Jeremiah

1:1 यिर्मयाह क इ सबइ सँदेस अहइ। यिर्मयाह हिल्कय्याह नाउँ क मनई क पूत रहा। यिर्मयाह ओन याजकन क परिवार स रहा जउन अनातोत नगर मँ रहत रहेन। उ नगर उ पहँटा मँ अहइ जउन बिन्यामीन परिवारे क रहा। 2 यिर्मयाह यहोवा क वचन ओन दिनन प्राप्त कइ सुरू किहस जब आमोन नाउँ क राजा क पूत योसिय्याह यहूदा रास्ट्र क राजा रहा। यिर्मयाह योसिय्याह क राज्जकाल क तेरहवें बरिस मँ यहोवा क वचन प्राप्त करइ सुरू किहेस। 3 योसिय्याह क पूत अउर यहोयाकीम क राज्जकाल मँ यिर्मयाह यहोवा क वचन प्राप्त करत रहा। यहोवा क वचन, यहूदा क अगला राजा योसिय्याह क पूत क सिदकिय्याह क राज्जकाल क ग्यारह बरिस तलक, अउर सिदकिय्याह क राज्जकाल क ग्यारहवें बरिस क पाँचवें महीना मँ यरूसलेम मँ रहत रहे लोगन क देस-निकारा जाइ तलत प्राप्त होत रहा। 4 मइँ यिर्मयाह इ सँदेस यहोवा स प्राप्त कइ रहा: 5 “तोहरी महतारी क गरभ मँ रखइ क पहिले मइँ तोहका जान लिहेउँ। तोहरे जनम लेइ क पहिले, मइँ तोहका बिसेस कारज बरे चुने रहेउँ। मइँ तोहका रास्ट्रन क नबी होइ क चुने रहेउँ।” 6 तब मइँ अर्थात यिर्मयाह कहेउँ, “मुला सर्वसवतीमान यहोवा, मइँ तउ बोलब भी नाहीं जानत। मइँ तउ अबहिं बालक ही रहेउँ।” 7 मुला यहोवा मोहसे कहेस, “जिन कहा, ‘मइँ बालक ही हउँ।’ तोहका हर ओन ठउरन पइ जाब अहइ जहाँ मइँ पठवउँ। तोहका उ सब कहब अहइ जेका मइँ कहइ क कहउँ। 8 कउनो स जिन डेराअ। मइँ तोहरे संग अहउँ, अउर मइँ तोहार रच्छा करब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 9 तब यहोवा आपन हाथ बढ़ाएस अउर मोरे मुँह क छुइ लिहस। यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, मइँ आपन सब्द तोहरे मुँहे मँ देत अहइँ। 10 आजु मइँ तोहका राज्जन अउ रास्ट्रन क अधिकारी, एनका उखाड़ा अउ उजाड़ फंेकइ बरे, एका नस्ट अउ उठाइ फेंकइ बरे, एका निर्माण करइ अउ रोपन बरे नियुक्त किहउँ।” 11 यहोवा क सँदेसा मोका मिला। इ सँदेसा यहोवा क रहा: “यिर्मयाह, तू का लखत अहा?” मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ बादाम क काठे क एक छड़ी लखत हउँ।” 12 यहोवा मोहसे कहेस, “तू बहोत ठीक लख्या। काहेकि मइँ आपन बचन क होइ बरे ओहे पइ नज़र रखत अहउँ।” 13 यहोवा क सँदेसा मोका फुन मिला। इ सँदेसा इ तरह रहा: “यिर्मयाह, तू का लखत अहा?”मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ खउलत पानी क एक बर्तन लखत हउँ। इ बर्तन उत्तर कइँती स टपकत अहइ।” 14 यहोवा मोहसे कहेस, “उत्तर कइँती स कछू भयानक चिजियन ओन लोगन बरे जउन इ देस मँ रहत हीं आइ। 15 बहोत ही जल्दी मइँ उत्तर क राज्जन क सबहिं लोगन क बोलाउबा,” यहोवा कहत ह। “ओन राज्जन क राजा लोगन अइहीं। उ पचे यरूसलेम क दुआर क समन्वा आपन सिंहासन जमइहीं। उ पचे यरूसलेम क सबहिं नगर देवारन पइ आवमन करिहीं। उ पचे यहूदा क एलाके क सबहिं नगरन पइ आवमन करिहीं। 16 अउर मइँ यहूदा क लोगन क जरिये कीन्ह गवा बुरे करम क बिरुद्ध आपन निर्णय क घोसना करब। मोर लोग मोका छोड़एन। उ पचे दूसर देवतन क बलि चढ़ाएन जेका उ पचे आपन हाथन स बनाएस। 17 यिर्मयाह, जहाँ तलक तोहार बात अहइ, उठा, तइयार होइ जा अउर लोगन स उ सब कछू कहा, जेका मइँ तोहका हुवुम देत हउँ। लोगन स जिन डेराअ। वरना तउ मइँ ओन लोगन क समन्व तोहका तबाह कइ देब। 18 जहाँ तलक मोर बात अहइ, मइँ आजु ही तोहका एक दृढ़ नगर, एक लौह खम्भा, एक ठु काँसा क देवार बनावइ जात हउँ। तू देस मँ हर एक क खिलाफ खड़ा होइ क योग्ग होब्या, यहूदा देस क राजा लोगन क खिलाफ, यहूदा क याजकन क खिलाफ अउर यहूदा देस क लोगन क खिलाफ भी। 19 उ सबइ लोग तोहरे खिलाफ लड़िहीं, मुला उ पचे तोहका हरावइ क नाहीं करिहीं। काहेकि मइँ तोहरे संग हउँ, अउर मइँ तोहार रच्छा करब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

2:1 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। यहोवा क सँदेसा इ रहा: 2 “यिर्मयाह, जा अउर यरूसलेम क लोगन क सँदेसा द्या। ओनसे कहा:“‘जउने समय तू नवा रास्ट्र रह्या, तू मोर बिस्सास क योग्ग रह्या। तू मोर अनुसरण नई दुलहिन जइसा किहा। तू मोर अनुसरण रेगिस्तान मँ स होइके किहा, उ प्रदेस मँ अनुसरण किहा जेका कबहुँ खेती क भूमि न बनावा गवा रहा। 3 इस्राएल क लोग यहोवा बरे एक पवित्तर भेंट रहेन। उ पचे ओकर फसल क पहिला फल रहेन। कउनो भी व्यक्ति जउन ओनका खाइ क जतन किहे रहेन ओका कसूरवार घोसित कीन्ह ग रहेन। ओन पइ बुरी आपत्तियन अइहीं,’“ यहोवा कहत ह। 4 याकूब क परिवार, यहोवा क सँदेसा सुना। इस्राएल क तू सबहिं परिवार समूहों, सँदेसा सुना। 5 जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: “तोहार पुरखन बरे मइँ का गलत किहउँ कि तोहार पुरखन मोहसे दूर होइ गएन? तोहार पुरखन निरर्थक देव मूरतियन पूजेन। अउर उ पचे खुद निरर्थक होइ गएन। 6 तोहार पुरखन इ नाहीं कहेन, ‘यहोवा हमका मिस्र स निकारेस। यहोवा मरूभूमि मँ हमार अगुअइँ किहेस। यहोवा हमका झुरान चट्टानी प्रदेस स लइके आवा, यहोवा हमका अँधियारा स पूर अउर भय से भरे देसन मँ राह देखाएस। कउनो भी लोग हुआँ नाहीं रहतेन। कउनो भी लोग उ देस स जात्रा नाहीं करतेन। मुला यहोवा उ प्रदेस मँ हमार अगुवाई किहेस। एह बरे उ यहोवा अब कहाँ अहइ?”‘ 7 यहोवा कहत ह, “मइँ तू पचन्क अनेक चिजियन स भरे उत्तिम देस मँ लाएउँ। मइँ इ किहेउँ जेहसे तू हुआँ उगे भए फल अउर पइदावार क खाइ सका। मुला तू पचे आया अउर मोरे देस क ‘गन्दा’ किहा। मइँ उ देस तू पचन्क दिहे रहेउँ, किन्तु तू पचे ओका बुरा ठउर बनाया। 8 याजक लोग नाहीं पूछेन, ‘यहोवा कहाँ अहइ?’ उ लोग जउन व्यवस्था क सिच्छा देत ह उहइ मोका नाहीं जानत ह। इस्राएल क लोगन क प्रमुख मोरे खिलाफ चला गएन। नबी लोग लबार बाल देवता क नाउँ भविस्सवाणी किहन। उ पचे निरर्थक देव मूरतियन क पूजा किहन।” 9 यहोवा कहत ह, “एह बरे मइँ तू पचन्क फुन दोखी करार देब, अउर तोहरे पचन्क पोतन क दोखी ठहराउब। 10 समुद्दर पार कित्तियन क द्वीपन क जा अउर लखा कउनो क केदार प्रदेसन क पठवा अउर ओका धियान स लखइ द्या। धियान स लखा का कउनो अइसा काम किहेस: 11 “का कउनो रास्ट्र क लोग कबहुँ आपन पुरान देवतन क नवा देवतन स बदेलन ह नाहीं। नि:संदेह ओनकर देवतन असल मँ देवतन अहइँ ही नाहीं। मुला मोर लोग आपन यसस्वी परमेस्सर क निरर्थक देव मूरतियन स बदलेन ह। 12 आकास, जउन भवा ह ओहसे अपने हिरदइ क आघात पहोंचइ द्या। भय स काँप उठा।” इ सँदेसा यहोवा क रहा। 13 मोर लोग दुइ पाप किहेन ह। उ पचे मोका तजि दिहन (मइँ ताजा पानी क सोता अहउँ।) अउर उ पचे आपन पानी क निजी हौद खनेन ह। (उ पचे दूसर देवतन क भवत बनेन ह।) किन्तु ओनकर हउज टूटेन ह। ओन हउजन मँ पानी नाहीं रुकी। 14 का इस्राएल क लोग दास होइ गएन ह का उ पचे एक जन्मजात दास स होइ गएन ह इस्राएल क लोग क सम्पत्ति दूसर लोग काहे लइ लिहेन? 15 जवान सिंह (दुस्मन) इस्राएल रास्ट्र पइ दहाड़त हीं, गुर्रार्र्र्र्त हीं। सिंहन इस्राएल क लोगन क देस उजाड़ दिहेन ह। इस्राएल क नगर बार दीन्ह गएन ह। ओनमाँ कउनो भी नाहीं रहि गवा ह। 16 नोप अउर तहपन्हेस नगर क लोग तू पचन्क मूँड़े क सीर्स क वुचरि दिहेन ह। 17 इ परेसानी तोहार पचन्क आपन दोख क कारण अहइ। तू पचे आपन यहोवा परमेस्सर स विमुख होइ गया, जबकि उ सही दिसा मँ तू पचन्क लइ जात रहा। 18 एकरे बारे मँ सोचा: का तू मिस्र जाइ समइ मँ सहायता पाएहस? का तू पानी पिअइ बरे नील नदी गएहस? नाहीं। क तू अस्सूर जाइ समइ मँ सहायता पाएस? का तू परात नदी क जल पिअइ बरे गएस? नाहीं। 19 तू पचे बुरे करम किहा, अउर उ सबइ बुरी चिजियन तू पचन्क सिरिफ सजा देवइहीं। बिपदन तू पचन्पइ टूटि पड़िहीं अउर इ सबइ बिपदन तू पचन्क पाठ पढ़इहीं। इ विसय मँ सोचा; तब तू पचे इ समुझब्या कि आपन परमेस्सर स बिमुख होइ जाब केतना बुरा अहइ। मोहसे न डेराब बुरा अहइ।” इ सँदेसा मोर सुआमी सर्वसवतीमान यहोवा क रहा। 20 “तू बहोत पहिले आपन जुआ लोकाइ दिहे रह्या। तू उ रस्सियन तोड़ पेंक्या जेका मइँ तू पचन्क अपने लगे धरइ मँ काम मँ लिआवत रह्या। तू मोहसे कह्या, ‘मइँ आप क सेवा नाहीं करब।’ तू रंडी क नाईर् हर एक ऊँची पहाड़ी पइ अउर हर एक हरियर बृच्छ क नीचे झुटे देवत क उपासना कइ के तू बेवफाइ किहा। 21 मइँ तू पचन्क बिसेस अंगूरे क बेल क तरह रोपेउँ। तू सबहिं नीक बिया क समान रह्या। तू उ अलग बेल मँ कइसे बदल्या जउन बुरा फल देत हीं। 22 अगर तू आपन क सज्जीस भी धोवा, बहोत साबुन भी लगावा, तउ भी मइँ तोहरे दोख क दागे क लख सकत हउँ।” इ सदेस परमेस्सर यहोवा क रहा। 23 “तू मोका कइसे कहि सकत ह, ‘मइँ अपराधी नाहीं अहउँ। मइँ बाल क मूरतियन क पूजा नाहीं किहेउँ?’ ओन कामन क बारे मँ सोचा जेनका तू घाटी मँ किहा। उ बारे मँ सोचा, तू का कइ डाया ह। तू उ तेज ऊँटिन क नाईर् अहा जउन कि टेढ़ा-मेढ़ा रास्ता पइ तेज दउड़त ह। 24 तू उ जंगली गदही क तरह अहा जउन रेगिस्तान मँ रहत ह अउर सहभोग क मौसम मँ जउन हवा क सूँधत ह (गन्ध लेत ह।) कउनो मनई ओका काम क उत्तेजना क समइ लउटाइके लिआइ नाहीं सकत। सहभोग क समइ हर एक गद्धा जउन ओका चाहत ह, पाइ सकत ह। ओका खोज निकारब सहल अहइ। 25 देवमूरतियन क पाछे दउड़ब बन्द करा। ओन दूसर देवतन बरे पियास रखाइ बंद करा। मुला तू कहत अहा, ‘इ बियर्थ अहइ। मइँ तजि नाहीं सकत। मइँ ओन दूसर देवतन स पिरेम करत हउँ। मइँ ओनकर पूजा करइ चाहत हउँ।’ 26 “चोर लजात ह जब ओका लोग धइ लेत हीं। उहइ तरह इस्राएल क परिवार लजात ह। राजा अउर प्रमुख याजक अउ नबी लजान अहइँ। 27 उ पचे लोग काठे क टूकन स बात करत हीं, उ पचे कहत हीं, ‘तू मोर पिता अहा।’ उ सबइ लोग चट्टान स बात करत हीं, उ पचे कहत हीं, ‘तू मोका जन्म दिहा ह।’ उ पचे सबहिं लोग लजाइ जइहीं। उ पचे लोग मोरी कइँती धियान नाहीं देतेन। उ पचे मोहसे पीठ फेरि लिहन ह। किन्तु जब ओन लोगन पइ बिपद आवत ह तब उ पचे मोहसे कहत हीं, ‘आवा अउर हमका बचावा।’ 28 ओन देवमूरतियन क आवइ अउर तोहका बचावइ द्या। उ सबइ देवमूरतियन कहाँ अहइँ जेनका तू अपने बरे बनाया ह हमका लखइ द्या, का उ सबइ मूरतियन आवत हीं अउर तोहार रच्छा बिपत्ति स करत हीं? यहूदा क लोगो, तू लोगोन क लगे ओतनी मूरतियन अहइँ जेतना नगर। 29 तू पचे मोहसे बिबाद काहे करत अहा? तू सबहिं मोरे खिलाफ होइ गवा अहा।” इ सँदेसा यहोवा क रहा। 30 “मइँ तोहरे गदेलन क दण्ड दिहेउँ, मुला एकर कउनो नतीजा नाहीं निकरा। तू पचे तब लउटिके नाहीं आया जब दण्डित कीन्ह गया। तू पचे ओन नबियन क तरवार क घाट उतार्या जउन तोहरे पचन्क लगे आए रहेन। तू पचे खूखार सिंह क नाईर् रह्या अउर तू पचे नबियन क मार डाया।” 31 इ पीढ़ी क लोगो, यहोवा क सँदेसा पइ धियान द्या: “का मइँ इस्राएल क लोगन बरे रेगिस्तान जइसा बन गएउँ? का मइँ ओनका बरे अँधियर अउर खउफनाक देस जइसा बन गएउँ? मोर लोग कहत हीं, ‘हम आपन राह जाइ क अजाद अही, यहोवा, हम फुन तोहरे लगे नाहीं लउटब।’ उ पचे ओन बातन क काहे कहत हीं? 32 का कउनो नउजवान अउरत आपन गहना बिसरत ह नाहीं। का कउनो दुलहिन आपन रूप-संगार क लिबास बरे आपन दुपटा बिसरि जात ह नाहीं। मुला मोर लोग मोका अनगिनत दिनन बरे बिसरि गएन ह। 33 तू फुरइ पिरेमियन (लबार देवतन) क पाछे पड़ब जानत अहा। तू ओन दूसर लोगन बरे जउन बुरा करम करत ह नमुना बन गवा ह। 34 तोहार पचन्क हाथ खून स रग्ंाा अहइँ। इ गरीब अउ भोले लोगन क खून अहइ। तू पचे लोगन्क मार्या ह अउर उ पचे अइसे चोर भी नाहीं रहेन जेनका तू पचे धर्या ह। तू पचे उ सबइ बुरे काम करत अहा। 35 किन्तु तू पचे फुन भी कहत रहत अहा, ‘हम निरपराध अही। परमेस्सर मोहे पइ कोहान नाहीं अहइ।’ एह बरे मइँ तू पचन्क झूठ बोलइवाला अपराधी होइ क भी निर्णय देब। काहेकि तू कहत बाट्या, ‘मइँ कछू भी बुरा नाहीं किहेउँ ह।’ 36 तोहरे पचन्क बरे इरादा क बदलब बहोत आसान अहइ। अस्सूर तू पचन्क निरास किहस। एह बरे तू पचे अस्सूर क तज्या अउर मदद बरे मिस्र पहोंच्या। मिस्र तू पचन्क निरास करी। 37 अइसा होइ कि तू पचे मिस्र भी तजब्या अउ तू पचन्क हाथ लज्जा स तोहार पचन्क आँखिन होइहीं। मुला तू पचन्क ओन देसन स कउनो कामयाबी नाहीं मिली। काहेकि यहोवा ओन देसन्क अस्वीकार कइ दिहस ह।

3:1 “अगर कउनो मनई आपन पत्नी क तलाक देत ह, अउर उ पत्नी ओका तजि देत ह अउर दूसर मनई बियाह कइ लेत ह तउ का उ मनई आपन पत्नी क लगे फुन आइ सकत ह नाहीं। जदि उ मनई उ मेहरारू क लगे लउटी तउ देस पूरी तरह गन्दा होइ जाइ। यहूदा, तू रण्डी क तरह अनेक पिरेमियन (लबार देवतन) क संग काम किहा अउर अब तू मोरे लगे लउटइ चाहत अहा।” इ सँदेसा यहोवा क रहा। 2 “खाली पहाड़ी क चोटी क लखा। क कउनो अइसी जगह अहइ जहाँ तोहार आपन पिरेमियन क संग सारीरिक सम्बन्ध नाहीं चला? तू सड़किया क किनारे पिरेमियन क प्रतीच्छा करती बइठी अहा। तू हुआँ रेगिस्तान मँ प्रतीच्छा करत अरब क तरह बइठा। ऍह बरे तू मोहसे बेवफाइ कइ क अउर बहोत सारी बुरा करम कइ क धरती क अपवित्तर बना दिहेस ह। 3 तू पाप किहा एह बरे बर्खा नाहीं आई। बसन्त समइ क कउनो बर्खा नाहीं भइ। मुला अबहिं भी तू लज्जित होइ स इनकार करति अहा। तोहरे मुँहना पइ रण्डी क भाव अहइ जब उ लज्जित होइ स इनकार करति अहा। तू आपन कीन्ह करमन पइ लज्जित होइ स इनकार करति अहा। 4 मुला अब तू मोका बोलावत अहा। ‘मोर पिता, तू मोर बचपन स मोर प्रिय मीत रहा ह।’ 5 तू इ भी कह्या, ‘परमेस्सर सदैव मोह पइ कोहान नाहीं रही। परमेस्सर क किरोध सदैव बना नाहीं रही।’ तू इ सब कछू कहत अहा, मुला तू ओतने ही बुराई करति अहा जेतना तू कइ सकत अहा।” 6 ओन दिनन जब योसिय्याह यहूदा रास्ट्र पइ हुवूमत करत रहा। यहोवा मोहसे बातन किहस। यहोवा कहेस, “यिर्मयाह, तू ओन बुरे करमन क लखा जउन इस्राएल किहस? तू लख्या कि कइसे मोरे संग बिस्ससघात किहस। उ हर एक पहाड़ी क ऊपर अउर हर एक हरियर बृच्छ क खाले झूठी मूरतियन क पूजिके बिभिचार करइ क पाप किहस। 7 मइँ अपने स कहेउँ, ‘इस्राएल मोरे लगे तब लउटी जब उ आपन बुरे करमन क कइ चुकी।’ किन्तु उ मोरे लगे नाहीं लउटेस अउर ओका अबिस्सासी बहिन यहूदा लखेस कि इस्राएल का किहेस ह 8 यहूदा लखेस कि मइँ अबिस्सासी इस्राएल क दूर पठाइ दिहेस ह काहेकि उ बिभिचार किहे रही। मइँ ओका तलाक पत्र लिखिके तलाक देइ दिहा। किन्तु ओकरे अबिस्सासी बहिन यहूदा ओन बातन स नाहीं डेराएस। यहूदा भी निकर गइ अउर उ रण्डी क तरह रहइ लगेस। 9 यहूदा इ धियान भी नाहीं दिहस कि उ रण्डी क तरह काम करति बाटइ। एह बरे उ आपन देस क गन्दा किहस। उ काठे अउर पाथर क बनी मूरतियन क पूजा कइके बिभिचार क पाप किहस। 10 इस्राएल क अबिस्सासी बहिन (यहूदा) आपन पूरे हिरदइ स मोरे लगे लउटी नाहीं। उ सिरिफ बहाना बनाएस कि उ मोरे लगे लउटी अहइ।” इ सँदेसा यहोवा क रहा। 11 यहोवा मोसे कहेस, “इस्राएल मोर मनवइया नाहीं रही। मुला ओकरे लगे कपटी यहूदा क अपेच्छा नीक बहाना रहा। 12 उत्तर कइँती लखा अउर इ सँदेसा बोला:“अबिस्सासी इस्राएल क लोगो तू पचे लउटा।”‘ यहोवा कहत ह। मइँ तू पचन स आपन मुँह नाहीं फेड़ब। मइँ दयासागर हउँ, ‘मइँ सदैव तू पचन पइ कोहान नाहीं रहब।’ यहोवा कहत ह। 13 तोहका सिरिफ एतना करब होइ कि तू आपन पापन क स्वीकारा। तू यहोवा अपने परमेस्सर क खिलाफ अपराध किहस, इ तोहार पाप अहइ कि तू दूसर रास्ट्रन क लोगन क देव मूरतियन क आपन पिरेम दिहा। तू आपन देव मूरतियन क पूजा हर एक हरियर बृच्छ क खाले किहा। तू मोर आग्या क पालन नाहीं किहा।”‘ यहोवा कहत ह। 14 “अभवत लोगो, मोरे लगे लउटि आवा।” इ सँदेसा यहोवा क रहा।“मइँ तोहार सुआमी अहउँ। मइँ हर एक नगर स एक मनई लेब अउर हर एक परिवार स दुइ मनई अउर तू पचन्क सिय्योन पइ लिआउब। 15 तब मइँ तू पचन्क नवा सासक देब। उ पचे सासक मोर मनवइयन होइहीं। उ पचे तोहार पचन्क मार्ग दर्सन गियान अउर समुुझ स करिहीं। 16 ओन दिना तू लोग बड़ी गनती मँ देस मँ होब्या।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।“उ समइ लोग फुन इ कबहुँ नाहीं कइहीं, ‘मइँ ओन दिनन क सुमिरत हउँ जब हम लोगन क लगे यहोवा क करार क सन्दूख रहा।’ उ पचे पवित्तर सन्दूख क बारे मँ फुन कबहुँ सोचिहीं भी नाहीं। उ पचे न तउ एका याद करिहीं अउर न ही ओकरे बरे अफसोस करिहीं। उ पचे दूसर पवित्तर सन्दूख कबहुँ नाहीं बनइहीं। 17 उ समइ, यरूसलेम नगर ‘यहोवा क सिंहासन’ कहा जाइ। सबहिं रास्ट्र एक संग यरूसलेम नगर मँ यहोवा क नाउँ क सम्मान देइ अइहीं। उ पचे आपन हठी अउर बुरे हिरदय क अनुसार अब कबहुँ नाहीं चलिहीं। 18 ओन दिनन यहूदा क परिवार इस्राएल क परिवार क संग मिलि जाइ। उ पचे उत्तर मँ एक देस स एक साथे अइहीं। उ पचे उ देस मँ अइहीं जेका मइँ ओनकर पुरखन क दिहे रहे रहेउँ। 19 “मइँ यानी यहोवा अपने स कहेउँ, ‘मइँ तू पचन स आपन बचवन क नाईर् बेउहार करइ चाहत हउँ, मइँ तू पचन्क एक सुहावना देस देइ चाहत हउँ। उ देस जउन कउनो भी रास्ट्र स जियादा सुन्नर होइ।’ मइँ सोचे रहेउँ कि तू पचे मोका ‘बाप’ कहब्या। मइँ सोचे रहेउँ कि तू पचे मोर सदैव अनुसरण करब्या। 20 मुला तू पचे उ मेहरारू क नाईर् भया जउन पतिव्रता नाहीं रही। इस्राएल क परिवार, तू पचे मोरे बरे बिस्सासघाती रह्या।” इ सँदेसा यहोवा क रहा। 21 तू पचे नंगी पहा़ड़ियन पइ रोउब सुन सकत ह। इस्राएल क लोग कृपा बरे रोवत रहेन अउर पराथना करत अहइँ। उ पचे बहोत बुरा होइ ग रहेन। उ पचे आपन परमेस्सर यहोवा क बिसरी ग रहेन। 22 यहोवा इ भी कहेस, “इस्राएल क अबिस्सासी लोगो, तू पचे मोरे लगे लउटि आवा, अउर मइँ तोहरे पचन्क अबिस्सासी होइ क अपराध क छिमा करब।” लोगन क कहइ चाहीं, “हाँ, हम लोग तोहरे लगे आउब तू हमार परमेस्सर यहोवा अहा। 23 निहचय ही पहाड़ियन पइ देवमूरतियन क पूजा अउर पहाड़न पइ जमा होइ सिरिफ झूठी आसा देत ह। निहचय ही, इस्राएल क मुवित, यहोवा आपन परमेस्सर स आवत ह। 24 उ मुरतियन हमरे पुरखन क हर एक चीज बलि क रूप मँ हम लोगन क बचपन क अमइ स ही खाएस। उ मूरितयन हमरे पुरखन क पसु, भेड़ी, पूत, बिटिया लिहस। 25 हम पचन्क आपन लाज मँ, माथा टेकइ चाही, लज्जा हम लोगन क कम्बल क नाईर् ढाँप लाइ। हम अउर हमार पुरखन आपन परमेस्सर यहोवा क खिलाफ पाप किहे अही। हम आपन परमेस्सर यहोवा क आग्या आपन बचपन स ही नाहीं माने अही।”

4:1 यहोवा कहत ह, “इस्राएल, जदि तू लउटि आवा चाहत ह तउ तू मोरे लगे जरूर लउटि आवा। जदि तू आपन देवमूरतियन क लोकावा अउर भटकना बन्द करा, 2 जदि तू मोरे नाउ पइ सच्चाइ स, निआब स अउर ईमानदारी स इ कहत भए प्रतिग्या करब्या, ‘यहोवा क जिन्नगी क किरया,’ तउ रास्ट्र यहोवा क जरिये बरदान पाइहीं अउर उ पचे यहोवा क गर्व स बखान करिहीं।” 3 यहोवा यहूदा अउर यरुसलेम क निवसियन स कहत ह, “उहइ खेत मँ हर चलावा जेका जोतइ स तू नकार दिहे रहा काँटा क बीच मँ बिया छिरकान बन्द करा! 4 इ दिखावइ बरे कि तू यहोवा क अहइ खतना करइ लिहा। मोर अर्थ इ अहइ कि आपन आप क पूरी तरह स मोर बरे अपिर्त कइ द्या! अउर आपन दिल स खिलरी हटा द्या। जदि तू इ नाहीं करा तउ मइँ बहोतइ कोहान होबउँ। मोर किरोध आगी क नाईर् फइली अउर मोर किरोध तू पचन्क बारि देइ अउर कउनो मनई उ आगी क बुझाइ नाहीं पाइ। इ काहे होइ? काहेकि तू पचे बुरे करम किहे अहा।” 5 “यहूदा क लोगन मँ इ सँदेसा क घोसणा करा: यरूसलेम सहर क हर मनई स कहा, ‘सारे देस मँ तुरही बजावा।’ जोर स नरियाअ अउर कहा, ‘एक संग आवा, हम सबहिं रच्छा बरे मजबूत सहरन क भाग निकरी।’ 6 सिय्योन का सूचक झंडा क उठावा, कउनो जगह एक ठू सुरच्छा क जगह खोजा, प्रतीच्छा जिन करा। इ एह बरे करा कि मइँ उत्तर स बिध्वंस लिआवत हउँ। मइँ भयंकर बिनास लिआवत हुउँ।” 7 एक ठु सेर अपनी गुफा स निकरा ह, रास्ट्रन क बिध्वंसक तेज कदम बढ़ाउब सुरू कइ चुका अहइ। उ तोहरे पचन्क देसन क बरबाद करइ आपन घर तजि चुका अहइ। तोहरे पचन्क सहर तहस नहस होइहीं। ओनमाँ रहइवाला कउनो मनई नाहीं बची। 8 एह बरे टाट क ओढ़ना पहिरा, रोवा, काहेकि यहोवा हम पइ बहोत कोहान अहइ।” 9 इ सँदेसा यहोवा क अहइ, “अइसे समइ इ होत ह। राजा अउर प्रमुख हिम्मत हार जइहीं, याजक डेरइहीं, नबियन क दिल दहली।” 10 तब मइँ यानी यिर्मयाह कहेउँ, “मोर सुआमी यहोवा, तू फुरइ यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क धोखा मँ राख्या ह। तू ओनसे कह्या, ‘तू पचे सान्तिपूर्वक रहब्या।’ किन्तु अब ओनके गटइयन पइ तरवार हइँची भइ अहइ।” 11 उ समइ एक सँदेसा यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क दीन्ह जाइ: “नंगी पहाड़ियन क चोटी स गरम आँधी चलाति अहइ। इ रेगिस्ताने स मोर लोगन कइँती आवति अहइ। इ उ मन्द हवा नाहीं जेकर उपयोग किसान भूसा स अनाज निकारइ बरे करत हीं। 12 इ ओहसे जियादा तेज हवा अहइ अउर मोहसे आवति अहइ। अब मइँ यहूदा क लोगन क खिलाफ आपन निआउ क घोसणा करब।” 13 लखा। दुस्मन बादर क नाईर् उठत अहइ, ओकर रथ चववात क तरह अहइ। ओकर घोड़ा उकाब स तेज अहइँ। इ हम सब बरे बुरा होइ, हम बरबाद होइ जाब। 14 यरूसलेम क लोगो, आपन हिरदय स बराइयन क धोइ डाबा। आपन हिरदय क पवित्तर करा, जेहसे तू बच निकरा। बुरी योजनन जिन बनावत चला। 15 दान देस क दूत क वाणी क धियान स सुना। कउनो एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस स बुरा खबर क घोसणा करत ह। 16 “इ रास्ट्र क एकर विवरण द्या। यरूसलेम क लोगन मँ इ खबर क फइलावा। दुस्मन दूर देस स आवत अहइँ। उ सबइ दुस्मन यहूदा क नगरन क विरूद्ध जुद्ध उद्घोस करत अहइँ। 17 दुस्मन यरूसलेम क अइसे घेरेन ह जइसे खेत क रच्छा करइवाले लोग होइँ। यहूदा, तू मोरे खिलाफ गया, एह बरे तोहरे खिलाफ दुस्मन आवत अहइँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 18 “जउने तरह तू रह्या अउर तू पाप किहा उहइ स तोह पइ इ बिपत्ति आइ। इ तोहार पाप ही अहइँ जउन जिन्नगी क एतना कठिन बनाएन ह। इ तोहार पाप ही अहइ जउन उ पीरा क लिआएस जउन तोहरे हिरदय क बेधत ह।” 19 आह, मोर दुःख अउ मोर परेसानी मोरे पेट मँ दर्द करत अहइँ। मोर हिरदय धड़कत अहइ। हाय, मइँ एतना डेरान अहउँ। मोर हिरदय मोरे भीतर तड़पत अहइ। मइँ चुप नाहीं बइठ सकत। काहेकि मइँ तुरही क बजाउब सुनेउँ ह। तुरही सेना क जुद्ध करइ बोलावति अहइ। 20 ध्वंस क पाछे बिध्वंस आवत ह। पूरा देस नस्ट होइ ग अहइ। अचानक मोर डेरन बरबाद कइ दीन्ह ग अहइँ, मोर परदन फाड़ दीन्ह ग अहइँ। 21 हे यहोवा मइँ कब तलक जुद्ध पताकन क लखब? जुद्ध क तुरही क केतने समइ सुनब? 22 परमेस्सर कहेस, “मोर लोग मूरख अहइँ। उ पचे मोका नाहीं जानतेन। बेववूफ बच्चन अहइँ। उ पचे समुझतेन नाहीं। उ पचे पाप करइ मँ दच्छ अहइँ, किन्तु उ पचे नीक करइ नाहीं जानतेन।” 23 मइँ धरती क लखेउँ। धरती खाली रही, एह पइ कछू नाहीं रहा। मइँ गगन क लखेेउँ, अउर एकर प्रकास चला गवा रहा। 24 मइँ पर्वतन पइ नजर डाएउँ, अउर उ पचे काँपत रहेन। सबहिं पहाड़ियन लड़खड़ात रहिन। 25 मइँ धियान स लखेउँ किन्तु कउनो मनई नाहीं रहा, अकासे क सबहिं पंछी उड़ गवा रहेन। 26 मइँ लखेउँ कि सुहावना प्रदेस रेगिस्तान बन गवा रहा। उ देस क सबहिं नगर नस्ट कइ दीन्ह ग रहेन। यहोवा इ कराएस। यहोवा अउर ओकर प्रचण्ड किरोध इ कराएस। 27 यहोवा इ सबइ बातन कहत ह। “पूरा देस बरबाद होइ जाइ। (मुला मइँ देस क पूरी तरह नस्ट नाहीं करब।) 28 एह बरे इ देस क लोग मरे लोगन बरे रोइहीं। अकास अँधियारा स भरा होइ। मइँ कहि दिहेउँ ह, अउर बदलब नाहीं। मइँ एक निर्णय किहेउँ ह, अउर मइँ आपन बिचार नाहीं बदलब।” 29 यहूदा क लोग घुड़सवारन अउर धनुर्धारियन क उद्घोष सुनिहीं, अउर लोग पराइ जइहीं। कछू लोग गुफन मँ छिपिहीं; कछू झाड़ियन मँ अउ कछू चट्टानन पइ चढ़ि जइहीं। यहूदा क सबहिं नगर खाली अहइँ। ओनमाँ कउनो नाहीं रहत। 30 हे यहूदा, तू बरबाद कइ दीन्ह गवा अहा, तू का करत अहा? तू आपन सुन्नरतम लाल ओढ़ना काहे पहिरत अहा? तू आपन सोने का गहना काहे पहिरे अहा? तू आपन आँखिन मँ आँजन काहे लगावत अहा। तू आपन क सुन्नर बनावत अहा, किन्तु इ सब बियर्थ अहइ। तोहार पिरेमी तोहसे घिना करत हीं, उ पचे मार डावइ क जतन करत अहइँ। 31 मइँ एक चीख सुनत हउँ जउन उ मेहरारू क चीख क तरह अहइ जउन लरिका पइदा करत होइ। इ चीख उ मेहरारू क तरह अहइ जउन पहिलउटी क लरिका क पइदा करत होइ। इ सिय्योन क बिटिया क चीख अहइ। उ आपन हाथ पराथना मँ इ कहत भए उठावति बाटइ, “आह! मइँ मूछिर्त होइवाली अहउँ, हत्तियारे मोरे चारिहुँ कइँती अहइँ।”

5:1 यहूदा कहत ह: “यरूसलेम क सड़कियन पइ ऊपर नीचे जा। चारिहुँ कइँती लखा अउर एन चीजन क बारे मँ सोचा। सहर क सार्वजनिक चौराहन क खोजा, पता करा कि का तू कउनो एक नीक मनई क पाइ सकत ह, अइसे मनई क जउन ईमानदारी स काम करत होइ, अइसा जउन सच क खोज करत होइ। जदि तू एक नीक मनई क हेरिके निकरब्या तउ मइँ यरूसलेम क छिमा कइ देब। 2 जब लोग प्रतिग्या करत हीं अउर कहत हीं, ‘जइसा कि यहोवा सास्वत अहइ।’ तउ तू निहचय कइ सकत ह कि उ पचे झूठ बोलत रहइ।” 3 हे यहोवा, मइँ जानत हउँ कि तू लोगन मँ सच्चाई लखइ चाहत अहा। तू यहूदा क लोगन क चोट पहोंचाया, मुला उ पचे कउनो पीरा क अनुभव नाहीं किहन। तू ओनका बर्बाद किहा, मुला उ पचे आपन पाठ सीखइ स इन्कार कइ दिहन। उ पचे बहोत हठी होइ गएन। उ पचे आपन पापन बरे पछताइ स इन्कार कइ दिहन। 4 मुला मइँ (यिर्मयाह) आपन स कहेउँ, “उ पचे सिरिफ गरीब लोग ही अहइँ जउन मूरख अहइँ। इ सबइ उहइ लोग अहइँ जउन यहोवा क मारग क नाहीं सीख सकेन। गरीब लोग आपन परमेस्सर क सिच्छा क नाहीं जानतेन। 5 एह बरे मइँ अमीर लोगन क लगे जाब। मइँ ओनसे बातन करब। निहचय ही प्रमुख यहोवा क मारग क समुझत हीं। मोका बिस्सास अहइ कि उ पचे आपन परमेस्सर क सिच्छा क जानत हीं।” किन्तु सबहिं अमीर लोगन यहोवा क सेवा करइ स इन्कार करइ देइन। 6 उ पचे परमेस्सर क खिलाफ भएन, एह बरे जंगल स एक सेर ओन पइ हमला करी। रेगिस्तान मँ एक ठु बिगवा ओनका मारि डाई। एक ठु तेदुंआ ओनका सहरन क लगे घात लगाए अहइ। सहरन क बाहर जाइवाले कउनो क भी तेदुंआ टूकन मँ चीर डाइ। काहेकि यहूदा क लोग बहोत अपराध किहेन ह। उ पचे यहोवा स दूर भटक गवा अहइँ। 7 परमेस्सर कहेस, “यहूदा, मोका कारण बतावा कि मोका तोहका काहे छिमा देइ चाही? तोहार सन्तानन मोका तजि दिहेन ह। उ पचे ओन मूरतियन स प्रतिग्या किहन ह जउन परमेस्सर अहइँ ही नाहीं। मइँ तोहरी सन्तानन क हर एक चीज दिहेउँ जेकर जरूरत ओनका रही। किन्तु फुन भी उ पचे बिस्सासघाती रहेन। उ पचे रण्डी क कोठन मँ बहोत समइ बिताएन। 8 उ पचे ओन घोड़न जइसे रहेन जेनका बहोत खाइ क अहइ, अउर जउन जोड़ा बनावइ क होइ। उ पचे ओन घोड़न जइसे रहेन जउन पड़ोसी क मेहररूअन पइ हिनहिनात रहेन ह। 9 का मोका यहूदा क लोगन क इ सबइ काम करइ क कारण, सजा देइ चाही?” यहोवा कहत ह, “का मोका ओनका उ दण्ड देइ नाहीं चाही जउन ओका मिलइ चाही? 10 आवा, अउर यहूदा क अंगूर क बेलन क कतारन नस्ट करी दिहा बेलन क काट डावा। किन्तु ओनका पूरी तरह नस्ट जिन करा। ओनकी सारी डारन क छाँट द्या काहेकि इ सबइ डारन यहोवा क नाहीं अहइँ। 11 इस्राएल अउर यहूदा क रास्ट्र हर तरह स मोरे बिस्सासघाती रहेन।” यहोवा कहत ह। 12 “ओ लोग यहोवा क बारे मँ झूठ कहेन ह। उ पचे कहेन ह, ‘यहोवा हमार कछू नाहीं करी। हम लोगन क कछू भी बुरा न होइ। हम कउनो फउज क हमला अपने ऊपर नाहीं लखब। हम कबहुँ भूखा नाहीं मरब।’ 13 झूठे नबी मरे प्राण अहइँ। परमेस्सर क सँदेसा ओनमाँ नाहीं उतरा अहइ। विपत्तियन ओन पइ अइहीं।” 14 सर्वसवितमान परमेस्सर यहोवा इ सब कहेस, “ओ लोग कहेन कि मइँ ओनका दण्ड नाहीं देब। एह बरे यिर्मयाह, जउन सँदेसा मइँ तोहका देत रहत हउँ, उ आगी जइसा होइ अउर उ सबइ लोग काठे जइसे होइहीं अउ आगी सारी काठी क बार देइ।” 15 इस्राएल क रास्ट्र, यहोवा कहत ह, तोह पइ आवमण बरे मइँ एक रास्ट्र क बहोत दूर स हाली ही लिआउब। इ एक ताकतवर रास्ट्र अहइ। इ एक पुरानी रास्ट्र अहइ। उ रास्ट्र क लोगन उ भासा बोलत हीं जेका तू नाहीं जानत्या। तू नाहीं समुझ सकत्या कि उ पचे का कहत हीं? 16 ओनकर तरकस खुली कब्र अहइँ, ओनकर सबहिं लोग वीर सैनिक अहइँ। 17 उ सबइ सैनिक तोहरे घरे लिआई फसल क खाइ जइहीं। उ पचे तोहार सारा भोजन खाइ जइहीं। उ पचे तोहार पूत-बिटियन क खाइ जइहीं (नस्ट कइ देइहीं) उ पचे तोहार रेवड़ अउर गोरू क खरका क चट कइ जइहीं। उ पचे तोहार अंगूर अउर अंजीर क चार जइहीं। उ पचे तोहार मजबूत सहरन क आपन तरवारन स नस्ट कइ डइही। जउने सहरन पइ तोहार बिस्सास अहइ ओनका उ पचे नस्ट कइ देइही।” 18 इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “किन्तु कब उ सबइ भयानक दिन आवत हीं, यहूदा मइँ तोहका पूरी तरह नस्ट नाहीं करब। 19 यहूदा क लोग तोहसे पूछिहीं, ‘यिर्मयाह, हमार परमेस्सर यहोवा हमार अइसा बुरा काहे किहस?’ ओनका इ जवाब द्या, ‘यहूदा क लोगो तू पचे यहोवा क, अउर तू पचे ही आपन देस मँ बिदेसी देव मूरतियन क पूजा किहा ह। तू पचे उ सबइ काम किहा, एह बरे तू पचे अब उ देस मँ जउन तोहार नाहीं अहइ, बिदेसियन क सेवा करब्या।”‘ 20 यहोवा कहेस, “याकूब क परिवार मँ, इ सँदेसा क घोसणा करा। इ सँदेसा क यहूदा रास्ट्र मँ सुनावा। 21 इ सँदेसा क सुना, ‘तू सबइ मूरख लोगो, तू पचन्क समुझ नाहीं अहइ: तू पचे लोगन का आँखिन अहा, किन्तु तू पचे लखल्या नहीं। तू पचे लोगन क कान अहा, किन्तु तू पचे सुनत्या नाहीं। 22 का तू मोसे नाहीं डरत ह”‘ यहोवा कहत ह, “मोरे समन्वा तू पचन्क डर स काँपइ चाही। मइँ ही उ हउँ, जउन समुद्दर क तटन क मर्यादा बनाएउँ। मइँ बालू क अइसी सीमा बनाएउँ जेका पानी तोड़ सकत ह। लहरन तटे क वुचरि सकत ह, मुला उ एका बर्बाद नाहीं करी। चढ़त भइ लहरन गरज सकत हीं, मुला उ सबइ तटे क मर्यादा तोड़ नाहीं सकत। 23 मुला यहूदा क लोग हठी अहइँ। उ सबइ हमेसा मोरे खिलाफ जाइ क जोजना बनावत हीं। उ पचे मोहसे मुड़ा अहइँ अउर मोहसे दूर चला गवा अहइँ। 24 यहूदा क लोग कबहुँ आपन स नाहीं कहतेन, ‘हमका आपन परमेस्सर यहोवा स डेराइ अउ ओकर सम्मान करइ चाही। उ हमका ठीक समइ पइ पतझड़ अउ बसन्त क बर्खा देत ह। उ इ निहचित करत ह कि हम ठीक समइ पइ फसिल काटि सकी।’ 25 यहूदा क लोगो, तू पचे अपराध किहा ह। एह बरे इहाँ बर्खा अउर पकी भइ फसिल नाहीं अही। तोहार पचन्क पापन तू पचन्क यहोवा क ओन नीक चीजन क भोग नाहीं करइ दिहस ह। 26 मोरे लोगन क बीच पापी लोग अहइँ। उ सबइ पापी लोग पंछियन क फँसावइ बरे जाल बनावइवालन क तरह अहइँ। उ पचे लोग आपन जाल बिछावत हीं, मुला उ पचे पंछी क बदले मनइयन क फँसावत हीं। 27 एन मनइयन क घर झूठ स वइसेन भरा होत हीं, जइसे चिरइयन स भरे पिंजरा होइँ। ओनकर झूठ ओनका धनी अउ सवतीसाली बनाएस ह। 28 जउने पापन क उ पचे किहन ह ओनही स उ पचे बड़के अउर मोट भएन ह। जउने बुरे करमन क उ पचे करत हीं ओनकर कउनो अन्त नाहीं। उ पचे अनाथ बच्चन क मामले क पच्छ मँ बहस नाहीं करिहीं, उ पचे अनाथ क सहायता नाहीं करिहीं। उ पचे गरीब लोगन क उचित निआव नाहीं पावइ देइहीं। 29 का मोका एन करमन क कारण यहूदा क दण्ड देइ चाहीं?” यहोवा कहत ह, “का मोका ओनका उ दण्ड देइ नाहीं चाही जउन ओनका मिलइ चाही?” 30 यहोवा कहत ह, “यहूदा देस मँ एक खउफनाक अउर हिरदय दहलावइ वाला घटना घटति अहइ। जउन भवा ह उ इ अहइ कि: 31 नबी झूठ बोलत हीं, याजक अपने हाथे मँ सवती लेत हीं। मोर लोग इहइ तरह खुस अहइँ। किन्तु लोगो, तू पचे का करब्या जब सजा दीन्ह जाइ?”

6:1 बिन्यामीन क लोगो, आपन जान बचाई बरे पराअ, यरूसलेम सहर स भाग चला। जुद्ध क तुरही तकोआ सहर मँ बजावा। बेथेवकेरेम मँ संकेत चिन्ह लगावा। करा काहेकि, उत्तर कइँती स बिपत्ति अउर भयानक विनास आवति अहइ। 2 सिय्योन क बिटिया, तू एक ठु सुन्नर हरा चरागाह क समान अहा। 3 मुला गड़रियन आपन खरका क साथ आवत हीं। उ पचे तोहार चारिहुँ कइँती आपन डेरा डावत हीं। हर एक गड़रिया आपन खरका क अगुवाइ आपन हींसा तोहार चरागाह स खाइ बरे करत ह। 4 “यरूसलेम नगर क खिलाफ लड़इ बरे तइयार होइ जा। उठा, हम लोग दुपहर क सहर पइ हमला करब, किन्तु पहिले ही देर होइ चुकी अहइ। साँझ क छाया लम्बी होत अहइ, 5 एह बरे उठा। हम सहर पइ राति मँ हमला करब। हम यरूसलेम क मजबूत रच्छा-साधनन क बर्बाद करब।” 6 सर्वसवतीमान यहोवा जउन कहत ह, उ अहइ: “यरूसलेम क चारिहुँ कइँती क बृच्छ काट डावा अउर यरूसलेम क खिलाफ घेरा डावइ क टीला बनावा। इ सहर क सजा मिलइ चाही।” इ सहर क भीतर दमन करइ क अलावा कछू नाहीं अहइ। 7 जइसे वुआँ आपन पानी स्वच्छ राखत ह उहइ तरह यरूसलेम आपन दुट्ठता क नवा बनावइ राखत ह। इ सहर मँ हिंसा अउर बिध्वंस सुना जात ह। मइँ सिरफ यरूसलेम क बीमारी अउर दर्द क लख सकत हउँ। 8 यरूसलेम, इ चितउनी क अनका। जदि तू नाहीं सुनबिउ तउ मइँ आपन पिठिया तोहरी कइँती कइ लेबउँ। मइँ तोहरे प्रदेस क सूना रेगिस्तान कइ देब। कउनो भी मनई हुआँ नाहीं रहि पाई।” 9 सर्वसवितमान यहोवा जउन कहत ह, “उ इ अहइ, ओन इस्राएल क लोगन क बटोरा जउन आपन देस मँ बच गवा रहेन। ओनका इ तरह एकट्ठा करा, जइसे तू अंगूरे क बेल स आखिरी अंगूर बटोरत अहा। अंगूर एकट्ठा करइवाले क तरह हर एक बेल क जाँच करा।” 10 मइँ केहसे बात करउँ? मइँ केका चितउनी दइ सकत हउँ? मोर कउनो सुनी? इस्राएल क लोग आपन कान क बंद किहेन ह। एह बरे उ पचे मोर चितउनी सुन नाहीं सकतेन। लोग यहोवा क सिच्छा पसन्द नाहीं करतेन। उ पचे यहोवा क सँदेस सुनइ नाहीं चाहतेन। 11 किन्तु मइँ (यिर्मयाह) यहोवा किरोध स भरा हउँ। मइँ एका रोकत-रोकत थक गवा हउँ। “सड़किया पइ खेलत बच्चन पइ यहोवा क किरोध उड़ेरा। एक संग बटुरे नउजवानन पइ एका उड़ेरा। मनसेधू अउ ओकर मेहरारू दुइनउँ धरा जइहीं। बुढ़वा अउ बहोत बुढ़वा लोग धरा जइहीं। 12 ओनकर घर दूसर लोगन क दइ दीन्ह जइहीं। ओनकर खेत अउर ओनकर मेहररूअन दूसर क दइ दीन्ह जइहीं। मइँ आपन हाथ उठाउब अउर यहूदा देस क लोगन क सजा देब।” इ सँदेसा यहोवा क रहा। 13 इस्राएल क सबहिं लोग धन अउर जियादा धन चाहत हीं। कम महत्त्वपूर्ण स लइके ज्यादा महत्त्वपूर्ण तलक सबहिं निआवहीन धन बरे लालची अहइँ। हिआँ तलक कि याजक अउ नबी झूठ पइ जिअत हीं। 14 मोर लोग बहोत बुरी तरह चोट खाए भए अहइँ। नबी अउर याजक मोरे लोगन क घाव भरइ क अइसा जतन करत हीं, माना उ पचे नान्ह स घाव होइँ। उ पचे कहत हीं, ‘सान्ति! सान्ति! किन्तु हुआँ सान्ति नाहीं बाटइ।’ 15 नबियन अउ याजकन पइ ओह पइ लजाइ चाही, जउन बुरा उ पचे करत हीं। मुला उ पचे तनिक भी लजानेन नाहीं। एह बरे उ पचे दूसर क संग गिर जाइहीं। जब मइँ ओन लोगन क सजा देब, उ पचे ठोकर खाइहीं।” यहोवा कहत ह। 16 यहोवा इ सब कहत ह: “चउराहन पइ खड़ा ह्वा अउर लखा। पता करा कि पुरान सड़किया कहाँ रही। पता करा कि अच्छी सड़किया कहाँ बा, अउ उ सड़क पइ चला। जदि तू पचे अइसा करब्या, तू पचन्क आराम मिली। मुला तू लोग कह्या ह, ‘हम, पचे सड़किया पइ नाहीं चलब।’ 17 मइँ तोहार पचन्क चौकसी बरे चौकीदारी चुनेउँ। मइँ ओनसे कहेउँ, जुद्ध-तुरही क अवाजे पइ कान राखा।’ मुला उ पचे कहेन, ‘हम नाहीं सुनब।’ 18 एह बरे तू पचे सबहिं रास्ट्रन, ओन देसन क तू सब लोगो, अनका धियान द्या। उ सबइ सुना जउन मइँ यहूदा क लोगन क संग करब। 19 पृथ्वी क लोगो इ सुना: मइँ यहूदा क लोगन पइ उ विपत्ति ढावइ जात अहउँ। जउन ओनका दुस्ट जोजनन स पइदा भएस ह। इ होइ काहेकि उ पचे मोरे सँदेसन कइँती धियान नाहीं दिहन। ओ लोग मोरे नेमन क पालन करइ स इन्कार किहेन ह।” 20 यहोवा कहत ह, “तू पचे सबा देस स मोका सुगन्धि क भेंट काहे लिआवत अहा? तू पचे भेंट क रूप मँ दूर देसन स सुगन्धि काहे लिआवत अहा? तोहार पचन्क होमबलि मोका खुस नाहीं करत। तोहार पचन्क बलि मोका खुस नाहीं करत। 21 एह बरे यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: “मइँ यहूदा क लोगन क समन्वा सबइ समस्या रखब। उ पचे लोगन क गिरावइवाले पाथर स होइहीं। बाप अउर पूत ओन पइ ठेह खाइके भहरइहीं। मीत अउ पड़ोसी मरिहीं।” 22 यहोवा जउन कहत ह, “उ इ अहइ: उत्तर क देस स एक ठु फउज आवति अहइ, पृथ्वी क दूर ठउरन स एक ठु सवतीसाली रास्ट्र आवत अहइ। 23 फउजियन क हाथे मँ धनुस अउ भालन अहइँ, उ पचे वूर अहइ। उ पचे कृपा करइ नाहीं जानतेन। उ पचे बहोत सवतीसाली अहइँ। उ पचे सागर क तरह गरजत हीं, जब उ पचे अपने घोड़न पइ सवार होत हीं। उ फउज जुद्ध बरे तइयार होइके आवति अहइ। हे सिय्योन क बिटिया, फउज तोह पइ हमला करइ आवति अहइ।” 24 हम पचे उ फउज क बारे मँ खबर पाएउँ ह। हम पचे डर स असहाय अही। हम खुद क बिपत्तियन क जाली मँ पड़ा अनुभव करित ह। हम पचे वइसे ही कस्ट अही, जइसे एक मेहरारू क प्रसव-बेदना होत ह। 25 खेतन मँ जिन जा, सड़कन पइ जिन निकरा। काहेकि दुस्मन क हाथन मँ तरवार अहइ, काहेकि खतरा चारिहुँ कइँती अहइ। 26 हे मोर लोगो, टाटे क ओढ़ना पहिर ल्या। राखी मँ लोट-पोटा। फूटि-फूटि रोआ जइसे कि तू एकलउता पूत क खोवइ देइ रह्या। इ सबइ करा काहेकि बिनासक बहोतइ हाली स हमरे खिलाफ अइहीं। 27 यिर्मयाह, मइँ (यहोवा) तोहका प्रजा क कच्ची धातु क पारखी बनाएउँ ह। तू हमरे लोगन क जाँच करब्या अउर ओनके बेउहार क चौकसी रखब्या। 28 मोर लोग मोरे खिलाफ होइ ग अहइँ, अउर उ पचे बहोत हठी अहइँ। उ पचे लोगन क बारे मँ बुरी बातन कहत घूमत हीं। उ पचे काँसा क तरह हठी अउर बेचमक लोहा क तरह अहइँ। 29 उ पचे उ चाँदी बनावइया क तरह अहइँ जउन धातू क सुद्ध करइ क कोसिस किहेस। ओकर धौकनी तेज चली, आगी भी तेज जरी, मुला आगी स निकरा अउर राँगा रहा। जउन कछू चाँदी बनाइवया किहेस उ सिरिफ समइ क बरबादी रही। ठीक इहइ तरह मोरे लोगन स बुराई दूर करइ क जतन सिरिफ समई क बबादी रही। 30 मोर लोग ‘खोटी चाँदी’ कहा जइहीं। ओनका इ नाउँ मिली काहेकि यहोवा ओनका अंगीकार नाहीं किहस।”

