Leviticus

1:1 यहोवा परमेस्सर मूसा क मिलापवाला तम्बू स बोलाएस अउ ओसे कहेस। यहोवा कहेस, 2 “इस्राएल क मनइयन क निदेर्स द्या कि जब तू लोगन मँ स कउनो मनई यहोवा बरे भेंट लइ आवइ तउ उ ओकर झुण्ड या खरका स होइ चाही। 3 “अगर कउनो मनई आपन झुण्ड मँ स कउनो क होमबलि देइ तउ उ नर होइ चाही अउ गोरु मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। उ मनई क चाही कि गोरु क मिलापवाला तम्बू क दुआरे प लइ जाइ। तब यहोवा भेंट क अंगीकार करी। 4 इ मनई क आपन हाथ क गोरु क मूँड़ि प धरइ चाही। जब एकॉ बलि दीन्ह जाइ क होइ। यहोवा होमबलि क ओकर पाप बरे प्रायस्चित क खातिर अंगीकार करी। 5 “मनई क चाही कि बछवा क यहोवा क समन्वा मारइ। तब हारून क याजक बेटवन क बछवा क रकत मिलापवाला तम्बू क दुआरे प वेदी क चारिहुँ कइँती बहावइ चाही। 6 याजक उ गोरु क चाम हटाइ देइ अउ ओका टूका मँ काटी। 7 हारून क याजक बेटहनन क वेदी प काठ अउ आगी धरइ चाही। 8 हारून क याजक बेटहनन क उ सबइ टूकन, (मूँड़ि अउ चबीर्र्) क काठे प धरइ चाही। उ काठ वेदी प आगी क ऊपर होत ह। 9 “याजक क गोरू क भितरे क हींसा अउ गोड़ी क पानी स धोवइ चाही। तब याजक क गोरू क इ सबइ हींसा क वेदी प बारइ चाही। इहइ होमबलि अहइ यानी एक ठु उपहार, यहोवा क खुस करइ बरे एक ठु सुगन्ध। 10 “अगर कउनो मनई भेड़ी या बोकरी क होमबलि चढ़ावइ तउ उ एक अइसा नर गोरु क भेंट देइ जेहमाँ कउनो दोख न होइ। 11 उ मनई क वेदी क उत्तर कइँती यहोवा क समन्वा गोरु क मारइ चाही। हारून क याजक बेटवन वेदी क चारिहुँ कइँती रकत छिड़कइ चाही। 12 तब याजक क चाही कि उ गोरु क टूकन मँ काटइ। गोरु क मूँड़ी अउ चबीर् काठे क ऊपर सिलसिला स धरइ चाही। काठ वेदी प आगी क ऊपर रहत ह। 13 याजक क गोरु क भीतर क हींसन क अउ ओकरे गोड़े क पानी स धोवइ चाही। तब याजक क चाही कि उ गोरु क इ सबहिं हींसन क वेदी प बारइ। इ होमबलि अहइ यानी एक ठु उपहार यहोवा क खुस करइ बरे एक ठु सुगन्ध। 14 “अगर कउनो व्यक्ति यहोवा क एक ठु पंछी होमबलि क रूप चढ़ावत ह तउ इ पंछी फाख्ता या नान्ह कबूतर होइ चाही। 15 याजक भेंट क वेदी प लिआइ। याजक पंछी क मूँड़ि क काट देइ। तब उ पंछी क वेदी प बारी। पंछी क खून वेदी कइँती बहइ चाही। 16 याजक क पंछी क गटइ क थइली अउ ओकरे पखना क वेदी क पूरब कइँती लोकइ देइ चाही। इ उहइ जगह अहइ जहाँ उ पचे वेदी स निकारिके राखी रखई जात हीं। 17 “तब याजक क पखना क लगे पंछी क जरूर काटइ चाही, मुला पंछी क दुइ हींसा मँ नाहीं बाँटइ चाही। याजक क वेदी क ऊपर आगी प धरी काठे क ऊपर पंछी क जरूर बारइ चाही। इ होमबालि अहइ यानी एक ठु उपहार, यहोवा क खुस करइ बरे एक ठु सुगन्ध।

2:1 “जब कउनो मनई यहोवा क अन्न बलि चढ़ावइ तउ ओकर भेंट पातर आटा क होइ चाही। उ मनई उ आटे प तेल नावइ अउ ओह प लोहबान धरइ। 2 तब उ ऍका हारून क याजक बेटवन क लगे जरूर लिआवइ चाही। तब याजक तेल अउ लोहबान स मिला भवा एक मूठी आटा लेइ अउर एकॉ वेदी प स्मृति भेंट क रुप मँ बारइ देइ। इ यहोवा बरे एक भेंट एक सुहावना सुगन्ध होइ। 3 बची भई अन्नबलि हारून अउ ओकरे पूतन बरे होइ। इ भेटं यहोवा क दीन्ह जाइवाली भेंटन मँ स सब त परमपवित्तर होइ। 4 “जबहिं तू चूल्हा मँ पकी भइ अन्नबलि क भेंट लिआवा तउ इ बे खमीरे तेल मिला भवा बढ़िया आटा क फुलका या ऊपर स तेल डावा भवा बिना खमीरा क पतला केक होइ चाही। 5 अगर तू भूँजइ वाली कड़ाही स अन्नबलि लिआवत ह तउ इ तेल स मिला भवा बे खमीरे क गेहूँ क बढ़ियाँ आटा क केक होइ चाही। 6 तोहका ऍका टूका कइके कइउ हींसा मँ तोड़इ चाही अउ ऍन प तेल चुपरइ चाही। इ अन्नबलि अहइ। 7 अगर तू अन्नबलि क भूँजइ वाली कड़ाही स लिआवत ह तउ इ तेल स मिला भवा गेहूँ क बढ़ियाँ आटा क होइ चाही। 8 “तू इ चीजन स बनी अन्नबलि यहोवा खातिर लइ अउब्या। तू इ चीजन क याजक क लगे लइ अउब्या अउ उ ओनका वेदी प धरी। 9 फिन याजक उ अन्नबलि मँ स ऍकर कछू हींसा लइके ओका स्मृति भेंट क रुप मँ वेदी प बारि देइ। अउर इ एक ठु उपहार, यहोवा क खुस करइ बरे एक ठु सुगन्ध होइ। 10 बची भइ अन्नबलि हारून अउ ओकरे बेटवन बरे होइ। इ भेंट यहोवा बरे चढ़ाई जाइवाली भेंटन मँ स परमपवित्तर होइ। 11 “तोहका यहोवा क खमीर स या मधु स बना भवा अन्नबलि क भेंट क रूप मँ नाहीं चढ़ावइ चाही। 12 तू पहिली फसल क खमीर स बना भवा अन्न भेंट यहोवा बरे भेंट क रूप मँ लाइ सकत ह, मुला एका खुस करइ बरे सुगन्ध क रुप मँ वेदी प बारइ नाहीं चाही। 13 तोहका आपन लिआइ भइ हर एक अन्नबलि प नोन भी जरूर धरइ चाही। यहोवा स तोहरे करार क मुताबिक नोन क जरूरत क अनुसार अन्नबलि मँ धरइ स तोहका नाहीं रोकइ चाही। तोहका आपन सबहिं भेंटन प नोन धरइ चाही। 14 “अगर तू पहिली पकी फसल स अन्नबलि लिआवत ह तउ तोहका भूँजी भइ ताजा अनाज लिआवइ चाही। इ अनाजे क दरिके नान्ह नान्ह टूकन मँ तोरा जाइ चाही। इ भेंट तोहार पहिली पकी फसल क जइसा अन्नबलि होइ। 15 तोहका ऍह प तेल नावइ अउ लोहबान जरूर धरइ चाही। इ अन्नबलि अहइ। 16 अउर याजक क चाही कि उ स्मृति भेंट क रुप मँ दरा भवा अनाजे क कछू हींसा, तेल अउ ऍह पइ धरा पूरा लोहबान क बारइ। इ यहोवा बरे उपहार होइ।

3:1 “अगर कउनो मनई आपन झुण्ड मँ स एक ठु नर या मादा जनावर यहोवा क समन्वा मेलबलि क रूप मँ भेंट चढ़ावत ह तउ ओहमाँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। 2 इ मनई क आपन हाथ गोरु क मूँड़ि प जरूर धरइ चाही। मिलापवाला तम्बू क दुआरे प उ मनई क जरिये उ गोरु क जरूर मारि डावइ चाही। तब हारून क याजक पूतन क वेदी क चारिहुँ कइँती रकत बहावइ चाही। 3 मेल बलि मँ स यहोवा क उपहार क रूप मँ भीतरी हींसन क ढाँपइ वाली अउ भितरे क हींसा मँ रहइवाली चबीर् क भेंट जरूर चढ़ावइ चाही। 4 ओका दुइनउँ गुर्दन अउर ओका ढाँकइ वाला चर्बी क अउर पुट्ठा के चर्बी क भी भेंट चढ़ावइ चाही। तउ उ झिल्ली जउन करेजा स चिपका भवा ह ओका भी गुर्दन क संग निकारि लेइ चाही। 5 तब हारून क बेटवन चबीर् क वेदी प बरिहीं। उ पचे चर्बी क आगी प धरी भइ लकड़ी प राखी। इ एक उपहार अहइ। एकर सुगन्धि यहोवा क खुस रखत ह। 6 “अगर एक मनई यहोवा बरे आपन झुण्ड मँ स मेलबलि क रुप मँ नर अउर मादा गोरु लिआवत ह तब ओका सिरिफ उ गोरु क भेंट देइ चाही जेहमाँ कउनो दोख न होइ। 7 अगर उ आपन बलि क रूप मँ एक ठु मेमना लिआवत ह तउ ओका यहोवा क समन्वा बलि देइ चाही। 8 ओका आपन हाथ गोरु क मूँड़े प धरइ चाही अउ मिलापवाला तम्बू क समन्वा ओका मारइ चाही। तब हारून क बेटवन वेदी प चारिहुँ कइँती गोरु क रकत बहावइ चाही। 9 इ मनई क चबीर् स भरी पूरी पूँछ गोरु क पिछली हड्डी क आखरी हींसा स कटा भवा चर्बी, अउ उ चर्बी जउन भीतरी हींसा क ढाँपि रहत ह अउ उ सबइ चर्बी जउन भितरे मँ अहइ क यहोवा क उपहार क रूप मँ भेंट चढ़ावइ चाही। 10 ओका दुइनउँ गुर्दन अउर ओनका ढाँपइ वाला चर्बी क अउर पुट्ठा क चर्बी क भी भेंट चढ़ावइ चाही। उ झिल्ली जउन करेजा स चिपका भवा ह ओका भी निकारि लेइ चाही अउर गुर्दन क संग चढ़ावई चाही। 11 तब याजक वेदी प ऍका जरूर बारी। इ खइया अहइ, इ यहोवा बरे एक ठु उपहार होइ। 12 “अगर ओकर बली एक ठु बोकरा अहइ तउ उ ओका यहोवा क समन्वा जरूर भेंट देइ। 13 उ व्यक्ति क बोकरा क मूँड़ी प हाथ धरइ चाही। ओका मिलापवाला तम्बू क समन्वा एकॉ मारइ चाही। तब्बइ हारून क बेटवन बोकरा क रकत वेदी प चारिहुँ कइँती बहाइहीं। 14 तब उ व्यक्ति क बोकरा क एक हींसा यहोवा बरे उपहार क रुप मँ चढ़ावइ बरे लिआवइ चाही। इ मनई क भीतरी हींसा क अउ ओकरे चारिहुँ कइँती क चबीर् क भेंट जरूर चढ़ावइ चाही। 15 ओका दुइनउँ गुर्दन अउर ओनका ढाँपइ वाला चर्बी क अउर पुट्ठा के चर्बी क भी भेंट चढ़ावइ चाही। उ झिल्ली जउन करेजा स चिपका भवा ह ओका भी निकारि लेइ चाही अउर गुर्दन क संग चढ़ावी चाही। 16 याजक क वेदी प बोकरा क हींसा क जरूर बारइ चाही। इ खइया अहइ, यहोवा बरे एक ठु उपहार। सबहिं चर्बी यहोवा क अहइ। 17 इ नेमॅ तोहार सबहिं अगुवा पीढ़ियन मँ हमेसा चलत रही। तू जहाँ कहूँ भी रहा, तोहका खून या चबीर् नाहीं जरूर खाइ चाही।”

4:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क मनइयन स कहा: अगर कउनो व्यक्ति स संजोग क कारण कउनो अइसा पाप होइ जाइ जेका यहोवा न करइ क हुकुम दिहे अहइ तउ उ व्यक्ति क नीचे लिखी भई बात करइ चाही: 3 “अगर अभिसिक्त याजक स कउनो पाप भवा होइ अउ इ लोगन क बुरा बनावत हीं तउ ओका आपन कीन्ह गए पाप बरे यहोवा क बलि चढ़ावइ चाही। ओका एक बछवा यहोवा क भेंट मँ जरूर देइ चाही जेहमाँ कउनो दोख न होइ। ओका यहोवा क बछवा पापबलि क रुप मँ जरूर चढ़ावइ चाही। 4 अभिसिक्त याजक क उ बछवा क यहोवा क समन्वा मिलापवाला तम्बू क दुआरे प जरूर लावइ चाही। ओका आपन हाथ उ बछवा क मूँड़े प जरूर धरइ चाही अउ यहोवा क समन्वा ओका मारि देइ चाही। 5 तब अभिसिक्त याजक क बछवा क कछू रकत जरूर लेइ चाही अउ मिलापवाला तम्बू क अन्दर लइ जाइ चाही। 6 याजक क आप अँगुरी खून मँ डावइ चाही अउ महा पवित्तर ठउर क पर्दा क समन्वा खून क सात दाईर् परमेस्सर क समन्वा छिछकारइ चाही। 7 याजक क कछू खून महकउआ धूप क वेदी क सींगन प जरूर लगावइ चाही। इ वेदी यहोवा क समन्वा मिलापवाला तम्बू क अन्दर अहइ। याजक क बछवा क सारा खून होमबलि क वेदी क आधार प जरूर उड़ेरइ चाही। इ वेदी मिलापवाला तम्बू क दुआर प अहइ। 8 अउर ओका पापबलि कीन्ह गइ बछवा क सारी चबीर् जरूर निकारि लेइ चाही। ओका भितरे क हींसा क ढाँपि भइ चर्बी अउ ओकरे चारिहुँ कइँती क चबीर् क निकारि लेइ चाही। 9 ओका दुइनउँ गुर्दन अउर ओनका ढाँपइ वाला चबीर् अउ पुट्ठा प क चबीर् क भी भेंट चढ़ाई चाही। ओका उ झिल्ली जउन करेजा स चिपका भवा ह ओका भी निकारि लेइ चाही अउर गुर्दन क संग चढ़ावइ चाही। 10 याजक क इ सबइ चीजन ठीक उहइ तरह लेइ चाही जउने तरह उ इ सबइ चीजन मेलबलि क बछवा स लिहे रहा। याजक क होमबलि क वेदी प गोरु क भितरे क हींसन क जरूर बारि देइ चाही। 11 मुला याजक क बछवा क चाम, मूँड़, गोड़, भीतर क हींसन अउ तने क बेकार हींसा जरूर निकारि देइ चाही। 12 याजक क डेरा क बाहेर खास ठउरे इ हींसन जउन बछवा क सरीर क बचा भवा हींसा अहइ क हुँआ लइ जाइ चाही जहाँ राखी डारी जात ह। याजक क हुआँ काठ क आगी पइ जहाँ राखी क डारी दीन्ह गवा ह इन हींसन क जरूर बारइ चाही। 13 “अइसा होइ सकत ह कि समूचइ इस्राएल रास्ट्र स बे जाने भए कउनो अइसा पाप होइ जाइ जेका न करइ बरे परमेस्सर हुकुम दिहे होइ। मुला अइसा होइ जात ह तउ उ सबइ दोखी होइहीं। 14 जदि ओनका इ पापे क पता लगि जात ह तउ समूचइ रास्ट्र बरे एक ठु बछवा पापबलि खातिर चढ़ावा जाइ चाही। ओनका बछवा क मिलापवाला तम्बू क समन्वा लइ आवइ चाही। 15 बुर्जुगन क बछवा क मूँड़े प आपन हाथ धरइ चाही। बछवा क यहोवा क अगवा मारइ चाही। 16 तबहिं अभिसिक्त याजक क बछवा क तनिक खून मिलापवाला तम्बू मँ लइ आवइ चाही। 17 याजक क आपन अँगुरियन रकत मँ जरूर बोरइ चाही अउ पर्दा क समन्वा सात दाईर् रकत क छिछकारइ चाही। इ यहोवा क अहइ। 18 तब याजक क कछू रकत वेदी क सिंगियन प डावइ चाही। उ वेदी मिलापवाला तम्बू मँ यहोवा क समन्वा बा। याजक क सारा रकत होमबलि क वेदी क नींव प डावइ चाही। उ वेदी मिलापवाला तम्बू क दुआरे प बा। 19 तब याजक क गोरु क सारी चबीर् निकारि लेइ चाही अउ ओका वेदी प बारइ चाही। 20 उ बछवा क संग जरूर वइसा ही करी जइसा उ पापबलि क रूप मँ चढ़ावा भवा बछवा क संग किहे रहा। इ तरह याजक मनइयन क पाप क पछतावा करत ह एहसे लोग छिमा पाइहीं। 21 याजक डेरा क बाहेर बछवा क लइ जाइ अउर ओका हुआँ बारि देइ। इ पहिले क तरह होइ। इ पूरे समाज बरे पापबलि होइ। 22 “जब कउनो सासक यहोवा आपन परमेस्सर क हुकुम तोड़इ क पाप अनजाने मँ करत ह, तउ उ दोखी समुझा जाई। 23 अगर सासक क इ पाप क पता लागत ह तब ओका एक अइसा बोकरा जरूर लावइ चाही जेहमाँ कउनो दोख न होइ। इहइ ओकर भेंट होइ। 24 सासक क बोकरा क मूँड़ि प हाथ जरूर धरइ चाही अउ ओका उ ठउरे प मारइ चाही जहाँ उ पचे होमबलि क यहोवा क समन्वा मारत हीं। इ एक पापबलि अहइ। 25 याजक क पापबलि क कछू रकत आपन अँगुरियन प जरूर लेइ चाही। याजक क होमबलि क वेदी क सिंगियन प रकत जरूर छिछकारइ चाही। याजक क बचा भवा रकत होमबलि क वेदी क आधार प जरूर डावइ चाही। 26 अउ याजक क बोकरा क सारी चबीर् वेदी प जरूर बारइ चाही। ओका एका उहइ तरह बारइ चाही जउने तरह उ मेलबलि क चबीर् बारत ह। इ तरह याजक सासक क पाप क पछतावा करत ह अउ सासक छिमा पाइहीं। 27 “अइसा होइ सकत ह कि साधारण जनता मँ स कउनो मनई स संजोग स कउनो अइसा पाप होइ जाइ जेका यहोवा न करइ क हुकुम दिहेस ह। 28 अगर उ व्यक्ति क आपन पाप क पता लगि जाइ तउ उ एक ठु मादा बोकरी जरूर लियावइ जेहमाँ कउनो दोख न होइ। इ उ व्यक्ति क पापबलि होइ। उ इ बोकरी क उ पाप खातिर लियावइ जउन उ किहस ह। 29 ओका आपन हाथ गोरु क मूँड़ी प धरइ चाही अउ होमबलि क ठउरे प ओका बाँधइ चाही। 30 याजक क उ बोकरी क कछू रकत आपन अँगुरियन प जरूर लेइ चाही अउ याजक क होमबलि क वेदी क सिंगियन प रकत जरूर छिड़कइ चाही। याजक क बचा भवा रकत होमबलि क आधार प जरूर डावइ चाही। 31 तब याजक क बोकरी क सारी चबीर् उहइ तरह निकारइ चाही जउने तरह मेलबलि स चर्बी निकारी जात रहा। याजक क ऍका यहोवा बरे सुहावना सुगंध क रूप मँ धूप क वेदी प बारइ चाही। इ तरह याजक उ मनई क पापे क पछतावा कइ देइ अउ व्यक्ति छिमा पाइहीं। 32 “अगर उ मनई पापबलि क रुप मँ एक ठु भेड़ी क बच्चा लिआवत ह तउ ओका एक मादा भेड़ी क बच्चा लइ आवइ चाही जेहमाँ कउनो दोख न होइ। 33 मनई क ओकरे मूँड़ी प हाथ धरइ चाही अउ ओका उ ठउरे प पापबलि क रुप मँ मारइ चाही जहाँ उ पचे होमबलि क गोरु क मारत हीं। 34 याजक क उ बोकरी क कछू रकत आपन अँगुरियन प जरूर लेइ चाही अउ याजक क होमबलि क वेदी क सिंगियन प रकत जरूर छिड़करइ चाही। याजक क बचा भवा रकत होमबलि क आधार प जरूर डावइ चाही। 35 याजक क मेमना क सारी चबीर् उहइ तरह लेइ चाही जउने तरह मेलबलि क चबीर् लीन्ह जात ह। याजक क मेमना क सारी चर्बी क यहोवा क उपहार क रूप मँ जरूर बारइ चाही। इ तरह याजक उ व्यक्ति क पापे क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति छिमा पाइहीं।

5:1 “जदि कउनो मनई अदालत मँ गवाही देइ बरे बोलावा जात ह अउ जउन कछू उ लखेस ह या अनकेस ह, ओका नाहीं बतावत तउ उ पाप करत ह। ओका ओकरे अपराध बरे जरुर ही सजा भोगइ क होइ। 2 जदि कउनो व्यक्ति कउनो असुद्ध चिजियन क जइसे जंगली जनावर या घरेलू जनावर या रेंगइवाला कउनो जनावर क ल्हास क अनजाने मँ छुवत ह तउ उ व्यक्ति, जदि ओका ऍकर पता नाहीं भी लागत तउ भी उ दोखी होइ। 3 एक व्यक्ति अलग अलग चिजियन स असुद्ध होइ सकत ह। अगर कउनो प्रकार क मानव अनजाने मँ किसी असुद्ध मनई क छुअत ह, तउ जे टेम मँ ओका इ पता चली उ दोखी होइ। 4 अगर एक व्यक्ति कउनो व्यक्ति स कछू नीक या खोट करइ क बचन करत ह अउ ओका बिसरि जात ह, जब उ आपन बचन क सुमिरइ तब उ दोखी होइ। 5 एह बरे, अगर उ एनमाँ स कउनो चिजियन क दोखी बाटइ तउ ओका आपन बुराई जेका उ किहेस ह क कबूल लेइ चाही। 6 ओका आपन झुण्ड मँ स एक ठु मादा मेमना या एक ठु बोकरी पापबलि बरे लावइ चाही। इ उ यहोवा बरे आपन दोख बरे किहेस ह। तब याजक उ व्यक्ति क पापे क पछतावा करी। 7 “अगर कउनो मनई भेड़ी क बच्चा भेंट करइ मँ समरथ नाहीं अहइ तउ ओका दुइ फाक़्ता या कबूतरे क दुइ बच्चा यहोवा क भेंटे मँ देइ चाही। इ ओकरे पाप बरे दोखबलि होइ। एक ठु पंछी दोखबलि बरे होइ चाही अउ दूसर होमबलि बरे होइ चाही। 8 उ मनई क चाही कि उ ओन पंछियन क याजक क लगे लइ जाइ। पहिले याजक क दोखबलि क रुप मँ एक पंछी चढ़ावइ चाही। याजक पंछी क गटई क मरोड़ देइ। मुला याजक पंछी क दुइ हींसा मँ न बाँटी। 9 तब याजक क पापबलि क कछू रकत क वेदी क सिरन कइँती प जरूर डावइ चाही। तब याजक क बचा भवा रकत क वेदी क आधार प जरूर डावइ चाही। इ एक दोखबलि अहइ। 10 तब याजक क नेम क मुताबिक होमबलि क रुप मँ यहोवा क दूसर पंछी क भेंट चढ़ावइ चाही। इ तरह याजक उ व्यक्ति क पापे क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति छिमा पाइहीं। 11 “अगर कउनो व्यक्ति दुइ फाख़ता या दुइ कबूतर क भेंट चढ़ावइ मँ समरथ न होइ तउ ओका एपाक दसवाँ हींसा महीन आटा जरूर भेंट चाही। इ ओकर पापबलि होइ। उ मनई क आटा प तेल नाहीं डावइ चाही। ओका ऍह प लोहबान नाहीं डावइ चाही काहेकि इ पापबलि बाटइ। 12 मनई क आटा याजक क लगे जरूर लावइ चाही। याजक एहमाँ स मुट्ठी भइ आटा निकारी। इ स्मृति भेंट होइ। याजक यहोवा क उपहार क रूप मँ वेदी क ऊपर आटा क बारी। इ पापबलि अहइ। 13 इ तरह याजक उ व्यक्ति क पाप क अपराध बरे पछतावा करी अउ उ छिमा पाइहीं। बची भइ आटा याजक बरे अन्नबलि क जइसा ही होइ।” 14 यहोवा मूसा स कहेस, 15 “एक व्यक्ति गलती स यहोवा क पवित्तर चीजन मँ स एक ठु चीज लइ सकत ह। अइसा हालत मँ उ व्यक्ति क एक ठु बिना दोख क भेड़ा लइ आवइ चाही। इ भेड़ा यहोवा बरे ओकर दोखबलि होइ। तोहका उ भेड़ा क कीमत तय करइ बरे पवित्तर स्थान क सेकेल क अनुसार बइपरइ चाही। 16 उ व्यक्ति क पवित्तर चीजन बरे भुगतान जरुर करइ चाही अउर जउने चीजन क उ लिहस ह। ओका कीमत मँ पाँचवाँ हींसा जोरि देइ चाही अउर ओका इ धन याजक क देइ चाही। इ तरह याजक दोखबलि क भेड़ा क जरिये उ मनई क पाप क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति छिमा पाइहीं। 17 “अगर कउनो व्यक्ति पाप करत ह अउ जउन चीजन क न करइ क हुकुम यहोवा दिहे अहइ, ओनका करत ह तउ इ बात क कउनो महत्व नाहीं कि उ एकॉ नाहीं जानत। उ मनई अपराधी अहइ अउर आपन पाप क जिम्मेदार होइ। 18 उ व्यक्ति क एक ठु उचित कीमत क निदोर्ख भेड़ा आपन झुण्ड स याजक क लगे लइ आवइ चाही। भेड़ा दोखबलि होइ। इ तरह याजक उ व्यक्ति क उ पाप बरे पछतावा करी जेका उ अनजाने मँ किहेस ह अउ उ छिमा पाइहीं। 19 मनई अपराधी अहइ चाहे उ इ न जानत होइ कि उ पाप करत बा। एह बरे ओका यहोवा क दोखबलि देइ क होइ।”

6:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “एक मनई यहोवा क समन्वा दोखी समुझा जाइ अगर उ एनमाँ स कउनो कार्य करत ह: उ एक पड़ोसी क उ सामान जउन ओका देखरेख करइ बरे दीन्ह ग अहइ क बरे छल कइ सकत ह, या उ वस्तु क आपन खुद क लइ ले सकत ह, या उ कछू चोराइ सकत ह, या आपन पड़ोसी क ठग सकत ह, 3 या ओका कउनो क हेरान चीज मिलइ अउर तब उ ओकरे बारे मँ लबार बोल सकत ह या कउनो मनई कछू करइ क झूठा बचन दइ सकत ह या उ कउनो अइसा अपराध कइ सकत ह जउन दूसर लोग करत ह। 4 अगर कउनो मनई अइसा पाप ओनमाँ स करत ह अउ उ दोखी होत ह, ओका उ जरूर वापिस करइ चाही जउन उ चुराएस ह, या उ लाभ जउन उ ठगी स प्राप्त किहेस ह, या उ सामान जउन देखरेख बरे लिहस ह, या उ खोया भवा सामान जउन उ पाएस ह, क जरूर वापिस करइ चाही। 5 या जउन कउनो क बारे मँ झूठ बचन दीन्ह ग होइ, उ ओका ओन वस्तुअन क पूरा दाम चुकावइ चाही अउर तब ओका चीज क दाम क पाँचवाँ हींसा अलावा देइ चाही। ओका असली मालिक क धन जरूर देइ चाही। ओका इ उहइ दिन करइ चाही जउने दिन उ दोखबलि लिआवइ। 6 “उ व्यक्ति क दोखबलि याजक क लगे जरूर लिआवइ चाही। इ जरूर झुण्ड स एक भेड़ा होइ चाही। भेड़ा मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। इ जरूर उहइ दाम क होइ चाही जउन याजक कहइ। इ यहोवा बरे दोखबलि होइ। 7 तब याजक यहोवा क समन्वा उ मनई क ओन पापन क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति सभी चीजन बरे छिमा पाइ जेनका उ किहेस अउ उ दोखी होइ गवा।” 8 यहोवा मूसा स कहेस, 9 “हारून अउ ओकरे पूतन क इ हुकुम द्या: होमबलि क वेदी क अगी कुण्ड मँ पूरी रात भिन्सार होइ तलक जरूर राखइ चाही। वेदी क आगी क वेदी प जरूर बरत रहइ चाही। 10 याजक क सन क उत्तिम रेसा क बना भवा चोगा जरूर पहिरइ चाही। ओका आपन तन स चिपका जाँघिया पहिरइ चाही। तब याजक क होमबलि प पूरी तरह स जरि जाइ क पाछे वेदी स बची भइ राखी क उठावइ चाही। याजक क वेदी क बगल मँ राखी जरूर राखइ चाही। 11 तब याजक क आप ओढ़ना क उतारइ चाही अउ दूसर ओढ़ना पहिरइ चाही। तब ओका डेरा स बाहेर साफ ठउर प राखी लइ जाइ चाही। 12 मुला वेदी प आगी क जरूर बरत रहइ चाही। एका बुझइ नाहीं देइ चाही। याजक क रोज भिन्सारे वेदी प काठ जरूर बारइ चाही। ओका वेदी प होमबलि जरूर रखइ चाही। ओका मेलबलि क चबीर् जरूर बारइ चाही। 13 वेदी प आगी लगातर बरत रहइ चाही। एका बुझइ नाहीं चाही। 14 “अन्नबलि क इ नेम अहइ कि हारून क पूतन क वेदी क समन्वा यहोवा बरे अन्नबलि जरूर लावइ चाही। 15 याजक क अन्नबलि मँ स मूठी भइ उत्तिम ऍकर आटा, ऍकर तेल अउ ऍकर लोहबान लेइ चाही अउ ऍका वेदी पइ बारइ चाही। इ यहोवा बरे एक खुसबूदार अउर स्मृति भेंट होइ। 16 “हारून अउ ओकरे बेटहनन क बची भइ अन्नबलि क खाइ चाही। अन्नबलि एक तरह क अखमीरी रोटी क भेंट अहइ। याजक लोगन क इ रोटी पवित्तर ठउर मँ खाइ चाही। ओनका मिलापवाला तम्बू क आँगन मँ अन्नबलि खाइ चाही। 17 अन्नबलि खमीर क मिलइके जरूर नाहीं पकावइ चाही। मइँ इ ओनका आपन उपहार मँ स ओकर हींसा दिहेस ह। इ पापबलि अउ दोखबलि क नाईं बहोतइ पवित्तर बाटइ। 18 हारून क पूतन मँ स हर एक यहोवा क चढ़ाइ भइ भेंट स खाइ सकत ह। इ तोहरी पीढ़ियन बरे सदा नेम बाटइ। जउन कउनो ऍका छुअब उ जरूर पवित्तर होइ चाही।” 19 यहोवा मूसा स कहेस, 20 “हारून अउ ओकरे बेटवन क जउन अन्नबलि लइ आवइ चाही उ इ अहइ। ओनका इ उ दिना ही करइ चाही जउने दिन हारून क अभिसेक भवा रहा। ओनका हमेसा एपा क दसवाँ हींसा महीन आटा अन्नबलि बरे जरूर लेइ चाही। ओनका ऍकर आधा भिन्सारे अउ आधा साँझ मँ लइ आवइ चाही। 21 उत्तिम महीन आटे मँ तेल जरूर डावइ चाही अउ ओका कड़ाही मँ जरूर भँूजइ चाही। जब इ भुँज जाइ तब ऍका जरूर भीतर लिआवइ चाही। भेंट पूर्ण रूप स जरूर टूकन मँ तोड़वइ चाही। तू पचन क यहोवा क चूरमा क भेंट जरूर चढ़ावइ चाही ऍकर सुगन्धि यहोवा क खुस करी। 22 “हारून क सन्तानन मँ स, जउन हारून क जगह पइ अभिसिक्त अहइ, क इ अन्नबलि यहोवा बरे चढ़ावइ चाही। इ नेम हमेसा बरे अहइ। अन्नबलि यहोवा बरे पूर्ण रूप स जरूर जरावइ चाही। 23 याजक क हर एक अन्नबलि पूरी तरह जरावइ चाही। एका खाई नाहीं चाही।” 24 यहोवा मूसा स कहेस, 25 “हारून अउ ओकरे पूतन स कहा: पापबलि बरे इ नेम अहइ कि पापबलि क हुवँइ मारा जाइ चाही जहाँ यहोवा क समन्वा होमबलि क मारा जात ह। इ बहोतइ पवित्तर बाटइ। 26 उ याजक क ऍका खाइ चाही, जउन पापबलि चढ़ावत ह। ओका पवित्तर ठउरे प मिलापवाला तम्बू क आँगन मँ एका खाइ चाही। 27 कउनो मनई जउन पापबलि क गोस क छुअत ह ओका पवित्तर होइ चाही। अगर छिछकारा भवा रकत कउनो मनई क ओढ़ना प पड़त ह तउ ओन ओढ़नन क जरूर धोइ चाही। तू पचन क ओन ओढ़नन क सिरिफ एक पवित्तर ठउरे मँ ही धोवइ चाही। 28 अगर पापबलि कउनो माटी क बासन मँ उबाली जाइ, तउ उ बासन क जरूर फोड़ देइ चाही। अगर पापबलि क काँसा क बासन मँ उबाला जाइ, तउ बासन क जरूर माँजा जाइ अउ पानी स धोवा जाइ। 29 “याजक परिवारे क कउनो मनई पापबलि क खाइ सकत ह। इ सबन्त पवित्तर बाटइ। 30 मुला अगर पापबलि क रकत पवित्तर ठउर प पछतावा करइ बरे मिलापवाला तम्बू मँ लइ जाइ। तउ पापबलि क आगी मँ बारि देइ चाही। याजकन क उ पापबलि जरूर नाहीं खाइ चाही।

7:1 “दोखबलि खातिर इ नेम बाटइ। इ सबइ स पवित्तर अहइ। 2 याजक क दोखबलि क उहइ ठउरे पइ मारइ चाही जउने प उ सबइ होमबलि क मारत ह अउ ओका ऍकर रकत क वेदी क चारिहुँ कइँती जरूर डावइ चाही। 3 “याजक क दोखबलि क सारी चबीर् चढ़ावइ चाही। ओका चबीर् भरी पूँछ, भीतरी भाग क ढकइवाली चबीर्, 4 दुइनउँ गुर्दन अउ ओकरे ऊपर क चबीर्, पुट्ठन क चबीर् जरूर भेंट करइ चाही। अउ करेजा क संग क झिल्ली जउन ओकर संग चिपकी भइ चबीर् अहइ गुर्दन क संग जरूर हटावइ चाही। 5 याजक क वेदी प ओन सबहिं चीजन क जरूर बारइ चाही। इ यहोवा बरे उपहार भेंट होइ। इ दोखबलि अहइ। 6 “याजक परिवार स हर एक मरद दोखबलि खाइ सकत ह। एकॉ बहोतइ पवित्तर ठउर पइ खाइ चाही इ बहोतइ पवित्तर बाट्इ। 7 दोखबलि क सबइ नेम पापबलि क नेम क जइसा अहइँ। इ भेंट उ याजक क होइ जउन ऐसे ओकर बरे पछतावा करी। 8 उ याजक, जउन बलि चढ़ावत ह, चमड़ा भी होमबलि स लइ सकत ह। 9 हर एक अन्नबलि चढ़ावइवाला याजक क होत ह। याजक ओन सबइ अन्नबलि क लइ लेइ जउन चूल्हा मँ पकाई गइ होइँ, या कड़ाही मँ पकाइ गइ होइँ या तावा प पकी होइँ। 10 अन्नबलि हारून क बेटवन क होइ। ओसे कउनो फकर् नाहीं पड़ी कि उ सबइ झुरान या तेल स सनी भइ अहइँ। हारून क बेटवन याजक क नाईर् भागीदार होइहीं। 11 “इ सबइ मेलबलि क नेम अहइँ, जेका कउनो मनई यहोवा क चढ़ावत ह: 12 कउनो व्यक्ति मेलबलि आपन एहसान परगट करइ बरे लई आइ सकत ह। अगर एक व्यक्ति एहसान परगट करइ बरे बलि लिआवत ह तउ ओका तेल स सना भवा अखमीरी फुलका, अखमीरी केक अउ तेल स सना भवा उत्तिम आटा क फुलका भी लिआवइ चाही। 13 उ व्यक्ति क आपन मेलबलि बरे खमीरी रोटियन क साथ आपन बलि जरूर लइ आवइ चाही। इ मेलबलि अहइ जेका एक व्यक्ति यहोवा बरे एहसान देखावइ बरे लिआवत ह। 14 ओन रोटियन मँ स एक ठु उ याजक क दुआरा लइ जाइ जउन मेलबलि क रकत क छिछकारत ह। 15 इ मेलबलि क गोस उहइ दिन खावा जाइ चाही जउने दिन उ चढ़ावा जाइ। एक व्यक्ति परमेस्सर बरे एहसान परगट करइ बरे इ भेंट चढ़ावत ह। मुला तनिकउ भी गोस दुसर भिन्सारे बरे जरूर नाहीं बचइ चाही। 16 “एक व्यक्ति मेलबलि यहोवा क उपहार देइ क इरादे स लइ आइ सकत ह या उ वादा क पूरा करइ बरे जेका उ पिहले परमेस्सर स किहस ह। अगर इ सच अहइ तउ बलि उहइ दिन खाई जाइ चाही जउने दिन उ ऍका चढ़ावइ। जदि कछू बच जाइ तउ अगले दिना जरूर खाइ लेइ चाही। 17 मुला अगर इ बलि क कछू गोस फिन भी तीसरे दिन बरे बचि जाइ तउ ओका आगी मँ बारि देइ चाही। 18 अगर कउनो मनई मेलबलि क गोस तीसरे दिन भी खात ह, तउ यहोवा उ मनई स खुस नाहीं होइ। यहोवा उ बलि बरे कउनो सम्मान नाहीं देई। इ बलि एक असुद्ध वस्तु बन जाई। अगर कउनो उ बलि क खात ह तउ उ आपन पाप बरे उत्तरदायी होइ। 19 “लोगन क अइसा गोस भी नाहीं खाइ चाही जेका कउनो असुद्ध वस्तु छुइ लेइ। ओनका इ गोस क आगी मँ बारि देइ चाही। उ पचे सबहिं मनइयन जउन सुद्ध होइँ इ मेलबलि क गोस खाइ सकत हीं। 20 मुला अगर एक व्यक्ति अपवित्तर अहइ अउ यहोवा क मेलबलि मँ स कछू गोस खाइ लेइ, तउ उ व्यक्ति क ओकरे लोगन स निकाल दीन्ह जाहीं। 21 “अगर एक व्यक्ति मानव जाति क असुद्ध चीज क या एक असुद्ध जनावरन क या कउनो असुद्ध घृणित वस्तु क छुअत ह अउ अगर उ यहोवा बरे मेलबलि क कछू गोस खाइ लेत ह तउ उ व्यक्ति क ओकरे लोगन मँ स जरूर निकाल कइ दीन्ह जाइ।” 22 यहोवा मूसा स कहेस, 23 “इस्राएल क मनइयन क सलाह देइ कि तू लोगन क गाइ, भेड़ी अउ बोकरी क चबीर् नाहीं खाइ चाही। 24 तू पचे उ पसु क चबीर् क प्रयोग कइ सकत ह जउन खुद ही मरा होइ या दूसर जनावरन क जरिये मार दीन्ह ग होइ। मुला तू उ पसु क चबीज्र्ि कबहुँ नाहीं खाया। 25 जदि कउनो मनई अइसा पसु क चबीर् खात ह जउन यहोवा क उपहार क रूप चढ़ावा ग होइ, तउ उ लोग क ओकरे मनइयन स निकाल दीन्ह जाइ। 26 “तू पचे चाहे जहाँ कहुउँ भी रहा, तू पचन क कउनो पंछी या पसु क रकत कबहुँ नाहीं खाइ चाही। 27 अगर कउनो व्यक्ति कछू रकत खात ह, तउ उ व्यक्ति क ओकर लोगन स निकाल दीन्ह जाइ।” 28 यहोवा मूसा स कहेस, 29 “इस्राएल क लोगन स कहा: अगर कउनो व्यक्ति यहोवा बरे मेलबलि लइ आवइ, तउ उ मनई क उ भेंट क एक हींसा यहोवा क जरूर देइ चाही। 30 ओका उ भेंट क उ हींसा आपन हाथे मँ यहोवा बरे लइके चलइ चाही। ओका पसु क चबीर् अउ छाती याजक बरे लइके चलइ चाही। छाती क यहोवा क समन्वा ऊपर हिलावा जाइ चाही। इ उत्तोलन बलि होइ। 31 तब याजक क वेदी पइ चबीर् बारइ चाही। मुला पसु क छाती हारून अउ ओकर पूतन क होइ। 32 मेलबलि स दाहिन जाँघ हारून क पूतन मँ स याजक क जरूर देइ चाही। 33 मेलबलि मँ स दाहिन जाँघ उ याजक क होइ जउन मेलबलि क चबीर् अउ रकत मेलबलि बरे चढ़ावत ह। 34 मइँ (यहोवा) उत्तोलन बलि क छाती अउ मेलबलि क दाहिन जाँघ इस्राएल क मनइयन स अंगीकार किहे हउँ अउ मइँ ओन चीजन क हारून अउ ओकरे बेटवन क देत अहउँ। इस्राएल क लोगन क जरिये इ नेम क सदा-सदा पालन कीन्ह जाइ चाही।” 35 यहोवा बरे दीन्ह गइ उपहार हारून अउ ओकरे पूतन क अहइ, जब कबहुँ हारून अउ ओकरे पूतन यहोवा क याजक क रुप मँ सेवा करत हीं तब उ पचे बलि क उ हींसा पावत हीं। 36 जउने समइ यहोवा याजकन क अभिसेक किहेस उहइ समइ उ पचे इस्राएल क लोगन क उ सबइ हींसा याजकन क देइ क हुकुम दिहेस। उ सबइ हींसा हमेसा याजकन क ओकर भाग क रूप मँ दीन्ह जाइ क अहइँ। 37 इ सबइ होमबलि, अन्नबलि, पापबलि, दोखबलि, याजकन क नियुक्ति, अउ मेलबलि क नेम अहइँ। 38 यहोवा सिनाई पहाड़े पइ इ सबइ नेम मूसा क दिहस। यहोवा इ सबइ नेम ओह दिन दिहस जउने दिन उ इस्राएल क मनइयन क सिनाई रेगिस्तान मँ यहोवा बरे आपन भेंट लिआवइ क हुकुम दिहे रहा।

8:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “हारून अउ ओकर पूतन ओकरे वस्त्रन, अभिसेक क तेल, पापबलि बरे बर्धा, दुइ भेड़ी अउ अखमीरी रोटी क डलिया क संग लइ आवा 3 अउर सबहिं लोगन क मिलापवाला तम्बू क दुआरे प जमा करा।” 4 मूसा उहइ किहस जउन यहोवा ओका हुकुम दिहस। मनइयन मिलापवाला तम्बू क दुआरे प एक संग मिलेन। 5 तब मूसा लोगन स कहेस, “इ उहइ बाटइ जेका करइ क यहोवा हुकुम दिहे अहइ।” 6 तब मूसा हारून अउ ओकरे पूतन क लइ आवा। उ ओनका पानी स धोएस। 7 तब मूसा हारून क कमीज पहिराएस। मूसा हारून क चारिहुँ कइँती एक ठु पेटी बाँधेस। तब मूसा हारून क चोगा पहिराएस। तब ओह पइ एपोदपहिराएस। उ ओह पइ सुन्दर बुना भवा पेटी बाँधेस। 8 तब मूसा हरून क निआव क थइला पहिराएस। तब मूसा निआव क थइला मँ ऊरीम अउ तुम्मीम धरेस। 9 मूसा हारून क मूँड़े पइ पगड़ी भी बाँधेस। मूसा पगड़ी क अगले भाग पइ सोना क पवित्तर पत्तर क मुकुट बाँधेस। मूसा इ यहोवा क आदेस क मुताबिक किहस। 10 तब मूसा अभिसेक क तेल लिहस अउ पवित्तर तम्बू अउ एहमाँ क सबहिं चीजन प छिछकारेस। इ तरह मूसा ओनका पवित्तर किहस। 11 मूसा अभिसेक क कछू तेल वेदी पइ सात दाईर् छिछकारेस। मूसा वेदी, ओकरे उपकरण अउ तस्तरियन क अभिसेक किहस। मूसा खोरा अउ ओकरे आधार पइ भी तेल छिछकारेस। इ तरह मूसा ओनका पवित्तर किहस। 12 तब मूसा अभिसेक क कछू तेल क हारून क मूँड़े प डाएस। इ तरह उ हारून क पवित्तर किहस। 13 तब मूसा हारून क बेटवन क लिआएस अउ ओनका कमीज पहिराएस। उ ओन पइ पेटियन क बाँधेस। तब उ ओनके मूँड़े पइ पगड़ियन क बाँधेस। मूसा इ सबइ सब वइसेन ही किहस जइसे यहोवा हुकुम दिहे रहा। 14 तब मूसा पापबलि क बर्धा लिआएस। हारून अउ ओकर पूतन आपन हाथे क पापबलि क बर्धा क मूँड़े प धरेन। 15 तब मूसा बर्धा क मारेस अउ रकत जमा किहेस। मूसा आपन अँगुरियन स तनिक रकत लिहेस अउ वेदी क सबहिं सिंगियन पइ छिछकारेस। इ तरह मूसा वेदी क बलि बरे सुद्ध किहेस। तब मूसा वेदी क आधार पइ रकत क उड़ेरेस। इ तरह मूसा वेदी क सुद्ध किहेस अउ एकॉ पापन क प्रायस्चित करइ बरे तइयार किहस। 16 मूसा बर्धा क भितरी भाग स सबइ चबीर् लिहस। मूसा दुइनउँ गुर्दा अउ ओनकइ ऊपर क चबीर् क संग करेजा स चिपकइ वाली चबीर् लिहस। तब उ ओनका वेदी प बारेस। 17 मुला मूसा बर्धा क चाम, ओकर गोस अउ बदन क बेकार भितरी भाग क डेरा क बाहेर लइ गवा। मूसा डेरा क बाहेर आगी मँ ओन चीजन क जराएस। मूसा इ सबइ वइसा ही किहस जइसा यहोवा हुकुम दिहे रहा। 18 मूसा होमबलि क भेड़ा क लइ आवा। हारून अउ ओकर बेटवन आपन हाथ भेड़ा क मूँड़े प धरेन। 19 तब मूसा भेड़ा क मारेस। उ वेदी क चारिहुँ कइँती रकत छिछकारेस। 20 मूसा एकॉ टूका मँ काटेस। तब मूसा ओकर मूँड़, टूका अउ चबीर् क जराएस। 21 मूसा भितरी भागन अउ गोड़े क पानी स धोएस। तब मूसा समूचइ भेड़ा क वेदी पइ जराएस। इ होमबलि रही। इ यहोवा क बरे एक ठु सुगन्धि उपहार रही। मूसा यहोवा क हुकुम क मुताबिक उ सबइ काम किहस। 22 तब मूसा दूसर भेड़ा क लइ आवा। इ भेड़ा क उपयोग हारून अउ ओकरे बेटवन क याजक नियुक्त करइ बरे कीन्ह गवा। हारून अउ ओकर बेटवन आपन आपन हाथन क भेड़ा मूँड़े प धरेन। 23 तब मूसा भेड़ा क मारेस। उ भेंड़ा क तनिक रकत हारून क काने क निचले सिरे, दाहिन हाथे क अंगूठा अउ ओकर दाहिन गोड़े क अंगूठा पइ लगाएस। 24 तब मूसा हारून क बेटवन क वेदी क निचके लिआवा। मूसा तनिक रकत ओनके दाहिन कान क निचले सिरे, दाहिन हाथ क अंगूठा, अउ ओनके दाहिन गोड़े क बड़का अंगुरि पइ लगाएस। तब मूसा वेदी क चारिहुँ कइँती रकत उड़ेरेस। 25 मूसा चबीर्, चबीर् भरी पूँछ, भितरी भाग क सारी चबीर्, करेजा स चिपकइवाली चबीर्, दुइनउँ गुर्दन अउ ओनकइ चबीर् अउ दाहिन जाँघ क लिहस। 26 अखमीरी रोटी क एक ठु टोकरी हर रोज यहोवा क अगवा धरा जात रहेन। मूसा टोकरी मँ स एक ठु तेल स सनी रोटी, अउर एक अखमीरी फुल्का लिहस। मूसा ओन टूकन क चबीर् अउ भेड़ा क दाहिन जाँघे प धरेस। 27 तब मूसा ओन सबहिं क हारून अउ ओकरे बेटवन क हाथे मँ धरेस। मूसा ओन टूकन क यहोवा क आगे उत्तोलन बलि क रुप मँ हाथन क ऊपर उठवाएस। 28 तब मूसा ओन चीजन क हारून अउ ओकरे बेटवन क हाथन स लिहस। मूसा ओनका वेदी प होमबलि क ऊपर जराएस। इ तरह उ बलि हारून अउ ओकरे पूतन क याजकन नियुक्त करइ बरे रही। इ यहोवा क खुस करइ बरे एक ठु सुगन्धि उपहार रही। 29 तब मूसा उ भेड़ा क छाती लिहस अउ यहोवा क समन्वा उत्तोलनबलि बरे हिलाएस। याजकन क नियुक्त करइ बरे भेड़ा मँ स मूसा क हींसा रहा। इ ठीक वइसा ही रहा जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहा। 30 मूसा अभिसेक क कछू तेल अउ वेदी पइ क कछू रकत लिहस। मूसा ओहमा स कछू हारून अउ ओकरे ओढ़नन पइ छिछकारेस अउ कछू हारून क ओन पूतन प जउन ओकरे संग रहेन अउ कछू ओनकइ ओढ़नन प छिछकारेस। इ तरह मूसा हारून, ओकरे वस्त्रन, ओकरे पूतन अउ ओनकइ ओढ़नन क पवित्तर बनाएस। 31 तब मूसा हारून अउ ओकरे बेटवन स कहेस, “का तू पचन क मोर आदेसयाद अहइ? मइँ कहे रहेउँ, ‘हारून अउ ओकर पूत इ सबइ चीजन क खइहीं।’ एह बरे याजकन नियुक्ति संस्कार क याजक स रोटी अउ गोस ल्या। मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ उ गोस क पकावा। तू पचे उ गोस अउ उ रोटी क उहइ ठउर प खाब्या। 32 अगर कछू गोस या रोटी बचि जाइ तउ ओका जराइ द्या। 33 याजक नियुक्ति संस्कार सात दिना तलक चली। तू पचे मिलापवाला तम्बू स तब तक नाहीं जाब्या जब तक तोहार याजक नियुक्ति संस्कार क समइ पूरा नाहीं होइ जात। 34 यहोवा ओन काम क करइ क आदेस दिहे रहा जउन आज कीन्ह गए। उ तू पचन क आपन क प्रायस्चित करइ बरे इ आदेस दिहे रहा। 35 तू पचन क मिलापवाले तम्बू क दुआर प सात दिना तलक लगातार दिन अउ रात जरूर रहइ चाही। अउर तू पचे यहोवा क आदेस क पालन करब्या ऍह बरे तू नाहीं मरिब्या। यहोवा मोका इ आदेस दिहे रहा।” 36 ऍह बरे हारून अउ ओकरे पूतन उ सब कछू किहन जेका करइ क आदेस यहोवा मूसा क दिहे रहा।

