1 आदम,शेत, à¤à¤¨à¥‹à¤¶; 2 केनान, महललेल, थेरेद; 3 हनोक, मतूशेलह, लेमेक; 4 नूह, शेम, हाम और थेपेत । 5 थेपेत के पà¥à¤¤à¥à¤° : गोमेर, मागोग, मादै, सावान, तूबल, मेशेक और तीरास हैं। 6 और गोमेर के पà¥à¤¤à¥à¤° : अशकनज, दीपत और तोगरà¥à¤®à¤¾ हैं। 7 और यावान के पà¥à¤¤à¥à¤° : à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¾, तशींश, और कितà¥à¤¤à¥€ और रोदानी लोग हैं। 8 हाम के पà¥à¤¤à¥à¤° : कà¥à¤¶, मिसà¥à¤°, पूत और कनान हैं। 9 और कूश के पà¥à¤¤à¥à¤° : सबा, हबीला, सबाता, रामा और सबà¥à¤¤à¤•à¤¾ हैं; और रामा के पà¥à¤¤à¥à¤° : शबा और ददान हैं। 10 और कूश से निमà¥à¤°à¥‹à¤¦ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†; मृयà¥à¤µà¥€ पर पहिला वीर वही हà¥à¤†à¥¤ 11 और मिसà¥à¤° से लूदी, अनामी, लहावी, नपà¥à¤¤à¤¹à¥€à¥¤ 12 पतà¥à¤°à¥‚सी, कसलूही ( वहां से पलिशà¥à¤¤à¥€ निकले ) और कपà¥à¤¤à¥‹à¤°à¥€ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 13 कनान से उसका जेठा सीदोन और हितà¥à¤¤à¥¤ 14 और यबूसी, à¤à¤®à¥‹à¤°à¥€, गिरà¥à¤—ाशी। 15 हियà¥à¤µà¥€, अकीं,सीनी। 16 अरà¥à¤µà¤¦à¥€, समारी और हमाती उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 17 शेम के पà¥à¤¤à¥à¤° : à¤à¤²à¤¾à¤®, अशà¥à¤¶à¥‚र, अरà¥à¤ªà¤à¤¦, लूद, अराम, ऊस, हूल, गेतेर और मेशेक हैं। 18 और अरà¥à¤ªà¤à¤¦ से शेलह और शेलह से à¤à¤¬à¥‡à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 19 और à¤à¤¬à¥‡à¤° के दो पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ : à¤à¤• का नाम पेलेग इस कारण रखा गया कि उसके दिनोंमें पृयà¥à¤µà¥€ बांटी गई; और उसके à¤à¤¾à¤ˆ का नाम योकà¥à¤¤à¤¾à¤¨ या। 20 और योकà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से अलà¥à¤®à¥‹à¤¦à¤¾à¤¦, शà¥à¤²à¥‡à¤ª, हसरà¥à¤®à¤¾à¤µà¥‡à¤¤, थेरह। 21 हदोराम, ऊजाल, दिकà¥à¤²à¤¾à¥¤ 22 à¤à¤¬à¤¾à¤², अबीमाà¤à¤², शबा, 23 ओपीर, हवीला और सोबाब उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤; थे ही सब योकà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° हैं। 24 शेम, अरà¥à¤ªà¤à¤¦, शेलह। 25 à¤à¤¬à¥‡à¤°, पेलेग, रू। 26 सरूग, नाहोर, तेरह, 27 अबà¥à¤°à¤¾à¤®, वही इबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€à¤® à¤à¥€ कहलाता है। 28 इबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€à¤® के पà¥à¤¤à¥à¤° इसहाक और इशà¥à¤®à¤¾à¤à¤² हैं। 29 इनकी वंशावलियां थे हैं। इशà¥à¤®à¤¾à¤à¤² का जेठा नवायोत, फिर केदार, अदवेल, मिबसाम। 30 मिशà¥à¤®à¤¾, दूमा, मसà¥à¤¸à¤¾, हदद, तेमा। 31 यतूर, नापीश, केदमा। थे इशà¥à¤®à¤¾à¤à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤à¥¤ 32 फिर कतूरा जो इबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€à¤® की रखेली यी, उसके थे पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ उस से जिमà¥à¤°à¤¾à¤¨, योà¤à¤¾à¤¨, मदान, मिदà¥à¤¯à¤¾à¤¨, यिशबाक और शूह उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ योà¤à¤¾à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° : शबा और ददात। 33 और मिदà¥à¤¯à¤¾à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° : à¤à¤ªà¤¾, à¤à¤ªà¥‡à¤°, हनोक, अबीदा और à¤à¤²à¤¦à¤¾, थे सब कतूरा के पà¥à¤¤à¥à¤° हैं। 34 इबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€à¤® से इसहाक उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ इसहाक के पà¥à¤¤à¥à¤° : à¤à¤¸à¤¾à¤µ और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥¤ 35 à¤à¤¸à¤¾à¤µ के पà¥à¤¤à¥à¤° : à¤à¤²à¥€à¤ªà¤œ, रूà¤à¤², यूश, यालाम और कोरह हैं। 36 à¤à¤²à¥€à¤ªà¤œ के थे पà¥à¤¤à¥à¤° हैं : तेमान, ओमार, सपी, गाताम, कनज, तिमà¥à¤¨à¤¾ और अपालेक। 37 रूà¤à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° : नहत, जेरह, शमà¥à¤®à¤¾ और मिजà¥à¤œà¤¾à¥¤ 38 फिर सेईर के पà¥à¤¤à¥à¤° : लोतान, शोबाल, सिबोन, अना, दीशोन, à¤à¤¸à¥‡à¤° और दीशान हैं। 39 और लोतान के पà¥à¤¤à¥à¤° : होरी और होमाम, और लोतान की बहिन तिमà¥à¤¨à¤¾ यीं। 40 शोबाल के पà¥à¤¤à¥à¤° : अलà¥à¤¯à¤¾à¤¨, मानहत, à¤à¤¬à¤¾à¤², शषी और ओनाम। 41 और सिबोन के पà¥à¤¤à¥à¤° : अयà¥à¤¯à¤¾, और अना। अना का पà¥à¤¤à¥à¤° : दीशोन। और दीशोन के पà¥à¤¤à¥à¤° : हमà¥à¤°à¤¾à¤¨, à¤à¤¶à¤¬à¤¾à¤¨, यितà¥à¤°à¤¾à¤¨ और करान। 42 à¤à¤¸à¥‡à¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° बिलà¥à¤¹à¤¾à¤¨, जाचान और याकान। और दीशान के पà¥à¤¤à¥à¤° : ऊस और अरान हैं। 43 जब किसी राजा ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚पर राजà¥à¤¯ न किया या, तब à¤à¤¦à¥‹à¤® के देश में थे राजा हà¥à¤ : अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ बोर का पà¥à¤¤à¥à¤° बेला और उसकी राजधानी का नाम दिनà¥à¤¹à¤¾à¤¬à¤¾ या। 44 बेला के मरने पर, बोसà¥à¤°à¤¾à¤ˆ जेरह का पà¥à¤¤à¥à¤° योबाब, उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤†à¥¤ 45 और योबाब के मरने पर, तेमानियोंके देश का हूशाम उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤†à¥¤ 46 फिर हूशाम के मरने पर, बदद का पà¥à¤¤à¥à¤° हदद, उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤† : यह वही है, जिस ने मिदà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को मोआब के देश में मार लिया; और उसकी राजधानी का नाम अबीत या। 47 और हदद के मरने पर, मसà¥à¤°à¥‡à¤•à¤¾à¤ˆ समà¥à¤²à¤¾ उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤†à¥¤ 48 फिर समà¥à¤²à¤¾ के मरने पर शाऊल, जो महानद के तट पर के रहोबोत नगर का या, वह उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤†à¥¤ 49 और शाऊल के मरने पर अकबोर का पà¥à¤¤à¥à¤° बालà¥à¤¹à¤¾à¤¨à¤¾à¤¨ उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤†à¥¤ 50 और बलà¥à¤¹à¤¾à¤¨à¤¾à¤¨ के मरने पर, हदद उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤†; और उसकी राजधानी का नाम पाई या। और उसकी पतà¥à¤¨à¥€ का नाम महेतबेल या जो मेज़ाहाब की नातिनी और मतà¥à¤°à¥‡à¤¦ की बेटी यी। और हदद मर गया। 51 फिर à¤à¤¦à¥‹à¤® के अधिपति थे थे : अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ अधिपति तिमà¥à¤¨à¤¾, अधिपति अलà¥à¤¯à¤¾, अधिपति यतेत, अधिपति ओहोलीवामा, 52 अधिपति à¤à¤²à¤¾, अधिपति पीनोन, अधिपति कनज, 53 अधिपति तेमान, अधिपति मिबसार, अधिपति मगà¥à¤¦à¥€à¤à¤², अधिपति ईराम। 54 à¤à¤¦à¥‹à¤® के थे अधिपति हà¥à¤à¥¤
1 इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के थे पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤; रूबेन, शिमोन, लेवी, सहूदा, इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤°, जबूलून, दान। 2 यूसà¥à¤«, बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨, ननà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€, गाद और आशेर। 3 यहूदा के थे पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤ : à¤à¤°, ओनान और शेला, उसके थे तीनोंपà¥à¤¤à¥à¤°, बतशू नाम à¤à¤• कनानी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ और यहूदा का जेठा à¤à¤°, यहोवा की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में बà¥à¤°à¤¾ या, इस कारण उस ने उसको मार डाला। 4 यहूदा की बहू तामार से पेरेस और जेरह उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ यहूदा के सब पà¥à¤¤à¥à¤° पांच हà¥à¤à¥¤ 5 मेरेस के पà¥à¤¤à¥à¤° : हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ और हामूल। 6 और जेरेह के पà¥à¤¤à¥à¤° : जिमà¥à¤°à¥€, à¤à¤¤à¤¾à¤¨, हेमान, कलकोल और दारा सब मिलकर पांच। 7 फिर कमीं का पà¥à¤¤à¥à¤° : आकार जो अरà¥à¤ªà¤£ की हà¥à¤ˆ पसà¥à¤¤à¥ के विषय में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ करके इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚का कषà¥à¤Ÿ देनेवाला हà¥à¤†à¥¤ 8 और à¤à¤¤à¤¾à¤¨ का पà¥à¤¤à¥à¤° : अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 9 हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ के जो पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ : यरहà¥à¤®à¥‡à¤², राम और कलूबै। 10 और राम से अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ और अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ से नहशोन उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† जो यहूदियोंका पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ बना। 11 और नहशोन से सलà¥à¤®à¤¾ और सलà¥à¤®à¤¾ से बोअज, 12 और बोअज से ओबेद और ओबेद से यिशै उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 13 और यिशै से उसका जेठा à¤à¤²à¥€à¤†à¤¬ और दूसरा अबीनादाब तीसरा शिमा। 14 चौया नतनेल और पांचवां रदà¥à¤¦à¥ˆà¤‚। छठा ओसेम और सातवां दाऊद उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 15 इनकी बहिनें सरूयाह ओर अबीगैल यीं। 16 और सरूयाह के पà¥à¤¤à¥à¤° अबीशै, योआब और असाहेल थे तीन थे। 17 और अबीगैल से अमासा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†, और अमासा का पिता इशà¥à¤®à¤¾à¤à¤²à¥€ थेतेर या। 18 हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° कालेब के अजूबा नाम à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से, और यरीओत से, बेटे उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤; और इसके पà¥à¤¤à¥à¤° थे हूठअरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ थेशेर, शेबाब और अदॉन। 19 जब अजूबा मर गई, सब कालेब ने à¤à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¤ को बà¥à¤¯à¤¾à¤¹ लिया; और जिससे हूर उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 20 और हूर से ऊरी और ऊरी से बसलेल उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 21 इसके बाद हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ गिलाद के पिता माकीर की बेटी के पास गया, जिसे उस ने तब बà¥à¤¯à¤¾à¤¹ लिया, जब वह साठवरà¥à¤· का या; और उस से सगूब उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 22 और सगूब से याईर जनà¥à¤®à¤¾, जिसके गिलाद देश में तेईस नगर थे। 23 और गशूर और अराम ने याईर की बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को और गांवोंसमेत कनत को, उन से ले लिया; थे सब नगर मिलकर साठथे। थे सब गिलाद के पिता माकीर के पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤à¥¤ 24 और जब हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ कालेबेपà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¾ में मर गया, तब उसकी अबियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ नाम सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से अशहूर उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† जो तको का पिता हà¥à¤†à¥¤ 25 और हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ के जेठे यरहà¥à¤®à¥‡à¤² के थे पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤ : अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ राम जो उसका जेठा या; और बूना, ओरेन, ओसेम और यहियà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 26 और यरहà¥à¤®à¥‡à¤² की à¤à¤• और पतà¥à¤¨à¥€ यी, जिसका नाम अतारा या; वह ओनाम की माता यी। 27 और यरहà¥à¤®à¥‡à¤² के जेठे राम के थे पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मास, यामीन और à¤à¤•à¥‡à¤°à¥¤ 28 और ओनाम के पà¥à¤¤à¥à¤° शमà¥à¤®à¥ˆ और यादा हà¥à¤à¥¤ और शमà¥à¤®à¥ˆ के पà¥à¤¤à¥à¤° नादाब और अबीशूर हà¥à¤à¥¤ 29 और अबीशूर की पतà¥à¤¨à¥€ का नाम अबीहैल या, और उस से अहबान और मोलीद उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 30 और नादाब के पà¥à¤¤à¥à¤° सेलेद और अतà¥à¤ªà¥ˆà¤® हà¥à¤; सेलेद तो नि:सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर गया। और अतà¥à¤¤à¥ˆà¤® का पà¥à¤¤à¥à¤° यिशी। 31 और यिशी का पà¥à¤¤à¥à¤° शेशान और शेशान का पà¥à¤¤à¥à¤° : अहलै। 32 फिर शमà¥à¤®à¥ˆ के à¤à¤¾à¤ˆ यादा के पà¥à¤¤à¥à¤° : थेतेर और योनातान हà¥à¤; थेतेर तो नि:सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर गया। 33 यानातान के पà¥à¤¤à¥à¤° पेलेत और जाजा; यरहà¥à¤®à¥‡à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° थे हà¥à¤à¥¤ 34 शेशान के तो बेटा न हà¥à¤†, केवल बेटियां हà¥à¤ˆà¥¤ शेशान के पास यरà¥à¤¹à¤¾ नाम à¤à¤• मिसà¥à¤°à¥€ दास या। 35 और शेशान ने उसको अपकà¥à¤•à¥€ बेटी बà¥à¤¯à¤¾à¤¹ दी, और उस से अतà¥à¤¤à¥ˆ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 36 और अतà¥à¤¤à¥ˆ से नातान, नातान से जाबाद। 37 जाबाद से à¤à¤ªà¤²à¤¾à¤², à¤à¤ªà¤²à¤¾à¤² से ओबेद। 38 ओबेद से थेहू, थेहू से अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 39 अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से हेलैस, हेलैस से à¤à¤²à¤¾à¤¸à¤¾à¥¤ 40 à¤à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ से सिसà¥à¤®à¥ˆ, सिसà¥à¤®à¥ˆ से शलà¥à¤²à¥‚म। 41 शलà¥à¤²à¥‚म से यकमà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और यकमà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¾à¤®à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 42 फिर यरहà¥à¤®à¥‡à¤² के à¤à¤¾à¤ˆ कालेब के थे पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤ : अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ उसका जेठा मेशा जो जीप का पिता हà¥à¤†à¥¤ और मारेशा का पà¥à¤¤à¥à¤° हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ à¤à¥€ उसी के वंश में हà¥à¤†à¥¤ 43 और हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° कोरह, तपà¥à¤ªà¥‚ह, रेकेम और शेमा। 44 और शेमा से योरà¥à¤•à¤¾à¤® का पिता रहम और रेकेम से शमà¥à¤®à¥ˆ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† या। 45 और शमà¥à¤®à¥ˆ का पà¥à¤¤à¥à¤° माओन हà¥à¤†; और माओन बेतà¥à¤¸à¥‚र का पिता हà¥à¤†à¥¤ 46 फिर à¤à¤ªà¤¾ जो कालेब की रखेली यी, उस से हारान, मोसा और गाजेज उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤; और हारान से गाजेज उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 47 फिर याहदै के पà¥à¤¤à¥à¤° रेगेम, योताम, गेशान, पेलेत, à¤à¤ªà¤¾ और शाप। 48 और माका जो कालेब की रखेली यी, उस से शेबेर और तिरà¥à¤¹à¤¾à¤¨à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 49 फिर उस से मदमनà¥à¤¨à¤¾ का पिता शाप और मकबेना और गिबा का पिता शबा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ और कालेब की बेटी अकसा यी। कालेब के पà¥à¤¤à¥à¤° थें हà¥à¤à¥¤ 50 à¤à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¾ के जेठे हूर का पà¥à¤¤à¥à¤° किरà¥à¤¯à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€à¤® का पिता शोबाल। 51 बेतलेहेम का पिता सलà¥à¤®à¤¾ और बेतगादेर का पिता हारेप। 52 और किरà¥à¤¯à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€à¤® के पिता शोबाल के वंश में हारोठआधे मनà¥à¤¹à¥‹à¤¤à¤µà¤¾à¤¸à¥€, 53 और किरà¥à¤¯à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€à¤® के कà¥à¤² अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ यितà¥à¤°à¥€, पूती, शूमाती और मिशà¥à¤°à¤ˆ और इन से सोराई और à¤à¤¶à¥à¤¤à¤¾à¤“ली निकले। 54 फिर सलà¥à¤®à¤¾ के वंश में बेतलेहेम और नतोपाई, अतà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¬à¥‡à¤¤à¥à¤¯à¥‹à¤†à¤¬ और आधे मानहती, सोरी। 55 फिर याबेस में रहनेवाले लेखकोंके कà¥à¤² अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ तिराती, शिमाती और सूकाती हà¥à¤à¥¤ थे रेकाब के घराने के मूलपà¥à¤°à¥à¤· हमà¥à¤®à¤¨ के वंशवाले केनी हैं।
1 दाऊद के पà¥à¤¤à¥à¤° जो हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ में उस से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ वे थे हैं : जेठा अमà¥à¤¨à¥‹à¤¨ जो यिजà¥à¤°à¥‡à¤²à¥€ अहीनोआम से, दूसरा दानियà¥à¤¥à¥‡à¤² जो करà¥à¤®à¥‡à¤²à¥€ अबीगैल से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 2 तीसरा अबशालोम जो गशूर के राजा तलà¥à¤®à¥ˆ की बेटी माका का मà¥à¤¤à¥à¤° या, चौया ओदानियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ जो हरगीत का पà¥à¤¤à¥à¤° या। 3 पांचवां शपतà¥à¤¯à¤¾à¤¹ जो अबीतल से, और छठवां यितà¥à¤°à¤¾à¤® जो उसकी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¤—à¥à¤²à¤¾ से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 4 दाऊद से हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ में छ: पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤, और वहां उस ने साà¥à¥‡ सात वरà¥à¤· राजà¥à¤¯ किया; और यरूशलेम में तैंतीस वरà¥à¤· राजà¥à¤¯ किया। 5 और यरूशलेम में उसके थे पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ शिमा, शोबाब, तातान और सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨, थे चारो अमà¥à¤®à¥€à¤à¤² की बेटी बतशू से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 6 और यिà¤à¤¾à¤°, à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¾à¤®à¤¾ à¤à¤²à¥€à¤ªà¥‡à¤²à¥‡à¤¤à¥¤ 7 नेगाह, नेपेग, यापी। 8 à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¾à¤®à¤¾, à¤à¤²à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ और à¤à¤²à¥€à¤®à¥‡à¤²à¥‡à¤¤, थे नौ पà¥à¤¤à¥à¤° थे, थे सब दाऊद के पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 9 और इनको छोड़ रखेलियोंके à¤à¥€ पà¥à¤¤à¥à¤° थे, और इनकी बहिन तामार यी। 10 फिर सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ का पà¥à¤¤à¥à¤° रहबाम उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†; रहबाम का अबियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का आसा, आसा का यहोशापात। 11 यहोशपात का योराम, योराम का अहजà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अहजà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का योआश। 12 योआश का अमसà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अमसà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का योताम। 13 योताम का आहाज, आहाज का हिजकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹, हिजकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का मनशà¥à¤¶à¥‡à¥¤ 14 मनशà¥à¤¶à¥‡ का आमोन, और आमोन का योशियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤†à¥¤ 15 और योशियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° उसका जेइा योहानान, दूसरा यहोयाकीम; तीसरा सिदकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹, चौैया शलà¥à¤²à¥‚म। 16 और यहोयाकीम का पà¥à¤¤à¥à¤° यकोनà¥à¤¯à¤¾à¤¹, इसका पà¥à¤¤à¥à¤° सिदकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 17 ओर यकोनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° असà¥à¤¸à¥€à¤°, उसका पà¥à¤¤à¥à¤° शालतीà¤à¤²à¥¤ 18 और मलà¥à¤•à¥€à¤°à¤¾à¤®, पदायाह, शेनसà¥à¤¸à¤°, यकमà¥à¤¯à¤¾à¤¹, होशामा और नदबà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 19 और पदायाह के पà¥à¤¤à¥à¤° जरà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾à¤¬à¥‡à¤² और शिमी हà¥à¤; और जरà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾à¤¬à¥‡à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° मशà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤® और हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹, जिनकी बहीन शलोमीत यी। 20 और हशूबा, ओहेल, बेरेकà¥à¤¯à¤¾à¤¹, हसदà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और यूशमेसेद, पांच। 21 और हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° पलतà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और यशायाह। और रपायाह के पà¥à¤¤à¥à¤° अरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° ओबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° और शकनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥¤ 22 और तकनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° शमायाह। और शमायाह के पà¥à¤¤à¥à¤° हतà¥à¤¤à¥‚श और यिगाल, बारीह, नारà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और शपात, छ: । 23 और नारà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¥à¤¯à¥‹à¤à¤¨à¥ˆ, हिजकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और अजà¥à¤°à¥€à¤•à¤¾à¤®, तीन। 24 और à¤à¤²à¥à¤¯à¥‹à¤à¤¨à¥ˆ के पà¥à¤¤à¥à¤° होदबà¥à¤¯à¤¾à¤¹, à¤à¤²à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€à¤¬, पलायाह, अककूब, योहानान, दलायाह और अनानी, सात।
1 यहूदा के पà¥à¤¤à¥à¤° : पेरेस, हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨, कमीं, हूर और शोबाल। 2 और शोबाल के पà¥à¤¤à¥à¤° : रायाह से यहत और यहत से अहूमै और लहद उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤, थे सोराई कà¥à¤² हैं। 3 और à¤à¤¤à¤¾à¤® के पिता के थे पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤ : अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ यिजà¥à¤°à¥‡à¤², यिशà¥à¤®à¤¾ और यिदà¥à¤µà¤¾à¤¶, जिनकी बहिन का नाम हसà¥à¤¸à¤²à¥‡à¤²à¤ªà¥‹à¤¨à¥€ या। 4 और गदोर का पिता पनूà¤à¤², और रूशा का पिता à¤à¤œà¥‡à¤°à¥¤ थे à¤à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¾ के जेठे हूर के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं, जो बेतलेहेम का पिता हà¥à¤†à¥¤ 5 और तको के पिता अशहूर के हेबा और नारा नाम दो सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ यीं। 6 और नारा से अहà¥à¤œà¥à¤œà¤¾à¤®, हेपेर, तेमनी और हाहशतारी उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤, नारा के थे ही पà¥à¤¤à¥à¤°, हà¥à¤à¥¤ 7 और हेला के पà¥à¤¤à¥à¤°, सेरेत, यिसहर और à¤à¤®à¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥¤ 8 फिर कोस से आनूब और सोबेवा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ और उसेक वंश में हारून के पà¥à¤¤à¥à¤° अहरà¥à¤¹à¥‡à¤² के कà¥à¤² à¤à¥€ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 9 और याबेस अपके à¤à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚से अधिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित हà¥à¤†, और उसकी माता ने यह कहकर उसका नाम याबेस रखा, कि मैं ने इसे पीड़ित होकर उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ किया। 10 और याबेस ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° को यह कहकर पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¾, कि à¤à¤²à¤¾ होता, कि तू मà¥à¤à¥‡ सचमà¥à¤š आशीष देता, और मेरा देश बढाता, और तेरा हाथ मेरे साय रहता, और तू मà¥à¤à¥‡ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से à¤à¤¸à¤¾ बचा रखता कि मैं उस से पीड़ित त होता ! और जो कà¥à¤› उस ने मांगा, वह परमेशà¥à¤µà¤° ने उसे दिया। 11 फिर शूहा के à¤à¤¾à¤ˆ कलूब से à¤à¤¶à¤¤à¥‹à¤¨ का पिता महीर उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 12 और à¤à¤¶à¤¤à¥‹à¤¨ के वंश में रामा का घराना, और पासेह और ईरà¥à¤¨à¤¾à¤¹à¤¾à¤¶ का पिता तहिनà¥à¤¨à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤, रेका के लोग थे ही हैं। 13 और कनज के पà¥à¤¤à¥à¤°, ओतà¥à¤¨à¥€à¤à¤² और सरायाह, और ओतà¥à¤¨à¥€à¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° हतत। 14 मोनोतै से ओपà¥à¤°à¤¾ और सरायाह से योआब जो गेहराशीम का पिता हà¥à¤†; वे कारीगर थे। 15 और यपà¥à¤¨à¥à¤¨à¥‡ के पà¥à¤¤à¥à¤° कालेब के पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¤¾ और नाम, और à¤à¤²à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤° कनज। 16 और यहलà¥à¤²à¥‡à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤°, जीप, जीपा, तीरया और असरेल। 17 और à¤à¤œà¥à¤°à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤° थेतेर, मेरेद, à¤à¤ªà¥‡à¤° और यालोन, और उसकी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से मिरà¥à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤®, शमà¥à¤®à¥ˆ और à¤à¤¶à¤¤à¤®à¥‹ का पिता यिशबह उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 18 और उसकी यहूदिन सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से गदोर का पिता थेरेद, सोको के पिता हेबेर और जानोह के पिता यकूतीà¤à¤² उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤, थे फ़िरौन की बेटी बितà¥à¤¯à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤° थे जिसे मेरेद ने बà¥à¤¯à¤¾à¤¹ लिया या। 19 और होदियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ की सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जो नहम की बहिन यी, उसके पà¥à¤¤à¥à¤° कीला का पिता à¤à¤• गेरेमी और à¤à¤¶à¤¤à¤®à¥‹ का पिता à¤à¤• माकाई। 20 और शीमोन के पà¥à¤¤à¥à¤° अमà¥à¤¨à¥‹à¤¨, रिनà¥à¤¨à¤¾, बेनà¥à¤¹à¤¾à¤¨à¤¾à¤¨ और तोलोन और यिशी के पà¥à¤¤à¥à¤° जोहेत और बेनजोहेत। 21 यहूदा के पà¥à¤¤à¥à¤° शेला के पà¥à¤¤à¥à¤° लेका का पिता à¤à¤°, मारेशा का पिता लादा और अशबे के घराने के कà¥à¤² जिस में सन के कपके का काम होता या। 22 और योकीम और कोजेबा के मनà¥à¤·à¥à¤¯ और योआश और साराप जो मोआब में पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ करते थे और याशूब, लेहेम इनका वृतà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ है। 23 थे कà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤° थे, और नताईम और गदेरा में रहते थे जहां वे राजा का कामकाज करते हà¥à¤ उसके पास रहते थे। 24 शिमोन के पà¥à¤¤à¥à¤° नमूà¤à¤², यामीन, यारीब, जेरह और शाऊल। 25 और शाऊल का पà¥à¤¤à¥à¤° शलà¥à¤²à¥‚म, शलà¥à¤²à¥‚म का पà¥à¤¤à¥à¤° मिबसाम और मिबसाम का मिशà¥à¤®à¤¾ हà¥à¤†à¥¤ 26 और मिशà¥à¤®à¤¾ का पà¥à¤¤à¥à¤° हमà¥à¤®à¥‚à¤à¤², उसका पà¥à¤¤à¥à¤° जकà¥à¤•à¥‚र, और उसका पà¥à¤¤à¥à¤° शिमी। 27 शिमी के सोलह बेटे और छ: बेटियां हà¥à¤ˆ परनà¥à¤¤à¥ उसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚के बहà¥à¤¤ बेटे न हà¥à¤; और उनका सारा कà¥à¤² यहूदियोंके बराबर न बà¥à¤¾à¥¤ 28 वे बेरà¥à¤¶à¤¬à¤¾, मोलादा, हसरà¥à¤¶à¥‚आल। 29 बिलà¥à¤¹à¤¾, à¤à¤¸à¥‡à¤®, तोलाद। 30 बतूà¤à¤², होरà¥à¤®à¤¾, सिलà¥à¤•à¤—, 31 बेतमरà¥à¤•à¤¾à¤¬à¥‹à¤¤, हसरà¥à¤¸à¥‚सीम, बेतबिरी और शारैम में बस गà¤; दाऊद के राजय के समय तक उनके थे ही नगर रहे। 32 और उनके गांव à¤à¤¤à¤¾à¤®, à¤à¤¨, रिमà¥à¤®à¥‹à¤¨, तोकेन और आशान नाम पांच नगर। 33 और बाल तक जितने गांव इन नगरोंके आसपास थे, उनके बसने के सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ थे ही थे, और यह उनकी वंशावली हैं। 34 फिर मशोबाब और यमà¥à¤²à¥‡à¤• और अपसà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° योशा। 35 और योà¤à¤² और योशिबà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° थेहू, जो सरायाह का पोता, और असीà¤à¤² का परमोता या। 36 और à¤à¤²à¥à¤¯à¥‹à¤à¤¨à¥ˆ और याकोबा, यशोहाथाह और असायाह और अदीà¤à¤² और यसीमीà¤à¤² और बनायाह। 37 और शिपी का पà¥à¤¤à¥à¤° जीजा जो अलà¥à¤²à¥‹à¤¨ का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह यदायाह का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह शिमà¥à¤°à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह शमायाह का पà¥à¤¤à¥à¤° या। 38 थे जिनके नाम लिखें हà¥à¤ हैं, अपके अपके कà¥à¤² में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ थे; और उनके पितरोंके घराने बहà¥à¤¤ बॠगà¤à¥¤ 39 थे अपकà¥à¤•à¥€ à¤à¥‡à¥œ-बकरियोंके लिथे चराई ढूंà¥à¤¨à¥‡ को गदोर की घाटी की तराई की पूरà¥à¤µ ओर तक गà¤à¥¤ 40 और उनको उतà¥à¤¤à¤® से उतà¥à¤¤à¤® चराई मिली, और देश लमà¥à¤¬à¤¾-चौड़ा, चैत और शांति का या; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहां के पहिले रहनेवाले हाम के वंश के थे। 41 और जिनके नाम ऊपर लिखे हैं, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यहूदा के राजा हिजकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के दिनोंमें वहां आकर जो मूनी वहां मिले, उनको डेरोंसमेत मारकर à¤à¤¸à¤¾ सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤¶ कर डाला कि आह तक उनका पता नहीं है, और वे उनके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रहने लगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहां उनकी à¤à¥‡à¥œ-बकरियोंके लिथे चराई यीं। 42 और उन में से अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ शिमोनियोंमें से पाच सौ पà¥à¤°à¥à¤· अपके ऊपर पलतà¥à¤¯à¤¾à¤¹, नारà¥à¤¯à¤¾à¤¹, रपायाह और उजà¥à¤œà¥€à¤à¤² नाम यिशी के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚को अपके पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ ठहराया; 43 तब वे सेईद पहाड़ को गà¤, और जो अमेलेकी बचकर रह गठथे उनको मारा, और आज के दिन तब वहां रहते हैं।