7:1 इ यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह बरे अहइ। 2 यिर्मयाह यहोवा क मन्दिर दुआरे क समन्वा खड़ा ह्वा। दुआरे पइ इ सँदेसा घोसित करा:“यहूदा रास्ट्र क सबहिं लोगो, यहोवा क उपासना करइ बरे जउन लोग एन दुआरन स होइके आवा, हिआँ यहोवा क सँदेसा रहा। 3 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा अहइ। सर्वसवतीमान यहोवा जउन कहत ह, ‘उ इ अहइ, आपन जिन्नगी बदला अउर नीक काम करा। जदि तू अइसा करब्या तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। 4 इ झूठ पइ जिन पतियाअ जउन कछू लोग बोलत हीं। उ पचे कहत हीं, “इ यहोवा क मन्दिर अहइ। यहोवा क मन्दिर अहइ! यहोवा क मन्दिर अहइ!” 5 जदि तू पचे आपन जीवन बदलब्या अउर नीक करम करब्या, तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। तू पचन्क एक दूसर पइ निस्ठावान होइ चाही। 6 तू पचन्क अजनबियन क संग भी निस्ठावान होइ चाही। तू पचन्क राँड़ अउर अनाथ लरिकन बरे उचित काम करइ चाही। निरपराध लोगन क जिन मारा। दूसर देवतन क अनुसरण न करा। काहेकि उ पचे तोहरे पचन्क जिन्नगी क नस्ट कइ देइहीं। 7 जदि तू पचे मोरी आग्या क पालन करब्या तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। मइँ इ प्रदेस तोहरे पचन्क पुरखन क अपने लगे सदा ही रखइ बरे दिहेउँ। 8 “‘किन्तु तू पचे झूठ मँ बिस्सास करत अहा अउर उ झूठ बियर्थ अहइ। 9 का तू पचे चोरी अउर हत्या करब्या? का तू पचे बिभिचार क पाप करब्या? का तू फाइदा बरे झूठी गवाही देब्या? का तू पचे लबार देवता बाल क पूजा करब्या अउर दूसर देवतन क अनुसरण करब्या जेनका तू पचे नाहीं जानत्या? 10 जदि तू पचे इ सबइ पाप करत अहा तउ का तू पचे समुझन अहा कि तू पचे उ मन्दिर मँ मोरे समन्वा खड़ा होइ सकत ह जेहसे मोरे नाउँ स गोहरावा जात होइ? का तू पचे सोचत अहा कि तू पचे मोरे समन्वा खड़ा होइ सकत अहा अउर कहि सकत अहा, “हम सुरच्छित अही?” सुरच्छित एह बरे कि जेहसे तू पचे घृणित कार्य कइ सका। 11 इ मन्दिर मोरे नाउँ स गोहरावा जात ह। का इ मन्दिर तोहरे पचन बरे डकैतन क छिपइ क ठउरे क अलावा दूसर कछू नाहीं अहइ? मइँ तोहार पचन्क चौकसी रखत हउँ।’“ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 12 “यहूदा क लोगो, तू पचे अब सीलो नगर क जा। उ ठउरे पइ जा जहाँ मइँ पहिली बार अपने नाउँ क बरे मन्दिर बनाएउँ। जा अउर लखा कि उ ठउरे क मइँ ओन पाप क बरे का किहेउँ जउन एह बरे कि लोग किहन। 13 तू लोग इ सबइ सब पाप करम करत रह्या।” इ सँदेसा यहोवा क रहा। “मइँ तू पचन्स बार-बार बातन किहेउँ, मुला तू पचे मोर अनसुनी कइ दिहा। मइँ तू लोगन क पुकारेउँ पर तू पचे जवाब नाहीं दिहा। 14 एह बरे मइँ आपन नाउँ स गोहरावा जाइवाले यरूसलेम क इ मन्दिर क नस्ट करब। मइँ उ मन्दिर क जेहमाँ तू पचे बिस्सास करत अहा वइसे ही नस्ट करब जइसे मइँ सीलो क नस्ट किहेउँ। अउ मइँ उ ठउरे क नस्ट करब्या जेका मइँ तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क पुरखन क दिहेउँ। 15 मइँ तू पचन्क अपने पास ह वइसे ही दूर लोकाइ देब जइसे मइँ तोहरे सबहिं भाइयन क एप्रैम स लोकाएउँ। 16 “यिर्मयाह, जहाँ तलक तोहार बात अहइ, तू यहूदा क एन लोगन बरे पराथना जिन करा। न ओनके बरे याचना करा अउर न ही ओनके बरे पराथना। ओनकर सहायता बरे मोहसे पराथन जिन करा। ओनके बरे तोहरी पराथना क मइँ नाहीं सुनब। 17 मइँ जानत हउँ कि तू लखत अहा कि उ पचे यहूदा नगर मँ का करत अहइँ। तू लखि सकत अहा कि उ पचे यरूसलेम क सड़कन पइ का करत अहइँ? 18 यहूदा क लोग जउन करत अहइँ उ इ अहइ: “बच्चन लकड़ी बटोरत हीं। पिता लोग उ लकड़ी क उपयोग आगी बारइ मँ करत हीं। मेहररूअन आटा गूँधत हीं अउर सरग क रानी क भेंट बरे रोटियन बनावत हीं। यहूदा क उ सब लोग दूसर देवतन क पूजा बरे पेय भेंट चढ़ावत हीं। उ पचे मोका वोधित करइ बरे इ करत हीं। 19 मुला मइँ उ नाहीं हउँ जेका यहूदा क लोग फुरइ चोट पहोंचावत अहइँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ पचे सिरिफ आपन क ही चोट पहोंचावत अहइँ। उ पचे आपन क लज्जा क पात्र बनावत अहइँ।” 20 एह बरे यहोवा इ कहत ह: “मइँ आपन किरोध इ ठउरे क खिलाफ परगट करब। मइँ लोगन तथा जानवरन क सजा देब। मइँ खेते मँ बृच्छन अउ उ भुइँया मँ जमइवाली फसलन क सजा देब। मोर किरोध प्रचण्ड आगी क नाईर् होइ अउर कउनो मनई ओका रोक नाहीं सकी।” 21 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवितमान यहोवा इ कहत ह, “जा अउर जेतनी भी होमबलि अउर बलि चाहा, भेंट करा। ओन बलियन क गोस खुद खा। 22 मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मइँ ओनसे बातन किहेउँ, किन्तु ओनका कउनो आदेस होमबलि अउर बलि क बारे मँ नाहीं दिहस। 23 मइँ ओनका सिरिफ इ आदेस दिहेउँ, ‘मोरी आग्या क पालन करा अउर मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर रहब तथा तू पचे मोर लोग होब्या। जउन मइँ आदेस देत हउँ उकरा, अउर तोहरे पचन्क बरे सब नीक होइ।’ 24 “किन्तु तोहार सबन्क पुरखन मोर एक नाहीं सुनेन। उ पचे मोह पइ धियान नाहीं दिहन। उ पचे हठी रहेन अउर उ पचे ओन कामन क किहन जउन उ पचे करइ चाहत रहेन। उ पचे नीक नाहीं बनेन। उ पचे पहिले स भी जियादा बुरे बनेन, उ पचे पाछे क गएन, अगवा नाहीं बढ़ेन। 25 ओ दिन स जउने दिन तोहरे सबन्क पुरखन मिस्र तजेन आजु तलक मइँ आपन सेवकन क तोहरे पचन्क लगे पठएउँ ह। मोरे सेवक नबी अहइँ। मइँ ओनका तोहरे सबन्क लगे बराबर पठएउँ। 26 मुला तोहार पचन्क पुरखन मोर अनसुनी किहन। उ पचे मोह पइ धियान नाहीं दिहन। उ पचे बहोत हठी रहेन, अउर उ पचे बहोत जिद्दी रहेन, अउर उ पचे आपन पुरखन स भी बढ़िके बुराइयन किहन। 27 “यिर्मयाह, तू यहूदा क लोगन स इ सबइ बातन कहब्या। किन्तु उ पचे तोहार पचन्क एक न सुनिहीं। तू पचे ओनसे बातन करब्या मुला उ पचे तू पचन्क जवाब नाहीं देइहीं। 28 एह बरे तोहका ओनसे इ सबइ बातन कहइ चाही: इ उ रास्ट्र अहइ जउन यहोवा आपन परमेस्सर क आग्या क पालन नाहीं किहस। इ सबइ लोग परमेस्सर क सिच्छन क अनसुनी किहन। इ सबइ लोग सच्ची सिच्छन क नाहीं जानतेन। 29 “यिर्मयाह, अपने बारन क काट डावा अउर एका लोकाइ द्या। पहाड़ी क नंगी चोटी पइ चढ़ा अउर रोवा चिचियाअ। काहेकि यहोवा इ पीढ़ी क लोगन क दुत्कार दिहेस ह। यहोवा एन लोगन स आपन पीठ मोड़ लिहस ह अउर उ किरोध मँ एनका सजा देइ। 30 इ सबइ करा काहेकि मइँ यहूदा क लोगन क पाप करत लखेउँ ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ पचे आपन देवमूतिर्यन क स्थापना किहेन ह अउर मइँ ओन देवमूतिर्यन स घिना करत हउँ। उ पचे देवमूतिर्यन क उ मन्दिर मँ स्थापित किहेन ह जउन मोरे नाउँ स अहइ। उ पचे मोरे मन्दिर क ‘गन्दा’ कइ दिहन ह। 31 यहूदा क उ सबइ लोग बेन हिन्नोम घाटी मँ तोपेत क उच्च स्थान बनाए अहइँ। ओन ठउरन पइ लोग आपन पूत-बिटियन क मार डावत रहेन, उ पचे ओनका बलि क रूप मँ बार देत रहेन। इ अइसा अहइ जेकरे बरे मइँ कबहुँ आदेस नाहीं दिहेउँ। इ तरह क बात कबहुँ मोरे मन मँ आई ही नाहीं। 32 एह बरे मइँ तू पचन्क चितउनी देत हउँ। उ सबइ दिन आवत अहइँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ, “जब लोग इ ठउरे क तोपेत या बेन हिन्नोम क घाटी फुन नाहीं कहिहीं। नाहीं, उ पचे एका हत्याघाटी कहिहीं। उ पचे एका इ नाउँ एह बरे देइहीं कि उ पचे तोपेत मँ एतने मनइयन क दफनइहीं कि ओनके बरे कउनो दूसर क दफनावइ क जगह नाहीं बची। 33 तब लोगन क ल्हास जमीन क ऊपर पड़ा रइहीं अउर अकासे क पंछियन क चारा होइहीं। ओन लोगन क तने क जंगली जनावर खइहीं। हुआँ ओन पंछियन अउर जनावरन क भगावइ बरे कउनो मनई जिअत नाहीं बची। 34 मइँ आनन्द अउर खुसी क कहकहन क यहूदा क नगरन अउर यरूसलेम क सड़कियन पइ खतम कइ देब। यहूदा अउ यरूसलेम मँ दुलहिन अउ दुल्हा क हँसी-ठिठोली अब स अगवा नाहीं सुनाई पड़ी। पूरा पहँटा सूना रेगिस्तान बन जाइ।”

8:1 यहोवा कहत ह: “उ समइ लोग यहूदा क राजा लोग अउर प्रमुख सासक लोग क हड्डियन क कब्रन स निकारि लेइहीं। उ पचे याजकन अउर नबियन क हड्डियन क ओनकर कब्रन स लइ लेइहीं। उ पचे यरूसलेम क सबहिं लोगन क कब्रन स हड्डियन निकारि लेइहीं। 2 उ सबइ लोग ओन हड्डियन क सूरज, चाँद अउर तारन क पूजा बरे खाले जमीन पइ फइलइहीं। यरूसलेम क लोग सूरज, चाँद अउ तारन क पूजा स पिरेम करत हीं। कउनो भी मनई ओन हड्डियन क बटोरी नाहीं अउर न ही ओनका फुन दफनाई। एह बरे ओन लोगन क हड्डियन गोबर क तरह भुइँया पइ पड़ी रहिहीं। 3 “मइँ यहूदा क लोगन क आपन घर अउ प्रदेस तजइ पर विवस करब। लोग विदेसन मँ लइ जावा जइहीं। यहूदा क उ सबइ कछू लोग जउन जुद्ध मँ नाहीं मारा जाइ सकेन, चहिहीं कि उ पचे मार डावा गए होतेन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 4 ओन लोगन स कहा, जउन यहोवा कहत ह उ इ अहइ: “तू इ सब जानत अहा कि जउन मनई गिरत ह उ फुन उठत ह। अउर जदि कउनो मनई गलत राहे पइ चलत ह तउ का उ वापस नाहीं आवत ह 5 यहूदा क लोग गलत राह चला गवा अहइँ। मुला यरूसलेम क लोग गलत राह चलत ही काहे जात अहइँ? उ पचे आपन झूठ मँ बिस्सास रखत हीं। उ पचे मुड़इ अउर लउटइ स इन्कार करत हीं। 6 मइँ ओनका धियान स सुनेउँ ह, मुला उ पचे उ नाहीं कहतेन जउन फुरइ अहइ। लोग आपन पापे खातिर पछतातेन नाहीं। लोग ओन बुरे करमन पइ विचार नाहीं करतेन जेनका उ पचे किहेन ह। हर एक अपने राहे पइ वइसे ही चला जात अहइ। उ पचे जुद्ध मँ दउड़त भए घोड़वन क समान अहइँ। 7 अकासे क पंछी भी काम करइ क ठीक समइ जानत हीं। सारस, कबूतर, खज्जन अउ मइना भी जानत हीं कब ओनका आपन नवे घरे मँ उड़िके जाब अहइ। किन्तु मोर लोग नाहीं जानतेन कि यहोवा ओनसे का कराउब चाहत ह। 8 तू पचे कइसे कह सकत ह, ‘हमका यहोवा क नेम मिली अहइ। एह बरे हम बुद्धिमान अही?’ किन्तु जउन नेम क सिच्छा देत ह अहइ उहइ एका झुठलाइ दिहेस ह। 9 ओन ‘चतुर लोग’ यहोवा क सिच्छा अनसुनी किहेन ह एह बरे फुरइ उ पचे असल मँ बुद्धिमान लोग नाहीं अहइँ। उ पचे ‘चतुर लोग’ जाल मँ फँसावा गएन। उ पचे काँप उठेन अउर लज्जित भएन। 10 एह बरे मइँ ओनकर मेहररूअन क दूसर मनइयन क देब। मइँ ओनके खेते क दूसर मालिकन क दइ देब। इस्राएल क सबहिं लोग जियादा स जियादा धन चाहत हीं। कम महत्त्वपूर्ण स लइके ज्यादा महत्त्वपूर्ण सबहिं लोग निआवहीन धन बरे लालची अहइ। हिआँ तलक कि नबी स लइके याजक भी लबार बोलत हीं। 11 नबी अउर याजक हमरे लोगन क घावन क भरइ क जतन अइसे करत हीं माना उ पचे नान्ह स घाव होइँ। उ पचे कहत हीं, ‘सान्ति! सान्ति! किन्तु हुआँ सान्ति नाहीं अहइँ।” 12 ओन लोगन क आपन किए बुरे करमन बरे लज्जित होइ चाही। किन्तु उ पचे बिल्वुल लज्जित नाहीं। एह बरे उ पचे दूसर सबहिं क संग गिर जाइहीं। जब मइँ ओनका सज़ा देब तउ उ पचे ठोकर खाइहीं।” यहोवा कहत ह। 13 “मइँ आपन लोगन क इकट्ठा करइ बरे आउब्या” यहोवा कहत ह: “कउनो भी अंगूरे क बेलन मँ कउनो अंगूर नाहीं होइ। कउनो भी अंजीरे क पेड़न पइ कउनो अंजीर नहीं होइ। हिआँ तलक कि पातियन भी सूखिके झड़ि जाइहीं। अउर मइँ इ सारी बातन क ओन लोगन पइ होइ देब। 14 हम हिआँ खाली काहे बइठा अही? आवा, मजबूत सहरन क भाग निकरी। जदि हमार परमेस्सर यहोवा हमका मारइ ही जात अहइ, तउ हम हुअँइ मरी। हम यहोवा क खिलाफ पाप किहा ह एह बरे परमेस्सर हमका पिअइ क पानी जहरीला पानी दिहेस ह। 15 हम सान्ति क आसा करत रहे, किन्तु कछू भी नीक नाहीं होइ सका। हम अइसे समइ क आसा करित ह, जब उ छिमा कइ देइ। किन्तु बिपत्ति ही आइ पड़ी अहइ। 16 दान क परिवार समूह क प्रदेस स हम दुस्मन क घोड़न क नथुनन क फड़फड़ावइ क आवाज सुनित ह, ओनकर टापन स पृथ्वी काँप उठी अहइ, उ पचे प्रदेस अउर एहमाँ क सारी चीजन क नस्ट करइ आवा अहइँ। उ पचे सहर अउर एकर निवासी सबहिं लोगन क जउन हुआँ रहत हीं नस्ट करइ आवा अहइँ। 17 यहूदा क लोगो, मइँ तू पचन्क डसइ क जहरीला साँप पठवत अहउँ। ओन साँपन क सम्मोहित नाहीं कीन्ह जाइ सकत। उ सबइ ही साँप तू पचन्क डसिहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 18 परमेस्सर, मइँ बहोत दुःखी अउर भयभीत अहउँ। 19 मोर लोगन क सुना। इ देस मँ उ पचे चारिहुँ कइँती मदद बरे गोहरावत अहइँ। उ पचे कहत अहइँ, “का यहोवा अब भी सिय्योन मँ अहइ? का सिय्योन क राजा अब भी हुआँ अहइँ?” किन्तु परमेस्सर कहत ह, “यहूदा क लोग, आपन देव मूरतियन क पूजा कइके मोका वोधित काहे करत अहा? उ पचे आपन बियर्थ बिदेसी देव मूरतियन क पूजा किहन ह।” 20 लोग कहत हीं, “फसल काटइ क समइ अउर गरमी क मौसम चला गवा ह किन्तु हम बचावा नाहीं जाइ सके।” 21 मोर लोग बीमार अहइँ, एह बरे मइँ बीमार हउँ। मइँ एन बीमार लोगन क चिन्ता मँ दुःखी अउ निरास हउँ। 22 निहचय ही, गिलाद प्रदेस मँ कछू दवा अहइ। निहचय ही, गिलाद प्रदेस म बैद्य अहइ। तउ भी मोरे लोगन क घाव काहे नीक नाहीं होतेन?

9:1 कास मोर सिर पानी मँ डूबा होत, अउर मोर आँखिन आँसू क झरना होतिन तउ मइँ आपन नस्ट कीन्ह गए लोगन बरे दिन रात रोवत रहत। 2 कास मोका रेगिस्तान मँ जगहिया मिल गइ होत जहाँ कउनो घरे मँ यात्री रात बितउतेन, तउ मइँ आपन लोगन क छोड़ सकत रहेउँ। मइँ ओन लोगन स दूर चला जाइ सकत रहेउँ। काहेकि उ पचे सबहिं परमेस्सर क बिस्सासघाती व बिभिचारी होइ गवा अहइँ। 3 “उ सबइ लोग आपन जीभ क उपयोग धनुस जइसा करत हीं, ओनकर मूँह स झूठ बाण क समान छूटत हीं। उ पचे पूरा देस मँ प्रबल होत ह, उ सबइ लोग एक क बाद दूसर करम करत हीं। उ पचे मोका नाहीं जानतेन।” यहोवा कहत ह। 4 “आपन पड़ोसियन स सतर्क रहा, आपन निज भाइयन पइ भी बिस्सास जिन करा। काहेकि हर एक भाई ठग होइ गवा अहइ। हर पड़ोसी तोहरे पीठ पाछे बात करत ह। 5 हर एक मनई आपन पड़ोसी स झूठ बोलत ह। कउनो मनई फुरइ नाहीं बोलत। यहूदा क लोग जीभ क झूठ बोलइ क सिच्छा दिहन ह। उ पचे तब तलक पाप किहन जब तलक कि उ पचे एतने थकेन कि लउट नाहीं सकेन। 6 तू धोखा क बीच मँ निवास करत ह। लोग मोका अपनावइ स इन्कार कइ दिहन।” यहोवा कहत ह। 7 एह बरे सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “मइँ यहूदा क लोगन क परीच्छा वइसे ही करब जइसे कउनो मनई आगी मँ तपाइके कउनो धातु क परीच्छा करत ह। मोरे लगे दूसर विकल्प नाहीं अहइ। मोर लोग पाप किहन ह। 8 यहूदा क लोगन क जीभ तेज बाणन क तरह अहइँ। ओनकर मुँहे स झूठ बरसत ह। हर एक मनई आपन पड़ोसी स अच्छा बोलत ह। किन्तु उ छुपे आपन पड़ोसी पइ हमला करइ क जोजना बनावत ह। 9 का मोका यहूदा क लोगन क एन कामन क करइ बरे सजा नाहीं देइ चाही?” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “तू जानत ह कि मोका इ प्रकार क लोगन क सजा देइ चाही। मइँ ओनका उ दण्ड देब जेकर उ पचे पात्र अहइँ।” 10 मइँ पर्वतन बरे फूटि फूटिके रोउब। मइँ खाली खेतन बरे सोक गीत गाउब। काहेकि जिअत बस्तुअन छोर लीन्ह गइन। कउनो मनई हुआँ जात्रा नाहीं करत। उ जगह पइ कउनो जनावर क ध्वनि नाहीं सुनाई पड़ सकत। पंछी उड़ गवा अहइँ अउर जनावर चला गवा अहइँ। 11 मइँ (यहोवा) यरूसलेम नगर क वूड़े क ढेर बनाइ देब। इ सियारन क माँदन बनी। मइँ यहूदा देस क सहरन क बरबाद करब एह बरे हुआँ कउनो भी नाहीं रही।” 12 का कउनो मनई अइसा बुदद्धिमान अहइ जउन एन बातन क समुझ सकइ? का कउनो मनई अहइ जेका यहोवा स सिच्छा मिली अहइ? का कउनो यहोवा क सँदेसा क व्याख्या कइ सकत ह देस काहे नस्ट भवा? इ एक ठू सूने रेगिस्ताने क तरह काहे कइ दीन्ह गवा जहाँ कउनो भी नाहीं जात? 13 यहोवा एन सवालन क जवाब दिहस। उ कहेस, “इ एह बरे भवा कि यहूदा क लोग मोर सिच्छा पइ चलब तजि दिहन। मइँ ओनका आपन सिच्छा दिहेउँ, किन्तु उ पचे मोर सुनइ स इन्कार किहन। उ पचे मोर उपदेसन क अनुसरण नाहीं किहन। 14 यहूदा क लोग आपन राह चलेन, उ पचे हठी रहेन। उ पचे लबार देवता बाल क अनुसरण किहन। ओनकर पुरखन ओनका लबार देवतन क अनुसरण करइ क सिच्छा दिहन।” 15 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “मइँ हाली ही यहूदा क लोगन क कड़ुवा फल चखाउब। मइँ ओनका जहरीला पानी पिआउब। 16 मइँ यहूदा क लोगन क दूसर रास्ट्रन मँ छितराइ देब। उ पचे अजनबी रास्ट्रन मँ रहिहीं। उ पचे अउर ओनकर पुरखन ओन देसन क कबहुँ नाहीं जानेन। हवाँ भी मइँ तरवार लिए मनइयन क ओन लोगन क मारि डावइ बरे पठाब। जब तलक उ पचे नस्ट नाहीं होइ जइहीं।” 17 सर्वसवतीमान यहोवा जउन कहत ह, “उ इ अहइ: “अब एन सबन्क बारे मँ सोचा। अन्त्येस्टि क समइ भाड़ा पइ रोवइवाली मेहररूअन क बोलावा। ओन मेहररूअन क बोलावा जउन बिलाप करइ मँ चतुर होइँ।” 18 लोग कहत हीं, ‘ओन मेहररूअन क हाली स आवइ अउर हमरे बरे रोवइ द्या, तब हमार आँखिन आँसू स भरिहीं अउर पानी क धारा हमरी आँखिन स फूट पड़ी।’ 19 जोर स रोवइ क अवाजन सिय्योन स सुनी जाति अहइँ। ‘हम फुरइ बर्बाद होइ गए। हम फुरइ लज्जित अही। काहेकि हम अपने देस क तजइ दिहे ह, काहेकि हमार घर नस्ट अउर बर्बाद होइ ग अहइँ।’“ 20 यहूदा क मेहररूओ, अब यहोवा क सँदेसा सुना। यहोवा क मुँहे स निकरे सब्दन क सुनइ बरे आपन कान खोल ल्या। यहोवा कहत ह, “आपन बिटियन क जोर स रोउब सिखाया। हर एक मेहरारू क इ सोक गीत क सीख लेब चाही।” 21 ‘मउत हमरी खिड़कियन स चढ़िके आई अहइ। मउत हमरे महलत मँ घुसि गइ अहइ। सड़क पइ खेलइवाले हमरे बच्चन क मउत आइ गइ अहइ। सामाजिक ठउरन मँ मिलइवाले युवकन क मउत होइ गइ अहइ।’ 22 “ओन लोगन स कहा, ‘जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: मनइयन क ल्हास खेतन मँ गोबर स पड़ा रहिहीं। ओनकर ल्हास जमीन पइ उ फसल स पड़ा रहिहीं जेनका किसान काट डाएन ह। किन्तु ओनका बटोरइवाला कउनो नाहीं होइ।’“ 23 यहोवा कहत ह, “बुद्धिमान क आपन बुद्धिमान क डींग नाहीं मारइ चाही। ताकतवर क आपन ताकत क बखान नाहीं करइ चाही। धनवान क आपन धने क हवा नाहीं बाँधइ चाही। 24 किन्तु जदि कउनो डींग मारइ ही चाहत ह तउ ओका एन चीजन क डींग मारइ द्या: ओका इ बात क डींग मारइ द्या कि उ मोका समुझत अउर जानत ह। ओका इ बात क डींग हाँकइ द्या कि उ इ समुझत ह कि मइँ यहोवा हउँ। एका इ बात क हवा बाँधइ द्या कि मइँ कृपालु अउर न्यायी हउँ। ओका इ बात क ढिंढोरा पीटइ द्या कि मइँ पृथ्वी पइ अच्छे काम करत हउँ। मोका एन कामन क करइ स पिरेम अहइ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 25 यहोवा कहत ह, “समइ आवत अहइ, जब मइँ ओन लोगन क सजा देब जउन सिरिफ तने स खतना कराए अहइँ। 26 “मइँ मिस्र, यहूदा, एदोम, अम्मोन अउ मोआब क रास्ट्रन क अउर ओन सबहिं लोगन क बारे मँ बातन करत अहइँ जउन रेगिस्ताने मँ रहत हीं जउन दाढ़ी क किनारन क बालन क काटत हीं। ओन सबहिं देसन क लोग आपन सरीर क खतना नाहीं करवाएन ह। किन्तु इस्राएल क परिवार क लोग हिरदइ स खतना क नाहीं ग्रहण किहन ह, जइसे कि परमेस्सर क लोगन क करइ चाही।”

10:1 इस्राएल क परिवार, यहोवा क सुना। 2 जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ:“अन्य रास्ट्रन क लोगन क तरह रहा। अकासे क खास संकेतन स जिन डेराअ। दूसर रास्ट्र ओन संकेतन स डेरात हीं जेनका उ पचे अकासे मँ लखत हीं। किन्तु तू पचन्क ओन चीजन स नाहीं डेराइ चाही। 3 दूसर लोगन क रीति रिवाज ब्यर्थ अहइँ। ओनकर देव मूरतियन जंगल क लकड़ी क अलावा कछू नाहीं। ओनकर देव मूरतियन कारीगर क छैनी स बनी अहइँ। 4 उ पचे आपन देव मूरतियन क सोना चाँदी स सुन्नर बनावत हीं। उ पचे आपन देव मूरतियन क हथौड़न अउर कीलन स लटकावत हीं जेहसे उ सबइ लटके रहइँ, गिर न पड़इँ। 5 दूसर देसन क देव मूरतियो, ककड़ी क खेते मँ खड़े फूस क पुतले क समान अहइँ। उ सबइ न बोल सकत हीं, अउर न चल सकत हीं। ओनका उठाइके लइ जाब पड़त ह काहेकि उ सबइ चल नाहीं सकतिन। ओनसे जिन डेराअ। उ सबइ न तउ तू पचन्क चोट पहुँचाइ सकत हीं अउर न ही कउनो लाभ।” 6 यहोवा तू जइसा कउनो दूसर नाहीं अहइ। तू महान अहा। तोहार नाउँ महान अउर सवितपूर्ण अहइ। 7 परमेस्सर, हर एक मनई क तोहार सम्मान करना चाही। तू सबहिं रास्ट्रन क राजा अहा। तू ओनके सम्मान क पात्र अहा। रास्ट्रन मँ अनेक बुद्धिमान मनई अहइँ। किन्तु कउनो मनई तोहरे समान बुद्धिमान नाहीं अहइ। 8 दूसर रास्ट्रन क सबहिं लोग बेहुदा अउर मूरख अहइँ। ओनकर देवतन क सिच्छा केवल लकड़ी क टुकड़ा अहइँ। 9 उ पचे आपन मूरतियन क तर्सीस नगर क चाँदी अउर उफाज नगर क सोने क उपयोग कइके बनावत हीं। उ सबइ देव मूरतियन बढ़इयन अउ सुनारन क जरिये बनाई जात हीं। उ पचे ओन देव मूरतियन क अच्छा किसिम क कीमती नीले अउर बैंगनी वस्त्र पहिरावत हीं। इ सबइ “वुसल कारीगरन” दुआरा बनाए गए रहेन। 10 किन्तु केवल यहोवा ही सच्चा परमेस्सर अहइ। उ एकमात्र परमेस्सर अहइ जउन चेतन अहइ। उ सास्वत सासक अहइ। जब परमेस्सर किरोध करत ह तउ धरती काँप जात ह। रास्ट्रन क लोग ओकरे किरोध क रोक नाहीं सकतेन। 11 यहोवा कहत ह, “ओन लोगन क इ सँदेसा द्या: ‘ओन लबार देवतन पृथ्वी अउ सरग नाहीं बनाएन अउर उ पचे देवता नस्ट कइ दीन्ह जइहीं, अउर पृथ्वी अउर सरग स लुप्त होइ जइही।’“ 12 उ परमेस्सर एक ही अहइ जउन आपन सवती स पृथ्वी बनाएस। परमेस्सर आपन बुद्धि क उपयोग किहस अउर संसार क रचना कइ डाएस। आपन समुझ क अनुसार परमेस्सर पृथ्वी क ऊपर अकास क फइलाएस। 13 परमेस्सर कड़कत बिजली बनावत ह अउर उ अकास स बड़े जल क बाढ़ क सिरावत ह। उ पृथ्वी क हर एक स्थान पइ, अकासे मँ मेघ क उठावत ह। उ बिजली क बर्खा क साथ पठवत ह। उ आपन गोदामन स पवन क निकारत ह। 14 लोग एतना बेववूफ अहइँ। सुनार ओन देव मूरतियन स मूरख बनावा गएन ह जेनका उ पचे खुद बनाएन ह। इ सबइ मूरतियन झूठ क अलावा कछू नाहीं अहइँ, उ सबइ निस्विय अहइँ। 15 उ सबइ देव मूरतियन कउनो काम क नाहीं। उ सबइ कछू अइसी अहइँ जेनकर मजाक उड़ावा जाइ सकइ। निआउ क समइ आवइ पइ उ सबइ देव मूरतियन नस्ट कइ दीन्ह जइहीं। 16 किन्तु याकूब क परमेस्सर ओन देव मूरतियन क समान नाहीं अहइ। परमेस्सर सबहिं वस्तुअन क सृस्टि किहस, अउर इस्राएल उ परिवार अहइ जेका परमेस्सर आपन लोग क रूप मँ चुनेस। परमेस्सर क नाउँ, “सर्वसवतीमान यहोवा” अहइ।बिनास आवत अहइ 17 तू पचे जउन कि सहर रहत ह आपन सबहिं चिजियन जमा कइ ल्या अउर जाइ क तइयार हो जा। 18 यहोवा कहत ह, “इ समय मइँ यहूदा क लोगन क इ देस स बाहेर लोकाइ देब। मइँ ओनका पीड़ा अउ परेसानी देब। मइँ अइसा करब जेहसे उ सबइ पाठ सीख सकइँ।” 19 ओह, मइँ बुरी तरह घायल अहउँ। मइँ ठीक नाहीं होइ सकत। तउ भी मइँ खुद स कहेउँ, “इ मोर बेरामी अहइ, मोका एहसे पीड़ित होइ चाही।” 20 मोर डेरा बर्बाद होइ गवा। डेरे क सारी रस्सियन टूट गइन ह। मोर बच्चन मोका तजि गएन। उ पचे चला गएन। कउनो मनई मोर डेरा लगावइ क नाहीं बचा ह। कउनो मनई मोरे बरे सरण ठउर बनावइ क नाहीं बचा ह। 21 गड़रियन (प्रमुख) मूर्ख अहइँ। उ पचे यहोवा क पावइ क जतन नाहीं करतेन। उ पचे बुद्धिमान नाहीं अहइँ, एह बरे ओनकर रेवड़न (लोग) बिखर गइन अउर नस्ट होइ गइन ह। 22 धियान स सुना। एक कोलाहल, कोलाहल उत्तर स आवत अहइ। इ यहूदा क नगरन क नस्ट कइ देेइ। यहूदा एक सुनसान रेगिस्तान बन जाइ। इ गीदड़न क माँद बन जाइ। 23 हे यहोवा, मइँ जानत हउँ कि मनई फुरइ आपन जिन्नगी क मालिक नाहीं अहइ। लोग फुरइ आपन भविस्स क जोजना नाहीं बनाइ सकत हीं। लोग फुरइ नाहीं जानतेन कि कइसे ठीक जिअत रहा जाइ। 24 हे यहोवा, हमार अनुसान करा, किन्तु निआव स। किरोध मँ हमका सजा जिन द्या। नाहीं तउ तू मोका नस्ट कइ देब्या। 25 जदि तू कोहान अहा तउ दूसर रास्ट्रन क सजा द्या। उ पचे, न तोहका जानत हीं न ही तोहार सम्मान करत हीं। उ सबइ लोग तोहार आराधना नाहीं करतेन। ओन रास्ट्रन याकूब क परिवारे क नस्ट किहन। उ पचे इस्राएल क पूरी तरह बर्बाद कइ दिहन। उ पचे इस्राएल क जन्मभूमि क नस्ट किहन।

11:1 इ उ सँदेसा अहइ जउन यिर्मयाह क मिला। यहोवा क इ सँदेसा आवा। 2 “यिर्मयाह इ करार क सब्दन क सुना। एन बातन क बारे मँ यहूदा क लोगन स कहा। इ सबइ बातन यरूसलेम मँ रहइवाले लोगन स कहा। 3 ओन लोगन स कहा: इ उ अहइ, जउन इस्राएल क परमेस्सर यहोवा कहत ह, ‘जउन मनई इ करार क पालन नाहीं करी ओह सरापि जाइँ।’ 4 इ उ करार रही जेका मइँ तोहरे पुरखन क संग किहेउँ, जब मइँ ओनका मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मिस्र अनेक मुसीबतन क जगह रही इ लोहा क टेघराइ देइवाली गर्भ भट्टी क तरह रही। मइँ ओन लोगन स कहेउँ, “मोर आग्या माना अउर उ सब करा जेकर मइँ तू पचन्क आदेस देउँ। जदि तू पचे इ करब्या तू मोर लोग होब्या अउर मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर होब।” 5 “मइँ इ तोहार पचन्क पुरखन क दीन्ह गए वचन क पूरा करइ बरे करत रहेउँ ह। मइँ ओनका बहोत उपजाउ भुइँया देइ क प्रतिग्या किहेउँ, अइसी भुइँया जेहमाँ दूध अउर सहद की नदी बहत अहइ अउर आजु तू पचे उ देस मँ रहत अहा।” मइँ जवाब दिहेेउँ, “हे यहोवा, आमीन।” 6 यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, इ सँदेसा क सिच्छा यहूदा क नगरन अउर यरूसलेम क सड़कन पइ द्या। सँदेसा इ अहइ, “इ करार क बातन क सुना अउर तब ओन नेमन क पालन करा। 7 मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क मिस्र देस स बाहेर लिआवइ क समइ एक चिताउनी दिहे रहेउँ। मइँ ओनसे आपन आग्या क पालन करइ बरे कहेउँ। 8 किन्तु तोहरे पचन्क पुरखन मोर एकउ न सुनेन। उ पचे हठी रहेन अउर उहइ किहन जउन ओनकर आपन बुरे हिरदय चाहेन। तउ मइँ उ सबइ बिपत्तियन जउन मोर करार मँ लिखा भवा ह ओह पइ लाएस, जउन कि मोर अवग्या करइ स मिलइ चाही जे उ पचे किहेस ह।” 9 यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, मइँ जानत हउँ कि यहूदा क लोग अउर यरूसलेम क निवासी लोग गुप्त जोजनन बनाइ राखेन ह। 10 उ सबइ लोग वइसे ही पाप करत अहइँ जेनका ओनकर पुरखन किहन ह। ओनकर पुरखन मोर सँदेस क सुनइ स इन्कार किहेन। उ पचे दूसर देवतन क अनुसरण किहन अउर ओनका पूजेन। इस्राएल क परिवार अउर यहूदा क परिवार उ करार क तोड़ेन ह जेका मइँ ओनके पुरखन क संग किहे रहेेउँ।” 11 एह बरे यहोवा कहत ह: “मइँ यहूदा क लोगन पइ हाली ही भयंकर विपत्तियन ढाउब। उ पचे बच नाहीं पइहीं अउर जब उ पचे मदद बरे मोका गोहरइहीं। मइँ ओनकर एक न सुनब। 12 यहूदा क नगरन क लोग अउर यरूसलेम नगर क लोग जइहीं अउर आपन देव मूरतियन स पराथना करिहीं। उ सबइ लोग ओन देव मूरतियन क सुगन्धि यहूदा धूप वारत हीं। किन्तु उ सबइ देव मूरतियन क लोगन क मदद नाहीं कइ पइहीं जब उ भयंकर विपत्ति क समइ आइ। 13 “यहूदा क लोगो, तोहरे पचन्क लगे बहोत स देवमूरतियन अहइँ, हुआँ ओतनी देवमूरतियन अहइँ जेतना यहूदा नगर मँ अहइँ। तू पचे उ घिनौनी बाल क पूजा बरे बहोत स बेदियन बनाइ राख्या ह यरूसलेम मँ जेतनी सड़कन अहइँ ओतनी ही वेदियन अहइँ। 14 यिर्मयाह, जहाँ तलक तोहार बात अहइ, यहूदा क एन लोगन बरे पराथना न करा। ओनके बरे याचना न करा। मइँ ओनका नाहीं सुनब जब उ कस्ट मँ रहिहीं अउ मोहसे मदद बरे गोहारहीं। 15 “मोर प्रिया (यहूदा) मोरे घरे मँ काहे अहा? ओका हुवाँ रहइ क अधिकार नाहीं अहइ। उ बहोत स बुरे काम किहेन ह, यहूदा का तू सोचति अहा कि खास प्रतिग्यन अउर पसु बलि तोहका बर्बाद होइ स बचाइ लेइहीं? का तू आसा करति अहा कि तू ओका बलि भेट कइके सजा पावइ स बच जाबिउ?” 16 यहोवा तोहका एक ठु नाउँ दिहे रहा। उ तोहका हरा भरा जैतून क बृच्छ कहे रहा जेकर सुन्दरता निहारइ क जोग्य अहइ किन्तु एक प्रबल आँधी क गरज क संग, यहोवा उ बृच्छ क आगी मँ झुलसाई देइ अउर एकर डारन जरि जइहीं। 17 सर्वसवतीमान यहोवा तोहका रोपेस, अउर उ इ घोसना किहेस ह कि तोहे पइ बर्बादी डाउब्या। काहेकि इस्राएल क रास्ट्र अउर यहूदा क परिवार बुरे करम किहेन ह। उ पचे बाल क बलि भेंट कइके मोका वोधित किहेन ह।” 18 यहोवा मोका देखाएस कि अनातेन क मनई मोरे खिलाफ सड्यंत्र करत अहइँ। यहोवा मोका उ सब देखाएस जउन उ पचे करत अहइँ। एह बरे मइँ जानेउँ कि उ पचे मोरे खिलाफ रहेन। 19 जब यहोवा मोका देखाएस कि लोग मोरे विरूद्ध अहइँ एकरे पहिले मइँ उ भोले मेमने क समान रहेउँ जउन काट दीन्ह जाइ क प्रतीच्छा मँ होइ। मइँ नाहीं समुझत रहेउँ कि उ पचे मोरे खिलाफ अहइँ। उ पचे मोरे बारे मँ इ कहत रहेन: “आवा, हम लोग पेड़ अउर ओकर फल क नस्ट कइ देइ। आवा हम ओका मारि डाइ। तब लोग ओक बिसरि जइहीं।” 20 किन्तु यहोवा तू एक निआइ निआवाधीस अहा। तू लोगन क हिरदय अउर मन क परीच्छा करइ जानत अहा। मइँ आपन तर्कन क तोहरे समन्वा प्रस्तुत करब अउर मइँ तोहका ओनका सजा देइ क कहब जेकर उ पचे पात्र अहइँ। 21 अनातोन क लोग यिर्मयाह क मार डावइ क जोजना बनावत रहेन। ओन लोग यिर्मयाह स कहेन, “यहोवा क नाउँ भविस्सवाणी न करा वरना हम तोहका मार डाउब।” यहोवा अनातोत क ओन लोगन क बारे मँ निर्णय लिहस। 22 सर्वसवतीमान यहोवा कहेस, “मइँ हाली ही अनातोत क ओन लोगन क सजा देब। ओनकर नउजवान जुद्ध मँ मारा जइहीं। ओनकर पूत अउर बिटियन भूखन मरिहीं। 23 अनातोत नगर मँ कउनो भी मनई नाहीं बची। कउनो मनई जिअत नाहीं रही। मइँ ओनका सजा देब। मइँ ओनके संग कछू बुरा घटित होइ देब।”

12:1 यहोवा। मइँ तोहसे तर्क करत हउँ, तू सदा सही निकरत ह। किन्तु मइँ तोहसे ओन सब क बारे मँ पूछइ चाहत हउँ जउन सही नाहीं लगतिन। दुट्ठ लोग सफल काहे अहइ? जउन तोह पइ बिस्सास नाहीं करतेन, ओनकर जीवन ऍतना सुखी काहे अहइ? 2 तू ओन दुट्ठ लोगन क हिआँ बसाया ह। जउन मजबूत जरवाले पौधे अहइँ जउन बढ़त अउ फल देत हीं। आपन मूँह स उ पचे तोहका आपन नजदीकी अउर प्रिय कहत हीं। किन्तु आपन हिरदइ स उ पचे असल मँ तोहसे बहोत दूर अहइँ। 3 मुला मोर यहोवा, तू मोरे हिरदइ क जानत ह। तू मोका अउर मोरे मन क लखत अउर परखत अह, मोर हिरदइ तोहरे संग अहइ। ओन दुट्ठ लोगन क मारी जाइवाली भेड़ी क नाईर् घसीटा। बलि दिवस बरे ओनका चुना। 4 कब तलक भुइँया पियासी पड़ी रहब? घास कब तलक झुरान अउ मरी रही? इ भूइँया क जनावर अउर पंछी मर चुका अहइँ अउर उ दुट्ठ लोगन क अपराध अहइ। काहेकि उ सबइ दुट्ठ लोग किहा, “उ हम लोगन क अन्त नाहीं लखिहीं।” 5 “यिर्मयाह, जदि तू मनइयन क गोड़ दौड़ मँ थक जात ह तउ तू घोड़न क मुकाबले मँ कइसे दउड़ब्या? जदि तू सुरच्छित देस मँ थक जात ह तउ तू यरदन नदी क किनारन पइ उहइ भयंकर कँटीली झाड़ियन मँ पहोंचिके का करब्य? 6 इ सबइ लोग तोहार आपन भाई अहइँ। तोहरे आपन परिवार क सदस्य तोहरे खिलाफ जोजना बनावत अहइँ। तोहरे आपन परिवार क लोग तोह पइ चिचियात अहइँ। जदि उ सबइ मीत जइसा बोलइँ, ओन पइ बिस्सास जिन करा।” 7 “मइँ (यहोवा) आपन घर तजि दिहे हउँ। मइँ आपन बिरासत अस्वीकार कइ दिहे हउँ। मइँ जेहसे (यहूदा) पियार किहे हउँ, ओका ओकरे दुस्मनन क दइ दिहे हउँ। 8 मोर आपन लोग मोरे बरे जंगली सेर बन गवा अहइँ। उ पचे मोह पइ गरजत हीं, एह बरे मइँ ओनसे घिना करत हउँ। 9 मोर आपन लोग गीधन स घेरा भवा, मरत भवा जनावर बन गवा अहइँ। उ सबइ पंछी ओह पइ मँडरात अहइँ। जंगली जनावरो आवा। अगवा बढ़ा, खाइ क कछू पावा। 10 अनेक गड़रियन मोरे अंगूरे क खेतन क नस्ट किहेन ह। अउ मोरे खेत क पौधन क रौंदेन ह। ओन गड़रियन मोर सुन्नर खेत क सुनसान रेगिस्तान मँ बदलेन ह। 11 उ पचे मोरे खेत क रेगिस्तान मँ बदल दिहन ह। इ झुराइ गवा अउर मरि गवा। कउनो भी मनई हुवाँ नाहीं रहत। पूरा देस ही सुनसान रेगिस्तान अहइ। उ खेते क देखभाल करइवाला कउनो मनई नाहीं बचा ह। 12 अनेक फउजी ओन सूनी पहाड़ियन क रौंदत गएन ह। यहोवा ओन फउजन क उपयोग उ देस क सजा देइ बरे किहस। समस्त देस बार्बाद रगिस्तान अहइ, किन्तु एकर देख-रेख करइवाला कउनो नाहीं अहइ। 13 लोग गोहूँ बोइहीं, किन्तु उ पचे सिरिफ काँटा ही कटिहीं। उ सबइ बहोत जियादा थकइ तलक काम करिहीं, किन्तु उ पचे आपन सारे कामन क बदले कछू भी नाहीं पइहीं। उ पचे आपन फसल पइ लजाइ जइहीं। यहोवा क किरोध इ सब कछू किहस।” 14 यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: “मइँ तू पचन्क बताउब कि मइँ इस्राएल देस क चारिहुँ कइँती रहइवाले सबहिं लोगन बरे का करब। उ सबइ लोग बहोत दुट्ठ अहइँ। उ पचे उ देस क नस्ट किहेन जेका मइँ इस्राएल क लोगन क दिहे रहेउँ। मइँ ओन दुट्ठ लोगन क उखाड़ब अउर ओनके देस स ओनका बाहेर लोकाइ देब। अउ मइँ यहूदा क ओकर बीच स उखाड़ देब। 15 किन्तु ओन लोगन क ओनके देस स उखाड़ फेकइ क पाछे मइँ ओनके बरे अफसोस करब। मइँ हर एक परिवार क ओनकर आपन सम्पत्ति अउर आपन भुइँया पइ वापस लिआउब। 16 मइँ चाहत हउँ कि उ सबइ लोग अब मोरे लोगन क तरह रहब सीख लेइँ। बीते समइ मँ ओन लोग हमरे लोगन क सपथ खाइ बरे बाल क नाउँ क उपयोग करब सिखाएन। अब, मइँ चाहत हउँ कि उ सबइ लोग सीखइ ल्या कि मोर नाउँ कइसे उपयोग करइ होइ। मइँ चाहत हउँ कि उ सबइ लोग कहइँ, ‘काहेकि यहोवा सास्वत अहइ।’ जदि उ सबइ लोग वइसा करत हीं तउ मइँ ओनका सफल होइ देब अउर ओनका आपन लोगन क बीच रहइ देब। 17 किन्तु जदि कउनों रास्ट्र मोरे सँदेसा क अनसुना नाहीं करत ह तउ मइँ ओका पूरी तरह नस्ट कइ देब।” यहोवा कहत ह।

13:1 जउन यहोवा मोहसे कहेस उ इ अहइ: “यिर्मयाह, आवा अउर एक ठु सन (कीमती सूती कपड़ा) क अधोवस्त्र बेसहा। तब एक आपन कमर मँ लपेटा। अधोवस्त्र क गीला न होइ द्या।” 2 एह बरे मइँ एक ठु सन क अधोवस्त्र बेसहेउँ, जइसा कि यहोवा करइ क कहे रहा अउर मइँ एका आपन कमर मँ लपेटेउँ। 3 तब यहोवा क सँदेसा मोरे लगे दुबारा आवा। 4 सँदेसा इ रहा: “यिर्मयाह आपन बेसहा गए अधोवस्त्र क ल्या अउर परात क जा। अधोवस्त्र क चट्टानन क दराइ मँ छिपाइ द्या।” 5 एह बरे मइँ परात गएउँ अउर जइसा यहोवा कहे रहा, मइँ अधोवस्त्र क हुवाँ छुपाइ दिहेेउँ। 6 कइउ दिनन बाद यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, अब तू परात जा। उ अधोवस्त्र क ल्या जेका मइँ छुपावइ क कहे रहेउँ।” 7 एह बरे मइँ परात क गएउँ अउर मइँ खोदके अधोवस्त्र क निकारेेउँ, मइँ ओका चट्टानन क दरार स निकारेउँ जहाँ मइँ ओका छुपाइ राखे रहेउँ। किन्तु अब मइँ अधोवस्त्र क पहिर नाहीं सकत रहेउँ काहेकि उ गलि चुका रहा, उ कउनो भी काम क नाहीं रह गवा रहा। 8 तब यहोवा क सँदेसा मोका मिला। 9 यहोवा जउन कहेस, उ इ अहइ: “अधोवस्त्र गल चुका बा अउर कउनो भी काम क नाहीं रह गवा ह। इहइ प्रकार मइँ यहूदा अउर यरूसलेम क घमण्डी लोगन क बर्बाद करब। 10 उ पचे मोरे सँदेसन क सुनइ स इन्कार किहेन ह। उ पचे हठी अहइँ अउर उ पचे सिरिफ उ करत हीं जउन उ पचे करइ चाहत हीं। उ पचे दूसर देवतन क अनुसरण अउर ओनकर पूजा करत हीं। उ पचे यहूदा क लोग इ सने क अधोवस्त्र क तरह होइ जइहीं। उ पचे बर्बाद होइहीं अउर कउनो काम क नाहीं रइहीं।” 11 अधोवस्त्र मनई क कमर स कसिके लपेटा जात ह। उहइ तरह मइँ पूरे इस्राएल अउर यहूदा क परिवारन क आपने चारिहुँ कइँती लपेटेउँ।” इ सँदेसा यहोवा क हिआँ स अहइ। मइँ वइसा एह बरे किहेउँ कि उ सबइ लोग मोर लोग होइहीं। तब मोर लोग मोका जस, तारीफ अउर प्रतिस्ठा प्रदान करिहीं। किन्तु मोर लोग मोर एक नाहीं सुनेन।” 12 “यिर्मयाह, यहूदा क लोगन स कहा: ‘इस्राएल क परमेस्सर यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘हर एक दाखरस क मसक दाखरस स भरी जाइ चाही। उ सबइ लोग हँसिहीं अउर तोहसे कहिहीं, ‘निहचय ही हम जानित ह कि हर एक दाखरस क मसक दाखरस स भरी जाइ चाही।’ 13 तब तू ओनसे कहब्या, ‘यहोवा जउन कहत ह उ इ बाटइ: मइँ इ देस क हर एक निवासी क ओन राजा क जउन दाऊद क सिंहासने पइ बइठत हीं, याजकन, नबियन अउर सबहिं लोगन क मदमत्त क नाईर् बेसहारा करब। 14 मइँ यहूदा क लोगन क ठोकर खाइ अउर एक दूसरे पइ महराइ देब। पिता अउ पूत एक दूसर पइ भहरइहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘मइँ ओनके बरे अफसोस नाहीं करब अउर न ओन पइ द्या। मइँ करूणा क, यहूदा क लोगन क नस्ट करइ स रोकइ नाहीं देब।”‘ 15 सुना अउ धियान द्या। यहोवा तू पचन्क सँदेस दिहे अहइ। घमण्डी जिन बना। 16 आपन परमेस्सर यहोवा क सम्मान करा, ओकर स्तुति करा नाहीं तउ उ अँधियारा लाई। अँधेरी पहाड़ियन पइ लड़खड़ाइ अउर गिरइ स पहिले ओकर स्तुति करा। यहूदा क लोगो, तू पचे प्रकास क आसा करत अहा। किन्तु यहोवा प्रकास क घोर अँधियारा मँ बदली। यहोवा प्रकास क बहोत गहिर आँधियारा स बदल देेई। 17 यहूदा क लोगो, जदि तू पचे यहोवा क अनसुनी करत अहा तउँ मइँ छुपि जाब अउर रोउब। तोहार पचन्क घमण्ड मोका रोवाई। मइँ फूटि-फूटिके रोउब। मोर आँखिन आँसुअन स भरि जइहीं। काहेकि यहोवा क रेवड़ धरी जाइ। 18 इ सबइ बातन राजा अउर ओकर रानी स कहा, “आपन सिंहासनन स उतरा। तोहार पचन्क सुन्नर मुवुट तोहरे पचन्क मूँड़न स गिर चुका अहइँ।” 19 नेगव रेगिस्ताने क नगरन मँ ताला पड़ चुका अहइ, ओनका कउनो खोल नाहीं सकत। यहूदा क लोगन क देस निकारा दिया जाइ चुका बाटइ। ओन सबहिं क बंदी क रूप मँ लइ जावा गवा अहइ। 20 यरूसलेम, धियान स लखा। दुस्मनन क उत्तर स आवत लखा। तोहार पचन्क रेवड़ कहाँ अहइँ? परमेस्सर तू पचन्क सुन्नर रेवड़ दिहे रहा। तू पचन्स उ रेवड़ क देखरेख क आसा रही। 21 जब यहोवा उ रेवड़ क हिसाब तू पचन्स माँगी तउ तू पचे ओका का जवाब देब्या? तू पचन्स आसा रही कि तू पचे परमेस्सर क बारे मँ लोगन क सिच्छा देब्या। तोहरे पचन्क नेता लोगन स लोगन क अगुवई करइ क आसा रही। लेकिन उ पचे इ कारज नाहीं किहन। एह बरे तू पचन्क बहोत दुःख व पीरा भुगतइ होइ। 22 तू पचे आपन स पूछ सकत अहा, “इ बुरी बिपत्ति मोह पइ काहे आइ?” इ सबइ बिपत्तियन तोहरे पचन्क अनेक अपराधन क कारण आईर्। तू पचन्क निर्वस्त्र कीन्ह गवा अउर तोहार संग हिसंक अउर सरमनाक बेउहार कीन्ह गवा। 23 एक ठु करिया मनई आपन चमड़ी क रंग बदल दिहस। अउर कउनो चीता आपन धब्बन नाहीं बदल सकत। ओ यरूसलेम, उहइ तरह तू भी बदल नाहीं सकत्या, नीक काम नाहीं कइ सकत्या। तू सदा ही बुरे करम करत अहा। 24 मइँ तू पचन्क आपन घर तजइ क मजबूर करब, जब तू पचे पराब्या तब हर दिसा मँ दउड़ब्या। तू पचे उ भूसे क तरह होब्या जेका रेगिस्ताने क हवा उड़ाइ लइ जात ह। 25 इ सबइ उ सबइ चीजन अहइँ जउन तोहरे पचन्क संग होइहीं, इ मोर जोजना क तोहार पचन्क हींसा अहइ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “इ काहे होइ? काहेकि तू पचे मोका बिसरि गया, तू पचे लबार देवतन पइ बिस्सास किहा। 26 यरूसलेम मँ, मइँ तोहरे पचन्क वस्त्र उतारब लोग तोहार नंगा होइ के देखिहीं अउर तू पचे लज्जा स गड़ जाब्या। 27 मइँ ओन खउफनाक कामन क लखेउँ जउन तू किहा। मइँ तोहका हँसत अउर आपन पिरेमियन क संग तने क सम्बन्ध करत लखेउँ। मइँ जानत हउँ कि तू रण्डी क तरह दुस्कर्म किहे ह। मइँ तोहका पहाड़ियन अउर खेतन मँ लखेउँ ह। यरूसलेम, इ तोहरे बरे बहोत बुरा होइ। तू कब तलक आपन गंदे पापन क करत रहब्या?”

