योहन
बचन जो काया माय आयो
1 आदी माय बचन थो, अने बचन परमेसर का गेले थो अने बचनीज परमेसर थो। 2 योज आदी माय परमेसर का गेले थो। 3 सगळो कंई उकासेज बण्यो अने जो कंई बण्यो, उका माय से कंई बी असो हयनी जो उकासे नी बण्यो। 4 उका माय जीवन थो अने उ जीवनीज मनख को उजाळो थो। 5 अने उजाळो इन्दारा माय चळके पण इन्दारा ने उके मान्यो हयनी। 6 परमेसर आड़ी से मोकल्यो होयो एक मनख आयो जेको नाम योहन थो। 7 उ इकासरु आयो के उना उजाळा को गवा बणे के सगळा उकी वजासे उजाळा माय बिसास करे। 8 योहन खुद तो उ उजाळो नी थो पण इकासरु आयो थो के लोगहुंण के उना उजाळा की गवई दे। 9 उ सांचो उजाळो जो हरेक मनख के ज्ञान-जोत दे जग माय आणे वाळो थो 10 उ जग माय थो अने जग उकी वजासे बण्यो अने जग ने उके पेचाण्यो हयनी। 11 उ अपणा घरे आयो अने उका अपणा लोगहुंण ने उके नी मान्यो। 12 पण जितरा ने उके मान्यो, उने परमेसर का बेटा होवा को हक उणके द्यो, जो उका नाम पे बिसास राखे। 13 वी नी तो लोई से, नी काया की मरजी से, अने नी मनख की मरजी से, पण परमेसर से जन्म्या हे। 14 अने बचन जो किरपा अने सच्चई से भर्यो थो काया धारी हुई ने हमारा अदाड़ माय र्यो अने हमने उकी असी म्हेमा देखी जसी पिता का एखला बेटा की म्हेमा। 15 योहन ने उका बारामें गवई दई अने चिल्लाड़ी-चिल्लाड़ी के बोल्यो यो उज हे जेका बारामें म्हने क्यो थो उ जो म्हारा पाछे आणे वाळो हे म्हार से अगड़े हे क्योंके उ म्हार से पेलां थो 16 क्योंके उकी पुरणता माय से सगळा ने पई याने किरपा पे किरपा। 17 क्योंके नेम-बिधान मूसा से मिळ्यो पण किरपा अने सच्चई तो ईसु मसीह से मिळी। 18 परमेसर के कइंका ने कदी नी देख्यो परमेसर एखलो, जो पिता का खोळा माय हे उनेज उके परगट्यो।
योहन की गवई
19 योहन की गवई या हे के जदे यहूदिहुंण ने उका कने यरुसलेम नगर से परमेसर का लेवी सेवकहुंण अने पुरोहितहुंण के पुछणे मोकल्या के "तू कुंण हे" 20 तो योहन ने मानी ल्यो के हूं मसीह हयनी। 21 जदे उणने उकासे पुछ्यो के, तू कंई एलियाह नबी हे? योहन ने क्यो, "हूं हयनी।" उणने क्यो "कंई फेर तू उ नबी हे?" उने जुवाब द्यो "हयनी"। 22 जदे उणने उकासे पुछ्यो तो फेर तू हे कुंण, के हम उके कंई जुवाब दां जेने हमारे मोकल्या? 23 उने क्यो, जसा के यसायाह नबी ने क्यो थो : "हूं मांळ माय एक हेला पाड़वा वाळा को हेलो हूं, 'परभु सरु मारग सुदो बणाव!" 24 ई लोगहुंण तो फरीसिहुंण आड़ी से मोकल्या ग्या था। 25 तो उणने उकासे पुछ्यो जदे तू मसीह हयनी, एलियाह हयनी अने उ नबी हयनी फेर तू बपतिसमो कायसरु दई र्यो हे। 26 योहन ने उणके जुवाब द्यो "हूं तो पाणी से बपतिसमो दूं हे पण तमारा अदाड़ माय एक जणो उब्यो हे जेके तम नी जाणो हो। 27 उ उज मसीह हे जो म्हारा पाछे आणे वाळो हे अने जेकी पन्नी उठाड़वा लायक हूं हयनी। 28 ई बात यरदन का वय्यांड़ी बेतनिय्याह गांम माय हुई जां योहन बपतिसमो देतो थो।
परमेसर को मेमणो
29 दूसरा दन उने ईसु के अपणा आड़ी आता देखी के बोल्यो, "देखो परमेसर को मेमणो, जो जग को सगळो पाप उठई लई जाय हे। 30 यो उज मसीह हे जेका बारामें म्हने क्यो थो के म्हारा पाछे एक जणो अई र्यो हे, जो म्हार से अगड़े हुई ग्यो, क्योंके उ म्हार से पेलां थो। 31 अने हूं - उके नी जाणतो थो पण हूं इकासरु पाणी से बपतिसमो देतो आयो, के उ इसराइल जात पे परगट हुई जाय। 32 अने योहन ने यूं केता होया गवई दई, "म्हने असमान के खुलतो होयो अने आतमा के कबुतर सरीको उतरतो देख्यो हे अने उ ईसु का अदरे अई बेठ्यो। 33 अने हूं तो उके नी जाणतो थो पण जेने म्हारे पाणी से बपतिसमो देणे मोकल्यो उनेज म्हारे क्यो, 'जे पे तू पवित्तर आतमा के उतरतो अने ठेरतो देखे पवित्तर आतमा से बपतिसमो देणे वाळो योज हे'। 34 म्हने देख्यो अने गवई दई हे के योज परमेसर को बेटो हे।"
चेलाहुंण के छांट्यो जाणो
35 पाछो दूसरा दन योहन अपणा चेलाहुंण माय से दो का गेले उबो थो। 36 अने उने ईसु के जातो होयो देखी के बोल्यो, "देखो परमेसर को मेमणो।" 37 जदे दोई चेला योहन की बात सुणी के ईसु का पाछे हुई ग्या। 38 ईसु ने पलटी के उणके अपणा पाछे आता देख्या तो उ बोल्यो, "तम के के ढुंडी र्या?" वी बोल्या, "हे रब्बी (याने हे गरु) तू कां रे हे?" 39 उ उणकासे बोल्यो, "चल्या चलो तो देखी लोगा।" तो उणने जई के देख्यो के उ कां रई र्यो हे अने उना दन वी उका गेले र्या, क्योंके सांज का करीब चार बजी चुक्या था। 40 उना दोई माय से जिणने योहन की बात सुणी अने ईसु का पाछे होया था एक तो सिमोन पतरस को भई अन्द्रियास थो। 41 उने पेलां अपणा सगा भई सिमोन से मिळी के उकासे बोल्यो, "हमारे मसीह याने ख्रीष्ट मिळी ग्यो हे।" 42 अने उ उके ईसु कने ल्यायो। ईसु ने उका आड़ी देखी ने बोल्यो, "तू योहन को बेटो सिमोन हे। तू केफा याने पतरस केवायगा।"
फिलिप्पुस अने नतनएल
43 दूसरा दन ईसु ने गलील जावा को मंसूबो कर्यो अने फिलिप्पुस के पई के उकासे बोल्यो, "म्हारा पाछे चल्यो चल।" 44 फिलिप्पुस तो अन्द्रियास अने पतरस का नगर बेतसेदा को थो। 45 फिलिप्पुस ने नतनएल से मिळी के उकासे बोल्यो, "जेका बारामें मूसा अने, नेम अने, नबिहुंण ने बी लिख्यो हे उ हमारे मिळी ग्यो, याने यूसफ को बेटो, नासरत नगर को ईसु।" 46 अने नतनएल ने उकासे क्यो, "अरे! नासरत से बी कइंकी अच्छी चीज निकळी सके?" फिलिप्पुस उकासे बोल्यो, "अई के देखी ले।" 47 ईसु ने नतनएल के अपणा आड़ी आतो देखी के उका बारामें बोल्यो, "देखो सांची माय एक इसराइली जेका माय कईं को खोट हयनी।" 48 नतनएल उकासे बोल्यो, "तू म्हारे कसे जाणे हे?" ईसु ने उके जुवाब देतो होयो क्यो, "इका पेलां के फिलिप्पुस ने थारे तेड़्यो, जदे तू अंजीर का झाड़ का निच्चे थो। म्हने थारे देख्यो थो।" 49 नतनएल ने उके जुवाब द्यो, "गरु, तू परमेसर को बेटो हे, तू इसराइल को राजो हे।" 50 ईसु उकासे बोल्यो, "म्हने थार से क्यो के म्हने थारे अंजीर का झाड़ निच्चे देख्यो, कंई तू इकासरु तो बिसास नी करी र्यो हे? तू इणकासे बी बड़ा-बड़ा काम देखेगा।" 51 उ पाछो बोल्यो, हूं थार से सांची सांची कूं के तम सरग के खुल्यो अने परमेसर का सरगदूतहुंण का गेले हूं मनख का बेटा के निच्चे उतरता अने अदरे चड़ता देखोगा।
गलील का काना नगर माय ब्याव
1 तीसरा दन गलील का काना नगर माय एक ब्याव थो, अने ईसु की मेतारी बी वां थी। 2 ईसु अने उका चेलाहुंण बी उना ब्याव माय नोत्या ग्या था। 3 जदे दाखरस घटी ग्यो तो ईसु की मेतारी ने उकासे क्यो, "उणका कने दाखरस हयनी।" 4 तो ईसु बोल्यो, "हे नारी तम म्हार से कायसरु कई र्या हो? म्हारो बखत अबी नी आयो।" 5 उकी मेतारी ने सेवकहुंण से क्यो, "जो कंई उ तमार से के उज करजो।" 6 वां यहूदिहुंण के सुद्द करवा की रीति मुजब तरास्या भाटा का छेः भोमळ्या धर्या था, एक-एक माय बीस से तीस मण समातो थो। 7 ईसु ने उणकासे क्यो, "भोमळ्याहुंण के पाणी से उबराता भरी लाखो उणने उणके उबराता भरी लाख्या। 8 ईसु ने उणकासे क्यो, "अबे थोड़ोक हेड़ी के रसोइया का परधान कने लई जाव।" अने वी लई ग्या। 9 जदे रसोइया का परधान ने उना पाणी के चाख्यो जो दाखरस बणी ग्यो थो उ नी जाणतो थो के यो कसे आयो पण जेना सेवक चाकरहुंण ने पाणी हेड़्यो थो वी जाणता था। तो रसोइया का परधान ने लाड़ा के तेड़्यो। 10 अने उकासे बोल्यो "हर मनख पेलां अच्छो दाखरस दे अने जदे मनखहुंण पीके छाकी जाय तो घट्यो पिवाड़े पण तने तो अच्छो दाखरस अबी तक बचई राख्यो।" 11 असतरा गलील का काना माय ईसु ने अपणो पेलो अदभुद चमत्कार के सुरु करिके अपणी म्हेमा परगटी, अने उका चेलाहुंण ने उका पे बिसास कर्यो। 12 इका बाद ईसु, उकी मेतारी, उका भई-बेनहुंण अने चेलाहुंण कफरनहूम सेर-गांम ग्या अने वां थोड़ाक दन र्या।
मन्दर के सुद्द करनों
13 यहूदिहुंण को फसह को तेवार कने थो अने ईसु यरुसलेम नगर ग्यो। 14 अने मन्दर माय उने बेल, गाडर अने कबुतर बेचवा वाळाहुंण के अने दलालहुंण के बेठ्या देख्या। 15 अने रासहुंण को एक कोड़ो बणायो अने उना सगळा के गाडरहुंण अने बेलहुंण का गेले मन्दर से बायरे हेड़ी लाख्या। अने दलालहुंण का सिक्काहुंण के बखेरी लाख्या अने तखतहुंण के उलटी लाख्या। 16 अने कबुतर बेचवा वाळा से बोल्यो, "इणके यां से बायरे लई जाव। म्हारा पिता परमेसर का घर के बेपार को घर मती बणाव।" 17 झट उका चेलाहुंण के रियाद आयो के लिख्यो हे, "थारा घर को लगाव म्हारे खई जायगा।" 18 इकासरु यहूदिहुंण ने ईसु के जुवाब द्यो, "तू जो करे तो हमारे कां की सेलाणी बताड़े हे? अने यो केका हक से करे? 19 ईसु ने जुवाब देतो होयो उणकासे क्यो, "इना मन्दर के ढळ्डई लाखो अने हूं इके तीन दन माय पाछो उबो करी दूंवां।" 20 इका पे यहूदिहुंण ने क्यो, "इना मन्दर के बणावा माय छयाळीस बरस लाग्या हे। कंई तू इके तीन दन माय उबो करी लाखेगा?" 21 पण उ तो अपणी काया का मन्दर का बारामें कई र्यो थो। 22 इकासरु जदे उ मर्या माय से जी उठ्यो तो उका चेलाहुंण के रियाद अई के उने क्यो थो, अने उणने पवित्तर सासत्तर का अने उना बचन के जो ईसु ने क्यो थो बिसास कर्यो।
ईसु मनख का सुभाव के जाणे
23 जदे उ फसह का तेवार का बखत यरुसलेम नगर माय थो तो घणा लोगहुंण ने उनी सेलाणी के जिणके उ दिखाड़तो थो देखी के उका पे बिसास कर्यो। 24 पण जां तक ईसु को नातो थो उने अपणा खुद के उणका भरोसे नी छोड़्यो, क्योंके उ सगळा के जाणतो थो। 25 तो उके इनी बात की जरुवत नी थी के कईं को मनख कइंका मनख का बारामें गवई दे। क्योंके उ खुद जाणतो थो के मनख का हिरदा माय कंई हे।
ईसु अने नीकुदेमुस
1 फरीसिहुंण माय से नीकुदेमुस नाम को एक मनख थो जो यहूदिहुंण को बड़ो हाकिम थो। 2 उने रात माय ईसु कने अई के क्यो, "हे गरु हम जाणा के तू परमेसर आड़ी से गरु हुई के आयो क्योंके इना अचरजहुंण के जो तू दिखाड़े कईं को बी दिखई नी सके जदत्तक के परमेसर उका गेले नी रे।" 3 ईसु ने उके जुवाब द्यो हूं थार से सांची-सांची कूं के "जदत्तक कईं को नवा सिरा से जनमनी लई ले, उ परमेसर को राज नी देखी सके। 4 नीकुदेमुस ने उकासे क्यो, "डोकरो मनख कसे जनम लई सके? कंई अपणी मेतारी की कोख माय दूसरी कावा जई के जनम लई सकतो हे?" 5 ईसु ने जुवाब द्यो, "हूं थार से सांची-सांची कूं के जदत्तक कईं को मनख पाणी अने आतमा से नी जनमे उ परमेसर का राज माय जई नी सके।" 6 जो काया से जन्म्यो उ काया अने जो आतमा से जन्म्यो उ आतमा हे। 7 चकराय मती के म्हने थार से क्यो, "जरुरी हे के तू नवो जनम लई ले। 8 बायरो जइय्यांड़ी चावे वय्यांड़ी चले हे अने तू उकी सरसराहाट सुणे पण या नी जाणे के कंय्यांड़ी आवे अने कंय्यांड़ी जावे। जो मनख आतमा से जन्म्यो हे उ असोज हे। 9 नीकुदेमुस ने उकासे क्यो, "यो सगळो कसे हुई सके?" 10 ईसु ने नीकुदेमुस से क्यो, "कंई तू इसराइलहुंण को गरु हयनी, फेर बी इनी बातहुंण के नी समजी सके? 11 हूं थार से सांची-सांची कूं के हम जो जाणा उज बोलां हे अने जेके हमने देख्यो उकी गवई दां हे। अने तम हमारी गवई मानो हयनी। 12 जदे म्हने तमार से धरती की बातहुंण करी तो तम भरोसो नी करो, तो अगर हूं तमार से सरग की बातहुंण करूं तो कसे भरोसो करोगा? 13 अने कईं को सरग पे नी चड़्यो सिरप उज जो सरग से उतर्यो, याने हूं मनख को बेटो।" 14 अने जसा मूसा ने मांळ माय सांप के अदरे लटकाड़्यो असोज जरुरी हे के मनख को बेटो बी अदरे लटकाड़्यो जाय। 15 के जो बी ईसु पे बिसास राखे उ उका माय अजर-अमर जीवन पाय। 16 क्योंके परमेसर ने जग से असो परेम राख्यो की उने अपणो एखलो बेटो दई द्यो के जो कईं को मनख उका पे बिसास राखे उ मिटे हयनी पण अजर-अमर जीवन पाय। 17 परमेसर ने अपणा बेटा के जग माय इकासरु नी मोकल्यो के जग पे आरोप लगाड़े पण इकासरु के जग के उकासे उध्दार मिळे। 18 जो उका पे बिसास करे उ कसुरवार नी रेगा जो बिसास नी करे उ कसुरवार हुई ग्यो, क्योंके उने परमेसर का एखला बेटा का नाम पे बिसास नी कर्यो। 19 अने दोष यो के उजाळो जग माय आ चुक्यो पण मनखहुंण ने उजाळा का बदळा माय इन्दारा से ज्यादा परेम राख्यो इकासरु के उणका काम बुरा था। 20 क्योंके हरेक जो बुरई करे, उजाळा से बेर राखे अने उजाळा कने नी आवे के कंई उणका काम नगे नी अई जाय। 21 पण वी जो सत पे चले, उजाळा कने आय हे। जेकासे यो परगटे के उणका काम परमेसर आड़ी से कर्या ग्या हे।
योहन ने ईसु के बपतिसमो द्यो
22 इका बाद ईसु अने उका चेलाहुंण, यहूदिया परदेस माय आया अने ईसु वां उणका गेले रई के बपतिसमो देतो थो। 23 योहन बी सालेम गांम कने ऐनोन माय बपतिसमो देतो थो। क्योंके वां पाणी गंज थो, अने मनखहुंण बपतिसमा लेता था। 24 क्योंके योहन उना बखत तक जेळखाना माय नी लाख्यो थो। 25 इकासरु योहन का चेलाहुंण को कइंका यहूदी का गेले सुद्द करवा की रीति का बारामें बिवाद हुई ग्यो। 26 अने उणने योहन कने अई के उकासे क्यो, हे "गरु उ जो यरदन का उना पार थारा गेले थो अने जेकी तने गवई दई, देख उ बपतिसमो दई र्यो अने सगळा मनख उका कने अई र्या हे। 27 योहन ने जुवाब द्यो "जदत्तक कइंका मनख के सरग से नी द्यो जाय, तदत्तक उ कइंबी नी पई सके। 28 तम खुदी म्हारी गवई दो हो, के म्हने क्यो थो, "हूं मसीह हयनी, पण उका पेलां मोकल्यो हूं। 29 लाड़ो उज हे जेकी लाड़ी हे, पण लाड़ा का साती जो उब्या हे वी उकी सुणे, लाड़ा की बात सुणी के खुसी से भरी उठे असतरा म्हारी या खुसी पूरण हुई। 30 जरुरी हे की उ बड़े अने हूं घटूं।
उ जो सरग से उतर्यो
