प्रभु यीशु मुक्तिदाताभौत
साल बेबिलोनियोंक गुलामी मिं रुणक बाद, यहूदी मैंस फिर आपण देश मिं वापिस जै सकीं। लेकिन उनुकैं पैलियक जस अजादी फिर कभै नि मिलि। बेबिलोनियोंक बाद फारस, फारसक बाद यूनानी, और यूनानियोंक बाद रोमी मैंसोंल उनुमिं राज करौ। लेकिन परमेश्वरल यशायाह नबीक जरियल उनुकैं बताछी कि दाउदक वंश मिं एक खाश भौ पैद ह्वल, जो शांतिक रॉज और मैंसोंकैं बचूणिवॉल ह्वाल। उं सबनक न्याय करॉल और आपण राज हमेशाक लिजी ठैराल। यहूदी मैंस भौत बेशबरील उ रॉजक इंतजार करणाछी, और ऑब परमेश्वर आपण यौ वैद पुर करणिवॉल छी। उनुल आपण दूत एक नॉन गौं मिं भेजिबेर वांकि एक चेलि कैं बता कि तु उ रॉजकि इज ह्वेलि!
मरियमक दगाड़ स्वर्गदूतकि बात (मरकुस १:१, लुका १:२६-३८)
1 यौ परमेश्वरक पुत्र यीशु मसीक भलि खबरक शुरुवाद छु। 26-29 इस्रायल देशक नासरत नगर मिं मरियम नामकि एक चेलि छी, जैक लगन यूसुफ नामक लौंडक दगाड़ है रौछी। मरियमक ब्या हुण है पैली परमेश्वरल आपण दूत कैं वीक पास भेजौ। दूतल मरियमक पास ऐबेर कौ, "ओ मरियम, परमेश्वरकि किरपा तुमिं है रै!" मरियमल सोचौ, "यौ को छु, और यौ कसि किरपा छु?" 30-33 तब परमेश्वरक दूतल कौ, "डर झन, देख, तु अङ-भारि हबेर एक च्यल कैं जनम देलि, और तु उनर नाम यीशु धरिये। उं महान ह्वाल और सबों है ठुल परमेश्वरक च्यल कहलाल और प्रभु परमेश्वर उनुकैं उनर पुरखा दाउदक रॉज-गद्दी द्याल। और उनर राज हमेशा रौल।" मरियमल कौ, "यौ कसिक है सकुं? आइ तलक म्यर ब्या लै नि है रौय!" 35-38 तब दूतल कौ, "यौ परमेश्वरक आत्मा और उनर सामर्थल ह्वल। किलैकि उनर लिजी के लै मुश्किल न्हैं।" मरियमल कौ, "जस परमेश्वर चां, म्यर दगाड़ उस्सै हो।" तब दूत वांबे गैब है गोय।
यूसुफक स्वीण (मती १:१८-२५)
18 यैक बाद वीक मंगेतर यूसुफ कैं पत्त चलुं कि मरियम अङ-भारि छु। उ यौ बातल परेशान छी, कि यौ कैक नॉनतिन ह्वल? 19 उ उकैं बदनाम लै नि करण चांछी, किलैकि उ एक भल मैंस छी। यैक लिजी वील सोचौ, "अगर मी मैंसों धैं कून कि मरियम येसि छु उसि छु, तब वीक बदनामी है जालि। और नीमक अनुसार उकैं मार द्याल।" तब उ चुपचाप उकैं छोड़णक लिजी सोचुं। 20-21 जब सोचन-सोचनै उकैं नीन ऐ जैं, तब परमेश्वरल वीक पास लै आपण दूत भेजौ। और स्वर्गदूतल ऐबेर यूसुफ धैं कौ, "तु मरियमक दगाड़ ब्या करणक लिजी नि डर। किलैकि जो वीक पेट मिं छु, उं परमेश्वरक तरफ बे छु, क्वे मैंसक न्हैं। उ एक पवित्र च्यल ह्वल और तु उनर नाम यीशु धरिये। 22 जस परमेश्वरल वैद करि रॉखछी कि एक अणब्यवाई चेलि अङ-भारि ह्वेलि और एक च्यल कैं जनम देलि जो आपण मैंसोंक पापों बे उनुकैं मुक्त करॉल, उ वैद ऐल पुर हुणौ।" 24 तब यूसुफकि नीन टुटी और वील कौ, "अरे, यौ सांचि बात छा? 25 जो मरियमक पेट मिं छु, उ परमेश्वरक तरफ बे छु, क्वे मैंसक न्हैं!" और वील स्वर्गदूतक उ बात मिं भरौस करौ, और मरियम कैं ब्यवैबेर आपण घर ल्या। लेकिन वीक पास तब तलक नि गोय, जब तलक वीक च्यल नि है गोय।
यीशुक जनम (लुका २:१-७)
1-3 उ बखत यहूदी मैंस रोमी सरकारक गुलाम छी। रोमी सम्राट औगुस्तुसल यौ हुकुम निकालौ, "हरेक मैंस आपण नाम लिखूणक लिजी आपण-आपण पुरखोंक नगर जाओ!" 4 यूसुफ जो दाउदक वंशक छी, उ लै आपण नाम लिखूणक लिजी बैतलहम नगर आपणि स्यैणि मरियमक दगाड़ आ। और वां धरमशावों मिं कैं खुट धरणकि लै जॉग नि छी, यैक लिजी यूसुफ और मरियम गोरुक गोठ मिं रईं। 6-7 ऑब मरियमक नॉनतिन हुणक दिन ऐ गोय, और वील वां आपण ज्यठ च्यल कैं जनम दे। और उकैं एक टॉल मिं लपेटिबेर घा खॉणी ढुट मिं धरौ।
ग्वावों कैं यीशुक जनमक बारि मिं बताई जाण (लुका २:८-२०)
8-12 उ नगरक भ्यार सैण मिं थ्वाड़ ग्वाव छी, जो रात मिं आपण भेड़-बकॉरोंक देख-भाल करणाछी। तब एकाएक स्वर्ग बे परमेश्वरक दूत वां आ, और आपण चारों तरफ परमेश्वरक उज्याव देखिबेर ग्वाव डरि ग्याय। तब दूतल उनुधैं कौ, "तुम डरो झन, मी तुमर लिजी एक खुशि खबरी लिबेर ऐ रयूं! आज तुमर लिजी बैतलहम मिं मुक्तिदाता पैद है रौ। तुमर लिजी वीक यौ पछ्याण ह्वल, कि तुम एक भौ कैं टॉल मिं लपेटी और ढुट मिं धरी पाला।" 13 तब एकाएक स्वर्ग बे भौतै स्वर्गदूत आईं और परमेश्वरकि जै जैकार करन-करनै कूणाछी, "स्वर्ग मिं परमेश्वरक महिमा हो, और धरति मिं उं मैंसों कैं शांति मिलो, जनुकैं देखिबेर परमेश्वर खुशि छन!" 15-19 उनर जाणक बाद ग्वावोंल भौत खुशि हबेर कौ, "हिटो, हम बैतलहम जैबेर उ भौ कैं देखनू!" तब उनुल बैतलहम ऐबेर यूसुफ, मरियम और उ भौ कैं ढुट मिं धरी देखौ, जस स्वर्गदूतल उनुकैं बताछी। और उनुल भौक इज-बौज्यू कैं बता कि स्वर्गदूतल यैक बारि मिं हमुकैं के-के बताछी। 20 यैक बाद वांबे लौटिबेर उं सबों कैं बतूण लागीं कि यां के है रौ। जनुल लै यौ सब सुणौ, उं भौतै दंग रै ग्याय।
परमेश्वरक वैदक पुर हुण (लुका २:२१-३३)
21 जब यौ भौ कैं आठ दिन हईं, उदिन यहूदियोंक रीतीक अनुसार उनर खतना हौ। उ दिन यूसुफ और मरियमल उनर नाम यीशु धरौ। यौ नाम परमेश्वरल उ बखत मरियम कैं आपण दूतक जरियल बताछी, जब मरियम अङ-भारि नि छी। 22 यैक थ्वाड़ बखत बाद मरियम और यूसुफ परमेश्वरक नीमक अनुसार इस्रायलियोंक राजधानी यरुशलेम मिं भेट चढ़ूणक लिजी गेईं, जस परमेश्वरल कै रॉखछी कि हरेक स्यैणि जब वीक नॉनतिन ह्वल, तब उं यां ऐबेर म्यर लिजी भेट चढ़ाओ। 25-27 और वां परमेश्वरक भवन मिं शिमयौन नामक एक मैंस छी जधैं परमेश्वरल वैद करि रॉखछी कि जब तलक तु आपण ऑखोंल मैंसोंक मुक्तिदाता कैं नि देखि ल्यलै, तब तलक तु नि मरलै। जब यूसुफ और मरियम परमेश्वरक भवन मिं छी, तब शिमयौन लै परमेश्वरक मंशाल वां आ, और परमेश्वरल शिमयौन कैं बता, "यौ वी छु!" तब शिमयौनल उ भौ कैं आपण काखि मिं थामिबेर परमेश्वर कैं धन्यवाद दिबेर उनेरि महिमा करी। 28-32 वील कौ, "मील आपण ऑखोंल मैंसों कैं छुड़ूणिवॉल कैं देखि है, ऑब मी शांतिल मरि सकनू।" तब वील यौ लै कौ, "यौ भौ इस्रायलियोंक लिजी गर्बक कारण और अन्य जातियोंक लिजी उज्याव ह्वल। लेकिन मैंस यैक खिलाफ लै ठॉड़ ह्वाल।" यैक बाद वील भौ कैं आशिर्वाद दिबेर वीक इज कैं दी दे। 33 और मरियम और यूसुफ यौं सब बातों कैं सुणिबेर दंग रै ग्याय।
जोतिशियोंक उण (मती २:१-१२)
1 यैक थ्वाड़ बखत बाद यरुशलेम मिं पूरब देश बे जोतिशी यैक लिजी आईं किलैकि उनुल एक खाश किसमक तॉर अगाश मिं देखछी। जब उनुल यैक बारि मिं ढून-खोज करी, तब उनुकैं पत्त चलौ कि इस्रायल मिं एक खाश रॉजक जनम है रौ। तब उं उकैं देखणक लिजी यरुशलेम गेईं। 2 और वां जैबेर उनुल मैंसों धैं पुछौ, "उ भौ कां छु, जो पैद है रौ और यहूदियोंक रॉज छु? हम उनुकैं पैलाग करणक लिजी यां ऐ रयूं।" 3 उ बखत इस्रायलक रॉज हैरोदेस छी। जब वील उ जोतिशियोंक बारि मिं सुणौ, तब वील कौ, "उं को रॉजक बात करणईं? यांक रॉज तो मी छूं! और हमर घर मिं क्वे च्यलक जनम नि है रौय।" 4 फिर वील यहूदी धर्म गुरुओं कैं बुलैबेर पुछौ, "हमर धर्म-शास्त्रक अनुसार यहूदियोंक सबों है ठुल रॉजक जनम कां हुणिवॉल छी?" 5 उनुल बता, "बैतलहम मिं, किलैकि परमेश्वरल यौ कौछी, 6 "ओ यहूदा प्रदेशक बैतलहम, तु एक नॉन गौं हबेर लै यहूदाक खाश नगरों मिंबे एक छै। किलैकि तुमिंबे एक नेता पैद ह्वल, जो मेरि जनता इस्रायलक ग्वाव बणल।" 7 तब रॉजल उं जोतिशियों कैं बुलैबेर उनुधैं उ तॉरक बारि मिं सब-कुछ पुछौ, 8 और उनुधैं कौ, "तुम बैतलहम नगर जैबेर यौ बातक पत्त करो, और जब तुमुकैं उ मिलि जॉल, मिकैं लै बताया। तब मी लै जैबेर उकैं पैलाग करि सकुंल।" 9-11 यौ सुणिबेर जोतिशी जानै रईं और बॉट मिं उनुल दुबार उ खाश तॉर देखौ, जकैं देखिबेर उं फिर भौत खुशि हईं। और बैतलहम मिं उं उ घर मिं पुजीं, जां यीशु छी। तब उनुल भितेर जैबेर यीशु कैं पैलाग करौ और उनुकैं सुन, धूप और गन्धरस दे। 12 उ रात परमेश्वरल उनुकैं बता, "तुम वापिस हैरोदेस रॉजक पास नि जाया, किलैकि उ यौ भौ कैं मारण चां।" यौ सुणिबेर उं दुसर बॉटक बॉट वापिस लौट ग्याय।
यीशुक बचण (मती २:१३-२३, लुका २:४०)
13-15 जब जोतिशी वापिस न्है ग्याय, तब परमेश्वरक दूतल स्वीण मिं यूसुफ कैं बता, "भौ और आपणि स्यैणि कैं लिबेर मिस्र देश न्है जा। और जब तलक मी नि बतूंल, तब तलक वैं रये। किलैकि हैरोदेस यौ भौ कैं मारणक लिजी चांणौ।" तब यूसुफ रातै मिं उ द्विनों कैं लिबेर मिस्र देश जानै रौ, और वां तब तलक रौ जब तलक हैरोदेस नि मर गोय। 16-19 दुसर तरफ जब हैरोदेसल देखौ कि जोतिशियोंल म्यर दगाड़ चल्लाकी करी, तब उ रीशल लाल-पिङव है गोय। वील जोतिशियोंक बताई बखतक हिसाबल द्वी साल है नॉन च्यलों कैं बैतलहम और वीक ऑश-पासक गौंनों मिं रुणी सबों कैं मारणक हुकुम दिबेर मरवै दे। इसिक उ पुर गौं शोक मिं डुब ग्याय। 19 यैक थ्वाड़ बखत बाद परमेश्वरक दूतल यूसुफ धैं स्वीण मिं कौ, "तु आपण स्यैणि और भौ कैं लिबेर इस्रायल देश वापिस जा, किलैकि हैरोदेस रॉज मरि गो।" तब यूसुफ मरियम और भौ कैं लिबेर इस्रायल देश मिं आ, और नासरत नगर मिं रुण लागौ। 40 और यीशु मिं परमेश्वरकि बुद्धि और आशीश बढ़नै रै।
यहूना मैंसों कैं बतूं कि मुक्तिदाता उणिवॉल छु (मरकुस १:४-११, मती ३:१३-१७)
4 यीशुक जवान हुणक बाद आपण परमेश्वरक काम शुरु करण हबेर पैली, यहूना नामक एक मैंस प्रचार करण लागौ। वील कौ, "अधर्मक बॉट कैं छोड़िबेर आपण कैं धर्मक बॉट मिं ल्युणक लिजी मन फिराओ और पाणिक बपतिस्मा लिबेर शुद्ध होवो!" 5 सॉर यहूदा प्रदेश और सबै यरुशलेम मिं रुणिवॉल मैंस यहूनाक पास उण भैटीं, और वीक बात सुणिबेर भौतै मैंसोंल दु:खी हबेर कौ कि हम पापि छूं, और उनुल यहूनाक हातल यर्दनक गाड़ मिं पाणिक बपतिस्मा लिबेर दिखा कि हम मन फिराव करनू। 6 यहूना रेगिस्तान मिं रैबेर ऊंटक बाओंक बिल्कुल साद और झरझर लुकुड़ पैरछी। उ खॉणक लिजी जंङवक मौ और पिटङों कैं खांछी। 7 वील कौ, "म्यर बाद एक दुसर मैंस उणी छु, और उं मी हबेर इतुक जादे ठुल छन कि मी यौ लायक लै न्हैंतियूं कि उनर ज्वतक तॉण कैं झुकिबेर खोल सकूं। 8 मील तो तुमुकैं पाणिक बपतिस्माल शुद्ध करौ पर उं तुमुकैं परमेश्वरक पवित्र-आत्माल शुद्ध करॉल!" 13 उ बखत यीशु लै यहूनाक हातल बपतिस्मा लिणक लिजी गाड़क किनॉर मिं पुजीं। 14 यहूनाल यौ कैबेर उनुकैं रोकण चा, "मिकैं तो तुमर हातल बपतिस्मा लिणकि जरूवत छु, और तुम म्यर पास ऐ राछा?" 15 लेकिन यीशुल उनुकैं जवाब दे, "ऐल यस्सै हुण दियो, किलैकि यै परमेश्वरकि मंशा छु।" यौ सुणिबेर यहूनाल यीशुक बात मानि ले। 16 जब यीशु पाणि बे भ्यार निकलीं, उ बखतै उनर लिजी स्वर्ग खुलि गोय और उनुल परमेश्वरक आत्मा कैं कबुतरक चारि आपुं मिं उतरण देखौ। 17 और स्वर्ग बे यौ अवाज सुणाई दे, "यौ म्यर लाड़िल च्यल छु, यकैं देखिबेर मी भौतै खुशि छूं!"
यहूनाक मौत (मरकुस ६:१७-२९)
17 उ बखत हैरोदेस रॉजक च्यल हैरोदेस अंतिपस वांक राजपाल छी। उ आपण भैकि घरवालि हेरोदिया कैं आपण घर ल्याछी। यैक लिजी यहूनाल उधैं कौ, "जब कि तुमर भै ज्यून छु, तुम वीक घरवालि कैं किलै धरणाछा? तुमुकैं यस नि करन चैन।" यैक लिजी राजपालकि यौ प्रेमिका यहूना कैं देखिबेर भौत नफरत करण भै जैं और उ मौककि तलाश मिं रुं कि कसिक उकैं मरवायी जाओ। यौ बात सुणिबेर राजपाल धर्म-संकट मिं पड़ि गोय और वील यहूना कैं थॉण मिं बन्द करि दे, जां उकैं क्वे ठेस नि पुजै सको। किलैकि उ उकैं एक पवित्र और धार्मिक मैंस समझछी और यैक लिजी वी देखि डरछी। और उ वीकि बातों कैं भली कैबेर सुण्ाछी। 21 यैक बाद राजपालक जनम दिन मिं वीक सब खाश-खाश आदिम, दरबारी और सेनापती ऐ राछी किलैकि उनुकैं राजपालल न्यूंत दी रॉखछी। 22-23 उदिनै हेरोदिया कैं एक बढ़िया मौक मिलौ और वील आपणि चेलि कैं नाच करणक लिजी महल मिं लगा। उ चेलिल इतुक भल नाच दिखा कि उकैं देखिबेर राजपाल और सब पौण खुशि हईं। तब राजपालल कसम खैबेर कौ, "तु जे लै मांगलि, मी द्यूंल, उ चाहे म्यर ऑद राज किलै नि हो!" 24 तब चेलि आपणि इजक पास ऐ और पुछौ, "इजा, राजपाल यस कूणौ, मी के मांगनू?" तब इजल कौ, "चेली, तु यहूनाक मुनइ कैं काटिबेर मांगियै।" 25 तब चेलिल भितेर जैबेर राजपाल धैं कौ, "मिकैं यहूनाक गव काटिबेर मुनइ एक थाई मिं दी दियो!" 26-28 यौ सुणिबेर राजपाल भौत उदास हौ, पर आपण कसम और पौणोंकि शर्मल मजबूर हबेर वील उभतै यहूनाक गव कॉटणक लिजी एक सिपै कैं भैजौ और वील कैदखाण मिं वीक मुनइ काटिबेर एक थाई मिं धरी। तब राजपालल उकैं चेलि कैं दिवै दे और चेलिल आपण इज कैं दी दे। 29 यैक बाद जब यहूनाक शिष्यों कैं यौ बातक बारि मिं पत्त चलौ, उं ऐबेर वीक लाश कैं ली गेईं और उकैं दफनै दे।
यीशु परीक्षा मिं फेल नि हय (मरकुस १:१२-१५)
12 यीशुक पाणिक बपतिस्मा लिणक बाद परमेश्वरकि पवित्र आत्माल उनुकैं रेगिस्तान हुं जाणक लिजी कौ। 13 उं चालीस दिन तलक वां रईं। और वां शैतानल हर प्रकारल ललचैबेर उनर इम्तिहान ले, कि यीशु परमेश्वरक सामण पाप मिं गिर जाओ। लेकिन आखिर मिं शैतान सफल नि है सक। और तब चालीस दिनोंक बाद स्वर्गदूतोंल ऐबेर यीशुकि सेवा-टहल करी। 14 यैक बाद यीशु गलील प्रदेश मिं गेईं और परमेश्वरक भलि खबर कैं प्रचार करण लागीं। 15 उनुल मैंसों धैं कौ, "परमेश्वरक राज्यक बखत नजिक ऐ गो। अधर्मक बॉट छोड़िबेर भलि खबर मिं विश्वास धरिबेर हिटो!"
