उहइ टूकन खाइ क पड़ा जउन मोरी मेजे मँ स गिरा भवा रहा। अब यहोवा मोका ओकर बदला दिहेस ह जउन मइँ ओन राजा लोगन क संग किहे रहा।” यहूदा क लोग बेजेक क सासक क यरूसलेम लइ गएन अउर उ हुवँइ मरा। 8 यहूदा क लोग यरूसलेम क खिलाफ लड़ेन अउर ओह पइ कब्जा कइ लिहेन। यहूदा को लोग यरूसलेम क लोगन क मारइ बरे तरवार क उपयोग किहन। तब उ पचे नगर क जलाइ दिहन। 9 ओकरे पाछे यहूदा क लोग कछू दूसर कनानी लोगन स जुद्ध करइ बरे गएन। तब उ पचे कनानी पहाड़ी प्रदेसन, नेगेव अउ समुद्र क किनारे क पहाड़ियन मँ रहत रहेन। 10 तब यहूदा क लोग ओन कनानी लोगन क खिलाफ लड़इ गएन जउन हेब्रोन नगर मँ रहत रहेन। पूर्वकाल मँ हेब्रोन क किर्यत-अरब कहा जाता रहा यहूदा क लोग सेसै, अहीमन अउ तल्मै कहा जाइवाले लोगन क हराएन। 11 यहूदा क लोग उ जगहिया क तजेन। उ पचे दबीर नगर, हुवाँ क लोगन क खिलाफ जुद्ध करइ गएन। (पूर्वकाल मँ दबीर क किर्यत्सेपेर कहा जात रहा। 12 यहूदा क लोगन क जुद्ध बरे खाना होइ स पहिले कालेब ओन लोगन स एक ठु प्रतिग्या किहेस, “मइँ आपन बिटिया अकसा क उ मनई क पत्नी क रूप मँ देब जउन किर्यत्सेपेर नगर पइ हमला करत ह अउर ओह पइ कब्जा करत ह।” 13 कालेब क एक लहुरा भाई रहा जेकर नाउँ कनज रहा। कनज क एक पूत ओत्नीएल नाउँ क रहा। ओत्नीएल किर्यत्सेपेर नगर क जीत लिहेस। एह बेर कालेब आपन बिटिया अकसा क पत्नी क रूप मँ ओत्नीएल क दिहेस। 14 जब अकसा ओत्नीएल क संग रहइ बरे गएस, तब ओत्नीएल ओहसे कहेस कि उ आपन पिता स कछू भुइँया माँगइ। अकसा आपन बाप क लगे गइ। एह बरे उ आपन गदहा स उतरी अउर कालेब स पूछेस, “का कठिनाई अहइ?” 15 अकसा कालेब क उत्तर दिहेस, “मुझे आसीर्बाद दे। आप मोका नेगेव क झुरान रेगिस्तान दिहेन ह। कृपा कइके मोका कछू पानी क सोतावली भुइँया देइँ।” एह बरे कालेब ओका उ दिहस जउन उ चाहत रही। उ ओका उ भुइँया क ऊपर अउ नीचे क पानी क सोता दइ दिहेस। 16 केनी लोग ताड़बृच्छन क नगर (यरीहो) क तजेन अउर यहूदा क लोगन क संग गएन। उ सबइ लोग यहूदा क रेगिस्तान मँ हुवाँ क लोगन क संग रहइ गएन। इ नेगेव मँ अराद नगर क लगे रहा। (केनी लोग मूसा क ससुर क परिवार स रहेन) 17 कछू कनानी लोग सपत नगर मँ रहत रहेन। एह बरे यहूदा क लोग अउ सिमोन क परिवार समूह क लोग ओन कनानी लोगन पइ हमला किहेस। उ पचे नगर क पूरी तरह नस्ट कइ दिहेन। एह बरे उ पचे नगर क नाउँ होर्मा रखेन। 18 यहूदा क लोग अज्जा क नगर अउ ओकर चारिहुँ कइँती क इलाका पइ अधिकार किहन। यहूदा क लोग असकलोन अउ एकोन नगरन अउ ओकरे चारिहँु कइँती क इलाका पइ भी कब्जा किहन। 19 यहोवा उ समइ यहूदा क लोगन क संग रहा, जब उ पचे जुद्ध करत रहेन। उ पचे पहाड़ी प्रदेस क भुइँया पइ कब्जा किहन। किन्तु उ पचे घाटियन क भुइँया लेइ मँ नाकामयाब रहेन काहेकि हुवाँ क निवासियन क लगे लोहे क रथ रहेन। 20 मूसा कालेब क हेब्रोन क लगे क भुइँया देइ क बचन दिहे रहा। एह बरे उ भुइँया कालेब क परिवार क दइ दीन्ह गइ। कालेब क लोग अनाक क तीनहुँ पूतन क उ जगह तजइ क मजबूर किहन। 21 बिन्यामीन परिवार समुह क लोग यबूसी लोगन क यरूसलेम तजइ क मजबूर न कइ सकेन। उ समइ स लइके अब तलक यबूसी लोग यरूसलेम मँ बिन्यामीन लोगन क संग रहत आएन ह। 22 यूसुफ क परिवार समूह क लोग भी बेतेल नगर क खिलाफ लड़इ बरे गएन। यहोवा ओन लोगन क संग रहा। 23 यूसुफ क परिवार क लोग कछू जासूसन क बेतेल नगर पठएन। पूर्वकाल मँ बेतेल क लूज कहा जात रहा। 24 जब उ पचे बेतेल नगर क लखत रहेन उ पचे एक ठु मनई क नगर स बाहेर आवत लखेन। जासूस लोगन ओहसे कहेन, “हम लोगन क नगर मँ जाइ क गुप्त मारग बतावा। हम लोग नगर पइ हमला करब। किन्तु जदि तू हमार मदद करब्या तउ हम तोहका चोट नाहीं पहोंचाउब।” 25 उ मनई जासूसन क नगर मँ जाइ क गुप्त मारग बताएस। यूसुफ क लोग बेतेल क लोगन क मारइ बरे आपन तरवार क उपयोग किहन। उ पचे उ मनई ओकरे परिवार क सुरच्छित जाइ दिहेन। 26 उ मनई उ प्रदेस मँ गवा जहाँ हित्ती लोग रहत रहेन। हुआँ उ एक ठु नगर बसाएस। उ उ नगर क नाउँ लूज राखेस, जेका आजु तलक उहइ नाउँ अहइ। 27 कनानी लोग बेतसान, तानाक, दोर, यिबलाम, मगिद्दो अउर ओनकर चारिहुँ कइँती क नान्ह नान्ह नगर मँ रहत रहेन। मनस्से क परिवार समूह क लोग ओन लोगन क ओन नगरन क तजइ बरे मजबूर नाहीं कइ सके रहेन। एह बरे कनानी लोग हुवाँ टिके रहेन। 28 पाछे इस्राएल क लोग जियादा ताकतवर भएन अउर कनानी लोगन क दासन क तरह अपने खातिर काम करइ बरे मजबूर किहन। किन्तु इस्राएल क लोग सबहिं कनानी लोगन स ओनकर प्रदेस नाहीं छुड़वाइ सकेन। 29 इहइ बात एप्रैम क परिवार समूह क संग भइ। कनानी लोग गेजेर मँ रहत रहेन अउर एप्रैम क लोग सबहिं कनानी लोगन स ओनकर देस नाहीं छुड़वाइ सकेन। एह बरे कनानी लोग एप्रैम क लोगन क संग गेजेर मँ रहत चले गएन। 30 जबूलन क परिवार समूह क संग इहइ बात भइ। कित्रोन अउ नहलोल नगरन मँ कछू कनानी रहत रहेन। जबूलुन लोग ओन लोगन स ओकर देस नाहीं छुड़वाइ सकेन। उ सबइ कनानी लोग टिके रहेन अउर जबूलन लोगन क संग रहत चले आएन। किन्तु जबूलन क लोग ओन लोगन क दासन क तरह काम करइ क मजबूर किहन। 31 आसेर क परिवार समूह क संग भी इहइ बात भइ। आसेर क लोग ओन लोगन स अक्को, सीदोन, अहलाब, अकजीब, हेलबा, अपीक अउ रहोब नगरन क न छोड़वाइ सकेन। 32 आसेर क लोग कनानी लोगन स आपन देस न छोड़वाइ सकेन। एह बरे कनानी लोग आसेर क लोगन क संग रहत चले गएन। 33 नप्ताली क परिवार समूह क संग भी इहइ बात भइ। नप्ताली परिवार क लोग ओन लोगन स बेतसेमेस अउ बेतनात नगरन क न छुड़वाइ सकेन। एह बरे नप्ताली क लोग ओन नगरन मँ ओन लोगन क संग रहत चले आएन। उ सबइ कनानी लोग टिके रहेन अउर नप्ताली लोगन बरे दासन क तरह काम करइ क मजबूर किहन। 34 एमोरी लोग दान क परिवार समूह क लोगन क पहाड़ी प्रदेस मँ रहइ बरे मजबूर कइ दिहेन। दान क लोगन क पहाड़ियन मँ ठहरब पड़ा काहेकि एमोरी लोग ओनका घाटियन मँ उतरइ अउर ठहरइ नाहीं देत रहेन। 35 एमोरी लोग हेरेस पहाड़ी, अय्यालोन अउ सालबीम मँ ठहरइ क निहचइ किहेन। पाछे, यूसुफ क परिवार समूह सक्तीसाली होइ गवा। तब उ पचे एमोरी लोगन स दासन क तरह काम करवाएस। 36 एमोरी लोगन क प्रदेस बिच्छु दर्र स सेला अउ सलो क परे पहाड़ी प्रदेस तलक रहा।

2:1 यहोवा क सरगदूत गिलगाल नगर स बोकीम नगर क गवा। सरगदूत यहोवा क एक ठु सँदेसा इस्राएल क लोगन क दिहस। सँदेसा इ रहा: “तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। किन्तु मइँ तू पचन्क अजाद किहेउँ अउर मइँ तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मइँ तू पचन्क इ भुइँया मँ लाएउँ जेहसे तोहरे पचन्क पुरखन क देइ बरे मइँ प्रतिग्या किहे रहेउँ। मइँ कहेउँ, मइँ तू पचन्स आपन वाचा कबहुँ नाहीं तोड़ेब। 2 किन्तु एकरे बदले मँ तू पचन्क इ भुइँया क निवासियन क संग कोइ समझौता नाहीं करइ क होइ। तोहका ओनकर वेदीयन नस्ट करइ चाही। इ मइँ तू पचन्स कहेउँ किन्तु तू लोग मोर आग्या नाहीं मान्या। तू अइसा काहे किहेन? 3 “अब मइँ तू पचन्स इ कहत हउँ, ‘मइँ इ भुइँया स अब अउर लोगन क बाहेर नाहीं हटाउब। इ सबइ लोग तोहरे लोगन बरे पँदा साबित होइ। ओनकर झूठे देवता लोग तू पचन्क फँसावइ बरे जाल बनिहीं।’” 4 यहोवा क सरगदूत इस्राएल क लोगन क जब यहोवा क सँदेसा दइ चुका, तब लोग जोर स रोइ प़डेन। 5 एह बरे इस्राएल क लोग उ ठउरे क बोकीम नाउँ दिहेन जहाँ उ पचे रोइ पड़े रहेन। बोकीम मँ इस्राएल क लोग यहोवा बरे बलि दिहेन। 6 तब यहोसू लोगन स कहेस कि उ पचे आपन घरन क लउटि जाइँ। एह बरे हर एक परिवार समूह आपन भुइँया क छेत्र लेइ गवा अउर ओहमाँ रहइ। 7 इस्राएल क लोग तब तलक यहोवा क सेवा किहन जब तलक यहोसू जिअत रहा। ओन बुजुर्गन क जीवन काल मँ भी उ पचे यहोवा क सेवा करत रहेन जउन यहोसू क बाद भी जिअत रहेन। एन बुजुर्ग लोग इस्राएल क लोग बरे जउन यहोवा बरे महान कारज किहे रहा, ओनका लखे रहा। 8 नून क पूत यहोसू, जउन यहोवा क सेवक रहा, एक सौ दस बरिस क उमर मँ मरा। 9 ऍह बरे इस्राएल क लोग यहोसू क मृत सरीर क उ भूइयाँ मँ दफनावा गवा, जउन ओका दीन्ह गवा रहा। उ भूइँया तिम्नथ हेरेस मँ रही जउन एप्रैम क पहाड़ी छेत्र मँ गास पहाड़े क उत्तर मँ रही। 10 एकरे पाछे उ पूरी पीढ़ी मर गइ अउर नई पीढ़ी पइदा भइ। इ नवी पीढ़ी यहोवा क बारे मँ न तउ जानत रही अउ न ही ओका, यहोवा इस्राएल क लोगन क बरे का कीन्ह रहा, एकर गियान रहा। 11 एह बरे इस्राएल क लोग पाप किहेन अउ बाल क मूरतियन क सेवा किहेन। उ पचे उहइ पाप किहेन जउन यहोवा क दृस्टि मँ बुरा रहा। 12 यहोवा इस्राएल क लोगन क मिस्र स बाहेर लिआए रहा। ओन लोगन क पुरखन यहोवा क उपासना किहे रहेन। किन्तु इस्राएल क लोग यहोवा क अनुसरण करब तज दिहेन। इस्राएल क लोग ओन लोगन क लबार देवतान क पूजा करब सुरू किहेन, जउन ओनके चारिहुँ कइँती रहत रहेन। इ करम यहोवा क गुस्सैल कइ दिहेस। 13 इस्राएल क लोग यहोवा क अनुसरण करब तजि दिहन अउर बाल अउ अस्तोरेत क पूजा करइ लगेन। 14 यहोवा इस्राएल क लोगन पइ बहोत कोहाइ गवा। एह बरे यहोवा दुस्मनन क इस्राएल क लोगन पइ हमला करइ दिहस। अउ ओनकर धन-दौलत लेइ दिहस। ओनके चारिहुँ कइँती रहइवाले दुस्मनन क यहोवा ओनका पराजित करइ दिहस। इस्राएल क लोग आपन रच्छा आपन दुस्मनन स नाहीं कइ सकेन। 15 जब इस्राएल क लोग जुद्ध बरे निकरेन तउ उ पचे पराजित भएन उ पचे पराजित भएन काहेकि यहोवा ओनकर पच्छ मँ कबहुँ नाहीं रहा। यहोवा पहिले स इस्राएल क लोगन क चितउनी दिहे रहा कि उ पचे पराजित होइहीं, जदि उ पचे ओन लोगन क देवतन क सेवा करिहीं जउन ओनके चारिहुँ कइँती रहत हीं। इस्राएल क लोगन क बहोत जियादा नोस्कान भवा। 16 तब यहोवा निआवाधीस कहइ जाइवाले प्रमुखन चुनेस। एन निआवाधीसन इस्राएल क लोगन क ओन दुस्मनन स बचाएस जउन एनकर सम्पत्ति लइ लिहे रहेन। 17 किन्तु इस्राएल क लोग आपन निआवाधीसन क एक न सुनेन। उ पचे दूसर देवतन क अनुसरण अउर पूजा करत रहेन। उ पचे हाली ही आपन पुरखन जउन यहोवा क आदेस क पालन करत रहेन, क राह स मुड़ गएन। उ पचे अब इ अउर नाहीं किहेन। 18 मुला जब कबहुँ यहोवा ओनकर बरे निआवाधीस पठएस, तउ यहोवा निआवाधीस क संग रहेन। ऍह बरे जब तलक निआवाधीस जिअत रहा उ ओन लोगन क ओनकइ दुस्मनन स बचाएस। यहोवा इ किहेस काहेकि जब उ पचे ओन लोगन क कारण जउन ओन लोगन पइ जुल्म अउ अत्याचार किहेन, चिचियात रहेन तउ उ ओन पइ दाया किहे रहेन। 19 किन्तु जब हर निआवाधीस मर गवा, तब इस्राएल क लोग फुन पाप किहेन अउर लबार देवतन क अनुसरण अउर पूजा सुरू किहेन। उ पचे आपन पुरखन क भी जिआदा बुरा बेउहार किहेन। इस्राएल क लोग बहोत हठी रहेन, उ पचे आपन पाप क मार्ग बदलइ स इन्कार कइ दिहेन। 20 इ तरह यहोवा इस्राएल क लोगन पइ बहोत कोहाइ गवा अउर उ कहेस, “इ रास्ट्र उ करार क तोड़ेस ह जेका मइँ ओनके पुरखन क संग किहे रहेउँ। उ पचे मोरे नाहीं सुनेन। 21 एह बरे मइँ दूसर रास्ट्रन क अउर पराजित नाहीं करब, अउर न ही इस्राएल क लोगन क राह साफ करब। उ सबइ रास्ट्र ओन दिनन भी उ पहँटा मँ रहेन जब यहोसू मरा रहा अउर मइँ ओन रास्ट्रन क प्रदेस मँ रहइ देब। 22 मइँ ओन रास्ट्रन क उपयोग इस्राएल क लोगन क परीच्छा लइ बरे करव। मइँ इ लखब कि इस्राएल क लोग आपन यहोवा क आदेस वइसे ही मानत हीं या नाहीं जइसे ओनकर पुरखन मानत रहेन।” 23 यहोवा ओन रास्ट्रन क ओन प्रदेस मँ रहइ दिहे रहा। यहोवा हाली स ओन रास्ट्रन क आपन देस छोड़इ नाहीं दिहेस। उ ओनका हरावइ मँ यहोसू क सेना क मदद नाहीं किहेस।

3:1 इ सबइ रास्ट्रन अहइ जेनका यहोवा प्रदेस मँ छोड़ दिहे रहा। उ अइसा ओन सबहिं इस्राएली लोगन क परीच्छा लेइ बरे किहे रहा जउन कनान क कब्जा करइवाले जुद्ध नाहीं लड़े रहेन। 2 उ पहँटा मँ यहोवा क जरिये ओन रास्ट्रन क रहइ देइ क कारण इहइ रहा कि इस्राएल क ओन लोगन क सिच्छा दीन्ह जाइ जउन जुद्धन मँ नाहीं लड़ा रहेन। 3 पलिस्ती लोगन क पाँच सासक, सबहिं कनानी लोग सीदोन क लोग अउर हिब्बी लोग जउन लबानोन क पहाड़ मँ बालहेमोर्न पर्वत स लइके हमात तलक रहत रहेन। 4 यहोवा ओन रास्ट्रन क इस्राएल क लोगन क परीच्छा लेइ बरे उ पहँटा मँ रहइ दिहस। परमेस्सर इ लखइ चाहत रहा कि इस्राएल क लोग यहोवा क ओन आदेसन क पालन करिहीं या नाहीं, जेनका उ मूसा क जरिये ओनके पुरखन क दिहे रहा। 5 इस्राएल क लोग कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी अउर यबूसी लोगन क संग रहत रहेन। 6 इस्राएल क लोग ओन लोगन क बिटियन क संग बियाह करब सुरू कइ दिहन। इस्राएल क लोग आपन बिटियन क ओन लोगन क बेटवन क संग बियाह करइ दिहन अउर इस्राएल क लोग ओन लोगन क देवतन क सेवा किहन। 7 इस्राएल क लोग उहइ किहेन जेनका यहोवा बुरा ठेहराएन। पाप करत अहइँ। इस्राएल क लोग यहोवा आपन परमेस्सर क बिसरि गएन अउर बाल क मूरतियन अउ आसेर क मूरतियन क सेवा अउर पूजा करइ लागेन। 8 यहोवा इस्राएल क लोगन पइ कोहाइ गवा। यहोवा कुसन रिस आइतम क जउन मेसोपोटामिया क राजा रहा, इस्राएल क लोगन क हरावइ अउर ओन पइ सासन करइ दिहस। इस्राएल क लोग उ राजा क सासन मँ आठ बरिस तलक रहेन। 9 किन्तु इस्राएल क लोग यहोवा क रोइके गोहराएन। यहोवा एक मनई क ओनकर रच्छा बरे पठएस। उ मनई क नाउँ ओत्नीएल रहा। उ कनजी क पूत रहा। कनजी कालेब क लहुरा भाई रहा। ओत्नीएल इस्राएल क लोगन क बचाएस। 10 यहोवा क आतिमा ओत्नीएल पइ उतरी। उ इस्राएल क लोगन क निआवाधीस होइ गवा अउर ओन लोगन क जुद्ध मँ अगुवाइ किहेन। यहोवा मेसोपोटामिया क राजा कूसत्रिसातैम क हरावइ मँ ओथनिएल क मदद किहेस। 11 इ तरह उ भुइँया चालीस बरिस तलक सान्त रहा, जब तलक कनजी नाउँ क मनई क पूत ओत्नीएल नाहीं मरा। 12 एक दाईं फुन इस्राएल क लोग उहइ किहेन जेका यहोवा गलत कहेस। एह बरे यहोवा मोआब क राजा एग्लोन क इस्राएल क लोगन क हरावइ क सक्ती दिहेस काहेकि उ पचे उहइ किहेन जेका यहोवा बुरा कहेस। 13 एग्लोन इस्राएल क लोगन पइ हमला करत समइ अम्मोनियन अउ अमालेकियन क अपने संग लिहस एग्लोन अउ ओकर फउज इस्राएल क लोगन क हराएस अउर ताड़क बृच्छनवाले नगर स ओनका निकार बाहेर किहस। 14 इस्राएल क लोग अट्ठारह बरिस तलक मोआब क राजा एग्लोन क सासन मँ रहेन। 15 तब लोग यहोवा स पराथना किहेन अउर रोइके ओका गोहराएन। यहोवा इस्राएल क लोगन क रच्छा बरे एक मनई क पठएस। उ मनई क नाउँ एहूद रहा उ बिन्यामीन क परिवार समूहे क गेरा नाउँ क मनई क पूत रहा। एहूद बायाँ हाथ क रहा। इस्राएल क लोग एहूद क मोआब क राजा एग्लोंन बरे कर क रूप मँ कछू धन देइ क पठएस। 16 एहूद अपने बरे एक ठु तरवार बनाएस। उ तरवार दुइधारी रही अउर लगभग अट्ठारह इंच लम्बी रही। एहूद तरवारे क आपन दाहिना जाँघे मँ बाँधेस अउर आपन ओढ़नन मँ छुपाइ लिहस। 17 इ तरह एहूद मोआब क राजा एग्लोन क लगे आवा अउ ओका भेंट क रूप मँ धन दिहस। (एग्लोन बहोत मोटा आदमी रहा।) 18 एग्लोन क धन देइ क पाछे एहूद ओन मनइयन क घर पठइ दिहेस, जउन धन लिआए रहेन। 19 उ पचे राजा क महल छोड़े दिहेस। जब एहूद गिलगाल क मूरतियन क पास पहुँचेन तउ उ वापिस मुड़ेन अउर राजा क लखइ बरे गएन। एहूद एग्लोन स कहेस, “राजा, मइँ आप क बरे एक गुप्त सँदेसा लाएउँ ह।” राजा कहेस, “चुप रहा।” तब उ सबहिं नउकरन क कमरा स बाहेर पठइ दिहस। 20 एहूद राजा एग्लोन क लगे गवा। एग्लोन एकदम अकेला आपन गमीर् महल क ऊपर क कमरे मँ बइठा रहा। तब एहूद कहेस, “मइँ परमेस्सर क हिआँ स आप क बरे सँदेसा लाए अहउँ।” राजा आपन सिंहासने स उठा, उ एहूद क बहोत निचके रहा। 21 जइसेन ही राजा अपने सिंहासने स उठा, एहूद आपन बाएँ हाथ क बढ़ाएस अउर उ तरवार क निकारेस जउन ओकर दाई जाँघे मँ बँधी रही। तब एहूद तरवार क राजा क पेट मँ भोंक दिहेस। 22 तरवार एग्लोन क पेट मँ ऍतनी भीतर गइ कि ओकर मूठ भी ओहमाँ समाइ गइ। राजा क चबीर् पूरी तरवार क छुपाइ लिहस। एह बरे एहूद तरवार क एग्लोन क अन्दर छोड़ दिहस। जब एग्लोन क भोंका गवा रहा तउ उ आपन अत्रि अउ आमासय पर नियन्त्रण नाहीं रख सकेन अउर ओकर मल बाहार आगएन। 23 एहूद कमरा स बाहेर गवा अउर उ आपन पाछे दरवाजन मँ ताला लगाइके बन्द कइ दिहस। 24 एहूद क चले जाइ क ठीक पाछे नौकर वापस आएन। उ पचे कमरा क दरवाजन मँ ताला लगाइ पाएन। एह बरे नौकर लोग कहेन, “राजा आपन आराम कच्छ क हवादार सौचालय मँ सौच करत रहा होइहीं।” 25 एह बरे नौकर लोग लम्बे समइ तलक प्रतीच्छा किहेन। राजा अटारी के कमरे के द्वार कबहुँ नाहीं खोलेस। आखिर मँ उ सबइ चिन्तित भएन। उ पचे चाभी लिहेन अउ दरवाजन खोलेन। जब नौकर लोग घुसेन तउ उ पचे राजा क फर्स पइ मरा प़डा निहारेन। 26 जब तलक नौकर लोग राजा क प्रतीच्छा करत रहेन तब तलक एहूद क भाग पराइ क समइ मिल गवा। एहूद मूरतियन क लगे स होइके सेइरे नाउँ क ठउरे कइँती गवा। 27 एहूद सेइरे नाउँ क ठउरे पइ पहुँचा। तब उ एप्रैम क पहाड़ी छेत्र मँ तुरही बजाएस। इस्राएल क लोग तुरही क आवाज सुनेन अउर उ पचे पहाड़ियन स उतरेन। एहूद ओनकर संचालक रहा। 28 एहूद इस्राएल क लोगन स कहेस, “मोरे पाछे चला। यहोवा मोआब क लोगन अर्थात हमरे दुस्मनन क हरावइ मँ हमार मदद किहेस ह।”एह बरे इस्राएल क लोग एहूद क अनुसरण किहन। उ पचे एहूद क अनुसरण ओन ठउरन पइ अधिकार करइ बरे करत रहेन जहाँ स यरदन नदी आसानी स पार कीन्ह जाइ सकत रही। उ सबइ ठउर मोआब क प्रदेस तलक पहुँचावत रहेन। इस्राएल क लोग कउनो क यरदन नदी क पार नाहीं जाइ दिहन। 29 इस्राएल क लोग मोआब क करीब दस हजार बलवान अउ साहसी मनइयन क मार डाएन। एक भी मोआबी पराइके बच नाहीं सका। 30 एह बरे उहइ दिना स मोआब क लोगन क इस्राएल क लोगन क सासन मँ रहइ क मजबूर कीन्ह गएन अउर हुआँ उ भुइँया मँ अस्सी बरिस तलक सान्ति बिराज रही। 31 एहूद क बाद एक दूसर मनई इस्राएल क बचाएस। उ मनई क नाउँ समगर रहा उ अनात नाउँ क पूत रहा। समगर कोड़े क उपयोग छ: सौ पलिस्ती मनइयन क मार डावइ बरे किहेस।

