मरकुस क हाथा माण्डेड़ो चोखो समचार

भूमिका

परमेश्बर का बेटा ईशु मसी‎‎ को चोखो समचार ई बात क सागै चालु होवै ह, “परमेश्बर का बेटा ईशु मसी को चोखो समचार।” ई समचार म ईशु न एक मेनती अधिकारी की जंय्यां बतायो गयो ह। अर बिको अधिकार बिकी सीख म, ओपरी बलाया प अर मिनखा क पापा न धोण क बारा म सामै आयो। इमै ईशु खुद न ‘मिनख को बेटो’ बोलै ह। बो मिनखा न पापा स अजाद करबा ताँई आपका पीराण देबा आयो। मरकुस ईशु की सीख अर बचना प जोर कोनी देवै पण बिका कर्मा प जोर देवै ह। जणांई तो बो बिकी कथा न साफ सिधा अर चोखा ढंग स पेश करै ह। यूहन्ना बतिस्मो देबाळो, ईशु को बतिस्मो अर बिका बिचासणा स जुड़ी बाता क पाछै, लिखबाळो हाथ की हाथ ईशु की सीख बिकी निरोगा करबा की बाता अर सेवा कामा को बखान करबा लागै ह। जंय्यां-जंय्यां टेम बित्यो बंय्यां-बंय्‍यां ही ईशु की बाता न मानबाळा ओर चोखा ढंग स बिनै जाणबा लाग्या, पण बिका सामला ओर ज्यादा खतरनाक होता गया। आखरी पाठ म ई धरती प बिका आखरी अप्ता की बाता को बखान करता हुया, जामै खास खास बाता बिनै सूळी प चढ़ायो जाणो अर बिको जी उठबो।

रुप -रेखा

चोखो समचार को चालु होणो (1:1-13)
ईशु को गलील म लोगा की सेवा करणो (1:14-9:50)
गलील स यरुशलेम को दोरो (10:1-52)
यरुशलेम म आखरी अप्तो (11:1-15:47)
ईशु को जी उठबो (16:1-8)
ईशु को दर्शाव अर ईश्वर नगरी म जाणो (16:9-20)

1

यूहन्ना बतिस्मो देबाळा को हैल्लो

1 परमेश्बर का बेटा ईशु मसी को चोखो समचार अंय्यां चालु होयो। 2 जंय्यां की यशायाह परमेश्बर की खेबाळा की पौथी म मंडर्यो ह।“देख म तेरो गेलो बणाबा ताँई तेरै पेल्या मेरा दूत न भेजुँ हूँ। 3 बीड़ म एक हलकारो हैल्लो मारै ह। की, ‘प्रबु ताँणी गेलो बणाओ, अर बिको गेलो सिधो-सपाट करो’।” 4 यूहन्नो बीड़ क मांय आयो अर बो बठै बतिस्मो देतो अर परचार करतो हो की थे थारा हिया न पाप का गेलाऊँ बदळ’र बतिस्मो लेल्यो जिसै परमेश्बर थारा पापा न धो देसी। 5 यहूदीयां दिसावर अर यरुशलेम नगरी का घणक्राक मिनख बिनै सुणबा बिकै कनै गया। अर बे बठै जा’र आपका पापा न मान्या जिसै बो बानै यरदन नंदी म बतिस्मो दियो। 6 यूहन्नो ऊँट क बाळाऊँ बणेड़ा गाबा पेरतो हो अर कमर प चमड़ा को पट्टो बाँध्या करतो हो। बो टिड्डिया अर जंगली शैद खाया करतो हो 7 अर बो मिनखा म परचार करतो हो की, “मेरै पाछै एक जणो आर्यो ह। बो मेर हू बोळो महान ह, अर म तो बीकाळा जूता का सळू खोलबा जोगो ही कोनी 8 अर म तो थानै पाणीऊँ बतिस्मो द्‌युँ हू पण बो थानै पवित्र आत्मा स बतिस्मो देसी।”

ईशु को बतिस्मो अर परीक्षा

9 बा दिना म अंय्यां होयो ईशु गलील का नासरतऊँ आयो अर बठै यूहन्ना स यरदन नंदी म बतिस्मो लियो। 10 जंय्यां ई बो पाणी मऊँ बारनै निकळ्यो बो देख्यो की अकास खुलगो अर पवित्र आत्मा कबूतर की जंय्यां बिपै उतरी। 11 अर बादळा मऊँ हैल्लो आयो, “ तू मेरो लाड़लो पूत ह, म तेरुँ बोळो राजी हूँ।” 12 इकै पाछै पवित्र आत्मा बिनै हात्युहाथ जोर दे’र बीड़ म लेगी। 13 बठै चाळिस दिना ताँई शैतान बिनै बिचासतो रियो अर बो बठै जंगली जीनावरा क सागै रैहतो अर ईश्वर नगरी दूत बिकी खेचळ करता हा।

ईशु को सेवकाई करबो

14 यूहन्ना न कोठड़ी क मांय न बन्द करबा क पाछै ईशु गलील गयो अर बठै परमेश्बर को चोखो समचार लोगा न सुणाबा लाग्यो। 15 बो खयो, “परमेश्बर को राज कनै आबा को ठिक टेम आगो ह जिमै परमेश्बर राज करसी। ई ताँणी थे पापाऊँ हियो फिराओ अर परमेश्बर का चोखा समचार प बिश्‍वास करो।”

मछुआ न ईशु बुलायो

16 जद ईशु गलील दरियाव क किनारा किनारा जार्यो हो जणा बो शमोन अर शमोन का भाई अन्द्रियास न देख्यो बे मछी पकड़बाळा हा, अर बि टेम बे मछी पकड़बा ताँई दरियाव म जाळ गेर्‌र्या हा 17 ईशु बण स बोल्यो, “मेरै गेल आओ म थानै परमेश्बर ताँई मिनखा न ल्याबाळो बणास्युँ।” 18 बे जाळ न छोड़’र बिकै गेल हो लीया। 19 अर बे ज्युँई थोड़ा सा आगै ढळ्याक जणा बानै जब्दी को बेटो याकूब अर बिको भाई यूहन्नो दिख्यो बे न्याव म जाळ सुधारा हा। 20 ईशु बानै तावळो सो आपकै कनै बुलायो अर बे आपका बाप जब्दी न मजुरा क कनै छोड़’र खुद बिकै गेल होगा।

मिनख मऊँ ओपरी-बलाय काढ़ि।

21 अर बे कफरनहूम गया अर यहूदीयां का आबाळा अराम हाळा दिन ईशु यहूदीयां की प्रार्थना करबाळी झघा गयो अर मिनखा न परबचन सीखाबा लाग्यो। 22 लोग बिका बचना न सुण’र ताजुब म पड़गा। क्युं क बो बानै शास्त्रा न सीखाबाळा की जंय्यां परबचन कोनी देतो हो, पण एक अधिकारी की जंय्यां परबचन देतो हो। 23 बण यहूदीयां का प्रार्थना घर म एक मिनख हो जिकै मांय ओपरी-बलाय ही अर बो चाणचुक्यो ही जोरऊँ बार घाल’र 24 बोल्यो, “ओ नासरत का ईशु थारो-म्हारो काँई लेण-देण के तू म्हानै तब्बा करबाताँणी आयो ह, म जाणूँ हूँ की तू परमेश्बर को खरो मिनख ह!” 25 बिकै अंय्यां बोलता ही ईशु बिनै दकाल्यो अर बिनै खयो, “तू चुपचाली रैह अर इमैऊँ बारै निकळ ज्या।” 26 ओपरी-बलाय बी मिनख न मरोड़’र बार घालती बिमै स निकळगी। 27 ई बातऊँ सगळाँ मिनख चोरंगा रैह्ग्या। अर आपसरी म बूझबा लाग्या, “आ बेधड़क सीखाबाळी नई सीख काँई है? अर ओ ओपरी-बलाय न भी ओडावै ह, अर बे इको खयो मानै ह।” 28 अर आ कारनामा की टो-टो गलील अर बिकै कनै का सगळाँ गाँवा म होगी।

ईशु बोळा रोगला न निरोगो कर्यो

29 बो तावळो सो यहूदीयां का प्रार्थना घर स निकळ’र याकूब अर यूहन्ना क सागै शमोन अर अन्द्रियास क घरा गयो। 30 शमोन की सासु क उन होरी ही जि बजै स बा बिछावणा म पड़ी ही बिकै बारा म बे ईशु न जद की जद बताया 31 ईशु बिकै कनै जा’र बिको बावळ्यो पकड़’र बिनै उठायो अर बा निरोगी होगी अर जणा बा बाकी सेवा पाणी करबा लाग्गी। 32 दिन आथ्या पाछै लोग रोगला न अर जिकै मांय न ओपरी-बलाय ही बानै बिकै कनै ल्याया। 33 अर पूरी की पूरी नगरी बारना क आगै उल्ट पड़ी। 34 ईशु बा रोगला न निरोगो कर्यो जो भाँत-भाँत की पीड़ा म हा। अर ओपरी-बलाय बी काढ़ि। अर बो बा ओपरी-बलाय न बोलबा कोनी देतो हो क्युं क बे बिनै जाणै ही।

गलील म ईशु को परचार

35 बो भागपाट्या ही आपका घरा न छोड़’र उजाड़ म चलेगो अर बो बठै प्रार्थना करबा लाग्यो। 36 शमोन अर बिका साथी-संगी ईशु न ढूँढ़बा निकळ्या। 37 बे बिनै ढूँढ लियो अर बोल्या, “सगळाँ मिनख तनै ढूँढै ह।” 38 ई बात न सुण’र ईशु बानै बोल्यो, “आओ ल्यो आपा दूसरी नगर्या म चालां, जिसै म बठै का मिनखा न बी चोखो समचार दे सकूं ई ताँई तो म आयो हू।” 39 अर बो गलील का सगळाँ यहूदीयां का प्रार्थना घर म परमेश्बर को हैल्लो देतो गयो अर कई मिनखा मऊँ ओपरी-बलाय काढ़तो।

ईशु एक कोढ़ी को कोढ़ धोयो

40 ईशु क कनै एक कोढ़ी आयो अर बो ईशुऊँ हाथ जोड़’र अरदास करबा लाग्यो अर बोल्यो, “ज थे चाओ तो मेरो कोढ़ धो सको हो।” 41 ईशु न बिपै दया आई अर बो बिपै आपको हाथ धर’र खयो, “म चाऊँ हूँ, तू कोढ़ स निरोगो हो।” 42 अर बो कोढ़ी हात्युहाथ ही निरोगो होगो। 43-44 ईशु बिनै चिता’र बोल्यो, “देख तू ई बात क बारा म कोई न ही मना खिज्ये अर याजक क कनै जा’र खुद न दिखा, अर मूसा की रीत गेल जंय्यां मंडेड़ो ह तेरो कोढ़ धुपण की गुवाई म तू चढावो चढ़ा।” 45 पण बो बारनै जा’र सगळाँ म आ बात फिला दि जिसै ईशु बी नगरी म चोड़ै- धाड़ै कोनी जा सक्यो। पण बो उजाड़ म रियो। अर बठै बी लोग च्यारूँमेर हू बिकै कनै आर्या हा।

2

हवा भेहड़ा न निरोगो करबो

1 क्युंक दिना क पाछै ओज्युँ ईशु कफरनहूम म आयो। अर मिनखा न ई बात को बेरो चाल्यो की बो घरा ह। 2 अर बी घर क माईनै अर बारनै अत्ता मिनख भेळा होया की बठै तिल धरबा की भी झघा कोनी री। अर ईशु मिनखा न परबचन देर्यो हो। 3 अत्ति बारा म ही बठै च्यार मिनख एक हवा भेहड़ा मिनख न उठार ल्याया। 4 पण घणी सारी भीड़ की बजै स बे बिनै ईशु क कनै कोनी लेज्या सक्या। जणा बे अंय्यां कर्या की बे बी कोठा की छात प चढ़गा अर जठै ईशु हो बठैऊँ बी छात न हठाया अर बे बिनै खाटली प सुवा’र रस्सा क बळ ईशु क कनै लटका दिन्यो 5 ईशु बाकाळा बिश्‍वास न देख’र बी हवा भेहड़ा मिनखऊँ बोल्यो, “बेटा तेरा पाप धुपगा।” 6 बी बठै शास्त्रा न सीखाबाळा भी बैठ्या हा। बे आप-आपका हिया म सोचबा लाग्या, 7 “ओ मिनख अंय्यां की बात क्युं बोलै ह। ओ तो परमेश्बर की बैजती करै ह, परमेश्बर क अलावा किकी मजाल की बो पापा न धो सकै?” 8 ईशु आपकी आत्मा म जाणगो की बे आपका हिया म काँई सोचर्या ही। अर बो बण स बोल्यो, “थे थारा हिया म ओ काँई सोचर्या हो। 9 चोखो काँई ह, ई हवा भेहड़ा न ओ खेणो की तेरा पाप धुपगा। नई जणा ओ खेणो खड़्यो हो अर तेरी खाटली उठा’र चाल पड़। 10 पण म थानै साँची बोलूँ हू की मिनख का बेटा न ई धरती प पाप धोण को हक ह।” अर ईशु हवा भेहड़ा मिनख न बोल्यो, 11 “म तनै खेवूँ हू खड़्यो होर तेरी खाटली न ले’र तेरै घरा चल्यो जा।” 12 अर बो खड़्यो होर तावळो सो आप हाळी खाटली न उठा’र सगळाँ की आँख्या क आगै ही चलेगो। अंय्यां को काम देख’र बाकै ताजुब होयो अर बे आ बोल’र परमेश्बर की जै-जैका’र करी की, “म्हें अंय्यां को कार कदै ही कोनी देख्या।”

ईशु लेवी न बुलायो

13 ईशु ओज्युँ गलील दरियाव क किनारै गयो अर भीड़ बी बीकै गेल आरी ही जणा ईशु बानै सीख देबा लाग्यो। 14 अर चालता-चालताँई ईशु हलफई का बेटा लेवी न चुंगी चोकी प बैठ्यो देख’र, बिनै बोल्यो, “मेरै गेल आ।” अर बो खड़्यो होर बिकै गेल होगो। 15 इकै पाछै ईशु लेवी क घरा जा’र जीमबा लाग्यो। अर बठै बिकै अर बिका चेला क सागै चुंगी लेबाळा अर पापी बी जिमा हा क्युं क अंय्यां का घणक्राक बिकै गेल आग्या हा। 16 आ देख’र फरीसी अर शास्त्रा न सीखाबाळा बिका चेला स बोल्या, “ईशु पाप करबाळा अर चुंगी लेबाळा क सागै खावै पीवै ह!” 17 ईशु बाकी बातां सुण’र बण स बोल्यो, “निरोगा मिनखा न बैद की जुर्त कोनी होवै। रोगला न ही बैद की जुर्त पड़ै ह। म धर्मिया ताँई कोनी आयो पण पाप्यां अर अछूता ताँई आयो हूँ।”

बरत को सवाल

18 एक बर अंय्यां होयो की यूहन्ना अर फरीसीयां का चेला ईशु क कनै आया। अर बा दिना म अंय्यां होतो हो की यूहन्ना अर फरीसीयां का चेला बरत करता हा जणा बे ईशु न बूझबा लाग्या, “यूहन्ना अर फरीसीयां का चेला तो बरत करीं हीं, पण तेरा चेला बरत क्युं कोनी करीं?” 19 ईशु बोल्यो, “कणा अंय्यां होयो हो के बिन्द सागै अर बरात भूखी रैह? जद ताँई बराती बिन्द क सागै ह बे बरत कोनी करीं। 20 पण अंय्यां का दिन बी आबाळा ही जद बनड़ो बण स दूर कर्यो जासी बे दिन बाकां बरत करबाळा होसी। 21 कोई बी पुराणा गाबा प नया सूति गाबा की कारी कोनी लगावै, अर कोई लगा बी ले जणा धोण क पाछै बा नई कारी भेळी होर बि गाबल्या न दुणो फाड़ गेरै। 22 अंय्यां ही नयो दाखरस पुराणी बखाल (खल्लड़) म कोनी भर्यो जावै क्युं क ज्युँ-ज्युँ बो उठै जणा बो दाखरस पुराणी बखाल न फाड़गेरै अर दाखरस अर बखाल (खल्लड़) दोन्युं ही खराब हो ज्यावै। ई ताँई नयो दाखरस नई बखाल (खल्लड़) म ही भर्यो जावै ह।”

अराम हाळै दिन को प्रबु

23 अंय्यां होयो की ईशु अर बिका चेला यहूदीयां का अराम हाळै दिन खेत मऊँ जार्या हा अर चेला चालता-चालता बाळी तोड़बा लाग्या 24 फरीसी बानै अंय्यां करता देख’र ईशुऊँ बोल्या, “देख थारा चेला जो काम अराम हाळा दिन बरजेड़ो ह बो काम क्युं करीं ही?” 25 ईशु बण स बोल्यो, “थे ओ कोनी बाच्या की जनाड़ै दाऊद अर बिका साथी-संग्याँ न भूख लागी अर रोट्याँ की जुर्त पड़ी जणा बो के कर्यो? 26 बो कंय्यां महायाजक अबियातार क टेम म परमेश्बर क मन्दर म गयो अर भेट चढ़ायड़ि रोट्याँ खाई अर आपका साथी-संग्याँ न भी खुवाई जानै याजक क अलावा कोई न बी खाबा की इजाजत कोनी ही।” 27 अर ईशु बण स बोल्यो, “अराम हाळो दिन मिनखा क भला ताँई बणायो गयो ह मिनख अराम हाळै दिन ताँई कोनी बणायो गयो। 28 ई ताँई मिनख को बेटो अराम हाळै दिन को बी प्रबु ह।”