यीशु चार मछवारों कैं शिष्य बणूणईं (मरकुस १:१६-२०)
16 एक दिन यीशु गलीलक समुद्रक किनॉर बे जाणाछी। तब उनुल शिमोन और अन्द्रियास नामक द्वी भैनों कैं देखौ जो समुद्र मिं जाव खितणाछी किलैकि उं मछवार छी। 17 यीशुल उनुकैं बुलैबेर कौ, "तुम म्यर दगाड़ आओ! जस तुम मॉछों कैं जॉम करछा, उस्सै मी तुमुकैं मैंसों कैं जॉम करणी बणूंल, जैल मैंस मिकैं जाणॉल और उं मी मिं भरौस करॉल।" 18 तब उं एकदम आपण काम कैं छोड़िबेर यीशुक दगाड़ ऐ ग्याय और उनार शिष्य बणि ग्याय। 19 थ्वाड़ अघिल जैबेर यीशुल फिर दुसॉर मैंसों कैं देखौ। उनुमिं द्वी भै याकूब और यहूना लै छी। उं नाव मिं भैबेर आपण जावों कैं ठिक करणाछी। 20 यीशुल उनुकैं बुला और उं आपण बौज्यू कैं मजदूरोंक दगाड़ नाव मिं छोड़िबेर यीशुक दगाड़ जानै रईं।
यीशु मैंस मिंबे भूत निकालणईं (मरकुस १:२१-२८)
21 अरामक दिन यीशु कफरनहूम नगर मिं ऐबेर सभा-घर मिं गेईं, और वां परमेश्वरक बातोंक बारि मिं परचार करण लागीं। 22 मैंस यीशुक उपदेश सुणिबेर दंग रै ग्याय किलैकि उं दुसॉर धर्म गुरुओंक चारि नैं, पर आपण अधिकारल उनुकैं उपदेश दिणाछी। 23 उ बखत उनर सभा-घर मिं एक मैंस यस छी जो भूतोंक बश मिं छी। 24 वील चिल्लाट पाड़िबेर कौ, "ओ नासरत मिं रुणी यीशु, तुमुकैं हमुधैं के काम? के तुम हमुकैं बरबाद करणक लिजी ऐ राछा? मी जाणनू कि तुम परमेश्वरक भेजी पवित्र मैंस छा!" 25 लेकिन यीशुल उकैं डांटिबेर कौ, "चुप रौ! और यौ मैंस मिंबे भ्यार निकलि जा।" 26 तब भूत उ मैंस कैं मरोड़िबेर जोरक चिल्लाट पाड़नै उमिंबे भ्यार जानै रौ। 27 यौ देखिबेर सबै मैंस भौतै दंग रै ग्याय और एक-दुसर धैं पुछण लागीं, "यौ के बात छु? यौ तो अधिकारल नई किसमक उपदेश दिणौ। उ भूतों कैं लै हुकुम दीं और उं वीक हुकुम कैं माननी!" 28 और इसिक यीशुक चर्चा जल्दी पुर गलील प्रदेशक वाण-क्वाणों मिं फैलि गेई।
यीशु शिमोनकि सॉस कैं भल करणईं (मरकुस १:२९-३९)
29 यीशु सभा-घर बे भ्यार ऐबेर शिमोन और अन्द्रियासक घर मिं गेईं। 30 तब मैंसोंल उनुकैं बता कि शिमोनकि सॉस कैं भौतै जर ऐ रौ। 31 यीशु वीक पास गेईं। और उनुल वीक हात पकड़िबेर उकैं उठा। और उ बखतै वीक जर ठिक है गोय और उ यीशुकि सेवा करण लागी। 32 फिर ब्याव बखत मैंस भौतै बिमारों और भूत लागी मैंसों कैं यीशुक सामण ल्याईं। 33 नगरक मैंस द्वार मिं जॉम है ग्याय। 34 यीशुल भौतै किसमॉक बिमारियोंल पीड़ित मैंसों कैं भल करौ और भौत मैंसों मिंबे भूतों कैं निकालौ। यीशु भूतों कैं बुलाण नि दिंछी किलैकि भूत जाणछी कि यीशु को छन। 35 यीशु रात्ति अन्यारै मिं उठीं और गौं हबेर भ्यार एकांत जॉग मिं जैबेर प्रार्थना करण भैटीं। 36 यैक थ्वाड़ देर बाद शिमोन और वीक दगड़ु यीशु कैं चाणक लिजी गेईं। 37 जब उं मिलि ग्याय, तब उनुल कौ, "तुम कां छिया, सब मैंस तुमुकैं चाणईं!" 38 तब यीशुल उनुधैं कौ, "हिटो, ऑश-पासक गौंनों मिं जांनू। मील वां लै परमेश्वरक बचन बतूण छु, किलैकि मी यैकै लिजी संसार मिं ऐ रयूं।" 39 और उं वांबे गलीलक गौंनों मिं गेईं और यीशु सभा-घरों मिं परमेश्वरक बचन बतूण लागीं और उनुल भूतों कैं लै निकालौ।
यीशु एक कोड़ी कैं भल करणईं (मरकुस १:४०-४५)
40 फिर एक दिन यीशुक पास एक कोड़ी मैंस आ। उ उनर खुटॉन मिं पड़िबेर विनती करण लागौ, "अगर तुम चाला, तब मी भल है जूंल!" 41 तब यीशुल दया करिबेर उमिं आपण हात लगैबेर कौ, "होई, मी चांनू, तु भल है जा।" 42 और वीक कोड़ उ बखतै साफ है गोय और उ बिल्कुल ठिक है गोय। 43 यीशुल उकैं भली कैबेर समझैबेर कौ, 44 "सुण, तु आपण ठिक हुणक बारि मिं कैकैं के झन बताये, लेकिन सिद्द जैबेर याजक कैं आपुं कैं दिखाये और मोशेशक नीमक अनुसार भेट चढ़ाए, जो सब मैंसोंक लिजी सबूत ह्वल कि तु ठिक है गोछै।" 45 पर वील यीशुक कौय नि मानिबेर मैंसों कैं आपण ठिक हुणक बारि मिं बतूण भैटौ। जैक वील यीशु नगरों मिं नी जै सक, किलैकि वां लै भौतै भीड़ जॉम है गेछी। और उं एकांत जॉग मिं रुण भैटीं। फिर लै उनर पास गौं-गौं बटी मैंस उणाछी।
यीशु बाइपड़ी मैंस कैं भल करणईं (मरकुस २:१-१२)
1 यैक थ्वाड़ दिनक बाद यीशु कफरनहूम नगर मिं लौटौ। जब यौ खबर फैल गेई कि उं घरै मिं छन। 2 तब इतुक मैंस जॉम है ग्याय कि द्वारक सामण लै जॉग नि मिलि। और यीशु उनुकैं परमेश्वरक बात सुणूणाछी। 3 उ बखत चार मैंस एक बाइपड़ी आदिम कैं खाट मिं धरिबेर यीशुक सामण ल्युणाछी। 4 लेकिन भीड़क कारणल उं उकैं यीशुक सामण नि लै सक। यैक लिजी उनुल पॉख मिं जैबेर पॉख खोल दे और उ बॉट उ मैंस कैं यीशुक सामण उतारिबेर धरि दे। 5 यीशुल उं मैंसोंक विश्वास देखिबेर बाइपड़ी मैंस धैं कौ, "च्यला, त्यर पाप माफ है गेईं।" 6 वां थ्वाड़ धर्म गुरु बैठि राछी, जो यौ सुणिबेर सोचण लागीं कि यौ मैंस यस किलै कूणौ? 7 परमेश्वरक अलावा क्वे लै दुसर पाप माफ नि कर सकन! यौ तो परमेश्वरक बुराइ करणौ! 8 यीशुल आपण मन मिं जाणि ले कि उं के सोचणईं। उनुल धर्म गुरुओं धैं कौ, "तुम यस किलै सोचणाछा? 9 जादे सितुल के छु, बाइपड़ी मैंस धैं यस कूण कि त्यर पाप माफ है गेईं, या फिर यस कूण कि उठ, आपण खाट कैं उठैबेर हिट? 10 मी तुमुकैं दिखै सकनू कि मी जो परमेश्वरक तरफ बे ऐ रयूं, मिकैं धरति मिं पाप माफ करणक अधिकार लै छु।" 11 यीशुल बाइपड़ी मैंस धैं कौ, "मी तुधैं कूंनू, उठ, आपण खाट कैं उठैबेर घर जा!" 12 यौ सुणिबेर बाइपड़ी मैंस झट्ट उठौ, और आपण खाट उठैबेर सबनक चांन-चांनै जानै रौ। और यौ देखिबेर सबै दंग रै ग्याय, और उनुल परमेश्वरक बढ़ाई करी कि हमुल यस कभैं नि द्यख।
यीशु एक चुंगी लिणी कैं शिष्य बणूणईं (मरकुस २:१३-१७)
13 कफरनहूम बे भ्यार ऐबेर यीशु गलीलक समुद्रक किनॉर मिं जाणाछी। फिर सारि भीड़ उनर पछिल ऐ गेई और यीशुल उनुकैं परमेश्वरक बचन बता। 14 हिटन-हिटनै यीशुल लेवी नामक एक मैंस कैं देखौ जो चुंगी घर मिं बैठिबेर रोमी सरकारक लिजी चुंगी जॉम करणौछी। यीशुल उकैं बुलैबेर कौ, "म्यर दगाड़ आ।" और उ ठॉड़ उठौ और उनर पछिल जानै रौ, और उनर शिष्य बणि गोय। 15 यैक बाद यीशु आपण शिष्योंक दगाड़ वीक घर मिं खॉण खाणाछी। चुंगी लिणी और दुसॉर मैंस लै जो धर्म गुरुओंक नजर मिं पापी मानी जांछी, उं लै उनर दगाड़ छी, किलैकि भौत यॉस मैंस लै यीशुक दगाड़ जै राछी। 16 थ्वाड़ धर्म गुरुओंल यौ देखिबेर कि यीशु चुंगी लिणी और दुसॉर पापियोंक दगाड़ खॉण खाणाछी, यीशुक शिष्यों धैं कौ, "तुमर गुरु पापियोंक दगाड़ खॉण किलै खांनी? यौ भलि बात न्हैं।" 17 यीशुल यस सुणिबेर उनुधैं कौ, "जसिक जो बिमार न्हैंतिन उनुकैं डाक्टरक के जरूवत न्हैं, लेकिन जो बिमार छन उनुकैं डाक्टरक जरूवत छु, इसिकै मी धर्मियों कैं नै, बल्किन पापियों कैं बचूणक लिजी ऐ रयूं।"
मैंस यीशु धैं बर्तक बारि मिं पुछणईं (मरकुस २:१८-२२)
18 एक दिन यहूनाक शिष्योंल और धर्म गुरुओंल बर्त धरि रॉखछी, लेकिन यीशुक शिष्योंल बर्त नि धर। यौ देखिबेर थ्वाड़ मैंस यीशुक पास ऐबेर कूण लागीं, "यहूनाक शिष्य और धर्म गुरु बर्त करनी, पर तुमार शिष्य बर्त किलै नि करन?" 19 यीशुल जवाब दे, "जब तलक बर बरातियोंक दगाड़ छु, के बराती बर्त करि सकनी? बिल्कुल नी करि सकन किलैकि उं खुशि छन। 20 पर यस दिन आल जब कि बर बरातियों बे अलग करी जॉल। उ दिन उं बर्त करॉल किलैकि उं दु:खी ह्वाल।" 21 यीशु यैक बारि मिं उधारण दिबेर समझूंनी, "पुरॉण कप्ड़ मिं नई कप्ड़क टॉल नि हालन किलैकि नई कप्ड़ ध्वेणक बाद छ्वट है जां, जैल पुरॉण कप्ड़ और जादे फाटि जां। 22 और क्वे लै मैंस नई अंगूरक रस कैं पुरॉण चम्ड़क थैल मिं नी धरन, किलैकि अंगूरक रस जब बणणक लिजी बढ़ूं, तब थैल कैं फाड़ि द्युं और अंगूरक रस और थैल द्विवै बेकार है जानै। यैक लिजी हम नई अंगूरक रस कैं नई थैल मिं धरनू।"
यीशु अरामक दिनक लै प्रभु छन (मरकुस २:२३-२८, ३:१-६)
23 जब यीशु और उनार शिष्य अरामक दिन ग्योंक गॉड़ोंक बॉट हिटणाछी, तब शिष्य ग्योंक बालड़ों कैं टोड़िबेर खॉण भैटीं। 24 यौ देखिबेर धर्म गुरुओंल यीशु कैं डांटिबेर कौ, "तुमार शिष्य फसल कॉटणईं, जो अरामक दिन करण मना छु!" 25 लेकिन यीशुल उनुधैं कौ, 27 "अरामक दिन मैंसक लिजी बणै रॉखौ, न कि मैंस अरामक दिनक लिजी। 28 मी जो परमेश्वरक तरफ बेटि ऐ रयूं, मी अरामक दिनक लै प्रभु छूं।"
1 यैक बाद अरामक दिन यीशु सभा-घर मिं गेईं, जां एक मैंस छी जैक हात मिं बाइपड़ी छी। 2 थ्वाड़ मैंस यीशु कैं चै राछी कि उं बाइपड़ी हातवाल मैंस कैं अरामक दिन ठिक करुं या नि करन। उं उनुमिं दोष लगूण चाणाछी किलैकि उं कैकैं ठिक करण लै काम समझछी, और अरामक दिन काम करण मना छी। 3 यीशुल बाइपड़ी हातवाल मैंस धैं कौ, "उठ, और बीच मिं ठॉड़ है जा।" जस यीशुल कौ, वील उस्सै करौ। 4 फिर यीशुल मैंसों धैं पुछौ, "अरामक दिन मिं नीमक अनुसार के ठिक छु, कैकैं लिजी भल करण या नक करण, कैकणी बचूण या मारण?" और उं शरमक मारी चुप रईं। 5 तब यीशु कैं यौ देखिबेर भौतै दु:ख हौ और उनुकैं रीश लै ऐ गेई, किलैकि मैंस नि चांछी कि बाइपड़ी हातवाल मैंस ठिक है जाओ। और यीशुल उ मैंस धैं कौ, "आपण हात सिद्द कर।" जब वील आपण हात सिद्द करणकि कोशिश करी, तब वीक हात बिल्कुल ठिक गोय! 6 उ बखत बे फरीसी दलक धर्म गुरु यीशु कैं मारण चांछी और भैर जैबेर राजपाल हैरोदेसक पालटिक दगाड़ मिलिबेर यीशु कैं मारणक लिजी चाल-चलण भै ग्याय।
मैंस चारों तरफ बे यीशुक पास उणईं (मरकुस ३:७-१९)
7 फिर यीशु और उनार शिष्य गलीलक समुद्रक तरफ गेईं। उनर पछिल एक ठुली भीड़ ऐ गेई, जैमिं यौ देशॉक चारों दिशाक मैंस छी, 8 किलैकि यौ खबर फैल गेई कि यीशु बिमारों कैं ठिक करनी। 9-10 यैक लिजी बिमार मैंस एक-दुसर कैं पछियूनै यीशुक पास उणाछी, कि उं यीशु कैं छुबेर भल है सको। भीड़ल दबण है बचणक लिजी यीशुल आपण शिष्यों धैं कौ, "एक नाव तैय्यार करो, जमिं मी बैठि सकूं।" 11 और भीड़ मिं यॉस मैंस लै छी जो भूतोंक बश मिं छी, और जब उनुल यीशु कैं देखौ, तब उं डरक मारी उनर खुटॉन मिं छुटण लागीं और जोर-जोरल कूण लागीं, "तुम परमेश्वरक च्यल छा!" 12 लेकिन यीशुल उनुकैं जोर दिबेर कौ, "मैंसों कैं झन बताया कि मी को छूं।" 13 फिर यीशु पहाड़ मिं गेईं और जनुकैं चा उनुकैं आपण पास बुला। 14-15 और उनुल उनुमिं बे बार शिष्य तैय्यार करी कि उं उनर दगाड़ रओ और उं उनुकैं परचार करणक लिजी भेजो, और उनुल उनुकैं भूतों कैं निकालण्ाक अधिकार लै दे। 16 उं बार शिष्यों मिं यौ छन - शिमोन जैक नाम यीशुल पतरस धरौ, वीक भै अन्द्रियास, 17 जबदीक च्याल याकूब और यहूना, 18 फिलिप्पुस, बरतोलोमी, लेवी चुंगी लिणी जैक दुसर नाम मती छी, थोमा, हलफईक च्यल याकूब, तदै, शिमोन जो रोमी सरकारक बिरोधी दलक एक सदस्य छी, 19 और युदस इस्करोती जो बाद मिं यीशु कैं पकड़ूणिवॉल ह्वल।
यीशुल शैतान कैं हरै है (मरकुस ३:२०-३५)
20 यैक बाद यीशु कफरनहूम नगरक जो घर मिं रुणाछी वां आईं और वीक चारों तरफ ठुली-ठुलि भीड़ जॉम है पड़ी, जैल उनुकैं खॉण-खॉणक मौक लै नि मिलि सक। 21 यौ सब सुणिबेर यीशुक रिश्तदार यौ कैबेर कि उ पगली गो वां आईं, यौ सोचिबेर कि हम उकैं घर ल्युंनू। 22 उ बखतै यरुशलेम बटी आई धर्म गुरुओंल यस कौ, "यैमिं सबों हबेर ठुल शैतान छु और यौ वीकि ताकतल भूतों कैं निकालुं!" 23 यौ सुणिबेर यीशुल धर्म गुरुओं कैं आपण पास बुलैबेर कौ, "शैतान आपण कैं कसिकै खेदि सकुं? 24 अगर क्वे देश मिं भितेर-भितेरै फूट पड़ि जालि तब उ देशक एक दिन नांश है जॉल। 25 जसिक घर मिं फूट पड़न मिं उ परिवारक सत्यानाश है जां, 26 उसिकै अगर शैतान आपण दगाड़ विद्रोह करो, तब उं सबै एक दगाड़ नांश है जॉल। 27 क्वे लै आदिम कस्सै लै ताकतबर मैंसक घर कैं तब तलक नि लुटि सकुन जब तलक कि उ घरक मालिक कैं पकड़िबेर बादि नि दियो। तब जैबेर उ वीक घर कैं लुटि सकुं।" 28 यीशुल फिर कौ, "मी तुमुधैं सांचि कूं, क्वे लै मैंस कतुकै पाप या परमेश्वरक बुराइ करल तो उनुकैं माफि मिलि जालि। 29, 30 लेकिन अगर तुम कूंछा कि मी यौ काम परमेश्वरक पवित्र आत्माक जरियल नै लेकिन शैतानक जरियल करणयूं, तुम परमेश्वरक पवित्र आत्माकि बुराइ करछा, और यैक माफि तुमुकैं कभै नि मिलो।" 31 उ बखतै यीशुक इज और भै-बैणियोंल भ्यार बे उनुकैं बुलूणक लिजी क्वे मैंस भितेर लगा, किलैकि यीशुक चारों तरफ भीड़ छी। 32 वील यीशु धैं कौ, "देखो, तुमेरि इज और तुमार भै-बैणी भ्यार छन और उं तुमुकैं बुलूणईं।" 33 यीशुल जबाब दे, "को छु मेरि इज और को छन म्यार भै-बैणी?" 34 फिर यीशुल आपण चारों तरफ भैटीं मैंसोंक तरफ चैबेर कौ, "यौ छन मेरि इज और म्यार भै-बैणी! 35 जो मैंस परमेश्वरक मंशा कैं पुर करनी, उं सांचि मिं म्यर भै, मेरि बैणी और मेरि इज छन।"
यीशु उपदेश दिणईं (लूका ६:२०-३८, ४१-४२)
20 यीशुल आपण शिष्यों कैं देखिबेर कौ, "धन्य छा तुम जो गरीब छा, किलैकि परमेश्वरक राज तुमरै छु। 21 धन्य छा तुम जो ऐल भूक छा, किलैकि तुम संतुष्ट करी जॉला। धन्य छा तुम जो ऐल डाड़ मारणाछा, किलैकि तुम हसला। 22 धन्य छा तुम जब म्यर कारणल मैंस तुमर दगाड़ नफरत करॉल, तुमर विरोध और बेईजती करॉल, और तुमुकैं बदनाम करिबेर निकालि द्याल। 23 उदिन खुशि हैया और आनंद मनाया, किलैकि यैक बदाव स्वर्ग मिं तुमुकैं ठुल इनाम मिलल! उनर पुरखोंल लै परमेश्वरक सेवकोंक दगाड़ यस्सै करछी। 24 पर हाय तुमर लिजी जो तुम सेठ छा, किलैकि तुमुल आपण सुख-शांति पै हैली। 25 हाय तुमर लिजी जो संतुष्ट छा, किलैकि तुम भूक रौला। हाय तुमर लिजी जो ऐल हसणाछा, किलैकि तुम दु:खी ह्वला और डाड़ मारला। 26 हाय तुमर लिजी जब मैंस तुमेरि बढ़ाई करनी, किलैकि उनर पुरखा लै झुट सेवकोंक दगाड़ यस्सै करछी। 27 मी तुमुधैं यस कूंनू कि आपण दुश्मणोंक दगाड़ लै प्रेम करो। जो तुमर दगाड़ दुश्मणाई धरनी, उनेरि लिजी भलाइ करो। 28 जो तुमुकैं फिटकार दिंनी उनुकैं आशिर्वाद दियो, जो तुमर दगाड़ नक बर्ताव करनी, उनर लिजी प्रार्थना करो। 29 जो तुमर एक गालड़ मिं थप्पड़ मारुं, उकैं दुसर गालड़ लै दी दियो।जो तुमर कोट लूंटुं, उकैं आपण कुर्त लै दी दियो। 30 जो क्वे लै तुमुधैं के मांगुं, उकैं उ दियो। जो तुमर चीज छड़ूं, उधैं उ वापिस नि मांगो। 31 जस व्यवहार तुम दुसर धैं आपण लिजी चांछा, उस्सै व्यवहार तुम उनर लिजी लै करो। 32 अगर तुम उनरै दगाड़ प्रेम करछा जो तुमर दगाड़ प्रेम करनी, तब यैमिं तुमर के बढ़ाई छु? किलैकि पापी, जो प्रभु कैं नि मानन, उं लै आपण प्रेम करणियोंक दगाड़ प्रेम करनी। 33 अगर तुम उनेरि भलाइ करछा जो तुमेरि भलाइ करनी, तब यैमिं तुमेरि के बढ़ाई छु? किलैकि पापी लै यस्सै करनी। 34 अगर तुम उनुकैं कर्ज दिंछा जनुबे वापिस पाणकि ऑश धरछा, तब यैमिं तुमेरि के बढ़ाई छु? किलैकि पापि लै पापियों कैं कर्ज दिंनी कि उनुबे फिर उदुकै वापिस पै लियो। 35 लेकिन तुम आपण दुश्मणोंक दगाड़ लै प्रेम करो, उनेरि भलाइ करो और वापिस पाणक ऑश नि धरिबेर कर्ज दियो। तबै तुमर इनाम लै ठुल ह्वल और तुम महान परमेश्वरॉक संतान बणि जॉला, किलैकि उं लै अबगुण-अलुणियों और दुष्टों मिं दया करनी। 36 दयालु बणो जस तुमर स्वर्गीय पिता परमेश्वर दयालु छन। 37 इल्जाम नि लगाओ, तब तुमुमिं लै इल्जाम नि लगाई जॉल। कैकैं खिलाफ फैसॉल नि करो, तब तुमर खिलाफ लै फैसॉल नि करी जॉल। माफ करला, तब तुमुकैं लै माफ करी जॉल।" 38 द्यला, तब तुमुकैं लै दी जॉल। च्याप-च्यापिबेर और पुर-पुर नांपल तुमर काखि मिं खिती जॉल, किलैकि जो नांपल तुम नॉपछा, वी नांपल तुमर लिजी लै नॉपी जॉल।" 41 यीशुल फिर कौ, "जब तुमुकैं आपणै ऑखक लट्ठक पत्त न्हैं, तब तुम आपण भैक ऑखक तिनड़ कैं कसिक देखछा? 42 जब तुमुकैं आपण ऑखक लट्ठ नि दिखाइ दिन, तब तुम कसिक आपण भै धैं कै सकछा, "ल्या, मी त्यर ऑखक तिनड़ निकालि दिंनू।" ओ कपटी, पैली आपण ऑखक लट्ठ कैं निकाल, तब तु आपण भैक तिनड़ कैं भली कै निकाल सकलै!"