1 इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का जेठा तो रूबेन या, परनà¥à¤¤à¥ उस ने जो अपके पिता के बिछौने को अशà¥à¤¦à¥à¤µ किया, इस कारण जेठे का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° यूसà¥à¤« के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚को दिया गया। वंशावली जेठे के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं ठहरी। 2 कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ यहूदा अपके à¤à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚पर पà¥à¤°à¤¬à¤² हो गया, और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ उसके वंश से हà¥à¤† परनà¥à¤¤à¥ जेठे का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ यूसà¥à¤« का या। 3 इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के जेठे पà¥à¤¤à¥à¤° रूबेन के पà¥à¤¤à¥à¤° थे हà¥à¤, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ हनोक, पलà¥à¤²à¥‚, हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ और कमीं। 4 और योà¤à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° शमायाह, शमायाह का गोग, गोग का शिमी। 5 शिमी का मीका, मीका का रायाह, रायाह का बाल। 6 और बाल का पà¥à¤¤à¥à¤° बेरा, इसको अशà¥à¤¶à¥‚र का राजा तिलगतपिलनेसेर बनà¥à¤§à¥à¤†à¤ˆ में ले गया; और वह रूबेनियो का पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ या। 7 और उसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚की चंशवली के लिखते यमय वे अपके अपके कà¥à¤² के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° थे ठहरे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मà¥à¤–à¥à¤¯ तो यीà¤à¤², फिर जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 8 और अजाज का पà¥à¤¤à¥à¤° बेला जो शेमा का पोता और योà¤à¤² का परपोता या, वह अरोà¤à¤° में और नबो और बालà¥à¤®à¥‹à¤¨ तक रहता या। 9 और पूरà¥à¤µ ओर वह उस जंगल के सिवाने तक रहा जो परात महानद तक महà¥à¤‚चाता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके पशॠगिलाद देश में बॠगठथे। 10 और शऊल के दिनोंमें उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हगà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚से यà¥à¤¦à¥à¤§ किया, और हगà¥à¤°à¥€ उनके हाथ से मारे गà¤; तब वे गिलाद की सारी पूरबी अलंग में अपके डेरोंमें रहने लगे। 11 गादी उनके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ सलà¥à¤•à¤¾ तक बाशान देश में रहते थे। 12 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मà¥à¤–à¥à¤¯ तो योà¤à¤² और दूसरा शापाम फिर यानै और शापात, थे बाशान में रहते थे। 13 और उनके à¤à¤¾à¤ˆ अपके अपके पितरोंके घरानोंके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मीकाà¤à¤², मशà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤®, शेबा, योरै, याकान, जी और à¤à¤¬à¥‡à¤°, सात थे। 14 थे अबीहैल के पà¥à¤¤à¥à¤° थे, जो हूरी का पà¥à¤¤à¥à¤° या, यह योराह का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह गिलाद का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह मिकाà¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह यशीशै का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह यहदो का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह बूज का पà¥à¤¤à¥à¤° या। 15 इनके पितरोंके घरानोंका मà¥à¤–à¥à¤¯ पूरà¥à¤· अबà¥à¤¦à¥€à¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤°, और गूनी का पोता अही या। 16 थे लोग बाशान में, गिलाद और उसके गांवोंमें, और शारोन की सब चराइयोंमें उसकी परली ओर तक रहते थे। 17 इन सà¤à¥‹à¤‚की वंशावली यहूदा के राजा योनातन के दिनोंऔर इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के राजा यारोबाम के दिनोंमें लिखी गई। 18 रूबेनियों, गादियोंऔर मनशà¥à¤¶à¥‡à¤‚ के आधे गोतà¥à¤° के योदà¥à¤§à¤¾ जो ढाल बानà¥à¤§à¤¨à¥‡, तलवार चलाने, और धनà¥à¤· के तीर छोड़ने के योगà¥à¤¯ और यà¥à¤¦à¥à¤§ करना सीखे हà¥à¤ थे, वे चौवालीस हजार सात सौ साठथे, जो यà¥à¤¦à¥à¤§ में जाने के योगà¥à¤¯ थे। 19 इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हगà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚और यतूर नापीश और नोदाब से यà¥à¤¦à¥à¤§ किया या। 20 उनके विरà¥à¤¦à¥à¤§ इनको सहाथता मिली, और अगà¥à¤°à¥€ उन सब समेत जो उनके साय थे उनके हाथ में कर दिठगà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यà¥à¤¦à¥à¤§ में इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमेशà¥à¤µà¤° की दोहाई दी यी और उस ने उनकी बिनती इस कारण सà¥à¤¨à¥€, कि इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखा या। 21 और इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनके पशॠहर लिà¤, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¾à¤¤à¥â€Œ ऊंट तो पचास हजार, à¤à¥‡à¥œ-बकरी अà¥à¤¾à¤ˆ लाख, गदहे दो हजार, और मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¤• लाख बनà¥à¤§à¥à¤ करके ले गà¤à¥¤ 22 और बहà¥à¤¤ से मरे पके थे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह लड़ाई परमेशà¥à¤µà¤° की ओर से हà¥à¤ˆà¥¤ और थे उनके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में बनà¥à¤¶à¥à¤†à¤ˆ के समय तक बसे रहे। 23 फिर मनशà¥à¤¶à¥‡ के आधे गोतà¥à¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ उस देश में बसे, और वे बाशान से ले बालà¥à¤¹à¥‡à¤®à¥‰à¤¨, और सनीर और हेमॉन परà¥à¤µà¤¤ तक फैल गà¤à¥¤ 24 और उनके पितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ à¤à¤ªà¥‡à¤°, यिशी, à¤à¤²à¥€à¤à¤², अजà¥à¤°à¥€à¤à¤², यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹, होदयà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और यहदीà¤à¤², थे बड़े वीर और नामी और अपके पितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे। 25 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपके पितरोंके परमेशà¥à¤µà¤° से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ किया, और उस देश के लोग जिनको परमेशà¥à¤µà¤° ने उनके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ से विनाश किया या, उनके देवताओं के पीछे यà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¨ की नाई हो लिà¤à¥¤ 26 इसलिथे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° ने अशà¥à¤¶à¥‚र के राजा पूल और अशà¥à¤¶à¥‚र के राजा तिलगतà¥à¤ªà¤¿à¤²à¤¨à¥‡à¤¸à¥‡à¤° का मन उà¤à¤¾à¤°à¤¾, और इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ रूबेनियों, गादियोंऔर मनशà¥à¤¶à¥‡ के आधे गोतà¥à¤° के लोगोंको बनà¥à¤§à¥à¤† करके हलह, हाबोर और हारा और गोजान नदी के पास पहà¥à¤‚चा दिया; और वे आज के दिन तक वहीं रहते हैं।
1 लेवी के पà¥à¤¤à¥à¤° गेशॉन, कहात और मरारी। 2 और कहात के पà¥à¤¤à¥à¤°, अमà¥à¤°à¤¾à¤®, यिसहार, हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ और उजà¥à¤œà¥€à¤à¤²à¥¤ 3 और अमà¥à¤°à¤¾à¤® की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हारून, मूसा और मरियंम, और हारून के पà¥à¤¤à¥à¤°, नादाब, अबीहू, à¤à¤²à¥€à¤†à¥›à¤° और ईतामार। 4 à¤à¤²à¥€à¤†à¥›à¤° से पीनहास, पीनहास से अबीशू। 5 अबीशू से बà¥à¤•à¥à¤•à¥€, बà¥à¤•à¥à¤•à¥€ से उजà¥à¤œà¥€à¥¤ 6 उजà¥à¤œà¥€ से जरहà¥à¤¯à¤¾à¤¹, जरहà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से मरायोत। 7 मरायोत से अमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से अहीतूब। 8 अहीतूब से सादोक, सादोक से अहीमास। 9 अहीमास से अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से योहानान। 10 और योहानान से अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† ( जो सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ के यरूशलेम में बनाठहà¥à¤ à¤à¤µà¤¨ में याजक का काम करता या ) 11 फिर अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से अमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से यहीतूब। 12 यहीतूब से सादोक, सादोक से शलà¥à¤²à¥‚म। 13 शलà¥à¤²à¥‚म से हिलकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹, हिलकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 14 अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से सरायाह, और सरायाह से यहोसादाक उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 15 और जब यहोवा, यहूदा और यरूशलेम को नबूकदनेसà¥à¤¸à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बनà¥à¤§à¥à¤† करके ले गया, तब यहोसादाक à¤à¥€ बनà¥à¤§à¥à¤† होकर गया। 16 लेवी के पà¥à¤¤à¥à¤° गेशॉम, कहात और मरारी। 17 और गेशॉम के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚के नाम थे थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ लिबà¥à¤¨à¥€ और शिमी। 18 और कहात के पà¥à¤¤à¥à¤° अमà¥à¤°à¤¾à¤®, यिसहार, हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ और उजà¥à¤œà¥€à¤à¤²à¥¤ 19 और मरारी के पà¥à¤¤à¥à¤° महली और मूशी और अपके अपके पितरोंके घरानोंके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° लेवियोंके कà¥à¤² थे हà¥à¤à¥¤ 20 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ, गेशॉन का पà¥à¤¤à¥à¤° लिबà¥à¤¨à¥€ हà¥à¤†, लिबà¥à¤¨à¥€ का यहत, यहत का जिमà¥à¤®à¤¾à¥¤ 21 जिमà¥à¤®à¤¾ का योआह, योआह का इदà¥à¤¦à¥‹, इदà¥à¤¦à¥‹ का जेरह, और जेरह का पà¥à¤¤à¥à¤° यातरै हà¥à¤†à¥¤ 22 फिर कहात का पà¥à¤¤à¥à¤° अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ हà¥à¤†, अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ का कोरह, कोरह का असà¥à¤¸à¥€à¤°à¥¤ 23 असà¥à¤¸à¥€à¤° का à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾, à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ का à¤à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾à¤ª, à¤à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾à¤ª का असà¥à¤¸à¥€à¤°à¥¤ 24 असà¥à¤¸à¥€à¤° का तहत, तहत का ऊरीà¤à¤², ऊरीà¤à¤² का उजà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ और उजà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° शाऊल हà¥à¤†à¥¤ 25 फिर à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤° अमासै और अहीमोत। 26 à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ का पà¥à¤¤à¥à¤° सोपै, सोपै का नहत। 27 नहत का à¤à¤²à¥€à¤†à¤¬, à¤à¤²à¥€à¤†à¤¬ का यरोहाम, और यरोहाम का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ हà¥à¤†à¥¤ 28 और शमूà¤à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤°, उसका जेठा योà¤à¤² और दूसरा अबियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ हà¥à¤†à¥¤ 29 फिर मरारी का पà¥à¤¤à¥à¤° महली, महली का लिबà¥à¤¨à¥€, लिबà¥à¤¨à¥€ का शिमी, शिमी का उजà¥à¤œà¤¾à¥¤ 30 उजà¥à¤œà¤¾ का शिमा; शिमा का हगà¥à¤—ियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और हगà¥à¤—ियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° असायाह हà¥à¤†à¥¤ 31 फिर जिनको दाऊद ने सनà¥à¤¦à¥‚क के ठिकाना पाने के बाद यहोवा के à¤à¤µà¤¨ में गाने के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ ठहरा दियया वे थे हैं। 32 जब तब सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ यरूशलेम में यहोवा के à¤à¤µà¤¨ को बनवा न चà¥à¤•à¤¾, तब तक वे मिलापवाले तमà¥à¤¬à¥‚ के निवास के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ गाने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सेवा करते थे; और इस सेवा में नियम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उपसà¥à¤¯à¤¿à¤¤ हà¥à¤† करते थे। 33 जो अपके अपके पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚समेत उपसà¥à¤¯à¤¿à¤¤ हà¥à¤† करते थे वे थे हैं, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ कहातियोंमें से हेमान गवैया जो योà¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° या, और योà¤à¤² शमà¥à¤à¤² का। 34 शमूà¤à¤² à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ का, à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ यरोहाम का, यरोहाम à¤à¤²à¥€à¤à¤² का, à¤à¤²à¥€à¤à¤² तोह का। 35 तोह सूप का, सूप à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ का, à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ महत का, महत अमासै का। 36 अमासै à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ का, à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ योà¤à¤² का, योà¤à¤² अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का, अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ सपनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का। 37 समनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ तहत का, तहत असà¥à¤¸à¥€à¤° का, असà¥à¤¸à¥€à¤° à¤à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾à¤ª का, à¤à¤Ÿà¤¯à¤¾à¤¸à¤¾à¤ª कोरह का। 38 कोरह यिसहार का, यिसहार कहात का, कहात लेवी का और लेवी इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° या। 39 और उसका à¤à¤¾à¤ˆ असाप जो उसके दाहिने खड़ा हà¥à¤† करता या वह बेरेकà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° या, और बेरेकà¥à¤¯à¤¾à¤¹ शिमा का। 40 शिमा मीकाà¤à¤² का, मीकाà¤à¤² बासेयाह का, बासेयाह मलà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ का। 41 मलà¥à¤•à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ à¤à¤¤à¥à¤¨à¥€ का, à¤à¤¤à¥à¤¨à¥€ जेरह का, जेरह अदायाह का। 42 अदायाह à¤à¤¤à¤¾à¤¨ का, à¤à¤¤à¤¾à¤¨ जिमà¥à¤®à¤¾ का, जिमà¥à¤®à¤¾ शिमी का। 43 शिमी यहत का, यहत गेशॉम का, गेशॉम लेवी का पà¥à¤¤à¥à¤° या। 44 और बाई ओर उनके à¤à¤¾à¤ˆ मरारी खड़े होते थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ à¤à¤¤à¤¾à¤µ जो कीशी का पà¥à¤¤à¥à¤° या, और कीशी अबà¥à¤¦à¥€ का, अबà¥à¤¦à¥€ मलà¥à¤²à¥‚क का। 45 मलà¥à¤²à¥‚क हशबà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का, हशबà¥à¤¯à¤¾à¤¹ अमसà¥à¤¯à¤¾à¤¾à¤¹ का, अमसà¥à¤¯à¤¾à¤¹ हिलकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का। 46 हिलकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ अमसी का, अमसी बानी का, बानी शेमेर का। 47 शेमेर महली का, महली मूशी का, मूशी मरारी का, और मरारी लेवी का पà¥à¤¤à¥à¤° या। 48 और इनके à¤à¤¾à¤ˆ जो लेवीय थे वह परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ के निवास की सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सेवा के लिथे अरà¥à¤ªà¤£ किठहà¥à¤ थे। 49 परनà¥à¤¤à¥ हारून और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° होपबलि की वेदी, और धूप की वेदी दोनोंपर बलिदान चà¥à¤¾à¤¤à¥‡, और परम पवितà¥à¤°à¤¸à¥à¤¯à¤¾à¤¨ का सब काम करते, और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के लिथे पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करते थे, जैसे कि परमेशà¥à¤µà¤° के दास मूसा ने आजà¥à¤žà¤¾à¤¾à¤à¤‚ दी यीं। 50 और हारून के वंश में थे हà¥à¤, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ उसका पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° हà¥à¤†, और à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° का पीनहास, पीनहास का अबीशू। 51 अबीशू का बà¥à¤•à¥à¤•à¥€, बà¥à¤•à¥à¤•à¥€ का उजà¥à¤œà¥€, उजà¥à¤œà¥€ का जरहà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 52 जरहà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का मरायोत, मरायोत का अमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का अहीतूब। 53 अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤†à¥¤ 54 और उनके à¤à¤¾à¤—ोंमें उनकी छावनियोंके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनकी बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ थे हैं, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ कहात के कà¥à¤²à¥‹à¤‚में से पहिली चिटà¥à¤ ी जो हारून की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के नाम पर निकली। 55 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ चारोंओर की चराइयोंसमेत यहूदा देश का हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिला। 56 परनà¥à¤¤à¥ उस नगर के खेत और गांव यपà¥à¤¨à¥à¤¨à¥‡ के पà¥à¤¤à¥à¤° कालेब को दिठगà¤à¥¤ 57 और हारून की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को शरणनगर हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨, और चराइयोंसमेत लिबà¥à¤¨à¤¾, 58 और यतà¥à¤¤à¥€à¤° और अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत à¤à¤¶à¤¤à¤®à¥‹à¥¤ हीलेन, दबीर। 59 आशान और बेतशेमेश। 60 और बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के गोतà¥à¤° में से अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत गेबा, अलà¥à¤²à¥‡à¤®à¥‡à¤¤ और अनातोत दिठगà¤à¥¤ उनके घरानोंके सब नगर तेरह थे। 61 और शेष कहातियोंके गोतà¥à¤° के कà¥à¤², अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मनशà¥à¤¶à¥‡ के आधे गोतà¥à¤° में से चिटà¥à¤ ी डालकर दस नगर दिठगà¤à¥¤ 62 और गेशॉमियोंके कà¥à¤²à¥‹à¤‚के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤°, आशेर और नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ के गोतà¥à¤°, और बाशान में रहनेवाले मनशà¥à¤¶à¥‡ के गोतà¥à¤° में से तेरह नगर मिले। 63 मरारियोंके कà¥à¤²à¥‹à¤‚के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रूबेन, गाद और जबूलून के गोतà¥à¤°à¥‡à¤‚ में से चिटà¥à¤ ी डालकर बारह नगर दिठगà¤à¥¤ 64 और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने लेवियोंको थे नगर चराइयोंसमेत दिà¤à¥¤ 65 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यहूदियों, शिमोनियोंऔर बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚में से वे नगर दिà¤, जिनके नाम ऊपर दिठगठहैं। 66 और कहातियोंके कई कà¥à¤²à¥‹à¤‚को उनके à¤à¤¾à¤— के नगर à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤® के गोतà¥à¤° में से मिले। 67 सो उनको अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤® के पहाड़ी देश का शकेम जो शरण नगर या, फिर गेजेर। 68 योकमाम, बेथेरोन। 69 अयà¥à¤¯à¤¾à¤²à¥‹à¤¨ और गतà¥à¤°à¤¿à¤®à¥à¤®à¥‹à¤¨à¥¤ 70 और मनशà¥à¤¶à¥‡ के आधे गोतà¥à¤° में से अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत आनेर और बिलाम शेष कहातियोंके कà¥à¤² को मिले। 71 फिर गेशॉमियोंको मनशà¥à¤¶à¥‡ के आधे गोतà¥à¤° के कà¥à¤² में से तो अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत बाशान का गोलान और अशतारोत। 72 और इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤° के गोतà¥à¤° में से अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत केदेश, दाबरात। 73 रामोत और आनेम, 74 और आशेर के गोतà¥à¤° में से अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत माशाल, अबà¥à¤¦à¥‹à¤¨à¥¤ 75 हूकोक और रहोब। 76 और नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ के गोतà¥à¤° में से अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत गालील का केदेश हमà¥à¤®à¥‹à¤¨ और किरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥ˆà¤® मिले। 77 फिर शेष लेवियोंअरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मरारियोंको जबूलून के गोतà¥à¤° में से तो अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत शिमà¥à¤®à¥‹à¤¨ और ताबोर। 78 और यरीहो के पास की यरदन नदी की पूरà¥à¤µ और रूबेन के गोतà¥à¤° में से तो अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत जंगल का बेसेर, यहसा। 79 कदेमोत और मेपाता। 80 और गाद के गोतà¥à¤° में से अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ चराइयोंसमेत गिलाद का रामोत महनैम, 81 हेशोबोन और याजेर दिठगà¤à¥¤