14:1 इ यिर्मयाह क सूखा क बारे मँ यहोवा क सँदेस अहइ: 2 “यहूदा रास्ट्र ओन लोगन बरे रोवत अहइ जउन मरि गवा अहइँ। यहूदा नगर क लोग दुर्बल, अउर दुर्बल होत जात अहइँ। उ सबइ लोग भुइँया पइ लोटिके सोक मनावत हीं। यरूसलेम नगर स एक चीख परमेस्सर क लगे पहोंचत अहइ। 3 लोगन क प्रमुख आपन सेवकन क पानी लिआवइ बरे पठवत हीं। सेवक वुंडन पइ जात हीं। किन्तु उ पचे कछू भी पानी नाहीं पउतेन। सेवक खाली बर्तन लइके लउटत हीं। एह बरे उ पचे लज्जित अउर परेसान अहइँ। उ पचे अपने मूँड़ क लज्जा स ढाँकि लेत हीं। 4 कउनो भी फसल बरे भूँइया तइयार नाहीं करत। भूइँया पइ बर्खा नाहीं होत, किसान हतास अहइँ। एह बरे उ पचे आपन सिर लज्जा स ढाँपि लेत हीं। 5 हिआँ तलक कि हिरनी भी आपन नवा जन्मत बच्चा क खेत मँ अकेल्ला छोड़ देत ह। उ वइसा करत ह काहेकि हुआँ घास नाहीं अहइ। 6 जंगली गदहन नंगी पहाड़ी पइ खड़ा होत हीं। उ पचे सियार क तरह हवा सूँघत हीं। किन्तु ओनकर आँखिन क कउनो चरइ की चीज नाहीं देखाइ पड़त। काहेकि चरइ जोग्ग हुवाँ कउनो पौधन नाहीं अहइँ। 7 “हम जानित ह कि इ सब कछू हमरे अपराध क कारण अहइ। अउर हम पचे एकर अधिकारी अहइ किन्तु हे यहोवा, आपन अच्छे नाउँ बरे हमार मदद करा। हम अंगीकार करित ह कि हम लोग तोहका कइउ दाईर् तजा ह। हम लोग तोहरे खिलाफ पाप किहा ह। 8 परमेस्सर, तू इस्राएल क आसा अहा। विपत्ति क दिनन मँ तू इस्राएल क बचाया। किन्तु अब अइसा लागत ह कि तू इ देस मँ अजनबी अहा। अइसा प्रतीत होत ह कि तू उ यात्री अहा जउन एक रात हिआँ ठहरा होइ। 9 तू उ मनई क समान लगत अहा जेह पइ अचानक हमला कीन्ह गवा होइ। तू उ फउजी सा लगत अहा जेकरे लगे कउनो क बचावइ क ताकत न होइ। किन्तु हे यहोवा, तू हमरे संग अहा। हम तोहरे नाउँ स गोहरावा जात अही, एह बरे हमका बेसहारा जिन तजा।” 10 यहूदा क लोगन क बारे मँ यहूदा जउन कहत ह, उ इ अहइ: “यहूदा क लोग फुरइ मोका तजइ मँ खुस अहइँ। उ सबइ लोग मोका तजब अब भी बन्द नाहीं करतेन। एह बरे अब यहोवा ओनका नाहीं अपनाई। अब यहोवा ओनके बुरे करमन क याद राखी जेनका उ पचे करत हीं। यहोवा ओनका ओनके पापन बरे सजा देइ।” 11 तब यहोवा मोहसे कही, “यिर्मयाह, यहूदा क लोगन बरे कछू अच्छा होइ, एकर पराथना जिन करा।” 12 यहूदा क लोग उपवास कइ सकत हीं अउर मोहसे पराथना कइ सकत हीं। मुला मइँ ओनकर पराथनन नाहीं सुनब। हिआँ तलक कि इ सबइ लोग होमबलि अउर अन्न भेट चढ़इहीं तउ भी मइँ ओन लोगन क नाहीं अपनाउब। मइँ यहूदा क लोगन क जुद्ध मँ नस्ट करब। मइँ ओनकर खइया क छोर लेब अउर यहूदा क लोग भूखन मरिहीं अउर मइँ ओनका भयंकर बीमारियन स बर्बाद करब। 13 किन्तु मइँ यहोवा स कहेउँ, “हमार सुआमी यहोवा। नबी लोगन स कछू अउर कहत रह्या। उ पचे यहूदा क लोगन स कहत रहेन, “तू लोग दुस्मन क तरवार स दुःख नाहीं उठउब्या। तू लोगन क कबहुँ भूख स कस्ट नाहीं होई। यहोवा तू पचन्क इ देस मँ सान्ति देइ।’“ 14 तब यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, उ सबइ नबी मोरे नाउँ पइ झूठा उपदेस देत अहइँ। मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ मइँ ओनका कउनो आदेस या कउनो बात नाहीं किहेउँ उ सबइ नबी लबार कल्पनन, ब्यर्थ जादू अउर आपन झूठे दर्सन क उपदेस करत अहइँ। 15 एह बरे ओन नबियन क बारे मँ जउन मोरे नाउँ पइ उपदेस देत अहइँ, मोर कहब इ अहइ। मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ। ओन नबियन कहेन, ‘कउनो भी दुस्मन तरवार स इ देस पइ हमला नाहीं करी। इ देस मँ भुखमरी कबहुँ नाहीं होइ।’ उ सबइ नबी भूखन मरिहीं अउर दुस्मन क तरवारे घाट उतारा जइहीं। 16 अउर जउन लोगन स उ सबइ नबी बात करत हीं यरूसलेम क गलियन पइ लोकाइ दीन्ह जइहीं। उ सबइ लोग भूखन मरिहीं अउर दुस्मन क तरवारे क घाट उतारा जइहीं। कउनो मनई ओनका या ओनकर मेहररूअन या ओनकर पूतन या ओनकर बिटियन क दफनावइ बरे जिन्दा नाहीं रही। मइँ ओनका ओनकइ बुरा करम बरे सजा देब। 17 “यिर्मयाह, इ सँदेसा यहूदा क लोगन क द्या: ‘मोर आँखिन आँसुअन स भरी अहइँ। मइँ बिना रूके दिन-रात रोउब। मइँ आपन वुँमारी बिटिया बरे रोउब। मइँ आपन लोगन बरे रोउब। काहेकि कउनो ओन पइ प्रहार किहस अउर ओनका वुचर डाएस। उ पचे बुरी तरह घायल कीन्ह गवा अहइँ। 18 जदि मइँ खेत मँ जात हउँ तउ मइँ ओन लोगन क लखत हउँ जउन तरवार क घाट उतारि गवा अहइँ। जदि मइँ नगर मँ जात हउँ मइँ बहोत स बीमारियन लखत हउँ, काहेकि लोगन क लगे भोजन नाहीं अहइ।’ याजक अउ नबी दुइनउँ ही आपन सेवन क बेचत हीं, किन्तु उ ना समझ अहइ।” 19 “हे यहोवा, का तू पूरी तरह यहूदा रास्ट्र क तजि दिहा ह यहोवा, का तू सिय्योन स घिना करत ह तू एका बुरी तरह स चोट किहा ह कि हम फुन स नीक नाहीं बनाइ जाइ सकित। तू वइसा काहे किहा? हम सान्ति क आसा रखत रहे, किन्तु कछू भी नीक नाहीं भवा। हम लोग घाव भरइ क समइ क प्रतीच्छा करत रहे, किन्तु सिरिफ त्रास आवा। 20 हे यहोवा, हम जानित ह कि हम बहोत बुरा लोग अही, हम जानित ह कि हमरे पुरखन बुरे करम किहेन। हाँ, तोहरे खिलाफ पाप किहा। 21 हे यहोवा, आपन नाउँ क अच्छाई बरे तू हमका धवका दइके दूर न करा। आपन सम्माननीय सिंहासने क गौरव क न हटावा। हमरे संग कीन्ह गइ करार क याद राखा अउर एका जिन तोड़ा। 22 विदेसी देवमूरतियन मँ बर्खा लिआवइ क सवती नाहीं अहइ, अकासे मँ पानी बरसावइ क सवती नाहीं अहइ। सिरिफ तू ही हमार आसा अहा, एक मात्र तू ही अहा जउन इ सब कछू बनाया ह।”

15:1 यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, जदि मूसा अउ समूएल भी यहूदा क लोगन बरे पराथना करइवाले होतेन, तउ भी मइँ एन लोगन बरे अफसोस नाहीं करत। यहूदा क लोगन क मोहसे दूर पठवा। ओनसे जाइ क कहा। 2 उ सबइ लोग तोहसे पूछ सकत हीं, ‘हम लोग कहाँ जाब?’ तू ओनसे कहा, यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ:“मइँ कछू लोगन क मरइ बरे निहचित किहेउँ ह। उ सबइ लोग मरिहीं। मइँ कछू लोगन क तरवार क घाट उतारब निहचित किहेउँ ह, उ सबइ लोग तरवार क घाट उतारा जइहीं। मइँ कछू क भूख स मरइ क निहचित किहेउँ ह उ सबइ भूख स मरिहीं। मइँ कछू लोगन क बन्दी होब अउर बिदेस लइ जाब निहचित किहेउँ ह। उ सबइ लोग ओन बिदेसन मँ बन्दी रइहीं। 3 यहोवा कहत ह कि मइँ चार तरह क बिनासकारी सवितयन ओनके खिलाफ पठउब।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘मइँ दुस्मन क तरवार क संग मारइ बरे पठउब। मइँ वूवुरन क ओनकर ल्हास घसीट लइ जाइ क पठउब। मइँ हवा मँ उड़त पंछियन अउर जंगली जनावरन क ओनकर ल्हास खाइ अउर बर्बाद करइ क पठउब। 4 मइँ यहूदा क लोगन क अइसा दण्ड देब कि धरती क लोग एका देखिके काँप जइहीं। मइँ यहूदा क लोगन क संग इ, मनस्से यरूसलेम मँ जउन कछू किहेस, ओकरे कारण करब। मनस्से, राजा हिलकिय्याह क पूत रहा। मनस्से यहूदा रास्ट्र क एक राजा रहा।’ 5 यरूसलेम, तोहरे ऊपर कउनो दाया नाहीं करी। न कउनो विलाप करिहीं या नाहीं रोइहीं। कउन तोहार वुसल छेम अउर काम क बरे पूछइ तोहरे लगे नाहीं आइ। 6 यरूसलेम, तू मोका तज्या।” यहोवा कहत अहइ। “तू मोका बार-बार तज्या। एह बरे मइँ तोहका सजा दिहेस अउर तोहका बर्बाद किहेस। मइँ तोह पइ दाया करत थक गवा हउँ। करार 7 मइँ आपन सूप स यहूदा का लोगन क फटक देब। मइँ देस क नगर दुआर पइ ओनका बिखेर दिहेस। मइँ आपन लोगन क बर्बाद कइ किहेस अउर बच्चन क लइ लिहेन फिर भी मोर लोगन बदलेस नाहीं। 8 अनेक मेहररूअन आपन भतारन क खोइ देइहीं। सगरे क बालू स जियादा हुवाँ राँड़ होइहीं। मइँ एक बिनासक क दुपहरी मँ लिआउब। बिनासक यहूदा क नउ जवानन क महतरियन पइ हमला करी। मइँ यहूदा क लोगन क पीरा अउ डर देब। मइँ एका घटित किहेस। 9 दुस्मन तरवारे स हमला किहेस अउर लोगन क मार डाइएस। उ पचे यहूदा बचे लोगन क मारि डइहीं। एक मेहरारू क सात ठु पूत होइ सकत हीं, किन्तु उ पचे सबहिं मारा गवा। उ रोवत, अउर रोवत रही, जब तलक उ साँस लेइ बरे भी बहोत दुर्बल होइ गएन उ लज्जा अउर बिना निहचित मँ होइ, ओकर उजले दिन दुःखे स करिया होइ गएन।” 10 हाय महतारी, तू मोका जन्म काहे दिहा? मइँ उ मनई हउँ जउन पूरे देस क दोखी कहइ अउर आलोचना करइ। मइँ न कछू उधार दिहे हउँ अउर न ही लिहे हउँ। किन्तु हर एक मनई मोका अभिसाप देत ह। 11 यहोवा कहेस मइँ तोहका अच्छी तरह तइयार किहेस ह। तोहर सुत्रन दुआरा लावइ गइ विपत्तियन क समइ मइँ तोहार बरे बीच मँ दखल दिहेस ह। 12 “तू जानत अहा कि कउनो मनई लोहा काँसा उत्तर वाले लोहे क सुत्रन क चकनाचूर नाहीं कइ सकत्या। 13 यहूदा क लोगन क लगे सम्पत्ति अउर खज़ानन अहइँ। मइँ उ सम्पत्ति क दूसर लोगन क देब। ओन दूसर लोगन क उ सम्पत्ति बेसहइ नाहीं पड़ी। मइँ ओनका उ सम्पत्ति देब। काहेकि यहूदा बहोत पाप किहेस ह।” यहूदा देस क हर एक भाग मँ पाप किहेस ह। 14 यहूदा क लोगो, मइँ तोहका तोहरे दुस्मनन क दास बनाउब। तू उ देस मँ दास होब्या जेका तू कबहुँ नाहीं जान्या। मइँ बहोत कोहान हउँ। मोर किरोध तपत आगी जइसा अहइ अउर तू बारि दीन्ह जाब्या।” 15 हे यहोवा, तू मोका समुझत ह। मोका याद राखा अउर मोर देखरेख करा। लोग मोका चोट पहोंचावत हीं। ओन लोगन क उ सजा द्या जेकर उ पात्र अहइँ। तू ओन लोगन बरे सहनसील अहा। किन्तु ओनके बरे सहनसील रहत समइ मोका बर्बाद न कइ द्या। मोरे बारे मँ सोचा। यहोवा उ पीरा क सोच जउन मइँ तोहरे बरे सहन हउँ। 16 तोहार सँदेसा मोका मिला अउर मइँ मोका निगल गवा। तोहार सँदेसा मोका बहोत खुस कइ दिहस। मइँ खुस रहेउँ कि मोका तोहरे नाउँ स गोहरावा जात ह। तोहार नाउँ यहोवा सर्वसवतीमान अहइ। 17 मइँ कबहुँ ओकरे साथ नाहीं बइठा जउन उत्सव मनावत अउ मज़ा करत ह। अपने उपर तोहरे प्रभाव क कारण मइँ अकेला बइठा। तू मोरे चारिहुँ कइँती बुराइयन पइ मोका किरोध स भर दिहा। 18 मइँ नाहीं समुझ पावत कि मइँ काहे अब तलक घायल हुउँ? मइँ नाहीं समुझ पावत कि मोर घाव नीक काहे नाहीं होत अउर भरत काहे नाहीं? हे यहोवा, मइँ समुझत हउँ कि तू बदल गवा अहा। तू सोता क उ पानी क तरह अहा जउन झुराइ गवा होइ। तू उ सोता क तरह अहा जेकर पानी झुराइ गवा होइ। 19 तबइ यहोवा कहेस, “जदि तू लउट आइ तउ मइँ तोहका आपन लगे वापिस लउटाउब। अउर तू मोरे लगे खड़ा होब्या। जदि तू महत्वपूर्ण बात कहत ह अउर उ बेकार बातन क नाहीं कहब्या, तउ तू मोरे बरे कहि सकत ह। यहूदा क लोगन क बदलइ चाही अउर तोहरे लगे ओनका आवइ चाही। किन्तु तू जिन बदला अउर ओनकी तरह न बना। 20 मइँ तोहका सवतीसाली बनाउब। उ सबइ लोग सोचिहीं कि तू काँसे क बनी देवार जइसी सवतीसाली अहा यहूदा क लोग तोहरे खिलाफ लड़िहीं, किन्तु उ पचे तोहका हरइहीं नाहीं। काहेकि मइँ तोहरे साथ हउँ। मइँ तोहार सहायता करब, तोहार उद्धार करब।”इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 21 “मइँ तोहार उद्धार ओन बुरे लोगन स करब। उ सबइ लोग तोहका डेरावत हीं। किन्तु मइँ तोहका ओन लोगन स बचाउब।”

16:1 यहोवा क सँदेसा मोका मिला। 2 “यिर्मयाह, तोहका बियाह नाहीं करइ चाही। तोहका इ ठउरे पइ बेटा या बिटिया नाहीं पइदा करइ चाही।” 3 यहूदा देस मँ जन्म लेइवाले बेटा-बिटियन क बारे मँ यहोवा इ कहत ह, अउर ओन बच्चन क बाप-महतारी क बारे मँ जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: 4 “उ सबइ लोग भयंकर मउत क सिकार होइहीं। ओन लोगन बरे कउनो रोई नाहीं। कउनो भी मनई ओनका दफनाइ नाहीं। ओनकर ल्हासन जमीन पइ गोबरे क नाईर् पड़ी रहिहीं। उ सबइ लोग दुस्मन क तरवार क घाट उतरिहीं या भूखन मरिहीं। ओनकर ल्हास अकासे क पंछियन अउर भुइँया क जंगली जनावरन क भोजन बनिहीं।” 5 एह बरे यहोवा कहत ह, “ओन घरन मँ न जा जहाँ लोग आखिरी विया क्रम क दावत खात रहत हीं। हुवाँ रोवइ या आपन सोक परगट करइ जिन जा। इ सबइ सब काम जिन करा। काहेकि मइँ आपन सान्ति वापस लइ लिहेउँ ह। मइँ यहूदा क एन लोगन पइ दाया नाहीं करब,” यहोवा कहत ह। 6 “यहूदा देस मँ महत्वपूर्ण लोग अउर साधारन लोग मरिहीं। कउनो मनई ओन लोगन क न दफनइहीं न ही ओनके बरे रोइ। एन लोगन बरे सोक परगट करइ क न तउ कउनो आपन क काटी अउर न ही आपन मूँड़े क बार साफ कराई। 7 कउनो मनई ओन लोगन बरे भोजन नाहीं लिआई जउन मरे बरे रोवत रहा होइहीं। जेनकर महतारी-बाप मर गए होइहीं लोगन क कउनो मनई समझाई बुझाई नाहीं। जउन मरे बरे रोबत रहा होइहीं ओनका सान्त करइ बरे कउनो मनई दाखरस नाहीं पिआई।” 8 “यिर्मयाह, उ घरे मँ न जा जहाँ लोग दावत खात रहत होइँ। उ घरे मँ न जा अउर ओनके संग बइठिके न खा न दाखरस पिआ। 9 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तीसाली यहोवा कहत ह: ‘मजा उड़ावइ वाले लोगन क सोर क हाली ही मइँ बंद कइ देब। बियाहे क दावत मँ लोगन क हँसी मजाक क किलकारियन क मइँ बन्द कइ देब। इ तोहरे जीवनकाल मँ ही होइ। मइँ इ सबइ काम हाली स करब।’ 10 “यिर्मयाह, तू यहूदा क लोगन क इ सबइ बातन बतउब्या अउर लोग तोहसे पूछिहीं, ‘यहोवा हम लोगन बरे एतनी भयंकर बातन काहे कहेस ह हम का गलत काम कीन्ह ह हम लोग यहोवा आपन परमेस्सर क खिलाफ कउन-सा पाप किहा ह’ 11 तू पचन्क ओन लोगन स इ कहइ चाही, ‘तू पचन्क संग भयंकर घटनन घटिहीं काहेकि तोहार पचन्क पुरखन मोर अनुसरण करब तजेन अउर दूसर देवतन क अनुसरण करब तथा सेवा करब सुरू किहन। उ पचे ओन दूसर देवतन क पूजा किहन। तोहार पुरखन मोका तजेन अउर मोर नेमन क पालन करब तजेन। 12 किन्तु तू लोग आपन पुरखन स भी जियादा बुरे करम किहा ह। तू लोग बहोत हठी अहा अउर तू सिरिफ उहइ करत अहा जेका तू करइ चाहत अहा। तू मोर आग्या क पालन नाहीं करत अहा। 13 एह बरे मइँ तोहका पचन्क इ देस स बाहेर निकारि पेँकब। मइँ तोहका पचन्क बिदेस मँ जाइके मजबूर करब। तू पचे अइसे देस मँ जाब्या जेका तू अउर तोहार पुरखन कबहुँ नाहीं जानेन। उ देस मँ तू पचे ओन सबहिं लबार देवतन क दिन अउ रात पूजा कइ सकत ह। अउर न ही मइँ तोहरे बरे कउनो सहानुभूति देखाउब।’ 14 “लोग प्रतिग्या करत हीं अउर कहत हीं, ‘यहोवा निहचय ही सास्वत अहइ। केवल उहइ अहइ जउन इस्राएल क लोगन क मिस्र देस स बाहेर लिआवा।’ किन्तु समइ आवत अहइ, जब लोग अइसा नाहीं कहिहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 15 लोग कछू नवा कहिहीं। उ पचे कहिहीं, ‘निहचय ही यहोवा सास्वत अहइ। उ ही केवल अइसा अहइ जउन इस्राएल क लोगन क उत्तरी देस स लइ आवा। उ ओनका ओन सबहिं देसन स लइ आवा जेहमाँ उ ओनका पठए रहा।’ लोग इ सबइ बातन काहे कहिहीं? काहेकि मइँ इस्राएल क लोगन क उ देस मँ वापिस लिआउब जेका मइँ ओनके पुरखन क दिहे रहेउँ। 16 “मइँ हाली ही अनेकन मछुआरन क इ देस मँ आवइ बरे बोलाउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ सबइ मछुआरन यहूदा क लोगन क धइ लेइहीं। इ होइ क पाछे मइँ बहोत स सिकारियन क इ देस मँ आवइ बरे बुलाउब। उ सबइ सिकारी यहूदा क लोगन क सिकार हर एक पहाड़, पहाड़ी अउर चट्टानन क दरारन मँ करिहीं। 17 मइँ उ सब कछू जउन उ पचे करत हीं, लखत हउँ। यहूदा क लोग ओन कामन क मोहसे छुपाइ नाहीं सकतेन जेनका उ पचे करत हीं। ओनकर पाप मोहसे छुपा नाहीं अहइँ।” 18 मइँ यहूदा क लोग जउन बुरे करम किहेन ह, ओकर बदला चुकाउब। मइँ हर एक पाप क बरे दुइ दाईर् ओनका सजा देब। मइँ इ करब काहेकि उ पचे मोरे देस क ‘गन्दा’ बनाएन ह। उ पचे मोरे देस क भयंकर मूरतियन स गन्दा किहेन ह। मइँ ओन देवमूरतियन स घिना करत हउँ। किन्तु उ पचे मोरे देस क आपन देवमूरतियन स भरि दिहेन ह।” 19 हे यहोवा, तू मोर सवती अउर गढ़ अहा। बिपत्ति क समइ पराइके बचइ क तू सुरच्छित सरण अहा। सारे संसार स रास्ट्र तोहरे लगे अइहीं। उ पचे कहिहीं, “हमार पिता लबार देवता राखत रहेन। उ पचे ओन बियर्थ देवमूरतियन क पूजा किहन, किन्तु ओन देवमूरतियन ओनकर कउनो मदद नाहीं किहन।” 20 का लोग अपने बरे सच्चे देवता बनाइ सकत हीं? नाहीं, उ पचे देवमूरतियन बनाइ सकत हीं, किन्तु उ सबइ देवमूरतियन फुरइ देवता नाहीं अहइँ। 21 “एह बरे मइँ ओन लोगन क सबक सिखाउब, जउन देवमूरतियन क देवता बनावत हीं। अब मइँ सोझ आपन सवती अउर प्रभुता क बारे मँ सिच्छा देब। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ परमेस्सर हउँ। उ पचे जनिहीं कि मोर नाउँ यहोवा अहइ।”

17:1 “यहूदा क लोगन क पाप हुआँ लिखा अहइ जहाँ स ओका मिटावा नाहीं जाइ सकत। उ सबइ पाप लोहे क कलम स पाथरन पइ लिखे ग रहेन। ओनकर पाप हीरे क नोकवाली कलम स लिखा ग रहेन, अउर उ पाथर ओनकर हिरदय अहइ। उ सबइ पाप ओनकर वेदी क सीगंन क बीच काटे ग रहेन। 2 ओनकर बच्चन लबार देवतन क अपिर्त कीन्ह गइ वेदिन क याद राखत हीं। 3 उ पचे ओन चीजन क खुले ठउरे क पहाड़न पइ याद करत हीं। यहूदा क लोगन क लगे सम्पत्ति अउर खजानन अहइँ। मइँ ओन चीजन क दूसर लोगन क देब। मइँ तोहरे देस क सबहिं उच्च ठउरन क नस्ट करब। तू ओन ठउरन पइ पूजा कइके पाप किहा ह। 4 तू उ भूइँया क खोउब्या जेका मइँ तोहका दिहेउँ ह। मइँ तोहरे दुस्मनन क तोहका ओनके दास क तरह उ भूइँया मँ लइ जाइ देब जेकरे बारे मँ तू नाहीं जानत्या। काहेकि मइँ बहोत कोहान हउँ। मोर किरोध तपत आगी जइसा अहइ, अउर जउन कि सदैव जरिहीं।” 5 यहोवा इ सब कहत ह, “जउन लोग केवल दूसर लोगन मँ बिस्सास करत हीं ओनकर बुरा होइ। जउन सवती बरे सिरिफ दूसर क सहारे रहत हीं ओनकर बुरा होइ। काहेकि ओन लोग यहोवा पइ बिस्सास करब तजि दिहन ह। 6 उ सबइ लोग रेगिस्ताने क झाड़ी क तरह अहइँ। उ झाड़ी उ भूइँया पइ अहइ जहाँ कउनो नाहीं रहत। उ झाड़ी गरम अउ झुरान भुइँया मँ अहइ। उ झाड़ी खराब माटी मँ अहइ। उ झाड़ी ओन अच्छी चीजन क नाहीं जानत जेनका परमेस्सर दइ सकत ह। 7 किन्तु जउन मनई यहोवा मँ बिस्सास करत ह, उ धन्य अहइ। सिरिफ यहोवा ही ओका बिस्सास होइहीं। 8 उ मनई उ बृच्छ क तरह होइ जउन पानी क पास लगावा गवा होइ। उ बृच्छ क लम्बी जउन होत हीं जउन पानी पावत हीं। उ बृच्छ गर्मी क दिनन स नाहीं डरत। ऍकर पातियन सदा हरी रहत हीं। इ बरिस क ओन दिनन मँ परेसान नाहीं होत जब बर्खा नाहीं होत। उ बृच्छ मँ सदा फल आवत हीं। 9 मनई क दिमाग बड़ा कपटी होत ह। दिमाग बहोत बीमार भी होइ सकत ह अउर कउनो भी मनई दिमाग क ठीक-ठाक नाहीं समुझत। 10 किन्तु मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ मनई क हिरदय क जान सकत हउँ। मइँ मनई क दिमाग क जाँच कइ सकत हउँ। एह बरे मइँ निर्णय कइ सकत हउँ कि हर एक मनई क का मिलइ चाही। मइँ हर एक मनइ क ओकर बरे ठीक भुगतान कइ सकत हउँ जउन उ करत ह। 11 कबहुँ कबहुँ उ एक ठु चिरइया उ अण्डे स बच्चा निकारत ह जेका उ नाहीं दिहस। उ मनई क आधी उमर खतम होइ तउ उ उ धने क खोइ देइ। आपन जिन्नगी क आखीर मँ इ स्पस्ट होइ जाई कि उ एक मूर्ख मनई रहा।” 12 सुरू ही स हमार मन्दिर परमेस्सर बरे एक ठु गौरवसाली सिंहासन रहा। इ एक बड़ा महत्व क स्थान अहइ। 13 हे यहोवा, तू इस्राएल क आसा अहा। हे यहोवा, तू अमृत जल क सोते क तरह अहा। जदि कउनो तोहार अनुसरण करब तजी तउ ओकर जिन्नगी बहोत घटि जाइ। 14 हे यहोवा, जदि तू मोका तन्दुरूस्त करत ह, मइँ फुरइ तन्दुरूस्त होइ जाब। मोर रच्छा करा, अउर मोर फुरइ रच्छा होइ जाइ। हे यहोवा, मइँ तोहार स्तुति करत हउँ। 15 यहूदा क लोग मोहसे सवाल करत रहत हीं, “यिर्मयाह, यहोवा क हिआँ क सँदेसा कहाँ अहइ? हम लोग देखाइँ कि संदेसा फुरइ साबित होत ह” 16 हे यहोवा, मइँ तोहसे दूर नाहीं भागा, मइँ तोहार अनुसरण किहेउँ ह। तू जइसा चाह्या वइसा गड़रिया मइँ बना। मइ नाहीं चाहत कि भयंकर दिन आवइ। यहोवा तू जानत अहा जउन कछू मइँ कहेउँ। जउन होत अहइ, तू सब लखत ह। 17 हे यहोवा, तू मोका बर्बाद जिन करा। मइँ बिपत्ति क दिनन मँ तोहरे सहारे हउँ। 18 लोग मोका चोट पहोंचावत अहइँ। ओन लोगन क लज्जित करा। किन्तु मोका निरास जिन करा। ओन लोगन क भयभीत होइ द्या। मोर दुस्मनन पइ भयंकर बिनास क दिन लिआवा ओनका तोड़ा अउर ओनका फुन तोड़ा। 19 यहोवा मोहसे इ सबइ बातन कहेस, “यिर्मयाह, जा अउर यरूसलेम क जन-दुआरे पइ खड़ा होइ जा, जहाँ स यहूदा क राजा भीतर आवत अउर बाहेर जात हीं। मोर लोगन क मोर सँदेसा द्या अउर तब यरूसलेम सबहिं दुआरन पइ जा अउर इहइ काम करा। 20 “ओन लोगन स कहा: ‘यहोवा क सँदेसा सुना। यहूदा क राजा लोगो, सुना। यहूदा क तू सबहिं लोगो सुना। इ दुआर स यरूसलेम मँ आवइवाले सबहिं लोगो, मोर बात सुना। 21 यहोवा इ बात कहत ह: इ बात मँ सावधान रहा कि सबित क दिन बोझा लइके जिन चला अउर यरूसलेम क दुआरन स सबित क दिन बोझा न लिआवा। 22 सबित क दिन आपन घरन स बोझा बाहेर न लइ जा। उ दिन कउनो काम न करा। मइँ इहइ आदेस तोहार पुरखन क दिहे रहेउँ। 23 मुला तोहार पुरखन मोरे इ आदेस क पालन नाहीं किहन। उ पचे मोरी कइँती धियान नाहीं दिहन। तोहार पुरखन बहोत हठी रहेन। मइँ ओनका सजा दिहेउँ मुला एकर कउनो अच्छा फल नाहीं निकरा। उ पचे मोर एक नाहीं सुनेन। 24 मुला तोहका मोर आग्या क पालन करइ मँ सावधान रहइ चाही।”‘ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘तोहका सबित क दिन यरूसलेम क दुआरन स बोझा नाहीं लिआवइ चाही। तोहका सबित क दिन क पवित्तर बनावइ चाही। तू इ, उ दिन कउनो भी काम न कइके, करब्या। 25 “‘जदि तू इ आदेस क पालन करब्या तउ राजा जउन दाऊद क सिहांसने पइ बइठिहीं, यरूसलेम क दुआरन स अइहीं। उ सबइ राजा आपन रथन अउर घोड़न पइ सवार होइके अइहीं। यहूदा अउर इस्राएल क लोगन क प्रमुख ओन राजा लोगन क साथ होइहीं। यरूसलेम नगर मँ सदैव रहइवाले लोग हिआँ होइहीं। अउर यरूसलेम क नगर हमेसा बरे रहब्या। 26 यहूदा क नगरन स लोग यरूसलेम अइहीं। लोग यरूसलेम क ओन नान्ह-नान्ह गाँवन स अइहीं जउन एकरे चारिहुँ कइँती अहइँ। लोग उ पहँटा स अइहीं जहाँ बिन्यामीन क परिवार समूह रहत ह। लोग पच्छिमी पहाड़े क तराइयन अउर पहाड़ी प्रदेसन स अइहीं अउर लोग नेगव स अइहीं। उ पचे सबहिं लोग होमबलि, बलि अन्नबलि, सुगन्धि अउ धन्यवाद भेट लइके अहहीं। उ पचे ओन भेटन अउर बलियन क यहोवा क मन्दिर मँ लिअइहीं। 27 “‘किन्तु जदि तू मोर बात नाहीं सुनत्या अउर मोर आदेस क नाहीं मानत्या तउ बुरी घटनन होइहीं। जदि तू सबित क दिन यरूसलेम क दुआरे स बोझा लइ जात ह तब तू ओका पवित्तर दिन नाहीं रखत्या। इ दसा मँ मइँ अइसे आगी लगाउब जउन बुझाई नाहीं जाइ सकत। उ आगी यरूसलेम क दुआरन स सुरू होइ अउर महलन क भी जराइ देइ।”‘

18:1 इ यहोवा क उ सँदेसा अहइ जउन यिर्मयाह क मिला: 2 “यिर्मयाह, कोमहारे क घरे जा। मइँ आपन सँदेसा तोहका कोमहारे क घर देब।” 3 एह बरे मइँ कोमहारे क घर गएउँ। मइँ कोमहार क चाके पइ माटी स बर्तन बनावत लखेउँ। 4 उ एक ठु बर्तन माटी स बनावत रहा। मुला बर्तन मँ कछू दोख रहा। एह बरे कोमहार उ माटी क उपयोग फुन किहस अउर उ दूसर बर्तन बनाएस। उ आपन हाथन क उपयोग बर्तन क उ रूप देइ बरे किहस जउन रूप उ देइ चाहत रहा। 5 तब यहोवा स सँदेसा मोरे लगे आवा, 6 “इस्राएल क परिवार, तू जानत अहा कि मइँ (परमेस्सर) वइसा ही तोहरे साथ कइ सकत हउँ। तू कोमहार क हाथ क माटी क समान अहा अउर मइँ कोमहार क तरह हउँ। 7 अइसा समइ आइ सकत ह, जब मइँ एक रास्ट्र या राज्ज क बारे मँ बातन करउँ। मइँ इ कहि सकत हउँ कि मइँ उ रास्ट्र क उखाड़ फेकब या इ भी होइ सकत ह कि मइँ कहउँ कि मइँ उ रास्ट्र क उखाड़ गिराउब अउर उ रास्ट्र या राज्ज क नस्ट कइ देब। 8 किन्तु उ रास्ट्र क लोग आपन हिरदय अउर जीवन क बदल सकत हीं। उ रास्ट्र क लोग बुरे करम करब तजि सकत हीं। तब मइँ आपन इरादे क बदल देब। मइँ उ रास्ट्र पइ बिपत्ति ढावइ क आपन जोजना क अनुसरण करब तजि सकत हउँ। 9 कबहुँ अइसा दूसर आइ सकत ह जब मइँ कउनो रास्ट्र क बारे मँ बातन करउँ मइँ इ कहि सकत हउँ कि मइँ उ रास्ट्र क निर्माण करब अउर ओका स्थिर करब। 10 “किन्तु मइँ इ लख सकत हउँ कि मोर आग्या क पालन न कइके उ रास्ट्र बुरा करम करत अहइ। तब मइँ उ अच्छाई क बारे मँ फुन सोचब जेका देइ क जोजना मइँ उ रास्ट्र बरे बनाइ राखेउँ ह। 11 “एह बरे यहूदा अउ यरूसलेम मँ जउन लोग रहत हीं ओनसे कहा, ‘यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: अब मइँ सोझ तू लोगन बरे बिपत्ति क निर्माण करत हउँ। मइँ तू लोगन क खिलाफ जोजना बनावत हउँ। एह बरे ओन बुरे करमन क करब बन्द करा जउन तू करत अहा। हर एक मनई क बदलइ चाही अउर अच्छा काम करब सुरू करइ चाही।’ 12 किन्तु क लोग जवाब देइहीं, ‘अइसी कोसिस करइ स कछू नाहीं होइ। हम उहइ करत रहब जउन हम करइ चाहित ह। हम लोगन मँ हर एक उहइ करी जउन हठी अउर बुरा हिरदय करइ चाहत ह।”‘ 13 ओन बातन क सुना जउन यहोवा कहत ह, “दूसर रास्ट्र लोगन स इ सवाल करा: ‘का तू कबहुँ कउनो क उ अइसा बुराई करत सुन्या ह जउन इस्राएल किहेस ह।’ 14 तू जानत अहा कि चट्टानन कबहुँ खुद ही मैदान नाहीं तजितेन। तू जानत अहा कि लबानोन क पहाड़न ऊपर बर्फ कबहुँ नाहीं टेघरत। तू जानत अहा कि सीतल बहइवाले झरना कबहुँ नाहीं झुरातेन। 15 मुला मोर लोग मोका बिसरि चुका अहइँ, उ पचे बियर्थ देवमूरतियन क बलि चढ़ावत हीं। मोरे लोगन क ऊबड़ खाबड़ सड़कियन अउर तुच्छ राजमार्गन पइ चलब जियादा पसन्द अहइ, एकरे अपेच्छा कि उ पचे मोर अनुसरण अच्छी सड़किया पइ करइँ। 16 एह बरे यहूदा देस एक सूना रेगिस्तान बनी। एकरे पास स गुजरत लोग हर दाईर् सीटी बजइहीं अउर मूँड़ि हिलइहीं। इ बात स चकित होइहीं कि देस कइसे बरबाद कीन्ह गवा। 17 मइँ यहूदा क लोगन क ओनके दुस्मनन क समन्वा बिखराउब जइसा कि प्रबल पूर्वी आँधी बिखेरब। उ समइ उ पचे आपन मदद बरे कउनो क भी आवत नाहीं लखिहीं। नाहीं, उ पचे मोका आपन क तजत लखिहीं।” 18 तब यिर्मयाह क दुस्मनन कहेन, “आवा, हम यिर्मयाह क खिलाफ सड्यन्त्र रची। निहचय ही, याजक क जरिये दीन्ह गइ विवस्था क सिच्छा मिटी नाहीं अउर बुद्धिमान लोगन क सलाह अब भी हम लोगन क मिली। हम लोगन क नबियन क सँदेस भी मिलिहीं। एह बरे हम लोग ओकरे बारे मँ झूठ बोली। ओहसे उ बर्बाद होइ। उ जउन कहत हम कउनो पर भी धियान नाहीं देब।” 19 हे यहोवा, मोर सुना अउर मोरे बिरोधियन क सुना, तब तय करा कि कउन ठीक अहइ। 20 याद करा मइँ कइसन तोहार समन्वा खड़ा होइके यहूदा क निवासियन क भलाई बरे अउर ओहइ पइ स तोहार गुस्सा उतारइ बरे बोले रहा। किन्तु अब उ पचे उल्टे बदले मँ बुराई देत अहइँ। उ पचे मोका फँसावत अहइँ। उ पचे मोका धोखा दइके फँसावइ अउर मार डावइ क जतन करत अहइँ। 21 एह बरे अब ओनके बच्चन क अकाले मँ भूखन मरइ द्या। ओनके दुस्मनन क ओनका तरवार स हराइ डावइ द्या। ओनकर मेहररूअन क ब़गैर गदेला क होइ द्या। यहूदा क लोगन क मउत क घाट उतर जाइ द्या। ओनकर मेहररूअन क राँड़ होइ द्या। यहूदा क लोगन क मउत क घाट उतर जाइ द्या। नउ जवानन क जुद्ध मँ तरवार क घाट उतार दीन्ह जाइ द्या। 22 ओनकर घरन मँ रोउब-पिटब मचइ द्या। ओनका तब रोवइ द्या जब तू अचानक ओनके खिलाफ दुस्मनन क लिआया। एका होइ द्या काहेकि हमरे दुस्मनन मोका धोका दइके फँसावइ क कोसिस किहेन ह। उ पचे मोरे फँसइ बरे गुप्त जाल डाएन ह। 23 हे यहोवा, मोका मार डावइ क ओनकर जोजना क तू जानत अहा। ओनकर अपराधन क तू छिमा जिन करा। ओनकर पापन क जिन धोवा। मोरे दुस्मनन क बर्बाद करा। वोधित रहत समइ ही ओन लोगन क सजा द्या।

19:1 यहोवा मोहसे कहेस: “यिर्मयाह, जा अउर कउनो कोमहार स एक ठु माटी क सुराही बेसहा। 2 ठीकरा-दुआरे समन्वा क लगे बेन हिन्नोम घाटी क जा। अपने संग लोगन क अग्रजन अउर कछू याजकन क ल्या। उ ठउरे पइ ओनसे इ कहा जउन मइँ तोहसे कहत हउँ। 3 अपने संग क लोगन स कहा, ‘यहूदा क राजा लोग अउर इस्राएल क लोगो, यहोवा क हिआँ स इ सँदेसा सुना। इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘मइँ इ ठउरे पइ हाली ही एक खउफनाक घटना घटित कराउब। हर एक मनई जउन एका सुनी, चकित अउर भयभीत होइ। 4 मइँ इ सबइ काम करब काहेकि यहूदा क लोग मोर अनुसरण करब तजि दिहेन ह। उ पचे एका बिदेसी देवतन क ठउर बनाइ दिहेन ह। यहूदा क लोग इ ठउरे पइ दूसर देवतन बरे बलियन बारेन ह। उ हियाँ बेवुसूर लोगन क खून बहावत रहा। ओनकर पुरखन या ओनकर राजा ओन देवतन क नाहीं पूजत रहेन। 5 उ पचे बाल देवता का पूजा करइ बरे जगहन क चुनेस ह। उ पचे ओन ठउरन क उपयोग आपन पूतन क आगी मँ बारइ बरे किहेन। उ पचे आपन पूतन क बाल बरे होमबलि क रूप मँ बारेन। मइँ ओनका इ करइ क नाहीं कहेेउँ। मइँ तोहसे इ नाहीं माँगा कि तू आपन पूतन क बलि क रूप मँ भेट करा। मइँ कबहुँ इ सम्बंध मँ सोचेउँ भी नाहीं। 6 अब लोग उ ठउरे क हिन्नोम क घाटी तोपेत कहत हीं। किन्तु मइँ तोहका इ चितउनी देतहउँ, उ सबइ दिन आवत अहइँ।’“ इ सँदेसा यहोवा क अहइ, “जब लोग इ ठउरे क बध क घाटी कहिहीं। 7 इ ठउरे पइ मइँ यहूदा अउर यरूसलेम क लोगन क जोजनन क बर्बाद करब। दुस्मन एन लोगन क पाछा करिहीं अउर मइँ इ ठउरे पइ यहूदा क लोगन क तरवार क घाट उतरि जाइ देब अउर मइँ ओनकर ल्हासन क पंछियन अउर जंगली जनावरन क भोजन बनाउब। 8 मइँ इ नगर क पूरी तरह बर्बाद करब। जब लोग यरूसलेम स गुजरिहीं तउ सीटी बजइहीं अउर मूँड़ि हिलइहीं। ओनका विस्मय होइ जब उ पचे लखिहीं कि नगर कउने तरह ध्वस्त कीन्ह गवा अहइ। 9 दुस्मन आपन फउज क सहर क चारिहुँ कइँती लिआइ। उ फउज लोगन क भोजन लेइ बाहेर नाहीं आवइ देइ। एह बरे सहर मँ लोग भूखन मरिहीं। उ पचे एतना भूखा होइ जइहीं कि आपन पूत अउर बिटियन क तने क खाइ लगिहीं अउर तब उ पचे एक दूसर क खाइ लगिहीं।’ 10 “यिर्मयाह, तू इ सबइ बातन लोगन क कहब्या अउर जब उ पचे लखत रहत होइँ तबहिं तू उ सुराही क तोड़्या। 11 उ समइ, तू इ कह्या, सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, ‘मइँ यहूदा रास्ट्र अउ यरूसलेम नगर क वइसे ही तोड़ब जइसे कउनो माटी क सुराही तोड़त ह। इ सुराही फुन जोड़के नाहीं बनाई जाइ सकत। यहूदा रास्ट्र बरे भी इहइ सब होइ। मरे लोग इ तोपेत मँ तब तलक दफनावा जइहीं जब तलक हिआँ जगह नाहीं रहि जाइ। 12 मइँ इ एन लोगन अउर इ ठउरे क संग अइसा करब। मइँ इ नगर क तोपेत क तरह कइ देब।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 13 यरूसलेम क घर तथा राजा क महल तोपेत क इ जगह क नाईं असुद्धता स भरि जाब। काहेकि लोग ओन घरन क छत पइ लबार देवतन क पूजा किहन। उ पचे ग्रह-नछत्रन क पूजा किहन अउर ओनके सम्मान मँ बलि बारेन। उ पचे लबार देवतन क पेय भेंट दिहन।’“ 14 तब यिर्मयाह तोपेत क तजेस जहाँ यहोवा उपदेस देइ क कहे रहा। यिर्मयाह यहोवा क मन्दिर क गवा अउर ओकरे आँगन मँ खड़ा भवा। यिर्मयाह सबहिं लोगन स कहेस, 15 “इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह: ‘मइँ कहेउँ ह कि मइँ कि मइँ यरूसलेम अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क गाँवन पइ अनेक विपत्तियन ढाउब। मइँ एनका हाली घटित कराउब। काहेकि लोग बहोत हठी अहइँ उ पचे मोर सुनइ अउर मोर आग्या क पालन करइ स इन्कार करत हीं।’“

20:1 पसहूर नाउँ क एक मनई याजक रहा। उ यहोवा क मन्दिर मँ उच्चतम अधिकारी रहा। पसहूर इम्मेर नाउँ क मनई क पूत रहा। पसहूर यिर्मयाह क मन्दिर क आँगन मँ ओन बातन क उपदेस करत सुनेस। 2 एह बरे उ यिर्मयाह नबी क पिटवाएस अउर उ बिन्यामीन क ऊपरी दुआरी पई ओका काठेक लट्ठन क बीच मँ जकड़ दिहेस। 3 अगले दिन पसहूर यिर्मयाह क काठे क लट्ठन क बीच स निकारेस। तब यिर्मयाह पसहूर स कहेस, “यहोवा क दीन्ह तोहार नाउँ पसहूर नाहीं अहइ। अब यहोवा कइँती स तोहार नाउँ सर्वत्र आतंक अहइ। 4 इहइ तोहार नाउँ अहइ, काहेकि यहोवा कहत ह, ‘मइँ हाली ही तोहका अपने आप बरे आतंक बनाउब। मइँ हाली ही तोहका तोहरे मीतन बरे आतंक बनाउब। तू दुस्मनन क जरिये आपन मीतन क तरवारे क घाट उतारत लखब्या। मइँ यहूदा क सबहिं लोगन क बाबुल क राजा क दइ देब। उ यहूदा क लोगन क बाबुल देस क लइ जाइ। अउर ओकर फउज यहूदा क लोगन क आपन तरवार क घाट उतारी। 5 यहूदा क लोग चीजन क बनावइ मँ कठिन परिस्रम किहन अउर धनी होइ गएन। किन्तु मइँ उ सबइ सारी चीजन ओनके दुस्मनन क दइ देब। यरूसलेम क राजा क लगे बहोत स धन भण्डार अहइ। किन्तु मइँ ओन सबइ धन-भण्डारन क दुस्मन क दइ देब। दुस्मन ओन चीजन क लेइ अउर ओनका बाबुल देस क लइ जाइ। 6 “‘अउर पसहूर तू अउर तोहरे घरे मँ रहइवाले सबहिं लोग हिआँ स लइ जावा जाब्या। तोहका जाइ क अउर बाबुल देस मँ रहइ क मजबूर कीन्ह जाइ। तू बाबुल मँ मरब्या अउर तू उ बिदेस मँ दफनावा जाब्या। तू आपन मीतन क झूठा उपदेस दिहा। तू कह्या कि इ सबइ घटनन नाहीं घटिहीं। किन्तु तोहार सबहिं मीत भी मरिहीं अउर बाबुल मँ दफनाया जइहीं।”‘ 7 हे यहोवा, तू मोका बहका दिहा अउर मइँ निहचय ही बहक गएउँ। तू मोहसे जियादा सवतीसाली रहा एह बरे तू मोका हराइ दिहा। मइँ मजाक बनिके रहि गवा हउँ। लोग मोह पइ हँसत हीं अउर सारा दिन मोर मजाक उड़ावत हीं। 8 जब मइँ भी बोलत हउँ, चीख पड़त हउँ। मइँ लगातार हिंसा अउर तबाही क बारे मँ चिल्लात रहत हउँ। मइँ लोगन क उ सँदेसा क बारे मँ बतावत हउँ जेका मइँ यहोवा स प्राप्त किहेउँ। किन्तु लोग सिरिफ मोर अपमान करत हीं अउर मोर मजाक उड़ावत हीं। 9 कबहुँ-कबहुँ मइँ आपन स कहत हउँ: “मइँ यहोवा क बारे मँ बिसरि जाब। मइँ अब आगे यहोवा क नाउँ पइ नाहीं बोलाब।” किन्तु जदि मइँ अइसा कहत हउँ तउ यहोवा क सँदेसा मोरे भीतर भड़कत ज्वाला स होइ जात ह। मोका अइसा लागत ह कि इ अन्दर मोरे हाड़न क बारत अहइ। मइँ अपने भीतर यहोवा क सँदेसा क रोकइ क जतन मँ थक जात हउँ अउर आखीर मँ मइँ एका अपने भीतर रोकइ मँ समर्थ नाहीं पावत हउँ। 10 मइँ अनेक लोगन क दबी जबान अपने खिलाफ बातन करत सुनत हउँ। सर्वत्र मइँ उ सब सुनत हउँ जउन मोका भयभीत करत हीं। हिआँ तलक कि मोरे मीत भी मोरे खिलाफ बातन करत हीं। चला हम अधिकारियन क एकरे बारे मँ सूचित करी। लोग सिरिफ इ प्रतीच्छा मँ अहइँ कि मइँ कउनो गलती करउँ। उ पचे कहत अहइँ, “आवा हम झूठ बोली अउ कही कि उ कछू बुरे करम किहे अहइ। संभव अहइ हम यिर्मयाह क धोखा दइ सकी। तब उ हमरे संग होइ। आखीर मँ हम ओहसे छुटकारा पाउब। तब हम ओका दबोच लेब अउर ओहसे आपन बदला लेब।” 11 किन्तु यहोवा मोरे संग अहइ। यहोवा एक ठु मजबूत फउजी जइसा अहइ। एह बरे जउन लोग मोर पाछा करत ही मुँहे क खइहीं। उ सबइ लोग मोका पराजित नाहीं कइ सकिहीं। उ सबइ लोग असफल होइहीं। उ सबइ निरास होइहीं। उ सबइ लोग लज्जित होइहीं अउर लोग उ लज्जा क कबहुँ नाहीं बिसरिहीं। 12 सर्वसवतीमान यहोवा तू अच्छे लोगन क परीच्छा लेत ह। तू मनई क दिल अउर दिमाग क गहराई स लखत ह। मोका भरोसा अहइ कि इ मोका निआव देब्या। वृप्या कइके मोका उ तोहार सज़ा लखत देई जेनकर उ पचे पात्र अहइँ। 13 यहोवा बरे गावा। यहोवा क स्तुति करा। यहोवा गरीब क जिन्नगी क रच्छा करत ह। उ ओनका दुट्ठ लोगन क सवती स बचावत ह। 14 उ दिना क धिवकार अहइ जउने दिन मोर जनम भवा। उ दिना क बधाई जिन द्या जउने दिन मइँ महतारी क कोख मँ आएउँ। 15 उ मनई क अभिसाप द्या जउन मोरे बाप क इ सूचना दिहस कि मोर जनम भवा ह। उ कहे रहा, “तोहार लड़का भवा ह, उ एक लड़का अहइ।” उ मोरे बाप क बहोत खुस किहे रहा उ ओनसे इ कहे रहा। 16 उ मनई क वइसा ह होइ द्या जइसे उ पचे सहर जेनका यहोवा बर्बाद किहे रहा। यहोवा ओन नगरन पइ कछू भी दाया नाहीं किहेस। उ मनई क सबेरे जुद्ध क उद्घोस सुनइ द्या, अउर दुपहरे क जुद्ध की चीख सुनइ द्या। 17 तू मोका महतारी क पेट मँ ही, काहे नाहीं मार डाया? तब मोर महतारी क कोख कब्र बन जात, अउर मइँ कबहुँ जनम नाहीं लइ सका होत। 18 मोका महतारी क पेट स बाहेर काहे आवइ क पड़ा? जउन कछू मइँ पाएउँ ह उ परेसानी अउर दुःख अहइ अउर मोर जिन्नगी क आखीर लज्जा जनक होइ।

21:1 इ यहोवा क उ सँदेसा अहइ जउन यिर्मयाह क मिला। इ सँदेसा तब आवा जब यहूदा क राजा सिदकिय्याह मल्किय्याह क पूत पसहूर नाउँ क एक मनई अउ याजक मासयाह क पूत सपन्याह नाउँ क एक मनई क यिर्मयाह क लगे पठएस। उ पचे कहेस: 2 पसहूर अउ सपन्याह यिर्मयाह स कहेन, “यहोवा स हम लोगन बरे पराथना करा। यहोवा स पूछा कि का होइ? हम जानइ चाहित ह काहेकि बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर हम लोगन पइ हमला करत अहइ। होइ सकत ह यहोवा हम लोगन बरे वइसे ही महान कारज करइ जइसा उ बीते समइ मँ किहेस। होइ सकत ह कि यहोवा नबूकदनेस्सर क हमला करइ स रोक देइ या ओका चला जाइ दे।” 3 तब यिर्मयाह पसहूर अउर सपन्याह क जवाब दिहेस। उ कहेस, “राजा सिदकिय्याह स कहा, 4 इस्राएल क परमेस्सर यहोवा जउन कहत ह, इ उ अहइ: ‘तोहरे पचन्क हाथन मँ जुद्ध क अस्त्र-सस्त्र अहइँ। तू पचे ओन अस्त्र सस्त्रन क उपयोग अपनी सुरच्छा बरे बाबुल क राजा अउर कसदियन क खिलाफ करत रह्या। किन्तु मइँ ओन अस्त्रन क बियर्थ कइ देब।“‘बाबुल क फउज सहर क चारिहुँ कइँती घेर लिहे अहइ। उ फउज सहर क चारिहुँ ओर अहइ। हाली ही मइँ उ फउज क यरूसलेम मँ लइ आउब। 5 मइँ खुद यहूदा तू लोगन क खिलाफ लड़ब। मइँ आपन सवतीसाली हाथन स तोहरे पचन्क खिलाफ लड़ब। मइँ तू पचन्कइ बहोत जियादा कोहान अहउँ, एह बरे मइँ आपन सवतीसाली बाहन स तोहरे पचन्क खिलाफ लड़ब। मइँ तोहरे पचन्क खिलाफ घोर जुद्ध करब अउर देखाउब कि मइँ केतना कोहान हउँ। 6 मइँ यरूसलेम मँ रहइवाले लोगन क मार डाउब। मइँ लोगन अउर जनावरन क मारि डाउब। उ पचे उ भयंकर बीमारी स मरिहीं जउन पूरे नगर मँ फइल जाइ। 7 जब इ होइ जाइ तब ओकरे पाछे,”‘ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘मइँ यहूदा क राजा सिदकिय्याह क बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क देब। मइँ सिदकिय्याह क अधिकारियन क भी नबूकदनेस्सर क देब। यरूसलेम क कछू लोग भयंकर बीमारी स नाहीं मरिहीं। कछू लोग तरवार क घाट नाहीं उतारा जइहीं। ओनमाँ स कछू भूखन नाहीं मरिहीं किन्तु मइँ ओन लोगन क नबूकदनेस्सर क देब। मइँ यहूदा क दुस्मनन क बिजयी बनाउब। नबूकदनेस्सर क फउज यहूदा क लोगन क मार डावा चाहत ह। एह बरे यहूदा अउर यररूसलेम क लोग तरवार क घाट उतार दीन्ह जइहीं। नबूकदनेस्सर कउनो दाया नाहीं देखाइ। उ ओन लोगन बरे अफसोस नाहीं करी।’ 8 “यरूसलेम क लोगन स इ सबइ बातन भी कहा। यहोवा इ सबइ बातन करत ह, ‘मइँ तोहका एक चुनाव देत हउँ: जिअई या मरइ एक क चुन्या। 9 कउनो भी मनई जउन यरूसलेम मँ ठहरी, मरी। उ मनई तरवार, भूख या भयंकर बीमारी स मरी किन्तु जउन मनई यरूसलेम क बाहेर जाइ अउर बाबुल क फउज क समन्वा आत्म समर्पण करी, जिअत रही। उ आपन जिन्नगी क जुद्ध क लूट क माल क नाईं जीत लेब। 10 मइँ यरूसलेम नगर पइ विपत्ति ढावइ क निहचइ कइ लिहेउँ ह। मइँ सहर क मदद नाहीं करब।’“ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘मइँ यरूसलेम क नगर क बाबुल क राजा क देब। उ एका आगी स बारी।’ 11 “यहूदा क राज परिवार स इ कहा, यहोवा सँदेसा क सुना। 12 दाऊद क परिवार यहोवा इ कहत ह, ‘तू पचन्क रोज लोगन क निस्पच्छ निआव करइ चाही। अपराधियन स ओनके सिकारन क रच्छा करा। जदि तू पचे अइसा नाहीं करत्या तउ मइँ बहोत वोधित होबउँ। मोर किरोध अइसे आगी क तरह होइ जेका कउनो मनई बुझाइ नाहीं सकत। इ घटित होइ काहेकि तू बुरे करम किहा ह।’ 13 यरूसलेम, मइँ तोहरे बिरुद्ध हउँ। तू पर्वते क चोटी पइ बइठी अहा। तू इ घाटी क ऊपर एक रानी क तरह बइठी अहा। यरूसलेम क लोगो, तू पचे कहत अहा, ‘कउनो भी हम पइ आवमण नाहीं कइ सकत। कउनो भी हमरे मजबूत नगर मँ घुस नाहीं सकत।’ किन्तु यहोवा क हिआँ स उ सँदेस क सुना: 14 ‘तू पचे उ सजा पउब्या जेकर पात्र तू पचे अहा। मइँ तोहरे पचन्क बनन मँ आगी लगाउब। उ आगी तोहरे चारिहुँ ओर क हर एक चीज बारि देइ।’“