अनाजक बींक तुलना परमेश्वरक वचनक दगाड़ (मरकुस ४:१-२०)
1 यैक बाद यीशु गलीलक समुद्रक किनॉर मिं परचार करणाछी और उनर दगाड़ इतुक ठुलि भीड़ जॉम है गेई कि उनुकैं परचार करणक लिजी एक नाव मिं बैठण पड़ौ। 2 यीशुल उनुकैं किस्स-किस्सों मिं भौत बातोंक बारि मिं समझा। उनुल कौ, 3 "सुणो, एक किसान बीं ब्वेणक लिजी गो। 4 ब्वैन-ब्वैनै थ्वाड़ बीं बॉटक किनॉर मिं पड़ीं, और चाड़ोंल ऐबेर उनुकैं खै ले। 5 थ्वाड़ बीं पथरीली भूमी मिं पड़ीं और उं मॉटक कमीक कारण जल्दी जॉम गेईं। 6 लेकिन तेज घामल समलन है पैलियै सुक पड़ीं किलैकि उनर जाड़ गैल मॉट मिं नि छी। 7 थ्वाड़ बीं झाड़ियोंक बीच पड़ीं और झाड़ियोंल उनुकैं दबै दे। यैक लिजी उं फलवंत नि है सक। 8 लेकिन थ्वाड़ बीं भलि भूमी मिं पड़ीं और उं जामिबेर इतुक फलवंत हईं कि क्वे तीस गुण, क्वे साठ गुण और क्वे सौ गुण फल लाईं। 9 यौ बात कैं सुणो और सिखि लियो।" 10 जब यीशु एकांत मिं छी तब उनार बार शिष्योंल उनुधैं यौ किस्सक बारि मिं पुछौ। 11 तब यीशुल कौ, "परमेश्वरक राज्यक भेद तुमुकैं दिखै रॉखौ। पर जो मैंस मी मिं भरौस नि करन उनर लिजी मी किस्सोंक जरियल बात करनू। जस परमेश्वरल यशायाह नबी जरियल के रॉखौ, 12 "जब उनुकैं म्यर काम दिखाई जां, तब उं नि देखन और जब उनुकैं मेरि बात बताई जां, उं नि सुणन। नतेरि यौं पछ्ताव करन और मी इनुकैं भल करि दिंछी।" 13 यीशुल उनुधैं फिर कौ, "अगर तुम यौ किस्सक अर्थ नि समझना तब और किस्सोंक अर्थ कसिक समझला? 14 फिर लै मी तुमुकैं समझूंनू कि बीं परमेश्वरक बचन छु, और बीं ब्वैणी परमेश्वरक बचन सुणूणी छु। 15 जस थ्वाड़ बीं बॉटक किनॉर मिं पड़ी और चाड़ोंल ऐबेर उनुकैं खै ले, उस्सै थ्वाड़ मैंस बचन सुणनी, लेकिन शैतान ऐबेर उनर मन बे बचन निकालि ली जां। 16 और जस थ्वाड़ बीं पथरीली भूमी मिं छुटी, उस्सै थ्वाड़ मैंस बचन सुणिबेर खुशि-खुशी उकैं माननी, 17 लेकिन जड़ भली कै नि पकड़न। उं थ्वाड़ बखत तलक विश्वास करनी लेकिन दु:ख मुशीबतक उण पर फेल है जांनी। 18 फिर जस थ्वाड़ बीं झाड़निक बीच पड़ी, थ्वाड़ मैंस बचन सुणनी 19 लेकिन अघिल जैबेर उं चिन्ता और आपण धन-दौलत और जिन्दगीक ऐश अराम मिं फस जांनी और उनर फल भली कै नि पाकन। 20 लेकिन जस थ्वाड़ बीं भलि भूमी मिं पड़ीं, उस्सै थ्वाड़ मैंस बचन ध्यानल सुणिबेर हमेशा आपण भितेर समाइबेर धरनी और फल ल्युंनी - क्वे तीस, क्वे साठ और क्वे सौ गुण।"
यीशु अलग-अलग किस्स सुणूणईं (मरकुस ४:२१-३४)
21 फिर यीशुल उनुधैं कौ, "मैंस यैक लिजी बत्ती नि जलून कि उकैं चारपाईक ताव धरो या क्वे लै भानल ढक दियो, बल्किन यैक लिजी जलूंनी कि उकैं उंच्च जॉग मिं धरो जैल सॉर भितेर मिं उज्याव है जाओ। 22 सबै जो ऐल ढकि-छोपि करि रॉखौ, उ बखत उण पर सामण आल। जो तुम ऐल नि समझण रया, बखत उण पर समझि जॉला। 23 यकैं सुणो और सिखि लियो। 24 तुम परमेश्वरक बात कैं जतुकै लै सुणछा, उकैं ध्यानल सुणो और समझो, किलैकि अगर तुम समझणक कोशिश करला तब तुमुकैं और जादे समझणक शक्ति दी जालि। 25 किलैकि जैक पास समझणक शक्ति छु, उकैं आइ मिलेलि, और जैक पास न्हैं, उधैं बे उ लै ली ली जालि, जो वीक पास छु।" 26 फिर यीशुल मैंसों धैं कौ, "मी तुमुकैं परमेश्वरक राज्यक बारि मिं एक दुसर किस्स सुणूंनू। परमेश्वरक राज उ मैंसक चारि छु जो कि भूमी मिं बीं ब्वैं। 27 उ रात-दिन सी-बिज रुं और दुसेरि तरफ भूमी मिं बीं जॉमनी। उ यैक बारि मिं के नि जाणन कि यौ सब कसिक हुणौ। 28 भूमी आफी फसल पैद करुं, पैली त्वर फिर बालड़ और फिर जैबेर बालड़ मिं पक्क गुद। 29 और तब उ मैंस खेति कैं कॉटण भैजां किलैकि कॉटणक बखत है गो।" 30-31 फिर यीशुल कौ, "परमेश्वरक राज एक रै बींक चारि छु। जब उ धरति मिं बोई जां, तब उ सारि धरति मिं सबों हबेर नॉन बीं हुं। 32 पर बोई जाणक बाद जब उ जॉमुं, तब सबों है ठुल पौध है जां और वीक हाङ-फाङ इतुक ठुल है जांनी कि वी मिं अगाशॉक चाड़-पथील आपण घोल बणै सको।" 33 यीशु यस्सै भौतै किस्सोंक जरियल मैंसों कैं उनेरि समझक हिसाबल परमेश्वरक बचन सुणूछी। 34 उ बिना किस्सोंक जरियल कैधैं के नि कूंछी पर एकांत मिं आपण शिष्यों कैं सब किस्सोंक अर्थ भली कैबेर समझै दिंछी।
यीशुक कूण पर हाव-बयाव थॉमी गे (मरकुस ४:३५-४१)
35 उ दिन ब्याव बखत जब उं समुद्रक किनॉर मिं छी, तब यीशुल आपण शिष्यों धैं कौ, "आओ, हम समुद्रक पार जांनू।" 36 और भीड़ छोड़िबेर शिष्य यीशु कैं नाव मिं ली गेईं। दुसेरि नाव लै उनेरि दगाड़ जानै रै। 37 तब समुद्र मिं एक जोरक हाव बयाव उठौ और लहर इतुक जोरल नाव मिं टकराईं कि उ पाणिल भरीण्ा भैटीं। 38 उ बखत यीशु नावक पछिल हिस्स मिं शिराणि लगैबेर से राछी। शिष्योंल उनुकैं उठैबेर कौ, "गुरुज्यू, हम डुबणयूं, तुमुकैं हमर के फिकर न्हैंती?" 39 यीशुल उठिबेर हाव कैं डांटौ और समुद्र धैं कौ, "शांत है जा, थॉमी जा!" और हाव थॉमी गेई। 40 उनुल आपण शिष्यों धैं कौ, "तुम किलै डरणाछा? के तुमुकैं आइ तलक विश्वास न्हैंती?" 41 शिष्यों मिं भौतै डर छै गोय और उं आपस मिं यस कूण भैटीं, "हमर समझ मिं के नि उणौय कि यौं को छन, कि हाव और समुद्र लै इनर कयूं माननी!"
यीशु भूतोंक सेना कैं भजूणईं (मरकुस ५:१-२०)
1 यीशु आपण शिष्योंक दगाड़ गलीलक समुद्रक उ पार गेरासेनियो नामक इलॉक मिं आईं। 2 यीशु जस्सै नाव बे भी मिं उतरीं, एक भूत लागीं मैंस कब्रिस्तान बे सिद्द उनर पास आ। 3 उ कब्रिस्तानक ऑश-पास रुंछी और उकैं क्वे जंजीरोंल लै नि बादि सकछी। 4 किलैकि उकैं बारि-बारि जंजीरोंल और बेड़ियोंल बादछी, पर वील जंजीरों कैं टोड़ि दे और बेड़ियोंक टुकुड़-टुकुड़ बड़ै देईं। वी पर क्वे लै काबू नि करि सकछी। 5 उ रात दिन लगातार कब्रिस्तान और ऑश-पासक डॉनों मिं चिल्लाट पाड़छी और ढुङल आपुं कैं हांड़ि-हांड़िबेर घैल है रौछी। उ यीशु कैं देखिबेर दूर बटी दौड़नै आ। तब यीशुल उ भूत धैं कौ, "हे भूत, तु यकैं छोड़िबेर न्है जा!" उ मैंसल वीक खुटों मिं गिरबेर जोरल कौ, "हे यीशु, सबों है ठुल परमेश्वरक पुत्र, म्यर दगाड़ तुमर के बुत, तुमुकैं परमेश्वरक कसम छु कि तुम हमुकैं परेशान झन करिया!" 9 यीशुल उधैं पुछौ, "त्यर नाम के छु?" उ भूतल जबाब दे, "हम भौत छिन, हमर नाम सेना छु।" 10 और उं यीशु धैं विनती करण भैटीं कि हमुकैं यौ प्रदेश बे भ्यार झन खेड़िया। 11 उ बखत वां डॉन मिं सुंअरोंक एक ठुलौ झुंड चरणौछी। 12 भूतोंल यौ कैबेर यीशु धैं विनती करी कि हमुकैं उं सुंअरों मिं भेजि दियो। 13 यीशुल उनुकैं यौ हुकुम दी दे। तब सबै भूत उ मैंसक भितेर बे निकलिबेर सुंअरोंक भितेर गेईं, और उं सुंअरोंक झुंड हुलार मिं दौड़बेर आ और समुद्र मिं डुबिबेर मरि गोय। यौं लगभग द्वी हजार सुंअर छी। 14 तब सुंअरोंक ग्वाव भाजिबेर नगर और गौंनों मिं गेईं और यौ खबर फैलै दे। और सब मैंस यौ देखणक लिजी आईं कि के बात छु। 15 उं यीशुक पास आईं और यौ देखिबेर भौतै डरि पड़ीं कि उ भूत लागी मैंस बिल्कुल ठिक-ठाक छु और लुकुड़ पैरिबेर भली कै बैठि रौ। 16 जनुल यौ सब आपण सामण हुण देखौ उनुल औरों कैं लै यौ बता कि भूत लागी मैंसक दगाड़ के हौ और सुंअरों पर के बिती। 17 तब वां रुणिवॉल मैंस यीशु धैं विनती करण भैटीं कि तुम हमर प्रदेश बे न्है जाओ। (यौ सोचिबेर, कि अगर उ यीशु यां रौल, हमर के और नुकसान ह्वल!) 18 जब यीशु नाव मिं चढ़न लागीं, तब उ मैंसल जैमिं पैली भूत छी, विनती करी, "मिकैं आपण दगाड़ उण दियो!" 19 लेकिन यीशुल उधैं कौ, "आपण घरहुं जा और उनुकैं बता कि परमेश्वरल त्यर लिजी कतुक भल करौ और कस ढङल तु मिं किरपा करी।" 20 यौ सुणिबेर उ जानै रौ और सॉर इलॉक मिं यौ बतूण भैटौ कि यीशुल वीक लिजी कतुक ठुल काम करौ। यौ सुणिबेर सब मैंस दंग रै ग्याय।
एक मरी चेलिक ज्यून हुण (मरकुस ५:२१-४३)
21 यैक बाद जब यीशु नावल समुद्रक पार दुबार पुजौ, तब उनर पास एक ठुलि भीड़ जॉम है गेई। 22 इतुक मिं सभा-घरक एक प्रधान आ जैक नाम याईर छी। उ यीशु कैं देखिबेर उनर खुटॉन मिं पड़ि गोय, 23 और यौ कैबेर विनती करण भैटौ, "मेरि बार बरसक चेलि मरणी है रै! दया करिबेर म्यर दगाड़ हिट दियो, और उमिं हात धरि दियो कि उ भलि है जाओ और ज्यून रै सको!" 24 और यीशु वीक दगाड़ जानै रौ ।उनर दगाड़ इतुक ठुलि भीड़ छी कि मैंस उनर माथि मिं छुटणाछी। 25 और वां एक स्यैणि लै छी जकैं बार साल बे खून पड़णक रोग लागि रौछी। 26 उ इलाजक लिजी कतुक किसमॉक वैद्योंक पास लै गे पर के फरक नि हय। यैक अलावा वीक पुर धन दौलत लै बर्बाद है गोय। 27 वील यीशुक बारि मिं सुण रॉखछी कि उं बिमारों कैं भल करनी। यैक लिजी उ लै सोचछी कि अगर मी उनर लुकुड़ कैं लै छुङ ल्यूंल, तब भली है जूंल। 28 यैक लिजी वील भीड़क बीच मिं चुपचाप ऐबेर यीशुक लुकुड़ छुङ ले। 29 और उ बखतै बे वीक खून गिरण बन्द है गोय और वील चिता कि मी यौ रोग है भलि है गोयूं। 30 यीशुल उ बखतै जाण ले कि म्यर भितेर बे शक्ति निकलि रै। उनुल रुकिबेर कौ, "मिकैं कैल छुङौ?" 31 उनार शिष्योंल कौ, "गुरुज्यू, तुम खुद देखणाछा कि भीड़ चारों तरफ बे तुमर माथि मिं उमड़ रै। तब लै तुम पुछणाछा कि मिकैं कैल छुङौ!" 32 लेकिन यैक पत्त करणक लिजी कि मिकैं छुङणी को छी, यैक लिजी यीशु आपण चारों तरफ चाण लागौ। 33 तब उ स्यैणि डरनै-थरथरानै यीशुक पास ऐबेर उनर खुटॉन मिं पड़ी, और वील उनुकैं सब सांचि सांचि बतै दे। 34 यीशुल उधैं कौ, "चेली, त्यर विश्वासल तुकैं भल करौ। शांतिल जा और आपण रोग कैं भुलि जा।" 35 यौ बखतै याईरक घर बे थ्वाड़ मैंस आईं और उनुल याईर धैं कौ, "तुमेरि चेलि मरि गे! ऑब गुरु कैं कष्ट दिणक के जरूवत न्हैं।" 36 लेकिन यीशुल उनेरि बात सुणिबेर याईर धैं कौ, "नि डर, मी मिं भरौस धर।" 37 तब यीशुल पतरस, याकूब और यहूनाक अलावा और कैकणी लै आपण दगाड़ नि उण देय। 38 जब उं याईरक घरक भ्यार पुजीं, तब यीशुल मैंसों कैं भौतै डाड़ मारण और चींचाट-पिपाट करण देखौ। 39 तब उनुल उनुधैं कौ, "तुम किलै इदुक हाल्ल-गुल्ल करणाछा, यौ चेलि मरि नि रइ, पर से रै।" 40 यौ सुणिबेर मैंस उनर हसि करण भैटीं, पर उनुल सबों कैं भ्यार भेजि दे और सिर्फ चेलिक इज-बाबू और आपण तीन दगड़ुवों कैं लिबेर उ कम्र मिं गेईं जां चेलि कैं धरि रॉखछी। 41 और यीशुल चेलिक हात थामिबेर कौ, "चेलि, मी तुधैं कूंनू, उठ!" 42 तब चेलि झट्ट ज्यून हबेर हिटण फिरण लागी। और यौ देखिबेर मैंस भौतै जादा चौंक पड़ीं। 43 और यीशुल उनुकैं जोर दिबेर कौ, "जो यां हौ, यैक बारि मिं तुम कैधैं के झन कया। ऑब यौ चेलि कैं खॉण खवाओ।
यीशु कैं उनर गौं वॉलोंल नि अपणाय (मरकुस ६:१-६)
1 वांबे जाणक बाद यीशु आपण शिष्योंक दगाड़ नासरत नगर मिं आईं, जां उं नॉनछिना बे रईं छी। 2 उं अरामक दिन सभा-घर मिं उपदेश दिण भैटीं। भौतै मैंस उनर उपदेश सुणणक बाद दंग हबेर कूण भैटीं, "यीशु इतुक बुद्धिमान कसिक हौ, और वील यौं सब बातोंक ज्ञान प्राप्त कसिक करौ? उ को शक्ति छु जैल उ यौं सब अद्भुत कामों कैं करणौ? 3 यौ तो मरियमक च्यल छु जो लाकड़क कारीगर छी, और यैक भै याकूब, यूसुफ, युदस और शिमोन छन, और यैकि बैणी हमरै गौं मिं रुनै!" यैक लिजी मैंसों कैं उनर बारि मिं भैम है पड़ौ। 4 यौ देखिबेर यीशुल उनुधैं कौ, "परमेश्वरक सेवकों कैं भ्यार खूब आदर-सम्मान मिलुं, लेकिन आपण घर, खानदान और नगर मिं उनेरि पूछ नि हुंनि।" 5 यीशुल वां उनर अविश्वासक कारणल जादे सामर्थक काम नि करि सक, केवल थ्वाड़ बिमारों कैं आपण हात धरिबेर भल करौ। 6 उं चकित हईं कि उं मैंस वी पर विश्वास नि करणाछी।
शिष्य परचारक लिजी जाणईं (मरकुस ६:७-१३)
7 यीशु उपदेश दिनै-दिनै गौं-गौं मिं घुमणाछी। और उनुल आपण बार शिष्यों कैं आपण पास बुलैबेर उनुकैं भूतों कैं निकालण्ाक अधिकार दे, और यीशु उनुकैं द्वी-द्वी करिबेर परचार करण हुं भेजण भैटीं। 8 यीशुल कौ, "बॉटक लिजी जांठक अलावा के नी ली जाया, न र्वट, न झव्ल और न बटु मिं डबल। 9 तुम खुटॉन मिं चप्पल पैर सकछा पर दुसर ज्वड़ लुकुड़ नी ल्यै सकना। 10 जो मैंस तुमुकैं आपण घर मिं बुलूं, उ जॉग बे जाण तलक वैं रया। 11 जांक मैंस तुमर न स्वागत करनी, न बात सुणनी, तब उ जॉग बे जाण पर आपण खुटक धूल तलक यौ दिखूणक लिजी झाड़ि लिया कि परमेश्वर जरूड़ उनुकैं सजा द्याल।" 12 और उं नगरों मिं जैबेर मैंसों कैं अधर्मक बॉट छोड़िबेर भल बॉट कैं अपनूणक लिजी बतूणाछी। 13 और उनुल भौतै मैंसों मिंबे भूतों कैं निकालौ और बिमार मैंसोंक ख्वर मिं तेल खितिबेर उनुकैं भल करौ।
यीशु पांच हजार मैंसों कैं खॉण खवूणईं (मरकुस ६:३०-४४)
30 फिर यीशुक शिष्य गौंनों मिं परचार करणक बाद यीशुक पास आईं। और उं यीशु कैं बतूण भैटीं कि हमुल कस-कस करौ और के के सिखा। 31 लेकिन वां उणी-जाणी वॉलनैक इतुक भीड़ जॉम है रैछी कि उनुकैं खॉण खॉणक मौक लै नि मिलणौछी। यौ देखिबेर यीशुल आपण शिष्यों धैं कौ, "यौ भीड़-भाड़ वालि जॉग बे कैं शांत जॉग मिं हिटो, वां अराम करला।" 32 यैक लिजी उं नाव मिं भैबेर सुनसान जॉग न्है ग्याय। 33 लेकिन भौतै मैंसोंल उनुकैं जाण देखौ। जब उं समझि ग्याय कि उं कां जाणईं, तब और मैंस दौड़बेर उनर हबेर पैली वां लै पुजि ग्याय। 34 यीशुल नाव बे उतरण तलक उ ठुलि भीड़ फिर देखी, और उ मैंसों कैं देखिबेर यीशु कैं उनुमिं दया ऐ गेई, किलैकि उं बिन ग्वावक भेड़ जॉस छी। यैक लिजी उनुल उनुकैं भौतै बातोंक बारि मिं बतूणाछी। 35 जब ब्याल हुण लागी, यीशुक शिष्योंल उनर पास ऐबेर कौ, "यौ जॉग भौतै सुनसान छु। अन्यार लै हुण लागि गो। 36 ऑब तुम यौ मैंसों धैं कै दियो कि यौं ऑश-पासक गौंनों मिं जैबेर आपण लिजी थ्वाड़ खॉण मोल ली लियो।" 37 यौ बात सुणिबेर यीशुल उनुधैं कौ, "तुम यौ मैंसों कैं खॉण दियो!" तब शिष्योंल यीशु धैं कौ, "कसिक खवूंनू, हमर पास इतुक डबल कांबे ए रईं?" 38 यीशुल शिष्यों धैं पुछौ, "मैंसोंक पास कतुक र्वाट छन? जैबेर मालुम करो।" उनुल पुछिबेर बता, "पांच र्वाट और द्वी मॉछ छन।" 39 फिर यीशुल सबों कैं बैठणक हुकुम दे। 40 मैंस सौ-सौ और पचास-पचासक झुंड बणैबेर भै ग्याय। 41 यीशुल उं पांच र्वाट और द्वी मॉछ थॉमी, और स्वर्गक तरफ चैबेर आशीश मांगी। वीक बाद उनुल र्वाट टोड़ी और शिष्यों कैं दिनै रईं कि उं मैंसों कैं दियो। तब उनुल द्वी मॉछ लै सबन कैं बांटि देईं। 42-44 इसिक यीशुल पांच हजार हबेर जादे मैंसों कैं खॉण खवा। और उं सबोंलै पेट भरिबेर खॉण खा, और वीक बाद फिर लै शिष्योंल र्वट और मॉछक बची टुकुड़ोंल भरी बार डॉल समाईं।
यीशु पाणिक माथि मिं हिटणईं (मरकुस ६:४५-५६)
45 वीक बाद यीशुल आपण शिष्यों कैं नाव मिं बैठैबेर बैतसैदा नगर जाणक लिजी कौ, जो गलील समुद्रक दुसर पार छी। 46 और भीड़ कैं भली कै बिदा करणक बाद उं प्रार्थना करणक लिजी डॉन मिं जानै रईं। 47 रात ब्याण बखत शिष्यों कैं नाव चलूण भारि पड़णैछी किलैकि हाव बयाव भौत तेज छी। तब यीशु पाणिक माथि मिं उनर दगाड़ हिटण लागौ। 49 लेकिन शिष्योंल उनुकैं पाणि मिं हिटण देखिबेर सोचौ कि यौ क्वे भूत छु! और तब उं चिल्लाट पाड़न भैटीं, 50 तब यीशुल उनुधैं बात करी और कौ, "हिम्मत करो, डरो झन, मी छूं!" 51 तब उं उनर दगाड़ नाव मिं गेईं और हाव बयाव थॉमी गेई। यौ देखिबेर शिष्य भौतै दंग छी कि उनुल के करौ। 52 उं भली कै समझि नि पाईं कि उं कतुक सामर्थी छन। 53 यैक बाद यीशु और शिष्य समुद्रक पार गिनेसरेत नगर मिं पुजीं। 54 जब यीशु नाव बे भ्यार आईं, तब वांक मैंसोंल उनुकैं पछयाण ले। 55 और उं चारों तरफ बे दौड़बेर आपण बिमारों के चारपाई मिं धरिबेर यीशुक पास ल्याईं। 56 और यीशु जां लै जांछी, मैंस आपण-आपण बिमारों कैं बजार मिं धरछी और उनुधैं विनती करछी कि आपण लुकड़क एक टुक छुङण दियो। और जनुल उनुकैं छुङौ, उं चंग है ग्याय।
यीशु शुद्ध और अशुद्धक बारि मिं समझूणईं (मरकुस ७:१-२३)