1 इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° तोला, पूआ, याशूब और शिमà¥à¤°à¥‹à¤¨, चार थे। 2 और तोला के पà¥à¤¤à¥à¤° उजà¥à¤œà¥€, रपायाह, यरीà¤à¤², यहमै, यिबसाम और शमूà¤à¤², थे अपके अपके पितरोंके घरानोंअरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ तोला की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· और बड़े वीर थे, और दाऊद के दिनोंमें उनके वंश की गिनती बाईस हजार छ: सौ यी। 3 और उजà¥à¤œà¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° यिजà¥à¤°à¤¹à¥à¤¯à¤¾à¤¹, और यिजà¥à¤°à¤¹à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° मीकाà¤à¤², ओबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹, योà¤à¤² और यिशà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¹ पांच थे; थे सब मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे। 4 और उनके साय उनकी वंशावलियोंऔर पितरोंके घरानोंके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सेना के दलोंके छतà¥à¤¤à¥€à¤¸ हजार योदà¥à¤§à¤¾ थे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके बहà¥à¤¤ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ और पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 5 और उनके à¤à¤¾à¤ˆ जो इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤° के सब कà¥à¤²à¥‹à¤‚में से थे, वे सतà¥à¤¤à¤¾à¤¸à¥€ हजार बड़े वीर थे, जो अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ वंशावली के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° गिने गà¤à¥¤ 6 बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° बेला, बेकेर और यदीà¤à¤² थे तीन थे। 7 बेला के पà¥à¤¤à¥à¤° : à¤à¤¸à¤¬à¥‹à¤¨, उजà¥à¤œà¥€, उजà¥à¤œà¥€à¤à¤², यरीमोत और ईरी थे पांच थे। थे अपके अपके पितरोंके घरातोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· और बड़े वीर थे, और अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ वंशाबली के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनकी गिनती बाईस हजार चौंतीस यी। 8 और बेकेर के पà¥à¤¤à¥à¤° : जमीरा, योआश, बलीà¤à¤œà¥‡à¤°, à¤à¤²à¥à¤¯à¥‹à¤à¤¨à¥ˆ, ओमà¥à¤°à¥€, यरेमोत, अबियà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अनातोत और आलेमेत थे सब बेकेर के पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 9 थे जो अपके अपके पितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· और बड़े वीर थे, इनके वंश की गिनती अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ वंशावली के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बीस हजार दो सौ यी। 10 और यदीà¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° बिलà¥à¤¹à¤¾à¤¨, और बिलà¥à¤¹à¤¾à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤°, यूश, बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨, à¤à¤¹à¥‚द, कनाना, जेतान, तशींश और अहीशहर थे। 11 थे सब जो यदीà¤à¤² की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ और अपके अपके पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· और बड़े वीर थे, इनके वंश से सेना में यà¥à¤¦à¥à¤§ करने के यागà¥à¤¯ सतà¥à¤°à¤¹ हजार दो सौ पà¥à¤°à¥à¤· थे। 12 और ईर के पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€à¤® और हà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€à¤® और अहेर के पà¥à¤¤à¥à¤° हूशी थे। 13 नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤°, à¤à¤¹à¤¸à¥€à¤à¤², गूनी, थेसेर और शलà¥à¤²à¥‚म थे, थे बिलà¥à¤¹à¤¾ के पोते थे। 14 मनशà¥à¤¶à¥‡ के पà¥à¤¤à¥à¤°, असà¥à¤°à¥€à¤à¤² जो उसकी अरामी रखेली सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† या; और उस अरामी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने गिलाद के पिता माकीर को à¤à¥€ जनà¥à¤® दिया। 15 और माकीर ( जसकी बहिन का नाम माका या ) उस ने हà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€à¤® और शà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€à¤® के लिथे सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बà¥à¤¯à¤¾à¤¹ लीं, और दूसरे का नाम सलोफाद या, और सलोफाद के बेटियां हà¥à¤ˆà¥¤ 16 फिर माकीर की सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ माका के à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† और उसका नाम पेरेश रखा; और उसके à¤à¤¾à¤ˆ का नाम शेरेश या; और इसके पà¥à¤¤à¥à¤° ऊलाम और राकेम थे। 17 और ऊलाम का पà¥à¤¤à¥à¤° बदान। थे गिलाद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ थे जो माकीर का पà¥à¤¤à¥à¤° और मनशà¥à¤¶à¥‡ का पोता या। 18 फिर उसकी बहिन हमà¥à¤®à¥‹à¤²à¥‡à¤•à¥‡à¤¤ ने ईशहोद, अबीà¤à¤œà¥‡à¤° और महला को जनà¥à¤® दिया। 19 और शमीदा के पà¥à¤¤à¥à¤° अहà¥à¤¯à¤¾à¤¨, शेकेम, लिखी और अनीआम थे। 20 और à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤® के पà¥à¤¤à¥à¤° शूतेलह और शूतेलह का बेरेद, बेरेद का तहत, तहत का à¤à¤²à¤¾à¤¦à¤¾, à¤à¤²à¤¾à¤¦à¤¾ का तहत। 21 तहत का जाबाद और जाबाद का पà¥à¤¤à¥à¤° शूतेलह हà¥à¤†, और थेजेर और à¤à¤²à¤¾à¤¦ à¤à¥€ जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गत के मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ने जो उस देश में उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ थे इसलिथे घात किया, कि वे उनके पशॠहर लेने को उतर आठथे। 22 सो उनका पिता à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤® उनके लिथे बहà¥à¤¤ दिन शोक करता रहा, और उसके à¤à¤¾à¤ˆ उसे शांति देने को आà¤à¥¤ 23 और वह अपकà¥à¤•à¥€ पतà¥à¤¨à¥€ के पास गया, और उस ने गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ होकर à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° को जनà¥à¤® दिया और बपà¥à¤°à¥ˆà¤® ने उसका नाम इस कारण बरीआ रखा, कि उसके घराने में विपतà¥à¤¤à¤¿ पकà¥à¤•à¥€ यी। 24 (और उसकी पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ शेरा यी, जिस ने निचले और ऊपरवाले दोनोंबेयोरान नाम नगरोंको और उजà¥à¤œà¥‡à¤¨à¤¶à¥‡à¤°à¤¾ को दृढ कराया। ) 25 उौर उसका पà¥à¤¤à¥à¤° रेपा या, और रेशेप à¤à¥€, और उसका पà¥à¤¤à¥à¤° तेलह, तेलह का तहन, तहन का लादान, 26 लादान का अमà¥à¤®à¥€à¤¹à¥‚द, अमà¥à¤®à¥€à¤¹à¥‚द का à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¾à¤®à¤¾à¥¤ 27 à¤à¤²à¥€à¤¶à¤®à¤¾ का नून, और नून का पà¥à¤¤à¥à¤° यहोशू या। 28 और उनकी निज à¤à¥‚मि और बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ गांवोंसमेत बेतेल और पूरà¥à¤µ की ओर नारान और पशà¥à¤šà¤¿à¤® की ओर गांवोंसमेत गेजेर, फिर गांवोंसमेत शकेम, और गांवोंसमेत अजà¥à¤œà¤¾ यीं। 29 और मनशà¥à¤¶à¥‡à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚के सिवाने के पास अपके अपके गांवोंसमेत बेतशान, तानाक, मगिदà¥à¤¦à¥‹ और दोर। इन में इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° यà¥à¤¸à¥à¤« की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के लोग रहते थे। 30 आशेर के पà¥à¤¤à¥à¤°, यिमà¥à¤¨à¤¾, यिशà¥à¤µà¤¾, यिशà¥à¤µà¥€ और बरà¥à¥€à¤†, और उनकी बहिन सेरह हà¥à¤ˆà¥¤ 31 और बरीआ के पà¥à¤¤à¥à¤°, हेबेर और मलà¥à¤•à¥€à¤à¤² और यह बिजॉत का पिता हà¥à¤†à¥¤ 32 और हेबेर ने यपकेत, शोमेर, होताम और उनकी बहिन शूआ को जनà¥à¤® दिया। 33 और यपकेत के पà¥à¤¤à¥à¤° पासक बिमà¥à¤¹à¤¾à¤² और अशà¥à¤µà¤¾à¤¤à¥¤ यपकेत के थे ही पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 34 और शेमेर के पà¥à¤¤à¥à¤°, अही, रोहगा, यहà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾ और अराम थे। 35 और उसके à¤à¤¾à¤ˆ हेलेम के पà¥à¤¤à¥à¤° सोपह, यिमà¥à¤¨à¤¾, शेलेश और आमाल थे। 36 और सोपह के पà¥à¤¤à¥à¤°, सूह, हरà¥à¤¨à¥‡à¤ªà¥‡à¤°, शूआल, वेरी, इमà¥à¤°à¤¾à¥¤ 37 बेसेर, होद, शमà¥à¤®à¤¾, शिलसा, यितà¥à¤°à¤¾à¤¨ और बेरा थे।। 38 और थेतेर के पà¥à¤¤à¥à¤°, यपà¥à¤¨à¥à¤¨à¥‡, पिसà¥à¤ªà¤¾ और अरा। 39 और उलà¥à¤²à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤°, आरह, हनà¥à¤¨à¥€à¤à¤² और रिसà¥à¤¯à¤¾à¥¤ 40 थे सब आशेर के वà¥à¤¶ में हà¥à¤, और अपके अपके पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· और बड़े से बड़े वीर थे और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚में मà¥à¤–à¥à¤¯ थे। और थे जो अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ वंशावली के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सेना में यà¥à¤¦à¥à¤§ करने के लिथे गिने गà¤, इनकी गिनती छबà¥à¤¬à¥€à¤¸ हजार यी।
1 बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ से उसका जेठा बेला, दूसरा अशबेल, तीसरा अहà¥à¤°à¥ƒà¤¹, 2 चौया नोहा और पांचवां रापा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 3 और बेला के पà¥à¤¤à¥à¤°, अदà¥à¤¦à¤¾à¤°, गेरा, अबीहूद। 4 अबीशू, नामान, अहोह, 5 गेरा, शपूपान और हूराम थे। 6 और à¤à¤¹à¥‚द के पà¥à¤¤à¥à¤° थे हà¥à¤ ( गेबा के निवासियोंके पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे थे, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बनà¥à¤§à¥à¤†à¤ˆ में मानहत को ले गठथे ) । 7 और नामान, अहियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और गेरा ( इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ बनà¥à¤§à¥à¤† करके मानहत को ले गठथे ), और उस ने उजà¥à¤œà¤¾ और अहिलूद को जनà¥à¤® दिया। 8 और शहरैम से हशीम और बारा नाम अपकà¥à¤•à¥€ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को छोड़ देने के बाद मोआब देश में लड़के उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 9 और उसकी अपकà¥à¤•à¥€ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¥€ होदेश से योआब, सिबà¥à¤¯à¤¾, मेशा, मलà¥à¤•à¤¾à¤®, यूस, सोकà¥à¤¯à¤¾, 10 और मिरà¥à¤®à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ उसके थे पà¥à¤¤à¥à¤° अपके अपके पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे। 11 और हूशीम से अबीतूब और à¤à¤²à¥à¤ªà¤¾à¤² का जनà¥à¤® हà¥à¤†à¥¤ 12 à¤à¤²à¥à¤ªà¤¾à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤¬à¥‡à¤°, मिशाम और शेमेर, इसी ने ओनो और गांवोंसमेत लोद को बसाया। 13 फिर वरीआ और शेमा जो अयà¥à¤¯à¤¾à¤²à¥‹à¤¨ के निवासियोंके पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे, और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गत के निवासिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ à¤à¤—ा दिया। 14 और अहà¥à¤¯à¥‹, हाासक, यरमोत। 15 जबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अराद, à¤à¤¦à¥‡à¤°à¥¤ 16 मीकाà¤à¤², यिसà¥à¤ªà¤¾, योहा, जो बीिआ के पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 17 जबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹, मशà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤®, हिजकी, हेबर। 18 यिशमरै, यिजलीआ, योबाब, जो à¤à¤²à¥à¤ªà¤¾à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 19 और याकीम, जिकà¥à¤°à¥€, जबà¥à¤¦à¥€à¥¤ 20 à¤à¤²à¥€à¤à¤¨à¥ˆ, सिलà¥à¤²à¤¤à¥ˆ, à¤à¤²à¥€à¤à¤²à¥¤ 21 अदायाह, बरायाह और शिमà¥à¤°à¤¾à¤¤ जो शिमी के पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 22 और यिशपान, यबेर, à¤à¤²à¥€à¤à¤²à¥¤ 23 अबà¥à¤¦à¥‹à¤¨, जिकà¥à¤°à¥€,हानान। 24 हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹, à¤à¤²à¤¾à¤®, अनà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 25 यिपदयाह और पनूà¤à¤² जो शाशक के पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 26 और शमशरै, शहरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अतलà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 27 योरेशà¥à¤¯à¤¾à¤¹, à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ और जिकà¥à¤° जो यरोहाम के पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 28 थे अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ पीà¥à¥€ में अपके अपके पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ थे, थे यरूशलेम में रहते थे। 29 और गिबोन में गिबोन का पिता रहता या, जिसकी पतà¥à¤¨à¥€ का ताम माका या। 30 और उसका जेठा पà¥à¤¤à¥à¤° अबà¥à¤¦à¥‹à¤¨ या, फिर शूर, कीश, बाल, नादाब। 31 गदोर; अहà¥à¤¯à¥‹ और जेकेर हà¥à¤à¥¤ 32 और मिकोत से शिमा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ और थे à¤à¥€ अपके à¤à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ यरूशलेम में रहते थे, अपके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ही के साय। 33 और नेर से कीश उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†, कीश से शाऊल, और शाऊल से योनातान, मलकीश, अबीनादाब, और à¤à¤¶à¤¬à¤¾à¤² उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 34 और योनातन का पà¥à¤¤à¥à¤° मरीबà¥à¤¬à¤¾à¤² हà¥à¤†, और मरीबà¥à¤¬à¤¾à¤² से मीका उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 35 और मीका के पà¥à¤¤à¥à¤° पीतोन, मेलेक, तारे और आहाज। 36 और आहाज से यहोअदà¥à¤¦à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ और यहोअदà¥à¤¦à¤¾ से आलेमेत, अजमावेत और जिमà¥à¤°à¥€; और जिमà¥à¤°à¥€ से मोसा। 37 मोसा से बिना उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ और इसका पà¥à¤¤à¥à¤° रापा हà¥à¤†, रापा का à¤à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ और à¤à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ का पà¥à¤¤à¥à¤° आसेल हà¥à¤†à¥¤ 38 और आसेल के छ: पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤ जिनके थे नाम थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ अजà¥à¤°à¥€à¤•à¤¾à¤®, बोकरू, यिशà¥à¤®à¤¾à¤à¤², शारà¥à¤¯à¤¾à¤¹, ओबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹, और हानान। थे ही सब आसेल के पà¥à¤¤à¥à¤° थे। 39 ओर उसके à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¤¶à¥‡à¤• के थे पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ उसका जेठा ऊलाम, दूसरा यूशा, तीसरा à¤à¤²à¥€à¤ªà¥‡à¤²à¥‡à¤¤à¥¤ 40 और ऊलाम के पà¥à¤¤à¥à¤° शूरवीर और धनà¥à¤°à¥à¤§à¤¾à¤°à¥€ हà¥à¤, और उनके बहà¥à¤¤ बेटे-पोते अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ डेॠसौ हà¥à¤à¥¤ थे ही सब बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के वंश के थे।
1 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ वंशावली के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, जो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के राजाओं के वृतà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤¤ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखी हैं, गिने गà¤à¥¤ और यहूदी अपके विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ के कारण बनà¥à¤§à¥à¤†à¤ˆ में बाबà¥à¤² को पहà¥à¤‚चाठगà¤à¥¤ 2 जो लोग अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ निज à¤à¥‚मि अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ अपके नगरोंमें रहते थे, वह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€, याजक, लेवीय और नतीन थे। 3 और यरूशलेम में कà¥à¤› यहूदी; कà¥à¤› बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨, और कà¥à¤› à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤®à¥€, और मनशà¥à¤¶à¥‡à¤ˆ, रहते थे : 4 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ यहूदा के पà¥à¤¤à¥à¤° पेरेस के वंश में से अमà¥à¤®à¥€à¤¹à¥‚द का पà¥à¤¤à¥à¤° ऊतै, जो ओमà¥à¤°à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤°, और इमà¥à¤°à¥€ का पोता, और बानी का परपोता या। 5 और शीलोइयोंमें से उसका जेठा पà¥à¤¤à¥à¤° असायाह और उसके पà¥à¤¤à¥à¤°à¥¤ 6 और जेरह के वंश में से यूà¤à¤², और इनके à¤à¤ˆ, थे छ: सौ नबà¥à¤¬à¥‡ हà¥à¤à¥¤ 7 फिर बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के वंश में से सलà¥à¤²à¥‚ जो मशà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤® का पà¥à¤¤à¥à¤°, होदयà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पोता, और हसà¥à¤¸à¤¨à¥‚आ का परपोता या। 8 और यिबà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ जो यरोहाम का पà¥à¤¤à¥à¤° या, à¤à¤²à¤¾ जो उजà¥à¤œà¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤°, और मिकà¥à¤°à¥€ का पोता या, और मशà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤® जो शपतà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤°, रूà¤à¤² का पोता, और यिबà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ का परपोता या; 9 और इनके à¤à¤¾à¤ˆ जो अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ वंशावली के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मिलकर नौ सौ छपà¥à¤ªà¤¨à¥¤ थे सब पà¥à¤°à¥à¤· अपके अपके पितरोंके घरानोंके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ थे। 10 और याजकोंमें से यदायाह, यहोयारीब और याकीन, 11 और अजरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ जो परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ का पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ और हिलकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° या, यह पशà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤® का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह सादोक का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह मरायोत का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह अहीतूब का पà¥à¤¤à¥à¤° या। 12 और अदायाह जो यरोहाम का पà¥à¤¤à¥à¤° या, यह पशहूर का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह मलà¥à¤•à¤¿à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह मासै का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह अदोà¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह जेरा का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह पशà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤® का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह मशिलà¥à¤²à¥€à¤¤ का पà¥à¤¤à¥à¤°, यह इमà¥à¤®à¥‡à¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° या। 13 और उनके à¤à¤¾à¤ˆ थे, जो अपके अपके पितरोंके घरानोंमें सतà¥à¤°à¤¹ सौ साठमà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे, वे परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ की सेवा के काम में बहà¥à¤¤ निपà¥à¤£ पà¥à¤°à¥à¤· थे। 14 फिर लेवियोंमें से मरारी के वंश में से शमायाह जो हशà¥à¤¶à¥‚व का पà¥à¤¤à¥à¤°, अजà¥à¤°à¥€à¤•à¤¾à¤® का पोता, और हशयà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का परपोता या। 15 और बकबकà¥à¤•à¤°, हेरेश और गालाल और आसाप के वंश में से मतà¥à¤¤à¤¨à¥à¤¯à¤¾à¤¹ जो मीका का पà¥à¤¤à¥à¤°, और जिकà¥à¤°à¥€ का पोता या। 16 और ओबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹ जो शमायाह का पà¥à¤¤à¥à¤°, गालाल का पोता और यदूतून का परपोता या, और बेरेकà¥à¤¯à¤¾à¤¹ जो आसा का पà¥à¤¤à¥à¤°, और à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ का पोता या, जो नतोपाइयोंके गांवोंमें रहता या। 17 ओर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚में से अपके अपके à¤à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚सहित शलà¥à¤²à¥‚म, अकà¥à¤•à¥‚ब, तलà¥à¤®à¥‹à¤¨ और अहीमान, उन में से मà¥à¤–à¥à¤¯ तो शलà¥à¤²à¥‚म या। 18 और वह अब तक पूरà¥à¤µ ओर राजा के फाटक के पास दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¥€ करता या। लेवियोंकी छावनी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² थे ही थे। 19 और शलà¥à¤²à¥‚म जो कोरे का पà¥à¤¤à¥à¤°, à¤à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾à¤ª का पोता, और कोरह का परपोता या, और उसके à¤à¤¾à¤ˆ जो उसके मूलपà¥à¤°à¥à¤· के घराने के अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ कोरही थे, वह इस काम के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ थे, कि वे तमà¥à¤¬à¥‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² हों। उनके पà¥à¤°à¤–ा तो यहोवा की छावनी के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€, और पैठाव के रवावाले थे। 20 और अगले समय में à¤à¤²à¥€à¤†à¥›à¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° पीनहास जिसके संग यहोवा रहता या वह उनका पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ या। 21 मेशेलेमà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ मिलापवाले तमà¥à¤¬à¥‚ का दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² या। 22 थे सब जो दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² होने को चà¥à¤¨à¥‡ गà¤, वह दो सौ बारह थे। थे जिनके पà¥à¤°à¤–ाओं को दाऊद और शमूà¤à¤² दशीं ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ जानकर ठहराया या, वह अपके अपके गांव में अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ वंशावली के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° गिने गà¤à¥¤ 23 सो वे और उनकी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ यहोवा के à¤à¤µà¤¨ अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ तमà¥à¤¬à¥‚ के à¤à¤µà¤¨ के फाटकोंका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ बारी बारी रखते थे। 24 दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² पूरà¥à¤µ, पशà¥à¤šà¤¿à¤®, उतà¥à¤¤à¤°, दकà¥à¤–िन, चारोंदिशा की ओर चौकी देते थे। 25 ओर उनके à¤à¤¾à¤ˆ जो गांवोंमें रहते थे, उनको सात सात दिन के बाद बारी बारी से उनके संग रहने के लिथे आना पड़ता या। 26 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि चारोंपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² जो लेवीय थे, वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ जानकर परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ की कोठरियोंऔर à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ ठहराठगठथे। 27 और वे परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ के आसपास इसलिथे रात बिताते थे, कि उसकी रà¤à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सौंपी गई यी, और à¤à¥‹à¤°-à¤à¥‹à¤° को उसे खोलना उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ का काम या। 28 और उन में से कà¥à¤› उपासना के पातà¥à¤°à¥‹à¤‚के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ थे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि थे गिनकर à¤à¥€à¤¤à¤° पहà¥à¤‚चाà¤, और गिनकर बाहर तिकाले à¤à¥€ जाते थे। 29 और उन में से कà¥à¤› सामान के, और पवितà¥à¤°à¤¸à¥à¤¯à¤¾à¤¨ के पातà¥à¤°à¥‹à¤‚के, और मैदे, दाखमधà¥, तेल, लोबान और सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¦à¥à¤°à¤¯à¥à¤¯à¥‹à¤‚के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ ठहराठगठथे। 30 और याजकोंके पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚में से कà¥à¤› सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¦à¥à¤°à¤¯à¥à¤¯à¥‹à¤‚में गंधी का काम करते थे। 31 और मतितà¥à¤¯à¤¾à¤¹ नाम à¤à¤• लेवीय जो कोरही शलà¥à¤²à¥‚म का जेठा या उसे बिशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ जानकर तवोंपर बनाई हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया या। 32 और उसके à¤à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ कहातियोंमें से कà¥à¤› तो à¤à¤‚टवाली रोटी के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ थे, कि हर à¤à¤• विशà¥à¤°à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ को उसे तैयार किया करें। 33 और थे गवैथे थे जो लेवीय पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ थे, और कोठरियोंमें रहते, और उाौर काम से छूटे थे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे रात-दिन अपके काम में लगे रहते थे। 34 थे ही अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ पीà¥à¥€ में लेवियोंके पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे, थे यरूशलेम में रहते थे। 35 और गिबोन में गिबोन का पिता यीà¤à¤² रहता या, जिसकी पतà¥à¤¨à¥€ का नाम माका य। 36 उसका जेठा पà¥à¤¤à¥à¤° अबà¥à¤¦à¥‹à¤¨ हà¥à¤†, फिर सà¥à¤°, कीश, बाल, नेर, नादाब। 37 गदोर, अहà¥à¤¯à¥‹, जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और मिलà¥à¤•à¥‹à¤¤à¥¤ 38 और मिलà¥à¤•à¥‹à¤¤ से शिमाम उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† और थे à¤à¥€ अपके à¤à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ अपके à¤à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚के संग यरूशलेम में रहते थे। 39 और नेर से कीश, कीश से शाऊल, और शाऊल से योनातान, मलà¥à¤•à¥€à¤¶, अबीनादाब और à¤à¤¶à¤¬à¤¾à¤² उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ 40 और योनातान का पà¥à¤¤à¥à¤° मरीबà¥à¤¬à¤¾à¤² हà¥à¤†, और मरीबà¥à¤¬à¤¾à¤² से मीका उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 41 और मीका के पà¥à¤¤à¥à¤° पीतोन, मेलेक, तहà¥à¤°à¥‡ और अहाज थे। 42 और अहाज से यारा और यारा से आलेमेत, अजमावेत और जिमà¥à¤°à¥€, और जिमà¥à¤°à¥€ से मोसा। 43 और मोसा से बिना उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† और बिना का पà¥à¤¤à¥à¤° रपायाह हà¥à¤†, रपायाह का à¤à¤²à¤¾à¤¸à¤¾, और à¤à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ का पà¥à¤¤à¥à¤° आसेल हà¥à¤†à¥¤ 44 और आसेल के छ: पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤ जिनके थे नाम थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ अजà¥à¤°à¥€à¤•à¤¾à¤®, बोकरू, यिशà¥à¤®à¤¾à¤à¤², शारà¥à¤¯à¤¾à¤¹, ओबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और हतान; आसेल के थे ही पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤à¥¤
1 पलिशà¥à¤¤à¥€ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚से लड़े; और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ से à¤à¤¾à¤—े, और गिलबो नाम पहाड़ पर मारे गà¤à¥¤ 2 और पलिशà¥à¤¤à¥€ शाऊल और उसके पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚के पीछे लगे रहे, और पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने शाऊल के पà¥à¤¤à¥à¤° योनातान, अबीनादाब और मलà¥à¤•à¥€à¤¶à¥‚ को मार डाला। 3 और शाऊल के साय धमासान यà¥à¤¦à¥à¤§ होता रहा और धनà¥à¤°à¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने उसे जा लिया, और वह उनके कारण यà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² हो गया। 4 तब शाऊल ने अपके हयियार ढोनेवाले से कहा, अपकà¥à¤•à¥€ तलवार खींचकर मà¥à¤à¥‡ फोंक दे, कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि वे खतनारहित लोग आकर मेरी ठटà¥à¤ ा करें, परनà¥à¤¤à¥ उसके हयà¥à¤¯à¤¾à¤¿à¤° ढोनेवाले ने à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ होकर à¤à¤¸à¤¾ करने से इनकार किया, तब शाऊल अपकà¥à¤•à¥€ तलवार खड़ी करके उस पर गिर पड़ा। 5 यह देखकर कि शाऊल मर गया है उसका हयियार ढोनेपसल à¤à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ तलवार पर आप गिरकर मर गया। 6 योंशाऊल और उसके तीनोंपà¥à¤¤à¥à¤°, और उसके घराने के सब लोग à¤à¤• संग मर गà¤à¥¤ 7 यह देखकर कि वे à¤à¤¾à¤— गà¤, और शाऊल और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° मर गà¤, उस तराई में रहनेवाले सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपके अपके नगर को छोड़कर à¤à¤¾à¤— गà¤; और पलिशà¥à¤¤à¥€ आकर उन में रहने लगे। 8 दूसरे दिन जब पलिशà¥à¤¤à¥€ मारे हà¥à¤“ं के माल को लूटने आà¤, तब उनको शाऊल और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° गिलबो पहाड़ पर पके हà¥à¤ मिले। 9 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके वसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‡à¤‚ को उतार उसका सिर और हयियार ले लिया और पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के देश के सब सà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚में दूतोंको इसलिथे à¤à¥‡à¤œà¤¾ कि उनके देवताओं और साधारण लोगोंमें यह शà¥à¤ समाचार देते जाà¤à¤‚। 10 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके हयियार अपके देवालय में रखे, और उसकी खोपकà¥à¤•à¥€ को दागोन के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में लटका दिया। 11 जब गिलाद के याबेश के सब लोगोंने सà¥à¤¨à¤¾ कि पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने शाऊल से कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ किया है। 12 तब सब शूरवीर चले और शाऊल और उसके पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚की लोथें उठाकर याबेश में ले आà¤, और उनकी हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को याबेश में à¤à¤• बांज वृठके तले गाड़ दिया और सात दिन तक अनशन किया। 13 योंशाऊल उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ के कारण मर गया, जो उस ने यहोवा से किया या; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस ने यहोवा का वचन टाल दिया या, फिर उस ने à¤à¥‚तसिदà¥à¤§à¤¿ करनेवाली से पूछकर समà¥à¤®à¤¤à¤¿ ली यी। 14 उस ने यहोवा से न पूछा या, इसलिथे यहोवा ने उसे मारकर राजà¥à¤¯ को यिशै के पà¥à¤¤à¥à¤° दाऊद को दे दिया।