9:1 अठवे दिन, मूसा हारून अउ ओकरे पूतन क बोलाएस। उ इस्राएल क बुजुर्गन (नेता लोगन) क भी बोलाएस। 2 मूसा हारून स कहेस, “आपन झुण्ड मँ स एक ठु बछवा अउ एक ठु भेड़ा ल्या। ओन मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। बछवा पापबलि बरे होइ अउ भेड़ा होमबलि बरे होइ। इ सबइ गोरुअन क यहोवा क समन्वा बलि द्या। 3 इस्राएल क लोगन स कहा, ‘पापबलि बरे एक ठु बकरा ल्या। एक बछवा अउ एक मेमना होमबलि बरे ल्या दुइनउँ एक बरिस क होइ चाही। इ सबइ जनावरन मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। 4 एक साँड अउ एक भेड़ा मेलबलि बरे ल्या। ओन जनावरन क अउर तेल स मिली भइ अन्नबलि ल्या अउ ओनका यहोवा क भेंट चढ़ावा। काहेकि आजु यहोवा क महिमा तोहरे समन्वा परगट होइ।”‘ 5 एह बरे सबहिं लोग मिलापवाला तम्बू मँ आएन अउर उ पचे ओन सबहिं चीजन क लियाएन जेनके बरे मूसा आदेस दिहे रहा। सबहिं लोग यहोवा क आगे ठाड़ भएन। 6 मूसा कहेस, “तू पचे उहइ किह्या ह जेका यहोवा हुकुम दिहस। तू लोग यहोवा क महिमा देखब्या।” 7 तब मूसा हारून स कहेस, “जा अउर उ करा जेकरे बरे यहोवा हुकुम दिहे रहा। वेदी क निअरे जा अउर पापबलि अउ होमबलि चढ़ावा। इ सबइ आपन अउर लोगन क पापन क प्रायस्चित बरे करा। तू लोगन क लाई भइ बलि ल्या अउर ओका यहोवा क अपिर्त करा। इ ओनके पापन बरे प्रायस्चित होइ।” 8 एह बरे हारून वेदी क लगे गवा। उ बछवा क पापबलि बरे मारेस। इ पापबलि खुद ओकरे अपने बरे रही। 9 तब हारून क पूतन हारून क लगे रकत लिआएन। हारून आपन अंगुरियन क रकत मँ डाएस अउ वेदी क सींगन पइ ऍका लगाएस। तब हारून वेदी क आधार पइ रकत उड़ेरेस। 10 हारून पापबलि स चबीर्, गुर्दन अउ करेजा क संग चिपका भवा झिल्ली जमा किहेस। उ ओन सब क वेदी प जराएस। उ उहइ प्रकार किहस जउने तरह यहोवा मूसा क आदेस दिहे रहा। 11 तब हारून डेरा क बाहर गोस अउ चाम क बारेस। 12 ऍकरे पाछे, हारून होमबलि बरे जनावरन क मारेस। हारून क पूत रकत क हारून क लगे लिआएन अउ हारून वेदी क चारिहुँ कइँती रकत डाएस। 13 हारून क बेटवन ओन टूकन अउ होमबलि क मूँड़ हारून क दिहस। तब हारून ओन सबन क वेदी पइ बारेस। 14 हारून होमबलि क भितरी भागन क अउ गोड़े क धोएस अउ उ ओनका वेदी प बारेस। 15 तब हारून लोगन क बलि लावा। उ लोगन क बरे पापबलि वाला बोकॅरा क मारेस। उ बोकरा क पहिले क नाईर् पापबलि बरे चढ़ाएस। 16 हारून होमबलि लावा अउ उ उ बलि चढ़ाएस। वइसेन ही जइसे यहोवा आदेस दिहेस। 17 हारून अन्नबलि क वेदी क लगे लिआवा। उ मूठी भइ अनाज लिहस। अउ भिन्सारे क नित्य बलि क संग उ वेदी प धरेस। 18 हारून लोगन बरे मेलबलि क साँड़ अउ भेड़ा क मारेस। हारून क बेटवन रकत क हारून क लगे लिआएन। हारून इ रकत क वेदी क चारिहुँ कइँती उड़ेरेस। 19 हारून क बेटवन साँड़ अउ भेड़ा क चबीर् भी लाएन। उ पचे साथ ही साथ चबीर् भरी पूँछ, भितरी भाग क ढकइवाली चबीर्, गुर्दन अउ करेजन स चिपका भवा झिल्ली भी लिआएन। 20 हारून क बेटवन चबीर् क इ सबइ भागन क साँड़ अउ भेड़ा क छाती प धरेस। हारून चबीर् क भागन क लइके ओका वेदी पइ बारेस। 21 मूसा क आदेस क मुताबिक हारून छातियन अउ दाईर् जाँघ क उत्तोलन भेंट बरे यहोवा क समन्वा हाथन मँ ऊपर उठाएस। 22 तब हारून आपन हाथ लोगन कइँती उठाएस अउ ओनका आसीर्बाद दिहस। हारून पापबलि, होमबलि अउ मेलबलि क चढ़ावइ क पाछे वेदी स तरखाले उतरि आवा। 23 मूसा अउ हारून मिलापवाला तम्बू मँ गएन। ओकर पाछे हुआँ स बाहेर आइके उ पचे लोगन क आसीर्बाद दिहन। अउर यहोवा क तेज सबहिं लोगन क समन्वा परगट भवा। 24 यहोवा स आगी परगट भइ अउ उ वेदी पइ होमबलि अउ चबीर् क जराएस। सबहिं लोगन जब इ लखेन तउ उ पचे चिल्लानेन अउ उ पचे धरती पइ भहराइके प्रणाम किहेन।

10:1 फिन तब हारून क बेटवन नादाब अउ अबीहू धूप जरावइ बरे तस्तरियन क लिहन, ओह मँ आग लगाएन अउ धूप क आगी पइ धरेन। तउ उ पचे एक ठु अनोखी आगीक उपयोग यहोवा क समन्वा किहन जेकरे प्रयोग क हुकुम उ ओनका नाहीं दिहे रहा। 2 एह बरे यहोवा स ज्वाला परगट भइ अउ उ नादाब अउ अबीहू क बरबाद कइ दिहस। 3 तब मूसा हारून स कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘जउन मोरे लगे आवइ ओनका मोर संग जरूर पवित्तरता क बर्ताव करइ चाही। अउ सबहिं लोगन क मोका सम्मान देइ चाही।”‘ हारून खामोस रहा। 4 हारून क चाचा उज्जीएल क दुइ पूत रहेन। उ पचे मीसाएल अउ एलसाफान रहेन। मूसा ओन बेटवन स कहेस, “पवित्तर ठउर क समन्वा जा। आपन चचेरा भाइयन क ल्हासे क उठावा अउ ओनका डेरा क बाहेर लइ जा।” 5 ऍह बरे मीसाएल अउ एलसाफान मूसा क आदेस मानेन। उ पचे नादाब अउ अबीहू क ल्हासन क बाहेर लइ आएन। नादाब अउ अबीहू तब तलक आपन खास अंगरखा पहिरे रहेन। 6 तब मूसा हारून अउ ओकरे दूसर पूतन एलीआजार अउ ईतामार स बात किहस। मूसा ओनसे कहेस, “कउनो सोक परगट जिन करा। आपन ओढ़ना जिन फाड़ा या आपन बारन क जिन बिखरावा। तू मरब्या नाहीं अउ यहोवा क गुस्सा तोहार समूचइ धमिर्क सभा क भंग नाहीं करी। इस्राएल क समूचा रास्ट्र तोहार सम्बंधी अहइ। उ पचे यहोवा क जरिये नादाब अउ अबीहू क बारइ क बारे मँ रोइ सकत हीं। 7 मुला तू लोगन क मिलापवाला तम्बू नाहीं तजइ चाही। अगर तू पचे बाहेर जाब्या तउ मर जाब्या। काहेकि यहोवा क अभिसेक क तेल तू पचन पइ अहइ।” तउ हारून, एलीआज़ार अउ ईतामार मूसा क आग्या मानेन। 8 तब यहोवा हारून स कहेस, 9 “तोहका अउ तोहरे पूतन दाखरस या सराबउ समइ नाहीं पिअइ चाही जब तू पचे मिलापवाला तम्बू मँ आवा। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ मर जाब्या। इ नेम तोहरी सारी पीढ़ियन मँ हमेसा चलत रही। 10 तू पचन क, पवित्तर अउ अपवित्तर तथा सुद्ध अउ असुद्ध चिजियन मँ फरक करइ चाही। 11 यहोवा मूसा क आपन नेम दिहस अउ मूसा ओन नेमन क लोगन बरे दिहस। हारून, तोहका ओन सबहिं नेमन क सिच्छा लोगन क देइ चाही।” 12 मूसा हारून अउ ओकरे बचा भवा दुई पूतन एलीआज़ार अउर ईतामार स बात किहस। मूसा कहेस, “कछू अन्नबलि यहोवा क उपहार मँ अबहुँ तलक बची भइ अहइ। तू लोग अन्नबलि क उ हींसा खाइ सकत ह। मुला तू लोगन क एकॉ बिना खमीर मिलाए खाइ चाही। एकॉ वेदी क लगे खा। काहेकि उ भेंट बहोतइ पवित्तर बाटइ। 13 उ उ भेंटन क हींसा अहइ, जउन यहोवा बरे उपहार क रूप मँ भेंट चढ़ाइ ग रहेन। जउन नेम मइँ तोहका बताएउँ ह, उ सिखावत ह कि उ हींसा तू अउर तोहार पूतन क बाटइ। मुला तोहका एकॉ पवित्तर ठउरे प खाइ चाही। 14 “तू, तोहार बेटवन अउ बिटियन भी उत्तोलन बलि स छाती क अउ मेलबलि स जाँघे क खाइ सकिहीं। इ सबइ क तोहका जरूर पवित्तर ठउरे पइ खाइ चाही। मुला तोहका इ सबइ क सुद्ध जगह पइ खाइ चाही। काहेकि इ सबइ मेलबलि मँ स मिली अहइ। इस्राएल क लोग इ बलि यहोवा क देत हीं। ओन जनावरन क कछू भाग क लोग खात हीं मुला छाती अउ जाँघ तोहार हींसा अहइ। 15 लोगन क आपन चबीर् क भेंट जरूर लिआवइ चाही। ओनका मेलबलि क जाँघ अउ उत्तोलन बलि क छाती जरूर लिआवइ चाही। ओका यहोवा क समन्वा जरूर उत्तोलन करइ चाही। इ बलि तोहार हींसा होइ। इ तोहार अउ तोहार गदेलन क होइ। यहोवा क आदेस क मुताबिक बलि क उ भाग हमेसा तोहार होइ।” 16 मूसा पापबलि क बोकरा क बारे मँ पूछेस। मुला ओका पहिले ही बारि दीन्ह गवा रहा। मूसा हारून क बाकी बेटवन अलावा एलीआज़ार अउ ईतामार पइ बहोतइ कोहाइ गवा। मूसा कहेस, 17 “तू लोगन क इ बोकरा पवित्तर ठउरे पइ खाइ क रहा। इ बहोतइ पवित्तर बाटइ। तू लोगन ऍका यहोवा क समन्वा काहे नाहीं खाया? यहोवा इ तोहका धामिर्क सभा क पापन क छिमा बरे ओकर प्रायस्चित करइ बरे दिहस। 18 देखा! तू उ बोकरे क रकत पवित्तर जगह क भीतर नाहीं लिआया। तू पचन क इ बोकरा पवित्तर ठउरे प खाइ क रहा जइसा कि मइँ आदेस दिहेउँ ह।” 19 मुला हारून मूसा स कहेस, “लखा आज उ पचे आपन पापबलि अउ होमबलि यहोवा क समन्वा लाएन। मुला तू जानत अहा कि आजु मोरे संग का भवा ह! का तू इ समझत अहा कि अगर मइँ पापबलि क आज खाब तउ खुस होइ नाहीं” 20 जब मूसा इ सुनेस तउ सहमत होइ गवा।

11:1 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स कहा: इ सबइ पसु अहइँ जेनका तू खाइ सकत ह: 3 अगर पसु क खुर दुइ हिस्सा मँ बँटा होइ अउ उ पसु जुगाली करत होइ तउ तू उ पसु क गोस खाइ सकत ह। 4 “कछू पसु जुगालीकरत हीं, मुला ओनकइ खुर नाहीं फाट होतेन। तउ अइसे पसु क जिन खा। ऊँट, सापान अउ खरहा वइसेन दर्जा क अहइँ। एह बरे उ सबइ तोहरे बरे असुद्ध अहइँ। 5 6 7 दुसर पसु दुइ हिस्सा मँ बँटा भवा खुरवाला अहइँ, मुला उ पचे जुगाली नाहीं करतेन। ओन पसुअन क जिन खा। सुअर वाइसेन ही अहइँ, एह बरे उ सबइ असुद्ध अहइँ। 8 ओन पुसुअन क गोस जिन खा। ओनके ल्हासे क जिन छुआ। उ सबइ तोहरे बरे असुद्ध अहइँ। 9 “अगर कउनो जनावर समुद्दर या नदी मँ बसत ह अउ ओकरे पखना अउ परत होत हीं तउ तू उ जनावर क खाइ सकत ह। 10 मुला जदि जनवार समुद्दर या नदी मँ बसत ह अउ ओकरे पखना अउ परत नाहीं होतिन तउ उ जनावर क तोहका नाहीं खाइ चाही। तोहका उ तरह जनावरन क घिनौना समुझइ चाही। उ तरह क पसु क गोस जिन खा। इहाँ तक कि ओकर ल्हासे क जिन छुआ। 11 12 तोहका पानी क हर एक पसु क जेकरे पखना अउ परत नाहीं होतिन असुद्ध जनावर मँ समझइ चाही। तोहका उ तरह क समुद्दर क जनावरन क घिनौना चिजियन मँ स समुझइ चाही। 13 “तोहका नीचे लिखे भए पंछिन क भी घिनौना पंछी समझइ चाही। इन पंछिन मँ स कउनो क जिन खा: उकाब, गीध, सिकारी पंछी, 14 चील, सबहिं तरह क बाज नाउँ क पंछी, 15 सब तरह क काला पंछी, 16 सुतुर्मुर्ग, सीगंवाला कुचकुचवा, समुद्री जलमुर्गा, सबहिं प्रकार क बाज, 17 कुचकुचवा, समुद्री कौआ, बड़का कुचकुचवा, 18 जलमुर्गी, मछरी खाइवाला पेलिकन नाउँ क खेत जल पंछी, समुद्री गीध, 19 हंस, सब तरह क सारस, कठफोड़वा अउ चमगादड़। 20 “अउ सबहिं अइसे उड़इवाला कीड़ा पतंग जउन चार गोड़े प चलत इ सबइ तोहार लइ घिनौना अहइ। 21 मुला अगर उड़इवाला कीड़ा पतंगा क पखना होत हीं अउ चार गोड़े प चलत ह अगर ओकरे गोड़े क ऊपर टांगन मँ अइसे जोड़ अहइँ कि उ जमीन प उछरि सकइ तउ तू ओन पतंगन क खाइ सकत ह। 22 इ सबइ बाटेन जेनका तू खाइ सकत ह: हर किसिम क टिड्यिन, हर किसिम क उड़इवाला टिड्डियन, हर तरह क झीगुंर, हर तरह क घास चट कइ देइवाला टिड्डन। 23 “मुला दूसर उ सबहिं उड़इवाला कीड़ा पतंगन जउन चार गोड़े प चलि सकत हीं, तोहरे बरे घिनौना प्राणी अहइ। 24 उ सबइ कीड़ा पतंगन तोहका सबन क असुद्ध करिहीं। कउनो मनई जउन मरे भए कीड़ा पतंगन क छुई, साँझ तलक असुद्ध रही। 25 अगर कउनो मनई ओन मरे भए किरवन मँ स कउनो क उठावत ह तउ उ मनई क आपन ओढ़ना धोइ लेइ चाही। उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही। 26 “कछू जनावरन क खुर होत ह मुला उ खुर दुइ भाग मँ फटि नाहीं होतेन। कछू जनावर जुगाली नाहीं करतेन। कछू जनावरन क खुर नाहीं होतेन, उ आपन पंजे पइ चलतहीं। इ सबइ प्रकार क जनावरन असुद्ध अहइँ। अगर एक व्यक्ति ओकर ल्हासे क छुअत ह तउ उ व्यक्ति साँझ तलक असुद्ध रहीं। 27 28 अगर एक व्यक्ति ओकर ल्हासे क उठावत ह तउ उ व्यक्ति क आपन ओढ़ना क जरूर धोवइ चाही। उ व्यक्ति साँझ तलक असुद्ध रहीं। उ सबइ जनावरन तू पचन्क बरे असुद्ध अहइ। 29 “इ सबइ रेगंइवालन पसु तू पचन बरे असुद्ध अहइँ: छछून्दर, चूहा, सबहिं तरह क गिरगिट, 30 छिपकली, मगरमच्छ, गिरगिट, रेगिस्तानी गोहेर, अउ रंग बदलत गिरगिट। 31 इ सबइ रेगंइवाला पसु तोहरे बरे असुद्ध अहइँ। कउनो मनई जउन ओन मरे भएन क छुई साँझ तलक असुद्ध रही। 32 “अगर कउनो असुद्ध पसुअन मँ स एक मरा भवा पसु कउनो चीज प गिर पड़इ तउ उ चीज असुद्ध होइ जाइ। इ काठ, चाम, कपड़ा, सोक ओढ़ना या कउनो भी औजार होइ सकत ह। जउन कछू भी उ होइ ओका पानी स धोवइ चाही। इ साँझ तलक असुद्ध रही। तबहिं इ फुन सुद्ध होइ जाइ। 33 अगर कउनो असुद्ध पसुअन मँ स एक मरा भवा माटी क कटोरा मँ गिर जाइ तउ कटोरा क कउनो भी चीज असुद्ध होइ जाइ। तू पचन क कटोरा जरुर तोड़ देइ चाही। 34 अगर असुद्ध माटी क कटोरा क पानी कउनो खइया या पेय खोरा पइ पड़इ तउ उ असुद्ध होइ जाइ। 35 अगर कउनो मरे भए घिनौने पसु क कउनो हिस्सा कउनो चीजे पइ आइ पड़इ तउ उ चीज सुद्ध नाहीं रही। एका टूका टूका कइ देइ चाही। चाहे उ चूल्हा होइ या कड़ाही। उ सबइ तू पचन क बरे हमेसा असुद्ध रइहीं। 36 “कउनो सोता या कुआँ, जेहमाँ पानी रहत ह, सद्ध बना रही। मुला कउनो व्यक्ति जउन कउनो मरे भए असुद्ध जनवार क छुइ उ असुद्ध होइ जाइ। 37 अगर ओन घिनौने मरे पसुअन क कउनो हिस्खा बोवा जाइवाला बिआ पइ आइ पड़इ तउ भी उ सुद्ध ही रही। 38 मुला बोवइ बरे तू पचे कउनो बिआ प पानी डावत ह अउ तब अगर मरे असुद्ध पसु क कउनो हिस्सा ओन बिअन पइ आइ पड़इ तउ उ सबइ बिआ तोहरे बरे असुद्ध अहइँ। 39 “अउर भी, अगर भोजन बरे कउनो पसु जेका तू बइपरत ह अपने आप मरि जाइ तउ जउन मनई उसके मरे सरीर क छुअइ, साँझ तलक असुद्ध रही। 40 जउन व्यक्ति मरे भए पसु क गोस खाइ, ओका आपन ओढ़ना जरूर धोवइ चाही। उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही। जउन व्यक्ति मरे पसु क सरीर उठावइ ओका भी आपन ओढ़ना जरूर धोवइ चाही। इ व्यक्ति साँझ तलक असुद्ध रही। 41 “हर एक अइसा पसु जउन धरती प रेंगत ह, उ ओन पसुअन मँ स एक बाटइ, जेका यहोवा खाइ क मना किहे अहइ। 42 तू पचन क अइसे कउनो रेगंइवाले पसुअन क जरूर खाइ नाहीं चाही जउन पेटे क बल रेगंत ह या चारउँ गोड़न प चलत ह, या जेकरे बहोत स गोड़ अहइँ। उ पचे तोहरे बरे असुद्ध पसु अहइँ। 43 ओन पसुअन स आपन क गन्दा जिन बनावा अउ ओनके बरे आपन क असुद्ध जिन बनावा। 44 काहेकि मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ। मइँ पवित्तर अहउँ। एह बरे तू पचन क आपन क पवित्तर राखइ चाही। ओन घिनौने रेगंइवाला पसुअन स आपन क घिनौना जिन बनावा। 45 मइँ तू लोगन क मिस्र स लइ आवा अहउँ। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि तू लोग मोर खास जन बना रहि सका। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि मइँ तोहार परमेस्सर बन सकउँ। मइँ पवित्तर अहउँ, एह बरे तोहे सबन क पवित्तर रहब अहइ।” 46 उ सबइ नेम सबहिं गोरुअन, पंछियन अउ भुइँया क दूसर पसुअन बरे अहइ। उ सबइ नेम समुद्दर मँ रहइवालन सबहिं पसुअन अउ भुइँया पइ रेगंइवालन सब पसुअन बरे अहइँ। 47 उ सबइ उपदेस एह बरे अहइँ कि लोग सुद्ध अउ असुद्ध पसुअन मँ अन्तर कइ सकइँ। इ तरह लोग जनिहीं कि उ पचे कउन सा पसु खाइ सकत हीं अउर कउन सा नाहीं खाइ सकत हीं।”

12:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स इ नेमन क कहा: अगर कउनो स्त्री एक ठु लरिका क जन्मत ह तउ उ स्त्री सात दिना तलक असुद्ध रही। इ ओकरे मासिक धर्म क समइ असुद्ध होइ क तरह होइ। 3 अठऍ दिन लरिका क खतना होइ चाही। 4 उ आपन सुद्धीकरण क टेमॅ क लइके तैंतीस दिना पाछे तलक असुद्ध रहीं। उ स्त्री क उ समइ मँ कछू नाहीं छुअइ चाही जउन पवित्तर अहइ। ओका पवित्तर ठउरे मँ तब तलक नाहीं जाइ चाही जब तलक ओकरे सुद्धीकरण क समइ पूरा न होइ जाइ। 5 मुला अगर स्त्री लरिकी क जन्मत ह तउ महतारी क मासिक धर्म क समइ क तरह उ दुइ हफ्ता तलक असुद्ध रही। उ आपन सुद्धीकरण क टेम स लइके छहसठ दिना पाछे असुद्ध रही। 6 “नई महतारी जउन अबहिं बच्चा जनम दिहे अहइ, चाहे उ बच्चा लरिका होय या लरिकी तउ अइसी महतारी क सुद्धीकरण क समइ पूरा होइ क पाछे ओका मिलापवाला तम्बू मँ खास भेंटन लइ आवइ चाही। ओका ओन भेंटन क मिलापवाला तम्बू क दुआर पइ याजक क जरूर देइ चाही। ओका एक बरिस क मेमना होमबलि बरे अउ एक ठु फाख्ता या कबूतर क बच्चा पापबलि बरे लइ आवइ चाही। 7 अगर स्त्री मेमन देइ मँ असमर्थ होइ तउ उ दुइ फाख्ता या दुइ कबूतरे क बच्चा लिआइ सकत ह। एक ठु पंछी होमबलि बरे अउ एक ठु पापबलि बरे होइ। याजक यहोवा क सामने ओनका भेंट करी। इ तरह उ ओकरे पाप बरे प्रायस्चित करी। तब उ आपन रकत क हानि स सुद्ध होइ। इ सबइ नेम ओन स्त्रियन बरे अहइँ जउन एक ठु लरिका या लरिकी क जन्मत ह।” 8

