1 पौलà¥à¤¸ और सिलवानà¥à¤¸ और तीमà¥à¤¯à¤¿à¤¯à¥à¤¸ की ओर से यिसà¥â€à¤¸à¤²à¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚की कलीसिया के नाम जो परमेशà¥à¤µà¤° पिता और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह में है।। अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥â€à¤¤à¤¿ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलती रहे।। 2 हम अपकà¥à¤•à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤“ं में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¥˜à¤°à¤£ करते और सदा तà¥à¤® सब के विषय में परमेशà¥à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करते हैं। 3 और अपके परमेशà¥à¤µà¤° और पिता के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के काम, और पà¥à¤°à¥‡à¤® का परिशà¥à¤°à¥à¤®, और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह में आशा की धीरता को लगातार सà¥à¥˜à¤°à¤£ करते हैं। 4 और हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹, परमेशà¥à¤µà¤° के पà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोगोंहम जानतें हैं, कि तà¥à¤® चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ हो। 5 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास न केवल वचन मातà¥à¤° ही में बरन सामरà¥à¤¯ और पवितà¥à¤° आतà¥à¥˜à¤¾, और बड़े निशà¥â€à¤šà¤¯ के साय पहà¥à¤‚चा है; जैसा तà¥à¤® जानते हो, कि हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिथे तà¥à¤® में कैसे बन गठथे। 6 और तà¥à¤® बड़े कà¥â€à¤²à¥‡à¤¶ में पवितà¥à¤° आतà¥à¥˜à¤¾ के आननà¥â€à¤¦ के साय वचन को मानकर हमारी और पà¥à¤°à¤à¥ की सी चाल चलने लगे। 7 यहां तक कि मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और अखया के सब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚के लिथे तà¥à¤® आदरà¥à¤¶ बने। 8 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहां से न केवल मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और अखया में पà¥à¤°à¤à¥ का वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ गया, पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की जो परमेशà¥à¤µà¤° पर है, हर जगह à¤à¤¸à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ फैल गई है, कि हमें कहने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ ही नहीं। 9 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि वे आप ही हमारे विषय में बताते हैं कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास हमारा आना कैसा हà¥à¤†; और तà¥à¤® कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि मूरतोंसे परमेशà¥à¤µà¤° की ओर फिरें ताकि जीवते और सचà¥â€à¤šà¥‡ परमेशà¥à¤µà¤° की सेवा करो। 10 और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° के सà¥â€à¤µà¤°à¥à¤— पर से आने की बाट जोहते रहो जिसे उस ने मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€ यीशॠकी, जो हमें आनेवाले पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª से बचाता है।।
1 हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® आप ही जानते हो कि हमारा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आना वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¯ न हà¥à¤†à¥¤ 2 बरन तà¥à¤® आप ही जानते हो, कि पहिले पहिल फिलिपà¥à¤ªà¥€ में दà¥à¤– उठाने और उपदà¥à¤°à¤µ सहने पर à¤à¥€ हमारे परमेशà¥à¤µà¤° ने हमें à¤à¤¸à¤¾ हियाव दिया, कि हम परमेशà¥à¤µà¤° का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¥€ विरोधोंके होते हà¥à¤ à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤à¤‚। 3 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा उपकेश न à¤à¥à¤°à¤® से है और न अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ से, और न छल के साय है। 4 पर जैसा परमेशà¥à¤µà¤° ने हमें योगà¥à¤¯ ठहराकर सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सौंपा, हम वैसा ही वरà¥à¤£à¤¨ करते हैं; और इस में मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚को नहीं, परनà¥â€à¤¤à¥ परमेशà¥à¤µà¤° को, जो हमारे मनोंको जांचता है, पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ करते हैं। 5 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® जानते हो, कि हम न तो कà¤à¥€ ललà¥à¤²à¥‹à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¥‹ की बातें किया करते थे, और न लोठके लिथे बहाना करते थे, परमेशà¥à¤µà¤° गवाह है। 