22:1 यहोवा कहेस, “यिर्मयाह राजा क महल क जा। यहूदा क राजा क लगे जा अउर हुआँ ओका उ सँदेसा क उपदेस द्या। 2 ‘यहूदा क राजा, यहोवा क हिआँ स सँदेसा सुना। तू दाऊद क सिंहासन स सासन करत अहा, एह बरे सुना। राजा, तू पचन्क अउर तोहरे अधिकारियन क इ अच्छी तरह सुनइ चाही। यरूसलेम क दुआरन स आवइवाले सबहिं लोगन क यहोवा क सँदेसा सुनइ चाही। 3 यहोवा कहत ह: उ सबइ काम करा जउन नीक अउ निआव स पूर्ण होइँ। उ मनई क रच्छा करा जेका डावूअन क जरिय लूट लीन्ह ग होइ। प्रवासी, अनाथ बच्चन अउ राँड़न क जिन दुःख द्या। बेगुनाह लोगन क जिन मारा। 4 “जदि तू एन आदेसन क पालन करत अहा तउ जउन घटित होइ उ इ अहइ: जउन राजा दाऊद क सिंहासने पइ बइठिहीं, उ पचे यरूसलेम नगर मँ इ महल क दुआरन स आवत रहिहीं। उ पचे राजा, ओनकर उत्तराधिकारी अउर ओनकर लोग रथन अउर घोड़न पइ चढ़िके अइहीं। 5 किन्तु जदि तू एन आदेसन क पालन नाहीं करब्या तउ यहोवा कहत ह: मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि राजा क महल ध्वस्त कइ दीन्ह जाइ इ ध्वस्त जगह क तरह रहि जाइ।’“ 6 यहोवा ओन महलन क बारे मँ इ कहत ह जेनमाँ यहूदा क राजा रहत हीं:“गिलाद वन क तरह इ महल ऊँचा अहइ। इ लबानोन पर्वत क समान ऊँचा अहइ। किन्तु मइँ ऍका फुरइ रेगिस्ताने सा बनाउब। इ महल उ नगर क तरह सूना होइ जेहमाँ कउनो मनई न रहत होइ। 7 मइँ लोगन क महल क नस्ट करइ पठउब। हर एक मनई क लगे आपन औजार होइहीं। उ सबइ लोग तोहार सबन्त उत्तिम देवदार सहतीर क काट डइहीं। अउर ओका आगी मँ लोकाइ देइहीं। 8 “अनेक रास्ट्रन स लोग इ नगर स गुजरिहीं। उ पचे एक दूसर स पूछिहीं, ‘यहोवा इ महान नगर यरूसलेम क संग अइसा भयंकर काम काहे किहस?’ 9 उ सवाल क जवाब इ होइ, ‘परमेस्सर यरूसलेम क नस्ट किहेस, काहेकि यहूदा क लोग यहोवा आपन परमेस्सर स संग कीन्ह गइ करार क मानब तजि दिहस। ओन लोग दूसर देवतन क पूजा अउर सेवा किहन।” 10 उ राजा बरे जिन रोआ जउन मरि गवा। ओकरे बरे जिन रोवा। किन्तु उ राजा बरे फूट-फूट के रोआ जउन हिआँ स जात अहइ। ओकरे बरे रोआ, काहेकि उ फुन कबहुँ वापस नाहीं आइ। सल्लूम (यहोसाहाज) आपन जन्मभूमि क फुन कबहुँ नाहीं लखी। 11 यहोवा योसिय्याह क पूत सल्लूम क बारे मँ जउन कहत ह, उ इ अहइ (सल्लूम आपन बाप योसिय्याह क मउत क पाछे यहूदा क राजा भवा।) “सल्लूम यरूसलेम स दूर चला गवा। उ फुन यरूसलेम क वापस नाहीं लौटी। 12 सल्लूम हुवँइ मरी जहाँ ओका मिस्री लइ जइहीं। उ इ भुइँया क फुन नाहीं लखी।” 13 राजा यहोयाकीम बरे इ बहोत बुरा होइ। उ बुरे करम करत अहइ एह बरे उ आपन महल बनाइ लेइ। उ लोगन क ठगत अहइ, एह बरे उ ऊपर कमरन बनाइ सकत ह। उ आपन लोगन स बेगार लेत अहइ। उ ओनके काम क मजदूरी नाहीं देत अहइ। 14 यहोयाकीम कहत अहइ, ‘मइँ अपने बरे एक ठु बिसाल महल बनाउब। मइँ दूसर मंजिल पइ बिसाल कमरन बनाउब।’ एह बरे उ बिसाल खिड़कियन वाला महल बनावत अहइ। उ देवदार क कड़ियन क दीवारन पइ मढ़ावत बाटइ अउर एन पाइ लाल रंग चढ़ावत अहइ। 15 यहोयाकीम, आपन घरे मँ देवदार क जियादा लकड़ी क उपयोग तोहका महान सम्राट नाहीं बनावत। तोहार बाप योसिय्याह भोजन पान पाइके सतंुट्ठ रहा। उ उ किहस जउन ठीक अउर निआवपूर्ण रहा। योसिय्याह उ किहस, एह बरे परमेस्सर ओका आसीस दिहा। 16 योसिय्याह दीन-दीन लोगन क मदद दिहस। योसिय्याह उ किहस, एह बरे ओकरे बरे सब कछू अच्छा भवा। यहोयाकीम ‘परमेस्सर क जानइ’ क का अरथ होत ह मोका जानइ क अरथ, ठीक रहब अउर निआवपूर्ण होब अहइ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 17 “यहोयाकीम, तोहार आँखिन सिरिफ तोहार आपन लाभ क लखत हीं, तू सदा ही आपन बरे जियादा स जियादा पावइ क सोचत अहा। तू निरपराध लोगन क मारइ बरे इच्छुक रहत अहा। तू दूसर लोगन क चीजन क चोरी करइ क इच्छुक रहत अहा।” 18 एह बरे योसिय्याह क पूत यहोयाकीम स यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: “यहूदा क लोग यहोयाकीम बरे रोइहीं नाहीं। उ पचे आपुस मँ इ नाहीं कहिहीं, ‘हे मोर भाई यहोयाकीम क बारे मँ एतना दुःखी हउँ। हे मोर बहिन, मइँ यहोयाकीम क बारे मँ एतना दुःखी हउँ। उ पचे ओकरे बरे रोइहीं नाहीं। मइँ उ पचे ओकरे बारे मँ नाहीं कहिहीं, ‘हे स्वामी, हम एतने दुःखी अही। हे राजा, हम एतने दुःखी अही।’ 19 यरूसलेम क लोग यहोयाकीम क एक ठु मरे गदहे क तरह दफनइहीं। इ पचे ओकरे ल्हास क दूर घसीट लइ जइहीं अउर उ पचे ओकरे ल्हास क यरूसलेम स दुआरे क बाहेर एक खेत मँ लोकाइ देइहीं। 20 यहूदा, लबानोन क पहाड़न पइ जा अउर चिल्लाअ। बासान क पहाड़न मँ आपन रोउब सुनाई पड़इ द्या। अबारीम क पहाड़न मँ जाइके चिल्लाअ। काहेकि तोहार सबहिं ‘प्रेमी’ नस्ट कइ दीन्ह जइहीं। 21 हे यहूदा जब तू आपन क सुरच्छित समुझा, किन्तु मइँ तोहका चिताउनी दिहेउँ, परन्तु तु सुनइ स इन्कार किहा अउर यहूदा जब स तू युवती रहिउ, तू मोर आग्या क पालन नाहीं किहा। 22 हे यहूदा, मोर सजा आँधी क तरह आइ अउर इ तोहार सबहिं गड़रियन (प्रमुखन) क उड़ाइ लइ जाइ। तोहार प्रेमियन क बन्दी बना लीन्ह जाइ। तब तू लज्जित होउबिउ। तू जउन कछू बुरे करम किहा, ओनके कारण अपमानित होउबिउ। 23 हे राजा, तू लबानोन स लीन्ह भवा ऐस व आराम क सामन स घेरा भवा सुरच्छित रहत ह। किन्तु तू फुरइ तब कराह उठब्या जब तोहका सजा मिली। तू बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह पीड़ित होब्या।” 24 इ सँदेसा यहोवा क अहइ: “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खात हउँ यहोयाकीम क पूत अउर यहूदा क राजा कोनयाह (यहोयाकीन) बरे कि जदि तू मोरे दाहिने हाथ क मुहर क अँगूठी (राजमुद्रा) होतेन तउ भी मइँ तोहका बाहेर निकार फेंकतेन। 25 कोन्याह मइँ तोहका बाबुल अउ कसदियन क राजा नबूकदनेस्सर क देब। उ पचे ही लोग अइसे अहइँ जेनसे तू डेरात ह। उ सबइ लोग तोहका मार डावइ चाहत हीं। 26 मइँ तोहका अउर महतारी क अइसे देस मँ लोकाउब कि जहाँ तू दुइनउँ मँ स कउनो भी पइदा नाहीं भवा रहा। तू अउर तोहार महतारी उहइ देस मँ मरिहीं। 27 उ पचे आपन भुइँया मँ जाइ क इच्छा करब्या, किन्तु उ पचन्क कबहुँ लउटइ नाहीं दीन्ह जाइ।” 28 कोन्याह उ टूट बर्तन क तरह अहइ जेका कउनो लोकाइ दिहेस ह। उ अइसे बर्तन क तरह अहइ जेका कउनो मनई नाहीं चाहत। कोन्याह अउर ओकर सन्तानन काहे बाहेर लोकाइ दीन्ह जइहीं? उ पचे कउनो भी बिदेस मँ काहे लोकावा जइहीं? 29 भुइँया, भुइँया, यहूदा क भुइँया। यहोवा क सँदेसा सुना। 30 यहोवा कहत ह, “कोन्याह क बारे मँ इ लिख ल्या: ‘उ अइसा मनई अहइ जेका भविस्स मँ अब बच्चन नाहीं होइहीं। कोन्याह आपन जिन्नगी मँ सफल नाहीं होइ। ओकर सन्तान मँ स कउनो भी यहूदा पइ सासन नाहीं करी।”‘

23:1 “यहूदा क गड़रियो क बरे इ बहोत बुरा होइ। उ सबइ गड़रियन भेड़िन क नस्ट करत अहइँ। उ पचे भेड़िन क मोर चरागाह स चारिहुँ कइँती भगावत अहइँ।” इ यहोवा क सँदेसा अहइ। 2 उ सबइ गड़रियन मोरे लोगन बरे उत्तरदायी अहइँ अउर इस्राएल क परमेस्सर यहोवा ओन गड़रियन स इ कहत ह, “गड़रियो, तू मोर भेड़िन क चारिहुँ कइँती भगाया ह। तू ओनका चला जाइ क मजबूर किहा ह। तू ओनकर देखरेख नाहीं रख्या ह। किन्तु मइँ तू लोगन क लखब, मइँ तू पचन्क बुरे करमन बरे सजा देब जउन तू किहा ह।” इ सँदेसा यहोवा क हिआँ स अहइ। 3 “मइँ आपन भेड़िन (लोगन) क अलग-अलग देसन मँ पठउब। किन्तु मइँ आपन ओन भेड़िन क एक संग बटोरब जउन बची रहि ग अहइँ अउर मइँ ओनका ओनकर चरागाह (देस) मँ लिआउब। जब मोर भेड़िन अपनी चरागाह मँ वापस अइहीं तउन ओनकर बहोत बच्चन होइहीं अउर ओनकर संख्या बढ़ि जाइ। 4 मइँ आपन भेड़िन बरे नवे गड़रियन राखब उ सबइ गड़रियन मोरे भेड़िन क देखरेख करिहीं अउर मोर भेड़िन भयभीत या डेरइहीं नाहीं। मोर भेड़िन मँ स कउनो हेरइहीं नाहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 5 यहोवा कहत ह: “समइ आवत अहइ जब मइँ दाऊद क वुल मँ एक ठु सच्चा “अंकुर” उगाउब। उ अइसा राजा होइ जउन बुद्धिमानी स सासन करी अउर उ उहइ करी जउन देस मँ उचित अउर निआउपूर्ण होइ। 6 उ सच्चे अंवुर क समइ मँ यहूदा क लोग सुरच्छित रहिहीं अउर इस्राएल सुरच्छित रही। ओकर नाउँ इ होइ यहोवा हमार सच्चाई अहइ।” 7 यहोवा कहत ह: “एह बरे समइ आवत अहइ जब लोग पुरान प्रतिग्या नाहीं करिहीं। जउन उ पहिले किया करत रहेन उ कहत रहे: ‘यहोवा क किरिया, जउन इस्राएल क लोगन क मिस्र देस स बाहेर लिआए रहा।’ 8 किन्तु अब लोग कछू नवा कहिहीं, ‘यहोवा जिअत अहइ, यहोवा ही उ अहइ जउन इस्राएल क लोगन क उत्तर क देस स बाहेर लिआवा। उ ओनका ओन सबहिं देसन स बाहेर लिआवा जेनमाँ उ ओनका पठए रहा।’ तब इस्राएल क लोग आपन देस मँ ही रहिहीं।” 9 नबियन बरे सँदेस अहइ: “मइँ बहोत दुःखी हउँ, मोर हिरदय विदीर्ण होइ ग अहइ। मोर सारी हड्डियन काँपत अहइँ। मइँ (यिर्मयाह) मतवाला क तरह अहउँ। काहे यहोवा अउर ओकर पवित्तर सँदेसा क कारण। 10 यहूदा अइसे लोगन स भरा अहइ जउन परमेस्सर बरे बिस्सासघाती अहइँ। यहोवा भुइँया क अभिसाप दिहस अउर इ बहोत झुराइ गइ। पौधन चरागाहन मँ झुरात अहइँ अउर मरत अहइँ। खेत रेगिस्ताने जइसा होइ ग अहइँ। नबियन बुरा करम करत ह अउर ओनकर सक्ती नकली अहइ। 11 नबी अउर याजक तलक भी पापी अहइँ। मइँ ओनका आपन मँन्दिर मँ पाप करत लखेउँ ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 12 एह बरे मइँ ओनका आपन सँदेस देब बन्द करब। इ अइसा होइ माना उ पचे अंधकार मँ चलइ क मजबूर कीन्ह ग होइँ। इ अइसा होइ माना नबियन अउर याजकन बरे फिसलइवाली सड़किया होइ। उ अँधियारी जगह मँ उ सबइ नबी अउ याजक गिरिहीं। मइँ ओन पइ बिपत्तियन ढाउब। उ समइ मइँ ओन नबियन अउर याजकन क सजा देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 13 “मइँ सोमरोन क नबियन क कछू बुरा करत लखेउँ। मइँ ओन नबियन क लबार बाल देवता क नाउँ भविस्सवाणी करत लखेउँ। ओन नबियन इस्राएल क लोगन स दूर भटकाएन। 14 “मइँ यहूदा क नबियन क यरूसलेम मँ बहोत भयानक करम करत लखेउँ। एन नबियन बिभिचार करइ क पाप किहन। उ पचे झूठी सिच्छन पइ बिस्सास किहन, अउर ओन लबार उपदेसन क कबूल किहन। उ पचे दुट्ठ लोगन क पाप करत रहइ क बरे उत्साहित किहन। एह बरे लोग पाप करब नाहीं तजेन। उ पचे सबहिं लोग एदोप नगर क तरह अहइँ। यरूसलेम क लोग मोरे बरे अमोरा नगर क तरह अहइ।” 15 एह बरे सर्वसवतीमान यहोवा नबियन क बारे मँ इ बातन कहत ह, “मइँ आव नबियन क दण्ड देब। उ सजा बिख स भरा भोजन पानी खाइ पिअइ जइसा होइ। नबियन आध्यात्मिक बीमारी पइदा किहन अउर उ बीमारी पूरे देस मँ फइल गइ। एह बरे मइँ ओन नबियन क सजा देब। उ बीमारी यरूसलेम मँ नबियन स आइ।” 16 सर्वसवतीमान इ सब कहत ह: “उ पचे नबी तू पचन स जउन कहइँ ओकर अनसुनी करा। उ पचे तू पचन्क मूरख बनावइ क जतन करत अहइँ। उ पचे नबी अन्तदर्सन करइ क बात करत हीं। किन्तु उ पचे आपन अन्त दर्सन मोहसे नाहीं पाउतेन। ओनकर अन्तदर्सन ओनकर मन क उपज अहइ। 17 कछू लोग यहोवा क सच्चे सँदेसा स घिना करत हीं। एह बरे उ सबइ नबी ओन लोगन स अलग-अलग कहत हीं। उ पचे कहत हीं, ‘तू सान्ति स रहब्या।’ कछू लोग बहोत हठी अहइँ। उ पचे उहइ करत हीं जउन उ पचे करइ चाहत हीं। एह बरे उ सबइ नबी कहत हीं, ‘तोहार पचन्क कछू भी बुरा नाहीं होइ।’ 18 किन्तु एन नबियन मँ स कउनो भी स्वर्गीय परिषद मँ सामिल नाहीं भवा ह। ओनमाँ स कउनो भी यहोवा क सँदेसा क न लखेस ह न ही सुनेस ह। ओनका स कउनो भी यहोवा क सँदेसा पइ गंभीरता स धियान नाहीं दिहेस ह। 19 अब यहोवा क हिआँ स सजा आँधी क तरह आइ। यहोवा क किरोध बौंड़र क तरह होइ। इ ओन दुट्ठ लोगन क मूँड़न क वुचरत भवा आइ। 20 यहोवा क किरोध तब तलक नाहीं रूकी जब तलक उ पचे जउन करइ चाहत हीं, पूरा न कइ लेइँ। जब उ दिन चला जाइ तब तू पचे एका ठीक ठीक समुझब्या। 21 मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ। किन्तु उ पचे आपन सँदेसा देइ दउड़ पड़ेन। मइँ ओनसे बातन नाहीं किहेउँ। किन्तु उ पचे मोर नाउँ क उपदेस दिहन। 22 जदि उ पचे मोर स्वर्गीय परिषद मँ सामिल भए होतेन तउ उ पचे यहूदा क लोगन क मोर सँदेसा दिए होतेन। उ पचे लोगन क बुरे करम करइ स रोक दिए होतेन। उ पचे लोगन क पाप करम करइ स रोक दिए होतेन।” 23 इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ परमेस्सर हउँ, हिआँ हुआ अउर सर्वत्र। मइँ बहोत दूर नाहीं हउँ। 24 कउनो मनई कउनो छिपइ क ठउरे मँ आपन क मोहसे छिपावइ जतन कइ सकत ह। किन्तु ओका लखि लेब मोरे लिए सहल अहइ। काहेकि मइँ सरग अउ धरती दुइनउँ पइ सर्वत्र हउँ।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 25 “अइसे नबी अहइँ जउन मोरे नाउँ पइ लबार उपदेस देत हीं। उ पचे कहत हीं, ‘मइँ एक सपन लखेउँ ह! मइँ एक सपन लखेउँ ह।’ मइँ ओनका उ सबइ बातन करत सुनेउँ ह। 26 इ कब तलक चलत रही? उ सबइ नबी झूठ ही क चिन्तन करत हीं अउर तब उ पचे उ झूठ क उपदेस लोगन क देत हीं। 27 इ सबइ नबी जतन करत हीं कि यहूदा क लोग मोर नाउँ बिसरि जाइँ। उ पचे इ काम क, आपुस मँ एक दूसर स कल्पित सपन कहिके करत अहइँ। इ सबइ लोग मोरे लोगन स मोर नाउँ वइसे ही बिसराइ देइ क जतन करत अहइँ जइसे ओनकर पुरखन मोका बिसरि गए रहेन। ओनकर पुरखन मोका बिसरि गएन अउर उ पचे लबार देवता बाल क पूजा किहन। 28 भूसा उ नाहीं अहइ जउन गोहूँ अहइ। ठीक उहइ तरह ओन नबियन क सपन मोर सँदेसा नाहीं अहइँ। जदि कउनो मनई आपन सपनन क कहइ चाहत ह तउ ओका कहइ द्या। किन्तु उ मनई क मोरे सँदेसा क सच्चाई क कहइ द्या जउन मोरे सँदेसा क सुनत ह। 29 मोर सँदेसा ज्वाला क तरह अहइ। इ उ हथौड़े क तरह अहइ जउन चट्टान क चूर्ण करत ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 30 “एह बरे मइँ लबार नबियन क खिलाफ हउँ। काहेकि उ पचे मोरे सँदेसा क एक दूसर स चोरावइ मँ लगा रहत हीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 31 “उ पचे आपन बात कहत हीं अउर देखावा इ करत हीं कि उ यहोवा सँदेसा अहइ। 32 मइँ ओन लबार नबियन क खिलाफ हउँ जउन सपन क उपदेस देत हीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ पचे आपन झूठ अउ झूठे उपदेसन स मोरे लोगन क भटकावत हीं। मइँ ओन नबियन क लोगन क उपदेस देइ बरे नाहीं पठएउँ। मइँ ओनका आपन बरे कछू करइ क आदेस कबहुँ नाहीं दिहेउँ। उ पचे यहूदा क लोगन क सहायता बिल्वुल नाहीं कइ सकतेन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 33 “यहूदा क लोग, नबी अथवा याजक तू पचन्स पूछ सकत हीं, यहोवा क ‘बोझ’ का अहइ?’ तू पचे ओनका जवाब द्या, ‘तू पचे ‘बोझ’ अहइ अउर मइँ तोहसे छुटकारा पाउब।” यहोवा कहत ह। 34 “कउनो नबी या याजक अथवा सायद लोगन मँ स कउनो कह सकत ह, ‘इ यहोवा स बोझ अहइ।’ उ मनई इ झूठ कहेस, एह बरे मइँ उ मनई अउर ओकरे पूरे परिवार क सजा देब। 35 जउन तू आपुस मँ एक दूसर स कहब्या उ इ अहइ: ‘यहोवा का जबाव दिहस?’ या ‘यहोवा का कहेस?’ 36 किन्तु तू पचे फुन इ भाव क कबहुँ नाहीं दुहरउब्या। यहोवा क ‘बोझ’ काहेकि ‘बोझ’ लोगन क खुद क सब्द अहइ। ऍह बरे तू पचे मोरे परमेस्सर, सजीव परमेस्सर, सर्वसक्तीमान यहोवा क सब्द क ‘बोझ’ बदल ह। 37 “जदि तू परमेस्सर क सँदेसा क बारे मँ जानइ चाहत अहा तब कउनो नबी स पूछा, ‘यहोवा तोहका का जवाब दिहस?’ या ‘यहोवा का कहेस?’ 38 किन्तु इ न कहा, ‘यहोवा क हिआँ स ‘बोझ’ का अहइ?’ जदि तू एन सब्दन क उपयोग करब्या तउ यहोवा तोहसे इ सब कही, ‘तोहका मोरे सँदेसा क यहोवा क हिआँ स ‘बोझ’ नाहीं कहइ चाही रहा।’ मइँ तोहसे ओन सब्दन क उपयोग न करइ क कहे रहेउँ। 39 किन्तु तू मोरे सँदेसा क बोझइ कहा, ‘एह बरे मइँ तोहका एक ‘बोझ’ क तरह उठाउब अउर आपन स दूर पटक देब। मइँ तोहरे पुरखन क यरूसलेम नगर दिहे रहेउँ। किन्तु अब मइँ तोहका अउर उ नगर क आपन स दूर लोकाइ देब। 40 मइँ सदा ही तोहका कलंकित बनाइ देब। तू कबहुँ आपन लज्जा क नाहीं बिसरब्या।”‘

24:1 यहोवा मोका इ सबइ चिजियन देखाइस: यहोवा क मन्दिर क समन्वा मइँ सजी भइ दुइ ठु अंजीर क टोकरियन लखेउँ। (मइँ इ अन्तदर्सन क बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क जरिये यकोन्याह क बन्दी बनाइ लीन्ह जाइ क पाछे लखेउँ। यकोन्याह राजा यहोयाकीम क पूत रहा। यकोन्याह अउ ओकर बड़के अधिकारी यरूसलेम स दूर पहोंचाइ दीन्ह ग रहेन। उ पचे बाबुल पहोंचावा ग रहेन। नबूकदनेस्सर यहूदा क सबहिं बढ़इयन अउ धातुकारन क लइ गवा रहा।) 2 एक ठु टोकरी मँ बहोत नीक अंजीर रहेन। उ सबइ ओन अंजीरन क तरह रहेन जउन मौसम क सुरूआत मँ पकत हीं। किन्तु दूसर टोकरी मँ सड़े गले अंजीर रहेन। उ सबइ एतने सड़े गले रहेन कि ओनका खावा नाहीं जाइ सकत रहा। 3 यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, तू का लखत अहा?” मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ अंजीर लखत हउँ। नीक अंजीर बहोत नीक अहइँ। अउर सड़े गले अंजीर बहोत ही सड़े गले अहइँ। उ सबइ एतने सड़े गले अहइँ कि खावा नाहीं जाइ सकतेन।” 4 तब यहोवा क सँदेसा मोका मिला। 5 इस्राएल क परमेस्सर यहोवा कहेस, “यहूदा क लोग आपन देस स लइ जावा गएन। ओनकर दुस्मन ओनका बाबुल लइ गवा। उ सबइ लोग एन नीक अंजीरन क तरह होइहीं। मइँ ओन लोगन पइ दाया करब। 6 मइँ ओनकर रच्छा करब। मइँ ओनका यहूदा देस मँ वापस लिआउब। मइँ ओनका चरिके लोकाउब नाहीं, मइँ फुन ओनकर निर्णय करब। मइँ ओनका उखाड़ब नाहीं अपितु रोपब जेहसे उ सबइ बाढ़इँ। 7 मइँ ओनका आपन क समुझइ क इच्छा रखइवाला बनाउब। उ पचे समझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। उ सबइ मोर लोग होइहीं अउर मइँ ओनकर परमेस्सर। मइँ इ करब काहेकि उ पचे बाबुल क बन्दी पूरे हिरदय स मोर सरण मँ अइहीं। 8 “किन्तु यहूदा क राजा सिदकिय्याह ओन अंजीरन क तरह अहइ जउने ऍतने सड़े गले अहइँ कि खावा नाहीं जाइ सकतेन। अउर ओकर बड़के अधिकारी, जउन यरूसलेम अउ मिस्र मँ रहत अहइँ ओन सड़े गले अंजीरन क तरह होइहीं। 9 “मइँ ओन लोगन क सजा देब। उ सजा पृथ्वी क सबहिं लोगन क हिरदय दहताइ देइ। लोग यहूदा क लोगन क मजाक उड़इहीं। लोग ओनके बारे मँ हसी उड़इहीं। लोग ओनका ओन सबहिं ठउरन पइ सराप देइहीं जहाँ ओनका मइँ बिखेरब। 10 मइँ ओनके विरूद्ध तरवारन, भुखमरी अउर बीमारियन पठउब। मइँ ओन पइ तब तलक हमला करब जब तलक कि उ पचे सबहिं मर नाहीं जातिन। तब उ पचे भविस्स मँ उ भुइँया पइ नाहीं रहिहीं जेका मइँ एनका तथा एनकर पुरखन क दिहे रहेउँ।”

25:1 इ उ सँदेसा अहइ, जउन यहूदा क सबहिं लोगन स सम्बन्धित, यिर्मयाह क मिला। इ सँदेसा यहोयाकीम क यहूदा मँ राज्जकाल क चउथे बरिस मँ आवा। यहोयाकीम योसिय्याह क पूत रहा। राजा क रूप मँ ओकरे राज्जकाल क चउथा बरिस उहइ रहा जउन बाबुल मँ नबूकदनेस्सर क पहिला बरिस रहा। 2 इ उहइ सँदेसा अहइ जेका यिर्मयाह नबी यहूदा क लोगन अउर यरूसलेम क लोगन क दिहस। 3 मइँ एन बीते तेईस बरिसन मँ यहोवा क सँदेसन क तोहका बार-बार दिहेउँ ह। मइँ यहूदा क राजा आमोन क पूत योसिय्याह क राज्जकाल मँ तेरहवाँ बरिस स नबी अहउँ। मइँ सुबह होत ही यहोवा क सँदेसन क तोहका दिहेउँ ह। किन्तु तू पचे ओका अनसुना किहा ह। 4 यहोवा आपन सेवक नबियन क तोहरे पास बार-बार पठएस ह। किन्तु तू ओनका अनसुना किहा ह। तू ओनकी कइँती तनिक भी धियान नाहीं दिहा ह। 5 ओन नबियन कहेन, “आपन जिन्नगी क बदला। ओन बुरे कामन क करब तजा। जदि तू बदल जाब्या, तउ तू उ भुइँया पइ वापस लउट अउर रह सकब्या जेका यहोवा तोहका अउर तोहरे पुरखन क बहोत पहिले दिहे रहा। उ इ भुइँया तोहका सदैव रहइ क दिहस। 6 दूसर देवतन क अनुसरण न करा। ओनकर सेवा या ओनकर पूजा न करा। इ सबइ कइके मोका किरोधित न करा, मोका तोहका सज़ा मत देइ द्या।” 7 “किन्तु तू मोर अनसुनी किहा।” यहोवा कहत ह। “आपन करम स तू मोका आपन ही चोट बरे किरोधित किहा ह।” 8 एह बरे सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह, “तू मोरे सँदेसा क अनसुना किहा ह। 9 एह बरे मइँ उत्तर क सबहिं परिवार समूहन क हाली बोलाउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ हाली ही बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क पठउब। उ मोर सेवक अहइ। मइँ ओन लोगन क यहूदा देस अउर यहूदा क लोगन क खिलाफ बोलाउब। मइँ ओनका तोहरे चारिहुँ कइँती क पड़ोसी रास्ट्रन क खिलाफ भी लिआउब। मइँ ओन सबहिं देसन क नस्ट करब। मइँ ओन देसन क सदैव बरे सूना रेगिस्तान बनाइ देब। लोग ओन देसन क लखिहीं अउर जउन बुरी तरह उ सबइ बर्बाद भएन ह ओह पइ सीटी बजइहीं। 10 मइँ ओन ठउरन पइ सुख अउर आनन्द क किलोलन क बन्द कइ देब। हुआँ भविस्स मँ दुलहा-दुलहिनन क उमंग भरी हँसी ठिठोली न होइ। मइँ चक्की चलावइ लोगन क गीतन क दूर कइ देब। मइँ दीयकन क उजाला खतम करब। 11 उ समूचा पहँटा ही सूना रेगिस्तान बन जाइ। उ पचे सारे लोग बाबुल क राजा क सत्तर बरिस तलक दास होइहीं। 12 “किन्तु जब सत्तर बरिस बीत जइहीं तउ मइँ बाबुल क राजा क सजा देब। मइँ बाबुल रास्ट्र क सजा देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ कसदियन क देस क ओनके पाप बरे दण्ड देब। मइँ उ देस क सदेव बरे रेगिस्तान बनाउब। 13 मइँ कहेउँ ह कि बाबुल पइ अनेक विपत्तियन अइहीं। उ सबइ बातन घटित होइहीं। यिर्मयाह ओन बिदेसी रास्ट्रन क बारे मँ उपदेस दिहे रहा अउर उ सबइ चितउनियन इ पुस्तक मँ लिखी अहइँ। 14 हाँ बाबुल क लोगन क कइउ रास्ट्रन अउर कइउ बड़के राजा लोगन क सेवा करइ पड़ी। मइँ ओनका ओकरे बरे ओनके उचित दण्ड देब जउन सब उ पचे करिहीं।” 15 इस्राएल क परमेस्सर यहोवा इ सब कहेस, “यिर्मयाह, इ दाखरस क पियाला मोरे हाथन स ल्या। इ मोर किरोध क दाखरस अहइ। मइँ तोहका अलग-अलग रास्ट्रन मँ पठवत अहउँ। ओन सबहिं रास्ट्रन क इ पियाला स पिआवा। 16 उ पचे इ दाखरस क पीइहीं। तब उ पचे उलटी करिहीं अउर पागलन सा बेउहार करिहीं। उ पचे इ ओन तरवारन क कारण अइसा करिहीं जेनका मइँ ओनके खिलाफ हाली पठउब।” 17 एह बरे मइँ यहोवा क हाथ स पियाला लिहेउँ। मइँ ओन रास्ट्रन मँ गएउँ अउर ओन लोगन क उ पियाले स पिलाएउँ। 18 मइँ दाखरस क यरूसलेम अउ यहूदा क लोगन क बरे ढालेउँ। मइँ यहूदा क राजा लोगन अउर प्रमुखन क इ पियाले स पियाएउँ। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि इ ठउर ऍतनी बुरी तरह स बर्बाद होइ जाइ कि लोग एकरे बारे मँ सीटी बजावइँ अउर इ ठउर क सराप देइँ अउर इ भवा, यहूदा अब उहइ तरह क अहइ। 19 मइँ मिस्र क राजा फिरौन क भी पियाले स पियाएउँ। मइँ ओनकर अधिकारियन, ओकर बड़के प्रमुखन अउर ओकर सबहिं लोगन क यहोवा क किरोध क पियाले स पियाएउँ। 20 मइँ सबहिं मिस्रित रास्ट्रन अउर अज़ देस क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ।मइँ पलिस्ती देस क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। इ सबइ अस्कलोन, अज्जा, एवोन अउर असदोद नगर क बचे भाग क राजा रहेन। 21 तब मइँ एदोम, मोआब अउर अम्मोन क लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। 22 मइँ सोर अउ सीदोन क राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। मइँ बहोत दूर क देसन क राजा लोगन क भी उ पियाले स पियाएउँ। 23 मइँ ददान, तेमा अउर बूज क लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। मइँ ओन सब क उ पियाले स पियाएउँ जउन आपन गाल क बारन क काटत हीं। 24 मइँ अरब क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। इ सबइ राजा रेगिस्ताने मँ रहत हीं। 25 मइँ जिम्री, एलाम अउर मादै क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। 26 मइँ उत्तर क सबहिं निचके अउ दूर क राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। मइँ एक क पाछे एक दूसर क पियाएउँ। मइँ पृथ्वी पइ क सबहिं राज्जन क यहोवा क किरोध उ पियाले स पियाएउँ। किन्तु बाबुल क राजा एन सबहिं दूसर रास्ट्रन क पाछे इ पियाले स पीइ। 27 “यिर्मयाह, ओन रास्ट्रन स कहा कि इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘मोर किरोध क इ पियाला क पिआ। ओकी पीइके मत्त होइ जा अउर उलटियन करा। भहराइ पड़ा अउ उठा नाहीं, काहेकि तोहका मार डावइ क मइँ तरवार पठवत हउँ।’ 28 “उ सबइ लोग तोहरे हाथे स पियाला लेइ स इन्कार करिहीं। उ पचे ऍका पिअइ स इन्कार करिहीं। किन्तु तू ओनसे इ कहब्या, ‘सर्वसवतीमान यहोवा इ बातन बतावत ह: ‘तू निहचय हीं इ पियाला स पीब्या। 29 मइँ आपन नाउँ पइ गोहरावा जाइवाले यरूसलेम नगर पइ पहिले ही बुरी विपत्तियन ढावइ जात हउँ। होइ सकत ह कि तू लोग सोचा कि तू पचन्क सजा नाहीं मिली। किन्तु तू पचे गलत सोचत अहा। तू पचन्क सजा मिली। मइँ पृथ्वी पइ सबहिं लोगन पइ हमला करइ बरे तरवार मँगावइ जात हउँ।’“ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 30 “यिर्मयाह, तू ओनका इ सँदेसा देब्या: ‘यहोवा ऊँच अउ पवित्तर मन्दिर स गरजत बाटइ। यहोवा आपन चरागाह क खिलाफ चिचियाइके कहत अहइ। ओकर चिल्लाहट वइसी ही ऊँच अहइ, जइसे ओन लोगन क, जउन अगूंरन क दाखरस बनावइ बरे गोड़न स वुचरत हीं। 31 उ चिल्लाहट पृथ्वी क सबहिं लोगन तलक जात ह। यहोवा क रास्ट्र क खिलाफ सिकायत अहइ। उ सबहिं लोगन क खिलाफ कानूनी दोख दर्ज करत ह। उ कसूरवार क तरवार स मउत क सज़ा देब।”‘ यहोवा कहत ह। 32 सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह: “एक देस स दूसर देस तलक हाली ह बरबादी आइ। उ सवतीसाली आँधी क तरह पृथ्वी क सबहिं बहोत दूर क देसन मँ आइ।” 33 ओन लोगन क ल्हासन एक देस क सिरे स दूसर सिरे क पहोंचहीं। कउनो भी ओन मरन बरे नाहीं रोइ। कउनो भी यहोवा क जरिये मारे गए ओनकर ल्हासन क बटोरी नाहीं अउर बटोरी नाहीं। उ पचे गोबरे क नाईर् भुइँया पइ पड़े तजि दीन्ह जइहीं। 34 गड़रियो, जोर स चिल्लाब सुरू करा। भेड़िन क प्रमुखो, पीरा स तड़पत भए जमीन पइ लोटा। काहेकि अब तोहरे सबन्क मउत क घाट उतारा जाइ क समइ आवत अहइ। मइँ तू सबइ क टूट घड़न क ठीकरन क तरह चारिहुँ कइँती बिखरिहीं। 35 गड़रियो क छुपइ बरे कउनो ठउर नाहीं होइ। उ सबइ प्रमुख बचिके नाहीं निकरि पइहीं। 36 मइँ गड़रियन क सोर मचाउब सुनत हउँ। मइँ भेड़िन क प्रमुखन क रोउब सुनत हउँ। यहोवा ओनकर चरागाह (देस) क नस्ट करत अहइ। 37 उ सबइ सान्त चरागाहन सूना रेगिस्तान जइसा अहइँ। इ भवा, काहेकि यहोवा बहोत कोहान अहइ। 38 यहोवा आपन माँद तजत भए सेर क तरह खतरनाक अहइ। यहोवा कोहान अहइ। यहोवा क किरोध ओन लोगन क चोट पहोंचाइ। ओनकर देस सूना रेगिस्तान बन जाइ।

26:1 योसिय्या राजा क पूत यहोयाकीम क यहूदा पइ राज्ज करइ क पहिले बरिस यहोवा क इ सँदेसा मिला। 2 यहोवा कहेस, “यिर्मयाह, यहोवा क मन्दिर क आँगन मँ खड़ा ह्वा। यहूदा क ओन सबहिं लोगन क इ सँदेसा द्या जउन यहोवा क मन्दिर मँ पूजा करइ आवत अहइँ। तू ओनसे उ सब कछू कहा जउन मइँ तोहसे कहइ क कहत हउँ। मोरे सँदेसा क कउनो हींसा क जिन तजा। 3 होइ सकत ह उ पचे मोरे सँदेसा क सुनइँ अउर ओकरे अनुसार चलइँ। होइ सकत ह उ पचे अइसी बुरी जिन्नगी बिताउब तजि देइँ। जदि तू पचे बदल जाइँ तउ मइँ ओनका सजा देइ क जोजना क बारे मँ, आपन निर्णय क बदल सकत हउँ। मइँ ओनका उ सजा देइ क जोजना बनावत हउँ काहेकि उ पचे अनेक बुरे करम किहेन ह। 4 तू ओनसे कहब्या, ‘यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: मइँ आपन उपदेस तू पचन्क दिहेउँ। तू पचन्क मोर आग्या क पालन करइ चाही अउर मोर उपदेसन पइ चलइ चाही। 5 तू पचन्क मोरे सेवकन क उ सबइ बातन सुनई चाही जउन उ पचे तोहसे कहइँ। (नबी मोर सेवक अहइँ) मइँ नबियन क बार-बार तोहरे पचन्क लगे पठ एउँ ह किन्तु तू पचे ओनकर अनसुनी कइ दिहा ह। 6 जदि तू पचे मोर आग्या क पालन नाहीं करत्या तउ मइँ आपन यरूसलेम क मन्दिर क सीलो क पवित्तर तम्बू क तरह कइ देब। समूची दूनिया क लोग दूसर नगरन बरे बिपत्ति माँगइ क समइ यरूसलेम क बारे मँ सोचिहीं।”‘ 7 याजकन, नबियन अउर सबहिं लोग यहोवा क मन्दिर मँ यिर्मयाह क इ सबइ कहत सुनेन। 8 यिर्मयाह उ सब कछू कहब पूरा किहेस जेका यहोवा लोगन स कहइ क आदेस दिहे रहा। तब याजकन, नबियन अउ लोग यिर्मयाह क धइ लिहेन। उ पचे कहेन, “अइसी भयंकर बातन करइ क कारण तू मरब्या। 9 यहोवा क नाँउ पइ अइसी बातन करइ क हिम्मत तू कइसे करत अहा? तू इ कइसे कहइ क साहस करत अहा कि इ मन्दिर सीलो क मन्दिर क तरह नस्ट होइ? तू इ कहइ क हिम्मत कइसे करत अहा कि यरूसलेम बिना कउनो निवासी क रेगिस्तान बन जाइ।” सबहिं लोग यिर्मयाह क चारिहुँ कइँती यहोवा क मन्दिर मँ बटुर गएन। 10 इ तरह यहूदा क सासक लोग ओन सारी घटनन क सुनेन जउन घटित होत रहीं। एह बरे उ पचे राजा क महल स बाहेर आएन। उ पचे यहोवा क मन्दिर क गएन। हुआँ उ पचे यहोवा क मन्दिर क नवे फाटक क प्रवेस क ठउरे पइ बइठ गएन। नवा फाटक उ फाटक अहइँ जहाँ स यहोवा क मन्दिर क जात हीं। 11 तब याजकन अउर नबियन सासक लोगन अउ सबहिं लोगन स बातन किहन। उ पचे कहेन, “यिर्मयाह मार डावा जाइ चाही। इ यरूसलेम क बारे मँ बुरा कहेस ह। तू ओसे बातन कहत सुन्या।” 12 तब यिर्मयाह यहूदा क सबहिं सासकन अउ दूसर सबहिं लोगन स बात किहस। उ कहेस, “यहोवा मोका इ मन्दिर अउर इ नगर क बारे मँ बातन कहइ बरे पठएस। जउन सब तू पचे सुन्या ह उ यहोवा क हिआँ स अहइ। 13 तू लोगन क आपन जिन्नगी बदलइ चाही। तोहका पचन्क नीक काम करब सुरू करइ चाही। तू पचन्क आपन यहोवा परमेस्सर क आग्या मानइ चाही। जदि तू पचे अइसा करब्या तउ यहोवा आपन इरादा बदल देइ। यहोवा उ सबइ बुरी विपत्तियन नाहीं लिआइ। जेनके घटित होइ क बारे मँ उ कहेस। 14 जहाँ तलक मोर बात अहइ, मइँ तू पचन्क बस मँ हउँ। मोरे संग उ करा जउन तू नीक अउ ठीक समुझत अहा। 15 किन्तु जदि तू मोका मार डउब्या तउ एक बात निहचित समझा। तू एक निरपराध मनई क मारइ क अपराधी होब्या। तू इ नगर अउर एहमाँ जउन रहत हीं ओनका भी अपराधी बनउब्या। फुरइ, यहोवा मोका तोहरे पचन्क लगे पठएस ह। जउन सँदेसा तू सुन्या ह, फुरइ, यहोवा क अहइ।” 16 तब सासक अउर सबहिं लोग बोल पड़ेन। ओन लोग याजकन अउ नबियन स कहेन, “यिर्मयाह, नाहीं मारा जाइ चाही। यिर्मयाह जउन कछू कहेस ह उ हमरे यहोवा परमेस्सर क ही वाणी अहइ।” 17 तब अग्रजन मँ स कछू खड़े भएन अउर उ पचे सब लोगन स बातन किहन। 18 उ पचे कहेन, “मीकायाह नबी मोरसोती नगर क रहा। मीकायाह ओन दिनन नबी रहा जउने दिनन हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा। मीकायाह यहूदा क सबहिं लोगन स इ कहेस: सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह:“सिय्योन एक ठु जुता भवा खेत बनी। यरूसलेम चट्टानन क ढेर होइ। जउने पहाड़ी पइ मन्दिर बना अहइ ओह पइ बृच्छ उगिहीं।” मीका 3:12 19 “हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा अउर हिजकियाह मीकाय्याह क नाहीं मारेस। यहूदा क कउनो मनई मीकायाह क नाही मारेन। तू पचे जानत अहा हिजकिय्याह यहोवा क सम्मान करत रहा। उ यहोवा क खुस करइ चाहत रहा। यहोवा कह चुका रहा कि उ यहूदा क बुरा करी। किन्तु हिजकिय्याह यहोवा स पराथना किहस अउर यहोवा आपन इरादा बदल दिहस। यहोवा उ सबइ बुरी विपत्तियन नाहीं आवइ दिहस। जदि हम लोग यिर्मयाह क चोट पहोंचाउब तउ हम लोग अपने उपर विपत्तियन बोलाउब अउर उ सबइ बिपत्तियन हम लोगन क अपने दोख क कारण होइहीं।” 20 अतीत काल मँ एक दूसर मनई रहा जउन यहोवा क सँदेसा क उपदेस देत रहा। ओकर नाउँ ऊरिय्याह रहा। उ समाय्याह नाउँ क मनई क पूत रहा। ऊरिय्याह, किर्यत्यारीम नगर क रहा। ऊरिय्याह इ नगर अउर देस क बिरुद्ध उहइ उपदेस दिहस जउन यिर्मयाह दिहेस ह। 21 राजा यहोयाकीम ओकर सेना अधिकारी अउर यहूदा क प्रमुख लोग ऊरिय्याह क उपदेस सुनेन। उ पचे कोहाइ गएन। राजा यहोयाकीम ऊरिय्याह क मार डावइ चाहत रहा। किन्तु ऊरिय्याह क पता चला कि यहोयाकीम ओका मार डावइ चाहत ह। ऊरिय्याह डेराइ गवा अउर उ मिस्र देस क पराइ निकरा। 22 किन्तु यहोयाकीम एलनातान नाउँ क एक मनई तथा वुछ लोगन क मिस्र पठएस। एलनातान अकबोर नाउँ क मनई क पूत रहा। 23 उ सबइ लोग ऊरिय्याह क मिस्र स वापस लइ आएन। तब उ सबइ लोग ऊरिय्याह क राजा यहोयाकीम क लगे लइ गएन। यहोयाकीम ऊरिय्याह क तरवारे क घाट उतार देइ क आदेस दिहस। ऊरिय्याह क ल्हास उ कब्रिस्तान मँ लोकाइ दीन्ह गवा जहाँ गरीब लोग दफनाया जात रहेन। 24 किन्तु साफान क पूत अहीकाम यिर्मयाह क साथ दिहेस अउ ओका लोगन क हाथ स मरइ स बचाएस।

27:1 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। यहूदा क राजा सिदकिय्याह क राज्जकाल क चउथे बरिस उ आवा। सिदकिय्याह राजा योसिय्याह क पूत रहा। 2 यहोवा मोहसे जउन कहेस, उ इ अहइ: “यिर्मयाह छड़ अउर चमड़े क पट्टियन स जुआ बनावा। उ जुआ क आपन गटइया पइँ रखा। 3 तब एदोम, मोआब, अम्मोन सोर अउर सीदोन क राजा लोगन क कइँती ओनका पठवा। इ सबइ सँदेसन एन राजा लोगन क राजदूतन क जरिये पठवा जउन यहूदा क राजा सिदकिय्याह स मिलइ यरूसलेम आवा अहइँ। 4 ओन राजदूतन स कहा कि उ पचे सँदेसा आपन सुआमियन क द्या। ओनसे इ कहा कि इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह: ‘आपन सुआमियन स कहा कि 5 मइँ पृथ्वी अउर ऍह पइ रहइवाले सबहिं लोगन क बनाएउँ। मइँ पृथ्वी क सबहिं जनावरन क बनाएउँ। मइँ इ आपन बड़की सवती अउर सवतीसाली भुजा स किहेउँ। मइँ इ पृथ्वी कउनो क भी चाहउँ दइ सकत हउँ। 6 इ समइ मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क इ सबइ भुइँया दइ दिहेउँ। उ मोर सेवक अहइ। मइँ जंगली जनावरन क भी ओकरे आग्याकारी बनाउब। 7 सबहिं रास्ट्र नबूकदनेस्सर ओकर पूत अउर ओकर पौत्र क सेवा करिहीं। तब बाबुल क पराजय क समइ आइ। कइउ रास्ट्र अउर बड़के सम्राट बाबुल क आपन सेवक बनइहीं। 8 “‘किन्तु इ समइ कछू रास्ट्र या राज्ज बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क सेवा करइ स इन्कार कइ सकत हीं। उ पचे ओकरे जुआ क आपन गटइया पइ धरइ स इन्कार कइ सकत हीं। जदि अइसा होत ह तउ जउन मइँ करब उ इ अहइ: मइँ उ रास्ट्र क तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी क सजा देब,’“ यहोवा कहत ह। “‘मइँ उ तब तलक करब जब तलक मइँ उ रास्ट्र क नस्ट न कइ देउँ। मइँ नबूकदनेस्सर क उपयोग उ रास्ट्र क नस्ट करइ क बरे करब जउन ओकरे बिरुद्ध करत ह। 9 एह बरे आपन नबियन क एक स सुना। ओन मनइयन क एक न सुना जउन भविस्स क घटनन क जानइ बरे जादू क उपयोग करत हीं। ओन लोगन क एक न सुना जउन इ कहत हीं कि हम सपन क फल बताइ सकित ह। ओन मनइयन क एक न सुना जउन मरन स बात करत हीं या उ सबइ लोग जउन जादूगर अहइँ। उ पचे सबहिं तू पचन्स बातन करत हीं, “तू पचे बाबुल क राजा क दास नाहीं बनब्या।” 10 किन्तु उ सबइ लोग तू पचन्स झूठ बोलत हीं। मइँ तू पचन्क तोहरे पचन्क जन्मभूमि म दूर जाइ पइ बिबस करब अउर तू पचे दूसर देस मँ मरब्या। 11 “‘किन्तु उ सबइ रास्ट्र जउन बाबुल क राजा क जुआ क आपन वंधन पइ धरिहीं अउर ओकर आग्या मानिहीं, जिअत रहिहीं। मइँ ओन रास्ट्रन क ओनके आपन देस मँ रहइ देब।’“ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘ओन रास्ट्रन क लोग आपन भुइँया पइ रहिहीं अउर ओह पइ खेती करिहीं। 12 “‘मइँ यहूदा क राजा सिदकिय्याह क भी इहइ सँदेसा दिहउँ। मइँ कहेउँ, “सिदकिय्याह, तोहका बाबुल क राजा क जुआ क खाले आपन गटइ देइ चाही अउर ओकर आग्या मानइ चाही। जदि तू बाबुल क राजा अउर ओकर लोगन क सेवा करब्या तउ तू रहि सकब्या। 13 जदि तू बाबुल क राजा क सेवा करब कबूल नाहीं करत्या तउ तू अउर तोहार लोग दुस्मन क तरवार क घाट उतारा जइहीं, तथा भूख अउर भयंकर बीमारी स मरिहीं। यहोवा कहेस कि इ सबइ घटनन होइहीं। 14 किन्तु लबार नबी कहत अहइँ: तू बाबुल क राजा क दास कबहुँ नाहीं होब्या।“‘ओन नबियन क एक न सुना। काहेकि उ पचे तोहका झूठा उपदेस देत अहइँ। 15 मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ ह।”‘ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘उ पचे झूठ उपदेस देत अहइँ अउर कहत अहइँ कि उ सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। एह बरे यहूदा क लोगो, मइँ तोहका पचन्क दूर पठउब। तू पचे मरब्या अउर उ सबइ नबी भी जउन झूठ उपदेस देत अहइँ मरिहीं।” 16 तब मइँ (यिर्मयाह) याजक अउर ओन सबहिं लोगन स कहेस, “यहोवा कहत ह: ‘उ पचे लबार नबी कहत अहइँ, कसदियन बहोत स चिजियन यहोवा क मन्दिर स लिहन। उ सबइ चिजियन हाली ही वापस लिआइ जइहीं।’ ओन नबियन क एक न सुना काहेकि उ पचे तू पचन्क झूठ उपदेस देत अहइँ। 17 ओन नबियन क एक न सुना। बाबुल क राजा क सेवा करा अउर तू पचे जिअत रहब्या। तोहरे पचन्क बरे कउनो कारण नाहीं कि तू पचे यरूसलेम सहर क बर्बाद करवाआ। 18 जदि उ सबइ लोग नबी अहइँ अउर ओनके लगे यहोवा क सँदेसा अहइ तउ ओनका पराथना करइ द्या। ओन चीजन क बारे मँ ओनका पराथना करइ द्या जउन अबहिं तलक राजा क महल मँ अहइँ अउर ओनका ओन चिजियन क बारे मँ ओनका पराथना करइ द्या जउन अबहिं तलक राजा क महल मँ अहइँ ओनका ओन चिजियन क बारे मँ पराथना करइ द्या जउन अब तलक यरूसलेम मँ अहइँ। ओन नबियन क पराथना करइ द्या ताकि उ पचे सबहिं चिजियन बाबुल नाहीं लइ जाइ जाइँ।” 19 सर्वसवतीमान यहोवा ओन सबइ चिजियन क बारे मँ इ कहत ह जउन अबहिं तलक यरूसलेम मँ बची रहि गइ अहइँ। मन्दिर मँ खम्भा, काँसा क बना सागर, हटावइ जोग्ग आधार अउर दूसर चिजियन अहइँ। बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर ओन चिजियन क यरूसलेम मँ तजि दिहन। 20 नबूकदनेस्सर जब यहूदा क राजा यकोन्याह क बन्दी बनाइके लइ गवा तब ओन चिजियन क नाहीं लइ गवा। यकोन्याह राजा यहोयाकीम क पूत रहा। नबूकदनेस्सर यहूदा अउर यरूसलेम क दूसर बड़के लोगन क भी लइ गवा। 21 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा मन्दिर मँ बची, राजमहल मँ बची अउर यरूसलेम मँ बची चिजियन क बारे मँ इ कहत ह, “उ सबइ चिजियन भी बाबुल लइ जाइ जइहीं। 22 उ सबइ चिजियन बाबुल मँ तब तलक रहिहीं जब तलक उ समइ आइ कि मइँ ओनका लेइ जाब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “तब मइँ ओन चिजियन क वापस लिआउब। मइँ ओन चिजियन क इ ठउरे पइ वापस रखब।”