1 तब सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ दाऊद के पास हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ में इकटà¥à¤ े होकर कहने लगे, सà¥à¤¨, हम लोग और तू à¤à¤• ही हडà¥à¤¡à¥€ और मांस हैं। 2 अगले दिनोंमें जब शाऊल राजा या, तब à¤à¥€ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚का अगà¥à¤† तू ही या, और तेरे परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा ने तà¥à¤ से कहा, कि मेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का चरवाहा, और मेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨, तू ही होगा। 3 इसलिथे सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤¥à¥‡ हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ में राजा के पास उाà¤, और दाऊद ने उनके साय हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ में यहोवा के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ वाचा बानà¥à¤§à¥€; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यहोवा के वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, जो उस ने शमूà¤à¤² से कहा या, इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा होने के लिथे दाऊद का अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया। 4 तब सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚समेत दाऊद यरूशलेम गया, जो यबूस à¤à¥€ कहलाता या, और वहां यबूसी नाम उस देश के निवासी रहते थे। 5 तब यबूस के निवासियोंने दाऊद से कहा, तू यहां आने नहीं पाà¤à¤—ा। तौà¤à¥€ दाऊद ने सियà¥à¤¯à¥‹à¤¨ नाम गॠको ले लिया, वही दाऊदपà¥à¤° à¤à¥€ कहलाता है। 6 और दाऊद ने कहा, जो कोई यबूसिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ सब से पहिले मारेगा, वह मà¥à¤–à¥à¤¯ सेनापति होगा, तब सरूयाह का पà¥à¤¤à¥à¤° योआब सब से पहिले चॠगया, और सेनापति बन गया। 7 और दाऊद उस गॠमें रहने लगा, इसलिथे उसका नाम दाऊदपà¥à¤° पड़ा। 8 और उस ने नगर के चारोंओर, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मिलà¥à¤²à¥‹ से लेकर चारोंओर शहरपनाशॠबनवाई, और योआब ने शेष नगर के खषà¥à¤¡à¤¹à¤°à¥‹à¤‚को फिर बसाया। 9 और दाऊद की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा अधिक बà¥à¤¤à¥€ गई और सेनाओं का यहोवा उसके संग या। 10 यहोवा ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के विषà¥à¤¯ जो वचन कहा या, उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दाऊद के जिन शूरवीरोंने सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚समेत उसके राजà¥à¤¯ में उसके पठमें होकर, उसे राजा बनाने को ज़ोर दिया, उन में से मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे हैं। 11 दाऊद के शूरवीरोंकी नामावली यह है, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ किसी हकà¥à¤®à¥‹à¤¨à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° याशोबाम जो तीसोंमें मà¥à¤–य य, उस ने तीन सै पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚पर à¤à¤¾à¤²à¤¾ चला कर, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• ही समय में मार डाला। 12 उसके बाद अहोही दोदो का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¥€à¤†à¥›à¤° जो तीनोंमहान वीरोंमें से à¤à¤• या। 13 वह पसदमà¥à¤®à¥€à¤® में जहां जव का à¤à¤• खेत या, दाऊद के संग रहा जब पलिशà¥à¤¤à¥€ वहां यà¥à¤¦à¥à¤§ करने को इाटà¥à¤ े हà¥à¤ थे, और लोग पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ से à¤à¤¾à¤— गà¤à¥¤ 14 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस खेत के बीच में खड़े होकर उसकी रà¤à¤¾ की, और पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को मारा, और यहोवा ने उनका बड़ा उदà¥à¤§à¤¾à¤° किया। 15 और तीसोंमà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚में से तीन दाऊद के पास चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ को, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ अदà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤® नाम गà¥à¤«à¤¾ में गà¤, और पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की छावनॉं रपाईम नाम तराई में पकà¥à¤•à¥€ इà¥à¤ˆ यी। 16 उस समय दाऊद गॠमें या, और उस समय पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की à¤à¤• चौकी बेतलेहेम में यी। 17 तब दाऊद ने बड़ी अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾ के साय कहा, कौन मà¥à¤à¥‡ बेतलेहेम के फाटक के पास के कà¥à¤à¤‚ का पानी पिलाà¤à¤—ा। 18 तब वे तीनोंजन पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की छावनी में टूट पके और बेतलेहेम के फाटक के कà¥à¤à¤‚ से पानी à¤à¤°à¤•à¤° दाऊद के पास ले आà¤; परनà¥à¤¤à¥ दाऊद ने पीने से इनकार किया और यहोवा के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ अरà¥à¤§ करके उणà¥à¤¡à¥‡à¤²à¤¾à¥¤ 19 और उस ने कहा, मेरा परमेशà¥à¤µà¤° मà¥à¤ से à¤à¤¸à¤¾ करना दूर रखे; कà¥à¤¯à¤¾ मैं इन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚का लोहू पीऊं जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपके पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚पर खेला है? थे तो अपके पà¥à¤°à¤¾à¤£ पर खेलकर उसे ले आठहैं। इसलिथे उस ने वह पानी पीने से इनकार किया। इन तीन वीरोंने थे ही काम किà¤à¥¤ 20 और अबीशै जो योआब का à¤à¤¾à¤ˆ या, वह तीनोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ या। और उस ने अपना à¤à¤¾à¤²à¤¾ चलाकर तीन सौ को मार डाला और तीनोंमें नामी हो गया। 21 दूसरी शà¥à¤°à¥à¥‡à¤£à¥€ के तीनोंमें वह अधिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित या, और उनका पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ हो गया, परनà¥à¤¤à¥ मà¥à¤–à¥à¤¯ तीनोंका पद को न पहà¥à¤‚चा। 22 यहोयादा का पà¥à¤¤à¥à¤° बनायाह या, जो कबजेल के à¤à¤• वीर का पà¥à¤¤à¥à¤° या, जिस ने बड़े बड़े काम किठथे, उस ने सिंह समान दो मोआबियोंको मार डाला, और हिमऋतॠमें उस ने à¤à¤• गड़हे में उतर के à¤à¤• सिंह को मार डाला। 23 फिर उस ने à¤à¤• डीलवाले अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ पांच हाथ लमà¥à¤¬à¥‡ मिसà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥à¤· को मार डाला, वह मिसà¥à¤°à¥€ हाथ में जà¥à¤²à¤¾à¤¹à¥‹à¤‚का ढेका का à¤à¤• à¤à¤¾à¤²à¤¾ लिठहà¥à¤ या, परनà¥à¤¤à¥ बनायाह à¤à¤• लाठी ही लिठहà¥à¤ उसके पास गया, और मिसà¥à¤°à¥€ के हाथ से à¤à¤¾à¤²à¥‡ को छीनकर उसी के à¤à¤¾à¤²à¥‡ से उसे घात किया। 24 à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤¸à¥‡ काम करके यहोयादा का पà¥à¤¤à¥à¤° बनायाह उन तीनोंवीरोंमें नामी हो गया। 25 वह तो तीसोंसे अधिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित या, परनà¥à¤¤à¥ मà¥à¤–à¥à¤¯ तीनोंके पद को न पहà¥à¤‚चा। उसको दाऊद ने अपकà¥à¤•à¥€ निज सà¤à¤¾ में सà¤à¤¾à¤¸à¤¦ किया। 26 फिर दलोंके वीर थे थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ योआब का à¤à¤¾à¤ˆ असाहेल, बेतलेहेमी दोदो का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¥à¤¹à¤¾à¤¨à¤¾à¤¨à¥¤ 27 हरोरी शमà¥à¤®à¥‹à¤¤, पलोनी हेलेस। 28 तकोई इकà¥à¤•à¥‡à¤¶ का पà¥à¤¤à¥à¤° ईरा, अनातोती अबीà¤à¤œà¥‡à¤°à¥¤ 29 सिबà¥à¤¬à¤•à¥‡ होसाती, अहोही ईलै। 30 महरै नतोपाई, à¤à¤• और नतोपाई बाना का पà¥à¤¤à¥à¤° हेलेद। 31 बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के गिबा नगरवासी रीबै का पà¥à¤¤à¥à¤° इतै, पिरातोनी बनायाह। 32 गाशके नालोंके पास रहनेवाला हूरै, अराबावासी अबीà¤à¤²à¥¤ 33 बहूरीमी अजमावेत, शलà¥à¤¬à¥‹à¤¨à¥€ à¤à¤²à¥à¤¯à¤¹à¤¬à¤¾à¥¤ 34 गीजोई हाशेम के पà¥à¤¤à¥à¤°, फिर हरारी शागे का पà¥à¤¤à¥à¤° योनातान। 35 हरारी सकार का पà¥à¤¤à¥à¤° अहीआम, ऊर का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¥€à¤ªà¤¾à¤²à¥¤ 36 मकेराई हेपेर, पलोनी अहियà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 37 करà¥à¤®à¥‡à¤²à¥€ हेसà¥à¤°à¥‹, à¤à¤œà¥à¤¬à¥ˆ का पà¥à¤¤à¥à¤° नारै। 38 नातान का à¤à¤¾à¤ˆ योà¤à¤², हगà¥à¤°à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° मिà¤à¤¾à¤°à¥¤ 39 ममà¥à¤®à¥‹à¤¨à¥€ सेलेक, बेरोती नहरै जो सरूयाह के पà¥à¤¤à¥à¤° योआब का हयियार ढोनेवाला या। 40 थेतेरी ईरा और गारेब। 41 हितà¥à¤¤à¥€ ऊरियà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अहलै का पà¥à¤¤à¥à¤° जाबाद। 42 तीस पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚समेत रूबेनी शीजा का पà¥à¤¤à¥à¤° अदीना जो रूबेनियोंका मà¥à¤–िया या। 43 माका का पà¥à¤¤à¥à¤° हानान, मेतेनी योशापात। 44 अशतारोती उजà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹, अरोà¤à¤°à¥€ होताम के पà¥à¤¤à¥à¤° शामा और यीà¤à¤²à¥¤ 45 शिमà¥à¤°à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° यदीà¤à¤² और उसका à¤à¤¾à¤ˆ तीसी, योहा। 46 महवीमी à¤à¤²à¥€à¤à¤², à¤à¤²à¤¨à¤¾à¤® के पà¥à¤¤à¥à¤° यरीबै और योशयà¥à¤¯à¤¾à¤¹, 47 मोआबी यितà¥à¤®à¤¾, à¤à¤²à¥€à¤à¤², ओबेद और मसोबाई यासीà¤à¤²à¥¤
1 जब दाऊद सिकलग में कीश के पà¥à¤¤à¥à¤° शाऊल के डर के मारे छिपा रहता या, तब थे उसके पास वहां आà¤, और थे उन वीरोंमें से थे जो यà¥à¤¦à¥à¤§ में उसके सहाथक थे। 2 थे धनà¥à¤°à¥à¤§à¤¾à¤°à¥€ थे, जो दाहिने-बाथें, दोनोंहाथोंसे गोफन के पतà¥à¤¯à¤° और धनà¥à¤· के तीर चला सकते थे; और थे शाऊल के à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚में से बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨à¥€ थे। 3 मà¥à¤–à¥à¤¯ तो अहीà¤à¤œà¥‡à¤° और दूसरा योआश या जो गिबावासी शमाआ का पà¥à¤¤à¥à¤° या; फिर अजमावेत के पà¥à¤¤à¥à¤° यजीà¤à¤² और पेलेत, फिर बराका और अनातोती थेहू। 4 और गिबोनी यिशमायाह जो तीसोंमें से à¤à¤• वीर और उनके ऊपर à¤à¥€ या; फिर यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹, यहजीà¤à¤², योहानान, गदेरावासी योजाबाद। 5 à¤à¤²à¥‚जै, यरीमोत, बालà¥à¤¯à¤¾à¤¹, शमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, हारूपी शपतà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 6 à¤à¤²à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¾, यिशियà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अजरेल, योà¤à¤œà¥‡à¤°, याशोबाम, जो सब कोरहवंशी थे। 7 और गदोरवासी यरोहाम के पà¥à¤¤à¥à¤° योà¤à¤²à¤¾ और जबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 8 फिर जब दाऊद जंबल के गॠमें रहता या, तब थे गादी जो शूरवीर थे, और यà¥à¤¦à¥à¤§ विदà¥à¤¯à¤¾ सीखे हà¥à¤ और ढाल और à¤à¤¾à¤²à¤¾ काम में लानेवाले थे, और उनके मà¥à¤¹ सिंह के से और वे पहाड़ी मृग के समान वेग से दौड़नेवाले थे, थे और गादियोंसे अलग होकर उसके पास आà¤à¥¤ 9 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मà¥à¤–à¥à¤¯ तो à¤à¤œà¥‡à¤°, दूसरा ओबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹, तीसरा à¤à¤²à¥€à¤†à¤¬à¥¤ 10 चौया मिशà¥à¤®à¤¨à¥à¤¨à¤¾, पांचपां यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 11 छठा अतà¥à¤¤à¥ˆ, सातवां à¤à¤²à¥€à¤à¤²à¥¤ 12 आठवां योहानान, नौवां à¤à¤²à¤œà¤¾à¤¬à¤¾à¤¦à¥¤ 13 दसवां यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹ और गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¤µà¤¾à¤‚ मकबनà¥à¤¨à¥ˆ या। 14 थे गादी मà¥à¤–à¥à¤¯ योदà¥à¤§à¤¾ थे, उन में से जो सब से छोटा या वह तो à¤à¤• सौ के ऊपर, और जो सब से बड़ा या, वह हजार के ऊपर या। 15 थे ही वे हैं, जो पहिले महीने में जब यरदन नदी सब कड़ाड़ोंके ऊपर ऊपर बहती यी, तब उसके पार उतरे; और पूरà¥à¤µ और पशà¥à¤šà¤¿à¤® दानोंओर के सब तराई के रहनेवालोंको à¤à¤—ा दिया। 16 और कई à¤à¤• बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨à¥€ और यहूदी à¤à¥€ दाऊद के पास गॠमें आà¤à¥¤ 17 उन से मिलने को दाऊद निकला और उन से कहा, यदि तà¥à¤® मेरे पास मितà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से मेरी सहाथता करने को आठहो, तब तो मेरा मन तà¥à¤® से लगा रहेगा; परनà¥à¤¤à¥ जो तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ धोखा देकर मेरे शतà¥à¤°à¥à¤“ं के हाथ पकड़वाने आठहो, तो हमारे पितरोंका परमेशà¥à¤µà¤° इस पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ करके डांटे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे हाथ से कोई उपदà¥à¤°à¤µ नहीं हà¥à¤†à¥¤ 18 अब आतà¥à¤®à¤¾ अमासै में समाया, जो तीसोंवीरोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ या, और उस ने कहा, हे दाऊद ! हम तेरे हैं; हे यिशै के पà¥à¤¤à¥à¤° ! हम तेरी ओर के हैं, तेरा कà¥à¤¶à¤² ही कà¥à¤¶à¤² हो और तेरे सहाथकोंका कà¥à¤¶à¤² हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तेरा परमेशà¥à¤µà¤° तेरी सहाथता किया करता है। इसलिथे दाऊद ने उनको रख लिया, और अपके दल के मà¥à¤–िथे ठहरा दिà¤à¥¤ 19 फिर कà¥à¤› मनशà¥à¤¶à¥‡à¤ˆ à¤à¥€ उस समय दाऊद के पास à¤à¤¾à¤— गà¤, जब वह पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के साय होकर शाऊल से लड़ने को गया, परनà¥à¤¤à¥ उसकी कà¥à¤› सहाथता न की, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के सरदारोंने समà¥à¤®à¤¤à¤¿ लेने पर वह कहकर उसे बिदा किया, कि वह हमारे सिर कटवाकर अपके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शाऊल से फिर मिल जाà¤à¤—ा। 20 जब वह सिकà¥à¤²à¤— को जा रहा या, तब थे मनशà¥à¤¶à¥‡à¤ˆ उसके पास à¤à¤¾à¤— गà¤; अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ अदना, योजाबाद, यदीà¤à¤², मीकाà¤à¤², योजाबाद, à¤à¤²à¥€à¤¹à¥‚ और सिलà¥à¤²à¤¤à¥ˆ जो मनशà¥à¤¶à¥‡ के हजारोंके मà¥à¤–िथे थे। 21 इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लà¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¥‹à¤‚के दल के विरà¥à¤¦à¥à¤§ दाऊद की सहाथता की, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि थे सब शूरवीर थे, और सेना के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ à¤à¥€ बन गà¤à¥¤ 22 वरन पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ लोग दाऊद की सहाथता करने को उसके पास आते रहे, यहां तक कि परमेशà¥à¤µà¤° की सेना के समान à¤à¤• बड़ी सेना बन गई। 23 फिर लोग लड़ने के लिथे हयियार बानà¥à¤§à¥‡ हà¥à¤ होबà¥à¤°à¥‹à¤¨ में दाऊद के पास इसलिथे आठकि यहोवा के वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° शाऊल का राजà¥à¤¯ उसके हाथ में कर दें : उनके मà¥à¤–ियोंकी गिनती यह है। 24 यहूदा के ढाल और à¤à¤¾à¤²à¤¾ लिठहà¥à¤ छ: हजार आठसौ हयियारबनà¥à¤§ लड़ने को बाà¤à¥¤ 25 शिमोनी सात हजार à¤à¤• सौ तैयार शूरवीर लड़ने को आà¤à¥¤ 26 लेवीय चार हजार छ: सौ आà¤à¥¤ 27 और हारून के घराने का पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ यहोयादा या, और उसके साय तीन हजार सात सौ आà¤à¥¤ 28 और सादोक नाम à¤à¤• जवान वीर à¤à¥€ आया, और उसके पिता के घराने के बाईस पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ आà¤à¥¤ 29 और शाऊल के à¤à¤¾à¤ˆ बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से तीन हजार आà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस समय तक आधे बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚से अधिक शाऊल के घराने का पठकरते रहे। 30 फिर à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से बड़े वीर और अपके अपके पितरोंके घरानोंमें नामी पà¥à¤°à¥à¤· बीस हजार आठसौ आà¤à¥¤ 31 और मनशà¥à¤¶à¥‡ के आधे गोतà¥à¤° में से दाऊद को राजा बनाने के लिथे अठारह हजार आà¤, जिनके नाम बताठगठथे। 32 और इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से जो समय को पहचानते थे, कि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² को कà¥à¤¯à¤¾ करना उचित है, उनके पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ दो सौ थे; और उनके सब à¤à¤¾à¤ˆ उनकी आजà¥à¤žà¤¾ में रहते थे। 33 फिर जबूलून में से यà¥à¤¦à¥à¤§ के सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के हयियार लिठहà¥à¤ लड़ने को पांति बानà¥à¤§à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ योदà¥à¤§à¤¾ पचास हजार आà¤, वे पांति बानà¥à¤§à¥à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ थे : और चंचल न थे। 34 फिर नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ में से पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ तो à¤à¤• हजार, और उनके संग ढाल और à¤à¤¾à¤²à¤¾ लिठसैंतीस हजार आà¤à¥¤ 35 और दानियोंमें से लड़ने के लिथे पांति बानà¥à¤§à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ अठाईस हजार छ: सौ आà¤à¥¤ 36 और आशेर में से लड़ने को पांति बानà¥à¤§à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ चालीस हजार योदà¥à¤§à¤¾ आà¤à¥¤ 37 और यरदन पार रहनेवाले रूबेनी, गादी और मनशà¥à¤¶à¥‡ के आधे गोतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से यà¥à¤¦à¥à¤§ के सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के हयियार लिठहà¥à¤ à¤à¤• लाख बीस हजार आà¤à¥¤ 38 थे सब यà¥à¤¦à¥à¤§ के लिथे पांति बानà¥à¤§à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ दाऊद को सारे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा बनाने के लिथे हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ में सचà¥à¤šà¥‡ मन से आà¤, और और सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ à¤à¥€ दाऊद को राजा बनाने के लिथे सहमत थे। 39 और वे वहां तीन दिन दाऊद के संग खाते पीते रहे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनक à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ने उनके लिथे तैयारी की यी। 40 और जो उनके निकट वरन इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤°, जबूलून और नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ तक रहते थे, वे à¤à¥€ गदहों, ऊंटों, खचà¥à¤šà¤°à¥‹à¤‚और बैलोंपर मैदा, अंजीरोंऔर किशमिश की टिकियां, दाखमधॠऔर तेल आदि à¤à¥‹à¤œà¤¨à¤µà¤¸à¥à¤¤à¥ लादकर लाà¤, और बैल और à¤à¥‡à¥œ-बकरियां बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से लाà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में आननà¥à¤¦ मनाया जारहा या।
1 और दाऊद ने सहसà¥à¤¤à¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, शतपतियोंऔर सब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚से समà¥à¤®à¤¤à¤¿ ली। 2 तब दाऊद ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की सारी मणà¥à¤¡à¤²à¥€ से कहा, यदि यह तà¥à¤® को अचà¥à¤›à¤¾ लगे और हमारे परमेशà¥à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ हो, तो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के सब देशोंमें जो हमारे à¤à¤¾à¤ˆ रह गठहैं और उनके साय जो याजक और लेवीय अपके अपके चराईवाले नगरोंमें रहते हैं, उनके पास à¤à¥€ यह कहला à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚ कि हमारे पास इकटà¥à¤ े हो जाओ। 3 और हम अपके परमेशà¥à¤µà¤° के सनà¥à¤¦à¤®à¤• को अपके यहां ले आà¤à¤‚; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शाऊल के दिनोंमें हम उसके समीप नहीं जाते थे। 4 और समसà¥à¤¤ मणà¥à¤¡à¤²à¥€ ने कहा, हम à¤à¤¸à¤¾ ही करेंगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह बात उन सब लोगोंकी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में उचित मालूम हà¥à¤ˆà¥¤ 5 तब दाऊद ने मिसà¥à¤° के शीहोर से ले हमात की घाटी तब के सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को इसलिथे इकटà¥à¤ ा किया, कि परमेशà¥à¤µà¤° के सनà¥à¤¦à¥‚क को किरà¥à¤¯à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€à¤® से ले आà¤à¥¤ 6 तब दाऊद सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को संग लेकर बाला को गया, जो किरà¥à¤¯à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€à¤® à¤à¥€ कहलाता और यहूदा के à¤à¤¾à¤— में या, कि परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा का सनà¥à¤¦à¥‚क वहां से ले आà¤; वह तो करूबोंपर विराजनेवाला है, और उसका नाम à¤à¥€ यही लिया जाता है। 7 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमेशà¥à¤µà¤° का सनà¥à¤¦à¥‚क à¤à¤• नई गाड़ी पर चà¥à¤¾à¤•à¤°, अबीनादाब के घर से निकाला, और उजà¥à¤œà¤¾ और अहà¥à¤¯à¥‹ उस गाड़ी को हांकने लगे। 8 और दाऊद और सारे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ परमेशà¥à¤µà¤° के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ तन मन से गीत गाते और बीणा, सारंगी, डफ, फांफ और तà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बजाते थे। 9 जब वे कीदोन के खलिहान तक आà¤, तब उजà¥à¤œà¤¾ ने अपना हाथ सनà¥à¤¦à¥‚क यामने को बà¥à¤¾à¤¯à¤¾, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बैलोंने ठोकर खाई यी। 10 तब यहोवा का कोप उजà¥à¤œà¤¾ पर à¤à¥œà¤• उठा; और उस ने उस को मारा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस ने सनà¥à¤¦à¥‚क पर हाथ लगाया या; वह वहीं परमेशà¥à¤µà¤° के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ मर गया। 11 तब दाऊद अपà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†, इसलिथे कि यहोवा उजà¥à¤œà¤¾ पर टूट पड़ा या; और उस ने उस सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ का नाम पेरेसà¥à¤œà¥à¤œà¤¾ रखा, यह नाम आज तक बना है। 12 और उस दिन दाऊद परमेशà¥à¤µà¤° से डरकर कहने लगा, मैं परमेशà¥à¤µà¤° के सनà¥à¤¦à¥‚क को अपके यहां कैसे ले आऊं? 13 तब दाऊद ने सनà¥à¤¦à¥‚क को अपके यहां दाऊदपà¥à¤° में न लाया, परनà¥à¤¤à¥ ओबेदेदोम नाम गती के यहां ले गया। 14 और परमेशà¥à¤µà¤° का सनà¥à¤¦à¥‚क ओबेदेदोम के यहां उसके घराने के पास तीन महीने तक रहा, और यहोवा ने ओबेदेदोम के घराने पर और जो कà¥à¤› उसका या उस पर à¤à¥€ आशीष दी।
1 और सोर के राजा हीराम ने दाऊद के पास दूत à¤à¥‡à¤œà¥‡, और उसका à¤à¤µà¤¨ बनाने को देवदारॠकी लकड़ी और राज और बà¥à¤ˆ à¤à¥‡à¤œà¥‡à¥¤ 2 और दाऊद को निशà¥à¤šà¤¯ हो गया कि यहोवा ने मà¥à¤à¥‡ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा करके सà¥à¤¯à¤¿à¤° किया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के निमितà¥à¤¤ उसका राजà¥à¤¯ अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ बॠगया या। 3 और यरूशलेम में दाऊद ने और सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बà¥à¤¯à¤¾à¤¹ लीं, और उन से और बेटे-बेटियां उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ˆà¥¤ 4 उसके जो सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ यरूशलेम में उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤, उनके नाम थे हैं : अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ शमà¥à¤®à¥‚,शोबाब, नातान, सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨; 5 यिà¤à¤¾à¤°, à¤à¤²à¥€à¤¶à¥‚, à¤à¤²à¤ªà¥‡à¤²à¥‡à¤¤; 6 नोगह, नेपेग, यापी, à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¾à¤®à¤¾, 7 बेलà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ और à¤à¤²à¥€à¤ªà¥‡à¤²à¥‡à¤¦à¥¤ 8 जब पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने सà¥à¤¨à¤¾ कि पूरे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा होने के लिथे दाऊद का अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• हà¥à¤†, तब सब पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने दाऊद की खोज में चà¥à¤¾à¤ˆ की; यह सà¥à¤¨à¤•à¤° दाऊद उनका सामà¥à¤¹à¤¨à¤¾ करने को निकल गया। 9 और पलिशà¥à¤¤à¥€ आठऔर रपाईम नाम तराई में धावा मारा। 10 तब दाऊद ने परमेशà¥à¤µà¤° से पूछा, कà¥à¤¯à¤¾ मैं पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚पर चà¥à¤¾à¤ˆ करूं? और कया तू उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मेरे हाथ में कर देगा? यहोवा ने उस से कहा, चà¥à¤¾à¤ˆ कर, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तेरे हाथ में कर दूंगा। 11 इसलिथे जब वे बालपरासीम को आà¤, तब दाऊद ने उन को वहीं मार लिया; तब दाऊद ने कहा, परमेशà¥à¤µà¤° मेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मेरे शतà¥à¤°à¥à¤“ं पर जल की धारा की नाई टूट पड़ा है। इस कारण उस सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ का नाम बालपरासीम रखा गया। 12 वहां वे अपके देवताओं को छोड़ गà¤, और दाऊद को आजà¥à¤žà¤¾ से वे आग लगाकर फूंक दिठगà¤à¥¤ 13 फिर दूसरी बार पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने उसी तािई में धावा मारा। 14 तब दाऊद ने परमेशà¥à¤µà¤° से फिर पूछा, और परमेशà¥à¤µà¤° ने उस से कहा, उनका पीछा मत कर; उन से मà¥à¥œà¤•à¤° तूत के वृà¤à¥‹à¤‚के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ से उन पर छापा मार। 15 और जब तूत के वृà¤à¥‹à¤‚की फà¥à¤¨à¤—ियोंमें से सेना के चलने की सी आहट तà¥à¤à¥‡ सà¥à¤¨ पके, तब यह जानकर यà¥à¤¦à¥à¤§ करने को निकल जाना कि परमेशà¥à¤µà¤° पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की सेना को मारने के लिथे तेरे आगे जा रहा है। 16 परमेशà¥à¤µà¤° की इस आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दाऊद ने किया, और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की सेना को गिबोन से लेकर गेजेर तक मार लिया। 17 तब दाऊद की कीतà¥à¤¤à¤¿à¤°à¥ सब देशोंमें फैल गई, और यहोवा ने सब जातियोंके मन में उसका à¤à¤¯ à¤à¤° दिया।