4:1 एहूद क मृत्यु क पाछे इस्राएलियन एक बार फुन उहइ किहेन जउन यहोवा क नजर मँ बुरा रहा। 2 एह बरे यहोवा कनान प्रदेस क राजा याबीन क इस्राएली लोगन क पराजित करइ दिहस। याबीन हासोर नाउँ क नगर मँ सासन करत रहा। राजा याबीन क सेना क सेनापति सीसरा नाउँ क मनई रहा। सीसरा हरोसेत हाग्योयीम नाउँ क नगर मँ रहत रहा। 3 सीसरा क लगे नौव सौ लोहा क रथ रहेन अउर उ बीस बरिस तलक इस्राएल क लोगन क बरे बहोत क्रूर रहा। इस्राएल क लोगन क संग बहोत बुरा बेउहार कीन्ह गवा। एह बरे उ पचे यहोवा क पराथना किहेस अउर मदद बरे रोइके पुकारेस। 4 दबोरा नाउँ क एक ठु मेहरारू नबी रही। उ लप्तीदोत नाउँ क मनई क पत्नी रही। उ उ समइ इस्राएल क निआवाधीस रही। 5 एक दिन दबोरा, ताड़ क बृच्छ क खाले बइठी रही जेका “दबोरा क ताड़ बृच्छ” कहा जात रहा। इस्राएल क लोग ओकर लगे इ पूछइ बरे आएन कि सीसरा क बारे मँ का कीन्ह जाइ। दबोरा क ताड़ बृच्छ एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस मँ रामा अउ बेतेल नगरन क बीच रहा। 6 दबोरा बाराक नाउँ क मनई क लगे सँदेसा पठएस। उ ओका ओहसे मिलइ क कहेस। बाराक अबीनोअम नाउँ क मनई क पूत रहा। बाराक नप्ताली क छेत्र मँ केदेस नाउँ क नगर मँ रहत रहा। दबोरा बाराक स कहेस, “यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर तोहका आदेस देत ह, ‘जा अउर नप्ताली अउर जबूलून क परिवार समूहन स दस हजार मनइयन क इकट्ठा करा अउर ओनका ताबोर पहाड़ी पइ लइ जा। 7 मइँ याबीन क सेना क सेनापति सीसरा क तोहरे पास पठउब। मइँ सीसरा, ओकर रथन अउर ओकर सेना क कीसोन नदी पइ पहोंचाउब। मइँ हुवाँ सीसरा क हरावइ मँ तोहार मदद करब।’” 8 तब बाराक दबोरा स कहेस, “जदि तू मोरे संग चलबिउ तउ मइँ जाब अउर इ करब। किन्तु जदि तू नाहीं चलबिउ तउ मइँ नाहीं जाब।” 9 दबोरा जवाब दिहस, “निहचय ही, मइँ तोहरे संग चलब। किन्तु तोहरी स्वभाव क कारण जब सीसरा हरावा जाइ, तोहरा प्रसिद्धता नाहीं मिली। यहोवा एक ठु मेहरारू क जरिये सीसरा क हराइ देइ।”एह बरे दबोरा बाराक क संग केदेस नगर क गइ। 10 केदेस नगर मँ बाराक जबूलून अउ नप्ताली क परिवार समूहन क एक संग बोलाएस। बाराक ओन परिवार समूह स, अपने संग चलइ बरे दस हजार मनइयन क बटोरेस। दबोरा भी बाराक क संग गइ। 11 हुआँ हेबेर नाउँ क एक अइसा मनई रहा जउन केनी लोगन मँ स रहा। हेबेर दूसर केनी लोगन क छोड़चुका रहा। (केनी लोग होबाब क सन्तान रहेन। होबाब मूसा क ससुर रहा।) हेबेर सानन्नीम बलूत क बृच्छ क लगे सिबिर लगाएस। साननीम केदेस नगर क लगे अहइ। 12 तब सीसरा स इ कहा गवा कि बाराक जउन कि अबीनोअम क पूत अहइ, ताबोर पर्वते तलक पहोंच गवा अहइ। 13 एह बरे सीसरा आपन नौव सौ लोहा क रथन क बटोरेस। सीसरा आपन सबहिं फउजियन क भी संग लिहस। हरोसेत हाग्योयीम नगर स उ पचे कीसोन नदी तलक जात्रा किहेन। 14 तब दबोरा बाराक स कहेस, “आजु जा! यहोवा तोहका सीसर क हरावइ मँ मदद देइ। निहचइ ही, तू जानत अहा कि यहोवा पहिले स ही तोहरे बरे रस्ता साफ कइ रखेस ह।” एह बरे बाराक दस हजार फउजियन क ताबोर पर्वत स निचे उतारेस। 15 बाराक अउर ओकर फउजियन सीसरा पइ हमला कइ दिहन। जुद्ध क दौरान यहोवा सीसरा, ओकर फउज अउ रथन क अस्तव्यस्त कइ दिहस। एह बरे बाराक अउ ओकर फउज सीसरा क फउज क हराइ दिहस। किन्तु सीसरा आपन रथ क तजि दिहस अउ पैदल पराइ गवा। 16 बाराक अउर ओकर फउजी सीसरा क रथन अउर फउज क पाछ हरोसेत हाग्योयीम तलक लगातार किहन। बाराक क फउजियन सीसरा क फउजियन क मारइ बरे आपन तरवारन क उपयोग किहन। सीसरा क कउनो फउजी जिअत नाहीं बचा। 17 मूला सीसरा परइ गवा। उ उ तम्बू क लगे आवा, जहाँ याएल नाउँ क एक ठु मेहरारू रहत रही। याएल, हेबेर नाउँ क मनई क मेहरारू रही। उ केनी लोगन मँ स एक रही। हेबेर क परिवार हासोर क राजा याबीन स सान्ति-सन्धि किए भए रहा। एह बरे सीसरा, याएल क तम्बू मँ पराइ गवा। 18 याएल सीसरा क आवत लखेस, एह बरे उ ओहसे मिलइ बाहेर गइ। याएल सीसरा स कहेस, “मोरे तम्बू मँ आवा, मोर सुआमी, आवा डेराअ नाहीं।” एह बरे सीसरा याएल क तम्बू मँ गवा अउर उ ओका एक ठु कमबल स ढाँपि लिहेस। 19 सीसरा याएल स कहेस, “मइँ पिआसा अहउँ। कृपा कइके मोका पिअइ क तनिक पानी द्या।” एह बरे याएल एक मसक खोलेस, जेहमाँ उ दूध रखे रहा अउर उ पिअइ क दिहस। तब उ सीसरा क ढाँपि लिहेस। 20 तब सीसरा याएल स कहेस, “तम्बू क दुआर पइ जा। जदि कउनो हुवाँ स गुजरत ह अउर पूछत ह, ‘का हिआँ कउनो अहइ?’ तउ तू कह्या - ‘नाहीं।’” 21 किन्तु हेबेर क मेहरारू याएल तम्बू क एक खूँटी अउ हथौ़डा लिहस। याएल चुपचाप सीसरा क लगे गइ। सीसरा बहोत थका रहा एह बरे उ सोवत रहा। याएल तम्बू क खूँटी क सीसरा क मूँड़ क एक कइँती धरेस अउर ओह पइ हथौड़ा स चोट किहस। तम्बू क खूँटी सीसरा क मूँड़ क एक कइँती स होइके जमीन मँ धँस गइ अउर इ तरह सीसरा मर गवा। 22 ठीक तुरंत बाद बाराक सीसरा क हेरत भवा याएल क तम्बू क लगे आवा। याएल बाराक स मिलइ बाहेर निकरी अउर बोली, “अन्दर आवा अउर मइँ उ मनई क देखाउब जेका तू हेरत अहा।” एह बरे बाराक याएल क साथ तम्बू मँ घुसा। बाराक हुवाँ सीसरा क जमीन पइ मरा पड़ा पाएस, तम्बू क खूँटी ओकरे मूड़ी क एक कइँती स दूसरी कइँती निकरी भइ रही। 23 उ दिन यहोवा कनान क राजा याबीन को इस्राएल क लोगन क समन्वा हराएस। 24 इ तरह इस्राएल क लोग क्रम स जियादा सक्तिसाली होत गएन अउर उ पचे कनान क राजा याबीन क हराइ दिहन। इस्राएल क लोग कनान क राजा याबीन क आखिरी रूप स हराएस।

5:1 जउने दिन इस्राएल क लोग सीसरा क हराएन उ दिन दबोर अउर अबीनोअम क पूत बाराक इ गीत क गाएस: 2 इस्राएल क लोग अपने क जुद्ध बरे तइयार किहन। उ पचे जुद्ध मँ भाग लेइ बरे खुद आएन। यहोवा क बखान करा! 3 राजा लोग, सुना। सासक लोगो, धियान द्या। मइँ गाउब। मइँ खुद यहोवा क बरे गाउब। मइँ यहोवा, इस्राएल क लोगन क परमेस्सर क स्तुति करब। 4 हे यहोवा, अतीत मँ तू सेईर देस स आया। तू एदोम प्रदेस स चलकर आया, अउर धरती काँप उठी। गगर बरसा किहेस, मेघन जल गिराएन। 5 पर्वत’ यहोवा, सिनाई पर्वत क परमेस्सर क समन्वा, यहोवा, इस्राएल क लोगन क परमेस्सर क समन्वा काँप उठेन। 6 अनात क पूत समगर क समइ मँ अउर याएल क समइ मँ, राजमार्गन सूना रहेन। काफिले अउ राही, गौण पथन स चलत रहेन। 7 इस्राएल मँ कउनो जोधा नाहीं रहा, हे दबोरा, जब तलक तू नाहीं आएस रहा, जब तलक तू इस्राएल क महतारी बनिके न खड़ी भइउ रहा हुआँ कउनो फउजी नाहीं रहा। 8 परमेस्सर नवे प्रमुखन क चुनेस कि उ पचे नगर-द्वार पइ जुद्ध करइँ। इस्राएल क चालीस हजार फउजियन मँ, कउनो ढाल अउ भाला नाहीं पाइ सका। 9 मोर हिरदय इस्राएल क सेनापतियन क संग अहइ। इ सबइ सेनापति खुद आपन इच्छा स जुद्ध मँ गएन। यहोवा प्रसंसा करा। 10 सफेद गदहन पइ सवार होइवाले लोगो तू पचे, जउन कम्बले क काठी पइ बइठत अहा अउर तु जउन राजपथे पइ अहा, धियान द्या। 11 घुंघरुअन क छमछम संगीत, गोरुअन बरे पानी वाले कुअँन पइ, सुना जा सकत ह। लोग यहोवा क विजय गीत गावत ह। उ पचे इस्राएल मँ यहोवा अउ ओकर वीरन क विजय-कथा कहत हीं। उ जब समइ यहोवा क लोग नगर दुआरन पइ लड़ेन अउर विजयी भएन। 12 दबोरा जागा, जागा! जागा, जागा गीत गावा जागा, बाराक! जा, हे अबीनोअम के पूत आपन दुस्मनन क धरा! 13 तउ कछू मनइयन ताकतवर मनइयन स लड़इ बरे गएन। “यहोवा क लोगो, सक्तीसाली सिपाहियन क खिलाफ मोरे संग आवा। 14 एप्रैम क कछू लोग अमालेक क पहाड़ी प्रदेस स आएन। हे बिन्यामीन, तू अउर तोहार लोग ओन मनइयन क अनुसरण किहन। माकीर क परिवार समूह स सेनापतियन आगे आएन। कॉसे क दण्ड क संग जबूलून परिवार समूह स नेता लोग आएन। 15 इस्साकार क नेता दबोरा क संग रहेन। इस्साकार क परिवार समूह बाराक क बरे सच्चा रहा। उ सबइ मनई पैदल ही घाटी मँ पठवा गएन। रूबेन तोहार फउज मँ बहोत सारे बहादुर सिपाही अहइ। 16 एह बरे आपन भेड़वाले देवार स लगे तू सबहिं काहे बइठा अहा? रूबेन क वीर फउजियन जुद्ध बरे बहोत जियादा सोचेन। किन्तु उ पचे घर बइठेन भेड़िन बरे बजाइ जा रहेन संगीत क अनकत रहेन। 17 गिलाद क लोग यरदन नदी क पार आपन डेरन मँ पड़ा रहेन। ऐ, दान क लोगो, जहाँ तलक बात तोहार पचन्क अहइ तू पचे जहाजन क संग काहे चिपका रह्या? आसेर क लोग सागर तट पइ पड़ा रहेन। उ पचे आपन सुरच्छित बन्दरगाहन मँ डेरा डाएन। 18 किन्तु जबूलून क लोग अउर नप्ताली क लोग, मैदान क ऊच छेत्रन मँ जुद्ध क खतरे मँ जीवन क डाएन। 19 राजा लोग आएन, उ पचे लड़ेन, उ समइ कनान क राजा लोगन, तानक सहर मँ मगिद्दो क जलासय पइ लड़ा किन्तु उ पचे इस्राएल क लोगन क कउनो सम्पति नाहीं लइ जाइ सकेन। 20 गगन क नछत्रन जुद्ध किहेन। नछत्रन आपन पथ स, सीसरा स जुद्ध किहन। 21 कीसोन नदी, सीसरा क फउजियन क बहाइ लइ गइ, उ पुरानी नदी-कीसोन नदी। मोर आतिमा, सक्ती स आगे बढ़ा! 22 उ समइ घोड़न क खरन भुइँया क पीटेन। सीसरा क सक्तीसाली घोड़न भागत गएन, भागत गएन। 23 यहोवा क दूत कहेस, “मेरोज नगर क अभिसाप द्या। लोगन क अभिसाप द्या। लोग्गन क अभिसाप द्या जोधन क संग उ पचे यहोवा क मदद करइ नाहीं आएन।” 24 केनी हेबेर क मेहरारू याएल सबहिं मेहररूअन मँ स सब स जियादा धन्य होइ। 25 सीसरा जल माँगेस, किन्तु याएल दूध दिहस, उ सासक क बरे एक ठु उपयुक्त पिआला मँ मलाई लिआएस। 26 याएल बाहेर गइ अउर तम्बू क खूँटी लिआएस। ओकर दाहिने हाथे मँ हथौ़डा रहा जेका मजदूर काम लिअवतेन। अउर उ सीसरा पइ हथौरा चलाएस। उ ओकरे मूँड चूर किहेस। उ ओकरे मूँड क एक कइँती स बेधेस। 27 उ याएल क गोड़न क बीच बूड़ा । उ मर गवा। उहुवँइ पड़ गवा। उ ओकरे गो़डन क बीच बू़डा। उ मर गवा जहाँ सीसरा बूड़ा। हुवँइ उ गिरा, मर गवा। 28 सीसरा क महतारी, खिड़की स लखत अउर पर्दन स झाँकत भइ चिचियाइ उठी। “सीसरा क रथ क आवई मँ देरी काहे भवा? सीसरा क रथ क घोड़न क हिनहिनाइ मँ देरी काहे भवा?” 29 सब स चतुर ओकर सेविकन जवाब ओका देतिन, हाँ सेविका ओका जवाब देत। 30 “निहचइ ही उ पचे विजय पाएन ह, निहचय ही पराजितन क चिजियन उ पचे हड़पत अहइँ निहचय ही उ पचे आपुस मँ चिजियन क बाँटत हीं। एक ठु या दुइ लड़की, हर फउजी क दीन्ह जात हीं।संभव अहइ सीसरा कउनो रंगा ओढ़ना लेत अहइ, संभव अहइ इ एक कढ़े ओढ़ना क टूका होइ, या संभव अहइ, विजय सीसरा क पहिरइ बरे दुइ हुका होइ।” 31 हे यहोवा। इ तरह तोहार, दुस्मन मर-मिट जाइँ। किन्तु उ सबइ लोग जउन तोहका पियार करत हीं उदय होत भवा चमकीला क समान सक्तीसाली बनइ।”तउ देस मँ चालीस बरिस तक सान्ति रही।

6:1 तउ इस्राएलियन उहइ किहस जेका यहोवा बुरा कहेस। एह बरे सात बरिस तलक यहोवा मिद्यानी लोगन क इस्राएल क पराजित करइ दिहस। 2 मिद्यानी लोग बहोत सक्तिसाली रहेन अउ इस्राएल क लोगन क बरे बहोत क्रूर रहेन। एह बरे इस्राएल क लोग पहाड़न मँ बहोत स छुपइ क ठउर बनाएन। उ पचे आपन भोजन भी गुफन मँ अउर ओन ठउरन मँ जेका खोजब कठिन रहा छुपाएन। 3 उ पचे इ किहेन, काहेकि मिद्यानी, अमालोकी अउर पूवीर् लोगन सदा आवत रहेन अउर फसलन क नस्ट करत रहेन। 4 उ सबइ लोग उ प्रदेस मँ डेरन डावत रहेन अउ उ फसल क नस्ट करत रहेन जउन इस्राएल क लोग जमावत रहेन। ऊज्जा नगर क निअरे तलक क प्रदेस क इस्राएल क लोगन क फसल क उ पचे लोग नस्ट करत रहेन। उ सबइ लोग इस्राएल क लोगन क खाइ क बरे कछू भी नाहीं छो़डत रहेन। उ पचे ओनके बरे भेड़ या पसु या गदधा भी नाहीं छोड़त रहेन। 5 मिद्यानी लोग आएन अउर उ पचे उ प्रदेस मँ डेरा डाएन। उ पचे अपने संग आपन परिवार अउर जनावरन क भी लिआएन। उ पचे एतने जियादा रहेन जेतने टिडिइयन क दल। ओन लोगन अउ ओनकर ऊँटन क गिनती एतनी जियादा रही कि ओनका गनब संभव नाहीं रहा। इ सबइ लोग उ भुइँया मँ आएन अउ ओका नस्ट कइ डाएन। 6 इस्राएल क लोग मिद्यानी लोगन क कारण बहोत गरीब होइ गएन। एह बरे इस्राएल क लोग यहोवा क मदद बरे रोइके गोहराएन। 7 जब मिद्यानियन क कारण इस्राएलियन यहोवा क समन्वा रोएस। 8 तउ यहोवा ओनके लगे एक ठु नबी पठएस। नबी इस्राएल क लोगन स कहेस, “यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर इ कहेस ह कि, ‘तू लोग मिस्र देस मँ दास रह्या। मइँ तू लोगन क अजाद किहेउँ अउर मइँ उ देस स तू पचन्क बाहेर लिआएउँ। 9 मइँ मिस्र क सक्तीसाली लोगन स तोहार पचन्क बचाएउँ। तब कनान क लोग तू पचन्क कस्ट दिहेन। एह बरे मइँ फुन तोहार पचन्क बचाएउँँ। मइँ ओन लोगन स ओनकर देस छोड़वाएउँ अउर मइँ ओनकर देस तू पचन्क दिहेेउँ।’ 10 तब मइँ तू पचन्स कहेउँ, ‘मइँ यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर अहउँ। तू लोग एमोरी लोगन क भुइँया मँ रहब्या, किन्तु तू पचन्क ओनकर लबार देवतन क पूजा नाहीं करइ चाही।’ परन्तु तू लोग मोरी आग्या क पालन नाहीं किह्या।” 11 उ समइ, यहोवा क दूत गिदोन नाउँ क मनई क लगे आवा। यहोवा क दूत आवा अउर ओप्रा मँ बलूत क तले बइठा। इ बलूत क बृच्छ योआस नाउँ क मनई क रहा। योआस अबीएजेरी लोगन मँ स एक रहा। योआस गिदोन क बाप रहा। गिदोन कछू गोहूँ दाखरस निकारइ क यंत्र मँ कूटत रहा। गिदोन मिद्यानी लोगन स आपन गोहूँ छुपावइ क जतन करत रहा। 12 यहोवा क दूत गिदोन क समन्वा परगट भवा अउर ओहसे कहेस, “सक्तिसाली योद्धा, यहोवा तोहरे संग होइ!” 13 तब गिदोन कहेस, “महोदय, मइँ किरिया खाइके कहत हउँ कि जदि यहोवा हमारे संग अहइ तउ हम लोगन क एतना कस्ट काहे अहइ? हम लोग सुना ह कि उ हमार पुरखन बरे अजूबा कारज किहे रहा। हमार पुरखन हम लोगन स कहेन कि यहोवा हम लोगन क मिस्र स बाहेर लिआबा। किन्तु अब यहोवा हम लोगन क तजि दिहेस ह। यहोवा मिद्यानी लोगन क हम लोगन क हरावइ दिहस।” 14 यहोवा गिदोन कइँती मुड़ा अउर ओनसे बोला, “आपन सकाती क प्रयोग करा। जा अउर मिद्यानी लोगन स इस्राएल क लोगन क रच्छा करा। का इ अइसा नाहीं अहइ कि मइँ तोहका पठवत हउँ?” 15 किन्तु गिदोन जवाब दिहेस अउर कहेस, “महोदय, छिमा करइँ, मइँ इस्राएल क रच्छा कइसे कइ सकत अहउँ? मारे परिवार मनस्से क परिवार समूह मँ सबसे कमजोर अहइ अउर मइँ आपन परिवार मँ सबसे लहुरा हउँ।” 16 यहोवा गिदोन क जवाब दिहेस अउर कहेस, “मिद्यानी लोगन क हरावइ मँ मदद करइ बरे मइँ तोहरे संग रहब। इ ऐसा मालूम होइ कि तू एक मनई क खिलाफ लड़न अहा।” 17 तब गिदोन यहोवा स कहेस, “जदि तू मोहसे खुस अहा तउ सबूत द्या कि तू फुरइ यहोवा अहा। 18 कृपा कइके तू हिआँ रूका। जब तलक मइँ लउट न आवउँ तब तलक तू न जा। मोका मोर भेट लिआवइ द्या अउर ओका तोहरे समन्वा रखइ द्या।”एह बरे यहोवा कहेस, “मइँ तब तलक प्रतीच्छा करब जब तलक तू लउटत्या नाही।” 19 एह बरे गिदोन गवा अउर उ एक ठु बोकरी क बच्चा खउलात पानी मँ पकाएस। गिदोन लगभग एक एपा आटा भी लिहस अउर बेखमीरी रोटियन बनाएस। तब गिदोन माँस क एक टोकरा मँ अउ पके भए माँस क सोरबे क एक बर्तन मँ लिहस। तउ गिदोन माँस, पके माँस क सोरबा अउ बेखमीरी रोटियन क निकारेस। गिदोन उ खइया क बलूत क बृच्छ क नीचे यहोवा क दिहस। 20 परमेस्सर क दूत गिदोन स कहेस, “माँस अउ बेखमीरी रोटियन क हुवाँ चट्टाने पइ धरा। तब पका भवा माँस क सोरबा क गिरावा।” गिदोन वइसा ही किहस जइसा करइ क कहा गवा रहा। 21 यहोवा क सरगदूत अपने हाथ मँ एक ठु कुबरी लइ रखे रही। यहोवा क सरगदूत माँस अउ रोटियन क कुबरी क सिरे स छुएस। तब चट्टाने स आगी बरि उठी। माँस अउ रोटियन पूरी तरह बरि गइन। तब यहोवा सरग क दूत अन्तर्ध्यान होइ गवा। 22 तब गिदोन समुझेस कि उ यहोवा क सरगदूत स बातन करत अहइ। एह बरे गिदोन चिचियाइ उठा, “सर्वसकातीमान यहोवा! मइँ यहोवा क सरगदूत क आमने-सामने लखेउँ ह!” 23 किन्तु यहोवा गिदोन स कहेस, “सान्त रहा। डेराअ नाहीं। तू मरब्या नाहीं।” 24 एह बरे गिदोन यहोवा क उपासना बरे उ ठउरे पइ एक वेदी बनाएस। उ वेदी क नाउँ “यहोवा सान्ति अहइ” धरेस। उ वेदी अब तलक ओप्रा मँ खड़ी अहइ। ओप्रा हुवँइ अहइ जहाँ एजेरी लोग रहत ही। 25 उहइ रात यहोवा गिदोन स बातन किहस। यहोवा गिदोन स कहेस, “आपन पिता क एक संपूर्ण प्रौढ़ बर्धा अउर दूसर जउन सात बरिस क अहइ लिआवा। तोहरे पिता क लबार देवता बाल क एक ठु वेदी अहइ। उ वेदी क बगल मँ एक काठे क खम्भा भी अहइ। खम्भा लबार देवी असेरा क सम्मान बरे बनावा गवा रहा। वेदी क नास कइ द्या अउ असेरा क खम्भा क काट द्या। 26 तब यहोवा, आपन परमेस्सर बरे उचित तरह क वेदी बनावा। इ ऊँच ठउरे पइ उ वेदी बनावा। तब एक ठु सम्पूर्ण प्रौढ़ बर्धा क मारा अउर इ वेदी पइ ओका बार द्या। असेरा क खम्भे क काठ क उपयोग आपन भेट क बारइ बरे करा।” 27 एह बरे गिदोन आपन नउकरन स दस नउकर क लिहस अउर उहइ किहस जउन यहोवा करइ क कहे रहा। किन्तु गिदोन डेरात रहा कि ओकर परिवार क सदस्य अउर नगर क नागरिक लखि सकत हीं कि उ का करत अहइ। गिदोन अहइ किहस जउन यहोवा ओका करइ क कहेस। किन्तु उ इ रात मँ किहस, दिन मँ नाहीं। 28 अगले भिंसारे नगर क नागरिक सोइके उठेन अउर उ पचे लखेन कि बाल क वेदी नस्ट कइ दीन्ह गइ अहइ। उ पचे इ भी लखेन कि असेरा क खम्भा काट डावा ग अहइ। असेरा क खम्भा बाल क वेदी क ठीक पाछे गिर पड़ा। ओन लोग उ वेदी क भी लखेन जेका गिदोन बनाए रहा अउर उ पचे उ वेदी पइ बलि दीन्ह गए बर्धा क भी निहारेन। 29 नगर क लोग एक दूसरे क लखेन अउ कहेन, हमरी वेदी क कउन गिराएस? “हमार असेरा क खम्भे क कउन काटेस? इ नवा वेदी पइ कउन इ बर्धा क बलि दिहस?” उ पचे कइउ सवाल किहेन अउर इ पता लगावइ चाहेन कि उ सबइ काम कउन किहेस।कउनो कहेस, “योआस क पूत गिदोन इ काम किहेस।” 30 एह बरे नगर क लोग योआस क लगे आएन। उ पचे योआस स कहेन, “तोहका आपन पूत क बाहेर लिआवइ चाही। उ बाल क वेदी क गिराएस ह अउर उ असेरा क खम्भे क काटेस ह जउन उ वेदी क बगल मँ रहा। एह बरे तोहरे पूत क मारा जाइ चाही।” 31 तब योआस ओन सबइ स जउन ओकरे चारिहुँ ओर खड़ी रही कहेस, “का तू बाल क मुकद्दमा क वकालत करब्या? का तू ओका बचाउब्या? जदि उ एक देवता अहइ तउ जउन कउनो ओकरे खिलाफ करइ उ भिन्सारे तलक मरि जाइ! जदि उ देवता अहइ तउ ओका खुद ओकर खिलाफ लड़इ चाही जउन ओकर वेदी क काटेस ह!” 32 योआस कहेस, “जदि गिदोन बाल क वेदी क गिराएस तउ बाल क ओहसे संघर्स करइ द्या।” एह बरे उ दिन योआस गिदोन क एक ठु नवा नाउँ दिहस। उ ओका यरूब्बाल कहेस। 33 मिद्यानी, अमालेकी अउ पूर्व क दूसर सबहिं लोग इस्राएल क लोगन क खिलाफ जुद्ध लड़इ बरे एक संग मिलेन। उ सबइ लोग यरदन नदी क पार गएन अउर उ पचे यिज़ेल क घाटी मँ डेरा डाएन। 34 किन्तु गिदोन पइ यहोवा क आतिमा आएस अउ ओका बड़ी सकाती प्रदान किहेस। गिदोन अबीएजोरी लोगन क आपन पाछे (अनुसरण) चलइ बरे तुरही बजाएस। 35 गिदोन मनस्से परिवार समूह क सबहिं लोगन क लगे दूत पठएस। उ सबइ दूतन मनस्से क लोगन स आपन हथियार निकारइ अउ जुद्ध बरे तइयार होइ क कहेस। गिदोन असेर, जबूलून अउ नप्ताली क परिवार समूहन क भी दूत पठएस। एह बरे उ सबइ परिवार समूह भी गिदोन स अउर ओकरे आदमियन स भेंटइ गएन। 36 तब गिदोन यहोवा स कहेस, “अगर तू इस्राएल क लोगन क बचावइ बरे मोर उपयोग करब्या, जइसा तू किहेस, 37 मइँ खरिहान क फर्स पइ एक भेड़ी क ऊन रखत हउँ। जदि सिरिफ भेड़ी क ऊन पइ ही ओस क बूँदन होइही, जबकि सारी भुइयाँ सूखी अहइ, तब मइँ समुझब कि तू आपन कहइ क अनुसार मोर उपयोग इस्राएल क बचावइ मँ करब्या।” 38 अउर उ ठीक वइसा ही भवा। गिदोन अगले भिंसारे उठा अउ भेड़ क ऊने क निचोड़ेस। उ भेड़ी क ऊन स पियाला भइ पानी निचोड़ सका। 39 तब गिदोन परमेस्सर स कहेस, “मोह पइ जिन कोहाअ। मोका सिरिफ एक अउर अनुरोध करइ द्या। मोका भेड़ी क ऊन स एक दाई अउर परीच्छण करइ द्या। इ समइ भेड़ी क ऊन क उ दसा मँ झुरान रहइ द्या जब एकरे चारिहुँ कइँती क भुइँया ओस स भीगी होइ।” 40 उ रात परमेस्सर उहइ किहेस। सिरिफ भेड़ी क ऊन झुरान रही, किन्तु चारिहुँ कइँती क भुइँया ओसे स भीगी रही।