3

टुंडा मिनख न निरोगो करबो

1 ईशु ओज्युँ यहूदीयां का प्रार्थना घर म गयो बठै एक मिनख हो जो टुंडो हो। 2 क्युंक मिनख ईशु प दोष लगाबा की ताक म बैठ्या हा। बे देखणो चावा हा की ईशु बी मिनख न अराम हाळै दिन निरोगो करै या कोनी करै। 3 ईशु टुंडा मिनखऊँ बोल्यो, “मिनखा क मांय खड़्यो हो।” 4 अर ईशु बण स बूझबा लाग्यो, “चोखो काँई ह? अराम हाळै दिन भलो करबो की बुरो करबो? कोई न बचाणो की मारणो?” पण बाकी बोलती बन्द होगी। 5 ईशु झाळां म भर’र च्यारूँमेर देख्यो अर बाका हिया न काठो देख’र बो बोळो दुखी होयो। अर ईशु टुंडा मिनख न बोल्यो, “तेरो हाथ आगै कर।” अर बो आपका हाथ न आगै कर्यो अर बिको हाथ चोखो होगो। 6 इकै पाछै फरीसी बठैऊँ चलेगा अर हिरोद की मानबाळा मिनखा क सागै एक्को कर जाळ रच्यो की ईशु न कंय्यांसिक मारा।

घणी सारी भीड़ ईशु क गेल होगी

7 ईशु आपका चेला क सागै गलील दरियाव क कनै गयो अर घणी सारी भीड़ बिकै गेल होली 8 जिमै गलील, यहूदीयां, यरुशलेम, इदुमिया अर यरदन नंदी क परलै नाकै का अर सुर-सैदा क कनै का मिनख हा। अर बे ईशु का कारनामा न जो बो कर्या करतो हो बानै सुण’र बिकै गेल आया हा। 9 भीड़ बिनै चीथ न सकै ई बजै स ईशु आपका चेला न बोल्यो, “मेरै ताँई एक छोटीसी न्यावड़ी को जोगाड़ लगाओ।” 10 ईशु बोळा सारा मिनखा न निरोगो कर्यो हो ई ताँई घणा सारा रोगला बिकै हाथ अड़ाबानै बि प पड़र्या हा। 11 जा मिनखा म ओपरी-बलाय होती बे बिनै देखता ही बिकै पगा म धोक खाता अर ओपरी-बलाय चिलाटि घाल’र खेती, “तू परमेश्बर को बेटो ह।” 12 पण बो बानै दकाल्तो अर खेतो थे मनै मना दर्शाओ।

ईशु बारा चेला टाळ्यो

13 ईशु डूँगरी प चढ़गो अर बो जिनै चावो हो बानै आपकै कनै बुलायो, अर बे बिकै कनै गया। 14 बा मऊँ बो बारा न टाळ्यो अर बो बानै आपका प्रेरित बणायो। ईशु बानै ई ताँई टाळ्यो की बे बिकै सागै सागै चाली। अर बानै बो चोखो समचार सुणाबा ताँई भेज सकै। 15 अर बे ओपरी-बलाय न काढ़बा को हक बी राख सकीं। 16 जाका नाम अंय्यां हा, शमोन जिको नाम बो पतरस रख्यो 17 जब्दी को बेटो याकूब अर याकूब को भाई यूहन्नो जिको नाम बो बूअनर्गिस रख्यो जिको मतबल “गाज को बेटो” होवै ह। 18 अंद्रियास, फिलीप्पुस, बरतूल्मै, मत्ती, थोमो, हलफई हलफई को बेटो याकूब, तद्दै अर देश भग्त शमोन 19 अर यहूदा इस्करियोती ओ बोई ह जो ईशु न धोखा स पकड़ायो हो।

ईशु शैतान की शक्ति न कोनी बरतै

20 जद बो घरा गयो अर बठै ओज्युँ घणी सारी भीड़ भेळी होगी ई बजै स ईशु अर बीकाळा चेला न रोटी खाबा को बी ओसाण कोनी हो। 21 जणा ईशु का घरका सुण्या की ईशु बठै आयड़ो ह जणा बे बिनै लेण ताँणी आया। क्युं क लोग ईशु क बारा म खेता हा इको चित ठिकाणै कोनी। 22 यरुशलेमऊँ आयड़ा धर्मशास्त्रि खेता हा की, “ईशु क माईनै ओपरी-बलाय को सरदार बालजबूल रळर्यो ह।” क्युं क ईशु बिकी शक्तिऊँ ही ओपरी-बलाय न काढ़ै ह। 23 ईशु बानै बुला’र नीति कथा म खेबा लाग्यो की, “शैतान न शैतान कंय्यां काढ़ सकै। 24 ज कोई राज पाट म फूट पड़ज्या जणा बो राज पाट कंय्यां चाल सकै ह। 25 अर घरका क मांय न फूट पड़ज्या जणा बो घर कंय्यां बस्यो रैह सकै ह। 26 ज अंय्यां ही शैतान खुद म फूट गेर खुद क सामै खड़्यो होज्या जणा बिको राज कंय्यां बण्यो रैह सकै ह? आ ढंगा तो बो तब्बा हो जासी। 27 ज कोई तगड़ा मिनख का घर न लूटणो चावै तो पेल्या बी तगड़ा मिनख न बाँधणो पड़सी जणा पाछै ही बिको घर लूट्यो जा सकै ह। 28 म थानै साँची-साँची खेवूँ हू की मिनखा का सगळाँ पाप उरै ताँई परमेश्बर न बुरो भलो कहड़ो भी धुप सकै ह 29 पण जो पवित्र आत्मा न बुरो भलो कहदै बो पाप कदैई धोयो कोनी जा सकै। अर जो अंय्यां को पाप करै बो जुगान्तर को पापी हो ज्यावै।” 30 (ईशु आ बात ई ताँई बोल्यो क्युं क बठै खड़्या मिनख बोलर्या हा की इमै ओपरी-बलाय रळरी ह।)

ईशु का भाईड़ा अर माँ

31 ईशु की माँ अर भाई बठै आया, अर बारै ही खड़्या हो’र बिनै बुलावो भेज्यो 32 ईशु क च्यारूँमेर भीड़ ही बे ईशु न बोल्या, “तेरी माँ अर तेरा भाईड़ा तनै बारनै बुलावै ह।” 33 ईशु बण स बोल्यो, “मेरी माँ अर भाई कुण ह?” 34 ईशु आपकै च्यारूँमेर बैठ्या मिनखा न देख’र बोल्यो, “देखो अ मेरी माँ अर मेरा भाई ही। 35 जो परमेश्बर क कह्या गेल चालै बो ही मेरो भाई-भाण अर माँ ह।”

4

बीज बोण की नीति कथा

1 दरियाव क किनारै ईशु ओज्युँ सीख देबा लाग्यो। अर बिकै च्यारूँमेर घणी सारी भीड़ भेळी होगी। ई बजै स बो दरियाव म खड़ी न्यावड़ी क मांय न बैठगो अर लोग दरियाव किनारै खड़्या होगा। 2 ईशु बानै सीखदेबाळी नीति कथा म कई बातां सीखातो हो, अर बो बानै अंय्यां सीखायो की, 3 सुणो, “एक बार की बात ह एक किसान हो अर बो बीज बोण ताँई गयो। 4 अर जद बो बीज बोण लाग्यो, जणा क्युंक बीज गेला क मांय न पड़या अर बानै पन्छी चुग लेगा। 5 अर क्युंक बीज कांकरा म पड़या अर बानै चायै ही बत्ती माट्टी कोनी मिली जि बजै स बे तावळा ही निपज्याया 6 पण सूरज उगता ही तावड़ीऊँ बळगा क्युं क बाकी जड़ कोनी फेल पाई। 7 अर क्युंक बीज झाड़या म जा’र पड़या अर बानै झाड़ी फेल’र दबा दी। 8 अर क्युंक बीज उपळी माट्टी म पड़या अर उपज्या जिसै खूब पणप्या, अर बण स तीसुणा साठुणा अर सोगुणा पैदावार होई।” 9 अर ईशु बानै बोल्यो, “जिकै कान ह बो खोलल्यो।”

सीखदेबाळी नीति कथा को मकसद

10 जद ईशु एकलो हो जणा बिका कनै का मिनख बा बारा चेला क सागै बिनै नीति कथा क बारा म बूझबा लाग्या 11 ईशु बानै खेबा लाग्यो, “थानै तो परमेश्बर का राज को भेद खोलेड़ो ह पण दूसरा मिनखा ताँई तो सगळी बातां नीति कथा म ही होवै ह। 12 जणांई तो,“देखता-देखता बानै कोनी सुझै अर सुणता-सुणता कोनी सम्बळै अर जणांई तो बे आपका हिया न कु गेलाऊँ कोनी बदळी अर परमेश्बर बानै माफ कोनी करै।”

बीज बोण की नीति कथा को खुल्लासो

13 ईशु बण स बोल्यो, “आ नीति कथा थारै पल्लै कोनी पड़ी जणा बाकी की नीति कथा कंय्यां पल्लै पड़सी? 14 किसान जो उगावै ह बो तो परमेश्बर को बचन ह। 15 जो बीज गेला क मांय न पड़्या अ बे लोग ह जो बचन सुणै ह पण शैतान आर बी बचन न चुरा ले जावै ह। 16 जो बीज कांकरा क मांय न पड़्या अ बे लोग ह जो बचन न सुणी ही अर बिनै राजी-पेटाऊँ मानी बी ही 17 पण बो बचन बाकै हिया म जड़ कोनी पकड़ पावै जि बजै स जद बापै दुख अर सताव आवै जणा बाको बिश्‍वास मर ज्यावै ह। 18 जो बीज झाड़या क माईनै बोया गया अ बे लोग ह जो बचन सुणी 19 पण जीण को घ्यार, मो-माया को लालच अर मन की बुरी बातां बाका हिया म ही बचन न दबा देवै ह, ई ताँई बे बीज फळी कोनी। 20 अर जो बीज उपळी माट्टी म बोया गया अ बे लोग ही जो बचन सुण’र बिनै मानी ही अर बिकै गेल फळी, जिसै बे तीसुणा, साठुणा, सोगुणा अर सौ गुणाऊँ बी घणो फळ ल्यावीं।”

कुण्डा तळै दिवो

21 ईशु बण स बोल्यो, “कोइनै दियो जळा’र बिनै कुण्डा अर खाट क तळै म्हेंलता देख्या हा के? पण बिनै आळया म म्हेंली ही जिसै बो सगळाँ कोठा न च्याण्णो दे। 22 जो क्युं बी ओला म ह बो चौड़ा म ल्याओ जासी अर जो क्युं ढकेड़ो ह बिनै खोल्यो ज्यासी। 23 जिकै कान ह बो खोल ल्यो।” 24 बो बण स बोल्यो गोर कर’र सुणज्यो, “जंय्यां थे लोगा क सागै करो हो बंय्यां ही परमेश्बर थारै सागै करसी अर बिसै बी बत्ती करसी। 25 जिकन ह बिनै ओर दियो जासी, अर जिकै कनै कोनी बिसै जो क्युं बिकै कनै ह बो भी ले लियो जासी।”

बीज की नीति कथा

26 ईशु बोल्यो, “परमेश्बर को राज खेत म बीज बोणिया मिनख की जंय्यां ह। 27 अर बो तो रात न सोतो अर दिन म जागतो। अर कद बा बीजा म कुपळ आई अर कद बे बढया बिनै तो काँई बात की खबर ही कोनी पड़ी। 28 धरती खुद ही उपजावै पेल्या कुपळ आवै जिकै पाछै बाळी अर बाळ्या म खूब दाणा। 29 अर जद दाणा पक जावै ह जणा बो बेगो सो दातळी ले’र काटबा लागज्या क्युं क लावणी को टेम आ ज्यावै ह।”

राई का दाणा की नीति कथा

30 ईशु ओज्युँ बोल्यो, “आपा परमेश्बर का राज न किसै दर्शा सकां हा, अर बिनै की बातऊँ समझा सकां हा? 31 ओ राई क दाणा की जंय्यां को ह जिनै जमीन म बोयो जावै अर ओ दाणो सगळाँ बीजा मऊँ छोटो होवै। 32 पण जद इनै बोयो जावै जणा ओ दाणो उग’र धरती का सगळाँ बोज्जा मऊँ बडो होज्या ह। इकी डाळ्याँ अत्ति बडी होवै की पंछी बा प घुर्सळो घालै।” 33 अंय्यां की नीति कथा सुणा’र बो बानै बचन सुणाया करतो हो, अर बो बानै बाकी बुद्धि गेल ही सीखातो हो। 34 बिना नीति कथा क क्युं ई कोनी सीखातो हो पण जद बो आपका चेला क सागै एकलो होतो जणा बो बानै सगळीं बातां को भेद समझाया करतो हो।

ईशु तौफान न डाट्यो

35 जनाड़ै आथण्या ईशु चेला न बोल्यो, “आओ ल्यो आपा दरियाव क परलै-पार चालां” 36 ई बजै स बे भीड़ न बठै ही छोड़’र ईशु जि न्याव म बैठ्यो हो बी न्याव म ही बिनै ले’र रवाना होया। बठै ओर बी न्यावा ही। 37 बाकै रवाना होण क पाछै जोर सूँ तौफान चालबा लाग्यो। अर दरियाव म झाल उठबा लाग्गी अर न्याव क पछाड़ा मारबा लागी अर न्याव म पाणी भरबा लाग्यो। 38 पण ईशु न्याव क गेलड़ै नाकै सुत्यो हो। चेला बिनै जगाया अर बिसै बोल्या, “ओ गुरजी थानै क्युंई परवा कोनी के? म्हें डुब बाळा हा।” 39 ईशु खड़्यो होर तौफान न दकाल्यो अर झालऊँ बोल्यो, “थम ज्या” अर तौफान थमग्यो अर बठै सक्युं श्यान्त होगो। 40 अर ईशु बण स बोल्यो, “थे क्यालै डरो हो? थानै हालबी बिश्‍वास कोनी के?” 41 बे डरग्या अर आपसरी म बूझबा लाग्या, “ओ कुण ह? जिको खयो हवा अर पाणी भी मानै ह।”

5

ईशु नुगरी आत्मा न काढ्यो

1 बे दरियाव क परलै नाकै गिरासेनियो नाम का परदेस म गया, 2 ईशु जद न्याव मऊँ उतर्यो जणा बठै एक मिनख मूसाणा मऊँ ईशु क कनै आयो बिकै मांय न नुगरी-आत्मा ही 3 बो मूसाणा क मांय न रैह्तो हो बिनै कोई भी साँकळाऊँ कोनी बाँध सक्यो। 4 क्युं क बिनै बोळी बार साँकळां हू बाँध्या हा पण बो साँकळां न तोड़ देतो अर बानै पीस गेरतो, बिनै कोई भी बस म कोनी कर सक्यो। 5 बो मूसाणा अर डूँगरा म चिलाटि घालतो भटकतो, अर खुद न भाठ्ठाऊँ मारतो हो। 6 बो ईशु न परै स देख’र बिकै कनै भाग’र गयो अर बिका पगा म पड़ग्यो 7 अर बार घालतो बोल्यो, “ओ ईशु परम पीता परमेश्बर का बेटा थारो म्हारो काँई लेण देण? ज मनै दिन घाल्या तो, थानै परमेश्बर की सोगन लागै।” 8क्युं क ईशु बिनै खयो हो, “हे नुगरी इकै माईऊँ निकळ ज्या।” 9 अर ईशु बिनै बूझ्यो, “तेरो नाम काँई ह?” बो ईशुऊँ बोल्यो, “मेरो नाम पलटण ह क्युं क म्हें घणी सारी हा।” 10 अर बो ईशुऊँ हाथ जोड़’र अरदास करबा लाग्यो, “म्हानै देश निकाळो मना दे।” 11 अर बी टेम बठै डूँगर प सुलडा को रेवड़ चरै हो। 12 जणा बा पलटण ह जखी ईशु स अरदास कर’र बोली, “म्हानै तू बामै जाबा दे जिसै म्हें बामै रळज्यावां।” 13 जणा बो बानै हुकम दिन्या अर बा पलटण ही जखी बि मिनख मऊँ निकळ’र बा सुलडा क मांय न जा रळी। सुलडा करीब दो हजार हा। बे सुलडा डूँगर क उपरऊँ ही गुळ-गच्ची खा’र दरियाव क मांय न जा’र पड़या अर डुब’र मरगा। 14 बी रेवड़ का गुवाळ्याँ जो बा सुलडा न चराता हा बे भाग’र नगरी अर बिकै कनै की ढ़ाणि-ढ़फाण्या म जा’र ओ समचार सनै खे सुणायो। बठै जो होयो हो बिनै देखण ताँई लोग भेळा होगा। 15 बे ईशु क कनै आर देखया जणा बो मिनख जिमै बे नुगरी-आत्मा ही बो सूल ढंग हू गाबा पेर’र सतूना म बैठ्यो हो। अर बे बिनै देख’र डरग्या। 16 अर बी घटना न देखणिया बा मिनखा न बताबा लाग्या की जिकै मांय न नुगरी-आत्मा ही बिकै सागै अर सुलडा क सागै काँई होयो? 17 लोग ईशुऊँ अरदास करबा लाग्या की तू अठैऊँ चल्यो जा। 18 जणा ईशु न्याव म चढ़बा लाग्यो जणा बो मिनख जिमै पेल्या नुगरी-आत्मा ही ईशुऊँ अरदास करबा लाग्यो, “मनै बी तेरै सागै ले चाल।” 19 पण ईशु बिनै नट्यो अर बिनै बोल्यो, “तेरा घरा जा अर तेरा मिनखा न अ सगळी बातां बता जो प्रबु तेर ताँई कर्यो ह। अर बानै अंय्यां बी बता की प्रबु कंय्यां सिक तेर प दया करी ह।” 20 अर बो मिनख चलेगो अर दस नगर्या म जा’र बठै का मिनखा न बताबा लाग्यो की ईशु बी ताँणी कितनो बडो चमत्कार कर्यो ह। ई काम की बजै स मिनखा न ताजुब होयो।