1 तब दाऊद ने दाऊदपà¥à¤° में à¤à¤µà¤¨ बनवाà¤, और परमेशà¥à¤µà¤° के सनà¥à¤¦à¥‚क के लिथे à¤à¤• सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ तैयार करके à¤à¤• तमà¥à¤¬à¥‚ खड़ा किया। 2 तब दाऊद ने कहा, लेवियोंको छोड़ और किसी को परमेशà¥à¤µà¤° का सनà¥à¤¦à¥‚क उठाना नहीं चाहिथे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहोवा ने उनको इसी लिथे चà¥à¤¨à¤¾ है कि वे परमेशà¥à¤µà¤° का सनà¥à¤¦à¥‚क उठाà¤à¤‚ और उसकी सेवा टहल सदा किया करें। 3 तब दाऊद ने सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को यरूशलेम में इसलिथे इाटà¥à¤ ा किया कि यहोवा का सनà¥à¤¦à¥‚क उस सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर पहà¥à¤‚चाà¤à¤‚, जिसे उस ने उसके लिथे तैयार किया या। 4 इसलिथे दाऊद ने हारून के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚और लेवियोंको इकटà¥à¤ ा किया : 5 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ कहातियोंमें से ऊरीà¤à¤² नाम पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ को और उसके à¤à¤• सौ बीस à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को; 6 मरारियोंमें से असायाह नाम पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ को और उसके दो सौ बीस à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को; 7 गेशॉमियोंमें से योà¤à¤² नाम पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ को और उसके à¤à¤• सौ तीस à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को; 8 à¤à¤²à¥€à¤¸à¤¾à¤ªà¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से शमायाह नाम पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ को और उसके दो सौ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को; 9 हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से à¤à¤²à¥€à¤à¤² नाम पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ को और उसके असà¥à¤¸à¥€ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को; 10 और उजà¥à¤œà¥€à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ नाम पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ को और उसके à¤à¤• सौ बारह à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को। 11 तब दाऊद ने सादोक और à¤à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¾à¤° नाम याजकोंको, और ऊरीà¤à¤², असायाह, योà¤à¤², शमायाह, à¤à¤²à¥€à¤à¤² और अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ नाम लेवियोंको बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤•à¤° उन से कहा, 12 तà¥à¤® तो लेवीय पितरोंके घरानोंमें मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· हो; इसलिथे अपके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚समेत अपके अपके को पवितà¥à¤° करो, कि तà¥à¤® इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा का सनà¥à¤¦à¥‚क उस सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर पहà¥à¤‚चा सको जिसको मैं ने उसके लिथे तैयार किया है। 13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पहिली बार तà¥à¤® ने उसको न उठाया इस कारण हमारा परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा हम पर टूट पड़ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम उसकी खोज में नियम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° न लगे थे। 14 तब याजकोंऔर लेवियोंने अपके अपके को पवितà¥à¤° किया, कि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा का सनà¥à¤¦à¥‚क ले जा सकें। 15 तब उस आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो मूसा ने यहोवा का वचन सà¥à¤¨à¤•à¤° दी यी, लेवियोंने सनà¥à¤¦à¥‚क को डंडोंके बल अपके कंधोंपर उठा लिया। 16 और दाऊद ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ लेवियोंको आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि अपके à¤à¤¾à¤ˆ गवैयोंको बाजे अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ सारंगी, वीणा और फांफ देकर बजाने और आननà¥à¤¦ के साय ऊंचे सà¥à¤µà¤° से गाने के लिथे नियà¥à¤•à¥à¤¤ करें। 17 तब लेवियोंने योà¤à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤° हेमान को, और उसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚में से बेरेकà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° आसाप को, और अपके à¤à¤¾à¤ˆ मरारियोंमें से कूशायाह के पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤¤à¤¾à¤¨ को ठहराया। 18 और उनके साय उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दूसरे पद के अपके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, बेन, याजीà¤à¤², शमीरामोत, यहीà¤à¤², उनà¥à¤¨à¥€, à¤à¤²à¥€à¤†à¤¬, बनायाह, मासेयाह, मतà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¹, à¤à¤²à¥€à¤ªà¤•à¥‡à¤¹, मिकनेयाह, और ओबेदेदोम और पीà¤à¤² को जो दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² थे ठहराया। 19 योंहेमान, आसाप और à¤à¤¤à¤¾à¤¨ नाम के गवैथे तो पीतल की फांफ बजा बजाकर राग चलाने को; 20 और जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, अजीà¤à¤², शमीरामोत, यहीà¤à¤², उनà¥à¤¨à¥€, à¤à¤²à¥€à¤†à¤¬, मासेयाह, और बनायाह, अलामोत, नाम राग में सारंगी बजाने को; 21 और मतà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¹, à¤à¤²à¥€à¤ªà¤•à¥‡à¤¹, मिकनेयाह ओबेदेदोम, यीà¤à¤² और अजजà¥à¤¯à¤¾à¤¹ वीणा खरà¥à¤œ में छेड़ने को ठहराठगà¤à¥¤ 22 और राग उठाने का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ कननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ नाम लेवियोंका पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ या, वह राग उठाने के विषय शिà¤à¤¾ देता या, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह निपà¥à¤£ या। 23 और बेरेकà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और à¤à¤²à¤•à¤¾à¤¨à¤¾ सनà¥à¤¦à¥‚क के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² थे। 24 और शबनà¥à¤¯à¤¾à¤¹, योशापात, नतनेल, अमासै, जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, बनायाह और à¤à¤²à¥€à¤à¤œà¥‡à¤° नाम याजक परमेशà¥à¤µà¤° के सनà¥à¤¦à¥‚क के आगे आगे तà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बजाते हà¥à¤ चले, और ओबेदेदोम और यहियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² थे। 25 और दाऊद और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤¥à¥‡ और सहसà¥à¤¤à¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ सब मिलकर यहोवा की वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क ओबेदेदोम के घर से आननà¥à¤¦ के साय ले आने के लिठगà¤à¥¤ 26 जब परमेशà¥à¤µà¤° ने लेवियोंकी सहाथता की जो यहोवा की वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क उठानेवाले थे, तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सात बैल और सात मेà¥à¥‡ बलि किà¤à¥¤ 27 दाऊद, और यहोवा की वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क उठानेवाले सब लेवीय और गानेवाले और गानेवालोंके साय राग उठानेवाले का पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ कननà¥à¤¯à¤¾à¤¹, थे सब तो सन के कपके के बागे पहिने थे, और दाऊद सन के कपके का à¤à¤ªà¥‹à¤¦ पहिने या। 28 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ यहोवा की वाचा के सनà¥à¤¦à¥‚क को जयजयकार करते, और नरसिंगे, तà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ और फांफ बजाते और सारंगियां और वीणा बजाते हà¥à¤ ले चले। 29 जब यहोवा की वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क दाऊदपà¥à¤° में पहà¥à¤‚चा तब शाऊल की बेटी मीकल ने खिड़की में से फांककर दाऊद राजा को कूदते और खेलते हà¥à¤ देखा, और उसे मन ही मन तूचà¥à¤› जाना।
1 तब परमेशà¥à¤µà¤° का सनà¥à¤¦à¥‚क ले आकर उस तमà¥à¤¹à¥‚ में रखा गया जो दाऊद ने उसके लिथे खड़ा कराया या; और परमेशà¥à¤µà¤° के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ होमबलि और मेलबलि चà¥à¤¾à¤ गà¤à¥¤ 2 जब दाऊद होमबलि और मेलबलि चà¥à¤¾ जूका, तब उस ने यहोवा के नाम से पà¥à¤°à¤œà¤¾ को आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ दिया। 3 और उस ने कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·, कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को à¤à¤• à¤à¤• रोटी और à¤à¤• à¤à¤• टà¥à¤•à¥œà¤¾ मांस और किशमिश की à¤à¤• à¤à¤• टिकिया बंटवा दी। 4 तब उस ने कई लेवियोंको इसलिथे ठहरा दिया, कि यहोवा के सतà¥à¤¦à¥‚क के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ सेवा टहल किया करें, और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा की चरà¥à¤šà¤¾ और उसका धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ किया करें। 5 उनका मà¥à¤–िया तो आसाप या, और उसके नीचे जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ या, फिर यीà¤à¤², शमीरामोत, यहीà¤à¤², मतà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¹, à¤à¤²à¥€à¤†à¤¬ बनायाह, ओबेदेदोम और यीà¤à¤² थे; थे तो सारंगियां और वीणाà¤à¤‚ लिथे हà¥à¤ थे, और आसाप फांफ पर राग बजाता या। 6 और बनायाह और यहजीà¤à¤² नाम याजक परमेशà¥à¤µà¤° की वाचा के सनà¥à¤¦à¥‚क के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ नितà¥à¤¯ तà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बजाने के लिठनियà¥à¤•à¥à¤¤ किठगà¤à¥¤ 7 तब उसी दिन दाऊद ने यहोवा का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करने का काम आसाम और उसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को सौंप दिया। 8 यहोवा का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करो, उस से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¨à¤¾ करो; देश देश में उसके कामोंका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करो। 9 उसका गीत गाओ, उसका à¤à¤œà¤¨ करो, उसके सब आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯-कमॉं का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करो। 10 उसके पवितà¥à¤° नाम पर घपंड करो; यहोवा के खोजियोंका हà¥à¤°à¥ƒà¤¦à¤¯ आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हो। 11 यहोवा और उसकी सामरà¥à¤¯ की खोज करो; उसके दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठलगातार खोज करो। 12 उसेक किठहà¥à¤ आशà¥à¤°à¥à¤–à¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤®, उसके चमतà¥à¤•à¤¾à¤° और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤µà¤šà¤¨ सà¥à¤®à¤°à¤£ करो। 13 हे उसके दास इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के वंश, हे याकूब की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ तà¥à¤® जो उसके चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ हो ! 14 वही हमारा परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा है, उसके नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के काम पृयà¥à¤µà¥€ à¤à¤° में होते हैं। 15 उसकी वाचा को सदा सà¥à¤®à¤°à¤£ रखो, यह वही वचन है जो उस ने हजार पीढिय़ोंके लिथे ठहरा दिया। 16 वह वाचा उस ने इबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€à¤® के साय बानà¥à¤§à¥€, उौर उसी के विषय उस ने इसहाक से शपय खाई, 17 और उसी को उस ने याकूब के लिथे विधि करके और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के लिथे सदा की वाचा बानà¥à¤§à¤•à¤° यह कहकर दृॠकिया, कि 18 मैं कनान देश तà¥à¤à¥€ को दूंगा, वह बांट में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ निज à¤à¤¾à¤— होगा। 19 उस समय तो तà¥à¤® गिनती में योड़े थे, वरन बहà¥à¤¤ ही योड़े और उस देश में परदेशी थे। 20 और वे à¤à¤• जाति से दूसरी जाति में, और à¤à¤• जाजà¥à¤¯ से दूसरे में फिरते तो रहे, 21 परनà¥à¤¤à¥ उस ने किसी पनà¥à¤·à¥à¤¯ को उन पर अनà¥à¤§à¥‡à¤° करने न दिया; और वह राजाओं को उनके निमितà¥à¤¤ यह धमकी देता या, कि 22 मेरे अà¤à¤¿à¤·à¤¿à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚को मत छà¥à¤“, और न मेरे नबियोंकी हानि करो। 23 हे समसà¥à¤¤ पृयà¥à¤µà¥€ के लोगो यहोवा का गीत गाओ। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ उसके किठहà¥à¤ उदà¥à¤§à¤¾à¤° का शà¥à¤ समाचार सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ रहो। 24 अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में उसकी महिमा का, और देश देश के लोगोंमें उसके आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯-कमॉं का वरà¥à¤£à¤¨ करो। 25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहोवा महान और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ के अति योगà¥à¤¯ है, वह तो सब देवताओं से अधिक à¤à¤¯à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है। 26 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देश देश के सब देवता मूतिरà¥à¤¯à¤¾à¤‚ ही हैं; परनà¥à¤¤à¥ यहोवा ही ने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— को बनाया है। 27 उसके चारोंओर विà¤à¤µ और à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ है; उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में सामरà¥à¤¯ और आननà¥à¤¦ है। 28 हे देश देश के कà¥à¤²à¥‹, यहोवा का गà¥à¤£à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¾à¤¦ करो, यहोवा की महिमा और सामरà¥à¤¯ को मानो। 29 यहोवा के नाम की महिमा à¤à¤¸à¥€ मानो जो उसके नाम के योगà¥à¤¯ है। à¤à¥‡à¤‚ट लेकर उसके समà¥à¤®à¥à¤– आाओ, पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ से शोà¤à¤¾à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ होकर यहोवा को दणडवत करो। 30 हे सारी पृयà¥à¤µà¥€ के लोगो उसके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ यरयराओ ! जगत à¤à¤¸à¤¾ सà¥à¤¯à¤¿à¤° है, कि वह टलने का नहीं। 31 आकाश आननà¥à¤¦ करे और पृयà¥à¤µà¥€ मगन हो, और जाति जाति में लोग कहें, कि यहोवा राजा 32 हà¥à¤† है। समà¥à¤¦à¥à¤° और उस में की सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤‚ गरज उठें, मैदान और जो कà¥à¤› उस में है सो पà¥à¤°à¤«à¥à¤²à¥à¤²à¤¿à¤¤ हों। 33 उसी समय वन के वृठयहोवा के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ जयजयकार करें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह पृयà¥à¤µà¥€ का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने को आनेवाला है। 34 यहोवा का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह à¤à¤²à¤¾ है; उसकी करà¥à¤£à¤¾ सदा की है। 35 और यह कहो, कि हे हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤° करनेवाले परमेशà¥à¤µà¤° हमारा उदà¥à¤§à¤¾à¤° कर, और हम को इकटà¥à¤ ा करके अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚से छà¥à¥œà¤¾, कि हम तेरे पवितà¥à¤° नाम का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करें, और तेरी सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करते हà¥à¤ तेरे विषय बड़ाई करें। 36 अनादिकाल से अननà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤² तक इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा धनà¥à¤¯ है। तब सब पà¥à¤°à¤œà¤¾ ने आमीन कहा : और यहोवा की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ की। 37 तब उस ने वहां अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ यहोवा की वाचा के सनà¥à¤¦à¥‚क के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ आसाप और उसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को छोड़ दिया, कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वे सनà¥à¤¦à¥‚क के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ नितà¥à¤¯ सेवा टहल किया करें ! 38 और अड़सठà¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚समेत ओबेदेदोम को, और दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚के लिथे यदूतून के पà¥à¤¤à¥à¤° ओबेदेदोम और होसा को छोड़ दिया। 39 फिर उस ने सादोक याजक और उसके à¤à¤¾à¤ˆ याजकोंको यहोवा के निवास के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡, जो गिबोन के ऊंचे सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में या, ठहरा दिया, 40 कि वे नितà¥à¤¯ सवेरे और सांफ को होमबलि की वेदी पर यहोवा को होमबलि चà¥à¤¾à¤¯à¤¾ करें, और उन सब के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° किया करें, जो यहोवा की यà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¯à¤¾ में लिखा है, जिसे उस ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² को दिया या। 41 और उनके संग उस ने हेमान और यदूतून और दूसरोंको à¤à¥€ जो नाम लेकर चà¥à¤¨à¥‡ गठथे ठहरा दिया, कि यहोवा की सदा की करà¥à¤£à¤¾ के कारण उसका धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करें। 42 और उनके संग उस ने हेमान और यदूतून को बजानेवालोंके लिथे तà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ और फांफें और परमेशà¥à¤µà¤° के गीत गाने के लिथे बाजे दिà¤, और यदूतून के बेटोंको फाटक की रखवाली करने को ठहरा दिया। 43 निदान पà¥à¤°à¤œà¤¾ के सब लोग अपके अपके घर चले गà¤, और दाऊद अपके घराने को आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ देने लौट गया।
1 जब दाऊद अपके à¤à¤µà¤¨ में रहने लगा, तब दाऊद ने नातान नबी से कहा, देख, मैं तो देवदारॠके बने हà¥à¤ घर में रहता हूà¤, परनà¥à¤¤à¥ यहोवा की वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क तमà¥à¤¬à¥‚ में रहता है। 2 नातान ने दाऊद से कहा, जो कà¥à¤› तेरे मन में हो उसे कर, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥à¤µà¤° तेरे संग है। 3 उसी दिन रात को परमेशà¥à¤µà¤° का यह वचन नातान के पास पहà¥à¤‚चा, जाकर मेरे दास दाऊद से कह, 4 यहोवा योंकहता है, कि मेरे निवास के लिथे तू घर बनवाने न पाà¤à¤—ा। 5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस दिन से मैं इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को मिसà¥à¤° से ले आया, आज के दिन तक मैं कà¤à¥€ घर में नहीं रहा; परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• तमà¥à¤¬à¥‚ से दूसरे तमà¥à¤¬à¥‚ को ओर à¤à¤• निवास से दूसरे निवास को आया जाया करता हूà¤à¥¤ 6 जहां जहां मैं ने सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के बीच आना जाना किया, कà¥à¤¯à¤¾ मैं ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से जिनको मैं ने अपकà¥à¤•à¥€ पà¥à¤°à¤œà¤¾ की चरवाही करने को ठहराया या, किसी से à¤à¤¸à¥€ बात कà¤à¥€ कहीं, कि तà¥à¤® लोगोंने मेरे लिथे देवदारॠका घर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚नहीं बनवाया? 7 सो अब तू मेरे दास दाऊद से à¤à¤¸à¤¾ कह, कि सेनाओं का यहोवा योंकहता है, कि मैं ने तो तà¥à¤ को à¤à¥‡à¥œà¤¶à¤¾à¤²à¤¾ से और à¤à¥‡à¥œ-बारियोंके पीछे पीछे फिरने से इस मनसा से बà¥à¤²à¤¾ लिया, कि तू मेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ हो जाà¤; 8 और जहां कहीं तू आया और गया, वहां मैं तेरे संग रहा, और तेरे सब शतà¥à¤°à¥à¤“ं को तेरे सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ से नषà¥à¤Ÿ किया है। अब मैं तेरे नाम को पृयà¥à¤µà¥€ के बड़े बड़े लोगोंके नामो के समान बड़ा कर दूंगा। 9 और मैं अपकà¥à¤•à¥€ पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के लिथे à¤à¤• सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ ठहराऊंगा, और उसको सà¥à¤¯à¤¿à¤° करूंगा कि वह अपके ही सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में बसी रहे और कà¤à¥€ चलायमान न हो; और कà¥à¤Ÿà¤¿à¤² लोग उनको नाश न करने पाà¤à¤‚गे, जैसे कि पहिले दिनोंमें करते थे; 10 उस समय à¤à¥€ जब मैं अपकà¥à¤•à¥€ पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के ऊपर नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ ठहराता या; सो मैं तेरे सब शतà¥à¤°à¥à¤“ं को दबा दूंगा। फिर मैं तà¥à¤à¥‡ यह à¤à¥€ बताता हूà¤, कि यहोवा तेरा घर बनाथे रखेगा। 11 जब तेरी आयॠपूरी हो जाथेगी और तà¥à¤à¥‡ अपके पितरोंके संग जाना पकेगा, तब मैं तेरे बाद तेरे वंश को जो तेरे पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚में से होगा, खड़ा करके उसके राजà¥à¤¯ को सà¥à¤¯à¤¿à¤° करूंगा। 12 मेरे लिठà¤à¤• घर वही बनाà¤à¤—ा, और मैं उसकी राजगदà¥à¤¦à¥€ को सदैव सà¥à¤¯à¤¿à¤° रखूंगा। 13 मैं उसका पिता ठहरूंगा और वह मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° ठहरेगा; और जैसे मैं ने अपकà¥à¤•à¥€ करà¥à¤£à¤¾ उस पर से जो तà¥à¤ से पहिले या हटाई, वैसे मैं उस पर से न हटाऊंगा, 14 वरन मैं उसको अपके घर और अपके राजà¥à¤¯ में सदैव सà¥à¤¯à¤¿à¤° यखूंगा और उसकी राजगदà¥à¤¦à¥€ सदैव अटल रहेगी। 15 इन सब बातोंऔर इस दरà¥à¤¶à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नातान ने दाऊद को समà¤à¤¾ दिया। 16 तब दाऊद राजा à¤à¥€à¤¤à¤° जाकर यहोवा के समà¥à¤®à¥à¤– बैठा, और कहने लगा, हे यहोवा परमेशà¥à¤µà¤° ! मैं कà¥à¤¯à¤¾ हूà¤? और मेरा घराना कà¥à¤¯à¤¾ है? कि तू ने मà¥à¤à¥‡ यहां तक पहà¥à¤‚चाया है? 17 और हे परमेशà¥à¤µà¤° ! यह तेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में छोटी सी बात हà¥à¤ˆ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू ने अपके दास के घराने के विषय à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के बहà¥à¤¤ दिनोंतक की चरà¥à¤šà¤¾ की है, और हे यहोवा परमेशà¥à¤µà¤° ! तू ने मà¥à¤à¥‡ ऊंचे पद का मतà¥à¤·à¥à¤¯ सा जाना है। 18 जो महिमा तेरे दास पर दिखाई गई है, उसके विषय दाऊद तà¥à¤ से और कà¥à¤¯à¤¾ कह सकता है? तू तो अपके दास को जानता है। 19 हे यहोवा ! तू ने अपके दास के निमितà¥à¤¤ और अपके मन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यह बड़ा काम किया है, कि तेरा दास उसको जान ले। 20 हे यहोवा ! जो कà¥à¤› हम ने अपके कानोंसे सà¥à¤¨à¤¾ है, उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तेरे तà¥à¤²à¥à¤¯ कोई नहीं, और न तà¥à¤à¥‡ छोड़ और कोई परमेशà¥à¤µà¤° है। 21 फिर तेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के à¤à¥€ तà¥à¤²à¥à¤¯ कौन है? वह तो पृयà¥à¤µà¥€ à¤à¤° में à¤à¤• ही जाति है, उसे परमेशà¥à¤µà¤° ने जाकर अपकà¥à¤•à¥€ निज पà¥à¤°à¤œà¤¾ करने को छà¥à¥œà¤¾à¤¯à¤¾, इसलिथे कि तू बड़े और डरावने काम करके अपना नाम करे, और अपकà¥à¤•à¥€ पà¥à¤°à¤œà¤¾ के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ से जो तू ने मिसà¥à¤° से छà¥à¥œà¤¾ ली यी, जाति जाति के लोगोंको निकाल दे। 22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू ने अपकà¥à¤•à¥€ पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² को अपकà¥à¤•à¥€ सदा की पà¥à¤°à¤œà¤¾ होने के लिथे ठहराया, और हे यहोवा ! तू आप उसका परमेशà¥à¤µà¤° ठहरा। 23 इसलिथे, अब हे यहोवा, तू ने जो वचन अपके दास के और उसके घराने के विषय दिया है, वह सदैव अटल रहे, और अपके वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ही कर। 24 और तेरा नाम सदैव अटल रहे, और यह कहकर तेरी बड़ाई सदा की जाà¤, कि सेनाओं का यहोवा इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का परमेशà¥à¤µà¤° है, वरन वह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² ही के लिथे परमेशà¥à¤µà¤° है, और तेरा दास दाऊद का घराना तेरे सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ सà¥à¤¯à¤¿à¤° रहे। 25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हे मेरे परमेशà¥à¤µà¤°, तू ने यह कहकर अपके दास पर पà¥à¤°à¤—ट किया है कि मैं तेरा घर बनाठरखूंगा, इस कारण तेरे दास को तेरे समà¥à¤®à¥à¤– पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¨à¤¾ करने का हियाब हà¥à¤† है। 26 और अब हे यहोवा तू ही परमेशà¥à¤µà¤° है, और तू ने अपके दास को यह à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करने का वचन दिया है। 27 और अब तू ने पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर, अपके दास के घराने पर à¤à¤¸à¥€ आशीष दी है, कि वह तेरे समà¥à¤®à¥à¤– सदैव बना रहे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हे यहोवा, तू आशीष दे चà¥à¤•à¤¾ है, इसलिथे वह सदैव आशीषित बना रहे।