7:1 भोर भए भिंसारे, यरूब्बाल (गिदोन) अउर ओकर सबहिं लोग आपन डेरन हरोद क झरने पइ लगाएन। मिद्यानी लोग मोरह नाउँ क पहाड़ी क खाले डेरा डाए रहेन। इ गिदोन अउर ओकर मनइयन क उत्तर मँ जहाँ उ पचे डेरा डाए रहने, रहा। 2 तब यहोवा गिदोन स कहेस, “मइँ तोहरे मनइयन क मदद मिद्यानी लोगन क हरावइ बरे करइ जात हउँ। किन्तु तोहरे लगे इ काम बरे जरूरत स जियादा मनई अहइँ। मइँ नाही चाहत कि इस्राएल क लोग मोका बिसरि जाइँ अउर सेखी मारइँ कि उ पचे आपन रच्छा खुद किहेन। 3 एह बरे आपन लोगन मँ घोसणा करा। ओनसे कहा, ‘जउन कउनो डेरात होइ, उ गिलाद पहाड़ी छोड़कर आपन घर लउटि सकत ह।’”ऍह बरे 22,000 मनइयन गिदोन क तजेन अउर उ पचे अपने घर लउट गएन। किन्तु 10,000 फुन भी ओकर संग रहेन। 4 तब यहोवा गिदोन स कहेस, “अबहुँ भी जरूरत स जियादा लोग अहइँ। एन लोगन क जल क लगे लइ जा अउर हुवाँ मइँ एनकर परीच्छा तोहरे बरे करब। जदि मइँ कहब, ‘इ मनई तोहरे संग जाई’ तउ उ जाइ। किन्तु जदि मइँ कहब, ‘इ मनई तोहरे संग नाहीं जाइ।’ तउ उ नाही जाइ।” 5 एह बरे गिदोन लोगन क जल क लगे लइ गवा। उ जल क लगे यहोवा गिदोन स कहेस, “इ तरह लोगन क अलग करा: जउन मनई कूकुर क नाईर् लपलप कइके जल पीइहीं, उ पचे एक वर्ग मँ होइहीं। जउन पिअइ बरे निहुरिहीं, दूसर वर्ग मँ होइहीं।” 6 हुवाँ तीन सौ मनई अइसे रहेन जउन जल मुँहे तलक लिआवइ बरे आपन हाथन क उपयोग किहन अउर ओका कूकुर क नाई लपलप कइके पिएन। बाकी लोग घुटुरूअन क बले निहुरेन अउर उ पचे जल पिएन। 7 तब यहोवा गिदोन स कहेस, “मइँ तीन सौ मनइयन क उपयोग करब अउर कूकुर क नाई लपलप कइके जल पिएन। मइँ ओनही लोगन क उपयोग मिद्यानी लोगन क हरावइ बरे तोहार सहायता बरे अउर इस्राएल क रच्छा करइ बरे करब। दूसर लोगन क अपने घर लउटि जाइ द्या।” 8 एह बरे गिदोन इस्राएल क सेस मनइयन क ओनके घर पठइ दिहस। किन्तु गिदोन तीन सौ मनइयन क आपन संग रखेस। ओन तीन सौ मनइयन डेरा छोड़ कइ जाइवाले मनइयन क भोजन, सामग्री अउर तुरहियन क रख लिहेन। अबहिं मिद्यानी लोग, गिदोन क खाले घाटी मँ डेरा डाए भए रहेन। 9 रात क यहोवा गिदोन स बातन किहेस। यहोवा ओहसे कहेस, “उठा गिदोन, मिद्यानी फउजी क डेरन मँ जा अउर हमला करा काहेकि मइँ तोहका ओन लोगन क हरावइ देब। 10 किन्तु जदि तू अकेले हुआँ जाइ स डेरात ह तउ आपन नउकर फूरा क अपने संग लइ ल्या। 11 जब तू मिद्यानी लोगन क डेरा क लगे जा तउ इ सुना कि उ सबइ लोग का कहत रहे हँ। तब तू इ सुन लेब्या कि उ पचे का कहत अहइँ तब तू उ डेरा पइ हमला करइ स नाहीं डेराब्या।”एह बरे गिदोन अउ ओकर नउकर फूरा दुइनउँ दुस्मन क डेरा क छोर पइ पहोचेन। 12 मिद्यानी, अमालेकी अउ पूरब क दूसर सबहिं लोग उ घाटी मँ डेरा डाए रहेन। हुवाँ उ पचे एतनी बड़ी गनती मँ रहेन कि टिड्डी-दल क नाई जान पड़त रहेन। अइसा जान पड़ा कि ओन क लगे ऍतना ऊँट रहेन, जेतना समुद्दर क किनारे बाल क कण। 13 जब गिदोन दुस्मनन क डेरा मँ पहोंचा, उ एक मनई क बातन करत सुनेस। उ मनई आपन देख भए सपन क आपन मित्र क बतावत रहा। उ मनई कहत रहा, “मइँ इ सपना लखेउँ कि मिद्यान क लोगन क डेरा मँ एक गोल रोटी चकाकर खात भइ आइ। उ रोटी डेरा पइ ऍतनी करीर् चोट किहेस कि डेरा पलट गवा अउर चौड़ा होइके गिर गवा।” 14 उ मनई क मीत उ सपन क अरथ जानत रहा। उ मनई क मीत कहेस, “तोहरे सपन क सिरिफ एक ही अरथ बाटइ। यह इस्राएल क मनई, यहोसू क पूत गिदोन क तरवार बरे अहइ। एकर मतलब इ अहइ कि परमेस्सर मिद्यानी लोगन क सारी फउज क गिदोन क जरिये परास्त करवाई।” 15 जब गिदोन सपन क बारे मँ सुनेस अउर ओकर अरथ समुझेस तउ उ परमेस्सर क बरे निहुरा। तब गिदोन इस्राएली लोगन क डेरा मँ लउट गवा। गिदोन लोगन क बाहेर बोलाएस, “तइयार होइ जा। यहोवा हम पचन्क मिद्यानी लोगन्क हरावइ मँ मदद करी।” 16 तब गिदोन तीन सौ मनइयन क तीन दलन मँ बाँटेस। गिदोन हर एक मनई क एक तुरही अउर एक खाली घड़ा दिहेस। हर एक घड़ा मँ एक ठु बरत मसाल रही। 17 तब गिदोन लोगन स कहेस, “मोका लखत रहा अउर जउन मइँ करउँ, उहइ करा। मोरे पाछे-पाछे दुस्मन क डेरन क छोर तलक चला। जब मइँ डेरन क छोर पइ पहोंच जाउँ, ठीक उहइ करा जउन मइँ करउँ। 18 तू दुस्मन क डेरा क घेर ल्या। मइँ अउर मोर संग क सबहिं मनइयन आपन तुरही बजइहीं। जब हम लोग तुरही बजाउब तउ तू लोग भी आपन तुरही बजाया। तब एन सब्दन क संग घोसणा करा: ‘यहोवा बरे, गिदोन क बरे।’” 19 इ तरह गिदोन अउ ओकरे संग क एक सौ मनई दुस्मन क डेरन क छोर पइ आएन। उ पचे दुस्मन क डेरन मँ ओनके पहरेदारन क बदली क ठीक पाछे आएन। इ रात क पहरेदारी क आधी समइ रहा। गिदोन अउ ओकर मनइयन तुरहियन क बजाएन अउ आपन घड़न क फोड़ेन। 20 तब गिदोन क तीनहुँ दलन अपनी तुरहियन बजाएन अउर आपन गगरियन क फोड़ेन। ओकर लोग आपन बाएँ हाथे मँ मसाल लिहेन अउ दाएँ हाथ मँ तुरहियन लिए भए रहेन। जब उ सबइ लोग तुरहियन बजउतेन तउ उद्घोस करतेन, “यहोवा बरे तरवार, गिदोन बरे तरवार!” 21 गिदोन क हर एक मनई डेरा क चारिहुँ कइँती अपने ठउरे पइ खड़ा रहा। मुला डेरन क भीतर मिद्यानी लोग चिचियानेन अउ पराइ लागेन। 22 जब गिदोन क तीन सौ मनइयन अपनी तुरहियन क बजाएन तउ यहोवा मिद्यानी लोगन क आपुस मँ एक दूसर क तरवारन स मरवाएस। दुस्मन क फउज उ बेतसित्ता नगर क भागी जउन सरेरा नगर कइँती अहइ। उ सबइ लोग उ आबेत महोला नगर क सीमा तलक परानेन जउन तब्बात नगर क निअरे अहइ। 23 तब नप्ताली, आसेर अउ मनस्से क परिवारन क फउजियन क मिद्यानी लोगन क पाछा करइ बरे बुलावा गवा। 24 गिदोन एप्रैम क सारे पहाड़ी पहँटा मँ दूत पठएस। दूतन कहेन, “अगवा आवा अउर मिद्यानी लोगन पइ हमला करा। बेतबारा तलक नदी पइ अउर यरदन नदी पइ अधिकार करा।”एह बरे उ पचे एप्रैम क परिवार स सबहिं मनईयन क बोलाएस। उ पचे बेतबारा तलक नदी पइ कब्जा किहन। 25 एप्रैम क लोग मिद्यानी लोग क दुइ प्रमुखन क धरेन। एन दुइ प्रमुखन क नाउँ ओरेब अउ जेब रहा। एप्रैम क लोग ओरेब क औरेब क चट्टान नाउँ क ठउरे पइ मार डाएन। तब उ पचे जेब क जेब क दाखरस क कोल्हू नाउँ क ठउरे पइ मारेन। एप्रैम क लोग मिद्यानी लोगन क पाछा करब जारी रखेन। किन्तु पहिले उ पचे ओरेब अउ जेब क मूँड़िन क काटेन अउ मूँड़िन क गिदोन क लगे लइ गएन। गिदोन यरदन नदी क पार करइवाले घाट पइ ठहरा रहा।

8:1 एप्रैम क लोग गिदोन स रूट्ठ रहेन। जब एप्रैम क लोग गिदोन स मिलेन, उ पचे गिदोन स पूछेन, “तू हम लोगन क संग अइसा बेउहार काहे किहा? जब तू मिद्यानी लोगन क खिलाफ लड़इ गया तउ हम लोगन क काहे नाही बोलाया?” एप्रैम क लोगन गिदोन क संग किरोध मँ बात किहेन। 2 किन्तु गिदोन एप्रैम क लोगन क जवाब दिहेस, “मइँ ओतनी अच्छी तरह जुद्ध नाही किहा जेतनी अच्छी तरह आप लोग किहन। इ सच अहइ कि तू एप्रैमी लोग फसल काटइ क पाछे जेतना अंगूर बिन तोड़े छोड़ेस रहा। उ सबइ मोर परिवार अबिएज़ेर क पूरी फसल स भी जियादा रहा। 3 इहइ तरह इ बार भी तोहार फसल अच्छी पहिले स नीक अहइ। यहोवा तू लोगन क मिद्यानी लोगन क राजकुमारन ओरेब अउ जेब क धरइ दिहेस। मइँ आपन कामयाबी क तू लोगन क जरिये कीन्ह गए कामन स कइसे तुलना कइ सकत हउँ?” जब एप्रैम क लोग गिदोन क जवाब सुनेन तउ उ पचे खामोस होइ गएन। 4 तब गिदोन अउ ओकर तीन सौ मनई यरदन नदी पइ आएन अउर ओकरे दूसर कइँती गएन। मुला उ पचे थकेन अउर तउ भी दुस्मनन क पाछा करत रहेन। रहेन। 5 गिदोन सुकाकोत नगर क लोगन स कहेस, “मोरे फउजियन क कछू खइया क द्या। मोर फउजी बहोत थके अहइँ। हम लोग अबहिं तलक जेबह अउर सुल्मुन्ना क पाछा करित अही जउन मिद्यानी लोगन क राजा अहइँ।” 6 सुकाकोत नगर क प्रमुखन गिदोन स कहेस, “हम तोहरे फउजियन क कछू खइया क काहे देइ? तू जेबह अउर सल्मुन्ना क अबहिं तलक धर्या नाहीं ह।” 7 तब गिदोन कहेस, “काहेकि तू हमका खइया क देइ स इनकार किहेस ओकर बाद जब यहोवा जेबह अउर सल्मुन्ना क धरइ मँ मोका मदद करी। मइँ हिआँ लउटब अउर मरूभूमि क काँटन अउ कँटेरी झाड़ियन क कोड़न स पीटब अउ तोहार चमड़ी उधेड़ब।” 8 गिदोन सुकाकोत नगर क तजेस अउर पनूएल नगर क गवा। गिदोन जइसे सुकाकोत क लोगन स भोजन माँगे रहा वइसे ही पनूएल क लोगन स भी भोजन माँगेस। मुला पनूएल क लोग ओका उहइ जवाब दिहेन जउन सुकाकोत क लोग जवाब दिहे रहेन। 9 एह बरे गिदोन पनूएल क लोगन स कहेस, “जब मइँ बिजय पाउब तब मइँ हिआँ आउब अउर तोहार इ मीनारे क गिराइ देब।” 10 जेबह, सल्मुन्ना अउर ओनकर फउजन ककोर्र नगर मँ रहिन। इ फउज मँ 15,000 सिपाही रहेन। पहिले क फउज मँ सिरिफ इ सबइ सिपाही ही बचा रहेन। उ सकातीसाली सेना क 1,20,000 बहादुर फउजी पहिले ही मारे जाइ चुका रहेन। 11 गिदोन अउ ओकर फउजियन खानाबदोसन क मारग क अपनाएस। उ मारग नोबह अउर योग्बहा नगरन क पूरब मँ अहइ। गिदोन ककोर्र नगर मँ आवा अउर उ दुस्मन पइ धावा बोलेस। दुस्मन क फउज क हमला क उम्मीद नाही रही। 12 मिद्यानी लोगन क राजा जेबह अउ सल्मुन्ना पराइ गएन। मुला गिदोन ओनका पाछा किहेस अउर ओन राजा लोगन क धइ लिहेस। गिदोन अउ ओकर लोग दुस्मन फउज क हराइ दिहेस। 13 तब योआस क पूत गिदोन जुद्ध स लउटा। गिदोन अउर ओकर फउजी हेरेस दर्रा नाउँ क दरेर् स होइके लउटेन। 14 गिदोन सुकाकोत क एक जवान क धरेस। गिदोन जवान स कछू सवाल पूछेस। जवान कछू नाउँ गिदोन क बरे लिखेस। उ सुकाकोत क प्रमुखन अउर अग्रजन क नाउँ लिखेस। उ सतहत्तर मनइयन क नाउँ दिहेस। 15 तब गिदोन सुकाकोत नगर मँ आवा। उ नगर क लोगन स कहेस, “जेबह अउर सल्मुन्ना हिआँ अहइँ। तू मोर मजाक इ कहिके उड़ाया, ‘हम पचे तोहरे थके फउजियन क खइया क काहे देइ। तू अबहिं तलक जेबह अउर सल्मुन्ना क नाही धर्या ह।’” 16 गिदोन सुकाकोत नगर क अग्रजन क लिहस अउर ओनका दण्ड देइ बरे रेगिस्तान क काँटन अउ कँटेरी झाड़ियन स पीटेस। 17 गिदोन पनूएल नगर क मीनार क भी गिराइ दिहेस। तब उ ओन लोगन क मार डाएस जउन उ नगर मँ रहत रहेन। 18 अब गिदोन जेबह अउर सल्मुन्ना स कहेस, “तू ताबोर पर्वत पइ कछू मनइयन क मार्या। उ सबई मनई कउने तरह क रहेन?”जेबह अउर सल्मुन्ना जवाब दिहेन, “उ सबइ मनई तोहरी तरह रहेन। ओनमाँ स हर एक राजकुमार क तरह रहा।’” 19 गिदोन कहेस, “उ सबइ मनई मोर भाई अउर मोर महतारी क पूत रहेन। यहोवा क जिन्नगी क किरिया, जदि तू ओनका नाही मारत्या, तउ अब मइँ भी तू पचन्क नाही मारब्या।” 20 तब गिदोन येतेर कइँती मुड़ा। येतेर गिदोन क सब स बड़का पूत रहा। गिदोन ओहसे कहेस, “एन राजा लोगन क मार डावा।” मुला येतेर एक ठु लड़का ही रहा अउर डेरात रहा। एह बरे उ आपन तरवार नाहीं निकारेस। 21 तब जेबह अउ सल्मुन्ना गिदोन स कहेस, “अगवा बढ़ा अउर खुद हमका मारा। तू पुरूख अहा अउ इ काम करइ बरे काफी बलवान अहा।” एह बरे गिदोन उठा अउ जेबह अउर सल्मुन्ना क मार डावा। तब गिदोन चाँद क तरह बनी सज्जा क ओनके ऊँटन क गटइया स उतार दिहेस। 22 इस्राएल क लोग गिदोन स कहेस, “तू हम लोगन क मिद्यानी लोगन स बचाएस। एह बरे हम लोगन पइ सासन करा। हम चाहित ह कि तू, तोहार पूत अउ तोहार पोतन हम लोगन पइ सासन करइँ।” 23 किन्तु गिदोन इस्राएल क लोगन स कहेस, “यहोवा तोहार सासक होइ, न तउ मइँ तू लोगन पइ हुकूमत करब अउर न ही मोर पूत तोहरे ऊपर सासन करी।” 24 इस्राएली क लोग जेनका हराएन, ओनमाँ कछू इस्माएली लोग रहेन। इस्माएली लोगन सोने क कान क बालियन पहिरत रहेन। एह बरे गिदोन इस्राएल क लोगन स कहेस, “मइँ चाहत हउँ कि तू मोरे बरे इ काम करा। मइँ तू पचन मँ स हर एक स इ चाहत हउँ कि तू लोग जुद्ध मँ जउन पाया ओनमाँ स एक-एक कान क बाली हमका द्या।” 25 एह बरे इस्राएल क लोग गिदोन स कहेस, “जउन तू चाहत ह ओका हम खुसी स देब।” एह बरे उ पचे भुइँया पइ एक अंगरखा बिछाएन। हर एक मनई अंगरखा पइ एक ठु कान क बाली क लोकाएस। 26 तब उ सबइ बालियन बटोरिके तउली गइन तउ उ सबइ लग भग तैंतालीस पौंड निकरिन। इ वजन क सम्बंध ओन चीजन क वजन स नाही अहइ जेनका इस्राएल क लोग गिदोन क दूसर भेटन क रूप मँ दिहे रहा। उ पचे चन्दा क आकार अउर आँसू क बूँद क आकार क नाईं रतन भी ओका दिहन अउर उ पचे ओका बैंगनी रंग क चोगन भी दिहन। इ सबइ उ सब चिजियन रहिन जउन मिद्यानी लोगन क राजा लोग पहिरे रहेन। उ पचे मिद्यानी लोगन क राजा लोग ऊँटन क जंजीरियन भी ओका दिहेन। 27 गिदोन उ सोना क उपयोग एपोद बनावइ क बरे किहेस। उ एपोद क आपन निवास क उ नगर मँ रखेस जेका ओप्रा कहा जात रहा। इस्राएल क सबहिं लोग एपोद क पूजत रहेन। मुला इ तरह इस्राएल क लोग यहोवा बरे अबिस्सासी रहेन अउर एपोद क पूजा करत रहेन। उ एपोद, गिदोन अउ ओकरे परिवार बरे मुसीबत क कारण बन गएन। 28 इ तरह मिद्यानी लोग इस्राएल क हुकूमत मँ रहइ बरे मजबूर कीन्ह गए रहेन। मिद्यानी लोग अब अगवा कउनो कस्ट नाहीं दिहेन। इ तरह गिदोन क जिन्नगी काल मँ चालीस बरिस तलक पूरे देस मँ सान्ति रही। 29 योआस क पूत यरूब्बाल (गिदोन) अपने घर गवा। 30 गिदोन क आपन सत्तर पूत रहेन। एकर ऍतना जियादा पूत रहेन काहेकि ओकर अनेक मेहररूअन रहिन। 31 गिदोन क एक ठु रखैल भी रही। जउन सकेम नगर मँ रहत रही। उ रखैल स भी ओका एक पूत रहा। उ उ पूत क नाउँ अबीमेलेक राखेस। 32 इ तरह योआस क पूत गिदोन खूब बुढ़ाइ जाए पइ मरा। गिदोन उ कब्र मँ दफनावा गवा, जउन ओकर पिता योआस क रहा। उ कब्र ओप्रा नगर मँ बाटइ जहाँ अबीएजेरी लोग रहत हीं। 33 जइसेन ही गिदोन मरा तइसे ही इस्राएल क लोग फिन परमेस्सर बरे अबिस्सासी बन गए रहेन। उ सबइ बाल क अनुसरण करइ लागेन। उ पचे बाल बरीत क आपन देवता चुन लिहेस। 34 इस्राएल क लोग यहोवा, आपन परमेस्सर क याद नाहीं करत रहेन, जदपि उ ओनका ओन सबहिं दुस्मन स बचाएस जउन इस्राएल क लोगन क चारिहुँ कइँती रहत रहेन। 35 इस्राएल क लोग यरूब्बाल क परिवार बरे कउनो दया नाहीं देखाएन, जदपि उ ओनके बरे बहोत स नीक करम किहे रहेन।