6 और यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ हम मसीह के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होने के कारण तà¥à¤® पर बोफ डाल सकते थे, तौà¤à¥€ हम मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚से आदर नहीं चाहते थे, और न तà¥à¤® से, न और किसी से। 7 परनà¥â€à¤¤à¥ जिस तरह माता अपके बालकोंका पालन-पोषण करती है, वैसे ही हम ने à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में रहकर कोमलता दिखाई है। 8 और वैसे ही हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ लालसा करते हà¥à¤, न केवल परमेशà¥à¤µà¤° को सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤°, पर अपना अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देने को तैयार थे, इसलिथे कि तà¥à¤® हमारे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ हो गठथे। 9 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® हमारे परिशà¥à¤°à¥à¤® और कषà¥â€à¤Ÿ को सà¥à¥˜à¤°à¤£ रखते हो, कि हम ने इसलिथे रात दिन काम अनà¥â€à¤§à¤¾ करते हà¥à¤ तà¥à¤® में परमेशà¥à¤µà¤° का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया, कि तà¥à¤® में से किसी पर à¤à¤¾à¤° न हों। 10 तà¥à¤® आप ही गवाह हो: और परमेशà¥à¤µà¤° à¤à¥€, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते हो हम कैसी पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ और धामिरà¥à¤•à¤¤à¤¾ और निरà¥à¤¦à¥‹à¤·à¤¤à¤¾ से रहे। 11 जैसे तà¥à¤® जानते हो, कि जैसा पिता अपके बालकोंके साय बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ करता है, वैसे ही हम तà¥à¤® में से हर à¤à¤• को à¤à¥€ उपकेश करते, और शानà¥â€à¤¤à¤¿ देते, और समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ थे। 12 कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ चाल चलन परमेशà¥à¤µà¤° के योगà¥à¤¯ हो, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपके राजà¥à¤¯ और महिमा में बà¥à¤²à¤¾à¤¤à¤¾ है।। 13 इसलिथे हम à¤à¥€ परमेशà¥à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ निरनà¥â€à¤¤à¤° करते हैं; कि जब हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥à¤µà¤° के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° का वचन तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास पहà¥à¤‚चा, तो तà¥à¤® ने उस मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚का नहीं, परनà¥â€à¤¤à¥ परमेशà¥à¤µà¤° का वचन समà¤à¤•à¤° (और सचमà¥à¤š यह à¤à¤¸à¤¾ ही है) गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया: और वह तà¥à¤® में जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते हो, पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ है। 14 इसलिथे कि तà¥à¤®, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹, परमेशà¥à¤µà¤° की उन कलीसियाओं की सी चाल चलने लगे, जो यहूदिया में मसीह यीशॠमें हैं, कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® ने à¤à¥€ अपके लोगोंसे वैसा ही दà¥à¤– पाया, जैसा उनà¥â€à¤¹à¥‹à¤‚ने यहूदियोंसे पाया या। 15 जिनà¥â€à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠको और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को à¤à¥€ मार डाला और हम को सताया, और परमेशà¥à¤µà¤° उन से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ नहीं; और वे सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚को विरोध करते हैं। 16 और वे अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚से उन के उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिथे बातें करने से हमें रोकते हैं, कि सदा अपके पापोंका नपà¥à¤† à¤à¤°à¤¤à¥‡ रहें; पर उन पर à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª आ पहà¥à¤‚चा है।। 17 हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जब हम योड़ी देर के लिथे मन में नहीं बरन पà¥à¤°à¤—ट में तà¥à¤® से अलग हो गठथे, तो हम ने बड़ी लालसा के साय तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤‚ह देखने के लिथे और à¤à¥€ अधिक यतà¥â€à¤¨ किया। 18 इसलिथे हम ने (अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€ मà¥à¤ पौलà¥à¤¸ ने) à¤à¤• बार नहीं, बरन दो बार तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आना चाहा, परनà¥â€à¤¤à¥ शैतान हमें रोके रहा। 19 à¤à¤²à¤¾ हमारी आशा, या आननà¥â€à¤¦ या बड़ाई का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ कà¥â€à¤¯à¤¾ है कà¥â€à¤¯à¤¾ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके समà¥à¤®à¥à¤– उसके आने के समय तà¥à¤® ही न होगे 20 हमारी बड़ाई और आननà¥â€à¤¦ तà¥à¤® ही हो।।