मरेड़ी छोरी अर रोगली लूगाई।

21 ईशु ओज्युँ दरियाव पार कर किनारा प हो जद ही बिकै च्यारूँमेर घणी सारी भीड़ भेळी होगी। 22 जणा यहूदी प्रार्थना घर का सरदारा म स एक जणो जिको नाम याईर हो बठै आयो अर बो ईशु न देख्यो अर बिकै पगा पड़’र 23 अरदास करतो बोल्यो, “मेरी नानी छोरी मरबाळी ह, म तेरुँ हाथ जोड़ खेवूँ हू मेरै सागै चाल’र तेरो हाथ बिपै धर दे जिसै बा बच ज्यावै।” 24 जणा ईशु बिकै सागै चाल पड़्यो अर घणी सारी भीड़ बी बिकै गेल होली। अर लोग बिपै टूट’र पड़ै हा। 25 बामै एक लूगाई ही जो बारा बरसा हू लोय भेबा का रोग हू दुखी ही 26 बा सगळाँ जतन कर देखली अर भाँत भाँत का बैदा की दवाई ले’र देखली पण भापड़ी क क्युं ई अराम कोनी हो। अर जो क्युं बिकै कनै पूण पावलो हो बो भी ई बिमारी की दवा-दारुँ म बोया बैठी ही। पण बिकी हालत घणी खराब होगी। 27-28 जद बा ईशु क बारा म सुण्यो बा भीड़ क माईऊँ ईशु क गेल आई, क्युं क बा आपका हिया म ध्यार राखी ही, “ज म ईशु का गाबा की कोर क हाथ अड़ा द्‌युँ तो म निरोगी हो ज्याउंगी।” अर जंय्यांई बा बिका गाबा क हाथ अड़ायो। 29 बिको हात्युहाथ लोय बहणो बन्द होगो अर बा आपकी काया म जाणगी की म निरोगी होगी हू। 30 अर जद की जद ईशु न बी लाग्यो की बिकै माईऊँ शक्ति निकळी ह। ईशु गेल न मुड़’र बूझबा लाग्यो, “मेरा गाबा क कुण हाथ अड़ायो ह?” 31 जणा ईशु का चेला बिनै बोल्या, “तू देखर्यो ह की भीड़ तनै च्यारूँमेर स दबाया जा री ह। अर तू बूझै ह की थारै कुण हाथ अड़ायो?” 32 पण ईशु च्यारूँमेर देख्तो रियो की अंय्यां को काम कुण कर्यो ह। 33 बा लूगाई जाणती ही की बिकै सागै काँई होयो ह? बा डरती - डरती आई अर ईशु क पगा म पड़’र सगळी बातां साँची-साँची बता दी। 34 अर ईशु बिनै बोल्यो, “बेटी तेरो बिश्‍वास तनै बचायो ह, सुखऊँ चली जा अर बिमारी स बची रैह।” 35 बो अंय्यां बोल ही रियो हो अत्तामई यहूदी धर्म सभा भवन का अधिकारी क घराऊँ लोग आया अर बे याईरऊँ बोल्या, “इब गुरु न दिन मना घालो क्युं क थारी छोरी तो चलती री।” 36 ईशु बाकी बातां न सुण्यो अर याईरऊँ बोल्यो, “डरै मना बस तू तो बिश्‍वास राख।” 37 अर ईशु बठै सगळाँ न छोड़ आपकै सागै पतरस, याकूब अर याकूब का भाई यूहन्ना न ले’र 38 याईर क घरा गयो। अर बठै देख्यो की लोग जोर-जोर सूँ बार घोड़ो मचा राख्यो ह। 39 बो मांय न गयो अर बण स बोल्यो, “थे क्युं बार- तोबा मचार्या हो? छोरी तो मरी कोनी पण सुत्ती ह।” 40 बिकी ई बात न सुण’र लोग बिको तमासो करबा लाग्या। पण ईशु मिनखा न बारै काढ़’र छोरी का माँ-बाप अर आपका चेला न सागै ले’र बठै गयो जि कोठा म छोरी ही। 41 ईशु छोरी को हाथ पकड़्‌यो अर बोल्यो, “तलीता कूमी! (इको मतबल ह नानी छोरी) म तनै बोलूँ हूँ खड़ी हो ज्या।” 42 अर बा नानी छोरी तावळीसी खड़ी होगी अर अठिन बठिन चालबा-फिरबा लागी। (बा छोरी बारा बरस की ही।) बे बिनै देख’र ताजुब म पड़गा। 43 ईशु क सागै जो हा बानै बो चिता’र हुकम दिन्यो की ई बात क बारा म किनैई मना खिज्यो अर बो बोल्यो, “ई छोरी न खाबा ताँई किमी द्‌यो।”

6

नासरत म ईशु को निरादर

1 इकै पाछै ईशु बी झघै न छोड़’र आपकी नगरी क मांय न गयो। बिका चेला बी बिकै सागै हा। 2 यहूदीयां का अराम हाळै दिन ईशु यहूदीयां का प्रार्थना घर म गयो अर बठै परबचन सिखाबा लाग्यो। ईशु को परबचन सुण’र लोग ताजुब म पड़गा। बे बोलबा लाग्या, “इकै कनै अ बातां कठैऊँ आई। अर इनै ओ कुणसो ज्ञान देयड़ो ह, अर ओ बडा-बडा चमत्कार कंय्यां करै ह? 3 के ओ बोई खाती कोनी के? जो मरियम को बेटो अर याकूब, युसफ, यहूदा अर शमोन को भाईड़ो ह। इकी भाणा आपणै सारई कोनी री के?” ई बजै स बै लोग ईशु की कोनी सुणी। 4 ईशु बण स बोल्यो, “परमेश्बर की खेबाळा (नबी) को निरादर आपका खुद की नगरी, रिस्तेदार अर कुणबा न छोड़’र कठै ही कोनी होवै।” 5 अर बो बठै क्युंई चमत्कार कोनी कर सक्यो। पण क्युंक सा बिमारा प हाथ धर’र बानै ठिक कर्यो। 6 ईशु न बाका अबिश्‍वास प ताजुब होयो अर बो कनै का गाँवा म जातो अर सीखातो रियो।

ईशु आपका बारा चेला भेज्यो

7 ईशु आपका बारा चेला न आपकै कनै बुलायो। अर बो बानै दो-दो जणा न बारै भेजबा लाग्यो अर बो बानै ओपरी-बलाय प हक दियो। 8 अर बानै हुकम दियो, “थे थारी लाठी न छोड़’र किमि बी सागै मना लियो न रोटी, न झोळी अर न बटवा म रीपया 9 थे लीतरा तो पेरल्यो पण दुजो कुर्तो सागै मना लियो। 10 जिकै बि घरा थे जाओ बठै ई बासो लेता रियो जद ताँई थे बी नगरी म रेह्वो। 11 अर कोई गाँव अर नगरी म थारी आवभगत न होवै तो थे बी नगरी अर गाँवऊँ बारै चल्या जाओ अर बण क खिलाफ बानै चिताणा ताँई थे थारै लीतरा की धुळ बी बठै हि झाड़ दिज्यो।” 12 अर बे बठैऊँ जा’र पापाऊँ हिया फिराबा को हैल्लो पाड़्यो। 13 अर बे घणी सारी ओपरी-बलाय निकाळी अर घणा सारा रोगला न जैतून को तेल लगा’र (अबिषेक) निरोगा कर्या।

बतिस्मा देबाळा यूहन्ना की हत्या

14 राजा हेरोदेस ईशु क बारा म सुण्यो, क्युं क ईशु की बातां सगळी झघै फेलगी ही। कई मिनख बोलता हा की बतिस्मो देबाळो यूहन्नो मरेड़ा म स जीगो ह। ई बजै स बिकै मांय न चमत्कारी शक्ति काम करै ह। 15 पण कई बोलता हा की ‘बो एलियो ह।’ अर कई बोलता हा की ‘ओ कोई पुराणा टेम को परमेश्बर की खेबाळा की जंय्यां को एक ह।’ 16 पण हेरोदेस बिकै बारा म सुण्यो तो बो बोल्यो, “ओ तो यूहन्नो ह जिको सिर म कटवायो हो ओ ओज्युँ स जिन्दो होगो।” 17 हेरोदेस राजा खुद का सीपाईड़ा न भेज’र बिनै बन्धा’र कोठड़ी म गीरवा दिन्यो। अर हेरोदेस राजा खुद का भाई फिलीप की घरहाळी जिको नाम हिरोदियास हो बिकै सागै बो ब्याह कर लियो। 18 ई बजै स यूहन्नो हेरोदेस न कहतो हो, “तू जो अंय्यां को काम कर्यो ह ओ ठिक कोनी ह। की तू तेरा भाई की लूगाई न ब्याली ह।” 19 ई बजै स हेरोदिया यूहन्ना स बैर राखबा लाग्गी। अर चावती ही की यूहन्नो मार्यो जाय। पण बा बिनै मार कोनी सकीं। 20 क्युं क हेरोदेस राजा यूहन्ना स डरतो हो। अर जाणतो हो की यूहन्नो एक खरो अर धर्मी मिनख ह। ई बजै स बो बिकी रुखाळी करतो हो। अर हेरोदेस यूहन्ना की बातां न सूण’र बोळो घबरातो हो। इकै बाद म बी बिनै यूहन्ना की बातां चोखी लागती ही। 21 कुदरती हिरोदियास क हाथ अंय्यां को मौको लाग्यो की एक दिन ओ हेरोदेस राजा खुदका जलमदिन प दरबारिया न, सेनापत्तियां न अर गलील का मान्यां-थान्यां मिनखा न बुलायो। 22 बी दिन हिरोदियास की छोरी (बेटी) बठै आई अर नाच’र, जीमबा आया सगळाँ मिनखा न अर राजा हेरोदेस न राजी कर दी। ई बजै स राजा बिनै बोल्यो, “माँग तू काँई चावै ह जो तू माँगसी म तनै देस्युँ।” 23 बो बचन देर बिनै बोल्यो, “तू माँग! ज तू मेरो आद्दो राज-पाट बी माँगसी तो म तनै दे देस्युँ।” 24 अर बा आपकी माँ क कनै गई अर बिसै बूझबा लागी, “मनै के माँगणो चाए?” बिकी माँ बिनै बोली, “यूहन्ना बतिस्मो देबाळा को सिर।” 25 अर बा तावळीसी भाग’र राजा क कनै गई अर बा राजाऊँ बोली, “मनै यूहन्ना बतिस्मो देबाळा को सिर कटवा’र थाळी म धर’र इब की स्यात दियो जाय।” 26 ई बात न सुण’र राजा बोळो दुखी होयो। पण हेरोदेस राजा होण क नातै आपकी जुबान अर म्हेंमाना की बजै स बो आपकी बेटी न मना कोनी कर सक्यो। 27 अर राजा एक जल्लाद न हुकम दियो की बो यूहन्ना को सिर काट’र ल्यावै। 28 अर बो जल्लाद कोठड़ी क मांय न गयो अर यूहन्ना को सिर काट’र अर बिनै थाळी क मांय न धर’र बी छोरी न दियो। अर बा छोरी बिनै आपकी माँ न देदी। 29 अर यूहन्ना का चेला जद ई बात क बारा म सुण्या तो बे बठै गया अर यूहन्नो की लाश (शव) ले’र आया अर बिनै एक कबर क मांय न धर दी।

चेला को ओज्युँ सूँ आणो अर सुनसान झघै म जाणो

30 प्रेरित भेळा होर ईशु क कनै आया। अर जो क्युं बै कर्या अर सिखाया हा बिनै सक्युं खेसुणायो। 31 बाकै कनै मिनखा को तांत्यो लागर्यो हो। अर बानै रोटी खाबा को बी ओसाण कोनी हो। ई बजै स ईशु बण स बोल्यो, “आओ ल्यो आपा कोई उजाड़ म जा’र अराम कर ल्याँ।” 32 बे न्याव म चढ़र उजाड़ म चलेगा।

पाँच हजार मिनखा को पेट भर्यो

33 बानै जाता देख लोग बानै पीछाणगा अर सगळी नगर्या का मिनख भेळा हो’र भाग’र बिकै अगाऊ बठै पूँचगा। 34 जद ईशु न्याव स तळै उतर्यो जणा बिनै घणी सारकी भीड़ दिखी अर बो बापै तरस खायो। क्युं क बे बा (भेड्यां) लल्डिंयां की जंय्यां हा, जाको गुवाळ्यो कोनी होवै। अर ईशु बानै घणी सारकी बातां सिखाबा लाग्यो। 35 अर जद दिन आथबा लाग्यो जणा ईशु का चेला बिकै कनै आर बोल्या, “आ तो उजाड़ ह अर मोड़ो भी बोळो होगो। 36 ई ताँणी तू आ मिनखा न बिदा कर दे जिसै बे कनै का गाँव बस्तियाँ म जा’र खुद ताँई रोटी मोल ले सकीं।” 37 बो बण स बोल्यो, “थे ही आनै खाबा ताँई द्‌यो।” बे बिसै बोल्या, “के म्हें दो सौ दिनारा की रोटी मोल ले’र आवां अर बानै खुवावां?” 38 ईशु बण स बोल्यो, “जाओ अर देखो थारै कनै कत्तीक रोटी ह।” अर बे बेरोपाड़र बिनै बताया की म्हारै कनै पाँच रोटी अर दो मछीयां ह। 39 अर बो बानै हुकम दियो की सगळाँ न घास प पंगत म बिठा द्‌यो। 40 अर बे सौ-सौ की अर पच्चास-पच्चास की पंगता बणार बैठगा। 41 ईशु पाँच रोटी अर दो मछी न हाथ म लियो अर ईश्वर नगरी कानी देख’र परमेश्बर को धनेवाद कर्यो, अर बिकै पाछै बो रोट्याँ ली अर रोट्याँ का टुक-टुक कर चेला न देतो गयो, जिसै बे मिनखा न जिमा सकै अर बा दो मछीयां न बी बा सगळाँ म बाट दि। 42 सगळाँ जणा खा’र धापगा। 43 बिकै पाछै बी रोटीयां अर मछियांऊँ भरेड़ा बारा चोल्या बचगा। 44 रोटी खाबाळा म पाँच हजार तो मोट्यार-मोट्यार हा।

ईशु पाणी प पगा चाल्यो

45 ईशु चेला न बोल्यो की तावळा सा न्याव म चढ़ ज्यावो अर बैतसैदा जो दरियाव क परलै नाकै ह बठै मेरुँ अगाऊँ पूँचो अर म आनै बिदा कर्‌र आऊँ हूँ। 46 बानै बिदा कर्‌र ईशु डूँगर प प्रार्थना करबा चलेगो। 47 अर दिन आथगो, न्याव दरियाव क बीच म ही, जद ईशु जमीन प एकलो हो। 48 अर ईशु देख्यो की चेला न्याव चलाता-चलाता सांस फुलगा ही। क्युं क सामै की भाळ चालरी ही ईशु भागपाट्या दरियाव प चालतो होयो बाकै कनै आयो अर बो बण स अगाऊँ जाणो चावहो। 49 पण बे बिनै दरियाव प चालतो देख’र बिचार्या, “ओ तो भूत ह” अर बे कुकबा लाग्या। 50 क्युं क बे सगळाँ बिनै देख’र डरग्या। पण ईशु तावळो सो बण स बातां कर्यो अर बोल्यो, “ढाढ़स बाँधो, म हूँ, डरपो मना।” 51 अर बो बाकै कनै न्याव प गयो अर भाळ थमगी अर बे ताजुब करबा लाग्या। 52 अर बाकै रोटीयां क चमत्कार क बारा म बी कोनी पल्लै पड़ी क्युं क बाकी मती बँधरी ही।

गन्नेसरत म रोगला न निरोगो करबो

53 अर बे दरियाव न पार कर गन्नेसरत म पुचर बठै ही न्याव न बाँध दी। 54 अर न्यावऊँ उतर ताँई लोग बिनै पीछाणगा। 55 अर सारै की बस्तियाँ म भाग’र गया अर बठैका मिनखा न बताया बे रोगला न खाट्ल्या म घालर बिकै कनै ल्याया। 56 ईशु जि गाँव, नगरी अर बस्तियाँ म जातो हो लोग बठैई रोगला न बजारा म ल्यार बिसै अरदास करता हा की बो बानै आपका गाबा की कौर क हाथ अड़ाबा दे अर जत्ता बी बिकै हाथ अड़ाता हा बे निरोगा हो ज्याता हा।

7

रिती-रीवाज न निभाणो

1 फरीसी अर शास्त्रा न सीखाबाळा जो यरुशलेमऊँ आया हा अर बे ईशु क कनै भेळा होया 2 अर बे ईशु का चेला न हाथ धोया बिना रोटी खाता देख्या। 3 (फरीसी अर सगळाँ यहूदी आपका बढ़का की लीक पीट्या करता हा, अर बे बिना हाथ धोया रोटी कोनी खाता हा। 4 अर बे बजा’र म जा’र आता तो बी बिना न्हाई-धोई करै रोटी-टुक कोनी खाता। अर आ बातां न छोड़’र ओर बी बोळी बातां ही जिनै बे निभाता हा, जंय्यां लौटा, घड़ा अर तांबा का भांढा न धोणो अर माँजणो।) 5 ई बजै स बे फरीसी अर शास्त्रा न सीखाबाळा ईशु न बूझ्या, “थारा चेला क्युं बढ़का (पूर्वजो) का रिती रीवाज प कोनी चालै, अर सूल हाथ धोया बिना ही रोटी खावै ह?” 6 ईशु बण स बोल्यो, “यशायाह नबी थारा जंय्यां का दोगला मिनखा ताँई परमेश्बर कानीऊँ ठिक ही बोल्यो हो। जंय्यां मंडर्यो ह,‘अ लोग होठाऊँ तो मेरो मान करीं ही पण आको हियो मेरऊँ दूर ह। 7 अ बेकाम ही मनै ध्यारी ही। अर मिनखा का बणायड़ा नियमा न मेरा करके सिखावी हीं।’ 8 थे परमेश्बर का हुकम न टाळके मिनखा का रिती-रीवाजा न मानो हो। 9 थे बोळा चतर हो जो परमेश्बर का हुकमा न टाळर थाकाळा रिती- रीवाजा न मनवाबाळा हो। 10 जंय्यां मूसा खियो ह,‘थे थारी माँ अर बाप की इज्जत करो, अर कोई बी मिनख आपकी माँ अर बाप को बुरो करै बिनै मार देणो चायै।’ 11 पण थे मिनखा न अंय्यां सिखार्या हो की जद थारा माँ-बाप थारै कनैऊँ कोई चिज माँगै तो थे बानै बोलो हो की बा तो कोर्बान ह, (जिक्को मतबल परमेश्बर न चढ़ाऐड़ी ह) । अंय्यां बोलर थे थारा माँ-बापा की सेवा करबा स बरी हो ज्यावला। 12 अर थे अंय्यां सिखा’र मिनखा न बा का माँ-बापा की सेवा कोनी करबा द्‌यो 13 अर थे अंय्यां का रिती-रीवाजाऊँ जो थारा बणाईड़ा हीं आनै निभाण ताँई परमेश्बर का बचन न टाळ द्‌यो हो। अर अंय्यां-अंय्यां का ओर बी घणा सारा काम ह जो थे करो हो।”