13:1 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 2 “कउनो व्यक्ति क चाम पइ भयंकर सूजन या खजुरी या सफेद दाग होइ सकत हीं। अगर घाव चर्मरोग क नाईर् देखाइ पड़इँ तउ उ मनई क याजक हारून या ओकरे कउनो याजक पूतन क लगे लिआवा जाइ चाही। 3 याजक लोगन क मनई क चर्म क घाव क देखइ चाही। अगर घाव क बार सफेद होइ गवा होइँ अउर घाव मनई क चाम स जियादा गहिर मालूम होइ तउ इ भयंकर चर्मरोग बाटइ। जब याजक मनई क जाँच खतम करइ तउ ओका एलान करइ चाही कि मनई असुद्ध अहइ। 4 “कबहुँ कबहुँ कउनो मनई क चाम पइ कउनो सफेद दाग होइ जात ह मुला दाग चाम स गहिर नाहीं मालूम होत। अगर उ सच होइ तउ याजक उ मनई क सात दिना बरे दूसर लोगन स अलग करी। 5 सतएँ दिन याजक क उ मनई क फुन स जरूर जाँच करइ चाही। अगर घाव मँ कउनो बदलाव नाहीं आएस ह। अउर चाम पइ नाहीं फइलेस ह। तउ याजक क दूसर सात दिना बरे उ व्यक्ति क दूसर लोगन स जरूर अलगाइ देइ चाही। 6 तब याजक क उ व्यक्ति क सात दिना पाछे जरूर जाँच करइ चाही। जदि दाग गहिर होइ गवा ह अउ चाम पइ न फइला होइ तब याजक क जरूर एलान करइ चाही कि उ व्यक्ति सुद्ध अहइ। इ सिरिफ खुरंड अहइ। तब उ व्यक्ति क आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउ उ फुन स सुद्ध होइ चाही। 7 “मुला अगर मनई याजक क फिन अपने आप क सुद्ध बनावइ बरे देखाइ लिहे होइ अउ ओकरे पाछे चर्मरोग चमड़ी पइ फइलइ लागइ तउ उ मनई क फुन याजक क लगे आवइ चाही। 8 याजक क जाँच कइके देखइ चाही। अगर घाव चाम पइ फइला होइ तउ याजक क एलान करइ चाही कि उ मनई असुद्ध अहइ अर्थातू ओका कउनो भयानक रोग अहइ। 9 “अगर मनई क भयानक चर्मरोग भवा होइ तउ ओका याजक क लगे लइ आवा जाइ चाही। 10 याजक क उ मनई क जाँच कइके देखइ चाही। अगर चाम पइ सफेद दाग होइ अउ ओहमाँ सूजन होइ, उ जगह क बार सफेद होइ ग होइँ अउर अगर हुआँ घाव कच्चा होइ। 11 तउ इ कउनो भयानक चर्मरोग अहइ जउन उ मनई क बहोत समइ स अहइ। ऍह बरे याजक क उ मनई क असुद्ध घोसित कइ देइ चाही। याजक उ मनई क सिरिफ तनिक समइ क बरे ही दूसर मनइयन स न अलगाई। काहेकि उ जानत ह कि उ मनई असुद्ध अहइ। 12 “अगर कबहुँ चर्मरोग मनई क समूचइ सरीर मँ फइल जाइ, उ चर्मरोग उ मनई क मूँड़े स गोड़े तलक ढक लेइ, 13 अउर याजक लखइ कि चर्मरोग समूचइ सरीर पइ इ तरह ढके अहइ कि उ मनई क पूरा सरीर ही सफेद होइ ग अहइ तउ याजक क ओका सुद्ध घोसित कइ देइ चाही। 14 मुला अगर मनई क चर्म घाव जइसा कच्चा होइ तउ उ सुद्ध नाहीं अहइ। 15 जब याजक कच्चा चाम लखइ, तब ओका घोसित कइ देइ चाही कि मनई असुद्ध अहइ। कच्चा चाम सुद्ध नाहीं अहइ। इ भयानक चर्मरोग अहइ। 16 “अगर कच्चा चाम फुन सफेद होइ तउ उ मनई क याजक क लगे आवइ चाही। 17 याजक क उ मनई क जरूर जाँच करइ चाही। अगर व्याधि सफेद होइ गवा अहइ तउ याजक क घोसित करइ चाही कि रोग ग्रस्त व्यक्ति सुद्ध अहइ। तउ उ मनई सुद्ध अहइ। 18 “होइ सकत ह कि कउनो व्यक्ति क सरीर क चाम पइ कउनो फोड़ा होइ जउन कि ठीक होइ ग रहा। 19 अउर उ जगह पइ सफेद सूजन, या लाली लिए भए सफेद दाग जाहिर हो जात ह अउ तब एका याजक क जरूर देखावइ चाही। 20 याजक क ओका निहारइ चाही। अगर सूजन चमड़ी स गहिर बाटइ अउ एह पइ क बार सफेद होइ ग अहइँ तउ याजक क एलान करइ चाही कि उ मनई असुद्ध बाटइ। उ दाग भयानक चर्मरोग अहइ। इ फोड़ा क भितरे स फूट पड़ा बाटइ। 21 मुला अगर याजक उ जगह क लखत ह अउ ओह पइ सफेद बार नाहीं अहइँ अउर दाग चमड़ी स गहिर नाहीं अहइ, मुला धुँधला बाटइ तउ याजक क उ मनई क सात दिन बरे अलग कइ देइ चाही। 22 अगर दाग क जियादा हिस्सा चमड़ी पइ फइलत ह तब याजक क एलान करइ चाही कि मनई असुद्ध अहइ। इ छूत रोग अहइ। 23 मुला अगर सफेद दाग अपनी जगह बना रहत ह, फइलत नाहीं तउ उ पुराना फोड़ा क सिरिफ घान अहइ। याजक क एलान करइ चाही कि मनई सुद्ध अहइ। 24 “कउनो व्यक्ति क चाम जरि सकत ह। अगर कच्चा चाम सफेद या लाली लिए भए सफेद दाग मँ बदल जाइ, तउ याजक क ऍका जाँच करइ चाही। अगर उ दाग चमड़ी स गहिर मालूम होइ अउ उ जगह क बार सफेद होइ जाइँ तउ इ अत्यधिक व्याधिक चर्मरोग अहइ। जउन जरा भवा मँ स फूट पड़ा अहइ। तउ याजक क उ व्यक्ति क असुद्ध घोसित करइ चाही। इ भयंकर चर्म रोग अहइ। 25 26 मुला याजक इ जगह क लखत ह अउर सफेद दाग मँ सफेद बार नाहीं अहइँ अउ दाग चमड़ी स गहिर नाहीं अहइ, मुला हल्का बा तउ याजक क ओका सात दिना बरे अलग करइ चाही। 27 सतएँ दिन याजक क उ मनई क फुन देखइ चाही। अगर दाग चमड़ी पइ फइलइ तउ याजक क एलान करइ चाही कि मनई असुद्ध अहइ। इ भयंकर चर्मरोग अहइ। 28 मुला अलग सफेद दाग चमड़ी पइ न फइलइ, मुला धुँधला होइ तउ इ जरइ स पइदा भइ सूजन अहइ। याजक क उ मनई क सुद्ध घोसित करइ चाही। इ सिरिफ बर जाइ क चीन्हा अहइ। 29 “कउनो मनई या मेहरारू क मूँड़ि या दाढ़ी क चाम पइ कउनो छूत रोग होइ सकत ह। 30 याजक क उ छूत क रोग (व्याधि) क जरूर लखइ चाही। अगर छूत क रोग चमड़ी स गहिर मालूम होइ अउ एकरे चारिहुँ कइँती क बार पियार अउर पतला अहा तउ याजक क एलान करइ चाही कि उ व्यक्ति असुद्ध अहइ। इ मूँड़ि या दाढ़ी क बुरा चर्मरोग अहइ। 31 अगर रोग चमड़ी स गहिर न मालूम होइ, अउर एहमाँ कउनो करिया बार न होइ तउ याजक क ओका सात दिन बरे अलग कइ देइ चाही। 32 “सतएँ दिन याजक क छूत क रोगी क फुन जाँच करइ चाही। अगर रोग फइला नाहीं बाटइ अउर बार पिआर नाहीं होइ अउ जदि रोग चमड़ी स गहिर नाहीं अहइ, 33 तउ उ मनई क बार जरूर काट देइ चाही। मुला ओका रोगवाले जगह क बार नाहीं कटावइ चाही। याजक क रोग लखइ बरे उ व्यक्ति क अउर सात दिना बरे अलगाइ देइ चाही। 34 सतएँ दिन याजक क रोगी क निहारइ चाही। अगर रोग चमड़ी मँ फइला नाहीं अहइ अउर इ चमड़ी स गहिर नाहीं मालूम होत ह तउ याजक क एलान करइ चाही कि मनई सुद्ध अहइ। मनई क आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउ सुद्ध होइ जाइ चाही। 35 “मुला अगर मनई क सुद्ध होइके जाइके पाछे चमड़ी मँ रोग फइलत ह। 36 तउ याजक क फिन मनई क लखइ चाही। अगर रोग चमड़ी मँ फइलत ह तउ याजक क पिअर बाल लखइ क जरुरत नाहीं मनई असुद्ध अहइ। 37 मुला अगर याजक इ समुझत ह कि रोग क बढ़ब रुकि गवा बाटइ अउ एहमाँ करिया बार जमत अहइँ तउ रोग नीक होइ गवा अहइ। मनई सुद्ध अहइ। याजक क एलान करइ चाही कि मनई सुद्ध अहइ। 38 “जदि कउनो मनई या मेहरारू क चाम पइ सफेद दाग होइँ, 39 तउ याजक क ओन दागन क लखइ चाही। अगर मनई क चमड़ी क दाग धुँधला होइँ, तउ रोग सिरिफ हानि न पहुँचावइवाली फोड़िया अहइ। उ मनई सुद्ध अहइ। 40 “कउनो मनई आपन मूँड़े क बार क झरते हुए लख सकत हीं। उ सुद्ध अहइ। इ सिरिफ गंजापन बाटइ। 41 कउनो मनई क मूँड़े क बार झरि सकत हीं। उ सुद्ध अहइ। इ दूसर तरह क गंजापन अहइ। 42 मुला ओकरे मूँड़े क चमड़ी पइ लाल सफेद फोड़िया बाटिन तउ इ भयानक चर्मरोग अहइ। 43 याजक क अइसे व्यक्ति क जाँच करइ चाही। अगर चमड़ी क व्याधि सरीर पइ उ चाम रोग की नाईं ललछौंड़ सफेद अहइ।’ 44 तउ उ मनई क मूँड़े क चमड़ी पइ भयानक चर्मरोग अहइ। मनई असुद्ध अहइ, याजक क एलान करइ चाही। 45 “अगर कउनो मनई क भयानक चर्मरोग होइ तउ उ मनई क दूसर लोगन क होसियार करइ चाही। उ मनई क जोर से “असुद्ध! असुद्ध!” कहइ चाही, उ मनई क ओढ़नन क, सिलाइ स फाड़ देइ चाही। उ मनई क आपन बारन क सँवारइ नाहीं चाही अउ उ मनई क आपन मुँह ढाँकइ चाही। 46 जउन मनई असुद्ध होइ ओहमाँ छूत क रोग हमेसा रही। उ मनई असुद्ध अहइ। ओका अकेल्ॅले रहइ चाही। ओकरे निवास डेरा स बाहेर होइ चाही। 47 “कछू ओढ़नन पइ फपूँदीलागि सकत ह। ओढ़ना सन या ऊनी होइ सकत ह। ओढ़ना बुना भवा या कढ़ा भवा होइ सकत ह। फपूँदी कउनो चमड़ा या चमड़ा स बना भवा कउनो चीज पइ होइ सकत ह। 48 49 अगर फपूँदी हरिअर या लाल होइ तउ ओका याजक क देखाँवइ चाही। 50 याजक क फपूँदी लखइ चाही। ओका उ चीज क सात दिना तलक अलग जगह पइ धरइ चाही। 51 सतएँ दिन, याजक क फपूँदी लखइ चाही। इ महत्वपूर्ण नाहीं बा कि ओढ़ना क ताना बाना मँ फपूँदी अहइ या नाहीं इ महत्वपूर्ण नाहीं बा कि चमड़ा क प्रयोग काहे बरे कीन्ह गवा रहा। अगर फपूँदी फइलत ह तउ उ कपड़ा या चाम असुद्ध बाटइ। उ फपूँदी असुद्ध अहइ। याजक क उ कपड़ा या चमड़ा क बारि देइ चाही। 52 53 “अगर याजक देखइ कि फपूँदी फइली नाहीं तउ तउ उ कपड़ा या चाम धोवा जाइ चाही। इ महत्वपूर्ण नाहीं कि इ चाम अहइ या कपड़ा या कपड़ा क ताना बाना मँ फपूँदी अहइ या नाहीं। ऍका धोवइ चाही। 54 याजक क मनइयन क इ हुकुम देइ चाही कि उ पचे चाम या कपड़ा क टूका क धोवइँ, तबहिं याजक ओढ़नन क अउर सात दिना बरे अलग करइ। 55 उ समइ क पाछे याजक क फुन देखइ चाही। अगर फपँदी ठीक वइसेन ही देखाइ देत ह तउ उ ओढ़ना असुद्ध अहइ। इ महत्वपूर्ण नाहीं अहइ कि छूत फइली नाहीं अहइ। तू पचन क उ कपड़ा या चमड़ा बारि देइ चाही। 56 “मुला अगर याजक उ चाम या कपड़ा क लखत ह कि फपँूदी मुरझान बा तउ याजक क चमड़ा या कपड़ा क फपूँदी स लाग दाग क चमड़ा या कपड़ा स फाड़ि देइ चाही। इ महत्वपूर्ण नाहीं कि कपड़ा क ताना बाना मँ फफूँदी अहइ या नाहीं। 57 मुला फपूँदी उ चमड़ा या कपड़ा पइ लौटि सकत ह। अगर अइसा होत ह तउ फपूँदी बढ़ति अहइ। उ चमड़ा या कपड़ा क बारि देइ चाही। 58 मुला अगर धोवइ क पाछे फपूँदी न लउटइ, तउ उ चाम या कपड़ा सुद्ध अहइ। एकर कउनो महत्व नाहीं कि कपड़ा क ताना बाना मँ फपूँदी अहइ या नाहीं। उ कपड़ा फुन धोइव चाही अउर उ सुद्ध होइ।” 59 चाम या कपड़ा पइ फपूँदी क बारे मँ फइसला करइ बरे इ सबइ नेम अहइ कि उ सुद्ध अहइ या असुद्ध। ऍकर कउनो महत्व नाहीं कि कपड़ा क ताना बाना मँ फपूँदी अहइ या नाहीं।

14:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इ सबइ ओन लोगन बरे नेम अहइँ जेनका भयानक चर्मरोग रहा अउर जउन नीक होइ गएन। इ सबइ नेम उ मनई क सुद्ध बनावइ बरे अहइँ।“याजक क उ मनई क लखइ चाही जेका भयानक चर्मरोग अहइ। 3 याजक क उ मनई क लगे डेरा क बाहेर जाइ चाही। याजक क इ लखइ क कोसिस करइ चाही कि उ चर्म रोग नीक होइ ग अहइ। 4 अगर व्यक्ति स्वस्थ अहइ तउ याजक ओका इ करइ क कही। ओका दुइ जिअत सुद्ध पंछी, एक देवदारु क लकड़ी, लाल कपड़ा क एक ठु टूका अउर एक ठु जूफाक पौधा जरूर लइ आवइ चाही। 5 याजक क बहत भए पानी क ऊपर माटी क एक ठु खोरा मँ एक ठु पंछी क मारइ क हुकुम देइ चाही। 6 तब याजक दूसर जिअत पंछी, देवदारु क लकड़ी, लाल कपड़ा क टूकन अउ जूफा क पउधा स्वीकार करी। याजक क जिअत पंछी अउ दूसर चीजन क बहत भए पानी क ऊपर मारा गवा पंछी क रकत मँ बोरइ चाही। 7 याजक उ व्यक्ति प भयानक चर्मरोग स उपचार करइ बरे सात दाईर् रकत छिरकी। तब याजक क जरूर घोसित करइ चाही कि उ मनई सुद्ध अहइ। तब याजक क खुला मैदान मँ जाइ चाही अउ जिअत पंछी क अजाद करइ देइ चाही। 8 “ऍकरे पाछे उ व्यक्ति क आपन ओढ़ना जरूर धोवइ चाही। ओका आपन सब बार क मूंडन करावइ चाही अउ पानी स नहाइ चाही। उ पवित्तर होइ जाइ। तब उ व्यक्ति सिबर मँ जाइ सकी। मुला ओका आपन खेमा क बाहेर सात दिना तलक रहइ चाही। 9 सतएँ दिन ओका आपन सारा बार काट डावइ चाही। ओका आपन मूँड़, डाढ़ी, भौंहन क सबहिं बार कटवाइ लेइ चाही। तब ओका आपन कपड़ा धोवइ चाही अउ पानी स नहाइ चाही। तब उ मनई सुद्ध होइ। 10 “अठएँ दिन उ व्यक्ति क दुइ भेड़ी क नर बच्चन लेइ चाही जेहमाँ कउनो दोख न होइ। ओका एक बरिस क एक ठु मादा मेमना भी लेइ चाही जेहमाँ कउनो दोख न होइ। ओका एपा क तीन दसवाँ हींसा तेल मिला भवा उत्तिम आटा लेइ चाही। इ आटा अन्नबलि बरे अहइ। उ व्यक्ति क दुइ तिहाइ पिण्टजैतून क तेल भी लेइ चाही। 11 याजक क एलान करइ चाही कि उ मनई सुद्ध अहइ। याजक क उ मनई अउ ओकरी बलि क मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ यहोवा क समन्वा लइ आवइ चाही। 12 याजक मेमनन मँ स एक क दोखबलि क रुप मँ चढ़ाई। उ मेमना क अउर उ तेल क यहोवा क समन्वा उत्तोलन बलि क रुप मँ चढ़ाई। 13 तब याजक नर मेमना क उहइ पवित्तर ठउर पइ मारी जहाँ उ पचे पापबलि अउ होमबलि क मारत हीं। दोखबलि, पापबलि क समान अहइ। इ याजक क बाटइ। इ बहोतइ पवित्तर अहइ। 14 “याजक दोखबलि क कछू रकत सुद्ध कीन्ह जाइवाला व्यक्ति क दाहिने काने क लौ मँ कछू रकत दाहिने हाथ क अंगूठा अउ दाहिन गोड़े क अंगूठा पइ लगाइ। 15 याजक कछू तेल भी लेइ अउ आपन बाईर् हथेली पइ डाई। 16 तब याजक आपन दाहिन हाथे क अँगुरियन अपन बाऍ हाथे क हथेली मँ धरे भए तेल मँ बोरी। उ आपन अँगुरी क प्रयोग कछू तेल यहोवा क समन्वा सात दाईर् छिरकइ बरे करी। 17 याजक आपन हथेली स कछू तेल सुद्ध कीन्ह जाइवाला मनई क दाहिन काने क लौ पइ लगाई। याजक कछू तेल उ मनई क दाहिन हाथे क अंगूठे अउ दाहिन गोड़ क अंगूठे पइ लगाइ। याजक कछू तेल दोखबलि क रकत पइ लगाई। 18 याजक आपन हथेली मँ बचा भवा तेल सुद्ध कीन्ह जाइवाला मनई क मूँड़े प लगाइ। इ तरह याजक उ मनई क पाप क यहोवा क समन्वा प्रायस्चित करी। 19 “ओकरे पाछे याजक पापबलि चढ़ाई अउ मनई क पापन्क प्रायस्चित करी। जेहसे उ सुद्ध होइ जाई। एकरे पाछे याजक होमबलि बरे पसु क मारी। 20 ऍह बरे याजक होमबलि अउ अन्नबलि क वेदी पइ चढ़ाई। इ तरह याजक उ मनई क पापन्क प्रायस्चित करी अउ उ मनई सुद्ध होइ जाई। 21 “अगर व्यक्ति गरीब अहइ अउ ओन बलियन क देइ मँ असमर्थ बाटइ तउ ओका एक ठु नर मेमना दोखबलि क रुप मँ लेइ चाही। इ उत्तोलन बलि उ व्यक्ति क पापन क प्रायस्चिय करइ बरे होइ। ओका एपा क दसवाँ हींसा तेल स मिला भवा उत्तिम महीन आटा लेइ चाही। इ आटा अन्नबलि क रुप मँ उपयोग मँ आई। मनई क दुइ तिहाई पिण्ट जैतून क तेल। 22 अउर दुइ फाख़ता या दुइ ठु कबूतरे क बच्चा लेइ चाही। इ सबइ चिजियन क देइ मँ गरीब लोग समर्थ होइहीं। एक पंछी पापबलि बरे होई अउ दूसर होमबलि बरे होई। 23 “अठएँ दिन, उ मनई ओन चिजियन क याजक क लगे मिलापवाला तम्बू क दुआर पइ लिआई। उ सबई चिजियन यहोवा क समन्वा बलि चढ़ाई जइहीं जेहसे मनई सुद्ध होइ जाई। 24 याजक, दोखबलि क मेमना अउर तेल भी लेई अउर ओनका यहोवा क समन्वा उत्तोलन बलि क रुप मँ चढ़ाई। 25 तब याजक दोखबलि क मेमना मारी। याजक दोखबलि क कछू रकत लेई। याजक एहमाँ स कछू रकत सुद्ध कीन्ह जाइवाला व्यक्ति क दाहिन कान क लौ पइ कछू रकत इ व्यक्ति क दाहिन हाथे क अंगूठा पइ अउर कछू रकत दाएँ गोड़ क अंगूठा पइ लगाई। 26 याजक इ तेल मँ स कछू आपन बाईर् हथेली मँ भी डाई। 27 याजक आपन दाहिन हाथे क अंगुरी क उपयोग आपन हथेली क तेल क यहोवा क समन्वा सात दाईर् छिरकइ बरे करी। 28 तब याजक आपन हथेली स कछू तेल उहइ जगह पइ लगाइ जहाँ उ पहिले लगाए रहा। उ आपन हथेली स कछू तेल सुद्ध कीन्ह जाइवाला व्यक्ति क दाहिन काने क लौ पइ लगाई। याजक इ तेल मँ स कछू तेल मनई क दाहिन हाथे क अंगूठा अउ ओकरे दाहिन गोड़े क अगूंठा पइ लगाई। याजक दोखबलि क रकत लगा ठउरे पइ एहमाँ स कछू तेल लगाई। 29 याजक क आपन हथेली क बचा भवा तेल क सुद्ध कीन्ह जाइवाला मनई क मूँड़े पइ डावइ चाही। इ तरह याजक यहोवा क समन्वा उ मनई क पापन क प्रायस्चित करी। 30 “तब मनई फ़खतन या कबूतरे क बच्चन मँ स एक क बलि चढ़ाई। ओका उहइ चढ़ाइ चाही जेका गरीब व्यक्ति देइ मँ समर्थ होइ। 31 ओका दुइनउँ पंछियन मँ स एक क पापबलि क रुप मँ चढ़ावइ चाही अउ दूसर पंछी क होमबलि क रुप मँ ओका ओनकइ अन्नबलि क संग भेंट चढ़ावइ चाही। इ तरह याजक यहोवा क समन्वा उ मनई क पाप क प्रायस्चित करी। उ मनई सुद्ध होइ जाई।” 32 इ सबइ भयानक चर्मरोग क नीक होइ क पाछे कउनो एक मनई क सुद्ध करइ क नेम अहइँ। इ सबइ नेम ओन मनइयन बरे अहइँ जउन सुद्ध होइ बरे साधारिन बलियन क खर्चा नाहीं उठाइ सकतेन। 33 यहोवा मूसा अउ हारून स इ भी कहेस, 34 “मइँ तोहरे लोगन क कनान देस देत अहउँ। तोहरे लोग इ भुइँया पइ जइहीं। उ समइ मँ होइ सकत ह, कछू लोगन क घरन मँ फपूँदी लगी होइ। 35 तउ उ घर क मालिक क याजक क लगे आइके कहइ चाही, ‘मइँ आपन घरे मँ फपूँदी जइसी कउनो चीज देखेउँ ह।’ 36 “तब याजक क आदेस जरूर देइ चाही कि घर क खाली कइ दीन्ह जाइ। लोगन क याजक क फपूँदी लखइ जाइके पहिले ही इ जरूर करी। इ तरह घरे क सबहिं चिजियन क याजक क असुद्ध नाहीं कहइ पड़ी। लोगन क घर क खाली कइ दीन्ह जाइ क पाछे याजक घरे क अन्दर जाइ अउर देखइ। 37 याजक फपूँदी क लखी। अगर फपूँदी घरे क दीवारे पइ हरिअर या लाल रंग क चकत्ता बनाइ दिहे अहइँ अउर इ दीवारन क सतह स गहिरा मालूम पड़त अहइ, 38 तउ याजक क घरे स बाहेर निकरि आवइ चाही। अउ सात दिना तलक घर जरूर बन्द कइ देइ चाही। 39 “सतएँ दिन, याजक क हुआँ लौटइ चाही अउर घरे क जाँच करइ चाही। अगर घरे क दीवार पइ फपूँदी फइलि गइ होइ 40 तउ याजक क लोगन क हुकुम देइ चाही कि उ पचे फपूँदी क सात पाथरन क उखाड़ि देइँ अउर ओनका दूर बहाइ देइँ। ओनका ओन पाथरन क सहर स बाहेर विसेस असुद्ध जगह पइ लोकावइ चाही। 41 तब याजक क पूरे घर क भितरे से खुरचवावइ चाही। लोगन क उ लेप क जेका उ पचे खुरचेन ह, लोकाइ देइ चाही। ओनका उ लेप सहर क बाहेर खास असुद्ध जगह पइ डावइ चाही। 42 तबहिं उ मनई क नवा पाथर दीवारे मँ लगावइ चाही अउ ओका ओन दीवारन क नवा लेप स ढाँकि देइ चाही। 43 “होइ सकत ह कउनो मनई पुरान पाथरन अउ लेप क निकारिके नवा पाथरन अउ लेप क लगावइ अउ होइ सकत ह उ फपूँदी उ घरे मँ फिन परगट होइ। 44 तब याजक क आइके उ घरे क जाँच जरूर करइ चाही। अगर फपूँदी घरे क अन्दर मँ फइलि गइ अहइ, तउ इ रोग अहइ जउन दूसरी जगहन मँ जल्दी स फइलत ह। एह बरे घर असुद्ध अहइ। 45 उ मनई क उ घर गिराइ देइ चाही। ओनका सारा पाथर, लेप अउ दूसर लकड़ी क टूकन क सहर स बाहेर असुद्ध जगह पइ लइ जाइ चाही। 46 कउनो मनई जउन ओहमाँ जात ह, साँझ तलक असुद्ध रही। 47 अगर कउनो मनई ओहमाँ खाना खात ह या ओहमाँ सोवत ह तउ उ मनई क आपन ओढ़ना धोवइ चाही। 48 “घरे मँ नवा पाथर अउ लेप लगाए क पाछे याजक क घरे क जाँच करइ चाही। अगर फपूँदी घरे मँ नाहीं फइली अहइ तउ याजक एलान करी कि घर सुद्ध अहइ। काहेकि फपूँदी खतम होइ ग अहइ। 49 “तब घरे क सुद्ध करइ बरे याजक क दुइ ठु पंछी, एक देवदारू क लकड़ी, एक लाल कपड़ा क टूका अउ जूफा क पउधा लेइ चाही। 50 याजक बहत भए पानी क ऊपर माटी क एक ठु खोरा मँ एक पंछी मारी। 51 तब याजक देवदारु क लकड़ी, जूफा क पउधा, लाल कपड़ा क टूका अउ जिअत पंछी क लेई। याजक बहत पानी क ऊपर मारा भए पंछी क रकत मँ ओन चीजन क बोरी। तब याजक उ रकत क उ घरे पइ सात दाईर् छिरकी। 52 इ तरह याजक ओन चीजन क उपयोग घर क सुद्ध करइ बरे करी। 53 याजक खुला मैदान मँ सहर क बाहेर जाई अउर पंछी क उड़ाई देई। इ तरह याजक घरे बरे प्रायस्चित करी। घर सुद्ध होइ जाइ।” 54 उ सबइ नेम भयानक चर्मरोग क, 55 घर या कपड़ा क टूकन पइ क फपूँदी क बारे मँ अहइँ। 56 उ सबइ नेम सूजन, फुंसियन या चर्मरोग पइ सफेद दाग सम्बंध रखत हीं। 57 उ सबइ नेम सिखावत हीं कि चीजन कब असुद्ध अहइँ अउ कब सुद्ध अहइँ। उ सबइ नेम उ तरह क बेरामी स सम्बंध रखत हीं।