9:1 अबीमेलेक यरूब्बाल क पूत रहा। अबीमेलेक आपन ओन मामा लोगन क लगे गवा जउन सकेम नगर मँ रहत रहेन। उ आपन मामा लोगन अउ महतारी क परिवार स कहेस, 2 “सकेम नगर क प्रमुख लोगन स इ सवाल पूछा: ‘यरूब्बाल का सत्तर पूतन स आप लोगन क सासित होब तोहार बरे नीक अहइ या कउनो एक मनई स सासित होब? याद राखा, मइँ तोहार सम्बंधी हउँ।” 3 अबीमेलेक क मामा लोग सकेम क प्रमुख लोग स बात किहेन अउर ओनेस इ सवाल किहेन। सकेम क प्रमुख लोग अबीमेलेक क अनुसरण करइ क निहचइ किहेन। उ पचे कहेन, “आखिरकार उ हमार सम्बंधी अहइ।” 4 एह बरे सकेम क प्रमुख लोग अबीमेलेक क सत्तर चाँदी क टूकन दिहेन। उ चाँदी बालबरीत देवता क मन्दिर क रही। अबीमेलेक चाँदी क उपयोग कछू मनइयन क काम पइ लगावइ बरे किहेन। इ सबई मनई लापरवाह अउ बेकार रहेन। उ सबइ अबीमेलेक क पाछे, जहाँ कहूँ उ गवा, चलत रहेन। 5 अबीमेलेक ओप्रा नगर क गवा। ओप्रा ओकरे पिता क निवास स्थान रहा। उ नगर मँ अबीमेलेक आपन सत्तर भाइयन क कतल कइ दिहेस। उ सबइ सत्तर भाई अबीमेलेक क बाप यरूब्बाल क पूत रहेन। उ सबहिं क एक पथरे पइ मारेस किन्तु यरूब्बाल क सब स नान्ह पूत अबीमेलेक स छुप गवा अउर पराइ निकरा। सब स नान्ह पूत क नाउँ योताम रहा। 6 तब सकेम नगर क सबहिं प्रमुख अउर बेतमिल्लो क महल क निअम्बर एक संग आएन। उ सबइ सबहिं उ पाथर-खम्भा क निअरे क बड़का बृच्छ क लगे बटुर गएन जउन सकेम नगर मँ रहा अउर उ पचे अबीमेलेक क आपन राजा बनाएन। 7 योताम सुनेस कि सकेम क प्रमुख लोग अबीमेलेक क राजा बनाइ दिहेन ह। जब उ सुनेस तउ उ गवा अउर गरिज्जीम पर्वत क चोटी पइ खड़ा भवा। योताम लोगन क इ कथा चिचियाइके सुनाएस।सकेम क लोग, मोर बात सुना अउ तब आप क बात परमेस्सर सुनी। 8 एक दिन बृच्छ आपन ऊपर हुकूमत करइ बरे एक ठु राजा चुनइ क निर्णय किहन। बृच्छन जइतून क बृच्छ स कहेन, “तू हमरे ऊपर राजा बना।” 9 मुला जइतून क बृच्छ कहेस, “मनई अउ देवता मोर बड़कई मोरे तेल बरे करत ही। का मइँ जाइके सिरिफ दूसर बृच्छन पइ हुकूमत करइ क बरे आपन तेल बनाउब बन्द कइ देउँ?” 10 तब बृच्छन अंजीर क बृच्छ स कहेन, “आवा अउर हमार राजा बना।” 11 मुला अंजीर क बृच्छ जवाब दिहस, “का मइँ सिरिफ जाइके दूसर बृच्छन पइ हुकूमत करइ बरे आपन मीठ अउ नीक फल पइदा करब बन्द कइ देब?” 12 तब बृच्छन अंगूर क बेल स कहेन, “आवा अउ हमार राजा बना।” 13 मुला अंगूर क बेल जवाब दिहस, “मोर दाखरस मनईयन अउ राजा लोगन क खुस करत ह। का मोका सिरिफ जाइके अउर बृच्छन पइ सासन करइ बरे आपन दाखरस पइदा करब बन्द कइ देइ चाही।” 14 आखीर मँ सबइ बृच्छन कँटेरी झाड़ी स कहेन, “आवा अउ हमार राजा बना।” 15 किन्तु कँटेरी झाड़ी बृच्छन स कहेस, “जदि तू फुरइ मोका अपने ऊपर राजा बनावइ चाहत ह तउ आवा अउर मोर छाया मँ आपन सरण बनावा। जदि तू अइसा करइ नाहीं चाहत ह तउ इ कँटेरी झाड़ी स आगी निकरइ द्या, अउर उ आगी क लबानोन, क चीड़ क बृच्छन क भी जराइ देइ द्या।” 16 “अब जदि आप अबीमेलेक क आपन राजा बनाइके ठीक करत हीं। अउर जदि आप ओका राजा बनाइके यरूब्बाल अउर ओकर परिवार बरे निआव संगत अहइँ, अउर आप यरूब्बाल क संग उहई बर्ताव करत ह जेका उ हकदार अहइ, तउ इ ठीक अहइ! 17 किन्तु तनिक सोचा कि मोर बाप आपन बरे का किहेस ह? मोर बाप आप लोगन बरे लड़ेन। उ पचे आपन जिन्नगी क उ समइ खतरा मँ डाएन जब उ पचे आपन लोगन क मिद्यानी लोगन स बचाएस। 18 किन्तु अब आप लोग मोरे बाप क परिवार क खिलाफ होइ गवा अहइँ। आप लोग मोरे बाप क सत्तर पूतन क एक पाथर पइ मारेन ह। आप लोग अबीमेलेक क सकेम क राजा बनाएन ह। उ मोरे बाप क दासी क पूत अहइ। आप लोग अबीमेलेक क सिरिफ एह बरे राजा बनाएन ह कि उ आप क रिस्तेदार अहइ। 19 एह बरे जदि आज आप लोग यरूब्बाल अउ ओकरे परिवार क बरे ठीक किहेस ह, तब अबीमेलेक क आपन राजा मानिके आप क खुस होइ चाही अउर ओका भी तोहार संग खुस होइ चाही। 20 मुला जदि आप उचित नाही किहेन ह तउ, अबीमेलेक सकेम अउर मिल्लो सहर क सबइ प्रमुखन क नस्ट कइ डाएन। अउर सकेम नगर क अउर मिल्लो नगर क प्रमुखन भी अबीमेलेक क नस्ट कइ डाएन।” 21 योताम इ सब कहइ क पाछे भाग खड़ा भवा। उ पराइके बेर नगर मँ पहोंचा। योताम उ नगर मँ रहत रहा, काहेकि उ आपन भाई अबीमेलेक स डेरात रहा। 22 अबीमेलेक इस्राएल क लोगन पइ तीन बरिस तलक हुकूमत किहस। 23 अबीमेलेक यरूब्बाल क सत्तर पूतन क मार डाए रहा। उ पचे अबीमेलेक क भाई रहेन। सकेम नगर क प्रमुख लोग ओन भाईयन क मारइ मँ ओकर मदद किहे रहेन। एह बरे परमेस्सर अबीमेलेक अउ सकेम क प्रमुखन क बीच झगड़ा पइदा कराएस अउ सकेम क प्रमुख लोग अबीमेलेक क नोस्कान पहोंचावइ बरे जोजना बनाएन। 24 25 ओन लोग पहाड़ियन क चोटी पइ स जाइवालन पइ हमला करइ अउर ओनकर सब कछू लूटइ बरे डाकू लोगन क किराये पइ राखेस। अबीमेलेक ओन हमलन क बारे मँ पता लगाएस। 26 गाल नाउँ क एक मनई अउर ओकर भाई सकेम नगर क आएन। गाल, एबेद नाउँ क मनई क पूत रहा। सकेम क प्रमुख लोग गाल पइ बिस्सास अउ ओकर अनुसरण करइ क निहचय किहेन। 27 एक दिन सकेम क लोग आपन बागन मँ अंगूर तोड़इ गएन। लोग दाखरस बनावइ बरे अंगूरन क निचोरेन अउर तब उ पचे आपन देवता क मन्दिर पइ एक ठु दावत दिहन। उ पचे खाएन अउ दाखरस पिएन। तब उ पचे अबीमेलेक क अभिसाप दिहेन। 28 तब एबेद क पूत गाल कहेस, “हम लोग सकेम क मनई अही। हम अबीमेलेक क आग्या काहे मानी? का उ यरूब्बाल क पूत नाहीं अहइ? का जबूल ओकर अधिकारी नाहीं अहइ? हम का अबीमेलेक क आग्या नाहीं मानइ चाही। हम का हमोर क लोगन क आग्या मानइ चाही। (हमोर सकेम क पिता रहा।) 29 जदि आप मोका एन लोगन क सेनापति बनावत हीं तउ मइँ अबीमेलेक स मुकित दियाइ देब। मइँ ओहसे कहब, ‘आपन फउज क तइयार करा अउर जुद्ध बरे आवा।’” 30 जबूल सकेम नगर क राजपाल रहा। जबूल उ सब सुनेस जउन एबेद क पूत गाल कहेस अउर जबूल बहोत कोहाइ गवा। 31 जबूल अबीमेलेक क लगे अरूमा नगरमँ दूतन क पठएस। सँदेसा इ रहा:एबेद क पूत गाल अउ एकर भाई सकेम नगर मँ आएन ह अउर तोहरे बरे कठिनाई पइदा करत अहइँ। गाल पूरे नगर क तोहरे खिलाफ भड़कावत अहइ। 32 एह बरे अब तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क लोगन क राति मँ उठइ चाही अउर नगर क बाहेर खेतन मँ छुपइ चाही। 33 जब भिंसारे सूरज निकरइ तउ नगर पइ हमला कइ द्या। गाल अउर ओकर मनईयन तोहार संग जुद्ध करइ बरे नगर क बाहेर आइ। जब उ सबइ लोग लड़इ बरे बाहेर आवइँ तउ तू पचे ओनकर जउन कइ सका, करा। 34 एह बरे अबीमेलेक अउर सबहिं फउजी राति क उठेन अउर नगर क गएन। उ सबइ फउजी चार टुकड़िन मँ बँट गएन। उ पचे सकेम नगर क लगे छुप गएन। 35 एबेद क पूत गाल बाहेर निकरिके सकेम नगर क फाटक क प्रवेस दुआर पइ रहा। जब गाल हुआँ खड़ा रहा उहइ समइ अबीमेलेक अउर ओकर फउजी आपन छुपइ क ठउरन स बाहेर आएन। 36 गाल फउजियन क लखेस। गाल जबूल स कहेस, “धियान द्या, पर्वतन स लोग खाले उतरत अहइँ।”किन्तु जबूल कहेस, “तू सिरिफ पर्वतन क परछाँइयन लखत अहा। परछाँइयन लोगन क तरह देखाइ देत अहइँ।” 37 किन्तु गाल फिन कहेस, “लखा, प्रदेस क नाभि नाउँ क ठउरे स लोग बढ़त अहइँ, अउर जादूगर क बृच्छ क ओर स एक दुसर दल आवति अहइ।” 38 तब जबूल ओहसे कहेस, “अब तोहार बड़की-बड़की बातन कहाँ गइन, जउन तू कहत रह्या, ‘अबीमेलेक कउन होत ह, जेकरी मातहत मँ हम रहेन?’ का उ सबइ उहइ लोग नाहीं अहइँ जेनकर तू मसखरी उड़ावत रह्या? जा अउर ओनसे लड़ा।” 39 एह बरे गाल सकेम क प्रमुखन क अबीमेलेक स जुद्ध करइ बरे लइ गवा। 40 अबीमेलेक अउर ओकर फउजियन गाल अउ ओकरे मनइयन क पाछा किहेन। गाल क लोग सकेम नगर क फाटक कँइती स पाछे परानेन। गाल क बहोत स लोग फाटक पइ पहोंचइ स पहिले मार डावा गएन। 41 तब अबीमेलेक अरूमा नगर क लउटि गवा। जबूल गाल अउर ओकरे भाइयन क सकेम नगर तजइ क मजबूर किहस। 42 अगले दिन सकेम क लोग आपन खेतन मँ काम करइ क गएन। अबीमेलेक ओकरे बारे मँ पता लगाएस। 43 एह बरे अबीमेलेक आपन फउजियन क तीन टुकड़ियन मँ बाँटेस। उ सकेम क लोगन पइ अचानक हमला करइ क जोजना बनाएस। एह बरे उ आपन मनइयन क खेतन मँ छुपाएस। जब उ लोगन क नगर स बाहेर आवत लखेस तउ उ टूट पड़ा अउर ओन पइ हमला कइ दिहेस। 44 अबीमेलेक अउ ओकर लोग सकेम नगर क फाटक क लगे दौड़िके आएन। दूसर दुइ दुकड़ियन खेत मँ लोगन क लगे दोड़िके गइन अउर ओनका मारि डाएन। 45 अबीमेलेक अउ ओकर फउजी सकेम नगर क संग पूरे दिन लड़ेन। उ पचे सकेम नगर पइ कब्जा कइ लिहेन अउ उ नगर क लोगन क मार डाएन। तब अबीमेलेक उ नगर क बर्बाद किहस अउर उ ध्वंस पइ नोन फेंकवाइ दिहस। 46 कछू लोग सकेम क मीनार क लगे रहत रहेन। जब उ ठउरे क लोग सुनेन कि सकेम का संग का भवा ह तब उ पचे सब स जियादा सुरच्छित उ कमरा मँ बटुर गएन जउन एलबरीत देवता क मन्दिर रहा। 47 अबीमेलेक सुनेस कि सकेम क मीनार क सबहिं प्रमुख एक संग बटुर गएन ह। 48 एह बरे अबीमेलेक अउ ओकर सबहिं लोग सलमोन पर्वत प गएन। अबीमेलेक एक ठु कुल्हाड़ी लिहस अउर उ कछू डारन क काटेस। उ ओन डारन क आपन काँधन पइ धरेस। तब उ आपन मनइयन स कहेस, “हाली करा, जउन मइँ किहेउँ ह, उहइ करा।” 49 एह बरे ओन लोग डारन क काटेन अउर अबीमेलेक क पाछा किहन। उ पचे डारन क ढेर एलबरीत देवता क मन्दिर क सब स जियादा सुरच्छित कमरा क लगे लगाएस। तब उ पचे डारन मँ आगी लगाइ दिहन अउर कमरा मँ लोगन क बार डाएन। इ तरह लगभग सकेम क मीनार क निवासी एक हजार मेहरारू-मनसेधू मर गएन। 50 तब अबीमेलेक अउर ओकर मनईयन साथी तेबेस नगर क गएन। उ पचे उ नगर पइ कब्जा कइ लिहेन। 51 किन्तु तेबेस नगर मँ एक मजबूत मीनार रही। उ नगर क सबहिं मेहरारू-मनसेधू अउ उ नगर क प्रमुख उ मीनार क लगे पराइके पहोंचेन। जब नगर क लोग मीनार क भीतर घुस गएन तउ उ पचे अपने पाछे मीनार क दरवाजा बन्द कइ दिहन अउ ताला लगाइ दिहेन। तब उ पचे मीनार क छते पइ चढ़ गएन। 52 अबीमेलेक अउ ओकर साथी मीनार क लगे ओह पइ हमला करइ बरे पहोचेन। अबीमेलेक मीनार क दरवाज तलक गवा। उ मीनार क आगी लगावइ चाहत रहा। 53 जब अबीमेलेक दूआरे पइ खड़ा रहा, उहइ समइ एक मेहरारू एक ठु चकाकी क पाथर ओकरे मूँड़े पइ फेंकेस। चकाकी क पाथर अबीमेलेक क मूँड़े क चूर-चूर कइ डाएस। 54 अबीमेलेक हाली स आपन उ नौकर स कहेस जउन ओकर औजार लइ चलत रहा, “आपन तरवार निकारा अउर मोका मार डावा। मइँ चाहत हउँ कि तू मोका मार डावा जेहसे लोग इ न कहइँ कि, ‘एक ठु मेहरारू अबीमेलेक क मार डाएस।’” एह बरे उ नौकर आपन तरवार उस के सरीर मँ घुसेड़ दिहस अउर अबीमेलेक मर गवा। 55 इस्राएल क लोग लखेन कि अबीमेलेक मर गवा। एह बरे उ पचे सबहिं आपन घरन क लउटि गएन। 56 इ तरह परमेस्सर अबीमेलेक क ओकर सबहिं कीन्ह गवा पापन खातिर दण्ड दिहस। अबीमेलेक आपन सत्तर भाइयन क मारिके अपने बाप क खिलाफ पाप किहे रहा। 57 परमेस्सर सकेम नगर क लोगन क भी ओनके जरिये कीन्ह गए पापन क दण्ड दिहस। इ तरह योताम जउन कहेस, फुरइ भवा। (योताम यरूब्बाल क सब स लहुरा पूत रहा। यरूब्बाल गिदोन रहा।)

10:1 अबीमेलेक क मरइ क पाछे इस्राएल क लोगन क बचावइ बरे परमेस्सर क जरिये दूसर निआवाधीस पठवा गवा। उ मनई क नाउँ तोला रहा। तोला पुआ नाउँ क मनई क पूत रहा। पुआ दोदो नाउँ क मनई क पूत रहा। तोला इस्साकार क परिवार समूह क रहा। तोला सामीर नगर मँ रहत रहा। सामीर नगर एप्रैम क पहाड़ी पहँटा मँ रहा। 2 तोला इस्राएल क लोगन बरे तेईस बरिस तलक निआवाधीस रहा। तब तोला मर गवा अउ सामीर नगर मँ दफनावा गवा। 3 तोला क मरइ क पाछे, परमेस्सर क जरिये एक ठु अउर निआवाधीस पठवा गवा। उ मनई क नाउँ याईर रहा। याईर गिलाद क पहँटा मँ रहत रहा। याईर इस्राएल क लोगन क बरे बाईस बरिस तलक निआवाधीस रहा। 4 याईर क तीस पूत रहेन। उ सबह तीस पूत तीस गधन पइ सवार होत रहेन। उ सबइ तीस पूत गिलाद छेत्र क तीस नगरन क इन्तजाम करत रहेन। उ सबइ नगर “याईर क सहर” आजु तलक कहा जात हीं। 5 याईर मरा अउ कामोन नगर मँ दफनावा गवा। 6 तब इस्राएल क लोग फुन उहइ किहेन जउन यहोवा क नज़र मँ बुरा रहा। उ सबइ बाल देवतन, अउर अस्तारोत, अउर अरामीय सीदोन, मोआब, अम्मोनियन अउर पलिस्तियन क देवतन क पूजा किहेस। इस्राएल क लोगन यहोवा क तजि दिहेन अउर ओकर उपासना अउर सेवा बन्द कइ दिहन। 7 एह बरे यहोवा इस्राएल क लोगन पइ कोहान। यहोवा पलिस्तियन अउ अम्मोनियन क ओनका पराजित करइ दिहस। 8 उहइ बरिस ओन लोग इस्राएल क ओन लोगन क बर्बाद किहेस जउन गिलाद पहँटा मँ यरदन नदी क पूरब मँ रहत रहेन। इ उहइ भुइँया अहइ जहाँ अमोरियन लोग रह चुका रहेन। इस्राएल क उ सबइ लोग अट्ठारह बरिस तलक कस्ट भोगत रहेन। 9 तब अम्मोनी लोग यरदन नदी क पार गएन। उ सबइ लोग यहूदा, बिन्यामीन अउ एप्रैम क लोगन क खिलाफ लड़इ गएन। अम्मोनी लोग इस्राएल क लोगन पइ अनेक बिपत्तियन ढाएन। 10 एह बरे इस्राएल क लोग यहोवा क रोइके गोहराएन, “हम लोग, परमेस्सर, तोहरे खिलाफ पाप किहा ह। हम लोग अपने परमेस्सर क तजा अउ बाल क मूरतियन क पूजा कीन्ह।” 11 यहोवा इस्राएल क लोगन क जवाब दिहस, “तू लोग मोका तबइ रोइके गोहराया जब मिस्री, एमोरी, अम्मोनी तथा पलिस्ती लोग तोहरे सबन पइ अत्याचार किहन। मइँ तू पचन्क एन लोगन स रच्छा करवा। 12 तू लोग तबइ चिचियाया जब सीदोन क लोग, अमालेकियन अउ मिद्यानियन तू पचन पइ प्रहार किहन। मइँ ओन लोगन स भी तू पचन्क बचाएउँ ह। 13 किन्तु तू पचे मोका तजा ह। तू पचे दूसर देवतन क उपासना किहा ह। एह बरे मइँ तू पचन्क फुन बचावइ स इन्कार करत हउँ। 14 तू पचे ओन देवतन क पूजा करब पसन्द करत अहा। एह बरे ओनके निचके मदद खातिर गोहरावइ जा। जब तू पचे विपत्ति मँ पड़इ तउ उहइ समय ओन देवतन क तू लोगन क रच्छा करइ द्या।” 15 किन्तु इस्राएल क लोग यहोवा स कहेन, “हम लोग पाप कीन्ह ह। तू, हम पचन्क संग जउन चाहत ह, करा। किन्तु कृपा करके आजु हम लोगन क बचा।” 16 तब इस्राएल क लोग अपने लगे क विदेसी देवतन क लोकाइ दिहा। उ पचे फुन स यहोवा क उपासना सुरू किहन। एह बरे जब यहोवा ओनका कस्ट उठावत लखेस, तब उ ओनके बरे दुःखी भवा। 17 अम्मोनी लोग जुद्ध करइ बरे एक संग बटुरेन, ओनकर डेरा गिलाद पहँटा मँ रहा। इस्राएल क लोग एक संग बटुरेन, ओनकर डेरा मिस्सा नगर मँ रहा। 18 गिलाद छेत्र मँ रहइवाले लोगन क प्रमुखन कहेन, “अम्मोन क लोगन पइ हमला करइ मँ जउन मनई हमार अगुआई करी, उहइ मनई, ओन सबहिं लोगन क प्रमुख होई जाई जउन गिलाद पहँटा मँ रहत हीं।”