31 जो अदरे से आय उ सगळा से बड़ी के, जो धरती से, उ धरती को हे अने धरती की बात करे, उ जो सरग से आवे सगळा से बड़ी के हे। 32 जो कंई उने देख्यो अने सुण्यो उ उकी गवई दे हे फेर बी कइंका मनखहुंण उकी गवई नी माने। 33 जेने उकी गवई मानी ली उने इनी बात पे छाप लगाड़ी दी के परमेसर सांचो हे। 34 जेके परमेसर ने मोकल्यो उ परमेसर की बात करे क्योंके बिना कइंका नाप के परमेसर ने उके पवित्तर आतमा को अनन्त दान द्यो हे। 35 पिता बेटा से परेम राखे अने उने उका हात माय सगळो कंई दई द्यो हे। 36 जो बेटा पे बिसास करे अजर-अमर जीवन उको हे पण उ जो बेटा के नी माने जीवन के नी देखेगा पण परमेसर की रीस उका पे बणी रे हे।
ईसु अने सामरी बइरा
1 जदे परभु के मालम पड़ी के फरीसिहुंण ने सुण्यो हे के ईसु योहन से जादा चेला बणाय अने उणके बपतिसमो दे हे। 2 जदके ईसु खुद नी पण उका चेलाहुंण बपतिसमो दई र्या था। 3 ईसु यहूदिया इलाका के छेकी के पाछो गलील परदेस चल्यो ग्यो। 4 अने उके सामरिया परदेस माय से हिटी के जाणो पड़्यो। 5 तो उ सामरिया का सुखार नाम का एक नगर माय आयो। जो उनी जगा कने हे जेके याकूब ने अपणा बेटा यूसफ के दई थी। 6 अने याकूब को कुओ वांज थो। तो जातरा से थकी के कुआ कने ईसु सुसतावा लाग्यो। उना बखत दफोर्यो हुई र्यो थो। 7 इतरा माय सामरिया की एक बइरा पाणी भरवा अई। ईसु ने उकासे क्यो, "म्हारे पाणी पिवाड़" 8 क्योंके उका चेलाहुंण जिमण मोल लेवा सरु नगर माय ग्या था। 9 वा सामरिया की बइरा उकासे बोली "या कसी बात हे की तू यहूदी हुई के म्हार से पाणी मांगे? हूं सामरी बइरा हूं। यहूदी तो सामरिहुंण से कसीज तरा को रिस्तो नी राखता था। 10 ईसु ने जुवाब द्यो, "अगर तू परमेसर का बरदान के जाणती अने यो के उ कुंण हे जो थारे के 'म्हारे पाणी पिवाड़' तो तू उकासे मांगती अने उ थारे जीवन को पाणी देतो।" 11 बइरा उकासे बोली, म्हाराज, थारा कने पाणी भरवा को कंई साधन हयनी अने कुओ उन्डो हे तो जीवन को पाणी थारा कने कां से आयो। 12 कंई तू हमारा पिता याकूब से बी मोटो हे जेने हमारे यो कुओ द्यो जेका माय से उने खुद अने उका बंस अने उका ढोरहुंण ने बी प्यो? 13 ईसु ने उके जुवाब द्यो, "कइंको बी जो इना पाणी के पीवे उ पाछो तिरस्यो होय, 14 पण जो कईं को उना पाणी माय से पीवे जो हूं उके दूंवां सनातन काल तक तिरस्यो नी रेगा। पण उ पाणी जो हूं उके दूंवां उका माय अजर-अमर जीवन सरु उफणतो होयो पाणी को झिरण बणी जायगा।" 15 बइरा उकासे बोली, "म्हाराज, यो पाणी म्हारे बी दई दे! जेकासे के म्हारे तिरस नी लागे, अने नीज पाणी भरवा यां तक आणो पड़े।" 16 ईसु ने उकासे क्यो, "जई के अपणा घराळा के तेड़ी ला।" 17 बइरा ने उके जुवाब द्यो, "म्हारो कईं को घराळो हयनी।" ईसु उकासे बोल्यो, "तने सांची कई, 'म्हारो कईं को घराळो हयनी।' 18 क्योंके थारा पांच घराळा हुई चुक्या हे अने अबी जो थारा कने रे उ बी थारो घराळो हयनी यो तने सांची क्यो।" 19 उनी बइरा ने उकासे क्यो म्हाराज म्हारे लागे के तू नबी हे। 20 हमारा पूरखाहुंण ने इना परबत पे उपासणा करी अने तम को हो की यरुसलेमइज वा जगा जां मनखहुंण के उपासणा करनी हे। 21 ईसु उकासे बोल्यो - हे नारी म्हारो बिसास कर के उ बखत अई र्यो हे जदे तम नी तो इना परबत पे अने नी यरुसलेम मायज पिता की उपासणा करोगा। 22 तम उकी उपासणा करो हो जेके नी जाणो हम उकी उपासणा करां, जेके हम जांणां क्योंके उध्दार यहूदिहुंण माय सेज हे। 23 पण उ बखत अई र्यो हे याने अई ग्यो जदे सांचा उपासक पिता की उपासणा आतमा अने सच्चई से करेगा क्योंके परमेसर पिता असाज उपासक के चावे हे। 24 परमेसर आतमा हे अने जरुरी हे के उका उपासक आतमा अने सच्चई से उकी उपासणा करे। 25 बइरा उकासे बोली हूं जाणूं के मसीह जो ख्रीष्ट केवायगा आणे वाळो हे। जदे उ आयगा तो हमारे सगळो कंई बताड़ी देगा। 26 ईसु उकासे बोल्यो, "हूं जो थार से बोली र्यो हूं उज हूं।" 27 इतरा माय उका चेलाहुंण अई ग्या अने उके एक बइरा से बात करता देखी के अचरज माय पड़ी ग्या। फेर बी कइंका ने यो नी पुछ्यो तू कंई चावे या इनी बइरा से कायबले बात करी र्यो हे। 28 उनी बइरा ने अपणा गागर्या के वांज धर्यो अने नगर माय जई के लोगहुंण से बोली, 29 "आव रे, म्हने एक मनख देख्यो जेने उ सगळो जो म्हने कर्यो बतई द्यो। कंई योज तो मसीह हयनी। 30 वी नगर से हिटी के उका कने जावा लाग्या। 31 उना बखत उका चेलाहुंण ने उकासे अरज करी हे गरु थोड़ोक खई ले 32 पण ईसु उणकासे बोल्यो, "म्हारा कने खावा सरु असो भोजन हे जेका बारामें तम नी जाणो हो।" 33 चेलाहुंण माय-माय केवा लाग्या, "कंई कईं को उका सरु जिमवा को तो नी ल्यायो? 34 ईसु उणकासे बोल्यो, "म्हारो जिमणो यो हे के अपणा मोकलवा वाळा की मरजी पूरण करूं अने उको काम पूरण करूं। 35 कंई तम यूं नी बोलो अबे फसल काटवा का चार मइना बाकी हे? देखो हूं तमार से कूं अपणी आंख उठई ने खेतहुंण पे नगे लाखो की वी काटवा बले पाकी चुक्या हे। 36 काटवा वाळा के अबे दाढ़की मिळी री हे अने उ अजर-अमर जीवन बले फळ भेळा करी र्यो हे के बोवा वाळा अने काटवा वाळा दोई मिळी के खुसी मनई सके। 37 क्योंके यां यो केवाड़ो सांचो होय के एक मनख बोय अने दूसरो काटे। 38 म्हने तमारे उनी फसल के काटवा मोकल्या जेका माय तमने म्हेनत नी करी दूसरा ने म्हेनत करी हे अने तम उणकी म्हेनत का फळ माय सामिल होया हो। 39 उना नगर का नरा सामरिहुंण ने ईसु पे बिसास कर्यो, क्योंके उनी बइरा ने यूं बोली के गवई दई, म्हने जो कर्यो उ सगळो उने म्हारे बतई द्यो। 40 जदे सामरिहुंण ने अई के उकासे अरज करी के उ उणका गेले रे तो उ दो दन उणका गेले र्यो। 41 अने उका बचन का असर से हजु नरा दूसरा लोगहुंण ने बी उका पे बिसास कर्यो। 42 जदे वी उनी बइरा से केवा लाग्या अबे हम थारा केणा पेज बिसास नी करां पण इकासरु के हमने खुदज सुणी ल्यो हे अबे हम जाणी ग्या हे के योज सांचो जग को तारणहार हे।"
राज करमचारी का बेटा के नज करनों
43 उना दो दन का बाद उ वां से हिटी के गलील परदेस चल्यो ग्यो। 44 ईसु ने खुद गवई दई के नबी अपणाज देस माय मान नी पाय। 45 जदे उ गलील पोंच्यो तो गलीलिहुंण ने उकी आव-भगत करी। वी तो उना सगळा काम के देखी चुक्या था जो उने परब का दन यरुसलेम माय कर्या था, क्योंके वी खुद वां परब माय ग्या था। 46 जदे उ पाछो गलील का काना नगर माय आयो जां उने पाणी के दाखरस बणई लाख्यो थो। वां एक राजदरबारी थो जेको बेटो कफरनहूम माय बेमार पड़्यो थो। 47 जदे उने सुण्यो की ईसु यहूदिया से गलील माय आयो होयो हे। तो उ उका कने ग्यो, अने उकासे अरज करवा लाग्यो के चली के म्हारा बेटा के नज करी दे - इकासरु के उ मरवा पे थो। 48 ईसु ने इका पे उकासे क्यो, "जदत्तक तम सेलाणी अने चमत्कार माय अणहोणी नी देखोगा तदत्तक बिसास नी करोगा।" 49 राजदरबारी उकासे बोल्यो, "म्हाराज म्हारा बेटा का मरवा से पेलां चल।" 50 ईसु उकासे बोल्यो, "जा; थारो बेटो जिन्दो हे।" उना मनख ने ईसु का बचन पे बिसास कर्यो अने चल्यो ग्यो। 51 जदे उ बाट मेंज थो तो उको सेवक उकासे मिळ्यो अने केवा लाग्यो "थारो बेटो जिन्दो हे।" 52 उने उकासे पुछ्यो, "उ कां का बखत से नज होवा लाग्यो थो?" उणने बताड़्यो, "काल दन का एक बज्या उको ताव उतरी ग्यो।" 53 तो बाप समजी ग्यो के यो उणाज बखत होयो जदे ईसु बोल्यो थो, "थारो बेटो जिन्दो हे।" अने खुद उने अने उका आखा परवार ने बिसास कर्यो। 54 यो दूसरो चमत्कार थो जेके ईसु ने यहूदिया से अई के ने गलील माय दिखाड़्यो थो।
अड़तीस बरस का बेमार के नज करनों
1 इनी बातहुंण का बाद ईसु यहूदिहुंण का एक तेवार माय यरुसलेम नगर ग्यो। 2 यरुसलेम नगर माय गाडर नाम का फाटक कने एक कुण्ड हे। जेके इबराणी भासा माय बेतसेदा केवे जेका पांच ओसारा हे। 3 इणका माय असा घणा लोगहुंण पड़्या था जो बेमार, आंदा, पांगळा, अने सुक्या अंग वाळा था। 4 ई पाणी के हलवा की ताक माय था इकासरु के परभु को एक सरगदूत एक खास बखत माय कुण्ड माय उतरी के पाणी के हलाड़तो थो। पाणी का हलताज जो बी पेलां उका माय उतरी जातो थो, उ कसोज रोगी क्यो नी रे, नज हुई जातो थो। 5 वां एक मनख थो जो अड़तीस बरस से बेमार थो। 6 जदे ईसु ने उके वां पड़्यो देख्यो अने जाण्यो के उ वां उनी दसा माय घणा दन से पड़्यो हे तो उने उकासे पुछ्यो "कंई तू नज होणो चावे? 7 बेमार ने उके जुवाब द्यो, "म्हाराज म्हारा कने कईं को मनख हयनी जो म्हारे पाणी के हलताज कुण्ड माय उतारे। जदे हूं उतरवा लागुं तो म्हार से पेलां दूसरो उतरी जावे हे। 8 ईसु उकासे बोल्यो उठ्या! अपणो बिछावणो उठाड़ ने चल्यो-फर।" 9 उ मनख झट नज हुई ग्यो अने अपणो बिछावणो उठाड़ी के चलवा लाग्यो। अने उ सबत् को दन थो। 10 यहूदिहुंण ने उके जो नज हुई ग्यो थो बोल्या "आज सबत् हे तो बिछावणो उठाड़णो थारा बले ठीक हयनी।" 11 पण उने उणके जुवाब द्यो, "जेने म्हारे नज कर्यो उनेज म्हार से क्यो, 'अपणो बिछावणो उठई ने चल्यो-फर।' 12 उणने उकासे पुछ्यो, "उ कुंण मनख हे जो थार से बोल्यो, 'अपणो बिछावणो उठई ने चल्यो-फर?' 13 पण जो नज हुई ग्यो थो नी जाणतो थो की ईसु कुंण हे क्योंके वां भीड़ होवा की वजासे ईसु उनी जगा से गुप-चुप चल्यो ग्यो थो। 14 इका बाद ईसु ने उके मन्दर माय देखी के उकासे बोल्यो, "देख तू नज हुई ग्यो हे। पाछो कदी पाप मती करजे असो नी होय के इका से बी बड़ी कइंकी आफत थार पे अई पड़े।" 15 उना जणा ने अई के यहूदिहुंण के बताड़्यो के उ ईसु थो जेने म्हारे नज कर्यो थो। 16 इकासरु यहूदिहुंण ईसु के सताड़वा लाग्या। क्योंके उ इना कामहुंण के सबत् का दन करतो थो। 17 पण उने उणके जुवाब द्या, "म्हारो पिता अबी तक काम कर हे। अने हूं खुद बी काम करूं।" 18 इनी बात पे यहूदी उके मारी लाखवा की हजु बी ज्यादा फिराक माय रेवा लाग्या। क्योंके उ नी सिरप सबत् का दन को नेम तोड़ी र्यो थो, पण परमेसर के अपणो पिता कई के अपणे आप के परमेसर का बराबरी को ठेरई र्यो थो।
ईसु को हक
19 इनी वजासे ईसु जुवाब देतो होयो उणकासे बोल्यो, "हूं तमार से सांची-सांची कूं के बेटो खुद कइंनी करी सके। सिरप उज जो पिता के करतो देखे क्योंके जो कंई पिता करे उणाज काम के बेटो बी ठीक वसीज रीति से करे 20 क्योंके पिता बेटा से परेम करे, अने उना सगळा काम के उके दिखाड़े जिणके उ खुद करे, अने उ इणका से बी नरा मोटा कामहुंण उकासे दिखाड़ेगा, जेकासे की तम अचरज करो। 21 क्योंके जसे पिता मुरदाहुंण के जिवाड़े अने उणके जीवन दे, असोज बेटो बी जेके चावे जीवन दे हे, 22 क्योंके पिता बी कइंका को न्याव नी करे पण उने न्याव करवा को सगळो काम बेटा का हात माय करी लाख्यो हे। 23 के सगळा मनख, बेटा को वेसोज मान करे जसा पिता को मान करे, जो बेटा को मान नी करे उ पिता को बी मान नी करे जेने उके मोकल्यो। 24 हूं तमार से सांची-सांची कूं जो म्हारा बचन सुणी के म्हारा मोकलने वाळा पे बिसास करे अजर-अमर जीवन उको हे। अने उका पे दण्ड को हुकम हयनी पण मोत से पार हुई के उ जीवन माय जई चुक्यो हे। 25 हूं तमार से सांची-सांची कूं उ बखत अई र्यो हे अने अबी हे जदे की मर्या मनख परमेसर का बेटा की बाणी सुणेगा अने जो सुणेगा उ जिवेगा। 26 क्योंके जसे पिता खुद माय जीवन राखे वेसोज उने बेटा के बी खुद माय जीवन राखवा को हक द्यो हे। 27 अने उने उके न्याव करवा को हक बी द्यो हे क्योंके उ - मनख को बेटो हे।" 28 इका पे अचरज मती करो क्योंके बखत अई र्यो हे की वी सगळा जो कबर माय हे उकी अवाज सुणी के हिट्यायगा 29 जिणने भला करम कर्या पाछा जिवता हुई जायगा अने जिणने बुरा करम कर्या पाछा जिवता होवा पे सजा पायगा।
ईसु का बारामें छेः गवई
30 "हूं खुद अपणा हक आड़ी से कइंनी करी सकूं जसो सुणुं असो न्याव करूं अने म्हारो न्याव सांचो हे क्योंके हूं अपणी मरजी से नी पण अपणा मोकलवा वाळा की मरजी से करूं। 31 "अगर हूं सिरप अपणी गवई दउं तो म्हारी गवई सांची हयनी। 32 पण म्हारा बारामें गवई देवा वाळो एक हजु हे अने हूं जाणूं के जो गवई म्हारा बारामें उ दे, वा सांची हे। 33 तमने योहन से पुछवाड़्यो उने सच्चई की गवई दई। 34 पण हूं खुद का बारामें मनखहुंण की गवई नी चउं पण ई बातहुंण हूं इकासरु कूं के तमारो उध्दार होय। 35 उ तो जळतो अने चळकतो दीयो थो अने तमारे उका उजाळा माय थोड़ाक बखत तक खुसी माननो अच्छो लाग्यो 36 पण जो गवई म्हारी हे, वा योहन की गवई से बड़ी के हे। क्योंके पिता ने जेना काम के पूरो करवा बले म्हारे द्यो याने वी काम जो हूं करूं वीज, म्हारा बारामें गवई दे हे, के पिता ने म्हारे मोकल्यो हे। 37 अने पिता जेने म्हारे मोकल्यो, उने म्हारा बारामें गवई दई, तमने नी तो कदी उको सबद् सुण्यो अने नी उको रुप देख्यो। 38 अने उका बचन तमार माय बण्या नी र्या। क्योंके जेके उने मोकल्यो, तम उको बिसास नी करो। 39 तम पवित्तर धरम सासत्तर माय ढुंडी र्या हो क्योंके तम बिचार करो के उका माय अजर-अमर जीवन मिळे हे अने ई वीज हे जो म्हारा बारामें गवई दे हे। 40 अने फेर बी तम जीवन पावा सरु म्हारा कने आणो नी चाव। 41 "हूं मनखहुंण से बड़ई नी चउं। 42 पण हूं तमारे जाणूं के तमार माय परमेसर को परेम हयनी। 43 हूं अपणा पिता का नाम से आयो हूं अने तम म्हारी मानी नी र्या हो पण कईं को हजु अपणाज नाम से आय तो तम उके मानी लोगा। 44 तम कसे बिसास करी सकता, जदके तम खुदज एक दूसरा से मान चावो। अने जो मान अदवेत परमेसर आड़ी से हे पाणोज नी चावो। 45 यो मती बिचारो के पिता परमेसर का सामे तमारे कसुरवार ठेरउं। तमारे कसुरवार ठेराड़णे वाळो तो मूसा, जेका पे तमने बिसास कर्यो, 46 क्योंके अगर तम मूसा पे बिसास करता तो म्हार पे बी बिसास करता इकासरु के मूसा ने म्हारा बारामें लिख्यो हे। 47 पण अगर तम उका लिख्या होया पे बिसास नी करो तो म्हारा बचन पे कसे बिसास करोगा?"