28:1 यहूदा मँ सिदकिय्याह क राज्जकाल क चउथे बरिस क पाँचवे महीना मँ अज्जू क पूत, गिबोन क हनन्याह नबी मोहसे बात किहस। हनन्याह यहोवा क मन्दिर मँ याजक अउर दूसर लोगन क समन्वा मोहसे बात किहेस। हनन्याह जउन कहेस उ इ अहइ: 2 “इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह, ‘मइँ उ जुए क तोड़ डाउब जेका बाबुल क राजा यहूदा क लोगन पइ रखा ह। 3 दुइ बरिस पूरा होइ क पहिले मइँ ओन चिजियन क वापस लइ आउब जेनका बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर यहोवा क मन्दिर स बाबुल लइ गवा ह। 4 मइँ यहूदा क राजा यकोन्याह क भी वापस हिआँ स लइ आउब। यकोन्याह, यहोयाकीम पूत अहइ मइँ ओन सबहिं यहूदा क लोगन क वापस लि आउब जेनका नबूकदनेस्सर आपन घर तजइ अउर बाबुल जाइ क मजबूर किहस।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘एह बरे मइँ उ जुए क तोड़ देब जेका बाबुल क राजा यहूदा क लोगन पइ रखेस ह।’“ 5 तब यिर्मयाह नबी हनन्याह नबी स यहोवा मन्दिर मँ याजकन अउर ओन सबहिं लोगन क समन्वा जउन यहोवा क मन्दिर मँ उपस्थित रहब, कहब्या। 6 यिर्मयाह हनन्याह स कहेस, “आमीन! मोका आसा अहइ कि यहोवा निहचय ही अइसा करी। मोका आसा अहइ कि यहोवा उ सँदेसा क फुरइ घटित करी जउन तू देत अहा। मोका आसा अहइ कि यहोवा आपन मन्दिर क चिजियन क बाबुल स उ ठउरे पइ वापस लिआइ अउर मोका आसा अहइ कि यहोवा ओन सबहिं लोगन क इ ठउरे पइ वापस लिआइ जउन आपन घरन क तजइ क बिवस कीन्ह ग रहेन। 7 “किन्तु हनन्याह उ सुना जउन मोका कहइ चाही। उ सुना जउन मइँ सबहिं लोगन स कहत हउँ। 8 हनन्याह हमरे अउर तोहरे नबी होइ के बहोत पहिले भी नबी रहेन। उ पचे भविस्सवाणी किहे रहेन कि जुद्ध, भुखमरी अउर भयंकर बीमारियन अनेक देसन अउर राज्जन मँ अइहीं। 9 मुला उ नबी क जाँचा इ जानइ बरे होइ चाही कि ओका यहोवा फुरइ पठएस ह जउन इ कहत ह कि हम लोग सान्ति क साथ रहब। जदि उ नबी क सँदेसा फुरइ घटित होत ह तउ लोग समुझ सकत हीं कि फुरइ ही उ यहोवा क जरिये पठवा गवा ह।” 10 यिर्मयाह आपन गटइ पइ एक जुआ धरे रहा। तब हनन्याह नबी उ जुआ क यिर्मयाह क काँधन स उतार लिहस। हनन्याह उ जुआ क तोड़ डाएस। 11 तब हनन्याह सबहिं लोगन क समन्वा बोला। उ कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘इहइ तरह मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क जुआ क तोड़ देब। उ उ जुआ क दुनिया क सबहिं रास्ट्रन पइ धरेस ह। किन्तु मइँ उ जुआ क दुइ बरिस बीतइ स पहिले ही तोड़ देब।’“हनन्याह क उ कहइ क बाद यिर्मयाह मन्दिर क तजिके चला गवा। 12 तब यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। इ तब भवा जब हनन्याह यिर्मयाह क गटइ स जुआ क उतार लिहे रहा अउर ओका तोड़ डाए रहा। 13 यहोवा यिर्मयाह स कहेस, “जा अउर हनन्याह स कहा, ‘यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: तू एक ठु काठे क जुआ तोड़्या ह। किन्तु मइँ काठ क जगह एक ठु लोहा क जुआ बनाउब।’ 14 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, ‘मइँ एन सबहिं रास्ट्रन क गटइ पइ लोहा क जुआ धरब। मइँ इ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क ओनसे सेवा कराबइ बरे करब अउर उ पचे ओकर दास होइहीं। मइँ नबूकदनेस्सर क जंगली जनावरन पइ भी सासन क अधिकार देब।”‘ 15 तब यिर्मयाह नबी हनन्याह नबी स कहेस, “हनन्याह, सुना! यहोवा तोहका नाहीं पठएस। यहोवा तोहका नाहीं पठएस किन्तु तू यहूदा क लोगन क झूठ मँ बिस्सास कराया। 16 एह बरे यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ, ‘हनन्याह मइँ तोहका हाली ही इ संसार स उठाइ लेब। तू इस बरिस मरब्या। काहेकि तू लोगन क यहोवा क खिलाफ जाइ क सिच्छा दिहा ह।’“ 17 हनन्याह उहइ बरिस क सतएँ महीने मरि गवा।

29:1 यिर्मयाह बाबुल मँ बन्दी यहूदियन क एक पत्र पठएस। उ एका अग्रजन, याजकन, नबियन अउर बाबुल मँ रहइवाले सबहिं बन्दी यहूदियन क पठएस। इ सबइ उ पचे लोग रहेन जेनका नबूकदनेस्सर यरूसलेम मँ पकड़े रहा अउर बाबुल लइ गवा। 2 इ पत्र राजा यकोन्याह, राजमाता, अधिकारी, यहूदा अउर यरूसलेम क प्रमुख, बढ़ई अउर ठठेरन क यरूसलेम स लइ जावा जाइ क पाछे पठवा गवा रहा। 3 सिदकिय्याह एलासा अउर गमर्याह क राजा नबूकदनेस्सर क लगे पठएस। सिदकिय्याह यहूदा क राजा रहा। एलासा सापान क पूत रहा अउर गमर्याह हिल्किय्याह क पूत रहा। यिर्मयाह उ पत्र क ओन लोगन क बाबुल लइ जाइ बरे दिहस। पत्र मँ जउन लिखा रहा उ इ अहइ: 4 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा इ सबइ बातन ओन सबहिं लोगन स कहत ह जेनका बन्दी क रूप मँ उ यरूसलेम स बाबुल पठए रहा: 5 “घर बनावा अउर ओहमाँ रहा। उस देस मँ बस जा। पौधन लगावा अउर आपन आइ भइ फसल स भोजन पावा। 6 बियाह करा अउ बेटा-बिटिया पइदा करा। आपन पूतन बरे मेहररूअन हेरा अउर आपन बिटियन क बियाह करा। इ एह बरे करा जेहसे ओनके भी लरकन अउ लड़कियन होइँ बहोत स बच्चन पइदा करा अउर बाबुल मँ आपन गिनती बढ़ावा। आपन गिनती जिन घटावा। 7 मइँ जउने नगर मँ तू पचन्क पठउँ ओकरे बरे नीक काम करा। जउने नगर मँ तू पचे रहा ओकरे बरे यहोवा स पराथना करा। काहेकि जदि उ नगर मँ सान्ति रही तउ तू पचन्क भी सान्ति मिली।” 8 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “आपन नबियन अउर जादूगरन क आपन क मूरख मत बनावइ द्या। ओनकर ओन सपनन क बारे मँ न सुना जेनका उ पचे लखत हीं। 9 उ पचे झूठा उपदेस देत हीं अउर उ पचे इ इ कहत हीं कि ओनकर सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। किन्तु मइँ ओका नाहीं पठएउँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 10 यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: “बाबुल सत्तर बरिस तलक सवतीसाली रही। ओकरे पाछे बाबुल मँ रहइवाले लोगो, मइँ तोहरे पचन्क लगे आउब। मइँ तोहका पचन्क वापस यरूसलेम लिआवइ क सच्ची प्रतिग्या पूरी करब। 11 मइँ इ एह बरे कहत हउँ काहेकि मइँ ओन आपन जोजनन क जानत हउँ जउन तोहरे पचन बरे अहइँ।” मइँ तू पचन्क चोट पहोंचावइ क जोजना नाहीं बनावत हउँ। मइँ तू पचन्क आसा अउर उज्ज्वल भविस्स देइ क जोजना बनावत हउँ। 12 तब तू लोग मोर नाउँ लेब्या। तू लोग मोरे लगे अउब्या अउर मोर पराथना करब्या अउर मइँ तोहार पचन्क बातन पइ धियान देब। 13 तू लोग मोर खोज करब्या अउर तू पचे मोका पउब्या काहेकि तू इमानदरी स मोर खोज करब्या। 14 मइँ आपन क तू पचन्क प्राप्त होइ देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ तू पचन्क तोहरे सबन्क बन्दीखाने स वापस लिआउब। मइँ तू पचन्क इ ठउर तजइ क विवस किहस। किन्तु मइँ तू पचन्क ओन सबहिं रास्ट्रन अउ ठउरन स एकट्ठा करब जहाँ मइँ तू पचन्क पठएउँ ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ वापस लिआउब।” 15 तू लोग इ कहि सकत ह, “किन्तु यहोवा हमका हिआँ बाबुल मँ नबी दिहेस ह।” 16 किन्तु यहोवा तोहरे पचन्क ओन सबंधियन क बारे मँ जउन बाबुल नाहीं लइ जावा गए इ कहत ह: मइँ उ राजा क बारे मँ बात कहत हउँ जउन इ समइ दाऊद स राजसिंहासन पइ बइठा अहइ अउर ओन सबहिं दूसर लोगन क बारे मँ जउन अब भी यरूसलेम नगर मँ रहत हीं। 17 सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “मइँ हाली ही तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी ओन लोगन क खिलाफ पठउब जउन अब भी यरूसलेम मँ अहइँ अउर मइँ ओनका उ सबइ ही सड़े गले अंजीर बनाउब जउन खाइ जोग्ग नाहीं। 18 मइँ ओन लोगन क पाछा जउन अभी भी यरूसलेम मँ अहइँ, तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी स करब अउर मइँ एका अइसा कइ देब कि पृथ्वी क सबहिं राज्ज इ लखिके डेराब कि एन लोगन क संग का घटित होइ ग अहइ। उ सबइ लोग बर्बाद कइ दीन्ह गएन। लोग जब ओन घटित घटनन क सुनिहीं तउ अचरज स सिसकारी भरिहीं अउर जब लोग कउनो लोगन बरे अभिसाप करिहीं तउ उ पचे एका उदारहण रूप मँ उपयोग करिहीं। मइँ ओन लोगन क जहाँ कहूँ जाइ क बिबस करब, लोग हुआँ ओनकर अपमान करिहीं। 19 मइँ ओन सबहिं घटनन क घटित कराउब काहेकि यरूसलेम क ओन लोग मोरे सँदेसा क अनसुना किहन ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ आपन सँदेसा ओनके लगे बार-बार पठएउँ। मइँ आपन सेवक नबियन क ओन लोगन क आपन सँदेसा देइ क पठएउँ। किन्तु लोग ओनका अनसुना किहन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 20 “तू लोग बन्दी ह्वा। मइँ तू पचन्क यरूसलेम तजइ अउर बाबुल जाइ क मजबूर किहेउँ। एह बरे यहोवा सँदेसा सुना।” 21 सर्वसवतीमान यहोवा कोलायाह क पूत अहाब अउर मासेयाह क पूत सिदकिय्याह क बारे मँ इ कहत ह: “इ दुइनउँ मनई तू पचन्क लबार उपदेस देत अहइँ। उ पचे कहेन ह कि ओनकर सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। किन्तु उ पचे झूठ बोलत रहेन। ओन दुइनउँ नबियन क बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क दइ देब अउर नबूकदनेस्सर बाबुल मँ बन्दी तू सबहिं लोगन क समन्वा ओन नबियन क मार डाइ। 22 सबहिं यहूदी बन्दी ओन लोगन क उपयोग उदाहरण बरे तब करिहीं जब उ पचे दूसर लोगन क बुरा होइ क माँग करिहीं। उ सबइ बन्दी कहिहीं, ‘यहोवा तोहरे पचन्क संग सिदकिय्याह अउर अहाव क नाईर् बेउहार करइ। बाबुल क राजा ओन दुइनउँ क आगी मँ बार दिहेस।’ 23 ओन दुुइनउँ नबियन इस्राएल क लोगन क संग घृणित कर्म किहे रहेन। उ पचे आपन पड़ोसी क मेहरारू क घिनौना करम किहे रहेन। उ पचे झूठ भी बोलेन ह अउर कहेन ह कि उ सबइ झूठ यहोवा क हिआँ स अहइ। मइँ ओनसे उ सब करइ क नाहीं कहेेउँ। मइँ जानत हउँ कि उ पचे का किहेन ह मइँ साच्छी हउँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 24 समायाह क भी एक सँदेसा द्या। समायाह नेहलामी परिवार स अहइ। 25 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “समायाह, तू यरूसलेम क सबहिं लोगन क पत्र पठएस अउर तू यासेयाह क पूत याजक सपन्याह क पत्र पठया। तू सबहिं याजकन क पत्र पठया। तू ओन पत्रन क आपन नाउँ स पठया अउर यहोवा क सत्ता क नाउँ पइ नाहीं। 26 समायाह, तू आपन सपन्याह क आपन पत्र मँ जउन लिखे रह्या उ इ अहइ: ‘सपन्याह यहोवा यहोयादा क ठउरे पइ तोहका याजक बनाएस ह। तू यहोवा क मन्दिर क अधिकारी अहा। तोहका उ कउनो क कैद कइ लेइ चाही जउन पागल क तरह काम करत ह अउर नबी क तरह बेउहार करत ह। तोहका उ मनई क गोड़न क लकड़ी क बड़े टूकन क बीच रखइ चाही अउर ओकरे गले मँ लौह-कटक पहिरइ चाही। 27 अब यिर्मयाह नबी क तरह काम करत ह। एह बरे तू ओका बन्दी काहे नाहीं बनाया? 28 यिर्मयाह हम लोगन क इ सँदेसा बाबुल मँ दिहे रहा: “बाबुल मँ रहइवाले लोगो, तू हुआँ लम्बे समइ तलक रहब्या। एह बरे आपन मकान बनावा अउर हुवँइ जाइ बसा। बाग लगावा अउर उ खा, जउन उपजावा।”‘ 29 याजक सपन्याह यिर्मयाह नबी क पत्र सुनाएस। 30 तब यिर्मयाह क लगे यहोवा क सँदेसा आवा। 31 “यिर्मयाह, बाबुल क सबहिं बन्दियन क इ सँदेसा पठवा: ‘नेहलामी परिवार क समायाह क बारे मँ जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: समायाह तोहरे समन्वा भविस्सवाणी किहस, किन्तु मइँ ओका नाहीं पठएउँ। समायाह तोहका झूठ मँ बिस्सास कराएस ह। समायाह इ किहेस ह। 32 एह बरे यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: नेहलामी परिवार क समायाह क मइँ हाली सजा देब। मइँ ओकरे परिवार क पूरी तरह नस्ट करब अउर मइँ आपन लोगन बरे जउन नीक करब ओहमाँ ओकर कउनो हींसा नाहीं होइ।”‘ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘मइँ समायाह क सजा देब काहेकि उ लोगन क यहोवा क बिरुद्ध जाइ क सिच्छा दिहेस ह।”‘

30:1 इ सँदेसा यहोवा क अहइ जउन यिर्मयाह क मिलइ। 2 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा इ कहेस, “यिर्मयाह, मइँ जउन सँदेसा दिहेउँ ह, ओनका एक ठु किताबे मँ लिख ड़ावा। इ किताबे क अपने बरे लिखा।” 3 इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “इ करा, काहेकि उ सबइ दिन अइहीं जब मइँ आपन लोगन इस्राएल अउर यहूदा क देस निकारइ स वापस लिआउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ ओन लोगन क उ देस मँ वापस लि आउब जेका मइँ ओनके पुरखन क दिहे रहेउँ। तब मोर लोग उ देस क फुन अपना बनइहीं।” 4 यहोवा इ सँदेसा इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क बारे मँ दिहस 5 यहोवा जउन कहेस, उ इ अहइ: “हम भय स रोवत लोगन क रोउब सुनित ह। लोग डेरान अहइँ। कहूँ सान्ति नाहीं। 6 इ सवाल पूछा एह पइ विचार करा: का कउनो पुरूख बच्चा क जन्म दइ सकत ह निहचय ही नाहीं। तब मइँ हर एक सवतीसाली मनई क पेट धरे काहे लखत हउँ माना उ पचे पइदा करइवाली मेहरारू क पीरा सहत होइँ? काहे हर एक मनई क मुँह ल्हास सा सफेद होत अहइ? काहेकि लोग बहोत भयभीत अहइँ? 7 इ याकूब बरे बहोत महत्वपूर्ण समइ अहइ। इ बड़की बिपत्ति क समइ अहइ। इ तरह क समइ फुन कबहुँ नाहीं आइ। किन्तु यावुब बच पाइ।” 8 इ सँदेसा यहोवा क अहइ: “उ समइ, मइँ इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क गटइ स जुआ क तोड़ डाउब अउर तोहका जकड़इवाली रस्सियन क मइँ तोड़ देब। विदेसन क लोग मोरे लोगन क फुन कबहुँ दास होइ बरे बिवस नाहीं करिहीं। 9 इस्राएल अउर यहूदा क लोग दूसर देसन क भी सेवा नाहीं करिहीं। नाहीं, उ पचे तउ आपन परमेस्सर यहोवा क सेवा करिहीं अउर उ पचे आपन राजा दाऊद क सेवा करिहीं। मइँ उ राजा क ओनके लगे पठउब। 10 “एह बरे मोर सेवक याकूब डेराअ नाहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “इस्राएल, डेराअ नाहीं। मइँ उ बहोत दूर क ठउरे स तोहका बचाउब। तू उ बहोत दूर क देस मँ बन्दी अहा, किन्तु मइँ तोहरी सन्तानन क उ देस स बचाउब। याकूब फुन सान्ति पाइ। याकूब क लोग तंग नाहीं करिहीं। मोरे लोगन क भयभीत करइवाला कउनो दुस्मन नाहीं होइ। 11 इस्राएल अउर यहूदा क लोगो, मइँ तोहरे संग हउँ।” यहोवा कहत ह, “अउर मइँ तोहका बचाउब। मइँ तोहका ओन रास्ट्रन मँ पठएउँ। किन्तु मइँ ओन सबहिं रास्ट्रन क पूरी तरह नस्ट करब। किन्तु मइँ तोहका नस्ट नाहीं करब। किन्तु मइँ तोहका निआवपूर्ण अनुसासित करब ओन बुरे कामन क सजा जरूर मिली जेनका तू किहा।” 12 यहोवा कहत ह, “इस्राएल अउर यहूदा क तू लोगन क एक घाव अहइ जउन नीक नाहीं कीन्ह जाइ सकत। तोहका एक चोट अहइ जउन नीक नाहीं होइ सकत। 13 तोहरे घावत क ठीक करइवाला कउनो मनई नाहीं अहइ। एह बरे तू तन्दुरूस्त नाहीं होइ सकत्या। 14 तू अनेक रास्ट्रन क मीत बना अहा, किन्तु उ पचे रास्ट्र तोहार परवाह नाहीं करतेन। तोहार मीत तोहका बिसरि गवा अहइँ। मइँ तोहका दुस्मन जइसी चोट पहोंचाएउँ। मइँ तोहका कठोर सजा दिहेउँ। मइँ इ तोहरे बड़के अपराध बरे किहेउँ। 15 इस्राएल अउर यहूदा तू आपन घाव क बरे मँ काहे चिल्लात अहा? तोहार घाव कस्ट देइवाला अहइ अउर एकर कउनो उपचार नाहीं अहइ। मइँ, यहोवा तोहार बड़के अपराधन क कारण तोहका इ सबइ किहेउँ। मइँ इ सबइ कछू तोहार अनेक पापन क कारण किहेउँ। 16 ओन रास्ट्र तोहका नस्ट किहन। किन्तु अब उ सबइ नस्ट कीन्ह जइहीं। इस्राएल अउर यहूदा तोहार सत्रु बन्दी होइहीं। ओन लोग तोहार चिजियन चोराएन। किन्तु दूसर लोग ओनकर चिजियन चुराइहीं। ओन लोग तोहार चिजियन जुद्ध मँ लिहेन। किन्तु दूसर लोग ओनसे चिजियन जुद्ध मँ लेइहीं। 17 मइँ तोहरी तन्दुरूस्ती क लउटाउब अउर मइँ तोहरे घावन क भरब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “काहेकि दूसर लोग कहेन कि तू जाति-बहिस्वत अहा। ओन लोग कहेन, ‘कउनो भी सिय्योन क परवाह नाहीं करत।’“ 18 यहोवा कहत ह: “याकूब क लोग अब बन्दी अहइँ। किन्तु उ पचे वापस अइहीं। अउर मइँ याकूब क परिवारन पइ दाया करब। सहर अब बर्बाद इमारतन स ढका एक पहाड़ी सिरिफ अहइ। किन्तु इ नगर फुन बनी अउर राजा क महल भी हुआँ फुन बनी जहाँ एका होइ चाही। 19 ओन ठउरन पइ लोग स्तुतिगान करिहीं। हुआँ हँसी ठठा भी सुनाइ पड़ी। मइँ ओनका बहोत सी सन्तानन देब। इस्राएल अउ यहूदा नान्ह नाहीं रहिहीं। मइँ ओनका सम्मान देब। कउनो मनई ओनकर अनादर नाहीं करी। 20 याकूब क परिवार प्राचीनकाल क परिवारन सा होइ। मइँ इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क सवतीसाली बनाउब अउर मइँ ओन लोगन क सजा देब जउन ओन पइ चोट करिहीं। 21 ओनहीं मँ स एक ओनकर अगुवा होइ। उ सासक मोरे लोगन मँ स होइ। उ मोरे निचके तबइ आइ जब मइँ ओनसे अइसा करइ क कहब। एह बरे मइँ अगुवा क आपन लगे बोलाउब अउर उ मोरे निअरे होइ। 22 तू पचे मोर लोग होब्या अउर मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर होब।” 23 “यहोवा बहोत कोहान रहा। उ लोगन क सजा दिहस अउर सजा प्रचण्ड आँधी क तरह आइ। सजा एक चववात सा, दुट्ठ लोगन क खिलाफ आइ। 24 यहोवा तब तलक कोहान रही जब तलक उ पचे लोगन क सजा देब पूरा नाहीं करत उ तब तलक कोहान रही जब तलक उ आपन जोजना क अनुसार सजा नाहीं दइ लेत। जब उ दिन आइ तउ यहूदा क लोगो, तू पचे समुझ जाब्या।

31:1 यहोवा इ सबइ कहेस: “उ समइ मइँ इस्राएल क पूरे परिवार समूहन क परमेस्सर होब अउर उ पचे मोर लोग होइहीं।” 2 यहोवा कहत ह, “जउन लोग दुस्मन क तरवार स बच गएन, उ सबइ लोगन क रेगिस्ताने मँ आराम मिला। इस्राएल आराम क खोज मँ रहा।” 3 बहोत दूर स यहोवा आपन लोगन क समन्वा परगट भवा। यहोवा कहत ह, लोगो, “मइँ तोहसे पिरेम करत हउँ अउर मोर पिरेम सदैव रही। मइँ सदैव तोहरे बरे सच्चा रहब। 4 मोर दुलहिन, इस्राएल मइँ तोहका फुन बनाउब्या। तू फुन लोगन स भरा सुन्नर देस बनबिउ। तू आपन तम्बूरा फुन सँभलबिउ। तू बिनोद करइवाले दूसर सबहिं लोगन क संग नचबिउ। 5 इस्राएल क किसानो, तू अंगूरे क बगिया फुन लगउब्या। तू सोमरोन सहर क चारिहुँ कइँती ओन पहाड़ी पइ ओन अंगूरन क बाग लगउब्या अउर किसान लोग ओन अंगूरन क बागन क फलन क आनन्द लेइहीं। 6 उ समइ आइ जब एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस क चौकीदार इ सँदेसा घोसित करी: ‘आवा, हम आपन परमेस्सर यहोवा क उपासना करइ सिय्योन चली।’ एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस क चौकीदार भी अहइ सँदेसा क घोसणा करिहीं।” 7 यहोवा कहत ह, “खुस ह्वा अउर याकूब बरे गावा। सर्वस्रेस्ठ रास्ट्र इस्राएल क बरे उद्घोस करा। आपन स्तुतियाँ करा। इ उद्घोस करा, ‘यहोवा आपन लोगन क रच्छा किहस ह। उ इस्राएल रास्ट्र क जिअत बचे भए लोगन क रच्छा किहस ह।’ 8 मइँ उत्तर क प्रदेस स इस्राएल क लिआउब। मइँ पृथ्वी क बहोत दूर ठउरन स इस्राएल क लोगन क बटोरब। ओन मनइयन मँ स कछू आँधर अउर लँगड़ा अहइँ। कछू मेहररूअन गर्भवती अहइँ अउ बच्चन क जन्म देइहीं। असंख्य लोग वापस अइहीं। 9 लउटत समइ उ सबइ लोग रोवत रहा होइहीं। किन्तु मइँ ओनकर अगुवाई करब अउर ओनका आराम देब। मइँ ओन लोगन क पानी क नालन क संग लिआउब। मइँ ओनका बढ़िया रास्तन स लिआउब जेहसे उ पचे ठोकर खाइके न गिरइँ। मइँ ओनका इ तरह लिआउब काहेकि मइँ इस्राएल क बाप हउँ अउर एप्रैम मोर पहिलौटी क बेटा अहइ। 10 “रास्ट्रन, यहोवा क इ सँदेसा सुना। सागर क किनारे क दूर देसन क इ सँदेसा द्या कहा: ‘जउन इस्राएल क लोगन क बिखेरेस, उहइ ओनका एक संग वापस लिआइ अउर उ गड़रिया क तरह आपन झुंड (लोग) क देखरेख करी।” 11 यहोवा याकूब क वापस लिआइ यहोवा आपन लोगन क रच्छा ओन लोगन स करी जउन ओनसे जियादा बलवान अहइँ। 12 इस्राएल क लोग सिय्योन क ऊँचाइयन अइहीं, अउर उ पचे आनन्द घोस करिहीं। ओनकर मुँह यहोवा क जरिये दीन्ह गइ नीक चिजियन क कारण खुसी स झूमि उठी। यहोवा ओनका अन्न, नई दाखरस, तेल, नई भेड़िन अउ गइयन देइ। उ पचे उ बगीचे क तरह होइहीं जेहमाँ प्रचुर जल होइ अउर इस्राएल क लोग भविस्स मँ तंग नाहीं कीन्ह जाइँ। 13 तब इस्राएल क जुवतियन खुस होइहीं अउर नचिहीं। जुवा, बुढ़वा मनई भी उ नाच मँ भाग लेइहीं। मइँ ओनके दुःख क सुख मँ बदल देब। मइँ इस्राएल क लोगन क आराम देब। मइँ ओनकर उदासी क खुसी मँ बदल देब। 14 याजकन बरे जरूरत स जियादा बलि भेंट दीन्ह जाइ अउर मोर लोग एहसे भरे पूरे अउर संतुट्ठ होइहीं जउन अच्छी चिजियन मइँ ओनका देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 15 यहोवा कहत ह, “रामा मँ एक चिल्लाहट सुनाई पड़ी। इ कटु चिल्लाहट अउर जियादा उदासी भरी भवी अही। राहेल आपन बच्चन बरे जोर-जोर स रोवत भवा ह। सान्त्वना पावइ स इन्कार करी, काहेकि ओकर बच्चन मर गएन ह।” 16 किन्तु यहोवा कहत ह: “रोउब बन्द करा, आपन आँखिन आँसू स न भरा। तोहका आपन कामे क पुरस्कार मिली।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “इस्राएल क लोग आपन सत्रु क देस स वापस अइहीं। 17 एह बरे इस्राएल, तोहरे बरे आसा अहइ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “तोहर बच्चन आपन देस मँ वापस लौटिहीं। 18 मइँ एप्रैम क रोवत सुनेउँ ह। मइँ एप्रैम क इ कहत सुनेउँ ह: ‘हे यहोवा, तू फुरइ ही, मोका सजा दिहा ह अउर मइँ आपन पाठ सीख लिहेउँ ह। मइँ उ बछवा क तरह रहेउँ जेका कबहुँ प्रसिच्छन नहीं मिला मेहरबानी कइके मोका सजा देब बन्द करा, मइँ तोहरे लगे वापस आउब। तू फुरइ ही मोर परमेस्सर यहोवा अहा। 19 हे यहोवा, मइँ तोहका भटक गवा रहा। किन्तु मइँ जउन बुरा किहेउँ ओहसे सिच्छा ल्या। एह बरे मइँ आपन हिरदय अउर जीवन क बदल डाएउँ। जउन मइँ जवानी क उमिर मँ मूरखता स भरे काम किहेउँ ओकरे बरे मइँ परेसान अउर लज्जित हउँ।’“ 20 परमेस्सर कहत ह: “तू जानत अहा कि एप्रैम मोर पियारा पूत अहइ। मइँ उ बचवा स पियार करत हउँ। हाँ, मइँ अवसर एप्रैम क खिलाफ बोलत हउँ, किन्तु फुन भी मइँ ओका याद राखत हउँ। मइँ ओहसे बहोत पियार करत हउँ। मइँ फुरइ ही, ओका आराम पहोंचावइ चाहत हउँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 21 “इस्राएल क लोगो, सड़कन क संकेतन क लगावा। ओन संकेतन क लगावा जउन तोहका घरे क मारग बतावइँ। सड़किया क धियान स लखा। उ सड़किया पइ धियान राखा जेहसे तू जात्रा करत अहा। मोर दुलहिन इस्राएल घर लउटा, आपन नगरन क लउटि आवा। 22 अबिस्सासी बिटिया कब तलक तू चारिहुँ कइँती मँडरात रहबिउ? तू कब घरे अउबिउ?” यहोवा एक नबी चीज धरती पइ बनावत ह, एक ठु मेहरारू, मनई क चारिहुँ कइँती। 23 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह: “मइँ यहूदा क लोगन बरे जउन बन्दी बनाए गए रहेन, फुन अच्छा काम करब। उ समइ यहूदा देस अउर ओकरे नगरन क लोग एन सब्दन क उपयोग फुन करिहीं। ‘ऐ जहाँ पइ सच्चा निवास अहइ, ए पवित्तर पर्वत यहोवा तोहका आसीर्वाद देइ।’ 24 “यहूदा क सबहिं नगरन मँ लोग एक साथ सान्तिपूर्वक रहिहीं। किसान अउर उ मनई जउन आपन भेड़िन क खरकन क संग चारिहुँ कइँती घूमत हीं, यहूदा मँ सान्ति स एक संग रहिहीं। 25 मइँ ओन लोगन क आराम अउर सवती देब जउन थके अउर कमजोर अहइँ।” 26 इ सुनइ क पाछे मइँ जगेउँ अउर आपन चारिहुँ ओर लखेउँ। उ बड़की आनन्द दायी नींद रही। 27 “उ सबइ दिन आवत अहइँ जब मइँ यहूदा अउर इस्राएल क परिवारन क बढ़ाउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ ओनकर बच्चन अउर जानवरन क बढ़इ मँ भी मदद करब। इ पौधा क रोवइ अउर देखरेख करइ जइसा होइ। 28 पुराने जमाने मँ मइँ इस्राएल अउर यहूदा पइ धियान दिहेउँ, किन्तु मइँ उ समइ ओनका फटकारइ क निगाह स धियान दिहेउँ। मइँ ओनका उखाड़ फेंकेउँ। मइँ ओनका नस्ट किहेउँ। मइँ ओन पइ अनेक विपत्तियन ढाएउँ। किन्तु अब मइँ ओन पइ ओनका बनावइ अउ ओनका सवतीसाली करइ क दृस्टि स धियान देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।” 29 “उ समइ लोग इ कहावत क कहब बन्द कइ देइहीं:पुरखन खट्टे अंगूर खाएन अउर बच्चन एकर कारण विपत्तियन झेलेन।” 30 मुला हर मनई आपन पाप बरे मरी। जउन मनई खट्टे अंगूर खाई उहइ एकर कारण विपत्तियन झेलिहीं।” 31 यहोवा इ सब कहेस, “उ समइ आवत अहइ जब मइँ इस्राएल क परिवार अउ यहूदा क परिवार क संग नवी करार करब। 32 इ उ करार क तरह नाहीं होइ जेका मइँ ओनके पुरखन क संग किहे रहेउँ। मइँ उ करार तब किहेउँ जब मइँ ओनकर हथवा धरेउँ अउर ओनका मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मइँ ओनकर सुआमी रहेउँ अउर उ पचे करार तोड़ेन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 33 “भविस्स मँ इ करार मइँ इस्राएल क लोगन क संग करब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ आपन सिच्छन क ओनके दिमाग मँ रखब अउर ओनकर हिरदइ पइ लिखब। मइँ ओनकर परमेस्सर होब अउर उ पचे मोर लोग होइहीं। 34 लोगन क यहोवा क जानइ क बरे आपन पड़ोंसियन अउ रिस्तेदारन क, सिच्छा देइ नाहीं पड़ी। काहेकि सबस बड़के स लइके सबस छोटे तलक सबहिं मोका जनिहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “जउन बुरा काम उ पचे कइ दिहन ओका मइँ छिमा करब। मइँ ओनकर पापन क याद नाहीं राखब।” 35 यहोवा इ कहत ह: “यहोवा सूरज क दिन मँ चमकावत ह अउर यहोवा चाँद अउ तारन क राति मँ चमकावत ह। यहोवा सगरे क चंचल करत ह जेहसे ओकर लहरन किनारे स टकरात हीं। ओकर नाउँ सर्वसवतीमान यहोवा अहइ।” 36 यहोवा इ करार करत ह, “जइसा मइँ सूरज, चाँद, तारन अउर समद्दर पइ नियन्तत्रन रखत हउँ, वइसा ही मइँ इस्राएल क सन्तानन क ख्याल रखब।” 37 यहोवा कहत ह: “मइँ इस्राएल क सन्तान क कबहुँ तियाग नाहीं करब। इ तबहिं संभव अहइ जदि लोग ऊपर आसमान क नापइ लागइँ अउर खाले धरती क समूचइ रहस्यन क जान जाइँ। जदि लोग उ सबइ कइ सकिहीं तबहिं मइँ इस्राएल क संतानन क तजि देब। तब मइँ ओनका, जउन कछू उ पचे किहन, ओकरे बरे तजब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 38 इ सँदेसा यहोवा क अहइ: “उ सबइ दिन आवत अहइँ जब यरूसलेम नगर यहोवा बरे फुन बनी। पूरा नगर हननेल क खमम्भा स कोनेवाले फाटक तलक फुन बनी। 39 नाप क जंजीर कोनेवाले फाटक स सोझइ गारेब क पहाड़ी तलक बिछी अउर तब गोआ नाउँ क ठउरे तलक फइली। 40 पूरी घाटी जहाँ ल्हास अउर राखी बहाइ जात ह। यहोवा बरे पवित्तर होइ अउर ओनमाँ किद्रोन घाटी तलक क सबहिं टीलन पूरब मँ घोड़ा-दुआर क कोने तलक सामिल होइहीं। सारा छेत्र यहोवा बरे पवित्तर होइ। यरूसेलम क नगर भविस्स मँ न ध्वस्त होइ, न ही बर्बाद कीन्ह जाइ।”

32:1 सिदकिय्याह क यहूदा राज्ज मँ राज्जकाल क दसएँ बरिस, यिर्मयाह क यहोवा क इ सँदेसा मिला। सिदकिय्याह क दसवाँ बरिस नबूकदनेस्सर क अठारहवाँ बरिस रहा। 2 उ समइ बाबुल क राजा स सेना यरूसलेम नगर क घेरे भए रही अउर यिर्मयाह रच्छक आँगन मँ बन्दी रहा। इ आँगन यहूदा राजा क महल मँ रहा। 3 (यहूदा क राजा सिदकिय्याह उ ठउरे पइ यिर्मयाह क बन्दी बनाइ राखे रहा। सिदकिय्याह यिर्मयाह क भविस्सबाणियन क पसन्द नाहीं करत रहा। यिर्मयाह कहेस, “यहोवा इ कहत ह: ‘मइँ यरूसलेम क हाली ही बाबुल क राजा क दइ देब। नबूकदनेस्सर इ सहर पइ अधिकार कइ लेइ। 4 यहूदा क राजा सिदकिय्याह कसदियन क फउज स बचिके निकर नाहीं पाइ। किन्तु उ निहचइ ही बाबुल क राजा क दीन्ह जाइ अउर सिदकिय्याह बाबुल क राजा स आमने-सामने बातन करी। सिदकिय्याह ओका आपन आँखिन स लखी। 5 बाबुल क राजा सिदकिय्याह क बाबुल लइ जाइ। सिदकिय्याह तब तलक हुआँ ठहरी जब तलक मइँ ओका सजा नाहीं दइ देत।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘जदि तू पचे कसदियन क फउज स लड़ब्या, तू पचन्क कामयाबी नाहीं मिली।’“) 6 जउने समइ यिर्मयाह बन्दी रहा, उ कहेस, “यहोवा क सँदेसा मोका मिला। उ सँदेसा इ रहा: 7 यिर्मयाह, तोहार चचेरा भाइ हननेल हाली ही तोहरे लगे आइ। उ तोहार चाचा सल्लूम क पूत अहइ। हननेल तोहसे इ कही, ‘यिर्मयाह, अनातोत नगर क लगे मोर खेत बेसहि ल्या। एका बेसहि ल्या काहेकि तू मोर सबसे निचके क रिस्तेदार अहा। उ खेते क खरीदब तोहार अधिकार अउर तोहार जिम्मेदारी अहइ।’ 8 “तब इ वइसा भवा जइसा यहोवा कहे रहा। मोर चचेरा भाई रच्छक आँगन मँ मोरे लगे आवा। हननेल मोहसे कहेस, ‘बिन्यामीन परिवार समूह क पहँटा मँ अनातोत नगर क लगे मोर खेत बेसहि ल्या। उ भुइँया क तू अपने बरे बेसहा काहेकि इ तोहार अधिकार अहइ अउर जिम्मेदारी अहइ कि तू एका आपन बरे बेसहा।’“एह बरे मोका मालूम भवा कि इ यहोवा क सँदेसा अहइ। 9 मइँ आपन चचेरा भाई हननेल स अनातोत मँ भुइँया बेसहि लीन्ह। मइँ ओकरे बरे सत्रह सेकेल चाँदी तउली। 10 मइँ पट्टे पइ हस्ताक्षर किहेउँ अउर मोका पट्टा क एक प्रति मुहरबन्द मिली अउर जउन मइँ किहे रहेउँ ओकर साच्छी क रूप मँ स कछू लोगन क बोलाइ लिहेउँ अउर मइँ तराजू पइ चाँदी तउली। 11 तब मइँ पट्टे क मुहरबन्द प्रति अउ मुहर रहित प्रति पाएउँ। 12 अउर मइँ ओका बारूक क दिहेउँ। बारूक नोरिय्याह क पूत रहा। नोरिय्याह महसेयाह क पूत रहा। मुहरबन्द पट्टा मँ मोर बेसहइ क सबहिं सर्तन अउर सीमा रहीं। मइँ आपन चचेरा भाई हननेल अउर दूसर गवाहन क समन्वा उ पट्टा बारूक क दिहेउँ। ओन गवाहन भी उ पट्टे पइ हस्ताक्षर किहेन। उ समइ यहूदा क बहोत स मनई आँगन मँ बइठा रहेन जउन मोका बारूक क पट्टा देत लखेन। 13 “सबहिं लोगन क साच्छी कइके मइँ बारूक स कहेउँ, 14 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह, ‘मुहरबन्द अउर मुहर रहित दुइनउँ पट्टन क प्रतियन क ल्या अउर एका माटी क घड़े मँ धइ द्या। इ करा एह बरे काम बहोत अधिक समइ तलक रहइ।’ 15 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “भविस्स मँ मोर लोग एक दाईर् फुन घर, खेत अउ अंगूरे क बगिया इस्राएल देस मँ बेसहीं।’“ 16 “नेरिय्याह क पूत बारूक क पट्टा देइ क पाछे मइँ यहोवा स पराथना किहेेउँ। मइँ कहेउँ: 17 “परमेस्सर यहोवा, तू पृथ्वी अउ आकास बनाया। तू ओनका आपन महान सवती स बनाया। तोहरे बरे कछू भी करब बहोत कठिन नाहीं अहइ। 18 यहोवा, तू हजारन मनइयन क बिस्सास पात्र अउर ओन पइ दयालु अहा। किन्तु तू मनइयन क ओनके पुरखन क पापन बरे सजा देत अहा। महान अउर सवतीसाली परमेस्सर, तोहार नाउँ सर्वसवतीमान यहोवा अहइ। 19 हे यहोवा, तू महान कारजन क जोजना बनावत अउर ओनका करत ह। तू उ सब लखत ह जेनका लोग करत हीं अउर ओनका पुरस्कार देत ह जउन अच्छे काम करत हीं तथा ओनका सजा देत ह जउन बुरे काम करत हीं, तू ओनका उ देत ह जेनकर उ पचे पात्र अहइँ। 20 हे यहोवा, तू मिस्र देस मँ अत्यन्त प्रभावसाली चमत्कार किहा। तू आजु तलक भी प्रभावसाली चकत्कार किहा ह। तू इ सबइ चमत्कार इस्राएल मँ देखाया अउर तू एनका हुवाँ भी देखाया जहाँ कहूँ मनई रहत हीं। तू एन चमत्कारन बरे प्रसिद्ध अहा। 21 हे यहोवा, तू प्रभावसाली चमत्कारन स आपन लोग क मिस्र स बाहेर लइ आएन। तू आपन चमत्कारन स आपन ताकत अउर अद्भुत सवती दिखाइ। 22 “हे यहोवा, तू इ धरती इस्राएल क लोगन क दिहा। इ उहइ धरती अहइ जेका तू ओनके पुरखन क देइ क बचन बहोत पहिले दिहे रह्या। इ अइसा धरती अहइ जहाँ दूध अउर सहद क नदी बहत हीं। 23 इस्राएल क लोग इ धरती मँ आएन अउर उ पचे एका आपन बनाइ लिहन। मुला ओन लोग तोहार आग्या नाहीं मानेन। उ पचे तोहरे उपदेसन क अनुसार चलेन। उ पचे उ नाहीं किहेन जेकरे बरे तू आदेस दिहा। एह बरे तू इस्राएल क लोगन पइ उ सबइ भयंकर विपत्तियन ढाया। 24 “अब दुस्मन नगर पइ घेरा डाएस ह। उ सबइ ढाल बनावत अहइँ ताकि उ पचे यरूसलेम क चहारदीवारी पइ चढ़ सकइँ। आपन तरवारन क उपयोग कइके तथा भूख अउ भयंकर बीमारी क कारण बाबुल क सेना यरूसलेम नगर क हराइ। बाबुल क फउज अब नगर पइ हमला करति अहइ। यहोवा तू कहे रह्या कि इ होइ, अउर अब तू लखत अहा कि इ घटित होत अहइ। 25 “मोर सुआमी यहोवा, उ सब सबहिं बुरी घटनन घटित होत अहइँ। किन्तु अब तू मोहसे कहत अहा, ‘यिर्मयाह, चाँदी स खेत बेसहा अउ बेसहइ क साच्छी बरे कछू लोगन क चुना।’ तू इ उ समइ कहत अहा जब बाबुल क सेना नगर पइ अधिकार करइ क तइयार अहइ। मइँ आपन धन क उ तरह बर्बाद काहे करउँ?” 26 तब यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला: 27 “यिर्मयाह, मइँ यहोवा हउँ। मइँ पृथ्वी क हर एक मनई क परमेस्सर हउँ। यिर्मयाह, तू जानत अहा कि मोरे बरे कछू असंभव नाहीं अहइ।” 28 यहोवा इ भी कहेस, “मइँ हाली ही यरूसलेम नगर क बाबुल क सेना अउ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क दइ देब। उ सेना नगर पइ अधिकार कइ लेइ। 29 बाबुल क सेना पहिले स ही यरूसलेम नगर पइ हमला करत अहइ। उ पचे हाली ही नगर मँ प्रवेस करिहीं अउर आगी लगाइ देइहीं। उ पचे इ नगर क बारिके राखी कइ देइहीं। इ नगर मँ अइसे मकान अहइँ जेनमाँ यरूसलेम क लोग लबार देवता बाल क छतन पइ बलि भेंट दइके मोका वोधित किहन ह अउ लोग दूसर देवमूरतियन क दाखरस भेंट चढ़ाएन। बाबुल क सेना ओन मकानन क बारि देइ। 30 मइँ इस्राएल अउ यहूदा क लोगन पइ नगर रखेउँ ह। उ पचे जउन कछू करत हीं; बुरा अहइ। उ पचे तब स बुरा करत अहइँ जब स उ पचे नउ जवान रहेन। इस्राएल क लोग मोका वोधित किहेन। उ पचे मोका वोधित किहेन काहेकि ओन मूरतियन क पूजा किहन जेनका उ पचे आपन हाथन स बनाएन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 31 “जब स यरूसलेम सहर बसा तब स अब तक इ नगर क लोग मोका वोधित किहेन ह कि मोका एका आपन नजर क समन्वा स दूर कइ देइ चाही। 32 यहूदा अउर इस्राएल क लोग जउन बुरा काम किहन ह, ओकरे बरे, मइँ यरूसलेम क नस्ट करब। जन साधारण ओनकर राजा, प्रमुख, ओनकर याजक अउ नबी यहूदा क मनई अउ यरूसलेम क लोग, सबहिं मोका वोधित किहेन ह। 33 “ओन लोगन क मदद बरे मोरे लगे आवइ चाही रहा। लेकिन उ पचे मोहसे आपन पीठ मोर कइँती मोड़ेन। मइँ ओन लोगन क बार-बार सिच्छा देइ चाही किन्तु उ पचे मोर सुनइ स इन्कार कई दिहन। 34 ओन लोग आपन देवमूरतियन बनाएन ह अउर मइँ ओन देवमूरतियन स घिना करत हउँ। उ पचे ओन देवमूरतियन क उ मन्दिरे मँ रखत हीं जउन मोरे नाउँ पइ अहइ। इ तरह उ पचे मोरे मन्दिर क अपवित्तर किहन ह। 35 “बेनहिन्नोम क घाटी मँ ओन लोग लबार देवता बाल बरे ऊँची जगह बनाएन। उ पचे लबार देवता मोलेक क पूजा बरे ठउर क आपन बेटवा-बिटियन क सिसु बलि भेंट क रूप मँ जराइ सकइ बरे बनाएन। मइँ ओनका कबहुँ अइसे भयानक काम करइ बरे आदेस नाहीं दिहेउँ। मइँ इ कबहुँ सोचेउँ तलक नाहीं कि यहूदा क लोग अइसा भयंकर पाप करिहीं। 36 “तू सबहिं लोग कहत अहा, ‘बाबुल क राजा यरूसलेम पर अधिकार कइ लेइ। उ तरवार, भुखमरी अउर भयंकर बीमारी क उपयोग इ सहर क पराजित करइ बरे करी।’ किन्तु यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर कहत ह, 37 ‘मइँ इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क आपन देस तजइ क मजबूर किहेउँ ह। मइँ ओन लोगन पइ बहोत कोहान रहा। किन्तु मइँ ओनका इ ठउरे पइ वापस लिआउब। मइँ ओनका ओन देसन स बटोरब जेनमाँ जाइ क बरे मइ ओनका मजबूर किहेउँ। मइँ ओनका इ देस मँ वापिस लिआउब। मइँ ओनका सान्तिपूर्वक अउर सुरच्छित रहइ देब। 38 इस्राएल अउर यहूदा क लोग मोर आपन लोग होइहीं अउर मइँ ओनकर परमेस्सर होब। 39 उ पचे एक उद्देस्स रखिहीं फुरइ ही, जिन्नगी भइ मोर उपासना करइ चहिहीं। ओनके बरे सुभ होइ अउर ओनके पाछे ओनकर परिवारन बरे भी सुभ होइ। 40 “‘मइँ इस्राएल अउ यहूदा क लोगन क संग एक करार करब। इ करार सदैव बरे होइ। इ करार क अनुसार मइँ लोगन स कबहुँ दूर नाहीं जाब। मइँ ओनके बरे सदैव अच्छा रहब। मइँ ओनका, आपन आदर करइ बरे इच्छूक बनाउब। तब उ पचे मोहसे कबहुँ दूर नाहीं हटिहीं। 41 उ पचे मोका खुस करिहीं। मइँ ओनकर भला करइ मँ आनन्दित होब अउर मइँ, निहचय ही, ओनका इ धरती मँ बसाउब अउर ओनका बढ़ाउब। इ मइँ आपन पूरे हिरदय अउर आतिमा स करब।’“ 42 यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ, “मइँ इस्राएल अउर यहूदा क लोगन पइ इ बड़की बिपत्ति ढाएउँ ह। इहइ तरह मइँ ओनका अच्छी चिजियन देब। मइँ ओनका अच्छी चिजियन करइ क बचन देत हउँ। 43 तू लोग इ कहत अहा, ‘इ देस सूना रेगिस्तान अहइ। हिआँ कउनो मनई अउर कउनो जनावर नाहीं अहइ। बाबुल क फउज इ देस क पराजित किहस।’ किन्तु भविस्स मँ लोग फुन इ देस मँ भुइँया खरीदहीं। 44 लोग आपन धने क उपयोग करिहीं अउर खेत बेसहिहीं। उ पचे आपन सबइ करार पइ हस्ताच्छर क साच्छी होइहीं। लोग उ प्रदेस मँ फुन खेत बेसहिहीं जेहमाँ बिन्यामीन परिवार समूह क लोग रहत हीं। उ पचे यरूसलेम छेत्र क चारिहुँ ओर खेत बेसहिहीं। उ पचे यहूदा प्रदेस क नगरन, पहाड़ी प्रदेस, पच्छिमी पर्वत चरण, अउर दविखनी रेगिस्तान क पहँटा मँ खेत बेसहिहीं। इ होइ, काहेकि मइँ तोहरे लोगन क वापस लिआउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

33:1 यिर्मयाह क दूसरी दाईर् यहोवा क सँदेसा मिला। यिर्मयाह अबहिं भी रच्छक आँगन मँ ताला क भीतर बन्दी रहा। 2 यहोवा पृथ्वी क बनाएस अउर ओकर उ रच्छा करत ह। ओकर नाउँ यहोवा अहइ। यहोवा कहत ह, 3 “मोहसे पराथना करा अउर मइँ तोहका देई। मइँ तोहका महत्वपूर्ण रहस्य बताउब। तू ओनका कबहुँ नाहीं सुन्या ह। 4 इस्राएल क परमेस्सर यहोवा यरूसलेम क मकानन अउर यहूदा क राजा लोग क महलन क बारे मँ जउन सत्रुन दुआरा ढाल बनाइके हमला कइके तबाह कइ दीन्ह गवा ह, इ कहत ह। 5 “यरूसलेम क लोग बहोत बुरे काम किहन ह। मइँ ओन लोगन पइ कोहान हउँ। मइँ ओनके बिरुद्ध होइ गवा हउँ। एह बरे हुवाँ मइँ असंख्य लोगन क मार डाउब। बाबुल क सेना यरूसलेम क बिरुद्ध लड़इ बरे आइ। यररूसलेम क इ घरन मँ असंख्य ल्हास होइहीं। 6 “मुला ओकरे पाछे मइँ उ नगर मँ लोगन क तन्दुरूस्त बनाउब। मइँ ओन लोगन क सान्ति अउर सुरच्छा क आनन्द लेइ देब। 7 मइँ इस्राएल अउर यहूदा मँ फुन स सब कछू अच्छा घटित होइ देब। मइँ ओन लोगन क पुराने जमाने क तरह बरिआर बनाउब। 8 उ पचे मोर बिरुद्ध पाप किहेन, किन्तु उ पाप क मइँ धोइ देब। उ पचे मोरे बिरुद्ध लड़ेन, किन्तु मइँ ओनका छमा कइ देब। 9 तब यरूसलेम आस्चर्यचकित करइवाला ठउर होइ जाइ। लोग सुखी होइहीं अउर दूसर रास्ट्रन क लोग एकर तारीफ करिहीं। उ लोग ओन अच्छे कामन क बारे मँ सुनब्या जे मइँ यरूसलेम बरे कइ रहत हउँ अउर उ लोग मोर महानता क कारण डर स काँपिहीं। 10 “तू लोग इ करत रह्या ह, ‘हमार देस सूनी रेगिस्तान, अहइ। हुआँ कउनो मनई या कउनो जनावर जिअत नाहीं रहेन।’ अब यरूसलेम क सड़कियन अउर यहूदा क नगरन मँ निर्जन सान्ति अहइ। किन्तु हुआँ हाली ही चहल-पहल होइ। 11 हुआँ सुख अउर आनन्द क किलोलन होइहीं। हुआँ दुल्हा-दुलहिन क उमँग भरी चहल होइ। हुआँ यहोवा क मन्दिर मँ आपन भेंट लिआवइवालन क मधुर वाणी होइ। उ पचे कहिहीं, ‘सर्वसवतीमान यहोवा क स्तुति करा। यहोवा दयालु अहइ। यहोवा क दाया सदा बनी रहत ह।’ लोग इ सबइ बातन कहिहीं काहेकि मइँ फुन यहूदा बरे नीक काक करब। इ वइसा ही होइ जइसा सुरू मँ रहा।” यहोवा कहत ह। 12 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह, “इ ठउर अब सुना अहइ। हिआँ कउनो लोग या जनावर नाहीं रहि रहेन। किन्तु अब यहूदा क सबहिं नगरन मँ लोग रहिहीं। हुआँ गड़रियन होइहीं अउर चरागाहन होइहीं जहाँ उ पचे आपन खरकन क आराम करइ देइहीं। 13 गड़रियन आपन भेड़िन क तब गनत हीं जब भेड़िन ओनके अगवा चलत हीं। लोग आपन भेड़िन क पूरे देस मँ चारिहुँ कइँती पहाड़ी प्रदेस, पच्छिमी पर्वत चरण, नेगव अउर यहूदा क सबहिं नगरन मँ गिनिहीं।” 14 इ सँदेसा यहोवा क अहइ: “मइँ इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क बिसेस बचन दिहेउँ ह। उ समइ आवति बाटइ जब मइँ उ करब जेका करइ क बचन मइँ दिहेउँ ह। 15 उ समइ मइँ दाऊद क परिवारे स एक ठु नीक साखा पइदा करब। उ नीक साखा उ सब करी जउन देस बरे अच्छा अउर उचित होइ। 16 इ साखा क समइ यहूदा क लोगन क रच्छा होइ जाई। लोग यरूसलेम मँ सुरच्छित रहिहीं। उ साखा क नाउँ यहोवा हमार धामिर्कता अहइ।’“ 17 यहोवा कहत ह, “दाऊद क परिवार क कउनो न कउनो मनई सदा ही सिहांसने पइ बइठी अउर इस्राएल क परिवार पइ सासन करी 18 अउर लेवी क परिवार स याजक सदा ही होइहीं। उ सबइ याजक मोरे समन्वा सदा रहिहीं अउर मोका होमबलि, अन्नबलि अउर बलि भेट करिहीं।” 19 यहोवा क इ सँदेसा यिर्मयाह क मिला। 20 यहोवा कहत ह, “मइँ राति अउर दिन स करार कीन्ह ह। मइँ करार कीन्ह कि उ सदा ही रही। तू उ करार क बदल नाहीं सकत्या। दिन अउर राति सदा ठीक समइ पइ अइहीं। जदि तू उ करार क बदल सकत ह 21 तउ तू दाऊद अउर लेवी क साथ कीन्ह गइ मोर करार क भी बदल सकत अहा। तब दाऊद अउर लेवी क परिवारे क संतान राजा अउर याजक नाहीं होइ सकिहीं। 22 किन्तु मइँ आपन सेवक दाऊद क अउर लेवी क परिवार समूह क अनेक संतान देब। उ पचे ओतने ही होइहीं जेतना अकासे मँ तारे अहइँ, अउर अकासे क तारन क कउनो गन नाहीं सकत अउर उ पचे एतना होइहीं जेतना सागर किनारे पइ बालू कण होत हीं अउर ओन बालू क कणन क कउनो गन नाहीं सकत।” 23 यहोवा क इ सँदेसा यिर्मयाह प्राप्त किहस: 24 यिर्मयाह, का तू सुन्या ह कि लोग का कहत अहइँ? उ सबइ लोग कहत अहइँ: यहोवा इस्राएल अउर यहूदा क दुइ परिवारन क अस्वीकार कइ दिहस ह। यहोवा ओन लोगन क चुने रहा, किन्तु अब उ ओनका रास्ट्र क रूप मँ भी अंगीकार नाहीं करत।’“ 25 यहोवा कहत ह, “जदि मोर करार दिन अउर राति क संग बनी नाहीं रहत, अउर जदि मइँ अकास अउ पृथ्वी क बरे नेम नाहीं बनावत, तबहिं संभव अहइ कि मइँ ओन लोगन क तजउँ। 26 तबहिं इ संभव होइ कि मइँ याकूब क संतानन स दूर हटि जाउँ अउर तबहिं होइ सकत ह कि मइँ दाऊद क संतानन क इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क संतानन पइ सासन करइ न देउँ। किन्तु दाऊद मोर सेवक अहइ अउर मइँ ओन लोगन पइ दाया करब अउर मइँ फुन ओन लोगन क ओनकर धरती पइ वापस लउटाइ लाउब।”