मिनख न सुगलो करबाळी बातां

14 ईशु ओज्युँ भीड़ न बुलायो अर बो बोल्यो, “थे सगळाँ मेरी सुणो अर समझो। 15 अंय्यां की कोई बी चिज कोनी ह जो मिनख न बारैऊँ बिकै मांय जा’र बिनै सुगलो करै 16पण जो चिजा मिनखा क माईऊँ निकळै ह बे बिनै सुगलो करै ह। जिकै सुणबा ताँई कान हो बो सुण ले। ” 17 अर ईशु भीड़ न बठैई छोड़’र घर क मांय न गयो अर बिका चेला बिनै ई नीति कथा क बार म बूझबा लाग्या। 18 ईशु बण स बोल्यो, “के थारै भी कोनी पल्लैपड़ी? के थे कोनी जाणो की जखी चिज बारैऊँ मिनख क मांय न जावै ह बा बिनै सुगलो कोनी करै। 19 बे चिजा हिया म कोनी जावै पण पेट क मांय न जावै अर निकळ जावै ह।” अर बो अंय्यां बोलर खाबाळी सगळी चिजा न शुद्ध बताओ। 20 पाछै ईशु बोल्यो, “मिनख हियाऊँ जो बिचारै ह बो बिनै सुगलो करै ह। 21 मिनख क हियाऊँ बुरा-बुरा बिचार, कुकर्म, चोरी, हत्या, 22 व्यबिचार, लोभ, कमीणो-पुंणो, दोगलोपुणो, ठगणो, बेहूदोपुणो, बळोकड़ोपुणो, कोई ताँई बुरो बोलबो, गुमान अर गोबुपुणो (मोथोपुणो) बारै निकळ ह। 23 अ सगळी बुरी-बुरी बातां मिनख क माईऊँ निकळर बिनै सुगलो करै ह।”

सुरुफिनीकी जात की लूगाई को बिश्‍वास

24 ईशु बी झघा न छोड़’र सुर नाम की नगरी म एक घर क मांय न गयो। अर बो चावै हो की बिकै आबा को बेरो कोई न ही न पड़ै, पण बो छापळ कोनी सक्यो। 25 ईशु क बारा म सुण’र एक लूगाई जिकी छोरी म ओपरी-बलाय ही बठै बेगीसी आर ईशु का पगा म पड़गी। 26 आ लूगाई यूनानी हि अर इको जलम सिरीया क फिनीकी परदेस म होयो हो, आनै यहूदी अछूत मानता हा। बा लूगाई ईशुऊँ अरदास करती बोली मेरी छोरी मऊँ ओपरी-बलाय काढ़ दे। 27 ईशु बी लूगाई स बोल्यो, “पेल्या टाबरा न धापबादे, टाबरा की रोट्याँ न गण्डकड़ा क आगै बगाणो चोखो कोनी।” 28 बा लूगाई ईशुऊँ बोली, “प्रबु थाकाळी भी साँची ह पण टाबर की रोटी का बिखरेड़ा माखणा गण्डकड़ा ही तो खावी ही।” 29 ईशु बिकी बात न सुण’र बिसै बोल्यो, “तेरी ई बात की बजै स थाकाळी छोरी क माईऊँ ओपरी-बलाय कढ़गी ह, इब तू राजी-खुशी जा।” 30 अर बा लूगाई घरा जा’र आपहाळी छोरी न देखी की, बिमै स ओपरी-बलाय कढ़गी अर बा खाट म आडि होरी ही।

बोळा अर काबा को निरोगो होणो

31 ईशु सुर नाम की नगरी स बिदा होर, सैदाऊँ दस नगरी होतो होयो गलील दरियाव क कनै पूँचगो। 32 जणा लोग एक बोळा न जो काबो बी हो ईशु क कनै ल्याया। अर ईशुऊँ अरदास कर्‌र बोल्या, “ईशु थे थारो हाथ इपै धरद्‌यो।” 33 ईशु बी बोळा न भीड़ऊँ नाकै लेगो अर आपकी आँगळ्यां बिकै काना म घाल्यो अर थुँकर बिकी जीब क हाथ अड़ायो। 34 अर ईशु ईश्वर नगरी कानी देख’र दयाऊँ भर्‌र सांस खिंची अर बिसै बोल्यो, “इप्फथा” इको मतबल ह, “खुल ज्या”। 35 अंय्यां बोलता ही बिका कान खुलगा अर जीब की आँट्टी भी खुलगी अर बो चोखा ढंगऊँ बोलबा लाग्यो। 36 अर ईशु बानै हुकम दियो की थे ई बात क बारा म किनैई मना खिज्यो। पण बो बानै जत्तो ना बताण ताँई बोल्यो हो, बे बिसै बी घणी बी बात न फैलाई। 37 लोग ताजुबकर बोल्बा लाग्या, “ईशु भलो-भलो ही करै, अठै ताँणी की बो बोळा न सुणबा अर गुंगा न बोलबा की शक्ति देवै ह।”

8

च्यार हजार मिनखा को पेट भर्यो

1 बा दिना म एक बार ओज्युँ ईशु क कनै घणी सारी भीड़ भेळी होई। अर बाकै कनै खाबा ताँई क्युंई कोनी हो। ई बजै स ईशु आपका चेला न बुलायो अर बा न बोल्यो, 2 “मनै आपै दया आरी ह क्युं क अ मिनख तीन दिनाऊँ मेरै सागै ही अर आकै कनै खाबा ताँई क्युंई कोनी। 3 अर म आनै भूखा न ही घरा भेजुँ तो अ गेला म ही आक्ता होर बठै ही गोडा टेक दिंगा। क्युं क कई तो बोळी दूरऊँ आईड़ा ही।” 4 चेला ईशु न बोल्या, “ई उजाड़ म म्हें रोटी कठैऊँ ल्यावां, जिसै आको पेट भर सकां।” 5 ईशु बण स बूझ्यो, “थारै कनै कत्तीक रोट्याँ ही?” बे बोल्या, “म्हारै कनै सात रोट्याँ ही।” 6 ईशु भीड़ न हुकम दियो थे पंगत बणार बैठ ज्यायो। अर ई क पाछै ईशु बा सात रोट्याँ न हाथ म ले’र परमेश्बर न धनेवाद देर बा रोट्याँ का टुक कर-कर आपका चेला न देतो गयो अर चेला भीड़ न परोसता गया। 7 बाकै कनै थोड़ी सीक मछी बी ही ईशु बानै बी लियो अर परमेश्बर न धनेवाद देर चेला न दियो अर चेला मिनखा न देता गया। 8 बे सगळाँ खा’र धापगा अर चेला रोट्याँ स भरेड़ा सात चोल्या बठैऊँ उठाया। 9 बठै करीब च्यार हजार मिनख हा 10 इकै पाछै ईशु बानै बठैऊँ बिदा कर्यो। अर खुद आपका चेला क सागै न्याव म चढ़र दलमनूता दिसावर चलेगो।

फरीसी ईशु स ईश्वर नगरी की निशाणी माँगी

11 फरीसी ईशु क कनै जा’र बिसै जिदबा लाग्या तू असल म ही परमेश्बर कानी स भेजेड़ो ह तो म्हानै ईश्वर नगरी की कोई निशाणी दिखा। क्युं क बे ईशु न फसाणो चावै हा। 12 ईशु बाकी ई बात न सुण’र आपकी आत्मा म जोर स आह भर्‌र बा ऊँ बोल्यो, “ई पीढ़ी का लोग चमत्कार क्युं माँगै ह? आनै ईश्वर नगरी को कोई निशाण (चिन्ह) कोनी दियो ज्यासी।” 13 इकै पाछै बो बानै छोड़’र ओज्युँ स न्याव प चढ़गो अर दरियाव क परलै नाकै चलेगो।

फरीसीयां अर हेरोदेस को खमीर

14 चेला आपकै सागै खमीर हाळी रोटी लेणो भुलगा पण बाकै कनै न्याव म एक ही खमीर हाळी रोटी ही अर इनै छोड़’र बाकै कनै खाबा ताँई क्युंई कोनी हो। 15 ईशु बानै चितार बोल्यो, “थे फरीसीयां अर हेरोदेस का खमीर ऊँ बचर्रिज्यो।” 16 चेला आपसरी म ताणा-कसी करबा लाग्या की ईशु आ बात ई ताँई बोलै ह क्युं क आपणा कनै खमीर हाळी रोटी कोनी ह। 17 ईशु बाकी ई बात न भापगो अर बण स बोल्यो, “थे आपसरी म अंय्यां क्युं सोचो हो की म्हारै कनै खमीर हाळी रोटी कोनी ह? थारै हालबी क्युंई कोनी पल्लै पड़ी? थारी मती क्युं बँधगी। 18 थारै आँख्या होता सोता बी थानै कोनी सुझै?अर थारै कान होता सोता बी थानै कोनी सुणै? थानै क्युंई याद कोनी? 19 जनाड़ै म पाँच हजार मिनखा न पाँच रोटीऊँ खुवायो हो बी दिन थे रोट्याँ स भरेड़ा कत्ता चोल्या उठाया हा?” अर बे ईशु न बोल्या, “बारा चोल्या।” 20 “अर जनाड़ै म च्यार हजार मिनखा न सात रोट्याँ स धपायो हो बी दिन थे रोट्याँ स भरेड़ा कत्ता चोल्या उठाया हा?” बे बोल्या, “सात चोल्या।” 21 ईशु बण स बोल्यो, “थारै हालबी पल्लै कोनी पड़ी के?”

ईशु आन्धा की आँख्या खोली

22 बे बैतसैदा पूँचगा अर बठै लोग एक आन्धा न ईशु कनै ल्याया अर ईशु स अरदास करता बोल्या बिपै हाथ धरदे। 23 ईशु बी आन्धा मिनख को हाथ पकड़्यो अर बिनै गाँव क बार न लेगो। अर बिकी आँख्या म थुक्यो अर आपका हाथ बिपै धर्यो अर इकै पाछै बिनै बूझ्यो, “तनै क्युं सुझै ह के?” 24 बो बोल्यो, “मनै हाल तो धुन्दो-धुन्दो सुझै ह। मनै मिनख चालता दरखता की जंय्यां सुझी ही।” 25 ईशु ओज्युँ स बिकी आँख्या प हाथ धर्यो जणा बो गोर कर्‌र देख्यो अर पाछै बिनै सूल सूझबा लाग्यो। अर बो सगळी चिजा न सुल्या ढंग स देखबा लाग्यो। 26 बो बिनै आ खेर घरा भेज्यो, “गाँव म मना जाऐ।”

पतरस बोल्यो ईशु ही मसी ह

27 ईशु अर बीकाळा चेला कैसरिया फिलीप्पी गाँव म जार्या हा गेला म ईशु बानै बूझ्यो लोग मनै काँई खेवीं ही, “म कुण हूँ।” 28 बे ईशु न बोल्या, “कई तो थानै बतिस्मो देबाळो यूहन्नो अर कई एलियो अर कई परमेश्बर की खेबाळा म स एक समझी ही।” 29 ईशु बण स बोल्यो, “थे मनै काँई समझो हो?” पतरस बोल्यो, “थे मसी हो।” 30 ईशु बण स बोल्यो, “थे ई बात क बारा म किनैई मना खिज्यो।”

ईशु आपकी मोत क बारा म चेला न बताओ

31 ईशु आपका चेला न बताबा लाग्यो की मिनख का बेटा न दुख उठाणो ह। बो बोळो दुख उठावगो अर बढ़का, प्रधान याजक अर शास्त्रा न सीखाबाळा बिनै तजसी अर जिकै पाछै बो मार्यो जासी। पण बो तीसरा दिन मरेड़ा म हू जिज्यावैगो। 32 अंय्यां बोलर ईशु आपका चेला न खुद क बारा म सगळी बातां साँची-साँची बता दिन्यो। जणा पतरस ईशु न एकला म लेगो अर ईशु न दकाल्यो। 33 पण ईशु पाछो मुड़र आपका चेला न देख्यो अर पतरस न दकाल्र बोल्यो, "शैतान मेरै सामैऊँ चल्यो जा। तू परमेश्बर कानीऊँ कोनी सोचै पण मिनखा की बातां सोचै ह।”

ईशु क पीछै चालबा को मतबल

34 ईशु आपका चेला अर भीड़ न आपकै कनै बुलार बानै बोलबा लाग्यो, “ज कोई मेरै गेल आणो चावै ह बो खुद न तजर, आपकी सूळी उठार मेरै गेल हो ले। 35 जो बी आपको पीराण बचाणो चावै ह बो आपका पीराणा की हानि उठासी। अर जखौ बी मेर ताँई अर चोखो समचार ताँई आपका पीराण तजसी, बो बिनै बचासी। 36 कोई मिनख आपका पीराणा की हानि उठार सगळाँ जगत न जीत ले तो बिनै काँई फायदो? 37 कोई चीज क बदला म मिनख खुद का पीराण दे सकै ह के? 38 ईशु बण स बोल्यो जखौ बी ई पापी अर साँचा परमेश्बर न कोनी ध्यार बाळी पीढ़ी म मेर स अर मेरा बचना स मूंडो फेरगो तो मिनख को बेटो बी जद बो पवित्र ईश्वर नगरी दूता क सागै अर आपका बाप की महिमा म आसी जणा बो बी बा मिनखा स मूंडो फेर लेसी।”

9

1 ईशु बण स बोल्यो, “म थानै साँची खेवूँ हूँ, अठै खड़्या मिनखा म स कई-कई तो अंय्यां का ह की बे जद ताँई परमेश्बर का राज न बिकी शक्ति क सागै न देखले जद ताँई बानै मोत कोनी आसी।”

ईशु को रूप चमकबा लाग्यो

2 छः दिना क पाछै ईशु पतरस, याकूब अर यूहन्ना न सागै लियो, अर एकला म बो बानै ऊँचा सारा डूँगर प लेगो। बठै बाकै सामै ईशु को रूप बदळ्यो गयो 3 अर ईशु का गाबा चमकबा लाग्या अर अंय्यां का धोळा होया क भळका मारै लाग्या। 4 ईशु क सागै एलीया अर मूसा बी प्रगट होया। अर बे ईशुऊँ बतळावा हा। 5 पतरस बानै बतळातो देख’र ईशु न बोल्बा लाग्यो, “ओ गुरु ओ कत्तो चोखो ह की आपा अठै हा। म्हानै अठै तीन पंडाल बणाबा दे एक तेरो, एक मूसा को अर एक एलीया को।” 6 बे डरगा हा ई ताँई पतरस आ बात बोली। 7 जद ही एक बादळ आयो अर बानै ढक लियो अर बादळा मऊँ हैल्लो आयो, “ओ मेरो लाड़लो बेटो ह। थे इकी सुणो।” 8 अर बे तावळा सा च्यारूँमेर देखबा लाग्या बे आपकै सागै ईशु न देख्या अर बानै बठै ओर कोई बी कोनी दिख्यो। 9 जद बे डूँगर स निचै आर्या हा ईशु बा तीन्या न हुकम दियो की थे जो बठै देख्यो हो बिकै बारा म जद ताँई मना खिज्यो जद ताँई मिनख को बेटो मरेड़ा मऊँ पाछो ना जी ज्या। 10 अर बे ई बात न आपका हिया क मांय न ही राखी पण बे सोचबा लाग्या की मरबा क पाछै जीबा को काँई मतबल ह? 11 ई ताँई पाछै बे ईशु न बूझ्या, “शास्त्रा न सीखाबाळा क्यालै बोली ही की एलीया को पेल्या आणो पक्को ह?” 12 ईशु बण स बोल्यो, “सगळी बातां न ठिक (सई) करबा ताँई पक्कोई एलियो पेल्या आसी। पण मिनख का बेटा क बारा म ओ क्युं मंडर्यो ह की बिनै बोळो दुख भोगणो पड़सी। अर लोग बिनै ठुकरासी? 13 म थानै बताऊँ हूँ, एलियो तो पेल्याई आलियो अर लोग जो चावा हा बो बिकै सागै कर-करालियो जंय्यां की बिकै बारा म मंडर्यो ह।”

ईशु छोरा म स ओपरी-बलाय काढ़ि

14 जद बे बाकी चेला क कनै आया जणा बे देख्या की चेला क च्यारूँमेर घणी सारी भीड़ भेळी होरी ह अर कई शास्त्रा न सीखाबाळा बाकै सागै जिद्दर्या ही। 15 अर बे ईशु न बठै देख’र ताजुब करता ही भाग’र बिकै कनै गया, अर बिसै नमस्कार कर्यो। 16 ईशु बण स बोल्यो, “थे आसै क्युं जिद्दर्या हो।” 17 भीड़ क मांय स एक जणो बोल्यो, “ओ गुरु म मेरो छोरो जिकै मांय न गूंगी बलाय ह बिनै तेरै कनै ल्यायो हो। 18 आ गूंगी बलाय मेरा छोरा क हर कठै ही फेंट मार दे, अर इको मूंडो झागऊँ भरज्या अर ओ दाँत पीसबा लागज्या अर ओ दिन-दिन सुख्यो जार्यो ह। म थाकाळा चेला न खियो हो की बे ई बलाय न इकै मांय स काढ़ दे, पण बे ई बलाय न इमै स कोनी काढ़ सक्या।” 19 ईशु बिकी बातां सुण’र बानै बोल्यो, “ओ अबिश्वासी मिनखो, म कद ताँई थारै सागै रैस्युं अर कद ताँई थारी सेहस्युं? बिनै मेरै कनै ल्याओ” 20 अर बलाय जद ईशु न देखी तो बा छोरा क मरोड़ी देर बिनै आडो पटक दियो अर बिकै मूंडा स झाग आबा लाग्या। 21 ईशु बी छोरा का बाप हू बूझ्यो, “इकी या हालत कद स ह?” बो बोल्यो, “टाबर पुणा स ही इकी हालत अंय्यां की ह। 22 अर आ गूंगी बलाय इको नास करबा ताँई कदै तो इनै पाणी म अर कदै आग म पटकै ह पण म तेरुँ अरदास करुँ हूँ की ज तू इको जापतो कर सकै ह तो जापतो करदे अर म्हारो भलो कर दे।” 23 ईशु बिनै बोल्यो, “तू अंय्यां क्युं खेवै ह कर सकै ह तो, “बिश्‍वास करबाळा ताँई तो सक्युं हो सकै ह”। 24 बी छोरा को बाप रोयो अर ईशु स बोल्यो, “ओ प्रबु म बिश्‍वास राखुँ हूँ, पण मेरै बिश्‍वास न पाक्को करदे।” 25 अर ईशु देखबा लाग्यो की बठै मिनखा की भीड़ लागबा लागी ह बो बी गूंगी-बैरी बलाय न दकाल्र बोल्यो, “ए गूंगी-बैरी बलाय म तनै हुकम द्‌युँ हूँ इकै मांय स निकळ ज्या अर इकै मांय न कदै ही मना आजे।” 26 अर बा गूंगी बलाय बार घालर बी छोरा क मरोड़ी देर बिकै माईऊँ निकळगी अर बो छोरो मरबाळो सो होगो कई मिनख तो खेण लाग्या की ओ छोरो तो मरगो। 27 पण ईशु बी छोरा को बावळ्यो पकड़र बिनै खड़्यो कर्यो अर बो छोरो खड़्यो होग्यो। 28 अर जद ईशु घरा आयो तो बीकाळा चेला एकला म बिनै बूझ्या, “म्हें बी बलाय न क्युं कोनी काढ़ सक्या?” 29 ईशु बण स बोल्यो, “प्रार्थना न छोड़’र अंय्यां की कुजात न काढ़बा को कोई उपाय कोनी।”

ईशु ओज्युँ आपकी मोत क बारा म बताओ

30 इकै पाछै बे बठैऊँ चल्यागा अर बे गलील क माईऊँ होर जार्या हा अर ईशु कोनी चावै हो की बिनै कोई पीछाणै, 31 क्युं क ईशु आपका चेला न सीखार्यो हो की “मिनख को बेटो मिनखा क हाथा धोखा स पकड़ायो ज्यासी अर बे बिनै मार दिंगा पण बो तीन दिना क पाछै मोत ऊँ जी उठ खड़्यो होसी।” 32 पण आ बात बाकै पल्लै कोनी पड़ी अर बे बिसै ओज्युँ बूझबा ताँई डरा हा।

सगळाँ म स बडो कुण ह?