पांच हज्जार के जिमाड़णो
1 इनी बातहुंण का बाद ईसु, गलील का सरवर यानी तिबिरियास सरवर का उना पार चल्यो ग्यो 2 अने एक बड़ीमेक भीड़ उका पछड़े चली री थी, क्योंके लोगहुंण उका अचरज भर्या काम के देखता था जो उ बेमारहुंण पे करतो थो 3 ईसु परबत पे चड़िके अपणा चेलाहुंण का साते बेठी ग्यो। 4 यहूदिहुंण को फसह को तेवार कने थो 5 जदे ईसु ने नगे उठाड़ी तो बड़ीमेक भीड़ के अपणा आड़ी आता देखी, तो फिलिप्पुस से पुछ्यो, "इणके जिमवा सरु रोटा कां से मोल लांवां? 6 ईसु उके परखवा सरु कई र्यो थो। क्योंके उ खुद जाणतो थो के उके कंई करनों हे। 7 फिलिप्पुस ने उके जुवाब द्यो दो सो दिनार का रोटा से बी पूरो नी पड़ेगा के सगळा के थोड़ोक-थोड़ो दई दां। 8 उका चेलाहुंण माय से एक याने के सिमोन पतरस को भई अन्द्रियास ने उके बताड़्यो, 9 यां एक छोरो हे जेका कने जऊ का पांच रोटा अने दो मच्छी हे पण इतरा लोगहुंण माय इतरा से कंई होयगा?" 10 ईसु बोल्यो मनखहुंण के बेठाड़ी दो, "उनी जगा पे गंज घांस थी। इकासरु मनखहुंण जो गिणती माय करीब पांच हज्जार था, बेठी ग्या। 11 जदे ईसु ने रोटा लई अने धन्यबाद करी ने उणके जो बेठ्या था बांटी लाख्या, असोज उने मच्छीहुंण के बी जिणके जितरी चावे बांटी लाखी। 12 जदे लोगहुंण धापी ग्या तो ईसु अपणा चेलाहुंण से बोल्यो, "बच्या होया कोळ्याहुंण के भेळा करी लो के कंई बी खराब नी होय। 13 तो उणने उणके भेळा कर्या अने जऊ का पांच रोटा का कोळ्याहुंण से, जो जिमवा वाळाहुंण से बच्या था बारा टोपलाहुंण भर्या उठाड़्या। 14 जदे मनखहुंण ने उना अचरज के जेके ईसु ने कर्यो थो देख्यो तो केवा लाग्या, "सांची यो उज नबी हे जो जग माय आवा वाळो थो। 15 तो ईसु यो जाणी के के वी म्हारे जबरजस्ती राजो बणाणे सरु लई जाणो चाव हे, पाछो एखलो टेकरा पे चल्यो ग्यो।
पाणी का अदरे चलनो
16 जदे सांज पड़ी तो उका चेलाहुंण सरवर का कराड़े ग्या। 17 अने नाव पे चड़वा का बाद वी कफरनहूम नगर जावा सरु सरवर पार करवा लाग्या। इन्दारो हुई ग्यो थो अने ईसु अबी तक उणका कने नी आयो थो। 18 जोर से अन्दी-दंदवाळ चलवा से सरवर माय लेरहुंण पछाड़ा खावा लागी। 19 जदे चेलाहुंण दो तीन कोस तक खेता-खेता चल्या ग्या तो उणने ईसु के सरवर का पाणी पे चलतो अने नाव का कने आतो देख्यो अने वी डरी ग्या। 20 पण उ उणकासे बोल्यो, "डरजो मती हूं हे। 21 वी ईसु के नाव पे लेवा सरु तय्यार होया ने नाव झट उनी जगा ग्यी, जां वी जई र्या था।
लोगहुंण के ईसु की जरुवत
22 दूसरा दन भीड़ के जो सरवर का उना पार रइगी थी यो पतो चल्यो के सिरप एक छोटी सी नाव वां थी अने यो बी के ईसु चेलाहुंण का गेले नाव पे नी चड़्यो थो, पण सिरप चेलाहुंणज उना पार चल्या ग्या। 23 तो तिबिरियास से उनी जगा का कने दूसरी नानी नावहुंण अई, जां उणने परभु के धन्यबाद देवा का बाद रोटा जिम्या था। 24 जदे भीड़ ने देख्यो के नी तो वां ईसु हे नीज उका चेलाहुंण तो वी खुदी नानी-नानी नावहुंण पे चड़िके ईसु के ढुंडता होया कफरनहूम नगर पोंच्या।
ईसु जीवन को रोटो हे
25 उणने जदे उके सरवर का पेलां पार पायो तो उकासे बोल्या, "गरु तू यां कदे आयो?" 26 जुवाब माय ईसु उणकासे बोल्यो, "हूं तमार से सांची कूं तम म्हारे इकासरु नी ढुंडी र्या के तमने चमत्कार देख्या। पण इकासरु के तमने रोटा जिम्या अने धाप्या हो।" 27 उना भोजन सरु मती म्हेनत करो जो नास हुई जावे पण उना भोजन सरु जो अजर-अमर जीवन तक बण्यो रे, जेके, "हूं मनख को बेटो तमारे दूंवां क्योंके पिता याने की परमेसर ने म्हारपेज अपणी छाप लगाड़ी हे। 28 इकासरु उणने उकासे पुछ्यो, "परमेसर को काम करवा सरु हम कंई करां?" 29 ईसु ने उणके जुवाब द्यो परमेसर को काम यो हे के जेके उने मोकल्यो हे तम उका पे बिसास राखो। 30 तो उणने उकासे पुछ्यो, "पाछो तू कां को चमत्कार बताड़े के हम देखां अने थार पे बिसास करां?" तू कां को काम करे 31 हमारा बाप-दादाहुंण ने मांळ माय सरग का रोटा खाया (मन्नो) जसो लिख्यो "उने उणके जिमवा सरु सरग से रोटा बरसाया।" 32 तो उ उणकासे बोल्यो, "हूं तमार से सांची कूं, मूसा ने तमारे उ रोटो सरग से नी द्यो, पण म्हारो पिताज हे जो सरग से तमारे सांचो रोटो दे हे। 33 क्योंके परमेसर को रोटो उ जो सरग से उतर्यो अने जग के जीवन दे हे।" 34 तो वी उकासे बोल्या, "परभु यो रोटो हमारे हमेस्याज द्याकर।" 35 ईसु उणकासे बोल्यो, "हूंज जीवन को रोटो हूं जो म्हारा कने आवे उ कदी भूको नी रेगा अने उ जो म्हार पे बिसास करे उ कदी तिरस्यो नी रेगा। 36 पण हूं तमार से पेलांज बोल्यो थो के तमने म्हारे देखी बी ल्यो पण फेर बी म्हार पे बिसास नी राखोगा। 37 उ सगळो जो पिता म्हारे दे म्हारा कने आयगा, अने जो म्हारा कने आयगा हूं उके कदी जावा नी दूंवां। 38 क्योंके हूं अपणी मरजी से नी, पण अपणा मोकलवा वाळा की मरजी पूरण करवा सरु सरग से उतर्यो हूं। 39 जेने म्हारे मोकल्यो उकी मरजी या की सगळो कंई जो उने म्हारे द्यो उका माय से थोड़ोक बी नी खोउं पण अंत का दन माय उके जिवाड़ुंवां। 40 क्योंके म्हारा पिता की मरजी या हे के हरेक जो म्हारे याने बेटा के देखे अने म्हार पे बिसास करे उ अजर-अमर जीवन पाय, अने हूं खुद अंत का दन माय उके जीवाड़ी दूंवां।" 41 तो यहूदिहुंण उका पे बड़बड़ावा लाग्या, "जदे उ बोल्यो की उ रोटो जो सरग से उतर्यो हूंज हूं।" 42 अने वी केवा लाग्या, "कंई यो यूसफ को बेटो ईसु हयनी, जेका मां-बाप के हम जाणा? अने उ कसे बोली र्यो, की हूं सरग से उतर्यो हूं?" 43 ईसु ने उणके जुवाब द्यो "माय-माय मती बड़बड़ाव। 44 म्हारा कने कईं को नी अई सके जदत्तक पिता जेने म्हारे मोकल्यो उके अपणा कने लई नी ले अने हूं उके अंत का दन माय जिवाड़ुंवां। 45 नबिहुंण का लेखहुंण माय यो लिख्यो हे, 'अने वी सगळा परमेसर आड़ी से सिखाया होया रेगा।' हरेक जेने पिता से सुण्यो अने सीख्यो उ म्हारा कने आय हे। 46 यो हयनी के कइंका ने पिता के देख्यो, 'पण जो परमेसर आड़ी से हे सिरप उनेज पिता के देख्यो। 47 हूं तमार से सांची कूं जो बिसास राखे अजर-अमर जीवन उकोज हे। 48 हूंज जीवन को रोटो हूं। 49 तमारा बाप-दादाहुंण ने मांळ माय सरग को रोटो (मन्नो) खायो, अने वी तो मरी ग्या। 50 हूंज उ रोटो हूं जो सरग से उतर्यो हूं जो बी उका माय से खाय उ अजर-अमर हुई जायगा। 51 जीवतो रोटो जो सरग से आयो, हूंज हूं। जो बी इना रोटा माय से खाय उ हमेस्या जिवेगा, अने जो रोटो हूं जग का जीवन सरु दूंवां वा म्हारी काया हे।" 52 इका पे यहूदिहुंण माय-माय या बोली के बिवाद माय पड़ी ग्या, "यो मनख हमारे अपणी काया खावा सरु कसे दई सके?" 53 ईसु उणकासे बोल्यो, "हूं तमार से सांची कूं, जदत्तक तम हूं मनख का बेटा को मांस नी खाव अने म्हारो लोई नी प्यो तमार माय जीवन हयनी। 54 जो म्हारो मांस खाय अने म्हारो लोई पीवे अजर-अमर जीवन उकोज हे अने अंत का दन माय हूं उके जीवाड़ी लाखुंवां। 55 म्हारो मांस तो सांचो भोजन अने म्हारो लोई सांची पीवा की चीज हे। 56 जो म्हारो मांस खावे अने म्हारो लोई पीवे उ म्हारा माय बण्यो रे अने हूं उका माय। 57 जसो जीवता पिता ने म्हारे मोकल्यो, अने हूं पिता से जीवी र्यो हूं असोज वी जो म्हारे खावे म्हारा सरु जीवता रेगा। 58 योज उ रोटो जो सरग से आयो, वसो हयनी जेके बाप-दादाहुंण ने खायो अने मरी ग्या। इना रोटा के जो खाय उ हमेस्या तक मरेगा हयनी।" 59 उने ई बातहुंण पराथनाघर माय उना बखत करी जदे उ कफरनहूम नगर माय परबचन कई र्यो थो।
हमेस्या का जीवन सरु बचन
60 तो उका चेलाहुंण माय से नरा ने जदे यो सुण्यो तो बोल्या, "या तो मुसकिल बात हे इके कुंण सुणी सके।" 61 पण ईसु ने यो जाणी के की उका चेलाहुंण इनी बात पे बड़बडई र्या था उणकासे बोल्यो, "कंई तमारे इनी बात से ठोकर लागे? 62 अगर तम हूं मनख का बेटा के सरग जाता देखो जां हूं पेलां थो, तो कंई करोगा?" 63 आतमाज हे जो जीवन दे हे काया से कंई नफो हयनी, जो बात म्हने तमारे बतई वी आतमा अने जीवन हे। 64 पण तमारा माय थोड़ाक हे जो बिसास नी राखे।" क्योंके ईसु तो पेलांसेज जाणे हे के बिसास नी करवा वाळा कुंण हे, अने उ कुंण हे जो उके पकड़ायगा, 65 अने उ बोल्यो, "म्हने तमारे इकासरु बताड़्यो के कईं को म्हारा कने नी अई सके, जदत्तक के पिता उके म्हारा कने आवा की इजाजत नी दे।" 66 इकासरु उका चेलाहुंण माय से नरा पाछा चल्या ग्या अने फेर उका कने नी आया 67 जदे ईसु उना बाराहुंण से बोल्यो, "कंई तम बी चल्या जाणो चाव?" 68 सिमोन पतरस उकासे बोल्यो, "परभु, हम केका कने जावां? अजर-अमर जीवन की बातहुंण तो थारा कने हे। 69 हमने बिसास कर्यो अने जाणी ग्या के परमेसर को पवित्तर मनख तूज हे।" 70 ईसु ने उणके जुवाब द्यो, "कंई म्हने खुदज तम बारा चेलाहुंण के नी छांट्या? पण फेर बी तमारा माय एक सेतान हे।" 71 उको मतलब सिमोन इस्करियोती का बेटा यहूदा से थो, क्योंके उना बाराहुंण माय से उज एक थो जो उके पकड़वाणे वाळो थो।
झोपड़िहुंण को तेवार माय ईसु
1 इनी बातहुंण का बाद ईसु गलील इलाका माय धुमतो-फरतो र्यो। उ यहूदिया इलाका माय नी जाणो चातो थो क्योंके यहूदिहुंण का अगवाहुंण उके मारवा की ताक माय था। 2 यहूदिहुंण को तेवार याने के झोपड़िहुंण को परब कने थो। 3 तो उका भईहुंण उकासे बोल्या, "यां से हिटी के यहूदिया का इलाका माय चल्यो जा, के थारा चेलाहुंण बी उना काम के देखी सके जिणके तू करे। 4 क्योंके असो कईं को हयनी जो नामी होणो चावे अने छिपी के काम करे। तू इना कामहुंण के करी र्यो हे, इकासरु अपणे खुद के जग पे परगट।" 5 क्योंके उका भईहुंणिज उका पे बिसास नी राखता था। 6 तो ईसु उणकासे बोल्यो, "म्हारो बखत अबी तक आयो हयनी पण तमारा सरु बखत अच्छो हे। 7 जग तमार से घिरणा नी करी सके पण म्हार से करे, क्योंके हूं इनी बात की गवई दउं के उणका काम बुरा हे। 8 तम खुदज परब माय जाव। हूं इना परब माय अबी नी जउं, क्योंके म्हारो बखत अबी तक पूरण तरा से नी आयो।" 9 उणकासे ई बात करवा का बाद उ गलील का इलाका माय रुकी ग्यो।
ईसु परब माय
10 पण जदे उका भईहुंण परब माय चल्या ग्या तो उ खुद बी ग्यो, सगळा का सामे नी पण गुप-चुप ग्यो, 11 क्योंके यहूदी हाकिमहुंण उके परब माय ढुंडी र्या था अने कई र्या था, "उ कां हे?" 12 अने भीड़ उका बारामें बड़बड़ावा लागी। कंई-कइंका कई र्या था, "उ भलो मनख हे।" दूसरा कई र्या था, "नी, उ लोगहुंण के भरमावे हे।" 13 फेर बी यहूदी हाकिमहुंण का डर का मारे कइंका उका बारामें खुली के नी बोली र्या था। 14 पण जदे आदो परब बिती ग्यो तो ईसु मन्दर माय अई ग्यो अने परबचन देवा लाग्यो। 15 इकासरु यहूदिहुंण चकरई ने केवा लाग्या, "यो मनख बिना भण्यो लिख्यो हुई के कसे ज्ञान की बाणी बोले हे?" 16 तो ईसु ने उणके जुवाब द्यो, "यो परबचन म्हारो हयनी पण परमेसर को हे जेने म्हारे मोकल्यो। 17 अगर कईं को मनख उकी मरजी पूरण करवा सरु तय्यार हे तो उ इनी सीख का बारामें जाणी जायगा के या परमेसर आड़ी से हे के हूं अपणा आड़ी से कूं। 18 जो अपणा आड़ी से के, उ अपणी बड़ई चावे, पण जो अपणा मोकलवा वाळा की बड़ई चावे उज सांचो हे अने उका माय अधरम हयनी। 19 कंई मूसा ने तमारे नेम-बिधान नी द्यो? अने फेर बी तम कइंका नेम को पाळण नी करो। तम कायसरु म्हारे मारवा की ताक माय रो हो?" 20 भीड़ ने जुवाब द्यो, "थारा माय बुरी आतमा रे हे। कुंण थारे मारवा की ताक माय रे?" 21 ईसु जुवाब देतो होयो बोल्यो, "म्हने सबत् का दन माय एक काम कर्यो अने तम सगळा चकरई र्या हो। 22 पण इकाज सरु मूसा ने तमारे खतणा को नेम-बिधान द्यो। (इकासरु नी के उ मूसा को हे पण बाप-दादाहुंण का अंई से।) अने तम सबत् का दन मनख को खतणो करो हो। 23 अगर सबत् का दन मनख को खतणो कर्यो जाय जदे मूसा को नेम-बिधान को उलांगो नी होय। तम फेर बी म्हार से रीस राखो के सबत् का दन म्हने एक मनख के नज करी लाख्यो थो। 24 मुन्डो देख्यो न्याव मती करो पण धरम से न्याव करो।"
कंई ईसुज मसीह हे?
25 तो यरुसलेम का थोड़ाक लोगहुंण केवा लाग्या, "कंई यो उज तो हयनी जेके यहूदी हाकिमहुंण मारी लाखणे की कोसिस करी र्या हे? 26 पण देखो, उ तो खुला-आम बात करी र्यो अने वी ईसु का बिरोद माय कइंनी कई र्या हे। कंई हाकिमहुंण के तो पतो नी चली ग्यो के योज मसीह हे? 27 फेर बी हम जाणा हे के यो मनख कां को हे, पण जदे मसीह आयगा तो कईं को बी नी जाणी सकेगा के उ कां को हे।" 28 तो ईसु मन्दर माय परबचन देता बखत उंची अवाज माय बोल्यो, "तम सोंची र्या हो के म्हारे जाणो हो अने यो बी जाणो हो के हूं कां से आयो। हूं खुद अपणा आड़ी से नी आयो पण जेने म्हारे मोकल्यो उ सांचो हे। जेके तम नी जाणो, 29 पण हूं उके जाणूं, क्योंके हूं उका आड़ी से हूं अने उने म्हारे मोकल्यो।" 30 तो वी उके पकड़वा की कोसिस करवा लाग्या फेर बी कइंका ने उके हात नी लगाड़्यो क्योंके उकी मोत को बखत अबी नी आयो थो। 31 पण भीड़ माय से घणा मनखहुंण ने उका पे बिसास कर्यो अने केवा लाग्या, "जदे मसीह आयगा तो कंई उ इना मनख से जादा चमत्कार दिखाड़ेगा?"
ईसु के पकड़वा सरु सिपईहुंण के मोकल्या
32 फरीसिहुंण ने भीड़ के उका बारामें काना फूसी करता सुण्या, अने म्हापुरोहितहुंण अने फरीसिहुंण ने उके पकड़वा सरु सिपईहुंण के मोकल्या। 33 तो ईसु बोल्यो, "हूं जरा देर तक तमारा गेले हजु हूं। तो हूं उका कने जउं जेने म्हारे मोकल्यो। 34 तम म्हारे ढुंडोगा पण पावगा हयनी अने जां हूं हे, वां तम अई नी सको।" 35 तो यहूदी हाकिमहुंण माय-माय केवा लाग्या, "यो मनख कां जाणो चावे के हम उके नी पावांगा? कंई उ उणका कने जाणो चावे जो यहूदी लोग यूनानिहुंण माय तित्तर-बित्तर हुई ने रई र्या हे। अने कंई यूनानिहुंण के बी ज्ञान सीखाड़ेगा? 36 या कसी बात हे जो उने करी, 'तम म्हारे ढुंडोगा अने नी पावगा,' अने 'जां हूं हे, वां नी अई सको'?"