34:1 यहोवा क इ सँदेसा यिर्मयाह क मिला। इ सँदेसा उ समइ मिला जब बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर यरूसलेम अउर ओकरे चारिहुँ ओर क सबहिं नगरन स जुद्ध करत रहा। नबूकदनेस्सर अपने सारी फउज अउर सासित राज्जन अउ साम्राज्य क लोगन क मिलाए भए रहा। 2 सँदेसा इ रहा: “यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर जउन कहत ह, उ इ अहइ: “यिर्मयाह, यहूदा क राजा सिदकिय्याह क लगे जा अउर ओका इ सँदेसा द्या: ‘सिदकिय्याह, यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: मइँ यरूसलेम नगर क बाबुल क राजा क हाली ही दइ देब अउर उ ओका जराइ डाइ। 3 सिदकिय्याह, तू बाबुल क राजा स बचिके निकरि नाहीं पउब्या। तू निहचय ही पकड़ा जाब्या अउर ओका दइ दीन्ह जाब्या। तू बाबुल क राजा क आपन आँखिन स लखब्या। उ तोहसे आमने सामने बातन करी अउर तू बाबुल जाब्या। 4 किन्तु यहूदा क राजा सिदकिय्याह यहोवा क दीन्ह ग वचन क सुना। यहोवा तोहरे बारे मँ जउन कहत ह, उ इ अहइ: तू तरवारे स नाहीं मारा जाब्या। 5 तू सान्ति पूर्वक मरब्या। तोहार स पहिले जउन राजा राज्ज करत रहेन ओन पुरखन क सम्मान क बरे लोग आगी तैयार किहन। उहइ तरह तोहरे सम्मान बरे लोग आगी बनइहीं। उ पचे तोहरे बरे रोइहीं। उ पचे सोक मँ बूड़ा भवा कहिहीं, ‘हे स्वामी, मइँ खुद तोहका इ बचन देत हउँ,’“ यहोवा कहत ह। 6 एह बरे यिर्मयाह यहोवा क सँदेसा यरूसलेम मँ सिदकिय्याह क दिहेस। 7 इ उ समइ भवा जब बाबुल क राजा क सेना यरूसलेम क खिलाफ लड़त रही। बाबुल क फउज यहूदा क ओन नगरन क खिलाफ भी लड़त रही जेन पइ अधिकार नाहीं होइ सका रहा। उ सबइ लाकीस अउ अजेका नगर रहेन। उ सबइ ही सिरिफ किलाबंद नगर रहेन जउन यहूदा प्रदेस मँ बचा रहेन। 8 सिदकिय्याह यरूसलेम क सबहिं निवासियन स इ करार किहे रहा कि मइँ सबहिं यहूदी दासन क मुवत कइ देब। जब सिदकिय्याह उ करार कइ लिहेस, ओकरे पाछे यिर्मयाह क यहोवा क इ सँदेसा मिला। 9 हर मनई स आसा कीन्ह जात ह कि उ आपन यहूदी दासन क अजाद करइ। सबहिं यहूदी दास-दासी अजाद कीन्ह जाब रहेन। यहूदा क परिवार समूह क कउनो भी मनई क दास रखइ क संभावना कउनो भी मनई स नाहीं कीन्ह जाइ सकत रही। 10 एह बरे सबहिं प्रमुखन अउर यहूदा क सबहिं लोग इ करार क अंगीकार किहे रहेन। हर एक मनई आपन दास-दासियन क अजाद कइ देइ अउर ओनका अउर जियादा समइ तलक दास क रूप मँ नाहीं राखी। हर एक मनई सहमत रहा अउर इ तरह सबहिं दास अजाद कइ दीन्ह गएन। 11 किन्तु ओकरे पाछे ओन लोग जेनके लगे दास रहेन, आपन निर्णय क बदलाइ दिहन। एह बरे उ पच अजाद कीन्ह गए लोगन क फुन धइ लिहन अउर ओनका दास बनाएन। 12 तब यहोवा क सँदेसा क यिर्मयाह क मिला: 13 यिर्मयाह, यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर जउन कहत ह उ इ अहइ: “मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क मिस्र स बाहेर लाएउँ जहाँ उ पचे दास रहेन। जब मइँ अइसा किहेउँ तब मइँ ओनसे एक करार किहेउँ। 14 मइँ तोहरे पचन्क पुरखन स कहेउँ, ‘हर एक सात बरिस क आखीर मँ प्रत्येक मनई क आपन यहूदी दासन क अजाद कइ देइ चाही। जदि तोहरे पचन्क हिआँ तोहार पचन्क अइसा यहूदी साथी अहइ जउन आपन क तोहरे पचन्क हाथ बेच चुका अहइ तउ तोहका ओका छ: महीना सेवा क पाछे अजाद कइ देइ चाही।’ मुला तोहार पचन्क पुरखन न तउ मोर सुनेन, न ही ओह पइ धियान दिहेन। 15 कछू समइ पहिले तू पचे आपन हिरदय क, जउन उचित अहइ, ओका करइ बरे बदला। तू पचन्क मँ स हर एक ओन यहूदी साथियन क अजाद किहेस जउन दास रहेन अउर तू पचे मोर समन्वा उ मन्दिर मँ जउन मोरे नाउँ पइ अहइ एक करार भी किहा। 16 मुला अब तू पचे आपन इरादा बदल दिहे अहा। तू पचे इ परगट किहे अहा कि तू पचे मोरे नाउँ क सम्मान नाहीं करत्या। तू पचे इ कहेस किहा? तू पचन्मँ स हर एक आपन दास दासियन क वापस लइ लिहस ह जेनका तू पचे अजाद किहे रह्या। तू लोग ओनका फुन दास होइ बरे मजबूर किहा ह। 17 “एह बरे जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: ‘तू लोग मोर आग्या क पालन नाहीं किहा ह। तू पचे आपन साथी यहूदियन क अजादी नाहीं दिहा ह। काहेकि तू पचे इ करार पूरी नाहीं किहा ह, एह बरे मइँ तोहका “अजादी” देब। इ यहोवा क सँदेसा अहइ। “तरवार स, भयंकर बीमारी स अउर भूख स मारे जाइ क अजादी मइँ देब। मइँ तोहका पचन्क अइसा कर देब कि जब उ पचे तोहरे पचन्क बारे मँ सुनिहीं तउ पृथ्वी क समूचइ राज्ज भयभीत होइ उठिहीं। 18 मइँ ओन लोगन क दूसर लोगन क हाथ देब जउन मोर करार क तोड़ेन ह अउर उ प्रतिग्या क पालन नाहीं किहन जेका उ पचे मोरे समन्वा किहन ह। एन लोग मोरे समन्वा एक ठु बछवा क दुइ टुकन मँ काटेन अउर उ पचे दुइ टुकन क बीच स गुजरेन। 19 जउन उ समइ बछवा क टूकन बीच स गुजरेन जब उ पचे मोरे संग करार किहे रहेन: उ यहूदा अउ यरूसलेम क प्रमुख, कचहरी क बड़के अधिकारी, याजकन अउ उ देस क लोग। 20 एह बरे मइँ ओन लोगन क ओनकर दुस्मन क देब जउन ओनका मारि डावइ चाहत हीं। ओन मनइयन क ल्हास हवा मँ उड़इवाले पंछियन अउर पृथ्वी पइ क जँगली जनावरन क भोजन बनिहीं। 21 मइँ यहूदा क राजा सिदकिय्याह अउर ओकर प्रमुखन क ओनकर दुस्मनन अउर जउन ओनका मारि डावइ चाहत हीं, क देब। मइँ सिदकिय्याह अउर ओनके लोगन क बाबुल क राजा क फउज क तब भी देब जब उ फउज यरूसलेम क तजि चुकी होइ। 22 मुला मइँ कसदी फउज क यरूसलेम मँ फुन लउटइ क आदेस देब। इ सँदेसा यहोवा क अहइ। उ फउज यरूसलेम क खिलाफ लड़ी। उ पचे एह पइ अधिकार करिहीं, एहमाँ आगी लगइहीं अउ एका बारि डइहीं अउर मइँ यहूदा क नगरन क बर्बाद कइ देब। उ सबइ नगर सूना रेगिस्तान होइ जइहीं। हुआँ कउनो मनई नाहीं रही।’“

35:1 जब यहोयाकीम यहूदा क राजा रहा तब यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। यहोयाकीम राजा योसिय्याह क पूत रहा। यहोवा क सँदेसा इ रहा: 2 “यिर्मयाह, रेकाबी परिवार क लगे जा। ओनका यहोवा क मन्दिर क बगल क कमरन मँ स एक मँ आवइ बरे निमन्त्रित करा। ओनका पिअइ बरे दाखरस द्या।” 3 एह बरे मइँ (यिर्मयाह) याजन्याह स मिलइ गएउँ। याजन्याह उ यिर्मयाह नाउँ क एक मनई क पूत रहा जउन हबस्सिन्याह नाउँ क मनई क पूत रहा अउर मइँ याजन्याह क सबहिं भाइयन अउ पूतन स मिलेउँ। मइँ पूरे रेकाबी परिवार क एक संग बटोरेउँ। 4 तब मइँ रेकाबी परिवार क यहोवा क मन्दिर मँ लइ आएउँ। हम लोग उ कमरे मँ गए जउन परमेस्सर क मनई यिग्दल्याह क पूत हानान क पूतन क नाउँ स जाना जात ह। इ उ कमरा स अगला कमरा रहा जेहमाँ राजा क अधिकारी ठहरत रहेन। इ सल्लूम क पूत मासेयाह क कमरा क ऊपर रहा। मासेयाह मन्दिर मँ दुआरपाल रहा। 5 तब मइँ (यिर्मयाह) रेकाबी परिवार क समन्वा कछू पियालन क संग दाखरस स भरे कछू कटोरन धरेउँ अउ मइँ ओनसे कहेउँ, “थोड़ी दाखरस पिआ।” 6 किन्तु रेकाबी लोगन जवाब दिहन, “हम दाखरस कबहुँ नाहीं पीइत। हम ऍह बरे नाहीं पीइत काहेकि हमार पुरखा रेकाबी क पूत योनादाब इ आदेस दिहे रहा: ‘तू पचन्क अउर तोहरे सन्तानन क दाखरस कबहुँ नाहीं पिअइ चाही। 7 तू पचन्क कबहुँ घर बनावइ, पौधन रोपब अउर अंगूरे क लता कबहुँ नाहीं लगावइ चाही। तू पचन्क ओनमाँ स कछू भी नाहीं करइ चाही। तू पचन्क सिरिफ तम्बूअन मँ रहइ चाही। जदि तू पचे अइसा करब्या तउ उ पहँटा मँ जियादा समइ रहब्या जहाँ तू पचे एक ठउर स दूसर ठउरे पइ घूमत रहत ह।’ 8 एह बरे हम रेकाबी लोग ओन सब चीजन क पालन करित ह जेनका हमरे पुरखा योनादाब हमका आदेस दिहस ह। हम अउर हमार मेहररूअन अउर गदेलन दाखरस कबहुँ नाहीं पीतेन। 9 हम रहइ बरे घर कबहुँ नाहीं बनाइत अउर हम लोगन क अंगूरे क बगिचा या खेत कबहुँ नाहीं होतेन अउर हम फसलन कबहुँ नाहीं उगाइत। 10 हम तम्बूअन मँ रहत अही अउर उ सब माना ह जउन हमरे पुरखा योनादाब आदेस दिहेन ह। 11 किन्तु जब बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर यहूदा देस पइ हमला किहस तब हम लोग यरूसलेम क गए। हम लोग आपुस मँ कहा, “आवा हम यरूसलेम नगर मँ सरण लेइ जेहसे हम कसदी अउर अरामी फउज स बचि सकी।’ एह बरे हम लोग यरूसलेम मँ ठहर गए। 12 तब यिर्मयाह क यहोवा क सँदेसा मिला: 13 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह: “यिर्मयाह, जा यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क इ सँदेसा द्या: लोगो, तू पचन्क सबक सीखइ चाही अउर मोरे सँदेसा क पालन करइ चाही।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 14 “रेकाब क पूत योनादाब आपन पूतन क आदेस दिहस कि उ पचे दाखरस न पिअइँ, अउर उ आदेस क पालन भवा ह। आजु तलक योनादाब क संतान आपन पुरखन क आदेस क पालन किहस ह। उ पचे दाखरस नाहीं पीतेन। किन्तु मइँ तउ यहोवा हउँ अउर यहूदा क लोगो, मइँ तू पचन्क बार बार सँदेसा दिहेउँ ह, मुला तू पचे ओकर पालन नाहीं किहा। 15 इस्राएल अउर यहूदा क लोगो, मइँ आपन सेवक नबियन क तू पचन्क लगे पठएउँ। मइँ ओनका तोहरे पचन्क लगे बार-बार पठएउँ। ओन नबियन तू पचन्स कहेन, ‘इस्राएल अउर यहूदा क लोगो, तू सबन्क बुरा करब तजि देइ चाही। तू पचन्क अच्छा होइ चाही। दूसर देवतन क अनुसरण न करा। ओनका न पूजा, न ही ओनकर सेवा करा। जदि तू पचे मोर आग्या क पालन करब्या तउ तू पचे उ देस मँ होब्या जेका मइँ तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क पुरखन क दिहेउँ ह।’ किन्तु तू लोग मोरे सँदेसे पइ धियान नाहीं दिहा। 16 किन्तु योनादाब क सन्तानन आपन पुरखन क आदेस क, जउन उ दिहस मान ल्या। मुला यहूदा क लोग मोर आग्या क पालन नाहीं किहन।” 17 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा करत ह: “मइँ कहेउँ कि यहूदा अउ यरूसलेम बरे बहोत स बुरी घटनन घटिहीं। मइँ ओन बुरी घटनन क हाली ही घटित कराउब। मइँ इ करब काहेकि मइँ ओन लोगन क बात किहस, किन्तु उ पचे मोर एक न सुनेन। मइँ ओनका पुकारेउँ, किन्तु उ पचे जवाब नाहीं दिहन।” 18 तब यिर्मयाह रेकाबी परिवार क लोगन स कहेस, “इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, ‘तू लोग आपन पुरखा योनादाब क आदेस क पालन किहा ह। तू पचे योनादाब क सारी सिच्छन क अनुसरण किहा ह। तू पचे उ सब किहा ह जेकरे बरे उ आदेस दिहे रहा। 19 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह: रेकाब क पूत योनादाब क सन्तानन मँ स एक अइसा सदैव होइ जउन मोर सेवा करी।’“

36:1 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। इ योसिय्याह क पूत यहोयाकीम क यहूदा मँ राज्जकाल क चउथे बरिस भवा। यहोवा क सँदेसा इ रहा: 2 “यिर्मयाह, पत्रक ल्या अउर ओन सँदेसन क ओह पइ लिख डावा जेनका मइँ तोहसे कहेउँ ह। मइँ तोहसे इस्राएल अउर यहूदा क अउर बाकी रास्ट्रन क बारे मँ बातन किहेउँ ह। जब स योसिय्याह राजा रहा तब स अब तलक मइँ जउन सँदेसा तोहका दिहेउँ ह, ओनका लिख डावा। 3 सायद, यहूदा क परिवार इ सुनइ कि मइँ ओनके बरे का करइ क जोजना बनावत हउँ अउर सायद उ पचे बुरा काम करब तजि देइँ। जदि उ पचे अइसा करिहीं तउ मइँ ओनका, जउन बुरे करम उ पचे किहन ह, ओकरे बरे छिमा कइ देब।” 4 एह बरे यिर्मयाह नेरिय्याह क पूत बारूक नाउँ क एक मनई क बोलाएस। यिर्मयाह ओन सँदेसन क कहेस जेनका यहोवा ओका दिहे रहा। जउने समइ यिर्मयाह ऊँची आवाज़ मँ सँदेसा देत रहा उहइ समय बारूक ओनका पत्रक पर लिखत रहा। 5 तब यिर्मयाह बारूक स कहेस, “मइँ यहोवा क मन्दिर मँ नाहीं जाइ सकत। मोका हुआँ जाइ क आग्या नाहीं अहइ। 6 एह बरे मइँ चाहत हउँ कि तू यहोवा क मन्दिर मँ आवा। हुआँ उपवास क दिन जा अउर पत्रक स लोगन क सुनावा। ओन सँदेसन क जेनका यहोवा तोहका दिहस अउर जेनका तू पत्रक मँ लिख्या, ओनका लोगन क समन्वा बाँचा। ओन सँदेसन क यहूदा क सबहिं लोगन क समन्वा बाँचा जउन आपन रहइ क सहरन स यरूसलेम मँ आएन। 7 सायद, उ सबइ लोग यहोवा स मदद क याचना करइँ। होइ सकत ह हर एक मनई बुरा काम करब तजि देइ। यहोवा इ घोसित कइ दिहस ह कि उ ओन लोगन पइ वोधित अहइ।” 8 एह बरे नेरिय्याह क पूत बारूक क सबइ किहस जेका यिर्मयाह नबी करइ क कहेस। बारूक उ पत्रक जोर स बाँचेस जेहमाँ यहोवा क सँदेसन लिखा रहेन। उ एका यहोवा क मन्दिर मँ बाँचेस। 9 यहोयाकीम क राज्जकाल क पँचए बरिस क नवे महीना मँ यहोवा क पराथना बरे एक उपवास घोसित भवा। इ आग्या रही कि यरूसलेम मँ रहइवाले सबहिं लोग अउर यहूदा क नगरन स यरूसलेम मँ आवइवाले लोग यहोवा क समन्वा उपवास रखिहीं। 10 उ समइ बारूक उ पत्रक क जेहमाँ यिर्मयाह क कथन रहेन उ सबहिं लोगन क समन्वा जउन यहोवा क मन्दिर मँ बाँचेस रहेन। बारूक ऊपरी आँगन मँ यमरिया क कमरा मँ खड़ा भवा रहा जब उ पत्रक स पढ़त रहा। (इ कमरा सापान क पूत यमरिया क रहा। उ मन्दिर मँ सास्त्री रहा अउर उसका कमरा मन्दिर क नया प्रवेस दुआर क लगे रहा।) 11 मीकायाह नाउँ क एक मनई यहोवा क ओन सारे सँदेसन क सुनेस जेनका बारूक पत्रक स बाँचेस। मीकायाह उ गमर्याह क पूत रहा जउन सापान क पूत रहा। 12 जब मीकायाह पत्रक स सँदेसा क सुनेस तउ उ राजा क महल मँ सचिव क कमरा मँ गवा। राजकीय सबहिं अधिकारी राजमहल मँ बइठा रहेन। ओन अधिकारियन क नाउँ इ सबइ अहइँ: सचिव एलीसामा, समायाह क पूत दलायाह, अबबोर क पूत एलनातान, सापान क पूत गमर्याह, हनन्याह क पूत सिदकिय्याह अउर दूसर सबहिं अधिकारी भी हुआँ रहेन। 13 मीकायाह ओन अधिकारियन स उ सबइ कहेस जउन उ बारूक क पत्रक स बाँचन सुने रहा। 14 तबइ ओन अधिकारियन बारूक क लगे यहूदी नाउँ क मनई क पठएन। यहूदी सेलेम्याह क पूत नतन्याह क पूत रहा। सेलेम्याह वूसी क पूत रहा। यहूदी बारूक स कहेस, “उ पत्रक तू लिआवा जेका तू बाँच्या अउर मोरे संग चला।” नेरिय्याह क पूत बारूक पत्रक क लिहस अउर यहूदी क संग अधिकारियन क लगे गवा। 15 तब ओन अधिकारियन बारूक स कहेन, “बइठा अउर पत्रक क हम लोगन क समन्वा बाँचा।”एह बरे बारूक उ पत्रक क ओनका सुनाएस। 16 ओन राजकीय अधिकारियन उ पत्रक स सबहिं सँदेसा सुनेन। अउर डेराइ गएन। उ पचे बारूक स कहेन, “हमका पत्रक क सँदेसा क बारे मँ राजा यहोयाकीम स कहब होइ।” 17 तब अधिकारियन बारूक स एक सवाल किहन। उ पचे पूछेन, “बारूक इ बतावा कि तू इ सबइ सँदेसन कहाँ स पाया जेनका तू इ पत्रक पइ लिख्या? का तू ओन सँदेसन क लिख्या जेनका यिर्मयाह तोहका बताएस?” 18 बारूक जवाब दिहस, “हाँ, यिर्मयाह कहेस अउर मइँ सारे सँदेसन क सियाही स इ पत्रक पइ लिखेउँ।” 19 तब राजकीय अधिकारियन बारूक स कहेन, “तोहका अउर यिर्मयाह क कहूँ जाइके छुप जाइ चाही। कउनो न जिन बतावा कि तू कहाँ लुकान अहा।” 20 तब राजकीय अधिकारियन सास्त्री एलीसामा कमरा मँ पत्रक क रखेन। उ पचे राजा यहोयाकीम क लगे गएन अउर पत्रक क बारे मँ ओका सब कछू बताएन। 21 एह बरे राजा यहोयाकीम यहूदी क पत्रक लेइ पठएस। यहूदी सास्त्री एलीसामा क कमरा स पत्रक क लिआवा। तब यहूदी राजा अउर ओकरे चारिहुँ कइँती खड़े सेवकन क पत्रक बाँचिके सुनाएस। 22 इ जउने समय भवा, नवाँ महीना रहा, एह बरे राजा यहोयाकीम सीतकालीन महल खण्ड मँ बइठा रहा। राजा क समन्वा अंगीठी मँ आगी जरत रही। 23 यहूदी पत्रक स पढ़ब सुरू किहस। मुला जब उ दुइ या तीन पंवितयन बाँचत, राजा यहोयाकीम पत्रक क उससे धइ लेता अउर उ भाग क जउन अभी पढ़ा गवा रहा एक नान्ह चावू स काट डारत रहा अउर ओनका आग मँ डाइ देत रहा। आखिर मँ पूरा पत्रक आगी मँ जराइ दीन्ह गवा 24 जब राजा यहोयाकीम अउर ओकर सेवकन पत्रक स सँदेसा सुनेन तउ उ पचे डेरानेन नाहीं। उ पचे आपन ओढ़ना इ परगट करइ बरे नाहीं फाड़ेन कि ओनका आपन बुरे कर्मन बरे दुःख अहइ। 25 एलनातान, दलइया अउर यिर्मयाह राजा यहोयाकीम स पत्रक क न जरावइ बरे बात करइ क जतन किहस। किन्तु राजा ओनकर एक न सुनेस 26 अउर राजा यहोयाकीम कछू मनइयन क आदेस दिहस कि उ पचे सास्त्री बारूक अउर यिर्मयाह नबी क बन्दी बनावइँ। इ सबइ मनई राजा क एक ठु पूत अज्राएल क पूत सरायाह अउर अब्देल क पूत सेलेम्याह रहेन। किन्तु उ सबइ मनई बारूक अउर यिर्मयाह क न ढूँढ़ि सकेन काहेकि यहोवा ओनका छुपाइ दिहे रहा। 27 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। इ तब भवा जब यहोयाकीम यहोवा क ओन सबहिं सँदेसनवाले पत्रक क जराइ दिहे रहा, जेनका यिर्मयाह बारूक स कहे रहा अउर बारूक सँदेसन क पत्रक पइ लिखे रहा। यहोवा क जउन सँदेसा यिर्मयाह क मिला, उ इ रहा: 28 “यिर्मयाह, दूसर पत्रक तइयार करा। एह पइ ओन सबहिं सँदेसन क लिखा जउन पहिले पत्रक पइ रहेन। यानि उहइ पत्रक जेका यहूदा क राजा यहोयाकीम जराइ दिहे रहा। 29 यिर्मयाह, यहूदा क राजा यहोयाकीम स इ भी कहा, यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘यहोयाकीम तू उ पत्रक क जराइ दिहा। तू कह्या, “यिर्मयाह काहे लिख्या कि बाबुल क राजा निहचइ ही आइ अउर इ देस क बर्बाद करी? उ काहे कहत ह कि बाबुल क राजा इ देस क लोगन अउर जनावरन दुइनउँ क बर्बाद करी?” 30 एह बरे यहूदा क राजा यहोयाकीम क बारे मँ जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: यहोयाकीम क संतान दाऊद क राज सिंहासन पइ नाहीं बइठहीं। जब यहोयाकीम मरी ओका राजा जइसे अन्त्येस्टि नाहीं दीन्ह जाइ, बल्कि ओकर अर्थी भुइँया पइ पेंक दीन्ह जाइ। ओकर अर्थी दिन क गर्मी मँ अउर रात क ठंडे पाले मँ छोड़ दीन्ह जाइ। 31 मइँ, यहोयाकीम, ओकर सन्तान अउ ओकरे अधिकारियन क ओनकइ दुट्ठ करम बरे सजा देब। मइँ यरूसलेम क लोगन पइ अउर यहूदा क लोगन पइ भयंकर विपत्ति ढावइ क प्रतिग्या किहेउँ ह। मइँ आपन प्रतिग्या क अनुसार ओन पइ सबहिं बुरी विपत्तियन ढाउब काहेकि उ पचे मोर चिताउनी नाहीं सुनेन।’“ 32 तब यिर्मयाह दूसर पत्रक लिहस अउर ओका नेरिय्याह क पूत सास्त्री बारूक क दिहस। जइसे यिर्मयाह बोलत जात रहा वइसे ही बारूक ओनही सँदेसन क पत्रक पइ लिखत जात रहा जउन उ पत्रक पइ रहेन जेका राजा यहोयाकीम आगी मँ जराइ दिहे रहा अउर ओनहीं सँदेसन क तरह बहोत सी दूसर बातन दूसर पत्रक मँ जोरी गइन।

37:1 नबूकदनेस्सर बाबुल क राजा रहा। नबूकदनेस्सर यहोयाकीम क पूत यकोन्याह क ठउरे पइ सिदकिय्याह क यहूदा क राजा तैनात किहस। सिदकिय्याह राजा योसिय्याह क पूत रहा। 2 किन्तु सिदकिय्याह यहोवा क ओन सँदेसन पइ धियान नाहीं दिहस जेनका यहोवा यिर्मयाह नबी क उपदेस देइ बरे दिहे रहा अउर सिदकिय्याह क सेवकन तथा यहूदा क लोग यहोवा क सँदेसा पइ धियान नाहीं दिहन। 3 राजा सिदकिय्याह यहूकल नाउँ क एक मनई अउर याजक सपन्याह क यिर्मयाह नबी क लगे एक ठु सँदेसा लइके पठएस। यहूकल सेलेम्याह क पूत रहा। याजक सपन्याह मासेयाह क पूत रहा। जउन सँदेसा उ पचे यिर्मयाह क बरे लिआए रहेन उ इ अहइ: “यिर्मयाह, हमार परमेस्सर यहोवा स हम लोगन बरे पराथना करा।” 4 (उ समइ तलक, यिर्मयाह जेल मँ नाहीं डावा गवा रहा, एह बरे जहाँ कहूँ उ जाइ चाहत रहा, जाइ सकत रहा। 5 उ समइ ही फिरौन क फउज मिस्र स यहूदा क प्रस्थान कइ चुकी रही। बाबुल फउज पराजित करइ बरे, यरूसलेम सहर क चारिहुँ कइँती घेरा डाइ रखे रहा। तब उ पचे मिस्र स ओनकी कइँती वूच कइ चुकी भई फउज क बारे मँ उ सुन चुका रहा। एह बरे बाबुल क फउज मिस्र स आवइवाली फउज स लड़इ बरे, यरूसलेम स हट गइ रही।) 6 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह नबी क मिला: 7 “इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘मइँ जानत हउँ कि यहूदा क राजा सिदकिय्याह तोहका मोरे लगे यहोवा स सलाह पूछइ बरे पठएस ह। राजा सिदकिय्याह क इ जवाब द्या, फिरौन क फउज हिआँ तोहार मदद बरे आवत ह, किन्तु उ फउज मिस्र क वापिस लौट जाइ। 8 ओकरे पाछे बाबुल क फउज हिआँ लउटी। इ यरूसलेम पइ हमला करी। तब बाबुल क उ फउज यरूसलेम पइ अधिकार करी अउर ओका बारि डाइ।’ 9 यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘यरूसलेम क लोगो, आपन क मूर्ख जिन बनावा। तू पचे आपुस मँ जिन कहा, “बाबुल क फउज निहचइ ही, हम लोगन क सान्त छोड़ देइ।” उ नाहीं छोड़ी। 10 यरूसलेम क लोगो, जदि तू पचे बाबुल क उ सारी फउज क ह काहे न हराइ द्या जउन तू पचन पइ हमला करत अहइ, तउ भी ओनके डेरन मँ कछू घायल मनई बच जइहीं। उ पचे थोड़े घायल मनई भी आपन डेरन स बाहेर निकरिहीं अउर यरूसलेम क जराइके राख कइ देइहीं।’“ 11 जब बाबुल फउज मिस्र क फिरौन क सेना क संग जुद्ध करइ बरे यरूसलेम क छोड़ेस, 12 तब यिर्मयाह यरूसलेम स बिन्यामीन प्रदेस क जात्रा करइ चाहत रहा। हुआँ उ आपन परिवार क कछू सम्पत्ति क बटवारे मँ भाग लेइ जात रहा। 13 मुला जब यिर्मयाह यरूसलेम क बिन्यामीन क दुआर पइ पहोंचा तब रच्छन क अधिकारी कप्तान ओका बन्दी बनाइ लिहन। कप्तान क नाउँ यिरिय्याह रहा। यिरिय्याह सेलेम्याह क पूत रहा। सेलेम्याह हनन्याह क पूत रहा। इ तरह कप्तान यिरिम्याह यिर्मयाह क बन्दी बनाएस अउर कहेस, “यिर्मयाह, तू हम लोगन क बाबुल पच्छ मँ मिलइ बरे, छोड़त अहा।” 14 यिर्मयाह यिरिय्याह स कहेस, “इ फुरइ नाहीं अहइ। मइँ कसदियन क संग मिलइ बरे नाहीं जात हउँ।” मुला यिरिय्याह यिर्मयाह क एक न सुनेस। यिरिय्याह यिर्मयाह क बन्दी बनाएस अउर ओका यरूसलेम क राजकीय अधिकारियन क लगे लइ गवा। 15 उ सबइ अधिकारी यिर्मयाह पइ बहोत कोहान रहेन। उ पचे यिर्मयाह क पीटइ क आदेस दिहन। तब उ पचे यिर्मयाह क जेल मँ डाइ दिहन। जेल योनातान नाउँ क मनई क घर मँ रहा। योनातान यहूदा क राजा क सास्त्री रहा। योनातान क घर जेल बनाइ दीन्ह गवा रहा। 16 ओन लोग यिर्मयाह क योनातान क घर क एक कोठरी मँ रखेन। उ कोठरी जमीन क खाले वूप-गृह रही। यिर्मयाह ओहमाँ लम्बे समइ तलक रहा। 17 तब राजा सिदकिय्याह यिर्मयाह क बोलवाएस अउर ओका राजमहल मँ लावा गवा। सिदकिय्याह यिर्मयाह स एकान्त मँ बातन किहस। उ यिर्मयाह स पूछेस, “का यहोवा क कउनो सँदेसा अहइ?”यिर्मयाह जवाब दिहस, “हाँ, यहोवा क सँदेसा अहइ। सिदकिय्याह, तू बाबुल क राजा क हाथ मँ दइ दीन्ह जाब्या।” 18 तब यिर्मयाह राजा सिदकिय्याह स कहेस, “मइँ कउन सा अपराध किहे हउँ? मइँ कउन सा अपराध तोहरे, तोहरे अधिकारियन या यरूसलेम क खिलाफ किहे हउँ? तू मोका जेल मँ काहे धाँध्या? 19 राजा सिदकिय्याह, तोहार नबी अब कहाँ अहइँ? ओन नबियन तोहका झूठा सँदेसा दिहन। उ पचे कहेन, ‘बाबुल क राजा तोह पइ या यहूदा देस पइ हमला नाहीं करी।’ 20 मुला अब मोर यहोवा, यहूदा क राजा, कृपा कइके मोर सुना। कृपा कइके मोर निवेदन अपने तलक पहोंचइ द्या। मइँ आप स एतना माँगत हउँ। सास्त्री योनातन क घर मोका वापस जिन पठवा। जदि आप मोका हुआँ पठउब्या मइँ हुअँइ मरि जाब।” 21 एह बरे राजा सिदकिय्याह यिर्मयाह बरे आँगन मँ रच्छकन क संरच्छन मँ रहइ क आदेस दिहस कि यिर्मयाह क सड़क पइ रोटी बनावइवालन स रोटियन दीन्ह जाइ चाही। यिर्मयाह क तब तक रोटी दीन्ह जात रही जब तलक नगर मँ अउर रोटी नाहीं रहे। इ तरह यिर्मयाह आँगन मँ रच्छक क संरच्छन मँ रहा।

38:1 कछू राजकीय अधिकारियन यिर्मयाह क जरिये दीन्ह जात उपदेस क सुनेन। उ पचे मत्तान क पूत सपन्याह, पसहूर क पूत गदल्याह, सेलेम्याह क पूत यहूकल अउर मल्किय्याह क पूत पसहूर रहेन। यिर्मयाह सबहिं लोगन क इ सँदेसा देत रहा। 2 “जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: ‘जउन कउनो भी यरूसलेम मँ रहिहीं उ पचे सबहिं तरवार, भूख, भयंकर बीमारी स मरिहीं। किन्तु जउन भी बाबुल क सेना क आत्मसमर्पण करी, जिअत रही। उ सबइ लोग जिअत बचा जाइँ।’ 3 अउर यहोवा इहइ कहत ह, ‘इ यरूसलेम नगर बाबुल क राजा क फउज क निहचइ ही, दीन्ह जाइ। उ इ नगर पइ अधिकार करी।’“ 4 तब जउन राजकीय अधिकारियन यिर्मयाह क उ कथन क सुनेन जेका उ लोगन स कहत रहा, उ सबइ राजा सिदकिय्याह क लगे गएन। उ पचे राजा स कहेन, “यिर्मयाह क जरूर मार डावइ चाही। उ ओन सैनिकन क भी हतोत्साहित करत अहइ जउन अब तलक नगर मँ अहइँ। यिर्मयाह जउन कछू कहत अहइ ओहसे उ हर एक क साहस तोड़त अहइ। यिर्मयाह यरूसलेम क लोगन क मदद करइ मँ नाहीं बल्कि दुःखी करइ मँ रूची क दिखावत ह।” 5 एह बरे राजा सिदकिय्याह ओन अधिकारियन स कहेस, “यिर्मयाह तू लोगन ह हाथ मँ अहा। मइँ तू पचन्क रोकइ बरे कछू नाहीं कइ सकत।” 6 एह बरे ओन अधिकारियन यिर्मयाह क लिहन अउर ओका राजवुमार मल्किय्याह क हउज मँ डाइ दिहन। उ हउज आँगन मँ रहा जहाँ राजा क रच्छक ठहरत रहेन। ओन अधिकारियन यिर्मयाह क हउज मँ उतारइ बरे लसुरी क उपयोग किहन। हउज मँ पानी बिल्वुल नाहीं रहा, ओहमा सिरिफ कीचड़ रही अउर यिर्मयाह कीचड़ मँ धँसना सुरू होइ गवा। 7 किन्तु वूस क निवासी, खोजा एबेदमेलेक नाउँ क एक मनई सुनेस कि अधिकारियन यिर्मयाह क हउज मँ डाइ दिहेन ह। राजा सिदकिय्याह बिन्यामीन दुआरे पइ बइठा रहा। 8 एह बरे एबेदमेलेक राजमहल स निकरा अउर राजा स बातन करइ उ दुआरे पइ पहोंचा। 9 एबेदमेलेक कहेस, “मोर सुआमी अउ राजा उ अधिकारियन नबी क हउज मँ डाइके एक ठू भयंकर काम किहेन ह। उ पचे ओका हुवाँ छोड़ दिहन ह कि उ मरइ जाई अउर सहर मँ रोटी बाकी नाहीं बची।” 10 तब राजा सिदकिय्याह वूसी एबेदमेलेक क आदेस दिहस। आदेस इ रहा: “एबेदमेलेक राजमहल स तू तीन मनई अपने संग ल्या। जा अउर मरइ स पहिले यिर्मयाह क हउज स निकारा।” 11 एह बरे एबेदमेलेक अपने संग मनइयन क लिहस। किन्तु पहिले उ राजमहल क भंडारगृह क एक कमरा मँ गवा। उ कछू पुरान कम्बल अउ फटा पुरान कपड़ा उ कमरा स लिहस। तब उ ओन कम्बल क लसुरी क सहारे हउज मँ यिर्मयाह क लगे पहोंचाएस। 12 वूसी एबेदमेलेक यिर्मयाह स कहेस, “एन पुरान कम्बलन अउर चिथड़न क अपनी कखरी क खाले लगावा। जब हम लोग तोहका हींचब तउ इ सबइ तोहरी बाँहन क खाले गद्दी बनिहीं। तब लसुरियन तोहका चुभिहीं नाहीं।” एह बरे यिर्मयाह उहइ किहस जउन एबेदमेलेक कहेस। 13 ओन लोग यिर्मयाह क लसुरियन क मदद स ऊपर क बाहेर निकार लिहन यिर्मयाह रच्छकन क आँगन मँ रच्छकन क संरच्छन मँ रहा। 14 तब राजा सिदकिय्याह कउनो क यिर्मयाह नबी क लिआवइ पठएस। उ यहोवा मन्दिर क तीसरे दुआर पइ यिर्मयाह क मँगवाएस। तब राजा कहेस, “यिर्मयाह, मइँ तोहसे कछू पूछत हउँ। मोहसे कछू भी जिन छुपावा, मोका सब ईमानदारी स बतावा।” 15 यिर्मयाह सिदकिय्याह स कहेस, “जदि मइँ आप क जवाब देब तउ संभव अहइ आप मोका मारी डावइँ अउर जदि मइँ आप क सलाह भी देब तउ आप ओका नाहीं मानिहीं।” 16 मुला राजा सिदकिय्याह यिर्मयाह स किरिया खाएस। सिदकिय्याह इ गुप्त रूप स किहस। इ उ अहइ जउन सिदकिय्याह किरिया खाएस, “यिर्मयाह जइसा कि यहोवा सास्वत अहइ, जउन हम क परान अउर जिन्नगी दिहस ह यिर्मयाह। मइँ तोहका मारब नाहीं अउर मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहका ओन अधिकारियन क नाहीं देब जउन तोहका मार डावइ चाहत हीं।” 17 तब यिर्मयाह राजा सिदकिय्याह स कहेस, “इ उ अहइ जेका सर्वसवतीमान परमेस्सर यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर कहत ह, ‘जदि तू बाबुल क राजा क अधिकारियन क आत्मसमर्पण करब्या तोहार जिन्नगी बचि जाइ अउर यररूसलेम जराइके राख नाहीं कीन्ह जाइ, तू अउर तोहार परिवार जिअत रही। 18 किन्तु जदि तू बाबुल क राजा क अधिकारियन क आत्मसमर्पण करइ स इन्कार करब्या तउ यरूसलेम बाबुल फउज क दइ दीन्ह जाइ। उ पचे यरूसलेम क जराइके राख कइ देइहीं अउर तू खुद ओनसे बचिके नाहीं निकर पउब्या।’“ 19 तब राजा सिदकिय्याह यिर्मयाह स कहेस, “किन्तु मइँ यहूदा क ओन लोगन स डेरात हउँ जउन पहिले ही बाबुल फउज स जाइ मिला अहइँ। मोका डर अहइ कि फउजी मोका यहूदा क ओन लोगन क दइ देइहीं अउर उ पचे मोरे संग बुरा बेउहार करिहीं अउर चोट पहोंचइहीं।” 20 किन्तु यिर्मयाह जवाब दिहस, “फउजी तोहका यहूदा क ओन लोगन क नाहीं देइहीं। सादा सिदकिय्याह, जउन मइँ कहत हउँ ओका कइके, यहोवा क आग्या क पालन करा। तब सबहिं कछू तोहरे भले बरे होइ अउर तोहार जिन्नगी बच जाइ। 21 किन्तु यदि तू बाबुल क फउज क समन्वा आत्मसमर्पण करइ स इन्कार करत अहा तउ यहोवा मोका देखाइ दिहेस ह कि का होइ। इ उ अहइ जउन यहोवा मोहसे कहेस ह: 22 उ पचे सबहिं मेहररूअन जउन यहूदा क राजमहल मँ रहि गई अहइँ बाहेर लिआई जइहीं। उ पचे बाबुल क राजा क बड़के अधिकारियन क समन्वा लिआइ जाइहीं। तोहार मेहररूअन एक ठु गीत क जरिये तोहार खिल्ली उड़इहीं। जउन कछू मेहररूअन कहिहीं उ इ अहइ:‘तोहार अच्छे मीत तोहका गलत राह लइ गएन अउर उ पचे तोहसे जियादा बरिआर रहेन। उ पचे अइसे मीत रहेन जेन पइ तोहार बिस्सास रहा। तोहार पाँव कीचड़ मँ फँसा रहेन। तोहार मीतन तोहका छोड़ दिहन ह।’ 23 “तोहार सबहिं मेहररूअन अउर तोहार बच्चन बाहेर लिआवा जइहीं। उ पचे बाबुल फउज क दइ दीन्ह जइहीं। तू खुद बाबुल क फउज स बचिके नाहीं निकर पउब्या। तू बाबुल क राजा क जरिये धरा जाब्या अउर यरूसलेम जराइके राख कइ दीन्ह जाइ।” 24 तब सिदकिय्याह यिर्मयाह स कहेस, “कउनो मनई स इ जिन कह्या कि मइँ तोहसे बातन करत रहा। जदि तू कहब्या तउ तू मारा जाब्या। 25 अगर उ सबइ अधिकारियन क पता चला कि मइँ तोहसे बातन किहेउँ। तब उ पचे तोहरे लगे अइहीं अउर तोहसे कहिहीं, ‘यिर्मयाह, इ बतावा कि तू राजा सिदकिय्याह स का कह्या अउर उ तोहसे का कह्या? हम लोगन बरे ईमानदार रहा अउर हमका सब कछू बताइ द्या, नाहीं तउ हम तोहका मार डाउब।’ 26 जदि उ पचे तोहसे अइसा कहइँ तउ ओनसे कह्या, ‘मइँ राजा स पराथना करत रहेउँ कि उ पचे मोका योनातन क घर क खाले वूप-गृह मँ वापस न पठवइँ। जदि मोका हुआँ वापस जाइ पड़ा तउ मइँ मरि जाब।’“ 27 अइसा भवा कि राजा क उ सबइ अधिकारी यिर्मयाह स पूछइ ओकरे लगे आइ गएन। एह बरे यिर्मयाह उ सब कहेस जेका कटइ क आदेस राजा दिहे रहा। तब ओन अधिकारियन यिर्मयाह क अकेले छोड़ दिहन। कउनो मनई क पता नाहीं चला कि यिर्मयाह अउर राजा का बातन किहन। 28 इ तरह यिर्मयाह रच्छकन क संरच्छन मँ आँगन मँ उ दिन तलक रहा जउने दिन यरूसलेम पइ अधिकार कइ लीन्ह गवा।

39:1 यरूसलेम पइ जउने तरह अधिकार भवा उ इ अहइ: यहूदा क राजा सिदकिय्याह क राज्जकाल क नवे बरिस क दसएँ महीने मँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर आपन पूरी फउज क साथ यरूसलेम क खिलाफ वूच किहस। 2 उ हरावइ बरे नगर क डेरा डाएस अउ सिदकिय्याह क ग्यारहवे बरिस क चउथे महीने क नौंवे दिन यरूसलम क चहरदीवारी टूटी। 3 तब बाबुल क राजा क सबहिं राजकीय अधिकारी यरूसलेम नगर मँ घुस आएन। उ पचे अन्दर आएन अउर बीच वाले दुआर पइ बइठ गएन। ओन अधिकारियन क इ सबइ नाम अहइँ: समगर जिले प्रसासक नेर्गलसरेसेर एक बहोत उच्च अधिकारी नेबो-सर्सकीम दूसर उच्च अधिकारी अउर बहोत स दूसर बड़के अधिकारी भी हुवाँ रहेन। 4 यहूदा क राजा सिदकिय्याह बाबुल क ओन पदाधिकारियन क लखेस, एह बरे उ अउर ओकर फउजी हुवाँ स पराइ गएन। उ पचे रात मँ यरूसलेम क तजेन अउर राजा क बाग स होइके बाहेर निकरेन। उ पचे उ दुआर स गएन जउन दुइ दीवारन क बीच रहा। तब उ पचे रेगिस्तान कइँती बढ़ेन। 5 मुला बाबुल क फउज सिदकिय्याह अउर ओकरे साथ क फउज क पाछा किहस। कसदियन क फउज यरीहे क मइदान मँ सिदकिय्याह क जाइ धरेस उ पचे सिदकिय्याह क धरेन अउर मोका बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क लगे लइ गएन। नबूकदनेस्सर हमात प्रदेस क रिबला नगर मँ रहा। उ ठउरे पइ नबूकदनेस्सर सिदकिय्याह क बरे निर्णय सुनाएस। 6 हुवाँ रिबला नगर मँ बाबुल क राजा सिदकिय्याह क पूतन क ओकरे सामने मार डाएस अउर सिदकिय्याह क समन्वा ही नबूकदनेस्सर यहूदा क सबहिं राजकीय अधिकारियन क मार डाएस। 7 तब नबूकदनेस्सर सिदकिय्याह क आँखिन निकार लिहस। उ सिदकिय्याह क काँसा क जंजीर स बाँधेस अउर ओका बाबुल लइ गवा। 8 बाबुल क सेना राजमहल अउर यरूसलेम क लोगन क घरन मँ आगी लगाइ दिहस अउर उ पचे यरूसलेम क दीवारन गिराइ दिहन। 9 नबूजरदन नाउँ क एक मनई बाबुल क राजा क बिसेस रच्छकन क अधिनायक रहा। उ ओन लोगन क लिहस जउन यरूसलेम मँ बचि ग रहेन अउर ओनका कैदी बनाइ लिहस। नबूजरदन ओन लोगन क लिहेस जउन यरूसलेम मँ रहत रहेन ओन लोगन क भी लिहस जउन पहिले ही ओका आत्मसमर्पण कइ चुके रहेन। अउर ओकर पाछे उ ओन सबइ क बन्दी बनाइके बाबुल भेज दिहेस। 10 मुला बिसेस रचच्छकन क अधिनायक नबूजरदान यहूदा क कछू गरीब लोगन क आपन पाछे छोड़ दिहस। उ पचे अइसे लोग रहेन जेनके लगे कछू नाहीं रहा। इ तरह उ दिन नबूजरदान ओन यहूदा क गरीब लोगन क अंगूर क बाग अउर खेत दिहस। 11 किन्तु नबूकदनेस्सर नबूजरदान क यिर्मयाह क बारे मँ कछू आदेस दिहस। नबूजरदान, नबूकदनेस्सर क बिसेस रच्छकन क अधिनायक रहा। आदेस इ सबइ रहेन: 12 “यिर्मयाह क हेरा अउर ओकर देख-रेख करा। ओका चोट न पहोंचावा। ओका उ सब द्या, जउन उ माँगइ।” 13 एह बरे राजा क बिसेस रच्छकन क अधिनायक नबूनरदान बाबुल क फउज क एक मुख्य पदाधिकारी नबूसजबान एक ऊँचा अधिकारी नेर्गलसरेसेर अउर बाबुल क फउज क दूसर सबहिं अधिकारी यिर्मयाह क खोज मँ पठए गएन। 14 ओन लोग यिर्मयाह क आँगन स निकारेन जहाँ उ यहूदा क राजा क रच्छकन क संरच्छन मँ पड़ा रहा। कसदी सेना क ओन अधिकारी लोग यिर्मयाह क सपान क पूत अहीकाम, अहीकाम क पूत गदल्याह क सुपुर्द किहन। गदल्याह क आदेस रहा कि उ यिर्मयाह क ओकरे घर वापस लइ जाइ। एह बरे यिर्मयाह आपन घरे पहोंचाइ दीन्ह गवा अउर उ आपन लोगन मँ रहइ लाग। 15 जउने समइ यिर्मयाह रच्छकन क संरच्छन मन्दिर क आँगन मँ रहा, ओका यहोवा क एक सँदेसा मिला। सँदेसा इ रहा: 16 “यिर्मयाह, जा अउर वूस क एबेदमेलेक क इ सँदेसा द्या: इ उ सँदेसा अहइ, जेका सर्वसवतीमान यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर देत ह: ‘बहोत हाली ही मइँ इ यरूसलेम नगर सम्बन्धी आपन सँदेसन क फुरइ घटित करब। मोर सँदेसा बिनास लाइके फुर होइ। नीक बातन क लाइके नाहीं। तू सबहिं इ फुरइ क घटित होत भवा आपन आँखिन स देखब्या। 17 किन्तु एबेदमेलेक उ दिन मइँ तोहका बचाउब।’ इ यहोवा क सँदेसा अहइ। ‘तू ओन लोगन क नाहीं दीन्ह जाब्या जेनसे तोहका डर अहइ। 18 एबेदमेलेक मइँ तोहका बचाउब। तू तरवारे क घाट नाहीं उतारा जाब्या, अपितु बच निकरब्या अउर जिअत रह्ब्या। अइसा होइ, काहेकि तू मोह पइ बिस्सास किहा ह।’“ इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

40:1 रामा सहर मँ अजाद कीन्ह जाइ क पाछे यिर्मयाह क यहोवा क सँदेसा मिला। बाबुल क राजा क बिसेस रच्छकन क अधिनायक नबुनरदान क यिर्मयाह रामा मँ मिला। यिर्मयाह जंजीरन मँ बँधा रहा। उ यरूसलेम अउर यहूदा क सबहिं कैदियन क संग रहा। उ पचे कैदी बाबुल क बन्धुआइ मँ लइ जात रहेन। 2 जब अधिनायक नबूजरदान क यिर्मयाह मिला तउ उ ओहसे बातन किहस। उ कहेस, “यिर्मयाह तोहार परमेस्सर यहोवा इ घोसित किहे रहा कि इ बिपत्ति इ जगहिया पइ आइ उ 3 अउर अब यहोवा सब कछू उ कइ दिहेस ह जेका उ करइ क कहे रहा। इ बिपत्ति एह बरे आइ कि यहूदा क तू सब लोगन यहोवा क खिलाफ पाप किहा। तू लोग यहोवा क आग्या नाहीं मान्या। 4 किन्तु यिर्मयाह, अब मइँ तोहका अजाद करत हउँ। मइँ तोहरी कलाइयन स जंजीर उतारत हउँ। जदि तू चाहा तउ मोरे संग बाबुल चला अउर मइँ तोहार अच्छी देख-रेख करब। किन्तु जदि तू मोरे संग चलब नाहीं चहत्या तउ न चला। लखा पूरा देस तोहरे बरे खुला अहइ। तू जहाँ चाहा चला जा। 5 या सापान क पूत अहीकाम क पूत गदल्याह क लगे लउटि जा। बाबुल क राजा यहूदा क नगरन क प्रसासक गदल्याह क चुनेस ह। जा अउर गदल्याह क संग लोगन क बीच रहा या तू जहाँ चाहा जाइ सकत ह।”तब नबूजरदान यिर्मयाह क कछू भोजन अउर भेंट दिहस तथा ओका बिदा किहस। 6 इ तरह यिर्मयाह अहीकाम क पूत गदल्याह क लगे मिस्पा गवा। यिर्मयाह गदल्याह क संग ओन लोगन क बीच रहा जउन यहूदा देस मँ छोड़ दीन्ह ग रहेन। 7 यहूदा क फउज क कछू फउजी, अधिकारी अउर ओनकर लोग, जब यरूसलेम नस्ट होत रहा, खुला मैदान मँ रहेन। ओन फउजियन सुनेन कि अहीकाम क पूत गदल्याह क बाबुल क राजा प्रदेस मँ बचे लोगन क प्रसासक तैनात किहस ह। बचे भए लोगन मँ उ पचे सबहिं मेहररूअन, मनसेधुअन अउर बच्चन रहेन जउन बहोत जियादा गरीब रहेन अउर कैदी बनाइके बाबुल नाहीं पहोंचावा गए रहेन। 8 एह बरे उ सबइ फउजी गदल्याह क लगे मिस्पा मँ आएन। उ सबइ फउजी नतन्याह क पूत इस्माएल, योहानन अउ ओकर भाई योनातान, कारेह क पूत तन्हूसेत क पूत सरायाह, नतोयवासी एथै क पूत माकावासी क पूत याजन्याह अउर ओकरे साथ स मनसेधुअन रहेन। 9 सापान क पूत अहीकाम क पूत गदल्याह ओन फउजियन अउर ओनके लोगन क जियादा सुरच्छित अनुभव करावइ क किरिया खाएस। गदल्याह जउन कहेस, उ इ अहइ: “फउजियो तू लोग कसदी लोगन क सेवा करइ स भयभीत जिन ह्वा। इ प्रदेस मँ बस जा अउर बाबुल क राजा क सेवा करा। जदि तू पचे अइसा करब्या तउ तोहार पचन्क सब कछू भला होइ। 10 मइँ खुद मिस्पा मँ रहब। मइँ ओन कसदी लोगन स तोहरे पचन्क बरे मँ बातन करब जउन हिआँ अइहीं। तू लोग इ काम मोह पइ छोड़ा। तू पचन्क दाखरस गर्मी क फल अउर तेल पइदा करइ चाही। जउन तू पचे पइदा करा ओका आपन बटोरइ बरे घड़न मँ भरा। ओन नगरन मँ रहा जेह पइ तू पचे अधिकार किहे अहा।” 11 यहूदा क सबहिं लोग, जउन मोआब, अम्मोन, एदोम अउर दूसर सबहिं प्रदेसन मँ रहेन, सुनेन कि बाबुल क राजा यहूदा क कछू लोगन क उ देस मँ छोड़ दिहेस ह अउर उ पचे इ सुनेन कि बाबुल क राजा सापान क पोता अउ अहीकाम क पूत गदल्याह क ओनकर प्रसासक तइनात किहेस ह। 12 जब यहूदा क लोग इ खबर पाएन, तउ उ पचे यहूदा प्रदेस मँ लउटि आएन। उ पचे गदल्याह क लगे ओन सबहिं देसन स मिस्पा लउटेन, जेनमाँ उ पचे बिखेर ग रहेन। एह बरे उ पचे लउटेन अउर उ पचे दाखरस अउर गर्मी क बड़ी फसल काटेन। 13 कारेह क पूत योहानन अउ यहूदा क फउज क सबहिं अधिकारी, जउन अबहिं तलक खुले प्रदेसन मँ रहेन, गदल्याह क लगे आएन। गदल्याह मिस्पा नगर मँ रहा। 14 योहानन अउर ओकरे साथ क अधिकारियन गदल्याह स कहेन, “का तोहका मालूम अहइ कि अम्मोनी लोगन क राजा बालीस तोहका मार डावइ चाहत ह उ नतन्याह क पूत इस्माएल क तोहका मार डावइ पठएस ह।” मुला अहीकाम क पूत गदल्याह ओन पइ बिस्सास नाहीं किहस। 15 तब कारेह क पूत योहानन मिस्पा मँ गदल्यह स गुप्त बाचचीत किहस। योहानन गदल्याह स कहेस, “मोका जाइ द्या अउर नतन्याह क पूत इस्माएल क मार डावइ द्या। कउनो भी मनई इ बारे मँ नाहीं जानी। हम लोग इस्माएल क तोहका मारइ नाहीं देब। उ यहूदा क ओन सबहिं लोगन क जउन तोहरे लगे बटुरा भए अहइँ, विभिन्न देसन मँ फुन स बिखेर देइ अउर एकर इ अरथ होइ कि यहूदा क थोड़ा स बचे-खुचे लोग भी नस्ट होइ जइँहीं।” 16 किन्तु अहीकाम क पूत गदल्याह कारेह क पूत योहानान स कहेस, “इस्माएल क न मारा। इस्माएल क बारे मँ जउन तू कहत अहा, उ फुरइ नाहीं अहइ।”