1 इसलिथे जब हम से और à¤à¥€ न रहा गया, तो हम ने यह ठहराया कि à¤à¤¥à¥‡à¤¨à¥â€à¤¸ में अकेले रह जाà¤à¤‚। 2 और हम ने तीमà¥à¤¯à¤¿à¤¯à¥à¤¸ को जो मसीह के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° में हमारा à¤à¤¾à¤ˆ, और परमेशà¥à¤µà¤° का सेवक है, इसलिथे à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¯à¤¿à¤° करे; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के विषय में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤à¥¤ 3 कि कोई इन कà¥â€à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚के कारण डगमगा न जाà¤; कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® आप जानते हो, कि हम इन ही के लिथे ठहराठगठहैं। 4 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि पहिले à¤à¥€, जब हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहां थे, तो तà¥à¤® ने कहा करते थे, कि हमें कà¥â€à¤²à¥‡à¤¶ उठाने पकेंगे, और à¤à¤¸à¤¾ ही हà¥à¤† है, और तà¥à¤® जानते à¤à¥€ हो। 5 इस कारण जब मà¥à¤ से और न रहा गया, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का हाल जानने के लिथे à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि पकà¥à¤•à¥€à¤à¤¾ करनेवाले ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ पकà¥à¤•à¥€à¤à¤¾ की हो, और हमारा परिशà¥à¤°à¥à¤® वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¯ हो गया हो। 6 पर अà¤à¥€ तीमà¥à¤¯à¤¿à¤¯à¥à¤¸ ने जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास से हमारे यहां आकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पà¥à¤°à¥‡à¤® का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ और इस बात को à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾, कि तà¥à¤® सदा पà¥à¤°à¥‡à¤® के साय हमें सà¥à¥˜à¤°à¤£ करते हो, और हमारे देखने की लालसा रखते हो, जैसा हम à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देखने की। 7 इसलिथे हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम ने अपकà¥à¤•à¥€ सारी सकेती और कà¥â€à¤²à¥‡à¤¶ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में शानà¥â€à¤¤à¤¿ पाई। 8 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि अब यदि तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ में सà¥à¤¯à¤¿à¤° रहो तो हम जीवित हैं। 9 और जैसा आननà¥â€à¤¦ हमें तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कारण अपके परमेशà¥à¤µà¤° के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ है, उसके बदले तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में हम किस रीति से परमेशà¥à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करें 10 हम राज दिन बहà¥à¤¤ ही पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¨à¤¾ करते रहते हैं, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤‚ह देखें, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की घटी पूरी करें।। 11 अब हमारा परमेशà¥à¤µà¤° और पिता आप ही और हमारा पà¥à¤°à¤à¥ यीशà¥, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहां आने के लिथे हमारी अगà¥à¤µà¤¾à¤ˆ करे। 12 और पà¥à¤°à¤à¥ à¤à¤¸à¤¾ करे, कि जेसा हम तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं; वैसा ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¥€ आपस में, और सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚के साय बढ़े, और उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ करता जाà¤à¥¤ 13 ताकि वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मनोंको à¤à¤¸à¤¾ सà¥à¤¯à¤¿à¤° करे, कि जब हमारा पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠअपके सब पवितà¥à¤° लोगोंके साय आà¤, तो वे हमारे परमेशà¥à¤µà¤° और पिता के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ में निरà¥à¤¦à¥‹à¤· ठहरें।।