पवित्तर आतमा का बारामें
37 परब का आखरी दन जो खास दन थो, ईसु उबो होयो अने उंची अवाज माय बोल्यो, "अगर कईं को जीवन का पाणी को तिरस्यो होय तो म्हारा कने आवे अने पीवे। 38 जो म्हार पे बिसास राखे, जसो के पवित्तर सासत्तर माय लिख्यो हे, 'उणका हिरदा माय से जीवन जळ की नद्दिहुंण बइ हिटेगा।' 39 ईसु ने यो पवित्तर आतमा का बारामें क्यो थो जो उका पे बिसास करे वी पाणे वाळा था। इकासरु के पवित्तर आतमा अबी तक नी द्यो थो, क्योंके ईसु अबी तक म्हेमा माय नी आयो थो।
भीड़ माय फूट
40 जदे भीड़ माय से कइंका ने इना बचनहुंण के सुण्या तो बोल्यो, "निस्चित उ नबी हे जो मसीह से पेलां आयगा।" 41 थोड़ाक मनखहुंण केवा लाग्या, "योज मसीह हे।" फेर दूसरा मनखहुंण बी केवा लाग्या, "मसीह गलील इलाका से नी अई सकेगा! 42 क्योंके कंई पवित्तर सासत्तर माय योज नी लिख्यो, के मसीह दाऊद का बंस अने बेतलहम गांम से आयगा जां दाऊद रेतो थो?" 43 इकासरु भीड़ माय ईसु का बारामें फूट पड़ी गी। 44 उणका माय से थोड़ाक जणा उके पकड़णो चई र्या था पण कइंका ने उके हात नी लगाड़्यो।
यहूदी हाकिमहुंण ने बिसास नी कर्यो
45 जदे सिपई पाछा म्हापुरोहितहुंण अने फरीसिहुंण कने आया, उणने उणकासे पुछ्यो "तम उके क्यो नी लाया?" 46 सिपईहुंण बोल्या, "आज दन तक असी बातहुंण कइंका ने कदी नी कई जसी उ के हे।" 47 फरीसिहुंण ने जुवाब द्यो, "कंई तम बी तो नी भरमई ग्या हो? 48 कंई हाकिमहुंण या फरीसिहुंण माय से उका पे कइंका ने बिसास कर्यो हे? 49 पण या भीड़ जो नेम-बिधान नी जाणे, सापित हे।" 50 नीकुदेमुस ने जो पेलां ईसु कने आयोथो उणका माय को एक थो उ बोल्यो, 51 "कंई हमारा नेम-बिधान कइंका मनख के जदत्तक उकी सुणी नी लां अने या जाणी नी लां की उ कंई करे हे दोषी ठेरांवां हे?" 52 उणने उके जुवाब द्यो, "कंई तू बी गलील को हे? सासत्तर माय ढुंड अने देखी ले गलील से कईं को नबी नी परगटणे वाळो।" 53 अने सगळा अपणा घरे चल्या ग्या,
ब्योबिचार माय पकड़ई गी बइरा
1 पण ईसु जेतून परबत पे चल्यो ग्यो। 2 सवेर माय से पाछो मन्दर माय आयो। सगळा मनख उका कने आवा लाग्या अने उ बेठिके उणके परबचन देवा लाग्यो। 3 तो फरीसी अने सासतरिहुंण एक बइरा के ल्याया जो ब्योबिचार करता होया पकड़ई गी थी अने उके अदाड़ माय उबाड़ी के। 4 उणने ईसु से क्यो, "हे गरु, या बइरा ब्योबिचार करता होया पकड़ई गी हे। 5 नेम-बिधान माय मूसा ने हमारे असी बइरा सरु भाटा मारवा को नेम राख्यो हे। इका बारामें थारो कंई केणो पड़े?" 6 वी उके जांचवा सरु असो कई र्या था के उका पे दोष लगावा को मोको मिळी सके।
पण ईसु नमिके अपणी अंगळी से जमीन पे लिखवा लाग्यो।
7 पण जदे वी घड़ी-घड़ी पुछ्वा लाग्या तो ईसु सुदो उबी ने उण से बोल्यो, "तमार माय जो पापी हयनी उज सगळा से पेलां इके भाटो मारे। 8 उ पाछो नमी ग्यो ने अंगळी से जमीन पे लिखवा लाग्यो। 9 जदे उणने यो सुण्यो तो पेलां बुड़ाहुंण, अने पाछा सगळा एक-एक करिके जावा लाग्या, अने उ एखलो रई ग्यो, अने वा बइरा वांज उबी रइगी। 10 जदे ईसु सुदो उबो हुई ने उकासे बोल्यो, "हे नारी वी कां ग्या? कइंका ने थारे सजा को हुकम नी द्यो? 11 वा बोली, "कइंका ने नी, परभुजी।"तो ईसु ने क्यो, "हूं बी थारे सजा नी दउं। जा चली जा, अने अबे पाछी पाप मती करजे।"
ईसु जगत को उजाळो
12 ईसु पाछो लोगहुंण से केवा लाग्यो "जग को उजाळो हूंज हूं। जो म्हारा पाछे हुई जावे उ इन्दारा माय नी भटके, पण जीवन जोत पायगा।" 13 तो फरीसिहुंण ने उकासे क्यो, "तू अपणी गवई खुदज दई र्यो। थारी गवई सांची हयनी।" 14 ईसु ने जुवाब दई के क्यो, "हालाके अपणी गवई हूं खुदज दउं पण फेर बी म्हारी गवई सांची हे, क्योंके हूं जाणूं के हूं कां से आयो अने कां जई र्यो हूं। पण तम नी जाणो के हूं कां से आयो अने कां जई र्यो हूं। 15 तम लोगहुंण काया का मुजब न्याव करो। हूं कइंका को न्याव नी करूं। 16 अगर हूं न्याव बी करूं तो म्हारो न्याव सांचो, क्योंके हूं एखलो हयनी, पण म्हारा गेले म्हारो पिता परमेसर, जेने म्हारे मोकल्यो हे। 17 तमारा नेम-बिधान मेंज लिख्यो के कइंकी बात पे दो मनख की गवई मिळी के सांची रे हे। 18 एक हूं जो म्हारी गवई दउं, अने दूसरो म्हारो पिता हे जेने म्हारे मोकल्यो अने उ म्हारा बारामें गवई दे हे।" 19 तो वी उकासे केवा लाग्या, "थारो पिता कां रे?" ईसु ने जुवाब द्यो, "तम नी तो म्हारे जाणो नी म्हारा पिता के। अगर तम म्हारे जाणता तो म्हारा पिता के बी जाणता।" 20 ई बचन उने उणकासे मन्दर का खजाना कने परबचन देता बखत बोल्या, अने कइंका ने उके नी पकड़्यो क्योंके उको बखत अबी तक नी आयो थो।
तम वां नी जई सकता जां हूं जउं
21 उ पाछो उणकासे बोल्यो, "हूं जउं, अने तम म्हारे ढुंडोगा पण अपणा पाप माय मांफी बिना मरोगा। जां हूं जई र्यो हूं, वां तम नी अई सकोगा।" 22 इका पे यहूदी हाकिमहुंण बोलवा लाग्या, "कंई उ अपणे खुद के तो मारी नी लाखेगा? उ के हे, जां हूं जई र्यो तम नी अई सकता।" 23 उने उणकासे क्यो, "तम निच्चे का अने हूं अदरे को हूं। तम इना जग का हो अने हूं इना जग को हयनी। 24 इकासरु म्हने तमार से क्यो के तम अपणा पाप माय मरोगा क्योंके जदत्तक तम बिसास नी करो के हूं उज हूं, तम अपणा पापहुंण मेंज मरोगा।" 25 वी उकासे केवा लाग्या, "तू कुंण हे?" ईसु ने उणकासे क्यो, "हूंज हूं, जो तमारे सुरु सेज केतो अई र्यो हूं। 26 म्हारे तमारा बारामें घणी बातहुंण केणी हे अने न्याव करनों हे। पण जेने म्हारे मोकल्यो उ सांचो हे अने वी बातहुंण जो म्हने उकासे सुणी वीज हूं जग से कई र्यो हूं। 27 वी या नी जाणी र्या था के उ उणकासे परमेसर पिता का बारामें कई र्यो थो। 28 तो ईसु ने क्यो, "जदे तम हूं मनख का बेटा के अदरे चड़ावगा जदे तम जाणोगा के हूं हूंज हूं, अने अपणे आप कइंनी करूं, पण जसे पिता ने म्हारे सीखई दी, हूं याज बात कूं। 29 जेने म्हारे मोकल्यो उ म्हारा गेले रे हे उने म्हारे एखलो नी छोड़्यो, क्योंके हूं सदा सेज उज काम करूं जेकासे उ खुस रे।" 30 जदे उने इनी बातहुंण के करी तो घणा मनखहुंण ने उका पे बिसास कर्यो।
आजादी को सांचो मारग
31 ईसु उना यहूदिहुंण के जिणने उका पे बिसास कर्यो थो केवा लाग्यो, "अगर तम म्हारा बचन माय बण्या रोगा, तो सांचीमेंज म्हारा चेलाहुंण केवाड़्या जावगा। 32 अने तम सच्चई के जाणोगा अने सच्चईज तमारे आजादी देवाड़ेगा। 33 उणने उके जुवाब द्यो, "हम इबराइम का बंस का हे। अबी तक कोइंका का गुलाम नी होया। तो फेर तू कसे बोले, के तमारो छुटकारो हुई जायगा?" 34 ईसु ने उणके जुवाब द्यो, "हूं तमार से खास बात कूं, हरेक जो पाप करे उ पाप को गुलाम हे। 35 गुलाम हमेस्या घर माय नी रे, पण बेटो हमेस्या रे। 36 अगर हूं परमेसर को बेटो तमारे आजादी दउं तो तम सांचीमेंज आजाद हुई जावगा। 37 हूं जाणूं के तम इबराइम का बंस का हो। फेर बी म्हारे मारी लाखणो चावो, इकासरु के म्हारा बचन तमारा हिरदा माय जगा नी पई र्या हे। 38 हूं वीज बातहुंण कूं जे के अपणा पिता का यां देखी। असोज तम बी वीज काम करो हो जिणके तमने अपणा पिता से सुण्यो हे।" 39 उणने जुवाब द्यो, "हमारो पिता तो इबराइम हे।"ईसु ने उणकासे क्यो, "अगर तम इबराइम का बंस का हो तो इबराइम सरीका काम करो। 40 पण अबे म्हारा जसा मनख के मारी लाखणो चावो जेने तमारे वा सच्चई बतई जो म्हने परमेसर से सुणी। असो तो इबराइम ने नी कर्यो। 41 तम अपणा पिता को काम करी र्या हो।" पण उणने उकासे क्यो, "हम ब्योविचार से नी जन्म्या। हमारो एकज पिता हे याने के परमेसर।" 42 ईसु ने उणकासे क्यो, "अगर परमेसर तमारो पिता होतो, तो तम म्हार से परेम राखता, क्योंके हूं परमेसर से हिट्यो हूं। अपणी मरजी से नी आयो पण म्हारे उनेज मोकल्यो। 43 जो हूं कई र्यो हूं उके तम समजो क्यों नी? यो इकासरु हे के तम म्हारा बचन सुणी नी सको। 44 तम तो अपणा पिता सेतान का हो अने अपणा पिता की मरजिहुंण के पूरण करनों चाव हो। उ तो सुरु से हत्यारो हे अने सच्चई पे नी ठेर्यो रे, क्योंके सच्चई उका माय हेज हयनी। जदे बी उ झुंटो बोले तो अपणा सोभाव सेज बोले, क्योंके उ झुंटो अने झुंटाहुंण को पिता हे। 45 हूं सांचो बोलुं, इकासरु तम म्हारो बिसास नी करो। 46 तमार माय से कुंण म्हारे पापी ठेराय हे। अगर हूं सांची बोलुं तो तम म्हारो बिसास कायसरु नी करो हो? 47 जो परमेसर को हे उ परमेसर की बातहुंण सुणे। तम इकासरु नी सुणो क्योंके तम परमेसर का होज नी।"
ईसु इबराइम से पेलां को हे
48 यहूदिहुंण ने उकासे क्यो, "कंई हम सांची नी कई र्या के तू सामरी मनख हे, अने थारा माय बुरी आतमा हे?" 49 ईसु ने जुवाब द्यो, "म्हार माय बुरी आतमा हयनी। हूं अपणा पिता को मान करूं, पण तम म्हारो मान पाड़ो हे। 50 हूं अपणी मान मरियादा नी चउं, एक हे जो चावे अने धरम से न्याव करे हे। 51 हूं तमार से खास बात कूं के अगर कईं को म्हारा बचन के पाळे तो उ कदी मरेगा हयनी।" 52 यहूदिहुंण ने उकासे क्यो, "अबे हम जाणी ग्या के थारा माय बुरी आतमा हे। इबराइम मरी ग्यो अने नबिहुंण बी, पण तू के हे के अगर कईं को म्हारा बचन के पाळे तो उ कदी मोत का बस माय नी रेगा। 53 निस्चित तू हमारा पिता इबराइम से बड़ो हयनी जो मरी ग्यो। नबिहुंण बी मरी ग्या। तू अपणे खुद के कंई समजे?" 54 ईसु ने जुवाब द्यो, "अगर हूं खुदी अपणो मान दउं तो म्हारो आदर मान कइंबी हयनी। म्हारे मान मरियादा देणे वाळो म्हारो पिता हे, जेका बारामें तम को हो उ हमारो परमेसर हे। 55 तमने तो उके नी जाण्यो पण हूं उके जाणूं। अगर हूं कूं के हूं उके नी जाणूं, तो हूं तमारा सरीको झुंटो रुंवां, पण हूं उके जाणूं अने उका बचन को पाळण करूं। 56 तमारा पिता इबराइम म्हारो दन देखवा की आस से खुस होयो। उने देख्यो बी अने मगन हुई ग्यो।" 57 इका पे यहूदिहुंण ने उकासे क्यो, "तू अबी पचास बरस को बी हयनी। कंई तने इबराइम के देख्यो?" 58 ईसु ने उणकासे क्यो, "हूं तमार से खास बात कूं, इका पेलां के इबराइम जन्म्यो, हूं हे।" 59 तो उणने ईसु के मारवा सरु भाटा उठाड़्या, पण उ छिपी के मन्दर से बायरे चल्यो ग्यो।
जनम का आंदा के नगे आणो
1 फेर ईसु ने जाता-जाता एक मनख के देख्यो जो जनम को आंदो थो। 2 अने उका चेलाहुंण ने उकासे पुछ्यो, "हे गरु, केने पाप कर्यो? इना मनख ने के इका मां-बाप ने कर्यो के यो आंदोज जनम्यो? 3 ईसु ने जुवाब द्यो, "नी तो इना मनख ने पाप कर्यो नीज इका मां-बाप ने पाप कर्यो, पण यो जनम से आंदो इकासरु होयो के परमेसर का काम उका माय परगटे। 4 जरुरी हे जे ने म्हारे मोकल्यो उको काम हम दनज दन माय करां। वा रात आवा वाळी हे, जेका माय कईं को मनख काम नी करी सकेगा। 5 जदत्तक हूं हे, हूं जग को उजाळो हूं।" 6 जदे ईसु या कई चुक्यो, तो उने जमीन पे थुंक्यो अने थुंक से गारा के गीलो करिके आंदा की आंखहुंण पे लगाड़्यो। 7 अने क्यो, "जई के सीलोह नगर का कुण्ड माय धोई ले।" तो उने जई के धोयो अने देखतो होयो आयो। 8 जदे पड़ोसिहुंण अने जिणने पेलां उके भीक मांगतो देख्यो थो केवा लाग्या, "कंई यो उज नी जो बेठिके भीक मांग्या करता थो?" 9 दूसरा केवा लाग्या, "यो उज हे।" अंई-वइंका जणाहुंण ने क्यो, "नी, पण उका सरीको हे।" उ केतो र्यो "हूंज हूं।" 10 इकासरु वी उकासे पुछवा लाग्या, "तो थारी आंखहुंण कसे खुली गी?" 11 उने जुवाब द्यो, "ईसु नाम का मनख ने गारो गीलो कर्यो अने म्हारी आंखहुंण पे लगाड़्यो अने म्हार से बोल्यो, 'सीलोह का कुण्ड माय जई ने धोई ले।' तो म्हने जई के धोयो अने देखवा लाग्यो।" 12 अने उणने उकासे पुछ्यो "उ कां हे?"उ बोल्यो, "हूं नी जाणूं।"
नज होवा का बारामें पूछ-ताछ
13 वी उके पेलां जो आंदो थो फरीसिहुंण कने लाया। 14 जेना दन ईसु ने गारो सान्यो अने उकी आंखहुंण पे लगाड़्यो थो उ सबत् को दन थो। 15 पाछा फरीसिहुंण ने बी उकासे पुछ्यो के कसे देखवा लाग्यो? उने उणकासे क्यो, "उने म्हारी आंखहुंण पे गारो लगाड़्यो अने म्हने धोयो। अबे हूं देखी र्यो हूं।" 16 इकासरु फरीसिहुंण माय से थोड़ाक केवा लाग्या, "यो मनख परमेसर आड़ी से हयनी क्योंके उ सबत् का दन के नी माने।" पण दूसरा फरीसिहुंण केवा लाग्या, "एक पापी मनख असो चमत्कार कसे दिखई सके।" अने उणका माय फूट पड़ी गी। 17 तो उणने उना मनख से जो पेलां आंदो थो पाछो पुछ्यो, "उने थारी आंखहुंण कसे खोली। तू उका बारामें कंई के?" उने क्यो, "उ नबी हे।" 18 तो यहूदी अगवाहुंण ने उकी इनी बात को भरोसो नी कर्यो के उ आंदो थो अने अबे देखवा लाग्यो, जदत्तक उणने उना मनख का मां-बाप के बुलाड़ी के, 19 यो पुछी नी ल्यो, "कंई यो तमारो बेटो हे? जेके तम को के यो आंदो जन्म्यो थो? तो अबे उ कसे देखी र्यो हे?" 20 उका मां-बाप बोल्या, "हम जाणा हे के यो हमारो बेटो हे अने उ आंदो जन्म्यो थो। 21 पण अबे उ कसे देखवा लाग्यो हम नी जाणा या केने इकी आंखहुंण खोली हमारे नी मालम। उकासेज पुछी लो उ सयाणो हे, अपणा बारामें खुदी बताड़ी देगा।" 22 उका मां-बाप ने असो इकासरु कर्यो क्योंके वी यहूदी अगवाहुंण से डरता था, क्योंके यहूदी हाकिमहुंण माय पेलांसेज एको हुई ग्यो थो के अगर कईं को के, के ईसु मसीह हे, तो उके पराथनाघर से अने जात बायरे हेड़ी लाखांगां। 23 इकासरु उका मां-बाप बोल्या, "उ सयाणो हे, उकासे पुछी लो।" 24 उणने उना मनख के पाछो बुलाड़्यो जो आंदो थो अने उकासे बोल्या, "परमेसर की म्हेमा कर। हम जाणा हे के यो मनख पापी हे।" 25 तो उने जुवाब द्यो, "हूं नी जाणूं के उ पापी हे या नी। हूं तो एक बात जाणूं के हूं आंदो थो अने अबे देखी र्यो हूं।" 26 अने इकासरु उणने उकासे पाछो पुछ्यो, "उने थारा गेले कंई कर्यो? थारी आंखहुंण कसे खोली लाखी?" 27 उने उणके जुवाब द्यो, "हूं तो तमार से पेलांज बोली चुक्यो अने तमने नी सुण्यो। अबे दूसरी कावा कायसरु सुणवा चाव? कंई तम बी उका चेला बणणो चाव हो?" 28 अने वी उके बुरो भलो केता होया बोल्या, "तूज उको चेलो रे। पण हम तो मूसा का चेलाहुंण हे। 29 हम जाणा की परमेसर ने मूसा से बात करी, पण इना मनख का बारामें हम नी जाणा के यो कां को हे।" 30 उना मनख ने जुवाब देतो होयो उणकासे क्यो, "अरे, या तो घणी अनोखी बात, के तम नी जाणो के उ कां को हे फेर बी उने म्हारी आंखहुंण खोली लाखी। 31 हम जाणा की परमेसर पापिहुंण की पराथना नी सुणे, पण अगर कईं को उका डर माय चले अने उकी मरजी पूरण करतो रे तो उ उकी सुणे। 32 सनातन से यो कंई सुणवा माय नी आयो के कइंका ने जनम का आंदा मनख की आंखहुंण खोली होय। 33 अगर यो मनख परमेसर आड़ी से नी होतो, तो उ कइंबी नी करी सकतो।" 34 वी जुवाब माय बोल्या, "तू तो पाप मेंज जन्म्यो हे, तू कंई हमारे सीखाड़वा आयो?" अने उणने उके जात बायरे हेड़ी लाख्यो।
आतमा को आंदोपणो
35 ईसु ने सुण्यो की उणने उके जात बायरे करी लाख्यो हे तो उकासे मिळ्यो अने बोल्यो, "कंई तू मनख का बेटा पे बिसास करे?" 36 उने पुछ्यो, "उ कुंण हे, परभु, के हूं उका पे बिसास करूं?" 37 ईसु ने उकासे क्यो, "तने उके देख्योज हे, अने उज हे जो अबी थार से बोली र्यो हे।" 38 अने उने क्यो, "परभु, हूं बिसास करूं हे।" अने उने ईसु के धोक दइने परणाम कर्यो। 39 जदे ईसु ने क्यो, "हूं इना जग माय न्याव सरु आयो के जो नी देखे वी देखी सके, अने जो देखे हे वी आंदा हुई जाय।" 40 फरीसिहुंण माय से जो उका गेले था ई बातहुंण सुणी के उणने उकासे क्यो, "अरे! कंई हम बी आंदा हे?" 41 ईसु ने उणकासे क्यो, "अगर तम आंदा होता तो तमार माय कईं को पाप नी रेतो। अबे तम कई र्या हो, के हम देखां हे इकासरु तमारो पाप बण्यो रेगा।
गाडरहुंण अने उको ग्वाळो
1 "हूं तमार से खास बात कूं के उ जो फाटक से गाडर का खाड़ु माय नी आवे पण दूसरा आड़ी से भराय हे, उ चोळ्डो अने डाकू हे। 2 पण जो फाटक से आय उ
अपणी गाडरहुंण को ग्वाळो हे।
3 फाटक पे रेवा वाळो गाडर वाळा सरु फाटक हेड़े अने गाडरहुंण उकी अवाज जाणे। उ अपणी गाडरहुंण को नाम लइ-लइने बुलाड़े अने उणके बायरे लई जाय। 4 जदे उ अपणी सगळी गाडरहुंण के बायरे हेड़ी ले तो उणका अगड़े-अगड़े चले अने गाडरहुंण उका पछड़े हुई जाय, क्योंके वी उकी अवाज जाणे हे। 5 अने वी कइंका दूसरा का पाछे कदी नी जायगा पण उकासे बिचकेगा क्योंके वी दूसरा की अवाज नी जाणे।" 6 ईसु ने उणके या मिसाल दई पण वी नी समजी सक्या के ई कंई बातहुंण हे जो उ हमार से कई र्यो थो।
ईसु अच्छो ग्वाळो
7 इकासरु ईसु ने उणकासे पाछो क्यो, "हूं तमार से खास बात कूं, गाडर को फाटक जसो हूंज हे। 8-9 बारना सरीको हूंज हे। अगर कईं को म्हारा भित्तरे से आवे तो उ उध्दार पायेगा, बायरे-भित्तरे आणो-जाणो करेगा, अने चारो-पाणी पायेगा। जितरा म्हार से पेलां आया वी सगळा चोळ्डा अने डाकू हे पण गाडरहुंण ने उणकी नी सुणी। 10 पण चोळ्डा सिरप चोरी करवा, मारी लाखणे, अने मिटाणे आय हे। अने हूं इकासरु आयो के लोगहुंण जीवन पाय अने घणो जीवन पावे। 11 "अच्छो ग्वाळो हूंज हे, अच्छो ग्वाळो अपणी गाडरहुंण सरु अपणी जान दई दे हे। 12 उ जो मजुर्यो हे ग्वाळो हयनी अने नीज गाडर धणी हे। पण बरगड़ा के आतो देखी के गाडरहुंण के छोड़ी के भागी जाय, अने बरगड़ो झापटो मारी के उणके खक्कळ-बक्कळ करी लाखे हे। 13 उ इकासरु भागी जाये क्योंके उ मजुर्यो हे अने उके गाडरहुंण की परवा हयनी। 14-15 अच्छो ग्वाळो हूंज हे। जसो पिता म्हारे जाणे अने पिता के वसोज हूं जाणूं, हूं अपणी गाडरहुंण के बी वसेज जाणूं हूं अने म्हारी गाडरहुंण म्हारे जाणे हे। अने हूं गाडरहुंण सरु अपणी जान दउं। 16 म्हारी हजु बी गाडरहुंण हे जो इना खाड़ु की हयनी। म्हारे उणके बी लाणो जरुरी हे। अने वी म्हारी अवाज सुणेगा जदे उणको एकज खाड़ु ने एकज ग्वाळो रेगा। 17 "पिता इकासरु म्हार से परेम राखे के हूं अपणो पराण दउं के पाछो उके लई लूं। 18 कईं को पराण के म्हार से छुड़ाय हयनी, पण हूं उके अपणी मरजी से दउं। म्हारे उके देवा को बी हक हे। अने पाछो लई लेवा को बी हक हे। यो हुकम म्हारे म्हारा पिता परमेसर से मिळ्यो हे।" 19 इनी बातहुंण से यहूदिहुंण माय फाट पड़ी गी। 20 अने उणका माय से घणा लोगहुंण केवा लाग्या, "इका माय बुरी आतमा हे अने उ बावळो हे। तम उकी कायसरु सुणो?" 21 पण दूसरा लोगहुंण कई र्या था, "ई बातहुंण उकी हयनी जेका माय बुरी आतमा रे हे। कंई बुरी आतमा आंदा की आंखहुंण खोली सके?"