11:1 यिप्तह गिलाद क परिवार समूह स रहा। उ एक ताकतवर जोधा रहा। किन्तु यिप्तह एक ठु रण्डी क पूत रहा। ओकर बाप गिलाद नाउँ क मनई रहा। 2 गिलाद क मेहरारू क अनेक पूत रहेन। जब उ पचे बड़े भएन तउ उ पचे यिप्तह क पसन्द नाहीं किहन। ओन पूतन यिप्तह क आपन जनम क नगर क तजइ बरे मजबूर किहन। उ पचे ओहसे कहेन, “तू हमरे बाप क दौलत मँ कछू नाहीं पाइ सकत अहा। तू दूसर मेहरारू क पूत अहा।” 3 एह बरे यिप्तह आपन भाइयन क कारण दूर चला गवा। उ तोब प्रदेस मँ रहत रहा। तोब प्रदेस मँ कछू मुल्यहीन लोग यिप्तह क अनुसरण करइ लागेन। 4 कछू समइ पाछे अम्मोनी लोग इस्राएल क लोगन स लड़ेन। 5 अम्मोनी लोग इस्राएल क लोगन क खिलाफ लड़त रहेन। एह बरे गिलाद प्रदेस क अग्रज (प्रमुख) यिप्तह क लगे आएन। उ पचे चाहत रहेन कि यिप्तह तोब प्रदेस क तजि देइ अउर गिलाद प्रदेस मँ लउटि आवइ। 6 प्रमुखन यिप्तह स कहेन, “आवा, हमार प्रमुख बना, जेहसे हम लोग अम्मोनियन क संग लड़ सकी।” 7 मुला यिप्तह गिलाद प्रदेस क अग्रजन स कहेस, “का इ फुरइ नाहीं कि तू लोग मोहसे घिना करत अहा? तू लोग मोका आपन पिता क घर तजइ बरे मजबूर किहा। एह बरे जब तू पचे विपत्ति मँ ह्वा तउ मोरे लगे काहे आवत रह्या?” 8 गिलाद प्रदेस क अग्रजन यिप्तह स कहेन, “इहइ कारण अहइ जेहसे हम अब तोहरे लगे आवा अही। कृपा कइके हम लोगन क संग आवा अउर अम्मोनी लोगन क खिलाफ लड़ा। तू ओन सबहिं लोगन क सेनापति होब्या जउन गिलाद प्रदेस मँ रहत हीं।” 9 तब यिप्तह गिलाद प्रदेस क अग्रजन स कहेस, “जदि तू लोग चाहत अहा कि मइँ गिलाद क लउटउँ अउर अम्मोनी लोगन क खिलाफ लड़उँ तउ इ बहोत नीक बात अहइ। किन्तु जदि यहोवा मोका विजय पावइ मँ मदद करइ तउ मइँ तोहार पचन्क नवा प्रमुख बनब।” 10 गिलाद प्रदेस क अग्रजन यिप्तह स कहेन, “हम लोग जउन बातन करत अही, यहोवा उ सबइ सुनत अहइ। हम लोग इ सबइ करइ क प्रतिग्या करत अही जउन तू पचे हमका करइ क कहत रह्या।” 11 एह बरे यिप्तह गिलाद क अग्रजन क संग गवा। ओन लोग यिप्तह क आपन प्रमुख तथा आपन फउज क सेनापति बनाएन। यिप्तह मिस्पा नगर मँ यहोवा क समन्वा आपन सबहिं बातन दोहराएस। 12 यिप्तह अम्मोनी राजा क लगे दूतन पठएस। दूतन राजा क इ सँदेसा दिहस: “अम्मोनी अउ इस्राएल क लोगन क बीच समस्या का अहइ? तू हमरे भुइँया मँ लड़इ बरे काहे आवा अहा?” 13 अम्मोनी लोगन क राजा यिप्तह क दूतन स कहेस, “हम लोग इस्राएल क लोगन स एह बरे लड़त अही काहेकि इस्राएल क लोग हमार भुइँया तब लइ लिहन जब उ पचे मिस्र स आवा रहेन। उ पचे हमार भुइँया अनोर्ल नदी स यब्बोक नदी अउ हुवाँ स यरदन नदी तलक लइ लिहन अउ अब इस्राएल क लोगन स कहा कि उ पचे हमार भुइँया हम का सान्तिपूर्वक वापस दइ देइँ।” 14 एह बरे यिप्तह क दूतन इ सँदेसा यिप्तह क लगे वापस लइ गवा। तब यिप्तह अम्मोनी लोगन क राजा क लगे फुन दूत पठएस। 15 उ पचे इ सँदेसा लइ गएन:“यिप्तह इ कहत बाटइ। इस्राएल मोआब क लोगन या अम्मोन क लोगन क भुइँया नाही लिहस। 16 जब इस्राएल क लोग मिस्र देस स बाहेर आएन तउ उ पचे मरूभूमि स होइके जात्रा किहेन। उ पचे लाल सागर क गएन। तब उ पचे उ ठउर क गएन जेका कादेस कहा जात ह। 17 इस्राएल क लोग एदोम क राजा क लगे दूत पठए रहेन। उ पचे कहे रहेन, “इस्राएल क लोगन क तोहार भुइँया स गुजर जाइ द्या।” किन्तु एदोम क राजा अपने भुइँया स हम लोगन क नाहीं जाइ दिहेस। हम लोग उहइ सँदेसा मोआब क राजा क लगे पठवा। मुला मोआब क राजा भी अपने भुइँया स होइके हम लोगन क नाहीं जाइ दिहस। एह बरे इस्राएल क लोग कादेस मँ ठहरा रहेन। 18 तब इस्राएल क लोग मरूभूमि स होइके गएन अउर एदोम प्रदेस तथा मोआब भुइँया क छोरन क चारिहुँ कइँती चकाकर काटत रहेन। इस्राएल क लोग मोआब भुइँया क पूरब क तरफ स जात्रा किहन। उ पचे आपन डेरा अनोर्न नदी क दूसर कइँती डाएन। उ पचे मोआब क चउहद्दी क पार नाही किहन। (अनोर्न नदी मोआब क भुइँया क सीमा रही।) 19 तब इस्राएल क लोग एमोरी लोगन क राजा सीहोन क लगे दूत पठएन। सीहोन हेस्बोन नगर क राजा रहा। दूत लोग सीहोन स माँग किहन, “इस्राएल क लोगन क अपने भुइँया स गुजर जाइ दया। हम लोग अपने भुइँया मँ जाइ चाहित ह।” 20 किन्तु एमोरी लोगन क राजा सीहोन इस्राएल क लोगन क आपन चउहद्दी पार नाही करइ दिहस। सीहोन आपन सबहिं लोगन क बटोरेस अउर यहस पइ आपन डेरा डाएस। तब एमोरी लोग इस्राएल क लोगन क संग लड़ेन। 21 किन्तु यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर, इस्राएल क लोगन क मदद, सीहोन अउ ओकर फउज क हराइवइ मँ, किहस। एमोरी लोगन क सारी भुइँया इस्राएल क लोगन क सम्पत्ति बन गइ। 22 इ तरह इस्राएल क लोग एमोरी लोगन क सारा भुइँया पाएस। इ अनोर्न नदी स यब्बोक नदी तलक फइला रहा। इ भुइँया मरूभूमि स यरदन नदी तलक भी फइला रहा। 23 इ यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर रहा जउन एमोरी लोगन क आपन देस तजइ बरे बलपूर्वक मजबूर किहस अउर यहोवा उ प्रदेस इस्राएल क लोगन क दिहस। का तू पचे सोचत अहा कि तू पचे इस्राएल क लोगन स इ छोड़वाइ देब्या? 24 निहचइ ही, तू पचे उ भुइँया मँ रहि सकत ह जेका तोहार पचन्क देवता कमोस तोहका पचन्क दिहस ह। एह बरे हम लोग उ भुइँया मँ रहब, जेका यहोवा, हमार परमेस्सर हमका दिहस ह। 25 का तू पचे सिप्पोर नाउँ क मनई क पूत बालाक स जियादा नीक अहा? उ मोआब क राजा रहा। का उ इस्राएल क लोगन स बहस किहस? का उ कबहुँ इस्राएल क लोगन स लड़ा? 26 इस्राएल क लोग हेस्बोन अउ ओकर चारिहुँ ओर क सहरन मँ, अरोएर अउर ओकर चारिहुँ कइँती क सहर अउर अनोर्न नदी क किनारे क सबइ सहरन मँ तीन सौ बरिस तलक रहि चुकेन ह। तू एन नगरन क उहइ समय पर वापिस लेइ क जतन काहे नाहीं किहेन? 27 मइँ तोहार खिलाफ कउनो पाप नाहीं किहेन ह। किन्तु तू मोर खिलाफ बहोत बुरा अहा। यहोवा क, जउन सच्चा निआवाधीस अहइ, निहचइ करइ द्या कि इस्राएल क लोग ठीक राहे पइ अहइँ या अम्मोनी लोग। 28 अम्मोनी लोगन क राजा यिप्तह इ सँदेसा क अनसुना किहस। 29 तब यहोवा क आतिमा यिप्तह पइ उतर आएस। यिप्तह गिलाद अउर मनस्से क भुइँया स गुजरा। उ गिलाद भुइँया मँ मिस्पे नगर क गवा। गिलाद भुइँया मँ मिस्पे नगर क पार करत भवा यिप्तह, अम्मोनी लोगन क भुइँया मँ गवा। 30 यिप्तह यहोवा क बचन दिहस। उ कहेस, “जदि तू एमोरी लोगन क मोका हरावइ देत ह, 31 तउ मइँ उ पहिली जीवित चीज क तोहका भेंट करव जउन मोर विजय स लउटइ क समइ मोरे घर स बाहेर आइ। मइँ एका यहोवा क होमबलि क रूप मँ देब।” 32 तब यिप्तह अम्मोनी लोगन क भुइँया मँ गवा। यिप्तह अम्मोनी लोगन स लड़ा। यहोवा अम्मोनी लोगन क हरावइ मँ ओकर मदद किहस। 33 उ ओनका अरोएर नगर स मिन्नीत क छेत्र क छोर तलक हराएस। यिप्तह बीस नगरन पइ कब्जा किहस। उ अम्मोनी लोगन स आबेलकरामीम नगर तलक जुद्ध किहस। इ अम्मोनी लोगन बरे बड़की हार रही। अम्मोनी लोग इस्राएल क लोगन क जरिये हराइ दीन्ह गएन। 34 यिप्तह मिस्पा क लउटा अउर अपने घरे गवा। ओकर बिटिया आपन घरे स बाहेर ओहसे भेटइ बरे आएन। उ एक तम्बूरा बजावत रही अउर नाचत रही। उ ओकर एकलउटी बिटिया रही। यिप्तह ओसे बहोत पियार करत रहा। ओका लगे कउनो दूसर बिटिया या पूत नाही रहेन। 35 जब यिप्तह लखेस कि पहिली जिबित चीज ओकर बिटिया ही रही, जउन ओकर घर स बाहेर आइ तब उ दुःख क परगट करइ बरे आपन ओढ़ना फारि डाएस अउर इ कहेस, “आह! मोर बिटिया तू मोका बर्बाद कइ दिहा। तू मोका बहोत दुःखी कइ दिहा। मइँ यहोवा क बचन दिहे रहेउँ, मइँ ओका वापिस नाहीं लइ सकत।” 36 तब ओकर बिटिया यिप्तह स कहेस, “बाप, आप यहोवा स प्रतिग्या किहा ह। एह बरे उहइ करा जउन आप करइ क प्रतिग्या किहा ह। तू मोर संग उहइ करा जउन प्रतिग्या तू यहोवा स किहा ह। आखीर मँ यहोवा आपका दुस्मनन, अम्मोनी लोगन क हरावइ मँ तोहार मदद किहस ह।” 37 तब ओकर बिटिया अपने बाप यिप्तह स कहेस, “किन्तु मोरे बरे पहिले एक ठु काम करा। दुइ महीने तलक मोका अकेली रहइ द्या। मोका पहाड़न पइजाइ द्या। जइसा कि मइँ बियाह नाही करब, नाहीं कउनो बच्चा क जनम देब। मोका अउर मोरी सहेलियन क एक संग जाइ अउर एक संग रोवइ क अनुमति द्या।” 38 यिप्तह कहेस, “जा अउर वइसा ही करा,” यिप्तह ओका दुइ महीने तलक पठइ दिहस। यिप्तह क बिटिया अउर ओकर सहेलियन पहाड़न मँ रहिन। उ पचे ओकरे बरे रोएन अउर चिचियानेन, काहेकि उ न बियाह करी अउर न ही बच्चन पइदा करी। 39 दुइ महीने क पाछे यिप्तह क बिटिया आपन पिता क लगे लउटी। यिप्तह उहइ किहस जउन उ यहोवा स प्रतिग्या किहे रहा। यिप्तह क बिटिया एक कुवाँरी रही। ओकर कउनो क संग कउनो सरीरे क सम्बन्ध नाहीं रहा। एह बरे इस्राएल मँ इ रिवाज बन गवा। 40 इस्राएल क मेहररूअन हर बरिस गिलाद क यिप्तह क बिटिया क याद करत रहिन। मेहररूअन यिप्तह क बिटिया बरे हर एक बरिस चार दिन तलक रोवत रहिन।

12:1 एप्रैम क परिवार समूह क लोग आपन फउजियन क बटोरेन। तब उ पचे नदी पार कइके सापोन नगर गएन। उ पचे यिप्तह स कहेन, “तू हम लोगन क अम्मोनी लोगन क बिरोध मँ जुद्ध करइ बरे काहे नाही बोलाया? हम लोग तोहका अउर तोहरे घरे क बार देब।” 2 यिप्तह ओनका जवाब दिहस, “अम्मोनी लोग हम लोगन बरे अनेक समस्या पइदा करत अहइँ। एह बरे मइँ अउर हमार लोग ओनके खिलाफ लड़ेन। मइँ तू लोगन क बोलाएउँ, किन्तु तू लोग हम लोगन क मदद करइ नाही आया। 3 मइँ लखेउँ कि तू लोग मदद नाही करब्या। एह बरे मइँ आपन जिन्नगी खतरा मँ डाएउँ। मइँ अम्मोनी लोगन स लड़इ बरे नदी क पार गएउँ। यहोवा ओनका हरावइ मँ मोर मदद किहस। अब आजु तू मोरे खिलाफ लड़इ बरे काहे आया ह?” 4 तब यिप्तह गिलाद क मनईयन क एक संग बोलाएस। उ पचे एप्रैम क परिवार समूह क लोगन क संग लड़ेन। उ पचे एप्रैम क लोगन क संग एह बरे लड़ेन, काहेकि ओन लोग गिलाद क मनईयन क अपमान किहे रहेन। उ पचे कहे रहेन, “गिलाद क लोगो, तू लोग एप्रैम परिवार क बचे भए लोगन क अलावा दूसर कछू नाही अहा। तू लोगन क लगे आपन भुइँया भी नाहीं अहइ। तू लोगन क एक ठु हीसा एप्रैम मँ स अहइ तथा दूसर हींसा मनस्से मँ स अहइ।” गिलाद क लोग एप्रैम क लोगन क हराएन। 5 गिलाद क लोग यरदन नदी क घाटन क कब्जा कइ लिहन। उ सबइ घाटन एप्रैम प्रदेस तलक लइ जात रहेन। जब कबहुँ भी एप्रैम स बचा भवा जउन कउनो भी नदी पइ आवत, अउर कहत, “मोका नदी पार करइ द्या” तउ गिलाद क लोग ओहसे पूछतेन, “का तू एप्रैम मँ स अहा?” जदि उ “नाहीं” कहत तउ, 6 उ पचे कहतेन, ‘शिब्बोलेत’ सब्द क उच्चारण करा।” एप्रैम क लोग उ सब्द क सुद्ध उच्चारण नाही कइ सकत रहेन। उ पचे ओका “सिब्बोलेत” सब्द उच्चारण करते रहेन। जदि एप्रैम मँ स बचा मनई “सिब्बोलेत” क उच्चारण करत तउ गिलाद क लोग ओका घाटे पइ ही मार देत रहेन। इ तरह उ समइ एप्रैम मँ स 42,000 मनई मारा ग रहेन। 7 यिप्तह इस्राएल क लोगन क निआवाधीस छ: बरिस तलक रहा। तब गिलाद क निवासी यिप्तह मर गवा। ओका गिलाद मँ ओकर आपन नगर मँ दफनावा गवा। 8 यिप्तह क मरइ क पाछे इस्राएल क लोगन क निआवाधीस इबसान नाउँ क मनई भवा। इबसान बेतलेहेम नगर क निवासी रहा। 9 इबसान क तीस पूत अउ तीस बिटियन रहिन। उ अइसी तीस मेहररूअन आपन पूतन क संग बियाही बरे लिआवा, जउन ओकर रिस्तेदार नाहीं रहिन। इबसान इस्राएल क लोगन क निआवाधीस सात बरिस तलक रहा। 10 तब इबसान मर गवा। उ बेतलेहेम नगर मँ दफनावा गवा। 11 इबसान क मरइ क पाछे इस्राएल क लोगन क निआवाधीस एलोन नाँउ क मनई भवा। एलोन जबूलून क परिवार समूह स रहा। उ दस बर्स तक इस्राएल क लोगन क निआवाधीस रहा। 12 तब जबूलून क परिवार समूह क मनई एलोन मर गवा। उ जबूलून क भुइँया मँ अय्यालोन नगर मँ दफनावा गवा। 13 एलोन क मरइ क पाछे इस्राएल क लोगन क निआवाधीस अब्दोन नाउँ क मनई भवा। अब्दोन हिल्लेल नाउँ क मनई क पूत रहा। अब्दोन पिरातोन नगर क निवासी रहा। 14 अब्दोन क चालीस पूत अउ तीस पोता रहेन। उ सबइ सत्तर गधन पइ सवार होत रहेन। अब्दोन इस्राएल क लोगन क निआवाधीस आठ बरिस तलक रहा। 15 तब हिल्लेल क पूत अब्दोन मर गवा। उ पिरातोन नगर मँ दफनावा गवा। पिरातोन एप्रैम भुइँया मँ अहइ। इ उ पहाड़ी देस अहइ जहाँ अमालेकी लोग रहत रहेन।

13:1 फुन इस्राएल क लोग उहइ कार्य किहेन जुन यहोवा क नज़र मँ बुरा रहा। एह बरे यहोवा पलिस्ती लोगन क ओन पइ चालीस बरिस तलक सासन करइ दिहस। 2 एक मनई सोरा नगर क निवासी रहा। उ मनई क नाउँ मानोह रहा। उ दान क परिवार समूह स रहा। मनोह क एक ठु मेहरारू रही। मुला उ कउनो संतान पइदा नाहीं कइ सकत रही। 3 यहोवा क सरगदूत मानोह क मेहरारू क समन्वा परगट भवा अउर उ कहेस, “तू सन्तान उत्पन्न नाहीं कइ सकत अहा। मुला तू गर्भ धारण करबिउ अउर तोहका एक ठु पूत होइ। 4 तू दाखरस या कउनो नसीली पिअइ क चीज जिन पिआ। कउनो भी असुद्ध भोजनक न खा। 5 काहेकि तू फुरइ गर्भ धारण करबिउ अउर तोहका एक ठु पूत होइ। परमेस्सर बरे एक खास रूप मँ समपिर्त होइ। उ एक नाज़ीरहोइ। एह बरे तोहका ओकरे बाल कबहुँ नाहीं काटइ चाही। उ पइदा होइ स पहिले परमेस्सर क मनई होइ। उ इस्राएल क लोगन क पलिस्ती लोगन क सक्ती स अजाद कराई।” 6 तब उ मेहरारू आपन भतार क लगे गइ अउर जउन कछू भवा रहा, बताएस। उ कहेस, “परमेस्सर क निअरे स एक ठु मनई मोरे लगे आवा। उ परमेस्सर क एक सरगदूत क तरह मालूम होत रहा। उ बहोतइ अद्भुत देखाइ पड़त रहा अउर मइँ डेराइ गइ रही। मइँ ओहसे इ नाहीं पूछेउँ कि, तू कहाँ स आवा अहा। उ मोका आपन नाउँ नाहीं बताएस। 7 मुला उ मोसे कहेस, ‘तू गर्भ धारण करे अहा अउर तोहका एक ठु पूत होइ। कउनो दाखरस या नसीली चीज पिअइ क जिन पिआ। कउनो असुद्ध खइया जिन खा, काहेकि उ गदेला बिसेस रूप स परमेस्सर क समपिर्त होइ। उ लड़का जनम क पहिले स लइके मरइ क दिन तलक परमेस्सर क नाज़ीरी होइ।’” 8 तब मानोह यहोवा स पराथना किहेस, “हे यहोवा, मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि तू परमेस्सर क मनई क हम लोगन क लगे फिन भेजा। हम चाहित ह कि उ हमका सिखावइ कि हम लोगन क हिआँ जउन बहोत हाली ही जनम लेइवाले गदेलन अहइ ओकरे संग हमका का करइ चाही?” 9 परमेस्सर मानोह क पराथना सुनेस। परमेस्सर क सरगदूत फुन उ मेहरारू क लगे, तब आता जब व खेते मँ बइठी रही। किन्तु ओकर भतार मानोह ओकरे संग नाहीं रहा। 10 एह बरे उ मेहरारू आपन भतारे स इ कहइ खातिर दउड़ी, “उ मनई लउटा ह। जउन मनई दूसर दिना मोरे लगे आवा रहा, उ हिआँ अहइ।” 11 मानोह उठा अउर आपन मेहरारू क पाछे चला। जब उ उ मनई क लगे पहोंचा तउ उ कहेस, “का तू उहइ मनई अहा जउन मोर मेहरारू स बातन किहे रही।”सरगदूत कहेस, “मइँ ही अहउँ।” 12 एह बरे मानोह कहेस, “मोका आसा अहइ कि जउन तू कहत अहा उ होइ। इ बतावा कि उ लड़का कैसी जिन्गी बिताइ? उ का करब?” 13 यहोवा क सरगदूत मानोह स कहेस, “तोहार मेहरारू क उ सब आदेस क पालन करइ चाही, जउन मइँ ओका करइ क कहेउँ ह। 14 ओका अंगूर क बेल पइ उगी कउनो चीज नाहीं खाइ चाही। ओका दाखरस या कउनो नसीली पिअइ क चीज नाहीं पिअइ चाही। ओका कउनो ऐसे खइया क नाहीं खाइ चाही जउन असुद्ध होइ। ओका उ सब करइ चाही, जउन करइ क आदेस मइँ दिहे अहँउ।” 15 तब मानोह यहोवा क सरगदूत स कहेस, “हम इ चाहित ह कि तू तनिक देर अउर रूका। हम लोग तोहरे भोजन बरे नया बोकरा पकाउब चाहत हीं।” 16 तब यहोवा क सरगदूत मानोह स कहेस, “जदि तू हिआँ स जाइ स मोका रोकब्या तउ भी मइँ तोहार खइया नाहीं खाउब। किन्तु जदि तू कछू तइयार करइ चाहत अहा तउ यहोवा क होमबलि द्या। मानोह नाहीं समुझेस कि उ मनई फुरइ यहोवा क सरगदूत रहा। 17 तब मानोह यहोवा क सरगदूत स कहेस, “तोहार नाउँ का अहइ? हम लोग एह बरे जानइ चाहित ह कि हम तोहार सम्मान तब करि सकब, जब तोहार वचन सच्च होब्या।” 18 यहोवा क सरगदूत मानोह स कहेस, “तू मोर नाउँ काहे पूछत अहा? इ अद्भुत अहइ।” 19 तब मानोह चट्टाने पइ एक ठु बोकरा क बलि दिहस। उ यहोवा क कछू अन्न भी भेंट क रूप मँ दिहस। अउर जब मनोह अउर ओकर पत्नी देखत रहेन तउ उ एक अद्भुत काम किहस। 20 जइसी आगी क लपटन वेदी स अकास तलक उठिन, वइसे ही यहोवा क सरगदूत आगी मँ स आकास क चला गवा। जब मानोह अउ ओकर मेहरारू इ लखेन तउ उ पचे धरती पइ भहराइ गएन। उ पचे अपने मूँड़े क धरती स लगाएन। 21 मानोह अन्त मँ समुझेस कि उ मनई फुरइ यहोवा क दूत रहा। यहोवा क सरगदूत फुन मानोह अउर ओकरे पत्नी क समन्वा परगट नाहीं भवा। 22 मानोह कहेस, “हम लोग परमेस्सर क लखे अही! निहचइ ही इ कारण स हम लोग मरब।” 23 लेकिन ओकर मेहरारू ओहसे कहेस, “यहोवा हम लोगन क मारइ नाहीं चाहत। जदि यहोवा हम लोगन क मारइ चाहत तउ उ हम लोगन क होमबलि अउर अन्नबलि अंगीकार न करत। उ हम लोगन क उ सब न देखाए होत, अउर हम लोगन स इ सबइ बातन न कहे होत।” 24 एह बरे मेहरारू क एक ठु पूत भवा। उ ओकर नाउँ सिमसोन धरेस। सिमसोन बड़ा भवा अउर यहोवा ओका आसीर्वाद दिहेस। 25 यहोवा क अतिमा सिमसोन क हिलाना डोलाना सुरू किहेस, जब उ महनेदान नगर मँ रहत रहा। उ नगर सोरा अउ एसताओल नगर क बीच अहइ।