15:1 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स कहा: जब कउनो मनई क सरीर स धात क स्राव होत ह तब उ व्यक्ति असुद्ध होत ह। 3 उ धात सरीर स खुला बहत ह या सरीर ओका बहइ स रोक देत ह ऍकर कउनो महत्व नाहीं। 4 “अगर धात तजइवाला बिछउना पइ सोवत रहत ह तउ उ बिस्तर असुद्ध होइ जाइ। जउने जगह प उ बइठत ह उ असुद्ध होइ जाइ। 5 अगर कउनो मनई ओकरे बिछउना क छुअत ह तउ ओका आपन ओढ़नन क धोवइ चाही अउ पानी स नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 6 अगर कउनो मनई उ चीज प बइठत ह जउने पइ धात तजइवाला मनई बइठा होइ तउ ओका आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउर बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 7 अगर कउनो मनई उ मनई क छुअत ह जउन धात क तजे बाटइ तउ ओका आपन ओढ़नन क धोवइ चाही अउ बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 8 “अगर धात तजइवाला मनई कउनो सुद्ध मनई पइ छूवत ह तउ सुद्ध मनई क आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउ नहाइ चाही। उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही। 9 पसु पइ बइठइ क काठी जउने प धात तजइवाला मनई बइठा होइ तउ उ असुद्ध होइ जाइ। 10 एह बरे कउनो मनई जउन धात तजइवाला मनई क नीचे रहइवाली कउनो चीजे क छुअत ह तउ उ साँझ तलक असुद्ध रही। जउन मनई धात तजइवाला मनई रहइवाली कउनो नीचे क चीजन क लइ जात ह तउ ओका आपन ओढ़नन क धोवइ चाही अउ पानी मँ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 11 “सम्भव अहइ कि धात तजइवाला मनई पानी मँ बिना हाथ धोइके कउनो दूसर मनई क छुअइ। तब दूसर मनई आपन ओढ़नन क धोवइ चाही अउ पानी मँ नहाइ। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 12 “धात तजइवाला मनई अगर माटी क खोरा छुअइ तउ उ खोरा जरूर फोड़ देइ चाही। अगर धात तजइवाला मनई कउनो काठे क खोरा छुअइ तउ उ खोरा क बहत पानी मँ अच्छी तरह धोवइ चाही। 13 “जब धात तजइवाला कउनो मनई आपन धात तजे स सुद्ध कीन्ह जात ह तउ ओका आपन सुद्धि बरे उ दिना स सात दिन गनइ चाही। तब ओका आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउ बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ सुद्ध होइ जाइ। 14 अठएँ दिन उ मनई क दुइ फ़ाखता या दुइ कबूतरे क बच्चा लेइ चाही। ओका मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ यहोवा क समन्वा आवइ चाही। उ मनई दुइ पंछी याजक क देइ। 15 याजक पंछियन क बलि चढ़ाई। एक क पापबलि बरे अउ दूसर क होमबलि बरे। इ तरह याजक इ मनई क यहोवा क समन्वा ओकरे धात तजइ बरे प्रायस्चित करी। 16 “अगर मनसेधू क वीर्य निकरि जात ह तउ ओका बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 17 अगर वीर्य कउनो ओढ़ना या चाम पइ गिरइ तउ उ ओढ़ना या चाम पानी मँ धोवइ चाही। इ साँझ तलक असुद्ध रही। 18 अगर कउनो मनसेधू कउनो स्त्री क संग सोवत ह अउ वीर्य निकरत ह तउ स्त्री अउ मनसेधू दुइनउँ क बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ पचे साँझ तलक असुद्ध रइहीं। 19 “अगर कउनो स्त्री मासिक रकत स्राव क समइ मासिक धर्म स बाटइ तउ उ सात दिना तलक असुद्ध रही। अगर कउनो मनई ओका छुअत ह तउ उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही। 20 आपन मासिक धर्म क समइ स्त्री जउन कउनो चीज पइ ओलरी, उ भी असुद्ध रही अउ उ समइ मँ जउने चीजे प उ बइठी, उ भी असुद्ध होइ। 21 अगर कउनो मनई उ स्त्री क बिछउना क छुअत ह तउ ओका आपन ओढ़नन क बहत पानी मँ धोवइ अउ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 22 अगर कउनो मनई उ चीज क छुअत ह जेह पइ उ स्त्री बइठी होइ तउ उ मनई क आपन ओढ़ना बहत पानी मँ धोवइ चाही अउ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 23 उ मनई स्त्री क बिछउना क छुअत ह या उ चीज क छुअत ह जेह पइ उ बइठी होइ, तउ उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही। 24 “अगर कउनो मनई कउनो स्त्री क संग मासिक धर्म क समइ मँ यौन सम्बंध रखत ह तउ उ मनई सात दिना तलक असुद्ध रही। हर उ बिछउना जउने प उ सोवत ह असुद्ध होइ। 25 “अगर कउनो स्त्री क कइउ दिना तलक रकत स्राव रहत ह जउन ओकरे मासिक धर्म क समइ नाहीं होत, या निस्चित समइ क पाछे मासिक धर्म होत ह तउ उ उहइ तरह असुद्ध होइ जेह तरह मासिक धर्म क समइ अउ तब तलक असुद्ध रही जब तलक रही। 26 पूरा रकत स्राव क समइ उ स्त्री जेह बिछउना पइ ओलरी, उ वइसा ही होइ जइसा मासिक धर्म क समइ। जउन कउनो चीजे पइ उ स्त्री बइठी, उ वइसे ही असुद्ध होइ जइसेन उ मासिक धर्म स असुद्ध होत ह। 27 अगर कउनो मनई ओन चिजियन क छुअत ह तउ उ असुद्ध होइ। इ मनई क बहत पानी स आपन (कपड़ा) धोवइ चाही अउ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 28 ओकरे पाछे जब उ स्त्री मासिक धर्म स असुद्ध होइ जात ह तब स ओका सात दिन जरूर गनइ चाही एकरे पाछे उ सुद्ध होइ। 29 फिन अठएँ दिन ओका दुइ फाखता अउ दुइ कबूतरे क बच्चा लेइ चाही। ओका ओनका मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ याजक क लगे जरूर लावइ चाही। 30 तब याजक क एक पंछी पापबलि क रुप मँ अउ दूसर क होमबलि क रुप मँ चढ़ावइ चाही। इ तरह उ याजक ओका यहोवा क समन्वा ओकरे स्राव बरे प्रायस्चित करी। 31 “एह बरे तू इस्राएल क लोगन क उपदेस द्या कि उ पचन्क अपने आप क अलग करइ चाही जउन उ असुद्ध अहइ। इ तरह उ मोर पवित्तर तम्बू क दूसित नाहीं करब्या जउन ओकर बीच बाटइ। अगर उ पचे ऍका दूसित करत हीं तउ आपन असुद्धी क कारण जरूर मरइ क होइ।” 32 इ सबइ नेम तजइवाले लोगन क बरे अहइँ। इ सबइ नेम ओन मनइयन बरे अहइँ जउन वीर्य क सरीर स बाहेर निकरइ स असुद्ध होत हीं। 33 अउर इ सबइ नेम ओन स्त्रियन बरे अहइँ जउन आपन मासिक धर्म क रकत स्राव क समइ असुद्ध होह हीं अउर उ सबइ नेम ओन मनसेधुअन बरे अहइँ जउन असुद्ध स्त्रियन क संग सोवइ स असुद्ध होत हीं।

16:1 हारून क दुइ पूत यहोवा क सुगन्ध भेंट चढ़ावइ क जतन करइ क समइ मर ग रहेन। 2 एकर पाछे यहोवा मूसा स कहेस, “आपन भाई हारून स कहा कि उ महा पवित्तर ठउर मँ पर्दा क पाछे कउनो टेम जाइ चाहत ह तउ नाहीं जाइ सकत ह। उ पर्दा क पाछे जउन कमरा बाटइ ओहमाँ पवित्तर सन्दूख रखा भवा अहइ। पवित्तर सन्दूख क ऊपर ओकर बिसेस ढकनालाग अहइ। बिसेस ढकना क ऊपर एक ठु बदरे मँ मइँ परगट होब। अगर हारून उ कमरा मँ जात ह तउ उ मरि जाइ। 3 “प्रायस्चित क दिन पवित्तर ठउर मँ जाइके पहिले हारून क पापबलि क बरे एक ठु बछवा अउ होमबलि बरे एक ठु भेड़ा क महा पवित्तर ठउर क दुआरे क अगवा जरूर भेंट करइ चाही। 4 हारून आपन पूरा सरीर क पानी डाइके धोइ। तब हारून इ सबइ ओढ़नन क पहिरी। सन क नीचे क ओढ़ना सरीर स सटा होइहीं। उ सन स बना भवा कमर बन्द बान्ध लेइहीं। तउ हारून सन क पगड़ी बाँधी। इ सबइ पवित्तर ओढ़ना अहइँ। 5 “हारून क इस्राएल क लोगन स दुइ ठु बोकरा पापबलि क रूप मँ अउ एक ठु भेड़ा होमबलि क रूप मँ जरूर लेइ चाही। 6 तब हारून बछवा क पापबलि क रूप मँ चढ़ाइ। इ बलि ओकरे अपने बरे अहइ। तब हारून उ अउ ओकर परिवार बरे प्रायस्चित करी। 7 “एकरे पाछे हारून दुइ बोकरा लेइ अउ मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ यहोवा क समन्वा लिआइ। 8 हारून दुइनउँ बोकरन बरे चिट्ठी डाइ। एक चिट्ठी यहोवा बरे होइ। दूसरी चिट्ठी अजाजेल बरे होइ। 9 “तब हारून चिट्ठी डाइके यहोवा खातिर चुना गवा बोकरा क भेंट चढ़ाइ। हारून क इ बोकरा क पापबलि बरे चढ़ावइ चाही। 10 मुला चिट्ठी डाइके अजाजेल बरे चुना गवा बोकरा यहोवा क समन्वा जरूर जिअत लइ आवा जाइ चाही। याजक ऐसे ओकर पाप बरे प्रायस्चित करी। तब इ बोकरा मरूभूमि मँ अजाजेल क लगे पठवा जाइ। 11 “तब हारून आपन बरे बछवा क पापबलि रूप मँ चढ़ाइ। हारून अपने अउ आपन परिवार बरे प्रायस्चित करी। हारून बछवा क अपने बरे पापबलि क रूप मँ मारी। 12 तब ओका वेदी स आगी क एक ठु तसला अंगारा स भरा भवा यहोवा क समन्वा लइ आवइ चाही। हारून दुई मुट्ठी भइ उ महकइवाली सुगन्धित धूप लेइ जउन महीन पीसी गइ अहइ। हारून क पर्दा क पाछे कमरा मँ उ सुगन्धि क लिआवइ चाही। 13 हारून क यहोवा क समन्वा सुगन्धि क आगी मँ जरूर डावइ चाही। तबहिं सुगन्धि स भरी धूप क धुआँ क बदर साच्छीपत्र क ऊपर क बिसेस ढकना क ढाँकि लेइ। इ तरह हारून नाहीं मरी। 14 साथ ही साथ हारून क बछवा क कछू रकत अपनी अँगुरियन पइ लइ चाही अउ ओका बिसेस ढकना क पूरब कइँती छिछकारइ चाही। एकरे समन्वा उ सात दाईर् जरूर अंगुरी स रकत छिछकारी। 15 “एकरे पाछे हारून क लोगन बरे पापबलि क रुप मँ बोकरा क मारइ चाही। हारून क बोकरा क रकत पर्दा क पाछे कमरा मँ जरूर लावइ चाही। हारून क बोकरा क रकत क प्रयोग वइसा ही करइ चाही जइसा बछवा क रकत क किहस। हारून क उ ढकना पइ अउर ढकना क समन्वा बोकरा क खून जरूर छिछकारइ चाही। 16 अउर ओका इस्राएल क लोगन क असुद्धता स, अउ ओकर अपराधन अउर पापन स महा पवित्तर ठउर क सुद्ध करइ बरे प्रायस्चित करी चाही। हारून क इ इहइ मिलापवाला तम्बू बरे करइ चाही जउन असुद्ध लोगन क बीच मँ बाटइ। 17 जउने समइ हारून महा पवित्तर ठउर सुद्ध करइ, उ समइ कउनो मनई मिलापवाला तम्बू मँ नाहीं होइ चाही। कउनो मनई क ओकरे भीतर तब तलक नाहीं जाइ चाही जब तलक हारून बाहेर न आइ जाइ। इ तरह, हारून आपन क, आपन परिवार क अउर इस्राएल क सबहिं लोगन बरे प्रायस्चित करी। 18 तब हारून उ वेदी पइ जाइ जउन यहोवा क समन्वा बाटइ। हारून वेदी बरे प्रायस्चित करी। हारून बछवा अउ बोकरा क कछू रकत लइके वेदी क चारिहुँ कइँती अउ कोना पइ लगाइ। 19 तब हारून कछू रकत आपन अँगुरियन स वेदी पइ सात दाईर् छिरकी। इ तरह हारून इस्राएल क लोगन क सबहिं पापन स वेदी क सुद्ध अउ पवित्तर करी। 20 “हारून महा पवित्तर स्थान, मिलापवाला तम्बू अउ वेदी बरे प्रायस्चित करी। इ सबइ काम क पाछे हारून यहोवा क लगे जिअत बोकरा क लिआई। 21 हारून आपन दुइनउँ हाथन क जिअत बोकरा क मूँड़े पइ धरी। तब हारून बोकरा क ऊपर इस्राएल क लोगन क अपराध अउ पाप क कबूली। इ तरह हारून लोगन क पापन क बोकरा क मूँड़े पइ डाइ। तब उ बोकरा क दूर रेगिस्तान मँ पठइ। एक मनई बगल मँ बोकरा क लइ जाइके बरे खड़ा होइ। 22 इ तरह बोकरा सबहिं लोगन क पाप अपने ऊपर सूना रेगिस्तान मँ लइ जाइ। जउन मनई बोकरा क लइ जाइ उ रेगिस्तान मँ ओका खुला छोड़ि देइ। 23 “तब हारून मिलापवाला तम्बू मँ जाई। उ सन क ओन उत्तिम ओढ़नन क पहिरिही जेनका उ महा पवित्तर स्थान मँ जात समइ पहिरे रहा। ओका ओन ओढ़नन क हुअँइ तजइ चाही। 24 उ आपन पूरा सरीर क एक पवित्तर जगह मँ पानी स धोई। तब उ आपन दूसर खास ओढ़नन क पहिरी। उ बाहेर आइ अउर आपन होमबलि अउर लोगन क होमबलि चढ़ाइ। उ आपन क अउ लोगन क पाप बरे प्रायस्चित करी। 25 तब उ वेदी पइ पापबलि क चबीर् क चढ़ाइ। 26 “जउन मनई बोकरा क अजाजेल क लगे लइ जाइ, उ आपन ओढ़ना अउ आपन पूरा सरीर क पानी स धोवइ चाही। ओकरे पाछे उ मनई सिबिर मँ वापिस आइ सकत ह। 27 “पापबलि क बछवा अउर बोकरा क सिबिर स जरूर बाहेर लइ जाइ चाही। (उ पसुअन क रकत पवित्तर ठउरे मँ पवित्तर चीजन बरे प्रायस्चित करइ बरे लिआवा ग रहा।) याजक ओन पसुअन क चाम, सरीर अउ सरीरे क मल आगी मँ बारी। 28 तब ओन चीजन क बारइवाला मनई क आपन ओढ़ना अउ पूरा सरीर क पानी डाइके धोवइ चाही। ओकरे पाछे उ मनई डेरा मँ आइ सकत ह। 29 “इ नेम तोहरे बरे सदा रही। सतएँ महीना क दसवें दिन तू पचन क जरूर उपवास करइ चाही। तू पचन क कउनो काम नाहीं करइ चाही। तोहरे संग रहइवाला नागरिक या विदेसी भी कउनो काम नाहीं कइ सकिहीं। 30 काहेकि उ दिन याजक तोहका सुद्ध किहेस ह अउ तोहरे पापन्क बरे प्रायस्चित किहेस ह। तब तू पचे यहोवा बरे सुद्ध होब्या। 31 इ दिन तोहरे बरे आराम करइ क बिसेस दिन अहइ। तोहका सबन क इ दिन उपवास करइ चाही। इ नेम सदा बरे होइ। 32 तउ उ मनई जउन महा याजक बनइ बरे अभिसेक किहेस ह इ चीजन सुद्ध करइ बरे प्रायस्चित करी। इ उहइ मनई अहइ जेका ओकरे पिता क मउत क पाछे महा याजक क रुप मँ सेवा बरे तय कीन्ह ग अहइ। उ याजक क सन क पवित्तर ओढ़ना धारण करइ चाही। 33 ओका पवित्तर स्थान, मिलापवाला तम्बू अउ वेदी क सुद्ध करइ चाही अउ ओका याजक अउ इस्राएल क सबहिं लोगन क सुद्ध करइ चाही। 34 इस्राएल क लोगन क प्रायस्चित करइ क इ नेम सदा ही रही। तोहका इ सबइ बरिस मँ एक दाईं जरूर करइ चाही।”एह बरे उ पचे उहइ किहेन जउन करइ क यहोवा मूसा क आदेस दिहे रहा।

17:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “हारून, ओकरे पूतन अउ इस्राएल क सबहिं मनइयन स कहा। ओनका कहा कि यहोवा इ हुकुम दिहे अहइ: 3 कउनो इस्राएली मनई कउनो बर्धा या भेड़ी क बच्चा या बोकरा क डेरा मँ या डेरा क बाहेर मारि सकत ह। 4 उ व्यक्ति उ जनावरे क मिलापवाले तम्बू क दुआरे पइ लिआइ। ओका उ जनावर क एक हींसा यहोवा क भेंट क रुप मँ देइ चाही। उ व्यक्ति रकत बहाएस ह। उ मारे बाटइ एह बरे ओका यहोवा क पवित्तर तम्बू मँ भेंट लइ जाइ चाही। अगर उ जनावर क हींसा यहोवा क लगे नाहीं लइ जात तउ ओका आपन लोगन स अलग कइ देइ चाही। 5 इ नेम एह बरे अहइ कि लोग मेलबलि यहोवा क अर्पण करइँ। इस्राएल क लोगन क ओन जनावरन क जरूर लावइ चाही जेनका उ पचे मैदान मँ मारत ह। ओनका ओन जनावरन क मिलापवाला तम्बू क दुआर पइ लावइ चाही। ओनका ओन जनावरन क याजक क लगे लिआवइ चाही। 6 तब याजक ओन जनावरन क रकत मिलापवाला तम्बू क दुआरे क लगे यहोवा क वेदी तलक फेंकइ। याजक ओन जनावरन क चबीर् क वेदी पइ बारी। इ यहोवा बरे महकउआ सुगन्ध होइ। 7 ओनका कउनो भेंट ‘बोकरन क मूतिर्यन’ क अगवा नाहीं चढ़ावइ चाही, जउन उ पचन क वेस्यावृति क नाईं बदलत हीं। इ सबइ नेम हमेसा रइहइँ। 8 “लोगन स कहा: इस्राएल क कउनो नागरिक या कउनो बिदेसी जउन तू पचन क बीच बसत ह मँ स कउनो जउन मेलबलि अउ होमबलि चढ़ावत ह 9 ओका आपन बलि क मिलापवाला तम्बू क दुआर पइ लइ चाही अउ ओका यहोवा क चढ़ावइ चाही। अगर उ मनई अइसा नाहीं करत तउ ओका आपन लोगन स अलग कइ देइ चाही। 10 “मइँ हर अइसे मनई क खिलाफ होब जउन रकत खात ह। चाहे उ इस्राएल क नागरिक होइ या उ तोहरे बीच रहइवाला कउनो विदेसी होइ। मइँ ओका ओकरे लोगन स अलग कइ देब। 11 काहेकि प्राणी क जीवन रकत मँ बाटइ। मइँ तू पचन क उ रकत वेदी पइ डावइ क नेम दिहेउँ ह। इ तोहार आपन प्रायस्चित करइ बरे अहइ। कहेकि रकत मँ जान बाटइ, इ तोहार प्रायस्चित करी। 12 एह बरे मइँ इस्राएल क लोगन स कहत हउँ: तू पचन मँ स कउनो अउर न ही तू पचन क बीच रहइवाला कउनो बिदेसी रकत खाइ सकत ह। 13 अगर कउनो मनई कउनो जंगली जनावर या पंछी क धरत ह जेका खावा जाइ सकइ तउ उ मनई क रकत भुइँया पइ जरूर बहाइ देइ चाही अउ माटी स ओका मूँद देइ चाही। चाहे उ मनई इस्राएल क नागरिक होइ या तू पचन क बीच रहइवाला बिदेसी ओका इ जरूर करइ चाही। 14 तू पचन क इ काहे करइ चाही? काहेकि अगर रकत गोसे मँ बाटइ तउ उ जनावर क प्राण भी गोसे मँ बाटइ। एह बरे मइँ इस्राएल क लोगन क हुकुम देत अहउँ: उ गोस क जिन खा जेहमाँ रकत होइ। कउनो भी मनई जउन रकत खात ह आपन लोगन स अलगाइ दीन्ह जाइ। 15 “अगर कउनो मनई खुद स मरा भवा जनावर या कउनो दूसर जनावर क जरिये मारा भवा जनावर क खात ह। उ साँझ तलक असुद्ध रही। तउ उ मनई क आपन ओढ़ना अउ आपन पूरा सरीर पानी स धोवइ चाही। चाहे उ मनई इस्राएल क नागरिक हो या तू पचन क बीच रहइवाल बिदेसी। ओका इ जरूर करइ चाही। 16 अगर उ मनई आपन ओढ़नन क नाहीं धोवत अउ न ही नहात ह तउ उ पाप करइ क अपराधी होइ।”

18:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स कहा: मइँ यहोवा तू पचन क परमेस्सर अहउँ। 3 हिआँ आवइ क पहिले तू लोग मिस्र मँ रह्या। तू पचन क उ नाहीं करइ चाही जउन हुआँ होत भवा रहा। मइँ तू लोगन क कनान लइ जात अहउँ। तू लोगन क उ नाहीं करब अहइ जउन उ देस मँ कीन्ह जात ह। 4 तू पचन क मोरे नेमन क जरूर पालन करइ चाही। इ नेमन क पालन मँ होसियार रहा। काहेकि मइँ यहोवा तू पचन क परमेस्सर अहउँ। 5 एह बरे तू पचन क मोरे सबइ नेमन अउ कानून क पालन जरूर करइ चाही। अगर कउनो मनई मोर सबइ नेमन अउ हुकुमन क पालन करत ह तउ उ जिअत रही। मइँ यहोवा अहउँ। 6 “तोहका सबन्क निचके क रिस्तेदारन स कबहुँ यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। मइँ यहोवा अहउँ! 7 “तू पचन्क आपन पिता क अपमान नाहीं करइ चाही अरथ अहइ तू पचन्क आपन महतारी क संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। 8 तू पचन्क आपन बाप क मेहरारु स भी यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही चाहे उ तोहार महतारी भले ही न होइ। पिता क स्त्री स यौन सम्बंध सिरिफ तोहरे पिता बरे अहइ। 9 “तू पचन्क आपन पिता या महतारी क बिटिया अर्थात आपन बहिन स यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। एहसे फरक नाहीं पड़त कि तोहरी उ बहिन क पालन पोसण तोहरे घरे मँ भवा या कउनो दूसर जगह। 10 “तोहका सबन्क आपन नाती पोतन स यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। उ पचे तोहार अंगअहइँ। 11 “अगर तोहरे पिता अउ ओकर पत्नीक कउनो बिटिया अहइ तउ तोहरा बहिन अहइ। तू सबन्क ओनकइ संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। 12 “आपन पिता क बहिन क संग तोहार यौन सम्बंध नाहीं होइ चाही। उ तोहरे पिता क गोत क अहइ। 13 तू पचन्क आपन महतारी क बहिन क संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। उ तोहरे महतारी क गोत क अहइ। 14 तू पचन्क आपन पिता क भाई क पत्नी क संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। तू पचन्क आपन चाचा क पत्नी क निअरे तलक नाहीं जाइ चाही। उ तोहार काकी अहइ। 15 “तोहका पचन्क आपन पतोहू क संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। उ तोहरे बेटवा क पत्नी अहइ। तोहका ओकरे संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। 16 “तू पचन्क आपन भाई क पत्नी क संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। इ आपन भाई क संग यौन सम्बंध राखब जइसा होइ। सिरिफ तोहार भाई आपन पत्नी क संग यौन सम्बंध रख सकत ह। 17 “तोहका सबन्क कउनो महतारी अउ ओकरी बिटिया स यौन सम्बंध नाहीं रखइ चाही अउ तोहका इ स्त्री क नातिन स यौन सम्बंध नाहीं रखइ चाही। एहसे इ फरक नाहीं पड़त कि उ नातिन उ स्त्री क पूत या बिटिया क बिटिया बाटइ। ओकर पोतिन ओकरे नजदिकी गोत क बाटिन। ओनकइ संग यौन सम्बंध करब गलत अहइ। 18 “जब ताईर् तोहार स्त्री जिअत बाटइ, तू सबन्क ओकरी बहिन क दूसर स्त्री नाहीं बनावइ चाही। इ बहिनियन क आपसी दुस्मन बनाइ देइ। तोहका सबन्क आपन स्त्री क बहिन स यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। 19 “तोहका सबन्क कउनो स्त्री क लगे ओकरे मासिक धर्म क समइ यौन सम्बंध बरे नाहीं जाइ चाही। उ इ समइ असुद्ध अहइ। 20 “तोहे सबन्क आपन पड़ोसी क स्त्री स यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। इ तू सबन्क असुद्ध बनाइ। 21 “तू सबन्क आपन कउनो गदेला क आगी क जरिये मोलेक क भेंट नाहीं चढ़ावइ चाही। अगर तू पचे अइसा करत अहा तउ तू पचे आपन यहोवा क नाउँ क अपमान किहस ह। मइँ यहोवा अहउँ। 22 “तू सबन्क कउनो मनसेधू क संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही जइसा कउनो स्त्री क साथ कीन्ह जात ह। इ भयंकर पाप अहइ। 23 “कउनो जनावर क संग तोहार यौन सम्बंध नाहीं होइ चाही। इ सिरिफ तोहका घिनौना बनाइ देइ। स्त्री क भी कउनो जनावर क संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। इ प्रकृति क खिलाफ अहइ। 24 “इ सबइ अनुचित कामन स आपन क असुद्ध जिन करा। मइँ ओन रास्ट्रन क ओकर देस स बाहेर करत हउँ अउर मइँ ओनकी धरती तू सबन्क देत अहउँ। काहेकि उ पचे लोग वइसेन भयंकर पाप करत हीं। 25 एह बरे उ देस असुद्ध होइ ग बाटइ। एह बरे मइँ ओन लोगन स ओनकइ पापन बरे भरपाई कराउब। उ देस आपन निवासियन बाहेर अलगइ देत ह। 26 “एह बरे तू पचे मोरे सबइ नेमन अउ कानूनन क पालन जरूर करब्या। तू पचन्क ओनमाँ स कउनो भयंकर पाप नाहीं करइ चाही। इ सबइ नेमन इस्राएल क सबहिं नागरिक अउर तोहरे बीच रहइवाला सबहिं बिदेसियन बरे बाटइ। 27 जउन लोग तू सबन्स पहिले हुआँ रहेन उ पचे उ सबइ भयंकर पापन किहेन। जेहसे उ धरती असुद्ध होइ गवा। 28 अगर तू पचे भी उहइ काम करब्या तउ तू पचे इ धरती क गन्दा बनउब्या। इ तू लोगन्क वइसेन ही बाहेर निकारि देइ, जइसेन तू पचेन स पहिले बसइवाली जातियन क संग कीन्ह गवा रहा। 29 अगर कउनो मनई ओन भयंकर पापन मँ कउनो पाप करत ह, तउ उ आपन लोगन स अलग कइ दीन्ह जाइ। 30 दूसर लोग उ ओन भयंकर पापन क किहेन ह। मुला मोरे नेमन क पालन करइ चाही। तोहका पचन्क ओन भयंकर पापन मँ स कउनो भी नाहीं करइ चाही। ओन भयंकर पापन स आपन क असुद्ध जिन बनावा। मइँ तोहार सबन्क परमेस्सर यहोवा अहउँ।”

19:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क सबहिं लोगन स कहा: कि मइँ तोहार परमेस्सर अहउँ मइँ पवित्तर हउँ! एह बरे तू सबन्क पवित्तर होइ चाही! 3 “तू पचन मँ स हर एक मनई क आपन महतारी बाप क सम्मान करइ चाही अउ मोर बिस्राम क खास दिनन क मनावइ चाही। मइँ तोहार पवित्तर परमेस्सर अहउँ! 4 “मूतिर्यन क उपासना जिन करा। आपन बरे देवतन क मूतिर्यन क धातु गलाइके जिन बनावा। मइँ तू लोगन क परमेस्सर यहोवा अहउँ। 5 “जबहिं तू यहोवा क मेलबलि चढ़ावा तउ तू पचे ओका अइसे ठीक तरीका स चढ़ावा कि यहोवा तोहार बलि क स्वीकार कइ लेइ। 6 जउने दिन चढ़उब्या तू ऍका खाइ सकब्या अउ दूसरे दिना भी। मुला अगर बलि क कछू हींसा तीसर दिन भी बचि जाइ तउ ओका तू पचन क आगी मँ बारि देइ चाही। 7 कउनो भी बलि क तीसर दिन नाहीं खाइ चाही। इ असुद्ध बाटइ। इ अंगीकार नाहीं होइ। 8 अगर कउनो मनई अइसा कामन करत ह तउ उ दोखी होइ। काहेकि उ यहोवा क पवित्तर चीजन क दूसित किहेस। उ मनई क ओकर लोगन स अलग कइ दीन्ह जाई। 9 “जबहिं तू कटनी क समइ आपन फसल काट्या तउ तू पचे सब कइँती स खेत क कोनन ताईर् जिन काट्या अउर अगर अन्न जमीन पइ गिरि जात ह तउ तू पचन्क ओका बटोरइ नाहीं चाही। 10 आपन अंगूरे क बगिया क सारा अंगूर जिन तोड़्या। जउन अंगूर भुइँया पइ गिरि जाइँ ओनका जिन उठावा। काहेकि तू पचन्क उ सबइ चीजन गरीब लोगन अउर जउन तोहार बीच रहइवाला बिदेसियन बाटइ ओनके बरे छोड़इ चाही। मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ! 11 “तू पचन्क चोरी नाहीं करइ चाही। तू पचन्क लोगन्क ठगी नाहीं करइ चाही। तू पचन्क आपुस मँ झूठ नाहीं बोलइ चाही। 12 तू पचन्क मोरे नाउँ पइ झूठा बचन नाहीं देइ चाही। अगर तू पचे अइसा करत ह्या तउ तू पचे आपन परमेस्सर क नाउँ क अपमान करत ह। मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ! 13 “तू पचन्क आपन पड़ोसी क धोखा नाहीं देइ चाही। तू पचन्क ओकर चोरी नाहीं करइ चाही। तू पचन्क मजदूर क मजदूरी पूरी रात, भिन्सारे तलक नाहीं रोकइ चाही। 14 “तू पचन्क कउनो बहिरे मनई क सरापइ नाहीं चाही। तू पचन्क कउनो आँधर क भहरावइ बरे ओकरे अगवा कउनो चीज नाहीं रखइ चाही। मुला तू पचन्क आपन परमेस्सर यहोवा क सम्मान करइ चाही। मइँ यहोवा अहउँ! 15 “तू पचन्क क निआव करइ मँ ईमानदार होइ चाही। न तउ तू पचन्क गरीबन क संग खास पच्छपात करइ चाही अउ न ही बड़कन अउ धनी मनइयन बरे कउनो आदर देखावइ चाही। तू पचन्क आपन पड़ोसी क संग निआव करत समइ ईमानदार होइ चाही। 16 तू पचन्क दूसर लोगन्क खिलाफ चारिहुँ कइँती अफवाह सँचरावत भए नाहीं चलइ चाही। अइसा कछू जिन करा जउन तू पचन्क पड़ोसी क खतरा मँ डाइ देइ। मइँ यहोवा अहउँ! 17 “तू पचन्क आपन हिरदइ मँ आपन भाइयन स घिना नाहीं करइ चाही। अगर तोहार पड़ोसी कछू बुरा करत ह तउ एकरे बारे मँ ओका समझावा। मुला ओका छिमा करा! 18 लोग, जउन तोहार बुरा करइँ, ओका बिसरि जा। ओसे बदला लेइ क कोसिस जिन करा। आपन पड़ोसी स वइसेन ही पिरेम करा जइसे अपने आप स करत ह्या। मइँ यहोवा अहउँ! 19 “तू पचन्क मोरे नेमन क पालन जरूर करा। दुइ जाति क जनावरन क प्रजनन बरे आपुस मँ जिन मिलावा। तू पचन क खेते मँ दुइ तरह क बिआ नाहीं मिलावइ चाही। तू पचन्क दुइ तरह क मिलावट स बना ओढ़ना क नाहीं पहिरइ चाही। 20 “इ होइ सकत ह कि कउनो दूसर मनई क दासी स कउनो मनई क यौन संबंध होइ। अगर इ दासी न तउ खरीदी गइ अहइ अउर न ही अजाद कराई गइ अहइ तउ ओनका जरूर दण्ड दीन्ह जाइ चाही। मुला उ पचे मउत न पइहीं। काहेकि स्त्री अजाद नाहीं रही। 21 उ मनई क आपन अपराध बरे मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ यहोवा बरे जरूर दोखबलि चढ़ावइ चाही। मनई क एक ठु भेड़ा दोखबलि क रूप मँ लावइ चाही। 22 “याजक उ मनई बरे जउन पाप किहेस ह क प्रायस्चित करी। याजक यहोवा क दोखबलि क रुप मँ भेड़ा क चढ़ाइ। इ मनई क कीन्ह गए पापन बरे भेंट होइ। तब मनई आपन कीन्ह गए पापन बरे छिमा पाइहीं। 23 “भविस्स मँ तू पचे आपन प्रदेस मँ प्रवेस करब्या। उ समइ भोजन बरे तू पचे किसिम किसिम क बृच्छ लगउब्या। पौधा लगावइ क पाछे बृच्छ क कउनो फले क प्रयोग करइ बरे तोहका तीन बरिस तलक जोहइ चाही। तू पचन क ओसे पहिले क फल क प्रयोग नाहीं करइ चाही। 24 “चउथे बरिस उ बृच्छ क फले यहोवा क होइहीं। इ यहोवा क स्तुति बरे पवित्तर भेंट होइ। 25 तब, पँचवें बरिस तू सब उ बृच्छ क फल चखि सकत ह अउ बृच्छ तोहरे बरे जियादा स जियादा फल पइदा करी। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। 26 “तू सबन्क क कउनो गोस जेहमा रकत बाटइ नाहीं खाइ चाही। तू पचन्क भविस्सबाणी करइ बरे जादू या कउनो दूसर चीजियन क प्रयोग नाहीं करइ चाही। 27 “तू पचन्क आपन मूँड़े क बगल क बाढ़ भवा बार कटवावइ नाहीं चाही या तोहका आपन दाढ़ी क छटवावइ नाही चाही। 28 कउनो मरे मनई क सुमिरन बनए रहइ बरे आपन तन क काटइ नाहीं चाही। तू पचन्क आपन सरीर प गोदना गोदवावइ नाहीं चाही। मइँ यहोवा अहउँ! 29 “तू पचे आपन बिटिया क बेस्या जिन बनइ द्या। एहसे सिरिफ इ पता लागत ह कि तू ओकर इज्जत नाहीं करत ह्या। तू पचे आपन देस मँ स्त्रियन क बेस्या जिन बनइ द्या। तू पचे आपन देस क इ तरह क पापन स जिन भर जाइ द्या। 30 “तू पचन्क मोरे बिस्राम क बिसेस दिनन मँ काम नाहीं करइ चाही। तू पचन्क मोरे पवित्तर ठउर क सम्मान जरूर करइ चाही। मइँ यहोवा अहउँ! 31 “ओझा लोगन अउ भूत सिद्ध लोगन लगे सलाह बरे जिन जा। उ पचे सिरिफ तोहका असुद्ध बनइहीं। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। 32 “बुढ़वा मनइयन क सम्मान करा। जब उ पचे कमरा मँ आवइँ तउ खड़ा होइ जा। आपन परमेस्सर क सम्मान करा। मइँ यहोवा अहउँ। 33 “आपन देस मँ बिदेसी लोगन क संग बुरा बेउहार जिन करा! 34 तू पचन्क बिदेसी लोगन क संग वइसा ही बेउहार ही करइ चाही जइसा तू पचे आपन नागरिकन क संग करत ह्या। तू बिदेसियन स वइसेन पियार करा जइसा आपन स करत ह्या। काहेकि तू पचे भी एक समइ मिस्र मँ बिदेसी रह्या। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ! 35 “तू पचन्क निआव करत समइ लोगन बरे ईमानदार होइ चाही। तू पचन्क चीजन क जोखइ अउ तउलइ मँ ईमानदार होइ चाही। 36 तोहार झउअन ठीक नाप क होइ चाही। तोहरे नाप करइ क बासन मँ द्रव क ठीक मात्रा आवइ चाही। तोहरे तराजू अउ बटखरा चीजन्क ठीक तउलइवाला होइ चाही। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। मइँ तू पचन्क मिस्र देस स बाहेर लिआएउँ! 37 “तोहका पचन्क सबहिं नेम अउ निर्णयन क सुमिरिके रखइ चाही अउ तू सबन्क ओनका पालन करइ चाही। मइँ यहोवा अहउँ!”

20:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “तोहका इस्राएल क लोगन स इ भी कहइ चाही: तोहरे देस मँ कउनो मनई आपन गदेलन मँ स कउनो क लबार देवता मोलेक क दइ सकत ह। उ मनई क जरूर मार डावइ चाही। एहसे फरक नाहीं पड़त कि उ इस्राएल क नागरिक अहइ या इस्राएल मँ बसइया कउनो बिदेसी। तू पचन क ओका पाथर लोकाइ लोकाइके मारि डावइ चाही। 3 मइँ उ मनई क खिलाफ होब। मइँ ओका ओकरे लोगन स अलग कइ देब। काहेकि उ आपन गदेलन क मोलेक क दिहस। उ मोरे पवित्तर नाउँ क अपमान किहेस। उ मोरे पवित्तर ठउरे क असुद्ध किहस। 4 होइ सकत ह कि साधारिन लोग उ मनई क उपेच्छा करइ। होइ सकत ह कि उ मनई क न मारइ जउन गदेलन क मोलेक क दिहस ह। 5 मुला मइँ उ व्यक्ति अउ ओकरे परिवार क खिलाफ होब। मइँ ओका ओकरे लोगन स अलग करब। मइँ कउनो भी अइसे व्यक्ति क ओकरे लोगन स अलग करब, जउन मोलेक क पाछे वेस्या क तरह करत ह। 6 “मइँ उ मनई क खिलाफ होब जउन कउनो ओझा या भूतसिद्ध क लगे सलाह लेइ बरे जात ह। अइसा करइके उ मोहे स अबिस्सासी होइ जात ह। एह बरे मइँ उ मनई क ओकरे लोगन स अलग करब। 7 “बिसेस बना। आपन क पवित्तर बनावा। काहेकि मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ। 8 मोर सबइ आग्या क पालन करा अउ ओनका सुमिरा। मइँ यहोवा अहउँ अउर मइँ तू लोगन क आपन बिसेस लोग बनाएउँ ह। 9 “अगर कउनो मनई आपन महतारी-बाप क सराप देत ह तउ उ मनई क मारि डावइ चाही। उ आपन पिता या महतारी क सराप देत ह, एह बरे उ आपन मउत क खुद जिम्मेदार होइ। 10 “अगर कउनो मनई आपन पड़ोसी क पत्नी क संग यौन सम्बंध रखत ह तउ स्त्री अउ मनसेधू दुइनउँ व्यभिचारी क अपराधी अहइँ। एह बरे दुइनउँ क जरूर मारि डावइ चाही। 11 अगर कउनो मनई आपन सौतेली महतारी स यौन सम्बंध करत ह तउ उ मनई क मारि डावइ चाही। उ मनई क अउ ओकर सौतेली महतारी दुइनउँ क मार डावइ चाही।उ मनई आपन पिता क खिलाफ खुद पाप किहेस ह। 12 “अगर कउनो मनई आपन पतोहू क संग यौन सम्बंध करत ह तउ दुइनउँ क मारि डावइ चाही। उ पचे बहोत बुरा यौन पाप किहेन ह। ओनका दण्ड जरुर मिलइ चाही। 13 “अगर कउनो मनई कउनो मनई क संग मेहरारु जइसा यौन सम्बंध करत ह तउ दुइनउँ क मारि डावइ चाही। उ पचे बहोत बुरा पाप किहन ह। ओनका दण्ड जरुर मिलइ चाही। 14 “अगर कउनो मनई कउनो मेहरारु अउ ओकरी महतारी क संग यौन सम्बंध करत ह तउ इ यौन पाप अहइ। लोगन्क उ मनई अउ दुइनउँ मेहररुअन क आगी मँ बारि देइ चाही। इ यौन पाप क आपन लोगन मँ जिन होइ द्या। 15 “अगर कउनो मनई कउनो गोरु स यौन सम्बंध करइ तउ उ मनई क मारि डावइ चाही अउ तोहका उ गोरु क मारि डावइ चाही। 16 अगर कउनो मेहरारु कउनो गोरु स यौन सम्बंध करत ह तउ तू पचन क उ मेहरारु अउ उ गोरु क मारि डावइ चाही। ओनका जरुर मारि डावइ चाही। 17 “इ एक भाई अउ ओकरी बहिन या सोतेली बहिन बरे लज्जा क बात अहइ कि उ पचे आपुस मँ यौन सम्बंध करइँ। ओनका समाज कइँती स दण्ड मिलइ चाही। उ पचन क आपन लोगन स अलगाइ देइ चाही। उ मनई जउन आपन बहिन क संग यौन सम्बंध किहस ह, आपन पाप बरे जरूर दण्ड पाइ।र् 18 “अगर कउनो मनई कउनो मेहरारु क संग मासिक धर्म क रकत बहइ क समइ यौन सम्बंध करी, तउ दुइनउँ क आपन लोगन स अलगाइ देइ जाई। उ पचे पाप किहन क काहेकि उ पचे रकत क स्रोत क उघारेन ह। 19 “तू सबन्क आपन महतारी क बहिन या पिता क बहिन क संग यौन सम्बंध नाहीं करइ चाही। इ आपन नगीचे क रिस्तेदार क नंगापन क उघारेन ह। ऍह बरे दुइनउँ क ओनके पाप बरे जरूर दण्ड मिली चाही। 20 “कउनो मनई क आपन चाचा-मामा क पत्नी क संग नाहीं सोवइ चाही। इ मनई अउ ओकर चाची अउ मामी क ओनके पापन बरे दण्ड मिली। उ पचे बगैर कउनो सन्तान क मरिहीं। 21 कउनो मनई क बरे इ बुरा अहइ कि उ आपन भाई क स्त्री क संग यौन सम्बंध करइ। उ मनई आपन भाई क खिलाफ पाप किहे बाटइ। ओकर कउनो सन्तान नाहीं होइ। 22 “तू पचन क मोर सारे नेम अउ निर्णय क सुमिरइ चाही अउ तोहका ओनकर पालन जरुर करइ चाही। मइँ तू पचन क तोहरे प्रदेस लइ जात अहउँ। तू लोग उ प्रदेस मँ रहब्या। अगर तू लोग मोर नेमन अउ सबइ निर्णय क मानत रहब्या तउ उ प्रदेस तू लोगन क निकारिके बाहेर न करी। 23 मइँ दूसर लोगन क उ प्रदेस क तजइ क मजबूर करत हउँ। काहेकि ओन लोगन उ सबइ पाप किहेन। मइँ ओन पापन स घिना करत हउँ। एह बरे तू पचन्क ओकरे जीवन-सैली क नकल नाहीं करइ चाही। 24 “मइँ कहेउँ ह कि तू पचे ओनकर प्रदेस पउब्या। मइँ ओनकर प्रदेस तू पचन क देबउँ। उ तोहार प्रदेस होइ। उ प्रदेस दूध अउ सहद क नदियन बहत हीं। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ!“मइँ तू पचन्क खास बनाएउँ ह। मइँ तोहरे संग दूसर रास्ट्रन स अलग बेउहार किहेउँ ह। 25 एह बरे तू पचन क सुद्ध जनावरन क संग असुद्ध जनावरन स जरूर अलग बेउहार करइ चाही। तू पचन क सुद्ध पंछियन क संग असुद्ध पंछियन स जरूर अलग बेउहार करइ चाही। ओनमाँ स कउनो भी असुद्ध पंछी, जनावरन अउ कीड़ा-पतंगा क जिन खा जउन भुइयाँ प रेंगत हीं। मइँ ओन चीजन क असुद्ध बनएउँ ह। 26 तू पचन क मोरे बरे पवित्तर होइ चाही। काहेकि मइँ यहोवा अहउँ अउ मइँ पवित्तर हउँ। मइँ तोहका दूसर रास्ट्रन स अलग कइ दिहे हउँ तोहका बिसेस लोग बनावई बरे जउन कि मोर अहइ। 27 “अगर कउनो मनसेधू या मेहरारु ओझा होइ या कउनो जादूगर होइ, ओनका निहचय ही मार दीन्ह जाइ। लोगन क चाही कि उ पचे पाथर मारि मारिके मार देइँ। उ आपन मउत क खुद ही कसूरवार होइ।”

21:1 यहोवा मूसा स कहेस, “इ सबइ बातन हारून क याजक पूतन स कहा: कउनो मरे भए मनई क छुइके याजक आपन क असुद्ध न करइ। 2 मुला अगर मरा भवा मनई ओकरे निजके रिस्तेदारन मँ स कउनो अहइ तउ उ मरे भए क ल्हास क छुइ सकत ह। याजक आपन क असुद्ध कइ सकत ह अगर मरा मनई ओकर महतारी, बाप, ओकर पूत, या बिटिया, ओकर भाई, 3 ओकर बिन बियाही बहिन अहइ। (इ बहन ओकर निचके क रिस्तेदार अहइ काहेकि ओकर भतार नाहीं अहइ।) एह बरे याजक आपन क असुद्ध कइ सकत ह, अगर उ मरत ह। 4 मुला याजक आपन क असुद्ध नाहीं करइ चाही, अगर मरा भवा व्यक्ति बियाहे क कारण ओकर रिस्तेदार होइ। 5 “याजकन क आपन मूँड़े क मूडन नाहीं करावइ चाही। याजकन क आपन दाढ़ी क सिरा नाहीं कटवावइ चाही। याजकन क आपन चाम पइ कहूँ भी काटइ नाहीं चाही। 6 याजकन क आपन परमेस्सर बरे पवित्तर होइ चाही। उ पचे आपन परमेस्सर क नाउँ क दूसित नाहीं करइ चाही। काहेकि उ पचे आपन भोजन अउ भेंट यहोवा क चढ़ावत ह एह बरे ओनका पवित्तर होइ चाही। 7 “याजक परमेस्सर बरे पवित्तर अहइ। एह बरे याजक क अइसी मेहरारु स बियाह नाहीं करइ चाही जउन कउनो क संग यौन सम्बंध किहे होइ। याजक क कउनो पतुरिया, या तलाक दीन्ह गइ मेहरारु स बियाह नाहीं करइ चाही। 8 याजक परमेस्सर बरे पवित्तर अहइ। एह बरे तू पचन क ओकरे साथे खास तरह स बेउहार करइ चाही। काहेकि उ पवित्तर चीजन क लइ चलत बाटइ। उ पवित्तर रोटी परमेस्सर क चढ़ावत ह अउर मइँ पवित्तर अहउँ। मइँ यहोवा अहउँ, अउर मइँ तू पचन क पवित्तर बनावत अहँउ। 9 “अगर याजक क बिटिया पतुरिया बन जात ह तउ उ आपन इज्जत बरबाद करत ह अउ अपने भतारे पइ कलंक लगावत ह। एह बरे ओका बारि देइ चाही। 10 “महा याजक आपन भाइयन मँ स चुना जात रहा। अभिसेक क तेल ओकरे मूँड़े पइ नावा जात रहा। इ तरह उ महा याजक क बिसेस कर्तव्य बरे तैनात कीन्ह जात रहा। ओका महा याजक क खास ओढ़ना पहिरइ बरे चुना जात रहा। ओका आपन बार जंगली ढंग स नाहीं बिखेरइ चाही। ओका आपन ओढ़ना बढ़ाइ देइ नाहीं चाही। 11 ओका मुर्दा क छुइके आपन क असुद्ध नाहीं बनावइ चाही। ओका कउनो मुर्दा क लगे नाहीं जाइ चाही। चाहे उ ओकर महतारी-बाप का ही काहे न होइ। 12 महा याजक क परमेस्सर क पवित्तर ठउर क बाहेर नाहीं जाइ चाही। अगर उ अइसा किहस तउ उ असुद्ध होइ जाइ अउ उ परमेस्सर क पवित्तर ठउर क भी अपमान कइ देइ। अभिसेक क तेल महा याजक क मूँड़े पइ नावइ चाही। मइँ यहोवा अहउँ। 13 “महा याजक क सिरिफ ओकर संग बियाह करइ चाही जउन कुवाँरी होइ। 14 महा याजक क अइसी मेहरारु स बियाह नाहीं करइ चाही जउन कउनो दूसर मनई क संग यौन सम्बंध रख चुकी होइ। महा याजक क कउनो रण्डी, तलाक दीन्ह गइ मेहरारु या राँड़ मेहरारु स बियाह नाहीं करइ चाही। महा याजक क आपन लोगन मँ स एक कुवाँरी स बियाह करइ चाही। 15 ओका आपन गदेलन क अपवित्तर नाहीं करइ चाही। मइँ, यहोवा, याजक क ओकरे खास कामे बरे पवित्तर बनाएउँ ह।” 16 यहोवा मूसा स कहेस, 17 “हारून स कहा: अगर तोहरे बंस मँ जन्मइवालन क सन्तानन मँ स कउनो आपन मँ कउनो दोख पावइ तउ ओनका खास रोटी परमेस्सर तलक नाहीं लइ जाइ चाही। 18 कउनो मनई, जेहमाँ कउनो दोख होइ, याजकन क काम न कइ सकत ह। उ मोरे लगे भेंट नाहीं लिआइ सकत ह। इ सबइ लोग याजक क रुप मँ सेवा नाहीं कइ सकतेन।आँधर मनई, लँगड़ा मनई, भयंकर चेहरा वाला मनई, बहोत जियादा लम्बी बाँह अउर टाँगवाला मनई। 19 टूटा गोड़ या हाथवाला मनई, 20 कुबड़ा मनई, बौना, आँखी मँ दोखवाला मनई, खजुरी अउ चरम रोग क मनई, बधिया कीन्ह गवा मनई। 21 अगर हारून क कउनो बंसे मँ कछु दोख अहइ। अहइ तउ उ यहोवा क होमबलि नाहीं चढ़ाइ सकत अउर उ खास रोटी परमेस्सर क लगे नाहीं लइ जाइ सकत ह। 22 बहरहाल उ पवित्तर रोटी खाइ सकत ह। उ सबन त पवित्तर रोटी भी खाइ सकत ह। 23 मुला उ सबन त जियादा पवित्तर ठउरे मँ पर्दा स होइके नाहीं जाइ सकत अउर न ही उ वेदी क लगे जाइ सकत ह। काहेकि ओहमाँ कछू दोख अहइ। ओका मोरे पवित्तर ठउर क अपवित्तर नाहीं बनावइ चाही। मइँ यहोवा ओन ठउरन क पवित्तर बनवत हउँ।” 24 एह बरे मूसा इ सबइ बातन हारून स, हारून क पूतन अउ इस्राएल क सबहिं लोगन स कहेस।

22:1 यहोवा परमेस्सर मूसा स कहेस, 2 “हारून अउ ओकरे पूतन स कहा: इस्राएल क लोग जउन चिजियन मोका देइहीं, उ सबइ पवित्तर होइ जइहीं। उ सबइ मोर अहइँ। एह बरे तू सबइ याजकन क उ सबइ चीजन नाहीं लेइ चाही। तोहका उ सबइ पवित्तर चिजियन क नाहीं लेइ चाही। ऍह बरे तू मोर नाउँ क अपमान नाहीं करब्या। मइँ यहोवा अहउँ। 3 अगर तोहरे बंसे मँ जन्मइवालन मँ स कउनो व्यक्ति जउन असुद्ध अहइ। ओन चीजन क छुई। तउ उ व्यक्ति क मोसे अलग कइ दीन्ह जाइ। इस्राएल क लोग उ सबइ चीजन क मोका दिहन। मइँ यहोवा अहउँ! 4 “अगर हारुन क कउनो बंसे जन्मइ वालन मँ क बुरा चरम रोगन मँ स कउनो रोग होइ या ओका धात स्राव होइ तउ ओका तबहिं तलक कउनो पवित्तर खाना नाहीं खाइ चाही जब तलक उ सुद्ध न होइ जाइ। इ नेम उ सबइ याजक क बरे अहइ जउन असुद्ध होइ। उ याजक कउनो ल्हासे क छुइके या आपन वीर्य क गिरइ स असुद्ध होइ सकत ह। 5 उ तब असुद्ध होइ सकत ह। जब उ कउनो रेगंइवाला जनावर क छुअइ। उ तब असुद्ध होइ सकत ह जब उ कउनो असुद्ध मनई क छुअइ। एकर कउनो महत्व नाहीं कि उ मनई क कउन चीज असुद्ध किहे अहइ। 6 अगर कउनो मनई ओन चीजन क छुई तउ उ साँझ तलक असुद्ध रही। उ मनई क पवित्तर भोजन मँ स कछु भी नाहीं खाइ चाही! पानी डाइके बगैर नहाए भए उ पवित्तर भोजन नाहीं कइ सकत ह। 7 उ सूरज क बूड़इ प इ सुद्ध होइ। तबहुँ उ पवित्तर भोजन कइ सकत ह। काहेकि भोजन ओकर अहइ। 8 “अगर याजक क कउनो अइसा जनावर मिलत ह जउन खुद मरि गवा होइ या कउनो जनावर क जरिये मारि दीन्ह ग होइ तउ ओका मरे भए जनावर क नाहीं खाइ चाही। अगर उ मनई जनावर क खाइ लेत ह तउ उ असुद्ध होइ। मइँ यहोवा अहउँ! 9 “याजक लोगन क उ काम करइ बरे सावधान होइ चाही जउन मइँ ओका दिहेस ह। ओनका सावधान रहइ क होइ कि उ पचे पवित्तर चिजियन क अपवित्तर न बनावइ। अगर उ पचे सावधान रइहीं तउ मरिहीं नाहीं। मइँ यहोवा ओनका इ खास काम बरे दूसर लोगन स अलगाएउँ ह। 10 सिरिफ याजक लोगन क परिवार क मनई ही पवित्तर भोजन खाइ सकत हीं। याजक क संग ठहरइवाला अतिथि या मज़दूर पवित्तर भोजन मँ स कछू भी नाहीं खाइ। 11 मुला अगर याजक आपन धन स कउनो दास क बेसहत ह तउ उ पवित्तर चीजन मँ स कछू क खाइ सकत ह अउ याजक क घरे मँ पइदा भवा दास भी उ पवित्तर भोजन मँ स कछू खाइ सकत ह। 12 कउनो याजक क बिटिया अइसे मनई स बियाह कइ सकत ह जउन याजक न होइ। अगर उ अइसा करत ह तउ पवित्तर भेंट मँ स कछू नाहीं खाइ सकत। 13 कउनो याजक क बिटिया विधवा होइ सकत ह, या ओका तलाक दीन्ह जाइ सकत ह। अगर ओकरे भरण पोसण बरे ओकरे लरिकन नाहीं बाटेन अउर उ आपन पिता क हिआँ लउटत ह, जहाँ उ बचपन मँ रही ह तउ उ पिता क भोज़न मँ स कछू खाइ सकत ह। मुला सिरिफ याजक क परिवार क मनइयन ही इ भोजन क खाइ सकत हीं। 14 “कउनो मनई भूलिके कछू पवित्तर भोजन खाइ सकत ह। उ मनई क उ पवित्तर भोजन याजक क देइ चाही अउ ओकरे अलावा उ भोजन क दाम क पाँचवाँ हींसा ओका अउर देइ क होइ। 15 इस्राएल क लोग यहोवा क भेंट चढ़इहीं। उ सबइ भेंटन पवित्तर होइ जात हीं। एह बरे याजक क ओन पवित्तर चीजन क अपवित्तर नाहीं बनावइ चाही। 16 अगर याजक ओन चीजन क अपवित्तर समझत हीं तउ उ पचे तबहिं आपन पाप क बढ़इहीं जब पवित्तर भोजन क खइहीं। मइँ, यहोवा, ओनका पवित्तर बनावत हउँ।” 17 यहोवा परमेस्सर मूसा स कहेस, 18 “हारून अउ ओकरे पूतन, अउर इस्राएल क सबहिं लोगन स कहा: होइ सकत ह कि इस्राएल क कउनो नागरिक या कउनो बिदेसी कउनो भेंट लावइ चाहइ। होइ सकत ह उ कउनो बिसेस बचन दिहे होइ, अउ इ ओकरे बरे होइ। या होइ सकत ह इ उ बिसेस भेंट होइ जेका उ व्यक्ति अपिर्त करइ चाहइ। 19 इ सबइ अइसी भेंटन अहइँ जेनका लोग एह बरे लिआवत हीं कि उ पचे यहोवा क भेंट चढ़ावइ चाहत हीं। तोहका सबन्क अइसी भेंट नाहीं कबूल करइ चाही जेहमाँ कउनो दोख होइ। मइँ उ भेंट स खुस नाहीं होब। अगर भेंट एक ठु साँड़ अहइ, या एक ठु भेड़ी अहइ, या एक बोकरा अहइ तउ उ नर होइ चाही अउ एहमाँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। 20 21 “कउनो मनई यहोवा क मेलबलि चढ़ाइ सकत ह। उ मेलबलि उ व्यक्ति क जरिये दीन्ह गए बचन बरे होइ सकत ह या इ कउनो खुद प्रेरित भेंट होइ सकत ह। इ बर्धा या भेड़ी होइ सकत ह। मुला ओका तन्दुरुस्त अउ दोख रहित होइ चाही। 22 तोहका यहोवा क अइसा कउनो गोरु भेंट नाहीं करइ चाही जउन आँधर होइ या जेकर हाड़ टूटा होइ, या जउन लंगड़ा होइ, या जेकर घाव बहत होइ, या चरम रोग वाला होइ। तोहका यहोवा बरे वेदी प कउनो बीमार गोरु क भेंट नाहीं चढ़ावइ चाही। 23 “कबहुँ कबहुँ कउनो बर्धा या मेमना क गोड़ बहोत जियादा लम्बा होइ सकत हीं या अइसेन गोड़ होइ सकत हीं जेनकर विकास ठीक स न भवा होइ। अगर कउनो मनई अइसे गोरु क यहोवा क खास भेंट क रुप मँ चढ़ावत ह तउ उ स्वीकार कीन्ह जाइ। मुला एका कउनो व्यक्ति क जरिये दीन्ह गए बचन बरे स्वीकार नाहीं कीन्ह जाइ। 24 “अगर कउनो गोरु क अण्ड कोस जख्मी, घाउवाला, फाड़ा भवा या कटा भवा होइँ तउ तोहका उ गोरु क भेंट यहोवा क नाहीं चढ़ावइ चाही। तोहका अइसा गोरुअन आपन भुइँया पइ बलि नाहीं देइ चाही। 25 “तोहका बिदेसियन स बलि बरे अइसे गोरुअन क नाहीं लेइ चाही। काहेकि इ सबइ गोरु कउनो तरह चोट खाए अहइँ। ओनमाँ कछू दोख अहइ। इ सबइ स्वीकार नाहीं कीन्ह जइहीं!” 26 यहोवा मूसा स कहेस, 27 “जब कउनो बछवा, या भेड़ी, या बोकरी जउन नवा पइदा होइ तउ आपन महतारी क संग ओका सात दिन रहइ देइ चाही। तब अठऍ दिन अउ ओकरे पाछे इ यहोवा क दीन्ह जाइवाली बलि क रुप मँ स्वीकार कीन्ह जइहीं। 28 मुला तोहका सबन्क उही दिन उ गोरु अउ ओकरी बच्चन क नाहीं मारइ चाही। इहइ नेम गइया अउ भेड़न बरे अहइ। 29 “अगर तू पचन्क यहोवा बरे कउनो खास कृतग्यता बलि चढ़ावइ क होइ तउ तू पचे उ भेंट क चढ़ावइ मँ अजाद अहा। मुला इ इ तरह करा कि परमेस्सर क खुस करा। 30 तू पचन्क पूरा गोरु उहइ दिन खाइ लेइ चाही। तू पचन्क अगले भिन्सारे बरे कछू भी गोस नाहीं छोड़इ चाही। मइँ यहोवा अहउँ! 31 “मोरे आदेसन क याद राखा अउ ओनकइ पालन करा। मइँ यहोवा अहउँ। 32 मोरे पवित्तर नाउँ क अपमान जिन करा। मोका इस्राएल क लोगन बरे बहोत खास होइ चाही। मइँ, यहोवा तू पचन्क आपन बिसेस लोग बनाएउँ ह। 33 मइँ तू पचन्क मिस्र स लाएउँ। मइँ तोहार परमेस्सर बनेउँ। मइँ यहोवा अहउँ!”

23:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स कहा: तू पचे यहोवा क निहचित पर्वन क पवित्तर एलान करा। इ सबइ मोर पवित्तर दिन अहइँ: 3 “छ: दिन काम करा। मुला सतवाँ दिन, आराम क एक खास दिन या पवित्तर मिलन क दिन होइ। उ दिन तू पचन क कउनो काम नाहीं करइ चाही। इ तोहरे सबहिं घरन मँ यहोवा क सबित अहइ। 4 “इ सबइ यहोवा क चुने भए पवित्तर दिन अहइँ। ओनके बरे निहचित समइ पइ तू पचे पवित्तर सभा क घोसणा करब्या। 5 यहोवा क फ़सह त्यौहार पहिले महीना क चउदह तारीख क साँझ बेला मँ अहइ। 6 “उहइ महीना क पन्द्रह तारीख क बे खमीरी मैदा क फुलकन क त्यौहार होइ। तू पचे सात दिना तलक बे खमीरी मैदा क फुलकन खाब्या। 7 इ त्यौहार क पहिले दिन तू पचे एक पवित्तर सभा करब्या। उ दिन तोहका कउनो काम नाहीं करइ चाही। 8 सात दिन तलक तू पचे यहोवा बरे भेंट चढ़उब्या। सतएँ दिन एक पवित्तर सभा होइ। उ दिन तू पचन क कउनो काम नाहीं करइ चाही।” 9 यहोवा मूसा स कहेस, 10 “इस्राएल क लोगन स कहा: तू पचे उ धरती पइ जाब्या जेका मइँ तोहका देब। तू पचे उ समइ ओकर फसल कटब्या। उ समइ तू पचन क आपन फसल क पहिली पूली याजक क लगे लइ आवइ चाही। 11 याजक पूली क यहोवा क समन्वा लहराइ। तब उ तोहरे पचन्क बरे स्वीकार कइ लीन्ह जाइ। याजक पूली क रविवार क भिन्सारे लहराइ। 12 “जउने दिन तू पचे पूली क लहरउब्या, उ दिन तू पचे एक बरिस क एक ठु नर भेड़ी क बच्चा बलि चढ़उब्या। उ भेड़ी क बच्चा मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। इ भेड़ी क बच्चा यहोवा क होमबलि होइ। 13 तू पचन क एपा क दुइ दसवाँ हींसा जइतून क तेल स सना आटा क अन्नबलि देइ चाही। तू पचन क हीन क चौथाई हींसा दाखरस भी देइ चाही। इ भेंट यहोवा क खुस करइवाली सुगन्धि होइ। 14 जब तलक तू पचे आपन परमेस्सर क भेंट नहीं चढ़उत्या, तब तलक तू पचे कउनो नवा अनाज, या फल या नवा अनाज स बनी भइ रोटी नाहीं खाइ चाही। इ नेम तू पचे जहाँ भी रहब्या, तोहरी पीढ़ी दर पीढ़ी चलत रही। 15 “उ रविवार क भिन्सोर स ही उ दिन जब तू पचे पूली उत्तोलन बलि बरे लिआवत ह, सात हफ्ता गिना। 16 सतएँ हफ्ता क पाछे रविवार क (अर्थात पचास दिन क पाछे) तू पचे यहोवा बरे नवा अन्नबलि लउब्या। 17 उ दिन तू पचे आपन निवास स्थान स दुइ-दुइ रोटी लिआवा। इ सबइ उत्तोलन भेंट होइ। खमीर क प्रयोग करा अउ चार क्वार्ट आटा क रोटी बनावा। उ तोहरी पहली फसल स यहोवा क भेंट होइ। 18 “लोगन स अन्नबलि क साथ मँ एक ठु बछवा, दुइ भेड़ा अउर एक-एक बरिस क सात नर मेमना भेंट कीन्ह जइहीं। इ गोरुअन मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। इ सबइ भेंट क रूप मँ यहोवा क खुस करइ बरे सुगन्धित होमबलि होइहीं। 19 तू पचे भी पापबलि क रुप मँ एक ठु नर बोकरा अउ एक बरिस क दुइ भेड़ी क बच्चन मेलबलि क रुप मँ चढ़उब्या। 20 “याजक यहोवा क समन्वा उत्तोलन बलि क रूप मँ दुइ भेड़ी क बच्चन क पहिली फसल क रोटी क संग लहरउब्या। उ सबइ यहोवा बरे पवित्तर अहइँ। इ सबइ याजक क होइहीं। 21 उहइ दिन, तू पचे एक ठु पवित्तर सभा बोलउब्या। तू पचे कउनो काम नाहीं करब्या। इ नेम तोहरे सबहिं घरन मँ हमेसा ही चली। 22 “जब तू पचे आपन खेतन क फसल कटब्या तउ खेतन क कोनन सारी फसल जिन काट्या। जउन अन्न भुइँया पइ गिरइ, ओका जिन उठावा। ओका तू पचे गरीब लोगन क अउ तोहरे सबन्क देस मँ जात्रा करइवाले बिदेसियन बरे छोड़ द्या। मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ।” 23 यहोवा मूसा स फिन कहेस, 24 “इस्राएल क लोगन स कहा: सतएँ महीना क पहिले दिन तोहका पचन्क आराम क खास दिन मानइ चाही। उ दिन एक पवित्तर सभा होइ। इ दिना (यहोवा क) याद रखइ अउर तुरही क बजावइ बरे अहइ। 25 तोहका कउनो काम नाहीं करइ चाही। तू पचे यहोवा क भेंट चढ़ावइ बरे बलि ले अउब्या।” 26 यहोवा मूसा स कहेस, 27 “सतएँ महीना क दसवे दिन प्रायस्चित क दिनहोइ। उ दिन क पवित्तर सभा होइ। तू पचे भोजन नाहीं करब्या । अउर तू पचे यहोवा क भेंट चढ़उब्या। 28 तू पचे ओह दिन कउनो काम नाहीं करब्या। काहेकि इ प्रायस्चित क दिन अहइ। उ दिन याजकन यहोवा क समन्वा जाइ अउ उ तोहार बरे प्रायस्चित करइहीं। 29 “अगर कउनो मनई उपवास करइ स मना करत ह तउ ओका आपन लोगन स अलगाइ दीन्ह जाइ। 30 अगर कउनो मनई उ दिन काम करी तउ मइँ ओका ओकरे लोगन मँ स बारबाद करइ देब। 31 तोहका कउनो भी काम नाहीं करइ चाही। इ नेम तू पचे जहाँ कहूँ भी रहब्या, सदा ही रही। 32 इ तोहरे सबन्क आराम क खास दिन होइ। तू पचन क भोजन नाहीं करइ चाही। तू पचे आराम क इ खास दिन क महीना क नवाँ दिन साँझस सुरु करब्या। इ आराम क खास दिन उ साँझ स सुरु कइके अगली साँझ तलक रहत ह।” 33 यहोवा मूसा स फुन कहेस, 34 “इस्राएल क लोगन स कहा: सतएँ महीना क पन्द्रहवें दिन कटीर क त्यौहार होइ। यहोवा बरे इ पवित्तर त्यौहार सात दिन तक चली। 35 पहिले दिन एक धरम सभा होइ। तू पचन्क तब कउनो काम नाहीं करइ चाही। 36 तू पचे सात दिना तलक यहोवा बरे भेंट चढ़उब्या। अठएँ दिन तू पचे दूसर धरम सभा करब्या। तू पचे यहोवा क भेंट चढ़उब्या। इ एक भेंट सभा होइ। तू पचन्क तब कउनो काम नाहीं करइ चाही। 37 “इ सबइ यहोवा क खास पवित्तर दिन अहइँ। ओन दिन पवित्तर सभा होइ। तू पचे यहोवा क होम बलि, अन्नबलि, जनावरन क बलि पेयबलि भेंट क रूप मँ चढ़उब्या। तू पचे उ सबइ भेंटन क ठीक समइ पइ लइ अउब्या। 38 तू पचे यहोवा क सबित दिनन क सुमिरइ क अलावा ओन पवित्तर दिनन क त्यौहार मनउब्या। तू पचे ओन बलियन क यहोवा क आपन अन्नबलि क अलावा देब्या। तू पचे बिसेस दीन्ह गए बचन क पूरा करइ क रुप मँ दीन्ह गइ कउनो भेंट क अलावा ओन चिजियन क देब्या। उ सबइ ओन बिसेस भेंटन क अलावा होइहीं जेनका तू पचे यहोवा क देइ चाहत अहा। 39 “सतएँ महीना क पन्द्रहवें दिन, जब तू पचे आपन खेतन स फसल लिआइ चुकब्या, सात दिन तलक यहोवा क त्यौहार मनउब्या। पहिले अउ अठएँ दिन भी आराम क खास दिन होइ चाही। 40 पहिले दिन तू पचे फलदार पेड़न स नीक फल लिअउब्या अउ तू पचे खजूर क बृच्छ क डारी, चीड़ अउ बेंते क बृच्छन स डारि लिअउब्या। तू पचे आपन परमेस्सर यहोवा क समन्वा सात दिना तलक त्यौहार मनउब्या। 41 तू पचे इ पवित्तर दिन क हर साल यहोवा बरे सात दिना तलक मनउब्या। इ नेम सदा ही रही। तू पचे इ पवित्तर दिन क सतएँ महीना मँ मनउब्या। 42 तू पचे सात दिना तलक अस्थायी आस्रयन मँ रहब्या। इस्राएल मँ पइदा भए सबहिं लोग ओन आस्रयन मँ रइहीं। 43 काहे? एहसे तोहरे सब बंसज इ जनिहीं कि मइँ इस्राएल क लोगन क अस्थायी आस्रयन मँ रहइवाला ओह समइ बनाएउँ जउने समइ मइँ ओनका मिस्र स लिआएउँ। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ।” 44 इ तरह मूसा इस्राएल क लोगन क यहोवा क खास पवित्तर दिनन क बारे मँ बताएस।

24:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन क कुचला भवा जइतून स जइतून क तेल अपने लगे लिआवइ क आदेस द्या। उ तेल दीपकन बरे अहइँ। इ सबइ दीपक बेबुझे भए लगातार बरत रहइ चाही। 3 हारून यहोवा क मिलापवाला तम्बू मँ करार क सन्दूख क पर्दा क आगे साँझ बेला स भिन्सारे तलक दीपकन क बारे राखी। इ नेम सदा बरे अहइ। 4 “हारून क सोना क डीबट पइ यहोवा क समन्वा दीपकन क सदा बरत भवा रखइ चाही। 5 “नीक महीन आटा ल्या अउ ओकर बारह रोटी बनावा। हर एक रोटी बरे एपा क दुइ दसवाँ हींसा आटा क प्रयोग करा। 6 ओनका दुइ लाइन मँ सुनहरी मेजे पइ यहोवा क समन्वा धरा। हर एक लाइन मँ छ: रोटी होइहीं। 7 हर एक लाइन पइ सुद्ध लोहबान धरा। इ यहोवा बरे भेंट, भोजन क स्मृति हींसा होइ। 8 हर एक सबित दिवस क उ रोटियन क यहोवा क समन्वा एक करार क रूप मँ क्रम मँ इस्राएल क लोगन क संग हमेसा बरे राखि। 9 उ रोटी हारून अउ ओकरे पूतन क होइ। उ पचे रोटियन क पवित्तर ठउर मँ खइहीं। काहेकि उ रोटी यहोवा क चढ़ाई गइ भेंटन मँ स एक अहइ। उ रोटी सदा हारून का हींसा होइ।” 10 एक इस्राएली स्त्री क पूत रहा। ओकर बाप मिस्री रहा। इस्राएली स्त्री क इ पूत इस्राएली रहा। उ इस्राएली लोगन क बीच मँ घूमत रहा अउ उ डेरा मँ लड़ब सुरु किहस। 11 इस्राएली मेहरारु क लरिका यहोवा क नाउँ क सरापेस ह। एह बरे लोग उ लरिका क मूसा क समन्वा लिआएन। (लरिका क महतारी क नाउँ सलोमीत रहा जउन दान क परिवार समूह स दिब्री क बिटिया रही।) 12 लोग लरिका क कैदी क तरह धरे रहेन अउ तब तलक जोहत रहेन, जब तलक यहोवा क हुकुम ओनका साफ़ तरीका स मालूम नाहीं होइ गवा। 13 तब यहोवा मूसा स कहेस, 14 “उ मनई क डेरा स बाहेर एक ठउरे पइ लिआवा, जउन सराप दिहस ह। तब ओन सबहिं लोगन क एक संग बोलावा जउन ओका सराप देत सुनेन ह। उ पचे लोग आपन हाथ ओकरे मूँड़े प धरिहीं।अउर तब सब लोग ओह पइ पाथर स मरिहीं अउ ओका मार डइहीं। 15 तोहका पचन्क इस्राएल क लोगन स कहइ चाही: अगर कउनो मनई आपन परमेस्सर क सरापत ह तउ उ मनई क सजा मिलइ चाही। 16 कउनो मनई, जउन यहोवा क नाउँ क सरापत ह, जरुर मार दीन्ह जाइ चाही। सब लोगन क ओका पाथर स मारइ चाही। बिदेसी क वइसे भी ही सजा मिलइ चाही जइसे इस्राएल मँ जन्म लेइवाला मनई क मिलत ह। अगर कउनो मनई यहोवा क नाउँ क सरापत ह तउ ओका जरुर मार देइ चाही। 17 “अउर अगर कउनो मनई कउनो दूसर क मार डावत ह तउ ओका जरुर मार डावइ चाही। 18 अगर कउनो मनई कउनो मनई क गोरु क मार डावत ह तउ ओकरे बदले मँ ओका दूसर गोरु देइ चाही। 19 “अगर कउनो मनई अपने पड़ोस मँ कउनो क चोट पहुँचावत ह तउ उ मनई क उहइ तरह क चोट उ मनई क पहुँचावइ चाही। 20 एक टूटी हड्डी बरे एक टूटी हड्डी, एक आँखी बरे एक ठु आँखी, अउर एक दाँत बरे एक ठु दाँत। उहइ तरह क चोट उ मनई क पहुँचावइ चाही, जइसा उ दूसर क पहुँचाएस ह। 21 एह बरे जउन मनई कउनो दूसर मनई क गोरु क मारइ तउ एकरे बदले मँ ओका दूसर गोरु देइ चाही। मुला जउन मनई कउनो दूसर मनई क मार डावत ह उ जरुर मार डावा जाइ चाही। 22 “इहइ नेम तू सबइ लोगन बरे लागू होइ: इ तोहार बीच मँ रहइवालन बिदेसी अउ तोहरे आपन देसबासियन बरे समान होइ। काहेकि मइँ तोहर परमेस्सर अहउँ!” 23 तब मूसा इस्राएल क लोगन स बात किहस अउर उ पचे उ मनई क डेरा क बाहेर एक ठउर पर लिआएन, जउन सराप दिहे रहा। तब उ पचे ओका पाथर स मार डाएन। इ तरह इस्राएल क लोग उहइ किहन जउन यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहा।

25:1 यहोवा मूसा स सिनाई पहाड़े प कहेस। यहोवा कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स कहा: तू लोग उ भुइँया प जाब्या जेका मइँ तू पचन्क देत अहउँ। उ समइ तू पचन्क भुइँया क आराम क समइ जरूर देइ चाही। इ यहोवा क सम्मान देइ बरे भुइँया क आराम क खास समइ होइ। 3 तू पचे छ: बरिस तलक आपने खेतन मँ बिआ बोउब्या। तू पचे आपन अंगूर क बागन मँ छ: बरिस तलक कटनी करब्या अउ ओकर फल स खूब आनन्द लेउब्या। 4 मुला सतएँ बरिस तू पचे उ भुइँया क आराम करइ देब्या। इ यहोवा क सम्मान देइ बरे आराम क खास समइ होइ। तोहका पचन्क आपन खेतन मँ बिआ नाहीं बोवइ चाही अउ अंगूर क बागन मँ बेलन क कटनी नाहीं करइ चाही। 5 तू पचन्क ओन फसलन क कटनी नाहीं करइ चाही जउन फसल कटइ क पाछे अपने आप उगत ह। तू पचन्क आपन ओन अंगूर क बेलन स अंगूर नाहीं उतारइ चाही जेनकइ तू पचे कटनी नाहीं किहे अहा। इ भुइँया क आराम क खास समइ होइ। 6 “इ (जउन चीज सतएँ बरिस मँ अपने आप उगत ह) तोहरे बरे भोजन होइ। तोहार मनसेधू अउ मेहरारू दास लोगन बरे मजदूरी प रखा गएन तोहरे मजदूर अउ तोहरे देस मँ रहइवाले बिदेसियन बरे प्रयाप्त भोजन होइ। भोजन रही। 7 तोहरे गोरुअन अउ दूसर जनावरन क खाइ बरे ढेर चारा होइ। 8 “तू पचे सात बरिस तलक सात समूहन क गनब्या। इ सबइ उन्नचास बरिस होइहीं। इ समइ क भितरे भुइँया बरे सात बरिस आराम क होइहीं। 9 प्रायस्चित क दिन तू सबन्क भेड़ा क सींग बजावइ चाही। उ सतएँ महीना क दसवाँ दिन होइ। तू सबन्क पूरा देस मँ भेड़ा क सींग बजावइ चाही। 10 तू पचे पचासवें बरिस क बिसेस त्यौहार मनउब्या। तू पचे आपन देस मँ रहइवाले सबहिं लोगन क स्वतंत्र घोषित करब्या। इ समइ क “जुबली” कहा जाइ। तू पचन मँ स हर एक आपन भुइँया मँ लउटि जाइ। अउर तू पचन मँ स हर एक आपन परिवार मँ लउटि जाइ। 11 पचासवाँ बरिस तोहरे पचन्क बरे खास उत्सव क बरिस होइ। उ बरिस तू पचे बिआ जिन बोआ। अपने आप उगी भइ फसल क जिन काटा। अंगूरे क ओन बेलन स अंगूर जिन ल्या। 12 उ जुबली बरिस अहइ। इ तोहरे पचन बरे पवित्तर बरिस होइ। तू पचे उ पैदावार क खाब्या जउन तोहरे खेतन स आवति अहइ। 13 जुबली बरिस मँ हर एक मनई क ओकर धरती वापस होइ जाइ। 14 “दूसर मनई क आपन भुइँया बेंचइ या खरीदइ मँ जिन ठगा। 15 अगर तू पचे कउनो क भुइँया बेसहइ चाह्या तउ पिछले जुबली स काल क गिना करा अउ उ गणना क प्रयोग धरती क ठीक दाम तय करइ बरे करा। अगर तू पचे भुइँया क बेंचत ह, तउ फसलन क कटनी क सबइ बरिस क गना अउ बरिसन क गणना क उपयोग ठीक दाम तय करे बरे करा। 16 अगर जियादा बरिस अहइँ तउ दाम ऊँच होइ। अगर थोड़ा बरिस अहइँ तउ दाम कमती करा। काहेकि उ मनई तू पचन्क सचमुच कुछ बरिस क फसल बेंचत अहइ। अगली जुबली पइ भुइँया ओकरे परिवार क होइ जाइ। 17 तू सबन्क एक दूसर क ठगइ नाहीं चाही। तू सबन्क आपन परमेस्सर क सम्मान करइ चाही। मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ। 18 “मोरे नेमन अउ निर्णयन क सुमिरा। ओनकइ पालन करा। तबहिं तू पचे अपने देस मँ सुरच्छित रहब्या। 19 भुइँया तोहरे बरे उत्तिम फसल पइदा करी। तब तोहरे लगे बहोत जियादा भोजन होइ अउर तू पचे आपन देस मँ सुरच्छित रहब्या। 20 “मुला साइद तू पचे इ कहा, ‘अगर हम बिआ न बोई या आपन फसल न बटोरी तउ सतएँ बरिस हम लोगन बरे कछु खाइ क तनिकउ भी न रही।’ 21 चिन्ता जिन करा। मइँ छठवें बरिस मँ आपन आसीस क तोहरे सबन्क लगे आवइ क हुकुम देब। भुइयाँ तीन बरिस तलक फसल पइदा करत रही। 22 जब अठऍ बरिस तू पचे बोउब्या तब तलक फसल पइदा करत रही। तू पचे पुरान पैदावार क नवएँ बरिस तलक खात रहब्या जब अठएँ बरिस मँ बोइ भइ फसल घरन मँ आइ जाइ। 23 “असल मँ भुइँया मोरि अहइ। एह बरे तू पचे ऍका स्थायी रुप मँ नाहीं बेंच सकत्या। तू पचे मोरे संग मोर भुइँया पइ सिरिफ बिदेसी अउ निवासी क रुप मँ रहत बाट्या। 24 कउनो मनई आपन भुइँया बेंच सकत ह, मुला ओकर परिवार हमेसा ही आपन भुइँया वापस पाइ। 25 कउनो मनई तोहरे देस मँ बहोत गरीब होइ सकत ह। उ ऍतना गरीब होइ सकता ह कि ओका आपन सम्पत्ति बेचइ क पड़इ। अइसी हालत मँ ओकरे निचके क रिस्तेदारन क आगे आवइ चाही अउ आपन रिस्तेदार बरे उ उ सम्पत्ति वापस बेसहइ चाही। 26 कउनो मनई क कउनो अइसा नजदीकी रिस्तेदार नाहीं। भी होइ सकत ह जउन ओकरे बरे सम्पत्ति वापस खरीदइ। मुला होइ सकत ह उ खुद भुइँया क वापस बेसहइ बरे ढेर क धन पाइ लेइ। 27 तउ ओका जब स भुइँया बिकी रही तब स बरिसन क गनइ चाही। ओका उ गणना क उपयोग, भुइँया क दाम निहचित करइ बरे करइ चाही। तब ओका भुइँया क वापस बेसहइ चाही। तब भुइँया फुन ओकर होइ जाइ। 28 मुला अगर उ मनई आपन बरे भुइँया क वापस बेसहइ बरे ढेर क धन नाहीं जुटाइ पावत तउ जउन कछू उ बेंचेस ह उ उ मनई क हाथे मँ जउन ओका बेसहेस ह, जुबली क त्यौहार क आवइ तलक रही। तब उ खास उत्सव क समइ भुइँया पहिले भू स्वामी क परिवार क होइ जाइ। इ तरह सम्पत्ति फुन मूल आधिकारी परिवार क ही होइ जाइ। 29 “अगर कउनो मनई नगर परकोटा क भीतर आपन बेंचत ह तउ घरे क बेंचा जाइ क पाछे एक बरिस तलक ओका वापस लेइ क अधिकार होइ। घर क वापस लेइ क ओकर अधिकार एक बरिस तलक रही। 30 मुला अगर घरे क मालिक एक पूरा बरिस बीत जाइ क पहिले आपन घर वापस नाहीं बेसहत तउ नगर परकोटा क भीतर क घर जउन मनई बेसहत ह ओकर अउ ओकरे बसजन क होइ जात ह। जुबली क समइ पहिल गृह स्वामी क वापस नाहीं होइ। 31 बगैर परकोटा वाला नगर खुला मैदान माना जइहीं। एह बरे ओन छोटे नगरन मँ बने भए घर जुबली क त्यौहार क समइ पहिले गृह स्वामी क वापस होइहीं। 32 “मुला लेवियन क नगर क बारे मँ: जउर सहरन लेवियन क आपन अहइँ, ओनमाँ उ सबइ आपन घरन क कउनो भी समइ वापस खरीद सकत हीं। 33 अगर कउनो मनई लेवी स कउनो घर खरीदइ तउ लेवियन क उ घर फुन जुबली क अवसर मँ लउटइ जाइ। काहेकि उ घर उ लेवियन क अउ ओकरे परिवारे क अहइ जउन इस्राएली लोगन क बीच रहत ह। 34 लेवी नगरन क चारिहुँ कइँती क खेत अउर चरागाह बेंचा नाहीं जाइ सकतेन। उ सबइ खेत सदा लेवियन क अहइँ। 35 “साइद तोहरे देस क मनई ऍतना गरीब होइ जाइ कि आपन भरण पोषण न कइ सकइ। तू पचे ओका कउनो दूसर नागरिक या बिदेसी निवासी क तरह तोहारे संग जरूर रहइ देइ चाही। 36 ओका दीन्ह गए आपन कर्जा पइ कउनो सूद जिन ल्या। आपन परमेस्सर क सम्मान करा अउ आपन भाई क अपने साथे रहइ द्या। 37 ओका सूद पइ पइसा उधार जिन द्या। जउन भोजन उ करइ, ओह पइ कउनो फायदा लेइ क कोसिस जिन करा। 38 मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। मइँ तू पचन्क मिस्र देस स कनान प्रदेस देइ अउ तोहार परमेस्सर बनइ बरे बाहेर लाएउँ। 39 “इ होइ सकत ह कि तोहार कउनो भाई ऍतना गरीब होइ जाइ कि उ दास क रुप मँ तू पचन्क अपने क बेंच देइ। तोहका ओसे दास क तरह काम नाहीं लेइ चाही। 40 उ जुबली बरिस तलक मजदूर अउ एक अतिथि क तरह तोहरे संग रही। 41 तब उ तू सबन्क छोड़ सकत ह। उ आपन बच्चन क अपने संग लइ जाइ सकत ह अउ आपन परिवार मँ लउट सकत ह। उ आपन पुरखन क सम्पत्ति क लउटाइ सकत ह। 42 काहेकि उ पचे मोर सेवक अहइँ। मइँ ओनका मिस्र क गुलामी स अजाद किहेउँ ह। ओनका फुन स दास नाहीं होइ चाही। 43 तोहका सबन्क अइसे लोगन पइ क्रूर होइके सासन नाहीं करइ चाही। तोहका पचन्क अपने परमेस्सर क सम्मान जरूर करइ चाही। 44 “तोहरे दास दासियन क बारे मँ: तू पचे आपन चारिहुँ कइँती क रास्ट्रन स दास अउ दासियन क लइ सकत ह। 45 अगर तोहरे देस मँ रहइवाले बिदेसियन क परिवारन क बच्चन तोहरे लगे आवत हीं तउ तू पचे ओनका भी दास रख सकत ह। उ सबइ बच्चन तोहार दास होइहीं। 46 तू सबइ इ बिदेसी दासन क आपन बच्चन क भी दइ सकत ह जउन तोहरे मरइ क पाछे तोहरे बच्चन क होइहीं। उ पचे सदा तोहार दास रइहीं। तू पचे इ बिदेसियन क गुलाम बनाइ सकत ह। मुला तू पचन्क आपन भाइयन, इस्राएल क लोगन पइ त्रूर होइके सासन नाहीं करइ चाही। 47 “होइ सकत ह कि कउनो बिदेसी या अस्थाई निवासी तोहरे बीच धनी होइ जाइ। सम्भव अहइ कि तोहरे देस क कउनो मनई ऍतना गरीब होइ जाइ कि उ आपन क तोहरे बीच रहइवाले धनी बिदेसी क हाथ या बिदेसी परिवार क कउनो सदस्य क हाथ दास क रूप मँ बेंचइ। 48 उ मनई वापस खरीदा जाइ अउ अजाद होइ क अधिकारी होइ। ओकरे भाइयन मँ स कउनो भी ओका वापस बेसहि सकत ह 49 या ओकर चाचा, मामा व चचेरा, ममेरा भाई ओका वापस बेसहि सकत हीं या ओकरे निचके क रिस्तेदारन मँ स ओका कउनो खरीद सकत ह या अगर मनई ढेर क धन पावत ह तउ खुद धन दइके उ फुन अजाद होइ सकत ह। 50 “तू पचे ओकर दाम कइसे निहचित करब्या? तू पचे बिदेसी क लगे जब स उ अपने क बेंचेस ह तब स अगली जुबली तलक क बरिसन क गनब्या, उ आपन क जुबली क बरिस तलक बेचेस ह। उ गणना क उपयोग दाम तय करइ मँ प्रयोग करा। काहेकि असल मँ उ मनई कछू बरिसन बरे ओका मजदूरी पइ राखेस। 51 अगर जुबली क बरिस क पहिले कइउ बरिस होइ जाइँ तउ मनई क दाम क बड़का हींसा लउटावइ चाही। इ ओन बरिसन क गनती पइ टिका बाटइ। 52 अगर जुबली क बरिस तलक कछू ही बरिस बाकी होइँ तउ मनई मूल कीमत क थोड़ा सा हींसा लउटावइ चाही। 53 मुला उ मनई हर बरिस बिदेसी क हिआँ मजदूर क तरह रही, बिदेसी क उ मनई पइ त्रूर होइके सासन न करइ द्या। 54 “उ मनई कउनो क जरिये वापस न बेसहा जाइ पइ भी अजाद होइ। जुबली क बरिस उ अउ ओकरे बच्चन अजाद होइ जइहीं। 55 काहेकि इस्राएल क लोग मोर सेवक अहइँ। उ पचे मोर सेवक अहइँ जउन क मइँ मिस्र क गुलमी स अजाद किहेउँ। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ।