33 बे कफरनहूम म आया अर ईशु आपहाळा चेला न बूझ्यो, “थे गेला क मांय न काँई बतळावा हा?” 34 बे चुपचाल्या होगा क्युं क बे गेला क मांय न आपसरी म बतळावा हा की आपणा मऊँ कुणसो बडो ह। 35 ईशु बैठ्यो होर बा बारा न आपकै कनै बुलायो अर बण स बोल्यो, “थारै मऊँ ज कोई बडो होणो चावै ह तो बिनै सगळाँऊँ छोटो अर सगळाँ को चर्वादार बणनो चाए।” 36 अर ईशु बाकै सामै एक टाबरीयां न खड़्यो कर्यो अर बिकै कुँवां प हाथ धर बण स बोल्यो, 37 “जो बी मेरा नामऊँ टाबरा को मान करै ह बो मेरो भी मान करै ह अर मनै भेजबाळा को बी मान करै ह।”

जो आपणै सामै कोनी बो आपणोई ह

38 यूहन्नो ईशु न बोल्यो, “ओ गुरु म्हें एक मिनख न तेरै नामऊँ ओपरी-बलाय निकाळता देखया अर म्हें बिनै ई बजै स रोक्या की बो मिनख आपणा मऊँ कोनी हो।” 39 पण ईशु बण स बोल्यो, “थे बिनै रोको मना जखौबी मेरै नामऊँ चमत्कार करै ह बो मेरै बारा म तावळोसो बुरी बातां कोनी करै। 40 अर जखौबी आपणै सामै कोनी बो आपणोई ह। 41 अर जखा बी मिनख थानै मसी को जाणर एक गिलासीयो पाणी प्यावै ह जणा आ कोनी हो सकै क इको फळ न मिलै।

आँखळी मना बणो

42 मेर प बिश्‍वास करबाळा आ नान्या मऊँ कोई एक न बी पाप म गेरबा ताँई आँखळी बणै ह बि ताँई ओई चोखो ह क बिकै नाड़ म घरट घालर बिनै समदर क मांय फींक दियो जावै। 43 ज तेरो हाथ तनै ठोकर खुवावै बिनै काट फींक। क्युं क तेरै दो हाथ होतो सोता बी तू नरक का दरियाव म गेर्यो जाय जिकी आग कदै ई कोनी बूझै इसै तो तेरो टुंडो ई ईश्वर-नगरी म बड़नो चोखो ह। 44 अर बठै को किड़ो मरै कोनी अर बठै की आग बूझै कोनी। 45 अर तेरो पग तनै ठोकर खुवावै तो बिनै काट दे अर लंगड़ो ई ईश्वर-नगरी म बड़नो चोखो ह, इसै ओ भलो ह की दो पग होता सोता बी नरक का दरियाव क माईनै गेर्यो जाय। 46 बठै को किड़ो ना तो मरै अर ना बठै की आग बूझै। 47 ज तेरी आँख तनै ठोकर खुवावै तो बिनै काढ़ दे काणो होर ही परमेश्बर का राज म जाणो तेरै ताँई ठिक ह। इसै की तेरै दो आँख होता सोता तू नरक म गेर्यो जाय। 48 बठै मिनखा न खाबाळो किड़ो कोनी मरै अर मिनख न जळाबाळी आग कोनी बूझै। 49 जंय्यां लूण बली न पवित्र करै ह बंय्यां ई सगळाँ मिनखा न आगऊँ शुद्ध कर्यो ज्यासी। 50 लूण चोखो ह पण लूण म स चरचराट चलीजा जणा बिनै कंय्यां चरचरो कर सकां हा? थे थारै म लूण जंय्यां को सुवाद राखो अर आपसरी म श्यान्तिऊँ रियो।”

10

तलाक की सीख

1 इकै पाछै ईशु बठैऊँ बिदा होर यहूदीया आयो अर यरदन नंदी पार कर्यो। अर भीड़ की भीड़ बिकै कनै भेळी होगी, ईशु बानै आपकी बाण गेल सीखाबा लाग्यो। 2 जदई फरीसी बिकै कनै आर ईशु न बिचासबा ताँई बिसै बूझबा लाग्या की आपणा विधान म कोई मोट्यार आपकी लूगाई न छोड़ सकै ह के? 3 ईशु बण स बोल्यो, “मूसा थानै काँई हुकम दियो ह?“ 4 बे बोल्या, “मूसा तो तलाक नामो मांड्र देण ताँई बोल्यो ह।” 5 ईशु बण स बोल्यो, “मूसा आ बात थारै हिया की कुटळाई न देखता मांड्यो ह। 6 पण जद परमेश्बर ई सरष्टि न बणायो हो जदऊँ ही बो बानै,‘नर अर नारी करके बणायो हो। 7 ई ताँई मोट्यार आपका माँ-बापा न छोड़’र आपकी लूगाई क सागै रेह्वै 8 अर बे दोन्युं एक जीव होज्यासी, अर बे दो कोनी पण एक जीव ह। 9 ई बजै स परमेश्बर जिनै जोड़्यो ह; बिनै मिनख न तोड़ै’।” 10 जद ईशु घर क मांय न हो जणा चेला बिनै ई बात क बारा म ओज्युँ बूझबा लाग्या। 11 ईशु बण स बोल्यो, “जो मिनख आपकी लूगाई न छोड़’र दूसरो ब्याह करै ह बो कुकर्म करै ह क्युं क बो आपकी पेलड़ी लूगाई क बिश्‍वास जोगो कोनी। 12 अर लूगाई आपका मोट्यार न छोड़’र दूसरो ब्याह करै ह तो बा बी कुकर्म करै ह।”

ईशु टाबरा न आशिर्बाद दियो

13 लोग टाबरा न ईशु क कनै ले’र आया बे चावै हा की ईशु बा टाबरा क सिर प हाथ धरै पण चेला बानै दकाल्या। 14 ईशु झाळां म भर्‌र चेलाऊँ बोल्या, “थे टाबरा न मेरै कनै आबा द्‌यो। अर आ टाबरा न मना नटो, क्युं क परमेश्बर को राज आ जंय्यां को ही ह। 15 ईशु बण स बोल्यो म थानै साँची-साँची खेवूँ हूँ की जखौ मिनख परमेश्बर का राज न टाबरा की जंय्यां कोनी अपणावै बो परमेश्बर का राज म कोनी बड़ सकै।” 16 ईशु बा टाबरा न कनै ले’र बा क सिर प हाथ धर’र बानै आशिर्बाद दियो।

पीसाळो मिनख ईशु क कनै आयो

17 जद ईशु बठैऊँ निकळर गेला म जार्यो हो बठै एक मिनख भागतो होयो ईशु क कनै आयो अर बो गोडा टेकर हाथ जोड़र ईशुऊँ बूझबा लाग्यो, “ओ चोखा गुरु म जुगान्तर को जीवन पाण ताँई काँई करुँ?” 18 ईशु बिसै बोल्यो, “तू मनै चोखो क्युं बोलै ह? परमेश्बर न छोड़’र कोई बी चोखो कोनी, 19 तू परमेश्बर का हुकम न तो जाणै ह जंय्यां मंडेड़ो ह,“तू कुकर्म मना करजै, चोरी मना करजै, हत्या मना करजै, झुठी गुवाई मना दिजै, छळ मना करजै, अर माँ-बापा को मान करजै।” 20 बो मिनख ईशु न बोल्यो, “ओ महान गुरु अ हुकम तो म टाबरपुणाऊँ ही मानतो आयो हूँ।” 21 ईशु बिकै कानी देख्यो अर ईशु न बिपै दया आई अर बिनै बोल्यो, “तेरै मांय न एक बात की कमी ह। तू जा अर तेरै कनै जो बी ह बिनै बेचर गरीबा न देदे। तनै ईश्वर नगरी म धन मिलसी, अर तू मेरै गेल होले।” 22 ई बात न सुण’र बिको मूंडो लटकग्यो अर बो दुखी होर बठैऊँ चलेगो, बो पीसाळो मिनख हो। 23 ईशु च्यारूँमेर देख’र आपका चेला न बोल्यो, “जखा मिनखा को मोह धन म ह बा मिनखा को ईश्वर नगरी म जाणो बोळो ओखो ह।” 24 चेला ईशु की ई बात न सुण’र ताजुब करबा लाग्या ई ताँई ईशु बण स ओज्युँ बोल्यो, “मेरा टाबरो परमेश्बर का राज म जाणो कत्तो ओखो ह? 25 ऊँट को सूई का नाका मऊँ निकळबा स बी पीसाळा को ईश्वर नगरी म बड़नो ओखो ह।” 26 बे बोळो ताजुब करके आपसरी म बतळाबा लाग्या, “ज अंय्यां की बात ह जणा ईश्वर नगरी म कुण जा सकै ह?” 27 ईशु बा कानी देख्यो अर बोल्यो, “ओ मिनख क बस को कोनी पण परमेश्बर सक्युं कर सकै ह।” 28 जणा पतरस ईशु न बोल्यो, “म्हें सक्युं तजर तेरै गेल आया हा।” 29 ईशु बोल्यो, “म थानै साँची-साँची खेवूँ हूँ ज कोई मेरै ताँई अर चोखा समचार ताँई घर, भाई-भाण, माँ-बापा, टाबर-टिकरा, अर खेत न छोड़ दियो ह 30 बिनै अठैई सौ गुणा घर, भाई-भाणा, माँयाँ, टाबर-टिकर अर खेत मिलसी अर सागै की सागै जुगान्तर को जीवन मिलसी। 31 पण बोळा ह जखा की आज बूज ह बाकी बूज कोनी होसी अर जखा की बूज कोनी बाकी बूज हो जासी।”

तीसरका ईशु आपकी मोत क बारां म बताओ

32 बे यरुशलेम जार्या हा गेला म ईशु आपका चेला क आगै-आगै चालर्यो हो। चेला ताजुब म पड़ग्या अर बाकै सागै जो मिनख हा बे डर्‌र्या हा। ईशु आपका बारां चेला न एक कानी लेगो अर बानै बताबा लाग्यो की मेरै सागै काँई-काँई बितबाळी ह। 33 ईशु बानै बोल्यो, “थे सुणो आपा यरुशलेम म जार्या हा मिनख का बेटा न धोखा स पकड़र महायाजका अर शास्त्रा न सीखाबाळा क सपुर्द कर दियो ज्यासी। अर बे बिनै जान स मारबा की सजा देर जखा यहूदी कोनी बाकै हाथा म सपुर्द कर दिंगा। 34 बिको तमासो बणायो जासी अर बिपै थुकींगा अर कोड़ा मार्‌र बिनै जान स मार दिंगा पण बो तीसरा दिन ओज्युँ जीन्दो हो ज्यासी।”

याकूब अर यूहन्ना की अरदास

35 जब्दी का बेटा याकूब अर यूहन्नो ईशु क कनै आया अर ईशुऊँ बोल्बा लाग्या, “ओ गुरु म्हें चावां हा की जो बी म्हें थारै स माँगा, बो थे म्हानै द्‌यो।” 36 ईशु बण स बोल्यो, “थे मेर स काँई चाओ हो?” 37 बे ईशु न बोल्या, “थारै महिमाभर्या राज म थे म्हानै थारै दांया-बांया बैठबा को सोबाग द्‌यो।” 38 ईशु बण स बोल्यो, “थे कोनी जाणो की थे काँई माँगो हो। जो पीड़ा स भर्यो बाटको म पीबा जार्यो हूँ के थे बिनै पी सको हो? अर जो बतिस्मो म लेबा जार्यो हूँ के थे बिनै ले सको हो?” 39 बे ईशु न बोल्या, “म्हें अंय्यां कर सकां हा!” ईशु बण स बोल्यो, “थे ओ बाटको बी पीस्यो अर ओ बतिस्मो बी लेस्यो जखौ म लेबाळो हूँ। 40 पण मेरै दांया अर बांया बैठबा को हक म कोनी दे सकूं क्युं क जा ताँई परमेश्बर आ झघै बणाई ह बानैई बो आ झघै देसी।” 41 जद दस चेला ई बात न सुणया जणा बे याकूब अर यूहन्ना प लाल ताता होगा। 42 ईशु बानै आपकै कनै बुलायो अर बण स बोल्बा लाग्यो, “थे जाणो हो की दूसरी जात्यां का राज करबाळा मिनख जखा यहूदी कोनी बे मिनखा प हुकम चलावीं हीं अर बाका सरदार जोर जमावीं हीं। 43 पण थारै म अंय्यां कोनी थारै म जखौबी बडो होणो चावै बो सगळाँ को चर्वादार बणै। 44 अर थारै मऊँ जखौबी प्रधान होणो चावै बो सगळाँ को गुलाम बणै। 45 मिनख को बेटो ई ताँई कोनी आयो की बिकी सेवा करी जाय पण ई ताँई आयो ह की बो दूसरा की सेवा करै अर बोळा सारा न छुड़ाबा ताँई आपका पीराण दे।”

आन्धा बरत्तिमाई न सूजबा लाग्यो

46 बे यरीहो गाँव क मांय न आया अर ईशु क सागै बिका चेला अर घणी सारी भीड़ ही बे यरीहा मऊँ निकळ’र जार्या हा, जणा तिमाई को बेटो बरत्तिमाई जिखो आंधो बीखारी हो बो सड़क क किनारै बैठ्यो हो 47 जद बो सुण्यो की ईशु नासरी अठैऊँ जार्यो ह बो जोर-जोरऊँ खेबा लाग्यो, “ओ दाऊद का बेटा ईशु मेर प दया करजै।” 48 लोग बिनै दकाल’र बोल्या, “तू चुपचाल्यो रैह पण बो ओर बी जोर जोरऊँ खेबा लाग्यो ओ दाऊद का बेटा मेर प दया करजै।” 49 ईशु बिकी सुण’र डटगो अर बोल्यो, “बिनै मेरै कनै ल्याओ।” अर बे लोग बी आन्धा न बुलाया अर बिनै बोल्या, “राजी हो अर खड़्यो हो तनै ईशु बुलावै ह।” 50 बो आपका गाबा बगा’र बेगोसो उठ्यो अर ईशु क कनै आयो। 51 ईशु बिनै बोल्यो, “तू के चावै ह की म तेर ताँई करुँ?” बो आंधो मिनख बोल्यो, “ओ गुरु म देखणो चाऊँ हूँ।” 52 ईशु बोल्यो, “चल्यो जा तेरो बिश्‍वास तनै निरोगो कर दिन्यो ह।” जणा बो बठै ही देखबा लाग्यो अर ईशु क गेल हो लियो।