1 यहूदी धर्म गुरु और सब दुसॉर यहूदी लै तब तलक खॉण नि खांछी, जब तलक कि उं एक खाश ढङल आपण हात नि ध्वेछी। लेकिन जब थ्वाड़ धर्म गुरुओंल यीशुक शिष्यों कैं बिन उ ढङल हात धोइयैं खॉण खॉण देखौ, 5 तब उनुल यीशु धैं पुछौ, "तुमार शिष्य पुरखोंक रीती रिवाजोंक पालन किलै नि करन? उं आपण खॉण बिना हात धोइयैं किलै खांनी?" 6 यीशुल जबाब दे, "परमेश्वरल यशायाह नबीक जरियल तुमर जस कपटी मैंसोंक बारि मिं कौछी, "यौ म्यर आदर सिर्फ मुखल करनी और इनर मन मी हबेर हमेशा दूर छु। 7 उनर अराधना करण बेकार छु किलैकि उं मैंसोंक बणाई नीमों कैं इसिक सिखूंनी जस कि उं म्यार नियम हो।" 8 तुम लै मैंसोंक बणाई रीती रिवाजोंक पालन करछा और परमेश्वरक हुकुम कैं टॉल दिंछा!" 9 फिर यीशुल उनुधैं कौ, "तुम आपण नीमों कैं बणूणक लिजी परमेश्वरक हुकुम कैं कतुक चालाकिल छोड़ि दिंछा। 10 किलैकि परमेश्वरल आपण सेवक मोशेशक जरियल हमुकैं यौ हुकुम दे कि तुम आपण इज-बाबूक आदर करो और यौ लै कि जो आपण इज-बाबू कैं नक-भल कूं, उ पक्क मारि डाली जॉल। 11-12 लेकिन तुम आपण हिसाबल यौ हुकुमक बिल्कुल उल्ट करछा। जस अगर क्वे मैंस आपण इज-बाबू धैं कूं कि मी तुमेरि के मधत नि करुं, किलैकि जे लै मी तुमुकैं दिणिवॉल छी, उ परमेश्वर कैं द्यूंल, तब तुम यौ भल मानछा! 13 और यौ करिबेर तुम आपण बणाई रीती-रिवाजोंल परमेश्वरक बचन कैं टॉल दिंछा। यस्सै तुम भौतै बातों कैं करनै रुंछा।" 14 यीशुल फिर सब मैंसों कैं आपण पास बुलैबेर कौ, "तुम सब मेरि बातों कैं सुणिबेर समझि लियो। 15 क्वे लै खॉण जो मैंस खां, या वीक क्वे लै खॉण खॉणक तरिक, उ उकैं अशुद्ध नि करन, लेकिन जो मैंस मिंबे भ्यार उं, वी उकैं अशुद्ध करूं। 16 यकैं सुणो और सिखि लियो।" 17 फिर यीशु मैंसों कैं छोड़िबेर उ घर भितेर गो जां उं रुणाछी। तब उनार शिष्योंल यौ बातोंक अर्थ पुछौ। 18 तब यीशुल कौ, "के तुम लै इतु अनजान छा, के तुम इतुकै नि समझना कि जो लै खॉण भ्यार बे मैंसक भितेर जां, उ मैंस कैं अशुद्ध नि करि सकन? 19 किलैकि उ मैंसोंक मन मिं नै, बल्किन उनर पेट मिं जां और सनडांस बे भ्यार ऐ जां।" यस कैबेर यीशुल सब खॉणी चीजों कैं सही ठैरा। 20 यीशुल फिर कौ, "मैंसक मन बे जो बुरि बात-विचार भ्यार उं, वी उकैं अशुद्ध करूं। 21 किलैकि मैंसोंक मनक भितेर बे बुर विचार निकलनी जस कुकर्म, चोरि, खून, 22 कामुकता, लालच, शत्रुता, ध्वकबाजी, दुष्टता, जलन, बुराइ, घमण्ड़, अधर्म, मूर्खता। 23 यौं सब खराब-खराब बात मैंसोंक भितेरै बे निकलनी और वी उनुकैं अशुद्ध करनी।"
एक पराइ मुल्ककि स्यैणि यीशु मिं विश्वास करुं (मरकुस ७:२४-३०)
24 तब यीशु उ जॉग कैं छोड़िबेर सूर नगरक ऑश-पासक जॉगक तरफ जानै रईं। वां उं एक घर मिं गेईं, और उ नि चांछी कि कैकैं लै उनर उणक पत्त चलो, लेकिन उं आपुं कैं छिपै नि सक। 25 एक यूनानी स्यैणि जैकि चेलि मिं भूत छी, उ यीशुक बारि मिं सुणिबेर उनर पास ऐ और उनर खुटॉन मिं पड़ि पड़ी। 26 और वील आपण चेलि मिंबे भूत कैं निकालणक लिजी यीशु धैं बिनती करी। 27 यीशुल वीक विश्वास जांचणक लिजी उधैं कौ, "अगर मी तेरि मधत करुं, जबकि तु यहूदी लै न्हैंती, तब यौ उस ह्वल जस कि एक बौज्यू आपण नॉनतिनोंक खॉण कैं आपण नॉनतिनों कैं दिण है पैली कुकूरों कैं दी द्यूं।" 28 तब स्यैणिल उकैं जबाब दे, "ठिक छु प्रभु, लेकिन कुकूर लै नॉनतिनोंक जुठ-पिठ कैं खै लिंनी!" 29 यीशुल उधैं कौ, "यौ जबाबक कारण तु बेफिकर हबेर आपण घर जा, तेरि चेलि ठिक है गे।" 30 और जब उ स्यैणि आपण घर लौटी, तब वील देखौ कि वीकि चेलि चुपचाप आपण चारपाई मिं सित रै और भूतल उकैं छोड़ि है।
यीशु एक कॉल मैंस कैं भल करणईं (मरकुस ७:३१-३७)
31 फिर यीशु वांबे हिटिबेर दिकापुलिसक गौंनों मिं गेईं जो गलीलक समुद्रक पार छी। 32 वां यीशुक पास मैंस एक बिमार कैं ल्याईं जो कान नि सुणछी और भली कै बुलै लै नि सकछी। और उनुल यीशु धैं विनती करी, "तुम येमिं हात धरि दियो जैल यौ ठिक है जॉल।" 33 वीक बाद यीशु उ मैंस कैं भीड़ बे अलग ली गेईं और वीक कान मिं आपण आङू खिती और वीक जिबड़ मिं आपण थूक लगा। 34 और अगाशक तरफ चैबेर गंभीरताल प्रार्थना करणक बाद उनुल कौ, "खुलि जा!" 35 और उ बखतै बे उ मैंस कान सुणन भै गोय और भली कैबेर बुलाण लागौ। 36-37 यौ सब देखिबेर मैंस भौतै चकित है पड़ीं और खुशील कूण भैटीं, "जो यौ करणईं, ठिक करणईं! यौ तो जो बुलै नि सकन उनुकैं बोलि दिंनी, और जो कान नि सुणन, उं सुणन भै जांनी!" और यीशुल मैंसों धैं कौ, "यौ बातक बारि मिं तुम कै धैं के झन कया।" लेकिन जतुक उनुल मना करौ, उं उतुकै उनर बारि मिं जादे प्रचार करण भैटीं।
यीशु ऐल चार हजार मैंसों कैं खॉण खवूणईं (मरकुस ८:१-१०)
1 थ्वाड़ दिनोंक बाद फिर यीशुक सामण एक ठुली-ठुलि भीड़ जॉम है रैछी। उ मैंसोंक पास मिं खॉणक लिजी के नि छी। तब यीशुल आपण शिष्यों कैं बुलैबेर कौ, 2 "मिकैं यौ मैंसों कैं देखि दया उणै। इनर पास खॉण लै न्हैं किलैकि यौ तीन दिन बे म्यर दगाड़ छन। 3 अगर मी यौ मैंसों कैं भुकै घर भेजि दियूं, तब इनुकैं हिटन-हिटनै बॉट मिं चक्कर ऐ जॉल, किलैकि क्वे-क्वे भौतै दूर बे आईं छिन।" 4 तब उनार शिष्योंल कौ, "यौ खालि जॉग मिं इतुक मैंसोंक खॉणक इंतजाम कसिक है सकुं?" 5 लेकिन यीशुल शिष्यों धैं पुछौ, "तुमर पास कतुक र्वाट छन?" उनुल कौ, "सात।" 6 फिर यीशुल मैंसों कैं बैठणक हुकुम दे और र्वाट लिबेर उनुल परमेश्वर कैं धन्यवाद दे। तब उनुल र्वाट टोड़िबेर आपण शिष्यों कैं दिनै रेईं और शिष्य मैंसों कैं दिनै गेईं। 7 उनर पास थ्वाड़ नॉन मॉछ लै छी। यीशुल परमेश्वर कैं धन्यवाद दिबेर कौ, "यौ मॉछ लै बांटि दियो।" 8 और सबनलै पेट भरि खा। वीक बाद उनुल बची र्वॉटोंक टुकुड़ोंक सात डॉल भरिबेर समाईं। 9 खॉण खॉणी मैंस चार हजार है जादे छी। फिर यीशुल उनुकैं विदा करौ। 10 और यैक बाद यीशु नाव मिं भैबेर आपण शिष्योंक दगाड़ दलमनुथा जॉग मिं जानै रईं।
धर्म गुरु यीशुक इम्तिहान लिणईं (मरकुस ८:११-२१, मती १६:१२)
11 तब धर्म गुरु ऐबेर यीशुक दगाड़ बहस करण भैटीं। यीशुक इम्तिहान लिणक विचारल उनुल कौ, "तुम हमर लिजी क्वे लै चमतकारी काम करो जैल हम जाणि सकूं कि तुम परमेश्वरक च्यल छा या न्हैंता!" 12 यीशुल लम्बि सांस लिबेर कौ, "तुम चिन्ह किलै मांगणाछा? मी सांचि कूणयूं, कि क्वे लै चिन्ह नि द्यूं।" 13 यीशु धर्म गुरुओं कैं छोड़िबेर शिष्योंक दगाड़ समुद्रक पारक किनॉर मिं जानै रईं। 14 शिष्य नाव मिं खॉण ली जाण भुलि ग्याछी और उनर पास एक र्वटक अलावा और के नि छी। 15 यीशुल उनुकैं सावधान करणक लिजी कौ, "धर्म गुरुओंक खमीरी र्वट कैं देखिबेर होशियार रओ।" 16 शिष्योंल यौ सोचौ कि हमर पास खॉण न्हैं, यैक लिजी यौ यस कूणईं। 17 शिष्य के कूणईं कैबेर, यीशुल उनेरि बात सुणी और निराश हबेर उनुधैं कौ, "तुमर पास र्वट न्हैं कैबेर तुम परेशान किलै हैराछा? के तुम आइ तलक नि समझा, के तुमर पास बुद्धि न्हैंती? 18 के तुम ऑख हुणक बाद लै देखि नि सकनया, और कान हबेर लै सुण नि सकनया? 19 के तुमुकैं याद न्हैंती कि जब मील पांच हजार मैंसोंक लिजी पांच र्वाटक टुकुड़ करीं, तब तुमुल कतुक बची डॉल भरीं?" उनुल कौ, "बार डॉल।" 20 "और जब मील चार हजारोंक लिजी सात र्वाटॉक टुकुड़ करीं, तब तुमुल र्वटॉक टुकुड़ोंल भरी कतुक डॉल समाईं?" उनुल कौ, "सात।" 21 तब यीशुल उनुधैं कौ, "तुम आइ लै नि समझा?"तब शिष्यों कैं समझ ऐ कि यीशुल उनुकैं खमीरी र्वट बे नै बल्किन धर्म गुरुवोंक सीख बे सावधान रुणक लिजी कौ।
यीशु एक कॉण कैं भल करणईं (मरकुस ८:२२:३०)
22 फिर यीशु और उनार शिष्य बैतसैदा गौं मिं पुजीं। तब थ्वाड़ मैंस एक कॉण मैंस कैं यीशुक पास ल्याईं और उनुधैं विनती करण भैटीं कि तुम यकैं छुबेर ठिक करि दियो। 23 तब यीशु वीक हात पकड़िबेर गौं बे भैर ली गेईं। और वां जैबेर उनुल वीक ऑखों मिं लगूणक लिजी थुकौ, और आपण हात वीक ऑख मिं धरिबेर हटूणक बाद पुछौ, "के तुकैं देखीणौछा?" 24 वील ऑख उठैबेर कौ, "मी मैंसों कैं देखि सकनू लेकिन साफ नै, उं बोट जस देखीनी और हिटनी।" 25 तब यीशुल फिर कॉणक ऑखों मिं आपण हात धरौ। कॉणल वारपार चैबेर कौ, "होई, ऐल मी साफ देखणयूं!" 26 यीशुल उकैं समझैबेर कौ, "सिद्द आपण घर जा और गौं मिं यौ बातक बारि मिं कै धैं के लै नि कऐ।" 27 फिर यीशु और उनार शिष्य कैसरिया फिलिप्पीक बॉट वार-पारक सब गौंनों मिं जानै रईं। बॉट मिं यीशुल आपण शिष्यों धैं पुछौ, "मैंस मिकैं के समझनी?" 28 शिष्योंल यीशु धैं कौ, "मैंस तुमुकैं यहूना पाणिक बपतिस्मा दिणिवॉल, या एलियाह या क्वे दुसर परमेश्वरक दूत समझनी जो मरियों मिंबे ज्यून हई छन।" 29 यीशुल आपण शिष्यों धैं पुछौ, "और तुम के समझछा कि मी को छूं?" पतरसल जबाब दे, "तुम हमर मुक्तिदाता छा!" 30 यीशुल उधैं कौ, "त्वील ठिक कौ, लेकिन यौ बातक बारि मिं तुम मैंसों धैं ऐल के झन कया।"
यीशु बतूणईं कि मी मारी जूंल (मरकुस ८:३१-३८, ९:१)
31 फिर यीशु उनुकैं बतूण लागीं, "मी जो परमेश्वरक तरफ बे ऐ रयूं, मी भौतै सताई जूंल। धर्म गुरु, याजकोंक सैप और प्रधान सब म्यर निरादर-तिरस्कार करॉल, और उं मिकैं मारि द्याल। लेकिन वीक तिसर दिन मी मरिबेर ज्यून करी जूंल।" 32 लेकिन यौ बात सुणिबेर पतरस उकैं एक तरफ लिगो और नड़कैबेर कूण भैटौ, "तुमुकैं यस नि कूण चैंछी।" 33 लेकिन यीशुल पछिन मुड़िबेर पतरस कैं फिटकार लगैबेर कौ, "शैतान, तु मी हबेर दूर न्है जा, किलैकि त्यर सोच-विचार परमेश्वरक जस न्हैं पर मैंसोंक जस छु। तब तु येसि बात करणौछै।" 34 तब यीशुल दुसॉर मैंसों कैं लै बुलैबेर कौ, "जो लै म्यर शिष्य बणण चां, उ आपण सबै मंशाओं कैं छोड़िबेर म्यर पछिल ऐ जाओ, चाहे यैक बदाव तुमार प्राण न्है जाओ। 35 किलैकि जो आपण प्राण कैं बचूण चां, उनुकैं अनंत जीवन नि मिलल। लेकिन जो म्यर लिजी आपण प्राण कैं दिण्ाक लिजी तैय्यार ह्वल, उनुकैं अनंत जीवन मिलल। 36 अगर मैंस पुर संसार कैं पै ल्यल लेकिन अनंत जीवन कैं गवै द्यल, तब उकैं यौ बातोंल के फैद? 37 किलैकि जब तुमुल आपण अनंत जीवन कैं एक बारि छोड़ि हैलौ तब उकैं दुबार पाणक लिजी तुम परमेश्वर कैं के लै नि दी सकना। 38 अगर तुम यौ कुकरमी और पापी मैंसोंक सामण मिकैं और म्यार बताई बातों कैं अपनूण मिं शर्माला, तब जब मी आपण पिताक महिमा और पवित्र स्वर्गदूतोंक दगाड़ ऊंल, तब मी लै तुमुकैं नि अपनू।" 1 यीशुल यस लै को, "मी तुमुधैं सांचि कूंनू कि यां ठॉड़ हई मैंसों मिंबे क्वे यॉस लै छन जो उ बखत तलक नि मरॉल, जब तलक परमेश्वरक राज कैं सामर्थक दगाड़ आइ नि देखि ल्याल।"
शिष्य यीशुक असल रूप देखण्ाईं (मरकुस ९:२-१०)
2 छै दिनक बाद यीशु आपण शिष्य पतरस, याकूब और यहूना कैं लिबेर एक उंच्च डॉनक एकांत मिं गेईं। वां उनर सामण यीशुक रूप बदेई गोय। उनार लुकुड़ यॉस चमकिल और सफेद है ग्याय कि धरति मिं क्वे लै धोबि उनुकैं इदुक साफ नि करि सकछी। 4 और शिष्योंल एकदम आपण पुरखा एलियाह और मोशेश कैं लै वां देखौ, जो यीशुक दगाड़ बात करणाछी। 5 तब पतरसल यीशु धैं कौ, "गुरुज्यू, यौ कतुक भल छु कि हम लै यां छूं। हम तीन तम्बू ठॉड़ करनू, एक तुमर लिजी, एक मोशेशक लिजी और एक एलियाक लिजी।" 6 वीक समझ मिं के नि उणौछी कि हम के कूंनू, किलैकि यौ सब देखिबेर उं भौतै डरि ग्याछी। 7 तब एक बादोवल ऐबेर उनुकैं ढक दे और उ बादोव मिंबे परमेश्वरक यौ अवाज ऐ, "यौ म्यर लाड़िल च्यल छु, यैक बात कैं मानो!" 8 एकाएक जब शिष्योंल आपण नजर इथां-उथां डाली, तब उनुल वां यीशुक अलावा और कैकणी नि द्यख। 9 जब उं डॉन बे तलि उणाछी, उ बखत यीशुल आपण शिष्यों कैं समझा, "जो तुमुल देखौ, वीक बारि मिं मैंसों धैं तब तलक के लै झन कया, जब तलक कि मी मरिबेर ज्यून नि है जूंल।" 10 और उनुल यौ बात कैं आपण मन मिं धरि रॉखछी, लेकिन उं आपस मिं बात करणाछी कि मरिबेर ज्यून है उठणक के मतलब छु।
यीशु भूत लागी च्यल कैं भल करणईं (मरकुस ९:१४-२९)
14 जब यीशु और वीक तीन शिष्य वां आईं जां दुसॉर शिष्य छी, तब उनुल देखौ कि भौतै मैंस उनार चारों तरफ जॉम है रईं और उं धर्म गुरुओंक दगाड़ बहस करणईं। 15 और जब मैंसोंल यीशु कैं वां उण देखौ, तब उनुल ऐबेर उनुकैं पैलाग करौ। 16 तब यीशुल शिष्यों धैं पुछौ, "तुम इनर दगाड़ बहस किलै करणाछा?" 17 इतुकै मिं भीड़ मिंबे एक मैंसल जबाब दे, "गुरुज्यू, मी आपण च्यल कैं यां ल्यायूं कि तुम उकैं भल करि द्यला, किलैकि उमिं एक भूत छु जो उकैं बुलाण नि दिन। 18 और जां-तां उ भूत उकैं पकड़िबेर च्यापि दीं, वीक खाप बे गाज उं, उ दांत किटकिटूं और फिर लकड़ी जां। यैक लिजी मील तुमर शिष्यों धैं भूत कैं निकालण्ाक लिजी कौ, लेकिन उं नि निकालि सक।" 19 यौ सुणिबेर यीशुल आपण शिष्यों धैं कौ, "हत तेरि का, के तुमुकैं आइ तलक मि पर विश्वास न्हैंती? मी कदिन तलक तुमर दगाड़ रूंल कि तुम विश्वास करला, और तुमर अविश्वास कैं मी कब तलक सहण करुंल? जाओ, उ च्यल कैं म्यर पास ल्याओ।" 20 और उं उकैं उनर पास ली आईं और यीशु कैं देखिबेर भूतल च्यल कैं मरोड़ दे और वीक खाप बे गाज उण भैटौ और उ मांट मिं लोट पोट करण लागौ। 21 तब यीशुल उ च्यलक बौज्यू धैं पुछौ, "यौ भूत यकैं कब बे लागौ?" वील बता, "नॉनछिना बटी। 22 और यौ भूत यकैं इसिकै परेशानै नि करन बल्किन ऑग और पाणि मिं लै खेड़ि द्यूं, जै मिं यौ मरि जाओ। अगर तुम के करि सकछा तब हमु पर दया करिबेर हमेरि मधत करो।" 23 यीशुल उधैं कौ, "अगर-मगर वालि के लै बात न्हैं। मी उनर लिजी सब कुछ करि सकनू जो मी मिं विश्वास करनी।" 24 तब च्यलक बौज्यूल जोर दिबेर कौ, "म्यर पास विश्वास छु, तुम म्यर विश्वास कैं बढ़ूण मिं मेरि मधत करो!" 25 जब यीशुल देखौ कि भीड़ बढ़नै जाणै, उनुल भूत कैं डांटिबेर कौ, "हे कॉल और लाटि आत्मा, मी तुधैं कूंनू कि इमिं बे न्है जा और फिर इमिं कभै दुबार झन आऐ!" 26 और तब उ भूत चिल्लाट पाड़नै उ च्यल कैं मरोड़िबेर उ मिंबे जानै रौ और उ च्यल परचेत है पड़ौ। और मैंस यस कूण भैटीं कि यौ मरि गो। 27 लेकिन यीशुल उ च्यलक हात पकड़िबेर उकैं उठा और उ ठॉड़ है गोय, और उ बिल्कुल भल है गोय! 28 जब वांबे यीशु और उनार शिष्य घर आईं, तब एकांत मिं उनर शिष्योंल उनुधैं पुछौ, "हमुल उ भूत कैं किलै नि निकालि सक?" 29 यीशुल जबाब दे, "यॉस किसमॉक भूतों कैं तुम केवल प्रार्थना करिबेर निकालि सकछा किलैकि इनुकैं निकालणक और क्वे दुसर चॉर न्हैं।"
यीशु दुबार बतूणईं कि मी मारी जूंल (मरकुस ९:३०-३२)
30 यीशु और उनार शिष्य वांबे गलील प्रदेशक तरफ जाणाछी। यीशु नि चांछी कि कैकणी लै यैक पत्त चलो, 31 किलैकि उं आपण शिष्यों कैं उपदेश दिण चांछी उनुल कौ, "मी जो परमेश्वरक तरफ बे आईं छूं, मैंसोंक हात पकड़ाई जूंल। और उं मिकैं मारि द्याल, लेकिन मरियक तिसॉर दिन मी फिर ज्यून करी जूंल।" 32 पर शिष्य यीशुकि यौ बात कैं समझि नि सक और उं यीशु धैं यैक बारि मिं सवाल पुछण मिं लै डरणाछी।
जो ठुल हुण चां, उ आपुंकैं नॉन बणाओ (मरकुस ९:३३-४१)
33 यैक बाद उं कफरनहूम नगर मिं आईं। घर भितेर ऐबेर यीशुल उनुधैं पुछौ, "तुम बॉट मिं के बातक बारि मिं बात करणाछिया?" 34 लेकिन शिष्य शर्मक मारी चुप रईं, किलैकि उं बॉट-बाटै यौ बात करणाछी कि उनुमिं सबों हबेर ठुल को छु। 35 तब यीशुल सब शिष्यों कैं बुलैबेर उनुधैं कौ, "अगर क्वे ठुल हुण चां, तब उ सबन हबेर नॉन बणो और सबनकि सेवा करो।" 36 फिर उनुल एक भौ कैं लिबेर उनर बीच मिं ठॉड़ करौ। और उकैं काखि मिं लिबेर कौ, 37 "जो म्यर नामल यौ भौ चारि एकक स्वागत करुं, उ म्यर स्वागत करुं। और जो म्यर स्वागत करुं, उ सिर्फ म्यर न बल्किन उनर स्वागत लै करुं जैल मिकैं भेजि रॉखौ।" 38 फिर उनर शिष्य यहूनाल कौ, "गुरुज्यू, हमुल एक यस मैंस कैं देखौ जो तुमर नामल भूतों कैं निकालणौछी, और हमुल उकैं रोकण लगा किलैकि उ हमर चारि तुमर शिष्य न्हैं।" 39 तब यीशुल जबाब दे, "उ मैंस कैं तुम झन रोकिया, किलैकि क्वे यस न्हैं जो म्यर नामल सामर्थक काम दिखाल और वीक बाद म्यर निरादर करल। 40 जो हमर विरोधी न्हैं, उ हमर तरफ छु। 41 होई, यस लै छु कि अगर क्वे एक गिलास पाणि लै यैक लिजी तुमुकैं पिलुं कि तुम म्यर शिष्य छा, तब मी तुमुधैं सांचि कूंनू कि परमेश्वर उकैं इनाम जरूड़ द्याल।"
दुसरों कैं परमेश्वरक बॉट बे नि भटकूण चैं (मरकुस ९:४२-४८)