1 इसके बाद दाऊद ने पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को जीतकर अपके अधीन कर लिया, और गांवोंसमेत गत नगर को पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के हाथ से छीन लिया। 2 फिर उस ने मोआबियोंका à¤à¥€ जीत लिया, और मोआबी दाऊद के अधीन होकर à¤à¥‡à¤‚ट लाने लगे। 3 फिर जब सोबा का राजा हदरेजेर परात महानद के पास अपके राजà¥à¤¯ सà¥à¤¯à¤¿à¤° करने को जा रहा या, तब दाऊद ने उसको हमात के पास जीत लिया। 4 और दाऊद ने उससे à¤à¤• हजार रय, सात हजार सवार, और बीस हजार पियादे हर लिà¤, और दाऊद ने सब रयवाले घेड़ोंके सà¥à¤® की नस कटवाई, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• सौ रयवाले धेड़े बचा रखे। 5 और जब दमिशà¥à¤• के अरामी, सोबा के राजा हदरेजेर की सहाथता करने को आà¤, तब दाऊद ने अरामियोंमें से बाईस हजार पà¥à¤°à¥à¤· मारे। 6 तब दाऊद ने दमिषà¥à¤• के अराम में सिपाहियोंकी चौकियां बैठाई; सो अरामी दाऊद के अधीन होकर à¤à¥‡à¤‚ट ले आने लगे। और जहां जहां दाऊद जाता, वहां वहां यहोवा उसको जय दिलाता या। 7 और हदरेजेर के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के पास सोने की जो ढालें यीं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दाऊद लेकर यरूशलेम को आया। 8 और हदरेजेर के तिà¤à¤¤ और कून नाम नगरोंसे दाऊद बहà¥à¤¤ सा पीतल ले आया; और उसी से सà¥à¤²à¥‡à¤®à¤¾à¤¨ ने पीतल के हौद और खमà¥à¤à¥‹à¤‚और पीतल के पातà¥à¤°à¥‹à¤‚को बनवाया। 9 जब हमात के राजा तोऊ ने सà¥à¤¨à¤¾, कि दाऊद ने सोबा के राजा हदरेजेर की समसà¥à¤¤ सेना को जीत लिया है, 10 तब उस ने हदोराम नाम अपके पà¥à¤¤à¥à¤° को दाऊद राजा के पास उसका कà¥à¤¶à¤² à¤à¥‡à¤® पूछने और उसे बधाई देने को à¤à¥‡à¤œà¤¾, इसलिथे कि उस ने हदरेजेर से लड़कर उसे जीत लिया या; ( कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हदरेजेर तोऊ से लड़ा करता या ) और हदोराम सोने चांदी और पीतल के सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के पातà¥à¤° लिथे हà¥à¤ आया। 11 इनको दाऊद राजा ने यहोवा के लिथे पवितà¥à¤° करके रखा, और वैसा ही उस सोने-चांदी से à¤à¥€ किया जिसे सब जातियो से, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ à¤à¤¦à¥‹à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚मोआबियों, अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और अमालेकियोंसे पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया या। 12 फिर यरूयाह के पà¥à¤¤à¥à¤° अबीशै ने लान की तराई में अठारह हजार à¤à¤¦à¥‹à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को मार लिया। 13 तब उस ने à¤à¤¦à¥‹à¤® में सिपाहियोंकी चौकियां बैठाई; और सब à¤à¤¦à¥‹à¤®à¥€ दाऊद के अधीन हो गà¤à¥¤ और दाऊद जहां जहां जाता या वहां वहां यहोवा उसको जय दिलाता या। 14 दाऊद तो सारे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² पर राजà¥à¤¯ करता या, और वह अपकà¥à¤•à¥€ सब पà¥à¤°à¤œà¤¾ के साय नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और धरà¥à¤® के काम करता या। 15 और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ सेनापति सरूयाह का पà¥à¤¤à¥à¤° योआब या; इतिहास का लिखनेवाला अहीलूद का पà¥à¤¤à¥à¤° यहोशापात या। 16 पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक, अहीतूब का पà¥à¤¤à¥à¤° सादोक और à¤à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¾à¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° अबीमेलेक थे; मंतà¥à¤°à¥€ शबशा या। 17 करेतियोंऔर पकेतियोंका पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ यहोयादा का पà¥à¤¤à¥à¤° बनायाह या; और दाऊद के पà¥à¤¤à¥à¤° राजा के पास मà¥à¤–िथे होकर रहते थे।
1 इसके बाद अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚का राजा नाहाश मर गया, और उसका पà¥à¤¤à¥à¤° उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤†à¥¤ 2 तब दाऊद ने यह सोचा, कि हानून के पिता नाहाश ने जो मà¥à¤ पर पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ दिखाई यी, इसलिथे मैं à¤à¥€ उस पर पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ दिखाऊंगा। तब दाऊद ने उसके पिता के विषय शांति देने के लिथे दूत à¤à¥‡à¤œà¥‡à¥¤ और दाऊद के करà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤°à¥€ अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के देश में हानून के पास उसे शांति देने को आà¤à¥¤ 3 परनà¥à¤¤à¥ अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के हाकिम हानून से कहने लगे, दाऊद ने जो तेरे पास शांति देनेवाले à¤à¥‡à¤œà¥‡ हैं, वह कà¥à¤¯à¤¾ तेरी समठमें तेरे पिता का आदर करने की मनसा से à¤à¥‡à¤œà¥‡ हैं? कà¥à¤¯à¤¾ उसके करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ इसी मनसा से तेरे पास नहीं आà¤, कि ढूंà¥-ढांॠकरें और नषà¥à¤Ÿ करें, और देश का à¤à¥‡à¤¦ लें? 4 तब हानून ने दाऊद के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को पकड़ा, और उनके बाल मà¥à¥œà¤µà¤¾à¤, और आधे वसà¥à¤¤à¥à¤° अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ नितमà¥à¤¬ तक कटवाकर उनको जाने दिया। 5 तब कितनोंने जाकर दाऊद को बता दिया, कि उन पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚के साय कैसा बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ किया गया, सो उस ने लोगोंको उन से मिलने के लिथे à¤à¥‡à¤œà¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे पà¥à¤°à¥à¤· बहà¥à¤¤ लजाते थे। और राजा ने कहा, जब तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ दाढिय़ां बॠन जाà¤à¤‚, तब तक यरीहो में ठहरे रहो, और बाद को लौट आना। 6 जब अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने देखा, कि हम दाऊद को घिनौने लगते हैं, तब हानून और अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने à¤à¤• हजार किकà¥à¤•à¤¾à¤° चांदी, अरमà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥ˆà¤® और अरमà¥à¤®à¤¾à¤•à¤¾ और सोबा को à¤à¥‡à¤œà¥€, कि रय और सवार किराथे पर बà¥à¤²à¤¾à¤à¤‚। 7 सो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बतà¥à¤¤à¥€à¤¸ हजार रय, और माका के राजा और उसकी सेना को किराथे पर बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, और इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आकर मेदबा के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡, अपके डेरे खड़े किà¤à¥¤ और अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¥€ अपके अपके नगर में से इकटà¥à¤ े होकर लड़ने को आà¤à¥¤ 8 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° दाऊद ने योआब और शूरवीरोंकी पूरी सेना को à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ 9 तब अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¥€ निकले और नगर के फाटक के पास पांति बानà¥à¤§à¥€, और जो राजा आठथे, वे उन से अलग मैदान में थे। 10 यह देखकर कि आगे पीछे दोनोंओर हमारे विरà¥à¤¦à¥à¤§ पांति बनà¥à¤§à¥€ हैं, योआब ने सब बड़े बड़े इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ वीरोंमें से किततोंको छांटकर अरामियोंके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ उनकी पांति बनà¥à¤§à¤¾à¤ˆ; 11 और शेष लोगोंको अपके à¤à¤¾à¤ˆ अबीशै के हाथ सौंप दिया, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ पांति बानà¥à¤§à¥€à¥¤ 12 और उस ने कहा, यदि अरामी मà¥à¤ पर पà¥à¤°à¤¬à¤² होने लगें, तो तू मेरी सहाथता करना; और यदि अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¥€ तà¥à¤ पर पà¥à¤°à¤¬à¤² होने लगें, तो मैं तेरी सहाथता करूंगा। 13 तू हियाब बानà¥à¤§ और हम सब अपके लोगोंऔर अपके परमेशà¥à¤µà¤° के नगरोंके निमितà¥à¤¤ पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¯ करें; और यहोवा जैसा उसको अचà¥à¤›à¤¾ लगे, वैसा ही करेगा। 14 तब योआब और जो लोग उसके साय थे, अरामियोंसे यà¥à¤¦à¥à¤§ करने को उनके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ गà¤, और वे उसके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ से à¤à¤¾à¤—े। 15 यह देखकर कि अरामी à¤à¤¾à¤— गठहैं, अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¥€ à¤à¥€ उसके à¤à¤¾à¤ˆ अबीशै के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ से à¤à¤¾à¤—कर नगर के à¤à¥€à¤¤à¤° घà¥à¤¸à¥‡à¥¤ तब योआब यरूशलेम को लौट आया। 16 फिर यह देखकर कि वे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚से हार गठहैं अरामियोंने दूत à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° महानद के पार के अरामियोंको बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤¯à¤¾, और हदरेजेर के सेनापति शोपक को अपना पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ बनाया। 17 इसका समाचार पाकर दाऊद ने सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को इकटà¥à¤ ा किया, और यरदन पार होकर उन पर चà¥à¤¾à¤ˆ की और उनके विरà¥à¤¦à¥à¤§ पांति बनà¥à¤§à¤¾à¤ˆ, तब वे उस से लड़ने लगे। 18 परनà¥à¤¤à¥ अरामी इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚से à¤à¤¾à¤—े, और दाऊद ने उन में से सात हजार रयियोंऔर चालीस हजार पà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‹à¤‚को मार डाला, और शोपक सेनापति को à¤à¥€ मार डाला। 19 यह देखकर कि वे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚से हार गठहैं, हदरेजेर के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने दाऊद से संधि की और उसके अधीन हो गà¤; और अरामियोंने अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की सहाथता फिर करनी न चाही।
1 फिर नथे वरà¥à¤· के आरमà¥à¤ में जब राजा लोग यà¥à¤¦à¥à¤§ करने को निकला करते हैं, तब योआब ने à¤à¤¾à¤°à¥€ सेना संग ले जाकर अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚का देश उजाड़ दिया और आकर रबà¥à¤¬à¤¾ को घेर लिया; परनà¥à¤¤à¥ दाऊद यरूशलेम में रह गया; और योआब ने रबà¥à¤¬à¤¾ को जीतकर ढा दिया। 2 तब दाऊद ने उनके राजा का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ उसके सिर से उतारकर कà¥à¤¯à¤¾ देखा, कि उसका तौल किकà¥à¤•à¤¾à¤° à¤à¤° सोने का है, और उस में मणि à¤à¥€ जड़े थे; और वह दाऊद के सिर पर रखा गया। फिर उस ने उस नगर से बहà¥à¤¤ सामान लूट में पाया। 3 और उस ने उसके रहनेवालोंको निकालकर आरोंऔर लोहे के हेंगोंऔर कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¾à¤¡à¤¿à¥Ÿà¥‹à¤‚से कटवाया; और अमà¥à¤®à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के सब नगरोंके साय à¤à¥€ दाऊद ने वैसा ही किया। तब दाऊद सब लोगोंसमेत यरूशलेम को लौट गया। 4 इसके बाद गेजेर में पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के साय यà¥à¤¦à¥à¤§ हà¥à¤†; उस समय हूशाई सिबà¥à¤¬à¤•à¥ˆ ने सिपà¥à¤ªà¥ˆ को, जो रापा की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ या, मार डाला; और वे दब गà¤à¥¤ 5 और पलिशà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के साय फिर यà¥à¤¦à¥à¤§ हà¥à¤†; उस में याईर के पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¥à¤¹à¤¾à¤¨à¤¾à¤¨ ने गती गोलà¥à¤¯à¤¤ के à¤à¤¾à¤ˆ लहमी को मार डाला, जिसके बरà¥à¤›à¥‡ की छड़, जà¥à¤²à¤¾à¤¹à¥‡ की डोंगी के समान यी। 6 फिर गत में à¤à¥€ यà¥à¤¦à¥à¤§ हà¥à¤†, और वहां à¤à¤• बड़े डील का पà¥à¤°à¥à¤· या, जो रापा की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ या, और उसके à¤à¤• à¤à¤• हाथ पांव में छ: छ: उंगलियां अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ सब मिलाकर चौबीस उंगलियां यीं। 7 जब उस ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को ललकारा, तब दाऊद के à¤à¤¾à¤ˆ शिमा के पà¥à¤¤à¥à¤° योनातान ने उसको मारा। 8 थे ही गत में रापा से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ थे, और वे दाऊद और उसके सेवकोंके हाथ से मार डाले गà¤à¥¤
1 और शैतान ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के विरà¥à¤¦à¥à¤§ उठकर, दाऊद को उसकाया कि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की गिनती ले। 2 तब दाऊद ने योआब और पà¥à¤°à¤œà¤¾ के हाकिमोंसे कहा, तà¥à¤® जाकर बरà¥à¤¶à¥‡à¤¬à¤¾ से ले दान तक के इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की गिनती लेकर मà¥à¤à¥‡ बताओ, कि मैं जान लूं कि वे कितने हैं। 3 योआब ने कहा, यहोवा की पà¥à¤°à¤œà¤¾ के कितने ही कà¥à¤¯à¥‹à¤‚न हों, वह उनको सौ गà¥à¤¨à¤¾ बà¥à¤¾ दे; परनà¥à¤¤à¥ हे मेरे पà¥à¤°à¤à¥ ! हे राजा ! कà¥à¤¯à¤¾ वे सब राजा के अधीन नहीं हैं? मेरा पà¥à¤°à¤à¥ à¤à¤¸à¥€ बात कà¥à¤¯à¥‹à¤‚चाहता है? वह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² पर दोष लगने का कारण कà¥à¤¯à¥‹à¤‚बने? 4 तौà¤à¥€ राजा की आजà¥à¤žà¤¾ योआब पर पà¥à¤°à¤¬à¤² हà¥à¤ˆà¥¤ तब योआब विदा होकर सारे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में धूमकर यरूशलेम को लौट आया। 5 तब योआब ने पà¥à¤°à¤œà¤¾ की गिनती का जोड़, दाऊद को सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ और सब तलवारिथे पà¥à¤°à¥à¤· इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के तो गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ लाख, और यहूदा के चार लाख सतà¥à¤¤à¤° हजार ठहरे। 6 परनà¥à¤¤à¥ उन में योआब ने लेवी और बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ को न गिना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह राजा की आजà¥à¤žà¤¾ से घà¥à¤£à¤¾ करता या 7 और यह बात परमेशà¥à¤µà¤° को बà¥à¤°à¥€ लगी, इसलिथे उस ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² को मारा। 8 और दाऊद ने परमेशà¥à¤µà¤° से कहा, यह काम जो मैं ने किया, वह महापाप है। परनà¥à¤¤à¥ अब अपके दास का अधरà¥à¤® दूर कर; मà¥à¤ से तो बड़ी मूरà¥à¤–ता हà¥à¤ˆ है। 9 तब यहोवा ने दाऊद के दशीं गाद से कहा, 10 जाकर दाऊद से कह, कि यहोवा योंकहता है, कि मैं तà¥à¤ को तीन विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ दिखाता हूà¤, उन में से à¤à¤• को चà¥à¤¨ ले, कि मैं उसे तà¥à¤ पर डालूं। 11 तब गाद ने दाऊद के पास जाकर उस से कहा, यहोवा योंकहता है, कि जिसको तू चाहे उसे चà¥à¤¨ ले : 12 या तो तीन वरà¥à¤· का काल पके; वा तीन महीने तक तेरे विरोधी तà¥à¤à¥‡ नाश करते रहें, और तेरे शतà¥à¤°à¥à¤”ं की तलवार तà¥à¤ पर चलती रहे; वा तीन दिन तक यहोवा की तलवार चले, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मरी देश में फैले और यहोवा का दूत इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ देश में चारोंओर विनाश करता रहे। अब सोच, कि मैं अपके à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को कà¥à¤¯à¤¾ उतà¥à¤¤à¤° दूं। 13 दाऊद ने गाद से कहा, मैं बड़े संकट में पड़ा हूà¤; मैं यहोवा के हाथ में पड़ूं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी दया बहà¥à¤¤ बड़ी है; परनà¥à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के हाथ में मà¥à¤à¥‡ पड़ना न पके। 14 तब यहोवा ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में मरी फैलाई, और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में सतà¥à¤¤à¤° हजार पà¥à¤°à¥à¤· मर मिटे। 15 फिर परमेशà¥à¤µà¤° ने à¤à¤• दूत यरूशलेम को à¤à¥€ उसे नाश करने को à¤à¥‡à¤œà¤¾; और वह नाश करने ही पर या, कि यहोवा दà¥:ख देने से खेदित हà¥à¤†, और नाश करनेवाले दूत से कहा, बस कर; अब अपना हाथ खींच ले। और यहोवा का दूत यबूसी ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के खलिहान के पास खड़ा या। 16 और दाऊद ने आंखें उठाकर देखा, कि यहोवा का दूत हाथ में खींची हà¥à¤ˆ और यरूशलेम के ऊपर बà¥à¤¾à¤ˆ हà¥à¤ˆ à¤à¤• तलवार लिथे हà¥à¤ आकाश के बीच खड़ा है, तब दाऊद और पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤¥à¥‡ टाट पहिने हà¥à¤ मà¥à¤‚ह के बल गिरे। 17 तब दाऊद ने परमेशà¥à¤µà¤° से कहा, जिस ने पà¥à¤°à¤œà¤¾ की गिनती लेने की आजà¥à¤žà¤¾ दी यी, वह कà¥à¤¯à¤¾ मैं नहीं हूà¤? हां, जिस ने पाप किया और बहà¥à¤¤ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ की है, वह तो मैं ही हूà¤à¥¤ परनà¥à¤¤à¥ इन à¤à¥‡à¥œ-बकरियोंने कà¥à¤¯à¤¾ किया है? इसलिथे हे मेरे परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा ! तेरा हाथ मेरे पिता के घराने के विरà¥à¤¦à¥à¤§ हो, परनà¥à¤¤à¥ तेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ न हो, कि वे मारे जाà¤à¤‚। 18 तब यहोवा के दूत ने गाद को दाऊद से यह कहने की आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि दाऊद चà¥à¤•à¤° यबूसी ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के खलिहान में यहोवा की à¤à¤• वेदी बनाà¤à¥¤ 19 गाद के इस वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो उस ने यहोवा के नाम से कहा या, दाऊद चॠगया। 20 तब ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ ने पीछे फिर के दूत को देखा, और उसके चारोंबेटे जो उसके संग थे छिप गà¤, ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ तो गेहूं दांवता या। 21 जब दाऊद ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के पास आया, तब ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ ने दृषà¥à¤Ÿà¤¿ करके दाऊद को देखा और खलिहान से बाहर जाकर à¤à¥‚मि तक फà¥à¤•à¤•à¤° दाऊद को दणडवत किया। 22 तब दाऊद ने ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ से कहा, उस खलिहान का सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ मà¥à¤à¥‡ दे दे, कि मैं उस पर यहोवा को à¤à¤• वेदी बनाऊं, उसका पूरा दाम लेकर उसे पà¥à¤« को दे, कि यह विपितà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤œà¤¾ पर से दूर की जाà¤à¥¤ 23 ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ ने दाऊद से कहा, इसे ले ले, और मेरे पà¥à¤°à¤à¥ राजा को जो कà¥à¤› à¤à¤¾à¤ वह वही करे; सà¥à¤¨, मैं तà¥à¤à¥‡ होमबलि के लिथे बैल और ईधन के लिथे दांबने के हयियार और अनà¥à¤¨à¤¬à¤²à¤¿ के लिथे गेहूं, यह सब मैं देता हूà¤à¥¤ 24 राजा दाऊद ने ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ से कहा, सो नहीं, मैं अवशà¥à¤¯ इसका पूरा दाम ही देकर इसे मोल लूंगा; जो तेरा है, उसे मैं यहोवा के लिथे नहीं लूंगा, और न सेंतमेंत का होमबलि चà¥à¤¾à¤Šà¤‚गा। 25 तब दाऊद ने उस सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ के लिथे ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ को छ: सौ शेकेल सोना तौलकर दिया। 26 तब दाऊद ने वहां यहोवा की à¤à¤• वेदी बनाई और होमबलि और मेलबलि चà¥à¤¾à¤•à¤° यहोवा से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¨à¤¾ की, और उस ने होपबलि की वेदी पर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से आग गिराकर उसकी सà¥à¤¨ ली। 27 तब यहोवा ने दूत को आजà¥à¤žà¤¾ दी; और उस ने अपकà¥à¤•à¥€ तलवार फिर मà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में कर ली। 28 यह देखकर कि यहोवा ने यबूसी ओरà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के खलिहान में मेरी सà¥à¤¨ ली है, दाऊद ने उसी समय वहां बलिदान किया। 29 यहोवा का निवास जो मूसा ने जंगल में बनाया या, और होमबलि की वेदी, थे दोनोंउस समय गिबोन के ऊंचे सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर थे। 30 परनà¥à¤¤à¥ दाऊद परमेशà¥à¤µà¤° के पास उसके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ न जा सका, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह यहोवा के दूत की तलवार से डर गया या।
1 तब दाऊद कहने लगा, यहोवा परमेशà¥à¤µà¤° का à¤à¤µà¤¨ यही है, और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के लिथे होमबलि की वेदी यही है। 2 तब दाऊद ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के देश में जो परदेशी थे उनको इकटà¥à¤ ा करने की आजà¥à¤žà¤¾ दी, और परमेशà¥à¤µà¤° का à¤à¤µà¤¨ बनाने को पतà¥à¤¯à¤° गà¥à¤¨à¥‡ के लिथे राज ठहरा दिà¤à¥¤ 3 फिर दाऊद ने फाटकोंके किवाड़ोंकी कीलोंऔर जोड़ोंके लिथे बहà¥à¤¤ सा लोहा, और तौल से बाहर बहà¥à¤¤ पीतल, 4 और गिनती से बाहर देवदार के पेड़ इकटà¥à¤ े किà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सीदोन और सोर के लोग दाऊद के पास बहà¥à¤¤ से देवदार के पेड़ लाठथे। 5 और दाऊद ने कहा, मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° और लड़का है, और जो à¤à¤µà¤¨ यहोवा के लिथे बनाना है, उसे अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ तेजोमय और सब देशोंमें पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ और शोà¤à¤¾à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ होना चाहिथे; इसलिथे मैं उसके लिथे तैयारी करूंगा। सो दाऊद ने मरने से पहिले बहà¥à¤¤ तैयारी की। 6 फिर उस ने अपके पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा के लिथे à¤à¤µà¤¨ बनाने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। 7 दाऊद ने अपके पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ से कहा, मेरी मनसा तो यी, कि अपके परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा के नाम का à¤à¤• à¤à¤µà¤¨ बनाऊं। 8 परनà¥à¤¤à¥ यहोवा का यह वचन मेरे पास पहà¥à¤‚चा, कि तू ने लोहू बहà¥à¤¤ बहाथा और बà¥à¥‡ बड़े यà¥à¤¦à¥à¤§ किठहैं, सो तू मेरे नाम का à¤à¤µà¤¨ न बनाने पाà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू ने à¤à¥‚मि पर मेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में बहà¥à¤¤ लोहू बहाथा है। 9 देख, तà¥à¤ से à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होगा, जो शानà¥à¤¤ पà¥à¤°à¥à¤· होगा; और मैं उसको चारोंओर के शतà¥à¤°à¥à¤”ं से शानà¥à¤¤à¤¿ दूंगा; उसका नाम तो सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ होगा, और उसके दिनोंमें मैं इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² को शानà¥à¤¤à¤¿ और चैन दूंगा। 10 वही मेरे नाम का à¤à¤µà¤¨ बनाà¤à¤—ा। और वही मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° ठहरेगा और मैं उसका पिता ठहरूंगा, और उसकी राजगदà¥à¤¦à¥€ को मैं इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के ऊपर सदा के लिथे सà¥à¤¯à¤¿à¤° रखूंगा। 11 अब हे मेरे पà¥à¤¤à¥à¤°, यहोवा तेरे संग रहे, और तू कृतारà¥à¤¯ होकर उस वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो तेरे परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा ने तेरे विषय कहा है, उसका à¤à¤µà¤¨ बनाना। 12 अब यहोवा तà¥à¤à¥‡ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और समठदे और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ ठहरा दे, और तू अपके परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा की यà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¯à¤¾ को मानता रहे। 13 तू तब ही कृतारà¥à¤¯ होगा जब उन विधियोंऔर नियमोंपर चलने की चौकसी करेगा, जिनकी आजà¥à¤žà¤¾ यहोवा ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के लिथे मूसा को दी यी। हियाब बानà¥à¤§ और दृॠहो। मत डर; और तेरा मन कचà¥à¤šà¤¾ न हो। 14 सà¥à¤¨, मैं ने अपके कà¥à¤²à¥‡à¤¶ के समय यहोवा के à¤à¤µà¤¨ के लिथे à¤à¤• लाख किकà¥à¤•à¤¾à¤° सोना, और दस लाख किकà¥à¤•à¤¾à¤° चानà¥à¤¦à¥€, और पीतल और लोहा इतना इकटà¥à¤ ा किया है, कि बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ के कारण तौल से बाहर है; और लकड़ी और पतà¥à¤¯à¤° मैं ने इकटà¥à¤ े किठहैं, और तू उनको बà¥à¤¾ सकेगा। 15 और तेरे पास बहà¥à¤¤ कारीगर हैं, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ पतà¥à¤¯à¤° और लकड़ी के काटने और गà¥à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ वरन सब à¤à¤¾à¤‚ति के काम के लिथे सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ पà¥à¤°à¥à¤· हैं। 16 सोना, चानà¥à¤¦à¥€, पीतल और लोहे की तो कà¥à¤› गिनती नहीं है, सो तू उस काम में लग जा ! यहोवा तेरे संग नित रहे। 17 फिर दाऊद ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के सब हाकिमोंको अपके पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ की सहाथता करने की आजà¥à¤žà¤¾à¤¾ यह कहकर दी, 18 कि कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ संग नहीं है? कà¥à¤¯à¤¾ उस ने नà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ चारोंओर से विशà¥à¤°à¤® नहीं दिया? उस ने तो देश के निवासिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ मेरे वश में कर दिया है; और देश यहोवा और उसकी पà¥à¤°à¤œà¤¾ के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ दबा हà¥à¤† है। 19 सब तन मन से अपके परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा के पास जाया करो, और जी लगाकर यहोवा परमेशà¥à¤µà¤° का पवितà¥à¤°à¤¸à¥à¤¯à¤¾à¤¨ बनाना, कि तà¥à¤® यहोवा की वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क और परमेशà¥à¤µà¤° के पवितà¥à¤° पातà¥à¤° उस à¤à¤µà¤¨ में लाओ जो यहोवा के नाम का बननेवाला है।