11

यरुशलेम म ईशु की जै-जैका’र

1 जद बे यरुशलेम क सांकड़ै जैतून डूँगर की ढ़ाळ प भसेड़ी बैतफगे अर बैतनिय्याह नगरी क कनै आया जणा ईशु आपका चेला मऊँ दो जणा न अंय्यां बोल’र अगाऊँ भेज्यो, 2 “थे आगला गाँव म जाओ। थानै बी गाँव म एक गदेड़ी को बच्चो बाँधेड़ो मिलसी जिनै इब ताँई कोई काम म कोनी लियो ह बिनै खोल’र ल्याओ। 3 अर थानै कोई बूझै थे ओ काँई करो हो? थे बानै बोलज्यो ‘प्रबु न ओ चाए ह’ अर बे थारै सागै बिनै भेज देसी।” 4 बे जा’र बी गदेड़ी का बच्यां न गळियारा म कुवाड़ा क बँधेडो देख’र बिनै खोलबा लाग्या 5 बठै खड़्या मिनखा मऊँ कई मिनख बानै बोल्या, “थे काँई करो हो, इनै क्यालै खोलर्या हो?“ 6 जंय्यां ईशु बानै बोल्यो हो बंय्यांई बे बा मिनखा न बोल्या अर बे बाकी बात सुण’र बानै गधेड़ी का बच्यां न लेज्याबा दियो। 7 बे गदेड़ी का बच्यां न ईशु क कनै लेगा, अर बिपै आपका गाबा गेर्या अर ईशु बिपै बैठगो। 8 जद ईशु बी बच्यां प बैठ’र जार्यो हो जणा लोग गेला म आपका गाबा बीछाबा लाग्या अर कई लोग खेताउँ हरी-भरी डाळ्याँ काट’र आवभगत करबा ताँई बीछादी। 9 अर जताबी मिनख ईशु क आगै-पीछै हा बे जोर जोरऊँ जै-जैकार कर’र बोलर्या हा,“प्रबु की महमा हो ओ प्रबु क नामऊँ आर्यो ह इनै परमेश्बर आशिर्वाद दे। 10 म्हारा बडका दाऊद को राज आर्यो ह इनै परमेश्बर आशिर्वाद दे। ओ महान ह ईश्वर नगरी म प्रबु की महमा हो!” 11 ईशु यरुशलेम पूँच्यो अर बठै मन्दर म गयो अर बठै बो च्यारूँमेर की सगळी चिजा न देख्यो अर मोड़ो होग्यो जणा बो आपका चेला क सागै बैतनिय्याह गयो।

अंजीर क पेड़ न दुर्शिश देणो

12 आगला दिन जद बे बैतनिय्याह मऊँ चाल पड़्या जणा ईशु न भूख लागी। 13 ईशु दूरऊँ एक अंजीर को पेड़ देख्यो जो हर्यो-भर्यो हो बो बिकै कनै गयो जिसै बिका फळ खा सकै। पण बी पेड़ म पता न छोड़’र क्युंई कोनी हो। क्युं क बा अंजीर का फळा की रुत कोनी ही। 14 ईशु बी पेड़ स बोल्यो, “इबऊँ तेरो फळ कोई कदे ही कोनी खासी” अर ई बात न ईशु का चेला सुणर्या हा।”

ईशु मन्दर म गयो

15 जद बे यरुशलेम आया ईशु मन्दर म गयो अर बठै जताबी बेचबाळा अर खरिदबाळा हा बानै बठैऊँ बारनै काढ़बा लाग्यो। रिपीया को लेण-देण करबाळा का पाटिया न बगादियो अर कबूतर बेचबाळा का पाटिया न उन्दो कर दियो। 16 अर मन्दर मऊँ किनैई क्युंई कोनी लेज्याबा दियो। 17 इकै पाछै बो बानै सीख देतो होयो बण स बोल्यो, “शास्त्रा म मंडर्यो ह,‘मेरो घर सगळी जात्यां का मिनखा ताँई प्रार्थना को घर होसी।’ पण थे ई घर न डाकूआ की खोळ बणा दि।” 18 अर जद महायाजक अर धर्मशास्त्रि ईशु की ई बात न सुणी बे ईशु न मारबा को गेलो ढूँढ़बा लाग्या। पण भीड़ ईशु क परबचना म रम’र बिकै सागै ही ई बजै स बे ईशु न मारबा स डरा हा। 19 अर दिन आथगो जणा बे यरुशलेम नगरीऊँ बारनै चलेगा।

सुखेड़ा अंजीर स सीखाबो

20 आगला दिन जद ईशु आपका चेला क सागै जार्यो हो जद बे बी अंजीर का पेड़ न पता स ले’र जड़ ताँई सूखेड़ो देख्यो 21 अर पतरस न ईशु की कहड़ी बात याद आई बो ईशु न बोल्यो, “ओ गुरु देखो जि पेड़ न थे दुर्शिश दिया हा बो सुखग्यो ह!” 22 ईशु बण स बोल्यो, “परमेश्बर म बिश्‍वास राखो 23 म थानै साँची-साँची खेवूँ हू ज कोई ई डूँगर स बोलै की ‘तू अठैऊँ हट’र समदर क माइनै डूब ज्या’ अर बी मिनख क हिया म ई बात प जमा ई भेम न होवै पण इकै बदला म पूरो बिश्‍वास होवै तो जंय्यां बो आपका मूंडा स बोल्यो बी ताँई बंय्यां ही हो ज्यासी। 24 जणा ही म थानै खेवूँ हू थे प्रार्थना म ओ बिश्‍वास करके मांग्या करो की थे जो भी माँगर्या हो बो थानै मिलगो ह जणा बो थानै मिल ज्यासी। 25 अर जद थे प्रार्थना करबा लागो जद ही थे बा मिनखा न माफ करो जो थारो बुरो कर्यो ह जिसै थारो बाप जो ईश्वर नगरी म ह बो थारा पाप माफ करसी। 26 अर थे बिनै माफ कोनी करो जणा थारो बाप जो ईश्वर नगरी म ह बो बी थारा पाप माफ कोनी करसी।”

ईशु क हक प यहूदी नेता को सवाल

27 बे ओज्युँ यरुशलेम म आया। ईशु मन्दर म घूमर्यो हो जद बडा याजक, शास्त्रा न सीखाबाळा अर यहूदी बढ़का ईशु क कनै आया। 28 अर बे ईशु न बोल्बा लाग्या, “तू अ काम किका हक स करै ह अर ओ हक तनै कुण दियो ह?” 29 ईशु बण स बोल्यो, “म बी थानै एक सवाल बूझुँ ज थे मनै ई सवाल को जुबाब देद्‌यो जणा म बी थानै बताद्‌युंगो की म ओ काम किका हक स करुँ हूँ? 30 थे बताओ यूहन्ना न बतिस्मो देबा को हक परमेश्बर स मिल्यो या मिनखाऊँ ? 31 बे ईशु की ई बात न सुण’र आपसरी म बतळाबा लाग्या, बे बोल्या ज आपा खेवां बिनै परमेश्बर स हक मिल्यो ह जणा ईशु आपा न खेवगो थे बिपै बिश्‍वास क्युं कोनी कर्या।” 32 अर आपा खेवां, “बिनै मिनखा स हक मिल्यो हो जणा अ लोग आपणा प झाळां काढ़सी, क्युं क अ लोग यूहन्ना न परमेश्बर की खेबाळो मानी हि।” 33 ई बजै स बे ईशु न बोल्या, “म्हें कोनी जाणा की बिनै ओ हक कठै स मिल्यो हो?” ईशु बाकी ई बात न सुण’र बण स बोल्यो, “म बी थानै कोनी बताऊँ की म किका हक स ओ काम करुँ हूँ।”

12

अंगूरा की बाड़ी का ठेकेदार

1 ईशु बण स नीति कथा म खेबा लाग्यो, “एक बार अंय्यां होयो एक मिनख अंगूरा को बगिचो लगायो अर बी बगिचा क च्यारूँमेर बाड़ बाँधी। अर बठैई अंगूरा को रस काढ़बा ताँई कुण्ड अर निगराणी करबा ताँई एक मचाण बणाओ। अर इकै पाछै बो ई बगिचा न ठेका प देर दिसावर चलेगो। 2 अंगूर पकणा की रुत म बो मिनख दिसावरऊँ आपका दास न बा किसाना क कनै भेज्यो जि स बे बठै जा’र बा किसाना स अंगूरा को हिसाब ले सकै। 3 पण बे किसान बी दास न पकड़’र मार्या अर बिनै रीतो ही भेज दियो। 4 इकै पाछै बगिचा को मालीक दूसरा दास न बठै भेज्यो पण बे किसान बिनै बी मार्या अर बिको सिर फोड़’र बिकी बैजती कर्या। 5 बो मालीक तीसरा दास न बठै भेज्यो पण बे किसान बी दास न मार गेर्या। अंय्यांई बो बोळा दासा न भेज्यो पण बे किसान कया न तो पीट्या अर कयाकी जान लेली। 6 ई क पाछै बी बगिचा का मालीक क कनै भेजबा ताँणी बिको लाड़लो बेटो ही बच्यो। अर बो आ सोच’र की बे इको तो आदर करसी। ई बजै स बो आपका बेटा न बठै भेज्यो। 7 बे किसान मालीक का बेटा न आतो देख आपसरी म बतळाबा लाग्या, ‘ओ अठै को वारीश ह। आओ आपा मिल’र इनै मार देवां। अंय्यां करबा ऊँ अंगूरा को बगिचो आपणो हो ज्यावैगो।’ 8 अर बे सगळाँ किसान मिल’र बिनै मार दिन्यो अर बगिचा क बारनै बगा दियो। 9 ई बात न सुण’र बगिचा को मालीक बा किसाना क सागै काँई करसी? बो बठै ज्यासी अर बा किसाना न मारैगो अर अंगूरा को बगिचो दूसरा किसाना न दे देवगो। 10 थे शास्त्र म ओ बचन कोनी बाच्यो के?‘जि भाठ्ठा न कारिगर ख्यांई जोगो कोनी जाण्यां बो ही भाठ्ठो कुणा न समाबाळो निकळ्यो। 11 अर ओ आँख्या क सामनै अजूबो ह इनै प्रबु कर्यो ह’।” 12 बठै खड़्या शास्त्रि समझगा की ओ आ नीति कथा बापैई कही ह। ई बजै स बे ईशु न कैद करबाताँणी कोई गेलो ढूँढ़बा लाग्या। पण बे मिनखा स डरता हा जिसै बे बिनै बठै हि छोड़’र चल्यागा।

चुंगी देबा की सीख

13 बे ईशु न फसाबा ताँई फरीसीयां अर हिरोद की मानबाळा क्युंक मिनखा न बिकै कनै भेज्या। 14 बे ईशु क कनै गया अर बिऊँ बोल्बा लाग्या, “ओ गुरु म्हें जाणा हा की तू बोळो ईमानदार ह अर तू ई बात की परवा कोनी करै की लोग तनै काँई खेवै ह। अर तेरा बारा म काँई सोचै ह। अर तू मिनखा को मूंडो देख’र बातां कोनी करै पण परमेश्बर क कनै जाण ताँई जखौ गेलो ह बिनै तू सच्चाईऊँ बतावै ह। पण म्हें तनै बूझै हा की कैसर न चुंगी देणी चाए की कोनी?” 15 ईशु बाकी चाल न भापगो अर बण स बोल्यो, “थे मनै क्युं बिच्यास्यो हो? थे मेर कनै एक सिक्को ल्याओ जिसै म देखुँ।” 16 बे ईशु न एक सिक्को दिन्यो। अर ईशु बण स बूझ्यो, “इपै किकी सकल अर किको नाम ह?” बे बोल्या, “कैसर की।” 17 ईशु बाकी ई बात न सुण’र बोल्यो, “जखौ कैसर को ह बो कैसर न द्‌यो अर जखौ परमेश्बर को ह बो परमेश्बर न द्‌यो।” बे ईशु की ई बात न सुण’र ताजुब म पड़गा।

मर्या पाछै जिबा प सवाल

18 इकै पाछै सदुकी ईशु क कनै आया अ मानी ही क मरेड़ी काया ओज्युँ कोनी जीवै अर बे ईशु न बूझबा लाग्या, 19 “ ओ गुरु मूसा म्हारै ताँई मांड्यो ह की जिको भाई मर ज्यावै अर बिकी लूगाई क कोई टाबर न होवै जणा मरबाळा को भाई बिकी लूगाई स ब्याह करले जिसै बो आपका भाई को वंश बढावै। 20 एक बार सात भाई हा। बा म स बडोड़ा को ब्याह होयो अर क्युंक दिना क पाछै बो मरग्यो बिकी लूगाई क कोई टाबर- टिकर कोनी हो। 21 बिको दूसरो भाई बिसै ब्याह कर लियो अर बो बी क्युंक दिना क पाछै मरगो अर बिसै बी बिकै कोई टाबर कोनी होयो। तीसरो भाई बी अंय्यांई कर्यो अर बिकै सागै बी बो ही होयो। 22 अर अंय्यांई सात्युं का सात्युं बे औलाद ही मरगा अर बिकै पाछै बा लूगाई बि मरगी। 23 बे ईशु न बूझबा लाग्या की सगळी मरेड़ी काया ओज्युँ जीसी बी दिन बा सात म स किकी लूगाई होसी। क्युं क बे सात्युं हि बिनै ब्याली ही।” 24 ईशु बण स बोल्यो, “थे आ बातां न गळत लेली क्युं क थे शास्त्रा न अर परमेश्बर की शक्ति न कोनी जाणो। 25 जद मरेड़ी काया ओज्युँ जीसी जणा बाको ब्याह कोनी होसी पण बे ईश्वर नगरी म ईश्वर नगरी दूता की जंय्यां होसी। 26 अर जठै ताँई मरेड़ी काया क जीबा को सवाल ह, थे मूसा की पौथी म ओ कोनी बाच्यो के? जद परमेश्बर बळती झाड़ी म स बिसै खयो‘म ईब्राहिम को परमेश्बर हूँ, इसाक को परमेश्बर हूँ अर याकूब को परमेश्बर हूँ।’ 27 इको मतबल ओ ह की बे मर्गा पण बे मरेड़ा कोनी जिन्दा ही जणा ई बो मर्या खप्या को कोनी पण जिता-जागता को परमेश्बर ह। थे तो भेम म पड़या हो।”

सगळाँ मऊँ बडो हुकम

28 बठै एक यहूदी शास्त्रा न सीखाबाळो आयो अर बो बानै बठै जिरै करता अर ईशु बा सदुकीया न सागैड़ो जबाब देर्यो हो आ देख’र बो ईशु न बूझ्यो, “सगळाँ हुकमा मऊँ कुणसो बडो ह?” 29 ईशु बिसै बोल्यो, “सगळाँ मऊँ बडोड़ो ओ ह।‘सुणो ईस्त्राएलियो आपणा परमेश्बर न छोड़’र कोई प्रबु कोनी ह। 30 अर थे आपका सगळाँ हियाऊँ सगळी आत्मा स सगळी बुद्धिऊँ अर आपकी सगळी शक्तिऊँ परमेश्बर न प्रेम करो।’ 31 अर दूसरो हुकम ओ ह ‘तू तेरा पड़ोसीऊँ बंय्यां ही प्रेम कर जंय्यां तू खुदऊँ प्रेम करै ह।’ आ हुकमा स बडो कोई बी हुकम कोनी।” 32 यहूदी शास्त्रा न सीखाबाळा ईशु की ई बात न सुण’र बोल्या, “ओ गुरु थारो ओ खेणो ठिक ई ह की परमेश्बर एक ई ह अर बिनै छोड़ दूसरो कोई कोनी। 33 आपका सगळाँ हियाऊँ सगळी बुद्धिऊँ अर आपकी सगळी शक्तिऊँ परमेश्बर न प्रेम करो अर आपका पड़ोसीऊँ खुद की जंय्यां प्रेम करो। अर अ दोन्युं सगळाँ होम बली अर चढावाऊँ बढके ह।” 34 जि चतराईऊँ बो जबाब दिन्यो हो बिकी सुण’र ईशु बिसै खयो, “तू परमेश्बर का राज हू घणी दूर कोनी।” ई क पाछै किकी ई ईशुऊँ सवाल बूझबा की हिम्मत कोनी बगी। मसी किको बेटो ह? 35 इकै पाछै ईशु मन्दर म परबचन देतोई बोल्यो, “शास्त्रा न सीखाबाळा क्यालै बोली ई की मसी दाऊद क कुणबा को बेटो ह? 36 पण दाऊद खुद पवित्र आत्मा स भर’र बोल्यो हो,‘प्रबु (परमेश्बर) मेरा प्रबु (मसी) ऊँ खियो जद ताँई म तेरा दुश्मना न तेरै पगा तळै न कर द्‌युँ मेरै दांया हाथ बैठ्यो रैह।’ 37 दाऊद खुद ई मसी न प्रबु बोलै ह जणा मसी दाऊद को बेटो कंय्यां हो सकै ह?” घणी सारी भीड़ ईशु की बातां न राजी हियाऊँ सूणै ही।

शास्त्रा न सीखाबाळा ऊँ बच’र रिज्यो

38 ईशु बानै सीखातो ई बोल्यो, “थे शास्त्रा न सीखाबाळाऊँ समळ’र रिज्यो बे लाम्बो-लाम्बो चोंगो पेरीं ही अर बानै घूमणो चोखो लागै ह अर बे चावी ही की लोग बजारा म बाको आदर-मान करीं। 39 अर बे यहूदीयां का प्रार्थना घर अर जीमणवार म उँची गद्दी प बिराजणा की मन्स्या राखै ह। 40 बे खाली होयड़ी लूगायां को घर खाज्याई ही। अर दिखाबा ताँई बडी बडी प्रार्थना करीं ही। आ मिनखा न बुरी ऊँ बुरी सजा मिलसी।”

साँच्चो दान

41 ईशु यरुशलेम मन्दर की दान पेट्टी क सामै बैठ’र देखर्यो हो की लोग दान हाळी पेट्टी म कंय्यां दान घाली ही। पीसाळा तो बड-चढ़’र दान घालर्या हा। 42 बाकै पाछै बठै एक खाली होयड़ी गरीबणी आई अर बा बी पेट्टी क मांय दो डब्बली हाळा सिक्का घाली अ सिक्का क्युंक पीसा जत्ता होता हा। 43 ईशु आपका चेला न आपकै कनै बुलायो अर बण स बोल्यो, “म थानै साँच्ची-साँच्ची खेवूँ हू ई खाली होयड़ी को दान सऊँ बेसी ह। 44 क्युं क सगळाँ तो आपकी बढती मऊँ घाल्या पण आ खाली होयड़ी आपकी सगळी कुमाई इमै घाल दि। इकै कनै अत्तो ही हो जिसै इको चूल्लो बळतो।”

13

मन्दर ढब्बा की भविष्यवाणी

1 जद ईशु यरुशलेम का मन्दर क मांय स बारनै जार्यो हो जणा बी टेम बीकाळा चेला म स एक चेलो ईशु न बोल्यो, “ओ गुरु देख अ भाठ्ठा अर आ हेल्ली कत्ती सोवणी ह।” 2 ईशु बिकी ई बात न सुण’र बिनै बोल्यो, “के तू ई बडी सारी हेल्ली न देखै ह? अठै एक बी भाठ्ठो कोनी रेह्सी सगळाँ भाठ्ठा ढा दिया जासी।”