42 लेकिन यीशुल यस लै कौ, "जो परमेश्वर मिं विश्वास करुं, उं मैंस चाहे सबों हबेर नॉन किलै नि हो, अगर क्वे मैंस उकैं परमेश्वरक बॉट बे भटकूं, तब परमेश्वर उकैं जरूड़ भौतै कठिन सजा द्याल। यौ हबेर उ मैंसक लिजी यौ जादे भल हुंछी कि क्वे मैंस वीक गव मिं ठुलौ घटक पाथर बादिबेर उकैं गैल ताल मिं खित दिंछी, जैल उ दुसर कैं पाप करणक लिजी नि उकसै सको और परमेश्वरक जरियल मिलणी कठिन सजा है बचि जाओ। 43-44 अगर तुमर हात तुमुकैं परमेश्वरक बॉट बे भटकूं, तब उकैं काटि दियो। जादे भल छु कि तुम एक हातक लुल हबेर अनंत जीवन कैं पाला, कैं यस नि हो कि तुम द्वी हात लिबेर नरक मिं खिती जाओ, जांक ऑग मिं तुम हमेशा तलक जलनै रौला। 45-46 अगर तुमर खुट तुमुकैं परमेश्वरक बॉट बे भटकूं, तब तुम उकैं काटि दियो। जादे भल छु कि तुम एक खुटक लंगण हबेर अनंत जीवन कैं पाला, कैं यस नि हौ कि तुम द्वी खुट लिबेर लै नरक मिं खिती जाओ। 47 अगर तुमर ऑख तुमुकैं परमेश्वरक बॉट बे भटकूं, तब तुम उकैं निकालि दियो। जादे भल छु कि तुम एक ऑखक कॉण हबेर परमेश्वरक राज मिं प्रवेश करला, कैं यस नि हो कि तुम द्वी ऑख लिबेर लै नरक मिं खिती जाओ, 48 जां मैंस हमेशा भौतै दु:ख पूंनी और वांक ऑग मिं तुम हमेशा तलक जलनै रौला।"
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तलाकक बारि मिं उपदेश (मरकुस १०:१-१२)
1 यैक बाद यीशु कफरनहूम छोड़िबेर यर्दनक पारक प्रदेश मिं आईं और वां लै एक भौतै ठुलि भीड़ जॉम है गेईं। और यीशु उनुकैं उपदेश दिण भैटीं जस उं हमेशा दिंछी। 2 तब थ्वाड़ धर्म गुरु यीशुक पास आईं और उनुधैं पुछण भैटीं, "नीमक अनुसार क्वे मैंस आपणि घरवाइ कैं तलाक दिबेर छोड़ि सकुं या नि छोड़ि सकन?" किलैकि उं यौ जाणन जांछी कि यीशुक राय कैक तरफकि छु। 3 तब उनुकैं यीशुल जबाब दे, "परमेश्वरल आपण सेवक मोशेशक जरियल तुमुकैं के नीम दी रॉखी?" 4 उनुल कौ, "मोशेशक नीम मिं लिख रॉखौ कि जो मैंस आपणि घरवाइ कैं तलाक दिण चां, उ उकैं तलाक-पत्र दिबेर छोड़ि सकुं।" 5 यीशुल उनुधैं कौ, "मोशेशल यौ यैक लिजी कौ, किलैकि तुमर पुरखा आपण जिद्द पुर करण चांछी। और तुम लै यस्सै छा। 6 लेकिन परमेश्वरल संसारक शुरु मिं स्यैणि और मैंस कैं बणा कि उं एक दगाड़ रै सको। 7 जब मैंसक ब्या हुं, तब जतुक प्रेम उ आपण इज-बौज्यू कैं करछी, उ हबेर जादे प्रेम उ आपण घरवाइक दगाड़ करुं, 8 और यैकै वील उं एक्कै छन। 9 यैक लिजी जकैं परमेश्वरल जोड़ि रॉखौ, मैंस उकैं कतई अलग नि करो।" 10 शिष्योंल घर जैबेर यैक बारि मिं यीशु धैं सवाल पुछौ। 11 यीशुल उनुधैं कौ, "जो आपण घरवाइ कैं तलाक दिबेर दुसेरि स्यैणिक दगाड़ ब्या करुं, उ आपणि पैली स्यैणिक दगाड़ पाप करुं। 12 और जो घरवाइ आपण पैल आदिम कैं तलाक दिबेर दुसर बैगक दगाड़ ब्या करुं, उ आपण पैली बैगक दगाड़ पाप करुं।"
यीशु नॉनतिनों कैं आशिर्वाद दिणईं (मरकुस १०:१३-१६)
13 थ्वाड़ मैंस नॉना-नॉनतिनों कैं यीशुक पास ल्याईं कि उं उनुकैं छुबेर आशिर्वाद दी सको। लेकिन उनर शिष्योंल मैंसों कैं डांटौ, "तुम गुरुज्यू कैं परेशान नि करो!" 14 यौ देखिबेर यीशुल भौत नराज हबेर आपण शिष्यों धैं कौ, "नॉनतिनों कैं म्यर पास उण दियो, मना नि करो किलैकि परमेश्वरक राज इनर लिजी छु। 15 मी तुमुधैं सांचि कूंनू कि जो मैंस परमेश्वरक राज कैं एक नॉनू नॉनतिनक चारि नि अपनाल, उ परमेश्वरक राज मिं कभै नी पुजि सकन।" 16 फिर यीशुल नॉनतिनों कैं आपण काखि मिं धरौ और एक-एक कैबेर उनर ख्वार मिं हात धरिबेर उनुकैं आशिर्वाद दिबेर कौ, "परमेश्वर हमेशा तुमर भल करनै रवो।"
अनंत जीवन पाणक लिजी के करण चैं (मरकुस १०:१७-३१)
17 यीशु जब बॉट-बाटै कैं जाणौछी, उ बखतै एक मैंस दौड़िबेर उनर पास आ और वील उनर सामण घुन टेकिबेर यस पुछौ, "उत्तम गुरुज्यू, परमेश्वरक दगाड़ हमेशा रुणक लिजी मी के करूं?" 18 यीशुल उधैं कौ, "मिकैं उत्तम किलै कुंछै? परमेश्वर कैं छोड़िबेर और क्वे लै उत्तम न्हैं। 19 तु परमेश्वरक देई हुकुम कैं जाणछै हत्या नि करो, कुकर्म नि करो, चोरि नि करो, झुटि गवाहि नि दियो, झुटि बुलैबेर कै धैं के नि लियो, आपण इज-बौज्यूक लिजी भल करो।" 20 वील कौ, "गुरुज्यू, यौ सबै बातों कैं मी नॉन छिनान बे माननू।" 21 उकैं देखिबेर यीशुक मन मिं प्रेम ऐ पड़ौ। उनुल उधैं कौ, "त्वील एक काम आजि लै नि कर। जा, जे लै त्यर पास छु, उकैं बेचिबेर जो डबल ह्वाल उनुकैं तु गरीबों मिं बांटि दे। फिर वीक बाद तु म्यर दगाड़ ऐ जाये। और तब तुकैं स्वर्ग मिं असली धन मिलल।" 22 यौ सुणिबेर उ मैंसक मुखक रंग काव है गोय और उ निराश हबेर वांबे जानै रौ, किलैकि वीक पास भौत धन-सम्पति छी और वीक लिजी यकैं छोड़ण भौत मुश्किल छी। 23 तब यीशुल शिष्यों धैं कौ, "सेठ-सौकारोंक लिजी परमेश्वरक राज मिं पुजण कतुक मुश्किल छु!" 24 शिष्य यीशुकि यौ बात सुणिबेर चकित रै पड़ीं, लेकिन यीशुल उनुधैं फिर कौ, "दगड़ुवो, जो धन मिं भरौस धरनी, उनर लिजी परमेश्वरक राज मिं पुजण भौत मुश्किल छु। 25 परमेश्वरक राज मिं एक सेठ-सौकारक पुजण हबेर जादे सितुल ऊंटक शियूणक छेद मिंबे भ्यार निकालण छु।" 26 यौ सुणिबेर शिष्य और लै जादे दंग है पड़ीं और एक-दुसरक दगाड़ बात-चीत करण भैटीं, "अगर यस तब कैक उद्धार है सकुं?" 27 यीशुल उनुधैं कौ, "मैंसोंक लिजी तो यौ असंभव छु लेकिन परमेश्वरक लिजी सब कुछ संभव छु।" 28 इतुक मिं पतरसल कौ, "गुरुज्यू, देखो, हम आपण सब कुछ छोड़िबेर तुमर शिष्य बणि गोयूं।" 29 यीशुल कौ, "मी तुमुधैं सांचि कूंनू, कि जो लै मैंस म्यर और भलि खबरक लिजी आपण घर, इज-बाबू, भै-बैणी, नॉनतिन और गॉड़-भिड़ सबों कैं छोड़ि द्यल, 30 उ यौं सब कुछ कैं सौ गुण जादे पाल। पैली उकैं भौत परेशानी लै उठूणि पड़ली, लेकिन यैक बदाव मिं उकैं उणिवॉल बखत मिं अनंत जीवन लै मिलल। 31 भौत मैंस जो यौ संसारक नजर मिं ठुल छन, उं परमेश्वरक राज मिं नॉन करी जॉल और जो मैंस संसारक नजर मिं नॉन छन, उं परमेश्वरक राज मिं ठुल करी जॉल।"
यीशु प्रेम करण सिखूणईं (लूका १०:२५-३७)
25 एक दिन यीशुक इम्ितहान लिणक लिजी एक धर्म गुरु आ। वील यीशु धैं पुछौ, "ओ गुरुज्यू, अनंत जीवन पाणक लिजी मिं के करूं? 26 यीशुल कौ, "धर्म-शास्त्र मिं के लिखी छु, तुम उमिं के पढ़छा?" 27 वील जबाब दे, "तु आपण प्रभु परमेश्वर धैं आपण पुर मनल, पुर ताकत और पुर बुद्धिल प्रेम कर और आपण पड़ोसी कैं लै आपण चारि प्रेम कर।" 28 यीशुल उधैं कौ, "तुमुल ठिक जबाब दे। यस्सै करो, तब तुम ज्यून रौला।" 29 लेकिन धर्म गुरुल आपुंकैं धर्मी बतूणक लिजी यीशु धैं पुछौ, "म्यर पड़ोसी को छु?" 30 यीशुल जबाब दे, "एक मैंस छी जो यरुशलेम बे यरीहो नगर जाणौछी। बॉट मिं उकैं चोरोंल पकड़ ले। और उकैं मारि-मारिबेर अधमरी छोड़िबेर वीक समान लुटिबेर न्है ग्याय। 31 थ्वाड़ देर बाद एक याजक उ बॉट बे जाणौछी, लेकिन उ उकैं अन्देखि करिबेर न्है गोय। 32 यैक बाद परमेश्वरक भवन मिं काम करणी एक मैंस लै उ बॉट बे गो। लेकिन वील लै उकैं अन्देखि करिबेर न्है गोय। 33 ऑब एक सामरी जातिक मैंस जनुकैं सब तुच्छ समझछी उ बॉट बे जाणौछी। जब वील उ अधमरी मैंस कैं देखौ, तब उकैं तरस ऐ। 34 और वील वीक घौ मिं दवाई पट्टी बादी, और उकैं आपण गधा मिं बैठैबेर एक धरमशाव मिं ली गो और वीक सेवा करी। 35 दुसर दिन वील द्वी चांदिक सिक्क निकालिबेर धरमशावक मालिक कैं देईं, और उधैं कौ, कि तुम यैक सेवा भली कै करिया। तुमर जो लै खर्च लागल मी लौटण बखत तुमुकैं दी जूंल।" 36 यीशुल धर्म गुरु धैं पुछौ, "उनुमिंबे उ मैंसक सांचि पड़ोसी को छी?" 37 वील जबाब दे, "जैल उमिं तरस खा।" यीशुल कौ, "जाओ, तुम लै यस्सै करो।"
यीशु प्रार्थना करणक बारि मिं सिखूणईं (लूका ११:१-१३)
1 एक बखत यीशु एक जॉग मिं प्रार्थना करणाछी। प्रार्थना खतम हुणक बाद उनर एक शिष्यल उनुधैं कौ, "गुरुज्यू, हमुकैं प्रार्थना करण सिखाओ।" 2 तब यीशुल आपण शिष्यों धैं कौ, "जब तुम प्रार्थना करछा तब यस कया, हे पिता परमेश्वर, तुमर नाम पवित्र मानी जाओ। तुमर राज आओ। 3 हमुकैं हमर रोजक खॉण दी करिया। 4 हमर पापों कैं माफ करिया, किलैकि हम लै आपण सबै कसूरदारन कैं माफ करनू। और हमुकैं यस अड़चन मिं नि डालिया कि हम क्वे पाप करि बैठूं।" 5 फिर यीशुल उनुधैं यस लै कौ, "मान लियो क्वे अधरात मिं आपण दगड़ुवक पास जैबेर यस कओ कि यार, मिकैं तीन र्वाट पैंच दी दे! 6 किलैकि म्यर एक दगड़ु सफर करन-करनै म्यर यां पुजि रौ और उकैं खवूण-पिवणक लिजी म्यर घर मिं के लै न्हैं। 7 और यौ सब सुणिबेर उ भितेर बे यौ जवाब थोड़ी द्यल कि मिकैं परेशान नि कर। ऑब तो मील द्वार लै बन्द करि है। और म्यर नॉनतिन लै सित रईं, मी उठिबेर तुकैं के नि दी सकन। 8 मी तुमुधैं कूंनू, अगर उ मैंस वीक दोस्त नि लै हो, तब लै उ जरूड़ उठिबेर उकैं के लै दियो, किलैकि उ जोर दिबेर मांगणौ। 9 यैक लिजी मी तुमुधैं कूंनू, मांगो, तब तुमुकैं दी जॉल, चाला तब पाला, खटखटाला तब तुमर लिजी खोली जॉल। 10 किलैकि जो मांगुं, उकैं मिलुं, जो चां, उ पां, और जो खटखटूं, वीक लिजी खोली जां। 11 अगर तुमर च्यल तुमुधैं मॉछ मांगुं, के तुम उकैं मॉछक बदाव मिं स्याप थोड़ी द्यला? 12 और अगर उ अंड मांगो, के तुम उकैं बिच्छी थोड़ी द्यला? 13 तुम पापी मैंस हुण पर लै अगर आपण नॉनतिनों कैं बगैर क्वे रोक-टोकक भलि चीज दिण जाणछा, तब तुमर पिता परमेश्वर लै आपण मांगणिवॉलों कैं पवित्र आत्माक दान किलै नि द्याल?
परमेश्वर मिं भरौस धरण चैं (लूका १२:२२-३४)
22 यीशुल फिर कौ, "मी तुमुधैं कूंनू कि फिकर नि करो, न आपण जिन्दगीक लिजी कि हम के खूंल और न आपण आङक लिजी कि हम के पैरूंल। 23 किलैकि जिन्दगी खॉण, और आङ लुकुड़ हबेर बढ़िबेर छु। 24 तुम कॉवों कैं ध्यानल द्यखो! उं न तो ब्वैनै और न कॉटनी, न तो उनार भकॉर छन और न खाव। तब लै परमेश्वर उनुकैं खवूं। और तुम यौं सब प्वथीलों बे भौतै बढ़िबेर छा! 25 के तुम फिकर करिबेर आपण उमर कैं एक घड़ि भर थोड़ी बढ़ै सकछा? 26 अगर तुम इदुक नॉन काम लै नि करि सकना, तब दुसेरि बातोंक लिजी फिकर किलै करछा? 27 फूलों कैं द्यखो कि उ कसिक बढ़नी। उं न तो मेहनत करनी और न कोशिश करनी, फिर लै मी तुमुकैं बतूंनू कि सुलेमान रॉज लै आपण सारि शान-शौकत मिं लै उनुमिं बे एकक चारि लै सजी-धजी नी छी। 28 हे कम भरौस करणियो, अगर परमेश्वर मैदानक घा कैं जो आज छु और भोव ऑग मिं खित दी जॉल इसिक पैरूंनी, तब उं तुमुकैं किलै नि पैराल? 29 यैक लिजी तुम लै यौ बातक लिजी के फिकर नि करो कि हम के खूंल या के प्यूंल। 30 दुनियॉक सब मैंस यौ चीजोंक पछिल दौड़नी, पर तुमर पिता परमेश्वर जाणनी कि तुमुकैं यौं सब चीजोंक जरवत छु। 31 यैक लिजी तुम सबों है पैली परमेश्वरक राज्यक तरफ आपण मन लगाओ, तब यौं सब चीज लै तुमुकैं आफी मिलि जालि। 32 ऐ नॉन झुंड, नि डर, किलैकि तुमर पिता परमेश्वरल तुमुकैं आपण राज दिणक किरपा करि है। 33 आपण जैजाद कैं बेचिबेर दान करि दियो। तब तुम आपण लिजी यस बटटु बणाओ जो कभै नि फाटन, और स्वर्ग मिं कभै नि निमणी धन जॉम करो। वां न तो क्वे चोर उं और न किड़ खांनी। 34 किलैकि जां तुमर धन छु, वैं तुमर मन लै लागि रुं।"
आपण कैं ठुल नि समझण चैन (लूका १८:९-१४)
9 यैक लिजी कि थ्वाड़ मैंस आपुं कैं धर्मी माननी, और दुसरों कैं नीच समझनी, उनर लिजी यीशुल यौ किस्स सुणा। 10 "द्वी मैंस प्रार्थना करणक लिजी परमेश्वरक भवन मिं गेईं। उनुमिंबे एक धर्म गुरु छी और दुसर चुंगी लिणी छी। 11 और धर्म गुरु ठॉड़-ठाड़ै येसि प्रार्थना करछी, "हे परमेश्वर, मी तुमुकैं धन्यवाद दियूं कि मी दुसॉर मैंसोंक जस चोर, अन्यायी, कुकर्मी न्हैंतियूं और न यौ चुंगी लिणिवॉलक जस छूं। 12 मी हफ्त मिं द्वी बार बर्त धरनू और आपण पुर कमाइ मिंबे दान लै दिंनू।" 13 लेकिन चुंगी लिणी मैंस थ्वाड़ दूर मिं ठॉड़ छी और उकैं शरमल स्वर्गक तरफ ऑख उठूणक हिम्मत लै नि हइ। और वील आपण छाति पिट-पिटबेर कौ, "हे परमेश्वर, मी पापि मिं दया करया!" 14 यीशुल कौ, "मी तुमुधैं कूंनू कि उ धर्म गुरु नै बल्किन चुंगी लिणी पाप मांफ हबेर आपण घर गो। किलैकि जो क्वे लै आपुं कैं ठुल समझुं, उ नॉन करी जॉल। लेकिन जो आपुं कैं नॉन समझुं, उ ठुल करी जॉल।"
पापि मैंसक बचणल परमेश्वर खुश हुंनी (लूका १५:१-३२)
1 यीशुक उपदेश सुणनक लिजी चुंगी लिणी और दुसॉर मैंस जो धर्म गुरुओंक नजर मिं पापी मानी जांछी, उं लै यीशुक पास उणाछी। 2 यौ देखिबेर धर्म गुरु रीसल यीशु कैं अंट-शंट कूण लागीं, "यौ पापियोंक दगाड़ मेल-जोल धरनी और उनर दगाड़ खॉण लै खांनी!" 3 तब यीशुल उनुकैं यौ किस्स सुणा, 4 "तुमुमिंबे को यस मैंस छु, जैक पास सौ भेड़ हो और उनुमिंबे एक हरै जाओ। तब उ निन्यानबे भेड़ो कैं खुल मैदान मिं छोड़िबेर उ हराई भेड़ कैं उ बखत तलक चाल, जब तलक उ मिल नि जाओ। 5 जब उ मिल जां, तब उ खुशि हबेर उकैं काखि मिं पकड़ुं। 6 और घर जैबेर आपण दगड़ुवोंक और पड़ोसियों कैं बुलैबेर उनर दगाड़ खुशी मनाल, किलैकि उकैं वीक हराई भेड़ मिलि गे। 7 मी तुमुधैं कूंनू, इसिकै स्वर्ग मिं लै उ निन्यानबे धर्मी, जनुकैं मन फिरावक जरवत न्हैं, उनर लिजी लै इदुक खुशी नि मनाई जानि, जदुक कि एक पापिक मन फिराव करणल मनाई जैं। 8 यां यैसि को स्यैणि ह्वेलि जैक पास चांदिक दस सिक्क हो और एक हरै जाओ, तब उ बत्ती जलैबेर भितेर तब तलक झाड़ि-झूड़िबेर चालि, जब तलक उ मिल नि जाओ। 9 और जब उ मिल जां, तब उ आपण दगड़ुवों और पड़ोसियों कैं बुलैबेर कुं, "म्यर दगाड़ खुशी मनाओ! किलैकि मील उ हराई सिक्क कैं पै है।" 10 यीशुल फिर कौ, "मी तुमुधैं सांचि कूंनू, इसिकै परमेश्वर आपण स्वर्ग दूतोंक दगाड़ एक मन फिरुणी पापिक लिजी खुशी मनूनै।" 11 यैक बाद यीशुल फिर कौ, "क्वे मैंसॉक द्वी च्याल छी। 12 एक दिन नॉन च्यलल आपण बौज्यू धैं कौ, "बौज्यू, मिकैं जमीन-जैदाद मिंबे म्यर हिस्स दी दियो।" तब बौज्यूल उनुमिं आपण जमीन-जैजाद बांटि दे। 13 यैक थ्वाड़ बखत बाद नॉन च्यल आपण हिस्सक जमीन-जैजाद बेचिबेर दूर देश जानै रौ, और वां वील आपण सब नक-भल शौक पुर करिबेर आपण सब धन बरबाद करि दे। 14 जब वील सब धन खर्च करि हैछी, तब उ देश मिं भारि अकाल पड़ौ और उ कंगाल है गोय। 15 यैक लिजी वील उ देशक एक मैंसक घर मिं सरण ले, और वील उकैं आपण सुंअर चरूहूं भेजौ। 16 और उकैं इतुक जादे भुक लागी कि जो खॉण सुंअर खांछी, वील लै उ आपण पेट भरणक लिजी तरसछी, लेकिन क्वे उकैं के नि दिंछी। 17 लेकिन जब उकैं होश ऐ, तब वील कौ, "म्यर बौज्यूक कतुक नौकरों कैं पेट भर खॉण मिलूं, पर मी यां भुकै मरणयूं! 18 ऑब मी आपण बौज्यूक पास जूंल और उनुधैं कूंल, "बौज्यू, मील परमेश्वर और तुमर खिलाफ पाप करि रॉखौ। 19 मी तुमर च्यल कहलुणक लैक न्हैंतियूं, तुम मिकैं आपण नौकर समझिबेर धरि लियो।" 20 फिर उ उठिबेर आपण बौज्यूक पास जाणक लिजी बॉट लागौ। जब उ दूर बॉट मिं छी, वीक बौज्यूल उकैं देखिबेर पछ्याण ले। और उं दयाल भरी ग्याय, उं दौड़िबेर वीक पास गेईं और अङाव खितिबेर उकैं प्यार करौ। 21 लेकिन वील आपण बौज्यू धैं कौ, "बौज्यू, मील परमेश्वर और तुमर खिलाफ लै पाप करि रॉखौ। मी तुमर च्यल कहलुणक लैक न्हैंतियूं।" 22 लेकिन वीक बौज्यूल आपण नौकरों कैं बुलैबेर कौ, "जल्दी भॉल-भॉल लुकुड़ ल्यैबेर यकैं पैराओ, यैक हातों मिं मुनेणि और खुटों मिं ज्वात खितो! 23 और दावतक इंतजाम करो ताकी हम सब खुशी मनूंल। 24 किलैकि म्यर यौ च्यल मरि गोछी, लेकिन ऑब ज्यून है गो, यौ हरै गोछी, लेकिन ऑब मिलि गो!" और उं सब खुशी मनूण लागीं। 25 उ बखत वीक ठुल च्यल गॉड़ मिं छी। जब उ वापिस घर आ, तब वील घर भितेर बे नाच-खेलकि अवाज सुणी। 26 तब वील एक नौकर कैं बुलैबेर उधैं पुछौ, "यौ सब के हुणौ?" 27 नौकरल कौ, "तुमर भै ऐ रौ, और तुमर बौज्यूल दावत करि रॉखी। किलैकि उनुल उकैं ठिक-ठाक वापिस पै रॉखौ!" 28 यौ सुणिबेर ठुल च्यल कैं रीस ऐ और उ घर भितेर नि जाण चांछी। तब वीक बौज्यू उकैं मनूणक लिजी वीक पास भ्यार आईं। 29 लेकिन वील आपण बौज्यू धैं कौ, "द्यखो, मी इदुक सालों बे एक दासक चारि तुमेरि सेवा करणयूं। मी तुमर हुकुमक खिलाफ कभै नि गोय। फिर लै तुमुल मिकैं कभै एक बकरक पॉठ तलक नि देइ कि मी आपण दगड़ुवोंक दगाड़ खुशी मनै सकूं। 30 लेकिन जसै तुमर यौ च्यल वापिस आ, जैल तुमेरि सारि दौलत उड़ै है, तुमुल वीक लिजी दावत करि रॉखी!" 31 बौज्यूल उधैं कौ, "च्यला, तु तो हमेशा म्यर दगाड़ रुंछै और जे लै म्यर छु, उ त्यरै छु! 32 लेकिन हमुकैं ऑब खुशी मनूण चैं, किलैकि त्यर यौ भै मरि गोछी, ऑब ज्यून है गो, और हरै गोछी, ऑब मिलि गो।"