41:1 सतएँ महीना मँ नतन्याह (एलीसामा क पूत) क पूत इस्माएल, अहीकाम क पूत गदल्याह क लगे आवा। इस्माएल आपन दस मनइयन क संग आवा। उ सबइ लोग मिस्पा नगर मँ आए रहेन। इस्माएल राजा परिवार क सदस्य रहा। उ यहूदा राजा क अधिकारियन मँ स एक रहा। इस्माएल अउर ओकर लोग गदल्याह क संग खइया क खाएन। 2 जब उ पचे साथ भोजन करत रहेन तबहिं इस्माएल अउर ओकर दस मनई उठेन अउर अहीकाम क पूत गदल्याह क तरवारे स मार दिहन। उ इ एह बरे किहेन काहेकि बाबुल क राजा ओका यहूदा क राज्जपाल नियुक्त किहे रहा। 3 इस्माएल यहूदा क ओन सबहिं लोगन क भी मार डाएस जउन मिस्पा मँ गदल्याह क संग रहेन। इस्माएल ओन कसदी फउजियन क भी मार डाएस जउन उ समइ मिस्पा मँ रहेन। 4 गदल्याह क हत्या क एक दिन बाद अस्सी मनई मिस्पा आएन। उ पचे अन्नबलि अउर सुगन्धि यहोवा क मन्दिर बरे लिआवत रहेन। ओन अस्सी मनइयन आपन दाढ़ी मुड़वाइ राखी रही, आपन ओढ़वा फाड़ डावे रहेन अउर आपन क काट राखे रहेन। उ पचे सकेम, सीलो अउर सोमरोन स आए रहेन। एनमाँ स कउनो भी इ नाहीं जानत रहा कि गदल्याह क हत्या कइ दीन्ह गई अहइ। 5 6 इस्माएल मिस्पा नगर स ओन अस्सी मनइयन स मिलइ गवा। ओनसे मिलत जात समइ उ रोवत रहा। इस्माएल ओन अस्सी मनइयन स मिला अउर उ कहेस, “अहीकाम क पूत गदल्याह स मिलइ मोरे संग चला।” 7 उ पचे अस्सी मनई मिस्पा नगर मँ गएन। तब इस्माएल अउर ओकर मनइयन ओनमाँ स सत्तर लोगन क मार डाएन। इस्माएल अउर ओकर मनइयन ओन सत्तर मनइयन क अथिर्यन क एक ठु गहिर हउज मँ डाइ दिहस। 8 मुला बचे भए दस मनइयन इस्माएल स कहेन, “हमका जिन मारा। हमरे लगे गोहूँ अउर जौ अहइ अउर हमरे लगे तेल अउर सहद अहइ। हम लोग ओन चिजियन क एक खेते मँ छिपाइ राखी ह।” एह बरे ओन मनइयन क छोड़ दिहा। उ दूसर लोगन क संग ओनका नाहीं मारेस। 9 (उ हउज जेहमाँ इस्माएल ल्हासन क फेंकेस बहोत बड़ा रहा इ यहूदा क आसा नाउँ क राजा क जरिये बनवावा गवा रहा। ओका एह बरे बनाए रहा कि जुद्ध कि दिनन मँ जब इ इस्राएल क राजा बासा स लड़त रहा तउ नगर क ओहसे पानी मिलत रहइ। इस्माएल उ हउज मँ एतनी ल्हासन डाएस कि उ भर गवा।) 10 इस्माएल मिस्पा नगर क दूसर सबहिं लोगन क भी धरेस। (ओन लोगन मँ राजा क बिटियन अउर उ सबइ दूसर लोग रहेन जउन हुवाँ बच गए रहेन। उ पचे अइसे लोग रहेन जेनका नबूजरदान गदल्याह पइ नजर रखइ बरे चुने रहा। नबूजरदान बाबुल क राजा क खास रच्छकन क अधिनायक रहा। एह बरे इस्माएल ओन लोगन क धरेस अउर अम्मोनी लोगन क देस मँ जाइ बरे बढ़ब सुरू किहस।) 11 कारेह क पूत योहानन अउर ओकर साथी क सबहिं फउजी अधिकारियन ओन सबहिं दुराचारन क सुनेन जउन इस्माएल किहेस। 12 एह बरे योहानन अउर ओकरे संग क फउजी अधिकारियन आपन मनइयन क लिहन अउ नतन्याह क पूत इस्माएल स लड़इ गएन। उ पचे इस्माएल क उ बड़के पानी क हउज क लगे धरेन जउन गिबोन नगर मँ अहइ। 13 ओन मनइयन जेनका इस्माएल बन्दी बनाए रहा, योहानन अउ फउजी अधिकारियन क लखेन। उ सबइ लोग बहोत खुस भएन। 14 तब उ पचे सबहिं लोग जेनका इस्माएल मिस्पा मँ बन्दी बनाए रहा, कारेह क पूत योहानन क लगे दउड़ पड़ेन। 15 किन्तु इस्माएल अउ ओकर आठ मनई योहानन स बच निकरेन। उ पचे अम्मोनी लोगन क लगे पराइ गएन। 16 एह बरे कारेह क पूत योहानन अउ ओकर सबहिं फउजी अधिकारियन बन्दीयन क बचाइ लिहन। इस्माएल गदल्याह क हत्या किहे रहा अउ ओन लोगन क मिस्पा स धइ लिहे रहा। बचे भए लोगन मँ फउजी, मेहररूअन, बच्चन अउर अदालत क अधिकारी रहेन। योहानन ओनका गिबोन नगर स वापस लिहस। 17 योहानन अउ दूसर फउजी अधिकारी कसदियन स भयभीत रहेन। बाबुल क राजा गदल्याह क यहूदा क प्रसासक चुने रहा। किन्तु इस्माएल गदल्याह क हत्या कइ दिहे रहा अउ योहानन क डर रहा कि कसदी कोहान होइहीं। एह बरे उ पचे मिस्र क पराइ निकरइ क निहचइ किहस। मिस्र क रास्ते मँ उ पचे गेरथ किम्हाम मँ रूकेन। गेरथ किम्हान बेतलेहेम नगर क लगे अहइ। 18

42:1 जब उ पचे गेरथ किम्हाम मँ रहेन योहानान अउ होसायाह क पूत याजन्याह यिर्मयाह नबी क लगे गएन। योहानन अउ याजन्याह क संग सबहिं फउजी अधिकारी गएन। जियादा महत्त्वपर्ण स लइके कम महत्त्वपर्ण तलक सबहिं मनई यिर्मयाह क लगे गएन। 2 ओन सबहिं लोग ओहसे कहेस, “यिर्मयाह, कृपा कइके सुना जउन हम कहत अही। आपन परमेस्सर यहोवा स, यहूदा क परिवार क एन सबहिं बचे मनइयन बरे पराथना करा। यिर्मयाह, तू लख सकत अहा कि हम लोगन मँ बहोत जियादा नाहीं बचा अहइँ। कउने समइ हम बहोत जियादा रहे। 3 यिर्मयाह, आपन परमेस्सर यहोवा स इ पराथना करा कि उ बतावइ कि हमका कहाँ जाइ चाही अउ हमका का करइ चाही।” 4 तब यिर्मयाह नबी जवाब दिहेस, “मइँ समुझत हउँ कि तू मोहसे का करावइ चाहत अहा। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा स उहइ पराथना करब जउन तू मोहसे करइ क कहत अहा। मइँ हर एक बात, जउन यहोवा कही बताउब। मइँ तोहसे कछू भी नाहीं छिपाउब।” 5 तब ओन लोग यिर्मयाह स कहेन, “जदि तोहार परमेस्सर यहोवा जउन तोहार जरिये हम पचन्क कहत ह ओका हम नाहीं करित तउ हमका आसा अहइ कि यहोवा ही सच्चा अउ बिस्सास क जोग्ग गवाह हमरे खिलाफ होइ। 6 एकर कउनो महत्व नाहीं कि हम सँदेसा क पसन्द करित ह या नाहीं। हम लोग आपन परमेस्सर, यहोवा क आग्या क पालन करब। हम लोग तोहका यहोवा क हिआँ ओहसे सँदेस लेइ बरे पठवत अही। हम ओकर पालन करब जउन उ कही। तब हम लोगन बरे उ नीक होइ। हाँ, हम आपन परमेस्सर यहोवा क आग्या क पालन करब।” 7 दस दिन बीतइ क पाछे यहोवा क हिआँ स यिर्मयाह क सँदेसा मिला। 8 तब यिर्मयाह कारेह क पूत योहानन अउर ओकरे संग क फउजी अधिकारियन क एक संग बोलाएस। यिर्मयाह बहोत नान्ह मनई स लइके बहोत बड़के मनई तलक क भी एक संग बोलाएस। 9 तब यिर्मयाह ओनसे कहेस, “जउन इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: तू मोका ओकरे लगे पठया। मइँ यहोवा स उ पूछेउँ, जउन तू लोग मोहसे पूछइ चाहत रह्या। यहोवा इ कहत ह: 10 ‘जदि तू लोग यहूदा मँ रहब्या तउ मइँ तोहार निर्माण करब मइँ तोहका नस्ट नाहीं करब। मइँ तोहका रोपब अउर मइँ तोहका उखाड़ब नाहीं। मइँ इ एह बरे करब कि मइँ ओन भयंकर बिपत्तियन बरे दुःखी हउँ जेनका मइँ तू लोगन पइ घटित होइ दीन्ह। 11 इ समइ तू पचे बाबुल क राजा स भयभीत अहा। बाबुल क राजा स भयभीत न ह्वा: यहोवा कहत ह। काहेकि मइँ तोहरे पचन्क संग हउँ। मइँ तोहका पचन्क बचाउब। मइँ तू पचन्क खतरे स बाहेर निकारब। 12 मइँ तू पचन्पइ दयालु रहब अउर बाबुल क राजा भी तू पचन्क संग दाया क बेउहार करी अउर उ तू पचन्क तोहरे पचन्क देस वापस लिआइ।’ 13 किन्तु तू पचे इ कहि सकत ह, हम यहूदा मँ नाहीं ठहरब। जदि तू पचे अइसा कहब्या तउ तू पचे आपन परमेस्सर यहोवा क आग्या क उल्लंघन करब्या। 14 तू पचे इ भी कहि सकत ह, ‘नाहीं हम लोग जाब अउर मिस्र मँ रहब। हमका उ ठउरे पइ जुद्ध क परेसानी नाहीं होइ। हम हुआँ जुद्ध क तुरही नाहीं सुनब अउर मिस्र मँ हम भूखा नाहीं रहब।’ 15 अगर तू पचे इ सब कहत अहा, तउ यहूदा क बचे लोगो यहोवा क इ सँदेसा क सुना। इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह: ‘अगर तू पचे मिस्र मँ रहइ बरे जाइ क निर्णय करत अहा तउ इ सब घटित होइ: 16 तू पचे जुद्ध क तरवार स डेरात अहा, किन्तु इहइ तोहका पचन्क पराजित करी अउर तू पचे भूख स परेसान अहा किन्तु तू पचे मिस्र मँ भूखा रहब्या। तू पचे हुआँ मरब्या। 17 हर एक उ मनई तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी स मरी जउन मिस्र मँ रहइ बरे जाइ क निर्णय करी। जउन लोग मिस्र जइहीं ओनमाँ स कउनो भी जिअत नाहीं बची। ओनमाँ स कउनो भी ओन भयंकर बिपत्तियन स नाहीं बची जेनका मइँ ओन पइ ढाउब। 18 “इस्राएल क सर्वसवतीमान यहोवा, इ कहत ह: ‘मइँ आपन किरोध यरूसलेम क खिलाफ परगट किहेउँ ह। मइँ ओन लोगन क सजा दिहेउँ जउन यरूसलेम मँ रहत रहेन।। उहइ प्रकार मइँ आपन किरोध हर एक उ मनई पइ उड़ेरब जउन मिस्र जाइ। लोग तू पचन्क स लज्जित होइहीं। तू पचे अभिसाप वाणी क समान होब्या। तू पचन्पइ जउन कछू भवा ओका लखिके लोग भयभीत होइहीं। लोग तोहार पचन्क अपमान करिहीं अउर तू पचे फुन कबहुँ इ देस क नाहीं लखि पउब्या।’ 19 “यहूदा क बचे भए लोगो, यहोवा तू पचन्स कहेस, ‘मिस्र जिन जा।’ मइँ तू पचन्क साफ चिताउनी देत अहइँ। 20 तू लोग एक बड़ी भूल करत अहा, जेकरे कारण तू मरब्या। तू लोग यहोवा आपन परमेस्सर क लगे मोका पठया। तू मोहसे कह्या, ‘परमेस्सर यहोवा स हमरे बरे पराथना करा। हर बात हमका बतावा जउन यहोवा करइ क कहत ह। हम यहोवा क आग्या क पालन करब।’ 21 एह बरे आजु मइँ यहोवा क सँदेसा तोहका दिहेउँ ह। किन्तु तू पचे आपन परमेस्सर यहोवा क आग्या क पालन नाहीं किहा। तू पचे उ सब नाहीं किहा ह जेका करइ बरे कहइ क उ मोका पठएस ह। 22 तू लोग रहइ बरे मिस्र जाइ चाहत अहा अब निहचइ ही तू पचे इ समुझ गवा होब्या कि मिस्र मँ तू पचन्पइ इ घटी: तू पचे तरवार स या भूख स, या भयंकर बीमारी स मरब्या।”

43:1 इ तरह यिर्मयाह लोगन क यहोवा ओकरे परमेस्सर क सँदेसा देब पूरा किहस। यिर्मयाह लोगन क उ सब कछू बताइ दिहस जेका लोगन स कहइ बरे यहोवा ओका पठए रहा। 2 होसाया क पूत अजर्याह, कारेह क पूत योहानन अउर कछू दूसर लोग घमण्डी अउर हठी रहेन। उ सबइ लोग यिर्मयाह पइ वोधित होइ गएन। ओन लोगन यिर्मयाह स कहेन, “यिर्मयाह, तू झूठ बोलत अहा। हमार परमेस्सर यहोवा तोहसे हमका इ कहइ क नाहीं पठएस, ‘तू लोगन क मिस्र मँ रहइ बरे नाहीं जाइ चाही।’ 3 यिर्मयाह, हम समझित अही कि नेरिय्याह क पूत बारूक तोहका हम लोगन क बिरुद्ध होइ बरे हुस्कावत अहइ। उ चाहत ह कि तू हमका कसदी लोगन क हाथ मँ दइ द्या। उ इ एह बरे चाहत ह जेहसे उ पचे हमका मारि डावइँ या उ तोहसे इ एह बरे चाहत ह कि उ पचे हमका कैदी बनाइ लेइँ अउर बाबुल लइ जाइ।” 4 एह बरे योहानन फउजी अधिकारी अउर सबहिं लोग यहोवा क आग्या क उल्लंघन किहन। यहोवा ओनका यहूदा मँ रहइ क आदेस दिहे रहा। 5 किन्तु यहोवा क आग्या मानइ क जगह पइ योहानन अउर फउजी अधिकारी ओन लोगन क भी आपन संग लइ गएन जउन यहूदा मँ रहइ बरे आए रहेन। पहिले उ पचे सत्रुअन दुआरा दूसर रास्ट्रन मँ लेइ जवा गएन रहेन, किन्तु अब उ पचे वापिस यहूदा आइ गए रहेन। 6 अब योहानन अउ सबहिं फउजी अधिकारी, सबहिं मनसेधू, मेहररूअन अउर बच्चन क मिस्र लइ गएन। ओन लोगन मँ राजा क बिटियन रहिन। (नबूजरदान गदल्याह क ओन लोगन क प्रसासक तैनात किहे रहा नबूजरदान बाबुल क राजा क खास रच्छकन क अधिनायक रहा।) योहानन यिर्मयाह नबी अउर नेरिय्याह क पूत बारूक क भी साथ लइ गवा। 7 ओन लोग यहोवा क एक न सुनेन। एह बरे उ पचे सबहिं लोग मिस्र गएन। उ पचे तहपन्हेस नगर क गएन। 8 तहपन्हेस नगर मँ यिर्मयाह यहोवा स इ सँदेसा पावा, 9 “यिर्मयाह, कछू बड़के पाथर ल्या। ओनका ल्या अउर ओनका तहपन्हेस मँ फिरौन क राजमहल क प्रवेस दुआर क ईटंन क चबूतरन क लगे माटी मँ गाड़ा। 10 इ तब करा जब यहूदा क लोग तोहका अइसा करत लखत रहा अहा, ‘इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क हिआँ आवइ बरे बोलावा पठउब। उ मोर सेवक अहइ अउर मइँ ओकर राज सिंहासन क एन पाथरन पइ रखब जेनका मइँ हिआँ गाड़ा ह। नबूकदनेस्सर आपन चँदोवा एन पाथरन क ऊपर फैलाई। 11 नबूकदनेस्सर हिआँ आइ अउर मिस्र पाइ हमला करी। उ कछू लोगन मारिहीं अउर कछू क लोगन क कैदी बनावइ जाइ अउर उ कछू लोगन क तरवारे क घाट उतारी। 12 नबूकदनेस्सर मिस्र क लबार देवतन क मन्दिरन मँ ओन देवतन क संग आगी लगाइ देइ। उ ओनका बार देइहीं अउ ओनका बन्दी बनाइ लेइहीं। नबूकदनेस्सर मिस्र क भुइँया क सबहिं चिजियन क वइसेन ही लइ लेत ह जइसे गड़ेरिया आपन ओढ़ना स चिल्लर क चुन-चुन कइ बाहेर फेंकत ह। अउर तउ उ सुरच्छा स मिस्र क तजि देइहीं। 13 नबूकदनेस्सर ओन सुमिरन-पाथरन क नस्ट करी जउन मिस्र मँ सूर्य देवता क मन्दिर मँ अहइ उ मिस्र क लबार देवन क मन्दिरन क जराइ देइ।”‘

44:1 यिर्मयाह क यहोवा क एक ठु सँदेसा मिला। इ सँदेसा मिस्र मँ रहइवाले यहूदा क सबहिं लोगन बरे रहा। इ सँदेसा यहूदा क ओन लोगन बरे रहा जउन मिग्दोल, तहपन्हेस, नोप अउर दविखनी मिस्र मँ रहत रहेन। सँदेसा इ रहा: 2 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “तू लोग ओन भयंकर घटनन क लख्या जेनका मइँ यरूसलेम नगर अउर यहूदा क दूसर सबहिं नगरन क बिरुद्ध लाएउँ। उ सबइ नगर आजु पाथरन क ढेर अहइँ। हुवाँ कउनो नाहीं रहत ह। 3 उ सबहिं जगह नस्ट कीन्ह गएन काहेकि तू अउर ओनमाँ रहइवाले दूसर लोग बुरे करम किहन। ओन लोग दूसर देवतन क बलि भेंट किहन, जेका तोहार लोग अउर तोहार पुरखन पहिले नाहीं जानत रहेन। अउर मोका वोधित किहस। 4 मइँ आपन नबी ओन लोगन क बार-बार पठएउँ। उ सबइ नबी मोर सेवक रहेन। ओन नबियन मोर सँदेसा दिहन अउर लोगन स कहेन, “इ भयंकर काम जिन करा जेहसे मइँ घिना करत हउँ। काहेकि तू पचे देवमूरतियन क पूजा करत अहा। 5 किन्तु ओन लोग नबियन क एक न सुनेन। उ पचे ओन नबियन पइ धियान नाहीं दिहन। ओन लोग दुट्ठता भरे करम करब नाहीं तजेन। उ पचे दूसर देवतन क बलि भेंट करब बन्द नाहीं किहेन। 6 एह बरे मइँ आपन किरोध ओन लोगन क बिरुद्ध परगट किहेउँ। मइँ यहूदा क नगरन अउर यरूसलेम क सड़कियन क सजा दिहेउँ। मोर किरोध यरूसलेम अउ यहूदा क नगरन क सूना पाथरन क देर बनाएस, जइसे उ सबइ आजु अहइँ।” 7 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह: “तू पचे मनइयन, मेहररूअन, गदेलन अउर नान्ह गदेलन क यहूदा क धरती स दूर ले जाइके अउर हिआँ पइ कउनो क धोड़िके आपन क चोट काहे पहोंचावत अहा। 8 लोगो देवमूरतियन बनाइके तू पचे मोका काहे वोधित करब चाहत अहा? अब तू पचे मिस्र मँ रहत अहा अउर अब मिस्र क लबार देवतन क भेंट चढ़ाइके तू पचे मोका वोधित करत अहा। लोगो तू पचे आपन क नस्ट कइ डउब्या। इ तोहार पचन्क आपन दोख क कारण होइ। तू पचे आपन क कछू अइसा बनाइ लेब्या कि दूसर रास्ट्रन क लोग, तोहार पचन्क बुराई करिहीं अउर पृथ्वी क दूसर रास्ट्रन क लोग तोहार पचन्क मजाक उड़इहीं। 9 का तू पचे ओन दुट्ठता भरे करमन क बिसरि चुका अहा जेनका तोहार पुरखन किहन? का तू पचे ओन दुट्ठता स भरे कामन क बिसरि चुका अहा जेनका यहूदा क राजा अउर रानिनियन किहन? का तू पचे ओन दुट्ठता स भरे करमन क बिसरि चुका अहा जेनका तू पचे अउर तोहार मेहररूअन यहूदा क धरती पइ अउर यरूसलेम क गलियन पइ किहन? 10 आज भी यहूदा क लोगन आपन क विनम्र नाहीं बनाएन। उ पचे मोका कउनो सम्मान नाहीं दिहन अउर ओन लोग मोर सिच्छन क अनुसरण नाहीं किहन। उ पचे ओन नेमन क पालन नाहीं किहन जेनका मइँ तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क पुरखन क दिहेउँ।” 11 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: “मइँ तू पचन्पइ भयंकर बिपत्ति ढावइ क निहचइ किहे हउँ। मइँ यहूदा क पूरे परिवार क नस्ट कइ देब। 12 यहूदा क थोड़ा स लोग ही बचा रहेन। उ सबइ लोग हिआँ मिस्र मँ आएन ह। किन्तु मइँ यहूदा परिवार क ओन कछू बचे लोगन क नस्ट कइ देब। उ सबइ तरवारे क घाट उतरिहीं या भूख स मरिहीं। उ सबइ कछू अइसा होइहीं कि दूसर रास्ट्रन क लोग ओनके बारे मँ बुरा कहिहीं। दूसर रास्ट्र ओहसे भयभीत होइहीं जउन लोगन क संग घटित होइ। उ सबइ लोग अभिसाप बाणी बन जइहीं। दूसर रास्ट्र यहूदा क ओन लोगन क अपमान करिहीं। 13 मइँ ओन लोगन क सजा देब जउन मिस्र मँ रहइ चला गवा अहइँ। मइँ ओनका सजा देइ बरे तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी क उपयोग करब। मइँ ओन लोगन क वइसे ही सजा देब जइसे मइँ यरूसलेम नगर क सजा दिहेउँ। 14 एन थोड़े बचे भएन मँ स, जउन मिस्र मँ चला गवा अहइँ, कउनो भी मोरी सजा स नाहीं बची। ओनमाँ स कउनो भी यहूदा वापस आवइ बरे नाहीं बच पाई। उ सबइ लोग यहूदा वापस लउटब अउर हुआँ रहब चाहत हीं किन्तु ओनमाँ स एक भी मनई सायद कछू बचि निकरइ वालन क अलावा वापस नाहीं लउटी।” 15 मिस्र मँ रहइवाली यहूदा क मेहररूअन मँ स अनेक दूसर देवतन क बलि भेंट करत रहीं। ओनकर भतारन एका जानत रहेन किन्तु ओनका रोकत नाहीं रहेन। हुआँ यहूदा क लोगन क मिस्र मँ एक बिसाल समूह बटुरा होत रहा। ओन सबहिं मनइयन यिर्मयाह स कहेन, 16 “हम यहोवा क सँदेसा क नाहीं सुनब जउन तू पचे देब्या। 17 हम सरगे क रानी क बलि भेंट करइ प्रतिग्या कीन्ह ह अउर हम उ सब करब जेकर हम प्रतिग्या कीन्ह ह। हम ओकर पूजा मँ बलि चढ़ाउब अउर पेय भेंट देब। इ हम अतीत मँ कीन्ह अउर हमार पुरखन, राजा लोग अउर हमार पदाधिकारियन पुराने जमाने मँ इ किहस। हम सब यहूदा क नगरन अउर यरूसलेम क सड़कियन पइ इ किहस। जउने दिन हम सरगे क रानी क पूजा करत रहे हमरे लगे बहोत अन्न होत रहा। हम सफल होत रहे। हम लोगन क कछू भी बुरा नाहीं भवा। 18 किन्तु तबहिं हम लोग सरग क रानी पूजा तजि दीन्ह हम ओका पेय भेंट देब बन्द कइ दीन्ह। जब स हम ओकर पूजा मँ उ पचे काम बन्द किहन तब स ही सबइ समस्या पइदा भइन ह। हमार लोग तरवार अउ भूख स मरे अहइँ।” 19 तब मेहररूअन बोल पड़ी। उ पचे यिर्मयाह स कहेन, “हमरे भतारन जानत रहेन कि हम का करत रहे। हम सरग क रानी क बलि देइ बरे ओनसे मंजूरी लीन्ह रहे। दाखरस भेंट चढ़ावइ बरे हम ओनकर मंजूरी पाए रहे। हमरे भतारन इ भी जानत रहेन कि हम एक अइसी खास रोटी बनावत रहे जउन ओनके तरह देखाई पड़त रही।” 20 तब यिर्मयाह ओन सबहिं मेहररूअन अउर मनसेधुअन स बातन किहस। उ ओन लोगन स बातन किहस जउन उ सबइ बातन अबहिं कहे रहेन। 21 यिर्मयाह ओन लोगन स कहेस, “यहोवा क याद रहा कि तू पचे यहूदा नगर अउर यरूसलेम क सड़कियन पइ बलि भेंट किहे रह्या। तू पचे अउर तोहार पुरखन, तोहार राजा लोग, तोहार अधिकारियन अउर देस क लोग ओका किहन। यहोवा क याद रहा अउर उ तोहरे पचन्क कीन्ह गए करमन क बारे मँ सोचेस। 22 एह बरे यहोवा तोहरे पचन्क अउर जियादा चुप नाहीं रहि सका। यहोवा ओन भयंकर करमन स घिना किहेस जउन तू पचे किहा। इहइ बरे यहोवा तू पचन्क देस क सूना रेगिस्तान बनाइ दिहस। अब हुआँ कउनो मनई नाहीं रहत। दूसर लोग उ देस क बारे मँ बुरी बातन कहत हीं। 23 उ सबइ सबहिं बुरी घटनन तोहरे पचन्क संग घटित काहेकि तू पचे दूसर देवतन क बलि भेंट किहा। तू पचे यहोवा क खिलाफ पाप किहा। तू पचे यहोवा क आग्या क पालन नाहीं किहा। तू पचे ओकरे उपदेसन या ओकर दीन्ह नेमन क अनुसरण नाहीं किहा। तू पचे ओकरे संग कीन्ह गइ करार क पालन नाहीं किहा।” 24 तब यिर्मयाह ओन सबहिं मनसेधुअन अउ मेहररूअन स बातन किहस। यिर्मयाह कहेस, “मिस्र मँ रहइवाले यहूदा क तू सबहिं लोगो यहोवा क हिआँ स सँदेसा सुना: 25 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह: ‘मेहररूओ, तू पचे उ किहा जउन तू पचे करइ क कह्या। तू पचे कहिउ, “हम पचे जउन प्रतिग्या कीन्ह ह ओकर पालन हम करब। हम प्रतिग्या कीन्ह ह कि हम सरग क देवी क बलि भेंट करब अउर पेय भेंट डाउब।” एह बरे अइसा करति रहा। उ करा जउन तू पचे करइ क प्रतिग्या किहा ह। आपन प्रतिग्या क पूरा करा। 26 किन्तु मिस्र मँ रहइवाले सबहिं लोगो यहोवा क सँदेसा सुना: मइँ आपन बड़े नाउँ क उपयोग करत भए इ प्रतिग्या कीन्ह ह: मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि अब मिस्र मँ रहइवाला यहूदा क कउनो भी मनई प्रतिग्या करइ बरे मोरे नाउँ क उपयोग कबहुँ नाहीं कइ पाइ। उ पचे फुन कबहुँ नाहीं कहिहीं, “जइसा कि यहोवा सास्वत अहइ।” 27 मइँ यहूदा क ओन लोगन पइ नजर रखत हउँ। किन्तु मइँ ओन पइ नजर ओनकर देखरेख बरे नाहीं रखत हउँ। मइँ ओन पइ चोट पहोंचावइ बरे नजर रखत हउँ। मिस्र मँ रहइवाले यहूदा क लोग भूख स मरिहीं अउर तरवार स मारा जइहीं। उ पचे तब तलक मरत चला जइहीं जब तलक उ पचे खतम नाहीं होतेन। 28 यहूदा क कछू लोग तरवार स मरइ स बचि निकरिहीं। उ पचे मिस्र स यहूदा वापस लउटिहीं। किन्तु बहोत थोड़ा स यहूदा क लोग बचि निकरिहीं। तब यहूदा क बचे भए उ पचे लोग जउन मिस्र मँ आइके रहिहीं इ समझिहीं कि केकर सँदेसा घटित होत ह। उ पचे जानिहीं कि मोर सँदेसा अथवा ओनकर सँदेसा सच निकरत ह। 29 लोगो मइँ तू पचन्क एकर प्रमाण देब इ यहोवा क हिआँ स सँदेसा अहइ कि मइँ तू पचन्क मिस्र मँ सजा देब। तब तू पचे निहचइ ही समुझ जाब्या कि तू पचन्क चोट पहोंचावइ क मोर प्रतिग्या, फुरइ ही घटित होइ। 30 जउन मइँ कहत हउँ, इ उ अहइ, होप्रा फिरौन मिस्र क राजा अहइ। ओकर दुस्मन ओका मार डावइ चाहत हीं। मइँ होप्रा फिरौन क ओकरे दुस्मन क देब। सिदकिय्याह यहूदा क राजा रहा। नबूकदनेस्सर सिदकिय्याह क दुस्मन रहा अउर मइँ सिदकिय्याह क ओकरे दुस्मन क दिहेउँ। उहइ तरह मइँ होप्रा फिरौन क ओकरे दुस्मन क देब।’“

45:1 यहोयाकीम योसिय्याह क पूत रहा। यहोयाकीम क यहूदा मँ राज्जकाल क चउथे बरिस यिर्मयाह नबी नेरिय्याह क पूत बारूक स इ कहेस। बारूक एन तथ्यन क पत्रक पइ लिखेस। यिर्मयाह बारूक स जउन कहेस, उ इ अहइ: 2 “इस्राएल क परमेस्सर यहोवा जउन तोहसे कहत ह, उ इ अहइ: 3 ‘बारूक, तू कह्या ह: इ मोरे बरे बहोत बुरा अहइ। यहोवा मोर पीरा क संग मोका सोक दिहस ह। मइँ बहोत थक गवा हउँ। आपन कस्टन क कारण मइँ छीन होइ गवा हउँ। मइँ आराम नाहीं पाइ सकत।’“ 4 यहोवा कहेन, “यिर्मयाह, बारूक स इ कहा: ‘यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: मइँ ओका ध्वस्त कइ देब जेका मइँ बनाएउँ ह। मइँ जेका रोपेउँ ह ओका मइँ उखाड़ फेंकब। मइँ पूरे यहूदा क ध्वस्त करब। 5 बारूक, तू अपने बरे कछू बड़की बात होइ क आसा करत अहा। किन्तु ओन चिजियन क आसा न करा। ओनकी कइँती नजर न राखा काहेकि मइँ सबहिं लोगन क बरे कछू भयंकर बिपत्ति पइदा करब।’ इ सबइ बातन यहोवा कहेस, ‘तोहका अनेक जगहन पइ जाब पड़ी। किन्तु तू चाहे जहाँ जा मइँ तोहका जिअत बचिके निकर जाइ देब।’“रास्ट्रन क बारे मँ यहोवा क सँदेसा

46:1 यिर्मयाह नबी क इ सँदेसन मिलेन। इ सँदेसन अलग अलग रास्ट्रन बरे अहइँ। 2 इ सँदेसा मिस्र क बारे मँ अहइ। इ सँदेसा निको फिरौन क फउज क बारे मँ अहइ। निको मिस्र क राजा रहा। ओकर फउज कर्कमीस नगर मँ पराजित भइ रही। कर्कमीस परात नदी पइ अहइ। यहोयाकीम क यहूदा पइ राज्जकाल क चउथे बरिस बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर निको फिरौन क फउज क कर्कमीस मँ पराजित किहस। यहोयाकीम राजा योसिय्याह क पूत रहा। मिस्र बरे यहोवा क सँदेसा इ अहइ: 3 “आपन बिसाल अउर छोटकी ढालन क तइयार करा। जुद्ध बरे वुच कइ द्या। 4 घोड़न क तइयार करा। फउजियन, आपन घोड़न पइ बइठ। जुद्ध बरे आपन जगहिया जा अउर आपन टोप पहन ल्या। आपन भालन क तेज करा। आपन कवच पहिर ल्या। 5 मइँ इ का लखत हउँ? फउज डर गइ बाटइ। फउजी परात अहइँ। ओनकर वीर फउजी पराजित होइ ग अहइँ। उ पचे हाली परात अहइँ। उ पचे पाछे मुड़िके नाहीं लखतेन। सर्वत्र डर छावा अहइ।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 6 “तेज धावक पराइके निकरि नाहीं सकतेन। ताकतवर फउजी बचिके पराइ नाहीं सकत। उ पचे सबहिं ठोकर खइहीं अउर उत्तर मँ परात नदी क किनारे पइ गिरब्या। 7 नील नदी क नाईर् कउन उमड़त आवत अहइ? उ बलवती अउ तेज नदी क नाईर् कउन बढ़त बाटइ? 8 इ मिस्र अहइ जउन उमड़त नील नदी जइसा आवति अहइ। इ मिस्र अहइ जउन बलवती तेज नदी जइसा आवत अहइ। मिस्र कहत ह: ‘मइँ आउब अउर पृथ्वी क पाट देब, मइँ नगरन अउर ओनकर लोगन क बर्बाद कइ देब।’ 9 घुड़सवारो, जुद्ध मँ टूट पड़ा। सारथियो, तेज हाँका। वीर फउजियो, अगवा बढ़। वूस अउर पूत क फउजियो, आपन ढालन ल्या। लूदीया क फउजियो, आपन धनुस सँभारा। 10 किन्तु उ दिन, हमार सुआमी सर्वसवतीमान यहोवा बिजयी होइ। उ समइ उ ओन लोगन क सजा देइ जेनका सजा मिलत ह। यहोवा क दुस्मन उ सजा पइहीं जउन ओनका मिलइ क अहइ। तरवार तब काटी जब तलक उ गोंठिल नाहीं होइ जात। तरवार तब तलक मारी जब तलक एकर खून क पियास बुझ नाहीं जात। इ होइ, काहेकि इ सबइ हमार सुआमी सर्वसवतीमान यहोवा बरे बलि भेंट होत ह। उ बलि मिस्र क फउज अहइ जउन परात नदी क किनारे उत्तरी पहँटा मँ अहइ। 11 मिस्र, गिलाद क जा अउर कछू दवाइयन लिआवा। तू अनेक दवाइयन बनउब्या, किन्तु उ सबइ सहायक नाहीं होइहीं। तू तन्दुरूस्त नाहीं होब्या। 12 रास्ट्र तोहार सर्मनाक हार लखब्या। तोहार रोउब समूचइ पृथ्वी पइ सुना जाइ। एक वीर सिपाही दूसर सिपाही पइ टूट पड़ी अउर दुइनउँ वीर फउजी साथ भहरइहीं।” 13 इ उ सँदेसा अहइ जेका यहोवा यिर्मयाह नबी क दिहस। इ सँदेसा नबूकदनेस्सर क बारे मँ अहइ जउन मिस्र पइ हमला करइ आवत अहइ। 14 “मिस्र मँ इ सँदेसा क घोसणा करा, एकर उपदेस मिग्दोल नगर मँ द्या। एकर उपदेस नोप अउर तहपन्हेस नगर मँ भी द्या। ‘जुद्ध बरे तइयार ह्वा। काहेकि तोहरे चारिहुँ ओर तरवारन स मारा जात अहइँ।’ 15 मिस्र, तोहार ताकतवर फउजी काहे मारा जइहीं? उ पचे मुकाबले मँ नाहीं टिकिहीं काहेकि यहोवा ओनका खाले धवका देइ। 16 उ सबइ फउजी बार-बार ठोकर खइहीं, उ पचे एक दूसर पइ भहरइहीं। उ पचे कहिहीं, ‘उठा, हम फुन आपन लोगन मँ चली, हम आपन देस चली। हमार दुस्मन हमका पराजित करत अहइ।’ हमका जरूर पराइ निकरइ चाही।’ 17 उ सबइ फउजी आपन देस मँ कहिहीं, ‘मिस्र क राजा फिरौन सिरिफ एक नाउँ क गूँज अहइ। ओकरे गौरव क समइ गवा।’“ 18 राजा क इ सँदेसा अहइ। राजा सर्वसवतीमान यहोवा अहइ। “जदि मोर जिअब फुर अहइ तउ एक ताकतवर पत्र दर्सक आइ। उ सगरे क निअरे ताबोर अउर कमेर्ल पहाड़न क नाईं महान होइ। 19 मिस्र क लोगो, आपन चिजियन क बाँधा, बन्दी होइ का तइयार होइ जा। काहेकि नोप एक बर्बाद सूना पहँटा बन जाइ नगर नस्ट होइहीं अउर कउनो भी मनई ओनमाँ नाहीं रही। 20 मिस्र एक सुन्नर गइया जइसा अहइ। किन्तु ओका पीड़ित करइ क उत्तर स एक गोमवखी आवति अहइ। 21 मिस्र क फउज मँ भाड़े क फउजी मोटके बछवन जइसा अहइँ। उ सबइ सबहिं मुड़िके पराइ खड़ा होइहीं। उ पचे हमला क खिलाफ मजबूती स खड़ा नाहीं रहिहीं। ओनकर बर्बादी क समइ आवत अहइ। उ पचे हाली ही सजा पइहीं। 22 मिस्र साँप क जइसा फुँफकार क आवाज करत ह अउ आगे बढ़त ह। दुस्मन निचके स निचके आवत जात अहइ अउर मिस्री फउज पराइ क जतन करति अहइ। दुस्मन मिस्र क खिलाफ वुल्हाड़ियन क संग आइ, उ सबइ लकड़हारन क तरह अहइ।” 23 यहोवा इ सबइ कहत ह, “दुस्मन मिस्र क बन क काट गिराइ। बन मँ असंख्य बृच्छ अहइँ, किन्तु उ सबइ काट डावा जइहीं। दुस्मन क सिपाही टिड्डी दल स भी जियादा अहइँ। उ पचे एतेन जियादा फउजी अहइँ कि ओनका कउनो गन नाहीं सकत। 24 मिस्र लज्जित होइ उत्तर क दुस्मन ओका पराजित करी।” 25 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह: “मइँ बहोत हाली, थीबिस क देवता आमोन क सजा देब अउर मइँ फिरौन, मिस्र अउर ओकर देवतन क सजा देब। मइँ मिस्र क राजा लोगन क सजा देब। मइँ फिरौन पइ आखित लोगन क सजा देब। 26 मइँ ओन सबहिं लोगन क ओनकर दुस्मनन स पराजित होइ देब अउर उ पचे दुस्मन ओनका मार डावइ चाहत हीं। मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर अउर ओकर सेवकन क हाथ मँ ओन लोगन क देब।“बहोत पहिले मिस्र सान्ति स रहा अउर एन सब बिपत्तियन क समइ मिस्र फुन सान्तिपूर्वक रही।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 27 “मोरे सेवक याकूब, भयभीत न ह्वा। इस्राएल, आतंकित न ह्वा। मइँ निहचइ ही तोहका ओन दूर-दराज क देसन स बचाउब। मइँ तोहरे बच्चन क हुआँ स बचाउब जहाँ उ पचे बन्दी अहइँ। याकूब क पुन:सुरच्छा अउर सान्ति मिली अउर कउनो मनई ओका भयभीत नाहीं करी।” 28 यहोवा इ सब कहत ह: “याकूब मोर सेवक, डेराअ जिन। मइँ तोहरे संग हउँ। मइँ तोहका अलग-अलग जगहन मँ दूर पठएउँ अउर मइँ ओन सबहिं रास्ट्रन क पूरी तरह बर्बाद करब। किन्तु मइँ तोहका पूरी तरह बर्बाद नाहीं करब। तोहका ओकर सजा मिलइ चाही जउन तू बुरे काम किहा ह। एह बरे मइँ तोहका सजा स बच निकारइ नाहीं देब। मइँ तोहका अनुसासन मँ लिआउब, किन्तु मइँ उचित ही करब।”

47:1 इ सँदेसा यहोवा क अहइ जउन यिर्मयाह नबी क मिला। इ सँदेसा पलिस्ती लोगन क बारे मँ अहइ। इ सँदेसा, जब फिरौन गज्जा नगर पइ हमला किहस, ओहसे पहिले आवा। 2 यहोवा कहत ह: “धियान द्या, दुस्मन क फउजी उत्तर मँ एक संग मोर्चा लगावत अहइँ। उ पचे तटन क बारेत तेज नदी क तरह अइहीं उ पचे देस क बाढ़ सा ढकि लेइहीं। उ पचे नगरन अउर ओनमाँ रह रहे निवासियन क ढकि लेइहीं। उ देस क हर एक रहइवाला मदद बरे चिल्लाई। 3 उ सबइ धावत घोड़न क अवाज सुनिहीं, उ पचे रथन क घरघराहट सुनिहीं। उ पचे पहियन क घरघराहट सुनिहीं। पिता आपन बच्चन क सुरच्छा करइ मँ मदद नाहीं कइ सकिहीं। उ पचे पिता मदद करइ मँ एकदम असमर्थ होइहीं। 4 सबहिं पलिस्ती लोगन क नस्ट करइ क समइ आइ ग अहइ। सोर अउर सिदोन क बचे सहायकन क नस्ट करइ क समइ आइ ग अहइ। यहोवा पलिस्ती लोगन क हाली नस्ट करी। कप्तोर द्वीप मँ बचे लोगन क उ नस्ट करी। 5 गज्जा क लोग सोक मँ बूड़िहीं अउर आपन सिर मुड़ँइहीं। अस्कलोन क लोग चुप कइ दीन्ह जइहीं। घाटी क बचे लोगो, कब तलक तू पचे आपन क काटत रहब्या? 6 ओ! यहोवा क तरवार, तू रूकिउ नाहीं तू कब तलक मार करति रहबिउ? आपन म्यान मँ लउटि जा, ‘रूका, सान्त ह्वा। 7 किन्तु यहोवा क तरवार कइसे बिस्राम लेइ? यहोवा एका आदेस दिहस ह। यहोवा एका इ आदेस दिहस ह कि इ अस्कलोन नगर अउर समुद्र तट पइ हमला करइँ।”

48:1 इ सँदेसा मोआब देस क बारे मँ अहइ। इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा जउन कहेस, उ इ अहइ:“नबो पहाड़ क बुरा होइ, नबो पहाड़ नस्ट होइ। किर्यातैम नगर लज्जित होइ। एह पइ अधिकार होइ। सवतीसाली जगह लज्जित होइ। इ बिखरि जाइ। 2 मोआब क पुन: तारीफ नाहीं होइ। हेसबोन नगर क लोग मोआब क पराजय क जोजना बनइहीं। उ पचे कहिहीं, ‘आवा हम उ रास्ट्र क अन्त कइ देइ।’ मदमेन तू भी चुप कीन्ह जाब्या, तरवार तोहार पाछा करी। 3 होरोनौम नगर स रूदन अनका, उ पचे बहोत घबराहट अउर बिनास क चीखेन ह। 4 मोआब नस्ट कीन्ह जाइ। ओकर नान्ह बच्चन मदद क पुकार करिहीं। 5 मोआब क लोगो लूहीत क मारग तलक जा। उ पचे जात भए फूटि फूटिके रोवत अहइँ। हेरोनौम नगर तलक जाइवाली सड़किया स पीरा अउर कस्ट क रूदन सुना जाइ सकत ह। 6 पराइ चला, जिन्नगी बरे पराअ। जइसा झाड़ी रेगिस्ताने मँ उड़त ह वइसा उड़ा। 7 तू आपन बनाई चिजियन अउर आपन धन पइ बिस्सास करत अहा। एह बरे तू बन्दी बनाई लीन्ह जाब्या। कमोस देवता कैदी बनावा जाइ अउर ओकर याजक अउर पदाधिकारी ओकरे संग जइहीं। 8 बिध्वंसक हर एक नगर क खिलाफ आइ, कउनो नगर नाहीं बची। घाटी बर्बाद होइ। उच्च मैदान नस्ट होइ। यहोवा इ कहेस ह, एह बरे इ होइ। 9 मोआब क खेतन मँ नमक फइलावा। देस सूना रेगिस्तान बनी। मोआब क नगर खाली होइहीं। ओनमाँ कउनो भी मनई न रही। 10 जदि मनई उ नाहीं करत जेका यहोवा कहत ह जदि उ आपन तरवार क उपयोग ओन लोगन क मारइ बरे नाहीं करत, तउ उ मनई क बुरा होइ। 11 मोआब क कबहुँ बिपत्ति स पाला नाहीं पड़ी। मोआब सान्त होइ बरे छोड़ी गइ दाखरस सा बाटइ। मोआब एक गगरी स दूसर गगरी मँ दाला नाहीं गवा। उ कबहुँ कैदी नाहीं बनावा गवा। एह बरे ओकर सुआद पहिले क नाईर् अहइ अउर ओकर गन्ध बदली नाहीं अहइ।” 12 यहोवा इ सब कहत ह, “किन्तु मइँ लोगन क हाली ही तोहका तोहरी गगरी स ढालइ पठउब। उ सबइ लोग मोआब क गगरी क छूँछ कइ देइहीं अउर तब उ पचे ओन गगरियन क चकनाचूर कइ देइहीं।” 13 तब मोआब क लोग आपन असत्य देवता कमोस क बरे लज्जित होइहीं। इस्राएल क लोगन बेतेल मँ लबार देवतन पइ बिस्सास किहे रहेन अउर इस्राएल क लोगन क उ समइ ग्लानि भइ रही जब उ लबार देवता ओनकर मदद नाहीं किहे रहा। मोआब वइसा ही होइ। 14 “तू कइसे कह सकत ह, ‘हम बढ़िया फउजी अही। हम जुद्ध मँ बहादूर मनसेधू अहइ?’ 15 दुस्मन मोआब पइ हमला करी। दुस्मन ओन नगरन मँ आइ अउर ओनका नस्ट करी। नरसंहार मँ ओकर स्रेस्ठ जुवक मारा जइहीं।” इ सँदेसा राजा क अहइ। उ राजा क नाउँ सर्वसवतीमान यहोवा अहइ। 16 “मोआब क अन्त निचके अहइ। मोआब हाली ही नस्ट कइ दीन्ह जाइ। 17 मोआब क चारिहुँ कइँती बसइया लोगो, तू सबहिं उ देस बरे रोउब्या। तू लोग जानत ह कि मोआब केतना प्रसिद्ध अहइ। एह बरे एकरे बरे रोआ। कहा, ‘सासक क ताकत भंग होइ गइ। मोआब क ताकत अउ प्रतिस्ठा चली गइ।’ 18 दीबोन मँ रहइवाले लोगो आपन प्रतिस्ठा क जगह स बाहेर निकरा। धूरि मँ जमीन पइ बइठा। काहेकि मोआब क बिध्वंसक आवत अहइ अउर उ तोहरे मजबूत नगरन क नस्ट कइ देइ। 19 अरोएर क बसइया लोगो, सड़क क सहारे खड़ा ह्वा अउर सावधानी स रहा। मनई क परात लखा, मेहरारू क परात लखा, ओनसे पूछा क भवा ह 20 मोआब बर्बाद होइ अउर लज्जा स गड़ि जाइ। मोआब रोइ अउर रोइ। अनोर्न नदी पइ घोसित करा कि मोआब नस्ट होइ गवा। 21 ऊँच मैदान क लोग सजा पाइ चुके होलोन, यहसा अउर मेपात नगरन क निआव होइ चुका। 22 दीबोन, नबो अउर बेतदिबलातैम, 23 किर्य्यातैम, बेतगामूल अउर बेतमोन। 24 करिय्योत बोस्रा अउ मोआब क निचके अउ दूर क सबहिं नगरन क संग निआउ होइ चुका। 25 मोआब क ताकत काट दीन्ह गइ, मोआब क बाँहन टूट गइ।” यहोवा इ सब कहेस। 26 “मोआब समझे रहा उ यहोवा स भी जियादा महान अहइ। एह बरे मोआब क सख्त पागल जइसा सजा द्या। मोआब गिरी अउ आपन उलटी मँ चारिहुँ कइँती लउटी। लोग मोआब क मजाक उड़इहीं। 27 मोआब तू आपन इस्राएल क मजाक उड़ाए रह्या। इस्राएल चोरन क गिरोह क जरिये धरा गवा। हर दाईर् तू इस्राएल क बारे मँ कहत रह्या। तू आपन मूँड़ हिलावत रह्या अइसा अभिनय करत रह्या माना तू इस्राएल स स्रेस्ठ अहा। 28 मोआब क लोगो, आपन नगरन क तजा। जा अउर पहाड़ियन पइ रहा, उ कबूतर क तरह रहा जउन आपन झोंझ गुफा क मुँहे पइ बनवत ह।” 29 “हम मोआब क गर्व क सुनि चुका अही, उ बहोत घमण्डी रहा। उ समुझे रहा कि उ बहोत बड़ा अहइ। उ हमेसा आपन मुँह मियाँ मिटठू बनत रहा। उ बहोत जियादा घमण्डी रहा।” 30 यहोवा कहत ह, “मइँ जानत हउँ कि मोआब हाली ही कोहाइ जात ह अउर आपन तारीफ क गीत गावत ह। मुला ओकर सेखी झूठ अहइँ। उ जउन करइ क कहत ह, कइ नाहीं सकत। 31 एह बरे मइँ मोआब बरे रोवत हउँ। मइँ मोआब मँ हर एक बरे रोवत हउँ। मइँ कीहेर्रेस क लोगन बरे रोवत हउँ। 32 मइँ सिबमा क लोगन बरे याजेर स लोगन स जियादा रोवत हउँ। सिबमा पुराने जमाना मँ तोहार अंगूर क बेलन सागर तलक याजेर जेतनी दूर तलक फइली रहिन। मुला बिध्वंसक तोहार फल अउर अंगूर लइ लिहन। 33 मोआब क बिसाल अंगूर क बगियन स सुख अउर आनन्द बिदा होइ गएन। मइँ दाखरस निकारइ वाली जगहन स दाखरस क बहब रोक दिहे हउँ। अब दाखरस बनावइ बरे अगंूरन पइ चलइवालन क नाच-गाना नाहीं रहि गवा अहइँ। खुसी क सोर गुल सबहिं खतम होइ गवा अहइ। 34 हेसबोन अउ एलाले नगरन क लोग रोवत अहइँ। ओनकर रूदन दूर यहस क नगर मँ भी सुनाई पड़त अहइ। ओनकर रूदन सोआर नगर स सुनाई पड़त अहइ अउर हेरोनैम अउ सेलिसिया क दूर नगरन तलक पहोंचत अहइ। हिआँ तलक कि निम्रीम क भी पानी झुराइ गवा ह। 35 मइँ मोआब क उच्च ठउरन पइ होमबलि चढ़ावइ स रोक देब। मइँ ओनका आपन देवतन क बलि चढ़ावइ स रोकब।” यहोवा इ सब कहेस। 36 “मोका मोआब बरे बहोत दुःख अहइ। सोक गीत छेड़इवाली बाँसूरी क धुन क तरह मोर हिरदय रूदन कइ रहा अहइ। मइँ कीहेर्रेस क लोगन बरे दुःखी हउँ। ओनकर धन अउ सम्पत्ति सबहिं लइ लीन्ह ग अहइँ। 37 हर एक आपन मूँड़ मुड़ाए अहइ। हर एक स दाढ़ी साफ होइ ग अहइ। हर एक क हाथ कटा अहइँ अउ ओनसे रकत निकरत अहइ। हर एक आपन कमर मँ सोक स ओढ़ना लपेटे अहइ। 38 मोआब मँ लोग घरन क छतन अउर हर एक सार्वजनिक चउराहन मँ सर्वत्र मरे भएन बरे रोवत अहइँ। हुआँ सोक अहइ काहेकि मइँ मोआब क छूँछ गगरी क तरह फोड़ डाएउँ ह।” यहोवा इ सब कहेस। 39 “मोआब बिखरि गवा अहइ। लोग रोवत अहइँ। मोआब आत्मसमर्पण किहेस ह। अब मोआब लजान अहइ। लोग मोआब क मजाक उड़ावत हीं, किन्तु जउन कछू भवा ह उ ओनका भयभीत कइ देत ह।” 40 यहोवा कहत ह, “लखा, एक उकाब अकासे मँ खाले टूट पड़त अहइ। इ आपन परन क मोआब पइ फइलावत अहइ। 41 मोआब क नगरन पइ अधिकार होइ। छुपइ क सुरच्छित ठउर पराजित होइहीं। उ समइ मोआब क फउजी वइसे ही आतंकित होइहीं जइसे प्रसव करत मेहरारू। 42 मोआब क रास्ट्र नस्ट कइ दीन्ह जाइ। काहेकि उ पचे समुझत रहेन कि उ पचे यहोवा स भी जियादा महत्वपूर्ण अहइँ।” 43 यहोवा इ सब कहत ह: “मोआब क लोगो, भय गहिर गड़हन अउर जाल तोहरी प्रतीच्छा मँ अहइँ। 44 लोग डेरइहीं अउर भाग खड़ा होइहीं, अउर उ पचे गड़हन मँ गिरिहीं। जदि कउनो गहिर गड़हा स निकरी तउ उ जाल मँ फँसी। मइँ मोआब पइ सजा क बरिस लिआउब।” यहोवा इ सब कहेस। 45 “ताकतवर दुस्मन स लोग भाग चला अहइँ। उ पचे सुरच्छा बरे हेसबोन नगर मँ परातेन। किन्तु हुआँ सुरच्छा नाहीं रही। सिहोन (हेसबोन) क नगर मोआबियन क बिरुद्ध होइ गवा अउर उ मोआब क प्रमुखन क नस्ट करइ लाग। इ ओन घमण्डी लोगन क नस्ट करइ लाग। 46 मोआब इ तोहरे बरे, बहोत बुरा होइ। कमोस क लोग नस्ट कीन्ह जात अहइँ। तोहार पूत अउ बिटियन बन्दी अउ कैदी क रूप मँ लइ जावा जात अहइँ। 47 “मोआब क लोग कैदी क रूप मँ दूर पहोंचावा जइहीं। किन्तु आवइवाले दिनन मँ मइँ मोआब क लोगन क वापस लिआउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।हिआँ मोआब क संग निआव खतम होत ह।