यरुसलेम का लोगहुंण ने ईसु के नकार्यो
22 उना बखत स्याळा का दन था अने ईसु यरुसलेम माय समरपण तेवार मनाड़्वा ग्यो। 23 ईसु मन्दर माय सुलेमान का ओसारा माय टेली र्यो थो। 24 तो यहूदिहुंण ने ईसु के चारी-मेर भेळा हुई के घेरी ल्यो अने बोल्या, "तू हमारे कदत्तक दुब्धा माय राखेगा? अगर तू परमेसर आड़ी को मसीह हे तो साफ-साफ कइदे।" 25 ईसु ने उणके जुवाब द्यो, "म्हने तमार से कई द्यो पण तम बिसास नी करो। जो काम हूं अपणा पिता का हक से करूं वीज म्हारा बारामें गवई दे हे। 26 पण तम बिसास नी करो क्योंके तम म्हारी गाडरहुंण माय से हयनी। 27 म्हारी गाडरहुंण म्हारी अवाज सुणे। हूं उणके जाणूं अने वी म्हारा पछड़े-पछड़े चल्या चले। 28 हूं उणके अजर-अमर जीवन दउं। वी कदी मिटेगा हयनी अने उणके म्हारा हात से कईं को छुड़ई नी सके। 29 म्हारो पिता जेने उणके म्हारे द्या सगळा से उ म्हान हे अने कईं को बी उणके पिता का हात से छुड़ई नी सके। 30 हूं अने पिता एकज हे।" 31 यहूदिहुंण ने उके भाटा से मारवा सरु पाछा भाटा उठाड़्या। 32 पण ईसु बोल्यो, "म्हने पिता आड़ी से नरा अच्छा काम कर्या। उका माय से केका सरु म्हारे भाटा मारी र्या हो?" 33 अने यहूदिहुंण ने उके जुवाब द्यो, "हम कइंका अच्छा काम सरु भाटा नी मारी र्या पण परमेसर की निंदा करवा सरु। अने इकासरु के तू मनख हुई के अपणे खुद के परमेसर बताड़े हे।" 34 ईसु ने उणके जुवाब द्यो, "कंई तमारा नेम-बिधान माय नी लिख्यो, 'म्हने क्यो, तम ईसवरहुंण हो?' 35 अने धरम सासत्तर बदळ्यो नी जई सकतो। परमेसर ने उणके ईसवरहुंण क्यो जिणका कने उको बचन पोंच्यो। 36 तो जेके पिता ने पवित्तर करिके जग माय मोकल्यो, कंई तम उका बारामें इकासरु कई र्या हो 'तू निंदा करे हे' क्योंके म्हने क्यो 'हूं परमेसर को बेटो हूं'? 37 अगर हूं अपणा पिता को काम नी करूं तो म्हारो बिसास मती करो। 38 अगर हूं उका काम के करूं तो चाव तम म्हारो बिसास मती करो पण उना कामहुंण से तो बिसास करो। तो तम जाणो अने समजी जावगा के पिता म्हार माय अने हूं पिता माय हूं।" 39 तो उणने उके पकड़वा की पाछी कोसिस करी पण उ उणका हात से बची के निकळी ग्यो, 40 अने उ पाछो यरदन पेलां पार उनी जगा पे चल्यो ग्यो जां योहन पेलां बपतिसमो देतो थो, अने वइंज रेवा लाग्यो। 41 घणा मनख उका कने अई के ने या केता था, "योहन ने तो कईं को चमत्कार नी बताड़्यो। फेर बी उने जो कंई इना मनख का बारामें बताड़्यो, उ सगळो सांचो थो।" 42 अने वां घणा मनखहुंण ने ईसु पे बिसास कर्यो।
लाजर की मोत
1 मरियम अने उकी बेन मारथा का गांम बेतनिय्याह को लाजर नामको एक मनख बेमार थो। 2 मरियम वाज थी जेने बाद माय परभु ईसु का पगहुंण पे अतर लाखी के अपणा बालहुंण से पोंछ्या था। इकोज भई लाजर बेमार थो। 3 इकासरु बेनहुंण ने ईसु के संदेसो मोकल्यो, "परभु, देख जेकासे तू घणो परेम राखतो थो, उ बेमार हे।" 4 पण जदे उने यो सुण्यो तो क्यो, "यो रोग मोत को हयनी पण परमेसर की म्हेमा सरु हे के इका से परमेसर का बेटा की म्हेमा होय।" 5 ईसु तो मारथा अने उकी बेन अने लाजर से परेम राखतो थो। 6 फेर बी जदे उने सुण्यो के लाजर बेमार हे तो उ जेनी जगा पे थो, वां दो दन हजु रुकी ग्यो। 7 इका बाद उने चेलाहुंण से क्यो, "चलो, हम पाछा यहूदिया परदेस आड़ी चलां।" 8 चेलाहुंण ने उकासे क्यो, "हे गरु, अबी तो यहूदिहुंण थारे भाटा मारनो चाता था, अने कंई तू पाछो वइंज जाय हे?" 9 ईसु ने जुवाब द्यो, "कंई दन का बारा घंटा नी होय? अगर कईं को दने चले तो ठोकर नी खाय, क्योंके उ इना जग को उजाळो देखे। 10 पण अगर राते चले तो ठोकर खाय, क्योंके उका माय उजाळो हयनी।" 11 असो केवा का बाद उने उणकासे क्यो, "हमारो दोस लाजर सोई ग्यो, पण हूं जउं के उके नीन्द से जगाड़ुं।" 12 इकासरु चेलाहुंण ने उकासे क्यो, "परभु, अगर उ सोई ग्यो तो बची जायगा।" 13 ईसु ने तो लाजर की मोत का बारामें क्यो थो, पण चेलाहुंण ने बिचार्यो के उ नीन्द से सोइ जावा का बारामें कई र्यो हे। 14 इका पे ईसु ने उणकासे साफ कई द्यो, "लाजर मरी ग्यो हे। 15 अने हूं तमार से खुस हूं के हूं वां नी थो, जेकासे की तम बिसास करो। अई जाव, अबे हम लाजर कने चलां।" 16 तो थोमा जो जुड़मा केवाय अपणा सातका चेलाहुंण से बोल्यो, "चलो, हम बी उका गेले मरवा चलां।"
ईसु बेतनिय्याह गांम माय आयो
17 जदे ईसु बेतनिय्याह गांम आयो तो उके मालम पड़्यो के लाजर के कबर माय राख्या के चार दन हुई चुक्या हे। 18 बेतनिय्याह गांम तो यरुसलेम का कने एक कोस का फासला पे थो, 19 अने घणा यहूदिहुंण मारथा अने मरियम कने उणका भई का बारामें दिलासो देवा आया था। 20 जदे मारथा ने सुण्यो के ईसु अई र्यो तो वा उकासे मिळवा सरु चली, पण मरियम घर मेंज बेठी री। 21 मारथा ने ईसु से क्यो, "परभु, अगर तू यां होतो तो म्हारो भई नी मरतो। 22 अबे बी हूं जाणूं के तू परमेसर से जो कंई मांगेगा परमेसर थारे देगा।" 23 ईसु ने उकासे क्यो, "थारो भई पाछो जीवतो हुई जायगा।" 24 मारथा ने उकासे क्यो, "हूं जाणूं के जग का अंत का दन माय पाछा जी उठवा का बखत उ जीवतो हुई जायगा। 25 ईसु ने उकासे क्यो, "जीवता करवा वाळो अने जीवन हूंज हे। जो म्हार पे बिसास करे अगर मरी बी जाय तो उ पाछो जी उठ्यायगा। 26 अने हरेक जो जीवता अने म्हार पे बिसास करे कदी नी मरेगा। कंई तू इनी बात पे बिसास करे हे?" 27 उने उकासे क्यो, "हां परभु, म्हने बिसास कर्यो के तूज परमेसर को बेटो मसीह हे। याने तू उज जो जग माय आणे वाळो थो।"
ईसु रोयो
28 या किके वा चली गी, अने अपणी बेन मरियम के बुलाड़ी के छाने से बोली, "गरु यांज हे। अने थारे बुलावे हे।" 29 जदे मरियम ने यो सुण्यो तो वा झट उठी के उकासे मिळवा सरु चली पड़ी। 30 ईसु अबी तक गांम माय नी पोंच्यो थो पण उनीज जगा पे थो जां उकासे मारथा मिळी थी। 31 तो जो यहूदिहुंण मरियम का गेले घर माय उके दिलासो दई र्या था जदे उणने मरियम के झट उठी के बायरे जाता देखी तो या समजी के के वा कबर पे रोवा सरु जई री हे। वी उका पछड़े चली पड़्या। 32 जदे मरियम वां पोंची जां ईसु थो उके देखताज वा पग के धोक देवा अने केवा लागी, "हे परभु, अगर तू यां होतो थो म्हारो भई नी मरतो।" 33 जदे ईसु ने उके अने उका गेले आया यहूदिहुंण के बी रोता देख्या, तो उ आतमा माय घणो छटपटायो अने दुःखी होयो। 34 अने बोल्यो, "तमने उके कां धर्यो हे?" उणने उकासे क्यो, "परभु, चली के देखी ले।" 35 ईसु रोई द्यो। 36 तो यहूदिहुंण केवा लाग्या, "देखो तो उ उकासे कितरो परेम राखतो थो।" 37 पण उका माय से कितरा ने क्यो, "कंई यो जेने आंदा की आंखहुंण खोली लाजर के मरवा से नी रोकी सकतो थो?"
लाजर के जिवाड़्यो जाणो
38 पाछो ईसु हिरदा माय घणो दुःखी हुई के कबर पे आयो। वा एक गुफा थी अने एक बड़ी सिल्ला उका पे धरी हुई थी। 39 ईसु ने क्यो, "सिल्ला के हटई लाखो।" अने मुरदा लाजर की बेन मारथा उकासे बोली, "परभु, अबे तो उका माय बास अइरी होयगा क्योंके यो चोथो दन हे।" 40 ईसु ने उकासे क्यो, "कंई म्हने थार से नी क्यो के अगर तू बिसास राखेगा तो परमेसर की म्हेमा देखेगा?" 41 तो उणने सिल्ला के हटाड़ी। अने ईसु ने अपणी आंखहुंण अदरे उठई ने क्यो, "हे पिता, हूं थारो धन्यबाद करूं के तने म्हारी सुणी ली। 42 अने हूं जाणूं के तू सदाज म्हारी सुणे हे, पण चारी आड़ी उब्या मनख सरु हूं असो कई र्यो हूं के वी थार पे बिसास करे के तनेज म्हारे मोकल्यो हे।" 43 अने जदे उ ई बातहुंण कई चुक्यो तो उने घणी जोर से हेला पाड़्यो, "हे लाजर, हिट्या।" 44 जो मरी ग्यो थो उ कफन से हात-पग बान्द्यो होयो आयो, अने उको मुन्डो लतरा से लपेट्यो होयो थो। ईसु ने उणकासे क्यो, "उका बन्दण खोली लाखो अने उके जावा दो।"
ईसु के मारी लाखवा की जुगत
45 तो उना यहूदिहुंण माय से जो मरियम का कने अई के ईसु को यो काम देख्यो थो, नरा ने उका पे बिसास कर्यो। 46 पण उणका माय से थोड़ाक जणा फरीसिहुंण कने ग्या अने उणके बताड़्यो के ईसु कंई-कंई करी र्यो हे। 47 तो म्हापुरोहित अने फरीसिहुंण ने म्हापंचायत के बुलाड़ी ने केवा लाग्या, "हम कंई करी र्या हे? यो मनख तो घणा चमत्कार दिखाड़े हे। 48 अगर हम उके यूंज छोड़ी दां तो सगळा लोग उका पे बिसास करेगा। अने रोमिहुंण अई के हमारी जमीन अने जात दोई के हमारा हक से अपणा हक माय करी लाखेगा।" 49 तो उणका माय से एक ने, याने कायफा ने जो उना बरस को म्हापुरोहित थो उणकासे क्यो, "तम कंई बी नी जाणो, 50 नी इनी बात के समजो, यो अच्छो हे के हमारा लोगहुंण सरु एक जणो मरे, नी के आखी जात खतम हुई जाय।" 51 पण या उने अपणा मन से नी पण उना बरस को म्हापुरोहित हुई ने भविसबाणी करी के ईसु अपणी जात सरु मरेगा। 52 नी सिरप यहूदी जात सरु पण इकासरु के परमेसर का बंस जो तित्तर बित्तर हे उणके एक करी लाखवा सरु। 53 तो उना दन से ईसु के मारी लाखवा को कुचक्कर रचवा लाग्या। 54 इकासरु उना दन से ईसु यहूदिहुंण माय परगट रुप से नी चल्यो-फर्यो, पण यरुसलेम से इफराईम नामका नगर आड़ी ग्यो जो मांळ इलाका कने थो, अने चेलाहुंण का गेले वांज र्यो। 55 यहूदिहुंण को फसह को परब कने थो अने गांम का घणा मनख फसह का परब से पेलां यरुसलेम नगर चल्या ग्या के अपणो खुद को सुद्दिकरण करे। 56 वी ईसु के ढुंडी र्या था, अने मन्दर माय उब्या हुई ने माय-माय कई र्या था, "तम कंई सोंची र्या हो? कंई उ सांची माय फसह का तेवार माय आयगाज नी?" 57 क्योंके मुख-पुरोहितहुंण अने फरीसिहुंण ने यो हुकम द्यो थो के अगर कइंका के मालम पड़े की ईसु कां हे तो उकी जाणकारी दई जाय के उके पकड़ी ल्यो जाय।
ईसु का पगहुंण पे अतर रेड़नों
1 फेर फसह का तेवार का छः दन पेलां ईसु बेतनिय्याह गांम माय आयो जां लाजर रेतो थो जेके मर्या माय से जिवाड़्यो थो। 2 तो उणने वां ईसु सरु भोजन बणायो अने मारथा सेवा करी री थी। ईसु का गेले जिमवा सरु जो लोगहुंण बेठ्या था उका माय से एक लाजर थो। 3 मरियम ने जटामांसी को आदो सेर घणो किमती अने असली अतर लई के ईसु का पगहुंण पे रेड़ी के मळी द्यो अने अपणा बालहुंण से उका पग पोंछ्या। अने अतर की सुगन से घर मेंहकी ग्यो। 4 पण उका चेलाहुंण माय से यहूदा इस्करियोती जो उके धोका से पकड़वाणो चातो थो, बोल्यो, 5 "इना अतर के तीन सो चांदी का सिक्काहुंण माय बेची के गरीब-गुरबा के क्यों नी दई द्यो?" 6 उने यो इकासरु नी क्यो थो, के उके गरीब-गुरबा की फिकर थी पण इकासरु के उ चोळ्डो अने उका कने रुप्या की झोळी रेती थी, अने जो कंई उका माय मेल्यो जातो उ उकी चोरी करतो थो। 7 तो ईसु ने क्यो, "उके रेवा दो। के वा इके म्हारा गाड़्या जावा का दन सरु राखी सके। 8 क्योंके गरीब-गुरबा तो सदा तमारा गेले रे हे पण हूं तमारा गेले सदा नी रुंवां।"
लाजर के मारवा को कुचक्कर
9 जदे यहूदिहुंण की बड़ीमेक भीड़ ने जाण्यो के ईसु वां हे, तो वी ईसु का सरुज नी पण इकासरु बेतनिय्याह गांम आया के लाजर के देखां जेके उने मर्या माय से जिवाड़्यो थो। 10 तो म्हापुरोहित ने लाजर के बी मारी लाखवा को कुचक्कर रच्यो, 11 क्योंके उकी वजासे घणा यहूदिहुंण अलग हुई के ईसु पे बिसास करवा लाग्या था।
ईसु यरुसलेम माय जे जेकार का गेले
12 दूसरा दन परब माय बड़ीमेक भीड़ ने जदे यो सुण्यो के ईसु यरुसलेम माय अई र्यो हे, 13 तो मनखहुंण खजूर का खोड़्या लई ने उकासे मिळवा सरु आया अने हेला पाड़वा लाग्या, "होसन्ना! परमेसर की जे हो। धन्य हे उ जो परभु का नाम से आय हे! धन्य हे इसराइल को राजो!" 14 अने गदड़ी का बचड़ा पे ईसु बेठी ग्यो जसो लिख्यो, 15 "हे इसराइल का लोगहुंण, मती डरो! देख, तमारो राजो गदड़ी का बचड़ा पे बेठ्यो होयो तमारा कने चल्यो अई र्यो हे।" 16 उका चेलाहुंण पेलां तो ई बातहुंण नी समज्या, पण ईसु के जीवता होवा का बाद उणके रियाद आयो के ई बातहुंण उका बारामेंज लिखी गी थी अने मनखहुंण ने उका गेले असोज कर्यो थो। 17 लाजर के कबर से बायरे बुलाड़वा अने मुरदा माय से जीवाड़ने का बखत जो भीड़ ईसु का गेले थी वा इको बखाण करी री थी। 18 भीड़ इकासरु उकासे मिळवा सरु हिट्यई क्योंके लोगहुंण ने सुण्यो थो की उने चमत्कार दिखाड़्या। 19 तो फरीसिहुंण ने एक दूसरा से क्यो, "बिचारो तो सई के तमार से कइंनी बणी र्यो? देखो तो संसार उका पाछे चली पड़्यो हे।"
यूनानिहुंण ने ईसु से मिळनो चायो
20 थोड़ाक यूनानी जो परब का तेवार मनाड़्वा यरुसलेम माय अराधना करवा आया था। 21 ई फिलिप्पुस का कने, जो गलील का बेतसेदा को थो, अई के उकासे पुछवा लाग्या, "महोदय, हम ईसु से मिळनो चावां हे।" 22 फिलिप्पुस अन्द्रियास से बोल्यो, अने अन्द्रियास अने फिलिप्पुस ने जई के ईसु के बताड़्यो। 23 ईसु ने जुवाब दई उणकासे क्यो, "बखत अई ग्यो के हूं मनख को बेटो म्हेमा से भर्यो जउं। 24 हूं तमार से खास बात कूं, जदत्तक गंउ को दाणो जमीन माय पड़ी के मरी नी जावे, उ सिरप एकज रेगा। पण अगर मरी जावे तो नरा नवा दाणा फळेगा। 25 अने जो मनख अपणा पराण की फिकर करे उ उके खोयगा, अने जेना मनख के अपणा पराण से इना जग माय परेम हयनी, उ उके अजर-अमर जीवन सरु बचई राखेगा। 26 अगर कईं को म्हारी चाकरी करवा चावे तो उ म्हारा पाछे चल्यो चले, अने जां हूं रूं, वां म्हारा चाकर बी रेगा। अगर कईं को म्हारी चाकरी करे तो म्हारो पिता उको मान बड़ायगा।
ईसु अपणा मरवा का बारामें बोल्यो
27 "अबे म्हारो जीव बेचेन हुई उठ्यो। कंई हूं या कूं, 'पिता, म्हारे इनी आवा वाळी घड़ी से बचाड़'? पण हूं दुःख उठाड़वा सरुज इनी घड़ी तक पोंच्यो हूं। 28 हे पिता थारी खुद की म्हेमा बताड़।" जदे सरग से या अकासबाणी सुणई, "म्हने उकी म्हेमा करी हे, अने फेर बी करुंवां।" 29 तो भीड़ का लोगहुंण जो वां उबी के सुणी र्या था केवा लाग्या के बादळो गरज्यो। अने दूसरा ने क्यो के, "सरगदूत ने उकासे बात करी।" 30 ईसु ने जुवाब दइने क्यो, "या अकासबाणी म्हारा सरु हयनी पण तमारा सरु हे। 31 अबे इना जग को न्याव होय हे। अबे इना जग को सासक, सेतान हेड़ी लाख्यो जायगा। 32 अने हूं अगर जमीन पे से उंचो कुरुस पे चड़ायो जउंवां, तो सगळा लोगहुंण के अपणा कने खेचुंवां।" 33 असो कई के ईसु यो परगटी र्यो थो के आवा वाळा बखत माय उ कसी मोत मरेगा। 34 इकासरु भीड़ ने उके जुवाब द्यो, "हमने नेम-बिधान माय सुण्यो की मसीह सदा बण्यो रेगा, फेर तू कसे कई सके, के हूं मनख का बेटा के अदरे चड़ायो जाणो जरुरी हे? यो मनख को बेटो हे कुंण?" 35 तो ईसु उणकासे अपणा बारामें बोल्यो, "तमारा बीच माय उजाळो हजु थोड़िक देर सरु हे। जदत्तक उजाळो तमारा गेले हे तदत्तक चल्या चलो जेकासे की इन्दारो तमारे नी घेरी ले। जो इन्दारा माय चले उ नी जाणे के उ कंय्यांड़ी जई र्यो हे। 36 जदत्तक उजाळो तमारा गेले हे, उजाळा पे बिसास राखो जेकासे के तम उजाळा की सन्तान बणी सको।"
यहूदिहुंण को अबिसास