विपदा अर सताव

3 जद ईशु जैतून का डूँगर प मन्दर क सामै बैठ्यो हो जणा बिसै पतरस, याकूब, अर अन्द्रियास एकला म बूझ्या 4 बे ईशु न बूझ्या, “अ बातां कद घटसी? अर आ बातां क होण का चिन काँई होसी?” बाकी बातां सुण’र 5 ईशु बानै बोल्यो, “थे समळ’र रिज्यो थारै सागै कोई छळ न करज्या। 6 मेरा नामऊँ बोळा सारा आसी अर खेसी ‘म मसी हूँ’ अंय्यां बोल’र बे बोळा सारा मिनखा न भरमासी। 7 अर जद थे लड़ाई अर लड़ायां की खबर्यां सुणो जणा मना डर ज्यायो, क्युं क आ बातां को होणो तै ह पण बा घड़ी नास की कोनी होसी। 8 अर जात्यां जात्यां प अर देश देश प चढ़ाई करसी। अर कठै-कठै तो भूचाळ आसी अर काळ पड़सी अर अ सगळी बातां हाल तो जच्चा क सरुका उठबाळा दर्द जंय्यां की ह। 9 पण थे समळ’र रिज्यो, थानै पकड़’र कचेरी क सपुर्द कर्यो ज्यासी अर थानै यहूदीयां की धर्म सभा म पीट्यो जासी अर थानै मेरा नाम अर चोखा समचार की बजै स पंचा, राजा अर हाकिमा क सामै खड़्यो कर दियो जासी जिसै थे बानै चोखो समचार बता सको। 10 पण आ पक्की ह की आसै पेल्या सगळी जात्यां न चोखो समचार सुणायो जासी। 11 अर जद थानै पकड़’र लोग कचेरी क हवालै करीं जणा थे ई बात की जमाई चिनत्या मना करज्यो की थानै काँई खेणो ह? बी घड़ी पवित्र आत्मा जखा सब्द दे बे ही बोलज्यो क्युं क बोलबाळा थे कोनी पण पवित्र आत्मा होसी। 12 भाई-भाई न पकड़ा’र मरवासी अर अंय्यां ही बाप आपका टाबरा क सागै करसी अर टाबर आपका माँ- बाप क खिलाफ हो’र बानै मरवासी। 13 अर मेरा नाम क बजै स सगळाँ मिनख थारै स बैर राखसी, पण जिखा आखिर ताँई सब’र करसी बो ही बचायो जासी।

बिनास की घड़ी

14 जद थे उजाड़बाळी सुगली चिजा न जठै न होणी चायै ही बठै देखो (बाचबाळो खुद ही जाण ले इको मतबल काँई ह?) जणा जखौ यहूदीयां म होवै, बानै डूँगरा म भाग जाणो चाए। 15 अर जखौ मिनख आपकी छात प होवै बे आपका घरा म क्युंई चिज ल्याण ताँई न उतरै। 16 अर जखा खेत म होवै बो आपको गाबा लेण ताँई न मुड़ै। 17 दुध प्याती माँयाँ अर पेट हाळी लूगायां ताँई बे दिन बोळी कल्डाई का होसी। 18 थे प्रार्थना कर्या करो की अ बातां श्याळा म न हो। 19 बा दिना म अंय्यां को कळेस आसी जखौ जुगाद म जद परमेश्बर ई दुनिया न रची जदऊँ ले’र न तो हाल ताँई आयो अर न इकै पाछै कणा आसी। 20 ज परमेश्बर बा दिना न कम ना करतो तो कोई बी कोनी बचतो। पण बिका टाळेड़ा मिनखा की बजै स परमेश्बर बा दिना न कम करदियो ह। 21 बा दिना म थानै कोई खेवै, ‘देखो अठै ह मसी या बठै ह मसी’ जद थे बिको बिश्‍वास मना करज्यो। 22 थानै बा दिना म झुठा मसी अर झुठी परमेश्बर की खेबाळा दिखणा म आसी। अर बे चिन-चमत्कार दिखा’र टाळेड़ा मिनखा न बी भेकाण की कोसीश करसी। 23 पण थे समळ’र रियो म थानै अ सगळी बातां पेल्या स ही बता दिनी ह।

मिनख का बेटा को ओज्युँ आणो

24 बा दिना म, बी कळेस क पाछै सूरज उज्जाळा न खो देसी अर चाँद बी कोनी चमकसी। 25 अर अकास मऊँ तारा बी तळै पड़ मरसी। अर अकास की शक्तियाँ हिलाई जासी जिसै बे आपकी झघा छोड़ देसी। 26 जणा लोग मिनख का बेटा न महाशक्ति अर महिमा क सागै बादळा प आतो देखसी। 27 ‘अर बो आपका दूता न भेजसी की बे धरती अर अकास प जा’र च्यारूँमेर स बिका टाळेड़ा मिनखा न भेळा करीं।’ 28 “थे अंजीर का दरख्तऊँ सिखो जद बिकी डाळ्याँ नरम होवै अर बिकै कुपळ फूटबा लागै जणा थे बिनै देख’र जाण ज्यायो हो की उंद्‌याळो आबाळो ह। 29 अंय्यां हि जद थे आ बातां न होता देखो जणा जाणज्यायो की बा घड़ी सांकड़ै ही ह, अर थळी प हि ह। 30 याद राखीयो, म थानै साँच्ची खेवूँ हूँ जद ताँई अ बातां कोनी होसी ई जमाना का मिनख कोनी मरसी। 31 अकास अर धरती टळ जासी पण मेरी बातां कोनी टळी।

जागता रियो

32 बी दिन अर बी घड़ी क बारा म कोई बी कोनी जाणै, न तो ईश्वर नगरी दूत अर ना बेटो पण पीता परमेश्बर हि बिकै बारा म जाणै ह। 33 ई बजै स थे समळ’र जागता रिज्यो थानै कोनी बेरो की बो दिन कद आसी अर न थे बी दिन क बारा म जाणो। 34 ओ अंय्यां होसी जंय्यां कोई मिनख दिसावर जाण स पेल्या आपका घर न आपका दास क हवालै करके बानै न्यारो-न्यारो काम बाँट’र चल्यो जावै अर चौकिदार न पेरो लगाबा को हुकम देर अंय्यां बोल’र की जद ताँई म कोनी आऊँ तू घर की समाळ करजै। 35 थे बी जागता रिज्यो थानै कोनी बेरो की घर को मालीक कद आवगो। आथण्या आवगो क मझ रात म आवगो क भागपाट्या आवगो या दिन चढ़्या आवगो। 36 अर अंय्यां ना होज्या कणा बो चाणचुक्यो आर थानै सोतो देखै। 37 अर जखी बातां म थानै खेवूँ हूँ बे ही बात म सगळाँ न खेवूँ हूँ की थे सगळाँ जागता रिज्यो।”

14

ईशु न मारबा की जाळ-साजी

1 दो दिना क पाछै फसह को त्युंहार अर बिना खमीर की रोटी को त्युंहार आबाळो हो। बडा-बडा याजक अर शास्त्रि ईशु न धोखा स पकड़’र मारबा की साजिश रचर्या हा। 2 पण बे आपस म खेबा लाग्या, “आपा ईशु न त्युंहार क दिना म कोनी मारा। आपा त्युंहार क दिना म इनै मारा तो के बेरो जनता भड़क ज्यावै।”

ईशु प अत्तर-फुलेन गेर्यो

3 जद ईशु बैतनिय्याह म शमोन जखौ पेल्या कोढ़ी हो बिकै घरा रोटी खाबा बैठ्यो, बठै एक लूगाई संगमरमर का बर्तन म जटामांसी (बाळ झड़) को मेंगो अर खरो अत्तर-फुलेन ले’र आई। अर बा लूगाई बी बर्तन न खोल’र बिकै माइनै जत्तो बी अत्तर-फुलेन हो बिनै ईशु क सीर प उन्दका दि। 4 बठै खड़्या मिनखा म क्युंक चिड़गा अर खया, “आ लूगाई ई अत्तर-फुलेन न क्यालै खराब करी ह? 5 ई अत्तर-फुलेन न तीन सो चाँदि का सिक्का ऊँ बी ज्यादा म बेच्यो जा सकै हो अर इसै जखा रुपया मिलता बिनै गरीबा म बाँट्यो जाणो चायै हो।” अर बे बिनै दकालबा लाग्या। 6 ईशु बाकी ई बात न सुण’र बानै बोल्यो, “थे ई लूगाई न क्युं तंग करो हो? थे इनै छोड़ द्‌यो। आ तो मेर सागै भलो करी ह। 7 गरीब तो थारै सागै सदा हि रेह्सी। थे जद चावो बाको भलो कर सको हो, पण म थारै सागै सदा कोनी रेस्युं। 8 अर जो क्युं बिकै बस म हो बा करी। आ मनै गाडण हू पेल्या मेरी काया प अत्तर-फुलेन उन्दकाई ह। 9 म थानै साँच्ची खेवूँ हूँ सगळी दुनिया म जठै बी चोखो समचार परचार कर्यो ज्यासी, बठै ई लूगाई न अर इका काम न याद कर्यो ज्यासी।”

यहूदो ईशु न धोखो देबा ताँई राजी होयो

10 यहूदा इस्करियोती बारा चेला मऊँ एक हो ओ बडा याजक क कनै ईशु न पकड़ाबा की बातचीत करबा ताँई गयो। 11 यहूदा की ई बात न सुण’र याजक खुश होयो अर बे यहूदा न रुपया देण ताँई बोल्या। यहूदो ह जखौ ईशु न पकड़ाबा की ताक म मौको ढूँढ़बा लाग्यो।

चेला क सागै आखरी फसह

12 बिना खमीर की रोटी हाळै त्युंहार क पेल्डै़ दिन जद फसह का त्युंहार प लल्ड़ी का बच्यां की बली दि जाती ही बी दिन चेला ईशु न बूझ्या, “तू कठै चावै ह की म्हें तेर ताँई फसह खाबा की तैयारी करा?” 13 बामैऊँ दो जणा न ईशु अंय्यां बोल’र भेज्यो, “थे गाँव क मांय न जाओ अर थानै बठै एक मिनख पाणीऊँ भरेड़ो घड़ो लीया मिलसी थे बिकै गेल हो लियो 14 अर बो जि घर म जावै, थे बी बि घर म जा’र घर का मालीक न बोलज्यो गुरु बोल्यो ह, ‘मेरो फसह खाबा को कोठो कठै ह जठै म आपका चेला क सागै फसह खा सकूं।’ 15 बो थानै बडो सारो अर सक्युं जच्यो-जचाईड़ो चोबारो दिखासी बिमैई आपणा ताँई सक्युं तैयार करज्यो।” 16 अर बे चेला बी गाँव क माईनै गया अर जंय्यां ईशु बानै बताओ हो बंय्यां ही बे बठै देख्यो अर बे बठै फसह खाबा की तैयारी करी। 17 अर दिन आथता ही ईशु बारा चेला क सागै बठै गयो 18 अर जद बे सागै बैठ’र रोटी खार्या हा ईशु आपका चेला न बोल्यो, “म थानै साँच्ची खेवूँ हूँ थारै मऊँ एक जणो जो अठै मेरै सागै जीमर्यो ह बो मनै पकड़वासी।” 19 बे ईशु की ई बात न सुण’र दुखी होया अर बे ईशु न एक- एक करके बूझबा लाग्या, “माराज बो म हू के?” 20 ईशु बण स बोल्यो, “बो थारै बारा मऊँ एक ह। बो मेरै सागै कचोळा मऊँ टिमोवै ह। 21 मिनख का बेटा न तो मरनो ई ह जंय्यां की मंडेड़ो ह। पण कत्ती बुरी दसा ह बी मिनख की जिकै बजै स मिनख को बेटो पकड़ायो जासी। इसै चोखो तो ओ होतो की बो मिनख कोनी जलमतो।”

प्रबु-भोज

22 बे जिमर्याई हा क ईशु रोटी ले’र प्रबु न धनेवाद दे’र बो रोटी न तोड़्यो अर ईशु आपका चेला न आ खेवतो रोटी बाटी, “ल्यो आ मेरी काया ह” 23 इकै पाछै ईशु कचोळो लियो अर प्रबु न धनेवाद दे’र बो कचोळो आपका चेला न दियो बे सगळाँ बिमै स पीया 24 अर ईशु बण स बोल्यो, “ओ मेरो लोय ह ओ परमेश्बर का नया करा’र को चिन्ह ह जखौ बोळा ताँई बहायो ज्यार्यो ह। 25 म थानै साँच्ची खेवूँ म आ अंगूरी जद ताँई कोनी पीस्युं जद ताँई परमेश्बर का राज म नई न पीऊँ।” 26 इकै पाछै बे एक गीत गा’र जैतून का डूँगर प चल्यागा।

पतरस ईशु न पीछाण्बा ऊँ मना करसी

27 ईशु आपका चेला ऊँ बोल्यो, “थे सगळाँ कानी-कानी हो ज्यास्यो। क्युं क मंडेड़ो ह,‘म गुवाळ्याँ न मारूँगो अर भेड़ तीन-तेरा हो ज्यासी।’ 28 पण परमेश्बर क हाथा ओज्युँ जी उठबा क पाछै म थारै स पेल्या गलील जास्युँ।” 29 जणा पतरस बोल्यो, “चायै सगळाँ तनै छोड़’र भाग ज्याय पण म थारै सागै डट्यो रेस्युं।” 30 ईशु पतरस की ई बात न सुण’र बिसै बोल्यो, “म तनै साँची खेवूँ हू आज की रात ही मूर्गा क दो बार बाँग देण हू पेल्या तू तीन बार मनै पीछाण्बा हू मना करसी।” 31 पतरस ईशु की बात सुण’र ओर जोर स बोल्यो, “ज मनै तेरै सागै मरबो बी पड़ओ जणा बी म अंय्यां कोनी करुँ।” अर सगळाँ चेला बी आई बात बोल्या।

गतसमनी का बाग म ईशु की प्रार्थना

32 इकै पाछै बे गतसमनी नाम की झघा गया अर बठै ईशु आपका चेला न बोल्यो, “थे अठै ही बैठ्या रियो जद ताँई म प्रार्थना करुँ।” 33 ईशु आपकै सागै पतरस, याकूब अर यूहन्ना न लेगो। ईशु बोळो दुख-दुबळो होर्यो हो। 34 ईशु बण स बोल्यो, “मेरो हियो बोळो उदास ह, अठै ताँई म मरबाळो सो होर्यो हू। थे अठै ही बैठ ज्यायो अर जागता रियो।” 35 इकै पाछै ईशु बठैऊँ चीनेक दूर जा’र धरती प मोदो पसर’र प्रार्थना करबा लाग्यो अर बोल्यो, “ज हो सकै तो आ घड़ी मेर पै स टळ ज्याय जणा चोखो हो ज्याय।” 36 अर बो बोल्बा लाग्यो, “बापु ओ बापु थारै ताँई क्युं ही ओखो कोनी। ई दुख का कचोळा न मेरऊँ नाकै कर दे, पण जंय्यां म चाऊँ बंय्यां न हो पण जंय्यां तू चावै बंय्यांई होवै।” 37 ईशु प्रार्थना कर’र आपका चेला कन गयो अर बानै सुत्यो देख’र पतरस न बोल्यो, “ओ शमोन तू सोर्यो ह के? के तू घंटा भर बी कोनी जाग सक्यो? 38 थे जागता रियो अर प्रार्थना करो जिसै थे बीचास्यां न जाओ। आत्मा तो जो सई ह बो करनो चावै ह पण आ काया माड़ी ह।” 39 ईशु ओज्युँ स प्रार्थना करबा न चलेगो अर जंय्यां पेल्या प्रार्थना करी बंय्यां ही बो प्रार्थना करबा लाग्यो। 40 अर ईशु ओज्युँ स आपका चेला क कनै आयो अर बिनै बे ओज्युँ सुत्या लाध्या अर बाकी आँख्या म निंद चढ़री ही अर बानै बेरो कोनी हो की बे ईशु न काँई जबाब दि। 41 ईशु तीसरी बार आ’र बानै बोल्यो, “बस बोळा सोलीया हालबी थे अराम स सुत्या हो। देखो बा घड़ी आगी जद मिनख को बेटो पाप्यां क हाथ पकड़ायो जार्यो ह। 42 थे उठो अर देखो मनै पकड़ाबाळो उरैई ह।”

ईशु न धोखा ऊँ पकड़ायो

43 ईशु अंय्यां बोलर्योई हो क यहूदो जो बारा चेला मऊँ एक हो बो आपकै सागै प्रधान याजक अर शास्त्रा न सीखाबाळा अर बढ़का का हुकम ऊँ घणी सारी भीड़ ले’र बठै आयो बाकै कनै तलवार अर लाठ्यां बी ही। 44 धोखा ऊँ पकड़ाबाळो पेल्या ही बी भीड़ न बता दिन्यो हो की जिको म माखो ल्यूँ बो ई ईशु ह थे बिनै पकड़’र ध्यानऊँ सिपाया की निगराणी म लेज्यायो। 45 अर जंय्यां ही यहूदो बठै आयो अर बो ईशु क कनै जा’र बोल्यो, “गुरु” अर बो ईशु को माखो लियो। 46 इकै पाछै बा भीड़ बिनै पकड़’र आपका कब्जा म लेली। 47 ईशु क कनै खड़्यो एक चेलो आपकी तलवार काढ़ि अर महायाजक का एक दास को कानड़ो काट गेर्यो। 48 ईशु बण स बोल्यो, “म कोई डाकू हू के थे मनै पकड़बा ताँई तलवार अर लाठी ल्याया हो? 49 म रोजिना मन्दर म थानै सीखातो, थारै सागै ही रिया करतो हो जद थे मनै कोनी पकड़या, पण ओ पवित्र-शास्र म मंडेड़ो ह जिनै पूरो होणो ही ह।” 50 ईशु का चेला बिनै छोड़’र भागगा। 51 एक मोट्याल्डो आपकी उघाड़ी काया प चादरो ओढ ईशु क गेल गेल होर्यो हो लोग बिनै पकड़बा ताँई बिकै गेल; भाग्या 52 जणा बो चादरो बगा’र उघाड़ो ही भाग छुट्यो।