14:1 सिमसोन तिम्ना नगर क गवा। उ हुवाँ एक ठु पलिस्ती जुवती क लखेस। 2 जब उ वापस लउटा तउ उ आपन महतारी बाप स कहेस, “मइँ एक पलिस्ती लड़की क तिम्ना मँ लखेउँ ह। मइँ चाहत हउँ तू ओका मोरे बरे लिआवा। मइँ ओहसे बियाह करइ चाहत हउँ।” 3 ओकर बाप अउ महतारी जवाब दिहेन, “निहचय ही हमार सम्बंधियन मँ या हमार लोगन मँ स एक लड़की अहइ जेहसे तू बियाह कइ सकत ह। का तू पलिस्ती लोगन मँ स एक ठु लड़की स बियाह करब्या? पलिस्ती लोगन मँ स कउनो क भी खतना नाहीं भएस ह।”किन्तु सिमसोन कहेस, “मोरे खातिर उहइ लड़की लिआवा। मइँ ओका ही चाहत हउँ।” 4 (सिमसोन क महतारी-बाप नाहीं समझुत रहेन कि यहोवा अइसा ही होइ देइ चाहत ह। यहोवा एक पलिस्ती लोगन क खिलाफ जाई बरे कारण खोजइ चाहत रहा। उ समइ पलिस्ती लोग इस्राएल क लोगन पइ हुकूमत करत रहेन।) 5 सिमसोन आपन महतारी-बाप क संग तिम्ना नगर क गवा। उ पचे नगर क निचके अंगूर क खेतन तलक पहँचन। उ ठउरे पइ एक ठु जवान सेर गरज उठा अउर सिमसोन पइ कूदा। 6 यहोवा क आतिमा क बड़की ताकत स सिमसोन पइ उतरी। उ अपने खाली हाथन स सेर क चीर डाएस। इ ओकरे बरे सहल मालूम भवा। इ वइसा सहल मालूम भवा जइसा एक ठु बोकरी क बच्चा क चीरब। किन्तु सिमसोन आपन महतारी-बाप क नाहीं बताएस कि उ का किहेस ह। 7 एह बरे सिमसोन नगर मँ गवा अउ पलिस्ती लड़की स बातन किहेस। उ ओका खुस किहेस। 8 कईउ दिना पाछे सिमसोन उ पलिस्ती लड़की क संग बियाह करइ वापस आवा। आवत समइ रास्ता मँ मरा सेर क लखइ गवा। उ मरे सेर क तने मँ मधुमकिाखयन क एक ठु छत्ता पाएस। उ सबइ कछू सहद तइयार कइ लिहे रहिन। 9 सिमसोन अपने हाथे स कछू सहद निकारेस। उ सहद चाटत भवा रास्ते पइ चल पड़ा। जब उ आपन महतारी-बाप क लगे आवा तउ उ ओनका कछू सहद दिहस। उ पचे भी ओका खाएन किन्तु सिमसोन अपने महतारी-बाप क नाहीं बताएस कि उ मरे सेर क तने स सहद लिहस ह। 10 सिमसोन क बाप पलिस्ती लड़की क लखइ गवा। दूल्हे बरे इ रिवाज रहा कि ओका एक दावत देब होत ह। एह बरे सिमसोन दावत दिहेस। 11 जब लोग लखेन कि उ एक ठु दावत देत अहइ तउ उ पचे ओकरे संग तीस मनई पठएन। 12 तब सिमसोन ओन तीस मनइयन स कहेस, “मइँ तू पचन्क एक ठु पहेली सुनावइ चाहत हउँ। मोर दावत सात दिन तलक चली। उ समइ ही जवाब हेरइ क कोसिस कर्या। जदि तू पचे पहेली क जवाब उ समइ क अन्दर दइ सक्या तउ मइँ तू पचन्क तीस ठु सूती कमीजन, तीस ओढ़नन क जोड़ा देब। 13 किन्तु जदि तू पचे एकर जवाब न निकारि सक्या तउ तू पचन्क तीस सूती कमीजन अउ तीस जोड़ी ओढ़नन मोका देइ क होइ।” एह बरे तीस मनइयन कहेन, “पहिले आपन पहेली सुनावा, हम एका सुनइ चाहित ह।” 14 सिमसोन इ पहेली सुनाएस:खाइवालन मँ स कछू खाइ क चीज। अउर ताकतवर मँ स कछू मधुर चीज निकरेस।एह बरे तीस मनइयन तीन दिना तलक एकर जवाब हेरइ क जतन किहेन, किन्तु उ पचे कउनो जवाब न पाइ सकेन। 15 चउथे दिनउ सबइ मनई सिमसोन क मेहरारू क निचके आएन। उ पचे कहेन, “का तू हम पचन्क गरीब बनावइ खातिर हिआँ हम क बोलाया ह? तू अपने भतार क, हम लोगन क पहेली क जवाब देइ बरे फुसलावा। जदि तू हम लोगन बरे जवाब नाहीं निकारतिउ तउ हम लोग तोहका अउर तोहरे बाप क घरे मँ रहइवालन सबहिं लोगन क बार देब।” 16 एह बरे सिमसोन क मेहरारू ओकरे लगे गइ अउर रोवइ-चिचियाइ लाग। उ कहेस, “तू मोहसे सिर्फ घिना करत अहा। तू मोहसे सच्चा पिरेम नाहीं करत अहा। तू मोरे लोगन क एक ठु पहेली सुनाया ह अउर तू ओकर जवाब मोका नाहीं बताइ सकत्या।”सिमसोन जवाब दिहेस, “किन्तु मँ आपन माता-पिता क भी नहीं बताएस, तउ फिर मोका इ तोहका काहे बताइ चाही।” 17 सिमसोन क मेहरारू दावत क आखिर सात दिना तलक रोवत चिचियात रही। एह बरे आखिर मँ उ सतएँ दिन पहेली क जवाब ओका दिहस। उ बताइ दिहस काहेकि उ ओका बराबर परेसान करत रही। तब उ आपन लोगन क बीच गइ अउर ओनका पहेली क जवाब दइ दिहस। 18 इ तरह दावत वाले सतएँ दिन सूरज बूड़इ स पहिले पलिस्ती लोगन क लगे पहेली क जवाब रहा। उ पचे सिमसोन क लगे आएन अउर उ पचे कहेन,“सहद स मीठ का बाटइ? सेर स ताकतवर कउन अहइ?”तब सिमसोन ओनसे कहेस,“जदि तू पचे मोरी गइया क न जोते होत्या तउ, मोरी पहेली क जवाब नाही निकार पाए होत्या।” 19 सिमसोन बहोतइ कोहाइ गवा। यहोवा क आतिमा ओकरे ऊपर बड़की ताकत क संग आइ। उ आस्कलोन नगर क गवा। उ नगर मँ उ ओनकर तीस पलिस्तिय मनइयन क मारेस। तब उ ल्हासन स सारे ओढ़नन अउ सारी दौलत लिहस। उ ओन ओढ़नन क लइके लउटा अउर ओन मनइयन क दिहस, जउन पहेली क जवाब दिहे रहेन। तब उ आपन बाप क घर लउटा। 20 सिमसोन आपन मेहरारू क नाहीं लइ गवा। बियाह समारोह मँ हाजिर सब स नीक मनई ओका रख लिहस।

15:1 गोहूँ क फसल तइयार होइ क समइ सिमसोन अपनी मेहरारू स भेंटइ गवा। उ आपन संग उपहार मँ एक ठु बोकरी क बच्चा लइ गवा। उ कहेस, “मइँ अपनी मेहरारू क कमरा मँ जात अहउँ।”किन्तु ओकर बाप ओका अन्दर नाहीं जाइ देइ चाहत रहा। 2 ओकर बाप सिमसोन स कहेस, “मइँ सोचेउँ कि तू फुरइ अपनी मेहरारू स घिना करत अहा एह बरे बियाह मँ सामिल सब स जियादा नीक मनई क मइँ ओका मेहरारू क रूप मँ दइ दिहेउँ। ओकर नान्ह बहिन ओहसे जियादा सुन्नर अहइ। ओकर छोटकी बहिन क लइ ल्या।” 3 किन्तु सिमसोन ओहसे कहेस, “तू पलिस्ती लोगन पइ प्रहार करइ क मोरे लगे अब उचित कारण बाटइ। अब कउनो मोका दोखी नाही बताई।” 4 सिमसोन बाहेर निकारेस अउर तीन सौ लोखरियन क धरेस। उ दुइ लोखरियन क एक दाईर् एक संग लिहस अउर ओनकर जोड़ा बनावइ बरे ओनकर पूँछ एक संग बाँध दिहस। तब उ लोखरियन क हर जोड़न क पूँछन क बीच एक-एक मसाल बाँधेस। 5 सिमसोन लोखरियन क पूँछ क बीच क मसालन क बारेस। तब उ पलिस्ती लोगन क खेतन मँ लोखरियन क छोड़ दिहस। इ तरह उ ओनकर खड़ी फसलन अउर ओनकर अनाज क ढेरन क बार दिहस। उ ओनकर अंगूरे क खेतन अउर जइतून क बृच्छन क भी बार डाएस। 6 पलिस्ती लोग पूछेन, “इ कउन किहस?”कउनो ओनसे कहेस, “तिम्ना क मनई क दामाद सिमसोन इ किहस ह। उ इ एह बरे किहस कि ओकर ससुर सिमसोन क मेहरारू क ओकरे बियाह क समइ हाजिर सब स नीक मनई क दइ दिहस।” एह बरे पलिस्ती सिमसोन क मेहरारू अउ ओकरे ससुर क बारिके मार डाएन। 7 तब सिमसोन पलिस्ती क लोगन स कहेस, “तू लोग इ बुरा किहा। एह बरे मइँ तू लोगन पइ प्रहार करब। मइँ तब तलक नाहीं रूकब जब तक तू लोगन स मइँ आपन बदला नाहीं लेइ लउब!” 8 तब सिमसोन पलिस्ती लोगन पइ हमला किहस। उ ओनमाँ स बहोतन क मार डाएस। तब उ गवा अउर एक ठु गुफा मँ ठहरा। उ गुफा ‘एताम क चट्टान’ नाँउ क ठउरे पइ रही। 9 तब पलिस्ती लोग यहूदा क भुइँया मँ गएन। उ पचे लही नाउँ क ठउरे पाइ रूकेन। ओनकर फउज हुवाँ डेरा डाएस अउर जुद्ध बरे तइयारी किहस। 10 यहूदा परिवार समूह क लोग ओनसे पूछेस, “तू पलिस्तीयो, हम लोगन स जुद्ध करइ काहे आया ह?”उ पचे जवाब दिहन, “हम लोग सिमसोन क धरइ आए अही। हम लोग ओका आपन बन्दी बनावइ चाहित ह। हम लोग ओका ओकर बदला चुकावइ चाहित ह जउन उ हमरे लोगन क संग किहेस ह।” 11 तब यहूदा परिवार समूह क तीन हजार मनई सिमसोन क लगे गएन। उ पचे एताम क चट्टान क लगे क गुफा मँ गएन। उ पचे ओहसे कहेन, “तू हम लोगन बरे का किहेस ह? का तोहका पता नाहीं अहइ कि पलिस्ती लोग, हम पइ सासन करत हीं?”सिमसोन जवाब दिहस, “उ पचे मोरे संग जउन किहेन ओकर मइँ बदला दिहेउँ।” 12 तब उ पचे सिमसोन स कहेन, “हम तोहका बन्दी बनावइ आए अही। हम लोग तोहका पलिस्ती लोगन क दइ देब।”सिमसोन यहूदा क लोगन स कहेस, “प्रतिग्या करा कि तू लोग खुद मोह पइ प्रहार नाही करब्या।” 13 तब यहूदा क मनइयन कहेन, “हम अंगीकार करित ह। हम लोग सिरिफ तोहका बाँधब अउर तोहका पलिस्ती लोगन क दइ देब। हम प्रतिग्या करित ह कि हम तोहका जान स न मारब।” एह बरे उ पचे सिमसोन क दुइ नवी रस्सियन स बाँधा। उ पचे ओका चट्टान क गुफा स बाहर लइ गएन। 14 जब सिमसोन लही नाउँ क ठउरे पइँ पहोंचा तउ पलिस्ती लोग ओहसे मिलइ आएन। उ पचे खुसी स सोर मचावत रहेन। तब यहोवा क आतिमा बड़की ताकत स सिमसोन मँ आएस। ओकरे ऊपरे क लसुरियन अइसी कमजोर होइ गइन अइसे माना उ सबइ जल गइ होइँ। वासुरियन ओकर हाथन स अइसे गिरिन माना उ सबइ गल गइ होइँ। 15 सिमसोन क उ गद्धा क जबड़ा क हाड़ मिला जउन मरा पड़ा रहा। उ जबड़ा क हाड़ लिहस अउर ओहसे एक हजार पलिस्ती लोगन क मार डाएस। 16 तब सिमसोन कहेस,एक ठु गद्धा क जबड़ा क हाड़, स मइँ एक हजार मनइयन क मार दिहेउँ ह। एक ठु गद्धा क जबड़ा क हाड़ स मइँ ओनकर ल्हासन क एक ठु ऊँचा ढेर लगाइ दिहेउँ ह। 17 जब सिमसोन बोलब खतम किहेस तब उ जबड़ा क हाड़ क लोकाइ दिहस। एह बरे उ ठउरे क नाउँ रामत लही पड़ा। 18 सिमसोन क बहोत पिआस लाग। एह बरे उ यहोवा क गोहराएस। उ कहेस, “मइँ तोहार सेवक हउँ। तू मोका इ बहोत बड़की विजय दिहा ह। का अब मोका पिआस स मरब पड़ी? का मोका ओनसे धरा जाइ क होइ जेनकर खतना नाहीं भवा ह?” 19 लही मँ धरती मँ एक ठु छेद रहा परमेस्सर एका खोलेस अउर पानी बाहेर आइ गवा। सिमसोन पानी पिएस अउर सुसताएस अउर उसने फिर से सक्ति अनुभव किहेस। एह बरे उ पानी क सोते क नाउँ एनहकाकोरे रखेस। इ सब तलक आजु भी लही नगर मँ बाटइ। 20 इ तरह सिमसोन इस्राएल क लोगन क निआवाधीस बीस बरिस तलक रहा। उ पलिस्ती लोगन क समइ मँ रहा।

16:1 एक दिन सिमसोन अज्जा नगर क गवा। उ हुवाँ एक ठु रण्डी क लखेस। उ ओकरे संग रात बितावइ बरे भीतर गवा। 2 कउनो अज्जा क लोगन स कहेस, “सिमसोन हिआँ आवा ह।” उ पचे ओका जान स मार डावा चाहत रहेन। एह बरे उ पचे नगर क घेर लिहन। उ पचे छुपा रहेन अउर उ पचे नगर दुआर क लगे छुप गएन अउर सारी रात सिमसोन क प्रतीच्छा किहन। उ पचे पूरी रात एकदम चुप रहेन। उ पचे आपुस मँ कहेन, “जब भिंसार होइ, हम लोग सिमसोन क मार डाउब।” 3 किन्तु सिमसोन रण्डी क संग आधी राति तलक ही रहा। सिमसोन आधी राति मँ उठा अउर नगर क फाटक क कोंवाड़न क धइ लिहस अउर उ ओनका खींचिके देवार स अलग कइ दिहस। सिमसोन कोंवाड़न, दुइ खड़ी चउखटन अउर अबेड़न क जउन कांेवाड़ क बन्द करत रहिन, धइके अलग उखाड़ी लिहस। तब सिमसोन ओनका काँधन पइ लिहस अउर उ पहाड़ी क चोटी पइ लइ गवा जउन हेब्रोन नगर क निचके बाटइ। 4 एकरे बाद सिमसोन दलीला नाउँ क मेहरारू स पिरेम करइ लाग। उ सोरेक घाटी क रही। 5 पलिस्ती लोगन क सासक दलीला क लगे गएन। उ पचे कहेन, “हम जानइ चाहित ह कि सिमसोन ओतना जियादा ताकतवर कइसे अहइ? ओका फुसलावा अउर आपन गुप्त बात बताइ देइ। तब हम लोग जान जाब कि ओका कइसे बाँधी। अउर ओह पइ कइसे नियंत्रण कइ सकित ह। जदि तू अइसा कर बिउ तउ हम मँ स हर एक तोहका एक हजार एक सौ सेकेल देइ।” 6 एह बरे दलीला सिमसोन स कहेस, “मोका बतावा कि तू एतना जियादा ताकतवर काहे अहा? तू पचन मँ स कउनो कइसे बाँध सकत ह अउर तू पचन क कइसे असहाय कइ सकत ह?” 7 सिमसोन जवाब दिहस, “कउनो मनई मोका सात नवी धनुस क ओन डोरियन स बाँध सकत ह जेका अब तलक उपयोग नाहीं कीन्ह ग अहइ अउर जउन कबहुँ झुरान न होइ। जदि कउनो अइसा करी तउ मइँ दूसर कउनो मनइयन क तरह दुर्बल होइजाब।” 8 तब पलिस्ती क सासक लोग सात ठु नवी धनुस क डोरियन दलीला बरे लाएन। उ सबइ डोरियन अब तलक झुरान नाही रहिन। उ सिमसोन क ओहसे बाँधेस। 9 कछू मनई दूसर कमरन मँ छुपा रहने। दलीला सिमसोन स कहेस, “सिमसोन पलिस्ती क लोग तोहका धरइ आवत अहइँ।” किन्तु सिमसोन धनुस डोरियन क आसानी स तोड़ दिहस। उ सबइ वइसे ही टूट गइन जइसे कउनो धागा आगी क काफी निकट आवइ क पाछे टूट जात ह। इ तरह पलिस्ती लोग सिमसोन क ताकत क राज पता नाहीं लगाइ सकेन। 10 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका बेवकूफ बनाया ह। तू मोहसे लबार बोल्या ह। मेहरबानी कइके मोका फुर-फुर बतावा कि तोहका कउनो कइसे बाँध सकत ह।” 11 सिमसोन कहेस, “कउनो मनई मोका ओन नवी लसुरियन स बाँध सकत ह जेका पहिले उपयोग नाहीं कीन्ह गवा ह। जादि कउनो अइसा करी तउ मइँ एतना कमजोर हो जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।” 12 एह बरे दलीला कछू नवी लसुरियन लिहस अउर सिमसोन क बाँध दिहस। कछू मनई अगले कमरे मँ छुपा रहेन। तब दलीला ओका आवाज़ दिहेस, “सिमसोन, पलिस्ती लोग तोहका धरइ आवत अहइँ।” किन्तु उ लसुरियन क आसानी स तोड़ि दिहस। उ ओनका धागा क तरह तोड़ डाएस। 13 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका फुन बेवकूफ बनाया ह! तू मोस्से झूठ बोल्या ह। अब तू मोका बतावा कि तोहका कउनो कइसे बाँध सकत ह।”उ कहेस, “जदि तू उ करघा क उपयोग करा, अउर मोरे मूँड़े क बारन स सात चूटी बना लेइ अउर एका एक काँटा स कस देइ तउ मइँ एँतना कमजोर होइ जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।”तब सिमसोन सोबइ चला गवा। एह बरे दलीला करघा क उपयोग ओकरे मूँड़े क बारन क सात चूटी बनावइ बरे किहा। 14 तब दलीला जमीन मँ खेमा क खूँटी गाड़िके, करघा क ओहसे बाँध दिहस। फुन उ सिमसोन क अवाज दिहस, “सिमसोन, पलिस्ती क लोग तोहका धरइ जात अहइँ।” सिमसोन नींद स उठिके तम्बू क खूँटी, करघा अउर ढरकी क उखाड़ दिहस। 15 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका कइसे कह सकत ह, ‘मइँ तोहसे पिरेम करत हउँ,’ जबकि तू मोह पइ बिस्सास तलक नाहीं करत्या। तू आपन राज बतावइ स इन्कार करत अहा। इ तिसरी दाईर् तू मोका बेवकूफ बनाया ह। तू आपन भीसण सक्ती क राज मोका नाहीं बताया ह।” 16 उ सिमसोन क दिन पइ दिन हर समइ डाँट-डपट करत रहत रहेन। उ ओका ऍतना परेसान किहेस कि उ ओहस तंग आइ गवा अउर मरि जावा चहेस। 17 एह बरे उ दलीला क सब कछू बताइ दिहस। उ कहेस, “मइँ आपन बार कबहुँ नाहीं कटवाए अहउँ। मइँ जनम क पहिले बिसेस रूप स परमेस्सर क समपिर्त रहेउँ। जदि कउनो मोरे बारन क कतर देइ तउ मोरे सकाती चली जाइ। मइँ वइसा ही कमजोर होइ जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।” 18 दलीला लखेस कि सिमसोन आपन हिरदइ क सारी गुप्त बात कहि दिहेस ह। उ पलिस्ती क लोगन क सासकन क लगे दूत पठएस। उ कहेस, “फुन वापस लउटा। सिमसोन मोका सब कछू कहि दिहेस ह।” एह बरे पलिस्ती लोगन क सासक दलीला क लगे लउटेन। उ सबइ उ धन संग लिआएन जउन उ पचे ओका देइ क प्रतिग्या किहे रहेन। 19 दलीला सिमसोन क उ समइ सोइ जाइ दिहस, जब उ ओकरी गोद मँ मूँड़ि धइके ओलरा रहा। तब उ एक मनई क भीतर बोलाएस अउर सिमसोन क बारन क सात लटन क कतरवाइ दिहस। इ तरह उ ओका ताकतरहित बनाई दिहस। सिमसोन क सकाती ओका तजि दिहस। 20 तब दलीला ओका अवाज दिहस, “सिमसोन पलिस्ती क लोग तोहका धरइ आत अहइँ।” उ जाग पड़ा अउर सोचेस, “मइँ पहिले क तरह पराइ निकरब अउर आपन क अजाद राखब।” किन्तु सिमसोन क इ नाहीं मालूम रहा कि यहोवा ओका तजि दिहस ह। 21 पलिस्ती क लोग सिमसोन क धइ लिहन। उ पचे ओकर अँखिन निकरवाइ लिहन अउर ओका अज्जा नगर क लइ गएन। तब ओका पराइ स धरइ बरे ओकरे पैरन मँ उ पचे बेड़ियन डाइ दिहन। उ पचे ओका जेल मँ धाँध दिहन अउर ओहसे चक्की चलवाएन। 22 किन्तु सिमसोन क बार फुन बढ़ब सुरू किहन। 23 पलिस्ती लोगन क सासक उत्सव मनावइ बरे एक ठउरे पइ बटुरेन। उ पचे आपन देवता दागोन क एक ठु बड़की बलि चढ़ावइ जात रहेन। उ पचे कहेन, “हम लोगन क देवता हमार दुस्मन सिमसोन क हरावइ मँ मदद किहेन ह।” 24 जब पलिस्ती लोग सिमसोन क लखेन तब उ पचे अपने देवता क बड़कई किहन। उ पचे कहेन,“इ मनई हमरे लोगन क बर्बाद किहस। इ मनई हमरे अनेक लोगन क मारेस। किन्तु हमार देवता हमरे दुस्मन क धरवावइ मँ हमार मदद किहस।” 25 लोग उत्सव मँ खुसी मनावत रहेन। एह बरे उ पचे कहेन, “सिमसोन क बाहेर लिआवा। हम ओकर मजाक उड़ावइ चाहित ह।” एह बरे उ पचे सिमसोन क जेल स बाहेर लइ आएन अउर ओकर मजाक उड़ाएन। उ पचे सिमसोन क दागोन देवता क मन्दिर क खम्भन क बीच मँ खड़ा किहन। 26 एक ठु जवान नउकर सिमसोन क हाथ धरे भए रहा। सिमसोन ओनसे कहेस, “मोका हुवाँ राखा जहाँ मइँ ओन खम्भन क छुइ सकउँ, जउन इ मन्दिर क ऊपर रोके भए राखेस अहइ। मइँ ओनकर सहारा लेइ चाहत हउँ।” 27 मन्दिर मँ मेहररूअन-मनसेधुअन क बड़ा भीड़ रही। पलिस्ती लोगन क सबहिं सासक भी हुआँ रहेन। हुवाँ लगभग 3,000 मेहरारू-मनसेधु मन्दिर क छत पइ रहेन। उ सबइ हँसत रहेन अउर सिमसोन क मजाक उड़ावत रहेन। 28 तब सिमसोन यहोवा स पराथना किहेस। उ कहेस, “सर्वसकितमान यहोवा, मोका याद रखा। परमेस्सर मोका कृपा कइके सिरिफ एक दाईर् अउर सकित द्या। मोका सिरिफ इ काम करइ द्या कि पलिस्तीयन स आपन आँखिन निकारइ क बदला चुकाइ सकउँ।” 29 तब सिमसोन मन्दिर क केन्द्र क दुइनउँ खम्भन क धरेस। इ दुइनउँ खम्भा पूरे मन्दिर क टेकाए भए रहेन। उ दुइनउँ खम्भन क बीच मँ अपने क जमाएस। एक ठु खम्भा ओकर दाहिन कइँती अउ दूसर ओकर बाईर् कइँती रहा। 30 सिमसोन कहेस, “एन पलिस्तीयन स संग मोका मरइ द्या।” तब उ आपन पूरी सकाती स खम्भन क ठेलेस अउर मन्दिर सासकन पइ अउ दुसर लोगन जउन हुआँ जमा भवा रहेन पइ भहराइ पड़ा। इ तरह सिमसोन आपन जिन्नगी भर क समइ मँ जेतने पलिस्ती लोगन क मारेस, ओहसे कहूँ जियादा लोगन क तब मारेस जब उ मरा। 31 सिमसोन क भाइयन अउर ओकरे बाप क परिवार हुआँ गएन अउर ओकरे ल्हास क लेइ गएन। उ पचे ओका वापिस लिआएन अउर ओका ओकर बाप मानोह क कब्र मँ दफनाएस। इ कब्र सोरा अउर एस्ताओल नगरन क बीच अहइ। सिमसोन इस्राएल क लोगन क निआवाधीस बीस बरिस तलक रहा।

17:1 मीका नाउँ क एक मनई रहा जउन एप्रैम क पहाड़ी पहँटा मँ रहत रहा। 2 मीका आपन महतारी स कहेस, “का तोहका चाँदी क गियारह सौ सिकाकन याद अहइ जउन तोहसे चोराइ लीन्ह ग रहेन। मइँ तोहका ओकरे बारे मँ सराप देत सुनेउँ। उ चाँदी मोरे लगे अहइ। मइँ ओका लिहेउँ ह।”ओकर महतारी कहेस, “मोर पूत, तोहका यहोवा आसीर्बाद देइ।” 3 मीका आपन महतारी क गियारह सौ सिकाके वापस दिहेस। तब उ कहेस, “मइँ इ सबइ सिकाकन यहोवा क एक खास भेंट क रूप मँ देब। मइँ इ चाँदी आपन पूत क देब अउर उ एक ठु मूरति बनाई अउर ओका चाँदी स ढाँपि देइहीं। एह बरे पूत, अब इ चाँदी मइँ तोहका लउटावत हउँ।” 4 मुला मीका उ चाँदी आपन महतारी क लउटाइ दिहस। एह बरे उ दुइ सौ सेकेल चाँदी लिहेस अउ एक ठु सुनार क दइ दिहस। सुनार चाँदी क उपयोग चाँदी स ढाँपी एक ठु मूरति बनावइ मँ किहस। मूरति मीका क घरे मँ धरी गइ। 5 मीका क एक ठु मन्दिर मूरतियन क पूजा करइ बरे रहा। उ एक एपोद अउर कछू घरेलू मूरतियन बनाएस अउर ओनका हुआँ रखेस तब मीका आपन पूतन मँ स एक क आपन याजक चुनेस। 6 (उ समइ इस्राएल क लोगन क कउनो राजा नाहीं रहा। एह बरे हर एक मनई उ करत रहा जउन ओका नीक जँचत रहा।) 7 एक ठु लेवीवंसी नउजवान रहा। उ यहूदा भुइँया मँ बेतलेहेम नगर क निवासी रहा। उ यहूदा क परिवार समूह मँ रहत रहा। 8 उ नउजवान यहूदा मँ बेतलेहेम क तजि दिहस। उ रहइ बरे दूसर ठउर हेरत रहा। जब उ जात्रा करत रहा, उ मीका क घरे एप्रैम क पहाड़ी पहँटा मँ आवा 9 मीका ओहसे पूछेस, “तू कहाँ स आवा अहा?”नउजवान जवाब दिहेस, “मइँ उ बेतलेहम नगर क लेवी बंसी अहउँ जउन यहूदा मँ अहइ। मइँ रहइ खातिर एक ठु ठउर हेरत हउँ।” 10 तब मीका ओहसे कहेस, “मोरे संग रहा। मोर बाप अउर मोर याजक बना। मइँ हर साल तोहका दस ठु चाँदी क सिकाकन देब। मइँ तोहका ओढ़ना अउ खइया क देब।” 11 लेवी बंसी नउजवान मीका क संग रहइ क तइयार होइ गवा। नउजवान मीका क पूतन क जइसा होइ गवा। 12 मीका नउजवान क आपन याजक नियुक्त किहा। इ तरह नउजवान याजक बन गवा अउर मीका क घरे मँ रहइ लाग। 13 मीका कहेस, “अब मइँ जानत अहउँ कि यहोवा मोरे बरे नीक होइ। मइँ इ एह बरे जानत हउँ कि मइँ लेवी बंसी क परिवारे क एक ठु मनई क याजन क रूप मँ रखेउँ ह।”