यीशु तिसेरि बारि बतूणईं कि मी मारी जूंल (मरकुस १०:३२-३४)
32 यैक बाद यीशु आपण शिष्योंक दगाड़ यरुशलेमक बॉट मिं जाणाछी। उनार शिष्य और दगाड़-दगाड़ै उणी मैंस डरी हुई छी, किलैकि जां यीशु जाणाछी वांक मैंस वीक खिलाफ छन, फिर लै यीशु वां किलै जाणौ? तब यीशु आपण बारि शिष्यों कैं अलग लिजैबेर उनुकैं बतूण भैटीं कि मि पर के के बितेलि। 33 उनुल कौ, "देखो, हम यरुशलेम जाणयूं और वां मी याजकोंक सैप और धर्म गुरुओंक हात मिं सौंपी जूंल और उं मिकैं जानल मारणक लैक ठैराल और रोमी सरकारक हात मिं सौंप द्याल। 34 और रोमी म्यर निरादर करॉल, मी मिं थुकॉल, मिकैं हन्टरल मारॉल और मिकैं मारि द्याल, लेकिन मी मरियक तिसॉर दिन फिर ज्यून करी जूंल।"
द्वी शिष्य सबों है ठुल हुण चांछी (मरकुस १०:३५-४५)
35 हिटन-हिटनै शिष्यों मिंबे द्वी भै, याकूब और यहूनाल यीशु धैं कौ, "गुरुज्यू, हम चांनू कि जे के लै हम तुमुधैं मांगूं, तुम उकैं पुर करला।" 36 तब यीशुल उनुधैं कौ, "तुम के चांछा? मी तुमर लिजी के करूं?" 37 उनुल कौ, "जब तुम रॉज बणला, तब हमुकैं सबन हबेर ठुल पद मिं बैठैबेर आपण दैण और बौं तरफ बैठणक हुकुम दिया।" 38 यीशुल उनुधैं कौ, "तुम नि जाणना कि तुम के मांगणाछा। जो दु:ख मील सहण छु, के तुम उकैं सह पाला? जो अत्याचार मिकैं सहण छु, के तुम उकैं सह पाला?" 39 उनुल जबाब दे, "होई, हम सह सकनू।" यीशुल कौ, "जो दु:ख और अत्याचार मिकैं सहण करण छु, सांचि-मुची उ तुम लै सहला। 40 लेकिन तुमुकैं आपण दैण या बौं तरफ बैठूण म्यर काम न्हैं, किलैकि यौ जॉग उनेरि छु, जनर लिजी परमेश्वरल यौ तैय्यार करि रॉखी।" 41 जब बाकि दस शिष्यों कैं यौ बातक पत्त चलौ कि याकूब और यहूना ठुल बणणकि बात करणाछीं, तब उं उनुकैं देखिबेर नराज हईं। 42 लेकिन यीशुल सब शिष्यों कैं आपण पास बुलैबेर कौ, "तुम जाणछा कि जो यौ दुनी मिं अधिकारी मानी जांनी, उं आपणि जनता मिं आपण मनक राज करनी। 43 लेकिन तुम जो म्यर पछिल उणाछा तुमुमिं येसि बात नि हुण चैनि। जो तुमुमिं ठुल हुण चां, उ सबनक सेवक बणो। 44 और जो तुमुमिं प्रधान हुण चां, उ सबनक दास बणो। 45 उसिकै मि परमेश्वरक तरफ बे यैक लिजी नि आय कि मी मैंसों धैं आपणि सेवा करुं, बल्किन यैक लिजी आयूं कि मी खुद सब मैंसोंक सेवा करुं और भौतोंकि मुक्तिक लिजी आपण खून कैं पाणिक चारि बगै दयूं।"
यीशु फिर एक कॉण कैं भल करणईं (मरकुस १०:४६-५२)
46 यैक बाद जब उं यरीहो नगर बे जाणाछी, तब उ बखत सड़कक किनॉर मिं एक कॉण भीख मांगणौछी, जैक नाम बरतिमाई छी। 47 जब वील सुणौ कि यौ बॉट बे यीशु जाणईं, तब वील धात लगैबेर कौ, "हे यीशु, दाउद रॉजक वंशक, मी पर तरस खा!" 48 भौतै मैंसोंल उकैं डांटिबेर कौ, "चुप रौ!" पर उ और लै जोरल धात लगैबेर कूण भैटौ, "ओ दाउदक वंशक यीशु, मि पर दया कर!" 49 और यीशुल रुकिबेर कौ, "उकैं यां ल्याओ।" और मैंसोंल कॉण धैं कौ, "धैर्ज धरिबेर उठ, उ तुकैं बुलुणौ!" 50 जब वील यस सुणौ, तब उ एकदम उठौ, और उ आपणि पंखि कैं खेड़िबेर यीशुक पास आ। 51 यीशुल कौ, "मी तुमर लिजी के करुं?" कॉणल कौ, "हे गुरुज्यू, मी देखण चांनू!" 52 यीशुल कौ, "तुमुल मी मिं विश्वास धरौ, यैक लिजी मी तुमुकैं ठिक करनू।" और उ बखतै बे उ देखण भैटौ और यीशुक दगाड़ जानै रौ।
यरुशलेम मिं यीशुक स्वागत (मरकुस ११:१-११)
1 जब यीशु और उनार शिष्य यरुशलेम बे थ्वाड़ पैली बैतनियाह गौं मिं पुजीं, तब यीशुल द्वी शिष्यों कैं यौ कैबेर भेजौ, 2 "उ सामणीक गौं मिं जाओ। वां जान जानै तुमुकैं एक किल मिं बादि गधीक बच्च मिलल, जैमिं आइ तलक क्वे नि बैठि रय। तुम उकैं खोलिबेर यां लाया। 3 और अगर क्वे कौल, "यकैं किलै ली जाणाछा?", तब तुम उधैं कया कि हमर प्रभु कैं यैकि जरवत छु। उ यकैं जल्दी वापिस पुजवै द्याल।" 4 शिष्य न्है ग्याय और उनुल गधीक बच्च कैं सड़कक किनॉर पर एक घरक भ्यार बे बादि पा। जब उनुल उकैं खोलण लगा। 5 तब वां ठॉड़ मैंसोंल पुछौ, "यौ के करणाछा, तुम यौ गधीक बच्च कैं किलै ली जाणाछा?" 6 यीशुल उनुकैं जसै बतै रॉखछी, शिष्योंल उं मैंसों धैं उस्सै कौ। तब उं मैंसोंल शिष्यों कैं जाण दे। 7 उं गधीक बच्च कैं यीशुक पास ली गेईं और वीमिं आपणि पंखि बिछै दे। फिर यीशु उ मिं भैटीं और इसिक यीशु यरुशलेम गेईं। 8 तब भौतै मैंसोंल बॉट मिं आपण-आपण शौल और पंखि बिछै देईं। और थ्वाड़ मैंसोंल गाड़ॉन मिंबे हरी-हरी फाङ काटिबेर बॉट मिं यीशुक स्वागतक लिजी बिछै देईं। 9 और मैंस यीशुक दगाड़ अघिल-पछिल हिटन-हिटनै चारों तरफ बे यौ जै-जैकार करणाछी, "धन्य छा तुम जो प्रभुक नामल उंछा! 10 जस हमर पुरखोंक रॉज दाउद छी, उस्सै ऑब तुम हमार रॉज ह्वला! तुमेरि जै हो! स्वर्ग मिं परमेश्वरकि तारीफ हो!" 11 फिर यीशु यरुशलेम नगर मिं पुजी, और वां परमेश्वरक भवन मिं गेईं। वां सब कुछ भलि कै देखिबेर आपण बारि शिष्योंक दगाड़ फिर वापिस रात बितूणक लिजी बैतनियाह गौं मिं आईं।
यीशु परमेश्वरक भवन बे ब्यापारियों कैं निकालणईं (मरकुस ११:१२-१९)
12 दुसॉर दिन जब यीशु और उनार शिष्य बैतनियाह बे यरुशलेमक तरफ जाणाछी, तब बॉट मिं हिटन-हिटनै यीशु कैं भूक लागी। तब थ्वाड़ दूर बे उं एक तिमुलक हरि-भरि बोट कैं देखिबेर वीक पास आईं कि शैद खॉणक लिजी के मिलि जाओ। 13 यीशु बोटक पास गेईं पर उनुल वां पातोंक अलावा और के लै नी पाय, किलैकि ऐल फलक बखत नि छी। 14 तब यीशुल कौ, "जा, आज बे तु मिं कभै फल नी लागो!" 15 यैक बाद यीशु और उनार शिष्य यरुशलेम आईं और यीशु परमेश्वरक भवन मिं गेईं। वां जो मैंस पटाङण मिं भैबेर व्यापार करणाछी और भेट-बलिदान चढू़णी समान कैं बेचणाछी, यीशु उनुकैं वांबे भ्यार निकालण भैटीं। 16 और उनुल उनर मेजों कैं खेड़ि दे, और कैकणी लै समान लिबेर परमेश्वरक घरक पटाङणक बॉट नी जाण देय। 17 फिर यीशुल मैंसों कैं डांटिबेर कौ, "धर्म-शास्त्र मिं यस लिख रॉखौ, "म्यर घर सब जातियोंक मैंसोंक लिजी प्रार्थनाक घर कहलाई जॉल।" पर तुमुल यकैं प्रार्थनाक घर नै बल्किन लुटेरोंक अड्ड बणै रॉखौ!" 18 यौ कारणल याजकोंक सैप और धर्म गुरुओंल यीशु कैं मारणक बारि मिं उपाय सोचौ। उनुकैं यीशु कैं देखिबेर डर लै लागछी, किलैकि दुसॉर मैंस दंग हबेर भौत खुशील यीशुक बात सुणनाछी। 19 और ब्याव बखत यीशु और शिष्य नगर है भ्यार बैतनिया गौं मिं वापिस जानै रईं।
विश्वासल सब कुछ है सकुं (मरकुस ११:२०-२६)
20 जब दुसॉर दिन यीशु और शिष्य फिर यरुशलेमक बॉट जाणाछी, तब उनुल तिमुलक उ बोट कैं फिर देखौ जकैं यीशुल फिटकार दी रॉखछी, और उ भली कैबेर सुक गो छी। 21 तब पतरसल यीशु धैं कौ, "गुरुज्यू, देखो, तिमुलक बोट जकैं तुमुल फिटकार दी रॉखछी, उ सुक गो!" 22 यीशुल जबाब दे, "ताज्जुब नि करो, लेकिन परमेश्वर मिं विश्वास धरो। 23 मी तुमुधैं कूंनू, जो लै विश्वासल यौ पहाड़ धैं कौल, उठ और समुद्र मिं गिर जा, और आपण मन मिं भैम नी करल बल्किन यौ विश्वास करल कि जो मी कूणयूं, उ है जॉल, तब वीक लिजी उस्सै है जॉल। 24 यैक लिजी मी तुमुधैं कूंनू कि जो तुम प्रार्थना मिं मांगछा, विश्वास करो कि उ तुमुकैं मिलल, और उ तुमर लिजी है जॉल।" 25 और यीशुल फिर कौ, "जब तुम प्रार्थना करहुं तैय्यार हुंछा, तब उ बखत अगर कैलै लै तुमुहुं नक करि हो, तब पैली उकैं माफ करि दिया। फिर परमेश्वर लै तुमर कसूरों कैं माफ करॉल। 26 लेकिन अगर हम दुसरोंक कसूरों कैं माफ नि करुंल, तब हमर पिता परमेश्वर लै हमर कसूरों कैं माफ नि करला।"
धर्म गुरु यीशु कैं ललकारणईं (मरकुस ११:२७-३३)
27 फिर यीशु यरुशलेम मिं ऐबेर परमेश्वरक भवनक पटाङण मिं घुमणाछी। उ बखतै धर्म गुरु, याजकोंक सैप और प्रधान उनर पास आईं। 28 और उनुल यीशु धैं सवाल पुछौ, "जो तुमुल बेई यां ऐबेर करौ, उ किलै करौ और कैक कूणल तुम यौ काम करछा?" 29 तब उनुकैं जवाब दिणक लिजी यीशुल कौ, "मी लै तुमुधैं एक सवाल पुछनू, और अगर तुम मिकैं यैक जबाब द्यला, तब मी तुमुकैं बतूंल कि मी कैक कूण मिं यौ काम करणयूं। 30 ऑब तुम यौ बताओ कि यहूना कैक कूण मिं मैंसों कैं पाणिक बपतिस्मा दिंछी - परमेश्वरक कूण मिं या मैंसोंक कूण मिं? तुम मिकैं यैक जबाब दियो।" 31 तब उं मैंस आपस मिं यौ बात करण भैटीं, "अगर हम कूंनू, परमेश्वरक कूण मिं, तब यीशु कौल कि फिर तुमुल यहूना मिं विश्वास किलै नी धर। 32 लेकिन अगर हम कूंनू मैंसोंक कूण मिं, तब मैंस सुणिबेर रीश करॉल, किलैकि उं यहूना कैं परमेश्वरक सेवक समझछी।" 33 यैक लिजी उनुल यीशु धैं कौ, "हमुकैं पत्त न्हैं।" तब यीशुल कौ, "मी लै तुमुकैं नी बतूंल कि मी कैक कूण मिं यौ काम करणयूं।"
अधर्मी खेति कारोंक बारि मिं एक किस्स (मरकुस १२:१-१२)
1 तब यीशुल धर्म गुरुओं कैं यौ किस्स सुणा, "एक मैंस छी जैल अंगूरक बगीच लगा। वील वीक चारों तरफ घेर-बाड़ करी और बीच मिं रस निकालणक जॉग बणै, और देखभाल करहुं पक्क छॉन बणा। तब उ बगीच कैं लिखत करिबेर खेति करणियों कैं दिबेर खुद दूर देश जानै रौ। 2 जब अंगूर पाकणक बखत आ, तब आपण हिस्स ल्युणक लिजी वील उनर पास एक नौकर भेजौ। 3 लेकिन खेति कारोंल उ नौकर कैं पकड़िबेर मारौ-थेचौ और खालि हात वापिस लगै दे। 4 यैक बाद अंगूरक मालिकल फिर दुसर नौकर कैं भेजौ। बगीच मिं काम करणिवॉलोंल वीक बेईजती करी और वीक ख्वर फोड़ि दे। 5 फिर मालिकल एक तिसर नौकर भेजौ, लेकिन उनुल उकैं मारि दे। यैक बाद कतुकै नौकर आइ भेजी, खेति कारोंल थ्वाड़ों कैं जान बे मारी दे और बकायों कैं अधमरी बणै दे। 6 ऑब वीक पास नौकर नि छी, केवल एक झणी बची छी, उ छी वीक च्यल, जकैं उ भौतै प्यार करछी। और उं म्यर च्यलकि इज्जत करॉल कैबेर, उकैं उनर पास भेजौ। 7 लेकिन जब यौ च्यल खेतिकारोंक पास पुजौ, तब उनुल आपस मिं यौ सांठ-गांठ करी, "आओ, हम यकैं जान बे मारी दिंनू! असली वारिस यै छु, फिर यौ सब जैजाद हमेरि है जालि!" 8 तब उनुल उकैं पकड़िबेर मारी दे और वीक लाश कैं उठैबेर बगीचक घेर है भ्यार खेड़ि दे।" 9 तब यीशुल धर्म गुरुओं धैं पुछौ, "तुमर विचारल जब बगीचक मालिक आल, तब उ के करल? उ खेतिकारों कैं जरूड़ मारिबेर आपण बगीच दुसर खेतिकारों कैं सौंप द्यल! 10 किलै तुमुल धर्म-शास्त्र मिं नी पढ़ा, "जो ढुङ कैं मिस्त्रियोंल बेकार जाणिबेर खेड़ि दे, वी ढुङ मकानक सबन हबेर खाश ढुङ बणौ। 11 यौ काम परमेश्वरक छु और हमर देखण मिं बड़ अद्भुत छु।"" 12 धर्म गुरु यौ भली कैबेर समझि ग्याय कि यीशुल यौ किस्स हमरै बारि मिं कौ। यैक लिजी उं यीशु कैं पकड़ण चांछी, लेकिन मैंसोंकि डरक कारणल उं उ बखत यीशु कैं छोड़िबेर जानै रईं।
धर्म गुरु यीशु कैं फसूण चांछी (मरकुस १२:१३-१७)
13 थ्वाड़ धर्म गुरु और राजपाल हैरोदेसक दलक मैंस यीशुक पास आईं, किलैकि यहूदी नेताओंल उनुकैं यीशुक इम्ितहान लिणक लिजी भेजि रॉखछी। 14 यैक लिजी उं ऐबेर यीशु धैं बुलाणी, "गुरुज्यू, हम यौ जाणनू कि तुम सांचि छा। तुम कैकि परवा लै नि करना, और कैकि मूख देखि बात लै नि करना बल्किन सच्चाईल परमेश्वरक बॉटक उपदेश दिंछा। यैक लिजी ऐल हमुकैं बताओं, के परमेश्वरक नीमोंक अनुसार रोमी शासक कैं चुंगी दिण भल छु या न्हैं?" 15 लेकिन यीशुल उनर छल कपट कैं भांपिबेर कौ, "मेरि परीक्षा किलै लिंछा? एक सिक्क ल्याओ और मिकैं दिखाओ।" 16 तब उं एक सिक्क ल्याईं। यीशुल उनुधैं पुछौ, "यौ सिक्क मिं कैकि मूख और कैक नाम छु?" उनुल जबाब दे, "रोमी शासकक।" 17 इतुक मिं यीशुल उनुधैं कौ, "जो शासकक छु उकैं शासक कैं दियो, और जो परमेश्वरक छु उकैं परमेश्वर कैं दियो।" यौ बात सुणिबेर कि यीशु हमेरि चाल मिं नि फस उं मैंस दंग है पड़ीं।
दुबार ज्यून हुणकि बात (मरकुस १२:१८-२७)
18 फिर सदूकी दलक धर्म गुरु जो मानछी कि मरणक बाद जीवन न्हैं, उं यीशुक पास ऐबेर उनुधैं यौ सवाल पुछौ, 19 "गुरुज्यू, मोशेशल हमर लिजी यौ नीम बणै रॉखछी कि अगर कैकै भै आपण घरवाइक रुण तलक बिना औलादक मरि जांछौ, तब वीक भै उ विध्वाक दगाड़ ब्या करिबेर आपण भैकि लिजी औलाद पैद करि सको, जैल वीक वंश अघिल कै बढ़ सको। 20 ऐल यौ बात कैं सुणो। सात भै छी और पैली वॉलक ब्या हौ, लेकिन उ बिन औलादक मरि गोय। 21 फिर दुसर भैल उ विध्वाक दगाड़ ब्या करौ, और उ लै बगैर औलादक मरि गोय। फिर तिसरल, और वीक दगाड़ लै यस्सै हौ। 22 और इसिकै सातूं भै बिन औलादक मरि ग्याय, और वीक बाद उ स्यैणि लै मरि गेई। 23 जब उं परमेश्वरक न्याय करणक दिन मिं फिर ज्यून ह्वाल, तब उ स्यैणि कैकि घरवाइ ह्वेलि? किलैकि उ तो सातूं भैनोंकि घरवाइ रई छी।" 24 तब यीशुल उनुधैं कौ, "तुमर दिमाग ठिक छा या न्हैं? नै तो तुम धर्म-शास्त्र कैं जाणछा और नै परमेश्वरक सामर्थ कैं। 25 किलैकि जब मैंस उ दिन ज्यून ह्वाल, तब उं ब्या नि करॉल और न आपणि चेलि कैं ब्याक लिजी द्याल, बल्किन यौ मामुल मिं उं स्वर्गदूतोंक चारि ह्वाल जो ब्या नि करन। 26-27 यैक अलावा तुम यौ बात नी मानना कि मैंस मरिबेर फिर ज्यून है जॉल, लेकिन धर्म-शास्त्र मिं मोशेशक बारि मिं लिख रॉखौ कि जब वीक दगाड़ परमेश्वरल ऑगक झाड़ि बे बात करी, उनुल कौ कि मी त्यार पुरखा इब्राहीम, इसहाक और याकूबक परमेश्वर छूं। अगर परमेश्वर आइ तलक हमर पुरखोंक परमेश्वर छु, जब कि उं भौतै पैली मरि गेईं, यैल तो साफ है जां कि उं दुबार फिर ज्यून ह्वाल। किलैकि परमेश्वर मरणियोंक नै बल्किन ज्यूनोंक परमेश्वर छु। अगर तुम सोचछा कि मरी मैंस दुबार ज्यून नि हुंन, तब तुम आइ तलक के नि समझा।"
सबों है ठुल हुकुम (मरकुस १२:२८-३४)
28 जब एक धर्म गुरु यौ बातों कैं सुणनाछी तब वील समझौ कि यीशुल सदूकियों कैं सही जबाब दे। यैक लिजी उ अघिल बढ़ौ और वील यीशु धैं पुछौ, "गुरुज्यू, मिकैं बताओ, सबों हबेर ठुल हुकुम के छु?" 29 यीशुल कौ, "पैल हुकुम यौ छु- हे इस्रायली मैंसो, सुणो, हमर एक परमेश्वर छु और उं हमर प्रभु छु। 30 हमुल आपण परमेश्वर कैं आपण पुर मनल, पुर ताकत और पुर बुद्धिल प्रेम करण चैं। 31 दुसर हुकुम यौ छु- जस प्रेम हम आपण दगाड़ करनू, उस्सै प्रेम हमुकैं आपण पड़ोसीक दगाड़ लै करण चैं। यौ द्विनों हबेर ठुल और क्वे लै हुकुम न्हैं।" 32 तब धर्म गुरुल यीशु धैं कौ, "हे गुरुज्यू, कतुक भलि बात छु। तुमुल सांचि कौ कि एक्कै परमेश्वर छु, उनर अलावा और क्वे परमेश्वर न्हैं। 33 और हमुल उनुकैं आपण पुर मनल प्रेम करण चैं, और जस प्रेम हम आपण दगाड़ करनू, उस्सै प्रेम हमुकैं आपण पड़ोसीक दगाड़ लै करण चैं। और यौ हर किसमक बलिदान और भेट चढ़ूण हबेर जादे जरूड़ी छु।" 34 जब यीशुल देखौ कि उ ठिक कूणौ, तब उनुल उधैं कौ, "तुम परमेश्वरक बॉट बे दूर न्हैंता।" और यैक बाद कैकणी लै और क्वे यस सवाल यीशु धैं पुछणक हिम्मत नि हईं, जैल उं यीशु कैं फसूणक इरॉद मिं सफल हो।
दिखाव नि करण चैं (मरकुस १२:३७-४४)
37 फिर भौतै मैंस यीशुक पास ऐबेर उनेरि बात खुशि हबेर सुणनाछी। 38 यीशुल उपदेश दिबेर कौ, "तुम यौ धर्म गुरुओंक जस झन हया, किलैकि यौ लम्ब कुर्त पैरिबेर इथकै-उथकै घुमनी और बजार मिं मैंस उनुकैं नमस्कार करो, यौ इनुकैं भल लागुं। 39 सभा-घरों मिं अघिल बे बैठण, और न्यूंत-पातों मिं आदरक जॉग मिं बैठण, यौ सब उनुकैं भल लागुं। 40 लेकिन यौ ठगबेर विध्वाओंक सब जैजाद खुद ली लिंनी और फिर मैंसों कैं दिखूणक लिजी देर तलक दुआ करनी! लेकिन यौं सब कामोंक बदाव इनुकैं परमेश्वर भौत ठुलि सजा द्याल।" 41 फिर यीशु परमेश्वरक घर मिं जतिकै दानपात्र धरी छी उतीकै बैठि राछी और दान दिणी मैंसों कैं देखणाछी। भौतै सेठ मैंस जादे-जादे दान दिणाछी। 42 तब एक विध्वाल ऐबेर द्वी नॉन डबल दानपात्र मिं खितीं। 43 यौ देखिबेर यीशुल आपण शिष्यों कैं बुलैबेर कौ, "मी तुमुधैं सांचि कूंनू कि दान दिणिवॉलों मिं सबों हबेर जादे यौ विध्वाल दे। 44 किलैकि सबुलै आपणि जादे कमाइ मिंबे थ्वाड़ै दे, लेकिन यैल आपणि गरीबी मिं लै यैक पास जतुक छी सबै दी दे, और आपण लिजी के नि बचाय।"
यीशु उणिवॉल मुशीबतक बारि मिं बतूणईं (मरकुस १३:१-१३)