महा पंचायत म ईशु

53 ईशु न महायाजक क कनै लेगा, अर बठै प्रधान याजक अर बढ़का अर सगळाँ शास्त्रि आर भेळा होया। 54 पतरस क्युंक दूरी बणा’र बाकै गेल-गेल आयो अर महायाजक क आँगणा क मांय न आर बठै चौकिदार क सागै तपबा लाग्यो। 55 प्रधान महायाजक अर सगळाँ महापंचायत का लोग ईशु न जान स मारबा ताँई बिकै खिलाफ गुवाई टोबा लाग्या। पण बानै कोई गुवाई कोनी मिली। 56 घणा सारा लोग ईशु क खिलाफ गुवाई बी देर्या हा पण बाकी गुवाई झुठी ही अर एक जिस्सी बी कोनी ही। 57 क्युंक खड़्या हो’र ईशु क खिलाफ झुठी गुवाई देबा लाग्या। 58 बे खेबा लाग्या, “म्हें इका मूंडा स सुण्या हा ओ खेवै ह, ‘म हाथ हू बणेड़ा मन्दर न ढा देस्युँ अर तीन दिना क पाछै दूसरो बणा देस्युँ बो मन्दर हाथा हू बणायड़ो कोनी होसी’।” 59 अर ई बा’र बी बाकी गुवाई एकसी कोनी निकळी। 60 बाकी बातां सुण’र महायाजक खड़्यो हो’र ईशु न बूझबा लाग्यो, “तू जबाब क्युं कोनी देवै अ सगळाँ तेरै खिलाफ गुवाई देर्या ही।” 61 पण ईशु चुपचाल्यो बाकी सुणतो रियो अर बो बानै जबाब कोनी दियो। महायाजक ईशुऊँ ओज्युँ बूझ्यो, “तू पवित्र परमेश्बर को बेटो मसी ह के?” 62 ईशु बोल्यो, “हा म बोई हूँ अर थे मिनख का बेटा न सर्वशक्तिमान परमेश्बर क दांया हाथ बैठ्यो अर अकास म बादळा क सागै आतो देखस्यो।” 63 महायाजक आपका गाबा फाड़यो अर बोल्यो, “इब गुवाई देबा की जुरत कोनी। 64 थे खुद ही इका मूंडा स परमेश्बर की बुराई सुण लीया हो इब थे काँई चावो हो?” अर बे सगळाँ बोल्या, “इनै मा’र देणो चाए।” 65 अर कई लोग ईशु प थुकबा लाग्या अर कई ईशु की आँख्या प गाबो बाँध’र मुक्का मारबा लाग्या अर बिको तमासो बणा’र बोल्या, “तू भविष्यवाणी करतो फिरतो हो न इब बता तनै कुण मार्यो” अर चौकिदार ईशु न पकड़’र चनपट मार्या।

पतरस ईशु न जाण-बुझ’र कोनी पीछाण्यो

66 पतरस निचै आँगणा म बैठ्यो जणा बठै महायाजक की एक दासी आई। 67 अर बा पतरस न तपता देख’र पतरस न बोली, “तू बी तो ईशु नासरी क सागै हो।” 68 पण पतरस नटगो अर बोल्यो, “म ईशु नासरी न कोनी जाणूँ अर तू जो बोलरी ह बा मेरै तो क्युंई पल्लै कोनी पड़री।” अर बो अंय्यां बोलतो आँगणा की थळी प पूँच्योई हो अत्ता म ही मूर्गो-बाँग दिनी । 69 बा दासी ओज्युँ पतरस न देखी अर बठै खड़्या मिनखाऊँ बोली, “ओ बी बामैऊँ ई ह।” 70 पतरस ओज्युँ नटगो थोड़ी देर क बाद बठै खड़्या मिनखा मऊँ कई बोल्या, “सई म ई तू बामैऊँ एक ह, क्युं क तू बी तो गलील को ह।” 71 पतरस बाकी बातां सुण’र सोगन खा’र बोल्यो, “म बी मिनख न जिकी थे बातां करो हो कोनी जाणूँ ज म झुठ बोलूँ तो परमेश्बर मनै सजा दे।” 72 अर जद ही दूसरी बार मूर्गो बाँग दिनी। जणा पतरस माथो पकड़्‌यो अर बिनै ईशु की खेईड़ी बा बात याद आई की मूर्गा क दो बार बाँग देण हू पेल्या तू तीन बार मेरै ताँई खेसी म इनै कोनी जाणूँ, अर बो ई बात न सोच’र बळ-बळ रोबा लाग्यो।

15

पीळातूस क सामै ईशु की पेशी।

1 दिन उगता ही प्रधान याजक अर बुढ़ा ठेरा, शास्त्रि अर सगळाँ महासभा का पंच ईशु न बँधा’र पीळातूस कन लेज्या’र हाजीर कर्यो। 2 पीळातूस ईशुऊँ बूझ्यो, “तू यहूदीयां को राजा ह के?” ईशु बिनै खयो, “तू खुद ही तो बोलै ह।” 3 प्रधान याजक ईशु प बोळी बातां को दोष लगार्या हा। 4 पीळातूस ईशु न ओज्युँ बोल्यो, “तू बोल-बाल्यो कंय्यां खड़्यो ह अ सगळाँ तो तेर प दोष लगाबा लागर्या ही।” 5 पण ईशु बिनै जबाब कोनी दियो ईशु न बोल-बाल्यो देख’र पीळातूस न ताजुब होयो।

ईशु न मोत की सजा देणो

6 फसह हाळा त्युंहा’र प पीळातूस रित गेल एक कैदी न जिनै लोग चाता बिनै बा ताँई छोड़ देतो हो। 7 बी टेम बरअब्बा नाम को एक मिनख बगाव्तिया क सागै कैद म हो क्युं क बो एक बगावत म एक मिनख न मार गेर्यो हो। 8 जद लोग पीळातूस क कनै जा’र बिसै कह्या जंय्यां तू म्हारै ताँई करतो आयो ह बंय्यां ही कर। 9 जणा पीळातूस बण स खयो, “के थे चाओ हो के म थारै ताँई यहूदीयां का राजा न छोड़ द्‌युँ?” 10 पीळातूस अंय्यां ई बजै स बोल्यो क्युं क बो जाणतो हो की अ याजक जळता-बळता इनै पकड़ाया ही। 11 पण याजक बरअब्बा न पीळातूसऊँ छुड़ाण ताँई भीड़ न पैल्याऊँ उकसा राख्यो। 12 पीळातूस बण स ओज्युँ बूझ्यो, “थे जिनै यहूदीयां को राजा खेओ हो बिको म काँई करुँ थे बताओ थे काँई चाओ हो?” 13 बे कुँक’र बोल्या, “इनै सूळी चढ़ा द्‌यो!” 14 पीळातूस बण स बोल्यो, “म इनै क्युं सूळी चढ़ाऊँ ओ लाई कुणसी बुराई करी ह।” पण बे मिनख बुर्यां हि करबा लाग्या, “इनै सूळी चढ़ा द्‌यो।” 15 पीळातूस भीड़ न राजी करबा ताँई बरअब्बा न छोड़ दियो अर ईशु क कोड़ा मरवाया जिकै पाछै सूळी चढ़ाबा को हुकम दियो।

सिपाईड़ा क हाथा ईशु की बैजती

16 सिपाईड़ा ईशु न राजपाल क गढ़ का आँगणा म लेगा। अर बे सगळी पलटण न भेळी करली। 17 बे ईशु न बैंगणी रंग को गाबो पीरा’र बीकाळा सीर प काँटा को मुकट गूँथ्थ’र धर दियो। 18 बे ईशु को तमासो बणाबा ताँई जै-जै कार करबा लाग्या अर बे बोल्या, “ओ यहूदीयां का राजा तेरी जै हो।” 19 बे ईशु क सिर प डंडा स मार’र, बिपै थुँक’र, गोडा टेक’र बिनै नमस्कार कर्या। 20 बे ईशु को मजाक उड़ा’र बिको बैंगणी गाबो तो लीया काढ़, अर पाछा बिकाई गाबा पीरा’र, बिनै सूळी चढ़ाबा ताँई बारनै लेगा।

ईशु न सूळी चढ़ाणो

21 सिकन्दर अर रूफुस को बाप जिको नाम शमोन हो ओ कुरेन गाँव को हो इनै गाँवऊँ आतो देख बे सिपाईड़ा बिनै जोरदे’र ईशु की सूळी न लेज्याबा ताँई बोल्या 22 बे ईशु न गुलगुता नाम की झघा प लेगा जिको मतबल खोपड़ी की झघा ह। 23 बे ईशु न मिर्र नाम की दवाई मिलेड़ी अंगूरी पीलाबा लाग्या पण ईशु कोनी पीओ। 24 इकै पाछै बे ईशु न सूळी प चढ़ा दियो, ईशु का गाबा लेबा ताँई बे पर्ची गेरी अर आपसरी म बानै बाट लीया। 25 जद बे ईशु न सूळी चढ़ाया जणा दिनग्या का नो बजर्या हा। 26 अर बठै बिको दोष पत्र हो जिपै मंडर्यो हो, “यहूदीयां को राजा।” 27 ईशु क सागै दो डाकू बी सूळी प चढ़ाया गया एक ईशु क दांया नाकै अर दूसरो बांया नाकै लटकायो गयो। 28 अर पवित्र शास्त्र क माईनै जो बचन मंडेड़ा हा बे पूरा होया। की ईशु अपराध्या क सागै लटकायो जासी। 29 अर गेला मऊँ जाबाळा आपका सिरा न हला-हला’र ईशु की बेजती कर’र बे ईशु न खेर्या हा मन्दर न तोड़बाळा अर तीन दिन म ओज्युँ ऊँ बणाबाळा 30 तळै उतर्यां अर खुद न बचाले 31 अर अंय्यां ही प्रधान याजक अर शास्त्रा न सीखाबाळा बी ईशु को मजाक उड़ार्या हा। अर बे आपसरी म बतळाबा लाग्या, “ओ दूसरा मिनखा न बचायो पण खुद न कोनी बचा सक्यो।” 32 अर बे ईशु न खेवै हा, “ओ इस्राइल का राजा मसी सूळी स तळै उत’र क दिखा जणा म्हें बिश्‍वास कर लेस्यां” अर जखा डाकू ईशु क सागै सूळी प चढ़ाया गया हा बे बी ईशु को मजाक उड़ार्या अर बिकी बेजती कर्‌र्या हा।

ईशु पीराण त्याग्या।

33 दोपारा बारा बजताँई सगळाँ देश क माईनै अंधेरो छायो अर करीब तीन बजे ताँई अंधकार छायो रियो। 34 ईशु तीन बजे जो’र ऊँ बार घाल’र खयो “इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी।” जिको मतबल ह,“ओ मेरा परमेश्बर ओ मेरा परमेश्बर तू मनै क्यालै छोड़ दियो?” 35 अर जखा मिनख बठै खड़्या हा बे ईशु न अंय्यां बोलता सुण्या जणा बे खया, सूणो एलिया न बुलार्यो ह।” 36 एक मिनख भाग’र चुँखा न खाट्टो उठायड़ो अंगूरा का रस म डुबा’र लाठी प टांग’र ल्याओ अर ईशु न पीबा ताँई दियो अर खयो, “आपा देखस्यां इनै उता’रबा ताँई एलियो आवै की कोनी।” 37 जणा ईशु जोरऊँ बार घाल’र पीराण त्याग दिन्या। 38 अर मन्दर को परदो उप’र स ले’र तळै ताँई पाट’र दो टुकड़ा होगो। 39 सेना को एक अधिकारी ईशु क सामनै खड़्यो हो ओ ईशु की बातां न सुण्यो अर देख्यो की ईशु कंय्यां आपका पीराण त्याग्या। अर बो बोलबा लाग्यो, “ओ मिनख साच्याँई परमेश्बर को बेटो हो।” 40 बठै लूगायां बी ही बे ईशु न दूरऊँ खड़ी खड़ी देखै ही बा लूगायां म मरियम मगदलीनी, छोटक्यो याकूब अर युसफ की माँ मरियम अर सलौमी ही। 41 ईशु जद गलील क मांय न हो जणा बि बठै अ लूगायां ईशु क गेल चालबाळी ही अर अ ईशु की सेवा करती ही। अर बठै ओर बी कई लूगायां ही जखी ईशु क सागै यरूशलेम ताँई आई ही।

ईशु न कबर म धरनो

42 दिन आथगो हो अर ओ अराम हाळा दिनऊँ पेलड़ो दिन हो जिनै तैयारी करबाळो दिन बी बोलै ह। 43 ई बजै स अरिमतिया को युसफ आयो। ओ मिनख यहूदी महापंचायत को मान्यों-थान्यों हो अर परमेश्बर का राज न उडीकै हो। ओ ठाडी छाती कर’र पीळातूस कनै गयो अर बिसै ईशु की लाश माँगी। 44 पीळातूस न ताजुब होयो की ईशु अत्तो तावळो कंय्यां मरगो। अर बो सेना का अधिकारी न आपकै कनै बुलायो अर बिसै बूझ्यो, “बिनै मर्या बोळी देर होगी के?” 45 अर पीळातूस अधिकारीऊँ समचार ले’र ईशु की लाश न युसफ न लेज्याबा को हुकम दे दियो। 46 युसफ मलमल को चादरो खरिद्‌यो अर लाश न सूळीऊँ उता’र बी चादरिया म बिनै लपेट’र ढाड क मांय खोदेड़ी कबर म धर दियो। अर कबर का मूंडा प बडो सारो भाठ्ठो लगा दियो। 47 मरियम मगदलीनी अर युसफ की माँ मरियम देखै ही की बो ईशु की लाश न कठै धर्‌र्यो ह।

16

ईशु ओज्युँ जिन्दो होगो

1 अराम हाळा दिन क पाछै मरियम मगदलीनी, सलौमी अर याकूब की माँ मरियम ईशु की लाश प लगाबा ताँई सुगन्ध आबाळी चिज मोल ली 2 अर बे अप्ता का पेल्ड़ा दिन दितवार न सुआरे सूरज निकळता ही कबर प गई। 3 बे आपसरी म खेबा लागी, “कबर क मूंडा आगै का भाठ्ठा न कुण सरकासी?” 4 अर बे सामनै देखी जणा भाठ्ठो तो सरकेड़ो हो। बो भाठ्ठो बोळो बडो हो। 5 बे बेगीसी कबर क मांय न जा’र देखी की एक मोट्या’र धोळा गाबा पेर्या दांया नाकै बैठ्यो हो अर बे बिनै देख’र उक चुक होगी। 6 अर बो मोट्या’र बानै खयो, “थे डरो मना थे जि ईशु नासरी न ढूँढो हो, जिनै सूळी प चढ़ायो गयो हो बो अठै कोनी ह बो मरगो हो पण इब जी उठ्यो ज यकीन ना होवै तो बी झघा न देखल्यो जठै बे बिकी लाश न धर्या हा। 7 थे अठै ऊँ जाओ अर ईशु का चेला न अर पतरस न ओ समचार देवो की बो थारै ऊँ पेल्या गलील म जासी जंय्यां बो थानै पेल्या ही बोल्यो हो। बो थानै बठै ही मिलसी।” 8 अर बे डरगी अर ताजुब करती ही कबर ऊँ भाग’र निकळी, अर बे किनैई क्युंई कोनी बताओ क्युं क बै डरगी ही।

ईशु मरियम मगदलीनी न दिख्यो

9 ईशु जिन्दो होण क पाछै दितवार हाळै दिन मरियम मगदलीनी जिमै स ईशु सात ओपरी-बलाय काढ़ि ही बिनै दिख्यो। 10 बा जा’र ईशु का साथ्याँ न जो बोळा दुखी हा अर रोवा हा बानै ओ समचार दियो। 11 अर बे बिकी ई बात न सुण’र की बो जिन्दो होगो ह अर बिनै दिख्यो ह बे बिकी बातां प बिश्‍वास कोनी कर्या।

दो चेला न ईशु दिख्यो

12 इकै पाछै दूसरा रुप म ईशु खेत का गेला जांवता दो चेला न दिख्यो जिखा बामै स हा। 13 बे पाछा आर ओरा न ई बात को समचार दियो पण बे बाको बी बिश्‍वास कोनी कर्यो।

ग्यारा चेला न ईशु दिख्यो

14 इकै पाछै रोटी खाबा की टेम ईशु बा ग्यारा चेला न बी दिख्यो। ईशु बाका अबिश्‍वास अर हिया की कल्डाई प बानै दकाल्यो। क्युं क बे ईशु क जिन्दो होण को समचार देबाळा की बातां प बिश्‍वास कोनी कर्या। 15 जणा पाछै ईशु बानै खयो, “थे सगळी धरती प जा’र चोखो समचार को हैल्लो द्‌यो। 16 अर जो बी थारी बातां प बिश्‍वास करसी अर बतिस्मो लेसी बिको उद्धार होसी अर जो बिश्‍वास कोनी करसी बो पापीई रेह्सी अर सजा भोगसी। 17 मेर म बिश्‍वास करबाळा म अ चिन होसी की बे मेरा नाम ऊँ ओपरी-बलाय काढ़सी अर बे नई-नई भाषा बोलसी। 18 ज बे आपका हाथाऊँ साँप बी पकडै अर झैर बी पी ज्यावै तो बि बाकै क्युंई कोनी होसी, अर बे रोगला प हाथ धरसी जणा बे ठिक हो ज्यासी।”

ईशु को ईश्वर नगरी म उठायो जाणो

19 अ सारी बातां बोलबा क पाछै ईशु ईश्वर नगरी म उठा लियो गयो अर परमेश्बर क दांया नाकै जा’र बैठगो। 20 अर बिका चेला झघा-झघा जा’र प्रबु को परबचन दियो। बाकै सागै प्रबु काम कर्‌र्यो हो। अर बो चमत्कारी चिनाऊँ बचना न सच कर्‌र्यो।