18:1 उ समइ इस्राएल मँ कउनो राजा नाही रहा। उ दिन दान क परिवार समूह, आपन रहइ बरे, भुइँया क खोज मँ रहा। इस्राएल क दूसर परिवार समूह पहिले ही आपन भुइँया पाइ लिहे रहेन। किन्तु दान क परिवार समूह अबहिं तलक आपन भुइँया नाहीं लिया सका रहा। 2 एह बरे दान क परिवार समूह पाँच ठु फउजियन क कछू भुइँया हेरइ बरे पठएस। उ पचे रहइ बरे नीक ठउर हेरइ गएन। इ पचे पाँचहुँ सिपाही जोरा अउ एस्ताओल नगरन क रहेन। उ पचे एह बरे चुना ग रहेन कि उ पचे दान क परिवार समूहन मँ स रहेन। उ पचन्क आदेस दीन्ह ग रहा, “जा अउर कउनो भुइँया क खोज करा।”पाँचहुँ मनइयन एप्रैम क पहाड़ी छेत्र मँ आएन। उ पचे मीका क घरे आएन अउर हुँवई रात बिताएन। 3 जब पाँचहुँ मनई मीका क घरे क निअरे आएन तउ उ पचे लेवी बंस क परिवार समूह क नउजवान क अवाज सुनेन। उ पचे ओकर अवाज पहिचानेन, एह बरे उ पचे मीका क घर पइ रूकेन। उ पचे लेवी बंसी नउजवान स पूछेन, “तोहका इ ठउरे पइ कउन लावा ह? तू हिआँ का करत अहा? तोहार हिआँ का काम अहइ?” 4 उ ओनसे उहइ कहेस जउन मीका ओकर संग किहे रहा, “मीका मोका किराए पइ राखेस ह। मइँ ओकर याजक हउँ।” 5 उ पचे ओहसे कहेन, “कृपा कइके परमेस्सर स हम लोगन बरे कछू माँगा हम लोग कछू जानइ चाहित ह। का हमरे रहइ बरे भुइँया क खोज सफल होइ?” 6 याजक पाँचहुँ मनइयन स कहेस, “सान्ति स जा। यहोवा तोहार मारग-दरशन करी।” 7 एह बरे पाँचहुँ मनई हुवाँ स चलेन। उ पचे लैस नगर क आएन। उ पचे लखेन कि उ नगर क लोग सुरच्छित रहत ही। ओन पइ सीदोन क हुकूमत रही। उ पचे सान्ति अउ सुरच्छा क संग रहत रहेन। लोगन क लगे हर एक चीज बहोत जियादा रही अउर ओन पइ प्रहार करइवाला आसपास कउनो दुस्मन नाहीं रहा अउर उ पचे सीदोन नगर क लोगन स बहोत जियादा दूर रहत रहेन। ओनकर कउनो दूसर स कउनो मतलब नाहीं रहेन। 8 पाँचहुँ मनइयन सोरा अउ एस्ताकोल नगर क वापस लउटेन। ओनकर सम्बन्धियन पूछेन, “तू का पता लगाया ह?” 9 पाँचहुँ मनइयन जवाब दिहेन, “हम पचे भुइँया लखा ह अउर उ बहोतइ नीक बाटइ। हमका ओन पइ हमला करइ चाही। प्रतीच्छा जिन करा। हम चली अउ उ भुइँया क लइ लेइ। 10 जब तू पचे उ भुइँया मँ चलब्या तउ लखब्या कि हुवाँ पइ बहोत जियादा भुइँया अहइ। हुवाँ सब कछू बहोत जियादा अहइ। तू पचे इ भी पउब्या कि हुवाँ क लोगन क हमला क आसंका नाहीं अहइ। निहचइ ही परमेस्सर उ भुइँया हमका दिहस ह।” 11 एह बरे दान क परिवार समूह क छ: सौ मनइयन सोरा अउ एस्ताओल क नगरन क तजेन। उ पचे जुद्ध बरे तइयार रहेन। 12 लैस नगर क जात्रा करत समइ उ पचे यहूदा भुइँया मँ किर्य्यत्यारीम नगर मँ रूकेन। उ पचे हुवाँ डेरा डाएन। इहइ कारण अहइ कि किर्य्यत्यारीम क पच्छिम क स्थान आजु तलक महनेदाम कहा जात ह। 13 तब उ छ: सौ मनइयन हुआँ स एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस क जात्रा किहन। उ पचे मीका क घर आएन। 14 तब ओन पाँचहुँ मनइयन जउन लैस क चारिहुँ कइँती क भुइँया क खोज किहे रहेन, आपन भाइयन स कहेन, “का तोहका मालूम अहइ कि एन घरन मँ स एक मँ एपोद, दूसर घरेलू देवता, एक खुदाईवाली मूरति एक ठु ढाली गइ मूरति अहइ? अब तू पचे जानत अहा कि तोहका का करइ क अहइ, जा अउर ओनका लइ आवा।” 15 एह बरे उ पचे मीका क घर रूकेन जहाँ लेवी बंसी नउजवान रहत रहा। उ पचे नउजवान स पूछेन कि उ कइसा रहा। 16 दान क परिवार समूह क छ: सौ लोग फाटक क दुआरे पइ खड़ा रहेन। ओनके लगे सबहिं तरह क हथियार रहेन तथा उ सबइ जुद्ध क बरे तइयार रहेन। 17 पाँचहुँ गुप्तचर घरे मँ गएन। उ पचे खुदाई वाली मूरति, एपोद, घरेलू मूरतियन अउ ढाली भइ मूरति क लिहन। जब उ पचे अइसा करत रहेन तब लेवी बंसी याजक अउर जुद्ध बरे तइयार छ: सौ स्त्रधारी फउजी फाटक क दुआर पइ खड़े रहेन। लेवी बंसी याजक ओनसे पूछेस, “तू का करत अहा?” 18 19 पाँचहुँ मनइयन कहेन, “चुप रहा, एक सब्द भी न बोला। हम लोगन क संग चला। हमार बाप अउर याजक बना। तोहका खुद चुनइ चाही कि तू केका जियादा नीक समुझत अहा? का इ तोहरे बरे जियादा नीक अहइ कि तू एक ठु मनई क याजक रहा? या ओहसे कहूँ जियादा इ अहइ कि तू इस्राएल क लोगन एक पूरा परिवार समूह क याजक बना?” 20 एहसे लेवी बंसी खुस भवा। एह बरे उ एपोद, घरेलू मूरतियन अउ खुदाईवाली मूरति क लिहस। उ दान क परिवार समूह क ओन लोगन क संग गवा। 21 तब दान परिवार समूह क छ: सौ मनई लेवी बंसी क संग मुड़ेन अउर उ पचे मीका क घरे क तजेन। उ पचे आपन नान्ह गदेलन, जनावरन अउ आपन सबहिं चीजन अपने समन्वा धरेस। 22 दान क परिवार समूह क लोग उ ठउरे स बहोत दूर गएन जब मीका क निअरे रहइवाले लोग एकत्र भएन। तब उ पचे दान क लोगन क पाछा किहन अउर ओनका जाइके धरेन। 23 मीका क लोग दान क लोगन पइ बरस पड़ेत रहेन। दान क लोग मुड़ेन। उ पचे मीका स कहेन, “तोहार समस्या का अहइ? तू मनईयन क लड़ाइ करइ बरे काहे बोलाएस?” 24 मीका जवाब दिहस, “दान क तू लोग, तू पचे मोर मूरतियन लिहा ह। मइँ ओन मूरतियन क अपने बरे बनाएउँ ह। तू पचे हमरे याजक क भी लइ लिहा ह। तू पचे तज्या का अहा? तू पचे मोका कइसे पूछ सकत ह, ‘समस्या का अहइ।’” 25 दान क परिवार समूह क लोग जवाब दिहन, “नीक होत, तू हम से बहस जिन करत्या, हम पचन मँ स कछू मनई गरम स्वभाव क बाटेन। जदि तू हम पइ चिचियात्या तउ उ पचे गरम स्वभाववाले लोग तोह पइ प्रहार कइ सकत हीं। तू अउर तोहार परिवार मार डावा जाइ सकत ह।” 26 तब दान क लोग मुड़ेन अउ आपन राहे पइ अगवा बढ़ गएन। मीका जानत रहा कि उ सबइ लोग ओकरे बरे बहोत जियादा सकातीसाली अहइँ। एह बरे उ घर लउटि गवा। 27 इ तरह दान क लोग उ सबइ मूरतियन लिहन जउन मीका बनाए रहा। उ पचे मीका क संग रहइवाले याजक क भी लिहन। तब उ पचे लैस पहोंचेन। उ पचे लैस क लोगन पइ हमला किहन जउन कि सान्ति क साथ रहे रहेन काहेकि लैस क लोगन क हमला क आसंका नाहीं रही। दान क लोग ओन लोगन क आपन तरवारन क घाट उतारेन। तब उ पचे नगर क बार डाएन। 28 लैस मँ रहइवाले लोगन क रच्छा करवइया कउनो नाहीं रहा। उ पचे सीदोन क नगर स ऍतना जियादा दूर रहेन कि ओन लोगन क स मदद नाहीं लइ सकत रहेन। अउ कउनो दूसर स कउनो मतलब नाहीं रखत रहेन। लैस नगर बेतहर होब प्रदेस क अधिकार मँ एक घाटी मँ रहा। दान लोग उ ठउरे पइ एक ठु नवा नगर बनाएन अउर उ नगर ओनकर निवास ठउर बना। 29 दान क लोग लैस नगर क नवा नाउँ धरेन। उ पचे उ नगर क नाउँ आपन पुरखन क पाछे दान धरेन। दान इस्राएल क पूतन मँ स एक पूत रहा। पुराने समइ मँ इ नगर क नाउँ लैस रहा। 30 दान क परिवार समूह क लोग दान नगर मँ मूरतियन क स्थापना किहन। उ पचे गेसोर्म क पूत योनातान क आपन याजक बनाएन। गेसोर्म मनस्सी क पूत रहा। योनातान अउर ओकर पूत दान क परिवार समूह क तब तलक याजक रहेन जब तलक इस्राएल क लोगन क बन्दी बनाइके बाबेल नाहीं लइ जावा गवा। 31 दान क लोग ओन मूरतियन क पूजा किहन जेनका मीका बनाए रहा। उ पचे उ पूरे समइ तलक ओन मूरतियन क पूजत रहेन जब तलक सीलो मँ परमेस्सर क घर रहा।

19:1 उ समई इस्राएल क कउनो राजा नाहीं रहा। एक ठु लेवी बंसी मनई एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस क बहोत दूर क छेत्र मँ रहत रहा। उ मनई क एक ठु जवान रखएल रहा। उ यहूदा प्रदेस क बेतलेहेम नगर क निवासी रही। 2 किन्तु उ ओकर संग झगड़ा किहा। ऍह बरे उ ओका तजि दिहस अउर यहूदा प्रदेस क बेतलेहेम नगर मँ आपन बाप क घर चली गइ। उ हुवाँ चार महीने रही। 3 तब ओकर भतार ओकरे लगे गवा। उ ओहसे पिरेम क संग बात करइ चाहत रहा, जेहसे उ ओकरे लगे लउट जाइ। उ अपने संग आपन नउकर अउर दुइ गदहन क लइ गवा रहा। लेवी बंसी मनई उ मेहरारू क बाप क घरे आवा। ओकर बाप लेवी बंसी मनई क लखेस अउर ओकर स्वागत करइ बरे खुसी स बाहेर आवा। 4 जुवती क बाप ओका ठहरइ बरे न्यौतेस। एह बरे लेवी बंसी तीन दिन ठहरा। उ खाएस, पीएस अउर उ अपने ससुरे क घर सोएस। 5 चउथे दिन बहोतइ भिंसारे उ उठा। लेवी बंसी चल पड़इ क तइयारी करत रहा। किन्तु जुवती क बाप अपने दामाद स कहेस, “पहिले कछू खा ल्या। जब तू खइया क खाइ ल्या तउ तू जाइ सकत ह।” 6 एह बरे लेवी बंसी मनई अउर ओकर ससुर एक संग खाइ अउर दाखरस पिअइ बइठेन। ओकरे पाछे जुवती क बाप उ लेवीबंसी स कहेस, “कृपा कइके आजु भी ठहरा। आराम करा अउर आनन्द मनावा।” इ तरह दुइनउँ मनइयन एक संग खाएन। 7 जब लेवी मनई जाइ क तइयार भवा तउ ओकर ससुर ओका हुवाँ राति भइ रूकइ क हठ किहस। 8 पाँचवाँ दिन लेवी बंसी मनई भिंसारे उठेस। लेवी बंसी मनई चलइ बरे तइयार रहेन। किन्तु मेहरारू क बाप आपन दामाद से कहेस, “पहिले कछु खाइ ल्या। आरम कइ ल्या अउर दोपहर तलक हियाँ रहा।” तब दुइनउँ मनईयन फुन एक संग खाएस। 9 तब लेवी बंसी मनई, ‘ओकर रखैल अउर ओकर नउकर चलइ बरे उठेन। किन्तु जुवती क बाप, ओकर ससुर कहेस, “लगभग अँधियारा होइ गवा अहइ। दिन लगभग बीत चुका अहइ। राति हिअँई बितावा अउर आनन्द मनावा। कल बहोत भिंसारे तू उठि सकत ह अउर आपन घरे क रास्ता पकड़ सकत ह।” 10 किन्तु लेवी बंसी मनई एक अउर रात हुवाँ ठहरइ नाहीं चाहत रहा। उ आपन दुइ गदहन अउर आपन रखैल क लिहस। उ यबूस नगर जउन यरूसलेम भी कहलावत ह, तलक गवा। 11 उ दिन लगभग खतम होइ गवा रहा। उ पचे यबूस नगर क लगे रहेन। एह बरे नउकर आपन सुआमी लेवी बंसी स कहेस, “हम लोग इ नगर मँ रूक जाइ। इ यबूसी लोगन क नगर अहइ। हम लोग हिअँइ राति बिताई।” 12 किन्तु ओकर सुआमी लेवी बंसी कहेस, “नाहीं हम लोग अपरिचित नगर मँ नाहीं जाब, जेकर लोग इस्राएल क लोगन मँ स नाहीं अहइँ। हम लोग गिबा नगर तलक जाब।” 13 उ इ भी कहेस, “आगे बढ़ा। हम लोग गिबा या रामा तलक पहोंचइ क कोसिस करइँ। हम ओन नगरन मँ स कउनो एक मँ रात बिताइ सकित ह।” 14 एह बरे लेवी बंसी अउ ओकरे संग क लोग अगवा बढ़ेन। जब उ पचे गिबा नगर क लगे आएन तउ सूरज बूड़न रहा। गिबा बिन्यामीन क परिवार समूह क प्रदेस मँ अहइ। 15 एह बरे उ पचे गिबा मँ रूकेन। उ पचे उ नगर मँ रात बितावइ क जोजना बनाएन। उ पचे नगर मँ सार्वजनिक चउराहे मँ गएन अउर हुवाँ बइठ गएन। किन्तु कउनो ओन लोगन क रात बितावइ बरे अपने घर नाहीं न्यौतेन। 16 उ साँझ क एक बूढ़ा मनई अपने खेतन स नगर मँ आया। ओकर घर एप्रैम क पहाड़ी देस मँ रहा। किन्तु अब उ गिबा नगर मँ रहत रहा। गिबा क लोग बिन्यामीन क परिवार समूह क रहेन। 17 बूढ़ा मनई लेवी बंसी मनई क नगर क चउराहे पइ लखेस। बूढ़ा मनई पूछेस, “तू कहाँ जात अहा? तू कहाँ स आवा अहा?” 18 लेवी बंसी मनई जवाब दिहस, “यहूदा प्रदेस क बेतलेहेम नगर स हम लोग जात्रा करत अही। हम आपन घर दूर क पहटाँ एप्रैम क पहाड़ी देस जात अहइ। मइँ यहूदा क बेतलेहेम क गवा रहेउँ। अब मइँ आपन घरे जात हउँ। 19 “किन्तु कउनो भी हम लोगन क रात ठहरइ बरे न्यौता नाहीं दिहस। हम लोगन क लगे आपन गद्हन बरे पुआल अउ भोजन अहइ। हम लोगन क लगे रोटी अउ दाखरस भी अहइ। हम लोगन मँ स कउनो भी न मइँ न इ मेहरारू अउर न ही मोर नउकर कछू भी नाहीं चाहत ह।” 20 बूढ़ा कहेस, “तोहार स्वागत अहइ। तू मोरे हिआँ ठहरा। तोहका जरूरत क सबहिं चिजियन मइँ देबउँ। तू नगर क सार्वजनिक चउराहे मँ राति जिन बितावा।” 21 तब उ बूढ़ा मनई लेवी बंसी मनई अउर ओकरे संग क लोगन क अपने संग अपने घरे लइ गवा। बूढ़ा मनई ओकरे गदहन क खवाएस। उ पचे आपन गोड़ धोएन। तब उ कछू भोजन खाइ अउर कछू दाखरस पिया। 22 जब लेवी बंसी मनई अउर ओकरे संग क मनई आनन्द लेत रहेन, तबहिं उ नगर से कछू मनई आएन अउर घर क चारिहुँ कइँती स घेर लिहन। उ पचे बहोतइ बुरे मनई रहेन। उ पचे जोर स दरवाजा क ऊपर पीटइ लागेन। उ पचे उ बुढ़वा मनई स, जेकर उ घर रहा, गोहराइके बोलेन, “उ मनई क अपने घरे स बाहेर करा। हम ओकरे संग सम्भोग करइ चाहित ह।” 23 बुढ़वा मनई बाहेर गवा अउर ओन दुट्ठ लोगन स कहेस, “भाइयो, नाही, अइसा बुरा काम जिन करा। उ मनई मोरे घरे मँ मेहमान अहइ। इ खौफनाक पाप जिन करा। 24 सुना, हिआँ मोर बिटिया अहइ। उ एक कुवाँरी कन्या अहइ। मइँ ओका अउ इ मनसेधू क रखैल क तोहरे लगे बाहेर लिआवत हउँ। तू ओकर उपयोग जइसा चाहा कइ सकत ह। किन्तु इ मनई क खिलाफ अइसा खौफनाक पाप जिन करा।” 25 मुला ओन दुट्ठ लोग उ बुढ़वा मनई क एक न सुनेन। एह बरे लेवी बंसी मनई आपन रखैल क ओन दुट्ठ मनइयन क संग बाहेर कइ दिहन। ओन दुट्ठ मनइयन पूरी रात ओकरे संग कुकरम किहन। अउर पूरी तरह गालियन दिहन। तब भिंसारे ओका जाइ दिहन। 26 भिंसारे उ मेहरारू हुआँ लउटी जहाँ ओकरे सुआमी ठहरा रहा। उ समन्वा दरवाजे पइ भहराइ पड़ी। उ तब तलक पड़ी रही जब तलक पूरा दिन नाही निकरि आवा। 27 भिंसारे लेवी बंसी मनई उठा अउर उ घरे क दरवाजा खोलेस। उ अपने राहे जाइ बरे बाहेर निकरा किन्तु हुवाँ ओकर रखैल पड़ी रही। उ घरे क राहे पइ पड़ी रही। ओकर हाथ दरवाजा क ड्यौड़ी पइ रहेन। 28 तब लेवी बंसी मनई ओहसे कहेस, “उठा, हम लोग चली।” किन्तु उ जवाब नाही दिहस काहेकि उ मरि गवा रहा।एह बरे उ ओका आपन गदहे पइ धरेस अउ घरे गवा। 29 जब लेवीबंसी मनई अपने घरे आवा तब उ एक ठु छुरी निकारेस अउर आपन रखैल क बारह टूकन मँ काटेस। तब उ मेहरारू क ओन बारह हीसन मँ ओन सबहिं छेत्रन मँ पठएस जहाँ इस्राएल क लोग रहत रहेन। 30 जउन इ लखेन ओन सबइ कहेन, “अइसा कबहुँ नाहीं भवा रहा जब स इस्राएल क लोग मिस्र स आएन, बाद-विवाद करा अउर तय करा कि एकरे बारे मँ का करइ क चाही।