इण बातहुंण के करिके ईसु वां से चल्यो ग्यो अने उणकासे छिप्यो र्यो। 37 हालाके उने उणका सामे इतरा चमत्कार दिखाड़्या फेर बी वी उका पे बिसास नी करी र्या था। 38 जेकासे की यसायाह नबी को उ बचन पूरण होयो जो उने क्यो थो, "परभु, केने हमारा समिचार पे बिसास कर्यो? अने परभु की सामरत किका पे परगटी हे?" 39 इकासरु वी बिसास नी करी सक्या क्योंके यसायाह दूसरी जगा पाछो के हे, 40 "परमेसर ने उणकी आंखहुंण आंदी करी लाखी अने उणका हिरदा काठा करी लाख्या कंई असो नी होय के वी आंखहुंण से देखी ले अने हिरदा से समजी जाय अने मन बदळी ले अने हूं परमेसर उणके नज करूं।" 41 यसायाह नबी ने ई बातहुंण इकासरु की क्योंके उने ईसु की म्हेमा देखी ली, अने उने उका बारामें बातहुंण बी करी थी। 42 फेर बी हाकिमहुंण माय से नरा ने ईसु पे बिसास कर्यो। पण फरीसिहुंण से डरी के उके मानी नी र्या था कंई असो नी होय के उणके अराधनालय से या जात बायरे करी लाखे। 43 उणके तो परमेसर की बड़ई से मनखहुंण की बड़ई भली लागे।
ईसु जग के बचाड़्वा सरु आयो
44 पाछो ईसु जोर से अवाज करी ने बोल्यो, "जो म्हार पे बिसास करे उ सिरप म्हार पेज नी पण म्हारा मोकलवा वाळा पे बी बिसास करे। 45 अने जो म्हारे देखे उ उके देखे जेने म्हारे मोकल्यो। 46 हूं उजाळो हूं अने जग माय आयो हूं के जो म्हार पे बिसास करे उ इन्दारा माय नी रे। 47 "अगर कईं को म्हारी बातहुंण सुणी के उको पाळण नी करे तो हूं उके दोषी नी ठेरउं क्योंके हूं जग के दोषी ठेरावा नी पण जग के पाप से बचाणे आयो हूं। 48 जो म्हारे धिक्कारे अने म्हारा बचन ले हयनी, उके दोषी ठेरावा वाळो तो एक हे। म्हने जो बचन क्यो उज अंत का दन माय उके दोषी ठेरायगा। 49 म्हने अपणे आप कइंनी क्यो, पण पिता जेने म्हारे मोकल्यो उनेज हुकम द्यो, के हूं कंई-कंई बोलुं अने कंई-कंई कूं। 50 अने हूं जाणूं उको हुकम अजर-अमर को जीवन दे हे। इकासरु हूं जो कंई बोलुं जसो म्हारा पिता ने म्हार से क्यो वसोज बोलुं।"
ईसु ने चेलाहुंण का पग पखाळ्या
1 अबे फसह का परब से पेलां ईसु ने यो जाणी के के म्हारी घड़ी अइगी हे के हूं जग के छोड़ी के पिता कने जउं। तो अपणाहुंण से जो जग माय था जसो परेम करतो अई र्यो थो उणकासे अपणा जीवन का अंत तक वसोज पूरण परेम राख्यो। 2 अने जिमवा का बखत जदे सेतान पेलांसेज सिमोन का बेटा यहूदा इस्करियोती का हिरदा माय यो लाखी चुक्यो थो के उ ईसु के धोको दइने पकड़वई देगा। 3 तो ईसु यो जाणतो होयो के, "पिता ने सगळो कंई म्हारा हात माय करी लाख्यो, अने यो के हूं परमेसर कने से आयो अने परमेसर कने पाछो जई र्यो हूं।" 4 तो जिमता बखत उठी के ईसु ने अपणो चोळो हेड़्यो अने बगले धरी लाख्यो अने सांपी लई के अपणी कमर कसी ली। 5 तो उने एक बड़ा बरतन माय पाणी भर्यो अने चेलाहुंण का पग पखाळ्या अने जेनी सांपी के अपणी कमर माय खोंसी थी उकासे इणका पग पोंछवा लाग्यो। 6 अने जदे उ सिमोन पतरस कने आयो, पतरस ने उकासे क्यो, "हे परभु, कंई तू म्हारा पग धोई र्यो हे?" 7 ईसु ने जुवाब माय क्यो, "हूं जो करूं तू उके अबी नी जाणी सके, पण तू इका बाद समजी जायगा।" 8 पतरस ने उकासे क्यो, "हूं कदी थारे अपणा पग पखाळवा नी दूंवां।" ईसु ने उके जुवाब द्यो, "अगर हूं थारे नी धोउं तो म्हारा गेले थारो कइंज हिस्सो हयनी।" 9 सिमोन पतरस ने उकासे क्यो, "परभु, खाली पगीज नी पण म्हारा हात अने माथो बी धोई दे।" 10 ईसु ने उकासे क्यो, "जेने सांपड़ी ल्यो उके तो खाली पगीज धोवा की जरुवत हे। क्योंके उ पूरो साफ-सुतर्यो हे। अने तम साफ हो पण तम सगळा का सगळा हयनी।" 11 उ तो उके जाणतो थो जो धोको दई के पकड़वाणे वाळो थो। इकासरु उने क्यो, "तम सगळा का सगळा सुद्द हयनी।" 12 अने जदे उ उणका पग पखाळी चुक्यो अने अपणो चोळो पेरिके जिमणे बेठी ग्यो, तो उने उणकासे क्यो, "कंई तम समज्या की म्हने तमारा गेले असो कायसरु कर्यो? सुणो, हूं तमार से खास बात कूं। 13 तम म्हारे गरु अने परभु को हो। तम ठीकज को, क्योंके हूं उज हूं। 14 अगर म्हने परभु अने गरु हुई के तमारा पग धोया तो तमारे बी एक दूसरा का पगहुंण धोणो चइये। 15 क्योंके म्हने तमारे नमुनो द्यो हे, की तम बी असोज कर्या करो, जसो म्हने तमारा गेले कर्यो। 16 हूं तमारे खास बात कूं, 'चाकर अपणा मालेख से मोटो हयनी अने नीज मोकल्यो होयो अपणा मोकलवा वाळा से मोटो रे। 17 तम इनी बातहुंण के जाणो हो - अगर उणका पे चलो तो तम धन्य हो। 18 "हूं तमारा सगळा का बारामें नी कूं। हूं उणके जाणूं जिणके म्हने छांटी ल्या, पण उका सरु के पवित्तर सासत्तर को बचन पूरण होय, 'जो म्हारा रोटा खाय उज म्हारो बिरोद करे'। 19 इका होवा से पेलां हूं तमारे अबी बतई र्यो, जेकासे की जदे यो पूरण हुई जाय, तो तम बिसास करो के हूं हूंज हूं। 20 हूं तमार से खास बात कूं जेके हूं मोकलुं उके जो माने, उ म्हारे माने, अने जो म्हारे माने, उ म्हारा मोकलवा वाळा के माने।"
पकड़वाणे वाळा का बारामें भविसबाणी
21 जदे ईसु यो कई चुक्यो तो आतमा माय बेचेन हुई ने गवई दई के क्यो, "हूं तमार से खास बात कूं के तमारा माय से म्हारे एक जणो पकड़वायेगा। 22 इकासरु चेलाहुंण एक दूसरा आड़ी ताकणे लाग्या क्योंके समजी नी सक्या के उ केका बारामें कई र्यो हे। 23 चेलाहुंण माय से हूं, जेकासे ईसु परेम राखतो थो, ईसु आड़ी नमिने बेठ्यो थो। 24 तो सिमोन पतरस ने म्हारा आड़ी इसारो करिके म्हार से क्यो, "पुछी ले, 'उ कुंण हे जेका बारामें ईसु कई र्यो हे?' " 25 तो ईसु की छाती आड़ी हूं नमिके उकासे बोल्यो, "परभु, उ कुंण हे?" 26 तो ईसु ने जुवाब द्यो, "जेके हूं रोटा को कोळ्यो डुबाड़ी के दूंवां, उज हे।" तो उने रोटा को कोळ्यो डुबाड़ी के सिमोन इस्करियोती का बेटा यहूदा के दई द्यो। 27 अने कोळ्यो लेताज सेतान उका माय समई ग्यो। ईसु ने उकासे क्यो, "जो तू करे झट कर।" 28 पण जो उका गेले जिमणे बेठ्या था उणका माय से कईं को नी जाणी पायो के उने कायसरु असो क्यो थो। 29 यहूदा कने रुप्या की थेली रेती थी वी सोंची र्या था की ईसु उकासे कई र्यो होगा, के परब सरु जरुरी समान मोल ल्याय के गरीब-गुरबा के थोड़ोक दई दां। 30 तो मुन्डा माय कोळ्यो लेवा का बाद यहूदा झट बायरे चल्यो ग्यो, अने यो रात को बखत थो।
एक नवो हुकम
31 जदे यहूदा बायरे चल्यो ग्यो तो ईसु ने क्यो, "अबे हूं मनख का बेटा की म्हेमा हुई अने परमेसर की म्हेमा उका माय होय। 32 अगर म्हारा माय परमेसर की म्हेमा होय तो परमेसर बी अपणा माय म्हारी म्हेमा करेगा। अने झट करेगा। 33 "बाळकहुंण, हूं हजु जरासी देर तमारा गेले हूं। तम म्हारे ढुंडोगा अने जसो म्हने यहूदिहुंण से क्यो तमार से कूं, की जां हूं जावां वाळो हूं वां तम नी अई सकता। 34 हूं तमारे एक नवो हुकम दूं के तम एक दूसरा से परेम राखो। जसे म्हने तमारा से परेम राख्यो असोज तम बी एक दूसरा से परेम राखो। 35 अगर तम माय-माय परेम राखोगा, तो इका से सगळा जाणी जायगा की तम म्हारा चेलाहुंण हो।"
पतरस का बारामें भविसबाणी के हूं ईसु के नी जाणूं
36 सिमोन पतरस ने उकासे क्यो, "परभु, तू कां जावे?" ईसु ने जुवाब द्यो, "जां हूं जउं, तू अबी म्हारा पाछे नी अई सकतो पण इका बाद तू आयगा।" 37 पतरस ने उकासे क्यो, "परभु, हूं थारा पाछे कायसरु अई नी सकतो? हूं तो थारा सरु अपणी जान दई दूंवां।" 38 ईसु ने जुवाब द्यो, "कंई तू म्हारा सरु थारी जान देगा? हूं थार से खास बात कूं के जदत्तक तू तीन कावा म्हारे नकारी नी लाखेगा, मुरगो बांग नी देगा।"
पिता कने जावा को एकज रस्तो, 'ईसु'
1 तमारो हिरदो दुःखी नी रे। जसो तम परमेसर पे बिसास राखो, असो तम म्हार पे बी बिसास राखो। 2 म्हारा पिता का घर माय रेवा की नरी जगा हे। अगर नी होती तो हूं तमार से कई देतो, क्योंके हूं तमारा सरु जगा तय्यार करवा जउं। 3 अने हूं जई के तमारा सरु जगा तय्यार करी लाखुं तो पाछो अई के तमारे अपणा यां लई जउंवां के जां हूं रूं वां तम बी रो। 4 अने जां हूं जई र्यो हूं तम वां को मारग जाणो हो।" 5 थोमा ने उकासे क्यो, "हे परभु, हम नी जाणा के तू कां जई र्यो, तो मारग कसे जांणां?" 6 ईसु ने उकासे क्यो, "मारग, सच्चई, अने जीवन हूंज हे। म्हारा बिना कईं को पिता कने नी जई सकतो। 7 अगर तमने म्हारे जाण्यो होतो तो म्हारा पिता के बी जाणता। अबे उके जाणो हो अने उके देख्यो बी हे।" 8 फिलिप्पुस ने उकासे क्यो, "हे परभु, हमारे पिता को दरसन करई दे। हमारा सरु योज घणो हे।" 9 ईसु ने उकासे क्यो, "फिलिप्पुस, हूं इतरा बखत से तमारा गेले र्यो फेर बी तू म्हारे नी जाणे? जेने म्हारे देख्यो उने पिता के देख्यो। तू कसे कई र्यो 'हमारे पिता को दरसन करई दे'? 10 कंई तू बिसास नी करे के हूं पिता माय अने पिता म्हारा माय? जो बचन हूं तमार से कूं उ अपणा आड़ी से नी कूं, पण पिता जो म्हारा माय रे, उज अपणो काम म्हार से कराय हे। 11 म्हारा बचन पे बिसास करो के हूं पिता माय अने पिता म्हार माय। नितो म्हारा कामीज देखी के बिसास करो। 12 "हूं तमार से खास बात कूं के जो म्हार पे बिसास करे, वी काम जो हूं करूं उ बी करेगा। अने इणकासे बी बड़ा-बड़ा काम करेगा क्योंके हूं पिता कने जई र्यो हूं, 13 अने जो कंई तम म्हारा नाम से मांगी लोगा, उज करुंवां के बेटा माय पिता की म्हेमा होय। 14 अगर तम म्हार से म्हारा नाम माय कंई बी मांगो तो हूं उके करुंवां।
पवित्तर आतमा को करार
15 "अगर तम म्हार से परेम राखो तो म्हारा हुकमहुंण के मानोगा, 16 अने हूं पिता से अरज करुंवां, अने पिता तमारी मदद करवा सरु एक हजु साती देगा के उ तमारा गेले सदा रे। 17 याने के पवित्तर आतमा जो तमारे सगळी सच्चई बताड़ेगा। जेके जगत मानी नी सके क्योंके उ उके नी देखे हे अने नी जाणे। पण तम उके जाणो, क्योंके उ तमारा गेले रे अने तमारा माय रेगा। 18 "हूं तमारे अनाथ नी छोड़ुंवां। हूं तमारा कने अउंवां। 19 जरा देर बाद जग का लोग म्हारे देखी नी सकेगा, पण तम म्हारे देखी सकोगा। हूं जिन्दो हूं, इकासरु तम बी जिन्दा रोगा। 20 उना दन तम जाणी जावगा के हूं अपणा पिता माय, अने तम म्हारा माय, अने हूं तमारा माय। 21 जेका कने म्हारा हुकमहुंण हे अने उ उणके माने, उज म्हार से परेम करे हे। अने जो म्हार से परेम करे उकासे म्हारो पिता परेम करेगा, अने हूं उकासे परेम करुंवां अने अपणे खुद के उका पे परगटुंवां। 22 यहूदा ने जो इस्करियोती नी थो उकासे क्यो, "परभु, असो कंई होयो के तू खुद के हमार पे परगटे पण जग पे नी?" 23 ईसु ने जुवाब दइने क्यो, "अगर कईं को म्हार से परेम राखे तो उ म्हारा बचन के मानेगा। अने म्हारो पिता उकासे परेम राखेगा अने हम उका कने आवांगां अने उका गेले रांगा। 24 जो म्हार से परेम नी करे, उ म्हारा बचन के नी माने। जो तम बचन सुणो उ म्हारो नी पण पिता को जेने म्हारे मोकल्यो। 25 "ई बातहुंण तमारा गेले री के तमार से करी। 26 पण साती याने पवित्तर आतमा जेके परमेसर पिता म्हारा नाम से मोकलेगा, उ तमारे सगळी बातहुंण सीखई देगा, अने सगळो कंई जो म्हने तमार से कई, तमारे रियाद करायगा। 27 "हूं तमारे सान्ती दई जउं। खुद की सान्ती तमारे दउं असो नी दउं जसो जग तमारे दे। तो तमारो हिरदो बेचेन नी होय अने नी डरे। 28 तमने सुण्यो के म्हने तमार से क्यो, हूं जई र्यो अने पाछो तमारा कने अउंवां। अगर तम म्हार से परेम राखता तो खुस हुई जाता क्योंके हूं पिता कने जई र्यो, क्योंके पिता म्हार से बड़ी के हे। 29 अने असो होवा से पेलां म्हने तमारे सगळो बताड़ी लाख्यो थो, जेकासे के जदे यो हुई जाय तो तम म्हार पे बिसास करो। 30 हूं तमार से अबे हजु नी कुंवां क्योंके इना जग को सासक सेतान अई र्यो हे। उको म्हार पे कंई हक हयनी, 31 पण इकासरु के जग जाणी ले के हूं पिता से परेम करूं हे अने जसे पिता म्हारे हुकम दे वसोज उको पाळण करूं। "तो चलो, उठ्याव, इनी जगा से चलां।"
ईसु सांची अंगूर बेल
1 "सांची अंगूर बेल हूंज हे, अने म्हारो पिता किरसाण। 2 हर डगाळ जो म्हारा माय हे अने नी फळे उके काटी लाखे, अने जो डगाळ फळे उकी उ छटणी करी लाखे के हजु फळे। 3 तम उना बचन से जो म्हने तमार से क्यो, फळ लावा सरु सुद्दिकरण हुई ग्यो। 4 तम म्हार माय बण्या रो उने हूं तमार माय। जसे डाळ अगर अंगूर बेल माय नी लागी रे तो एखली नी फळी सके वसेज तम बी म्हारा माय बण्या बिना एखला नी फळी सको। 5 "हूं अंगूर बेल, तम डगाळहुंण। जो म्हारा माय बण्यो रे अने हूं उका माय उ घणो फळे क्योंके म्हार से इकाड़ी हुई ने तम कइंनी करी सको। 6 अगर कईं को म्हारा माय बण्यो नी रे तो उ डगाळ सरीको फेंक्यो जाय अने सुकी जाय। उने मनखहुंण उणके भेळा करिके भस्ती माय लाखी दे अने वी बळी जाय। 7 अगर तम म्हारा माय बण्या रो, अने म्हारा बचन तमारा माय बण्या रे तो जो चाव मांगिलो उ तमारा सरु हुई जायगा। 8 म्हारा पिता की म्हेमा इका सेज होय के तम घणो फळ लाव, जदेज तो तम म्हारा चेला हो। 9 "जसे पिता ने म्हार से परेम कर्यो, म्हने बी तमार से परेम कर्यो। म्हारा परेम मायज बण्या री जो। 10 अगर तम म्हारा हुकमहुंण के पाळोगा तो म्हारा परेम माय बण्या रोगा। वसोज जसो म्हने अपणा पिता का हुकमहुंण को पाळण कर्यो अने उका परेम माय बण्यो र्यो हूं। 11 ई बातहुंण म्हने तमार से इकासरु करी, के म्हारो आनन्द तमारा माय बण्यो रे अने तमारो आनन्द पूरण हुई जावे। 12 "म्हारो हुकम यो के जसो म्हने तमार से परेम राख्यो असोज तम बी एक दूसरा से परेम राखो। 13 इका से बड़ो परेम हजु कईं को हयनी के अपणा दोस सरु अपणी जान दई दे। 14 जो हुकम हूं तमारे दउं अगर उके मानोगा तो तम म्हारा दोसहुंण हो। 15 अबे से हूं तमारे गुलाम नी कूं, क्योंके गुलाम नी जाणे के उको मालेख कंई करे। पण म्हने तमारे दोस क्यो, क्योंके वी सगळी बातहुंण जो म्हने अपणा पिता से सुणी, तमारे बतई दी। 16 तमने म्हारे नी छांट्यो पण म्हने तमारे छांट्या अने तमारे तमारो काम दई द्यो के तम जाव अने सफल रो अने तमारी सफलता बणी रे। तो तम म्हारा नाम से जो कंई परमेसर पिता से मांगोगा उ तमारे देगा। 17 हूं तमारे ई हुकमहुंण इकासरु दउं की तम एक दूसरा से परेम राखो।
जग ईसु का चेलाहुंण को बेरी
18 "अगर जग का लोग तमार से मुन्डो फेरिले तो तम जाणो के उणने तमार से पेलां म्हार से मुन्डो फेर्यो हे। 19 तम जग का होता तो जग अपणा जसा परेम राखतो, पण इकासरु के तम जग का हयनी क्योंके म्हने तमारे जग माय से छांटी ल्या। इकासरु जग तमार से मुन्डो फेरे हे। 20 उ बचन जो म्हने तमार से क्यो रियाद राखो, गुलाम अपणा मालेख से मोटो हयनी। अगर जग का लोगहुंण ने म्हारे सताड़्यो तो वी तमारे बी सताड़ेगा। अगर वी म्हारी बात माने तो तमारी बात बी मानेगा। 21 पण जग का लोगहुंण तमारा गेले असो करेगा क्योंके तम म्हारे मानो हो, क्योंके वी उके नी जाणे जेने म्हारे मोकल्यो। 22 अगर हूं नी आतो अने उणकासे बातहुंण नी करतो तो वी पापी नी रेता। पण अबे अपणा पाप सरु उणका कने कईं को भायनो हयनी। 23 जो म्हार से मुन्डो फेरे उ म्हारा पिता से बी मुन्डो फेरे। 24 अगर हूं उणका माय वी काम नी करतो जिणके कइंका दूसरा ने नी कर्या, तो वी पापी नी रेता। हालाके अबे उणने म्हारा अचरज का काम देख्या अने म्हारा पिता के बी देख्या, अने उणने म्हार से अने म्हारा पिता दोई सेज मुन्डो फेर्यो। 25 पण उणने असो इकासरु कर्यो के उ बचन पूरण होय जो उणका नेम-बिधान माय लिख्यो, 'उणने बिना वजा म्हार से मुन्डो फेरिल्यो।' 26 "जदे उ मदद करवा वाळो आयगा, जेके हूं पिता आड़ी से तमारा कने मोकलुंवां याने सच्चई को आतमो जो पिता से हिटे हे, उ म्हारा बारामें गवई देगा। 27 अने तम बी म्हारा बारामें बताड़ोगा क्योंके तम सुरु सेज म्हारा गेले र्या हो।"