1 यैक बाद जब यीशु परमेश्वरक भवन बे जाणौछी तब उनर एक शिष्यल कौ, "गुरुज्यू, देखो, परमेश्वरक भवन और दुसॉर कुड़ कतुक भल देखीनी और इनार ढुङ कतुक ठुल छन!" 2 यीशुल कौ, "होई, यौ भौतै भॉल छन, लेकिन फिर लै यौ सब खतम है जॉल और तब एक लै ढुङ ठॉड़ नि मिलल।" 3 यैक बाद उं सामणीक डॉन मिं गेईं, और एकांत मिं जैबेर पतरस, याकूब, यहूना और अन्द्रियासल यीशु धैं पुछौ, "जो तुमुल परमेश्वरक भवनक बारि मिं कौछी, यौ कब ह्वल?" 4 यौ कसिक पत्त चलल कि यौ हुणिवॉल छु?" 5 यीशुल कौ, "सावधान रओ कि तुम कै कै बहकाव मिं नि आओ। 6 किलैकि भौतै मैंस तुमर पास आल और कौल कि मी मुक्ितदाता छूं, और तब भौतै मैंस उनर बहकाव मिं ऐ जॉल। 7 जब तुम लड़ै-झगड़ोकि खबर सुणला, तब तुम डरिया झन, किलैकि पैली यस हुण जरूड़ी छु, लेकिन उ बखत दुनियॉक अंत जल्दी नि हो। 8 जातिक विरोध जाति, राज्यक विरोध राज ठॉड़ उठाल। अनेक जॉगों मिं ठुला-ठुल भूचाल आल और जां तां अकाल पड़ॉल। पर यौ केवल मैंसोंक दु:ख पीड़कि शुरुवाद ह्वेलि।" 9 यीशुल फिर कौ, "तुम सावधान रओ, किलैकि मैंस तुमर विरोध मिं ह्वाल और तुमुकैं न्यायालय मिं सौंप द्याल, तुमुकैं सभा मिं लिजैबेर हन्टर मारॉल और उं म्यर कारणल तुमुकैं रॉजोंक सामण लै ठॉड़ करॉल। और परमेश्वर यौ हुण द्याल, किलैकि यैल तुम म्यर बारि मिं गवाही द्यला। 10 किलैकि यौ जरूड़ी छु कि दुनियॉक अंत है पैली सब जातियों कैं मेरि भलि खबर सुणाई जाओ। 11 जब मैंस यैक लिजी कि तुम म्यर शिष्य छा कैबेर, तुमुकैं पकड़िबेर न्यायालय मिं ली जॉल, तब यौ बातक फिकर झन करिया कि तुम के कौला, किलैकि उ बखत पवित्र आत्मा तुमुकैं बताल कि तुमुल के कूण छु। 12 सब मैंस तुमुधैं बैर करॉल, किलैकि तुम म्यर शिष्य छा। भै आपण भै कैं, और बाब आपण च्यल कैं मारणक लिजी दी द्यल, और नॉनतिन आपण इज-बौज्यू कैं मरवै द्याल। 13 लेकिन जो आखिर तलक मी मिं भरौस धरॉल, वी बचाई जॉल।"
दुनियॉक अंत हुणक निशाण (मरकुस १३:१४-३७)
14 यीशुल फिर कौ, "उ बखत एक दुष्ट मैंस परमेश्वरक भवन मिं जैबेर उकैं अशुद्ध करल, जैक वील परमेश्वर आपण घर कैं छोड़ि द्याल। उ बखत जो मैंस यहूदा प्रदेश मिं ह्वाल, उं भाजिबेर डॉनों मिं न्है जाया। 15 और जो पॉख मिं ह्वाल, उं मैंस आपण के समान कैं ल्युणक लिजी भितेर झन जाया, पर वांबे भाजि जाया। 16 और जो गॉड़ों मिं ह्वाल, उं भाजिबेर आपण पंखि ल्युणक लिजी पछिल घर नि लौटिया। 17 उं स्यैणियोंक लिजी जो उ बखत अङ-भारि ह्वाल और उनर लिजी जो नॉनतिनों कैं दूध पिलूंनी, उ बखत उनर लिजी कतुक दु:खक बखत ह्वल! 18 प्रार्थना करो कि यौ सब चौमासक दिनों मिं झन हो! 19 किलैकि उ दिनों यस दु:ख पीड़ ह्वेलि, जस परमेश्वरक दुनियॉक शुरुवाद करी बे आज तलक न है और न कभै ह्वेलि। 20 अगर परमेश्वरल उं दिनों कैं घटाई नि हुछियौ, तब क्वे लै प्राणि नि बचछी। लेकिन उनुल आपण चुनी मैंसोंक कारणल उं दिनों कैं घटै हैछी।" 21 यीशुल फिर बता, "दुनियॉक अंत है पैली मैंस तुमुधैं यस कौल, "देखो, हमर मुक्तिदाता यां छु, या वां छु," लेकिन तुम उनुमिं भरौस झन करिया। 22 किलैकि यॉस मैंस आल जो कौल कि मी मुक्तिदाता छूं, या मि परमेश्वरक दूत छूं, लेकिन तुम उनुमिं विश्वास नि करिया। और उं अद्भुत काम लै दिखैबेर परमेश्वरक चुनी मैंसों कैं बहकाल, पर उं सफल नि ह्वाल। 23 यैक लिजी तुम सचेत रया, किलैकि मील तुमुकैं बतै हैलौ कि दुनियॉक अंत है पैली के-के ह्वल। और यस ह्वल जस नबी योएलेल कै रॉखौ, 24 "उ बखत यौ दु:ख-पीड़क बाद सूर्ज अन्यार पट्ट है जॉल, और जूनक उज्याव लै मिटि जॉल। 25 अगाश बे तॉर छुटण लागॉल और पुर ब्राहमांड़ कैं झिझौड़ी जॉल।" 26 और मी जो परमेश्वरक तरफ बटी ऐ रयूं, सब मैंस मिकैं सामर्थक और महिमाक दगाड़ बादोव मिं उण देखॉल। 27 और मी आपण स्वर्गदूतों कैं भेजिबेर दुनियॉक चारों तरफक दिशाओं बे आपण चुनी मैंसों कैं जॉम करवूंल। 28 फिर यीशुल शिष्यों धैं कौ, "एक तिमुलक बोट कैं देखो और ये देखिबेर सिखि लियो। जसिकै वीक फांग मुलायम है जांनी और उनुमिं नई नई कल्ल लागण भैटनी, तब तुम समझि जांछा कि गरमीक रितु नजिक छु, 29 इसिकै जब तुम यौं सब बातों कैं हुण देखला जो मील तुमुकैं बता छी, तब जाण लिया कि मी नजिक छूं बल्किन द्वारै पर छूं। 30 मी तुमुधैं सांचि कूंनू कि यौ पुश्तक अंत तब तलक नी ह्वल, जब तलक यौ सब पुर नि है जाओ। 31 यौ अगाश और धरति लै खतम है जालि, पर म्यर बचन कभै खतम नि ह्वल, उ हमेशा तलक सांचि रौल।" 32 यीशुल फिर कौ, "केवल पिता परमेश्वर जाणनी कि मी धरति मिं कब वापिस ऊंल और मी उनर पुत्र लै यैक बारि मिं के नि जाणन, और नै क्वे स्वर्गदूत जाणनी। 33 सचेत रया और सितया झन किलैकि तुम नि जाणना कि उ बखत कब आल। 34 यस छु जसिकै क्वे मैंस आपण घर छोड़िबेर विदेश न्है जां। उ आपण घरक भार आपण दासों कैं सौंप जां और हरेक कैं उनर काम बतै जां, और चौकदार कैं बिज्जै रुणक हुकुम दी जां। 35 तब तुम लै उं दासोंक जस आपण ऑखों कैं खुलि धरिया और मी जो तुमर प्रभु छूं, म्यर इंतजार करिया किलैकि तुम नी जाणना कि मी स्वर्ग जैबेर दिन-रात कब वापिस ऊंल। यैक लिजी तुम बिज्जै रओ, 36 किलैकि कैं यस नि हो कि मी अचानक ऐ जूं और तुमुकैं सिती पाऊं। 37 जो बात मील तुमुधैं कै रॉखछी वी फिर मी सबों धैं कूंनू, कि सितया झन बिज्जै रया।"
एक स्यैणि यीशु मिं इत्र लगूणै (मरकुस १४:१-११)
1 उ बखत यहूदी मैंस आपण पुरखोंक मिस्रियोंकि गुलामी बे आजाद हुणक यादगारी मिं एक त्यार मनाई करछी। जब त्यारक द्वी दिन बचि राछी, तब याजकोंक सैप और धर्म गुरु यीशु कैं चुप-चापल पकड़िबेर उकैं मारणक तरकीब सोचण भैटीं। 2 फिर लै उं यस कूंछी कि त्यारक दिनों मिं नै, किलैकि कैं यस नि हो कि मैंस हमर दगाड़ झगड़-फसाद करो। किलैकि भौत मैंस यीशु कैं भल मानछी। 3 उ बखत जब यीशु बैतनिया गौं मिं आपण शिष्योंक दगाड़ कैकै घर मिं खॉण खाणाछी, तब एक स्यैणि भौत महंग इत्र लिबेर वां ऐ। और वील उ सब यीशुक ख्वर मिं आपण प्रेम कैं जतूणक लिजी खित दे। 4 लेकिन जो मैंस वां छी उनुमिं बे थ्वाड़ मैंस यौ कूण भैटीं, "यैल यौ इत्र कैं बरबाद किलै करौ? 5 यौ इत्र भौतै अनमोल छी और यकैं बेचिबेर उं डबलों कैं गरीबों मिं बाटि जै सकछी।" और उनुल यौ कैबेर उ स्यैणि कैं डांटौ। 6 लेकिन यीशुल उनुधैं कौ, "तुम यकैं परेशान किलै करणाछा? यकैं छोड़ि दियो, किलैकि यैल म्यर लिजी भल काम करि रॉखौ। 7 गरीब तो तुमर दगाड़ हमेशा रुंनी। जब लै तुम चाला तुम उनेरि मधत करि सकछा, पर मी तुमर दगाड़ हमेशा नि रूंल। 8 जो लै यौ करि सकछी यैल वी करौ। वील म्यर मरण हबेर पैलियै मिकैं दफनूणक लिजी म्यर आङ मिं खुशबु लगै है। 9 मी तुमुधैं सांचि कूंनू, सॉर दुनी मिं जां लै मेरि भलि खबर सुणाई जालि, वां यैक याद मिं जो लै यैल करौ यैक जिकर जरूड़ ह्वल!" 10 तब यौ देखिबेर युदस इस्करोती जो उनार बारि शिष्यों मिंबे एक छी, उ याजकोंक सैपोंक पास गो और यीशु कैं पकड़ै दिणक वैद करि आ। 11 उं यौ बात सुणिबेर खुशि हईं और उनुल उकैं धन दिणक वैद करौ। और युदस यीशु कैं पकड़ूणक मौक मिं लागि गोय।
शिष्य त्यारक तैय्यारी करणईं (मरकुस १४:१२-१६)
12 त्यारक पैलि दिन, जब एक भेड़क नानू-नॉन झै बोक्की चढ़ाई जांछी, वीकि तैय्यारीक लिजी शिष्योंल यीशु धैं पुछौ, "हम कां जैबेर त्यार खॉणक लिजी तैय्यारी करनू? 13 तब यीशुल द्वी शिष्यों कैं यौ कैबेर भेजौ, "यरुशलेम नगर मिं जाओ। वां तुमुकैं एक मैंस मिलल जो एक पाणिल भरी घड़ कैं ली जाणौ ह्वल, तुम वीक पछिल-पछिल जाया। 14 जो घर भितेर उ जॉल, उ घरक मालिक धैं तुम यस कया कि गुरुज्यूल पुछवै रॉखौ कि म्यर लिजी उ जॉग कां छु, जां मी आपण शिष्योंक दगाड़ त्यार खूंल? 15 और उ तुमुकैं वैं मलि एक सजी-सजायी कम्र दिखाल। तुम वैं हम सबनक लिजी त्यार खाणकि तैय्यारी करिया।" 16 यौ सुणिबेर शिष्य न्है ग्याय और जस्सै यीशुल उनुधैं कै रॉखछी उनुल यरुशलेम नगर मिं जैबेर सब चीज ठिक उस्सै पा। और उनुल वां त्यार खॉणक लिजी तैय्यारी करी।
यीशु और शिष्य त्यार मनूणईं (मरकुस १४:१७-३१)
17 जब ब्याव हुण भैटीं तब यीशु आपण बार शिष्योंक दगाड़ उ घर मिं पुजीं जां त्यार खॉणक लिजी तैय्यारी करि रॉखछी। 18 और जब उं खॉण खाणाछी, तब यीशुल उनुधैं कौ, "तुम सब म्यर दगाड़ खाणाछा, लेकिन मी सांचि कूंनू कि तुमुमिं एक यस छु जो मिकैं पकड़वाल।" 19 यीशुकि यौ बात सुणिबेर शिष्य उदास है पड़ीं और एक-एक कैबेर उधैं पुछण भैटीं कि कैं उ मी तो न्हैंतियूं? 20 यीशुल जबाब दे, "सांचि मिं तुम सबों मिंबे एक मिकैं पकड़वाल, जो ऐल म्यर दगाड़ खॉण खाणाछा। 21 मी जो परमेश्वरक तरफ बे ऐ रयूं म्यर हाल तो उस्सै ह्वल, जस्सै म्यर बारि मिं लेखि रॉखौ, लेकिन लानत छु उ मैंसक लिजी जो मिकैं पकड़वाल। यौ हबेर भल वीक लिजी यौ छी कि उ मैंस पैदै नि हुंछी।" 22 जब उं खॉण खाणाछी उ बखत यीशुल र्वट पकड़ौ और आशीश मांगिबेर ट्वड़ौ और आपण शिष्यों कैं दिबेर कौ, "लियो, यौ र्वट छु जकैं तुम म्यर आङ समझिबेर खाया।" 23 फिर उनुल ब्याल कैं टिपिबेर परमेश्वर कैं धन्यवाद दिबेर उकैं शिष्यों कैं दे और सबोंलै वी मिंबे बारि-बारिल पे। 24 उनुल कौ, "तुम जो यौ अंगूरक लाल रस पिणाछा यकैं म्यर खून समझया जकैं मी भौतै मैंसोंक जान कैं बचूणक लिजी बगूणिवॉल छूं। किलैकि मेरि मौतल परमेश्वर मैंसोंक दगाड़ आपण एक नई वैद कैं साबित करणईं। 25 मी तुमुधैं सांचि कूंनू कि मी अंगूरक रस तब तलक दुबार कभै नि प्यूं, जब तलक कि मि परमेश्वरक राज मिं जैबेर नि पी ल्यूं।" 26 तब भजन गाणक बाद यीशु और उनार शिष्य जैतून नामक डॉन मिं जानै रईं। 27 हिटन-हिटनै यीशुल आपण शिष्यों धैं कौ, "तुम सबनक विश्वास लै जानै रौल, किलैकि धर्म-शास्त्र मिं यस लेखि रॉखौ कि मी ग्वाव कैं मारि द्यूंल और भेड़ इथां-उथां भटक जॉल। 28 लेकिन ज्यून करी जाणक बाद मी तुम सबन है पैली गलील प्रदेश हुं जूंल।" 29 पतरसल यीशु धैं कौ, "गुरुज्यू, तुमुल कौ कि हम सबोंक विश्वास जानै रौल। और सबनक विश्वास जॉलत-जॉल, लेकिन म्यर विश्वास कतई नि जाओ!" 30 यौ सुणिबेर यीशुल उधैं कौ, "मी तुधैं सांचि कूंनू कि आज रात मुर्गक द्वी बारि बांक दिण हबेर पैली, तु तीन बारि आपण मुखल म्यर इन्कार करलै।" 31 लेकिन पतरसल और लै जादे जोर दिबेर कौ, "चाहे मिकैं तुमर दगाड़ मरण लै पड़लौ, तब लै मी तुमर इन्कार कतई नि करुं।" और सबनल लै यस्सै कौ।यीशु दु:
खी हबेर प्रार्थना करणईं (मरकुस १४:३२-४२)
32 यीशु और शिष्य गतसमनी नामक बगीच मिं आईं। यीशुल आपण शिष्यों धैं कौ, "जब तलक मी प्रार्थना करनू, तुम यां ठैरो।" 33 यीशु पतरस, याकूब और यहूना कैं आपण दगाड़ ली गो। उ बखत यीशु भौतै उदास और घबरै राछी। 34 उनुल शिष्यों धैं कौ, "मी इतुक जादे दु:खी छूं कि मिकैं यस लागणौ कि म्यर प्राण जाणि छन। यैक लिजी तुम यां ठैरिया और सितिया झन।" 35 उं थ्वाड़ अघिल गेईं और भी मिं लफाईबेर प्रार्थना करण भैटीं कि अगर है सको तब यौ मुशीबत म्यर सामण बे टलि जाओ। 36 उनुल कौ, "ओ बौज्यू, तुमर लिजी के लै मुश्किल न्हैं। यौ दु:ख-मुशीबतकि असहनीय घड़ि कैं मी हबेर दूर करि दियो। फिर लै मेरि नै, बल्किन तुमेरि मंशा पुरि हो।" 37 फिर यीशु आपण शिष्योंक पास वापिस आईं और उनुल उनुकैं सिती देखिबेर पतरस धैं कौ, "हे शिमोन पतरस, के तु से रौछै? किलै तु घंटभर लै बिज्जै नी रै सक छियै? 38 तुम सबै बिज्जै रैबेर प्रार्थना करो कि तुम इम्तिहान मिं नि पड़ो। तुमेरि आत्मा तो भल करणक लिजी तैय्यार छु, लेकिन तुमर पास यौ शक्ति न्हैं कि तुम आत्माक बात कैं पुर करि सको।" 39 उनुल फिर जैबेर दुबार वी प्रार्थना करी जो उनुल पैली करछी। 40 वापिस उण पर उनुल आपण शिष्यों कैं आइ सितियैं पा किलैकि उनेरि ऑखों मिं नीन भरि छी। उठिबेर शिष्योंक समझ मिं यौ नि आइ कि उं यीशु कैं के जबाब दियो। 41 यीशु जब तिसर बारि शिष्योंक पास आईं, तब उनुल उनुधैं कौ, "आइ तलक सितियैं छा और आरामै करणाछा? बस, ऑब भौत है गो। उ बखत ऐ गो कि मी जो परमेश्वरक तरफ बटी ऐ रयूं पापियोंक हात पकड़ाई जाणयूं। 42 उठो, हम हिटनू, किलैकि म्यर पकड़ूणिवॉल नजिक ऐ गो।"
यीशु पकड़ी जाणौ (मरकुस १४:४३-५०)
43 जब यीशु यस कूणाछी, उ बखतै युदस इस्करोती वां आ। वीक दगाड़ जांठ-तलवार लिबेर एक भीड़ लै छी, जनुकैं याजकोंक सैपोंल, धर्म गुरुओंल और प्रधानोंल भेजि रॉखछी। 44 युदसल उनुकैं यौ बतै रॉखछी कि जकैं मी अङाव खितूंल, वी यीशु ह्वल। तुम उकैं पकड़िबेर भलीकै ली जाया। 45 युदसल सिद्द यीशुक पास जैबेर कौ, "गुरुज्यू!" और वील उनुकैं अङाव खितौ। यीशुक दगड़ुवोंल यौ देखिबेर कि के हुणिवॉल छु, उनुधैं कौ, "प्रभु! के हम इनुमिं हम्ल करनू?" और उनुमिंबे एकल महायाजकक नौकरक कान एक ठुल छुरल उडै़ दे, पर यीशुल कौ, "ना, ना, भौत है गो।" और उनुल वीक कान छुबेर भल करि दे। 48 फिर यीशुल भीड़ धैं कौ, "मील के कसूर करि रॉखौ कि तुम मिकैं पकड़णक लिजी जांठ-तलवार लिबेर ऐ राछा? 49 जब मी रोज परमेश्वरक भवन मिं उपदेश दिनै तुमर दगाड़ छी, तब तुमुल मिकैं नी पकड़। पर ऑब यौ यैक लिजी हुणौ कि परमेश्वरक बचन पुर हो।" 46 तब उनुल यीशु कैं पकड़िबेर आपण कब्ज मिं करि ले। 50 पर उनार शिष्य उनुकैं छोड़िबेर भाजि पड़ीं।
यीशु यहूदी न्यायालयक सामण (मरकुस १४:५३-६५)
53 उं यीशु कैं महायाजकक पास ली गेईं। वां दुसॉर याजकोंक सैप, धर्म गुरु और प्रधान पैली बटी जॉम छी। 54 यीशु है थ्वाड़ दूर-दूर रैबेर पतरस महायाजकक दरबारक पटाङण तलक गो और वां चौकदारोंक दगाड़ भैबेर ऑग तापण भैटौ। 55 महायाजक और सॉर यहूदी न्यायालयक सदस्य यीशु कैं मरूणक विचारल उनर खिलाफ गवाहीक तलाश मिं लागि राछी, पर उ नि मिलि। 56 भौतै मैंसोंल तो उनर खिलाफ झुटि गवाही लै दे पर उनार बयान आपस मिं मेल नि खाणाछी। 57 तब थ्वाड़ मैंस उठीं और उनुल यीशुक खिलाफ यौ झुटि गवाहि दे, 58 "हमुल यौ मैंस कैं यस कूण सुणि रॉखौ कि मी यौ हातक बणाई परमेश्वरक भवन कैं उधारिबेर तीन दिनक भितेर यैक बदाव एक दुसर भवन बणै द्यूंल जो कि हातल बणि नि हो।" 59 लेकिन यौ बातोंक बारि मिं लै उनार बयान एक-दुसरक दगाड़ नि मिलणाछी। 60 वीक बाद महायाजकल ठॉड़ हबेर यीशु धैं पुछौ, "यौ तुमर विरोध मिं जो गवाही दिणईं, के त्यर पास यैक क्वे जबाब न्हाति?" 61 पर यीशु चुप रईं और उनुल के नि कौय। फिर महायाजकल यीशु धैं पुछौ, "के तु सांचि मिं मुक्तिदाता और परम आराध्य परमेश्वरक च्यल छै?" 62 यीशुल जबाब दे, "होई, मी वी छूं। और तुम मिकैं सर्व शक्तिमान परमेश्वरक दैण तरफ भैटी और बादोवों मिं दुबार उण देखला।" 63 यौ सुणिबेर महायाजकल रीशल आपण आङक लुकुड़ फाड़िबेर कौ, "ऑब हमुकैं और क्वे लै गवाहीक के जरूवत न्हैं। 64 हमुल खुद परमेश्वरक बुराइ आपण कानोंल सुणि है! ऑब बताओ कि तुम सबोंकि यैक बारि मिं के राय छु?" तब उं सबोंक यौ फैसॉल हौ कि यीशु कैं प्राण दंड मिलण चैं। 65 तब थ्वाड़ मैंस यीशु मिं थुकुण, उनर ऑखों मिं पट्टी बादिबेर उकैं घुस्स मारण, और पुछण लागीं कि बता, तुकैं कैल मारौ? और सिपैनोंल लै यीशु कैं थप्पड़ मारीं।
पतरसक यीशुक इन्कार (मरकुस १४:६६-७२)
66 यौ बीचै जब पतरस पटाङण मिं बैठि रौछी, जब महायाजककि एक नौकराणि वां ऐ। 67 जब वील पतरस कैं वां ऑग तापण देखौ, तब भौत ध्यानल उकैं देखिबेर कौ, "तु लै तो उ नासरत गौंक यीशुक दगड़ु छै।" 68 यौ सुणिबेर पतरसल कौ, "मी नी जाणन कि तु के कूणैछै।" यौ कून-कूंनी पतरस द्वार तलक पुजि रौछी, तब उभतै मुर्गल बांक दे। 69 यैक थ्वाड़ देर बाद जब उ नौकराणिल पतरस कैं दुबार वां देखौ, तब वील फिर कौ, "यौ मैंस लै उनुमिं बे एक छु।" 70 पतरसल दुबार फिर यीशुक इन्कार करिबेर कौ, "नै, नै मी यौ मैंसक दगाड़ तो दूर यकैं जाणन लै न्हैंतियूं।" तब थ्वाड़ देर बाद वां ठॉड़ हई मैंसोंल पतरस धैं कौ, "यौ बात पक्कि छु कि तु लै यीशुक दगड़ुवों मिंबे एक छै, किलैकि तु लै गलीली छै। यैक अंताज हमुल तेरि भाषा बे लगै है।" 71 वीक बाद पतरस उनर सामण परमेश्वरक यौ कसम खॉण भैटौ, "मी उ मैंस कैं नि जाणन जैक बारि मिं तुम कूणाछा!" 72 उभतै मुर्गल दुसर बारि बांक दे। तब पतरस कैं यौ बात याद ऐ जो यीशुल उधैं कै रॉखछी कि आज मुर्गक द्वी बारि बांक दिण है पैली तु म्यर तीन बारि इन्कार करलै। तब पतरस कैं भौतै दु:ख हौ कि मील यौ के करौ, और उ जोर-जोरल डाड़ मारण लागौ।