20:1 इ तरह इस्राएल क सबहिं लोग मिस्पा नगर मँ यहोवा क समन्वा खड़े होइ बरे एक संग आएन। उ पचे पूरे इस्राएल देस स आएन: दान से बेरसेबा तलक। गिलाद प्रदेस क सबहिं इस्राएली लोग भी हुवाँ रहेन। 2 इस्राएल क परिवार समूहन क सबहिं प्रमुख लोग हुवाँ रहेन। उ पचे परमेस्सर क लोगन क सभा मँ आपन-आपन ठउर पइ बइठेन। उ ठउरे पइ तरवार क संग चार लाख फउजी रहेन। 3 बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग सुनेन कि इस्राएल क लोग मिस्पा नगर मँ पहोचेन ह। इस्राएल क लोग कहेन, “इ बतावा कि इ भयंकर पाप कइसे भवा।” 4 एह बरे मेहरारू जेकर हत्तिया भइ रही ओकर भतार कहेस, “मोर रखैल अउ मइँ बिन्यामीन क गिबा नगरन मँ पहोंचेन। हम लोग हुवाँ राति बितावा। 5 मुला राति मँ गिबा नगर क प्रमुख उ घरे पइ आएन जेहमाँ मइँ ठहरा रहेउँ। उ पचे घरे क घेर लिहन अउ उ पचे मोका मारि डावइ चाहत रहेन। उ पचे मोरी रखैल क संग कुकरम किहन अउर उ मर गइ। 6 एह बरे मइँ आपन रखैल क लइ गएउँ अउर ओकर टूका कइ डाएउँ। तब मइँ हर एक टूका इस्राएल क हर एक परिवार समूह क पठएउँ। मइँ बारह टूकन ओन भुइँया क पठएउँ जेनका हम पाए। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग इस्राएल क देस मँ इ काूर अउ खउफनाक करम किहन ह। 7 अब, इस्राएल क सबहिं लोगो, आप बोलइँ। आप आपन निर्णय देइँ कि हमका का करइ चाही?” 8 तब सबहिं लोग उहइ समइ उठि। उ पचे एकत्र होइके कहेन, “हम लोगन मँ स कउनो घरे नाहीं लउटी। हम लोगन मँ स एक भी घरे नाहीं लउटी। 9 गिबा बरे हम लोग इ करब: हम गोटी डाउब। 10 अउर हम लोग इस्राएल क लोगन क सबहिं परिवार समुहन स एक सौ मँ स दस मनई चुनब अउर हम लोग हर एक हजार मँ स सौ मनई चुनब। हम लोग हर एक दस हजार मँ स एक हजार चुनब। जउने लोगन क हम लोग चुन लेब उ पचे फउजे खातिर जरूरी सामग्री पइही। तब फउज बिन्यामीन मँ गिबा नगर क जाइ। उ फउज ओन लोगन स बदला चुकाई जउन इस्राएल मँ इ भयंकर काम किहेन ह।” 11 एह बरे इस्राएल क सबहिं लोग गिबा नगर मँ बटुर गएन। उ पचे ओकर एकमत रहेन, जउन उ पचे करत रहेन। 12 इस्राएल क परिवार समूह एक सँदेस क संग लोगन क बिन्यामीन क परिवार समूह क लगे पठएस। सँदेसा इ रहा, “इ पापे क बारे मँ का कहब अहइ जउन तोहार कछू लोग किहो ह? 13 ओन गिबा क दुस्ट मनइयन क हमरे लगे पठवा। ओन लोगन क हमका द्या जेहसे हम ओनका जान स मारि सकी। हम लोगन क इस्राएल क लोगन क बीच स बुराइ क दूर करइ चाही।”किन्तु बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग आपन सम्बंधी इस्राएल क लोगन क दूतन क बात सुनइ स इन्कार करइ दिहेन। 14 बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग आपन नगरन क तजेन अउर उ पचे गिबा नगर मँ पहा्चेन। उ पचे गिबा मँ इस्राएल क दूसर परिवार समूह क खिलाफ लड़इ गएन। 15 बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग छब्बीस हजार फउजियन क बटोरेन उ पचे सबहिं फउजी जुद्ध बरे प्रसिच्छित रहेन। ओनके संग गिबा नगर क सात सौ प्रसिच्छित फउजी भी रहेन। 16 ओनकर सात सौ अइसे प्रसिच्छित मनई भी रहेन जउन जुद्ध मँ बाँया हाथ चलावइ क सिच्छा पाए रहेन। ओनमाँ स हर एक गुलेल क उपयोग दच्छता स कइ सकत रहा। उ पचे सबइ एक ठु बारे पइ भी पाथर मार सकत रहेन अउर निसाना नाहीं चूकत रहा। 17 इस्राएल क सारे परिवार समूह बिन्यामीन क अतिरिक्त चार लाख जोधन क एकत्र किहन। ओन चार लाख जोधन क लगे तरवारन रहिन। ओनमाँ स हर एक प्रसिच्छित फउजी रहा। 18 इस्राएल क लोग बेतेल नगर तलक गएन। बेतेल मँ उ पचे परमेस्सर स पूछेन, “कउन सा परिवार समूह बिन्यामीन क परिवार समूह पइ पहिला हमला करी?”यहोवा जवाब दिहेस, “यहूदा क परिवार समूह पहिले जाइ।” 19 अगले भिंसारे इस्राएल क लोग उठेन। उ पचे गिबा क निअरे डेरा डाएन। 20 तब इस्राएल क फउज बिन्यामीन क फउज स जुद्ध बरे निकरि पड़ी। इस्राएल क फउज गिबा नगर मँ बिन्यामीन क खिलाफ जुद्ध बरे आपन मोर्चा लगाएस। 21 तब बिन्यामीन क फउज गिबा नगर क बाहेर निकरी। उ पचे उ दिन क लड़ाई मँ इस्राएल क फउजे क बाईस हजार लोगन क मार डाएन। 22 इस्राएल क लोग यहोवा क समन्वा गएन। उ पचे साँझ तलक रोवत चिल्लात रहेन। उ पचे यहोवा स पूछेन, “का हमका फुन बिन्यामीन क खिलाफ लड़इ जाइ चाही? उ सबइ लोग हमार सम्बन्धी अहइँ।”यहोवा जवाब दिहस, “जा अउर ओनके खिलाफ लड़ा। इस्राएल क लोग एक दूसर क हिम्मत बढ़ाएन।” एह बरे उ पचे पहिले दिन क तरह फुन लड़इ गएन। 23 24 तब इस्राएल क फउज बिन्यामीन क फउज क लगे आइ। इ जुद्ध क दूसर दिन रहा। 25 बिन्यामीन क फउज दूसर दिन इस्राएल क फउज पइ हमला करइ बरे गिबा नगर स बाहेर आइ। इ समइ बिन्यामीन क फउज इस्राएल क फउजे क दूसर अट्ठारह हजार फउजियन क मार डाएन। इस्राएल क फउज क उ सबइ सबहिं प्रसिच्छित फउजी रहेन। 26 तब सबइ इस्राएली लोग अउर सबहिं बेतेल नगर तलक गएन। उ ठउरे पइ उ पचे बइठेन अउर यहोवा क रोइके गोहराएन। उ पचे पूरा दिन साँझ तलक कछू नाहीं खाएन। उ पचे होमबलि अउर मेलबलि भी यहोवा बरे चढ़ाएस। 27 इस्राएल क लोग यहोवा स एक ठु सवाल पूछेन। (एन दिन परमेस्सर क साच्छीपत्र क सन्दूक बेतेल मँ रहा। 28 पीनहास जउन एलीआज़ार क पूत रहा अउर एलीआज़ार हारून क पूत रहा नाउँ क एक ठु याजक करार क सन्दूक क समन्वा सेवा करत रहा। इस्राएल क लोग पूछेन, “का हमका बिन्यामीन क लोगन क खिलाफ फुन लड़इ जाइ चाही। उ सबइ लोग हमार सम्बन्धी अहइँ या हम लोग जुद्ध करब बंद कइ देइ?”यहोवा जवाब दिहेस, “जा। काल्ह भियान मइँ ओनका हरावइ मँ तोहार मदद करब।” 29 तब इस्राएल क फउज गिबा नगर क चारिहुँ कइँती आपन मनइयन क छुपाइ दिहस। 30 इस्राएल क फउज तीसरे दिन गिबा नगर क खिलाफ लड़इ गइ। उ पचे जुद्ध बरे आपन मोर्चा संभालेन जइसा उ पचे पहिले किहे रहेन। 31 बिन्यामीन क फउज इस्राएल क फउज स जुद्ध करइ बरे गिबा नगर क बाहेर निकर आइ। इस्राएल क फउज पाछे हटी अउर उ बिन्यामीन क फउज क नगर क बहोतइ पाछे छोड़ देइ बरे धोखा दीन्ह गवा।बिन्यामीन क फउज इस्राएल क फउज क कछू लोगन क वइसे ही मारब सुरू किहेन जइसे उ पचे पहिले मारे रहेन। इस्राएल क लगभग तीस मनई मारे गएन। ओनमाँ स कछू लोग मैदानन मँ मारे गए रहेन। ओनमाँ स कछू मनई सड़कियन पइ मारे गए रहेन। एक ठु सड़क बेतेल क जात रही। दूसर सड़क गिबा क जात रही। 32 बिन्यामीन क लोग कहेन, “हम पहिले क तरह जीतत अही।”मुला इस्राएल क लोग पाछे भागत परात रहेन काहेकि उ पचे बिन्यामीन क लोगन क ओनके नगर स दूर सड़कियन पइ लियावइ चाहत रहेन। 33 इस्राएल क फउजे क सबहिं लोग आपन ठउरन स हटेन। उ पचे बालतामार पइ रूकेन अउर जुद्ध बरे मोर्चा लगाएन। तब जउन लोग गिबा क पच्छिम मँ लुकान रहेन आपन छुपइ क ठउरन स दौड़ पड़ेन अउर गिबा पइ आकामण किहेन। 34 इस्राएल क फउज क पूरे प्रसिच्छित दस हजार फउजियन गिबा नगर पइ हमला किहन। जुद्ध बड़ी भीसण रही। किन्तु बिन्यामीन क फउज आपन भंयकर विनास स अवगत नाहीं रहेन। 35 यहोवा इस्राएल क फउज क उपयोग किहस अउर बिन्यामीन क फउज क हराइ दिहस। उ दिन इस्राएल क फउज बिन्यामीन क पच्चीस हजार एक सौ फउजियन क मार डाएस। उ सबइ सबहिं फउजी जुद्ध बरे प्रसिच्छित रहेन। 36 इ तरह बिन्यामीन क लोग लखेन कि उ पचे हार गएन।इस्राएल क फउज पाछे हटी। उ पचे पाछे हटेन काहेकि उ पचे अचानक हमला पइ निर्र्भर करत रहेन जेकरे बरे ओनकर मनइयन गिबा क निचके छुपा भवा रहेन। 37 जउन मनई गिबा क चारिहुँ ओर लुकान रहेन उ सबइ गिबा नगर मँ टूट पड़ेन। उ पचे फइल गएन अउर उ पचे आपन तरवारन स नगर क हर एक क मार डाएन। 38 इस्राएली फउज क दल अउ लुकाइके घात लगावइ वाले दल क बीच इ संकेत चीन्हा निहचित कीन्ह गवा रहा कि लुकाइके घात लगावइ वाला दल नगर मँ धुएँ क बिसाल बादर उड़ाइ। 39 जुद्ध क उहइ समइ पइ बिन्यामीन क फउज लगभग तीस इस्राएल फउज क मार दिहेस। उ पचे कहत रहेन, “हम वइसे जीतत अही जइसे पहिले जुद्ध मँ जीतत रहे।” 40 किन्तु तबहिं धुएँ क बिसाल बादर नगर स उठब सुरू भवा। बिन्यामीन क फउजी मुड़ेन अउर धुएँ क लखेन। पूरा नगर आगी क लपटन मँ रहा। 41 तब इस्राएल क फउज मुड़ी अउर लड़इ लाग। बिन्यामीन क लोग डर गए रहेन। अब उ पचे समुझ गएन कि ओन पइ तबाही आ गए रहेन। 42 एह बरे बिन्यामीन क फउज इस्राएल क फउज क समन्वा स भाग पराइ खड़ी भइ। उ पचे रेगिस्तान कइँती भागेन। लेकिन उ पचे जुद्ध स बच न सकेन। इस्राएल क लोग नगरन स बाहेर आएन अउर ओनका मार डाएन। 43 इस्राएल क लोग बिन्यामीन क लोगन क घेर लिहेन। उ पचे ओनका पाछा किहन। उ पचे ओनका अराम नाही करइ दिहेन। उ पचे ओनका गिबा क पूरब क भुइँया मँ हराएन। 44 इ तरह अट्ठारह हजार वीर अउर ताकतवर बिन्यामीन क फउज क फउजी मारे गएन। 45 बिन्यामीन क फउज मुड़ी अउर रेगिस्तान कइँती भागी परानी। उ पचे रिम्मोन क चट्टान नाउँ क ठउरे पइ पराइके गएन। किन्तु इस्राएल क फउज सड़कन पइ बिन्यामीन क फउज क पाँच हजार सिपाहियन क मार डाएन। उ पचे बिन्यामीन क लोगन क पाछा करत रहेन। उ पचे ओनकर पाछा गिदोन नाउँ क ठउरे तलक किहन। इस्राएल क फउज उ ठउरे पइ बिन्यामीन क फउज वहाँ दुइ हजार अउर सिपाहियन क मार डाएस। 46 उ दिना बिन्यामीन क फउज क पच्चीस हजार फउजी मारे गएन। ओन सबहिं मनइयन अपन तरवार क संग बहादुरी स जुद्ध किहन। 47 मुला बिन्यामीन क छ: सौ मनई मुड़ेन अउर रेगिस्तान मँ पराइ गएन। उ पचे रिम्मोन क चट्टान नाउँ क ठउरे पइ गएन। उ पचे हुवाँ चार महीने तलक ठहरे रहेन। 48 इस्राएल क लोग बिन्यामीन क भुइँया मँ लउटिके गएन। जउने नगरन मँ उ पचे पहोंचेन, ओन नगरन क मनइयन क उ पचे मार डाएन। उ पचे सबहिं जनावरन क भी मार डाएन। उ पचे जउन कछू पाइ सकत रहेन, ओका नस्ट कइ दिहन। उ पचे जउने नगर मँ गएन, ओका बार डाएन।

21:1 मिस्पा मँ इस्राएल क लोग प्रतिग्या किहन। ओनकर प्रतिग्या इ रही, “हम लोगन मँ स कउनो आपन बिटिया क बिन्यामीन क परिवार समूह क कउनो मनई स बियाह नाही करइ देइ।” 2 इस्राएल क लोग बेतेल नगर क गएन। इ नगर मँ उ सबइ परमेस्सर क समन्वा साँझ तलक बइठे रहेन। उ पचे जोर स अउर फुट-फुट कइ रोवत रहेन। 3 उ पचे परमेस्सर स कहेन, “यहोवा, तू इस्राएल क लोगन क प्ररमेस्सर अहा। अइसी भयंकर बात हम लोगन क संग कइसे होइ गइ अहइ? इस्राएल क परिवार समूहन मँ स एक परिवार समूह काहे कम होइ जाइ।” 4 अगले दिन भिंसारे इस्राएल क लोग एक ठु वेदी बनाएन। उ पचे उ वेदी पइ परमेस्सर क होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएन। 5 तब इस्राएल क लोग कहेन, “का इस्राएल क कउनो अइसा परिवार समूह अहइ जउन यहोवा क समन्वा हम लोगन क संग मिलइ नाही आवा ह?” उ पचे इ सवाल एह बरे पूछेन काहेकि उ पचे एक गंभीर प्रतिग्या किहे रहेन। उ पचे प्रतिग्या किहे रहेन कि जउन कउनो मिस्पा मँ दूसर परिवार समूह क संग मिलइ बरे नाहीं आइ, मार डावा जाइ। 6 इस्राएल क लोग आपन रिस्तेदारन, बिन्यामीन क परिवार समूह क लोगन बरे, बहोत दुःखी रहेन। उ पचे कहेन, “आजु इस्राएल क लोगन स एक ठु परिवार समूह कट गवा ह। 7 हम लोग यहोवा क समन्वा प्रतिग्या किहे रहे कि हम आपन बिटियन क बिन्यामीन परिवार क कउनो मनई स बियाह नाहीं करइ देब। हम लोगन क कइसे बिस्सास होइ कि बिन्यामीन क परिवार समूह क लोगन क बियाही बरे मेहररूअन मिलिहीं?” 8 तब इस्राएल क लोग पूछेन, “इस्राएल क परिवार समूहन मँ स कउन मिस्पा मँ हिआँ नाहीं आवा ह? हम लोग यहोवा क समन्वा एक संग आए अही। किन्तु एक परिवार समूह हिआँ नाहीं अहइ?” तब ओनका पता लाग कि इस्राएल क दूसर लोगन क संग यावेस गिलाद नगर क कउनो मनई हुवाँ नाहीं रहा। 9 इस्राएल क लोग इ जानइ बरे कि हुवाँ कउन रहा अउर कउन नाहीं रहा, हर एक क गनेस। उ पचे पाएन कि यावेस गिलाद क कउनो भी हुवाँ नाहीं रहा। 10 एह बरे इस्राएल क लोग बारह हजार फउजियन क यावेस नगर क पठएस। उ पचे ओन फउजियन स कहेन, “जा अउर यावेस गिलाद लोगन क मेहररुअन अउ गदेलन समेत आपन तरवार स मउत क घाट उतार द्या। 11 तू पचन्क इ जरूर करइ क होइ। यावेस गिलाद मँ हर एक मनसेधू क मार डावा। उ मेहरारू क भी मार डावा जउन एक ठु मनसेधू क संग रहि चुकी होइ। किन्तु उ मेहरारू क जिन मारा जउन कउनो मनसेधू क संग कबहुँ सारीरिक सम्बन्ध न किहे होइ।” फउजियन इहइ किहन। 12 ओन बारह हजार फउजियन यावेस गिलाद मँ चार सौ अइसी कुवाँरी कन्या क पाएन, जउन कउनो मनई क संग कबहुँ सारीरिक सम्बन्ध नाहीं किहे रहिन। फउजी ओन मेहररूअन क सीलो नगर क डेरा पइ लइ गएन। सीलो कनान भुइँया मँ अहइ। 13 तब इस्राएल क लोग बिन्यामीन क लोगन क लगे एक ठु सँदेस पठएन। उ पचे बिन्यामीन क लोगन क संग सान्ति-सन्धि करइ क प्रस्ताव रखेन। बिन्यामीन क लोग रिम्मोन क चट्टान नाउँ क ठउरे पइ रहेन। 14 एह बरे बिन्यामीन क लोग उ समइ इस्राएल क लोगन क पूरे परिवार क लगे लउटेन। इस्राएल क लोग ओनका ओन यावेस गिलाद क मेहररूअन क दिहन, जेनका उ पचे मारे नाही रहेन। किन्तु बिन्यामीन क सबहिं लोगन क बरे ढेर मेहररूअन नाही रहिन। 15 इस्राएल क लोग बिन्यामीन क लोगन क बरे दुःखी भएन। उ पचे ओनके बरे एह बरे दुःख महसूस किहन काहेकि यहोवा इस्राएल क परिवार समूहन क अलग कइ दिहे रहा। 16 इस्राएल क लोगन क अग्रज लोग कहेन, “बिन्यामीन परिवार समूह क मेहररूअन मार डाली गइ अहइँ। हम लोग बिन्यामीन क जउन लोग जिअत अहइँ ओनके बियाह बरे मेहररूअन कहाँ पइहीं। 17 बिन्यामीन क जउन लोग अबहिं जिअत अहइँ, अपने परिवार क अगवा बढ़ावइ बरे ओनका गदेलन चाही। इ एह बरे करइ क होइ कि इस्राएल क एक परिवार समूह नस्ट न होइ। 18 मुला हम लोग आपन बिटियन क बिन्यामीन लोगन क संग बियाह करइ क मंजूरी नाहीं दइ सकित। हम इ प्रतिग्या कइ चुका अही: ‘कउनो मनई जउन बिन्यामीन क मनई क पत्नी देइ, अभिसप्त होइ।’ 19 हम लोगन क समन्वा एक ठु उपाय अहइ। इ सीलो नगर मँ यहोवा बरे उत्सव क समइ अहइ। इ उत्सव हिआँ हर बरिस मनावा जात ह। (सीलो नगर बेतेल नगर क उत्तर मँ अहइ अउर उ सड़किया क पूरब मँ अहइ जउन बेतेल स सकेन क जात ह। अउर इ लबोना नगर क दकिाखन मँ भी अहइ।) 20 एह बरे अग्रज लोग बिन्यामीन लोगन क सुझाव दिहेन। उ पचे कहेन, “जा, अउर अंगूर क बेलन क खेतन मँ लुकाइ जा। 21 उत्सव मँ उ समइ क प्रतीच्छा करा जब सीलो क जुवतियन नाच मँ हींसा लेइ आवइँ। तब अंगूरे क खेतन मँ आपन लुकाइ क ठउरे स बाहेर निकर दउड़ा। तू पचन मँ स हर एक सीलो नगर क मेहरूरअन क बिन्यामीन क भुइँया मँ लइ जा अउर ओकरे संग बियाह करा। 22 ओन जुवतियन क बाप अउ भाई हम लोगन क निअरे अइही अउर सिकाइत करिही। किन्तु हम लोग ओनका इ तरह जवाब देब: ‘बिन्यामीन क लोगन पइ कृपा करा। ओन लोगन क ओन मेहररूअन क संग बियाह करइ द्या। उ पचे अपने बरे मेहररूअन एह बरे नाहीं पावत अहइँ कि उ सबइ लोग तू पचन स लड़इँ अउर उ पचे इ तरह स मेहररूअन क लइ गवा अहइँ, एह बरे तू पचे आपन परमेस्सर क समन्वा कीन्ह गइ प्रतिग्या नाही तोड़्या। तू पचे प्रतिग्या किहे रह्या कि तू पचे ओनका मेहररूअन नाहीं देब्या, सचमुच, तू पचे बिन्यामीन क लोगन क मेहररूअन नाहीं दिहा परन्तु उ पचे तू पचन स मेहररूअन लइ लिहन। एह बरे तू पचे प्रतिग्या भंग नाहीं किहा।’” 23 एह बरे बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग उहइ किहन। जब जुवतियन नाचत रहिन, तउ हर एक मनई ओनमाँ स एक-एक क धइ लिहस। उ पचे ओन मेहररूअन क लइ गएन अउर ओनके संग बियाह किहन। तउ उ पचे आपन भुइँया मँ लउटेन। बिन्यामीन क लोग भुइँया मँ फुन नगर बसाएन अउर रहइ लागेन। 24 तब इस्राएल क लोग अपने घर लउटेन। उ पचे आपन आपने भुइँया अउर परिवार समूह मँ लउट गएन। 25 ओन दिनन इस्राएल क लोगन क कउनो राजा नाहीं रहा। हर एक मनई उहइ करत रहा, जेका उ ठीक समुझत रहा।

Ruth 1:1 बहुत समइ पहिले जब निआवाधीसन क हुकुमत रही, तबहि एक बुरा समइ आवा कि भुइँया पइ अकाल पड़ि गवा। उहइ समइ मँ एलीमेलेक नाउँ क एक मनई यहूदा क बेतलेहेम क छोड़ दिहस। उ आपन मेहरारू अउ दुइ पूतन क संग मोआब क भुइँया मँ चला गवा। 2 ओकरी मेहरारू क नाउँ नाओमी रहा अउ ओकरे पूतन क नाउँ महलोन अउ किल्योन रहेन। इ सबइ लोग यहूदा क बेतलेहेम क एप्राती परिवार स रहेन। इ परिवार मोआब क पहाड़ी प्रदेस क जात्रा किहेस अउ हुवँइ बस गवा। 3 पाछे नाओमी क भतार एलीमेलेक मर गवा। एह बरे सिरिफ नाओमी अउ ओकर दुइ पूत बचे रहि गएन। 4 ओकर पूतन मोआब देस क मेहररूअन क संग बियाह किहन। पहिला पूत क मेहरारू क नाउँ ओर्पा अउ दूसर पूत क मेहरारू क नाउँ रूत रहा। उ पचे मोआब मँ लगभग दस बरिस रहेन। 5 ओकर पाछे महलोन अउ किल्योन भी मर गएन। एह बरे नाओमी आपन भतार अउ पूतन क बिना अकेली हो गइ। 6 जब नाओमी मोआब क पहाड़ी भुइँया मँ रहत रही, तबहि नाओमी सुनेस कि यहोवा ओकरे लोगन क मदद किहेस ह। उ अपने लोगन क भोजन प्रदान करत ह। एह बरे नाओमी मोआब क पहाड़ी भुइँया क तजइ अउर आपन घर यहूदा मँ लउटइ क निहचइ किहेस। ओकर पतोहुअन भी ओकरे संग जाइ क निहचइ किहेन। 7 उ पचे उ प्रदेस क तजेन जहाँ उ पचे रहत रहिन अउर यहूदा कइँती लउटब सुरू किहन। 8 तब नाओमी आपन पतोहुअन स कहेस, “तू दुइनउँ क अपने घर आपन महतारिन क घरे लउट जाइ चाही। तू पचे मोरे पूतन क बरे बहोतइ दयालु रहिउँ ह। यहोवा तोह पइ दयालु होइ। 9 तउ मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा, अच्छा भतार अउ नीक घर पावइ मँ तू दुइनउँ क मदद करइ।” नाओमी आपन पतोहियन क पियार किहेस अउ उ पचे सबहि रोवइ लागिन। 10 तब पतोहियन कहेन, “किन्तु हम आप क संग चलइ चाहित ह अउर आप क लोगन मँ जाइ चाहिन ह।” 11 किन्तु नाओमी कहेस, “नाहीं, बिटियो, अपने घरे लउटि जा। तू पचे मोरे संग काहे जाबिउ? मइँ तू पचन क मदद नाहीं कइ सकिन। मोरे लगे अब कउनो पूत नाहीं जउन तोहार संग बियाह कइ सकइ। 12 अपने घरे लउटि जा। मइँ एतनी बुढ़िया अहउँ कि नवा भतार नाहीं रखि सकिन। हिआँ तलक कि जदि मइँ फुन बियाह करइ क बात सोचउँ, तउ भी मइँ तोहार पचन्क मदद नहीं कइ सकित। जदि मइँ आजु क राति ही गर्भवती होइ जाउँ अउर दुइ पूतन क पइदा करउँ, तउ भी एहसे तोहार पचन्क मदद नाहीं मिली। 13 बियाह करइ स पहिले ओनकर बालिग होइ तलक तू पचन्क इंतजार करइ पड़ी। मइँ तू पचन्स ऍतने लम्बे समइ तलक बिना भतारे क प्रतीच्छा नाहीं करवाउब। एहसे मोका बहोत दुःख होइ। मइँ पहिले स ही बहोत दुःखी हउँ काहेकि यहोवा मोरे खिलाफ बहोत कछू कइ दिहस ह।” 14 एह बरे मेहररूअन बहोत रोइन। तब ओर्पा नाओमी क चूमेस अउ उ चली गइ। किन्तु रूत ओका बाहन मँ गहियाइ लिहस अउर ओकरे लगे ठहर गइ। 15 नाओमी कहेस, “लखा, तोहार जेठानी आपन लोगन अउ आपन देवतन मँ लउट गइ। एह बरे तोहका ही उहइ करइ चाही।” 16 किन्तु रूत कहेस, “आपन क तजिके मोका मजबूर जिन करा। आपन लोगन मँ लउटइ बरे मोका मजबूर जिन करा। मोका अपने संग चलइ द्या। जहाँ कहूँ तू जाबिउ मइँ जाब। जहाँ कहूँ तू सोउबिउ, मइँ सोउब। तोहार लोग मोर लोग होइहीं। तोहार परमेस्सर मोर परमेस्सर होइ। 17 जहाँ तू मरबिउ, मइँ भी हुआइँ मरब अउर मइँ हुवइँ दफनाई जाब। होइ सकत ह यहोवा हमरे बरे इ करी, अउर होइ सकत ह ऍह स भी जियादा, जब तलक कि मउत हम लोगन क जुदा न कइ द्या।” 18 नाओमी लखेस कि रूत क ओकर संग चलइ क प्रबल इच्छा अहइ। एह बरे नाओमी ओकरे संग बहस करब बन्द कइ दिहस। 19 फुन नाओमी अउर रूत तब तलक जात्रा किहन जब तलक उ पचे बेतलेहेम नाहीं पहोंच गइन। जब दुइनउँ मेहररूअन बेतलेहेम पहोंचिन तउ सबहि लोग बहोत उत्तेजित भएन। उ पचे कहब सुरू किहन, “का इ नाओमी अहइ?” 20 मुला नाओमी लोगन स कहेस, “मोका नाओमी जिन कहा, मोका मारा कहा। काहेकि सर्वसक्तीमान परमेस्सर मोर जिन्नगी क बहोत दुःखी बनाई दिहस ह। 21 जब मइँ गइ रहिउँ, मोरे लगे उ सबइ चिजियन रहिन जेनका मइँ चाहत रहिउँ। किन्तु अब, यहोवा मोका खाली हाथे घरे लियावा ह। यहोवा मोका दुःखी बनाएस ह। एह बरे मोका नओमी काहे कहत अहा? सर्वसकितमान परमेस्सर मोका बहोत जियादा कस्ट दिहस ह।” 22 इ तरह नाओमी अउ ओकर पतोहू रूत मोआबी मेहरारू मोआब क भुइँया स लउटि गएन। इ दुइनउँ मेहररूअन जौ क कटती क समइ यहूदा क बेतलेहेम मँ आइन।