1 दाऊद तो बूà¥à¤¾ वरन बहà¥à¤¤ बूढा हो गया या, इसलिथे उस ने अपके पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ को इसगाà¤à¤² पर राजा नियà¥à¤•à¥à¤¤ कर दिया। 2 तब उस ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के सब हाकिमोंऔर याजकोंऔर लेमियोंको इकटà¥à¤ ा किया। 3 और जितने लेवीय तीस वरà¥à¤· के और उस से अधिक अवसà¥à¤¯à¤¾ के थे, वे गिने à¤à¤, और à¤à¤• à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· के गिनने से उनकी गिनती अड़तीस हजार हà¥à¤ˆà¥¤ 4 इन में से चौबीस हजार तो यहोवा के à¤à¤µà¤¨ का काम चलाने के लिथे नियà¥à¤•à¥à¤¤ हà¥à¤, और छ: हजार सरदार और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€à¥¤ 5 और चार हजार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² नियà¥à¤•à¥à¤¤ हà¥à¤, और चार हजार उन बाजोंसे यहोवा की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करने के लिथे ठहराठगठजो दाऊद ने सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करने के लिथे बनाठथे। 6 फिर दाऊद ने उनको गेशॉन, कहात और मरारी नाम लेवी के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दलोंमें अलग अलग कर दिया। 7 गेशॉनियोंमें से तो लादान और शिमी थे। 8 और लादान के पà¥à¤¤à¥à¤° : सरदार यहीà¤à¤², फिर जेताम और योà¤à¤² थे तीन थे। 9 और शिमी के पà¥à¤¤à¥à¤° : शलेमीत, हजीà¤à¤² और हारान से तीन थे। लादान के कà¥à¤² के पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚के घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे ही थे। 10 फिर शिमी के पà¥à¤¤à¥à¤° : यहत, जीना, यूश, और वरीआ के पà¥à¤¤à¥à¤° शिमी यही चार थे। 11 यहत मà¥à¤–à¥à¤¯ या, और जीजा दूसरा; यूश और बरीआ के वहà¥à¤¤ बेटे न हà¥à¤, इस कारण वे सब मिलकर पितरोंका à¤à¤• ही घराना ठहरे। 12 कहात के पà¥à¤¤à¥à¤° : अमà¥à¤°à¤¾à¤®, यिसहार, हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ और उजà¥à¤œà¥€à¤à¤² चार। अमà¥à¤°à¤¾à¤® के पà¥à¤¤à¥à¤° : हारून और मूसा। 13 हारून तो इसलिथे अलग किया गया, कि वह और उसके सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ सदा परमपवितà¥à¤° वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को पवितà¥à¤° ठहराà¤à¤‚, और सदा यहोवा के समà¥à¤®à¥à¤– धूप जलाया करें और उसकी सेवा टहल करें, और उसके नाम से आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ दिया करें। 14 परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤•à¥à¤¤ मूसा के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚के नाम लेवी के गोतà¥à¤° के बीच गिने गà¤à¥¤ 15 मूसा के पà¥à¤¤à¥à¤°, गेशॉम और à¤à¤²à¥€à¤à¤œà¥‡à¤°à¥¤ 16 और गेशॉम का पà¥à¤¤à¥à¤° शबूà¤à¤² मà¥à¤–à¥à¤¯ या। 17 और à¤à¤²à¥€à¤à¤œà¥‡à¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° : रहबà¥à¤¯à¤¾à¤¹ मà¥à¤–à¥à¤¯; और à¤à¤²à¥€à¤à¤œà¥‡à¤° के और कोई पà¥à¤¤à¥à¤° न हà¥à¤†, परनà¥à¤¤à¥ रहबà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के बहà¥à¤¤ से बेटे हà¥à¤à¥¤ 18 यिसहार के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‡à¤‚ में से शलोमीत मà¥à¤–à¥à¤¯ ठहरा। 19 हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° : यरीयà¥à¤¯à¤¾à¤¹ मà¥à¤–à¥à¤¯, दूसरा अमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, तीसरा यहजीà¤à¤², और चौया यकमाम या। 20 उजà¥à¤œà¥€à¤à¤² के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‡à¤‚ में से मà¥à¤–à¥à¤¯ तो मीका और दूसरा यिशà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ या। 21 मरारी के पà¥à¤¤à¥à¤° : महली और मूशी। महली के पà¥à¤¤à¥à¤° : à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° और कीश थे। 22 à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° पà¥à¤¤à¥à¤°à¤¹à¥€à¤¨ मर गया, उसके केवल बेटियां हà¥à¤ˆ; सो कीश के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ने जो उनके à¤à¤¾à¤ˆ थे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤¯à¤¾à¤¹ लिया। 23 मूशी के पà¥à¤¤à¥à¤° : महली; à¤à¤¦à¥‹à¤° और यरेमोत यह तीन थे। 24 लेवीय पितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे ही थे, थे नाम ले लेकर, à¤à¤• à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· करके गिने गà¤, और बीस वरà¥à¤· की वा उस से अधिक अवसà¥à¤¯à¤¾ के थे और यहोवा के à¤à¤µà¤¨ में सेवा टहल करते थे। 25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दाऊद ने कहा, इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा ने अपकà¥à¤•à¥€ पà¥à¤°à¤œà¤¾ को विशà¥à¤°à¤® दिया है, और वह तो यरूशलेम में सदा के लिथे बस गया है। 26 और लेवियोंको निवास और उस की उपासना का सामान फिर उठाना न पकेगा । 27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दाऊद की पिछली आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बीस वरà¥à¤· वा उस से अधिक अवसà¥à¤¯à¤¾ के लेवीय गिने गà¤à¥¤ 28 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनका काम तो हारून की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की सेवा टहल करना या, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ यह कि वे आंगनोंऔर कोठरियोंमें, और सब पवितà¥à¤° वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के शà¥à¤¦à¥à¤§ करने में और परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ की उपासना के सब कामोंमें सेवा टहल करें। 29 और à¤à¥‡à¤‚ट की रोटी का, अनà¥à¤¨à¤¬à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के मैदे का, और अखमीरी पपडिय़ोंका, और तवे पर बनाठहà¥à¤ और सने हà¥à¤ का, और मापके और तौलने के सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का काम करें। 30 और पà¥à¤°à¤¤à¤¿ à¤à¥‹à¤° और पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सांफ को यहोवा का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ और उसकी सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करने के लिथे खड़े रहा करें। 31 और विशà¥à¤°à¤®à¤¦à¤¿à¤¨à¥‹à¤‚और नथे चानà¥à¤¦ के दिनों, और नियत पयà¥à¤µà¥‰à¤‚ में गिनती के नियम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नितà¥à¤¯ यहोवा के सब होपबलियोंको बà¥à¤¾à¤à¤‚। 32 और यहोवा के à¤à¤µà¤¨ की उपासना के विषय मिलापवाले नमà¥à¤¬à¥‚ और पवितà¥à¤°à¤¸à¥à¤¯à¤¾à¤¨ की रà¤à¤¾ करें, और अपके à¤à¤¾à¤ˆ हारूनियोंके सौंपे हà¥à¤ काम को चौकसी से करें।
1 फिर हारून की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के दल थे थे। हारून के पà¥à¤¤à¥à¤° तो नादाब, अबीहू, à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° और ईतामार थे। 2 परनà¥à¤¤à¥ नादाब और अबीहू अपके पिता के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ पà¥à¤¤à¥à¤°à¤¹à¥€à¤¨ मर गà¤, इस लिथे याजक का काम à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° और ईतामार करते थे। 3 और दाऊद ने à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° के वंश के सादोक और ईतामार के वंश के अहांमेलेक की सहाथता से उनको अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ सेवा के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दल दल करके बांट दिया। 4 और à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° के वंश के मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤·, ईतामार के वंश के मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚से अधिक थे, और वे योंबांटे गठअरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° के वंश के पितरोंके घरानोंके सोलह, और ईतामार के वंश के पितरोंके घरानोंके आठमà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे। 5 तब वे चिटà¥à¤ ी डालकर बराबर बराबर बांटे गà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° और ईतामार दोनोंके वंशोंमें पवितà¥à¤°à¤¸à¥à¤¯à¤¾à¤¨ के हाकिम और परमेशà¥à¤µà¤° के हाकिम नियà¥à¤•à¥à¤¤ हà¥à¤ थे। 6 और नतनेल के पà¥à¤¤à¥à¤° शमायाह ने जो लेवीय या, उनके नाम राजा और हाकिमोंऔर सादोक याजक, और à¤à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¾à¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° अहीमेलेक और याजकोंऔर लेवियोंके पितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ लिखे; अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ पितरोंका à¤à¤• घराना तो à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° के वंश में से और à¤à¤• ईतामार के वंश में से लिया गया। 7 पहिली चिटà¥à¤ ी तो यहोयारीब के, और दूसरी यदायाह, 8 तीसरी हारीम के, चौयी सोरीम के, 9 पांचकà¥à¤•à¥€à¤‚ मलà¥à¤•à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के, छठवीं मियà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के, 10 सातवीं हकà¥à¤•à¥‹à¤¸ के, आठवीं अबियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के, 11 नौवीं थेशू के, दसवीं शकनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के, 12 गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¤µà¥€à¤‚ à¤à¤²à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€à¤¬ के, बारहवीं याकीम के, 13 तेरहवीं हà¥à¤ªà¥à¤ªà¤¾ के, चौदहवीं थेसेबाब के, 14 पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹à¤µà¥€à¤‚ बिलà¥à¤—ा के, लोलहवीं इमà¥à¤®à¥‡à¤° के, 15 सतरहवीं हेजीर के, अठारहवीं हपà¥à¤ªà¤¿à¤¤à¥à¤¸à¥‡à¤¸ के, 16 उनà¥à¤¨à¥€à¤¸à¤µà¥€à¤‚ पतहà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के, बीसवीं यहेजकेल के, 17 इकà¥à¤•à¥€à¤¸à¤µà¥€à¤‚ याकीन के, बाईसवीं गामूल के, 18 तेईसवीं दलायाह के, और चौबीसवीं साजà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकलीं। 19 उनकी सेवकाई के लिथे उनका यही नियम ठहराया गया कि वे अपके उस नियम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा की आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनके मूलपà¥à¤°à¥à¤· हारून ने चलाया या, यहोवा के à¤à¤µà¤¨ में जाया करें। 20 बचे हà¥à¤ लेवियोंमें से अमà¥à¤°à¤¾à¤® के वंश में से शूबाà¤à¤², शूबाà¤à¤² के वंश में से थेहदयाह। 21 बचा रहबà¥à¤¯à¤¾à¤¹, सोरहबà¥à¤¯à¤¾à¤¹, के वंश में से यिशà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ मà¥à¤–à¥à¤¯ या। 22 इसहारियोंमें से शलोमोत और हालोमोत के वंश में से यहत। 23 और हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ के वंश में से मà¥à¤–à¥à¤¯ तो यरियà¥à¤¯à¤¾à¤¹, दूसरा अमरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, तीसरा यहजीà¤à¤², और चौया यकमाम। 24 उजà¥à¤œà¥€à¤à¤² के वंश में से मीका और मीका के वंश में से शामीर। 25 मीका का à¤à¤¾à¤ˆ यिशà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹, यिशà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के वंश में से जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 26 मरारी के पà¥à¤¤à¥à¤° महली और मूशी और याजियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° बिनो या। 27 मरारी के पà¥à¤¤à¥à¤° : याजियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से बिनो और शोहम, जकà¥à¤•à¥‚ और इबà¥à¤°à¥€ थे। 28 महली से, à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° जिसके कोई पà¥à¤¤à¥à¤° न या। 29 कीश से कीश के वंश में यरहà¥à¤¯à¥‹à¤²à¥¤ 30 और मूशी के पà¥à¤¤à¥à¤°, महली, à¤à¤¦à¥‡à¤° और यरीमोत। अपके अपके पितरो के घरानोंके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° थे ही लेवीय सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के थे। 31 इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥€ अपके à¤à¤¾à¤ˆ हारून की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚की नाई दाऊद राजा और सादोक और अहीमेलेक और याजकोंऔर लेवियोंके पितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ चिटà¥à¤ ियां डालीं, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· के पितरोंका घराना उसके छोटे à¤à¤¾à¤ˆ के पितरोंके घराने के बराबर ठहरा।
1 फिर दाऊद और सेनापतियोंने आसाप, हेमान और यदूतून के कितने पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚को सेवकाई के लिथे अलग किया कि वे वीणा, सारंगी और फांफ बजा बजाकर नबूवत करें। और इस सेवकाई के काम करनेवाले मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚की गिनती यह यी : 2 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ आसाप के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚में से तो जकà¥à¤•à¥‚र, योसेप, नतनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और अशरेला, आसाप के थे पà¥à¤¤à¥à¤° आसाप ही की आजà¥à¤žà¤¾ में थे, जो राजा की आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नबूवत करता या। 3 फिर यदूतून के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚में से गदलà¥à¤¯à¤¾à¤¹, सरीयशायाह, हसबà¥à¤¯à¤¾à¤¹, मतà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¹, थे ही छ: अपके पिता यदूतून की आजà¥à¤žà¤¾ में होकर जो यहोवा का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ कर करके नबूवत करता या, वीणा बजाते थे। 4 और हेमान के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚में से, मà¥à¤•à¥à¤•à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹, मतà¥à¤¤à¤¨à¥à¤¯à¤¾à¤¹, लजà¥à¤œà¥€à¤à¤², शबूà¤à¤², यरीमोत, हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹, हनानी, à¤à¤²à¥€à¤†à¤¤à¤¾, गिदà¥à¤¦à¤²à¤¤à¥€, रोममतीà¤à¤œà¥‡à¤°, योशबकाशा, मलà¥à¤²à¥‹à¤¤à¥€, होतीर और महजीओत। 5 परमेशà¥à¤µà¤° की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥à¤•à¥‚ल जो उसका नाम बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ की यी, थे सब हेमान के पà¥à¤¤à¥à¤° थे जो राजा का दशीं या; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥à¤µà¤° ने हेमान को चौदह बेटे और तीन बेटियां दीं यीं। 6 थे सब यहोवा के à¤à¤µà¤¨ में गाने के लिथे अपके अपके पिता के अधीन रहकर, परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨, की सेवकाई में फांफ, सारंगी और वीणा बजाते थे। और आसाप, यदूतून और हेमान राजा के अधीन रहते थे। 7 इन सà¤à¥‹à¤‚की गिनती à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚समेत जो यहोवा के गीत सीखे हà¥à¤ और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से निपà¥à¤£ थे, दो सौ अठासी यी। 8 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¥à¤¯à¤¾ बड़ा, कà¥à¤¯à¤¾ छोटा, कà¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤°à¥‚, कà¥à¤¯à¤¾ चेला, अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ बारी के लिथे चिटà¥à¤ ी डाली। 9 और पहिली चिटà¥à¤ ी आसाप के बेटोंमें से योसेप के नाम पर निकली, दूसरी गदलà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 10 तीसरी जकà¥à¤•à¥‚र के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 11 चौयी यिसà¥à¤°à¥€ के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 12 पांचकà¥à¤•à¥€à¤‚ नतनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 13 छठीं बà¥à¤•à¥à¤•à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 14 सातवीं यसरेला के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 15 आठवीं यशायाह के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 16 नौवीं मतनà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली, जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ समेत बारह थे। 17 दसवीं शिमी के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 18 गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¤µà¥€à¤‚ अजरेल के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 19 बारहवीं हशबà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली, जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 20 तेरहवी शूबाà¤à¤² के नाम पर निकली, जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 21 चौदहवीं मतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 22 पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹à¤µà¥€à¤‚ यरेमोत के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 23 सोलहवीं हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली, जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 24 सतà¥à¤°à¤¹à¤µà¥€à¤‚ योशबकाशा के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 25 अठारहवीं हरानी के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 26 उनà¥à¤¨à¥€à¤¸à¤µà¥€à¤‚ मलà¥à¤²à¥‹à¤¤à¥€ के नाम पर निकली, जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 27 बीसवीं इलियà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¾ के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 28 इकà¥à¤•à¥€à¤¸à¤µà¥€à¤‚ होतीर के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 29 बाईसवीं गिदà¥à¤¦à¤²à¤¤à¥€ के नाम पर तिकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 30 तेईसवीं महजीओत के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे। 31 और चौबीसवीं चिटà¥à¤ ी रोममतीà¤à¤œà¥‡à¤° के नाम पर निकली जिसके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ उस समेत बारह थे।
1 फिर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚के दल थे थे : कोरहियोंमें से तो मशेलेमà¥à¤¯à¤¾à¤¹, जो कोरे का पà¥à¤¤à¥à¤° और आसाप के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚मेंसे या। 2 और मशेलेमà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ उसका जेठा जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ दूसरा यदीà¤à¤², तीसरा जवदà¥à¤¯à¤¾à¤¹, 3 चौया यतीà¤à¤², पांचवां à¤à¤²à¤¾à¤®, छठवां यहोहानान और सातवां à¤à¤²à¥à¤¯à¤¹à¥‹à¤à¤¨à¥ˆà¥¤ 4 फिर ओबेदेदोम के à¤à¥€ पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤, उसका जेठा शमायाह, दूसरा यहोजाबाद, तीसरा योआह, चौया साकार, पांचवां नतनेल, 5 छठवां अमà¥à¤®à¥€à¤à¤², सातवां इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤° और आठवां पà¥à¤²à¥à¤²à¤¤à¥ˆ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥à¤µà¤° ने उसे आशीष दी यी। 6 और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° शमायाह के à¤à¥€ पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤, जो शूरवीर होने के कारण अपके पिता के घराने पर पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ करते थे। 7 शमायाह के पà¥à¤¤à¥à¤° थे थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ ओती, रपाà¤à¤², ओबेद, à¤à¤²à¤œà¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ और उनके à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¤²à¥€à¤¹à¥‚ और समकà¥à¤¯à¤¾à¤¹ बलवान पà¥à¤°à¥à¤· थे। 8 थे सब आबेदेदोम की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में से थे, वे और उनके पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ इस सेवकाई के लिथे बलवान और शकà¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ थे; थे ओबेदेदोमी बासठथे। 9 और मशेलेमà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ अठारह थे, जो बलवान थे। 10 फिर मरारी के वंश में से होसा के à¤à¥€ पà¥à¤¤à¥à¤° थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मà¥à¤–à¥à¤¯ तो शिमà¥à¤°à¥€ ( जिसको जेठा न होने पर à¤à¥€ उसके पिता ने मà¥à¤–à¥à¤¯ ठहराया ), 11 दूसरा हिलà¥à¤•à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹, तीसरा तबलà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और चौया जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ या; होसा के सब पà¥à¤¤à¥à¤° और à¤à¤¾à¤ˆ मिलकर तेरह थे। 12 दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚के दल इन मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚के थे, थे अपके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚के बराबर ही यहोवा के à¤à¤µà¤¨ में सेवा टहल करते थे। 13 इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¥à¤¯à¤¾ छोटे, कà¥à¤¯à¤¾ बड़े, अपके अपके पितरोंके घरानोंके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤• à¤à¤• फाटक के लिथे चिटà¥à¤ ी डाली। 14 पूरà¥à¤µ की ओर की चिटà¥à¤ ी शेलेमà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली। तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके पà¥à¤¤à¥à¤° जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम की चिटà¥à¤ ी डाली ( वह बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ या ) और चिटà¥à¤ ी उतà¥à¤¤à¤° की ओर के लिथे निकली। 15 दकà¥à¤–िन की ओर के लिथे ओबोदेदोम के नाम पर चिटà¥à¤ ी निकली, और उसके बेटोंके नाम पर खजाने की कोठरी के लिथे। 16 फिर शà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€à¤® और होसा के नामोंकी चिटà¥à¤ ी पशà¥à¤šà¤¿à¤® की ओर के लिथे निकली, कि वे शलà¥à¤²à¥‡à¤•à¥‡à¤¤ नाम फाटक के पास चà¥à¤¾à¤ˆ की सड़क पर आमà¥à¤¹à¤¨à¥‡ सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ चौकीदारी किया करें। 17 पूरà¥à¤µ ओर जो छ: लेवीय थे, उतà¥à¤¤à¤° की ओर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ चार, दकà¥à¤–िन की ओर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ चार, और खजाने की कोठरी के पास दो ठहरे। 18 पशà¥à¤šà¤¿à¤® ओर के परà¥à¤¬à¤¾à¤° नाम सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर ऊंची सड़क के पास तो चार और परà¥à¤¬à¤¾à¤° के पास दो रहे। 19 थे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚के दल थे, जिन में से कितने तो कोरह के थे और कितने मरारी के वंश के थे। 20 फिर लेवियोंमें से अहियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ और पवितà¥à¤° की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं, दोनोंके à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ नियà¥à¤•à¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ 21 थे लादान की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ गेरà¥à¤¶à¥‡à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ जो लादान के कà¥à¤² के थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ लादान और गेरà¥à¤¶à¥‡à¤¨à¥€ के पितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ यहोà¤à¤²à¥€ । 22 यहोà¤à¤²à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤° थे थे, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ जेताम और उसका à¤à¤¾à¤ˆ योà¤à¤² जो यहोवा के à¤à¤µà¤¨ के खजाने के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ थे। 23 अमà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, यिसहारियों, हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚और उजà¥à¤œà¥€à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से। 24 और शबूà¤à¤² जो मूसा के पà¥à¤¤à¥à¤° गेरà¥à¤¶à¥‡à¤® के वंश का या, वह खजानोंका मà¥à¤–à¥à¤¯ अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ या। 25 और उसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚का वृतà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤¤ यह है : à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° के कà¥à¤² में उसका पà¥à¤¤à¥à¤° रहबà¥à¤¯à¤¾à¤¹, रहबà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° यशायाह, यशायाह का पà¥à¤¤à¥à¤° योराम, योराम का पà¥à¤¤à¥à¤° जिकà¥à¤°à¥€, और जिकà¥à¤°à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° शलोमोत या। 26 यही शलोमोत अपके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚समेत उन सब पवितà¥à¤° की हà¥à¤ˆ पसà¥à¤¤à¥à¤“ं के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ या, जो राजा दाऊद और पितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚और सहसà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚और शतपतियोंऔर मà¥à¤–à¥à¤¯ सेनापतियोंने पवितà¥à¤° की यीं। 27 जो लूट लड़ाइयोंमें मिलती यी, उस में से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यहोवा का à¤à¤µà¤¨ दृॠकरने के लिथे कà¥à¤› पवितà¥à¤° किया। 28 वरन जितना शमूà¤à¤² दशीं, कीश के पà¥à¤¤à¥à¤° शाऊल, नेर के पà¥à¤¤à¥à¤° अबà¥à¤¨à¥‡à¤°, और सरूयाह के पà¥à¤¤à¥à¤° योआब ने पवितà¥à¤° किया या, और जो कà¥à¤› जिस किसी ने पवितà¥à¤° कर रखा या, वह सब शलोमोत और उसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ में या। 29 यिसहारियोंमें से कननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और उसके पà¥à¤¤à¥à¤°, इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के देश का काम अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ सरदार और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ का काम करने के लिथे नियà¥à¤•à¥à¤¤ हà¥à¤à¥¤ 30 और हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से हशयà¥à¤¯à¤¾à¤¹ और उसके à¤à¤¾à¤ˆ जो सतà¥à¤°à¤¹ सौ बलवान पà¥à¤°à¥à¤· थे, वे यहोवा के सब काम और राजा की सेवा के विषय यरदन की पशà¥à¤šà¤¿à¤® ओर रहनेवाले इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के अणिकारी ठहरे। 31 हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚में से यरियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ मà¥à¤–à¥à¤¯ या, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की पीà¥à¥€ पीà¥à¥€ के पितरोंके घरानोंके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दाऊद के राजà¥à¤¯ के चालीसवें वरà¥à¤· में वे ढूंà¥à¥‡ गà¤, और उन में से कई शूरवीर गिलाद के याजेर में मिले। 32 और उसके à¤à¤¾à¤ˆ जो वीर थे, पितरोंके घरानोंके दो हाजार सात सौ मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· थे, इनको दाऊद राजा ने परमेशà¥à¤µà¤° के सब विषयोंऔर राजा के विषय में रूबेनियों, गादियोंऔर मनशà¥à¤¶à¥‡à¤•à¥‡ आधे गोतà¥à¤° का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ ठहराया।