49:1 इ सँदेसा अम्मोनी लोगन क बारे मँ अहइ। यहोवा कहत ह, “अम्मोनी लोगो, का तू पचे सोचत अहा कि इस्राएली लोगन क बच्चन नाहीं अहइँ? का तू पचे समुझत अहा कि हुवाँ महतारी-बाप क मरइ क पाछे ओनकर भूइँया लेइवाला कउनो नाहीं? फिर भी तू पचे मल्कोम देवता क नाउँ पइ इस्राएल स गाद क भुइँया लेइ क निहचय किहेन।” 2 यहोवा कहत ह, “उ समइ आइ जब रब्बा अम्मोन क लोग हमला स बचइ बरे तुरही बजाइहीं। रब्बा अम्मोन नस्ट कीन्ह जाइ। इ नस्ट इमारतन स ढकी पहाड़ी बनी अउर एका चारिहुँ कइँती क नगर बारि दीन्ह जइहीं। ओन लोग इस्राएल क लोगन क उ भूमि तजइ क बिवस करी। अब इस्राएल क लोग ओनका अम्मोन देस तजइ बरे बिवस करिहीं,” यहोवा कहत ह। 3 “हेसबोन क लोगो, रोवा। काहेकि इ सबइ नगर नस्ट कइ दीन्ह ग अहइ। रब्बा अम्मोन क मेहररूओ, रोवा। आपन सोक ओढ़ना क पहिरा अउर रोवा। सुरच्छा बरे नगर क पराअ। काहेकि दुस्मन आवत अहइ। उ पचे मल्कान देवता क लइ जइहीं अउर उ पचे मल्कान क याजकन अउ अधिकारियन क लइ जइहीं। 4 तू आपन सवित क डींग मारत अहा। किन्तु आपन ताकत क खोवत अहा? तोहका बिस्सास अहइ कि तोहार धन तोहका बचाइ। तू समुझत अहा कि तोह पइ कउनो हमला करइ क सोच भी नाहीं सकत।” 5 किन्तु सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह, “मइँ हर कइँती स तोह पइ बिपत्ति ढाउब। तू सब पराइ खड़ा होब्या, फुन कउनो भी तू पचन्क एक संग लिआवइ मँ समर्थ नाहीं होइ।” 6 “अम्मोनी लोग कैदी बनाइके दूर पहोंचावा जइहीं। किन्तु समइ आइ जब मइँ अम्मोनी लोगन क वापस लिआउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 7 इ सँदेसा एदोम क बारे मँ अहइ: सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “का तोमान नगर मँ बुद्धि बची नाहीं रह गई अहइ? का एदोम क बुद्धिमान लोग अच्छी सलाह देइ क जोग्य नाहीं रहेन? का उ पचे आपन बुद्धिमानी खोइ चुका अहइँ? 8 ददान क निवासियो, भागा छुपा। काहेकि मइँ एसाव क ओकर कामन बरे सजा देब। 9 “जदि अंगूर तोड़इवाले आवत हीं अउर आपन अंगूर क बगियन स अंगूर तोड़त हीं अउर बेलन पइ कछू अंगूर छोड़ ही देत हीं। जदि चोर रात क आवत हीं तउ उ पचे ओतना ही लइ जात हीं जेतना ओनका चाही सब नाहीं। 10 किन्तु मइँ एसाव स हर चीज लइ लेब। मइँ ओकर सबहिं छुपइ क जगह ढूँढ़ि डाउब। उ मोहसे छुपा नाहीं रह सकत। ओकर, बच्चन, रिस्तेदार अउर पड़ोसी मरिहीं। 11 कउनो भी मनई मनई ओनकर बच्चन क देख-रेख बरे नाहीं बची। ओनकर मेहररूअन कउनो भी बिस्सासपात्र क नाहीं पइहीं।” 12 इ उ अहइ जउन यहोवा कहत ह, “कछू मनई सजा क पात्र नाहीं होतेन, किन्तु ओनका कस्ट होत ह। किन्तु एदोम तू सजा पावइ क जोग्ग अहा, एह बरे फुरइ तोहका सजा मिली। जउन सजा तोहका मिलइ चाही, ओहसे तू बचिके नाहीं निकर सकत्या। तोहका सजा मिली।” 13 यहोवा कहत ह, “मइँ आपन सवती स इ प्रतिग्या करत हउँ, मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि बोस्रा नगर नस्ट कीन्ह जाइ। उ नगर बर्बाद चट्टानन क ढेर बन जाइ। जब लोग दूसर नगरन क बुरा होइ चहिहीं तउ उ पचे इ नगर क उदारहण क रूप मँ याद करिहीं। लोग उ नगर क अपमान करिहीं अउर बोस्रा क चारिहुँ ओर क नगर सदा ही बर्बाद होइ जइहीं।” 14 मइँ एक सँदेसा यहोवा स सुनेउँ। यहोवा रास्ट्रन क सँदेसा पठएस। सँदेसा इ अहइ: “आपन फउजन क एक संग बटोरा। जुद्ध बरे तइयार होइ जा। एदोम रास्ट्र क खिलाफ वूच करा। 15 एदोम, मइँ तोहका महत्वहीन बनाउब। हर एक मनई तोहसे घिना करी। 16 एदोम, तू दूसर रास्ट्रन क आतंकित किहा ह। एह बरे तू समझा कि तू महत्वपूर्ण अहा। किन्तु तू मूरख बनावा गवा रह्या। तोहार घमण्ड तोहका धोखा दिहस ह। एदोम, तू ऊँच पहाड़ियन पइ बसा अहा, तू बड़की चट्टानन अउर पहाड़ियन क जगहन पइ सुरच्छित अहा। किन्तु जदि तू आपन निवास उकाब क झोंझ क ऊँचाई पइ ही काहे न बनावा, तउ भी मइँ तोहका पाइ लेब अउर मइँ हुआँ स खाले लइ आउब।” यहोवा इ सबइ कहेस। 17 “एदोम नस्ट कीन्ह जाइ। लोगन क नस्ट नगरन क लखिके दुःख होइ। लोग नस्ट नगरन पइ अचरज स सीटी बजइहीं। 18 सदोम अउर अमोरा मँ तब स कउनो नाहीं रहत ह बहोत पहिले जब स उ नस्ट कीन्ह गए रहेन, उहइ तरह एदोम क सहर मँ कउनो नाहीं रहब्या जब मइँ ओका तबाह करब,” यहोवा कहत ह। 19 “कबहुँ यरदन नदी क निचके क घनी झाड़ियन स एक ठु सेर निकरी अउ उ सेर ओन खेतन मँ जाइ जहाँ लोग आपन भेड़िन अउर आपन पसु रखत हीं। मइँ उ सेर क समान हउँ। मइँ एदोम जाब अउर मइँ ओन लोगन क आतंकित करब। मइँ ओनका भगाउब। कउनो भी मोरे समान नाहीं अहइ। कउनो भी मोका चुनौती नाहीं देइ। ओनकर गड़रियन (प्रमुखन) मँ स कउनो भी हमरे बिरुद्ध खड़ा नाहीं होइ।” 20 एह बरे यहोवा एदोम क खिलाफ जउन जोजना बनाएस ह ओका सुना। तेमान मँ लोगन क संग जउन करइ क निहचइ यहोवा किहस ह ओका सुना। उ पचे जउन कछू किहन ओहसे एदोम क चरागाह खाली होइ जइहीं। 21 एदोम क पतन क धमाका स पृथ्वी काँप उठी। ओनकर रूदन लगातार लाल सागर तलक सुनाई पड़ी। 22 यहोवा उ उकाब क तरह मँडराइ जउन आपन सिकार पइ टूटत ह। यहोवा बोस्रा नगर पइ आपन पखना फइलाइके उकाब क नाईर् अहइ। उ समइ एदोम क फउजी बहोत आतंकित होइहीं। उ पचे बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह डर स रोइहीं। 23 इ सँदेसा दमिस्क नगर क बरे अहइ: “हमात अउ अर्पद नगर भयभीत अहइँ। उ पचे डेरान अहइँ काहेकि उ पचे बुरी खबर सुनेन ह। उ पचे साहसहीन होइ गएन ह। उ पचे परेसान अउ आतंकित अहइँ। 24 दमिस्क नगर दुर्बल होइ ग अहइ। लोग पराइ जाइ चाहत अहइँ। लोग भय स तैयार बइठा अहइँ। बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह पीरा अउ कस्ट महसूस करत अहइँ। 25 “दमिस्क नगर प्रसिद्ध अउ बहोत खुस अहइ। अब इ केतॅना अलग अहइ। 26 एह बरे दमिस्क क जवान लोगन इ नगर क सार्वजनिक चउराहे मँ मरिहीं। उ समइ ओकर सबहिं फउजी मार डावा जइहीं,” सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह। 27 “मइँ दमिस्क क देवारन मँ आगी लगाइ देब। उ आगी बेन्नहदद क मजबूत दुर्गन पूरी तरह बारिके खाक कइ देइ।” 28 इ सँदेसा केदार क परिवार समूह अउ हासोर क सासकन क बारे मँ अहइ। बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर ओनका पराजित किहे रहा।यहोवा कहत ह, “जा अउर केदार क परिवार समूह पइ हमला करा। पहिले क लोगन क नस्ट कइ द्या। 29 ओनकर डेरन अउ भेड़िन क खरकन लइ लिहा। ओनकर डेरन अउर सबहिं चिजियन क आपन समझकर लेइ जा। ओनकर ऊँटन क आपन जगह पइ लेइ जा। लोग ओनके समन्वा चिल्लइहीं: ‘हमार चारिहुँ ओर भयंकर घटनन घटति अहइँ।’ 30 हाली ही पराइ निकरा। हासोर क लोगो, छुपइ क ठउर हेरा।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “नबूकदनेस्सर तोहरे खिलाफ जोजना बनाएस ह। उ तू पचन्क पराजित करइ क चुस्त जोजना बनाएस ह। 31 एक रास्ट्र अहइ, जउन खुसहाल अहइ। उ रास्ट्र क बिस्सास अहइ कि उ कउनो क नाहीं हराइ। उ रास्ट्र क लगे सुरच्छा बरे दुआर अउ रच्छा प्राचीर नाहीं अहइ। उ सबइ लोग अकेल्ले रहत हीं। यहोवा कहत ह, ‘उ रास्ट्र पइ हमला करा।’ 32 दुस्मन ओनकर ऊँटन अउर पसुअन क बड़के झुण्डन क चोराइ लेइ। मइँ ओन लोगन क पृथ्वी क हर हींसा मँ पराइ जाइ पइ मजबूर करब जउन आपन बालन क कोनन क कटाइ राखे अहइँ। अउर मइँ ओनके बरे चारिहुँ ओर भयंकर बिपत्तियन लिआउब,” यहोवा कहत ह। 33 “हासोर क प्रदेस जंगली वुवुरन क रहइ क ठउर बनी। इ सदा ही क बरे सूना रेगिस्तान बनी। कउनो मनई हुआँ नाहीं रही कउनो मनई उ ठउरे पइ नाहीं रही।” 34 जब सिदकिय्याह यहूदा क राजा रहा तब ओकरे राज्जकाल क सुरूआत मँ यिर्मयाह नबी यहोवा क एक सँदेसा प्राप्त किहस। इ सँदेसा एलाम रास्ट्र क बारे मँ अहइ। 35 सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “मइँ एलाम क धनुस बहोत हाली तोड़ देब। धनुस एलाम क सब स सवतीसाली अस्त्र अहइ। 36 मइँ एलाम पइ चतुदिर्क तूफान लिआउब। मइँ ओनका अकासे क चारिहुँ दिसा स लिआउब। मइँ एलाम क लोगन क पृथ्वी पइ सर्वत्र पठउब जहाँ चतुदिर्क आँधियन चलत हीं अउर एलाम क कैदी हर रास्ट्र मँ जइही। 37 मइँ एलाम क ओनके समन्वा तोड़ब गाजो ओनका मारि डावइ चाहत हीं। मइँ ओनपइ भयंकर बिपत्तियन लिआउब। मइँ ओनका देखाउब कि मइँ ओन पइ केतना कोहान हउँ,” यहोवा कहत ह। “मइँ एलाम क पाछा करइ बरे तरवार पठउब। तरवार ओनकर पाछा तब तलक करी जब तलक मइँ ओन सब क मारि नाहीं डाउब। 38 मइँ एलाम क देखाउब कि मइँ व्यवस्थापक हउँ अउर मइँ ओकर राजा लोग तथा पदाधिकारियन क नस्ट कइ देब।” उ सँदेसा यहोवा क अहइ। 39 “किन्तु भविस्स मँ मइँ एलाम बरे सब नीक घटित होइ देबउँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

50:1 इ सँदेसा यहोवा क अहइ जेका उ बाबुल रास्ट्र अउ बाबुल क लोगन बरे दिहस। यहोवा इ सँदेसा यिर्मयाह क जरिये दिहस। 2 “हर एक रास्ट्र क इ घोसित कइ द्या। झण्डा उठावा अउर सँदेसा सुनावा। पूरा सँदेसा सुनावा अउर कहा, ‘बाबुल रास्ट्र पइ अधिकार कीन्ह जाइ। बेल देवता लज्जा क पात्र बनी। मरोदेक देवता बहोत डेराइ जाइ। बाबुल क देवमूरतियन लज्जा क पात्र बनहीं ओकर मूतिर् देवता भयभीत होइ जइहीं।’ 3 उत्तर स एक रास्ट्र बाबुल पइ हमला करी। उ रास्ट्र बाबुल क सूना रेगिस्तान स बनाइ देइ। कउनो मनई हुआँ नाहीं रही। मनई अउ पसु दुइनउँ हुआँ स पराइ जइहीं।” 4 यहोवा कहत ह, “उ समइ, इस्राएल क अउर यहूदा क लोग एक संग होइहीं। उ पचे एक संग बराबर रोवत रहिहीं अउर एक संग ही उ पचे आपन यहोवा परमेस्सर क खोजइ जइहीं। 5 उ सबइ लोग पूछिहीं सिय्योन कइसे जाइँ उ पचे उ दिसा मँ चलब सुरू करिहीं। लोग कहिहीं, ‘आवा, हम यहोवा स जाइ मिलइँ, हम एक अइसी करार करी जउन सदा ही रहइ। हम लोग एक ठु अइसी करार करी जेका हम कबहुँ न बिसरी।’ 6 मोर लोग हेरान भेड़िन क तरह होइ ग अहइँ। ओनकर गड़रियन ओनका गलत राहे पइ लइ गवा अहइँ। ओनकर मार्गदर्सकन ओनका पहाड़न अउर पहाड़ियन मँ चारिहुँ कइँती भटकाएन ह। उ पचे बिसरि गएन कि ओनकर बिस्राम क ठउर कहाँ अहइ। 7 जउन भी मोरे लोगन क पाएस, चोट पहोंचाएस अउर ओन कहेन, ‘हम कछू गलत नाहीं कीन्ह।’ वे लोग ही यहोवा क खिलाफ पाप किहेन। यहोवा ओनकर बिस्राम क ठउर अहइ। अउर परमेस्सर जेह पइ ओकर पुरखन पतियानेन। 8 “बाबुल स पराइ निकरा। कसदी लोगन क देस क तजि द्या। ओन बोकरन क तरह बना जउन झूण्ड क राह देखावत हीं। 9 मइँ बहोत स रास्ट्रन क उत्तर स एक संग लिआउब। रास्ट्रन क इ समूह बाबुल क बिरुद्ध जुद्ध बरे तइयार होइ। बाबुल उत्तर क लोगन क जरिये अधिकार मँ लिआवा जाइ। उ सबइ रास्ट्र बाबुल पइ अनेक बाण चलइहीं अउर उ सबइ बाण ओन फउजियन क समान होइहीं जउन जुद्ध भूइँया स खाली हाथ नाहीं लउटेन। 10 दुस्मन कसदी लोगन स सारा धन लेइ। उ सबइ दुस्मन फउजी जउन चहिहीं, लेइहीं।” इ सबइ यहोवा कहत ह। 11 “बाबुल, तू उत्तेजित अउ खुस ह्वा। तू मोर देस लिहा। तू अनाज क चारिहुँ कइँती गइया क तरह नाचत अहा। तोहार हँसी घोड़न क हिनहिनाहट जइसी अहइ। 12 अब तोहार महतारी बहित लजाइ तोहका जन्म देइवाली महतारी क ग्लानि होइ बाबुल सबहिं रास्ट्रन क तुलना मँ सब स कम महत्व क होइ। उ एक सूना रेगिस्तान होइ। 13 यहोवा आपन किरोध परगट करी। एह बरे कउनो मनई हुआँ नाहीं रही। बाबुल नगर पूरी तरह खाली रही। बाबुल स गुजरइवाला हर एक मनई डेराइ। उ पचे आपन मूँड़ हिलइहीं जब उ पचे लखिहीं कि इ कउने बुरी तरह नस्ट भवा ह। 14 बाबुल क खिलाफ जुद्ध क तइयारी करा। सबहिं फउजियन आपन धनुस स बाबुल पइ बाण चलावा। आपन बाणन क न बचावा। बाबुल यहोवा क खिलाफ पाप किहस ह। 15 बाबुल क चारिहुँ ओर क फउजियो, जुद्ध क उद्घोस करा। अब बाबुल आत्म समर्पण किहेस ह। ओकर दीवारन अउर गुम्बदन क गिराइ दीन्ह ग अहइ। यहोवा ओन लोगन क उ सजा देत अहइ जउन ओनका मिलइ चाही। रास्ट्रो तू बाबुल क उ सजा द्या जउन मिलइ चाही। ओकर संग उ करा जउन उ दूसर रास्ट्रन क संग किहस ह। 16 बाबुल क लोगन क ओनकर फसलन न उगावइ द्या। ओनका फसलन न काटइ द्या। बाबुल क फउजी आपन नगर मँ अनेकन कैदी लियाएन ह। अब दुस्मन क फउजी आइ गवा अहइँ, एह बरे उ पचे कैदी आपन घर लउटत अहइँ। उ सबइ कैदी आपन देसन क वापस परात अहइँ। 17 “इस्राएल भेड़ी क तरह अहइ जेका सेरन पाछा कइके भगाइ दिहन ह। ओका खाइवाला पहिला सेर अस्सूर क राजा रहा। ओकर हाड़न क चूर करइवाला आखिरी सेर बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर रहा। 18 एह बरे सर्वसवतीमान यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर कहत ह: “मइँ हाली ही बाबुल क राजा अउर ओकर देस क सजा देब। मइँ ओका वइसे ही सजा देब जइसे मइँ अस्सूर क राजा क सजा दिहेउँ।’ 19 मुला इस्राएल क मइँ ओकरे खेतन मँ वापस लिआउब। उ उहइ भोजन करी जउन कमेर्ल पर्वत अउर बासान क भुइँया क उपज अहइ। उ भोजन करी अउर भरा पूरा होइ। उ एप्रैम अउर गिलाद भुइँया मँ पहाड़ियन पइ खाइ।” 20 यहोवा कहत ह, “उ समइ लोग इस्राएल क अपराध क जानइ चहिहीं। किन्तु कउनो अपराध नाहीं होइ। लोग यहूदा क पापन क जानइ चहिहीं किन्तु कउनो पाप नाहीं मिली। काहेकि मइँ इस्राएल अउ यहूदा क कछू बचे भएन क बचावत अहउँ अउर मइँ ओनकर सबहिं पापन बरे ओनका छिमा करत हउँ।” 21 यहोवा कहत ह, “मरातैम देस पइ हमला करा। पकोद क पहँटा क निवासियन पइ हमला करा। ओन पइ हमला करा, ओनका मार डावा अउर ओनका पूरी तरह नस्ट कइ द्या। उ सब करा जेकरे बरे मइँ आदेस देत हउँ। 22 “जुद्ध क घोस समूचइ देस मँ सुना जाइ सकत ह। इ बहोत जियादा बिध्वंस क सोर अहइ। 23 बाबुल पूरी भुइँया क हथौड़ा रहा। किन्तु अब हथौड़ा टूट गवा बिखराइ गवा अहइ। बाबुल सबन मँ सब स जियादा बर्बाद रास्ट्रन मँ स एक अहइ। 24 बाबुल, तू एक जाल बिछाएउँ, किन्तु खुद ही तू एहमाँ आइ फँसा अउर तू लख भी नाहीं पाएस कि उ आवत रहा। तू यहोवा क खिलाफ लड़्या, एह बरे तू मिल गया अउर धरा गया। 25 यहोवा आपन भण्डार खोल दिहस ह। अउर आपन किरोध क अस्त्र-सस्त्र निकारेस ह। सर्वसवतीमान परमेस्सर यहोवा ओन अस्त्र-सस्त्र क निकारेस ह काहेकि ओका कसदी लोगन क देस मँ काम करब अहइ। 26 बहोत दूर स बाबुल क खिलाफ आवा, ओकर अन्न भण्डार घरन क तोड़िके खोला। बाबुल क पूरी तरह नस्ट करा अउर कउनो क जिअत न छोड़ा। ओनकर ल्हासन क अनाजे क बड़के ढेर क तरह एक ढेर मँ लगावा। 27 बाबुल क सबहिं नउ जवानन क मार डावा। ओनकर नरसंहार होइ द्या। ओनकर पराजय क समय आइ गवा अहइ। एह बरे ओनके बरे बहोत बुरा होइ। इ ओनके बरे दण्डित होइ क समइ अहइ। 28 लोग बाबुल देस स परात अहइँ, उ पचे उ देस स बच निकरत अहइँ। उ सबइ लोग सिय्योन क आवत अहइँ अउर उ पचे सबहिं स उ सब कहत अहइँ जउन यहोवा करत अहइ। उ सबइ कहत अहइँ कि बाबुल क, जउन सजा मिलइ चाही यहोवा ओका देत अहइ। बाबुल यहोवा क मन्दिर क नस्ट किहस, एह बरे अब यहोवा बाबुल क नस्ट करत अहइ। 29 धनुर्धारियन क बाबुल क खिलाफ बोलावा। ओन लोगन स नगर पइ हमला करइ क कहा। कउनो क बच निकरइ जिन द्या। जउन उ किहस ह ओकर उल्टा भुगतान करा। ओकरे संग उहइ करा जउन उ दूसर रास्ट्रन क संग किहेस ह। बाबुल यहोवा क सम्मान नाहीं किहेस। बाबुल इस्राएल क पवित्तरतम क बरे बड़ा घमण्डी रहा। एह बरे बाबुल क सजा द्या। 30 बाबुल क नउ जवान सड़कन पइ मारा जइहीं, ओह दिन सबहिं फउजी मर जइहीं।” इ सबइ यहोवा कहत ह। 31 “बाबुल, तू बहोत गर्वीला अहा, अउर मइँ तोहरे खिलाफ हउँ।” हमार सुआमी सर्वसवतीमान यहोवा इ सब कहत ह। “मइँ तोहरे खिलाफ हउँ अउर तोहरे दण्डित होइ क समइ आइ गवा ह। 32 गर्वीला बाबुल ठोकर खाइ अउ गिरी अउर कउनो मनई ओका उठावइ मँ मदद नाहीं करी। मइँ ओकरे नगरन मँ आगी लगाउब, उ आगी ओकरे चारिहुँ कइँती क सबहिं क पुरी तरह बारि देइ।” 33 सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “इस्राएल अउ यहूदा क लोग दास अहइँ। दुस्मन ओनका लइ गवा अउर दुस्मन इस्राएल क निकरि जाइ नाहीं देइ। 34 मुला परमेस्सर ओन लोगन क वापस लिआइ। ओकर नाउँ सर्वसवतीमान परमेस्सर यहोवा अहइ। उ दृढ़ सवती स ओन लोगन क रच्छा करी। उ ओनकर रच्छा करी जेहसे उ पृथ्वी क बिस्राम दइ सकइ। किन्तु उ बाबुल क लोगन क बिस्राम नाहीं देइ।” 35 यहोवा कहत ह, “बाबुल क लोगन क तरवार स मार द्या। बाबुल क राजकीय अधिकारियन अउ ग्यानियन क भी तरवार स मर जाइ द्या। 36 बाबुल क याजकन क तरवार स मार द्या। उ सबइ याजक मूरख लोगन क तरह होइहीं। बाबुल क फउजियन क तरवार स मर जाइ द्या, उ सबइ फउजी त्रास स भरि जइहीं। 37 बाबुल क घोड़न अउर रथन क तरवार क घाट उतरइ द्या। दूसर देसन क भाड़े क फउजियन क तरवार स कट जाइ द्या। उ सबइ फउजी भयभीत अबला होइहीं। बाबुल क खजाने क खिलाफ तरवार उठइ द्या, उ सबइ खजानन लइ लीन्ह जइहीं। 38 बाबुल क नदियन सूख जाइँ। उ सबइ नदियन सूख जइहीं। बाबुल देस मँ असंख्य देवमूरतियन अहइँ। उ सबइ मूरतियन परगट करत हीं कि बाबुल क लोग मूरख अहइँ। एह बरे ओन लोगन क संग बुरी घटनन घटिहीं। 39 बाबुल फुन लोगन स नाहीं भरी जंगली वूवुरन, सुतुरमुर्ग अउर दूसर रेगिस्तान क जनावर हुआँ रहिहीं। किन्तु हुआँ कबहुँ कउनो मनई नाहीं रही। 40 परमेस्सर सदोम, अमोरा अउ ओनके चारिहुँ कइँती क नगरन क पूरी तरह स नस्ट किहे रहा अउर जब ओन नगरन मँ कउनो नाहीं रहत। इहइ तरह बाबुल मँ कउनों नाहीं रही अउर कउनो मनई हुआँ रहइ कबहुँ नाहीं जाइ। 41 लखा, उत्तर स लोग आवत अहइँ, उ पचे एक सवतीसाली रास्ट्र स आवत अहइँ। पूरे संसार क चारिहुँ ओर स एक संग बहोत स राजा आवत अहइँ। 42 ओनकी फउज क लगे धनुस अउर भालन अहइँ, फउजी वूर अहइँ, ओनमाँ दाया नाहीं अहइ। फउजी आपन घोड़न पइ सवार आवत अहइँ, ओकर दोड़इ क आवाज समुद्दर क गरजन क तरह अहइ। उ पचे आपन जगहियन पइ जुद्ध बरे तइयार अहइँ। बाबुल नगर उ पचे तोह पइ हमला करइ क तत्पर अहइँ। 43 बाबुल क राजा ओन फउजन क बारे मँ सुनेस, अउर उ आतंकित होइ गवा। उ एतना डर गवा ह कि ओकर हाथ हल नाहीं सकतेन। ओकरे डर स ओकरे पेट मँ अइसी पीरा होत अहइ, जइसे उ बच्चा पइदा करइवाली मेहरारू होइ।” 44 यहोवा कहत ह, “कबहुँ यरदन नदी क निचके क घनी झाड़ियन स एक ठु सेर निकरी। उ सेर ओन खेतन मँ आइ जहाँ लोग आपन जनावरन रखत हीं अउर सब जनावर पराइ जइहीं। मइँ उ सेर क तरह होब। मइँ बाबुल, स ओकर देस छोड़ाउब। इ करइ बरे मइँ केका चुनब? मइँ जेका चाहब चुनब। काहेकि अइसा कउनो मनई नाहीं जउन मोका चुनौती दइ सकइ। कउनो गड़रिया मोर समन्वा खड़ा नाहीं होइ सकत।” 45 बाबुल क संग यहोवा जउन कछू करइ क जोजना बनाएस ह, ओका सुना। बाबुल लोगन बरे यहोवा जउन करइ क निर्णय लिहस ह ओका सुना। दुस्मन बाबुल क लोगन क खींच लेइ जाब्या जइसा एक बछड़ा क झुण्ड स खींच लइ जाइ जात ह। उ बाबुल क एक खाली खेत मँ बदल देब। 46 बाबुल क पतन होइ, अउर उ पतन पृथ्वी क कँपकँपाइ देइ। सबहिं रास्ट्रन क लोग बाबुल क बिध्वंस होइ क बारे मँ सुनिहीं।

51:1 यहोवा कहत ह, “मइँ एक प्रचण्ड आँधी उठाउब। मइँ एका बाबुल अउ बाबुल क लोगन के खिलाफ बहाउब। 2 मइँ बाबुल क ओसावइ बरे लोगन क पठउब। उ पचे बाबुल क ओसाइ देइहीं। उ सबइ लोग बाबुल क सूना बनाइ देइहीं। फउजन नगर क घेर डइहीं अउ भयंकर बिध्वंस होइ। 3 बाबुल क फउजी आपन धनुस-बाण क उपयोग नाहीं कइ पइहीं। उ सबइ फउजी आपन कवच भी नाहीं पहिर सकिहीं। बाबुल क नउ जवानन बरे दुःख महसूस जिन करा। ओनकर फउजे क पूरी तरह नस्ट करा। 4 बाबुल क फउजी कसदियन क भुइँया मँ मारा जइहीं। उ सबइ बाबुल क सड़कियन पइ बुरी तरह घायल होइहीं।” 5 सर्वसवतीमान यहोवा इस्राएल व यहूदा क लोगन क राँड़ सा अनाथ नाहीं छोड़ेस ह। परमेस्सर ओन लोगन क नाहीं छोड़ेस। नाहीं उ सबइ लोग इस्राएल क पवित्तरतम क छोड़इ क अपराधी अहइँ। उ पचे ओका छोड़ेन किन्तु उ एनका नाहीं छोड़ेस। 6 बाबुल स पराइ चला। आपन जिन्नगी बचावइ बरे पराअ। बाबुल क पापन क कारण हुआँ जिन ठहरा अउर मारा न जा। इ समइ अहइ जब यहोवा बाबुल क लोगन क ओन बुरे करमन क सजा देइ जउन उ पचे किहन। बाबुल क सजा मिली जउन ओका मिलइ चाही। 7 बाबुल यहोवा क हाथ क सुनहरा पियाला जइसा रहा। बाबुल पूरी पृथ्वी क मतवाला बनाइ डाएस। रास्ट्रन बाबुल क दाखरस पिएन। एह बरे उ सबइ पागल होइ उठेन। 8 बाबुल क पतन होइ अउर उ अचानक टूट जाइ। ओकरे बरे रोआ। ओकर पीरा क दवाई लिआवा। सायद उ तन्दुरूस्त होइ जाइ। 9 हम बाबुल क तन्दुरूस्त करइ क जतन किहेउँ, किन्तु हम कामयाब न भवा। एह बरे हम ओका तजि देइ अउर आपन देसन क लउटि चली। बाबुल क सजा अकासे क परमेस्सर निहचित करी, उ निर्णय करी कि बाबुल क का होइ। 10 यहोवा हम लोगन बरे बदला लिहस। आवा इ बारे मँ सिय्योन मँ बताइ। हम यहोवा हमार परमेस्सर जउन कछू हमार बरे किहस ह, ओकरे बारे मँ बताइ। 11 बाणन क तेज करा। ढाल ओढ़ा। यहोवा मादी क राजा लोगन क जगाइ दिहस ह। उ ओनका जगाएस ह काहेकि उ बाबुल क नस्ट करइ चाहत ह। यहोवा बाबुल क लोगन क उ सजा देइ जेकर पचे पात्र अहइँ। बाबुल क फउज यरूसलेम मँ यहोवा क मन्दिर क ध्वस्त किहे रही। एह बरे यहोवा ओनका उ सजा देइ जउन ओनका मिलइ चाही। 12 बाबुल क देवारन क खिलाफ झण्डन उठाइ ल्या। अधिक रच्छक लिआवा। चौकीदारन क ओनके जगह पइ रखा। एक ठु गुप्त हमला बरे तइयार होइ जा। यहोवा उ करी जउन उ जोजना बनाएस ह। यहोवा उ करी जउन उ बाबुल क लोगन क खिलाफ करइ क कहेस। 13 बाबुल तू प्रभूत जल क निअरे अहा। तू खजाना स पूर्ण अहा। किन्तु रास्ट्र क रूप मँ तोहार अन्त आइ ग अहइ। इ तोहका बर्बाद करइ क समइ अहइ। 14 सर्वसवतीमान यहोवा इ प्रतिग्या आपन नाउँ लइके किहेस ह: “बाबुल मइँ तोहका निहचइ ही असंख्य सत्रु सेना स भरि देब। उ पचे टिड्डी दल क नाईर् होइहीं। उ सबइ फउजी तोहरे खिलाफ जितिहीं अउर उ पचे तोहरे ऊपर खड़ा होइहीं अउर बिजय घोस करिहीं।” 15 यहोवा आपन महान सवती क उपयोग किहस अउर पृथ्वी क बनाएस। उ दुनिया क बनावइ बरे आपन बुद्धि क उपयोग किहस। उ आपन समुझ क उपयोग अकास क फइलावइ मँ किहस। 16 जब उ गरजन ह तब अकासे क जल गरज उठत ह। उ समूची पृथ्वी स बादरन क ऊपर पठवत ह। उ बर्खा क संग बिजली क पठवत ह। उ आपन भण्डार घर स हवा क लिआवत ह। 17 मुला लोग बेववूफ अहइँ। उ पचे नाहीं समुझतेन कि परमेस्सर का किहेस ह। मूतिर्कार मूरतियन बनावत हीं। उ पचे सिरिफ लबार देवता अहइँ। एह बरे उ सबइ परगट करत हीं कि उ मूतिर्कार केतना मूरख अहइँ। उ सबइ देवमूरतियन सजीब नाहीं अहइँ। 18 उ सबइ देवमूरतियन बियर्थ अहइँ। लोग ओन देवमूरतियन क बनाएन ह अउर उ पचे मजाक क अलावा कछू नाहीं अहइँ। ओनकर निआव क समइ आइ अउर उ सबइ देवमूरतियन नस्ट कइ दीन्ह जइहीं। 19 किन्तु परमेस्सर याकूब क हींसा ओन बियर्थ देवमूरतियन जइसा नाहीं अहइ। लोग परमेस्सर क नाहीं बनाएन, परमेस्सर लोगन क बनाएस। इस्राएल ओकर खास सम्पत्ति अहई। परमेस्सर ही सब कछू बनाएस। ओकर नाउँ सर्वसवतीमान यहोवा अहइ। 20 यहोवा कहत ह, “बाबुल तू मोर जुद्ध क हथियार ह्वा, मइँ तोहार उपयोग रास्ट्रन क वुचरइ बरे करत हउँ। मइँ तोहार उपयोग राज्जन क बर्बाद करइ बरे करत हउँ। 21 मइँ तोहार उपयोग घोड़ अउ घुड़सवार क वुचरइ बरे करत हउँ। 22 मइँ तोहार उपयोग मेहररूअन क वुचरइ बरे करत हउँ। मइँ तोहार उपयोग बूढ़ा अउ नउजवान क वुचरइ बरे करत हउँ। मइँ तोहार उपयोग नउजवानन अउर नउ जुवतियन क वुरचइ बरे करत हउँ। 23 मइँ तोहार उपयोग गड़रियन अउ ओनकर भेड़िन क खरकन बरे करत हउँ। मइँ तोहार उपयोग किसानन अउ बर्धन क वुचरइ बरे करत हउँ। मइँ तोहार उपयोग प्रसासकन अउर बड़के अधिकारियन क वुचरइ बरे करत हउँ। 24 मुला मइँ बाबुल क अउर बाबुल क सबहिं लोगन क उल्टा भुगतान करब। मइँ ओनका सिय्योन बरे उ पचे जउन बुरा किहन, ओन सब क भुगतान करब। मइँ ओनका उल्टा भुगतान करब जेहसे सबहिं ओका लखि सका,” यहोवा कहत ह। 25 यहोवा कहत ह, “बाबुल, तू पहाड़ क गिरावत अहा अउर मइँ तोहरे खिलाफ हउँ। बाबुल, तू पूरा देस नस्ट किहा ह अउर मइँ तोहरे बिरुद्ध हउँ। मइँ तोहरे बिरुद्ध आपन हाथ बढ़ाउब। मइँ तोहका चट्टानन स लुढ़काउब। मइँ तोहका जरा भवा पर्वत कइ देब। 26 लोगन क कोने क पाथर बनावइ जोग्ग बड़का पाथर नाहीं मिली। उ पचे इमारतन क नेंव बरे कउनो भी चट्टान नाहीं लाइ सकिहीं। काहेकि तोहार नगर सदा ही क बरे बेकार पाथरन क ढेर बन जाइ,” यहोवा कहत ह। 27 “देस मँ जुद्ध क झण्डा उठावा। सबहिं रास्ट्रन मँ तुरही बजाइ द्या। रास्ट्रन क बाबुल क खिलाफ जुद्ध बरे तइयार करा। अरारात मिन्नी अस्कनज राज्जन क बाबुल क खिलाफ जुद्ध बरे बोलावा। ओकरे खिलाफ सेना संचालन बरे सेनापति चुना। सेना क ओकरे खिलाफ पठवा। एतने जियादा घोड़न क पठवा कि उ पचे टिड्डी दल जइसा हो जाइँ। 28 ओकरे खिलाफ रास्ट्रन क जुद्ध बरे तइयार करा। मादी क राजा लोगन क तइयार करा। ओनकर प्रसासकन अउर बड़के अधिकारियन क तइयार करा। ओनसे सासित सबहिं देसन क बाबुल क खिलाफ जुद्ध बरे लिआवा। 29 देस क तरह काँपत ह माना पीरा भोगत होइ। इ काँपी जब यहोवा बाबुल बनाई जोजना क पूरा करी। यहोवा जोजना बाबुल क सूना रेगिस्तान बनावइ क अहइ। कउनो मनई हुआँ नाहीं रही। 30 कसदी फउजियन लड़ब बन्द कइ दिहन ह। उ पचे आपन दुर्गन मँ ठहरा अहइँ। ओनकर ताकत छीन होइ ग अहइ। उ पचे भयभीत अबला क नाईर् होइ गएन ह। बाबुल क घर बरत अहइँ। ओकर फाटकन क अवरोध टूट गवा अहइँ। 31 एक क पाछे दूसर राजदूत आवत अहइ। राजदूत क पाछे राजदूत आवत अहइँ। उ पचे बाबुल क राजा क खबर सुनावत अहइँ कि ओकरे पूरे नगर पइ अधिकार होइ गवा। 32 उ पचे जहाँ स नदियन क पार कीन्ह जात ह अधिकार मँ कइ लीन्ह गवा अहइँ। दलदली भुइँया बरत अहइ बाबुल क सबहिं फउजी भयभीत अहइँ।” 33 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसवतीमान यहोवा इ कहत ह: “बाबुल नगर एक ठु खरिहान जइसा अहइ। बाबुल क पीटइ क समइ हाली आवत अहइ।” 34 “बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर पुराने जमाने मँ हमका नस्ट किहेस। पुराने जमाने मँ नबूकदनेस्सर हमका चोट पहोंचाएस। पुराने जमाने मँ उ हमरे लोगन क लइ गवा अउर हम खाली गगरी स होइ गए। उ हमार सवोर्त्तम चिजियन लिहस। उ बिसाल दानव क तरह रहा जउन तब तलक सब कछू खात रहा जब तलक ओकर पेट न भरा। उ सवोर्त्तम चिजियन लइ गवा, अउर हम लोगन क दूर लोकाइ दिहस। 35 बाबुल हमका चोट पहोंचावइ बरे भयंकर करम किहस अउर अब मइँ चाहत हउँ बाबुल क संग वइसा ही घटित होइ।” सिय्योन मँ रहइवाले लोगन इ कहेन, “बाबुल हमरे लोगन क मारइ क अपराधी अहइ अउर अब उ पचे बुरे करमन बरे सजा पावत अहइँ जउन उ पचे किहे रहेन।” यरूसलेम नगर इ सब कहेस। 36 एह बरे यहोवा कहत ह, “यहूदा मइँ तोहार रच्छा करब। मइँ इ निहचइ लखब कि बाबुल क सजा मिलइ। मइँ बाबुल क समुद्र क झुराइ देब अउर मइँ ओकरे पानी क सोतन क सुखाइ देब। 37 बाबुल बर्बाद इमारतन क ढेर बन जाइ। बाबुल जंगली वूवुरन क तरह क ठउर बनी। लोग चट्टानन क ढेर क लखिहीं अउर चकित होइहीं। लोग बाबुल क बारे मँ आपन मूँड़ि हिलइहीं। बाबुल अइसी जगह होइ जाइ जहाँ कउनो भी नाहीं रही। 38 बाबुल क लोग गरजत भए जवान सेर क तरह अहइँ। उ पचे सेर क बच्चन क तरह गुर्रात हीं। 39 उ सबइ लोग उत्तेजित सेरन क सा काम करत अहइँ। मइँ ओनका दावत देब। मइँ ओनका मत्त बनाउब। उ पचे हँसिहीं अउर आनन्द क समइ बितइहीं अउर तब उ पचे सदा ही क बरे सोइ जइहीं। उ पचे कबहुँ नाहीं जागिहीं।” यहोवा इ सबइ कहेस। 40 मइँ बाबुल क लोगन क मार डावा जाइ बरे लइ जाब। बाबुल मारा जाइ क प्रतीच्छा करइवाली भेड़िन, मेमनन अउर बोकरियन जइसा होइ। 41 “सेसक पराजित होइ। सारी पृथ्वी क उत्तिम अउ सब स जियादा गर्वीला देस कैदी होइ। दूसर रास्ट्रन क लोग बाबुल पइ निगाह डइहीं अउर जउन कछू उ पचे लखिहीं ओहसे उ पचे भयभीत होइ उठिहीं। 42 बाबुल पइ सागर उमड़ि पड़ी। ओकर गरजत तरंगन ओका ढकि लेइहीं। 43 तब बाबुल क नगर बर्बाद अउर सूना होइ जइहीं। बाबुल एक झुरान रेगिस्तान बन जाइ। इ अइसा देस बनी जहाँ कउनो मनई नाहीं रही, लोग बाबुल स जात्रा भी नाहीं करिहीं। 44 मइँ बेल देवता क बाबुल मँ सजा देब। मइँ ओकरे जरिये लील लीन्ह मनइयन क उगलावाउब। दूसर रास्ट्र बाबुल मँ नाहीं अइहीं बाबुल नगर क चहारदीवारी गिर जाइ। 45 मोर लोगो, बाबुल नगर स बाहेर निकरा। आपन जिन्नगी बचावइ भाग चला। यहोवा क तेज किरोध स बचिके पराअ। 46 मोरे लोगो, दुःखी जिन ह्वा। अफवाहन उड़िहीं किन्तु डेराअ जिन। इ बरिस एक अफवाह उड़ति ह। अगले बरिस दूसर अफवाह उड़ी। देस मँ भयंकर जुद्ध क बारे मँ अफवाहन उड़िहीं। सासकन क दूसर सासकन क खिलाफ जुद्ध क बरे मँ अफवाहन उड़िहीं। 47 निहचइ ही उ समइ आइ जब मइँ बाबुल क लबार देवतन क सजा देब अउर पूरा बाबुल देस लज्जा क पात्र बनी। उ नगर क सड़कियन पइ अनगिनत मरे मनई पड़ा होइहीं। 48 तब पृथ्वी अउर अकास अउ ओकरे भीतर क सबहिं चिजियन बाबुल पइ खुस होइके गावइ लगिहीं, उ पचे जय जयकार करिहीं, काहेकि सेना उत्तर स आई, अउर बाबुल क खिलाफ लड़ी।” इ सब यहोवा कहेस ह। 49 “बाबुल इस्राएल क लोगन क मारेस। बाबुल सारी पृथ्वी पइ भी लोगन क मारेस। 50 लोगो, तू तरवार क घाट उतरइ स बच निकर्या, तू पचन्क हाली करइ चाही अउर बाबुल क छोड़इ चाही। प्रतीच्छा न करो। तू पचे दूर देस मँ अहा। किन्तु जहाँ कहूँ रहा यहोवा क सुमिरा अउर यरूसलेम क सुमिरा। 51 यहूदा क हम लोग लज्जित अही। हम लज्जित अही काहेकि हमार अपमान भवा। काहेकि बिदेसी यहोवा क मन्दिर क पवित्तर ठउरन मँ प्रवेस कइ चुका अहइँ।” 52 यहोवा कहत ह, “समइ आवत अहइ जब मइँ बाबुल क देवमूरतियन क सजा देब। उ समइ उ देस मँ सर्वत्र घायल लोग पीरा स रोइहीं। 53 बाबुल उठत चला जाइ जब तलक उ अकास स छुइ लेइ। बाबुल आपन किलन क मजबूत बनाई। किन्तु मइँ उ नगर क खिलाफ लड़इ बरे लोगन क पठउब अउर उ सबइ लोग ओका नस्ट कइ देइहीं।” इ सबइ यहोवा कहेस। 54 “हम बाबुल मँ लोगन क रोउब सुन सकित ह। हम कसदी लोगन क देस मँ चिजियन क नस्ट करइवाले लोगन क सोर सुनि सकित ह। 55 यहोवा बहोत हाली बाबुल क नस्ट करी। उ नगर क गरजना क चुप कइ देइ। दुस्मन सागरे क गरजत तरंगन क तरह टूट पड़िहीं। चारिहुँ कइँती क लोग उ गरज क सुनिहीं। 56 फउज आइ अउर बाबुल क नस्ट करी। बाबुल क फउजी धरा जइहीं। ओनकर धनुस टूटिहीं। काहेकि यहोवा ओन लोगन क सजा देत ह जउन बुरा करत हीं। यहोवा ओनका पूरी सजा देत ह जेकर उ पचे पात्र अहइँ। 57 मइँ बाबुल क बड़के पदाधिकारियन अउर बुद्धिमान लोगन क मत्त कइ देब। ओकर प्रसंसकन, अधिकारियन अउर फउजियन क भी मत्त करब। तब उ पचे सदा ही क बरे सोइ जइहीं, उ पचे कबहुँ नाहीं जागिहीं।” राजा इ कहेस ओकर नाउँ सर्वसवतीमान यहोवा अहइ। 58 सर्वसवतीमान यहोवा कहत ह, “बाबुल क मोटकी अउ मजबूत देवार गिराइ दीन्ह जाइ। एकर ऊँच दुआर जराइ दीन्ह जइहीं। बाबुल क लोग कठिन मेहनत करिहीं पइ ओकर कउनो लाभ नाहीं होइ। उ पचे नगर क बचावइ क जतन मँ बहोत थक जइहीं, किन्तु उ पचे लपटन क सिरिफ ईर्धन होइहीं।” 59 इ उ सँदेसा अहइ जेका यिर्मयाह नबी महसेयाह क पूत नेरिय्याह, नरेय्यिह क पूत सरायाह नाउँ क अधिकारी क दिहस। सरायाह यहूदा क राजा सिदकिय्याह क संग बाबुल गवा रहा। यहूदा क राजा सिदकिय्याह क राज्जकाल क चउथे बरिस मँ इ भवा। सरायाह कर क अधिकारी रहा। 60 यिर्मयाह पत्रक पइ ओन सब भयंकर घटनन क लिखत रहा जउन बाबुल मँ घटइवाली रहिन। उ इ सब बाबुल क बारे मँ लिखत रहा। 61 यिर्मयाह सरायाह स कहेस, “सरायाह, बाबुल जा। निहचइ करा कि इ सँदेसा तू इ तरह बाँचा कि सबहिं लोग सुनि लेइँ। 62 एकरे पाछे कहा, ‘हे यहोवा तू कह्या ह कि तू इ बाबुल नाउँ क जगह क नस्ट करब्या। तू एक अइसे नस्ट करब्या कि कउनो मनई या जानवर हिआँ नाहीं रही। इ सदा ही क बरे सूना अउर बर्बाद ठउर होइ जाइ।’ 63 जब तू पत्रक बाँच चुका तउ एहसे एक ठु पाथर बाँधा। तब इ पत्रक क परात नदी मँ डाइ द्या। 64 तब कहा, ‘बाबुल इहइ तरह बूड़ी। बाबुल फुन कबहुँ नाहीं उठी। बाबुल बूड़ी काहेकि मइँ हुआँ भयंकर बिपत्तियन ढाउब।”‘ यिर्मयाह क सब्द हिआँ खतम भएन।

52:1 सिदकिय्याह जब यहूदा क राजा भवा, उ इवकीस बरिस क रहा। सिदकिय्याह यरूसलेम मँ गियारह बरिस तलक राज्ज किहस। ओकर महतारी क नाउँ हमूतल रहा जउन यिर्मयाह क बिटिया रही। हमूतल क परिवार लिब्ना नगर क रहा। 2 सिदकिय्याह बुरे करम किहस, ठीक वइसने ही जइसे यहोयाकीम किहे रहा। यहोवा सिदकिय्याह क जरिये ओन बुरे करमन क करब पसन्द नाहीं करत रहा। 3 यरूसलेम अउ यहूदा क संग भयंकर घटनन घटिन, काहेकि यहोवा ओन पइ कोहान रहा। आखीर मँ यहोवा आपन समन्वा स यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क दूर लोकाइ दिहस।सिदकिय्याह बाबुल क राजा क खिलाफ होइ गवा। 4 एह बरे सिदकिय्याह क हुवूमत क समइ मँ नवें बरिस क दसएँ महीने क दसएँ दिन बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर फउज क संग यरूसलेम क वूच किहस। नबूकदनेस्सर आपन संग आपन पूरी फउज लिहे रहा। बाबुल क फउज यरूसलेम क बाहेर डेरा डाएस। एकरे पाछे उ पचे नगर-प्रार्चार क चारिहुँ ओर माटी क टीला बनाएस जेहसे उ पचे ओन देवारन पइ चढ़ि सकइँ। 5 सिदकिय्याह क राज्जकाल क गियारहवे बरिस तलक यरूसलेम नगर पइ घेरा पड़ा रहा। 6 उ बरिस क चउथे महीने क नौंवें दिन तलक भुखमरी क हालत बहोत खराब रही। नगर मँ खाइ बरे कछू भी खइया क नाहीं रहि गवा रहा। 7 उ दिन बाबुल क फउज यरूसलेम मँ प्रवेस कइ गइ। यरूसलेम क फउजी पराइ गएन। उ पचे राति क नगर तजिके परानेन। उ पचे दुइ देवारन क बीच क दुआरे स गएन। दुआर राजा क बगीचा क निचके रहा। यद्यपि बाबुल क फउज यरूसलेम नगर क घेर रखे रही तउ भी यरूसलेम क फउजी पराइ निकरेन। उ पचे रेगिस्तान कइँती परानेन। 8 किन्तु बाबुल क फउज सिदकिय्याह क पाछा किहस। उ पचे ओका यरीहो क मइदान मँ धरेन। सिदकिय्याह क सबहिं फउजी पराइ गएन। 9 बाबुल क फउज राजा सिदकिय्याह क धइ लिहस। उ पचे रिबला नगर मँ ओका बाबुल क राजा लगे लइ गएन। रिबला हमात देस मँ अहइ। रिबला मँ बाबुल क राजा सिदकिय्याह क बारे मँ आपन निर्णय सुनाएस। 10 हुआँ रिबला नगर मँ बाबुल क राजा सिदकिय्याह क पूतन क मारि डाएस। सिदकिय्याह क आपन पूतन क मारा जाब लखइ क मजबूर कीन्ह गवा। बाबुल क राजा यहूदा क राजकीय पदाधिकारियन क भी मार डाएस। 11 तब बाबुल क राजा सिदकिय्याह क आँखिन निकारि लिहस। उ ओका काँसा क जंजीर पहिराएस। तब उ सिदकिय्याह क बाबुल लइ गवा। बाबुल मँ उ सिदकिय्याह क जेलि मँ डाइ दिहस। सिदकिय्याह आपन मरइ क दिन तलक बन्दी घर मँ रहा। 12 बाबुल क राजा क खास रच्छकन क अधिनायक नबूजरदान यरूसलेम आवा। नबूकदनेस्सर क राज्जकाल क उन्नीसवें बरिस क पाँचए महीने क दसएँ दिन इ भवा। नबूजरदान बाबुल क महत्वपूर्ण अधिनायक रहा। 13 नबूजरदान यहोवा क मन्दिर क जराइ डाएस। उ राजमहल तथा यरूसलेम क दूसर घरन क भी बारि दिहस। उ यरूसलेम क हर एक महत्वपूर्ण इमारत क बारि दिहस। 14 पूरी कसदी फउज यरूसलेम क चहारदीवारी क तोड़ गिराएस। इ फउज उ समइ राजा क बिसेस रच्छकन क अधिनायक क अधीन रही। 15 अधिनायक नबूजरदान अब तलक यरूसलेम मँ बचे लोगन क भी कैदी बनाइ लिहस। उ ओनका भी लइ गवा जउन पहिले ही बाबुल क राजा क आत्मसमर्पण कइ दिहे रहा। उ ओन वुसल कारिगरन क भी लइ गवा जउन यरूसलेम मँ बचा रहि गए रहेन। 16 मुला नबूजरदान कछू बहोत गरीब लोगन क देस मँ पाछे छोड़ दिहे रहा। उ ओन लोगन क अंगूर क बागन अउर खेतन मँ काम करइ बरे छोड़े रहा। 17 कसदी फउज मन्दिर क काँसा क खम्भन क तोड़ दिहस। उ पचे यहोवा क मन्दिर क काँसा क तालाब अउर ओकरे आधार क भी तोड़ेस। उ पचे उ सारे काँसे क बाबुल लइ गएन। 18 बाबुल क फउज एन चिजियन क भी मन्दिर स लइ गइ: बर्तन, बेलचन, दिया बारइ क जन्त्र, बड़के खोरन, कड़ाहियन अउर काँसा क उ सबइ चिजियन जेनकर उपयोग मन्दिर क सेवा मँ होत रहा। 19 राजा क खास रच्छकन क अधिनायक एन चिजियन क लइ गवा: चिलमची, अँगीठियन, बड़कन खोरन, बर्तन, डीबट, कड़ाहियन अउर दाखरस क बरे काम मँ आवइवाले बड़के पियालन। उ ओन सबहिं चिजियन क जउन सोने अउर चाँदी क बनी रहिन, लइ गवा। 20 दुइ स्तम्भ सागर अउ ओकर खाले क बारह काँसा क बैल अउ सरकइवाले आधार बहोत भारी रहेन। राजा सुलैमान यहोवा क मन्दिर बरे इ सबइ चिजियन बनाए रहा। उ काँसा जेहसे उ सबइ चिजियन बनी रहिन, एतना भारी रहा कि तौला नाहीं जाइ सकत रहा। 21 काँसा क हर एक खम्भा अट्ठारह हाथ क ऊँचा रहा। हर एक खम्भा बारह हाथ परिधि वाला रहा। हर एक खम्भा खोखला रहा। हर एक खम्भा क देवार चार ईर्च मोटी रही। 22 पहिले खम्भा साढ़े सात हाथ ऊँच रहा। इ चारिहुँ कइँती जाल क सजावट अउर काँसे क अनार स सजा रहा। दूसर खम्भन पइ भी अनार रहेन। इ पहिले खम्भा क तरह रहा। 23 खम्भन क बगल मँ छियान्नवे अनार रहेन। खम्भन क चारिहुँ कइँती बने जाल क सजावट पइ सब मिलाइके सौ अनार रहेन। 24 राजा क खास रच्छकन क अधिनायक सरायाह अउर सपन्याह क कैदी क रूप मँ लइ गवा। सरायाह महायाजक रहा अउर सपन्याह ओहसे दूसर। तीन चौकीदार भी कैदी बनाए गएन। 25 राजा क खास रचच्छन क अधिनायक लड़इवाले मनइयन क अधीसक क भी लइ गवा। उ राजा क सात सलाहकारन क भी कैदी बनाएस। उ सबइ लोग उ समइ तलक यरूसलेम मँ रहेन। उ सास्त्री क भी लिहस जउन मनइयन क फउज मँ रखइ क अधिकारी रहा अउर उ साठ साधारण मनइयन क भी लिहस जउन तब तलक नगर मँ रहेन। 26 अधिनायक नबूजरदान ओन सबहिं अधिकारियन क लिहस। उ ओनका बाबुल क राजा क समन्वा लिआएस। बाबुल क राजा रिबला नगर मँ रहा। रिबला हमात देस मँ अहइ। हुआँ उ रिबला नगर मँ राजा ओन अधिकारियन क मारि डावइ क आदेस दिहस।इ तरह यहूदा क लोग आपन देस स लइ जावा गएन। 27 28 इ तरह नबूकदनेस्सर बहोत स लोगन क कैदी बनाइके लइ गवा।राजा नबूकदनेस्सर क सासन क सतएँ बरिस मँ: यहूदा क तीन हजार तेइस पुरूस। 29 नबूकदनेस्सर क सासन क अट्ठारहवे बरिस मँ: यरूसलेम क आठ सौ बत्तीस लोग। 30 नबूकदनेस्सर क सासन क तेईसवे बरिस मँ नबूजरदान यहूदा क सात सौ पैंतालीस मनई कैदी बनाएस। नबूजरदान राजा क खास रच्छकन क अधिनायक रहा।सब मिलाइके चार हजार छ: सौ लोग कैदी बनावा ग रहेन। 31 यहूदा क राजा यहोयाकीम सैंतीस बरिस तलक बाबुल क जेलि मँ रहा। ओकर कैदी रहइ क सैंतीसवे बरिस बाबुल क राजा एबीलमरोद क यहोयाकीम पइ बहोत दयालु रहा। उ यहोयाकीम क उ बरिस जेलि स बाहेर निकारेस। इ उहइ बरिस रहा जब एबीलमरोदक बाबुल क राजा भवा। एबीलमरोदक यहोयाकीम क बारहवेें महीने क पन्तीसवे दिन जेलि स छोड़ दिहस। 32 एबीलमरोदक यहोयाकीम स रहम स बातन किहस। उ यहोयाकीम क ओन दूसर राजा लोगन क ऊँच सम्मान क ओहदा दिहस जउन बाबुल मँ ओकरे संग रहेन। 33 एह बरे यहोयाकीम आपन कैदी क ओढ़ना उतारेस। बाकी जिन्नगी मँ उ नेम स राजा क मेज पइ भोजन करत रहा। 34 बाबुल क राजा प्रतिदिन ओका स्वीकृत धन देत रहा। इ तब तलक चला जब तलक यहोयाकीम मरा नाहीं।