यीशु राजपालक सामण (मरकुस १५:१-२०)
1 जस्सै रात्ति है तब न्यायालयॉक मैंस आपस मिं बात करण भैटीं कि हम यीशु मिं दोष कसिक लगै सकनू। तब उं उनुकैं बादिबेर रोमी राजपाल पिलातुसक पास ली गेईं और उनुल उकैं बता, "यौ आपुं कैं यहूदियोंक रॉज बतूणौ!" 2 तब पिलातुसल यीशु धैं पुछौ, "के तु यहूदियोंक रॉज छै?" यीशुल कौ, "जस तुम कूणाछा, यस्सै छु।" 3 फिर याजकोंक सैपोंल यीशु मिं भौतै जादे झुट दोष लगाईं। 4 तब पिलातुसल यीशु धैं कौ, "तु जबाब किलै नि दिणयै? देख, यौ कतुक बातोंक बारि मिं तु मिं दोष लगूणईं!" 5 फिर लै यीशुल उकैं के जबाब नि देय। यौ देखिबेर पिलातुस कैं बड़ ताज्जुब हौ। 6 हर फसहक त्यारक मौक मिं पिलातुस एक कैदी कैं उनर लिजी छोड़ि दिंछी। 7 ऐल बरअब्बा नामक एक कैदी दंग-फसाद करणी मैंसोंक दगाड़ कैदखाण मिं बन्द छी जैल दंग फसाद मिं खून करि रॉखछी। 8 तब मैंस पिलातुसक पास आईं और उधैं विनती करिबेर कूण लागीं, "जस्सै तुमुल आज तलक हमर लिजी करि रॉखौ, उस्सै आइ लै करो।" 9 पिलातुसल उनुधैं पुछौ, "तुम के चांछा कि मी तुमर लिजी यीशु जकैं तुम यहूदियोंक रॉज कूंछा, उकैं छोड़ि दियूं?" 10 पिलातुसल यस यैक लिजी कौ किलैकि उ जाणछी कि याजकोंक सैपोंल चिढ़बेर यीशु कैं पकड़ै रॉखछी। 11 लेकिन याजकोंक सैपोंल मैंसों कैं भड़कै रॉखछी कि यीशु कैं न, पर बरअब्बा कैं हमर लिजी छोड़ि दियो, और सब मैंसोंल यस्सै कौ। 12 यौ सुणिबेर फिर पिलातुसल बात करिबेर उनुधैं पुछौ, "जकैं तुम यहूदियोंक रॉज कूंछा, वीक मी के करूं? बताओ, तुम के चांछा?" 13 उनुल चिलैबेर कौ, "उकैं मारणक लिजी सूली मिं टांकि दियो!" 14 तब पिलातुसल उनुधैं पुछौ, "किलै, यैल के गलती करि रॉखी?" लेकिन मैंसोंल और लै जादे जोरल चिल्लाट पाड़िबेर कौ, "उकैं सूली मिं टांकि दियो!" 15 पिलातुस भीड़ कैं खुशि करण चांछी और यैक लिजी वील बरअब्बा कैं उनर लिजी छोड़ि दे। और यीशु कैं हन्टरैकि अत्था मार लगवैबेर सूली मिं चणूढ़क लिजी सिपैनोंक हात मिं दी दे। 16 तब सिपै यीशु कैं रोमी राजपालक महलक भ्यार बे पटाङण मिं ली गेईं और उनुल आपणि पुरि पलटण कैं वां बुलै ले। 17 और उनुल यीशु कैं बैगनी रंगक लुकुड़ पैराईं जस एक रॉज पैरछी और कॉनोंक एक मुकुट बणैबेर यीशुक ख्वर मिं लगै दे। 18 और उं मजाकल यीशु कैं सलामी दिण भैटीं और यौ कूण भैटीं, "हे, यहूदियोंक रॉजज्यू, तुमुकैं हमर नमस्कार छु!" 19 और उं यीशुक ख्वर मिं लाकड़क सिंटल मारणाछी और उनुमिं थुकणाछी और फिर मजाकल चौड़ हबेर उनर अघिल बे पैलाग करनै जाणाछी। 20 जब उनुल जमिबेर उनेरि हसि करि हैछी तब उनार बैगनी लुकुड़ कैं उतारिबेर उनुकैं उनरै लुकुड़ पैराईं। और फिर उनुकैं सूली मिं चढ़ूणक लिजी वांबे भ्यार ल्याईं।
यीशु सूली मिं चढ़ाई जाणौ (मरकुस १५:२१-३२, लूका २३:३९-४३)
21 सिपै यीशु कैं सूली मिं चढू़णक लिजी नगरक भ्यार ली जाणाछी। उ बखत कुरेनी शिमोन नामक एक मैंस यरुशलेम जैबेर उ बॉट उणौछी। सिपैनोंल उकैं पकड़ौ और यीशुक सूली कैं ली जाणक लिजी मजबूर करि दे। 22 और उं यीशु कैं गुलगुत्ता नामक जॉग मिं लिगेई जैक अर्थ छु खोपड़िक जस जॉग। 23 वां सिपै अंगूरक रस मिं दवाई खितिबेर यीशु कैं दिण भैटीं, ताकी उं कील ठोकण पर पीड़ कम चिताओ, पर उनुल नि पेय। 24 वीक बाद उनुल उनुकैं कील ठोकिबेर सूली मिं टांकि दे। और उनार लुकड़ों कैं आपस मिं बॉटणक लिजी कि कै कैं के मिलो कैबेर परची खितिबेर आपस मिं बांटि लेईं। 25 जब उनुल यीशु कैं सूली मिं चढ़ा, उ बखत रातियक नौ बाज राछी। 26 उनुल उनर सूली मिं यौ दोषपत्र टांकि दे कि यौ यहूदियोंक रॉज छु। 27 और उनर दगाड़ द्वी डॉक लै अलग-अलग सूली मिं चढ़ै रॉखछी, एक कैं दैण तरफ और दुसर कैं बौं तरफ। 29 जब यीशुक पास बे मैंस जाणाछी, तब उं मुनेय हलकै हलकैबेर कूणाछी, "अरे वाह, तु तो वी छै जो यस कुंछिए कि मि परमेश्वरक घर कैं उधारिबेर फिर तीन दिन मिं तैय्यार करि द्यूंल। 30 पर तु ऑब सूली बे भीमें उतरिबेर आपुं कैं बचा!" 31 और इसिकै याजकोंक सैपोंल और धर्म गुरुओंल लै यीशुकि हसि करी। और उं आपस मिं कूण भैटीं, "यैल दुसरों कैं बचा, के यौ आपुं कैं नि बचै सकना? 32 अगर यौ मुक्तिदाता छु और सांचि मिं यहूदियोंक रॉज छु, तब उ सूली बे तलि उतरि आल। तब हम विश्वास करुंल कि उ परमेश्वरक भेजी जन छु!" 39 यीशुक बगल मिं लटकाई एक डॉक यीशु धैं कूण लागौ, "तु मुक्तिदाता छै, नै? ऑब तु आपुंकैं यौ सूली बे बचा, और हमुकैं लै!" 40 लेकिन दुसर डॉकुल उकैं नड़कैबेर कौ, "के तु परमेश्वर देखि नि डरनै? 41 हमुकैं हमर करनीक सही सजा मिलि रै, लेकिन इनुल क्वे ले कसूर नि करि रॉख।" 42 यौ कैबेर वील यीशु धैं कौ, "यीशुज्यू, जब तुम आपण राज मिं आला, तब तुम मिकैं नि भुलिया।" 43 तब यीशुल उधैं कौ, "मी तुधैं सांचि कूंनू, तु आजै म्यर दगाड़ स्वर्ग मिं ह्वलै।"
यीशुकि मौत (मरकुस १५:३३-४१, मती २७:४९)
33 दिन दोफरि मिं पुर दुनी मिं अन्यार हौ और तीन बॉजी तलक रौ। 34 तब तीन बॉजी यीशुल आपणि भाषा मिं जोरल पुकारौ, "एलोई, एलोई, लमा सबकतानी?" जैक मतलब छु, "हे म्यर परमेश्वर, हे म्यर परमेश्वर, तुमुल मिकैं किलै छोड़ि दे?" 35 यौ सुणिबेर सामणी ठॉड़ हई थ्वाड़ मैंसोंल कौ, "देखो, यौ एलियाह नबी कैं पुकारणौ।" 36 इतुक मिं उनुमिंबे एक पनसोख्ता लगाई डंड लिबेर आ और उकैं सिरक मिं डुबैबेर यीशु कैं चुसणक लिजी लिगो। तब दुसरोंल कौ, "रुण दियो, ऑब हम देखनू कि एलियाह यकैं बचूणक लिजी उं या नी उण!" 37 यैक बाद यीशुक खाप बे जोरकि अवाज निकलणक बाद उनुल आपण प्राण छोड़ि देई। 38 तब यरुशलेम मिं परमेश्वरक भवनक पर्द मलि बटी तलि तलक फाटिबेर द्वी टुकुड़ है गोय। 39 जो रोमी सेनाक सैप यीशुक सामण ठॉड़ है रौछी, वील उनुकैं इसिक मरण कैं देखिबेर कौ, "सांचि मिं यौ मैंस परमेश्वरक च्यल छी!" 40 थ्वाड़ स्यैणी दूर ठॉड़ हबेर देखणाछी। जैमिं मरियम मगदलीनी, सलोमी, और नॉन याकूब और योसेसकि इज मरियम छी। 41 जब यीशु गलील मिं छी तब यौ स्यैणी उनर दगाड़ जांछी और उनेरि सेवा करछी। और वां और लै भौतै स्यैणी छी जो यीशुक दगाड़ यरुशलेम तलक आईं छी।
यीशुक दफनाई जाण (मरकुस १५:४२-४७)
42 ऑब ब्याव है गेछी और यौ अरामक दिन हबेर पैलियक दिन छी। 43 वां एक मैंस छी जैक नाम यूसुफ छी। उ यहूदी न्यायालयक इज्जतदार मैंस छी जो परमेश्वरक राज्यक भौतै इंतजारी मिं छी। उ हिम्मत करिबेर राजपाल पिलातुसक सामण गो और वील उधैं यीशुक लाश मांगी। 44 यौ सुणिबेर पिलातुस चौंक पड़ौ कि उ इदुक जल्दी मरि गो। तब वील सेनाक सैप कैं बुलवैबेर पुछौ कि यीशु कैं मरी कतुक बखत है गो? 45 तब सेनाक सैप बे यौ खबर कैं पैबेर कि यीशु सांचि मिं मरि गो, तब पिलातुसल यूसुफ कैं वीक लाश दिलवै दे। 46 तब यूसुफल एक कफन खरिदौ और यीशु कैं सूली मिंबे उतरौ। और वील उनुकैं कफन मिं लपेटिबेर एक बन्द उड्यार मिं खोदी कबर मिं धरि दे और कबरक द्वार मिं एक ठुलौ ढुङ लगै दे। 47 और मरियम मगदलीनी और योसेसकि इज मरियम यौ चै राछी कि उनुकैं कां धरणईं। और वीक बाद उं घर जैबेर उनुमिं लगूणक लिजी मश्याल और खुशबुदार इत्र तैय्यार करण लागीं।
कबर मिं पहरदार (मति २७:६२-६६)
62-63 दुसॉर दिन अरामक दिन छी याजकोंक सैपोंल और धर्म गुरुवोंल एक दगाड़ पिलातुसक महल मिं जैबेर उधैं कौ, "महारॉज, हमुकैं याद छु, कि उ धवक्क बाज यीशुल आपण ज्यून छिना कै रॉखछी, कि मी तिसॉर दिन ज्यून हूंल। 64 यैक लिजी, महारॉज, कबर मिं तिसॉर दिन तलक हिफाजत करणक हुकुम दी जाओ। कैं यस नि हो कि वीक शिष्य ऐबेर वीक लाश कैं लुकै दियो, और सब मैंसों धैं कवो कि उं मरियों मिंबे ज्यून है गेईं। यौ वीक पैलियक शिक्षा हबेर लै जादे खतरनाक ह्वल!" 65 यौ सुणिबेर पिलातुसल उनुधैं कौ, "ठिक छु, तुम पहरदार ली जाओ और जस लै भल समझछा वीक हिफाजतक तैय्यारी करो।" 66 यैक लिजी उनुल कबरक मूख मिं धरी ढुङ मिं मुहर लगै और चौकदार बैठैबेर उ कबरक हिफाजत करण लागीं।
यीशु ज्यून हुंनी (मती २८:१-१०, मरकुस १६:१-८, लुका २४:१०-११, यहूना २०:३)
1,2 दुसॉर दिन रात्ति पर एक ठुल भूचालक दगाड़ परमेश्वरक एक स्वर्गदूत यीशुक कबर मिं आ, और उ कबरक ठुल ढुङ कैं लुढ़कैबेर उमिं बैठि गोय। वीक मूख चमकदार और लुकुड़ सफेद छी। जब पौहरदारोंल यौ सब देखौ, उं डरिल मरी मैंसक चारि है ग्याय। 3 उ बखत मरियम मगदलीनी और थ्वाड़ दुसॉर स्यैणी खुशबुदार इत्र लिबेर कबर मिं उणाछी कि यीशुक लाश मिं लगूंल कैबेर। उं बॉट मिं आपस मिं यौ बात करणाछी, "हमर लिजी कबरक ठुल ढुङ कैं को हटाल?" 4 लेकिन जब उं वां पुजीं, तब उनुल देखौ कि द्वारक ठुल ढुङ हटी छु! और उं कबरक भितेर गेईं और यौ देखिबेर उं डरि पड़ीं कि सफेद रंगक लुकुड़ पैरी जवान दैण तरफ बैठि रौ। 5 तब स्वर्गदूतल उनुधैं कौ, "डरो झन, मी जाणनू कि तुम यीशु कैं चाणाछा जनुकैं सूली मिं चढ़ै रॉखछी। 6 उं यां न्हैंतिन, उं ज्यून है गेईं! जस उनुल कै रॉखछी, उस्सै हौ। देखो, तुम भली कै चै लियो। यौ वी जॉग छु जां उनुकैं धरि रॉखछी। 7,8 जलदी जैबेर यौ बात सब शिष्यों कैं बताया। और उनुधैं कया कि तुमुहै पैली उं गलील जॉल, वां तुम उनुकैं देखला।" तब उं स्यैणी खुशील दौड़नै शिष्योंक पास जाण लागीं। 9 जब उं बॉट मिं छी, तब इनुल एकदम यीशु कैं देखौ, और दौड़-दौड़बेर उनर खुटॉन मिं पड़ि पड़ीं। 10 और यीशुल उनुधैं कौ, "तुम डरो झन! जैबेर म्यार शिष्यों धैं कया कि गलील हुं जाओ, वां उं मिकैं देखॉल।" 10,11 और स्यैणियोंल दौड़बेर शिष्योंक पास जैबेर कौ, "यीशु ज्यून है गेईं, हमुल उनुकैं देखौ और उनुल हमर दगाड़ बात-चीत लै करी!" लेकिन शिष्योंल उनुधैं कौ, "तुम सब पगली ग्याछा!" तब लै पतरस और यहूना दौड़बेर कबर मिं गेईं कि वां के हौ कैबेर। 15 जब उनुल वां पुजिबेर यीशु मिं खिती कफनक अलावा के नि द्यख, तब उं दंग है ग्याय और लौटिबेर वापिस ऐ ग्याय।
याजकोंक झुट मशौद (मती २८:११-१५)
11 स्यैणियोंक जाणक बाद, कबरक पौहरदारोंल नगर मिं याजकोंक सैपोंक पास जैबेर उनुकैं बता कि के के हौ। 12,13,14 तब याजकोंक सैपोंल और प्रधानोंल मिलिबेर यौ फैसॉल करौ कि पौहरदारों कैं रुपैं दिबेर उनुधैं कूंल, "तुम मेंसों धैं यस कया, कि जब हम रात मिं सित राछी तब यीशुक शिष्य आईं और यीशुक लाश कैं चोरि ली गेईं। और अगर यौ बात राजपालक कानों तलक पुजि जालि, तब हम उनुकैं समझै द्यूंल और तुमुकैं यौ मुशीबत बे बचै ल्यूंल।" 15 तब उनुल रुपैं लिबेर उस्सै करौ जस उनुधैं कै रॉखछी। और उनुल यौ बात यहूदियों मिं फैलै दे।
शिष्योंक दगाड़ यीशुक भेट और खॉण (यहूना २०:१९, लुका २४:३७-४५)
19 यैक बाद जब ब्याव बखत शिष्य यहूदियोंक नेताओंक डरिल घर भितेर घुंच लगैबेर बात करणाछी, तब एकाएक यीशु उनर बीच मिं आईं और उनुधैं कौ, "तुमुकैं शांति मिलो!" 37 उं यीशु कैं देखिबेर दंग हबेर सोचण लागी कि कैं यौ क्वे भूत तो न्हैं? 38 यीशुल उनुधैं कौ, "तुम सब किलै डरणाछा? तुमुकैं भैम किलै है रौ? 39 म्यर हात और खुट देखो, मी छूं। मी मिं हात लगैबेर देखो कि मी छूं, किलैकि भूत मिं हडिक और मास नि हुंन, जस तुम मी मिं देखणाछा।" 40 यस कैबेर यीशुल आपण हात और खुट दिखाईं। 41 यौ सब देखिबेर उनुकैं खुशीक मारी विश्वास नि हुणौछी और उं दंग हबेर चाइये रै ग्याय। तब यीशुल कौ, "के तुमर पास यां खॉणक लिजी के छा?" 42 उनुल उकैं मॉछक एक टुकूण दे, 43 और यीशुल उनर सामण यौ खा। 44 फिर यीशुल उनुधैं कौ, "जब मी तुमर दगाड़ छी, तब मील कै रॉखछी, कि धर्म-शास्त्र मिं म्यर बारि मिं जे ले लिख रॉखौ, वीक पुर हुण पक्क छु।" 45 यीशुल उनुकैं समझा कि परमेश्वरक वचनक अनुसार मुक्तिदाता कैं आपण महिमाक पद मिलण हबेर पैली भौत दु:ख-पीड़ उठैबेर मरण और तिसर दिन फिर ज्यून हुण जरूड़ी छी। और यौ सब कूणक बाद उनर सामण बे यीशु न्है ग्याय।
शिष्योंक दगाड़ फिर यीशुक भेट (यहूना २१:३-१३)
3 यैक थ्वाड़ बखत बाद पतरसल दुसॉर दगड़ुवों धैं कौ, "मी मॉछ पकड़णक लिजी जांनू।" उनुल कौ, "हम लै त्यरै दगाड़ हिटनू।" तब उं मॉछ पकड़णक लिजी नाव मिं चढ़ीं और सॉर रात जाव खितीं, पर एक लै मॉछ नि मार। 4 रात्ति हुण बखत यीशु समुद्रक किनॉर मिं आईं, पर शिष्योंल उनुकैं नि पछ्याण कि उं यीशु छन। 5 यीशुल उनुधैं कौ, "दगड़ुवो, तुमर पास खॉणक लिजी के छा?" उनुल जवाब दे, "हमर पास के लै न्हैं।" 6 तब यीशुल उनुधैं कौ, "नावक दैण तरफ आपण जाव खितो, तब तुमुकैं मॉछ मिलॉल।" तब उनुल आपण दैण तरफ जाव खिती और उमिं इतुक जादे मॉछ लागीं कि उं जाव कैं लै नि खेंच सक। 7 तब यहूनाल पतरस धैं कौ, "यौं तो प्रभु छन!" यौ सुणिबेर पतरसल झट्ट कुर्त पैरौ किलैकि वील उ उतारि रॉखछी। और उ यीशुक पास जाणक लिजी पाणि मिं कूद पड़ौ। 8 दुसॉर शिष्य मॉछोंल भरी जाव कैं खींचबेर बगड़ मिं ली गेईं। 9 किनॉर मिं ऐबेर उनुल क्वैल मिं मॉछ और र्वाट धरी देखीं। 10 तब यीशुल उनुधैं कौ, "तुमुल ऐल जो मॉछ मॉर रॉखीं, उनुमिंबे थ्वाड़ ल्याओ।" 11 पतरस नाव मिं चढ़िबेर जाव कैं किनॉर मिं खींच ल्या। जाव मिं एक सौ तिरपन्न ठुल मॉछ छी, इदुक मॉछ उ जाव मिं हुण पर लै उ नि फाटि। 12 तब यीशुल उनुधैं कौ, "आओ, ऑब खॉण-पिण खै लियो।" शिष्यों मिंबे कैकणी यौ पुछणकि हिम्मत लै नि हई कि तुम को छा? उं जाणछी कि उं प्रभु छन। 13 यैक बाद यीशुल उनुकैं र्वाट और मॉछ खॉणक लिजी देईं।
पतरस कैं यीशुक माफि (यहूना २१:१५-१७)
15 खॉण खॉणक बाद यीशुल शिमौन पतरस धैं कौ, "शिमौन, यहूनाक च्यला, के तु इनुहै जादा प्रेम मिकैं करछै?" वील जवाब दे, "प्रभु, तुम जाणछा कि मी तुमुकैं प्रेम करनू।" उनुल कौ, "म्यार नॉनतिनोंक याद-फाम कर।" 16 यीशुल फिर दुसर बारि उधैं कौ, "शिमौन, यहूनाक च्यला, के तु मिधैं प्रेम करछै?" वील कौ, "प्रभु, तुम खुद जाणछा कि मी तुमुकैं प्रेम करनू।" यीशुल कौ, "तब तु म्यार मैंसोंक देख-भाल कर।" 17 यीशुल फिर तिसर बारि कौ, "शिमौन, यहूनाक च्यला, के तु मिकैं प्रेम करछै?" यौ सुणिबेर पतरस कैं भौत दु:ख हौ कि यीशुल उधैं तिसर बारि यौ पुछौ कि तु मिधैं प्रेम करछै? वील फिर यौ जवाब दे, "प्रभु, तुम सब जाणछा, तुमुकैं पत्त छु कि मी तुमुधैं प्रेम करनू!" फिर यीशुल उधैं कौ, "म्यार मैंसोंक याद-फाम कर।" (यीशुल पतरस धैं तीन बार पुछौ कि के तु मिधैं प्रेम करछै, किलैकि पतरसलल पैली यीशु कैं तीन बार इनकार करि देछी। लेकिन यीशुल वीक इनकार नी कर और उकैं माफ करौ, और उकैं बता कि तु फिर लै मेरि सेवा करि सकछै।)
यीशुक स्वर्ग मिं उठाई जाण (मती २८:१६-२०, प्रेरितों १:१-१०)
16 यैक बाद इग्यार शिष्य एक डॉन मिं गेईं जां जाणक हुकुम यीशुल उनुकैं दी रॉखछी। 17 वां पुजिबेर इनुल यीशुकि बढ़ाई करी। लेकिन कैकणी-कैकणी शक लै हौ। 18 तब यीशु इनर पास आईं और इनुधैं कौ, "मिकैं स्वर्ग और धरतिक पुर अधिकार दी रॉखौ। 19 यैक लिजी तुम जैबेर सब जातियोंक मैंसों कैं म्यर शिष्य बणाओ और उनुकैं पिता परमेश्वर, मी उनर पुत्र और हमर पवित्र आत्माक नामल पाणिक बपतिस्मा दियो। 20 और मील जो-जो हुकुम तुमुकैं दी रॉखी, तुम उं सब उनुकैं मानण सिखाओ। देखो, मी दुनियॉक अंत तलक हमेशा तुमर दगाड़ रूंल।" 4 उनुल आपण शिष्यों कैं यौ हुकुम दिबेर कौ, "तुम म्यर जाणक बाद यरुशलेम कैं नि छोड़िया, पर परमेश्वरक बातक पुर हुणक इंतजार करिया, जो मील तुमुकैं बतै रॉखछी। 5 जसिक तुमुल यहूना बे पाणिक-बपतिस्मा ले, उसिकै ऑब तुम परमेश्वर बे पवित्र-आत्माक बपतिस्मा लै पाला।" 6 शिष्योंल उधैं पुछौ, "हे प्रभु, के तुम रोमियों कैं हरैबेर इस्रायल राज कैं ऐलै दुबार बणाला?" 7 उनुल जबाब दे, "बखत और कालक बारि मिं जो पिता परमेश्वरल ठेरै रॉखौ, वीक बारि मिं तुम नि सोचौ। 8 पर जब पवित्र आत्मा तुमुमिं आल, तब तुम सामर्थ पाला। और यरुशलेम, यहूदिया, सामरिया और पुर धरतिक वाण-क्वाणों मिं तुम म्यार गवाह ह्वाल।" 9 फिर उनर देखन-देखनै यीशु स्वर्ग मिं उठाई गेईं, और बादोवल ऐबेर उनुकैं उनर ऑखों बे छोप दे। 10 जब उं मलिकै चैराछी, तब अचानक सफेद लुकुड़ पैरी द्वी मैंस उनार सामण ठॉड़ हबेर उनुधैं कूण लागीं, "ओ गलीली मैंसों, तुम अगाशक तरफ के चैराछा? यौ यीशु जनुकैं तुम स्वर्ग मिं जाण देखणाछा, एक दिन उं दुबार इसिकै आल।" यैक बाद शिष्य फिर यरुशलेम आईं।