1 "ई बातहुंण तमार से इकासरु करी के तम ठोकर खावा से बच्या रो। 2 लोग तमारे अराधनालयहुंण माय से बायरे हेड़ी लाखेगा, अने उ बखत अई र्यो हे के जो कईं को तमारे मारी लाखेगा, उ समजेगा के हूं परमेसर की सेवा-चाकरी करी र्यो हूं। 3 अने वी असो इकासरु करेगा क्योंके उणने नी तो पिता के अने नी म्हारे जाण्यो। 4 अने ई बातहुंण म्हने इकासरु करी के जदे बखत आय तो तम रियाद राखो के म्हने इणका बारामें बताड़ी द्यो थो।
पवित्तर आतमा का काम
"ई बातहुंण म्हने तमार से इकासरु सुरु माय नी करी क्योंके हूं तमारा गेले थो, 5 पण अबे हूं अपणा मोकलवा वाळा कने जई र्यो हूं, अने तमारा माय से कईं को म्हार से नी पुछे, 'तू कां जई र्यो?' 6 पण इकासरु के म्हने ई बातहुंण तमार से कई, तमारो हिरदो दुःख से भरई ग्यो। 7 पण हूं तमार से खास बात कूं के म्हारो जाणो तमारा सरु फायदाबन्द हे, क्योंके अगर हूं नी जउं तो उ मदद करवा वाळो तमारा कने नी अई सकेगा। पण अगर हूं जउं जदे उके तमारा कने मोकलुंवां। 8 अने जदे उ आयगा तो जग का पाप अने धारमिकता अने न्याव का बारामें दोषी ठेरई के चुप करी लाखेगा। 9 लोगहुंण का पाप का बारामें इकासरु के वी म्हार पे बिसास नी राखे, 10 उने लोगहुंण की निरदोसिता का बारामें, इकासरु के हूं पिता कने जउं, अने तम म्हारे पाछो नी देखोगा, 11 अने लोगहुंण का न्याव का बारामें इकासरु के जग को सासक दोषी ठेराड़्यो हे। 12 "म्हारे तमार से हजु बी घणी बातहुंण करनी हे, पण तम अबी उणके सेन नी करी सकोगा। 13 पण जदे उ आयगा याने पवित्तर आतमा जो परमेसर का बारामें सच्चई सिखायगा, उ तमारे सगळो सच्चई को मारग बतई देगा, क्योंके उ अपणा आड़ी से कइंनी केगा पण जो कंई सुणेगा, वाज बात केगा, अने आवा वाळी बातहुंण के तमार पे परगटेगा। 14 उ म्हारी म्हेमा करेगा, क्योंके उ म्हारी बातहुंण के लई ने तमार पे परगटेगा। 15 जो कंई पिता को, उ सगळो म्हारो। इकासरु म्हने क्यो, उ म्हारी बातहुंण के लई ने तमार पे परगटेगा।
तम जो दुःख्या हो खुसी मनावगा
16 "जरा देर माय तम म्हारे नी देखी सकता अने जरा देर माय तम म्हारे देखी सकोगा।" 17 तो उका चेलाहुंण माय से कईं को बोल्यो, "या कंई बात, जो उ हमार से कई र्यो, 'जरा देर माय तम म्हारे नी देखोगा, अने पाछा जरा देर माय तम म्हारे देखोगा'? अने दूसरी बात या 'क्योंके हूं पिता कने जउं' हे। 18 यो कंई जो उ के, 'जरा देर माय'? हम नी जाणा की उ कंई कई र्यो हे।" 19 ईसु ने यो जाणी के के वी म्हार से सवाल करनों चावे, उणकासे क्यो, "कंई तम इनी बात का बारामें माय-माय सोंची बिचारी र्या जो म्हने करी 'जरा देर माय म्हारे नी देखोगा अने पाछा जरा देर माय म्हारे देखोगा'? 20 हूं तमार से खास बात कूं के तम रोवगा उने कळ्पोगा, पण जग खुसी मनायेगा। तम दुःख माय रोगा पण तमारो दुःख खुसी माय बदळी जायगा। 21 "जदे कइंकी बइरा के जापा को दरद होय तो उके घणी पीड़ा होय, क्योंके उको बखत अई ग्यो हे, पण जदे वा बाळक के जणी दे, तो उना दरद के इना आनन्द से के जग माय एक मनख पेदा हुई ग्यो भुली जाय। 22 इकासरु तमारे अबी तो दुःख हे, पण हूं तमारे पाछो मिळुंवां जदे तमारा हिरदा आनन्द से भर्या रेगा, उने तमारी खुसी के कईं को बी तमार से छुड़ई नी सके। 23 उना दन तम म्हार से कईं को सवाल नी पुछोगा। हूं तमारे सांची-सांची कूं अगर तम परमेसर पिता से कंई बी म्हारा नाम से मांगोगा तो उ तमारे दई देगा। 24 अबी तक तमने म्हारा नाम से कइंनी मांग्यो। मांगो अने तमारे मिळेगा जेकासे तमारी खुसी पूरण हुई जाय।
जग पे जे जेकार
25 "ई बातहुंण म्हने तमार से मिसाल माय करी, पण उ बखत अई र्यो जदे हूं पाछो तमार से मिसाल माय नी कुंवां, पण तमारे पिता का बारामें साफ कई दूंवां। 26 उना दन तम म्हारा नाम माय मांगोगा, अने हूं तमार से या नी कुंवां के तमारा सरु पिता से अरज करुंवां। 27 क्योंके पिता खुदज तमार से परेम राखे, इकासरु की तमने म्हार से परेम राख्यो अने यो बिसास कर्यो के हूं परमेसर पिता आड़ी से आयो हूं। 28 हूं पिता परमेसर आड़ी से परगट्यो अने जग माय आयो हूं, हूं पाछो जग के छोड़ी के पिता कने जई र्यो हूं।" 29 उका चेलाहुंण ने क्यो, "अबे तू साफ कई र्यो हे, अने मिसाल दई के नी कई र्यो। 30 अबे हम जाणा की तू सगळो कंई जाणे हे अने इकी जरुवत हयनी के कईं को थार से सवाल करे। इका से हम बिसास करां के तू परमेसर से हिट्यो हे।" 31 ईसु ने जुवाब द्यो, "कंई तम अबे बिसास करो हो? 32 देखो वा घड़ी अइरी बल्के अइगी के तम खक्कळ-बक्कळ हुई के अपणा-अपणा घरे चल्या जावगा, अने म्हारे एखलो छोड़ी लाखोगा। फेर बी हूं एखलो हयनी क्योंके परमेसर पिता म्हारा गेले हे। 33 "ई बातहुंण म्हने तमार से करी के तम म्हारमेंज सान्ती पावजो। जग माय तमारे दुःख होय, पण हिम्मत राखो, म्हने जग के जीती ल्यो हे।"
म्हापुरोहितीय पराथना
1 ईसु ने ई बातहुंण कई के अपणी आंखहुंण सरग आड़ी उठाड़ी के क्यो, "हे पिता, वा घड़ी अइगी। अपणा बेटा की म्हेमा कर, के बेटो बी थारी म्हेमा करे। 2 तने तो म्हारे आखी मनखजात पे हक द्यो हे के हूं सगळा के जिणके तने म्हारे द्या हे अजर-अमर जीवन दउं। 3 अने अजर-अमर जीवन यो के वी थारे जो एकज सांचो परेमसर हे जाणे, अने म्हारे बी याने ईसु मसीह के जाणे जेके तने मोकल्यो हे। 4 जो काम तने म्हारे करवा सरु द्या उणके पूरण करिके म्हने धरती पे थारी म्हेमा करी। 5 हे पिता, अबे तू अपणा गेले म्हारी म्हेमा, उनी म्हेमा से कर जो जग का पेलां से थारा गेले म्हारी थी। 6 "म्हने थारो नाम उना मनखहुंण पे परगट्यो, जिणके तने जग माय से म्हारे द्या। वी थारा था अने तने उणके म्हारे द्या, अने उणने थारा बचन के मानी ल्यो। 7 अबे वी जाणी ग्या के जो कंई तने म्हारे द्यो, उ सगळो थारा अंई से हे। 8 क्योंके वी बचन जो तने म्हारे द्या, वी म्हने उणका तक पोंचई लाख्या। उणने उना बचनहुंण के मानी ल्या अने सांची माय जाणी ल्यो के हूं थार से हिट्यो हूं अने उणने बिसास कर्यो के तनेज म्हारे मोकल्यो हे। 9 "हूं उणका सरु अरज करूं। जग सरु अरज नी करूं, पण उणका सरु जिणके तने म्हारे द्या, क्योंके वी थारा हे। 10 अने सगळो कंई लोग जो म्हारा हे वी थारा हे, अने जो थारा हे वी म्हारा हे। अने इणका माय म्हारी म्हेमा परगटी हे। 11 अबे हूं जग माय नी रुंवां। हूं थारा कने अउं हे, पण ई जग माय रेगा। पवित्तर परमेसर पिता, अपणी सामरत से जो तने म्हारे दई, इणकी चोकसी कर, के जसा हम एक हे वी बी एक रे। 12 जदे हूं उणका गेले थो, म्हने थारी सामरत से जो तने म्हारे दई उणकी मदद करी। अने दुस्ट का बेटा का अलावा उणका माय से कईं को नास नी होयो, इकासरु के धरम सासत्तर की बात पूरण हो। 13 "पण अबे हूं थारा कने अउं, अने या बात जग माय कूं के म्हारा चेलाहुंण माय म्हारो आनन्द पूरण होय। 14 म्हने उणके थारा बचन दई द्या, अने जग ने उणकासे मुन्डो फेर्यो, क्योंके जसो हूं जग को हयनी वसाज वी बी जग का हयनी। 15 हूं थार से यां अरज नी करूं, के तू उणके जग से उठई ले, पण या की तू उणके उनी बुरई से बचाड़ी राख। 16 वी जग का हयनी जसो की हूं बी जग को हयनी। 17 सच्चई आड़ी से उणके पवित्तर करी दे - थारा बचन सांचा हे। 18 जसो तने म्हारे जग माय मोकल्यो, म्हने बी उणके जग माय मोकल्या हे। 19 अने हूं उणका सरु खुदी के पवित्तर करूं के वी बी सच्चई से थारा सरु पवित्तर कर्या जावे। 20 "हूं सिरप इना चेलाहुंण सरु अरज नी करूं पण उणका सरु जो इणका बचन से म्हार पे बिसास करेगा, 21 के वी सगळा एक रे। जसे, हे पिता, तू म्हारा माय अने हूं थारा माय हूं वसाज वी बी हमार माय एक रे जेकासे के जग बिसास करे के तनेज म्हारे मोकल्यो। 22 अने वा म्हेमा जो तने म्हारे दई, म्हने उणके दई हे, के वसाज एक रे जसा हम एक हे। 23 हूं उणका माय अने तू म्हार माय के वी सिद्द हुई के एक हुई जाय। जेकासे जग जाणे के तने म्हारे मोकल्यो अने जसो तने म्हार से परेम राख्यो वसोज उणकासे बी परेम राख्यो। 24 "हे पिता, हूं चउं के वी जिणके तने म्हारे द्या, जां हूं रूं वांज वी बी म्हारा गेले रे, के वी म्हारी म्हेमा के देखी सके जो तने म्हारे दई, क्योंके तने जगत के बणावां से पेलां म्हार से परेम राख्यो। 25 हे धरम पिता परमेसर, हालाके जग ने थारे नी जाण्यो फेर बी म्हने जाण्यो हे अने इना चेलाहुंण ने बी जाण्यो के तनेज म्हारे मोकल्यो हे। 26 अने म्हने थारो नाम इणके बताड़्यो अने बताड़तो रुंवां, के उ परेम जो तने म्हार से कर्यो उ परेम उणका माय बण्यो रे, अने हूं बी उणका माय रूं।"
ईसु के गिरपतार करनों
1 जदे ईसु ई बातहुंण करी चुक्यो, तो उ अपणा चेलाहुंण का गेले किद्रोण का नाळा का पार ग्यो जो एक बाग थो जेका माय उ खुद अने उका चेलाहुंण अई ग्या। 2 यहूदा बी जो उके पकड़वाणे पे थो, उनी जगा के जाणतो थो, क्योंके ईसु ज्यादा करिके अपणा चेलाहुंण का गेले वांज जाया करतो थो। 3 तो यहूदा, रोमी सेना को दळ के, अने मुख-पुरोहितहुंण अने फरीसिहुंण आड़ी से यहूदी सिपईहुंण के लई के वां लालटेन, मसाळहुंण अने हतियार धारण करिके अई ग्यो। 4 इकासरु ईसु उनी सगळी बातहुंण के जो उका पे आणे वाळी थी जाणी के, अगड़े बड़्यो अने उणकासे बोल्यो, "तम किके ढुंडी र्या हो?" 5 उणने जुवाब द्यो, "ईसु नासरी के।" उने उणकासे क्यो, "हूंज हूं।" अने यहूदा बी जो उके पकड़वाणे वाळो थो, उणका गेले उब्यो थो। 6 जदे उने उणकासे यो क्यो "हूंज हूं" तो वी पाछे सरक्या अने जमीन पे हिटी पड़्या। 7 तो उने पाछो पुछ्यो, "तम के के ढुंडी र्या हो?" वी बोल्या, "ईसु नासरी के।" 8 ईसु ने जुवाब द्यो, "हूं तमार से कई चुक्यो के 'हूं उज हूं'। तो अगर तम म्हारे ढुंडी र्या हो तो इणके जावा दो।" 9 जेकासे के उ बचन पूरण होयो जो उने क्यो थो, "पिता, जिणके तने म्हारे द्या उका माय से म्हने एक बी नी खोयो।" 10 इका पे सिमोन पतरस ने जेका कने तरवार थी, खेंची के म्हापुरोहित का गुलाम पे चलाड़ी अने उको सुदो कान काटी लाख्यो। उना गुलाम को नाम मलखुस थो। 11 जदे ईसु ने पतरस से क्यो, "तरवार म्यान माय राख। जो दुःख को प्यालो पीवा सरु म्हारा पिता ने द्यो, कंई हूं उके नी प्यूं?"
पेलां हन्ना का यां लई ग्या
12 तो रोमी सेना को दळ अने सेना को हाकिम अने यहूदी सिपई ने ईसु के गिरपतार करिके बान्दी ल्यो, 13 अने पेलां उके हन्ना कने लई ग्या। क्योंके उ उना बरस को म्हापुरोहित काइफा को सुसरो थो। 14 काइफाज थो, जेने यहूदी अगवाहुंण के राय दई थी के "हमारा लोगहुंण सरु एक मनख को मरनो अच्छो हे।"
पतरस ने जदे नकार्यो
15 सिमोन पतरस अने हूं ईसु का पाछे-पाछे चली पड़्यो। अने हूं ईसु का गेले म्हापुरोहित का आंगणा माय अई ग्यो, 16 पण पतरस बायरे कमांड़ कने उबो र्यो। तो हूं बायरे हिट्यो अने नेपादारनी से कई के पतरस के भित्तरे लई ग्यो। 17 तो दासी जो घर की नेपादारनी थी पतरस से क्यो, "कंई तूज तो इना मनख का चेलाहुंण माय से नी हे?" उने क्यो, "हूं नी हूं।" 18 वां सेवक अने सिपई कोयला बाळी के उबा हुई के तापी र्या था क्योंके ठण्ड थी अने पतरस बी उणका गेले उबो हुई के तापी र्यो थो।
ईसु से म्हापुरोहित का सवाल
19 तो म्हापुरोहित ने ईसु से उका चेलाहुंण अने उकी सीखहुंण का बारामें सवाल कर्या। 20 ईसु ने उके जुवाब द्यो, "म्हने जग माय खुली के बात करी। म्हने हमेस्या अराधनालयहुंण अने मन्दर माय जां सगळा यहूदी भेळा होया करे सीख दई अने म्हने गुपत माय कइंनी क्यो। 21 तू म्हार से कायबले पुछी र्यो? सुणवा वाळा से पुछी ले के म्हने उणका से कंई-कंई क्यो। वी पक्को जाणे हे के म्हने कंई क्यो।" 22 अने जदे उने यो क्यो, तो कने उबा सिपईहुंण माय से एक ने यो कई के उके मुक्को मार्यो, "कंई तू म्हापुरोहित के असो जुवाब दे?" 23 ईसु ने उके जुवाब द्यो, "अगर म्हने बुरो क्यो, तो उके साबित कर, पण अगर अच्छो क्यो, तो तू म्हारे मारे कायसरु?" 24 तो हन्ना ने उके काइफा म्हापुरोहित कने बान्द्यो होयो मोकल्यो।
पतरस ने पाछो नकार्यो
25 सिमोन पतरस उबो हुई ने तापी र्यो थो। तो उणने उकासे क्यो, "कंई तूज तो उका चेलाहुंण माय से हयनी?" उ नी मान्यो, पण उने क्यो, "नी हूं हयनी।" 26 म्हापुरोहित का सेवकहुंण माय से जो उना मनख को परवार को थो जेको कान पतरस ने काटी लाख्यो थो क्यो, "कंई म्हने थारे उका गेले बगीचा माय नी देख्यो थो?" 27 तो पतरस पाछो नटी ग्यो, अने मुरगा ने झट बाग दई दी।
पिलातुस का सामे ईसु
28 अने यहूदी अगवाहुंण ईसु के काइफा कने से रोमी राजपाल का म्हेल माय लई ग्या अने भुनसारा को बखत थो। उणने खुद राजम्हेल माय पग नी धर्या के कंई असुद्द नी हुई जावां पण फसह खई सके। 29 तो पिलातुस बायरे हिटी के उणका कने आयो अने बोल्यो, "तम इना मनख पे कंई दोष लगाड़ो हो?" 30 उणने उके जुवाब माय क्यो, "अगर यो मनख कुकरमी नी होतो तो हम इके थारा हात माय कायसरु देता?" 31 तो पिलातुस ने उणकासे क्यो, "तम इके लइ-जई के अपणा नेम-बिधान का नेम मुजब न्याव करो।" उणने उकासे क्यो, "हमारे कइंका के मोत की सजा देवा को हक हयनी।" 32 यो इकासरु होयो के ईसु का वी बचन पूरण होय जो उने अगम बतई द्या था के उकी मोत कसे होयगा। 33 तो पिलातुस पाछो राजम्हेल माय ग्यो अने ईसु के बुलाड़ी के उकासे क्यो, "कंई तू यहूदिहुंण को राजो हे?" 34 ईसु ने उके जुवाब द्यो, "कंई या बात तू अपणा आड़ी से बोली र्यो हे के कइंका ने थार से म्हारा बारामें कई?" 35 पिलातुस ने जुवाब द्यो, "कंई हूं यहूदी हूं? थाराज जात का, अने मुख-पुरोहितहुंण नेज थारे म्हारा हात माय द्यो। तने कंई कर्यो?" 36 ईसु ने जुवाब द्यो, "म्हारो राज इना जग को हयनी। अगर म्हारो राज इना जग को होतो तो म्हारा राज दरबारी लड़ई छेड़ी देता, के हूं यहूदी अगवाहुंण का हात माय नी पड़तो। बात याज हे के म्हारो राज इना जग को हयनी।" 37 तो पिलातुस ने उकासे क्यो, "तो कंई तू राजो हे?" ईसु ने जुवाब द्यो, "तू ठीकज के हूं राजो हूं। म्हने इकासरु जनम ल्यो अने इकासरु इना जग माय आयो हूं के सच्चई के सिखाड़ुं। वी जो सच्चई सिखणो चाय म्हारी बाणी सुणे हे।" 38 पिलातुस उकासे बोल्यो, "सच्चई कंई हे?" अने जदे उ कई चुक्यो तो पिलातुस राजपाल पाछो यहूदिहुंण कने बायरे आयो अने उणकासे क्यो, "हूं उका माय कंई दोष नी पउं।
बरअब्बा के छोड़्यो जाणो अने ईसु के मोत की सजा
39 पण तमारी रीति मुजब, फसह का परब का दन हूं तमारा सरु एक मनख के छोड़ी लाखुं। कंई तम चाव के हूं तमारा सरु यहूदिहुंण का राजा के छोड़ी लाखुं?" 40 तो उणने पाछा चिल्लाड़ी के क्यो, "इना मनख के नी पण बरअब्बा के हमारा बले छोड़ी लाख।" अने बरअब्बा लड़ई-दंगो करवा वाळो डकेत थो।