1 निदान, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤® से बिनती करते हैं, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमें समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि जैसे तà¥à¤® ने हम से योगà¥à¤¯ चाल चलना, और परमेशà¥à¤µà¤° को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ करना सीखा है, और जैसा तà¥à¤® चलते à¤à¥€ हो, वैसे ही और à¤à¥€ बढ़ते जाओ। 2 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® जानते हो, कि हम ने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠकी ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कौन कौन सी आजà¥à¤žà¤¾ पहà¥à¤‚चाई। 3 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥à¤µà¤° की इचà¥â€à¤›à¤¾ यह है, कि तà¥à¤® पवितà¥à¤° बनो: अरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥â€ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से बचे रहो। 4 और तà¥à¤® में से हर à¤à¤• पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ और आदर के साय अपके पातà¥à¤° को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥â€à¤¤ करना जाने। 5 और यह काम अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾ से नहीं, और न उन जातियोंकी नाई, जो परमेशà¥à¤µà¤° को नहीं जानतीं। 6 कि इस बात में कोई अपके à¤à¤¾à¤ˆ को न ठगे, और न उस पर दांव चलाà¤, कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ इस सब बातोंका पलटा लेनेवाला है; जैसा कि हम ने पहिले तà¥à¤® से कहा, और चिताया à¤à¥€ या। 7 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥à¤µà¤° ने हमें अशà¥à¤¦à¥à¤§ होने के लिथे नहीं, परनà¥â€à¤¤à¥ पवितà¥à¤° होने के लिथे बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है। 8 इस कारण जो तà¥à¤šà¥â€à¤› जानता है, वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ को नहीं, परनà¥â€à¤¤à¥ परमेशà¥à¤µà¤° को तà¥à¤šà¥â€à¤› जानता है, जो अपना पवितà¥à¤° आतà¥à¥˜à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देता है।। 9 किनà¥â€à¤¤à¥ à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ की पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ के विषय में यह अवशà¥à¤¯ नहीं, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कà¥à¤› लिखूं; कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि आपस में पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना तà¥à¤® ने आप ही परमेशà¥à¤µà¤° से सीखा है। 10 और सारे मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚के साय à¤à¤¸à¤¾ करते à¤à¥€ हो, पर हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि और à¤à¥€ बढ़ते जाओ। 11 और जैसी हम ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ दी, वैसे ही चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª रहने और अपना अपना काम काज करने, और अपके अपके हाथोंसे कमाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥â€à¤¨ करो। 12 कि बाहरवालोंके साय सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ से बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ करो, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी वसà¥â€à¤¤à¥ की घटी न हो।। 13 हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम नहीं चाहते, कि तà¥à¤® उनके विषय में जो सोते हैं, अजà¥à¤žà¤¾à¤¨ रहो; à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि तà¥à¤® औरोंकी नाई शोक करो जिनà¥â€à¤¹à¥‡à¤‚ आशा नहीं। 14 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि हम पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤à¤¿ करते हैं, कि यीशॠमरा, और जी à¤à¥€ उठा, तो वैसे ही परमेशà¥à¤µà¤° उनà¥â€à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ जो यीशॠमें सो गठहैं, उसी के साय ले आà¤à¤—ा। 15 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि हम पà¥à¤°à¤à¥ के वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तà¥à¤® से यह कहते हैं, कि हम जो जीवित हैं, और पà¥à¤°à¤à¥ के आने तक बचे रहेंगे तो सोठहà¥à¤“ं से कà¤à¥€ आगे न बढ़ेंगे। 16 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ आप ही सà¥â€à¤µà¤°à¥à¤— से उतरेगा; उस समय ललकार, और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ दूत का शबà¥â€à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ देगा, और परमेशà¥à¤µà¤° की तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूंकी जाà¤à¤—ी, और जो मसीह में मरे हैं, वे पहिले जी उठेंगे। 17 तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे, उन के साय बादलोंपर उठा लिठजाà¤à¤‚गे, कि हवा में पà¥à¤°à¤à¥ से मिलें, और इस रीति से हम सदा पà¥à¤°à¤à¥ के साय रहेंगे। 18 सो इन बातोंसे à¤à¤• दूसरे को शानà¥â€à¤¤à¤¿ दिया करो।।