26:1 “अपने बरे मूतिर्यन जिन बनावा। मूतिर्यन या यादगार क पाथर क स्थापना जिन करा। आपन देस मँ उपासना करइ बरे पाथर क मूतिर्यन क स्थापना जिन करा। काहेकि मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ। 2 “मोरे आराम क खास दिनन क याद रखा अउ मोरे पवित्तर स्थान क सम्मान करा। मइँ यहोवा अहउँ! 3 “मोर नेमन अउ आदेसन क याद राखा अउ ओनकर पालन करा। 4 अगर तू पचे अइसा करब्या तउ मइँ जउने समइ बर्खा आवइ चाही, उहइ समइया मँ बर्खा कराउब। भुइँया फसलन क पइदा करिहीं अउर बृच्छ आपन फल देइहीं। 5 तोहार अनाज निकारइ क काम तब तलक चली जब तलक अंगूर एकट्ठा करइ क समइ आइ अउ अंगूरे क बटोरब तब तलक चली जब तलक बोवाइ क समइ आइ जाइ। तब तोहरे लगे खाइ क बहोत होइ, अउर तू पचे आपन पहँटा मँ सुरच्छित रहब्या। 6 मइँ तोहरे देस क सान्ति देब। तू पचे सान्ति स सोइ सकब्या। कउनो मनई डरवावइ नाहीं आइ। मइँ बिनास करइवाले जनावरन क तोहरे देस स बाहेर रखब। अउर फउज भी तोहरे देस स न गुजरिहीं। 7 “तू पचे आपन दुस्मनन क पाछा कइके भगउब्या अउर ओनका हरउब्या। तू पचे ओनका आपन तरवार स मारि डउब्या। 8 तोहरे पाँच मनई सौ मनईयन क पाछा कइके भगाइ देइहीं अउर सौ मनई दस हजार मनईयन क पाछा कइके भगाइ देइहीं। तू पचे आपन दुस्मनन क हरउब्या अउ ओनका तरवारे स मार डउब्या। 9 “तब मइँ तोहरी कइँती मुड़बउँ। मइँ तू पचन्क बहोत स बच्चावाला बनउबउँ। मइँ तोहरे संग आपन वाचा क पालन करबउँ। 10 तोहरे लगे एक बरिस स जियादा चलइवाली ढेर क पइदावार होइ। तू पचे नई फसल कटब्या। मुला तब तोहका पुरान पइदावार नई पइदावार बरे जगह बनवइ खातिर फेंक देइ क पड़ी। 11 तू पचन क बीच मँ मइँ आपन पवित्तर तम्बू लगाउब। मइँ तू लोगन क नाहीं तजिबय। 12 मइँ तोहरे संग चलब अउर तोहार परमेस्सर रहब। तू पचे मोर आपन लोग रहब्या। 13 मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। मुला मइँ तू पचन्क बाहेर लिआएउँ। तू लोग दास क रुप मँ भारी बोझा ढोवइ स निहुरा भए रह्या मुला मइँ तोहरे कॉधे क जुए क तोड़ फेंकेउँ। मइँ तू पचन्क फुन गरब स चलइवाला बनाएँउ। 14 “मुला अगर तू मोर आग्या क पालन नाहीं करब्या अउर मोर इ सबइ आदेस क नाहीं मनब्या तउ इ सबइ बुरी बात होइहीं। 15 अगर तू मोर नेम अउ आदेसन क रद्द करब्या अउर ओनका पालन करइ मँ फेल होब्या। तउ तू पचे मोर करार क भंग कइ देब। 16 अगर तू पचे अइसा करत अहा तउ मइँ अइसा करबउँ कि तोहार सबन्क भयंकर अनिस्ट होइ। मइँ तू पचन्क लाइलाज रोग अउ तेज बोखार लगाउब। उ सबइ तोहरी अँखियन क नस्ट करिहीं अउ तोहार जिन्नगी लइ लेइहीं। जब तू पचे आपन बिआ बोउब्या तउ तू पचन्क कामयाबी न मिली। तोहार पइदावार क तोहार दुस्मन लोग खइहीं। 17 मइँ तोहरे खिलाफ होब, तोहार दुस्मन तोहका हरइहीं। उ सबइ दुस्मन तोहसे घिना करिहीं अउ तोहरे ऊपर सासन करिहीं। तू पचे तब भी पराइ जाब्या, जब तोहार पाछा कउनो न करत रहा होइ। 18 “अगर ऍकरे पाछे भी तू पचे मोर आग्या क नाहीं मानत अहा तउ मइँ तोहरे पापन बरे सात गुना जियादा सजा देब। 19 मइँ ओन बड़के सहरन क भी नस्ट करब जउन तोहका घमण्डी बनावत हीं। आकास बर्खा न देइ अउ धरती पइदावार नाहीं उपजाइ। 20 तू पचे कठिन परिस्रम करब्या, मुला एहसे कछू भी न होइ। तोहरी भुइँया मँ कउनो पइदावार न होइ अउर तोहरे बृच्छन प फल नाहीं अइहीं। 21 “अगर तब भी तू पचे मोरे खिलाफ जात ह्या अउर मोरी आग्या क मानब स्वीकार नाहीं करत ह्या तउ मइँ सात गुना कठोर होइके मारब। जेतॅना जियादा पाप करब्या ओतना जियादा सजा पउब्या। 22 मइँ तोहरे सबन्क खिलाफ जंगली जनावर पठउब। उ सबइ तोहरे गदेलन क तोहसे छोर लइ जइहीं। उ पचे तोहरे गोरुअन क नास कइ देइहीं। उ पचे तोहार मनइयन क गनती बहोत कम कइ देइहीं। लोग जात्रा करइ स डेराइ जइहीं, सड़क खाली होइ जइहीं। 23 “अगर ओन चीजन क होइ प तू पचन्क सिच्छा नाहीं मिलत अउर तू पचे मोरे बिरुद्ध होइ जात ह्या, 24 तउ मइँ तोहरे विरुद्ध होब। मइँ, हाँ, मइँ (यहोवा) तोहरे पापन बरे सात गुना सजा देब। 25 तू पचे मोर वाचा तोड़या ह, एह बरे मइँ तू सबन क दण्ड देब। मइँ तोहरे खिलाफ फउज क पठउब। तू पचे सुरच्छा बरे आपन सहरन मँ जाब्या। मुला मइँ अइसा करब कि तू लोगन मँ बेरामी सँचरइँ। तब तोहार दुस्मन तोहका हराइ देइहीं। 26 मइँ उ सहर मँ छोड़े गए अन्न क एक हींसा तोहका देब। मुला खाइ बरे बहोत कम अनाज रही। दस मेहररुअन आपन सबहिं रोटियन एक चूल्हा मँ सेकां सकिहीं। उ पचे रोटी क हर एक टूका क नपिहीं। तू पचे खाब्या, मुला फुन भी भूखा रहब्या। 27 “अगर तू पचे खतना पइ भी मोर बातन क सुनब अंगीकार नाहीं करत ह्या, अउर मोरे बिरुद्ध रहत ह, 28 तउ मइँ असलियत मँ आपन किरोध परगट करब। मइँ, हाँ, मइँ (यहोवा), तू पचन्क तोहरे पापन बरे सात गुना दण्ड देब। 29 तू पचे आपन पूत, बिटियन क तने क खाब्या। 30 मइँ तोहरे ऊँचे ठउरनक नस्ट करब। मइँ तोहार सुगन्धि वाली वेदियन क काट डाउब। मइँ तोहरे ल्हासन क तोहरे निजीर्व मूतिर्यन क ल्हासन पइ डाउब। तू पचे मोका बहोत जियादा घिनौना लगब्या। 31 मइँ तोहरे सहरन क नस्ट करब। मइँ तोहार पवित्तर ठउर क खाली कइ देब। मइँ तोहार महकउआ सुगन्धित भेंटन क अंगीकार नाहीं करब। 32 मइँ तोहरे देस क एतना खाली कइ देब कि तोहरे दुस्मन तलक जउन एहमाँ रहइ अइहीं, उ पचे ऍह पइ चकित होइ जइहीं। 33 अउर मइँ तू पचन क अलग अलग पहँटन मँ बिखराउब। मइँ आपन तरवार हींचब अउ तू सबन्क नास करब। तोहार भुइँया खाली होइ जाइ अउ तोहार नगर उजाड़ होइ जइहीं। 34 “तू पचे आपन सत्रु क देसन मँ लइ जावा जाब्या। जब तोहार धरती क खाली कइ देइ जाइ उ समइ इ आपन सबित क बिस्राम मनाइ। 35 जेका तू पचे ओका तब नाहीं दिहे रह्या जब तू पचे ओह पइ रहत रह्या। 36 उत्तरजीवी आपन दुस्मनन क देस मँ हिम्मत खोइ देइहीं। उ हर चीज स डेरात होइहीं। उ पचे हवा क जरिये हिलइवाला पाती क आवाज़ स भी डेराइ जाइ अउर ओकरे कारण उ सबइ अइसेन परइहीं मान ल्या कउनो तरवार लिए भए ओनकर पाछा करत होइ। बिना केहू क पाछा कइ भए भी उ पचन्क गिरि जाब। 37 उ पचे एक दूसरे पइ तब भी गिरिहीं, जब कउनो भी ओनकर पाछा नाहीं करत रहा होइ।“तू पचे ऍतना सक्तीसाली नाहीं रहब्या कि आपन दुस्मनन क मुकाबला मँ खड़ा होइ सका। 38 तू दूसर लोगन मँ बिलाइ जाब्या। तू पचे आपन दुस्मनन क देस मँ लुप्त होइ जाब्या। 39 इ तरह तोहार सन्तानन तोहरे दुस्मनन क देस मँ आपन पापन मँ सड़िहीं। उ पचे आपन पापन मँ वइसे ही सड़िहीं जइसे ओनके पुरखन सड़ा रहेन। 40 “इ होइ सकत ह कि लोग आपन पापन्क कबूल लेइँ अउर उ पचे आपन पुरखन क पापन्क स्वीकार करिहीं। होइ सकत ह कि उ पचे कबूलइँ कि उ पचे मोरे खिलाफ भएन ह। इ होइ सकत ह उ पचे इ कबूल लेइँ कि उ पचे मोरे खिलाफ पाप किहे अहइँ। 41 इ होइ सकत ह कि उ पचे स्वीकार करइँ कि मइँ ओनके खिलाफ भएउँ अउ ओनका ओनके दुस्मनन क देस मँ लाएउँ। अगर उ पचे विनम्र होइ जाइँ अउ आपन पापन बरे सजा क कबूल लेइँ। 42 तउ मइँ याकूब क संग क आपन वाचा क सुमिरब। इसहाक क संग क आपन वाचा क सुमिरब। इब्राहीम क संग कीन्ह गए वाचा क सुमिरब अउर मइँ उ भुइँया क सुमिरब। 43 “भुइँया खाली रही। भुइँया आराम क समइ क आनन्द लेइ। तब तोहरे बचे भए लोग आपन पाप बरे सजा क कबूल लेइहीं। उ पचे सिखिहीं कि ओनका एह बरे सजा मिली कि उ पचे मोर व्यवस्था स घिना किहेन अउ नेमन क पालन करब स्वीकार नाहीं किहेन। 44 उ पचे फुरे पाप किहेन। मुला अगर उ पचे मोरे लगे मदद बरे आवत हीं तउ मइँ ओनसे दूर नाहीं रहब। मइँ ओनकइ बातन तब भी सुनब जब उ पचे आपन दुस्मनन क देस मँ भी होइहीं। मइँ ओनका पूरी तरह नस्ट नाहीं करब। मइँ ओनके संग आपन वाचा क भंग न करब। काहेकि मइँ यहोवा ओनकर परमेस्सर अहउँ। 45 मइँ ओनके पुरखन क संग कीन्ह गइ वाचा क याद रखब। मइँ ओनके पुरखन क मिस्र स बाहेर लिआएउँ कि मइँ ओनकर परमेस्सर होइ सकउँ। दूसर सबइ रास्ट्रन ओन बातन क लखेन। मइँ यहोवा अहउँ!” 46 इ सबइ उ सबइ नेमन, कानून अउर उपदेस अहइँ जेनका यहोवा इस्राएल क लोगन क दिहस। उ सबइ कानून इस्राएल क लोगन अउ यहोवा क बीच करार अहइ। यहोवा ओन कानून क सिनाई पहाड़े प दिहे रहा। उ मूसा क नेम दिहस अउ मूसा ओनका लोगन क दिहस।

27:1 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स कहा: कउनो मनई यहोवा क खास बचन दइ सकत ह। उ मनई यहोवा क कउनो मनई क अपिर्त करइ क बचन दइ सकत ह। उ मनई यहोवा क सेवा खास तरीका स करी। याजक उ मनई बरे बिसेस दाम निहचित करी। अगर लोग ओका यहोवा स वापस बेसहइ चाहत हीं तउ उ पचे दाम देइहीं। 3 बीस स साठ बरिस उमिर तलक क मनसेधू क दाम पचास सेकेल चाँदी होइ। तू पचन क चाँदी क तौलइ बरे पवित्तर ठउर क सेकेल क अनुसार उपयोग करइ चाही। 4 बीस स साठ बरिस उमिर तलक क मेहरारु क दाम तीस सेकेल होइ। 5 पाँच स बीस बरिस उमिर तलक क मनसेधू क दाम बीस सेकेल होइ। पाँच स बीस बरिस उमिर तलक क मेहरारु क दाम दस सेकेल होइ। 6 एक महीना स पाँच बरिस क उमिर तलक क बालक क दाम पाँच सेकेल होइ। एक लरिकी क दाम तीन सेकेल होइ। 7 साठ या साठ स जियादा अवस्था क मनसेधू क दाम पन्द्रह सेकेल होइ। एक मेहरारु क दाम दस सेकेल होइ। 8 “अगर मनई ऍतना गरीब अहइ कि दाम देइ मँ समर्थ नाहीं अहइ तउ उ मनई क याजक समन्वा लिआवा। याजक इ निहचित करी कि उ मनई केतॅना दाम भुगतान मँ दइ सकत ह। 9 “कछू गोरुअन क उपयोग यहोवा क बलि क रुप मँ कीन्ह जाइ सकत ह। अगर कउनो मनई ओन गोरुअन मँ स कउनो क लिआवत ह तउ उ गोरु पवित्तर होइ जाइ। 10 उ मनई यहोवा क उ गोरु क देइ क बचन देत ह। एह बरे उ मनई क उ गोरु क जगह पइ दूसर गोरु रखइ क कोसिस नाहीं करइ चाही। ओका नीक गोरु क बुरे गोरु स नाहीं बदलइ चाही। ओका बुरे गोरु क नीक गोरु स नाहीं बदलइ चाही। अगर उ मनई दुइनउँ गोरुअन क बदलइ चाहत ह तउ दुइनउँ, उ गोरु अउ बदलइ भइ गोरु पवित्तर होइ जइहीं। 11 “कछू गोरुअन यहोवा क बलि क रुप मँ नाहीं भेंट कीन्ह जाइ सकतेन। अगर कउनो मनई ओन असुद्ध गोरुअन मँ स कउनो क यहोवा बरे लिआवत ह तउ उ गोरु याजक क समन्वा लिआवा जाइ चाही। 12 याजक उ गोरु क दाम उ नीक या बुरे अहइ क अनुसार निहचित करी। जउन दाम याजक निहचित करत ह उहइ मकान क दाम अहइ। 13 अगर मनई गोरु क वापस बेसहइ चाहत हतउ ओका दाम मँ पाँचवाँ हींसा अउर जोड़इ चाही। 14 “अगर कउनो मनई आपन मकान क पवित्तर मकान क रुप मँ यहोवा क आपिर्त करत ह, तउ याजक क एकर दाम नीक या बुरा अहइ क अनुसार निहचित करी। जउन दाम याजक निहचित करत ह उहइ मकान क दाम अहइ। 15 मुला उ मनई जउन मकान अपिर्त करत ह अगर ओका वापस खरीदइ चाहत ह तउ ओका दाम मँ पाँचवाँ हींसा जोड़इ चाही। तब घर उ मनई क होइ जाइ। 16 “अगर कउनो मनई अपने खेते क कउनो हींसा यहोवा क अपिर्त करत ह तउ ओन खेतन क दाम ओनका बोवइ बरे जरुरी बिआ पइ टिका होइ। एक होमेरजौ क बिआ क कीमत चाँदी क पचास सेकेल होइ। 17 अगर मनई जुबली क बरिस खेत क दान करत ह तब दाम उ होइ जउन याजक निहचित करी। 18 मुला मनई अगर जुबली क पाछे खेत क दान करत ह तउ याजक क असली दाम तय करइ चाही। ओका अगले जुबली बरिस तलक क बरिसन क गनइ चाही। तब उ गणना उपयोग दाम निहचित करइ बरे करी। 19 अगर खेत क दानी मनई खेत क वापस बेसहा चाहउ तउ ओकरे दाम मँ पाँचवाँ हींसा अउर जोड़ा जाइ। 20 अगर उ मनई खेत क वापस नाहीं बेसहत ह तउ खेत सदा याजकन क होइ। अगर खेत कउनो दूसर क बेचा जात ह तउ पहिला मनई ओका वापस नाहीं बेसहि सकत। 21 अगर उ मनई खेत क वापस नाहीं बेसहत ह तउ जुबली क बरिस खेत सिरिफ यहोवा बरे पवित्तर रही। इ सदा ही याजकन क रही। इ उ भूँइ क तरह होइ जउन पूरी तरह यहोवा क दइ दीन्ह गइ होइ। 22 “अगर कउनो आपन खेते क यहोवा क अपिर्त करत ह जउन ओकरी निजी सम्पत्ति क हींसा नाहीं अहइ। 23 तब याजक क जुबली क बरिस तलक बरिसन क जरूर गनइ चाही। अउ ओका खेत क दाम भी जरूर निहचित करइ चाही। तब उ खेत यहोवा क होइ। 24 जुबिली क बरिस उ खेत मूल भू सुआमी क पास चला जाइ। उ ओह परिवार क जाइ जउन ओकर सुआमी अहइ। 25 “तोहका पवित्तर स्थान क सेकेल क अनुसार उपयोग ओन दाम क अदा करइ बरे करइ चाही। पवित्तर ठउर क प्रमाण क सेकेल क तउल बीस गेराअहइ। 26 “लोग गोरुअन अउ भेड़न क यहोवा क दान दइ सकत हीं, मुला अगर गोरु पहिला पइदा भवा अहइ तउ उ गोरु जन्म स ही यहोवा क अहइ। एह बरे लोग पहिला पइदा भवा गोरु क दान नाहीं दइ सकतेन। 27 लोगन क पहिला पइदा भवा गोरु यहोवा क जरूर देइ चाही। मुला अगर पहिला पइदा भवा गोरु असुद्ध अहइ, तउ मनई क उ गोरु क वापस जरूर बेसहइ चाही। याजक उ गोरु क दाम निहचित करी अउर मनई क उ दाम क पँाचवाँ हींसा ओहमाँ जोरि देइ। अगर मनई गोरु क वापस नाहीं खरीदत तउ याजक क आपन निहचित कीन्ह गए दाम पइ ओका जरूर बेंच देइ चाही। 28 “एक ठु बिसेस तरह क भेंटअहइ जेका लोग यहोवा क चढ़ावत हीं। उ भेंट न वापस खरीदी जाइ सकत ह न तउ बेची जाइ सकत ह। उ भेंट यहोवा क अहइ। इ बहोत पवित्तर अहइ। उ तरह क भेंटन अइसे लोग, गोरु अउर खेत अहइँ, जउन परिवारे क सम्पत्ति अहइ। 29 “अगर उ बिसेस प्रकार क यहोवा क भेंट कउनो मनई अहइ तउ ओका वापस बेसहा नाहीं जाइ सकत। ओका जरुर मार दीन्ह जाइ चाही। 30 “सबहिं पइदावारन क दसवाँ हींसा यहोवा क अहइ। एहमाँ खेतन, फसलन अउ बृच्छन क फल सामिल अहइँ। उ दसवाँ हींसा यहोवा क अहइ। 31 एह बरे कउनो मनई आपन दसवाँ हींसा वापस लेइ चाहत ह तउ ओकरे दाम क पाँचवाँ हींसा ओहमाँ जोड़इ चाही अउ वापस खरीदइ चाही। 32 “याजक मनइयन क गोरुअन अउ भेड़िन मँ स हर दसवाँ जनावर लेइ। हर दसवाँ जनावर यहोवा क होइ। 33 मालिक क इ चिन्ता नाहीं करइ चाही कि उ जनावर नीक अहइ या बुरा। ओका जनावर क दूसर जनावर स नाहीं बदलइ चाही। अगर उ बदलइ क निहचय करत ह तउ दुइनउँ जनावर यहोवा क होइहीं। उ जनावर वापस नाहीं बेसहा जाइ सकत।” 34 इ सबइ उ आदेसन अहइँ जेनका यहोवा सिनाइ पहाड़ पइ मूसा क दिहस। इ सबइ आदेस इस्राएल क लोगन बरे अहइँ।