1 इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹ की गिनती, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ मितरोंके घरानोंके मà¥à¤–à¥à¤¯ मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚और यहसà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚और शतपतियोंऔर उनके सरदारोंकी गिनती जो वरà¥à¤· à¤à¤° के महीने महीने उपसà¥à¤¯à¤¿à¤¤ होने और छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ पानेवाले दलोंके सब विषयोंमें राजा की सेवा टहल करते थे, à¤à¤• à¤à¤• दल में चौबीस हजार थे। 2 पहिले महीने के लिथे पहिले दल का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ जबà¥à¤¦à¥€à¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° याशोबाम नियà¥à¤•à¥à¤¤ हà¥à¤†; और उसके दल में चौबीस हजार थे। 3 वह पेरेस के वंश का या और पहिले महीने में सब सेनापतियोंका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ या। 4 और दूसरे महीने के दल का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ दोदै नाम à¤à¤• अहोही या, और उसके दल का पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मिकà¥à¤²à¥‹à¤¤ या, और उसके दल में चौबीस हजार थे। 5 तीसरे महीने के लिथे तीसरा सेनापति यहोयादा याजक का पà¥à¤¤à¥à¤° बनायाह या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 6 यह वही बनायाह है, जो तीसोंशूरोंमें वीर, और तीसोंमें शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤Ÿ à¤à¥€ या; और उसके दल में उसका पà¥à¤¤à¥à¤° अमà¥à¤®à¥€à¤œà¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ या। 7 चौथे महीने के लिथे चौया सेनापति योआब का à¤à¤¾à¤ˆ असाहेल या, और उसके बाद उसका पà¥à¤¤à¥à¤° जबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹ या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 8 पांचवें महीने के लिथे पांचवां सेनापति यिजà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€ शमà¥à¤¹à¥‚त या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 9 छठवें महीने के लिथे छठवां सेनापति तकोई इकà¥à¤•à¥‡à¤¶ का पà¥à¤¤à¥à¤° ईरा या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 10 सातवें महीने के लिथे सातवां सेनापति à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤® के वंश का हेलेस पलोनी या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 11 आठवें महीने के लिथे आठवां सेनापति जेरह के वंश में से हूशाई सिबà¥à¤¬à¤•à¥ˆ या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 12 नौवें महीने के लिथे नौवां सेनापति बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨à¥€ अबीà¤à¤œà¥‡à¤° अनातोतवासी या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 13 दसवें महीने के लिथे दसवां सेनापति जेरही महरै नतोपावासी या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 14 गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¤µà¥‡à¤‚ महीने के लिथे गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¤µà¤¾à¤‚ सेनापति à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤® के वंश का बनायाह पिरातोनवासी या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 15 बारहवें महीने के लिथे बारहवां सेनापति ओतà¥à¤¨à¥€à¤à¤² के वंश का हेलà¥à¤¦à¥ˆ नतोपावासी या और उसके दल में चौबीस हजार थे। 16 फिर इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ गोतà¥à¤°à¥‡à¤‚ के थे अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ थे : अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ रूबेनियोंका पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ जिकà¥à¤°à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¥€à¤†à¥›à¤°; शिमोनियोंसे माका का पà¥à¤¤à¥à¤° शपतà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥¤ 17 लेवी से कमूà¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° हशबà¥à¤¯à¤¾à¤¹; हारून की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का सादोक। 18 यहूदा का à¤à¤²à¥€à¤¹à¥‚ नाम दाऊद का à¤à¤• à¤à¤¾à¤ˆ, इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤° से मीकाà¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° ओमà¥à¤¨à¥€à¥¤ 19 जबूलून से ओबदà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° यिशमायाह, नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ से अजà¥à¤°à¥€à¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° यरीमोत। 20 à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤® से अजजà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° होशे, मनशà¥à¤¶à¥‡ से आधे गोतà¥à¤° का, फ़दायाह का पà¥à¤¤à¥à¤° योà¤à¤²à¥¤ 21 गिलाद में आधे गोतà¥à¤° मनशà¥à¤¶à¥‡ से जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° इदà¥à¤¦à¥‹, बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ से अबà¥à¤¨à¥‡à¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° यासीà¤à¤², 22 और दान से यारोहाम का पà¥à¤¤à¥à¤° अजरेल, ठहरा। थे ही इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚के हाकिम थे। 23 परनà¥à¤¤à¥ दाऊद ने उनकी गिनती बीस वरà¥à¤· की अवसà¥à¤¯à¤¾ के तीचे न की, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहोवा ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की गिनती आकाश के तारोंके बराबर बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिथे कहा या। 24 सरूयाह का पà¥à¤¤à¥à¤° योआब गिनती लेने लगा, पर निपटा न सका कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ईशà¥à¤µà¤° का कà¥à¤°à¥‹à¤§ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² पर à¤à¥œà¤•à¤¾, और यह गिनती राजा दाऊद के इतिहास में नहीं लिखी गई। 25 फिर अदीà¤à¤² का पà¥à¤¤à¥à¤° अजमावेत राज à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ या, और देहात और नगरोंऔर गांवोंऔर गà¥à¥‹à¤‚के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚का अणिकारी उजà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पà¥à¤¤à¥à¤° यहोनातान या। 26 और जो à¤à¥‚मि को जोतकर बोकर खेती करते थे, उनका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ कलूब का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤œà¥à¤°à¥€ या। 27 और दाख की बारियोंका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ रामाई शिमी और दाख की बारियोंकी उपज जो दाखमधॠके à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚में रखने के लिथे यी, उसका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ शापामी जबà¥à¤¦à¥€ या। 28 ओर नीचे के देश के जलपाई और गूलर के वृà¤à¥‹à¤‚का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ गदेरी बालà¥à¤¹à¤¾à¤¨à¤¾à¤¨ या और तेल के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚का अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ योआश या। 29 और शारोन में चरनेवाले गाय-बैलोंका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ शारोनी शितà¥à¤°à¥ˆ या और तराइयोंके गाय-बैलोंका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ अदलै का पà¥à¤¤à¥à¤° शापात या। 30 और ऊंटोंका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ इशà¥à¤®à¤¾à¤à¤²à¥€ ओबील और गदहियोंका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ मेरोनोतवासी थेहदयाह। 31 और à¤à¥ˆà¥œ-बकरियोंका अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ हगà¥à¤°à¥€ याजीज या। थे ही सब राजा दाऊद के धन समà¥à¤®à¤¤à¥à¤¤à¤¿ के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ थे। 32 और दाऊद का à¤à¤¤à¥€à¤œà¤¾ योनातान à¤à¤• समà¤à¤¦à¤¾à¤° मंतà¥à¤°à¥€ और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ या, और किसी हकà¥à¤®à¥‹à¤¨à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤¹à¥€à¤à¤² राजपà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚के संग रहा करता या। 33 और अहीतोपेल राजा का मंतà¥à¤°à¥€ या, और à¤à¤°à¥‡à¤•à¥€ हूशै राजा का मितà¥à¤° या। 34 और यहीतोपेल के बाद बनायाह का पà¥à¤¤à¥à¤° यहोयादा और à¤à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¾à¤° मंतà¥à¤°à¥€ ठहराठगà¤à¥¤ और राजा का पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ सेनापति योआब या।
1 और दाऊद ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के सब हाकिमोंको अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚के हाकिमोंऔर राजा की सेवा टहल करनेवाले दलोंके हाकिमोंको और सहसà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚और शतपतियोंऔर राजा और उसके पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚के पशॠआदि सब धन समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, सरदारोंऔर वीरोंऔर सब शूरवीरोंको यरूशलेम में बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ 2 तब दाऊद राजा खड़ा होकर कहने लगा, हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚! और हे मेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ के लोगो ! मेरी सà¥à¤¨à¥‹, मेरी मनसा तो यी कि यहोवा की वाचा के सनà¥à¤¦à¥‚क के लिथे और हम लोगोंके परमेशà¥à¤µà¤° के चरणोंकी पीà¥à¥€ के लिथे विशà¥à¤°à¤® का à¤à¤• à¤à¤µà¤¨ बनाऊं, और मैं ने उसके बनाने की तैयारी की यी। 3 परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥à¤µà¤° ने मà¥à¤ से कहा, तू मेरे नाम का à¤à¤µà¤¨ बनाने न पाà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू यà¥à¤¦à¥à¤§ करनेवाला है और तू ने लोहू बहाथा है। 4 तौà¤à¥€ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा ने मेरे पिता के सारे घराने में से मà¥à¤à¥€ को चà¥à¤¨ लिया, कि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा सदा बना रहूं : अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ उस ने यहूदा को पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ होने के लिथे और यहूदा के घराने में से मेरे पिता के घराने को चà¥à¤¨ लिया और मेरे पिता के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚में से वह मà¥à¤à¥€ को सारे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा बनाने के लिथे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 5 और मेरे सब पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚में से ( यहोवा ने तो मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ पà¥à¤¤à¥à¤° दिठहैं ) उस ने मेरे पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ को चà¥à¤¨ लिया है, कि वह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के ऊपर यहोवा के राजà¥à¤¯ की गदà¥à¤¦à¥€ पर विराजे। 6 और उस ने मà¥à¤ से कहा, कि तेरा पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ ही मेरे à¤à¤µà¤¨ और आंगनोंको बनाà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं ने उसको चà¥à¤¨ लिया है कि मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° ठहरे, और मैं उसका पिता ठहरूंगा। 7 और सदि वह मेरी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं और नियमोंके मानने में आज कल की नाई दृॠरहे, तो मैं उसका राजà¥à¤¯ सदा सà¥à¤¯à¤¿à¤° रखूंगा। 8 इसलिथे अब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के देखते अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œà¤¯à¤¹à¥‹à¤µà¤¾ की मणà¥à¤¡à¤²à¥€ के देखते, और अपके परमेशà¥à¤µà¤° के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡, अपके परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा की सब आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानो और उन पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करते रहो; ताकि तà¥à¤® इस अचà¥à¤›à¥‡ देश के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¥€ बने रहो, और इसे अपके बाद अपके वंश का सदा का à¤à¤¾à¤— होने के लिथे छोड़ जाओ। 9 और हे मेरे पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ ! तू अपके पिता के परमेशà¥à¤µà¤° का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ रख, और खरे मन और पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ जीव से उसकी सेवा करता रह; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कà¥à¤› उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होता है उसे समà¤à¤¤à¤¾ है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तà¥à¤ को मिलेगा; परनà¥à¤¤à¥ यदि तू उसको तà¥à¤¯à¤¾à¤— दे तो वह सदा के लिथे तà¥à¤ को छोड़ देगा। 10 अब चौकस रह, यहोवा ने तà¥à¤à¥‡ à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤µà¤¨ बनाने को चà¥à¤¨ लिया है, जो पवितà¥à¤°à¤¸à¥à¤¯à¤¾à¤¨ ठहरेगा, हियाव बानà¥à¤§à¤•à¤° इस काम में लग जा। 11 तब दाऊद ने अपके पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ को मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के ओसारे, कोठरियों, à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚अटारियों, à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ कोठरियों, और पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ के ढकने से सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ का नमूना, 12 और यहोवा के à¤à¤µà¤¨ के आंगनोंऔर चारोंओर की कोठरियों, और परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚और ववितà¥à¤° की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤‚के, जो जो नमूने ईशà¥à¤µà¤° के आतà¥à¤®à¤¾ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से उसको मिले थे, वे सब दे दिà¤à¥¤ 13 फिर याजकोंऔर लेबियोंके दलों, और यहोवा के à¤à¤µà¤¨ की सेवा के सब कामों, और यहोवा के à¤à¤µà¤¨ की सेवा के सब सामान, 14 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œà¤¸à¤¬ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सेवा के लिथे सोने के पातà¥à¤°à¥‹à¤‚के निमितà¥à¤¤ सोना तौलकर, और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सेवा के लिथे चानà¥à¤¦à¥€ के पातà¥à¤°à¥‡à¤‚ के निमितà¥à¤¤ चानà¥à¤¦à¥€ तौलकर, 15 और सोने की दीवटोंके लिथे, और उनके दीपकोंके लिथे पà¥à¤°à¤¤à¤¿ à¤à¤• à¤à¤• दीवट, और उसके दीपकोंका सोना तौलकर और चानà¥à¤¦à¥€ के दीवटोंके लिथे à¤à¤• à¤à¤• दीवट, और उसके दीपक की चानà¥à¤¦à¥€, पà¥à¤°à¤¤à¤¿ à¤à¤• à¤à¤• दीवट के काम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तौलकर, 16 ओर à¤à¥‡à¤‚ट की रोटी की मेजोंके लिथे à¤à¤• à¤à¤• मेज का सोना तौलकर, और जानà¥à¤¦à¥€ की मेजोंके लिथे चानà¥à¤¦à¥€, 17 और चोखे सोने के कांटों, कटोरोंऔर पà¥à¤¯à¤¾à¤²à¥‹à¤‚और सोने की कटोरियोंके लिथे à¤à¤• à¤à¤• कटोरी का सोना तौलकर, और चानà¥à¤¦à¥€ की कटोरियोंके लिथे à¤à¤• à¤à¤• कटोरी की चानà¥à¤¦à¥€ तौलकर, 18 और धूप की वेदी के लिथे तपाया हà¥à¤† सोना तौलकर, और रय अरà¥à¤¯à¤¤à¥â€Œ यहोवा की वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क ढांकनेवाले और पंख फैलाठहà¥à¤ करूबोंके नमूने के लिथे सोना दे दिया। 19 मैं ने यहोवा की शकà¥à¤¤à¤¿ से जो मà¥à¤ को मिली, यह सब कà¥à¤› बफकर लिख दिया है। 20 फिर दाऊद ने अपके पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ से कहा, हियाव बानà¥à¤§ और दृॠहोकर इस काम में लग जा। मत डर, और तेरा मन कचà¥à¤šà¤¾ न हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहोवा परमेशà¥à¤µà¤° जो मेरा परमेशà¥à¤µà¤° है, वह तेरे संग है; और जब तक यहोवा के à¤à¤µà¤¨ में जितना काम करना हो वह न हो चà¥à¤•à¥‡, तब तक वह न तो तà¥à¤à¥‡ धोखा देगा और न तà¥à¤à¥‡ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ेगा। 21 और देख परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ के सब काम के लिथे जाजकोंऔर लेवियोंके दल ठहराठगठहैं, और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सेवा के लिथे सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के काम पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ से करनेवाले बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¥à¤· à¤à¥€ तेरा साय देंगे; और हाकिम और सारी पà¥à¤°à¤œà¤¾ के लोग à¤à¥€ जो कà¥à¤› तू कहेगा वही करेंगे।
1 फिर राजा दाऊद ने सारी सà¤à¤¾ से कहा, मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° लड़का है, और केवल उसी को परमेशà¥à¤µà¤° ने चà¥à¤¨à¤¾ है; काम तो à¤à¤¾à¤°à¥€ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह à¤à¤µà¤¨ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के लिथे नहीं, यहोवा परमेशà¥à¤µà¤° के लिथे बनेगा। 2 मैं ने तो अपकà¥à¤•à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿ à¤à¤°, अपके परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ के निमितà¥à¤¤ सोने की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिथे सोना, चानà¥à¤¦à¥€ की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिथे चानà¥à¥€, पीतल की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिथे पीतल, लोहे की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिथे लोहा, और लकड़ी की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिथे लकड़ी, और सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨à¥€ पतà¥à¤¯à¤°, और जड़ने के योगà¥à¤¯ मणि, और पचà¥à¤šà¥€ के काम के लिथे रड़ग रड़ग के नग, और सब à¤à¤¾à¤‚ति के मणि और बहà¥à¤¤ संगमरà¥à¤®à¤° इकटà¥à¤ ा किया है। 3 फिर मेरा मन अपके परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ में लगा है, इस कारण जो कà¥à¤› मैं ने पवितà¥à¤° à¤à¤µà¤¨ के लिथे इकटà¥à¤ ा किया है, उस सब से अधिक मैं अपना निज धन à¤à¥€ जो सोना चानà¥à¤¦à¥€ के रूप में मेरे पास है, अपके परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ के लिथे दे देता हूà¤à¥¤ 4 अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ तीन हजार किकà¥à¤•à¤¾à¤° ओपीर का सोना, और सात हजार किकà¥à¤•à¤¾à¤° तपाई हà¥à¤ˆ चानà¥à¤¦à¥€, जिस से कोठरियोंकी à¤à¥€à¤¤à¥‡à¤‚ मà¥à¥€ जाà¤à¤‚। 5 और सोने की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिथे सोना, और चानà¥à¤¦à¥€ की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिथे चानà¥à¤¦à¥€, और कारीगरोंसे बनानेवाले सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के काम के लिथे मैं उसे देता हूà¤à¥¤ और कौन अपकà¥à¤•à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ से यहोवा के लिथे अपके को अरà¥à¤ªà¤£ कर देता है? 6 तब पितरोंके घरानोंके पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚के हाकिमोंऔर सहसà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚और शतपतियोंऔर राजा के काम के अधिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ने अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ से, 7 परमेशà¥à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ के काम के लिथे पांच हजार किकà¥à¤•à¤¾à¤° और दस हजार दरà¥à¤•à¤¨à¥‹à¤¨ सोना, दस हजार किकà¥à¤•à¤¾à¤° चानà¥à¤¦à¥€, अठारह हजार किकà¥à¤•à¤¾à¤° पीतल, और à¤à¤• लाख किकà¥à¤•à¤¾à¤° लोहा दे दिया। 8 और जिनके पास मणि थे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यहोवा के à¤à¤µà¤¨ के खजाने के लिथे गेशॉनी यहीà¤à¤² के हाथा में दे दिया। 9 तब पà¥à¤°à¤œà¤¾ के लोग आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हाकिमोंने पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर खरे मन और अपकà¥à¤•à¥€ अपकà¥à¤•à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ से यहोवा के लिथे à¤à¥‡à¤‚ट दी यी; और दाऊद राजा बहà¥à¤¤ ही आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ 10 तब दाऊद ने सारी सà¤à¤¾ के समà¥à¤®à¥à¤– यहोवा का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया, और दाऊद ने कहा, हे यहोवा ! हे हमारे मूल पà¥à¤°à¥à¤· इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° ! अनादिकाल से अननà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤² तक तू धनà¥à¤¯ है। 11 हे यहोवा ! महिमा, पराकà¥à¤°à¤®, शोà¤à¤¾, सामरà¥à¤¯à¥à¤¯ और विà¤à¤µ, तेरा ही है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अकाश और पृयà¥à¤µà¥€ में जो कà¥à¤› है, वह तेरा ही है; हे यहोवा ! राजà¥à¤¯ तेरा है, और तू सà¤à¥‹à¤‚के ऊपर मà¥à¤–à¥à¤¯ और महान ठहरा है। 12 धन और महिमा तेरी ओर से मिलती हैं, और तू सà¤à¥‹à¤‚के ऊपर पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ करता है। सामरà¥à¤¯à¥à¤¯ और पराकà¥à¤°à¤® तेरे ही हाथ में हैं, और सब लोगोंको बà¥à¤¾à¤¨à¤¾ इौर बल देना तेरे हाथ में है। 13 इसलिथे अब हे हमारे परमेशà¥à¤µà¤° ! हम तेरा धà¥à¤¨à¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ और तेरे महिमायà¥à¤•à¥à¤¤ नाम की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करते हैं। 14 मैं कà¥à¤¯à¤¾ हूà¤? और मेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ है? कि हम को इस रीति से अपकà¥à¤•à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ से तà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤‚ट देने की शकà¥à¤¤à¤¿ मिले? तà¥à¤à¥€ से तो सब कà¥à¤› मिलता है, और हम ने तेरे हाथ से पाकर तà¥à¤à¥‡ दिया है। 15 तेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में हम तो अपके सब पà¥à¤°à¤–ाओं की नाई पराठऔर परदेशी हैं; पृयà¥à¤µà¥€ पर हमारे दिन छाया की नाई बीते जाते हैं, और हमारा कà¥à¤› ठिकाना नहीं। 16 हे हमारे परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा ! वह जो बड़ा संचय हम ने तेरे पवितà¥à¤° नाम का à¤à¤• à¤à¤µà¤¨ बनाने के लिथे किया है, वह तेरे ही हाथ से हमे मिला या, और सब तेरा ही है। 17 और हे मेरे परमेशà¥à¤µà¤° ! मैं जानता हूठकि तू मन को जांचता है और सिधाई से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ रहता है; मैं ने तो यह सब कà¥à¤› मन की सिधाई और अपकà¥à¤•à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ से दिया है; और अब मैं ने आननà¥à¤¦ से देखा है, कि तेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ के लोग जो यहां उपसà¥à¤¯à¤¿à¤¤ हैं, वह अपकà¥à¤•à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ से तेरे लिथे à¤à¥‡à¤‚ट देते हैं। 18 हे यहोवा ! हे हमारे पà¥à¤°à¤–ा इबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€à¤®, इसहाक और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥à¤µà¤° ! अपकà¥à¤•à¥€ पà¥à¤°à¤œà¤¾ के मन के विचारोंमें यह बात बनाठरख और उनके मन अपकà¥à¤•à¥€ ओर लगाठरख। 19 और मेरे पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ का मन à¤à¤¸à¤¾ खरा कर दे कि वह तेरी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं चितौनियोंऔर विधियोंको मानता रहे और यह सब कà¥à¤› करे, और उस à¤à¤µà¤¨ को बनाà¤, जिसकी तैयारी मैं ने की है। 20 तब दाऊद ने सारी सà¤à¤¾ से कहा, तà¥à¤® अपके परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करो। तब सà¤à¤¾ के सब लोगोंने अपके पितरोंके परमेशà¥à¤µà¤° यहोवा का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया, और अपना अपना सिर फà¥à¤•à¤¾à¤•à¤° यहोवा को और राजा को दणà¥à¤¡à¤µà¤¤ किया। 21 और दूसरे दिन उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यहोवा के लिथे बलिदान किà¤, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€Œ अधॉं समेत à¤à¤• हजार बैल, à¤à¤• हजार मेà¥à¥‡ और à¤à¤• हजार à¤à¥‡à¥œ के बचà¥à¤šà¥‡ होमबलि करके चà¥à¤¾à¤, और सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के लिथे बहà¥à¤¤ से मेलबलि चà¥à¤¾à¤à¥¤ उसी दिन यहोवा के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बड़े आननà¥à¤¦ से खाया और पिया। 22 फिर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दाऊद के पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ को दूसरी बार राजा ठहराकर यहोवा की ओर से पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ होने के लिथे उसका और याजक होने के लिथे सादोक का अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया। 23 तब सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ अपके पिता दाऊद के सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा होकर यहोवा के सिंहासन पर विराजने लगा और à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¨ हà¥à¤†, और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² उसके अधीन हà¥à¤†à¥¤ 24 और सब हाकिमोंऔर शूरवीरोंऔर राजा दाऊद के सब पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ने सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ राजा की अधीनता अंगीकार की। 25 और यहोवा ने सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ को सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के देखते बहà¥à¤¤ बà¥à¤¾à¤¯à¤¾, और उसे à¤à¤¸à¤¾ राजकीय à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ दिया, जैसा उस से पहिले इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के किसी राजा का न हà¥à¤† या। 26 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° यिहौ के पà¥à¤¤à¥à¤° दाऊद ने सारे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के ऊपर राजà¥à¤¯ किया। 27 और उसके इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² पर राजà¥à¤¯ करने का समय चालीस वरà¥à¤· का या; उस ने सात वरà¥à¤· तो हेबà¥à¤°à¥‹à¤¨ में और तैंतीस वरà¥à¤· यरूशलेम में राजà¥à¤¯ किया। 28 और वह पूरे बूà¥à¤¾à¤ªà¥‡ की अवसà¥à¤¯à¤¾ में दीरà¥à¤˜à¤¾à¤¯à¥ होकर और धन और विà¤à¤µ, मनमाना à¤à¥‹à¤—कर मर गया; और उसका पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ उसके सà¥à¤¯à¤¾à¤¨ पर राजा हà¥à¤†à¥¤ 29 आादि से अनà¥à¤¤ तक राजा दाऊद के सब कामोंका वृतà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤¤, 30 और उसके सब राजà¥à¤¯ और पराकà¥à¤°à¤® का, और उस पर और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² पर, वरन देश देश के सब राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚पर जो कà¥à¤› बीता, इसका à¤à¥€ वृतà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤¤ शमूà¤à¤² दशीं और नातान नबी और गाद दशीं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚में लिखा हà¥à¤† है।