1 तो पिलातुस ने ईसु के कोड़ा लगवाड़्या। 2 अने सिपईहुंण ने कांटा को मुगुट गुंथिके उका माथा पे धरी लाख्यो, अने उके बेंगणी पेरावो पेरायो। 3 अने वी उका कने अइ-अई के केवा लाग्या, "हे यहूदिहुंण का राजा परणाम!" अने उके थापड़ मारवा लाग्या। 4 अने पिलातुस राजपाल ने पाछो बायरे हिटी के यहूदिहुंण से क्यो, "देखो, उके बायरे तमारे कने लई र्यो हूं, जेकासे के तम जाणी लो की हूं उका माय कंई दोष नी पई र्यो।" 5 जदे ईसु कांटा को मुगुट अने बेंगणी पेरावो पेर्यो होयो बायरे आयो तो पिलातुस ने उणकासे क्यो, "देखो, यो मनख।" 6 जदे मुख-पुरोहितहुंण अने सिपईहुंण ने उके देख्यो तो चिल्लाड़ी पड़्या, "कुरुस पेज चड़ई दे! कुरुस पे!" पिलातुस ने उणकासे क्यो, "तमीज उके लइ-जई के कुरुस पे चड़ई दो। हूं उका माय कंई दोष नी पई र्यो।" 7 यहूदी अगवाहुंण ने उके जुवाब द्यो, "हमाराज नेम अने उना कायदा से इके मोत की सजा मिळनी चइये, क्योंके उने अपणे खुद के परमेसर को बेटो बखाण्यो हे। 8 जदे पिलातुस ने या बात सुणी तो घणो डरी ग्यो, 9 तो उने पाछो राजम्हेल माय जई के ईसु से क्यो, "तू कां को हे?" पण ईसु ने उके कंई जुवाब नी द्यो। 10 तो पिलातुस ने उकासे क्यो, "कंई तू म्हारे नी बताड़ेगा? कंई जाणे नी के म्हारे थारे छोड़वा अने थारे कुरुस पे चड़ावा को हक हे?" 11 ईसु ने जुवाब द्यो, "अगर थारे अदरे से नी द्यो होतो तो म्हार पे थारो कईं को हक नी रेतो। इकासरु के जिणने म्हारे थारा हात माय सोंप्यो उणको पाप घणो हे।" 12 या सुणी के पिलातुस ने उके छोड़वा की कोसिस करी, पण यहूदिहुंण ने चिल्लइ-चिल्लई के क्यो, "अगर तू इना मनख के छोड़े, तो तू केसर म्हाराजा को राज-भगत हयनी। जो कईं को अपणे खुद के राजो बणाय उ केसर म्हाराजा को बिरोद करे।" 13 पिलातुस ई बातहुंण सुणी के ईसु के बायरे लइ-यायो, अने न्याव-सिंगासण पे बेठ्यो याने उनी जगा पे जो चबूतरो केवातो थो। (इबराणी भासा माय गब्बता केवातो थो।) 14 यो फसह की तय्यारी को दन थो उना बखत करीब बारा बज्या था। तो उने यहूदी हाकिमहुंण से क्यो, "देखो, तमारो राजो।" 15 इका पे वी चिल्लाड़ी के बोल्या, "लई जा! लई जा! इके कुरुस पे चड़ई दे!" पिलातुस ने उणकासे क्यो, "कंई हूं तमारा राजा के कुरुस पे चड़उं?" म्हापुरोहितहुंण ने जुवाब द्यो, "केसर का अलावा हमारो कईं को राजो हयनी।" 16 तो उने कुरुस पे चड़ावा सरु ईसु के उणका हात माय दई द्यो।
ईसु के कुरुस पे लटकाड़्यो जाणो
17 तो रोमी सिपईहुंण ईसु के लई ग्या, अने उ अपणो कुरुस उठाड़तो होयो उनी जगा तक बायरे ग्यो, जेके खोपड़ी की जगा के हे, जेके इबराणी माय "गुलगुता" के हे। 18 वां उणने उके अने उका गेले दो मनखहुंण के कुरुस पे चड़ई लाख्या, एक के इना आड़ी दूसरा के उना आड़ी अने बीच माय ईसु के। 19 अने पिलातुस ने दोष-पत्तर कुरुस पे लगाड़ी द्यो जे पे यो लिख्यो थो, "ईसु नासरी यहूदिहुंण को राजो।" 20 तो इना दोष-पत्तर के घणा यहूदिहुंण ने बांच्यो, क्योंके जेनी जगा पे ईसु के कुरुस पे चड़ई द्यो, वा जगा नगर का कने थी, अने यो पत्तर इबराणी, लतीणी, अने यूनानी भासा माय लिख्यो थो। 21 तो यहूदिहुंण का मुख-पुरोहित पिलातुस से केवा लाग्या, "'यहूदिहुंण को राजो' मती लिखे, पण यो के 'इने क्यो, हूं यहूदिहुंण को राजो हूं।' " 22 पिलातुस ने जुवाब द्यो, "जेके म्हने लिख्यो तो लिखी द्यो।" 23 जदे सिपईहुंण ने ईसु के कुरुस पे चड़ई द्यो तो उणने उका सगळा पेरवा का लतरा हेड़्या अने उका चार हिस्सा कर्या, हरेक सिपई सरु एक-एक हिस्सो। असोज चोळो बी हेड़ी ल्यो जो बिना सिल्यो अदरे से निच्चे तक बुण्यो होयो थो। 24 तो उणने माय-माय क्यो, "हम इके नी फाड़ा, पण इकासरु चिट लाखां के यो के को होयगा।" जेकासे के पवित्तर सासत्तर की बात पूरण होय, "उणने म्हारा सगळा लतरा माय-माय बांटी ल्या, अने म्हारा चोळा पे चिट लाखी।" 25 इकासरु सिपईहुंण ने असो कर्यो। ईसु का कुरुस कने उकी मेतारी अने उकी मेतारी की बेन, क्लोपास की घराळी मरियम, अने मरियम मगदलीनी उबी थी। 26 जदे ईसु ने अपणी मेतारी, अने म्हारे जेकासे उ परेम राखतो थो। कने उबा होया देख्या तो अपणी मेतारी से बोल्यो, "हे नारी, देख यो थारो बेटो।" 27 अने म्हार से क्यो, "देख, या थारी मेतारी।" अने उना बखत से हूं मरियम के अपणा घरे लई ग्यो।
ईसु की मोत
28 इका बाद ईसु ने या जाणी के के सगळो कंई पूरण हुई चुक्यो। इकासरु के पवित्तर सासत्तर की बात पूरण होय, उने क्यो "हूं तिरस्यो हूं।" 29 वां सिरका से भर्यो एक बरतन धर्यो थो, तो उणने पाणी के चुसवा वाळी चीज के सिरका माय लाखी के उके बरु की नुक्की पे धर्यो अने ईसु का मुन्डा से लगाड़्यो। 30 जदे ईसु ने उ सिरको ल्यो, तो क्यो, "पूरण होयो"। अने उने माथो लटकई लाख्यो अने जान हिटी गी।
पांसळी माय भालो मारनो
31 इकासरु के उ तय्यारी को दन थो, यहूदी अगवाहुंण ने पिलातुस से अरज करी के उणका पग तोड़्या अने उणके उतार्या जाये जेकासे की सबत् का दन उणकी लोथ कुरुस पे नी टंगी रे। 32 तो सिपईहुंण ने अई के पेलां डाकू की, अने दूसरा डाकू की जो उका गेले कुरुस पे चड़ाया था टांग तोड़ी लाखी, 33 पण जदे उणने ईसु कने अई के देख्यो की मरी ग्यो, तो उकी टांग नी तोड़ी। 34 पण सिपई माय से एक ने उकी पांसळी के भेदी लाखी अने झट उका माय से लोई अने पाणी बइ हिट्यो। 35 म्हने यो देख्यो अने उकी गवई दई, अने म्हारी गवई सांची हे। हूं खुद जाणूं अने सांची कूं, जेकासे की तम बी बिसास करो। 36 ई बात इकासरु हुई की पवित्तर धरम सासत्तर को बचन पूरण होय, "उका एक बी हड़का नी तोड़्या जायगा।" 37 पाछा पवित्तर धरम सासत्तर का दूसरा हिस्सा माय लिख्यो हे, "जेके उणने बेद्या, वी उके देखेगा।"
ईसु के गाड़्यो जाणो
38 इनी बातहुंण का बाद अरमतियाह को यूसफ आयो। उ यहूदिहुंण का डर से गुप-चुप रुप माय ईसु को चेलो थो। पिलातुस से उने अरज करी के उके ईसु की लोथ लई जावा को हुकम दई दे अने पिलातुस ने हुकम दई द्यो। तो उ अई के ईसु की लोथ लई ग्यो। 39 अने नीकुदेमुस बी जो पेलां ईसु कने रात माय आयो थो यूसफ का गेले आयो। उने करीब पचास सेर मिळ्यो होयो गुगळ अने एलवा लइ-यायो। 40 तो उणने ईसु की लोथ के लई अने यहूदिहुंण की रीति मुजब उके सुगन से भर्या पदारथ का गेले कफन माय लपेट्यो। 41 उनी जगा पे जां उके कुरुस पे चड़ायो एक बाग थो अने उना बाग माय एक नवी कबर थी जेका माय अबी तक कइंका के नी धर्यो थो। 42 तो यहूदिहुंण की तय्यारी का दन की वजासे अने इकासरु के वा कबर कनेज थी उणने ईसु की लोथ के उका माय मेली दी।
ईसु की रीति कबर
1 सबद् बितवा पे हफ्ता का पेलां दन, मरियम मगदलीनी, घणा भुनसारे जदके अबी इन्दारोज थो कबर पे अई। तो उने सिल्ला के कबर पे से सरकी देखी। 2 तो वा पाटी दई के सिमोन पतरस अने म्हारा कने जेकासे उ परेम राखतो थो। अई अने केवा लागी, "वी परभु के कबर माय से उठाड़ी लई ग्या, अने हमारे नी मालम की उणने उके कां छिपाड़ी राख्यो हे।" 3 तो पतरस अने हूं हिटी के कबर आड़ी चली पड़्या। 4 हम दोई गेले-गेल भागी र्या था, पण हूं पतरस से घणो तेज दोड़ी के कबर पे पेलां पोंच्यो। 5 म्हने नमिने भित्तरे झांक्यो अने कफन इकाड़ी पड़्यो देख्यो, पण हूं भित्तरे नी ग्यो। 6 तो सिमोन पतरस बी म्हारा पछड़े-पछड़े वां अई ग्यो अने कबर का भित्तरे जई ने उने लतरा पड़्या देख्या। 7 अने उना लतरा के जेका माय ईसु को माथो लपेट्यो थो, दूसरा लतराहुंण का गेले नी थो पण दूरा पे एक जगा लपेट्यो पड़्यो देख्यो। 8 तो म्हने बी जो कबर पे पेलां अई ग्यो थो भित्तरे जई ने देख्यो अने देखी के बिसास कर्यो। 9 अबी तक हम पवित्तर धरम सासत्तर की वा बात नी समज्या था के मर्या माय से ईसु के जीवतो होणो जरुरी थो। 10 तो हम चेलाहुंण अपणा-अपणा घरे चल्या ग्या,
मरियम मगदलीनी के ईसु नगे आयो
11 पण मरियम रुदन करती हुई कबर का बायरे उबी री। अने रोती हुई उने नमिके कबर माय झांक्यो। 12 जां ईसु की लोथ धरी हुई थी वां उने दो सरगदूतहुंण के उजळा लतरा पेर्या होया, एक के सिरआंणे अने दूसरा के पग आड़ी बेठ्या देख्या। 13 अने उणने उकासे क्यो, "हे नारी, तू कायसरु रोई री हे?" उने सरगदूत से क्यो, "इकासरु के वी म्हारा परभु के उठाड़ी लई ग्या, अने हूं नी जाणूं के उणने उके कां छिपाड़्यो?" 14 या कई के जदे वा पलटी तो ईसु के वां उब्यो देख्यो अने नी ओळख्यो के यो ईसु हे। 15 ईसु ने उकासे क्यो, "हे नारी, तू कायसरु रोई री? तू के के ढुंडी री?" उने उके मांळी जाणी के उकासे क्यो, "परभु, अगर तू उके कंई उठाड़ी लई ग्यो तो म्हारे बतई दे तने उके कां धर्यो हे अने हूं उके लई जउंवां।" 16 ईसु ने उकासे क्यो "मरियम।" वा पल्टी अने इबराणी माय बोली "रब्बूणी।" (रब्बूणी को अरथ हे, "गरु।") 17 ईसु ने उकासे क्यो, "म्हार से मती चोंट। क्योंके हूं अबी तक पिता कने अदरे नी ग्यो। पण म्हारा भई-बेनहुंण कने जा, अने उणकासे बोल, "हूं अपणा पिता अने तमारा पिता, अने अपणा परमेसर अने तमारा परमेसर कने, अदरे जउं।" 18 तो मरियम मगदलीनी जई के हम चेलाहुंण के बताड़्वा लागी, "म्हने परभु के देख्यो हे, अने याके उने म्हार से ई बातहुंण करी थी।"
ईसु चेलाहुंण पे परगट्यो
19 उणाज दन जो हफ्ता को पेलो दन थो, सांज का बखत वां का कमांड़ जां हम चेलाहुंण था, यहूदिहुंण का डर का मारे बन्द थो। तो ईसु अई के ने हमारा माय उबो हुई ग्यो अने हमार से क्यो, "तमारे सान्ती मिळे। 20 जदे उ यो कई चुक्यो तो उने अपणी हतेळी अने पांसळी दोई दिखाड़ी। तो हम चेलाहुंण परभु के देखी के घणा खुस हुई ग्या। 21 ईसु ने पाछो हमार से क्यो, "तमारे सान्ती मिळे। जसे पिता ने म्हारे मोकल्यो, असोज हूं बी तमारे मोकलुं।" 22 जदे उ यो कई चुक्यो तो उने हमार पे फूंक्यो अने हमार से क्यो, "पवित्तर आतमा लो। 23 अगर तम कइंका का पाप मांफ करोगा, तो वी उणका सरु मांफ हुई ग्या। अगर तम कइंका का पाप राखो तो वी राख्या ग्या।"
ईसु, थोमा के नगे आणो
24 पण हम बारा चेलाहुंण माय से एक याने थोमा जो जुड़मा केवाड़्यो जावे, जदे ईसु आयो तो उ हमारा गेले नी थो। 25 जदे हम दूसरा चेलाहुंण उकासे केवा लाग्या, "हमने परभु के देख्यो" तो उने हमार से क्यो, "जदत्तक हूं उका हातहुंण माय खीलहुंण की जगा नी देखी लूं अने हतेळिहुंण का छेद माय अंगळी नी लाखुं अने उकी पांसळी माय अपणो हात नी लाखुं तदत्तक हूं बिसास नी करुंवां।" 26 आठ दन का पाछे हम पाछा एक घर माय था, अने थोमा हमारा गेले थो। जदे कमांड़ बन्द था, तो ईसु आयो अने हमारा अदाड़ माय उबो हुई के क्यो, "तमारे सान्ती मिळे।" 27 तो उने थोमा से क्यो, "अपणी अंगळी यां ला, अने म्हारा हातहुंण के देखी ले। अने अपणो हात बड़ई के म्हारी पांसळी माय लाख। अने बे-बिसासी नी पण बिसासी हुई जा।" 28 थोमा ने जुवाब देता होया उकासे क्यो, "हे म्हारा परभु, हे म्हारा परमेसर!" 29 ईसु ने उकासे क्यो, "तने म्हारे देखी ल्यो कंई इकासरु बिसास कर्यो? धन्य हे वी जिणने म्हारे नी देख्यो फेर बी बिसास कर्यो।"
योहन ने यो कायसरु लिख्यो
30 ईसु ने हजु नरा चमत्कार हम चेलाहुंण का सामे दिखाड़्या जो इनी पोथी माय नी लिख्या हे, 31 पण जो लिख्या हे, इकासरु लिख्या के तम बिसास करो के ईसुज परमेसर को बेटो मसीह हे, अने बिसास करिके उका नाम से जीवन पाव।
ईसु म्हारे अने सात चेलाहुंण के नगे आयो
1 इनी बातहुंण का बाद ईसु गलील का सरवर कराड़े हम चेलाहुंण पे असो पाछो परगट होयो। 2 सिमोन पतरस अने थोमा, जो जुड़मा केवाड़्यो जावे, अने गलील का काना को नतनएल, अने जब्दी को बेटो अने ईसु का चेलाहुंण माय से दूसरा दो हजु वां था। 3 सिमोन पतरस ने उणकासे क्यो, "हूं मच्छी पकड़वा जई र्यो।" उणने उकासे क्यो, "हम बी थारा गेले चलांगां।" हम जई के नाव पे चड़ी ग्या, पण उनी राते हमने कइंज नी पकड़्यो। 4 जदे दन उगवा लाग्यो तो ईसु कराड़ा पे अई के ने उबो हुई ग्यो, पण हम चेलाहुंण ने उके नी ओळख्यो के उ ईसु हे। 5 इका पे ईसु ने हमार से क्यो, "बाळकहुंण, तमारे कने कंई मच्छी हे?" हमने जुवाब द्यो "नी।" 6 अने उने हमार से क्यो, "नाव के डाबा हाताड़ी लई के जाळ लाखो तो पावगा।" तो हमने जाळ लाख्यो तो मच्छी नरी होवा से हम जाळ खेंची नी सक्या। 7 हूं, जेकासे ईसु परेम राखतो थो, पतरस से बोल्यो, "अरे! यो तो परभु हे!" अने जदे सिमोन पतरस ने सुण्यो के यो परभु हे तो उने अपणो अंगरखो पेरिल्यो, क्योंके काम की वजासे कइंबी नी पेर्यो थो, अने उ सरवर माय कुदी पड़्यो। 8 क्योंके हम चेलाहुंण नानी नाव पे मच्छीहुंण से भर्यो होयो जाळ खेंचता होया आया। क्योंके हम कराड़ा से नरा दूर नी पण करीब दो सो हात की दूरी पे था। 9 तो जदे हम कराड़ा पे उतर्या तो हमने कोयला का अंगाराहुंण पे पेलां से मच्छी धरी हुई अने रोटा देख्या। 10 ईसु ने हमार से क्यो, "जो मच्छीहुंण तमने अबी पकड़ी उका माय से थोड़िक यां ल्याव।" 11 सिमोन पतरस ग्यो अने एक सो तिरपन बड़ी मच्छीहुंण से भर्या होया जाळ के कराड़ा पे खेंची ल्यायो। हलाके मच्छीहुंण इतरी जादा थी फेर बी जाळ नी फाट्यो। 12 ईसु ने उणकासे क्यो, "अई जावो सिरावणी करी लो।" हम चेलाहुंण माय से कइंका के या पुछवा की हिम्मत नी हुई के, "तू कुंण हे?" क्योंके हम जाणता था के यो परभुज हे। 13 ईसु ने अई के रोटा ल्या अने उणके द्या। असीज उने मच्छी के बी दई। 14 यो तीसरी बखत हे जदे ईसु मर्या माय से जीवता होवा का बाद चेलाहुंण पे परगट्यो।
पतरस से आखरी बात-चित
15 जदे वी सिरावणी करी चुक्या, तो ईसु सिमोन पतरस से बोल्यो, "हे सिमोन, योहन का बेटा, कंई तू इणका परेम से बत्ती म्हार से परेम राखे हे?" तो उने उकासे क्यो, "हां परभु, तू तो जाणे हे के हूं थार से परेम राखुं।" ईसु ने उकासे क्यो, "म्हारा मेमणाहुंण के चरा।" 16 ईसु ने पाछो दूसरी कावा क्यो, "सिमोन, योहन का बेटा, कंई तू म्हार से परेम राखे हे?" उने उकासे क्यो, "हां परभु तू जाणे हे के हूं थार से परेम करूं हूं।" उने उकासे क्यो, "म्हारी गाडरहुंण की नेपादारी कर।" 17 उने उकासे तीसरी कावा क्यो, "सिमोन, योहन का बेटा, कंई तू म्हार से परेम राखे हे?" जदे पतरस का मुन्डो लटकी ग्यो, क्योंके ईसु ने उकासे तीसरी कावा असो क्यो, "कंई तू म्हार से परेम राखे?" अने उने ईसु से क्यो, "हे परभु, तू तो सगळो कइंज जाणे। तू यो बी जाणे हे के हूं थार से परम राखुं।" ईसु ने उकासे क्यो, "तू म्हारी गाडरहुंण के चरा। 18 हूं थार से सांची-सांची कूं, जदे तू जुवान थो तो अपणी कमर कसी के जां चातो थो वा चल्यो-फरतो थो। पण जदे तू डोकरो हुई जायगा तो तू अपणो हात फेलायगा, अने कईं को दूसरो थारी कमर बान्दी के अने जां तू नी चावे वां थारे लई जायगा।" 19 उने असो कई के बतई द्यो पतरस कसतरा अपणी मोत से परमेसर की म्हेमा करेगा। तो ईसु ने उकासे क्यो, "म्हारा पाछे चल्यो-चल।"
ईसु अने योहन
20 पतरस ने पाछे पलटी के म्हारे पछड़े आतो देख्यो, 21 अने पतरस ने ईसु से क्यो, "हे परभु, इना मनख को कंई होयगा?" 22 ईसु ने उकासे क्यो, "अगर हूं चउं के उ म्हारा आणे तक रुक्यो रे, तो थारे इका से कंई? तू तो म्हारा पाछे हुई जा।" 23 इकासरु भई-बेनहुंण माय या बात फेली गी के हूं नी मरुंवां। पण ईसु ने यो क्यो हयनी के हूं नी मरुंवां, पण सिरप योज क्यो, "अगर हूं चउं के म्हारा आवा तक रुक्यो रे, तो थारे इका से कंई?" 24 हूं उज चेलो, जो इनी बातहुंण की गवई दउं हे अने जेने इनी बातहुंण के लिखी हे। अने हूं जाणूं के म्हारी गवई सांची हे।
निचोड़
25 नरा दूसरा काम बी ईसु ने कर्या। अगर उणके एक-एक करी ने लिख्या जाता, तो म्हारो यो सोंचणो हे के जो पोथीहुंण लिखी जाती वी जग मेंज नी समाती।