1 पर हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹, इसका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ नहीं, कि समयोंऔर कालोंके विषय में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कà¥à¤› लिखा जाà¤à¥¤ 2 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® आप ठीक जानते हो कि जैसा रात को चोर आता है, वैसा ही पà¥à¤°à¤à¥ का दिन आनेवाला है। 3 जब लोग कहते होंगे, कि कà¥à¤¶à¤² हैं, और कà¥à¤› à¤à¤¯ नहीं, तो उन पर à¤à¤•à¤¾à¤à¤• विनाश आ पकेगा, जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ पर पीड़ा; और वे किसी रीति से बचेंगे। 4 पर हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® तो अनà¥â€à¤§à¤•à¤¾à¤° में नहीं हो, कि वह दिन तà¥à¤® पर चोर की नाई आ पके। 5 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® सब जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ की सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨, और दिन की सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ हो, हम न रात के हैं, न अनà¥â€à¤§à¤•à¤¾à¤° के हैं। 6 इसलिथे हम औरोंकी नाई सोते न रहें, पर जागते और सावधान रहें। 7 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि जो सोते हैं, वे रात ही को सोतें हैं, और जो मतवाले होते हैं, वे रात ही को मतवाले होते हैं। 8 पर हम तो दिन के हैं, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पà¥à¤°à¥‡à¤® की फिलम पहिनकर और उदà¥à¤§à¤¾à¤° की टोप पहिनकर सावधान रहें। 9 कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥à¤µà¤° ने हमें कà¥à¤°à¥‹à¤§ के लिथे नहीं, परनà¥â€à¤¤à¥ इसलिथे ठहराया कि हम अपके पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥â€à¤¤ करें। 10 वह हमारे लिथे इस कारण मरा, कि हम चाहे जागते हों, चाहे सोते हों: सब मिलकर उसी के साय जीà¤à¤‚। 11 इस कारण à¤à¤• दूसरे को शानà¥â€à¤¤à¤¿ दो, और à¤à¤• दूसरे की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के कारण बनो, निदान, तà¥à¤® à¤à¤¸à¤¾ करते à¤à¥€ हो।। 12 और हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤® से बिनती करते हैं, कि जो तà¥à¤® में परिशà¥à¤°à¥à¤® करते हैं, और पà¥à¤°à¤à¥ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अगà¥à¤µà¥‡ हैं, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शिà¤à¤¾ देते हैं, उनà¥â€à¤¹à¥‡à¤‚ मानो। 13 और उन के काम के कारण पà¥à¤°à¥‡à¤® के साय उन को बहà¥à¤¤ ही आदर के योगà¥à¤¯ समà¤à¥‹: आपस में मेल-मिलाप से रहो। 14 और हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि जो ठीक चाल नहीं चलते, उन को समà¤à¤¾à¤“, कायरोंको ढाढ़स दो, निरà¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚को संà¤à¤¾à¤²à¥‹, सब की ओर सहनशीलता दिखाओ। 15 सावधान! कोई किसी से बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ के बदले बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ न करे; पर सदा à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करने पर ततà¥â€à¤ªà¤° रहो आपस में और सब से à¤à¥€ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ ही की चेषà¥â€à¤Ÿà¤¾ करो। 16 सदा आननà¥â€à¤¦à¤¿à¤¤ रहो। 17 निरनà¥â€à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¨à¤¾ मे लगे रहो। 18 हर बात में धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करो: कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिथे मसीह यीशॠमें परमेशà¥à¤µà¤° की यहीं इचà¥â€à¤›à¤¾ है। 19 आतà¥à¥˜à¤¾ को न बà¥à¤«à¤¾à¤“। 20 à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚को तà¥à¤šà¥â€à¤› न जानो। 21 सब बातोंको परखो: जो अचà¥â€à¤›à¥€ है उसे पकड़े रहो। 22 सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से बचे रहो।। 23 शानà¥â€à¤¤à¤¿ का परमेशà¥à¤µà¤° आप ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पूरी रीति से पवितà¥à¤° करे; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¥˜à¤¾ और पà¥à¤°à¤¾à¤£ और देह हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के आने तक पूरे पूरे और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· सà¥à¤°à¤¿à¤à¤¤ रहें। 24 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ सचà¥â€à¤šà¤¾ है, और वह à¤à¤¸à¤¾ ही करेगा।। 25 हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हमारे लिथे पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¨à¤¾ करो।। 26 सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को पवितà¥à¤° चà¥à¤®à¥à¤¬à¤¨ से नमसà¥â€à¤•à¤¾à¤° करो। 27 मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤à¥ की शपय देता हूं, कि यह पतà¥à¤°à¥€ सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚को पढ़कर सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ जाà¤à¥¤à¥¤ 28 हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤® पर होता रहे।।